Category : Dharm

दैवीय संपदा को प्राप्त करने का मार्ग है सहजयोग

  •  rajneeti24news.com

तेजः क्षमा धृतिः शौचमद्रोहो नातिमानिता।भवन्ति सम्पदं दैवीमभिजातस्य भारत।।                              -श्रीमद्भगवद्गीता  अर्थ - तेज (प्रभाव), क्षमा, धैर्य, शरीर की शुद्धि, वैर भाव का न रहना और मान को...

Read more

आत्मसाक्षात्कार से ही शाश्वत सत्य की वास्तविक पहचान संभव है

  •  rajneeti24news.com

सहजयोग संस्थापिका श्री माताजी निर्मला देवी जी ने आत्मिक उन्नति के माध्यम से व्यक्ति के संपूर्ण विकास व उन्नति का मार्ग प्रशस्त किया। सहजयोग ध्यान चित्त को वर्तमान में प्रतिष्ठित कर परमात्मा से एकाकारि...

Read more

Latest News

Everyday news at your fingertips Try Ranjeet Times E-Paper