शिवपुरी पुलिस और सागर पुलिस की संयुक्त कार्यवाही से नवजात बालिका सकुशल बरामद — 10 घंटे में खुला अपहरण का रहस्य
शिवपुरी से ऋषि गोस्वामी की रिपोर्ट
शिवपुरी पुलिस ने सागर पुलिस के सहयोग से मात्र 10 घंटे में एक दिन की नवजात बालिका को सकुशल बरामद कर लिया। अपहृत नवजात को जिला चिकित्सालय शिवपुरी से चुराने वाली महिला को पुलिस ने सागर में गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, कल सुबह जिला अस्पताल शिवपुरी के प्रसूति वार्ड से एक अज्ञात महिला एक दिन की नवजात बालिका को बहला-फुसलाकर ले गई। पीड़िता रोशनी पति सुनील आदिवासी की सूचना पर थाना कोतवाली में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर जोन सक्सेना ने तत्काल जिला अस्पताल पहुंचकर निरीक्षण किया और आरोपी महिला की तलाश के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया।
पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ के निर्देशन में गठित टीमों ने 200 से अधिक CCTV कैमरों के फुटेज खंगाले, जिनमें आरोपी महिला नवजात को गोद में लिए पैदल जाती दिखाई दी। सायबर सेल की मदद से उसकी पहचान बड़ागांव निवासी शारदा आदिवासी के रूप में की गई।
शिवपुरी पुलिस की त्वरित कार्रवाई से पता चला कि आरोपी झांसी मार्ग होते हुए सागर की ओर रवाना हुई थी। इस पर ग्वालियर जोन के पुलिस महानिरीक्षक सक्सेना ने सागर जोन की पुलिस महानिरीक्षक हिमानी खन्ना एवं सागर पुलिस अधीक्षक से संपर्क कर तत्काल नाकाबंदी कराई। सागर पुलिस की सतर्कता से महिला को पकड़ लिया गया और नवजात बालिका को सुरक्षित बरामद किया गया।
इस सफलता पर सक्सेना ने दोनों जिलों की पुलिस टीमों की सराहना की तथा उत्कृष्ट कार्य हेतु ₹30,000 के इनाम की घोषणा की।
भूमिका:
इस अभियान में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवपुरी संजीव मुले, एसडीओपी शिवपुरी संजय चतुर्वेदी, एसडीओपी करैरा आयुष जाखड़ सहित शिवपुरी एवं सागर जिले की पुलिस टीमों ने सराहनीय भूमिका निभाई।
वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा:
“यह पुलिस के त्वरित समन्वय और आधुनिक तकनीकी उपयोग का उत्कृष्ट उदाहरण है। बच्ची को सुरक्षित लौटाना हमारी सबसे बड़ी सफलता है,” — अरविन्द कुमार सक्सेना, पुलिस महानिरीक्षक, ग्वालियर जोन।

