सर्व पितृ अमावस्या पर तर्पण संपन्न
हाटपीपल्या से संजय प्रेम जोशी की रिपोर्ट
हाटपीपल्या- स्थानीय गायत्री तीर्थ पर दिनांक 21 सितंबर 2025, रविवार को प्रतिवर्षानुसार सर्व पितृ अमावस्या पर्व पर नौ कुंडीय यज्ञशाला में प्रात: 6:00 बजे से 7:00 बजे तक यज्ञ संपन्न हुआ इसके पश्चात तर्पण और पिंडदान के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नगर एवं क्षेत्र के परिजन सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का संचालन एवं कर्मकांड प० मनोहर गुरु ने संपन्न किया एवं अपने उद्बोधन में कहा "जिस प्रकार तर्पण के जल के माध्यम से अपनी श्रद्धाभिव्यक्ति की जाती है उसी प्रकार हविष्यान्न के माध्यम से भी श्रद्धाभिव्यक्ति की जाती है। दिवंगत आत्माओं की तृप्ति के लिए यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक कर्तव्य है।" कार्यक्रम के पश्चात शारदीय नवरात्रि अनुष्ठान का संकल्प भी परिजनों ने लिया। प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
यह जानकारी गायत्री परिवार के श्री गिरीश चंद्र गुरु ने देते हुए दिनांक 22 सितंबर से शुरू हो रही शारदीय नवरात्रि के पर्व के उपलक्ष्य में अनुष्ठान एवं साधना शिविर में सम्मिलित होने का निवेदन किया, जिसकी पूर्णाहुति 2 अक्टूबर को विजयादशमी पर्व पर होगी।
सर्व पितृ अमावस्या पर प्रमुख स्नान घाट और सार्वजनिक तर्पण स्थलों पर रही श्रद्धालुओं की भीड़ ।
रविवार को सर्व पितृ अमावस्या पर्व पर बागली अंचल क्षेत्र में अलग-अलग स्थान पर एक लाख से अधिक लोगों ने सम्मिलित होकर अमावस्या के महत्व को अलग-अलग तरीके से मनाया क्षेत्र मे धारा जी स्नान घाट और चद्रंकेश्वर घाट पर शासन प्रशासन में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सभी प्रकार की व्यवस्था एक दिन पूर्व से की थी। वही हाट पिपलिया गायत्री शक्तिपीठ पर बड़ी संख्या में जजमान श्रद्धालुओं ने आकर अपने इष्ट मित्र और ज्ञात अज्ञात मृत आत्माओं का तर्पण किया इसी प्रकार पिपरी स्थित मनकामेश्वरी नर्मदा माता मंदिर परिसर में भी विगत कई वर्षों से जारी परंपरा के दौरान प्रकृति का आपदा में और पहल गांव में शहीद हुई मृत आत्माओं के लिए तथा ज्ञात अज्ञात संत साधू और नदियों किनारे विचरण करने वाले तपस्वी लोगों का तर्पण विधि विधान से किया गया हाटपिपलिया से गायत्री परिवार के भक्त संजय जोशी ने बताया कि गायत्री शक्तिपीठ पर विगत 28 वर्ष से तर्पण विधि का कार्य किया जाता है प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में परिजन यहां पर शामिल होते हैं पिपरी स्थित मनकामेश्वरी मंदिर सनातन सेवा समिति के सदस्य गिरधर गुप्ता ने भी बताया कि विगत 20 वर्षों से नर्मदा मंदिर परिसर में वर्ष की दोनों सर्व पितृ अमावस्या पर तर्पण विधि कार्यक्रम संपन्न होता है। यह कार्यक्रम विद्वान पंडितों की देखरेख में विधि विधान से संपन्न होताहै। कुछ लोग जटाशंकर तीर्थ पर भी स्नान करने पहुंचे बारिश अधिक होने की वजह से सभी स्नान घाट पर पर्याप्त पानी होने की वजह से शासन प्रशासन ने सुरक्षा के पर्याप्त साधन उपलब्ध चरण धारा जी और चंद केसर में पुलिस बल तैनात रहा। धारा जी स्नान करने गए श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्हें घाट पर जाकर अच्छा लगा लेकिन 14 किलोमीटर का मार्ग बेहद खराब होने से बहुत परेशानी आई प्रशासन को चाहिए कि 14 किलोमीटर मार्ग को प्रधानमंत्री सड़क योजना से जोड़कर इस क्षेत्र का विकास कर दे ताकि रोजगार क्या अवसर उपलब्ध हो सके।

