क्राइम ब्रांच इंदौर की कार्यवाही में कृषि भूमि पर कूटरचित दस्तावेजों की सहायता से अवैध लाभ अर्जित करने वाले कॉलॉनाईजर गिरफ्तार

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आदित्य शर्मा
  इंदौर पुलिस आयुक्त श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा इंदौर कमिश्नरेट में लोगो से छल कपट कर आर्थिक ठगी में त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।
  इन निर्देशों के तहत क्राइम ब्रांच इंदौर की फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन टीमों को शिकायतो पर त्वरित कार्यवाही हेतु लगाया गया है।

    इसी अनुक्रम में क्राइम ब्रांच, इंदौर की EOW टीम द्वारा ऑनलाइन ठगी एवं आर्थिक अपराधों की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत एक ऐसे शातिर आरोपीयों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होने आवेदकों से फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से कृषि भूमि अवैधानिक रूप से अन्य पक्षों से करोड़ो रुपये की ठगी की थी।

आरोपीयों के नाम –
  1. चंदन पिता स्व. प्रभुलाल, 2. मेहरबान सिंह पिता प्रभुलाल, 3. सीमाबाई पति दशरथ, 4. कृष्णाबाई पति मोहनलाल 5. प्रवीण पूनमचंद 6. प्रवीण सिसोदिया 
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घटना का विवरण:
  क्राईम ब्राँच इंदोर को आवेदक विशाल सिंह  द्वारा एक शिकायत आवेदन पत्र दिया गया जिसमें आवेदक ने आरोपियो के द्वारा फर्जी अनुबंध-फर्जी मानचित्र बनाकर करोंड़ों रुपए किमती जमीन की धोखाधड़ी कूटरचना और कब्जा करने की शिकायत की थी। जिसके बाद कार्यवाही करते जाँच में पाया कि अनावेदकगण द्वारा संगमत होकर उक्त वाद भूमि के संबंध में भूमि स्वामित्व को लेकर सिविल वाद के निराकरण के पूर्व ही समस्त तथ्य छुपाकर कुटरचित अनुबंध पत्रों एवं कुटरचित अवैध फर्जी कॉलोनी मय नक्शा तैयार किया गया एवं अंततः अन्य तीसरे पक्ष को तीसरा विक्रय कर उक्त वाद भूमि की रजिस्ट्री कर पुनः कुल राशि 3,62,00,000/- रु का सदोष लाभ प्राप्त कर अनावेदकगणों द्वारा संगमत होकर आपराधिक षडयंत्र कारित कूटरचित दस्तावेजों निर्माण कर धोखाधड़ी की गई।

 
~ क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा तकनीकी साक्ष्यों एवं साइबर टीम के माध्यम से चिन्हित आरोपी प्रवीण सिसोदिया व प्रवीण पूनमचंद को गिरफ्तार किया गया।
~ आरोपी से पूछताछ में यह तथ्य सामने आया कि वह अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर षडयंत्र पूर्वक संगमत होकर जमीन की धोखाधड़ी की गई।
~ आरोपी के पास से मोबाइल फोन, बैंक पासबुक, चेकबुक, एवं फर्जी दस्तावेज़ के संबंध में पूछताछ जारी हैं।
 
✓प्रकरण में अपराध क्रमांक 188/25 धारा 318(4),340(2),336(3),338,61(2),3(5) BNS भारतीय न्याय संहिता (BNS) के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
 
✓आरोपी से और भी ठगी की घटनाओं के खुलासे की संभावना है।


टीम की सराहनीय भूमिका:
क्राइम ब्रांच इंदौर की EOW इन्वेस्टिगेशन टीम का विशेष योगदान रहा।


अग्रिम पुलिस कार्यवाही:

अभियुक्तों की पुलिस रिमांड लेकर उसके सहयोगियों, बैंक खातों दस्तावेजों की जाँच की जा रही है।


क्राइम ब्रांच , इंदौर पुलिस कमिश्नरेट 
“आपकी सुरक्षा – हमारा संकल्प”

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