"पत्रकारिता: निडर सत्य की आवाज़"
विश्व पत्रकारिता दिवस – 3 मई 2025
रणजीत टाइम्स | विशेष संपादकीय
जब इतिहास की परतें पलटी जाएंगी, तो वहां केवल राजाओं की कहानियाँ नहीं, बल्कि उन पत्रकारों की क़लम की धार भी दर्ज़ होगी जिन्होंने अंधेरे में उजाले की लौ जलाई।
पत्रकारिता कोई पेशा नहीं – यह ज़िम्मेदारी है, संघर्ष है, और कभी-कभी एक अकेली आवाज़ बनकर सच्चाई का उद्घोष है।
एक पत्रकार सत्ता से सवाल करता है, सड़क से संसद तक आम जनता की पीड़ा को शब्द देता है, और अक्सर अपने निजी हितों को दांव पर रखकर समाज के हित में बोलता है। आज जब मीडिया पर आर्थिक, राजनीतिक और वैचारिक दबाव हैं, तब भी सच्चे पत्रकार अपनी निष्ठा, निष्पक्षता और निर्भीकता के साथ खड़े हैं।
आज का युग ‘वायरल सच’ और ‘चुप कर दी गई आवाज़ों’ का है। ऐसे में सच्ची पत्रकारिता वह दीपक है जो धुंध और अंधकार के बीच भी दिशा दिखाता है।
पत्रकार वो नहीं जो सिर्फ खबर देता है,
पत्रकार वो है जो खबर के पीछे की सच्चाई उजागर करता है।
इस पत्रकारिता दिवस पर, रणजीत टाइम्स उन सभी निर्भीक पत्रकारों को सलाम करता है –
जो सवाल करते हैं,
जो सच बोलते हैं,
और जो उस रास्ते पर चलते हैं,
जहां जोखिम होता है… पर कर्तव्य भी।
– आपका
गोपल गावंडे
प्रधान संपादक, रणजीत टाइम्स