कामधेनु गौ-शाला में जिला स्तरीय गोवर्धन पूजन कार्यक्रम संपन्न
जिला ब्यूरो- वीरेंद्र चौहान
हरदा। मंगलवार को जिला स्तरीय गोवर्धन पूजा कार्यक्रम कामधेनु गौ-शाला मगरधा में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में पूर्व कृषि मंत्री श्री कमल पटेल, विधायक आर. के. दोगने कलेक्टर श्री सिध्दार्थ जैन, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री गजेन्द्र शाह, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री दर्शन सिंह गहलोत, कृषि समिति के सभापति श्री ललित पटेल, जिला पंचायत की मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्रीमति अंजलि जोसेफ जोनाथन, सरपंच मगरधा श्री नंदलाल धुर्वे, उप संचालक पशु चिकित्सा श्री अजय रामटेके सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान कृष्ण की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर व दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा गौ-माता का विधिवत पूजन भी किया गया। उन्होंने गायों को स्नेह पूर्वक दुलारा और उन्हें गुड़ एवं मिष्ठान इत्यादि खिलाया। कार्यक्रम में गौशालाओं में कार्यरत गौ-सेवकों व गौ-प्रेमियों का शॉल व श्रीफल भेंट कर सम्मान किया गया।
पूर्व मंत्री श्री कमल पटेल ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि सड़कों पर विचरण करने वाले निराश्रित गौ वंश के संरक्षण के लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह कार्य केवल शासकीय प्रयासों से संभव नहीं है इसके लिए सभी नागरिकों की भागीदारी जरूरी है। उन्होंने कहा कि गाय माता में 33 करोड़ देवी देवताओं का वास होता है। गाय माता हमें दूध, गोबर, गोमूत्र सहित बहुत कुछ देती है।
जिला पंचायत अध्यक्ष श्री गजेन्द्र शाह ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि गायों के संरक्षण के लिए जनजागरुकता लाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने गोवर्धन पूजा कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा की परंपरा काफी प्राचीन है। गोवर्धन एवं गाय की पूजा प्रतीक रूप में होती है। वास्तव में यह प्रकृति की पूजा का भी पर्व है। लोक जीवन में गोवर्धन पूजा की समृद्ध परंपरा है, जिससे नई पीढ़ी को अवगत करवाने की दिशा में इस वर्ष शासन द्वारा विशेष प्रयास किए गए हैं।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री दर्शन सिंह गहलोत ने इस अवसर पर अपने संबोधन में उपस्थित सभी को दीपावली पर्व और गौ-पूजन कार्यक्रम की शुभकामनाएं और बधाई दी। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा की परंपरा काफी प्राचीन है। गोवर्धन एवं गाय की पूजा प्रतीक रूप में होती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गौ संरक्षण और संवर्धन के लिए कृत संकल्पित है।

