साँच को आंच नहीं... कोर्ट से मिली सच्चाई की जीत — पार्षद कमलेश कालरा पर लगे फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आरोप खारिज
न्याय की जीत... विरोधियों की हार...
इंदौर। वार्ड 65 के लोकप्रिय पार्षद कमलेश कालरा ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि —
"सच्चाई को चाहे जितनी भी साजिशों में घेरने की कोशिश करो, अंत में जीत सच्चाई की ही होती है।"
पहले ही चुनाव जीत कर जनता का विश्वास हासिल कर चुके कमलेश कालरा पर कुछ विरोधियों ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र को लेकर आरोप लगाए और मामला कोर्ट तक पहुंचाया।
समाज में खुशी की लहर
कोर्ट के इस फैसले के बाद सिंधी समाज में खुशी की लहर है। सभी ने इसे न्याय और सच्चाई की जीत बताया है।
सिंधी समाज के लोगों का कहना है कि—
"यह फैसला उन लोगों के लिए करारा जवाब है जो अपने ही समाज के सच्चे सेवक के खिलाफ साजिश रचते हैं।"
कमलेश कालरा ने कहा —
"हमेशा सच्चाई और ईमानदारी से जनता की सेवा करता रहूंगा। समाज का विश्वास मेरी सबसे बड़ी ताकत है।"