Category : Dharm

त्रिभुवन की निर्मिती का राज आत्मतत्व प्राप्त करना!

  •  rajneeti24news.com

संत हेति प्रभि त्रिभुवण धारे ।आतमु चीनै सु ततु बीचारे ।संचु रिदै सचु प्रेम निवास ।प्रणवति नानक हम ता के दास॥गुरूनानकसहजयोग सरल है, सुंदर है, जिस किसी साधक को सहज योग ने अलंकृत किया उसका जीवन धन्य हो ग...

Read more

सहज योग से नास्तिक इंसान, आस्तिकता को पा सकता है- मात्र शुद्ध इच्छा से

  •  rajneeti24news.com

नास्तिक का मतलब है ईश्वर या किसी भी देवता के अस्तित्व में विश्वास न करना। व्यक्ति जो किसी भी धर्म को नहीं मानता, उसे भी नास्तिक कहा जाता है। नास्तिक ईश्वर के अस्तित्व को नकारता है । जैसा कि अक्सर कहा ...

Read more

Latest News

Everyday news at your fingertips Try Ranjeet Times E-Paper