Category : Dharm

प्रतिपल आनंद में रहने की अनुभूति है सहजयोग

  •  rajneeti24news.com

योग के संबंध में कहा जा सकता है कि योग स्थूलता से सूक्ष्मता की ओर जाना अर्थात बाह्य से अंतर्मुख होना है। योग प्रक्रिया में यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार के पांच बहिरंग साधन हैं और धारणा, ध्यान,...

Read more

ईश्वरीय चेतना में प्रवेश करने से बढ़कर कोई और ज्ञान नहीं है

  •  rajneeti24news.com

ज्ञान रुपी चक्षु कोई भी जन्म से ही लेकर नहीं पैदा होता। और न ही इसे कोई स्वयं अपने बलबूते पर धारण कर सकता है। इसे धारण करने के लिए किसी ज्ञानी का सानिध्य जरूरी है। यहां तक कि राम चंद्र जी जैसे अवतरित ...

Read more

Latest News

Everyday news at your fingertips Try Ranjeet Times E-Paper