पाकिस्तानी आर्टिस्ट्स संग काम करने पर बोलीं सुनिधि चौहान, - 'हममें कोई भी फर्क नहीं'

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इंडियन सिंगर सुनिधि चौहान की आवाज, इंडिया की आइकॉनिक आवाजों में से एक है. सुनिधि ने बॉलीवुड में 'धूम मचाले' से लेकर 'बीड़ी जलईले' जैसे कई आइकॉनिक गाने गाए हैं, मगर इन दिनों फिल्मी म्यूजिक के साथ-साथ इंडिपेंडेंट म्यूजिक कोलेबोरेशन और कॉन्सर्ट्स करने पर खूब ध्यान दे रही हैं. 
अब सुनिधि ने एक नए इंटरव्यू में पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करने को लेकर खूब बात की. उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी म्यूजिक क्यों दुनिया भर में बहुत पॉपुलर हो रहा है. सुनिधि ने कहा कि इंडियन म्यूजिक लेबल और कई आर्टिस्ट इस बैट पर ज्यादा जोर देने लगे हैं कि कैसे भी गाना चल जाए और इस चक्कर में म्यूजिक की प्योरिटी से समझौता हो रहा है.
राज शमानी के पॉडकास्ट में सुनिधि ने कहा, 'मैं बहुत सारे पाकिस्तानी लोगों के साथ काम करती हूं और पाकिस्तानी क्यों बोलूं, क्योंकि हम जब मिलते हैं मुझे तो ऐसा लगता है हम एक जैसे ही लोग हैं. सेम आर्टिस्ट भी हैं और सेम लोग भी हैं. एक जैसी बातें करते हैं, एक ही जैसा खाना खाते हैं, हम सब सेम ही हैं असल में, कोई फर्क ही नहीं है. जब मैं यूएस, यूके जाती हूं वहां पर भी बहुत सारे पाकिस्तानी दोस्त मिलते हैं.' 
पाकिस्तानी म्यूजिक के एक लहर की तरह दुनिया भर में छा जाने की वजह बताते हुए सुनिधि ने कहा, 'मुझे ऐसा लगता है कि क्रिकेट और फिल्म इंडस्ट्री वहां बड़ी हैं, लेकिन म्यूजिक सबसे बड़ा है. वहां बहुत सारे कलाकारों को बहुत प्यार दिया जाता है, वहां के आर्टिस्ट को यहां भी बहुत प्यार मिलता है. जहां म्यूजिक के प्यार के लिए गाने बनाना ही मेन वजह हो, वहां से प्योरिटी ही निकलती है और फिर सुनने वालों को ऐसा महसूस होता है.' 
सुनिधि ने पाकिस्तानी कोक स्टूडियो की जमकर तारीफ करते हुए कहा, 'कुछ गाने तो ऐसे हैं कि लगता है ये कैसे सोचा? ये कैसे किया? और कई म्यूजिक वीडियोज.' उन्होंने बताया कि आजकल वो कोक स्टूडियो पाकिस्तान के गाने 'टुरी जांदी' (हसन रहीम और शाजिया मंसूर) की दीवानी बनी हुई हैं. सुनिधि ने कहा कि इस गाने के म्यूजिक और इसके वीडियो ने उनका 'दिमाग खराब' कर दिया है.  
साभार आज तक

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