20 पार्षदों ने ली नपा अध्यक्ष को हटाने की शपथ:बोले- इस्तीफा दे देंगे, हलके में न लें
भाजपा ने की 3 घंटे बैठक
शिवपुरी। शिवपुरी में बुधवार को नगर पालिका के 20 पार्षद करैरा के प्रसिद्ध बगीचा सरकार हनुमान मंदिर में एकजुट हुए और अध्यक्ष गायत्री शर्मा को हटाने की शपथ ली। इन पार्षदों में भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के जनप्रतिनिधि शामिल थे।
सभी ने मंदिर में कहा-
गुरुवार को इस घटनाक्रम के बाद भाजपा जिला अध्यक्ष जसवंत जाटव और विधायक देवेन्द्र जैन ने सर्किट हाउस में तीन घंटे लंबी बैठक की, जिसमें सभी भाजपा और समर्थित पार्षदों को बुलाया गया। पार्षदों से पहले व्यक्तिगत बातचीत की गई, फिर सामूहिक चर्चा हुई। लेकिन पार्षद अपनी बात पर अड़े रहे।
कसम पर अड़े पार्षद, बोले– नहीं माने तो दे देंगे इस्तीफा
बैठक में मौजूद अधिकांश पार्षदों ने साफ कहा कि अगर अध्यक्ष को नहीं हटाया गया, तो वे पार्षद पद से इस्तीफा दे देंगे। उनका कहना था कि उन्होंने करैरा मंदिर में जो शपथ ली है, उस पर अडिग हैं। वे अब कोई समझौता नहीं करेंगे।
शपथ के पीछे की बड़ी वजहें-
शहर में सफाई, पानी और नालियों की हालत खराब है, जिसे लेकर कोई सुनवाई नहीं होती।
अध्यक्ष गायत्री शर्मा अपने हिसाब से काम करती हैं, पार्षदों की बात नहीं सुनी जाती।
अध्यक्ष के बेटे पर दुष्कर्म का केस दर्ज हुआ है।
खुद अध्यक्ष पर भी भ्रष्टाचार के आरोप हैं, शिकायतें लोकायुक्त में हैं।
पार्षदों का कहना है कि लोग ढाई साल से परेशान हैं, अब बदलाव जरूरी है।
बैठक में नहीं पहुंची नपा अध्यक्ष, पति आए और लौट गए
इस बैठक में नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा नहीं पहुंचीं। उनकी जगह पति थोड़ी देर के लिए आए, लेकिन बिना किसी से बातचीत किए वापस लौट गए। जिलाध्यक्ष या विधायक ने भी उनसे कोई बात नहीं की।
बैठक के बाद कोई कैमरे पर नहीं बोला
भाजपा जिला अध्यक्ष ने पार्षदों को मीडिया में बयान देने से मना कर दिया था। इसीलिए बैठक के बाद कोई कैमरे पर नहीं बोला। हालांकि ऑफ कैमरा पार्षदों ने कहा-
पार्टी फोरम पर मामला रखा, अब सिंधिया और सीएम लेंगे फैसला
भाजपा पार्षद विजय बिंदास ने कहा कि पार्षदों ने पार्टी फोरम पर अपनी बात रख दी है। अब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को इस पर निर्णय लेना है।
जिलाध्यक्ष बोले- सभी की बात सुनी, निर्णय ऊपर से होगा
बैठक के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष जसवंत जाटव ने कहा कि भाजपा एक बड़ा परिवार है। मंदिर जाना कोई बड़ी बात नहीं है। सभी पार्षदों की समस्याएं सुनी गई हैं और उन्हें पार्टी फोरम पर रखा जाएगा। जल्द ही कोई निष्कर्ष सामने आएगा। विधायक देवेन्द्र जैन बैठक के बाद बिना कुछ कहे चले गए।
पार्षद बोले- यहां जो कसम खाई जाती है, वो टूटती नहीं
पार्षदों का कहना है कि अब जनता के हित में उन्हें हटाना जरूरी हो गया है। करैरा के बगीचा सरकार हनुमान मंदिर की मान्यता है कि यहां जो कसम खाई जाती है, वो टूटती नहीं है। कई फैसले भी पहले यहां आकर लिए गए हैं। इसी मान्यता और दृढ़ निश्चय को ध्यान में रखते हुए पार्षद यहां एकत्र हुए ताकि कोई भी भविष्य में दबाव में आकर अपना फैसला न बदले।
अध्यक्ष के कार्यकाल का समय पूरा
जानकारी के अनुसार, नगर पालिका अध्यक्ष को हटाने के लिए कार्यकाल के तीन वर्ष पूरे होना जरूरी होता है। गायत्री शर्मा का कार्यकाल 3 अगस्त को तीन वर्ष पूरा कर रहा है। इसी को ध्यान में रखकर पार्षदों ने अब से दो महीने पहले ही अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दी थी। गौरतलब है कि गायत्री शर्मा निर्विरोध नगर पालिका अध्यक्ष चुनी गई थीं, लेकिन अब उनके खिलाफ उनके ही साथी पार्षद मैदान में उतरे हैं।
9 पार्षदों की और जरूरत -
शिवपुरी नगर पालिका में कुल 39 पार्षद हैं। नपा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए 29 पार्षदों का समर्थन जरूरी है। अभी तक 20 पार्षद करैरा के बगीचा सरकार हनुमान मंदिर में एकजुट होकर कसम खा चुके हैं, लेकिन प्रस्ताव लाने के लिए 9 पार्षदों का समर्थन और जुटाना पड़ेगा। बताया जा रहा है कि 10 से 12 पार्षद साइलेंट मोड पर है। ऐन मौके पर अपना पक्ष नपा अध्यक्ष के विरोध में रख सकते हैं।दूसरी ओर, नपा अध्यक्ष गायत्री शर्मा को अपनी कुर्सी बचाने के लिए कम से कम 10 पार्षदों के समर्थन की जरूरत पड़ेगी।
इन पार्षदों ने ली थी शपथ-
मंदिर पहुंचे जिन 20 पार्षदों ने शपथ ली, उनमें राहुल व्यास (नपा उपाध्यक्ष सरोज रामजी व्यास के पुत्र), विजय शर्मा, ओमी जैन, ताराचंद राठौर, रितु जैन, प्रतिभा शर्मा, नीलम बघेल, सरोज धाकड़, ममता धाकड़, मक्खन आदिवासी, राजा यादव, रीना शर्मा, राजू गुर्जर, मीना बाथम, कमलकिशन शाक्य, गोमती खन्ना, वेदांश सविता, कृष्णा जाटव (भाजपा पार्षद), संजय गुप्ता, मोनिका सडैया (कांग्रेस पार्षद) शामिल हैं।