आई आई एस टी ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूटस के चार दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम "अभिज्ञता पर्व 2025 " का शुभारम्भ
ब्यूरो चीफ अनिल चौधरी
इंदौर। आई आई एस टी ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूटस के इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट बैच 2025 के छात्रों के लिए 4 दिवसीय इंडक्शन सेरेमनी "अभिज्ञता पर्व 2025 " का प्रारम्भ 18 अगस्त को हुआ l 21 अगस्त तक चलने वाले इस इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन लता मंगेशकर सभागार और कॉलेज कैंपस में किया जा रहा है l परंपरागत मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलन किया गया। इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य नवीन छात्रों को संसथान के सिस्टम्स, प्रोटोकॉल्स और प्रोसेस से अवगत करना तो है ही मगर साथ ही छात्रों को यह जानने का अवसर देना है कि किस तरह से वे संस्थान द्वारा प्रदान की जाने वाली हर सुविधा और मार्गदर्शन का उपयोग कर एक बेहतर प्रोफेशनल बन सकते हैं और एक आदर्श चरित्र निर्माण कर अपने भविष्य को उज्जवल बना सकते हैं l
वीओ। समूह के ग्रुप एडवाइजर अरुण एस भटनागर ने छात्रों को सम्बोधित सर्व प्रथम श्री भटनागर ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान माहौल में छात्रों को ए आई को एडॉप्ट करने के लिए तैयार रहे।आने वाले समय में डिग्री से अधिक महत्व स्किल का है।आपने नए शिक्षा मॉडल समग्र समुत्कर्ष योजना और क्यूरेसीटी ड्रिवन एजुकेशन को समझाया।आपने डीप थिंकिंग और निगेटिव चीजों से दूर रहने का आव्हान किया।साथ कॉलेज के स्टार्ट अप और रिसर्च के लिए बजट प्रोवाइड करने की जानकारी दी।छात्रों मोटिवेट करते हुवे कहां की परिस्थिति कुछ भी हो आप अपने आप को तैयार रखे ।आपने कहा कि हम बच्चों को Industry 5.0 के लिए तैयार कर रहे है। अपने छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए चलाई जा रही "समग्र समुत्कर्ष योजना" के बारे में चर्चा की और बताया कि यह योजना कैसे शैक्षणिक उत्कृष्टता को व्यक्तिगत विकास और नैतिक मूल्यों को सामाजिक उत्तरदायित्व के साथ जोड़ती है।
इसके पश्चात आई ए एस 1986 बेच में टापर रही श्री मति रजनी sekhri सिबल आई ए एस सेक्रेटरी डिपार्टमेंट ऑफ फिशरीज ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुवे कहा कि आपकी जिंदगी आपकी खुद की है आपको निर्णय लेना है कि आपको क्या करना है क्योंकि हार्ड वर्क के अलावा कोई और रास्ता नहीं सफल होने के लिए।आप बहुत सारे सपने देखे लेकिन साथ में मजबूत फाउंडेशन भी रखे।
डॉ अंकित शाह (फॉरेन पालिसी एंड सिक्योरिटी एक्सपर्ट) ने "विकसित भारत 2047 के निर्माण" के विषय में अपने विचार रखे और बताया कि डॉ अंकित शाह ने छात्रों को संबोधित किया। आपने कहा कि छात्रों को कोर सेक्टर वाले कोर्स पड़े क्योंकि अब वो डालर वाले जॉब खत्म होने वाले है आगे आपने बताया कि भारत में सेविंग रेट बेस्ड लाइफ स्टाइल है बाकी दुनिया में कंज्मशन बेस्ड लाइफ स्टाइल है।डॉलर के चक्कर में बर्थ रेट घट रही है।यू इस में फर्टिलिटी की प्रॉब्लम है नई जनरेशन पैदा ही नहीं हो रही है। अंत में प्रिंसिपल डॉ केशव पाटीदार ने आभार प्रकट किया और सीनियर छात्रों द्वारा कल्चरल प्रोग्राम से नए छात्रों का स्वागत किया।

