ओंकारेश्वर और खंडवा रोड: विकास, संभावनाएं और भविष्य
मध्य प्रदेश का ओंकारेश्वर, जो नर्मदा नदी के किनारे बसा है और 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का एक प्रमुख केंद्र है। खंडवा रोड, जो इंदौर को ओंकारेश्वर और खंडवा से जोड़ता है, क्षेत्रीय विकास, पर्यटन और निवेश की नई संभावनाओं का द्वार बन चुका है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार की योजनाएं इस क्षेत्र को एक महत्वपूर्ण टूरिस्ट स्पॉट और आर्थिक हब बनाने की दिशा में अग्रसर हैं।
1. विकास योजनाएं:
(i) आधारभूत संरचना का विकास:
सड़क और परिवहन: इंदौर से ओंकारेश्वर और खंडवा तक की सड़कों को चार-लेन और छह-लेन मार्गों में परिवर्तित किया जा रहा है। यह न केवल तीर्थयात्रियों बल्कि पर्यटकों के लिए भी यात्रा को सुगम बनाएगा।
रेल और मेट्रो संपर्क: इंदौर से खंडवा के बीच रेल सेवाओं का उन्नयन और प्रस्तावित मेट्रो विस्तार इस क्षेत्र को राष्ट्रीय स्तर पर जोड़ने में मदद करेगा।
(ii) ओंकारेश्वर के लिए पर्यटन विकास योजनाएं:
नर्मदा पर केबल कार परियोजना: पर्यटकों को ओंकारेश्वर मंदिर और नदी के दर्शन का एक अलग अनुभव प्रदान करने के लिए केबल कार की स्थापना की जा रही है।
धर्मशालाओं और होटलों का निर्माण: मंदिर के निकट कई नए धर्मशालाओं, होटलों और रेस्टोरेंट्स का निर्माण किया जा रहा है, जो यात्रियों को आरामदायक आवास सुविधाएं प्रदान करेंगे।
(iii) नर्मदा सर्किट परियोजना:
ओंकारेश्वर को "नर्मदा सर्किट" के केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसमें महेश्वर, मांडू और उज्जैन जैसे पर्यटन स्थलों को जोड़ा जाएगा।
2. टूरिस्ट स्पॉट और आकर्षण:
(i) ओंकारेश्वर बांध और नर्मदा किनारा:
ओंकारेश्वर बांध और उसके आसपास का क्षेत्र न केवल एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, बल्कि पर्यावरण प्रेमियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है। यहां बोटिंग, नर्मदा आरती और अन्य जल-आधारित गतिविधियां प्रमुख आकर्षण हैं।
(ii) रिवर फ्रंट डेवलपमेंट:
ओंकारेश्वर के किनारे को रिवर फ्रंट के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसमें गार्डन, वॉकवे और फूड कोर्ट्स शामिल हैं। यह पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनेगा।
(iii) खंडवा का ऐतिहासिक महत्व:
खंडवा, जो फिल्म अभिनेता किशोर कुमार का जन्मस्थान है, पर्यटन के लिए नया केंद्र बन रहा है। यहां संग्रहालय और सांस्कृतिक केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं।
(iv) प्राकृतिक पर्यटन:
खंडवा रोड पर हनुवंतीया टापू, जिसे "मध्य प्रदेश का मिनी गोवा" कहा जाता है, एडवेंचर और वॉटर स्पोर्ट्स के लिए प्रसिद्ध है। हनुवंतीया फेस्टिवल को भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर साल आयोजित किया जाता है।
3. निवेश और रोजगार की संभावनाएं:
(i) रियल एस्टेट और फार्महाउस संस्कृति:
खंडवा रोड और ओंकारेश्वर के आसपास के क्षेत्रों में फार्महाउस और रियल एस्टेट की मांग बढ़ रही है। यह न केवल स्थानीय निवेशकों के लिए बल्कि बाहरी निवेशकों के लिए भी एक आकर्षक विकल्प बन चुका है।
(ii) इंडस्ट्री और ऊर्जा परियोजनाएं:
ओंकारेश्वर हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट: सरकार यहां पर अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा दे रही है। नर्मदा पर सोलर और हाइड्रो ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग: क्षेत्र की कृषि भूमि और उपज को देखते हुए, खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना की जा रही है।
(iii) रोजगार सृजन:
पर्यटन, रियल एस्टेट, ऊर्जा परियोजनाएं और परिवहन के विकास के साथ क्षेत्र में हजारों लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं।
4. भविष्य की योजनाएं और संभावनाएं:
(i) ग्लोबल टूरिज्म हब:
सरकार की दीर्घकालिक योजना ओंकारेश्वर को एक वैश्विक स्तर पर धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने की है। डिजिटल प्लेटफार्म्स पर प्रचार और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी पहचान बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
(ii) स्मार्ट सिटी पहल:
खंडवा और ओंकारेश्वर के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल होने से बुनियादी ढांचे, स्वच्छता और डिजिटल सेवाओं का विकास होगा।
(iii) धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन:
महाकाल लोक की तर्ज पर ओंकारेश्वर में भी "ओंकार लोक" का विकास किया जा रहा है। यह न केवल भक्तों को आकर्षित करेगा बल्कि क्षेत्र को विश्व स्तर पर पहचान दिलाएगा।
निष्कर्ष:
ओंकारेश्वर और खंडवा रोड का विकास मध्य प्रदेश को न केवल धार्मिक पर्यटन का केंद्र बना रहा है, बल्कि आर्थिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी समृद्ध बना रहा है। सरकार की योजनाओं, प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए यह क्षेत्र भविष्य में निवेश, रोजगार और पर्यटन के लिए एक आदर्श गंतव्य बनने की पूरी संभावना रखता है।