शिमला और कुफरी में बर्फबारी
शिमला। हिमाचल प्रदेश में लंबे अरसे से पड़ा सूखा बीती रात से हो रही बर्फबारी और बारिश से समाप्त हो गया है। राज्य के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी भागों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। लाहौल-स्पीति, कुल्लू, किन्नौर, चम्बा और शिमला जिला के ऊपरी इलाकों में ताजा हिमपात हुआ है। शिमला के निकटवर्ती पर्यटक स्थलों कुफरी, नारकंडा और खड़ापत्थर बर्फ़बारी से सफेद हो गए हैं। पर्यटन नगरी डल्हौजी में भी बर्फ गिर रही है। लाहौल-स्पीति के प्रवेश द्वार अटल टनल रोहतांग में भारी बर्फबारी हुई है। बीती रात बर्फ़बारी के बीच टनल के साउथ पोर्टल में हिमाचल पथ परिवहन की एक बस और लगभग 50 वाहन फंस गए। इनमें 300 सैलानी यात्रा कर रहे थे। कुल्लु की एसपी साक्षी वर्मा ने बताया कि कुल्लू पुलिस ने सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया है। सूबे के ऊंचे इलाकों में लगातार हो रही बर्फ़बारी से सड़कों पर आवाजाही प्रभावित हो रही है।
मौसम का रुख बदलने से जिले के बागवानों और किसानों के चेहरे खिल गए हैं। बारिश और बर्फबारी होने से अब किसान बागवानों को बेहतर फसल उत्पादन की उम्मीद जगी है। दरअसल बीते काफी समय से बारिश और बर्फबारी न होने से किसान बागवानों को फसलों के उत्पादन पर विपरीत असर पड़ने का खतरा मंडरा रहा था। अब मौसम में परिवर्तन के बाद बर्फबारी और बारिश के बाद उन्होंने राहत की सांस ली है। सर्दियों में बर्फबारी और बारिश फसलों के लिए लाभप्रद मानी जाती है। इससे भूमि में बराबर नमी बनी रहती है और नकदी फसलों के लिए यह बेहद लाभदायक होती है। सेब की बेहतर फसल के लिए चिलिंग आवर भी इससे पूरे होते हैं। इस समय बर्फबारी सेब के लिए बेहद लाभदायक मानी जाती है।
साभार लाइवहिन्दुस्तान