सिमरोल में बिना अनुमति प्रदर्शन पर दर्ज हुआ मामला, कांग्रेस ने बताया राजनीतिक दबाव का परिणाम
रणजीत टाइम्स
संवाददाता: विशेष रिपोर्ट
इंदौर-खंडवा रोड स्थित सिमरोल में कांग्रेस नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन बिना प्रशासनिक अनुमति के किया गया, जिसके बाद सिमरोल पुलिस ने एक दर्जन से अधिक कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस के अनुसार जिन नेताओं पर मामला दर्ज हुआ है, उनमें प्रमुख नाम शामिल हैं –
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अशोक सैनी, राकेश पाटीदार, शेखर मालवीय, अजय, दिनेश सिलवायडिया, नारायण शारदिया, अनिल, कमलेश राठौर, परवेज़ खान, कैलाश राकेश वर्मा, पंकज देवलाल, रोशन और प्रदेश शारदिया।
कांग्रेस का आरोप है कि यह कार्रवाई भाजपा सरकार के दबाव में की गई है। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अशोक सैनी ने बयान जारी करते हुए कहा:
"हमने जनता की भलाई और भ्रष्टाचार के विरोध में आवाज़ उठाई। यदि लोकतांत्रिक तरीके से भी आवाज़ उठाना अपराध है, तो यह लोकतंत्र नहीं, तानाशाही है।"
पुलिस का कहना है कि बिना अनुमति सार्वजनिक प्रदर्शन करना कानूनन अपराध है और इसी आधार पर FIR दर्ज की गई है।
प्रशासनिक तंत्र बनाम जनआवाज – सियासत गरमाई
इस घटना के बाद क्षेत्र में सियासी माहौल गरमा गया है। कांग्रेस नेताओं ने अगले कुछ दिनों में बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।