इंदौर के आसपास तेंदुओं का मूवमेंट, एक गेस्ट हाउस के पास पहुंचा, दो सड़क पर मिले
इंदौर। इंदौर के आसपास तेंदुओं का मूवमेंट तेजी से बढ़ता जा रहा है। पिछले दिनों महू, चोरल के जंगलों में तेंदुए के दिखने के बाद अब आईआईटी इंदौर परिसर में तेंदुए का मूवमेंट बढ़ गया है। पिछले दिनों यहां पर तीन तेंदुओं का मूवमेंट नजर आया है। तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग ने आईईटी परिसर में दो पिंजरे लगाए हैं लेकिन अभी तक तेंदुआ उसमें नहीं फंसा है। दावा किया जा रहा है कि दस दिन में पांच बार तेंदुए को देखा गया है।
वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर एण्ड रिसर्चर (आईआईटी, मुंबई एल्युमनस) राहुल लखमानी ने इंस्टाग्राम पर परिसर में तेंदुए के मूवमेंट का वीडियो शेयर किया है। इसमें बताया गया है कि यहां पर तीन तेंदुए हैं। तीनों को ही अलग-अलग परिस्थितियों में देखा गया है। इनमें से एक तेंदुए का मूवमेंट गेस्ट हाउस के पास था, जबकि दो तेंदुए सड़क से जाते हुए दिखाई दिए थे। इसके बाद आईआईटी ने वन विभाग को भी सूचना दी है।
इस विषय में आईआईटी ने जानकारी देने से मना कर दिया है। आईआईटी ने गोपनीयता का हवाला देते हुए वन विभाग के पिंजरों से संबंधित सीसीटीवी फुटेज नहीं दिए हैं। जिससे स्पष्ट नहीं हो सका है कि वहां कितने तेंदुओं का मूवमेंट है।
डीएफओ महेंद्रसिंह सोलंकी का कहना है कि जहां तक अनुमान है वहां एक ही तेंदुआ है। आईआईटी परिसर में जहां तेंदुए का मूवमेंट है वहां दो पिंजरे अलग-अलग स्थानों पर लगाए गए हैं। पिंजरे में बकरियां बांधी गई हैं। तेंदुआ बकरी के पास आता है और कुछ देर बाद लौट जाता है। उसका मूवमेंट पता चल रहा है। हमने आईआईटी से उक्त सीसीटीवी फुटेज मंगवाए हैं, लेकिन प्रबंधन ने गोपानीयता का हवाला देकर फुटेज नहीं दिए। हाल ही में एसडीओ ने भी इस संबंध में आईआईटी को पत्र लिखा है ताकि तेंदुए को पकड़ने की दिशा तय हो सके। विभाग का मानना है कि हो सकता है यह तेंदुआ एक ही हो, क्योंकि एक साथ तीन तेंदुए का मूवमेंट कम ही संभव है।
साभार अमर उजाला