बागेश्वर महाराज ने सत्यनारायण कथा के दौरान छठ गीत गाकर भक्तों को छठ महापर्व की शुभकामनाएं दीं
छठी माई की कृपा से हुए चमत्कार की महाराज श्री ने सुनाई वर्तमान की महिमा
पूरा देशभर छठ पूजा की धूम है और आज व्रत का तीसरा दिन है, जब डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया जाता है। व्रती महिलाएं शाम को स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करती हैं और बांस की सूप में फल, ठेकुआ, नारियल, दीपक आदि रखकर जल में खड़ी होकर ‘ॐ सूर्याय नमः’ मंत्र के साथ सूर्यदेव और छठी मैया को अर्घ्य देती हैं। इस दौरान भजन गाए जाते हैं और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की जाती है। बागेश्वर महाराज ने छठ माई की महिमा का बखान किया। महाराज जी ने वर्तमान में ही छठ माई की कृपा से बागेश्वर धाम के सोशल प्रभारी केशव मेहता जी के अस्वस्थ होने पर छठ माई का व्रत बिहार में, अपने गृह नगर मधुबनी, बिहार में जाकर मनवाने का उनकी धर्म पत्नी के द्वारा लिया गया संकल्प पूरा किया, और संकल्प के कुछ समय पूर्व ही केशव मेहता जी के स्वास्थ्य में सुधार होने लगा और आज वह पूर्ण स्वस्थ हैं और इस छठ पर्व को मनाने के लिए अपने गृह जिले, नगर मधुबनी गए हुए हैं। यह कहानी छठी माई की कृपा से ही हुई और यह कहानी पुरानी नहीं, वर्तमान की है। इस अवसर पर महाराज जी ने अपनी जन्म भूमि से ही छठी माई के भजन गाए और पूरे माहौल को भक्तिमय बनाते हुए छठ पर्व की शुभकामनाओं को और विशेष बना दिया।

