राजनीति

  • अमेरिका से आकाश और समंदर का 'गार्जियन' खरीदेगा भारत

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय अमेरिका के दौरे पर हैं. उन्होंने QUAD समिट में शिरकत की. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ एक अहम द्विपक्षीय भी की. इस बैठक में दोनों नेताओं ने वैश्विक और रणनीतिक गठबंधन को और मजबूत करने पर बात की. भारत ने अमेरिका से आकाश और समुद्र की सुरक्षा के लिए एमक्यू-9बी गार्जियन ड्रोन खरीदा है, जो कि मेगा डील में शामिल है.
    खासतौर पर रक्षा सहयोग पर केंद्रित इस बैठक में दोनों नेताओं ने कई अहम समझौतों पर चर्चा की, जो भारत-अमेरिका की शांति और सुरक्षा को मजबूत करेंगे. 7 पॉइंट में जानें मीटिंग में किन मुद्दों पर हुई बातचीत?
    1. MQ-9B ड्रोन की खरीदारी: पीएम मोदी के साथ बैठक में राष्ट्रपति बाइडेन भारत द्वारा द्वारा 31 MQ-9B ड्रोन की खरीदारी के लिए सराहना की. इन एडवांस्ड ड्रोन्स से भारत की इंटेलिजेंस, सर्विलांस, और रिकोनाइसेंस (ISR) क्षमताओं में वृद्धि होगी. इनमें 16 ड्रोन्स स्काई गार्डियन (हवाई सुरक्षा के लिए) और सी गार्डियन (समुद्री सुरक्षा के लिए) हैं. इस कदम से भारत के सुरक्षा बलों को धरती, समुद्र और वायु क्षेत्र में मजबूत करने में मदद मिलेगी.
    2. सेमीकंडक्टर प्लांट: प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ने कोलकाता में एक नए सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट स्थापित करने पर चर्चा की, जिसका दोनों देशों के बीच नेशनल सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए एडवांस्ड सेंसिंग, कम्युनिकेशन और नेक्स्ट जेनरेशन के टेलीकम्युनिकेशन और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने पर फोकस है. पीएम मोदी ने कहा कि इस कदम से भारत को सेमी, थर्डटेक और यूएस स्पेस फोर्स के बीच रणनीतिक टेक साझेदारी से सक्षम किया जाएगा.
    3. एडवांस्ड मिलिट्री सिस्टम का को-प्रोडक्शन: दोनों नेताओं ने इंडिया-अमेरिका डिफेंस इंडस्ट्रियल कोऑपरेशन रोडमैप को सराहा. इस रोडमैप के तहत जेट इंजन, गोला-बारूद और ग्राउंड मोबिलिटी सिस्टम जैसे भारी एक्वीपमेंट्स और हथियारों का निर्माण किया जाता है. इस अहम सहयोग में लिक्विड रोबोटिक्स और भारत के सागर डिफेंस इंजीनियरिंग, मेरिटाइम सुरक्षा को बढ़ाने के लिए मानवरहित सतही वाहनों के प्रोडक्शन पर भी जोर दिया जाएगा.
    4. MRO इकोसिस्टम: भारत में रक्षा संबंधी उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए पीएम मोदी ने MRO सेक्टर यानी कि मेंटेंनेंस, रिपेयर और ओवरहॉलिंग क्षेत्र में जीएसटी की दरों को 5 फीसदी कर दिया है. इससे इस क्षेत्र में अमेरिकी कंपनियों के आने की उम्मीद है. अमेरिकी कंपनियों ने भारत में MRO सेक्टर में बदलाव का वादा किया है. अमेरिकी कंपनियां मानव रहित यान की मरम्मत की सुविधा भारत में विकसित करने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश करना चाहती है.
    5. C-130J सुपर हरक्यूलिस एग्रीमेंट: लॉकहीड मार्टिन और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स ने भारत में C-130J सुपर हरक्यूलिस विमान के लिए MRO सुविधा स्थापित करने के लिए एक ऐतिहासिक समझौता हुआ है. यह न सिर्फ भारतीय फ्लीट के लिए सपोर्टिव होगा, बल्कि इससे एयरक्राफ्ट के ग्लोबल ऑपरेटर्स की जरूरतों को भी पूरा करेगा. मसलन, इससे आत्मनिर्भरता आएगी.
    6. INDUS-X के इनोवेशन एंड कोलेबोरेशन: 2023 में शुरू की गई इंडिया-यूएस डिफेंस एक्सलरेशन इकोसिस्टम (INDUS-X) ने सरकारों, व्यवसायों और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग को बढ़ावा दिया है, और दोनों नेताओं ने बैठक में इसे और बढ़ाने का वादा किया है. हाल ही में सिलिकन वैली में आयोजित INDUS-X समिट से भारत के iDEX (Innovations for Defence Excellence) और यूएस डिफेंस इनोवेशन यूनिट (DIU) में सहयोग को बढ़ावा मिला है.  इस क्षेत्र में दोनों देशों के बीच पार्टनरशिप एक ट्रिलियन डॉलर का है, और भारतीय कंपनियां अंडर सी कम्युनिकेशन और मेरिटाइम आईएसआर टेक्नोलॉजी पर काम कर रही हैं.
    7. द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास और लायजन ऑफिसर्स: प्रधानमंत्री मोदी और जो बाइडेन जॉइंट मिलिट्री एक्सरसाइज की जरूरतों को समझते हैं. भारत द्वारा अब तक आयोजित किए गए सबसे बड़े द्विपक्षीय, ट्राई-सर्विस एक्सरसाइज TIGER TRIUMPH 2024 से इस दिशा में सहयोग को और गहरा करने की जरूरत महसूस हुई. इनके अलावा दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका के बीच लायजन ऑफिर्स तैनात करने के फैसले का भी स्वागत किया, जिससे रियल-टाइम कोलेबोरेशन, खासतौर से यूएस स्पेशल कोऑपरेशन कमांड (SOCOM) को बढ़ाया जाएगा.
    8. साइबर स्पेस डिफेंस कोऑपरेशन: दोनों नेताओं ने एडवांस डिफेंस क्षेत्र सहति साइबर एंड स्पेस क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की. नवंबर 2024 में आयोजित होने वाले साइबर एंगेजमेंट में थ्रेट इन्फोर्मेशन शेयरिंग, साइबर सिक्योरिटी ट्रेनिंग और क्रिकिटकल इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोटेक्शन पर फोकस रहेगा. इनके अलावा मई 2024 में आयोजित किए गए यूएस-इंडिया एडवांस्ड डोमेंस डिफेंस डील में डिफेंस क्षेत्र में कई बड़े एक्सरसाइज पर फोकस था, जिससे स्पेस सिक्योरिटी क्षेत्र को बढ़ावा मिला है. 
    साभार आज तक

  • श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनाव में लेफ्टिस्ट दिसानायके होंगे नए प्रेसिडेंट

    कोलंबो. श्रीलंका के आम चुनावों में निवर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को वामपंथी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके हाथों बड़े उलटफेर का सामना करना पड़ा है. दिसानायके ने धमाकेदार जीत दर्ज की है और वह श्रीलंका के अगले राष्ट्रपति होंगे. श्रीलंका में देश के 10वें राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए 21 सितंबर को मतदान हुआ था और वोटों की गिनती कल शाम 5 बजे के बाद शुरू हुई. 1 करोड़ 70 लाख मतदाताओं में से करीब 75 फीसदी ने राष्ट्रपति चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया. नवंबर 2019 में हुए पिछले राष्ट्रपति चुनाव में हुए 83 प्रतिशत मतदान रिकॉर्ड किया गया था.
    श्रीलंका के चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक वामपंथी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके 52% वोट के साथ राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज करने के करीब हैं. निवर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे 16 फीसदी वोटों के साथ तीसरे स्थान पर चल रहे हैं. साजिश प्रेमदासा 22 फीसदी वोट के साथ दूसरे स्थान पर हैं. प्रेमदासा एक बार फिर मुख्य विपक्षी नेता की भूमिका में दिखेंगे. बता दें कि 2022 के आर्थिक संकट के बाद श्रीलंका में यह पहला चुनाव है.
    दिसानायके ने नेशनल पीपुल्स पावर (NPP) गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, जिसमें उनकी मार्क्सवादी-झुकाव वाली जनता विमुक्ति पेरेमुना (JVP) पार्टी भी शामिल है. बता दें कि 2022 के आर्थिक संकट के बाद श्रीलंका में गोटबाया सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर जन विद्रोह हुआ था. प्रदर्शनकारी कोलंबो में राष्ट्रपति भवन में घुस गए थे, जिसके बाद गोटबाया राजपक्षे को देश छोड़कर भागना पड़ा था. इस मुश्किल घड़ी में रानिल विक्रमसिंघे ने देश की बागडोर संभाली थी.
    साभार आज तक

     

  • अमेरिका ने भारतीय संस्कृति से जुड़ी 297 नायाब चीजें लौटाई, PM मोदी ने जताया आभार

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे पर एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। अमेरिका में भारतीय संस्कृति से जुड़ी 297 ऐसी नायाब वस्तुएं लौटा दी हैं जो कि तस्करी के जरिए देश से बाहर चली गई थीं। कीमती और प्राचीन वस्तुओं की चोरी और तस्करी लंबे समय से गंभीर समस्या रही है। 2014 के बाद से भारत को विदेश से लगभग 640 धरोहर वापस मिल चुकी हैं।
    प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर राष्ट्रपति बाइडेन का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि अवैध तस्करी के खिलाफ लड़ाई और सांस्कृतिक संबंध और मजबूत हो रहे हैं। 297 नायाब कलाकृतियों को लौटाने के लिए हम राष्ट्रपति जो बाइडेन और अमेरिका सरकार के आभारी हैं।
    इससे पहले भी पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के समय कई प्रचीन वस्तुएं सौंपी गई थीं। 2021 में जब पीएम मोदी अमेरिका गए थे तो उन्हें 157 चीजें मिली थीं। इसमें 12वीं शताब्दी की नटराज की मूर्ति भी शामिल थी। 2023 में पीएम मोदी के दौरे के बाद अमेरिका ने 105 वस्तुएं भारत को लौटाई थीं। इस तरह अकेले अमेरिका से ही अब तक 578 प्राचीन और बेशकमीती वस्तुएं भारत को वापस मिल चुकी हैं।
    अमेरिका के अलावा यूके से 16 और ऑस्ट्रेलिया से 14 कलाकृतियां वापस प्राप्त की गई हैं। वहीं 2004 से 2013 तक केवल एक ही कलाकृति भारत को विदेश से मिल पाई थी। जुलाई 2024 में 46वीं वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी से इतर नई दिल्ली में अमेरिका और भारत के बीच कल्चरल प्रॉपर्टी अग्रीमेंट पर साइन किए गए थे। इस समझौते के मुताबिक सांस्कृतिक वस्तुओं की अवैध तस्करी पर विराम लगाने के प्रयास किए जाएंगे।
    पिछले 10 साल से भारत ने अपने प्राचीन 'खजाने' को वापस पाने के लिए सार्थक प्रयास किए हैं और उसका प्रभाव दिखाई भी दे रहा है। सूत्रों का कहना है कि वैश्विक नेताओं के साथ प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तिगत संबंधों की वजह से भारत की धरोहर को वापस लाने में मदद मिली है। तस्करी के जरिए विदेश पहुंच गईं कलाकृतियां और मूर्तियां भारत की पुरातन संस्कृति से जुड़ी हुई हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • धारावी में मस्जिद का अवैध हिस्सा ढहाने पहुंची बीएमसी की टीम,  भारी पुलिसबल तैनात

    मुंबई। मुंबई के सबसे बड़े स्लिम इलाके धारावी में मस्जिद के एक अवैध हिस्से कि ढहाने बीएमसी टीम पहुंची है। सुरक्षा के लिहाज से बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई है। टीम पहुंचने के बाद इस इलाके में माहौल तनावपूर्ण हो गया है। मुस्लिम समुदाय बीएमसी के ऐक्शन का विरोध कर रहे हैं और नारेबाजी कर रहे हैं। मस्जिद के अवैध हिस्से को तोड़ने का नोटिस पहले ही भेज दिया गया था। जानकारी के मुताबिक किसी संगठन या मस्जिद की तरफ से नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया गया था।
    रिपोर्ट्स के मुताबिक बीएमसी की टीम पहुंचने के बाद ही बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होने लगे। इसके बाद नारेबाजी शुरू हो गई और कुछ लोग सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद बीएमसी की टीम ने कुछ लोगों को पुलिस स्टेशन बातचीत के लिए बुलाया। कुच लोग बात करने के लिए थाने पहुंचे हैं।
    धारावी के 90 फीट रोड पर यह 25 साल पुरानी मस्जिद मौजूद है। मुस्लिम समुदाय का कहना है कि यह मस्जिद काफी पुरानी है। इसके अलावा यहां सड़कों पर नमाज पढ़ने पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद प्रार्थना स्थल की जरूरत है। इस मस्जिद से किसी का कोई निजी फायदा नहीं होता है। मस्जिद का नाम महबूब-ए-सुबानिया मस्जिद है।
    धारावी में बढ़ते बवाल को देखकर कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की। मिलिंद देवड़ा भी उनके साथ मौजूद थे। दोनों ने इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने कहा कि बीएमसी का कार्रवाई रोकने का आदेश दिया जाए।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पश्चिम बंगाल सरकार ने झारखंड सीमा सील करने का आदेश वापस लिया

    रांची। पश्चिम बंगाल सरकार ने झारखंड सीमा सील करने का आदेश शुक्रवार देर शाम करीब 24 घंटे बाद वापस ले लिया। इसके बाद मैथन समेत जमशेदपुर, दुमका, जामताड़ा, पाकुड़ और बोकारो से लगी सीमाएं खोल दी गईं और वाहनों का परिचालन शुरू हो गया है। हालांकि बहरागोड़ा और पटमदा बॉर्डर और दुमका के दुमका-सिउड़ी मुख्य पथ के महेशखला बॉर्डर और शिकारीपाड़ा-रामपुरहाट बॉर्डर से अभी वाहनों को छोड़ने की सूचना नहीं मिली है। इससे पहले सीमा सील रहने के कारण झारखंड से गुजरने वाले हजारों वाहन बॉर्डर पर फंसे रहे।
    मैथन, पंचेत और तेनुघाट डैमों से पानी छोड़ने से नाराज बंगाल ने शुक्रवार शाम से झारखंड के सभी प्रवेश द्वारों को सील कर दिया था। खबर लिखे जाने तक मैथन टोल प्लाजा से निरसा तक लंबा जाम लगा हुआ था। जाम को देख भारी वाहनों को तोपचांची और धनबाद में ही रोका जा रहा था। बहरागोड़ा में जाम से सड़क के दोनों किनारे 10 हजार से ऊपर वाहन फंसे हुए थे। यहां रात 11.45 बजे जाम खुला। पटमदा सीमा पर भी वाहनों की 16 किमी लंबी कतार लगी थी। सीमा खोलने से पहले शुक्रवार दोपहर बाद मैथन में लोगों ने बंगाल से झारखंड आने वाले वाहनों को भी रोक दिया था। इससे स्थिति और बिगड़ रही थी।
    वाहनों में लदे फल और सब्जी बेकार होने लगे थे। बिहार, यूपी , एमपी, पंजाब, गुजरात, दिल्ली, झारखंड के अलावा अन्य राज्यों का वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी। अभी जो वाहन जाम में फंसे हैं उनमें ज्यादातर में खाद्य सामग्री है। फल, सब्जियां सड़ रही हैं। कुछ वाहनों में भेड़ और बकरियां भी लदी हैं, उनकी हालत ज्यादा खराब है। कुछ ट्रकों में मैदा, आटा, चीनी, कोयला और शाल पत्ता आदि लदा है। वाहन चालकों को भोजन-पानी की परेशानी हो रही है।
    प. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है कि उनकी सरकार दामोदर वैली कॉर्पोरेशन (डीवीसी) के साथ सभी समझौतों को रद्द कर देगी, क्योंकि झारखंड के एकतरफा पानी छोड़ने के कारण दक्षिण बंगाल के जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। पत्र में तबाही से निपटने के लिए केंद्रीय निधि जारी करने का अनुरोध किया है।बहरागोड़ा के समीपबंगाल की सीमा चिचड़ा के सील होने एनएच-49 पर 20 किमी लंबा जाम 11.45 बजे रात खुला।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नौवीं बार अमेरिका दौरे पर जा रहे

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर अमेरिका दौरे के लिए रवाना होने वाले हैं. बतौर पीएम वह अब तक 8 बार अमेरिका का दौरा कर चुके हैं और अब नौवीं यात्रा करने वाले हैं. विदेश मंत्रालय (एमईए) ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 से 23 सितंबर तक अमेरिका के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी क्वाड नेताओं के चौथे शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जो 21 सितंबर को डेलावेयर के विलमिंगटन में आयोजित होगा. यह सम्मेलन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की मेजबानी में होगा.
    पीएम मोदी के इस दौरे के बीच भारतीय प्रधानमंत्रियों के इतिहास पर नजर डालते हैं तो मिलता है कि पहले पीएम रहे जवाहर लाल नेहरू अपने कार्यकाल के दौरान 4 बार अमेरिका की यात्रा पर गए थे. मोदी और उनके पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह सहित अब तक कुल 9 भारतीय प्रधानमंत्रियों ने आधिकारिक रूप से अमेरिका का दौरा किया है. पीएम रहे मनमोहन सिंह ने 8 बार अमेरिका की यात्रा की, जबकि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 4 बार अमेरिका का दौरा किया. वहीं, अटल बिहारी वाजपेयी भी 4 बार अमेरिका का दौरा कर चुके हैं. इसके अलावा पीएम रही इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने (3 बार), पी.वी. नरसिम्हा राव (2 बार), और मोरारजी देसाई व आई.के. गुजराल 1-1 बार अमेरिका के दौरे पर जा चुके हैं.
    साभार आज तक 

  • कांग्रेस में फिर खटपट की अटकलें, कुमारी शैलजा ने प्रचार अभियान से बनाई दूरी

    हरियाणा विधानसभा के चुनावी मैदान से बाहर कांग्रेस दिग्गज कुमारी शैलजा प्रचार अभियान से भी गायब चल रही हैं। खबरें हैं कि हरियाणा कांग्रेस के नेता सिरसा सांसद की लंबे वक्त से गैरमौजूदगी पर चिंता जाहिर कर रहे हैं। हालांकि, पार्टी ने इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। साथ ही शैलजा का भी इसे लेकर बयान सामने नहीं आया है। राज्य में 5 अक्टूबर को मतदान होना है।
    ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस नेता प्रचार अभियान से शैलजा की दूरी पर चिंता जाहिर कर रहे हैं। हालांकि, अब तक इसकी वजह साफ नहीं है। एक ओर जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और रोहतक सांसद दीपेंद्र हुड्डा प्रचार में जुटे हुए हैं। वहीं, शैलजा जमीन से गायब हैं। कहा जा रहा है कि इसके चलते उन उम्मीदवारों के प्रचार पर भी असर पड़ रहा है, जिन्हें वह टिकट दिलाने में सफल हुई हैं। साथ ही माना जा रहा है कि इससे राज्यभर में पार्टी के प्रचार पर असर पड़ सकता है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पाकिस्तानी रक्षा मंत्री बोले- 370 की बहाली पर पाकिस्तान कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ

    नई दिल्ली. कश्मीर में चुनाव के बीच पाकिस्तान द्वारा कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस का समर्थन करने से सियासत गरमा गई है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि 370 की बहाली पर पाकिस्तान कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ है. जियो टीवी को दिए एक इंटरव्यू में ख्वाजा आसिफ ने कहा कि हम अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस गठबंधन के रुख से सहमत हैं.
    पाकिस्तानी के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर ने अपने कार्यक्रम 'कैपिटल टॉक' में ख्वाजा आसिफ से सवाल पूछा कि शेख अब्दुल्ला और नेहरू ने 370 और 35A तय किया था. अब ये दोनों पार्टियां नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस इलेक्शन में कह रही हैं कि अगर हम जीत गए तो 35 ए और 370 की सस्पेंशन को खत्म कर देंगे. आपको लगता है ये संभव है?
    इस पर पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा, 'मेरा खयाल है कि ये संभव है. कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस दोनों की ही महत्वपूर्ण मौजूदगी है. इस इश्यू पर मुझे लगता है कि वादी यानि कश्मीर घाटी की जनता बहुत मोटिवेट हुई है, वादी के बाहर भी. बहुत चांस है कि वह सत्ता में आएं. उन्होंने  स्टेटस रिस्टोर होना चाहिए, इसे इलेक्शन का मुद्दा बनाया हुआ है. अगर  स्टेटस रिस्टोर हुआ तो, मैं समझता हूं कि कश्मीरी लोगों को जो जख्म मिला है उसमें कुछ मरहम लगेगा.'
    साभार आज तक

  • यूक्रेन ने इतना भयावह हमला किया कि रूस में आ गया भूकंप, 6 किमी तक फैल गई आग

    यूक्रेन ने रूस के अंदर इतना भयावह हमला किया है कि भूकंप आ गया। करीब 6 किलोमीटर तक आग फैल गई। आस-पास के लोगों को इलाके से भागना पड़ा। यूक्रेन ने ड्रोन अटैक में रूस के बड़े हथियार डिपो को नष्ट कर दिया है। डिपो में आग से इतनी तबाही मच गई, कई बैलिस्टिक मिसाइलें, हथियार और गोला-बारूद नष्ट हो गए। धमाके इतने जोरदार थे कि नासा के उपग्रहों ने रूस के उस एरिया में भूकंप की सूचना दे दी। इलाके में रूसी लोगों को भूकंप के झटके महसूस हुए।
    यूक्रेन ने एक बार फिर रूस को निशाना बनाया है। यूक्रेनी हमलों के वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आए हैं। यूक्रेन ने बुधवार को पश्चिमी रूस में टोरोपेट्स शहर में रूस के हथियार डिपो पर ड्रोन से हमला किया। हमला इतना भयावह था कि आग की लपटें 6 किलोमीटर तक फैल गई। यूक्रेन ने इस हमले से एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह रूस में घुसकर उसकी धरती को भी दहला सकता है। कुछ महीने पहले यूक्रेन ने रूस के कुर्स्क शहर में कई किलोमीटर तक कब्जा कर लिया था। कुर्स्क शहर में भी यूक्रेनी लड़ाकों के आगे रूसी सेना संघर्ष करती नजर आई।
    शस्त्रागार को निशाना बनाकर किए गए यूक्रेनी ड्रोन हमले के कारण इलाके में 6 किलोमीटर तक आग फैल गई। जिसके कारण पश्चिमी रूस में आंशिक रूप से लोगों को खाली कराना पड़ा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के उपग्रहों ने भी यूक्रेनी हमलों के बाद रूस के उस इलाके में भूकंप की रिपोर्ट दी। शुरुआती घंटों में एरिया पर लगभग 14 वर्ग किलोमीटर (5 वर्ग मील) के क्षेत्र में भूकंप महसूस हुआ। भूकंप निगरानी स्टेशनों ने भी रिपोर्ट किया कि क्षेत्र में एक छोटा भूकंप महसूस किया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • राज ठाकरे ने सरकार पर कसा तंज, कहा-  पहले निकाय के ही चुनाव करा लें

    मुंबई। एक देश एक चुनाव वाली रामनाथ कोविंद समिति की रिपोर्ट को मोदी सरकार की कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट ने समिति की सिफारिशों पर मुहर लगाई। अब इसे विधेयक के तौर पर शीत सत्र में लोकसभा और राज्यसभा में पेश करने की तैयारी है। इसके अलावा समाज के अलग-अलग वर्गों से भी इस मसले पर राय ली जाएगी। इस बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता राज ठाकरे ने सरकार पर तंज कसा है। राज ठाकरे ने कहा है कि यदि केंद्र सरकार 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' कराने को लेकर इतनी चिंतित है तो उसे पहले महाराष्ट्र में नगर निकायों के चुनाव कराने चाहिए।
    महाराष्ट्र में बीएमसी सहित कई नगर निकायों के चुनाव लंबित पड़े हैं। राज ठाकरे ने बुधवार को सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'अगर चुनावों को इतना महत्व दिया ही जा रहा है तो पहले नगर निकाय के चुनाव कराएं।' उन्होंने कहा कि कई नगर निकाय ऐसे हैं जो लगभग चार साल से प्रशासकों के अधीन संचालित हो रहे हैं। मनसे प्रमुख ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एक उच्च स्तरीय समिति द्वारा एक साथ चुनाव कराने की सिफारिश को मंजूरी तो दे दी है, लेकिन उसे राज्यों के विचारों पर भी गौर करना चाहिए।
    उन्होंने यह भी सवाल किया कि यदि कोई राज्य सरकार गिर जाए या विधानसभा भंग हो जाए या देश में मध्यावधि लोकसभा चुनाव हो जाएं तो इस स्थिति में क्या किया जाएगा। बता दें कि एक देश एक चुनाव के लिए संविधान में 18 संशोधनों की बात की जा रही है। खासतौर पर निकाय चुनाव भी साथ में कराने के लिए देश के आधे राज्यों की विधानसभाओं से मंजूरी लेनी होगी। वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने कैबिनेट के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यह देश में ऐतिहासिक चुनाव सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आतिशी 21 सितंबर को दिल्ली की मुख्यमंत्री पद की लेंगी शपथ

    नई दिल्ली। आतिशी 21 सितंबर को दिल्ली की मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। उनके साथ अन्य मंत्री भी शपथ लेंगे। अरविंद केजरीवाल ने बीते मंगलवार की शाम को एलजी को अपना इस्तीफा सौंपा था और आतिशी ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था। 
    आम आदमी पार्टी ने एक बयान में कहा कि आतिशी 21 सितंबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी, उनके साथ अन्य मंत्री भी शपथ लेंगे। बता दें कि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सरकार के गठन के प्रस्ताव के साथ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजा था।
    इससे पहले मंगलवार अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने से पहले अपने उत्तराधिकारी के तौर पर आतिशी को चुना। मंगलवार शाम राजनिवास पहुंचे केजरीवाल ने केजरीवाल ने एलजी का सौंपा। साथ में आतिशी ने नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। उपराज्यपाल ने दोनों प्रस्तावों को बुधवार मंजूरी के लिए राष्ट्रपति को भेज दिया। इसमें 21 सितंबर को आतिशी को शपथ दिलाने का प्रस्ताव भी एलजी ने राष्ट्रपति को दी। यह फाइल केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी भेजी गई।
    राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने के बाद आतिशी शनिवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगी। राज निवास सूत्रों के अनुसार, एलजी ने स्वेच्छा से शपथ दिलाने की तारीख तय की है। इसके लिए अरविंद केजरीवाल व आतिशी ने उनको कोई सुझाव नहीं दिया था।
    तकनीकी रूप से मुख्यमंत्री के इस्तीफा देने पर पूरा मंत्रिमंडल भंग माना जाता है। इस वजह से आतिशी के साथ ही उनका पूरा मंत्रिमंडल शपथ लेगा। इस मंत्रिमंडल में कुछ नये विधायक जुड़ेंगे तो कुछ पुरानी मंत्रियों को शामिल किया जाएगा। मंत्रियों के नाम और उनके विभाग तय करने का अधिकार मुख्यमंत्री का ही होगा। सूत्र बताते हैं कि केजरीवाल कैबिनेट के मंत्री आतिशी की कैबिनेट में शामिल होंगे। वहीं, न्यूनतम दो नए चेहरे भी कैबिनेट में दिखेंगे। आतिशी के साथ उनके कैबिनेट सहयोगी भी शपथ ले सकते हैं। इसके बाद 26 और 27 सितंबर को दिल्ली विधानसभा का सत्र बुलाया जा सकता है। जहां विश्वास मत भी पेश किया जा सकता है। साथ ही विधायी प्रक्रिया पूरी की जाएगी और दिल्ली से जुड़े मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।
    साभार अमर उजाला

  • नितिन गडकरी ने ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के रखरखाव पर जताई नाराजगी, बोले- रोड बहुत बना लिए, अब खराब काम करने वालों को हटाना है

    नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के रखरखाव पर नाराजगी जाहिर करते हुए मंच से अफसरों को फटकार लगाई है। उन्होंने कहा कि उन्होंने रोड बहुत बना लिए हैं अब खराब काम करने वाले लोगों को सिस्टम से बाहर करना है। नितिन गडकरी ने मंगलवार को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के दुहाई इंटरचेंज पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि अच्छा काम करने वालों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
    पेरिफेरल रोड पर मैं बहुत दिनों के बाद आया हूं। हमारे रोड का काम बहुत हुआ है, अब मेरी इच्छा है कि मेरे हाथ से बहुत लोग रिटायर हों, काम ना कर पाएं। कुछ कॉन्ट्रैक्टर ब्लैकलिस्टेड हों, कुछ की बैंक गारंटी जब्त हो। आज देखा मैंने रोड, बहुत गंदा मैंटेनेंस था। हम आपको छोड़ेंगे नहीं। जो गंदा काम करेंगे उनकी बैंक गारंटी जब्त करने के बाद हम उनको ब्लैक लिस्ट कर देंगे। उनको टेंडर भरने नहीं देंगे।'
    गडकरी ने कहा कि हम कुछ अवॉर्ड शुरू करेंगे, जिन्होंने प्लांटेशन अच्छा किया है, उस एजेंसी को हर साल पुरस्कार देंगे। जो अच्छा काम करेगा उसको पुरस्कार मिलेगा और जो गंदा काम करेगा उसे सिस्टम से बाहर करेंगे। उसे टिकने नहीं देंगे। हमने अभी सभी टॉयलेट की भी जांच करने को भी कहा है। जो अच्छा काम नहीं करेगा, भले ही विदेशी कंपनी हो उसे ब्लैकलिस्ट करेंगे। जो अच्छा काम करेंगे उन्हें पुरस्कार देंगे, माला पहनाएंगे और सर्टिफिकेट देंगे।
    केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह और उनके राज्यमंत्री अब सड़कों की जांच के लिए निकलेंगे और खराब काम करने वालों को बाहर किया जाएगा। मंत्री ने कहा,'रोड का रिकॉर्ड बहुत हो गया। अब हम विश्व का सबसे बड़ा रोड नेटवर्क बन गए। अब हमें लोगों को रिटायर करना, सस्पेंड करना, ब्लैकलिस्ट करना, टर्मिनेट करने का रिकॉर्ड बनाना है। मेरी बात को गंभीरता से लो। मैंने अपने राज्यमंत्री को कहा है कि हर रोड पर घूमो, मैं भी घूमूंगा। जो अच्छा काम करेगा उसे सम्मान मिलेगा और जो बुरा काम करेगा उसे सिस्टम से बाहर निकाला जाएगा।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पहली बार तेज प्रताप भी तलब, कोर्ट ने कहा- उनकी संलिप्तता से इनकार नहीं कर सकते

    नई दिल्ली। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके दोनों बेटों तेज प्रताप और तेजस्वी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। तीनों को कोर्ट ने नौकरी के बदले जमीन से जुड़े घोटाले मामले में तलब किया है। घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अन्य आरोपियों को भी तलब किया गया है। कोर्ट ने सभी को सात अक्तूबर को पेश होने के लिए कहा है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छह अगस्त को 11 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था, जिनमें से चार की पहले ही मौत हो चुकी है। 
    दरअसल, दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने लालू, तेजस्वी और अन्य आरोपियों को समन जारी किया है। कोर्ट ने अखिलेश्वर सिंह और उनकी पत्नी किरण देवी को भी समन भेजा है। कोर्ट ने कहा कि तेज प्रताप यादव की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है। वह एके इंफोसिस लिमिटेड के निदेशक भी थे। उन्हें भी जमन जारी किया गया है।
    आरोप है कि रेलवे मंत्री रहते हुए लालू यादव इस घोटाले में शामिल थे। यह घोटाला 2004 से 2009 के बीच किया गया था, जहां कई लोगों को रेलवे के विभिन्न जोनों में ग्रुप-डी के पदों पर नौकरियां दी गई थीं। बदले में इन लोगों ने अपनी जमीन तत्कालीन रेलवे मंत्री लालू यादव के परिवार के सदस्यों और एक संबंधित कंपनी एके इंफोसिस्टम के नाम कर दी थी। घोटाले का आरोप यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहे पवन बंसल के भांजे विजय सिंगला पर भी लगा है। मामले में भी सीबीआई ने विजय सिंगला समेत 10 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इस मामले में विजय सिंगला पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप है।
    साभार अमर उजाला

  • पेजर अटैक में ईरान के राजदूत की गई एक आंख, लेबनानी सांसद के बेटे की मौत

    नई दिल्ली. लेबनान और सीरिया में पेजर एक बड़ी तबाही लेकर आया. बीप, बीप और बीप की आवाज और फिर जोरदार आवाज के साथ विस्फोट में किसी को हाथ गंवाने पड़े तो किसी को पैर. इस पेजर ब्लास्ट में लेबनान में ईरान के राजदूत को अपनी एक आंख गंवानी पड़ी जबकि लेबनान के एक सांसद के बेटे की मौत हो गई.
    न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पेजर धमाके में लेबनान में ईरान के राजदूत मोजतबा अमानी की एक आंख नष्ट हो गई जबकि दूसरी आंख बुरी तरह से जख्मी है. 
    ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के सदस्यों ने बताया कि इस धमाके में अमानी की आंखों को नुकसान पहुंचा है. उन्हें इलाज के लिए तेहरान के अस्पताल ले जाया गया है. 
    इस घटना के वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि अमानी लेबनान की सड़कों पर हैं. उनकी शर्ट पूरी तरह से खून में सनी हुई है और उनकी आंखें क्षतिग्रस्त नजर आ रही हैं. 
    वहीं, पेजर अटैक में लेबनान के एक सांसद के बेटे की भी मौत हो गई है. हिजबुल्लाह के एक अधिकारी ने रॉयटर्स से बताया कि हिजबुल्लाह के दो वरिष्ठ अधिकारियों के बेटे भी इस हमले में घायल हुए हैं. लेकिन वे खतरे से बाहर हैं.
    साभार आज तक

  • AAP सांसद संजय सिंह बोले- "अरविंद केजरीवाल एक हफ्ते में घर खाली कर देंगे"

    नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह ने अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने कहा, "अरविंद केजरीवाल एक हफ्ते में घर खाली कर देंगे. मुख्यमंत्री के तौर पर बहुत सारी सुविधाएं मिलती हैं, इस्तीफे के बाद अरविंद केजरीवाल ने सुविधाएं छोड़ने की बात कही है." उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे से दिल्ली की जनता गुस्से में है, लोग सवाल कर रहे हैं कि उन्हें इस्तीफा देने की क्या जरूरत थी.
    संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी 2 साल से अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने की कोशिश कर रही है. बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल को भ्रष्टाचारी कहा और उनकी ईमानदारी पर सवाल उठाए. कोई मोटी चमड़ी वाला नेता होता, तो कुर्सी से चिपका होता. उन्होंने आगे कहा कि जिस मामले में जमानत मिलना नामुमकिन होता है, उसमें अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी है.
    संजय सिंह ने कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे, तो भारतीय जनता पार्टी फ्री बिजली-पानी की सुविधा बंद कर देगी.
    साभार आज तक

  • कल उज्जैन पहुंचेगी राष्ट्रपति मुर्मू, महाकाल के दर्शन करेंगी

    उज्जैन। आखिर वह क्षण आने ही वाला है जिसके लिए प्रशासनिक अमला पिछले एक सप्ताह से तैयारी में जुटा हुआ है। इस कार्यक्रम के तहत रंगाई-पुताई और अन्य व्यवस्थाएं नगर में की जा रही हैं, ताकि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के उज्जैन आगमन के दौरान कोई कमी न रहे। प्रशासनिक कार्यक्रम के अनुसार, राष्ट्रपति पहले सफाई मित्र सम्मेलन में शामिल होंगी, फिर सिक्स लेन का भूमि पूजन करेंगी और उसके बाद बाबा महाकाल के दर्शन के लिए मंदिर रवाना होंगी।
    राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू कल गुरुवार (19 सितंबर) को इंदौर देवी अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट से प्रात: 9:50 बजे डीआरपी लाइन हेलीपेड उज्जैन पहुंचेंगी। इसके बाद राष्ट्रपति प्रात: 10:10 बजे ग्राम डेंडिया के होटल रूद्राक्ष परिसर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगी। यहां वे सफाई मित्र सम्मेलन और उज्जैन-इंदौर सिक्सलेन रोड के भूमिपूजन कार्यक्रम में भाग लेंगी। कार्यक्रम में स्वागत भाषण मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव देंगे। राष्ट्रपति इस अवसर पर स्वच्छता मित्रों को प्रमाण-पत्र वितरित करेंगी। इसके बाद राष्ट्रपति उज्जैन-इंदौर सिक्सलेन रोड का भूमिपूजन करेंगी। प्रात: 10:55 बजे मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल का उद्बोधन होगा। 
    राष्ट्रपति पूर्वाह्न 11:30 बजे ग्राम डेंडिया रूद्राक्ष होटल परिसर से श्री महाकालेश्वर मंदिर जाएंगी। वहां वे दर्शन और पूजा-अर्चना करेंगी। श्री महाकालेश्वर मंदिर के नंदी हॉल में उन्हें मंदिर प्रबंध समिति की ओर से स्मृति चिन्ह एवं प्रसाद भेंट कर सम्मानित किया जाएगा। इसके बाद महाकालेश्वर मंदिर परिसर में शिखर दर्शन और ओंकारेश्वर मंदिर में फोटो सेशन होगा। राष्ट्रपति दोपहर 12:10 से 12:20 बजे तक महाकाल लोक के मूर्तिकारों से संवाद करेंगी और दोपहर 12:20 से 12:30 बजे तक स्वच्छता ही सेवा के तहत श्री महाकालेश्वर मंदिर में स्वच्छता अभियान कार्यक्रम में शामिल होंगी। इस दौरान वे महाकाल महालोक का भ्रमण भी करेंगी। राष्ट्रपति दोपहर 12:30 बजे श्री महाकालेश्वर मंदिर से डीआरपी लाइन हेलीपेड पर दोपहर 12:40 बजे पहुंचेंगी और फिर 12:50 बजे उज्जैन से इंदौर देवी अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान करेंगी।
    साभार अमर उजाला

     

  • आतिशी बनेंगी दिल्ली की नई सीएम,  विधायकों ने प्रस्ताव पर खड़े होकर लगा दी अपनी मुहर

    नई दिल्ली। आतिशी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। अरविंद केजरीवाल के आवास पर विधायक दल की बैठक में खुद आम आदमी पार्टी के प्रमुख ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा जिस पर विधायकों ने खड़े होकर अपनी मुहर लगा दी। केजरीवाल के जेल जान के बाद सरकार की सबसे ताकतवर मंत्री के रूप में उभरीं आतिशी कालकाजी से पहली बार की विधायक हैं।
    दिल्ली की शिक्षा नीति बनाने में भी उनकी अहम भूमिका रही है। आतिशी को केजरीवाल और सिसोदिया दोनों का विश्वासपात्र माना जाता है। करीब 18 विभागों को संभाल रहीं आतिशी के पास अब प्रशासन का अच्छा अनुभव है। वह पार्टी के पक्ष को मजबूती से मीडिया के सामने रखती रही हैं। आतिशी को सीएम बनाकर केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव से पहले आधी आबादी को भी साधने की कोशिश की है। 
    कथित शराब घोटाले में कई महीनों तक जेल में रहने के बाद बाहर निकले केजरीवाल ने रविवार को इस्तीफे की घोषणा की थी। वह मंगलवार शाम एलजी वीके सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप देंगे। केजरीवाल ने कहा है कि वह तब तक दोबारा सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे जब तक चुनाव जीतकर जनता से ईमानदारी का सर्टिफिकेट हासिल नहीं कर लेते हैं।
    2020 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में 62 सीटें जीतकर लगातार तीसरी बार सरकार बनाई थी। केजरीवाल ने लगातार तीसरी बार राजधानी में मुख्यमंत्री का पद संभाला था। लेकिन 2021-22 में बनी शराब नीति को लेकर पार्टी मुश्किलों में घिर गई। पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, राज्यसभा सांसद संजय सिंह और खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल जाना पड़ा।
    केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी उनके खिलाफ आक्रामक थी और इस्तीफे का दबाव बनाती रही। केजरीवाल इस बात पर अड़े रहे कि वह जेल से ही सरकार चलाएंगे। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उन्होंने अचानक पद छोड़ने का ऐलान करके सबको चौंका दिया। 
    नए मुख्यमंत्री के ऐलान से पहले आम आदमी पार्टी ने साफ कर दिया है कि यह पद विधानसभा चुनाव तक के लिए दिया जा रहा है। अगले लोकसभा चुनाव में जीत मिली तो दोबारा केजरीवाल ही मुख्यमंत्री बनेंगे।  
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अमित शाह बोले- जल्द होगी जनगणना

    भारत में जल्द ही जनगणना होने जा रही है। मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी इसके संकेत दे दिए हैं। हालांकि, उन्होंने इस संबंध में तारीख को लेकर स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा है। साथ ही उन्होंने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर भी चर्चा की। हाल ही में खबरें आई थीं कि देश में सेंसस की तैयारियां चल रही हैं। साल 2011 के बाद से देश में जनगणना नहीं हुई है।
    जातिगत जनगणना को लेकर पूछे गए सवाल पर शाह ने कहा कि जब भी हम जनगणना का ऐलान करेंगे, तब सभी जानकारियां सार्वजनिक कर दी जाएंगी। दरअसल, इससे पहले साल 2021 में जनगणना होना था, लेकिन कोरोनावायरस महामारी के चलते प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी थी। जनगणना का पहला चरण 1 अप्रैल 2020 को शुरू किया जना था, लेकिन इसे टालना पड़ा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • खालिस्तानियों ने किया न्यूयॉर्क के स्वामी नारायण हिंदू मंदिर पर हमला!

    नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी इसी सप्ताह अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले हैं। इससे पहले न्यूयॉर्क के स्वामी नारायण मंदिर में तोड़फोड़ हुई है और वहां दीवारों पर भारत विरोधी नारे तक लिखे गए। पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे से ठीक पहले इस तरह की हरकत करने को एक संदेश के तौर पर देखा जा रहा है। ऐसे में एजेंसियों को संदेह है कि मंदिर में तोड़फोड़ के पीछे खालिस्तानी तत्वों का हाथ हो सकता है। न्यूयॉर्क स्थित भारतीय कौंसुलेट ने इस हमले पर चिंता जताई है। यह हमला भी उस न्यूयॉर्क शहर में ही हुआ है, जहां पीएम नरेंद्र मोदी का एक कार्यक्रम होने वाला है। यह इवेंट लॉन्ग आइलैंड में होना है।
    खासतौर पर मंदिर में हमला और भारत विरोधी नारे लिखना खालिस्तानी तत्वों की एक आदत रही है। सूत्रों का कहना है कि कई जगहों पर लॉन्ग आइलैंड इलाके में भी भारत विरोधी पोस्टर लगे देखे गए हैं। वहां रह रहे भारतीय मूल के लोगों ने भी इसकी पुष्टि की है। यह हमला 15 सितंबर की रात को न्यूयॉर्क के मेलविले स्थित स्वामी नारायण मंदिर में हुआ है। यह स्थान पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम वाली जगह से 26 किलोमीटर की दूरी पर है। प्रधानमंत्री 22 सितंबर को यहां भारतीय समुदाय को संबोधित करने वाले हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • जाति जनगणना कराएगी मोदी सरकार! आरएसएस की सहमति


    नई दिल्ली. बिहार देश का ऐसा पहला राज्य था, जहां जातिगत जनगणना कराई गई और फिर उसके आधार पर ही आरक्षण की सीमा को भी बढ़ा दिया गया। यह काम नीतीश कुमार की सरकार ने कराया था और अब वह भाजपा के साथ गठबंधन में हैं। केंद्र सरकार भी उनके सहयोग से चल रही है और राज्य में भी भाजपा और जेडीयू साथ हैं। कई बार जेडीयू की ओर से जातिगत जनगणना की मांग की जाती रही है। इसके अलावा चिराग पासवान ने भी पिछले दिनों ही डिमांड की थी। कांग्रेस, सपा, आरजेडी समेत देश के तमाम बड़े राजनीतिक दल यह मांग लगातार उठा रहे हैं।
    अब खबर है कि मोदी सरकार भी इस विकल्प पर विचार कर रही है। सरकारी सूत्रों का कहना है कि जनगणना के लिए काम शुरू हो चुका है और जल्दी ही इसकी प्रक्रिया का आधिकारिक ऐलान होगा। अभी सरकार इस बात को लेकर भी मानसिक रूप से तैयार है कि यदि जरूरी होगा तो जाति का कॉलम भी जनगणना के फॉर्म में दर्ज किया जाएगा। इस संबंध में भी जल्दी ही फैसला भी हो सकता है। कहा जा रहा है कि भाजपा नेतृत्व और मोदी सरकार का बदला हुआ रुख आरएसएस के स्टैंड के चलते भी है।
    हाल ही में आरएसएस की केरल में हुई बैठक के बाद संगठन ने जाति जनगणना के सवाल पर सकारात्मक जवाब दिया था। आरएसएस का कहना था कि हम जाति जनगणना के खिलाफ नहीं है। यदि सामाजिक योजनाएं बनाने में इससे कुछ फायदा मिलता हो तो यह होना चाहिए। लेकिन इसके जरिए सामाजिक विद्वेष पैदा करने या अपने राजनीतिक हितों को साधने की कोशिश नहीं होनी चाहिए।
    माना जा रहा है कि इस तरह संघ के रवैये को देखने के बाद अब सरकार भी जाति जनगणना के पक्ष में जा सकती है। बता दें कि जनगणना 2021 में ही शुरू हो जानी चाहिए थी, लेकिन कोरोना के चलते इसे टालना पड़ा था। अब संसद में महिलाओं को मिले 33 फीसदी आरक्षण को लागू करने के लिए भी जनगणना के आंकड़े जरूरी हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • केजरीवाल-सिसोदिया की मुलाकात में तय होगा दिल्ली का अगला CM चेहरा

    नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया सोमवार को अरविंद केजरीवाल के साथ मुलाकात करने जा रहे हैं। केजरीवाल की ओर से सीएम पद छोड़ने की घोषणा के एक दिन बाद यह मुलाकात होने जा रही है। केजरीवाल ने कहा है कि वह तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे जब तक जनता 'ईमानदारी का सर्टिफिकेट' नहीं देती।
    आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संजोयक ने यह भी साफ कर दिया कि उनकी तरह अगली चुनावी जीत तक मनीष सिसोदिया भी पद ग्रहण नहीं करेंगे। एक पार्टी पदाधिकारी ने सोमवार को कहा, 'सिसोदिया और केजरीवाल की आज मुलाकात होगी। केजरीवाल के फैसले के बाद दोनों नेताओं की पहली मुलाकात है। बैठक में अगले मुख्यमंत्री को लेकर चर्चा हो सकती है।' दोनों नेताओं की मुलाकात सिविल लाइंस एरिया में सीएम के आधिकारिक आवास में होगी।
    कथित शराब घोटाले में गिरफ्तारी के बाद महीनों तक जेल में रहकर जमानत पर निकले केजरीवाल ने कहा कि वह विधायकों के साथ बैठक करेंगे। उन्होंने कहा कि 2-3 दिन में विधायक दल की बैठक होगी और आम आदमी पार्टी से नए सीएम का चुनाव किया जाएगा। केजरीवाल की घोषणा के बाद इस बात की चर्चा छिड़ गई है कि दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन होगा। केजरीवाल सरकार की मंत्री आतिशी और गोपाल राय का नाम रेस में सबसे आगे बताया जा रहा है। चर्चा इस बात की भी है कि केजरीवाल की पत्नी सुनीता को भी यह जिम्मेदारी दी जा सकती है। मंत्री कैलाश गहलोत के नाम पर भी विचार किया जा सकता है, जो अभी तक विवादों से दूर रहे हैं। जाट नेता के सिर ताज सजाकर पार्टी हरियाणा में फायदे की कोशिश भी कर सकती है।
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  • चौथै वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में चौथे वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन और एक्सपो (री-इनवेस्ट) का उद्घाटन किया। इस दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी भी मौजूद रहे।
    चौथै वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन में शामिल होने के लिए कई अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी गुजरात के गांधीनगर पहुंचे हैं। कार्यक्रम में शामिल होने गुजरात पहुंचे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने भी मुलाकात की।
    गांधीनगर में मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने कहा, "पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही है। पीएम मोदी के गुजरात मॉडल ने विभिन्न क्षेत्रों, खासकर ऊर्जा क्षेत्र में विकास सुनिश्चित किया है... इसके तहत गुजरात में कार्बन उत्सर्जन को कम करने के प्रयास में सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जल विद्युत ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है..." 
    दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के 'मैं 2 दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं' वाले बयान पर उन्होंने कहा, "यह एक ड्रामा है और अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट की ओर से उन पर लगाए गए प्रतिबंधों से अवगत हैं। वह जनता के बीच जाना चाहते हैं लेकिन वह एक हारी हुई लड़ाई की ओर बढ़ रहे हैं। जनता सब जानती है।"
    साभार अमर उजाला

  • चुनाव आयोग से हुई धांधली, पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान के हक में सुनाया फैसला

     इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने शहबाज शरीफ सरकार और चुनाव आयोग की 'धांधली' के खिलाफ बड़ा फैसला सुनाया। उच्चतम न्यायालय ने 8 फरवरी को हुए चुनाव के बाद आयोग के कार्यों पर अंसतोष जताया और सुरक्षित सीट के संबंध में इमरान खान की पार्टी के हक में फैसले को लागू करने का आदेश दिया। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग के प्रति नाराजगी जताई और कहा कि आयोग के इस कदम की कड़ी से कड़ी निंदा की जानी चाहिए। अगर पाकिस्तान सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का अक्षरश: पालन किया जाता है तो इमरान की पार्टी पीटीआई पाकिस्तान नेशनल असेंबली में सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है। सुरक्षित सीटों के जुड़ने से पीटीआई की ताकत और बढ़ जाएगी।
    शनिवार को पाकिस्तान की शीर्ष अदालत का यह आदेश प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए करारा झटका साबित हुआ। इससे तहरीक-ए-इंसाफ(पीटीआई) संसद के दोनों सदनों में सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी। सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने 15 जुलाई को पीटीआई को सुरक्षित सीट आवंटित करने के फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में समीक्षा याचिका दायर की थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • वंदे भारत ट्रेन पर पथराव, तोड़ डाले तीन कोच के शीशे, 5 गिरफ्तार

    महासमुंद. छत्तीसगढ़ के महासमुंद में वंदे भारत ट्रेन पर पथराव की खबर सामने आई है. यहां बागबाहरा रेलवे स्टेशन पर वंदेभारत ट्रेन पर पथराव किया गया जिसमें ट्रेन के तीन कोच C2-10 , C4-1,C9-78 के शीशे तोड़ डाले. सूचना मिलने पर रेलवे पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.  
    पांचों आरोपी बागबाहरा के रहने वाले है. आर पी एफ पुलिस रेलवे एक्ट 1989 के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को आज ही रेलवे कोर्ट में पेश करेगी.
    PF के अधिकारी परवीन सिंह ने बताया, 'कल वंदे भारत ट्रेन जो 16 तारीख से चलने वाली है, उसका ट्रायल रन था. वह महासमुंद से सुबह 7.10 पर निकली. 9 बजे के करीब बागबाहरा के पास में कुछ असमाजिक तत्वों ने चलती गाड़ी पर पथराव कर दिया. ट्रेन में हमारी सपोर्टिंग पार्टी हथियार के साथ थी. उन्होंने सूचना दी. सूचना के बाद तुरंत एक टीम गई और उसने जांच की और पांच आरोपी पकड़े गए. पांच आरोपियों के नाम शिव कुमार बघेल, देवेंद्र कुमार, जीतू पांडे, सोनवानी और अर्जुन यादव. ये पांचों बागबाहरा के हैं. ये असमाजिक तत्व हैं.' 
    साभार आज तक

  • बांग्लादेशी आतंकी ने वीडियो जारी कर ममता बनर्जी से की अपील, बंगाल को मोदी से आजाद करवाइए

    बांग्लादेश में शेख हसीना के हटने और अंतरिम सरकार बनने के बाद कट्टरपंथियों को छूट मिल गई है। ऐसे में आतंकी भारत के खिलाफ जहर उगलने लगे हैं। अल कायदा से जुड़े अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (ABT) चीफ ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें वह भारत को धमकी देते हुआ नजर आता है। आतंकी जशीमुद्दीन रहमानी को अंतरिम सरकार बनने के बाद जेल से रिहा किया गया है। अबद वह कश्मीर को 'आजाद' करवाने के लिए पाकिस्तान और अफगानिस्तान से मदद मांगता नजर आ रहा है। यहां तक कि उसने ममता बनर्जी का नाम लेकर बंगाल को भी आजाद करवाने का शिगूफा छोड़ा है।
    रहमानी का यह वीडियो अस्पताल के किसी वॉर्ड में शूट किया गया है। न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक उसने शेख हसीना की मदद करने के लिए भारत को धमकी दी है। वहीं रहमानी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कहा है, 'मोदी के शासन से बंगाल को मुक्त करवाइए और आजाद घोषित कर दीजिए।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • शराब घोटाले में शर्तों पर मिली केजरीवाल को जमानत

    नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. कथित शराब घोटाले में केजरीवाल को सीबीआई के केस में भी सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है. उन्हें ईडी के मामले में पहले ही जमानत मिल गई थी. अब सुप्रीम कोर्ट से उन्हें सीबीआई के मामले में भी जमानत मिल गई है. इससे अब उनके जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है.
    हालांकि, जमानत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कुछ शर्तें भी लगाई हैं. जमानत के लिए उनपर वहीं शर्तें लागू होंगी, जो ईडी के मामले में जमानत देते हुए लगाई गई थीं. जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल किसी भी फाइल पर दस्तखत नहीं कर पाएंगे. इसके साथ ही उनके दफ्तर जाने पर भी पाबंदी रहेगी. इतना ही नहीं, इस मामले में वो कोई बयान या टिप्पणी भी नहीं कर सकेंगे.
    जमानत के लिए क्या शर्तें होंगी
    - अरविंद केजरीवाल न तो मुख्यमंत्री कार्यालय और न ही सचिवालय जा सकेंगे.
    - किसी भी सरकारी फाइल पर तब तक दस्तखत नहीं करेंगे जब तक ऐसा करना जरूरी न हो.
    - अपने ट्रायल को लेकर कोई सार्वजनिक बयान या टिप्पणी नहीं करेंगे.
    - किसी भी गवाह से किसी तरह की बातचीत नहीं करेंगे.
    - इस केस से जुड़ी किसी भी आधिकारिक फाइल तक पहुंच नहीं रखेंगे.
    - जरूरत पड़ने पर ट्रायल कोर्ट में पेश होंगे और जांच में सहयोग करेंगे.
    कथित शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था. लोकसभा चुनाव के कारण 10 मई को उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी थी. इसके बाद 2 जून को केजरीवाल ने सरेंडर कर दिया था. इस मामले में ईडी और सीबीआई दोनों ही जांच कर रही हैं. ईडी के मामले में सुप्रीम कोर्ट से केजरीवाल को 12 जुलाई को जमानत मिल गई थी. अब उन्हें सीबीआई के मामले में भी जमानत मिल गई है. 
    सुप्रीम कोर्ट अभी तिहाड़ जेल में हैं. सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उन्हें जेल से बाहर आने के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा. 
    दरअसल, सुप्रीम कोर्ट का लिखित ऑर्डर दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में भेजा जाएगा. यहां बेल बॉन्ड भरना होगा. इसके बाद राउज एवेन्यू कोर्ट रिलीज ऑर्डर तैयार करके तिहाड़ प्रशासन को भेजेगी. रिलीज ऑर्डर मिलने के बाद ही केजरीवाल जेल से बाहर आ सकेंगे.
    साभार आज तक

  • पंजाब में खालिस्तानी ठिकानों पर NIA की कार्रवाई

    चंडीगढ़। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शुक्रवार को पंजाब में खालिस्तानी नेटवर्क पर अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। आतंकवादी नेटवर्क की चल रही जांच के तहत की गई छापेमारी में मोंगा, अमृतसर, गुरदासपुर, जालंधर और अन्य इलाकों में 14 ठिकानों में तलाशी की जा रही है। लंदन में पिछले साल भारतीय उच्चायोग पर हुए हमले में मामले में NIA ने बड़ा एक्शन लिया है। लंदन हमले की एनआईए की जांच में महत्वपूर्ण घटनाक्रम सामने आए हैं। इससे पहले 5 सितंबर को एजेंसी ने अफगान मूल के यूके नागरिक इंद्रपाल सिंह गाबा के खिलाफ चार्जशीट फाइल की थी। गाबा पर पिछले साल 22 मार्च को भारतीय उच्चायोग के बाहर भारत विरोधी प्रदर्शन में भाग लेने का आरोप है।
    गौरतलब है कि इंद्रपाल सिंह गाबा, जिसे 25 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था, को पहले दिसंबर 2023 में लंदन से पाकिस्तान के रास्ते आने पर इमिग्रेशन अधिकारियों ने हिरासत में लिया था। चार्जशीट में आरोप लगाया गया है कि गाबा ने विरोध प्रदर्शन में भाग लेकर अलगाववादी एजेंडे में हिस्सा लिया था। इसका उद्देश्य अमृतपाल सिंह और उनके संगठन वारिस पंजाब दे पर चल रही कार्रवाई को प्रभावित करना था।
    कथित तौर पर भारतीय उच्चायोग पर यह हमला खालिस्तानी मकसद को आगे बढ़ाने की एक बड़ी रणनीति का हिस्सा था। एनआईए की जांच से पता चला है कि अमृतपाल सिंह के खिलाफ पंजाब पुलिस की कार्रवाई के जवाब में लंदन हमला किया गया था, जिसका उद्देश्य भारत से पंजाब के अलगाव को बढ़ावा देकर खालिस्तानी एजेंडे को आगे बढ़ाना था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कर्नाटक के मांड्या में गणेश विसर्जन के दौरान सांप्रदायिक हिंसा, पथराव के बाद आगजनी

    मांड्या. कर्नाटक के मांड्या में गणेश विसर्जन के दौरान सांप्रदायिक हिंसा हुई है. हालात इतने खराब हो गए कि उपद्रवियों ने पथराव के बाद कई दुकानों और कपड़ों के साथ-साथ बाइक के शोरूम को आग के हवाले कर दिया. इतना ही नहीं बेकाबू भीड़ ने सड़क पर खड़ी बाइकों को भी फूंक दिया. हालात को संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
    दरअसल, बदरिकोप्पलु गांव के युवक गणेश विसर्जन के लिए जुलूस निकाल रहे थे. जुलूस नागमंगला की मुख्य सड़क पर एक मस्जिद के पास से गुजरा. बताया जा रहा है कि इस दौरान जुलूस पर पथराव हुआ. हालात बिगड़ गए और दोनों समुदायों के बीच झड़पें होने लगीं. पुलिस ने जब लाठीचार्ज किया तो गुस्साए हिंदू समुदाय के लोगों ने थाने के सामने प्रदर्शन किया और जिम्मेदारों की गिरफ्तारी की मांग की. घटना के विरोध में विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल ने आज नागमंगला में बंद का आह्वान किया है.
    इस मामले में पुलिस ने 52 लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस की कार्रवाई के बाद पकड़े गए लोगों के परिजन थाने के सामने इकट्ठा हो गए और अपने लोगों को छोड़ने की मांग करने लगे. उन्होंने कहा,'हमारे लोगों ने कुछ भी गलत नहीं किया, उन्हें बिना किसी कारण के गिरफ्तार किया गया है.' इस दौरान महिलाओं ने पुलिस के सामने आंसू भी बहाए, जिसके बाद पुलिस ने महिलाओं को कानूनी सलाह दी. पुलिस ने कहा कि सभी को पूछताछ के लिए लाया गया है, जो भी निर्दोष होगा, उसे छोड़ दिया जाएगा.
    साभार आज तक

  • गणेश पूजा में पीएम मोदी को बुलाने पर सीजेआई की निष्पक्षता पर सवाल उठा रही उद्धव सेना

    शिवसेना (UBT) अब भारत के मुख्य न्याधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ की निष्पक्षता पर सवाल उठा रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने तो सीजेआई को शिवसेना से जुड़े मामले से अलग होने की नसीहत तक दे दी है। राउत ने सवाल ऐसे समय पर उठाए हैं, जब एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीजेआई के आवास पर पहुंचे थे और गणेश पूजा में शामिल हुए थे। इसके अलावा कई वकीलों ने भी इस मीटिंग पर सवाल उठाए। जबकि, भारतीय जनता पार्टी ने इसे सिर्फ पूजा में शामिल होना करार दिया है।
    पीएम मोदी ने इससे जुड़ी तस्वीर भी सोशल मीडिया पर शेयर की है। उन्होंने लिखा, 'सीजेआई न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ जी के आवास पर गणेश पूजा में शामिल हुआ। भगवान श्री गणेश हम सभी को सुख, समृद्धि और अद्भुत स्वास्थ्य प्रदान करें।'
    राउत ने पीएम मोदी के सीजेआई के घर जाने पर सवाल उठाए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, उन्होंने कहा, 'देखिए, यह गणपति जी का त्योहार है। प्रधानमंत्री अब तक कितने लोगों के घर गए हैं? मुझे जानकारी नहीं है। दिल्ली में कई स्थानों पर गणेश त्योहार मनाया जाता है, लेकिन प्रधानमंत्री मुख्य न्यायाधीश के घर पर गए और प्रधानमंत्री और मुख्य न्यायाधीश ने साथ मिलकर आरती की।'
    उन्होंने कहा, 'भगवान के बारे में हमें इतना पता है कि अगर संविधान के रक्षक इस तरह से राजनेताओं से मिलेंगे, तो लोगों को शक होगा।' उन्होंने कहा कि एक केस में पार्टी प्रधानमंत्री को मुख्य न्यायाधीश के साथ ऐसे करीबी होकर बात नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'बीते 3 सालों से एक के बाद एक तारीखें दी जा रही हैं। एक अवैध सरकार चल रही है।' उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना को तोड़े जाने पर सवाल उठाए हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मणिपुर में एक बार फिर से माहौल तनावपूर्ण हुआ, कर्फ्यू, इंटरनेट बैन और 2000 जवान फिर पहुंचे

    नई दिल्ली। मणिपुर में एक बार फिर से माहौल तनावपूर्ण हो गया है। बीते कुछ दिनों में हुई झड़पों के चलते हालात ऐसे हैं कि तीन जिलों में कर्फ्यू लगाना पड़ा है और इंटरनेट भी सस्पेंड किया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि लोगों के बीच अफवाह फैलने से रोका जा सके। अभी 5 दिनों के लिए इंटरनेट पर रोक रहेगी। वहीं कांग्रेस का कहना है कि इस मामले में होम मिनिस्टर अमित शाह को दखल देना चाहिए। बीते साल से ही राज्य में कुकी और मैतेई समुदाय के लोगों के बीच झड़पों का दौर जारी है। ऐसी हिंसा फैली है कि कई जिलों में एक-दूसरे के समुदाय के लोगों पर लगातार हमले हो रहे हैं।
    इनर मणिपुर से कांग्रेस के सांसद ए. बिमोल अकोइजाम ने अमित शाह को पत्र भी लिखा है और मांग की है कि हिंसा की हालिया घटनाओं की जांच की जाए। उन्होंने कहा कि इस उपद्रव में ड्रग्स माफिया और बाहरी तत्वों का भी योगदान है। इसके अलावा उन्होंने इसके पीछे विदेशी साजिश को भी वजह बताया है। फिलहाल नए सिरे से फैली हिंसा ने मणिपुर में एक बार फिर से उबाल पैदा कर दिया है। आइए जानते हैं, इसके चलते राज्य में कैसे हैं हालात...
    मणिपुर के उच्च शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी और निजी कॉलेजों को 11 और 12 सितंबर को बंद ही रखने का आदेश दिया है। राज्य भर में चल रहे प्रदर्शनों के कारण यह फैसला लिया गया है।
    हालात यह हैं कि मणिपुर में कई जगहों पर उपद्रवियों ने ड्रोन और रॉकेट तक से हमले किए हैं। इस बीच राज्य पुलिस ने ऐटी ड्रोन सिस्टम्स की तैनाती है। इसके अलावा बड़े पैमाने पर इनकी खरीद भी की जा रही है क्योंकि सरकार के पास यह पर्याप्त मात्रा में नहीं हैं।
    बीते सप्ताह मणिपुर के जिरीबाम जिले में एक बार फिर से हिंसा भड़क गई थी। इसके चलते 6 लोगों की मौत हो गई थी। अब तक मिली जानकारी के अनुसार संदिग्ध कुकी उपद्रवियों ने मैतेई समुदाय बहुल गांव नुंगचप्पी में हमला बोला था। यह गांव इंफाल से 229 किलोमीटर दूर है। इसके बाद यह हिंसा भड़की थी।
    जिरीबाम वह जिला है, जहां से शांति की उम्मीद जगी थी। यहीं पर मैतेई और कुकी समुदाय के नेताओं को बिठाया गया था। इनके साथ सुरक्षा बलों के कमांडर भी मौजूद थे। इस बैठक में दोनों समुदायों के लोगों ने शांति की ओर बढ़ने पर सहमति जताई थी, लेकिन विवाद थमा नहीं है।
    शुक्रवार की शाम को तो हालात ऐसे थे कि उपद्रवियों की भीड़ ने मणिपुर राइफल्स के कैंप में हमला बोलकर हथियार लूटने की कोशिश की थी। अंत में सुरक्षा बलों ने जब हवाई फायर किए और आंसू गैस के गोले दागे तब जाकर उपद्रवियों को कंट्रोल किया जा सका।
    थाउबल जिले में सोमवार को उपद्रवियों ने पुलिस वालों से हथियार भी छीन लिए। इसके अलावा पुलिस वालों पर ही फायरिंग भी की।
    मणिपुर के हालात इतने बिगड़ गए हैं कि मेघायल के सीएम कोनराड संगमा ने भी चिंता जताई है। उनका कहना है कि भारत सरकार को दखल देना चाहिए ताकि दूसरे राज्यों तक असर न पहुंचे।
    इस बीच केंद्र सरकार ने सीआरपीएफ की दो बटालियनों को मणिपुर भेजा है। इन बटालियनं में कुल 2000 जवान होंगे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • राहुल गांधी की भारत विरोधी इल्हान उमर से मुलाकात पर विवाद...

    नई दिल्ली. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अमेरिका के तीन दिनों के दौरे पर हैं. इस दौरान राहुल गांधी ने अमेरिकी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. इस मुलाकात की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिन पर विवाद हो गया है. इन तस्वीरों में राहुल गांधी के साथ भारत विरोधी इल्हान उमर नजर आ रही हैं. अब बीजेपी ने इसे लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधा है.
    बीजेपी की राष्ट्रीय प्रवक्ता संजू वर्मा का कहना है कि राहुल गांधी सत्ता में आने के लिए उतावले हैं. इसी उतावलेपन की वजह से ही कोई कट्टरपंथी इस्लामिक इल्हान उमर से मुलाकात कर सकता है. 
    बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने कहा कि लाल घेरे में यह महिला अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता इल्हान उमर है, जो खालिस्तान और कश्मीर को अलग देश बनाने का लगातार समर्थन करती हैं. अभी अमेरिका में राहुल गांधी जी इसी एजेंडे के लिए समर्थन जुटा रहे हैं.
    बीजेपी प्रवक्ता अमित मालवीय ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अमेरिका में इल्हान उमर से मुलाकात की है. इल्हान भारत विरोधी, कट्टरपंथी इस्लामिक और आजाद कश्मीर की पैरोकार है. यहां तक कि इस मुलाकात को लेकर पाकिस्तान के नेता भी चौकन्ना होंगे. कांग्रेस अब खुलकर भारत के खिलाफ काम कर रही है.
    यह मुलाकात वॉशिंगटन डीसी में रेबर्न हाउस ऑफिस बिल्डिंग में हुई. इस बैठक की मेजबानी कांग्रेसमैन ब्रेडली जेम्स शर्मन ने की. इस प्रतिनिधिमंडल में इल्हान उमर के अलावा सीनेटर जोनाथन जैकसन, सीनेटर रो खन्ना, सीनेटर राजा कृष्णमूर्ति, सीनेटर बारबरा ली, सीनेटर, श्री थानेदार, जीसस जी. गार्सिया, सीनेटर हैंक जॉनसन और जैन स्काकोवस्की शामिल हैं.
    कौन हैं इल्हान उमर?
    इल्हान उमर अमेरिकी सांसद हैं. वह 2019 से अमेरिकी कांग्रेस की डेमोक्रेट सदस्य हैं. वे पहली अफ्रीकी शरणार्थी हैं जो चुनाव जीतकर अमेरिकी संसद पहुंचीं. वे संसदीय सीट पर चुनाव जीतने वालीं पहली अश्वेत महिला भी हैं. वे अमेरिकी संसद पहुंचने वाली पहली दो मुस्लिम-अमेरिकी महिलाओं में भी शामिल हैं. वह अमेरिका में अपने इजरायल विरोधी रुख की वजह से जानी जाती हैं.
    साभार आज तक 

  • इंडिया एक्सपो मार्ट में पीएम मोदी ने सेमीकॉन इंडिया 2024 का किया उद्घाटन

    ग्रेटर नोएडा। इंडिया एक्सपो सेंटर एवं मार्ट में तीन दिवसीय सेमीकॉन इंडिया-2024 का शुभारंभ बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इसमें 26 देशों के 836 प्रदर्शक और 50 हजार से अधिक विजिटर भाग ले रहे हैं। आयोजन का मकसद यूपी को सेमी कंडक्टर के निर्माण का हब बनाना है।
    इंडिया एक्सपो मार्ट में पीएम मोदी ने सेमिकॉन इंडिया 2024 का उद्घाटन किया। केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव ने पीएम मोदी को मेक इन इंडिया का चिन्ह भेंट किया।
    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया-2024 आयोजन भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। सैंमसंग ने अपनी यूनिट की स्थापना के लिए निवेश नोएडा में ही किया है। यूपी पहले से ही वैश्विक सेमीकंडक्टर डिजाइन के रूप में स्थापित हो रहा है। छह प्रमुख कंपनियां प्रदेश में स्थापित हैं। स्थानीय प्रतिभा को लाभ उठाने में सहयोग प्रदान कर रही हैं।
    केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, 'सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र में सभी हितधारकों की उत्साही भागीदारी हमारे प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण की सफलता और जिस व्यवस्थित तरीके से उन्होंने इस नीति को संचालित किया है, उसका एक मजबूत संकेतक है। प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण प्रौद्योगिकी तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाना है। अब तक की गई सभी पहल, चाहे वह डिजिटल इंडिया मिशन हो, टेलीकॉम मिशन हो, हर चीज ने तकनीक को आम नागरिकों के हाथों में पहुंचा दिया है। हमारे देश में सेमीकंडक्टर उद्योग की वृद्धि इस दृष्टिकोण को और गहरा करेगी'
    केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सेमीकॉन इंडिया-2024 के शुभारंभ कार्यक्रम में कहा कि सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में भारतीय प्रतिभाओं को विकसित करने के लिए अगले 10 साल में 85 हजार इंजीनियर और तकनीशियनों को तैयार करने का लक्ष्य है। इसके लिए 130 विश्वविद्यालयों को जोड़ा गया है। सेमीकंडक्टर क्षेत्र  की जरूरत को ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रमों को डिजाइन किया गया है।
    साभार अमर उजाला

  • हरियाणा कांग्रेस में विनेश फोगाट को टिकट देने से नाराजगी

    हरियाणा। जुलाना सीट से पहलवान विनेश फोगाट को टिकट मिलने के बाद हरियाणा कांग्रेस में नाराजगी नजर आ रही है। खबर है कि टिकट के कई उम्मीदवारों ने फोगाट को लेकर आयोजित कार्यक्रम से दूरी बना ली। साथ ही टिकट वितरण को लेकर AICC यानी ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के दफ्तर के बाहर भी प्रदर्शन किया गया। हाल ही में फोगाट कांग्रेस में शामिल हुईं हैं। उनके साथ पहलवान बजरंग पूनिया ने भी पार्टी का दामन थामा था।
    फोगाट के सम्मान में बख्ता खेड़ा गांव में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जुलाना सीट से टिकट के कई दावेदार नेता कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। इन नेताओं में परमिंदर सिंह धुल, धर्मेंद्र धुल और रोहित दलाल समेत कई नाम शामिल हैं। कथित तौर पर ये नेता फोगाट को जुलाना सीट से उतारे जाने से नाराज हैं।
    अखबार ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि स्थानीय नेताओं को लग रहा है कि उनके काम को नजरअंदाज किया गया और बाहर को लाया गया। हालांकि, इस दौरान टिकट के कुछ दावेदार रहने नेता कार्यक्रम का हिस्सा बने थे। कहा जा रहा है कि फोगाट के कार्यक्रम में बेहद कम लोग शामिल हुए थे। कांग्रेस का टिकट मिलने के बाद वह पहली बार ससुराल पहुंचीं थीं। उन्होंने पौली गांव से रोड शो किया, जो रोहतक-दिल्ली हाईवे पर आता है।
    हाईवे जुलाना से बख्ता खेड़ा गांव से गुजरता है। यहां फोगाट ने अंतरराष्ट्री स्तर के पहलवान सोमवीर राठी से शादी की है। फोगाट ने टिकट मिलने पर कांग्रेस और खासतौर से प्रियंका गांधी का आभार जताया। उन्होंने कहा, 'जब मैं कुश्ती छोड़ने के बारे में सोच रही थी, तब प्रियंका जी ने मुझे उम्मीद नहीं छोड़ने के लिए कहा। उनकी बातों ने मुझे प्रेरणा दी। मैं जीतूं या हार जाऊं, लेकिन हमेशा आपकी सेवा करूंगी। मेरा सपना गांव में रहने का है।'
    हरियाणा में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने AICC मुख्यालय के बाहर रविवार को विरोध प्रदर्शन किया और पार्टी में ‘बाहरी लोगों’ के बजाय स्थानीय नेताओं को वरीयता दिए जाने की मांग की। कार्यकर्ताओं ने नेताओं के रिश्तेदारों को टिकट दिए जाने पर नाराजगी जताने के लिए प्रदर्शन किया। अधिकतर प्रदर्शनकारी हरियाणा के बवानी खेड़ा से थे और उन्होंने ‘बाहरी प्रत्याशी बर्दाश्त नहीं करेंगे’ की तख्तियां थाम रखी थीं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • हरियाणा में AAP ने 9 कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी की

    नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने अब 9 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी सूची भी जारी कर दी है। इससे पहले सोमवार को उसने 20 कैंडिडेट्स का ऐलान किया था और बताया था कि उसका कांग्रेस का साथ गठबंधन नहीं हो सका है। ऐसे में वह सभी सीटों पर अपने कैंडिडेट्स उतारने पर विचार कर रही है। राज्य की सभी 90 सीटों पर नामांकन की आखिरी तारीख 12 सितंबर है।
    अपनी दूसरी सूची में आम आदमी पार्टी ने उन सीटों पर कैंडिडेट्स का ऐलान कर दिया है, जहां कांग्रेस परंपरागत रूप से मजबूत रही है और भाजपा से उसका सीधा मुकाबला है। ऐसी सीटों में आदमपुर, फरीदाबाद, इंदरी और रतिया शामिल हैं। आम आदमी पार्टी ने बरवाला सीट से छतरपाल सिंह का नाम घोषित किया है, जो भाजपा छोड़कर आए हैं। वह मंत्री रहे हैं और ताऊ देवीलाल जैसे दिग्गज नेता को हरा चुके हैं।
    आम आदमी पार्टी के इस फैसले से कांग्रेस की टेंशन बढ़ रही है क्योंकि भाजपा के खिलाफ पड़ने वाले वोट का डर उसे सताने लगा है। राहुल गांधी ने इसी मकसद से हरियाणा की कांग्रेस यूनिट को सुझाव दिया था कि आम आदमी पार्टी को साथ लेने की कोशिश की जाए। उनका कहना था कि इससे भाजपा के खिलाफ पड़ने वाले वोटों का बंटवारा रोका जा सकेगा। इसके बाद दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर मंथन शुरू हुआ, लेकिन आम आदमी पार्टी ने 20 सीटों की बड़ी मांग रख दी। फिर वह कांग्रेस के रुख को देखते हुए 10 सीटों पर गई थी और खबर है कि 6 या 7 सीटों पर भी वह राजी थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • रीवा एयरपोर्ट को यात्री और मालवाहक फ्लाइट्स के संचालन की मिली अनुमति

    भोपाल। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा रीवा एयरपोर्ट को लाइसेंस दे दिया गया है। इससे रीवा एयरपोर्ट को यात्री और मालवाहक फ्लाट्स के  संचालन की अनुमति मिल गई है। इसे लेकर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने खुशी जाहिर की।  उन्होंने कहा कि यह विंध्य क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है। अब
    उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि रीवा एयरपोर्ट से विंध्य क्षेत्र की कनेक्टिविटी में सुधार करेगा, साथ ही यह मध्यप्रदेश के आर्थिक विस्तार और विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। अब रीवा एयरपोर्ट से जल्द ही हवाई सेवाओं की शुरुआत होगी, जिससे स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों को बड़ी सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि रीवा एयरपोर्ट का संचालन क्षेत्र के विकास की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा। इससे विंध्य क्षेत्र की आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रगति को भी एक नई दिशा मिलेगी। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का आभार व्यक्त किया है।
    साभार अमर उजाला

  • बृजभूषण शरण सिंह के आरोपों को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी और रेसलर विनेश फोगाट बोली- फिर गलत साबित होंगे

    बीजेपी नेता और भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के आरोपों को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी और रेसलर विनेश फोगाट ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि एक बार फिर बृजभूषण गलत साबित होंगे। फोगाट ने कहा कि अब तक बृजभूषण ने जो कुछ भी कहा है, सब गलत साबित हुआ है। एक बार फिर ऐसा ही होने वाला है।
    बृजभूषण शरण सिंह ने दावा किया था कि विनेश फोगाट ने साबित कर दिया है कि उनपर यौन शोषण के आरोप और फिर प्रदर्शन कांग्रेस पार्टी ने प्लान किया था। उन्होंने कहा कि फोगाट ने ओलंपिक के नियमों का उल्लंघन किया था। दो अलग-अलग भार वर्ग से एक ही दिन ट्राइ करना उनके अयोग्य ठहराए जाने की वजह बन गई। फाइनल बाउट से पहले ही भगवान ने फैसला सुना दिया।
    सिंह ने कहा, जब जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन शुरू हुआ तभी मैंने कहा था कि यह आंदोलन नहीं है बल्कि इसके पीछे कांग्रेस का हाथ है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा, दीपेंद्र हुड्डा, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी इसके पीछे थे। ऐसे में साबित हो जाता है कि मेरे खिलाफ साजिश में दीपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस शामिल थी। उन्होंने कहा कि जिस दिन की घटना का आरोप लगाया गया है उस दिन मैं दिल्ली में मौजूद ही नहीं था। राजनीति के लिए बेटियों को बदनाम किया गया। वहीं ये महिला खिलाड़ी सम्मान के लिए नहीं बल्कि राजनीति के लिए लड़ रही थीं।
    फोगाट ने एनडीटीवी से कहा, दो बीजेपी नेताओं ने जंतर मंतर पर बैठने की इजाजत ली थी। उन्हें देखना चाहिए थे। उन्हें सारे जवाब मिल जाते। जहां तक ओलंपिक की बात है, वह क्या कहते हैं इससे कोई मतलब नहीं है। उन्होंने जो पहले कहा उसके बारे में सोचिए। अगर किसी महिला ने उनपर आरोप लगाया तो वह फांसी लगा लेंगे। उन्होंने कहा कि बेईमानी करके मुझे आगे बढ़ाया गया। मैंने उन्हें हर मोड़ पर गलत साबित किया है और आगे भी ऐसा ही होगा।
    बता दें कि पूर्व सांसद की टिप्पणी के बाद बीजेपी ने भी कहा है कि वह अपने बयानों से विवाद पैदा ना करें। बृजभूषण शरण सिंह पर कई खिलाड़ियों ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इसके बाद विनेश फोगाट, साक्षी मलिका और बजरंग पुनिया ने जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया। बृजभूषण शरण सिंह केसरगंज से सांसद थे। हालांकि उस बार बीजेपी ने उनके बेटे को टिकट दिया था। विनेश फोगाट को कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा में जुलाना सीट से टिकट दिया है। वहीं बजरंग पुनिया को पार्टी में ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • यादवेंद्र सिंह गौर बने करनी सेना भारत के नए जिला अध्यक्ष

    इंदौर में यादवेंद्र सिंह गौर करनी सेना भारत के नए जिला अध्यक्ष बनाए गए हैं। उन्होंने लवकुश चौराहे पर स्थित प्रवाह रियलटीज में अपने साथियों के साथ पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर करनी सेना भारत के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह गौतम ने सभी को नियुक्ति पत्र जारी किए और समाज हित में कार्य करने की शपथ दिलाई। इस अवसर पर जीतेंद्र सिंह पवार, सिद्धार्थ सिंह सिसोदिया, सुशील सिंह चौहान, शिशुपाल सिंह गौर, गौरव सिंह चौहान, मनोज अविराज सिंह चौहान, देवेंद्र सिंह ठाकुर चौहान, प्रकाश सिंह पवार, रविंद बुंदेला, सतेंद्र सिंह बुंदेला सहित सैकड़ों पदाधिकारी उपस्थित थे।

  • नीतीश कुमार बोले- हमने दो बार आरजेडी के साथ जागर कर दी गलती, अब नहीं जाएंगे

    पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि हमने दो बार आरजेडी के साथ जाकर गलती की थी। अब ऐसी गलती दोबारा नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि हम अब कभी आरजेडी के साथ नहीं जा सकते। नीतीश कुमार का यह बयान अहम है क्योंकि पिछले दिनों उनकी आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात हुई थी। इसके बाद से ही कयास लग रहे थे कि बिहार की राजनीति में फिर से खेला हो सकता है। यह मुलाकात अचानक ही हुई थी और दोनों के बीच करीब आधे घंटे बात हुई थी। अब नीतीश कुमार ने इन कयासों को दूर करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि एनडीए के साथ उनका स्वाभाविक गठबंधन है और अब यह हमेशा के लिए बना रहेगा।
    आज ही भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा पटना पहुंचे हैं और नीतीश कुमार से उनकी मुलाकात हुई है। नड्डा दो दिनों के बिहार दौरे पर हैं और शनिवार को वह दरभंगा में एक आयोजन में शामिल होने वाले हैं। जेपी नड्डा के सीधे पटना पहुंचने को लेकर भी इन कयासों को ही वजह बताया गया था क्योंकि पहले उनका कार्यक्रम दरभंगा जाने का ही था। इसलिए जेपी नड्डा जब सीधे पटना के लिए रवाना हुए तो कयास लग रहे थे कि क्या इसका नीतीश कुमार और तेजस्वी की मुलाकात से कनेक्शन है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मोहन भागवत बोले- कौन अच्छा काम कर रहा है या नहीं कर रहा, यह तय करना लोगों का काम


    पुणे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने गुरुवार को कहा कि कौन अच्छा काम कर रहा है या नहीं कर रहा, यह तय करना लोगों का काम है। उन्होंने कहा कि किसी को भी खुद को भगवान नहीं मानना चाहिए। यह फैसला तो लोगों को करने देना चाहिए कि वे किसी को क्या मानते हैं। वह मणिपुर में बच्चों की शिक्षा के लिए काम करने वाले शंकर दिनकर काणे के जन्मशताब्दी वर्ष में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने यह बात कही। काणे को मणिपुर के विद्यार्थियों के लिए महाराष्ट्र में पढ़ने और ठहरने की व्यवस्था करने के लिए जाना जाता है। वह अपनी मृत्यु तक गरीब परिवारों से आने वालों बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था में जुटे रहे।
    मोहन भागवत ने भैयाजी काणे को याद करते हुए कहा, ‘हमें अपनी जिंदगी में जितना संभव हो, अच्छे काम करने चाहिए। हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि हम चमकेंगे या फिर असफल रहेंगे। अपने काम से कोई भी स्मरणीय व्यक्तित्व बन सकता है। लेकिन हम उस स्तर तक पहुंचे हैं या नहीं। यह फैसला लोगों को करने देना चाहिए। खुद उसका आकलन नहीं करना चाहिए। हमें यह दावा नहीं करना चाहिए कि हम भगवान बन चुके हैं। भैयाजी काणे ने हमारे सामने यही आदर्श प्रस्तुत किए थे।’
    आरएसएस प्रमुख ने इस दौरान मणिपुर के हालात पर भी बात की और कहा कि स्थितियां ठीक नहीं हैं। मोहन भागवत ने कहा, ‘वहां सुरक्षा की गारंटी नहीं है। स्थानीय लोगों को अपनी सुरक्षा की चिंता है। वहां जो लोग कारोबार या सामाजिक कार्य के लिए गए हैं, उनके लिए स्थिति और चुनौतीपूर्ण है। लेकिन ऐसे हालातों में भी आरएसएस के कार्यकर्ता वहां मजबूती के साथ डटे हुए हैं। संघ के कार्यकर्ता वहां बिना किसी पक्षपात के लिए सभी के हित में कार्य कर रहे हैं।’ बता दें कि मणिपुर में कूकी और मैतेई समुदाय के लोगों के बीच बीते करीब एक साल से भीषण हिंसा का दौर जारी है और हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। इस हिंसा में सैकड़ों लोग मारे गए हैं और बड़ी संख्या में लोगों को अपने घरों से पलायन करना पड़ा है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सिंगापुर पहुंचने पर पीएम मोदी का हुआ भव्य स्वागत, दोनों देशों के बीच हुए कई समझौते

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिंगापुर के दो दिन के दौरे पर हैं. बुधवार को सिंगापुर पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत हुआ था. इस यात्रा के दूसरे दिन पीएम मोदी का सिंगापुर की संसद में भी भव्य स्वागत किया गया.
    पीएम मोदी ने सिंगापुर दौरे के दूसरे दिन गुरुवार को सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेन्स वॉन्ग के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की. इस दौरान पीएम मोदी के साथ विदेश मंत्री जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे.
    इसके बाद पीएम मोदी सिंगापुर की संसद पहुंचे, जहां दोनों नेताओं ने एक दूसरे देश के मंत्रियों और प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मुलाकात की. इस दौरान पीएम मोदी और सिंगापुर के उनके समकक्ष लॉरेंस वॉन्ग की मौजूदगी में दोनों देशों के बीच कई समझौते हुए, जिसमें सेमीकंडक्टर को लेकर भी अहम समझौता शामिल है.
    भारत और सिंगापुर के बीच गुरुवार को पीएम मोदी और उनके समकक्ष लॉरेंस वॉन्ग की मौजूदगी में कई क्षेत्र में समझौते हुए, जिनमें डिजिटल टेक्नोलॉजी, हेल्थ एंड मेडिसीन, एजुकेशनल कॉरपोरेशन एंड स्किल डेवलपमेंट शामिल हैं. भारत-सिंगापुर सेमीकंडक्टर ईकोसिस्टम पार्टनरशिप  को लेकर भी एमओयू पर साइन हुए हैं. दोनों देश सेमीकंडक्टर कलस्टर डेवलपमेंट और सेमीकंडक्टर डिजाइनिंग और मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस करेंगे. 
    साभार आज तक

     

  • हरियाणा में क्यों 38 सीटों पर फैसले में फंस गई कांग्रेस

    नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 67 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है, लेकिन अब तक कांग्रेस की सूची नहीं आई है। कांग्रेस में लगातार दो दिन सोमवार और मंगलवार को चुनाव समिति की मीटिंग थी। खबर है कि इस मीटिंग में करीब 66 सीटों पर चर्चा हुई, जिनमें से 52 पर सहमति बन गई है। वहीं 38 सीटों को लेकर अब तक फैसला नहीं हो सका है। इसकी वजह यह है कि इन सीटों पर जातीय और सामाजिक समीकरण साधने की चुनौती है। इसके अलावा अलग-अलग गुट दावेदारी कर रहे हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि चुनाव समिति की दो मीटिंग्स में 52 उम्मीदवारों के नाम तय हो गए हैं। इनमें से 28 तो मौजूदा विधायक ही हैं।
    पार्टी सूत्रों का कहना है कि अब जल्दी ही कांग्रेस की लिस्ट आ जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि भूपिंदर सिंह हुड्डा की सलाह पर कांग्रेस लगातार उम्मीदवारों के ऐलान में देरी कर रही थी क्योंकि वह चाहते थे कि पहले भाजपा नामों का ऐलान करे। ऐसे में कम से कम उन सीटों पर कांग्रेस की लिस्ट आ सकती है, जहां से भाजपा ने कैंडिडेट तय कर दिए हैं। कांग्रेस में कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और भूपिंदर सिंह हुड्डा के अलग-अलग खेमे हैं। कई सीटों पर तीनों की ओर से दावेदारी की जा रही है। इसके चलते नामों का ऐलान अटक गया है।
    खुद कुमारी सैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला ही मैदान में उतरने को तैयार हैं। ऐसे में कांग्रेस को इस भी फैसला लेना है, जबकि भूपिंदर हुड्डा इन नेताओं को टिकट देने के खिलाफ हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वह कुमारी सैलजा को अपने लिए प्रतिद्वंद्वी मानते हैं। एक अहम बात यह भी है कि ज्यादातर उन्हीं सीटों को लेकर फैसला नहीं हो पाया है, जहां बीते विधानसभा चुनाव में भाजपा हार गई थी। अब तक टिकट बंटवारे में हुड्डा की ही चली है, लेकिन हाईकमान यह भी नहीं चाहता कि सैलजा और सुरजेवाला को एकदम किनारे ही लगा दिया जाए।
    ऐसा इसलिए क्योंकि पार्टी फूट का संकेत नहीं देना चाहती। इसलिए सबकी सहमति से ही बचे नामों पर फैसला लेने की कोशिश हो रही है। अब कहा जा रहा है कि बाकी बची 38 सीटों के लिए एक कमेटी ही गठित की गई है। यह कमेटी देखेगी कि कौन से कैंडिडेट्स जीत सकते हैं। उन्हें ही टिकट दिया जाएगा। इस समिति में दीपक बाबरिया, मधुसूदन मिस्त्री, अजय माकन, टीएस सिंह देव और कुछ अन्य नेताओं को शामिल किया गया है। टिकट बंटवारे को लेकर एक पेच आम आदमी पार्टी से गठबंधन का भी है। पार्टी को लगता है कि पहले AAP से सीटें तय हो जाएं, उसके बाद ही कैंडिडेट घोषित हों।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • ब्रुनेई के सुल्तान से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा- 'एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हैं..',

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रुनेई के दौरे के दूसरे दिन बुधवार को सुल्तान हसनल बोल्कैया से उनके महल में मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा कि हम एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करेत हैं. 
    इस मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा कि ब्रुनेई के सुल्तान के भावपूर्ण शब्द गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए मैं आपका और पूरे शाही परिवार का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. सबसे पहले आपको और ब्रुनेई के लोगों को आजादी की 40वीं वर्षगांठ पर 140 करोड़ भारतीयों की तरफ से हार्दिक बधाई देता हूं. हमारे सदियों पुराने सांस्कृतिक संबंध रहे हैं. दोनों देशों के संबंध दिनोदिन प्रगाढ़ होते जा रहे हैं. 2018 में हमारे गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में आपकी भारत यात्रा की स्मृतियों को आज भी भारत के लोग बहुत गौरव के साथ याद करते हैं.
    उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि मुझे अपने तीसरे कार्यकाल में ही ब्रुनेई की यात्रा करने का सौभाग्य मिला. ये सुखद संयोग है कि इस वक्त दोनों देश अपनी द्विपक्षीय साझेदारी की 40वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. भारत और ब्रुनेई दोनों देशों के संबंध प्रगाढ़ हो रहे हैं. भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिकी और इंडो पैसिफिक रीजन में ब्रुनेई का महत्वपूर्ण साझेदार होना हमारे लिए उज्जवल भविष्य की गारंटी है.
    पीएम मोदी ने ब्रुनेई के सुल्तान से उनके आलीशान महल में मुलाकात की. यह महल दुनिया का सबसे बड़ा महल है, जो दो मिलियन वर्ग फीट में फैला हुआ है और इसमें 1,700 कमरे और 22 कैरेट सोने का गुंबद है. ब्रुनेई, बोर्नियो द्वीप पर स्थित है, जो सिक्किम और त्रिपुरा जैसे भारतीय राज्यों से छोटा है, लेकिन इसके सुल्तान की अथाह संपत्ति और लग्जरी लाइफ स्टाइल ने बार-बार दुनिया भर की नजरें अपनी तरफ खींची है. 
    साभार आज तक

  • पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने राहुल गांधी से की मुलाकात

    नई दिल्ली. हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सभी राजनीतिक दल चुनावी तैयारियों में लगे हुए हैं. पिछले कुछ दिनों की अटकलों के बाद अब विनेश फोगाट और राहुल गांधी की मुलाकात की खबर आई है. भारतीय पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात की है. दोनों पहलवानों और राहुल गांधी के मुलाकात की तस्वीर सामने आई है, जिसके बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि विनेश फोगाट कांग्रेस के टिकट पर हरियाणा विधानसभा चुनाव में एंट्री ले सकती हैं.
    पिछले काफी दिनों से अटकलें थीं कि विनेश फोगाट, कांग्रेस पार्टी में शामिल हो सकती हैं. अब मुलाकात की तस्वीर सामने आने के बाद इस बात की संभावना बढ़ती दिख रही है.
    साभार आज तक

  • किम जोंग उन ने बाढ़ को रोकने में विफल होने के कारण 30 सरकारी अधिकारियों को फांसी पर लटकाया

    उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन का तानाशाही चेहरा फिर उजागर हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, देश में बाढ़ को रोकने में विफल होने के कारण 30 सरकारी अधिकारियों को फांसी पर लटका दिया। कुछ और अधिकारियों को मौत की सजा देने का आदेश दिया गया है। आपको बता दें कि बाढ़ में उत्तर कोरिया में अब तक 1000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। चागांग प्रांत में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण सबसे अधिक मौतें हुई हैं।
    चोसुन टीवी ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि उत्तर कोरिया की सरकार ने उन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की कसम खाई है, जिनके ऊपर आरोप हैं कि वे मृतकों की संख्या को रोकने में असफल रहे हैं। चोसुन टीवी ने एक उत्तर कोरियाई अधिकारी का हवाला देते हुए बताया कि जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा का सामना करना पड़ेगा। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि पिछले महीने के अंत में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के 20 से 30 अधिकारियों को एक साथ मार दिया गया था।
    उत्तर कोरियाई केंद्रीय समाचार एजेंसी (केसीएनए) ने बताया कि किम जोंग उन ने जुलाई में चीन की सीमा के पास चागांग प्रांत में आई विनाशकारी बाढ़ के बाद अधिकारियों को कड़ी सजा देने का आदेश दिया था। केसीएनए के अनुसार, सिनुइजू में आयोजित एक आपातकालीन पोलितब्यूरो बैठक में किम जोंग उन ने अपने अधिकारियों से उन लोगों को सख्ती से दंडित करने के लिए कहा था, जिन्होंने आपदा प्रबंधन के लिए अपनी जिम्मेदारियों की उपेक्षा की।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सीएम यादव के पिता की अंतिम यात्रा में सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष के नेता भी हुए शामिल, दी श्रद्धांजलि

    उज्जैन। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के पिता पूनमचंद यादव का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम यात्रा में सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष के नेता भी शामिल होने के लिए उज्जैन पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के पिता पूनमचंद यादव की अंतिम यात्रा उनके गीता कॉलोनी स्थित निवास अब्दालपुरा से शुरू हुई। अंतिम यात्रा के दौरान मोहन यादव पिता को निहारते रहे, इस दौरान उनकी आंखें भी नम नजर आईं। सीएम के पिता पूनमचंद यादव की अंतिम यात्रा गीता कॉलोनी, सकड़िया सुल्तान मंदिर, खजूर वाली मस्जिद, बुधवारिया, निकास चौराहा, तेलीवाड़ा, कंठाल, सतीगेट, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, ढाबा रोड़, बड़ापुल, कार्तिक मेला ग्राउंड, भूखी माता पहुंचेगी जहां उनका संस्कार किया जाएगा।


    कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत आज सुबह उज्जैन पहुंचे और स्व. पूनमचंद यादव को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी श्रद्धांजलि दी।
    केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी उज्जैन पहुंचकर सीएम यादव के पिता पूनमचंद यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की और यादव परिवार को ढांढस बंधाया। शिवराज सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के पिताजी पूनमचंद यादव जी ने 100 साल का जीवन जिया। 100 साल उम्र में सभी देवता हो जाते हैं, उनका देवलोक गमन हुआ है। केंद्रीय मंत्री शिवराज के अलावा उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, कैलाश विजयवर्गीय और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर समेत कई अन्य नेता भी अंतिम यात्रा में पहुंचे हैं। 

    सीएम यादव के पिता पूनमचंद के निधन की जानकारी सामने आते ही पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई। पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने उनके निधन पर दुख जताया। प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने लिखा- मोहन यादव जी के पूज्य पिता जी के निधन का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। बाबा महाकाल दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे और शोकाकुल परिवार को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति दे। 

    साभार अमर उजाला

  • पीएम मोदी का ब्रुनेई और सिंगापुर दौरे पर हुए रवाना

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को ब्रुनेई दौरे के लिए रवाना हो गए हैं. उनका यह दौरा एक दिन का होगा. इसके बाद वह बुधवार को सिंगापुर के दो दिवसीय दौरे के लिए रवाना होंगे. पीएम मोदी का ब्रुनेई और सिंगापुर का ये तीन दिवसीय दौरा काफी अहम माना जा रहा है.
    पीएम मोदी तीन दिनों के इस दौरे की शुरुआत ब्रुनेई से कर रहे हैं. वह सुल्तान हसनल बोल्कैया के निमंत्रण पर ब्रुनेई पहुंच रहे हैं. वह भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे, जो ब्रुनेई का दौरा करेंगे. इस साल दोनों देशों के राजनयिक संबंधों के 40 साल भी पूरे हो रहे हैं. 
    प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बताया कि अगले दो दिन ब्रुनेई और सिंगापुर के दौरे पर रहूंगा. इन देशों में कई कार्यक्रमों में शामिल होने के दौरान ध्यान इन देशों के साथ भारत के संबंधों को और गहरा करने पर होगा. भारत और ब्रुनेई के बीच राजनयिक संबंधों के 40 साल पूरे हो रहे हैं. मैं सुल्तान हाजी हसनल से मिलने को लेकर आशान्वित हूं सिंगापुर में मैं राष्ट्रपति थर्मन शणमुगरत्नम, प्रधानमंत्री लॉरेन्स वॉन्ग, वरिष्ठ मत्री ली सेन लुंग और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों से मिलूंगा. हम कई प्रमुख क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने को लेकर उत्सुक हूं. 
    पीएम मोदी के इस दौरे में व्यापारिक संबंधों को बढ़ाने के साथ-साथ अंतरिक्ष और रक्षा सेक्टर में सहयोग को भी बढ़ाएंगे. ब्रुनेई के साथ भारत पहले ही अंतरिक्ष सेक्टर में कई अहम समझौते कर चुका है. इसके साथ ही इस दौरे से दोनों देशों के बीच कच्चे तेल और हाइड्रोकार्बन के क्षेत्र में भी संबंध मजबूत होंगे. इस दौरे पर सेमीकंडक्टर और हाइड्रोकार्बन आयात पर फोकस होने की उम्मीद है. इस क्षेत्र में कुछ समझौते भी हो सकते हैं.
    साभार आज तक

  • पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह ने किया दावा, टिकट नहीं दिया गया, तो वह कांग्रेस का दामन थाम लेंगे

    हरियाणा विधानसभा चुनाव में दिग्गज नेता भारतीय जनता पार्टी की टेंशन बढ़ाते नजर आ रहे हैं। हाल ही में पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह ने दावा कर दिया है कि अगर उन्हें टिकट नहीं दिया गया, तो वह कांग्रेस का दामन थाम लेंगे। वह राज्य की हाईप्रोफाइल सीट बादशाहपुर से टिकट की मांग कर रहे हैं। खास बात है कि इस सीट पर वरिष्ठ नेता सुधा यादव से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के पूर्व OSD समेत कई बड़े नेता दावेदारी कर रहे हैं।
    मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिंह ने साफ कर दिया है कि वह इस बार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा, 'साल 2019 में मुझे टिकट नहीं मिला था। इस बार मैं निर्दलीय उम्मीदवार बनकर चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैदान में सिर्फ दो ही पार्टियां हैं। तो अगर भाजपा मुझे टिकट नहीं देती है, तो मैं कांग्रेस में शामिल हो जाऊंगा।' सिंह का दावा है कि बादशाहपुर विधानसभा सीट से वह ही जीतने वाले उम्मीदवार हैं।
    खबरें हैं कि पूर्व सांसद सुधा यादव विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जता रहीं हैं। वह बादशाहपुर सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं। ऐसे में नरबीर सिंह को टिकट मिलने की संभावनाएं कम नजर आ रही हैं। हालांकि, अब तक पार्टी ने टिकट का ऐलान नहीं किया है। इसके अलावा गुरुग्राम सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंदरजीत सिंह भी बादशाहपुर और अहिरवाल के टिकट वितरण में सक्रिय नजर आ रहे हैं।
    साल 2019 में हार का सामना करने वाले मनीष यादव भी टिकट की तलाश में हैं। वहीं खट्टर के पूर्व OSD जवाहर यादव भी यहां एक्टिव हैं। इनके अलावा भाजपा के जिलाध्यक्ष कमल यादव भी दावेदारी पेश कर रहे हैं। हालांकि, जवाहर यादव साफ कर चुके हैं कि वह पार्टी की विचारधारा के साथ काम करते रहेंगे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • हिमाचल में 2 लाख कर्मचारियों और 1.5 लाख पेंशनर्स के खाते में 1 तारीख को न सैलरी आई, न ही पेंशन

    नई दिल्ली. हिमाचल प्रदेश के इतिहास में पहली बार, राज्य के 2 लाख कर्मचारियों और 1.5 लाख पेंशनर्स को 1 तारीख को सैलरी और पेंशन नहीं मिल पाई. राज्य में मौजूदा आर्थिक संकट के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है, जिससे कर्मचारियों और पेंशनर्स के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है.
    हिमाचल प्रदेश पर वर्तमान में लगभग 94 हजार करोड़ रुपये का भारी कर्ज है. इस वित्तीय बोझ ने राज्य की वित्तीय स्थिति को अत्यधिक कमजोर कर दिया है, जिसके कारण राज्य सरकार को पुराने कर्ज चुकाने के लिए नए कर्ज लेने पड़ रहे हैं. कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए राज्य सरकार पर लगभग 10 हजार करोड़ रुपये की देनदारियां बकाया हैं. इस राशि का भुगतान न कर पाने की स्थिति में सरकार को भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को आज भी सैलरी-पेंशन न मिलने के आसार दिख रहे हैं.
    बता दें कि, 2022 के चुनाव में सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस ने कई बड़े वादे किए थे. सरकार में आने के बाद इन वादों पर बेतहाशा खर्च किया जा रहा है. हिमाचल सरकार के बजट का 40 फीसदी तो सैलरी और पेंशन देने में ही चला जाता है. लगभग 20 फीसदी कर्ज और ब्याज चुकाने में खर्च हो जाता है.
    हिमाचल प्रदेश की खराब आर्थिक स्थिति को देखते हुए सरकार ने बीते दिनों बड़ा फैसला लिया था. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को एलान किया था कि मुख्यमंत्री, मंत्री, मुख्य संसदीय सचिव, बोर्ड निगमों के चेयरमैन दो महीने तक वेतन-भत्ता नहीं लेंगे. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों से भी वेतन-भत्ता दो महीने के लिए छोड़ने की मांग रखी थी.
    साभार आज तक

  • महिला की शिकायत पर स्क्रैप व्यापारी सहित पांच लोगों के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज

    इंदौर। इंदौर की कनाड़िया पुलिस ने एक महिला की शिकायत पर स्क्रैप व्यापारी सहित पांच लोगों के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज किया है। पीड़िता ने बताया कि वह 11 जून 2024 को कनाड़िया में किराए से फ्लैट देखने जा रही थी, तभी आरोपियों ने उसे जबरन कार में बैठाया और अरविंदो अस्पताल के गोदाम में ले जाकर उसके साथ रेप किया।
    पीड़िता के अनुसार, वह कनाड़िया में किराए से फ्लैट देखने जा रही थी, तभी एक थार गाड़ी से सामने से आई स्कूटी के यहां रोक दी। इस कार से इरफान अली उतरा और उसे जबरदस्ती कार में बैठाने लगा। उसने कहा कि तुझे सलीम भाईजान से 10 से 12 लाख रुपए दिलवा देता हूं। पीड़िता ने विरोध किया तो कार की पीछे की सीट पर सलीम तेली निकला और कहा कि सड़क पर ही इसे कपड़े उतार दो।
    इसके बाद सलीम बारिक नाम का लड़का उतरा और पीड़िता को खींचकर जबरदस्ती गाड़ी में बैठा दिया। उसी समय सफेद रंग की दूसरी कार से शहजाद उतरा और अपशब्द कहे। आरोपियों ने पीड़िता को कार में बैठाकर अपहरण किया और अरविंदो अस्पताल के यहां गोदाम में ले गए। यहां कमरे में टीवी चालू कर सभी शराब पीने लगे। इसके बाद सलीम ने बेल्ट निकाला और मुजरा करने को कहा। करीब आधे घंटे बाद सभी ने अननैचुरल सेक्स को लेकर दबाव बनाने लगे। पीड़िता ने मना किया तो नजर पठान ने बेल्ट से बुरी तरह से मारा। फिर सभी एक के बाद एक बेल्ट से मारने लगे। सभी ने नशा किया और पीड़िता के साथ रेप किया।
    पीड़िता ने एफआईआर में लिखवाया कि वह चिल्लाई तो टीवी पर चल रही अश्लील फिल्म की आवाज तेज कर दी। सलीम तेली ने अननैचुरल सेक्स के लिए मजबूर किया। पीड़िता के साथ शैतानों जैसी हरकत की। कुछ देर बाद नजर पठान ने उसे एक्टिवा पर बैठाकर एमआर10 ब्रिज के यहां छोड़कर भाग गया। पीड़िता ने बताया कि वह इनके खिलाफ शिकायत करने थाने पहुंची, लेकिन कनाड़िया पुलिस ने भी उसकी सुनवाई नहीं की। आरोपियों को पता चला तो उन्होंने उसे काफी डराया। सोमवार रात कनाड़िया पुलिस ने पांचों आरोपियों पर केस दर्ज किया है।
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बीना शहर का करेंगे दौरा

    सागर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कल बुधवार 4 सितंबर को सागर जिले के बीना शहर के दौरे पर आने वाले हैं। सीएम के आगमन की तैयारियों को अंतिम रूप देकर सुरक्षा-व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया गया है। इसे लेकर बीते सोमवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने सभास्थल का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
    आठ साल के लंबे अंतराल के बाद मुख्यमंत्री बिना किसी चुनावी सभा के बीना आ रहे हैं। बीना क्षेत्र की आम जनता में इस दौरे को लेकर उत्साह है और उन्हें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री इस बार बीना को जिला बनाने की घोषणा कर सकते हैं। स्थानीय नेताओं ने भी जनता को इस संबंध में आश्वासन दिया है।
    बीना और खुरई सागर जिले के दो महत्वपूर्ण शहर हैं। दोनों जगह की जनता अपने-अपने शहर को जिला बनाने की मांग कर रही है। बीते एक महीने से बीना में जिला बनाओ की मांग जोर पकड़ रही है, जबकि खुरई के लोग भी लंबे समय से यही मांग कर रहे हैं। बीना और खुरई के बीच की दूरी मात्र 20 किलोमीटर है, दोनों शहरों के लोग अपनी-अपनी दावेदारी को लेकर विभिन्न तर्क दे रहे हैं। बताया जाता है कि खुरई के लोग 1964 से जिला बनने की मांग कर रहे हैं, जबकि बीना के लोग 1985 से यह मांग कर रहे हैं। बीना को जिला बनाए जाने की संभावनाओं के बीच खुरई में लोग आक्रोशित हो गए थे और उन्होंने 3 सितंबर को नगर बंद का आह्वान किया था, जिसे बाद में राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण टाल दिया गया।
    सागर जिले के इन दोनों शहरों को जिला बनाने की मांग वर्तमान सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रही है। पूर्व की सरकारों और नेताओं ने दोनों शहरों को जिला बनाने के आश्वासन दिए थे और अब यह मुद्दा वर्तमान मुख्यमंत्री के सामने है।
    कुछ जानकारों का मानना है कि बीना और खुरई शहरों को मिलाकर एक संयुक्त जिला बनाया जा सकता है, जिससे दोनों विधानसभा क्षेत्रों की जनता को संतुष्ट किया जा सके। दोनों शहरों के बीच की दूरी केवल 20 किलोमीटर है, लेकिन तेजी से हो रही बसाहट के कारण यह दूरी और भी कम हो गई है। अब यह देखना होगा कि सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है। क्या वह जिले की घोषणा करेगी या यह मामला फिर से ठंडे बस्ते में चला जाएगा।
    साभार अमर उजाला

  • रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में देश-विदेश में स्थापित बुंदेलखंड के उद्योगपतियों को भी किया जाएगा आमंत्रित

    सागर। 27 सितंबर को सागर में होने वाले रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में देश-विदेश में स्थापित बुंदेलखंड के उद्योग घरानों के व्यक्तियों को आमंत्रित किया जाएगा। अतिथि देवो भवः के तहत बुंदेलखंडी परंपरा के साथ देश-विदेश से आने वाले उद्योगपतियों का स्वागत किया जाएगा। कलेक्ट्रेट में हुई समीक्षा बैठक में समस्त राजस्व अधिकारियों को कलेक्टर संदीप जीआर ने भूमि संबंधी सभी अनुमतियां 7 दिवस में पूरी करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में पुलिस अधीक्षक विकास शाहवाल, अपर कलेक्टर रूपेश उपाध्याय, कार्यकारी संचालक एमपीआईडीसी विशाल सिंह चौहान, एसके जैन, एसएस संधू, पीके उपाध्याय, वैभव उपाध्याय सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
    कलेक्टर संदीप जीआर ने समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि समस्त एसडीएम भूमि संबंधी सभी अनुमतियां 7 दिवस में पूरी करें, जिससे उद्योगपतियों द्वारा 27 सितंबर को अपने उद्योग लगाने के लिए जो जमीन चिन्हित की जाएगी, उसकी अनुमति तत्काल प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि सागर के डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में अध्ययन कर चुके छात्र-छात्राएं (एल्युमिनी) जो देश-विदेश में अपनी योग्यता के आधार पर उद्योगों का संचालन कर रहे हैं, उन्हें विश्वविद्यालय के माध्यम से आमंत्रित किया जाए। इसी प्रकार संपूर्ण बुंदेलखंड के व्यक्ति जो देश-विदेश में अपना उद्योग चला रहे हैं, उन्हें भी 27 सितंबर के कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया जाए। उन्होंने कहा कि इससे न केवल हमारे बुंदेलखंड के उद्योग जगत के व्यक्तियों से साक्षात्कार होगा, बल्कि उन्हें अपना उद्योग सागर में स्थापित करने के लिए नया मौका भी मिलेगा।
    साभार अमर उजाला

     

  • जन्मदिन पर उज्जैन महाकालेश्वर पहुंचे प्रभारी मंत्री टेटवाल, भस्म आरती में शामिल हुए

    उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज सुबह 4 बजे बाबा महाकाल की भस्म आरती की गई। इस भस्म आरती में कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री और उज्जैन के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल परिवार समेत शामिल  हुए। उन्होंने बाबा महाकाल की भस्म आरती देखने के साथ ही उनके निराकार से साकार स्वरूप के दर्शन किए।
    श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि कौशल विकास एवं रोजगार राज्यमंत्री गौतम टेटवाल अपने जन्मदिन पर बाबा महाकाल के दर्शन करने परिवार के साथ आए थे।  उन्होंने नंदी हॉल में बैठकर बाबा महाकाल की भस्म आरती देखी और चांदी द्वार से बाबा महाकाल के दर्शन भी किए। दर्शन के बाद, प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल ने मीडिया से कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें अवंतिका धाम में सेवा का अवसर मिला है। बाबा महाकाल की कृपा मुझ पर और परिवार पर बनी रहे ऐसी मंगल कामना मैंने बाबा महाकाल से की है। 
    मंत्री ने इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि सीएम मोहन यादव के कुशल नेतृत्व में हम काम कर रहे हैं। मैं उज्जैन के विकास के लिए कार्यकर्ता रहूं ऐसी मेरी कामना है।
    साभार अमर उजाला

  • छत्तीसगढ़ से दिल दहला देने वाली खबर... कांग्रेस नेता ने पूरे परिवार के कर ली खुदकुशी

    जांजगीर। छत्तीसगढ़ से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक कांग्रेस नेता ने अपने परिवार के साथ खुदकुशी कर ली है। घटना जांजगीर-चांपा जिले की है। यहां कांग्रे नेता ने पत्नी और दो बेटों के साथ जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इसमें बड़े बेटे की तुरंत मौत हो गई जबकि कांग्रेस नेता, उनकी पत्नी और छोटे बेटे की हालत गंभीर बताई जा रही थी। उन्हें गंभीर हालत में बिलासपुर के सिम्स अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां तीनों ने रविवार सुबह दम तोड़ दिया।
    चारों की पहचान 66 साल के कांग्रेस नेता पंचराम यादव, 55 साल की उनकी पत्नी दिनेश नंदनी यादव, 28 साल के बेटे नीरज यादव और 25 साल के सूरज यादव के तौर पर हुई है। इन सभी ने 30 अगस्त को एक साथ जहर खा लिया था। बताया जा रहा है कि पूरा परिवार कर्ज से परेशान था और इसी के चलते उन्होंने यह कदम उठाया। इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है।
    किसी को पता न चले इसलिए उन्होंने सामने दरवाजे पर ताला लगा दिया था और पीछे के दरवाजे से वापस जाकर वहां का दरवाजा भी अंदर से बंद कर दिया था। इस खुलासा तब हुआ जब पड़ोस में रहने वाली एक लड़की उसके घर गई। दो-तीन बार आवाज लगाने के बाद भी दरवाजा नहीं खोला तो उसे कुछ अनहोनी की आशंका हुई और आसपास के लोगों को इसकी सूचना दी। जब पड़ोसी और उसके स्वजन घर अंदर गए तो सभी गंभीर अवस्था में पड़े हुए थे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बांग्लादेश में हिंदू शिक्षकों से जबरन लिया जा रहा इस्तीफा

    ढाका। शेख हसीना सरकारी की बर्खास्तगी के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ताजा मामला वहां बच्चों को पढ़ाने वाले हिंदू शिक्षकों से जुड़ा है। उन्हें अपनी सरकारी नौकरी से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उनसे जबरन इस्तीफा लिया जा रहा है। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पड़ोसी देश में अब तक कम से कम 50 हिंदू शिक्षकों को अपनी नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया गया है।
    बांग्लादेशी दैनिक प्रोथोम अलो के अनुसार, बरिशाल के बेकरगंज सरकारी कॉलेज की प्रिंसिपल शुक्ला रानी हलदर को भी अपना इस्तीफा देना पड़ गया है। 29 अगस्त को छात्रों और बाहरी लोगों की भीड़ ने उनके कार्यालय पर धावा बोल दिया और उनसे इस्तीफा देने की मांग की। कई घंटों तक डराने-धमकाने के बाद परेशान हलदर ने एक सादा कागज पर सिर्फ "मैं इस्तीफा देती हूं" लिखकर सरकारी नौकरी छोड़ दी।
    इससे पहले 18 अगस्त को अजीमपुर गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल और कॉलेज की करीब 50 छात्राओं ने प्रिंसिपल गीतांजलि बरुआ को घेर लिया और उनसे सहायक प्रधानाध्यापक गौतम चंद्र पॉल और शारीरिक शिक्षा शिक्षिका शहनाजा अख्तर से इस्तीफा मांगा। बरुआ ने डेली स्टार को बताया, "18 अगस्त से पहले उन्होंने कभी मेरा इस्तीफा नहीं मांगा। उस सुबह उन्होंने मेरे कार्यालय में धावा बोला और मुझे अपमानित किया।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से केसी त्यागी ने दिया इस्तीफा

    पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से राष्ट्रीय महासचिव किशन चंद त्यागी (केसी त्यागी) ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने 'अमर उजाला' से बातचीत में इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि 1984 से इस तरह की भूमिका में रहा। वह कर्पूरी ठाकुर, बीजू पटनायक आदि का जमाना था। तब इस भूमिका को निभा रहा हूं। अब हर समय बात करने की उम्र नहीं रही, इसलिए राष्ट्रीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी छोड़ दी है।
    जनता दल यूनाईटेड के महासचिव आफाक अहमद खान ने चिट्ठी जारी कर यह जानकारी दी। कहा कि केसी त्यागी ने प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया गया है। उन्होंने पद छोड़ने का कारण निजी बताया है। उनकी जगह राजीव रंजन प्रसाद को जदयू का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है।
    साभार अमर उजाला

  • रुबीना फ्रांसिस ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में जीता कांस्य पदक, मुख्यमंत्री ने दी बधाई

    भोपाल। पेरिस पैरालंपिक के तीसरे दिन शनिवार को भारत ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज की। महिला निशानेबाज रुबीना फ्रांसिस ने विमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1) इवेंट में कांस्य पदक जीता। रुबीना ने फाइनल मुकाबले में 211.1 अंक हासिल किए, जिससे भारत को इस पेरिस पैरालंपिक खेलों में कुल पांचवां मेडल मिला।
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रुबीना फ्रांसिस की इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने एक्स पर लिखा, “पेरिस पैरालंपिक 2024 में महिला 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1) स्पर्धा में भारतीय निशानेबाज और जबलपुर की बेटी रुबीना फ्रांसिस को कांस्य पदक जीतने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। आपकी यह जीत देश और प्रदेश के युवाओं, विशेषकर बेटियों के लिए संघर्ष से सफलता का प्रेरणास्त्रोत बनेगी। बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि आपकी इस जीत का क्रम लगातार जारी रहे और आप इसी तरह देश और मध्यप्रदेश को गर्वित करती रहें।
    साभार अमर उजाला

  • पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा दो हेलीकॉप्टरों के साथ अक्टूबर में फिर से शुरू होगी

    भोपाल। मध्य प्रदेश में धार्मिक स्थलों की यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए शुरू की गई पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा अक्टूबर में दो हेलीकॉप्टरों के साथ फिर से शुरू होगी। यह सेवा पहली बार 16 जून को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा उज्जैन से शुरू की गई थी, लेकिन इसके बाद किसी अन्य यात्री ने इसका लाभ नहीं उठाया। अम उजाला ने 24 अगस्त के अंक में सपना धराशाई...दूसरी उड़ान नहीं भर सकी पीएमश्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा, सीएम ने किया था शुभारंभ शीर्षक से खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। इसके पहले विमानन विभाग के अधिकारी हेली सेवा को लेकर गोलमोल जवाब दे रहे थे। अब अधिकारियों का कहना है कि बरसात के चलते हेलीकॉप्टर की सेवा को रोका गया है। दो हेलीकॉप्टरों से बरसात के बाद सेवा को दोबारा शुरू किया जाएगा। 
    पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा की पहली उड़ान उज्जैन से ओंकारेश्वर के लिए संचालित की गई थी, जिसमें एक परिवार ने यात्रा की। इसके बाद, सेवा की दूसरी उड़ान संभव नहीं हो पाई। इसका मुख्य कारण यात्रियों की कमी को बताया गया। अब नई योजना के अनुसार, दो हेलीकॉप्टरों के साथ धार्मिक हेली सेवा को फिर से शुरू किया जाएगा। इस सेवा में न केवल उज्जैन से ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर जैसे प्रमुख ज्योतिर्लिंगों को जोड़ने की योजना है, बल्कि इसके विस्तार के तहत प्रदेश के अन्य धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों जैसे मैहर, दतिया, और ओरछा को भी शामिल किया जाएगा। योजना में हेलीकॉप्टरों की संख्या बढाई जाएगी,जिससे अधिक से अधिक यात्री इस सेवा का लाभ उठा सकें।
    साभार अमर उजाला

  • PM मोदी की सुप्रीम कोर्ट के जजों से अपील, महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर फैसलों में आए तेजी

    कोलकाता रेप कांड की सीबीआई जांच के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए देश को उनके खिलाफ अपराध के मामलों में तेजी से फैसले की जरूरत है। इस दौरान देश के मुख्य न्यायधीश डीवीआई चंद्रचूड़ सहित सुप्रीम कोर्ट के कई बड़े जज मौजूद थे। आपको बता दें कि इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया था और पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर कई सवाल खड़े किए थे।
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, बच्चों की सुरक्षा, समाज की गंभीर चिंता है। देश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई कठोर कानून बने हैं, लेकिन हमें इसे और सक्रिय करने की जरूरत है। महिला अत्याचार से जुड़े मामलों में जितनी तेजी से फैसले आएंगे, आधी आबादी को सुरक्षा का उतना ही बड़ा भरोसा मिलेगा।"
    आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में टिकट और सिक्के का अनावरण किया। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए ये बातें कही हैं।
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,"न्याय में देरी को खत्म करने के लिए बीते एक दशक में कई स्तर पर काम हुए हैं। पिछले 10 वर्षों में देश ने न्यायिक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए लगभग 8 हजार करोड़ रुपए खर्च किए हैं। पिछले 25 साल में जितनी राशि न्यायिक बुनियादी ढांचा पर खर्च की गई, उसका 75 प्रतिशत पिछले 10 वर्षों में ही हुआ है।"
    पीएम मोदी ने कहा, "हमारे लोकतंत्र में न्यायपालिका संविधान की संरक्षक मानी गई है ये अपने आप में एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। हम संतोष के साथ कह सकते हैं कि हमारी सुप्रीम कोर्ट, हमारी न्यायपालिका ने इस जिम्मेदारी का बखूबी निर्वाहन प्रयास किया है। आजादी के बाद न्यायपालिका ने न्याय की भावना की रक्षा की, जब-जब देश की सुरक्षा का प्रश्न आया तब न्यायपालिका ने राष्ट्र हित सर्वोपरि रखकर भारत की एकता की रक्षा की।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • चंपई सोरेन के बाद लोबिन हेम्ब्रम ने भी भाजपा का हाथ थामा

    रांची। विपक्ष को एक और बड़ा झटका लगा है। चंपई सोरेन के बाद अब लोबिन हेम्ब्रम ने भाजपा का हाथ थाम लिया है। बता दें, हाल ही में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने विधायक लोबिन हेम्ब्रम को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया था। 
    प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की मौजूदगी में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) से निष्कासित नेता हेम्ब्रम भाजपा में शामिल हो गए।
    गौरतलब है, 30 अगस्त को चंपई सोरेन ने झामुमो से इस्तीफा देने के बाद आधिकारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। सोरेन बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ यहां आयोजित एक समारोह में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। केंद्रीय मंत्री सिंह ने 'टाइगर जिंदा है' कहते हुए पार्टी में उनका स्वागत किया था। इस मौके पर वरिष्ठ आदिवासी नेता (67) भावुक नजर आए। दरअसल, सोरेन झारखंड में 'कोल्हान टाइगर' के नाम से भी मशहूर हैं।
    साभार अमर उजाला

  • शंभू बॉर्डर पहुंची विनेश फोगाट, बोलीं - बड़ा दिल दिखाए सरकार

    नई दिल्ली. शंभू बॉर्डर पर लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन को शनिवार को 200 दिन पूरे हो गए हैं. इस मौके पर किसानों ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन की योजना बनाई है. इसी बीच शनिवार को ओलंपियन रेसलर, महिला पहलवान विनेश फोगाट शंभू बॉर्डर पहुंची. यहां किसानों ने उनका माला पहनाकर स्वागत और सम्मान किया. जानकारी के अनुसार, इस विशेष कार्यक्रम में विनेश फोगाट को उनके समर्थन के लिए किसान आंदोलन के नेताओं द्वारा सम्मानित किया गया है.
    विनेश फोगाट ने किसानों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हुए कहा, "किसान अपने अधिकारों के लिए लंबे समय से यहां बैठे हैं, लेकिन उनकी ऊर्जा अभी भी कम नहीं हुई है. मैं खुद को भाग्यशाली मानती हूं कि मैं एक किसान परिवार में पैदा हुई. आपकी बेटी आपके साथ है. हमें अपने अधिकारों के लिए खड़ा होना होगा, क्योंकि कोई और हमारे लिए नहीं आएगा. मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि आपकी मांगे पूरी हों, और जब तक आप अपने अधिकार नहीं ले लेते, तब तक वापस न लौटें." उन्होंने कहा कि 'हम जब अपनी मांगों के लिए अपनी आवाज उठाते हैं तो यह हर बार राजनीतिक नहीं होता. आपको हमारी बात सुननी चाहिए.'
    उन्होंने आगे कहा, "यह हमेशा जाति या कुछ और के बारे में नहीं होता. मैं प्रार्थना करती हूं कि आपको आपके अधिकार मिलें, और हमारी बेटियां आपके साथ हैं."
    साभार आज तक 

  • सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा-  मैं 100 बार शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पैर छूने और माफी मांगने के लिए तैयार

    नई दिल्ली। महाराष्ट्र और देश भर के लिए बड़े नायक माने जाने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के आंधी में ढहने का मुद्दा राज्य सरकार के लिए भारी पड़ रहा है। इस मसले पर पूरी सरकार ही बैकफुट पर आ गई है और किसी तरह इससे बचने की कोशिश में है। चुनावी सीजन से पहले शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने से विपक्ष को बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल गया है। यही वजह है कि एक तरफ सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैं 100 बार शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पैर छूने और माफी मांगने के लिए तैयार हूं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज पूजनीय हैं और उन्हें राजनीति से दूर रखना चाहिए।
    सिंधुदुर्ग में लगी इस मूर्ति के गिरने पर अजित पवार ने भी दुख जताया है। उन्होंने कहा कि मैं महाराष्ट्र की 13 करोड़ जनता से इस पर माफी मांगता हूं। वह लगातार कह रहे हैं कि मैं 13 करोड़ लोगों से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। महाराज शिवाजी की प्रतिमा गिरना हमारे लिए एक सदमे जैसा है। अजित पवार ने कहा, 'इस मामले में दोषी पाए गए ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। राज्य के डिप्टी सीएम के तौर पर मैं माफी मांगता हूं। मेरा वादा है कि भविष्य में अब राज्य में ऐसी कोई घटना नहीं होने दी जाएगी।'
    एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाराज शिवाजी महाराष्ट्र के संरक्षक देवता हैं। मैं उनके 100 बार पैर छूकर माफी मांगने के लिए तैयार हूं। वहीं भाजपा नेता और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी इसे लेकर दुख जताया है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि महाराज की प्रतिमा का निर्माण भारतीय नौसेना की देखरेख में हुआ था। इसमें राज्य सरकार का कोई रोल नहीं था। फडणवीस का कहना था कि राज्य सरकार इससे भी बड़ी शिवाजी की प्रतिमा लगवाएगी और उनके सम्मान को बरकरार रखा जाएगा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान 

     

  • शैलजा को कांग्रेस से झटका, किसी भी सांसद को चुनाव लड़ने की नदीं ही जाएगी अनुमति

    हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने का सपना देख रहे कांग्रेस सांसदों को झटका लगा है। पार्टी ने साफ कर दिया है कि किसी भी सांसद को चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस ऐलान के साथ ही कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। दरअसल, दोनों ही सांसदों ने विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। इधर, भारतीय जनता पार्टी ने गुटबाजी को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। साथ ही शैलजा को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने की चुनौती दी है।
    खास बात है कि यह ऐलान ऐसे समय पर आया है, जब अटकलें थीं कि हरियाणा कांग्रेस में वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और शैलजा को लेकर गुटबाजी जारी है। दोनों ही नेता अलग-अलग कार्यक्रम और घोषणाएं करते भी देखे गए थे।
    कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया ने बुधवार को कहा कि पार्टी के किसी भी सांसद को विधानसभा चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। बाबरिया से सवाल किया गया कि कुछ सांसद भी चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘किसी को इजाजत नहीं दी जाएगी।’
    उन्होंने बताया कि प्रदेश की 90 विधानसभा सीट के लिए 2500 से अधिक आवेदन आए हैं जिनमें से कई लोगों के साक्षात्कार भी किए गए हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि जिन विधायकों के खिलाफ जमीन पर माहौल होगा, उनके टिकट काटे जा सकते हैं। हरियाणा में सभी 90 विधानसभा सीट के लिए एक अक्टूबर को मतदान होगा। मतगणना चार अक्टूबर को होगी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • हिट एंड रन के बढ़ते मामलों पर नितिन गडकरी ने कहा- बच्चों को गाड़ी चलाने की इजाजत देने वाले अभिभावकों को शर्मिंदा करने की जरूरत

    नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हिट एंड रन के बढ़ते मामलों पर बात करते हुए कहा है कि ऐसे अभिभावकों के नाम को सामने लाने और उन्हें शर्मिंदा करने की जरूरत है जो ऐसे बच्चों को गाड़ी चलाने की इजाजत दे देते हैं। उन्होंने कहा, "ट्रैफिक नियमों को तोड़ने के लिए जुर्माने में भारी बढ़ोतरी के बावजूद लोग नियम तोड़ रहे हैं। लोग नियमों को अनदेखी करते हैं और उन्हें नियम तोड़ने का कोई डर नहीं है।"
    फिक्की रोड सेफ्टी अवार्ड्स एंड कॉन्क्लेव 2024 के छठे संस्करण में बोलते हुए गडकरी ने आगे कहा कि उन्होंने इंजीनियरों से कहा है कि नेशनल हाईवे के बीच या डिवाइडर के नए डिजाइन तैयार करे जिस पर से कोई पर न कर सके। उन्होंने कहा है कि ऐसे लोगों को रोकने का यही एकमात्र उपाय है। नितिन गडकरी ने डिवाइडर पार करने वालों पर तंज कसते हुए कहा कि देश में कुछ लोग खुद को खास समझते हैं और सड़क पार करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
    नितिन गडकरी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने शहरी क्षेत्रों से गुजरने वाले हाइवे पर रैंप के प्रावधान के साथ और अधिक फुटओवर ब्रिज बनाने का भी फैसला किया है ताकि दोपहिया वाहन उनका प्रयोग कर सकें।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बंगाल बंद के दौरान हिंसा, भाजपा नेता पर ताबड़तोड़ फायरिंग

    कोलकाता। भाजपा के बंगाल बंद के दौरान हिंसा की घटना सामने आई है। एक भाजपा नेता ने दावा किया है कि उनकी कार पर सामने से टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने फायरिंग की है। इस गोलीबारी में दो लोग जख्मी हुए हैं। यह घटना उत्तर 24 परगना के भाटपारा इलाके की है। एक पार्टी लीडर ने कहा कि हत्या के प्रयास में यह फायरिंग की गई और कुल 7 गोलियां चलाई गई थीं। भाजपा नेता प्रियांगु पांडे ने कहा कि सत्ताधारी दल से जुड़े लोगों ने यह हमला किया है। उनकी कार के शीशे में दिख रहे गोलियों के निशान वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
    इस मामले की जानकारी देते हुए बंगाल भाजपा के नेता अर्जुन सिंह ने कहा कि यह टीएमसी के लोगों ने किया है। उन्होंने कहा कि प्रियांगु पांडे हमारी पार्टी के नेता हैं। वह आ रहे थे तो उनकी गाड़ी पर बम चलाया गया। गाड़ी न रुकने पर फिर गोलियां चलाई गईं। एक गोली ड्राइवर के सिर के पास लगी है। इसके अलावा एक अन्य व्यक्ति रवि सिंह को मारा गया। प्रियांगु पांडे की हत्या करने की साजिश थी और भगवान के आशीर्वाद से वह किसी तरह से बच गया। उन पर गोली चलाने वाले लोग जुआ खेलने का रैकेट चलाते हैं और यह सब एसीपी की निगरानी में हुआ।
    उन्होंने कहा कि एसीपी ने मंगलवार को ही कह दिया था कि भाटपारा में भाजपा का कोई आदमी बंगाल बंद के वक्त दिखना नहीं चाहिए। अर्जुन सिंह ने कहा कि जिन दो लोगों पर हमला हुआ है, उनमें से एक की हालत गंभीर है। भाजपा लीडर ने कहा कि टीएमसी के पास अब कुछ बचा नहीं है। इनके पास दो ही चीजें हैं- पुलिस और गुंडा। इनके खिलाफ प्रदर्शन करके भी कुछ होने वाला नहीं है। हमें प्रतिक्रिया के बारे में सोचना होगा। अर्जुन सिंह ने इस घटना के विरोध को लेकर कहा कि पहले तो जान ही बचा ली जाए। उसके बाद कुछ किया जाएगा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आईबी के अलर्ट के बाद RSS प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा बढ़ाई

    नई दिल्ली. RSS प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है. मोहन भागवत को पहले से ही Z plus श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है. जानकारी के अनुसार,  मोहन भागवत की सुरक्षा को अब जेड प्लस से बढ़ाकर एडवांस सिक्योरिटी लाइजन (ASL) कर दिया गया है. बता दें कि मोहन भागवत की सुरक्षा CISF जवानों के द्वारा की जाती है.
    रिपोर्ट के अनुसार, मोहन भागवत की सुरक्षा आईबी के थ्रेट अलर्ट के बाद बढ़ाई गई है. अब  नई सिक्योरिटी के बाद CISF की टीम उस स्थान पर पहले से ही मौजूद रहेगी जहां मोहन भागवत को जाना होगा. मौजूदा समय में उनकी सुरक्षा में 58 कमांडो क्लॉक वाइज तैनात रहते हैं.
    बता दें कि जिस शख्स को ASL स्तर की सुरक्षा मिलती है उसकी सुरक्षा से संबंधित जानकारी जिला प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य और अन्य विभागों जैसी स्थानीय एजेंसियों की भागीदारी को अनिवार्य करता है. जानकारी के अनुसार, इसमें बहुस्तरीय सुरक्षा घेरा होता है. साथ ही चॉपर यात्रा की अनुमति केवल विशेष रूप से डिजाइन किए गए हेलीकॉप्टरों में ही दी जाती है. जिसके लिए अलग तरह का प्रोटोकॉल होता है.
    साभार आज तक

  • ऑस्ट्रेलिया ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या सीमित करने का किया फैसला

    मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया ने 2025 सत्र के लिए अपने यहां आने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या के सीमित करने का फैसला किया है। इसकी वजह से बढ़ते प्रवासन को बताया जा रहा है। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के पिछले कई वर्षों में बाहर से आने वालों की तादाद रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ी है। इससे यहां घरों के किराये आसमान छू रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के शिक्षा मंत्री जेसन क्लेयर ने बताया कि हम छात्रों जिन पाठ्यक्रमों के लिए छात्रों की संख्या को सीमित करने जा रहे हैं, उसमें उच्च शिक्षा के साथ-साथ व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम भी शामिल हैं। इस कदम से विदेश में उच्च शिक्षा के लिए जाने की उम्मीद रखने वाले भारतीय छात्रों पर भी काफी असर पड़ेगा। इसका सबसे ज्यादा असर पंजाब के छात्रों पर पड़ सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों में ज्यादातर पंजाब के हैं।
    ऑस्ट्रेलिया के माइग्रेशन एजेंट्स रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी के सदस्य सुनील जग्गी ने बताया कि जून 2022 में ऑस्ट्रेलिया में दूसरे देशों से आने वाले छात्रों की संख्या 5.10 लाख तय की गई थी। 2023 में यह संख्या घटाकर 3.75 लाख कर दी गई। अब उन्होंने इसे और कम करने का फैसला किया है। यह फैसला सभी अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर लागू होगा। इसका असर सिर्फ भारतीय छात्रों पर नहीं, बल्कि यहां आने वाले सभी छात्रों पर पड़ेगा। विश्वविद्यालय देशों और राज्यों के हिसाब से कोटा वितरित करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि फरवरी में प्रवेश लेने की तैयारी कर रहे छात्रों पर इस फैसले का असर होगा। पंजाब के छात्र सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। 
    साभार अमर उजाला

  • कोलकाता कांड के विरोध में आज मार्च

    कोलकाता। कोलकाता में आज शहर में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा की आशंका को देखते हुए विरोध मार्च नबन्नो अभिजन के लिए भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। नबन्नो पश्चिम बंगाल सरकार का सचिवालय है जहां से राज्य सरकार काम करती है। इसमें मुख्यमंत्री और अन्य शीर्ष मंत्रियों और अधिकारियों के कार्यालय हैं। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 31 वर्षीय डॉक्टर के साथ 9 अगस्त को बलात्कार और हत्या के लिए न्याय की मांग करने के लिए एक अपंजीकृत संगठन ने छात्र संगठन होने का दावा करते हुए राज्य सचिवालय तक विरोध मार्च की घोषणा की है।
    वहीं पुलिस का कहना है कि उन्हें इस विरोध मार्च में साजिश की बू आ रही है। पुलिस ने कहा है कि नागरिकों के गुस्से का दुरुपयोग करके पश्चिम बंगाल में अराजकता फैलाने की साजिश की जा रही है। कोलकाता पुलिस का दावा है कि उनके पास सूचना है कि "नबन्ना अभिजन" का आयोजन करने वाले व्यक्तियों में से एक ने एक प्रमुख शख्स ने फाइव स्टार होटल में एक राजनीतिक पार्टी के नेता से मुलाकात की है। पुलिस का यह भी दावा है कि उनके पास खुफिया जानकारी है कि इस मार्च में पुलिस को बल प्रयोग करने के लिए उकसा कर बड़े पैमाने पर अराजकता पैदा करने की साजिश की जा रही है।
    NDTV ने एक शीर्ष अधिकारी के हवाले से बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 6,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा और बैरिकेडिंग के लिए 19 जगहों की पहचान की गई है। लगभग 26 पुलिस उपायुक्त अलग अलग इलाके में तैनात किए जाएंगे। हेस्टिंग्स, फर्लांग गेट, स्ट्रैंड रोड और हावड़ा जैसे जगहों पर भारी मात्रा में तैनाती की जायेगी और सुबह 8 बजे बैरिकेडिंग शुरू हो जाएगी। इस बीच तृणमूल कांग्रेस ने "नबन्ना अभिजन" के आयोजन को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। बीजेपी ने दावा किया है कि दबाव में आकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस का सहारा लिया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अब जापान के हवाई क्षेत्र में विमान लेकर घुसा चीन, बढ़ सकता है तनाव

    अब चीन जापान के हवाई क्षेत्र में दखल दे रहा है। सोमवार को ही जापान ने इसकी जानकारी दी है और कहा है कि चीन ने हमारे हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है। खास बात है कि यह पहली बार है जब कोई चीनी विमान ने ऐसा काम किया हो। इसे लेकर जापान सरकार ने चीन के कार्यकारी राजदूत को तलब किया और विरोध दर्ज कराया है।
    जापान मंत्रालय का कहना है कि सोमवार सुबह 11 बजकर 29 मिनट पर Y-9 निगरानी विमान ने ईस्ट चाइना सी में नागासाकी प्रांत में दांजो द्वीपों के पास हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। जापान का कहना है कि चीन का विमान क्षेत्र में करीब 2 मिनटों तक रहा, जिसके चलते 'आपातकालीन' स्थिति में जापान को भी लड़ाकू विमान तैनात करने पड़ गए थे।
    समाचार एजेंसी एएनआई ने जापान की मीडिया के हवाले से लिखा है कि इस घटनाक्रम से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है। जापान के विदेश मंत्रालय ने बताया है कि उपविदेश मंत्री मासाताका ओकानो ने चीन के कार्यकारी राजदूत को तलब किया और 'बेहद गंभीर विरोध' दर्ज कराया है। साथ ही इसे रोकने के लिए उपाय करने के लिए कहा है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस-एनसी की सरकार बनी तो जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान में मिला देंगे : जीतन राम मांझी

    गया। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल काॅन्फ्रेंस की सरकार बनी तो वह लोग राज्य पाकिस्तान से मिला देगें। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह लोग सत्ता के लिए आतंकी हिजबुल से भी हाथ मिला सकते हैं। बता दें कि उक्त बयान से पहले केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया पर भी कहा था कि कश्मीर में चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान और हिजबुल के साथ भी गठबंधन कर सकती है। 
    सोमवार रात गया जिले के महकार गांव में स्थित अपने पैतृक आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यह एनडीए का अभिमत है कि कांग्रेस वाले लोग अब्दुल्ला से हाथ मिला रहे हैं। अब्दुल्ला की क्या रीति और नीति रही है? यह कांग्रेस से छिपा हुआ है? लेकिन, अब तो स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में फिर 370 लागू करना चाहता है। यह सभी लोग एससी-एसटी के विरोधी हैं। अब्दुल्ला से हाथ मिलाने का मतलब साफ है कि कांग्रेस उसी एजेंडे पर काम कर रही है। जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में अगर जीत गए तो पाकिस्तान से मिला देगें।
    साभार अमर उजाला

  • ग्वालियर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में सीएम डॉ. यादव करेंगे वन टू वन चर्चा

    भोपाल। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में गुरुवार को एक रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन होने जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में आयोजित इस कॉन्क्लेव में देश-विदेश के प्रमुख उद्योगपति शामिल होंगे।  प्रदेश में अगले साल होने वाली जीआईएस के पहले रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। कॉन्क्लेव काआयोजन ग्वालियर के राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में होगा। इसमें  मुख्यमंत्री डॉ. यादव, केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, राज्य सरकार के मंत्री और देश-विदेश के प्रतिष्ठित उद्योगपति एवं निवेशक शामिल होंगे।
    ग्वालियर में हो रहे इस कॉन्क्लेव का मुख्य उद्देश्य यहां के सांस्कृतिक और औद्योगिक धरोहर के साथ निवेश के नए अवसरों को उजागर करना है। इस आयोजन के माध्यम से देश-विदेश के उद्योगपति इस क्षेत्र में निवेश के लिए प्रोत्साहित होंगे, जिससे न केवल प्रदेश के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यहां के युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे। इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 40 से ज्यादा सेक्टर की प्रदर्शन आयोजित की जाएगी। इसमें उद्योगपतियों से वन टू वन चर्चा भी आयोजित होगी। जानकारी के अनुसार इस कॉन्क्लेव में 7 देशों के ट्रेड कमिश्नरों ने अपनी उपस्थिति की सहमति दी है।  इसमें सात देशों के निवेशक शामिल होंगे। जिसमें नीदरलैंड, जाम्बिया, कनाडा, कोस्टारिका, ताइवान, टोंगो और घाना शामिल है।  इसके अलावा, अडानी समूह के करन अडानी और एक्सेंचर जैसी विश्वविख्यात कंपनियों के सीईओ सहित कई प्रमुख उद्योगपति और निवेशक भी इस कार्यक्रम में भाग लेने आ रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने जारी की 44 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट

    जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में पहले चरण के लिए 15. दूसरे चरण के लिए 10 तो तीसरे चरण में होने वाली वोटिंग के लिए 19 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है. बता दें कि जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव होने हैं.
    इस लिस्ट की खास बात ये है कि इसमें पूर्व डिप्टी सीएम और जम्मू-कश्मीर विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. निर्मल सिंह को टिकट नहीं मिला है. निर्मल सिंह ने 2014 में बिलावर विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी. वहीं, कविंद्र गुप्ता को भी टिकट नहीं मिला है. हालांकि, अटकलें हैं कि कविंद्र गुप्ता के नाम का ऐलान अगली लिस्ट में किया जा सकता है. 
    बीजेपी ने कश्मीर घाटी की दो सीटों से कश्मीरी पंडित को अपना उम्मीदवार बनाया है. शंगस-अनंतनाग पूर्व से वीर सराफ और हब्बाकदल से अशोक भट्ट को उम्मीदवार बनाया गया है. 
    बता दें कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर रविवार को नई दिल्ली में बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई थी. इस मीटिंग में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे. इस मीटिंग में चुनावी रणनीति, मुद्दों, उम्मीदवारों के नाम और राज्य में पीएम मोदी की संभावित रैलियों पर चर्चा हुई थी. इस मीटिंग के बाद अटकलें लगाई जा रही थीं कि बीजेपी सोमवार सुबह तक उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर देगी.
    सूत्रों के मुताबिक, इस मीटिंग में तय हुआ कि पीएम मोदी की कश्मीर में एक से दो रैली होगी जबकि जम्मू में पीएम मोदी 8 से 10 रैलियां करेंगें.बता दें कि राज्य की 90 विधानसभा सीटों पर मतदान के लिए चुनाव आयोग ने चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया है. जम्मू कश्मीर में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान होगा. सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव 3 चरणों में कराए जाएंगे. विधानसभा चुनाव के नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे. पहले फेज में 24 सीटों पर, दूसरे फेज में 26 सीटों पर और तीसरे फेज में 40 सीटों पर मतदान होना है.
    साभार आज तक

  • मायावती ने एससी-एसटी आरक्षण को लेकर कांग्रेस पर बोला हमला, भाजपा की तारीफ

    लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने एक बार फिर एससी-एसटी आरक्षण को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है। मायावती ने गेस्ट हाउस कांड का जिक्र कर सपा और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। बसपा सुप्रीमो ने कांग्रेस की चुप्पी पर सवाल उठाए। मायावती ने आरोप लगाया कि केंद्र में सरकार होते हुए भी कांग्रेस ने अपना दायित्व नहीं निभाया था। इस दौरान मायवती ने भाजपा की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि भाजपा ने उन्हें बचाया था। 
    मायावती ने सोमवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट की। इसमें लिखा सपा जिसने 2 जून 1995 में बीएसपी द्वारा समर्थन वापिसी पर मुझ पर जानलेवा हमला कराया था तो इस पर कांग्रेस कभी क्यों नहीं बोलती है? जबकि उस दौरान केन्द्र में रही कांग्रेसी सरकार ने भी समय से अपना दायित्व नहीं निभाया था।
    तभी फिर मान्य. कांशीराम जी को अपनी बीमारी की गम्भीर हालत में भी हॉस्पिटल छोड़कर रात को इनके मा. गृह मंत्री को भी हड़काना पड़ा था तथा विपक्ष ने भी संसद को घेरा, तब जाकर यह कांग्रेसी सरकार हरकत में आई थी। क्योंकि उस समय केन्द्र की कांग्रेसी सरकार की भी नीयत खराब हो चुकी थी, जो कुछ भी अनहोनी के बाद यहां यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाकर, पर्दे के पीछे से अपनी सरकार चलाना चाहती थी, जिनका यह षड़यंत्र बीएसपी ने फेल कर दिया था।
    साभार अमर उजाला 

  • इजरायल की सेना ने लेबनान में दर्जनों 'आतंकवादी ठिकानों' पर 100 लड़ाकू विमानों से किया हमला

    नई दिल्ली. रविवार को इजरायल की सेना ने लेबनान में दर्जनों 'आतंकवादी ठिकानों' पर करीब 100 लड़ाकू विमानों से हमला किया, जबकि ईरान समर्थित ग्रुप हिजबुल्लाह एक बड़े हमले की तैयारी कर रहा था. इसके बाद जवाब में, हिजबुल्लाह ने लेबनान से इजरायली क्षेत्र की ओर 320 से अधिक कत्युशा रॉकेट दागे. मिसाइलों और विस्फोटकों से लदे ड्रोनों की बौछार की जिम्मेदारी लेते हुए, हिजबुल्लाह ने कहा कि उसने अपने सैन्य कमांडर फुआद शुक्र की हत्या के जवाब में हमला शुरू किया है.
    रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, लेबनान स्थित ग्रुप ने कहा कि उसने एक चिन्हित 'विशेष सैन्य टार्गेट के साथ-साथ इजरायल के आयरन डोम प्लेटफॉर्म और अन्य साइटों पर हमला किया." इसने यह भी दावा किया कि इसके हमलों का 'पहला फेज' पूरी तरह से सफल रहा.
    इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने अगले 48 घंटों के लिए इमरजेंसी का ऐलान किया, जबकि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उत्तर में बढ़ती स्थिति को संबोधित करने के लिए एक हाई लेवल मीटिंग की अध्यक्षता की.
    Times of Israel की रिपोर्ट के मुताबिक, नेतन्याहू ने मीटिंग के दौरान कहा, "हम अपने देश की रक्षा करने, उत्तर के निवासियों को सुरक्षित उनके घरों में वापस लाने   के लिए हर कोशिश करेंगे. जो कोई भी हमें नुकसान पहुंचाता है, हम उसे नुकसान पहुंचाएंगे."
    साभार आज तक 

  • महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले अपराधियों के लिए और मजबूत और सख्त बना रहे कानून  : पीएम मोदी

    मुंबई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महाराष्ट्र के जलगांव में आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन में शिरकत की और जनसभा को संबोधित किया. कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या की घटना से उपजे आक्रोश के बीच पीएम मोदी ने कहा कि हम महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले अपराधियों के लिए कानून को मजबूत और सख्त बना रहे हैं.
    प्रधानमंत्री ने कहा कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए. जो लोग अपराधियों को बचाते हैं, उन्हें भी बख्शा नहीं जाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, पुलिस विभाग जो भी इसमें शामिल हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार आती-जाती रहती है, हमें अपनी महिलाओं की सुरक्षा करनी है. जो लोग महिलाओं के खिलाफ अपराध करते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.'
    महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को लेकर पीएम मोदी ने कहा, 'आज मैं एक बार फिर देश के हर राजनीतिक दल से कहूंगा और राज्य सरकार से कहूंगा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य पाप है. दोषी कोई भी हो, वो बचना नहीं चाहिए. उसको किसी भी रूप में मदद करने वाले बचने नहीं चाहिए. अस्पताल हो, स्कूल हो, दफ्तर हो या फिर पुलिस व्यवस्था... जिस भी स्तर पर लापरवाही होती है सबका हिसाब होना चाहिए.'
    PM ने आगे कहा, 'महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले अपराधियों के लिए हम कानून को मजबूत और सख्त बना रहे हैं. पहले शिकायतें आती थीं कि एफआईआर दर्ज नहीं होती थी, हम बीएनएस लाए और इसमें कई संशोधन किए. अगर महिला थाने नहीं जाना चाहती तो वह ई-एफआईआर दर्ज करा सकती है.ई-एफआईआर में कोई बदलाव या छेड़छाड़ नहीं कर सकता. शादी के बाद महिलाओं के खिलाफ अपराध की शिकायतें आती थीं, हमने बीएनएस में संशोधन किए हैं. महिलाओं के खिलाफ अपराध के लिए केंद्र सरकार राज्य सरकार के साथ है.'
    पीएम मोदी ने कहा कि भारत की मातृशक्ति ने हमेशा समाज और राष्ट्र के भविष्य को बनाने में बहुत बड़ा योगदान दिया है और आज जब हमारा देश विकसित बनने के लिए मेहनत कर रहा है, तो फिर से हमारी मातृशक्ति आगे आ रही है. पीएम ने कहा, 'मैं आज चुनौती देता हूं- पहले की सरकारों के सात दशक एक तरफ रख लीजिए और दूसरे तराजू में मोदी सरकार के 10 साल रख लीजिए... जितना काम मोदी सरकार ने देश के बहन-बेटियों के लिया किया है, वो आजादी के बाद किसी सरकार ने नहीं किया है.'
    साभार आज तक

  • विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के पांच पार्षद भाजपा में हुए शामिल

    नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। आप के पांच पार्षद भाजपा में शामिल हो गए हैं। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और बीजेपी नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी की मौजूदगी में आप पार्षद भाजपा में शामिल हुए।
    रविवार को आम आदमी पार्टी (आप) के पांच पार्षदों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। भाजपा में शामिल होने वाले पार्षदों में वार्ड 178 से सुगंधा बिधूड़ी, वार्ड 28 से राम चन्द्र, वार्ड 30 से पवन सहरावत, वार्ड 180 से मंजू निर्मल, वार्ड 177 से ममता पवन शामिल हैं। 
    आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा, 'एकीकृत पेंशन योजना नई पेंशन योजना से भी ज्यादा खराब है। यह देश के कर्मचारियों के साथ एक बहुत बड़ा धोखा है। इस पेंशन योजना से देश के अर्ध सैनिक बलों को निकालकर बाहर कर दिया गया है। वो इस दायरे में नहीं आएंगे क्योंकि उनकी सर्विस 25 साल की होती ही नहीं है।'
    उन्होंने आगे कहा कि हर महीने 10 प्रतिशत पेंशन के नाम पर कटेगा और उसके बाद पूरा पैसा सरकार अपने पास रख लेगी। अंतिम के 12 महीनों का औसत निकालकर 6 महीने की तनख्वाह दे दी जाएगी। कुल मिलाकर यह NPS से भी ज्यादा बेकार योजना है। देश के कर्मचारियों के साथ मोदी सरकार ने बहुत बड़ा धोखा किया है।
    साभार अमर उजाला

  • बदलापुर कांड के विरोध में धरने पर बैठे शरद पवार, कहा- महाराष्ट्र में अब ऐसा कोई दिन नहीं बीतता जब महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की खबरें न सुनने को मिलें

    नई दिल्ली. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने बदलापुर में हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल होकर लोगों को शपथ दिलाई और एक जनसभा को संबोधित किया. शरद पवार ने कहा, "हम यहां एक दुखद और चिंताजनक घटना के खिलाफ एकत्र हुए हैं. महाराष्ट्र में अब ऐसा कोई दिन नहीं बीतता जब महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की खबरें न सुनने को मिलें. यह वही राज्य है, जहां छत्रपति शिवाजी महाराज ने महिलाओं के सम्मान की रक्षा की थी. जब महाराज के सामने ऐसा कोई मामला आया, तो उन्होंने तुरंत कठोर कदम उठाते हुए आरोपी के हाथ कटवा दिए थे."
    उन्होंने आगे कहा, "सरकार को इस घटना को गंभीरता से लेना चाहिए. यह कहना कि विपक्ष राजनीति कर रहा है, जब वह एक घटना के खिलाफ आवाज उठाता है या प्रदर्शन करता है, यह दिखाता है कि सरकार कितनी असंवेदनशील है."
    बदलापुर घटना के विरोध में आयोजित प्रदर्शन के दौरान एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "बाबासाहेब आंबेडकर ने सभी को अधिकार दिए हैं, लेकिन राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. कुछ घटनाएं तो बार-बार दोहराई जा रही हैं। कुछ मामलों में पुलिस की लापरवाही सामने आई है, और लोगों में अब पुलिस का डर नहीं रहा है। पुणे में भी ड्रग्स और कोयता गैंग जैसी कई घटनाएं हुई हैं, जिन्हें देखते हुए मैं ऐसी घटनाओं की कड़ी निंदा करती हूं."
    साभार आज तक

  • उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और शरद पवार से कहा- मुख्यमंत्री पर कर ले फैसला, भले ही नहीं करे घोषणा

    मुंबई। महाराष्ट्र में इसी साल अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। महा विकास अघाड़ी में शामिल घटक दल एक-दूसरे पर दबाव बना रहे हैं। उद्धव बालासाहेब ठाकरे सेना गुट का नेतृत्व कर रहे उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरदचंद्र पवार से कहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले सहयोगियों के बीच मुख्यमंत्री का चेहरा तय हो जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा है कि आप चाहो तो सार्वजनिक रूप से उस नाम की घोषणा नहीं भी कर सकते हो।
    उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और एनसीपी नेतृत्व को इस बारे में बता दिया है। ठाकरे दोनों दलों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि वे या तो मुख्यमंत्री पद के लिए किसी उम्मीदवार का चयन करें या फिर उनके नाम को स्वीकार कर लें। उद्धव लगातार उनके साथ बैठकों में इस मुद्दे को उठाते हैं और सार्वजनिक रूप से भी इसे दोहराते हैं।
    उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ पिछली बैठक में कहा था, "मैं नहीं चाहता कि भाजपा के साथ हमारा अनुभव दोहराया जाए। हम 25-30 साल से साथ थे और हम इस बात पर सहमत थे कि सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली पार्टी का मुख्यमंत्री बनेगा। इस तर्क से अगर आप ज्यादा सीटें जीतते हैं तो आप मुख्यमंत्री बन जाएंगे। इसलिए मैं आपको संख्या बल में नीचे गिरा दूंगा। ऐसे में गठबंधन का उद्देश्य क्या है?"
    इससे पहले कांग्रेस के एक नेता ने कहा था कि महा विकास आघाडी (एमवीए) के घटक दलों के बीच आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे का मुख्य मापदंड जीतने की क्षमता होगी और इस पर सौहार्दपूर्ण ढंग से जल्द से जल्द काम किया जाएगा। कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष नसीम खान ने पीटीआई को बताया था कि एमवीए पहले से ही चुनाव एवं प्रचार मोड में है और यह 16 अगस्त को अपने पदाधिकारियों की एक संयुक्त बैठक भी कर चुका है।
    उन्होंने कहा, ‘‘जीत की संभावना सहयोगी दलों के बीच सीट बंटवारे का आधार होगी और इस पर जल्द से जल्द सौहार्दपूर्ण तरीके से काम किया जाएगा।’’ खान ने एमवीए की जीत का भरोसा जताते हुए कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव के नतीजे विधानसभा चुनावों में निश्चित रूप से दोहराए जाएंगे।’’ उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ ‘महायुति’ (जिसमें शिवसेना, भाजपा और राकांपा शामिल हैं) के झूठे वादे और फर्जी बातें सबसे सामने आ गई हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बदलापुर यौन उत्पीड़न केस : आरोपी की मां बोली- मेरे बेने ने कुछ गलत किया है तो उसे मौत की सजा दे दो

    बदलापुर यौन उत्पीड़न केस ने पूरे महाराष्ट्र को आक्रोशित कर दिया था। इस मामले में आरोपी की मां ने गुरुवार को कहा, "अगर मेरे बेटे ने कुछ गलत किया है, तो अदालत को उसे मौत की सजा देनी चाहिए।" उन्होंने कहा कि यह संभव नहीं है कि उनके बेटे ने बच्चों के साथ मारपीट की हो। आपको बता दें कि आरोपी ने पिछले दो सालों में तीन बार शादी की है और उसकी तीसरी पत्नी अब पांच महीने की गर्भवती है।
    आरोपी की मां स्कूल के दूसरे सेक्शन में सफाईकर्मी का काम करती है। हाल ही में उसका छोटा बेटा जो स्कूल में काम करता था वह दूसरे सेक्शन में चपरासी बन गया। इसके बाद उसने संदिग्ध को स्कूल में सफाईकर्मी का काम दिलवा दिया। आरोपी बदलापुर के खरवई गांव में अपनी मां, पिता, छोटे भाई और पत्नी के साथ रहता है।
    भीड़ द्वारा अपने घर में तोड़फोड़ किए जाने के बाद परिवार अपनी जान को लेकर डरा हुआ है। पुलिस ने वहां सुरक्षा बढ़ा दी है। स्कूल में सफाईकर्मी का काम करने से पहले आरोपी अपनी मां के साथ हाउसिंग सोसाइटी में सफाईकर्मी का काम करता था।
    सूत्रों ने बताया कि आरोपी की पहली दो पत्नियां शादी के तुरंत बाद उसे छोड़कर चली गईं। मामले के लिए गठित एसआईटी ने आठ टीमें गठित की हैं। एसआईटी ने गुरुवार को स्कूल का दौरा किया और स्कूल द्वारा निलंबित की गई दो महिला परिचारिकाओं का बयान दर्ज किया।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • विदेश मंत्रालय का दो टूक जवाब, बांग्लादेश में बाढ़ भारत के कारण नहीं

    नई दिल्ली। बांग्लादेश के सीमावर्ती जिलों में बाढ़ की नौबत आ गई है। पड़ोसी देश ने भारत पर इसका ठीकरा फोड़ा था। हालांकि, भारत ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, ''हमने बांग्लादेश में इस बात पर चिंता व्यक्त की है कि बांग्लादेश की पूर्वी सीमा पर स्थित जिलों में बाढ़ की मौजूदा स्थिति त्रिपुरा में गुमटी नदी के ऊपर डंबूर बांध के खुलने के कारण हुई है। यह तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है।''
    विदेश मंत्रालय ने कहा, ''हम यह बताना चाहेंगे कि भारत और बांग्लादेश से होकर बहने वाली गुमटी नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों में इस साल की सबसे भारी बारिश हुई है। बांग्लादेश में बाढ़ मुख्य रूप से बांध के नीचे की ओर इन बड़े जलग्रहण क्षेत्रों के पानी के कारण है। डंबूर बांध सीमा से काफी दूर स्थित है। यह बांग्लादेश से 120 किलोमीटर ऊपर की ओर स्थित है।''
    पूरे त्रिपुरा और बांग्लादेश के आसपास के जिलों में 21 अगस्त से भारी बारिश जारी है। भारी बाढ़ की स्थिति में स्वचालित रूप से पानी छोड़ा जाता है। अमरपुर स्टेशन द्विपक्षीय प्रोटोकॉल का हिस्सा है, जिसके तहत भारत बांग्लादेश को वास्तविक समय में बाढ़ के आंकड़े भेज रहा है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आरजी कर कॉलेज मामले की रिपोर्ट सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में की पेश

    नई दिल्ली। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हुई हत्या के मामले में स्टेटस रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश कर दी है। सुप्रीम कोर्ट ने बीती 20 अगस्त को स्वतः संज्ञान लेकर आरजी कर कॉलेज की घटना पर सुनवाई की थी। इसी सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सीबीआई और बंगाल सरकार से घटना की जांच पर स्टेटस रिपोर्ट अदालत में जमा करन का निर्देश दिया था। अब खबर आई है कि सीबीआई ने स्टेटस रिपोर्ट जमा कर दी है और सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा। 
    मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले में सुप्रीम कोर्ट में बंगाल सरकार का पक्ष रखने वाली कानूनी टीम में 21 वकील शामिल हैं। वहीं केंद्र सरकार की कानूनी टीम में 5 वकील शामिल हैं। मंगलवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना पर गंभीर चिंता जताई थी और साथ ही डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए नेशनल टास्क फोर्स गठित करने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने बंगाल सरकार और पुलिस को लेकर भी गंभीर सवाल उठाए। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में अपराध स्थल को सुरक्षित न रख पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने बंगाल पुलिस को फटकार भी लगाई थी। 
    सुप्रीम कोर्ट ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए और पूछा कि कई घंटे बीत जाने के बाद भी प्रिंसिपल ने एफआईआर दर्ज क्यों नहीं कराई। साथ ही मृतका के शव को देखने के लिए उसके परिजनों को कई घंटे इंतजार कराए जाने पर भी सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जाहिर की। आरजी कल मेडिकल कॉलेज में बीते दिनों एक महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। इसे लेकर देशभर के डॉक्टर और मेडिकल छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और रेजीडेंट डॉक्टर्स के संगठन फोरडा भी इस घटना के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • ट्रैक्टर-ट्रालियों के बिना दिल्ली जाने से किसानों का इनकार

    पटियाला (पंजाब)। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले पंजाब व हरियाणा के आला पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की बुधवार को पटियाला के पुलिस लाइन में किसान जत्थेबंदियों के साथ शंभू बॉर्डर को लेकर बैठक हुई। करीब एक घंटा चली बैठक में दोनों पक्षों के बीच कोई सहमति नहीं बन सकी। किसानों ने बिना ट्रैक्टर-ट्रालियों के दिल्ली जाने से साफ इन्कार कर दिया। 
    बैठक में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों को हो रही असुविधा का हवाला देते हुए किसान जत्थेबंदियों को शंभू बॉर्डर खोलने के लिए कहा। जवाब में किसान नेताओं ने कहा कि रास्ता किसानों ने नहीं, बल्कि हरियाणा सरकार ने बंद किया है। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने मोटर व्हीकल एक्ट का हवाला देते हुए कहा कि अगर किसान मांगों को लेकर केंद्र से बात करना चाहते हैं, तो फिर वह ट्रैक्टर-ट्रालियों के बिना जाएं। इस पर किसानों ने कहा कि ट्रैक्टर-ट्रालिया उनके लिए दूसरा घर हैं। हर मौसम में ट्रैक्टर-ट्रालियां किसानों का बचाव करती हैं। इसलिए ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ ही किसानों को आगे बढ़ने की अनुमति दी जाए। 
    साभार अमर उजाला

  • बदलापुर रेप कांड को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी, पुलिस ने अब तक 40 से अधिक लोगों को किया गिरफ्तार, 300 FIR

    मुंबई। बदलापुर में दो नाबालिग लड़कियों के कथित यौन उत्पीड़न को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन जारी है। इस घटना के बाद पुलिस ने अब तक 40 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है और 300 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। गिरफ्तार किए गए लोगों को आज अदालत में पेश किया जाएगा। महाराष्ट्र पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर भी सुरक्षा बढ़ा दी है। मंगलवार को यहां उग्र आंदोलन देखने के मिला था। इसके अलावा, बदलापुर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया गया है।
    रेलवे पुलिस के जीआरपी के डीसीपी मनोज पाटिल ने बताया कि स्थिति अब सामान्य है। उन्होंने कहा, "स्थिति अब सामान्य है। रेलवे की आवाजाही भी सामान्य है। कोई धारा नहीं लगाई गई है। अफवाह न फैले, इसके लिए कुछ दिनों तक इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी।"
    मंगलवार को बदलापुर रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों द्वारा रेलवे ट्रैक जाम करने के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। प्रदर्शनकारियों द्वारा ट्रैक जाम करने के कारण 12 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों का मार्ग बदला गया और 30 लोकल ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया। हालांकि, पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के बाद देर रात 10 घंटे तक रेल सेवा बाधित रहने के बाद फिर से शुरू हो गई।
    मीडिया से बात करते हुए सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) आयुक्त रवींद्र शिसवे ने कहा, "ट्रैक को साफ कर दिया गया है और परिचालन शुरू करने के लिए रिपोर्ट रेलवे परिचालन को भेजी जाएगी।"
    महाराष्ट्र के बदलापुर में एक स्कूल में चौथी कक्षा की दो लड़कियों के साथ कथित यौन उत्पीड़न के मामले ने लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। 17 अगस्त को पुलिस ने लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में एक अटेंडेंट को गिरफ्तार किया। इससे पहले मंगलवार को पुलिस ने गुस्साए लोगों पर आंसू गैस के गोले भी छोड़े, जिन्होंने स्कूल पर पथराव शुरू कर दिया, जहां यह अपराध हुआ था।
    महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को राज्य के बदलापुर जिले के एक स्कूल में दो नाबालिगों के साथ कथित यौन उत्पीड़न की निंदा की और कहा कि मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। फडणवीस ने ठाणे पुलिस आयुक्त को बदलापुर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, सहायक उपनिरीक्षक और हेड कांस्टेबल को तुरंत निलंबित करने का भी आदेश दिया। आरोप है कि इन्होंने बदलापुर की घटना के शुरुआती चरण में कार्रवाई में देरी की।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • लगातार दूसरे साल शीर्ष सेंट्रल बैंकर चुने गए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास, पीएम मोदी ने की सराहना

    नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास को अमेरिका स्थित ग्लोबल फाइनेंस पत्रिका की ओर से लगातार दूसरे वर्ष वैश्विक स्तर पर शीर्ष केंद्रीय बैंकर (सेंट्रल बैंकर) का दर्जा दिया गया। आरबीआई ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि लगातार दूसरे वर्ष, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास को ग्लोबल फाइनेंस सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड्स 2024 में 'ए+' रेटिंग दी गई है।" 
    शक्तिकांत दास को तीन केंद्रीय बैंक गवर्नरों की सूची में शीर्ष पर रखा गया है, जिन्हें ए+ रेटिंग दी गई है। ग्लोबल फाइनेंस पत्रिका के एक बयान के अनुसार, मुद्रास्फीति नियंत्रण, आर्थिक विकास लक्ष्यों, मुद्रा स्थिरता और ब्याज दर प्रबंधन में सफलता के लिए ए से एफ तक के पैमाने पर ग्रेड दिए जाते हैं।
    ग्रेड 'ए' उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है, जबकि 'एफ' पूरी तरह से विफलता के लिए दिया जाता है। डेनमार्क के क्रिश्चियन केटल थॉमसन, भारत के शक्तिकांत दास और स्विट्जरलैंड के थॉमस जॉर्डन को केंद्रीय बैंकरों की 'ए+' श्रेणी में स्थान दिया गया है।

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास को केंद्रीय बैंकरों की वैश्विक रैंकिंग में शीर्ष रेटिंग हासिल करने पर बधाई दी। पीएम ने आरबीआई गवर्नर के नेतृत्व को मान्यता मिलने पर उनकी सराहना की।  उन्होंने एक्स पर कहा, "आरबीआई गवर्नर श्री शक्तिकांत दास को इस उपलब्धि के लिए बधाई, और वह भी दूसरी बार। यह आरबीआई में उनके नेतृत्व और आर्थिक विकास और स्थिरता सुनिश्चित करने की दिशा में उनके काम को मिली मान्यता है।"

    साभार अमर उजाला

  • 23 अगस्त को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जाएंगे अमेरिका, रक्षा सहयोग की मजबूती को लेकर करेंगे चर्चा

    नई दिल्ली। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 23 अगस्त को अमेरिका जाएंगे। वह अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड आस्टिन के निमंत्रण पर 26 अगस्त तक वहां रहेंगे। इस दौरान वह अमेरिकी रक्षा सचिव के साथ बैठक करेंगे। इसमें रक्षा सहयोग की मजबूती को लेकर चर्चा होगी। इसके अलावा रक्षा मंत्री अमेरिकी राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के सहायक जेक सुलविन से मुलाकात करेंगे। 
    पीएम मोदी की न्यूयॉर्क यात्रा से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का अमेरिका दौरा काफी अहम माना जा रहा है। इससे अमेरिका-भारत संबंधों को नई गति मिलेगी। साथ ही रक्षा क्षेत्र में कई सहयोगों में मजबूत आएगी। इसके अलावा अमेरिका दौरे से दोनों देशों के बीच वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के व्यापक होने की उम्मीद है। रक्षा मंत्री अमेरिका की रक्षा उद्योग के साथ गोलमेज बैठक भी करेंगे। इसमें रक्षा उद्योग के साथ चल रहे कामों और भविष्य के रक्षा समझौतों पर चर्चा की जाएगी। यात्रा के दौरान वह भारतीय समुदाय से भी बातचीत करेंगे। 
    साभार अमर उजाला

  • सिद्धारमैया के मुकदमे को लेकर अब टीएमसी ने भी मांगा इस्तीफा

    बेंगुलरु। ज़मीन से जुड़े मामले में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ जब से मुकदमा चलाने की मंजूरी दी है, बीजेपी नैतिकता के आधार पर उनके इस्तीफे की मांग कर रही है। वहीं अब टीएमसी ने भी सिद्धारमैया के मामले को लेकर केंद्र पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कोलकाता के अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी को लेकर ममता सरकार पर निशाना साधा था। राहुल गांधी ने अस्पताल में हुई तोड़फोड़ को आरोपी को बचाने की कोशिश बताया था। वहीं इंडिया गठबंधन के अन्य दलों ने ममता बनर्जी के समर्थन में आवाज उठाई है।
    पश्चिम बंगाल में कांग्रेस भी सड़कों पर उतर आई है और विरोध प्रदर्शन कर रही है। सिद्धारमैया पर केस चलाने की मंजूरी के आर्टिकल सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा, तो राहुल गांधी जी , क्या आप अपने मुख्यमंत्री से इस्तीफा देने को कहेंगे? यह भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप है। पश्चिम बंगाल की घटना को लेकर सही जानकारी लिए बिना ही आपने सोशल मीडिया पर टिप्पणी कर दी। ममता बनर्जी द्वारा उठाए गए कदमों कीआपने जानकारी भी नहीं ली। तो क्या अब आप अपने सीएम पर कार्रवाई करेंगे?
    गुरुवार को ही राहुल गांधी ने कहा था, मैं पीड़िता के परिवार के साथ खड़ा हूं। उन्हें हर कीमत पर न्याय मिलना चाहिए और दोषी को ऐसी सजा मिलनी चाहिए जो समाज में मिसाल बन जाए। वहीं पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने की जगह आरोपी को ब चाने की कोशिश स्थानीय प्रशासन और अस्पताल पर बड़े सवाल खड़े करती है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आरजी कर मेडिकल कॉलेज के आस-पास किसी भी तरह के धरना-प्रदर्शन पर प्रतिबंध

    कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के आसपास किसी भी तरह के धरना-प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह प्रतिबंध अगले सात दिनों तक जारी रहेगा। कोलकाता प्रशासन ने कानून व्यवस्था को लेकर मिली गंभीर रिपोर्ट के बाद यह कदम उठाया है। आदेश के मुताबिक आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के आसपास विरोध प्रदर्शन, रैली, धरना आदि देने की इजाजत नहीं होगी। कोलकाता के एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट और पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल के आदेश के मुताबिक यहां पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू कर दी गई है। गौरतलब है कि 31 वर्षीय डॉक्टर के रेप और हत्या के बाद यहां पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। बीते दिनों प्रदर्शनकारियों ने इस अस्पताल को भी निशाना बनाया था।
    आदेश में कहा गया है कि विश्वसनीय सूत्रों से कुछ जानकारियां सामने आई हैं। इसके मुताबिक आरजी कर अस्पताल के पास लोगों के एक वर्ग या संगठन द्वारा हिंसक प्रदर्शनों, रैलियों, बैठकों के पर्याप्त कारण हैं इससे शांति भंग होती है। इसके अलावा सार्वजनिक जीवन, सेफ्टी और इंसानी जीवन को खतरा है। इसके चलते यहां पर किसी भी तरह के प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी गई है। बता दें कि पश्चिम बंगाल के लगभग सभी अस्पतालों के चिकित्सक स्थानीय आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार और हत्या की घटना के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों में शनिवार को शामिल हुए, जिससे पूरे राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित रहीं।
    घटना के विरोध में कई जूनियर डॉक्टर ने आठ दिन पहले हड़ताल शुरू की थी और आईएमए के आह्वान पर 24 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल में वरिष्ठ चिकित्सक भी शामिल हो गए। इससे सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों के बाह्य रोगी विभागों (ओपीडी) में सेवाएं प्रभावित हुईं। इस बीच, सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य डॉ. संदीप घोष से दूसरे दौर की पूछताछ की। पूछताछ शुक्रवार शाम को शुरू हुई थी और आधी रात के बाद तक जारी रही थी। परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सक का शव नौ अगस्त को आरजी कर अस्पताल के सेमिनार कक्ष में मिला था। पुलिस ने इस सिलसिले में अगले दिन एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। एजेंसी अस्पताल के पूर्व प्राचार्य को पूछताछ के लिए शुक्रवार को अपने साथ ले गई थी और उनसे देर रात एक बजकर 40 मिनट तक पूछताछ की गई थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • चंपाई सोरेन 6 विधायकों के साथ दिल्ली आ रहे हैं , भाजपा के बड़े नेताओं से हो सकती है मुलाकात

    झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की बगावत की खबरों ने जोर पकड़ लिया है। इस बीच वह कोलकाता से दिल्ली आ रहे हैं। यहां उनकी मुलाकात भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं से हो सकती है। इस बात की संभावना है कि वह जल्दी ही झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
    सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, चंपाई सोरेन कोलकाता से दिल्ली अकेले नहीं आ रहे हैं। उनके साथ जेएमएम के 6 विधायक भी है। यह भी कहा जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान के लगातार संपर्क में वह बने हुए हैं। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि उनके साथ दशरथ गगराई, रामदास सोरेन, चमरा लिंडा, लोबिन हेमब्रोम और समीर मोहंती भी हैं।
    अगर चंपाई सोरेन छह विधायकों के साथ पाला बदलते हैं तो झारखंड में इस साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह हेमंत सोरेन के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है।
    आपको बता दें कि जब झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गिरफ्तार होने से पहले इस्तीफा दिया था तो चंपाई सोरेन को सीएम बनाया था। जमानत पर जेल से रिहा हेने के बाद वह फिर से सीएम की गद्दी संभाल ली है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कोलकाता मामले को लेकर दुनियाभर में उठी आवाज, न्यूयॉर्क के टाइम्स स्कवायर और जर्मनी, पौलेंड और कनाडा में भी हुआ प्रदर्शन

    कोलकाता। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बीते दिनों एक महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना से पूरे देश में गुस्सा है। इसे लेकर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। खासकर डॉक्टर्स और मेडिकल क्षेत्र से जुड़े लोग लगातार कोलकाता मामले में न्याय की मांग उठा रहे हैं। अब यह विरोध प्रदर्शन वैश्विक स्तर पर पहुंच गया है। दुनियाभर में फैले भारतीय मूल के लोग इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठा रहे हैं और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग कर रहे हैं। 
    कोलकाता की घटना के विरोध में 14 अगस्त की रात को न्यूयॉर्क के टाइम्स स्कवायर पर एक धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इस दौरान करीब 40 लोग इकट्ठा हुए और बंगाल में प्रदर्शन कर रहे छात्रों और डॉक्टर्स के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया। अमेरिका के लॉस एंजेल्स में लेक हॉलीवुड पार्क में भी प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए और कोलकाता की घटना को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान करीब 250 भारतीय मूल के लोग इकट्ठा हुए और उन्होंने अपने हाथों में प्लेकार्ड और बैनर पकड़े हुए थे। 
    इसी तरह ह्यूस्टन में रहने वाले भारतीय समुदाय ने भी आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना को लेकर अपना विरोध जताया। प्रदर्शनकारियों ने एक महिला डॉक्टर की मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी पर दुष्कर्म और हत्या को सिस्टम की असफलता करार दिया और सख्त कार्रवाई की मांग की। शिकागो में बंगाली समुदाय के लोगों ने गुरुवार को एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। साथ ही अटलांटा में भी कोलकाता की घटना को लेकर लोगों ने प्रदर्शन किया। 
    जर्मनी के कोलोग्ने में भी भारतीय मूल के लोग इकट्ठा हुए और डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या की घटना पर नाराजगी जाहिर की। ब्रिटेन के लीड्स में भी बीती 14 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना को लेकर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने कहा कि वह घटना को लेकर दुखी और गुस्से में हैं। लोगों ने इस दौरान अपनी बांह पर विरोध स्वरूप काली पट्टी बांध रखी थी और पीड़िता की याद में एक मिनट का मौन धारण किया। लीड्स के साथ ही मैनचेस्टर में भी लोगों ने कैंडल मार्च निकाला। साथ ही लंदन के ट्रिनिटी चर्च, एडिनबर्ग की प्रिंसेस स्ट्रीट, पौलेंड के कराकोव, कनाडा के ऑस्टिन में भी लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। 
    साभार अमर उजाला

  • मध्यप्रदेश : डाकुओं की सूचना देने वाले मुखबिरों को सरकारी नौकरी देने का नियम किया खत्म

    भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने डाकुओं की सूचना देने वाले मुखबिरों को सरकारी नौकरी देने के नियम को खत्म कर दिया है। यह नियम 1981 में अर्जुन सिंह की सरकार में लाया गया था, लेकिन अब डॉ मोहन यादव की सरकार ने इसे खत्म करने का फैसला किया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किया है और प्रदेश के सभी विभागों के अधिकारियों और कमिश्नर को निर्देश दिए हैं।
    अमर उजाला

  • मदरसों को लेकर मप्र सरकार का बड़ा फैसला... गैर मुस्लिमों को धार्मिक शिक्षा दी तो मान्यता होगी रद्द

    भोपाल। मध्य प्रदेश में मदरसों को लेकर राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए मदरसों में पढ़ रहे छात्रों के भौतिक सत्यापन का आदेश जारी किया है. इस दौरान यदि वहां फर्जी तरीके से गैर-मुस्लिम या मुस्लिम बच्चों के नाम पाए जाते हैं या बच्चों को उनके अभिभावकों की अनुमति के बिना धार्मिक शिक्षा दी जा रही होगी तो ऐसे मदरसों की मान्यता रद्द कर दी जाएगी.
    शुक्रवार को स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए कहा कि प्रदेश के मदरसों में शासकीय अनुदान प्राप्त किए जाने के उद्देश्य से अनेक गैर मुस्लिम बच्चों के नाम फर्जी रूप से छात्र/छात्राओं के रूप में दर्ज हैं. इसका शीघ्र सत्यापन कराए जाने की आवश्यकता है.
    सरकार ने अपने आदेश में कहा है:
    (1) ऐसे मदरसे जो मध्य प्रदेश मदरसा बोर्ड से मान्यता प्राप्त है का भौतिक सत्यापन कराया जाए कि ऐसे मदरसों में शासन से अनुदान प्राप्त करने के लिए फर्जी रूप से गैर-मुस्लिम अथवा मुस्लिम बच्चों के नाम दर्ज तो नहीं है, यदि ऐसे मदरसों में फर्जी रूप से बच्चों के नाम दर्ज पाये जाते है तो अनुदान बंद करने, मान्यता समाप्त करने एवं उपयुक्त दाण्डिक प्रावधानों के तहत कार्यवाही सुनिश्चित की जाए.
    (2) भारतीय संविधान के अनुच्छेद - 28 (3) के अनुसार "राज्य से मान्यता प्राप्त या राज्य निधि से सहायता प्राप्त करने वाली किसी शैक्षिणिक संस्था में उपस्थित होने वाले किसी व्यक्ति को ऐसी संस्था में दी जाने वाली किसी धार्मिक शिक्षा में भाग लेने के लिए या ऐसी संस्था में या उससे संलग्न स्थान में की जाने वाली धार्मिक उपासना में उपस्थित होने के लिए तब तक बाध्य नही किया जायेगा जब तक कि उस व्यक्ति ने या यदि ऐसा व्यक्ति अवयस्क है तो उसके सरंक्षक ने इसके लिए अपनी सहमति नही दे दी है.
    (3) उक्त संवैधानिक प्रावधान के अनुसार यदि शासन द्वारा मान्यता प्राप्त या राज्य निधि से सहायता प्राप्त मदरसों में अध्ययनरत बच्चों को उनकी (यदि वह अव्यस्क है तो उनके अभिभावकों) की स्पष्ट सहमति के बिना उनके धर्म की शिक्षा के विपरित दीनी तालीम दी जा रही है या किसी प्रकार की धार्मिक शिक्षा ग्रहण करने अथवा उपासना में उपस्थित होने को बाध्य किया जा रहा है, तो ऐसे मदरसों के सभी शासकीय अनुदान बंद किया जाए. इसके अलावा उनकी मान्यता समाप्त करने की विधिवत कार्यवाही एवं अन्य उपयुक्त वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए.
    स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने कहा कि मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों के भौतिक सत्यापन की रिपोर्ट जल्द देने को निर्देश दिए है. गैर-मुस्लिमों के साथ-साथ अगर मुस्लिम बच्चों के भी नाम फर्जी तरीके से दर्ज हैं या किसी भी धर्म के बच्चे को बिना अभिभावकों की अनुमति के दीनी तालीम दी जा रही होगी तो कड़ी कार्रवाई करेंगे. 
    साभार आज तक

  • MUDA मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ चलेगा मुकदमा, गवर्नर ने दी मंजूरी

    बेंगलुरु। कर्नाटक से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जो आने वाले समय में राज्य की राजनीति में भूचाल ला सकती है। वहां के राज्यपाल ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ उनके परिवार से जुड़े MUDA मामले में मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है। राज्यपाल थावरचंद गहलोत को दो कार्यकर्ताओं की शिकायतें मिली हैं, जिनमें से एक आरटीआई कार्यकर्ता टीजे अब्राहम भी हैं। दूसरी शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा द्वारा हाल ही में की गई थी।
    शिकायत में कहा गया है कि सीएम सिद्धारमैया द्वारा कानून का पालन करने के बार-बार दावों के बावजूद सिद्धारमैया की पत्नी को MUDA द्वारा 14 साइटें आवंटित करने में स्पष्ट उल्लंघन हुआ है।
    इससे पहले कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने भी मुख्यमंत्री को कारण बताओ नोटिस जारी करके पूछा है कि उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति क्यों न दी जाए। जवाब में, कर्नाटक कैबिनेट ने "दृढ़ता से सिफारिश" की कि राज्यपाल मुख्यमंत्री को जारी नोटिस वापस लें।
    कर्नाटक में भूमि आवंटन घोटाला सुर्खियों में रहा है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री की पत्नी 2021 में भाजपा के कार्यकाल के दौरान MUDA की लाभार्थी थीं। उस समय मैसूर के प्रमुख स्थानों में 38,284 वर्ग फुट भूमि उन्हें उनकी 3.16 एकड़ जमीन के कथित अवैध अधिग्रहण के मुआवजे के रूप में आवंटित की गई थी। मैसूर के केसारे गांव में उनकी 3.16 एकड़ जमीन उनके भाई मल्लिकार्जुन ने उन्हें उपहार में दी थी। 
    मुआवजे के तौर पर दक्षिण मैसूर में एक प्रमुख इलाके में उन्हें जमीन दी गई। आरोप है कि केसर गांव की जमीन की तुलना में इसकी कीमत काफी अधिक है। इसके कारण मुआवजे की निष्पक्षता पर सवाल उठाए गए हैं।
    सिद्धारमैया ने इस भूमि आवंटन का बचाव करते हुए कहा था कि यह पिछली भाजपा सरकार के दौरान किया गया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में आज होगा तारीखों का ऐलान

    नई दिल्ली. भारत निर्वाचन आयोग आज दोपहर तीन बजे एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहा है जिसमें जम्मू-कश्मीर के चुनावी कार्यक्रम का ऐलान होगा. इसके अलावा आज हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भी तारीखों का ऐलान होगा. 370 हटने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होंगे. हाल ही में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जम्मू कश्मीर और हरियाणा के अधिकारियों के साथ इस संबंध में मीटिंग भी की थी.
    हरियाणा की बात करें यहां विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं. वर्तमान में तीन सीटें खाली हैं. बीजेपी के 41 विधायक हैं. कांग्रेस के 29, जेजेपी के 10 और INLD और HLP के एक-एक विधायक हैं. सदन में पांच निर्दलीय विधायक हैं. 
    2019 में धारा 370 खत्म कर दिये जाने के बाद जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित क्षेत्र बना दिया गया था. तभी से वहां के राजनीतिक दल लगातार राज्य का दर्जा वापस दिये जाने की मांग कर रहे थे. सरकार की तरफ से बार बार यही कहा जा रहा था कि पहले चुनाव होंगे और उसके बाद ही राज्य का दर्जा वापस मिलेगा.
    चुनाव आयोग के सूत्रों की मानें तो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में तीन से चार चरणों में मतदान कराया जा सकता है. सितंबर में मतदान की प्रक्रिया पूरी करा इसी महीने के अंत तक चुनाव नतीजों का ऐलान किया जा सकता है. चुनाव आयोग के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव संपन्न कराने की राह में सबसे बड़ी चुनौती सुरक्षा व्यवस्था है. हाल के दिनों में अचानक बढ़ी आतंकी घटनाओं ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. इसका असर चुनावी कार्यक्रम पर भी दिख सकता है.
    साभार आज तक

  • केंद्र सरकार ने जारी किए दिशा निर्देश, 'डॉक्टर पर हिंसा हुई तो 6 घंटे के अंदर FIR होगी...'

    नई दिल्ली. कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या किए जाने से डॉक्टर्स में नाराजगी है. इस बीच, केंद्र सरकार ने डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर सख्ती दिखाई है और स्वास्थ्य संस्थानों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अगर डॉक्टर्स पर हमला या हिंसा होती है तो 6 घंटे के अंदर संस्थानों को संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवानी होगी. 
    स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, डॉक्टर्स पर हमले के मामलों में सख्त एक्शन लिया जाएगा और 6 घंटे के अंदर एफआईआर दर्ज की जाएगी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों को मेमो भेज दिया है. इसमें कहा गया है कि किसी भी डॉक्टर पर हिंसा की स्थिति में घटना के 6 घंटे के भीतर एफआईआर दर्ज करवाई जाए. इसकी जिम्मेदारी संस्था के प्रमुख की होगी.
    कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त की रात 31 साल की ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव बरामद किया गया था. शरीर पर चोट के निशान थे और खून बह रहा था. जांच में पता चला कि डॉक्टर से रेप किया गया, उसके बाद हत्या कर दी गई. पुलिस ने आरोपी संजय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. घटना के बाद डॉक्टर्स ने सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए और हड़ताल शुरू कर दी. हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी. डॉक्टर्स का कहना है कि हमारी सुरक्षा को प्राथमिकता में रखा जाए और केंद्रीय प्रोटेक्शन एक्ट को लागू किया जाए. इस सिलसिले में डॉक्टर्स के संगठन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी. 
    साभार आज तक

  • पीएम मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करते हुए विकसित भारत का खाका पेश किया

    पीएम नरेंद्र मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करते हुए विकसित भारत का खाका पेश किया। इस दौरान उन्होंने उपलब्धियां गिनाईं तो चुनौतियों पर भी बात की। पड़ोस के देश बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर पीएम नरेंद्र मोदी ने खुलकर बात की तो वहीं यूनिफॉर्म सिविल कोड की भी वकालत की। उन्होंने इसे नई शब्दावली के साथ पेश करते हुए कहा कि देश को अब सेकुलर सिविल कोड की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से कम्युनिल सिविल कोड रही, अब देश को सेकुलर सिविल कोड मिलना चाहिए। आइए जानते हैं, क्या रहीं पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें...
    1. पीएम मोदी ने लगातार 11वीं बार लालकिले से तिरंगा फहराते हुए कहा कि माताओं और बहनों के खिलाफ जो अत्याचार हो रहे हैं, उसके खिलाफ देश में आक्रोश है। इसे सभी राज्यों को गंभीरता से लेना होगा। ऐसे मामलों में जल्दी से जांच हो और राक्षसी कृत्य करने वालों को कड़ी सजा हो। महिलाओं पर जब बलात्कार और अत्याचार की खबरें आती हैं तो वह छाई रहती है। लेकिन जब दोषियों को सजा होती है तो वह खबर कोने में पड़ी रहती है। ऐसी खबरों को प्रमुखता देनी चाहिए ताकि अपराधियों में डर पैदा हो। उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा सीधे तौर पर कोलकाता के रेप और मर्डर कांड की ओर था, जिसके खिलाफ देश भर में लोग आंदोलन कर रहे हैं।
    2. बांग्लादेश में जो कुछ हुआ है, उसे देखते हुए चिंता करना वाजिब है। मैं आशा करता हूं कि वहां हालात जल्दी सामान्य होंगे। खासतौर पर 140 करोड़ भारतीयों की चिंता है कि वहां के हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो। भारत हमेशा चाहता है कि पड़ोसी देश शांति से रहें और विकास की ओर बढ़ें। हम बांग्लादेश के विकास के लिए चिंतित हैं और कुछ भी सकारात्मक हो, इसके लिए हम साथ हैं।
    3. क्या कोई कुछ सोच सकता है कि देश में संविधान का शासन है। इसके बाद भी कुछ ऐसे लोग निकल रहे हैं, जो भ्रष्टाचार का महिमामंडन कर रहे हैं। ऐसे लोग स्वस्थ समाज के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन गया है और यह चिंता का विषय है। यदि किसी भ्रष्टाचारी का महिमामंडन होगा तो जो आज ऐसा नहीं करता है, वह भी ऐसे रास्ते पर जाने की सोचेगा।
    4. हमें नकारात्मक लोगों से बचना होगा। कुछ लोग देश का विकास नहीं चाहते। विकृति तो विनाश और सर्वनाश का कारण बनती है। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे लोग हैं, जो हर बात में नकारात्मकता ही देखते हैं। हमें विकसित भारत की ओर बढ़ते हुए ऐसे लोगों को नजरअंदाज करना होगा।
    5. पीएम मोदी ने भाजपा के कोर एजेंडे में रहे यूनिफॉर्म सिविल कोड की भी वकालत की। उन्होंने इसे सेकुलर कोड कहते हुए कहा कि देश को इसकी जरूरत है। एक देश एक कानून हमारी आवश्यकता है। पीएम मोदी ने कहा कि बहुत दिनों तक सांप्रदायिक कोड रहा। अब सेकुलर कोड लाना चाहिए।
    6. कभी आतंकवादी मारकर चले जाते थे। अब देश की सेना एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक करती है। इससे देश के युवा गर्व से भर जाते हैं। सरकारी मशीनरी जब देश के सपने पूरे करने में जुट जाती है और नागरिक भी जनांदोलन के तौर पर जुड़ जाते हैं तो लक्ष्य हासिल होकर रहते हैं।
    7. ऐसा माहौल बन गया था कि जो है, उसमें गुजारा कर लो। कहते थे कि अब कुछ होने वाला नहीं है। हमने उस माहौल को बदला है। कई लोग कहते थे कि भविष्य के लिए क्यों कुछ करें, हम आज का देखें। लेकिन देश का नागरिक ऐसा नहीं चाहता। वह सुधारों का इंतजार करता रहा। हमें जिम्मेदारी मिली तो फिर हमने सुधारों को जमीन पर उतारा। मैं देशवासियों को यकीन दिलाना चाहता हूं कि हम सुधारों के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।
    8. पीएम मोदी ने कहा कि हमें 2047 तक देश को विकसित भारत बनाना है। इसके लिए जनभागीदारी की जरूरत है। पीएम मोदी ने कहा कि हमने जिस तरह से माहौल बदला है और 25 करोड़ लोग गरीबी से ऊपर उठे हैं, उससे आकांक्षाएं बढ़ी हैं।
    9. प्रधानमंत्री ने राजनीति में जातिवाद और परिवारवाद की मुक्ति का भी खाका पेश किया। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि कम से कम एक लाख युवा राजनीति में आएं, जिनके परिवार से अब तक कोई पॉलिटिक्स में न रहा हो। ये लोग विधायक, सांसद, प्रधान, मेयर आदि बनें। ऐसे लोग आएंगे तो नए विचार सामने आएंगे और परिवारवाद का खात्मा होगा।
    10. पीएम मोदी ने कहा कि देश हर तीन महीने में चुनाव से तंग आ चुका है। अब बारी आ चुकी है कि एक देश एक चुनाव की ओर बढ़ा जाए।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सुखोई पर 21 हजार करोड़ खर्च करेगी सरकार

    नई दिल्ली। रक्षा क्षेत्र में भारत की ताकत फिर बढ़ने वाली है। खबर है कि रक्षा मंत्रालय सुखोई विमानों के बेड़े के लिए करीब 21 हजार करोड़ रुपये की डील साइन करने की तैयारी कर रहा है। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। इसके अलावा लड़ाकू विमानों को अपग्रेड किए जाने की भी योजना है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के साथ तनाव लगातार बना हुआ है।
    इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार लड़ाकू विमान Su 30 MKI के बेड़े के लिए जेट इंजन खरीदने के लिए अनुमानित 21 हजार करोड़ रुपये की डील साइन करने वाली है। खास बात है कि इनका निर्माण हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) में होगा। ये मौजूदा इंजनों की जगह लेने वाले हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 230 इंजनों का ऑर्डर आने वाले दिनों में दिया जा सकता है।
    अखबार से बातचीत में मामले के जानकारों ने बताया कि इनकी डिलीवरी अगले कुछ सालों में होगी। उन्होंने जानकारी दी है कि करीब 950 AL 31 FP इंजनों की जरूरत है, क्योंकि ये ट्विन इंजन Su 30 MKI विमान के पूरे बेड़े की ताकत बढ़ाते हैं। नए इंजन के अलावा लड़ाकू विमान में कुछ अपग्रेड भी होने वाले हैं, जिनमें नए एवियोनिक्स, रडार और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट्स शामिल हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बांग्लादेश में बेवजह हिंसा का शिकार हो रहे हिंदू, आरएसएस प्रमुख भागवत बोले- रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी

    मुंबई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लोगों को कथित तौर पर निशाना बनाए जाने को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि वहां रहने वाले हिंदुओं को बेवजह निशाना बनाया जा रहा है। यह सुनिश्चित करना हमारे देश की जिम्मेदारी है कि उन्हें किसी तरह के अन्याय और अत्याचार का सामना न करना पड़े। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आरएसएस मुख्यालय में ध्वजारोहण के बाद यह बात कही। 
    उन्होंने कहा, "आने वाली पीढ़ी का कर्तव्य है कि वह स्वतंत्रता के 'स्व'की रक्षा करे। दुनिया में हमेशा ऐसे लोग होते हैं जो दूसरे देशों पर प्रभुत्व जताना चाहते हैं। हमें चौकस और सावधान रहना पड़ता है और उनसे अपनी रक्षा करनी होती है। स्थिति हर समय एक जैसी नहीं रहती है। कभी-कभी यह अच्छी होती है, जबकि कभी यह उतनी अच्छी नहीं होती है।" उन्होंने कहा कि यह उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। 
    भागवत ने कहा, "अब हम स्थिति देख सकते हैं। पड़ोसी देश में काफी हिंसा हो रही है। वहां रहने वाले हिंदुओं को बेवजह हिंसा का सामना करना पड़ रहा है।" उन्होंने कहा कि भारत में दूसरों की मदद करने की परंपरा रही है। हमने पिछले कुछ वर्षों में देखा है कि भारत ने कभी किसी पर हमला नहीं किया। बल्कि मुसीबत में फंसे लोगों की मदद की, भले ही वे हमारे साथ कैसा व्यवहार करें। इस स्थिति में हमें यह देखना होगा कि हमारा देश सुरक्षित रहे। साथ ही अन्य देशों की मदद भी करे।
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ध्वजारोहण कर कहा- वीर स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्रभक्तों को याद करने का यह पावन अवसर

    भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव स्वतंत्रता दिवस के मुख्य कार्यक्र के तहत लाल परेड ग्राउंड में ध्वजारोहण कर राष्ट्रध्वज को सलामी दी। इस अवसर पर उन्होंने परेड का निरीक्षण किया, जिसमें 17 टुकड़ियां शामिल थीं। मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में  कहा कि 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, मैं देश के सभी नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई देता हूँ। यह दिन उन वीर स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्रभक्तों को याद करने का एक पावन अवसर है, जिन्होंने भारत माता को स्वतंत्र कराने के लिए अपनी जान कुर्बान की। हमारी सरकार नागरिकों के विकास और सामाजिक सद्भाव में भागीदार बनने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा लक्ष्य है कि गरीबों के कल्याण की योजनाएं अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचें और प्रशासन जनोन्मुखी हो। हमारी सरकार इस दिशा में काम करने के लिए कटिबद्ध है।
    भोपाल में आयोजित मुख्य परेड का नेतृत्व भारतीय पुलिस सेवा के सहायक पुलिस आयुक्त मयूर खंडेलवाल ने किया। इस परेड में पुलिस बैंड सहित 17 टुकड़ियां शामिल हुई, जिनमें प्रदेश पुलिस बल, विशेष सशस्त्र बल (उत्तरी जोन), महिला विशेष सशस्त्र बल, जिला बल एवं रेल की संयुक्त टुकड़ी, हॉक फोर्स, एसटीएफ, जिला पुलिस बल, जेल विभाग, शासकीय रेल पुलिस, नगर सेना (होमगार्ड), एनसीसी (सीनियर विंग गर्ल्स), एनसीसी (सीनियर डिवीजन), गाइड गर्ल्स, स्काउट्स बॉयज, शौर्य दल, लाड़ली बहना और अश्वरोही दल शामिल रहे। 
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में ग्रामीण क्षेत्रों में प्रदेश में लगभग 7 लाख मकानों का निर्माण कर लिया गया है। प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह और निकाह सहायता योजना में वर्ष 2023-24 में 62 हजार 583 कन्याओं के विवाह के लिए सहायता राशि दी है। समाज के वरिष्ठजन, दिव्यांगजन, निराश्रितों और कल्याणी बहनों को प्रत्येक माह 600 रुपये दिए जा रहे हैं। श्रम कल्याण मंडल की विभिन्न योजनाओं में 7 लाख श्रमिकों को 43 करोड़ रुपये की सहायता दी गई है। श्रमिक के परिवारों के लिए शैक्षणिक छात्रवृत्ति योजना, शिक्षा प्रोत्साहन पुरस्कार, विवाह सहायता, कल्याणी सहायता, श्रमिक साहित्य पुरस्कार और उत्तम श्रमिक पुरस्कार योजना लागू की गई है। 
    साभार अमर उजाला

     

  • स्वतंत्रता दिवस से पहले दिल्ली में हाई अलर्ट

    नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली में हाई अलर्ट जारी किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिला है कि जम्मू में सक्रिय आतंकी दिल्ली या उसके आसपास के इलाकों में आत्मघाती हमला करने की फिराक में हैं। दिल्ली के अलावा पंजाब में भी सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है। उग्रवादियों के बीच हुई बातचीत के आधार पर खुफिया एजेंसियों ने इनपुट जताया है। एजेंसियों का कहना है कि जरूरी नहीं कि यह हमला स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ही हो। ऐसा इसलिए क्योंकि उस दिन भारी सुरक्षा दस्ता हर जगह तैनात रहता है, लेकिन एक या दो दिन बाद आतंकी हरकत कर सकते हैं।
    टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ में देखे गए दो संदिग्धों के दिल्ली की ओर मूवमेंट करने की आशंका है। इन लोगों के पास हथियार भी मौजूद हैं। आशंका है कि ये लोग पठानकोट की तरफ गए हैं और वहां से दिल्ली की ओर भी निकल सकते हैं। यही नहीं सुरक्षा बलों और एजेंसियों को आशंका है कि ये आतंकी अमरनाथ यात्रा को भी निशाने पर ले सकते हैं। इसके अलावा दिल्ली में अहम प्रतिष्ठित संस्थानों को भी टारगेट किया जा सकता है। बीते कई सालों से आतंकियों पर लगाम कसने में सुरक्षा बलों और एजेंसियों को सफलता मिली है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

    नई दिल्ली.दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कथित शराब घोटाले में फिलहाल राहत नहीं मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को अभी अंतरिम जमानत देने से इनकार कर दिया है. अदालत में केजरीवाल के पक्ष में सिसोदिया वाली दलील दी गई थी, जो नहीं चल पाई.
    केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट से कहा कि उनके पक्ष में 3 बार जमानत के आदेश दिए जा चुके हैं. इसमें सेक्शन 45 का मामला भी शामिल है. पीएमएलए ने मई में अंतरिम आदेश जारी कर दिया था. इसके बाद पीएमएलए में जून में नियमित जमानत दी गई थी, लेकिन हाई कोर्ट ने उस पर रोक लगा दी.
    बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट ने 21 मई, 2024 को सिसोदिया को जमानत देने से इनकार किया था. इसके बाद सिसोदिया सुप्रीम कोर्ट गए. सिसोदिया ने अपनी याचिका में कहा था कि 2023 अक्टूबर से उनके खिलाफ मुकदमे में कोई प्रोग्रेस नहीं हुई है. दिल्ली हाईकोर्ट से पहले, मनीष सिसोदिया को राउज एवेन्यू कोर्ट ने, 30 अप्रैल को जमानत नहीं दी थी. ट्रायल कोर्ट, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में सिसोदिया की जमानत याचिका इससे पहले भी कई बार खारिज हो चुकी थी. मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने सिसोदिया की याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा था कि जमानत के मामले में हाईकोर्ट और ट्रायल कोर्ट सेफ गेम खेल रहे हैं. सजा के तौर पर जमानत से इनकार नहीं किया जा सकता.
    साभार आज तक

  • पतंजलि 'भ्रामक विज्ञापन' मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बंद किया मानहानि का केस

    नई दिल्ली. पतंजलि 'भ्रामक विज्ञापन केस' में बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. सर्वोच्च अदालत ने इस मामले में मानहानि का केस बंद कर दिया है. दरअसल, पतंजलि के उत्पादों के बारे में भ्रामक विज्ञापन दिए जाने के इस केस में माफीनामा पहले ही दाखिल किया गया था, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है. सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस हिमा कोहली और संदीप मेहता की बेंच ने यह फैसला सुनाया है.
    बता दें कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने पतंजलि पर कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर गलत कैंपेन चलाने का आरोप लगाया था. इस पर अदालत ने चेतावनी दी थी कि पतंजलि आयुर्वेद की तरफ से झूठे और भ्रामक विज्ञापन तुरंत बंद होने चाहिए. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से दायर याचिका में कहा गया था कि पतंजलि के भ्रामक विज्ञापन से एलोपैथी दवाइयों की उपेक्षा हो रही है.
    साभार आज तक

  • आप पार्टी में मंत्री रह चुके संदीप कुमार को भाजपा ने पार्टी से निकाला


    नई दिल्ली। दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार में मंत्री रह चुके संदीप कुमार को भारतीय जनता पार्टी ने भी बाहर का रास्ता दिखा दिया है। खबर है कि पार्टी में शामिल होने के कुछ ही घंटों बाद भाजपा ने कुमार को हरियाणा इकाई से निष्कासित कर दिया है। कुमार का नाम पहले भी सीडी विवाद में सामने आ चुका है, जिसमें वह एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखे गए थे।
    इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, कुमार को हरियाणा भाजपा से महज 6 घंटे में ही बाहर कर दिया गया। कहा जा रहा है कि विवादित अतीत के बारे में जानकारी लगने के बाद यह फैसला लिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा नेताओं का कहना है कि कुमार ने जानबूझकर आप नेता और मंत्री के कार्यकाल के दौरान किए कामों को छिपाया था।
    शनिवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की मौजूदगी में कुमार ने शाम करीब 5 बजे भाजपा की सदस्यता ली थी। इसके बाद रात करीब 11 बजे पार्टी ने कुमार को बाहर करने की घोषणा कर दी थी। हरियाणा भाजपा प्रभारी सुरेंद्र पूनिया ने लिखा, 'अपने अतीत की कुछ बातों को छिपाने के चलते संदीप कुमार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया जा रहा है।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ जारी हिंसा पर अब अमेरिका भी सख्त

    बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ जारी हिंसा पर अमेरिका का फिर से बयान आया है और उसने कहा कि हम पूरी निगरानी रखेंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति कार्यालय ‘वाइट हाउस’ ने कहा कि हम बांग्लादेश के हालात पर निगरानी जारी रखेंगे। उसने इस बात पर भी बल दिया कि राष्ट्रपति जो बाइडन मानवाधिकार के मुद्दों पर ‘स्पष्ट और बेबाक तरीके से बोलते रहेंगे।’ ‘वाइट हाउस’ की प्रेस सचिव कैरिन ज्यां-पियरे ने हिंदू-अमेरिकी समूहों और भारतीय-अमेरिकी सांसदों की उस अपील के संबंध में भी जवाब दिया, जिसमें उन्होंने हिंदुओं की सुरक्षा का सवाल उठाया था।
    इन लोगों ने मांग की थी कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के जीवन और संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अमेरिकी सरकार को दखल देना चाहिए। ज्यां-पियरे ने सोमवार को कहा, ‘हम निश्चित रूप से हालात पर निगरानी जारी रखेंगे। मेरे पास इसके अलावा और कुछ कहने को नहीं है। लेकिन, जब भी मानवाधिकार से जुड़े मुद्दों की बात आती है तो राष्ट्रपति (जो बाइडन) सार्वजनिक रूप से और निजी तौर पर स्पष्ट तथा बेबाक तरीके से बोलते रहे हैं और ऐसे ही बोलते रहेंगे।’
    बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के कथित मानवाधिकार हनन की घटनाओं के खिलाफ पिछले कुछ दिन से अमेरिका के विभिन्न शहरों में सैकड़ों हिंदू-अमेरिकी नागरिकों की ओर से शांतिपूर्ण विरोध मार्च निकाले जा रहे हैं। रविवार को अटलांटा में एक मार्च को संबोधित करते हुए, सांसद शॉन स्टिल ने अमेरिकी विदेश विभाग से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और हितों को सुनिश्चित करने की अपील की थी। कई अन्य सांसदों ने भी ऐसे ही विचार व्यक्त करते हुए इस मांग को दोहराया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • चुनाव आयोग ने नोडल अधिकारियों की नियुक्ति करने के दिए आदेश, दिल्ली में विधानसभा चुनाव पहले होने के आसार


    नई दिल्ली। राजधानी में विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। दरअसल मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने विधानसभा चुनाव के लिए एमसीडी को नोडल अधिकारियों की नियुक्ति करने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा एमसीडी को अपने कर्मचारियों को चुनाव संबंधी ट्रेनिंग देने का भी निर्देश दिया है। 
    उधर, एमसीडी ने मुख्य निर्वाचन कार्यालय के आदेश के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। इस कवायद के पीछे माना जा रहा है कि दिल्ली में भी इस वर्ष के अंत में चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ चुनाव कराए जा सकते हैं। दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल अगले की शुरूआत में खत्म होगा।
    दिल्ली विधानसभा चुनाव कराने में एमसीडी की हर मामले में महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। इस कारण मुख्य निर्वाचन कार्यालय दिल्ली ने एमसीडी को विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया है। 
    एमसीडी के अनुसार, मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने उसको चुनाव संबंधी विभिन्न कार्यों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने और कर्मचारियों को चुनाव कार्य के संबंध ट्रेनिंग देने का भी फरमान दिया है। इस कड़ी में उसने कार्य करना शुरू कर दिया है। उसने नोडल अधिकारी नियुक्त करने के साथ-साथ कर्मचारियों को ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी है।
    उधर, मुख्य निर्वाचन कार्यालय के आदेश को लेकर एमसीडी में विधानसभा चुनाव के समय को लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया है। दरअसल दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल अगले वर्ष फरवरी में खत्म होगा। इस कारण चुनाव होने में अभी छह माह बचे हैं। अभी तक किसी भी चुनाव की तैयारी छह-सात माह पहले नहीं हुई है। 
    इस तरह माना जा रहा है कि दिल्ली विधानसभा के चुनाव पहले हो सकते हैं। इस साल के अंत में महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड व जम्मू-कश्मीर विधानसभा के चुनाव होने हैं। लिहाजा दिल्ली में भी विधानसभा के चुनाव इन राज्यों के साथ हो सकते हैं। अगले वर्ष फरवरी माह में दिल्ली विधानसभा के अलावा अन्य किसी राज्य के विधानसभा चुनाव होने तय नहीं है।
    साभार अमर उजाला

  • बांग्लादेश में हिंदू समुदाय ने सुरक्षा और न्याय की मांग करते हुए किया अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन

    ढाका। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने शनिवार को अल्पसंख्यक समुदायों खासकर हिंदुओं पर हो रहे हमलों की निंदा करते हुए उन्हें घृणित बताया। उन्होंने पूछा कि क्या वे इस देश के लोग नहीं हैं? आप देश को बचाने में सक्षम हैं, क्या आप कुछ परिवारों को नहीं बचा सकते हैं? वहीं, जबकि हिंदू समुदाय ने सुरक्षा और न्याय की मांग करते हुए अपना अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन बांग्लादेश की सड़कों पर किया।
    प्रोफेसर यूनुस ने बेगम रोकेया विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “आपको कहना चाहिए कि कोई भी उन्हें नुकसान नहीं पहुंचा सकता है। वे मेरे भाई हैं। हमने साथ मिलकर लड़ाई लड़ी है और हम साथ रहेंगे।” उन्होंने छात्रों से सभी हिंदू, ईसाई और बौद्ध परिवारों को नुकसान से बचाने का आग्रह किया।
    आपको बता दें कि ढाका, चटगांव, बारीसाल, तंगेल और कुरीग्राम जैसे प्रमुख शहरों में हजारों प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन किया और कहा कि हिंदुओं को बांग्लादेश में रहने का अधिकार है। शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार को हटाने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में घरों, दुकानों और मंदिरों पर हमलों के विरोध में उन्होंने शनिवार को लगातार दूसरे दिन ढाका में शाहबाग चौराहे को अवरुद्ध कर दिया।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भारत के पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता नटवर सिंह का निधन,  PM मोदी-जयशंकर समेत कई नेताओं ने जताया दुःख

    नई दिल्ली। भारत के पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे नटवर सिंह अब नहीं रहे। उनका शनिवार रात लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वे 93 साल के थे। उनके निधन की खबर से सियासी गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई है। पक्ष और विपक्ष से जुड़े तमाम नेता दुख व्यक्त कर रहे हैं। इसी क्रम में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके योगदान को याद किया और संवेदना जताई। 
    पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पूर्व विदेश मंत्री के साथ एक तस्वीर भी साझा की। उन्होंने लिखा, 'नटवर सिंह के निधन से दुखी हूं। उन्होंने कूटनीति और विदेश नीति की दुनिया में समृद्ध योगदान दिया। वह अपनी बुद्धिमत्ता के साथ-साथ बेहतरीन लेखन के लिए भी जाने जाते थे। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं।'
    विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, 'प्रतिष्ठित राजनयिक और पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के निधन से गहरा दुख हुआ। उनके कई योगदानों में जुलाई 2005 के भारत-अमेरिका परमाणु समझौते में महत्वपूर्ण भूमिका शामिल है। उनके द्वारा लिखी गई किताबें, विशेष रूप से चीन पर उन्होंने जो लिखा, उसने हमारी कूटनीति में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान की। उनके परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं।' 
    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री के. नटवर सिंह के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। अपने लंबे करियर में, उन्होंने एक प्रतिष्ठित राजनयिक से लेकर एक उत्कृष्ट सांसद तक कई उपलब्धियां हासिल कीं। पद्म भूषण से सम्मानित सिंह लिखने के लिए जाने जाते थे। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।
    वरिष्ठ राजनेता रणदीप सुरजेवाला ने एक्स पर एक पोस्ट में सिंह को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, 'पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के निधन का समाचार दुखद है। ईश्वर उनके परिजनों को यह क्षति सहने की शक्ति दे और दिवंगत आत्मा को सदगति प्रदान करें।'
    उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, 'के. नटवर सिंह के निधन से बहुत दुख हुआ। उन्होंने विदेश मंत्री सहित विभिन्न पदों पर रहते हुए देश की सेवा की। वह एक विपुल लेखक और प्रतिष्ठित इतिहासकार थे, उन्होंने हमेशा जीने और योगदान देने का उत्साह दिखाया। हमारे साहित्य जगत और सार्वजनिक जीवन में नटवर सिंह जी के अद्वितीय योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।'
    साभार अमर उजाला

  • सेबी प्रमुख ने कहा- हमारा वित्तीय लेनदेन खुली किताब की तरह, हिंडनबर्ग के आरोपों को बताया बेबुनियाद

    नई दिल्ली। हिंडनबर्ग रिसर्च की हालिया रिपोर्ट में भारतीय शेयर बाजार नियामक सेबी की प्रमुख माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। हालांकि, दंपती ने रिपोर्ट को बेबुनियाद बताया है। दरअसल, शनिवार देर रात आई रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि कथित अदाणी धन हेराफेरी घोटाले में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट ऑफशोर फंड में दंपती की हिस्सेदारी थी।
    10 अगस्त को जारी नवीनतम हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि सेबी की वर्तमान प्रमुख माधबी बुच और उनके पति के पास अदाणी धन हेराफेरी घोटाले में इस्तेमाल किए गए दोनों अस्पष्ट ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी थी। हिंडनबर्ग ने अपनी नई रिपोर्ट में कहा है कि 18 महीने पहले अदाणी समूह पर अपनी रिपोर्ट जारी की थी, लेकिन सेबी ने समूह पर कार्रवाई नहीं की।
    माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ 10 अगस्त 2024 की हिंडनबर्ग रिपोर्ट में कई आरोप लगाए गए हैं। इन आरोपों के संदर्भ में हम यह बताना चाहेंगे कि हम रिपोर्ट में लगाए गए निराधार आरोपों और आक्षेपों का दृढ़ता से खंडन करते हैं। इनमें कोई भी सच्चाई नहीं है।
    दंपती ने कहा, 'हमारा जीवन और वित्तीय लेनदेन एक खुली किताब की तरह है। पिछले कुछ वर्षों में आवश्यक सभी खुलासे पहले ही सेबी को सौंप दिए गए हैं, हमें किसी भी वित्तीय दस्तावेजों का खुलासा करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है।'
    माधबी और धवल ने कहा कि जांच के दौरान सेबी को वे दस्तावेज भी दिए गए हैं जो उस अवधि से संबंधित हैं, जब हम सेबी से नहीं जुड़े थे। इसके अलावा, पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए हम उचित समय पर एक विस्तृत बयान भी जारी करेंगे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिंडनबर्ग रिसर्च, जिसके खिलाफ सेबी ने कार्रवाई की है और कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है, उसने चरित्र हनन का प्रयास करने का विकल्प चुना है।
    नई रिपोर्ट जारी करने के बाद हिंडनबर्ग ने कहा था, अदाणी समूह पर हमारी मूल रिपोर्ट को लगभग 18 महीने बीत चुके हैं। इस बात के पर्याप्त सबूत पेश किए जा चुके हैं कि भारतीय कारोबारी समूह (अदाणी) कॉर्पोरेट इतिहास का सबसे बड़ा घोटाले में संलिप्त रहा है। हालांकि, ठोस सबूतों और 40 से अधिक स्वतंत्र मीडिया जांच के बावजूद सेबी ने अदाणी समूह के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं की। कार्रवाई के बजाय जून, 2024 में सेबी ने हमें एक स्पष्ट 'कारण बताओ' नोटिस भेजा।
    मॉरीशस में अदाणी ग्रुप के काले धन नेटवर्क की पूरी जानकारी देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। गुप्त दस्तावेज के हवाले से हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा था कि अदाणी घोटाले में इस्तेमाल की गई अपतटीय (ऑफशोर) संस्थाओं में सेबी चेयरपर्सन और उनके पति की हिस्सेदारी थी। इन संस्थाओं का संचालन कथित तौर पर अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी के बड़े भाई विनोद अदाणी करते हैं।
    साभार अमर उजाला

  • मप्र में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल : 47 आईएएस-आईपीएस के तबादले, नौ जिलों के कलेक्टर भी बदले

    भोपाल। मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने आधी रात को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया। सरकार ने 26 आईएएस और 21 आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए।  इसमें 9 जिलों के कलेक्टर और 7 जिलों के पुलिस अधीक्षक (एसपी) बदले गए हैं। शहडोल, मंडला, बालाघाट, राजगढ़, विदिशा, डिंडौरी, अनूपपुर और नीमच जिले के कलेक्टर बदले गए हैं। अंशुल गुप्ता जनसंपर्क विभाग के संचालक बनाए गए हैं और रोशन कुमार को विदिशा जिले का कलेक्टर बनाया गया है। हर्ष सिंह को डिंडोरी, हर्षल पंचोली को अनूपपुर, हिमांशु चंद्रा को नीमच, मृणाल मीना को बालाघाट, गिरीश कुमार को राजगढ़, केदार सिंह को शहडोल और सोमेश मिश्रा को मंडला का कलेक्टर बनाया गया है। 
    उमाकांत राव को श्रम विभाग का पीएस बनाया 
    प्रमुख सचिव श्रम विभाग तथा सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण सचिन सिन्हा को राजस्व मंडल मध्य प्रदेश ग्वालियर में प्रशासनकीय सदस्य बनाया गया है। चंबल संभाग के आयुक्त संजीव कुमार झा को राजस्व मंडल ग्वालियर में सदस्य बनाया गया है। सदस्य राजस्व मण्डल ग्वालियर उमाकांत उमराव को श्रम विभाग में प्रमुख सचिव, भारतीय चिकित्सा पद्यति एवं होम्योपैथी मध्य प्रदेश की आयुक्त सोनाली वायंगणकर को सामान्य न्याय एवं दिव्यागंजन सशक्तिकरण विभाग का प्रमुख सचिव और पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन एप्को के कार्यपालन संचालक संजीव सिंह को भोपाल संभाग का आयुक्त बनाया गया है। 
    स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त बने तरुण राठी 
    तकनीकी शिक्षा आयुक्त मदन विभीषण नागरगोजे को राजस्व मंडल्म ध्य प्रदेश ग्वालियर में सदस्य बनाया गया है। गृह विभाग के अपर सचिव अजय गुप्ता को किसान कल्याण तथा कृषि विकसा का संचालक बनाया गया है। मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्वी सुन्द्रियाल को वित्त विभाग में संचालक बजट नियुक्त किया गया है। मध्य प्रदेश में अपर सचिव तरुण राठी को स्वास्थ्य  विभाग का आयुक्त, कलेक्टर नीमच दिनेश जैन को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने अपर सचिव, मध्य प्रदेश शासन में उप सचिव दीपक आर्य को मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण का मुख्य कार्यपालन अधिकारी, शहडोल कलेक्टर तरुण भटनागर को पशुपालन एवं डेयरी विभाग में उप सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के उप सचिव केदार सिंह को शहडोल कलेक्टर और राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोमेश मिश्रा को मंडला कलेक्टर बनाया गया है। 
    रोशन कुमार सिंह विदिशा कलेक्टर 
    बालाघाट कलेक्टर रहे गिरीश कुमार मिश्रा को राजगढ़ कलेक्टर, डिण्डौरी कलेक्टर विकास मिश्रा को योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग में उपसचिव बनाया गया है। अनूपपुर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ को राज्य इलेक्ट्रानिक्स विकास निगम का प्रबंध संचालक, मंडला कलेक्टर सलोनी सिडाना को भारतीय चिकित्सा पद्यति एवं होम्योपैथी का आयुक्त सह संचालक, विदिशा कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य को गृह विभाग में उप सचिव, जनसंपर्क संचालक रोशन कुमार सिंह को विदिशा कलेक्टर, जिला पंचायत उज्जैन के मुख्य कार्यालन अधिकारी मृणाल मीना को बालाघाट कलेक्टर बनाया गया है। इसके अलावा नगर पालिका निगम ग्वालियर के आयुक्त हर्ष सिंह को डिंण्डौरी कलेक्टर, अपर कलेक्टर भोपाल हर्षल पंचौली को अनूपपुर कलेक्टर, अपर कलेक्टर हिंमाशु चंद्रा को नीमच कलेक्टर, मुख्यमंत्री के उप सचिव एवं राज्य इलेक्ट्रानिक्स विकास निगम के प्रबंध संचालक अंशुल गुप्ता को जनसंपर्क संचालक बनाया गया है। इसके अलावा अपर कलेक्टर अनूपपुर अमन वैषण को ग्वालियर नगर पालिका निगम में आयुक्त बनाया गया है। 
    यह आईपीएस हुए इधर से उधर 
    पुलिस मुख्यालय में उप पुलिस महानिरीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा को खरगौन रेंज में उप पुलिस महानिदेशक, पुलिस अधीक्षक मुरैना रशैलेंद्र सिंहचौहान को सेनानी, 13, वाहिनीविसबल, ग्वालियर पदस्थ किया गया है। वहीं, सेनानी, 13वीं वाहिनी विसबल ग्वालियर रघुवंश कुमार सिंह को सेनानी, 5वीं वाहिनी विसबल मुरैना पदस्थ किया गया है। वहीं, 10वीं सागर रसना ठाकुर को मऊगंज का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। वहीं, सहायक पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय भोपाल नागेंद्र सिंह को बालाघाट का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। 
    मंदसौर पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया को सहायक पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय भोपाल, पुलिस अधीक्ष बालाघाट समीर सौरभ को मुरैना पुलिस अधीक्षक, पुलिस उपायुक्त नगरीय पुलिस जिला इंदौर हंसराज सिंह को पुलिस उपायुक्त जोन-3 नगरीय पुलिस जिला इंदौर, अनूपपुर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार को भोपाल नगरीय पुलिस उपायुक्त जोन-4, पांढुर्ना पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार त्रिपाठी को इंदौर नगरीय पुलिस उपायुक्त अपराध, मऊंगज पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन को श्योपुर जिले का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। 
    इसके अलावा भोपाल नगरीय पुलिस उपायुक्त जोन-4 सुंदर सिंह कनेश को पांढुर्ना पुलिस अधीक्षक, इंदौर नगरीय पुलिस उपायुक्त पंकज कुमार पांडे को रायसेन जिले का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। वहीं, धार जिले के मनावर एसडीओपी अंकित सोनी को इंदौर जिले में असूचना एवं सुरक्षा पुलिस उपायुक्त,  हॉकफोर्स बालाघाट सेनानी मोती उर्र रहमान को अनूपपुर जिले का पुलिस अधीक्षक और श्योपुर जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद को मंदसौर जिले का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। 
    साभार अमर उजाला 

  • SC-ST आरक्षण में नहीं होगा क्रीमी लेयर, केंद्र सरकार ने साफ किया रुख

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में संविधान में दिए गए एससी और एसटी के लिए आरक्षण के उप-वर्गीकरण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर विस्तृत चर्चा हुई. बैठक में स्पष्ट किया कि डॉ. बीआर अंबेडकर द्वारा तैयार संविधान में अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षण प्रणाली में “क्रीमी लेयर” का प्रावधान नहीं है. ऐसे में अंबेडकर के संविधान के मुताबिक ही आरक्षण का प्रावधान होना चाहिए.
    दरअसल कैबिनेट में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर चर्चा हुआ हुई. कैबिनेट का मत था कि एनडीए सरकार अंबेडकर के बनाए संबिधान को लेकर प्रतिबद्ध है और एससी एसटी में कोई क्रीमीलेयर का प्रावधान नहीं है. मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एससी-एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से शुरू हुई हालिया बहस के बारे में बात की.
    वैष्णव ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण के संबंध में निर्णय सुनाया था और एससी-एसटी आरक्षण के संबंध में सुझाव दिया था. मंत्रिमंडल में इस पर विस्तृत चर्चा हुई. एनडीए सरकार बीआर अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान के प्रति कटिबद्ध है. बीआर अंबेडकर के संविधान के अनुसार एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर का कोई प्रावधान नहीं है.'
    उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षण संवैधानिक दिशानिर्देशों के अनुरूप लागू किया जाना चाहिए. यह पूछे जाने पर कि क्या यह मुद्दा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री या प्रधानमंत्री द्वारा उठाया गया था, वैष्णव ने कहा कि यह मंत्रिमंडल का सुविचारित विचार है.
    साभार आज तक

  • भारत के साथ रिश्ते सुधारने में लगा मालदीव

    विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि मालदीव के साथ भारत की साझेदारी एक-दूसरे के कल्याण और हितों के लिए मिलकर काम करने की गहरी इच्छा पर आधारित है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि माले के साथ संबंध भारत की ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति की आधारशिलाओं में से एक है।
    जयशंकर मालदीव के साथ द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने के लिए मालदीव के ही बुलावे शुक्रवार शाम को तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर यहां पहुंचे। मालदीव में पिछले साल चीन समर्थक राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के पदभार संभालने के बाद भारत की ओर से यह पहली उच्चस्तरीय यात्रा है।
    उनकी मालदीव यात्रा जून में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति मुइज्जू की भारत यात्रा के कुछ हफ्तों बाद हो रही है।
    मालदीव के अपने समकक्ष मूसा जमीर के साथ वार्ता के बाद जयशंकर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मालदीव के साथ भारत की साझेदारी एक-दूसरे के कल्याण और हितों के लिए मिलकर काम करने की हमारी गहरी इच्छा पर आधारित है। यह एक ऐसी साझेदारी है जिसने हमें चुनौतियों का हमेशा तेजी से और प्रभावी ढंग से जवाब देने में सक्षम बनाया है जैसा कि अतीत में भी देखा गया है।’
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मनीष सिसोदिया को बड़ी राहत, सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

    नई दिल्ली. दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को बड़ी राहत मिली है. कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है. मनीष सिसोदिया 17 महीने से तिहाड़ जेल में बंद थे.
    कथित शराब घोटाले में ट्रायल शुरू होने में हुई देरी को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई और ईडी दोनों मामलों में जमानत दे दी है.
    सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच ने सिसोदिया की जमानत याचिका पर 6 अगस्त को फैसला सुरक्षित रख लिया था. शुक्रवार को इस पर फैसला देते हुए जस्टिस गवई ने कहा कि 17 महीने की लंबी कैद और मुकदमा शुरू न होने के कारण उन्हें सुनवाई के अधिकार से वंचित किया गया है.
    इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने ये भी कहा कि 400 से ज्यादा गवाहों को देखते हुए जल्द ही इसका ट्रायल पूरा होने की संभावना भी नहीं दिखती. 
    मनीष सिसोदिया को जमानत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वो समाज के सम्मानित व्यक्ति हैं और उनके भागने की आशंका भी नहीं है. साथ ही ये भी कहा कि इस मामले में ज्यादातर सबूत भी जुटाए जा चुके हैं, इसलिए उनके साथ छेड़छाड़ करने की कोई संभावना नहीं है. हालांकि, गवाहों को प्रभावित करने या डराने के मामले में उनपर शर्तें लगाई जा सकती हैं. 
    सुप्रीम कोर्ट ने मनीष सिसोदिया को 10 लाख के मुचलके पर जमानत दी है. साथ ही दो बड़ी शर्तें भी लगाई हैं. पहली शर्त ये है कि उन्हें अपना पासपोर्ट जमा करना होगा. और दूसरी शर्त ये कि उन्हें हर सोमवार को थाने में जाकर हाजिरी लगानी होगी.
    साभार आज तक

  • बीएसएफ ने कहा - बांग्लादेश की जेलों से फरार कैदी हथियारों के साथ घुस सकते हैं भारत में

    नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने के बाद बांग्लादेश की जेलों से 1,200 से अधिक कैदी फरार हो गए हैं। इन फरार कैदियों में कई आतंकवादी भी शामिल हैं। सीमा से सटे भारत के लिए यह एक नई मुसीबत है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने कहा है कि यह कैदी हथियारों के साथ भारत में घुसने की कोशिश कर सकते हैं। जानकारी के मुताबिक बीएसएफ ने देश की सुरक्षा एजेंसियों को इस बारे में सूचित किया है। वहीं बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के कई अधिकारियों को देश में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किया गया है।
    वरिष्ठ बीएसएफ अधिकारियों ने बताया है कि बढ़ते हुए सुरक्षा जोखिमों को देखते हुए दोनों देशों के सीमा बल विभिन्न स्तरों पर बातचीत कर रहे हैं जिससे घुसपैठियों को भारत में घुसने से रोकने के लिए रियल टाइम जानकारी साझा की जा सके। नाम न बताने की शर्त पर बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "दोनों बलों के कमांडेंट, नोडल अधिकारी, फ्रंटियर आईजी और अन्य स्तर पर सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा है।" 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भोपाल में आरएसएस के प्रांतीय कार्यालय से सुरक्षा हटाई

    भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय कार्यालय से सुरक्षा हटा दी है। यह आरएसएस के समिधा कार्यालय ई-2 में स्थित है, जहां क्षेत्रीय पदाधिकारी रहते हैं। पिछले 15 साल से यहां सुरक्षा तैनात थी।
    मध्य प्रदेश एसएएफ की ओर से पांच सशस्त्र जवानों की तैनाती थी, जिन्हें अब वापस बुला लिया गया है। पुलिस का तर्क है कि सुरक्षा समीक्षा के आधार पर हटाई गई है। वहीं, यह भी बताया जा रहा है कि संघ की सहमति से यह फैसला लिया गया है। कार्यालय के सामने अस्थाई टेंट लगा था, जिसे भी हटा दिया गया है। संघ के पदाधिकारियों ने इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
    साभार अमर उजाला

  • मध्य प्रदेश में ठेका श्रमिकों मिलेगी ग्रेच्युटी और वीकली ऑफ की सुविधा

    भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी विभागों और उपक्रमों में काम कर रहे 3.25 लाख ठेका और आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है। श्रम विभाग ने एक नई गाइडलाइन जारी की है, जिसके अनुसार अब इन कर्मचारियों को बीमा, ग्रेच्युटी, बोनस, ओवरटाइम, भविष्य निधि (पीएफ), और साप्ताहिक अवकाश जैसी सुविधाएं दी जाएंगी।अब इन आउटसोर्स कर्मचारियों को कोर्ट में याचिका दायर करने का भी अधिकार मिलेगा, यदि कोई कंपनी इन निर्देशों का पालन नहीं करती है। गाइडलाइन में यह भी सुनिश्चित किया गया है कि सभी आउटसोर्स एजेंसियां जो इन विभागों में काम कर रही हैं, उन्हें जल्द से जल्द लाइसेंस प्राप्त करना होगा।
    प्रदेश सरकार लगातार आउटसोर्स कर्मचारियों के हित में निर्णय ले रही है। इस नए निर्देश से ठेका और आउटसोर्स कर्मियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता और सुरक्षा का भरोसा मिलेगा।
    साभार अमर उजाला

  • हिंसाग्रस्त बांग्लादेश में फंसे भारतीय दूतावास के 190 कर्मचारी वापस लौटे

    बांग्लादेश में सियासी उठापटक के बाद अंतरिम सरकार के गठन की तैयारी शुरू हो गई है. नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए चुना गया है. देश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन की अध्यक्षता में बंगा भवन (राष्ट्रपति भवन) में एक मीटिंग के दौरान यह फैसला लिया गया है.
    प्रदर्शनकारी छात्रों ने मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है. मीटिंग में आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व करने वाले छात्र नेताओं के साथ-साथ तीनों सेनाओं के प्रमुख भी शामिल हुए. बता दें कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना अभी हिंडन एयरबेस पर बने सेफ हाउस में ही हैं.
    हिंसाग्रस्त बांग्लादेश में फंसे भारतीय उच्चायोग के कर्मचारियों को एअर इंडिया के विशेष विमान से भारत लाया गया है. भारतीय उच्चायोग के 190 कर्मचारी बांग्लादेश से भारत लौटे हैं. लगभग 30 कर्मचारी अभी भी ढाका में ही हैं. 
    साभार आज तक

  • कांग्रेस नेता बोले- मोदी के आवास में भी घुस जाएगी जनता

    इंदौर। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि श्रीलंका और बांग्लादेश जैसा हाल अब भारत में भी होने वाला है। वर्मा ने यहां तक कहा कि जिस तरह शेख हसीना के घर में जनता घुस गई उसी तरह अब मोदी के आवास में भी घुसने वाली है। वर्मा का यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
    जिस वक्त सज्जन सिंह वर्मा ने यह विवादित टिप्पणी की मंच पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी समेत कई नेता मौजूद थे। इंदौर नगर निगम में भ्रष्टाचार के आरोप और  टैक्स वृद्धि के विरोध को लेकर कांग्रेस ने बड़े प्रदर्शन का आयोजन किया था। इसी दौरान भाषण देते हुए सज्जन सिंह वर्मा भारत की तुलना श्रीलंका और बांग्लादेश से कर गए।
    वर्मा ने कहा, 'मैं तो सिर्फ इतनी बात कहना चाहता हूं दो दिन से आप टीवी पर देख रहे हो बांग्लादेश की जनता शेख हसीना की गलत नीतियों की वजह से प्रधानमंत्री आवास में घुस गई, राष्ट्रपति भवन में घुस गई। याद रखना मोदी जी एक दिन यह जनता जो सड़क पर हिलोरे ले रही है एक दिन तुम्हारे गलत नीतियों की वजह से तुम्हारे प्रधानमंत्री निवास में घुस जाएगी, कब्जा कर लेगी।' वर्मा ने कहा कि पहले श्रीलंका में जनता प्रधानमंत्री के घर में घुसी फिर बांग्लादेश में हुआ, अब भारत का नंबर है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मानवाधिकार संगठन ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने के खिलाफ उठाई आवाज

    ढाका। बांग्लादेश में हिंसा का दौर अभी भी जारी है। शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर डटे हुए हैं। हालात इतने बदतर हो गए है कि देश में अल्पसंख्यकों के घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया जा रहा है। इसी को लेकर ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल बांग्लादेश ने अधिकारियों से हिंसा प्रभावित देश में अल्पसंख्यकों और सरकारी संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया है। उसने अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को छात्र आंदोलन की मूल भावना के खिलाफ करार दिया है।
    यहां हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 440 हो गई है। वहीं, राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने मंगलवार को संसद भंग कर दी और 84 वर्षीय नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को आगामी अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया। वहीं, ढाका में समुदाय के दो नेताओं के अनुसार, कई हिंदू मंदिरों, घरों और व्यवसायों में तोड़फोड़ की गई है और हसीना की अवामी लीग पार्टी से जुड़े कम से कम दो हिंदू नेता हिंसा में मारे गए हैं। 
    डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, लोकप्रिय लोक बैंड जोलर गान के फ्रंटमैन राहुल आनंद के आवास पर सोमवार को बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ और तोड़फोड़ की गई, जिसके बाद गायक और उनके परिवार को एक गुप्त स्थान पर शरण लेनी पड़ी। मीडिया रिपोर्ट में जोलर गान से जुड़े लोगों में से एक सैफुल इस्लाम जरनल के हवाले से बताया गया कि राहुल और उनका परिवार पूरी तरह से हिल गया है। उन्होंने एक गुप्त जगह पर शरण ली है। हम अभी तक उनसे संपर्क नहीं कर सके हैं।'
    साभार अमर उजाला

  • बांग्लादेश में दिखी अराजकता ! 'राजमहलों' में कब्जा और लूटपाट...

    नई दिल्ली. सोमवार को बांग्लादेश में लाखों प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा मांगते हुए सड़कों पर उतरे. दोपहर होते-होते शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर भाग गईं. उनके इस्तीफे की खबर आर्मी चीफ वकार-उज-जमान ने दी, जिन्होंने बताया कि अब देश में अंतरिम सरकार बनेगी. इसी बीच बांग्लादेश की राजधानी ढाका से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आईं जो अफगानिस्तान और श्रीलंका के संकट की याद दिलाती हैं, जब इन देशों में भी इसी तरह की अराजकता देखी गई थी. 1971 में जब बांग्लादेश को पाकिस्तान से आजादी मिली थी, तब शेख मुजीबुर रहमान ने इस आंदोलन की अगुवाई की थी. 5 अगस्त को प्रदर्शनकारियों ने उनकी बेटी शेख हसीना के खिलाफ सड़कों पर उतरकर मुजीब की प्रतिमा को तोड़ दिया. यह तस्वीर अब बांग्लादेश के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गई है.
    साभार आज तक

  • बांग्लादेश की कमान नोबेल विजेता मोहम्मद युनूस संभालेंगे

    बांग्लादेश में हिंसा का दौर जारी है। शेख हसीना पीएम पद से इस्तीफा देकर भारत भाग आई हैं और यहां से ब्रिटेन या फिर फिनलैंड जाकर शरण लेने की कोशिश में हैं। फिलहाल बांग्लादेश की कमान सेना के हाथों में है और अंतरिम सरकार के गठन के प्रयास जारी हैं। इस बीच आंदोलनकारी छात्र संगठन ने ऐलान किया है कि अंतरिम सरकार के मुखिया नोबेल विजेता अर्थशास्त्री मोहम्मद युनूस होंगे। इसके अलावा विपक्षी नेता बेगम खालिदा जिया को भी जेल से रिहा करने के आदेश राष्ट्रपति की ओर से जारी किए गए हैं।
    स्टूडेंट मूवमेंट के नेता रहे नाहिद इस्लाम, आसिफ महमूद, अबू बकर मजूमदार ने डॉ. युनूस के नाम का ऐलान किया। तीनों ने एक वीडियो संदेश आज सुबह ही जारी किया और कहा कि डॉ. युनूस अंतरिम सरकार की कमान संभालेंगे। इस बीच युनूस का भी बयान सामने आया है, जिन्होंने देश छोड़कर भागीं शेख हसीना पर तीखा हमला बोला है। युनूस ने कहा कि आज देश आजाद हुआ है। शेख हसीना के रहने तक यहां गुलामों जैसी जिंदगी लोग बिता रहे थे। उन्होंने कहा कि शेख हसीना का व्यवहार एक तानाशाह जैसा था। वह पूरे देश को कंट्रोल करना चाहती थीं। आज देश के लोग खुद को आजाद महसूस कर रहे हैं।
    डॉ. युनूस के खिलाफ अवामी लीग सरकार के दौर में कुल 190 मुकदमे दर्ज हुए थे। डॉ. युनूस ने कहा कि शेख हसीना ने अपने पिता शेख मुजीबर रहमान की विरासत को तबाह कर दिया। उन्होंने बांग्लादेश में चल रहे उपद्रव को भी जायज ठहराया। उन्होंने कहा कि आज आंदोलनकारी अपना गुस्सा उतार रहे हैं। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि यही छात्र और युवा देश को सही दिशा में ले जाएंगे, जो आज उपद्रव कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शेख हसीना ने ऐसी स्थिति कर दी थी कि उन्हें राजनीतिक तौर पर जवाब देना मुश्किल हो गया था। वह चुनावों में धांधली करा लेती थीं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बांग्लादेश हिंसा पर भारत में हुई बैठक में जयशंकर ने बताए जलते मुल्क के हाल

    भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बांग्लादेश के ताजा हालात की जानकारी सारी पार्टियों को दी। उन्होंने जानकारी दी है कि सभी दलों से खासा समर्थन मिला है। इस्तीफा देने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत पहुंचीं थीं, जहां उनकी मुलाकात भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से हुई थी। अब कहा जा रहा है कि वह भारत से भी रवाना हो चुकी हैं। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
    विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा, 'आज (मंगलवार को) को सर्वदलीय बैठक के दौरान मैंनेबांग्लादेश में जारी सभी घटनाक्रमों की जानकारी दी। मैं सभी से मिले समर्थन और समझ की सराहना करता हूं।' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को इस मुद्दे पर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक की अध्यक्षता की थी।
    सरकारी नौकरियों में कोटा के चलते बांग्लादेश में सरकार का काफी विरोध हो रहा था, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए थे। आंकड़े बता रहे हैं कि इन प्रदर्शनों के दौरान 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इतना ही नहीं इस्तीफे की खबरों के बाद प्रदर्शनकारी हसीना के आवास पर भी पहुंच गए थे। उपद्रवियों की कई तस्वीरें भी सामने आईं थीं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • एससी/एसटी आरक्षण पर फैसले से उबाल; 21 अगस्त को भारत बंद

    नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले सप्ताह एससी और एसटी आरक्षण में उप-कोटा तय करने को मंजूरी दी थी। अदालत ने कहा था कि यदि राज्य सरकारों को लगता है कि एससी और एसटी वर्ग की कोई जाति ज्यादा पिछड़ी है तो फिर उसके लिए सब-कोटा तय किया जा सकता है। यही नहीं 7 जजों की संवैधानिक बेंच ने 4-3 के बहुमत से कहा था कि एससी और एसटी में क्रीमी लेयर की भी पहचान होनी चाहिए। इस वर्ग में क्रीमी लेयर के तहत आने वाले लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए। इसकी बजाय उसी समाज के गरीबों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। शीर्ष अदालत के इस फैसले का एक वर्ग ने स्वागत किया है तो वहीं दलित समाज के बड़े हिस्से में उबाल है।
    ट्विटर पर पिछले दो दिनों से लगातार इसके विरोध में ट्रेंड चल रहा है। यही नहीं 21 अगस्त को भारत बंद का आह्वान भी कई दलित संगठनों की ओर से किया गया है। खासतौर पर बसपा प्रमुख मायावती ने भी इसका विरोध किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह-तरह आरक्षण को ही खत्म करने की साजिश हो रही है। सब-कोटा पर मायावती ने कहा कि इससे सरकारें अपने मन से किसी भी जाति को कोटा दे सकेंगी और अपने राजनीतिक हितों को साधा जा सकेगा। ऐसा फैसला ठीक नहीं है। यही नहीं उन्होंने क्रीमीलेयर पर भी सुप्रीम कोर्ट की राय का विरोध किया।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आम आदमी पार्टी को सुप्रीम कोर्ट से बहुत बड़ा झटका, एलजी के फैसले को बताया सही

    नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में 10 एल्डरमैन को सरकार की सहमति लिए बिना नियुक्त किए जाने के एलजी वीके सक्सेना के फैसले को सर्वोच्च अदालत ने सही करार दिया है। देश की सबसे बड़ी अदालत ने इसमें कानून का उल्लंघन नहीं पाया। उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली सरकार की यह दलील खारिज कर दी कि एलजी ‘एल्डरमैन’ नामित करने के लिए मंत्री परिषद की सलाह मानने को बाध्य हैं।
    जस्टिस पीएस नरसिम्हा ने सोमवार को यह फैसला सुनाया। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुआई वाली बेंच ने इस मामले की सुनवाई की थी। बेंच में जस्टिस जेबी पारदीवाला भी शामिल थे। फैसले सुनाते हुए जस्टिस नरसिम्हा ने कहा कि एल्डरमैन की नियुक्ति एलजी का वैधानिक कर्तव्य है और इसे पूरा करने में वह राज्य कैबिनेट की सलाह लेने को बाध्य नहीं हैं। 
    सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर करीब 15 महीने तक फैसला सुरक्षित रखा। पिछले साल 17 मई को शीर्ष अदालत ने कहा था कि उपराज्यपाल को एमसीडी में 'एल्डरमैन' नामित करने का अधिकार देने का मतलब होगा कि वह निर्वाचित नगर निकाय को अस्थिर कर सकते हैं। एमसीडी में 250 निर्वाचित और 10 नामित सदस्य हैं।
    दिसंबर 2022 में 'आप' ने नगर निगम चुनाव में 134 वार्ड में जीत के साथ एमसीडी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 15 साल के शासन को समाप्त कर दिया था। भाजपा ने 104 सीट जीती थीं, जबकि कांग्रेस 9 सीट के साथ तीसरे स्थान पर रही थी।  
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 9/11 के मास्टरमाइंड की सजा-ए-मौत तय, अमेरिका ने रद्द किया याचिका समझौता

    वॉशिंगटन। अमेरिका ने 11 सितंबर 2001 के आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड खालिद शेख मोहम्मद और उसके साथियों, वालिद बिन अताश और मुस्तफा अल-हौसावी पर कोई रहम नहीं दिखाने का फैसला किया है। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने आरोपी मास्टरमाइंड के साथ समझौते को रद्द करते हुए इन सबकी मौत की सजा बहाल कर दी। ऐसा उस समझौते की घोषणा के ठीक दो दिन बाद हुआ, जिसमें मौत की सजा को करीब-करीब खत्म कर दिया गया था। हालांकि इससे हमले में मारे गए लोगों के परिजनों का गुस्सा भड़क उठा था।
    खालिद 2003 में पाकिस्तान में पकड़ा गया था और उसे तथा उसके साथ मिल कर साजिश रचने के आरोप का सामना करने वालों को अमेरिकी जांच एजेंसी सीआईए की एक गोपनीय जेल में रख कर उनसे पूछताछ की गयी थी। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले में उस समय तक न्यूयार्क शहर की पहचान बन चुकी दो जुड़वां गगनचुंबी इमारतें (टि्वन टावर) ध्वस्त हो गयी थीं और करीब तीन हजार लोग मारे गए थे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • इस्राइल-ईरान तनाव ने बढ़ाई चिंता, अमेरिका ने पश्चिम एशिया भेजे युद्धपोत और लड़ाकू विमान

    वॉशिंगटन। पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने भी क्षेत्र में अपनी सैन्य तैनाती बढ़ाने का फैसला किया है। अमेरिका ने पश्चिम एशिया में और युद्धक जहाज और लड़ाकू विमान तैनात करने का फैसला किया है। अमेरिका का यह फैसला ऐसे वक्त आया है, जब ईरान ने इस्राइल पर हमले की धमकी दी है और दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। वहीं हिजबुल्ला भी अपने कमांडर की मौत के बाद से इस्राइल पर हमले की फिराक में है। 
    अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन की उप-सचिव सबरीना सिंह ने एक बयान में कहा कि 'रक्षा विभाग लगातार ऐसे कदम उठाता रहेगा, जिससे ईरान और ईरान के सहयोगियों द्वारा क्षेत्रीय तनाव बढ़ाने की संभावना को कम किया जा सके।' उन्होंने कहा कि '7 अक्तूबर के हमास के हमले के बाद से रक्षा सचिव ने बार-बार कहा है कि अमेरिका पश्चिम एशिया में अपने हितों की सुरक्षा करेगा और साथ ही इस्राइल की सुरक्षा का अपना पक्का वादा भी निभाएगा।'
    पेंटागन ने पश्चिम एशिया में मौजूद अपने युद्धपोत यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट की जगह लेने के लिए अपने युद्धपोत यूएसएस अब्राहम लिंकन को भेजा है। यह युद्धपोत के साथ ही लड़ाकू विमानों से युक्त स्ट्राइक ग्रुप भी पश्चिम एशिया भेजा गया है। साथ ही अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने बैलिस्टिक मिसाइल से लैस क्रूजर और विध्वंसक जहाज भी यूरोपीय कमांड के अंतर्गत पश्चिम एशिया भेजने का आदेश दिया है। साथ ही लड़ाकू विमानों की एक स्कवॉड्रन भी भेजी जा रही है। 
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण घोषणा की

    भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र किसानों और उद्योगपतियों दोनों के लिए लाभकारी होगा और प्रदेश के सभी जिलों में उद्यमिता और औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा। मुख्यमंत्री ने उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण विभाग के बजट में वृद्धि करने और बाजार की मांग के अनुसार गतिविधियों को संचालित करने के लिए हॉर्टिकल्चर प्रमोशन एजेंसी स्थापित करने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रदेश में संतरा, केला, पान, लहसुन आदि की राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान स्थापित करने के लिए विशेष प्रयास करने को कहा। सीएम ने कहा कि संभाग स्तर पर हाईटेक नर्सरियां स्थापित की जाएं, प्रदेश में मसालों की पृथक मंडी स्थापित हो। 
    मुख्यमंत्री ने प्रदेश में जारी पौधरोपण अभियान में फलदार पौधे लगाने को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए और फल, सब्जियों, औषधीय पौधों आदि के आर्गेनिक प्रोडक्शन, उनके डीहाइड्रेशन प्लांट व गामा रेडिएशन जैसी गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी मेहनत और निवेश का पूरा लाभ मिलना चाहिए और उन्हें किसी भी स्थिति में नुकसान नहीं उठाना पड़े। उन्होंने जिला स्तर पर कार्यशाला आयोजित करने और बेहतर कार्य करने वालों को शासकीय कार्यक्रमों में सम्मानित करने के निर्देश दिए। बैठक में उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में केन्द्र पोषित योजनाओं, राज्य पोषित योजनाओं, एकीकृत बागवानी विकास मिशन, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, पर ड्रॉप मोर क्रॉप माइक्रो इरीगेशन योजना, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना पर प्रदेश में जारी गतिविधियों पर प्रस्तुतिकरण दिया गया।
    साभार अमर उजाला

     

  • 5000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त कर्ज लेगी मध्य प्रदेश सरकार

    भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार आगामी लोकसभा चुनाव के बाद 5000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त कर्ज लेने की योजना बना रही है, जिसे दो चरणों में लिया जाएगा। वर्तमान में सरकार के ऊपर 3.75 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। लोकसभा चुनाव के बाद अब प्रदेश सरकार 5000 करोड़ रुपये का कर्ज और लेगी। यह दो किस्तों में लिया जाएगा। पहला कर्ज ढाई हजार करोड़ रुपये का 11 साल के लिए लिया जाएगा। जबकि, ढाई हजार करोड़ रुपये का ही दूसरा कर्ज 21 साल के लिए लिया जाएगा। बता दें कि प्रदेश सरकार के ऊपर 31 मार्च 2024 की स्थिति में 3 लाख 75 हजार करोड़ रुपये से अधिक का ऋण पहले से ही है। राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन अधिनियम के प्रावधान के अनुसार, सरकार राज्य सकल घरेलू उत्पाद का तीन प्रतिशत तक ऋण ले सकती है।
    बता दें मध्य प्रदेश सरकार पर 31 मार्च 2024 तक 3 लाख 75 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है। सरकार नियमों के अनुसार कर्ज लेने जा रही है। सरकार राज्य सकल घरेलू उत्पाद का तीन प्रतिशत तक कर्ज ले सकती है। वर्ष 2024-25 में, सरकार 65 हजार करोड़ रुपये तक कर्ज ले सकती है। पिछले वर्ष 2023-24 में मध्य प्रदेश सरकार ने 55 हजार 708 रुपए का कर्ज लिया था। 
    साभार अमर उजाला

  • संजय राउत ने लगाया बड़ा आरोप- राहुल गांधी पर हो सकता है हमला

    मुंबई. राहुल गांधी ने संसद में 29 जुलाई को महाभारत में चक्रव्यूह का जिक्र करते हुए भाषण दिया था। इसके बाद आज राहुल गांधी ने एक पोस्ट किया है जो खूब चर्चा में है। उन्होंने दावा किया कि ईडी के एक अंदरूनी सूत्र ने उन्हें बताया कि उन पर छापा मारा जा सकता है। राहुल गांधी ने दावा किया कि दोनों में से एक मेरे चक्रव्यूह भाषण से सहमत नहीं था। इसके बाद संजय राउत ने इसे लेकर बड़ा आरोप लगाया है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि कुछ भी हो सकता है, राहुल गांधी पर हमला भी हो सकता है। उनके खिलाफ विदेशी धरती पर भी साजिश हो रही है।
    राहुल गांधी ने कहा था 'बहुत लोगों को चक्रव्यूह के संदर्भ में मेरा भाषण पसंद नहीं आया। ईडी के एक सूत्र ने मुझे बताया कि अब आप पर छापा पड़ने वाला है। इस संबंध में योजना तैयार की जा रही है। मैं तैयार हूं, ईडी का इंतजार कर रहा हूं। चाय और बिस्किट मेरी तरफ से।' ऐसा ही एक सांकेतिक पोस्ट राहुल गांधी ने किया है. इसके बाद संजय राउत केंद्री सरकार पर हमला किया है। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मशाल के निशान ने महाराष्ट्र में बीजेपी की सीट में आग लगा दी है। उन्होंने कहा, 'बालासाहेब ठाकरे की शिव सेना उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में अच्छा प्रदर्शन कर रही है। हम मशाल चुनाव चिन्ह पर ही चुनाव लड़ने जा रहे हैं। यह मशाल का निशान ही था जिसने भाजपा की महाराष्ट्र सीट में आग लगा दी। हमारा प्रतीक मशाल, बिगुल और कांग्रेस का हाथ है। हम साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि धनुष और तीर अब चोरों के पास है। लोकसभा में धनुष और बाण के दम पर उन्होंने कुछ चोरियां कर लीं लेकिन अब विधानसभा में नहीं सफल हो पाएंगे। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बारिश में नए संसद भवन में छत से टपकने लगा पानी, अखिलेश यादव और कांग्रेस ने कसा तंज

    नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार शाम भारी बारिश के कारण अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला। शहर के बड़े हिस्से जलमग्न हो गए। यहां तक कि नए संसद भवन परिसर में भी पानी जमा हो गया। बारिश इतनी हुई कि छत से पानी टपकने लगा। विपक्षी दलों ने इसके लिए सरकार पर निशाना साधा है। विपक्षी दल पुरानी संसद से इसकी तुलना कर रहे हैं।
    सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्विटर पर एक वीडियो जारी करते हुए लिखा, 'इस नई संसद से अच्छी तो वो पुरानी संसद थी, जहां पुराने सांसद भी आकर मिल सकते थे। क्यों न फिर से पुरानी संसद चलें, कम-से-कम तब तक के लिए, जब तक अरबों रुपयों से बनी संसद में पानी टपकने का कार्यक्रम चल रहा है। जनता पूछ रही है कि भाजपा सरकार में बनी हर नई छत से पानी टपकना, उनकी सोच-समझकर बनायी गयी डिज़ाइन का हिस्सा होता है या फिर...।'
    वहीं, कांग्रेस सांसद मणिक्कम टैगोर ने भी ट्वीट कर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा, ''बाहर पेपर लीक, अंदर पानी का रिसाव। राष्ट्रपति द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली संसद लॉबी में हाल ही में पानी का रिसाव, नए भवन में मौसम संबंधी समस्याओं को उजागर करता है। निर्माण पूरा होने के सिर्फ एक साल बाद ही ऐसी स्थिति हो गई है। इस मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया गया।''
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • हमास का टॉप कमांडर इस्माइल को इजरायल ने मार गिराया

    गाजा। हमास के सुप्रीम कमांडर कहे जाने वाले इस्माइल हानिये को इजरायल ने ईरान के अंदर घुसकर मार गिराया है। इस्माइल की मंगलवार को उस वक्त हत्या कर दी गई, जब वह ईरान के नए राष्ट्रपति की शपथ से लौटा था। उसे इजरायली एजेंट्स ने घर में घुसकर मारा। उसके कुछ सुरक्षाकर्मी भी इस घटना में घायल हुए हैं। इस्माइल को मार कर इजरायल ने बीते 10 महीनों से जारी जंग में बड़ी सफलता हासिल की है। खासतौर पर ईरान को भी उसने संकेत दिया है कि वह अपने दुश्मनों को कहीं भी मार सकता है। हमास को ईरान का समर्थन माना जाता है। 
    इस्माइल हानिये की बात करें तो उसे 2018 में अमेरिका ने आतंकवादी घोषित किया था। इस्माइल हानिये का जन्म मिस्र के कब्जे वाले गाजा के एक रिफ्यूजी कैंप में हुआ था। उसने गाजा की ही इस्लामिक यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की थी, यहीं पर वह हमास से जुड़ा था। उसने 1987 में अरबी साहित्य में बैचलर डिग्री ली और फिर पूरी तरह हमास के लिए ही काम करने लगा। 1997 में उसे हमास ने लीडर बनाया था। इस्माइल हानिये के नेतृत्व में हमास ने 2006 में चुनाव जीता था और फिर इस्माइल पीएम बन था। हालांकि राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने 14 जून, 2007 को उसे हटा दिया था। लेकिन राष्ट्रपति अब्बास के आदेश को खारिज करते हुए वह लगातार गाजा की सरकार चला रहा था।
    उसे गाजा की सरकार ही कहा जाता था। वह 2006 से 2017 तक गाजा में सुप्रीम नेता रहा था और फिर याहया शिनवार को कमान मिली थी। हालांकि इस्माइल की ताकत कम नहीं हुई थी क्योंकि उसे हमास के राजनीतिक ब्यूरो का चेयरमैन बना दिया गया था, जो हमास में सबसे पावरफुल संस्था है। इजरायल की इस्माइल से पुरानी दुश्मनी रही है क्योंकि वह काफी खूंखार नेता था। इजरायल ने 1989 में उसे तीन साल के लिए बंधक भी बना लिया था। इसके बाद 1992 में उसे इजरायल और लेबनान के बीच नो-मैन्स लैंड पर छोड़ा गया था। एक साल बाद वह गाजा लौटा था। बीते कई सालों से वह कतर में रह रहा था।
    साभार 

  • जीवन बीमा प्रीमियम से जीएसटी हटाएं,  गडकरी की वित्त मंत्री से अपील

    नई दिल्ली। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर लाइफ इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस के बीमा प्रीमियम पर 18 फीसद माल एवं सेवा कर (GST) वापस लेने की मांग की है। पत्र का हवाला देते हुए रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नितिन गडकरी ने कहा कि जीएसटी जीवन की अनिश्चितताओं पर टैक्स लगाने के बराबर है। इससे इस सेक्टर का ग्रोथ रुक जाएगा।
    हिन्दुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक नितिन गडकरी ने सीतारमण को लिखे अपने लेटर में कहा है, "आपसे अनुरोध है कि लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर जीएसटी वापस लेने के सुझाव पर प्राथमिकता के आधार पर विचार करें, क्योंकि यह सीनियर सिटिजन के लिए बोझिल हो जाता है।" उन्होंने कहा, "इसी तरह, हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर 18 प्रतिशत जीएसटी इस सेगमेंट के विकास के लिए एक बाधा साबित हो रहा है जो सामाजिक रूप से आवश्यक है।"
    उन्होंने कहा, "जीवन बीमा प्रीमियम पर जीएसटी लगाना जीवन की अनिश्चितताओं पर टैक्स लगाने के समान है। यूनियन का मानना है कि जो व्यक्ति परिवार को कुछ सुरक्षा देने के लिए जीवन की अनिश्चितताओं के जोखिम को कवर करता है, उसे इस जोखिम के खिलाफ कवर खरीदने के प्रीमियम पर टैक्स नहीं लगाया जाना चाहिए।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान 

  • इजरायली एयरफोर्स की बेरूत पर बमबारी में हिजबुल्लाह का शीर्ष सैन्य कमांडर फउद शुकर भी मारा गया

    नई दिल्ली. इजरायली एयरफोर्स ने मंगलवार को लेबनान की राजधानी बेरूत पर बमबारी की, जिसमें हिजबुल्लाह का शीर्ष सैन्य कमांडर फउद शुकर मारा गया. शुकर को हज मोहसिन के नाम से भी जाना जाता था. इजरायल ने अपने कब्जे वाले गोलान हाइट्स पर रॉकेट हमले के लिए फउद शुकर को ही जिम्मेदार ठीराया था. इजरायली सेना ने एक बयान में कहा, 'हमारे लड़ाकू विमानों ने बेरूत में आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह के सबसे वरिष्ठ सैन्य कमांडर और इसकी रणनीतिक इकाई के प्रमुख फउद शुकर को मार गिराया.' बता दें कि हिज्बुल्लाह लेबनान और मध्य पूर्व के व्यापक हिस्से में सबसे प्रभावशाली शिया सैन्य समूहों में से एक है.
    इजरायली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने एक बयान में कहा, 'हिजबुल्लाह कमांडर फउद शुकर मजदल शम्स नरसंहार के लिए जिम्मेदार था.' बता दें कि 27 जुलाई की शाम को उत्तरी इजरायल के एक फुटबॉल मैदान को हिजबुल्लाह ने ईरानी फलक-1 रॉकेट से निशाना बनाया था. इस रॉकेट हमले में मैदान में खुल रहे 12 बच्चों की मौत हो गई थी. इस हमले के बाद ही इजरायल ने बदला लेने की कसम खाई थी और हिजबुल्लाह को अंजाम भुगतने की धमकी दी थी. फउद शुकर हिज्बुल्लाह के सेक्रेटरी जनरल हसन नसरल्लाह का राइट हैंड हाथ था. वह हमलों और ऑपरेशन की योजना बनाने और निर्देशित करने में नसरल्लाह का सलाहकार था. 
    साभार आज तक

  • ADR ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर किया दावा - 538 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में डाले गए मतों और गिने गए मतों की संख्या में अंतर

    नई दिल्ली. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर दावा किया है कि 538 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में डाले गए मतों और गिने गए मतों की संख्या में अंतर है. एडीआर के विश्लेषण के अनुसार, हाल के लोकसभा चुनावों में 362 संसदीय क्षेत्रों में पड़े कुल वोटों से 5,54,598 वोट कम गिने गए. वहीं 176 संसदीय निर्वाचन क्षेत्र ऐसे हैं, जहां पड़े कुल वोटों से 35,093 वोट अधिक गिने गए. इस मामले पर चुनाव आयोग की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
    एडीआर के संस्थापक जगदीप छोकर ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, 'फाइनल पोलिंग डेटा रिलीज करने में अत्यधिक देरी, अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों और मतदान केंद्रों पर हुई वोटिंग के आंकड़े उपलब्ध नहीं होना और क्या चुनाव परिणाम अंतिम मिलान किए गए डेटा के आधार पर घोषित किए गए थे, इसकी अस्पष्टता चुनाव परिणामों की प्रमाणिकता के बारे में चिंता और संदेह पैदा करते हैं.' हालांकि, एडीआर ने यह नहीं बताया कि वोटों के इस अंतर से कितनी सीटों पर अलग नतीजे आए.
    एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनाव आयोग अब तक इस बारे में कोई उचित स्पष्टीकरण देने में विफल रहा है कि उसने वोटों की गिनती पर अंतिम और प्रामाणिक डेटा जारी करने से पहले चुनाव परिणाम घोषित क्यों किए. ईवीएम में पड़े वोटों, उनकी गिनती में अंतर, चुनाव संपन्न होने के कुछ दिन बाद अंतिम मतदान प्रतिशत में वृद्धि, बूथ वाइज डाले गए वोटों की संख्या का खुलासा न करना, डाले गए वोटों के आंकड़े जारी करने में अनुचित देरी और अपनी वेबसाइट से कुछ डेटा को हटाने पर भी चुनाव आयोग की ओर से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है.
    एडीआर के फाउंडर जगदीप छोकर ने कहा, 'लोकसभा चुनाव 2019 के चुनावों में देखे गए कई उल्लंघनों, अवैधताओं और अनियमितताओं की गंभीर घटनाओं को निर्वाचन आयोग लोकसभा चुनाव 2024 में दोहराये जाने से रोकने के लिए उचित कदम उठाने में विफल रहा है. इससे मतदाताओं के मन में संदेह पैदा हो गया है. इन आशंकाओं को गंभीरता से लिया जाना चाहिए और इनके समाधान के प्रयास होने चाहिए.'
    एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि आम चुनाव 2024 के नतीजों की घोषणा करते समय डाले गए और गिने गए वोटों में अमरेली, अटिंगल, लक्षद्वीप और दादरा नगर हवेली और दमन दीव को छोड़कर 538 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में महत्वपूर्ण विसंगतियां दिखाई दीं. सूरत संसदीय सीट पर कोई मुकाबला नहीं था, क्योंकि यहां से बीजेपी प्रत्याशी की निर्विरोध जीत हुई थी. इस तरह 538 संसदीय सीटों पर डाले गए और गिने गए मतों में 589691 का अंतर है. 
    साभार आज तक

  • CBI ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दायर की चार्जशीट

    नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने ऐक्शन तेज कर दिया है। कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक के खिलाफ सीबीआई ने सोमवार को राउज ऐवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी है। स्पेश जज कावेरी बावेजा की अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया गया है। इससे पहले ईडी ने करीब 200 पेज का आरोप पत्र मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के खिलाफ दाखिल किया था।
    केजरीवाल को पिछले महीने 26 जून को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। उन्हें इसी मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। आम आदमी पार्टी के प्रमुख को ईडी केस में सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल चुकी है। ईडी भी उनके खिलाफ चार्जशीट दायर कर चुकी है, जिसमें केंद्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें शराब घोटाले का मुख्य साजिशकर्ता बताया है।
    इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि केजरीवाल को कथित शराब घोटाले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक बताया गया है जिसमें आरोप है कि आम आदमी पार्टी को 100 करोड़ रुपए की रिश्वत मिली। पिछले महीने केजरीवाल की रिमांड की मांग करते हुए सीबीआई ने अदालत में कहा, 'अरविंद केजरीवाल आपराधिक साजिश के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक हैं। यह पता चला है कि केजरीवाल के करीबी विजय नायर (आप के पूर्व मीडिया प्रभारी) शराब कारोबारियों से संपर्क कर रहे थे और प्रस्तावित शराब नीति में फायदा पहुंचाए जाने के बदले रिश्वत की मांग कर रहे थे।' सीबीआई ने सबसे पहले अप्रैल 2023 में केजरीवाल से पूछताछ की थी। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • ममता बनर्जी नीति आयोग की बैठक के बारे में बोल रही हैं झूठ, अब कांग्रेस नेता ने भी उठाए सवाल

    नई दिल्ली। नीति आयोग की बैठक के दौरान ममता बनर्जी ने माइक बंद करने का आरोप लगाया। उनके इस बयान पर पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने भी प्रतिक्रिया दी हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री झूठ बोल रही हैं। उन्होंने कहा, "नीति आयोग की बैठक के बारे में ममता बनर्जी जो कुछ कह रही हैं, मुझे लगता है कि वह झूठ बोल रही हैं। यह बहुत आश्चर्यजनक है कि किसी राज्य के मुख्यमंत्री को बोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ममता बनर्जी जानती थीं कि वहां क्या होने वाला है। उनके पास स्क्रिप्ट थी।"
    इस मामले पर उनके विचार उनकी पार्टी कांग्रेस से अलग थे, जिसने कहा कि ममता बनर्जी के साथ जो व्यवहार किया गया वह अस्वीकार्य है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में टीएमसी के यूसुफ पठान से हारने वाले अधीर रंजन चौधरी ममता बनर्जी के सबसे मुखर आलोचकों में से एक हैं। चुनाव से पहले उन्होंने ममता पर कई तीखे हमले किए। बाद में तृणमूल कांग्रेस ने आम चुनाव अकेले लड़ने के अपने फैसले के लिए अधीर रंजन चौधरी को दोषी ठहराया। 
    शनिवार को अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल में अराजक स्थिति है। राज्य में कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए उनसे हस्तक्षेप करने की मांग की थी। चौधरी ने दो पन्नों के पत्र में लिखा, "मैं पश्चिम बंगाल में सार्वजनिक जीवन में शिष्टाचार और कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए आपके हस्तक्षेप की मांग करता हूं। व्यक्तिगत स्तर पर मेरे लिए राज्य में अराजक स्थिति को देखना न केवल परेशान करने वाला है, बल्कि बहुत पीड़ादायक भी है। सत्ताधारी दल का रवैया काफी क्रूर है।" 
    उन्होंने कहा, "राज्य में सिर्फ सत्तारूढ़ दल से जुड़े लोग ही नहीं और बल्कि विपक्षी दलों की तरफ झुकाव रखने वालों का भी यही हाल है। यहां लोग सत्तारूढ़ दल की दबंगई की रणनीति के कारण अपनी नौकरी या आजीविका खो चुके हैं।" 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन के लिए सीट शेयरिंग बन रहा सिरदर्द

    मुंबई। महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन के लिए एक अनार सौ बीमार जैसे हालात बन गए हैं। आलम यह है कि यहां पर सीट शेयरिंग सिरदर्द बनती जा रही है। एक तरफ भाजपा के सहयोगी दल हिस्सेदारी की उम्मीद में दिल्ली का चक्कर काट रहे हैं। वहीं, भाजपा नेता यह कहकर साथियों को हताश करने में जुटे हैं कि उनकी पार्टी सभी 288 सीटों पर चुनाव लड़े तो बेहतर होगा। गौरतलब है कि हालिया लोकसभा चुनाव में महायुति गठबंधन का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। महाराष्ट्र की कुल 48 लोकसभा सीटों में से उसके हिस्से मात्र 17 सीटें आई हैं। वहीं, विपक्षी महाविकास अघाड़ी ने 30 सीटों पर जीत हासिल की है। लोकसभा चुनाव में महायुति के पिछड़ने की कई वजहें थीं और इनमें से एक बड़ी वजह सीट शेयरिंग भी रही। ऐसे में भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव में फूंक-फूंककर कदम रखने की तैयारी में है। पिछले कुछ अरसे से महाराष्ट्र में वैसे भी सियासी सुगबुगाहटें काफी तेज हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा एक बार फिर सहयोगियों के लिए पीछे हटती है या नहीं।
    महाराष्ट्र में भाजपा ने पहले ही सहयोगियों के लिए काफी समझौते किए हैं। जब महायुति गठबंधन की सरकार बनी तो भाजपा ने सीएम पद एकनाथ शिंदे को दे दिया। लेकिन अब सीट शेयरिंग में पेंच फंस रहा है। एनडीटीवी के मुताबिक भाजपा कुल 150 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कर रही है। वहीं, सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना 100 सीटों से कम पर राजी होने के लिए तैयार नहीं है। दूसरी तरफ डिप्टी सीएम अजित पवार की पार्टी कम कम से 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बनाए हुए है। अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर कौन समझौता करेगा? जानकारी के मुताबिक अजीत पवार ने साथी डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ गुरुवार को केंद्रीय मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग पर भी बात हुई। 

  • भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रभात झा दिल्ली के अस्पताल में निधन, पार्टी में शोक की लहर

    भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता प्रभात झा का दिल्ली में निधन हो गया। उन्होंने शुक्रवार सुबह को दिल्ली के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। उन्हें करीब 26 दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 
    जानकारी के अनुसार दिमागी बुखार के बाद उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी। जिसके बाद उन्हें भोपाल के बंसल अस्पताल में भर्ती किया गया था। दो दिन बाद प्रभात झा को एयरलिफ्ट कर दिल्ली के मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। जहां उनका इलाज चल रहा था। शुक्रवार सुबह झा लंबे संघर्ष के बाद अनंत यात्रा पर निकल गए। उनका अंतिम संस्कार बिहार में उनके पैतृक गांव में किया जाएगा। झा मध्य प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष, राज्यसभा सदस्य और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव भी रह चुके हैं। उन्होंने पत्रकारिता से अपने करियर की शुरुआत की थी। 
    प्रभात झा का दिमागी बुखार के चलते न्यूरोलॉजिकल परेशानियां आ रही थी। जिसके चलते उनको कुछ दिन पहले भोपाल के बंसल अस्पताल में भर्ती किया गया था। जिसके बाद उनका हालचाल जानने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के वरिष्ठ नेता और मंत्री पहुंचे थे। जिसके बाद उनको एयरलिफ्ट कर दिल्ली शिफ्ट किया गया था। जहां उनको रूटिन इलाज चल रहा था।
    प्रभात झा मूल रूप से बिहार के दरभंगा के हरिहरपुर गांव रहने वाले थे। उनका जन्म 4 जून 1957 को बिहार में हुआ था। वह बिहार से मध्य प्रदेश के ग्वालियर आ गए थे। यहां पर उनकी प्रारंभिक शिक्षा हुई। उन्होंने ग्वालियर के पीजीवी कॉलेज से बीएससी, माध्व कॉलेज से राजनीति शास्त्र में एमए और एमएलबी कॉलेज से एलएलबी की। प्रभात झा के परिवार में पत्नी रंजना झा और दो बेटे है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत पत्रकारिता से की। फिर वह राजनीति में आए और भाजपा के सदस्य बन गए। पूर्व राज्यसभा सांसद भी रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कारगिल युद्ध स्मारक पहुंचे पीएम मोदी ने द्रास में शहीदों को दी श्रद्धांजलि, कहा- देश पराक्रमी महानायकों का सदा-सर्वदा ऋणी है'

    श्रीनगर. देश 25वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है. इस मौके पर कारगिल युद्ध स्मारक पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्रास में शहीदों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने 1999 में भारत-पाकिस्तान की जंग में अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर जवानों को याद किया. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कारगिल में हमने सिर्फ युद्ध नहीं जीता था बल्कि सत्य, संयम और सामर्थ का अद्भुत परिचय दिया था. उन्होंने कहा कि भारत शांति के लिए प्रयास कर रहा था लेकिन पाकिस्तान ने अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया था. पाकिस्तान ने अतीत में जितने भी दुष्प्रयास किए, उसे मुंह की खानी पड़ी लेकिन पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है.
    अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, 'आज लद्दाख की ये महान धरती कारगिल विजय के 25 वर्ष पूरे होने की साक्षी बन रही है. कारगिल विजय दिवस हमें बताता है कि राष्ट्र के लिए दिए गए बलिदान अमर होते हैं. दिन, महीने, वर्ष, सदियां गुजरती हैं, मौसम भी बदलते हैं लेकिन राष्ट्र की रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगाने वालों के नाम अमिट रहते हैं. ये देश हमारी सेना के पराक्रमी महानायकों का सदा-सर्वदा ऋणी है, उनके प्रति कृतज्ञ है.'
    'शहीदों को नमन करता हूं'
    उन्होंने कहा, 'मेरा सौभाग्य है कि कारगिल युद्ध के समय मैं सामान्य देशवासी के रूप में अपने सैनिकों के बीच था. आज जब मैं फिर कारगिल की धरती पर हूं तो स्वाभाविक है कि वो स्मृतियां मेरे मन में ताजा हो गई हैं. मुझे याद है कि किस तरह हमारी सेनाओं ने इतनी ऊंचाई पर, इतने कठिन युद्ध ऑपरेशन को अंजाम दिया था. देश को विजय दिलाने वाले ऐसे सभी शूरवीरों को आदरपूर्वक प्रणाम करता हूं. मैं उन शहीदों को नमन करता हूं जिन्होंने कारगिल में मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया.'
    पीएम ने कहा, 'कारगिल में हमने केवल युद्ध नहीं जीता था. हमने सत्य, संयम और सामर्थ का अद्भुत परिचय दिया था. आप जानते हैं, भारत उस समय शांति के लिए प्रयास कर रहा था, बदले में पाकिस्तान ने फिर एक बार अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया. लेकिन सत्य के सामने असत्य और आतंक की हार हुई. पाकिस्तान ने अतीत में जितने भी दुष्प्रयास किए उसे मुंह की खानी पड़ी लेकिन पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है. वो आतंकवाद के सहारे, प्रॉक्सी वॉर के सहारे अपने आप को प्रासंगिक बनाए रखने का प्रयास कर रहा है लेकिन आज जब मैं उस जगह से बोल रहा हूं जहां से आतंक के आकाओं को मेरी आवाज सीधे सुनाई पड़ रही है, मैं आतंकवाद के इन सरपरस्तों से कहना चाहता हूं कि उनके नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे.' 
    साभार आज तक

  • सुप्रीम कोर्ट ने बिल लटकाने पर केरल और पश्चिम बंगाल के राज्यपालों से मांगा जवाब

    नई दिल्ली। लंबित विधेयकों के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने केरल और पश्चिम बंगाल के राज्यपालों को नोटिस जारी किया है। दोनों राज्यों की सरकारों ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि राज्यपालों की मंजूरी ना मिलने की वजह से 8 से ज्यादा विधेयक पिछले एक साल से लटके हैं। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने गृह मंत्रालय के साथ ही दोनों राज्यपालों को नोटिस जारी किया है। 
    राज्यों ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि राज्यपाल बिलों को मंजूरी ना देने की कोई वजह भी नहीं बता रहे हैं। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच मामले की सुनवाई कर रही थी। केरल सरकार की तरफ से कोर्ट में वरिष्ठ वकील केके वेणुगोपाल पेश हुए थे। पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से सीनियर वकील अभिषेक मनु सिंघवी और जयदीप गुप्ता ने तर्क रखे। उन्होंने कहा कि जब भी सुप्रीम कोर्ट में ममले को लिस्ट किया गया राज्यपाल ने विधेयकों को राष्ट्रपति के पास भेज दिया। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह राहुल भैय्या से महू कांग्रेस नेताओं की सौजन्य भेंट

    जिला कांग्रेस प्रवक्ता जुगनू जादवसिंह धनावत ने बताया भोपाल में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह राहुल भैय्या से महू कांग्रेस नेताओं ने सौजन्य भेंट कर आत्मीय स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से सिमरोल ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अशोक सैनी, जिला कांग्रेस प्रवक्ता जुगनू जादवसिंह धनावत, शैलेश पटेल ने सिमरोल ब्लॉक आदिवासी बाहुल्य में कार्यकर्ता सम्मेलन कराने के लिए अजय सिंह से समय मांगा।

  • राहुल गांधी ने किसान नेताओं को संसद में बुलाया मिलने, एंट्री नहीं मिली तो भड़के

    नई दिल्ली। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कई किसान नेताओं को मिलने के लिए संसद में बुला लिया। बुधवार को संसद भवन पहुंचे इन किसान नेताओं को एंट्री नहीं मिली तो राहुल गांधी भड़क गए। उनहोंने कहा कि हमने इन लोगों को मुलाकात के लिए बुलाया था। लेकिन ये लोग संसद में उन्हें आने नहीं दे रहे हैं। ऐसा शायद इसलिए हो रहा है क्योंकि वे किसान हैं और उन्हें सरकार अंदर नहीं देखना चाहती। वहीं राहुल गांधी के ऐतराज के बाद उन्हें एंट्री मिल गई। अब किसान नेताओं से राहुल गांधी संसद भवन के अपने उस दफ्तर में मिल सकेंगे, जो उन्हें नेता विपक्ष के तौर पर मिला है। 
    किसान नेताओं को एंट्री न मिलने के आरोपों पर मीडिया ने पूछा तो राहुल गांधी ने कहा कि यह बात तो आपको नरेंद्र मोदी ही बता पाएंगे। राहुल गांधी ने अपने ही अंदाज में कहा कि इन लोगों को शायद इसलिए अंदर नहीं आने दे रहे हैं क्योंकि ये किसान हैं। वहीं अखिलेश यादव ने बजट में किसानों का ध्यान न रखने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हम तो किसानों के लिए बजट मांग रहे थे, लेकिन ये उन लोगों के लिए पैकेज ला रहे हैं, जो सरकार चला रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि आखिर यूपी को कुछ क्यों नहीं मिला। यदि आप बिहार के लिए पैकेज दे रहे हैं और बाढ़ से राहत दिलाना चाहते हैं तो पहले नेपाल से बात करनी होगी और यूपी में बाढ़ कम करनी होगी। उत्तर प्रदेश में बाढ़ आनी बंद हो जाए तो फिर बिहार में भी नहीं आएगी। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बजट को विपक्ष ने बताया भेदभावपूर्ण, संसद भवन परिसर में किया विरोध प्रदर्शन

    नई दिल्ली। बजट को विपक्ष ने भेदभावपूर्ण बताया है और बुधवार को संसद भवन परिसर में बजट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत इंडी ब्लॉक के सांसदों ने केंद्रीय बजट में विपक्ष शासित राज्यों के साथ कथित भेदभाव को लेकर बुधवार को संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।
    सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, 'समर्थन मूल्य किसान को ना देकर गठबंधन के साथियों को दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश को बड़े सपने दिखाए थे, क्या मिला उत्तर प्रदेश को? डबल इंजन की सरकार है तो डबल लाभ मिलना चाहिए था, दिल्ली का लाभ लखनऊ का लाभ लेकिन लगता है कि दिल्ली अब लखनऊ की ओर नहीं देख रही है या लखनऊ वालों ने दिल्ली वालों को नाराज कर दिया और इसका परिणाम बजट में दिखाई दे रहा है। विकास बिहार जा रहा है तो उत्तर प्रदेश को क्यों छोड़ रहे हैं? बाढ़ अगर बिहार की रोकनी है तो नेपाल और उत्तर प्रदेश की बाढ़ रोके बिना आप बिहार की बाढ़ कैसे रोकेंगे? आप पहले उत्तर प्रदेश और नेपाल की बाढ़ रोके तो बिहार की बाढ़ अपने आप रुक जाएगी।'
    कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, 'यह अन्याय है। हम इसका विरोध करेंगे।' कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, 'यह अन्याय है। हम इसका विरोध करेंगे।' वहीं कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, 'यह बजट भारत सरकार के बजट जैसा नहीं लगता। इस बजट में संघीय ढांचे को तोड़ा गया है। विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्य बजट से गायब हैं। यह सरकारी बजट नहीं बल्कि 'सरकार बचाओ बजट' है। यह सिर्फ सबको खुश करने के लिए है।'
    बजट के मुद्दे पर विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से वॉकआउट किया। वहीं लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान केंद्रीय बजट के खिलाफ विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी की।
    साभार अमर उजाला

  • मोदी के बजट में बिहार को 58900 करोड़ का ऐलान, तीन एक्सप्रेसवे, एक पावर प्लांट

    पटना.  केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट में बिहार को विभिन्न योजनाओं के तहत 58900 करोड़ रुपये देने का प्रावधान किया गया है। इनमें से 26 हजार करोड़ रुपये का फंड बिहार के अंदर सड़कों का जाल बिछाने के लिए खर्च किया जाएगा। राज्य में तीन एक्सप्रेसवे भी बनाए जाएंगे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में मंगलवार को इसकी घोषणा की। इसके अलावा बाढ़ नियंत्रण के लिए 11500 करोड़ रुपये और पावर प्लांट के लिए 21400 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा वित्त मंत्री ने बिहार में कई एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेज, स्टेडियम, औद्योगिक हब, महाबोधि कॉरिडोर, नालंदा और राजगीर में पर्यटन सुविधा के विकास की घोषणाएं भी कीं। इन पर खर्च होने वाली राशि ऊपर दिए गए फंड में शामिल नहीं है।
    निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में ऐलान किया कि पटना से पूर्णिया, बक्सर से भागलपुर और बोधगया से राजगीर, वैशाली होते हुए दरभंगा तक तीन एक्सप्रेसवे बनाए जाएंगे। बक्सर में गंगा नदी पर दो लेन का एक पुल बनाया जाएगा। बिहार में बाढ़ की समस्या से भारत सरकार नेपाल से बात भी करेगी और उसका समाधान निकालेगी। गया के विष्णुपद मंदिर और बोधगया के महाबोधि मंदिर में काशी विश्वनाथ की तर्ज पर कॉरिडोर बनाकर धार्मिक पर्यटन विकसित किया जाएगा। नालंदा और राजगीर को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए केंद्र सरकार सहायता देगी। उन्होंने कहा कि अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर पर केंद्र सरकार बिहार के गया में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगी। इससे पूर्वी क्षेत्र में विकास को गति मिलेगी। 
    वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार बिहार में कई एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेज और स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थापना करेगी। हालांकि, नए एयरपोर्ट और मेडिकल कॉलेज कहां-कहां बनाए जाएंगे, इसका जिक्र नहीं किया गया। पीरपैंती में 2400 मेगावाट का पावर प्लांट स्थापित किया जाएगा, जिसके लिए 21400 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। बिहार को कैपिटल इन्वेस्टमेंट के जरिए अतिरिक्त धन दिया जाएगा। मल्टी इन्वेस्टमेंट बैंक के जरिए बिहार को सहायता दिलाने में तेजी लाई जाएगी। बजट भाषण अभी चल रहा है, ऐसे में बिहार के लिए और भी घोषणाएं हो सकती हैं।
    वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में बिहार को क्या-क्या मिला, यहां डालें एक नजर-
    - बिहार में सड़क परियोजनाओं के लिए केंद्रीय बजट में 26 हजार करोड़ का प्रावधान
    - पटना से पूर्णिया और बक्सर से भागलपुर के बीच एक्सप्रेसवे बनाए जाएंगे
    - बोधगया से दरभंगा वाया राजगीर, वैशाली एक्सप्रेसवे का निर्माण होगा
    - बक्सर में गंगा नदी पर दो लेन का पुल निर्माण
    - गया में इंडस्ट्रियल हब विकसित होगा
    - बिहार में बाढ़ की समस्या से नेपाल से बात करेगी भारत सरकार
    - बाढ़ नियंत्रण के लिए केंद्रीय बजट में 11500 करोड़ का फंड
    - बोधगया में महाबोधि कॉरिडोर विकसित होगा
    - नालंदा, राजगीर में पर्यटन सुविधाओं का विकास होगा
    - बिहार में कई एयरपोर्ट्स बनेंगे, मेडिकल कॉलेज और स्टेडियम भी स्थापित होंगे
    - भागलपुर के पीरपैंती में 2400 मेगावाट का पावर प्लांट बनेगा
    -  ऊर्जा क्षेत्र विकसित करने के लिए बिहार को 21400 करोड़ की सौगात
    -  बिहार को इनवेस्टमेंट बैंक के लिए अतिरिक्त फंड दिलाया जाएगा
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मिडिल क्लास के घर के सपने को पूरा करने के लिए वित्त मंत्री का बड़ा ऐलान

    वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट में मिडिल क्लास के घर के सपने को पूरा करने के लिए बड़ा ऐलान किया है। वित्त मंत्री ने बताया कि पीएम आवास योजना-शहरी 2.0 के तहत एक करोड़ परिवारों को 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश से आवास मुहैया कराए जाएंगे।
    वित्त मंत्री के मुताबिक सस्ती दरों पर ऋण की सुविधा के लिए ब्याज सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। इस खबर के बीच हाउसिंग सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के शेयर रॉकेट की तरह बढ़ने लगे। इसके तहत मनराज हाउसिंग फाइनेंस, सहारा हाउसिंगफिना कॉर्पोरेशन और स्टार हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में 4-5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। वहीं, जीआईसी हाउसिंग फाइनेंस, होम फर्स्ट फाइनेंस कंपनी इंडिया, रिलायंस होम फाइनेंस, रेप्को होम फाइनेंस और एएवीएएस फाइनेंसर्स के शेयरों में 1-2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान 

  • वित्त मंत्री के बजट भाषण की बड़ी बातें

    नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमणन ने सुबह 11 बजे बजट भाषण पढ़ना शुरू कर किया। उन्होंने जनता का आभार जताते हुए कहा कि पीएम मोदी पर भरोसा जताते हुए उन्हें तीसरे कार्यकाल के लिए चुना गया है। हम इसके लिए हम आभारी हैं। हम हमारी नीतियों पर भरोसा जताने के लिए जनता का आभार व्यक्त करते हैं। आइए जानते हैं वित्त मंत्री के बजट भाषण की खास बातें।
    1.  वित्त मंत्री ने बजट में सरकार की नौ प्राथमिकताएं गिनाईं, ये हैं
    खेती में उत्पादकता 
    रोजगार और क्षमता विकास
    समग्र मानव संसाधन विकास और सामाजिक न्याय 
    विनिर्माण और सेवाएं 
    शहरी विकास
    ऊर्जा सुरक्षा
    अधोसरंचना
    नवाचार, शोध और विकास
    अगली पीढ़ी के सुधार
    2. देश की आर्थिक प्रगति सही रास्ते परः वित्त मंत्री
    भारत की आर्थिक प्रगति सही रास्ते पर है। भारत की महंगाई कम और स्थिर है। भारत में महंगाई दर 4% के लक्ष्य की ओर। भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया के मुकाबले बहुत अच्छी हालत में। सरकार का फोकस गरीब, महिलाओं, किसानों और युवाओं पर है। सरकार का फोकस रोजगार पैदा करने के मौकों पर है। रोजगार के मौकों के लिए पांच योजनाओं का एलान किया गया है। अंतरिम बजट में हमने विकसित भारत के रोडमैप का वादा किया था। रोजगार के लिए सरकार ने 2 लाख करोड़ के पैकेज का एलान किया।
    3. खेती-किसानी के लिए वित्त मंत्री ने किए बड़े एलान
    खेती की उत्पादकता बढ़ाने के उपाय किए जाएंगे। ज्यादा पैदावार वाली फसल किस्मों का इस्तेमाल होगा। रिसर्च को बढ़ावा दिया जाएगा। प्राकृतिक खेती पर सरकार का जोर रहेगा। फसलों के उत्पादन, भंडारण और विपणन की व्यवस्था की जाएगी। शिक्षा और स्किलिंग के लिए 1.48 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। सब्जी उत्पादन और आपूर्ति शृंखला के लिए कलस्टर बनाए जाएंगे। झींगा उत्पादन और रिसर्च पर काम होगा। दालों और तिलहन के लिए मिशन मोड पर काम होगा। 400 जिलों में फसलों का सर्वे किया जाएगा। 32 फसलों की 109 नई किस्में आएंगी। बुनियादी ढांचे और विनिर्माण क्षेत्र पर बजट में फोकस रहेगा।
    4.  पहली बार नौकरी पाने वालों को बजट में तोहफा
    वित्त मंत्री ने एलान किया कि रोजगार देने पर सरकार इसेंटिव देगी। सरकार नियोक्ताओं को हर साल 3000 रुपये देगी। रोजगार देने पर सरकार इसेंटिव की तीन स्कीम लाएगी। पीएम योजना के तहत तीन चरणों में इसेंटिव दी जाएगी।  वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, "मुझे 2 लाख करोड़ रुपये के केंद्रीय परिव्यय के साथ 5 वर्षों में 4.1 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार, कौशल और अन्य अवसरों की सुविधा के लिए 5 योजनाओं और पहलों के प्रधानमंत्री पैकेज की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। इस वर्ष हमने शिक्षा, रोजगार और कौशल के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। सरकार की नौ प्राथमिकताओं में से एक है रोजगार और कौशल विकास। इसके तहत पहली बार नौकरी करने वालों को बड़ी मदद मिलने जा रही है। फॉर्मल सेक्टर में पहली बार नौकरी की शुरुआत करने वालों को एक महीने का वेतन दिया जाएगा। यह वेतन डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए तीन किस्तों में जारी होगा। इसकी अधिकतम राशि 15 हजार रुपये होगी। ईपीएफओ में पंजीकृत लोगों को यह मदद मिलेगी। योग्यता सीमा एक लाख रुपये प्रति माह होगी। इससे 2.10 करोड़ युवाओं को फायदा होगा। सरकार रोजगार में प्रवेश करने वाले 30 लाख युवाओं को भी फायदा देने जा रही है। यह फायदा भविष्य निधि यानी पीएफ में एक महीने के योगदान के रूप में होगा।
    5. बिहार को बजट में क्या मिला?
    बिहार की सड़क-संपर्क परियोजनाओं के लिए 26 हजार करोड़ रुपये देने का एलान। इससे पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे, बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे का विकास होगा। बोधगया, राजगीर, वैशाली और दरभंगा सड़क संपर्क परियोजनाओं का भी विकास होगा। बक्सर में गंगा नदी पर दो लेना वाला एक अतिरिक्त पुल बनाने में भी मदद होगी। बिहार में 21 हजार 400 करोड़ रुपये की लागत से विद्युत परियोजनाएं शुरू की जाएंगी। इसमें पिरपैंती में 2400 मेगावॉट के एक नए संयंत्र की स्थापना भी शामिल है। बिहार में नए एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेजों और खेलकूद की अवसंरचना का भी निर्माण होगा। पूंजीगत निवेशों में सहायता के लिए अतिरिक्त आवंटन उपलब्ध कराया जाएगा। बिहार सरकार के बहुपक्षीय विकास बैंकों से बाह्य सहायता के अनुरोध पर तेजी से कार्यवाही होगी।
    6. आंध्र प्रदेश को बजट में क्या मिला?
    सरकार का आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए समन्वित प्रयास। बहुपक्षीय विकास एजेंसियों के माध्यम से आंध्र प्रदेश को वित्तीय सहायता की सुविधा प्रदान करेंगे। चालू वित्त वर्ष में 15 हजार करोड़ और आगामी वर्षों में अतिरिक्त धनराशि की व्यवस्था की जाएगी। पोलावरम सिंचाई परियोजना को जल्दी पूरा कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध। इससे हमारे देश को खाद्य सुरक्षा में भी सहायता मिलेगी।  विशाखापत्तनम-चेन्नई औद्योगिक गलियारे में कोप्पार्थी क्षेत्र में बुनियादी ढांचे पर जोर। आर्थिक विकास के लिए पूंजीगत निवेश के लिए एक वर्ष तक अतिरिक्त आवंटन। अधिनियम में रायलसीमा, प्रकाशम और उत्तर तटी आंध्र प्रदेश के पिछड़े क्षेत्रों के लिए अनुदान।
    7. मुद्रा लोन की सीमा 10 लाख करोड़ से बढ़ाकर 20 लाख करोड़ की गई
    वित्त मंत्री ने एमएसएमई के लिए क्रेडिट गारंटी स्कीम का एलान किया।  गारंटी स्कीम से 100 करोड़ तक के लोन मिलेंगे। पीएसयू और बैंकों को आंतरिक स्तर पर आकलन के बाद एमएसएमई को लोन देने का निर्देश दिया। मुद्रा लोन की सीमा 10 लाख करोड़ से बढ़ाकर 20 लाख करोड़ की गई। एमएसएमई की मदद के लिए SIDBI शाखाएं बढ़ाएगी।
    8. एक करोड़ युवाओं को टॉप-500 कंपनियों में 12 महीने इंटर्नशिप और हर महीने भत्ता 
    वित्त मंत्री निर्मण सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा कि सरकार एक करोड़ युवाओं को अगले पांच साल में टॉप-500 कंपनियों में इंटर्नशिप का मौका देगी। यह इंटर्नशिप 12 महीने की होगी। इसमें युवाओं को कारोबार के वास्तविक माहौल को जानने और अलग-अलग पेशे की चुनौतियों से रूबरू होने का मौका मिलेगा। इसके तहत युवाओं को हर महीने पांच हजार रुपये का भत्ता भी दिया जाएगा। यही नहीं, उन्हें एकमुश्त मदद के रूप में छह हजार रुपये दिए जाएंगे। कंपनियों को अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत प्रशिक्षण का खर्च और इंटर्नशिप की 10 फीसदी लागत को वहन करना होगा।
    9. आद्योगिक श्रमिकों को मिलेगा यह लाभ
    सरकार पीपीपी मोड में औद्योगिक श्रमिकों के लिए किराये के आवास की सुविधा प्रदान करेगी।
    10. पीएम अर्बन हाउसिंग प्लान के लिए 10 लाख करोड़, मुफ्त बिजली
    पीएम अर्बन हाउसिंग प्लान के लिए वित्त मंत्री ने 10 लाख करोड़ रुपये का एलान किया है। वित्त मंत्री ने कहा कि रेंटल हाउसिंग को बढ़ावा देने ,रेगुलेशन के लिए नियम बनाएंगे। स्टाम्प ड्यूटी कम करने वाले राज्यों को बढ़ावा दिया जाएगा। एनर्जी ट्रांजिशन के लिए नई नीति लाई जाएगी। एक करोड़ घरों के लिए पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना का ऐलान किया गया है। महिलाओं के नाम रजिस्ट्री पर स्टाम्प ड्यूटी में राहत का प्रस्ताव किया गया है। निजी क्षेत्र के साथ मिलकर छोटे न्यूक्लियर पावर प्लांट बनाए जाएंगे।
    बजट के अन्य बड़े एलान
    विष्णुपद मंदिर, गया और महाबोधी मंदिर बोधगया दोनों जगहों पर गलियारे बनाने का एलान किया गया है। काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए बने गलियारे के तहत इन दोनों मंदिरों के गलियारों का विकास होगा। राजगीर भी बौद्ध और जैन श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण है। राजगीर के तीर्थ क्षेत्रों का भी विकास होगा। नालंदा को भी पर्यटन केंद्र के रूप में मजबूत करने के लिए वहां विकास जाएगा।
    नेशनल रिसर्च फंड की शुरुआत की जाएगी
    बिहार और असम में बाढ़ की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार मदद देगी 
    बुनियादी ढांचे पर GDP के 3.4% के बराबर निवेश किया जाएगा
    साभार अमर उजाला

  • मोदी सरकार 3.0 के पहले बजट को कांग्रेस ने दिखावे वाला करार दिया

    नई दिल्ली नरेंद्र मोदी सरकार 3.0 के पहले बजट को कांग्रेस ने दिखावे वाला करार दिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि इस बजट में सरकार ने मान लिया है कि बेरोजगारी राष्ट्रीय संकट है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट भाषण दिखावे पर ज्यादा केंद्रित रहा है। केंद्र सरकार ने 10 साल के इनकार के बाद स्वीकार किया है कि बेरोजगारी राष्ट्रीय संकट है, जिस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि सरकार ने जिस इंटर्नशिप योजना की घोषणा की है। वह इस लोकसभा चुनाव के कांग्रेस के घोषणापत्र में किए गए प्रशिक्षुता के अधिकार के वादे पर आधारित है।
    इसके तहत उसने डिप्लोमा एवं डिग्रीधारक बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण के साथ एक साल तक हर महीने 8500 रुपये देने का वादा किया था। कांग्रेस ने इस कार्यक्रम को ‘पहली नौकरी पक्की’ नाम भी दिया था।सरकार ने मंगलवार को कहा कि वह रोजगार से जुड़ी तीन योजनाएं शुरू करेगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में 2024-25 के लिए केंद्रीय बजट पेश करते हुए कहा कि सरकार नौकरी बाजार में प्रवेश करने वाले 30 लाख युवाओं को एक महीने का पीएफ (भविष्य निधि) योगदान देकर प्रोत्साहन देगी।
    उन्होंने कहा कि ‘प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना’ के तहत 5,000 रुपये का मासिक भत्ता मिलेगा।रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘वित्त मंत्री ने कांग्रेस के न्याय पत्र-2024 से सीख ली है, जिसमें इसका ‘इंटर्नशिप’ कार्यक्रम स्पष्ट रूप से कांग्रेस के प्रस्तावित प्रशिक्षुता कार्यक्रम पर आधारित है, जिसे ‘पहली नौकरी पक्की’ कहा गया था। हालाकि, अपनी चिरपरिचित शैली में योजना को सभी डिप्लोमा धारकों और स्नातकों के लिए गारंटी के बजाय मनमाने लक्ष्य (एक करोड़ इंटर्नशिप) के साथ, सुर्खियां बटोरने के लिए डिज़ाइन किया गया है।’
    उन्होंने दावा किया, ‘10 साल के इनकार के बाद ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार अंततः चुपचाप स्वीकार करने के लिए आगे आई है कि बड़े पैमाने पर बेरोजगारी एक राष्ट्रीय संकट है जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।’ रमेश ने कहा कि अब तक बहुत देर हो चुकी है और लगता है कि बजट भाषण कदम उठाने की तुलना में दिखावे पर अधिक केंद्रित है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बजट सत्र से पहले PM मोदी ने दी विपक्ष को नसीहत, कहा- जनवरी 2029 के बाद राजनीति करना

    नई दिल्ली। यह सत्र देशवासियों के सपनों की नींव रखने वाला है। देश बहुत बारीकी से हम सभी के काम को देख रहा है। यह गर्व का विषय है कि करीब 60 साल के बाद कोई सरकार तीसरी बार वापस आई। तीसरी पारी का पहला बजट रखने का सौभाग्य प्राप्त हो, यह गर्व का विषय है। देशवासी इसे गरिमा के तौर पर देख रहे हैं। मैं देशवासियों को जो गारंटी दे रहा हूं, उनको जमीन पर उतारने वाला यह बजट होगा। यह अमृतकाल का महत्वपूर्ण बजट है। हमें 5 साल का जो अवसर मिला है, उसकी दिशा यह बजट तय करेगा। यह बजट 2047 में विकसित भारत के सपने को पूरा करने की मजबूत नींव रखेगा। 
    हर देशवासी के लिए गर्व की बात है कि उभरती अर्थव्यवस्थाओं में भारत सबसे तेजी से बढ़ रहा है। 8 प्रतिशत की ग्रोथ के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। भारत में पॉजिटिव आउटलुक, इन्वेस्टमेंट और परफॉर्मेंस का माहौल है। हम बीते तीन सालों से लगातार 8 फीसदी की ग्रोथ कर रहे हैं। देशवासियों ने अपना फैसला ले लिया है। अब सभी चुने हुए सांसदों की जिम्मेदारी है कि अब दल के लिए नहीं बल्कि अगले 5 सालों में देश के लिए लड़ना है। मैं सभी राजनीतिक दलो से भी कहूंगा कि हम आने वाले साढ़े 4 साल के लिए देश को समर्पित हो जाएं। 
    आप जनवरी 2029 में मैदान में जाएं। आपको 6 महीने जो भी खेल खेलने हैं, खेल लीजिए। लेकिन तब तक सिर्फ देश के गरीब, किसान, युवा और महिलाओं के सामर्थ्य के लिए जुट जाएं। 2047 के सपनों को पूरा करने के लिए हम ताकत लगा रहे हैं। मुझे आज बड़े दुख के साथ कहना है कि 2014 में कुछ सांसद 5 साल के लिए आए। कुछ लोगों को 10 साल काम का मौका मिला। लेकिन तमाम सांसद ऐसे रहे, जिन्हें सदन में अपनी बात कहने का मौका नहीं मिला। ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ नकारात्मक लोगों ने अपनी विफलताओं को ढांकने के लिए सदन का दुरुपयोग किया। मैं अपील करूंगा कि नए सदस्यों को मौका मिले। उन्हें बोलने दिया जाए और ज्यादा से ज्यादा लोग आगे आ सकें।
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  • 58 साल बाद आरएसएस के आयोजनों में जा सकेंगे केंद्रीय कर्मचारी, हटा बैन

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की गतिविधियों में सरकारी कर्मचारियों के भाग लेने पर लगा प्रतिबंध हटा लिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने भी आदेश का स्क्रीनशॉट साझा किया और कहा कि 58 साल पहले जारी एक असंवैधानिक निर्देश को नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने वापस ले लिया है।
    कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने भी कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय द्वारा 9 जुलाई को जारी एक कार्यालय ज्ञापन साझा किया, जो आरएसएस की गतिविधियों में सरकारी कर्मचारियों की भागीदारी से संबंधित है। उक्त आदेश में कहा गया है, ‘उपर्युक्त निर्देशों की समीक्षा की गई है और यह निर्णय लिया गया है कि 30 नवंबर 1966, 25 जुलाई 1970 और 28 अक्टूबर 1980 के संबंधित कार्यालय ज्ञापनों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का उल्लेख हटा दिया जाए।’
    आदेश की तस्वीर के साथ एक पोस्ट में रमेश ने कहा, ‘फरवरी 1948 में गांधीजी की हत्या के बाद सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद अच्छे आचरण के आश्वासन पर प्रतिबंध को हटाया गया। इसके बाद भी आरएसएस ने नागपुर में कभी तिरंगा नहीं फहराया।’ उन्होंने पोस्ट में कहा, ‘1966 में आरएसएस की गतिविधियों में भाग लेने वाले सरकारी कर्मचारियों पर प्रतिबंध लगाया गया था और यह सही निर्णय भी था। यह 1966 में प्रतिबंध लगाने के लिए जारी किया गया आधिकारिक आदेश है।’
    रमेश ने कहा, ‘4 जून 2024 के बाद स्वयंभू नॉन बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री और आरएसएस के बीच संबंधों में कड़वाहट आई है। नौ जुलाई 2024 को 58 साल का प्रतिबंध हटा दिया गया जो अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान भी लागू था।’ रमेश ने कहा, ‘मेरा मानना है कि नौकरशाही अब निक्कर में भी आ सकती है।’
    कांग्रेस नेता ने यह बात आरएसएस की खाकी निक्कर वाली पोशाक की ओर इशारा करते हुए कही, जिसे 2016 में भूरे रंग की पतलून से बदल दिया गया। नौ जुलाई के आदेश को टैग करते हुए भाजपा नेता अमित मालवीय ने कहा, ‘58 साल पहले 1966 में जारी असंवैधानिक आदेश, जिसमें सरकारी कर्मचारियों के आरएसएस की गतिविधियों में भाग लेने पर प्रतिबंध लगाया गया था, मोदी सरकार द्वारा वापस ले लिया गया है।’ भाजपा नेता ने कहा कि मूल आदेश को पहले ही पारित नहीं किया जाना चाहिए था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भाजपा नेता को गोली मारने वाला रिटायर्ड फौजी देवास से पकड़ाया

    उज्जैन। उज्जैन जिले में हामूखेड़ी में भाजपा नेता और बिल्डर प्रकाश यादव को गोली मारने वाले रिटायर्ड फौजी सुरेंद्र भदौरिया को पुलिस ने देवास से गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद वह अपने किसी परिचित के घर जाकर छिप गया था। एक अन्य आरोपी अब भी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस ने उसके ठिकानों पर दबिश दे रही है। 
    गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात हामूखेड़ी में पड़ोसियों के बीच बच्चों को लेकर हुए विवाद में बात इतनी आगे बढ़ी थी कि साधारण मारपीट के बाद गोलीकांड हो गया। रिटायर्ड फोजी सुरेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया ने बिल्डर एवं भाजपा के नेता प्रकाश यादव पर गोली चला दी थी। इसके पहले दोनों परिवारों के बीच विवाद में मारपीट भी हुई थी, जिसमें भदौरिया की मां को भी गंभीर चोंट लगने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
    मामले में पुलिस ने 7 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। जिसमें से पांच आरोपी शुक्रवार की सुबह तक पकड़ा गए थे, जबकि मुख्य आरोपी सुरेंद्र व एक अन्य फरार हो गए थे। मुखबीर की सूचना पर पुलिस ने सुरेंद्र को देवास से लोकेशन मिलने पर घेराबंदी कर पकड़ लिया, जबकि एक अन्य साथी अब भी फरार बताया जा रहा है। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी करने के बाद गोली कांड में उपयोग की गई रिवॉल्वर भी बरामद कर जब्त कर ली है। पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों के खिलाफ धारा 109, 190, 191 और 132 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।
    साभार अमर उजाला, 

  • अवैध खनन के मामले में ईडी ने हरियाणा के कांग्रेस MLA सुरेंद्र पंवार को किया गिरफ्तार

    नई दिल्ली. अवैध खनन के मामले में ईडी की टीम ने बड़ा एक्शन लेते हुए हरियाणा के सोनीपत के कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार को गिरफ्तार कर लिया है. पंवार पर युमुनानगर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध खनन करवाने का आरोप है. ईडी सुरेंद्र पंवार को रिमांड के लिए अंबाला के स्पेशल कोर्ट में ले जा रही है.
    मामला यमुनानगर क्षेत्र में सिंडिकेट द्वारा लगभग 400-500 करोड़ रुपये के अवैध खनन से संबंधित है. हरियाणा पुलिस द्वारा अवैध खनन के संबंध में पवार और अन्य के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की थी जिसके बाद पिछले साल साल ईडी ने जांच अपने हाथ में ली थी. 
    इस साल जनवरी में ईडी द्वारा आईएनएलडी से पूर्व एमएलए दिलबाग सिंह, सुरेंद्र पंवार और अन्य सहयोगियों के यहां 20 जगहों पर छापे मारे गए थे. ईडी इस मामले में पहले दिलबाग सिंह और कुलविंदर सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है.
    साभार आज तक

  • बांग्लादेश में नौकरियों में आरक्षण के मुद्दे पर हिंसक प्रदर्शन जारी, 18 और प्रदर्शनकारियों की मौत

    ढाका। बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण के मुद्दे पर हिंसक प्रदर्शन जारी है। बृहस्पतिवार को पुलिस और छात्रों के बीच हुई झड़प में 18 लोग मारे गए। हालात काबू करने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े, जिससे सैकड़ों प्रदर्शनकारी जख्मी हुए हैं। प्रदर्शन पर काबू पाने के लिए ढाका में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
    इस सप्ताह इन प्रदर्शनों में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री शेख हसीना के चौथी बार फिर से निर्वाचित होने के बाद से ही अलग-अलग मुद्दों पर बांग्लादेश में प्रदर्शन चल रहे हैं। मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की तरफ से किए जा रहे इन प्रदर्शनों को बेरोजगार युवाओं का समर्थन मिल रहा है। बांग्लादेश की आबादी में पांचवां हिस्सा बेरोजगार या शिक्षा से वंचित है। इस मामले में 7 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के उस फैसले के खिलाफ सरकार की अपील पर सुनवाई होनी है, जिसमें कोटा बहाल करने का आदेश दिया गया था। हसीना ने छात्रों से फैसले तक धैर्य रखने को कहा है। एमनेस्टी इंटरनेशनल जैसे अधिकार समूहों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने बांग्लादेश से शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को हिंसा से बचाने का आग्रह किया है। बांग्लादेश सरकार ने 1971 में पाकिस्तान से आजादी की लड़ाई में लड़ने वाले लोगों के परिवारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 फीसदी का आरक्षण देने का फैसला किया। प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि इस आरक्षण की व्यवस्था को खत्म किया जाए।

    साभार अमर उजाला

  • हूथी उग्रवादियों ने इजरायल की राजधानी में घुसकर किया आतंकी हमला, एक व्यक्ति की मौत

    तेल अवीव। ईरान समर्थक हूथी उग्रवादियों ने इजरायल की राजधानी तेल अवीव के अंदर हमला किया है। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि 10 घायल हैं। अपनी कड़ी सुरक्षा के लिए जाना जाने वाले इजरायल में इस तरह का हमला उसके लिए बड़ी चुनौती है। यह हमला ड्रोन के जरिए किया गया है। इस हमले की जिम्मेदारी हूथी उग्रवादियों के संगठन अंसार अल्लाह ने ली है। शुक्रवार सुबह ही तेल अवीव में बड़ा धमाका सुना गया। एंबुलेंस सर्विस ने एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि की है। उसका शव एक इमारत के पास पाया गया, जहां पर धमाका हुआ था। 
    टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक 8 लोगों को अस्पताल में एडमिट कराया गया है। यह हमला जिस जगह हुआ है, वहां से अमेरिकी दूतावास थोड़ी ही दूरी पर है। इन सभी लोगों को चोटें आई हैं और धमाके से निकले बारूद से घायल हुए। इसके अलावा 4 अन्य लोगों को भी चक्कर आने और बेचैनी की शिकायत है। इन लोगों का भी इलाज चल रहा है। इजरायली सेना ने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि ड्रोन के इस्तेमाल से यह हमला किया गया है। इजरायली सेना का कहना है कि गहन जांच चल रही है। 
    इस बात की भी जांच की जा रही है कि आखिर इजरायली एयरस्पेस में ड्रोन घुस आया और सायरन क्यों नहीं बजे। इजरायली मीडिया का कहना है कि अब एयरफोर्स की ओर से फाइटर जेट्स के जरिए आसमान पर नजर रखी जाएगी। ईरान समर्थक हूथी उग्रवादी संगठन के प्रवक्ता ने हमले की जिम्मेदारी ली है। यही नहीं उसने कहा कि हम फिलिस्तीन के साथ खड़े हैं और इजरायल पर ऐसे हमले जारी रहेंगे। आतंकी संगठन के प्रवक्ता ने कहा कि तेल अवीव हमारे निशाने पर रहेगा। उसका जितना भी इलाका हमारे हथियारों की जद में रहेगा, उसे हम छोड़ेंगे नहीं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सीएम योगी का फैसला, कावड़ रूट की हर दुकान पर लिखना होगा नाम

    लखनऊ. 22 जुलाई से सावन का पावन महीना शुरू हो रहा है. सावन के पहले दिन से कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी. कावंड यात्री हरिद्वार के लिए निकल पड़ेंगे, लेकिन यात्रा से पहले यूपी पुलिस के एक आदेश से विवाद गरमा गया है. योगी सरकार ने कांवड़ रूट के दुकानों-ठेले वालों के लिए एक आदेश जारी किया है. आदेश में कहा गया है कि सभी दुकानों, ठेलों पर अपना नाम लिखें जिससे कांवड़ यात्री जान सके कि वो किस दुकान से सामान खरीद रहे हैं.
    तमाम विवादों के बीच सीएम योगी ने कांवड़ यात्रियों के लिए कदम उठाए हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा है कि पूरे उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्गों पर खाने पीने की दुकानों पर ' नेमप्लेट' लगानी होगी और दुकानों पर संचालक मालिक का नाम और पहचान होगा लिखना. सीएमओ के मुताबिक, कांवड़ यात्रियों की आस्था की शुचिता बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है और हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचनेवालों पर भी कार्रवाई होगी.
    वहीं यूपी सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने इस फैसले का बचाव करते हुए कहा, 'हरिद्वार गोमुख से देशभर का कांवड़िया जल लेकर अपने गंतव्य की तरफ जाता है और विशेष रूप से उन्हें मुजफ्फरनगर में आना पड़ता है. देखने में आया है कि कुछ लोग अपने दुकानों, ढाबों, रेस्टोरेंट के नाम हिंदू धर्म के नाम पर लिखते हैं जबकि चलाने वाले उनके मुस्लिम लोग होते हैं. वह मुस्लिम है हमें कोई आपत्ति नहीं है दिक्कत यहां आती है जब वह अपनी दुकान पर नॉनवेज बेचते हैं. हिंदू धर्म के वैष्णो ढाबा भंडार, शाकुंभरी देवी भोजनालय, शुद्ध भोजनालय ऐसा लिख करके वह नॉनवेज बेचते हैं. उसमें बड़ी आपत्ति होती है. मेरी जिला प्रशासन से डिमांड थी कि ऐसे ढाबो पर उन लोगों के नाम अंकित किए जाएं. इसमें आपत्ति क्या है ? कई वीडियो वायरल हुई है कि लोग रोटी के ऊपर थूक रहे हैं और रेस्टोरेंट में थूक भी रहे हैं.'
    साभार आज तक

  • बीजेपी में मचे घमासान के बीच सपा प्रमुख का केशव प्रसाद मौर्य को ऑफर, 100 लाओ, सरकार बनाओ

    लखनऊ। यूपी में लोकसभा चुनाव हार के बाद बीजेपी में मचे घमासान के बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने  डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को लेकर लगातार तंज कस रहे हैं। अखिलेश यादव ने बिना नाम लिए इशारों में अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर कहा कि मॉनसून ऑफर है 100 लाओ, सरकार बनाओ। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार सुबह अपने ऑफिशियल हैंडल पर एक पोस्ट कर लिखा कि मॉनसून ऑफर 100 लाओ सरकार बनाओ। इस पोस्ट को केशव प्रसाद मौर्य से जोड़कर देखा जा रहा है।
    इससे पहले अखिलेश यादव ने बुधवार को पोस्ट कर कहा था कि यूपी की बीजेपी में कुर्सी की लड़ाई चल रही है। उत्तर प्रदेश में शासन प्रशासन ठंडे बस्ते में चला गया है। उन्होंने कहा कि तोड़फोड़ की राजनीति का काम जो भाजपा दूसरे दलों में करती थी। वही काम वह अपने दल के अंदर कर रही है इसलिए बीजेपी अंदरूनी झगड़ों के दलदल में धसती जा रही है। यूपी की जनता के बारे में बीजेपी में कोई सोचने वाला नहीं है। इसके बाद देर रात को रात को अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि लौट के बुद्धू घर वापस आए। हालांकि अखिलेश यादव के वार पर केशव प्रसाद मौर्य ने भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव बीजेपी कि देश और प्रदेश दोनों जगह मजबूत संगठन और सरकार है। सपा का पीडीए धोखा है। यूपी में सपा के गुंडाराज की वापसी संभव है। बीजेपी 2027 विधानसभा चुनाव में 2017 दोहराएगी। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग पर फंसेगा पेच? उद्धव की पार्टी ने 125 तो कांग्रेस 150 सीटों पर लड़ने को तैयार

    मुंबई. महाराष्ट्र में अब विधानसभा चुनाव की बारी है. महा विकास अघाड़ी में सीट शेयरिंग पर मंथन शुरू हो गया है. हालांकि, समझौते के मूड में कोई नहीं दिख रहा है. सूत्र बताते हैं कि लोकसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के बाद शिवसेना (यूबीटी) विधानसभा चुनाव में करीब 115-125 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है. कांग्रेस पहले साफ कर चुकी है कि वो 150 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. राज्य में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं.
    सूत्रों ने बताया कि शिवसेना (यूबीटी) इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने के लिए तैयार है. हालांकि, उद्धव सेना ने साफ कर दिया कि वो करीब 115 से 125 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने का टारगेट कर रही है. यह बात ऐसे समय में सामने आई है, जब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को संजय राउत, अनिल देसाई, सुभाष देसाई, सुनील प्रभु और राजन विचारे समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की और विधानसभा चुनाव लड़ने की रणनीति तैयार करने के लिए चर्चा की. सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान उद्धव ठाकरे ने सभी 125 विधानसभा सीटों की समीक्षा की. बैठक में उन्होंने कहा कि वे इन सभी सीटों को टारगेट करने के लिए एक 'थिंक टैंक' के साथ एक वॉर रूम तैयार करने की भी योजना बना रहे हैं.
    दरअसल, शिवसेना (यूबीटी) पिछले वोट मार्जिन के आधार पर इन 125 सीटों की मांग करेगी. इसके अलावा, पार्टी इन सीटों को पिछले विधानसभा चुनावों में मिले वोटों के आधार पर A, B और C लेवल में वर्गीकृत किया जाएगा.
    साभार आजतक 

  • सुप्रीम कोर्ट ने तांती-तंतवा जाति को एससी में शामिल करने के फैसले को किया निरस्त, नीतीश को झटका

    पटना। सुप्रीम कोर्ट ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य सरकार को तगड़ा झटका देते हुए नौ साल पहले तांती-तंतवा जाति को अनुसूचित जाति (एससी) में शामिल करने के फैसले को निरस्त कर दिया है। उच्चतम न्यायालय ने कहा कि एससी लिस्ट में किसी जाति का नाम जोड़ने या हटाने का अधिकार राज्य के पास नहीं है और यह काम सिर्फ संसद कर सकती है। कोर्ट ने नीतीश सरकार के फैसले को संविधान से शरारत बताते हुए अवैध करार दिया और कहा कि एससी लिस्ट में दूसरी जाति को जोड़ने से अनूसूचित जाति के लोगों की हकमारी होती है। कोर्ट ने साफ कहा कि संविधान के आर्टिकल 341 के तहत राज्य को अनुसूचित जाति की सूची में छेड़छाड़ करने का अधिकार नहीं है।
    सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद तांती-तंतवा जाति वापस अति पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) में शामिल होगी। फैसले से एससी में शामिल जातियों के लिए दाखिला, रोजगार और प्रोमोशन में कुछ अवसर बढ़ जाएंगे। कोर्ट ने राज्य सरकार के 1 जुलाई 2015 के संकल्प को रद्द करते हुए आदेश दिया है कि इन नौ सालों में तांती-तंतवा जाति के जिन लोगों को भी एससी कोटे के आरक्षण का लाभ मिला है उन्हें ईबीसी कोटा में समायोजित किया जाए और इससे खाली होने वाली सीटों और पदों को एससी जाति के लोगों से भरा जाए। डॉ भीमराव आंबेडकर विचार मंच और आशीष रजक की याचिका पर जस्टिस विक्रम नाथ और प्रशांत कुमार मिश्रा की बेंच ने यह फैसला सुनाया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता की हत्या, जीतन सहनी का घर में ही क्षत-विक्षत अवस्था में मिला शव

    पटना, (एजेंसी) बिहार सरकार में पूर्व मंत्री रहे मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी का बेरहमी से कत्ल हो गया है। दरभंगा में उनकी हत्या की गई है। अब तक इस हत्या की वजह पता नहीं चली है, लेकिन पुलिस सूत्रों का कहना है कि निजी रंजिश के चलते शायद इस कांड को अंजाम दिया गया है। मुकेश सहनी बिहार में मल्लाहों के बड़े नेता कहे जाते हैं। वह विकासशील इंसान पार्टी यानी VIP के मुखिया भी हैं। जीतन सहनी का शव घर में ही क्षत-विक्षत अवस्था में पाया गया। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में मुकेश सहनी आरजेडी के साथ थे और महागठबंधन का हिस्सा थे।
    पिछड़ा समुदाय से आने वाले मुकेश सहनी के पिता की हत्या बिहार में एक बड़ा मुद्दा बन सकती है। राज्य में कानून व्यवस्था पर यह कांड बड़े सवाल खड़े करता है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जीतन सहनी का शव घर में ही क्षत-विक्षत अवस्था में मिला है। इस हत्याकांड पर आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है। ऐसा लग रहा है कि बिहार में अब कोई सुरक्षित नहीं है। यहां लगातार हत्याओं का दौर जारी है। जब मुकेश सहनी के पिता का इस तरह कत्ल हो सकता है तो फिर कौन सुरक्षित है।  मिली जानकारी के मुताबिक मुकेश सहनी फिलहाल मुंबई में थे। खबर मिलते ही वह दरभंगा लौट रहे हैं। एसएसपी जगन्नाथ रेड्डी ने जीतन सहनी के कत्ल की पुष्टि की है।
     मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। आशंका है कि जीतन सहनी की हत्या के विरोध में प्रदर्शन हो सकता है और कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है। 'सन ऑफ मल्लाह' कहे जाने वाले मुकेश सहनी की पार्टी लोकसभा चुनाव में तीन सीटों पर मुकाबले में उतरी थी। हालांकि किसी भी सीट पर उसे जीत नहीं मिली थी। तेजस्वी यादव के साथ नवरात्रि के मौके पर मछली खाने वाला वीडियो बनाने पर मुकेश सहनी घिर गए थे।

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  • तमिलनाडु में 'नाम तमिलर पार्टी' के नेता की हत्या

    चेन्नई। तमिलनाडु में बीएसपी चीफ की हत्या के बाद अब एक और नेता की सरेराह हत्या कर दी गई है। मदुरै में 'नाम तमिलर पार्टी' के उत्तरी जिले के डिप्टी सेक्रेटरी बालासुब्रमण्यम की मंगलवार की सुबह हत्या कर दी गई। जानकारी के मुताबिक मॉर्निंग वॉक पर निकले थे और इसी दौरान कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और हत्या कर दी। 
    पुलिस के मुताबिक हत्या के पीछे की वजह का अभी पता नहीं चल पाया है। जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हत्या चोक्किकुलम में वल्लभी रोड पर हुई जो कि तल्लाकुलम पुलिस स्टेशन के अंतरगत आता है। जानकारी के मुताबिक बालासुब्रमण्यम को चार लोगों ने रोका था और उनपर हमला करने के बाद वे फरार हो गए। इसके बाद तुरंत उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां मृत घोषित कर दिया गया।
    बता दें कि 5 जुलाई को राज्य में बीएसपी चीफ आर्मस्ट्रॉन्ग की उनके घर पर ही हत्या कर दी गई थी। वह अपने घर में ही कुछ पार्टी के कार्यकर्ताओं से बात कर रहे थे तभी छह लोग बाइक पर सवार होकर आए और चाकू-तलवार से हमला कर दिया। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद हत्या के मुख्य आरोपी की भी पुलिस एनकाउंटर मेंम मौत हो गई। आरोपी का नाम तिरुवेंगदम बताया गया था। वहीं इस मामले में कुल 11 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • राज्यसभा में घटी भाजपा की ताकत, लेकिन 11 राज्यसभा सीटों में से 8 पर एनडीए जीत सकती है

    नई दिल्ली। राज्यसभा से 4 मनोनीत सदस्य शनिवार को रिटायर हो गए। ये सभी सदस्य भाजपा के कोटे से थे और इनके सदन से विदा होने के साथ ही उसकी संख्या 86 ही रह गई है। एनडीए को मिलाकर देखें तो यह संख्या 101 है। हालांकि भाजपा को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में उसकी संख्या में इजाफा होगा। फिलहाल राज्यसभा में 19 सीटें खाली हैं और मौजूदा सदस्यों की संख्या 226 है। 19 सीटों में से 4 सीटें जम्मू-कश्मीर की हैं, जहां विधानसभा चुनाव होने के बाद ही राज्यसभा के इलेक्शन होंगे। इसके अलावा 4 सीटें नामित सदस्यों की खाली हैं। वहीं 11  राज्यसभा सीटों पर चुनाव होना है, जो महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना, हरियाणा, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा और असम जैसे राज्यों की हैं। 
    मौजूदा समीकरणों के अनुसार इन 11 सीटों में से 8 पर एनडीए आसानी से जीत हासिल कर सकता है। इस तरह कुल संख्या 86 तक पहुंच जाएगी। इन 11 में से 10 राज्यसभा सीटें पिछले महीने ही खाली हुई हैं क्योंकि कई सदस्यों ने लोकसभा का चुनाव लड़ा था और जीतने के बाद उच्च सदन से इस्तीफा दे दिया था। इनमें पीयूष गोयल और भूपेंद्र यादव जैसे नेता भी शामिल हैं। इसके अलावा एक सीट बीआरएस के राज्यसभा सांसद रहे के. केशव राव के इस्तीफे से खाली हुई है। वह अब कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। इस तरह आने वाले महीनों में एनडीए को 8 सीटों पर जीत मिलने के आसार हैं। 
    वहीं तीन सीटें विपक्षी INDIA गठबंधन को मिल सकती हैं। कांग्रेस को उम्मीद है कि उसकी संख्या भी तेलंगाना में जीत के चलते 27 तक पहुंच जाएगी। यह आंकड़ा विपक्ष के नेता का पद पाने के लिए जरूरी 25 से 2 सीट अधिक होगा। गौरतलब है कि एनडीए के पास भले ही अपने दम पर बहुमत नहीं है, लेकिन राज्यसभा में वाईएसआर कांग्रेस, बीजेडी, एआईएडीएमके जैसे दलों के समर्थन से वह जरूरी बिल पारित कराती रही है। शनिवार को मनोनीत सांसद राकेश सिन्हा, राम शकल, सोनल मानसिंह और महेश जेठमलानी का कार्यकाल समाप्त हो गया। इन लोगों ने संसद सदस्य बनने के बाद भाजपा की सदस्यता ले ली थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर रैली में चली गोलियां..., शूटर ढेर, 1 शख्स की मौत

    नई दिल्ली. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की रैली में गोलियां चली हैं. ट्रम्प घायल हो गए हैं. उनके दाहिने कान को छूकर गोली निकल गई. उनके दाहिने कान से खून निकलने लगा और उनके चेहरे पर भी खून के निशान देखे गए. वह पेन्सिलवेनिया में रैली कर रहे थे, जब एक के बाद एक कई गोलियां चलीं. वीडियो में ट्रम्प के कान पर खून दिखाई दे रहा है.
    सामने आई रैली की वीडियो में देखा जा सकता है कि डोनाल्ड ट्रम्प गोलियां चलने के बाद वहीं पोडियम पर झुक जाते हैं. इसके बाद सीक्रेट सर्विस एजेंट (उनके सिक्योरिटी गार्ड) उन्हें घेर लेते हैं. इस दौरान ट्रम्प को देखा जा सकता है कि वह भीड़ की तरफ अपना हाथ उठाकर उन्हें संबोधित कर रहे हैं.
    सीक्रेट सर्विस ने एक बयान में कहा कि ट्रम्प सुरक्षित हैं और उनकी सुरक्षा के लिए उपाय लागू किए गए हैं. ट्रम्प के मंच से उतरने के तुरंत बाद पुलिस ने रैली ग्राउंड को खाली करा दिया. सीक्रेट सर्विस इस गोलीबारी की हत्या की कोशिश के रूप में जांच कर रही है. इस बीच एफबीआई की टीम भी मौके पर पहुंच गई है. एजेंसी ने बताया कि मामले की जांच में टीम सीक्रेट सर्विस के साथ मिलकर काम करेगी.
    यह रैली पेन्सिलवेनिया के ग्रेटर पिट्सबर्ग क्षेत्र के बटलर काउंटी में आयोजित की जा रही थी. बटलर काउंटी के जिला अटॉर्नी रिचर्ड गोल्डिंगर ने कहा कि संदिग्ध बंदूकधारी को मार गिराया गया है और रैली में शामिल कम से कम एक शख्स की भी मौत हुई है. एक अन्य के बारे में बताया जा रहा है कि गंभीर हालत में है. हालांकि, शूटर की पहचान खबर लिखे जाने तक नहीं हो पाई है.
    साभार आज तक 

  • ट्रंप पर हमले के बाद पीएम मोदी ने जताई चिंता, बोले- राजनीति में इसकी कोई जगह नहीं

    नई दिल्ली। अमेरिका में चल रहे राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के ऊपर जानलेवा हमला हुआ है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्रंप पर हुए इस हमले को लेकर चिंता जताई है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पीएम मोदी ने लिखा कि अपने दोस्त  पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप पर हुए हमले को लेकर चिंता में हूं। इस हमले की निंदा करता हूं। राजनीति और लोकतंत्र में इस तरह की हिंसा की कोई जगह नहीं है। उनके जल्दी ठीक होने की कामना करता हूं। हमारी प्रार्थनाएं उनके परिवार और अमेरिकी लोगों के साथ हैं।
    अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के ऊपर एक रैली के दौरान जानलेवा हमला हुआ, जिसमें दूर एक बिल्डिंग पर बैठे शख्स ने राइफल के जरिए ट्रंप के ऊपर गोली चलाई। गोली सीधे जाकर ट्रंप के कान को छूती हुई निकली, जिसके बाद रैली में अफरा तफरी मच गई। ट्रंप ने मंच पर झुककर अपने आप को बचाया तब तक उनके सुरक्षाकर्मी उनकी सुरक्षा के लिए उनके पास आ गए। ट्रंप को ले जाते समय उनके कान के पास से खून निकलता हुआ साफ दिखाई दे रहा था लेकिन ट्रंप के उत्साह में इससे कोई फर्क पड़ता दिखाई नहीं दिया, उन्होंने हाथ हवा में लहराते हुए अपने आप को मजबूत दिखाया।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • जम्मू-कश्मीर उपराज्यपाल को दी दिल्ली के LG जैसी शक्तियां

    नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने जम्मू- कश्मीर को भी दिल्ली जैसे संवैधानिक अधिकार देने की तैयारी कर ली है. जम्मू कश्मीर के एलजी को भी अब दिल्ली के एलजी की तरह की प्रशासनिक शक्तियां दी जाएंगी. यहां भी सरकार बिना एलजी के अनुमति के ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं कर सकेगी. गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा 55 के तहत संशोधित नियमों को अधिसूचित किया है. जिसमें एलजी को अधिक शक्ति देने वाली नई धाराएं शामिल की गई हैं.
    हालांकि जब से जम्मू कश्मीर का पुनर्गठन हुआ है तब से वहां चुनाव नहीं हुए हैं.. लेकिन जब भी चुनाव होंगे और सरकार का गठन होगा तो चुनी हुई सरकार से ज्यादा शक्तियां उपराज्यपाल के पास रहेंगी. ये शक्तियां ठीक वैसी ही हैं जैसे दिल्ली के एलजी के पास हैं.
    जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा 55 के तहत संशोधित नियमों में जो बिंदु जोड़ा गया है वो इस प्रकार है:-
    42ए- कोई भी प्रस्ताव जिसके लिए अधिनियम के तहत ‘पुलिस’, ‘सार्वजनिक व्यवस्था’, ‘अखिल भारतीय सेवा’ और ‘भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो’ (ACB) के संबंध में वित्त विभाग की पूर्व सहमति जरूरी है, तब तक स्वीकृत या अस्वीकार नहीं किया जाएगा जब तक कि इसे मुख्य सचिव के माध्यम से उपराज्यपाल के समक्ष नहीं रखा जाता है.
    42बी- अभियोजन स्वीकृति देने या अस्वीकार करने या अपील दायर करने के संबंध में कोई भी प्रस्ताव विधि विभाग द्वारा मुख्य सचिव के माध्यम से उपराज्यपाल के समक्ष रखा जाएगा.
    केंद्र के इस फैसले पर जम्मू-कश्मीर के नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा, 'एक और संकेत है कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव नजदीक हैं. यही कारण है कि जम्मू-कश्मीर के लिए पूर्ण, अविभाजित राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए समयसीमा निर्धारित करने की दृढ़ प्रतिबद्धता इन चुनावों के लिए एक शर्त है. जम्मू-कश्मीर के लोग शक्तिहीन, रबर स्टैम्प सीएम से बेहतर के हकदार हैं, जिन्हें अपने चपरासी की नियुक्ति के लिए एलजी से भीख मांगनी पड़ेगी.'
    साभार आज तक

  • बाइडेन ने कहा- मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि मैं पूरी तरह से ठीक हूं, समर्थकों को नहीं भरोसा

    वाशिंगटन। हाल ही में अमेरिका में एक कट्टर दक्षिणपंथी चुनावी घोषणा पत्र जारी किया गया है, जिसका नाम प्रोजेक्ट 2025 रखा गया है। हालांकि डोनाल्ड ट्रंप ने उससे किसी भी प्रकार का संबंध होने से इंकार किया है। लेकिन राजनैतिक हलकों में खबर है कि यह डोनाल्ड ट्रंप के ही सपोर्ट से बना है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इसी सिलसिले में मिशीगन में एक सभा में भाषण देने के लिए आए हुए थे। बाइडेन ने कहा कि हमारा काम अभी बाकी है, मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि मैं पूरी तरह से ठीक हूं। इसके साथ ही बाइडेन चुनावी कैंपेन में वापस लौट आए हैं। उनकी फिटनेस पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं लेकिन बाइडेन यह साफ कर चुके हैं कि वह पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
    अमेरिकी राष्ट्रपति भले ही लोगों के बीच में जा कर अपने ठीक होने की बात कह रहे हों, लेकिन उनकी अपनी पार्टी के लोगों को उनकी इस बात पर भरोसा नहीं है। बाइडेन के खिलाफ उठने वाली आवाजें लगातार तेज होती जा रही हैं। करीब 19 कांग्रेस के सदस्य खुलेतौर पर बाइडेन की उम्मीदवारी का विरोध कर रहे हैं। 27 जून को ट्रंप के खिलाफ डिबेट हारने के बाद से बाइडेन की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं।
    बाइडेन लगातार लोगों को खुले तौर पर किसी और नाम से संबोधित कर देते हैं, जिससे उनकी मानसिक स्थिति पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। उन्होंने हाल ही में हुई नाटो समिट के दौरान जेलेंस्की को राष्ट्रपति पुतिन कहकर संबोधित कर दिया, जबकि अपनी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को उपराष्ट्रपति ट्रंप कहकर संबोधित कर दिया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • ED केस में अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत

    नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले मामले में सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई है. लेकिन ईडी की ओर से उनकी गिरफ्तारी के मामले को सुप्रीम कोर्ट की बड़ी बेंच को सौंप दिया गया है. 
    सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका के मामले को बड़ी बेंच के पास भेजा है. अब सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई करेगी. इस मामले में चीफ जस्टिस तीन जज नियुक्त करेंगे. बड़ी बेंच के पास मामले की सुनवाई तक केजरीवाल को अंतरिम जमानत दी गई है.
    लेकिन केजरीवाल फिलहाल जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे. वह फिलहाल सीबीआई की कस्टडी में हैं लेकिन उन्हें जमानत ईडी केस में मिली है. ऐसे में अभी वह जेल में ही रहेंगे.
    केजरीवाल के वकील विवेक जैन ने बताया कि सीबीआई मामले में 18 जुलाई को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई है. इस मामले में फैसला आने के बाद ही पता चल सकेगा कि क्या केजरीवाल बाहर आएंगे या नहीं? हालांकि, केजरीवाल के जेल से बाहर आने की संभावनाएं प्रबल हैं.
    केजरीवाल को अंतरिम जमानत देते हुए कोर्ट ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री 90 दिनों तक जेल में रहे हैं.
    साभार आज तक

  • हाई स्कूल और हायर सेकंडरी कक्षाओं में कृषि विषयों का अध्ययन शुरू हो : सीएम डॉ. यादव

    भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि हाई स्कूल और हायर सेकंडरी कक्षाओं में कृषि, बागवानी, मत्स्य पालन, पशुपालन आदि विषयों की पढ़ाई आरंभ की जाए। प्रदेश की शालाओं में अध्यनरत विद्यार्थी अधिकांशत: खेती-बाड़ी की पृष्ठभूमि वाले परिवारों से आते हैं। अतः इन विषयों पर पढ़ाई आरंभ करने से विद्यार्थियों का शालाओं से अधिक जुड़ाव होगा और अध्ययन-अध्यापन परिवार के लिए अधिक उपयोगी बन सकेगा। सी.एम. राइज स्कूलों में इन विषयों की पढ़ाई प्राथमिकता से आरंभ की जाए। 
    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इन कक्षाओं में संकाय व्यवस्था के स्थान पर विद्यार्थियों को अपनी रुचि व प्राथमिकता के आधार पर विषय चुनने की व्यवस्था भी की जाए। यह व्यवस्था उच्च शिक्षा में लागू हो चुकी है, स्कूल स्तर पर यह व्यवस्था क्रियान्वित करने के लिए शिक्षाविदों, शिक्षकों, स्वयंसेवी संस्था तथा विषय-विशेषज्ञों की टास्क फोर्स गठित की जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रालय में सी.एम. राइज स्कूलों के संचालन की बैठक में उक्त निर्देश दिए। जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह, स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव वीरा राणा सहित अधिकारी उपस्थित थे।
    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों तथा ग्रामीण अंचल में प्राथमिकता के आधार पर सी.एम. राइज स्कूल आरंभ किए जाएं तथा इन शालाओं में शिक्षकों व स्टाफ के लिए आवास की व्यवस्था आवश्यक रूप से सुनिश्चित की जाए। इस संबंध में भारत सरकार से भी सहायता प्राप्त करने की दिशा में प्रयास करना आवश्यक है। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि शिक्षा को रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से प्रत्येक विकासखंड में एक आई.टी.आई. स्थापित करने की दिशा में प्रयास हों, जिन विकासखंडों में आई.टी.आई. नहीं है, वहां निजी क्षेत्र की पहल से सुविधा उपलब्ध कराने की रणनीति बनाई जाए। आगामी इंडस्ट्रियल समिट में भी इस दिशा में इच्छुक निवेशकों से चर्चा की जाए।    
    मुख्यमंत्री ने कहा कि सी.एम. राइज स्कूलों की परिवहन व्यवस्था में ई-व्हीकल्स का अधिक से अधिक उपयोग किया जाए। नगरीय निकायों में बने सी.एम. राइज स्कूलों के विद्यार्थियों के आवागमन के लिए नगरीय निकाय की नगर वाहन सेवा के अंतर्गत चल रहे वाहनों का भी उपयोग किया जाए। विद्यार्थियों की नियमित उपस्थिति और सुविधाजनक विद्यालय आवागमन के लिए वाहनों के रखरखाव को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नवीन विद्यालयों के भवन निर्माण के लिए भूमि के चिन्हांकन का कार्य परस्पर विभागीय समन्वय से समय-सीमा में पूर्ण किया जाए। प्रकरणों में विलंब होने की स्थिति में उनका निराकरण राज्य स्तर से कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि स्कूलों के आसपास कोई अतिक्रमण न हो। 
    साभार अमर उजाला

  • भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए नहीं जाएगी पाकिस्तान

    नई दिल्ली। फरवरी-मार्च में पाकिस्तान को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी करनी है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है और टीम इंडिया के मैच लाहौर में आयोजित कराने का ड्राफ्ट शेड्यूल आईसीसी को सौंप दिया है। हालांकि, अभी तक भारतीय क्रिकेट टीम के पाकिस्तान जाने पर कोई आधिकारिक बयान किसी ओर से सामने नहीं आया है, लेकिन अब एक रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि भारतीय टीम के चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान जाने की संभावना नहीं के बराबर हैं। यहां तक बीसीसीआई आईसीसी से एक मांग भी करने जा रही है। 
    न्यूज एजेंसी एएनआई को बीसीसीआई के सूत्रों ने बताया है कि भारतीय क्रिकेट टीम के 2025 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान जाने की संभावना नहीं है। बीसीसीआई आईसीसी से दुबई या श्रीलंका में मैच आयोजित करने के लिए कहेगा। इससे स्पष्ट हो गया है कि एशिया कप 2023 की तरह चैंपियंस ट्रॉफी 2025 भी हाइब्रिड मॉडल के तहत पाकिस्तान को आयोजित करनी पड़ सकती है। यहां तक कि बीसीसीआई सचिव जय शाह ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद जो प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, उसमें भी इस बात की पुष्टि नहीं की थी कि भारतीय टीम पाकिस्तान जाएगी। 
    हालांकि, जय शाह ने इस बात की पुष्टि जरूर कर दी है कि भारतीय टीम आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में रोहित शर्मा की कप्तानी में खेलेगी। जय शाह ने ही एशियन क्रिकेट काउंसिल के चेयरमैन और बीसीसीआई के सचिव के तौर पर इस बात की पुष्टि की थी कि एशिया कप 2023 के लिए भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं जाएगी। ऐसे में पीसीबी ने हाइब्रिड मॉडल का सुझाव दिया था, जिसे भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने स्वीकार किया। फाइनल समेत इंडिया और अन्य टीमों के ज्यादातर मैच श्रीलंका में आयोजित हुए थे और कुछ मैच पाकिस्तान में आयोजित कराए गए थे। ऐसा ही कुछ चैंपियंस ट्रॉफी में भी हो सकता है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 15 जुलाई तक जेल में ही रहेंगे केजरीवाल, HC ने ईडी की दलील पर टाली सुनवाई

    नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली हाईकोर्ट से झटका लगा है। कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को दी गई जमानत रद्द करने की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की याचिका पर सुनवाई 15 जुलाई तक के लिए टाल दी है। कोर्ट ने मामले की सुनवाई इसलिए टाल दी क्योंकि एजेंसी ने कहा कि उसे कल देर रात केजरीवाल का जवाब मिला है। केजरीवाल के वकीलों ने इस दलील का विरोध किया और कहा कि कल दोपहर 1 बजे जवाब दिया गया था। ईडी की तरफ से कोर्ट में पेश हुए एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कहा कि केजरीवाल के वकीलों ने उन्हें रात 11 बजे अपने जवाब की कॉपी सौंपी। राजू ने कहा कि वह जवाब पर रिजाइंडर (प्रत्युत्तर) दाखिल करना चाहते हैं।
    वहीं केजरीवाल की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने इस दावे को चुनौती दी और कहा कि उन्होंने कल दोपहर 1 बजे जांच अधिकारी को जवाब की कॉपी सौंप दी थी। सिंघवी ने कहा कि मामले में बहुत ज्यादा अरजेंसी है और वह काउंटर जवाब देने के लिए तैयार हैं और बिना जवाब के ही मामले पर बहस करेंगे। हालांकि, जस्टिस नीना बंसल कृष्णा ने मामले की सुनवाई 15 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी। कोर्ट ने टिप्पणी की कि ईडी केजरीवाल के जवाब पर अपना जवाब (रिजाइंडर) दाखिल करने का हकदार है।
    इससे पहले मंगलवार को केजरीवाल ने दिल्ली हाईकोर्ट में ईडी द्वारा उन्हें दी गई जमानत के खिलाफ दायर याचिका का विरोध करते हुए तर्क दिया कि अभियोजन पक्ष की धारणाओं और कपोल कल्पना के आधार पर जमानत के आदेश को खारिज नहीं किया जा सकता। बता दें कि आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल फिलहाल दिल्ली शराब घोटाले में कथित अनियमितताओं के चलते तिहाड़ जेल में बंद हैं। 20 जून को निचली अदालत ने प्रत्यक्ष साक्ष्य के अभाव का हवाला देते हुए उन्हें जमानत दे दी थी। हालांकि ईडी ने इस आदेश को हाईकोर्ट में चुनैती दी। कोर्ट ने 24 घंटे से भी कम समय बाद, 21 जून को इसपर रोक लगा दी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मुस्लिम महिलाएं भी पति से गुजारे भत्ते के लिए याचिका कर सकती है दायर : सुप्रीम कोर्ट

    नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसला लेते हुए कहा है कि कोई भी मुस्लिम तलाकशुदा महिला पति से गुजारे भत्ते के लिए सीआरपीसी की धारा 125 के तहत याचिका दायर कर सकती हैं. 
    जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह ने फैसला सुनाते हुए कहा कि मुस्लिम महिला भरण-पोषण के लिए कानूनी अधिकार का इस्तेमाल कर सकती हैं. वो इससे संबंधित दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 125 के तहत याचिका दायर कर सकती हैं. 
    सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ये धारा सभी विवाहित महिलाओं पर लागू होती है, फिर चाहे उनका धर्म कुछ भी हो. मुस्लिम महिलाएं भी इस प्रावधान का सहारा ले सकती हैं. कोर्ट ने एक बार फिर कहा है कि मुस्लिम महिला अपने पति के खिलाफ धारा 125 सीआरपीसी के तहत भरण-पोषण के लिए याचिका दायर कर सकती है.
    हालांकि, जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह ने अलग-अलग फैसला सुनाया लेकिन दोनो की राय समान है. कोर्ट का कहना है कि मुस्लिम महिला (तलाक पर अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम 1986 दरअसल सेक्युलर लॉ को दरकिनार नहीं कर सकता.
    साभार आज तक

  • अमेरिका ने कहा- मोदी रुकवा सकते हैं रूस और यूक्रेन की जंग

    वाशिंगटन। पीएम मोदी के रूस दौरे पर अमेरिका टकटकी लगाए बैठा रहा। अमेरिका ने यह तक कह दिया कि अगर कोई देश रूस से मिलता है तो उसे यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना होगा। इन सब के बाद अब अमेरिका का एक और रिएक्शन सामने आया है। वाइट हाउस ने अपने एक बयान में मंगलवार को कहा है कि रूस के साथ भारत के संबंध अच्छी स्थिति में है जिसका भारत को फायदा उठाना चाहिए। अमेरिका ने कहा है कि भारत चाहे तो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन में संघर्ष खत्म करने के लिए कह सकता है। यह बयान तब आया है जब पीएम मोदी ने पुतिन से मुलाकात के दौरान इस बात पर जोर दिया कि यूक्रेन युद्ध का समाधान बातचीत में है, युद्ध के मैदान में नहीं।
    एक प्रेस ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव करिन जीन-पियरे ने भारत को अमेरिका का रणनीतिक साझेदार कहा है जिसके साथ वे स्पष्ट बातचीत करते हैं। पुतिन के साथ पीएम मोदी की बैठक के बारे में पूछे जाने पर जीन-पियरे ने कहा, "भारत एक रणनीतिक साझेदार है जिसके साथ हम पूर्ण और स्पष्ट बातचीत करते हैं, जिसमें रूस के साथ उनके संबंध भी शामिल हैं और हमने इस बारे में पहले भी बात की है। इसलिए हमें लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि भारत सहित सभी देश यूक्रेन के मामले में शांति स्थापित करने की कोशिशों का समर्थन करें।" उन्होंने आगे कहा कि भारत चाहे तो यूक्रेन में युद्ध भी रुकवा सकता है। उन्होंने कहा, "हम यह भी मानते हैं कि रूस के साथ भारत के अच्छे संबंध उसे राष्ट्रपति पुतिन से अनुरोध करने की क्षमता देते हैं कि वे यूक्रेन में बिना कारण शुरू किए गए युद्ध को खत्म करें। इसे खत्म करना राष्ट्रपति पुतिन पर निर्भर है। राष्ट्रपति पुतिन ने युद्ध शुरू किया, और वे युद्ध को समाप्त कर सकते हैं।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बॉम्बार्डियर चैलेंजर 3500 विमान खरीदेगी मध्यप्रदेश सरकार

    भोपाल। मध्य प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार ने कनाडा की कंपनी बॉम्बार्डियर के चैलेंजर 3500 विमान को खरीदने का फैसला किया है। मध्य प्रदेश सरकार के पास 2021 से कोई विमान नहीं था। तब से ही नया विमान खरीदने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी, जो अब पूरी हो चुकी है। दो कंपनियों ने अपने प्रस्ताव दिए थे। इसमें से चैलेंजर 3500 का प्रस्ताव एल-1 कैटेगरी में चुना गया है।   
    मध्य प्रदेश सरकार ने कनाडा की कंपनी बॉम्बार्डियर इंक के चैलेंजर 3500 मॉडल को खरीदने का फैसला किया है। दरअसल, छह मई 2021 को ग्वालियर मैं लैंडिंग के दौरान विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। कंपनी ने उस विमान को 'बियॉन्ड रिपेयर' करार दिया। यानी उसकी मरम्मत नहीं हो सकती थी। उसके बाद से राज्य सरकार के पास कोई विमान नहीं था और नया विमान खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। इस दौरान कनाडा की कंपनी की बोली सबसे कम रही। साथ ही निविदा शर्तों में जो आवश्यकताएं बताई गई हैं, उसे चैलेंजर 3500 पूरी करता है। 
    साभार अमर उजाला

  • रूस के ताबड़तोड़ मिसाइल अटैक से यूक्रेन में 37 की मौत, बच्चों के अस्पताल पर भी हमला

    कीव। रूस ने बीते चार महीन में यूक्रेन पर सबसे बड़ा हमला किया है। रूस के ताबड़तोड़ मिसाइल अटैक से यूक्रेन में 37 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर है। इसमें तीन बच्चे भी शामिल हैं। रूस ने बच्चों के एक अस्पताल पर भी हमला किया है जिसकी इमारत को काफी नुकसान पहुंचा है। अलग-अलग जगहों पर किए गए हमले में कम से कम 170 लोग घायल भी हुए हैं।  यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पोस्ट पर एक बयान में कहा कि रूसी बमबारी ने पांच यूक्रेनी शहरों को विभिन्न प्रकार की 40 से अधिक मिसाइलों से निशाना बनाया, जिससे रिहाइशी इमारतें और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे नष्ट हो गए।
    क्रीर्वी रीह में नगर प्रशासन के प्रमुख ओलेक्सांद्र विल्कुल ने कहा कि यह एक बड़े पैमाने पर किया गया मिसाइल हमला था, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गयी और 47 अन्य लोग घायल हो गए। स्थानीय अधिकारियों ने यूक्रेन के मध्य द्निप्रोपेट्रोव्स्क क्षेत्र में भी विस्फोट की सूचना दी है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 'अगर पार्टी में अंदरूनी लड़ाई नहीं होती तो कांग्रेस अतिरिक्त 50-60 लोकसभा सीटें जीतती' : उदित राज

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस ने अपने पिछले प्रदर्शन में सुधार में किया और 99 सीटें जीतने में सफल रही, लेकिन उसके नेता उदित राज का मानना है कि अगर पार्टी के ही कुछ नेताओं ने भीतरघात नहीं किया होता तो यह आंकड़ा 240 तक पहुंच सकता था. उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, 'कांग्रेस पार्टी में कुछ लोग गलत सूचना फैलाने में शामिल हैं और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. अन्यथा कांग्रेस (लोकसभा चुनाव में) 240 सीटें जीतती.'
    उदित राज ने कहा, 'अगर पार्टी में अंदरूनी लड़ाई नहीं होती तो कांग्रेस अतिरिक्त 50-60 लोकसभा सीटें जीतती. कांग्रेस में कुछ ऐसे तत्व हैं जो अपने निजी फायदे के लिए पार्टी को नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसा 15-20 वर्षों से होता आ रहा है. पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल नेताओं को बख्शा नहीं जाना चाहिए.' बता दें कि उदित राज लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर पश्चिम दिल्ली संसदीय सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार थे. उन्हें बीजेपी के योगेंद्र चंदोलिया ने 3 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया था.
    दिल्ली में उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार उदित राज ने एक दिन पहले अपनी ही पार्टी और इंडिया ब्लॉक में उसकी सहयोगी आम आदमी पार्टी के खिलाफ निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि उनके चुनाव अभियान को आंतरिक रूप से नुकसान पहुंचाया गया. समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान उदित राज ने कहा था, 'बीजेपी के आंतरिक सर्वेक्षण में भी कहा गया कि उत्तर पश्चिम दिल्ली से मैं जीत रहा हूं. मेरी ही पार्टी के लोगों ने मुझे नुकसान पहुंचाया'.
    साभार आज तक

  • PM मोदी के दखल देते ही जंग में तैनात भारतीयों को भेजेंगे व्लादिमीर पुतिन

    नई दिल्ली। रूस ने यूक्रेन के खिलाफ जंग में तैनात भारतीयों को वापस भेजने का फैसला लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सामने यह मुद्दा उठाने के बाद पुतिन ने यह फैसला लिया है। यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध में अब तक कम से कम दो भारतीय मारे गए हैं। वहीं युद्ध क्षेत्र में फंसे दर्जनों लोगों का दावा है कि उन्हें धोखे से सेना में शामिल किया गया और मजबूरी में वह सीमा पर लड़ रहे हैं। एएनआई के हवाले से खबर मिली है कि दो दिवसीय यात्रा पर मास्को आए प्रधानमंत्री मोदी ने कल शाम पुतिन द्वारा आयोजित एक निजी डिनर के दौरान यह मुद्दा उठाया। सूत्रों के मुताबिक बताया कि रूस अपनी सेना में कार्यरत सभी भारतीयों को रिहा करने और उनकी वापसी में मदद करने पर सहमत हो गया है।
    सूत्रों ने बताया है कि प्राइवेट डिनर में पुतिन ने पीएम मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री चुने जाने पर बधाई दी और भारतीय अर्थव्यवस्था के बढ़ते स्तर के बारे में भी बात की। इसी दौरान पीएम ने रूसी सेना में शामिल भारतीयों का मुद्दा उठाया। ऐसा अनुमान है कि करीब दो दर्जन भारतीयों को यूक्रेन के खिलाफ जबरन सेना में भर्ती किया गया है और युद्ध लड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। कुछ ट्रैवल एजेंटों ने उन्हें अच्छे पैसों वाली नौकरी दिलाने के बहाने यूक्रेन भेज दिया था। इस साल की शुरुआत में एक वायरल वीडियो में इससे जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हुआ था। इस वीडियो में पंजाब और हरियाणा के लोगों का एक समूह दिखा था जो सेना की वर्दी पहने हुए थे। वह लोग दावा कर रहे थे कि उन्हें यूक्रेन में युद्ध लड़ने के लिए धोखा दिया गया था और वहां से वापसी के लिए मदद मांग रहे थे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पीएम मोदी आज से तीन दिवसीय दौरे पर रूस और ऑस्ट्रिया होंगेर वाना

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रिया के राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे होने के मौके पर इस मध्य यूरोपीय देश की यात्रा बड़े सम्मान की बात है। दोनों देश सहयोग बढ़ाने के नए रास्ते तलाशने पर चर्चा करेंगे। उन्होंने यह बात ऑस्ट्रियाई चांसलर कार्ल नेहमर की सोशल मीडिया पोस्ट के जवाब में कही। पीएम मोदी सोमवार को तीन दिवसीय दौरे पर रूस और ऑस्ट्रिया रवाना होंगे। इस दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी खासकर रक्षा और ऊर्जा क्षेत्र में व्यापार और बढ़ाने पर बात होगी।
    प्रधानमंत्री ने रविवार को ऑस्ट्रियाई चांसलर नेहमर की सोशल मीडिया पोस्ट के जवाब में उम्मीद जताई कि इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच संबंध प्रगाढ़ होंगे। पीएम ने अपनी पोस्ट में लिखा, मैं दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने और सहयोग के नए रास्ते तलाशने पर चर्चा की उम्मीद करता हूं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र, स्वतंत्रता और कानून के शासन के साझा मूल्य वह आधार हैं जिस पर दोनों देश साथ मिलकर एक निरंतर घनिष्ठ साझीदारी का निर्माण करेंगे।
    साभार अमर उजाला

  • रामनिवास रावत ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली

    भोपाल। कांग्रेस से भाजपा में आए रामनिवास रावत ने सोमवार सुबह कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। इससे डॉ. मोहन यादव सरकार में मुख्यमंत्री समेत 31 मंत्री हो गए हैं। राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने सोमवार सुबह नौ बजे रावत को मंत्री पद की शपथ दिलाई। राजभवन में हुए इस संक्षिप्त कार्यक्रम में मुख्यमंत्री समेत राज्य के कई मंत्री मौजूद रहे। 
    कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष न बनाए जाने से नाराज चल रहे श्योपुर जिले की विजयपुर सीट से विधायक रामनिवास रावत ने लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा में आमद दी थी। इससे ग्वालियर-चंबल अंचल में भाजपा की स्थिति मजबूत हुई है। फिलहाल रावत ने कांग्रेस विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है। मंत्री बनने के बाद उनका इस्तीफा तय है। इस्तीफा देने के बाद रावत को छह महीने के भीतर विधायक बनना होगा वरना उनका मंत्री पद स्वतः ही खत्म हो जाएगा। कैबिनेट विस्तार के बाद मध्य प्रदेश में कुल मंत्रियों की संख्या 31 हो गई है। 
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मंत्रिमंडल में एक नए सदस्य का आगमन हुआ है। कैबिनेट मंत्री के नाते रामनिवास रावत के अनुभव का लाभ मिलेगा। उनके अनुभव का सरकार और क्षेत्र की जनता को लाभ मिलेगा। पिछड़े और विकास की संभावनाओं वाले क्षेत्र से प्रतिनिधित्व मिल रहा है। 
    रावत को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली तो उनकी जुबान फिसल गई। उन्होंने राज्य के मंत्री के बजाय कह दिया कि - "मैं मध्य प्रदेश के राज्यमंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक और शुद्ध अंतःकरण से निर्वहन करूंगा।" इससे गफलत हुई कि वह राज्यमंत्री बनाए गए हैं। हालांकि, बाद में स्पष्ट हुआ कि वे कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। उन्हें दोबारा शपथ लेनी पड़ी। 
    साभार अमर उजाला

  • ईरान की सत्ता में बड़ा उलटफेर, मसूद पेजेशकियान जीते, होंगे 9वें राष्ट्रपति

    तेहरान। ईरान में राष्ट्रपति पद के चुनाव के बाद सत्ता में बड़ा उलटफेर हो गया है। पिछले सप्ताह हुए मतदान में शीर्ष स्थान पर रहे दो उम्मीदवारों के बीच सीधे मुकाबले में सुधारवादी नेता मसूद पेजेशकियान ने कट्टपंथी सईद जलीली को हराकर जीत हासिल कर ली। ईरान में पिछले महीने एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मृत्यु हो जाने के बाद, शुक्रवार को पेजेशकियान और जलीली के बीच सीधे मुकाबले के तहत मतदान हुआ था। पेजेशकियन एक करोड़ 63 लाख मतों के साथ विजयी घोषित किए गए जबकि जलीली को एक करोड़ 35 लाख वोट मिले।
    इससे पहले 28 जून को मतदान के शुरुआती दौर में किसी भी उम्मीदवार को 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट नहीं मिले थे जिसके कारण शीर्ष दो उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला हुआ। पेजेशकियन की बढ़त मजबूत होने के साथ ही उनके समर्थकों ने तेहरान और अन्य शहरों में सड़कों पर उतरकर जश्न मनाना शुरू कर दिया था।
    ये चुनाव ऐसे समय में हुए हैं, जब इजराइल-हमास के बीच जारी युद्ध को लेकर पश्चिम एशिया में व्यापक स्तर पर तनाव है और ईरान पिछले कई वर्षों से आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। मसूद पेजेशकियन का झुकाव पूर्व राष्ट्रपति हसन रूहानी की ओर है, जिनके शासन के तहत तेहरान ने विश्व शक्तियों के साथ 2015 का ऐतिहासिक परमाणु समझौता किया था। हालांकि, यह परमाणु समझौता रद्द हो गया था और कट्टरपंथी नेता दोबारा सत्ता पर काबिज हो गए थे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांवड़ यात्रा से पहले बोले यूपी के मंत्री कपिल देव,  'दुकानों का नाम हिन्दू देवी-देवता पर न रखें मुस्लिम दुकानदार'

    मुजफ्फरनगर. सावन के महीने में होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. इस यात्रा को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन लगातार तैयारियों में जुटे हुए हैं. कांवड़ यात्रा से पहले उत्तर प्रदेश के मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने मुजफ्फरनगर में कांवड़ शिविर संचालकों के साथ बैठक की.  इस बैठक के बाद कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि कांवड़ मेले में जो मुस्लिम लोग हिंदू देवी देवताओं के नाम पर अपनी दुकान चलाते हैं वो ऐसा ना करें.
    कपिल देव अग्रवाल ने कहा, 'कांवड़ मेले में मुस्लिम लोग हिंदू देवी देवताओं के नाम पर अपनी दुकान चलाते हैं. वह अपनी दुकान चलाएं हमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन वह हिंदू देवी देवताओं के नाम पर दुकान का नाम ना रखें क्योंकि बाहर से आने वाले कावड़िये वहां पर बैठकर चाय पानी पीते हैं और जब उन्हें पता चलता है तो उसमें विवाद का कारण बनता है. इसलिए इस मामले में पारदर्शिता होनी जरूरी है. जिससे बाद में कोई विवाद का कारण ना बन सके.'
    साभार आज तक

  • हाथरस कांड के बाद पहली बार मीडिया के सामने बोले 'साकार हरि' सूरजपाल- हमें विश्वास है जो भी उपद्रवकारी हैं वो बख्शे नहीं जाएंगे

    नई दिल्ली. हाथरस में 121 लोगों की मौत के बाद से फरार चल रहे सूरज पाल उर्फ भोले बाबा उर्फ नारायण साकार विश्व हरि ने पहली बार मीडिया के सामने आकर बयान दिया है. उसने कहा है कि हम दो जुलाई की घटना के बाद बहुत व्यथित हैं. बाबा ने कहा,  'प्रभु हमें दुख की घड़ी से उबरने की शक्ति दें. सभी शासन प्रशासन पर भरोसा बनाए रखें. हमें विश्वास है जो भी उपद्रवकारी हैं वो बख्शे नहीं जाएंगे. '
    सूरज पाल अपने बयान में आगे कहता है, 'हमने अपने वकील डॉक्टर एपी सिंह के माध्यम से कमेटी के महापुरुषों से यह प्रार्थना की है कि दिवंगत आत्माओं के परिजनों एवं  ईलाजरत घायलों के साथ जीवन पर्यन्त तन, मन और धन से खड़ा रहने का आग्रह किया है. जिसको सभी ने माना भी है और सभी इस जिम्मेदारी को निभा भी रहे हैं.सभी महामन का सहारा ना छोड़ें. वर्तमान समय में वहीं माध्यम हैं. सभी को सदमति और सदबुद्धि प्राप्त होने की इच्छा रखते हैं. नारायण साकार हरि की संपूर्ण ब्राह्मंड में सदा-सदा के लिए जय-जयकार.'
    हाथरस में बीते मंगलवार को हुए भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी. पुलिस प्रवचनकर्ता बाबा सूरजपाल के सेवादारों और सत्संग के आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच-पड़ताल कर रही है. 6 लोग पहले ही पकड़े जा चुके हैं, अभी तक मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर जो फरार था, उसे शुक्रवार शाम को गिरफ्तार किया गया है.
    साभार आज तक

  • राष्ट्रपति पद की दावेदार बन सकती हैं कमला हैरिस

    वॉशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव नजदीक आ रहे हैं और डेमोक्रेट पार्टी एक अलग समस्या से जूझ रही है। दरअसल जो बाइडन की राष्ट्रपति पद की दावेदारी पर सवाल खड़े हो रहे हैं और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डेमोक्रेट पार्टी अब उम्मीदवारी के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की तरफ देख रही है। डेमोक्रेट पार्टी के कई नेता, दानदाता और पार्टी कार्यकर्ता मानते हैं कि जो बाइडन, ट्रंप के सामने कमजोर रह सकते हैं, यही वजह है कि अब जो बाइडन की जगह कमला हैरिस को उम्मीदवार बनाने पर विचार किया जा रहा है। 
    बीते दिनों अटलांटा में हुई राष्ट्रपति पद की पहली बहस में जो बाइडन, डोनाल्ड ट्रंप के सामने कमजोर साबित हुए थे। बहस के दौरान कई बार बाइडन की जुबान लड़खड़ाई और जिस तरह से उन्होंने जवाब दिए, उसके बाद से उनकी बढ़ती उम्र की चर्चा फिर से तेज हो गई थी। हालांकि बाइडन अपनी उम्मीदवारी छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो डेमोक्रेट पार्टी के भीतर एक वर्ग कमला हैरिस को जो बाइडन के संभावित विकल्प के रूप में देख रहा है। कमला हैरिस और उनकी प्रचार टीम अभी सार्वजनिक रूप से बाइडन का ही समर्थन कर रही है, लेकिन हाल के दिनों में उनके प्रचार अभियान में जो सूक्ष्म बदलाव आए हैं, उससे भी अटकलों को बल मिला है।
    साभार अमर उजाला

  • MP के सिहोरा भाजपा विधायक विधायक ने लोन लेकर खरीदी 50 लाख की जमीन, फिर अस्पताल के लिए कर दी दान

    सिहोरा, जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानने के बाद लोगों की अपने विधायकों व सांसदों से उम्मीदें काफी बढ़ जाएंगी। दरअसल यहां के एक विधायक से जब इलाके के गरीबों की दुख-तकलीफें नहीं देखी गईं तो उन्होंने खुद लोन लेकर जमीन खरीदी और फिर अस्पताल बनाने के लिए उसे दान भी दे दिया। खास बात यह है कि यह जमीन लाख-दो लाख रुपए की नहीं बल्कि पूरे 50 लाख रूपए की है, और विधायक इस रकम को अपने वेतन से चुकाने की बात कह रहे हैं। 
    इस कारनामे को करने वाले विधायक का नाम संतोष बरकड़े है,जो कि यहां कि सिहोरा विधानसभा सीट से भाजपा विधायक हैं। इस मामले में जानकारी देते हुए बरकड़े ने बताया कि कुण्डम इलाका मुख्यतः आदिवासी इलाका है, जिसकी आबादी करीब 60 हजार है। इनमें भी ज्यादातर लोग गरीब हैं, ऐसे में यहां स्वास्थ्य केंद्र नहीं होने से इन लोगों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। किसी भी तरह की बीमारी होने पर जबलपुर भागना पड़ता था, ऐसे में समय पर इलाज नहीं मिलने के चलते कई बार तो लोगों की जान भी खतरे में पड़ जाती थी। खासकर गर्भवती महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी होती थी। 
    आगे उन्होंने बताया, 'जब मैं विधायक बना तो मुझे पता चला कि इलाके में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने के लिए राशि स्वीकृत हो चुकी है, लेकिन इलाके में ज्यादातर जमीन निजी होने के चलते अस्पताल बनाने के लिए सरकारी जमीन नहीं मिल पा रही है, ऐसे में मुझे इस राशि के लैप्स होने का डर सताया। यदि एक बार पैसा वापस लौट जाता तो दोबारा स्वीकृत कराने में बहुत सी मुश्किलें आती। जिसके चलते मैंने अपने करीबियों से सलाह लेकर इस समस्या के समाधान के बारे में सोचा और आखिरकार एक एकड़ जमीन खरीदकर अस्पताल के लिए दे दी।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्यप्रदेश पुलिस 24 बम-शूट खरीदेगा, 10 किलोग्राम आरडीएक्स डिफ्यूज करने में होगा सक्षम

    भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस अपने सुरक्षा दस्ते को और मजबूत करने जा रही है। वर्ष 2028 में सिंहस्थ में होने वाले कुंभ की तैयारी शुरू हो चुकी है। उज्जैन की सड़कों को चौड़ी करने और संवारने के लिए प्रदेश सरकार ने इस वर्ष के बजट में 500 करोड़ का प्रावधान किया है। वहीं सुरक्षा चाकचौबंद रखने के लिए दो दर्जन बम-शूट पुलिस मुख्यालय खरीद रहा है। एक बम-शूट की वर्तमान कीमत करीब 18 लाख बताई जा रही है।
    खरीदी का आर्डर देने से पहले शुक्रवार को भोपाल स्थित मध्यप्रदेश पुलिस मुख्यालय में इंटेलीजेंस यूनिट ने बम शूट को पहनाकर बम डिस्पोजल दस्ते से ट्रायल किया है। आने वाले महीनों में सभी दो दर्जन बम-शूट पुलिस मुख्यालय को डिलीवर कर दिए जाएंगे। पुलिस मुख्यालय की इंटेलीजेंस यूनिट वर्ष 2016 में उज्जैन में हुए सिंहस्थ के लिए 17 बम शूट खरीदे थे। उनके अलावा दो दर्जन फिर से खरीदे जा रहे हैं। पुलिस मुख्यालय ने बूम-शूट बनाने वाली कंपनियों से ट्रायल करने के बाद खरीदी को अंतिम रूप देने जा रहा है। जिस कंपनी से पुलिस मुख्यालय खरीदी करने जा रहा है, वह सेनाओं और अर्धसैनिक बलों के बम डिस्पोजल दस्ते को बम-शूट की सप्लाई कर चुकी है।
    पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, देश के प्रधानमंत्री और अति वीवीआईपी की सुरक्षा में तैनात एनएसजी कमांडो यही बम-शूट पहनते हैं, जिसकी खरीदी पुलिस मुख्यालय करने जा रहा है। करीब 50 किलोग्राम वजनी बम-शूट में जहरीली गैस रोकने से लेकर हर उच्च तकनीक से लैस है। बम-शूट में हेलमेट के ऊपर पंखा, कैमरा, ऑक्सीजन, पाईप लगी है। यह बम-शूट पुलिस के वॉकी-टॉकी से भी कनेक्ट रहेगा, जिससे बिना हाथ का इस्तेमाल किए बम-शूट पहनने वाले सुरक्षा दस्ते पुलिस अधिकारियों से संपर्क में रहें।
    पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस मुख्यालय जिस बम-शूट की खरीदी करने जा रहा है, वह लगभग 5 से 10 किलोग्राम आरडीएम्स को डिफ्यूट करने की दृष्टि से बनाया गया है। इस बम-शूट को पहनकर सुरक्षा बल पांच से दस किलोग्राम आरडीएक्स को डिफ्यूज कर सकते हैं।
    साभार अमर उजाला

  • हाथरस की भगदड़ में जान गंवाने वाले पीड़ितों के घर पहुंचे राहुल गांधी, बोले- दिल खोलकर मुआवजा दे सरकार

    अलीगढ़। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी शुक्रवार को हाथरस की भगदड़ में जान गंवाने वाले पीड़ितों के घर पहुंचे। यहां उन्होंने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। दिल्ली से सड़क मार्ग द्वारा राहुल गांधी सुबह-सुबह अलीगढ़ के पिलखना पहुंचे। यहां वह हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों से मिले। इसके बाद वह हाथरस में नवीपुर खुर्द, विभव नगर स्थित ग्रीन पार्क पहुंचेंगे, जहां वह आशा देवी, मुन्नी देवी आ ओमवती के परिवार वालों से मिले।
    दुर्घटना के शोक संतप्त परिवारों से मिलने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, 'यह दुखद हादसा है। बहुत परिवारों को नुकसान हुआ है। काफी लोगों की मृत्यु हुई है। प्रशासन की कमी तो है और भी गलतियां हुई हैं। पीड़ित परिवारों को सही मुआवजा मिलना चाहिए। मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से विनती करता हूं कि दिल खोलकर मुआवजा दें। मुआवजा जल्दी से जल्दी देना चाहिए। परिवारवालों से मेरी बातचीत हुई है।
    साभार अमर उजाला

  • कीर स्टार्मर संभालेंगे यूके की कमान

    लंदन। लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ने शुक्रवार सुबह यूनाइटेड किंगडम के आम चुनाव में पार्टी की जीत के बाद एक जोरदार भाषण दिया। उन्होंने एलान किया की देश को 14 वर्षों के बाद अपना भविष्य वापस मिल गया है।
    इससे पहले, सुबह-सुबह स्टार्मर ने अपनी पारंपरिक होलबोर्न सीट से और सेंट पैनक्रास सीट से जीत हासिल की। वहीं कंजर्वेटिव पार्टी में न्याय मंत्री रहे एलेक्स चाक को हार का सामना करना पड़ा है। इसी जीत के साथ स्टार्मर प्रधानमंत्री की कुर्सी यानी भारतीय मूल के ऋषि सुनक की जगह लेने को तैयार हैं। 
    होलबोर्न और सेंट पैनक्रास से सुबह-सुबह 18,884 वोटों के साथ स्टार्मर ने जीत हासिल की है। उन्होंने जीतने के बाद निर्वाचन क्षेत्र के हर व्यक्ति की सेवा करने का संकल्प लिया है। 
    एग्जिट पोल्स में लेबर पार्टी को ऐतिहासिक जीत मिलने का अनुमान जताया गया था। वहीं, सुनक के नेतृत्व वाली कंजरवेटिव पार्टी को करारी हार मिलने का अनुमान जताया गया था। बता दें कि एग्जिट पोल्स में लेबर पार्टी को 410, कंजर्वेटिव पार्टी को 131, लिबरल डेमोक्रेट्स को 61, रिफॉर्म यूके पार्टी को 13, सिन-फिन पार्टी को 10 और अन्य को 25 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।
    वहीं, एग्जिट पोल्स के बाद लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ने कहा कि 'लोकतंत्र का दिल मतदाताओं में धड़कता है। ब्रिटेन के लोग दिखावे की राजनीति को खत्म कर परिवर्तन के लिए तैयार हैं।'
    लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारर ने शुक्रवार को मतदाताओं का शुक्रिया अदा किया और कहा कि देश के लोग बदलाव के लिए और प्रदर्शन की राजनीति को खत्म करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि होलबोर्न और सेंट पैनक्रास से फिर चुना जाना सौभाग्य की बात है। आपने हमारे लिए वोट किया। अब हमारा काम करने का समय है। 
    उन्होंने कहा, 'मैं आपके लिए बोलूंगा, आपकी पीठ थपथपाऊंगा, हर एक दिन लड़ूंगा। लोग बदलाव के लिए और प्रदर्शन की राजनीति को समाप्त करने के लिए तैयार हैं।'
    साभार अमर उजाला

  • केजरीवाल ने राहत की मांग करते हुए कहा- मैं आतंकवादी नहीं हू, CBI से मांगा गया जवाब

    नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत याचिका पर हाई कोर्ट ने सीबीआई को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा है। कथित शराब घोटाले से जुड़े केस में गिरफ्तार किए गए केजरीवाल की याचिका पर अब 17 जुलाई को सुनवाई होगी। गुरुवार को केजरीवाल की याचिका पर संक्षिप्त सुनवाई हुई। इस दौरान केजरीवाल ने अपने लिए राहत की मांग करते हुए यह भी कहा कि वह कोई आतंकवादी नहीं हैं।
    अरविंद केजरीवाल ने सीबीआई गिरफ्तारी और रिमांड को भी इसी अदालत में चुनौती दी है। कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार किए गए आम आदमी पार्टी के प्रमुख को ईडी केस में निचली अदालत से जमानत मिल गई थी, लेकिन हाई कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी। इसके बाद उन्हें सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया था। केजरीवाल ने बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
    जस्टिस नीना बंसल कृष्णा की बेंच के सामने केजरीवाल की ओर से वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी और विक्रम चौधरी ने दलीलें रखीं। सिंघवी ने कहा, 'मुझे ईडी केस में ट्रायल कोर्ट से बेल मिल गई और इसके बाद ही मुझे गिरफ्तार कर लिया गया। मैं कोई घोषित अपराधी या आतंकवादी नहीं। मैं कुछ अंतरिम राहत मांग रहा हूं।' सीबीआई के वकील एडवोकेट डीपी सिंह ने जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा, 'उन्होंने गिरफ्तारी को चुनौती दी है यह पहले से पेंडिंग है। जमानत के लिए पहली अदालत ट्रायल कोर्ट होनी चाहिए।'
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  • ओलंपिक खेलने जा रहे खिलाड़ियों से PM मोदी ने की बात

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई महीने के अंतिम सप्ताह में आरंभ हो पेरिस ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ी के उत्कृष्ट प्रदर्शन की उम्मीद जताते हुए भारतीय दल को शुभकामनाएं दीं और देशवासियों से खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने का आग्रह किया.
    वहीं पीएम मोदी के एक्स अकाउंट से एक वीड‍ियो भी शेयर किया गया. पीएम मोदी ने इस दौरान सभी ख‍िलाड़‍ियों से उनके अनुभव जाने. इस दौरान कई ख‍िलाड़ी ऑनलाइन भी जुड़े, इनमें नीरज चोपड़ा के अलावा पीवी स‍िंंधु, न‍िकहत जरीन जैसी धाकड़ प्लेयर्स भी रहीं. वहीं मनु भाकर से भी पीएम मोदी ने उनकी तैयार‍ियों का अनुभव जाना.
    पीएम मोदी ने इस दौरान नीरज चोपड़ा से एक खास चीज की मांग की. पीएम मोदी ने कहा, 'तेरा चूरमा अभी तक आया नहीं. इस पर नीरज ने कहा, 'चूरमा लेकर आएंगे. पिछली बार चीनी वाला चूरमा था हरियाणा वाला... देसी घी और गुड़ का. इस पर मोदी ने कहा, मुझे तेरी मां के हाथ का चूरमा खाना है.'
    उन्होंने कहा, ‘इसके बाद से ही हमारे खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक की तैयारियों में जी-जान से जुटे हुए हैं. सभी खिलाड़ियों को मिला दें तो इन सबने करीब 900 अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में हिस्सा लिया है. ये काफी बड़ी संख्या है.’
    पीएम मोदी ने ख‍िलाड़‍ियों से मुलाकात का वीडियो शेयर किया. पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा- पेरिस ओलंपिक के लिए रवाना होने वाले हमारे दल से बातचीत की. मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे एथलीट अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे और भारत को गौरवान्वित करेंगे. उनकी जर्नी और सफलता 140 करोड़ भारतीयों को उम्मीद देती है. 
    पीएम ने मोदी ने कहा, ‘अगले महीने इस समय तक पेरिस ओलंपिक शुरू हो चुके होंगे. मुझे विश्वास है कि आप सब भी ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने का इंतजार कर रहे होंगे. मैं भारतीय दल को ओलंपिक खेलों की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं.’ टोक्यो ओलंपिक की यादें ताजा करते हुए उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने हर भारतीय का दिल जीत लिया था.
    साभार आज तक

  • नगरीय प्रशासन मंत्री विजयवर्गीय ने कहा-   प्रदेश में ग्रीन बेल्ट और सरकारी जमीनों पर बनी अवैध कॉलोनियां वैध नहीं होंगी

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन की कार्रवाई शुरू होते ही एक बार फिर सदन में नर्सिंग घोटाले के मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने सरकार को घेरा। विपक्ष ने नर्सिंग घोटाले पर विशेषाधिकार नियम के तहत चर्चा की मांग की। इधर, सहकारिता और खेल व युवा मामलों के मंत्री विश्वास सारंग में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कई नर्सिंग कॉलेज को परमिशन कांग्रेस के शासनकाल में दी गई। सदन में भाजपा विधायक हरदीप सिंह डंग के अवैध कॉलोनियों को लेकर किए सवाल पर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने साफ कहा कि प्रदेश में ग्रीन बेल्ट और सरकारी जमीनों पर बनी अवैध कॉलोनियां वैध नहीं होंगी। 
    विजयवर्गीय ने डंग के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अवैध कॉलोनियों की समस्या के पीछे काम चल रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देश हैं, हम कार्रवाई कर रहे हैं। अवैध कॉलोनी प्रदेश में नहीं बने, इस पर हम कड़े नियम बना रहे हैं। आगामी सदन में विधेयक प्रस्तुत करेंगे। विजयवर्गीय ने कहा कि ग्रीन बेल्ट, सरकारी जमीन पर बनी अवैध कॉलोनी वैध नहीं होंगी। इनसे हटकर जो दूसरी कॉलोनियां हैं, वहां अधोसंरचना संबंधी काम होंगे। कांग्रेस विधायक दिनेश जैन बोले- अवैध कॉलोनियां धड़ल्ले से कट रही हैं। मेरी विधानसभा में अभी भी 20 से 25 कॉलोनियां काटी जा रही हैं।
    साभार अमर उजाला

  • किरोड़ीलाल मीणा ने राजस्थान के मंत्री पद से दिया इस्तीफा

    जयपुर. राजस्थान सरकार में कृषि और ग्रामीण मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. किरोड़ीलाल मीणा ने करीब 10 दिन पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इस्तीफा सौंपा है अब उसका सार्वजनिक रूप से ऐलान किया है.
    दरअसल कांग्रेसी नेता लगातार उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. क्योंकि चुनाव के समय किरोड़ीलाल मीणा ने कहा था कि अगर पूर्वी राजस्थान की 7 सीटों में से बीजेपी (BJP) एक भी हारती है तो वह इस्तीफा दे देंगे. दौसा सीट पर भी बीजेपी हार गई थी. इन सात सीटों में से बीजेपी 4 सीटें हार गई जिनमें दौसा, करौली-धौलपुर, टोंक-सवाई माधोपुर और भरतपुर सीट शामिल है.
    साभार आज तक

  • बिहार में 16 दिन में 10 पुल धड़ाम

    पटना। बिहार में बुधवार को कम से कम तीन और पुल ढह गए। अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 15 दिनों में बारिश से प्रभावित राज्य में पुल ढहने की ये नौवीं घटना है।अधिकारियों ने बताया कि सारण और सिवान जिलों में ढहे तीन ढांचों में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि ये पुल 30 से 80 साल पहले बनाए गए थे। वहीं 16 वें दिन गुरुवार 04 जुलाई को सारण के बनियापुर प्रखंड क्षेत्र के सरेया पंचायत में बना एक पुल टूट गया। इस तरह से 16 दिन में कुल 10 पुल ढह चुके हैं। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने हालांकि, आरोप लगाया कि एक ही दिन में चार पुल ढह गए और मुख्यमंत्री व उनके उपमुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं।
    मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सड़क निर्माण विभाग (आरसीडी) व ग्रामीण कार्य विभाग (आरडब्ल्यूडी) को राज्य के सभी पुराने पुलों का तुरंत सर्वेक्षण करने और उन पुलों की पहचान करने का निर्देश दिया, जिनकी तत्काल मरम्मत की आवश्यकता है। डब्ल्यूआरडी के अतिरिक्त मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने एक बयान में बताया, ‘बुधवार को सिवान और सारण में ढहे पुलों/पथों के कुछ हिस्से बहुत पुराने थे। ऐसा लगता है कि इन संरचनाओं का निर्माण आवश्यक मापदंडों का पालन करते हुए नहीं किया गया। ऐसा प्रतीत होता है कि नींव पर्याप्त गहरी नहीं थी, जिस कारण बाढ़ के दौरान ये संरचनाएं क्षतिग्रस्त हो गईं।’
    साभार नवभारत टाइम्स 

  • न्यूयॉर्क में ‘भारत दिवस’ के मौके पर अमेरिका में भी देखने को मिलेगी राम मंदिर की झलक

    न्यूयार्क। राम मंदिर की झलक अमेरिका में भी देखने को मिलेगी।  न्यूयॉर्क में ‘भारत दिवस’ के मौके पर 18 अगस्त को होने वाली परेड में राम मंदिर की प्रतिकृति प्रदर्शित की जाएगी। इस आयोजन में न्यूयॉर्क और उसके आसपास से हजारों भारतीय अमेरिकी शामिल होंगे। विश्व हिन्दू परिषद अमेरिका (विहिप) के महासचिव अमिताभ मित्तल के अनुसाऱ मंदिर की प्रतिकृति 18 फुट लंबी, नौ फुट चौड़ी और आठ फुट ऊंची होगी। यह पहली बार होगा जब राम मंदिर की प्रतिकृति अमेरिका में प्रदर्शित की जाएगी।
    न्यूयॉर्क में हर वर्ष ‘भारत दिवस’ पर होने वाली यह परेड भारत के बाहर स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर सबसे बड़ा आयोजन है। यह परेड हर साल मिडटाउन न्यूयॉर्क में ‘ईस्ट 38 स्ट्रीट’ से ‘ईस्ट 27 स्ट्रीट’ तक निकाली जाती है जिसे 1,50,000 से अधिक लोग देखने आते हैं।
    ‘फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशन’ (एफआईए) द्वारा आयोजित की जाने वाली इस परेड में विभिन्न भारतीय अमेरिकी समुदायों और उनकी संस्कृति की विविधता का प्रतिनिधित्व करने वाली ढेर सारी झांकियां न्यूयॉर्क की सड़कों पर देखने को मिलेंगी।
    विहिप-अमेरिका ने हाल में राम मंदिर रथ यात्रा का आयोजन किया था जिसने 60 दिन में 48 राज्यों के 851 मंदिरों को कवर किया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अहमदाबाद में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस दफ्तर में घुसकर राहुल के पोस्टर पर पोती कालिख

    अहमदाबाद. संसद में 'हिंदू' पर दिए राहुल गांधी के बयान का कई जगह विरोध हो रहा है. इस बीच गुजरात के अहमदाबाद में भी ऐसा ही एक विरोध देखने को मिला है, जहां कांग्रेस कार्यालय में घुसे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के पोस्टर पर कालिख पोत दी.
    राहुल के पोस्टर पर कालिख पोतने के लिए बजरंग दल के कार्यकर्ता सुबह 4 बजे गुजरात के अहमदाबाद में स्थित कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने राहुल गांधी की तस्वीर वाले कई पोस्टर्स पर कालिख पोती.
    घटना का वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में दिखाई दे रहा है कि बजरंग दल के कई कार्यकर्ता सुबह-सुबह अंधेरे में ही कांग्रेस कार्यालय में प्रवेश कर रहे हैं. कांग्रेस दफ्तर में दाखिल होने वाले कार्यकर्ताओं के हाथ में कई पोस्टर और ब्लैक स्प्रे पेंट भी है. 
    वीडियो में नजर आ रहे बजरंग दल के कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय का गेट फांदकर सीधे कार्यालय के अंदर दाखिल हो जाते हैं. इसके बाद सभी कार्यालय में लगे राहुल गांधी के पोस्टर के चेहरे पर कालिख पोतने लगते हैं. इस दौरान कुछ कार्यकर्ता कार्यालय के सामने सड़क पर लगे पोस्टर पर भी कालिख पोत देते हैं. 
    साभार आज तक

  • आज से तीन नए आपराधिक कानून हो गए लागू

    नई दिल्ली। आज से यानी 1 जुलाई से तीन नए आपराधिक कानून लागू हो गए हैं। अब आईपीसी की जगह भारतीय न्याय संहिता (BNS), सीआरपीसी की जगह भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) इंडियन एविडेंस ऐक्ट की जगह भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) लागू हो गया है। पिछले साल ही संसद में इन तीनों कानून बन गए थे। अब नए कानूनों के लागू होने के साथ ही औपनिवेशिक काल के कानूनों का अंत हो गया है। 
    जोड़ी गई आतंकवाद की धारा
    कई ऐसे अपराध थे जिन्हें आईपीसी में पारिभाषित नहीं किया गया था। इसमें यह नहीं बताया गया था कि कौन से अपराध आतंकवाद की श्रेणी में आएंगे। नए कानून में भारत की एकता, अखंडता, संप्रभुता, सुरक्षा और आर्थिक सुरक्षा को खतरा पैदा करने को आतंकवाद की श्रेणी में रखा गया है। भारतीय न्याय संहिता की धारा 113 में इसका वर्णन किया गया है। इसमें भारतीय मुद्रा की तस्करी भी शामिल होगी। आतंकवादी गतिविधियों के लिए उम्रकैद या फिर मौत की सजा भी हो सकती है। 
    कानून के मुताबिक आतंकी साजिश रचने के लिए पांच साल से लेकर उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान है। इसके अलावा आतंकी संगठन से जुड़ने पर उम्रकैद और जुर्माने का प्रावधान है। आतंकियों को छिपाने पर तीन साल से लेकर उम्रकैद की सजा हो सकती है। इसके अलावा जुर्माना भी लगाया जा सकता है। 
    खत्म हो गया राजद्रोह का अपराध
    भारतीय न्याय संहिता में राजद्रोह को समाप्त कर दिया गया है। वहीं भारत की एकता और अखंडता को खतरा पहुंचाने वाले कृत्यों को देशद्रोह में शामिल किया गया है। इसके लिए बीएनएस की धारा 152 लगाई जाएगी। वहीं आईपीसी में मॉब लिंचिंग का भी जिक्र नहीं था। अब इस अपराध के लिए उम्रकैद से लेकर मौत तक की सजा हो सकती है। इसे बीएनएस की धारा 103 (2) में शामिल किया गया है। 
    आइए जानते हैं कि बीएनएस में आईपीसी की कौन सी धाराएं बदल गई हैं। 
    हत्या के लिए आईपीसी में धारा 302 थी जो कि बीएनएस में धारा 101 हो गई है। हत्या का प्रयास का मुकदमा जो धारा 307 के तहत दर्ज होता था, अब धारा 109 के तहत दर्ज होगा। गैर इरादतन हत्या के लिसए धारा 105 लागू होगी जो कि आईपीसी में धारा 304 थी। दहेज हत्या से जुड़ी धारा 80 होगी जो कि आईपीसी में धारा 304बी थी। चोरी के लिए अब धारा 303 में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। आईपीसी के तहत धारा 379 में चोरी का मुकदमा दर्ज होता था। 
    अब नहीं होगी धारा 420
    इसी तरह रेप की धारा 376 से बदलकर अब  64 हो गई है। छेड़छाड़ का मुकदमा धारा 74 के तहत दर्ज होगा। धोखाधड़ी का केस धारा 420 की जगह अब 318 के तहत दर्ज होगा। लापरवाही से मौत का मामला धारा 106 के अंतरगत आएगा जो कि पहले 304ए में आता था। आपराधिक षड्यंत्र के लिए धारा 120बी की जगह धारा 61 लागू होगी। मानहानि के लिए धारा 499, 500 की जगह अब 356 लागू होगी। लूट और डकैती के लिए क्रमशः धारा 309 और धारा 310 होगी। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्यप्रदेश और राजस्थान में ऐतिहासिक समझौता, 72 हजार करोड़ रुपये की पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना पर मुहर

    भोपाल। मध्य प्रदेश और राजस्थान सरकारों ने रविवार को एक ऐतिहासिक समझौते पर दस्तखत किए। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और मध्य प्रदेश के उनके समकक्ष मोहन यादव की मौजूदगी में भोपाल में 72 हजार करोड़ रुपये की पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना के लिए समझौते पर मुहर लगी। इस लिंक परियोजना का मकसद पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों, मध्य प्रदेश के मालवा और चंबल क्षेत्रों में पानी उपलब्ध कराना है। 
    परियोजना से दोनों राज्यों में 2.8 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस परियोजना से चंबल बेसिन के जल संसाधनों का किफायती उपयोग में मदद मिलेगी। एमओयू पर हस्ताक्षर करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश और राजस्थान के लिए इन नदियों के पानी का उपयोग करने का एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। इस समझौते से एमपी के मुरैना, ग्वालियर, श्योपुर और राजगढ़ समेत 13 जिलों में पेयजल और सिंचाई सुविधाओं का विस्तार हो सकेगा। 
    सीएम मोहन यादव ने कहा कि यह 72 हजार करोड़ रुपये की परियोजना है। आज मध्य प्रदेश के लिए ऐतिहासिक दिन है। राज्यों के हित होते हैं, लेकिन देश हित से बड़ा कोई हित नहीं हो सकता है। प्रधानमंत्री मोदी की मूल भावना यही है कि राज्य अपनी समस्याओं का हल निकालें। खासतौर पर जल के बंटवारे के मामलों को सुलझाएं। यह समझौता पीएम मोदी की भावना के अनुरूप हुआ है। दोनों राज्यों के बीच पर्यटन के क्षेत्र में भी विकास की बड़ी संभावनाएं हैं। चंबल, श्योपुर और रणथंभोर में पर्यटन की संभावना अधिक है।
    सीएम मोहन यादव ने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने से दोनों ही राज्यों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। खनिज सम्पदा के लिए भी हम एक-दूसरे के साथ खड़े रहेंगे। आयुष्मान भारत योजना में भी एक दूसरे का सहयोग करेंगे। वन्य जीवों की सुरक्षा दोनों राज्य मिलकर करेंगे। वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि हमारी साझा नीति दोनों प्रदेशों को आगे बढ़ाने की है। इस परियोजना के पूरा होने से दोनों प्रदेशों की उन्नति होगी। राज्य और केंद्र मिलकर इस परियोजना को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। 
    राजस्थान और मध्य प्रदेश के बीच हुए समझौतों में पर्यटन क्षेत्रों का संयुक्त विकास, श्री कृष्ण पाथेय कृष्ण गमन पथ निर्माण, खाटू-श्याम जी, नाथद्वारा, उज्जैन, ओंकारेश्वर के मध्य वन्दे भारत ट्रेन/ इलेक्ट्रिक बस का संचालन शामिल हैं। कूनो से लगे राजस्थान के वन क्षेत्रों को मिलाकर एक संयुक्त बड़ा राष्ट्रीय पार्क बनाया जाए। बजरी का प्रयोग बंद कर स्टोन डस्ट और एम सैंड के उपयोग को बढ़ावा देने पर भी दोनों राज्य सहमत हुए हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आज से विधानसभा में मानसून सत्र की शुरुआत

    भोपाल। मध्य प्रदेश में आज से विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है, जिसमें तीन जुलाई को वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा मोहन सरकार के कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश करेंगे। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों ने इस बार सदन के लिए कई खास तैयारियां की हैं। कांग्रेस ने जहां कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की योजना बनाई है तो बीजेपी ने भी विपक्ष के आरोपों का जवाब देने के लिए रणनीति तैयार की है। सत्र की शुरुआत होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने विधानसभा पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया। इस बार पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ के विधायकों ने चार हजार से भी ज्यादा सवाल लगाए हैं। 
    बता दें कि बजट 3 जुलाई को पेश किया जाएगा। विधानसभा के पहले दिन दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। उधर विधानसभा का सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं। कांग्रेस नर्सिंग घोटाले, कानून व्यवस्था, बीजेपी के चुनावी वादों, गेहूं धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने जैसे मुद्दों को लेकर सत्ता पक्ष को घेरेगी। उधर सत्ता पक्ष के आरोपों का मजबूती से जवाब देने के लिए बीजेपी ने विधायक दल की बैठक बुलाई है। विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी सदन में मौजूद रहेंगे।
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने पीएम मोदी और 8 राज्य के मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, कहा- खत्म की जाए NEET की परीक्षा

    चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शुक्रवार को एक बार फिर केंद्र सरकार से राज्य को मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (NEET UG) से छूट देने और राष्ट्रीय स्तर पर इस परीक्षा को समाप्त करने  की मांग की है। तमिलनाडु को नीट से छूट देने के संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संबोधित एक पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए चयन प्रक्रिया केवल 12वीं कक्षा के अंकों के आधार पर होनी चाहिए न कि इसके लिए अलग से प्रवेश परीक्षा कराई जानी चाहिए क्योंकि इससे छात्रों पर अधिक तनाव पड़ता है।
    स्टालिन ने अपने पत्र में कहा, 'हमने तमिलनाडु में नीट परीक्षा न कराने और 12वीं कक्षा के अंकों के आधार पर मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश प्रदान करने के लिए अपनी विधानसभा में सर्वसम्मति से एक विधेयक पारित किया था। इसे राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा गया है, लेकिन अभी तक मंजूरी नहीं दी गई है।' उन्होंने कहा कि तमिलनाडु विधानसभा ने उपरोक्त बताई गई मांग के संबंध में आज विधानसभा में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है, जिसमें केंद्र सरकार से आग्रह किया गया कि वह तमिलनाडु को नीट से छूट देने के लिए विधेयक पर अपनी सहमति जताए और राष्ट्रीय स्तर पर इस चयन प्रक्रिया को खत्म करने के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम में संशोधन करे।
    इस बीच, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, केरल, पंजाब, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को लिखे अलग-अलग पत्रों में स्टालिन ने उनसे अनुरोध किया कि वे अपनी-अपनी विधानसभाओं में नीट परीक्षा को समाप्त करने के लिए इसी तरह का प्रस्ताव पारित करने पर विचार करें। उन्होंने लोकसभा के विपक्ष के नेता राहुल गांधी को भी पत्र लिखकर तमिलनाडु को नीट परीक्षा से छूट देने की मांग पर उनका समर्थन मांगा है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पश्चिम बंगाल में बीजेपी की महिला नेता को नग्न कर पीटा

    कोलकाता। पश्चिम बंगाल के कूच बिहार में एक 32 साल की महिला को निर्वस्त्र करके पिटाई करने के मामले में सियासी बवाल शुरू हो गया है। बीजेपी का दावा है कि पीड़िता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चे की उपाध्यक्ष है। बीजेपी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखकर कहा है कि राज्य में अपनी टीम भेजकर घटना की जांच करवाई जाए। वहीं टीएमसी ने बीजेपी पर संकीर्ण राजनीति करने का आरोप लगाया है। पुलिस का कहना है कि गलत जानकारी देकर मामले को सांप्रदायिक बनाने की कोशिश की जा रही है। जबकि यह एक पारिवारिक विवाद था। 
    पीड़िता के पिता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि लंबे समय से चले आ रहे पारिवारिक विवाद की वजह से पड़ोसियों ने उनकी बेटी पर हमला किया। पड़ोसी से लंबे समय से विवाद चल रहा था। पीड़िता के पिता ने शिकायत में कहा, उन लोगों ने मेरी बेटी को गाली देना शुरू किया। इसके बाद बाल पकड़कर घसीटा और निर्वस्त्र करके पिटाई की। इसके बाद उसे धमकी देकर सड़क पर छोड़ दिया। उन्होंने अपनी शिकायत में किसी राजनीतिक दल का नाम नहीं लिया है। हालांकि बाद में उन्होंने रिपोर्टर्स से कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता होने की वजह से उनकी बेटी पर हमला किया गया। 
    वहीं कूच बिहार के एमजेएन अस्पताल में पीड़िता ने बताया, टीएमसी की महिलाओं ने उन्हें नग्न कर दिया और पानी में डुबाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि अगर टीएमसी में नहीं शामिल हुई तो और ज्यादा प्रताड़ित किया जाएगा। जब मैं बेहोश हो गई तो मुझे छोड़ दिया गया। वे लोग 4 जून से ही मुझे टारगेट कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि तीन महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पीड़िता के जीजा को भी फोटोग्राफ लेने और अफवाह फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। 
    पुलिस ने कहा, गलत तरीके से प्रचारित किया जा रहा है कि महिला को निर्वस्त्र करके पीटा गया और इसके पीछे राजनीतिक मंसा थी। घटना का सांप्रदायिक और राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने कहा कि किसी विवाद की वजह से पहले भी पीड़िता और गांव के महिलाओं के बीच झगड़ा हुआ था। हाथापाई की वजह से पीड़िता के कपड़े फट गए थे। 
    साभार साभार हिन्दुस्तान

  • आज अमरवाड़ा में सिंगोड़ी और हर्रई में जनसभा को संबोधित करेंगे सीएम मोहन यादव

    छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज छिंदवाड़ा के दौरे पर रहेंगे। वे जिले की अमरवाड़ा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर चुनाव प्रचार करेंगे। सीएम यादव विधानसभा क्षेत्र के सिंगोड़ी और हर्रई में जनसभा को संबोधित कर भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह के लिए वोट मांगेंगे।  
    भाजपा जिलाध्यक्ष शेषराव यादव ने बताया मुख्यमंत्री मोहन यादव दोपहर 12 बजे सिंगोड़ी पहुंचेंगे और जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा के उपरांत वे समाज के प्रबुद्धजनों से मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव दोपहर 2 बजे हर्रई पहुंचेंगे और जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा के उपरांत मुख्यमंत्री डॉ यादव समाज के प्रबुद्धजनों से भेंट करेंगे। प्रबुद्धजनों से भेंट कर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भोपाल के लिए रवाना होंगे।
    साभार अमर उजाला

  • इजरायल अब लेबनान पर भी हमले को तैयार, सीमा पर सेना बढ़ी

    नई दिल्ली। इजरायल की ओर से गाजा पट्टी पर बीते 9 महीनों से लगातार हमले जारी हैं। खान यूनिस, राफा समेत कई शहर इजरायली हमलों से तबाह हो चुके हैं और करीब 10 लाख लोगों को पलायन करना पड़ा है। इसके बाद अब वह एक और मोर्चा खोलने की तैयारी में है। इजरायल ने लेबनान की सीमा पर अपने सैनिकों को तैनात कर दिया है और किसी भी समय हमले के लिए तैयार रहने को कहा है। गाजा पट्टी में हमास की ओर से जारी हमलों के बीच इजरायल पर हिजबुल्लाह ने भी आतंकी हमले किए थे। यह आतंकी संगठन लेबनान में सक्रिय है और उसे ईरान का समर्थन हासिल है। ऐसे में इजरायल ने अब लेबनान को ही निशाना बनाने का फैसला लिया है।
    इजरायल के इस ऐलान के साथ ही दुनिया भर के नेता सतर्क हो गए हैं। कई नेताओं ने बेंजामिन नेतन्याहू को चेताया है कि वह इससे बचें क्योंकि युद्ध बड़ा रूप ले सकता है। नेतन्याहू ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें वह इजरायली सुरक्षा बलों से कह रहे हैं कि हम जीत के लिए तैयार और प्रतिबद्ध हैं। हम इससे कम किसी चीज पर नहीं रुकेंगे। इजरायल के वरिष्ठ अधिकारियों ने लेबनान सीमा का दौरा किया है। लेबनान और इजरायल के बीच यह तनाव ऐसे वक्त में हुआ है, जब डिफेंस मिनिस्टर याओव गैलेंट 4 दिनों के वॉशिंगटन दौरे से निकले हैं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • नीट पेपर लीक मसले पर लोकसभा में हंगामा

    नई दिल्ली । संसद के दोनों सदनों में आज से राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होगी। लोकसभा में चर्चा की शुरूआत अनुराग ठाकुर और राज्यसभामें चर्चा की शुरूआत सुधांशु त्रिवेदी करेंगें। लोकसभा में अनुराग ठाकुर प्रस्ताव रखेंगे और बांसुरी स्वराज उसका समर्थन करेंगी। वहीं, राज्य सभा में सुधांशु त्रिवेदी चर्चा की शुरुआत करेंगे और कविता पाटीदार उसका समर्थन करेंगी। 
    राज्यसभा की कार्यवाही भी दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
    लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित हो गई है। दरअसल, जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, राहुल गांधी ने नीट मामले पर चर्चा की मांग की। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान आप इन मुद्दों को उठा सकते हैं। हालांकि, विपक्ष इस मांग पर अड़ा रहा कि सदन में पहले नीट पर चर्चा होनी चाहिए। मामला शांत न होता देख सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
    संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है।
    लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि कल सभी विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक हुई और उसमें सर्वसम्मति बनी कि आज हम NEET के मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं। यहां सदन में NEET पर चर्चा होनी चाहिए। मैं प्रधानमंत्री जी से अनुरोध करता हूं कि ये युवाओं का मुद्दा है और इस पर सही तरीके से चर्चा होनी चाहिए और ये सम्मानजनक चर्चा होनी चाहिए। हम इसे सम्मानपूर्वक करेंगे। आपको भी चर्चा में शामिल होना चाहिए, आपको भी भाग लेना चाहिए क्योंकि ये युवाओं का मामला है। संसद से ये संदेश जाना चाहिए कि भारत सरकार और विपक्ष मिलकर छात्रों की बात कर रहे हैं।
    लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सदन में नीट पर चर्चा होनी चाहिए। छात्र हमारे देश का भविष्य हैं। उनके मुद्दे पर गंभीरता से चर्चा होनी चाहिए। हम शांति से इस पर बहस करने को तैयार हैं। 

    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का ऐलान, मध्यप्रदेश में पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा आपातकाल

    भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा है कि कांग्रेस द्वारा थोपी गई इमरजेंसी को राज्य के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। कहा कि देश में 1975-77 के आपातकाल के दौरान की गई ज्यादतियों और दमन का विरोध करने वालों की जोशीली लड़ाई की व्याख्या करने वाला एक अध्याय मध्य प्रदेश के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री यादव ने आपातकाल के खिलाफ संघर्ष में भाग लेने वाले लोगों को लोकतंत्र सेनानी बताते हुए उनके लिए कई अन्य सुविधाओं की भी घोषणा की।
    मुख्यमंत्री मोहन यादव भोपाल में अपने आवास पर आपातकाल के खिलाफ लड़ने वालों की एक सभा को संबोधित कर रहे थे। यादव ने कहा कि उन 21 महीने की लंबी अवधि में नागरिक स्वतंत्रता का निलंबन, असहमति का दमन और लोकतांत्रिक सिद्धांतों का क्षरण किया गया था। कहा कि इन लोकतंत्र सेनानियों को टैरिफ में 50 प्रतिशत की छूट पर तीन दिनों तक सरकारी सर्किट और विश्राम गृहों में रहने की सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्हें हाईवे पर टोल चुकाने में भी छूट मिलेगी।
    लोकतंत्र सेनानियों को उनके आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड के माध्यम से इलाज पर होने वाले खर्च के भुगतान में कोई देरी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि संबंधित कलेक्टर तीन महीने के भीतर उन्हें भुगतान सुनिश्चित करेंगे। गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के मामले में इलाज के लिए बड़े अस्पतालों या अन्य महानगरों तक यात्रा करने के लिए उन्हें एयर एंबुलेंस उपलब्ध कराई जाएगी। यादव ने कहा कि राज्य में शुरू की गई एयर टैक्सी सेवा के तहत आपातकाल विरोधी कार्यकर्ताओं को किराये में 25 फीसदी की छूट दी जाएगी।
    लोकतंत्र सेनानियों के राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, अंतिम संस्कार के समय उनके परिवारों को दी जाने वाली राशि अब 8,000 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों के परिवार के सदस्यों को उद्योग या अन्य व्यावसायिक उद्यम स्थापित करने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करके रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। बता दें कि 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाया था। उस दौरान विपक्षी नेताओं, असंतुष्टों को जेल में डाल दिया गया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • SP-RJD ने की सेंगोल हटाने की मांग

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव  के बाद संसद का पहला सत्र चल रहा है. नवनिर्वाचित लोकसभा सदस्यों के शपथग्रहण और स्पीकर चुनाव के बाद आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित कर रही हैं. इन सब के बीच संसद में स्थापित किए गए सेंगोल पर सियासत गर्म हो चुकी है. विपक्षी दलों ने संसद भवन में स्पीकर के आसन के पास स्थापित सेंगोल को हटाने की मांग शुरू कर दी है. समजवादी पार्टी (SP) ने सेंगोल को राजशाही का प्रतीक बताते हुए उसे हटाकर उसकी जगह संविधान स्थापित करने की मांग की है.
    समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद आरके चौधरी ने कहा है कि संविधान महत्वपूर्ण है, लोकतंत्र का प्रतीक है. अपने पिछले कार्यकाल में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार ने संसद में 'सेंगोल' स्थापित किया. 'सेंगोल' का अर्थ है 'राज-दंड', इसका अर्थ 'राजा का डंडा' भी होता है. रियासती व्यवस्था को खत्म करके देश आजाद हुआ. देश 'राजा के डंडे' से चलेगा या संविधान से? मैं मांग करता हूं कि संविधान को बचाने के लिए संसद से सेंगोल को हटाया जाए.
    आरके चौधरी के बयान पर समाजवादी पार्टी के मुखिया और सांसद अखिलेश का भी बयान आया है. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हमारे सांसद शायद ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जब इसे (सेंगोल) स्थापित किया गया था, तो प्रधानमंत्री ने इसके सामने सिर झुकाया था. शायद शपथ लेते वक्त वह इसे भूल गए, हो सकता है कि मेरी पार्टी ने उन्हें यह याद दिलाने के लिए ऐसा कहा हो. जब प्रधानमंत्री इसके सामने सिर झुकाना भूल गए, तो शायद वह भी कुछ और चाहते थे.
    सपा नेता के बयान पर शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा कि संविधान अहम है, हम इंडिया ब्लॉक में इस पर चर्चा करेंगे.
    साभार आज तक

  • राष्ट्रपति बोलीं- मुझे पूरा विश्वास है कि आप राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ अपना दायित्व निभाएंगे

    नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली नवनिर्वाचित सरकार की प्राथमिकताओं को सामने रखा। 18वीं लोकसभा के गठन के बाद संसद की संयुक्त बैठक में मुर्मू का यह पहला संबोधन है। नई लोकसभा का पहला सत्र गत सोमवार को शुरू हुआ था। इसके अलावा राज्यसभा का 264वां सत्र 27 जून से शुरू होगा।
    अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि मैं 18वीं लोक सभा के सभी नव निर्वाचित सदस्यों को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देती हूं। आप सभी यहां देश के मतदाताओं का विश्वास जीतकर आए हैं। देशसेवा और जनसेवा का ये सौभाग्य बहुत कम लोगों को मिलता है। मुझे पूरा विश्वास है कि आप राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ अपना दायित्व निभाएंगे।  140 करोड़ देशवासियों की आकांक्षाओं की पूर्ति का माध्यम बनेंगे।
    उन्होंने कहा कि ये दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था। करीब 64 करोड़ मतदाताओं ने उत्साह और उमंग के साथ अपना कर्तव्य निभाया है। इस बार भी महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर मतदान में हिस्सा लिया है। इस चुनाव की बहुत सुखद तस्वीर जम्मू-कश्मीर से भी सामने आई है। कश्मीर घाटी में वोटिंग के अनेक दशकों के रिकॉर्ड टूटे हैं।
    उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव की चर्चा आज पूरी दुनिया में है। दुनिया देख रही हैं कि भारत के लोगों ने लगातार तीसरी बार स्थिर और स्पष्ट बहुमत की सरकार बनाई है। छह दशक बाद ऐसा हुआ है। ऐसे समय में जब भारत के लोगों की आकांक्षाएं सर्वोच्च स्तर पर हैं, लोगों ने मेरी सरकार पर लगातार तीसरी बार भरोसा जताया है।
    उन्होंने कहा कि मेरी सरकार का मत है कि दुनियाभर से निवेशकों को आकर्षित करने के लिए राज्यों में स्वस्थ स्पर्धा हो। यही कंपटीटिव को-ऑपरेटिव फेडरलिज्म की सच्ची स्पिरिट है। राज्य के विकास से देश का विकास, इसी भावना के साथ हम आगे बढ़ते रहेंगे।
    उन्होंने कहा कि सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन के संकल्प ने आज भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना दिया है। 10 साल में भारत 11वें नंबर की अर्थव्यवस्था से ऊपर उठकर पांचवें नंबर पर पहुंचा है। साल 2021 से लेकर साल 2024 के बीच भारत ने औसतन 8 प्रतिशत की रफ्तार से विकास किया है।
    उन्होंने कहा कि मेरी सरकार अर्थव्यवस्था के तीनों स्तंभों विनिर्माण, सेवाएं और कृषि को बराबर महत्व दे रही है। पीएलआई योजना और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस से बड़े पैमाने पर निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। पारंपरिक सेक्टर्स के साथ-साथ सनराइज सेक्टर्स को भी मिशन मोड पर बढ़ावा दिया जा रहा है।
    राष्ट्रपति ने कहा कि किसान अपने छोटे खर्चे पूरे कर सकें, इसके लिए पीएम किसान सम्मान निधि के तहत उन्हें 3 लाख 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा राशि दी जा चुकी है। मेरी सरकार के नए कार्यकाल के शुरूआती दिनों में ही किसानों को 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि ट्रांसफर की जा चुकी है। सरकार ने खरीफ फसलों के लिए MSP में भी रिकॉर्ड वृद्धि की है।
    उन्होंने कहा कि आजकल ऑर्गेनिक उत्पादों को लेकर दुनिया में डिमांड तेजी से बढ़ रही है। भारत के किसानों के पास इस डिमांड को पूरा करने की भरपूर क्षमता है। इसलिए सरकार प्राकृतिक खेती और इससे जुड़े उत्पादों की सप्लाई चेन को सशक्त कर रही है। ऐसे प्रयासों से किसानों का खेती पर होने वाला खर्च भी कम होगा और उनकी आय भी और बढ़ेगी।
    राष्ट्रपति ने कहा कि आज का भारत, दुनिया की चुनौतियां बढ़ाने के लिए नहीं बल्कि दुनिया को समाधान देने के लिए जाना जाता है। विश्व-बंधु के तौर पर भारत ने अनेक वैश्विक समस्याओं के समाधान को लेकर पहल की है। जलवायु परिवर्तन से लेकर खाद्य सुरक्षा तक, पोषण से लेकर सस्टेनबल एग्रीकल्चर तक हम अनेक समाधान दे रहे हैं।
    उन्होंने कहा कि आने वाला समय हरित युग का है। मेरी सरकार इसके लिए भी हर जरूरी कदम उठा रही है। हम हरित उद्योगों पर निवेश बढ़ा रहे हैं, जिससे हरित जॉब भी बढ़े हैं। हरित ऊर्जा हो या फिर ग्रीन मोबिलिटी, हर मोर्चे पर हम बड़े लक्ष्यों के साथ काम कर रहे हैं।
    राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा डोमेस्टिक एविएशन मार्केट है। अप्रैल 2014 में भारत में सिर्फ 209 एयरलाइन रूट्स थे। अप्रैल 2024 में इनकी संख्या बढ़कर 605 हो गई है। हवाई यात्रा में हो रहे इस विस्तार का सीधा लाभ टीयर-2, टीयर-3 शहरों को हो रहा है।
    उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ने 10 वर्षों में पीएम ग्रामीण सड़क योजना के तहत गांवों में 3 लाख 80 हजार किलोमीटर से ज्यादा सड़कें बनाई हैं। आज भारत में नेशनल हाईवेज और एक्सप्रेसवेज का जाल बिछ रहा है। नेशनल हाईवे बनाने की गति में भी दोगुने से अधिक की वृद्धि हुई है।
    राष्ट्रपति ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट में हर तरह की कनेक्टिविटी को बढ़ाया जा रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, रोजगार, हर क्षेत्र में विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जा रहा है। असम में 27 हजार करोड़ रुपए की लागत से सेमीकंडक्टर प्लांट बनाया जा रहा है। यानि नॉर्थ ईस्ट, मेड इन इंडिया चिप्स का भी सेंटर होने वाला है।
    साभार अमर उजाला

  • ओम बिरला चुने गए लोकसभा के अध्यक्ष

    नई दिल्ली। भाजपा सांसद और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार ओम बिरला लोकसभा के अध्यक्ष चुने गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा। केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत कई दिग्गजों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। विपक्ष की ओर से के. सुरेश के नाम का प्रस्ताव रखा गया।
    इसके बाद प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने सदन की कार्यवाही आगे बढ़ाते हुए प्रस्ताव का सभी के सामने रखा। ध्वनिमत के आधार पर उन्होंने ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान खास बात यह भी रही कि आम बिरला को आसन तक ले जाने के लिए पीएम मोदी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू के साथ नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी साथ आए। राहुल को बीती रात ही कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष घोषित किया है।
    साभार अमर उजाला

  • ओम बिरला फिर से होंगे लोकसभा स्पीकर

    नई दिल्ली। ओम बिरला एक बार फिर से लोकसभा स्पीकर के होंगे। नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान लोकसभा स्पीकर रहे ओम बिरला आज फिर से नामांकन दाखिल करेंगे। उन्हें सर्वसम्मति से लोकसभा स्पीकर के लिए चुना जाना है। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, टीएमसी और डीएमके समेत सभी विपक्षी दलों ने उनके नाम पर सहमति जताई है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि सत्ता पक्ष ने भी डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को देने पर सहमति जता दी है। इससे पहले विपक्ष ने कहा था कि यदि डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को नहीं मिला तो हम स्पीकर के लिए अपना कैंडिडेट उतारेंगे। 
    अब तक मिली जानकारी के अनुसार ओम बिरला सुबह 11:30 बजे एनडीए कैंडिडेट के तौर पर नामांकन दाखिल करेंगे। उनके साथ भाजपा, जेडीयू और टीडीपी के कई सीनियर नेता नामांकन में जा सकते हैं। इस बीच राहुल गांधी ने मांग उठाई है कि हम पूरा समर्थन देंगे, यदि विपक्ष को डिप्टी स्पीकर का पद मिलता है। राहुल गांधी ने कहा कि राजनाथ सिंह का कल शाम को मल्लिकार्जुन खरगे के पास फोन आया था। इस पर हमारी ओर से यह प्रस्ताव रखा गया था। इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि हम आपको कॉल रिटर्न करेंगे, लेकिन अब तक उनकी ओर से कुछ कहा नहीं गया है।
    हालांकि सरकारी सूत्रों का कहना है कि ओम बिरला के नाम पर पूरी सहमति बन गई है। अब जल्दी ही विपक्षी दलों से इसे लेकर संपर्क साधा जाएगा। राहुल गांधी के अलावा अखिलेश यादव ने भी मांग की है कि डिप्टी स्पीकर विपक्ष का होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा हुआ तो किसी विवाद की जरूरत ही नहीं है। बता दें कि ओम बिरला ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई सीनियर मंत्री मौजूद थे। अब कुछ ही देर में ओम बिरला नामांकन दाखिल करने जाएंगे। लोकसभा स्पीकर के लिए चुनाव की तारीख 26 जून तय की गई थी, लेकिन आम सहमति बनने के चलते वह नामांकन दाखिल करते ही स्पीकर चुन लिए जाएंगे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • जान पर खतरा देख आतिशी का अनशन खत्म करने का किया फैसला

    नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की जल मंत्री आतिशी का अनशन खत्म करा दिया है। आप नेता संजय सिंह ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि आतिशी की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने साफ कहा है कि अगर उन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया तो उनकी जान पर खतरा हो सकता है। ऐसे में उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया और सभी नेताओं ने विचार विमर्श कर उनके अनशन को भी खत्म करने का फैसला किया। 
    आतिशी दिल्ली के जल संकट को लेकर 5 दिनों से अनशन पर बैठी थीं। इस दौरान लगातार उनके शुगर लेवल और बीपी की जांच की जा रही थी। बताया जा रहा है कि सोमवार रात उनका शुगर लेवल गिरकर 36 तक पहुंच गया जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। संजय सिंह ने बताया कि डॉक्टर लगातार आतिशी का चेकअप कर रहे थे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मप्र विधानसभा में बजट सत्र के लिए विधायकों ने ऑफलाइन से ज्यादा ऑनलाइन सवाल पूछे

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के लिए विधायकों ने ऑफलाइन से ज्यादा ऑनलाइन सवाल पूछे हैं। अभी तक यह संख्या करीब 50-50 प्रतिशत रहती थी। इस बार विधायकों ने सोमवार अंतिम तारीख तक 4187 सवाल पूछे हैं। इसमें से 2386 ऑनलाइन माध्यम से आए हैं। वहीं, 1901 ऑफलाइन सवाल पूछे गए हैं। विधानसभा सचिवालय कार्यवाही को ज्यादा से ज्यादा ऑनलाइन करने पर जोर दे रहा है। ताकि कागज का कम से कम उपयोग हो। इसके लिए विधायकों को शून्यकाल की सूचनाएं भेजने, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव और सूचनाएं ऑनलाइन भेजने की शुरुआत कर चुका है। इसके बावजूद विधायक अधिकतर ऑफलाइन ही काम करते थे। अभी तक ऑफलाइन और ऑनलाइन प्रश्न पूछने का रेशो 50-50 प्रतिशत रहता था। बता दें मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 1 जुलाई से 19 जुलाई तक चलेगा। इस सत्र में 14 बैठकें होंगी। इस सत्र में मोहन सरकार अपना पहला पूर्ण बजट पेश करेगी। इसमें आधा दर्जन से ज्यादा विधेयक को भी मंजूरी के लिए रखा जाएगा। विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने कहा कि इस बार ऑनलाइन सवाल पूछने की संख्या बढ़ी है। इसमें विधायक रुचि दिखा रहे हैं। शून्यकाल की सूचनाएं भेजने, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव और सूचनाएं ऑनलाइन भेजने की भी व्यवस्था की गई है।
    मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में मुख्यमंत्री की तरफ से सात राज्यमंत्री प्रश्नों के जवाब देंगे। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को सूचित किया है। इसमें राज्यमंत्री कृष्णा गौर को सामान्य प्रशासन विभाग, मंत्री धर्मेंद्र लोधी को नर्मदा घाटी विकास और जनसंपर्क, मंत्री गौतम टेटवाल को विधि-विधायी कार्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल को गृह एवं जेल विभाग के उत्तर देने की जिम्मेदारी दी गई। वहीं, मंत्री प्रतिभा बागरी को प्रवासी भारतीय और विमानन, मंत्री दिलीप अहिरवार को खनिज साधन, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन, मंत्री राधा सिंह को लोकसेवा प्रबंधन और आनंद विभाग की जिम्मेदारी दी गई।
    विधानसभा के मानसून सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं। कांग्रेस सत्र में नर्सिंग घोटाले पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है। विधायकों ने सरकार की योजनाओं में गड़बड़ी, नर्सिंग घोटाले, भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था को लेकर सवाल किए हैं। इन पर ही विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है।
    साभार अमर उजाला

  • जीत के बाद पहली बार गुना पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, जनता का किया आभार व्यक्त

    गुना। जानकारी के मुताबिक ज्योतिरादित्य सिंधिया सोमवार की शाम को दिल्ली से हवाई यात्रा करते हुए भोपाल पहुंचे और भोपाल से कार के माध्यम से वे गुना आए। जहां उन्होंने सर्वप्रथम भाजपा जिला उपाध्यक्ष धीरेंद्र सिंह की माता के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं उनके आने की खबर सुनकर शहर की सड़कों पर इंतजार कर रही उनके क्षेत्र की जनता का उन्होंने हाथ जोड़कर आभार व्यक्त किया और खुली जीप में रोड शो किया।
    गौरतलब है कि गुना शिवपुरी सीट से सांसद ज्योतिरादित्य सिंध्या जीत के पश्चात पहली मर्तबा गुना पहुंचे, जहां उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता आभार व्यक्त करते हुए रोड शो किया। जिसमें उनके साथ भाजपा जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र सिकरवार वा गुना विधायक पन्नालाल शाक्य भी उपस्थित रहे।
    साभार अमर उजाला

  • 18वीं लोकसभा के पहले सत्र से पहले पीएम मोदी ने किया संबोधित, कहा- जनता ने हमारी नीयत और नीति पर मुहर लगाई

    नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होने कहा कि जनता ने हमारी नीयत और नीति पर मुहर लगाई है। हम सभी को साथ लेना चाहते हैं।
    पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा', 'आज 18वीं लोकसभा शुरू हो रही है। दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव बहुत ही भव्य और शानदार तरीके से हुआ। यह चुनाव इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि आजादी के बाद दूसरी बार जनता देश की जनता ने लगातार तीसरी बार एक सरकार को सेवा करने का मौका दिया है।"
    पीएम मोदी ने कहा, ''संसदीय लोकतंत्र में यह एक गौरवशाली दिन है। आजादी के बाद पहली बार हमारे अपने नए संसद भवन में शपथ ग्रहण समारोह हो रहा है। ये पुराने संसद भवन में होता था। इस महत्वपूर्ण दिन पर, मैं सभी नवनिर्वाचित सांसदों का हार्दिक स्वागत करता हूं, उन्हें बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।''
    अठारहवीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। आज सत्र के दौरान नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। इसके बाद, 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा और 27 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं सात बार के सांसद भर्तृहरि महताब को संसद के निचले सदन का अस्थाई अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) नियुक्त किए जाने के कारण सत्र के दौरान लोकसभा में शोरगुल होने के आसार हैं। इसके अलावा एग्जिट पोले और NEET और UGC-NET परीक्षा को लेकर भी हंगामा संभव है। 
    भर्तृहरि महताब को अस्थाई अध्यक्ष बनाए जाने की विपक्ष ने कड़ी आलोचना की है और आरोप लगाया है कि सरकार ने इस पद के लिए कांग्रेस सांसद के. सुरेश के दावे की अनदेखी की। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा है कि महताब लगातार सात बार के लोकसभा सदस्य हैं, जिससे वह इस पद के लिए उपयुक्त हैं। उन्होंने कहा कि सुरेश 1998 और 2004 में चुनाव हार गए थे, जिस कारण उनका मौजूदा कार्यकाल निचले सदन में लगातार चौथा कार्यकाल है। इससे पहले, वह 1989, 1991, 1996 और 1999 में लोकसभा के लिए चुने गए थे। 
    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को राष्ट्रपति भवन में महताब को लोकसभा के अस्थाई अध्यक्ष के रूप में शपथ दिलाएंगी। इसके बाद महताब संसद भवन पहुंचेंगे और सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू करेंगे। कार्यवाही की शुरुआत में, कुछ क्षणों के लिए मौन रखा जाएगा। इसके बाद लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह निचले सदन के लिए निर्वाचित सदस्यों की सूची सदन के पटल पर रखेंगे। इसके बाद, महताब के अनुरोध पर लोकसभा के नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदन की सदस्यता की शपथ लेंगे।
    पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ''कल 25 जून है। 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर लगे उस धब्बे के 50 साल पूरे हो जाएंगे। भारत की नई पीढ़ी यह कभी नहीं भूलेगी कि भारत के संविधान को, संविधान के हर हिस्से को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था। लोकतंत्र के टुकड़े-टुकड़े कर दिये गये, देश को जेलखाने में बदल दिया गया, लोकतंत्र को पूरी तरह कुचल दिया गया। अपने संविधान की रक्षा करते हुए, भारत के लोकतंत्र की, लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए, देशवासी संकल्प लेंगे कि कोई भी ऐसा करने की हिम्मत नहीं करेगा। हम भारत में फिर से वही काम करेंगे जो 50 साल पहले किया गया था। हम एक जीवंत लोकतंत्र का संकल्प लेंगे। हम भारत के संविधान के निर्देशों के अनुसार सामान्य लोगों के सपनों को पूरा करने का संकल्प लेंगे।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अगले महीने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण करेगी वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट पेश

    नई दिल्ली। देश में लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद नई सरकार बन चुकी है। मोदी 3.0 सरकार बनने के बाद अब सबकी निगाहें बजट पर हैं। अगले महीने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट पेश करने वाली हैं। लोगों को हर बार की तरह इस बार भी बजट से काफी उम्मीदें हैं। इस बार नए टैक्स नियमों के लिए सरकार मानक कटौती की सीमा बढ़ाने पर विचार कर रही है, जिसमें छूट वाली पुरानी व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। एनडीए सरकार अपने तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करने की तैयारी कर रही है। ऐसे में पूंजीगत लाभ तंत्र में बड़े बदलाव करने की संभावना नहीं है। यह एक ऐसा मुद्दा है जिस पर आयकर विभाग समीक्षा की मांग कर रहा है। विभिन्न एसेट वर्गों में होल्डिंग अवधि को एक समान करने के सुझाव दिए गए हैं, लेकिन सरकार कम से कम फिलहाल इस प्रणाली में बदलाव करने के लिए इच्छुक नहीं है।
    बजट की रूपरेखा पर चर्चा अभी शुरू हुई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सार्वजनिक परामर्श कर रही हैं, लेकिन अधिकांश कवायद फिलहाल वित्त मंत्रालय तक ही सीमित है। कई मुद्दों पर आंतरिक मूल्यांकन किया जा रहा है, जिनमें से कुछ पर सरकार के अन्य विभागों के साथ चर्चा की जाएगी, उसके बाद वित्त मंत्रालय पीएमओ से मिलने वाले फीडबैक के आधार पर अंतिम निर्णय लेगा।
    साभार नवभारत टाइम्स 

  • यौन उत्पीड़न के आरोप में प्रज्वल के भाई सूरज रेवन्ना भी गिरफ्तार

    बेंगलुरु। कर्नाटक के चर्चित सेक्स स्कैंडल में कर्नाटक पुलिस ने एक और गिरफ्तारी की है। यौन उत्पीड़न के एक मामले में जनता दल (सेक्युलर) के एमएलसी सूरज रेवन्ना को गिरफ्तार किया है। इससे पहले पुलिस ने उनके भाई और यौन अपराध के आरोपी पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को गिरफ्तार किया था। आपको बता दें कि प्रज्वल के भाई पर एक शख्स ने अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का आरोप लगाया है।
    हासन जिले के होलेनरसिपुरा पुलिस थाने में जेडीएस के एक कार्यकर्ता द्वारा सूरज रेवन्ना के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था।कार्यकर्ता ने आरोप लगाया कि सूरज ने 16 जून को उसके फार्महाउस पर उसका यौन उत्पीड़न किया।
    शिकायतकर्ता ने बताया कि सूरज रेवन्ना ने उसे अपने फार्महाउस पर बुलाया था और उसने जबरदस्ती उसे चूमा और उसके होंठ और गाल काटे। शिकायत मिलने के बाद हसन पुलिस ने अप्राकृतिक यौन कृत्य से संबंधित भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 377 के तहत मामला दर्ज किया।
    पुलिस ने मामले में शिकायत मिलने के बाद सूरज के खिलाफ केस दर्ज कर लिया और अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।  हालांकि सूरज की तरफ से उसके दोस्त ने आरोप लगाया है कि शिकायतकर्ता ने 5 करोड़ रुपए न देने पर इस तरह से ब्लैकमेल कर रहा है।
    शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि सूरज ने उसके साथ यौन उत्पीड़न किया। इसके बाद उसने उससे कहा कि वह जिले में राजनीतिक रूप से आगे बढ़ने में उसकी मदद करेगा। उसने शिकायत में कहा कि उसने बाद में सूरज को घटना के बारे में मैसेज किया था और सूरज ने जवाब देते हुए कहा कि, "चिंता मत करो, सब ठीक हो जाएगा।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • शरद पवार ने उद्धव सेना और कांग्रेस को दिया बड़ा संकेत, राकांपा इस बार समझौता नहीं करेगी

    पुणे. महाराष्ट्र में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले शरद पवार ने एमवीए में सीट शेयरिंग को लेकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी इस बार समझौता नहीं करेगी. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-एसपी के एक नेता ने अपने सुप्रीमो शरद पवार के हवाले से कहा- राकांपा (एसपी) लोकसभा चुनावों के दौरान अपने महा विकास अघाड़ी (MVA) सहयोगियों की तुलना में कम सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमत हुई, लेकिन विधानसभा चुनाव में स्थिति अलग होगी.
    शरद पवार ने शुक्रवार को पुणे में दो बैठकें कीं. पहली बैठक पुणे शहर और जिले के पार्टी पदाधिकारियों के साथ, और दूसरी अपने विधायकों और नव-निर्वाचित सांसदों के साथ. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पहली बैठक में शामिल हुए पुणे शहर NCP (शरद पवार) प्रमुख प्रशांत जगताप ने कहा- शरद पवार ने बैठक के दौरान हमें बताया कि पार्टी ने लोकसभा चुनाव में कम सीटों पर इसलिए चुनाव लड़ा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के साथ गठबंधन बरकरार रहे.
    जगताप ने कहा, 'उन्होंने (शरद पवार) संकेत दिया कि विधानसभा चुनाव में तस्वीर अलग होगी'. राकांपा (एसपी) प्रमुख ने पुणे, बारामती, मावल और शिरूर लोकसभा के अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों की स्थिति की भी समीक्षा की. दूसरी बैठक में शामिल हुए एक पार्टी नेता ने कहा कि शरद पवार ने सांसदों और विधायकों से विधानसभा चुनाव के लिए तैयार रहने का आह्वान किया. इस बीच, एनसीपी (एसपी) के महाराष्ट्र प्रमुख जयंत पाटिल ने मीडिया कर्मियों से कहा कि पार्टी ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वह एमवीए में सीट-शेयरिंग के तहत कितनी सीटें मांगेगी.
    साभार आज तक

  • नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस पार्टी उमंग सिंघार से खास मुलाकात

    मध्य प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तहत, कांग्रेस पार्टी के नेता प्रतिपक्ष, उमंग सिंघार जी से विशेष मुलाकात हुई। इस मुलाकात में राज्य की वर्तमान राजनीतिक स्थिति, आगामी चुनावी रणनीतियाँ और जनता से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की गई।
    उमंग सिंघार जी ने इस अवसर पर कहा, "हमारा प्राथमिक उद्देश्य राज्य की जनता को न्याय, विकास और सुरक्षा प्रदान करना है। हम उनके मुद्दों को सुलझाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे और उन्हें एक बेहतर भविष्य देने के लिए कृतसंकल्प हैं।"
    कांग्रेस पार्टी ने आगामी चुनावों के लिए अपनी तैयारियों को लेकर भी अपने विचार साझा किए और जनता को भरोसा दिलाया कि वे राज्य में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
    इस महत्वपूर्ण बैठक में कई वरिष्ठ नेताओं ने भी हिस्सा लिया और पार्टी के कार्यक्रमों और नीतियों पर विचार-विमर्श किया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार जी ने सभी नेताओं को एकजुट होकर काम करने और राज्य के विकास में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की।
    समाचार संपादक:
    गोपाल गावंडे
    रणजीत टाइम्स

  • प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी जी से वर्तमान लोकसभा चुनावों पर खास मुलाकात

    मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी जी से हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों के संबंध में विशेष मुलाकात की गई। इस बैठक में चुनाव परिणाम, पार्टी की प्रदर्शन और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
    जीतू पटवारी जी ने इस मौके पर कहा, "हाल के लोकसभा चुनावों ने हमें कई महत्वपूर्ण सबक सिखाए हैं। हम राज्य की जनता के विश्वास को जीतने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे। हमारी प्राथमिकता राज्य की जनता को न्याय, विकास और सुरक्षा प्रदान करना है।"
    उन्होंने चुनाव परिणामों का विश्लेषण करते हुए कहा कि पार्टी ने कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया है और कुछ स्थानों पर सुधार की आवश्यकता है। "हम चुनावों के दौरान जनता के सामने आए मुद्दों का समाधान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और अगली बार बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे," उन्होंने कहा।
    बैठक में आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति पर भी चर्चा की गई। जीतू पटवारी जी ने सभी नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर काम करें और राज्य के विकास में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि पार्टी की जीत के लिए सामूहिक प्रयास और जनता के विश्वास की जरूरत है।
    समाचार संपादक:
    गोपाल गावंडे
    रणजीत टाइम्स

  • श्रीनगर में पीएम मोदी ने किया योग, बोले-  'विश्व योग को वैश्विक भलाई के एक शक्तिशाली एजेंट के रूप में देख रहा '


    जम्मू कश्मीर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया योग की शक्ति को मानती है। विश्व योग को वैश्विक भलाई के लिए एक शक्तिशाली एजेंट के रूप में देखता है। यह लोगों को अतीत के बोझ को ढोए बिना वर्तमान में जीने में मदद करता है। श्रीनगर के एसकेआईसीसी में 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने यह बातें कहीं।
    प्रधानमंत्री ने कहा कि योग ने लोगों को यह एहसास दिलाया है कि उनका कल्याण उनके आसपास की दुनिया के कल्याण से जुड़ा हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा, 'विश्व योग को वैश्विक भलाई के एक शक्तिशाली एजेंट के रूप में देख रहा है। योग हमें अतीत के बोझ को ढोए बिना वर्तमान क्षण में जीने में मदद करता है।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'जब हम अंदर से शांत होते हैं, तो हम दुनिया पर सकारात्मक प्रभाव भी डाल सकते हैं...योग समाज में सकारात्मक बदलाव के नए तरीके बना रहा है।'
    प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया भर में योग करने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है और यह दिनचर्या उनके दैनिक जीवन का हिस्सा बनती जा रही है। पीएम ने कहा, 'योग करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मैं जहां भी जाता हूं, शायद ही कोई (अंतरराष्ट्रीय) नेता हो जो मुझसे योग के लाभों के बारे में बात न करता हो।'
    पीएम मोदी ने तुर्कमेनिस्तान, सऊदी अरब, मंगोलिया और जर्मनी का उदाहरण देते हुए कहा, "कई देशों में योग लोगों के दैनिक जीवन का हिस्सा बनता जा रहा है। ध्यान का यह प्राचीन रूप वहां तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
    साभार अमर उजाल 

  • जल संकट को लेकर आतिशी आज जंगपुरा के भोगल में अनशन करेंगी

    नई दिल्ली. दिल्ली में जल संकट बरकरार है. कई इलाकों के लोग बूंद-बूंद पानी को मोहताज हैं. इसी को लेकर दिल्ली की जल मंत्री आतिशी आज जंगपुरा के भोगल में अपना सत्याग्रह शुरू करेंगी. वह सत्याग्रह शुरू करने से पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ सुबह 11 बजे राजघाट जाएंगी, जहां महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी.
    जानकारी के अनुसार, हरियाणा से पानी कम मिलने के मुद्दे को लेकर आप नेता और दिल्ली की जल मंत्री आतिशी आज से अनिश्चितकालीन अनशन सत्याग्रह शुरू करेंगी. वह अनशन शुरू करने से पहले सुनीता केजरीवाल के साथ राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी. इसके बाद सुनीता केजरीवाल अन्य AAP नेताओं के साथ अनशन स्थल पर जाएंगी. साथ ही बताया जा रहा है कि सुनीता केजरीवाल सुबह 11 बजे आतिशी के साथ राजघाट जाएंगी और शाम को चार बजे तिहाड़ जेल जाएंगी, क्योंकि गुरुवार को अदालत से जमानत मिलने के बाद आज केजरीवाल की तिहाड़ से रिहाई हो सकती है.
    साभार आज तक

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया योगाभ्यास, “श्रीअन्न संवर्धन अभियान” का शुभारंभ

    भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल में योग दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री में आवास में योगाभ्यास किया। इस अवसर पर “श्रीअन्न संवर्धन अभियान” का शुभारंभ किया। 
    दसवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पूरे देश में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर भोपाल में भी राज्यस्तरीय योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने योगाभ्यास किया। पहले यह कार्यक्रम लाल परेड ग्राउंड में रखा गया था, लेकिन बारिश के चलते स्थान में परिवर्तन किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी। साथ ही कहा कि 10 साल पहले भारत ने संयुक्त राष्ट्र में योग से निरोग का प्रस्ताव रखा था, जो पारित हुआ। आज दुनिया योग के कार्यक्रम कर रही है। 
    मुख्यमंत्री ने कहा कि योग को हमने पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया है। योग के शिक्षकों को बराबर का दर्जा देने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि योग से हम शारीरिक, मानसिक शांति पाते है। योग की कल्पना की गई कि हम अपने जीवन के 100 साल पूरा करे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार 11 नए आयुर्वेदिक कॉलेज  खोल रही है। इससे आयुर्वेद के क्षेत्र में प्रदेश की भूमिका बड़े स्तर पर सामने आएगी। मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय योगाभ्यास कार्यक्रम में श्रीअन्न संवर्धन अभियान का शुभारंभ भी किया। 
    इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ सांसद आलोक शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय राजेश राजौरा, डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। 
    साभार अमर उजाला

  • तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में जहरीली शराब पीने से 30 की मौत, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मौतों पर दुख जताया

    नई दिल्ली. तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से 30 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कल्लाकुरिचि के जिला कलेक्टर एमएस प्रशांत ने इसकी पुष्टि की है. मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. कल्लाकुरिची के जिला कलेक्टर एमएस प्रशांत ने जिले के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज करा रहे लोगों से मुलाकात की.
    इस मामले में 49 वर्षीय (अवैध शराब विक्रेता) के. कन्नुकुट्टी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके पास से जब्त की गयी करीब 200 लीटर अवैध शराब की जांच में सामने आया कि उसमें घातक ‘मेथनॉल’ मौजूद था.
    मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मौतों पर दुख जताया और कहा कि इसे रोकने में विफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
    स्टालिन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'कल्लाकुरिची में मिलावटी शराब पीने वाले लोगों की मौत की खबर सुनकर मैं स्तब्ध और दुखी हूं. इस मामले में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसे रोकने में विफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है.'
    उन्होंने कहा, 'अगर जनता ऐसे अपराधों में शामिल लोगों के बारे में जानकारी देती है तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी. समाज को बर्बाद करने वाले ऐसे अपराधों को सख्ती से दबाया जाएगा.' तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने मौतों पर शोक व्यक्त किया और पीड़ितों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. 
    राज्यपाल की ओर से तमिलनाडु राजभवन ने एक पोस्ट शेयर कर कहा, 'मुझे यह जानकर बहुत दुख हुआ कि जहरीली शराब पीने से कल्लाकुरिची में कई लोगों की जान चली गई. कई अन्य गंभीर हालत में हैं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना और अस्पतालों में भर्ती लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है.' 
    राज्यपाल ने राज्य के विभिन्न हिस्सों से जहरीली शराब के सेवन से मौतों की लगातार रिपोर्ट पर चिंता जताई.
    पोस्ट में आगे कहा गया, 'समय-समय पर हमारे राज्य के विभिन्न हिस्सों से जहरीली शराब के सेवन से मौतों की खबरें सामने आती हैं. वे अवैध शराब के उत्पादन और खपत को रोकने में निरंतर कमियों को दर्शाते हैं. यह गंभीर चिंता का विषय है.'
    साभार आज तक

  • पटना हाईकोर्ट ने जाति आधारित आरक्षण बढ़ाकर 65 प्रतिशत करने वाले कानून को किया रद्द

    पटना। पटना हाईकोर्ट ने बिहार में सरकारी नौकरी और उच्च शैक्षणिक संस्थानों के दाखिले में जाति आधारित आरक्षण बढ़ाकर 65 प्रतिशत करने वाले कानून को रद्द कर दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन सरकार ने जाति आधारित सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर ओबीसी, ईबीसी, दलित और आदिवासियों का आरक्षण बढ़ाकर 65 परसेंट कर दिया था। आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों (सवर्ण) को मिलने वाले 10 प्रतिशत आरक्षण को मिलाकर बिहार में नौकरी और दाखिले का कोटा बढ़कर 75 प्रतिशत पर पहुंच गया था। यूथ फॉर इक्वैलिटी नाम के संगठन ने पटना हाईकोर्ट में इसे चुनौती दी थी। उसी अपील पर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की बेंच ने आरक्षण बढ़ाने वाले इस कानून को रद्द कर दिया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सांसद की बेटी की कार से कुचलकर शराबी की मौत, गिरफ्तारी के तुरंत बाद मिली जमानत

    चेन्नई. आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की पार्टी YSR कांग्रेस के सांसद की बेटी की कार से कुचलकर एक शराबी की मौत हो गई. वारदात के बाद सांसद की बेटी मौके से फरार हो गई थी, जिसे बाद में ट्रेस करके पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, थोड़ी ही देर में उसे पुलिस स्टेशन से ही जमानत मिल गई. पुलिस के मुताबिक आरोपी YSR कांग्रेस से सांसद बीडा मस्तान राव की बेटी माधुरी है. माधुरी की कार ने बेसेंट नगर इलाके में सड़क किनारे नशे की हालत में बड़े शख्स को कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई.
    साभार आज तक

  • एक दर्जन उम्मीदवारों ने EVM-VVPAT जांच की मांग की, भाजपा उम्मीदवार भी शामिल

    नई दिल्ली। हालिया लोकसभा चुनावों में हार का सामना करने वाले करीब एक दर्जन उम्मीदवारों ने चुनाव आयोग को आवेदन देकर EVM-VVPAT जांच की मांग की है। इसमें भाजपा उम्मीदवार से लेकर अन्य दलों के भी कैंडिडेट शामिल हैं। अपने आवेदनों में इन उम्मीदवारों ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (EVM-VVPAT) यूनिट के मेमोरी वेरिफिकेशन की मांग की है।
    ET की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसे कुल 10 उम्मीदवारों के आवेदन चुनाव आयोग को मिले हैं, जिन्होंने ईवीएम-वीवीपैट के सत्यापन की जांच की मांग की है। इनमें से अधिकांश उम्मीदवारों ने एक से तीन ईवीएम यूनिट के सत्यापन की मांग की है। हालांकि कुछ उम्मीदवारों ने इससे ज्यादा यूनिट की जांच की भी मांग की है। इन उम्मीदवारों को प्रत्येक ईवीएम यूनिट के लिए 40,000 रुपये और उस पर 18 फीसदी जीएसटी चुकाना पड़ा है।
    जिन लोगों ने ऐसे आवेदन दिए हैं, उनमें महाराष्ट्र के अहमदनगर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार सुजय राधाकृष्ण विखेपाटिल भी शामिल हैं। इन्होंने विधानसभा क्षेत्रवार ईवीएम यूनिट की जांच की मांग की है। शरद पवार की एनसीपी के नीलेश ज्ञानदेव लंके ने उन्हें 28929 मतों से हराया है। इनके अलावा ओडिशा में झारसुगुड़ा से बीजू जनता दल की उम्मीदवार दीपाली दास ने भी ऐसी ही मांग की है। वह भाजपा के टंकधर त्रिपाठी से लोकसभा चुनाव 1265 वोटों से हार गई थीं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस ने G7 में PM मोदी की पोप फ्रांसिस से मुलाकात पर उड़ाया मजाक, विवाद बढ़ने पर मांगी माफी

    नई दिल्ली. इटली के अपुलिया में हाल ही में G7 समिट में पीएम मोदी की उपस्थिति चर्चा में रही. इस दौरान इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी से लेकर कई वैश्विक नेताओं से उनकी मुलाकात पर दुनियाभर की नजरें रही. लेकिन पोप फ्रांसिस से उनकी मुलाकात को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने आ गए हैं. G7 में पोप फ्रांसिस से पीएम मोदी की मुलाकात की तस्वीर वायरल होने के बाद कांग्रेस की केरल इकाई ने तंज कसते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट की थी. इस पोस्ट में कहा गया कि आखिरकार, पोप को God से मिलने का मौका मिल गया! दरअसल प्रधानमंत्री मोदी के पिछले बयान के संदर्भ में ये पोस्ट की गई थी, जिसमें पीएम मोदी ने कहा था कि उन्हें भगवान ने किसी विशेष उद्देश्य के साथ धरती पर भेजा है.
    हालांकि, इस पोस्ट पर विवाद के बाद कांग्रेस ने इसे सोशल मीडिया से हटा लिया. लेकिन बीजेपी ने कांग्रेस को घेरते हुए इसकी कड़ी निंदा की और पार्टी पर पीएम मोदी और पोप फ्रांसिस दोनों का अपमान करने का आरोप लगाया. 
    केरल बीजेपी के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने ट्वीट कर कहा कि ऐसा लगता है कि केरल कांग्रेस का एक्स सोशल मीडिया हैंडल कट्टरपंथियों या अर्बन नक्सल द्वारा चलाया जा रहा है. इस पोस्ट से लगातार नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक और अपमानजनक कंटेंट पोस्ट किए जा रहे हैं. अब, ये लोग पोप फ्रांसिस और ईसाई समुदाय तक का मजाक बनाने की हद तक गिर गए हैं. 
    उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल से इस पर जवाब मांगा. केरल बीजेपी महासचिव जॉर्ज कुरियन ने कहा कि ये पोस्ट आपत्तिजनक है और इससे धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं, विशेष रूप से केरल के लोगों की. 
    बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि हिदुओं का मखौल उड़ाने और उनके धर्म का अपमान करने के बाद कांग्रेस का इस्लामिक-मार्क्सवादी धड़ा अब ईसाइयों का अपमान कर रहा है. वो भी तब, जब कांग्रेस की सबसे लंबी समय तक अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी खुद एक कैथोलिक हैं. उन्हें ईसाइयों से माफी मांगनी चाहिए.
    बीजेपी के इन आरोपों पर कांग्रेस ने पोप फ्रांसिस के बयान का हवाला देते हुए कहा कि भगवान के बारे में मजाक करना अधर्म नहीं है. 
    कांग्रेस ने के सुरेंद्रन और जॉर्ज कुरियन को टैग करते हुए पोस्ट में कहा कि बैटर लक नेक्सट टाइम...
    केरल प्रदेश कांग्रेस समिति के उपाध्यक्ष वीटी बलराम ने पार्टी की इस पोस्ट का बचाव करते हुए कहा कि यह एक व्यंग्य की तरह था, जिसका उद्देश्य पीएम मोदी के जनसंपर्क प्रयासों के खोखलेपन को उजागर करना था. मोदी जी ने खुद कहा है कि वह सामान्य शख्स नहीं है बल्कि उन्हें भगवान ने भेजा है. ये ट्वीट ही पूरी तरह से व्यंग्यात्मक है. 
    हालांकि, पोस्ट पर मचे घमासान के बाद कांग्रेस की केरल इकाई ने इसे डिलीट कर दिया और ईसाइयों को भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक तौर पर ठेस पहुंचाने के लिए माफी मांगी.
    साभार आजल तक

  • कोलकाता में बीजेपी दफ्तर में बम जैसी चीज मिलने के बाद मचा हड़कंप

    कोलकाता में BJP दफ्तर के बाहर मिला बम? मचा हड़कंप, जांच में क्या पता चला
    पश्चिम बंगाल। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में कल रात बीजेपी दफ्तर में बम जैसी चीज मिलने के बाद हड़कंप मच गया। हालांकि बम निरोधक दस्ते ने जांच के बाद यह जानकारी दी कि वह संदिग्ध चीज बम नहीं थी। बम मिलने की सूचना के बाद कोलकाता पुलिस के बम निरोधक दस्ते की टीम और डॉग स्क्वायड यहां पहुंचे थे। पुलिस के मुताबिक एक साजिश के तहत बम जैसी चीज को रस्सी में लपेटकर सड़क के बीच रख दिया गया था और इसे बम बताया गया था। पुलिस घटना के बाद छानबीन कर रही है। स्थानीय पुलिस सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रही है। 
    पुलिस का कहना है कि इस अफवाह के पीछे की वजह पश्चिम बंगाल में चुनावों के दौरान हुए हिंसा की जांच के लिए बनाई गई टीम को डराना था। गौरतलब हो कि लोकसभा चुनावों में पश्चिम हुई हिंसक घटनाओं की जांच के लिए बीजेपी ने चार सदस्यों की एक समिति का गठन किया है। समिति में पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, त्रिपुरा के पूर्व सीएम बिप्लब कुमार देब, बृजलाल और कविता पाटीदार शामिल हैं। 
    रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए रविशंकर प्रसाद ने चुनाव पूरे देश में हुए, लेकिन हिंसा की खबरें सिर्फ पश्चिम बंगाल से ही आई। उन्होंने कहा, पूरे देश में चुनाव होते हैं, लेकिन चुनाव के बाद सिर्फ बंगाल में ही हिंसा क्यों होती है? यहां ग्राम पंचायत चुनाव और विधानसभा चुनाव के दौरान भी हिंसा हुई थी। आज फिर हिंसा की खबरें आई है। उन्होंने आगे कहा, क्या वजह है कि हमारे कार्यकर्ता डरे हुए हैं, लोग डरे हुए हैं, यह बहुत गंभीर मुद्दा है। अगर ममता बनर्जी लोकतंत्र में यकीन रखती हैं, तो उन्हें जवाब देना होगा।
    साभार लाइव हिंदुस्तान

  • जी-7 शिखर सम्मेलन : मेलोनी ने ली सेल्फी, मंच पर ग्रुप फोटो के दौरान मिली महत्वपूर्ण जगह

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इटली गए थे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत हुआ। दुनिया के शीर्ष नेताओं के बीच उनकी दीवानगी भी देखने को मिली। आपको बता दें कि लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा थी। पीएम मोदी ने इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सहित दुनिया के कई नेताओं के साथ बातचीत की।
    इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने उनके साथ सेल्फी भी ली। इसके अलावा ग्रुप फोटो के दौरान उन्हें मच पर बीच की महत्वपूर्ण जगह दी गई।
    पीएम मोदी ने शनिवार की सुबह एक्स पर लिखा, “अपुलिया में जी7 शिखर सम्मेलन में बहुत ही उपयोगी रहा। विश्व नेताओं से बातचीत की और विभिन्न विषयों पर चर्चा की। साथ मिलकर, हमारा लक्ष्य ऐसे प्रभावशाली समाधान तैयार करना है जिससे वैश्विक समुदाय को लाभ हो और भावी पीढ़ियों के लिए एक बेहतर दुनिया का निर्माण हो। मैं इटली के लोगों और सरकार को उनके गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए धन्यवाद देता हूं।”
    प्रधानमंत्री मोदी ने जो बाइडेन के साथ भी अलग से बातचीत की। मोदी-बाइडेन की यह बातचीत वाशिंगटन द्वारा सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में भारतीय लिंक के आरोपों के करीब सात महीने बाद हुई है। बाइडेन के साथ अपनी बैठक के बाद पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा कि भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका वैश्विक भलाई को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।
    अपनी यात्रा के पहले दिन प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की, इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी और जापानी प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा से भी मुलाकात की।
    जी-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रित किया जाना इस बात का संकेत है कि तेजी से बढ़ते चीन का मुकाबला करने की पश्चिम की योजनाओं में भारत को प्रमुखता से जगह दी जा रही है। भारत के अलावा 11 विकासशील देशों के नेताओं को भी आमंत्रित किया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 21 जून को डल झील किनारे योग दिवस मनाएंगे पीएम मोदी

    नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में बीते करीब एक सप्ताह से आतंकवादी हमलों की संख्या बढ़ गई। वैष्णो देवी के पास तीर्थयात्रियों से भरी बस पर हमला हुआ तो उसके बाद तीन और अटैक हुए थे। इन आतंकी हमलों के बाद हालात की समीक्षा को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने हाईलेवल मीटिंग भी की थी। इस बीच खबर है कि 21 जून यानी योग दिवस के मौके पर वह श्रीनगर में डल झील के किनारे आयोजन में शामिल होंगे। पीएम के तौर पर अपना तीसरा कार्यकाल शुरू होने के बाद नरेंद्र मोदी का यह पहला कश्मीर दौरा होगा। अब तक पीएम मोदी की विजिट की आधिकारिक सूचना नहीं है।
    सूत्रों का कहना है कि डल झील के किनारे आयोजन की तैयारियां होने लगी हैं। अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था से लेकर आयोजन के इंतजाम तक में जुटे हुए हैं। डल झील के पास ही बने इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में पीएम मोदी आयोजन के मुख्य अतिथि होंगे। एक अधिकारी ने बताया, 'पीएम नरेंद्र मोदी 20 जून की शाम को ही श्रीनगर पहुंच जाएंगे। इसके बाद वह 21 तारीख को सुबह योग दिवस के कार्यक्रम में शामिल होंगे। हमें उम्मीद है कि इसमें सैकड़ों लोग शामिल होंगे। पीएम मोदी की मौजूदगी के चलते यह हाईप्रोफाइल इवेंट है, जिसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।'
    इसी सप्ताह एसपीजी की टीम श्रीनगर पहुंचेगी और इलाके की सुरक्षा व्यवस्था चेक की जाएगी। एलजी मनोज सिन्हा ने प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था चौक-चौबंद रखने का आदेश दिया है। इस आयोजन में जम्मू-कश्मीर से जुड़े कुछ बड़े खिलाड़ी और एथलीट भी शामिल हो सकते हैं। इस आयोजन के लिहाज से भाजपा भी तैयारियों में जुटी है। भाजपा के एक नेता ने कहा कि हमारे लिए यह गर्व की बात है कि पीएम मोदी कश्मीर में योग दिवस में शामिल होंगे। बता दें कि इस साल मार्च में भी पीएम मोदी श्रीनगर गए थे, जब उन्होंने बख्शी स्टेडियम में एक रैली को संबोधित किया था। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भाजपा नेता पेमा खांडू ने ली अरुणाचल प्रदेश के CM के रूप में शपथ

    ईटानगर। भाजपा नेता पेमा खांडू ने एक बार फिर अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। वहीं, चाउना मीन ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में गृहमंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा भी शामिल हुए। एक दिन पहले ही खांडू को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था। 
    केंद्रीय प्रर्यवेक्षक भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद और तरुण चुघ बुधवार को ईटानगर पहुंचे थे। इस दौरान, उन्होंने भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाई और विधायक दल का नेता चुना। शाम को खांडू चुघ और कई विधायकों के साथ राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) केटी परनायक से मुलाकात करने राजभवन पहुंचे। उन्होंने इस दौरान सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल ने खांडू और उनके मंत्रियों को शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित किया। चुघ ने राजभवन में मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बियुराम वाघ ने मुख्यमंत्री के रूप में खांडू के नाम का प्रस्ताव रखा था। पार्टी के सभी 46 विधायकों ने इसका समर्थन किया। 
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा की सराहना करते हुए, खांडू ने भाजपा में विश्वास जताने और उसे लगातार तीसरी बार सत्ता में लाने के लिए राज्य के लोगों को धन्यवाद दिया।
    साभार अमर उजाला

  • सुप्रीम कोर्ट ने टैंकर माफिया और पानी की बर्बादी पर केजरीवाल सरकार को लगा दी फटकार

    नई दिल्ली। दिल्ली में जल संकट को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची अरविंद केजरीवाल सरकार को बुधवार को अदालत के कड़े सवालों का सामना करना पड़ा। पानी की बर्बादी और टैंकर माफिया को लेकर फटकार लगाते हुए कोर्ट ने पूछा कि आखिर सरकार ने इन्हें रोकने के लिए क्या ऐक्शन लिया है। सर्वोच्च अदालत ने कहा कि टैंकर माफिया पर यदि सरकार ऐक्शन नहीं ले रही है तो दिल्ली पुलिस को इसके लिए आदेश दिया जाएगा। पानी की बर्बादी रोकने के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए, यह बताते हुए एक हलफनामा दाखिल करने को कहा गया है।
    भीषण गर्मी के बीच राजधानी दिल्ली में लाखों लोग जल संकट का सामना कर रहे हैं। पड़ोसी राज्यों से अधिक पानी दिलाने की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। हिमाचल और हरियाणा को दिल्ली के लिए अतिरिक्त पानी भेजने का आदेश दे चुकी अदालत ने बुधवार को दिल्ली सरकार से पानी की बर्बादी और टैंकर माफिया को लेकर सवाल पूछे। अदालत ने कहा, 'लोग परेशान हैं। हम भी न्यूज चैनल्स पर तस्वीरें देख रहे हैं।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बीड से जीते शरद गुट के सांसद ने किया अजित पवार को फोन

    मुंबई. लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी भूचाल देखने को मिल रहा है. यहां सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी एमवीए के नेताओं के बीच वार-पलटवार का दौर चल रहा है. एनसीपी के दोनों धड़ों की ओर से तो कई विधायकों और सांसदों को लेकर दावेदारी की जा रही है. अब एनसीपी प्रमुख अजित पवार के करीबी सहयोगी और एमएलसी अमोल मिटकारी के एक ट्वीट से चर्चाओं का दौर गरमा गया है. अमोल ने दावा किया है कि हाल ही में बीड से लोकसभा चुनाव जीतने वाले एनसीपी (शरद पवार) नेता बजरंग सोनावणे ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को फोन किया और उनसे संपर्क करने की कोशिश की है. 
    अमोल मिटकारी का कहना था कि बजरंग सोनवणे ने दो बार अजित पवार से संपर्क करने की कोशिश की है. मिटकारी के दावा किए जाने के बाद शरद पवार गुट के बारे में चर्चा तेज हो गई है. लोकसभा चुनाव में शरद पवार गुट के 8 सांसद चुने गए हैं. शरद की पार्टी ने 10 सीटों पर चुनाव लड़ा था. वहीं, अजित पवार गुट ने सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल की है.
    सोनावणे को बीड में उनके समर्थक प्यार से बजरंग बप्पा कहकर बुलाते हैं. दरअसल, बीड में दादा को बप्पा कहा जाता है. एनसीपी प्रमुख अजित पवार भी अपने समर्थकों के बीच दादा के नाम से चर्चित हैं.
    साभार आज तक

  • मोदी सरकार के गठन के बाद पहले संसद सत्र की तारीख तय, नए सदस्यों का होगा शपथ ग्रहण

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार के गठन के बाद संसद के पहले सत्र की भी तारीख आ गई है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने जानकारी दी है कि 24 जून से 3 जुलाई तक लोकसभा का पहला सत्र होगा। जबकि, 27 जून से 3 जुलाई तक राज्यसभा का पहला सत्र बुलाया जाएगा। इस दौरान नए सदस्यों का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा।
    केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने बुधवार को कहा, '18वीं लोकसभा का पहला सत्र नए चुने गए सदस्यों की शपथ ग्रहण, स्पीकर के चुनाव, राष्ट्रपति के भाषण और आगे की चर्चा के लिए 24-4-2024 से लेकर 3-7-2024 तक बुलाया गया है। राज्यसभा के 264वें सत्र को 27-6-2024 से बुलाया जाएगा और इसका समापन 3-7-2024 को होगा।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • शपथ लेते ही इन 5 कामों पर मोदी सरकार का फोकस!

    नई दिल्ली. भारत में Modi 3.0 की शुरुआत हो चुकी है. रविवार को राष्ट्रपति भवन में हुए शपथ ग्रहण कार्यक्रम के बाद सोमवार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने PMO में पहुंचकर काम शुरू कर दिया है और शुरुआत से ही PM Modi एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. इस बार भारतीय जनता पार्टी (BJP) को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है और देश में गठबंधन की सरकार है. लेकिन प्रधानमंत्री इस बार भी शुरुआत से ही एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. पहले ही दिन उन्होंने किसानों को सौगात दी है. आइए ऐसे पांच कामों के बारे में बात करते हैं, जिनपर सरकार का फोकस सबसे पहले हो सकता है. 
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीसरे कार्यकाल में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने और साल 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के विजन पर भी आगे बढ़ता रहेगा और इसका जिक्र लोकसभा चुनाव में जीत के बाद प्रधानमंत्री के पहले संबोधन में भी शामिल था.  
    देश में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शपथ ग्रहण के बाद सोमवार को जैसे ही पीएमओ में एंट्री ली, तो सबसे पहले किसानों के हित में बड़ा फैसला ले लिया. शपथ ग्रहण के महज 16 घंटे बाद उन्होंने किसान सम्मान निधि (Kisan Samman Nidhi) की 17वीं किस्त जारी करने के लिए फाइल पर साइन किए. इसके जरिए किसानों के लिए 20,000 करोड़ रुपये की राशि जारी की जाएगी. प्रधानमंत्री के इस फैसले से देश के 9.3 करोड़ किसानों को फायदा होगा. PM Modi कहा है कि NDA सरकार किसान कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है. 
    PM Modi द्वारा सबसे पहले किए जाने वाले कामों की लिस्ट में अगला काम प्रधानमंत्री आवास योजना PMAY से जुड़ा है और ऐसा माना जा रहा है कि सोमवार शाम को होने वाली मोदी 3.0 कैबिनेट की पहली बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 2 करोड़ अतिरिक्त घरों को मंजूरी दी जा सकती है. इसके अलावा इस सरकारी स्कीम के तहत लाभार्थियों को मिलने वाली सहायता में करीब 50 फीसदी का इजाफा भी देखने को मिल सकता है.
    बिजनेस टुडे पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार अपनी नई पारी में शुरुआती दौर में GST को लेकर कुछ फैसले ले सकता है और संभावना जताई जा रही है कि इसमें सरकार की ओर से बदलाव किया जा सकता है. इसमें रेट कम करने और इसी प्रक्रिया को आसान बनाने जैसे बदलाव शामिल हैं. गौरतलब है कि साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी ने पहली बार देश की सत्ता संभाली थी, तो उसके बाद इनडायरेक्ट टैक्स को लेकर बड़ा रिफॉर्म करते हुए 1 जुलाई 2017 को गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) को लागू किया था. जीएसटी सेवाओं और वस्तुओं पर लगता है. इसे कई कैटेगरी में बांटा गया है और इसमें 5%, 12%, 18%, और 28% का टैक्स स्लैब बनाया. 
    GST के साथ ही सरकार की लिस्ट में चौथा अहम काम बेरोजगारी के बढ़ते आंकड़ों पर लगाम लगाने के प्रयास के तहत कुछ बड़े फैसले हो सकते हैं. CMIE के ताजा आंकड़ों को देखें तो भारत में बेरोजगारी दर में इजाफा देखने को मिल रहा है. मार्च 2024 में 7.4 फीसदी की तुलना में ये बढ़कर अप्रैल 2024 में 8.1 फीसदी पर पहुंच गई है. सीएमआईई के मुताबिक, खास बात ये है कि अर्बन इंडिया ही नहीं, बल्कि ग्रामीण भारत में भी बेरोजगारी दर में बढ़ोतरी देखने को मिली है. ग्रामीण बेरोजगारी दर मार्च में 7.1 थी, जो कि अप्रैल में 7.8 फीसदी हो गई है. 
    अब जबकि देश में गठबंधन की सरकार बनी है, तो फिर मोदी कैबिनेट का चुनावी राज्यों पर विशेष फोकस देखने को मिल सकता है और ऐसे में इन राज्यों के लिए कुछ लोकलुभावन और बड़े ऐलान किए जा सकते हैं. दरअसल, साल 2025 तक देश के चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, इनमें हरियाणा (Haryana),महाराष्ट्र, दिल्ली (Delhi), झारखंड (Jharkhand) और बिहार (Bihar) शामिल हैं. ऐसे में इन राज्यों पर केंद्र की गठबंधन सरकार का ध्यान रहेगा. वहीं उत्तर प्रदेश में लगे झटके की भरपाई के लिए राज्य के निवासियों के लिए योजनाएं और ऐलान देखने को मिल सकते हैं. इसका असर Modi 3.0 के शपथ ग्रहण से पहले ही दिखाई भी देने लगा है. 
    साभार आज तक

  • एनसीपी के 25 साल पूरे होने पर अजित पवार ने की चाचा शरद पवार की तारीफ, कहा- विचारधारा नहीं बदली

    मुंबई। लोकसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं और नई सरकार का गठन भी हो चुका है। महाराष्ट्र में अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार से बीते साल ही बगावत कर ली थी और अपनी नई पार्टी बनाकर चुनाव में उतरे थे। उनके दल को महाराष्ट्र में एक सीट पर ही जीत मिली थी। इसके अलावा बारामती लोकसभा सीट पर अजित पवार की पत्नी सुनेत्र को सुप्रिया सुले के मुकाबले हार का सामना करना पड़ा। इन नतीजों को अजित पवार के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है, जो भाजपा और एकनाथ शिंदे गुट के साथ गठबंधन सरकार में डिप्टी सीएम हैं।
    इस बीच नतीजों के बाद अजित पवार के बोल बदलते दिख रहे हैं। उन्होंने सोमवार को एनसीपी के 25 साल पूरे होने के मौके पर शरद पवार की तारीफ की। अजित पवार ने कहा, 'शरद पवार ने सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर अलग होकर नई पार्टी का गठन किया था। वह तब से ही पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं और हमारे संगठन को दिशा दे रहे हैं।' जून 2023 में शरद पवार से अलग होने के बाद से ऐसा पहली बार है, जब अजित पवार ने उनकी तारीफ की है। अजित पवार की ओर से ऐसे वक्त में तारीफ किया जाना कयासों को जन्म दे रहा है, जब उनके गुट को महज एक लोकसभा सीट मिली। वहीं शरद पवार खेमे ने 10 पर जीत हासिल की है। 
    इस मौके पर अजित पवार ने एनडीए के साथ अपने रिश्तों और मोदी सरकार में मंत्री पद न लेने पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा, 'हमारा कहना था कि प्रफुल्ल पटेल पहले भी कैबिनेट मिनिस्टर रहे हैं। ऐसे में वह राज्य मंत्री क्यों बनेंगे। हमने इस बार में भाजपा की लीडरशिप को बता दिया है। हम कुछ समय इंतजार करेंगे और एनडीए में ही बने रहेंगे। इसके अलावा 15 अगस्त से पहले तक ही हमारी राज्यसभा में एक बजाय तीन सीटें हो जाएंगी।' वहीं भाजपा सूत्रों का कहना है कि अजित पवार को नेतृत्व ने कह दिया था कि 7 सीटें जीतने वाले एकनाथ शिंदे गुट को एक राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार का ही पद मिला है। इसलिए एक सीट वाले आपके दल के लिए यह ऑफर ठीक है।
    अजित पवार ने यह भी साफ किया कि भले ही वह भाजपा और एकनाथ शिंदे सेना के साथ हैं, लेकिन हमारी विचारधारा में कोई बदलाव नहीं आया है। हमारी विचारधारा वही है। वही राह है, जो महात्मा फुले, भीमराव आंबेडकर और शाहू जी महाराज ने दिखाई थी। एनडीए की ओर से संविधान बदले जाने के सवाल पर अजित पवार ने कहा कि विपक्ष ने गलत नैरेटिव फैलाया था, जिसमें वह सफल रहा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • यूपी को 25,069.88 करोड़, बिहार के लिए 14,056.12 करोड़... जाने वित्त मंत्रालय ने किस राज्य को कितना पैसा मिला

    नई दिल्ली. केंद्र में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व सरकार बनी है और सोमवार को कैबिनेट गठन हुआ और सभी को उनके मंत्रिमंडल बांट दिए गए. फाइनेंस मिनिस्ट्री की जिम्मेदारी एक बार फिर निर्मला सीतारमण को दी गई है. विभागों के बंटवारे के तुरंत बाद वित्त मंत्रालय ने बड़ा फैसला लेते हुए राज्यों को 1,39,750 करोड़ रुपये का टैक्स डिवोल्यूशन जारी करने को हरी झंडी दिखाई. इसके तहत सबसे ज्यादा पैसा उत्तर प्रदेश को दिया गया है. 
    पीटीआई के मुताबिक, जहां केंद्र सरकार की तरफ से किए गए इस आवंटन में सबसे ऊपर योगी आदित्यनाथ की सरकार वाले उत्तर प्रदेश को किया गया है, केंद्र की ओर से यूपी को 25,069.88 करोड़ रुपये दिए हैं. तो वहीं गठबंधन के मजबूत सहयोगी नीतीश कुमार के नेतृत्व वाला बिहार दूसरे नंबर पर है. वित्त मंत्रालय ने बिहार के लिए 14,056.12 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं. इस लिस्ट में सबसे ज्यादा पैसा पाने वाला तीसरा राज्य मध्यप्रदेश है और इसके लिए 10,970.44 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं. 
    गौरतलब है कि अंतरिम बजट 2024-25 में राज्यों को कर हस्तांतरण के लिए 12,19,783 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. राज्यों को टैक्स डिवोल्यूशन जारी करते हुए वित्त मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि जून 2024 के लिए डिवोल्यूशन राशि की नियमित रिलीज के अलावा एक अतिरिक्त इंस्टॉलमेंट जारी होगी. इसे राज्य सरकारें विकास और पूंजीगत खर्च में तेजी लाने के लिए इस्तेमाल कर सकेंगी. इस हिसाब से देखें तो अतिरिक्त इंस्टॉलमेंट के साथ सोमवार 10 जून को राज्यों को हस्तांतरित कुल राशि (वित्त वर्ष 2024-25 के लिए) 2,79,500 करोड़ रुपये है.
    साभार आज तक

  • शिवराज को कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण मंत्रालय, जाने मप्र के मंत्रियों को कौनसे मिले मंत्रालय

    भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सहयोगियों को शपथ के अगले ही दिन मंत्रालय सौंप दिए। मध्य प्रदेश से पांच सांसद मोदी कैबिनेट में शामिल हुए हैं। इनमें तीन कैबिनेट मंत्री हैं और दो राज्य मंत्री हैं। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण मंत्रालय जैसा बड़े मंत्रालय दिए गए है। वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया को दूरसंचार और पूर्वोत्तर राज्यों की जिम्मेदारी मिली है। दोनों मंत्रियों के पोर्टफोलियों देश के लिए काफी अहम हैं। मोदी सरकार में तीसरी बार मंत्री बने डॉ. वीरेंद्र खटीक को पुराना ही सामाजिक न्याय और आधिकारिकता मंत्रालय मिला है। इसके अलावा दो राज्यमंत्री दुर्गादास उईके को आदिवासी मामले और सावित्री ठाकुर को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है।  
    शिवराज के नेतृत्व में एमपी को सात कृषि कर्मण अवॉर्ड मिले
    कृषि मंत्रालय और ग्रामीण विकास मोदी सरकार के एजेंडे में प्राथमिकता पर हैं। पीएम मोदी ने कार्य संभालने के बाद ही सबसे पहले किसान सम्मान निधि की राशि किसानों के खाते में जारी की। शिवराज के नेतृत्व में ही एमपी कृषि के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बना। प्रदेश को सात बार कृषि कर्मण अवॉर्ड मिले हैं। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय पहले भी मध्य प्रदेश के पास ही था। अब शिवराज सिंह चौहान के सामने किसानों को साधने की चुनौती होगी। एमपी में सीएम रहते हुए इन्होंने कृषि के क्षेत्र में कई अच्छे काम किए हैं। इसका नतीजा यह रहा कि एमपी गेहूं उत्पादन के मामले में पंजाब को भी पछाड़ कर पहले नंबर पर आया। प्रदेश की सिंचाई क्षमता 45 लाख हेक्टेयर हो गई। कृषि के क्षेत्र में इनके किए कामों की तारीफ पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही कर चुके हैं। वहीं, ग्रामीण विकास मंत्रालय भी काफी अहम है। इसके जरिए भारत सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में आवास विहीन लोगों को घर देती है। प्रधानमंत्री ने पहली कैबिनेट में ही 3 करोड़ नए घरों को बनाने की मंजूरी दी है। शिवराज ने भी मंत्रालय मिलते ही अधिकारियों के साथ बैठक कर इसे आगे बढ़ाने का फैसला लिया है। 
    सिंधिया को भी दो मंत्रालय की जिम्मेदारी 
    वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी केंद्र में दो अहम मंत्रालय मिले हैं। इसमें पहला दूरसंचार और दूसरा पूर्वोत्तर राज्यों का विकास मंत्रालय शामिल है। पिछली सरकार में सिंधिया के पास एविएशन मंत्रालय था। दूरसंचार आज के समय देश के लिए काफी अहम मंत्रालय माना जाता है। साइबर सिक्योरिटी से लेकर नए प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में काम करता है। सिंधिया के सामने 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी की जिम्मेदारी होगी। वहीं, सिंधिया को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवाओं, एलन मस्क के नेतृत्व वाले स्टारलिंक के लिए सुरक्षा मंजूरी जैसे मुद्दों को भी प्राथमिकता देनी होगी।
    डॉ. खटीक को पिछला मंत्रालय ही फिर
    सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय पिछली मोदी सरकार में मध्य प्रदेश के पास ही रहा है। डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक को फिर से इसी विभाग की जिम्मेदारी मिली है। यह विभाग सामाजिक न्याय के क्षेत्र में काम करता है। इसका प्रमुख कार्य एससी/एसटी वर्ग की योजनाओं को संचालित करना है। यह विभाग उनके विकास और वेलफेयर के लिए काम करता है। 
    उईके देखेंगे आदिवासी मामले
    मोदी सरकार में प्रदेश से दो राज्यमंत्री डीडी उईके और सावित्री ठाकुर को बनाया गया है। उईके को आदिवासी मामले की जिम्मेदारी दी गई। प्रदेश की आबादी की करीब 21 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या अनुसूचित जनजाति वर्ग से आती है। इसलिए उईके को यह मंत्रालय सौंपा गया है। 
    सावित्री ठाकुर करेंगी महिला व बाल विकास
    वहीं, सावित्री ठाकुर को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का राज्यमंत्री बनाया है। प्रदेश में चलने वाली कई महिलाओं के कल्याण की योजनाओं का लाभ अब केंद्र स्तर पर मिल सकेगा।
    साभार अमर उजाला

  • मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार बनी एनडीए सरकार, बढ़ा अन्य दलों का रसूख

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार बनी केंद्र की एनडीए सरकार अपनी पिछली दो सरकारों के मुकाबले कई मायनों में काफी अलग है। चाहे वह सरकार के आकार का मामला हो या फिर भाजपा और सहयोगी दलों की संख्या की बात या फिर राज्यों के प्रतिनिधित्व का मुद्दा। हर मामले में इस सरकार में काफी विविधता है। हर वर्ग और क्षेत्र तक पहुंच की व्यापकता इसमें ज्यादा दिखाई दे रही है।
    पिछले दो मौकों- 2014 और 2019 पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार बनी तो उनमें भाजपा को स्पष्ट बहुमत था। ऐसे में एनडीए के घटक दलों को बहुत ज्यादा महत्व नहीं मिल पाया था। एनडीए के घटक दलों की संख्या भी कम थी और उनका रसूख भी बहुत कम था। कई बार तो मंत्री पदों और मंत्रालयों को लेकर बात इतनी बिगड़ी के सहयोगी दल सरकार में शामिल भी नहीं हुए। 
    साथ ही भाजपा ने भी इसकी कोई बड़ी चिंता नहीं की, लेकिन इस बार हालात बदले हुए थे। भाजपा का अपना बहुमत नहीं था और उसकी सरकार बनाने की निर्भरता सहयोगी दलों पर टिकी हुई थी। ऐसे में सहयोगी दलों को न केवल खासा महत्व मिला, बल्कि उनका प्रतिनिधित्व भी सरकार में काफी ज्यादा बढ़ा। एक-एक सीट वाले सहयोगी दल भी कैबिनेट मंत्रालय हासिल करने में सफल रहे।
    सरकार के आकार की बात करें तो 2014 में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बनी पहली एनडीए सरकार में 46 मंत्री ही शामिल किए गए थे। इसमें 24 कैबिनेट 10 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 12 राज्यमंत्री शामिल थे। 2019 में जब भाजपा ने 300 का आंकड़ा अपने दम पर पार किया तो सरकार का आकार भी बढ़ा। इसमें 25 कैबिनेट 9 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 24 राज्यमंत्री शामिल किए गए थे। लेकिन इन दोनों ही मौके पर गठबंधन के सहयोगी दलों की भूमिका काफी सीमित थी। राज्यों के प्रतिनिधित्व को देखा जाए तो इस बार सबसे ज्यादा 24 राज्यों का प्रतिनिधित्व है।
    एक और महत्वपूर्ण बात है कि तीनों ही मौकों पर पार्टी ने अपने तत्कालीन अध्यक्षों को सरकार में शामिल किया है। 2014 में तत्कालीन अध्यक्ष राजनाथ सिंह को केंद्र सरकार में शामिल किया गया था, जबकि 2019 में तब के अध्यक्ष अमित शाह को सरकार में लिया गया था। इस बार जे.पी. नड्डा को केंद्र सरकार में शामिल किया गया है। नड्डा 2014 की सरकार में भी मंत्री थे। लेकिन 2019 में अमित शाह के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद उनको पार्टी का नया अध्यक्ष बनाया गया था।
    नई सरकार में हालांकि महिला मंत्रियों की संख्या कम है और वह दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सकी, लेकिन अनुभव व वरिष्ठता काफी ज्यादा है। पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकार में शामिल करने से सरकार को काफी लाभ हो सकता है। इसके अलावा भाजपा और सहयोगी दलों के नए और युवा चेहरों को भी काफी महत्व दिया गया है, जिससे कि सरकार की गति काफी तेज हो सकती है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्य प्रदेश में पांच मंत्रियों में तीन नए चेहरे

    भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा के लोकसभा चुनाव में क्लीन स्वीप कर 29 सीटें जीती हैं। इसके बाद प्रदेश में केंद्र सरकार में मंत्री पद का कोटा बरकरार है। रविवार को नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मोदी कैबिनेट 3.0 में प्रदेश के पांच सांसदों ने मंत्रियों की शपथ ली। इसके जरिए मोदी कैबिनेट में प्रदेश का जातिगत और क्षेत्रीय समीकरण साधा है। कैबिनेट में शिवराज सिंह चौहान समेत तीन नए चेहरों को शामिल किया गया है। मोदी सरकार 3.0 में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, टीकमगढ़ से आठ बार के सांसद वीरेंद्र खटीक, धार से सांसद सावित्री ठाकुर और बैतूल-हरदा लोकसभा क्षेत्र से दुर्गादास उइके को मंत्री बनाया गया है। शिवराज और सिंधिया ओबीसी वर्ग से, सावित्री ठाकुर और दुर्गादास उइके अनुसूचित जनजाति और वीरेंद्र खटीक अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं। 
    मोदी सरकार की दूसरी कैबिनेट में प्रदेश से पांच मंत्री थे। इसमें ज्योतिरादित्य और वीरेंद्र खटीक को दोबारा मौका मिला है। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का पत्ता कट गया है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव में पांच सांसदों को चुनाव लड़ाया था। इसमें तीन केंद्रीय मंत्री रहे फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रहलाद पटेल और नरेंद्र सिंह तोमर भी शामिल थे। फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला जिले की निवास से विधानसभा चुनाव हार गए थे। इसके बाद से ही उनके सियासी भविष्य पर सवाल उठ रहे थे। वहीं, प्रहलाद पटेल और नरेंद्र सिंह तोमर को प्रदेश सरकार में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। 
    शिवराज सिंह - विदिशा सीट से सांसद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान केंद्र सरकार में पहली बार मंत्री बने हैं। उन्होंने विदिशा सीट 8.21 लाख वोट से विदिशा से जीत दर्ज की है। देश में तीसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। प्रदेश में ओबीसी वर्ग को बड़ा चेहरा हैं। मध्य प्रदेश से चार बार मुख्यमंत्री रहे। पूर्व मुख्यमंत्री छठी बार विदिशा से लोकसभा का चुनाव जीते हैं। वे 6 बार विधायक रहे हैं। प्रदेश में भाजपा को सभी 29 सीट पर जीत मिली हैं। इसका एक कारण शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री रहते शुरू हुई लाडली बहना को भी बताया जा रहा है। शिवराज की मामा की छवि उनको जनता से जोड़ती है। 
    ज्योतिरादित्य सिंधिया - गुना-शिवपुरी सीट से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछली सरकार में केंद्रीय नागरिक एवं उड्डयन और इस्पात मंत्री रहे। पांच बार के सांसद हैं। 2019 में कांग्रेस से चुनाव लड़े और भाजपा के केपी यादव से हार गए। 2020 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन की और राज्यसभा सदस्य बने। सिंधिया पीएम और शाह की पसंद हैं। सिंधिया को भाजपा लगातार आगे बढ़ा रही है। युवा चेहरे के रूप में भाजपा आगे बढ़ा रही है। प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों में भी लोकप्रिय हैं।
    वीरेंद्र कुमार खटीक- टीकमगढ़ सीट से सांसद वीरेंद्र कुमार खटीक पिछली सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री रहे हैं। आठवीं बार के सांसद हैं। पहली बार 1996 में सांसद बने। मोदी की पहली सरकार में भी मंत्री रहे। प्रदेश में सबसे वरिष्ठ सांसद के साथ अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं। बुंदेलखंड में अनुसूचित जाति वर्ग का बड़ा वोट बैंक है। खटीक को मंत्री बनाकर भाजपा ने क्षेत्रीय और जातिगत दोनों समीकरण साधने का प्रयास किया है। 
    दुर्गादास उईके - बैतूल-हरदा लोकसभा सीट से सांसद दुर्गादास उईके मोदी सरकार में पहली बार मंत्री बने हैं। वे राजनीति में 2019 में आए और सांसद बने। वह शिक्षक की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए। संघ के करीबी और आदिवासी वर्ग से आते हैं। आदिवासी क्षेत्र बैतूल को लंबे समय से राज्य और केंद्र सरकार में कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिला था। उईके को मंत्री बना कर भाजपा ने आदिवासी वोट बैंक के साथ ही मध्य भारत और मालवा को भी साधने का प्रयास किया है। 
    सावित्री ठाकुर - धार से सांसद सावित्री ठाकुर मोदी सरकार में पहली बार मंत्री बनी हैं। वे मोदी सरकार में 2014 से 2019 तक सांसद थीं। भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 6 महिला सांसदों को चुनाव में उतारा था, इसी कोटे से सावित्री ठाकुर को टिकट मिला था। सावित्री ठाकुर आदिवासी वर्ग से आती हैं और आरएसएस की करीबी होने का फायदा मिला। वहीं, ठाकुर को मंत्री बनाकर मालवा क्षेत्र के साथ ही आदिवासी वर्ग को साधने की कोशिश की है। 
    साभार अमर उजाला

  • आज शाम नरेंद्र मोदी तीसरी बार लेंगे प्रधानमंत्री पद की शपथ, कैबिनेट के संभावित मंत्रियों के पास आने लगे फोन

    नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी रविवार शाम को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस बार वे सबसे बड़ी मंत्रिपरिषद के साथ शपथ ले सकते हैं। इसमें लगभग 60 मंत्रियों के शामिल होने की संभावना है, सबसे ज्यादा जगह बिहार को मिल सकती है। नई मंत्रिपरिषद में किन नामों को जगह मिलेगी, इसका इंतजार है। नरेंद्र मोदी रविवार शाम 7:15 बजे लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस बार भाजपा के पास अपना बहुमत नहीं है और वह गठबंधन के बहुमत के साथ सरकार बना रही है, इसलिए इस बार सरकार में सहयोगी दलों की संख्या तो ज्यादा होगी ही, मंत्रिपरिषद का आकार भी पिछली दोनों बार की तुलना में ज्यादा बड़ा होगा।
    मोदी के शपथग्रहण समारोह में सात राष्ट्राध्यक्षों श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीक, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ, नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ एवं भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे को विशिष्ट अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है।
    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, एस जयशंकर, अर्जुन राम मेघवाल को भी फोन गया है। इनके अलावा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कैबिनेट में जगह मिलेगी। उन्हें भी फोन आ चुका है।
    नई सरकार के शपथग्रहण के लिए हलचल तेज है। राष्ट्रपति भवन से ज्योतिरादित्य सिंधिया, एनसीपी के प्रफुल्ल पटेला, जेडीयू नेता रामनाथ ठाकुर को फोन कॉल आया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • लोकसभा चुनाव में किस पार्टी को मिली कितनी सीटें, देखें पूरी लिस्ट


    नई दिल्ली. चुनाव आयोग ने देश की सभी 543 लोकसभा सीटों के परिणाम घोषित कर दिए हैं, जिसमें भाजपा ने सर्वाधिक 240 सीटें हासिल की है जबकि कांग्रेस ने 99 सीटें जीती हैं. भाजपा के सूरत उम्मीदवार मुकेश दलाल के निर्विरोध चुने जाने के बाद 542 सीटों के लिए मतों की गिनती की गई थी.
    चुनाव आयोग की वेबसाइट पर नवीनतम अपडेट के अनुसार, लोकसभा चुनावों में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पार्टियों द्वारा जीती गई सीटों की संख्या इस प्रकार है:
    बीजेपी - 240
    कांग्रेस - 99
    समाजवादी पार्टी - 37
    तृणमूल कांग्रेस - 29
    डीएमके - 22
    टीडीपी - 16
    जेडी(यू) - 12
    शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) - 9
    एनसीपी (शरद पवार)-8
    शिवसेना - 7
    लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) - 5
    वाईएसआरसीपी - 4
    आरजेडी - 4
    सीपीआई(एम) - 4
    इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग - 3
    आप - 3
    झारखंड मुक्ति मोर्चा - 3
    जनसेना पार्टी - 2
    सीपीआई(एमएल)(एल) - 2
    जेडी(एस) - 2
    विदुथलाई चिरुथैगल काची (VCK) - 2
    सीपीआई - 2
    आरएलडी - 2
    नेशनल कॉन्फ्रेंस - 2
    यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी, लिबरल - 1
    असम गण परिषद - 1
    हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) - 1
    केरल कांग्रेस - 1
    क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी - 1
    एनसीपी - 1
    वॉयस ऑफ द पीपल पार्टी - 1
    जोराम पीपुल्स मूवमेंट - 1
    शिरोमणि अकाली दल - 1
    राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी - 1
    भारत आदिवासी पार्टी - 1
    सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा - 1
    मरूमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम - 1
    आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) - 1
    अपना दल (सोनीलाल) - 1
    आजसू पार्टी - 1
    एआईएमआईएम - 1
    निर्दलीय - 7
    तो बता दें कि बीजेपी के अगुवाई वाले गठबंधन NDA यानी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में कुल 41 दल शामिल हैं. वहीं विपक्ष के INDIA ब्लॉक में 37 पार्टियां हैं. इनमें नेशनल पार्टियों सहित राज्यों के स्थानीय दल शामिल हैं. इस लोकसभा चुनाव में सभी छोटे-बड़े दलों ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा है. हालांकि जेजेपी, अकाली दल जैसी कई पार्टियां ऐसी भी हैं, जो किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं है. 
    साभार आज तक

  • इंदौर से शंकर लालवानी 11.72 लाख वोंटों के अंतर से जीत के साथ टॉप पर, सबसे बड़े अंतर से जीतने वाले उम्मीदवार की सूची

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव में भाजपा के चार उम्मीदवारों समेत कम से कम पांच उम्मीदवारों ने सबसे अधिक अंतर से जीत का पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इंदौर से भाजपा के मौजूदा सांसद शंकर लालवानी 11.72 लाख वोटों के अंतर से जीत के साथ इस सूची में टॉप पर बने हुए हैं.
    कांग्रेस के रकीबुल हुसैन ने असम के धुबरी से 10.12 लाख वोटों के अंतर से जीत दर्ज करके दूसरा सबसे बड़ा जीत का रिकॉर्ड बनाया है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा से 8.21 लाख वोटों से जीत दर्ज की - जो तीसरा सबसे बड़ा अंतर है. इसके बाद भाजपा के सीआर पाटिल हैं, जिन्होंने गुजरात के नवसारी से 7.73 लाख वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है.
    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गांधीनगर से 7.44 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज की. सबसे अधिक जीत के अंतर का पिछला रिकॉर्ड भाजपा की ही प्रीतम मुंडे के नाम था, जिन्होंने अक्टूबर 2014 में महाराष्ट्र के बीड से 6.96 लाख से अधिक वोटों से उपचुनाव जीता था.
    नवसारी से तीन बार सांसद रहे पाटिल ने 2019 में 6.89 लाख वोटों से जीत हासिल करके दूसरे सबसे बड़े अंतर का रिकॉर्ड बनाया था और इस बार उन्होंने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है. केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश के गुना से 5.40 लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की. ​​5 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीतने वाले अन्य उम्मीदवारों में भाजपा के गुजरात के उम्मीदवार राजपालसिंह जादव पंचमहल (5.09 लाख) और हेमंग जोशी वडोदरा (5.82 लाख), इसके भोपाल के उम्मीदवार आलोक शर्मा (5.01 लाख) और मंदसौर (5 लाख से अधिक) से सुधीर गुप्ता शामिल हैं.
    भाजपा के महेश शर्मा ने उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर से 5.59 लाख वोटों से जीत हासिल की, जबकि छत्तीसगढ़ के रायपुर से भगवा पार्टी के उम्मीदवार बृजमोहन अग्रवाल ने 5.75 लाख के अंतर से जीत हासिल की. ​​प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी से 1.52 लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की.
    भाजपा के त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने त्रिपुरा पश्चिम से 6 लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की, जबकि भगवा पार्टी के कृति देव देबबर्मन ने त्रिपुरा पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से 4.86 लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के रायबरेली से सोनिया गांधी की 2019 की जीत के अंतर को पीछे छोड़ते हुए 3.90 लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की है. राहुल ​​गांधी ने केरल के वायनाड से भी 3.64 लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की. 
    साभार आज तक

  • दिल्ली में आप की बड़ी हार, लेकिन लोकसभा चुनाव में बढ़ गया पार्टी का समर्थन

    नई दिल्ली। दिल्ली में एक बार फिर भाजपा ने अपनी 'सूपड़ा साफ' अभियान को जारी रखते हुए सभी सात सीटों पर कब्जा कर लिया। एक दशक से दिल्ली में प्रचंड बहुमत की सरकार चला रही आम आदमी पार्टी इस बार भी अपना खाता खोलने में नाकाम रही। धुर विरोधी कांग्रेस से गठबंधन करके भी उसे सफलता नहीं मिली। एक तरफ पार्टी कथित शराब घोटाले में घिरी है तो दूसरी तरफ उसे हार का भी सामना करना पड़ा है। हालांकि, निराशा के बादलों के बीच पार्टी और इसके मुखिया अरविंद केजरीवाल के लिए एक खुशखबरी भी है।
    कथित शराब घोटाले में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरिवंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और फिर 21 दिनों की जमानत के बाद हुए चुनाव में पार्टी खाता तो नहीं खोल पाई, लेकिन लोकसभा चुनाव में अपना समर्थन बढ़ाने में कामयाब रही है। पार्टी के वोटशेयर में 6 पर्सेंट का बड़ा इजाफा देखने को मिला है। अंतरिम जमानत के दौरान दिल्ली में अपने आक्रामक प्रचार अभियान से केजरीवाल 'आप' को दूसरे स्थान पर लाने में कामयाब रहे। 10 साल बाद पार्टी को भाजपा से कम पर कांग्रेस से ज्यादा वोट मिले हैं। 
    मंगलवार को नतीजों की घोषणा के बाद चुनाव आयोग के मुताबिक, वोटशेयर का जो डेटा जारी किया गया, उसमें आप के लिए सबसे ज्यादा खुशखबरी है तो भाजपा के लिए थोड़ी निराशा। वहीं, कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। भाजपा को 54.35 फीसदी वोट हासिल हुए हैं, जबकि 2019 में पार्टी को 56.9 फीसदी वोट मिले थे। 
    आम आदमी पार्टी को इस बार 24.17 फीसदी वोटर्स ने पसंद किया, जबकि 2019 में पार्टी 18.1 फीसदी वोटशेयर पर सिमट गई थी। 2014 में 32.90 फीसदी वोट पाने वाली 'आप' के लिए यह बड़ा झटका था। हालांकि, तमाम मुश्किलों के बावजूद पार्टी इस बार ना सिर्फ अपना वोट शेयर बढ़ाने में कामयाब रही, बल्कि दूसरा स्थान भी हासिल किया। इस बीच कांग्रेस के लिए निराशा की खबर है। पार्टी ने अकेले दम पर जहां 2019 में 22.5 फीसदी वोट शेयर किए थे तो आम आदमी पार्टी से गठबंधन के बाद उसे घाटा ही सहना पड़ा है। इस बार कांग्रेस को 18.91 फीसदी ही वोट मिले। पार्टी फिसलकर तीसरे स्थान पर पहुंच गई है।  
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  • आज एनडीए की बैठक में शामिल होंगे नीतीश कुमार, पीएम मोदी ने फोन पर की बात

    पटना। दिल्ली में आज एनडीए की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार शामिल होंगे। कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनसे बात की थी। वहीं केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें फोन करके बैठक की जानकारी दी थी। इस बैठक में लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी भी बैठक में शामिल होंगे। बैठक आज शाम 4.30 बजे होगी।
    इसके पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिनभर अपने आवास में ही रहे। उन्होंने इस दौरान उन्होंने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी व सांसद संजय झा के साथ चुनाव परिणाम को लेकर विचार-विमर्श किया। चर्चा यह भी हुई कि आठ-नौ सीटों पर कैसे हार मिली। मुख्यमंत्री ने फोन पर कुछ सहयोगियों के साथ बातचीत की। मुख्यमंत्री सोमवार को ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करके पटना वापस लौटे हैं। पटना लौटने के पहले उन्होंने शाम में फोन पर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बात भी की थी।
    आपको बता दें बिहार में एनडीए को 30 और इंडिया गठबंधन को 9 सीटें मिलीं, जबकि बाकी एक सीट पूर्णिया में निर्दलीय पप्पू यादव ने परचम लहराया। एनडीए में जदयू को 12, भाजपा को 12, लोजपा (आर) को 5 और हम को एक सीट हासिल हुई। वहीं, इंडिया में राजद को 4, कांग्रेस को 3, भाकपा माले को दो सीटें हासिल हुई हैं।
    इस बार एनडीए को 9 सीटों का नुकसान हुआ है। पिछले चुनाव में 39 सीटें उसके खाते में आई थीं। जदयू को चार और भाजपा को पांच सीटों का झटका लगा है। जदयू को किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया और जहानाबाद में हार का सामना करना पड़ा। जबकि, भाजपा को पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, औरंगाबाद एवं सासाराम (सु.) में शिकस्त मिली। लोजपा (आर) ने अपनी सभी पांच सीटें जीत लीं।
    इधर, इंडिया को आठ सीटों का फायदा हुआ है। इनमें राजद को चार, कांग्रेस को दो और भाकपा माले को दो सीटों का लाभ शामिल हैं। पिछली बार कांग्रेस को एक मात्र किशनगंज सीट मिली थी। वहीं, राजद व भाकपा माले के खाते में एक भी सीट नहीं थी। चुनाव जीतने वाले प्रमुख लोगों में गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, चिराग पासवान, ललन सिंह, मीसा भारती, राधामोहन सिंह, तारिक अनवर शामिल हैं। वहीं, हारने वालों में आर के सिंह, उपेंद्र कुशवाहा, रोहिणी आचार्य, रामकृपाल यादव, पवन सिंह भी शामिल हैं।
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  • मध्यप्रदेश में भाजपा का क्लीन स्वीप, हार से कांग्रेस के बुजुर्ग नेताओं के भविष्य पर छाए संकट के बादल

    भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की जीत हुई है। इस बार कांग्रेस छिंदवाड़ा सीट भी नहीं बचा पाई है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपने ही घर में बड़ी मार्जिन से चुनाव हार गए। कांग्रेस की इस तरह की हार से बुजुर्ग नेताओं के भविष्य क्या होगा, इस सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं कांग्रेस का युवाओं को प्रदेश की जिम्मेदारी देने का प्रयोग भी इस चुनाव में काम नहीं आया। 
    दरअसल कांग्रेस ने हाल ही में पीसीसी चीफ की कमान जीतू पटवारी को दी थी। वहीं विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद आदिवासी युवा नेता उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था। इसके बाद से यह माना जा रहा था कि कांग्रेस के इस परिवर्तन से नई पीढ़ी उनके साथ जुड़ेगी और उन्हें लोकसभा चुनाव में 10 से 15 सीटें मिल सकती हैं। लेकिन इसके उलट कांग्रेस मध्य प्रदेश में खाता भी नहीं खोल पाई। अब जीतू पटवारी और उमंग सिंघार के भविष्य पर भी सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। देखना होगा कि क्या कांग्रेस आलाकमान इन नेताओं को आगे भी काम करने का मौका देगी या एक बार फिर से बदलाव किया जाएगा। हालांकि जीतू पटवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मध्य प्रदेश में मिली हार की जिम्मेदारी ले ली है। और किसी भी परिवर्तन के लिए तैयार रहने की बात कही है।
    दरअसल कमलनाथ लगातार 45 सालों से छिंदवाड़ा में जीतते आए हैं। 2019 में उनके पुत्र नकुलनाथ ने छिंदवाड़ा से विजय हासिल की थी। लेकिन इस बार वे बंटी साहू से बड़े अंतर से चुनाव हार गए। इसका सीधा असर कमलनाथ की राजनीतिक करियर पर पड़ेगा। खास बात यह है कि कमलनाथ के साथ-साथ उनके पुत्र नकुलनाथ के भविष्य पर भी संकट के बदल छाने लगे हैं। क्योंकि कमलनाथ ने अपने पुत्र को छिंदवाड़ा से जीत दिलाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। कांग्रेस के बड़े नेता होने के बावजूद वे एक सीट पर सिमटकर रह गए थे। अब ऐसे में नकुलनाथ को दोबारा छिंदवाड़ा से टिकट दिलवा पाना उनके लिए टेढ़ी खीर होगी।
    मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सिंह को राजगढ़ से चुनावी रण में उतारा गया था। ऐसा माना जा रहा था कि दिग्विजय सिंह राजगढ़ से कांग्रेस को विजय दिलाएंगे। लेकिन दिग्विजय सिंह को अपने घर में ही बड़ी हार मिली है। अब इसके बाद से दिग्विजय सिंह के करियर पर भी सवालिया निशान खड़ा हो रहा है। जानकारी के लिए बता दें भले ही दिग्विजय सिंह मध्य प्रदेश में  चुनाव नहीं लड़ते थे, लेकिन हर चुनाव में उनकी अहम भूमिका रहती थी। चाहे वह टिकट वितरण में हो या प्रत्याशियों का प्रचार प्रचार करना हो। कार्यकर्ताओं के बीच उनकी अच्छी पकड़ है। लेकिन अब वह इस चुनाव को आखिरी बता रहे थे उनका साफ कहना था कि इसके बाद में वे चुनाव नहीं लड़ेंगे लेकिन उनको जाते-जाते भी हर का सामना करना पड़ा है।
    कांग्रेस के सभी बड़े नेता लगातार दावा कर रहे थे कि मध्य प्रदेश में उन्हें 10 से 15 सीटों पर विजय मिलेगी। लेकिन वह इस बार मध्य प्रदेश में खाता तक नहीं खोल पाए। जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 28 सीट पर जीत दर्ज की थी। छिंदवाड़ा सीट जीतकर कांग्रेस ने भाजपा को क्लीन स्वीप से रोका था। इस बार ऐसा नहीं हो पाया। एग्जिट पोल में भी भाजपा के इस बार क्लीन स्वीप का अनुमान लगाया गया था।
    लोकसभा चुनाव से पहले कमलनाथ अपने पुत्र नकुलनाथ के साथ बीजेपी में शामिल होने की पूरी तैयारी कर ली थी। लेकिन अचानक उनके मन में परिवर्तन आया और वे अपने निर्णय को बदल दिया और कांग्रेस में ही रहकर छिंदवाड़ा से एक बार फिर चुनाव लड़ा। अब अगर कमलनाथ अपने बेटे नकुलनाथ का भविष्य संवारने के लिए बीजेपी में जाने का रुख करते हैं, तो ऐसे में भाजपा उन्हें स्वीकार नहीं करेगी। क्योंकि भाजपा उन्हें छिंदवाड़ा से ही चुनाव लड़ने के लिए अपने पार्टी में शामिल कर रही थी। अब बीजेपी को छिंदवाड़ा में विजय हासिल हो गई है, इसलिए अब उन्हें कमलनाथ की जरूरत नहीं पड़ेगी।
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पीएम मोदी को भेंट करेंगे 29 कमल के फूलों की माला

    भोपाल। मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर भाजपा को जीत मिली है। इस बार पूर्व सीएम कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा को भी भाजपा की रणनीति ने ढहा दिया है। प्रदेश में भाजपा के क्लीन स्वीप का श्रेय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को जाता है। डॉ. यादव अपनी पहली परीक्षा में कामयाब हुए हैं। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में 2014 में भाजपा को 29 में से 27 और 2019 में 29 में से 28 सीटों पर जीत मिली थी। भाजपा आम चुनाव में पहली बार छिंदवाड़ा सीट जीती है। भाजपा ने कांग्रेस का सभी सीटों को जीतने का रिकॉर्ड तोड़ा है। छत्तीसगढ़ के अलग होने से पहले 1984 में कांग्रेस ने 40 की 40 सीटों पर जीत दर्ज की थी। 
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के शपथ लेने के तीन महीने बाद ही लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। सीएम ने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद लगातार रैली और सभाएं की। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में 142 से अधिक आम सभाएं और 55 रोड शो किए। साथ ही देश के 12 राज्यों में 72 लोकसभा सीटों पर प्रचार किया। वहीं, वीडी शर्मा ने भी लगातार कार्यक्रम किए। 
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भाजपा कार्यालय में आयोजित विजय उत्सव कार्यक्रम में कहा कि प्रदेश की 29 की 29 सीटों पर जीत दर्ज की है। अब कुछ बचा ही नहीं। इसके साथ ही इंदौर और विदिशा में जीत के रिकॉर्ड बनाएं है। आठ सीटें चार लाख से अधिक मतों से जीती है। इस बार छप्पड़ फांड जीत दर्ज की है। छिंदवाड़ा में एक लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज की। कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को भोपाल के बाद अब राजगढ़ में घर छोड़कर आए है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में इतिहास बना है। वह तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे है। 
    पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह भाजपा की महाविजय है। अब हम विकसित भारत के निर्माण के लिए अपने आप को समर्पित कर दें। पूर्व सीएम ने कहा कि 2014 में 27, 2019 में 28 और अब 29 सीटों में से 29 सीटें। पिछली बार एक कसर रह गई थी। उन्होंने कहा कि लगातार तीसरी बार सरकार बनना चमत्कार है। हम 300 पार तो हो ही रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिजल्ट के बाद जनता की कसौटी पर खड़े उतरने का संकल्प लेने का समय है। शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को 29 सीटों की जीत की बधाई दी।
    मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ जनसभा और दो रोड शो किए। वहीं, केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने चार जनसभाएं, एक रोड शो, एक क्लस्टर और 1 प्रबुद्धजन सम्मेलन को संबोधित किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 7 जनसभाएं, 1 शक्ति केंद्र सम्मेलन, 1 प्रबुद्धजन सम्मेलन और 2 क्लस्टर बैठक को संबोधित किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 6 जनसभा 1 सामाजिक बैठक को संबोधित किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने 29 लोकसभा क्षेत्रों की 171 विधानसभाओं एवं 192 अन्य कार्यक्रमों में सहभागिता की।
    साभार अमर उजाला

  • छिंदवाड़ा सीट हमारे लिए चैलेंज थी : नगरीय प्रशासन मंत्री विजयवर्गीय

    इंदौर। मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटों पर मिली जीत ने बता दिया कि प्रदेशवासी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेम करतेे है और उन्हें केंद्र सरकार पर पूरा भरोसा है।
    केंद्रीय मंत्री अमित शाह की रणनीति और मुख्यमंत्री अमित शाह की मेहनत के कारण हमने प्रदेश में क्लीन स्वीप किया है। छिंदवाड़ा का सीट को लेकर उन्होंने कहा कि इस सीट की जिम्मेदारी मुझे दी गई थी। छिंदवाड़ा सीट हमारे लिए चुनौती थी, लेकिन हमारी मेहनत रंग लाई।
    आम चुनाव में पहली बार यह सीट भाजपा जीती है। एडीए गठबंधन को 400 सीट नहीं मिलने के सवाल पर विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस ने इस बारे में दुष्प्रचार किया। वह जनता के बीच यह बात फैला रही थी कि यदि 400 सीटें मिल गई तो भाजपा सरकार संविधान बदल देगी। हम सही तरीके से अपनी बात नहीं रख पाए।
    लालवानी बोले- कांग्रेस के दुष्प्रचार के कारण नोटा को ज्यादा वोट
    दूसरी बार इंदौर लोकसभा सीट से चुनाव जीते शंकर लालवानी ने कहा कि उनकी जीत भाजपा कार्यकर्ता की मेहनत और केंद्र सरकार के प्रति वोटरों के विश्वास के कारण हासिल हुई है। नोटा का इंदौर में रिकार्ड बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव में दुष्प्रचार किया। इस कारण नोटा को ज्यादा वोट मिले।
    आने वाले पांच सालों की प्राथमिकता से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि रेल, सड़क व अन्य इंट्रास्ट्रक्चर से जुड़े कामों को जमीन पर लाया जाएगा। आने वाले पांच सालों में इंदौर का तेजी से विकास होगा।
    साभार अमर उजाला

  • ताजा रुझानों में इंडिया गठबंधन की लंबी छलांग

    नई दिल्ली। सात चरणों में हुए लोकसभा चुनावों में मतों की गिनती जारी गई है। ताजा रुझानों के मुताबिक केंद्र की सत्ताधारी भाजपा की अगुवाई वाला गठबंधन एनडीए INDIA अलायंस से बहुत आगे चल रहा है। हालांकि, कांग्रेस की अगुवाई वाले इंडिया अलायंस ने तेजी से कवर किया है और अपना प्रदर्शन बेहतर किया है।मतगणना के शुरुआती रुझानों में सुबह 10.15 बजे तक NDA 304 सीटों पर आगे चल रहा है तो इंडिया गठबंधन 217 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। अन्य 22 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
    ताजा रुझानों के मुताबिक एनडीए में भाजपा 248, टीडीपी 14, जेडीयू 15 शिवसेना 5 पर आगे चल रही है, जबकि इंडिया गठबंधन में कांग्रेस 94, डीएमके 20, समाजवादी पार्टी 33, तृणमूल कांग्रेस-27  सीपीआईएम-9 पर आगे चल रही है।
    चुनाव आचार नियमावली के अनुसार मतगणना में पहले डाक मतपत्र (पोस्टल बैलट) की गिनती की जाएगी और आधे घंटे बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में दर्ज मतों की गिनती शुरू होगी।
    बता दें कि भारी सुरक्षा के बीच मतों की गिनती हो रही है। देशभर के सभी मतगणना केंद्रों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। मतगणना केंद्र परिसर के बाहर स्थानीय पुलिस मौजूद है। मतगणना स्थल पर एसआरपीएफ और मतगणना केंद्र के साथ-साथ स्ट्रांग रूम के दरवाजे के बाहर सीएपीएफ की कड़ी तैनाती है।
    ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों और अधिकृत राजनीतिक प्रतिनिधियों के अलावा किसी भी व्यक्ति को परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गयी। राज्य के सभी मतगणना केंद्र कंप्यूटर, इंटरनेट, टेलीफोन (लैंडलाइन) और फैक्स जैसी आधुनिक संचार सुविधाओं से सुसज्जित हैं।
    लोकसभा की 543 सीट हैं लेकिन गुजरात के सूरत में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुकेश दलाल के निर्विरोध निर्वाचित होने के कारण 542 सीट के लिए ही वोटों की गिनती की जा रही है। लोकसभा चुनाव के साथ-साथ आंध्र प्रदेश और ओडिशा में विधानसभा चुनाव के लिए भी मतगणना शुरू हो गई। अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभाओं के लिए भी चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ ही हुए थे और इनके परिणाम दो जून को घोषित किए जा चुके हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कंगना रनौत पहले ही चुनाव में सुपरहिट

    मंडी। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत की राजनीति में डेब्यू हिट होगी या फ्लॉप, यह आज तय होने जा रहा है। वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। हम आपको इस सीट पर मतगणना की हर जानकारी सबसे पहले देंगे। देश भर में 'छोटी काशी' के नाम से मशहूर हिमाचल प्रदेश के ‘मंडी’ सीट पर देशभर की निगाहें टिकी हैं। कंगना का मुकाबला कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह से हैं जो पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बेटे हैं। पहले कंगना रनौत की उम्मीदवारी और फिर उनको लेकर 'मंडी' पर की गई विवादित टिप्पणी के बाद यह सीट पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई। 
    कंगना रनौत और विक्रमादित्य सिंह के बीच मुकाबला बेहद दिलचस्प रहा। चुनाव प्रचार के दौरान दोनों के बीच खूब टीका-टिप्पणी हुई। दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ तीखे शब्दों का इस्तेमाल किया। कंगना रनौत ने कांग्रेस उम्मीदवार और सुक्खू सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह को 'शहजादा' कहकर हमले किए तो जवाब में उन्हें 'मोहतरमा' कहकर जवाब दिया गया।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पक्ष और विपक्ष में कांटे की टक्कर के बीच बाजार औंधे मुंह गिरा

    नई दिल्ली। आज लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आने हैं। ऐसे में आज इस बात का पटाक्षेप हो जाएगा कि चुनाव परिणाम बाजार पर क्या असर डालेंगे। फिलहाल पक्ष और विपक्ष में कांटे की टक्कर के बीच बाजार औंधे मुंह गिर गए हैं।
    शेयर बाजार में चुनाव परिणामों के दिन की अब तक की सबसे बड़ी गिरावट आई है। एनडीए और इंडी गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर के बीच सेंसेक्स पहली बार चुनाव परिणाम के दिन 5000 अंकों से अधिक फिसल गया। शेयर बाजार में चुनावी नजीजों के बीच हाहाकार दिख रहा है। दोपहर 12 बजकर 16 मिनट पर सेंसेक्स 5188.93 (6.79%) अंकों की गिरावट के साथ 71,279.85 के स्तर पर पहुंच गया। दूसरी ओर निफ्टी 1,627.10 (6.99%) अंक फिसल कर 21,636.80 पर कारोबार करता दिखा। बीएसई पर सभी सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 36.3 लाख करोड़ रुपये घटकर 425.9 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पूर्व अब तक बाजार में लोकसभा चुनाव परिणाम के दिन इतनी बड़ी गिरावट नहीं आई थी। 
    साभार अमर उजाला

  • इंदौर नोटा में भी नंबर वन, भाजपा प्रत्याशी लालवानी ने भी अपना पिछला रिकॉर्ड तोड़ा

    इंदौर। लोकसभा चुनाव परिणाम में इंदौर ने नया रिकॉर्ड बना लिया है। स्वच्छता में नंबर वन शहर ने लोकसभा चुनाव के परिणाम में एक लाख से अधिक वोट नोटा को दिए हैं। वहीं भाजपा के प्रत्याशी शंकर लालवानी ने भी अपना पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 
    इंदौर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी ने जीत की लीड का अपना ही पिछला रिकार्ड तोड़ दिया है। लालवानी ने पिछले चुनाव में 5 लाख 47 हजार वोटों के मार्जिन से चुनाव जीता था, जो इंदौर लोकसभा चुनाव की सबसे बड़ी जीत थी। इस बार लालवानी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी संजय सोलंकी से 5 लाख 79 हजार 137 वोटों की लीड सातवें राउंड में बना ली है। इस बार नोटा ने 10 हजार से ज्यादा वोट पहले राउंड में ही हासिल कर लिए थे।
    सफाई के बाद इंदौर ने नोटा का भी रिकार्ड बना लिया है। इंदौर में एक लाख 25 हजार से अधिक वोट मिल गए हैं। नोटा का सबसे अधिक वोट का रिकार्ड बिहार की गोपालगंज सीट का है। यहां पर नोटा को 51 हजार 660 वोट मिले थे। दूसरे क्रम पर पश्चिम चंपारण में 45,609 वोट नोटा को मिले थे, लेकिन दोनों सीटों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए इंदौर लोक सभा सीट पर नोटा को एक लाख 25 हजार से अधिक वोट मिल गए हैं। इंदौर में पिछले चुनाव में नोटा को पांच हजार वोट मिले थे। 
    साभार अमर उजाला

  • मध्य प्रदेश में भाजपा क्लीन स्वीप की ओर, जानिए जीत के पीछे के पांच कारण

    भोपाल। मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों को लेकर तमाम एग्जिट पोल्स ने जो दावा किया थो, वो सटीक निकले हैं। भाजपा ने क्लीन स्वीप कर अपना मिशन पूरा कर लिया है। चौंकाने वाली बात ये रही कि कांग्रेस का गढ़ कही जाने वाली छिंदवाड़ा सीट पर भी भाजपा ने बढ़त बना रखी है।  
    मध्य प्रदेश में 2014 में मोदी लहर में कांग्रेस के बड़े-बड़े गढ़ ढह गए थे। सिर्फ गुना और छिंदवाड़ा में ही कांग्रेस को जीत मिली थी। 2019 में तो माहौल ही बदल गया। गुना में ज्योतिरादित्य सिंधिया को हार मिली। कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा को नकुल नाथ महज 25 हजार वोट से जीत सके थे। 2023 के विधानसभा चुनावों के नतीजों के आधार पर कांग्रेस को उम्मीद थी कि वह कम से कम 5 सीटों पर चुनौती देने की स्थिति में है। हालांकि, भाजपा के केंद्रीय और राज्य के नेतृत्व ने संकल्प लिया और सभी सीटों को जीतने के लिए पूरी ताकत लगा दी। इसका असर दिख भी रहा है।
    पांच बड़े कारण
    मोदी मेजिकः मध्य प्रदेश में भाजपा ने सतना में गणेश सिंह और मंडला में फग्गनसिंह कुलस्ते को उम्मीदवार बनाया, जिन्होंने विधानसभा चुनावों में हार का सामना किया था। दोनों भी अपनी सीट जीत रहे हैं। यह बताता है कि मतदाताओं ने मोदी के चेहरे पर वोट किया है। मोदी की लहर अब भी प्रदेश में कायम है। भाजपा के तमाम नेता भी दावा करत रहे कि मोदी के मन में MP है तो MP के मन में भी मोदी है। मोदी के चेहरे पर मतदाताओं का भरोसा कायम है।  
    राम मंदिर मुद्दा कायमः मध्य प्रदेश में राम मंदिर का मुद्दा कायम रहा। सर्वे एजेंसियों ने जब वोटरों से बात की तो उन्होंने कहा कि जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे। 22 जनवरी को जब अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हुई तो पूरे मध्य प्रदेश में माहौल राममय था। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा के कैम्पेन में यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया कि कांग्रेस ने राम मंदिर का न्योता ठुकराया है। इसी वजह से बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता भाजपा में भी शामिल हुए थे।  
    उम्मीदवारों का चयन: भाजपा ने विधानसभा चुनावों से सबक लेते हुए इस बार भी उम्मीदवारों की घोषणा चुनावों की तारीख आने से पहले ही कर दी थी। इसका भी फायदा पार्टी को मिला। कांग्रेस ने विधायकों और विधानसभा चुनाव हारे नेताओं को उम्मीदवार बनाया। इतना ही नहीं, सपा के लिए खजुराहो सीट छोड़ना और इंदौर में अक्षय बम को उम्मीदवार बनाना भी पार्टी के खिलाफ गया। इससे भी मतदाताओं में यह माहौल बना कि कांग्रेस मुकाबला ही नहीं करना चाहती।  
    बड़े नेताओं की घेराबंदीः विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के अभियान का नेतृत्व कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जैसे वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं ने किया। लोकसभा चुनाव में पार्टी ने छिंदवाड़ा में नकुल नाथ और राजगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को प्रत्याशी बनाया। इससे कमलनाथ छिंदवाड़ा में और दिग्विजय राजगढ़ में बंधकर रह गए। वह अन्य सीटों पर चुनाव प्रचार नहीं कर सके। ऐसे में कम अनुभवी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और उमंग सिंघार जैसे नेताओं पर प्रचार अभियान की जिम्मेदारी आ गई। चुनाव अभियान के दौरान दोनों की खटपट की खबरें भी आईं। इसे दूर करने के लिए जीतू पटवारी ने खुद उमंग सिंघार का वीडियो इंटरव्यू लेकर सोशल मीडिया पर पब्लिश किया। हालांकि, तब तक डैमेज हो चुका था। 
    कांग्रेस में मची भगदड़ः भाजपा के आंकड़ों पर यकीन करें तो कांग्रेस के तीन लाख से अधिक कार्यकर्ता पार्टी में शामिल हुए हैं। नरोत्तम मिश्रा के नेतृत्व में भाजपा की न्यू जॉइनिंग टोली ने सक्रियता के साथ कांग्रेस नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाई। छिंदवाड़ा में कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ के करीबी दीपक सक्सेना से लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी तक भाजपा में आए। कांग्रेस के पूर्व विधायक और विधानसभा चुनावों में भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़े नेता भी भाजपा में आए। इससे माहौल बना कि कांग्रेस तो मुकाबले में है ही नहीं।
    साभार अमर उजाला

  • आंध्र प्रदेश में टीडीपी-बीजेपी गठबंधन का क्लीन स्वीप

    नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश में टीडीपी-बीजेपी गठबंधन शानदार प्रदर्शन करता दिख रहा है। लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव में भी एनडीए ने भारी बढ़त बना ली है। अब तक के जो रुझान सामने आ रहे हैं उसके मुताबिक टीडीपी-बीजेपी गठबंधन 131 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं जगनमोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वीएसआरसीपी सिर्फ 8 सीटों पर आगे हैं। आंध्र प्रदेश में विधानसभा की कुल 175 सीटें हैं। किसी भी दल को बहुमत के लिए सिर्फ 88 सीटों की जरूर होती है। अब तक सिर्फ 139 सीटों की गिनती हुई है।
    वहीं, लोकसभा चुनाव की गिनती पर ध्यान दें तो सभी 25 सीटों के रुझान सामने आ चुके हैं। इनमें से टीडीपी 15 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, बीजेपी के खाते में सिर्फ 5 सीटें जाती दिख रही हैं। बीजेपी भी तीन पर आगे चल रही है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अमेठी में कांग्रेस के सिपाही से हार गईं स्मृति ईरानी

    अमेठी।  लोकसभा चुनाव के नतीजों ने चौंका दिया है। एनडीए के लिए 400 पार का नारा देने वाली बीजेपी बहुमत के आंकड़े को भी पार नहीं कर सकी है। हालांकि, एनडीए जरूर 290 के पार पहुंचता दिख रहा है। बीजेपी को सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश में लगा है, जहां पर पार्टी सपा से भी पिछड़ गई। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी अमेठी में हार गईं। अमेठी लोकसभा सीट पर स्मृति ईरानी को एक लाख से ज्यादा वोटों से हार का सामना करना पड़ा है। 
    राहुल गांधी पिछले लोकसभा चुनाव में अमेठी में हार गए थे, जिसके बाद कांग्रेस ने इस बार रणनीति में बदलाव करते हुए आखिरी समय में पत्ते खोले थे। शुरुआत में कयास लग रहे थे कि राहुल गांधी सिर्फ केरल की वायनाड सीट से ही चुनाव लड़ेंगे, लेकिन आखिरी वक्त में उनके अमेठी और बहन प्रियंका गांधी के रायबरेली से मैदान में उतरने की अटकलें तेज हो गईं। हालांकि, नामांकन के आखिरी दिन कांग्रेस ने राहुल को रायबरेली और अमेठी से सोनिया गांधी का कामकाज देखने वाले किशोरी लाल शर्मा को टिकट दे दिया। कांग्रेस सूत्रों ने इसे एक रणनीति करार दिया था और आज यही प्लानिंग सफल हो गई।
    जब अमेठी और रायबरेली के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों का ऐलान किया गया, तो रायबरेली में तो कार्यकर्ता खुश थे, क्योंकि सोनिया गांधी के बाद उन्हें राहुल गांधी के तौर पर उम्मीदवार मिला था, लेकिन अमेठी में कांग्रेस वर्कर्स में अचानक मायूसी छा गई थी। केएल शर्मा के उम्मीदवार बनने की वजह से बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भी मान लिया कि अब शायद ही स्मृति ईरानी के खिलाफ जीत हो सके, लेकिन समय बीतने के साथ-साथ माहौल बदला और खुद प्रियंका गांधी ने मोर्चा संभाले रखा। कई दिनों तक अमेठी के गांव-गांव जाकर सभाएं कीं और आखिरकार केएल शर्मा को जीत तक पहुंचा दिया। किशोरी लाल शर्मा को अमेठी से टिकट देने के पीछे कांग्रेस की रणनीति मानी जा रही थी। प्लानिंग यह थी कि यदि अमेठी में केएल शर्मा की जीत होती है तो यह बड़ी खबर होगी। लोगों के बीच चर्चाएं होंगी कि केंद्रीय मंत्री को कांग्रेस के एक आम कार्यकर्ता ने हरा दिया। वहीं, यदि केएल शर्मा स्मृति से हार भी जाते तो भी स्मृति ईरानी के लिए कोई बड़ी उपलब्धि नहीं होगी, क्योंकि पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने राहुल गांधी जैसे दिग्गज नेता को हराया था। अब जब अमेठी के नतीजे आ गए हैं और केएल शर्मा की जीत हो गई है तो कांग्रेस की यही रणनीति काम करती दिख रही।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • इन राज्यों में BJP ने किया क्लीन स्वीप, सभी सीटें जीतीं

    नई दिल्ली। भारत की 543 सीटों वाली संसद में बहुमत के लिए 272 का आंकड़ा छूना जरूरी है। हालांकि, अब तक भारतीय जनता पार्टी समेत कोई भी दल इससे काफी पीछे नजर आ रहा है। हालांकि, भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए ने आंकड़ा पार भी कर लिया है। ऐसे भी कई राज्य हैं, जहां एनडीएन क्लीन स्वीप कर विपक्ष के खिलाफ एकतरफा जीत हासिल करने की तैयारी में है।
    एनडीए मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटों पर जीत हासिल करती नजर आ रही है। भाजपा अरुणाचल प्रदेश की 2, त्रिपुरा की 2, हिमाचल प्रदेश की 4, उत्तराखंड की 5 और राजधानी दिल्ली की 7 सीटों पर आगे चल रही है। इन सभी को मिलाकर भाजपा 5 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 49 सीटों पर एकतरफा जीत दर्ज करने की तैयारी में है।
    ओडिशा से भी मिल सकती है खुशखबरी
    लोकसभा के साथ-साथ ओडिशा विधानसभा की 147 सीटों पर भी मतगणना जारी है। संभावनाएं हैं कि भाजपा पहली बार राज्य में बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। ईसीआई के आंकड़ों के अनुसार, भाजपा 75 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, सत्तारूढ़ बीजू जनता दल 54 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है। कांग्रेस को अब तक 16 सीटों पर बढ़त हासिल है।
    UP ने बिगाड़ा खेल, बंगाल में भी झटका
    2019 लोकसभा चुनाव में 62 सीटों पर जीत हासिल करने वाली भाजपा 40 का आंकड़ा भी नहीं छू पा रही है। वहीं, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस मिलकर 44 सीटों पर आगे चल रहे हैं। हालांकि, राज्य में एनडीए गठबंधन में राष्ट्रीय लोकदल भी शामिल है, लेकिन वह भी 2 सीटों पर ही बढ़त बनाए हुए है। सीटों की संख्या के लिहाज से 80 सीटों वाला उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा राज्य है।
    इसके अलावा भाजपा को पश्चिम बंगाल से भी खासी उम्मीदें थीं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी राज्य में सीटें बढ़ने की संभावनाएं जता रहे थे। भारत निर्वाचन आयोग के ताजा आंकड़े बता रहे हैं कि पार्टी अब तक महज 9 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है और तृणमूल कांग्रेस 32 सीटों पर आगे है। बीते लोकसभा चुनाव में यहां भाजपा ने 17 सीटें अपने नाम की थीं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • एग्जिट पोल में दिग्गजों को भी झटके का अनुमान

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों से पहले एग्जिट पोल्स की काफी चर्चा हो रही है। सभी एग्जिट पोल्स में एनडीए को एकतरफा जीत का अनुमान जाहिर किया गया है। ज्यादातर सर्वे में कहा गया है कि भाजपा को लगभग 300 सीटें मिल सकती हैं। यही नहीं इनमें से कुछ एग्जिट पोल्स में देश की कई हॉट सीट्स के नतीजे को लेकर भी भविष्यवाणी की गई है। अमेठी, रायबरेली, कन्नौज समेत देश की ऐसी तमाम सीटें हैं, जिन पर लोगों की नजरें टिकी हुई हैं। सर्वे एजेंसी स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स ने देश की सभी सीटों का अनुमान जाहिर किया है। इनमें से कुछ हॉट सीटों का यहां हम जिक्र कर रहे हैं।
    सर्वे के अनुसार अमेठी सीट से केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी को करारा झटका लग सकता है। इस सर्वे में अनुमान जताया गया है कि वह कांग्रेस कैंडिडेट किशोरी लाल शर्मा के मुकाबले हार सकती हैं। इसके अलावा राहुल गांधी रायबरेली में गांधी परिवार के गढ़ से विजयी हो सकते हैं। इससे पहले 2019 में वह अमेठी से हार गए थे, जिसके बाद उन्होंने अबकी बार रायबरेली से ही चुनाव लड़ा था। इन दो सीटों के अलावा कन्नौज से भी भाजपा को झटका लग सकता है। यहां उसके कैंडिडेट सुब्रत पाठक के मुकाबले अखिलेश यादव के जीतने का अनुमान है।
    यूपी के पूर्वांचल की आजमगढ़ लोकसभा सीट पर धर्मेंद्र यादव और भाजपा के दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ के बीच मुकाबला था। अनुमान है कि यहां भी INDIA अलायंस बाजी मार सकता है। अब राजस्थान की अलवर सीट की बात करें, जहां से केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं तो यहां वह जीत सकते हैं। इसके अलावा मनोहर लाल खट्टर करनाल लोकसभा सीट से विजयी हो सकते हैं। उन्होंने हाल ही में राज्य के सीएम पद से इस्तीफा दिया था और चुनाव में उतरे हैं। एग्जिट पोल में अनुमान जताया गया है कि खट्टर जीत सकते हैं। 
    दिल्ली में कन्हैया कुमार और मनोत तिवारी की फाइट से नॉर्थ ईस्ट दिल्ली सीट चर्चा में हैं। स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स के एग्जिट पोल में यहां से मनोज तिवारी जीत की ओर हैं। मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट कांग्रेस बुरे वक्त में भी जीतती रही है। लेकिन एग्जिट पोल के अनुसार यहां इस बार कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ हार सकते हैं और भाजपा को जीत मिल सकती है। 
    इसके अलावा एग्जिट पोल में कुछ और चौंकाने वाली भविष्यवाणियां की गई हैं। सर्वे के अनुसार मंडी लोकसभा सीट से कंगना रनौत जीत सकती हैं। वहीं बारामती लोकसभा सीट से शरद पवार का जलवा समाप्त हो सकता है और उनकी बेटी सुप्रिया सुले को हराकर अजित पवार की पत्नी जीत सकती हैं। इसके अलावा तिरुअनंतपुरम से कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर भी हार सकते हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • हिमालय में लंबे प्रवास से लौटीं उमा भारती ने कहा- भाजपा 450 से अधिक सीटों पर दर्ज करेगी जीत

    भोपाल। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने लोकसभा चुनाव के परिणाम पर बड़ा दावा किया है। उमा भारती का अनुमान है कि भाजपा एग्जिट पोल की भविष्यवाणी से कहीं अधिक सीटें जीतने जा रही है। हिमालय में लंबे प्रवास से लौटीं उमा भारती ने कहा है कि भाजपा 450 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेगी। गौरतलब है कि इस बार भाजपा ने '400 पार' का नारा दिया है। उन्होंने पीएम मोदी की भी जमकर तारीफ की और उन्हें मसीहाई करिश्मे वाला प्रधानमंत्री बताया। 
    उमा भारती ने काउंटिंग से एक दिन पहले सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट के जरिए भाजपा की प्रचंड जीत का भरोसा जताया। उमा भारती का कहना है कि हिमालय पर देशभर से आने वाले लोगों की मुलाकात के बाद उन्हें यह अनुमान हुआ है। उन्होंने लिखा, 'परसों एग्जिट पोल आया, उनके जो भी अनुमान हैं किंतु मेरा अनुमान साढ़े चार सौ से कम नहीं हो सकता। मैं अभी लगभग ढाई महीने हिमालय के प्रवास पर रही हूं। वहां विभिन्न राज्यों के तीर्थ यात्री और साधु संत मिले, वह मोदी जी के अलावा दूसरा नाम लेते ही नहीं थे।'
    पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पीएम मोदी की भी जमकर तारीफ की और कन्याकुमारी में उनके तप को लेकर कहा कि इसे कोई अलौकिक व्यक्ति ही कर सकता है। उमा ने कहा कि मोदी जी ने कन्याकुमारी में जिस तरह से तप किया, यह एक अलौकिक व्यक्ति ही कर सकता है। आजादी के बाद भगवान की दया से भारत को एक मसीहाई करिश्मे वाला प्रधानमंत्री मिल ही गया। उन्होंने आगे कहा, 'जिस तरह से मोदी जी ने बनारस में भावुकता के साथ गंगा जी की तुलना अपनी मां से की उससे मुझे भरोसा हो गया कि अविरल-निर्मल गंगा का मेरा सपना साकार रूप धारण करेगा।'
    पूर्व सीएम ने कहा, 'नदी जोड़ो योजना का मॉडल लिंक केन-बेतवा का मेरा सपना भी साकार होगा, इसीलिए मैं अपने प्रधानमंत्री जी पर विश्वास एवं अपने सपने साकार होने की उम्मीद से आनंदित एवं निश्चिंत हूं।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सरकार बनते ही पीएम मोदी की पहले 100 दिन के काम पर बड़ी बैठक

    नई दिल्ली। सातवें और अंतिम चरण के मतदान खत्म होने के बाद एजेंसियों ने एग्जिट पोल जारी कर दिए हैं। एग्जिट पोल के मुताबिक एनडीए की सरकार लगातार तीसरी बार बड़े बहुमत के साथ बन रही है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 45 घंटे की साधना के बाद कन्याकुमारी से राजधानी लौट आए हैं। जानकारी के मुताबिक वापस आते ही प्रधानमंत्री पीएमओ के अधिकारियों के साथ बड़ी बैठक करने जा रहे हैं। चुनाव प्रचार में व्यस्त होने से पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियो को होमवर्क दे दिया था। उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार 3.0 के पहले 100 दिनों के फैसलों का काम पूरा कर लिया जाए। 
    प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियों को बता दिया था कि पहले 100 दिनों ही कई बड़े फैसले लिए जाएंगे। इसके लिए 2029 का इंतजार नहीं करना है। ऐसे में माना जा रहा है कि अधिकारियों ने पहले 100 दिन के मोदी सरकार के फैसलों का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। माना जा रहा है कि अगस्त 2024 तक सरकार बड़े फैसले लेगी। सरकार बनने के बाद जुलाई में यूनियन  बजट पेश किया जाएगा। हालांकि अभी चुनाव का परिणाम आना बाकी है। चुनाव की वजह से इस बार फरवरी में अंतरिम बजट पेश किया गया था। 
    नई सरकार बनने के बाद सबसे पहले प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्कार और एनएसए अजित डोभाल की नियुक्ति हो सकती है। एक महीने के अंदर ही नए आर्मी चीफ और इंटेलिजेंस ब्यूरो के डायरेक्टरों की भी नियुक्ति कीजा सकती है। प्रधानमंत्री मोदी के विकसित और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के तहत मिलिट्री इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्स पर मोदी सरकार का फोकस रहेगा। पीएमओ अधिकारियों ने शपथ के बाद के 100 दिन का अजेंडा तैयार कर लिया है। इसके अलावा बीजेपी ने जो मैनिफेस्टो में वादे किए थे उनपर भी काम शुरू हो जाएगा। 13 जून को प्रधानमंत्री मोदी जी-7 की बैठक में भी शामिल हो सकते हैं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • BJP कार्यकर्ता हफीजुल शेख की गोली मारकर हत्या

    कोलकाता. पश्चिम बंगाल के नादिया में एक बीजेपी कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. मारे गए कार्यकर्ता की पहचान हफीजुल शेख के रूप में हुई है जो हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए थे. पुलिस सूत्रों ने बताया कि शनिवार शाम हफीजुल शेख की चाय की दुकान पर गोली मारकर हत्या कर दी गई.
    उसके सिर पर गोली मारी गई. पीड़ित भाजपा कार्यकर्ता के परिवार ने दावा किया कि वह हाल ही में भाजपा में शामिल हुआ था, इसलिए उसकी हत्या की गई है. पुलिस ने बताया कि आरोपी और पीड़ित दोनों का आपराधिक रिकॉर्ड है. मुख्य आरोपी की पहचान हो गई है, लेकिन उसे अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है.
    साभार आज तक

     

  • राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पार्टी उम्मीदवारों के साथ करेंगे अहम बैठक

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की मतगणना समाप्त होने के बाद अब सभी की निगाहें नतीजों पर टिकी हैं। एग्जिट पोल्स के नतीजों में भाजपा को प्रचंड बहुमत दिया गया। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पार्टी उम्मीदवारों के साथ अहम बैठक करेंगे। यह बैठक चुनाव नतीजों को लेकर वर्चुअल तरीके से होगी। बैठक सुबह 11 बजे होनी है। इस बैठक के बाद राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे दोपहर में पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ ही रणनीतिक बैठक करेंगे। 
    राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे के साथ पार्टी के शीर्ष नेताओं की बैठक में जो नेता शामिल होंगे, उनमें कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया, राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट और अन्य नेताओं का नाम है। इस बैठक में 4 जून को मतगणना वाले दिन की रणनीतिक तैयारियों पर चर्चा की जाएगी। इससे पहले शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के निवास पर विपक्षी गठबंधन की भी बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, सीपीआईएम, डीएमके, जेएमएम, आप, राजद, शिवसेना यूबीटी, एनसीपी एसपी पार्टियों के नेता शामिल हुए। बैठक के बाद विपक्षी गठबंधन के नेताओं ने 295 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करने का दावा किया। हालांकि एग्जिट पोल्स के नतीजों में विपक्षी गठबंधन को 150 के करीब सीटें ही दी गई हैं। 
    साभार अमर उजाला 

  • पश्चिम बंगाल में वोटिंग के दौरान गुस्साई भीड़ ने तालाब में फेंकी EVM

    कोलकाता. लोकसभा चुनाव के सातवें चरण की वोटिंग जारी है. इस बीच पश्चिम बंगाल से हंगामे की खबर आ रही है. जानकारी के मुताबिक दक्षिण 24 परगना में गुस्साई भीड़ ने ईवीएम और वीवीपैट मशीन को पानी में फेंक दिया है. आखिरी चरण में पश्चिम बंगाल की 9 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं.
    सातवें चरण की वोटिंग शुरू होने के कुछ देर बाद खबर आई कि पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना के कुलताई में बूथ संख्या 40, 41 पर भीड़ ने कथित तौर पर ईवीएम और वीवीपैट मशीन को पानी में फेंक दिया है. स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक मतदाताओं को कथित तौर पर टीएमसी समर्थकों ने धमकाया जिससे भीड़ उत्तेजित हो गई और ईवीएम को तालाब में फेंक दिया. 
    वोटिंग के मामले में इस बार पश्चिम बंगाल ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है. हालांकि पहले चरण से पश्चिम बंगाल से हिंसा की खबरें आ रही हैं. पहले ही चरण की वोटिंग वाले दिन तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया था कि अलीपुरद्वार तुफानगंज-2 ब्लॉक में बरोकोडाली-I ग्राम पंचायत के हरिरहाट क्षेत्र में टीएमसी के अस्थायी पार्टी कार्यालय को बीजेपी समर्थकों ने आग के हवाले कर दिया. 
    लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में शनिवार को सात राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश की 57 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाराणसी सीट भी शामिल है. जिन सीटों पर आज वोटिंग हो रही है, उसमें पंजाब और यूपी की 13-13 सीटें, पश्चिम बंगाल की 9 सीटें, बिहार की 8 सीटें, ओडिशा की 6 सीटें, हिमाचल प्रदेश की 4 सीटें, झारखंड की 3 सीट और एक चंडीगढ़ सीट शामिल है.
    इस चरण में कई बड़े दिग्गजों की किस्मत दांव पर है. इस फेज में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर हमीरपुर से, ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर से, लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती पाटलिपुत्र और एक्ट्रेस कंगना रनौत मंडी सीट से मैदान में हैं. 
    साभार आज तक

  • सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने नहीं स्वीकारी केजरीवाल की याचिका, 2 जून को करना होगा सरेंड

    नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिलती दिखाई दे रही है. उन्हें अब 2 जून को कोर्ट के सामने सरेंडर करना होगा. बता दें कि सीएम केजरीवाल ने अपनी अंतरिम जमानत 7 दिन के लिए आगे बढ़ाने की अपील की थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने उनकी यह याचिका स्वीकार ही नहीं की.
    सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत की अवधि 7 दिन बढ़ाने की याचिका को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है. रजिस्ट्री का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने सीएम को ट्रायल कोर्ट में जमानत याचिका दायर करने की छूट दी है. इसका मतलब साफ है कि केजरीवाल को 2 जून तक सरेंडर करना ही होगा.
    साभार आज तक

  • फिर आध्यात्मिक यात्रा पर जाएंगे पीएम मोदी!

    नई दिल्ली। 2024 के लोकसभा चुनाव में आखिरी फेज का प्रचार खत्म होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. वे तमिलनाडु के कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. पीएम 30 मई को कन्याकुमारी पहुंचेंगे और 1 जून तक वहीं रहेंगे. कन्याकुमारी में महासागर के बीच उभरी इस विशाल चट्टान पर आसीन होकर ध्यान लगाएंगे. वो भी उसी शिला पर जहां स्वामी विवेकानंद ने ध्यान लगाया था. ऐसा नहीं है कि पीएम मोदी चुनाव अभियान के बाद पहली बार ध्यान लगाने के लिए जा रहे हैं. 2014 में वो शिवाजी के प्रतापगढ़ और 2019 में उत्तराखंड में स्थित केदारनाथ गुफा पहुंचे थे. पीएम मोदी देश में अब तक जहां-जहां दौरे पर पहुंचे, वहां पर्यटन को जबरदस्त रफ्तार मिली है. पर्यटकों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है. 
    लोकसभा चुनाव में सातवें फेज में 1 जून को वोटिंग होनी है. चुनाव प्रचार 30 मई की शाम 5 बजे खत्म हो रहा है. पीएम मोदी पंजाब के होशियारपुर में अपनी आखिरी रैली करेंगे और उसके बाद वो वहीं से तमिलनाडु के कन्याकुमारी के लिए रवाना हो जाएंगे. पीएम वहां समुद्र तट से 500 मीटर भीतर स्थित विवेकानंद रॉक  मेमोरियल पहुंचेंगे और 31 मई से एक जून की शाम तक (24 घंटे) ध्यान मंडपम में ध्यान लगाएंगे. स्थानीय प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है.
    साभार आज तक

  • पूर्व पाक मंत्री ने जीत की कामना करते हुए राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल को दी शुभकामनाएं

    इस्लामाबाद। पाकिस्तान के एक और नेता ने भारत में चल रहे लोकसभा चुनाव को लेकर बयान दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हार की कामना की है। साथ ही पूर्व पाकिस्तानी मंत्री ने राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी की जीत की कामना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी है। पाकिस्तानी के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी के मन में इस बात की आशंका है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार भारत में सरकार बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हर कोई चाहता है कि नरेंद्र मोदी यह चुनाव हार जाएं। 
    आपको बता दें कि फवाद चौधरी ने 2019 के पुलवामा आतंकी हमले में पाकिस्तान का हाथ होने की बात खुले तौर पर स्वीकार की थी। न्यूज एजेंसी आईएएनएस को दिए एक इंटरव्यू में फवाद चौधरी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन की जीत की कामना की है। फवाद चौधरी ने कहा, "चाहे वह कश्मीर के मुसलमान हों या भारत के बाकी हिस्सों के, वे एक खास विचारधारा का सामना कर रहे हैं। वे अत्याचारों का सामना कर रहे हैं। भारत में रहने वाले अल्पसंख्यक कठिन परिस्थितियों को झेल रहे हैं। ऐसे में यह बहुत महत्वपूर्ण है कि नरेंद्र मोदी चुनाव हार जाएं। हर पाकिस्तानी चाहता है कि वह चुनाव हार जाएं।" 
    पाकिस्तान के पूर्व मंत्री ने कहा, "भारत और पाकिस्तान के रिश्ते तभी सुधरेंगे जब पाकिस्तान और भारत दोनों में चरमपंथ कम होगा। पाकिस्तान में भारत के प्रति कोई नफरत नहीं है, लेकिन भारत में भाजपा-आरएसएस गठबंधन पाकिस्तान के प्रति नफरत फैला रहा है। वे मुसलमानों के प्रति नफरत फैला रहे हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि इस विचारधारा के 'कर्ता-धर्ता' को हराया जाए। मुझे लगता है कि भारतीय मतदाता मूर्ख नहीं हैं।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अक्षय बम को मिली अग्रिम जमानत

    इंदौर। भाजपा नेता अक्षय कांति बम को बुधवार को हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई है। अक्षय कांग्रेस से भाजपा में आए हैं। वे कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी थे और चुनाव से ठीक पहले उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली। इस वजह से इंदौर में कांग्रेस चुनाव ही नहीं लड़ पाई थी।
    17 साल पुराने जमीन विवाद के केस में ट्रायल कोर्ट ने उनके खिलाफ 24 अप्रैल को धारा 307 बढ़ाने के आदेश दिए थे। सुनवाई से गैरहाजिर रहने पर गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया। उनके वकील योगेश गुप्ता ने बताया कि इस मामले में अक्षय बम ने दो अलग-अलग अदालतों में याचिकाएं दायर कर रखी हैं। हाई कोर्ट से इस केस में अग्रिम जमानत मांगी थी जबकि ट्रायल कोर्ट से धारा 307 लगाने पर पुनर्विचार याचिका दायर की है। हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई है, जबकि पुनर्विचार याचिका पर 5 जुलाई को सुनवाई होगी।
    साभार अमर उजाला

  • चुनाव बाद सीएम पद से हटाने के दावों पर बोले योगी आदित्यनाथ, 'ये विपक्ष का प्रोपेगेंडा'

    लखनऊ. भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 में से 80 सीटें जीतने का दावा कर रही है. वहीं विपक्ष का कहना है कि चुनाव के बाद पार्टी योगी आदित्यनाथ को सीएम पद से हटा देगी. आजतक की मैनेजिंग एडिटर श्वेता सिंह से खास बातचीत में सीएम योगी ने कहा कि मैं एक योगी हूं. सत्ता नहीं बल्कि पार्टी के मूल्यों और सिद्धांतों के लिए कार्य करना मेरी प्राथमिकता है.
    400 पार नारे के सवाल पर सीएम योगी ने कहा, 'विश्वास नहीं बल्कि यह होना है. यह देश का मंत्र बन चुका है. उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम पूरे देश में हर तबके के द्वारा, हर समुदाय के द्वारा इस नारे को अपने जीवन का हिस्सा बनाकर मोदी जी की लोकप्रियता, 10 वर्षों में उनके द्वारा किए गए कार्य, इन सबको ध्यान में रखकर, विरासत भी विकास भी, सुरक्षा भी सम्मान भी, स्थानीय स्तर पर विकास भी और गरीब कल्याण भी, इन सबको ध्यान में रखते हुए जनता जनार्दन इस नारे को हकीकत में बदल रही है.'
    उन्होंने कहा कि 4 जून को जब परिणाम आएंगे तो फिर एक बार मोदी सरकार और 400 का इस लक्ष्य को हम एनडीए के साथ हासिल करेंगे. विपक्ष की ओर से चुनाव के बाद योगी आदित्यनाथ को सीएम पद से हटाए जाने के दावों के सवाल पर उन्होंने कहा, 'विपक्ष के पास अब कोई मुद्दा नहीं है. वह आपस में बांटने की राजनीति कर रहा है. वैसे भी उन्होंने हमेशा विभाजन किया है. पहले कांग्रेस ने देश को बांटा, फिर इन्होंने क्षेत्र के आधार पर, भाषा के आधार पर बांटा और इस चुनाव में जाति के आधार पर बांटकर इन्होंने अनेक प्रकार के प्रोपेगेंडा किए.'
    साभार आज तक 

     

  • अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी और अति पिछड़ा वर्ग को अंधेरे में रखकर लूटा गया : पीएम मोदी

    नई दिल्ली. देश में हो रहे लोकसभा चुनाव आखिरी चरण में पहुंच गया है. चुनाव के इस आखिरी चरण के तहत एक जून को वोटिंग होनी है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरक्षण से लेकर विपक्ष के हमले सहित कई ज्वलंत मुद्दों पर बात की है. 
    पीएम मोदी ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि वह आरक्षण को लेकर लोगों को सचेत कर रहे हैं. यह पूछने पर कि इस चुनाव में आरक्षण इतना बड़ा मुद्दा कैसे बन गया? इस पर पीएम मोदी ने कहा कि मैं आरक्षण को लेकर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी और अति पिछड़ा वर्ग के भाई-बहनों को सचेत कर रहा हूं क्योंकि इनको अंधेरे में रखकर ये लोग लूट चला रहे हैं.
    प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे लगा कि इस समय जो संकट है, मुझे उससे देशवासियों को जागरूक करना चाहिए. इसलिए मैं आग्रहपूर्वक जनता-जनार्दन को समझा रहा हूं. दरअसल दो चीजें हो रही हैं. एक- भारत के संविधान की मूलभावना का हनन हो रहा है. संविधान की मर्यादाओं को तार-तार कर दिया जा रहा है और वो भी अपनी वोटबैंक की राजनीति के लिए.
    उन्होंने कहा कि मुझे याद है मैंने हाउस में कभी कांग्रेस के नेताओं को सुना था. वो कहते थे कि आप पीएसयू का निजीकरण कर रहे हैं. आप आरक्षण मिटा देना चाहते हैं. अब इसमें किसी तरह की वास्तविकता नहीं थी, वे सिर्फ गपबाजी कर रहे थे. लेकिन मेरे सामने आया कि जो लोग अपने-आप को दलितों और आदिवासियों के इतने बड़े हितैषी कहते हैं. वे हकीकत में उनके घोर दुश्मन हैं. इन्होंने रातोरात शैक्षणिक संस्थानों को माइनॉरिटी संस्थान बना दिया. अब माइनॉरिटी संस्थान बना दिया तो उन्होंने आरक्षण खत्म कर दिया. उन्होंने यूनिवर्सिटी तक को माइनॉरिटी स्टेटस दे दिया.
    पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली के जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी को उन्होंने माइनॉरिटी का दर्जा दे दिया तो उसमें सारे आरक्षण खत्म हो गए. दाखिले में भी और नौकरियों में भी आरक्षण खत्म हो गया. अब इसमें चीजें उभरकर आई कि करीब-करीब ऐसे दस हजार संस्थान हैं, जहां एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण के अधिकार को पिछले दरवाजे से छीन लिया गया. संविधान की पीठ में छूरा घोंपा गया है. बाबा भीमसाहेब आंबेडकर ने जिस सपने की व्यवस्था की थी, उसको इन्होंने वोटबैंक की राजनीति के लिए गिरवी रख दिया. ये चिंताजनक है और जब ये चीजें मेरे सामने आई तो मुझे लगा कि मेरा दायित्व बनता है कि मैं देश को अवगत कराऊं. 
    साभार आज तक 

  • पंजाब में बीजेपी का विरोध तेज, किसानों की अपील- किसी भी पार्टी को वोट दे दें लेकिन बीजेपी को ना दें

    चंडीगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 मई को पंजाब में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। उन्होंने गुरदासपुर और जालंधर में रैलियों को संबोधित किया। वहीं तमाम पाबंदियों के बाद भी किसानों ने मोदी सरकार का विरोध किया। पुतले फूंके गए और नारेबाजी की गई। पंजाब में मोदी सरकार के लिए किसानों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसान अब भी जमे हुए हैं। यहां किसानों ने अस्थायी गांव ही बसा लिया है। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ी, किसानों के टेंट में कूलर भी नजर आने लगे। लेकिन इस भयंकर गर्मी में भी वे टस से मस नहीं हुए। बता दें कि फरवरी में किसान दिल्ली की ओर कूच कर रहे थे लेकिन उन्हें शंभू बॉर्डर पर ही रोक दिया गया था। 
    1 जून को होने वाले चुनाव के आखिरी चरण में पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होनी है। उससे पहले किसानों ने बीजेपी का विरोध तेज कर दिया है। किसानों ने अपील की है लोग किसी भी पार्टी को वोट दे दें लेकिन बीजेपी को ना दें। भारतीय किसान यूनियन (बहरामके) के अध्यक्ष बलवंत सिंह ने कहा कि किसान मोर्चा अपील करता है कि बीजेपी का कोई प्रत्याशी अगर आपके गांव में प्रचार करने पहुंचे तो उसका विरोध करिए और बाहर का रास्ता दिखा दीजिए। 
    बीजेपी के विरोध के बाद भी किसानों ने यह नहीं बताया है कि वे आखिर किस पार्टी का समर्थन करना चाहते हैं। उनका कहना है कि किसी पार्टी ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। कभी कांग्रेस को वोट दिया गया तो कभी अकालियों को। सिंह ने कहा, किसी पार्टी के पास किसानों के लिए कोई अजेंडा नहीं है। भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) की सुखविंदर कौर ने कहा, हमारी मांग है कि हरियाणा पुलिस  ने झूठे मामलों में जिन युवाओं को गिरफ्तार किया है, उन्हें तत्काल रिहा किया जाए। हमारे पास भी सरकार से सवाल पूछने का अधिकार है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कंगना रनौत के समर्थन में मंडी पहुंचे मोदी, बोले- पागलपन के अलग ही स्तर पर पहुंच गई है कांग्रेस

    नई दिल्ली। प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया। कंगना रनौत के समर्थन में मंडी पहुंचे मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पागलपन के अलग ही स्तर पर पहुंच गई है। कांग्रेस सत्ता में आने पर भारत के परमाणु हथियारों को खत्म करने, जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को बहाल करने और नागरिकता संशोधन अधिनियम को रद्द करने का इरादा रखती है। चुनावी रैली में उन्होंने उन लोगों पर भी हमला बोला, जिन्होंने प्रचार के दौरान भाजपा उम्मीदवार और अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था।
    हिमाचल के मंडी में जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि आपने दशकों तक कांग्रेस का शासन देखा है। कांग्रेस को एक ऐसा भारत पसंद है जो गरीब हो, नागरिक समस्याओं से घिरा हुआ हो। इसलिए, यह देश में पुरानी स्थिति को वापस लाना चाहते हैं। यह देश की प्रगति में रिवर्स गियर लगाना चाहती है, इसलिए कांग्रेस कह रही है कि अगर वह सत्ता में आती है तो वह अनुच्छेद 370 को वापस लाएगी और सीएए को रद्द कर देगी। यह पागलपन के स्तर पर पहुंच गया है जहां यह कहा जा रहा है कि यह भारत के परमाणु हथियारों को समाप्त कर देगा। वे अपने चुनाव अभियान में ये घोषणाएं कर रहे हैं।
    साभार नवभारत टाइम्स

  • छठे चरण के मतदान से पहले टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या, एक गंभीर, 5 बीजेपी कार्यकर्ता गिरफ्तार

    कोलकाता. पश्चिम बंगाल में मतदान से पहले एक बार फिर हुई दो अलग-अलग घटनाओं ने सुरक्षा-व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है. कारण, छठे चरण के मतदान से कुछ घंटे पहले पूर्वी मिदनापुर में एक टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई तो वहीं एक टीएमसी कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गया. पहली घटना पूर्वी मिदनापुर के महिषादल की है, जहां शुक्रवार रात चुनावी रंजिश में एस.के मोइबुल नाम के एक टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई. मृतक टीएमवाईसी के उपाध्यक्ष थे. टीएमसी ने आरोप लगाया है कि जब मोइबुल कल रात घर लौट रहे थे तो बीजेपी के कुछ लोगों ने उनकी हत्या कर दी. इस संबंध महिषादल थाना पुलिस ने 5 बीजेपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है.
    साभार आज तक

  • मतदान का डेटा जारी करने को लेकर चुनाव आयोग को सुप्रीम कोर्ट से राहत

    नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों के डेटा प्रकाशित करने में हुई देरी को लेकर दायर याचिका पर भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) को राहत दी है। कोर्ट ने एक एनजीओ की याचिका पर निर्वाचन आयोग को लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान प्रतिशत के आंकड़े उसकी वेबसाइट पर अपलोड करने के संबंध में कोई निर्देश देने से इनकार कर दिया है।
    लोकसभा चुनाव मतदान के 48 घंटे के भीतर प्रत्येक मतदान केंद्र पर डाले गए मतों के आंकड़े वेबसाइट पर डालने की मांग वाली एक याचिका पर बुधवार को सुनवाई थी। अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। चुनाव आयोग ने अपने हलफनामे में कोर्ट से कहा कि इस प्रकार से आंकड़े पूरी तरह से सार्वजनिक करने से चुनावी प्रक्रिया को नुक्सान होगा।
    एनजीओ एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स द्वारा दायर एक आवेदन पर 24 मई को शीर्ष अदालत में सुनवाई से पहले चुनाव आयोग ने एक हलफनामा दायर कर यह दावा किया। हलफनामे में कहा गया है कि फॉर्म 17 सी के पूर्ण खुलासे से शरारत हो सकती है। इससे पूरे चुनावी प्रक्रिया को नुकसान होगा।
    चुनाव आयोग ने कहा कि वेबसाइट पर फॉर्म 17सी (प्रत्येक मतदान केंद्र पर डाले गए वोटों के आंकड़े) डालना उचित नहीं होगा। चुनाव आयोग ने यह भी दावा किया कि पहले दो चरणों में अंतिम मतदान आंकड़े में 5 से 6 फीसदी की वृद्धि के संबंध में लगाए गए आरोप भ्रामक और निराधार थे।
    आयोग ने यह भी कहा कि चुनाव के अंतिम दो चरणों में प्रक्रिया बदलना चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप होगा और यह संविधान के अनुच्छेद 329 (बी) (चुनाव याचिका को छोड़कर संसद या विधानसभा के किसी भी चुनाव पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए) के तहत होगा।
    उच्चतम न्यायालय से चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि उम्मीदवार या उसके एजेंट के अलावा किसी अन्य व्यक्ति को फॉर्म 17सी प्रदान करने का कोई कानूनी आदेश नहीं है। याचिका में कहा गया है कि याचिकाकर्ता चुनाव अवधि के बीच में एक आवेदन दायर करके एक अधिकार बनाने की कोशिश कर रहा है, जबकि कानून में ऐसा कुछ भी नहीं है। याचिका में यह भी तर्क दिया कि मतदान केंद्र के पास फॉर्म 17सी अपलोड करने के लिए कोई साधन नहीं है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • छठवें चरण के पहले पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प, महिला भाजपा कार्यकर्ता की मौत, 7 घायल

    कोलकाता. लोकसभा चुनाव के छठवें चरण के पहले पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई है, जिसमें बीजेपी की एक महिला कार्यकर्ता की मौत हो गई है. इस झड़प में बीजेपी के 7 कार्यकर्ता घायल भी हुए हैं.
    घटना 22 मई की देर रात नंदीग्राम के सोनचूरा की बताई जा रही है. यहां बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. तणमूल कार्यकर्ताओं पर आरोप है कि उन्होंने धारदार हथियार से बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला किया. झड़प में मृतक महिला बीजेपी कार्यकर्ता का नाम रथीबाला आड़ी बताया जा रहा है. यह पहली बार नहीं है, जब पश्चिम बंगाल के किसी इलाके में बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प देखने को मिली है. इसके पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के वर्कर्स के बीच हिंसा सामने आई है.
    हाल ही में 20 मई को बंगाल के बैरकपुर में बीजेपी उम्मीदवार अर्जुन सिंह और टीएमसी कार्यकर्ता के बीच झड़प हुई थी. पुलिसवालों की मौजूदगी के बीच ये कहासुनी हुई थी. उसके बाद से इलाके में तनाव फैल गया था. इसका फुटेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. तस्वीरों में दिख रहा था कि कई वोटर अर्जुन सिंह से बहस कर रहे हैं. दरअसल, बीजेपी कैंडिडेट ने आरोप लगाया था कि टीएमसी के पार्थ भौमिक ने पैसे बांटे हैं. 
    साभार आज तक 

     

  • छठे चरण के लिए आज थम जाएगा चुनाव प्रचार, मोदी और राहुल की रैलियां

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव में अब महज 2 चरणों के मतदान होना बाकी है. इस कड़ी में छठे चरण का चुनाव 25 मई और सातवें चरण के लिए मतदान 1 जून को होना है. इसके बाद 4 जून को सभी चरणों के नतीजे घोषित किए जाएंगे. आखिरी दो चरण बचे होने के कारण सियासी दलों ने अपना चुनाव प्रचार तेज कर दिया है. हालांकि, आज छठे चरण के लिए चुनाव प्रचार खत्म हो जाएगा.
    बता दें कि छठे चरण में 8 राज्यों की 58 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इस चरण में दिल्ली की 7, उत्तर प्रदेश की 14, बिहार की 8, पश्चिम बंगाल की 8, हरियाणा की 10, झारखंड की चार, ओडिशा की 6 और जम्मू-कश्मीर की एक सीट पर चुनाव है.
    कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज दिल्ली में रैली करेंगे. वह उत्तर पूर्वी दिल्ली के ग्रीनफील्ड पब्लिक स्कूल के पास डीडीए ग्राउंड, दिलशाद गार्डन में रैली करेंगे. वहीं, इसके बाद वह उत्तर पश्चिमी दिल्ली के पंछी टेंट हाउस में महिला विचार विमर्श, पेट्रोल पंप के पास, औद्योगिक क्षेत्र में भी रैली को संबोधित करेंगे.
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पंजाब और हरियाणा में जनसभा को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी पहले दोपहर 2 बजे हरियाणा के भिवानी-महेंद्रगढ़ में रैली करेंगे. इसके बाद शाम 4.30 बजे पंजाब के पटियाला में जनसभा को संबोधित करेंगे.
    साभार आज तक 

  • अक्षय कांति बम पर कांग्रेस ने रखा 5000 रुपए का इनाम, निगरानी उड़नदस्ता भी लगाया

    इंदौर. इंदौर लोकसभा चुनाव के मैदान से कदम पीछे खींचने वाले और आईपीसी की धारा 307 में आरोपी अक्षय कांति बम को कांग्रेस घेरने में जुट गई है. बागी होकर बीजेपी में शामिल हो चुके नेता बम के खिलाफ कांग्रेस ने शहर में जगह-जगह पोस्टर-बैनर चिपका दिए हैं. यह पोस्टर्स हत्या के आरोप में फरार चल रहे बम को गिरफ्तार करवाने के लिए लगवाए गए हैं.  
    इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने बताया, कांग्रेस पार्टी के भगोड़ा लोकसभा चुनाव उम्मीदवार और आईपीसी की धारा 307 के आरोपी अक्षय कांति बम को गिरफ्तार करवाने के लिए पार्टी लगी हुई है. पुलिस का सहयोग करने के लिए रात्रि 11 बजे निगरानी उड़नदस्ता लगाया गया है. पोस्टर और बैनरों मे लिखवाया है कि फरार आरोपी अक्षय बम की सूचना 94250-60420 नंबर पर देने वाले आम नागरिक या कांग्रेस के कार्यकर्ता को 5100 रुपए का नगद इनाम दिया जाएगा और प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया जाएगा.
    फरार आरोपी अक्षय कांति बम के पोस्टर सैकड़ों की संख्या मे ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा सहित रेलवे स्टेशन, सरवटे बस स्टेड, रीगल चौराहा, पलासिया चौराहा, तिलक नगर, एसओजी लाईन, यशवंत रोड, जयराम कॉलोनी सहित कई स्थानों पर चिपकाए गए हैं.  
    यादव ने कहा है कि सेंशन कोर्ट से अक्षय कांति बम की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज हो चुकी है. निचली अदालत की तरफ से अक्षय कांति बम और अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास की धारा 307 बढ़ाए जाने के बाद गिरफ्तारी वारंट जारी किया जा चुका है तो आरोपी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा है? कोर्ट के आदेश का पालन क्यों नहीं किया जा रहा है? कांग्रेस ने मांग की है कि आरोपी अक्षय बम को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए. हमारा निगरानी उड़नदस्ता भी लगातार पुलिस के सहयोग के लिए उसे जगह-जगह तलाश रहा है और इसलिए इनाम भी अब घोषित किया गया है, क्योंकि आम जनता से इसकी जानकारी मिल सके और हम इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दे सकें. 
    साभार आज तक

  • पांचवें चरण के मतदान के बाद बिहार के सारण में हिंसा, गोलीबारी में एक की मौत, दो घायल, इंटरनेट बंद

    बिहार के सारण में चुनाव बाद हिंसा, गोलीबारी में एक की मौत, दो घायल, 48 घंटे के लिए इंटरनेट बंद
    पटना. बिहार की सारण लोकसभा सीट पर सोमवार को हुए पांचवें चरण के मतदान के बाद हिंसा की खबर है. इस सीट से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की ओर से रोहिणी आचार्य उम्मीदवार हैं. वह सोमवार शाम को मतदान खत्म होने के बाद छपरा शहर के जिस बूथ पर पहुंची थी, वहां जमकर हंगामा हुआ.
    इस मामले में विवाद बढ़ने पर सारण में मंगलवार को दो पक्षों के बीच गोलीबारी हुई, जिसमें तीन लोगों को गोली लगी. इस घटना में एक शख्स की मौत हो गई जबकि दो लोग बुरी तरह से घायल हैं. इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है जबकि दो दिनों के लिए सारण में इंटरनेट पर बैन लगा दिया गया है. 
    घटना के बाद छपरा के भिखारी ठाकुर चौक के पास बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है. मौके पर एसपी और डीएम भी मौजूद हैं. बता दें कि सोमवार शाम को आरजेडी उम्मीदवार रोहिणी आचार्य इसी इलाके के बूथ संख्या 118 पर पहुंची थी. 
    इस घटना के एक चश्मदीद स्थानीय नागरिक ने बताया कि दोनों तरफ से बहुत लोग थे. बहुत भीड़ थी. दोनों तरफ से लोग लाठी-डंडा लेकर आए थे. गोलियां भी चली. तीन लोगों को गोली लगी है.
    स्थानीय लोगों का आरोप है कि रोहिणी आचार्य ने बूथ पर पहुंचकर मतदाताओं के साथ गलत बर्ताव किया था, उनके साथ समर्थक भी थे. रोहिणी आचार्य को आक्रोशित भीड़ को देखते हुए वहां से निकलना पड़ा था लेकिन मंलवार सुबह नए सिरे से विवाद बढ़ा तो गोलीबारी हुई.
    इस घटना पर सारण एसपी गौरव मंगला ने कहा कि कल आरजेडी और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हुआ था. उसी प्रतिक्रिया में आज कुछ लोगों ने गोलीबारी की. तीन लोगो को गोली लगी है, जिसमें एक की मौत हो गई है. दो लोग अस्पताल में भर्ती हैं. जिन लोगों ने ये घटना भड़काई थी. उनके ऊपर कार्रवाई की गई है. कुछ समय के लिए इंटरनेट को बैन किया जाएगा.
    साभार आज तक 

  • केजरीवाल की भविष्यवाणी, इंडिया गठबंधन को 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी

    नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश के गृहमंत्री और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ पर मंगलवार को जोरदार पलटवार किया। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने आरोप लगाया कि अमित शाह ने आम आदमी पार्टी के समर्थकों को पाकिस्तानी बताया। केजरीवाल ने एक बार फिर दावा किया कि योगी आदित्यनाथ को पीएम मोदी और अमित शाह मुख्यमंत्री पद से हटाने वाले हैं। 'आप' के मुखिया और इंडिया गठबंधन के अहम साझेदार ने यह भी दावा किया कि विपक्षी दलों को 300 से अधिक सीटों पर जीत मिलने जा रही है। 
    अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि 4 जून को इंडिया गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने दावा किया कि विपक्षी गठबंधन को 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। केजरीवाल ने कहा, 'पांचवें चरण का चुनाव संपन्न हो गया है। जैसे जैसे चुनाव होते जा रहे हैं वैसे वैसे साफ होता जा रहा है कि चार जून को मोदी सरकार जा रही है और इंडिया गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। कई लोगों ने सर्वे किए हैं और जो नतीजे आ रहे हैं उससे साफ है कि चार जून को इंडिया गठबंधन को अपने दम पर 300 से ज्यादा सीटें मिल रही हैं। इंडिया गठबंधन देश को साफ-सुधरी और स्थिर सरकार देने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।'
    अरविंद केजरीवाल ने कहा- कल अमित शाह जी दिल्ली आए थे। उनकी सभा में 500 से भी कम लोग थे। वह जनता को गाली देने लगे। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के समर्थक पाकिस्तानी हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या दिल्ली के लोग पाकिस्तानी है। क्या पंजाब के लोग पाकिस्तानी हैं, क्या गुजरात और गोवा के लोग पाकिस्तानी हैं? पंचायत के चुनाव में उत्तर प्रदेश, असम और कई राज्यों में हमारे पंच सरपंच चुने गए, क्या सभी पाकिस्तानी हैं। आपको पीएम मोदी ने अपना वारिस चुना है तो आपको इतना अहंकार हो गया कि आप लोगों को गालिया देने लगे। आप प्रधानमंत्री नहीं बन रहे हैं क्योंकि चार जून को इंडिया गठबंधन की सरकार बन रही है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अमित शाह ने केजरीवाल पर किया अटैक, कहा- 'अगर सीएम आवास में महिला सांसद की पिटाई हो..., वह मुख्यमंत्री महिला सुरक्षा नहीं कर सकता'

    रांची। राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच 'जुबानी जंग' खत्म होने का नाम नहीं ले रही। मालीवाल ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार के मंत्री उनके बारे में झूठ फैला रहे हैं। उन्होंने मंत्रियों को अदालत में ले जाने की धमकी भी दे डाली है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर मालीवाल के साथ बदसलूकी मामले पर अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बयान आया है। शाह ने कहा कि 'महिला सुरक्षा पर मैं कोई बात नहीं करना चाहता, वरना केजरीवाल जी रूठ जाएंगे।'
    भाजपा के दिग्गज नेता अमित शाह ने केजरीवाल पर अटैक करते हुए कहा, 'भाइयों-बहनों... मुझे बताओ, मुख्यमंत्री आवास में किसी महिला राज्यसभा सांसद की पिटाई हो, तो वह (सीएम केजरीवाल) दिल्ली की महिलाओं को सुरक्षित रख सकते हैं क्या?' शाह ने स्पीच का यह हिस्सा अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया है। उन्होंने कैप्शन में लिखा, 'जिस मुख्यमंत्री के आवास पर एक महिला सांसद की पिटाई हुई हो, वह मुख्यमंत्री महिला सुरक्षा नहीं कर सकता।' 
    स्वाति मालीवाल ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में 'आप' नेताओं के आरोपों का खंडन किया कि उन्होंने भाजपा के इशारे पर सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव कुमार के खिलाफ मारपीट की शिकायत इसलिए दर्ज कराई है क्योंकि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया था। स्वाति ने लिखा, 'कल से दिल्ली के मंत्री झूठ फैला रहे हैं कि मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार की प्राथमिकी हुई है, इसलिए भाजपा के इशारे पर मैंने ये सब किया। ये प्राथमिकी आठ साल पहले 2016 में हो चुकी थी जिसके बाद मुझे मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल दोनों ने दो बार और महिला आयोग की अध्यक्ष नियुक्त किया। मामला पूरी तरह फर्जी है जिस पर 1.5 साल से माननीय उच्च न्यायालय ने रोक लगा रखी है और माना है कि पैसे का कोई लेनदेन नहीं हुआ है।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पीएम मोदी बोले- चार जून की हार को देख इंडी गठबंधन की बैखलाहट बढती जा रही

    पटना। पीएम मोदी मंगलवार देर शाम पटना पहुंचे थे। पीएम दिवंगत सुशील मोदी के परिजनों से मिले। इसके बाद पहली बार भाजपा कार्यालय पहुंचे। यहां पर उन्होंने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इसके बाद रात में राजभवन में विश्राम किया। 
    पीएम मोदी ने कहा कि चार जून की हार को देख इंडी गठबंधन की बैखलाहट बढती जा रही है। अब यह लोग मोदी की योजना पर सवाल उठा रहे हैं। मैंने तय किया है कि गरीब के घर का चूल्हा बुझने नहीं दूंगा। रात को जब बच्चे भूखे पेट सोते हैं तो उस मां पर क्या बीतती है, इसका मुझे पता है। इसलिए मोदी गरीब को मुफ्त राशन देता है और देता ही रहेगा। यह कहते हैं मोदी गरीबों को पक्के घर और मुफ्त इलाज की सुविधा क्यों दे रहा है। 
    पीएम मोदी ने कहा कि चांदी का चम्मच लेकर पैदा होते हैं, उन्हें पता नहीं होता मेहनत क्या होती है। तेजस्वी पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैंने सुना है कि यहां कोई घूम-घूमकर कह रहा है कि चार जून के बाद मोदी को बेड रेस्ट होगा। मैं तो परमात्मा से यही कामना करता हूं कि मोदी तो क्या देश के किसी भी नागरिक के जीवन में बेड रेस्ट की नौबत नहीं आनी चाहिए। वह उमंग में जीवन जीएं। लेकिन, जंगलराज के वारिस से उम्मीद ही क्या की जा सकती है। उधर, यूपी का शहजादा कहता है कि मोदी की आखिरी जीवन बनारस में। इन लोगों के पास मोदी को गाली देने के अलावा कोई मुद्दा नहीं है। कोई कह रहा मोदी की कब्र खोदेंगे। कोई कहता है मोदी को गाड़ देंगे। कोई मोदी के आंसू देखना चाहता है। इंडी वालों आपकी इच्छा से अब देश नहीं चलता।  इंडी वालों की आंखों में भले ही मोदी खटकता हो लेकिन देश की आंखों में मोदी है। हर दिल में मोदी है।  
    पीएम मोदी ने कहा कि मुझे केंद्र में मजबूत सरकार चाहिए। यह सरकार आपके बच्चों के भविष्य के लिए चाहिए। आपकी सपनों को पूरा करने के लिए मजबूत सरकार चाहिए। इसलिए मैं आज पूज्य बापू की जन्मभूमि गुजरात से पूज्य बापू की कर्मभूमि में आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं। मैं जहां भी जा रहा हूं एक ही स्वर सुनाई दे रहा है, फिर एक बार मोदी सरकार। अपकी बार चार सौ पार।
    पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और राजद के लोगों ने बड़े-बड़े महल बना लिए। स्विस बैंक में खाते खुलवा लिए। आप लोगों के पास पेट भरने के लिए अन्न नहीं थे। लेकिन, इन लोगों की अलमारियां नोटों से भरी रहती है। आपके बच्चों के पास पढ़ने के लिए स्कूल नहीं था। इनके बच्चे विदेशों में जाकर पढ़ते रहे। गरीब परेशानी और मुश्किल में था। लेकिन, इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता था। गरीब की पूछ तब शुरू हुई जब गरीब का यह बेटा प्रधानसेवक के रूप में आपकी सेवा में खपने लगा। पिछले 10 साल में मोदी का बहुत समय पिछली सरकार के गड्ढे भरने में लगा है। पिछले 10 साल में जो काम हुए, वो अब अगले पांच में होगा। यह मोदी की गारंटी है। 
    साभार अमर उजाला

  • 13 मई को मतदान के बाद इंदौर के भाजपा नेता दूसरे प्रदेशों में कर रहे चुनाव प्रचार

    इंदौर। मध्य प्रदेश में 13 मई को मतदान हो चुका है और अब इंदौर के भाजपा के बड़े नेता दूसरे राज्यों के चुनाव प्रचार अभियानों में हिस्सा ले रहे है। कैलाश विजयवर्गीय, जीतू जिराती, शंकर लालवानी दूसरे प्रदेशों में प्रचार करने गए है।
    प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव रह चुके है। उन्हें भाजपा ने पंजाब राज्य का जिम्मा दे रखा है। पंजाब में भाजपा की कांग्रेस और आप पार्टी से कड़ी टक्कर है।
    विजयवर्गीय पहले हरियाणा के प्रभारी रह चुके है। उनके नेतृत्व में हरियाणा में भाजपा की सरकार बन चुकी थी, इसलिए उन्हें पंजाब भेजा गया है। वे फिलहाल वहीं पर है। उन्होंनेे चंडीगढ़,पंचकुला और अमृतसर लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार किया। पंजाब में 25 मई को मतदान होना है। विजयवर्गीय दिल्ली की चांदनीचौक सीट के भाजपा उम्मीदवार के लिए भी चुनाव प्रचार करने गए थे।
    सोमवार को महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ। शुरुआत में मतदान की गति धीमी थी। दोपहर में कैलाश विजयवर्गीय ने एक्स और फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर की। जिसकी बड़ी चर्चा रही।
    बंगाल और महाराष्ट्र के वोटिंग प्रतिशत की तुलना करते हुए उन्होंने लिखा था कि रोहिंग्या घुसपैठ वाले प्रदेश में 50 प्रतिशत मतदान और हिन्दू साम्राज्य की स्थापना करने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रदेश में 25 प्रतिशत मतदान...!, हालांकि महाराष्ट्र में मतदान समाप्ति तक 50 प्रतिशत मतदान हुआ।
    साभार अमर उजाला

  • चुनाव परिणाम अद्यतन: भाजपा और कांग्रेस गठबंधन के संभावित परिणाम

    रंजीत टाइम्स विशेष रिपोर्ट

     


    लेखक: गोपाल गावंडे,

    मुख्य संपादक, रंजीत टाइम्स


    तारीख: 4 जून 2024
    जैसे ही चुनाव परिणामों की घोषणा के दिन नजदीक आ रही है, पूरे देश की नजरें इस पर टिकी हुई हैं कि अगली सरकार कौन बनाएगा। विभिन्न पूर्वानुमान और सर्वेक्षणों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है।


    भाजपा के संभावित परिणाम:
    अधिकांश सर्वेक्षणों के अनुसार, भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) इस बार भी भारी बहुमत से जीतने की ओर अग्रसर है। इंडिया टुडे और अन्य सर्वेक्षणों के अनुसार, NDA को 393 सीटें तक मिल सकती हैं, जोकि पिछले चुनावों के मुकाबले एक बड़ी बढ़त है [[❞]]


    कांग्रेस गठबंधन (इंडिया) के संभावित परिणाम:
    कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन को इस चुनाव में 166 सीटें मिलने की संभावना है, जिसमें से कांग्रेस को अकेले 71 सीटें मिल सकती हैं। यह संख्या पिछले चुनावों के मुकाबले एक बढ़ोतरी को दर्शाती है। दक्षिण भारत में कांग्रेस गठबंधन को अधिक समर्थन मिलने की उम्मीद है, जबकि उत्तर भारत में भाजपा का दबदबा बना रह सकता है [[❞]]


    प्रमुख राज्य और सीटों का बंटवारा:
    1. *उत्तर प्रदेश:* भाजपा को 72 सीटें और कांग्रेस गठबंधन को 8 सीटें मिलने की संभावना है।
    2. *महाराष्ट्र:* भाजपा को 22 और कांग्रेस गठबंधन को 26 सीटें मिल सकती हैं।
    3. *पश्चिम बंगाल:* तृणमूल कांग्रेस को 22 सीटें और भाजपा को 19 सीटें मिल सकती हैं।
    4. *बिहार:* भाजपा को 8 और कांग्रेस गठबंधन को 32 सीटें मिल सकती हैं [[❞]]

    निष्कर्ष:
    चुनाव परिणामों की आधिकारिक घोषणा के बाद ही स्पष्ट होगा कि कौन सी पार्टी सत्ता में आएगी। लेकिन प्रारंभिक सर्वेक्षणों के अनुसार, भाजपा के नेतृत्व वाला NDA बहुमत हासिल कर सकता है, जबकि कांग्रेस गठबंधन को भी कुछ महत्वपूर्ण सीटें मिल सकती हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि वास्तविक परिणाम क्या होते हैं और किस प्रकार का राजनीतिक परिदृश्य उभरता है।
    रंजीत टाइम्स की इस विशेष रिपोर्ट के साथ हम आपको चुनाव परिणामों के ताजा अपडेट और विश्लेषण प्रदान करते रहेंगे। बने रहिए हमारे साथ!

  • हेलिकॉप्टर हादसे में ईरान के राष्ट्रपति की मौत, विदेश मंत्री की भी नहीं रहे

    नई दिल्ली. ईरान के हेलिकॉप्टर हादसे में दुखद खबर आई है. इस घटना में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत की खबर आ रही है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने एक ईरानी अधिकारी के हवाले से कहा कि रेस्क्यू टीमों ने दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर के मलबे का पता लगा लिया है और इस बात की उम्मीद बहुत कम है कि ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और उनके विदेश मंत्री बर्फीले मौसम के बीच पहाड़ी इलाके में हुए इस हेलिकॉप्टर दुर्घटना में ​जीवित बचे हों. ईरान के प्रेस टीवी ने एक्स पोस्ट में लिखा, 'बचाव दल ने राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर की पहचान कर ली है. किसी भी जीवित व्यक्ति का कोई सुराग नहीं मिला है.'
    बता दें कि राष्ट्रपति के काफिले में तीन हेलिकॉप्टर शामिल थे, जिनमें से दो तो सुरक्षित लौट आए, लेकिन वह हेलिकॉप्टर वापस नहीं लौटा जिसमें इब्राहिम रईसी के साथ ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मालेक रहमती और धार्मिक नेता मोहम्मद अली आले-हाशेम भी सवार थे. अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया, 'दुर्घटना में राष्ट्रपति रईसी का हेलिकॉप्टर पूरी तरह से जल गया...दुर्भाग्य से इसमें सवार सभी लोगों के मारे जाने की आशंका है.'
    पूर्वी अजरबैजान प्रांत के पहाड़ी इलाके में क्रैश हुए हेलिकॉप्टर के मलबे तक पहुंचने के लिए बचाव दल रात भर बर्फीले तूफान के बीच संघर्ष करते रहे. तब सोमवार तड़के रेस्क्यू टीम घटनास्थल तक पहुंच सकी. खराब मौसम की वजह से रेस्क्यू टीम को घटनास्थल तक पहुंचने में करीब 17 घंटे लग गए. 
    साभार आज तक

  • बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम अनार भारत में लापता!

    पटना। बांग्लादेश के एक सांसद अनवारुल अजीम अनार भारत आने के दौरान लापता हो गए हैं। उनकी आखिरी लोकेशन बिहार के मुजफ्फरपुर में मिली है। जिसके बाद से सांसद का परिवार टेंशन में हैं। और उनकी बेटी ने ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की जासूस शाखा (डीबी) से मदद की गुहार लगाई है। बांग्लादेश के जेनैदाह-4 निर्वाचन क्षेत्र से अनवारुल अजीम अनार तीसरी बार सांसद चुने गए है।
    अपने पिता अनवारुल अजीम के लापता होने की खबर उनकी बेटी मुमतरीन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी। और ढाका पुलिस से मदद मांगी है। बताया जा रहा है कि इलाज के लिए भारत जाने के दौरान सांसद अनवारुल अजीम लापता हो गए। इस मामले पर उनकी बेटी ने डीबी प्रमुख और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त हारुन-या-रशीद से मुलाकात की। डीबी पुलिस ने अपने बयान में कहा कि वे सांसद अजीम को खोजने के लिए भारतीय पुलिस के साथ काम कर रहे हैं।
    डीबी चीफ हारून ने बताया कि उनके भारतीय मोबाइल फोन नंबर का अंतिम लोकेशन बिहार के मुजफ्फरपुर में मिली है। सांसद अनवारुल अजीम 12 मई को दर्शना-गेडे सीमा के जरिए भारत में दाखिल हुए थे। वहां गोपाल नाम के व्यक्ति के घर रुके। अगले दिन, वो नाश्ता करने के बाद घर से निकल गए। उन्हें शाम को घर लौटना था, लेकिन वो लौटे नहीं। यही नहीं 16 मई की सुबह, सांसद के दो मोबाइल फोन नंबरों से डीबी प्रमुख और जेनाइदाह जिला अवामी लीग के महासचिव सईदुल करीम मिंटू के फोन पर एक फोन कॉल किया गया था। लेकिन उनमें से कोई भी कॉल रिसीव नहीं कर पाया।
    डीबी प्रमुख ने यह भी कहा कि उन्होंने अजीम के लापता होने पर भारतीय विशेष कार्य बल से संपर्क किया है। वे इस मुद्दे पर मिलकर काम कर रहे हैं। सुनने की समस्या के इलाज के लिए अनवारुल अजीम भारत गए थे। आमतौर पर उनका एक कान बंद रहता है। वो अक्सर इलाज के लिए भारत आते रहते हैं। वहीं सांसद की बेटी का कहना है कि हम पिछले तीन दिनों से अपने पिता से फोन पर संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। कभी-कभी फोन चालू होता है और कभी-कभी बंद रहता है। और अब जल्द मैं भारत जाने की योजना बना रही हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • उद्धव-आदित्य और राज ठाकरे ने मुंबई में किया मतदान, हेमा मालिनी, ईशा देओल और धर्मेन्द्र ने भी डाला वोट

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के तहत आज (20 मई) को 8 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेश की 49 लोकसभा सीटों पर 8 करोड़ 95 लाख से ज्यादा मतदाता 94732 मतदान केंद्रों पर वोट डालकर अपना प्रतिनिधि चुनेंगे. ओडिशा विधानसभा की बची 35 सीटों पर भी आज ही मतदान है.
    पांचवें चरण की 49 लोकसभा सीटों पर कुल 695 प्रत्याशी मैदान में हैं. आज महाराष्ट्र की 13, उत्तर प्रदेश की 14, पश्चिम बंगाल की सात, बिहार की पांच, झारखंड की तीन, ओडिशा की पांच और जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख की एक-एक सीट पर मतदान होगा. पांचवें चरण में सबसे कम सीटों (49) पर मतदान होने जा रहा है.
    चुनाव आयोग के मुताबिक आज बिहार, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में वोट डाले जाएंगे. पांचवें चरण में 9 लाख 47 हजार कर्मचारी चुनाव प्रक्रिया का संचालन करेंगे. सामान्य तौर पर सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा. पांचवें चरण में कुल 8 करोड़ 95 लाख से ज्यादाम मतदाता हैं. इसमें 5409 वोटर थर्ड जेंडर हैं. इनमें से 100 साल या इससे ज्यादा आयु के 24,792 मतदाता हैं, जबकि 85 साल या इससे ज्यादा आयु के 7 लाख 81 हजार मतदाता हैं. सात लाख तीन हजार मतदाता दिव्यांग वोटर हैं.
    फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी ने बेटी ईशा देओल के साथ मुंबई में वोटिंग की. हेमा मालिनी उत्तर प्रदेश की मथुरा लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार हैं.
    दिग्गज फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र ने सोमवार को मुंबई में वोट किया. इस दौरान 88 साल के धर्मेंद्र खासा उत्साह में नजर आए.
    महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बेटे आदित्य ठाकरे के साथ डाला वोट। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) चीफ राज ठाकरे ने भी वोट डाला.
     

  • पीएम मोदी ने चुनावी रैली को किया संबोधित, कांग्रेस पर बोला हमला, 'कोविड के बाद सोनिया एक बार भी रायबरेली नहीं गईं... '

    जमशेदपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के छठे और सातवें चरण में होने वाले मतदान को लेकर प्रचार तेज कर दिया है. पीएम मोदी ने रविवार को झारखंड के जमशेदपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कोविड के बाद सोनिया गांधी एक भी बार रायबरेली नहीं गईं... वो (कांग्रेस परिवार) लोकसभा सीट को अपनी फैमिली प्रॉपर्टी मानते हैं.
    प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी के वायनाड और रायबरेली से चुनाव लड़ने पर निशाना साधते हुए कहा कि सोनिया ने कोविड के बाद एक बार भी अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा नहीं किया और अब वह कांग्रेस के लिए सीट मांग रही हैं. वे संसद सीट को अपनी पारिवारिक संपत्ति मानती हैं. आज देश को पता है कि संविधान को खतरा इंडिया ब्लॉक से है. वे मुसलमानों से एससी, एसटी, ओबीसी आरक्षण छीनना चाहते हैं. मैं उन्हें चुनौती दे रहा हूं कि वे लिखित में दें कि वे संविधान नहीं बदलेंगे, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
    कांग्रेस के शहजादे वायनाड से भागकर चुनाव लड़ने रायबरेली गए हैं. वे सबको कहते घूम रहे हैं कि ये मेरी मम्मी की सीट है. कोई 8 साल का बच्चा स्कूल में पढ़ने जाता है, तब भी वो ये नहीं कहता है कि ये मेरे पापा का स्कूल है, भले ही उसके पापा वहां पढ़े हों. उनकी माता जी भी वहां गई और कह रही थीं कि मैं अपने बेटा आपको सौंप रही हूं, रायबरेली में उनके 50-50 सालों से परिवार की सेवा करने वाला एक भी कार्यकर्ता नहीं मिला और रायबरेली वाले पूछते हैं, बेटे को रायबरेली देने आई हो.
    साभार आज तक

  • केजरीवाल ने भाजपा पर निशाना साधा, कहा- इन लोगों ने ऑपरेशन झाड़ू किया शुरू

    नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से मारपीट के मामले में अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव कुमार की गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आम आदमी पार्टी के दफ्तर में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। दफ्तर में आप विधायक और पार्षद भी मौजूद रहे। 
    इस दौरान केजरीवाल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इन लोगों ने ऑपरेशन झाड़ू शुरू किया है। ये आम आदमी पार्टी को कुचलने की कोशिश में हैं। हमारे नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। आने वाले दिनों में आप का बैंक अकाउंट सीज किया जाएगा। इसके बाद हमारी पार्टी का ऑफिस खाली किया जाएगा।
    केजीवाल ने कहा कि पिछले 2 साल से इन्होंने(भाजपा) हमारे नेताओं को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया। इन्होंने मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार कर लिया, कल मेरे PA तक को गिरफ्तार कर लिया। मैं प्रधानमंत्री को कहना चाहता हूं कि आप एक-एक करके गिरफ्तार कर रहे हैं, आज हम सब साथ ही आ रहे हैं आप गिरफ्तार कर लो, हम डरने वाले नहीं है।
    केजरीवाल ने कहा कि यह पार्टी एक विचार है। नेताओं को गिरफ्तार किया जा सकता है, लेकिन विचार को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री एक नेता को गिरफ्तार करोगे, ऐसे में 100 नेता पैदा होंगे। केजरीवाल पर आरोप लगाते हैं वह भ्रष्टाचारी है, लेकिन जानता पूछ रही है शराब घोटाले का पैसा कहां है। लेकिन यहां कोई एक पैसा नहीं मिला। फर्जी केसों को बना रहे हैं। भाजपा ने कहा था कि केजरीवाल खलिस्तान बनाकर वहां का पीएम बनना चाहता है। यह किसी भी हद तक जा सकते हैं। आप लोग स्तर्क रहना।
    अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'उन्हें(भाजपा) लगता है कि वे इस तरह से आम आदमी पार्टी को खत्म कर देंगे, पार्टी का विनाश कर देंगे। मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि ये आम आदमी पार्टी चंद लोगों की पार्टी नहीं है। ये 'AAP' 140 करोड़ लोगों के सपनों की पार्टी है। जिस तरह के काम हमने दिल्ली और पंजाब में किए हैं, 75 सालों में इस देश के लोगों ने कभी नहीं देखे। दिल्ली और पंजाब में हमने सरकारी स्कूल ठीक करने शुरू कर दिए, गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलने लगी। ये पीएम मोदी नहीं कर पा रहे तो उन्होंने तय किया कि इन्हें रोको और गिरफ्तार कर लो। अब हम महिलाओं को हजार-हजार रुपये देने जा रहे हैं। आप एक विचार है। इसके नेताओं को तो गिरफ्तार कर लोगे, इसके विचार को कैसे गिरफ्तार करोगे?'
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस से आए नेताओं को हर बैठक और गतिविधि से जोडे़गी भाजपा

    भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले और चुनाव के दौरान कांग्रेस को पीठ दिखाने वाले दगाबाज नेताओं को अब भाजपा अपनापन देने पर विचार कर रही है। पार्टी की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए अब इन्हें हर बैठक और गतिविधि से जोड़ा जाएगा। इनमें से कुछ नेताओं को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी भी दी जा सकती है। चुनावी नतीजे आने के बाद इस प्रक्रिया पर काम शुरू किया जाएगा। लेकिन प्रदेश की इस सियासी गतिविधि पर पूरी तरह केंद्रीय नेतृत्व का फैसला ही काम करेगा।
    लोकसभा चुनाव के दौरान तेजी से चले घटनाक्रम में बड़ी तादाद में कांग्रेस की टूट के हालात बने थे। भाजपा और कांग्रेस इस पलायन को लेकर अलग अलग आंकड़े पेश करते रहे हैं। लेकिन पलायन के बाद नई पार्टी और नए लोगों के साथ जा बैठे पुराने पूर्व कांग्रेसियों को अब अपने वजूद पर संकट नजर आने लगा है। भाजपा नेतृत्व ने नई आमद की इसी बेचैनी को भांपते हुए नई रणनीति बनाई है। इसके तहत अब कांग्रेस से आए नेताओं को भाजपा की मुख्यधारा से जोड़ने की तैयारी की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने जिला और मंडल अध्यक्षों को इस बारे में निर्देश दे दिए हैं। इन्हें कहा गया है कि नई आमद को हर बैठक और पार्टी गतिविधियों के बारे में जानकारी देने के लिए कहा गया है। 
    कांग्रेस से पलायन करके भाजपा में आए कई नेता अपनी पूर्व पार्टी में कद, पद, ओहदा और सम्मान रखते थे। भाजपा ने इन लोगों को उनका खोया सम्मान लौटाने की भी रणनीति बनाई है। तय किया गया है कि ऐसे सभी नेताओं को उनके सामर्थ्य और कार्यशक्ति के लिहाज से भूमिका दी जाएगी। सूत्र बताते हैं कि इस पूरे मामले में केंद्रीय नेतृत्व की सलाह पर ही काम किया जाएगा।
    साभार अमर उजाला

  • आतिशी ने लगाए स्वाति पर गंभीर आरोप, बोली- पिछले कुछ महीनों से भाजपा के सम्पर्क में है

    नई दिल्ली. स्वाति मालीवाल केस को लेकर एक तरफ पुलिस की जांच चल रही है तो दूसरी तरफ सियासत भी जोरों पर है. आम आदमी पार्टी ने इसके पीछे बीजेपी की साजिश का आरोप लगाया है तो बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की कोई साख नहीं है. जे पी नड्डा ने कहा है कि केजरीवाल का असली चेहरा सामने आ चुका है. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि ये लोगों को अपने घर बुलाते हैं और उनसे मारपीट करते हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी से स्वाति मालीवाल की कोई बात नहीं हुई है. 
    दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने एक बार फिर स्वाति मालीवाल को निशाना बनाया है. आतिशी ने कहा कि स्वाति मालीवाल केस में भी बीजेपी पुराने फार्मूले का इस्तेमाल कर रही है. आतिशी का कहना है कि स्वाति मालीवाल के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो ने एक केस दर्ज किया है. इसी केस को हथियार बनाकर स्वाति मालीवाल का इस्तेमाल किया जा रहा है. आतिशी ने मांग की है कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए कि स्वाति मालीवाल के साथ किस-किसकी बात हुई.
    स्वाति पर गंभीर आरोप लगाते हुए आतिशी ने कहा, "स्वाति मालीवाल पर एंटी करप्शन ब्यूरो का एक भर्ती घोटाले का मामला चल रहा है. अब ये मामला खत्म होने के करीब आ रहा है. इसलिए ऐसा लगता है कि भाजपा का ये जो फॉर्मूला है कि अलग-अलग नेताओं पर केस करना, उसी फॉर्मूले को स्वाति मालीवाल पर इस्तेमाल किया गया होगा. हमें विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि पिछले कुछ महीनों से वे(स्वाति मालीवाल) लगातार भाजपा के नेताओं के संपर्क में हैं तो दिल्ली पुलिस इस बात की जांच करे कि ये कैसा षडयंत्र है. इस पर पूरी जांच होनी चाहिए कि स्वाति मालीवाल किस तरह से भाजपा के संपर्क में थीं."
    आप के आरोपों पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पलटवार किया है. नड्डा ने कहा, 'आम आदमी पार्टी झूठ की बुनियाद पर बनी पार्टी है और इसकी विश्वसनीयता शून्य नहीं, माइनस में है. आज देश की जनता और दिल्ली की जनता के सामने अरविंद केजरीवाल बेनकाब हो गए हैं .हर तरह से बेनकाब हो गए हैं . अगर ये साजिश बीजेपी ने रची थी तो आप माइक क्यों घुमा रहे थे (लखनऊ में पीसी के दौरान) ) यहां से वहां? आप चुप क्यों हैं? आपको क्या रोक रहा है?'
    उन्होंने कहा, 'आम आदमी पार्टी की संस्कृति से पता चलता है कि वे लोगों को अपने घरों में बुलाते हैं और उनकी पिटाई करते हैं. हमने उनसे (स्वाति मालीवाल) कभी बात नहीं की, न ही हमारी पार्टी के किसी भी व्यक्ति ने उनसे बात की. हम इस तरह काम नहीं करते. हम बहुत सीधे हैं. अब उनकी चोरी पकड़ी गई है और उनकी कोई विश्वसनीयता नहीं है... वे किसी भी स्तर, किसी भी आरोप तक गिर सकते हैं..'
    वहीं कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'मामला है. इतनी जल्दी dismiss नहीं कर सकते मामले को. पुलिस जल्दी जांच करे इसपर और जो भी पक्ष गुनहगार हो उसपर कार्रवाई करे.'
    साभार आज तक 

  • किर्गिस्तान में स्थानीय और विदेशी छात्रों के बीच हिंसक झड़प, 3 पाकिस्तानी छात्रों की मौत, एस जयशंकर का भी आया बयान

    बिश्केक. किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में स्थानीय और विदेशी छात्रों के बीच हिंसक झड़प की खबरें सामने आई हैं. पाकिस्तानी मीडिया में चल रहीं रिपोर्ट्स के मुताबिक इस घटना में तीन पाकिस्तानी छात्रों की मौत हो गई. पाकिस्तानी छात्रों का कहना है कि उन्हें अपने देश के दूतावास से कोई मदद नहीं मिली. किर्गिस्तानी मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक 13 मई को किर्गिज छात्रों और मिस्र के मेडिकल छात्रों के बीच लड़ाई का एक वीडियो इंटरनेट पर शेयर होने के बाद इस मामले ने और तूल पकड़ लिया और स्थानीय छात्रों ने विदेशी स्टूडेंट्स को निशाना बनाना शुरू कर दिया.
    भारतीय दूतावास ने भी अपने छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी की है. किर्गिस्तान स्थित भारतीय दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'हम अपने छात्रों के संपर्क में हैं. स्थिति फिलहाल शांत है, लेकिन छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे अपने घरों के अंदर ही रहें और कोई भी समस्या होने पर दूतावास से संपर्क करें. हमारा 24×7 संपर्क नंबर 0555710041 है.' विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर लिखा, 'बिश्केक में भारतीय छात्रों की स्थिति की निगरानी कर रहा हूं, बताया जा रहा है कि अब शांति है. छात्रों को दूतावास के साथ नियमित संपर्क में रहने की सलाह है.'
    किर्गिज मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिश्केक में मेडिकल शिक्षण संस्थानों के कुछ छात्रावासों, पाकिस्तान सहित अन्य देशों के छात्रों के निजी आवासों पर हमला किया गया है. बता दें कि छात्रावासों में भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के स्टूडेंट्स रहते हैं. किर्गिज छात्रों द्वारा पाकिस्तान की कुछ फीमेल स्टूडेंट्स को परेशान करने का मामला भी सामने आया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक्स पर एक पोस्ट में अपने देश के छात्रों पर हमले की पुष्टि की है.
    उन्होंने लिखा, 'किर्गिस्तान के बिश्केक में पाकिस्तानी छात्रों को साथ हुई घटना को लेकर चिंतित हूं. मैंने पाकिस्तानी राजदूत को आवश्यक मदद और सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है. मेरा कार्यालय भी दूतावास के संपर्क में है और स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है.' किर्गिस्तान में पाकिस्तान के राजदूत हसन जैगम ने शनिवार सुबह एक्स पर लिखा, 'बिश्केक में छात्रावासों पर भीड़ द्वारा हिंसा को देखते हुए, हम सभी पाकिस्तानी छात्रों को स्थिति सामान्य होने तक घरों के अंदर ही रहने की सलाह देते हैं.' 
    साभार आज तक

  • पीएम मोदी ने कहा- रमजान के दौरान गाजा पर रुकवाई थी बमबारी

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने रमजान के पवित्र महीने के दौरान गाजा में बमबारी रोकने के लिए बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार से आग्रह करने के लिए इजरायल में अपना एक दूत भेजा था। इसके अलावा उन्होंने इजरायल-फिलिस्तीन और रूस-यूक्रेन सहित चल रहे वैश्विक संघर्षों पर अपनी सरकार के रुख के बारे में भी बताया है। पीएम ने खुलासा किया कि कैसे उन्होंने रमजान के दौरान इजरायल को गाजा में बमबारी रोकने के लिए प्रयास किया था।
    इंडिया टुडे ग्रुप को दिए एक इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने कहा, "रमजान का महीना था। मैंने अपने विशेष दूत को इजरायल भेजा और उनसे प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को यह बताने और समझाने के लिए कहा कि कम से कम रमजान के दौरान गाजा में बमबारी न करें। इज़रायल ने हर संभव प्रयास किया इसका पालन किया जाए, लेकिन अंत में दो-तीन दिनों तक लड़ाई हुई।"
    प्रधानमंत्री ने अपने खिलाफ सांप्रदायिक राजनीति के विपक्ष के आरोप का जिक्र करते हुए कहा, "आप मुझे मुसलमानों के मुद्दे पर घेरते रहते हैं, लेकिन मैंने इसे प्रचारित नहीं किया।" 
    पीएम मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कुछ अन्य देशों ने भी बमबारी रोकने के लिए इजरायल से बात करने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा, "उन्हें परिणाम भी मिल गए होंगे। मैंने भी कोशिश की थी।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • स्वाति मालीवाल की शिकायत पर विभव के खिलाफ एक्शन में पुलिस

    नई दिल्ली: राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ सीएम आवास पर हुई मारपीट मामले में हंगामा बढ़ता जा रहा है। इस मामले में उन्होंने शिकायत भी दर्ज कराई है। आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार पर मारपीट और अभद्रता करने के आरोप लगाए हैं। मालीवाल की शिकायत पर दिल्ली पुलिस हरकत में आ गई है। जांच के लिए 10 टीमें बनाई गई हैं जो विभव के आवास समेत अलग-अलग ठिकानों की जांच में लगी हैं। हालांकि, एफआईआर के बाद से केजरीवाल के पीएम विभव का कुछ पता नहीं चला है। घर पर पुलिस टीम पहुंची तो विभव कुमार की पत्नी मिली। उधर राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी विभव कुमार को तलब किया है। इन सबके बीच स्वाति मालीवाल ने पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि मेरे साथ जो हुआ, वह बहुत बुरा था। घटना पर मैंने पुलिस को अपना स्टेटमेंट दे दिया है। आशा है कि उचित कार्रवाई होगी।
    स्वाति मालीवाल की ओर से पुलिस शिकायत में उन्होंने पूरा मामले का जिक्र किया है। जानकारी के मुताबिक, घटना 13 मई को हुई जब सीएम अरविंद केजरीवाल से मिलने स्वाति मालीवाल पहुंची थीं। आरोप है कि सीएम आवास पर विभव कुमार ने मारपीट और बदसलूकी की थी, जिसके बाद स्वाति ने सीएम आवास से ही पीसीआर कॉल कर पुलिस को इस मामले की जानकारी दी थी। बाद में वह पुलिस थाने भी पहुंची थीं, लेकिन वह बिना शिकायत दिए ही वहां से निकल गईं। उस समय उन्होंने पुलिस अफसरों से कहा था कि वह बाद में आकर लिखित में शिकायत देंगी। अब उन्होंने शिकायत दर्ज कराई है। आईपीसी की धारा 323, धारा 354, धारा 506 और धारा 509 के तहत दर्ज की गई है।
    इसी बीच स्वाति मालीवाल ने गुरुवार को मारपीट-अभद्रता मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट, स्पेशल सेल समेत दिल्ली पुलिस के दो आईपीएस और दो इंस्पेक्टर दोपहर को सांसद के आवास पर पहुंचे। इनमें स्पेशल सेल के अडिशनल सीपी पीएस कुशवाहा के अलावा नॉर्थ जिले की अडिशनल डीसीपी अंजीथा चेपयाला मौजूद थीं। करीब साढ़े चार घंटे तक पुलिस की टीम स्वाति के घर मौजूद रही। राज्यसभा सांसद ने इस दौरान कहा कि मेरे साथ जो हुआ, वह बहुत बुरा था। घटना पर मैंने पुलिस को अपना स्टेटमेंट दे दिया है। आशा है कि उचित कार्रवाई होगी। वहीं शिकायत के बाद पुलिस की 10 टीमें जांच में जुटी हैं। सीएम केजरीवाल के पीएम विभव कुमार की तलाश की जा रही।
    साभार नवभारत टाइम्स

  • विभव कुमार के साथ लखनऊ में केजरीवाल, भाजपा ने बोला हमला

    लखनऊ। तिहाड़ जेल में 51 दिन बिताने के बाद बाहर आए दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहली बार आज लखनऊ में इंडिया गठबंधन की तरफ से प्रेस कॉन्‍फ्रेंस करेंगे। उनके साथ सपा मुखिया अखिलेश यादव भी मौजूद रहेंगे। केजरीवाल बुधवार की रात लखनऊ पहुंच चुके हैं। इस बीच, उनके एयरपोर्ट पर पहुंचने का वीडियो और फोटो शेयर कर बीजेपी नेताओं ने केजरीवाल पर हमला बोला है। दरअसल, केजरीवाल के साथ उनके पीएम विभव कुमार भी दिख रहे हैं। विभव कुमार के ऊपर आरोप है कि उन्‍होंने आम आदमी पार्टी की सांसद स्‍वाति मालीवाल के साथ सीएम आवास में मारपीट की है। दिल्‍ली बीजेपी के अध्‍यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, कपिल मिश्रा और तेजिंदर बग्‍गा ने केजरीवाल और संजय सिंह पर आरोप लगाए हैं।
    दिल्‍ली बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लखनऊ एयरपोर्ट का फोटो शेयर किया है। इसमें उन्‍होंने लिखा है- 'लखनऊ एयरपोर्ट की कल रात की ये फोटो। काली शर्ट में विभव हैं जिसने स्वाति मालीवाल को मारा। साथ में संजय सिंह जिन्होंने बताया कि बिभव ने बहुत गलत किया, केजरीवाल नाराज हैं। तीसरे खुद केजरीवाल जिन पर स्वाति को पिटवाने का आरोप।'
    साभार नवभारत टाइम्स 

  • आप विधायक के घर पहुंची नोएडा पुलिस, गिरफ्तारी के डर से बेटे के साथ फरार हुए अमानतुल्लाह खान

    नई दिल्ली. पेट्रोल पंप कर्मी के साथ मारपीट के मामले में नोएडा पुलिस ने आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान और उनके आरोपी बेटे अनस की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं. गुरुवार को नोएडा पुलिस अमानतुल्लाह खान और उनके बेटे की तलाश में विधायक के घर पहुंची लेकिन वो घर पर नहीं मिले. कहा जा रहा है कि विधायक और उनका बेटा गिरफ्तारी की डर से फरार हो गए हैं.
    पूरे केस की जांच में नोएडा पुलिस की तीन टीम लगी हैं और अमानतुल्लाह खान और उसके बेटे के खिलाफ कोर्ट ने NBW भी जारी किया हुआ है. फिलहाल अमानतुल्लाह खान और उनके बेटे ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया है. नोएडा पुलिस लगातार कई दिनों से अमानतुल्लाह खान के घर के चक्कर लगा रही है.
    साभार आज तक

  • चाबहार पर अमेरिकी रुख को देखते हुए भारत अब चल रहा संभलकर

    नई दिल्ली. भारत और ईरान के बीच चाबहार पोर्ट को लेकर डील हो गई है। इसके तहत पोर्ट का मैनेजमेंट अगले 10 साल तक संभालेगा। वहीं इस डील के बाद अमेरिका ने चेतावनी दी है कि ईरान के साथ कारोबार करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि प्रतिबंध भी लग सकते हैं। इसके साथ ही अमेरिका ने संकेत दिया है कि 2018 में उसने भारत को ईरान से डील पर जो छूटें दी थीं, उन्हें वापस लिया जा सकता है। इसके तहत अमेरिका ने भारत को छूट दी थी कि वह चाबहार पोर्ट को तैयार कर सकता है और अफगानिस्तान तक रेलवे लाइन भी बना सकता है। 
    सूत्रों के अनुसार अमेरिकी रुख को देखते हुए भारत अब संभलकर चल रहा है। भारत की कोशिश है कि चाबहार पोर्ट के प्रोजेक्ट में ईरान की ऐसी कोई कंपनी शामिल न हो, जिस पर अमेरिकी पाबंदियां लगी हों। दरअसल ईरान के साथ चाबहार पोर्ट पर हुए 10 साल के करार में इतना वक्त लगने के पीछे यही वजह थी। इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक भारत नहीं चाहता कि ऐसे किसी नियम का उल्लंघन हो, जिससे अमेरिकी पाबंदियां लग जाएं। अमेरिका ने जब भारत को इस डील पर राहत दी थी, तब वहां डोनाल्ड ट्रंप की सरकार थी। 
    तब अमेरिकी रुख को लेकर माना गया था कि उसने चाबहार पोर्ट में भारत की अहम भूमिका को समझा है। खासतौर पर अफगानिस्तान में अमेरिका और भारत के हितों को देखते हुए यह फैसला लिया गया था। अब अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिक वापस लौट गए हैं और क्षेत्र की स्थितियां बदल चुकी हैं। ऐसी स्थिति में भारत भी चाहता है कि चाबहार की डील भी जारी रहे और अमेरिकी प्रतिबंधों का भी उल्लंघन न हो। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने 2018 में एक बयान जारी किया था कि हमने लंबे विचार-विमर्श के बाद चाबहार पोर्ट को अपवाद मानते हुए कुछ छूट देने का फैसला लिया है। लेकिन अब अमेरिका के बदले रुख ने भारत को भी अलर्ट मोड में ला दिया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • '2019 में इंडिया ने किया था सीक्रेट ऑपरेशन', भारत ने खारिज किया मालदीव के रक्षा मंत्री के दावे को

    माले. भारत ने मंगलवार को मालदीव के रक्षा मंत्री घासन मौमून के उस दावे को खारिज कर दिया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मालदीव में तैनात भारतीय सैन्य हेलिकॉप्टर पायलटों ने 2019 में एक अनधिकृत ऑपरेशन को अंजाम दिया था. मालदीव में भारत के उच्चायोग ने एक बयान में कहा कि भारतीय विमानन कंपनियों ने हमेशा स्थानीय नियमों और प्रक्रियाओं के दायरे में रहकर ही काम किया है. माले में 11 मई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मालदीव के रक्षा मंत्री घासन मौमून ने कहा था कि 2019 में भारतीय सैन्य कर्मियों ने थिमाराफुशी में एक सीक्रेट हेलिकॉप्टर को उतारा था. 
    मौमून ने कहा था कि उन्होंने नेशनल सिक्योरिटी सर्विस मामले की संसदीय समिति की रिपोर्ट देखी है, जिसमें य​ह बात सामने आई है. मालदीव में इंडियन हाई कमीशन ने एक बयान जारी करके घासन मौमून के दावों का खंडन किया और कहा कि भारतीय सैन्य कर्मियों ने मालदीव नेशनल डिफेन्स फोर्स (MNDF) के साथ तालमेल में सभी ऑपरेशन चलाए थे. भारतीय उच्चायोग ने कहा कि 9 अक्टूबर, 2019 को चालक दल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए थिमाराफुशी में एक हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी, लेकिन इसके लिए स्थानीय एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से मंजूरी ली गई थी.
    साभार आज तक 

  • भारत-ईरान की चाबहार डील पर जयशंकर ने संभाला मोर्चा

    कोलकाता. भारत और ईरान के बीच हुई चाबहार डील से नाराज अमेरिका को समझाने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अब मोर्चा संभाल लिया है. अमेरिका ने मंगलवार को इस मामले में ईरान पर प्रतिबंधों का हवाला देते हुए भारत के खिलाफ भी ऐसे ही कदम की चेतावनी दी थी. हालांकि अब विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि वह अमेरिका को समझाने को कोशिश करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने यूएस की कही पुरानी बात याद दिलाई है, जिसमें उसने चाबहार पोर्ट की तारीफ की थी. अमेरिका ने कहा था कि इस प्रोजेक्ट से पूरे इलाके को फायदा होगा.
    भारतीय विदेश मंत्री बुधवार को कोलकाता में अपनी किताब ‘व्हाई भारत मैटर्स’ के बांग्ला संस्करण के लॉन्च के बाद एक बातचीत में बोल रहे थे. इस दौरान पत्रकारों ने चाबहार पोर्ट को लेकर अमेरिका के बयान पर सवाल किया. इस पर जयशंकर ने कहा, ‘मैंने कुछ टिप्पणियां देखी हैं, लेकिन मुझे लगता है कि यह लोगों से बात करने, समझाने और मनाने का मुद्दा है, कि यह असल में सभी लोगों के फायदे के लिए है. मुझे नहीं लगता कि लोगों को इसके बारे में छोटा नजरिया रखना चाहिए.’
    साभार न्यूज 18

  • पीएम मोदी के भाषण बिल्कुल सही, कांग्रेस हिन्दू विरोधी, चुनाव आयोग से बोली भाजपा

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों को नफरती बताने वाली कांग्रेस और वाम दलों की शिकायतों को भाजपा ने सिरे से खारिज कर दिया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनाव आयोग को दिए अपने जवाब में न सिर्फ पीएम मोदी के सभी भाषणों का बचाव किया बल्कि, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर कार्रवाई का आग्रह भी किया। नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने मुस्लिम लीग की सोच वाला घोषणपत्र जारी करके देश को बांटने का प्रयास किया। राम मंदिर उद्घाटन में न आकर पार्टी ने पाप किया है। नड्डा ने कांग्रेस पर हिन्दू विरोधी होने का आरोप लगाया और मांग की चुनाव आयोग को उन पर ऐक्शन लेना चाहिए।
    चुनाव आयोग के समक्ष सोमवार को भेजे अपने जवाब में  भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पीएम मोदी के भाषणों को उचित करार दिया। दावा किया कि पीएम मोदी ने जो भी कहा वो सही था। प्रधानमंत्री के भाषण का जिक्र करते हुए दावा किया कि कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लिम लीग की मुहर है। कांग्रेस ने मुस्लिम लीग की तरह देश को बांटने की कोशिश की है। नड्डा ने कहा कि जिस तरह मुस्लिम लीग ने भारत के विभाजन के बीज बोए, उसी तरह कांग्रेस आर्थिक और भाषाई मतभेदों का हवाला देते हुए देश के उत्तरी और दक्षिणी हिस्से को विभाजित करने का प्रयास कर रही है। 
    नड्डा ने यह भी कहा कि राम मंदिर के उद्घाटन समारोह से दूर रहकर पार्टी ने पाप किया है। इंडियन एक्सप्रेस में छपि रिपोर्ट के मुताबिक, नड्डा ने चुनाव आयोग से यह भी कहा कि वोट बैंक की राजनीति को बढ़ावा देने वाली और देश के प्रधानमंत्री का विरोध करने वाली कांग्रेस ने देश के मूलभूत धर्म और इसकी प्राचीन संस्कृति का विरोध करना शुरू कर दिया है। इसमें कांग्रेस के साथ उसके सहयोगी भी शामिल हो गए हैं।
    नड्डा ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री मोदी के सभी भाषण तथ्यों पर आधारित थे और लोकतंत्र में मतदाताओं का यह अधिकार है कि वे न केवल विपक्ष का पक्ष सुनें बल्कि उनके उद्देश्यों को भी समझें।
    बता दें कि नड्डा का चुनाव आयोग को भेजा यह जवाब उस नोटिस के उत्तर में आया है। जिसमें कांग्रेस और वाम दलों की शिकायत के बाद आयोग ने पार्टी को नोटिस जारी किया था। विपक्षी दलों ने अपनी शिकायतों में भाजपा के स्टार प्रचारक और पीएम मोदी पर आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन का आरोप लगाया था।  कांग्रेस की ओर से की गई ये शिकायतें मुख्य रूप से 21 अप्रैल को राजस्थान के बांसवाड़ा की थी। जिसमें चुनावी रैली के दौरान पीएम मोदी ने राम मंदिर उद्घाटन में कांग्रेस के आने पर निशाना साधा था। पीएम मोदी ने रैली में कांग्रेस के घोषणा पत्र की तुलना मुस्लिम लीग से की थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पीएम मोदी ने कहा-  मां के निधन के बाद गंगा ही मेरी मां, मुझे गोद लिया है...

    वाराणसी। पीएम नरेंद्र मोदी आज वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं। इससे पहले वह बेहद भावुक नजर आए और कहा कि मां के निधन के बाद अब मां गंगा ही मेरी मां है। पीएम मोदी ने कहा कि मां गंगा ने मुझे गोद ले लिया है। उन्होंने कहा कि मेरा वाराणसी से ऐसा नाता है कि मैं बनारसिया हो गया हूं। इस दौरान उन्होंने मां हीराबेन को याद करते हुए कहा कि मेरी मां ऐसी थीं कि वह हमेशा जीवन में शुद्धता को महत्व देती थीं। उन्होंने कहा कि जब मां का 100वां जन्मदिन था तो मैं उनका आशीर्वाद लेने पहुंचा था। इस दौरान मां ने मुझे मंत्र दिया था- काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से। ऐसी बात कोई कवि भी नहीं कह सकता, जैसे मां ने कहा था।
    टीवी चैनल आज तक से बात करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव पर भी विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि यूपी की जनता हमें खूब आशीर्वाद दे रही है और इस बार भी देगी। उन्होंने कहा कि यूपी में इस बार एक भी सीट कांग्रेस को नहीं मिलेगी। रायबरेली से राहुल गांधी की संभावनाओं को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि इस परिवार को मीडिया ने ही खड़ा कर रखा है। बीते 70 सालों से इन लोगों को मीडिया ने महत्व दे रखा है, लेकिन जनता इनका सच जान चुकी है। पीएम मोदी ने कहा कि यूपी की जनता अब परिवारवाद पर भरोसा नहीं करती।
    यूपी में सपा के साथ कांग्रेस के लड़ने पर पीएम मोदी ने कहा कि ये लोग तो पहले भी आए थे। पर इनका क्या हुआ था। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनके शासन में राज्य में बड़े सुधार हुए हैं। मेरे लिए गर्व की बात है कि मेरे पास सैकड़ों ऐसे होनहार लोग हैं। पीएम मोदी ने कहा कि अब तो जनता ही यह मानती है कि मोदी को मजबूत करो ताकि वह दुनिया में देश का नाम रोशन करे। इस दौरान जब उनसे कहा गया कि आप धूप में खड़े हैं, दिक्कत हो रही होगी। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि मुझे धूप परेशान नहीं करती। मैंने अपनी जिंदगी सुविधा के बिना ही जी है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • अमेरिकी सांसद ने ने इजरायल को बम दिए जाने की वकालत की

    वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन रफा में कार्रवाई को लेकर इजरायल की हथियार सप्लाई रोकने की बात कर रहे हैं। इसी बीच अब एक अमेरिकी सीनेटर ने इजरायल को बम दिए जाने की वकालत की है। उन्होंने इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष की तुलना दूसरे विश्व युद्ध से की है। उन्होंने कहा कि इजरायल युद्ध हार नहीं सकता। 7 अक्टूबर को फिलिस्तीनी समूह हमास ने इजरायल पर हमला किया था। इसके बाद से ही दोनों पक्षों में खूनी संघर्ष जारी है।
    एक इंटरव्यू के दौरान रिपब्लिकन सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने कहा, 'जब हम पर्ल हार्बर के बाद एक राष्ट्र के तौर पर तबाही का सामना कर रहे थे, जर्मनी और जापान से लड़ रहे थे, तब हमने हिरोशिमा और नगासाकी पर बम गिराकर युद्ध को खत्म करने का फैसला किया था...। वह सही फैसला था।' उन्होंने कहा, 'इजरायल को भी बम दो, जिसकी उन्हें जरूरत है। वे हार नहीं सकते।'
    उन्होंने कहा कि एक यहूदी राष्ट्र के तौर पर इजरायल को अस्तित्व बचाने के लिए जो भी कुछ करना पड़े, उसे करना चाहिए। उन्होंने कहा, 'हिरोशिमा और नगासाकी पर बम गिराकर खतरे को खत्म करना अमेरिका के लिए कैसे सही था? अगर हम करें, तो यह सही कैसे है? मुझे लगा वह सही होगा।' उन्होंने कहा, 'ऐसे में इजरायल आपको यहूदी राष्ट्र के तौर पर जीवित रहने के लिए जो भी कुछ करना पड़े, करें।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का निधन, राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार

    पटना।  बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का निधन हो गया. बिहार के वरिष्ठ बीजेपी नेताओं में सुशील मोदी एक थे. वह 72 वर्ष के थे और कैंसर से पीड़ित थे. बिहार के मौजूदा डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने X पर पोस्ट करके उनके निधन की जानकारी दी, साथ ही दुख भी जताया. उन्होंने लिखा कि 'बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री व पूर्व राज्यसभा सांसद श्री सुशील कुमार मोदी जी के निधन पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि. यह बिहार भाजपा के लिए अपूरणीय क्षति है.'
    सीएम नीतीश कुमार के अस्वस्थ होने की खबर आने से पहले मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक चिट्ठी जारी की गई। इसमें लिखा गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्व उपमुख्यमंत्री और पूर्व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी के निधन पर मर्माहत हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्व. सुशील कुमार मोदी का पार्थिव शरीर दिल्ली से पटना विशेष विमान से लाया जायेगा। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ संपन्न होगा।
    पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम नीतीश कुमार, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव समेत देश के सभी वरीय नेताओं ने शोक जताया।
    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री व सांसद  सुशील कुमार मोदी के अचानक निधन से अत्यंत दुःख हुआ। इस समय हम सब की भावना उनके परिवार तथा असंख्य मित्र-प्रशंसकों के साथ है। संघ के निष्ठावान स्वयंसेवक एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री रहे सुशील जी सारे देश विशेषतः बिहार की चिंता करते थे। उनके निधन से एक जागृत सामाजिक कार्यकर्ता व कुशल राजनीतिक नेता को हमने खोया है। वे सार्वजनिक जीवन में सैद्धांतिक निष्ठा व पारदर्शिता के आदर्श उदाहरण थे। उनके परिवार को अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उन्हें दुःख सहन करने की शक्ति दे तथा दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करे।
    साभार अमर उजाला

  • कश्मीर के पुलवामा में मतदान केंद्रों के बाहर कतार में खड़े मतदाता

    कश्मीर के पुलवामा में वोटिंग के लिए लंबी-लंबी कतारें, श्रीनगर लोकसभा सीट के लिए डाला जा रहा वोट
    श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र में मतदान चल रहा है, जहां 24 उम्मीदवार मैदान में हैं. एजेंसी के मुताबिक वोटिंग सुबह 7 बजे शुरू हुई. अधिकारियों ने बताया कि निर्वाचन क्षेत्र के कुछ इलाकों में लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए मतदान केंद्रों के बाहर कतार में खड़े देखे गए. सात चरण के लोकसभा चुनाव के चौथे दौर में श्रीनगर सीट पर वोटिंग हो रही है. 
    पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को रद्द करने के बाद कश्मीर में यह पहला बड़ा चुनाव है. अनुच्छेद 370 को साल 2019 में रद्द कर दिया गया, जिससे राज्य को जम्मू और कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया.
    निर्वाचन क्षेत्र में 17.48 लाख मतदाता हैं, जिनमें श्रीनगर, गांदरबल और पुलवामा जिले और बडगाम और शोपियां जिले के कुछ हिस्से शामिल हैं. अधिकारियों ने पांच जिलों में 2,135 मतदान केंद्र बनाए हैं.
    चेहरे पर मुस्कान लिए बुजुर्ग दंपत्ति वोट करने के बाद मतदान केंद्र से बाहर आए.  केंद्र शासित प्रदेश के कश्मीर डिवीजन के प्रवासी मतदाताओं के लिए विशेष मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें जम्मू में 21, दिल्ली में 4 और उधमपुर जिले में एक मतदान केंद्र शामिल है. बता दें कि वोटिंग शाम 6 बजे खत्म होगी.
    INDIA ब्लॉक के सहयोगी दल नेशनल कॉन्फ्रेंस ने प्रभावशाली शिया नेता और पूर्व मंत्री आगा रूहुल्लाह मेहदी को इस लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है, जबकि पीडीपी ने अपने युवा अध्यक्ष वहीद पारा को अपना उम्मीदवार बनाया है.
    'अपनी पार्टी' ने मोहम्मद अशरफ मीर को और डीपीएपी ने अमीर अहमद भट को मैदान में उतारा है. दो महिलाओं सहित 20 अन्य लोग भी चुनावी मैदान में हैं.
    इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के बडगाम में जीएमएस हांजी गुंड मतदान केंद्र और बूथ संख्या 60 पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू हुआ. इस सीट से नेशनल कॉन्फ्रेंस के आगा सैयद रूहुल्लाह मेहदी, पीडीपी के वहीद उर रहमान पारा और अपनी पार्टी के मोहम्मद अशरफ मीर लोकसभा चुनाव 2024 लड़ रहे हैं.
    साभार आज तक 

  • आंध्र प्रदेश में वोट के बदले नोट नहीं मिलने पर कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन

    विजयवाड़ा। आंध्र प्रदेश में लोकसभा की 25 और विधानसभा की 175 सीटों के लिए मंगलवार को मतदान होना है। खबर है कि राज्य में कई स्थानों पर इससे पहले ही विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं, जिसकी वजह वोट के बदले नोट नहीं मिलना बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि जनता वादा की गई रकम नहीं मिलने के कारण नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।
    टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में यह मुद्दा नया नहीं है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि अलग-अलग विधानसभा और लोकसभा क्षेत्रों में वोट के बदले नोट की रकम 1 हजार रुपये से लेकर 6 हजार रुपये तक है। राज्य में शनिवार को ही प्रचार खत्म हो चुका है, लेकिन रुपये बांटने का दौर कुछ स्थानों पर जारी रहा।
    रिपोर्ट के अनुसार, पलनाडु के सत्तनपल्ली में 18वें वार्ड में मतदाताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। उनका दावा था कि वोट के बदले नोट देने की बात कही गई थी, लेकिन अब तक रुपये नहीं मिले हैं। पीठापुरम में भी एक प्रत्याशी के कार्यालय के बाहर मतदातों ने जमकर नारेबाजी की। खबर है कि पार्टी समर्थकों ने कथित तौर पर हर वोट के लिए 5 हजार रुपये का वादा किया था, लेकिन कुछ महिलाओं को रुपये नहीं मिले।
    कहा जा रहा है कि ओंगोल में भी कथित तौर पर एक वोट के लिए 5 हजार रुपये बांटे गए। यहां रुपये मिलने से छूट गए लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। रिपोर्ट के अनुसार, पूर्वी गोदावरी जिले के कोंडेवरम गांव में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किए। अखबार से बातचीत में एक शख्स ने बताया है कि विजयवाड़ा के विधायक उम्मीदवार ने करीबी सहयोगी को कॉर्पोरेटर के दफ्तर भेजा है, जहां वोट के बदले 1 हजार रुपये दिए जा रहे हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • ईरान बोला- अस्तित्व पर खतरा हुआ तो परमाणु हमले से नहीं चूकेगा

    नई दिल्ली।  रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास के बीच महायुद्ध में हम दुनिया को जलते हुए देख रहे हैं। लाखों लोगों के कत्लेआम और अमूल्य संपदा के खास होने के बावजूद तीसरे महायुद्ध का खतरा बढ़ गया है। मुस्लिम देश ईरान ने धमकी दी है कि अगर उसे अपने अस्तित्व पर खतरा महसूस हुआ तो वह परमाणु हमले से नहीं चूकेगा। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के सलाहकार ने कहा है कि इजरायल अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अगर उसे इजरायल से खतरा महसूस हुआ तो वह परमाणु युद्ध नीति को लेकर खाई अपनी कसम भूल जाएगा।
    पिछले कुछ महीनों से इजरायली हुकूमत हमास आतंकियों को जड़ से खत्म करने के चक्कर में पूरी दुनिया से पंगा लेने पर लगी है। पहले उसने गाजा शहर में कत्लेआम मचाया और अब हमास को खत्म करने के लिए राफा में नरसंहार के लिए कदम बढ़ा दिए हैं। हमास को चोट पहुंचाने के लिए इजरायल उसके कथित दोस्तों को भी निशाना बना रही है। ईरान के कमांडरों को हवाई हमले में मौत के घाट उतारकर इजरायल इस मुस्लिम देश से पंगा ले चुका है। जवाब में ईरान ने भी काउंटर अटैक कर दुश्मनी को और हवा दे दी। ईरान के सर्वोच्च  नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के सलाहकार ने कहा है कि इजरायल से तेज होती दुश्मनी ने उसे अपनी परमाणु नीति को बदलने पर मजबूर कर दिया है। ईरान ने जोर देकर कहा है कि अगर इजरायल उसके लिए खतरा महसूस हुआ तो वह परमाणु हमले से भी पीछे नहीं हटेगा।
    ईरान का इजरायल को परमाणु हमले की धमकी देना मामूली बात नहीं है, खासकर तब जब दुनिया पहले ही दो महायुद्ध को अपनी आंखों के सामने देख रही है। फरवरी 2022 से रूस और यूक्रेन के बीच कत्लेआम जारी है। उधर, इजरायल हमास के नामो-निशान को मिटा देने की कसम खा चुका है। पहले गाजा को श्मशान बनाया और अब राफा शहर में नरसंहार का खतरा मंडरा रहा है। इजरायली सेना राफा पर कभी भी हमला कर सकती है। अनुमान है कि राफा में कम से कम 16 लाख फिलिस्तीनी रह रहे हैं, इनमें लाखों गाजा से भागे वे लोग हैं, जिन्होंने इजरायली रक्षा बलों के हमलों में अपना सबकुछ गंवा दिया है। 
    खामेनेई के सलाहकार कमल खर्राज़ी ने बड़ा बयान देकर तीसरे महायुद्ध की संभावना को बढ़ा दिया है। खर्राजी ने ईरान के परमाणु सिद्धांत में बदलाव का संकेत दिया है। कहा कि ईरान ऐसा नहीं करना चाहता लेकिन, अगर उसे अपने अस्तित्व पर खतरा महसूस हुआ तो वह परमाणु हमले से भी नहीं चूकेगा। खर्राजी ने कहा, "परमाणु बम बनाने का हमारा कोई निर्णय नहीं है, लेकिन अगर ईरान को इजरायल से खतरा महसूस होता है तो हमारे पास इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं होगा।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • केजरीवाल भाजपा को दे रहे राहुल गांधी के अनुमान से ज्यादा सीटें

    नई दिल्ली। 4 जून को 400 पार। लगातार तीसरी बार देश की सत्ता पर काबिज होने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस नारे का खूब इस्तेमाल कर रही है। उसकी पूरी कोशिश यह नैरेटिव सेट करने की है कि एनडीए को 400 से ज्यादा सीटें मिलेंगी या कम। वहीं, विपक्षी दलों का दावा है कि नरेंद्र मोदी इस बार अपने टारगेट और पीएम की कुर्सी से दूर रह जाएंगे। दो दर्जन से अधिक विपक्षी दलों वाले गठबंधन को कितनी सीटें मिलेंगी इसकी भविष्यवाणी भले ही नहीं की जा रहीं, लेकिन राहुल गांधी से अरविंद केजरीवाल तक ने भाजपा को लेकर अपना अनुमान जाहिर किया है। 
    कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और विपक्षी गठबंधन में पीएम पद के सबसे प्रबल दावेदार राहुल गांधी की भविष्यवाणी है कि भाजपा 150 या इससे कम सीटें ही जीत पाएगी। राहुल गांधी ने पिछले दिनों एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पहले उन्हें लग रहा था कि भाजपा 180 तक जा सकती है, लेकिन अब लग रहा है कि 150 तक ही जीत सकती है। झारखंड की एक चुनावी रैली में भी उन्होंने कहा कि भाजपा 150 सीटें नहीं जीत पाएगी। हालांकि, इंडिया गठबंधन को कितनी सीटें मिल पाएंगी इस पर वह कोई निश्चित आंकड़ा तो नहीं देते लेकिन यह विश्वास जताते हैं कि कांग्रेस की अगुआई में सरकार बनने जा रही है।
    कथित शराब घोटाले में गिरफ्तारी के बाद 50 दिन तिहाड़ जेल में बिताकर लौटे अरविंद केजरीवाल ने भी भाजपा को लेकर भविष्यवाणी कर दी है। शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई बड़े दावे करते हुए केजरीवाल ने भाजपा के सत्ता से दूर होने का दावा किया। उन्होंने चुनावी विशेषज्ञों से बातचीत का हवाला देते हुए कहा, 'मेरा अपना आकलन है कि 4 जून के बाद मोदी सरकार नहीं बन रही है। हरियाणा में इनकी सीटें कम हो रही है, राजस्थान, कर्नाटक, दिल्ली, बिहार, महाराष्ट्र, बंगाल, झारखंड में सीटें कम हो रही हैं। बढ़ कहां रही है। बढ़ एक भी जगह नहीं रही। मेरा अपना मानना है और सट्टा बाजार में भी चल रहा है कि इनकी 220 से 230 सीटें से ज्यादा नहीं आ रही हैं। मोदी सरकार नहीं बन रही है, इंडिया गठबंधन की सरकार बन रही है।'
    एक तरफ राहुल गांधी भाजपा को अधिकतम 150 सीटें दे रहे हैं तो केजरीवाल के मुताबिक भगवा दल 230 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है। इस लिहाज से देखें तो केजरीवाल ने राहुल गांधी के मुकाबले अधिक उदारता बरती है। 150 से 400 तक के दावों के बीच अब यह देखना दिलचस्प होगा कि 4 जून को किसी बात सच होती है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बिजली और आटे के बढ़ते दामों के बाद पीओके में प्रदर्शनकारियों का पथराव,  पुलिस ने काबू पाने के लिए छोड़े आंसू गैस के गोले, एक पुलिसकर्मी की मौत

    इस्लामाबाद. पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) की राजधानी मुजफ्फराबाद में पुलिस कार्रवाई के विरोध में बुलाई हड़ताल के दौरान व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे, जिससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. इस दौरान सुरक्षाबलों  और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी देखने को मिली. वहीं, पथराव के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े. 
    डॉन अखबार की खबर के अनुसार, जम्मू-कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी (जेकेजेएएसी) के आह्वान पर शुक्रवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद में शटर डाउन और चक्का जाम हड़ताल बुलाई थी. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया है, प्रदर्शनकारियों के पथराव से घर और मस्जिद में रहने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े.
    पीओके के समहनी, सेहंसा, मीरपुर, रावलकोट, खुइरत्ता, तत्तापानी, हट्टियन बाला में विरोध प्रदर्शन हुए. जेकेजेएसी ने मुजफ्फराबाद और मीरपुर डिवीजनों के विभिन्न हिस्सों में रात भर की छापेमारी में अपने कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद शुक्रवार को हड़ताल का आह्वान किया था.
    साभार आज तक 

  • सीएम मोहन यादव ने केजरीवाल पर साधा निशाना, कहा- वेंटीलेटर पर हैं अरविंद केजरीवाल

    भोपाल। अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आए दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की बयानबाजी को लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उन पर निशाना साधा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि केजरीवाल को तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और दिल्ली की जनता से माफी मांगना चाहिए।
    सीएम मोहन यादव ने कहा, जब हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट और जिला कोर्ट सब जगह से जिस ढंग से वह बेल करने के लिए लालायित थे और हर कोर्ट ने, हर बार हर तारीख पर जो उनके बारे में टिप्पणियां की हैं, मुझे लगता है कि कोई भी थोड़ा समझदार व्यक्ति होगा तो वह तुरंत इस्तीफा देगा। उन्होंने कहा कि सीएम को किसी फाइल पर साइन करने का अधिकार नहीं है। यह उसी प्रकार से है, जैसे किसी व्यक्ति के शरीर में प्राण नहीं हो और वह व्यक्ति काम करें। मुझे लगता है केजरीवाल वेंटिलेटर पर हैं।
    पूरे देश से माफी मांगे केजरीवाल  
    डॉ. यादव ने कहा कि जिस आधार पर उन्हें जेल से बेल मिली है, उसकी शर्तों में कोर्ट ने उनसे कहा है किसी प्रकरण या पॉलिसी में बोलना नहीं है। अपने बारे में कोई चर्चा नहीं करना है और वहीं बाहर आकर कह रहे हैं कि मैं तानाशाह से लड़ रहा हूं, तो जनता सब जानती है। जनता कभी माफ नहीं करेगी। निष्कलंक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जिस प्रकार से देश आगे बढ़ रहा है, स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।
    वर्तमान समय की जो स्थितियां हैं, इसे देखकर लगता है कि केजरीवाल को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। बड़ी बात यह है कि एक राजनेता को इस तरह का व्यवहार नहीं करना चाहिए। देश के इतिहास में केजरीवाल की यह घटना गलत उदाहरण पेश करेगी। इसके लिए अरविंद केजरीवाल को पूरे देश से माफी मांगना चाहिए।
    डॉ. यादव ने कहा कि एक मुख्यमंत्री जिस प्रकार की जिद्द कर रहे हैं, यह देश का दुर्भाग्य है। उन्होंने लिकर पॉलिसी में पैसा खाया है, इस आरोप में वे जेल में रहे हैं। यह हमारे देश का चरित्र नहीं है। यह जो कुछ भी हुआ है, उनकी पार्टी को जितने वोट मिले थे, उन सारे मतदाताओं का अपमान है।
    एक के बाद एक केजरीवाल जैसे व्यक्ति सामने आ रहे हैं, जिन्हें ऐसा माना जाता था कि वह इन सब बातों को समझते हुए व्यवहार करेंगे। लेकिन पता नहीं ऐसी क्या स्थिति बनती है कि व्यक्ति ऐसे निर्णय लेने को तैयार हो जाता है। एक प्रकार से यह खराब समय शुरू होने की निशानी है।
    साभार अमर उजाला

  • प्रज्वल रेवन्ना पर आरोप लगाने वाले भाजपा नेता भी गिरफ्तार

    बेंगलुरु. प्रज्वल रेवन्ना सेक्स स्कैंडल मामले में भाजपा नेता जी देवराजे गौड़ा को भी हिरासत में ले लिया गया है। भाजपा के नेता और पेशे से वकील जी. देवराजे गौड़ा को हासन से जनता दल सेक्युलर के सांसद प्रज्वल रेवन्ना से कथित तौर पर जुड़े एक अश्लील वीडियो के मामले में शुक्रवार रात गिरफ्तार किया गया।
    पुलिस के अनुसार, पेन ड्राइव के जरिए वीडियो लीक करने के आरोप में देवराजे गौड़ा को हिरियुर पुलिस ने चित्रदुर्ग जिले के गुलिहाल टोल नाका पर गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि गौड़ा को हासन पुलिस से मिली गुप्त सूचना पर गिरफ्तार किया गया।
     कर्नाटक में 26 अप्रैल को मतदान से पहले प्रज्वल से कथित तौर पर जुड़े कई अश्लील वीडियो सामने आए थे। देवराजे गौड़ा पर इन वीडियो को लीक करने का आरोप है, जिसे वह सिरे से खारिज कर चुके हैं। वहीं एक महिला ने देवराजे गौड़ा के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला भी दर्ज करवाया था। आरोप है कि उन्होंने महिला की संपत्ति बिकवाने के नाम पर छेड़छाड़ की थी। 
    साल 2023 में गौड़ा ने प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना के खिलाफ होलेनारसीपुर से विधानसभा का चुनाव लड़ा था। वहीं गौड़ा का कहना है कि प्रज्वल के वीडियो उन्होंने नहीं बल्कि कांग्रेस ने लीक किए हैं। गौड़ा ने कहा कि उन्होंने पहले भी भाजपा नेतृत्व को सावधान किया था कि प्रज्वल को हासन लोकसभा सीट से टिकट ना दिया जाए। हालांकि जेडीएस और भाजपा में गठबंधन के बाद प्रज्वल को ही चुनाव में उतार दिया गया। 
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  • 5 भारतीय नाविकों को ईरान ने किया रिहा

    नई दिल्ली। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की विदेश नीति फिर एकबार रंग लाई है। ईरान में भारतीय दूतावास ने कहा है कि तेहरान द्वारा जब्त किए गए इजरायली जहाज पर सवार पांच भारतीय नाविकों को गुरुवार को रिहा कर दिया गया है। वे अब ईरान से बाहर निकल गए हैं। भारतीय दूतावास ने उनकी रिहाई के लिए ईरानी अधिकारियों को धन्यवाद दिया है। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा, "एमएससी एरीज़ पर सवार पांच भारतीय नाविकों को आज शाम रिहा कर दिया गया और वे ईरान से चले गए। हम बंदर अब्बास में दूतावास और भारतीय वाणिज्य दूतावास के साथ घनिष्ठ समन्वय के लिए ईरानी अधिकारियों की सराहना करते हैं।"
    इजरायल से जुड़े मालवाहक जहाज को 13 अप्रैल को ईरान ने जब्त कर लिया था, जिसमें 17 भारतीय नागरिक सवार थे। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स नेवी ने होर्मुज जलडमरूमध्य के पास कंटेनर जहाज को जब्त कर लिया। एमएससी एरीज़ को आखिरी बार 12 अप्रैल को दुबई के तट से दूर होर्मुज जलडमरूमध्य की ओर जाते हुए देखा गया था। 

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  • मणिशंकर अय्यर ने कहा-  भारत को पाकिस्तान की इज्जत करनी चाहिए, उनके पास परमाणु बम हैं...

    नई दिल्ली. विरासत टैक्स और भारतीयों को लेकर रंगभेदी टिप्पणी करने वाले इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सैम पित्रोदा के बाद अब कांग्रेस के एक और नेता का बयान सामने आया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान को लेकर एक विवादित बयान दिया है.
    मणिशंकर अय्यर ने कहा कि भारत को पाकिस्तान की इज्जत करनी चाहिए क्योंकि पड़ोसी मुल्क के पास परमाणु बम हैं.  अगर हम उन्हें इज्जत नहीं देंगे तो वे भारत पर परमाणु हमला करने की सोच सकते हैं.
    अय्यर ने कहा कि भारत को ये नहीं भूलना चाहिए कि पाकिस्तान के पास भी परमाणु हैं. मुझे ये समझ नहीं आता कि मौजूदा सरकार ये क्यों कहती है कि हम पाकिस्तान से बात नहीं करेंगे क्योंकि वहां आतंकवाद है. ये समझना जरूरी है कि आतंकवाद को खत्म करने के लिए चर्चा बहुत जरूरी है. वरना, पाकिस्तान सोचेगा कि भारत अहंकार के साथ हमें दुनिया में छोटा दिखा रहा है. ऐसे में पाकिस्तान में कोई भी पागल इन बम का इस्तेमाल कर सकता है.
    अय्यर ने कहा कि बीजेपी कहती है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकती. लेकिन बातचीत से ही आतंकवाद खत्म होगा. 
    कांग्रेस नेता का कहना है कि हमें ये सोचना होगा कि हमारी समस्याओं का हल कैसे निकलेगा. मेरा कहना है कि बजाए घृणा दिखाकर या बंदूक दिखाकर आप स्थितियों में सुधार नहीं कर सकते. हमें ये समझना होगा कि पाकिस्तान भी एक संप्रभु राष्ट्र है, उनकी भी इज्जत है. हमें उनकी इज्जत को कायम रखते हुए कड़ी से कड़ी बात करनी चाहिए. अब क्या हो रहा है? हम बातचीत नहीं कर रहे हैं, इससे तनाव बढ़ता जा रहा है. 
    साभार आज तक

  • रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए रूस ने कहा- भारत के लोकसभा चुनावों में दखल देने की कोशिश कर रहा अमेरिका

    मॉस्को। अमेरिका के एक आयोग ने हाल ही में रिपोर्ट जारी की है, जिसमें भारत में धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर चिंता जताई गई है। इस पर भारत ने तो ऐतराज जताया ही है और अब उसके खास दोस्त रूस ने भी अमेरिका को सुनाया है। रूस ने इस रिपोर्ट को भारत में दखलअंदाजी करने का एक उपकरण करार दिया  है। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने मारिया जाखारोवा ने कहा कि यह रिपोर्ट ऐसे वक्त में आई है, जब भारत में आम चुनाव हो रहे हैं। इसके जरिए अमेरिका ने भारत में अस्थिरता फैलाने की कोशिश की है। इस रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए रूस ने कहा कि अमेरिका को ऐसा कोई हक नहीं है। वह भारतीयों की मानसिकता और वहां के इतिहास की समझ नहीं रखता।
    रूसी विदेश मंत्रालय ने साफ कहा कि अमेरिकी रिपोर्ट में गैरवाजिब सवाल उठाए गए हैं। वह भी तब जब भारत में आम चुनाव हो रहे हैं। जाखारोवा ने कहा कि ऐसी रिपोर्ट तो भारत का एक देश के तौर पर अपमान है। विदेश मंत्री के हवाले से रशिया टुडे टीवी चैनल ने कहा, 'इसकी वजह है कि भारत की आंतरिक राजनीति में दखल दिया जाए और वहां अस्थिरता पैदा की जाए। इससे आम चुनाव में समस्या हो।' उन्होंने कहा कि अमेरिका को भारत के आंतरिक मामलों से एकदम दूर रहना चाहिए। बता दें कि अमेरिकी आयोग की सालाना रिपोर्ट में भारत में धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर चिंता जताई गई है। हर साल ही ऐसी रिपोर्ट आती है, जिस पर भारत कई बार उसे आईना भी दिखा चुका है।
    यही नहीं इस आयोग ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय को सिफारिश की है कि भारत को चिंता वाले देशों की श्रेणी में डाल दिया जाए। रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि भारत की सत्ताधारी पार्टी भाजपा भेदभावपूर्ण नीतियां लागू कर रही है। रिपोर्ट में CAA, गोहत्या कानून, विदेशी चंदा अधिनियम और आतंकवाद से निपटने के लिए बने UAPA पर सवाल उठाए गए हैं। अमेरिकी आयोग का कहना है कि इन कानूनों के चलते अल्पसंख्यकों को टारगेट किया जा रहा है। उनका उत्पीड़न हो रहा है। इसके अलावा बेवजह लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है और उनकी मॉनिटरिंग हो रही है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 13 मई को मालवा-निमाड़ की आठ सीटों पर मतदान

    भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटों में से 21 सीटों पर तीन चरणों में मतदान हो चुका है। पहले और दूसरे चरण में कम मतदान के बाद तीसरे चरण में मतदान प्रतिशत बढ़ा है। चौथे चरण में 13 मई को मालवा-निमाड़ की आठ सीटों पर मतदान होगा। इनमें इंदौर, देवास, उज्जैन, धार, रतलाम, खरगोन, मंदसौर, खंडवा सीटें शामिल हैं। ये सभी सीटें इस समय भाजपा के पास हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ ही उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और प्रदेश के दिग्गज भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय का इन सीटों पर अच्छा प्रभाव है। इन सीटों पर भाजपा को मोहन-कैलाश की जोड़ी से करिश्मे की तो कांग्रेस को जीतू-उमंग से उम्मीदें हैं। 
    मालवा-निमाड़ की आठ सीटों में इंदौर की सीट भी शामिल है, जहां पर कांग्रेस नोटा का बटन दबाने का अभियान चला रही है। कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया। उनकी नाम वापसी के लिए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और विधायक रमेश मेंदौला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। इसकी पूरी स्क्रिप्ट कैलाश विजयवर्गीय ने ही लिखी थी। 
    पार्टी ने कैलाश विजयवर्गीय को कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा को जिताने की जिम्मेदारी भी दी थी। उन्होंने चुनाव के दौरान छिंदवाड़ा में ही डेरा डाल दिया था। कमलनाथ चुनाव नहीं लड़ रहे थे, इसके बावजूद वे अन्य सीटों पर कांग्रेस के प्रचार के लिए अपने गढ़ से बाहर नहीं निकल सके। इंदौर समेत अंचल के कई बड़े कांग्रेस नेताओं को भाजपा में शामिल कराने में कैलाश विजयवर्गीय की बड़ी भूमिका रही है। इंदौर से पूर्व विधायक संजय शुक्ला और विशाल पटेल जैसे कई बड़े कांग्रेसी नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ली है। इसके पीछे विजयवर्गीय की रणनीति को ही माना जाता है। 
    प्रदेश में चौथे और अंतिम चरण में आठ सीटों पर मतदान होगा। इसमें खरगोन, धार और रतलाम सीटें भी शामिल है। इन लोकसभा सीटों में आठ-आठ विधानसभा सीटें हैं। खरगोन और धार में आठ-आठ विधानसभा सीटों में से पांच-पांच सीटें कांग्रेस के पास है। झाबुआ-रतलाम सीट पर आठ में से तीन कांग्रेस और एक सीट भारतीय आदिवासी पार्टी ने जीती है। यहां बराबर-बराबर मुकाबला है। ऐसा बताया जा रहा है कि इन सीटों पर भाजपा और कांग्रेस में कांटे का मुकाबला है। इन सीटों को जीतना पार्टी के लिए चुनौती रहेगी।
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उज्जैन से आते हैं। उन्होंने भी तीसरे चरण की सीटों को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। उनके मालवा-निमाड़ की सीटों पर लगातार दौरे हो रहे हैं। वह साथ ही कार्यकर्ताओं की बैठक में भी भाग ले रहे हैं। उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा मंदसौर से आते हैं, लेकिन मालवा-निमाड़ की सीटों को जिताने की जिम्मेदारी उनकी है। 
    इंदौर में अक्षय कांति बम के नाम वापस लेने के बाद कांग्रेस मुकाबले से बाहर हो गई है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने अपने गृह क्षेत्र में कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ ही आम जनता से नोटा का बटन दबाने की अपील की है। वहीं, धार सीट में आने वाली गंधवानी विधानसभा सीट से उमंग सिंघार विधायक हैं। वह नेता प्रतिपक्ष भी हैं। वह धार सीट पर पूरा जोर लगा रहे हैं। इन दोनों नेताओं की दोनों ही सीट पर परीक्षा है।
    साभार अमर उजाला

  • चौथे चरण के लिए दिग्विजय सिंह मालवा-निमाड़ में सक्रिय

    भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव में तीन चरणों में 21 सीटों पर मतदान होने के बाद दिग्विजय सिंह चौथे चरण की सीटों पर एक्टिव हो गए है। अपने संसदीय क्षेत्र राजगढ़ में मंगलवार को मतदान से निवृत्त होने के बाद दिग्विजय सिंह गुरुवार को शिवगढ़ सैलाना और रतलाम में कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और उनको सक्रिय करेंगे। राजगढ़ से चुनाव लड़ने के चलते दिग्विजय सिंह अपने गढ़ में ही कैद हो गए थे। वे पहले, दूसरे और तीसरे चरणें के चुनाव में राजगढ़ के अलावा दूसरे सीटों पर कांग्रेस के प्रचार के लिए नहीं जा पाए थे। अब दिग्विजय सिंह गुरुवार से चौथे चरण की सीटों पर कांग्रेस का प्रचार तेज करेंगे। वहीं, छिंदवाड़ा में पहले चरण में चुनाव होने के बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ दूसरी सीटों पर सक्रिय नहीं दिख रहे हैं। हालांकि, उन्होंने होशंगाबाद और बैतूल सीटों पर दो-दो सभाओं को संबोधित किया, लेकिन उसके बाद वे पार्टी के प्रचार में एक्टिव नहीं दिखाई दे रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस ने अचानक अडानी-अंबानी का नाम लेना बंद क्यों कर दिया?  पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना

    करीमनगर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के करीमनगर में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने सवाल पूछा कि कांग्रेस ने अचानक अडानी-अंबानी का नाम लेना बंद क्यों कर दिया?
    पीएम मोदी ने कहा,'आपने देखा होगा कि कांग्रेस के शहजादे पिछले पांच साल से सुबह उठते ही माला जपना शुरू करते थे. जबसे उनका राफेल वाला मामला ग्राउंडेड हो गया, तबसे उन्होंने एक नई माला जपनी शुरू कर दी. पांच साल से एक ही माला जपते थे. पांच उद्योगपति, पांच उद्योगपति. फिर धीरे-धीरे कहने लगे. अंबानी-अडानी. लेकिन जबसे चुनाव घोषित हुआ है. इन्होंने अंबानी-अडानी को गाली देना बंद कर दिया.
    प्रधानमंत्री ने कांग्रेस से सवाल किया कि शहजादे घोषित करें. इस चुनाव में अंबानी-अडानी से कितना माल उठाया है. उन्होंने पूछा,'काले धन के कितने बोरे भरकर रुपये मारे हैं. क्या टेंपो भरकर नोट कांग्रेस के लिए पहुंचे हैं. क्या सौदा हुआ है. आपने रातोंरात अंबानी-अडानी को गाली देना बंद कर दिया. जरूर दाल में कुछ काला है. पांच साल तक गाली दी और रातोंरात बंद हो गई. मतलब कोई ना कोई चोरी का माल टैंपो भर भरकर आपने पाया है. ये जवाब देना पड़ेगा देश को.'
    प्रधानमंत्री ने कहा,'तेलंगाना के गठन के समय यहां के लोगों ने बीआरएस पर भरोसा किया. बीआरएस ने लोगों के सपने तोड़ दिए. कांग्रेस का भी यही इतिहास है. आजादी के बाद कांग्रेस ने भी यही किया. देश डूबे तो डूबे, लेकिन इनके परिवार को कोई फर्क नहीं पड़ता. फैमिली फर्स्ट की नीति की वजह से कांग्रेस ने पीवी नरसिम्हा राव का अपमान किया. उनके निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर को कांग्रेस कार्यालय में एंट्री नहीं दी. यह बीजेपी सरकार ने जिसने पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किया.'
    तेलंगाना के करीम नगर में पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए एनडीए सरकार की योजनाओं की तारीफ भी की. उन्होंने कहा,'पिछले 10 सालों में एनडीए ने हर सेक्टर को आगे बढ़ाने का काम किया है. हम फार्मिंग सेक्टर को मॉर्डनाइज कर रहे हैं. नेचुरल फार्मिंग, नैनो इंडिया और ड्रोन को प्रमोट कर रहे हैं.' 
    साभार आज तक 

     

  • हरियाणा में भाजपा सरकार के आगे खतरा! फ्लोर टेस्ट की मांग

    चंडीगढ़। हरियाणा में भाजपा की नायब सिंह सैनी सरकार से तीन निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया है। इन विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन दे दिया है। विधायक सोमबीर सांगवान, रणधीर गोलेन और धर्मपाल गोंदर ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान कर दिया। इस दौरान कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान भी मौजूद थे। इन लोगों के समर्थन वापस लेने के बाद से ही विपक्ष उत्साहित है और फ्लोर टेस्ट की मांग कर रहा है। इसकी वजह यह है कि 90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में भाजपा के पास 40 ही विधायक हैं। 
    नायब सिंह सैनी सरकार को दो निर्दलीय विधायकों नयनपाल रावत और राकेश दौलताबाद का समर्थन हासिल है। इसके अलावा गोपाल कांडा भी भाजपा के साथ हैं। राज्य के दो विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। इससे सदन की संख्या 88 ही है और बहुमत साबित करने के लिए 45 के समर्थन की जरूरत है। भाजपा के पास 2 विधायक कम हैं। यही वजह है कि कांग्रेस और हाल ही में भाजपा से अलग होने वाले जननायक जनता पार्टी के दुष्यंत चौटाला भी विश्वास मत प्रस्ताव की मांग कर रहे हैं। हालांकि विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता का कहना है कि नायब सिंह सैनी सरकार ने हाल ही में फ्लोर टेस्ट पास किया है। इसलिए अब 6 महीने से पहले दोबारा नहीं कराया जा सकता।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अर्थशास्त्री गौतम सेन ने कहा- विरासत टैक्स लगाया तो ठहर जाएगी अर्थव्यवस्था, अमेरिका में ऐसा कुछ भी नहीं

    नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सैम पित्रोदा ने पिछले दिनों अमेरिका का हवाला देते हुए विरासत टैक्स की बात कही थी। इसके अलावा संसाधनों के पुनर्वितरण की भी बात कही थी। इसे लेकर पीएम नरेंद्र मोदी समेत पूरी भाजपा ही चुनावी माहौल में हमलावर है। इस बीच अर्थशास्त्री गौतम सेन का कहना है कि राहुल गांधी का संसाधनों के पुनर्वितरण का फॉर्मूला भारत में काम नहीं करेगा। उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, 'यह भारत में काम नहीं करेगा। यहां बड़ी दौलत वाले बहुत कम लोग हैं। इसके बाद जो हैं भी, उन लोगों ने अपनी पूंजी को कारोबार में लगा रखा है। यदि उस पूंजी को सरकार अधिग्रहित करे या फिर 55 फीसदी तक का विरासत टैक्स वसूला जाए तो धंधा ही रुक जाएगा।'
    गौतम सेन ने आगे कहा, 'ऐसी स्थिति में कारोबार ही ठहर जाएगा। आपको उनकी संपत्ति के लिए कारोबार ही खत्म कराना होगा।' उन्होंने कहा कि मेरा पॉइंट है कि देश की 0.5 फीसदी आबादी से टैक्स वसूलने के लिए आप बड़े पैमाने पर कारोबारों को नुकसान पहुंचाएंगे और इससे उन गरीब लोगों को ही नुकसान होगा, जो उस पर निर्भर हैं। सेन ने कहा कि बीते 10 सालों में ग्रोथ हुई है और हमने संसाधनों का बेहतर बंटवारा किया है। उनका इशारा लोगों के गरीबी से ऊपर उठने पर था। 
    दरअसल अमेरिका में एक कार्यक्रम में सैम पित्रोदा ने कहा था कि यहां विरासत टैक्स लगता है। ऐसी चीज भारत में नहीं है, जिस पर चर्चा हो सकती है। इसे लेकर गौतम सेन ने कहा, 'अमेरिका में कोई विरासत टैक्स नहीं है। वहां एस्टेट ड्यूटी लगती है और गिफ्ट टैक्स है। अमेरिका में 2022 तक मरने वाले लोगों में से महज 0.22 फीसदी के परिजनों ने यह अदा किया था। पूरे अमेरिका में सिर्फ 4000 लोगों पर एस्टेट ड्यूटी लगती है। इसकी वजह यह है कि छूट की लिमिट इतनी ज्यादा है कि कम ही लोग इसके दायरे में आते हैं।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्यप्रदेश में तीसरे चरण में 66.05 प्रतिशत मतदान

    भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मंगलवार को भोपाल, विदिशा, राजगढ़, सागर, बैतूल, गुना, ग्वालियर, मुरैना और भिंड में रात 10 बजे जारी अपडेट के अनुसार  66.05 प्रतिशत मतदान हुआ। चुनाव आयोग के अनुसार यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। इन सीटों पर 2019 में 66.63 प्रतिशत मतदान हुआ था। उससे यह 0.58 फीसदी कम है। मंगलवार को सबसे ज्यादा मतदान राजगढ़ सीट पर 75.39 प्रतिशत हुआ है। जबकि सबसे कम भिंड सीट पर 54.87 प्रतिशत मतदान हुआ है। प्रदेश में तीसरे चरण में मतदान प्रतिशत पहले दो चरणों के मुकाबले बढ़ने का कारण कैंडिडेंट, कार्यकर्ता और कार्यक्रम तीन 'क' फैक्टर बताए जा रहे हैं। इस बार इन नौ सीटों में से चार विदिशा, गुना, ग्वालियर और भिंड में 2019 के मुकाबले 0.45 से 8.3 फीसदी तक मतदान बढ़ा है। हालांकि, भोपाल में 12.1 फीसदी की गिरावट आई है, जो चौंकाने वाली है।
    प्रदेश की तीसरे चरण की नौ सीटों पर मतदान में विदिशा सीट पर पिछली बार की तुलना में 8.35 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इस बार 74.05% मतदान हुआ। जबकि 2019 में 65.70 फीसदी मतदान हुआ था। हालांकि, 9 सीटों में सबसे ज्यादा मतदान राजगढ़ में 75.39 प्रतिशत हुआ है, लेकिन वह भी 2019 के 79.46 से करीब चार प्रतिशत कम है। वहीं, तीसरे नंबर पर बैतूल में 72.65% मतदान हुआ, यह पिछली बार के 78.15 की तुलना में करीब 5.5 प्रतिशत कम है। गुना में 71.95 प्रतिशत मतदान हुआ है, जो पिछली बार के 70.32 प्रतिशत की तुलना के करीब 1.63 फीसदी ज्यादा है। सागर में 65.19% मतदान हुआ है, यहां पिछली बार 65.51% मतदान हुआ था, इसमें मामूली कमी आई है। भोपाल में इस बार 62.29 प्रतिशत मतदान हुआ है, जबकि 2019 में यहां 74.39 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस तरह यहां 12 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं, ग्वालियर में भी 61.68% मतदान हुआ, जो कि पिछली बार के 59.78 प्रतिशत से 1.9 फीसदी ज्यादा है। मुरैना में 58.22 प्रतिशत मतदान हुआ, जो कि पिछली बार के 61.89 प्रतिशत से करीब 3.67 प्रतिशत कम है। वहीं, भिंड में पिछली बार की तरह ही सबसे कम मतदान 54.87 प्रतिशत हुआ है, जबकि पिछली बार यहां पर 54.42 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार .45 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 
    साभार अमर उजाला

  • PM मोदी अहमदाबाद के निशान हायर सेकेंडरी स्कूल में किया मतदान, भीड़ में बच्चे को दुलारा

    अहमदाबाद।  लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की 93 सीटों पर आज मतदान हो रहा है। इसमें गुजरात की 25, उत्तर प्रदेश की 10, महाराष्ट्र की 11, कर्नाटक की 14 सीटें शामिल हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मतदाताओं से रिकॉर्ड संख्या में मतदान करने की अपील की। उन्होंने अहमदाबाद के निशान हायर सेकेंडरी स्कूल में मतदान किया। तीसरे चरण मे अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद मतदान केंद्र से बाहर आकर पीएम मोदी ने बच्चों के साथ मस्ती भी की। उन्होंने बच्चे को अपनी गोद में लेकर दुलारा। मतदान केंद्र से बाहर आकर पीएम मोदी ने मीडिया से भी बात की।
    मीडिया से बात करने के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी प्रधानमंत्री मोदी के साथ वहां मौजूद थे। इस दौरान पीएम मोदी ने सभी से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की अपील की है। पीएम मोदी ने कहा, "ये जो लोग दिन-रात दौड़ कर रहे हैं, अपने स्वास्थ्य की भी चिंता कीजिए। मीडिया की प्रतियोगिता भी इतनी है कि आपको समय से आगे दौड़ना पड़ता है। मैं तो यही प्रार्थना करुंगा अपने पुराने साथियों से की अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखिए और पानी ज्यादा पीजिए। इससे स्वास्थ्य बेहतर रहेगा और एनर्जी भी बनी रहती है।"
    पीएम मोदी ने लोगों से अपने मताधिकार का प्रयोग करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, "आज तीसरे चरण का मतदान है। मैं देशवासियों को विशेष रूप से आग्रह करुंगा कि लोकतंत्र में मतदान एक सामान्य दान नहीं है। हमारे देश में दान का एक महात्मय है। उसी भाव से देशवासी ज्यादा से ज्यादा मतदान करें। आज तीसरे चरण का मतदान है। अभी तीन सप्ताह और मतदान चलेगा। मतदान के चार दौर आगे भी हैं। मेरा गुजरात में मतदान के नाते यही एक रेगुलर जगह है जहां से मैं मतदान करता हूं। अमित भाई यहां भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।" 
    साभार अमर उजाला

  • दिल्ली के उम्मीदवारों में मनोज तिवारी सबसे अमीर, कन्हैया कुमार के पास 10 लाख की संपत्ति

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के तहत 25 मई को राजधानी दिल्ली में मतदान होना है. इस बीच चुनावी हलफनामे से पता चला है कि बीजेपी के टिकट पर तीसरी बार उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे मनोज तिवारी सबसे अमीर प्रत्याशी हैं. उनके पास 28.05 करोड़ रुपये की संपत्ति है.
    मनोज तिवारी के चुनावी हलफनामे के मुताबिक, उनकी आय 4.25 लाख रुपये है. उन्होंने अपनी आय का स्रोत सांसदी के अलावा गाने और एक्टिंग को बताया है. 
    2022-2023 के आयकर रिटर्न के मुताबिक, मनोज तिवारी के बाद दक्षिण दिल्ली से बीजेपी उम्मीदवार रामवीर सिंह बिधूड़ी (71) दूसरे सबसे अमीर प्रत्याशी हैं. इनकी कुल संपत्ति 21.08 करोड़ रुपये हैं. बिधूड़ी ने चुनावी हलफनामे में अपनी कुल आय 14.93 लाख रुपये बताई है.
    दिल्ली के चुनावी रण में उतरे तीसरे सबसे अमीर उम्मीदवार पश्चिमी दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महाबल मिश्रा (69) हैं. उन्होंने चुनावी हलफनामे में अपनी संपत्ति 19.93 करोड़ रुपये बताई है. 
    पूर्व विदेश मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज (40) बीजेपी के टिकट पर नई दिल्ली लोकसभा सीट से प्रत्याशी हैं. चुनावी हलफनामे के मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति 19 करोड़ रुपये है. इस तरह से वह दिल्ली के सबसे अमीर प्रत्याशियों की लिस्ट में चौथे स्थान पर हैं.
    बांसुरी स्वराज के हलफनामे के मुताबिक, उनके पास मर्सिडीज बेन्ज सहित दो लग्जरी गाड़ियां हैं. उनके पास दिल्ली के दो पॉश इलाकों में तीन फ्लैट हैं. स्वराज ने अपने हलफनामे में बताया कि उनकी आय 68.28 लाख रुपये है. वह पेशे से वकील भी हैं, जिन्होंने 2007 में लंदन से लॉ की डिग्री ली है. 
    इसके बाद आम आदमी पार्टी छोड़कर बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम चुके नेता राजकुमार आनंद पांचवें सबसे अमीर उम्मीदवार हैं उनकी कुल संपत्ति 17.87 करोड़ रुपये है. नई दिल्ली लोकसभा सीट से उम्मीदवार राजकुमार आनंद के हलफनामे के मुताबिक, उनके पास 51 लाख रुपये के वाहन हैं. 
    कितनी हैं कन्हैया कुमार की संपत्ति?
    उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से मनोज तिवारी के खिलाफ चुनावी मैदान में कांग्रेस के कन्हैया कुमार हैं, जिनकी कुल संपत्ति 10.65 लाख रुपये है. उन्होंने 2019 में जेएनयू से पीएचडी की डिग्री ली है. 
    पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार कमलजीत सहरावत ने चुनावी हलफनामे में अपनी चल संपत्ति 1.30 करोड़ रुपये और अचल संपत्ति 27.60 लाख रुपये बताई है. 
    बीजेपी के टिकट पर चांदनी चौक से उम्मीदवार प्रवीण खंडेलवाल (64) की कुल संपत्ति 6.62 करोड़ रुपये है. 2022-2023 के आयकर रिटर्न के मुताबिक, उन्होंने अपनी आय 4.56 लाख रुपये बताई है.
    कांग्रेस के टिकट पर दिल्ली की उत्तर पश्चिम सीट से उम्मीदवार उदित राज (66) की आय लगभग एक करोड़ रुपये बताई है. उनके पास 5.54 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है. 

    साभार आज तक

  • सिरपोई डैम की मांग को लेकर रोझानी के ग्रामीणों ने लिया चुनाव बहिष्कार का निर्णय

    आगर-मालवा। आगर-मालवा में सिंचाई के पानी के लिए परेशान हो रहे बड़ोद विकास खंड के ग्राम रोझानी के ग्रामीणों द्वारा डैम की मांग को लेकर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में रविवार रात को ग्रामीणों की एक बैठक आयोजित हुई और बैठक में ग्रामीणों ने गांव की समस्या को शासन-प्रशासन तक पहुंचाने के लिहाज से लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं करने का निर्णय लिया।
    बड़ोद क्षेत्र के ग्राम रोझानी, मल्लुपुरा, देवली, सिरपोई, रोझाना और फतेहगढ़ सहित आसपास के लगभग 15 गांव में सिंचाई के लिए नदी तालाब की कोई व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण अन्नदाता किसानों को कई वर्षों से पानी के लिए समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सिरपोई डैम नहीं बनने के कारण ग्राम रोझानी के ग्रामीणों द्वारा सामूहिक रूप से लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।
    गांव की महिलाओं का कहना है कि पहले हमारी मांगें पूरी होंगी, उसके बाद ही हम चुनाव में वोट डालने जाएंगे। हमारे गांव में पीने और सिंचाई के लिए पानी की बहुत ज्यादा कमी है। यहां नदी तथा तालाब की भी कोई व्यवस्था नहीं है। हमारे कुएं और बोरवेल भी जल्द सुख जाते हैं तथा गांव का जल स्तर भी बहुत नीचे है। समीप के गांव सीरपोई डैम की स्वीकृति लंबे समय से अटकी हुई है। हर बार चुनाव आते हैं और नेता बड़ी-बड़ी बातें और वादे करके चले जाते हैं। जमीनी स्तर पर कोई भी काम नहीं हो रहा है, न ही कोई वादे जनप्रतिनिधि पूरे कर रहे हैं। शासन-प्रशासन डैम की स्वीकृति के लिए लंबे समय से आनाकानी कर रहा है। जिले में कई डैम को स्वीकृति मिल चुकी है। वहीं, सिरपाई डैम कई वर्षों से फाइलों में अटका हुआ है। शीघ्र ही सिरपोई डैम को स्वीकृति मिले।
    साभार अमर उजाला

  • देशभर के कुलपतियों ने राहुल गांधी के बयान पर जताई आपत्ति, खुला खत लिख दिया जवाब

    नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देश के विश्वविद्यालयों में नियुक्ति को लेकर आरोप लगाया था कि आरएसएस के लोगों को ही भरा जा रहा है। खासतौर पर कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर राहुल गांधी ने कहा था कि इसके लिए योग्यता नहीं बल्कि आरएसएस से जुड़ाव के आधार पर फैसला हो रहा है। अब इस मामले पर देश के 181 शिक्षाविदों और कुलपतियों ने खुला खत लिखकर राहुल गांधी को जवाब दिया है। कुलपतियों की ओर से लिखे पत्र में कहा गया है, 'हमें राहुल गांधी के ट्वीट्स और बयानों से यह पता चला है कि वह अफवाह फैला रहे हैं कि देश के विश्वविद्यालयों में मेरिट के आधार पर नहीं बल्कि आरएसएस से रिश्तों पर भर्ती हो रही है।'
    कुलपतियों ने राहुल गांधी के इस बयान पर आपत्ति जताते हुए लिखा, 'कुलपतियों की एक बेहद सख्त, पारदर्शी प्रक्रिया के तहत नियुक्ति की जाती है। इसके लिए यह देखा जाता है कि संबंधित व्यक्ति की अकादमिक योग्यता क्या है। प्रशासनिक कुशलता कितनी और यूनिवर्सिटी को आगे बढ़ाने के लिए क्या विजन रखता है। हम लोगों का एक पेशेवर अनुभव होता है और अकादमिक योग्यता भी मायने रखती है। चयन प्रक्रिया में इसका ध्यान रखा जाता है।' पत्र में कहा गया कि हम उन सभी लोगों से कहते हैं कि ऐसी काल्पनिक बातें न करें। बिना किसी तथ्य के ही भ्रम न फैलाएं। 
    शिक्षाविदों ने कहा कि ऐसी अफवाहों को फैलाने से शिक्षा का माहौल खराब होता है। कुलपतियों ने लिखा, 'हम मेरिटोक्रेसी में यकीन रखते हैं। उच्च शिक्षा के लिए यही जरूरी है।' बीते कुछ सालों में भारतीय यूनिवर्सिटीज की रैंकिंग में सुधार का हवाला देते हुए कुलपतियों ने लिखा कि बीते कुछ सालों में अद्भुत बदलाव आया है। अब हमारी यूनिवर्सिटीज की ग्लोबल रैंकिंग अच्छी हुई है। शिक्षाविदों का कहना है कि राहुल गांधी ने इस तरह का बयान देकर उच्च शिक्षण संस्थानों को बदनाम किया है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि उसका राजनीतिक फायदा उठा सकें।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती का पुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने से इनकार

    पुरी. ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती ने चुनाव प्रचार के लिए पार्टी से पर्याप्त फंड नहीं मिलने का हवाला देते हुए अपना टिकट लौटा दिया है. उन्होंने कहा, 'मैंने चुनाव लड़ने के लिए पब्लिक फंडिंग का सहारा लिया... अपने कैम्पेन में कम से कम खर्च करने का प्रयास किया, इसके बावजूद मैं आर्थिक रूप से संघर्ष करती रही और एक प्रभावशाली चुनाव प्रचार अभियान को कायम नहीं रख सकी.'
    सुचारिता मोहंती ने कहा, 'मुझे पार्टी से फंड देने से इनकार कर दिया गया. विधानसभा क्षेत्रों में कमजोर उम्मीदवारों को टिकट दिया गया. भाजपा और बीजद पैसे के पहाड़ पर बैठे हैं. यह मेरे लिए मुश्किल था. हर जगह धन का अश्लील प्रदर्शन हो रहा है. मैं उस तरह प्रतिस्पर्धा नहीं करना चाहती. मैं एक पीपल-ओरिएंटेड कैम्पेन चाहती थी लेकिन धन की कमी के कारण यह भी संभव नहीं था. कांग्रेस भी इसके लिए जिम्मेदार नहीं है. भाजपा सरकार ने पार्टी को पंगु बना दिया है. खर्चों पर काफी तरह का प्रतिबंध है. मुझे पुरी में जनता का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा था. वे बदलाव चाहते हैं.'
    साभार आज तक 

  • इमरती देवी पर दिए गए अभद्र बयान के बाद PCC चीफ पटवारी पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार

    भोपाल। लोकसभा चुनाव के बीच इमरती देवी पर दिए गए अभद्र बयान के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। एक तरफ महिला विरोधी बयानबाजी को लेकर भाजपा नेता पटवारी और कांग्रेस पर हमलावर हैं। वहीं, दूसरे तरफ पटवारी पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। ग्वालियर एडिशनल एसपी निरंजन शर्मा ने कहा कि मामले की विवेचना की जा रही है। अगर, मामला सही पाया जाता है तो जीतू पटवारी की गिरफ्तारी भी की जाएगी।
    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का 16 सेकेंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें मीडिया द्वारा पूर्व मंत्री इमरती देवी को लेकर पूछे गए सवाल पर जीतू पटवारी हंसते हुए विवादित बात कह रहे थे। 
    कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के बयान पर केंद्रीय मंत्री और गुना से भाजपा उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष द्वारा घटिया बयान दिया गया है। यह महिलाओं के प्रति कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और कांग्रेस पार्टी की मानसिकता को दिखाता है। प्रदेश की महिलाएं आने वाले दिनों में कांग्रेस को इसका जवाब देंगी।
    कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पटवारी के बयान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी उन हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि भाजपा महिलाओं का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी। पटवारी ने भाजपा नेत्री इमरती देवी के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी की गई है, जिसका हम विरोध करेंगे। जीतू पटवारी जहां जाएंगे वहां भाजपा और महिला मोर्चा की कार्यकर्ता उन्हें काले झंडे दिखाएंगी। 
    विवाद बढ़ने और वीडियो वायरल होने के बाद जीतू पटवारी ने अपने  बयान पर माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था- गुरुवार को मैं ग्वालियर में था। वहां एक ऑडियो को लेकर पत्रकारों ने सवाल किया, मेरी भावना केवल सवाल को टालने की थी। उस संदर्भ में मैंने जो वक्तव्य दिया उसको तोड़-मरोड़कर गलत प्रस्तुत कर दिया गया। इमरती देवी मेरी बड़ी बहन हैं, और बड़ी बहन मां जैसी होती है। मेरे बयान से किसी की भी भावना को ठेस पहुंची हो तो मैं माफी चाहता हूं।
    साभार अमर उजाला

  • अशोक नगर में बोले यूपी के सीएम योगी - कांग्रेस का विरासत टैक्स औरंगजेब का जजिया कर

    भोपाल। मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान सात मई को होना है। प्रचार के आखिरी दिनों में भाजपा जोर-शोर से जुटी हुई है। आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अशोकनगर जिले के दौरे पर हैं। वे गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट के भाजपा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में सभा  को संबोधित किया।  
    सभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि जब मैं अशोक नगर के इस मंच से बोल रहा हूं मुझे ठीक सामने रामलला का मंच भी दिखाई दे रहा है। राम लला का यह मंच हम सबको प्रभु श्रीराम की लीलाओं से तो जोड़ता ही है, लेकिन हम सबको संत तुलसीदास जी के साथ भी जोड़ता है। जिन्होंने मुगलों के शासनकाल में देश की आजादी के लिए रामलीलाओं की परंपराओं को आगे बढ़ाया था। सीएम योदी ने कहा कि उस समय कुछ लोगों ने तुलसीदास जी से कहा था कि आप भी अकबर से मिल लो, वे आपको अपने नवरत्नों में शामिल करेंगे। तब तुलसीदास जी ने कहा था में अकबर को नहीं जानता, मैं किसी राजा को नहीं जानता, मेरा तो एक ही राजा है और वो हैं राम। उस दौर में तुलसीदास जी ने राजा रामचंद्र की जय... का नारा दिया था। 
    सीएम योगी ने कहा कि 500 साल के इंतजार के बाद अयोध्या में रामलला मंदिर में विराजमान हुए हैं। राम जन्मभूमि आंदोलन के इतिहास का संघर्ष बहुत पुराना है। राम लला के मंदिर को बनाने के लिए राजमाता पूरे समय अयोध्या आंदोलन से जुड़ी रहीं। देश, समाज और जनता के लिए राजमाता के मन में बहुत वात्सल्य था। वो सचमुच राजमाता थीं।
    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के बाद से देश में 2014 तक सिर्फ 74 एयरपोट थे, लेकिन पांच साल के अंदर यह आंकड़ा 150 पहुंच गया है। सिंधिया जी ने पीएम मोदी के सपने को साकार कर दिया है कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई यात्रा करेगा। हमारा सारथी तो ऐसा ही होना चाहिए जो देश को विकास की ओर ले जाए।       
    योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चारो ओर एक ही स्वर है कि फिर एक बार मोदी सरकार। लोगों से पूछा जाता है कि मोदी सरकार क्यों चाहिए? तो लोग कहते हैं कि विकास के साथ-साथ सब कुछ होगा लेकिन 'जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे'... यह संकल्प जो देश में दिख रहा है वो अभूतपूर्व है। 
    साभार अमर उजाला

     

  • रायबरेली के लिए माने राहुल गांधी, आज भरेंगे नामांकन

    लखनऊ। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी से तौबा कर लिया है। अब वह रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे, जबकि अमेठी से सोनिया गांधी के प्रतिनिधि किशोरी लाल शर्मा मैदान में उतरेंगे। अमेठी और रायबरेली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार को लेकर लंबे समय से चल रहा असमंजस शुक्रवार सुबह खत्म हुआ। पार्टी के महासचिव के सी वेणुगोपाल ने दोनों सीट पर उम्मीदवार घोषित कर दिया है। इसमें अमेठी से किशोरी लाल शर्मा और रायबरेली से राहुल गांधी चुनाव लड़ेंगे। राहुल गांधी के लिए पार्टी ने अमेठी से ज्यादा रायबरेली को सुरक्षित माना है। क्योंकि यह सीट अभी तक कांग्रेस के पास ही है। 
    अमेठी और रायबरेली सीट पर नामांकन की आखिरी तारीख आज है। रायबरेली से राहुल गांधी और अमेठी से केएल शर्मा आज ही नामांकन करेंगे। कांग्रेस ने अमेठी और रायबरेली के प्रत्याशियों के बारे में समाजवादी पार्टी को सूचित कर दिया है। कांग्रेस ने अमेठी और रायबरेली में सपा के स्थानीय पदाधिकारियों को नामांकन में शामिल होने का न्यौता दिया है।
    कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को यूपी से चुनाव लड़ने के लिए पार्टी नेताओं को लंबे समय तक मान मन्नौवल करना पड़ा। सूत्रों का कहना है कि वह उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे। यही वजह है कि इन दोनों सीटों पर पार्टी के नेता भी कुछ भी कहने से बचते रहे। कल देर रात कोई बैठक में राहुल गांधी ने अमेठी से चुनाव लड़ने से साफ इनकार कर दिया। ऐसे में उन्हें विरासत का हवाला देकर रायबरेली के लिए मनाया गया। पार्टी नेताओं का मानना है कि विपरीत परिस्थितियों में भी रायबरेली की जनता ने कांग्रेस का हाथ नहीं छोड़ा था। अभी भी वहां पार्टी को लेकर उत्साह है। यह कांग्रेस के लिए प्रदेश की सबसे सुरक्षित सीट है। इस वजह से इस सीट को नही छोड़ा जा सकता है। इस पर राहुल ने हामी भरी।
    साभार अमर उजाला

  • अमेठी-रायबरेली से चुनाव न लड़ने पर प्रियंका गांधी की आई पहली प्रतिक्रिया

    नई दिल्ली. सबसे बड़ा चुनावी सस्पेंस कांग्रेस पार्टी ने खत्म कर दिया है. गांधी परिवार के पुराने गढ़ रहे अमेठी और रायबरेली से उम्मीदवारों की लिस्ट आ गई है. अमेठी से के.एल. शर्मा चुनाव लड़ेंगे तो रायबरेली से राहुल गांधी. पहले प्रियंका गांधी के भी इन दोनों सीटों में से किसी एक से चुनाव लड़ने की चर्चा थी, लेकिन लिस्ट से सबकुछ क्लियर हो गया. वे चुनाव क्यों नहीं लड़ीं इस सवाल पर प्रियंका गांधी की पहली प्रतिक्रिया आ गई है.
    अमेठी पहुंची प्रियंका गांधी ने फुर्सतगंज एयरपोर्ट पर सवाल के जवाब में कहा- 'किसी को संचालन भी तो करना है...'. प्रियंका गांधी ने अमेठी से के.एल. शर्मा को सही च्वाइस बताया और कहा कि वे लंबे समय से अमेठी का कामकाज संभालते रहे हैं. उन्हें यहां के हर इलाके और हर गली की पूरी जानकारी है.
    राहुल गांधी और के.एल. शर्मा के नामांकन के लिए पहुंचीं प्रियंका गांधी पहले अमेठी पहुंचीं. प्रियंका ने लोगों से कहा कि के.एल. शर्मा लंबे समय से यहां काम करते रहे हैं. उन्हें मौका दीजिए. गौरतलब है कि नामांकन के आखिरी दिन इन दोनों सीटों पर कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है. आज ही 3 बजे तक नामांकन का समय है.
    प्रियंका गांधी ने किशोरी लाल शर्मा के अमेठी से चुनाव लड़ने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा,'किशोरी लाल शर्माजी से हमारे परिवार का वर्षों का नाता है. अमेठी, रायबरेली के लोगों की सेवा में वे हमेशा मन-प्राण से लगे रहे. उनका जनसेवा का जज्बा अपने आप में एक मिसाल है.'
    प्रियंका गांधी ने आगे कहा,'आज खुशी की बात है कि किशोरी लाल जी को कांग्रेस पार्टी ने अमेठी से उम्मीदवार बनाया है. किशोरी लाल जी की निष्ठा और कर्तव्य के प्रति उनका समर्पण अवश्य ही उन्हें इस चुनाव ने सफलता दिलाएगा.' 
    साभार आज तक

  • विदिशा में मामा और दादा के बीच जंग, कांग्रेस ने शिवराज सिंह के सामने पूर्व सांसद प्रताप भानू शर्मा पर खेला दांव

    विदिशा। मध्यप्रदेश की सबसे प्रतिष्ठित सीटों में से एक, भारतीय जनता पार्टी के गढ़ के नाम से प्रचलित विदिशा यूं तो इस बार पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम भाजपा प्रत्याशी घोषित होने के बाद से ही सबकी नजरों में थी, लेकिन कांग्रेस ने यहां से एक बार फिर पूर्व सांसद प्रताप भानु शर्मा पर दांव खेल कर इसे और चर्चाओं का केंद्र बना दिया।
    चार बार इस संसदीय क्षेत्र से सांसद रह चुके चौहान जहां पूरे राज्य में 'मामा' के नाम से पहचाने जाते हैं, वहीं शर्मा ने सांसद रहते हुए पूरे संसदीय क्षेत्र में 'दादा' के नाम से पहचान बनाई है। ऐसे में अब ये चुनाव मामा और दादा के बीच की जंग का सामना कर रहा है। ये संसदीय क्षेत्र इसके पहले भी अपने दिग्गज प्रत्याशियों के चलते देश भर में सुर्खियां बटोर चुका है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस संसदीय क्षेत्र का संसद में प्रतिनिधत्वि कर चुके हैं। 
    लगभग तीन दशक से भी ज्यादा समय से भाजपा का अभेद किला बने हुए इस क्षेत्र में पिछले चुनाव में पार्टी प्रत्याशी रमाकांत भार्गव ने लगभग पांच लाख से भी अधिक मतों से कांग्रेस प्रत्याशी शैलेद्र पटेल को पराजित किया था। ऐसे में अब सबकी निगाहें इस बार यहां से जीतने वाले प्रत्याशी और उनकी जीत के अंतर पर टिकी हुई हैं। 
    विदिशा लोकसभा में आठ विधानसभाएं हैं, जिनमें भोजपुर, सांची, सिलवानी, विदिशा, बासौदा, बुधनी, इछावर और खातेगांव शामिल हैं। इनमें से सिलवानी को छोड़कर अन्य सभी पर वर्तमान में भाजपा का कब्जा है। विदिशा लोकसभा सीट में रायसेन, विदिशा, सीहोर और देवास जिले के हिस्सों को शामिल किया गया है। 
    ये क्षेत्र सांची के स्तूपों के चलते देश-दुनिया में विख्यात है। वहीं भोजपुर का विशाल शिव मंदिर अपने ऐतिहासिक महत्व के चलते देश के चुनिंदा शिव मंदिरों में शामिल है। समूचे लोकसभा क्षेत्र में भाजपा की ओर से प्रचार का मैदान चौहान ने स्वयं संभाला हुआ है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान चौहान की राज्य भर में लोकप्रियता के बाद अब वे लगातार स्थान-स्थान पर न केवल अपने ही संसदीय क्षेत्र में महिलाओं के बीच चुनाव प्रचार करते देखे जा रहे हैं, बल्कि कई बार दूसरे संसदीय क्षेत्रों में भी उन्हें दूसरे प्रत्याशियों के लिए वोट की अपील करते हुए भी देखा जा रहा है। 
    वहीं, कांग्रेस की ओर से शर्मा स्वयं चुनाव की कमान संभाले हुए हैं। दोनों ही दलों की ओर से इस संसदीय क्षेत्र में अब तक किसी राष्ट्रीय स्तर के नेता की कोई चुनावी सभा नहीं हुई है। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने होशंगाबाद संसदीय क्षेत्र के पिपरिया में की अपनी चुनावी सभा के दौरान मंच पर उपस्थित चौहान को विदिशा संसदीय क्षेत्र से भारी मतों से जिताने की मतदाताओं से अपील की थी। 
    अपेक्षाकृत ग्रामीण मानी जाने वाली इस लोकसभा सीट पर कुल 19 लाख 19 हजार 785 मतदाता हैं, जिनमें से 9 लाख 96 हजार 48 पुरुष और 9 लाख 23 हजार 689 महिलाएं हैं। अन्य मतदाताओं की संख्या 48 है। यहां सात मई को मतदान होना है। यहां से कुल 13 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कट सकता है बृजभूषण सिंह का टिकट, कैसरगंज से बेटे की उम्मीदवारी पर बन सकती बात

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव में तीसरे चरण का प्रचार आखिरी दौर में है. इस बीच, यूपी की चर्चित कैसरगंज लोकसभा सीट पर बीजेपी के टिकट को लेकर बड़ी खबर है. यहां बाहुबली सांसद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट कट सकता है. उनकी जगह छोटे बेटे करन भूषण सिंह की उम्मीदवारी पर सहमति बन सकती है. बड़े बेटे प्रतीक पहले ही बीजेपी से विधायक हैं. 
    सूत्रों का कहना है कि बीजेपी आलाकमान की बृजभूषण शरण सिंह से कैसरगंज लोकसभा के उम्मीदवार को लेकर फोन पर बात हुई है बृजभूषण के छोटे बेटे को कैसरगंज से पार्टी लोकसभा का टिकट दे सकती है. बृजभूषण शरण सिंह कैसरगंज से मौजूदा सांसद हैं, लेकिन महिला पहलवानों से यौन शोषण के आरोपों की वजह से उनके टिकट को लेकर लंबे समय से सस्पेंस बना हुआ है.
    इससे पहले टिकट काटे जाने की अटकलों पर बृजभूषण ने पार्टी हाईकमान से कहा था कि मेरी गलती क्या है. इससे पहले टिकट में देरी पर बृजभूषण ने कहा था, पार्टी नेतृत्व को पता है कि इस सीट पर बीजेपी मजबूत है. टिकट के लिए एक दावेदार मैं भी हूं. लेकिन अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान को लेना है. पार्टी तय करेगी कि उम्मीदवार कौन होगा.
    हालांकि, बाद में पार्टी हाईकमान और बृजभूषण के बीच दिल्ली में भी बातचीत हुई और अब बेटे के टिकट को लेकर फॉर्मूले पर सहमति बन गई है. बृजभूषण का कैसरगंज के अलावा आसपास की तीन-चार सीटों पर खासा प्रभाव है.
    साभार आज तक

  • राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने की संभावना

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए दो चरणों की वोटिंग संपन्न हो चुकी है। पांचवें चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 3 मई हो। हालांकि, अभी तक कांग्रेस पार्टी ने अमेठी और रायबरेली के लिए अपने कैंडिडेट के नाम की घोषणा नहीं की है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, आज इन दोनों सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी। कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने इसके लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अधिकृत किया है। आपको बता दें कि दोनों ही सीटों पर 20 मई को मतदान होना है।
    सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक, गांधी परिवार से कोई एक ही व्यक्ति चुनाव लड़ेगा। रायबरेली सीट छोड़ चुकी सोनिया गंधी राज्यसभा के रास्ते संसद तक पहुंची हैं। उनकी सीट को लेकर प्रियंका गांधी के नाम की खूब चर्चा हो रही है। हालांकि, उन्होंने खुद इससे इनकार कर दिया है। प्रियंका ने कहा है कि वह लोकसभा चुनाव में कांग्रेस कैंडिडेट के लिए सिर्फ प्रचार करना चाहती हैं। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी भी रायबरेली सीट से चुनाव लड़ने की इच्छुक हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ वंशवाद की राजनीति का मुद्दा उठाने के मद्देनजर राहुल गांधी इस विचार के पक्ष में नहीं हैं। राहुल भी नहीं चाहते हैं कि गांधी परिवार के तीनों सदस्य सांसद बनें।
    अमेठी और रायबरेली गांधी-नेहरू परिवार के पारंपरिक क्षेत्र माने जाते हैं क्योंकि इस परिवार के सदस्यों ने कई दशकों तक इन सीट का प्रतिनिधित्व किया है। सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने की संभावना है, लेकिन इस संबंध में गांधी परिवार द्वारा अंतिम फैसला लिया जाना अभी बाकी है। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों सीटों पर उम्मीदवार के नामों पर चर्चा के लिए बुधवार को एक बैठक हुई थी लेकिन कोई फैसला नहीं हुआ।
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  • कोविशील्ड विवाद के बाद हटाई गई वैक्सीन सर्टिफिकेट से प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर? स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया

    नई दिल्ली। भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 वैक्सीन के सर्टिफिकेट में बड़ा बदलाव किया है। सरकार ने कोविन सर्टिफिकेट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर हटा दी है। इससे पहले उनकी तस्वीर को प्रमुखता से जगह दी गई थी और लिखा गया था- 'साथ मिलकर, भारत कोरोना को हरा देगा।' एक तरह से सरकार ने टीकाकरण के श्रेय पीएम मोदी को दिया था। कुछ लोगों का दावा है कि वैक्सीन बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा यूके की अदालत में इसके साइड इफेक्ट्स की बात कबूल करने के बाद यह कदम उठाया गया है।
    कोविशील्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स के तौर पर थ्रोम्बोसिस के साथ थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) की चर्चा के बाद लोग कोविन ऐप पर अपने टीकाकरण का स्टेटस चेक कर रहे हैं। इस दौरान उन्हें वहां पीएम मोदी की तस्वीर देखने को नहीं मिली। अंग्रेजी अखबार 'द हिंदू' ने अपनी एक रिपोर्ट में यह बात कही है। 
    माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स पर लोग इसको लेकर तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं। एक्स संदीप मनुधाने ने कहा, "मोदी जी अब कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट पर नजर नहीं आएंगे। बस जांचने के लिए डाउनलोड किया है। उनकी तस्वीर चली गई है।" इरफ़ान अली ने खुद को कांग्रेस का पदाधिकारी बताते हुए लिखा, “हां, मैंने अभी चेक किया और पीएम मोदी की तस्वीर गायब हो गई है। उनकी तस्वीर के बजाय केवल क्यूआर कोड है।”
    इस मामले पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का बयान सामने आया है। विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को 'दिप्रिंट' को बताया कि मौजूदा लोकसभा चुनावों को लेकर जारी आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर वैक्सीन सर्टिफिकेट से हटा दिया गया है। गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी की तस्वीर कोविड टीकाकरण सर्टिफिकेट से हटाई गई हो।
    इससे पहले साल 2022 में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान भी उनकी तस्वीर हटा दी गई थी। चुनाव आयोग के आदेश पर यह कदम उठाया गया था।
    वैक्सीन सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की तस्वीर छापने को लेकर 2021 में विवाद छिड़ गया था। यह मामला केरल हाईकोर्ट तक पहुंचा था। इसके विरोध में कहा गया था कि अन्य देशों में पीएम की तस्वीर नहीं छपी है। इसके जवाब में न्यायमूर्ति पीवी कुन्हिकृष्णन ने कहा था, "उन्हें अपने प्रधानमंत्रियों पर गर्व नहीं हो सकता है, हमें अपने प्रधानमंत्री पर गर्व है।"
    कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया है। कांग्रेस ने मांग की है कि जिन लोगों की कोरोना वायरस के खिलाफ कोविशील्ड वैक्सीन लेने के बाद दिल का दौरा पड़ा या किसी दूसरे कारण से मौत हो गई, उनके परिजनों को इसकी जांच करानी चाहिए। उन्हें मुआवजा दिया जाए।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • प्रियंका गांधी नहीं लड़ेंगी लोकसभा चुनाव! केवल चुनाव प्रचार करेंगी

    नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश की दो हाई प्रोफाइल सीटों रायबरेली और अमेठी पर सस्पेंस बरकरार है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी. वह केवल चुनाव प्रचार करेंगी. 
    वहीं, राहुल गांधी के अमेठी या रायबरेली से चुनाव लड़ने पर कल तक फैसला आ सकता है. इससे पहले खबर थी कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अमेठी और रायबरेली सीटों से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. कहा जा रहा था कि इन सीटों पर उम्मीदवारी के ऐलान से पहले प्रियंका और राहुल अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन कर सकते हैं. इससे पहले कहा जा रहा था कि अमेठी और रायबरेली जाने से पहले राहुल और प्रियंका अयोध्या जा सकते हैं, जहां वे रामलला के दर्शन करेंगे.
    साभार आज तक

  • संविधान और आरक्षण को लेकर झूठ फैला रही, पीएम मोदी ने कांग्रेस पर लगाया आरोप

    सोलापुर। पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह संविधान और आरक्षण को लेकर झूठ फैला रही है। उन्होंने महाराष्ट्र के सोलापुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि ओबीसी प्रतिनिधित्व के नाम पर ये लोग झूठ फैला रहे हैं। इनकी सच्चाई सामने आ गई है तो बौखला गए हैं। आपने देखा होगा कि ये लोग सिर्फ मोदी को गाली दे रहे हैं, इनके पास चुनाव में कोई मुद्दा ही नहीं बचा है। कांग्रेस ने दशकों तक एससी, एसटी और ओबीसी से जिस तरह विश्वासघात किया है, उसके चलते ये लोग उससे नाराज हैं।
    उन्होंने कहा कि अब ये लोग झूठ फैला रहे हैं कि संविधान बदल देंगे और आरक्षण खत्म कर देंगे। मैं पहले ही कह चुका हूं कि खुद बाबासाहेब आंबेडकर चाहें तो संविधान को बदल नहीं सकते। सैकड़ों सालों तक जिनके साथ अन्याय हुआ, हमारे पूर्वजों ने पाप किए होंगे। मेरे लिए यह प्रायश्चित का अवसर है। इसलिए आरक्षण को जितनी ताकत मैं दे सकता हूं, उसके लिए प्रतिबद्ध हूं। मैं आज ज्यादा से ज्यादा सीटें इसलिए मांग रहा हूं कि एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण में खेल न हो सके। पीएम मोदी ने कहा कि इन लोगों ने आरक्षण का बड़ा हिस्सा माइनॉरिटी को देने का खेल खेला है। इसलिए आपसे मैं आशीर्वाद मांगने आया हूं कि मोदी की मजबूत करो।
    महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के 60 सालों के राज में सबसे ज्यादा एससी, एसटी और ओबीसी के परिवारों की ही सबसे ज्यादा हालत खराब रही। गांवों के बाहर झुग्गियों में रहने वाले लोग आखिर कौन हैं? हमारे दलित समुदाय के लोग ही हैं। आज उन लोगों को पहले लाभ मिल रहा है, जो दशकों से पिछड़े हुए थे। हम मानते हैं कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार उन लोगों का है, जो आखिरी पंक्ति में हैं। महात्मा गांधी भी ऐसा ही कहते थे। पीएम मोदी ने कहा कि मुफ्त राशन, बिजली, गैस सिलेंडर और आवास जैसी जरूरतें इन्हीं वर्गों की सबसे ज्यादा थीं। 
    इसलिए हम उन योजनाओं को लाए और बिना किसी भेदभाव के लागू किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि इन स्कीमों से जोड़ने के लिए हमारी समाज घर-घर पहुंची है। प्रधानमंत्री ने इस दौरान कमजोर आर्थिक वर्ग को मिलने वाले EWS आरक्षण का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमने एससी, एसटी और ओबीसी के लोगों का हक मारे बिना ही सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण दिया। इसके खिलाफ कहीं कोई हिंसा नहीं हुई बल्कि दलित नेताओं ने भी स्वागत किया।
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  • पन्नू की हत्या की साजिश पर अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट से भड़क गया भारत, दिया करारा जवाब

    नई दिल्ली। अमेरिका में रह रहे खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में भारतीय अधिकारियों का हाथ था। इसके अलावा कनाडा में खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या भारतीय एजेंट्स ने की थी। अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में ये दावे किए गए हैं। इस पर भारत सरकार ने प्रतिक्रिया दी है और इसे आधारहीन एवं गलत करार दिया है। भारत का कहना है कि ऐसे गंभीर मामले में यह बेहद हल्की और आधारहीन रिपोर्ट पब्लिश हुई है। वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सीआरपीएफ के एक पूर्व अधिकारी के जरिए इस पूरी साजिश को अंजाम दिया गया था। 
    इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल का बयान आया है। उनका कहना है कि इस रिपोर्ट में गैर-वाजिब बातें की गई हैं और उसका कोई आधार नहीं है। उन्होंने कहा कि अमेरिका की ओर से पहले ही इस बारे में बात की गई थी और हमने उस पर एक जांच कमेटी गठित की है। हमने अमेरिका के उन इनपुट्स को भी लिया है, जिसमें उसने कुछ आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा, 'भारत सरकार की ओर से गठित हाई लेवल कमेटी जांच कर रही है। उसने अमेरिका की ओर से दिए सारे इनपुट्स को संज्ञान में लिया है और उनकी सत्यता की जांच हो रही है। ऐसे में इस बीच बेवजह के कयास लगाने और गैरजिम्मेदारीपूर्ण बयान देना ठीक नहीं होगा।'
    अमेरिका की मैनहट्टन कोर्ट में गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के आरोपों को लेकर एक मुकदमा भी चल रहा है। इसके तहत भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर आरोप लगाए गए हैं कि उसके आदेश पर ही हत्या की साजिश रची गई थी। फिलहाल निखिल गुप्ता चेक रिपब्लिक की जेल में है। वहां के कानून मंत्री अमेरिका की ओर से दाखिल की गई प्रत्यर्पण की अर्जी की जांच कर रहे हैं। यदि अर्जी मंजूर होती है तो फिर निखिल गुप्ता को अमेरिका को सौंपा जा सकता है। वहीं भारत सरकार कई बार दोहरा चुकी है कि पन्नू की हत्या की साजिश में भारतीय एजेंट्स का हाथ होने की बातें गलत हैं। यदि ऐसा कुछ है तो ठोस सबूत दिखाए जाएं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अरविंदर सिंह लवली अयोग्य लोगों को कर रहे थे प्रमोट, उदित राज, दीपक बाबरिया का आरोप

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले दिल्ली कांग्रेस दो फाड़ हो गई है. रविवार को पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है. राजकुमार चौहान के बाद अब अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. दिल्ली में AAP के साथ गठबंधन और टिकट बंटवारे का कलह फिलहाल थमता नहीं दिख रहा है. लवली ने AAP के साथ कांग्रेस के गठबंधन और पार्टी उम्मीदवारों कन्हैया कुमार और उदित राज के बयानों की भी आलोचना की है. AICC दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं. इधर, उदित राज और दीपक बाबरिया के बयान भी आ गए हैं. उन्होंने खुलकर लवली को टारगेट पर लिया है.
    अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे गए अपने पत्र में यह भी कहा, वो खुद को अपाहिज महसूस कर रहे थे क्योंकि दिल्ली के वरिष्ठ नेताओं द्वारा लिए गए सभी सर्वसम्मत निर्णयों को दीपक बाबरिया द्वारा 'एकतरफा वीटो' कर दिया गया था. लवली ने कहा, दिल्ली कांग्रेस यूनिट AAP के साथ गठबंधन के खिलाफ थी, लेकिन पार्टी आलाकमान इसके साथ आगे बढ़ गया. फिलहाल, लवली के इस्तीफे से पार्टी का गुटीय झगड़ा सामने आ गया है.
    रविवार को लवली ने उन तमाम दावों को भी खारिज किया है, जिसमें कहा जा रहा था कि टिकट नहीं मिलने के कारण पद छोड़ दिया. लवली ने साफ किया कि वो किसी अन्य राजनीतिक दल में शामिल नहीं हो रहे हैं. लवली ने कहा, कुछ लोग गलत सूचना फैला रहे हैं कि मैं टिकट (वितरण) से नाराज हूं. ऐसा नहीं है. आप सभी जानते हैं कि मैंने तीन दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उम्मीदवारों का परिचय दिया था. उन्होंने कहा, मैंने केवल दिल्ली कांग्रेस प्रमुख के पद से इस्तीफा दिया है और मैं किसी भी राजनीतिक दल में शामिल नहीं हो रहा हूं.
    दिल्ली में नेताओं के एक वर्ग द्वारा दीपक बाबरिया को हटाने की मांग उठाई जा रही है. इस बीच, उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लवली का इस्तीफा ऐसे समय आया जब देश में आम चुनाव चल रहे हैं. हालांकि इसका कांग्रेस पर कोई असर नहीं पड़ेगा. बाबरिया ने कहा, वो (लवली) सभी कमेटियों और पैनलों का हिस्सा थे. उन्हें उसी समय अपनी आपत्तियां उठानी चाहिए थी. जो कोई भी किसी पार्टी या पद से खुद को दूर करता है, वो इसके कारण ढूंढता है. पार्टी ने उन पर विश्वास दिखाया और उन्हें इतना बड़ा पद दिया, लेकिन उन्होंने जो किया वो दुखद है. उनके इस्तीफे से पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा. मुझे विश्वास है कि हम चुनाव में दिल्ली की तीनों लोकसभा सीटें जीतेंगे. बाबरिया का कहना था कि पार्टी में गैर योग्य लोगों का प्रमोट किया जा रहा था, जिससे आम कार्यकर्ताओं का मनोबल गिर रहा था. इसके लिए लवली को रोका गया था. जल्द नया अध्यक्ष खोज लिया जाएगा.
    साभार आज तक

  • कनाडाई PM जस्टिन ट्रूडो के भाषण में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे

    टोरंटो। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो का खालिस्तान प्रेम फिर सामने आया है। टोरंटो शहर में मनाए गए खालसा डे पर जब वो भाषण देने मंच पर पहुंचे तो उनके स्वागत में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे। उन्होंने अपनी स्पीच में किसी भी कीमत पर सिख समुदाय की रक्षा करने की कसम खाई। उन्होंने कहा कि वे सिख समुदाय के "अधिकारों और स्वतंत्रता" की हमेशा रक्षा करेंगे।
    खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से भारत और कनाडा के रिश्तों में पिछले कई महीनों से तल्खी देखने को मिली है। कनाडा भारतीय अधिकारियों पर निज्जर हत्याकांड में शामिल होने के संगीन आरोप लगाता रहा है। उधर, भारत ने इन आरोपों के जवाब में उससे कई बार सबूत मांगे, जो कनाडाई सरकार आज तक पेश नहीं कर पाई। कई मोर्चों को खालिस्तान को अपना समर्थन दे चुके कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो ने रविवार दोपहर खालसा दिवस परेड को संबोधित किया। उनकी सभा में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए।
    जस्टिन ट्रूडो की यह टिप्पणी टोरंटो शहर में खालसा दिवस परेड के दौरान आई। वे अपनी सरकार के 4 कैबिनेट मंत्रियों और लिबरल पार्टी के चार सांसदों के साथ कार्यक्रम में पहुंचे थे। जैसे ही ट्रूडो मंच पर पहुंचे, कुछ लोगों ने सभा में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। उन्होंने सभा में ज्यादा लंबा भाषण नहीं दिया। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा, "कनाडा में तकरीबन सिख समुदाय के 8 लाख लोग रहते हैं। हम कसम खाता हूं कि हम आपके अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए हमेशा मौजूद रहेंगे और हमेशा नफरत और भेदभाव से आपके समुदाय की रक्षा करेंगे।"
    जस्टिन ट्रूडो जितने समय सभा को संबोधित कर रहे थे, दर्शकदीर्घा में मौजूद लोगों द्वारा लगातार खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे थे। उन्होंने अपनी स्पीच में कहा, “आपके पास बिना किसी से डरे और स्वतंत्र रूप से अपने धर्म की रक्षा करने और उसका पालन करने का अधिकार है। इसके लिए हम हमेशा आपके साथ खड़े रहेंगे और आपकी रक्षा करेंगे। हम आपके साथ हैं।''
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस को झटका : इंदौर कांग्रेस प्रत्याक्षी अक्षय बम ने नामांकन वापस लिया

    इंदौर। इंदौर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याक्षी अक्षय बम ने नाम वापस ले लिया हैै। वे सोमवार को भाजपा विधायक रमेश मेंदोला के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। अब इंदौर में भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी के सामने कोई बडी चुनौती नहीं है। अक्षय ने विधानसभा चुनाव में चार नंबर सीट से टिकट मांगा था, लेकिन तब उन्हें टिकट नहीं दिया गया था। इस बार लोकसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस ने टिकट दिया था।


    कांग्रेस प्रत्याशी बम के नामांकन वापस लेने पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने एक्स कर लिखा कि इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा में स्वागत है।
    साभार अमर उजाला

  • शादी का कार्ड लेकर आए भाई की सड़क हादसे में मौत, दुल्हन बहन समेत पूरा परिवार सदमे में

    छिंदवाड़ा। सिवनी से एक युवक छोटी बहन की शादी का कार्ड बांटने छिंदवाड़ा आया था। गुरुवार रात अमरवाड़ा रोड पर राजाखोह के समीप एक तेज रफ्तार वाहन ने बाइक सवार युवक को रौंद दिया। हादसे में युवक की मौके पर मौत हो गई। बड़े भाई की मौत से दुल्हन बनने की तैयारी कर रही बहन समेत पूरा परिवार सदमे में है। शादी की खुशियां मातम में बदल गई। 
    धरमटेकड़ी चौकी प्रभारी महेंद्र शाक्य ने बताया कि सिवनी छपारा के ग्राम चिखली गोरखपुर निवासी 38 वर्षीय प्रमोद पिता शंकर बरकड़े की बहन की शादी थी। गुरुवार को प्रमोद बहन की शादी का कार्ड देने बहनोई के घर आ रहा था। राजाखोह के समीप किसी अज्ञात वाहन ने बाइक सवार प्रमोद को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार प्रमोद की मौके पर मौत हो गई थी।
    प्रमोद की छोटी बहन की शादी आगामी 9 मई को होने वाली थी। बरकड़े परिवार बेटी शादी की तैयारियों में जुटा हुआ था। गुरुवार को कार्ड बांटने निकले भाई प्रमोद की मौत के बाद शादी की खुशियां मातम में बदल गई।
    साभार अमर उजाला

  • पन्ना प्रमुखों को 100% वोटिंग कराने पर गोपाल भार्गव का बड़ा ऑफर

    भोपाल। मध्य प्रदेश में दूसरे चरण में कम मतदान से चुनाव आयोग से लेकर राजनीतिक दलों की चिंता बढ़ा दी है। इस बीच भाजपा के पूर्व मंत्री और विधायक गोपाल भार्गव ने पन्ना प्रमुखों को 100 प्रतिशत वोटिंग कराने पर बड़ा ऑफर दिया है। 
    मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 6 सीटों पर शुक्रवार को मतदान पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में कम होने के आंकड़े सामने आ रहे है। वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए अलग-अलग ऑफिर दिए जा रहे हैं। इस बीच भाजपा के पूर्व मंत्री और विधायक गोपाल भार्गव ने एलान किया है कि उनके क्षेत्र के पन्ना प्रभारी अपने पन्ने के 100 प्रतिशत मतदान करा लेंगे, उनको पुरस्कार स्वरूप मोटरसाइकिल इनाम में देंगे। इसका वीडियो भार्गव ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है।
    बता दें प्रदेश की पहले चरण की 6 सीटों पर 67.75 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो पिछले चुनाव की तुलना में करीब साढ़े सात प्रतिशत कम है। दूसरे चरण में शाम 6 बजे तक के मतदान के आंकड़े 58.35 प्रतिशत रहे हैं। जो बीते लोकसभा चुनाव से करीब 9 फीसदी कम है। ऐसे में भाजपा नेताओं की टेंशन बढ गई हैं।
    साभार अमर उजाला

  • दूसरे चरण में भी हुआ कम मतदान,  कमजोर मतदान को सत्ता विरोधी लहर मानकर कांग्रेस की बांछें खिली

    भोपाल। मप्र में दूसरे चरण में भी कम मतदान हुआ है। शुक्रवार शाम 6 बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक 6 सीटों पर 58.35 प्रतिशत मतदान हुआ। बीते लोकसभा चुनाव में इन सीटों पर हुए मतदान को देखें तो करीब नौ प्रतिशत वोटिंग कम हुई है। 2019 में इन छह सीटों पर औसतन 67.77 प्रतिशत मतदान हुआ था। कम मतदान के बावजूद भाजपा का मानना है कि अंदरूनी लहर चल रही है और उसे अपनी जीत का पूरा भरोसा है। वहीं, कमजोर मतदान को सत्ता विरोधी लहर मानकर कांग्रेस की बांछें खिली हुई हैं। मतदान कम होने को वह अपनी व इंडी गठबंधन के हित में मान रही है। 
    मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर चार चरणों में चुनाव हो रहा है। दूसरे चरण के तहत 6 सीटों  सतना, रीवा, खजुराहो, टीकमगढ़, दमोह और होशंगाबाद सीट सुबह 7 बजे मतदान शुरू हुआ। चुनाव आयोग की तरफ से 9 बजे जारी आंकड़े के अनुसार 13.82 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। इसके बाद 11 बजे तक 28 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग कर लिया था। दोपहर 1 बजे तक यह मतदान का प्रतिशत 39.96 प्रतिशत पहुंच गया। सुबह मतदान केंद्रों पर वोटर्स की लंबी-लंबी कतारें नजर आई, लेकिन जैसे जैसे दिन चढ़ता गया और गर्मी बढ़ी तो पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की संख्या में कमी देखने को मिली। दोपहर 3 बजे तक 46.68 प्रतिशत, शाम 6 बजे तक 58.35 प्रतिशत मतदान हो गया था। हालांकि अंतिम आंकड़े कुछ बढ़ सकते हैं। 
    लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण में शुक्रवार को 58.35 फीसदी मतदान हुआ, जबकि 2019 में 67.64 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस तरह इसमें 9.29 फीसदी की गिरावट आई। पहले चरण में 67.75 फीसदी वोटिंग हुई थी, जो कि 2019 के 75.24 फीसदी के मुकाबले 7.47 कम थी।
    प्रदेश में सबसे ज्यादा गेहूं और देश में सबसे ज्यादा सोयाबीन का उत्पादन करने वाले होशंगाबाद सीट पर सबसे ज्यादा 67.86% मतदान हुआ है। चुनाव में किसानों का मुद्दा नहीं होने के बावजूद अच्छा मतदान किया है। यहां पर भाजपा ने किसान नेता दर्शन सिंह को चुनाव में उतारा है। वहीं, कांग्रेस की तरफ से संजय शर्मा प्रत्याशी है। इस सीट पर 2019 में 74.17% मतदान हुआ था। इस बार 6.31 प्रतिशत मतदान कम हुआ है।  
    6 सीटों में सबसे कम मतदान रीवा में  48.67% मतदान हुआ है। यहां पर भाजपा ने सांसद जनार्दन मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है। उनके खिलाफ जनता में नाराजगी बताई जा रही थी। वहीं, कांग्रेस ने भी कोई दमदार प्रत्याशी नहीं दिया। यहां पर कांग्रेस की तरफ से नीलम अभय मिश्रा प्रत्याशी है। 2019 में 60.33% मतदान हुआ था। इस बार 11.66 प्रतिशत मतदान कम हुआ है। 
    सतना में भाजपा ने सांसद गणेश सिंह और कांग्रेस ने विधायक सिद्धार्थ कुशवाह को प्रत्याशी बनाया। कुशवाह विधानसभा चुनाव में गणेश सिंह को चुनाव हरा चुके है। बसपा से पूर्व विधायक नारायण त्रिपाठी मैदान में हैं। यहां पर कुशवाह और गणेश सिंह को लेकर जनता में नाराजगी थी। यहां त्रिकोणीय मुकाबला है। इस बार 61.77% मतदान हुआ। यहां 2019 में 70.71% मतदान हुआ था। इस बार 8.94 प्रतिशत मतदान कम हुआ है। 
    खजुराहो सीट पर एकतरफा मुकाबला माना जा रहा था। यहां से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा चुनाव लड़ रहे। यह सीट कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ दी थी। सपा प्रत्याशी मीरा यादव का पर्चा रद्द हो गया। इसके बाद इंडिया गठबंधन ने आरबी प्रजापति को समर्थन दिया, लेकिन उनको बहुत मजबूत चेहरा नहीं माना जा रहा। इस बार 56.44% मतदान हुआ। 2019 में 68.28% मतदान हुआ था। इस बार 11.84 प्रतिशत मतदान कम हुआ है। 
    टीकमगढ़ अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट पर भाजपा ने केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटिक चुनाव लड़ रहे है। यहां पर कांग्रेस ने पंकज अहिरवार को मौका दिया। वीरेंद्र के खिलाफ जनता में नाराजगी है। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी का नया चेहरा होने से पहचान की कमी रही। इस बार  59.79% मतदान हुआ।  2019 में इस सीट पर 66.57% मतदान हुआ था। इस बार 6.78 प्रतिशत मतदान कम हुआ है। 
    दमोह सीट पर भाजपा के राहुल लोधी और कांग्रेस तरबर सिंह लोधी चुनाव लड़ रहे। दोनों पूर्व विधायक है। इस सीट पर लोधी वोटर्स निर्णायक होता है। चुनाव में लोधी वोटरों में असमंजस और चुनाव में जनता की रूचि भी कम देखी गई। 2019 में इस सीट पर 65.82% मतदान हुआ था। इस बार 9.64 प्रतिशत मतदान कम हुआ है।
    साभार अमर उजाला

  • दूसरे चरण के मतदान में भी सपा ने लगाई शिकायतों की झड़ी

    लखनऊ। देश के 12 राज्‍यों के साथ यूपी की आठ सीटों पर दूसरे चरण का मतदान सुबह सात बजे से जारी है। इस दौरान समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर पुलिस- प्रशासन पर आरोपों की झड़ी लगा दी है। सपा का कहना है कि कहीं ईवीएम खराब हो रही है तो कहीं पुलिस मतदाताओं को धमका रही है। उत्‍तर प्रदेश में दूसरे चरण में 17704 पोलिंग बूथ और 7797 केन्द्र हैं। इनमें 3472 संवेदनशील बूथ हैं।
    समाजवादी पार्टी  ने दूसरे चरण के मतदान के दौरान किसी भी तरह की समस्या, अनियमितता आने पर अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए खास नंबर भी जारी किए हैं। श्किायतों का सिलसिला वोटिंग शुरू होने के बाद से ही जारी है। सपा ने अपने अधिकारिक एक्‍स अकाउंट पर गौतमबुद्ध नगर लोकसभा के ग्रेटर नोएडा में बूथ संख्या 1 और 7 पर ईवीएम मशीन की खराब से अपनी शिकायतों की शुरुआत की। पार्टी ने चुनाव आयोग से इसका संज्ञान लेने की मांग की। इसके बाद आरोप लगाया गया कि अमरोहा लोकसभा के चांदनगर में बूथ संख्या 219 पर 25 मिनट की देरी से मतदान शुरू हुआ है। सपा के मुताबिक बागपत लोकसभा के खेकड़ा में जैन इंटर कॉलेज, बूथ संख्या 222 और छपरौली विधानसभा में असारा गांव में बूथ संख्या 119 पर मतदान शुरू होने के कुछ समय बाद ही ईवीएम मशीन खराब हो गई। 
    इसके अलावा गौतमबुद्ध नगर लोकसभा के खुर्जा में बूथ संख्या 185, मेरठ लोकसभा के मेरठ कैंट में बूथ संख्या 47 पर ईवीएम खराब होने और मेरठ लोकसभा के मेरठ कैंट में बूथ संख्या 47 पर वीवीपैट के काम नहीं करने का आरोप लगाया गया। समाजवादी पार्टी ने एक पोस्‍ट में आरोप लगाया कि अमरोहा लोकसभा के नौगावां सादत में बूथ संख्या 15 पर पुलिस उसके कार्यकर्ताओं को धमका रही है। एक अन्‍य पोस्‍ट में कहा गया कि गाजियाबाद लोकसभा के मुरादनगर में बूथ संख्या 6 पर वोटिंग रूम में बिजली की व्यवस्था नही है। इससे मतदाताओं को परेशानी हो रही है। इसके साथ सपा ने आरोप लगाया कि बागपत लोकसभा के सिवालखास में बूथ संख्या 328, जो कि मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है, इस पर मतदाताओं को बीएलओ द्वारा पर्चियां नहीं दी गईं। इस वजह से मतदान में असुविधा हो रही है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • PM मोदी से लेकर राहुल तक ने मतदाताओं से कहा- बढ़-चढ़कर मतदान करें

    नई दिल्ली। दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक महोत्सव की शुरुआत हो गई है। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के बाद आज दूसरे चरण के लिए मतदान हाे रहा है। पहले दौर के चुनाव में जहां 21 राज्यों की कुल 102 सीटों पर वोटिंग हुई थी। वहीं, अब दूसरे चरण में 13 राज्य की 88 सीटों पर मतदान हो रहा है। इस चरण में मतदाता चुनाव मैदान में उतरे 1202 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह से लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तक ने सभी लोगों से अनुरोध किया है कि वह बढ़-चढ़कर वोट करें। 
    आपका वोट आपकी आवाज: पीएम मोदी- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'लोकसभा चुनाव में आज दूसरे चरण की सभी सीटों के मतदाताओं से मेरा विनम्र अनुरोध है कि वे रिकॉर्ड संख्या में मतदान करें। जितना अधिक मतदान होगा, उतना ही मजबूत हमारा लोकतंत्र होगा। अपने युवा वोटर्स के साथ ही देश की नारीशक्ति से मेरा यह विशेष आग्रह है कि वोट डालने के लिए वे बढ़-चढ़कर आगे आएं। आपका वोट आपकी आवाज है!'
    आपका हर वोट भारत की नींव को और मजबूत करने का काम करेगा: अमित शाह- केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा, 'मेरे प्यारे देशवासियों, आज लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान है। आज अपने मत का उपयोग कर रहे सभी मतदाताओं से मेरा अनुरोध है कि सशक्त, सुरक्षित और समृद्ध देशनिर्माण हेतु लोकतंत्र के इस महोत्सव में पूरे उत्साह से भाग लेकर रिकॉर्ड संख्या में मतदान करें। ऐसी सरकार चुनें, जो देश का विकास, सीमा की सुरक्षा, विरासतों का पुनर्निर्माण और राष्ट्रहित में मजबूत फैसला लेने का माद्दा रखती हो। आपका हर वोट विकसित भारत की नींव को और मजबूत करने का काम करेगा। स्वयं वोट देने के साथ अपने मित्रों व परिजनों को भी मतदान हेतु प्रोत्साहित करें।'
    लोकतंत्र की रक्षा के लिए वोट करें: राहुल गांधी- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, 'मेरे प्यारे देशवासियों! देश की तकदीर का फैसला करने जा रहे इस ऐतिहासिक चुनाव का आज दूसरा चरण है। आपका वोट तय करेगा कि अगली सरकार ‘चंद अरबपतियों’ की होगी या ‘140 करोड़ हिंदुस्तानियों’ की। इसलिए हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह आज घर से बाहर निकले और ‘संविधान का सिपाही’ बन कर लोकतंत्र की रक्षा के लिए वोट करे।'
    यह कोई साधारण चुनाव नहीं: खरगे- लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण की शुरुआत होने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि 'हम, भारत के लोग'- भारत के संविधान की यह आत्मा वोट के लिए बटन दबाने से पहले आपके दिल और दिमाग में गूंज उठनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि यह मत भूलिए कि यह कोई साधारण चुनाव नहीं है। यह लोकतंत्र को तानाशाही के चंगुल से बचाने का चुनाव है। खरगे ने आगे कहा, 'मेरे सभी प्यारे देशवासियों, 13 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 89 निर्वाचन क्षेत्रों के लोग ध्यान भटकाने की किसी भी रणनीति और झूठ के बहकावे में न आएं। हमेशा अपने वोट की गिनती करें। क्योंकि यह 140 करोड़ भारतीयों के जीवन को बदल सकता है।'
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस की बुद्धि पर मंथरा बैठ गई, कुंडली में राहु-केतु विराजित : पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

    विदिशा। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को विदिशा संसदीय क्षेत्र की गंजबासौदा विधानसभा के ग्राम मानोरा से जन-आशीर्वाद यात्रा का शुभारंभ किया। जगदीश स्वामी मंदिर में दर्शन-पूजन कर देश व प्रदेशवासियों के मंगल और कल्याण की कामना की। पूर्व सीएम ने बासौदा विधानसभा के कई गांवों में पहुंचकर जनसंपर्क और नुक्कड़ सभाएं कर आमजन से संवाद किया। साथ ही गंजबासौदा में रोड-शो किया। इस दौरान कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।
    शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम राजनीति में केवल दो ही उद्देश्यों से हैं। पहला देश की सेवा और दूसरा जनता की सेवा। मैं आपकी जिंदगी बेहतर बनाने में अपनी अंतिम सांस तक लगा दूंगा, किसी पद की ख्वाहिश नहीं है। जनता की सेवा कर, ये जिंदगी सफल और सार्थक हो जाए। मेरे लिए जनता की सेवा ही भगवान की पूजा है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी की अमर्यादित भाषा पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी जी का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है, ये भारत के संस्कार नहीं हैं। दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता, जिनको दुनिया के दर्जनों देशों ने अपने सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया है। आज केवल भारत ही नहीं दुनिया की आस हैं नरेन्द्र मोदी जी। उनके बारे में अपशब्दों का प्रयोग करना यही दर्शाता है कि कांग्रेस बौखलाई है, उसका अस्तित्व समाप्त होने वाला है। हार का डर ऐसा है कि वो सीट छोड़कर भाग रहे हैं। उस बौखलाहट में उन्होंने दिमागी संतुलन खो दिया है। राहुल गांधी जी का मानसिक उपचार कराने की आवश्यकता है, उनका इलाज होना चाहिए। 
    पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, राहुल के राजनैतिक गुरु कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा कह रहे हैं कि अमेरिका में एक कानून बना है, जिसके तहत आपके मरने के बाद आपकी अर्जित की हुई सम्पत्ति का 55 प्रतिशत हिस्सा सरकार के खाते में चला जाएगा। चौहान ने कहा कि ये भारत है, यहां तो मां-बाप पेट काट-काट कर बेटे-बेटियों के लिए थोड़ा बहुत बचा पाते हैं और कांग्रेस कह रही है कि हम मर गए तो 55 प्रतिशत सरकार के खाते में जाएंगे और तुम्हारे बच्चों को 45 प्रतिशत ही मिलेगा। ये पता नहीं कहां की सोच है। कांग्रेस की बुद्धि पर मंथरा बैठ गई है, उलटे-सीधे फैसले कर रहे हैं। राहु-केतु दोनों ही कांग्रेस की कुंडली में बैठ गए हैं। 
    पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस में बचा क्या है। उनकी सबसे बड़ी नेता मैडम सोनिया हार के डर से चुनाव नहीं लड़ रही हैं, उन्होंने राज्यसभा में बैकडोर से एंट्री ले ली है। राहुल गांधी अमेठी छोड़कर वायनाड चले गए हैं। रणछोड़दास बन गए हैं। उन्होंने कहा कि, भगवान श्रीराम की जन्मभूमि आयोध्या में राममंदिर का निर्माण हुआ और रामलला विराजमान हुए। बहनें दीप जला रही थीं, नौजवान भगवा पताकाएं लहरा रहे थे। पूरा देश खुशियां मना रहा था। यहां तक की आयोध्या का अंसारी परिवार जिसने सुप्रीम कोर्ट में बाबरी मस्जिद का केस लड़ा, उन्होंने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया और राममंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा में भाग लिया। वहीं निमंत्रण सोनिया गांधी, राहुल गांधी और खरगे जी सहित कांग्रेस को भी मिला था, लेकिन उन्होंने लिखित में कहा हम नहीं जाएंगे। मुहूर्त खराब है। पूर्व सीएम ने कहा कि मुहूर्त और समय तो कांग्रेस का ही खराब है।  
    साभार अमर उजाला

  • शरद पवार ने अपने घोषणा पत्र में नौकरी से लेकर महिला आरक्षण तक का किया एलान

    मुंबई। लोकसभा चुनाव के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- शरद चंद्र पवार (एनसीपी-एससीपी ) ने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। घोषणापत्र में महिला सुरक्षा के लिए काम करने का वादा किया गया है। साथ में घोषणापत्र में एलपीजी सिलेंडर की कीमत कम करने का भी वादा किया गया है। बता दें, पार्टी ने अपने घोषणापत्र का नाम शपथ पत्र रखा है। इस बीच, शरद पवार ने अमित शाह के किसानों की आत्महत्या को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार किया। 
    घोषणापत्र को जारी करते हुए एनसीपी-एससीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा, 'हम आज अपना घोषणापत्र जारी कर रहे हैं। घोषणापत्र में जो मुद्दे शामिल हैं, हमारे नेता इन मुद्दों को संसद में उठाएंगे। हमारा घोषणापत्र 'शपथ पत्र' है। महंगाई बढ़ रही है, किसान परेशान हैं और बेरोजगारी चरम पर है।'
    उन्होंने आगे कहा कि पिछले 10 सालों में एजेंसियों का दुरुपयोग और निजीकरण जैसे मुद्दे बढ़े हैं। इन सभी मुद्दों पर हम अपना रुख पहले ही जाहिर कर चुके हैं। हम एलपीजी गैस की कीमत, पेट्रोल और डीजल की कीमत कम करेंगे। अगर हम सत्ता में आए तो सरकारी नौकरियों में खाली जगहों को भरेंगे। हम महिला आरक्षण पर भी काम करेंगे। महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कानून लाया जाएगा।'
    दरअसल, अमित शाह के कहा था कि शरद पवार के कृषि मंत्री रहते हुए कई किसानों ने खुद की जान दे दी थी, जिसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। इस पर शरद पवार ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में किसानों की आत्महत्याएं बढ़ी हैं। अमित शाह को पहले बताना चाहिए कि उन्होंने पिछले कुछ सालों में आत्महत्या रोकने के लिए क्या किया है।
    वहीं, पीएम मोदी के बयान पर शरद पवार ने कहा, 'लोग उम्मीद करते हैं कि देश का प्रधानमंत्री जाति, धर्म, भाषा आदि से परे सभी के लिए हो। एक भाषण में उन्होंने देश में अल्पसंख्यकों को लेकर अलग रुख अपनाने की कोशिश की। चुनाव प्रचार के दौरान हम उनके पक्ष को लोगों के बीच ले जाएंगे और लोगों को यह समझाने की कोशिश करेंगे कि उनके विचार से देश की एकता को ठेस पहुंच सकती है और इसकी निंदा की जानी चाहिए।'
    साभार अमर उजाला

  • मुरैना में बोले पीएम मोदी- नामदार सदियों से कामदार को गालियां देते आए हैं, आप परेशान न हो

    भोपाल। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से एक दिन पहले पीएम मोदी मध्य प्रदेश के दौरे पर आए। उन्होंने मुरैना सीट से भाजपा प्रत्याशी शिव मंगल सिंह के समर्थन में सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस और राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर कर्नाटक में चोरी छिपे ओवीसी वर्ग का आरक्षण छीनने का आरोप लगाया। वहीं, राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि नामदार कामदार को सदियों से गाली-गलौज करते आए हैं। पांच-पचास गालियां पड़ जाएंगी तो पड़ जाएंगी।  
     पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस एक बार फिर कुर्सी के लिए छटपटा रही है। ये लोग फिर से धार्मिक तुष्टीकरण को मोहरा बना रहे हैं। उन्होंने कहा- कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने मुस्लिम समाज के लोगों को OBC घोषित कर दिया है।  
    तब राजीव गांधी ने कानून बदल दिया 
    पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस सरकार में आई तो देश में इनहेरिटेंस टैक्स लगाएगी। आज देश के सामने पहली बार में एक दिलचस्प तथ्य रख रहा हूं। देश की प्रधानमंत्री बहन इंदिराजी नहीं रहीं तो उनकी प्रॉपर्टी उनकी संतानों को मिलनी थी। लेकिन, पहले देश में कानून था कि बच्चों को प्रॉपर्टी मिलने से पहले सरकार उसमें से एक हिस्सा ले लेती थी। तब  प्रॉपर्टी को बचाने के लिए उस समय के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इनहेरिटेंस कानून को समाप्त किया। वहां मामला निपट गया तो फिर सत्ता पाने के लिए ये लोग वही कानून और ज्यादा कड़ाई से वापस लाना चाहते हैं।
    कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी
    पीएम मोदी ने कहा- देश कह रहा है, कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी। आपके हितों की रक्षा के लिए ये मोदी इनके सामने दीवार बनकर खड़ा है। ये गाली-गलौज इसलिए हो रहा है क्योंकि, मोदी 56 इंच का सीना तानकर खड़ा हो गया है। इनके मंसूबे सफल नहीं होंगे, यह मोदी की गारंटी है। सभा के अंत में पीएम मोदी ने लोगों से मुरैना से भाजपा प्रत्याशी शिव मंगल सिंह को जिताने की अपील की।
    गालियां पड़ जाएंगी तो पड़ जाएंगी 
    पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के शहजादे को मोदी के लिए भला-बुरा कहने में मजा आ रहा है। उनकी भाषा को लेकर लोग सोशल मीडिया और टीवी पर चिंता जताते हैं, कहते हैं पीएम के लिए ऐसी भाषा पीएम बोलना ठीक नहीं है। मेरी आप सब से विनती है, दुखी मत होइए, वे नामदार हैं और हम कामदार हैं। नामदार कामदार के साथ सदियों से ऐसे ही गाली-गलौज करते आए हैं। मैं गरीबी से निकला हूं, पांच-पचास गालियां पड़ जाएंगी तो पड़ जाएंगी।
    कांग्रेस आपकी संपत्ति का एक्स-रे कराएगी
    कांग्रेस के शहजादे पूरे देश में बढ़-चढ़कर कह रहे हैं कि आपकी संपत्ति का एक्स-रे होगा। अलमारी में क्या है, माता-बहनों ने डिब्बे में कुछ बचा रखा है, यह सब एक्स-रे करके खोजा जाएगा। स्त्रीधन और मंगलसूत्र पवित्र होता है, उसे कोई नहीं छूता है। लेकिन, कांग्रेस उसे जब्त कर बांटने की घोषणा कर रही है, ताकि उनका वोट बैंक मजबूत हो सके। कांग्रेस यह एक्स-रे करके आपको लूटने की योजना बना रहे हैं।
    ओबीसी समाज ने कांग्रेस के सपनों को मिट्टी में मिलाया 
    पीएम मोदी ने कहा- 2014 में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में लिखा कि धर्म के आधार पर आरक्षण देने के लिए कानून बनाना पड़े, तो कानून भी बनाएंगे। लेकिन, 2014 में दलित, OBC और आदिवासी समाज जाग गया और उसके बाद सभी समाजों ने एक होकर कांग्रेस के सपनों को मिट्टी में मिला दिया, उनको सत्ता से बाहर कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ओबीसी जातियों से उनका आरक्षण का हिस्सा छीनकर अपने चहेते वोट बैंक को मजबूत करने के लिए उनके चरणों में देने का मन बनाकर बैठी है। क्या आप ऐसा पाप होने देंगे? उनको डर लगे आप ऐसा करिए।
    हमने कभी भेदभाव नहीं किया
    भाजपा सबका साथ, सबका विकास के मंत्र पर चलने वाली पार्टी है। भाजपा सरकार ने कोरोना काल में जरूरतमंदों को राशन देते समय कोई भेदभाव नहीं किया। 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देती रही। चार करोड़ गरीबों को पक्के मकान दिए। ये घर हर धर्म के लोगों को मिले हैं। क्या आपने कहीं भेदभाव की शिकायत सुनी? हमनें 11 करोड़ घरों तक पीने के कनेक्शन पहुंचाए, कहीं कोई जातिवाद नहीं होने दिया। क्योंकि, हमारा मंत्र सबका साथ और सबका विकास है।
    ओबीसी आरक्षण खत्म करने का मुद्दा उठाया
    पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस एक बार फिर कुर्सी के लिए छटपटा रही है। कुर्सी पाने के लिए भांति-भांति के खेल, खेल रही है। ये लोग फिर से धार्मिक तुष्टीकरण को मोहरा बना रहे हैं। उन्होंने कहा- कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है। इन्होंने कर्नाटक में जितने भी मुस्लिम समाज के लोग हैं, उन सभी को OBC घोषित कर दिया है। यानी, वहां कांग्रेस ने शिक्षा और  सरकारी नौकरी में पहले जिन OBC लोगों को आरक्षण मिलता था, उस OBC समाज में इतने सारे नए लोग डाल दिए कि उन्हें जो आरक्षण मिलता था, वो उनसे चोरी छिपे छीन लिया।
    कांग्रेस ने बाबा साहेब की पीठ में छुरा घोंपा
    कांग्रेस ने बाबा साहेब अंबेडकर की पीठ में छुरा घोंप दिया। जब संविधान बना तब देश के गणमान्य लोगों ने चर्चा की। बाबा साहेब ने इन चर्चाओं पर संविधान लिखा। उन्होंने लिखा किसी भी सूरत में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता, इसलिए कांग्रेस ने धोखेबाजी की। पिछले दरवाजे से धोखा दिया। कांग्रेस दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का हक छीनने का षड्यंत्र लंबे समय से कर रही है। 19 दिसंबर 2011 को तब की कांग्रेस की केंद्र सरकार धर्म के नाम पर आरक्षण देने का एक नोट कैबिनेट में लेकर आई थी। इस कैबिनेट नोट में कहा गया था कि OBC समाज को जो 27% आरक्षण मिलता है, उसका एक हिस्सा काटकर, मजहब के नाम पर दिया जाएगा। सिर्फ 2 दिन बाद 22 दिसंबर 2011 को इसका आदेश भी निकाल दिया गया। बाद में आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने कांग्रेस सरकार के इस आदेश को रद्द कर दिया। ये सुप्रीम कोर्ट गए, लेकिन राहत नहीं मिली।
    साभार अमर उजाला

  • सीएम की सुरक्षा के साथ खिलवाड़, पुलिस की मौजूदगी में नो एंट्री में घुसी बरातियों की बस

    खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले से गुजर रही एक बरात के साथ कुछ ऐसी घटना हो गई, जो शायद दूल्हा-दुल्हन सहित बस में सवार सभी बरातियों को जीवन भर याद रहेगी। दुल्हन लेकर लौट रही बरात की एक बस अनजाने में शहर के नो एंट्री क्षेत्र में जा घुसी। मुसीबत यह कि उस क्षेत्र में ठीक उसी समय सीएम के ट्रांजिट विजिट के चलते पुलिस बल की ड्यूटी भी लगी हुई थी। इस दौरान ट्रैफिक थाना प्रभारी की नजर बस पर पड़ गई, जिसे तुरंत थाने भिजवाया गया। बड़ी देर तक चालान कटवाने की राशि को लेकर बराती और ट्रैफिक पुलिस के बीच कहा-सुनी चलती रही। हालांकि, आखिर में चालान कटवाकर बस को जाने दिया गया। इतनी देर दूल्हा-दुल्हन सहित बराती भरी दुपहरी में थाने में परेशान होते दिखे।
    खंडवा के बॉम्बे बाजार मुख्य मार्ग से बरातियों की बस को निकलना भारी पड़ गया। नो एंट्री वाले इस क्षेत्र से निकल रही छिंदवाड़ा की नीलकमल कंपनी की बरातियों से भरी इस बस को ट्रैफिक पुलिस के थाना प्रभारी ने पकड़कर थाने में खड़े करवा दिया। पुलिस बस का 5000 रुपये का चालान काटने पर तुले थे। वहीं ड्राइवर पैसे न होने का बहाना बनाते हुए टालमटोल कर रहा था। इस सबके बीच दूल्हे योगेश और दुल्हन शिवानी सहित बस में बैठे पूरे बरातियों की जान हलक में आ रुकी थी। वे भरी दुपहरी में थाने में पुलिसकर्मियों को किसी तरह मनाकर अपनी जान छुड़ाने में लगे थे। छिंदवाड़ा जा रहे बरातियों का कहना था कि दुल्हन लेकर जाते समय उनकी बस पहले खराब हो गई। इसके बाद गलती से ड्राइवर ने गाड़ी नो एंट्री मार्ग पर डाल दी थी। इस कारण उन्हें चार घंटे तक परेशान होना पड़ा।
    कुछ घंटे चले इस नाटकीय घटनाक्रम के बाद पुलिस ने ड्राइवर का 1000 रुपये का चालान काटकर बस को छोड़ दिया। बड़ा सवाल यह है कि गलती से एक अनजान बस इस तरह से सीएम की सुरक्षा के चलते लगाए गए पुलिस बल की मौजूदगी के बावजूद नो एंट्री वाले क्षेत्र में बेरोकटोक घुसी कैसे? इसे सीएम की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ माना जा रहा है। रातभर से थककर सफर कर रहे बरातियों जिनमें महिला और बच्चे भी शामिल थे, उनमें से किसी को करीब 42 डिग्री के इतने तापमान के चलते थाने में कुछ हो जाता तो इसका जवाबदार कौन होता? 
    ट्रैफिक टीआई बोले, बस को भिजवाया था थाने
    इस मामले में यातायात थाना प्रभारी सौरभ सिंह कुशवाह ने बताया कि आज मुख्यमंत्री जी की ट्रांजिट विजिट थी खंडवा में। उस रूट पर हमारा बल लगा था। हमारी व्यवस्था थी कि उस रूट पर कोई भी वाहन नहीं रहे। इस टाइम में एक बड़ी बस 24 घंटे नो एंट्री जोन वाले बॉम्बे बाजार में घुस गई। उसे मैंने ही रुकवाया और थाने भिजवाया। उनका परमिट वगैरह चेक कर, नो एंट्री के चालान का ड्राइवर को बताया गया। ड्राइवर चालान नहीं कटवा रहा था। इस वजह से देर हुई।  
    साभार अमर उजाला

  • CM यादव ने हनुमान से की पीएम मोदी की तुलना

    खरगोन। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हनुमान भक्त बताते हुए बात-बात पर मोदीजी को कोसने वाले इंडी गठबंधन के नेताओं को परिवारवादी बताया है। अपनी जनसभा के दौरान मध्य प्रदेश के खरगोन में सीएम यादव ने इंडी गठबंधन को रोज एक ही व्यक्ति दिखता है, और कोई नहीं मिलता है। वे नरेंद्र मोदी को पानी पी-पीकर रोज गाली देते हैं। सोनिया गांधी इसलिए गाली देती हैं कि राहुल को पीएम नहीं बनने दे रहे हैं। उन्हें अपने राहुल व प्रियंका के अलावा कुछ दिखता नहीं। लालू यादव इसलिए गाली देते हैं कि उनके तेजस्वी को नहीं बनने दे रहे हैं। ममता इसलिए बोलती हैं कि भतीजे को आगे नहीं आने दे रहे हैं। इनका पूरा खानदान अपने खानदानों को आगे बढ़ाने निकला है, जबकि नरेंद्र मोदी कहते हैं देश के 142 करोड़, मेरे खानदान के लोग है, मेरे परिवार के लोग है।
    खरगोन के जवाहर मार्ग पर भाजपा प्रत्याशी की नामांकन रैली को संबोधित करते हुए सीएम यादव ने कहा कि हम सबने हाल ही में हनुमान जयंती मनाई। हम अपने हनुमानजी को याद करें व रामराज्य को याद करें। रामराज्य से अगर हनुमानजी को हटा दो तो ऐसा लगता है रामराज्य अधूरा रह जाएगा। जब से रामजी व हनुमानजी का मिलन हुआ, भगवान राम का भी जीवन बदल गया। हनुमानजी ने जो आदर्श दुनिया के सामने पेश किया वह हमें आज भी प्रेरणा देता है। हनुमानजी के बिना माता सीता का पता कैसे लगता? भगवान राम के लिए, सीता माता के लिए अगर हनुमानजी नहीं होते तो समुद्र कौन लांघता? हनुमानजी समुद्र लांघकर माता सीता का पता लगाकर आए और घमंडी रावण की लंका को जलाकर आए। हमें इस बात का गर्व है। आज भी जैसे रावण को घमंड था वैसे ही आज घमंडिया गठबंधन है।
    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वर्तमान में हनुमानजी का भक्त लोकसभा में सरकार बनाने के लिए आपका आशीर्वाद लेने आया है। उनका अपना कोई परिवार नहीं है। हनुमान जी का भी कोई परिवार नहीं था। मोदीजी जनता राज, रामराज्य बनाने के लिए लगातार सेवा कर रहे हैं। मोदीजी का सरकार में आना रामराज्य की स्थापना का उदाहरण था। राम दरबार में सबको पुरस्कार मिला। माता सीता ने हनुमानजी को मोतियों की माला दी। हनुमानजी प्रत्येक मोती में रामजी को ढूंढ रहे थे। जब मोतियों में रामजी नहीं मिले तो उन्हें पूरी माला बेकार लगी। ऐसे ही भौतिक संसार में यशस्वी प्रधानमंत्री मोदीजी ने सेवा का संकल्प लिया है। एक बाल बराबर दाग भी उनके जीवन में नहीं है। अपने जीवन काल में एक-दो नहीं तीन बार मुख्यमंत्री बने। सारी पेंशन, वेतन का पैसा अपने मां के, कर्मचारियों के बहन-बेटियों के लिए छोड़ आए। एक भी पैसा लेकर अपने साथ नहीं आए। जिसका पूरे भारत में एक मकान नहीं लेकिन चार करोड़ परिवार जिनका कोई आश्रय नहीं है, अपने मकान नहीं है, उन्हें पक्के मकान देकर खुश होते हैं।
    मुख्यमंत्री ने कहा हम अपने झंडे के साथ कीचड़ में कमल खिलाने निकले हैं, लेकिन क्या मालूम उन्हें भगवा कलर से क्या आपत्ति है। इनकी क्या दुश्मनी है? हमने किसी रंग से नफरत नहीं की, लेकिन उनके मन csx तो पता नहीं, क्या चश्में से जुड़ा है। दूरदर्शन वालों ने अपने प्रतीक चिह्न में भगवा क्या ले लिया, हाय भगवा, हाय भगवा, हाय भगवा की छाती पीट रहे हैं। उनकी छाती पर सांप लौट रहा है। हमारे तो हर देवस्थान पर भगवा झंडा लगता है। संन्यास धारण करने वाले भगवा वस्त्र पहनते हैं। चुनाव वाले दिन 13 मई को आपको अपनी अंगुली का प्रयोग करना है। कांग्रेस के सारे आतंक का अंत करना है। एक-एक गाली याद रखना। 
    साभार अमर उजाला

  • सैम पित्रोदा के 'विरासत टैक्स' वाले बयान पर कांग्रेस खलकर पित्रोदा के बचाव में उतरी, कहा- लोकतंत्र में सबको राय रखने का हक

    नई दिल्ली. इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा का विरासत टैक्स को लेकर दिए गए बयान ने एक नई बहस छेड़ दी है. उन्होंने कहा था कि अमेरिका में विरासत टैक्स लगता है जो काफी दिलचस्प कानून है. भारत में ऐसा कोई कानून नहीं है. लेकिन मुझे लगता है कि इस पर चर्चा होनी चाहिए. इस बयान के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है. लेकिन कांग्रेस खुलकर पित्रोदा के बचाव में उतर आई है. 
    सैम पित्रोदा के बयान पर बीजेपी के हंगामे पर कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमारे देश में संविधान है. हमारी ऐसी कोई मंशा नहीं है. बीजेपी सिर्फ वोट के लिए ऐसा कर रही है. 
    सैम पित्रोदा के विरासत टैक्स पर दिए गए बयान के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने स्पष्टीकरण दिया है. जयराम रमेश ने कहा कि सैम पित्रोदा दुनियाभर में कई लोगों के मेंटर, दोस्त और गाइड रहे हैं. इनमें मैं भी शामिल हूं. उन्होंने देश के विकास में कई अहम योगदान दिए हैं. वह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं. वह खुलकर मुद्दों पर अपनी राय रखते हैं.
    साभार आज तक 

  • महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी को मिली बड़ी राहत, कॉपरेटिव बैंक केस में क्लीन चिट

    मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा को बड़ी राहत मिली है। आर्थिक अपराध शाखा यानी EOW की तरफ से उन्हें 25 हजार करोड़ के महाराष्ट्र स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक घोटाले में क्लीन चिट मिल गई है। इसके अलावा भतीजे रोहित पवार से जुड़ी कंपनियों को भी क्लीन चिट दी गई है। हालांकि, प्रवर्तन निदेशालय या ED की तरफ से दाखिल चार्जशीट में बताया गया था कि गुरु कमोडिटी और जरांदेश्वर शुगर मिल्स ने लीज को वास्तविक दिखाने के लिए कागजों पर लेनदेन किया था।
    EOW की तरफ से दाखिल क्लोजर रिपोर्ट में कहा गया है कि जरांदेश्वर को-ऑप शुगर मिल को गुरु कमोडिटी से जारांदेश्वर शुगर मिल्स प्राइवेट लिमिटेड को रेंट पर लेने में कोई भी अवैध गतिविधि शामिल नहीं है। EOW की तरफ से रोहित पवार से जुड़ी कंपनियों को भी क्लीन चिट मिली है, जहां कहा गया था कि जब बारामती एग्रो ने कन्नड़ शुगर मिल खरीदी, तब उसकी आर्थिक स्थिति अच्छी थी। साथ ही यहां फंड का कोई डायवर्जन नहीं हुआ है। इस दौरान पूर्व मंत्रि प्राजक्त तानपुरे को भी क्लीन चिट मिली है।
    MSCB के पास 31 कॉ-ऑपरेटिव बैंक हैं, जिनमें अधिकांश के नाम जिलों पर रखे गए हैं और इनके प्रमुख राजनेता हैं। साल 2002 से 2017 के बीच MSCB ने को-ऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रियों को लोन दिए थे और बाद में उनकी जमीनों के साथ इनकी सस्ते दामों में नीलामी कर दी गई थी। ये नीलामियां डिफॉल्ट लोन की वसूली के तौर पर दिखाने के लिए अधिकांश बैंक के प्रमुखों के रिश्तेदारों की गई थीं।
    खास बात है कि इस मामले की जांच कर रही EOW ने साल 2020 में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी थी, लेकिन बाद में अजित पवार और भतीजे रोहित पवार की जांच के लिए कोर्ट पहुंची और फाइल दोबारा खोलने की मांग की। जनवरी में EOW ने दूसरी रिपोर्ट दाखिल की थी और केस को बंद करने की मांग की। विंग का कहना था कि अजित समेत किसी के खिलाफ कोई सबूत नहीं हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सूरत लोकसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार के निर्विरोध जीतने के बाद कांग्रेस ने EC से फिर चुनाव प्रक्रिया शुरू कराने की रखी मांग

    नई दिल्ली. सूरत लोकसभा सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार मुकेश दलाल की निर्विरोध जीत विवादों में है. कांग्रेस के उम्मीदवार का नामांकन रद्द होने के बाद बाकी बचे 8 उम्मीदवारों के अपनी उम्मीदवारी वापिस लेने के बाद मुकेश दलाल निर्विरोध चुन लिए गए थे. अब इस मामले में कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत की है. 
    कांग्रेस का आरोप है कि अनुचित प्रभाव के जरिए मुकेश दलाल को विजेता घोषित किया गया. कांग्रेस की मांग है कि इस सीट पर नए सिरे से चुनाव कराए जाएं. पार्टी ने दावा किया है कि दरअसल बीजेपी कारोबारी समुदाय से डर गई थी, जिस वजह से उसने सूरत लोकसभा सीट पर मैच फिक्सिंग की कोशिश की.
    कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों से मुलाकात की और मांग की कि सूरत में चुनाव प्रक्रिया दोबारा कराई जाए.  कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने चुनाव आयुक्तों से मिलने के बाद कहा कि हमने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि सूरत सीट पर चुनाव को स्थगित किया जाए और जल्द से जल्द दोबारा चुनाव कराए जाएं ताकि एक स्पष्ट संदेश जा सके कि आप इस तरह से गलत प्रभाव डालकर लाभ नहीं उठा सकते.  उन्होंने आरोप लगाया कि ये ऐसा मामला नहीं है, जहां मामले पर चुनावी याचिका से फैसला होगा. 
    साभार आज तक

     

  • मणिपुर के 11 निर्वाचन केंद्रों में आज फिर मतदान

    इंफाल। मणिपुर में जारी हिंसा के बीच भी लोकसभा चुनाव कराए जा रहे हैं। 19 अप्रैल को पहले चरण के मतदान के दौरान धांधली के आरोपों के कारण 11 मतदान केंद्रों पर दोबारा वोटिंग कराने का फैसला लिया गया। इनर मणिपुर के 11 निर्वाचन केंद्रों में आज फिर से मतदान हो रहा है। सोशल मीडिया पर दोबारा मतदान को लेकर एक वीडियो भी जारी किया गया है, जिसमें पूर्वी इंफाल में मोइरंगकम्पु साजेब के एक मतदान केंद्र का नजारा दिखाया गया है। यहां लोग दोबारा मतदान करने के लिए एकत्रित हुए हैं।
    पूर्वी इंफाल के खुरई क्षेत्र में भी दोबारा मतदान कराया जा रहा है। इस दौरान मतदान केंद्र के बाहर कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। यहां भी मतदान के लिए लोग एक बार फिर से एकत्रित हुए हैं।
    बता दें कि कांग्रेस ने मणिपुर की दो लोकसभा सीट के लिए शुक्रवार को हुए मतदान के दौरान चुनाव में धांधली और बूथ पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए 47 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराए जाने की मांग की थी। हालांकि, आपत्तियों पर विचार के बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने केवल 11 केंद्रों पर दोबारा मतदान कराने की घोषणा की।
    निर्वाचन आयोग के अधिकारी के मुताबिक जिन मतदान केंद्रों पर दोबारा मतदान कराया जाएगा, उनमें खुरई निर्वाचन क्षेत्र के मोइरंगकम्पु साजेब और थोंगम लीकाई, क्षेत्रीगाओ के चार और इंफाल पूर्वी जिले के थोंगजू में एक तथा उरीपोक में तीन एवं इंफाल पश्चिम जिले के कोंथौजम में एक मतदान केंद्र शामिल है।
    जातीय संघर्ष से प्रभावित मणिपुर से गोलीबारी, धमकी देने, कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम में तोड़-फोड़ करने और मतदान केंद्र पर कब्जा करने के आरोप सामने आए थे। मणिपुर की दो लोकसभा सीट आंतरिक मणिपुर और बाहरी मणिपुर के लिए शुक्रवार को पहले चरण में मतदान हुआ और 72 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
    धांधली के आरोप लगाने वाली कांग्रेस पार्टी के मणिपुर इकाई के अध्यक्ष के. मेघचंद्र ने कहा कि पार्टी ने मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पास शिकायत दर्ज कराई। ‘इनर मणिपुर’ निर्वाचन क्षेत्र के 36 तथा ‘आउटर मणिपुर’ निर्वाचन क्षेत्र के 11 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराए जाने की मांग की थी।
    साभार अमर उजाला

  • ईडी केजरीवाल पर ला रही  चार्जशीट

    नई दिल्ली। कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी (आप) के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से जल्द चार्जशीट दायर की जा सकती है। ईडी 15 मई से पहले सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर कर सकती है, जिसमें आम आदमी पार्टी को भी आरोपी बनाया जा सकता है। इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। ईडी यदि आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाती है तो यह पहली बार होगा जब किसी राजनीतिक दल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट में मुकदमा चलाया जाएगा। इससे आप के लिए बड़े संकट की शुरुआत हो सकती है। 
    रिपोर्ट में बताया गया है कि चार्जशीट को ड्राफ्ट किए जाने का काम फाइनल होने वाला है। यह भी बताया गया है कि पुराने चार्जशीट्स में आरोपी लगाए गए लोगों के अलावा इस बार 4-5 और नए नाम हो सकते हैं। अरविंद केजरीवाल और के कविता के अलावा सप्लीमेंट्री चार्जशीट में गोवा के राजनीतिक कार्यकर्ता चनप्रीत सिंह का भी नाम हो सकता है। सिंह को 15 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि वह गोवा विधानसभा चुनाव में उन्होंने 'आप' की फंडिंग का प्रबंधन किया था। ईडी का दावा है कि घोटाले की रकम का इस्तेमाल गोवा में चुनाव प्रचार के लिए किया गया। 
    अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि हवाला लेनदेन में शामिल कुछ और लोगों नाम भी चार्जशीट में सामने आ सकते हैं। ईडी अधिकारियों ने कहा कि राजनीतिक दल को आरोपी बनाना अभूतपूर्व है, लेकिन उन्होंने इसके लिए कानूनी सलाह ली है। दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने भी संकेत दिए थे कि आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाया जा सकता है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कन्हैया कुमार को लेकर दिल्ली यूनिट में खींचतान बढ़ी, मीटिंग में हुई तीखी बहस

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2024 के लिए दिल्ली की 7 सीटों पर 25 मई को वोट डाले जाएंगे. चुनाव में अब कुछ दिनों का वक्त बचा है, लेकिन कांग्रेस में नेताओं का आपसी झगड़ा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. कांग्रेस आलाकमान ने उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से कन्हैया कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है. इसे लेकर पार्टी की दिल्ली यूनिट में खींचतान बढ़ गई है. बीजेपी ने उत्तर पूर्वी दिल्ली से मनोज तिवारी को एक बार फिर मौका दिया है. 
    दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की तरफ से कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी को लेकर उत्तर पूर्वी जिले के पूर्व विधायकों और पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें दिल्ली कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया भी शामिल थे. लेकिन यह बैठक बेनतीजा निकली. सूत्रों की मानें तो बैठक के दौरान दिल्ली कांग्रेस के कुछ नेताओं और कन्हैया कुमार के बीच तीखी बहस हुई. बात इतनी बिगड़ गई कि एक नेता ने कन्हैया कुमार को अपशब्द तक कह डाले. हालांकि, बैठक में दिल्ली कांग्रेस के नेताओं और कन्हैया कुमार के बीच बहस वाली बात को प्रभारी दीपक बाबरिया ने खारिज किया.
    लेकिन सूत्रों की मानें तो पहले AAP के साथ गठबंधन और अब कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी को लेकर, दिल्ली कांग्रेस में सबकुछ सामान्य नहीं चल रहा. दरअसल, नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली सीट से कांग्रेस आलाकमान ने जबसे कन्हैया कुमार को टिकट दिया है, तब से कांग्रेस के स्थानीय नेता उनकी उम्मीदवारी को लेकर तरह-तरह की बयानबाजी करने से पीछे नहीं रह रहे. बगावत की स्थिति को संभालने के लिए दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जिलाध्यक्षों और पूर्व विधायकों की बैठक बुलाई थी.
    दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित भी बैठक में पहुंचे थे. वह मंच पर न जाकर पूर्व विधायकों और पदाधिकारियों के बीच बैठ गए. अरविंदर सिंह लवली ने संदीप दीक्षित को मंच पर बैठने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने मना कर दिया. तब कन्हैया कुमार ने उनसे मंच पर आने के लिए कहा, जिस पर संदीप दीक्षित भड़क गए. सूत्रों के मुताबिक उन्होंने बैठक के दौरान कहा कि कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी से कांग्रेस को नॉर्थ-ईस्ट सीट के अलावा दिल्ली की अन्य सीटों पर भी भारी नुकसान होने वाला है.
    साभार आज तक 

  • अमेरिका ने दिया पाक को झटका, कंपोनेंट्स की सप्लाई करने वाली 4 कंपनियों पर बैन

    इस्लामाबाद। अमेरिका ने पाकिस्तान को एक बार फिर बड़ा झटका दिया है। यूएस ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम के लिए मिसाइल से जुड़ी चीजों की सप्लाई के लिए 3 चीनी कंपनियों और बेलारूस स्थित एक फर्म पर प्रतिबंध लगा दिया है। अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई। जिन पर ये पाबंदियां लगी हैं उनमें तीन चीनी कंपनियां (शीआन लॉन्गडे टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड, तियानजिन क्रिएटिव सोर्स इंटरनेशनल ट्रेड कंपनी लिमिटेड और ग्रैनपेक्ट कंपनी लिमिटेड) शामिल हैं। साथ ही बेलारूस स्थित मिन्स्क व्हील ट्रैक्टर प्लांट पर भी ऐक्शन लिया गया है। 
    बयान के मुताबिक, राज्य विभाग कार्यकारी आदेश 13382 की धारा 1 (A) (ii) के अनुसार 4 फर्म्स पर कार्रवाई हुई है। इस धारा के तहत सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रसारकों और उनके वितरण के साधनों पर ऐक्शन लिया जाता है। इन कंपनियों ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम के लिए मिसाइल-वाली वस्तुओं की आपूर्ति की है। इसमें इसकी लंबी दूरी की मिसाइल कार्यक्रम भी शामिल है। अगर बेलारूस के मिन्स्क व्हील ट्रैक्टर प्लांट की बात करें तो उसने पाकिस्तान के लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए स्पेशल व्हीकल चेसिस की सप्लाई के लिए काम किया। ऐसी चेसिस का इस्तेमाल बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए लॉन्च सपोर्ट के तौर पर किया जाता है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस के पूर्व विधायक शुक्ला समेत कई कांग्रेस नेताओं ने भाजपा का दामन थामा

    भोपाल। लोकसभा चुनाव के बीच मध्य प्रदेश में कांग्रेस को झटके पर झटके लग रहे हैं। एक के बाद एक कांग्रेस नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं। अब 19 अप्रैल को मतदान के बाद शनिवार को एक बार फिर पूर्व विधायक समेत कई कांग्रेस नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया।  
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद , न्यू ज्वॉइनिंग टोली के प्रदेश संयोजक डॉ. नरोत्तम मिश्रा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, मंत्री  गोविंद सिंह राजपूत और प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी के समक्ष भाजपा कार्यालय में कांग्रेस के शिवपुरी के पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला, मध्य प्रदेश कांग्रेस सिंधी कल्याण समिति के पूर्व प्रदेश महामंत्री  महेश गुरबाणी, प्रदेश कांग्रेस पूर्व महासचिव कमल सिंह रघुवंशी, जिला महामंत्री कांग्रेस शिवपुरी  आलोक शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष सोशल मीडिया संगठन (टीम कमलनाथ)  गौरव शर्मा, पूर्व महासचिव प्रदेश कांग्रेस अमित दांतरे, पूर्व सोसायटी अध्यक्ष जुझारपुर अमर सिंह यादव, सेवादल कांग्रेस उपाध्यक्ष होशंगाबाद राहुल सिंह समेत कांग्रेस पार्षद, सरपंच-उपसरपंच और 100 से अधिक पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी को पार्टी का अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया।
    साभार अमर उजाला

     

  • प्रदेश में छह सीटों पर 67.08 % वोटिंग, 2019 की तुलना में आठ फीसदी कम

    भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में शुक्रवार को छह सीटों पर 67.08 % मतदान दर्ज किया गया। 2019 की तुलना में यह फीका माना जा सकता है, क्योंकि यह पिछली बार से 8 फीसदी कम है। 2019 में इन छहों सीटों पर औसत 75.24 फीसदी मतदान हुआ था। छिंदवाड़ा में इस बार सबसे ज्यादा 79.18 प्रतिशत, लेकिन पिछली बार से 3.21 फीसदी कम मतदान हुआ है। शुक्रवार सुबह 13588 मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे वोटिंग शुरू हुई, जो शाम 6 बजे तक चली। हालांकि, बालाघाट की लांजी, परतवाड़ा और बैहर विधानसभा सीट पर दो घंटे पहले 4 बजे मतदान प्रकिया समाप्त हो गई।  हालांकि, पिछली बार करीब 10 प्रतिशत वोट प्रतिशत बढ़ा था। इस बार वोट प्रतिशत में बहुत बड़ी कमी आई है। इसके कई कारण हो सकते हैं। प्रदेश के कई शहरों में तापमान में 40 डिग्री तक पहुंच गया है। गर्मी भी एक कारण है। दूसरा पिछली बार पुलवामा अटैक समेत राष्ट्रवाद का मुद्दा बहुत हावी था। इस बार मतदाता में सत्तारूढ़ पार्टी की वापसी को लेकर भरोसा ज्यादा है। ऐसे में जानकारों का कहना है कि मतदाता वोट करने ही नहीं निकला। सत्तारूढ़ और विपक्ष दोनों ही पार्टी की तरफ से ऐसे मुद्दों का अभाव था, जो मतदाताओं को अपील नहीं कर पाए। भाजपा की मोदी की गारंटी और राम मंदिर का मुद्दा भी जोर नहीं पकड़ पाया। इसे भी वोट प्रतिशत घटने का कारण बताया जा रहा है। 
    भाजपा ने 400 सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा। इसके लिए भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को प्रत्येक बूथ पर 370 वोट बढ़ाने का लक्ष्य दिया गया था। हालांकि, कम मतदान प्रतिशत ने भाजपा के बूथ मैनजमेंट की पोल खोल दी है। इससे साफ है कि भाजपा का बूथ मैनेजमेंट भी फेल हो गया है। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा चुनाव के जैसी मतदाताओं को घर से बाहर निकालने की सक्रियता नहीं दिखाई। 
    इस बार लोकसभा चुनाव में शुरू से ही जनता में उत्सुकता नहीं दिखाई दे रही थी। जानकारों का कहना है कि इसका कारण लोकसभा के चुना में क्षेत्र का बड़ा होना भी एक कारण है। दूसरा इस बार भाजपा मोदी के नाम पर चुनाव नहीं लड़ रही है। ऐसे में प्रत्याशी का चेहरा ज्यादा प्रभावित नहीं करता। दूसरा कांग्रेस इंडी गठबंधन के साथ चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस के नेता पहले ही कह चुके है, उनके पास चुनाव लड़ने के लिए पैसा नहीं है। वहीं, प्रदेश में पार्टी में लगातार भगदड़ मची हुई है। ऐसे में नेताओं का मनोबल टूटा हुआ है। 
    लोकसभा चुनाव की 6 सीटों पर विधानसभा की 47 सीटें आती है। इनमें छिंदवाड़ा की अमरवाड़ा सीट पर 81.37 प्रतिशत मतदान हुआ है। बता दें अमरवाड़ा छिंदवाड़ा की अनुसूचित जनजाति आरक्षित सीट है। इस सीट से विधायक कमलेश शाह को भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव से पहले कांग्रेस से तोड़ लिया था। जानकारों का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में ज्यादा मतदान हुआ है। इसका फायदा छिंदवाड़ा में कांग्रेस को मिल सकता है। आदिवासी वोटर कांग्रेस के साथ जाता है।
    साभार अमर उजाला

  • वोटिंग ने पकड़ी रफ्तार, 4 घंटे में बंगाल में 33 तो यूपी की 8 सीटों पर 25 % मतदान

    आज लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का चुनाव है. इस फेज में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. पहले चरण में 1600 से ज्यादा उम्मीदवार मैदान पर हैं. इस चरण में नौ केंद्रीय मंत्री, दो पूर्व मुख्यमंत्री और एक पूर्व राज्यपाल की किस्मत भी दांव पर है. वोटिंग सुबह 7 बजे से शुरू हो जाएगी और शाम 6 बजे तक जारी रहेगी. आज अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की 92 विधानसभा सीटों पर भी वोटिंग होगी.
    चुनाव आयोग के मुताबिक, पहले चरण में 16.63 करोड़ से ज्यादा वोटर्स हैं. इनमें 8.4 करोड़ पुरुष और 8.23 करोड़ महिला वोटर्स हैं. इनमें से 35.67 लाख वोटर्स ऐसे हैं, जो पहली बार वोट डालेंगे. जबकि, 20 से 29 साल की उम्र के मतदाताओं की संख्या 3.51 करोड़ है. इनके लिए 1.87 लाख पोलिंग बूथ बनाए गए हैं.
    21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर सुबह सात बजे से मतदान जारी है. इसी बीच चार घंटे के अंदर का मतदान प्रतिशत सामने आया है. इन चार घंटों के अंदर सबसे ज्यादा 33.56% वोटिंग पश्चिम बंगाल में हुई है. 
    अरुणाचल प्रदेश में सुबह 7 बजे से 10 बजे तक लोकसभा चुनाव में 15% और विधानसभा चुनाव में 20% मतदान हुआ है. अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव की 50 सीटों और लोकसभा की 2 सीटों के लिए मतदान जारी है. सीएम पेमा खांडू और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू अपने-अपने गांवों में वोट डाल चुके हैं. वहीं, असम के तलहटी शहर होलोंगी और गोहपुर में खराब मौसम के बावजूद सैकड़ों नागरिक कतार में खड़े होकर मतदान कर रहे हैं.
    साभार आज तक

  • क्या अरविंद केजरीवाल को मिल सकती है मेडिकल ग्राउंड पर जमानत

    नई दिल्ली. अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की डायट को लेकर आप और ईडी भिड़े हुए हैं. ईडी का आरोप है कि केजरीवाल डायबिटिक होने के बाद भी रोज मीठा खा रहे हैं ताकि उन्हें मेडिकल बेल मिल जाए. वहीं आप का आरोप है कि प्रवर्तन निदेशालय जानबूझकर ऐसी बातें कर रहा है ताकि मुख्यमंत्री को घर से खाना मिलना बंद हो जाए, और फिर जेल के खाने में कोई गड़बड़ी कर उन्हें नुकसान पहुंचाया जा सके. फिलहाल स्पेशल जज ने तिहाड़ जेल को केजरीवाल के डायट चार्ट पर पूरी रिपोर्ट देने को कहा है.
    आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने आरोप लगाते हुए कहा कि तिहाड़ में केजरीवाल को मारने की साजिश रचते हुए उनका घर का खाना बंद करवाने की साजिश हो रही है. ईडी के आरोप पर आतिशी ने कहा कि सीएम को डॉक्टर का बताया हुआ लो-कैलोरी स्वीटनर दिया जा रहा है. साथ ही उन्होंने केवल नवरात्रि के प्रसाद के तौर पर आलू-पूड़ी खाई थी. ये सारी चीजें खुद उनके डॉक्टर ने कही हैं.
    वहीं ईडी का सीधा आरोप है कि घर से केजरीवाल के लिए साजिश के तहत ऐसा खाना भेजा रहा है जो उनका शुगर लेवल अस्थिर कर दे. इसके बाद वे मेडिकल ग्राउंड पर जमानत मांगने लगेंगे. 
    साभार आज तक 

  • छिंदवाड़ा में विक्रम अहाके बोले-भाजपा में घुटन महसूस हो रही थी, नकुलनाथ को विजयी बनाएं

    भोपाल। मध्य प्रदेश में पहले चरण की छह सीटों पर मतदान जारी है। इसमें छिंदवाड़ा हॉट सीट पर बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। कुछ दिन पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले छिंदवाड़ा महापौर विक्रम अहाके ने यू-टर्न लेकर कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ को वोट कर जिताने की अपील की है। अहाके ने मतदान के दिन शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो जारी किया।
    इसमें अहाके ने कहा कि मैं किसी डर और दबाव के एक महत्वपूर्ण बात रखने जा रहा है। भाजपा का नाम लिए बिना अहाके ने कहा कि कुछ दिन पूर्व मैंने किसी राजनीतिक दल को ज्वाइंन किया था। उस दिन से ही मेरे अंदर एक घुटन महसूस कर रहा था। मुझे लग रहा था कि विक्रम तुम गलत कर रहे हो। तुम उस इंसान के साथ गलत कर रहे हो, जिस इंसान ने छिंदवाड़ा का विकास किया है। लोगों की दुख: दर्द में मदद की है। जो छिंदवाड़ा में शिक्षा, इलाज या विकास की बात हो हमेशा मदद करते आए है। 
    अहाके ने कहा कि राजनीति करने के अवसर बहुत आएंगे। भविष्य में मेरे साथ क्या होगा मुझे उसका अंदाजा नहीं है। लेकिन आज मैं अपने नेता कमलनाथ और नकुलनाथ के साथ खड़ा नहीं हुआ तो अपने आप को माफ नहीं कर पाऊंगा। उन्होंने मुझे भी आगे बढ़ाया है। अहाके ने छिंदवाड़ा की जनता से अपील करते हुए कहा कि नकुलनाथ जी को कांग्रेस की बटन दबाकर विजयी बनायें। बता दें विक्रम अहाके ने भोपाल में कुछ दिन पहले ही भाजपा की सदस्यता ली थी। उनको मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भाजपा की सदस्यता दिलाई थी।
    साभार अमर उजाला

  • पहले चरण के मतदान के बीच प्रदेश दौरे पर पीएम मोदी की दमोह में सभा

    दमोह। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्य प्रदेश के दौरे पर रहेंगे। वे दमोह लोकसभा सीट से  भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह के समर्थन में सभा को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी 1:45 बजे दमोह पहुंचेंगे और इमलाई गांव में सभा करेंगे। करीब एक घंटे रुकने के बाद वे जबलपुर रवाना होंगे। 
    दरसअल, चार महीने बाद प्रधानमंत्री मोदी का यह दूसरा दमोह दौरा है। इसके पहले विधानसभा चुनाव के बीच वे 7 नवंबर को इसी इमलाई मैदान पर आए थे और 8 विधानसभा सीट के प्रत्याशियों के समर्थन में सभा की थी। आज प्रदेश की छह सीटों पर मतदान के बीच पीएम मोदी दूसरी बार दमोह आ रहे हैं। उनके दौरे को लेकर प्रशासन ने सारी तैयारियां पूरी कर लीं हैं। ग्राउंड पर तीन हेलीपैड बनाए गए हैं। गुरुवार शाम एसपीजी के अधिकारियों ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण भी किया था। जिला प्रशासन ने कार्यक्रम स्थल के आसपास वाहनों की आवाजाही कम करने के लिए रूट डायवर्ट किया है। कार्यक्रम स्थल पर तीन पंडाल लगाए गए हैं। जिनमें एक मुख्य पंडाल है और दो पंडाल उसके करीब  लगे हैं।
    बता दें भाजपा की ओर से राहुल सिंह और कांग्रेस की ओर से तरवर सिंह लोधी चुनाव लड़ रहे हैं जो अच्छे दोस्त भी रहे हैं। लेकिन, सियासी मैदान में दोनों एक दूसरे के विरोध में चुनाव लड़ रहे हैं। अभी कांग्रेस के किसी भी बड़े नेता की सभा दमोह में आयोजित नहीं हुई है। हालांकि, नामांकन के दिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी दमोह आए थे। 
    पीएम मोदी आज दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां से दोपहर 1:45 बजे हेलिकॉप्टर से दमोह आएंगे और सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद दोपहर 2:45 बजे यहां से जबलपुर रवाना होंगे। जहां से विशेष विमान में दिल्ली रवाना होंगे। इसके लिए जबलपुर एयरपोर्ट के लिए 3 घंटे का नो फ्लाई जोन घोषित किया गया है।
    इमलाई में प्रस्तावित सभा स्थल की तरफ हटा, बटियागढ़, नरसिंहगढ़, पावरग्रिड बायपास से भारी वाहनों का आना सुबह 9.30 बजे से शाम 5 बजेतक प्रतिबंधित रहेगा।
    हटा रोड से आने वाले वाहनों के लिए- मुक्तिधाम बस स्टैंड (चार पहिया एवं बस), राय पेट्रोल पंप के पीछे व गैरिज के सामने (चार पहिया) पार्किंग होगी।
    बटियागढ़ तरफ से आने वाले वाहनों के लिए- हरि ओम कुंज के सामने , गगन अग्रवाल सीमेंट दुकान के सामने, संस्कार धर्मकांटा के सामने (चार पहिया) और फैक्ट्री बाउंड्री के बाजू से (बस पार्किंग) पार्किंग होगी।
    सागर रोड से आने वाले वाहनों के लिए पावर हाउस पानी टंकी के सामने (बस पार्किंग), अंसारी दाल मिल के सामने (बस पार्किंग), रेलवे फाटक (डायमंड) के बाजू में (चार पहिया), जीपी राय खेत के बाजू में, लल्लू पटेल के घर के पीछे (चार पहिया) पार्किंग व्यवस्था की गई है।
    छतरपुर से सागर जाने एवं आने वाले दो पहिया चार पहिया वाहन मुक्तिधाम, पलंदी चौक, राय तिराहा, स्टेशन चैक, तीन गुल्ली, सरदार पटेल ब्रिज, पावरग्रिड तिराहा मार्ग का उपयोग करेंगे। यह अस्थाई व्यवस्था बनाई गई है।
    साभार अमर उजाला

  • युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राजकुमार यादव भाजपा में शामिल

    सीहोर। पूरे देश की तरह सीहोर जिले में भी कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता कांग्रेस को अलविदा कह कर भाजपा का दामन थाम रहे हैं। जिले में कई बड़े चेहरों के बाद अब भाजपा नेतृत्व से प्रभावित होकर सीहोर जिला युवा कांग्रेस सीहोर के निर्वाचित जिला अध्यक्ष राजकुमार यादव (राजू) के नेतृत्व में करीब 500 कार्यकर्ताओं ने भाजपा का दामन थामा। 
    सभी कार्यकर्ताओं का मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने जिला अध्यक्ष रवि मालवीय की उपस्थिति में भाजपा का अंग वस्त्र पहना कर भाजपा में स्वागत किया। भाजपा जिला मीडिया प्रभारी सुशील संचेती ने बताया कि राजकुमार यादव के साथ भाजपा का दामन थामने वालों में प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव संजय पटेल गोरखपुर, समाजसेवी विशाल खंडेलवाल, ब्लॉक युवा कांग्रेस अध्यक्ष भैरूंदा अभिषेक पटेल, जिला उपाध्यक्ष मुकेश मालवीय लाड़कुई, रामेश्वर पटेल, ओम दरबार भादाकुई, ब्लाॉक उपाध्यक्ष रितेश यादव राला, श्यामलाल मीणा गुलरपुरा, निर्मल पटेल राला, आलोक यादव राला, जिला महासचिव सत्यनारायण यादव, जिला सचिव कपिल शर्मा, जिला महासचिव आशीष पटेल सहित सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
    साभार अमर उजाला

  • मध्यप्रदेश में पहले चरण में छह सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान,  सीधी और मंडला में भाजपा को चुनौती,  छिंदवाड़ा में कांटे की टक्कर

    भोपाल। मध्य प्रदेश में पहले चरण में छह सीटों पर 19 अप्रैल शुक्रवार को मतदान होगा। इसमें छिंदवाड़ा के साथ ही बालाघाट, जबलपुर, सीधी, मंडला और शहडोल सीट शामिल हैं। इन सीटों पर बुधवार शाम को चुनाव प्रचार थम जाएगा। इससे पहले भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने मतदाताओं को साधने पूरा जोर लगा दिया। भाजपा मोदी के चेहरे के साथ ही राममंदिर, हिंदुत्व और केंद्र की तमाम हितग्राही योजनाओं को लेकर मैदान में है। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी अपनी छवि के साथ ही आदिवासी वोटरों के भरोसे है। इसमें सबसे रोचक मुकाबला छिंदवाड़ा सीट पर है।
    छिंदवाड़ा : आदिवासियों के हाथ चाबी
    छिंदवाड़ा में मुकाबला बराबर का है। यहां पर आदिवासी वोटर हार जीत तय करेंगे। संसदीय सीट पर 37 प्रतिशत आबादी आदिवासी वर्ग की है। यही वजह है कि भाजपा ने अमरवाड़ा से विधायक कमलेश शाह को भाजपा में शामिल कराया। वहीं, सबसे बड़ा मुद्दा क्षेत्र की जनता का नकुलनाथ को पसंद नहीं करना है। हालांकि, लोग कमलनाथ को अभी भी मानते हैं कि उन्होंने जिले में विकास कार्य कराए हैं। यही वजह है कि अब कमलनाथ ने चुनाव में मोर्चा संभाल लिया है। वहीं, भाजपा मोदी को आगे रख कर चुनाव लड़ रही है। 
    बालाघाट: मुंजारे से कांग्रेस मुश्किल में
    बालाघाट संसदीय सीट पर भाजपा आगे दिखाई दे रही हैं। यहां पर भाजपा ने सांसद ढाल सिंह बिसेन का टिकट काट कर भारती पारधी को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने सामान्य वर्ग से आने वाले सम्राट सरस्वार पर दांव लगाया है। यहां पर सामान्य वर्ग का वोट प्रतिशत बहुत कम है। हालांकि, लड़ाई पवार वर्सेस लोधी की है। बालाघाट से विधायक अनुभा मुंजारे लोधी समाज से आती हैं। ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी को लोधी वोट मिल जाने थे, लेकिन अनुभा मुंजारे के पति पूर्व सांसद कंकर मुंजारे बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इसका कांग्रेस को नुकसान हो रहा है। 
    मंडला : बंट रहे आदिवासी वोट
    मंडला में भी भाजपा कांग्रेस से आगे दिखाई दे रही है। हालांकि, भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के सामने चुनौती है। दरअसल उनका जनता में विरोध है। कुलस्ते निवास सीट से विधानसभा चुनाव भी हार गए थे। हालांकि, भाजपा मुफ्त राशन, पीएम आवास, लाडली बहना योजना और मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस ने विधायक ओमकार सिंह मरकाम को टिकट दिया है। कांग्रेस को आदिवासी वोटों पर भरोसा है। इस सीट पर आठ में पांच विधासभा सीटें कांग्रेस के पास है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी चुनाव लड़ रही है। ऐसे में आदिवासी वोट बंटने से कांग्रेस को नुकसान होता दिख रहा है। 
    जबलपुर: कांग्रेस 1991 के बाद से नहीं जीती
    जबलपुर में भाजपा कांग्रेस के सामने बहुत मजबूत दिखाई दे रही है। इसका बड़ा कारण महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, पूर्व विधायक नीलेश अवस्थी और एकता ठाकुर का भाजपा में शामिल होना भी है। इससे कांग्रेस को बहुत नुकसान हुआ है। यहां पर कांग्रेस ने आखिरी बार 1991 में जीत दर्ज की थी। इसके बाद से यहां पर भाजपा ही चुनाव जीतते आ रही है। यहां से भाजपा ने आशीष दुबे को और कांग्रेस ने दिनेश यादव को प्रत्याशी बनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जबलपुर में रोड शो कर प्रदेश में चुनाव प्रचार का आगाज किया था। भाजपा हिंदूत्व और राम मंदिर को आगे रखकर चुनाव लड़ रही है। 
    शहडोल : मोदी फैक्टर व विकास आगे
    शहडोल में भाजपा आगे दिखाई दे रही है। यहां की आठ विधानसभा सीट में से सिर्फ एक सीट पुष्पराजगढ़ सीट कांग्रेस के पास है। इस सीट से विधायक फूंदेलाल मार्को को ही कांग्रेस ने टिकट दिया है। वहीं, भाजपा ने सांसद हिमाद्री सिंह को प्रत्याशी बनाया है। केंद्र सरकार की योजनाओं का फायदा आदिवासियों को मिल रहा है। वहीं, मोदी फैक्टर चल रहा है। इस क्षेत्र में भाजपा को विकास का भी फायदा मिलता दिख रहा है। 
    सीधी: मुकाबला सीधा नहीं, फंस हुआ
    सीधी सीट पर मुकाबला फंस गया है। यहां पर निर्दलीय प्रत्याशी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रत्याशी भाजपा को नुकसान पहुंचा रहे है। इस लोकसभा सीट की आठ में से सिर्फ एक सीट चुरहट की कांग्रेस के पास है। भाजपा ने सामान्य वर्ग से आने वाले डॉ. राजेंद्र मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने अन्य पिछड़ा वर्ग से आने वाले पूर्व विधायक कमलेश्वर पटेल पर दांव लगाया है। भाजपा से बागी पूर्व सांसद अजय प्रताप सिंह गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा नेता की फिसली जुबान, कांग्रेस की महिला नेता पर बोला हमला, नींद नहीं आ रही तो एक्स्ट्रा पैग लगा लेना

    बेंगलुरु। लोकसभा चुनाव 2024 शुरू होने में गिनती के दिन बचे हैं। चुनाव प्रचार में लगे दिग्गज नेता जनता से लोकलुभावन वादों के साथ अपने प्रतिद्वंद्वी पर हमले करने से नहीं चूक रहे लेकिन, इस कार्य में कई बार उनकी जुबान भी फिसल जा रही है। कर्नाटक में भी यही देखने मिला। यहां भाजपा नेता संजय पाटिल ने कांग्रेस नेता और राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर को शराब पीने की सलाह दे डाली। उन्होंने कथित तौर पर कहा कि रात में अच्छी नींद के लिए "एक एक्स्ट्रा पैग" जरूर लगाएं। उनके बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। जवाब में कांग्रेस पार्टी ने भाजपा की कौरवों और रावण से तुलना कर डाली।
    मामला यूं है कि कर्नाटक की महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर पर कटाक्ष करते हुए पूर्व भाजपा विधायक संजय पाटिल ने कहा कि कर्नाटक में भाजपा के उदय से हेब्बालकर को बहुत चिंता हो रही होगी, शायद उन्हें रात में नींद भी नहीं आती होगी। इसलिए मेरी सलाह है कि वह "रात में अच्छी नींद पाने के लिए नींद की गोली या एक एक्स्ट्रा पैग" लें।
    पाटिल ने शनिवार को बेलगावी में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, "मैंने कर्नाटक में आठ अलग-अलग क्षेत्रों में प्रभारी के रूप में काम किया है। बेलगावी में, बड़ी संख्या में महिलाएं भाजपा के समर्थन में सामने आ रही हैं। यही कारण है कि मैं चाहता हूं कि मेरी बड़ी बहन (लक्ष्मी हेब्बालकर) नींद की गोली ले लें। या अच्छी रात की नींद पाने के लिए एक अतिरिक्त पेग लें।"
    कर्नाटक कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि संजय पाटिल ने लक्ष्मी हेब्बालकर पर अपनी टिप्पणी के माध्यम से पूरे महिला समुदाय को "निशाना बनाया और अपमानित" किया है।  कर्नाटक कांग्रेस की तरफ से बयान दिया गया, "जो कोई भी महिलाओं को नीची दृष्टि से देखता है, इसका मतलब है कि उनका पतन शुरू हो गया है। भाजपा और जेडीएस पार्टियों का पतन शुरू हो गया है, इसलिए उनका महिला विरोधी रवैया बढ़ रहा है। कौरवों और रावण की तरह, भाजपा और जेडीएस का भी निश्चित रूप से विनाश होगा।" 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • RJD के 'परिवर्तन पत्र' में 1 करोड़ नौकरियां और 2024 के लिए 24 वचन

    पटना. देश में हो रहे लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से 6 दिन पहले लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है जिसे 'परिवर्तन पत्र' का नाम दिया गया है. इसे पूर्व डिप्टी सीएम और लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने लॉन्च किया. 
    इस परिवर्तन पत्र में सबसे बड़ा दावा सरकारी नौकरियों को लेकर किया गया है. तेजस्वी यादव ने ऐलान किया है कि अगर देश में इंडी एलायंस की सरकार बनेगी तो एक करोड़ लोगों को नौकरी दी जाएगी.
    इसको लेकर तेजस्वी यादव ने कहा, 'अगर हमारा गठबंधन सत्ता में आया तो हम देश भर में एक करोड़ युवाओं को सरकारी नौकरी देंगे, आज बेरोजगारी हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है और बीजेपी के लोगों ने इस बारे में बात नहीं करते हैं, उन्होंने 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था लेकिन हम जो कहते हैं वह करते हैं और 1 करोड़ नौकरियां देंगे.'
    इतना ही नहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि हम पुरानी पेंशन योजना वापस लाएंगे और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाएंगे. उन्होंने बिहार को स्पेशल पैकेज दिलाने का भी परिवर्तन पत्र में वादा किया है.
    प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा पत्र को जारी करते हुए आरजेडी की तरफ से कहा गया, हमने आज परिवर्तन पत्र जारी किया है, हम 2024 के चुनावों के लिए 24 वचन लेकर आए हैं. बिहार के विकास के लिए आज हम जो भी वादा करेंगे उसे पूरा करेंगे.
    आगे कहा गया, जब भी हम कुछ कहते हैं, तो उसका मतलब होता है, हम उस पर अमल करते हैं. हमने 2020 के चुनावों के दौरान उठाए गए अपने मुद्दों को उन 17 महीनों में आगे बढ़ाया, जिनकी हमें अनुमति दी गई थी. हमने 5 लाख सरकारी नौकरियां दीं. कोई अन्य राज्य ऐसी सुविधाओं की योजना नहीं बना सकता.
    पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता  मनोज झा ने कहा कि हमने जाति आधारित सर्वेक्षण किया और आरक्षण का पुनर्गठन किया, हमने ऐसे बदलाव का वादा किया था. हमने आईटी पॉलिसी तैयार की. हमने खिलाड़ियों और एथलीटों के लिए नौकरियां सुनिश्चित कीं. हम 2024 के लिए 24 वचन लेकर आए हैं.
    साभार आज तक 

  • ईरान कभी भी कर सकता है इजरायल पर हमला

    तेहरान।। इस महीने की शुरुआत में दमिश्क में ईरान के दूतावास पर इजरायल ने हमला कर दिया था। इस हमले में दो ईरानी जनरलों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद ईरान गुस्से में है। उसने जवाबी हमले की धमकी दी है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट में भी इस बात का दावा किया गया है कि अगले दो दिन में ईरान इजरायल पर हमला कर सकता है। रिपोर्ट में अमेरिका के खुफिया विभाग के हवाले से ये जानकारी दी गई है। भारत, फ्रांस और रूस सहित देशों ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। 
    इस रिपोर्ट की माने तो हमले अगले 24 से 48 घंटे के भीतर हो सकते हैं। ईरान से जुड़े सूत्रों ने बताया कि हमले की योजना पर चर्चा की जा रही है, हालांकि कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। सीरिया के दमिश्क में ईरानी दूतावास पर हुए इजरायली हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। ईरान ने इजरायल पर हमले की चेतावनी दी है। अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के हवाले ये कहा गया कि इजरायल की सीमाओं के भीतर ये हमला हो सकता है।
    ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई के पास इजरायल हमले से जुड़ी योजना पहुंच चुकी है। हालांकि इस पर उन्होंने कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है। बताया जा रहा है कि उन्हें चिंता है कि हमलों का उल्टा असर हो सकता है। इससे ईरान के रणनीतिक बुनियादी ढ़ांचों पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की जा सकती है। वह हमला किए जाने की स्थिति में राजनीतिक जोखिमों का आकलन कर रहे हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भारतीय पर्यटकों की नारजगी से घबराया मालदीव, भारत में करवाएगा रोड शो

    नई दिल्ली. भारत के साथ रिश्तों को तनावपूर्ण बनाकर मालदीव ने अपने पैरों पर ही कुल्हाड़ी मार ली है. मालदीव में भारतीय सैलानियों की संख्या में आश्चर्यजनक रूप से कमी आ गई है. इसका असर मालदीव की इकोनॉमी पर पड़ रहा है. अब मालदीव की एक बड़ी टूरिज्म संस्था ने भारतीय पर्यटकों को रिझाने के लिए भारत के बड़े शहरों में रोड शो करने का फैसला किया है. ताकि मालदीव को लेकर भारतीय पर्यटकों के बीच धारणा बदली जा सके और उन्हें एक बार फिर से मालदीव भ्रमण के लिए प्रेरित किया जा सके.
    बता दें कि चारों ओर समुद्र से घिरे मालदीव की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार पर्यटन ही है. यहां बड़ी संख्या में भारतीय छुट्टियां मनाने के लिए जाते हैं. लेकिन इस स्थिति में बदलाव तब आया जब राष्ट्रपति मुइज्जू ने अपने चुनावी अभियान में 'इंडिया आउट' का नारा दिया. इसके बाद दोनों देशों के रिश्ते बिगड़ते चले गए. मालदीव ने अपने यहां से भारतीय सैनिकों को भी बाहर निकालने का आदेश जारी कर दिया. ये सैनिक वहां असैन्य कामों में लगए हुए थे.
    इसके कुछ हफ्तों बाद पीएम मोदी ने भारत के लक्षद्वीप से अपनी तस्वीर जारी की. इसके बाद सोशल मीडिया पर लक्षद्वीप और मालदीव की तुलना की जाने लगी. इसके बाद मालदीव के कई मंत्रियों सहित कुछ अधिकारियों ने भारत के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी. 
    इसके बाद मालदीव जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में काफी कमी आई. अब मालदीव इस नुकसान की भरपाई करने के लिए कदम उठा रहा है और भारत से रिश्ते ठीक करने में जुटा है. 
    8 अप्रैल को माले में भारतीय उच्चायुक्त के साथ चर्चा के बाद मालदीव एसोसिएशन ऑफ ट्रैवल एजेंट्स एंड टूर ऑपरेटर्स (MATATO) ने भारत के कई शहरों में रोड शो आयोजित करने सहित यात्रा और पर्यटन सहयोग बढ़ाने की योजना बनाई है.
    साभार आज तक

  • पीएम मोदी ने कहा- ईडी के सिर्फ 3% मामले राजनेताओं के खिलाफ, भ्रष्टाचार का असर पड़ता है पूरे देश के लोगों पर

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार का असर पूरे देश के लोगों पर पड़ता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार को खत्म करना ही उनकी प्राथमिकता है। विरोधियों पर ईडी की कार्रवाई के आरोपों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ईडी, के सिर्फ तीन फीसदी मामले राजनीति से जुड़े लोगों के खिलाफ चल रहे हैं। एक ताजा इंटरव्यू में पीएम मोदी ने विश्वास जाहिर करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगी। अपनी सरकार की पिछले 10 वर्षों की उपलब्धियों में प्रधानमंत्री ने विकास, सामाजिक जनकल्याण और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में किए गए कामों को गिनाया। साथ ही जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और राम मंदिर के निर्माण की उपलब्धियों का भी जिक्र किया। 
    प्रधानमंत्री ने कहा कि 'पिछले 10 वर्षों में उनकी सरकार की प्राथमिकता भ्रष्टाचार को खत्म करना रहा है।' उन्होंने कहा कि 'भ्रष्ट लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर हो, यह देश के लोगों को प्रभावित करता है। ऐसे में जो लोग देश के लोगों की भलाई के लिए खर्च होने वाले पैसे को चुराते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।' प्रधानमंत्री ने कहा कि 'भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई नहीं रुकेगी।' 
    प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान ऐसे समय सामने आया है, जब झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल में बंद हैं। विपक्षी पार्टियां सरकार पर विरोधियों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों को इस्तेमाल करने का आरोप लगा रही हैं। इस पर प्रधानमंत्री ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ईडी के सिर्फ तीन प्रतिशत मामले ही राजनीति से जुड़े हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, 'जिन राज्यों में भाजपा सत्ता में हैं, वहां भी कार्रवाई हो रही है। जो आरोप लग रहे हैं, वो सिर्फ वो लोग लगा रहे हैं, जिन्हें अपने खिलाफ जांच का डर है।' प्रधानमंत्री ने कहा कि 'साल 2014 में हमारी सरकार बनते ही, हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी थी। हमने केंद्रीय भर्ती में ग्रुप सी और ग्रुप डी के साक्षात्कार खत्म किए। हमने देश में क्लीयरेंस के लिए सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया। हमने सरकारी सेवाओं को जहां तक हो सके पारदर्शी बनाने की कोशिश की है।'
    प्रधानमंत्री मोदी ने डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (डीबीटी) यानी कि लोगों के बैंक खातों में सीधे पैसे भेजने के फायदे गिनाते हुए कहा कि 'सरकार को डीबीटी के जरिए 10 करोड़ से ज्यादा फर्जी लाभार्थियों को हटाने में मदद मिली है। सरकार ने इससे 2.75 लाख करोड़ रुपये बचाए हैं, जो गलत हाथों में जा रहे थे।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा 'साल 2014 से पहले ईडी ने पांच हजार करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। वहीं बीते 10 वर्षों में ईडी द्वारा जब्त की गई रकम बढ़कर एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई है। 2014 से पहले ईडी ने 34 लाख रुपये नकद जब्त किए थे, जबकि हमारी सरकार में 2200 करोड़ से ज्यादा की नकदी जब्त की गई है। कल्पना कीजिए, अगर यह पैसा गरीब लोगों के कल्याण के लिए खर्च किया जाता तो इससे कितने लोगों को फायदा होता। युवाओं के लिए कितने अवसर बन सकते थे। कितने नई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट शुरू हो सकते थे।'
    साभार अमर उजाला

  • अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने भारत की जमकर तारीफ की, बोले-  भविष्य देखना है तो भारत आओ

    नई दिल्ली। हाल के दिनों में भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों में कड़वाहट तब देखने को मिली, जब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के फ्रीज खातों को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने सवाल उठाया। अमेरिका ने कहा कि वह भारत में लोकसभा चुनाव 2024 से ऐन पहले विपक्ष के नेताओं और पार्टियों पर हो रहे ऐक्शन के बाद लगातार नजर बनाए हुए है। इस दखलअंदाजी के जवाब में भारत ने अमेरिका को दूर रहने की सलाह दी थी। अब अमेरिका के भारत को लेकर तेवर ढीले पड़ने लगे हैं। अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने भारत की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि अगर कोई दुनिया का भविष्य देखना चाहता है तो उसे यहां आना चाहिए। 
    भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने भारत की विकास यात्रा की सराहना करते हुए कहा है कि अगर कोई "भविष्य देखना" चाहता है, तो उसे यहां आना चाहिए। एक कार्यक्रम में बोलते हुए, उन्होंने कहा, "यदि आप भविष्य देखना चाहते हैं, तो भारत आएं। यदि आप भविष्य को महसूस करना चाहते हैं, तो भारत आएं। यदि आप भविष्य पर काम करना चाहते हैं, तो भारत आएं। मुझे ऐसा करने का बड़ा सौभाग्य मिला है।" 
    दूसरी तरफ अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भी भारत के साथ देश के संबंधों की सराहना करते हुए कहा कि साझेदारी "नई ऊंचाइयों पर चली गई है"। सुलिवन ने अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, ‘‘ब्रिक्स में शामिल देश भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी प्रौद्योगिकी, सुरक्षा और कई अन्य क्षेत्रों में सहयोग के कारण नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई है।’’
    बता दें कि ब्रिक्स दुनिया की तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है। ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात इसके सदस्य हैं।
    सुलिवन से जब पूछा गया कि ईरान, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात और इथियोपिया के ब्रिक्स में शामिल होने और सऊदी अरब के इसका हिस्सा बनने पर विचार करने के मद्देनजर क्या दुनिया में अमेरिकी नेतृत्व की स्थिति कमजोर हो रही है। इसके जवाब में सुलिवन ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अगर आप दुनिया के प्रमुख क्षेत्रों में अमेरिका की भूमिका और उसके संबंधों को देखें, तो हम अपनी स्थिति को देखकर अच्छा महसूस करते हैं।’’
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पीएम मोदी ने जमुई में जनसभा को किया संबोधित, कहा- इंडी गठबंधन, कांग्रेस और राजद पर जमकर बोला हमला

    पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमुई में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान इंडी गठबंधन, कांग्रेस और राजद पर जमकर हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि इंडी गठबंधन के पास न विजन है, न विश्वसनीयता है। दिल्ली में जो लोग एक साथ खड़े होते हैं, अलग-अलग राज्यों वही एक-दूसरे को गाली देते हैं। बिहार में तो आपस में ही सिर फुटव्वल मची है। यह मजबूरी में साथ आए लोग हैं और इनकी मजबूरी का एक ही नाम है- सत्ता का स्वार्थ। इसलिए इनलोगों को सत्ता से दूर रखना जरूरी है। कांग्रेस और राजद को एक भी वोट पाने का हक नहीं है। 
    इंडी गठबंधन इस चुनाव के मैदान में नजर नहीं आ रहे हैं। मैंने जरा पूछताछ कि तो पता चला कि इंडी गठबंधन के वरीष्ठ नेता के गृह में पिछले 15 दिनों से तूफान चल रहा है। वो नेता हठ पकड़ कर बैठे हैं कि जब तक इंडी गठबंधन उन्हें प्रधानमंत्री का उम्मीवार घोषित नहीं करेगा तब तक वह चुनाव प्रचार में नहीं जाएंगे। अब यह हाल है उनका। वह लोग बता नहीं पा रहे हैं कि उनका नेता कौन है? वो लोग अंदर ही अंदर लड़ रहे हैं। इंडी गठबंधन वाले कहते हैं अभी नहीं चुनाव के बाद प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित करेंगे। और, वो नेता कहते हैं कि जब तक मुझे प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित नहीं करोगे तब तक मैं रैली में नहीं जाऊंगा। पीएम इस बयान के बाद सियासत तेज हो गई है। 
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस नेता का आरोप, बीफ खाती हैं कंगना रनौत, बीजेपी ने किा पलटवार

    नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने इस बार बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को भी चुनावी मैदान में उतारा है। उन्हें हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से पार्टी का प्रत्याशी चुना गया है। जब से कंगना चुनाव में उतरी हैं, उनसे जुड़े अपडेट्स सोशल मीडिया पर जबरदस्त सुर्खियां बटोर रहे हैं। पहले कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत का कंगना पर आपत्तिजनक बयान सामने आया। फिर कुछ दिन बाद कंगना ने राहुल गांधी पर निशाना साधा। अब दिग्गज कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया है कि कंगना रनौत बीफ खाती हैं, फिर भी बीजेपी ने उन्हें टिकट दे दिया। इन आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार किया है।
    महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया है कि हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से बीजेपी की लोकसभा उम्मीदवार और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने पिछले दिनों कहा था कि वह बीफ खाती हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेसी नेता ने कहा कि बीजेपी ने रनौत को टिकट दिया, जिन्होंने एक्स पर लिखा था कि उन्हें बीफ पसंद है और वह गोमांस खाती हैं।
    कांग्रेस नेता के आरोपों पर बीजेपी प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने वडेट्टीवार की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि यह कांग्रेस की "गंदी संस्कृति" को दर्शाता है। पीटीआई ने उनके हवाले से कहा, "यह कांग्रेस की गंदी संस्कृति को दर्शाता है। वह मुद्दों पर हमसे नहीं लड़ सकती। यह पार्टी की पराजयवादी मानसिकता को दर्शाता है।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भारत ने मालदीव को भेजीं आवश्यक आपूर्ति, मंत्री ने जताया आभार

    नई दिल्ली। केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बार फिर नेबरहुड फर्स्ट और सागर की अपनी नीतियों के प्रति नई दिल्ली की प्रतिबद्धता दोहराई है। दरअसल, भारत और मालदीव के बीच रिश्तों में जमी बर्फ अभी पिघली नहीं हैं। इसके बावजूद भारत ने द्वीप राष्ट्र को जरूरी चीजों का निर्यात करने का फैसला बरकरार रखा है। इस पर मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने भारत का आभार जताया, जिस पर जयशंकर ने नई दिल्ली की नीतियों की प्रतिबद्धता दोहराई।
    मूसा जमीर ने ट्वीट किया, 'मैं मालदीव को वर्ष 2024 और 2025 के दौरान भारत से आवश्यक वस्तुओं का आयात करने में सक्षम करने के लिए कोटा के नवीनीकरण के लिए विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर और भारत सरकार को धन्यवाद देता हूं। भारत का यह कदम दीर्घकालिक मित्रता को दर्शाता है। यह मजबूत द्विपक्षीय रिश्ते की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।' मालदीव के विदेश मंत्री के धन्यवाद का जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा, 'यू आर वेलकम जमीर। भारत अपनी नेबरहुड फर्स्ट और सागर नीतियों के प्रति दृढ़ता से प्रतिबद्ध है।'
    साभार अमर उजाला 

  • भगत सिंह और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बीच केजरीवाल की तस्वीर लगाए जाने पर भगत सिंह के पोते नाराज

    नई दिल्ली। भगत सिंह के पोते युद्धविंदर सिंह ने शहीद-ए-आजम के साथ अरविंद केजरीवाल की तुलना पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह देखकर उन्हें और भगत सिंह के प्रेमियों को बहुत बुरा लगा है। युद्धविंदर सिंह ने आम आदमी पार्टी से भविष्य में ऐसा नहीं करने की अपील की है। उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी करके अपनी प्रतिक्रिया दी है। अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भगत सिंह और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बीच आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल की तस्वीर नजर आई थी।
    दो महापुरुषों के बीच शराब घोटाले के केस में जेल गए केजरीवाल की तस्वीर दिखने पर विवाद खड़ा हो गया। भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। भाजपा ने इसे भगत सिंह और अंबेडकर का अपमान बताया। वहीं, आम आदमी पार्टी ने यह कहकर अपना बचाव किया कि केजरीवाल भगत सिंह की तरह ही तानाशाही के खिलाफ लड़ रहे हैं और इसलिए जेल गए हैं। अब भगत सिंह के पोते ने भी इस तुलना पर नाराजगी जाहिर की है।
    युद्धविंदर सिंह ने एक वीडियो संदेश में कहा, 'यह देखकर बहुत बुरा लगा। आम आदमी पार्टी को इस तरह नहीं करना चाहिए। किसी भी राजनेता को भगत सिंह और अंबेडकर जी के साथ अपनी तुलना नहीं करनी चाहिए। अपनी व्यक्तिगत राजनीति अपनी तरह करें, लेकिन इन महान लोगों से तुलना नहीं करनी चाहिए। हम इनके दिखाए रास्तों पर चलने का प्रयास कर सकते हैं। मुझे पूरे भारतवर्ष से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। भगत सिंह और बाबा साहेब के प्रेमियों को बहुत बुरा लगा है कि उनके साथ अरविंद केजरीवाल जी की तुलना की गई है। भविष्य में आम आदमी पार्टी इससे बचे।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बैतूल में नामांकन दाखिल करने के लिए सिक्के लेकर पहुंचा प्रत्याशी, गिनते-गिनते थक गए कर्मचारी

    बैतूल. चुनाव के दौरान अजब-गजब नजारे देखने को मिलते हैं. ऐसा ही एक नजारा मध्य प्रदेश के बैतूल में देखने को मिला, जहां एक प्रत्याशी नामांकन दाखिल करने के लिए जमानत राशि के रूप में सिक्के लेकर पहुंच गया. 12 हजार 500 की जमानत राशि जमा करने के लिए प्रत्याशी 9200 के सिक्के पॉलीथिन में लेकर पहुंचा था. बाकी 3300 नोट के रूप में जमा किए. सिक्के देखकर निर्वाचन के कर्मचारी भी हैरान हो गए.
    दरअसल, बारस्कर सुभाष कोरकू बैतूल संसदीय सीट से किसान स्वतंत्र पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने गुरुवार को नामांकन जमा करने की आखिरी तारीख में अपना नामांकन जमा किया. जब सुभाष निर्वाचन कार्यालय में नामांकन दाखिल करने पहुंचे तो उन्हें देखकर सब हैरान रह गए, क्योंकि सुभाष जमानत राशि जमा करने के लिए सिक्के लेकर गए थे. 
    सुभाष का कहना है कि वे मजदूरी का काम करते हैं और घर में थोड़ी-सी खेती है. गरीब परिस्थिति के हैं, लेकिन आदिवासी क्षेत्र की समस्याओं को देखकर चुनाव लड़ रहे हैं. सुभाष का मानना है कि सिस्टम को सुधारने के लिए सिस्टम में जाना पड़ेगा और चुनाव जीतकर ही सिस्टम में पहुंच सकते हैं. पर समस्या यह है कि सुभाष के पास नामांकन जमा करने के लिए जमानत राशि भी नहीं थी. उन्होंने लोगों से सहयोग लेकर जमानत राशि का इंतजाम किया. 
    साभार आज तक

  • केजरीवाल पर दूसरे देशों की टिप्पणी से भड़के जयशंकर, कहा मर्यादा बनाए रखो

    नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर दूसरे देशों की टिप्पणियों को लेकर विदेश मंत्री जयशंकर ने सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भारत के आंतरिक विषयों में बेवजह की टीका-टिप्पणी से बचना चाहिए। दूसरे देशों को अपनी मर्यादा बनाए रखनी चाहिए। इस तरह के किसी भी हस्तक्षेप पर सख्त जवाब मिलेगा। हाल ही के दिनों में दिल्ली शराब घोटाला मामले में केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर अमेरिका, जर्मनी और संयुक्त राष्ट्र के राजनयिकों ने बयान जारी करते हुए भारत पर नजर बनाए रखने की बात कही थी। 
    भारत के आंतरिक मुद्दों पर अंतरराष्ट्रीय समुदायों की ओर से की जा रही टिप्पणियों के खिलाफ भारत ने कड़ा विरोध जताया है। जयशंकर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘किसी ने संयुक्त राष्ट्र के एक व्यक्ति से (केजरीवाल की गिरफ्तारी के बारे में) पूछा, और उन्होंने कुछ जवाब दिया। लेकिन अन्य मामलों में, मैं बहुत स्पष्ट रूप से कहूंगा कि ये पुरानी आदतें हैं, बुरी आदतें हैं।’’जयशंकर ने राष्ट्रों की संप्रभुता का सम्मान करने और एक-दूसरे के घरेलू मामलों में दखल देने से दूर रहने के महत्व पर जोर दिया।
    उन्होंने कहा, ‘‘देशों के बीच एक खास मर्यादा है। हम संप्रभु देश हैं, हमें एक दूसरे के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, हमें एक दूसरे की राजनीति के बारे में टीका-टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।’’ विदेश मंत्री ने कहा कि कुछ शिष्टाचार और परंपराएं होती हैं, जिनका अंतरराष्ट्रीय संबंधों में पालन किया जाना चाहिए। अगर कोई देश भारत की राजनीति पर टिप्पणी करता है तो उन्हें हमसे बहुत कड़ा जवाब मिलेगा और यह हुआ भी है। जयशंकर ने आगे कहा, ‘‘हम विश्व के सभी देशों से आग्रह करते हैं कि दुनिया के बारे में आपके अपने विचार हैं, लेकिन किसी भी देश को खासकर दूसरे देश की राजनीति पर टिप्पणी करने का किसी को अधिकार नहीं है।’’
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • गिरफ्तारी के बाद से 4.5 KG घटा केजरीवाल का वजन

    नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी के मुताबिक तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का वजन तेजी से गिर रहा है. AAP का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद से केजरीवाल का वजन 4.5 KG कम हो गया है और इसे लेकर डॉक्टर्स ने चिंता जताई है. वहीं तिहाड़ जेल प्रशासन ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल जब यहां लाए गए थे तब उनका वजन लगभग 55 किलो था और अब भी उनका वजन 55 किलो है. तिहाड़ प्रशासन के मुताबिक जेल में दिल्ली के मुख्यमंत्री की सेहत ठीक है, उनका शुगर लेवल नॉर्मल है. उन्होंने आज  सुबह भी अपने बैरक में योगा किया, ध्यान लगाया और वॉक भी किया. और जेल के डॉक्टरों ने उनकी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में फिलहाल कोई चिंता नहीं जताई है.
    साभार आज तक 

  • कमलनाथ के करीबी महापौर विक्रम अहाके भी भाजपा में शामिल

    भोपाल। लोकसभा चुनावों में वोटिंग से पहले कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। कांग्रेस और कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा के महापौर विक्रम अहाके भी भाजपा में शामिल हो गए हैं। इससे पहले अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह ने भाजपा का दामन थामा था। इस पर कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ ने उन्हें गद्दार करार दिया। इसे आदिवासी नेता का अपमान बताया गया और इससे आहत होकर ही विक्रम अहाके ने कथित तौर पर भाजपा की सदस्यता ली है। 
    मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सोमवार को छिंदवाड़ा महापौर विक्रम अहाके को भाजपा की सदस्यता दिलाई। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि छिंदवाड़ा में नकुलनाथ के अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह को लेकर दिए बयान से अहाके आहत हैं। शाह आदिवासी वर्ग के बड़े नेता हैं। विक्रम अहाके भी आदिवासी हैं। विक्रम के साथ छिंदवाड़ा नगर निगम में जल विभाग सभापति प्रमोद शर्मा, अनुसूचित जाति विभाग जिला अध्यक्ष सिद्धांत थनेसर, पूर्व एनएसयूआई जिला अध्यक्ष आशीष साहू, पूर्व एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष धीरज राऊत, पूर्व एनएसयूआई जिला कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य उपाध्याय, पूर्व एनएसयूआई विधानसभा अध्यक्ष सुमित दुबे भी भाजपा में शामिल हुए। 
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि छिंदवाड़ा में कमलनाथ जी ने बहुत गड़बड़ की है। नकुलनाथ जी ने आदिवासी अंचल का अपमान किया था। उन्होंने विधायक कमलेश शाह को बेइमान और गद्दार कहकर आदिवासी वर्ग का अपमान किया। इसी बात से आहत होकर विक्रम अहाके ने कहा कि मुझे उस पार्टी में नहीं रहना, जहां आदिवासी वर्ग का अपमान होता है। उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली है। हम छिंदवाड़ा के विकास में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे। इस अवसर र विक्रम अहाके ने कहा कि देश और प्रदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। छिंदवाड़ा में इस बार कमल का फूल ही खिलेगा। 
    साभार अमर उजाला 

  • कल हिमाद्री सिंह के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मांगेंगे वोट

    शहडोल। लोकसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय नेता मैदान में उतर रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दो अप्रैल को शहडोल दौरे पर रहेंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष मंगलवार को दोपहर दो बजे शहडोल पहुंचेंगे। एक घंटा 40 मिनट शहडोल में रहेंगे। भाजपा कार्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक के साथ शहर के हृदय स्थल गांधी चौक में जनसभा को संबोधित करेंगे।
    नड्डा 3:40 बजे शहडोल से जबलपुर के लिए हेलीकॉप्टर से रवाना हो जाएंगे। भाजपा ने इस कार्यक्रम को लेकर खास तैयारियां शुरू कर दी हैं। शहडोल संसदीय क्षेत्र की बीजेपी प्रत्याशी के हिमाद्री सिंह के समर्थन में न्यू गांधी चौक में विशाल आम जन सभा को संबोधित करेंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद जेपी नड्डा का शहडोल में यह पहला दौरा है। इसे भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय पदाधिकारी जोर-शोर से तैयारी में जुटे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • PM मोदी ने कच्चाथीवू मुद्दे पर कांग्रेस के साथ अब DMK को भी लपेटा

    नई दिल्ली। कांग्रेस की इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार ने 1974 में श्रीलंका से एक समझौता किया था। इसके तहत कच्चाथीवू द्वीप पर भारत ने अपना दावा छोड़ दिया था और उसे श्रीलंका का हिस्सा मान लिया था। इस मामले पर रविवार को जब एक रिपोर्ट छपी तो पीएम नरेंद्र मोदी ने उस मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस पर हमला बोल दिया। यही नहीं उन्होंने कहा कि यह आंख खोलने वाली जानकारी है। कैसे कांग्रेस ने देश के एक हिस्से कच्चाथीवू को श्रीलंका को दे दिया। इस बात से हर भारतीय के मन में गुस्सा है और यह यकीन और बढ़ गया है कि कांग्रेस पर भरोसा नहीं कर सकते। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस 75 सालों से देश की अखंडता और एकता से खिलवाड़ करती आ रही है। 
    यही नहीं सोमवार को एक बार फिर पीएम मोदी ने यह मसला उठाया और कांग्रेस के अलावा तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके को भी घेरा है। पीएम मोदी ने कहा, 'विवाद उठाना अलग बात है, लेकिन तमिलनाडु के हितों की रक्षा के लिए डीएमके ने कभी कुछ नहीं किया। कच्चाथीवू द्वीप पर सामने आई नई जानकारी ने तमिलनाडु को लेकर डीएमके के दोहरे रवैये को उजागर किया है। कांग्रेस और डीएमके परिवार की यूनिट हैं। ये लोग सिर्फ अपने बेटों और बेटियों की ही परवाह करते हैं। इसके अलावा उन्हें किसी की परवाह नहीं है। कच्चाथीवू द्वीप को लेकर उनके रवैये ने हमारे गरीब मछुआरे भाई-बहनों का नुकसान किया है।'
    दरअसल रिपोर्ट में यह खुलासा भी किया गया है कि इंदिरा गांधी सरकार ने कच्चाथीवू द्वीप को श्रीलंका के हाथों में देने से पहले करुणानिधि की भी सहमति ली थी। यही वजह है कि पीएम मोदी ने कांग्रेस के बाद अब डीएमके पर भी निशाना साधा है। हालांकि डीएमके के ही एक तत्कालीन सांसद इरा सेझियान ने इस पर सवाल उठाया था। 
    उन्होंने कहा था, 'यह समझौता हमारे देश के हितों के खिलाफ जाता है। यह तो पूरी तरह से ऐसा फैसला है, जिसके तहत हम अपने ही एक हिस्से को दूसरे को ट्रांसफर कर रहे हैं। यह फैसला अपवित्र और अपमानजनक है। हम साफ करना चाहते हैं कि विदेश मंत्री के बयान से हमारा कोई संबंध नहीं है, जिसके तहत वह कच्चाथीवू द्वीप को श्रीलंका को सौंपने की बात कर रहे हैं।' बता दें कि तमिलनाडु में भी भाजपा इस बार लोकसभा चुनाव से पहले काफी सक्रिय है। ऐसे में इस मुद्दे ने भाजपा को नया मसला दे दिया है। यही वजह है कि पीएम मोदी ने कांग्रेस के अलावा डीएमके को भी निशाने पर लिया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अमेरिका में पीएम मोदी के समर्थन में सिखों की कार रैली में गूंजा 'अबकी बार 400 पार'

    नई दिल्ली। भारत में बढ़ रहे चुनावी तापमान का असर सात समंदर पार भी नजर आ रहा है। खबर है कि अमेरिका में सिख समुदाय ने भारतीय जनता पार्टी के समर्थन में एक रैली का आयोजन किया था। आयोजन में शामिल गाड़ियां भी भाजपा के '400 पार' के नारे का समर्थन करती हुईं नजर आ रही हैं। भारत निर्वाचन आयोग यानी ECI की तरफ से चुनाव कार्यक्रम का ऐलान कर दिया गया है। 4 जून को नतीजे घोषित होंगे।
    समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, मैरीलेंड में अमेरिकी सिखों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में एक कार रैली का आयोजन किया था। 31 मार्च को हुए  इस आयोजन में लोगों ने कारों में भाजपा का झंडा और अमेरिका का राष्ट्रीय ध्वज लगाया था। साथ ही 'अबकी बार 400 पार' और 'तीसरी बार मोदी सरकार' जैसे नारे लिखे हुए थे। 
    2014 और 2019 में स्पष्ट बहुमत से जीत के बाद भाजपा की अगुवाई वाली NDA यानी नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस 2024 में 400 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। वहीं, भाजपा 370 से ज्यादा सीटें जीतने की कोशिश में लगी हुई है। 2014 में भाजपा ने लोकसभा की 543 सीटों में से 282 सीटें अपने नाम की थीं। वहीं, 2019 में पार्टी को 303 सीटें मिली थीं।
    नागपुर स्थित अपने आवास पर 'पीटीआई-भाषा' के साथ साक्षात्कार में गडकरी ने कहा कि उनके मन में इस बात को लेकर 'कोई संदेह नहीं' है कि भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) 400 सीट के आंकड़े को पार करेगा। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में सरकार द्वारा किए गए ठोस कार्यों के कारण मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 12 दिन में ही कांग्रेस से मोहभंग, पप्पू यादव ने 4 अप्रैल को नामांकन का किया ऐलान

    पूर्णिया. बिहार का पूर्णिया इस समय हॉट लोकसभा सीट बना हुआ है. पूर्णिया सीट आरजेडी के खाते में जाने के बाद जिले के बाहुबली नेता पप्पू यादव का सिर्फ 12 दिनों में ही कांग्रेस से मोहभंग हो गया और वो अब आर-पार के मूड में आ गए हैं. 
    पप्पू यादव ने 20 मार्च को अपनी पार्टी का विलय करते हुए कांग्रेस ज्वाइन कर लिया था. अब कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के बाद भी उन्होंने पूर्णिया से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) द्वारा बीमा भारती को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद पप्पू यादव ने भी 4 अप्रैल को नामांकन करने करने का फैसला कर लिया है. पप्पू यादव ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी है. पप्पू यादव ने अपने पोस्ट में लिखा है,  'देश भर में फैले पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र के साथी मेरे जन नामांकन में शामिल होना चाहते हैं, उनकी सुविधा के लिए पूर्णिया की महान जनता द्वारा प्रस्तावित नामांकन तिथि 2 अप्रैल की जगह 4 अप्रैल हो गया है. आप सब इसमें शामिल हो, आशीष दें. बता दें कि पूर्णिया में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को वोटिंग होगी जिसके लिए 4 अप्रैल नामांकन की आखिरी तारीख है.
    इसके अलावा लालू यादव ने बीमा भारती को पूर्णिया सीट से उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर भी लालू यादव से पुनर्विचार करने का आग्रह किया है. पप्पू यादव ने इसको लेकर अपने पोस्ट में लिखा,  बिहार में INDIA गठबंधन  के बड़े भाई राज़द के प्रमुख आदरणीय लालू जी से पुनः आग्रह है कि वह गठबंधन हित में पूर्णिया सीट पर पुनर्विचार करें, कांग्रेस के लिए छोड़ दें!
    बता दें कि रविवार को पूर्णिया में जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक में भी पप्पू यादव नहीं पहुंचे थे जबकि वहां बीमा भारती का भव्य स्वागत किया गया था. कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने कहा था कि वो गठबंधन धर्म के तहत बीमा भारती को पूरा समर्थन देंगे और उन्हें जिताने के लिए मेहनत करेंगे.
    साभार आज तक 

  • पीएम मोदी ने कच्चातिवू द्वीप श्रीलंका को सौंपने के फैसले को लेकर कांग्रेस पर साधा निशाना

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कच्चातिवू द्वीप श्रीलंका को सौंपने के फैसले को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और पार्टी पर देश की अखंडता और हितों को 'कमजोर' करने का आरोप लगाया. पीएम मोदी की यह प्रतिक्रिया सूचना के अधिकार (RTI) रिपोर्ट के बाद आई है, जिसमें खुलासा हुआ है कि कैसे तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने 1974 में कच्चातिवु द्वीप श्रीलंका को सौंप दिया था. 
    आरटीआई रिपोर्ट को 'आंखें खोलने वाली और चौंकाने वाली' बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस कदम से लोग 'नाराज' हैं और 'कांग्रेस पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता.'
    पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि आंखें खोलने वाली और चौंका देने वाली! नए तथ्यों से पता चलता है कि कैसे कांग्रेस ने बेरहमी से कच्चाथीवू को श्रीलंका को दे दिया. इससे हर भारतीय नाराज है और लोगों के मन में यह बात आई है कि हम कभी भी कांग्रेस पर भरोसा नहीं कर सकते! भारत की एकता, अखंडता और हितों को कमजोर करना कांग्रेस का काम करने का तरीका रहा है.
    कच्चाथीवू द्वीप वह स्थान है, जहां तमिलनाडु के रामेश्वरम जैसे जिलों के मछुआरे जाते हैं क्योंकि भारतीय जल में मछलियां खत्म हो गई हैं. मछुआरे द्वीप तक पहुंचने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (IMBL) पार करते हैं लेकिन श्रीलंकाई नौसेना द्वारा हिरासत में ले लिए जाते हैं.
    बता दें कि यह रिपोर्ट तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई द्वारा 1974 में पाक जलडमरूमध्य के क्षेत्र को पड़ोसी देश श्रीलंका को सौंपने के तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार के फैसले पर मिले एक आरटीआई जवाब पर आधारित है. रिपोर्ट में इस मुद्दे पर प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की टिप्पणियों का भी हवाला दिया गया है. 
    साभार आज तक 

  • दिल्ली में 'INDIA' गठबंधन की आज रैली, सीएम का संदेश पढ़ेंगी अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली में 'INDIA' गठबंधन की आज रैली हो रही है। केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल रामलीला मैदान में रैली में शामिल होंगी। रैली में सीएम केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल सीएम केजरीवाल का संदेश पढ़ेंगी। आप पार्टी ने दावा किया है कि ईडी कस्टडी से अरविंद केजरीवाल ने देश के लिए संदेश दिया है। जिसको उनकी पत्नी पूरे देश के सामने पढ़ेंगी।
    आप मंत्री आतिशी ने कहा, 'सुबह के 10 बजे हैं और लोग पहले से ही बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए हैं। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में देशभर से लोग आ गए हैं। दिल्ली की जनता जानती है कि अरविंद केजरीवाल ने उनकी जिंदगी बदल दी है। वे गिरफ्तार हैं, फिर भी उन्हें दिल्ली की चिंता है और उनके लिए संदेश भेज रहे हैं।'
    आप मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, ''हम दिल्ली की सड़कों पर निकले और हमने देखा कि लोगों में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ गुस्सा है। लोगों को ये पसंद नहीं आया कि एक सीएम को जेल हो। दिल्ली के रामलीला मैदान में आज अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ महारैली का आयोजन किया जा रहा है। INDIA गठबंधन की सभी पार्टियां और उनके नेता इसमें हिस्सा लेंगे। देश में एक बड़ा संदेश जाएगा और यह भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।'
    आप नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। जो भी भाजपा सरकार के खिलाफ बोलता है या देश में विकल्प की बात करता है, उसे किसी भी फर्जी मामले में गिरफ्तार कर लिया जा रहा है। पूरा देश इसके खिलाफ इकट्ठा हुआ है। हम सब यह बताने के लिए इकट्ठा हुए हैं कि देश संविधान के हिसाब से चलेगा, न कि 'वसूली गैंग' के हिसाब से।
    साभार अमर उजाला

  • उत्तरप्रदेश में पल्लवी पटेल ने असदुद्दीन ओवैसी के साथ किया गठबंधन

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के लिए अब एक नई मुश्किल खड़ी हो सकती है. पल्लवी पटेल ने सपा के वोट बैंक में सेंध लगाने की मानो पूरी तैयारी कर ली है. उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी के साथ गठबंधन किया है. इससे साफ है कि पल्लवी पटेल ने अखिलेश यादव के 'पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक' अभियान का जवाब 'पिछड़ा, दलित और मुस्लिम' को एक मंच पर लाकर देंगी.
    पल्लवी पटेल की पार्टी अपना दल (कमेरावादी) और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया है. पल्लवी पटेल और ओवैसी के बीच इसको लेकर मीटिंग भी हुई है. दोनों नेताओं की तस्वीर भी सामने आई. पल्लवी पटेल के साथ उनके पति पंकज निरंजन भी मौजूद रहे.
    2024 का लोकसभा चुनाव पल्लवी पटेल समाजवादी पार्टी के साथ ही मिलकर लड़ना चाहती थीं. वह फूलपुर, मिर्जापुर और कौशांबी जैसी सीटों की उम्मीद कर रही थीं, लेकिन माना जाता है कि अखिलेश यादव ने मिर्जापुर सीट पर उम्मीदवार उतारकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया था. फरवरी महीने में ही दोनों दलों के बीच मतभेद देखे गए थे, जब पल्लवी पटेल ने राज्यसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान से यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि अखिलेश यादव ने अपने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूले को नजरअंदाज किया है.
    साभार आज तक 

  • कांग्रेस दावेदारी वाली सीटों पर उद्धव गुट ने घोषित किया उम्मीदवार

    मुंबई. महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) ने बुधवार को 16 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिया. घोषित सीटों में कई सीटें ऐसी हैं जिन पर कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारना चाहती थी, लेकिन इन पर उद्धव की शिवसेना ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. जिनमें सांगली और मुंबई दक्षिण मध्य लोकसभा सीट है. उद्धव ठाकरे UBT ने मुंबई दक्षिण मध्य लोकसभा सीट से अनिल देसाई के नाम की घोषणा की है. कांग्रेस इस सीट से वर्षा गायकवाड़ को चाहती थी. संजय राउत ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है.
    पार्टी ने बुलढाणा से नरेंद्र खेडेकर, यवतमाळ-वाशिम से संजय देशमुख, मावळ से संजोग वाघेरे पाटील, सांगली से चंद्रहार पाटील, हिंगोली से नागेश पाटील आष्टीकर, संभाजीनगर से चंद्रकांत खैरे, धारशीव से ओमराजे निंबाळकर, शिर्डी से भाऊसाहेब वाघचौरे, नाशिक से राजाभाऊ वाजे, रायगड से अनंत गीते, सिंधुदुर्ग रत्नागिरी से विनायक राऊत, ठाणे से राजन विचारे, मुंबई ईशान्य से संजय दिना पाटील, मुंबई दक्षिण से अरविंद सावंत, मुंबई वायव्य से अमोल कीर्तिकर और परभणी सीट से संजय जाधव को टिकट दिया है.
    बता दें कि बहुजन अघाड़ी प्रमुख प्रकाश आंबेडकर पहले से ही नाराज चल रहे हैं. हाल ही में उन्होंने कहा कि उद्धव शिवसेना के साथ गठबंधन अब अस्तित्व में नहीं है. MVA कल सीटों की घोषणा करती उससे पहले ही आज उद्धव गुट ने कर दिया.
    साभार आज तक 

  • सीएम मोहन यादव बोले, दिग्विजय सिंह बिजली-सड़क के दुश्मन, केवल सांसद बनने का है शौक

    गुना। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन सिंह यादव ने मंगलवार को राजगढ़ लोकसभा और गुना जिले बीनागंज कस्बे में नारी शक्ति सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने भाजपा की बड़ी जीत के दावे भी किए। 
    बता दें कि राजगढ़ में आयोजित गुना में नारी शक्ति सम्मेलन में शामिल हुए थे। नारी शक्ति सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम ने भारतीय जनता पार्टी और इससे मिलते-जुलते नामों से बनी पार्टियों के बीच अंतर बताया। मध्यप्रदेश के सीएम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश की जड़ों से जुड़ी पार्टी है। हम नारियों का सम्मान करते हैं। 
    कार्यक्रम के बाद डॉ. मोहन सिंह यादव ने राजगढ़ संसदीय क्षेत्र में दिग्विजय सिंह जैसे कद्दावर नेता के सामने भाजपा की स्थिति को लेकर दावा किया कि सिर्फ राजगढ़ क्षेत्र में ही नहीं बल्कि पूरे देश में मोदी लहर चल रही है। भाजपा राजगढ़ जरूर जीतेगी। उन्होंने चम्बल-पार्वती सिंध परियोजना को इलाके की महत्वाकांक्षी योजना बताते हुए दावा किया कि इससे किसानों को लाभ मिला है। मुख्यमंत्री ने परियोजना को पूरे जिले में प्रसारित करने का दावा किया। 
    मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि भाजपा के रोडमल नागर जबरदस्त प्रत्याशी हैं और दिग्विजय सिंह जबरदस्ती के प्रत्याशी हैं. भगवान राम के खिलाफ बोलते हुए दिग्विजय सिंह की जुबान क्यों नहीं सूख गई ..इनके खून में क्या है! दिग्विजय सिंह को पानी-बिजली-सड़क का दुश्मन बताते हुए कहा कि उन्हें केवल सांसद बनने का शौक है. लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में भोपाल से 4 लाख से अधिक वोट से चुनाव हारे थे। 
    साभार अमर उजाला

  • सांसद रंजनबेन भट्ट ने वडोदरा से किया चुनाव लड़ने से इनकार

    वडोदरा। गुजरात के वडोदरा में बीजेपी में सबकुछ ठीक नजर  नहीं आ रहा। यहां से बीजेपी की मौजूदा सांसद रंजनबेन भट्ट ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। लोकसभा चुनावों के लिए इस सीट से तीसरी बार रंजनबेन भट्ट को टिकट दिया गया था लेकिन अब उन्होंने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है। रंजनबेन भट्ट पिछले 2 बार से यहां से सांसद हैं।  
    दरअसल हाल ही में यहां से बीजेपी विधायक केतन इनामदार ने इस्तीफा देने के बाद वापस ले लिया था। इसके बाद से ही रंजनबेन के खिलाफ पोस्टर वॉर सामने आया था। साल 2014 में पीएम मोदी ने इस सीट से बंपर जीत हासिल की थी। इसके बाद उपचुनाव हुए तो रंजनबेन को मौका दिया गया और उन्होंने भी इस सीट से जीत हासिल की। इसके बाद 2019 में भी रंजनबेन को टिकट दिया गया और उन्होंने रिकॉर्ड अंतर से जीत हासिल की। इस बार बीजेपी ने लगातार तीसरी बार रंजनबेन को वडोदरा से टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा था। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अरविंद केजरीवाल की दिल्ली हाई कोर्ट में नई याचिका में मांग,  ईडी को 'कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं' करने का निर्देश दिया जाए

    नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली हाई कोर्ट में नई याचिका दायर की है. केजरीवाल के द्वारा दायर की गई ताजी याचिका में हाई कोर्ट से मांग की गई है कि ईडी को 'कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं' करने का निर्देश दिया जाए. सीएम केजरीवाल ने उच्च न्यायलय से कहा कि ईडी को अदालत के समक्ष यह आश्वासन देना चाहिए कि अगर मैं समन का पालन करता हूं, तो मेरे खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी. 
    मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने 9वीं बार समन भेजते हुए 21 मार्च यानी आज बुलाया था. पूछताछ से पहले उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया और कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं किए जाने की मांग की है. इससे पहले भेजे गए समन पर पेश नहीं होने के मामले में उन्हें शनिवार को ही दिल्ली की एक अदालत से जमानत मिली है.
    दिल्ली एक्साइज पॉलिसी मामले में गिरफ्तारी की आशंका के चलते केजरीवाल ने दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. उन्होंने कहा कि वो ईडी के सामने पेश होने के लिए तैयार हैं, अगर ईडी यह आश्वासन दे कि वे उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा. 
    अरविंद केजरीवाल पर बीजेपी नेता हरीश खुराना ने कहा कि दिल्ली के सीएम फिर से ईडी के समन से बच रहे हैं. (अरविंद केजरीवाल) आप सरकार से क्यों भाग रहे हैं, यह तो आप ही जानते हैं. आप कानून का अपमान कर रहे हैं. आप नहीं कानून ऊपर है. कृपया कानून और व्यवस्था का सम्मान करें. जिस तरह से आप भाग रहे हैं, उससे साफ पता चलता है कि आप कुछ छिपा रहे हैं.
    मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को केंद्रीय एजेंसी ने पहला समन 2 नवंबर 2023 को भेजा था लेकिन वह पेश नहीं हुए. इसके बाद एजेंसी ने उन्हें 21 नवंबर, 3 जनवरी, 18 जनवरी, 2 फरवरी, 19 फरवरी, 26 फरवरी, 4 मार्च और 17 मार्च को समन भेजा था. सीएम केजरीवाल किसी भी समन पर पेश नहीं हुए और केंद्र सरकार पर एजेंसी के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया. आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री का दावा है कि केंद्रीय एजेंसी ईडी उन्हें गिरफ्तार करना चाहती है.
    साभार आज तक 

  • कल लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान : चुनाव आयोग

    नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने बताया है कि कल लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया जाएगा। चुनाव आयोग ने बताया कि आम चुनाव के साथ ही कुछ राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान शनिवार दोपहर करीब 3 बजे किया जाएगा। चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस की आयोग के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी। इससे पहले चुनाव आयोग की आज बैठक हुई, जिसमें चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की गई। 
    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार से गांधीनगर लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। भाजपा ने गांधीनगर लोकसभा सीट पर अमित शाह को फिर से उम्मीदवार बनाया है। प्रचार अभियान की शुरुआत करने से पहले अमित शाह ने आज सुबह अहमदाबाद के हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना की। इस दौरान उनके साथ गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे। इसके बाद अमित शाह ने सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि वे हर मतदाता के पास जाएं और ये सुनिश्चित करें कि वे भाजपा को वोट देने के लिए बूथ जरूर आएं। अमित शाह ने 2019 में गांधीनगर लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की थी। 2019 में अमित शाह ने कांग्रेस उम्मीदवार सीजे चावड़ा को 5 लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। 
    ओडिशा में सत्ताधारी बीजू जनता दल ने चुनाव तैयारियों की समीक्षा की। बीजद के उपाध्यक्ष देबी प्रसाद मिश्रा ने ओडिशा सीएम और बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक के साथ आज बैठक की। बैठक में चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की गई। देबी प्रसाद मिश्रा ने कहा कि सीएम पटनायक ने बैठक के दौरान पार्टी पर्यवेक्षकों को कुछ सुझाव दिए हैं। 
    आम चुनाव की तारीखों का एलान होते ही देश में चुनावी आचार संहिता लागू हो जाएगी। बुधवार को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जम्मू कश्मीर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। राजनीतिक दलों ने जम्मू कश्मीर में लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव कराने की मांग की।
    साभार अमर उजाला

  • केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने सीएम से अनुरोध कर गुना में खुलवाया कृषि महाविद्यालय

    गुना। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुना लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी बनते ही अपनी ताकत दिखाना शुरू कर दिया है। कुछ समय से गुना में कृषि महाविद्यालय की मांग चल रही थी, इसके लिए सिंधिया ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर अनुरोध किया था। मुख्यमंत्री ने फरवरी में स्वीकृति दी थी और 14 मार्च को इसका शुभारंभ कर जनता को समर्पित कर दिया गया।
    केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया चार बार गुना से सांसद रह चुके हैं और 2024 लोकसभा चुनाव में गुना क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी हैं। उन्होंने इस क्षेत्र के विकास के लिए लगातार काम किया है। बीते कुछ दिनों में 7 मुख्य ट्रेनों का स्टॉपेज भी क्षेत्र के रेलवे स्टेशन पर करवाया है। 15 मार्च को वह शिवपुरी में रेलवे ओवर ब्रिज का शिलान्यास भी करेंगे, जिससे जनता को बहुत लाभ पहुंचेगा।
    साभार अमर उजाला

  • अमित शाह की दो-टूक... CAA कभी वापस नहीं होगा, मुस्लिमों के खिलाफ नहीं...

    नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 (CAA) पर विपक्षी दलों के इसके मुसलमानों के खिलाफ बताने पर पलटवार किया है। शाह ने कहा कि ये कानून वैसे लोगों के लिए है जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में अल्पसंख्यक थे और उनपर अत्याचार हुआ है। उनका धर्म परिवर्तन कराया जाता है। उनकी महिलाओं का अपमान किया जाता है। गृह मंत्री ने कहा कि खुद कांग्रेस ने नेताओं ने आजादी के वक्त सैकड़ों भाषणों में कहते थे कि अभी मार-काट चल रही है, अभी जो जहां है वहां रह जाइए बाद में जब कभी भारत में आएंगे आपका स्वागत होगा। शाह ने कहा कि लेकिन बाद में तुष्टीकरण की राजनीति शुरू हो गई।
    शाह ने कहा कि क्या शरणार्थियों को नागरिकता मिलनी चाहिए या नहीं? उन्होंने कहा कि आप इस कानून को अलग तरीके से नहीं देख सकते हैं। 15 अगस्त 1947 को देश का बंटवारा हो गया। देश तीन हिस्सों में बंट गया। लेकिन भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने हमेशा विभाजन का विरोध किया। इस देश का विभाजन धर्म के आधार पर होना ही नहीं चाहिए था। जब धर्म के आधार पर आप विभाजन करते हो और वहां जो अल्पसंख्यक हैं, उनलोगों पर ढेर सारे अत्याचार होते हैं, उनका धर्म परिवर्तन कराया जाता है, उनकी महिलाओं को अपमानित किया जाता है। वो मां, बहन, बेटी के लिए शरण में भारत में आते हैं तो क्या उनको नागरिकता का अधिकार है या नहीं?
    शाह ने ANI के साथ इंटरव्यू में कहा कि कांग्रेस के नेताओं के सैकड़ों भाषण के बाद भी कभी इन तीन देशों में रह रहे अल्पसंख्यकों को नागरिकता नहीं दी गई। क्योंकि बाद में चुनावी राजनीति चालू हो गई। वोट बैंक की राजनीति चालू हो गई। तुष्टीकरण के कारण कांग्रेस पार्टी ने वो वादा कभी पूरा नहीं किया जो आज पीएम नरेंद्र मोदी पूरा कर रहे हैं।
    साभार नवभारत टाइम्स

     

  • BJP की नई लिस्ट से गुजरात के चार सांसदों समेत एक केंद्रीय मंत्री का भी पत्ता साफ

    अहमदाबाद। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बुधवार को लोकसभा चुनावों के लिए 72 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की है। इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के गृह राज्य गुजरात में भी भूचाल आ गया है। पार्टी ने एक केंद्रीय मंत्री समेत कुल पांच मौजूदा सांसदों का टिकट काट दिया है। पार्टी ने राज्य के लिए कल सात उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की, जिसमें रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश समेत पांच मौजूदा सांसदों को हटाकर उनकी जगह नए चेहरों को प्रत्याशी बनाया गया है। 
    इससे पहले भाजपा ने दो मार्च को गुजरात की 15 लोकसभा सीटों समेत 195 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए थे। अब नई दिल्ली में 72 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी होने के बाद गुजरात की शेष चार सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा होनी बाकी रह गई है। 2019 के चुनावों में भाजपा ने राज्य की सभी सीटों पर जीत हासिल की थी। गुजरात में लोकसभा की 26 सीटें हैं। 
    नई लिस्ट में पार्टी ने मोदी सरकार में रेल राज्यमंत्री और तीन बार की सांसद जरदोश का पत्ता साफ करते हुए उनकी जगह सूरत लोकसभा सीट से मुकेश दलाल को उम्मीदवार बनाया है। 63 वर्षीय दलाल भाजपा शासित सूरत नगर निगम की स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष थे और फिलहाल पार्टी की सूरत शहर इकाई के महासचिव हैं।
    रेल राज्यमंत्री के अलावा जिन चार अन्य मौजूदा सांसदों का टिकट काटा गया है, उनमें साबरकांठा के दीपसिंह राठौड़, वलसाड के केसी पटेल, भावनगर की भारतीबेन शियाल और छोटा उदयपुर की गीताबेन राठवा शामिल हैं। जिन दो मौजूदा सांसदों को पार्टी ने फिर से उम्मीदवार बनाया है, उनमें वडोदरा की रंजनबेन भट्ट और अहमदाबाद-पूर्व के हसमुख पटेल शामिल हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 'एक देश, एक चुनाव'....  कमेटी ने द्रौपदी मुर्मू को सौंपी रिपोर्ट

    नई दिल्ली। 'वन नेशन, वन इलेक्शन' को लेकर गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दी है। देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस कमेटी का नेतृत्व कर रहे हैं। इसमें देश के गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हैं। 18626 पृष्ठों वाली इस रिपोर्ट को तैयार करने में करीब सात महीना का समय लगा है।
    सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद कमेटी ने पाया कि भारत की आजादी के पहले दो दशकों के बाद एक साथ चुनाव नहीं होने के कारण अर्थव्यवस्था, राजनीति और समाज पर हानिकारक प्रभाव पड़ा है। प्रारंभ में हर दस साल में दो चुनाव होते थे। अब हर साल कई चुनाव होने लगे हैं। इससे सरकार, व्यवसायों, श्रमिकों, न्यायालयों, राजनीतिक दलों, चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों और बड़े पैमाने पर नागरिकों पर भारी बोझ पड़ता है। इसलिए, समिति सिफारिश करती है कि सरकार को एक साथ चुनावों के चक्र को बहाल करने के लिए कानूनी रूप से तंत्र विकसित करना चाहिए।
    समिति की सिफारिशों के मुताबिक, पहले चरण में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराए जाएंगे। दूसरे चरण में नगर पालिकाओं और पंचायतों के चुनाव को भी इन दोनों चुनावों के साथ कराया जाए।
    कमेटी ने इस बात की भी सिफारिश की है कि लोकसभा, विधानसभा, नगर पालिकाओं और पंचायतों के चुनावों के लिए एक जैसी मतदाता सूची और पहचान पत्र की व्यवस्था की जानी चाहिए। इसके लिए अनुच्छेद 325 को संशोधित किया जा सकता है। भारत निर्वाचन आयोग राज्य निर्वाचन आयोग के परामर्श से मतदाता सूची और फोटो पहचान पत्र बनाएगा। इसके तहत तैयार की गई मतदाता सूची और निर्वाचक का फोटो पहचान पत्र अनुच्छेद 325 के तहत चुनाव आयोग या राज्य चुनाव आयोग द्वारा पहले से तैयार किए गए किसी भी मतदाता सूची और फोटो पहचान पत्र का स्थान लेगा। 
    कमेटी ने 'एक देश, एक चुनाव' की पैरवी करते हुए केशवानंद भारती बनाम केरल सरकार केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र किया है। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था, “समाज को बंधन में बांधे रहना संभव नहीं है। समाज बढ़ता है। उसकी आवश्यकताएं बदलती हैं। उन आवश्यकताओं के अनुरूप संविधान और कानूनों को बदलना पड़ सकता है। कोई भी एक पीढ़ी आने वाली पीढ़ी को बांध नहीं सकती है। इसलिए बुद्धिमानी से तैयार किया गया प्रत्येक संविधान अपने स्वयं के संशोधन का प्रावधान करता है।''


    कमेटी ने कहा कि विचार-विमर्श के बाद हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि हमारी सिफारिशों से पारदर्शिता, समावेशिता, सहजता और मतदाताओं का विश्वास काफी बढ़ जाएगा। एक साथ चुनाव कराने के लिए जबरदस्त समर्थन मिलने की उम्मीद है। विकास प्रक्रिया और सामाजिक एकजुटता को भी बल मिलेगा। लोकतांत्रिक व्यवस्था की नींव को गहराई मिलेगी। भारत की आकांक्षाएं भी साकार होंगी।

    केंद्र सरकार द्वारा गठित इस कमेटी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद, 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह और पूर्व लोकसभा महासचिव सुभाष कश्यप भी शामिल हैं।
    भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने एक साथ चुनाव कराने के लिए अपना समर्थन दिया है। वहीं, कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों- DMK, NCP और TMC ने इसका विरोध किया है। BJD और AIADMK इसके समर्थन में हैं।  रिपोर्ट में निर्वाचन आयोग, विधि आयोग और कानूनी विशेषज्ञों की राय भी शामिल है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एक साथ चुनाव कराना जनहित में होगा। इससे आर्थिक विकास तेज होगा और महंगाई नियंत्रित होगी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • PM मोदी 10 नई वंदे भारत ट्रेनों को आज दिखाएंगे हरी झंडी

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात दौरे पर हैं. पहले पीएम मोदी अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचेंगे. यहां से वे अहमदाबाद में साबरमती डीकेबिन स्थित DFC के ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर का दौरा करेंगे. पीएम मोदी 85 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की करीब 6 हजार रेलवे परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. प्रधानमंत्री 10 नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे. इसमें पश्चिम रेलवे की अहमदाबाद-मुंबई सेंट्रल वंदे भारत एक्सएप्रेस ट्रेन शामिल. प्रधानमंत्री चार वंदे भारत ट्रेनों के विस्तार को भी हरी झंडी दिखाएंगे, जिसमें से अहमदाबाद-जामनगर वंदे भारत एक्सरप्रेस को ओखा तक विस्तारित हरी झंडी दिखाएंगे.
    रेलवे के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद पीएम मोदी साबरमती स्थित महात्मा गांधी आश्रम में आयोजित 'आश्रम भूमि वंदना' कार्यक्रम में शामिल होंगे. यहां महात्मा गांधी साबरमती आश्रम पुनर्निर्माण प्रोजेक्ट के तहत 'आश्रम भूमि वंदना' कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 1200 करोड़ रुपए की लागत से आश्रम का पुनर्विकास, विश्व स्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा.
    साभार आज तक

     

  • हरियाणा में बदलेगा मुख्यमंत्री, खट्टर आज दे सकते हैं इस्तीफा

    चंडीगढ़। हरियाणा में 9 साल से ज्यादा वक्त से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर आज इस्तीफा दे सकते हैं। उनकी जगह पर नायब सिंह सैनी को सीएम बनाया जा सकता है, जो हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। इसके अलावा वह कुरुक्षेत्र से लोकसभा के सांसद भी हैं। उनके अलावा एक और पंजाबी नेता संजय भाटिया के नाम की भी चर्चा है। सूत्रों के हवाले से जानकारी है कि मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद नया सीएम बनेगा और फिर पूरी कैबिनेट ही नई होगी। यही नहीं मनोहर लाल खट्टर को लोकसभा चुनाव में करनाल सीट से मैदान में उतारा जा सकता है। 
    मनोहर लाल खट्टर ने आज ही भाजपा और सरकार का समर्थन करने वाले निर्दलीय विधायकों की मीटिंग बुलाई है। खबरों के अनुसार इस बैठक में मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे और उसके बाद निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने की रणनीति पर विचार हो सकता है। फिलहाल हरियाणा में भाजपा और जननायक जनता पार्टी के बीच रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे हैं, जो पिछले 4 साल से गठबंधन सरकार चला रहे हैं। यही नहीं एक समानांतर मीटिंग दुष्यंत चौटाला ने भी बुला ली है। उन्होंने दिल्ली में सुबह 11 बजे ही अपने विधायकों को बुलाया है। माना जा रहा है कि दुष्यंत चौटाला भी मीटिंग के बाद कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
    सूत्रों का कहना है कि दुष्यंत की पार्टी JJP चाहती थी कि उसे भिवानी महेंद्रगढ़ और हिसार सीटें चुनाव में दे दी जाएं। भाजपा से इस पर सहमति नहीं बनी। गौरतलब है कि मनोहर लाल खट्टर का इस्तीफा ऐसे वक्त में होने जा रहा है, जब सोमवार को ही पीएम नरेंद्र मोदी ने उनकी तारीफ की थी। इसके अलावा उनके साथ अपने दशकों पुराने रिश्तों का भी जिक्र किया था। पीएम मोदी ने कहा कि हम दोनों का साथ तबका है, जब दरी का जमाना था। हम लोग एक ही मोटरसाइकिल से घूमा करते थे। पीएम मोदी ने कहा कि मनोहर लाल खट्टर बाइक चलाते थे और मैं पीछे बैठा करता था। कई बार हम कठिन रास्तों से होते हुए रोहतक से गुरुग्राम तक बाइक से जाते थे। अब तो रास्ते अच्छे बन गए हैं। 
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  • कांग्रेस के इन दिग्गज नेताओं की चुनाव से बेरुखी का नतीजों पर भी दिखेगा असर

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की पहली लिस्ट आ चुकी है। इसमें राहुल गांधी के वायनाड सीट और शशि थरूर के तिरुअनंतपुरम से लड़ने का ऐलान हुआ है। अब तक राहुल गांधी के अमेठी से लड़ने पर तस्वीर साफ नहीं है। यही नहीं उनके अलावा कई ऐसे नेता हैं, जिनके नामों का अब तक ऐलान नहीं हुआ है। यही नहीं चर्चा है कि कमलनाथ, अशोक गहलोत जैसे कई बड़े नेता चुनाव में उतरना ही नहीं चाहते। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार राजस्थान में सचिन पायलट और अशोक गहलोत में से कोई भी लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेगा। वहीं अशोक गहलोत के बेटे वैभव जालोर सीट से मैदान में उतर सकते हैं। हालांकि परिवार की सीट जोधपुर रही है। 
    इसके अलावा मध्य प्रदेश में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी उतरने के लिए तैयार नहीं हैं। उनकी जगह पर बेटे नकुल नाथ छिंदवाड़ा से लड़ेंगे। वहीं जानकारों का कहना है कि कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की चुनाव से बेरुखी का नतीजों पर भी असर दिखेगा। असल में यदि ये नेता चुनाव में उतरते तो एक माहौल बनता। खासतौर पर कठिन सीटों पर बड़े नेताओं के चुनाव लड़ने से पार्टी को माहौल बनाने में मदद मिलती। लेकिन नेताओं के डिफेंसिव रुख अपनाने से पार्टी की चिंता बढ़ गई है। 
    इस बीच सोमवार को कांग्रेस की चुनाव समिति की मीटिंग हुई। इसम मीटिंग में असम, गुजरात, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश की सीटों पर बात हुई है। राजस्थान, एमपी, गुजरात के अलावा उत्तराखंड में भी सीनियर नेता चुनाव में उतरने के इच्छुक नहीं हैं। हरीश रावत को पार्टी ने हरिद्वार से ऑफर दिया है, जबकि नेता विपक्ष यशपाल आर्य को कुमाऊं की दो सीटें ऑफर की गई हैं। लेकिन दोनों ही नेता चुनाव लड़ने का इरादा नहीं रखते। हरीश रावत तो चाहते हैं कि उनकी जगह पर बेटे को टिकट दे दिया जाए। इसकी वजह यह है कि वह अब राजनीति से संन्यास के मूड में हैं और अपने बदले में बेटे को सेट कराना चाहते है। टिहरी सीट से सीनियर नेता और विधायक प्रीतम सिंह को ऑफर मिला था, लेकिन उन्होंने भी इनकार कर दिया। 
    वरिष्ठ नेताओं के इस रुख से कांग्रेस में अंदरुनी कलह की भी स्थिति है। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष करण माहरा ने पार्टी हाईकमान से कहा है कि सीनियर नेताओं को जिम्मेदारी लेते हुए चुनाव में उतरना चाहिए। कठिन समय में ऐसा करने से एक अच्छा संदेश जाएगा। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि खुद अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी लोकसभा सीट नहीं लड़ना चाहते। 
    उनके नाम पर कलबुर्गा सीट को लेकर आम सहमति है, लेकिन वह यह सीट अपने दामाद को देना चाहते हैं। उनकी इच्छा है कि दामाद राधाकृष्णन डोड्डामणि को टिकट मिल जाए। हालांकि इस तरह वह कांग्रेस अधिवेशन में पारित प्रस्ताव का ही उल्लंघन करेंगे, जिसमें संकल्प लिया गया था कि किसी परिवार के एक ही मेंबर को लोकसभा या विधानसभा का टिकट मिलेगा। 
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  • CAA के लागू होते ही देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन,  पिछली बार गई थी 100 से अधिक लोगों की जान

    नई दिल्ली। भारत में सीएए यानी नागरिकता (संशोधन) अधिनियम-2019 लागू हो चुका है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सोमवार को सीएए को लागू करने की घोषणा की। विवादास्पद कानून को पारित किए जाने के चार साल बाद केंद्र के इस कदम के कारण पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर, 2014 से पहले भारत आने वाले गैर-मुस्लिम प्रवासियों को नागरिकता प्रदान करने का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि कानून के लागू होते ही देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो रहे हैं। बता दें कि इसके पहले सीएए विरोधी प्रदर्शनों या पुलिस कार्रवाई के दौरान 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। 
    असम में विपक्षी दलों ने सोमवार को सीएए लागू करने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार की आलोचना की। वहीं, राज्यभर में सीएए के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों के एक समूह और प्रभावशाली ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (एएएसयू) सहित लगभग 30 छात्र संगठनों और स्वदेशी निकायों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज करने का फैसला किया है। वहीं, 16 दल वाले संयुक्त विपक्षी मंच, असम (यूओएफए) ने मंगलवार को राज्यव्यापी हड़ताल की घोषणा भी की है।
    ज्ञात हो कि असम में दिसंबर 2019 में विवादास्पद कानून के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन देखा गया था। इसके बाद पुलिस कार्रवाई में 5 लोगों की मौत हो गई थी। कई स्वदेशी समूहों में यह डर है कि सीएए लागू होने के बाद, इससे राज्य में अवैध अप्रवासियों की आमद बढ़ जाएगी, खासकर बांग्लादेश से आने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी।
    एएएसयू के मुख्य सलाहकार समुज्जल भट्टाचार्य ने हमारे सहयोगी हिन्दुस्तान टाइम्स (एचटी) को बताया, "हम किसी भी तरह से सीएए को स्वीकार नहीं करेंगे और असम के लोगों के लिए हानिकारक इस कानून के खिलाफ शांतिपूर्ण, अहिंसक और लोकतांत्रिक विरोध जारी रहेगा और आने वाले दिनों में यह विरोध और तेज होगा।" उन्होंने कहा कि एएएसयू और 30 अन्य समूह सोमवार शाम को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में सीएए की प्रतियां जलाएंगे, जिसके बाद नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (एनईएसओ) के बैनर तले मंगलवार को पूर्वोत्तर के सभी राज्यों की राजधानी में इसी तरह का विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
    उन्होंने कहा, “मंगलवार शाम को पूरे असम में मशाल रैली निकाली जाएगी और आने वाले दिनों में अन्य विभिन्न तरीकों से विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। हमने सीएए के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने के लिए पहले ही आवेदन कर दिया है।" असम में 16 विपक्षी दलों के मंच, कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त विपक्षी मंच (यूओएफ) और प्रभावशाली ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (एएएसयू) सहित लगभग 30 संगठनों ने लोकसभा चुनावों से पहले सीएए के खिलाफ राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।
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  • जातीय जनगणना ने बढ़ाई कांग्रेस की मुश्किलें

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में दक्षिण का किला अहम भूमिका निभाएगा। भाजपा को सबसे ज्यादा उम्मीद जहां कर्नाटक से है, वहीं कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन की संभावना भी इसी राज्य पर टिकी हुई है। विधानसभा चुनाव में जीत के बाद पार्टी को लोकसभा में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
    कर्नाटक में लोकसभा की 28 सीटें हैं। वर्ष 2019 में भाजपा ने 25 सीट पर जीत दर्ज की थी, जबकि कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिली थी। एक साल पहले विधानसभा में शानदार जीत के बाद कांग्रेस कम से कम 15 सीट जीतने की तैयारी कर रही है। इस लक्ष्य को हासिल करना आसान नहीं है, क्योंकि विधानसभा से लोकसभा चुनाव के बीच सियासी समीकरण बदल गए हैं। 
    चुनावी हार-जीत में लिंगायत और वोक्कालिगा समुदाय अहम भूमिका निभाता है। लिंगायत 18 और वोक्कालिगा 14 फीसदी है पर, यह दोनों समुदाय आधी-आधी सीट पर असर रखते हैं। विधानसभा में वोक्कालिगा समुदाय ने कांग्रेस का ने समर्थन किया था। क्योंकि, उप- मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार भी इसी समुदाय से हैं, पर उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने से यह तबका नाराज है।
    विधानसभा में पेश जातीय गणना ने भी इन समुदायों में नाराजगी बढ़ा दी है। रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं हुई है, पर रिपोर्ट पर लिंगायत और वोक्कालिगा समुदाय ने कड़ा विरोध जताया है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि डीके शिवकुमार भी पहले इस रिपोर्ट का विरोध कर चुके हैं। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान 2015 में सर्वे शुरू किया था। पर सत्ता बदलने के बाद रिपोर्ट विधानसभा में पेश नहीं हो पाई थी।
    प्रदेश कांग्रेस नेता मानते हैं कि विधानसभा से लोकसभा के बीच स्थितियां बदली हैं। कानून व्यवस्था और बजट के कुछ प्रावधानों ने भाजपा को कांग्रेस पर निशाना साधने का मौका दिया है। लिंगायत वोक्कालिगा समुदाय की नाराजगी से भी पार्टी की राजनीतिक चुनौती बढ़ी है। इसके साथ भाजपा- जेडीएस के गठबंधन से भी दोनों पार्टियों को फायदा मिल सकता है।
    रणनीतिकार मानते हैं कि कांग्रेस को सरकार में होने का फायदा मिल सकता है। वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव के वक्त पार्टी की सरकार थी और सिद्धरमैया मुख्यमंत्री थे। उस वक्त मोदी लहर के बावजूद कांग्रेस नौ सीट जीतने में सफल रही थी। जबकि भाजपा को 17 सीट मिली थी। ऐसे में पार्टी को उम्मीद है कि राज्य में सरकार होने का सियासी लाभ मिल सकता है।
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  • श्री शैलेन्द्र बरुवा जी ने रणजीत टाइम्स एवं राजनीति 24 न्यूज चैनल के कार्यालय में श्री गोपोल गावंडे जी से सौजन्य भेंट की

    श्री शैलेन्द्र बरुवा जी, जो कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व संघाठन मंत्री और मध्य प्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम के पूर्व कैबिनेट मंत्री हैं, ने आज रणजीत टाइम्स एवम् राजनीति 24 न्यूज चैनल के कार्यालय में सौजन्य भेंट दी। इस अवसर पर, प्रधान संपादक श्री गोपाल गावंडे जी ने उनका स्वागत किया और अपने कार्य की रूपरेखा बताई। 


    श्री बरुवा ने इस अवसर पर रणजीत टाइम्स और राजनीति 24 चैनल सहित उनके सभी परिवार को बधाई दी और सभी दर्शकों को शुभकामनाएं व्यक्त की। यह घटना न केवल राजनीतिक और मीडिया संबंधों में एक महत्वपूर्ण कदम है बल्कि यह उन दोनों क्षेत्रों में संवाद और सहयोग की भावना को भी प्रदर्शित करता है। श्री बरुवा का यह दौरा और उनके विचार मीडिया और राजनीति के बीच एक स्वस्थ संबंध की दिशा में एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा सकता है।

  • महाराष्ट्र में सीट बंटवारे पर बढ़ी टेंशन, भाजपा एकनाथ शिंदे को याद दिला रही है अहसान

    मुंबई। महाराष्ट्र में लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर एनडीए में अब तक फैसला नहीं हो सका है। एक तरफ भाजपा चाहती है कि उसके उम्मीदवार राज्य की कम से कम 35 सीटों पर लड़ें। वहीं एकनाथ शिंदे एवं अजित पवार गुट को 13 से 16 सीटें दी जाएं। होम मिनिस्टर अमित शाह खुद मंगलवार को मुंबई गए थे। उन्होंने यह प्रस्ताव महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और अजित पवार गुट की एनसीपी के आगे रखा था। लेकिन दोनों दलों ने इस प्रस्ताव को अब तक स्वीकार नहीं किया है। इस बीच खबर है कि भाजपा ने 35 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को लगभग तय कर लिया है।
    भाजपा ने एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार गुट की एनसीपी से कहा है कि 'कमल' के सिंबल पर ही जीत की अधिक संभावनाएं हैं। इसलिए भाजपा को लोकसभा चुनाव में ज्यादा सीटें लड़ने दें और उसकी भरपाई विधानसभा चुनाव में कर लीजिए। इस पर भी अब तक सहमति नहीं बन सकी है। ऐसे में अब भाजपा एकनाथ शिंदे को वह अहसान याद दिलाने लगी है, जिसके तहत कम सीटों के बाद भी एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र के सीएम का पद दिया गया। सूत्रों के अनुसार भाजपा नेतृत्व ने एकनाथ शिंदे को यह बात याद दिलाई है।
    यही नहीं खुद डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी अब यही बात दोहरा रहे हैं। उन्होंने गुरुवार को भी कहा, 'हमारे पास 115 विधायकों का समर्थन था। लेकिन हमने एकनाथ शिंदे को सीएम बनाया और उनका समर्थन कर रहे हैं।' भाजपा नेताओं का कहना है कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा सीटें छोड़ना कोई बड़ा समझौता नहीं है। भाजपा नेताओं का कहना है कि यदि एकनाथ शिंदे और अजित पवार कम लोकसभा सीटों पर राजी हो जाते हैं तो फिर विधानसभा में उन्हें अधिक सीटें दी जाएंगी। भाजपा का कहना है कि हमारे पास सांसदों की संख्या भी अधिक है। अजित पवार गुट के पास तो एक ही सांसद है।
    ऐसे में उन्हें अधिक सीटें देना समझदारी नहीं होगा। बता दें कि मीटिंग में एकनाथ शिंदे ने अमित शाह से 13 सीटों की मांग की थी। इस पर अमित शाह ने उन्हें 9 सीटों का ऑफर दिया है। इसके अलावा अजित पवार गुट की ओर से 8 सीटों की मांग पर 4 का ऑफर मिला है। इन 4 सीटों में से एक बारामती की सीट भी होगी, जो शरद पवार का गढ़ रही है। भाजपा का कहना है कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा सीटें जीतना मकसद है। यह तभी संभव होगा, जब कमल के सिंबल पर चुनाव लड़ा जाए। माना जा रहा है कि एकनाथ शिंदे के एकाध समर्थक को भी भाजपा अपने ही सिंबल पर उतार सकती है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मानहानि केस निरस्त, कांग्रेस नेता अजय सिंह ने BJP के तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष पर किया था 10 करोड़ का दावा

    जबलपुर।  जिला न्यायाधीश डॉ. धर्मेंद्र टाडा की अदालत ने कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल द्वारा दायर मानहानि का मुकदमा प्रमाणित न पाकर निरस्त कर दिया। अजय सिंह ने इस मुकदमे के जरिए भारतीय जनता पार्टी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा, नंद कुमार सिंह चौहान (दिवंगत), कुंवर सिंह और शरदेंदु तिवारी पर 10 करोड़ का दावा किया था। जिस समय यह मुकदमा दायर किया गया था, अजय सिंह चुरहट विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक के अलावा नेता प्रतिपक्ष भी थे। वहीं, प्रभात झा राज्यसभा सदस्य और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे। 
    अजय सिंह का आरोप था कि भाजपा प्रदेशा अध्यक्ष झा सहित अन्य ने 17 फरवरी 2012 को समाचार प्रकाशित कराया था। जिसमें ग्राम चुरहट में कोल आदिवासियों की भूमि पर कब्जा करने की अनुचित बात शामिल थी। यह भी लिखा था कि ग्राम साढ़ा तहसील चुरहट में अजय सिंह राहुल ने अपने भाई अभिमन्यु सिंह को शासकीय भूमि का पट्टा अपने प्रभाव के दुरुपयोग के जरिए गलत तरीके से दिलाया। आदिवासियों को दिए गए पट्टे की भूमि पर अजय सिंह राहुल के परिवार का कब्जा है। पहाड़ी पर 100 एकड़ भूमि है, जिस पर महुए के पेड़ लगे हैं, वन उपज का आधा हिस्सा सिंह परिवार लेता है। परिवार के एक करीबी मित्र भोपाल में रहते हैं, उनके नाम से चुरहट में जमीन है, जो कि बेनामी संपत्ति है। इसी तरह आदिवासियों को महज सौ-सौ वर्गफीट के प्लाट देकर भूमि से विस्थापित करने आदि के आरोप लगाए गए थे। 
    इससे अजय सिंह राहुल व्यथित हुए और मानमहानि का मुकदमा दायर कर दिया। अदालत ने सुनवाई पूरी करते हुए पाया कि मानहानि के मामले में समाचार प्रकाशित करने वाले पक्षकार हैं, इसके बावजूद उनसे कोई क्षतिपूर्ति नहीं चाही गई। इस तरह आवश्यक पक्षकारों का असंयोजन दोष विद्यमान हो, यह प्रमाणित नहीं है। कुल मिलाकर मानहानि का आरोप साबित नहीं पाया गया। इसलिए मुकदमा निरस्त किया जाता है।
    साभार अमर उजाला

  • लोकसभा क्षेत्रों में प्रचार के रथ रवाना, CM बोले-अबकी बार 400 पार

    भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और संगठन महामंत्री हितानंद ने बुधवार को भाजपा कार्यालय से लोकसभा चुनाव के लिए डिजिटल रथों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में तीसरी बार फिर सरकार बने और भारत दुनिया का 1 नंबर देश बने, इसी भाव के साथ फिर एक बार मोदी सरकार और अब की बार 400 पार के नारे के साथ प्रत्येक लोकसभा क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार के लिए दो-दो एलईडी रथों को रवाना किया गया है।  “एमपी के मन में मोदी और मोदी के मन में एमपी“ ने पिछले विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता ने प्रचंड बहुमत से हमारी सरकार बनाई। जनता के आशीर्वाद से लोकसभा चुनाव में सभी 29 सीटों को जीतकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के हाथों को मजबूत करेंगे। 

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास और “वसुधैव कुटुंबकम” जो हमारी पार्टी का उद्देश्य रहा है, उसी भावना के साथ पूरे प्रदेश के सभी लोकसभा क्षेत्रों में जनता के साथ जुड़कर एलईडी रथों के माध्यम से सुझाव लिए जाएंगे। विकास और सुशासन की दृष्टि से भविष्य में हमारे संकल्प-पत्र के लिए सुझाव लेंगे। रथों के लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान नुक्कड़ संभाएं आयोजित की जाएगी। 
    सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाएंगे
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में पिछले 10 सालों में देश की दशा और दिशा पूरी तरह से बदल गई है। विपक्ष ने कई हथकंडे और षडयंत्र किए, लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश रोज बदलता रहा। चाहे आर्थिक व्यवस्था हो, विकास के पैमाने हो या मानवीय संवेदना की बात हो या फिर कोविड का कठिन काल रहा हो। हर चुनौतियों में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने नेतृत्व को सफल सिद्ध किया है। इस अवसर पर कार्यक्रम में पार्टी के प्रदेश महामंत्री व विधायक भगवानदास सबनानी, लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति के प्रदेश संयोजक हेमंत खण्डेलवाल, महापौर मालती राय, विधायक रामेश्वर शर्मा, प्रदेश मंत्री राहुल कोठारी, पूर्व सांसद आलोक संजर समेत अन्य नेता उपस्थित थे। 
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने किए मां पीतांबरा देवी के दर्शन, वन खंडेश्वर महादेव मंदिर में की पूजा-अर्चना

    दतिया। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सदस्य और भारतीय जनता पार्टी के सांसद गौतम गंभीर मध्य प्रदेश के दतिया स्थित विश्व प्रसिद्ध देवी तांत्रिक शक्तिपीठ पहुंचे। गौतम गंभीर ने देवी मां पीतांबरा के दरबार में हाजिरी लगाई और अति प्राचीन वन खंडेश्वर महादेव का भी पूजन किया। इसके गंभीर ने देवी मां धूमावती के मंदिर में पहुंचकर परिक्रमा की। 
    पूजा-अर्चना के गौतम गंभीर मीडिया से बचते नजर आए। गंभीर का तांत्रिक शक्तिपीठ मंदिर में आकर पूजा अर्चना करना कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि, मां पीतांबरा राज सत्ता की देवी मानी जाती हैं।
    बता दें कि हाल ही में पूर्व भारतीय क्रिकेटर और भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने राजनीति से दूरी बनाने के संकेत दे दिए हैं। शनिवार को गंभीर ने अपने एक्स अकाउंट पर ट्वीट कर कहा कि मैंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुझे राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करने का अनुरोध किया है, जिससे मैं क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित कर सकूं। गौतम गंभीर ने लिखा था कि 'मुझे लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को ईमानदारी से धन्यवाद देता हूं। जय हिन्द!'  
    साभार अमर उजाला

  • टिकट पर भाजपा के 100 सांसदों की बढ़ी चिंता

    नई दिल्ली। भाजपा ने यूपी, राजस्थान, गुजरात और दिल्ली समेत कई राज्यों के कुल 195 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। दिल्ली में 4 सांसदों को फिर से मौका नहीं मिला है और यूपी में अभी 29 सीटें रोक कर रखी गई हैं। इसी तरह गुजरात में भी 11, असम में दो और झारखंड में तीन सीटों पर फैसला अभी नहीं हुआ है। मध्य प्रदेश में भी 17, राजस्थान में 10 और यूपी में 29 और बंगाल में 22 सीटों पर अभी ऐलान नहीं हुआ है। अब तक जिन सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान नहीं हुआ है, उनमें 100 से ज्यादा सांसद भी शामिल हैं। ऐसे में इन लोगों की टेंशन बढ़ी हुई है। 
    यहां तक की गाजियाबाद के सांसद वीके सिंह, सुल्तानपुर की मेनका गांधी और पीलीभीत के वरुण गांधी तक का भविष्य अभी अधर में लटका है। वीके सिंह के नाम पर कोई विवाद नहीं जुड़ा है, लेकिन उम्र 70 से ज्यादा हो गई है। ऐसे में उनके नाम के ऐलान होने से कयास तेज हो गए हैं कि शायद उन्हें दोबारा मौका नहीं मिलेगा। वह भी तब जब पड़ोस की ही नोएडा लोकसभा सीट पर महेश शर्मा को एक बार फिर से मौका मिल चुका है। ऐसे में गाजियाबाद पर फैसला न होने से वीके सिंह की चिंताएं बढ़ गई हैं। 
    महिला पहलवानों के उत्पीड़न के आरोप झेल रहे कैसरगंज से सांसद बृज भूषण शरण सिंह को लेकर भी अभी कोई फैसला नहीं आया है। भाजपा ने जिस तरह से एक लंबी लिस्ट जारी की है, उसमें ज्यादातर सांसदों को रिपीट किया गया है। ऐसे में जिन लोगों की सीट को होल्ड पर रखा गया है, उससे साफ है कि भाजपा नेतृत्व उन्हें लेकर मंथन कर रहा है। चर्चा यह भी है कि बृजभूषण की जगह उनके बेटे प्रतीक भूषण को मौका मिल सकता है। इस तरह भाजपा एक विवादित चेहरे से अलग हो जाएगी और बृजभूषण के जनाधार को भी बनाए रखने में मदद मिलेगी। 
    बरेली के सांसद संतोष गंगवार और बदायूं से संघमित्रा मौर्य को लेकर भी अभी संशय बना हुआ है। बता दें कि यूपी में भाजपा ने गठबंधन की सीट संख्या तय कर ली हैं, लेकिन उन्हें कौन सी सीटें मिलेंगी, इसका ऐलान नहीं हुआ है। ऐसे में बागपत से सत्यपाल सिंह जैसे सांसदों की भी चिंता बनी हुई है। वहीं राजभर को घोसी सीट मिल सकती है। इसी तरह गुजरात और राजस्थान में भी भाजपा के सिटिंग सांसद टेंशन में हैं, जिनकी सीटों पर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी को लेकर आज दिल्ली में देंगे अंतिम रूप

    भोपाल। प्रदेश भाजपा कार्यालय में मंगलवार सुबह से ही बैठक का दौर चला। इसमें सुबह विधायकों और सांसदों की वीसी के माध्यम से बैठक हुई। इसके बाद प्रदेश पदाधिकारियों की भी बैठक हुई। शाम को भाजपा कोर ग्रुप की बैठक और देर रात चुनाव समिति की बैठक हुई। इसमें 23 सीटों के संभावित दावेदारों के नामों के पैनल पर चर्चा हुई है। इन सीटों पर सोमवार और मंगलवार को दो-दो नेताओं के ग्रुप बनाकर 23 लोकसभा सीटों पर रायशुमारी कराई। छह सीटों पर पहले ही रायशुमारी हो चुकी है। इसके आधार पर बैठक में चर्चा कर प्रत्याशियों का पैनल तैयार किया गया है। अब बुधवार को पैनल के आधार पर प्रदेश के नेता केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। इसमें नामों को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके बाद गुरुवार को भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में प्रत्याशियों के नाम पर मुहर लग सकती है। बता दें, भाजपा आधे से ज्यादा सीटों पर चेहरे बदल सकती है। इस बार नए चेहरे के साथ युवाओं को ज्यादा मौका मिलने की बात कहीं जा रही है। 
    केंद्रीय नेतृत्व लेगा नामों पर निर्णय 
    भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण बैठक हुई। लोकसभा चुनाव के एजेंडे पर कोर ग्रुप ने माइक्रो मैनेजमेंट पर चर्चा की है। साथ ही बैठक में लोकसभा चुनाव को लेकर अच्छा प्रत्याशी देने को लेकर मंथन हुआ। इसमें सभी कार्यकर्ताओं के नाम पर चर्चा हुई है। इन नामों पर केंद्रीय नेतृत्व जल्द निर्णय लेगा। 
    चुनाव समिति में ये नेता रहे मौजूद 
    भाजपा प्रदेश कार्यालय में चुनाव समिति की बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, लोकसभा चुनाव के प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह, सह प्रभारी सतीश उपाध्याय, उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, वरिष्ठ नेता डॉ. नरोत्तम मिश्रा समेत अन्य नेता मौजूद थे। 
    भोपाल की रायशुमारी में वीडी का नाम 
    प्रदेश भाजपा कार्यालय में मंगलवार सुबह भोपाल लोकसभा सीट को लेकर रायशुमारी हुई। इसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और खजुराहो से सांसद वीडी शर्मा का नाम भी भोपाल से आया है। इसके अलावा मौजूदा सांसद प्रज्ञा ठाकुर, नरोत्तम मिश्रा, आलोक शर्मा, सुमित पचौरी, आलोक संजर के नाम भी रायशुमारी में आए। इनके नाम का पैनल बनाया गया।
    साभार न्यूज अमर उजाला, 

  • लोकसभा चुनाव में भाजपा आधे नए चेहरों को मैदान में उतारेगी

    भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। इसलिए पार्टी शोर से ज्यादा जनसंपर्क पर फोकस कर रही है। भाजपा केंद्र सरकार की योजनाओं के हितग्राहियों को साधने पूरा फोकस लगा रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनाव में पार्टी आधे नए चेहरों को मैदान में उतारेगी। भाजपा को लोकसभा चुनाव फेवरेबल दिख रहा है, इसलिए नई लीडरशिप तैयार करने के लिए वह नए चेहरे को मौका दे सकती है। इसके लिए एक-एक सीट पर प्रत्याशी के चयन के लिए जातिगत समीकरण बैठाया जा सकता है। 
    भाजपा ने 2019 में प्रदेश में लोकसभा की  28 सीटों पर जीत दर्ज की थी। छिंदवाड़ा की एक सीट पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया था। यहां से कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ सांसद हैं। इस सीट को जीतने के लिए भी भाजपा हर संभव कोशिश में जुटी हुई है। भाजपा ने 2024 के लिए 29 में से 29 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। इसलिए भाजपा करीब आधे सांसदों के टिकट काट सकती है। दरअसल, भाजपा की रणनीति नए और युवा चेहरों को मैदान में उतारने की है। जानकारी के अनुसार भाजपा ने सभी सीटों पर अपनी रायशुमारी कर ली है। 
    भाजपा ने विधानसभा चुनाव में दिग्गजों को चुनाव मैदान में उतारकर चौंकाया था। इसमें तीन केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़ाया गया था। हालांकि, मंडला से सांसद और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और सतना से सांसद गणेश सिंह चुनाव हार गए थे। वहीं, दमोह, मुरैना, सीधी, जबलपुर और होशंगाबाद सांसद चुनाव जीत गए। जानकारों का कहना है कि पांच सीटों पर नए चेहरों को ही पार्टी का चुनाव लड़ाएंगे। वहीं, दोनों हारे सांसदों को लेकर भी केंद्रीय नेतृत्व अंतिम फैसला लेगा। 
    पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए विधानसभा चुनाव में हारे मंत्री और विधायकों के नाम पर भी चर्चा कर रही है। इसमें पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम मुरैना और ग्वालियर, यशपाल सिंह सिसोदिया मंदसौर, इमरतीदेवी भिंड, रामपाल सिंह विदिशा से टिकट के लिए प्रयसास कर रहे हैं। बता दें पिछली बार उज्जैन से सांसद अनिल फिरोजिया 2018 में तराना से विधानसभा का चुनाव हार गए थे। इसके बाद उनको पार्टी ने लोकसभा चुनाव में उतार दिया और उन्होंने बड़ी जीत दर्ज की। यही, वजह है कि कई पूर्व मंत्री और विधायक चुनाव हारने के बाद अब लोकसभा चुनाव लड़ने की अपनी संभावनाएं तलाश रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • जो पदाधिकारी कांग्रेस में काम करना नहीं चाहते वे खुद बाहर हो जाए - कांग्रेस जिलाध्यक्ष

    इंदौर। मध्य प्रदेश से गुजरने वाली राहुल गांधी की न्याय यात्रा के संबंध में सोमवार को कांग्रेस की बैठक गांधी भवन में आयोजित की गई। जिसमें यात्रा की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई। बैठक मेें जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव ने कहा कि न्याय यात्रा में ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों कार्यकर्ता शामिल होंगे। सभी को भागीदार करना है। हम पंचायत स्तर तक कमेटियों को गठन करने जा रहे है। जो पदाधिकारी कांग्रेस में काम करना नहीं चाहते,वे खुद बाहर हो जाए अन्यथा हमें बाहर करना पड़ेगा।
    बैठक में शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा ने कहा कि न्याय यात्रा 5 मार्च को उज्जैन में प्रवेश करेगी। इंदौर के कार्यकर्ता उज्जैन में ही यात्रा में शामिल होंगे वहां एक सम्मेलन भी होगा। गाड़ी और भोजन की व्यवस्था कार्यकर्तागणों को व्यवस्था शहर कांग्रेस द्वारा उपलब्ध करा दी जाएगी।
    बैठक में इंदौर के सहप्रभारी कुलदीप इंदौरा ने कहा राहुल गांधी न्याय यात्रा भाजपा के कुप्रचार गलत नीतियों के खिलाफ निकाल रहे है। यात्रा को जनसमर्थन भी मिल रहा है। कार्यकर्ता भी हजारों की तादाद में पहुंचकर यात्रा को सफल बनाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता केंद्र सरकार के अन्याय का डटकर मुकाबला करेगी और चुनाव में कांग्रेस जनता का विश्वास फिर प्राप्त करेगी।
    बैठक में प्रमोद टंडन,पिंटू जोशी,राजेश चौकसे,देवेंद्र सिंह यादव,चिंटू चौकसे,अनिल यादव,अरविंद बागड़ी,सोहराब पटेल,प्रेम खड़ायता,जय हार्डिया,गिरधर नागर सहित अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे। बैठक का संचालन महेन्द्र सिंह रघुवंशी ने किया आभार पार्षद सोनिला मिमरोट ने माना।
    साभार अमर उजाला

  • नर्मदापुरम में बोले CM- शहर से डेढ़ किमी दूर रहेंगी शराब दुकानें, रोकेंगे नर्मदा में गंदा पानी मिलने से

    नर्मदापुरम। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शुक्रवार को मां नर्मदा जयंती के अवसर पर नर्मदापुरम भी पहुंचे। वहां उन्होंने नर्मदा का पूजन किया। सीएम ने कहा कि मां नर्मदा में नालों से मिलने वाले गंदा पानी रोकने के लिए हमारी सरकार संकल्पबद्ध है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा में नालों के मिलने वाले गंदे पानी को रोकने के निर्माण कार्यों के लिए 15 करोड़ की राशि देने की घोषणा की।
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नर्मदापुरम जिले में सेठानी घाट पर आयोजित 'मां नर्मदा जयंती महोत्सव' और नर्मदापुरम गौरव दिवस में सहभगिता कर 191.34 करोड़ रुपये के 32 विकास कार्यों का  लोकार्पण व भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विधि-विधान से मां नर्मदा की आरती की। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नर्मदापुरम को पवित्र नगरी बनाया जाएगा। इसके लिए खुले में मांस की बिक्री पर रोक लगाई जाएगी और नगर से डेढ़ किलोमीटर दूर शराब की दुकानें रहेंगी। लाउड स्पीकर के प्रयोग पर भी नियंत्रण किया जाएगा। 
    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नर्मदापुरम में आयुष महाविद्यालय खोला जाएगा। जिससे यहां के विद्यार्थी आयुर्वेद शिक्षा प्राप्त कर चिकित्सक प्रदेश और देश का नाम रोशन करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मां नर्मदा की बात निराली है। मां नर्मदा के किनारे आकर बैठने से ही पूरा जीवन धन्य हो जाता है। मां नर्मदा की पहचान सब नदियों से अलग है। 
    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारे देश में प्रत्येक दिन उत्सव के रूप में मनाया जाता है। भारत मां और हमारी सनातन संस्कृति को भगवान का आशीर्वाद मिला है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मां नर्मदा जयंती की बधाई दी और जीवनदायिनी मैया नर्मदा के आशीर्वाद से प्रदेश में समृद्धि, दिव्य जल से जीवन धन्य रहने और सबके जीवन में खुशहाली की प्रार्थना की। विधायक डॉ. सीताशरण शर्मा और नगरपालिका अध्यक्ष नीतू महेंद्र यादव ने भी समारोह को संबोधित किया। कार्यक्रम में नर्मदापुरम गौरव दिवस पर लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का शॉल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। 
    साभार अमर उजाला

  • केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप,  माकन बोले- कांग्रेस और यूथ कांग्रेस के अकाउंट फ्रीज किए, न सैलरी का पैसा, न बिल का भुगतान

    नई दिल्ली. कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. पार्टी का कहना है कि कांग्रेस और यूथ कांग्रेस के अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं. अजय माकन ने प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि अकाउंट फ्रीज होने के कारण ना तो सैलरी देने का पैसा है और ना ही बिल के भुगतान हो पा रहे हैं.
    अजय माकन ने कहा,'कांग्रेस पार्टी के अकाउंट्स फ्रिज हो गए हैं. हमारे देश पर तालाबंदी हो गई. हमारे देश में डेमोक्रेसी फ्रिज हो गई है. हफ्ते रह गए हैं चुनाव की तारीखों के ऐलान के लिए इस बीच यह कदम उठाकर सरकार क्या साबित करना चाहती है. देश की प्रमुख पार्टी के अकाउंट्स फ्रीज कर दिए गये हैं. इनकम टैक्स विभाग ने 210 करोड़ रुपए की रिकवरी मांगी है.
    कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि 2018-19 के इनकम टैक्स फाइलिंग को आधार बनाकर करोड़ों रुपए मांगे जा रहे हैं. ये बड़े शर्म की बात है, लोकतंत्र की हत्या है. लोक सभा चुनाव से पहले हमारे अकाउंट फ्रिज कर दिए गए हैं. कांग्रेस पार्टी मेंबरशिप ड्राइव के जरिए यूथ कांग्रेस से पैसा इकट्ठा करती है और वो भी फ्रीज कर दिए गए हैं. 
    माकन ने कहा कि पार्टी को रिटर्न फाइल करने में देर हो गई थी. लेकिन 45 दिन का टाइम दिया गया था. इसका मतलब यह नहीं है कि खाता ही फ्रीज कर दिया जाए. उन्होंने आगे कहा कि सब कुछ प्रभावित हो गया है उनके पास बिजली का बिल भरने, सैलरी देने के लिए पैसे नहीं हैं. बैंक में पैसे जमा नहीं कर पा रहे हैं. बैंक से पैसा भी नहीं निकाल पा रहे हैं.
    बता दें कि एक दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर बड़ा फैसला सुनाया था. सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बॉन्ड की वैधता को असंवैधानिक बताते हुए उसे रद्द कर दिया था. सर्वोच्च अदालत ने यह भी कहा था कि इससे सूचना के अधिकार का उल्लंघन होता है. इसलिए इलेक्टोरल बॉन्ड को वैध नहीं माना जा सकता. इतना ही नहीं कोर्ट ने अब इलेक्टोरल बॉन्ड की खरीद पर रोक लगाते हुए एसबीआई से कहा था कि वह चुनाव आयोग को बॉन्ड का पूरा ब्योरा मुहैया कराए. कोर्ट ने चुनाव आयोग को भी आदेश दिए थे कि वह ब्योरे को सार्वजनिक करे. 
    साभार आज तक 

  • नवाज से आगे निकले शहबाज शरीफ, बनने जा रहे दोबारा पाक पीएम

    नई दिल्ली। पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ एक बार फिर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने की राह पर हैं। उनकी पार्टी ने अन्य दलों के साथ चुनाव बाद गठबंधन बनाते हुए नेशनल असेंबली में बहुमत का आंकड़ा जुटा लिया है। नवाज शरीफ के चौथी बार प्रधानमंत्री बनने की अटकलों के बीच अचानक शहबाज फ्रंट सीट पर आ गए हैं। इससे पार्टी के अंदर भी खलबली मची हुई है। हालांकि, नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने इससे इनकार किया है। 
    सूत्रों के मुताबिक, शक्तिशाली सेना के समर्थन से प्रधानमंत्री का प्रतिष्ठित पद हासिल करने की दौड़ में शहबाज शरीफ अपने 74 वर्षीय भाई नवाज शरीफ से आगे निकल गए हैं। इससे अब माना जा रहा है कि पूर्व पीएम नवाज शरीफ का सियासी करियर आखिरी पड़ाव पर पहुंच गया है। पाकिस्तानी मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, प्रशासन और सरकार से जुड़े शक्तिशाली लोग नवाज की तुलना में शहबाज के साथ काम करने में अधिक सहज हैं। उधर, मरियम ने कहा है कि नवाज शरीफ चौथी बार प्रधानमंत्री बनना चाहते थे, लेकिन खंडित जनादेश के बाद वह शीर्ष पद की रेस से हट गए हैं।
    अगर सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो तख्तापलट की आशंका वाले पाकिस्तान में अगले महीने की शुरुआत में छह-दलीय गठबंधन की सरकार बनने की संभावना है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N), पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) समेत तीनों दलों में से किसी को भी 8 फरवरी को हुए आम चुनावों में नेशनल असेंबली में बहुमत हासिल नहीं हो सका था। इसलिए कोई भी दल अकेले सरकार बनाने में सक्षम नहीं है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कमलनाथ हो सकते हैं राज्यसभा उम्मीदवार?

    भोपाल। मध्यप्रदेश में राज्यसभा चुनाव से पहले सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। अब चर्चा इस बात की है कि कमलनाथ राज्यसभा जा सकते हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि उन्होंने 9 फरवरी को सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान राज्यसभा जाने की इच्छा जताई है। हालांकि, कमलनाथ समर्थक इससे इनकार करते हैं। उनका कहना है कि सोनिया से मिलकर कमलनाथ ने एक बार फिर नकुलनाथ को लोकसभा का टिकट दिए जाने की चर्चा की है।
    कमलनाथ के बीजेपी में भी जाने की चर्चा है। हालांकि, वे खुद इसे अफवाह बता चुके हैं। इधर, बीजेपी राज्यसभा की पांचों सीट हासिल करने की जुगत में है। बताया जा रहा है कि पार्टी नेता कांग्रेस विधायकों के संपर्क में हैं। वहीं, एक्सपर्ट का कहना है कि कमलनाथ के राज्यसभा और बीजेपी में जाने की संभावना ज्यादा नहीं है। मगर, इतना जरूर है कि यदि कोई दूसरा उम्मीदवार होगा तो उसे क्रॉस वोटिंग का खतरा रहेगा, क्योंकि 20 विधायक कमलनाथ के हैं।

  • कांग्रेस के विदिशा जिलाध्यक्ष, टीकमगढ़ के पूर्व विधायक भाजपा में हुए शामिल

    भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस को फिर बड़ा झटका लगा है। पार्टी के विदिशा जिला अध्यक्ष राकेश कटारे, टीकमगढ़ के पूर्व विधायक दिनेश अहिरवार, छतरपुर के पूर्व मंडी उपाध्यक्ष कैलाश द्विवेदी समेत कई नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ली है। यह बात अलग है कि राकेश कटारे के भाजपा में शामिल होने से चंद मिनट पहले कांग्रेस ने उन्हें पद से हटा दिया। 
    भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इन नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाई। इस दौरान न्यू जॉइनिंग कमेटी के संयोजक डॉ. नरोत्तम मिश्रा, संगठन महामंत्री हितानंद, पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह और रघुनंदन शर्मा समेत अन्य भाजपा नेता मौजूद थे। भाजपा में शामिल होने वालों में छतरपुर के कैलाश द्विवेदी शामिल हैं, जो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी के बहनोई हैं। इसके अलावा गौरिहार जनपद अध्यक्ष श्रीमती तुलसी अनुरागी, आशीष द्विवेदी, अनिल दीक्षित भी भाजपा में शामिल हुए हैं। 
    इस अवसर पर वीडी शर्मा ने कहा कि जो लोग कुछ करना चाहते हैं, उनका भाजपा में स्वागत है। मैं कुछ दिन पहले राघौगढ़ गया था। वहां लोगों ने कहा कि जिस परिवार को हमने हमेशा वोट दिया, उस परिवार ने राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा का बहिष्कार किया। हिंदुत्व के मूल्यों की अवहेलना की। दिग्विजय सिंह आज भी बोले कि यह पॉलिटिकल स्टंट है। क्या रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पॉलिटिकल स्टंट है? वहां के लोगों ने कहा कि वे दिग्विजय सिंह से पूछना चाहते हैं कि यह दोहरा चरित्र क्यों है? जब करोड़ों-करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र भगवान श्री राम है, तो आप उनकी अवहेलना क्यों करते हो? कांग्रेस ने देश के करोड़ों लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया है। कांग्रेस देश के अंदर अपना अस्तित्व खो रही है।  
    विदिशा के पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश कटारे ने कहा कि हमने मोदी जी की रीति-नीति से प्रभावित होकर भाजपा की सदस्यता ली है। मैं निश्चित तौर से गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि जिस पार्टी ने 500 साल से टेंट में रह रहे रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा कराई, उसमें मुझे शामिल किया गया है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने राम मंदिर के निमंत्रण को अस्वीकार किया था। तभी से हम कांग्रेस पार्टी में घुटन महसूस कर रहे थे। मैं उस परिवार से हूं, जिसने 70-80 साल से पहले विदिशा में रामलला का दरबार बनाया है। मेरे जितने व्यवसाय हैं, वह सभी भगवान श्री राम के नाम से हैं। मेरा निवास श्रीराम कुटी हो या श्रीराम निवास हो, हम राम में अगाध आस्था रखते हैं। मेरे पिताजी का तो नाम रामसेवक कटारे हैं। वहीं, अहिरवार ने कहा कि मोदीजी ने दस साल में वह करके दिखाया है, जो अब तक किसी ने नहीं किया था। मैंने उनकी रीति-नीति से प्रभावित होकर भाजपा की सदस्यता ली है। 
    राकेश कटारे भाजपा में शामिल हो रहे थे, उससे पहले ही कांग्रेस ने आदेश जारी कर उन्हें पार्टी से निकाल दिया। संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष राजीव सिंह के हस्ताक्षर से जारी पत्र में कहा गया है कि राकेश कटारे प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों के पालन में निष्क्रिय रहे। इस वजह से उन्हें जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद से तत्काल मुक्त किया जाता है। 
    साभार अमर उजाला

  • मोहन सरकार का अंतरिम बजट पेश, किसानों कर्मचारियों व महिलाओं के लिए खोला खजाना

    भोपाल। अगले कुछ माहों में होने वाले लोकसभा चुनाव के चलते डॉ. मोहन यादव सरकार चार माह के लिए लेखानुदान लेकर आई है। इसे समाज के सभी वर्गों के कल्याण और विकास कार्यों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। सोमवार को वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने विधानसभा में 1 लाख 45 हजार करोड़ रुपये का अंतरिम बजट पेश किया। इसमें सरकार ने विभिन्न विभागों को जुलाई 2024 तक खर्च की राशि आवंटित की है। लेखानुदान में न तो किसी नए कर का और न ही किसी नवीन योजना अथवा व्यय को शामिल किया गया है। इसमें कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए चार प्रतिशत डीए और महंगाई राहत का प्रावधान किया गया है। बजट पीएम नरेंद्र मोदी की गारंटी को पूरा करने की दृष्टि से बनाया गया है। इसमें एक अप्रैल से 31 जुलाई तक के खर्च और योजनाओं के लिए राशि का आवंटन किया गया है। इससे पहले वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी को पूरा करने पर काम कर रही है। लेखानुदान की राशि को जुलाई में पेश होने वाले पूर्ण बजट में शामिल किया जाएगा। बजट पर चर्चा के लिए मंगलवार को चार घंटे का समय तय किया गया है। 
    जुलाई में आएगा करीब साढ़े तीन लाख करोड़ का बजट 
    द्वितीय अनुपूरक अनुमान में सम्मिलित नवीन योजनाओं के लिए प्रावधान है। लेखानुदान की अवधि समाप्त होने के पूर्व अनुदान की पुनरीक्षित मांगें सदन के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी। लेखानुदान चार माह (एक अप्रैल से 31 जुलाई, 2024) के लिए है। वित्तीय वर्ष के लिए बजट में सम्मिलित राशि 3,48,986.57 करोड़ है। 
    प्राप्ति 2.52 लाख करोड़, खर्च 2,51 लाख करोड़
    वर्ष 2024-25 के बजट अनुमान में कुल राजस्व प्राप्तियां राशि रुपये 2,52,268.03 करोड़ है। इसमें राज्य कर से राजस्व प्राप्तियां रुपये 96,553.30 करोड़ है। गैर कर राजस्व प्राप्तियां रुपये 18,077.33 करोड़ है। बजट अनुमान में राजस्व व्यय रुपये 2,51,825.13 करोड़ है। वर्ष 2023-24 में पुनरीक्षित अनुमान में राजस्व व्यय रुपये 2,31,112.34 करोड़ है।  
    पांच पर्यटन केंद्रों पर हेलीकॉप्टर चलाने की तैयारी 
    बजट में कृषि विभाग के लिए किसानों को ब्याज रहित ऋण देने समेत अन्य योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचाने के लिए कृषि विभाग के लिए 9588 करोड़ का प्रावधान किया गया है। किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए दुग्ध उत्पादन पर प्रतिलीटर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। कृषक मित्र योजना में किसानों को विद्युत पंप के लिए अनुदान दिया जाएगा महिला बाल विकास को लाडली बहना योजना समेत अन्य योजना के लिए 9360 करोड़ का प्रावधान किया गया है। अंतरिम बजट में सरकार ने पांच पर्यटन केंद्रों तक हेलीकॉप्टर चलाने और एयर एंबुलेंस की तैयारी भी की है। बजट में लोकनिर्माण विभाग के लिए 4098 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। ताकि औद्योगिक कॉरिडोर निर्माण और एकसप्रेस वे को गति दी जा सके। 
    सभी जिलों में प्रधानमंत्री एक्सीलेंस स्कूल की स्थापना
    अंतरिम बजट में मोहन सरकार ने सभी जिलों में प्रधानमंत्री एक्सीलेंस स्कूल की स्थापना, 23 जिलों में प्रधानमंत्री जनमन योजना को जमीन पर उतारने के लिए अनुसूचित जनजाति विभाग के लिए 7500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। अंतरिम बजट में शहरी और ग्रामीण विकास को समान प्राथमिकता में रखा गया है। शहरी विकास के लिए 6143 और गांव के विकास के लिए 6314 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
    बजट में विभाग के अनुसार राशि  
    कृषि विभाग- 9588 करोड़। 
    महिला बाल विकास - 9360 करोड़। 
    नगरीय विकास विभाग- 6143 करोड़
    जलसंसाधन विभाग- 3073 करोड़। 
    लोक निर्माण विभाग- 4097 करोड़
    पीएचई- 4083 करोड़
    उच्च शिक्षा विभाग- 1520 करोड़
    तकनीकी शिक्षा विभाग-1074 करोड़
    औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग-960 करोड़
    सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग-374 करोड़ 
    आदिवासी जनजातीय विभाग-5027 करोड़  
    अनुसूचित जाति विभाग-870 करोड़  
    ओबीसी एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग- 574 करोड़ 
    सामाजिक न्याय विभाग- 1840 करोड़ 
    स्कूल शिक्षा विभाग- 11674 करोड़ 
    स्वास्थ्य विभाग- 5417 करोड़ 
    पंचायत विभाग -  4228 करोड़
    जनसंपर्क विभाग- 289 करोड़
    चिकित्सा शिक्षा -1228 करोड़
    सहकारिता विभाग- 443 करोड़
    ऊर्जा विभाग- 4059 करोड़
    गृह विभाग- 4274 करोड़
    श्रम विभाग-391 करोड़
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस के बडे़ नेताओं का लोकसभा लड़ने से इनकार

    दिल्ली में आज होगी स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग, बायोडाटा लेकर पहुंचे पटवारी, सिंघार
    भोपाल। विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के सामने लोकसभा चुनाव बड़ी चुनौती है। पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते। दोनों सीनियर लीडर्स के बाद कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। अब कांग्रेस के सामने लोकसभा चुनाव के लिए दमदार चेहरों का चयन करना बड़ी चुनौती बन रहा है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सारे बायोडाटा लेकर दिल्ली पहुंचे हैं।
    आज होगी स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग
    दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में आज 11 बजे से कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी। इस बैठक में मप्र की 29 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा होगी। मप्र की 29 सीटों के लिए नियुक्त समन्वयकों के सामने जिन नेताओं ने लोकसभा चुनाव के लिए दावेदारी की है। और विधानसभा स्तरीय बैठकों में जिन नेताओं के नाम सामने आए हैं उन नामों पर आज दिल्ली में चर्चा होगी। गुरुवार को भी एमपी की सीटों के नामों का पैनल नहीं बन सका, अब दिल्ली में ही कुछ निर्णय हो सकता है।
    ये नेता नहीं लड़ना चाहते लोकसभा का चुनाव
    कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, विवेक तन्खा, सज्जन सिंह वर्मा, बाला बच्चन, संजय शुक्ला, विशाल पटेल, दीपक जोशी, तरुण भनोत, नारायण सिंह पट्‌टा, संजय शर्मा, अरुण यादव, विशाल पटेल, सहित कई अन्य ऐसे नेता जिनको लोकसभा का चेहरा माना जा रहा है। कई ऐसे सीनियर लीडर लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं।
    इन सीटों पर ये नाम प्रमुखता से आए सामने
    मुरैना - डॉ. गोविंद सिंह, नीटू सिकरवार, अतुल चौहान
    भिंड- देवाशीष जरारिया, फूल सिंह बरैया
    ग्वालियर- अशोक सिंह, रामसेवक गुर्जर, प्रवीण पाठक
    गुना- वीरेंद्र रघुवंशी, राव यादवेंद्र यादव, केपी सिंह कक्का जू
    सागर - प्रभु सिंह ठाकुर, अरुणोदय चौबे, आनंद अहिरवार
    टीकमगढ़ - किरण अहिरवार, पंकज अहिरवार, अरविंद खटीक, संजय कसगर
    दमोह- रामसिया भारती, हर्ष यादव, जया ठाकुर, तरवर लोधी
    खजुराहो - आलोक चतुर्वेदी, लखन लाल पटेल, कविता राजे
    सतना - नीलांशु चतुर्वेदी, दिलीप मिश्रा
    रीवा - अजय मिश्रा , राजेंद्र मिश्रा, सुखेंद्र सिंह बन्ना
    सीधी - सोनम सिंह, ज्ञानेंद्र द्विवेदी
    शहडोल- फुंदे लाल मार्को, यशोदा सिंह पटले, तिलक राज सिंह
    जबलपुर - तरुण भनोट, अंजू बघेल, दिनेश यादव
    मंडला- अशोक मर्सकोले, ओमकार मरकाम, नारायण सिंह पट्टा
    बालाघाट - हिना कावरे, सम्राट सरसवार
    छिंदवाड़ा- नकुल नाथ
    होशंगाबाद- गिरजा शंकर शर्मा, रामेश्वर नीखरा
    विदिशा - प्रताप भानु शर्मा, अनुमा आचार्य, शशांक भार्गव, आनंद जाट
    भोपाल - जीपी माली, श्याम श्रीवास्तव, संगीता शर्मा, अवनीश भार्गव, ऋचा गोस्वामी, गोविंद गोयल
    राजगढ़ प्रियव्रत सिंह, रामचंद्र दांगी, लक्ष्मण सिंह
    देवास विपिन वानखेड़े, कमल चौहान
    उज्जैन महेश परमार, रामलाल मालवीय
    मंदसौर नवकृष्ण पाटिल, नंदकिशोर पटेल, विपिन जैन
    रतलाम कांतिलाल भूरिया, हर्षविजय गहलोत, जेवियर मेड़ा
    धार सुरेंद्र सिंह हनी बघेल, महेंद्र कन्नौज, राधेश्याम मुवेल
    इंदौर जीतू पटवारी, सत्यनारायण पटेल
    खरगोन ग्यारसी लाल रावत, पोर लाल खरते
    खंडवा राजनारायण सिंह पुरनी, अरुण यादव, सुरेंद्र सिंह शेरा, पूनम पटेल, अवधेश सिसोदिया
    बैतूल रामू टेकाम, धरमू सिंह सिरसाम

  • 11 फरवरी को झाबुआ से चुनावी आगाज करेंगे पीएम मोदी

    झाबुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 फरवरी को मध्यप्रदेश के झाबुआ से लोकसभा चुनाव का आगाज करेंगे। पीएम मोदी के इस दौरे में परिवर्तन होने की बात सामने आ रही थी, लेकिन प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने इसे भ्रामक और तथ्यहीन बताया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी तय कार्यक्रम के अनुसार 11 फरवरी को झाबुआ आएंगे। 
    जानकारी के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी झाबुआ से लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे। वे यहां पर एक रैली को संबोधित कर मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल क्षेत्र से आगामी चुनाव का प्रचार अभियान शुरू करेंगे। पीएम मोदी की रैली को सफल बनाने के लिए भाजपा नेता और कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे हुए हैं। पार्टी आदिवासी समुदायों के प्रमुख व्यक्तियों और संतों को आमंत्रित कर रही है। झाबुआ आने पर तीर-धनुष और ढोल जैसे पारंपरिक आदिवासी प्रतीकों से पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत किया जाएगा। 
    इससे पहले पांच फरवरी को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा ने रैली स्थल का निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें समुदाय के जाने-माने लोगों के साथ-साथ प्रमुख संतों को आमंत्रित करके इस रैली में आदिवासी लोगों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करनी है। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को कॉल सेंटर और सोशल मीडिया के जरिए रैली के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए भी कहा था।  
    साभार अमर उजाला

  • हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुई दुर्घटना के संबंध में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ली आपात बैठक

    इंदौर। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुई दुर्घटना के संबंध में मंत्रालय में आपात बैठक ली,  अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि घायलों को तत्काल उपचार उपलब्ध कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हरदा के आसपास के क्षेत्र से एंबुलेंस हरदा पहुंचाई जा रही हैं इसके साथ ही हेलीकॉप्टरों की व्यवस्था  के लिए सेना से संपर्क किया गया है।भोपाल, इंदौर में मेडिकल कॉलेज और aiims भोपाल में  बर्न यूनिट को तैयारी रखने के निर्देश दे दिए गए हैं। होशंगाबाद में भी अस्पतालों में घायलों के उपचार के लिए व्यवस्था की गई है 


     बैठक में बताया गया कि हरदा में होशंगाबाद सहित आसपास के क्षेत्र से 14 डॉक्टर तत्काल रवाना किए गए हैं। हरदा में 20 एम्बुलेंस मौजूद हैं,  तथा 50 और पहुंच रही है। भोपाल इंदौर बैतूल, होशंगाबाद भेरूंदा, रेहटी सहित अन्य नगरीय निकायों तथा संस्थाओं से फायर ब्रिगेड हरदा भेजे जा रहे हैं।
     

     मुख्यमंत्री डॉक्टर यादव ने कैबिनेट मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह, ACS श्री अजीत केसरी, डीजी होमगार्ड  को तत्काल हेलीकॉप्टर से हरदा जाने के निर्देश दिए हैं। NDRF, SDRF की टीमों  को भेजा जा रहा है।

    बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा, पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर सक्सेना, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान,  प्रमुख सचिव गृह श्री संजय दुबे, प्रमुख सचिन नगरी प्रशासन एवं विकास श्री नीरज मंडलोई, प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन श्री मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री राघवेंद्र सिंह तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

  • जनता के बीच सुशासन की छाप छोड़ें : सीएम डॉ. मोहन यादव की मंत्रियों को सीख

    भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार के मंत्रियों की दो दिनी लीडरशिप समिट का रविवार को समापन हुआ। अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान में दो दिवसीय लीडरशिप समिट के समापन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में सुशासन की दिशा में सभी विभागों को मिलकर कार्य करना चाहिए। सुशासन की दिशा में प्रदेश अपनी नई पहचान बनाए इसके लिए कार्ययोजना बनाकर उपलब्धि प्राप्त करें।
    मीडिया से बातचीत में सीएम ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार मंत्रियों का प्रशिक्षण रखा गया। बदलते दौर में नई तकनीक साथ जनता के बीच गवर्नेंस के अलग छाप दिखाई दी। कार्यशाला में पर्सनालिटी डेवलपमेंट के अलग-अलग सत्र रखे गए। उन्होंने कहा कि यह सुशासन की दिशा में किया गया एक प्रयास है।  
    मुख्यमंत्री ने सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय के मूल दर्शन की जानकारी इस आयोजन में अच्छी तरह से प्रस्तुत की गई। उनके सिद्धांतों पर चलकर हम प्रदेश को विकास के पथ पर आगे ले जाने के लिए भरपूर प्रयास करेंगे। सीएम ने कहा कि योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के लिए परस्पर सामंजस्य के साथ समन्वय की भूमिका होना जरूरी है। जनआंदोलन के माध्यम से योजनाओं और कार्यक्रमों का बेहतर क्रियान्वयन होता है। हम सुशासन के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। कार्यों में सफलता प्राप्त करने के लिए लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ते रहना चाहिए। लीडरशिप समिट में विशेषज्ञ वक्ताओं द्वारा सफलता हासिल करने की विभिन्न विषयों से अवगत कराया गया।  
    अपने व्यवहार में शासन की मर्यादा का ध्यान रखना जरूरी
    मुख्यमंत्री ने मंत्रिपरिषद के सदस्यों से कहा कि हमें अपने व्यवहार में शासन की मर्यादा का ध्यान रखना जरूरी है। समिट के माध्यम से जो व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त हुआ, उसे अपने जीवन में उतारने का भरपूर प्रयास करें। समिट के सभी सत्रों में विशेषज्ञ वक्ताओं ने अच्छे और प्रभावी ढंग से अपने विचार रखे। यह विचार भविष्य में जीवनोपयोगी सिद्ध होंगे।
    विभागों में प्रबोधन और नवाचार के कार्यक्रम क्रियान्वित किए जाएं
    मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने जीवन में बदलाव लाएं, अपने विभाग में प्रबोधन और नवाचार के कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर उसे क्रियान्वित करें। लोगों के व्यक्तिगत जीवन में बदलाव लाने के लिए नवाचार करते रहने से सफलता निश्चित रूप से प्राप्त होती है। इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर विभिन्न विभागों में लगातार कराया जाता रहेगा।
    आयोजन दूसरे दिन के प्रथम सत्र में शामिल हुए विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर का स्वागत मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने औषधि पौधा भेंट कर किया।
    साभार अमर उजाला

  • प्रधानमंत्री का संसद में हंगामा करने वाले विपक्षी दलों पर निशाना, कहा- कुछ लोग आदतन हुड़दंग करते है

    नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष को आड़े हाथों लिया। उन्होंने संसद में हंगामा करने वाले विपक्षी दलों पर निशाना साधा और कहा कि कुछ लोग आदतन हुड़दंग करते हैं। ऐसे बर्ताव से लोकतंत्र का चीरहरण होता है। उन्होंने सांसदों से चुनाव से पहले आहूत संसद सत्र में सार्थक चर्चा की अपील करते हुए कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी के बजट भाषण में सरकार की मजबूत आर्थिक नीतियों की तस्वीर पेश करेंगी। उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण से सरकार का मार्गदर्शन होने का भी जिक्र किया।
    संसद के बजट सत्र की शुरुआत से पहले पीएम मोदी का नया अवतार दिखा। संसद सत्र में मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत 'राम-राम' के साथ की। उन्होंने कहा, वर्ष 2024 का राम-राम। साथियों इस नए संसद भवन में जो पहला सत्र हुआ था, उसके आखिर में एक बहुत ही गरिमापूर्ण फैसला लिया था। और वह फैसला था नारीशक्ति वंदन अधिनियम और उसके बाद 26 जनवरी को भी हमने देखा कि किस प्रकार से देश ने कर्तव्यपथ पर नारी शक्ति के सामर्थ्य को, नारी शक्ति के शौर्य को, नारी शक्ति के संकल्प की शक्ति को अनुभव किया गया।
    साभार अमर उजाला

  • दिग्विजय सिंह बोले- भाजपा ने लोकसभा चुनाव में फायदा लेने के लिए निर्माणाधीन मंदिर में कर दी प्राण प्रतिष्ठा

    रतलाम। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव में फायदा लेने के लिए भाजपा ने निर्माणाधीन मंदिर में ही प्राण प्रतिष्ठा कर दी। ये धर्म शास्त्रों के विरुद्ध है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश में लोकसभा चुनाव में 10 से 15 सीटें जीत सकती है, अगर मशीन न हो तो, आप समझ सकते हैं। दरअसल दिग्विजय सिंह रतलाम के डेलनपुर में एक विवाह समारोह में शामिल होने आए थे। 
    दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा पूरे देश के सरकार गिराने और सरकार बनाने का काम कर रही है। खेला केवल बिहार में ही नहीं पूरे देश में हो रहा है। आपने देखा होगा कि अजित पवार जी के खिलाफ तीन दिन पहले कह रहे थे कि सात हजार करोड़ घोटाले वाले को जेल भेजेंगे और महाराष्ट्र में तीन दिन बाद मुख्यमंत्री बना दिया गया।
    पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसी प्रकार आसाम के मुख्यमंत्री जिनके बारे में पूरी भारतीय जनता पार्टी ने सबसे भ्रस्ट मुख्यमंत्री उपाधि दी थी। वही आज भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री बने हुए हैं। अभी आपने वीडियो देखे होंगे। आज से दो साल पहले नीतीश जी कह रहे थे कि मैं अपने जीवन के आखिरी सांस तक कभी बीजेपी से समझौता नहीं करूंगा। वहीं अमित शाह जी कह रहे हैं कि बता दीजिए नीतीश कुमार और लल्लन जी को कि आपके लिए भाजपा के दरवाजे सदैव के लिए बंद कर दिए गए हैं। 
    अवसरवादिता जो हे उसमें भारतीय जनता पार्टी माहिर है। नीतीश भारतीय जनता पार्टी के साथ चले गए ठीक है, लेकिन वे कब तक रहेंगे, ये न तो नीतीश कुमार को मालूम है न मोदी जी को और न ही अमित शाह जी को मालूम है।
    कांग्रेस नेता पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा भगवान राम को अपमानित कर रही है। धर्म का उपयोग राजनीति में करना भी अपराध है। सभी धर्म एक ही रास्ता बताते हैं वो रास्ता है इंसानियत का, भलमनसाहत का। हमारे धर्म के नारे भी वही है प्राणियों में सद्भावना हो। क्या भाजपा आरएसएस और विहिप जिस रास्ते पर जा रही है क्या यह सद्भावना का रास्ता है? राम मंदिर कभी इन का विषय नहीं रहा। राम मंदिर का विवाद तो 1850 से चल रहा है। 
    साभार अमर उजाला

  • 'हृदय परिवर्तन' के लिए कांग्रेस ने नीतीश कुमार की गिरगिट से की तुलना, ऐन वक्त पर हमें झटका दिया

    नई दिल्ली। नीतीश कुमार के पाला बदलकर भाजपा के संग आने से कांग्रेस बेहद नाराज है। यही नहीं नीतीश कुमार के इस 'हृदय परिवर्तन' के लिए कांग्रेस ने उनकी तुलना गिरगिट तक से कर दी है। कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने नीतीश कुमार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनकी हरकतों से गिरगिट भी शरमा जाएगा। उन्होंने कहा, 'नीतीश कुमार ने 23 अक्टूबर को पटना में मीटिंग बुलाई थी। इसमें 18 पार्टियां मौजूद थीं। इसके बाद बेंगलुरु और मुंबई में भी मीटिंग हुई। नीतीश कुमार ने कोई संकेत नहीं दिया कि ऐसा कुछ कर सकते हैं। बिहार में मौसम वैज्ञानिक होते हैं और वहां आया कुमार, गया कुमार भी होते हैं। जयराम रमेश ने कहा कि ये तो गिरगिट को भी कड़ी टक्कर देते हैं।'
    राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में साथ चल रहे जयराम रमेश ने कहा, 'सही समय पर बिहार की जनता नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री को जवाब जरूर देगी। दिल्ली में बैठकर ये लोग मुहूर्त देते हैं। 14 तारीख को जब हमने मणिपुर से यात्रा शुरू की तो मिलिंद देवड़ा को ले गए और अब जब हमारी यात्रा बिहार पहुंचने वाली है तो नीतीश कुमार को ही निकाल लिया। यह अफसोस की बात है कि ऐन वक्त में उन्होंने हमारा साथ छोड़ा।' उन्होंने नीतीश कुमार के एग्जिट की पूरी पटकथा दिल्ली से लिखे जाने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि दिल्ली से नरेंद्र मोदी सरकार ने ही तय किया था कि नीतीश कुमार को यात्रा से ठीक पहले मिला लिया जाए। 
    जयराम रमेश के अलावा राशिद अल्वी ने भी नीतीश कुमार पर सवाल उठाए हैं। राशिद अल्वी ने कहा कि नीतीश कु्मार ने राजनीति की नई परिभाषा बताई है। बिहार में जो कुछ हो रहा है, उसके लिए मैं किसी को दोष नहीं देना चाहता। लेकिन इतना है कि अब देश के लोगों को नेताओं और दलों पर कोई भरोसा नहीं रहेगा। जो कुछ बिहार में हो रहा है, उससे देश के लोग राजनीति में भरोसा करना छोड़ देंगे। दरअसल आज INDIA अलायंस जिस स्वरूप में है, उसे नीतीश कुमार ने ही धार दी थी। वही उसके शिल्पकार थे औऱ लगातार कांग्रेस के साथ अन्य दलों को जोड़ने के लिए मेहनत कर रहे थे। ऐसे में उनका ही पाला बदल लेना INDIA अलायंस के लिए बड़ा झटका है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अमित शाह और नीतिश कुमार पर तंज कसते हुए बोले दिग्विजय सिंह- इनकी कथनी और करनी में अंतर

    इंदौर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और गृह मंत्री अमित शाह को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आड़े हाथों लिया। वे रविवार को इंदौर आए थे। उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं की कथनी और करनी में अंतर होता है। वे बोले हमें कभी उम्मीद नहीं थी कि नीतिश कुमार ऐसा कदम उठाएंगे। वे पहले ही कह चुके थे कि किसी हालत में मरते दम तक भाजपा के साथ नहीं जाएंगे। वे संयोजक बनना चाहते थे तो बना देते, इसमें किसी को कोई दिक्कत नहीं थी। उन्हीं के द्वारा विपक्षी गठबंधन का प्रयास किया गया था। सभी ने मिलकर उन्हें संयोजक बनने का आफर भी दिया था जिसे उन्होंने ही मना कर दिया। फिर इस तरह का कदम उठाने का क्या मतलब है। वे खुद डेढ़ वर्ष से भाजपा का सामूहिक विरोध करने की पहल कर रहे थे। यह कैसा नेता जो कहे कुछ और करे कुछ। 
    अमित शाह भी बोले थे नीतीश को नहीं लेंगे
    दिग्विजय सिंह ने कहा कि अमित शाह ने कहा था कि नीतीश आना भी चाहेंगे तो नहीं लेंगे, मगर वे उनके साथ हो लिए। दिग्विजय ने कहा कि इन नेताओं की कथनी और करनी में अंतर है। 
    मैं लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा
    वहीं दिग्विजय ने राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में कार्यकर्ताओं से कहा कि मेरे लोकसभा चुनाव लड़ने का प्रश्न ही नहीं उठता क्योंकि मैं राज्यसभा सदस्य हूं और अभी मेरा सवा दो साल का कार्यकाल बचा है। दिग्विजय सिंह इन दिनों राजगढ़ जिले की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में जाकर पार्टीजन से चर्चा कर रहे हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा लोकसभा चुनाव में विधानसभा से एक प्रतिशत वोट अधिक जीतने पर कर रही फोकस

    इंदौर। भाजपा को मप्र विधानसभा चुनाव में 2018 की तुलना में 9 प्रतिशत वोट अधिक हासिल हुए। अब लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा 10 प्रतिशत अधिक वोट हासिल करने पर ध्यान दे रही है। इसी के तहत रणनीति भी बनाई जा रही है। 
    मानिकबाग रोड स्थित गुरु अमरदास हॉल में हुई भाजपा महानगर की बैठक में संभाग प्रभारी राघवेंद्र गौतम ने कहा कि हम पिछले एक वर्ष से बूथ विस्तार का कार्य कर रहे हैं जिसके फलस्वरूप 2018 के चुनाव की अपेक्षा 2023 विधानसभा चुनाव में हमने 9% ज्यादा वोट हासिल किए हैं अब हमें 10% से ओर अधिक वोट प्राप्त करना है। यह वोट मध्यप्रदेश के कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम से प्राप्त हुए हैं। 
    लोकसभा चुनाव सामने है और पार्टी के प्रत्येक पदाधिकारी को एक बूथ पर अवश्य जाना है। जो विपक्षी ईवीएम का रोना रोते हैं उन्हें यह पता नहीं है कि भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता कितना मेहनती है। गौतम ने आगे कहा कि मुझे आशा है कि पूरे देश में जिस तरह इंदौर सफाई में नंबर वन है वैसे ही सर्वाधिक मतों से लोकसभा में जीतने वाली लोकसभा सीट भी इंदौर ही होगी।
    गांव चलो अभियान के नगर संयोजक वीरेंद्र व्यास ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से करने कार्य योजनाओं एवं रूपरेखा की जानकारी देते हुए बताया कि अभियान तीन चरणों में होना है। प्रथम चरण के अंतर्गत 20 जनवरी से 3 फरवरी तक सारी तैयारियां पूर्ण करना हैं, उसके पश्चात दूसरे चरण में 4 फरवरी से 11 फरवरी के बीच कार्यकर्ताओं को प्रवास करना है जिसके अंतर्गत इंदौर नगर में 9 से 11 तारीख तक कार्यकर्ता प्रवास करेंगे और तीसरा चरण 14 फरवरी को होगा जिसमें अभियान की समीक्षा बैठक होगी। 
    बैठक में यह रहे मौजूद
    इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट, नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, संभाग प्रभारी राघवेंद्र गौतम, सांसद शंकर लालवानी, वरिष्ठ भाजपा नेता कृष्णमुरारी मोघे, बाबू सिंह रघुवंशी, गोपीकृष्ण नेमा, प्रदेश उपाध्यक्ष जीतू जिराती, विधायक रमेश मेंदोला, राकेश गोलू शुक्ला, मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़, महेंद्र हार्डिया, युवा आयोग अध्यक्ष निशांत खरे, मध्यप्रदेश सफाई कर्मचारी आयोग अध्यक्ष प्रताप करोसिया, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी दीपक जैन टीनू, प्रवक्ता गोविंद मालू, नगर महामंत्री सुधीर कोल्हे, सविता अखंड, संदीप दुबे अभियान के नगर संयोजक वीरेंद्र व्यास, सहसंयोजक विजय बिंजवा, संजय कटारिया मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
    साभार अमर उजाला

  • सीएम पद से नीतीश कुमार ने दिया इस्तीफा, शाम तक ले सकते हैं शपथ

    पटना। बिहार में कई दिनों से चल रहे राजनीतिक उथल पुथल का अंतिम दौर शुरू हो गया है। लगता है कि पूरे प्रकरण का आज शाम तक पटाक्षेप हो जाएगा। इस बीच खबर मिल रही है कि  नीतीश ने अपने इस्तीफा का फैसला कर लिया  है। मुख्यमंत्री नीतीश इस्तीफा देने के लिए राजभवन पहुंचे और राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को अपना त्यागपत्र सौंप दिया। राज्यपाल के निर्देश पर  फिलहा कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार काम कर रहे हैं।
    इस बीच खबर मिल रही है कि राजभवन के लिए रवाना होने से पहले नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया। पीएम मोदी ने उन्हें अग्रिम बधाई दी। उससे पहले ही ,सीएम आवास और राजभवन के पास हलचल बढ़ गई थी। पीएम से बधाई और आश्वासन मिलने के बाद नीतीश कुमार अपने विश्वास पात्रों के् साथ राजभवन के लिए रवाना हो गए।
    इससे पहले सीएम आवास पर जदयू के नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक हुई। विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को सभी फैसला लेने के लिए पार्टी की ओर से अधिकृत कर दिया गया है। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री पहले गवर्नर हाउस जाकर अपने पद से इस्तीफा देंगे और उसके बाद बीजेपी का समर्थन पत्र लेकर नई सरकार बनाने का दावा करेंगे। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है। सीएम आवास की सुरक्षा बढा दी गई है। राजभवन के पास भी सरगर्मी बढ़ गई है। सीएम आवास पर सड़क पर बैरिकेडिंग कर दी गयी है। वहां से भीड़ को हटाने का काम शुरू हो गया है। 
    जानकारी के मुताबिक पहले नीतीश कुमार अपना इस्तीफा राजभवन जाकर राज्यपाल को सौंपेंगे। उसके साथ ही बीजेपी के नेता एनडीए का समर्थन पत्र नीतीश कुमार को सौंप देगी। शाम तक नीतीश कुमार नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
    इस बीच खबर मिल रही है तो दोपहर तक बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के पटना पहुंचने की संभावना है। बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि अगली सरकार का शपथ ग्रहण समारोह आज ही होगा। जेपी नड्डा शपथ ग्रहण समारोह में शामिल भी हो सकते हैं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • असम सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कहा- 'राहुल गांधी के हमशक्ल का नाम-पता सब बताऊंगा'

    गुवाहाटी। असम सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि वह जल्द ही राहुल गांधी के हमशक्ल का नाम-पता बताएंगे। हिमंत बिस्व सरमा ने बीते दिनों आरोप लगाया था कि असम में राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी के हमशक्ल का इस्तेमाल किया गया। अब जब उनसे उनके दावे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा है कि वह जल्द ही हमशक्ल के नाम-पते की जानकारी साझा करेंगे।
    हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि 'मैं ऐसे ही बातें नहीं बोलता हूं। हमशक्ल का नाम और कैसे ये सब किया गया, इसकी पूरी जानकारी दूंगा। बस कुछ दिन का इंतजार करिए।' शनिवार को असम सीएम सोनितपुर जिले में थे, वहीं पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने ये बात कही। सरमा ने कहा 'मैं रविवार को डिब्रूगढ़ में रहूंगा और अगले दिन गुवाहाटी जाऊंगा। एक बार जब मैं गुवाहाटी पहुंच जाऊंगा तो मैं हमशक्ल का नाम और पते की जानकारी दूंगा।'
    राहुल गांधी द्वारा हिमंता बिस्व सरमा को सबसे ज्यादा भ्रष्ट सीएम बताया गया और उन्होंने दावा किया कि असम में कांग्रेस की सरकार सत्ता में आएगी। अब हिमंता बिस्व सरमा ने कहा कि 'उन्हें हराने के लिए सभी गांधी- सोनिया, प्रियंका और राहुल को आना होगा। प्रियंका गांधी के बेटे को भी आने दीजिए। वह (कांग्रेस) पहले ही आत्मसमर्पण कर चुके हैं।' असम सीएम ने दावा किया कि 'लोकसभा चुनाव में भाजपा राज्य में साढ़े 11 सीटें जीतेगा और हम कोशिश कर रहे हैं कि इसे 12 में कैसे बदला जाए। हम कांग्रेस को लेकर बिल्कुल चिंतित नहीं हैं।' राज्य में 14 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से अभी नौ सीटों पर भाजपा का कब्जा है।
    राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने बीते गुरुवार को असम का चरण पूरा किया था। इसके बाद असम सीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा कहा जा रहा है कि असम में न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी की जगह उनके हमशक्ल का इस्तेमाल किया गया। बस से लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन करने के लिए राहुल गांधी के हमशक्ल का इस्तेमाल किया गया। सरमा ने ये भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी की यात्रा के दौरान असम के लोगों को भड़काने की कोशिश की गई। 
    साभार अमर उजाला

  • भाषण के दौरान भावुक हो गए पीएम मोदी, कहा- काश मैं ऐसे घर में रह पाता

    सोलापुर। महाराष्ट्र के सोलापुर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच पर भाषण के दौरान भावुक हो गए। शुक्रवार को उन्होंने राज्य के लाभार्थियों से बात की। इस दौरान बचपन का जिक्र आते ही उन्होंने कुछ पलों के लिए बीच में ही भाषण रोक दिया। पीएम आवास योजना को लेकर उन्होंने कहा कि काश उन्हें भी बचपन में ऐसे घर में रहने का मौका मिला होता।
    पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे खुशी है कि सोलापुर के हजारों गरीबों के लिए, हजारों मजदूर साथियों के लिए हमने जो संकल्प लिया था, वो आज पूरा हो रहा है। आज पीएम आवास योजना के तहत देश की सबसे बड़ी सोसायटी का लोकार्पण हुआ है। और मैं जाकर देखकर आया कि काश मुझे भी बचपन में ऐसे घर में रहने का मौका मिला होता।'
    इतना कहकर पीएम मोदी ने अचानक कुछ देर के लिए भाषण रोक दिया। इसके बाद उन्हें भावुक होकर कहा, 'ये चीजें देखता हूं तो मन को इतना संतोष होता है, ये हजारों परिवारों के सपने जब साकार होते हैं, तो उनके आशीर्वाद मेरी सबसे बड़ी पूंजी होते हैं। जब मैं इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास करने आया था, तब मैंने आपको गारंटी दी थी कि आपके घरों की चाबी देने भी मैं खुद आऊंगा।'
    साभार लाइवहिन्दुस्तान

     

  • मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मोदी के मास्टर प्लान को बिहार में करेंगे साकार

    भोपाल। मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप कार्ड चला है। इस कार्ड के जरिए उनकी रणनीति बिहार और उत्तर प्रदेश के यादव वोटरों को साधना है। बिहार की सत्ता पर काबिज राजद का कोर वोटर यादव हैं, भाजपा इस समुदाय के वोटर को अपनी तरफ खिंचने का प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उम्मीदों पर खरे उतरने के लिए अब सीएम डॉ. मोहन यादव भी जुट गए हैं। वे 18 जनवरी को बिहार जा रहे हैं। वहां कृष्ण भक्तों के साथ सभा करेंगे। 
    लालू प्रसाद यादव को बिहार में यादवों का सबसे बड़ा नेता माना जाता रहा है। इसी विरासत को अब तेजस्वी यादव संभाल रहे हैं। बिहार की सत्ता पर लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद नीतिशकुमार की जदयू के साथ गठबंधन में काबिज है। बिहार में यादव आबादी 14 प्रतिशत से अधिक है। वहां की राजनीति में भी यादव ही ताकतवर हैं। यादव वोटर लालू यादव की राजद के साथ जुड़ा है। अभी तक उसके इस वोट बैंक में ज्यादा बिखराव नहीं होता है। अब भारतीय जनता पार्टी इसमें सेंधमारी की कोशिश कर रही है। इसलिए एमपी में डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने बिहार के यादवों को बड़ा संदेश दिया है। 
    बिहार में पिछले साल ही जातिगत जनगणना के आंकड़े आए हैं। इसमें यादवों की जनसंख्या 14 प्रतिशत और अन्य पिछड़ा वर्ग की आबादी 36 प्रतिशत के करीब है। मध्य प्रदेश में 50 प्रतिशत से अधिक ओबीसी वोटर हैं। बिहार में ओबीसी समाज के लोगों को हक देने की बात की है। यहां मध्य प्रदेश में भाजपा ने ओबीसी वर्ग और यादव समाज से सीएम बना दिया है। इससे यह संदेश देने की कोशिश की है कि बिहार में सिर्फ बात हो रही है और एमपी में भाजपा ने करके दिखा दिया। 
    वरिष्ठ पत्रकार एनके सिंह का कहना है कि डॉ. मोहन यादव को आगे कर भाजपा बिहार और उत्तर प्रदेश में यादव वोटरों को साधने की कोशिश कर रही है। बिहार में यादव समुदाय राजनीतिक रूप से मजबूत है। भाजपा मोहन यादव को यादवों को नेता को प्रोजेक्ट करने की कोशिश कर रही है। इसमें डॉ. यादव भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उनके सीएम बनने के बाद उन्होंने मुख्य पदों पर यादव अधिकारियों को बैठाया है। इससे यह संदेश देना का प्रयास है कि यदि बिहार में भी भाजपा की सरकार बनती है तो यादव समुदाय को अच्छा मौका मिलेगा।
    साभार अमर उजाला

  • इंदौर में जन आभार यात्रा में सीएम का स्वागत देख थम गई निगाहें, विदेशों जैसी आतिशबाजी और फूलों की बारिश

    इंदौर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के लिए बुधवार को इंदौर रोड शो में आयोजित किया गया। जन आभार यात्रा के नाम से किए गए इस रोड शो में मुख्यमंत्री ने बड़ा गणपति से राजवाड़ा तक डेढ़ किमी की दूरी तय की। करीब साढ़े पांच बजे बड़ा गणपति से रोड शो शुरू हुआ। इसमें आतिशबाजी देख लोगों को विदेशों की याद आ गई। फोटोग्राफर जयेश मालवीय ने रोड शो की खास तस्वीरों को कैमरे में कैद किया...
    रथ पर उनके साथ सबसे आगे प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और मंत्री तुलसी सिलावट मौजूद रहे। इनके अलावा महापौर पुष्यमित्र भार्गव और सांसद शंकर लालवानी के साथ विधायक रमेश मेंदोला, उषा ठाकुर, मालिनी गौड़, महेंद्र हार्डिया, मनोज पटेल और अन्य भाजपा नेता मौजूद रहे। रात 8 बजे मुख्यमंत्री ने राजवाड़ा स्थित माता अहिल्या की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर रोड शो का समापन किया। 
    रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अब शहर, प्रदेश और देश में तीनों जगह भाजपा की सरकार है। हम सब मिलकर इंदौर को विश्व का सबसे बेहतर शहर बनाएंगे। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीबों और मजदूरों की दिक्कतों को दूर करने के अभियान में जुटे हैं। डॉ. यादव का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं भी समय से पहले रोड शो के मार्ग पर पहुंच गई। कुछ महिलाओं ने राम मंदिर के बड़े स्टिकर हाथ में ले रखे थे। वह इस रोड शो के बहाने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से जुड़े कार्यक्रम के लिए भी आभार जता रहीं थी।  
    रोड शो के दौरान ब्राह्मण, राजपूत, यादव, पिछड़ा वर्ग समेत अनेकों समाजों ने अपने मंच लगाए। इसी तरह कई व्यापारिक संगठन और शहर की प्रमुख संस्थाओं ने भी अपने मंच तैयार किए।
    मुख्यमंत्री मोहन यादव के रोड शो के लिए बड़ा गणपति से राजवाड़ा तक हर 10 फीट की दूरी पर एक स्वागत मंच लगा। शहर के सभी विधायकों, पार्षदों के साथ-साथ सांसद शंकर ललवानी और महापौर पुष्यमित्र भार्गव के समर्थकों ने अपने-अपने अलग स्वागत मंच लगाए।
    डॉ. यादव का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं भी समय से पहले रोड शो के मार्ग पर पहुंच गई। कुछ महिलाओं ने राम मंदिर के बड़े स्टिकर हाथ में ले रखे थे। वह इस रोड शो के बहाने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से जुड़े कार्यक्रम के लिए भी आभार जता रहीं थी।  
    डॉ. मोहन यादव का रोड शो इंदौर की तीन विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरा। बड़ा गणपति से शो शुरू हुआ जो इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक एक में आता है। यहां से मंत्री कैलाश विजयवर्गीय विधायक हैं। इसके बाद रोड शो इंदौर-4 से गुजरा जहां से पूर्व महापौर मालिनी गौड़ विधायक हैं। इसके बाद रोड शो राजवाड़ा पर खत्म हुआ, जो विधानसभा क्षेत्र क्रमांक तीन का हिस्सा है। यहां से राकेश गोलू शुक्ला विधायक हैं।  
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री मोहन यादव का आज इंदौर में रोड शो, ऐसी रहेगी ट्राफिक व्यवस्था

    इंदौर। आज मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का इंदौर में रोड शो हैं। कार्यक्रम के दौरान वे एयरपोर्ट से बड़ा गणपति से राजवाड़ा पहुचेंगे। यातायात व्यवस्था हेतु डायवर्सन स्थल पर पर्याप्त बल लगाया गया है जो कि वाहनों को परिवर्तित मार्ग से संचालित करवाएंगे। अतः वाहन चालक VIP रूट एयरपोर्ट से बड़ा गणपति और राजवाड़ा तक आने से बचें। Indore Traffic Plan Today के तहत व्यवस्था निम्नलिखित होगी जो कि कार्यक्रम समाप्ति तक लागू रहेगी -
    ● बड़ा गणपति से राजवाड़ा VIP रोड शो मार्ग आवागमन के लिए पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा वाहन चालक इस मार्ग पर आने से बचें। 
    ● जो वाहन खंडवा रोड, भंवरकुआ से एयरपोर्ट आवागमन करना चाहते है वह चन्दननगर, नावदापन्थ, दिलीप नगर कट होते हुए जा सकते हैं। 
    ● उज्जैन रोड एवं विजयनगर की और से एयरपोर्ट के आवागमन हेतु सुपर कॉरिडोर रोड का उपयोग करें।
    ● टाटा स्टील से बड़ा बागड़दा, सुपरकोरिडोर होते हुए एयरपोर्ट आवागमन कर सकते हैं।
    ● उज्जैन से आने वाली समस्त बसें बाणगंगा ब्रिज टर्निंग से रेलवे क्रॉसिग लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन के सामने से एम.आर. -04 होते हुए जीएसआईटीएस से सरवटे बस स्टैंड आ सकेंगी।
    ● उज्जैन जाने वाली समस्त बसें जीएसआईटीएस से बल्लभ नगर, एम.आर. -04 होते हुए लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन के सामने से होते हुए रेलवे क्रॉसिग बाणगंगा ब्रिज टर्निंग से उज्जैन जा सकेंगी ।
    ● सिटी बसों के लिए प्रतिबंधित मार्ग
    1. गांधी चौक से राजवाड़ा तक का मार्ग।
    2. पटेल प्रतिमा से राजवाड़ा तक का मार्ग।
    3.  एयरपोर्ट से कालानी नगर, बड़ागणपति, राजमोहल्ला की ओर जाने वाला मार्ग।
    5.  बड़ागणपति से नगरनिगम, गांधीचौक की ओर जाने वाला मार्ग।
    6.  कलेक्ट्रेट कार्यालय से राजवाड़ा की ओर जाने वाला मार्ग।
    ●  रोड शो में सम्मिलित होने वाले लोगो के बस / कार हेतु पार्किंग दलाल बाग, मल्हार आश्रम, वैष्णव स्कूल राजमोहल्ला, चिमनबाग मैदान, लाल बाग पैलेस पार्किंग,  दशहरा मैदान पार्किंग रहेगी।
    रूट / पार्किंग प्लान:-
    1. धार रोड एवं राऊ की तरफ से चंदन नगर होकर आने वाली बसे कारें आदि वैष्णव स्कूल, राजमोहल्ला में बसें खड़ी कर उतारेंगे जो लोग अंतिम चौराहा एवं मालगंज, लोहारपट्टी होकर कार्यक्रम हेतु जा सकेंगे।
    2. महू , राऊ, पीथमपुर, खण्डवा से आने वाली बसें कार महूनाका से कलेक्ट्रेट मोती तबेला होकर हरसिद्दी पर आकर लोगों को उतारेंगे एवं दशहरा मैदान तथा लालबाग पैलेस मैंदान में वाहन पार्क करेंगे । यात्री मच्छी बाजार, यशवंत चौराहा होकर कार्यक्रम में जा सकेंगे ।
    3. गांधीनगर, हातोद, देपालपुर की तरफ से आने वाली बसें, कारें सुपर कोरिडोर चौराहा से बाएं मुड़कर एवं बांगड़दा चौराहा से दाहिने मुड़कर लक्ष्मी बाई मंडी के सामने से टाटा स्टील चौराहा से दाहिने मुड़कर दलाल बाग मैंदान में पार्क करेंगे। यात्री दलाल बाग से महावीर बाग, पीलियाखाल पुल, बड़ा गणपति होकर कार्यक्रम में जा सकेंगे।
    4. उज्जैन रोड से आने वाली बसें कारें लवकुश चौराहा, टीसीएस चौराहा, बांगड़दा चौराहा से बाये मुड़कर दलाल बाग में वाहनों को पार्क करेंगे एवं यात्री महावीर बाग, पीलियाखाल पुल, बड़ा गणपति होकर कार्यक्रम में जा सकेंगे।
    5. खंडवा रोड से आने वाली बसें आईटीपार्क, चौइथराम चौराहा से माणिकबाग कलेक्ट्रेट, मोतीतबेला होकर हरसिद्दी पर आकर लोगों को उतारेंगे एवं दशहरा मैदान तथा लालबाग पैलेस मैदान में वाहन पार्क करेंगे। यात्री मच्छी बाजार, यशवंत चौराहा होकर कार्यक्रम में जा सकेंगे।
    6. बाणगंगा की तरफ से आने वाली बस / कार मरीमाता चौराहा क्रॉस करके सदर बाजार थाने के सामने वाले मैदान में पार्क करेंगे लोग इमली बाजार चौराहा होकर कार्यक्रम में जा सकेंगे।
    7. शहर से आने वाली कारें डीआरपी लाइन चौराहा, शिवालय मार्ग, भागीरथपुरा तिराहा से पोलोग्राउंड से बाएं मुड़कर मल्हार आश्रम में वाहन पार्क करेंगे और रामबाग चौराहा, इमली बाजार चौराहा होकर कार्यक्रम में जा सकेंगे।
    8. बाणगंगा की तरफ से आने वाली कारें मरीमाता चौराहा से बाएं मुड़कर पोलो ग्राउण्ड चौराहा से दाहिने मुड़कर मल्हार आश्रम में वाहन पार्क करेंगे और दर्शक रामबाग चौराहा, इमली बाजार चौराहा से बाएं मुड़कर कार्यक्रम में जा सकेंगे।
    9. लसूड़िया, बापट चौराहा, परदेशी पुरा, नंदानगर, एलआईजी की तरफ से आने वाली बसें कारें परदेशी पुरा चौराहा से भण्डारी ब्रिज या राजकुमार ब्रिज से डीआरपी लाइन से चिमनबाग मैदान में पार्क करेंगे। यात्री नगर निगम चौराहा, रामबाग चौराहा, इमली बाजार चौराहा से बाएं मुड़कर कार्यक्रम में जा सकेंगे। 
    साभार अमर उजाला

  • चंडीगढ़ में कांग्रेस उम्मीदवार वापस लेंगे नामांकन? कांग्रेस और आम आदमी पार्टी गठबंधन पर लग सकती है मुहर

    चंडीगढ़. चंडीगढ़ में मेयर चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है. यहां आम चुनाव से पहले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी गठबंधन मेयर चुनाव में उतरने जा रहा है. दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत अंतिम दौर में पहुंच गई है. गठबंधन पर कभी भी दोनों पार्टियों के हाईकमान की मुहर लग सकती है. ऐसे में कांग्रेस उम्मीदवार अपना नामांकन पत्र वापस ले सकते हैं. चंडीगढ़ में संख्या का गुणा-भाग कुछ ऐसा है कि बिना कांग्रेस की मदद के आम आदमी पार्टी को मेयर की कुर्सी नहीं मिल सकती है. 
    फिलहाल, गठबंधन से पहले कांग्रेस ने अपने सभी पार्षदों की बाड़ेबंदी कर दी है. कांग्रेस ने अपने सभी पार्षदों को चंडीगढ़ से बाहर एक गुप्त जगह पर रखा है.
    सूत्रों का कहना है कि INDIA अलायंस के तहत कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने एकजुट होकर चंडीगढ़ मेयर चुनाव में उतरने की तैयारी कर ली है. आज कांग्रेस के मेयर पद के उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकते हैं. अंतिम दौर की बातचीत चल रही है. कुल 35 सदस्यों वाले चंडीगढ़ नगर निगम में 18 जनवरी को मेयर के चुनाव होने वाले हैं.
    साभार आज तक

  • युवा चेहरे मिलिंद देवड़ा ने भी सोशल मीडिया पर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

    मुंबई। लगातार हार से कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं का विश्वास डगमगाया हुआ है। यही वजह है कि हाल के सालों में पार्टी के कई बड़े नामों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। अब इस कड़ी में नया नाम पार्टी के युवा चेहरे मिलिंद देवड़ा का भी जुड़ गया है। मिलिंद देवड़ा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का एलान किया। मिलिंद देवड़ा की गिनती कांग्रेस के युवा चेहरों में होती थी, लेकिन अब उनके जाने से महाराष्ट्र में पार्टी को झटका लगेगा।
    मिलिंद देवड़ा कांग्रेस छोड़कर एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल होंगे। दरअसल मिलिंद देवड़ा जिस दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं, उस सीट के गठबंधन के तहत शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के पास जाने की चर्चाएं हैं। दक्षिण मुंबई सीट पर पिछली दो बार से (2014 और 2019) शिवसेना के अरविंद सावंत चुनाव जीतते आ रहे हैं। ऐसे में चर्चाएं हैं कि शिवसेना इस बार भी दक्षिण मुंबई सीट पर अपनी दावेदारी कर रही है। चूंकि कांग्रेस का महाराष्ट्र में शिवसेना (उद्धव) और एनसीपी के साथ गठबंधन है। ऐसे में गठबंधन के तहत मिलिंद देवड़ा को दक्षिण मुंबई सीट छोड़नी पड़ सकती थी। ऐसे में माना जा रहा है कि अब मिलिंद देवड़ा एकनाथ  शिंदे की शिवसेना में शामिल होकर दक्षिण मुंबई सीट से फिर चुनाव मैदान में उतर सकते हैं।
    मिलिंद देवड़ा और उनके परिवार का भारतीय राष्ट्रीय  कांग्रेस से लंबा रिश्ता रहा है। मिलिंद के पिता मुरली देवड़ा कांग्रेस के बड़े नेताओं में शुमार किए जाते थे और वह यूपीए सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री और कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्री रहे। मुरली देवड़ा तीन बार दक्षिण मुंबई सीट से लोकसभा सांसद रहे। बीते पांच दशकों से देवड़ा परिवार कांग्रेस से जुड़ा रहा है। मिलिंद देवड़ा ने भी जब कांग्रेस छोड़ने का एलान किया तो उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि वह कांग्रेस पार्टी के साथ अपने 55 सालों के रिश्ते का भी अंत कर रहे हैं। मुरली देवड़ा को पूर्व पीएम राजीव गांधी का करीबी माना जाता था और साल 1999 में महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार को सत्ता में लाने में उनकी अहम भूमिका थी। मिलिंद देवड़ा का कांग्रेस से इस्तीफे एक युग का अंत माना जा रहा है। 
    मिलिंद देवड़ा का जन्म  4 दिसंबर 1976 को मुंबई में हुआ। मिलिंद के पिता मुरली देवड़ा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा हैं। पिता की राह पर चलते हुए मिलिंद भी राजनीति में आए और कांग्रेस पार्टी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। मिलिंद देवड़ा ने अमेरिका की बोस्टन यूनिवर्सिटी से प्रबंधन में स्नातक किया है। राजनीति में आने से पहले मिलिंद देवड़ा ने अमेरिका और भारत में कॉरपोरेट सेक्टर में विभिन्न पदों पर काम किया। साल 2008 में उन्होंने फिल्म निर्माता मनमोहन शेट्टी की बेटी पूजा शेट्टी से शादी की थी। मिलिंद देवड़ा की पत्नी पूजा शेट्टी एक फिल्म निर्माण कंपनी में मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर हैं। मिलिंद देवड़ा ने साल 2004 में दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे और उनका नाम देश के सबसे युवा सांसदों में भी शुमार है। इसके बाद वह 2009 के लोकसभा चुनाव में भी दक्षिण मुंबई सीट से जीत दर्ज करने में सफल रहे। हालांकि 2014 और 2019 के आम चुनाव में मिलिंद देवड़ा को हार का सामना करना पड़ा।
    साभार अमर उजाला 

  • सीट शेयरिंग को लेकर वामदल ने कर दी बड़ी मांग, कहा- जदयू का 17 पर हक नहीं

    पटना। बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में शीट शेयरिंग को लेकर सियासित जारी है। सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड अब भी अपनी 17 सीटों की मांग पर अड़ी हुई है। वहीं अब इस मामले में वाम दल की ओर भी प्रतिक्रिया आई है। वाम दल ने जदयू की 17 सीटों की मांग पर ऐतराज जताया है। उनका कहना है कि बिहार में 17 लोकसभा सीट पर जदयू का कोई हक नहीं बनता है। वहीं डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सीट शेयरिंग के सवाल पर कहा कि गठबंधन के बड़े नेता इसपर तय करेंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मीडिया को जानकारी देकर सीट का बंटवारा नहीं होता है। 
    वामदल के विधायक रामबली सिंह यादव ने इस मामले में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जदयू का 17 लोकसभा सीट पर कोई हक नहीं बनता है। हमलोगों की स्थिति काराकाट, आरा, पाटलिपुत्र और जहानाबाद में काफी मजबूत है। हमलोगों की मांग हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव में हमें यह सीटें चाहिए। बता दें कि जहानाबाद और काराकाट सीट पर जदयू का कब्जा है। काराकाट सीट पर जदयू के महाबली सिंह सांसद हैं। वहीं जहानाबाद सीट पर जदयू के चंदेश्वर चंद्रवंशी सांसद हैं। वामदल के इस मांग के बाद महागठबंधन के अंदर सियासी घमासान मच गया। 
    इधर, वामदल के मांग पर जदयू के वरीय नेता भीष्म सहनी ने कहा कि हमलोग किसी भी हालत में अपनी सीट नहीं छोड़ेंगे। वामदल राजद से शीट शेयरिंग के मामले पर बात करें। हमलोगों 17 सीटों की मांग कर रहे हैं। यह वाजिब मांग है। इन सीटों पर जदयू ने लोकसभा 2019 का चुनाव जीता था। इसलिए इन सीट पर हमारा हक है। इसमें कहीं कोई संशय नहीं है कि हमलोग इस बार भी इन सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। भीष्म सहनी ने कहा कि 20 जनवरी को सभी सीट का फॉर्मूला सामने आएगा। इससे पहले जदयू के विधायक और बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने सोशल मीडिया पर कहा था कि इंडिया गठबंधन में जदयू के 17 सीटों के दावों का आधार भी है। पिछले लोकसभा चुनाव में जदयू पार्टी ने 16 सीटों पर जीत हासिल की थी, कुल मिलाकर 17 सीटों पर हमलोग लड़े थे।
    साभार अमर उजाला

  • प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सुबह-सुबह किया मतदान, बोलीं- बांग्लादेश भाग्यशाली है कि भारत उसका दोस्त है

    ढाका। बांग्लादेश में हिंसा के बीच वोटिंग हो रही है। सुबह आठ बजे मतदान शुरू हुआ। उपद्रवियों के द्वारा अब तक करीब 17 पोलिंग बूथ को आग के हवाले कर दिया गया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना आज सुबह-सुबह मतदान किया।
    इसके बाद उन्होंने भारत की जमकर तारीफ की। हसीने ने कहा, 'हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हमारे पास भारत जैसा भरोसेमंद दोस्त है। मुक्ति संग्राम के दारौन उन्होंने हमारा समर्थन किया। 1975 के बाद जब हमने अपना परिवार खो दिया तो भारत ने हमें आश्रय दिया। भारत के लोगों को हमारी शुभकामनाएं।'
    बांग्लादेश के निर्वाचन आयोग के अनुसार, 42,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर रविवार को होने वाले मतदान में कुल 11.96 करोड़ पंजीकृत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। चुनाव में 27 राजनीतिक दलों के 1,500 से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं और उनके अलावा 436 निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं। भारत के तीन पर्यवेक्षकों समेत 100 से अधिक विदेशी पर्यवेक्षक 12वें आम चुनाव की निगरानी रखेंगे। यह चुनाव कड़ी सुरक्षा के बीच कराया जा रहा है। निर्वाचन आयोग ने कहा कि नतीजे आठ जनवरी की सुबह से आने की उम्मीद है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मुख्यमंत्री मोहन यादव ने फुटपाथ पर सोए लोगों को किए कंबल वितरण

    उज्जैन। मीडिया से चर्चा में सीएम डॉ. यादव ने कहा सुबह मैं दिल्ली में था। राजनाथ सिंह जी के साथ हम हरिद्वार गए। वहां से देहरादून गए और इंदौर होते हुए मैं उज्जैन आया हूं। मुझे इस बात का संतोष है कि हमने वहां साधु-संतों को 2028 के कुंभ के लिए आमंत्रण दिया है और कहा है कि आप उज्जैन आइए, हम अच्छे से सिंहस्थ का आयोजन करेंगे।
    उन्होंन कहा कि मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि विकास के कामों को लेकर हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं। नई सरकार के गठन के साथ हम शिवराज सिंह चौहान के कामों को आगे बढ़ाते चल रहे हैं। रात के समय ठंड का माहौल है और ऐसे में यदि गरीब भाई-बहन फुटपाथ पर सोए हुए हैं तो उनकी मदद कर रहे हैं। कोशिश करेंगे कि सभी रैन बसेरों में सोए।
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव मंच पर तलवार लहराते नजर आए, लगे 'जय जय श्रीराम के नारे', वीडियो वायरल

    जबलपुर. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का एक नया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मुख्यमंत्री को एक सम्मान समारोह के दौरान मंच पर तलवार लहराते हुए देखा जा सकता है.  जबलपुर शहर का यह वीडियो बताया जा रहा है. बुधवार को एक सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री को तलवार भेंट की गई थी. उत्तर मध्य क्षेत्र के विधायक अभिलाष पांडे ने मंच पर सीएम को तलवार दी थी.  मुख्यमंत्री ने म्यान से तलवार निकाली और मुस्कुराते हुए लहराने लगे. यह देख मौके पर मौजूद भीड़ ने 'जय जय श्री राम' के नारे लगाने शुरू कर दिए. जबलपुर में वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के पहले सीएम को तलवार भेंट की गई थी. 
    यह पहला मौका नहीं है जब डॉ मोहन यादव को इस तरह तलवार लहराते हुए देखा गया हो. मुख्यमंत्री बनने से पहले भी वह अखाड़ों में पहलवानी करते और तलवार चलाते देखे जा चुके हैं.  इससे पहले मोहन सिंह यादव का एक वीडियो जमकर वायरल हुआ. इस वीडियो में महाकल की नगरी के रहने वाले इस राजनेता को दोनों हाथ से तलवारबाजी करते हुए देखा जा सकता है. 
    साभार आज तक 

  • भाजपा ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को भव्य और ऐतिहासिक बनाने की तैयारी शुरू की, पीएम मोदी ने संभाली कमान

    नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को भव्य और ऐतिहासिक बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद आगे आकर इसका नेतृत्व कर रहे हैं। अन्य भगवा संगठन उनके प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं। मंदिर निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा समारोह का जिक्र प्रधानमंत्री के हाल के लगभग हर भाषणों में होता है। वह लगातार लोगों को यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि इस ऐतिहासिक अवसर को लेकर कितने उत्साहित हैं।
    पीएम मोदी ने अयोध्या में विभिन्न परियोजनाओं का अनावरण करते हुए राम भक्तों से 22 जनवरी को दिवाली मनाने और अपने घरों में दीपक जलाने का आह्वान किया था। बुधवार को उन्होंने बॉलीवुड गायिका स्वाति मिश्रा द्वारा गाया गया भगवान राम को समर्पित एक गीत शेयर किया। इसके बाद स्वाति मिश्रा का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया। गायक ने इसके लिए पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया। आपको बता दें कि पिछले कुछ हफ्तों में कई गायकों और संगीतकारों ने भगवान राम को गीत समर्पित किए हैं। 
    भाजपा के रणनीतिकार भी लोगों को यह बताने पर काम कर रहे हैं कि दशकों की कठोर लड़ाई कैसे सफल हुई और राम लला की मूर्ति की स्थापना बस कुछ ही दिन दूर है। भाजपा सूत्रों ने कहा कि लोगों की अयोध्या यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए 25 जनवरी से देशव्यापी अभियान चलाया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि 60 दिनों की ड्राइव होगी, जिसके लिए अयोध्या के लिए 35 ट्रेनें संचालित होंगी। भाजपा कार्यकर्ता उन्हें साजो-सामान सहायता प्रदान करेंगे। सूत्रों ने कहा कि यात्रा का खर्च व्यक्तियों द्वारा वहन किया जाएगा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पीएम मोदी ने अयोध्या धाम स्टेशन का उद्घाटन किया, फिर अमृत भारत और वंदे भारत को दिखाई हरी झंडी

    अयोध्या। भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामनगरी को आज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे समेत 16 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात देंगे। अयोध्या में पीएम मोदी ने 15 किमी लंबा रोड करने के बाद अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया। इसके बाद पीएम मोदी ने अमृत भारत और वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई। 
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुनर्विकसित अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया। उनके साथ केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनि वैष्णव और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। पीएमओ के अनुसार, 240 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित, तीन मंजिला आधुनिक रेलवे स्टेशन भवन लिफ्ट, एस्केलेटर, फूड प्लाजा, पूजा की जरूरतों के लिए दुकानें, क्लॉक रूम, चाइल्ड केयर रूम, वेटिंग हॉल जैसी सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। स्टेशन भवन 'सभी के लिए सुलभ' और 'आईजीबीसी प्रमाणित ग्रीन स्टेशन भवन' होगा।
    अमर उजाला 

  • इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग से पहले टकराव और विवाद, बंगाल में अकेले लड़ेंगी ममता

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी गठबंधन इंडिया अलायंस में सीट बंटवारे का फॉर्मूला कैसा रहेगा? इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में तो चर्चाएं चल ही रही हैं, लेकिन गठबंधन के सहयोगी दलों में भी अभी से टकराव और विवाद की खबरें आने लगी हैं. महाराष्ट्र में खुलकर यह लड़ाई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिखने लगी है. शिवसेना (उद्धव गुट) और कांग्रेस नेता आपस में भिड़ गए हैं. पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री और टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने साफ कर दिया है कि वो अपने राज्य में अकेले लड़ाई लड़ेंगी. यानी कांग्रेस और लेफ्ट को सीट शेयरिंग के लिए तैयार नहीं हैं. इसी तरह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का यूपी में दबदबा देखने को मिल रहा है. अखिलेश लगातार इसके संकेत भी दे रहे हैं.
    बता दें कि इंडिया गठबंधन की बैठक में सीटों को लेकर सहमति बनाने के लिए 31 दिसंबर की डेडलाइन तय की गई लेकिन यह कैसे होगा? यह स्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है. पंजाब, दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और यूपी तक में सीट शेयरिंग पर पेंच फंसा है और अलायंस में शामिल पार्टियों के स्थानीय नेताओं में टकराव देखने को मिल रहा है. हालांकि, दिल्ली की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि पहले राज्य स्तर पर सीटों का मसला सुलझाने की कोशिश होगी. वहां बात नहीं बन पाई तब इसे दिल्ली में सुलझाया जाएगा. दिल्ली और पंजाब जैसे राज्यों में जहां दिक्कत है, वहां समस्या कैसे सुलझाना है, ये बाद में तय किया जाएगा. अब डेडलाइन में सिर्फ एक दिन ही बाकी है.
    'महाराष्ट्र: कोई भी हिस्सा छोड़ने को तैयार नहीं'
    सबसे पहले बात महाराष्ट्र की करते हैं. यहां इस बात को लेकर चर्चा है कि महाविकास अघाड़ी में शामिल दल कांग्रेस, उद्धव गुट और एनसीपी में सीटों का बंटवारा कैसे होगा. राज्य में कुल 48 लोकसभा सीटें हैं. उद्धव ठाकरे गुट की तरफ से 23 सीटों की मांग की जा रही है. इसकी सूची तैयार कर ली है. हालांकि, अलायंस में शामिल कांग्रेस इसके लिए तैयार नहीं है. अलायंस में प्रकाश अंबेडकर की पार्टी भी आएगी. हर कोई अपना हिस्सा चाहता है. कोई भी हिस्सा छोड़ने को तैयार नहीं है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सीट शेयरिंग को लेकर उद्धव गुट के राज्यसभा सांसद संजय राउत और कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा के बीच टकराव देखा गया है.
    संजय राउत ने कहा, 'कांग्रेस जीरो से शुरुआत करेगी'
    शिवसेना उद्धव गुट से राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने सीधे तौर पर 23 सीटों पर दावा किया और कहा, पश्चिम मुंबई सीट को लेकर अभी तक शिवसेना और कांग्रेस के बीच चर्चा नहीं हुई है, इसलिए भले ही अभी कुछ लोग इस पर चर्चा कर रहे हैं, हम इस पर वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करेंगे और फैसला लेंगे. राउत ने कहा, ठाकरे की शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. राउत ने यह भी साफ किया कि जिन सीटों पर शिवसेना ने चुनाव लड़ा है, उन पर दावेदारी कायम रहेगी. राउत ने कहा, कांग्रेस को हमें यह नहीं बताना चाहिए कि शिवसेना अलग हुई है या नहीं. भले ही विधायक और सांसद पार्टी छोड़ रहे हैं, लेकिन जनता ही उन्हें चुनती है. 23 सीटों पर शिवसेना ने स्थायी रूप से चुनाव लड़ा है और उनमें से 18 पर शिवसेना के उम्मीदवार हैं. अब भले ही कुछ सांसदों ने शिवसेना छोड़ दी है, लेकिन उन्होंने मजबूती से कहा कि शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
    'दिल्ली में चर्चा चल रही है'
    संजय राउत ने कांग्रेस की आलोचना की और कहा, आपने कौन सी सीटें जीती हैं. महाराष्ट्र में कांग्रेस जीरो से शुरुआत करेगी. वो महाविकास अघाड़ी में हमारे महत्वपूर्ण साथी हैं. हमने वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की है. हम दिल्ली में नेताओं से चर्चा के बाद इस बात पर जोर दे रहे हैं. अभी भी कुछ नेता हमारी आलोचना कर रहे हैं लेकिन हम उन्हें नजरअंदाज करते हैं. राउत ने संजय निरूपम को सलाह दी कि जब तक कांग्रेस आधिकारिक तौर पर स्थिति स्पष्ट नहीं करती, तब तक इस मामले पर चर्चा करने का कोई मतलब नहीं है.
    साभार आज तक 

  • मध्यप्रदेश में आज हो सकता है मंत्रियों को विभाग का बंटवारा

    भोपाल। मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव सरकार के मंत्रियों को शुक्रवार को विभाग का बंटवारा हो सकता है। मुख्यमंत्री गुरुवार को दिल्ली पहुंचे। दिल्ली दौरे पर सीएम केंद्रीय नेताओं के साथ मुलाकात कर मंत्रियों के विभाग बंटवारे को लेकर अंतिम चर्चा कर सकते हैं। सीएम शुक्रवार दोपहर में दिल्ली से भोपाल लौटेंगे।
    दिल्ली दौरे पर जाने से पहले सीएम ने संगठन महामंत्री हितानंद से उनके निवास पर चर्चा की। इसके बाद सीएम दिल्ली रवाना हो गए। सीएम शुक्रवार को दोपहर में दिल्ली से भोपाल लौटेंगे। सीएम के दिल्ली दौरे को लेकर अटकलें लगाई जा रही है कि वह दिल्ली में केंद्रीय नेताओं से मुलाकात कर सकते है और विभाग के बंटवारें को लेकर चर्चा कर सकते हैं। 
    इसके बाद प्रदेश के मंत्रियों को विभाग का बंटवारा कर दिया जाएगा। बता दें डॉ. मोहन यादव कैबिनेट का 12 दिन चले विचार मंथन के बाद 25 दिसंबर को विस्तार हो गया, लेकिन तीन दिन बाद भी मंत्री खाली हाथ हैं। उन्हें विभागों का आवंटन नहीं हो सका है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मंत्रियों के नाम के साथ ही विभागों का आवंटन भी दिल्ली से होना है। इसको लेकर सीएम ने सूची बनाकर आलाकमान को भेज दी है। अब इस पर केंद्रीय नेताओं की तरफ से अंतिम मुहर लगना है। प्रदेश में मुख्यमंत्री के अलावा दो डिप्टी सीएम और 28 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली है।
    प्रदेश में 11 दिसंबर को मुख्यमंत्री और दो डिप्टी सीएम का चयन किया गया। इसके बाद 13 दिसंबर को सीएम और दोनों डिप्टी सीएम ने शपथ ली। इसके 12 दिन बाद 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ, लेकिन अब तक मंत्रियों को विभाग का बंटवारा नहीं हुआ है। 
    साभार अमर उजाला

  • मध्यप्रदेश में हुक्का बार चलाने पर 3 साल तक की सजा, देना होगा एक लाख जुर्माना भी

    भोपाल। मध्य प्रदेश में होटल, रेस्टारेंट संचालकों पर सख्त कार्रवाई होगी, जो हुक्का बार का संचालन करते पाए। इसको लेकर प्रदेश सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसमें हुक्का बार चलाने पर 3 साल तक की सजा का प्रावधान और सजा के साथ एक लाख तक का जुर्माना भी देना होगा। नए साल के जश्न से पहले जारी नोटिफिकेशन में सब इंपेस्टर या उससे उच्च पद पर पदस्थ अधिकारी को कार्रवाई करने का अधिकार होगा। राज्य सरकार ने सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पादन मध्य प्रदेश संशोधन अधिनियम 2023 लागू किया गया है। इस संशोधित अधिनियम के अनुसार आवासीय होटल, रेस्टोरेंट, भोजनालय,लोक मनोरंजन के ऐसे संस्थान जहां राज्य सरकार शासन द्वारा अधिसूचित किया जाएगा वहां हुक्का बार संचालित नहीं किया जाएंगे।
    साभार अमर उजाला

  • मोहन कैबिनेट में नही मिली शिवराज के 10 मंत्रियों को जगह, भाजपा नेता ने बताई वजह

    भोपाल। सोमवार को मध्य प्रदेश में नई बनी भाजपा सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार हुआ। एमपी के पहले कैबिनेट विस्तार में कुल 28 मंत्रियों ने शपथ ली है। इस कैबिनेट में पू्र्व की शिवराज सरकार के 6 मंत्रियों ने भी शपथ ली है। हालांकि, शिवराज सरकार के ज्यादातर मंत्रियों को मोहन यादव कैबिनेट में जगह नहीं मिली है। इसको लेकर कहा जा रहा है कि मोहन कैबिनेट में शिवराज सिंह का दबदबा घट गया है। अब भाजपा के एक नेता ने शिवराज सरकार के मंत्रियों को मोहन यादव कैबिनेट में जगह ना मिलने की वजह भी बताई है। आइये जानते हैं, पिछली सरकार में मंत्री रहे विधायकों को कैबिनेट में जगह क्यों नहीं दी गई...
    भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने 'हिंदुस्तान टाइम्स' से बातचीत करते हुए कहा कि पिछली सरकार के जिन मंत्रियों को कैबिनेट में जगह नहीं मिली है, उनमें से ज्यादातर मंत्रियों की परफॉर्मेंस अच्छी नहीं थी। भाजपा नेता ने कहा कि परफॉर्मेंस के साथ-साथ कुछ नेताओं का विवादों से नाता होने के चलते भी उन्हें मोहन कैबिनेट में जगह नहीं मिली। शिवराज सरकार में मंत्री रहे दस विधायकों को मोहन कैबिनेट में जगह नहीं दी गई है।
    मध्य प्रदेश विधानसभा में कई बार के विधायक रहे गोपाल भार्गव ने खुद ही कहा था कि वो कैबिनेट का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं। उन्होंने कैबिनेट में शामिल होने को लेकर अनिच्छा जाहिर कर दी थी। इन नेताओं के अलावा शिवराज सरकार में शहरी विकास मंत्री रहे  भूपेंद्र सिंह को भी मोहन यादव कैबिनेट में जगह नहीं मिली। भूपेंद्र सिंह को लेकर भाजपा नेता ने कहा कि पार्टी के दूसरे नेताओं से लगातार लड़ाई के चलते पूर्व शहरी विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह को मोहन कैबिनेट में जगह नहीं मिली है।
    बता दें कि सोमवार को 28 मंत्रियों ने मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री के रूप में शपथ ली। इस दौरान मंत्रिपद की शपथ लेने वाले विधायकों में 12 मंत्री ओबीसी वर्ग से हैं। इसके अलावा एससी/ एसटी और सामान्य वर्ग के विधायकों को भी मंत्रिपद दिया गया है। शपथ लेने वाले 28 मंत्रियों में 18 ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली, 6 मंत्रियों ने राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पद की शपथ ली, वहीं 4 मंत्रियों ने राज्यमंत्री की शपथ ली है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आज हो सकती है मंत्रियों के साथ विभागों के बंटवारे पर चर्चा, बैठक आज

    भोपाल। मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की फुल कैबिनेट बैठक मंगलवार को मंत्रालय में होने वाली है। इसमें  मंत्रियों के साथ विभागों के बंटवारे पर चर्चा करेंगे। सरकार की प्राथमिकताओं के बारे में भी बातचीत होगी। बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने 6 महीने के लिए कामकाज की गाइडलाइन तय की है, इस बारे में भी मंत्रियों को जानकारी दी जाएगी।
    यह डॉ. मोहन यादव कैबिनेट की दूसरी बैठक है। 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री ने दोनों डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल के साथ पहली कैबिनेट मीटिंग की थी। मुख्यमंत्री आज शाम को ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा भी करने वाले हैं।
    सीएम डॉ. मोहन यादव ने कैबिनेट का विस्तार सोमवार को किया है। अब कुल मंत्रियों की संख्या बढक़र 31 हो गई है। सोमवार को 28 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। दो उप मुख्यमंत्रियों ने 13 दिसंबर को यादव के सीएम पद की शपथ लेने के साथ शपथ ग्रहण कर ली थी।
    अब जबकि पूरी कैबिनेट गठित हो गई है तो  विभागों के बंटवारे का काम भी पूरा करने में जुटे हैं। यह तय है कि सामान्य प्रशासन विभाग अपने पास रखेंगे और बाकी विभागों को उप मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों के बीच बांटेंगे।
    विकसित भारत संकल्प यात्रा पर रहेगा जोर
    विकसित भारत संकल्प यात्रा प्रदेशभर में शुरू हो चुकी है। अब मंत्रियों की जिम्मेदारी तय होगी कि वे जिलों में विकसित भारत संकल्प यात्रा को सफल बनाने के लिए काम करें। इसके लिए लोगों से संवाद और उनको केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए कहा जाएगा, ताकि चुनाव के पहले सभी लोकसभा क्षेत्रों में 100प्रतिशत हितग्राहियों को लाभ मिल सके।
    मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के सभी संभागों में अपर मुख्य सचिव और अफसरों की ड्यूटी सामान्य प्रशासन और गृह विभाग द्वारा लगाई गई है। इनकी जिम्मेदारी होगी कि वे संभागों में दो महीने में एक बैठक करें और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिलों और संभागों का अपडेट लेते रहें। वे मुख्यमंत्री की संभागीय बैठकों में मौजूद रहें।

  • स्वामी प्रसाद ने फिर दिया विवादित बयान... हिंदू धर्म को बताया धोखा

    नई दिल्ली. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में पार्टी नेताओं को विवादित बयान देने से बचने की नसीहत दी थी, इसके बावजूद स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर विवादित बयान दिया. स्वामी प्रसाद दिल्ली में जंतर-मंतर पर एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे, यहां उन्होंने हिंदू धर्म को एक धोखा बता दिया, जिसके बाद विवाद तेज हो गया. 
    स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, "हिंदू धर्म एक धोखा है. वैसे भी सुप्रीम कोर्ट ने 1995 में अपने आदेश में कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं है, ये लोगों के जीवन जीने की एक शैली है." 
    सपा नेता ने आगे कहा, "राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने दो बार बार कहा कि हिंदू कोई धर्म नहीं है, यह जीवन जीने का एक तरीका है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा कि हिंदू कोई धर्म नहीं है. जब ये लोग ऐसे बयान देते हैं तो भावनाएं आहत नहीं होतीं लेकिन अगर यही बात स्वामी प्रसाद मौर्य कह देते हैं तो हिंदू धर्म, धर्म नहीं है बल्कि एक धोखा है, जिसे हम हिंदू धर्म कहते हैं वो कुछ लोगों के लिए धंधा है तो लोगों की भावनाएं आहत हो जाती हैं."
    साभार आज तक

  • मध्यप्रदेश में आज मंत्रिमंडल विस्तार, साढ़े तीन बजे होगा शपथ ग्रहण समारोह

    नई दिल्ली। मध्य प्रदेश सरकार के नए मंत्रिमंडल का विस्तार सोमवार को किया जाएगा। यह जानकारी खुद सीएम मोहन यादव ने रविवार को दी। रविवार शाम को नई दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने के बाद सीएम मोहन यादव ने संवाददाताओं से कहा- नई कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह सोमवार को दोपहर 3:30 बजे होगा। पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में हम 'डबल इंजन' सरकार के हिस्से के रूप में मध्य प्रदेश के विकास की शपथ लेंगे। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि सोमवार को कितने मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी।
    गौरतलब है कि मोहन यादव ने दो दिनों तक दिल्ली में ही डेरा डाले रखा था। इस दौरान उन्होंने बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। माना जा रहा है कि इसी दौरान पार्टी आलाकमान की ओर से कैबिनेट के चेहरों पर भी मुहर लगी। सूत्रों की मानें कैबिनेट में नए और पुराने चेहरों के बीच तालमेल नजर आएगा। शपथग्रहण की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 230 विधायकों वाले मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री समेत मंत्रिपरिषद की अधिकतम संख्या 35 हो सकती है।  
    कैबिनेट अनुभवी और नए नेताओं से सजी होगी। माना जा रहा है कि शुरुआत में कैबिनेट में कम से कम 20 से 25 मंत्री शामिल किए जा सकते हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं बताया गया है। फिलहाल कैबिनेट में (मुख्यमंत्री मोहन यादव और दो डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा) तीन सदस्य ही हैं। सीएम मोहन यादव ने 13 दिसंबर को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
    बता दें कि मुख्यमंत्री और उनके दोनों डिप्टी ने 22 दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी में पीएम मोदी से मुलाकात की थी। इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर चर्चा भी हुई थी। एक दिन पहले ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश प्रभारी हितानंद ने भी दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात की थी। सीएम मोहन यादव ने रविवार शाम को नई दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। 
    साभार लाइव हिंदुस्तान

  • डबल इंजन की सरकार एमपी में विकास को तेजी देगी, बोले- पीएम मोदी

    इंदौर। कपड़ा मिलों के दौर में इंदौर की तुलना इंग्लैंड की मैनचेस्टर सिटी से होती थी। धीरे धीरे सरकारों और नेताओं की गलती से इंदौर का वह गौरव खो गया। अब भाजपा सरकार में वह गौरव फिर लौट रहा है। इंदौर ने स्वच्छता में पूरी दुनिया में नाम कमाया और अब उद्योग, सौर ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में मिसाल कायम करने की बारी है। यह बातें इंदौर के कनकेश्वरी देवी मैदान में हुकुमचंद मिल के मजदूरों को राहत राशि देने के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कही। कार्यक्रम में वे ऑनलाइन जुड़े।
    पीएम मोदी ने कहा कई लोगों की तपस्या से मिल मजदूरों को यह राशि मिली है। आज मध्यप्रदेश में नई सरकार आने के बाद मेरा पहला कार्यक्रम है। डबल इंजन की सरकार एमपी में विकास को तेजी देगी। एमपी की नई टीम भविष्य में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल करेगी। 224 करोड़ की राशि आज जो जारी हुई ये मिल मजदूरों के परिवार को मजबूती देगी। मेरे लिए चार जातियां सबसे महत्वपूर्ण हैं। युवा, गरीब, बहनें, किसान। इंदौर की तुलना पहले मैनचेस्टर से होती थी। हम उसी गौरव को वापस लौटाएंगे। इंदौर में हजारों करोड़ रुपए के निवेश से रोजगार को गति मिलेगी। 
    इससे पहले कार्यक्रम में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा इंदौर अब खेलों पर फोकस करेगा और स्पोर्ट्स का नया केंद्र बनेगा। राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा मैं भूल जाता हूं कि मैं इंदौर का विधायक हूं। याद नहीं रहता एक नंबर का विधायक हूं। कैलाश ने कहा विधायक मधु वर्मा ने बड़ा शिकार किया। उनका आशय चुनाव में जीतू पटवारी की हार से था जिन्हें मधु वर्मा ने हराया है। कैलाश बोले मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सबसे पहले हुकुमचंद मिल मजदूरों की बकाया राशि स्वीकृत की। वे खुद मजदूर के बेटे हैं इसलिए उन्होंने मजदूरों का दर्द पहचाना। 32 साल मजदूरों ने संघर्ष किया। अब इंदौर अगले पांच साल में नया इंदौर बनेगा।
    साभार अमर उजाला

  • डॉ. मोहन यादव कैबिनेट : 18 कैबिनेट मंत्रियों, छह राज्यमंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) और चार राज्यमंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली

    भोपाल।  मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव कैबिनेट ने आकार ले लिया है। सोमवार को 18 कैबिनेट मंत्रियों, छह राज्यमंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) और चार राज्यमंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इसे मिलाकर अब डॉ. मोहन यादव की कैबिनेट में उन्हें मिलाकर 31 सदस्य हो गए हैं। दो उप-मुख्यमंत्रियों- जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला ने मुख्यमंत्री के साथ शपथ ली थी। टीम मोहन यादव में अब भी चार पद रिक्त हैं, जो लोकसभा चुनावों के बाद भरे जा सकते हैं। 
    मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव की कैबिनेट में शपथ लेने वालों में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक- तुलसी सिलावट, ऐदल सिंह कंसाना, गोविंद सिंह राजपूत और प्रद्युमन सिंह तोमर ने भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। खास बात यह है कि शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट के सदस्य रहे छह मंत्रियों में से तीन मंत्री तो सिंधिया समर्थक ही हैं। उनके अलावा शिवराज सिंह चौहान की टीम के सदस्य रहे विजय शाह, विश्वास सारंग, इंदरसिंह परमार को ही डॉ. यादव कैबिनेट में मौका मिला है। शेष सभी नए चेहरे हैं। 
    सीएम, डिप्टी सीएम को मिलाकर मालवा-निमाड़ से 10 मंत्री
    31 सदस्यीय मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा समेत मालवा-निमाड़ से 10 मंत्री हो गए हैं। विंध्य से डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला समेत तीन मंत्री हैं। उसके बाद मध्य भारत से छह, महाकौशल से पांच, ग्वालियर-चंबल से चार और बुदेलखंड से तीन मंत्री बनाए गए हैं। जातिवार देखें तो मोहन सरकार में अब 4 एससी, 5 एसटी, 11 ओबीसी और 11 सामान्य वर्ग से मंत्री बनाए गए हैं।
    प्रतिमा बागरी सबसे युवा, वर्मा सबसे बुजुर्ग
    डॉ. मोहन यादव के 31 सदस्यीय मंत्रिमंडल में सदस्यों की औसत उम्र 58 वर्ष है। इसमें 60 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले 14 मंत्री हैं। सबसे बुजुर्ग करण सिंह वर्मा 68 वर्ष के हैं। इसी तरह सबसे युवा मंत्री प्रतिमा बागरी हैं, जिनकी उम्र 35 साल है। 
    प्रदेश में पहली बार बन रहे मंत्री
    आज शपथ लेने वालों  में दस मंत्री पहले भी मंत्रालय में जिम्मेदारी उठा चुके हैं। 13 विधायक ऐसे हैं जिन्हें पहली बार मंत्री बनने का मौका मिला है।
    नरेंद्र शिवाजी पटेल
    संपतिया उईके
    निर्मला भूरिया
    नागर सिंह चौहान
    चैतन्य कश्यप
    धर्मेंद्र लोधी
    दिलीप जायसवाल
    गौतम टेटवाल
    लखन पटेल
    नारायण पवार
    राधा सिंह
    प्रतिमा बागरी
    कृष्णा गौर
    शिवराज सरकार के छह मंत्री
    तुलसी सिलावट
    गोविंद सिंह राजपूत
    प्रदुम्न सिंह तोमर
    विश्वास सारंग
    इंदर सिंह परमार
    विजय शाह
    जो नेता पहले भी मंत्री रह चुके हैं
    तुलसी सिलावट
    गोविंद सिंह राजपूत
    एदल सिंह कंसाना
    प्रदुम्न सिंह तोमर
    नारायण सिंह कुशवाह
    विजय शाह
    करण सिंह वर्मा
    विश्वास सारंग
    इंदर सिंह परमार
    कैलाश विजयवर्गीय
    रीति पाठक को जगह नहीं
    मध्यप्रदेश में भाजपा ने जिन सात सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा था। उनमें प्रहलाद पटेल, उदय राव सिंह, राकेश सिंह, रीति पाठक, नरेंद्र सिंह तोमर जीते थे। माना जा रहा था कि इन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। रीति पाठक को मंत्री नहीं बनाया गया है। यानी सांसद से विधायक बने पांच नेताओं में से तीन को आज शपथ दिलाई गई तो नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा अध्यक्ष बनाए गए हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • जहां-जहां पड़े भगवान कृष्ण के पांव, उन स्थानों को तीर्थस्थल के रूप में किया जाएगा विकसित : मुख्यमंत्री मोहन यादव

    भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने निर्णय लिया है कि जहां-जहां भगवान कृष्ण के पांव पड़े हैं या जहां-जहां उन्होंने लीलाएं की हैं, उन स्थानों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। मध्य प्रदेश का उज्जैन जहां उन्होंने 64 कलाएं और 14 विधाएं सीखी हैं, धार के पास अमझेरा जहां जानापाव में परशुराम को सुदर्शन चक्र दिया, उन सभी जगहों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह भाजपा सरकार का निर्णय है।
    मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की है कि मध्यप्रदेश में भगवान कृष्ण ने जहां भी लीलाएं की हैं, जहां उन्होंने शिक्षा ग्रहण की है, उन सभी जगहों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। बता दें कि भगवान ने उज्जैन में शिक्षा ग्रहण की थी और 18 दिनों में 18 पुराण, 4 दिन में 4 वेद, 6 दिन में 6 शास्त्र, 16 दिन में 16 कलाएं, 20 दिनों में गीता का ज्ञान प्राप्त किया था। यहीं पर उन्होंने मंगलनाथ रोड स्थित ऋषि सांदीपनि आश्रम, महर्षि सांदीपनि की तपस्थली में भाई  बलराम और सुदामा के साथ शिक्षा ग्रहण की थी। यह वही स्थान है जहां भगवान ने गुरु दक्षिणा में गुरु पुत्र लौटाया था। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा इन सभी जगहों को तीर्थस्थल के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है।
    उज्जैन के मंगलनाथ रोड स्थित महर्षि सांदीपनि आश्रम शिप्रा नदी के गंगा घाट पर स्थित है। इस स्थान पर गोमती कुंड भी बना हुआ है। यहां पर गुरु संदीपनी के साथ ही कृष्ण, बलराम और सुदामा की मूर्तियां स्थापित हैं। यह आश्रम महर्षि सांदीपनि की तपस्थली है। यहां महर्षि ने घोर तपस्या की थी। इसी स्थान पर महर्षि सांदीपनि ने वेद-पुराण शास्त्र आदि की शिक्षा के लिए आश्रम का निर्माण करवाया था। दुनियाभर से संदीपनी आश्रम में श्रद्धालु आते हैं और श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली के रूप में इसका दर्शन करते हैं। ऐसी मान्यता है कि यहीं पर 5,236 साल पहले भगवान श्रीकृष्ण का विद्यारंभ संस्कार हुआ था। 
    पुजारी रूपम व्यास  बताते हैं कि महर्षि सांदीपनि भगवान श्रीकृष्ण के गुरु थे। मथुरा में कंस वध के बाद भगवान श्रीकृष्ण को वासुदेव और देवकी ने शिक्षा ग्रहण करने के लिए अवंतिका नगरी उज्जैन में गुरु सांदीपनि के पास भेजा। भगवान कृष्ण और बलराम इनसे शिक्षा प्राप्त करने मथुरा से उज्जयिनी आए थे। महर्षि सांदीपनि ने ही भगवान श्रीकृष्ण को 64 कलाओं की शिक्षा दी थी। श्रीकृष्ण ने भाई बलराम के साथ 64 दिन शिक्षा ली थी। इस दौरान उन्होंने 14 विद्याएं और 64 कलाएं सीखी थीं।  इस स्थान पर श्रीकृष्ण को गुरु सांदीपनि ने स्लेट पर तीन मंत्र लिखवाए थे। यहां यह परंपरा आज भी चल रही है।
    उज्जैन की अवंतिका नगरी भगवान कृष्ण की शिक्षा स्थली ही नहीं ससुराल भी है। भगवान श्री कृष्ण ने यहाँ के राजा जयसेन की पुत्री मित्रवृन्दा से विवाह भी किया है। यहां भगवान कृष्ण का अनूठा मंदिर है, जहां श्री कृष्ण मित्रवृन्दा के साथ विराजमान है और जमाई के रूप में पूजे जाते हैं। कृष्ण वृंदा धाम मंदिर के पुजारी गिरीश गुरु बालक महाराज जानकारी देते हुए कहते हैं कि मित्रवृन्दा 5वीं पटरानी हैं, जिससे स्वयंवर में भगवान ने विवाह किया था। जन्माष्टमी के अवसर पर यहां भक्तों का ताँता लगा रहता है। बाद में श्रीकृष्ण यहां के जमाई बन गए। उज्जैन के राजा जयसिंह की पुत्री राजकुमारी मित्रवृंदा का स्वयंवर में श्रीकृष्ण से विवाह हुआ। वे भगवान श्रीकृष्ण की 5वीं पटरानी बनीं थीं। जन्माष्टमी के मौके पर इस मंदिर में विशेष पूजा पाठ की जा रही है। इस अनूठे मंदिर की स्थापना संत गुरु बालक ने की है।
    साभार लाइव हिंदुस्तान

  • राहुल ने नीतीश को किया फोन, खड़गे का नाम आगे किए जाने पर कांग्रेस का रुख स्पष्ट किया

    पटना। इंडिया गठबंधन की 19 दिसंबर को दिल्ली में हुई चौथी बैठक के बाद राहुल गांधी ने पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की है. जेडीयू सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी और नीतीश कुमार ने फोन पर हुई बातचीत में आगामी लोकसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा की और इंडिया ब्लॉक को मजबूत करने के संबंध में विचार-विमर्श किया. 
    जेडीयू सूत्रों के मुताबिक राहुल ने नीतीश से बातचीत के दौरान ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल की तरफ से विपक्ष के पीएम पद के उम्मीदवार के रूप में मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम आगे किए जाने पर कांग्रेस का रुख स्पष्ट किया. इंडिया ब्लॉक बैठक में टीएमसी सुप्रीमो ने अचानक से खड़गे के नाम का प्रस्ताव रख दिया था. आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया था.
    साभार आज तक

  • कैलाश विजयवर्गीय ने की मोहन यादव की जमकर तारीफ

    इंदौर। मध्य प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने गुरुवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव की खूब तारीफ की। उन्होंने मोहन यादव से अपनी तुलना करते हुए यह भी बताया कि वह उनसे डिग्री के मामले में पिछड़ गए। हंसते हुए मंच से विजयवर्गीय ने अपनी और मोहन यादव की  डिग्रियां भी गिनाईं। उन्होंने कहा कि मोहन यादव बहुत वर्सेटाइल नेता हैं।
    दरअसल इंदौर में सीएम मोहन यादव के दौरे को लेकर बीजेपी की संभागीय बैठक थी। इसमें वरिष्ठ नेता सुमित्रा महाजन समेत कई नेता मौजूद थे। इसमें विजयवर्गीय ने कहा कि उनमें और मोहन यादव में कई समानताए हैं। उन्होंने कहा, 'वर्सेटाइल पर्सनेल्टी है हमारे मुख्यमंत्री जी की, यादव, कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष, मैं भी अखाड़े में गया, वे भी अखाड़े में गए। एक तो यादव, कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष एक चीज में पिछड़ गया, मैं बीएएसी, एलएलबी हूं। उन्होंने बीएससी किया, एमए किया, एलएलबी किया, एमबीए किया और पीएचडी किया।'
    कैलाश विजयवर्गीय ने मजाकिया अंदाज में कहा कि कहा कि वह विधायक हैं, संगठन में महामंत्री हैं, लेकिन लोग उन्हें हल्के में ले रहे हैं। सगंठन में मजबूत पकड़ रखने वाले कैलाश विजयवर्गीय को पार्टी ने इस बार इंदौर-1 सीट से विधानसभा चुनाव लड़ाया। कैलाश विजयवर्गीय को मोहन यादव सरकार में मंत्री बनाए जाने की संभावनाएं हैं। इससे पहले इनका नाम संभावित मुख्यमंत्री दावेदारों में भी गिना जा रहा था। हालांकि, बाजी मोहन यादव के हाथ लगी, जो शिवराज सिंह चौहान सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री थे। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • केजरीवाल ने ईडी के समन का दिया जवाब, ईमानदारी वाली दलील, ये राजनीति से प्रेरित और गैर जरूरी

    नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय को समन पर अपना जवाब भेज दिया है। ईडी ने केजरीवाल को दिल्ली के कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में 21 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था। समन पर पेशी की बजाय पंजाब में विपश्यना के लिए जा चुके केजरीवाल ने समन को राजनीति से प्रेरित और गैर जरूरी करार दिया है। उन्होंने यह भी कहा है कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। 
    केजरीवाल ने कहा कि वह हर कानूनी समन मानने को तैयार हैं, लेकिन ईडी का यह समन भी पिछले समन की तरह गैर कानूनी है। उन्होंने इसे राजनीति से प्रेरित बताते हुए वापस लेने की मांग की। दूसरी बार ईडी के समन को दरकिनार करने वाले केजरीवाल ने कहा, 'मैंने अपना जीवन ईमानदारी और पारदर्शिता से जिया। मेरे पास छिपाने को कुछ नहीं है।' इससे पहले केजरीवाल को 2 नवंबर को केंद्रीय जांच एजेंसी ने तलब किया था। तब उन्होंने चुनावी व्यस्तता का हवाला दिया था। 
    केजरीवाल को ईडी ने ऐसे समय पर पूछताछ के लिए बुलाया है जब आम आदमी पार्टी को भी आरोपी बनाए जाने की तैयारी चल रही है। कथित शराब घोटाले से जुड़े इसी मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया फरवरी से ही जेल में बंद हैं। अक्टूबर के पहले सप्ताह में आम आदमी पार्टी के एक और वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। आप नेता विजय नायर को भी गिरफ्तार किया गया था।
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  • जनसंपर्क आयुक्त के पद से मनीष सिंह को हटाया


    भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अधिकारियों की जमावट नए सिरे से शुरू कर दी है। इसी कड़ी में जनसंपर्क आयुक्त और मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के एमडी मनीष सिंह को हटा दिया है। उनको मध्य प्रदेश शासन अपर सचिव बनाया गया है। वहीं, जनसंपर्क आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार जनसंपर्क सचिव विवेक पोरवाल और एमडी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन का अतिरिक्त प्रभार नगरीय प्रशासन एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मण्डलोई को सौंपा गया है। इस संबंध में देररात सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी किए। 
    इससे पहले मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी को भी हटाया गया था। उनको प्रमुख सचिव मध्य प्रदेश शासन बनाया गया। उनकी जगह राघवेंद्र सिंह को मुख्यमंत्री का प्रमुख सचिव बनाया गया है। जल्द ही कुछ और वरिष्ठ अधिकारियों के विभाग बदले जाने की भी संभावना है। 
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री ने भाजपा विधायकों और संगठन के पदाधिकारियों को दिया रात्रिभोज, तोमर, पटेल, शिवराज, कैलाश रहे मौजूद

    भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने विंध्य कोठी पर भाजपा विधायकों और संगठन के पदाधिकारियों को रात्रि भोज दिया। इसमें भाजपा विधायक समेत संगठन के पदाधिकारी शामिल हुए। इसमें कई राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई। डिनर में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद, डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव समेत भाजपा विधायक शामिल हुए। डिनर में शामिल होने पहुंचे उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि विधायकों के साथ भोजन सामान्य है। उन्होंने कहा कि राजनीति की बात भी होगी। लोकसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा होगी। मंत्रिमंडल को दिल्ली में आलाकमान से पूछिए। 
    वहीं, पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक भूपेंद्र सिंह ने इंडी गठबंधन में प्रधानमंत्री का फेस मल्लिकार्जुन खरगे को बनाने की घोषणा पर कहा कि कोई भी चेहरा रख लें। मोदी जी ही लोकप्रिय है। उनको कोई टक्कर नहीं दे सकता। भाजपा लोकसभा चुनाव के लिए तैयार है।
    साभार अमर उजाला

     

  • भाजपा आंबेडकर के बाद गोडसे की तस्वीर लगाएगी - नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार

    उज्जैन। मध्य प्रदेश विधानसभा में सदन के अंदर पंडित नेहरू की तस्वीर हटाए जाने से उपजा विवाद अब गोडसे की तस्वीर तक आ गया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का कहना है कि नेहरू जी की फोटो हटाना महत्वपूर्ण नहीं है। महत्वपूर्ण है कि उनके विचार खत्म करने का प्रयास करना। आगे देखिए भाजपा आंबेडकर जी की फोटो हटाकर गोडसे के फोटो लगाएगी। 
    वहीं, कांग्रेस से जयवर्धन सिंह ने कहा कि सदन से जवाहरलाल नेहरू की फ़ोटो हटाना अफ़सोसजनक है। दो देश एक साथ आजाद हुए थे, भारत और पाकिस्तान। पाकिस्तान की क्या हालत हो गई है, सबको पता है। भारत में लोकतंत्र की नींव मजबूत जवाहरलाल नेहरू के कारण हुई है। भाजपा या जिस किसी ने नेहरू की फोटो हटाई है, गलत है। मैं प्रोटेम स्पीकर से ऐसी हल्की राजनीति को लेकर चर्चा करूंगा। 
    इसी मुद्दे पर सत्ता पक्ष के बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने पटलवार करते हुए कहा कि बाबा आंबेडकर का चित्र भारत के संविधान का चित्र है। मैं पूछना चाहता हूं संविधान निर्माता बाबा आंबेडकर हैं कि नहीं। बाबा आंबेडकर के प्रति कांग्रेस की आस्था और विश्वास है कि नहीं। करोड़ों लोगों के आस्था के केंद्र हैं संविधान निर्माता आंबेडकर। उनकी फोटो विधानसभा में होना चाहिए या नहीं। कांग्रेस क्या बाबा आंबेडकर में गोडसे देखती है। गांधीजी और बाबा आंबेडकर के प्रति हमारी आस्था है और रहेगी। 
    साभार अमर उजाला

  • पीएम मोदी ने किया 7 मंजिला स्वर्वेद मंदिर का उद्घाटन

    वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हैं। सोमवार को वह सात मंजिला स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन भी करने जा रहे हैं। ऐतिहासिक रूप से भी यह मंदिर खास होने वाला है, क्योंकि इसका नाता सीधे सद्गुरु सदाफल देवजी महाराज से भी जुड़ता है। इसके अलावा पीएम मोदी 19 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के विकास कार्यों का भी ऐलान करने वाले हैं।
    सात मंजिलों वाला यह भव्य मंदिर उत्तर प्रदेश के वाराणसी से 12 किमी दूर उमराहा में स्थित है। यह 125 पंखुड़ियों वाले कमल के गुंबद से सजा हुआ है। यहां 20 हजार लोगों के एक साथ बैठने की व्यवस्था है। मंदिर 3 लाख स्क्वॉयर फीट से ज्यादा क्षेत्र में फैला हुआ है और यहां मकराना मार्बल पर स्वर्वेद के 3137 छंद भी उकेरे हुए हैं।
    महामंदिर की आधारशिला सद्गुरु आचार्य स्वतंत्र देव और संत परिवार विज्ञान देव ने साल 2004 में रखी थी। तब से ही इसका निर्माण जारी है। खास बात है कि निर्माण में 15 इंजीनियरों के साथ-साथ 600 कर्मी भी लगे थे। मंदिर में 101 फव्वारे हैं। मंदिर की दीवारों पर गुलाबी पत्थर लगा हुआ है और आसपास बड़ा बगीचा है, जहां जड़ी बूटियां लगा हुई हैं।
    दरअसल, स्वर्वेद के लेखक सदाफल देवजी महाराज ही हैं। उन्होंने विहंगम योग की स्थापना की थी। महाराज का जन्म 19वीं सदी में हुआ था। वह आध्यात्मिक गुरु और विद्वान थे। मंदिर से जुड़े एक अधिकारी बताते हैं कि महामंदिर में सद्गुरु सदाफल देवजी की मूर्ति भी है। मंदिर वेबसाइट के अनुसार, महामंदिर दुनिया का सबसे बड़ा ध्यान का केंद्र या मेडिटेशन सेंटर बनेगा, जहां एकबार में 20 हजार लोग एक साथ बैठ सकेंगे।
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  • प्रदेश में मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद प्रशासनिक फेरबदल की संभावना, सीएम के पीएस बने राघवेंद्र सिंह

    भोपाल। प्रदेश के बड़े पदों पर बैठे अधिकारियों की नई पोस्टिंग की फाइल तैयार की जा रही है। हालांकि, नए सिरे से अधिकारियों की जमावट मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद ही होने की संभावना है। इस बीच  मध्य प्रदेश शासन सामान्य प्रशासन विभाग ने शुक्रवार देररात प्रशासनिक फेरबदल किया है। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी की जगह खनिज साधन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का प्रमुख सचिव बनाया गया है। इस संबंध में मुख्य सचिव वीरा राणा ने आदेश जारी किए।
    मुख्य सचिव, डीजीपी की भी तलाश जारी 
    मध्य प्रदेश की मुख्य सचिव वीरा राणा अतिरिक्त प्रभार में है। वे मार्च 2024 में सेवानिवृत्त होने वाली हैं। इसके अलावा डीजीपी सुधीर सक्सेना भी अगले साल सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इन दोनों अधिकारियों की जगह नए अधिकारियों की तलाश शुरू हो गई है। मुख्य सचिव के लिए केंद्र में सेवा दे रहे आईएएस अधिकारी अनुराग जैन का नाम सबसे आगे चल रहा है। इसके अलावा मुख्यमंत्री सचिवालय में भी कई अधिकारी बदले जाएंगे। सूत्रों का कहना है कि विधानसभा सत्र के बाद कुछ अधिकारियों को नई जिम्मेदारी देने के आदेश जारी किए जा सकते हैं।  
    जनवरी के अंत में होंगे मैदानी अमले के ट्रांसफर
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अभी अपनी कैबिनेट के साथ ही विकसित भारत संकल्प यात्रा को सफल बनाने पर फोकस कर रहे हैं। इस यात्रा को सफल बनाने की जिम्मेदारी मैदानी अधिकारियों पर है। यह यात्रा 26 जनवरी को समाप्त हो रही है। ऐसे में अभी जिलों के अधिकारियों को हटाने का यात्रा पर प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में अटकलें है कि यात्रा के बाद बड़े स्तर पर मैदानी अधिकारियों के तबादले होंगे।
    साभार अमर उजाला

  • मप्र कांग्रेस में बड़ा फेरबदल, कमलनाथ की जगह जीतू पटवारी बने प्रदेश अध्यक्ष, सिंघार नेता-प्रतिपक्ष

    पूर्व मंत्री और राहुल गांधी के नजदीकी माने जाने वाले जीतू पटवारी को मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया है। वे कमलनाथ की जगह लेंगे। वहीं सदन में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका अब आदिवासी नेता और विधायक उमंग सिंघार संभालेंगे।  बता दें कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की करारी हार के बाद से ही प्रदेश अध्यक्ष के बदलाव की बात कही जा रही थी। अब कांग्रेस में बड़ा फेरबदल हुआ है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे कमलनाथ की जगह अब कमान जीतू पटवारी को सौंपी गई है। वहीं उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है। उनका नाम काफी समय से चर्चा में था। उन्हें जिम्मेदारी देकर कांग्रेस ने आदिवासियों को भी साधा है। वहीं हेमंत कटारे को उप नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है। 

  • विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद नेता हो रहे विरोधी तो पार्टी कर रही निष्कासित

    रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी को विधानसभा के चुनाव में करारी हार मिली है इस हार के साथ ही प्रदेश में कांग्रेस नेताओं के शुर बदलने शुरू हो गए हैं। ऐसे नेता जिनका विधानसभा चुनाव 2023 में टिकट कटा या फिर वो नेता जो चुनाव हार गए वो अब पार्टी के बड़े नेताओं को घेरने लगे है। वही व्यक्तिगत आरोपों के बाद अब पार्टी ने ऐसे नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाना भी शुरू कर दिया है। 
    छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी के भीतर कुछ ठीक नहीं चल रहा है। ऐसा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि पार्टी ने पिछले 15 दिनों के भीतर तीन पूर्व विधायकों को नोटिस, दो विधायक को निष्कासित, और एक कांग्रेस के दिग्गज ने इस बीच इस्तीफा दे दिया है। यह सब शुरू हुआ है छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सत्ता बदलने के बाद से। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सत्ता बदली तो सबसे पहले रामानुजगंज पूर्व विधायक ने बृहस्पत सिंह ने छत्तीसगढ़ की प्रभारी शैलजा और पूर्व उपमुख्यमंत्री सिंहदेव पर हार का ठीकरा फोड़ते हुए व्यक्तिगत आरोप लगया। वही दूसरी तरफ पूर्व विधायक विनय जयसवाल ने प्रदेश सह प्रभारी चंदन यादव पर 7 लाख रुपए लेने का गंभीर आरोप लगया है‌। इसके बाद पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने पूर्व सीएम बघेल पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस के पांच साल शासन पर सवाल खड़े करते हुए हार का ठीकरा फोड़ा तो दूसरी तरफ रायपुर दक्षिण से प्रत्याशी महंत राम सुंदरदास ने हार के बाद जिम्मेदारी लेते हुए खुद‌को पार्टी से किनारे कर लिया। पार्टी में यह सब महज 10 दिनों के भीतर हुआ, जिसमें कांग्रेस ने दो पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह और विनय जयसवाल को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
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  • भारतीय अब बिना वीजा ईरान की यात्रा कर सकेंगे

    नई दिल्ली। ईरान ने गुरुवार को कहा कि वह भारत और सऊदी अरब सहित 33 देशों के लिए वीजा की आवश्यकताओं को हटा रहा है। इसका मतलब यह हुआ कि अब ईरान की यात्रा के लिए भारतीय नागरिकों को वीजा की आवश्यक्ता नहीं होगी। समाचार एजेंसी आईएसएनए के अनुसार, ईरानी पर्यटन मंत्रालय का मानना था कि एक खुली द्वार नीति दुनिया के विभिन्न देशों के साथ जुड़ने के ईरान के दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित करेगी। आईएसएनए ने यह भी कहा है कि इस फैसले के साथ ऐसे देशों की संख्या बढ़कर 45 हो जाएगी, जिनके नागरिक बिना वीजा प्राप्त किए ईरान की यात्रा कर सकते हैं।
    समाचार एजेंसी के अनुसार, लेबनान, ट्यूनीशिया, भारत, सऊदी अरब और कई मध्य एशियाई, अफ्रीकी और मुस्लिम देशों सहित कुल 33 देशों के लिए ईरान की वीजा आवश्यकता को हटा दिया गया है। सूची में केवल एक पश्चिमी-सहयोगी यूरोपीय राष्ट्र क्रोएशिया शामिल है, जो यूरोपीय संघ और नाटो का एक छोटा सदस्य है।
    ईरान का यह निर्णय दो तेल उत्पादक खाड़ी देशों के बीच वर्षों के तनाव के बीच हुआ है। इसे ईरान और सऊदी अरब के बीच संबंधों में नरमी लाने की दिशा में एक और कदम के तौर पर भी देखा जा रहा है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्य प्रदेश के मोहन यादव मंत्रिमंडल के गठन का निर्णय दिल्ली में होगा

    भोपाल। मध्य प्रदेश के मोहन यादव मंत्रिमंडल के गठन का निर्णय दिल्ली में होगा। प्रदेश के नेता दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से चर्चा करने जाएंगे। इसमें अभी समय लग सकता है। हालांकि 18 दिसंबर से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र से पहले एक छोटे मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी है। इस बीच, चर्चा है कि डॉ. यादव की कैबिनेट में सबसे ज्यादा नए और काम करने वाले युवा चेहरों को मौका दिया जाएगा। साथ ही उन पुराने मंत्रियों को भी मौका मिल सकता है, जिन्होंने पूर्ववर्ती शिवराज मंत्रिमंडल में बेहतर कामकाज किया है। हालांकि, इनकी संख्या कम ही रहेगी। कैबिनेट का स्वरूप क्या रहेगा और कौन-कौन सदस्य शामिल होंगे इसको लेकर मंथन शुरू हो गया है। हालांकि, नाम पर अंतिम मोहर दिल्ली में आलाकमान लगाएगा।
    भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने संघ से जुड़े डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर सबको चौंका दिया है। इसी की झलक कैबिनेट में दिखने की बात कही जा रही है। चर्चा है कि संघ की तर्ज पर काम करने वाले और कार्यकर्ता के रूप में बेहतर काम करते आए नए चेहरे को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है, ताकि प्रदेश में एक नई लीडरशिप तैयार की जाए। लोकसभा चुनाव को देखते हुए मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व देने की भी चर्चा है। 
    कैबिनेट में युवा चेहरों के साथ ही कुछ पुराने चेहरों को मौका देने की बात कही जा रही है। दरअसल, दो डिप्टी सीएम चयन जातिगत समीकरण के साथ ही उनके पिछले कार्यकाल के परफार्मेंस को ध्यान में रखते हुए ही किया गया। इसी तर्ज पर पिछले सरकार के मंत्रियों को भी मौका मिलेगा। इसमें जातिगत समीकरण के साथ ही क्षेत्रीय समीकरण को साधा जाएगा। गुरुवार को कई पूर्व मंत्री और विधायकों ने सीएम से मंत्रालय में मुलाकात की। 
    डॉ. मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद सवाल यह है कि चुनाव जीतने वाले दिग्गज नेताओं का क्या होगा? पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की विधानसभा अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी तय हो गई है। हालांकि, कैलाश विजयवर्गीय और प्रहलाद पटेल को लेकर अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं है। इनके अलावा सांसद से विधायक बने राकेश सिंह, रीति पाठक और राव उदयप्रताप सिंह को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं। इन सब पर केंद्रीय नेतृत्व ही निर्णय लेगा कि ये वापस केंद्र में जाएंगे या फिर मध्य प्रदेश में मोहन यादव कैबिनेट में शामिल होंगे। वहीं, चर्चा है कि पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को आलाकमान केंद्र में कोई बड़ी भूमिका दे सकता है। शिवराज की प्रदेश की महिलाओं में लोकप्रियता को देखते हुए शीर्ष नेतृत्व कोई जोखिम नहीं लेना चाहेगा।
    साभार अमर उजाला

  • संसद की सुरक्षा में चूक मामले पर विपक्ष लगातार हमलावर, टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन सस्पेंड

    नई दिल्ली. संसद में सुरक्षा चूक को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है. विपक्ष के सांसद दोनों सदनों में हंगामा कर रहे हैं, जिसको देखते हुए दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 2 तक स्थगित कर दी गई है. वहीं राज्यसभा में हंगामा कर रहे टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को सदन से सस्पेंड कर दिया गया है. 
    राज्यसभा ने 'अपमानजनक व्यवहार' के लिए टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को शीतकालीन सत्र के बचे हुए भाग के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव पारित किया है.  
    राज्यसभा के सभापति के अनुसार, डेरेक ओ ब्रायन ने सदन के वेल में प्रवेश किया, नारे लगाए और सदन की कार्यवाही बाधित की. इसलिए उन्हें सत्र के बचे हुए दिनों के लिए निलंबित किया जाता है.  
    इससे पहले लोकसभा में भी विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया और नारेबाजी भी की. इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों से सदन में अराजकता न फैलाने की अपील की. उन्होंने कहा कि कल की जो घटना है, वो लोकसभा सचिवालय की जिम्मेदारी है. लोकसभा अध्यक्ष के नाते मेरी जिम्मेदारी है. मैं आपके साथ बैठकर चर्चा करूंगा. कल भी चर्चा की थी. फिर चर्चा करेंगे. इससे सरकार का कोई लेना देना नहीं है. ओम बिरला ने कहा, सचिवालय के काम में हस्तक्षेप नहीं करती सरकार, ना हम करने देंगे. 
    साभार आज तक 

  • भुजबल ने किया दावा, बोले- 'उन्हें गोली मारी जा सकती है', दो महीने से मिल रही धमकियां

    मुंबई। महाराष्ट्र के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने दावा किया है कि उनकी हत्या की जा सकती है। पुलिस की खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए छगन भुजबल ने बुधवार को राज्य विधानसभा में दावा किया कि 'उन्हें गोली मारी जा सकती है और पिछले दो महीने से उन्हें धमकियां मिल रही हैं।' गौरतलब है कि बीते दिनों छगन भुजबल की गाड़ी तक लोग पहुंच गए थे और आरोपियों ने छगन भुजबल को मराठा आरक्षण के खिलाफ ना बोलने को कहा था। 
    विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान अपने संबोधन में छगन भुजबल ने कहा कि उनकी छवि मराठा आरक्षण विरोधी की बनाई जा रही है जबकि वह मराठा आरक्षण के विरोधी नहीं हैं। बता दें कि छगन भुजबल मराठा आरक्षण को ओबीसी कोटे में शामिल करने का विरोध कर रहे हैं। भुजबल ने कहा कि सभी पार्टियों की तरह वह भी यही रुख अपना रहे हैं कि मराठा समुदाय को ओबीसी कोटे में आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए। उन्हें रोजाना फोन पर गालियां और धमकियां मिल रही हैं। बता दें कि मराठा आरक्षण की मांग करने वाले मनोज जारांगे ने भुजबल पर मराठों और ओबीसी वर्ग के बीच तनाव फैलाने का आरोप लगाया था। जारांगे ने कहा था कि भुजबल राज्य का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। 
    साभार अमर उजाला

     

  • नए सीएम ने पहले ही निर्णय में दिया संवेदनशीलता का परिचय : उमा भारती

    भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती ने प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के पहले निर्णय पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। पूर्व मुख्यमंत्री का मानना है कि नए सीएम ने पहले ही निर्णय में अपनी संवेदनशीलता का परिचय दिया है। उन्होंने ट्वीट किया कि 
    मध्य प्रदेश की नव निर्वाचित सरकार के मुखिया डॉक्टर मोहन यादव जी  की कैबिनेट ने कल जो दो महत्वपूर्ण निर्णय किये- खुले में मांस एवं अंडे की बिक्री पर सख्ती तथा धार्मिक स्थानों पर जोर से बजते हुए लाउडस्पीकर पर रोक, दोनों समस्याएं सामान्य जनजीवन के लिए बहुत बड़ी परेशानी थीं, उन पर नियंत्रित प्रतिबंध लगाकर नई सरकार ने अपनी मानवीय संवेदनशीलता का परिचय दिया है, नये मुख्यमंत्री जी एवं उनकी कैबिनेट का अभिनंदन।
    पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती अपनी बीमारी के चलते बुधवार को मोती लाल नेहरू स्टेडियम में हुए सीएम के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हो पाई थीं। उन्होंने ट्वीट कर बताया था कि नए मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण आया है। आप सबको विदित ही है कि मुझे पीठ में स्लिप डिस्क होने के कारण उठने बैठने की अत्यधिक सावधानी रखने का चिकित्सकों का निर्देश है। इसलिए मैं इस समारोह में अनुपस्थित रहने के लिए मजबूर हूं लेकिन नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों को शुभकामनाएं।
    साभार अमर उजाला

  • गणतंत्र दिवस पर नहीं आ रहे जो बाइडेन? पीएम मोदी ने दिया था न्योता

    नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस समारोह 2024 में बतौर मुख्य अतिथि किस देश के राष्ट्राध्यक्ष शामिल होंगे, इसको लेकर अभी भी स्थिति साफ नहीं हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को न्योता दिया था। अब खबर आ रही है कि बाइडेन इस समारोह में शामिल नहीं हो रहे हैं। साथ ही सवाल भी उठ रहा है कि क्या बाइडेन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कारण नई दिल्ली में आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह में नहीं शामिल हो रहे हैं?
    एक रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रम्प 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक मजबूत दावेदार के रूप में उभरे हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स और इप्सोस ने अपनी रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है।
    रिपोर्ट के मुताबिक, आगामी राष्ट्रपति चुनाव में दोनों के बीच कड़ा मुकाबला होगा। जो बाइडेन को व्हाइट हाउस से हाथ धोना पड़ सकता है। सर्वे में ट्रम्प को आमने-सामने की लड़ाई में मामूली 2 अंकों की बढ़त के साथ दिखाया गया। ट्रम्प जहां 38%  मतों के साथ आगे चल रहे हैं। वहीं, बाइडेन को 36% लोगों ने पसंद किया है। सर्वे में शामिल 26% लोग किसी तीसरे उम्मीदवार को मत देने के पक्ष में हैं।
    पिछले कुछ महीनों में कई वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों ने भारत यात्रा की की है। उनमें अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन भी शामिल थे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पीएम मोदी की उपस्थिति में मोहन यादव ने ली मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ

    जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली
    भोपाल। मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आज पद और गोपनीयता की शपथ ली। समारोह भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में हुआ। जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल ने डिप्टी ष्टरू के रूप में शपथ ग्रहण की। राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने सभी को शपथ दिलाई। फिलहाल, कोई और विधायक ने मंत्री पद की शपथ नहीं ली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, क्चछ्वक्क के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत 11 स्टेट के मुख्यमंत्री इस समारोह में शामिल हुए।
    शपथ लेने से पहले मोहन यादव ने कहा, सभी को साथ लेकर चलूंगा और सुशासन सुनिश्चित करूंगा। शपथ ग्रहण समारोह में 11 राज्यों के मुख्यमंत्री भी आ रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान ने कहा, मुझे विश्वास है कि नए मुख्यमंत्री राज्य में समृद्धि, विकास और जन कल्याण को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। मित्रो, अब विदा। जस की तस धर दीनी चदरिया...। . मोहन यादव आज भोपाल के खटलापुरा स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे। शपथ ग्रहण से पहले उन्होंने हनुमान जी का पूजन किया।
    मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद डॉ. मोहन यादव के मंत्रिमंडल के चेहरे तलाशने की भी तैयारी है। बड़े नेताओं से प्रारंभिक चर्चा करने के बाद यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद दिल्ली जाएंगे। गुजरात फॉर्मूला चलता है तो कैबिनेट नए चेहरों के साथ बनेगी। जो लंबे समय से मंत्री रहे, ऐसे कई बड़े नाम बाहर होंगे। उन्हें सिर्फ जातिगत गणित (सोशल इंजीनियरिंग) ही बचा पाएगा। यानी ष्टरू चेहरे की तरह अब मंत्रिमंडल भी चौंकाएगा। पार्टी सूत्रों का कहना है कि डिप्टी स्भ्ढम् और स्पीकर की नियुक्ति के बाद हाईकमान बचे हुए बड़े नेताओं कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, गोपाल भार्गव, जयंत मलैया, विजय शाह, भूपेंद्र सिंह, बिसाहूलाल सिंह जैसे कुछ नेताओं की भूमिका जल्द स्पष्ट करेगा। इसके बाद ही मंत्रिमंडल के नाम फाइनल होंगे। संघ के नामों को प्राथमिकता में रखा जा सकता है। इसके साथ जातिगत समीकरण और महिलाओं को भी प्राथमिकता दी जा सकती है। बताया गया है कि रीजन व संभागों में भी संतुलन बैठाया जाएगा।
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  • संसद भवन की सुरक्षा में बड़ी चूक, दर्शक दीर्घा से लोकसभा की कार्यवाही में कूदे दो लोग, मचा हड़कंप

    नई दिल्ली। संसद भवन पर हमले की बरसी के दिन आज लोकसभा की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई है। दर्शक दीर्घा से दो शख्स लोकसभा की कार्यवाही में घुस गए और बेंच पर जा खड़े हुए। इन लोगों ने गैस भी छोड़ी, जिससे परिसर में धुंआ-धुंआ हो गया। इन दोनों को ही कुछ सांसदों ने पकड़ा और फिर सुरक्षा बलों के हवाले कर दिया गया। एक शख्स तो बेंच पर जा चढ़ा और नारेबाजी करने लगा। इस घटना से हड़कंप मच गया और सांसद बाहर निकलने लगे। कार्यवाही को भी तुरंत ही स्थगित कर दिया गया। सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि यह अनुभव काफी डरावना था। वहीं कार्ति चिदंबरम ने कहा कि यह भारी चूक है। बसपा के निलंबित सांसद दानिश अली का कहना है कि दोनों लोगों को पकड़ लिया गया है।
    यह घटना बेहद गंभीर है क्योंकि संसद पर आतंकी हमले की आज 22वीं बरसी थी और उसी दिन इस तरह की सुरक्षा चूक हैरान करने वाली है। खबर है कि दर्शक दीर्घा से लोकसभा की कार्यवाही में कूदने वाले एक शख्स का नाम सागर है। वह एक सांसद के लेटर पर गेस्ट के तौर पर पास लेकर दर्शक दीर्घा में आए थे। लोकसभा की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित किया गया है। यह घटना शून्य काल के दौरान हुई। एक सांसद ने बताया कि शून्य काल की कार्यवाही के दौरान एक लड़का दर्शक दीर्घा से कूदा और फिर एक और अन्य शख्स कूद आया। ये लोग 'तानाशाही नहीं चलेगी' के नारे भी लगा रहे थे। 
    यही नहीं संसद के बाहर भी दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। परिसर के बाहर एक महिला और पुरुष ने तानाशाही बंद करने के नारे लगाते हुए प्रदर्शन किया। दोनों को पुलिस ने मौके से पकड़ा और उन्हें वहां से ले गई। दोनों पटाखे लेकर पहुंचे थे और उन्हें जलाते हुए नारेबाजी करने लगे। फिलहाल पुलिस दोनों को संसद मार्ग थाने में ले गई है और उनसे पूछताछ की जा रही है। नारेबाजी की यह घटना संसद पर हमले की बरसी के दिन हुई है। इसके चलते संसद के पास प्रदर्शन से सुरक्षाकर्मियों में हड़कंप मच गया और तुरंत उन्हें पकड़ा गया।
    इस बारे में राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि एक शख्स जब गैलरी से कूदा तो लगा कि वह गिर गया। वहीं इसके बाद जब एक और शख्स कूदा तो पता चला कि ऐसा जानबूझकर किया गया है। एक शख्स ने गैस छोड़ी, जबकि दूसरा बेंच को ठोक रहा था। राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि यह जानकारी नहीं है कि ये लोग नारेबाजी कर रहे थे या नहीं। उन्होंने कहा कि यह साफ नहीं है कि इन लोगों का क्या इरादा था, लेकिन कुछ तो सोचकर ही आए थे। इन लोगों को सुरक्षाकर्मियों ने तत्परता से पकड़ लिया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • राजस्थान में भजन लाल शर्मा होंगे मुख्यमंत्री, प्रेमचंद बैरवा और दीया कुमारी डिप्टी सीएम

    जयपुर। राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के नाम का एलान कर दिया गया है। भजन लाल शर्मा के हाथों में अब राज्य की सत्ता की कमान होगी। भाजपा विधायक दल की बैठक में भजन लाल शर्मा के नाम पर सर्वसम्मति से मुहर लगाई गई। वे सांगानेर विधानसभा सीट से विधायक हैं। इनके नाम का प्रस्ताव पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने रखा। इसके साथ ही पार्टी ने तय किया है कि राजस्थान में दो डिप्टी सीएम भी होंगे। इसके लिए प्रेम चंद बैरवा और दीया कुमारी के नाम पर मुहर लगी है। स्पीकर के लिए वासुदेव देवनानी का नाम फाइनल किया गया है।
    इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। वसुंधरा ने चुनावी नजीतों के बाद पार्टी के कई विधायकों को डिनर पार्टी दी थी, जिसे दबाव की राजनीति के तौर पर देखा गया था। हालांकि, नड्डा से मुलाकात के बाद वसुंधरा के सुर बदले-बदले नजर आए थ और उन्होंने खुद को पार्टी का अनुशासित कार्यकर्ता बताया था। 
    इसके बाद पार्टी ने राज्य के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी थी। उन्हें राज्य में मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी सस्पेंस पर विराम लगाने और विधायक दल का नेता चुनने के लिए सभी की सहमति बनाने का जिम्मा सौंपा गया था। इसके बाद मंगलवार को हुई विधायक दल की बैठक में भजन लाल शर्मा को चुना गया।
    इससे पहले राजस्थान के राजसमंद की सांसद दीया कुमारी, जयपुर के सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा और अलवर के सांसद बाबा बालक नाथ ने विधानसभा चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से अटकलें लगाई जाने लगी थीं कि पार्टी वसुंधरा के अलावा किसी दूसरे चेहरे पर दांव खेल सकती है।
    भाजपा ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के विधानसभा चुनावों में कुल 21 सांसदों को उम्मीदवार बनाया था। इनमें से 12 ने जीत दर्ज की है। भाजपा ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में सात-सात, छत्तीसगढ़ में चार और तेलंगाना में तीन सांसदों को विधानसभा चुनाव के मैदान में उतारा था।
    साभार अमर उजाला

  • पत्रकारों से चर्चा में बोले कार्यवाहक मुख्यमंत्री, 'अपने लिए मांगने से बेहतर मैं मरना समझूंगा', शिवराज ने जताया सबका आभार

    भोपाल। कार्यवाहक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपने लिए मांगने से बेहतर मैं मरना समझूंगा। उन्होंने मंगलवार को अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि मैं यहां से विदाई ले रहा हूं, लेकिन मुझे इस बात का संतोष है कि भाजपा की सरकार भारी बहुमत से बनी है। मेरा मन आनंद से भरा हुआ है।
    उन्होंने कहा कि मुझे बीमारू मध्यप्रदेश मिला था। मैंने अपनी क्षमता और अपना सामर्थ झोंककर मध्यप्रदेश और उसकी जनता के लिए काम किया। मैंने पूरी ईमानदारी से काम किया। गड्डे वाली सड़कों से चमचमाती सड़कें और अंधेरे से उजाला लाया। कृषि क्षेत्र में भी शानदार काम किया। प्रदेश की जीडीपी बढ़ी। मेट्रो ट्रेन तक का सफर हमने तय किया। मेडिकल, उद्योग, टूरिज्म, धर्म, शिक्षा जैसे क्षेत्रो में हुए काम मन को सन्तोष देते हैं। बता दें, मोहन यादव के भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद शिवराज सिंह चौहान से सीएम पद से सोमवार को इस्तीफा दे दिया है। अब मोहन यादव मध्यप्रदेश के अगले सीएम होंगे।
    शिवराज सिंह चौहान ने अपनी उपलब्धियां बताते हुए कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि महिला सशक्तिकरण मेरे लिए वोट प्राप्ति का जरिया नहीं है। मैं जब सीएम नहीं था, तब बेटियों की शादी करवाता था। हमने महिलाओं के लिए विशेष योजना बनाकर बहन बेटियों के जीवन में खुशियां लाए। दूसरा खेती के क्षेत्र में भी चमत्कार हुआ। किसान के लिए हम काफी काम कर पाए। गरीबों के लिए भी हमने कई योजनाएं बनाई। कोविड में पैदल चलने वाले मजदूरों के लिए किया गया काम भी मुझे संतुष्टि देता है। पार्टी ने एक अच्छा नेतृत्व दिया है। अब हम ये सब उनको सौंपकर आगे बढ़ेंगे। मैं अंत में इतना ही कहूंगा कि सीएम रहते हुए जनता से मेरे सीएम वाले नहीं, बल्कि परिवार वाले रिश्ते रहे। बहन से भाई का, बच्चों से मामा का। जब तक सांस है मैं इस रिश्ते को बनाए रखूंगा। मैं सदा जनता की सेवा में जुटा रहूंगा।
    शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय नेतृत्व का आभार जताते हुए कहा कि मैं पीएम का आभार जताता हूं, मैं प्रदेश के नेतृत्व का भी आभारी हूं। जनता का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे अपने बीच का और अपना माना। मैं अपने प्रशासनिक मित्रों को भी धन्यवाद देता हूं। जिन्होंने मेरे मन की योजनाओ को साकार किया। मैं अपने मंत्री मंडल का भी धन्यवाद देता हूं। मैं सभी को बारंबार धन्यवाद देता हूं। मेरे मन में कोई दुर्भावना नहीं रही, लेकिन मेरे किसी फैसले से अगर किसी को दुख पहुंचा हो तो मैं माफी चाहता हूं।
    फ्यूचर प्लानिंग को लेकर उन्होंने कहा कि बहन भाई का रिश्ता सदैव रहेगा। लाड़ली बहना योजना को हमारी सरकार इसे आगे बढ़ाएगी। काम कभी समाप्त नहीं होता। विकास की यात्रा अनंत है, आगे मोहन के नेतृत्व में ये सफर चलेगा। मेरी अब एक कार्यकर्ता की भूमिका रहेगी। भाजपा एक मिशन है। यहां सब के लिए कुछ न कुछ काम है। पार्टी जो काम देगी मैं करूंगा। सीएम के नाते सरकार लाने की मेरी जिमेदारी ज्यादा थी। इसलिए मैंने प्राण प्रण से काम किया। मेरे बारे में फैसला मैं नहीं मेरी पार्टी करेगी। जनता के प्रति मेरा कमिटमेंट मुझे थकने नहीं देता। लंबे समय तक सीएम रहने के रिकॉर्ड पर उन्होंने कहा कि रिकॉर्ड बनते ही टूटने के लिए हैं।
    उन्होंने बताया कि मैंने नए सीएम से एक मांग की है कि मुझे एक पेड़ लगाने दें। इसके लिए सरकारी जमीन मुझे मिलती रहे। चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये काल्पनिक सवाल है। मैं कहां रहूंगा यह सोचना एक घटिया सोच है। भाजपा ने मुझे सब कुछ दिया, 18 साल सीएम बनाया। अब मेरा वक्त आया है कि मैं पार्टी को कुछ दूं।
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  • मोहन यादव को मुख्यमंत्री बना भाजपा ने चला दांव, जिसकी काट सपा, आरजेडी और कांग्रेस के लिए मुश्किल

    नई दिल्ली। भाजपा ने सोमवार को मध्य प्रदेश में नया मुख्यमंत्री दे दिया और मोहन यादव को सूबे की कमान सौंपने का ऐलान हुआ। यह पूरा घटनाक्रम मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में चला, लेकिन असर यूपी, बिहार, हरियाणा और राजस्थान तक दिख रहा है। मोहन यादव को सीएम बनाकर भाजपा ने एक ऐसा दांव चल दिया है, जिसकी काट करना सपा, आरजेडी और कांग्रेस जैसे दलों के लिए मुश्किल होगा। भाजपा पहले भी उमा भारती, कल्याण सिंह, शिवराज सिंह चौहान जैसे ओबीसी मुख्यमंत्री दिए हैं, लेकिन अब तक उसकी सियासी कोशिश गैर-यादव ओबीसी को एकजुट करने तक रही है। इस बार भाजपा ने एक कदम और आगे बढ़ा दिया है।
    यूपी में करीब 10 फीसदी और बिहार में 14 पर्सेंट यादव बिरादरी को भी भाजपा लुभाने की कोशिश में है। इसी के तहत उसने मोहन यादव को मध्य प्रदेश का सीएम बनाया है। हरियाणा और राजस्थान में भी यादव समाज की अच्छी संख्या है। इस तरह भोपाल में हुए फैसले का असर कम से कम 4 राज्यों में 2024 में देखा जा सकता है। भाजपा अब इस कदम के बाद यह संदेश देने का प्रयास करेगी कि उसने ओबीसी के नेताओं को आगे बढ़ाया है और वह यादवों को भी महत्व देती रही है। ऐसा कहने के लिए उसके पास पर्याप्त आधार भी मौजूद हैं।
    दरअसल भाजपा ने मध्य प्रदेश में मोहन यादव को सीएम का पद दिया है तो केंद्र सरकार में उसने 4 मंत्री भी बनाए हैं। राजस्थान से आने वाले भूपेंद्र यादव, हरियाणा के राव इंद्रजीत सिंह, बिहार के नित्यानंद राय और झारखंड की अन्नपूर्णा देवी यादव ही हैं। इसके अलावा संसदीय बोर्ड में सुधा यादव और पिछड़ा वर्ग आयोग के चेयरमैन हंसराज अहीर भी इसी समाज से आते हैं और महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। भूपेंद्र यादव को केंद्रीय चुनाव समिति में भी जगह दी गई है। इस तरह भाजपा ने हरियाणा से महाराष्ट्र तक यादव समाज के लोगों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की है और दूसरी बार मध्य प्रदेश में यादव सीएम बनाया है। इससे पहले बाबूलाल गौर को भी भाजपा ने एमपी का सीएम बनाया था।
    वह मूल रूप से यूपी के रहने वाले थे और मध्य प्रदेश में सीएम की कुर्सी तक पहुंचे। यादवों की मुख्य तौर पर यूपी और बिहार में आबादी है, लेकिन हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और झारखंड में भी अच्छी खासी संख्या है। खासतौर पर यूपी और बिहार में यादवों के वोट सपा और आरजेडी को ही ज्यादा मिलते रहे हैं, लेकिन अब इनके वोटबैंक में भी भाजपा सेंध की कोशिश में है। यदि वह सफल हुई तो भाजपा एक और कदम आगे बढ़ा देगी। अब तक उसे लोधी, मौर्य, कुर्मी, शाक्य, कुम्हार, लुहार, नाई समेत तमाम ओबीसी जातियों के वोट मिलते रहे हैं। अब यादवों के वोट का एक हिस्सा भी यदि भाजपा को मिला तो उसके लिए बड़ी सफलता होगी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • विश्व हिन्दू परिषद अध्यक्ष ने कहा- अब पीओके को आजाद कराने का समय...

    नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है कि अनुच्छेद 370 अब इतिहास की बात हो गई है और अब पीओके को आजाद कराने का समय आ गया है। आलोक कुमार ने कहा कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट का अनुच्छेद 370 पर दिया गया फैसला, भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि है। 
    विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और वरिष्ठ वकील आलोक कुमार ने अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया और कहा कि अब अनुच्छेद 370 इतिहास की बात हो गई है। उन्होंने कहा कि 'अब जम्मू कश्मीर का एक और अधूरा एजेंडा है, वो है पीओके को पाकिस्तान के चंगुल से आजाद कराना। हमें विश्वास है कि एक मजबूत भारत और समर्पित सरकार जल्द ही पीओके को भी आजाद कराएगी।'
    साभार अमर उजाला

  • सरकार का लक्ष्य 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं और उनसे होने वाली मौतों की संख्या को आधा करना है, बोले केंद्रीय मंत्री गडकरी

    नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि सरकार का लक्ष्य 2024 में इसे प्राप्त करने के अपने पहले लक्ष्य को संशोधित करते हुए 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं और उनके परिणामस्वरूप होने वाली मौतों की संख्या को आधा करना है। उन्होंने कहा कि सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद उन्हें दुर्घटनाओं को कम करने में उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं मिले हैं।
    इससे पहले सितंबर 2022 में, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने सभी राज्य परिवहन मंत्रियों और अधिकारियों से 2024 तक सड़क दुर्घटनाओं और उनके परिणामस्वरूप होने वाली मौतों को 50 प्रतिशत तक कम करने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया था।
    सेवलाइफ फाउंडेशन द्वारा तैयार भारत में सड़क सुरक्षा अच्छी प्रथाएं' शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी करते हुए, गडकरी ने कहा, नवीनतम लक्ष्य हमने रखा है कि 2030 के पहले हम 50 प्रतिशत दुर्घटनाएं और मौतों को कम करेंगे। 2030 तक देश में सड़क दुर्घटनाओं और उनके कारण होने वाली मौतों की संख्या को आधा करने के लिए हम काम करेंगे।
    सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में भारत में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या 12 प्रतिशत बढ़कर 4.6 लाख से अधिक हो गई, जिसके परिणामस्वरूप हर घंटे 19 लोगों की मौत हो गई। रिपोर्ट से पता चला था कि देश में हर घंटे 53 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। 2022 के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) द्वारा कुल 4,61,312 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें 1,68,491 लोगों की जान चली गई और 4,43,366 लोग घायल हो गए।
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  • मोहन यादव से कमलनाथ ने की सौजन्य भेंट, दी शुभकामनाएं

    भोपाल। मध्यप्रदेश के सीएम पद पर उज्जैन दक्षिण क्षेत्र से विधायक मोहन यादव के नाम पर मुहर लगाकर बीजेपी ने तय कर दिया कि यह नई बीजेपी है। यहां फैसले बिल्कुल अनएक्सपेक्टेड होते हैं और केंद्रीय नेतृत्व किसी भी तरह के प्रेशर में काम नहीं करता।
    बता दें कि बीजेपी पर्यवेक्षकों ने विधायकों से गहन विचार-विमर्श के बाद मुख्यमंत्री का फैसला किया। शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे मोहन यादव राज्य में शिवराज सिंह चौहान की जगह लेंगे। मध्यप्रदेश की राजनीति में सीएम पद के लिए यादव छुपा रुस्तम साबित हुए हैं। हालांकि पिछली बार जब शिवराज सिंह चौहान को सीएम बनाने की तैयारी हो रही थी, उस समय भी मोहन यादव के नाम पर विचार हुआ था, पर इस बार उनके नाम की चर्चा कहीं से भी नहीं हो रही थी।
    कहा जा रहा कि आरएसएस उनके नाम को लेकर काफी गंभीर था। हालांकि, मोहन यादव को बड़बोलेपन के लिए कई बार बहुत आलोचना झेलनी पड़ी है और भी कई मामलों को लेकर उनका नाम विवादों में रहा है।
    कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने की भाजपा विधायक दल के नेता मोहन यादव से मुलाकात की है। वीआईपी गेस्ट हाउस में मंगलवार सुबह मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ डॉ मोहन यादव से सौजन्य भेंट करने पहुंचे थे। वहीं, कमलनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विधायक दल का नेता निर्वाचित होने पर मोहन यादव को शुभकामनाएं। मैं आशा करता हूं कि वह मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में विधिपूर्वक और राग-द्वेष से रहित होकर शासन करेंगे। 
    साभार अमर उजाला

  • राज्यों के चुनाव में झटके बाद नरम पड़ी कांग्रेस, जेडीयू, सपा और तृणमूल कांग्रेस से की बात

    नई दिल्ली। तीन हिंदी भाषी राज्यों के चुनाव में झटके के बाद कांग्रेस अब मिशन 2024 के लिए नरम पड़ती दिख रही है। इसका असर INDIA गठबंधन की रणनीति पर भी है। अब कांग्रेस का रुख थोड़ा लचीला दिख रहा है और उसने खुद ही पहल करते हुए जेडीयू, सपा और तृणमूल कांग्रेस से बात की है। इसके बाद पार्टी ने 19 दिसंबर को INDIA गठबंधन की मीटिंग का भी ऐलान कर दिया है। इसके अलावा कांग्रेस ने संकेत दिए हैं कि वह महाराष्ट्र, यूपी, बिहार और बंगाल जैसे राज्यों में क्षेत्रीय दलों के लिए कुछ सीटों का त्याग भी करने का तैयार है।
    इन सभी राज्यों में कांग्रेस यदि गठबंधन में आती है तो वह जूनियर पार्टनर के ही रोल में रहेगी। ऐसे में वह इन राज्यों में त्याग के लिए तैयार है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि 19 दिसंबर को होने वाली मीटिंग में अब सीट शेयरिंग पर बात होगी और कॉमन एजेंडा तैयार किया जाएगा। इसके अलावा संयुक्त रैलियों पर भी प्लान बनेगा। फिलहाल कांग्रेस ने जेडीयू, सपा और टीएमसी से बातचीत शुरू की है। माना जा रहा है कि कांग्रेस के तेवर अब थोड़े नरम हो सकते हैं। इसकी वजह यह है कि हिंदी भाषी राज्यों में उसकी करारी हार हुई है।
    कांग्रेस ने इन राज्यों में चुनाव से पहले सीट शेयरिंग की चर्चा को टाल दिया था। तब माना जा रहा था कि इसके पीछे कांग्रेस की रणनीति है और वह इन राज्यों में जीत के बाद अपनी बारगेनिंग पावर बढ़ाना चाहती है। हालांकि उसकी रणनीति पर पानी फिर गया, जब राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सरकार चली गई और मध्य प्रदेश में उसकी वापसी की उम्मीदें धरी रह गईं। इन नतीजों के दिन ही कांग्रेस ने अगली मीटिंग का ऐलान कर दिया था, लेकिन नीतीश कुमार, अखिलेश यादव और ममता बनर्जी ने पहुंचने से इनकार किया था। इसके बाद नई तारीख 19 दिसंबर की तय की गई।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक मोहन यादव होंगे मध्य प्रदश के अगले मुख्यमंत्री

    भोपाल। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर जारी सस्पेंस आखिरकार खत्म हो गया। राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर मोहन यादव के नाम पर मुहर लग गई है। भाजपा की विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से इनके नाम को मुहर लगी। इससे पहले भाजपा आलाकमान ने मनोहर लाल खट्टर, डॉ. के लक्ष्मण और आशा लकड़ा को पर्यवेक्षक बनाकर सीएम चुनने की जिम्मेदारी सौंपी थी। पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में सोमवार को हुई विधायक दल की बैठक में मोहन यादव के नाम को फाइनल किया गया।
    मोहन यादव उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक हैं। सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश में दो उपमुख्यमंत्री भी होंगे। इनके लिए जो दो नाम सामने आ रहे हैं, वे हैं- जगदीश देवड़ा और राजेश शुक्ला। जगदीश देवड़ा मल्हारगढ़ और राजेंद्र शुक्ला रीवा से विधायक हैं। इसके अलावा स्पीकर पद के लिए नरेंद्र सिंह तोमर के नाम का एलान किया गया है। 
    मोहन यादव के बारे में जानिए
    मोहन यादव ने माधव विज्ञान महाविद्यालय से पढ़ाई की है। वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री का जिम्मा संभाल चुके हैं।
    मोहन 1982 में छात्र संघ के सह-सचिव भी चुने गए थे।
    वे भाजपा की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य और सिंहस्थ मध्य प्रदेश की केंद्रीय समिति के सदस्य, मध्य प्रदेश विकास प्राधिकरण के प्रमुख, पश्चिम रेलवे बोर्ड में सलाहकार समिति के सदस्य भी रह चुके हैं।
    2013, 2018 के बाद अब वे 2023 में भी उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं।
    भाजपा को मिला प्रचंड बहुमत
    मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवंबर को वोट डाले गए थे। इसके नतीजे 30 नवंबर को जारी हुए थे। नतीजों में भाजपा को प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल हुई थी। आंकड़ों पर नजर डालें तो भाजपा के हिस्से में 163 सीटें आईं, जबकि कांग्रेस को 66 सीटों से ही संतोष करना पड़ा।
    क्या बोले मोहन यादव?
    मध्य प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि मैं केंद्रीय नेतृत्व, प्रदेश नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं कि मेरे जैसे छोटे से कार्यकर्ता को यह जो जवाबदारी दी है। आपके प्यार और सहयोग से मैं अपनी जिम्मेदारियां पूरी करने का प्रयास करूंगा।
    साभार अमर उजाला

  • मप्र के नए मुख्यमंत्री बनने पर माननीय मोहन यादव को रंजीत टाईम्स और जनाधार इलेक्शन मैनेजमेंट की ओर से बहुत-बहुत बधाई

    मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हो गया है। मोहन यादव को मध्य प्रदेश का नया मुख्यमंत्री चुना गया है। जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला उपमुख्यमंत्री होंगे। नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा स्पीकर बनाया जाएगा। पर्यवेक्षक बनाकर भेजे गए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ओबीसी मोर्चा के प्रमुख के. लक्ष्मण और सचिव आशा लाकड़ा की मौजूदगी विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से यह फैसला हुआ। शिवराज सिंह चौहान ने मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव रखा।


    58 साल के मोहन यादव उज्जैन दक्षिण सीट से तीसरी बार के विधायक हैं। वह 2020 में शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री बनाए गए थे। मोहन यादव संघ के बेहद करीबी हैं। वह संघ में कई पदों पर लंबे समय तक काम कर चुके हैं तो विद्यार्थी परिषद में भी अपनी सेवा दे चुके हैं। मोहन यादव ओबीसी वर्ग से आते हैं।
    मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बनने पर माननीय मोहन यादव को रंजीत टाईम्स और जनाधार इलेक्शन मैनेजमेंट की ओर से बहुत-बहुत बधाई।

  • भोपाल में 11 दिसंबर को भाजपा विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर होगा विचार

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी में मुख्यमंत्री पद के लिए मंथन चल रहा है, लेकिन अब जल्द ही मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस खत्म हो जाएगा। क्योंकि, विधायक दल की बैठक की तारीख और समय तय हो चुका है। मध्य प्रदेश में सोमवार यानी 11 दिसंबर को विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। सभी विधायकों को इस बारे में आधिकारिक रूप से सूचित किया गया है। विधायक दल की बैठक की अध्यता केंद्रीय नेतृत्व द्वारा चुने गए पर्यवेक्षकों के द्वारा किया जाएगा। जिसमें मुख्यमंत्री के चेहरा कौन होगा इस पर विचार किया जाएगा।
    बता दें कि, मध्य प्रदेश में केंद्रीय नेतृत्व ने 8 दिसंबर को पर्यवेक्षकों के नाम का ऐलान कर दिया है। मध्य प्रदेश में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लक्ष्मण और पार्टी की राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
    साभार अमर उजाला

  • विधानसभा चुनाव जीतने वाले सभी भाजपा सांसदों को 30 दिन में सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस

    नई दिल्ली. राजस्थान और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में इलेक्शन जीतकर विधानसभा पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के सभी सांसदों ने सांसदी के पद से इस्तीफा दे दिया है. अब सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि लोकसभा आवास  समिति  ने विधानसभा चुनाव जीतने वाले सभी बीजेपी सांसदों को 30 दिन में सरकारी आवास ख़ाली करने का नोटिस दिया है.
    आठ सांसद सामान्य पूल का हिस्सा हैं. तीन सांसद मंत्री हैं, इसलिए उन्हें शहरी विकास मंत्रालय से आवंटन मिलता है. सूत्रों का कहना है कि नियम सिर्फ विपक्षी सांसदों के लिए ही नहीं, जैसा कि आरोप लगाया जा रहा है, सभी के लिए समान हैं. जिन लोकसभा  सांसदों को 30 दिन में घर ख़ाली करने का नोटिस दिया हैं उनमे राकेश सिंह, अरुण साव, गोमती साय, रिति पाठक, बाबा बालकनाथ, राज्यवर्धन सिंह राठौड़,दीया कुमारी और उदय प्रताप सिंह जैसे नाम भी शामिल हैं.
    आपको बता दें कि बीजेपी ने तीन राज्यों- छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान 21 सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा था जिसमें से 12 सांसद विधायकी का चुनाव जीतने में सफल रहे थे. चुनाव जीतने वाले इन सांसदों में राजस्थान से राज्यवर्धन सिंह राठौड़,दीया कुमारी और किरोड़ी लाल मीणा, बाबा बालकनाथ, छत्तीसगढ़ से अरुण साव, रेणुका सिंह और गोमती साई और मध्य प्रदेश से नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, उदय प्रताप और रीति पाठक शामिल हैं.
    साभार आज तक 

  • खालिस्तानी आतंकी की हत्या की साजिश पर अमेरिका का बड़ा बयान, भारत हमारा रणनीतिक साझेदार है, लेकिन हम चाहते हैं कि इस साजिश के जिम्मेदारों को जवाबदेह ठहराया जाए...

    वॉशिंगटन। अमेरिका में कथित तौर पर खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का मामला गंभीर होता जा रहा है। दरअसल अमेरिका के व्हाइट हाउस ने अपने एक बयान में कहा है कि भारत हमारा रणनीतिक साझेदार है, लेकिन हम चाहते हैं कि इस साजिश के जिम्मेदारों को जवाबदेह ठहराया जाए। बता दें कि एक भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर अमेरिका में रहने वाले खालिस्तानी आतंकी की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा है। इस मामले में अमेरिका का कहना है कि भारतीय अधिकारी की भी कथित तौर पर संलिप्तता है। 
    व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि 'भारत हमारा एक रणनीतिक साझेदार देश है और हम अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत कर रहे हैं। वह प्रशांत महासागर में क्वाड का भी सदस्य है और हम कई अहम मुद्दों पर साथ मिलकर काम कर रहे हैं। लेकिन साथ ही हम इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहे हैं।' दरअसल जॉन किर्बी से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूछा गया कि 'क्या इस मुद्दे से भारत और अमेरिका के रिश्तों पर कोई असर होगा?' इसके जवाब में किर्बी ने कहा कि 'हम चाहते हैं कि इसकी जांच की जाए और जो भी इसके लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाए।'
    जॉन किर्बी ने कहा कि 'अभी इसकी जांच चल रही है और हमें इस बात की खुशी है कि हमारे भारतीय सहयोगी इसे गंभीरता से ले रहे हैं। हालांकि हम इसकी ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते क्योंकि अभी इसकी जांच चल रही है।' बता दें कि अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी एफबीआई कथित तौर पर खालिस्तानी कट्टरपंथी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश की जांच कर रही है। वहीं एफबीआई के निदेशक क्रिस्टोफर रे भी अगले सप्ताह भारत का दौरा करेंगे। रे भारत दौरे पर दिल्ली में सीबीआई और एनआईए के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। 
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा ने चुनावी राज्यों के लिए तय किए पर्यवेक्षक, मध्यप्रदेश में रविवार को विधायक चुनेंगे मुख्य्मंत्री

    भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने चुनावी राज्यों के लिए पर्यवेक्षक तय कर दिए हैं। मध्यप्रदेश के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लक्ष्मण, राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा के नाम तय किए गए है। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े राजस्थान जाएंगे और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनोवाल और राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम छत्तीसगढ़। उनकी मौजूदगी में विधायक दल का नेता चुना जाएगा।
    तीन दिसंबर को चार राज्यों के चुनावों के नतीजे घोषित हुए हैं। मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने बहुमत हासिल किया है। मध्यप्रदेश में भाजपा विधायक दल की बैठक 10 दिसंबर को बुलाई गई। यहां पर दिल्ली से आने वाले पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में बैठक होगी, जिसमें मुख्यमंत्री के नाम पर सस्पेंस खत्म हो जाएगा। इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश विजयवर्गी ने भी रविवार तक मुख्यमंत्री के नाम से सस्पेंस खत्म होने के संकेत दिए थे।
    मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ ही कैलाश विजयवर्गीय को भी मुख्यमंत्री पद का प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। मध्यप्रदेश की 230 सदस्यों वाली विधानसभा में भाजपा ने 163 सीटें जीती हैं, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 66 सीटें मिली हैं। एक सीट भारत आदिवासी पार्टी ने जीती है। पार्टी ने तोमर और पटेल समेत सात सांसदों को चुनावों में उतारा था। केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला के निवास सीट पर विधानसभा चुनाव हारे हैं। इसके साथ ही गणेश सिंह को भी सतना में कांग्रेस प्रत्याशी के सामने हार का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा सीधी की सांसद रीति पाठक (सीधी), जबलपुर के सांसद राकेश सिंह (जबलपुर पश्चिम), होशंगाबाद के सांसद राव उदय प्रताप सिंह (गाडरवारा) में जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि जो सांसद विधानसभा चुनाव जीते हैं, उन्हें पार्टी सांसदी छोड़ने को कह सकती है। ऐसे में उन्हें भी मुख्यमंत्री पद का दावेदार समझा जा रहा है।
    मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है। हालांकि, वह कुछ समय पहले यह बयान दे चुके हैं कि वह न तो कभी मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे और न ही आज हैं। पार्टी का जो भी आदेश होगा, वह उन्हें स्वीकार है। इसके बाद उन्होंने यह भी कहा कि वह दिल्ली नहीं बल्कि छिंदवाड़ा जाएंगे। 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने छिंदवाड़ा छोड़कर सभी 28 सीटों पर जीत हासिल की थी।
    शिवराज का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मजबूत करने के लिए वे छिंदवाड़ा जाएंगे। शिवराज के अलावा पार्टी का कद्दावर ओबीसी चेहरा और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल भी रेस में हैं। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के लंबे प्रशासनिक अनुभव को देखते हुए उन्हें जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। केंद्रीय संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे विजयवर्गीय को भी पार्टी ने विधानसभा चुनाव लड़ाया है। राजनीतिक हलकों में ज्योतिरादित्य सिंधिया और कुछ अन्य नामों को भी मुख्यमंत्री की दौड़ में उम्मीदवार माना जा रहा है। 
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ से मांगा इस्तीफा!, नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करने के कांग्रेस हाईकमान ने दिए निर्देश

    नई दिल्ली। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद दिल्ली पहुंचे कमलनाथ ने मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मुलाकात की है। सूत्रों ने बताया कि मंगलवार शाम साढ़े सात बजे दिल्ली में खरगे के आवास पर हुई बैठक में कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल भी शामिल हुए। इस दौरान पार्टी हाईकमान ने कमलनाथ को मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने और नया प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त करने का निर्देश दिया। सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कभी भी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकते हैं। 
    मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को कुल 230 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ था और रविवार को तीन अन्य राज्यों छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना के साथ नतीजे घोषित किए गए। कांग्रेस की हार के बाद रविवार को मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा था कि हम मध्यप्रदेश के मतदाताओं के जनादेश को स्वीकार करते हैं। हम विपक्ष की भूमिका निभाएंगे। साथ ही कमलनाथ ने भाजपा को बड़ी जीत के लिए बधाई दी और उम्मीद जताई कि भाजपा राज्य की जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करेगी।
    एमपी विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा ने 163 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत हासिल किया, जबकि कांग्रेस 66 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, जबकि भाजपा 109 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही थी। इसके बाद कमलनाथ ने राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। लेकिन पार्टी के भीतर बगावत के कारण 15 महीने में ही उनकी सरकार गिर गई थी।
    बता दें, कमलनाथ ने मंगलवार को दिन में भोपाल स्थित मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों और पदाधिकारियों के साथ चुनाव नतीजों पर समीक्षा बैठक की। उन्होंने एक पोस्ट में कहा, प्रत्याशियों और विधायकों ने जो प्राथमिक रिपोर्ट दी है, उस पर गंभीरता से चिंतन करने की आवश्यकता है और शीघ्र ही सभी प्रत्याशी विस्तृत रिपोर्ट मुझे देंगे। हम इस हार से सबक ले रहे हैं, कमियों को दूर कर रहे हैं और लोकसभा चुनाव की तैयारी में आज से ही जुट रहे हैं। कोई भी पराजय हौसले को नहीं हरा सकती।
    साभार अमर उजाला

  • मप्र में करारी हार के बाद दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर ईवीएम पर ठीकरा फोड़ा

    भोपाल। मध्य प्रदेश में करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ठीकरा एक बार फिर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर फोड़ दिया है। दिग्विजय ने कहा है कि पोस्टल बैलेट की गिनती में उनकी पार्टी 199 सीटों पर बढ़त में थी, लेकिन ईवीएम वोटों की गिनती में पिछड़ गई। दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा है कि चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता है। उन्होंने चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट से भारतीय लोकतंत्र को बचाने की अपील की है। रविवार को घोषित हुए चुनाव नतीजों में कांग्रेस पार्टी को मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हार का सामना करना पड़ा, जबकि तेलंगाना में उसकी जीत हुई है।
    चुनाव में कांग्रेस की हार की समीक्षा से पहले दिग्विजय सिंह ने ईवीएम पर सारा दोष मढ़ दिया है। सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक उन्होंने एक के बाद एक कई पोस्ट के जरिए सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म 'एक्स' पर दावा किया कि ईवीएम की वजह से ही उनकी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। दिग्विजय सिंह ने कहा, 'चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता है। मैं 2003 से ही ईवीएम से वोटिंग का विरोध करता रहा हूं। क्या हम इस बात की इजाजत दे सकते हैं कि भारतीय लोकतंत्र को पेशेवर हैकर्स नियंत्रित करें! यह मूल सवाल है जिसका जवाब सभी राजनीतिक दलों को देना चाहिए। माननीय चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट, क्या आप कृपया हमारे लोकतंत्र की रक्षा कर सकते हैं?' दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट के साथ एक पुराने न्यूज आर्टिकल को भी शेयर किया है जिसमें कहा गया है कि भाजपा ने हार के लिए ईवीएम को जिम्मेदार बताया।
    दिग्विजय सिंह ने वोटों की गिनती के कुछ पेपर साझा करते हुए कहा कि पोस्टल बैलेट की गिनती में उनकी पार्टी को 230 में 199 सीटों पर बढ़त हासिल हुई। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, 'पोस्टल बैलेज के जरिए कांग्रेस को वोट देनेवाले और हम पर भरोसा जतानेवाले सभी मतदाताओं का धन्यवाद! तस्वीरों के आंकड़ों में एक प्रमाण है जो यह बताता है कि पोस्टल बैलेट के जरिए हमें यानी कांग्रेस को 199 सीटों पर बढ़त है। जबकि इनमें से अधिकांश सीटों पर ईवीएम काउंटिंग में हमें मतदाताओं का पूर्ण विश्वास न मिल सका। यह भी कहा जा सकता है कि जब तंत्र जीतता है तो जनता (यानी लोक) हार जाती है। हमें गर्व है कि हमारे जमीनी कार्यकर्ताओं ने जी जान से कांग्रेस के लिए काम किया और लोकतंत्र के प्रति अपने विश्वास को पुख्ता किया।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्यप्रदेश में सीएम पद को लेकर दिल्ली पहुंचे दिग्गज, जीते सांसद देंगे इस्तीफा

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने तीन केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों को चुनाव मैदान में उतारा था। इसमें से दो मंत्री समेत पांच सांसद चुनाव जीते हैं। वहीं, एक केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और सतना से सांसद गणेश सिंह चुनाव हार गए हैं। अब जीते सांसदों को 14 दिनों में संसद की सदस्यता को लेकर निर्णय लेना होगा। ऐसा नहीं करने पर तय दिनों बाद उनकी लोकसभा की सदस्यता स्वत: ही समाप्त हो जाएगी। हालांकि, लोकसभा के चुनाव में पांच माह का ही समय बाकी है। ऐसे में वे सभी जीते सांसद अपना इस्तीफा देंगे, जिनको प्रदेश सरकार में कोई बड़ा पद मिलने की संभावना है। जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम को दिल्ली में भाजपा संसदीय दल की बैठक हो सकती है। इसमें मध्य प्रदेश समेत भाजपा द्वारा जीते गए तीनों राज्यों के मुख्यमंत्री और दिग्गजों को लेकर निर्णय हो सकता है। 
    उधर, संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया। इसमें शामिल होने के लिए सांसद दिल्ली पहुंचे। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल व ज्योतिरादित्य सिंधिया रविवार रात को ही दिल्ली रवाना हो गए थे। प्रह्लाद पटेल ने सोमवार को मध्य प्रदेश में जीत के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
    वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी सोमवार को दिल्ली पहुंचे। इसके बाद प्रदेश की सियासी हलचल बढ़ गई। दरअसल, इससे पहले विजयवर्गीय यह बयान दे चुके हैं कि प्रदेश का मुख्यमंत्री का नाम दिल्ली से ही तय होगा। वहीं, इंदौर में उनको सीएम बनाने को लेकर लॉबिंग भी शुरू हो गई है। उनके समर्थित विधायक रमेश मेंदोला ने उनको मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर दी है। हालांकि, पार्टी के नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री के नाम का फैसला विधायक दल की बैठक में होगा।  
    वहीं, भोपाल में भी सोमवार को पार्टी मुख्यालय से लेकर सीएम हाउस तक हलचल रही। मुख्यमंत्री निवास पर भी सीएम शिवराज से मिलने नए विधायक पहुंचते रहे। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने प्रदेश मुख्यालय में कई नेताओं से मुलाकात की और फोन पर भी जीते हुए विधायकों से चर्चा की।
    साभार अमर उजाला

  • तीन राज्यों में शानदार जीत, भाजपा अब केंद्र सरकार में फेरबदल की तैयारी में

    नई दिल्ली। हिंदी पट्टी के तीन राज्यों में शानदार जीत दर्ज कर सत्ता हासिल करने वाली भाजपा अब केंद्र सरकार में भी फेरबदल की तैयारी में है। पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्री परिषद में जल्दी ही कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं। चर्चा है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से आने वाले कुछ सांसदों को मौका मिल सकता है। पार्टी को लगता है कि इससे 2024 के लिए स्थानीय स्तर पर समीकरण मजबूत करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा राज्यों में विधायक चुने गए कुछ सांसदों से इस्तीफा भी लिया जा सकता है और उन्हें संबंधित प्रदेशों में कुछ अहम जिम्मेदारियां मिल सकती हैं। 
    केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रल्हाद पटेल ने मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में भी जीत हासिल की है। इसके अलावा रेणुका सिंह भी छत्तीसगढ़ से जीती हैं। अब इन मंत्रियों के भविष्य को लेकर भी चर्चाएं तेज हैं। इनके अलावा सांसदों की बात करें तो राकेश सिंह, रीती पाठक, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, दीया कुमारी, अरुण साव भी सांसद चुने गए हैं। इनमें से कुछ लोगों को केंद्र सरकार में हिस्सेदारी मिल सकती है। इनमें जिन लोगों के नाम खासतौर पर चर्चा में हैं, उनमें होशंगाबाद के सांसद उदय प्रताप सिंह, राजस्थान के किरोड़ी लाल मीणा और अलवर के सांसद बाबा बालकनाथ शामिल हैं।
    विधायक चुने गए मंत्रियों और सांसदों को अगले 14 दिनों अंदर विधानसभा या फिर संसद से इस्तीफा देना होगा। भाजपा के एक सीनियर नेता ने कहा कि ज्यादातर नेताओं को इसलिए विधानसभा चुनाव में उतारा गया था कि वे राज्यों में पार्टी को मजबूत करें। ऐसे में ज्यादा संभावना यही है कि सांसदों से कहा जाए कि वे लोकसभा छोड़ दें और राज्य में ही सक्रिय हों। इसके अलावा विधायक चुने गए तीन केंद्रीय मंत्रियों पर भी हाईकमान फैसला लेगा। वहीं फग्गन सिंह कुलस्ते और सांसद गणेश सिंह तो विधायक भी नहीं बन पाए।
    ऐसे में इन्हें आगे क्या जिम्मेदारी मिलेगी और क्या छिनेगा, इसकी भी चर्चाएं शुरू हो गई हैं। बीते कई महीनों से केंद्रीय कैबिनेट में बदलाव की चर्चाएं हैं। माना जा रहा है कि इन तीन राज्यों के नतीजों के बाद अब कभी भी बदलाव हो सकता है। हालांकि पूरी संभावना यही है कि जो सांसद इस्तीफा देंगे, उनकी सीटों पर उपचुनाव नहीं होगा। इसकी वजह यह है कि 6 महीने के भीतर उपचुनाव कराना होता है और 2024 के चुनाव में उससे कम का ही वक्त बचा है। ऐसे में संभावना है कि चुनाव ही न कराया जाए।  
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • तीन राज्यों में कांग्रेस की हार पर INDIA गठबंधन ने दी नसीहत, अकेले चुनाव नहीं जीत सकते

    नई दिल्ली। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के हाथ लगी करारी हार ने INDIA गठबंधन की एकता की कलई को खोल दिया है। एमपी में जहां कांग्रेस अपनी बड़ी जीत को लेकर तमाम दावे कर रही थी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ तक में अपनी सरकार बचाने में कामयाब नहीं हुई। कांग्रेस की इस हार पर अब INDIA गठबंधन ने उसे नसीहत दी है। सपा ने इसे घमंड की हार कहा तो जेडीयू बोली कि ये इंडिया गठबंधन  नहीं अकेले कांग्रेस की हार है। ये अकेले चुनाव नहीं जीत सकते। 
    एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने बंपर जीत के साथ हिन्दी बेल्ट में अपनी पकड़ और मजबूत कर ली है। 2024 से पहले बीजेपी की ये जीत लोकसभा चुनाव में उसकी हैट्रिक के लिए उम्मीद बनकर सामने आई है। रविवार देर शाम तीनों राज्यों में जीत के बाद पीएम मोदी ने इसे 2024 लोकसभा चुनाव का संकेत बताया तो इंडिया गठबंधन पर निशाना साधने से भी नहीं चूके। 
    पीएम मोदी और राहुल क्या बोले
    पीएम मोदी ने कहा, "मेरी कांग्रेस और उसके साथियों को सलाह है कि ऐसी राजनीति न करें जो देश विरोधी हो और उससे देश कमजोर हो।" उधर, राहुल गांधी ने हिन्दी बेल्ट के तीनों राज्यों में करारी हार को स्वीकार करते हुए अपनी लड़ाई जारी रखने की बात कही है। उन्होंने ट्वीट में कहा कि हम जनादेश को विनम्रता से स्वीकार करते हैं। बीजेपी के साथ हमारी विचारधारा की लड़ाई जारी रहेगी। 
    तेलंगाना में जीत राहत लाई 
    हालांकि कांग्रेस के लिए राहत की बात यह है कि तेलंगाना में उसकी पहली बार सरकार बनाने जा रही है। यहां कांग्रेस ने 69 सीटों के साथ बहुमत का आंकड़ा आसानी से पार कर लिया। जीत का सेहरा तेलंगाना कांग्रेस चीफ रेवंत रेड्डी के सिर बंधा है। पूरी संभावना है कि वह प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे। उधर, बीआरएस 40 का आंकड़ा तक पार नहीं कर सकी। बीजेपी के खाते में 8 सीटें आई हैं।
    INDIA गठबंधन में किसने क्या कहा
    तीन राज्यों में कांग्रेस की करारी हार पर INDIA गठबंधन का गुस्सा फूटा है। अखिलेश यादव की पार्टी सपा ने इसे कांग्रेस के घमंड की हार कहा। यहां यह भी गौर करने वाली बात है कि एमपी विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश और कमलनाथ में सीट बंटवारे को लेकर गहमा-गहमी सामने आई थी।
    उधर, नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने कांग्रेस की हार पर नमक छिड़का है। कहा कि ये गठबंधन नहीं सिर्फ कांग्रेस की हार है। इस हार से यह भी साफ हो गया है कि कांग्रेस चुनाव अकेले नहीं जीत सकती।
    एमपी-राजस्थान और छत्तीसगढ़ में रिजल्ट कैसा रहा
    मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी 164 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। कांग्रेस के खाते में 65 सीटें आई। अन्य के पास एक सीट आई है। यहां बीजेपी की 2003 से सरकार है। हालांकि 2018 में दो साल के लिए कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी थी जो 2020 में गिर गई। 
    उधर, राजस्थान में शुरुआती मुकाबला कांटे का लग रहा था लेकिन, जल्द ही बीजेपी ने बढ़त हासिल की और फिर कांग्रेस को आगे बढ़ने का मौका नहीं दिया। बीजेपी ने यहां 115 सीटें जीतकर बहुमत हासिल कर लिया है। कांग्रेस को 69 सीट मिली हैं। वहीं, अन्य के खाते में 15 सीटें आई हैं। 
    छत्तीसगढ़ चुनाव बड़ा रोचक रहा। कई एग्जिट पोल्स में यहां कांग्रेस की जीत के दावे किए जा रहे थे लेकिन, बीजेपी ने सभी भविष्यवाणियों को धताते हुए यहां भी जीत दर्ज की है। बीजेपी के खाते में कुल 90 में से 54 सीटें आई हैं। जबकि कांग्रेस 35 से आगे नहीं बढ़ पाई। अन्य के पास एक सीट आई।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार, जाने सबसे बड़ी जीत और सबसे छोटी जीत

    भोपाल। मध्यप्रदेश में भाजपा ने स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बना ली है। भाजपा को 163 सीटें मिली हैं तो कांग्रेस को 66 सीटों पर संतोष करना पड़ा है। हम आपको बता रहे हैं कि प्रदेश की पांच सबसे बड़ी और सबसे छोटी जीत किसके हिस्से आई हैं। 
    सबसे बड़ी जीत- प्रदेश में सबसे बड़ी जीत रमेश मेंदोला की रही। मेंदोला इंदौर की विधानसभा नंबर 2 से मैदान में थे। उन्होंने कांग्रेस के चिंटू चौकसे को एक लाख सात हजार सैंतालीस मतों से हराया है। दूसरी सबसे बड़ी जीत भाजपा की कृष्णा गौर की रही। कृष्णा भोपाल की गोविंदपुरा से मैदान में थीं, उन्होंने कांग्रेस के रवींद्र साहू को एक लाख छह हजार छ सौ अड़सठ मतों से हराया। तीसरी बड़ी जीत सीएम शिवराज सिंह चौहान की रही। शिवराज ने सीहोर जिले की बुधनी से चुनाव लड़ा और कांग्रेस के विक्रम मस्ताल को एक लाख चार हजार नौ सौ चौहत्तर वोटों से हराया। चौथी बड़ी जीत भी भाजप की ही रही। भोपाल की हुजूर विधानसभा से मैदान में रहे रामेश्वर शर्मा 97910 मतों से जीते हैं। उन्होंने कांग्रेस के नरेश ज्ञानचंदानी को हराया है। पांचवी बड़ी जीत नौंवी बार विधायक बने गोपाल भार्गव की रही। उन्होंने सागर जिले की रहली से चुनाव लड़ा और कांग्रेस की ज्योति पटेल को 72800 वोटों से हराया। 
    सबसे छोटी जीत- जहां कुछ प्रत्याशी लाखों वोटों से जीते तो कुछ ऐसे रहे जो चंद वोटों से जीते या यूं कहें नजदीकी मुकाबले में विधायक चुने गए। प्रदेश की सबसे छोटी जीत भाजपा के शाजापुर प्रत्याशी अरुण भीमावत की रही। उन्होंने कांग्रेस के हुकुमसिंह कराड़ा को 28 वोटों से हराया। दूसरी नजदीकी जीत भी भाजपा की रही। वारासिवनी से भाजपा के प्रदीप जायसवाल ने कांग्रेस के विवेक पटेल को 46 मतों से हराया है। उन्होंने रीकाउंटिंग में जीत हासिल की है। प्रदेश की तीसरी सबसे कम अंतर वाली जीत कांग्रेस के दिनेश जैन बॉस की रही। 
    उन्होंने महिदपुर से चुनाव लड़ा और भाजपा के बहादुर सिंह चौहान को 290 मतों से हराया। चौथी सबसे छोटी जीत धरमपुरी के कालूसिंह ठाकुर की रही। उन्होंने कांग्रेस के पांचीलाल मेड़ा को 356 वोटों से हराया। पांचवीं सबसे कम अंतर वाली जीत बैहर के संजय उइके की रही। संजय ने भाजपा के भगत सिंह नेताम को 551 वोटों से हराया। 
    साभार अमर उजाला

  • प्रदेश में नरोत्तम मिश्रा सहित 12 मंत्री हारे, 20 जीते

    भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना करीब-करीब पूरी हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत 32 मंत्री मैदान में उतरे थे। जिनमें 12 की हार हुई, वहीं 20 ने जीत दर्ज की है।  हालांकि, दतिया में प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा हार गए हैं। 
    इन मंत्रियों ने नहीं लड़ा चुनाव
    बता दें कि शिवपुरी से खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया चुनाव नहीं लड़ रही। वहीं, भिंड जिले के मेहंगाव से विधायक और नगरीय विकास एवं आवास के राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया का टिकट काट दिया गया है।
    2018 में नतीजे क्या रहे थे?
    मध्यप्रदेश में पिछला विधानसभा चुनाव कई मायनों में बेहद रोमांचक रहा था। 230 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को बहुमत से दो कम 114 सीटें मिलीं थीं। वहीं, भाजपा 109 सीटों पर आ गई। हालांकि, यह भी दिलचस्प था कि भाजपा को 41% वोट मिले, जबकि कांग्रेस को 40.9% वोट मिला था। बसपा को दो जबकि अन्य को पांच सीटें मिलीं। नतीजों के बाद कांग्रेस ने बसपा, सपा और अन्य के साथ मिलकर सरकार बनाई। इस तरह से राज्य में 15 साल बाद कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार बनी और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे। हालांकि लगभग 15 महीने बाद ही ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके खेमे के मंत्रियों ने बगावत कर दी, इससे कांग्रेस की सरकार गिर गई। सिंधिया ने समर्थकों के साथ भाजपा जॉइन कर ली थी। भाजपा फिर सत्ता में लौट आई थी।
    प्रदेश के मंत्रियों की स्थिति
    सीट क्र हॉट सीट भाजपा सरकार के मंत्री कांग्रेस प्रत्याशी परिणाम/रुझान
    156 बुधनी शिवराज सिंह चौहान (मुख्यमंत्री)  विक्रम मस्ताल  शिवराज जीते
    22 दतिया नरोत्तम मिश्रा (गृह, संसदीय कार्य, विधि एवं विधायी कार्य मंत्री) राजेंद्र भारती मिश्रा हारे
    39 रहली गोपाल भार्गव (लोक निर्माण विभाग मंत्री) ज्योति पटेल भार्गव जीते
    211 सांवेर तुलसी सिलावट (जल संसाधन, मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास मंत्री) रीना बौरासी सिलावट जीते
    176 हरसूद विजय शाह (वन मंत्री) सुखराम सालवे विजय शाह जीते
    225 मल्हारगढ़ जगदीश देवड़ा (वित्त मंत्री) परशुराम सिसौदिया जगदीश देवड़ा जीते
    87 अनुपूपर बिसाहूलाल (खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण)  रमेश सिंह बिसाहूलाल जीते
    36 खुरई भूपेंद्र सिंह (नगरीय प्रशासन विभाग)  रक्षा राजपूत भूपेंद्र सिंह जीते
    90 मानपुर मीना सिंह (आदिम जाति कल्याण)  तिलकराज सिंह मीना सिंह जीती
    135 हरदा कमल पटेल (कृषि मंत्री)  रामकिशोर डोगने कमल पटेल हारे
    37 सुरखी गोविंद सिंह राजपूत (राजस्व, परिवहन मंत्री) नीरज शर्मा गोविंद सिंह राजपूत जीते
    60 पन्ना बृजेंद्र प्रताप सिंह (खनिज संसाधन विभाग  मंत्री) भरत मिलन पांडेय बृजेंद्र प्रताप सिंह जीते
    151 नरेला विश्वास सारंग (चिकित्सा शिक्षा मंत्री)  मनोज शुक्ला विश्वास सारंग जीते
    142 सांची प्रभुराम चौधरी (लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री) जीसी गौतम प्रभुराम चौधरी जीते
    28 बमोरी महेंद्र सिंह सिसोदिया (पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री) ऋषि अग्रवाल महेंद्र सिंह सिसोदिया हारे
    15 ग्वालियर सीट प्रद्मुम सिंह तोमर (ऊर्जा मंत्री)  सुनील शर्मा तोमर जीते
    190 बड़वानी प्रेम सिंह पटेल (पशुपालन, समाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन) राजन मंडलौई प्रेम सिंह पटेल हारे
    230 जावद ओम प्रकाश सखलेचा (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, विज्ञान और प्रौद्योगिकी) समंदर पटेल ओम प्रकाश सखलेचा आगे
    209 महू ऊषा ठाकुर (पर्यटन, संस्कृति अध्यात्म) रामकिशोर शुक्ला ठाकुर जीतीं
    9 अटेर अरविंद सिंह भदौरिया (सहकारिता, लोक सेवा प्रबंधन) हेमंत कटारे भदौरिया हारे
    217 उज्जैन दक्षिण मोहन यादव (उच्च शिक्षा मंत्री)  चेतन यादव मोहन यादव जीते
    226 सुवासरा हरदीप सिंह डंग (नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा, पर्यावरण) राकेश पाटीदार हरदीप सिंह डंग जीते
    202 बदनावर राजवर्धन सिंह (औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन) भंवर सिंह शेखावत राजवर्धन हारे
    74 रीवा राजेंद्र शुक्ल (जनसंपर्क मंत्री)  राजेंद्र शर्मा राजेंद्र शुक्ल जीते
    111 बालाघाट गौरीशंकर बिसेन  अनुभा मुंजारे गौरीशंकर बिसेन हारे
    14 ग्वालियर ग्रामीण भारत सिंह कुशवाह (राज्य मंत्री-उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण -स्वतंत्र प्रभार) साहब सिंह गुर्जर कुशवाह हारे
    168 शुजालपुर इंदर सिंह परमार  (राज्य मंत्री-स्कूल शिक्षा मंत्री -स्वतंत्र प्रभार) रामसिंह सिकरवार इंदर सिंह परमार जीते
    66 अमरपाटन रामखेलावन  (राज्य मंत्री-पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री) राजेंद्र कुमार सिंह रामखेलावन हारे
    110 परसवाड़ा राम किशोर कांवरे  (राज्य मंत्री-आयुष -स्वतंत्र प्रभार) मधु भगत राम किशोर कांवरे हारे
    34 मुंगावली बृजेंद्र सिंह यादव  (राज्य मंत्री-लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी) यादवेंद्र यादव बृजेंद्र सिंह यादव जीते
    24 पोहरी सुरेश धाकड़  (राज्य मंत्री-लोक निर्माण विभाग) कैलाश कुशवाह सुरेश धाकड़ हारे
    47 खरगापुर राहुल लोधी (राज्य मंत्री) चंदा सिंह गौर राहुल लोधी हारे

  • मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में स्पष्ट बहुमत के बाद अब सीएम पद के दावेदारों पर फोकस

    नई दिल्ली। मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिल गया है। मध्य प्रदेश में भाजपा प्रचंड बहुमत पाकर 163 सीटें जीतने में सफल रही। वहीं राजस्थान में भाजपा को 115 सीटों पर जीत मिली। छत्तीसगढ़ में भाजपा 54 सीटें जीतकर सत्ता कब्जाने में सफल रही है। मिजोरम में मतगणना जारी है। 
    मध्य प्रदेश में भाजपा की प्रचंड जीत में शिवराज सरकार की लाडली बहना योजना की खूब चर्चा हो रही है। कई नेताओं का कहना है कि यह योजना भाजपा सरकार के लिए गेमचेंजर साबित हुई। इनके अलावा पीएम मोदी के चेहरे, संगठन की शक्ति के दम पर भाजपा ने लगातार पांचवी बार कांग्रेस को पटखनी दी। 
    चुनाव नतीजों के बाद अब सभी की निगाहें सीएम पद के संभावित दावेदारों पर टिक गई हैं। राजस्थान की बात करें तो यहां कई नामों की चर्चा है। इनमें पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और महंत बालक नाथ के नामों की चर्चा है। इनके अलावा राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सीपी जोशी भी इस दौड़ में शामिल हैं। 

  • कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा बयान, बोले- मप्र में पीएम मोदी  और शाह की वजह से मिली जीत

    इंदौर। मप्र विधानसभा चुनाव में लाड़ली बहना योजना को जीत का श्रेय देने की खबरों के बीच कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा है कि मप्र में भाजपा को जीत पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की वजह से मिली है। विजयवर्गीय ने कहा कि मप्र के साथ छग और राजस्थान में भी भाजपा को जीत मिली जबकि वहां पर लाड़ली बहना योजना नहीं थी। यहां तक कि विजयवर्गीय ने इस प्रश्न को पूछने पर यह भी कह दिया कि आप लोग दरबारी जैसे प्रश्न पूछते हो। अब राजनीतिक गलियारों में विजयवर्गीय के इस बयान के कई अर्थ निकाले जा रहे हैं। गौरतलब है कि दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात के बाद भी कैलाश विजयवर्गीय ने यह कहा था कि मप्र में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा यह दिल्ली के नेता तय करेंगे।  
    मप्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा को मिले प्रचंड बहुमत को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जिस दिन इंदौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रोड शो हुआ था उसी दिन मैंने कह दिया था कि हम इंदौर की सभी नौ और प्रदेश में 160 से ज्यादा सीटें जीतेंगे। मैंने कहा था कि हम मालवा में सबसे ज्यादा वोटों से जीतेंगे, वह रिकॉर्ड तोड़ा। छत्तीसगढ़ में हमारी ग्रेट विक्ट्री है जिसकी हमें खुद कल्पना नहीं थी। राजस्थान में भी अच्छी जीत हासिल की है। इस तरह तीन राज्यों से सरकार बनाना साफ दिखाई देता है कि हम अगला लोकसभा चुनाव 400 से ज्यादा सीटों से जीतेंगे।
    कैलाश विजयवर्गीय ने यह भी कहा कि मुझे इंदौर के लोगों ने भरपूर प्यार दिया। मेरे बारे में कहा जा रहा था कि मैं बाहरी हूं लेकिन मुझे विधानसभा एक के लोगों ने दिल खोलकर वोट दिए। इंदौर और मालवा निमाड़ के परिणाम ने यह साबित कर दिया है कि पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा संगठन की नीतियों लोगों का लगातार विश्वास जीत रही हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • मध्यप्रदेश - रुझानों में 150 के पार हुई भाजपा,. कांग्रेस पीछड़ी

    भोपाल।  मध्य प्रदेश में विधानसभा का नतीजा घोषित हो रहा है। मध्य प्रदेश की सभी 230 सीटों पर वोटों की गिनती चल रही है। सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती चल रही है। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती की जा रही है और इसके बाद ईवीएम खुलेंगे। शुरुआती रुझानों में भाजपा ने कांग्रेस के मुकाबले अच्छी बढ़त बना ली है। मध्य प्रदेश में दो दशक से सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का राज कायम रहेगा या फिर राज्य की कमान कांग्रेस के हाथ जाएगी यह दोपहर तक तय हो जाएगा।
    9:50- मध्य प्रदेश में 230 सीटों के रुझान आ गए हैं। भाजपा 150 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस 78 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
    9-29: चुनाव आयोग ने 15 सीट के रुझान बताए हैं। भाजपा 13 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस महज 2 सीटों पर बढ़त हासिल कर सकी है।
    9:18- मध्य प्रदेश में 225 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं। भाजपा 135 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस 89 सीटों पर बढ़त बना चुकी है।
    9:11- चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश में अभी तक एक ही सीट का रुझान बताया है। पहला रुझान भाजपा के पक्ष में गया।
    9:05- मध्य प्रदेश में 210 सीटों के रुझान सामने आ चुके हैं। मध्य प्रदेश में रुझानों में भाजपा को बहुमत, कांग्रेस भी शतक की ओर बढ़ी। भाजपा 117 सीटों और कांग्रेस 93 सीटों पर आगे चल रही है।
    8:55- मध्य प्रदेश में 176 सीटों के रुझान सामने आ चुके हैं। भाजपा 101 सीटों पर आगे निकल चुकी है और कांग्रेस 75 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
    8:50- मध्य प्रदेश में 150 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं। भाजपा 83 सीटों पर बढ़त बना चुकी है। कांग्रेस 67 सीटों पर आगे चल रही है। 
    8:41- मध्य प्रदेश में 135 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं। भाजपा 77 सीटों पर बढ़त बना चुकी है तो कांग्रेस 58 सीटों पर आगे चल रही है।
    8:33- मध्य प्रदेश में 115 सीटों के रुझान आ गए हैं। भाजपा 66 और कांग्रेस 49 सीटों पर आगे चल रही है।
    8:27- मध्य प्रदेश में 106 सीटों के रुझान सामने आए हैं। पोस्टल बैलेट की गिनती में भाजपा 63 और कांग्रेस 43 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, ईवीएम खुलने के बाद आंकड़े पलट भी सकते हैं।
    8:23- मध्य प्रदेश में 102 सीटों से रुझान मिल चुके हैं। भाजपा 65 और कांग्रेस 37 सीटों पर आगे चल रही है।
    8:15- भाजपा 26 और कांग्रेस 19 सीटों पर आगे चल रही है।
    8:10- पोस्टल बैलेट की गिनती में भाजपा आगे चल रही है। 20 सीटों पर भाजपा और 15 सीटों पर कांग्रेस आगे चल रही है।
    8:30- मध्य  प्रदेश में वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। सभी 230 सीटों पर वोटों की गिनती सुबह 8 बजे शुरू हो गई।
    7:30- मध्य प्रदेश में काउंटिंग शुरू होने से पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता और मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार बनने जा रही है। नरोत्तम ने कहा कि भाजपा 125-150 सीटों पर जीत हासिल करेगी।
    7:05- भाजपा नेता अरविंद सिंह भदौरिया ने कहा कि कांग्रेस के दावे खोखले हैं। उन्होंने कहा कि जनता के आशीर्वाद से भाजपा शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में एक बार फिर सरकार बनाने जा रही है
    6:50 काउंटिंग शुरू होने से पहले कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने जीत का भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस 135 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगी।
    6:40- वोटों की गिनती की तैयारी सभी मतगणना केंद्रों पर अंतिम चरण में है। सुरक्षा के भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
    एग्जिट पोल्स का मिलाजुला अनुमान
    30 नवंबर को मध्य प्रदेश को लेकर कई एग्जिट पोल सामने आए। कुछ में भाजपा की सरकार बनने की भविष्यवाणी की गई तो कुछ में कांग्रेस सरकार बनने की बात कही गई। एबीपी न्यूज सी वोटर के एग्जिट पोल में कांग्रेस को 113-137 सीटें और भाजपा को 88-112 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया। इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया ने भाजपा को 140-162 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की थी। कुछ सर्वे में दोनों दलों के बीच कांटे की टक्कर बताई गई थी।
    17 नवंबर को डाले गए थे वोट
    मध्य प्रदेश में सभी 230 सीटों पर 17 नवंबर को वोट डाले गए थे। इस बार राज्य की जनता ने बढ़चढ़कर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मध्य प्रदेश में 76 फीसदी से अधिक मतदान हुआ। वोटिंग के दौरान कुछ सीटों पर छिटपुट हिंसा भी हुई थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 4 राज्यों के ताजा रुझानों में आगे भाजपा, क्या कांग्रेस को लगेगा झटका?

    नई दिल्ली।  चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में वोटों की गिनती जारी है। ताजा रुझानों में तीन राज्यों में बीजेपी और सिर्फ एक में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है। कांग्रेस को जहां राजस्थान में अपनी सरकार जाती नजर आ रही है, वहीं दक्षिण से उसके लिए गुड न्यूज देखने को मिल रही है। 9.30 बजे तक के ताजा रुझानों में दक्षिणी राज्य तेलंगाना की कुल 119 सीटों में कांग्रेस 71 पर आगे चल रही है, जबकि सत्तारूढ़ केसीआर की पार्टी भारत राष्ट्र समिति सिर्फ 36 सीटों पर आगे चल रही है।
    मध्य प्रदेश की कुल 230 सीटों में से 195 पर मिले ताजा रुझानों के मुताबिक बीजेपी 138 पर जबकि कांग्रेस 89 पर आगे चल रही है। राजस्थान में बीजेपी ने सत्ताधारी कांग्रेस को ताजा रुझानों में पछाड़ दिया है। 199 सीटों पर हुए चुनावों में फिलहाल  बीजेपी ताजा रुझानों में 107 पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस 80 सीटों पर आगे चल रही है। छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी कांग्रेस भी हार की ओर बढ़ती दिख रही है। वहां की कुल 90 सीटों में से 48 पर बीजेपी आगे चल रही है, जबकि 40 पर कांग्रेस आगे चल रही है। बता दें कि ये रुझान अभी शुरुआती हैं और इसमें उलटफेर हो सकते हैं।
    आपको बता दें कि मध्य प्रदेश की 230 सीट, छत्तीसगढ़ की 90 सीट, तेलंगाना की 119 सीट और राजस्थान की 199 सीट के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई है।  राजस्थान में एक विधानसभा सीट पर उम्मीदवार की मृत्यु होने के कारण चुनाव टाल दिया गया था। 
     भाजपा गुजरात की जीत की लय को मध्य प्रदेश में दोहराने की कोशिश कर रही है। गुजरात में भाजपा 1998 से शासन कर रही है। मध्य प्रदेश में चार बार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान फिर से अपनी सरकार बनाने की उम्मीद कर रहे हैं। भाजपा राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी जीत हासिल करने की उम्मीद कर रही है और वह लोकसभा चुनाव से पहले हिंदी भाषी राज्यों में अपनी पकड़ फिर से हासिल करना चाहती है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • तीनों राज्यों में कांग्रेस से काफी आगे भाजपा

    नई दिल्ली। तीन राज्यों के रुझान लगभग-लगभग वैसी ही तस्वीर पेश कर रहे हैं, जिसका अनुमान एग्जिट पोल्स और राजनीतिक विश्लेषकों ने लगाया था। सिर्फ छत्तीसगढ़ में ही अनुमान पलटते हुए दिखाई दे रहे हैं। सबसे पहले बात मध्य प्रदेश की। सुबह आठ बजे जब मतगणना की शुरुआत हुई तो भाजपा के मुकाबले कांग्रेस एक सीट से आगे थी, लेकिन सुबह साढ़े नौ बजे तक यहां तस्वीर पलट गई और भाजपा बहुमत के आंकड़े को पार कर गई। राजस्थान में भी ऐसा ही था। कांग्रेस ने शुरुआत तो बढ़त के साथ की, लेकिन मतगणना शुरू होने के 15 मिनट बाद ही वह भाजपा से पिछड़ गई। डेढ़ घंटे बाद कांग्रेस के मुकाबले भाजपा तकरीबन 20 सीटों से आगे हो गई। 
    छत्तीसगढ़ में शुरुआती 90 मिनट के रुझानों में कांग्रेस भाजपा से आगे रही, लेकिन 91वें मिनट से मामला बराबरी पर आ गया और अब पार्टी कहीं आगे दिख रही है। उधर, तेलंगाना में बीआरएस शुरुआत से ही पीछे रही और कांग्रेस मजबूती के साथ बहुमत के आंकड़ों से आगे निकल गई। जब शुरुआती ढाई घंटे के रुझानों में तस्वीर काफी साफ हो चुकी है तो सवाल उठ रहा है कि अब राज्यों में क्या समीकरण बन रहे हैं और आगे क्या होने जा रहा है?
    सबसे पहले उन तीन राज्यों के बारे में जानिए जहां भाजपा ने मुख्यमंत्री पद का कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया और कांग्रेस की तरफ से चेहरे स्पष्ट थे...
    1. मध्य प्रदेश में अब क्या होगा?
    अब तक के रुझानों में भाजपा और कांग्रेस में करीब 75 से ज्यादा सीटों का फर्क है। 230 सीटों वाले राज्य में भाजपा बहुमत के आंकड़े से काफी आगे निकल चुकी है। पिछली बार यहां भाजपा 109 पर थम गई थी और कांग्रेस 114 के साथ चुनाव जीत गई थी। हालांकि, वह सत्ता बरकरार नहीं रख पाई। अब बड़ा सवाल यह है कि मध्य प्रदेश में सत्ता की कमान किसके हाथ में होगी? 
    यहां कई बड़े नेता मैदान में थे। कांग्रेस की 15 महीने की सरकार गिराकर फिर मुख्यमंत्री बने शिवराज सिंह चौहान के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद सिंह पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते के साथ-साथ गृह मंत्री नरोत्तम मिश्र और कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने भी इस बार चुनाव लड़ा। यहां अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या शिवराज की ही दोबारा ताजपोशी होगी। अगर हां, तो क्या भाजपा असंतोष को रोकने और लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन को दोहराने के लिए क्या दो डिप्टी सीएम का फॉर्मूला अपनाएगी। अगर दो डिप्टी सीएम बनाए जाते हैं तो इस दौड़ में कैलाश विजयवर्गीय और प्रहलाद सिंह पटेल सबसे आगे नजर आते हैं। एग्जिट पोल आने के बाद विजयवर्गीय की अमित शाह से मुलाकात हो चुकी है। वहीं, रुझानों के बीच मुख्यमंत्री शिवराज से मिलने ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचे। उधर, कांग्रेस के खेमे में यह सवाल उठेगा कि हार का ठीकरा किसके सिर फोड़ा जाए। यहां कांग्रेस के सबसे बड़े नेता कमलनाथ ही हैं और आलाकमान का पूरा समर्थन उन्हें हासिल था। 
    2. राजस्थान में अब क्या होगा?
    200 सीटों वाले राजस्थान में हर बार सत्ता बदल जाने का रिवाज बरकरार है। पिछली बार कांग्रेस को 100 सीटें मिली थीं और भाजपा 73 सीटों पर थी। कई सारी योजनाओं और गारंटियों के बाद भी अशोक गहलोत अपना जादू कायम नहीं रख सके। यहां अब बड़ा सवाल ही है कि भाजपा की सरकार बनने पर मुख्यमंत्री कौन बनने जा रहा है? वसुंधरा राजे दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। इस बार भी उन्होंने चुनाव लड़ा, लेकिन राज्य में समीकरण बदल चुके थे। भाजपा के पास यहां ऐसे नेताओं की फेहरिस्त हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री बनाने पर विचार किया जा सकता है। इनमें प्रमुख नाम हैं- राजेंद्र राठौड़, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, दीया कुमारी और सतीश पूनिया। ये सभी तो चुनावी मैदान में थे। हालांकि, चुनावी पोस्टरों में पीएम मोदी के अलावा सिर्फ वसुंधरा और राजेंद्र राठौड़ की ही तस्वीरें दिखाई दीं। जब चुनावों की घोषणा हुई तो चर्चा केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के नाम की भी रही। हालांकि, एग्जिट पोल आने के बाद से सबसे ज्यादा सक्रिय वसुंधरा राजे ही हैं। 
    3. छत्तीसगढ़ में क्या फंसेगा पेंच?
    90 सीटों वाले छत्तीसगढ़ में फिलहाल ऐसा ही नजर आ रहा है। रुझानों में पहले कांग्रेस भाजपा से आगे रही, लेकिन यहां अब 2013 जैसी तस्वीर बनती दिख रही है, जब आखिर तक भाजपा-कांग्रेस के बीच दो-चार सीटों का ही फासला रहा, लेकिन भाजपा सरकार बनाने में कामयाब रही थी। फिलहाल अगले कुछ घंटों में यहां स्थिति साफ होने की उम्मीद कम दिख रही है। अगर मामला यहां ऐसा ही बना रहता है तो रिजॉर्ट पॉलिटिक्स जैसी बाड़ेबंदी देखने को मिल सकती है। रुझानों की मौजूदा स्थिति बता रही है कि कांग्रेस को यहां नुकसान हुआ है। भूपेश बघेल 2018 में जीती 68 सीटों जैसी बढ़त बरकरार नहीं रख पाए। वहीं पिछले चुनाव में 15 सीटों पर सिमट चुकी भाजपा को बढ़त हासिल हुई है। यहां भाजपा की तरफ से पुराना चेहरा रमन सिंह का ही है। हालांकि, उन्हें पार्टी ने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर प्रोजेक्ट नहीं किया था। वहीं अगर कांग्रेस सरकार बनाने की स्थिति में आती है तो भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव में से कौन बाजी मारेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।
    4. तेलंगाना में क्या हुआ?
    यहां 119 सीटें हैं। पिछली बार बीआरएस को 88 सीटें और कांग्रेस को 19 सीटें मिली थीं। इस बार बाजी पलट गई है। जितनी सीटों पर बीआरएस को नुकसान हुआ है, उतनी ही सीटों पर कांग्रेस मजबूत हुई है। यहां छह साल पहले तेदेपा से आए ए. रेवंत रेड्डी ने कांग्रेस की किस्मत पलट दी है। रेड्डी की अध्यक्षता में पार्टी न सिर्फ जीत रही है, बल्कि खुद रेड्डी मुख्यमंत्री केसीआर के खिलाफ जीत दर्ज करते दिखाई दे रहे हैं। केसीआर रेवंत रेड्डी के खिलाफ कामारेड्डी सीट पर पीछे चल रहे हैं। इसके अलावा वे अपनी परपंरागत सीट गजवेल से भी पीछे हैं। यहां कांग्रेस ने अपने कर्नाटक के सभी बड़े चेहरों को प्रचार में लगाया था। पार्टी को इसका फायदा होता दिख रहा है। कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार एग्जिट पोल आने के बाद से लगातार सक्रिय हैं और अन्य दलों के भी संपर्क में हैं। रेवंत रेड्डी के अलावा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी और पार्टी के दलित चेहरा मल्ली भट्टी विक्रमार्का और कुमाटी वेंकट रेड्डी भी सीएम पद की दौड़ में हैं।
    साभार अमर उजाला

  • इंदौर में कार्यकर्ताओं ने निकाली रैली, सभी 9 सीट पर भाजपा चल रही आगे

    इंदौर। इंदौर विधानसभा की सभी सीटों के रुझान सामने आ रहे हैं। भाजपा के कैलाश विजयवर्गीय आगे चल रहे हैं तो वहीं, कांग्रेस के जीतू पटवारी काफी पीछे हैं।
    शुरुआती परिणामों के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है  नेहरू स्टेडियम के आसपास बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता आ चुकी हैं। ढोल नगाड़े बज रहे हैं, पटाखे फोड़े जा रहे हैं और रैलियां निकाली जा रही हैं। स्टेडियम के आसपास बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं। इंदौर जिले की सभी 9 सीटों पर भाजपा लगातार आगे चल रही है।
    इंदौर की सभी 9 विधानसभा सीट पर भाजपा आगे है। भाजपा में कैलाश विजयवर्गीय, रमेश मेंदोला, गोलू शुक्ला, मालिनी गौड़, महेंद्र हार्डिया, मनोज पटेल, तुलसी सिलावट, मधु वर्मा, ऊषा ठाकुर सभी आगे चल रहे हैं। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने रैलियां निकलना शुरू कर दी हैं। भाजपा के कार्यकर्ता अलग-अलग गुटों में सभी जगह नारेबाजी करते हुए देखे जा सकते हैं। भाजपा कार्यालय के बाहर पटाखे फटना शुरू हो गए हैं।
    सुबह नेताओं ने मंदिरों में दर्शन किए फिर मतगणना स्थल पर पहुंचे। खजराना गणेश मंदिर में पिंटू जोशी और संजय शुक्ला एक साथ दर्शन करने के लिए पहुंचे। शुरुआती परिणामों में कैलाश विजयवर्गीय आगे चल रहे हैं और जीतू पटवारी पीछे चल रहे हैं। 
    सर्द हवाओं और कोहरे के बीच रातभर यहां पर पुलिस और नेताओं के समर्थकों की तैनाती रही। ईवीएम की सुरक्षा और सुबह मतगणना के लिए सभी तैयारियां करते रहे। 
    इंदौर जिले में मतगणना के लिए नेहरू स्टेडियम में अल सुबह से ही अधिकारी और कर्मचारी मौके पर तैनात हैं।  indore election live result देखने के लिए नेताओं के समर्थकों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। इंदौर में 9 सीटों के लिए मतगणना होना है। chunav में मिले वोटों की counting पर सभी की नजर है। हर राउंड के बाद वोटों की संख्या घोषित की जाएगी। 9.30 से 10 बजे के बीच पहला राउंड पूरा होने की उम्मीद है। 
    साभार अमर उजाला

  • रुझानों में मध्यप्रदेश कांग्रेस को तगड़ा झटका लगते आ रहा नजर... हार के पांच बड़े कारण

    भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। अब तक के रुझानों के अनुसार, सत्तारूढ़ भाजपा जीत की ओर बढ़ती मालूम पड़ रही है। मध्य प्रदेश की 230 सीटों में से 162 सीटों पर भाजपा आगे है, जबकि कांग्रेस 65 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। अब तक के रुझानों में कांग्रेस की हार और भाजपा की प्रचंड जीत के संकेत हैं। सत्ता विरोधी लहर के बावजूद भाजपा एकबार फिर सरकार बनाने की ओर है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की हार के पीछे पांच कौन से कारण रहे। उन वजहों पर एक नजर...
    1- गुटबाजी ने डुबोई लुटिया 
    इस बार मध्य प्रदेश में कांग्रेसी खेमे में तगड़ी गुटबाजी देखने को मिली। बागी कांग्रेस नेतृत्व को सीधी चुनौतियां देते नजर आए। कई सीटों पर कांग्रेस अपने बागियों के खिलाफ ही जूझती नजर आई। भाजपा नेताओं ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच अंदरूनी खींचतान के आरोप लगाते नजर आए। यही नहीं गंभीर मसलों पर कमलनाथ और दिग्विजय के बयानों में भी अंतर नजर आया। वहीं कांग्रेस नेता खुद को एकजुट साबित करने के बाजाए ज्योतिरादित्य सिंधिया को ही कोसते नजर आए। 
    2- वादों पर नहीं जगा भरोसा 
    कांग्रेस ने घोषणा-पत्र में 1,200 से अधिक वादे किए थे। फिर भी वह लोगों का यकीन हासिल करने में विफल रही। पूर्व की कमलनाथ सरकार के कामकाज को लोगों ने देखा था। भाजपा के नेता कमलनाथ पर वादों से मुकरने का आरोप लगाते रहे। भाजपा नेताओं का कहना था कि कमलनाथ की सरकार ने कर्ज माफी के नाम पर लोगों को छलने का काम किया था। वहीं कांग्रेस के नेता अपने वादों पर लोगों का भरोसा जीतने में सफल नहीं हो सके। वे लोगों को यकीन नहीं दिला पाए कि जो वादे उन्होंने किए हैं, वे जरूर पूरे होंगे। 
    3- नेतृत्व में नहीं जगा यकीन
    कांग्रेस की प्रदेश यूनिट ओर से सूबे में कमलनाथ को चेहरा बताया गया। वहीं केंद्रीय नेता के तौर पर राहुल गांधी के चेहरे को दिखाने की कोशिश की गई। दूसरी ओर भाजपा ने अपना सीएम चेहरा नहीं घोषित किया था। भाजपा ने पूरा चुनाव मोदी के चेहरे पर लड़ा। मोदी के व्यक्तित्व ने लोगों को प्रभावित किया। मोदी के मुकाबले राहुल की छवि कारगर नहीं साबित हो पाई। शिवराज के पीछे भाजपा की पूरी फौज नजर आई। केंद्र पीछे खड़ा नजर आया तो दूसरी ओर कमलनाथ अपने बलबूते जूझते नजर आए।     
    4- कांग्रेस का कमजोर अभियान
    सूबे में कांग्रेस का अभियान फीका नजर आया। चुनावी विश्लेषकों का कहना है कि जमीन पर कांग्रेस का अभियान लोगों को प्रभावित नहीं कर पाया। कांग्रेस सोशल मीडिया पर फोकस करती नजर आई। जमीनी स्तर पर कांग्रेस मतदाताओं से संपर्क करने में सफल नहीं हो पाई। पार्टी को सीधे मतदाताओं तक पहुंचना था लेकिन वह उम्मीदवारों पर निर्भर रही। केंद्रीय नेतृत्व ने भी पूरे अभियान को कमलनाथ के भरोसे ही छोड़े रखा। दूसरी ओर भाजपा का कैडर चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले जमीन पर काम कर रहा था।  
    5- ले डूबे बयानबाजी
    सूबे में कांग्रेस नेताओं की बायानों ने भी लोगों पर गलत प्रभाव डाला। मध्य प्रदेश में कमलनाथ समेत कांग्रेस के दिग्गज नेता खुलेआम मंचों से अधिकारियों को चेतावनियां देते नजर आए। यही नहीं कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं ने भी बेतुके बयान दिए जिनका चुनावों से कोई लेना देना ही नहीं था। इन बयानों का कोई तुक नहीं था। राहुल गांधी का पनौती वाला बयान खूब वायरल हुआ। दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान- मोदी झूठों के सरदार भी चर्चा में रहा। वहीं इन बयानों का जिक्र कर भाजपा नेता लोगों की सहानुभूति हासिल करने और कांग्रेस नेताओं को अहंकारी करार देने में जुटे रहे। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भाजपा बढ़ी जीत की ओर, सीएम शिवराज-नरेंद्र तोमर जीते, गृहमंत्री मिश्रा हारे

    मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के परिणाम के लिए  मतगणना जारी है। प्रदेश की पहली विधानसभा कालापीपल का नतीजा सामने आ गया है। कालापीपल में भाजपा ने जीत दर्ज की है। कांग्रेस के कुणाल चौधरी हार गए हैं।
    सीहोर जिले की बुधनी सीट से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जीत गए हैं। उन्होंने कांग्रेस के विक्रम मस्ताल को हराया है। शिवराज सिंह चौहान 77286 वोट से जीते हैं। मंत्री गोपाल भार्गव 72041 वोट से जीते। इंदौर की दो नंबर विधानसभा से रमेश मैंदोला एक लाख पांच हजार से जीत चुके हैं। दतिया से गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा  6179 मतों से हार गए हैं। 
    ग्वालियर अंचल की हाई प्रोफाइल सीट दिमनी से भाजपा प्रत्याशी सांसद नरेंद्र सिंह तोमर 24429 वोटो से जीत गए हैं। उनके नजदीकी प्रतिद्वंद्वी बसपा प्रत्याशी बलवीर दंडोतिया रहे। 19 राउंड पूरे होने के बाद 24429 वोटों से वे चुनाव जीते हैं। 
    कांग्रेस का अभेद किला ड़हा
    भितरवार विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी मोहन सिंह राठौड़ जीते। 22695 वोटो से जीत हुई है। सिंधिया समर्थक हैं मोहन सिंह राठौड़। 

    साभार अमर उजाला

  • पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने स्वीकारी हार, बोले- हम हमारे जीते और हारे दोनों प्रत्याशियों के करेंगे चर्चा

    भोपाल। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हम जनता का निर्णय स्वीकार करते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और मध्य प्रदेश के चुनाव प्रभारी रणदीप सुरजेवाला भी इस मौके पर उनके साथ मौजूद रहे। कमलनाथ ने आगे कहा कि विरोधी दल के नाते हमारी जो जिम्मेदारी है। उस पर हम डटे रहेंगे। हम भारतीय जनता पार्टी को बधाई देते हैं। हमें उम्मीद है कि भाजपा जनता के विश्वास को जिम्मेदारी से निभाएगी। कोई विश्वासघात नहीं करेगी। पीसीसी चीफ ने कहा कि हम हमारी हार पर चिंतन करेंगे कि आखिर हमसे कहां चूक हो गई और हम जनता का विश्वास क्यों नहीं जीत पाए। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम हमारे जीते और हारे दोनों प्रत्याशियों के साथ बैठक कर चर्चा करेंगे। 
    इधर कमलनाथ के प्रदेश अध्यक्ष बने रहने पर फिलहाल संशय बना हुआ है। इसका निर्णय आगे होगा कि वे अध्यक्ष पद पर कायम रहेंगे या इस पद से इस्तीफा देंगे। अभी उन्होंने विपक्ष में रहकर जनता की लड़ाई लड़ना तय किया है। 
    प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और रणदीप सुरजेवाला तीनों ही सुबह से कांग्रेस कार्यालय में बने वॉर रूम में मोर्चा संभाले हुए थे। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के इस वॉर रूम से ही 230 विधानसभा सीटों पर चल रही काउंटिंग पर अपनी नजर बनाए हुए थे। राज्यसभा सांसद विवेक तंखा भी अपनी लीगल टीम के साथ यहां मौजूद थे। भाजपा शुरुआत से ही कांग्रेस से आगे चल रही थी। कांग्रेस को एक समय तक वापसी की उम्मीद थी, लेकिन करीब चार बजे कांग्रेस को अपनी हार स्पष्ट नजर आ गई। इसके बाद कमलनाथ ने पांच बजे प्रेसवार्ता कर हार स्वीकार ली।
    साभार अमर उजाला

  • राजस्थान में सट्टा बाजार बता रहा भाजपा को पूर्ण बहुमत, कांग्रेस को 70 सीट दे रहा

    जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए वोटों की गिनती में अब बस एक दिन शेष रह गया है और दोनों ही दल अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। हालांकि, दावे और एग्जिट पोल अनुमान भले ही कुछ भी हों, लेकिन राज्य के सबसे बड़े फलोदी सट्टा बाजार के रुझानों से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को पूर्ण बहुमत मिलने का संकेत मिल रहा है।
    सटोरिये भाजपा की जीत को लेकर ज्यादा आश्वस्त दिख रहे हैं और भगवा पार्टी को 115 से ऊपर और कांग्रेस को अधिकतम 70 सीटें दे रहे हैं। सट्टेबाजों ने कि सट्टा रुझान भले ही जमीन पर स्थिति को प्रतिबिंबित नहीं कर सकता है, लेकिन फिलहाल बीजेपी पसंदीदा है।
    द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, एक सट्टेबाज ने बताया, ''भाजपा के 117 सीटें जीतने के अनुमान पर सट्टा लगाने वालों को एक रुपये से लेकर 25 पैसे तक का भाव ऑफर किया जा रहा है। इसी तरह, कांग्रेस के 70 से ज्यादा सीटें नहीं जीतने पर दांव लगाने वालों के लिए 1 रुपये 25 पैसे से लेकर एक रुपये तक का ऑफर दिया जा रहा है।''
    सट्टा बाजार के मुताबिक, कई कैबिनेट मंत्रियों समेत दोनों पार्टियों के कई प्रमुख नेताओं की किस्मत इस बार खतरे में है। सट्टेबाजों ने कुछ मंत्रियों की हार की भविष्यवाणी की है। अनुमान के मुताबिक, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अपनी-अपनी सीटें जीत रहे हैं।
    बागियों के खिलाफ चुनाव लड़ने के कारण दोनों पार्टियों के कई प्रमुख नेताओं की किस्मत फंसी हुई है। इनमें प्रमुख हैं भाजपा के बालकनाथ (तिजारा) और नरपत सिंह राजवी (चित्तौड़गढ़) और कांग्रेस के बी.डी. कल्ला (बीकानेर पश्चिम) और हरीश चौधरी (बायतु)।
    शियो (बाड़मेर) में बीजेपी के बागी रवींद्र सिंह भाटी और बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी की बागी प्रियंका चौधरी की स्थिति मजबूत बताई जा रही है। बाड़मेर जिले में कांग्रेस के मानवेंद्र सिंह (सिवाना) और सोनाराम चौधरी (गुड़ामालानी) संघर्ष करते बताए जा रहे हैं।
    इसी तरह जैसलमेर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के रूपाराम और बीजेपी के छोटू सिंह के बीच कांटे की टक्कर है। अनुमान लगाया जा रहा है कि पोखरण विधानसभा सीट से बीजेपी के प्रताप पुरी जीत रहे हैं और कैबिनेट मंत्री शालेह मोहम्मद हार रहे हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सुबह आठ बजे से शुरू होगी मतगणना, पहले 15 हजार डाक मतपत्रों की होगी गिनती

    इंदौर। इंदौर की 9 विधानसभा सीटों पर मतगणना की तैयारी जिला निर्वाचन कार्यालय ने पूरी कर ली है। स्थानीय नेहरू स्टेडियम में मतगणना का काम सुबह आठ बजे से शुरू होगा। पहले 15 हजार डाक मत पत्रों की गिनती की जाएगी। शुरूआती रुझान सुबह 11 बजे से आना शुरू हो जाएंगे।
    डाकमत पत्रों 2 दिसंबर की शाम को स्ट्रांग रुम में रखा जाएगा। उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में ट्रैजरी से मतगणना स्थल तक डाक मत पत्रों को भेजा जाएगा। सबसे पहले उनकी गिनती की जाएगी। इंदौर में चार हजार से ज्यादा वृद्धों व दिव्यांगजनों ने डाक मत पत्रों का उपयोग किया है। उनकी गिनती के बाद 9 विधानसभा क्षेत्रों के स्ट्रांग रुम खोले जाएंगे और ईवीएम में दर्ज वोटों को गिना जाएगा।
    सबसे पहले तीन नंबर विधानसभा का परिणाम
    इंदौर की तीन नंबर विधानसभा सीट में 193 बूथ है। क्षेत्र में 1.33 लाख लोगों ने वोट डाले है। वोटों की गिनती 16 राउंड में होगी और दोपहर दो बजे तक परिणाम आ जाएगा। इंदौर की सबसे चर्चित सीट एक नंबर विधानसभा में 16 टेबलें लगाई गई है। एक राउंड में 16 ईवीएम की गिनती होगी। कुल 20 राउंड में 2.62 वोटों की गिनती होगी। पांच नंबर विधानसभा में सबसे ज्यादा 2.79 वोटों की गिनती होगी। इस विधानसभा सीट का परिणाम सबसे अंत में आएगा।
    सीसीटीवी कैमरे से होगी निगरानी
    कलेक्टर इलैया राजा ने बताया कि स्टेडियम के 9 कक्षों में वोटों की गिनती होगी। हर कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। कक्षों में मोबाइल प्रतिबंधित है। कोई भी वीडियोग्राफी कक्षों में नहीं की जा सकेगी।
    साभार अमर उजाला

  • जनवरी तक अयोध्या एयरपोर्ट पूरी तरह बनकर हो जाएगा तैयार : केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया

    ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अयोध्या के एयरपोर्ट का निरीक्षण हम लोग कर रहे हैं। योगी जी और हम दोनों साथ में निरीक्षण करेंगे और हमारा टारगेट है कि इस महीने में अयोध्या का एयरपोर्ट पूर्ण रूप से तैयार हो जाए। उसी के बाद ग्वालियर प्रस्थान करके ग्वालियर एयरपोर्ट का भी निरीक्षण करेंगे। उन्होंने कहा कि अगले डेढ़ माह में देश में करीब 8 एयरपोर्ट हम तैयार कर रहे हैं, जिसमें ग्वालियर, जबलपुर, अयोध्या, पुणे, कोल्हापुर और तिरुचिपल्ली है। इसके साथ ही आठ हवाई अड्डे और टर्मिनल्स हमारे तैयार हो जाएंगे और उन्हें स्वयं प्रधानमंत्री जी देश को समर्पित करेंगे।
    वहीं ग्वालियर में 2 दिन से लगातार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के प्रवास को लेकर उन्होंने कहा बहुत ही ऊर्जा देने वाला प्रवास था। कल पूरे दिन सह परिवार ग्वालियर में उपस्थित थे और हम लोगों की चर्चा भी हुई। मां पीतांबरा का दर्शन भी उन्होंने किया, साथ ही धूमावती मैया का भी दर्शन किया और आज दिल्ली के लिए प्रस्थान कर रहे हैं। हमें पूर्ण विश्वास है कि कल की काउंटिंग में भगवान का आशीर्वाद मिलेगा। साथ ही प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा, गृहमंत्री जी का निर्देशन और अध्यक्ष जी का साथ के साथ ही मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत में सरकार बनने जा रही है। 
    साभार अमर उजाला

  • चुनाव परिणाम से पहले देशभर के मंदिरों में दर्शन करने पहुंचे नेता

    इंदौर। मप्र विधानसभा चुनाव के परिणाम तीन दिसंबर को आने वाले हैं। इससे पहले उम्मीदवार देशभर के मंदिरों में दर्शन करने के लिए जा रहे हैं। उज्जैन महाकाल से लेकर स्वर्ण मंदिर और खाटू श्याम तक सभी जगह नेताओं ने दर्शन किए हैं। 
    मां बगलामुखी के दर्शन के लिए रीना बौरासी सेतिया अपने पति के साथ पहुंची। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि सांवेर की खुशहाली और न्याय के लिए मां बगलामुखी के दर्शन किए। मुझे विश्वास है कि मेरा सांवेर मेरा परिवार अब विकास और न्याय की दिशा में चल पड़ा है और यहां के हर रहवासी का कल्याण अब सुनिश्चित हो चुका है। 


    संजय शुक्ला ने उज्जैन स्थित बाबा काल भैरव नाथ के दर्शन किए। इससे पहले उन्होंने महाकाल और स्वर्ण मंदिर में भी दर्शन किए। 
    भगवान कृष्ण की प्रेरणा से पांडवों ने महाभारत के युद्ध में विजय प्राप्ति के लिए मां बगुलामुखी की साधना की थी। रमेश मेंदोला ने सिद्ध पीठ में मां के दर्शन और सोशल मीडिया पर लिखा कि उन्होंने यहां सनातन धर्म के शत्रुओं को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की।
    पिंटू जोशी ने महाकाल, चिंतामण गणेश और बटुक भैरव जी के मंदिरों में दर्शन किए। वे अपने दोस्तों के साथ यहां पर दर्शन करने के लिए पहुंचे। इससे पहले वे दर्शन के लिए खाटू श्याम भी गए।  
    गोलू शुक्ला ने मां हरसिद्धि (उज्जैन) का सपरिवार पूजन अर्चन किया। वे अपनी पत्नी के साथ मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंचे। 
    साभार अमर उजाला

  • मोदी की लोकप्रियता आज भी कायम, एग्जिट पोल से मिल रहे संकेत, महिला वोटर की महत्वपूर्ण भूमिका

    नई दिल्ली। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के संपन्न होते ही एग्जिट पोल करने वाली तमाम एजेंसियों ने अपना अनुमान बता दिया है। मध्य प्रदेश में भाजपा वापसी करती दिख रही है। वहीं, राजस्थान में कांग्रेस-बीजेपी के बीच टक्कर है। छत्तीगढ़ और तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनने की संभावना है। एग्जिट पोल किस हद तक सही साबित होते हैं यह तो 3 दिसंबर को परिणाम ही बताएंगे, लेकिन इसने लोकसभा चुनाव के लिए कई संदेश दिए हैं। 
    कुछ एग्जिट पोल में राजस्थान में भाजपा की वापसी और  मध्य प्रदेश राजस्थान में भाजपा की जीत की संभावना है। अगर एमपी में फिर शिवराज सिंह चौहान की सरकार बनती है तो इसका मतलब साफ होगा कि वहां सत्ता विरोधी लहर नहीं दिख रही है। इससे भी अधिक महत्वपूर्ण बात यह साबित होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता आज भी कायम है। क्योंकि इस चुनाव में बीजेपी पीएम मोदी के चेहरे के दम पर चुनावी अखाड़े में कूदी थी।
    इन राज्यों में विधानसभा चुनाव के राहुल गांधी ने राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना का वादा किया था। उन्होंने बीजेपी के हिंदुत्व के एजेंडे की काट के लिए बड़े ही जोशीले अंदाज में यह मुद्दा उठाया था। एग्जिट पोल का अनुमान अगर नतीजे में साबित होता है तो इसका यही मतलब है कि जमीन पर इसका सीमित प्रभाव पड़ा है। उदाहरण के लिए मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से लगभग एक-तिहाई सीटें ओबीसी बहुल हैं। यदि दोनों हिंदी भाषी राज्यों में बीजेपी की वापसी होती है तो विपक्ष को भाजपा के खिलाफ 2024 के लिए नया हथियार तैयार करना पड़ेगा। हालांकि, इसके लिए काफी कम समय बाकी रह गया है।
    तेलंगाना को लेकर अधिकांश एग्जिट पोल में कांग्रेस की वापसी दिख रही है। अगर परिणाम भी यही आते हैं तो कांग्रेस के लिए यह किसी पुनरुद्धार से कम नहीं होगा। क्योंकि दक्षिण को कांग्रेस का गढ़ माना जाता था। कांग्रेस के कमजोर होते ही इन राज्यों में क्षेत्रियों दलों ने पैठ बना ली। आपको बता दें कि कर्नाटक की तरह तेलंगाना में भी कांग्रेस को मजबूत स्थानीय नेतृत्व से फायदा मिलता दिख रहा। इसे कई नेताओं के दलबदल से बहुत फायदा हुआ।
    इन चुनावों ने एक बार फिर महिला वोटर की महत्वपूर्ण भूमिका साबित होती दिख रही है। मध्य प्रदेश में 18.3 लाख महिला मतदाताओं ने मतदान किया, जो पिछली बार से 2% अधिक है। महिला लाभार्थियों ने स्पष्ट रूप से भाजपा की वापसी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। शिवराज सिंह चौहान की 'लाडली बहना' योजना का काफी महत्वपर्ण योगदान साबित हो सकता है, जिसके जरिए सीधे उनके बैंक अकाउंट में पैसा डाला जाता है।
    हालांकि, यह याद रखना भी महत्वपूर्ण है कि दिसंबर 2018 में बीजेपी इन सभी 4 प्रमुख राज्यों में विधानसभा चुनाव की लड़ाई हार गई थी। लेकिन इसके कुछ ही महीने बाद ही 2019 का लोकसभा चुनाव भारी अंतर से जीती। बीजेपी ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जीत हासिल की थी और तेलंगाना में भी बढ़त बना ली थी। इस चुनाव में अगर भाजपा एमरी और राजस्थान में सरकार बनाने में सफल रहती है तो 2024 की लड़ाई भगवा पार्टी के लिए और आसान साबित हो सकती है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • 10 एजेंसियों के एग्जिट पोल : चार में भाजपा, तीन में कांग्रेस को मिली बढ़त, वहीं तीन एग्जिट पोल में कड़ा मुकाबला

    भोपाल। मध्यप्रदेश का चुनावी परिणाम जानने के लिए 10 एजेंसियों ने सर्वे कर एग्जिट पोल सामने रखे। इनमें चार में भाजपा की सरकार बनती हुई दिखाई दे रही है, जबकि कांग्रेस को तीन सर्वे में बढ़त मिली। वहीं, तीन एग्जिट पोल में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला सामने आया है।   
    आज तक एक्सिस माय इंडिया ने भाजपा को 140-162, कांग्रेस को 68-90 और अन्य को तीन सीटें दी हैं। एबीपी सी वोटर ने भाजपा को 88-112, कांग्रेस को 113-137 और अन्य को 2-8 सीट दी हैं। न्यूज 24 टुडेज चाणक्या ने भाजपा को 151, कांग्रेस को 74 और अन्य को 2-8 सीटें दी हैं।  रिपब्लिक मैट्रिज ने 118-130 सीटों पर भाजपा,  97-107 पर कांग्रेस और दो सीटों पर अन्य की जीत का अनुमान लगाया है। जन की बात ने अपने सर्वे में भाजपा को 100-123, कांग्रेस को 102-125 और पांच सीटें अन्य को दी हैं। नीचे दिए गए ग्राफिक से समझिए किसे, कितनी सीटें मिलीं....। 
    टाइम्स नाउ-ईटीजी ने मध्यप्रदेश को छह चुनावी क्षेत्रों को बांटकर सर्वे किया है। इसमें बुंदेलखंड, ग्वालियर-चंबल, महाकौशल, मालवा-निमाड़, विध्य और मध्य भारत शामिल हैं। बुंदेलखंड की 26 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला दिख रहा है। टाइम्स नाउ-ईटीजी ने यहां भाजपा को 12 से 14, कांग्रेस को 11 से 13 और अन्य को एक सीट मिलने का अनुमान जताया है।  
    ग्वालियर-चंबल में कांग्रेस बढ़त बनाती हुई दिख रही है। टाइम्स नाउ-ईटीजी ने यहां की 34 सीटों में से भाजपा को 13 से 15, कांग्रेस को 18 से 20 और अन्य को एक सीट दी है।
    महाकौशल की 38 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस में काटें की टक्कर दिख रही है। टाइम्स नाउ-ईटीजी ने अपने सर्वे में भाजपा को यहां 17 से 19, कांग्रेस को 19 से 22 और अन्य को एक सीट दी है।
    मालवा-निमाड़ की 66 सीटों पर भी कांग्रेस और भाजपा में कड़ा मुकाबला दिख रहा है। टाइम्स नाउ-ईटीजी ने यहां भाजपा को 31-33 और कांग्रेस को 32-33 सीटें दी हैं। अन्य का इस क्षेत्र में खाता भी नहीं खुल रहा है। 
    टाइम्स नाउ-ईटीजी के सर्वे में चुनावी क्षेत्र विंध्य की 30 सीटों पर भी कांग्रेस और भाजपा के बीच मुकाबला दिखाई दे रहा है। भाजपा यहां 14 से 16, कांग्रेस 13-15 सीटें जीतती दिखाई दे रही है। वहीं, सर्वे में अन्य को एक से दो सीटें दी गईं हैं।
    मध्य भारत की 36 सीटों में से टाइम्स नाउ-ईटीजी ने भाजपा को 18-20 और कांग्रेस को 16-18 सीटें दी हैं। अन्य यहां खाते खोलते हुए नहीं दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, मध्यप्रदेश की सत्ता किसके हाथ में होगी ये तीन दिसंबर को चुनाव परिणाम सामने आने के बाद ही पता चलेगा।
    साभार अमर उजाला

     

  • इंदौर में सुबह 10 बजे तक छाया रहा कोहरा, अभी दो दिन ऐसा ही रहेगा मौसम

    इंदौर। रविवार को हुई जोरदार बारिश के बाद आज यानी बुधवार सुबह मौसम ने फिर करवट ली। सुबह से ही इंदौर शहर और आसपास घना कोहरा छाया हुआ है। दो सौ मीटर दूर तक देखना मुश्किल हो रहा है। वहीं शहर के बाहर वाले रास्तों पर सौ मीटर दूर का दिखना मुश्किल हो रहा है। इससे वाहन चालकों को हेड लाइट आॅन करके गाड़ियां चलाना पड़ी। सुबह 10 बजे तक भी घना कोहरा बना है।
    दूसरी ओर मौसम विभाग का दावा है कि आज भी बारिश के आसार हैं। इस दौरान तेज हवाएं भी चलेंगी और तापमान में गिरावट आएगी। इससे एक बार फिर ठिठुरन बढ़ेगी जो दो दिन तक रह सकता है। मौसम केंद्र ने इस मामले में अलर्ट जारी किया है।
    इधर, नर्सरी से पांचवीं तक के स्कूलों का समय बदल दिया गया है। आज से कोई भी निजी या सरकारी स्कूल सुबह नौ बजे के पहले नहीं लगाया जा सकेगा। बाकी की कक्षाएं पहले की तरह लगती रहेंगी।
    रविवार को इंदौर में 2 इंच से ज्यादा बारिश हुई थी, जिसने नवंबर में पिछले दस साल की बारिश का रिकॉर्ड तोड़ा। सोमवार को भी लगभग दिनभर बारिश होती रही। हालांकि इस दौरान 2 मिमी बारिश ही दर्ज की गई। मंगलवार को सुबह से बादल छाने के साथ बीच में धूप भी निकली और बारिश नहीं हुई। इस दौरान दिन का तापमान 24 डिग्री सेल्सियस (-5) रहा। दिनभर 11 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ठंडी हवा चली।
    मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह के मुताबिक वेस्टर्न डिस्टरबेंस 75 डिग्री लेटिट्यूड के सहारे अभी भी ट्रफ के रूप में सक्रिय है। इसके साथ ही इन्डुज साइक्लोनिक प्रेशर जो गुजरात के ऊपर था, वह फतेहपुर की दिशा में मूव कर चुका है। दूसरी ओर पश्चिम मप्र से लगने वाले दक्षिणी-पूर्वी राजस्थान में अभी भी साइक्लोनिक प्रेशर सक्रिय है। साथ में एक लो प्रेशर एरिया अंडमान सागर के आसपास भी सक्रिय हो चुका है। कुल मिलाकर सिस्टम कमजोर जरूर हुआ है, लेकिन बारिश की गतिविधियां बनी रहेंगी। डॉ. सिंह के मुताबिक 29 नवम्बर की रात से नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय होने का अनुमान है। इससे इंदौर-उज्जैन संभाग में एक बार फिर बारिश शुरू होगी।

  • वोट डालने के बाद बोले अशोक गहलोत, जनता हमारी सरकार को दोबारा चुनेगी

    राजस्थान में विधानसभा की 199 सीटों के लिए वोटिंग जारी है. यहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है. वोटिंग से पहले सीएम गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार ने जनता को जो गारंटियां दी है और जो विकास किया है पिछले 5 सालों में, जनता उसको देखते हुए हमारी सरकार को दोबारा चुनेगी.
    राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए आज प्रदेश की कुल 200 में से 199 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। राजनीतिक गलियारों में राज्य के इस चुनाव को राज और रिवाज बदलने की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है। श्रीगंगानगर जिले की करणपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी एवं विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण करणपुर सीट पर चुनाव स्थगित हो गया है। 199 सीटों पर हो रहे चुनाव में करीब डेढ़ सौ सीटों पर सत्तारूढ़ कांग्रेस एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच सीधा मुकाबला होने के आसार हैं। राज्य में 200 में से 199 सीट पर मतदान हो रहा है, जहां 5.25 करोड़ से अधिक मतदाता वोट डाल सकेंगे। इस चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर की सरदारपुरा सीट पर, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे झालावाड़ जिले की झालरापाटन, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी राजसमंद की नाथद्वारा, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट टोंक, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ चुरू जिले की तारानगर, उपनेता प्रतिपक्ष डॉ. सतीश पूनियां जयपुर की आमेर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सीकर जिले की लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर फिर से अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि 199 सीट पर 1862 उम्मीदवार मैदान में हैं, जहां मतदाताओं की संख्या 5,25,38,105 है। राज्य में 36101 स्थानों पर कुल 51507 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। 26,393 मतदान केन्द्रों से लाइव वेबकास्टिंग होगी।
    राजस्थान में आज चल रहे मतदान पर टोंक से कांग्रेस उम्मीदवार सचिन पायलट ने कहा, 'राज्य में जोरदार वोटिंग चल रही है। पिछले 10 साल से केंद्र में बीजेपी की सरकार है। लोग बेरोजगारी और महंगाई देख रहे हैं। लोग बदलाव चाहते हैं। कांग्रेस को इसका फायदा मिलेगा।'
    मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को लेकर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा, 'हमने स्वास्थ्य के अधिकार पर एक कानून पारित किया है। हमने 50 लाख रुपये का बीमा किया है। सभी को सुरक्षा है। यह पहले ही लागू किया जा चुका है।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • तेलंगाना में वोटिंग से पहले कार से पांच करोड़ बरामद, तीन लोग हिरासत में, अब तक 5 राज्यों में 1760 करोड़ जब्त

    हैदराबाद. तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए 30 नवंबर को मतदान होना है. इसी बीच चुनाव प्रचार के दौरान गुरुवार को पुलिस ने रंगारेड्डी के गच्चीबाउली से एक कार से पांच करोड़ रुपये कैश बरामद किया है. जब कार चालकों से इस कैश के बारे में पूछा गया, तो वे इस कैश का कोई हिसाब नहीं दे पाए. पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में ले लिया है. 
    पुलिस के मुताबिक, वाहन चेकिंग के दौरान एक कार में दो सूटकेस मिले. इन्हें जब खोलकर देखा गया, तो पुलिस के होश उड़ गए. पुलिस ने कैश को जब्त कर तीनों लोगों को हिरासत में ले लिया. कैश को आयकर विभाग को सौंप दिया गया.
    इससे पहले चुनाव आयोग ने बताया था कि 5 राज्यों में चुनाव के ऐलान के बाद से अब तक करीब 1760 करोड़ रुपये का बेहिसाब कैश जब्त किया गया है. यह 2018 में इन 5 राज्यों से मिले कैश का 7 गुना ज्यादा है. चुनाव आयोग राज्य और केंद्र की एजेंसियों के साथ मिलकर इस तरह की कार्रवाई को अंजाम देता है. चुनाव आयोग के मुताबिक, चुनाव ऐलान के बाद एमपी, मिजोरम, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और राजस्थान से 1760 करोड़ रुपये से ज्यादा की जब्ती की गई है. जबकि 2018 में इन्हीं राज्यों से 239.15 करोड़ रुपये की जब्ती हुई थी. 
    साभार आज तक 

  • मध्यप्रदेश में अब कचरा वाहनों को ई-व्हीकल में बदलेंगे, होगी हर माह नौ करोड़ की बचत

    भोपाल। मध्य प्रदेश के 413 नगरीय निकायों में अभी डीजल और सीएनजी से चलने वाले वाहनों से घर घर से कचरा एकत्रित किया जा रहा है। अब इन वाहनों को ई-व्हीकल में बदला जाएगा। इसको लेकर नगरीय संचालनालय ने प्रस्ताव तैयार किया है। इसे अब विभाग को भेजा जा रहा है। इसके तहत अब नगरीय निकायों में कचरा एकत्रित करने के लिए ई-व्हीकल ही खरीदे जाएंगे। ये ना सिर्फ वायु प्रदूषण को कम करेंगे, बल्कि ईधन के ऊपर होने वाले अत्यधिक खर्च को भी कम करेंगे। इस पहल से पर्यावरणीय लाभ यह होगा कि ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन में कमी लाने में भी मदद मिलेगी। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले वर्षों में सभी वाहनों को ई-व्हीकल में बदलने का काम किया जाएगा। 
    नगरीय निकाय विभाग केंद्र सरकार की मदद से ई-व्हीकल को लेकर पायलट प्रोजेक्ट चलाएगा। इसके लिए शुरुआत में 250 ई-व्हीकल खरीदे जाएंगे। इन वाहनों को किसी शहर को चिन्हित कर पायलट प्रोजेक्ट के तहत वहां संचालित किया जाएगा। इसके लिए उन शहरों में चार्जिंग स्टेशन समेत अन्य सुविधाएं भी स्थापित की जाएंगी। 
    प्रदेश के 413 नगरीय निकायों में कचरा एकत्रित करने के लिए 6 हजार से ज्यादा वाहनों का उपयोग किया जाता है। प्रत्येक वाहन के ईंधन पर अभी पूरे प्रदेश में 30 लाख रुपये का खर्च आता है। यह राशि एक माह में करीब 9 करोड़ रुपये होती है। ई-व्हीकल के उपयोग से ईंधन पर खर्च होने वाली बड़ी राशि की बचत होगी। 
    विभाग नगरीय निकायों में पुराने और कंडम वाहनों को रेट्रोफिटिंग के जरिए ई-व्हीकल में बदलने पर भी विचार कर रहा है। अभी कई नगरीय निकायों में छोटे वाहन खराब पड़े हैं। इन वाहनों को ई-व्हीकल में बदला जाएगा। जिनका इस्तेमाल घर घर कचरा संग्रहण किया जाएगा।
    साभार अमर उजाला

  • मप्र में मतगणना के दिन कानून व्यवस्था बनाए रखने को सुरक्षा बलों की 80 कंपनियां भेजेंगे

    भोपाल। विधानसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए आयोग हर उपाय कर रहा है। स्ट्रांग रूम की तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बाद अब मतगणना के दिन के लिए आयोग ने कानून व्यवस्था बनाए रखने जिलों में अतिरिक्त कंपनियां और सुरक्षा जवान भेजे जाएंगे। मतगणना के दिन 80 एसएएफ की कंपनियां अलग-अलग जिलों में भेजी जाएंगी। इसके अलावा रिजर्व फोर्स को भी तैनात किया जाएगा। मतगणना के दिन शहरों में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को बनाए रखने के लिए ये जवान तैनात होंगे। मतगणना के दिन किसी प्रकार की घटना-दुर्घटना को ध्यान में रखते हुए फोर्स को जिलों में भेजा जाएगा। 
    तीन दिसंबर को मतगणना के दिन बिना आईडी के किसी व्यक्ति को प्रवेश की पात्रता नहीं होगी। अधिकृत व्यक्ति ही काउंटिंग स्थल के आसपास आ जा सकेंगे। मतगणना स्थल के आसपास किसी भी प्रकार की भीड़ को एकत्रित होने की इजाजत नहीं होगी। सुरक्षाकर्मियों को मतगणना स्थल के आसपास असामाजिक तत्वों पर नजर रखने को कहा गया है। इसके अलावा शहर के प्रमुख बाजारों में भी कानून व्यवस्था को बनाए रखने भीड़ भाड़ वाली जगह पर जवान तैनात किए जाएंगे, ताकि किसी प्रकार की घटना या दुर्घटना को रोका जा सके। 
    आयोग ने प्रदेश के मुख्यालय स्तर पर रखी ईवीएम की सुरक्षा के लिए पहली लेयर में सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स की 30 कंपनियां तैनात की हैं, जिनके द्वारा 24 घंटे पहरा दिया जा रहा है। प्रदेश के बालाघाट, डिंडौरी, मंडला, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर जिलों में एक-एक कंपनी तैनात है। इसके अलावा भिंंड और मुरैना में भी एक-एक कंपनी को तैनात किया गया है। बाकी जिलों में आधी आधी कंपनी यानी 40-40 जवान तैनात किए गए हैं। इसके बाद दूसरी लेयर में प्रदेश की फोर्स तैनात है। साथ ही सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी की जा रही है।
    साभार अमर उजाला

  • चुनाव नहीं लड़ रहे 30 बेटिकट विधायकों को मकान खाली करने का नोटिस

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान पूरा हो चुका है। अब तीन दिसंबर को मतगणना होनी है। जिसमें 16वीं विधानसभा के सदस्यों के नाम सामने आ जाएंगे। नई विधानसभा सदस्यों को आवास उपलब्ध कराने के लिए विधानसभा सचिवालय ने भी अपनी तैयारी तेज कर दी है। इसके लिए सचिवालय ने उन विधानसभा सदस्यों को नोटिस जारी कर दिया है, जो चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। ऐसे भाजपा और कांग्रेस के 30 वर्तमान विधायकों को नोटिस देकर आवास खाली करने को कहा गया है। हालांकि वर्तमान विधायक नई विधानसभा के गठन तक आवास में रह सकते हैं। 
    विधानसभा सचिवालय ने राज्य सरकार को भी पत्र लिखा है। इसमें नए विधायकों के चुन कर आने पर उनके लिए गेस्ट हाउस और रेस्ट खाली रखने को कहा गया है। इस संबंध में राज्य सरकार की तरफ से भी विभिन्न विभागों को लिखा गया है। 
    साभार अमर उजाला

  • फेसबुक और इंस्टाग्राम पर खर्च करने में कांग्रेस सबसे आगे, नेताओं ने पिछले 1 माह में 4 करोड़ रुपये किए खर्च

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के खर्चे को लेकर चुनाव आयोग जानकारी एकत्रित कर रहा है। इस बीच, सोशल मीडिया के फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पिछले एक माह के खर्च राशि का आंकड़ा सामने आया है। प्रदेश के नेताओं ने दोनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी पोस्ट को बूस्ट करने 17 अक्तूबर से 15 नवंबर के बीच 4 करोड़ 14 लाख 92 हजार 508 रुपये खर्च किए हैं। इसमें सबसे ज्यादा 62 लाख 62 हजार 897 रुपये की राशि मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने पेज को बूस्ट करने पर खर्च की है। इसके बाद 50 लाख 72 हजार 350 रुपये की राशि 'एमपी के मन में मोदी' पेज को बूस्ट करने में खर्च की गई। मध्य प्रदेश भाजपा ने अपने पेज को बूस्ट करने 35 लाख 4 हजार 367 रुपये खर्च किए हैं। शुरुआत में भाजपा सोशल मीडिया पर पैसा खर्च करने में आगे थी, लेकिन बाद में भाजपा को कांग्रेस ने पीछे छोड़ दिया। 
    वहीं, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कमलनाथ के खिलाफ बनाए 'करप्शनाथ पेज' को बूस्ट करने के लिए 18 लाख 80 हजार 339 रुपए खर्च किए गए है। वहीं, आकाश विजयवर्गीय टीम नाम के पेज को बूस्ट करने के लिए 16 लाख 66 हजार रुपये, कैलाश विजयवर्गीय मित्र मंडल गांधी नगर इंदौर पेज पर 10 लाख 92 हजार रुपये, जबलपुर उत्तर से विधायक और कांग्रेस प्रत्याशी विनय सक्सेना पेज पर 6 लाख 47 हजार खर्च किए गए। वहीं, निलय डागा ने 3.26 लाख और वी सपोर्ट शिवराज सिंह चौहान पर 3.08 लाख रुपए खर्च किए गए। जबलपुर कैंट से कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक चौकसे ने 2.60 लाख रुपये खर्च किए। शुरुआती दौर में सोशल मीडिया कैंपेन में आगे चल रहे रतलाम से भाजपा प्रत्याशी चैतन्य कश्यप ने 2.38 लाख खर्च किए।
    विदिशा से कांग्रेस प्रत्याशी शशांक भार्गव ने 1.70 लाख, भाजपा प्रत्याशी राकेश सिंह ने 1.26 लाख, तराना से कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार ने 1.14 लाख, पाटन से भाजपा प्रत्याशी अजय विश्नोई ने 1.10 लाख रुपये खर्च किए। कमलनाथ ने 1.19 लाख, छिंदवाड़ा से भाजपा प्रत्याशी विवेक साहू ने 1 लाख, घट्टिया से कांग्रेस प्रत्याशी सतीश मालवीय 96 हजार, सतना से भाजपा प्रत्याशी और सांसद गणेश सिंह ने 93 हजार रुपये खर्च किए।
    भाजपा और कांग्रेस के अलावा शिवराज और मोदी के नाम पर भी कई पेज बनाए गए हैं। इसमें गोलू शुक्ला ने मोदी फॉर पीएम ऑर्गेनाइजेशन के लिए दो लाख रुपये खर्च किए हैं। वहीं, कांग्रेस मुक्त मध्य प्रदेश पेज पर 1.29 लाख, मध्य प्रदेश मांगे फिर से मोदी पेज पर 1.20 लाख और भाजपा संग मध्य प्रदेश पेज पर 1.18 लाख, मप्र चले मोदी के संग पेज 1.16 लाख, मप्र सीएम रिपोर्ट कार्ड पेज पर 1.54 लाख, मोदीमय मध्य प्रदेश पेज पर 1.55 लाख, भव्य मध्य प्रदेश पेज पर 1.40 लाख, मजबूत बनता मध्य प्रदेश पेज पर 1.39, मेरा मध्य प्रदेश पेज पर 96 हजार, घोटालापति पर 90 हजार, हिंदू विरोधी कांग्रेस पेज पर 90 हजार, शिवराज की लाडली बहना पर 84 हजार, मामा की लाडली पर 82 हजार खर्च किए। शिवराज के दीवाने पेज पर 83 हजार, महाकोशल चले मोदी के साथ पेज पर 82 हजार तो कांग्रेस ने खरगे फैन पेज पर 11 लाख, कमल नहीं कमलनाथ पेज पर 1.30 लाख रुपये, भ्रष्टासुर शिवराज पेज पर 90 हजार, शिवराज के पाप पेज पर 86 हजार रुपये खर्च किए गए।
    साभार अमर उजाला

  • PM मोदी के आह्वान पर आज जी-20 नेताओं का वर्चुअल शिखर सम्मेलन, जस्टिन ट्रूडो होंगे शामिल

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर आज जी-20 नेताओं का वर्चुअल शिखर सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है। इस बैठक में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तो शामिल होंगे। इसके अलावा इसमें कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भी शामिल होने की संभावना है। हालांकि इस बैठक से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग नहीं शामिल हो रहे हैं।
    इस बैठक में ट्रूडो के शामिल होने की पुष्टि कनाडाई प्रधानमंत्री के कार्यालय ने भी की है। एक वरिष्ठ भारतीय अधिकारी ने भी इसकी पुष्टि की है। आपको बता दें कि दो महीने से अधिक समय में यह पहली बार होगा जब कनाडा का कोई कैबिनेट मंत्री और प्रधानमंत्री भारतीय या भारत के नेतृत्व वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
    यह वर्चुअल बैठक 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में नेताओं के व्यक्तिगत शिखर सम्मेलन के बाद होगी। इसमें दिल्ली घोषणा पर विचार-विमर्श होने की उम्मीद है। 
    नई दिल्ली में पीएम मोदी और जस्टिन ट्रूडो के बीच द्विपक्षीय बैठक में कनाडा और भारत के बीच तनाव स्पष्ट हो गई थी। कनाडाई पीएमओ के बयान के अनुसार, ट्रूडो ने उस समय कानून के शासन, लोकतांत्रिक सिद्धांतों और राष्ट्रीय संप्रभुता का सम्मान करने के महत्व को उठाया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

    पीएम मोदी ने सीएम धामी से फोन पर ली बचाव कार्यों की जानकारी, रातभर ड्रिलिंग का चला काम
    उत्तरकाशी। दिवाली के दिन उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे में फंसे  41 श्रमिकों को अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका है। रेस्क्यू का आज 11वां दिन है। बीआरओ कार्यकर्ता सरोज मांझी ने बताया कि कुल 37 श्रमिक सड़क निर्माण के लिए पहाड़ी पर जा रहे हैं। जहां तक लक्ष्य था वहां तक सड़क निर्माण का कार्य पूरा कर लिया गया है और मशीनें भी पहुंच गई हैं। 
    पीएम मोदी ने आज सुबह सीएम धामी को फोन कर सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों के लिए भोजन, दवाइयां, अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति एवं उन्हें सकुशल बाहर निकालने हेतु चल रहे बचाव कार्यों की जानकारी ली।
    सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए मंगलवार रात भर ड्रिलिंग का काम चला। ऑगर मशीन से 800 एमएम के छह पाइप डाले जा चुके हैं। 36 मीटर तक ड्रिलिंग की जा चुकी है। सातवें पाइप की वेल्डिंग का काम चल रहा है। ड्रिलिंग सकारात्मक दिशा में बढ़ रही है। अब सुरंग में करीब 20 से 22 मीटर की दूरी रह गई है। मजदूर करीब 56 मीटर अंदर हैं। ऐसे में रेस्क्यू आपरेशन के लिए आज का दिन अहम है।
    साभार अमर उजाला

  • दिग्गी बोले- भाजपा ने मोदी जी को “पनौती” क्यों मान लिया? वे तो उनकी नजर में “विश्वगुरु” हैं...

    भोपाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राजस्थान में चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पनौती कह दिया। इस पर भाजपा नेता भड़क गए हैं। भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी की भाषा को अशोभनीय बताया। साथ ही माफी की मांग की ही है। अब इस पर पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह का बयान सामने आया है।
    दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा कि “पनौती” का क्या अर्थ है? मैंने पता लगाया। यह एक नकारात्मक शब्द है। जब कोई काम होते-होते रह जाए तो उस इंसान को 'पनौती' कह दिया जाता है। पनौती शब्द का इस्तेमाल उस व्यक्ति के लिए किया जाता है जो अपने आसपास के लोगों के लिए दुर्भाग्य या बुरी खबर लाता है, इसीलिए इसे नकारात्मक शब्द कहते हैं। विश्व कप प्रारंभ होते ही सोशल मीडिया पर यह शब्द ट्रेंड करने लगा। यह किसके लिए कहा गया? स्टेडियम में हजारों लोग थे। भाजपा ने मोदी जी को “पनौती” क्यों मान लिया? वे तो उनकी उनकी नजर में “विश्वगुरु” हैं।
    “पनौती” का क्या अर्थ है? मैंने पता लगाया। यह एक नकारात्मक शब्द है। जब कोई काम होते-होते रह जाए तो उस इंसान को 'पनौती' कह दिया जाता है। पनौती शब्द का इस्तेमाल उस व्यक्ति के लिए किया जाता है जो अपने आस-पास के लोगों के लिए दुर्भाग्य या बुरी खबर लाता है, इसीलिए इसे नकारात्मक शब्द…
    क्या है मामला
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्रिकेट विश्व कप का फाइनल मैच देखने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में मौजूद थे। फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भारत हार गया। इसे मुद्दा बनाकर राहुल गांधी ने चुनावी भाषण में कहा कि लड़के अच्छा भला खेल रहे थे। पनौती पहुंच गए तो वह हार गए। एक अन्य सभा में तो उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सीधे-सीधे पनौती कह दिया। इस बयान के बाद से भाजपा नेता राहुल गांधी पर हमलावर हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • आदिवासी सीटों पर घटे मतदान ने भाजपा और कांग्रेस को चिंता में डाला

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में आदिवासी वोट बैंक को साधने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही जोर लगाया है। 2018 में आदिवासी वोट बैंक छिटकने से भाजपा के हाथ से सत्ता चली गई थी। उस समय सभी 47 आदिवासियों के लिए आरक्षित सीटों पर मतदान प्रतिशत बढ़ा था। जिससे कांग्रेस 30 और भाजपा ने 16 सीटें जीती थी। एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी को विजय मिली थी। इस बार आरक्षित सीटों में सिर्फ 32 सीटों पर मतदान प्रतिशत बढ़ा है, जबकि 15 सीटों पर घट गया है। वहीं, 24 सीटों पर ही 80 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ है।  इस स्थिति को देखते हुए दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों ने मंथन शुरू कर दिया है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही मतदान प्रतिशत घटने से चिंतित हैं।  प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार प्रभु पटैरिया का कहना है कि पिछली बार कांग्रेस का कर्जमाफी मुद्दा प्रभावी था। जिससे आदिवासी वर्ग भी घर से निकलकर वोट डालने प्रेरित हुआ। इस बार दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों भाजपा और कांग्रेस के वादे बैलेंस हो गए। आदिवासी इलाकों में गोंडवाड़ा गणतंत्र पार्टी भी सक्रिय है। ऐसे में कम मतदान प्रतिशत से सत्ताधारी दल को फायदा मिल सकता है। 
    आदिवासी जिले - शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, कटनी, जबलपुर, डिंडौरी, मंडला, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, बैतूल, हरदा, देवास, खंडवा, बुराहनपुर, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, झाबुआ और रतलाम है।  
    साभार अमर उजाला

  • भिंड जिले के अटेर विधानसभा क्षेत्र के एक बूथ पर दोबारा होगा मतदान, चुनाव आयोग ने 21 नवंबर को पुनर्मतदान का दिया आदेश

    भोपाल।  मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को सभी 230 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ। लेकिन अब एक पोलिंग बूथ पर दोबारा मतदान होने जा रहा है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने मध्य प्रदेश के भिंड जिले के अटेर विधानसभा क्षेत्र के एक बूथ पर 21 नवंबर को पुनर्मतदान का आदेश दिया है।
    विज्ञप्ति के मुताबिक, अटेर विधानसभा क्षेत्र के किशुपुरा में मतदान केंद्र संख्या 71 के तहत बूथ संख्या 3 पर 21 नवंबर को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे के बीच मतदान होगा। वोटरों के बीच वाली उंगली पर अमिट स्याही लगाई जाएगी। पुनर्मतदान का आदेश जिला निर्वाचन अधिकारी को जारी कर दिया गया है।
    जिले के एक अधिकारी ने बताया कि गोपनीयता भंग होने के कारण पुनर्मतदान का आदेश दिया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि कुछ लोगों ने किशुपुरा में संबंधित बूथ पर 17 नवंबर को मतदान का वीडियो शूट किया था।
    अटेर से मौजूदा विधायक और बीजेपी नेता अरविंद सिंह भदौरिया का मुकाबला कांग्रेस के पूर्व विधायक हेमंत कटारे से है। चुनाव आयोग के अनुसार, मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को एक ही चरण में मतदान हुआ, जिसमें 77.15 प्रतिशत मतदान हुआ। वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। 
    जिलाधिकारी और निर्वाचन अधिकारी संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि गोपनीयता भंग करने के लिए मतदानकर्मियों के दल के चार सदस्यों को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पुनर्मतदान के दौरान मतदाताओं को मतदान केंद्र के अंदर मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी और आदर्श आचार संहिता से जुड़े अन्य सभी नियमों का पालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुनर्मतदान के दौरान मतदान प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मालवा निमाड़ की चार सीटों पर सबसे कम वोटिंग ने चौंकाया, मानी जाती है भाजपा-कांग्रेस का गढ़

    इंदौर। मालवा निमाड़ में भाजपा और कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली कुछ सीटों पर भी बंपर वोटिंग ने उम्मीदवारों को चौकाया है। अब वे इस गुणा भाग में जुटे है कि बढ़ा हुआ वोटिंग प्रतिशत किसके पक्ष में रहेगा और कौन सी लहर ने काम किया, लेकिन मालवा निमाड़ की चार सीटों पर जिलों में सबसे कम वोटिंग हुई है। इन चारों सीटों पर दोनो दलों ने अपने विधायकों को दोबारा चुनाव लड़ाया है।
    इंदौर की दो नंबर विधानसभा में जिले में सबसे कम वोटिंग से भी चुनावी विशेषज्ञ अश्चर्य में है। यहां से तीन बार लगातार चुनाव जीते विधायक रमेश मेंदोला प्रदेश में सबसे ज्यादा वोटों का रिकार्ड भी बना चुके है, लेकिन इस बार इतना 67प्रतिशत ही मतदान रहा।
    इसके अलावा धार जिले की गंधवानी सीट पर भी धार जिले में सबसे कम मतदान 73 प्रतिशत रहा। इस सीट से लगातार कांग्रेस विधायक उमंग सिंगार चुनाव जीतते रहे है। इस जिले की दूसरी सीटों पर 75 से लेकर 83 प्रतिशत तक मतदान हुआ है।
    रतलाम सिटी में भी जिले में सबसे कम वोटिंग हुई है। यहां 73 प्रतिशत मत पड़े, जबकि जिले के दूसरे विधानासभा क्षेत्रों में 80 प्रतिशत से ज्यादा वोट डाले गए। मालवा निमाड़ के सबसे धनवान विधायक चैतन्य कश्यप रतलाम सीट से दूसरी बार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े है। इसके अलावा देवास विधानसभा में भी जिले में सबसे कम 74 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस सीट पर गायत्री राजे पंवार को तीसरी बार भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है। जिले के दूसरे विधानसभा क्षेत्रों में 80 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग हुई है।
    धार जिले में सबसे ज्यादा मतदान वाली सीट बदनावर रही। इस सीट पर दोनो प्रत्याशी पिछली बार भी मैदान में थे, लेकिन इस बार दोनो ने अपने अपने दल बदल कर चुनाव लड़ा। धार सीट पर 78 प्रतिशत मतदान रहा। निमाड़ की खरगोन सीट पर सबसे ज्यादा 88 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस सीट पर कांग्रेस से रवि जोशी और भाजपा से बालकृष्ण पाटीदार चुनाव मैदान में है। खरगोन में दो साल पहले दंगे भी हो चुके है। हरसूद सीट भाजपा का गढ़ मानी जाती है। यहां 79 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस सीट से लगातार विजय शाह चुनाव जीतते आ रहे है।
    साभार अमर उजाला

  • मध्य प्रदेश में वोटिंग के बीच कई सीटों पर माहौल बिगाड़ने की साजिश, दिमनी में बवाल; जमकर पथराव

    दिमनी। मध्य प्रदेश में वोटिंग के बीच कई सीटों पर माहौल बिगाड़ने की साजिश की जा रही है। इंदौर में रात को हुए बवाल के बाद मुरैना में भी हिंसा हो गई है। मुरैना के दिमनी विधानसभा क्षेत्र में एक बूथ के पास दो गुटों में पथराव हुआ। गोलीबारी की भी सूचना है। हालांकि, पुलिस ने फायरिंग की पुष्टि नहीं की है। हिंसा के दौरान एक व्यक्ति घायल हुआ है।
    मध्य प्रदेश में कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 200 सीटों पर मतदान चल रहा है। दिमनी विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र 148 पर पर सुबह दो पक्षों में टकराव हो गया। मुंह पर कपड़ा लपेटे कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। दोनों तरफ से फायरिंग की भी बात कही जा रही है। हिंसा के बाद वहां भगदड़ जैसे हालात बन गए। सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत ऐक्शन लेते हुए उपद्रवियों को खदेड़ दिया। बूथ पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। 
    पथराव में एक मतदाता के घायल होने की जानकारी है। घायल को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। सुरक्षाबलों ने जल्द ही हालात को काबू में किया और सुरक्षा के बीच वोटिंग प्रक्रिया चल रही है। मतदाताओं की सुरक्षा के लिए अत्यधिक पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। दिमनी विधानसभा क्षेत्र पर सबकी नजरें टिकी हैं। इसी सीट से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी चुनाव लड़ रहे हैं।
    डीएसपी विजय सिंह भदौरिया ने कहा कि यह संवेदनशील बूथ है। यहां बीएसएफ भी तैनात है। आज सुबह यहां दो पक्षों में विवाद और पथराव की सूचना मिली थी। तत्काल पुलिस ने पहुंचकर उपद्रवियों को खदेड़ा अब शांतिपूर्व मतदान चल रहा है। डीएसपी ने कहा कि कुछ गांव वालों का कहना है कि गोलीबारी हुई है, लेकिन अभी इसकी पु्ष्टि नहीं हुई है।
    इंदौर में भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भिड़ंत
    इससे पहले इंदौर के राऊ विधानसभा क्षेत्र में देर रात भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच टकराव हो गया। भंवरकुआं थाने के बाहर जुटकर हंगामा कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। भाजपा उम्मीदवार मधु वर्मा का आरोप है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता राऊ विधानसभा क्षेत्र में चुनावी काम कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को धमका रहे थे जिससे विवाद हुआ। उधर, शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा ने आरोप लगाया कि राऊ विधानसभा क्षेत्र में मतदान से पहले भाजपा कार्यकर्ता लोगों को शराब, कम्बल और पाजेब बांट रहे थे। उन्होंने दावा किया कि ये चीजें बांटे का विरोध करने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक कांग्रेस नेता पर हमला कर उसे घायल कर दिया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विवाद के मामले में उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • प्रचार का शोर थमा, कल सुबह 7 बजे से मप्र में मतदान

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को प्रचार का शोर थम गया। अब शुक्रवार को सभी 230 विधानसभा सीटों पर एक चरण में मतदान होगा। चुनाव आयोग ने 64523 मतदान केंद्रों पर मतदान की तैयारी पूरी कर ली है। यहां पर जीपीएस से लैस वाहनों से पोलिंग पार्टियों और ईवीएम को भेजा जाएगा। इन वाहनों की भोपाल के सेंटर से निगरानी रखी जाएगी। वाहनों का रूट तय है। इस रूट से भटकने या कोई गड़बड़ी होने पर तुरंत सेंट पर मैसेज पहुंचेगा। वाहनों की निगरानी जिला, स्टेट से लेकर सेंटर तक से की जाएगी। आयोग ने पूरी प्रक्रिया की पारदर्शीता और निगरानी के लिए पीठासीन, सेक्टर और रिटर्निंग अधिकारियों को एप डाउनलोड कराया है। इस एप में मतदान दल के सामग्री लेने से पोलिंग बूथ पर पहुंचने और मतदान प्रक्रिया पूरी कराने के बाद उसको जमा करने तक की एक-एक जानकारी एप में भरनी होगी। वहीं, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया संवेदनशील पोलिंग बूथ पर सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम किए गए है। प्रदेश में करीब 17 हजार संवेदनशील पोलिंग बूथ है। चुनाव आयोग आधे पोलिंग बूथ की वेबकास्टिंग के जरिए निगरानी करेगा। 
    मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने चुनाव संबंधी किसी भी शिकायत या समस्या के निराकरण के लिए संभागवार टीम गठित कर दी है। इसमें संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पदाधिकारी मनोज खत्री को नर्मदापुरम एवं जबलपुर संभाग, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राकेश सिंह को इंदौर एवं उज्जैन संभाग, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बंसत कुर्रे को ग्वालियर, भोपाल एवं चंबल संभाग, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रूचिका चौहान को सागर, शहडोल एवं रीवा संभाग की जिम्मेदारी दी गई है। इन अधिकारियों के अधीनस्त भी अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए गए है। निर्वाचन के दौरान आने वाली किसी भी प्रकार की समस्या या शिकायत के लिए दो दिन संपर्क किया जा सकता है। 
    साभार अमर उजाला

  • आज अंतिम दिन,  चुनाव प्रचार में प्रियंका, खरगे, योगी समेत अन्य नेता झोंकेंगे पूरी ताकत

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदाताओं को वादों, दावों, जनसभाओं और आरोप-प्रत्यारोप से रिझाने का बुधवार को अंतिम दिन है। बुधवार शाम छह बजे चुनाव प्रचार थम जाएगा। भाजपा और कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, प्रियंका गांधी, योगी आदित्यनाथ, देवेंद्र फडणवीस समेत अन्य नेता पूरी ताकत झोंकेंगे। इसके बाद दो दिन प्रदेश के नेता बूथ स्तर पर मतदाताओं को साधने पर जोर लगाएंगे। प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान है। 
    भारतीय जनता पार्टी की तरफ से वरिष्ठ नेता 15 नवंबर को प्रदेश के विभिन्न जिलों के प्रवास पर रहेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नर्मदापुरम, बैतूल, देवास, सीहोर, रायसेन, विदिशा, भोपाल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पन्ना, अशोकनगर, भोपाल व छिंदवाड़ा, केंद्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर मुरैना, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा सतना, जबलपुर, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल एवं केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते दमोह व रायसेन, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जबलपुर व बालाघाट, महाराष्ट्र्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस छिंदवाड़ा, रामलाल रौतेल एवं उत्तराखंड शासन के मंत्री सतपाल जी महाराज बालाघाट, बैतूल व धार की विभिन्न विधानसभाओं में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव प्रचार करेंगे। 
    वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, बैतूल जिले के आमला, भोपाल के बैरसिया और दक्षिण पश्चिम विधानसभा सीट पर जनसभा को संबोधित करेंगे। राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी दतिया, सीधी और पूर्व सीएम एवं पीसीसी चीफ कमलनाथ कटनी जिले की विजयराघवगढ़, सिवनी जिले के केवलारी, बालाघाट जिले के लालबर्रा, वारासिवनी, छिंदवाड़ा जिले के जमई में जनसभा को संबोधित करेंगे। 
    प्रदेश में 17 नवंबर को सुबह 7 से शाम 6 बजे तक मतदान प्रक्रिया चलेगी। इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। मतदान शुरू होने के डेढ़ घंटे पहले सुबह 5:30 बजे से मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। यह प्रक्रिया अभ्यर्थी या उसके अधिकृत एजेंट की उपस्थिति में होगी। यदि कोई अभ्यर्थी या उसका एजेंट 5:30 बजे मतदान केंद्र पर उपस्थित नहीं होता है, तो 15 मिनट तक उसका इंतजार किया जाएगा। इसके बाद मतदान दलों और अन्य सदस्यों की उपस्थिति में मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। न्यूनतम 50 वोट से मॉकपोल किए जाने का प्रावधान है। इसमें नोटा भी शामिल होगा। मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ करने से पूर्व बैलेट यूनिट एवं वीवीपीएटी को वीवीपीएटी कंपार्टमेंट में रखा जाएगा। कंट्रोल यूनिट को पीठासीन अधिकारी की टेबल या मतदान अधिकारी के टेबल पर रखना होगा।
    प्रदेश के बालाघाट, मंडला और डिंडोरी जिलों के कुछ विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक ही मतदान प्रक्रिया चलेगी। इसमें बालाघाट जिले के तीन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 108-बैहर (अ.ज.जा.), 109-लांजी और 110 -परसवाड़ा के सभी मतदान केंद्र, मंडला जिले के 105-बिछिया विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के-47 मतदान केंद्रों पर, 107-मंडला विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 8 मतदान केंद्रों तथा डिंडौरी जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-104 डिंडौरी के 40 मतदान केंद्रों पर सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा।
    साभार अमर उजाला

     

  • अब लखपति बहना योजना शुरू करेंगे शिवराज, भाईदूज पर किया ऐलान

    भोपाल। मध्यप्रदेश में लाड़ली बहना के बाद अब शिवराज सरकार प्रदेश की महिलाओं को लखपति बनाने के लिए योजना लेकर आई है। महिलाओं की आमदनी 10 हजार रुपये महीना हो, इसके लिए स्व: सहायता समूहों के माध्यम से कार्य किया जाएगा। सीएम ने भाईदूज के मौके पर ये घोषणा की है।
    भाईदूज के पावन पर्व पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं अपनी हर बहन को लखपति बनाऊंगा। इसके लिए हम लखपति बहना योजना शुरू कर रहे हैं। इसमें घर का काम-काज करते हुए हर बहन हर महीने कम से कम 10 हजार रुपये कमाएगी, जिससे साल में उसकी आमदनी एक लाख के ऊपर होगी। सीएम ने कहा कि अभी 15 लाख बहनें लखपति हैं। लेकिन स्वः सहायता समूह के माध्यम से अब इसे एक अभियान के रूप में चलाएंगे। एक आंदोलन बनाएंगे। उन्होंने कहा कि बहनों का आशीर्वाद मुझे ऊर्जा देता है।
    मुख्यमंत्री निवास पर बुधवार को भाई दूज का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को तिलक लगाने पहुंचीं थीं। सीएम ने इन सभी से तिलक लगवाकर भाई दूज का त्यौहार मनाया। इस मौके पर संगीत और नृत्य का भी आयोजन किया गया। महिलाओं ने सीएम के माथे पर तिलक कर उन्हें आशीर्वाद दिया।
    भाजपा विधानसभा चुनाव में महिला वोटरों को लेकर आत्मविश्वास में नजर आ रही है। लाड़ली बहना योजना पहले से प्रदेश में लागू है, जिसके तहत करीब सवा करोड़ महिलाओं को 1,250 सौ रुपये बैंक खाते में डाले जा रहे हैं। इसके अलावा लाड़ली लक्ष्मी योजना सहित कई अन्य योजनाएं भी महिलाओं के लिए लागू की गई हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ ने भगवान बिरसा मुंडा को बताया भारतवर्ष का महानायक, आज है जयंती

    भोपाल। भगवान बिरसा मुंडा को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भारतवर्ष का महानायक बताया है। मुंडा की जयंती पर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने बुधवार सुबह सोशल मीडिया पर पोस्ट कर उन्हें याद किया। उन्होंने लिखा कि आज भगवान बिरसा मुंडा की जयंती है। आजादी की लड़ाई में उन्होंने जिस अदम्य वीरता का परिचय दिया और आदिवासी समुदाय को लेकर अंग्रेजों से जिस तरह मुकाबला किया, उस पर हर भारतीय को गर्व है। वे न सिर्फ आदिवासी समुदाय बल्कि संपूर्ण भारतवर्ष के महानायक हैं। भगवान बिरसा मुंडा को शत-शत नमन।
    बता दें कि जहां भाजपा मध्यप्रदेश सहित पूरे देश में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाती है। वहीं, कांग्रेस नौ अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस पर गौरव दिवस मनाती है। गौरव दिवस को लेकर कांग्रेस और भाजपा में बड़ा विवाद है। दोनों ही पार्टियां आदिवासियों को साधने के लिए नए-नए दांव चलती रहती हैं।
    भगवान बिरसा मुंडा एक स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक थे। उन्होंने दूरदराज के इलाकों में रहने वाले आदिवासी समाज के बीच जागरूकता लाने का काम किया था। जनजातीय गौरव दिवस भारत के आदिवासी समुदायों के योगदान का सम्मान करने का दिन है। हर साल 15 नवंबर को छोटा नागपुर के आदिवासी नायक बिरसा मुंडा की जयंती मनाई जाती है। यह दिन पीढ़ियों को सांस्कृतिक और राष्ट्रीय गौरव को संरक्षित करने के लिए प्रेरित करने के लिए भी है।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस ने किसानों को कर्ज माफ करने, युवा वर्ग को भत्ता देने की घोषणा की थी, लेकिन किया कुछ नहीं : विजयवर्गीय

    इंदौर। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व भाजपा उम्मीदवार कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जिन लोगों ने देश का पैसा खाया है, उन्हें हमेशा ईडी, सीबीआई से डरना पड़ेगा। भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए पिछली सरकार ने समझौते किए होंगे। मोदी सरकार किसी को नहीं छोड़ेगी।
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में कह चुके है कि भ्रष्टाचार कर देश को नुकसान पहुंचाने वाले को वे नहीं छोड़ेंगे। विजयवर्गीय दीपावली पर परदेशीपुरा स्थित वृद्धाआश्रम में त्योहार मनाने आए थे। कांग्रेस का द्वारा भाजपा के वचन पत्र को उनकी नकल बताए जाने पर विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस ने किसानों को कर्ज माफ करने, युवा वर्ग को भत्ता देने की घोषणा की थी, लेकिन किया कुछ नहीं।
    कांग्रेस का घोषणा पत्र डस्टबीन में डालने लायक है और हमारा घोषरा पत्र कम्यूटर में सेव करने लायक है, ताकि प्रदेशवासी देख सके कि भाजपा किस तरह एक एक घोषणा को जमीन पर लाती है।
    विजयवर्गीय ने कह दूसरे प्रदेशों में कांग्रेस की सरकारों से जुड़े सवाल पर कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार महिला अपराध में नंबर वन पर है।कांग्रेस शासित कोई भी प्रदेश विकास के मामले में मध्य प्रदेश की बराबरी नहीं कर सकता है। 20 सालों में हमारी सरकार ने प्रदेश को बीमारू राज्य से विकसित राज्य की श्रेणी में खड़ा किया है। भाजपा सरकार ने हर वर्ग को खुश रखने की कोशिश की है। कार्यक्रम में विजयवर्गीय ने युवतियों के साथ अंताक्षरी खेली। महापौर परिषद सदस्य राजेंद्र राठौर ने स्वागत भाषण दिया।
    साभार अमर उजाला

  • गोंगपा के संभागीय महासचिव ने दिया पार्टी से इस्तीफा

    शहडोल। शहडोल जिले में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को बड़ा झटका लगा है। गोंगपा के संभागीय महासचिव अशोक उपाध्याय ने पार्टी के कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी से अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ मिलकर इस्तीफा देते हुए कांग्रेस पार्टी की जैतपुर प्रत्याशी उमा धुर्वे का समर्थन किया है। जिससे जैतपुर विधानसभा में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी व भाजपा को इसका सीधा नुकसान पहुंचेगा, इसके साथ ही कांग्रेस को यहां से बढ़त मिल सकती है।  बता दें कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संभागीय महासचिव अशोक उपाध्याय ने कहा कि अब पार्टी पहले जैसे नहीं रह गई है। पार्टी में कार्यकर्ता की कोई सुनवाई नहीं होती। पूरी पार्टी में केवल छल कपट से इस समय चल रहा है।
    साभार अमर उजाला

  • चोरल  के ग्रामीण क्षेत्र में भारी जन समर्थन के साथ दरबार कर रहे हैं जनसंपर्क

    आदिवासियों में प्यार एवं सहानुभूति की लहर देखी गई

    महू, महू विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय प्रत्याशी अंतर सिंह दरबार मैंडल सैंडल गाजिंदा  चौरल क्षेत्र में भारी जन समर्थन के साथ कर रहे हैं जनसंपर्क अनेक परिवारों द्वारा दरबार को तिलक लगाकर आरती की गई एवं फूल माला पहनाई गई जगह-जगह फूलों की वर्षा एवं बैठकों का दौर ग्रामीणों में जहां दरबार को टिकट नहीं मिलने की कसक है वही दरबार को जिताने की उमंग एवं उत्साह भी देखी जा रही है बढ़ चढ़कर  ढोल ढमाको के साथ युवा वर्ग भी बड़ी संख्या में आज जनसंपर्क में देखा गया ग्रामीणों में विशेष कर आदिवासियों में प्यार के साथ-साथ सहानुभूति भी नजर आ रही है अब देखना यह है कि दरबार कांग्रेस और भाजपा को पटकने में सफल होते हैं या नहीं क्षेत्र के बड़ी संख्या में ग्रामवासी जनसंपर्क में देखे गए।

     

  • कांग्रेस कमेटी मध्य प्रदेश ने किया अपने ही कार्यकर्ताओं को 6 वर्ष के लिए निष्कासित

    कांग्रेस कमेटी मध्य प्रदेश ने किया अपने ही कार्यकर्ताओं को 6 वर्ष के लिए निष्कासित, जिन्होंने विपरीत परिस्थिति में पार्टी का साथ दिया, उनको पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। मुख्य रूप से अशोक सैनी एवं अन्य 15 पदाधिकारी कार्यकर्ताओं को पार्टी से किया बेदखल, क्योंकि अशोक सैनी जी ने किया अंतर सिंह दरबार पूर्व कांग्रेस विधायक, प्रत्याशी जो अभी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है उनका समर्थन। अब अशोक सैनी जी द्वारा अंतर सिंह दरबार के पक्ष में जन समर्थन किया जा रहा है हासिल। गांव-गांव जाकर महू विधानसभा से जोरदार स्वागत और अपने क्षेत्र में जन समर्थन में घर-घर पहुंचे लिया जन आशीर्वाद।हालांकि मुकाबला टक्कर का है। बीजेपी से उषा ठाकुर और कांग्रेस से टिकट दिया है राम किशोर शुक्ला को और अंतर सिंह दरबार निर्दलीय मैदान में हैं। देखते हैं चुनाव का ऊंट किस करवट बैठता है।

  • पिछोर में कुछ नहीं किया, शिवपुरी में बदलाव की बात कर रहे, कांग्रेस प्रत्याशी पर शिवराज ने साधा निशाना

    शिवपुरी। शिवपुरी जिले में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार तेज हो गया है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिवपुरी, कोलारस और करैरा विधानसभा में पहुंचकर आमसभाएं की और भाजपा के लिए वोट मांगे। इस दौरान शिवपुरी में एक आमसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि केंद्र और राज्य की डबल इंजन की सरकार ने वह सब काम किए हैं जो कभी नहीं हुए। आज डबल इंजन की सरकार के कारण मध्यप्रदेश प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। महिला सशक्तिकरण से लेकर छात्र-छात्राओं तक के लिए योजनाएं बनाई गई हैं, जिसका लाभ उन्हें मिल रहा है। शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी केपी सिंह पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आमसभा के दौरान कहा कि जो पिछोर में रहते हुए कुछ नहीं कर सके अब वह शिवपुरी में बदलाव की बात कह रहे हैं। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि भाजपा के प्रत्याशी देवेंद्र जैन को जिताएं। भाजपा सरकार विकास के वादे पर आगे बढ़ती है भाजपा ने जो कहा है वह किया है। डबल इंजन की सरकार ने प्रदेश में विकास के नए रास्ते खोले हैं।
    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। शिवपुरी में एक आमसभा के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि महिलाओं का अपमान करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक मिनट भी अपनी कुर्सी पर रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने विधानसभा में अपमानजनक टिप्पणी की। सभा के दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि इस बेशर्मी पर नीतीश कुमार के साथ कांग्रेस खड़ी है। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से पूछना चाहते हैं कि नीतीश कुमार की इस टिप्पणी पर आप क्या-क्या कहना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अभी तक इसकी आलोचना तक नहीं की है।
    शिवपुरी में आमसभा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भूल से भी प्रदेश में कांग्रेस आ गई तो लाडली बहना योजना बंद कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मामा है तो लाडली बहना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सत्ता के आने के रास्ते पर ताला लगा दो। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की जब 15 महीने की सरकार प्रदेश में आई तो उन्होंने संबल योजना बंद कर दी। प्रदेश को बदहाल कर दिया। तीर्थ यात्रा योजना बंद कर दी, बच्चों को दिए जाने वाले लैपटॉप की राशि भी बंद कर दी।
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ बोले- शिवराज सरकार ने पेंशन को रोककर "बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवा बहनों के जीवन पर लगा दिया ताला"

    भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन का मुद्दा उठाया है। उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए ये दावा किया है कि शिवराज सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन का भुगतान रोक रखा है। दीपावली के इस पावन पर्व के अवसर पर गरीब महिलाओं पर आर्थिक संकट है। कमलनाथ ने X पर लिखा कि प्रदेश की शिवराज सरकार ने 50 लाख से अधिक असहाय बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवा बहनों को हर महीने मिलने वाली सामाजिक सुरक्षा पेंशन के भुगतान को महीनों से रोक रखा है। बुजुर्ग, दिव्यांग और विधवा बहनें रोज–रोज बैंकों के चक्कर काट कर परेशान हो रहीं हैं। 
    पीसीसी चीफ ने आगे लिखा कि शिवराज सरकार ने पेंशन को रोककर "बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवा बहनों के जीवन पर ताला" लगा दिया है, उनके जीवन पर संकट खड़ा कर दिया है। दीपावली का त्यौहार सामने है और विज्ञापन बाज निर्लज सरकार आम जनता को झूठ परोसने में लगी है। सरकार को तत्काल इनकी पेंशन का भुगतान करना चाहिए। नाथ ने आश्वासन देते हुए लिखा कि मैं सभी पेंशनर्स को विश्वास दिलाता हूं कि कांग्रेस सरकार बनने पर आपको दोगुनी पेंशन की जाएगी, आपको पेंशन 1200 रुपए महीना मिलेगी और आपका जीवन सुरक्षित और खुशहाल होगा।
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ बोले- अधिकार सम्पन्न पंचायतों से अधिकार सम्पन्न आमजन होगा और खुशहाल मध्यप्रदेश बनेगा

    भोपाल। पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि कांग्रेस ने सत्ता का विकेन्द्रीकरण कर लोकतंत्र में वास्तविक अधिकार ग्राम पंचायतों को सुनिश्चित कराए, क्योंकि ग्रामों की खुशहाली से ही प्रदेश में खुशहाली आती है और इस लक्ष्य को सशक्त रूप से साकार करने के लिए मैं वचनबद्ध हूं। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर 
    1.मध्यप्रदेश पंचायत राज और ग्राम स्वराज अधिनियम को मूल भावना के अनुरूप अक्षरशः लागू करेगी।
    2.ग्राम पंचायत सचिवों एवं रोजगार सहायकों की मांग पर न्याय करेंगे तथा ग्राम रोजगार सहायक को सहायक पंचायत सचिव का दर्जा देंगे। इनको नियमित वेतनमान से जोड़ेंगे एवं अनुकम्पा नियुक्ति का लाभ देंगे।
    3.जनता की सरकार - जनता ही सरकार के सिद्धांत पर चलकर ग्राम सभाओं एवं ग्राम पंचायतों को पुनः अधिकार सम्पन्न बनायेंगे।
    4.सरपंचों के सम्मान को सुनिश्चित करेंगे एवं उनकी गरिमा को कम करने वाले नियमों को बदलेंगे।
    5.सरपंच निर्वाचित जनप्रतिनिधि होते हैं अतएव उनके विरूद्ध की गई शिकायतों के निराकरण की नई व्यवस्था करेंगे।
    6.ग्राम पंचायतों में एक सचिव और एक सहायक सचिव की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।
    7.जिला पंचायतों एवं जनपद पंचायतों में नगरीय निकायों की तरह एल्डरमेन नियुक्त करेंगे।
    8. 15 वें वित्त आयोग की राशि नवीन जनसंख्या अनुसार ग्राम पंचायतों को मिले, इस हेतु प्रस्ताव करेंगे।
    9.वित्त आयोग की राशि में  जिला एवं जनपद सदस्यों को विकास कार्य के लिए अलग से मिले, इस हेतु प्रस्ताव करेंगे।
    10.पंचायत स्तरीय पदों के लिए पृथक से स्थानांतरण नीति बनायेंगे। जिला / जनपद पंचायत को अधिकार देंगे।
    अधिकार सम्पन्न पंचायतों से अधिकार सम्पन्न आमजन होगा और खुशहाल मध्यप्रदेश बनेगा।
    अमर उजाला

  • कांग्रेस के अध्यक्ष रिमोट से चल रहे हैं, कांग्रेस का मतलब ही है बरबादी की गारंटी: मोदी

    दमोह। नोटबंदी को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग नोट के गद्दों पर सोते थे उनकी नींद उड़ गई थी। मुझे भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए कांग्रेस मुझे सौ-सौ गालियां देते हैं। जो मुझे गालियां देते हैं, ये सारे लोग किसी न किसी घोटाले में फंसे हुए हैं। लेकिन ये लोग चाहे कितनी भी गालियां दे भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई नहीं रुकेगी।
    इसी साल मध्यप्रदेश के लोगों को केंद्र सरकार ने हजारों करोड़ रुपये लोगों को भेजे हैं, क्योंकि यहां कोई पंजा सरकार में नहीं है। अगर कांग्रेस यहां गलती से भी आ गई तो यहां 85 फीसदी कमीशन तय है। कांग्रेस फिर से एमपी को बीमारू राज्य बना देगी। युवाओं को कांग्रेस से सावधान रहना है। भाजपा का लक्ष्य गरीब का विकास है। कांग्रेस को लोगों ने 60 साल मौका दिया, लेकिन कांग्रेस ने बुंदेलखंड को सिर्फ सूखा दिया। कांग्रेस को जहां मौका मिला वहां उसने किया क्या है। छत्तीसगढ़ में सट्टा और राजस्थान में लाल डायरी है। कांग्रेस का मतलब ही है बरबादी की गारंटी। ये लोग झूठ का पिटारा लेकर घूम रहे हैं। ये कहते हैं किसानों का कर्ज माफ करने का लेकिन किसान वर्षों तक किसानों को ठगती रही है। पीएम मोदी ने कहा कि ये चुनाव सिर्फ विधायक चुनने के लिए नहीं है, ये मध्यप्रदेश के विकास के लिए है। हमें एमपी को देश के टॉप 5 औद्योगिक राज्यों में पहुंचाना है। 
    पीएम मोदी आज दमोह जिले के दौरे पर हैं। उन्होंने दमोह के इमलाई गांव में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस कभी गरीबी खत्म नहीं कर पाई। क्योंकि कांग्रेस के नेताओं की नियत ठीक नहीं थी। अमीर और अमीर होते गए, गरीब और गरीब होते गए। आज भाजपा के सेवाकाल में गरीबी से बाहर निकल रहा है। पूरी दुनिया भारत के विकास की चर्चा कर रही है। पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब मेरा तीसरा सेवाकाल शुरू होगा तो मैं भारत की अर्थव्यवस्था को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाकर रख दूंगा। हमारी गारंटी देश का खजाना खाली करने की नहीं होती।
    पीएम मोदी ने कहा कि आज का समय कांग्रेस से सबसे ज्यादा सावधान रहने का है। कांग्रेस वो पार्टी है, जो गरीबी के हक का पैसा छीन लेती है। कांग्रेस वो पार्टी है जो हजारों करोड़ रुपये के घोटाले करती है। कांग्रेस वो पार्टी है जो एक समाज को दूसरे से लड़ाकर कुर्सी कब्जा करने का खेल करती है। कांग्रेस के लिए देश और राज्य का विकास जरूरी नहीं हैं। उसके लिए सिर्फ अपना स्वार्थ जरूरी है। उस समय देश के पीएम रिमोट से चलते थे, अब कांग्रेस के अध्यक्ष रिमोट से चल रहे हैं। वो कुछ कर नहीं पाते। नाम मात्र का कर दिया है उनको। कभी-कभी अध्यक्ष खुद के मूड में आ जाते हैं। कल उन्होंने पांडवों को याद किया था। जब रिमोट चलता है तब वो सनातन को गाली देते हैं। जब रिमोट बंद हो जाता है, तब पांडवों को याद करते हैं। मुझे गर्व है हम पांडवों की राह पर चल रहे हैं।  
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ ने भाजपा पर निशाना साधा, बोले- चुनावी मौसम में बढ़ जाती है बीजेपी की झूठ बोलने की शक्ति

    भोपाल। किसान कर्ज माफी के मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी का एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप जारी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहना है कि चुनावी मौसम में भारतीय जनता पार्टी की झूठ बोलने की शक्ति कई गुना बढ़ जाती है। नाथ ने आगे लिखा कि भाजपा के नेता पूरी बेशर्मी से सार्वजनिक मंचों से कह रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया। लेकिन आप देखिए विधानसभा में कांग्रेस विधायक बाला बच्चन के सवाल के जवाब में शिवराज सिंह चौहान के कृषि मंत्री कमल पटेल ने खुद स्वीकार किया है कि कांग्रेस सरकार ने करीब 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया। इस जवाब से यह भी स्पष्ट हो जाता है कि एक तरफ जहां कांग्रेस ने 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया वहीं भाजपा ने सत्ता में आते ही किसानों की कर्ज माफी बंद कर दी।
    पीसीसी चीफ ने सोशल मीडिया पर लिखा कि भाजपा और शिवराज सिंह चौहान किसानों के दुश्मन हैं। यह खुद तो किसानों की भलाई का कोई काम कर नहीं सकते और अगर कांग्रेस किसानों को कोई फायदा पहुंचाती है तो उसे बर्बाद करने में पूरी ताकत लगा देते हैं। जनता को अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी किसानों से जो वादे करती है, उन्हें हर कीमत पर पूरा करती है और भारतीय जनता पार्टी आज चुनाव के समय जो वादे कर रही है, उन्हें कभी नहीं निभाएगी। कांग्रेस किसानों की पार्टी है और भाजपा सौदेबाजों की पार्टी है। 17 नवंबर को मध्य प्रदेश की जनता धोखेबाज भाजपा को सबक सिखाएगी।
    साभार अमर उजाला

  • 9 नवंबर को पीएम मोदी के सतना दौरे को लेकर तैयारियां तेज

    सतना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 नवंबर को सतना आएंगे। वे यहां हवाई पट्टी के पास स्थित मैदान में दोपहर साढ़े 11 बजे से भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री दिल्ली से विशेष विमान से खजुराहो आएंगे और फिर वहां से हेलिकॉप्टर से सतना पहुंचेंगे। पीएम मोदी का 15 दिन में सतना जिले का यह दूसरा दौरा होगा।
    इससे पहले 27 अक्टूबर को पीएम गैर राजनीतिक दौरे पर चित्रकूट आए थे। तब उन्होंने सद्गुरू सेवा संघ के कार्यक्रम में हिस्सा लेकर अरविंद भाई मफतलाल को श्रद्धांजलि अर्पित की थी और जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज से मुलाकात कर उनकी 3 पुस्तकों का विमोचन किया था। अब इस बार पीएम का सतना दौरा राजनीतिक और चुनावी है। माना जा रहा है कि पीएम की चुनावी सभा न केवल सतना विधानसभा सीट समेत जिले की सभी सातों सीटों बल्कि आसपास के जिलों की सीटों पर भी भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने में बड़ी भूमिका निभाएगी।
    पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को 7 नवंबर को सतना आना था, लेकिन अब पीएम मोदी का सतना आगमन होना है। हालांकि पीएम मोदी का भी सतना दौरा पहले 7 नवंबर को ही तय था, लेकिन बाद में इसमे संशोधन कर दिया गया।
    विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी समेत देश की सियासत के कई दिग्गजों के सतना आने के मद्देनजर यहां तमाम इंतजाम दुरुस्त किए जा रहे हैं। रीवा संभाग के कमिश्नर-आईजी और सतना के कलेक्टर-एसपी खुद व्यवस्थाओं पर नजर बनाए हुए हैं। सतना एयर स्ट्रिप में सुरक्षा के लिहाज से अधिकारियों ने निरीक्षण किया। उधर, पीएम की सभा के लिए भाजपा नेताओं ने सभा स्थल पर रविवार को भूमिपूजन भी किया।
    साभार अमर उजाला 

  • लोगों को बताओ राम मंदिर के लिए सरकार ने कैसे लड़ाई लड़ी : गुजरात सरकार के मंत्री जगदीश विश्वकर्मा

    उज्जैन। अयोध्या के राम मंदिर से भाजपा मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा में चुनावी जीत का परचम लहराने की तैयारी कर रही है। इस बार खास बात यह है कि यह चुनाव गुजरात फार्मूले पर किया जा रहा है। उज्जैन के भारत माता मंदिर में गुजरात से आए जिला विधानसभा चुनाव प्रभारी और गुजरात की भूपेंद्र पटेल सरकार में मंत्री जगदीश विश्वकर्मा की उपस्थिति में संघ के आनुषांगिक संगठनों और भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं की बैठक कार्यशाला के रूप में हुई। संघ के विभाग कार्यवाहक पारस गहलोत ने इसका नेतृत्व करते हुए बताया कि कैसे अयोध्या के राम मंदिर सहित अन्य मुद्दों को लेकर लोगों के बीच पहुंचना है।
    मंत्री विश्वकर्मा सहित गुजरात के अन्य नेताओं ने भी उज्जैन में डेरा डाल दिया है, जो चुनाव की सभी गतिविधियों पर नजऱ रखे हुए हैं। 2024 लोकसभा चुनाव के लिहाज से 2023 विधानसभा चुनाव को सेमीफइनल के रूप में देखा जा रहा है। यही कारण है कि संघ इसे लेकर अघोषित रूप से सक्रिय हो गया है। गुजरात के मंत्री विश्वकर्मा की उपस्थिति में संघ ने स्वयंसेवकों और भाजपा नेताओं को निर्देश दिए हैं कि वे 10 से 15 लोगों की छोटी टोली बनाएं और लोगों के बीच पहुंचकर उनका मानस वोटिंग के लिए तैयार करेगी। यह टोली लोगों के बीच जाएगी और बातो बातो मे बताएगी कि मोदी सरकार ने किस तरह राम मंदिर के लिए लड़ाई लड़ी और अब रामलला मंदिर में विराजने जा रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • महू में उषा की राह नहीं आसान, रामकिशोर शुक्ला बना रहे नई पहचान

    इंदौर। महू का राजनीतिक मिजाज कभी एक जैसा नहीं रहा। मतदाता ने किसी एक दल की छाप इस सीट पर मतदाता ने नहीं रहने दी। कभी भाजपा को गले लगाया तो कभी कभी कांग्रेस का साथ निभाया। इस बार क्या होगा? यह सवाल पूछा जाने पर महू वासी मुस्करा देते है। कोई कांटे की टक्कर बताता है  तो कोई बदलाव की बात करता है। इस बार न तो उषा ठाकुर की राह यहां आसान लग रही है और कांग्रेस उम्मीदवार रामकिशोर शुक्ला 12 साल भाजपा में रहकर कांग्रेस में लौटे है। जनता के सामने कांग्रेस के हिसाब से उन्हें नई पहचान बनाना पड़ रही है।  
    कार्यकर्ता की टीम भी उन्हें नए सिरे से बनाना पड़ी। कांग्रेस से बगावत कर मैदान में उतरे अंतर सिंह दरबार किसके वोट ज्यादा काटेंगे। यह इस चुनाव में मायने रखेगा । वे खुद राजपुत है, इसलिए उषा ठाकुर के वोट भी काटेंगे और पूर्व विधायक होने के कारण वे कांग्रेस के परंपरागत वोटबैंक को भी नुकसान पहुंचाएंगे। 
    विधायक उषा ठाकुर के प्रति नाराजगी के स्वर महू नगर में मुखर है मतदाताअेां का कहना है कि वे चुनाव जीतने के बाद ज्यादा नजर नहीं आई। कुछ क्षेत्रों में उषा के खिलाफ एंटी इकमेंसी फेक्टर साफ तौर पर देखा जा रहा है।
    आम मतदाता उनकी सक्रियता पर सीधे तौर पर सवाल उठाते नजर आते है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों को ठाकुर ने साध रखा है। विधायक निधि भी ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में खर्च हुई। मानपुर, सिमरोल, सोनवाय वाले बेल्ट को भाजपा अपनी ताकत मानकर चल रही है। आरएसएस की पैठ भी महू के कुछ हिस्सों में अच्छी है। इसका फायदा भी भाजपा को हर चुनाव में मिलता है। 
    वर्ष 1998 और वर्ष 2004 के चुनाव जीतकर कांग्रेस विधायक अंतर सिंह दरबार ने महू को कांग्रेस का गढ़ बना दिया था, लेकिन फिर भाजपा ने महू से कैलाश विजयवर्गीय को उम्मीदवार बनाया और वे चुनाव जीत गए। वर्ष 2013 का चुनाव भी विजयवर्गीय ने दरबार को हरा कर जीता। पिछले चुनाव में 18 दिन पहले उषा ठाकुर को भाजपा ने चुनाव लड़ने महू भेजा। तब समीकरण कांग्रेस के पक्ष में नजर आ रहे थे, लेकिन परिणाम चौकानें वाले रहे। 
    उषा ने चुनाव जीत लिया। इस हार से दरबार और कमजोर हो गए। कांग्रेस ने इस बार उन पर फिर से  दांव लगाने के बजाए भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए रामकिशोर शुक्ला को टिकट दिया है। इसमे कोई शक नहीं कि दरबार की अपनी एक फैन फालोइंग है, लेकिन बतौर निर्दलीय वे कितने मजबूत साबित होंगे और ठाकुर व शुक्ला को कितनी टक्कर दे पाएंगे, यह परिणाम के बाद ही पता चलेगा,लेकिन दरबार के कारण महू में मुकाबला त्रिकोणीय के साथ रोचक हो गया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि महूू में जनता की पसंद कौन बनता है।
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा-कांग्रेस एनिमेटेड वीडियो बनाकर एक दूसरे पर साध रही निशाना, जय पर वीरू से निशाना

    भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्म के किरदार भी देखने को मिल रहे हैं। भारतीय सिनेमा की सुप्रसिद्ध फिल्म शोले के जय वीरू बसंती से लेकर बच्चों के सुपरहीरो सुपरमैन के एनीमेटेड वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं। इनमें बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के नेता दिखाई देते हैं। एनिमेटेड वीडियो बनाकर राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर निशाना साध रही हैं। हालांकि कोई भी सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले इन वीडियो की जिम्मेदारी नहीं ले रहा है। लेकिन फ्लोट होते इन वीडियो ने प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव के रोमांच को जरूर बढ़ा दिया है। आम मतदाता बड़े शौक से न सिर्फ इन वीडियो का लुत्फ़ उठा रहा है बल्कि इन्हें तेजी से फॉरवर्ड भी कर रहा है।
    सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में शोले फिल्म के सीन को कुछ इस तरह से दिखाया गया है जिसमें बसंती यानी जनता भगवान के सामने नतमस्तक है। वहीं वीरू यानी कमलनाथ भगवान के पीछे छिपकर जनता को वचन दे रहे हैं। तभी जय यानी शिवराज की एंट्री होती है जो बसंती को वीरू की सच्चाई बताता है। शोले फिल्म के एक सीन पर आधारित ये वीडियो खासा चर्चाओं में है। इसे अब तक अच्छी खासी संख्या में देखा जा चुका है। इसके पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का मारियो अवतार भी वायरल हो चुका है। 
    कांग्रेस ने कमलनाथ को सुपरमैन बनाकर प्रस्तुत किया है। कांग्रेस का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब देखा जा रहा है इसमें कमलनाथ हॉलीवुड फिल्म सुपरमैन के किरदार में है। इसके साथ ही कमलनाथ का एक एनिमेटेड वीडियो और सामने आया है। इसमें वे खेल मैदान में अमित शाह, शिवराज सिंह और नरोत्तम मिश्रा को रेस में पछाड़ते दिखाई दे रहे हैं। 
    विधानसभा चुनाव में इस बार नई तकनीक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल भी खूब किया जा रहा है। इस नई तकनीक के माध्यम से कांग्रेस और भाजपा दोनों के ही फेंक वीडियो सामने आ रहे हैं। इसमें एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप किया जा रहा है। एक दूसरे की योजनाओं को लेकर झूठा प्रचार किया जा रहा है। इन वीडियो की कोई अधिकारिक पुष्टि भी नहीं की जा रही है।
    साभार अमर उजाला

  • गांवों में नहीं बिजली, दो दिन में समस्या का समाधान नहीं तो ग्रामीण करेंगे मतदान का बहिष्कार

    शाजापुर। बार-बार तार टूटने, गंभीर हादसे की संभावना और बिजली के अभाव में सिंचाई के अभाव को लेकर बुधवार को करीब आधा दर्जन गांवों के किसान और ग्रामीणों ने कार्यपालन यंत्री कार्यालय पहुंचकर जमकर हंगामा किया और चेतावनी दी कि यदि दो दिन में समस्या का समाधान नहीं किया गया तो हम मतदान का भी बहिष्कार करेंगे और यहां आंदोलन भी। 
    दरअसल गोपीपुर लोहरवास, चौंसला, छतगांव सहित करीब आधा दर्जन से अधिक गांवों में इन दिनों बिजली की समस्या बनी हुई हैं। इन दिनों रबी फसल की सिंचाई की जा रही है, लेकिन किसानों को केवल 10 में से एक या डेढ़ घंटे ही लाइट मिल पा रही है। कई दिनों से हम लोग शिकायत कर रहे हैं, लेकिन अधिकारी केवल आश्वासन देकर मामले को टाले जा रहे हैं। किसानों ने यह भी बताया कि छतगांव में तार टूटकर गिर रहे हैं और वहां बार-बार फाल्ट हो रहा है। हमने इसकी भी शिकायत की लेकिन इनके पास बदलने के लिए तार भी मौजूद नहीं है। जबकि मेट्रो ट्रेन के लिए अरबों के तार खरीदे जा रहे हैं, लेकिन हम लोगों के लिए इनके पास तार उपलब्ध नहीं है। वहीं जो तार टूटकर गिर रहे हैं उन्हें भी सुधारने का इनके पास समय नहीं है और इन लोगों को किसी बड़े हादसे का इंतजार है। इसके बाद किसानों और ग्रामीणों ने एक ज्ञापन भी सौंपा जिसमें समस्या समाधान की मांग की गई। साथ ही चेतावनी भी दी कि यदि दो दिन मे समस्या का समाधान नहीं किया गया तो आने वाले मतदान का तो हम बहिष्कार करेंगे ही। साथ ही यहां आकर भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
    साभार अमर उजाला

  • कलेक्टर बैठाने से जिला नहीं बन जाता - नकुलनाथ ने किया भाजपा प्रत्याशी के बयान पर पलटवार

    छिंदवाड़ा। एक दिन पहले भाजपा प्रत्याशी प्रकाश उईके के द्वारा पांढुर्णा में पूर्व सीएम कमलनाथ और नकुलनाथ की बैंड बजाने का जो बयान दिया था, उसको लेकर सांसद नकुलनाथ ने पांढुर्णा के तिगांव में आयोजित जनसभा में बुधवार को पलटवार किया। नकुल ने कहा कि चुनाव में जनता भाजपा केंडिडेट की बैंड बजाएगी और उन्हें पांढुर्णा से हमेशा के लिए विदा कर देगी।
    नकुलनाथ ने पांढुर्णा को जिला बनाने को लेकर एक बयान दिया, उनका कहना था कि पांढुर्णा को जिला बनाने का मैं स्वागत करता हूं, लेकिन आचार संहिता के एक दिन पहले मुख्यमंत्री ने पांढुर्णा को जिला बनाने की घोषणा की और कलेक्टर एसपी को नियुक्त कर दिया, इससे जिला नहीं बन जाता है, पांढुर्णा में हम सरकार आने पर फंड दिलाएंगे।
    दरअसल एक दिन पहले भाजपा केंडिडेट का बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ पर तीखा हमला करते हुए पांढुर्णा को जिला बनाने से रोकने का आरोप लगाते हुए बैंड बजाने की बात कही थी इसी को लेकर आज नकुलनाथ ने उन पर हमला बोला है। फिलहाल पांढुर्णा को जिला बनाने को लेकर दोनों के बीच जुबानी हमले तेज हो गए है।
    साभार अमर उजाला

  • कूटरचित वीडियो जारी मुख्यमंत्री चौहान की छवि खराब करने की चुनाव आयोग में शिकायत

    भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि खराब करने के लिए एक कूटरचित वीडियो सोशल मीडिया (एक्स) पर @ShadowSakshi पर अपलोड करने की शिकायत भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ के सदस्य और अधिवक्ता नवीन आहूजा ने भोपाल पुलिस आयुक्त को की है।
    आहूजा ने लिखित शिकायत में बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो डाला गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि को धूमिल करने और भाजपा की जनहितैषी सरकार को बदनाम करने के लिए ये वीडियो अपलोड किया गया है। कूटरचित वीडियो में झूठे और असत्य तथ्यों को दिखाया गया है, जिससे मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बदनाम करने और छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है।
    आहूजा ने कहा कि ये एक गंभीर अपराध है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के अकाउंट धारक के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 120बी, 34 एवं आईटी एक्ट की धारा 66, 67 के तहत प्रकरण किए जाने की मांग की है।
    साभार अमर उजाला

  • सीएम शिवराज के पास नहीं है कार, पत्नी के पास है 34 लाख के जेवर

    भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास कोई चार पहिया वाहन नहीं हैं। जबकि उनकी पत्नी साधना सिंह एक एंबेसडर कार की मालिक हैं। जिसकी कीमत 1 लाख 53 हजार रुपए है। इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री ने अपने शपथ पत्र में दी है। उन्होंने सोमवार को बुधनी से नामांकन पत्र दाखिल किया। इसमें संलग्न एफिडेफिट में उन्होंने अपनी और पत्नी साधना सिंह के नाम दर्ज संपत्ति का ब्यौरा भी दिया है। इसके साथ मुख्यमंत्री ने अपने कर्ज की जानकारी भी शपथ पत्र में दी है। उन पर 2 लाख 14 हजार रुपए का कर्ज है। जबकि पत्नी साधना सिंह पर 66 लाख 58 रुपए का लोन है। 
    सीएम के शपथ पत्र में दी गई जानकारी के अनुसार उनके पास नगद 1.10 लाख है। स्टेट बैंक की विदिशा शाखा में 54,63,757 रुपये, भोपाल वल्लभ भवन शाखा में 33,35,674 रुपये और विदिशा के जिला सहकारी बैंक में 4,79,673 रुपये हैं। यूलिप में लगभग 30 हजार रुपये हैं। 7.45 लाख रुपये आयकर रिफंड है। इस तरह उनकी कुल संपत्ति 1.11 करोड़ रुपये है। वहीं उनकी पत्नी साधना सिंह चौहान के पास नगद 1.15 लाख, विदिशा स्टेट बैंक में 15,84,525 रुपये, पंजाब नेशनल बैंक भोपाल में 4.40 लाख रुपये, आईसीआईसीआई बैंक में 50 लाख रुपये की एफडी, बचत खाते में 1.55 लाख रुपये, वार्षिक बीमा प्रीमियम 18 हजार रुपये हैं। उनकी कुल समाप्ति 1.09 करोड़ रुपये है।
    मुख्यमंत्री के पास 6 लाख रुपये के जेवर हैं। जबकि उनकी पत्नी साधना सिंह के पास 34 लाख रुपए की ज्वेलरी है। सीएम एक पास एक रिवॉल्वर भी है जिसकी कीमत 5,500 रुपये है। इसके साथ ही 3.50 लाख रुपये की कीमत का अन्य घरेलू सामान है। साधना सिंह के नाम पर 41,100 रुपये का एक प्लॉट है।
    सीएम के पास अचल सम्पत्ति के नाम पर जैत बुधनी, ग्राम बैस विदिशा, ढोलखेड़ी विदिशा और ग्राम जैत में जमीनें हैं। इनकी कीमत- 17 लाख, 54 लाख, 87 लाख और1.35 लाख। 35 लाख रुपये मूल्य है। इसके साथ ही 16.25 लाख रुपये के दो अऩ्य आवासीय भवन भी हैं। सीएम की अचल संपत्ति की कुल कीमत 2.10 करोड़ रुपए है। पत्नी साधना के पास 2.95 करोड़ रुपये और 35 लाख रुपये मूल्य की जमीनें हैं। ग्राम बैस विदिशा,  अरेरा कॉलोनी में फ्लैट, अरेरा कॉलोनी में ही दो मंजिला आवासीय भवन है। 35 लाख रुपये का अरेरा कॉलोनी में फ्लैट है। 46 लाख रुपये का दो मंजिला आवास है। 21 लाख रुपये मूल्य का एक-तिहाई हिस्सा है। इस हिसाब से साधना सिंह के पास कुल प्रॉपर्टी 4.32 करोड़ रुपए है।
    साभार अमर उजाला

  • नामांकन का आज आखिरी दिन, मुख्यमंत्री चौहान देवी दर्शन के बाद भरेंगे पर्चा

    भोपाल। विधानसभा चुनाव में नामांकन दाखिल करने के लिए आज 30 अक्तूबर को आखरी दिन है। दोपहर तीन बजे तक ही नामांकन पत्र जमा किए जा सकें। इसके बाद कल 31 अक्तूबर को अब तक प्राप्त नामांकनों की स्क्रूटनी की जाएगी। 2 नवंबर तक नाम वापस लिये जा सकेंगे। ऐसे में सोमवार को बड़ी संख्या में नामांकन भरने लिए उम्मीदवारों के निर्वाचन कार्यालय पहुंचने का अनुमान है।
    जानकारी के अनुसार अब तक 1466 नामांकन पत्र भरे गए हैं। निर्धारित समय में चार शासकीय अवकाश होने के चलते इस बार अभ्यार्थियों को पर्चा भरने के लिए छह दिन का ही समय मिल पाया है। गौरतलब है कि प्रदेश में 17 नवंबर को एक ही चरण में मतदान की प्रक्रिया संपन्न होगी। मतगणना 3 दिसंबर को होगी।
    मुख्यमंत्री शिवराज चौहान भी आज अपना नामांकन पत्र जमा करेंगे। वे परिवार समेत पर्चा भरने जायेंगे। इसके पहले वे दोपहर एक बजे सलकनपुर पहुंचकर माता के दर्शन करेंगे। इसके बाद दोपहर दो बजे बुधनी पहुंचकर नामांकन दाखिल करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधनी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने उनके सामने टीवी कलाकार विक्रम मस्ताल को उतारा है।
    साभार अमर उजाला

  • जूते, चप्पल, मोजे, बिस्किट, फूलगोभी से मतदाताओं को रिझाएंगे निर्दलीय, निर्वाचन आयोग ने तय किए 204 चुनाव चिंह्न

    भोपाल। विधानसभा चुनाव के लिए निर्दलीय प्रत्याशी भी आज नामांकन प्रक्रिया खत्म होने के बाद घर-घर जाएंगे और जूते, चप्पल, मोजे, बिस्किट, फूलगोभी जैसे चुनाव चिन्ह्न से मतदाताओं को रिझाएंगे। निर्वाचन आयोग ने निर्दलियों के लिए 204 चुनाव चिंह्न तय किए हैं। बता दें, देश के सात राजनीतिक और 24 राज्यों में राज्य स्तरीय पार्टियों को 59 चुनाव चिंह्न आरक्षित किए हैं, लेकिन गैर मान्यता प्राप्त 2044 दलों और निर्दलीयों के लिए चुनाव आयोग मुक्त चुनाव चिंह्न जारी करेगा।
    जूते, चप्पल, जुराबे, मोजे, बिस्कुट, फूलगोभी, शिमला मिर्च, हरी मिर्च, पेट्रोल पंप, गले की टाई समेत कुल 204 चिंह्न चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों को बांटने के लिए छांट लिए हैं। आयोग की ओर से जारी 198 प्रतीक गैर मान्यता प्राप्त छोटे दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों को चुनाव चिंह्न के तौर पर बांटे जाएंगे।
    मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होना है। ऐसे में राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और पंजीकृत पार्टियों के प्रत्याशी अपने दल के चिंह्न पर चुनाव मैदान में उतर रहे हैं। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनाव आयोग निर्दलीय प्रत्याशियों को चुनाव चिंह्न आवंटित करेगा। प्रत्याशी भी चुनाव चिंह्न को लेकर बेहद संजीदा नजर आ रहे हैं। वहीं, निर्वाचन आयोग का स्पष्ट नियम है कि प्रत्याशी चुनाव चिंह्न के लिए कोई तीन विकल्प दे सकेगा, लेकिन किसी चिंह्न पर एक से ज्यादा दावे की स्थिति में अंतिम फैसला रिटर्निंग ऑफिसर का होगा। 
    निर्वाचन आयोग  ने अब तक 42 पार्टियों को सभी 230 विधानसभा में एक जैसे चुनाव चिंह्न आवंटित कर दिए हैं। राष्ट्रीय सर्वजन विकास पार्टी को पेट्रोल पंप, जन कल्याण पार्टी को अंगूर, राष्ट्रीय जन क्रांति पार्टी को लिफाफा, भारतीय बहुजन क्रांति दल को टेलीविजन, जन अधिकार पार्टी को डोली, भारतीय अवाम ताकत को ब्रश, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को आरी, भारत रक्षक पार्टी को बल्लेबाज, नागरिक अधिकार शक्ति सेवा पार्टी को मेज, भारतीय जनसंपर्क पार्टी को फूलगोभी, जनतावादी कांग्रेस पार्टी को फोन चार्जर, अखिल भारतीय हिंद क्रांति पार्टी को बोतल और संपूर्ण समाज पार्टी को अंगूठा चुनाव चिन्ह्न आवंटित किए गए हैं। 
    मान्यता प्राप्त छह राजनीतिक दलों के लिए पहले से चुनाव चिन्ह आरक्षित हैं। भाजपा के लिए कमल, कांग्रेस के पास हाथ, बसपा का हाथी, आम आदमी पार्टी की झाड़ू, कम्युनिस्ट पार्टी एम को हथौड़ा, हंसिया, सितारा और नेशनल पीपुल्स पार्टी के लिए चुनाव चिंह्न किताब आरक्षित हैं। ऐसे ही 24 राज्यों में राज्य स्तरीय पार्टियों को 59 चुनाव चिंह्न आरक्षित किए गए हैं। इसके अलावा 204 चुनाव चिंह्न होंगे जिनके जरिये प्रत्याशी चुनावी मैदान में खड़े हो सकेंगे। बाकी रजिस्टर्ड बिना मान्यता 2044 दलों और निर्दलियों के लिए मुक्त चुनाव चिंह्न जारी होंगे।
    साभार अमर उजाला

     

  • सपा ने शिवराज के खिलाफ मिर्ची बाबा को बनाया प्रत्याशी, 35 प्रत्याशियों की पांचवी सूची जारी की,

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने पांचवी सूची जारी की है। इसमें 35 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की है। इसमें पांच प्रत्याशियों के नाम में संशोधन किया है। वहीं, सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा सीट से वैराग्यानंद महाराज मिर्ची बाबा को प्रत्याशी को बनाया है। 
    इसके अलावा सिंगरौली की देवसर सीट से सुषमा प्रजापति, सिहौर जिले की आष्ठा सीट से अम्बाराम मालवीय, सतना सीट से हाजी मोइन खान, सतना जिले की अमरपाटन सीट से बालकृष्ण यादव, पन्ना जिले की पवई सीट से रजनी यादव, रैगांव सीट से इंदल प्रसाद प्रजापति, अनूपपुर जिले की कोतमा सीट से सेवानिवृत्त आईएएस विनोद बघेल, ग्वालियर की भितरवार सीट से संत राजेश गिरी महाराज, जबलपुर कैंड से देवेंद्र यादव, जबलपुर उत्तर मध्य से रंजना कुर्मी, आगर मालवा सीट से कैलाश मालवीय, मुरैना की अंबाह से अनीता सिंह चौधरी, मुरैना से राकेश कुशवाह, कटनी की बहोरीबंद से शंकर महतो लोधी, दमोह सीट से द्रपाल सिंह लोधी, भिंड की मेंहगांव सीट से बृजमोहन शर्मा, छतरपुर की बड़ामलहारा सीट से मोतीलाल यादव, शहडोल की जयसिंह नगर सीट से कौशलेस कुमार बैगा, जैतपुर सीट से विशेसर सिंह पाव, शिवुपरी की पिछौर सीट से राजीव यादव, विदिशा की शमशाबाद से शिशुपाल यादव, छतरपुर की महाराजपुर  सीट से अजय दौतल तिवारी, कटनी की विजय राघवगढ़ सीट से राममिलन विश्वकर्मा, भिंड सीट से रविसेन जैन, अटेर से पूर्व विधायक मुन्ना सिंह भदौरिया, जबलपुर की बरगी सीट से आशीष मिश्रा, टीकमगढ़ सीट से संजय यादव, सागर की बीना सीट से दीपक अहिरवार, भोपाल की नरेला सीट से शमशुल हसन, दतिया की सेवढ़ा सीट से देवेंद्र सिंह चौहान, ग्वालियर ग्रामीण से राजेश यादव, विदिशा की सिरोंज सीट से असलम गौरी, बैतूल की मुलताई सीट से कृपाल सिंह सिसोदिया और रतमला की सैलाना सीट पर भूरी सिंघाड़ को प्रत्याशी बनाया है। 
    छतपपुर की बिजावर सीट र मनोज यादव के स्थान पर रेखा यादव, निवाड़ी की पृथ्वीपुर सीट पर शिवांगी यादव के स्थान पर मिनी यादव, पन्ना की गिन्नौर सीट पर जितेंद्र कुमार दहायत के स्थान पर अमिता बागरी, रीवा के देवतालाब में रामरूज्ञ सोंधिया के सथान पर सीमा जयवीर सिंह सेंगर और भिंड के गोहद में मोहन लाल माहौर के स्थान पर जितेंद्र खटीक उर्फ बंटी को प्रत्याशी बनाया है। 
    साभार अमर उजाला

  • बीडी शर्मा ने कांग्रेस पर बोला जमकर हमला, कहा- पहले चुनावी रामभक्त बने और अब यह बाबर भक्त बनकर सामने आए

    भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने आज कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने शनिवार को प्रदेश मीडिया सेंटर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि सोनिया भक्त पहले चुनावी रामभक्त बने और अब यह बाबर भक्त बनकर सामने आए हैं। इनकी बाबर भक्ति साफ दिखाई दे रही है। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष कहते हैं बाबरी मस्जिद की शहीदी हुई है। ये सोनिया भक्त पहले चुनावी रामभक्त बनते हैं और अब इनकी बाबर भक्ति सामने आई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मूल चरित्र विधानसभा चुनाव में उजागर हुआ है। ये राममंदिर के खिलाफ, हिंदुत्व के खिलाफ और सनातन के खिलाफ हैं। 
    शर्मा ने कहा कि राममंदिर के होर्डिंग लगने पर कांग्रेस को आपत्ति हो रही है। वो चुनाव आयोग में जाकर इन्हें हटाने की मांग कर रही है। यह कांग्रेस का मूल चरित्र है कि कांग्रेस ने किस प्रकार से राम मंदिर पर आक्रमण करने का काम किया है। होर्डिंग लगने पर आपको क्या तकलीफ है। मैं कहता हूं आप भी लगाइए। इनके नेता है कहते राम मंदिर सबका है तो हां राम मंदिर सबका है। तो राम मंदिर के होर्डिंग लगने पर श्रीमान बंटाधार और करप्शन नाथ आपको तकलीफ क्यों है। आपको दर्द क्यों है, पीड़ा क्यों है। क्योंकि कांग्रेस को पीड़ा है राम मंदिर निर्माण से। कांग्रेस का चरित्र मुंह में राम बगल में बका है। इन्हें तो बाबर ही दिखाई देता है। शर्मा ने कहा कि मैं प्रियंका गांधी से पूछना चाहता हूं कि आखिर कांग्रेस को राम मंदिर को होर्डिंग लगाए जाने पर दर्द क्यों है। 
    इतना ही नहीं वीडी शर्मा ने बताया कि रविवार 29 अक्टूबर को प्रदेश के सभी बूथों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुना जाएगा। 63523 बूथों पर 41 लाख से अधिक कार्यकर्ता प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम को चुनेंगे। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ और विशिष्ट जन भी मौजूद रहेंगे। इसके साथ भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता प्रधानमंत्री के पत्र को घर घर तक पहुंचाने का काम करेगा।
    साभार अमर उजाला

  • मध्यप्रदेश में सपा-आप के बाद जदयू ने भी नजरअंदाज करने का लगाया आरोप, तोड़ लिया कांग्रेस से नाता

    नई दिल्ली। भाजपा से मुकाबले के लिए बना विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बिखर गया है। कांग्रेस के सहयोगी दलों को नजरंदाज किए जाने के चलते सपा के बाद जदयू ने भी अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। गठबंधन का हिस्सा आम आदमी पार्टी भी अपने प्रत्याशियों को उतार चुकी है।
    विपक्ष के 26 दलों का जब गठबंधन हुआ तब कहा गया वे सारे देश में भाजपा के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे, लेकिन गठबंधन के सबसे बड़े दल कांग्रेस ने साफ कहा है कि इंडिया का गठन 2024 लोकसभा चुनावों के लिए हुआ न कि विधानसभा चुनाव के लिए। कांग्रेस ने इसी रणनीति के तहत पांच राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना में अपने किसी सहयोगी दल को तवज्जो नहीं दी। मिजोरम को छोड़कर राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में कांग्रेस की भाजपा से सीधी लड़ाई है। वहीं, तेलंगाना में उसका मुकाबला के. चंद्रशेखर राव की भारत राष्ट्र समिति से है।
    कांग्रेस पांच राज्यों में किसी भी में सहयोगियों को सीटें देकर खुद को कमजोर नहीं करना चाहती है। यही वजह है कि वह आम आदमी पार्टी, सपा, जदयू या वामदल सहित अन्य दलों के लिए सीट छोड़ने को तैयार नहीं हुई। कांग्रेस की रणनीति है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में वह मजबूत बनकर उभरेगी तो वह लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे में सहयोगी दलों के दबाव में आने की बजाए उन्हें दबाव में लेकर ज्यादा सीटें हासिल कर सकेगी।
    230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी अब तक 45, सपा 42 और जदयू पांच उम्मीदवारों का एलान कर चुके हैं। सपा करीब 50 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। वहीं, जदयू ने अभी पहली ही सूची जारी की है। वह कुछ और सीटों पर उम्मीदवार उतार सकती है।
    सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश में गठबंधन नहीं होने पर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि यदि उन्हें पता होता गठबंधन विधानसभा स्तर पर नहीं है तो वह कांग्रेस से कभी बात ही नहीं करते। उन्होंने यहां तक कहा कि यूपी में कांग्रेस के साथ वैसा ही सलूक किया जा सकता है जैसा मध्य प्रदेश में उनके साथ किया गया। पिछले चुनाव में सपा ने एक सीट पर जीत हासिल की थी और पांच पर दूसरे नंबर पर थी। इसी आधार पर छह सीटों की मांग की थी।
    साभार अमर उजाला

  • मोदी 30 अक्टूबर को महाकाल की नगरी से कर सकते हैं चुनावी सभा का शंखनाद

    उज्जैन। मध्य प्रदेश में आगामी 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव को लेकर मतदान होने वाले हैं। इस चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 30 अक्टूबर को कार्तिक मेला प्रांगण या नानाखेड़ा स्टेडियम पर चुनावी सभा ले सकते हैं, जिसको लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। मध्य प्रदेश में आचार संहिता लागू होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह पहली चुनावी सभा है, जो कि अच्छी और भव्य रूप से हो इसे ध्यान में रखकर तैयारियां की जा रही है। 
    मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है प्रत्याशियों ने जहां अपने नामांकन भरना शुरू कर दिए हैं, वहीं चुनाव अभियान की शुरुआत भी जल्द होने वाली है। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन से चुनावी सभा की शुरुआत कर सकते हैं जो कि प्रदेश की सबसे पहली और बड़ी सभा होगी। इस बात के संकेत सोमवार को उज्जैन आए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने दिए थे। उन्होंने भाजपा नेताओं से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 अक्तूबर को मिजोरम की यात्रा के बाद दोपहर बाद सीधे उज्जैन आएंगे और उनकी यहां चुनावी सभा रखी गई है। आप सभी मिलकर तैयारी करें।
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी अभियान की शुरुआत यहीं से करने जा रहे हैं। इसलिए सभा अच्छी और बड़ी होना चाहिए। नगर अध्यक्ष विवेक जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा के लिए भाजपा के दोनों प्रत्याशी डॉ. मोहन यादव एवं अनिल जैन कालूहेड़ा के साथ सभी भाजपा नेता सभा स्थल के संभावित स्थल का दौरा करेंगे। सम्भवतः प्रधानमंत्री की सभा नानाखेड़ा स्टेडियम या कार्तिक मेला प्रांगण में जहां पिछले वर्ष नवंबर में सभा हुई थी। इन दोनों स्थल में से कोई एक स्थल तय किया जाएगा। इसका निर्णय मंगलवार दोपहर बाद स्थल निरीक्षण करने के बाद किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन में बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेकर प्रदेश के चुनावी अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं। जिसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह भी है कि मालवा में यदि भाजपा जीती तो सरकार बनती है और सबसे पहले ध्यान भाजपा के बड़े नेताओं का मालवा की सीटों पर ही है इसीलिए यहीं से प्रदेश के चुनाव अभियान का प्रारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • चंदला विधायक राजेश प्रजापति के निकले आंसू, टिकट कटने पर पार्टी पर लगाए गंभीर आरोप

    छतरपुर। भारतीय जनता पार्टी के द्वारा चंदला विधानसभा सीट के विधायक राजेश प्रजापति का टिकिट काटकर छतरपुर के भाजपा नेता दिलीप अहिरवार को प्रत्याशी बना दिया गया है। टिकिट कटने के बाद सोमवार को भाजपा विधायक राजेश प्रजापति का दर्द छलक पड़ा। दरअसल राजेश चंदला क्षेत्र के प्रसिद्ध आल्हमदेवी मंदिर में अपने समर्थकों के साथ दर्शन करने गए थे। जब यहां पत्रकारों ने उनसे सवाल किए तो वे छलक पड़े।
    राजेश प्रजापति ने मीडिया के सामने आरोप लगाए हैं कि वे 2018 में अकेले प्रत्याशी थे जिसने जिले में भाजपा की नाक बचाई थी। वे अकेले ही जिले में कांग्रेसियों से जूझते रहे तब किसी संगठन ने उनकी मदद नहीं की। लोगों की सेवा के लिए रात-दिन काम करते रहे, तब कोई उनकी मदद के लिए नहीं आया। लेकिन चुनाव के समय अचानक संगठन में बैठे कुछ लोगों ने उनके साथ धोखा कर दिया। राजेश ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके क्षेत्र का टिकिट करोड़ों रुपए में बेचा गया है। राजेश ने कहा कि तीन दिन पहले मप्र के प्रभारी भूपेन्द्र यादव ने उन्हें टिकिट का आश्वासन देकर भोपाल से क्षेत्र में भेज दिया था लेकिन फिर कुछ लोगों ने उनका टिकिट कटवा दिया।
    यहां राजेश प्रजापति का इशारा भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा की तरफ था क्योंकि उनकी मौजूदगी में ही उनके समर्थकों ने वीडी शर्मा मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। सोशल मीडिया पर राजेश प्रजापति का वह वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है जिसमें वे अपनी पीड़ा को बताते हुए रो पड़े।
    साभार अमर उजाला

  • 12डी ज्यादा से ज्यादा संख्या में स्वीकार किए जाएं, भाजपा ने चुनाव आयोग पहुंच रखी मांग

    भोपाल। होम वोटिंग की सुविधा के माध्यम से अधिक से अधिक मतदान करवाया जाए। इसके लिए अनिवार्य फॉर्म 12डी ज्यादा से ज्यादा संख्या में स्वीकार किए जाएं। ये मांग आज मध्यप्रदेश भाजपा ने चुनाव आयोग से की। भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को अरेरा हिल्स स्थित मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय पहुंचा। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन से मुलाकात कर होम वोटिंग के संबंध में चर्चा की। इसमें बीजेपी की ओर से केंद्रीय मंत्री और बीजेपी मध्यप्रदेश सह चुनाव प्रभारी अश्विनी वैष्णव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल सहित अन्य नेता मोजूद रहे। जानकारी के अनुसार प्रदेश में 11 लाख से अधिक दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाता हैं। 
    चुनाव आयोग ने इस बार नई पहल करते हुए 80 साल से अधिक बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं को घर से ही मतदान करने की सुविधा दी। वोट डालने उन्हें किसी मतदान केंद्र पर नहीं जाना पड़ेगा। बल्कि आयोग की एक टीम उनके घर पर पहुंचकर उनका मतदान करवाएगी। इसकी पूरी वीडियो ग्राफी भी की जाएगी। ऐसे मतदाताओं को इसके लिए फॉर्म 12D अनिवार्य रूप से भरना होगा, जिसे वे अपने बीएलओ से प्राप्त कर सकते हैं। 
    मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मुलाकात के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि मप्र में निर्वाचन आयोग ने 80 साल से अधिक के और दिव्यांग मतदाताओं को घर से ही मतदान कराने का फैसला लिया है। एमपी इनकी संख्या 11 लाख से अधिक है। हमने यहां आकर इस सुविधा के लिए आयोग का धन्यवाद किया है। वहीं  बीजेपी में टिकट वितरण के बाद बढ़ते विरोध पर उन्होंने कहा कि टिकट वितरण के बाद विरोध के छोटे मोटे स्वर उठते रहते हैं। इस पर ज्यादा चिंता करने की बात नहीं है।
    साभार अमर  उजाला

     

  • सिंधिया समर्थक उपचुनाव लड़ने वाले आठ मंत्रियों समेत 13 को फिर बनाया उम्मीदवार, 6 के कटे टिकट

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने पांचवीं सूची के साथ ही अब तक 228 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। दो सीट गुना और विदिशा को होल्ड किया है। 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक विधायकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। जिसके बाद कमलनाथ सरकार गिर गई थी। वहीं, शिवराज के नेतृत्व में भाजपा ने दोबारा सरकार बनाई थी। भाजपा में शामिल होने वाले 19 विधायकों ने इस्तीफा देकर 2020 में उपचुनाव लड़ा था। इसमें से आठ मंत्रियों समेत 13 को भाजपा ने फिर मौका दिया है। हालांकि मंत्री ओपीएस भदौरिया समेत 6 के टिकट काट दिए हैं।
    इनके कटे टिकट
    गिर्राज दंडोतिया- दिमनी से गिर्राज दंडोतिया का टिकट काट कर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को प्रत्याशी बनाया है। उपचुनाव में दंडोतिया 26 हजार 467 वोट से चुनाव हारे थे। कांग्रेस ने यहां पर वर्तमान विधायक रवींद्र सिंह तोमर को प्रत्याशी बनाया है।
    मुन्ना लाल गोयल- वहीं, ग्वालियर पूर्व से मुन्ना लाल गोयल का टिकट कट गया है। यहां पर भाजपा ने सिंधिया की मामी पूर्व मंत्री माया सिंह को टिकट दिया है। 2018 में इस सीट पर मुन्ना लाल गोयल ने भाजपा प्रत्याशी सतीश सिकरवार को हराया था। वहीं, उप चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर सतीश सिकरवार ने गोयल को 8555 वोट से हरा दिया था।
    जसमंत जाटव- शिवपुरी जिले की करैरा विधानसभा सीट पर जसमंत जाटव छितरी का टिकट कट गया है। वे उप चुनाव प्रागीलाल जाटव से 30 हजार वोट से हार गए थे। यहां पर भाजपा ने 2008 में विधायक रहे रमेश खटीक को अपना प्रत्याशी बनाया है। जसमंत जाटव के टिकट कटने का कारण उनका स्थानीय कार्यकर्ताओं से तालमेल नहीं बना पाना भी एक कारण बताया जा रहा है।
    रणवीर सिंह जाटव- भिंड जिले की गोहद सीट पर सिंधिया समर्थक रणवीर सिंह जाटव का टिकट कट गया है। यहां पर भाजपा ने पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य को टिकट दिया है। रणवीर जाटव 2009 के उपचुनाव और 2018 का चुनाव जीते थे। 2020 के उपचुनाव में रणवीर कांग्रेस के मेवाराम जाटव से 11 हजार 899 वोट से हार गए थे।
    रक्षा संतराम सरोनिया- भांडेर से विधायक रक्षा संतराम सरोनिया का भी टिकट काट दिया है। यहां पर भाजपा ने घनश्याम पिरोनिया को टिकट दिया है। उपचुनाव में रक्षा संतराम सरोनिया ने कांग्रेस के फूल सिंह बरैया को 161 वोटों से हराया था। कांग्रेस ने फूल सिंह बरैया को दोबारा अपना प्रत्याशी बनाया है।
    भाजपा ने मेहंगाव से मंत्री ओपीएस भदौरिया का टिकट काट दिया है। मंत्री की सर्वे में रिपोर्ट ठीक नहीं आई थी। वहीं, जिले में जातिगत समीकरण से भी उनको टिकट मिलने की संभावना कम ही बताई जा रही थी। यहां पर भाजपा ने पूर्व विधायक राकेश शुक्ला को प्रत्याशी बनाया है। 2020 के उपचुनाव में भाजपा ने ओपीएस भदोरिया ने कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत सत्यदेव कटारे को 12 हजार वोटों से हराया था।
    भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक आठ मंत्री समेत 11 को टिकट दिए हैं। ग्वालियर से मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर, पोहरी से मंत्री सुरेश धाकड़, बमोरी से महेंद्र सिंह सिसोदिया, मुंगावली से बृजेंद्र सिंह यादव, सुरखी से गोविंद सिंह राजपूत, सांची से प्रभुराम चौधरी, बदनावर से राजवर्धन सिंह दत्तीगांव और सांवेर से तुलसीराम सिलावट को प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा डबरा सीट पर पूर्व मंत्री इमरती देवी, अशोकनगर सीट पर वर्तमान विधायक जजपाल सिंह जज्जी, हाटपिपल्या सीट पर वर्तमान विधायक मनोज चौधरी, सुमावली सीट पर एदल सिंह कंसाना और अंबाह सीट पर कमलेश जाटव को प्रत्याशी बनाया है।
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  • आज से भरे जाएंगे नामांकन, 2 नवंबर तक ही होगी नाम वापसी

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधनसभा चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक दावेदारों को जिस पल का इंतजार था वो पल आ गया है। विधानसभा चुनाव 2023 के लिए आज से नामांकन भरने का श्री गणेश हो गया है। अधिसूचना जारी होने के साथ ही शनिवार 21 अक्टूबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नामांकन पत्र 30 अक्टूबर 2023 तक भरे जाएंगे। 
    प्राप्त नामांकन फॉर्म्स की समीक्षा 31 अक्टूबर को होगी। दो नवंबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। नामांकन भरने के इच्छुक दावेदार जिला निर्वाचन कार्यालय या निर्धारित स्थान से फार्म प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही यहीं पर ही फॉर्म जमा करने होंगे। 
    इस बार प्रत्याशी को फॉर्म भरने के लिए सिर्फ छह दिन का ही समय मिलेगा, क्योंकि 22 अक्टूबर को रविवार है। 24 अक्तूबर को दशहरा। 28 अक्तूबर को शनिवार और 29 को रविवार है। इन चार दिनों में शासकीय अवकाश रहेगा। इस दिन नामांकन पत्र नहीं लिए जा सकेंगे। ऐसे में नॉमिनेशन को लेकर बहुत कम समय मिलेगा।
    मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर तारीखों का एलान हो चुका है। एमपी में 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि तीन दिसंबर को वोट की गिनती के साथ ही परिणाम आ जाएंगे। चुनाव आयोग ने पूरी तैयारी कर ली है।
    साभार अमर उजाला

  • छिंदवाड़ा में वर्तमान विधायकों को 6 सीटों पर कमलनाथ ने फिर उम्मीदवार बनाया

    छिंदवाड़ा। कांग्रेस ने गुरुवार देर रात विधायक प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी कर दी है, जिसमें छिंदवाड़ा से एक बार फिर से सभी वर्तमान विधायकों को उम्मीदवार बनाया है। गौर करने वाली बात यह है कि भाजपा ने जहां परासिया, पांढुर्ना, अमरवाड़ा में इस बार नए चेहरे को मौका दिया है तो वहीं कांग्रेस ने किसी भी पुराने विधायक की टिकट नहीं काटते हुए एक बड़ा फैसला किया है। इससे माना जा रहा है कि पूर्व सीएम कमलनाथ ने सभी विधायकों को दोबारा विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका देकर एक बड़ा दांव खेला है।  हालांकि इन सबके बीच पिछले दिनों अमरवाड़ा, परासिया और जुन्नारदेव में वर्तमान विधायकों के खिलाफ कुछ नेताओं ने खिलाफत भी की थी बावजूद इन सारी चीजों को दरकिनार करते हुए दोबारा कमलनाथ ने सभी विधायकों को टिकट दिया है। 
    बता दें, पिछले दिनों सांसद नकुलनाथ ने छिड़वाड़ा के जिन तीन विधायक के नामों की मंच पर घोषणा की थी, उन तीनों नामों पर भी आलाकमान ने मोहर लगा दी है, समझा जा सकता है कि यहां पर नकुलनाथ के द्वारा घोषित किये गए नामों पर मुहर लगाई गई है।
    साभार अमर उजाला

  • जीतू जिराती ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को लिखा पत्र, कहा- कहा-मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता

    इंदौर। भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष जीतू जिराती ने मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में खुद को टिकट की दौड़ से बाहर कर लिया है। उन्होंने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को पत्र लिखकर कहा है कि उन्हें उज्जैन संभाग की जिम्मेदारी दी गई । वे वहां संगठन का काम करना चाहते है, इसलिए वे खुद किसी सीट से चुनाव नहीं लड़ना चाहते है।
    जीतू जिराती फिलहाल प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष है और राऊ से  विधायक भी रह चुके  है। खाती समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले जिराती का नाम राऊ और कालापीपल सीट के लिए चल रहा था।
    राऊ से भाजपा ने मधु वर्मा को उम्मीदवार बनाया है,जबकि चर्चा थी कि कालापीपल में खाती समाज का वोटबैंक है, वहां से जिराती को लड़ाया जा सकता है,लेकिन जिराती के पत्र से साफ हो गया कि वे दूसरी सीट से भी टिकट की दौड़ से बाहर है। पहली सूची जारी होने के बाद खाती समाज के प्रतिनिधि भाजपा नेताअेां से भी मिले थे और समाज के किसी व्यक्ति को टिकट देने की मांग की थी।
    जीतू जिराती की कैलाश विजयवर्गीय खेमे से ज्यादा नजदीकी है। परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई राऊ सीट से पहली बार जिराती को टिकट दिलाने में विजयवर्गीय ने महत्पूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने पहला चुनाव जीतू पटवारी को हराकर जीता था। वर्ष 2013 में भाजपा ने उन्हें फिर टिकट दिया, लेकिन पटवारी ने दूसरी बार उन्हें हरा दिया था।
    साभार अमर उजाला

  • अवैध शराब, मादक पदार्थ, नगदी ले जाने वालों पर 32 चेकिंग पाइंट से रखी जा रही पैनी नजर

    उज्जैन। विधानसभा चुनाव को देखते हुए पुलिस सतर्क है। आगर रोड, इंदौर रोड, मक्सी, देवास, बड़नगर, उन्हेल मार्ग के अलावा जिले की सीमा जहां-जहां अन्य जिलों से लगती है वहां पुलिस ने चेकिंग पाइंट बनाए हैं। ऐसे 32 स्थानों को चिन्हित किया गया है जहां से अन्य जिलों से उज्जैन जिले में प्रवेश करते हैं। पुलिस ने 32 चेकिंग पाइंट बनाए हैं, जहां दिन-रात पुलिस बल तैनात किया गया है। सभी लोगों को जांच के बाद ही जिले में प्रवेश दिया जा रहा है। पुलिस बल अवैध शराब, मादक पदार्थ, अवैध रूप से नकद ले जाने वाले लोगों पर नजर रख रही है। इसके अलावा चुनाव के दौरान मतदाताओं को प्रलोभन देने वालों पर भी कार्रवाई की जा रही है। 
    विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही पुलिस ने पूरे जिले की सीमा सील कर दी है। जिलेभर के 32 नाकों पर दिन-रात आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है। चुनाव के दौरान लोगों को प्रलोभन देने के लिए रुपये, शराब व अन्य वस्तु बांटने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। वहीं, ऐसे 35 लोगों को चिन्हित कर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी कर दी गई है जिन्होंने पूर्व चुनावों में गड़बड़ी की थी। इसके साथ ही 203 संवेदनशील बूथों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था भी की जा रही है। बताया जा रहा है कि जिले में 1824 पोलिंग बूथ हैं। जिनमें से 203 संवदेनशील बूथ तथा 5 अति संवेदनशील बूथों पर विशेष बल तैनात कर व्यवस्था की जाएगी। जिससे की कोई भी इन बूथों पर किसी प्रकार की गड़बड़ी ना कर सकें। 
    पुलिस ने 25 एसएसटी तथा 24 फ्लाइंग स्क्वाड बनाई है। एसएसटी की टीम 25 चौराहों व संवेदनशील क्षेत्रों में 24 घंटे तैनात रहकर नजर रख रही है। इसके अलावा फ्लाइंग स्क्वाड सूचना मिलने पर संबंधित क्षेत्र में जाकर कार्रवाई कर रही है। इन टीमों में 24 घंटे एक अधिकारी व चार कर्मचारी 8-8 घंटे की शिफ्ट में मौजूद हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस की दूसरी सूची आज हो सकती है जारी, 86 सीटों पर नाम हुए फाइनल!

    भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की दूसरी सूची गुरुवार को आ सकती है। बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की बैठक हुई। कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि, बची हुई सभी 86 सीटों पर नाम फाइनल कर लिए गए हैं, लेकिन दूसरी सूची में 50 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा हो सकती है। अन्य 36 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कुछ दिन बाद होगी।
    करीब पांच घंटे तक चली चुनाव समिति की इस बैठक में कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ, राज्य प्रभारी रणदीप सुरजेवाला सहित कई बड़े नेता मौजूद थे, जिनके बीच प्रत्याशियों के नामों को लेकर मंथन हुआ।
    इस बैठक में बची 86 सीटों पर वन टू वन मार्किंग की गई है। एक-एक सीट पर उम्मीदवारों को चुनते वक्त कांग्रेस के सर्वे, कमलनाथ का निजी सर्वे और केंद्रीय चुनाव समिति द्वारा कराए गए सर्वेक्षणों की रिपोर्ट को ध्यान में रखा गया है और जीतने वाले उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर लिए गए हैं।
    सूत्रों ने बताया कि, पार्टी ने दूसरी लिस्ट में सर्वे के आधार पर नए चेहरों पर दांव लगाया है। जिन विधायकों को चुनाव लड़ाया जाना है, उन्हें संगठन की ओर से संकेत भी दे दिए गए हैं। वहीं, जिन स्थानों पर दो या उससे अधिक दावेदार हैं, वहां जातिगत समीकरणों को देखते हुए उम्मीदवार तय किए गए है।
    कांग्रेस ने 15 अक्तूबर को प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी, जिसमें 144 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए थे। वहीं 86 सीटों पर प्रत्याशियों का चयन बाकी है। इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने 21 विधायकों के साथ ही लगातार हारने वाली 40 सीटों पर के नामों पर मंथन किया था। इन्हीं नामों को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति के सामने रखा गया। दूसरी लिस्ट में उन सीटों पर खासा फोकस किया गया है, जिस पर कांग्रेस को लंबे समय से हार का सामना करना पड़ रहा है।

  • गाजा के अस्पताल पर हमले के बाद तनाव बढ़ा,  बाइडन के साथ अरब नेताओं का शिखर सम्मेलन रद्द

    यरूशलम। इस्राइल-हमास युद्ध के बीच गाजा के एक अस्पताल पर हुए हमले के बाद मध्य-पूर्व में तनाव और बढ़ सकता है। इस हमले के कारण 'इस्राइल को अपनी रक्षा के अधिकार' के लिए समर्थन जुटाने के अमेरिका के राजनयिक प्रयासों को पटरी से उतार दिया है। जॉर्डन के अम्मान में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ अरब नेताओं के शिखर सम्मेलन को रद्द कर दिया गया है। बाइडन इस्राइल के प्रति समर्थन और एकजुटता जताने के लिए आज तेल अवीव पहुंच रहे हैं।
    गाजा के अल-अहली अरब अस्पताल पर हुए घातक हमले के बाद सैकड़ों लोगों के मारे जाने की आशंका है। हमास और इस्राइल ने इस हमले के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है। सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, मिस्र, जॉर्डन और तुर्की ने भी इस्राइल पर गाजा शहर में अल-अहली अरब अस्पताल पर बमबारी करने का आरोप लगाया है। हालांकि, इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले के लिए हमास के बर्बर आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया।
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा आज जारी कर सकती है पांचवीं सूची, 94 प्रत्याशियों के नाम हो रहा मंथन

    भोपाल। नवरात्र के पहले दिन कांग्रेस ने एकमुश्त 144 प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया। वहीं, भाजपा ने अब तक अपनी चार सूची जारी की है, जिसमें 136 प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा है। अब भाजपा की पांचवीं सूची मंगलवार को आ सकती है। दरअसल, दिल्ली में मंगलवार को मध्य प्रदेश भाजपा की बड़ी बैठक बुलाई गई है। इसमें प्रदेश भाजपा के बड़े नेता शामिल हो सकते हैं। ऐसे में चर्चा है बैठक के बाद बाकी प्रत्याशियों के नाम पर मुहर लग सकती है। इसमें 70 नाम हो सकते हैं। पिछले कुछ दिन से भाजपा के बड़े दिग्गज नेता 94 प्रत्याशियों के नाम पर लगातार मंथन कर रहे थे। अब चुनाव में एक महीने से भी कम का समय बचा है। 21 अक्तूबर को नामांकन की अधिसूचना जारी हो जाएगी। 
    भाजपा ने इस बार अपने तीन केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों को विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत 25 मंत्रियों को टिकट दिया है। अभी आठ मंत्रियों के टिकट होल्ड हैं। एक मंत्री यशोधरा राजे ने स्वास्थ्य के चलते चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। भाजपा ने अभी तक 57 विधायकों को टिकट दिया है। वहीं, तीन विधायकों के टिकट काट दिए हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस प्रत्याशी का विरोध करने वालों का मुंह काला करो  : वरिष्ठ कांग्रेस नेता कैलाश सोनी

    उज्जैन। मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस पार्टी 144 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। प्रत्याशियों के नाम की घोषणा होने के बाद ही कई स्थानों पर इनका विरोध भी शुरू हो गया है। कहीं इन प्रत्याशियों के पुतले जलाए जा रहे हैं तो कहीं उनकी टिकट बदलने की मांग भी की जा रही है लेकिन इन सबके बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता कैलाश सोनी का कहना है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सोच समझकर टिकट वितरण किया है जो भी कांग्रेस प्रत्याशी का विरोध करें या भीतरघात करें उसे घर से निकालकर मुंह काला करें। 
    उज्जैन उत्तर से माया त्रिवेदी को कांग्रेस पार्टी द्वारा उम्मीदवार बनाए जाने पर एक कार्यक्रम कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित किया गया था जिसमें माया त्रिवेदी के स्वागत सम्मान के साथ वैसे तो कहीं वरिष्ठ नेताओं ने अपने विचार व्यक्त किए, लेकिन इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता कैलाश सोनी ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने माया त्रिवेदी को टिकट दिया है। मैं भी दक्षिण से टिकट का दावेदार हूं परन्तु मुझे टिकट नहीं मिला तो मैं जिसे पार्टी टिकट देगी उसके साथ काम करूंगा। आप सभी किसी के बहकावे न आएं। जो कांग्रेस नेता कांग्रेस प्रत्याशी का विरोध करे या भीतरघात करे उसे घर से निकालकर मुंह काला करें। ताकि उसे सबक मिले कि कांग्रेस के साथ भीतरघात नहीं करना है। आपने कहा कि अब हम कांग्रेस का नुकसान सहन नहीं करेंगे। इस दौरान बड़ी संख्या में वरिष्ठ व युवा नेता कार्यक्रम में मौजूद थे।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस ने वचन पत्र में  युवाओं, किसानों, महिलाओं को साधा, छह महीने में भरेंगे चार लाख सरकारी पद, ग्रेजुएट को मिलेंगे तीन हजार

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने मंगलवार को अपना वचन पत्र जारी कर दिया है। कांग्रेस के वचन पत्र में युवाओं, किसानों महिलाओं को साधने का प्रयास किया गया है। कांग्रेस ने प्रदेश में खाली पड़े चार लाख शासकीय पदों को 6 महीने में भरने का वचन अपने पत्र में शामिल किया है। इसके साथ ही सरकार बनने पर युवाओं के लिए ही स्वाभिमान योजना शुरू करने की बात भी वचन पत्र में जोड़ी है। इस योजना के तहत प्रदेश के ग्रेजुएट युवाओं को 3 हजार रुपए प्रति महीना दिया जाएगा। वहीं डिप्लोमा होल्डर को 1500 रुपये, जबकि दो लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से 8 से 10 हजार रुपये महीना दिया जाएगा।  इसके लिए युवा स्वाभिमान योजना कार्ड जारी किया जाएगा।
    प्रदेश के मतदाताओं को साधने के लिए कांग्रेस अपने वचन पत्र में एक और महत्वपूर्ण योजना लेकर आ रही है, जिसके तहत प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति का 25 लाख रुपए तक का यूनिवर्सल बीमा किया जाएगा। जिससे प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को बेहतर इलाज मिल सके। वृद्धावस्था पेंशन को बढ़ाने का वचन भी कांग्रेस आज देने जा रही है। इसे 15 सौ रुपए तक किया जायेगा।
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा प्रत्याशी डॉ. मोहन यादव वोट के लिए बांट रहे घड़ी और राशन सामग्री, चुनाव आयोग से शिकायत

    उज्जैन। उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में अभी कांग्रेस पार्टी ने अभी अपना प्रत्याशी भी घोषित नहीं किया है और मतदाताओं को लुभाने के लिए उज्जैन दक्षिण से भाजपा के उम्मीदवार मंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा घड़ी एवं खाद्य सामग्री वितरित की जा रही है। यह सामग्री डॉ. मोहन यादव के समर्थक व पार्षद क्षेत्र की जनता तक पहुंचा रहे हैं। कांग्रेस नेता अजीत सिंह ने ये आरोप लगाते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या बताया और कहा कि इस प्रकार के कृत्य से खुले रूप से आचार संहिता के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। बावजूद इसके चुनाव आयोग मौन है। मामले में चुनाव आयोग को शिकायत कर मामले में संज्ञान लेकर कार्रवाई की मांग की गई है।
    जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि भाजपा की बौखलाहट सामने आने लगी है। 10 साल तक जनता को खूब लूटा, अब 100-200 रुपये की घड़ी पर खुद का फोटो लगाकर इसे बांटा जा रहा है और आमजन को प्रलोभन दिया जा रहा है। दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में डॉ. मोहन यादव के प्रति नाराजगी इस कदर बड़ गई है कि उन्हें अपनी हार नजर आने लगी है, यही कारण है कि जिन क्षेत्रों की उन्हें कभी याद नहीं आई आज वहां पार्षद, अपने कार्यकर्ताओं से राशन पहुंचा रहे हैं। कांग्रेस नेता अजीत सिंह ने मामले में चुनाव आयोग में शिकायत की तथा कहा कि जनता की गाढ़ी कमाई पर डाका डालने वाले अब 1000-500 रुपये खर्च कर मतदाताओं को लुभाने का काम कर रहे हैं। खुद की फोटो लगाकर जिस घड़ी को जनता को मोहन यादव के समर्थक बांट रहे हैं यही घड़ी उनकी हार का समय बताएगी।
    अजीत सिंह ने बताया कि वार्ड 45 एवं 53 में घरों पर जाकर राशन सामग्री बांटी गई है। रहवासियों ने बताया कि भाजपा की पार्षद निर्मला करण परमार के माध्यम से खाने पीने की सामग्री के साथ अन्य उपहार घरों तक पहुंचाए गए हैं। जिसके फोटो और सीसीटीवी फुटेज भी आपने चुनाव आयोग को अपनी शिकायत के साथ भेजे हैं। फोटो और सीसीटीवी फुटेज में साफ तौर पर डॉ. मोहन यादव के समर्थक मतदाताओं को पर्चे बांटकर राशन और घड़ी देते हुए दिखाई दे रहे हैं, साथ ही शाम को कार्यक्रम में आने की बात भी कह रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • रणनीति फेल : मप्र में सपा-कांग्रेस साथ नहीं लड़ेगी चुनाव!

    लखनऊ। इंडिया गठबंधन में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस भले गलबहियां करते नजर आ रही हैं, लेकिन विधानसभा चुनाव में आमने-सामने हैं। मध्य प्रदेश में अब तक जारी उम्मीदवारों की सूची में पांच सीटों पर दोनों पाार्टियां एक-दूसरे के खिलाफ संघर्ष करती नजर आएंगी। ये सीटें दलित, अल्पसंख्यक और यादव बहुल मानी जाती हैं।
    इंडिया गठबंधन में शामिल होने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि वह सीट बांटने वाले होंगे। इसी रणनीति के तहत उन्होंने मध्य प्रदेश में उम्मीदवार उतारने की घोषणा की। इसे उनकी दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा गया। 
    उम्मीद थी कि लोकसभा चुनाव के समीकरण को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस मध्य प्रदेश में कुछ सीटें सपा को दे देगी, लेकिन अभी तक स्थितियां एकदम विपरीत हैं। कांग्रेस ने रविवार सुबह नौ बजे प्रदेश की 230 में 144 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की। करीब 10 घंटे बाद शाम पांच बजे सपा ने भी नौ उम्मीदवारों की घोषणा की। 
    इसमें पांच सीटें ऐसी हैं, जहां कांग्रेस और सपा दोनों के उम्मीदवार आमने-सामने हैं। सपा की ओर से घोषित चार अन्य सीटों पर अभी कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इन सीटों पर कांग्रेस के दो से तीन उम्मीदवारों के बीच जोर आजमाइश चल रही है। 
    अगली सूची में इन पर उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए जाएंगे। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि इंडिया गठबंधन को लेकर भले बातचीत चल रही है, लेकिन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सपा को सीटें देने के मूड में नहीं है।
    मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए सपा ने नौ प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। इनमें तीन यादव समेत पांच ओबीसी, तीन दलित और एक ब्राह्मण प्रत्याशी हैं। हालांकि, यह सपा-कांग्रेस गठबंधन के तहत उतारे गए आधिकारिक प्रत्याशी नहीं हैं। इसलिए वहां गठबंधन की संभावनाओं में दरार पैदा होती हुई दिख रही है।
    सपा की ओर से जारी सूची के अनुसार, निवाड़ी से पूर्व विधायक मीरा दीपक यादव, राजनगर से बृजगोपाल पटेल उर्फ बबलू पटेल, भांडेर आरक्षित से सेवानिवृत्त जिला जज डीआर राहुल (अहिरवार), धौहानी आरक्षित सीट से विश्वनाथ सिंह मरकाम, चितरंगी आरक्षित सीट से श्रवण कुमार सिंह गोंड से मैदान में होंगे।
    इनके अलावा, सिरमौर से लक्ष्मण तिवारी, बिजावर से डॉ. मनोज यादव, कटंगी से महेश सहारे और सीधी से रामप्रताप सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया गया है। प्रत्याशी घोषित होने से पहले अखिलेश यादव ने प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर मध्य प्रदेश के पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस ने जारी की 30 उम्मीदवारों की सूची, पाटन से चुनाव लड़ेंगे सीएम  बघेल

    रायपुर। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में आगामी चुनाव के लिए 30 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। सीएम भूपेश बघेल पाटन से, डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव अंबिकापुर से चुनाव लड़ेंगे। सीएम बघेल ने पहले ही कहा था कि नवरात्रि के पहले दिन रविवार को पार्टी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करेगी।
    पार्टी ने कोरबा से जय सिंह अग्रवाल, कवर्धा से मोहम्मद अकबर, खैरागढ़ से यशोदा वर्मा, कांकेर से शंकर ध्रुव, नारायणपुर सीट से चंदन कश्यप, दंतेवाड़ा से के छविंद्र महेंद्र कर्मा और बस्तर से लखेश्वर बघेल को उम्मीदवार बनाया है। 
    कांग्रेस की पहली सूची में बघेल कैबिनेट के सभी मंत्रियों को टिकट मिला है। एक की सीट बदली गई है। विधासभा अध्यक्ष चरण दास महंत फिर से सक्ती से मैदान में हैं। भूपेश बघेल सरकार में मंत्रीगुरु रुद्र कुमार की सीट बदल दी गई है। उन्हें इस बार अहिवारा की जगह नवागढ़ सीट से मैदान में उतारा गया है।  
    इससे पहले बसपा ने आठ अगस्त को नौ प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की थी। इसके बाद भाजपा ने 17 अगस्त को 21 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की थी। फिर नौ अक्टूबर को 64 प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी की थी। छत्तीसगढ़ आम आदमी पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची नौ सितंबर और दूसरी दो अक्टूबर को जारी की थी। पहली सूची में जहां 10 प्रत्याशियों को टिकट दिया था। वहीं, दूसरी सूची में 12 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने 13 अक्टूबर को तीसरी सूची जारी की थी। इसमें 11 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा था। इस तरह से आम आदमी पार्टी अब तक कुल 33 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतार चुकी है।
    बता दें कि छत्तीसगढ़ की कुल 90 विधानसभा सीट के लिए दो चरणों में चुनाव होगा। पहले चरण का मतदान सात नवंबर को होगा और 17 नवंबर को दूसरे चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। वहीं, तीन दिसंबर को नतीजे आएंगे। 
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस ने बुधनी विधानसभा सीट से विक्रम मस्ताल को बनाया उम्मीदवार, शिवराज सिंह के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव

    भोपाल। मध्य प्रदेश चुनावों को लेकर कांग्रेस ने भी अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में कांग्रेस ने 144 कैंडिडेट के नाम का ऐलान किया है। इसमें कई बड़े नाम भी शामिल हैं। कांग्रेस ने बुधनी विधानसभा सीट पर मध्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ रामायण के हनुमान को कैंडिडेट बनाया है। इस लिस्ट में कमलनाथ समेत एमपी कांग्रेस के लगभग सभी बड़े नेताओं का नाम शामिल है।
    कांग्रेस ने सुबह-सुबह अपने 144 कैंडिडेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में कांग्रेस ने बुधनी विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के खिलाफ रामायण के हनुमान को उतारा है। इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम मास्ताल को बनाया गया है। विक्रम मास्ताल ने 2008 में आई रामायण में हनुमान का किरदार निभाया था। विक्रम मास्ताल एक अभिनेता हैं जो फिल्मों में काम कर रहे हैं। अब कांग्रेस ने मध्य प्रदेश भाजपा के सबसे बड़े नेता के सामने 'हनुमान' यानी कि विक्रम मास्ताल को उतार दिया है।
    2008 में आई रामायण में भगवान हनुमान का किरदार निभाने वाले विक्रम मास्ताल तीन महीने पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए थे। विक्रम मास्ताल बुधनी के ही रहने वाले हैं। कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ के सामने कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद से ही बुधनी में सक्रिय हो गए थे। कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद विक्रम मास्ताल ने कहा था कि हनुमान का असली काम सेवा करना है। कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद उन्होंने कमलनाथ और कांग्रेस की जमकर तारीफ की थी। बता दें कि विक्रम मास्ताल ने रामायण के अलावा टीवी सीरियल रजिय सुल्तान और हाल ही में आई  वेब सिरीज आश्रम 3 में भी नजर आए थे।
    कांग्रेस की 144 कैंडिडेट लिस्ट में बुधनी विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री के खिलाफ अभिनेता विक्रम मास्ताल के अलावा छिंदवाड़ा से कमलनाथ को टिकट दिया गया है। इसी तरह इंदौर-1 से कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ कांग्रेस ने संजय शुक्ला को कैंडिडेट बनाया है। राऊ से जीतू पटवारी और मध्य भोपाल से आरिफ मसूद को टिकट दिया गया है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को राघोगढ़ विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है।
    बता दें कि बीते सोमवार को चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश समेत पांच राज्यों के चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया था। इन चुनावों की तारीखों का ऐलान करते हुए चुनाव आयोग ने बताया था कि 17 नवंबर को एमपी में मतदान करवाया जाएगा।
    इससे पहले मध्य प्रदेश के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने कैंडिडेट्स की चार लिस्ट जारी कर दी है। भाजपा की इस लिस्ट में 136 कैंडिडेट्स के नाम का ऐलान किया गया है। लिस्ट में भाजपा ने कई दिग्गजों को भी मैदान में उतारा है। इसमें 3 केंद्रीय मंत्रियों सहित सात सांसद भाजपा से मैदान में हैं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी, 69 विधायकों को दोबारा टिकट मिला, छिदवाड़ा से कमलनाथ मैदान में

    भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस की बहुप्रतिक्षित प्रत्याशियों की सूची रविवार सुबह नवरात्र के पहले दिन जारी हो गई। 144 उम्मीदवारों वाली सूची में 69 विधायकों को दोबारा टिकट दिया गया है। इसके अलावा दूसरी सीटों पर पूर्व प्रत्याशी और नए चेहरे उतारे गए है। पीसीसी चीफ और पूर्व सीएम कमलनाथ को छिंदवाड़ा से उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री और विधायक कांतिलाल भूरिया का टिकट काट दिया गया है। उनकी जगह झाबुआ से उनके बेटे विक्रांत भूरिया को टिकट दिया गया है। वहीं, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को राघोगढ़ और भाई लक्ष्मण सिंह को चाचौड़ा से प्रत्याशी बनाया गया है। 
    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने बुदनी से रामायण सीरियल में हनुमान का रोल करने वाले विक्रम मस्तान को टिकट दिया है। भोपाल की सात में तीन सीट नरेला में मनोज शुक्ला, मध्य से विधयाक आरिफ मसूद और बैरासिया से पूर्व प्रत्याशी जयश्री हरीकिशन को टिकट दिया गया है। यहां पर विधायक पीसी शर्मा की दक्षिण पश्चिम समेत चार सीट गोविंदपुरा, उत्तर और हुजूर पर प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं किया गया है। 
    कांग्रेस ने बैतूल की पांच सीटों में से चार सीट पर प्रत्याशी घोषित किए है, लेकिन भाजपा के कब्जे वाली आमला सीट पर अभी नाम का एलान नहीं किया है। वहीं, इंदौर-1 में कैलाश विजयवर्गीय के सामने कांग्रेस ने संजय शुक्ला को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, पिछोर से 1993 से लगातार जीतते आ रहे केपी सिंह की पिछोर सीट बदलकर उनको शिवपुरी से प्रत्याशी बनाया है। वहीं, पिछोर से शैलेंद्र सिंह को टिकट दिया है।  
    नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव सीट पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और वर्तमान विधायक एनपी प्रजापति की टिकट काट दी है। यहां से शिखर चौधरी को टिकट दिया गया है। घोड़ाडोंगरी से ब्रह्म भलावी  की जगह राहुल उइके को टिकट दिया गया है। वहीं, गुनौर से शिवदयाल बागरी का भी टिकट काट दिया है। 
    कांग्रेस ने 144 प्रत्याशियों में 39 अन्य पिछड़ा वर्ग से प्रत्याशी बनाए है। सामान्य वर्ग से 47, अल्पसंख्यक वर्ग से 6, अनुसूचित जाति से 22 और अनुसूचित जनजाति वर्ग के 30 उम्मीदवार है। वहीं, उम्र के अनुसार 50 साल से कम उम्र के 65 उम्मीदवार उतारे है। इसमें 19 महिलाओं को टिकट दिया गया है। 
    श्योपुर से बाबू जंडेल, संबलगढ़ से बैजनाथ कुशवाह, लहार से डॉ. गोविंद सिंह, ग्वालियर ईस्ट से सतीश सिकरवार, ग्वालियर साउथ से प्रवीण पाठक, भीतरवार से लाखन सिंह यादव, डबरा एससी से सुरेज राजे, करेरा से प्रागीलाल जाटव, शिवपुरी से केपी सिंह, चाचौड़ा से लक्ष्मण सिंह, राघोगढ़ से जयवर्धन सिंह, चंदेरी से गोपाल सिंह चौहान, देवरी से हर्ष यादव, बंडा से तरवर सिंह लोधी, महाराजपुर से नीरज विनोद दीक्षित,राजनगर से विक्रम सिंह, छतरपुर से आलोक चतुर्वेदी, दमोह से अजय टंडन को टिकट दिया गया है। 
    वहीं, चित्रकुट से निलांशु चतुर्वेदी, रैंगाव से कल्पना वर्मा, सतना से डब्बू सिद्धार्थ शुक्ला, सिहावल से कमलेश्वर पटेल, कोतमा से सुनील सराफ, पुष्पराजगढ़ से फुंदेलाल सिंह मार्को, बरगी से संजय यादव,  जबलपुर पूर्व से लखन घाघोरिया, जबलपुर नार्थ से विनय सक्सेना, जबलपुर पश्चिम से तरुण भनोट, शाहपुरा से भूपेंद्र मरावी, डिंडौरी से ओमकार सिंह मरकाम, बिछया से नारायण सिंह पट्टा, निवास से डॉ. अशोक मसकोले, बैहर से संजय उईके, लांजी से हीना कावरे, कंटनी से तमलाल सहारे, बरघाट में अर्जुन सिंह काकोड़िया, लखनादौन से योगेद्र सिंह बाबा, तेंदुखेड़ा से संजय शर्मा छिंदवाड़ा से कमलनाथ को प्रत्याशी बनाया गया है। 
    मुलताई से सुखदेव पांसे, बैतूल से निलय विनोद डागा, भैंसदेही से धरमु सिंह सिरसाम, उदयपुरा से देवेंद्र सिंह पटेल, विदिशा से शंशाक भार्गव, मध्य से आरिफ मसूद, राजगढ़ से बापू सिंह तंवर, खिलचीपुर प्रियव्रत सिंह, आगर से विपिन वानखेड़े, शाजापुर से हुकूम सिंह कराड़ा, कालापीपल कुणाल चौधरी, सोनकच्छ सज्जन सिंह वर्मा, महेश्वर विजयलक्ष्मी साधौ, कसरावद से सचिन यादव, खरगोन से रवि जोशी, राजपुर से बाला बच्चन, पेटलावद से वाल सिंह मेढ़ा, सरदारपुर से प्रताप ग्रेवाल, गंदवानी से उमंग सिंघार, कुक्षी सुरेंद्र सिंह बघेल हनी, धरमपुरी पांचीलाल मेढ़ा, देपालपुर विशाल पटेल, इंदौर-1 संजय शुक्ला, राऊ जीतू पटवारी, तराना महेश परमार, खाचरोद दिलीप सिंह गुर्जर, घटिया  रामलाल मालवीय, सैलाना हर्ष विजय गहलोत, अलोट मनोज चावला, सेवड़ा से घनश्याम सिंह को प्रत्याशी बनाया है। 
    साभार अमर उजाला

  • जो भाजपा में नहीं, उनके विरोध की चिंता नहीं पालता :भाजपा प्रत्याशी मनोज पटेल

    इंदौर। देपालपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने फिर मनोज पटेल को उम्मीदवार बनाया है। वे पिछला चुनाव इस विधानसभा क्षेत्र से 9 हजार 44 वोटों से हारे थे। इस सीट से भाजपा के दूसरे नेता भी टिकट मांग रहे थे और विरोध भी जता रहे है लेकिन पार्टी ने मनोज पर फिर भरोसा जताया है।
    मनोज पटेल ने अमर उजाला से विशेष चर्चा की और बेबाकी से जवाब दिए। विरोध के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग भाजपा कार्यालय जाकर मेरा विरोध कर रहे है। मेरा कोई विरोध नहीं है और जो लोग हमारी पार्टी के है और वे विरोध करे तो मैं उनकी चिंता भी नहीं पालता। इसके पीछे कांग्रेस का षडयंत्र है।
    कांग्रेस विधायक विशाल पटेल के दोबारा चुनाव लड़ने की संभावना पर उन्होंने कहा कि इस बार वे मेरे लिए चुनौती साबित नहीं होंगे। पिछले पांच सालों में देपालपुर में काम नहीं हुए,इसलिए जनता में आक्रोश है। डेढ़ साल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तब विशाल पटेल प्रभावी नेता के रुप में उभरे थे, लेकिन तब भी उन्होंने देपालपुर की चिंता नहीं की। तब सोयाबीन की फसल खराब हुई थी, लेकिन किसानों को वे न मुअावजा दिला पाए और न बीमे की राशि। किसानों में भी कांग्रेस विधायक को लेकर आक्रोश है।
    मनोज पटेल ने कहा कि देपालपुर में हमने हमेशा विकास की राजनीति की है। जनता के बीच हम विकास के मुद्दे के साथ चुनाव लड़ेंगे। जो विकास करता है जनता उसे पसंद करती है। गुलावट को हम प्रदेश के अच्छे पर्यटन स्थलों के रुप में विकसित कर रहे है। क्षेत्र में लंबित विकास के प्रोजेक्टों के काम भी कराएंगे।
    देपालपुर विधानसभा क्षेत्र में सुपर काॅरिडोर का हिस्सा भी आता है। वहां बड़े शैक्षणिक व आईटी संस्थान है। वहां नया इंदौर बस रहा है। उसका भी व्यवस्थित विकास किया जा रहा है। गांधी नगर सोसायटी की रजिस्ट्री के मामले में भी जल्दी निर्णय होगा।
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा पर हमला बोलते हुए कांग्रेस विधायक हुकुम सिंह भूल गए शब्दों की मर्यादा

    शाजापुर। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख है जैसे-जैसे नजदीक आ रही है वैसे-वैसे राजनीतिक दलों ने अपनी बैठकों का दौरा तेज कर दिया है। वहीं, बैठकों से नेताओं के बिगड़े बोल और विवादित बयान भी सामने आ रहे हैं कुछ इसी तरह का एक वीडियो शाजापुर विधायक हुकुम सिंह कराड़ा का भी वायरल हो रहा है। इसमें वह जाति सूचक विवादित शब्द का प्रयोग कर रहे हैं।
    बताया जा रहा है कि यह वीडियो मक्सी का है, जहां हुकुम सिंह कराड़ा कार्यकर्ताओं की बैठक ले रहे थे। उसी दौरान भाजपा पर हमला बोलते हुए वे शब्दों की मर्यादा भूल बैठे और जाति सूचक टिप्पणी कर विवादों में घिर गए। हालंकि बाद में उन्होंने अपने शब्दों को संभालने की कोशिश जरूर की लेकिन तब तक उक्त विवादित शब्द रिकॉर्ड हो चुके थे। वीडियो सामने आने के बाद संबंधित समाज से जुड़े उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखने को मिल रही है। 
    बता दें कि हुकुम सिंह कराड़ा इस क्षेत्र से पांच बार के विधायक हैं। इस बार भी कांग्रेस की ओर से सत प्रतिशत उनके नाम पर ही मोहर लगने की उम्मीद है लेकिन चुनावी माहौल के बीच कराड़ा का ये विवादित वीडियो पार्टी के लिए कितना नफा और नुकसान करेगा ये तो वक्त बताएगा। मगर राजनीति के गलियारों में कांग्रेस विधायक का ये वीडियो जमकर वायरल हो रहा है।
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ ने साधा निशाना, बोले- भाजपा नेताओं के चेहरे  भावहीन

    भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों का ही एक दूसरे पर हमला जारी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधा है। उन्होंने बीजेपी नेताओं के चेहरों को भावहीन बताया है। उन्होंने सोशल सोशल नेटवर्किंग साइट x पर पोस्ट किया कि पराजय पराया बना देती है’, अब ये बात भाजपा पर पूरी तरह लागू हो रही है। भाजपा के चुनावी मंच ‘मनमुटाव के मंच’ बनकर रह गये हैं। भाजपा नेताओं की खोखली बातें शब्दों की बुनी हुई बड़ी चादर हैं जिसे वो अपनी अंदरूनी टकराव के ऊपर डालकर, आपसी दरार को ढकने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उनके भावहीन चेहरे सारी हक़ीक़त बयान कर दे रहे हैं। 
    नाथ ने ट्वीट किया कि भाजपा के बुझे हुए मंत्री-सांसद, थके-हारे विधायक, विलुप्त से हो चुके पदाधिकारी व सदस्य नाउम्मीदगी के एक ऐसे दौर से गुज़र रहे हैं, जहाँ अब उन्हें आशा की कोई भी किरण नज़र नहीं आ रही है। भाजपाइयों के बीच सिर्फ़ उनका स्वार्थ ही सक्रिय दिख रहा है, बाक़ी नीति से लेकर रणनीति तक सब कुछ निष्क्रिय है। भाजपाई एक मंच पर होकर भी एक नहीं हैं। ‘प्रपंच के मंच’ सजाकर भाजपा यही नहीं आगामी सभी चुनाव भी हारेगी।
    साभार अमर उजाला

  • बीमारी का बहाना बनाकर अब नहीं बच सकते चुनावी ड्यूटी से, डॉक्टर करेंगे जांच

    भोपाल। अगर आप शासकीय कर्मचारी हैं और आपकी ड्यूटी चुनाव में लगाई गई है लेकिन आप बीमारी का बहाना बनाकर इससे बचने का प्रयास कर रहे हैं तो सतर्क हो जाइए क्योंकि चुनाव आयोग ऐसे अधिकारी कर्मचारी की बीमारी की जांच डॉक्टर से करवाएगा। रिपोर्ट्स सही पाए जाने पर ही बीमार कर्मचारी अधिकारी को चुनाव में ड्यूटी करने से मुक्ति मिलेगी। दरअसल, मध्यप्रदेश में इन दिनों विधानसभा चुनाव का मौसम है। ऐसे में प्रदेश के अलग अलग विभाग के कर्मचारी अधिकारियों को चुनाव ड्यूटी में तैनात किया जा रहा है। ऐसे में ड्यूटी कैंसिल करवाने के लिए सैकड़ों आवेदन  जिला निर्वाचन ऑफिस में पहुंच रहे हैं। 
    चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए कई अधिकारी कर्मचारी नए नए कारण बताते हैं। इनमें से एक आम कारण है बीमारी। आमतौर पर आयोग इसे स्वीकार कर ड्यूटी कैंसिल भी कर देता है लेकिन इस बार आयोग ने इस पर सख्ती दिखाई है। आयोग बीमारी का कारण बताकर ड्यूटी से नाम कटवाने वाले अधिकारी कर्मचारियों की जांच रिपोर्ट्स को किसी डॉक्टर से रिव्यू करवाने के मूड में है। ताकि हकीकत का पता लगाया जा सके। इसके बाद डॉक्टर की रिव्यू पॉइंट्स पर ही छुट्टी दी जायेगी। 
    चुनावी ड्यूटी कैंसिल करवाने के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय भोपाल में ही अब तक 200 से अधिक आवेदन खा चुके हैं। इनमें से अधिकांश आवेदन में बीमारी का कारण बताता ड्यूटी रद्द करने की गुहार लगाई गई है। ऐसे ही और भी अनेक आवेदन हैं। 
    एक कर्मचारी ने हॉट की प्रॉब्लम बता कर ड्यूटी कैंसिल किए जाने की गुहार लगाई है उसका कहना है कि उसे सीने में दर्द बना रहता है। वहीं एक अधिकारी ने ये कहते हुए चुनाव ड्यूटी करने में असमर्थता जताई है कि उन्हें हाई ब्लड प्रेशर है। उन्हे चलने फिरने में दिक्कत है। कभी भी बीपी बढ़ जाता है। ऐसे में चुनाव के दौरान उनकी तबियत बिगड़ सकती है।
    साभार अमर उजाला

  • राजनीति में उम्र से कोई फर्क नहीं पड़ता : भाजपा उम्मीदवार मधु वर्मा

    इंदौर। दस साल से कांग्रेस के कब्जे इंदौर की राऊ विधानसभा सीट पर भाजपा ने फिर इंदौर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष रहे मधु वर्मा को उम्मीदवार बनाया है। वे पिछला चुनाव कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी से छह हजार वोटों के अंतर से हारे थे। वर्मा 68 साल वर्ष के है और कांग्रेस नेता उनकी उम्र पर भी सवाल उठा रहे है।
    इस मुद्दे पर वर्मा ने कहा कि राजनीति में उम्र से कोई फर्क नहीं पड़ता। राऊ की जनता ने जिस कांग्रेस विधायक को जीता का भोपाल भेजा, उससे ज्यादा मैं सक्रिय हुं। पता नहीं क्यो मेरी उम्र पर सवाल उठाए जा रहे है। मैं जवानों से ज्यादा सक्रिय हुं।
    भाजपा में दूसरे दावेदारों को टिकट मांगने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सभी दावेदारों ने पहले तय कर रखा था कि पार्टी जिसे टिकट देगी, उसके लिए सभी एकजुट होकर मेहनत करेंगे। पूर्व विधायक जीतू जिराती सहित अन्य दावेदार चुनाव का काम करने में कोई कसर बाकी नहीं रख रहे है। दस साल से क्षेत्र में कांग्रेस का विधायक है और सब चाहते है कि इस बार राऊ सीट पर भाजपा का कब्जा हो।
    उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कांग्रेस की तरफ से कोई चुनौती नहीं है, क्योकि मैं चुनाव हारने के बाद से लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहा। कोरोना काल में भी हमने मतदाता की मदद की। राऊ क्षेत्र में इंदौर विकास प्राधिकरण से जुड़ी स्कीमों के सवाल पर कहा कि ब्रजविहार कालोनी व अन्य काॅलोनियों को वैध कराने के लिए आईडीए से कहा था। उन्होंने काॅलोनियों को स्कीम से मुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी। उसके बाद काॅलोनी वैध हो जाएगी।
    मालवा निमाड़ में भाजपा की स्थिति को लेकर मधु वर्मा ने कहा कि प्रदेश की जनता के लिए जो योजनाएं बनी है, वे जनता को पसंद आ रही है। सड़क, पानी और बिजली के मुद्दे पर सरकार ने काफी काम किए है। उसका फायदा भाजपा को मिलेगा और मालवा निमाड़ क्या पूरे प्रदेश में भाजपा मजबूती है। इस बार 200 से ज्यादा सीटें भाजपा जीतेगी।
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा प्रत्याशी डॉ. मोहन यादव ने स्नान कर की शिप्रा की सफाई, कांग्रेस बता रही नेताजी की नौटंकी

    उज्जैन। उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रत्याशी बनाए गए डॉ. मोहन यादव का एक वीडियो इन दिनों जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वे पहले मां शिप्रा मे स्नान और उसके बाद घाट पर फैली गंदगी की सफाई करते नजर आ रहे हैं। इस दौरान उनके साथ कुछ कार्यकर्ता भी हाथ बंटाते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वायरल वीडियो को लेकर वैसे तो डॉ. मोहन यादव की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन कांग्रेस जरूर इन सबको नेताजी की नौटंकी बता रही है। 
    सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा डॉ. मोहन यादव का यह वीडियो नृसिंह घाट का बताया जा रहा है, जिसमें डॉ. मोहन यादव पहले शिप्रा में डुबकी लगाकर स्नान करते हैं। उसके बाद यहां फैली गंदगी को साफ कर रहे हैं। उनके इस वायरल वीडियो को लेकर कांग्रेस नेता चेतन यादव का कहना है कि यह सब कुछ बस नेताजी की नौटंकी है। शासन प्रशासन और खुद मंत्री होने के बावजूद भी आपने शिप्रा शुद्धिकरण की और कोई ध्यान नहीं दिया और अब चुनाव आते ही डॉ. मोहन यादव फिर इस प्रकार की नौटंकी कर रहे हैं जो कि गलत है। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार लोगों द्वारा इस प्रकार की नौटंकी करना बहुत दुखद है। हमारा लोकतंत्र व संविधान बेहतर तरीके से कार्य करने के लिए है अभिनय करने के लिए नहीं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी को ड्रामा करना सिखा दिया है।
    वहीं, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अजीत सिंह ठाकुर ने बताया कि 20 साल से मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार है। वर्तमान में केंद्र में भाजपा प्रदेश में भाजपा नगर में भाजपा लेकिन इसके बावजूद भी मां शिप्रा की दुर्दशा आज किसी से छिपी नहीं है। अब तक करोड़ों रुपए डायवर्सन के नाम पर प्रदेश सरकार डकार चुकी है, लेकिन फिर भी मां शिप्रा की हालत यह है कि यहां का पानी आचमन करने के योग्य भी नहीं है। वर्षों से शिप्रा शुद्धिकरण के नाम पर नौटंकी हो रही है लेकिन हुआ कुछ नहीं। डॉ. मोहन यादव पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि वह सिर्फ धर्म की आड़ में लोगों को बरगला रहे हैं और वोट के लिए मां शिप्रा का उपयोग कर रहे हैं। वह तो खुद ही वर्ष में एक बार शिप्रा की परिक्रमा करने का दिखावा करते हैं तो क्या उन्हें मां शिप्रा की यह दुर्दशा कभी दिखाई नहीं देती। मंत्री रहते हुए उन्हें मां शिप्रा को शुद्ध करने का काम करना था लेकिन आचार संहिता लगने के पहले तक तो उन्होंने मां शिप्रा को शुद्ध करने के लिए कोई कार्य नहीं किया और अब शिप्रा में स्नान करने के बाद यहां की सफाई करने की नौटंकी कर रहे हैं इनकी नियति और नियत साफ नहीं है यह सिर्फ ढोंग कर रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • विधानसभा दावेदारी में अब अशोक सैनी का नाम भी उछला

    महू। आगामी विधानसभा चुनाव 17 नवंबर को होना है किंतु अब तक भाजपा-कांग्रेस दोनों ही प्रमुख पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। वहीं कांग्रेस की बात की जाए तो श्राद्ध पक्ष खत्म होने के बाद नवरात्रि में कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा होना तय हैं। जिनमे अब तक प्रमुख रूप से हाल ही में भाजपा से कांग्रेस में आए कद्दावर नेता रामकिशोर शुक्ला को प्रबल दावेदार बताया जा रहा है तो वही पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार का टिकट कटना इस मर्तबा निश्चित माना जा रहा है। इधर शुक्ला - दरबार के अलावा कांग्रेस में दर्जनभर नेताओं के नाम दावेदारों के रूप में चल ही रहे थे कि अब विधानसभा के चोरल ग्राम पंचायत से अशोक सैनी का नाम भी उछलकर सामने आया है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि अंतरसिंह दरबार के खास समर्थक अशोक सैनी का बायोडाटा दिल्ली कार्यालय में मंगवाया गया है।
    गौरतलब है कि महू विधानसभा में कांग्रेस भी दमदार उम्मीदवार लाना चाहती है। इसलिए अब यहां से नए जातिवाद समीकरण को देखते हुए ओबीसी के उम्मीदवार को उतारने का मन बनाया जा रहा है, जानकारी के अनुसार 2 दिन पहले कांग्रेस के दिल्ली दरबार में महू की सीट को लेकर मुद्दा उठा था जिसमें पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार के बाद अब उनके खास समर्थक अशोक सैनी का नाम भी आगे आया हैं। सैनी के पिता भगवान दास सैनी आदिवासी नेता माने जाते हैं। वैसे देखा जाए तो चोरल सहित आसपास की 46 ग्राम पंचायत मे सैनी परिवार का दखल रहा है ।

  • कटनी महापौर प्रत्याशी रही विनय ज्योति दीक्षित ने दर्जनों समर्थकों के साथ भाजपा से दिया इस्तीफा

    कटनी। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कई राजनीतिक दलों के लोग टिकट न मिलने से नाराजगी व्यक्त करते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही कुछ कटनी जिले में देखने मिला जहां, विधायक संदीप जायसवाल को टिकट मिलने से नाराज होकर महापौर प्रत्याशी रही विनय ज्योति दीक्षित ने अपने दर्जनों समर्थकों के साथ भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। 
    बता दे, विनय ज्योति दीक्षित तीन बार की पार्षद और एक बार के महापौर प्रत्याशी रह चुकी हैं, जो वर्तमान में महिला मोर्चा जिला मंत्री के पद पर पदस्थ रही है। वहीं, विधायक की दौड़ में उनका भी नाम शामिल होने की चर्चा चल रही थी। बावजूद उन्हें पार्टी से किनारा क्यों करना पड़ा इसका जवाब देते हुए ज्योति दीक्षित ने बताया कि महापौर चुनाव के दौरान विधायक द्वारा भितरघात किया था, इसके बाद भी पार्टी ने उन्हें टिकट देकर अपनी मानसिकता दर्शा दी है। देखा जाए तो आगामी विधानसभा चुनाव में ज्योति दीक्षित और उनके समर्थक कहीं न कहीं भाजपा के वोट बैंक को डैमेज करेंगे हालांकि अभी तक ज्योति दीक्षित और उनके पति विनय दीक्षित ने किसी अन्य पार्टी से चुनाव लड़ने में अपनी सहमति नहीं जताई है, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी के लिए उन्होंने जनता से आदेश मांगा है।
    पूरे मामले पर प्रेस वार्ता आयोजित करते हुए विनय दीक्षित ने कहा कि यदि पार्टी विधायक संदीप जायसवाल की जगह किसी और को टिकट देती है तो वह पुनः पार्टी से जुड़कर उनकी सेवा करेंगे, नहीं तो इसका असर तीन दिसंबर को देखने मिलेगा। फिलहाल महापौर प्रत्याशी रहीं विनय ज्योति दीक्षित अपने पति और फ्रेंड्स क्लब के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के बाद भाजपा से इस्तीफा देने की बात कही है।
    साभार अमर उजाला

  • बिना टिकट मिले रमेश मेंदोला और आकाश विजयवर्गीय ने प्रचार अभियान किया शुरू

    इंदौर। विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही नेताओं ने अपने अपने क्षेत्रों से दावेदारी करना शुरू कर दी है। कुछ नेताओं के टिकट पार्टी से तय हो चुके हैं और कुछ इंतजार में हैं। इन सबके बीच कुछ नेता टिकट मिले बिना ही क्षेत्र में प्रचार अभियान शुरू कर चुके हैं। इस लिस्ट में विधायक रमेश मेंदोला और विधायक आकाश विजयवर्गीय भी हैं जिन्होंने अपने क्षेत्र में प्रचार अभियान शुरू कर दिया है। विधानसभा दो में कई बड़े आयोजनों के पोस्टर होर्डिंग लग चुके हैं और दोनों ही विधायकों ने स्थानीय कार्यक्रमों में प्रचार भी शुरू कर दिया है। 
    विधानसभा दो में धार्मिक आयोजनों पर अधिक फोकस किया जा रहा है। क्षेत्र में इसी सप्ताह दो बड़े आयोजन हैं। निरंजनपुर में खाटू श्याम मंदिर के पास में कथा है, नंदा नगर बृजमोहन महाराज द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। धार्मिक आयोजनों के साथ ही स्वास्थ्य के आयोजन भी करवाए जा रहे हैं। रविवार को ही स्वास्थ्य शिविर लगाया गया जिसमें जरूरतमंद लोगों को मशीनें, दवाएं आदि दी गई। 
    रमेश मेंदोला की टीम ने हर वार्ड में उनके लिए दौरे शुरू करवा दिए हैं। रहवासी संघों के साथ ही व्यापारियों, क्षेत्रीय लोगों के साथ बैठकों का दौर चल रहा है। रमेश मेंदोला लगभग हर दिन किसी न किसी वार्ड में कार्य़क्रम के लिए जा रहे हैं। भले ही उनका टिकट तय नहीं हुआ हो लेकिन वे लोगों से प्रचार के लिए सतत मिल रहे हैं। 
    विधानसभा क्षेत्र क्रमांक दो के कार्यक्रमों में विधायक आकाश विजयवर्गीय भी विधायक रमेश मेंदोला के साथ कार्यक्रमों में नजर आ रहे हैं। आकाश फिलहाल क्षेत्र क्रमांक तीन से विधायक हैं लेकिन उनके पिता कैलाश विजयवर्गीय को क्षेत्र क्रमांक एक से टिकट मिलने के बाद यह माना जा रहा है कि अब उन्हें फिर से टिकट मिलने की संभावना कम हो चुकी है। विधानसभा दो में होने वाले हर कार्यक्रम में वह पूरा समय दे रहे हैं। कई जगह उनके नाम के होर्डिंग पोस्टर भी लगे हुए हैं। 
    विधानसभा तीन में आकाश विजयवर्गीय ने सक्रियता कम कर दी है। वह तीन में विधायक हैं और चुनाव नजदीक हैं लेकिन तीन में आयोजन लगभग बंद हैं। आकाश अपने क्षेत्र को छोड़ विधानसभा दो में पूरे समय सक्रिय हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • पांच राज्यों में चुनाव तारीखों का एलान, मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को चुनाव, 3 दिसंबर को होगी मतगणना

    नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने आज यानी सोमवार दोपहर 12 बजे एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान पांच राज्यों में होने वाले चुनावों का एलान कर दिया गया। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनावों की तारीखों के बारे में विस्तार से बताया। सभी राज्यों के चुनाव परिणाम तीन दिसंबर को आएंगे।

    सभी 5 राज्यों के चुनाव नतीजे एक साथ ही 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। वहीं मध्य प्रदेश के पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में 7 और 17 नवंबर को चुनाव होना है। राजस्थान में 23 नवंबर को चुनाव होगा। सबसे अंत में 30 नवंबर को तेलंगाना में चुनाव होना है। इलेक्शन के कैलेंडर की शुरुआत मिजोरम से होगी, जहां 7 नवंबर को मतदान होना है। इसी दिन छत्तीसगढ़ में चुनाव के पहले चरण की वोटिंग होगी।

    कब कहां वोटिंग? 
    मिजोरम- 7 नवंबर
    छत्तीसगढ़- पहला चरण 7 नवंबर और दूसरा चरण 17 नवंबर को 
    मध्यप्रदेश- 17 नवंबर 
    राजस्थान- 23 नवंबर 
    तेलंगाना- 30 नवंबर
    नतीजे- तीन दिसंबर
    कुल 16.14 करोड़ मतदाता इन चुनावों में अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे
    मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि कुल 16.14 करोड़ मतदाता इन चुनावों में अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। इनमें 8.2 करोड़ पुरुष मतदाता, 7.8 करोड़ महिला मतदाता होंगे। इस बार 60.2 लाख नए मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। खास बात यह भी है कि 60.2 लाख नए मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। इनकी उम्र 18 से 19 साल के बीच है। 15.39 लाख वोटर ऐसे हैं, जो 18 साल पूरे करने जा रहे हैं और जिनकी एडवांस एप्लीकेशन प्राप्त हो चुकी हैं।
    साभार अमर उजाला 

  • मध्य प्रदेश में कल हो सकता है चुनाव की तारीखों का एलान

    भोपाल। चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश समेत सभी पांचों राज्यों की चुनावी तैयारियों की समीक्षा कर ली है। गुरुवार को आयोग ने सभी राज्यों के निर्वाचन अधिकारियों से वीसी के माध्यम से तैयारियों को लेकर चर्चा भी की। चुनाव आयोग सोमवार को चुनाव की तारीखों का एलान कर सकता है। इसके बाद ही पूरे प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। इस बार भी पिछले वर्ष की तरह एक चरण में ही मतदान होगा। जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश में नवंबर के तीसरे या चौथे सप्ताह में मतदान हो सकता है। बता दें प्रदेश सरकार का कार्यकाल 6 जनवरी 2024 को खत्म हो रहा है। 
    2018 में मध्य प्रदेश में 6 अक्टूबर को चुनाव की तारीखों का एलान हुआ था। वहीं, 28 नवंबर को एक चरण में चुनाव हुए थे। वहीं, 2013 में चार अक्टूबर, 2008 में 14 अक्टूबर और 2003 में 12 अक्टूबर को चुनाव की तारीखों का एलान हुआ था।
    प्रदेश में चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। इसके बाद सार्वजनिक लोकार्पण और शिलान्यास प्रतिबंध हो जाएंगे। किसी भी नए काम या योजना को स्वीकृति नहीं दी जा सकेंगी। सरकार अपनी उपलब्धी के होर्डिंग्स नहीं लगा सकेंगी। सरकार अपनी उपब्धियों के विज्ञापन मीडिया में नहीं दे सकेंगी। 
    साभार अमर उजाला

  • शिवराज पीएम पर दबाव बनाने जनता से पूछ रहे मैं चुनाव लड़ू या नहीं लड़ू : कमलनाथ

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले नेताओं की बयानबाजी से सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी में पीसीसी चीफ और पूर्व सीएम कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर बड़ा हमला बोला है। पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मध्य प्रदेश भाजपा में हताशा चरम पर है। पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम लेना बंद कर दिया और उन्हें मुख्यमंत्री की दौड़ से बाहर कर दिया। इसके जवाब में प्रधानमंत्री पर दबाव बनाने के लिए पहले तो मुख्यमंत्री ने जनता के बीच यह पूछना शुरू किया कि मैं चुनाव लड़ूं या नहीं लड़ूं और अब सीधे पूछ रहे हैं कि मोदी जी को प्रधानमंत्री होना चाहिए या नहीं। नाथ ने कहा कि पीएम और सीएम की जंग में, भाजपा में जंग होना तय है। जिन्हें टिकट मिला, वह लड़ने को तैयार नहीं है और जो टिकट की रेस से बाहर हैं, वह सबसे लड़ते फिर रहे हैं। 
    बता दें सीएम शिवराज जनता से पूछ रहे है कि मैं चुनाव लड़ू या नहीं लड़ू। तीन अक्टूबर को सीएम ने बुदनी में पूछा कि मैं चुनाव लड़ूं या नहीं? यहां से लड़ू या नहीं? चार अक्टूबर को उन्होंने बुरहानपुर में कहा कि मैं देखने में दुबला पतता हूं, पर लड़ने में तेज हूं। इससे पहले सीहोर में कहा था कि मैं चला जाऊंगा तो बहुत याद आऊंगा। शुक्रवार को डिंडौरी में जनता से पूछा कि सरकार कैसी चल रही है, सीएम बनूं या नहीं? उन्होंने मीडिया के इन बयानों को देने को लेकर सवाल किया तो बोले कि इसे समझने के लिए गहरी दृष्टि चाहिए।

    साभार अमर उजाला

  • प्रदेश में कांग्रेस की लहर, सरकार बनना तय : युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत

    इंदौर। प्रदेश की 36 आदिवासी सीटों पर आदिवासी स्वाभिमान यात्रा निकालने वाले प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया का मानना है कि प्रदेश में इस बार कांग्रेस की लहर है और जनता का आक्रोश भाजपा सरकार के प्रति नजर आ रहा है। इस बार कांग्रेस की सरकार बनना तय है। जनता ने समझ लिया है जिन्होंने बाबा महाकाल को नहीं छोड़ा, महाकाल लोक बनाने में 50 प्रतिशत कमिशन लिया। वे जनता को लूटने में कमी नहीं रखेंगे।
    आदिवासी समाज के मुद्दे पर विक्रांत बोले कि प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार की घटनाएं लगातार हो रही है। सीधी का पेशाब कांड हो या नीमच में आदिवासी को गाड़ी से बांधने का मामला। इस तरह की कई घटनाएं प्रदेश में रुकने का नाम नहीं ले रही है इनमें भाजपा के लोगों के नाम आ रहे है।
    घोटाले के मुद्दे पर विक्रांत बोले कि प्रदेश में पटवारी घोटाले हुआ। अयोग्य लोगों से पैसे लिए गए। भाजपा नेतागणों के काॅलेज में परीक्षा में धांधली कर अच्छे नंबरों से उन्हें पास कराया गया। जिन लोगों को नहीं पता कि मध्य प्रदेश की राजधानी क्या है, वे लोग टाॅप टेन में आ गए। प्रदेश में योग्य लोगों का शोषण हो रहा है। यह माहौल देखकर जनता मन बना चुकी है कि वह इस बार कांग्रेस का साथ देगी।
    मालवा निमाड़ में कांग्रेस की स्थिति को लेकर कहा कि पिछले चुनाव में मालवा-निमाड़ में कांग्रेस की सीटें ज्यादा थी। प्रदेश मे मैने आदिवासी स्वाभिमान यात्रा 36 आदिवासी सीटों पर निकली गई। इनमें ज्यादातर मालवा निमाड़ की सीटें थी। वहां कांग्रेस की प्रति जनता का समर्थन देखकर लग रहा है कि प्रदेश में कांग्रेस की लहर है।
    बूथ स्तर तक संगठन की तैयारी है। यूथ कांग्रेस ने हर बूथ पर पांच कार्यकर्ता तैयार किए है। युवा वर्ग का सरकार के प्रति आक्रोश है। खुद के चुनाव लड़ने पर विक्रांत बोले कि पार्टी चुनाव में जो जिम्मेदारी देगी, उसका आदेश माना जाएगा। हमारी तरफ से पूरी तैयारी है।
    साभार अमर उजाला

  • कनाडा में मंदिरों पर हमला करने वाला गिरफ्तार, भारत ने बनाया था दबाव

    ओटावा। कनाडा की पुलिस ने बीते गर्मी के महीने के बाद से मंदिरों को अपवित्र करने की घटना में कार्रवाई करते हुए पहली गिरफ्तारी की है। आपको बता दें कि मंदिरों की दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में स्प्रे पेंटिंग और भारत विरोधी नारे लिखे गए थे। भारत ने कार्रवाई का दबाव बनाया था। 
    हिंदुस्तान टाइम्स के एक सवाल का जवाब देते हुए रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस की सरे टुकड़ी के एक प्रवक्ता ने कहा कि 12 अगस्त और 14 अगस्त की घटनाओं के संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, पुलिस ने हिरासत में लिए गए व्यक्ति की पहचान नहीं की है।
    12 अगस्त को सरे में लक्ष्मी नारायण मंदिर को अपवित्र कर दिया गया था। मंदिर के मुख्य द्वार और दरवाजों पर पोस्टर चिपका दिए गए। सामने के गेट पर लगे पोस्टर में ओटावा में भारत के उच्चायुक्त के साथ-साथ टोरंटो और वैंकूवर में भारत के राजदूतों के नाम और तस्वीरों के नीचे वांटेड शब्द लिखा था। वहीं, दूसरी घटना में, कनाडा से 18 जून को खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में 'भारत की भूमिका' की जांच करने का आह्वान किया।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • शिवराज सिंह का बड़ा दाव... सरकारी नौकरियों में महिलाओं को अब 35% आरक्षण

    भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा दांव चल दिया है। मध्य प्रदेश में सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए आरक्षण में वृद्धि कर दी गई है। यहां महिलाओं को अब 35 फीसदी आरक्षण मिलेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह फैसला ऐसे समय पर लिया है जब हाल ही में केंद्र सरकार ने लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देने को लेकर कानून बनाया है।
    शिवराज सिंह चौहान ने महिला दिवस पर इसको लेकर ऐलान किया था कि महिलाओं के आरक्षण में वृद्धि की जाएगी। सामान्य प्रशासन विभाग ने इसको लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। राज्य में अब तक महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण प्राप्त था, इसमें अब वृद्धि कर दी गई है। वन विभाग को छोड़कर राज्य सरकार के अधीन जितनी भी नौकरियां हैं उनमें सीधी भर्ती के पदों पर 35 फीसदी आरक्षण महिलाओं के लिए होगा।
    मध्य प्रदेश में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है। करीब दो दशक से सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी को एंटी इनकंबेसी फैक्टर की चिंता सता रही है। ऐसे में एक तरफ जहां टिकट बंटवारे में बड़े फैसले करते हुए दिग्गजों को उतारा गया है तो दूसरी तरफ चुनाव तारीखों के ऐलान से पहले शिवराज सिंह चौहान हर दिन कोई बड़ी घोषणा कर रहे हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • सीएम कल करेंगे महाकाल लोक के दूसरे चरण के साथ तैयार हाईटेक अन्नक्षेत्र का लोकार्पण

    उज्जैन। देशभर में उज्जैन का महाकाल लोक चर्चित हो गया है, जिसके चलते लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां आने लगे हैं। बाबा महाकाल के दर्शन के भी तमाम रिकॉर्ड टूट रहे हैं। वहीं अब श्रद्धालुओं को आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही है। कल 5 अक्टूबर को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान महाकाल लोक के दूसरे चरण का लोकार्पण करेंगे, जिसमें विशाल पार्किंग, यूनिटी मॉल और भक्त निवास के भूमिपूजन के साथ-साथ देश के सबसे हाईटेक तैयार अन्न क्षेत्र का लोकार्पण भी करेंगे। 25 करोड़ की लागत से महाकाल लोक परिसर के पास निर्मित इस अन्नक्षेत्र में एक दिन में एक लाख श्रद्धालुओं को भोजन करवाने की क्षमता है।
    देश के बड़े गुरुद्वारों से लेकर तिरुपति बालाजी, शिर्डी व अन्य धार्मिक स्थलों पर अन्न क्षेत्र चल रहे हैं। उनकी जानकारी लेकर उज्जैन में सबसे बड़ा और अत्याधुनिक अन्नक्षेत्र त्रिवेणी संग्रहालय के सामने मौजूद वाहन पार्किंग के पास तैयार किया गया है। उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और महाकाल मंदिर प्रशासक तथा उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ संदीप सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि 5 अक्टूबर से ही इस अन्न क्षेत्र की शुरुआत हो रही है। इंदौर के अग्रवाल परिवार ने बड़ी दान राशि इस अन्न क्षेत्र के लिए दी है। वहीं एक अन्य दानदाता, जिन्होंने अपना नाम गुप्त ही रखा। उन्होंने लगभग 7 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के हाईटेक किचन एक्यूपमेंट दिए हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस भी उतारेगी दिग्गजों को, कमलनाथ, भूरिया और पचौरी संभालेंगे मैदान

    भोपाल। भाजपा की तीन सूची में 79 नाम आने के बाद कांग्रेस भी अपने प्रत्याशियों की सूची जारी करने की तैयारी में जुट गई है। इसको लेकर दिल्ली में मंगलवार को कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई। इसमें प्रत्याशियों को लेकर चर्चा की गई। इसके अनुसार अब कांग्रेस भी अपने दिग्गजों को मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। इसमें पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ेंगे।
    कई मंचों पर चुनाव लड़ने को लेकर पूछे सवाल पर कमलनाथ अब तक गोलमोल जवाब देते है। यही वजह है कि उनके चुनाव लड़ने को लेकर असमंजस वाली स्थिति रही। अब पार्टी सूत्रों का कहना है कि भाजपा के पहलवानों को टक्कर देने के लिए कमलनाथ भी चुनाव मैदान में दिखेंगे। 
    वहीं, चुनाव लड़ने से कतरा रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी भी चुनाव लड़ेंगे। पचौरी दो बार भोजपुर से विधानसभा का चुनाव हार चुके हैं। अब पार्टी फिर से उनको उतारने पर विचार कर रही है। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया भी झाबुआ से चुनाव मैदान में उतरेंगे। झाबुआ और रतलाम के सांसद रहे कांतिलाल भूरिया अपने बेटे विक्रांत भूरिया के लिए खुद चुनाव लड़ने से मना करते आ रहे थे। 
    राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विवेक तन्खा ने भी विधानसभा का चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। दो बार जबलपुर से लोकसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा चुके तन्खा को दोनों बार हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, कांग्रेस के अंदर ही उनको नरसिंहपुर से भाजपा के प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल के सामने मैदान में उतारने को लेकर चर्चा है। 
    पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह भी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने 2003 के बाद से कोई विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा है। उन्होंने 2019 में भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन वे हार गए। दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह राघौगढ़ और छोटे भाई लक्ष्मण सिंह चाचौड़ा से विधायक हैं। दिग्विजय सिंह की प्रदेश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में अच्छी पकड़ है। वे हारी सीटों को जिताने के लिए पिछले कई दिनों से दौरे कर रहे हैं। जानकार उनके चुनाव नहीं लड़ने के पीछे एक यह वजह भी बता रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस को वोट देने का मतलब है पाकिस्तान को समर्थन करना - विजयवर्गीय

    इंदौर। इंदौर में विधानसभा एक से भाजपा प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर वर्ग विशेष के तुष्टिकरण का आरोप लगाया है। कैलाश विजयवर्गीय ने एक सभा में कहा कि कांग्रेस को वोट देने का मतलब है पाकिस्तान का समर्थन करना। क्योंकि ये लोग सिर्फ वोट की राजनीति करते हैं। तुष्टीकरण के लिए विशेष वर्ग के लोगों को समर्थन करते हैं। हमारे साथ खड़े होकर रामनाम बोलने का नाटक करते हैं। हम राम नाम बोलकर पैदा हुए राम नाम बोलकर ही मरेंगे। हम नौटंकी वाले लोग नहीं हैं कि कभी जनेऊ पहन लिया तो कभी टोपी पहन ली। हम राम के पट्ठे हैं। दुपट्टा डाल के चलते हैं, कोई डुप्लिकेट रोल नहीं है अपना। 
    कैलाश विजयवर्गीय ने कहा पहले की पीढ़ियों ने तो बहुत खराब समय देखा। मंदिरों को टूटते हुए देखा। सोमनाथ का मंदिर टूट गया, राम मंदिर टूट गया, कृष्ण मंदिर टूट गया। मुगलों का शासन हुआ करता था। हम भाग्यशाली हैं कि पीएम मोदी के शासन में मंदिर बनते हुए देख रहे हैं। महाकाल लोक बन रहा है। सब दूर मंदिर का निर्माण हो रहा है। भारत की अस्मिता को आगे बढ़ाने का काम पीएम मोदी के नेतृत्व में हो रहा है। इसलिए हम सब कार्यकर्ता को घर घर जाकर यह बातें बताना हैं। 
    विजयवर्गीय ने कहा सोनिया गांधी ने तो कोर्ट में एफिडेविट दिया था कि राम नाम का तो कोई व्यक्ति नहीं था यह तो काल्पनिक है। रामचरितमानस उपन्यास है। अभी घमंडियों का एक गठबंधन बन चुका है। उनके एक पार्टनर जो तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री हैं, उनके बेटे स्टालिन ने सनातन धर्म को समाप्त कर देना चाहिए कहा है। हमने सोचा था कांग्रेस इसका विरोध करेगी लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के बेटे ने उनका समर्थन कर दिया। बिहार के शिक्षा मंत्री ने उनका समर्थन कर दिया। इस प्रकार रामचरितमानस का कांग्रेस ने हमेशा अपमान किया है। इसलिए हमें सोचना है कांग्रेस क्या कर रही है। क्या इस देश से सनातन धर्म को कोई समाप्त कर सकता है? बताओ, किसकी मां ने दूध पिलाया है जो यह कर सकता है। हमारी माताओं ने हरतालिका तीज का त्योहार मनाया। राजबाड़े पर हमारी माताएं भूखी प्यासी अपने पति की दीर्घायु के लिए उपवास रखती हैं। यह सनातन परंपरा है। क्या कोई इस परंपरा को समाप्त कर सकता है। कांग्रेस सनातन को समाप्त करने की बात करती है और मुझे मालूम है यहां के कांग्रेस के उम्मीदवार नाटक करते हैं। साड़ी बाटते हैं, कथा करवाते हैं। यह सब नाटक है वास्तविकता कुछ और है। 
    साभार अमर उजाला

  • भारत ने कनाडा के दर्जनों राजनयिकों को दिया तुरंत देश छोड़ने का आदेश: रिपोर्ट

    नई दिल्ली। भारत और कनाडा के बीच खालिस्तान को लेकर छिड़ा विवाद और तेज हो गया है। भारत सरकार ने कनाडा के दर्जनों राजनयिकों को देश से बाहर निकलने का आदेश जारी किया है। यह अब तक का सबसे बड़ा ऐक्शन है। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। अखबार के मुताबिक भारत सरकार ने कनाडा से कहा कि उसके राजनयिक भारत छोड़ दें। पूरे मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि मोदी सरकार ने कहा है कि कनाडा के 40 डिप्लोमैट्स 10 अक्टूबर तक भारत छोड़ दें। 
    भारत सरकार ने इस बात के पहले ही संकेत दे दिए थे, जब विदेश मंत्रालय ने कहा था कि कनाडा के ज्यादा राजनयिक यहां तैनात हैं। ऐसे में उनकी संख्या कम किए जाने की जरूरत है। अभी कनाडा की ओर से इस पर कोई रिएक्शन नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है कि कनाडा से भी भारतीय डिप्लोमैट्स की संख्या में कमी आ सकती है। भारत की ओर से कनाडा के खिलाफ यह चौथा ऐक्शन है। भारत ने सबसे पहले कनाडा के एक खुफिया अधिकारी को देश छोड़ने का आदेश दिया था। फिर वीजा सेवाओं को बंद कर दिया गया है और कनाडा के नागरिकों की भारत में एंट्री पर रोक लगा दी गई। यही नहीं भारत सरकार ने कनाडा की यात्रा करने वाले भारतीयों के लिए एडवाइजरी भी जारी की थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • एमपी में कांग्रेस सरकार बनने पर जातिगत जनगणना कराएंगे : कमलनाथ

    भोपाल। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि राहुल गांधी ने समाज के वंचित तबके का जो मुद्दा उठाया है, वह सामाजिक न्याय की कसौटी है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनते ही जातिगत जनगणना कराई जाएगी और समाज के हर वर्ग को शासन और प्रशासन दोनों में न्यायोचित हिस्सेदारी दी जाएगी। पूर्व सीएम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सदैव से सामाजिक न्याय के साथ खड़ी रही है। मध्य प्रदेश में ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला भी कांग्रेस की सरकार ने किया था, जिसे भाजपा ने षड्यंत्रपूर्वक खत्म कर दिया। उन्होंने आगे लिखा कांग्रेस आएगी। सामाजिक न्याय लाएगी। 
    बता दें कमलनाथ ने राहुल गांधी की सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को टैग कर अपनी बात कही। जिसमें राहुल गांधी ने लिखा कि बिहार की जातिगत जनगणना से पहला चला है कि वहां ओबीसी, एससी और एसटी 84 प्रतिशत है। केंद्र सरकार के 90 सचिवों में सिर्फ तीन ओबीसी हैं, जो भारत का मात्र पांच प्रतिशत बजट संभालते हैं। इससे पहले राहुल गांधी ने अपने मध्य प्रदेश दौरे पर केंद्री की मोदी सरकार को ओबीसी विरोधी बताया था। 
    प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही अपने आप को ओबीसी का हितैषी बता रही है। इसका कारण प्रदेश की 80 से अधिक सीटों पर ओबीसी वर्ग का प्रभाव होना है। भाजपा दावा करती है कि उसने प्रदेश को तीन-तीन ओबीसी मुख्यमंत्री उमा, बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान दिए। कांग्रेस सिर्फ उलझाने का काम करती है। वहीं, कांग्रेस दावा कर रही है कि उसने ओबीसी को 14 से 27 प्रतिशत आरक्षण दिया। हालांकि अभी यह कोर्ट में लंबित है।
    साभार अमर उजाला

  • टिकट कटने से नाराज भाजपा नेता प्रत्याशियों का कर रहे खुलकर विरोध

    छिंदवाड़ा। परासिया अमरवाड़ा और जुन्नारदेव में टिकट वितरण से नाराज नेताओं ने बगावत कर दी है। इन तीनों विधानसभा क्षेत्र में खुद को टिकट का दावेदार मानने वाले नेता भाजपा संगठन से नाराज तो हैं, वहीं खुलेआम प्रत्याशियों का विरोध करते नजर आ रहे हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इन्हें मनाने की जवाबदारी बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सी टी रवि को दी गई थी, लेकिन वे भी इन नाराज नेताओं को नहीं मना पाए। 
    बता दें परासिया में ज्योति डेहरिया को टिकट दी गई है, जिसको लेकर बावरिया गुट नाराज है। पूर्व एमएलए रहे बावरिया को मनाने के लिए रविवार को बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी परासिया में उनके घर गए थे लेकिन आधे घंटे हुई गुप्त चर्चा के बाद भी बावरिया सुशील मोदी से नहीं मान पाए। वहीं सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सी टी रवि बावरिया के पास पहुंचे, लेकिन उन्हें भी बैरंग लौटना पड़ा। 
    जुन्नारदेव में भी कुछ ऐसे ही हालत देखने को मिल रहे हैं। यहां नथन शाह की टिकट के खिलाफ आशीष ठाकुर लाम बंद हो गए हैं तथा उनके समर्थक एक नई नीति बनाने की तैयारी में हैं। इन्हें भी मानने का प्रयास किया गया, लेकिन सुशील मोदी के मनाने पर वह तैयार नहीं हुए। अमरवाड़ा में पहले ही उत्तम ठाकुर के समर्थक मोनिका बट्टी का विरोध कर चुके हैं, समझा जा सकता है कि तीनों जगह एक से हालत है।
    साभार अमर उजाला

     

  • आप ने इंदौर के तीन विधानसभा क्षेत्रों में खड़े किए दावेदार, कड़ी टक्कर की तैयारी

    इंदौर। आम आदमी पार्टी ने इंदौर के तीन विधानसभा क्षेत्रों में दावेदार खड़े कर दिए हैं। विधानसभा एक, चार और महू से आप ने नामों की घोषणा कर दी है। एक से अनुराग यादव चार से डॉक्टर पीयूष जोशी और महू से सुनील चौधरी दावेदारी कर रहे हैं। 
    डॉक्टर पीयूष जोशी आप के प्रदेश प्रवक्ता हैं। वे कहते हैं कि मैं आज मप्र की व्यवस्थाओं की सर्जरी करने की बेहद आवश्यकता है। वे स्वास्थ्य, शिक्षा और व्यापार की नीतियों को बेहतर करने के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने बेहतर सरकारी स्कूल, मोहल्ला क्लिनिक और लोकल बिजनेस ऑथोरिटी की मांग की है। उनका मानना है कि इन तीनों मुद्दों पर काम करके ही प्रदेश को बेहतर दिशा में आगे ले जाया जा सकता है। 
    अनुराग यादव आम आदमी पार्टी के आंदोलनों में कई बार जेल जा चुके हैं। उन्होंने बीकाम किया है और 2015 से पार्टी से जुड़ गए थे। उन्हें पार्षद चुनाव के समय आलीराजपुर का प्रभार दिया गया था। अनुराग का कंस्ट्रक्शन का काम है। वे एक नंबर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं जहां पर भाजपा से कैलाश विजयवर्गीय और कांग्रेस से संजय शुक्ला की दावेदारी है। इसे इंदौर में सबसे रोमांचक मुकाबले वाली सीट माना जा रहा है। 
    सुनील चौधरी महू से आप के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। वे राजनीति को समाजसेवा का क्षेत्र मानते हैं। उन्होंने एलएलबी किया है और कई सामाजिक संगठनों से जुड़े हुए हैं। सुनील युवाओं के बीच भी खासे लोकप्रिय हैं और कई खेल संगठनों से भी जुड़े हैं। रक्तदान, पौधरोपण, शिक्षण सामग्री में मदद जैसे काम वे अपने समूहों के साथ लंबे समय से कर रहे हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • लांबाखेड़ा में कांग्रेस की लोकतंत्र बचाओ पैदल यात्रा को पुलिस ने रोका, दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए

    भोपाल। आदिवासी समाज के लोगों की लोकतंत्र बचाओ पैदल यात्रा को सोमवार को पुलिस ने भोपाल के करोंद के पास लांबाखेड़ा में रोक दिया। यात्रा में शामिल लोगों ने पुलिस पर यात्रा को आगे बढ़ने से रोकने का षड्यंत्र करने का आरोप लगाया। हालांकि पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के मौके पर पहुंचने पर पुलिस ने यात्रा को आगे बढ़ने दिया। यात्रा में दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए। इससे पहले लांबाखेड़ा में ही यात्रा को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि आज दो अक्टूबर को महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती है। पूरे विश्व में दो अक्टूबर को अंहिसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। 
    दिग्विजय सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी ने पूरे जीवन पर अहिंसा के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उनका दोष केवल यह था कि वह सभी साथ लेकर चलते थे। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई। अनुसूचित जाति और जनजाति सभी को सम्मान की नजर से देखते थे। सबसे पहले छूआछूट का यदि किसी ने आंदोलन किया तो महात्मा गांधी ने किया। आज उनका जन्म है। अंहिसा का दिवस है। यह यात्रा में किसी ने झगड़ा नहीं किया। शांति मार्च किया। दो अक्टूबर को यहां आने का मकसद यह है कि हम अंहिसा के पूजारी है। हम अनुसूचित जाति और जनताति के अधिकारों के लिए शांति पूर्वक बिना किसी लड़ाई के हमारी गरीब, दलित, एससी, एसटी जिनकी जमीन छिन ली गई। जिनको दंबंगों के पैरों के तले दबाया जा रहा है। दंबंगों द्वारा आदिवासियों के ऊपर पेशाब किया जा रहा है। अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों के शरीर पर मल लेपा जा रहा है। और यह भारतीय जनता पार्टी की सरकार और यह मामा जो कहता है कि मैं तुम्हारा हूं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि तुम किसके हो हमें मालूम है। तुम सिर्फ नगद के हो। भ्रष्टाचार के हो। तुम किसी के सगे नहीं हो। मैं आरोप लगा रहा हूं। हिम्मत होती तो मेरे ऊपर मानहानि का दावा करता मामा। मेरे पास गवाह है कि इनके भ्रष्टाचार के है। 
    यह लोग देश के लोकतंत्र को खरीद और बेच रहे 
    पूर्व सीएम ने कहा कि यात्रा में शामिल लोगों को कहा कि यहां से शांतिपूर्वक अंबेडकर मैदान तक चलेगा। मैं आपके साथ चलूगा। आज में बिना पूजा और अनाज खां के नहीं आया हूं। उन्होंने राजा साबह जिंदाबाद के नारे लगाने वालों को टाकते हुए कहा कि कोई राजा साहब जिंदाबाद नहीं बोलेगा। नारे आदिवासी, जनजाति, पिछड़ा वर्ग के पक्ष में, अंहिसा के पक्ष में, लाल बहादुर के पक्ष में, भीमराव अंबेडकर के पक्ष में होंगे। क्योंकि इन्होंने हमें आजादी दिलाई और लोकतंत्र दिया। उन्होंने भाजपा का नाम लिए बिना कहा कि यह लोग इस देश के लोकतंत्र को खरीद और बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को गिराने में करोड़ों रुपए किसका पैसा लगा था। क्या गरीब का पैसा लगा था। क्या विधायकों को चेक से पेमेंट किया था। नोट की गड्डियों से पेमेंट किया गया था। 
    लोकतंत्र बचाव यात्रा में शामिल वकील सुनील कुमार आदिवासी ने बताया कि पुलिस अनुमति नहीं होने समेत अलग-अलग बहाने कर यात्रा को रोक रही थी। इस बीच पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पहुंचे। जिसके बाद पुलिस ने यात्रा को आगे बढ़ने दिया। दिग्विजय सिंह ने कहा कि गांधी जयंती पर अहिंसावादी लोगों को रोकने की कोशिश की जा रही है। 
    साभार अमर उजाला

  • ओपिनियन पोल :  मध्य प्रदेश में कांग्रेस के लिए बड़ी खुशखबरी, भाजपा को कितनी सीटें?

    भोपाल। जल्द इस मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में सभी पार्टियां जनता को लुभाने में जुटी हैं। अभी हाल ही में बीजेपी अपने 79 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। हालांकि अभी तक कांग्रेस में उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है। ऐसे में प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी इसका फैसला जनता को करना है। विधानसभा चुनाव को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं।  इसी बीच टाइम्स नाउ नवभारत ने ओपिनियन पोल जारी किए हैं।
    नए सर्वे रिपोर्ट रिपोर्ट के मुताबिक, अगर आज मध्य प्रदेश में विधानसभा के चुनाव हुए तो बीजेपी को 102 से 110 सीटें मिल सकती हैं। जबकि कांग्रेस को 118 से 128 सीटें मिलने के आसार हैं। वहीं, अन्य दलों को 02 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं, अगर सर्वे में वोट शेयर की बात करें तो बीजेपी को 2023 के चुनाव में 42.8 फीसदी वोट मिल सकता है। जबकि, कांग्रेस को 43. 8 फीसदी वोट मिल रहा है। जबकि अन्य के खाते में 13.40 वोट फीसदी जा सकता है।
    बता दें कि बीजेपी ने अबतक मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीट में से 78 सीट पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। बीजेपी ने मध्य प्रदेश में 9 सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा।  कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रह्लाद सिंह पटेल, गणेश सिंह, राकेश सिंह, रीति पाठक और सांसद उदयप्रताप सिंह शामिल हैं। बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भी चुनावी मैदान में उतारा.कैलाश विजयवर्गीय इंदौर-1 से चुनाव लड़ेंगे। 
    साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो उसमें बीजेपी को 56 सीटों का नुकसान के साथ कुल 109 सीटें मिली थी। जबकि कांग्रेस को कुल 114 सीटें हासिल हुई थी। जबकि बीएसपी को दो सीटें मिली थी। इस साल कांग्रेस करीब 15 सालों के बाद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और करीब डेढ़ साल सत्ता में रही। हालांकि इसके बाद हुए उलटफेर के चलते बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई थी जिसमें कांग्रेस से बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बड़ा रोल निभाया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने गाया गाना...तो नाचने लगे कांग्रेसी कार्यकर्ता

    इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर में एक दिलचस्प नजारा लोगों को देखने के लिए मिला जहां बीजेपी नेता के गाने की धुन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर डांस किया. दरअसल गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान जब बीजेपी के कद्दावर नेता और इंदौर- विधानसभा सीट से प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय का काफिला गुजर रहा था तो वहीं रास्ते में कांग्रेस की एक सभा चल रही थी.
    विजयवर्गीय इस दौरान 'ये देश हैं वीर जवानों का' गीत गा रहे थे. उनका ये गीत सुनकर कांग्रेस के कार्यक्रम में मौजूद कार्यकर्ता भी खुद को थिरकने से नहीं रोक पाए. अब कैलाश विजयवर्गीय का ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
    एक तरफ कैलाश विजयवर्गीय अपनी सुर में गा रहे थे वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस कार्यकर्ता उनके गानों पर ताल दे रहे थे. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अपने गीत पर थिरकते हुए देखकर कैलाश विजयवर्गीय का जोश और बढ़ गया और वो गीत को आगे बढ़ाते रहे.
    साभार आज तक 

  • एक अक्तूबर को भोपाल आएंगे गृहमंत्री अमित शाह, प्रत्याशियों का फीडबैक लेंगे

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे मध्य प्रदेश में लगातार बन रहे हैं, वहीं अमित शाह भी एमपी में अपनी पकड़ बढ़ाते जा रहे हैं। प्रदेश में भाजपा को जीत दिलाने के लिए शाह ने खुद कमान संभाल रखी है। अब एक बार फिर भोपाल आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि अगले महीने अक्तूबर में 1 तारीख को शाह भोपाल आएंगे। उनके इस भोपाल दौरे की खबर पाकर प्रदेश संगठन व्यवस्थाओं में जुट गया है। शाह भोपाल में कई संगठनात्मक बैठको में भाई लेंगे। चर्चा ये भी है कि शाह भाजपा प्रत्याशियों की सूची जारी होने पर विधानसभाओ से आया फीडबैक भी लेंगे। 
    जानकारी के अनुसार गृहमंत्री अमित शाह सुबह 11:30 बजे भोपाल पहुँचेंगे। वे भोपाल में क़रीब तीन घंटे रुकेंगे। इस दौरान वे पार्टी कार्यालय में ही अलग अलग बैठके लेंगे। इनमें शाह के साथ ही पार्टी के अन्य वरिष्ठ भी शामिल होंगे। आचार संहिता लगने के पहले हो रहे शाह के इस दौरे को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 
    इससे पहले शाह अपने फार्मूले के तहत प्रदेश में यूपी गुजरात बिहार महाराष्ट्र जैसे राज्यों से नेताओं को इंपोर्ट कर चुनाव में तैनात कर चुके हैं। इन प्रवासी नेताओं ने मध्य प्रदेश में मोर्चा संभाल भी लिया है। बुधवार को भी इन नेताओं ने बैठक कर प्रदेश में चुनाव की रणनीति बनाई। इनको अलग अलग विधानसभाओ का अलग प्रभार दिए गया है। 
    इधर, भाजपा एमपी में अब तक प्रत्याशियों की तीन सूचियां जारी कर चुकी है, जिसमें 79 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जा चुके हैं। पहली दो सूची में भाजपा ने 39-39 नाम जारी किए थे। तीसरी सूची में सिर्फ एक नाम घोषित किया था। इतना ही नहीं भाजपा ने अपनी पहली सूची अगस्त महीने में ही घोषित कर दी थी। अब 151 सीटें शेष रह गई हैं जहां भाजपा को प्रत्याशी का नाम सामने लाना है।
    साभार अमर उजाला

  • श्रीलंका ने कनाडा पर उठाए सवाल, कहा- आतंकी पालता है कनाडा, हमारे साथ भी ऐसा ही किया

    न्यूयॉर्क। खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की मौत में भारत का हाथ होने की आशंका जता रहे कनाडा पर अब श्रीलंका सरकार ने भी सवाल उठाए हैं। श्रीलंका का कहना है कि कनाडा में कुछ आतंकवादियों को 'सुरक्षित ठिकाना' मिल गया है। साथ ही उन्होंने निराधार आरोप लगाने पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर भी सवालिया निशान लगाए हैं।
    न्यूयॉर्क पहुंचे श्रीलंका के विदेश मंत्री ने भारत और कनाडा के बीच जारी तनाव पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'कुछ आतंकवादियों को कनाडा में सुरक्षित ठिकाना मिल गया है। कनाडाई प्रधानमंत्री के पास बिना किसी सबूत के कुछ अपमानजनक आरोप लगाने का यही तरीका है। यही बात उन्होंने श्रीलंका के लिए भी की, यह कहना कि श्रीलंका में नरसंहार हुआ था, एक भयानक, सरासर झूठ था। सभी जानते हैं कि हमारे देश में कोई नरसंहार नहीं हुआ।'
    उन्होंने कहा, 'मैंने कल देखा कि दूसरे विश्व युद्ध के दौरान नाजियों से जुड़े किसी व्यक्ति का स्वागत करने वे गए थे। ऐसे में यह सब संदिग्ध है और हम पहले इसका सामना कर चुके हैं...।'
    जून में आतंकी निज्जर की कनाडा के सरी शहर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बीते सप्ताह ट्रूडो ने कनाडा की संसद में यह मुद्दा उठाया और खालिस्तानी की मौत के तार भारत से जोड़ दिए। उन्होंने कहा कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स का हाथ हो सकता है। उन्होंने यह भी दावा कर दिया कि एजेंसियों के पास इसे लेकर 'विश्वसनीय सबूत' हैं।
    ट्रूडो ने जानकारी दी थी कि कनाडा में एजेंसियां भारत की संभावित भूमिका की जांच कर रही हैं। साथ ही उन्होंने भारत से जांच में सहयोग की भी मांग कर दी थी।
    इधर, भारत ने ट्रूडो के तमाम आरोपों से इनकार कर दिया था और कनाडा पर चरमपंथियों को पनाह देने के आरोप लगाए थे। कनाडा में भारतीय राजनयिक को निष्कासित किए जाने के बाद भारत ने भी जवाबी कार्रवाई की और वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। बाद में भारत ने कनाडा में वीजा सेवाओं पर भी रोक लगा दी थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस विधायक बीआर पाटिल के बयान पर बवाल, भाजपा की आलोचना करते हुए कहा- ये लोग राम मंदिर पर बम गिराएंगे और मुस्लिमों को बता सकते हैं दोषी

    बेंगलुरु। कर्नाटक में कांग्रेस के विधायक बीआर पाटिल के एक बयान से बवाल हो गया है। उन्होंने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि ये लोग राम मंदिर पर बम फेंक सकते हैं और उसका दोषी मुस्लिम समाज के लोगों को बता सकते हैं। इसके जरिए इनकी कोशिश होगी कि हिंदू वोटों को एकजुट करके लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर ली जाए। कांग्रेस विधायक के इस बयान वाले वीडियो को कर्नाटक भाजपा ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर शेयर किया है। भाजपा ने इस मामले में कांग्रेस हाईकमान से माफी की मांग की है। 
    यही नहीं पार्टी ने कहा कि कांग्रेस राम मंदिर को नुकसान पहुंचाकर हिंदू और मुसलमानों को लड़ाना चाहती है। फिर उसका दोष सरकार पर मढ़ने की तैयारी है। भाजपा की ओर से शेयर वीडियो में कांग्रेस विधायक को कन्नड़ में बोलते सुना जा सकता है। वह कहते हैं, 'अगले लोकसभा चुनाव में मोदी की जीत के लिए भाजपा राम मंदिर पर बम गिरवा सकती है। फिर इसका दोष मुसलमानों पर लगाकर हिंदुओं को एकजुट करने की कोशिश करेगी।' यह स्पष्ट नहीं है कि बीआर पाटिल का यह बयान कब का है। लेकिन भाजपा जरूर इस पर हमलावर हो गई है और इसे हिंदू आस्था का अपमान बताया है। 
    भाजपा ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'हिंदुओं की आस्था पर अकसर सवाल उठाने वाले कांग्रेस के नेताओं की बुरी नजर अब राम मंदिर पर भी है। ये लोग राम मंदिर को नुकसान पहुंचाकर हिंदू और मुसलमानों में लड़ाई कराना चाहते हैं और उसका दोष सरकार पर मढ़ने की तैयारी है। यही वजह है कि पार्टी का एक मंत्री इस तरह की बात कर रहा है।' बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिहाज से कर्नाटक भी अहम राज्य हैं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • चीनी नौसेना के जहाज को श्रीलंका ने रुकने की नहीं दी इजाजत

    कोलंबो। श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार ने चीन के जहाज को श्रीलंका में रुकने की इजाजत नहीं दी है। अली साबरी ने कहा कि भारत की चिंताएं श्रीलंका के लिए अहम हैं। बता दें कि चीनी नौसेना के जहाज शिन यान 6 को अक्तूबर में पूर्वी श्रीलंका के बंदरगाह पर करीब तीन महीने तक रुकना था। इस पर भारत ने जासूसी होने की आशंका जताते हुए इस पर आपत्ति जताई। जिसके बाद अब श्रीलंका के विदेश मंत्री का बयान सामने आया है।
    श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने कहा कि 'जहां तक मुझे जानकारी है, हमने चीनी जहाज को अक्तूबर में श्रीलंका आने की इजाजत नहीं दी है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने इसे लेकर चिंता जाहिर की थी, जो कि सही हैं और हमारे लिए भी बहुत अहम हैं। हमने हमेशा कहा है कि हम अपने क्षेत्र को सुरक्षित रखना चाहते हैं।' श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमासिंघे ने भी कहा कि विदेशी जहाजों के श्रीलंका आने और यहां के क्षेत्र में कोई गतिविधि करने को लेकर एक एसओपी बनाई गई है।
    साभार अमर उजाला

  • मेरे कारण बेटे का राजनीतिक अहित न हो, लेकिन पार्टी का आदेश सर्वोपरि : कैलाश विजयवर्गीय

    इंदौर। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भाजपा ने एक नंबर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है, लेकिन वे अपने बेटे आकाश विजयवर्गीय के राजनीतिक भविष्य को लेकर भी चिंतित है। उन्होंने कहा कि मैं अपने टिकट की घोषणा से आश्चर्यचकित हुं।
    आकाश ने शहर में मेहनत करके अपनी एक जगह बनाई है। मुझे भी लग रहा था कि पार्टी मुझे और आकाश को एक साथ टिकट नहीं देगी। दो-तीन दिन से मेरे मन में विचार चल रहा था कि मैं चुनाव क्यों लडू। एक पिता की हैसियत से यह सोच रहा था कि मेरे कारण बेटे का राजनीतिक अहित न हो, लेकिन पार्टी का आदेश सर्वोपरि है। विजयवर्गीय ने बेटे को लेकर यह भी कहा कि राजनीति में जो सही दिशा में चलना सीख लेता है तो फिर भाजपा संगठन कभी भी उसे दौड़ा देता है।
    कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार संजय शुक्ला को लेकर विजयवर्गीय ने कहा कि शुक्ला परिवार से मेरे आत्मीय रिश्ते है । चुनाव अपनी जगह है। वे रिश्ते हमेशा बरकरार रहेंगे । चुनाव के दौरान उन रिश्तों की मर्यादा का ध्यान भी रखा जाएगा। एक नंबर विधानसभा में कई अवैध बस्तियां है, वहां विकास की संभावना है। पूरे विधानसभा क्षेत्र का मास्टर प्लान हम बनाएंगे।
    दूसरी सूची में केंद्रीय मंत्री और सांसदों को उम्मीदवार बनाए जाने पर विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस ने यह नरेटिव सेट करने की कोशिश की थी कि कांग्रेस फिर सत्ता में आ रही है, लेकिन दूसरी सूची में शामिल उम्मीदवारों के नामों से कार्यकर्ता जोश में है। दूसरी सूची केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने बड़े नेतागणों को फिर से प्रदेश के चुनाव में लड़ने का मौका दिया। विजयवर्गीय ने कहा कि एक नंबर विधानसभा क्षेत्र के अलावा मैं प्रदेश की अन्य सीटों पर भी ध्यान दूंगा।
    साभार अमर उजाला

  • नाम बड़े और दर्शन छोटे, कमलनाथ ने भाजपा की दूसरी लिस्ट पर कसा तंज

    भोपाल। मध्य प्रदेश में नवंबर में विधानसभा चुनाव है। अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में चुनाव की आचार संहिता लग सकती है। इससे पहले भाजपा ने अपने 78 प्रत्याशियों की दो सूची जारी कर दी है। दूसरी सूची में 6 सांसदों को प्रत्याशी बनाया गया है। इसको लेकर मंगलवार को पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भाजपा पर तंज किया। उन्होंने कहा कि दूसरी लिस्ट पर एक ही बात फिट है- नाम बड़े और दर्शन छोटे। भाजपा ने मप्र में अपने सांसदों को विधानसभा की टिकट देकर साबित कर दिया है कि भाजपा न तो 2023 के विधानसभा चुनाव में जीत रही है, न 2024 के लोकसभा चुनाव में। इसका सीधा अर्थ ये हुआ कि वो ये मान चुकी है कि एक पार्टी के रूप में तो वो इतना बदनाम हो चुकी है कि चुनाव नहीं जीत रही है, तो फिर क्यों न तथाकथित बड़े नामों पर ही दांव लगाकर देखा जाए।
    नाथ ने कहा कि अपने को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहनेवाली भाजपा को जब आज ये दिन देखने पड़ रहे हैं कि उसको लड़वाने के लिए उम्मीदवार ही नहीं मिल रहे हैं, तो फिर वोट देने वाले कहाँ से मिलेंगे। भाजपा आत्मविश्वास की कमी के संकटकाल से जूझ रही है। अबकी बार भाजपा अपने सबसे बड़े गढ़ में, सबसे बड़ी हार देखेगी। कांग्रेस भाजपा से दोगुनी सीट जीतने जा रही है। भाजपा की डबल इंजन की सरकार डबल हार की ओर बढ़ रही है।
    कांग्रेस की बयानबाजी पर भाजपा ने भी पलटवार किया है। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि भाजपा की दूसरी सूची आने के बाद कांग्रेसियों पर फिट बैठते मुहावारे। हाथ-पांव फूल जाना, मुंह चुराना, चेहरे पर हवाइयां उड़ना, मुंह पीला पड़ना। उन्होंने इस ट्वीट को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, कमलनाथ को भी टैग किया। 
    साभार अमर उजाला

     

  • धीरज से लें काम, आप सीएम चेहरा नहीं, कमलनाथ ने शिवराज पर कसा तंज

    भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज भोपाल दौरे को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसा है। पीसीसी चीफ ने सीएम शिवराज को सलाह देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री आ रहे हैं ऐसे में वे आज जरा धीरज से कम लें। नाथ ने ट्वीट किया कि शिवराज जी, आज आप जरा धीरज से काम लीजिएगा। प्रधानमंत्री जब भी मध्य प्रदेश आते हैं तो आप उन्हें अपने किसी न किसी झूठ में शामिल करा लेते हैं। आपकी झूठ मशीन की डबल स्पीड से मध्य प्रदेश की जनता के साथ प्रधानमंत्री भी त्रस्त हैं, इसीलिए उन्होंने पूरे चुनाव अभियान से आपको बाहर कर दिया है। आप देश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बन गए हैं जो मुख्यमंत्री तो हैं, लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं है। नाथ ने आगे लिखा कि रीवा में आपने उनके सामने बोल दिया कि किसानों की आमदनी दुगनी से अधिक हो गई है, जबकि उनके नीति आयोग की रिपोर्ट में मध्य प्रदेश के किसानों की आमदनी घटी थी।भोपाल में आपने उन्हें गलत परचा पकड़ा दिया और वह मध्य प्रदेश में पेट्रोल की कीमत ₹100 लीटर से कम बता गए। इस तरह उन्हें दूसरे झूठ में शामिल कर लिया।
    प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि गैस सिलेंडर की कीमतों पर भी आपका झूठ प्रधानमंत्री से टकरा रहा है। आप देते किसी को नहीं, लेकिन कहते हैं कि गैस सिलेंडर 450 रुपए का देंगे, वहीं प्रधानमंत्री कहते हैं कि सिलेंडर ₹900 का देंगे। प्रधानमंत्री की सागर जिले की यात्रा में आपने उनसे कहला दिया कि कांग्रेस सरकार ने बुंदेलखंड पर ध्यान नहीं दिया जबकि यूपीए सरकार ने 7200 करोड रुपए का विशेष बुंदेलखंड पैकेज बुंदेलखंड क्षेत्र को दिया था। यद्यपि झूठ के प्रति आपकी निष्ठा और समर्पण जग जाहिर है, फिर भी आशा है कि मध्य प्रदेश की जनता को आज कोई नया झूठ देखने को नहीं मिलेगा।
    साभार अमर उजाला

  • PM मोदी बोले- पांच साल में देश में साढ़े 13 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले

    भाजपा ने गरीबों, महिलाओं, एससी-एसटी ओबीसी को विकास का सबसे बड़ा लाभार्थी बनाया है। वंचितों को वरीयता की गारंटी मोदी ने दी है, उसे हमने एक के बाद एक कदम उठाकर पूरा किया है। हमने गरीब का जीवन बेहतर करने के प्रमाणित प्रयास किए। समाज में जो अभाव था उसे दूर किया। कांग्रेस ने 50 साल पहले गरीबी हटाओं का नारा दिया था। क्या कांग्रेस ने अपना वादा पूरा किया। पीएम ने कहा कि एक और आंकड़ा बताता हूं। साढ़े 13 करोड़ ये एमपी की कुल आबादी से भी ज्यादा है। पांच साल में देश में साढ़े 13 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। ये मोदी की गारंटी का नतीजा है और जब मोदी गारंटी देता है, जब भाजपा गारंटी देती है तो वो जमीन पर उतरती है। घर-घर पहुंचती है। मोदी यानी हर गारंटी पूरी होने की गारंटी। 
    मैं मध्यप्रदेश की बहनों को याद दिलाने आया हूं कि मोदी ने आपको जो गारंटी दी थी, वो पूरी हो गई है। राज्यसभा में 33 फीसदी सीटें आरक्षित करने का कानून पास हुआ। 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' देश ने नया इतिहास रच दिया है। माताएं बहनें दशकों  से इंतजार कर रही थीं, ये कहा जाने लगा कि नहीं हो पाएगी। मोदी है तो हर गारंटी पूरी होने की गारंटी है।
    कांग्रेस जंग लगा हुआ लोहा है, जो बारिश में रखा-रखा खत्म हो जाता है। भाजपा आज वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेने ला रही है। स्टेशनों का कायाकल्प कर रही है। भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन की प्रशंसा हर कोई कर रहा है। ये भी कांग्रेस को नहीं पच रहा है। भाजपा सरकार ने नया संसद बनाया, आने वाली सदियों तक देश की सेवा करे। भारत का अपना संसद भवन बना, पूरा देश इसकी प्रशंसा कर रहा है। लेकिन कांग्रेस ने पहले दिन से विरोध करना शुरू कर दिया। भारत कोई भी उपलब्धि हासिल करे कांग्रेस को पसंद नहीं आता। कांग्रेस न खुद बदलना चाहती है, न देश को बदलने देना चाहती है। कांग्रेस देश को 20वीं शताब्दी में ले जाना चाहती है। हमारे फर्स्ट टाइम वोटर को एक बात बताना चाहता हूं। आपके माता पिता को आभाव में रखने के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। आज दुनिया भारत को लेकर जो कुछ कह रही है, ये सारे गौरवपूर्ण काम पहले भी हो सकते थे। कांग्रेस ने प्रजातंत्र को परिवार तंत्र बना दिया। ये सिर्फ एक परिवार का गौरव बढ़ाने में लगी रही। इन्होंने ऐसी व्यवस्था बनाई कि गरीब को हमेशा हाथ फैलाना पड़े, हर चीज के लिए निर्भर रहना पड़े। गरीब को तरसाकर कांग्रेस को ये कहने का मौका मिलता था कि हमने गरीब को कुछ दिया है। कांग्रेस ने देश को रोटी, कपड़ा, मकान में ही उलझाए रखा। आपने कांग्रेस के शासन में जो झेला वो न झेलना पड़े इसके लिए भाजपा की डबल इंजन की सरकार काम कर रही है।
    एमपी में भाजपा सरकार को 30 साल पूरे हो गए हैं। जो युवा पहली बार वोट डालेंगे उन्होंने सिर्फ भाजपा सरकार को ही देखा है वे युवा सौभाग्य शाली है कि उन्होंने कांग्रेस का बुरा शासन नहीं देखा। कांग्रेस के शासन की पहचान थी। कुनीति, कुशासन और करोड़ों का करप्शन। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां के युवाओं ने अंधेरे में जीने को मजबूर गांव और शहर नहीं देखे। अपने हर कार्यकाल में भाजपा ने एमपी को नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास किया है। .यहां के युवाओं ने भाजपा का सुशासन ही देखा है। गेंहू उत्पादक राज्यों में एमपी को अग्रणी राज्य के रूप में देखा है।
    जब इन्हें राजस्थान में मौका मिला तो कांग्रेस सिर्फ बर्बादी लाई। महाराष्ट्र में गठबंधन में शामिल होकर लूट का अपना काम बना लिया। एमपी के लिए आने वाले कुछ साल बहुत अहम हैं। ये समय भारत और एमपी को विकसित मध्यप्रदेश बनाने का है। इतने महत्वपूर्ण समय में अगर कांग्रेस जैसी परिवारवाद वाली पार्टी, हजारों-करोड़ों के भ्रष्टाचार करने वाली पार्टी को जरा भी मौका मिल गया तो एमपी को नुकसान होगा। जहां-जहां कांग्रेस गई है उस राज्य को बर्बाद कर दिया है। कांग्रेस एमपी को एक बार फिर बीमारू बना देगी।
    साभार अमर उजाला

  • फसल बर्बाद होने के बाद किसानों को 40,000 रु हेक्टर मुआवजा क्यों नहीं दिया ः कमलनाथ ने शिवराज से पूछा

    इंदौर। पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ शनिवार 23 सितंबर 2023 को इंदौर में हैं। इस दौरान वे विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। इंदौर आने से पहले उन्होंने ट्वीट कर प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने लिखा कि मालवा निमाड़ सहित मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में पहले अल्पवृष्टि और फिर अतिवृष्टि से सोयाबीन की फसल पूर्णतः बर्बाद हो चुकी है। आपदा की मार से किसान की आर्थिक स्थिति पर भारी चोट पड़ी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जब आप विपक्ष में थे तो किसान को नुकसानी का 40,000 रुपए प्रति हेक्टर मुआवजा देने की मांग करते थे। आज आपको किसानों को ये मुआवजा देने से कौन रोक रहा है? आपने किसान कर्जमाफी की योजना बंद करके अन्नदाताओं के पेट पर लात मारी है। आपकी घोषणाएं झूठी और फरेबी हैं। आपकी इन झूठी घोषणाओं से ऊबकर प्रदेश का अन्नदाता किसान पूछ रहा है कि इन झूठी घोषणाओं को कैसे बोएं और कहां उगाएं?
    अपने इंदौर कार्यक्रम के दौरान 23 सितंबर को प्रातः 10:30 बजे कमलनाथ इंदौर एयरपोर्ट आने के बाद वे 10:50 बजे मांग मातंग समाज के महाधिवेशन में शामिल होंगे। यह अधिवेशन गांधी हॉल में रखा गया है। गांधी हॉल के कार्यक्रम के बाद वे 11:30 बजे बेरोजगार युवा सम्मेलन में भाग लेने राजीव गांधी चौराहे स्थित शुभ कारज गार्डन पहुंचेंगे। यहां वे प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी पर युवाओं से संवाद करेंगे। इस कार्यक्रम के बाद दोपहर 01:30 से शाम 5:00 बजे तक उनका रिजर्व समय रहेगा। 
    इसके बाद शाम 5:00 बजे से 5:30 बजे तक कमलनाथ खिलाड़ियों से भेंट करेंगे। इन खिलाड़ियों में गजेंद्र वर्मा एवं अन्य ख्याति प्राप्त खिलाड़ी शामिल हैं। इसके बाद वे शाम 5:40 बजे खजराना गणेश मंदिर पहुंचकर भगवान गणेश के दर्शन व पूजन करेंगे। इसके पश्चात शाम 6:15 बजे वे कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन पहुंचकर शाम 07:15 तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भेंट करेंगे। 
    इसके पश्चात कमलनाथ  शाम 7:30 बजे गांधीनगर में आयोजित कवि सम्मेलन में पहुंचेंगे। यहां से रात 8:25 बजे पुनः इंदौर एयरपोर्ट पहुंच कर वे भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगे।
    साभार अमर उजाला

  • जिन लोगों की महत्वकांक्षा और अपेक्षा विचारधारा से बढ़कर हो जाती है, फिर वे पार्टी छोड़ देते है : विजयवर्गीय

    इंदौर। चुनावी साल में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में कई नेता जा रहे है। इनमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरदित्य सिंधिया के समर्थक ज्यादा है। उनके पार्टी छोड़ कर जाने के सवाल पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि- हम उन्हें होलसेल में लाए थे, कांग्रेस अब उन्हें रिटेल में ले जा रही है। उन नेताओं के जाने से हमारी पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। भाजपा एक विचारधारा वाली पार्टी है। जिन लोगों की महत्वकांक्षा और अपेक्षा विचारधारा से बढ़कर हो जाती है, फिर वे पार्टी छोड़ देते है।
    शनिवार को विजयवर्गीय पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे चुनाव नहीं लड़ना है। इस निर्णय में अपनी पार्टी से अवगत करा चुका हुं, लेकिन मैं पार्टी का सिपाही हूं। यदि पार्टी ने मुझे चुनाव लड़ने को कहा तो मैं फिर पीछे भी नहीं हटूंगा। कमल नाथ द्वारा मीडिया को लेकर की गई टिप्पणी को उन्होंने कहा कि कमल नाथ ने आपातकाल और 84 के दंगों वाली मानसिकता का प्रदर्शन किया है।
    मालवा निमाड़ की 66 सीटों से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि वे ज्यादातर विधानसभा क्षेत्रों में गए है। वहां भाजपा की स्थिति मजबूत है। जन आशीर्वाद यात्रा में भी जनता का समर्थन मिला है। कहीं भी पार्टी में असंतोष नहीं दिखाई दिया, बल्कि कांग्रेस में उनकी जन आक्रोश यात्रा में पार्टी के खिलाफ ही कार्यकर्ता का आक्रोश नजर आ रहा है।
    कांग्रेस से न जनता खुश है न कार्यकर्ता। वहां सिर्फ खेमेबाजी है। टिकट भी खेमे के हिसाब से ही बांटे जाते है। कांग्रेस मध्य प्रदेश में अपना जनाधार खो चुकी है। राहुल गांधी से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि राहुल ट्रक ड्रायवर, मैकेनिक बन सकते है, लेकिन कभी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते है।
    साभार अमर उजाला

  • कनाडा ने खुद ही किया खुलासा : भारतीय राजनयिकों की सर्विलांसिंग करा रहा था

    नई दिल्ली। खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर आरोप लगाने वाले कनाडा का कहना है कि उसने भारतीय डिप्लोमैट्स की सर्विलांसिंग की थी। उसका कहना है कि कनाडा में भारतीय राजनयिकों की सर्विलांसिंग के बाद यह जानकारी सामने आई कि वे निज्जर की हत्या में शामिल थे। यही नहीं कनाडा के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी एपी से कहा कि एक मित्र देश से भी उन्हें इंटेलिजेंस मिला था, जिसके बाद ये आरोप लगाए गए। बता दें कि कनाडा 'फाइव आइज' नाम के संगठन में शामिल है। इसमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और ब्रिटेन भी शामिल हैं। ये पांचों देश आपस में खुफिया जानकारी भी साझा करते हैं। 
    अधिकारी ने यह नहीं बताया कि कनाडा को किस सहयोगी देश से इंटेलिजेंस मिली थी और उसमें क्या बात थी। बता दें कि भारत ने निज्जर की हत्या में शामिल होने के आरोपों से साफ इंकार किया है। इसके अलावा कनाडा की ओर से लगाए आरोपों पर सबूत की भी मांग की है, जिन्हें अब तक देने में जस्टिन ट्रूडो सरकार असफल रही है। हालांकि जस्टिन ट्रूडो ने एक बार फिर से अपनी जिद को दोहराते हुए कहा है कि भारत की इस मामले में संलिप्तता थी। उन्होंने गुरुवार को फिर से कहा कि यह मानने के पर्याप्त कारण मौजूद हैं कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स का हाथ था और ये लोग राजनयिकों के संपर्क में थे। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सनातन मामले में अनोखा विरोध : रतलाम में सड़क पर चिपकाए उदयनिधि के पोस्टर, वाहन और जूते-चप्पल लेकर निकल रहे रहे भक्त

    रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम में जगह-जगह गणेश पंडाल सज रहे हैं। भगवान गणेश की मूर्ति पंडाल लगाकर बिठाई गई हैं। वहीं रतलाम के मित्र निवास कॉलोनी रोड पर गणेश पंडाल के सामने तमिलनाडु के सीएम और उनके पुत्र दोनों के पोस्टर नीचे रोड पर चिपका दिए गए हैं। कई फोटो रोड पर बड़े-बड़े चिपके हुए दिखाई दिए जिस पर से लोग वाहन लेकर और जूते चप्पल लेकर निकल रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सीएम के पुत्र को मालूम होना चाहिए कि उनकी औकात क्या है। यहां दर्शन करने आने वाले लोगों और जनता के जूते चप्पल में दिखेंगे यह लोग। 
    दरसअल, स्थानीय निवासी मनीष पांचाल ने बताया कि सीएम के पुत्र ने सनातन धर्म की जो तुलना बीमारियों से की थी उससे हम बहुत आहत हैं।  इसलिए हमने उनकी फोटो जमीन पर लगाई है ताकि मालूम पड़े कि लोग उससे गुजरे हैं जूते चप्पल लेकर। इससे उन्हे अपनी औकात मालूम होगी। उदयनिधि के पोस्टर्स में लिखा है- तू क्या मिटाएगा, तेरे बाप में भी दम नहीं है जो मिटा पाऐगा। पंडाल में आने वाले लोग पोस्टर के ऊपर जूते-चप्पल लेकर चल रहे हैं। वहीं इसके ऊपर से वाहन भी गुजर रहे हैं।
    इससे पहले इंदौर में मंदिर की सीढ़ियों पर उदयनिधि की फोटो लगाई गई थी, जिसपर भक्त पैर रखकर आते-जाते दिख रहे थे। इसे हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने लगाया था। उका कहना था कि जो भी भक्त मंदिर में दर्शन करने के लिए आ रहे हैं, वह इसपर पैर साफ कर रहे हैं। उसके बाद मंदिर में प्रवेश कर रहे हैं। मंच के जिला संयोजक कन्नू मिश्रा ने कहा था कि उदयनिधि ने हमारी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। इसलिए हमने सीएम के बेटे की तस्वीरों को मंदिर की सीढ़ियों पर लगाया है। हम उनका विरोध कर रहे हैं जो आगे भी जारी रहेगा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 108 फीट ऊंची आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने किया अनावरण

    खंडवा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को खंडवा के ओंकारेश्वर में 108 फीट ऊंची आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया। प्रतिमा के अनावरण से पहले उन्होंने पत्नी के साथ पूरे विधि-विधान से साधु संतों के साथ पूजा-अर्चना की। सीएम के साथ स्वामी अवधेशानंद गिरि भी मौजूद रहे। आयोजकों ने परंपरागत तरीके से सीएम और स्वामी अवधेशानंद का स्वागत किया। जिसमें केरल के कलाकारों ने नृत्य किया। विद्वान पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार किया। कार्यक्रम स्थल पर लगभग पांच हजार संत, महंत और प्रतिनिधि मौजूद थे। 
    प्रतिमा के अनावरण पर साधु संतों ने जताई खुशी। उन्होंने कहा कि इससे सनातन धर्म को नई दिशा मिलेगी। बता दें कि आठवीं शताब्दी के दार्शनिक और हिंदू धर्म में प्रतिष्ठित शंकराचार्य की 108 फुट ऊंची अष्टधातु से बनी प्रतिमा का नाम एकात्मता प्रतिमा रखा गया है। यह विशाल प्रतिमा नर्मदा नदी के किनारे सुरम्य मांधाता पहाड़ी के ऊपर स्थित है। शंकराचार्य को सनातन धर्म को आगे बढ़ाने वाला संत माना जाता है। पहले इस प्रतिमा का अनावरण 18 सितंबर को होना था लेकिन भारी बारिश की वजह से कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा।
    एक अधिकारी ने बताया कि आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास और मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (एमपीएसटीडीसी) के मार्गदर्शन में प्रतिमा को तैयार किया गया है। एकात्मता की प्रतिमा आदि शंकराचार्य की विरासत और उनकी गहन शिक्षाओं को प्रदर्शित करती है। उन्होंने कहा, 'यह सांस्कृतिक परियोजना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बहुप्रतीक्षित दृष्टिकोण- 'वसुधैव कुटुंबकम' (दुनिया एक परिवार है) को पूरा करेगी। इस 108 फुट ऊंची प्रतिमा के साथ, मध्य प्रदेश सभी धर्मों के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करेगा।
    बीजेपी सरकार ने पहले 2,141.85 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी थी, जिसके तहत ओंकारेश्वर में एक संग्रहालय (अद्वैत लोक) के साथ आदि शंकराचार्य की मूर्ति बनाई जानी थी। सीएम गुरुवार को शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इसके बाद वे अद्वैत लोक का शिलान्यास और भूमिपूजन भी करेंगे। यह संग्रहालय पुराने मंदिरों की स्थापत्य शैली की तर्ज पर बनाया जाएगा। इसमें थ्री डी होलोग्राम प्रोजेक्शन गैलरी के साथ प्रशिक्षण केंद्र होगा। जो शंकराचार्य के सिद्धांत को समझाने और साझा करने के केंद्र के तौर पर काम करेगा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मुख्यमंत्री ने किया कृषक मित्र योजना का शुभारंभ, कहा- हमारी सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं

    भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब अच्छे और धर्मात्मा लोग सरकार चलाते हैं तो परमात्मा भी पूरा सहयोग करता है। उन्होंने बुधवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे हॉल में कृषक मित्र योजना का शुभारंभ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि वे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अधिकारियों को धमकाते हैं, पूछते हैं कि पैसा कहां से आ रहा है। उनकी नजर में मामा मामा नहीं औरंगजेब हो गया है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि आप पैसे के लिए रोते थे, पर हमारी सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं है। जब अच्छे लोग और धर्मात्मा लोग सरकार चलाते हैं तो परमात्मा भी पूरी मदद करते हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जल्द ही किसानों का एक बड़ा कार्यक्रम आचार संहिता से पहले आयोजित किया जायेगा। कार्यक्रम में कृषि मंत्री कमल पटेल, बिजली मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और किसान बड़ी संख्या में मौजूद थे। सीएम ने आगे कहा कि किसानों को 6000 रुपये प्रधानमंत्री दे रहे हैं, तो 6000 रुपये सीएम देंगे। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान हमारे अन्नदाता ही नहीं, प्राण दाता भी हैं। आपकी अथक मेहनत से एमपी को कृषि के क्षेत्र में कई पुरस्कार मिले हैं।
    हम ने एमपी में अन्न के भंडार भर दिये हैं। हमने आपका साथ देने में कभी कमी नहीं छोड़ी। हमने जीरो प्रतिशत ब्याज पर किसानों को कर्जा दिया। प्रदेश में वर्षा नहीं हो रही थी, मैं महाकाल बाबा के शरण में पहुंच गया। सिंचाई की व्यवस्था 47 लाख हेक्टेयर में की गई है। सभी नदी, तालाब और डैम भर गए हैं। किसान सम्मान योजना की राशि बढ़ाई है।ये सिलसिला रुकेगा नहीं आगे बढ़ेगा। किसानों के हितों को पूरा करना हमारी प्रथमिकता है। 
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर भाजपा को अत्याचार पार्टी बताया

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले आरोप प्रत्यारोप तेज होते जा रहे है। अनूपपुर जिले में एक आदिवासी व्यक्ति के शव के पास भाजपा नेता के दूसरे आदिवासी व्यक्ति को चप्पल से पीटने पर कांग्रेस हमलावर है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर भाजपा को अत्याचार पार्टी बताया। साथ ही कहा कि बिना मुख्यमंत्री का नाम लिए कहा कि अत्याचार रोक नहीं सकते तो इस्तीफा दे दीजिए। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने बुधवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि शिवराज सिंह चौहान आप यह वीभत्स वीडियो देखकर अनदेखा नहीं कर सकते। अनूपपुर जिले में एक आदिवासी व्यक्ति के शव के बगल में भारतीय जनता पार्टी का नेता दूसरे आदिवासी व्यक्ति को चप्पल से पीट रहा है। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी, आदिवासी अत्याचार पार्टी बनती जा रही है।
    आखिर आप चाहते क्या हैं? जब आप आदिवासियों पर अत्याचार रोक नहीं सकते तो कम से कम मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दीजिए। पांव धोने के पाखंड से आपकी क्रूर सत्ता का प्रायश्चित नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि आपने मध्य प्रदेश को न सिर्फ आदिवासी अत्याचार में नंबर वन बना दिया है, बल्कि अत्याचारों की निर्दयता में भी मध्य प्रदेश को नंबर वन बना दिया है। जिसे देखकर हमारा सिर शर्म से झुक जाता है।
    कमलनाथ बोले क्या आपने भाजपा के कार्यकर्ताओं को आदिवासियों पर अत्याचार करने का लाइसेंस दे दिया है? कभी नेमावर में एक आदिवासी बेटी और परिवार के पांच सदस्यों को जिंदा गाड़ दिया जाता है। कभी नीमच में आदिवासी युवक को वाहन से बांधकर घसीटा जाता है कि उसकी मृत्यु हो जाए। कभी सीधी में आदिवासी युवक के ऊपर पेशाब की जाती है। और हर बार आदिवासी पर अत्याचार करने वाला व्यक्ति या तो भाजपा का नेता होता है या उससे जुड़ा हुआ कोई व्यक्ति। शिवराज जी अब आप विदा हो जाइए ताकि मध्य प्रदेश को इस क्रूरता से मुक्ति मिले। 
    साभार अमर उजाला

  • मैं कांग्रेस के सर्वे में टॉप पर, दूसरी पार्टी से चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं : पूर्व विधायक अश्वीन जोशी

    इंदौर। इंदौर के तीन नंबर विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीन मर्तबा कांग्रेस पार्टी से विधायक रह चुके अश्विन जोशी को आप पार्टी ने संपर्क किया और टिकट देने की पेशकश की, लेकिन जोशी ने कहा कि दूसरी पार्टी से चुनाव लड़ने का मेरा कोई इरादा नहीं है।
    पूर्व विधायक जोशी ने कहा कि कांग्रेस के सर्वे में तीन नंबर विधानसभा से मैं टाॅप पर हुं, पिछला चुनाव सिर्फ छह हजार वोटों से हारा, इसलिए कांग्रेस के टिकट के मापदंडों को पूरा कर रहा है। अभी टिकट भी तय नहीं हुए, इसलिए दूसरी पार्टी से चुनाव लड़ने का सवाल ही नहीं उठता। जोशी ने कहा कि उनके घर आप पार्टी के नेता आए थे, उन्होंने प्रस्ताव रखा, लेकिन मैने कोई विचार नहीं किया।
    पूर्व विधायक अश्विन जोशी के चचेरे भाई और कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे महेश जोशी के बेटे पिंटू जोशी इस बार तीन नंबर विधानसभा क्षेत्र से टिकट की दावेदारी कर रहे है। वे सालभर से क्षेत्र में सक्रिय भी है। महेश जोशी पिछले पिछले विधानसभा चुनाव में ही पिंटू का टिकट मांग रहे थे,लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की समझाईश के बाद वे भतीजे अश्विन जोशी को टिकट देने के लिए राजी हो गए थे।
    साभार अमर उजाला

  • मध्य प्रदेश में सरकारी स्कूलों के छात्रों को मेडिकल दाखिले में मिलेगा आरक्षण

    भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकारी स्कूल के छात्रों को बड़ी सौगात दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नीट के जरिए मेडिकल कॉलेजों में दाखिला होने के कारण सरकारी स्कूलों के बच्चे डॉक्टर नहीं बन पा रहे हैं। इस पर गौर करते हुए देश में पहली बार मध्य प्रदेश की सरकार ने फैसला किया है कि इस साल से सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को मेडिकल स्नातक पाठ्यक्रमों (एमबीबीएस, बीडीएस आदि) में दाखिले के लिए पांच फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। सीएम के ऐलान से साफ है कि सूबे में मेडिकल की पांच फीसदी सीटों पर केवल सरकारी स्कूल के बच्चों को ही दाखिला मिलेगा। 
    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मेडिकल स्नातक पाठ्यक्रमों (एमबीबीएस, बीडीएस आदि) में सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को पांच फीसदी आरक्षण की पहलकदमी की हिमायत करते हुए कहा कि गरीब पृष्ठभूमि के बच्चों को भी आगे बढ़ने का मौका मिलना चाहिए। इस पहल से सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले गरीब बच्चों को प्रोत्साहन मिलेगा। सनद रहे मध्य प्रदेश देश का वह पहला सूबा है जहां एमबीबीएस की पढ़ाई हिन्दी में शुरू किए जाने की पहल की गई है।
    शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार बच्चों को पढ़ाई के लिए साइकिल, स्कूटी, लैपटाप देने के साथ ही उन्हें उच्च शिक्षा हासिल करने में भी मदद कर रही है। मध्य प्रदेश सरकार 8 लाख रुपये तक की आमदनी वाले गरीब परिवारों के मेधावी छात्रों की मेडिकल, इंजीनियर जैसे पाठ्यक्रमों की फीस भी भर रही है। अब प्रदेश में मेडिकल पाठ्यक्रमों में एडमिशन के लिए शासकीय शालाओं के होनहार बच्चों को मेडिकल 5 प्रतिशत आरक्षण की पहल भी कर रही है। उनकी सरकार में जनकल्याण और विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है। 
    साभार  लाइव हिंदुस्तान

  • नई संसद में आज से बैठेंगे सांसद, 1280 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था

    नई दिल्ली। आज से संसद के नए भवन में काम-काज शुरू हो जाएगा. दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर लोकसभा की कार्यवाही शुरू होगी, तो वहीं 2 बजकर 15 मिनट पर राज्यसभा में कार्यवाही होगी. नए संसद भवन की शुरुआत की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इसमें कुल 1280 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की गई है. क्या आप जानते हैं कि इस अत्याधुनिक और पहले से विशाल एरिया में फैले नए संसद भवन की इमारत को तैयार करने में कितना खर्चा आया है? 
    सबसे पहले बात कर लेते हैं नए संसद भवन की इमारत के बारे में, तो बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इसी साल मई महीने में इस नए संसद भवन का उद्घाटन किया था. विशाल भवन में लोकसभा कक्ष में 888 सदस्य और राज्यसभा कक्ष में 300 सदस्य आराम से बैठ सकते हैं. अगर दोनों सदनों की संयुक्त बैठक होने की स्थिति में लोकसभा कक्ष में कुल 1280 सदस्य बैठ सकते हैं. 
    PM Modi ने बीते 10 दिसंबर, 2020 को नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी और तीन साल से कम समय में यह बनकर तैयार खड़ा है. 64,500 वर्ग मीटर में फैली ये चार मंजिला इमारत त्रिकोणीय आकार की है. एरिया के हिसाब से देखें तो ये पुराने संसद भवन से करीब 17,000 वर्ग मीटर बड़ा है. इसके अलावा इसे अत्याधुनिक तकनीक से तैयार किया गया और इस पर भूकंप का असर नहीं होगा. इसकी आधारशिला रखी गई थी, तो इसे बनाने का प्रोजेक्ट Tata Projects को दिया गया था और इसके निर्माण में आने वाली अनुमानित लागत 971 करोड़ रुपये तय की गई थी.
    चार मंजिला इस नए संसद भवन में सुरक्षा के लिहाज से कई इंतजाम किए गए हैं. इसमें छह प्रवेश द्वार हैं, जिनमें से तीन अश्व, गज और गरुड़ गेट औपचारिक द्वार हैं. इन गेटों का इस्तेमाल उपराष्ट्रपति, स्पीकर और प्रधानमंत्री करेंगे. वहीं तीन अन्य द्वार मकर गेट, शार्दूल गेट और हंस गेट का इस्तेमाल सांसदों और पब्लिक के लिए किया जाएगा. इस हाईटेक संसद में अधिकारियों और कर्मचारियों के ऑफिसों को भी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस बनाया गया है. इसमें कैफे, डाइनिंग एरिया, कमेटी मीटिंग के अलग-अलग कमरों में हाईटेक डिवाइसेज लगाए गए हैं. कॉमन रूम्स, महिलाओं के लिए लाउंज और VIP लाउंज की भी व्यवस्था है.

    साभार आज तक 

  • आमजन ने भेजे 1300 से अधिक सुझाव, कांग्रेस की वचन पत्र समिति से रखीं ऐसी-ऐसी डिमांड

    भोपाल। विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस अपने वचन पत्र में क्या कुछ आकर्षक योजनाएं रखें इसके लिए आमजन भी बढ़-चढ़कर कांग्रेस को अपने सुझाव भेज रहे हैं। जानकारी के अनुसार कांग्रेस के पास अब तक 1300 से अधिक सुझाव वचन पत्र में शामिल करने के लिए आ चुके हैं। इनमें से करीब 600 सुझाव केवल कमलनाथ जी को ही भेजे गए हैं। इसके साथ ही लोगों ने वचन पत्र के लिए बनाई गई समिति को और उनके सदस्यों को भी अलग अलग माध्यमों से सुझाव दिए हैं। पार्टी के पास एक सुझाव ऐसा आया है जिसमें एक किसान ने मजदूरी का भुगतान मनरेगा के माध्यम से करवाए जाने की बात कही है। शिवपुरी के इस किसान का मानना है कि किसानों की माली हालत ठीक नहीं है। मजदूर समय पर मिलते नहीं हैं। ऐसे में मनरेगा जैसी योजना के जरिए न सिर्फ किसान को मजदूर उपलब्ध करवाए जाएं बल्कि उनका भुगतान भी मनरेगा योजना में सरकार ही करे। इसके साथ ही एक सुझाव शराबबंदी के लिए आया है। यह सुझाब एक महिला ने भेजा है। उसका मानना है कि कांग्रेस को अपने वचन पत्र में शराबबंदी का वचन शामिल करना चाहिए। इससे महिलाओं का समर्थन बड़ी संख्या में कांग्रेस को मिल सकता है। इसके साथ वचन पत्र के शामिल करने के लिए युवा, रोजगार, पर्यटन को बढ़ावा देने, उद्योग से जुड़े कई सुझाव भी कांग्रेस की वचन पत्र समिति के पास पहुंच रहे हैं। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस अपना वचन पत्र तैयार कर रही है। इसके लिए पार्टी ने न सिर्फ एक समिति बनाई है। 
    इधर, कांग्रेस की और से मध्यप्रदेश में पार्टी की सरकार बनने पर महिलाओं को डेढ़ हजार रुपये महीना देने, पांच सौ रुपये में रसोई गैस सिलेंडर, सौ यूनिट बिजली निश्शुल्क और दो सौ यूनिट आधी दर पर देने, पुरानी पेंशन योजना के साथ किसानों की कर्ज माफी जैसी  अब तक 11 घोषणाएं की जा चुकी हैं। 
    दूसरी ओर अब ये बताया जा रहा है कि कांग्रेस की ओर से फिलहाल कोई नई घोषणा अभी नहीं की जायेगी। क्योंकि कांग्रेस के घोषणा करते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उसका तोड़ निकाल लेते हैं। जिससे घोषणा का महत्व कम हो सकता है। इसलिए अब कांग्रेस अपने पत्ते खोलने के मूड में नहीं है। सीधे वचन पत्र को ही जनता के सामने लाया जाएगा।
    साभार अमर उजाला

  • मध्य प्रदेश चुनाव में कांटे की लड़ाई के संकेत,  INDIA अलायंस के 3 दलों में गठबंधन के लिए बातचीत शुरू

    भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में कांटे की लड़ाई के संकेत हैं। INDIA अलायंस के तीन प्रमुख घटकों ने मध्य प्रदेश विधानसभा में चुनावी गठबंधन के लिए बातचीत शुरू कर दी है। यदि सीटों के बंटवारे पर समझौता हो जाता है तो मध्य प्रदेश ऐसा राज्य होगा जिसके विधानसभा चुनावों में INDIA अलायंस पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ता नजर आएगा। इन दलों के नेताओं ने बताया कि INDIA अलायंस के तीन प्रमुख घटकों ने मध्य प्रदेश विधानसभा में चुनावी गठबंधन के लिए बातचीत शुरू कर दी है। 
    सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश में कांग्रेस गठबंधन के लिए समाजवादी पार्टी और वाम दलों से बातचीत कर रही है। हालांकि, आम आदमी पार्टी इस पहलकदमी से दूर नजर आ रही है। इंडिया ब्लॉक की घटक, आम आदमी पार्टी राज्य विधानसभा की सभी 230 सीटों पर अपने बलबूते चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक है। घटनाक्रम से वाकिफ एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा- हां, समाजवादी पार्टी और वाम दलों के साथ सीट बंटवारे को लेकर बातचीत शुरू हो गई है। 
    इसकी पुष्टि सपा और वाम दल के नेताओं ने कर दी है। सीपीआई (एम) के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने कहा- मैंने हाल ही में राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने वाले INDIA गठबंधन की संभावना के संबंध में वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से बात की थी। फिलहाल हमें किसी भी नतीजे पर पहुंचने में कुछ समय लगेगा। वहीं समाजवादी पार्टी के एक नेता ने अपना नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि स्थानीय सपा नेताओं और कांग्रेस के बीच कुछ अनौपचारिक बातचीत हुई है। कमल नाथ जी गठबंधन के साथ आगे बढ़ने के इच्छुक हैं, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 73 साल के हुए PM मोदी, देश भर से मिल रही बधाइयां

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज 73 जन्मदिन है.पीएम के जन्मदिन के अवसर पर बीजेपी देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है. प्रधानमंत्री के जन्मदिन के अवसर पर देश और दुनिया के तमाम नेता उन्हें बधाई दे रहे हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं. मेरी शुभेच्छा है कि अपनी दूरगामी दृष्टि तथा सुदृढ़ नेतृत्व से आप ‘अमृत काल’ में भारत के समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त करें. मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि आप सदा स्वस्थ और सानंद रहें तथा देशवासियों को अपने अप्रतिम नेतृत्व से लाभान्वित करते रहें.'
    गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, 'नए भारत के शिल्पकार मोदी जी ने हमारे देश की प्राचीन विरासत के आधार पर एक भव्य और आत्मनिर्भर भारत की मजबूत नींव रखने का काम किया है. चाहे संगठन हो या सरकार, मोदी जी से हम सभी को सदैव “राष्ट्रहित सर्वोपरि” की प्रेरणा मिलती है. ऐसे अद्वितीय नेता के मार्गदर्शन में देशसेवा का अवसर मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात है.'
    बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा, 'विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय जननेता आदरणीय पीएम मोदी जी को जन्मदिवस की सादर शुभकामनाएं देता हूं. भारतीय संस्कृति की वैश्विक प्रतिष्ठा, जनता-जनार्दन के बहुआयामी विकास व राष्ट्र के सार्वभौमिक उत्कर्ष को आपने साकार स्वरूप प्रदान किए हैं. 'अंत्योदय' का हमारा ध्येय आज देश के प्रत्येक गांव में व समाज के हर वर्ग तक पहुंचकर 'विकसित भारत' के संकल्प सिद्धि का मंत्र बन गया है. ईश्वर से प्रार्थना करता हूं की भारतीय जनता पार्टी के हम सभी कोटिशः कार्यकर्ताओं को सदैव आपका नेतृत्व प्राप्त होता रहे.'
    अपने जन्मदिन पर, मोदी नई दिल्ली के द्वारका में 'यशोभूमि' के नाम से मशहूर इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (IICC) के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। इसके अतिरिक्त, वह द्वारका सेक्टर 21 को द्वारका सेक्टर-25 में नवनिर्मित मेट्रो स्टेशन से जोड़ने वाली दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन के विस्तार को राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
    आज विश्वकर्मा जयंती भी है. ऐसे में आज सरकार विश्वकर्मा योजना की शुरुआत करने जा रही है जिसका ऐलान 2023-24 के केंद्रीय बजट में गया था। सरकार इस योजना में 13,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी जिसमें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय नोडल मंत्रालय के रूप में कार्यरत है.
    स्वाथ्य मंत्रालय पीएम मोदी के जन्मदिन पर आयुष्मान भव: कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है. इसके अलावा, भाजपा एक 'सेवा पखवाड़ा' कार्यक्रम शुरू करेगी जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंचना और देश भर में विभिन्न कल्याणकारी गतिविधियों का आयोजन करना शामिल है. कई जगह पार्टी कार्यकर्ताओं ने रक्तदान शिविरों का भी आयोजन किया है.


    साभार आज तक 
  • कमलनाथ बोले- भोपाल में होने वाली INDIA गठबंधन की रैली रद्द

    भोपाल। राजधानी भोपाल में होने वाली  इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A ) गठबंधन की पहली रैली रद्द हो गई है। शनिवार को पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि भोपाल में होने वाली रैली कैंसिल हो गई है।
    भोपाल में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने मीडिया के इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस गठबंधन की रैली को लेकर पूछे सवाल पर कहा कि रैली नहीं होने वाली है, रैली कैंसिल हो गई है। बता दें इससे पहले मध्यप्रदेश चुनाव प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया के सवाल पर कहा कि हमारी बात चल रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ बैठक है, उसके बाद रैली तय होगी। अभी रैली को लेकर कोई फाइनल नहीं है। 
    इंडिया गठबंधन की कॉर्डिनेशन की दिल्ली  में हुई बैठक में भोपाल में पहली रैली करना तय किया गया था। इसकी जानकारी कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल की तरफ से दी गई थी। यह  रैली अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में होने की बात कही जा रही थी। हालांकि, अब रैली कैंसिल हो गई है। जानकारों का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने केंद्रीय नेतृत्व के सामने रैली की तैयारी को लेकर समर्थता जताई थी, जिसके बाद रैली कैंसिल कर दी गई। 
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री शिवराज बोले- जनता के आक्रोश के चलते रद्द करनी पड़ी रैली

    भोपाल। जनता में आक्रोश है, सनातन का अपमान किया है। डेंगू मलेरिया बोला गया है। सनातन का अपमान एमपी की जनता सहन नहीं करेगी। ये समझ लें कि हमारी आस्था पर चोट की है। यह हमला किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा। कई आए कई चले गए सनातन हमेशा रहेगा। यह बात शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रवींद्र भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में कही।
    उन्होंने भोपाल में INDIA गठबंधन की होने वाली पहली रैली के कैंसिल होने पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जनता का आक्रोश है, इसलिए इन्होंने अपनी रैली केंसिल कर दी है। जनता इन्हें छोड़ेगी नहीं। सीएम ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि इनकी लीडरशिप में दम नहीं है। भाजपा में जहां भी चुनाव होते हैं, सभी काम में लग जाते हैं। लेकिन कांग्रेस में लट्ठम लट्ठ मचा हुआ है। आपस में लड़ रहे हैं, किसका फोटो लगे किसका नहीं। वहीं, हमारे केंद्रीय गृहमंत्री आ रहे हैं, राष्ट्रीय अध्यक्ष आ रहे हैं, भाजपा में सभी एकजुट हैं। 
    मुख्यमंत्री यहां कार्यक्रम में मध्यप्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित करने पहुंचे थे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत नवनियुक्त 925 चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इसके साथ ही ऊर्जा विभाग के इंजीनियर्स, कृषि विभाग के सहायक संचालक, किसान कल्याण और कृषि विकास अधिकारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, पशुपालन और डेयरी विभाग के सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारियों को भी नियुक्ति पत्र सौंपे।
    साभार अमर उजाला

  • प्रदेश की लाड़ली बहनों को महीने में एक बार ही मिलेगा 450 रुपये में गैस सिलेंडर

    भोपाल। प्रदेश की लाड़ली बहनों को गैस सिलेंडर महीने में सिर्फ एक ही बार मिलेगा। इसके साथ सावन के महीने में 4 जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक गैस सिलेंडर रिफिल कराने वाली लाड़ली बहनों को भी अनुदान राशि का अंतरण उनके बैंक खातों में किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज (शुक्रवार) खुद वीडियो के माध्यम से अपनी लाड़ली बहनों को गैस सिलेंडर संबंधी नियम बताए। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहनों को गैस सिलेंडर 450 रुपए में मिलेगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए लाड़ली बहनों को पंजीयन कराना होगा। पंजीयन मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना पोर्टल पर होगा। 
    मुख्यमंत्री ने बताया कि योजना के तहत ऐसी बहनों का पंजीयन किया जाएगा जो पूर्व से गैस कनेक्शन धारी हों और यह बहनें उज्जवला योजना की लाभार्थी भी हो सकती हैं। पंजीयन के लिए केवल दो जानकारी या दस्तावेज (अ) एलपीजी कनेक्शन आईडी (ब) समग्र आईडी की आवश्यकता होगी। घरेलू गैस संबंधी पंजीयन उन सभी केंद्रों पर किया जाएगा जहां मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का पंजीयन होता है। शासन भी सभी आइल कम्पनी से बहनों के गैस कनेक्शन संबंधी जानकारी प्राप्त कर रहा है तथा उसे पोर्टल पर 25 सितम्बर को प्रदर्शित किया जाएगा। इससे बहनों को अपनी जानकारी देखने में सुविधा होगी। बहनों की समस्याओं के निराकरण के लिए शिकायत निवारण एप्लीकेशन भी तैयार की जा रही है।
    मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पात्रता धारी लाड़ली बहनों को गैस रिफिल आइल कम्पनी की विक्रय दर पर ही खरीदना होगा। लाड़ली बहनो को यह गैस रिफिल 450 रुपये में पड़े इसके लिए अंतर की राशि में से केंद्र सरकार के अनुदान को कम करते हुए शेष राशि, अनुदान के रूप में उनके बैक खाते में रिफंड की जाएगी। गैस सिलेंडर पर यह अनुदान, लाड़ली बहनों को हर महीने एक गैस रिफिल पर मिलेगा। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की लाभार्थी लाड़ली बहनों के खाते में अनुदान राशि आइल कम्पनी द्वारा डाली जाएगी और यह अनुदान राशि राज्य सरकार द्वारा आइल कम्पनी को दी जाएगी।
    मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ऐसी लाड़ली बहनें जो उज्जवला योजना की लाभार्थी नहीं हैं उनके बैक खाते में अनुदान राशि सीधे राज्य सरकार डालेगी। सावन के माह में अर्थात 4 जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक गैस सिलेंडर रिफिल कराने वाली लाड़ली बहनों को भी अनुदान राशि का अंतरण उनके बैंक खातों में इसी प्रक्रिया से होगा। यदि भविष्य में कभी गैस रिफिल करने की दरें बदलती हैं तो उसके अंतर की राशि की पूर्ति राज्य सरकार करेगी।
    साभार अमर उजाला

  • विधान सभा चुनाव आते ही पीसीसी कर रही संपर्क साधने की कोशिश : भूले बिसरे वरिष्ठ नेताओं से पूछा जा रहा हाल-चाल

    भोपाल। विधानसभा चुनाव आते ही पीसीसी को अब अपने ऐसे वरिष्ठ नेताओं की याद आई है जिन्हे लगभग भुला दिया गया था। पीसीसी की ओर से अब ऐसे भूले बिसरे नेताओं को याद किया जा रहा है। उन्हें फोन कर उनसे संपर्क साधने की कोशिश की जा रही है। उनका हाल चाल पूछा जा रहा है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने ऐसे तमाम नेताओं की सूची तैयार की है। इन्हें बारी बारी कर फोन कॉल किया जा रहा है। इनकी खैरियत ली जा रही है। साथ ही यह जानने की कोशिश की जा रही है कि कहीं कोई वरिष्ठ नेता नाराज तो नहीं है। इसके लिए पीसीसी में बाकायदा एक अलग टीम बनाई गई है, जो ऐसे बुजुर्ग, वरिष्ठ और प्रभावी रहे नेताओं को फोन लगाकर संपर्क कर रही है। 
    पार्टी की ओर से पुराने और खाटी कांग्रेसियों को फोन करके उनका भरोसा जीतने का कम इन दिनों जोरों पर है। सूत्रों की माने तो पीसीसी कि ओर से ऐसे नेताओं की तलाश भी की जा रही है, जिन्हें विधानसभा चुनाव में कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंप कर एक बार फिर मुख्य भूमिका में लाया जा सके। ऐसे नेताओं को सेक्टर के हिसाब जिम्मेदारी दी जा रही है। इतना ही नहीं पार्टी इनके काम काज का पूरा खर्च भी उठाएगी। 
    विधानसभा चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस इस बार अपना हर फार्मूला अपनाना चाहती है। इनमें से ही एक फार्मूला है पुराने नेताओं को एकजुट करके उन्हें एक बार फिर मुख्य धारा में लाना। पार्टी का मानना है कि ऐसे प्रभावित नेताओं का लाभ उनके उनके क्षेत्र में ही लेकर जीत को आसान बनाया जा सकता है।
    साभार अमर उजाला

  • रांची NIA ने रतलाम एटीएस के साथ आतंकी संगठन ISIS से जुड़े संदिग्ध युवक को पकड़ा

    रतलाम। रांची एनआईए ने रतलाम एटीएस के साथ मिलकर आतंकी संगठन ISIS से जुड़े एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। एनआईए ने आलोट के खजूरी देवड़ा गांव से 21 वर्षीष युवक राहुल सेन को गिरफ्तार किया है। रांची में NIA ने हाल ही में फहजान अंसारी नाम के एक युवक को गिरफ्तार किया है, जिसके ISIS से सीधे संबंध हैं। फहजान की निशानदेही पर ही NIA रांची ने रतलाम में दबिश देकर राहुल को पकड़ा है। एनआईए ने रतलाम पुलिस, एटीएस के साथ मिलकर इस युवक को गिरफ्तार किया है।
    आलोट से पकड़ाए राहुल के फहजान से सीधे संबंध हैं। दोनों इंस्टाग्राम के माध्यम से जुड़े हुए हैं। NIA ने राहुल के पास से ISIS का झंडा, चाकू और एक सिम भी बरामद की है। राहुल सोशल मीडिया पर उमर नाम से अकाउंट बनाकर अपनी गतिविधियां संचालित कर रहा था। राहुल के  इंस्टाग्राम, टेलीग्राम और यूट्यूब पर भी चैनल मिले हैं। पुलिस राहुल के लोकल कनेक्शन तलाश रही है। साथ ही आतंकी संगठन से कब जुड़ा और उसके मंसूबे क्या थे इसकी जांच में रतलाम पुलिस जुटी है। 
    राहुल खजूरी देवड़ा गांव में मजदूरी का काम करता है। उसने इंस्टाग्राम पर एक से ज्यादा आईडी बना रखी हैं। वह राहुल सनातनी व उमर के नाम से भी इंस्टाग्राम आईडी चलाता है। इस पर वह हथियारों के साथ फोटो पोस्ट करता था। राहुल के पिता आलोट में सैलून चलाते हैं।
    रांची एनआईए ने राहुल सेन को आलोट स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर पांच दिन के ट्रांजिट रिमांड पर लिया है। रिमांड अवधि में एनआईए पता लगाने का प्रयास करेगी कि राहुल और किस संगठन से जुड़ा है और क्या गतिविधियां संचालित की जा रहीं थीं।
    साभार अमर उजाला

  • चुनाव से पहले पीएम मोदी का मध्यप्रदेश को बड़ा तोहफा,  पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स से एक लाख से ज्यादा रोजगार

    भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश को एक बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं। पीएम गुरुवार को मध्य प्रदेश के साथ ही छत्तीसगढ़ को भी सौगात देंगे। पीएम मोदी एमपी के बीना में भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल ) रिफाइनरी की आधारशिला रखेंगे। प्रोजेक्ट में प्रदेशभर में 10 नए इंडस्ट्रियल प्रॉजेक्ट शामिल हैं। 49 हजार करोड़ के निवेश से बनने जा रहे पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स से एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
    बीपीसीएल ने कहा है कि इस प्रॉजेक्ट से क्षेत्र में स्किल डिवेलपमेंट को बढ़ावा मिलेगा। कंस्ट्रक्शन फेज के दौरान ही करीब 15 हजार लोगों को रोजगार मिल जाएगा। इसके तैयार हो जाने के बाद प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के एक लाख से ज्यादा अवसर पैदा होंगे। परियोजना लगभग 1200 केटीपीए (किलो-टन प्रति वर्ष) एथिलीन और प्रोपलीन का उत्पादन करेगी, जो कपड़ा, पैकेजिंग, फार्मा जैसे विभन्नि क्षेत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण घटक है। इससे देश की आयात पर निर्भरता कम होगी।
    इस समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नर्मदापुरम जिले में 10 अन्य परियोजनाओं, इंदौर जिले में दो आईटी पार्क, रतलाम जिले में एक औद्योगिक पार्क और राज्य भर में छह नए औद्योगिक क्षेत्रों की भी आधारशिला रखेंगे। ये नए औद्योगिक क्षेत्र शाजापुर, गुना, मऊगंज, आगरमालवा, नर्मदापुरम और मक्सी में स्थापित किए जाएंगे।प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बताया कि पीएम मोदी बीना में लगभग दो लाख करोड़ रुपए के निवेश की सौगात दे रहे हैं। इससे क्षेत्र का विकास बढ़ेगा और लाखों लोगों के लिए प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से रोजगार के अवसर सृजित होंगे। 
    मध्य प्रदेश के बाद पीएम मोदी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जाएंगे जहां वह 6,350 करोड़ रुपए के रेलवे प्रॉजेक्ट्स की शुरुआत करेंगे। 9 जिलों में स्वास्थ्य केंद्रों की आधारशिला रखेंगे। इसके अलावा एक लाख 'सिकल सेल काउंसलिंग कार्ड्स' का वितरण भी करेंगे। 
    credit - लाइव हिन्दुस्तान

  • फिर बादलों के आगोश में इंदौर, तीन दिन रहेगा तेज बारिश का दौर

    इंदौर। उमस और गर्मी से भरे तीन दिन के बाद फिर इंदौर बादलों के आगोश में है। गुरुवार को रिमझिम बारिश का दौर शुरू हुआ। अगले तीन दिन तक मध्यम से तेज बारिश का दौर रहेगा। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र से आ रही नमी के कारण इंदौर और आसपास के क्षेत्रों में मौसम ने करवट ली है। दिन का तापमान भी 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से पांच डिग्री कम था।
    अगस्त की तुलना मे सितंबर माह बारिश ज्यादा हो रही है। अगस्त में सिर्फ तीन इंच बारिश हुई थी, जबकि सितंबर के पहले सप्ताह के तीन दिन में ही तीन इंच बारिश हो चुकी थी। अब अगले तीन दिन फिर तेज बारिश मालवा और निमाड़ वाले हिस्से में होगी।
    फसलों को फायदा  अगस्त में बारिश कम हुई थी। बारिश की लंबी खेंच के कारण फसलें खराब हो रही रही थी, लेकिन अब हो रही बारिश ने उन्हें जीवनदान दे दिया। सितंबर के पहले सप्ताह के बाद फिर फसलों को पानी मिलेगा।
    अब तक 28 इंच बारिश इंदौर में हर साल 40 इंच से ज्याादा बारिश होती है।  अब तक मानसून के सीजन में 29 इंच बारिश हो चुकी है। अगस्त माह तक 24.7 इंच बारिश हुई थी। अगस्त में सिर्फ तीन इंच बारिश हुई थी। सितंबर में हो रही बारिश फसलों और भूजल स्तर बढ़ाने के लिए भी फायदेमंद साबित हो रही है।
    Credit - अमर उजाला

  • सागर में पानी, बिजली के लिए आदिवासियों का चक्काजाम

    सुनवाई नहीं होने पर कलेक्टर कार्यालय के सामने सड़क पर बैठे
    सागर। सागर में पानी, बिजली, सड़क की मांग को लेकर आदिवासियों ने चक्काजाम कर दिया। वे कलेक्टर कार्यालय के सामने मुख्य सड़क पर बैठ गए। चक्काजाम से सिविल लाइन से बस स्टैंड की ओर जाने वाले मार्ग पर यातायात बाधित हुआ। सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाइश दी। करीब एक घंटे की समझाइश के बाद वे माने, तब जाकर चक्काजाम खत्म हुआ और यातायात बहाल हो सका। दरअसल, जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन के नेतृत्व में मंगलवार को देवरी के रमखिरिया, झमारा और केसली क्षेत्र के जमुनिया चिखली, अर्जुंदा, बंडा के ग्राम पंचायत पड़वार के लोग अपनी मांगों को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। उन्होंने अपने गांवों में बिजली, पानी, सड़क की सुविधा कराए जाने की मांग करते हुए आवेदन सौंपा। ग्रामीणों ने कहा कि गांव में बिजली, सड़क और पानी की व्यवस्था नहीं है। लोग परेशान हो रहे हैं। बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे। शासन, प्रशासन से कई बार शिकायत की। सुविधाएं उपलब्ध कराने मांग की। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
    इसी को लेकर गांवों से आए महिला, पुरुषों ने कलेक्टर कार्यालय के गेट नंबर-2 के सामने सड़क पर बैठकर चक्काजाम कर दिया। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर बुलाने और मांगे तत्काल पूरी कराने की बात कही।

  • पीएम मोदी ने सेट कर दिया लोकसभा चुनाव का एजेंडा!

    नई दिल्ली। पिछले दिनों जब तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने सनातन धर्म के मुद्दे पर विवादित टिप्पणी की थी, तभी अंदाजा हो गया था कि यह मुद्दा अब जल्दी थमने वाला नहीं है। पहले बीजेपी के नेताओं, मंत्रियों ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला, अब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुद्दे को को उठाते हुए विपक्ष को घेरना शुरू कर दिया है। एमपी चुनाव से पहले राज्य को 50,800 करोड़ की सौगात देने के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने इंडिया गठबंधन को घमंडिया करार दिया और कहा कि वे सनातन संस्कारों और परंपरा को समाप्त करने का संकल्प लेकर आए हैं। पीएम मोदी के इस भाषण के बाद साफ हो गया कि भले ही सनातन पर टिप्पणी डीएमके नेता ने की हो, लेकिन कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन में शामिल अन्य दल भी इससे अछूते नहीं रहने वाले। एमपी में सनातन विवाद को उठाकर पीएम ने साफ कर दिया है कि अभी यह एक तरह का ट्रेलर है और पूरी पिक्चर बाकी है। यानी कि बीजेपी आने वाले राज्यों के विधानसभा चुनाव से लेकर अगले साल लोकसभा चुनाव तक, इस मुद्दे को गर्म ही रखने वाली है।
    'इंडिया' गठबंधन को घमंडिया करार देते हुए सनातन मुद्दे पर विपक्ष को घेरकर पीएम मोदी ने 2024 के लोकसभा चुनाव का एजेंडा सेट कर दिया है। बीजेपी आने वाले दिनों में इस पर और करारे वार करने वाली है। पिछले दिनों राजस्थान चुनाव के लिए राज्य में गए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इंडिया गठबंधन को सनातन मुद्दे पर घेरा था। शाह ने डूंगरपुर की रैली में कहा था कि दो दिन से आप देश की संस्कृति और सनातन धर्म का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ''वे कहते हैं कि यदि मोदी जीतेंगे तो सनातन राज आएगा। सनातन लोगों के दिल पर राज कर रहा है। पीएम मोदी ने कहा है कि भारत संविधान से चलेगा।'' बीजेपी नेता चुनावी रैलियों और कार्यक्रमों में सनातन मुद्दे को लगातार उठा रहे हैं। इसके जरिए बीजेपी हिंदुत्व के मुद्दे पर आगे बढ़ते हुए दिख रही है। जहां एक ओर पीएम मोदी समेत पूरी बीजेपी सनातन पर कांग्रेस और उसके सहयोगियों को घेर रही है तो अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का मुद्दा भी उसे लोकसभा चुनाव में फायदा पहुंचा सकता है। 90 के दशक से ही बीजेपी राम मंदिर और हिंदुत्व मुद्दे को आगे लेकर चली, जिसका सबसे बड़ा फायदा साल 2014 में मिला और सरकार बनाई। अब राम मंदिर के साथ-साथ बीजेपी के पास सनातन धर्म का मुद्दा आ गया है, तो उसे वह हर हाल में भुनाना चाहेगी।
    तमिलनाडु के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया, कोरोना आदि से कर दी थी और कहा था कि जैसे इसका विरोध नहीं करते और खत्म किया जाता है, उसी तरह सनातन को भी खत्म करना है। उदय के इस बयान से तमिलनाडु में भले ही डीएमके को ज्यादा नुकसान न हो, लेकिन इंडिया में उसके सहयोगी और खासकर कांग्रेस व हिंदी पट्टी वाले दलों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है। यूपी-बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड आदि तमाम राज्यों में कांग्रेस और वहां के विपक्षी स्थानीय दलों को उदय की यह टिप्पणी बैकफुट पर डाल सकती है। यही वजह है कि आम आदमी पार्टी, कांग्रेस समेत कई दलों ने सनातन वाले बयान से किनारा भी कर लिया, लेकिन चूंकि डीएमके इंडिया गठबंधन में है और तमिलनाडु में कांग्रेस और डीएमके की सरकार चल रही है तो बीजेपी इस मुद्दे के जरिए इंडिया अलायंस पर हमला बोलती रहेगी। इससे यूपी में समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, उत्तराखंड में कांग्रेस, बिहार में आरजेडी, जेडीयू, मध्य प्रदेश में कांग्रेस, दिल्ली में आम आदमी पार्टी आदि को लोकसभा चुनाव में सीटों के लिहाज से बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है।
    Credit - लाइव हिन्दुस्तान

  • दिल्ली: CISF कॉन्सटेबल ने वेलकम मेट्रो स्टेशन के वॉशरूम में खुद को मारी गोली, मौत

    दिल्ली: CISF कॉन्सटेबल ने वेलकम मेट्रो स्टेशन के वॉशरूम में खुद को मारी गोली, मौत

  • दिल्ली: शकूर बस्ती में रेलवे ने 70 झुग्गियों पर चलाया बुलडोजर, लोगों ने कहा नहीं दिया था नोटिस

  • Gurugram: ऑटो पार्ट बनाने वाली कंपनी में लगी भीषण आग, फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर मौजूद

क्राइम

  • इंदौर एयरपोर्ट पर तीन तस्करों को पकड़ा, सोने को काले मोती, बेल्ट, कैप्सूल में बदल दिया

    इंदौर। इंदौर एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। गुरुवार रात इंदौर एयरपोर्ट पर तीन तस्करों को पकड़ा गया जिनके पास से 1.7 किग्रा वजन का 92 लाख रुपए का सोना मिला है। इन्होंने सोने को काले मोती, बेल्ट, कैप्सूल में बदल दिया था। इंदौर में सोने की तस्करी का यह पहला मामला है जिसमें सोने को इस तरह अन्य चीजों में बदला गया है। तीनों आरोपी दिल्ली, जयपुर और नागौर के रहने वाले हैं। 
    आरोपियों के पास से मिली एक भी चीज सुनहरे रंग की नहीं थी। उन्होंने सोने की नई चीजें बनाई और सबका रंग बदल दिया। यह पहचानना भी मुश्किल था कि यह चीजें सोने की हैं। इनके पास से दो चेन, एक काले मोतियों के आकार का कड़ा, एक बेल्ट का बक्कल, दो कड़े, दो कैप्सूल और एक अंगूठी जब्त की गई। 
    पकड़े गए आरोपियों में से एक ने मलद्वार से सोने के कैप्सूल को शरीर के अंदर छुपा लिया था। एक व्यक्ति के पास से सोने का एक काले मोती वाला कड़ा और चांदी की पॉलिश चढ़ी एक मोटी सोने की अंगूठी पकड़ी। एक के पास से सोने के बेल्ट का बक्कल, एक कड़ा और एक चेन पकड़ी गई है। इन्होंने सभी सोने की चीजों पर चांदी या रोडियम की पॉलिश कर दी थी। 
    पकड़ाए गए तीनों आरोपी वाहक के रूप में काम करते हैं। इनके पीछे कई अन्य लोग हैं जो इनसे सोना बुलाते हैं और फिर बाजार में इसे बेचते हैं। अब कस्टम्स विभाग इन तीनों से पूछताछ कर मुख्य आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास कर रहा है। 
    साभार अमर उजाला

  • टक्कर के बाद झगड़ा, मारपीट

    इंदौर। तेज गति से जा रहे आटो रिक्शा ने दूसरे आटो रिक्शा को टक्कर मार दी। इसे लेकर विवाद में एक पक्ष ने दूसरे के साथ मारपीट कर दी।
    खजराना पुलिस ने बताया कि हादसा और मारपीट की घटना सुहाना जायका होटल के सामने हुई। अल्फेज पिता आबिद अली निवासी न्यू हीना कालोनी की रिपोर्ट पर पुलिस ने ई रिक्शा क्रमांक एमपी 09 जेडटी 4501 के चालक और उसके साथी पर केस दर्ज किया है। फरियादी ने पुलिस को बताया कि वह अपने दोस्त की रिक्शा से शादी पार्टी के आर्डर से वापस आ रहा था। तभी रास्ते में उसके दोस्त का आटो रिक्शा दूसरे आटो रिक्शा से टकरा गया। इस बात को लेकर आरोपी आटो रिक्शा चालक ने उसके साथी को गाली गलौज की और मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी।
    यहां पर भी वाहन चालकों में विवाद
    चंदननगर इलाके में धार रोड पर डी मार्ट के पास भी वाहन चालकों में विवाद हो गया। पुलिस ने बताया कि साजिद पिता मोहम्मद शकुर निवासी लोहा गेट 12 वीं गली की रिपोर्ट पर आरोपी सौरभ उर्फ कान्हा निवासी पंचमूर्ति नगर और विकास चौधरी पर केस दर्ज किया गया। साजिद ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने मुझे गाड़ी सही से चलाने की बात पर विवाद किया और गालियां दी। गालियां देने से मना किया तो आरोपियों ने हाथ थप्पड से मारपीट की और गाड़ी के कांच खोलकर चेहरे और सिर में मार दिया। जान से मारने की धमकी भी दी।

  • देवी मंदिर में एक परिवार हुआ हादसे का शिकार, झूले पर करंट आने से 14 साल की बच्ची की गई जान, कई बचे

    इंदौर। नवरात्रि में दर्शन के लिए बिजासन मंदिर गया एक परिवार हादसे का शिकार हो गया। यहां पर लगे मेले में झूले पर करंट आने से 14 साल की एक बच्ची ने दम तोड़ दिया। 8 साल के बेटे को पिता ने बचा लिया। झूले पर कई अन्य लोगों को भी करंट लगा। 
    एरोड्रम पुलिस ने बताया कि घटना रविवार रात करीब 12 बजे की है। यहां 14 साल की कनक रनवासी अपने 8 साल के भाई नयन के साथ झूला झूल रही थी। यह परिवार हातोद का रहने वाला है। झूला रुकते ही कनक नीचे उतरी तो प्लेटफार्म पर उसे करंट का झटका लगा। वह मदद के लिए चिल्लाई तो भाई ने बहन तो पकड़ लिया। भाई भी करंट की चपेट में आ गया। पिता ने जैसे ही बेटे को पकड़ा तो उन्हें भी करंट लगा। इस पर उन्होंने तुरंत बेटे को अपनी तरफ खींच लिया। तब तक कनक बेहोश हो गई थी। लोगों ने बताया कि कनक ने चप्पल नहीं पहनी थी। माता पिता ने बेहोश कनक को उठाने की कोशिश की लेकिन वह जवाब नहीं दे पा रही थी। इस पर माता पिता उसे पास के अस्पताल ले गए जहां से उसे एमवाय ले जाने की सलाह दी गई। देर रात करीब एक बजे के बच्ची को यहां मृत घोषित कर दिया गया। 
    मेले में मौजूद लोगों ने बताया कि बच्ची को करंट लगने के दौरान आसपास के कई लोगों को करंट लगा। नवरात्र के शुरूआत से ही यहां पर भारी भीड़ थी और प्रशासन ने यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए थे। इसके बावजूद यहां पर हादसा हो गया। कनक 10वी कक्षा की पढ़ाई कर रही थी। वहीं बेटा नयन भी तीसरी क्लास का स्टूडेंट है। परिवार ने बताया कि भीड़ होने के चलते उन्हें पुलिस की मदद भी समय पर नहीं मिल पाई। 
    साभार अमर उजाला

  • ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत पर त्वरित कार्यवाही कर, क्राइम ब्रांच इंदौर द्वारा कराये आवेदक के 34 लाख 79 हजार 720 रूपये रिफंड

    • आवेदक द्वारा फेसबुक पर फर्जी ऐड देखकर हुआ था, ठग से संपर्क।
    • ठग द्वारा आवेदक को माल की डिलेवरी देने के लिए एडवांस पेमेंट के रूप में रुपए प्राप्त कर किया था ऑनलाइन फ्रॉड ।
    • इंदौर क्राईम ब्रांच के द्वारा वर्ष 2023 में कुल 02 करोड़ 44 लाख 32 हजार 820  रुपए, आवेदकों के कराए गए है सकुशल वापस ।
    • क्राईम ब्रांच इंदौर द्वारा संचालित Cyber Helpline No. 704912-4445  पर प्राप्त शिकायतों में लगातार त्वरित कार्यवाही कर कराए जा रहे रिफंड 

    इंदौर। क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस के द्वारा संचालित सायबर हेल्पलाइन पोर्टल पर सोशल मीडिया एवं ऑनलाइन फ्रॉड संबंधित शिकायते प्राप्त होती है, जिस पर क्राईम ब्रांच इंदौर पुलिस के द्वारा लगातार आवेदकों के साथ हुए फ्रॉड की राशि रिफंड कराई जा रही है। इसी अनुक्रम में आवेदक सागर के द्वारा cyber helpline पर ऑनलाइन फ्रॉड संबंधित शिकायत की गई थी जिसमे क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा आवेदक से फ्राड की संपूर्ण जानकारी लेकर जांच की जिसमे ज्ञात हुआ कि आवेदक सागर निवासी महू जिनका एल्यूमीनियम स्क्रैप का कार्य है के द्वारा facebook सोशल मीडिया पर सस्ते में एल्यूमीनियम स्क्रैप माल का ऐड देखा और ऐड में दिखाए गए नंबर पर संपर्क करते ठग व्यक्ति से संपर्क हुआ, ठग द्वारा जूठे विश्वास में लेकर आवेदक से एडवांस पेमेंट करने का बोला गया, आवेदक को ट्रांसपोर्ट में स्क्रैप मैटेरियल लोड करने का वीडियो भेजा जिसपर आवेदक के द्वारा विश्वास करते हुए अपने HDFC bank से ठग व्यक्ति के खाते में 34,79,820 रू ऑनलाइन ट्रांसफर किए, ठग द्वारा आवेदक से प्राप्त रुपए को अन्य बैंक खातों में ट्रांसफर करते हुए ठगी को अंजाम दिया गया।
     जिस पर क्राइम ब्रांच टीम द्वारा संबंधित बैंक से संपर्क कर आवेदक के 34,79,820/– रुपए सकुशल वापस कराए गए।

    क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस के द्वारा वर्ष 2023(जनवरी से अगस्त तक) में ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायतों में 02 करोड़ 44 लाख 32 हजार 782  रुपए आवेदकों के सकुशल रिफंड कराए गए है।
     आमजन को सूचित किया जाता है की सोशल मीडिया (facebook, Instagram, Twitter, YouTube आदि) पर दिखाए गए किसी भी आकर्षक ऐड पर जल्दबाजी में भरोसा न करे, विश्वसनीयता की पूर्णरूप से जांच किए बिना कभी भी अपनी निजी एवं बैंकिंग संबंधित जानकारी किसी को न देवें अन्यथा आप ऑनलाइन ठगी का शिकार हो सकते हो। और इस तरह के फ्रॉड होने पर अपने नजीदीकी थाने एवं क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस द्वारा संचालित सायबर हेल्पलाइन न. 7049124445 पर सूचित करें।

  • अमेरिकी संसद में बांग्लादेश नरसंहार को लेकर पाकिस्तान के...

    अमेरिकी संसद में बांग्लादेश नरसंहार को लेकर पाकिस्तान के...अमेरिकी संसद में बांग्लादेश नरसंहार को लेकर पाकिस्तान के...

  • पनडुब्बी INS अरिहंत से बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण

    पनडुब्बी INS अरिहंत से बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षणपनडुब्बी INS अरिहंत से बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षणपनडुब्बी INS अरिहंत से बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण

  • स्पेनिश अखबार ने इंडियन इकॉनमी की ग्रोथ

    स्पेनिश अखबार ने इंडियन इकॉनमी की ग्रोथ स्पेनिश अखबार ने इंडियन इकॉनमी की ग्रोथ

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  • अमेरिका से आकाश और समंदर का 'गार्जियन' खरीदेगा भारत

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय अमेरिका के दौरे पर हैं. उन्होंने QUAD समिट में शिरकत की. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ एक अहम द्विपक्षीय भी की. इस बैठक में दोनों नेताओं ने वैश्विक और रणनीतिक गठबंधन को और मजबूत करने पर बात की. भारत ने अमेरिका से आकाश और समुद्र की सुरक्षा के लिए एमक्यू-9बी गार्जियन ड्रोन खरीदा है, जो कि मेगा डील में शामिल है.
    खासतौर पर रक्षा सहयोग पर केंद्रित इस बैठक में दोनों नेताओं ने कई अहम समझौतों पर चर्चा की, जो भारत-अमेरिका की शांति और सुरक्षा को मजबूत करेंगे. 7 पॉइंट में जानें मीटिंग में किन मुद्दों पर हुई बातचीत?
    1. MQ-9B ड्रोन की खरीदारी: पीएम मोदी के साथ बैठक में राष्ट्रपति बाइडेन भारत द्वारा द्वारा 31 MQ-9B ड्रोन की खरीदारी के लिए सराहना की. इन एडवांस्ड ड्रोन्स से भारत की इंटेलिजेंस, सर्विलांस, और रिकोनाइसेंस (ISR) क्षमताओं में वृद्धि होगी. इनमें 16 ड्रोन्स स्काई गार्डियन (हवाई सुरक्षा के लिए) और सी गार्डियन (समुद्री सुरक्षा के लिए) हैं. इस कदम से भारत के सुरक्षा बलों को धरती, समुद्र और वायु क्षेत्र में मजबूत करने में मदद मिलेगी.
    2. सेमीकंडक्टर प्लांट: प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ने कोलकाता में एक नए सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट स्थापित करने पर चर्चा की, जिसका दोनों देशों के बीच नेशनल सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए एडवांस्ड सेंसिंग, कम्युनिकेशन और नेक्स्ट जेनरेशन के टेलीकम्युनिकेशन और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने पर फोकस है. पीएम मोदी ने कहा कि इस कदम से भारत को सेमी, थर्डटेक और यूएस स्पेस फोर्स के बीच रणनीतिक टेक साझेदारी से सक्षम किया जाएगा.
    3. एडवांस्ड मिलिट्री सिस्टम का को-प्रोडक्शन: दोनों नेताओं ने इंडिया-अमेरिका डिफेंस इंडस्ट्रियल कोऑपरेशन रोडमैप को सराहा. इस रोडमैप के तहत जेट इंजन, गोला-बारूद और ग्राउंड मोबिलिटी सिस्टम जैसे भारी एक्वीपमेंट्स और हथियारों का निर्माण किया जाता है. इस अहम सहयोग में लिक्विड रोबोटिक्स और भारत के सागर डिफेंस इंजीनियरिंग, मेरिटाइम सुरक्षा को बढ़ाने के लिए मानवरहित सतही वाहनों के प्रोडक्शन पर भी जोर दिया जाएगा.
    4. MRO इकोसिस्टम: भारत में रक्षा संबंधी उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए पीएम मोदी ने MRO सेक्टर यानी कि मेंटेंनेंस, रिपेयर और ओवरहॉलिंग क्षेत्र में जीएसटी की दरों को 5 फीसदी कर दिया है. इससे इस क्षेत्र में अमेरिकी कंपनियों के आने की उम्मीद है. अमेरिकी कंपनियों ने भारत में MRO सेक्टर में बदलाव का वादा किया है. अमेरिकी कंपनियां मानव रहित यान की मरम्मत की सुविधा भारत में विकसित करने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश करना चाहती है.
    5. C-130J सुपर हरक्यूलिस एग्रीमेंट: लॉकहीड मार्टिन और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स ने भारत में C-130J सुपर हरक्यूलिस विमान के लिए MRO सुविधा स्थापित करने के लिए एक ऐतिहासिक समझौता हुआ है. यह न सिर्फ भारतीय फ्लीट के लिए सपोर्टिव होगा, बल्कि इससे एयरक्राफ्ट के ग्लोबल ऑपरेटर्स की जरूरतों को भी पूरा करेगा. मसलन, इससे आत्मनिर्भरता आएगी.
    6. INDUS-X के इनोवेशन एंड कोलेबोरेशन: 2023 में शुरू की गई इंडिया-यूएस डिफेंस एक्सलरेशन इकोसिस्टम (INDUS-X) ने सरकारों, व्यवसायों और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग को बढ़ावा दिया है, और दोनों नेताओं ने बैठक में इसे और बढ़ाने का वादा किया है. हाल ही में सिलिकन वैली में आयोजित INDUS-X समिट से भारत के iDEX (Innovations for Defence Excellence) और यूएस डिफेंस इनोवेशन यूनिट (DIU) में सहयोग को बढ़ावा मिला है.  इस क्षेत्र में दोनों देशों के बीच पार्टनरशिप एक ट्रिलियन डॉलर का है, और भारतीय कंपनियां अंडर सी कम्युनिकेशन और मेरिटाइम आईएसआर टेक्नोलॉजी पर काम कर रही हैं.
    7. द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास और लायजन ऑफिसर्स: प्रधानमंत्री मोदी और जो बाइडेन जॉइंट मिलिट्री एक्सरसाइज की जरूरतों को समझते हैं. भारत द्वारा अब तक आयोजित किए गए सबसे बड़े द्विपक्षीय, ट्राई-सर्विस एक्सरसाइज TIGER TRIUMPH 2024 से इस दिशा में सहयोग को और गहरा करने की जरूरत महसूस हुई. इनके अलावा दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका के बीच लायजन ऑफिर्स तैनात करने के फैसले का भी स्वागत किया, जिससे रियल-टाइम कोलेबोरेशन, खासतौर से यूएस स्पेशल कोऑपरेशन कमांड (SOCOM) को बढ़ाया जाएगा.
    8. साइबर स्पेस डिफेंस कोऑपरेशन: दोनों नेताओं ने एडवांस डिफेंस क्षेत्र सहति साइबर एंड स्पेस क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की. नवंबर 2024 में आयोजित होने वाले साइबर एंगेजमेंट में थ्रेट इन्फोर्मेशन शेयरिंग, साइबर सिक्योरिटी ट्रेनिंग और क्रिकिटकल इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोटेक्शन पर फोकस रहेगा. इनके अलावा मई 2024 में आयोजित किए गए यूएस-इंडिया एडवांस्ड डोमेंस डिफेंस डील में डिफेंस क्षेत्र में कई बड़े एक्सरसाइज पर फोकस था, जिससे स्पेस सिक्योरिटी क्षेत्र को बढ़ावा मिला है. 
    साभार आज तक

  • श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनाव में लेफ्टिस्ट दिसानायके होंगे नए प्रेसिडेंट

    कोलंबो. श्रीलंका के आम चुनावों में निवर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को वामपंथी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके हाथों बड़े उलटफेर का सामना करना पड़ा है. दिसानायके ने धमाकेदार जीत दर्ज की है और वह श्रीलंका के अगले राष्ट्रपति होंगे. श्रीलंका में देश के 10वें राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए 21 सितंबर को मतदान हुआ था और वोटों की गिनती कल शाम 5 बजे के बाद शुरू हुई. 1 करोड़ 70 लाख मतदाताओं में से करीब 75 फीसदी ने राष्ट्रपति चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया. नवंबर 2019 में हुए पिछले राष्ट्रपति चुनाव में हुए 83 प्रतिशत मतदान रिकॉर्ड किया गया था.
    श्रीलंका के चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक वामपंथी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके 52% वोट के साथ राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज करने के करीब हैं. निवर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे 16 फीसदी वोटों के साथ तीसरे स्थान पर चल रहे हैं. साजिश प्रेमदासा 22 फीसदी वोट के साथ दूसरे स्थान पर हैं. प्रेमदासा एक बार फिर मुख्य विपक्षी नेता की भूमिका में दिखेंगे. बता दें कि 2022 के आर्थिक संकट के बाद श्रीलंका में यह पहला चुनाव है.
    दिसानायके ने नेशनल पीपुल्स पावर (NPP) गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, जिसमें उनकी मार्क्सवादी-झुकाव वाली जनता विमुक्ति पेरेमुना (JVP) पार्टी भी शामिल है. बता दें कि 2022 के आर्थिक संकट के बाद श्रीलंका में गोटबाया सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर जन विद्रोह हुआ था. प्रदर्शनकारी कोलंबो में राष्ट्रपति भवन में घुस गए थे, जिसके बाद गोटबाया राजपक्षे को देश छोड़कर भागना पड़ा था. इस मुश्किल घड़ी में रानिल विक्रमसिंघे ने देश की बागडोर संभाली थी.
    साभार आज तक

     

  • अमेरिका ने भारतीय संस्कृति से जुड़ी 297 नायाब चीजें लौटाई, PM मोदी ने जताया आभार

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे पर एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। अमेरिका में भारतीय संस्कृति से जुड़ी 297 ऐसी नायाब वस्तुएं लौटा दी हैं जो कि तस्करी के जरिए देश से बाहर चली गई थीं। कीमती और प्राचीन वस्तुओं की चोरी और तस्करी लंबे समय से गंभीर समस्या रही है। 2014 के बाद से भारत को विदेश से लगभग 640 धरोहर वापस मिल चुकी हैं।
    प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर राष्ट्रपति बाइडेन का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि अवैध तस्करी के खिलाफ लड़ाई और सांस्कृतिक संबंध और मजबूत हो रहे हैं। 297 नायाब कलाकृतियों को लौटाने के लिए हम राष्ट्रपति जो बाइडेन और अमेरिका सरकार के आभारी हैं।
    इससे पहले भी पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के समय कई प्रचीन वस्तुएं सौंपी गई थीं। 2021 में जब पीएम मोदी अमेरिका गए थे तो उन्हें 157 चीजें मिली थीं। इसमें 12वीं शताब्दी की नटराज की मूर्ति भी शामिल थी। 2023 में पीएम मोदी के दौरे के बाद अमेरिका ने 105 वस्तुएं भारत को लौटाई थीं। इस तरह अकेले अमेरिका से ही अब तक 578 प्राचीन और बेशकमीती वस्तुएं भारत को वापस मिल चुकी हैं।
    अमेरिका के अलावा यूके से 16 और ऑस्ट्रेलिया से 14 कलाकृतियां वापस प्राप्त की गई हैं। वहीं 2004 से 2013 तक केवल एक ही कलाकृति भारत को विदेश से मिल पाई थी। जुलाई 2024 में 46वीं वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी से इतर नई दिल्ली में अमेरिका और भारत के बीच कल्चरल प्रॉपर्टी अग्रीमेंट पर साइन किए गए थे। इस समझौते के मुताबिक सांस्कृतिक वस्तुओं की अवैध तस्करी पर विराम लगाने के प्रयास किए जाएंगे।
    पिछले 10 साल से भारत ने अपने प्राचीन 'खजाने' को वापस पाने के लिए सार्थक प्रयास किए हैं और उसका प्रभाव दिखाई भी दे रहा है। सूत्रों का कहना है कि वैश्विक नेताओं के साथ प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तिगत संबंधों की वजह से भारत की धरोहर को वापस लाने में मदद मिली है। तस्करी के जरिए विदेश पहुंच गईं कलाकृतियां और मूर्तियां भारत की पुरातन संस्कृति से जुड़ी हुई हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • धारावी में मस्जिद का अवैध हिस्सा ढहाने पहुंची बीएमसी की टीम,  भारी पुलिसबल तैनात

    मुंबई। मुंबई के सबसे बड़े स्लिम इलाके धारावी में मस्जिद के एक अवैध हिस्से कि ढहाने बीएमसी टीम पहुंची है। सुरक्षा के लिहाज से बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई है। टीम पहुंचने के बाद इस इलाके में माहौल तनावपूर्ण हो गया है। मुस्लिम समुदाय बीएमसी के ऐक्शन का विरोध कर रहे हैं और नारेबाजी कर रहे हैं। मस्जिद के अवैध हिस्से को तोड़ने का नोटिस पहले ही भेज दिया गया था। जानकारी के मुताबिक किसी संगठन या मस्जिद की तरफ से नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया गया था।
    रिपोर्ट्स के मुताबिक बीएमसी की टीम पहुंचने के बाद ही बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होने लगे। इसके बाद नारेबाजी शुरू हो गई और कुछ लोग सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद बीएमसी की टीम ने कुछ लोगों को पुलिस स्टेशन बातचीत के लिए बुलाया। कुच लोग बात करने के लिए थाने पहुंचे हैं।
    धारावी के 90 फीट रोड पर यह 25 साल पुरानी मस्जिद मौजूद है। मुस्लिम समुदाय का कहना है कि यह मस्जिद काफी पुरानी है। इसके अलावा यहां सड़कों पर नमाज पढ़ने पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद प्रार्थना स्थल की जरूरत है। इस मस्जिद से किसी का कोई निजी फायदा नहीं होता है। मस्जिद का नाम महबूब-ए-सुबानिया मस्जिद है।
    धारावी में बढ़ते बवाल को देखकर कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की। मिलिंद देवड़ा भी उनके साथ मौजूद थे। दोनों ने इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने कहा कि बीएमसी का कार्रवाई रोकने का आदेश दिया जाए।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पश्चिम बंगाल सरकार ने झारखंड सीमा सील करने का आदेश वापस लिया

    रांची। पश्चिम बंगाल सरकार ने झारखंड सीमा सील करने का आदेश शुक्रवार देर शाम करीब 24 घंटे बाद वापस ले लिया। इसके बाद मैथन समेत जमशेदपुर, दुमका, जामताड़ा, पाकुड़ और बोकारो से लगी सीमाएं खोल दी गईं और वाहनों का परिचालन शुरू हो गया है। हालांकि बहरागोड़ा और पटमदा बॉर्डर और दुमका के दुमका-सिउड़ी मुख्य पथ के महेशखला बॉर्डर और शिकारीपाड़ा-रामपुरहाट बॉर्डर से अभी वाहनों को छोड़ने की सूचना नहीं मिली है। इससे पहले सीमा सील रहने के कारण झारखंड से गुजरने वाले हजारों वाहन बॉर्डर पर फंसे रहे।
    मैथन, पंचेत और तेनुघाट डैमों से पानी छोड़ने से नाराज बंगाल ने शुक्रवार शाम से झारखंड के सभी प्रवेश द्वारों को सील कर दिया था। खबर लिखे जाने तक मैथन टोल प्लाजा से निरसा तक लंबा जाम लगा हुआ था। जाम को देख भारी वाहनों को तोपचांची और धनबाद में ही रोका जा रहा था। बहरागोड़ा में जाम से सड़क के दोनों किनारे 10 हजार से ऊपर वाहन फंसे हुए थे। यहां रात 11.45 बजे जाम खुला। पटमदा सीमा पर भी वाहनों की 16 किमी लंबी कतार लगी थी। सीमा खोलने से पहले शुक्रवार दोपहर बाद मैथन में लोगों ने बंगाल से झारखंड आने वाले वाहनों को भी रोक दिया था। इससे स्थिति और बिगड़ रही थी।
    वाहनों में लदे फल और सब्जी बेकार होने लगे थे। बिहार, यूपी , एमपी, पंजाब, गुजरात, दिल्ली, झारखंड के अलावा अन्य राज्यों का वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी। अभी जो वाहन जाम में फंसे हैं उनमें ज्यादातर में खाद्य सामग्री है। फल, सब्जियां सड़ रही हैं। कुछ वाहनों में भेड़ और बकरियां भी लदी हैं, उनकी हालत ज्यादा खराब है। कुछ ट्रकों में मैदा, आटा, चीनी, कोयला और शाल पत्ता आदि लदा है। वाहन चालकों को भोजन-पानी की परेशानी हो रही है।
    प. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है कि उनकी सरकार दामोदर वैली कॉर्पोरेशन (डीवीसी) के साथ सभी समझौतों को रद्द कर देगी, क्योंकि झारखंड के एकतरफा पानी छोड़ने के कारण दक्षिण बंगाल के जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। पत्र में तबाही से निपटने के लिए केंद्रीय निधि जारी करने का अनुरोध किया है।बहरागोड़ा के समीपबंगाल की सीमा चिचड़ा के सील होने एनएच-49 पर 20 किमी लंबा जाम 11.45 बजे रात खुला।
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  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नौवीं बार अमेरिका दौरे पर जा रहे

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर अमेरिका दौरे के लिए रवाना होने वाले हैं. बतौर पीएम वह अब तक 8 बार अमेरिका का दौरा कर चुके हैं और अब नौवीं यात्रा करने वाले हैं. विदेश मंत्रालय (एमईए) ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 से 23 सितंबर तक अमेरिका के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी क्वाड नेताओं के चौथे शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जो 21 सितंबर को डेलावेयर के विलमिंगटन में आयोजित होगा. यह सम्मेलन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की मेजबानी में होगा.
    पीएम मोदी के इस दौरे के बीच भारतीय प्रधानमंत्रियों के इतिहास पर नजर डालते हैं तो मिलता है कि पहले पीएम रहे जवाहर लाल नेहरू अपने कार्यकाल के दौरान 4 बार अमेरिका की यात्रा पर गए थे. मोदी और उनके पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह सहित अब तक कुल 9 भारतीय प्रधानमंत्रियों ने आधिकारिक रूप से अमेरिका का दौरा किया है. पीएम रहे मनमोहन सिंह ने 8 बार अमेरिका की यात्रा की, जबकि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 4 बार अमेरिका का दौरा किया. वहीं, अटल बिहारी वाजपेयी भी 4 बार अमेरिका का दौरा कर चुके हैं. इसके अलावा पीएम रही इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने (3 बार), पी.वी. नरसिम्हा राव (2 बार), और मोरारजी देसाई व आई.के. गुजराल 1-1 बार अमेरिका के दौरे पर जा चुके हैं.
    साभार आज तक 

  • कांग्रेस में फिर खटपट की अटकलें, कुमारी शैलजा ने प्रचार अभियान से बनाई दूरी

    हरियाणा विधानसभा के चुनावी मैदान से बाहर कांग्रेस दिग्गज कुमारी शैलजा प्रचार अभियान से भी गायब चल रही हैं। खबरें हैं कि हरियाणा कांग्रेस के नेता सिरसा सांसद की लंबे वक्त से गैरमौजूदगी पर चिंता जाहिर कर रहे हैं। हालांकि, पार्टी ने इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। साथ ही शैलजा का भी इसे लेकर बयान सामने नहीं आया है। राज्य में 5 अक्टूबर को मतदान होना है।
    ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस नेता प्रचार अभियान से शैलजा की दूरी पर चिंता जाहिर कर रहे हैं। हालांकि, अब तक इसकी वजह साफ नहीं है। एक ओर जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और रोहतक सांसद दीपेंद्र हुड्डा प्रचार में जुटे हुए हैं। वहीं, शैलजा जमीन से गायब हैं। कहा जा रहा है कि इसके चलते उन उम्मीदवारों के प्रचार पर भी असर पड़ रहा है, जिन्हें वह टिकट दिलाने में सफल हुई हैं। साथ ही माना जा रहा है कि इससे राज्यभर में पार्टी के प्रचार पर असर पड़ सकता है।
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  • पाकिस्तानी रक्षा मंत्री बोले- 370 की बहाली पर पाकिस्तान कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ

    नई दिल्ली. कश्मीर में चुनाव के बीच पाकिस्तान द्वारा कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस का समर्थन करने से सियासत गरमा गई है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि 370 की बहाली पर पाकिस्तान कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ है. जियो टीवी को दिए एक इंटरव्यू में ख्वाजा आसिफ ने कहा कि हम अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस गठबंधन के रुख से सहमत हैं.
    पाकिस्तानी के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर ने अपने कार्यक्रम 'कैपिटल टॉक' में ख्वाजा आसिफ से सवाल पूछा कि शेख अब्दुल्ला और नेहरू ने 370 और 35A तय किया था. अब ये दोनों पार्टियां नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस इलेक्शन में कह रही हैं कि अगर हम जीत गए तो 35 ए और 370 की सस्पेंशन को खत्म कर देंगे. आपको लगता है ये संभव है?
    इस पर पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा, 'मेरा खयाल है कि ये संभव है. कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस दोनों की ही महत्वपूर्ण मौजूदगी है. इस इश्यू पर मुझे लगता है कि वादी यानि कश्मीर घाटी की जनता बहुत मोटिवेट हुई है, वादी के बाहर भी. बहुत चांस है कि वह सत्ता में आएं. उन्होंने  स्टेटस रिस्टोर होना चाहिए, इसे इलेक्शन का मुद्दा बनाया हुआ है. अगर  स्टेटस रिस्टोर हुआ तो, मैं समझता हूं कि कश्मीरी लोगों को जो जख्म मिला है उसमें कुछ मरहम लगेगा.'
    साभार आज तक

  • यूक्रेन ने इतना भयावह हमला किया कि रूस में आ गया भूकंप, 6 किमी तक फैल गई आग

    यूक्रेन ने रूस के अंदर इतना भयावह हमला किया है कि भूकंप आ गया। करीब 6 किलोमीटर तक आग फैल गई। आस-पास के लोगों को इलाके से भागना पड़ा। यूक्रेन ने ड्रोन अटैक में रूस के बड़े हथियार डिपो को नष्ट कर दिया है। डिपो में आग से इतनी तबाही मच गई, कई बैलिस्टिक मिसाइलें, हथियार और गोला-बारूद नष्ट हो गए। धमाके इतने जोरदार थे कि नासा के उपग्रहों ने रूस के उस एरिया में भूकंप की सूचना दे दी। इलाके में रूसी लोगों को भूकंप के झटके महसूस हुए।
    यूक्रेन ने एक बार फिर रूस को निशाना बनाया है। यूक्रेनी हमलों के वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आए हैं। यूक्रेन ने बुधवार को पश्चिमी रूस में टोरोपेट्स शहर में रूस के हथियार डिपो पर ड्रोन से हमला किया। हमला इतना भयावह था कि आग की लपटें 6 किलोमीटर तक फैल गई। यूक्रेन ने इस हमले से एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह रूस में घुसकर उसकी धरती को भी दहला सकता है। कुछ महीने पहले यूक्रेन ने रूस के कुर्स्क शहर में कई किलोमीटर तक कब्जा कर लिया था। कुर्स्क शहर में भी यूक्रेनी लड़ाकों के आगे रूसी सेना संघर्ष करती नजर आई।
    शस्त्रागार को निशाना बनाकर किए गए यूक्रेनी ड्रोन हमले के कारण इलाके में 6 किलोमीटर तक आग फैल गई। जिसके कारण पश्चिमी रूस में आंशिक रूप से लोगों को खाली कराना पड़ा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के उपग्रहों ने भी यूक्रेनी हमलों के बाद रूस के उस इलाके में भूकंप की रिपोर्ट दी। शुरुआती घंटों में एरिया पर लगभग 14 वर्ग किलोमीटर (5 वर्ग मील) के क्षेत्र में भूकंप महसूस हुआ। भूकंप निगरानी स्टेशनों ने भी रिपोर्ट किया कि क्षेत्र में एक छोटा भूकंप महसूस किया है।
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  • राज ठाकरे ने सरकार पर कसा तंज, कहा-  पहले निकाय के ही चुनाव करा लें

    मुंबई। एक देश एक चुनाव वाली रामनाथ कोविंद समिति की रिपोर्ट को मोदी सरकार की कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट ने समिति की सिफारिशों पर मुहर लगाई। अब इसे विधेयक के तौर पर शीत सत्र में लोकसभा और राज्यसभा में पेश करने की तैयारी है। इसके अलावा समाज के अलग-अलग वर्गों से भी इस मसले पर राय ली जाएगी। इस बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता राज ठाकरे ने सरकार पर तंज कसा है। राज ठाकरे ने कहा है कि यदि केंद्र सरकार 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' कराने को लेकर इतनी चिंतित है तो उसे पहले महाराष्ट्र में नगर निकायों के चुनाव कराने चाहिए।
    महाराष्ट्र में बीएमसी सहित कई नगर निकायों के चुनाव लंबित पड़े हैं। राज ठाकरे ने बुधवार को सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'अगर चुनावों को इतना महत्व दिया ही जा रहा है तो पहले नगर निकाय के चुनाव कराएं।' उन्होंने कहा कि कई नगर निकाय ऐसे हैं जो लगभग चार साल से प्रशासकों के अधीन संचालित हो रहे हैं। मनसे प्रमुख ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एक उच्च स्तरीय समिति द्वारा एक साथ चुनाव कराने की सिफारिश को मंजूरी तो दे दी है, लेकिन उसे राज्यों के विचारों पर भी गौर करना चाहिए।
    उन्होंने यह भी सवाल किया कि यदि कोई राज्य सरकार गिर जाए या विधानसभा भंग हो जाए या देश में मध्यावधि लोकसभा चुनाव हो जाएं तो इस स्थिति में क्या किया जाएगा। बता दें कि एक देश एक चुनाव के लिए संविधान में 18 संशोधनों की बात की जा रही है। खासतौर पर निकाय चुनाव भी साथ में कराने के लिए देश के आधे राज्यों की विधानसभाओं से मंजूरी लेनी होगी। वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने कैबिनेट के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यह देश में ऐतिहासिक चुनाव सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आतिशी 21 सितंबर को दिल्ली की मुख्यमंत्री पद की लेंगी शपथ

    नई दिल्ली। आतिशी 21 सितंबर को दिल्ली की मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। उनके साथ अन्य मंत्री भी शपथ लेंगे। अरविंद केजरीवाल ने बीते मंगलवार की शाम को एलजी को अपना इस्तीफा सौंपा था और आतिशी ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था। 
    आम आदमी पार्टी ने एक बयान में कहा कि आतिशी 21 सितंबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी, उनके साथ अन्य मंत्री भी शपथ लेंगे। बता दें कि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सरकार के गठन के प्रस्ताव के साथ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजा था।
    इससे पहले मंगलवार अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने से पहले अपने उत्तराधिकारी के तौर पर आतिशी को चुना। मंगलवार शाम राजनिवास पहुंचे केजरीवाल ने केजरीवाल ने एलजी का सौंपा। साथ में आतिशी ने नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। उपराज्यपाल ने दोनों प्रस्तावों को बुधवार मंजूरी के लिए राष्ट्रपति को भेज दिया। इसमें 21 सितंबर को आतिशी को शपथ दिलाने का प्रस्ताव भी एलजी ने राष्ट्रपति को दी। यह फाइल केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी भेजी गई।
    राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने के बाद आतिशी शनिवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगी। राज निवास सूत्रों के अनुसार, एलजी ने स्वेच्छा से शपथ दिलाने की तारीख तय की है। इसके लिए अरविंद केजरीवाल व आतिशी ने उनको कोई सुझाव नहीं दिया था।
    तकनीकी रूप से मुख्यमंत्री के इस्तीफा देने पर पूरा मंत्रिमंडल भंग माना जाता है। इस वजह से आतिशी के साथ ही उनका पूरा मंत्रिमंडल शपथ लेगा। इस मंत्रिमंडल में कुछ नये विधायक जुड़ेंगे तो कुछ पुरानी मंत्रियों को शामिल किया जाएगा। मंत्रियों के नाम और उनके विभाग तय करने का अधिकार मुख्यमंत्री का ही होगा। सूत्र बताते हैं कि केजरीवाल कैबिनेट के मंत्री आतिशी की कैबिनेट में शामिल होंगे। वहीं, न्यूनतम दो नए चेहरे भी कैबिनेट में दिखेंगे। आतिशी के साथ उनके कैबिनेट सहयोगी भी शपथ ले सकते हैं। इसके बाद 26 और 27 सितंबर को दिल्ली विधानसभा का सत्र बुलाया जा सकता है। जहां विश्वास मत भी पेश किया जा सकता है। साथ ही विधायी प्रक्रिया पूरी की जाएगी और दिल्ली से जुड़े मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।
    साभार अमर उजाला

  • नितिन गडकरी ने ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के रखरखाव पर जताई नाराजगी, बोले- रोड बहुत बना लिए, अब खराब काम करने वालों को हटाना है

    नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के रखरखाव पर नाराजगी जाहिर करते हुए मंच से अफसरों को फटकार लगाई है। उन्होंने कहा कि उन्होंने रोड बहुत बना लिए हैं अब खराब काम करने वाले लोगों को सिस्टम से बाहर करना है। नितिन गडकरी ने मंगलवार को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के दुहाई इंटरचेंज पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि अच्छा काम करने वालों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
    पेरिफेरल रोड पर मैं बहुत दिनों के बाद आया हूं। हमारे रोड का काम बहुत हुआ है, अब मेरी इच्छा है कि मेरे हाथ से बहुत लोग रिटायर हों, काम ना कर पाएं। कुछ कॉन्ट्रैक्टर ब्लैकलिस्टेड हों, कुछ की बैंक गारंटी जब्त हो। आज देखा मैंने रोड, बहुत गंदा मैंटेनेंस था। हम आपको छोड़ेंगे नहीं। जो गंदा काम करेंगे उनकी बैंक गारंटी जब्त करने के बाद हम उनको ब्लैक लिस्ट कर देंगे। उनको टेंडर भरने नहीं देंगे।'
    गडकरी ने कहा कि हम कुछ अवॉर्ड शुरू करेंगे, जिन्होंने प्लांटेशन अच्छा किया है, उस एजेंसी को हर साल पुरस्कार देंगे। जो अच्छा काम करेगा उसको पुरस्कार मिलेगा और जो गंदा काम करेगा उसे सिस्टम से बाहर करेंगे। उसे टिकने नहीं देंगे। हमने अभी सभी टॉयलेट की भी जांच करने को भी कहा है। जो अच्छा काम नहीं करेगा, भले ही विदेशी कंपनी हो उसे ब्लैकलिस्ट करेंगे। जो अच्छा काम करेंगे उन्हें पुरस्कार देंगे, माला पहनाएंगे और सर्टिफिकेट देंगे।
    केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह और उनके राज्यमंत्री अब सड़कों की जांच के लिए निकलेंगे और खराब काम करने वालों को बाहर किया जाएगा। मंत्री ने कहा,'रोड का रिकॉर्ड बहुत हो गया। अब हम विश्व का सबसे बड़ा रोड नेटवर्क बन गए। अब हमें लोगों को रिटायर करना, सस्पेंड करना, ब्लैकलिस्ट करना, टर्मिनेट करने का रिकॉर्ड बनाना है। मेरी बात को गंभीरता से लो। मैंने अपने राज्यमंत्री को कहा है कि हर रोड पर घूमो, मैं भी घूमूंगा। जो अच्छा काम करेगा उसे सम्मान मिलेगा और जो बुरा काम करेगा उसे सिस्टम से बाहर निकाला जाएगा।'
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  • मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पहली बार तेज प्रताप भी तलब, कोर्ट ने कहा- उनकी संलिप्तता से इनकार नहीं कर सकते

    नई दिल्ली। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके दोनों बेटों तेज प्रताप और तेजस्वी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। तीनों को कोर्ट ने नौकरी के बदले जमीन से जुड़े घोटाले मामले में तलब किया है। घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अन्य आरोपियों को भी तलब किया गया है। कोर्ट ने सभी को सात अक्तूबर को पेश होने के लिए कहा है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छह अगस्त को 11 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था, जिनमें से चार की पहले ही मौत हो चुकी है। 
    दरअसल, दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने लालू, तेजस्वी और अन्य आरोपियों को समन जारी किया है। कोर्ट ने अखिलेश्वर सिंह और उनकी पत्नी किरण देवी को भी समन भेजा है। कोर्ट ने कहा कि तेज प्रताप यादव की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है। वह एके इंफोसिस लिमिटेड के निदेशक भी थे। उन्हें भी जमन जारी किया गया है।
    आरोप है कि रेलवे मंत्री रहते हुए लालू यादव इस घोटाले में शामिल थे। यह घोटाला 2004 से 2009 के बीच किया गया था, जहां कई लोगों को रेलवे के विभिन्न जोनों में ग्रुप-डी के पदों पर नौकरियां दी गई थीं। बदले में इन लोगों ने अपनी जमीन तत्कालीन रेलवे मंत्री लालू यादव के परिवार के सदस्यों और एक संबंधित कंपनी एके इंफोसिस्टम के नाम कर दी थी। घोटाले का आरोप यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहे पवन बंसल के भांजे विजय सिंगला पर भी लगा है। मामले में भी सीबीआई ने विजय सिंगला समेत 10 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इस मामले में विजय सिंगला पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप है।
    साभार अमर उजाला

  • पेजर अटैक में ईरान के राजदूत की गई एक आंख, लेबनानी सांसद के बेटे की मौत

    नई दिल्ली. लेबनान और सीरिया में पेजर एक बड़ी तबाही लेकर आया. बीप, बीप और बीप की आवाज और फिर जोरदार आवाज के साथ विस्फोट में किसी को हाथ गंवाने पड़े तो किसी को पैर. इस पेजर ब्लास्ट में लेबनान में ईरान के राजदूत को अपनी एक आंख गंवानी पड़ी जबकि लेबनान के एक सांसद के बेटे की मौत हो गई.
    न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पेजर धमाके में लेबनान में ईरान के राजदूत मोजतबा अमानी की एक आंख नष्ट हो गई जबकि दूसरी आंख बुरी तरह से जख्मी है. 
    ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के सदस्यों ने बताया कि इस धमाके में अमानी की आंखों को नुकसान पहुंचा है. उन्हें इलाज के लिए तेहरान के अस्पताल ले जाया गया है. 
    इस घटना के वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि अमानी लेबनान की सड़कों पर हैं. उनकी शर्ट पूरी तरह से खून में सनी हुई है और उनकी आंखें क्षतिग्रस्त नजर आ रही हैं. 
    वहीं, पेजर अटैक में लेबनान के एक सांसद के बेटे की भी मौत हो गई है. हिजबुल्लाह के एक अधिकारी ने रॉयटर्स से बताया कि हिजबुल्लाह के दो वरिष्ठ अधिकारियों के बेटे भी इस हमले में घायल हुए हैं. लेकिन वे खतरे से बाहर हैं.
    साभार आज तक

  • AAP सांसद संजय सिंह बोले- "अरविंद केजरीवाल एक हफ्ते में घर खाली कर देंगे"

    नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह ने अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने कहा, "अरविंद केजरीवाल एक हफ्ते में घर खाली कर देंगे. मुख्यमंत्री के तौर पर बहुत सारी सुविधाएं मिलती हैं, इस्तीफे के बाद अरविंद केजरीवाल ने सुविधाएं छोड़ने की बात कही है." उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे से दिल्ली की जनता गुस्से में है, लोग सवाल कर रहे हैं कि उन्हें इस्तीफा देने की क्या जरूरत थी.
    संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी 2 साल से अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने की कोशिश कर रही है. बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल को भ्रष्टाचारी कहा और उनकी ईमानदारी पर सवाल उठाए. कोई मोटी चमड़ी वाला नेता होता, तो कुर्सी से चिपका होता. उन्होंने आगे कहा कि जिस मामले में जमानत मिलना नामुमकिन होता है, उसमें अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी है.
    संजय सिंह ने कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे, तो भारतीय जनता पार्टी फ्री बिजली-पानी की सुविधा बंद कर देगी.
    साभार आज तक

  • कल उज्जैन पहुंचेगी राष्ट्रपति मुर्मू, महाकाल के दर्शन करेंगी

    उज्जैन। आखिर वह क्षण आने ही वाला है जिसके लिए प्रशासनिक अमला पिछले एक सप्ताह से तैयारी में जुटा हुआ है। इस कार्यक्रम के तहत रंगाई-पुताई और अन्य व्यवस्थाएं नगर में की जा रही हैं, ताकि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के उज्जैन आगमन के दौरान कोई कमी न रहे। प्रशासनिक कार्यक्रम के अनुसार, राष्ट्रपति पहले सफाई मित्र सम्मेलन में शामिल होंगी, फिर सिक्स लेन का भूमि पूजन करेंगी और उसके बाद बाबा महाकाल के दर्शन के लिए मंदिर रवाना होंगी।
    राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू कल गुरुवार (19 सितंबर) को इंदौर देवी अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट से प्रात: 9:50 बजे डीआरपी लाइन हेलीपेड उज्जैन पहुंचेंगी। इसके बाद राष्ट्रपति प्रात: 10:10 बजे ग्राम डेंडिया के होटल रूद्राक्ष परिसर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगी। यहां वे सफाई मित्र सम्मेलन और उज्जैन-इंदौर सिक्सलेन रोड के भूमिपूजन कार्यक्रम में भाग लेंगी। कार्यक्रम में स्वागत भाषण मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव देंगे। राष्ट्रपति इस अवसर पर स्वच्छता मित्रों को प्रमाण-पत्र वितरित करेंगी। इसके बाद राष्ट्रपति उज्जैन-इंदौर सिक्सलेन रोड का भूमिपूजन करेंगी। प्रात: 10:55 बजे मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल का उद्बोधन होगा। 
    राष्ट्रपति पूर्वाह्न 11:30 बजे ग्राम डेंडिया रूद्राक्ष होटल परिसर से श्री महाकालेश्वर मंदिर जाएंगी। वहां वे दर्शन और पूजा-अर्चना करेंगी। श्री महाकालेश्वर मंदिर के नंदी हॉल में उन्हें मंदिर प्रबंध समिति की ओर से स्मृति चिन्ह एवं प्रसाद भेंट कर सम्मानित किया जाएगा। इसके बाद महाकालेश्वर मंदिर परिसर में शिखर दर्शन और ओंकारेश्वर मंदिर में फोटो सेशन होगा। राष्ट्रपति दोपहर 12:10 से 12:20 बजे तक महाकाल लोक के मूर्तिकारों से संवाद करेंगी और दोपहर 12:20 से 12:30 बजे तक स्वच्छता ही सेवा के तहत श्री महाकालेश्वर मंदिर में स्वच्छता अभियान कार्यक्रम में शामिल होंगी। इस दौरान वे महाकाल महालोक का भ्रमण भी करेंगी। राष्ट्रपति दोपहर 12:30 बजे श्री महाकालेश्वर मंदिर से डीआरपी लाइन हेलीपेड पर दोपहर 12:40 बजे पहुंचेंगी और फिर 12:50 बजे उज्जैन से इंदौर देवी अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान करेंगी।
    साभार अमर उजाला

     

  • आतिशी बनेंगी दिल्ली की नई सीएम,  विधायकों ने प्रस्ताव पर खड़े होकर लगा दी अपनी मुहर

    नई दिल्ली। आतिशी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। अरविंद केजरीवाल के आवास पर विधायक दल की बैठक में खुद आम आदमी पार्टी के प्रमुख ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा जिस पर विधायकों ने खड़े होकर अपनी मुहर लगा दी। केजरीवाल के जेल जान के बाद सरकार की सबसे ताकतवर मंत्री के रूप में उभरीं आतिशी कालकाजी से पहली बार की विधायक हैं।
    दिल्ली की शिक्षा नीति बनाने में भी उनकी अहम भूमिका रही है। आतिशी को केजरीवाल और सिसोदिया दोनों का विश्वासपात्र माना जाता है। करीब 18 विभागों को संभाल रहीं आतिशी के पास अब प्रशासन का अच्छा अनुभव है। वह पार्टी के पक्ष को मजबूती से मीडिया के सामने रखती रही हैं। आतिशी को सीएम बनाकर केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव से पहले आधी आबादी को भी साधने की कोशिश की है। 
    कथित शराब घोटाले में कई महीनों तक जेल में रहने के बाद बाहर निकले केजरीवाल ने रविवार को इस्तीफे की घोषणा की थी। वह मंगलवार शाम एलजी वीके सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप देंगे। केजरीवाल ने कहा है कि वह तब तक दोबारा सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे जब तक चुनाव जीतकर जनता से ईमानदारी का सर्टिफिकेट हासिल नहीं कर लेते हैं।
    2020 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में 62 सीटें जीतकर लगातार तीसरी बार सरकार बनाई थी। केजरीवाल ने लगातार तीसरी बार राजधानी में मुख्यमंत्री का पद संभाला था। लेकिन 2021-22 में बनी शराब नीति को लेकर पार्टी मुश्किलों में घिर गई। पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, राज्यसभा सांसद संजय सिंह और खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल जाना पड़ा।
    केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी उनके खिलाफ आक्रामक थी और इस्तीफे का दबाव बनाती रही। केजरीवाल इस बात पर अड़े रहे कि वह जेल से ही सरकार चलाएंगे। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उन्होंने अचानक पद छोड़ने का ऐलान करके सबको चौंका दिया। 
    नए मुख्यमंत्री के ऐलान से पहले आम आदमी पार्टी ने साफ कर दिया है कि यह पद विधानसभा चुनाव तक के लिए दिया जा रहा है। अगले लोकसभा चुनाव में जीत मिली तो दोबारा केजरीवाल ही मुख्यमंत्री बनेंगे।  
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अमित शाह बोले- जल्द होगी जनगणना

    भारत में जल्द ही जनगणना होने जा रही है। मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी इसके संकेत दे दिए हैं। हालांकि, उन्होंने इस संबंध में तारीख को लेकर स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा है। साथ ही उन्होंने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर भी चर्चा की। हाल ही में खबरें आई थीं कि देश में सेंसस की तैयारियां चल रही हैं। साल 2011 के बाद से देश में जनगणना नहीं हुई है।
    जातिगत जनगणना को लेकर पूछे गए सवाल पर शाह ने कहा कि जब भी हम जनगणना का ऐलान करेंगे, तब सभी जानकारियां सार्वजनिक कर दी जाएंगी। दरअसल, इससे पहले साल 2021 में जनगणना होना था, लेकिन कोरोनावायरस महामारी के चलते प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी थी। जनगणना का पहला चरण 1 अप्रैल 2020 को शुरू किया जना था, लेकिन इसे टालना पड़ा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • खालिस्तानियों ने किया न्यूयॉर्क के स्वामी नारायण हिंदू मंदिर पर हमला!

    नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी इसी सप्ताह अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले हैं। इससे पहले न्यूयॉर्क के स्वामी नारायण मंदिर में तोड़फोड़ हुई है और वहां दीवारों पर भारत विरोधी नारे तक लिखे गए। पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे से ठीक पहले इस तरह की हरकत करने को एक संदेश के तौर पर देखा जा रहा है। ऐसे में एजेंसियों को संदेह है कि मंदिर में तोड़फोड़ के पीछे खालिस्तानी तत्वों का हाथ हो सकता है। न्यूयॉर्क स्थित भारतीय कौंसुलेट ने इस हमले पर चिंता जताई है। यह हमला भी उस न्यूयॉर्क शहर में ही हुआ है, जहां पीएम नरेंद्र मोदी का एक कार्यक्रम होने वाला है। यह इवेंट लॉन्ग आइलैंड में होना है।
    खासतौर पर मंदिर में हमला और भारत विरोधी नारे लिखना खालिस्तानी तत्वों की एक आदत रही है। सूत्रों का कहना है कि कई जगहों पर लॉन्ग आइलैंड इलाके में भी भारत विरोधी पोस्टर लगे देखे गए हैं। वहां रह रहे भारतीय मूल के लोगों ने भी इसकी पुष्टि की है। यह हमला 15 सितंबर की रात को न्यूयॉर्क के मेलविले स्थित स्वामी नारायण मंदिर में हुआ है। यह स्थान पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम वाली जगह से 26 किलोमीटर की दूरी पर है। प्रधानमंत्री 22 सितंबर को यहां भारतीय समुदाय को संबोधित करने वाले हैं।
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  • जाति जनगणना कराएगी मोदी सरकार! आरएसएस की सहमति


    नई दिल्ली. बिहार देश का ऐसा पहला राज्य था, जहां जातिगत जनगणना कराई गई और फिर उसके आधार पर ही आरक्षण की सीमा को भी बढ़ा दिया गया। यह काम नीतीश कुमार की सरकार ने कराया था और अब वह भाजपा के साथ गठबंधन में हैं। केंद्र सरकार भी उनके सहयोग से चल रही है और राज्य में भी भाजपा और जेडीयू साथ हैं। कई बार जेडीयू की ओर से जातिगत जनगणना की मांग की जाती रही है। इसके अलावा चिराग पासवान ने भी पिछले दिनों ही डिमांड की थी। कांग्रेस, सपा, आरजेडी समेत देश के तमाम बड़े राजनीतिक दल यह मांग लगातार उठा रहे हैं।
    अब खबर है कि मोदी सरकार भी इस विकल्प पर विचार कर रही है। सरकारी सूत्रों का कहना है कि जनगणना के लिए काम शुरू हो चुका है और जल्दी ही इसकी प्रक्रिया का आधिकारिक ऐलान होगा। अभी सरकार इस बात को लेकर भी मानसिक रूप से तैयार है कि यदि जरूरी होगा तो जाति का कॉलम भी जनगणना के फॉर्म में दर्ज किया जाएगा। इस संबंध में भी जल्दी ही फैसला भी हो सकता है। कहा जा रहा है कि भाजपा नेतृत्व और मोदी सरकार का बदला हुआ रुख आरएसएस के स्टैंड के चलते भी है।
    हाल ही में आरएसएस की केरल में हुई बैठक के बाद संगठन ने जाति जनगणना के सवाल पर सकारात्मक जवाब दिया था। आरएसएस का कहना था कि हम जाति जनगणना के खिलाफ नहीं है। यदि सामाजिक योजनाएं बनाने में इससे कुछ फायदा मिलता हो तो यह होना चाहिए। लेकिन इसके जरिए सामाजिक विद्वेष पैदा करने या अपने राजनीतिक हितों को साधने की कोशिश नहीं होनी चाहिए।
    माना जा रहा है कि इस तरह संघ के रवैये को देखने के बाद अब सरकार भी जाति जनगणना के पक्ष में जा सकती है। बता दें कि जनगणना 2021 में ही शुरू हो जानी चाहिए थी, लेकिन कोरोना के चलते इसे टालना पड़ा था। अब संसद में महिलाओं को मिले 33 फीसदी आरक्षण को लागू करने के लिए भी जनगणना के आंकड़े जरूरी हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • केजरीवाल-सिसोदिया की मुलाकात में तय होगा दिल्ली का अगला CM चेहरा

    नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया सोमवार को अरविंद केजरीवाल के साथ मुलाकात करने जा रहे हैं। केजरीवाल की ओर से सीएम पद छोड़ने की घोषणा के एक दिन बाद यह मुलाकात होने जा रही है। केजरीवाल ने कहा है कि वह तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे जब तक जनता 'ईमानदारी का सर्टिफिकेट' नहीं देती।
    आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संजोयक ने यह भी साफ कर दिया कि उनकी तरह अगली चुनावी जीत तक मनीष सिसोदिया भी पद ग्रहण नहीं करेंगे। एक पार्टी पदाधिकारी ने सोमवार को कहा, 'सिसोदिया और केजरीवाल की आज मुलाकात होगी। केजरीवाल के फैसले के बाद दोनों नेताओं की पहली मुलाकात है। बैठक में अगले मुख्यमंत्री को लेकर चर्चा हो सकती है।' दोनों नेताओं की मुलाकात सिविल लाइंस एरिया में सीएम के आधिकारिक आवास में होगी।
    कथित शराब घोटाले में गिरफ्तारी के बाद महीनों तक जेल में रहकर जमानत पर निकले केजरीवाल ने कहा कि वह विधायकों के साथ बैठक करेंगे। उन्होंने कहा कि 2-3 दिन में विधायक दल की बैठक होगी और आम आदमी पार्टी से नए सीएम का चुनाव किया जाएगा। केजरीवाल की घोषणा के बाद इस बात की चर्चा छिड़ गई है कि दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन होगा। केजरीवाल सरकार की मंत्री आतिशी और गोपाल राय का नाम रेस में सबसे आगे बताया जा रहा है। चर्चा इस बात की भी है कि केजरीवाल की पत्नी सुनीता को भी यह जिम्मेदारी दी जा सकती है। मंत्री कैलाश गहलोत के नाम पर भी विचार किया जा सकता है, जो अभी तक विवादों से दूर रहे हैं। जाट नेता के सिर ताज सजाकर पार्टी हरियाणा में फायदे की कोशिश भी कर सकती है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • चौथै वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में चौथे वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन और एक्सपो (री-इनवेस्ट) का उद्घाटन किया। इस दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी भी मौजूद रहे।
    चौथै वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन में शामिल होने के लिए कई अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी गुजरात के गांधीनगर पहुंचे हैं। कार्यक्रम में शामिल होने गुजरात पहुंचे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने भी मुलाकात की।
    गांधीनगर में मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने कहा, "पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही है। पीएम मोदी के गुजरात मॉडल ने विभिन्न क्षेत्रों, खासकर ऊर्जा क्षेत्र में विकास सुनिश्चित किया है... इसके तहत गुजरात में कार्बन उत्सर्जन को कम करने के प्रयास में सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जल विद्युत ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है..." 
    दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के 'मैं 2 दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं' वाले बयान पर उन्होंने कहा, "यह एक ड्रामा है और अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट की ओर से उन पर लगाए गए प्रतिबंधों से अवगत हैं। वह जनता के बीच जाना चाहते हैं लेकिन वह एक हारी हुई लड़ाई की ओर बढ़ रहे हैं। जनता सब जानती है।"
    साभार अमर उजाला

  • चुनाव आयोग से हुई धांधली, पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान के हक में सुनाया फैसला

     इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने शहबाज शरीफ सरकार और चुनाव आयोग की 'धांधली' के खिलाफ बड़ा फैसला सुनाया। उच्चतम न्यायालय ने 8 फरवरी को हुए चुनाव के बाद आयोग के कार्यों पर अंसतोष जताया और सुरक्षित सीट के संबंध में इमरान खान की पार्टी के हक में फैसले को लागू करने का आदेश दिया। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग के प्रति नाराजगी जताई और कहा कि आयोग के इस कदम की कड़ी से कड़ी निंदा की जानी चाहिए। अगर पाकिस्तान सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का अक्षरश: पालन किया जाता है तो इमरान की पार्टी पीटीआई पाकिस्तान नेशनल असेंबली में सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है। सुरक्षित सीटों के जुड़ने से पीटीआई की ताकत और बढ़ जाएगी।
    शनिवार को पाकिस्तान की शीर्ष अदालत का यह आदेश प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए करारा झटका साबित हुआ। इससे तहरीक-ए-इंसाफ(पीटीआई) संसद के दोनों सदनों में सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी। सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने 15 जुलाई को पीटीआई को सुरक्षित सीट आवंटित करने के फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में समीक्षा याचिका दायर की थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • वंदे भारत ट्रेन पर पथराव, तोड़ डाले तीन कोच के शीशे, 5 गिरफ्तार

    महासमुंद. छत्तीसगढ़ के महासमुंद में वंदे भारत ट्रेन पर पथराव की खबर सामने आई है. यहां बागबाहरा रेलवे स्टेशन पर वंदेभारत ट्रेन पर पथराव किया गया जिसमें ट्रेन के तीन कोच C2-10 , C4-1,C9-78 के शीशे तोड़ डाले. सूचना मिलने पर रेलवे पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.  
    पांचों आरोपी बागबाहरा के रहने वाले है. आर पी एफ पुलिस रेलवे एक्ट 1989 के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को आज ही रेलवे कोर्ट में पेश करेगी.
    PF के अधिकारी परवीन सिंह ने बताया, 'कल वंदे भारत ट्रेन जो 16 तारीख से चलने वाली है, उसका ट्रायल रन था. वह महासमुंद से सुबह 7.10 पर निकली. 9 बजे के करीब बागबाहरा के पास में कुछ असमाजिक तत्वों ने चलती गाड़ी पर पथराव कर दिया. ट्रेन में हमारी सपोर्टिंग पार्टी हथियार के साथ थी. उन्होंने सूचना दी. सूचना के बाद तुरंत एक टीम गई और उसने जांच की और पांच आरोपी पकड़े गए. पांच आरोपियों के नाम शिव कुमार बघेल, देवेंद्र कुमार, जीतू पांडे, सोनवानी और अर्जुन यादव. ये पांचों बागबाहरा के हैं. ये असमाजिक तत्व हैं.' 
    साभार आज तक

  • बांग्लादेशी आतंकी ने वीडियो जारी कर ममता बनर्जी से की अपील, बंगाल को मोदी से आजाद करवाइए

    बांग्लादेश में शेख हसीना के हटने और अंतरिम सरकार बनने के बाद कट्टरपंथियों को छूट मिल गई है। ऐसे में आतंकी भारत के खिलाफ जहर उगलने लगे हैं। अल कायदा से जुड़े अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (ABT) चीफ ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें वह भारत को धमकी देते हुआ नजर आता है। आतंकी जशीमुद्दीन रहमानी को अंतरिम सरकार बनने के बाद जेल से रिहा किया गया है। अबद वह कश्मीर को 'आजाद' करवाने के लिए पाकिस्तान और अफगानिस्तान से मदद मांगता नजर आ रहा है। यहां तक कि उसने ममता बनर्जी का नाम लेकर बंगाल को भी आजाद करवाने का शिगूफा छोड़ा है।
    रहमानी का यह वीडियो अस्पताल के किसी वॉर्ड में शूट किया गया है। न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक उसने शेख हसीना की मदद करने के लिए भारत को धमकी दी है। वहीं रहमानी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कहा है, 'मोदी के शासन से बंगाल को मुक्त करवाइए और आजाद घोषित कर दीजिए।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • शराब घोटाले में शर्तों पर मिली केजरीवाल को जमानत

    नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. कथित शराब घोटाले में केजरीवाल को सीबीआई के केस में भी सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है. उन्हें ईडी के मामले में पहले ही जमानत मिल गई थी. अब सुप्रीम कोर्ट से उन्हें सीबीआई के मामले में भी जमानत मिल गई है. इससे अब उनके जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है.
    हालांकि, जमानत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कुछ शर्तें भी लगाई हैं. जमानत के लिए उनपर वहीं शर्तें लागू होंगी, जो ईडी के मामले में जमानत देते हुए लगाई गई थीं. जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल किसी भी फाइल पर दस्तखत नहीं कर पाएंगे. इसके साथ ही उनके दफ्तर जाने पर भी पाबंदी रहेगी. इतना ही नहीं, इस मामले में वो कोई बयान या टिप्पणी भी नहीं कर सकेंगे.
    जमानत के लिए क्या शर्तें होंगी
    - अरविंद केजरीवाल न तो मुख्यमंत्री कार्यालय और न ही सचिवालय जा सकेंगे.
    - किसी भी सरकारी फाइल पर तब तक दस्तखत नहीं करेंगे जब तक ऐसा करना जरूरी न हो.
    - अपने ट्रायल को लेकर कोई सार्वजनिक बयान या टिप्पणी नहीं करेंगे.
    - किसी भी गवाह से किसी तरह की बातचीत नहीं करेंगे.
    - इस केस से जुड़ी किसी भी आधिकारिक फाइल तक पहुंच नहीं रखेंगे.
    - जरूरत पड़ने पर ट्रायल कोर्ट में पेश होंगे और जांच में सहयोग करेंगे.
    कथित शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था. लोकसभा चुनाव के कारण 10 मई को उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी थी. इसके बाद 2 जून को केजरीवाल ने सरेंडर कर दिया था. इस मामले में ईडी और सीबीआई दोनों ही जांच कर रही हैं. ईडी के मामले में सुप्रीम कोर्ट से केजरीवाल को 12 जुलाई को जमानत मिल गई थी. अब उन्हें सीबीआई के मामले में भी जमानत मिल गई है. 
    सुप्रीम कोर्ट अभी तिहाड़ जेल में हैं. सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उन्हें जेल से बाहर आने के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा. 
    दरअसल, सुप्रीम कोर्ट का लिखित ऑर्डर दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में भेजा जाएगा. यहां बेल बॉन्ड भरना होगा. इसके बाद राउज एवेन्यू कोर्ट रिलीज ऑर्डर तैयार करके तिहाड़ प्रशासन को भेजेगी. रिलीज ऑर्डर मिलने के बाद ही केजरीवाल जेल से बाहर आ सकेंगे.
    साभार आज तक

  • पंजाब में खालिस्तानी ठिकानों पर NIA की कार्रवाई

    चंडीगढ़। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शुक्रवार को पंजाब में खालिस्तानी नेटवर्क पर अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। आतंकवादी नेटवर्क की चल रही जांच के तहत की गई छापेमारी में मोंगा, अमृतसर, गुरदासपुर, जालंधर और अन्य इलाकों में 14 ठिकानों में तलाशी की जा रही है। लंदन में पिछले साल भारतीय उच्चायोग पर हुए हमले में मामले में NIA ने बड़ा एक्शन लिया है। लंदन हमले की एनआईए की जांच में महत्वपूर्ण घटनाक्रम सामने आए हैं। इससे पहले 5 सितंबर को एजेंसी ने अफगान मूल के यूके नागरिक इंद्रपाल सिंह गाबा के खिलाफ चार्जशीट फाइल की थी। गाबा पर पिछले साल 22 मार्च को भारतीय उच्चायोग के बाहर भारत विरोधी प्रदर्शन में भाग लेने का आरोप है।
    गौरतलब है कि इंद्रपाल सिंह गाबा, जिसे 25 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था, को पहले दिसंबर 2023 में लंदन से पाकिस्तान के रास्ते आने पर इमिग्रेशन अधिकारियों ने हिरासत में लिया था। चार्जशीट में आरोप लगाया गया है कि गाबा ने विरोध प्रदर्शन में भाग लेकर अलगाववादी एजेंडे में हिस्सा लिया था। इसका उद्देश्य अमृतपाल सिंह और उनके संगठन वारिस पंजाब दे पर चल रही कार्रवाई को प्रभावित करना था।
    कथित तौर पर भारतीय उच्चायोग पर यह हमला खालिस्तानी मकसद को आगे बढ़ाने की एक बड़ी रणनीति का हिस्सा था। एनआईए की जांच से पता चला है कि अमृतपाल सिंह के खिलाफ पंजाब पुलिस की कार्रवाई के जवाब में लंदन हमला किया गया था, जिसका उद्देश्य भारत से पंजाब के अलगाव को बढ़ावा देकर खालिस्तानी एजेंडे को आगे बढ़ाना था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कर्नाटक के मांड्या में गणेश विसर्जन के दौरान सांप्रदायिक हिंसा, पथराव के बाद आगजनी

    मांड्या. कर्नाटक के मांड्या में गणेश विसर्जन के दौरान सांप्रदायिक हिंसा हुई है. हालात इतने खराब हो गए कि उपद्रवियों ने पथराव के बाद कई दुकानों और कपड़ों के साथ-साथ बाइक के शोरूम को आग के हवाले कर दिया. इतना ही नहीं बेकाबू भीड़ ने सड़क पर खड़ी बाइकों को भी फूंक दिया. हालात को संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
    दरअसल, बदरिकोप्पलु गांव के युवक गणेश विसर्जन के लिए जुलूस निकाल रहे थे. जुलूस नागमंगला की मुख्य सड़क पर एक मस्जिद के पास से गुजरा. बताया जा रहा है कि इस दौरान जुलूस पर पथराव हुआ. हालात बिगड़ गए और दोनों समुदायों के बीच झड़पें होने लगीं. पुलिस ने जब लाठीचार्ज किया तो गुस्साए हिंदू समुदाय के लोगों ने थाने के सामने प्रदर्शन किया और जिम्मेदारों की गिरफ्तारी की मांग की. घटना के विरोध में विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल ने आज नागमंगला में बंद का आह्वान किया है.
    इस मामले में पुलिस ने 52 लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस की कार्रवाई के बाद पकड़े गए लोगों के परिजन थाने के सामने इकट्ठा हो गए और अपने लोगों को छोड़ने की मांग करने लगे. उन्होंने कहा,'हमारे लोगों ने कुछ भी गलत नहीं किया, उन्हें बिना किसी कारण के गिरफ्तार किया गया है.' इस दौरान महिलाओं ने पुलिस के सामने आंसू भी बहाए, जिसके बाद पुलिस ने महिलाओं को कानूनी सलाह दी. पुलिस ने कहा कि सभी को पूछताछ के लिए लाया गया है, जो भी निर्दोष होगा, उसे छोड़ दिया जाएगा.
    साभार आज तक

  • गणेश पूजा में पीएम मोदी को बुलाने पर सीजेआई की निष्पक्षता पर सवाल उठा रही उद्धव सेना

    शिवसेना (UBT) अब भारत के मुख्य न्याधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ की निष्पक्षता पर सवाल उठा रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने तो सीजेआई को शिवसेना से जुड़े मामले से अलग होने की नसीहत तक दे दी है। राउत ने सवाल ऐसे समय पर उठाए हैं, जब एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीजेआई के आवास पर पहुंचे थे और गणेश पूजा में शामिल हुए थे। इसके अलावा कई वकीलों ने भी इस मीटिंग पर सवाल उठाए। जबकि, भारतीय जनता पार्टी ने इसे सिर्फ पूजा में शामिल होना करार दिया है।
    पीएम मोदी ने इससे जुड़ी तस्वीर भी सोशल मीडिया पर शेयर की है। उन्होंने लिखा, 'सीजेआई न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ जी के आवास पर गणेश पूजा में शामिल हुआ। भगवान श्री गणेश हम सभी को सुख, समृद्धि और अद्भुत स्वास्थ्य प्रदान करें।'
    राउत ने पीएम मोदी के सीजेआई के घर जाने पर सवाल उठाए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, उन्होंने कहा, 'देखिए, यह गणपति जी का त्योहार है। प्रधानमंत्री अब तक कितने लोगों के घर गए हैं? मुझे जानकारी नहीं है। दिल्ली में कई स्थानों पर गणेश त्योहार मनाया जाता है, लेकिन प्रधानमंत्री मुख्य न्यायाधीश के घर पर गए और प्रधानमंत्री और मुख्य न्यायाधीश ने साथ मिलकर आरती की।'
    उन्होंने कहा, 'भगवान के बारे में हमें इतना पता है कि अगर संविधान के रक्षक इस तरह से राजनेताओं से मिलेंगे, तो लोगों को शक होगा।' उन्होंने कहा कि एक केस में पार्टी प्रधानमंत्री को मुख्य न्यायाधीश के साथ ऐसे करीबी होकर बात नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'बीते 3 सालों से एक के बाद एक तारीखें दी जा रही हैं। एक अवैध सरकार चल रही है।' उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना को तोड़े जाने पर सवाल उठाए हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मणिपुर में एक बार फिर से माहौल तनावपूर्ण हुआ, कर्फ्यू, इंटरनेट बैन और 2000 जवान फिर पहुंचे

    नई दिल्ली। मणिपुर में एक बार फिर से माहौल तनावपूर्ण हो गया है। बीते कुछ दिनों में हुई झड़पों के चलते हालात ऐसे हैं कि तीन जिलों में कर्फ्यू लगाना पड़ा है और इंटरनेट भी सस्पेंड किया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि लोगों के बीच अफवाह फैलने से रोका जा सके। अभी 5 दिनों के लिए इंटरनेट पर रोक रहेगी। वहीं कांग्रेस का कहना है कि इस मामले में होम मिनिस्टर अमित शाह को दखल देना चाहिए। बीते साल से ही राज्य में कुकी और मैतेई समुदाय के लोगों के बीच झड़पों का दौर जारी है। ऐसी हिंसा फैली है कि कई जिलों में एक-दूसरे के समुदाय के लोगों पर लगातार हमले हो रहे हैं।
    इनर मणिपुर से कांग्रेस के सांसद ए. बिमोल अकोइजाम ने अमित शाह को पत्र भी लिखा है और मांग की है कि हिंसा की हालिया घटनाओं की जांच की जाए। उन्होंने कहा कि इस उपद्रव में ड्रग्स माफिया और बाहरी तत्वों का भी योगदान है। इसके अलावा उन्होंने इसके पीछे विदेशी साजिश को भी वजह बताया है। फिलहाल नए सिरे से फैली हिंसा ने मणिपुर में एक बार फिर से उबाल पैदा कर दिया है। आइए जानते हैं, इसके चलते राज्य में कैसे हैं हालात...
    मणिपुर के उच्च शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी और निजी कॉलेजों को 11 और 12 सितंबर को बंद ही रखने का आदेश दिया है। राज्य भर में चल रहे प्रदर्शनों के कारण यह फैसला लिया गया है।
    हालात यह हैं कि मणिपुर में कई जगहों पर उपद्रवियों ने ड्रोन और रॉकेट तक से हमले किए हैं। इस बीच राज्य पुलिस ने ऐटी ड्रोन सिस्टम्स की तैनाती है। इसके अलावा बड़े पैमाने पर इनकी खरीद भी की जा रही है क्योंकि सरकार के पास यह पर्याप्त मात्रा में नहीं हैं।
    बीते सप्ताह मणिपुर के जिरीबाम जिले में एक बार फिर से हिंसा भड़क गई थी। इसके चलते 6 लोगों की मौत हो गई थी। अब तक मिली जानकारी के अनुसार संदिग्ध कुकी उपद्रवियों ने मैतेई समुदाय बहुल गांव नुंगचप्पी में हमला बोला था। यह गांव इंफाल से 229 किलोमीटर दूर है। इसके बाद यह हिंसा भड़की थी।
    जिरीबाम वह जिला है, जहां से शांति की उम्मीद जगी थी। यहीं पर मैतेई और कुकी समुदाय के नेताओं को बिठाया गया था। इनके साथ सुरक्षा बलों के कमांडर भी मौजूद थे। इस बैठक में दोनों समुदायों के लोगों ने शांति की ओर बढ़ने पर सहमति जताई थी, लेकिन विवाद थमा नहीं है।
    शुक्रवार की शाम को तो हालात ऐसे थे कि उपद्रवियों की भीड़ ने मणिपुर राइफल्स के कैंप में हमला बोलकर हथियार लूटने की कोशिश की थी। अंत में सुरक्षा बलों ने जब हवाई फायर किए और आंसू गैस के गोले दागे तब जाकर उपद्रवियों को कंट्रोल किया जा सका।
    थाउबल जिले में सोमवार को उपद्रवियों ने पुलिस वालों से हथियार भी छीन लिए। इसके अलावा पुलिस वालों पर ही फायरिंग भी की।
    मणिपुर के हालात इतने बिगड़ गए हैं कि मेघायल के सीएम कोनराड संगमा ने भी चिंता जताई है। उनका कहना है कि भारत सरकार को दखल देना चाहिए ताकि दूसरे राज्यों तक असर न पहुंचे।
    इस बीच केंद्र सरकार ने सीआरपीएफ की दो बटालियनों को मणिपुर भेजा है। इन बटालियनं में कुल 2000 जवान होंगे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • राहुल गांधी की भारत विरोधी इल्हान उमर से मुलाकात पर विवाद...

    नई दिल्ली. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अमेरिका के तीन दिनों के दौरे पर हैं. इस दौरान राहुल गांधी ने अमेरिकी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. इस मुलाकात की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिन पर विवाद हो गया है. इन तस्वीरों में राहुल गांधी के साथ भारत विरोधी इल्हान उमर नजर आ रही हैं. अब बीजेपी ने इसे लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधा है.
    बीजेपी की राष्ट्रीय प्रवक्ता संजू वर्मा का कहना है कि राहुल गांधी सत्ता में आने के लिए उतावले हैं. इसी उतावलेपन की वजह से ही कोई कट्टरपंथी इस्लामिक इल्हान उमर से मुलाकात कर सकता है. 
    बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने कहा कि लाल घेरे में यह महिला अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता इल्हान उमर है, जो खालिस्तान और कश्मीर को अलग देश बनाने का लगातार समर्थन करती हैं. अभी अमेरिका में राहुल गांधी जी इसी एजेंडे के लिए समर्थन जुटा रहे हैं.
    बीजेपी प्रवक्ता अमित मालवीय ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अमेरिका में इल्हान उमर से मुलाकात की है. इल्हान भारत विरोधी, कट्टरपंथी इस्लामिक और आजाद कश्मीर की पैरोकार है. यहां तक कि इस मुलाकात को लेकर पाकिस्तान के नेता भी चौकन्ना होंगे. कांग्रेस अब खुलकर भारत के खिलाफ काम कर रही है.
    यह मुलाकात वॉशिंगटन डीसी में रेबर्न हाउस ऑफिस बिल्डिंग में हुई. इस बैठक की मेजबानी कांग्रेसमैन ब्रेडली जेम्स शर्मन ने की. इस प्रतिनिधिमंडल में इल्हान उमर के अलावा सीनेटर जोनाथन जैकसन, सीनेटर रो खन्ना, सीनेटर राजा कृष्णमूर्ति, सीनेटर बारबरा ली, सीनेटर, श्री थानेदार, जीसस जी. गार्सिया, सीनेटर हैंक जॉनसन और जैन स्काकोवस्की शामिल हैं.
    कौन हैं इल्हान उमर?
    इल्हान उमर अमेरिकी सांसद हैं. वह 2019 से अमेरिकी कांग्रेस की डेमोक्रेट सदस्य हैं. वे पहली अफ्रीकी शरणार्थी हैं जो चुनाव जीतकर अमेरिकी संसद पहुंचीं. वे संसदीय सीट पर चुनाव जीतने वालीं पहली अश्वेत महिला भी हैं. वे अमेरिकी संसद पहुंचने वाली पहली दो मुस्लिम-अमेरिकी महिलाओं में भी शामिल हैं. वह अमेरिका में अपने इजरायल विरोधी रुख की वजह से जानी जाती हैं.
    साभार आज तक 

  • इंडिया एक्सपो मार्ट में पीएम मोदी ने सेमीकॉन इंडिया 2024 का किया उद्घाटन

    ग्रेटर नोएडा। इंडिया एक्सपो सेंटर एवं मार्ट में तीन दिवसीय सेमीकॉन इंडिया-2024 का शुभारंभ बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इसमें 26 देशों के 836 प्रदर्शक और 50 हजार से अधिक विजिटर भाग ले रहे हैं। आयोजन का मकसद यूपी को सेमी कंडक्टर के निर्माण का हब बनाना है।
    इंडिया एक्सपो मार्ट में पीएम मोदी ने सेमिकॉन इंडिया 2024 का उद्घाटन किया। केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव ने पीएम मोदी को मेक इन इंडिया का चिन्ह भेंट किया।
    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया-2024 आयोजन भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। सैंमसंग ने अपनी यूनिट की स्थापना के लिए निवेश नोएडा में ही किया है। यूपी पहले से ही वैश्विक सेमीकंडक्टर डिजाइन के रूप में स्थापित हो रहा है। छह प्रमुख कंपनियां प्रदेश में स्थापित हैं। स्थानीय प्रतिभा को लाभ उठाने में सहयोग प्रदान कर रही हैं।
    केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, 'सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र में सभी हितधारकों की उत्साही भागीदारी हमारे प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण की सफलता और जिस व्यवस्थित तरीके से उन्होंने इस नीति को संचालित किया है, उसका एक मजबूत संकेतक है। प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण प्रौद्योगिकी तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाना है। अब तक की गई सभी पहल, चाहे वह डिजिटल इंडिया मिशन हो, टेलीकॉम मिशन हो, हर चीज ने तकनीक को आम नागरिकों के हाथों में पहुंचा दिया है। हमारे देश में सेमीकंडक्टर उद्योग की वृद्धि इस दृष्टिकोण को और गहरा करेगी'
    केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सेमीकॉन इंडिया-2024 के शुभारंभ कार्यक्रम में कहा कि सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में भारतीय प्रतिभाओं को विकसित करने के लिए अगले 10 साल में 85 हजार इंजीनियर और तकनीशियनों को तैयार करने का लक्ष्य है। इसके लिए 130 विश्वविद्यालयों को जोड़ा गया है। सेमीकंडक्टर क्षेत्र  की जरूरत को ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रमों को डिजाइन किया गया है।
    साभार अमर उजाला

  • हरियाणा कांग्रेस में विनेश फोगाट को टिकट देने से नाराजगी

    हरियाणा। जुलाना सीट से पहलवान विनेश फोगाट को टिकट मिलने के बाद हरियाणा कांग्रेस में नाराजगी नजर आ रही है। खबर है कि टिकट के कई उम्मीदवारों ने फोगाट को लेकर आयोजित कार्यक्रम से दूरी बना ली। साथ ही टिकट वितरण को लेकर AICC यानी ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के दफ्तर के बाहर भी प्रदर्शन किया गया। हाल ही में फोगाट कांग्रेस में शामिल हुईं हैं। उनके साथ पहलवान बजरंग पूनिया ने भी पार्टी का दामन थामा था।
    फोगाट के सम्मान में बख्ता खेड़ा गांव में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जुलाना सीट से टिकट के कई दावेदार नेता कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। इन नेताओं में परमिंदर सिंह धुल, धर्मेंद्र धुल और रोहित दलाल समेत कई नाम शामिल हैं। कथित तौर पर ये नेता फोगाट को जुलाना सीट से उतारे जाने से नाराज हैं।
    अखबार ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि स्थानीय नेताओं को लग रहा है कि उनके काम को नजरअंदाज किया गया और बाहर को लाया गया। हालांकि, इस दौरान टिकट के कुछ दावेदार रहने नेता कार्यक्रम का हिस्सा बने थे। कहा जा रहा है कि फोगाट के कार्यक्रम में बेहद कम लोग शामिल हुए थे। कांग्रेस का टिकट मिलने के बाद वह पहली बार ससुराल पहुंचीं थीं। उन्होंने पौली गांव से रोड शो किया, जो रोहतक-दिल्ली हाईवे पर आता है।
    हाईवे जुलाना से बख्ता खेड़ा गांव से गुजरता है। यहां फोगाट ने अंतरराष्ट्री स्तर के पहलवान सोमवीर राठी से शादी की है। फोगाट ने टिकट मिलने पर कांग्रेस और खासतौर से प्रियंका गांधी का आभार जताया। उन्होंने कहा, 'जब मैं कुश्ती छोड़ने के बारे में सोच रही थी, तब प्रियंका जी ने मुझे उम्मीद नहीं छोड़ने के लिए कहा। उनकी बातों ने मुझे प्रेरणा दी। मैं जीतूं या हार जाऊं, लेकिन हमेशा आपकी सेवा करूंगी। मेरा सपना गांव में रहने का है।'
    हरियाणा में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने AICC मुख्यालय के बाहर रविवार को विरोध प्रदर्शन किया और पार्टी में ‘बाहरी लोगों’ के बजाय स्थानीय नेताओं को वरीयता दिए जाने की मांग की। कार्यकर्ताओं ने नेताओं के रिश्तेदारों को टिकट दिए जाने पर नाराजगी जताने के लिए प्रदर्शन किया। अधिकतर प्रदर्शनकारी हरियाणा के बवानी खेड़ा से थे और उन्होंने ‘बाहरी प्रत्याशी बर्दाश्त नहीं करेंगे’ की तख्तियां थाम रखी थीं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • हरियाणा में AAP ने 9 कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी की

    नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने अब 9 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी सूची भी जारी कर दी है। इससे पहले सोमवार को उसने 20 कैंडिडेट्स का ऐलान किया था और बताया था कि उसका कांग्रेस का साथ गठबंधन नहीं हो सका है। ऐसे में वह सभी सीटों पर अपने कैंडिडेट्स उतारने पर विचार कर रही है। राज्य की सभी 90 सीटों पर नामांकन की आखिरी तारीख 12 सितंबर है।
    अपनी दूसरी सूची में आम आदमी पार्टी ने उन सीटों पर कैंडिडेट्स का ऐलान कर दिया है, जहां कांग्रेस परंपरागत रूप से मजबूत रही है और भाजपा से उसका सीधा मुकाबला है। ऐसी सीटों में आदमपुर, फरीदाबाद, इंदरी और रतिया शामिल हैं। आम आदमी पार्टी ने बरवाला सीट से छतरपाल सिंह का नाम घोषित किया है, जो भाजपा छोड़कर आए हैं। वह मंत्री रहे हैं और ताऊ देवीलाल जैसे दिग्गज नेता को हरा चुके हैं।
    आम आदमी पार्टी के इस फैसले से कांग्रेस की टेंशन बढ़ रही है क्योंकि भाजपा के खिलाफ पड़ने वाले वोट का डर उसे सताने लगा है। राहुल गांधी ने इसी मकसद से हरियाणा की कांग्रेस यूनिट को सुझाव दिया था कि आम आदमी पार्टी को साथ लेने की कोशिश की जाए। उनका कहना था कि इससे भाजपा के खिलाफ पड़ने वाले वोटों का बंटवारा रोका जा सकेगा। इसके बाद दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर मंथन शुरू हुआ, लेकिन आम आदमी पार्टी ने 20 सीटों की बड़ी मांग रख दी। फिर वह कांग्रेस के रुख को देखते हुए 10 सीटों पर गई थी और खबर है कि 6 या 7 सीटों पर भी वह राजी थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • रीवा एयरपोर्ट को यात्री और मालवाहक फ्लाइट्स के संचालन की मिली अनुमति

    भोपाल। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा रीवा एयरपोर्ट को लाइसेंस दे दिया गया है। इससे रीवा एयरपोर्ट को यात्री और मालवाहक फ्लाट्स के  संचालन की अनुमति मिल गई है। इसे लेकर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने खुशी जाहिर की।  उन्होंने कहा कि यह विंध्य क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है। अब
    उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि रीवा एयरपोर्ट से विंध्य क्षेत्र की कनेक्टिविटी में सुधार करेगा, साथ ही यह मध्यप्रदेश के आर्थिक विस्तार और विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। अब रीवा एयरपोर्ट से जल्द ही हवाई सेवाओं की शुरुआत होगी, जिससे स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों को बड़ी सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि रीवा एयरपोर्ट का संचालन क्षेत्र के विकास की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा। इससे विंध्य क्षेत्र की आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रगति को भी एक नई दिशा मिलेगी। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का आभार व्यक्त किया है।
    साभार अमर उजाला

  • बृजभूषण शरण सिंह के आरोपों को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी और रेसलर विनेश फोगाट बोली- फिर गलत साबित होंगे

    बीजेपी नेता और भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के आरोपों को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी और रेसलर विनेश फोगाट ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि एक बार फिर बृजभूषण गलत साबित होंगे। फोगाट ने कहा कि अब तक बृजभूषण ने जो कुछ भी कहा है, सब गलत साबित हुआ है। एक बार फिर ऐसा ही होने वाला है।
    बृजभूषण शरण सिंह ने दावा किया था कि विनेश फोगाट ने साबित कर दिया है कि उनपर यौन शोषण के आरोप और फिर प्रदर्शन कांग्रेस पार्टी ने प्लान किया था। उन्होंने कहा कि फोगाट ने ओलंपिक के नियमों का उल्लंघन किया था। दो अलग-अलग भार वर्ग से एक ही दिन ट्राइ करना उनके अयोग्य ठहराए जाने की वजह बन गई। फाइनल बाउट से पहले ही भगवान ने फैसला सुना दिया।
    सिंह ने कहा, जब जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन शुरू हुआ तभी मैंने कहा था कि यह आंदोलन नहीं है बल्कि इसके पीछे कांग्रेस का हाथ है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा, दीपेंद्र हुड्डा, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी इसके पीछे थे। ऐसे में साबित हो जाता है कि मेरे खिलाफ साजिश में दीपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस शामिल थी। उन्होंने कहा कि जिस दिन की घटना का आरोप लगाया गया है उस दिन मैं दिल्ली में मौजूद ही नहीं था। राजनीति के लिए बेटियों को बदनाम किया गया। वहीं ये महिला खिलाड़ी सम्मान के लिए नहीं बल्कि राजनीति के लिए लड़ रही थीं।
    फोगाट ने एनडीटीवी से कहा, दो बीजेपी नेताओं ने जंतर मंतर पर बैठने की इजाजत ली थी। उन्हें देखना चाहिए थे। उन्हें सारे जवाब मिल जाते। जहां तक ओलंपिक की बात है, वह क्या कहते हैं इससे कोई मतलब नहीं है। उन्होंने जो पहले कहा उसके बारे में सोचिए। अगर किसी महिला ने उनपर आरोप लगाया तो वह फांसी लगा लेंगे। उन्होंने कहा कि बेईमानी करके मुझे आगे बढ़ाया गया। मैंने उन्हें हर मोड़ पर गलत साबित किया है और आगे भी ऐसा ही होगा।
    बता दें कि पूर्व सांसद की टिप्पणी के बाद बीजेपी ने भी कहा है कि वह अपने बयानों से विवाद पैदा ना करें। बृजभूषण शरण सिंह पर कई खिलाड़ियों ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इसके बाद विनेश फोगाट, साक्षी मलिका और बजरंग पुनिया ने जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया। बृजभूषण शरण सिंह केसरगंज से सांसद थे। हालांकि उस बार बीजेपी ने उनके बेटे को टिकट दिया था। विनेश फोगाट को कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा में जुलाना सीट से टिकट दिया है। वहीं बजरंग पुनिया को पार्टी में ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • यादवेंद्र सिंह गौर बने करनी सेना भारत के नए जिला अध्यक्ष

    इंदौर में यादवेंद्र सिंह गौर करनी सेना भारत के नए जिला अध्यक्ष बनाए गए हैं। उन्होंने लवकुश चौराहे पर स्थित प्रवाह रियलटीज में अपने साथियों के साथ पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर करनी सेना भारत के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह गौतम ने सभी को नियुक्ति पत्र जारी किए और समाज हित में कार्य करने की शपथ दिलाई। इस अवसर पर जीतेंद्र सिंह पवार, सिद्धार्थ सिंह सिसोदिया, सुशील सिंह चौहान, शिशुपाल सिंह गौर, गौरव सिंह चौहान, मनोज अविराज सिंह चौहान, देवेंद्र सिंह ठाकुर चौहान, प्रकाश सिंह पवार, रविंद बुंदेला, सतेंद्र सिंह बुंदेला सहित सैकड़ों पदाधिकारी उपस्थित थे।

  • नीतीश कुमार बोले- हमने दो बार आरजेडी के साथ जागर कर दी गलती, अब नहीं जाएंगे

    पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि हमने दो बार आरजेडी के साथ जाकर गलती की थी। अब ऐसी गलती दोबारा नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि हम अब कभी आरजेडी के साथ नहीं जा सकते। नीतीश कुमार का यह बयान अहम है क्योंकि पिछले दिनों उनकी आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात हुई थी। इसके बाद से ही कयास लग रहे थे कि बिहार की राजनीति में फिर से खेला हो सकता है। यह मुलाकात अचानक ही हुई थी और दोनों के बीच करीब आधे घंटे बात हुई थी। अब नीतीश कुमार ने इन कयासों को दूर करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि एनडीए के साथ उनका स्वाभाविक गठबंधन है और अब यह हमेशा के लिए बना रहेगा।
    आज ही भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा पटना पहुंचे हैं और नीतीश कुमार से उनकी मुलाकात हुई है। नड्डा दो दिनों के बिहार दौरे पर हैं और शनिवार को वह दरभंगा में एक आयोजन में शामिल होने वाले हैं। जेपी नड्डा के सीधे पटना पहुंचने को लेकर भी इन कयासों को ही वजह बताया गया था क्योंकि पहले उनका कार्यक्रम दरभंगा जाने का ही था। इसलिए जेपी नड्डा जब सीधे पटना के लिए रवाना हुए तो कयास लग रहे थे कि क्या इसका नीतीश कुमार और तेजस्वी की मुलाकात से कनेक्शन है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मोहन भागवत बोले- कौन अच्छा काम कर रहा है या नहीं कर रहा, यह तय करना लोगों का काम


    पुणे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने गुरुवार को कहा कि कौन अच्छा काम कर रहा है या नहीं कर रहा, यह तय करना लोगों का काम है। उन्होंने कहा कि किसी को भी खुद को भगवान नहीं मानना चाहिए। यह फैसला तो लोगों को करने देना चाहिए कि वे किसी को क्या मानते हैं। वह मणिपुर में बच्चों की शिक्षा के लिए काम करने वाले शंकर दिनकर काणे के जन्मशताब्दी वर्ष में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने यह बात कही। काणे को मणिपुर के विद्यार्थियों के लिए महाराष्ट्र में पढ़ने और ठहरने की व्यवस्था करने के लिए जाना जाता है। वह अपनी मृत्यु तक गरीब परिवारों से आने वालों बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था में जुटे रहे।
    मोहन भागवत ने भैयाजी काणे को याद करते हुए कहा, ‘हमें अपनी जिंदगी में जितना संभव हो, अच्छे काम करने चाहिए। हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि हम चमकेंगे या फिर असफल रहेंगे। अपने काम से कोई भी स्मरणीय व्यक्तित्व बन सकता है। लेकिन हम उस स्तर तक पहुंचे हैं या नहीं। यह फैसला लोगों को करने देना चाहिए। खुद उसका आकलन नहीं करना चाहिए। हमें यह दावा नहीं करना चाहिए कि हम भगवान बन चुके हैं। भैयाजी काणे ने हमारे सामने यही आदर्श प्रस्तुत किए थे।’
    आरएसएस प्रमुख ने इस दौरान मणिपुर के हालात पर भी बात की और कहा कि स्थितियां ठीक नहीं हैं। मोहन भागवत ने कहा, ‘वहां सुरक्षा की गारंटी नहीं है। स्थानीय लोगों को अपनी सुरक्षा की चिंता है। वहां जो लोग कारोबार या सामाजिक कार्य के लिए गए हैं, उनके लिए स्थिति और चुनौतीपूर्ण है। लेकिन ऐसे हालातों में भी आरएसएस के कार्यकर्ता वहां मजबूती के साथ डटे हुए हैं। संघ के कार्यकर्ता वहां बिना किसी पक्षपात के लिए सभी के हित में कार्य कर रहे हैं।’ बता दें कि मणिपुर में कूकी और मैतेई समुदाय के लोगों के बीच बीते करीब एक साल से भीषण हिंसा का दौर जारी है और हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। इस हिंसा में सैकड़ों लोग मारे गए हैं और बड़ी संख्या में लोगों को अपने घरों से पलायन करना पड़ा है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सिंगापुर पहुंचने पर पीएम मोदी का हुआ भव्य स्वागत, दोनों देशों के बीच हुए कई समझौते

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिंगापुर के दो दिन के दौरे पर हैं. बुधवार को सिंगापुर पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत हुआ था. इस यात्रा के दूसरे दिन पीएम मोदी का सिंगापुर की संसद में भी भव्य स्वागत किया गया.
    पीएम मोदी ने सिंगापुर दौरे के दूसरे दिन गुरुवार को सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेन्स वॉन्ग के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की. इस दौरान पीएम मोदी के साथ विदेश मंत्री जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे.
    इसके बाद पीएम मोदी सिंगापुर की संसद पहुंचे, जहां दोनों नेताओं ने एक दूसरे देश के मंत्रियों और प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मुलाकात की. इस दौरान पीएम मोदी और सिंगापुर के उनके समकक्ष लॉरेंस वॉन्ग की मौजूदगी में दोनों देशों के बीच कई समझौते हुए, जिसमें सेमीकंडक्टर को लेकर भी अहम समझौता शामिल है.
    भारत और सिंगापुर के बीच गुरुवार को पीएम मोदी और उनके समकक्ष लॉरेंस वॉन्ग की मौजूदगी में कई क्षेत्र में समझौते हुए, जिनमें डिजिटल टेक्नोलॉजी, हेल्थ एंड मेडिसीन, एजुकेशनल कॉरपोरेशन एंड स्किल डेवलपमेंट शामिल हैं. भारत-सिंगापुर सेमीकंडक्टर ईकोसिस्टम पार्टनरशिप  को लेकर भी एमओयू पर साइन हुए हैं. दोनों देश सेमीकंडक्टर कलस्टर डेवलपमेंट और सेमीकंडक्टर डिजाइनिंग और मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस करेंगे. 
    साभार आज तक

     

  • हरियाणा में क्यों 38 सीटों पर फैसले में फंस गई कांग्रेस

    नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 67 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है, लेकिन अब तक कांग्रेस की सूची नहीं आई है। कांग्रेस में लगातार दो दिन सोमवार और मंगलवार को चुनाव समिति की मीटिंग थी। खबर है कि इस मीटिंग में करीब 66 सीटों पर चर्चा हुई, जिनमें से 52 पर सहमति बन गई है। वहीं 38 सीटों को लेकर अब तक फैसला नहीं हो सका है। इसकी वजह यह है कि इन सीटों पर जातीय और सामाजिक समीकरण साधने की चुनौती है। इसके अलावा अलग-अलग गुट दावेदारी कर रहे हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि चुनाव समिति की दो मीटिंग्स में 52 उम्मीदवारों के नाम तय हो गए हैं। इनमें से 28 तो मौजूदा विधायक ही हैं।
    पार्टी सूत्रों का कहना है कि अब जल्दी ही कांग्रेस की लिस्ट आ जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि भूपिंदर सिंह हुड्डा की सलाह पर कांग्रेस लगातार उम्मीदवारों के ऐलान में देरी कर रही थी क्योंकि वह चाहते थे कि पहले भाजपा नामों का ऐलान करे। ऐसे में कम से कम उन सीटों पर कांग्रेस की लिस्ट आ सकती है, जहां से भाजपा ने कैंडिडेट तय कर दिए हैं। कांग्रेस में कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और भूपिंदर सिंह हुड्डा के अलग-अलग खेमे हैं। कई सीटों पर तीनों की ओर से दावेदारी की जा रही है। इसके चलते नामों का ऐलान अटक गया है।
    खुद कुमारी सैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला ही मैदान में उतरने को तैयार हैं। ऐसे में कांग्रेस को इस भी फैसला लेना है, जबकि भूपिंदर हुड्डा इन नेताओं को टिकट देने के खिलाफ हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वह कुमारी सैलजा को अपने लिए प्रतिद्वंद्वी मानते हैं। एक अहम बात यह भी है कि ज्यादातर उन्हीं सीटों को लेकर फैसला नहीं हो पाया है, जहां बीते विधानसभा चुनाव में भाजपा हार गई थी। अब तक टिकट बंटवारे में हुड्डा की ही चली है, लेकिन हाईकमान यह भी नहीं चाहता कि सैलजा और सुरजेवाला को एकदम किनारे ही लगा दिया जाए।
    ऐसा इसलिए क्योंकि पार्टी फूट का संकेत नहीं देना चाहती। इसलिए सबकी सहमति से ही बचे नामों पर फैसला लेने की कोशिश हो रही है। अब कहा जा रहा है कि बाकी बची 38 सीटों के लिए एक कमेटी ही गठित की गई है। यह कमेटी देखेगी कि कौन से कैंडिडेट्स जीत सकते हैं। उन्हें ही टिकट दिया जाएगा। इस समिति में दीपक बाबरिया, मधुसूदन मिस्त्री, अजय माकन, टीएस सिंह देव और कुछ अन्य नेताओं को शामिल किया गया है। टिकट बंटवारे को लेकर एक पेच आम आदमी पार्टी से गठबंधन का भी है। पार्टी को लगता है कि पहले AAP से सीटें तय हो जाएं, उसके बाद ही कैंडिडेट घोषित हों।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • ब्रुनेई के सुल्तान से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा- 'एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हैं..',

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रुनेई के दौरे के दूसरे दिन बुधवार को सुल्तान हसनल बोल्कैया से उनके महल में मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा कि हम एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करेत हैं. 
    इस मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा कि ब्रुनेई के सुल्तान के भावपूर्ण शब्द गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए मैं आपका और पूरे शाही परिवार का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. सबसे पहले आपको और ब्रुनेई के लोगों को आजादी की 40वीं वर्षगांठ पर 140 करोड़ भारतीयों की तरफ से हार्दिक बधाई देता हूं. हमारे सदियों पुराने सांस्कृतिक संबंध रहे हैं. दोनों देशों के संबंध दिनोदिन प्रगाढ़ होते जा रहे हैं. 2018 में हमारे गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में आपकी भारत यात्रा की स्मृतियों को आज भी भारत के लोग बहुत गौरव के साथ याद करते हैं.
    उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि मुझे अपने तीसरे कार्यकाल में ही ब्रुनेई की यात्रा करने का सौभाग्य मिला. ये सुखद संयोग है कि इस वक्त दोनों देश अपनी द्विपक्षीय साझेदारी की 40वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. भारत और ब्रुनेई दोनों देशों के संबंध प्रगाढ़ हो रहे हैं. भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिकी और इंडो पैसिफिक रीजन में ब्रुनेई का महत्वपूर्ण साझेदार होना हमारे लिए उज्जवल भविष्य की गारंटी है.
    पीएम मोदी ने ब्रुनेई के सुल्तान से उनके आलीशान महल में मुलाकात की. यह महल दुनिया का सबसे बड़ा महल है, जो दो मिलियन वर्ग फीट में फैला हुआ है और इसमें 1,700 कमरे और 22 कैरेट सोने का गुंबद है. ब्रुनेई, बोर्नियो द्वीप पर स्थित है, जो सिक्किम और त्रिपुरा जैसे भारतीय राज्यों से छोटा है, लेकिन इसके सुल्तान की अथाह संपत्ति और लग्जरी लाइफ स्टाइल ने बार-बार दुनिया भर की नजरें अपनी तरफ खींची है. 
    साभार आज तक

  • पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने राहुल गांधी से की मुलाकात

    नई दिल्ली. हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सभी राजनीतिक दल चुनावी तैयारियों में लगे हुए हैं. पिछले कुछ दिनों की अटकलों के बाद अब विनेश फोगाट और राहुल गांधी की मुलाकात की खबर आई है. भारतीय पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात की है. दोनों पहलवानों और राहुल गांधी के मुलाकात की तस्वीर सामने आई है, जिसके बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि विनेश फोगाट कांग्रेस के टिकट पर हरियाणा विधानसभा चुनाव में एंट्री ले सकती हैं.
    पिछले काफी दिनों से अटकलें थीं कि विनेश फोगाट, कांग्रेस पार्टी में शामिल हो सकती हैं. अब मुलाकात की तस्वीर सामने आने के बाद इस बात की संभावना बढ़ती दिख रही है.
    साभार आज तक

  • किम जोंग उन ने बाढ़ को रोकने में विफल होने के कारण 30 सरकारी अधिकारियों को फांसी पर लटकाया

    उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन का तानाशाही चेहरा फिर उजागर हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, देश में बाढ़ को रोकने में विफल होने के कारण 30 सरकारी अधिकारियों को फांसी पर लटका दिया। कुछ और अधिकारियों को मौत की सजा देने का आदेश दिया गया है। आपको बता दें कि बाढ़ में उत्तर कोरिया में अब तक 1000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। चागांग प्रांत में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण सबसे अधिक मौतें हुई हैं।
    चोसुन टीवी ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि उत्तर कोरिया की सरकार ने उन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की कसम खाई है, जिनके ऊपर आरोप हैं कि वे मृतकों की संख्या को रोकने में असफल रहे हैं। चोसुन टीवी ने एक उत्तर कोरियाई अधिकारी का हवाला देते हुए बताया कि जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा का सामना करना पड़ेगा। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि पिछले महीने के अंत में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के 20 से 30 अधिकारियों को एक साथ मार दिया गया था।
    उत्तर कोरियाई केंद्रीय समाचार एजेंसी (केसीएनए) ने बताया कि किम जोंग उन ने जुलाई में चीन की सीमा के पास चागांग प्रांत में आई विनाशकारी बाढ़ के बाद अधिकारियों को कड़ी सजा देने का आदेश दिया था। केसीएनए के अनुसार, सिनुइजू में आयोजित एक आपातकालीन पोलितब्यूरो बैठक में किम जोंग उन ने अपने अधिकारियों से उन लोगों को सख्ती से दंडित करने के लिए कहा था, जिन्होंने आपदा प्रबंधन के लिए अपनी जिम्मेदारियों की उपेक्षा की।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सीएम यादव के पिता की अंतिम यात्रा में सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष के नेता भी हुए शामिल, दी श्रद्धांजलि

    उज्जैन। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के पिता पूनमचंद यादव का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम यात्रा में सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष के नेता भी शामिल होने के लिए उज्जैन पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के पिता पूनमचंद यादव की अंतिम यात्रा उनके गीता कॉलोनी स्थित निवास अब्दालपुरा से शुरू हुई। अंतिम यात्रा के दौरान मोहन यादव पिता को निहारते रहे, इस दौरान उनकी आंखें भी नम नजर आईं। सीएम के पिता पूनमचंद यादव की अंतिम यात्रा गीता कॉलोनी, सकड़िया सुल्तान मंदिर, खजूर वाली मस्जिद, बुधवारिया, निकास चौराहा, तेलीवाड़ा, कंठाल, सतीगेट, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, ढाबा रोड़, बड़ापुल, कार्तिक मेला ग्राउंड, भूखी माता पहुंचेगी जहां उनका संस्कार किया जाएगा।


    कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत आज सुबह उज्जैन पहुंचे और स्व. पूनमचंद यादव को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी श्रद्धांजलि दी।
    केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी उज्जैन पहुंचकर सीएम यादव के पिता पूनमचंद यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की और यादव परिवार को ढांढस बंधाया। शिवराज सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के पिताजी पूनमचंद यादव जी ने 100 साल का जीवन जिया। 100 साल उम्र में सभी देवता हो जाते हैं, उनका देवलोक गमन हुआ है। केंद्रीय मंत्री शिवराज के अलावा उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, कैलाश विजयवर्गीय और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर समेत कई अन्य नेता भी अंतिम यात्रा में पहुंचे हैं। 

    सीएम यादव के पिता पूनमचंद के निधन की जानकारी सामने आते ही पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई। पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने उनके निधन पर दुख जताया। प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने लिखा- मोहन यादव जी के पूज्य पिता जी के निधन का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। बाबा महाकाल दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे और शोकाकुल परिवार को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति दे। 

    साभार अमर उजाला

  • पीएम मोदी का ब्रुनेई और सिंगापुर दौरे पर हुए रवाना

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को ब्रुनेई दौरे के लिए रवाना हो गए हैं. उनका यह दौरा एक दिन का होगा. इसके बाद वह बुधवार को सिंगापुर के दो दिवसीय दौरे के लिए रवाना होंगे. पीएम मोदी का ब्रुनेई और सिंगापुर का ये तीन दिवसीय दौरा काफी अहम माना जा रहा है.
    पीएम मोदी तीन दिनों के इस दौरे की शुरुआत ब्रुनेई से कर रहे हैं. वह सुल्तान हसनल बोल्कैया के निमंत्रण पर ब्रुनेई पहुंच रहे हैं. वह भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे, जो ब्रुनेई का दौरा करेंगे. इस साल दोनों देशों के राजनयिक संबंधों के 40 साल भी पूरे हो रहे हैं. 
    प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बताया कि अगले दो दिन ब्रुनेई और सिंगापुर के दौरे पर रहूंगा. इन देशों में कई कार्यक्रमों में शामिल होने के दौरान ध्यान इन देशों के साथ भारत के संबंधों को और गहरा करने पर होगा. भारत और ब्रुनेई के बीच राजनयिक संबंधों के 40 साल पूरे हो रहे हैं. मैं सुल्तान हाजी हसनल से मिलने को लेकर आशान्वित हूं सिंगापुर में मैं राष्ट्रपति थर्मन शणमुगरत्नम, प्रधानमंत्री लॉरेन्स वॉन्ग, वरिष्ठ मत्री ली सेन लुंग और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों से मिलूंगा. हम कई प्रमुख क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने को लेकर उत्सुक हूं. 
    पीएम मोदी के इस दौरे में व्यापारिक संबंधों को बढ़ाने के साथ-साथ अंतरिक्ष और रक्षा सेक्टर में सहयोग को भी बढ़ाएंगे. ब्रुनेई के साथ भारत पहले ही अंतरिक्ष सेक्टर में कई अहम समझौते कर चुका है. इसके साथ ही इस दौरे से दोनों देशों के बीच कच्चे तेल और हाइड्रोकार्बन के क्षेत्र में भी संबंध मजबूत होंगे. इस दौरे पर सेमीकंडक्टर और हाइड्रोकार्बन आयात पर फोकस होने की उम्मीद है. इस क्षेत्र में कुछ समझौते भी हो सकते हैं.
    साभार आज तक

  • पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह ने किया दावा, टिकट नहीं दिया गया, तो वह कांग्रेस का दामन थाम लेंगे

    हरियाणा विधानसभा चुनाव में दिग्गज नेता भारतीय जनता पार्टी की टेंशन बढ़ाते नजर आ रहे हैं। हाल ही में पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह ने दावा कर दिया है कि अगर उन्हें टिकट नहीं दिया गया, तो वह कांग्रेस का दामन थाम लेंगे। वह राज्य की हाईप्रोफाइल सीट बादशाहपुर से टिकट की मांग कर रहे हैं। खास बात है कि इस सीट पर वरिष्ठ नेता सुधा यादव से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के पूर्व OSD समेत कई बड़े नेता दावेदारी कर रहे हैं।
    मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिंह ने साफ कर दिया है कि वह इस बार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा, 'साल 2019 में मुझे टिकट नहीं मिला था। इस बार मैं निर्दलीय उम्मीदवार बनकर चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैदान में सिर्फ दो ही पार्टियां हैं। तो अगर भाजपा मुझे टिकट नहीं देती है, तो मैं कांग्रेस में शामिल हो जाऊंगा।' सिंह का दावा है कि बादशाहपुर विधानसभा सीट से वह ही जीतने वाले उम्मीदवार हैं।
    खबरें हैं कि पूर्व सांसद सुधा यादव विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जता रहीं हैं। वह बादशाहपुर सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं। ऐसे में नरबीर सिंह को टिकट मिलने की संभावनाएं कम नजर आ रही हैं। हालांकि, अब तक पार्टी ने टिकट का ऐलान नहीं किया है। इसके अलावा गुरुग्राम सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंदरजीत सिंह भी बादशाहपुर और अहिरवाल के टिकट वितरण में सक्रिय नजर आ रहे हैं।
    साल 2019 में हार का सामना करने वाले मनीष यादव भी टिकट की तलाश में हैं। वहीं खट्टर के पूर्व OSD जवाहर यादव भी यहां एक्टिव हैं। इनके अलावा भाजपा के जिलाध्यक्ष कमल यादव भी दावेदारी पेश कर रहे हैं। हालांकि, जवाहर यादव साफ कर चुके हैं कि वह पार्टी की विचारधारा के साथ काम करते रहेंगे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • हिमाचल में 2 लाख कर्मचारियों और 1.5 लाख पेंशनर्स के खाते में 1 तारीख को न सैलरी आई, न ही पेंशन

    नई दिल्ली. हिमाचल प्रदेश के इतिहास में पहली बार, राज्य के 2 लाख कर्मचारियों और 1.5 लाख पेंशनर्स को 1 तारीख को सैलरी और पेंशन नहीं मिल पाई. राज्य में मौजूदा आर्थिक संकट के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है, जिससे कर्मचारियों और पेंशनर्स के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है.
    हिमाचल प्रदेश पर वर्तमान में लगभग 94 हजार करोड़ रुपये का भारी कर्ज है. इस वित्तीय बोझ ने राज्य की वित्तीय स्थिति को अत्यधिक कमजोर कर दिया है, जिसके कारण राज्य सरकार को पुराने कर्ज चुकाने के लिए नए कर्ज लेने पड़ रहे हैं. कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए राज्य सरकार पर लगभग 10 हजार करोड़ रुपये की देनदारियां बकाया हैं. इस राशि का भुगतान न कर पाने की स्थिति में सरकार को भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को आज भी सैलरी-पेंशन न मिलने के आसार दिख रहे हैं.
    बता दें कि, 2022 के चुनाव में सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस ने कई बड़े वादे किए थे. सरकार में आने के बाद इन वादों पर बेतहाशा खर्च किया जा रहा है. हिमाचल सरकार के बजट का 40 फीसदी तो सैलरी और पेंशन देने में ही चला जाता है. लगभग 20 फीसदी कर्ज और ब्याज चुकाने में खर्च हो जाता है.
    हिमाचल प्रदेश की खराब आर्थिक स्थिति को देखते हुए सरकार ने बीते दिनों बड़ा फैसला लिया था. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को एलान किया था कि मुख्यमंत्री, मंत्री, मुख्य संसदीय सचिव, बोर्ड निगमों के चेयरमैन दो महीने तक वेतन-भत्ता नहीं लेंगे. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों से भी वेतन-भत्ता दो महीने के लिए छोड़ने की मांग रखी थी.
    साभार आज तक

  • महिला की शिकायत पर स्क्रैप व्यापारी सहित पांच लोगों के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज

    इंदौर। इंदौर की कनाड़िया पुलिस ने एक महिला की शिकायत पर स्क्रैप व्यापारी सहित पांच लोगों के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज किया है। पीड़िता ने बताया कि वह 11 जून 2024 को कनाड़िया में किराए से फ्लैट देखने जा रही थी, तभी आरोपियों ने उसे जबरन कार में बैठाया और अरविंदो अस्पताल के गोदाम में ले जाकर उसके साथ रेप किया।
    पीड़िता के अनुसार, वह कनाड़िया में किराए से फ्लैट देखने जा रही थी, तभी एक थार गाड़ी से सामने से आई स्कूटी के यहां रोक दी। इस कार से इरफान अली उतरा और उसे जबरदस्ती कार में बैठाने लगा। उसने कहा कि तुझे सलीम भाईजान से 10 से 12 लाख रुपए दिलवा देता हूं। पीड़िता ने विरोध किया तो कार की पीछे की सीट पर सलीम तेली निकला और कहा कि सड़क पर ही इसे कपड़े उतार दो।
    इसके बाद सलीम बारिक नाम का लड़का उतरा और पीड़िता को खींचकर जबरदस्ती गाड़ी में बैठा दिया। उसी समय सफेद रंग की दूसरी कार से शहजाद उतरा और अपशब्द कहे। आरोपियों ने पीड़िता को कार में बैठाकर अपहरण किया और अरविंदो अस्पताल के यहां गोदाम में ले गए। यहां कमरे में टीवी चालू कर सभी शराब पीने लगे। इसके बाद सलीम ने बेल्ट निकाला और मुजरा करने को कहा। करीब आधे घंटे बाद सभी ने अननैचुरल सेक्स को लेकर दबाव बनाने लगे। पीड़िता ने मना किया तो नजर पठान ने बेल्ट से बुरी तरह से मारा। फिर सभी एक के बाद एक बेल्ट से मारने लगे। सभी ने नशा किया और पीड़िता के साथ रेप किया।
    पीड़िता ने एफआईआर में लिखवाया कि वह चिल्लाई तो टीवी पर चल रही अश्लील फिल्म की आवाज तेज कर दी। सलीम तेली ने अननैचुरल सेक्स के लिए मजबूर किया। पीड़िता के साथ शैतानों जैसी हरकत की। कुछ देर बाद नजर पठान ने उसे एक्टिवा पर बैठाकर एमआर10 ब्रिज के यहां छोड़कर भाग गया। पीड़िता ने बताया कि वह इनके खिलाफ शिकायत करने थाने पहुंची, लेकिन कनाड़िया पुलिस ने भी उसकी सुनवाई नहीं की। आरोपियों को पता चला तो उन्होंने उसे काफी डराया। सोमवार रात कनाड़िया पुलिस ने पांचों आरोपियों पर केस दर्ज किया है।
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बीना शहर का करेंगे दौरा

    सागर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कल बुधवार 4 सितंबर को सागर जिले के बीना शहर के दौरे पर आने वाले हैं। सीएम के आगमन की तैयारियों को अंतिम रूप देकर सुरक्षा-व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया गया है। इसे लेकर बीते सोमवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने सभास्थल का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
    आठ साल के लंबे अंतराल के बाद मुख्यमंत्री बिना किसी चुनावी सभा के बीना आ रहे हैं। बीना क्षेत्र की आम जनता में इस दौरे को लेकर उत्साह है और उन्हें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री इस बार बीना को जिला बनाने की घोषणा कर सकते हैं। स्थानीय नेताओं ने भी जनता को इस संबंध में आश्वासन दिया है।
    बीना और खुरई सागर जिले के दो महत्वपूर्ण शहर हैं। दोनों जगह की जनता अपने-अपने शहर को जिला बनाने की मांग कर रही है। बीते एक महीने से बीना में जिला बनाओ की मांग जोर पकड़ रही है, जबकि खुरई के लोग भी लंबे समय से यही मांग कर रहे हैं। बीना और खुरई के बीच की दूरी मात्र 20 किलोमीटर है, दोनों शहरों के लोग अपनी-अपनी दावेदारी को लेकर विभिन्न तर्क दे रहे हैं। बताया जाता है कि खुरई के लोग 1964 से जिला बनने की मांग कर रहे हैं, जबकि बीना के लोग 1985 से यह मांग कर रहे हैं। बीना को जिला बनाए जाने की संभावनाओं के बीच खुरई में लोग आक्रोशित हो गए थे और उन्होंने 3 सितंबर को नगर बंद का आह्वान किया था, जिसे बाद में राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण टाल दिया गया।
    सागर जिले के इन दोनों शहरों को जिला बनाने की मांग वर्तमान सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रही है। पूर्व की सरकारों और नेताओं ने दोनों शहरों को जिला बनाने के आश्वासन दिए थे और अब यह मुद्दा वर्तमान मुख्यमंत्री के सामने है।
    कुछ जानकारों का मानना है कि बीना और खुरई शहरों को मिलाकर एक संयुक्त जिला बनाया जा सकता है, जिससे दोनों विधानसभा क्षेत्रों की जनता को संतुष्ट किया जा सके। दोनों शहरों के बीच की दूरी केवल 20 किलोमीटर है, लेकिन तेजी से हो रही बसाहट के कारण यह दूरी और भी कम हो गई है। अब यह देखना होगा कि सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है। क्या वह जिले की घोषणा करेगी या यह मामला फिर से ठंडे बस्ते में चला जाएगा।
    साभार अमर उजाला

  • रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में देश-विदेश में स्थापित बुंदेलखंड के उद्योगपतियों को भी किया जाएगा आमंत्रित

    सागर। 27 सितंबर को सागर में होने वाले रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में देश-विदेश में स्थापित बुंदेलखंड के उद्योग घरानों के व्यक्तियों को आमंत्रित किया जाएगा। अतिथि देवो भवः के तहत बुंदेलखंडी परंपरा के साथ देश-विदेश से आने वाले उद्योगपतियों का स्वागत किया जाएगा। कलेक्ट्रेट में हुई समीक्षा बैठक में समस्त राजस्व अधिकारियों को कलेक्टर संदीप जीआर ने भूमि संबंधी सभी अनुमतियां 7 दिवस में पूरी करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में पुलिस अधीक्षक विकास शाहवाल, अपर कलेक्टर रूपेश उपाध्याय, कार्यकारी संचालक एमपीआईडीसी विशाल सिंह चौहान, एसके जैन, एसएस संधू, पीके उपाध्याय, वैभव उपाध्याय सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
    कलेक्टर संदीप जीआर ने समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि समस्त एसडीएम भूमि संबंधी सभी अनुमतियां 7 दिवस में पूरी करें, जिससे उद्योगपतियों द्वारा 27 सितंबर को अपने उद्योग लगाने के लिए जो जमीन चिन्हित की जाएगी, उसकी अनुमति तत्काल प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि सागर के डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में अध्ययन कर चुके छात्र-छात्राएं (एल्युमिनी) जो देश-विदेश में अपनी योग्यता के आधार पर उद्योगों का संचालन कर रहे हैं, उन्हें विश्वविद्यालय के माध्यम से आमंत्रित किया जाए। इसी प्रकार संपूर्ण बुंदेलखंड के व्यक्ति जो देश-विदेश में अपना उद्योग चला रहे हैं, उन्हें भी 27 सितंबर के कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया जाए। उन्होंने कहा कि इससे न केवल हमारे बुंदेलखंड के उद्योग जगत के व्यक्तियों से साक्षात्कार होगा, बल्कि उन्हें अपना उद्योग सागर में स्थापित करने के लिए नया मौका भी मिलेगा।
    साभार अमर उजाला

     

  • जन्मदिन पर उज्जैन महाकालेश्वर पहुंचे प्रभारी मंत्री टेटवाल, भस्म आरती में शामिल हुए

    उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज सुबह 4 बजे बाबा महाकाल की भस्म आरती की गई। इस भस्म आरती में कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री और उज्जैन के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल परिवार समेत शामिल  हुए। उन्होंने बाबा महाकाल की भस्म आरती देखने के साथ ही उनके निराकार से साकार स्वरूप के दर्शन किए।
    श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि कौशल विकास एवं रोजगार राज्यमंत्री गौतम टेटवाल अपने जन्मदिन पर बाबा महाकाल के दर्शन करने परिवार के साथ आए थे।  उन्होंने नंदी हॉल में बैठकर बाबा महाकाल की भस्म आरती देखी और चांदी द्वार से बाबा महाकाल के दर्शन भी किए। दर्शन के बाद, प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल ने मीडिया से कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें अवंतिका धाम में सेवा का अवसर मिला है। बाबा महाकाल की कृपा मुझ पर और परिवार पर बनी रहे ऐसी मंगल कामना मैंने बाबा महाकाल से की है। 
    मंत्री ने इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि सीएम मोहन यादव के कुशल नेतृत्व में हम काम कर रहे हैं। मैं उज्जैन के विकास के लिए कार्यकर्ता रहूं ऐसी मेरी कामना है।
    साभार अमर उजाला

  • छत्तीसगढ़ से दिल दहला देने वाली खबर... कांग्रेस नेता ने पूरे परिवार के कर ली खुदकुशी

    जांजगीर। छत्तीसगढ़ से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक कांग्रेस नेता ने अपने परिवार के साथ खुदकुशी कर ली है। घटना जांजगीर-चांपा जिले की है। यहां कांग्रे नेता ने पत्नी और दो बेटों के साथ जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इसमें बड़े बेटे की तुरंत मौत हो गई जबकि कांग्रेस नेता, उनकी पत्नी और छोटे बेटे की हालत गंभीर बताई जा रही थी। उन्हें गंभीर हालत में बिलासपुर के सिम्स अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां तीनों ने रविवार सुबह दम तोड़ दिया।
    चारों की पहचान 66 साल के कांग्रेस नेता पंचराम यादव, 55 साल की उनकी पत्नी दिनेश नंदनी यादव, 28 साल के बेटे नीरज यादव और 25 साल के सूरज यादव के तौर पर हुई है। इन सभी ने 30 अगस्त को एक साथ जहर खा लिया था। बताया जा रहा है कि पूरा परिवार कर्ज से परेशान था और इसी के चलते उन्होंने यह कदम उठाया। इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है।
    किसी को पता न चले इसलिए उन्होंने सामने दरवाजे पर ताला लगा दिया था और पीछे के दरवाजे से वापस जाकर वहां का दरवाजा भी अंदर से बंद कर दिया था। इस खुलासा तब हुआ जब पड़ोस में रहने वाली एक लड़की उसके घर गई। दो-तीन बार आवाज लगाने के बाद भी दरवाजा नहीं खोला तो उसे कुछ अनहोनी की आशंका हुई और आसपास के लोगों को इसकी सूचना दी। जब पड़ोसी और उसके स्वजन घर अंदर गए तो सभी गंभीर अवस्था में पड़े हुए थे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बांग्लादेश में हिंदू शिक्षकों से जबरन लिया जा रहा इस्तीफा

    ढाका। शेख हसीना सरकारी की बर्खास्तगी के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ताजा मामला वहां बच्चों को पढ़ाने वाले हिंदू शिक्षकों से जुड़ा है। उन्हें अपनी सरकारी नौकरी से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उनसे जबरन इस्तीफा लिया जा रहा है। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पड़ोसी देश में अब तक कम से कम 50 हिंदू शिक्षकों को अपनी नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया गया है।
    बांग्लादेशी दैनिक प्रोथोम अलो के अनुसार, बरिशाल के बेकरगंज सरकारी कॉलेज की प्रिंसिपल शुक्ला रानी हलदर को भी अपना इस्तीफा देना पड़ गया है। 29 अगस्त को छात्रों और बाहरी लोगों की भीड़ ने उनके कार्यालय पर धावा बोल दिया और उनसे इस्तीफा देने की मांग की। कई घंटों तक डराने-धमकाने के बाद परेशान हलदर ने एक सादा कागज पर सिर्फ "मैं इस्तीफा देती हूं" लिखकर सरकारी नौकरी छोड़ दी।
    इससे पहले 18 अगस्त को अजीमपुर गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल और कॉलेज की करीब 50 छात्राओं ने प्रिंसिपल गीतांजलि बरुआ को घेर लिया और उनसे सहायक प्रधानाध्यापक गौतम चंद्र पॉल और शारीरिक शिक्षा शिक्षिका शहनाजा अख्तर से इस्तीफा मांगा। बरुआ ने डेली स्टार को बताया, "18 अगस्त से पहले उन्होंने कभी मेरा इस्तीफा नहीं मांगा। उस सुबह उन्होंने मेरे कार्यालय में धावा बोला और मुझे अपमानित किया।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से केसी त्यागी ने दिया इस्तीफा

    पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से राष्ट्रीय महासचिव किशन चंद त्यागी (केसी त्यागी) ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने 'अमर उजाला' से बातचीत में इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि 1984 से इस तरह की भूमिका में रहा। वह कर्पूरी ठाकुर, बीजू पटनायक आदि का जमाना था। तब इस भूमिका को निभा रहा हूं। अब हर समय बात करने की उम्र नहीं रही, इसलिए राष्ट्रीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी छोड़ दी है।
    जनता दल यूनाईटेड के महासचिव आफाक अहमद खान ने चिट्ठी जारी कर यह जानकारी दी। कहा कि केसी त्यागी ने प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया गया है। उन्होंने पद छोड़ने का कारण निजी बताया है। उनकी जगह राजीव रंजन प्रसाद को जदयू का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है।
    साभार अमर उजाला

  • रुबीना फ्रांसिस ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में जीता कांस्य पदक, मुख्यमंत्री ने दी बधाई

    भोपाल। पेरिस पैरालंपिक के तीसरे दिन शनिवार को भारत ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज की। महिला निशानेबाज रुबीना फ्रांसिस ने विमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1) इवेंट में कांस्य पदक जीता। रुबीना ने फाइनल मुकाबले में 211.1 अंक हासिल किए, जिससे भारत को इस पेरिस पैरालंपिक खेलों में कुल पांचवां मेडल मिला।
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रुबीना फ्रांसिस की इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने एक्स पर लिखा, “पेरिस पैरालंपिक 2024 में महिला 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1) स्पर्धा में भारतीय निशानेबाज और जबलपुर की बेटी रुबीना फ्रांसिस को कांस्य पदक जीतने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। आपकी यह जीत देश और प्रदेश के युवाओं, विशेषकर बेटियों के लिए संघर्ष से सफलता का प्रेरणास्त्रोत बनेगी। बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि आपकी इस जीत का क्रम लगातार जारी रहे और आप इसी तरह देश और मध्यप्रदेश को गर्वित करती रहें।
    साभार अमर उजाला

  • पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा दो हेलीकॉप्टरों के साथ अक्टूबर में फिर से शुरू होगी

    भोपाल। मध्य प्रदेश में धार्मिक स्थलों की यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए शुरू की गई पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा अक्टूबर में दो हेलीकॉप्टरों के साथ फिर से शुरू होगी। यह सेवा पहली बार 16 जून को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा उज्जैन से शुरू की गई थी, लेकिन इसके बाद किसी अन्य यात्री ने इसका लाभ नहीं उठाया। अम उजाला ने 24 अगस्त के अंक में सपना धराशाई...दूसरी उड़ान नहीं भर सकी पीएमश्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा, सीएम ने किया था शुभारंभ शीर्षक से खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। इसके पहले विमानन विभाग के अधिकारी हेली सेवा को लेकर गोलमोल जवाब दे रहे थे। अब अधिकारियों का कहना है कि बरसात के चलते हेलीकॉप्टर की सेवा को रोका गया है। दो हेलीकॉप्टरों से बरसात के बाद सेवा को दोबारा शुरू किया जाएगा। 
    पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा की पहली उड़ान उज्जैन से ओंकारेश्वर के लिए संचालित की गई थी, जिसमें एक परिवार ने यात्रा की। इसके बाद, सेवा की दूसरी उड़ान संभव नहीं हो पाई। इसका मुख्य कारण यात्रियों की कमी को बताया गया। अब नई योजना के अनुसार, दो हेलीकॉप्टरों के साथ धार्मिक हेली सेवा को फिर से शुरू किया जाएगा। इस सेवा में न केवल उज्जैन से ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर जैसे प्रमुख ज्योतिर्लिंगों को जोड़ने की योजना है, बल्कि इसके विस्तार के तहत प्रदेश के अन्य धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों जैसे मैहर, दतिया, और ओरछा को भी शामिल किया जाएगा। योजना में हेलीकॉप्टरों की संख्या बढाई जाएगी,जिससे अधिक से अधिक यात्री इस सेवा का लाभ उठा सकें।
    साभार अमर उजाला

  • PM मोदी की सुप्रीम कोर्ट के जजों से अपील, महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर फैसलों में आए तेजी

    कोलकाता रेप कांड की सीबीआई जांच के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए देश को उनके खिलाफ अपराध के मामलों में तेजी से फैसले की जरूरत है। इस दौरान देश के मुख्य न्यायधीश डीवीआई चंद्रचूड़ सहित सुप्रीम कोर्ट के कई बड़े जज मौजूद थे। आपको बता दें कि इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया था और पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर कई सवाल खड़े किए थे।
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, बच्चों की सुरक्षा, समाज की गंभीर चिंता है। देश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई कठोर कानून बने हैं, लेकिन हमें इसे और सक्रिय करने की जरूरत है। महिला अत्याचार से जुड़े मामलों में जितनी तेजी से फैसले आएंगे, आधी आबादी को सुरक्षा का उतना ही बड़ा भरोसा मिलेगा।"
    आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में टिकट और सिक्के का अनावरण किया। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए ये बातें कही हैं।
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,"न्याय में देरी को खत्म करने के लिए बीते एक दशक में कई स्तर पर काम हुए हैं। पिछले 10 वर्षों में देश ने न्यायिक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए लगभग 8 हजार करोड़ रुपए खर्च किए हैं। पिछले 25 साल में जितनी राशि न्यायिक बुनियादी ढांचा पर खर्च की गई, उसका 75 प्रतिशत पिछले 10 वर्षों में ही हुआ है।"
    पीएम मोदी ने कहा, "हमारे लोकतंत्र में न्यायपालिका संविधान की संरक्षक मानी गई है ये अपने आप में एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। हम संतोष के साथ कह सकते हैं कि हमारी सुप्रीम कोर्ट, हमारी न्यायपालिका ने इस जिम्मेदारी का बखूबी निर्वाहन प्रयास किया है। आजादी के बाद न्यायपालिका ने न्याय की भावना की रक्षा की, जब-जब देश की सुरक्षा का प्रश्न आया तब न्यायपालिका ने राष्ट्र हित सर्वोपरि रखकर भारत की एकता की रक्षा की।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • चंपई सोरेन के बाद लोबिन हेम्ब्रम ने भी भाजपा का हाथ थामा

    रांची। विपक्ष को एक और बड़ा झटका लगा है। चंपई सोरेन के बाद अब लोबिन हेम्ब्रम ने भाजपा का हाथ थाम लिया है। बता दें, हाल ही में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने विधायक लोबिन हेम्ब्रम को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया था। 
    प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की मौजूदगी में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) से निष्कासित नेता हेम्ब्रम भाजपा में शामिल हो गए।
    गौरतलब है, 30 अगस्त को चंपई सोरेन ने झामुमो से इस्तीफा देने के बाद आधिकारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। सोरेन बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ यहां आयोजित एक समारोह में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। केंद्रीय मंत्री सिंह ने 'टाइगर जिंदा है' कहते हुए पार्टी में उनका स्वागत किया था। इस मौके पर वरिष्ठ आदिवासी नेता (67) भावुक नजर आए। दरअसल, सोरेन झारखंड में 'कोल्हान टाइगर' के नाम से भी मशहूर हैं।
    साभार अमर उजाला

  • शंभू बॉर्डर पहुंची विनेश फोगाट, बोलीं - बड़ा दिल दिखाए सरकार

    नई दिल्ली. शंभू बॉर्डर पर लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन को शनिवार को 200 दिन पूरे हो गए हैं. इस मौके पर किसानों ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन की योजना बनाई है. इसी बीच शनिवार को ओलंपियन रेसलर, महिला पहलवान विनेश फोगाट शंभू बॉर्डर पहुंची. यहां किसानों ने उनका माला पहनाकर स्वागत और सम्मान किया. जानकारी के अनुसार, इस विशेष कार्यक्रम में विनेश फोगाट को उनके समर्थन के लिए किसान आंदोलन के नेताओं द्वारा सम्मानित किया गया है.
    विनेश फोगाट ने किसानों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हुए कहा, "किसान अपने अधिकारों के लिए लंबे समय से यहां बैठे हैं, लेकिन उनकी ऊर्जा अभी भी कम नहीं हुई है. मैं खुद को भाग्यशाली मानती हूं कि मैं एक किसान परिवार में पैदा हुई. आपकी बेटी आपके साथ है. हमें अपने अधिकारों के लिए खड़ा होना होगा, क्योंकि कोई और हमारे लिए नहीं आएगा. मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि आपकी मांगे पूरी हों, और जब तक आप अपने अधिकार नहीं ले लेते, तब तक वापस न लौटें." उन्होंने कहा कि 'हम जब अपनी मांगों के लिए अपनी आवाज उठाते हैं तो यह हर बार राजनीतिक नहीं होता. आपको हमारी बात सुननी चाहिए.'
    उन्होंने आगे कहा, "यह हमेशा जाति या कुछ और के बारे में नहीं होता. मैं प्रार्थना करती हूं कि आपको आपके अधिकार मिलें, और हमारी बेटियां आपके साथ हैं."
    साभार आज तक 

  • सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा-  मैं 100 बार शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पैर छूने और माफी मांगने के लिए तैयार

    नई दिल्ली। महाराष्ट्र और देश भर के लिए बड़े नायक माने जाने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के आंधी में ढहने का मुद्दा राज्य सरकार के लिए भारी पड़ रहा है। इस मसले पर पूरी सरकार ही बैकफुट पर आ गई है और किसी तरह इससे बचने की कोशिश में है। चुनावी सीजन से पहले शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने से विपक्ष को बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल गया है। यही वजह है कि एक तरफ सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैं 100 बार शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पैर छूने और माफी मांगने के लिए तैयार हूं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज पूजनीय हैं और उन्हें राजनीति से दूर रखना चाहिए।
    सिंधुदुर्ग में लगी इस मूर्ति के गिरने पर अजित पवार ने भी दुख जताया है। उन्होंने कहा कि मैं महाराष्ट्र की 13 करोड़ जनता से इस पर माफी मांगता हूं। वह लगातार कह रहे हैं कि मैं 13 करोड़ लोगों से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। महाराज शिवाजी की प्रतिमा गिरना हमारे लिए एक सदमे जैसा है। अजित पवार ने कहा, 'इस मामले में दोषी पाए गए ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। राज्य के डिप्टी सीएम के तौर पर मैं माफी मांगता हूं। मेरा वादा है कि भविष्य में अब राज्य में ऐसी कोई घटना नहीं होने दी जाएगी।'
    एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाराज शिवाजी महाराष्ट्र के संरक्षक देवता हैं। मैं उनके 100 बार पैर छूकर माफी मांगने के लिए तैयार हूं। वहीं भाजपा नेता और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी इसे लेकर दुख जताया है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि महाराज की प्रतिमा का निर्माण भारतीय नौसेना की देखरेख में हुआ था। इसमें राज्य सरकार का कोई रोल नहीं था। फडणवीस का कहना था कि राज्य सरकार इससे भी बड़ी शिवाजी की प्रतिमा लगवाएगी और उनके सम्मान को बरकरार रखा जाएगा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान 

     

  • शैलजा को कांग्रेस से झटका, किसी भी सांसद को चुनाव लड़ने की नदीं ही जाएगी अनुमति

    हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने का सपना देख रहे कांग्रेस सांसदों को झटका लगा है। पार्टी ने साफ कर दिया है कि किसी भी सांसद को चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस ऐलान के साथ ही कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। दरअसल, दोनों ही सांसदों ने विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। इधर, भारतीय जनता पार्टी ने गुटबाजी को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। साथ ही शैलजा को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने की चुनौती दी है।
    खास बात है कि यह ऐलान ऐसे समय पर आया है, जब अटकलें थीं कि हरियाणा कांग्रेस में वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और शैलजा को लेकर गुटबाजी जारी है। दोनों ही नेता अलग-अलग कार्यक्रम और घोषणाएं करते भी देखे गए थे।
    कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया ने बुधवार को कहा कि पार्टी के किसी भी सांसद को विधानसभा चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। बाबरिया से सवाल किया गया कि कुछ सांसद भी चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘किसी को इजाजत नहीं दी जाएगी।’
    उन्होंने बताया कि प्रदेश की 90 विधानसभा सीट के लिए 2500 से अधिक आवेदन आए हैं जिनमें से कई लोगों के साक्षात्कार भी किए गए हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि जिन विधायकों के खिलाफ जमीन पर माहौल होगा, उनके टिकट काटे जा सकते हैं। हरियाणा में सभी 90 विधानसभा सीट के लिए एक अक्टूबर को मतदान होगा। मतगणना चार अक्टूबर को होगी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • हिट एंड रन के बढ़ते मामलों पर नितिन गडकरी ने कहा- बच्चों को गाड़ी चलाने की इजाजत देने वाले अभिभावकों को शर्मिंदा करने की जरूरत

    नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हिट एंड रन के बढ़ते मामलों पर बात करते हुए कहा है कि ऐसे अभिभावकों के नाम को सामने लाने और उन्हें शर्मिंदा करने की जरूरत है जो ऐसे बच्चों को गाड़ी चलाने की इजाजत दे देते हैं। उन्होंने कहा, "ट्रैफिक नियमों को तोड़ने के लिए जुर्माने में भारी बढ़ोतरी के बावजूद लोग नियम तोड़ रहे हैं। लोग नियमों को अनदेखी करते हैं और उन्हें नियम तोड़ने का कोई डर नहीं है।"
    फिक्की रोड सेफ्टी अवार्ड्स एंड कॉन्क्लेव 2024 के छठे संस्करण में बोलते हुए गडकरी ने आगे कहा कि उन्होंने इंजीनियरों से कहा है कि नेशनल हाईवे के बीच या डिवाइडर के नए डिजाइन तैयार करे जिस पर से कोई पर न कर सके। उन्होंने कहा है कि ऐसे लोगों को रोकने का यही एकमात्र उपाय है। नितिन गडकरी ने डिवाइडर पार करने वालों पर तंज कसते हुए कहा कि देश में कुछ लोग खुद को खास समझते हैं और सड़क पार करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
    नितिन गडकरी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने शहरी क्षेत्रों से गुजरने वाले हाइवे पर रैंप के प्रावधान के साथ और अधिक फुटओवर ब्रिज बनाने का भी फैसला किया है ताकि दोपहिया वाहन उनका प्रयोग कर सकें।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बंगाल बंद के दौरान हिंसा, भाजपा नेता पर ताबड़तोड़ फायरिंग

    कोलकाता। भाजपा के बंगाल बंद के दौरान हिंसा की घटना सामने आई है। एक भाजपा नेता ने दावा किया है कि उनकी कार पर सामने से टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने फायरिंग की है। इस गोलीबारी में दो लोग जख्मी हुए हैं। यह घटना उत्तर 24 परगना के भाटपारा इलाके की है। एक पार्टी लीडर ने कहा कि हत्या के प्रयास में यह फायरिंग की गई और कुल 7 गोलियां चलाई गई थीं। भाजपा नेता प्रियांगु पांडे ने कहा कि सत्ताधारी दल से जुड़े लोगों ने यह हमला किया है। उनकी कार के शीशे में दिख रहे गोलियों के निशान वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
    इस मामले की जानकारी देते हुए बंगाल भाजपा के नेता अर्जुन सिंह ने कहा कि यह टीएमसी के लोगों ने किया है। उन्होंने कहा कि प्रियांगु पांडे हमारी पार्टी के नेता हैं। वह आ रहे थे तो उनकी गाड़ी पर बम चलाया गया। गाड़ी न रुकने पर फिर गोलियां चलाई गईं। एक गोली ड्राइवर के सिर के पास लगी है। इसके अलावा एक अन्य व्यक्ति रवि सिंह को मारा गया। प्रियांगु पांडे की हत्या करने की साजिश थी और भगवान के आशीर्वाद से वह किसी तरह से बच गया। उन पर गोली चलाने वाले लोग जुआ खेलने का रैकेट चलाते हैं और यह सब एसीपी की निगरानी में हुआ।
    उन्होंने कहा कि एसीपी ने मंगलवार को ही कह दिया था कि भाटपारा में भाजपा का कोई आदमी बंगाल बंद के वक्त दिखना नहीं चाहिए। अर्जुन सिंह ने कहा कि जिन दो लोगों पर हमला हुआ है, उनमें से एक की हालत गंभीर है। भाजपा लीडर ने कहा कि टीएमसी के पास अब कुछ बचा नहीं है। इनके पास दो ही चीजें हैं- पुलिस और गुंडा। इनके खिलाफ प्रदर्शन करके भी कुछ होने वाला नहीं है। हमें प्रतिक्रिया के बारे में सोचना होगा। अर्जुन सिंह ने इस घटना के विरोध को लेकर कहा कि पहले तो जान ही बचा ली जाए। उसके बाद कुछ किया जाएगा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आईबी के अलर्ट के बाद RSS प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा बढ़ाई

    नई दिल्ली. RSS प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है. मोहन भागवत को पहले से ही Z plus श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है. जानकारी के अनुसार,  मोहन भागवत की सुरक्षा को अब जेड प्लस से बढ़ाकर एडवांस सिक्योरिटी लाइजन (ASL) कर दिया गया है. बता दें कि मोहन भागवत की सुरक्षा CISF जवानों के द्वारा की जाती है.
    रिपोर्ट के अनुसार, मोहन भागवत की सुरक्षा आईबी के थ्रेट अलर्ट के बाद बढ़ाई गई है. अब  नई सिक्योरिटी के बाद CISF की टीम उस स्थान पर पहले से ही मौजूद रहेगी जहां मोहन भागवत को जाना होगा. मौजूदा समय में उनकी सुरक्षा में 58 कमांडो क्लॉक वाइज तैनात रहते हैं.
    बता दें कि जिस शख्स को ASL स्तर की सुरक्षा मिलती है उसकी सुरक्षा से संबंधित जानकारी जिला प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य और अन्य विभागों जैसी स्थानीय एजेंसियों की भागीदारी को अनिवार्य करता है. जानकारी के अनुसार, इसमें बहुस्तरीय सुरक्षा घेरा होता है. साथ ही चॉपर यात्रा की अनुमति केवल विशेष रूप से डिजाइन किए गए हेलीकॉप्टरों में ही दी जाती है. जिसके लिए अलग तरह का प्रोटोकॉल होता है.
    साभार आज तक

  • ऑस्ट्रेलिया ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या सीमित करने का किया फैसला

    मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया ने 2025 सत्र के लिए अपने यहां आने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या के सीमित करने का फैसला किया है। इसकी वजह से बढ़ते प्रवासन को बताया जा रहा है। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के पिछले कई वर्षों में बाहर से आने वालों की तादाद रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ी है। इससे यहां घरों के किराये आसमान छू रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के शिक्षा मंत्री जेसन क्लेयर ने बताया कि हम छात्रों जिन पाठ्यक्रमों के लिए छात्रों की संख्या को सीमित करने जा रहे हैं, उसमें उच्च शिक्षा के साथ-साथ व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम भी शामिल हैं। इस कदम से विदेश में उच्च शिक्षा के लिए जाने की उम्मीद रखने वाले भारतीय छात्रों पर भी काफी असर पड़ेगा। इसका सबसे ज्यादा असर पंजाब के छात्रों पर पड़ सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों में ज्यादातर पंजाब के हैं।
    ऑस्ट्रेलिया के माइग्रेशन एजेंट्स रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी के सदस्य सुनील जग्गी ने बताया कि जून 2022 में ऑस्ट्रेलिया में दूसरे देशों से आने वाले छात्रों की संख्या 5.10 लाख तय की गई थी। 2023 में यह संख्या घटाकर 3.75 लाख कर दी गई। अब उन्होंने इसे और कम करने का फैसला किया है। यह फैसला सभी अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर लागू होगा। इसका असर सिर्फ भारतीय छात्रों पर नहीं, बल्कि यहां आने वाले सभी छात्रों पर पड़ेगा। विश्वविद्यालय देशों और राज्यों के हिसाब से कोटा वितरित करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि फरवरी में प्रवेश लेने की तैयारी कर रहे छात्रों पर इस फैसले का असर होगा। पंजाब के छात्र सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। 
    साभार अमर उजाला

  • कोलकाता कांड के विरोध में आज मार्च

    कोलकाता। कोलकाता में आज शहर में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा की आशंका को देखते हुए विरोध मार्च नबन्नो अभिजन के लिए भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। नबन्नो पश्चिम बंगाल सरकार का सचिवालय है जहां से राज्य सरकार काम करती है। इसमें मुख्यमंत्री और अन्य शीर्ष मंत्रियों और अधिकारियों के कार्यालय हैं। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 31 वर्षीय डॉक्टर के साथ 9 अगस्त को बलात्कार और हत्या के लिए न्याय की मांग करने के लिए एक अपंजीकृत संगठन ने छात्र संगठन होने का दावा करते हुए राज्य सचिवालय तक विरोध मार्च की घोषणा की है।
    वहीं पुलिस का कहना है कि उन्हें इस विरोध मार्च में साजिश की बू आ रही है। पुलिस ने कहा है कि नागरिकों के गुस्से का दुरुपयोग करके पश्चिम बंगाल में अराजकता फैलाने की साजिश की जा रही है। कोलकाता पुलिस का दावा है कि उनके पास सूचना है कि "नबन्ना अभिजन" का आयोजन करने वाले व्यक्तियों में से एक ने एक प्रमुख शख्स ने फाइव स्टार होटल में एक राजनीतिक पार्टी के नेता से मुलाकात की है। पुलिस का यह भी दावा है कि उनके पास खुफिया जानकारी है कि इस मार्च में पुलिस को बल प्रयोग करने के लिए उकसा कर बड़े पैमाने पर अराजकता पैदा करने की साजिश की जा रही है।
    NDTV ने एक शीर्ष अधिकारी के हवाले से बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 6,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा और बैरिकेडिंग के लिए 19 जगहों की पहचान की गई है। लगभग 26 पुलिस उपायुक्त अलग अलग इलाके में तैनात किए जाएंगे। हेस्टिंग्स, फर्लांग गेट, स्ट्रैंड रोड और हावड़ा जैसे जगहों पर भारी मात्रा में तैनाती की जायेगी और सुबह 8 बजे बैरिकेडिंग शुरू हो जाएगी। इस बीच तृणमूल कांग्रेस ने "नबन्ना अभिजन" के आयोजन को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। बीजेपी ने दावा किया है कि दबाव में आकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस का सहारा लिया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अब जापान के हवाई क्षेत्र में विमान लेकर घुसा चीन, बढ़ सकता है तनाव

    अब चीन जापान के हवाई क्षेत्र में दखल दे रहा है। सोमवार को ही जापान ने इसकी जानकारी दी है और कहा है कि चीन ने हमारे हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है। खास बात है कि यह पहली बार है जब कोई चीनी विमान ने ऐसा काम किया हो। इसे लेकर जापान सरकार ने चीन के कार्यकारी राजदूत को तलब किया और विरोध दर्ज कराया है।
    जापान मंत्रालय का कहना है कि सोमवार सुबह 11 बजकर 29 मिनट पर Y-9 निगरानी विमान ने ईस्ट चाइना सी में नागासाकी प्रांत में दांजो द्वीपों के पास हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। जापान का कहना है कि चीन का विमान क्षेत्र में करीब 2 मिनटों तक रहा, जिसके चलते 'आपातकालीन' स्थिति में जापान को भी लड़ाकू विमान तैनात करने पड़ गए थे।
    समाचार एजेंसी एएनआई ने जापान की मीडिया के हवाले से लिखा है कि इस घटनाक्रम से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है। जापान के विदेश मंत्रालय ने बताया है कि उपविदेश मंत्री मासाताका ओकानो ने चीन के कार्यकारी राजदूत को तलब किया और 'बेहद गंभीर विरोध' दर्ज कराया है। साथ ही इसे रोकने के लिए उपाय करने के लिए कहा है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस-एनसी की सरकार बनी तो जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान में मिला देंगे : जीतन राम मांझी

    गया। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल काॅन्फ्रेंस की सरकार बनी तो वह लोग राज्य पाकिस्तान से मिला देगें। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह लोग सत्ता के लिए आतंकी हिजबुल से भी हाथ मिला सकते हैं। बता दें कि उक्त बयान से पहले केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया पर भी कहा था कि कश्मीर में चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान और हिजबुल के साथ भी गठबंधन कर सकती है। 
    सोमवार रात गया जिले के महकार गांव में स्थित अपने पैतृक आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यह एनडीए का अभिमत है कि कांग्रेस वाले लोग अब्दुल्ला से हाथ मिला रहे हैं। अब्दुल्ला की क्या रीति और नीति रही है? यह कांग्रेस से छिपा हुआ है? लेकिन, अब तो स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में फिर 370 लागू करना चाहता है। यह सभी लोग एससी-एसटी के विरोधी हैं। अब्दुल्ला से हाथ मिलाने का मतलब साफ है कि कांग्रेस उसी एजेंडे पर काम कर रही है। जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में अगर जीत गए तो पाकिस्तान से मिला देगें।
    साभार अमर उजाला

  • ग्वालियर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में सीएम डॉ. यादव करेंगे वन टू वन चर्चा

    भोपाल। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में गुरुवार को एक रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन होने जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में आयोजित इस कॉन्क्लेव में देश-विदेश के प्रमुख उद्योगपति शामिल होंगे।  प्रदेश में अगले साल होने वाली जीआईएस के पहले रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। कॉन्क्लेव काआयोजन ग्वालियर के राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में होगा। इसमें  मुख्यमंत्री डॉ. यादव, केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, राज्य सरकार के मंत्री और देश-विदेश के प्रतिष्ठित उद्योगपति एवं निवेशक शामिल होंगे।
    ग्वालियर में हो रहे इस कॉन्क्लेव का मुख्य उद्देश्य यहां के सांस्कृतिक और औद्योगिक धरोहर के साथ निवेश के नए अवसरों को उजागर करना है। इस आयोजन के माध्यम से देश-विदेश के उद्योगपति इस क्षेत्र में निवेश के लिए प्रोत्साहित होंगे, जिससे न केवल प्रदेश के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यहां के युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे। इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 40 से ज्यादा सेक्टर की प्रदर्शन आयोजित की जाएगी। इसमें उद्योगपतियों से वन टू वन चर्चा भी आयोजित होगी। जानकारी के अनुसार इस कॉन्क्लेव में 7 देशों के ट्रेड कमिश्नरों ने अपनी उपस्थिति की सहमति दी है।  इसमें सात देशों के निवेशक शामिल होंगे। जिसमें नीदरलैंड, जाम्बिया, कनाडा, कोस्टारिका, ताइवान, टोंगो और घाना शामिल है।  इसके अलावा, अडानी समूह के करन अडानी और एक्सेंचर जैसी विश्वविख्यात कंपनियों के सीईओ सहित कई प्रमुख उद्योगपति और निवेशक भी इस कार्यक्रम में भाग लेने आ रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने जारी की 44 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट

    जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में पहले चरण के लिए 15. दूसरे चरण के लिए 10 तो तीसरे चरण में होने वाली वोटिंग के लिए 19 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है. बता दें कि जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव होने हैं.
    इस लिस्ट की खास बात ये है कि इसमें पूर्व डिप्टी सीएम और जम्मू-कश्मीर विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. निर्मल सिंह को टिकट नहीं मिला है. निर्मल सिंह ने 2014 में बिलावर विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी. वहीं, कविंद्र गुप्ता को भी टिकट नहीं मिला है. हालांकि, अटकलें हैं कि कविंद्र गुप्ता के नाम का ऐलान अगली लिस्ट में किया जा सकता है. 
    बीजेपी ने कश्मीर घाटी की दो सीटों से कश्मीरी पंडित को अपना उम्मीदवार बनाया है. शंगस-अनंतनाग पूर्व से वीर सराफ और हब्बाकदल से अशोक भट्ट को उम्मीदवार बनाया गया है. 
    बता दें कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर रविवार को नई दिल्ली में बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई थी. इस मीटिंग में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे. इस मीटिंग में चुनावी रणनीति, मुद्दों, उम्मीदवारों के नाम और राज्य में पीएम मोदी की संभावित रैलियों पर चर्चा हुई थी. इस मीटिंग के बाद अटकलें लगाई जा रही थीं कि बीजेपी सोमवार सुबह तक उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर देगी.
    सूत्रों के मुताबिक, इस मीटिंग में तय हुआ कि पीएम मोदी की कश्मीर में एक से दो रैली होगी जबकि जम्मू में पीएम मोदी 8 से 10 रैलियां करेंगें.बता दें कि राज्य की 90 विधानसभा सीटों पर मतदान के लिए चुनाव आयोग ने चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया है. जम्मू कश्मीर में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान होगा. सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव 3 चरणों में कराए जाएंगे. विधानसभा चुनाव के नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे. पहले फेज में 24 सीटों पर, दूसरे फेज में 26 सीटों पर और तीसरे फेज में 40 सीटों पर मतदान होना है.
    साभार आज तक

  • मायावती ने एससी-एसटी आरक्षण को लेकर कांग्रेस पर बोला हमला, भाजपा की तारीफ

    लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने एक बार फिर एससी-एसटी आरक्षण को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है। मायावती ने गेस्ट हाउस कांड का जिक्र कर सपा और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। बसपा सुप्रीमो ने कांग्रेस की चुप्पी पर सवाल उठाए। मायावती ने आरोप लगाया कि केंद्र में सरकार होते हुए भी कांग्रेस ने अपना दायित्व नहीं निभाया था। इस दौरान मायवती ने भाजपा की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि भाजपा ने उन्हें बचाया था। 
    मायावती ने सोमवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट की। इसमें लिखा सपा जिसने 2 जून 1995 में बीएसपी द्वारा समर्थन वापिसी पर मुझ पर जानलेवा हमला कराया था तो इस पर कांग्रेस कभी क्यों नहीं बोलती है? जबकि उस दौरान केन्द्र में रही कांग्रेसी सरकार ने भी समय से अपना दायित्व नहीं निभाया था।
    तभी फिर मान्य. कांशीराम जी को अपनी बीमारी की गम्भीर हालत में भी हॉस्पिटल छोड़कर रात को इनके मा. गृह मंत्री को भी हड़काना पड़ा था तथा विपक्ष ने भी संसद को घेरा, तब जाकर यह कांग्रेसी सरकार हरकत में आई थी। क्योंकि उस समय केन्द्र की कांग्रेसी सरकार की भी नीयत खराब हो चुकी थी, जो कुछ भी अनहोनी के बाद यहां यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाकर, पर्दे के पीछे से अपनी सरकार चलाना चाहती थी, जिनका यह षड़यंत्र बीएसपी ने फेल कर दिया था।
    साभार अमर उजाला 

  • इजरायल की सेना ने लेबनान में दर्जनों 'आतंकवादी ठिकानों' पर 100 लड़ाकू विमानों से किया हमला

    नई दिल्ली. रविवार को इजरायल की सेना ने लेबनान में दर्जनों 'आतंकवादी ठिकानों' पर करीब 100 लड़ाकू विमानों से हमला किया, जबकि ईरान समर्थित ग्रुप हिजबुल्लाह एक बड़े हमले की तैयारी कर रहा था. इसके बाद जवाब में, हिजबुल्लाह ने लेबनान से इजरायली क्षेत्र की ओर 320 से अधिक कत्युशा रॉकेट दागे. मिसाइलों और विस्फोटकों से लदे ड्रोनों की बौछार की जिम्मेदारी लेते हुए, हिजबुल्लाह ने कहा कि उसने अपने सैन्य कमांडर फुआद शुक्र की हत्या के जवाब में हमला शुरू किया है.
    रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, लेबनान स्थित ग्रुप ने कहा कि उसने एक चिन्हित 'विशेष सैन्य टार्गेट के साथ-साथ इजरायल के आयरन डोम प्लेटफॉर्म और अन्य साइटों पर हमला किया." इसने यह भी दावा किया कि इसके हमलों का 'पहला फेज' पूरी तरह से सफल रहा.
    इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने अगले 48 घंटों के लिए इमरजेंसी का ऐलान किया, जबकि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उत्तर में बढ़ती स्थिति को संबोधित करने के लिए एक हाई लेवल मीटिंग की अध्यक्षता की.
    Times of Israel की रिपोर्ट के मुताबिक, नेतन्याहू ने मीटिंग के दौरान कहा, "हम अपने देश की रक्षा करने, उत्तर के निवासियों को सुरक्षित उनके घरों में वापस लाने   के लिए हर कोशिश करेंगे. जो कोई भी हमें नुकसान पहुंचाता है, हम उसे नुकसान पहुंचाएंगे."
    साभार आज तक 

  • महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले अपराधियों के लिए और मजबूत और सख्त बना रहे कानून  : पीएम मोदी

    मुंबई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महाराष्ट्र के जलगांव में आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन में शिरकत की और जनसभा को संबोधित किया. कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या की घटना से उपजे आक्रोश के बीच पीएम मोदी ने कहा कि हम महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले अपराधियों के लिए कानून को मजबूत और सख्त बना रहे हैं.
    प्रधानमंत्री ने कहा कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए. जो लोग अपराधियों को बचाते हैं, उन्हें भी बख्शा नहीं जाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, पुलिस विभाग जो भी इसमें शामिल हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार आती-जाती रहती है, हमें अपनी महिलाओं की सुरक्षा करनी है. जो लोग महिलाओं के खिलाफ अपराध करते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.'
    महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को लेकर पीएम मोदी ने कहा, 'आज मैं एक बार फिर देश के हर राजनीतिक दल से कहूंगा और राज्य सरकार से कहूंगा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य पाप है. दोषी कोई भी हो, वो बचना नहीं चाहिए. उसको किसी भी रूप में मदद करने वाले बचने नहीं चाहिए. अस्पताल हो, स्कूल हो, दफ्तर हो या फिर पुलिस व्यवस्था... जिस भी स्तर पर लापरवाही होती है सबका हिसाब होना चाहिए.'
    PM ने आगे कहा, 'महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले अपराधियों के लिए हम कानून को मजबूत और सख्त बना रहे हैं. पहले शिकायतें आती थीं कि एफआईआर दर्ज नहीं होती थी, हम बीएनएस लाए और इसमें कई संशोधन किए. अगर महिला थाने नहीं जाना चाहती तो वह ई-एफआईआर दर्ज करा सकती है.ई-एफआईआर में कोई बदलाव या छेड़छाड़ नहीं कर सकता. शादी के बाद महिलाओं के खिलाफ अपराध की शिकायतें आती थीं, हमने बीएनएस में संशोधन किए हैं. महिलाओं के खिलाफ अपराध के लिए केंद्र सरकार राज्य सरकार के साथ है.'
    पीएम मोदी ने कहा कि भारत की मातृशक्ति ने हमेशा समाज और राष्ट्र के भविष्य को बनाने में बहुत बड़ा योगदान दिया है और आज जब हमारा देश विकसित बनने के लिए मेहनत कर रहा है, तो फिर से हमारी मातृशक्ति आगे आ रही है. पीएम ने कहा, 'मैं आज चुनौती देता हूं- पहले की सरकारों के सात दशक एक तरफ रख लीजिए और दूसरे तराजू में मोदी सरकार के 10 साल रख लीजिए... जितना काम मोदी सरकार ने देश के बहन-बेटियों के लिया किया है, वो आजादी के बाद किसी सरकार ने नहीं किया है.'
    साभार आज तक

  • विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के पांच पार्षद भाजपा में हुए शामिल

    नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। आप के पांच पार्षद भाजपा में शामिल हो गए हैं। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और बीजेपी नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी की मौजूदगी में आप पार्षद भाजपा में शामिल हुए।
    रविवार को आम आदमी पार्टी (आप) के पांच पार्षदों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। भाजपा में शामिल होने वाले पार्षदों में वार्ड 178 से सुगंधा बिधूड़ी, वार्ड 28 से राम चन्द्र, वार्ड 30 से पवन सहरावत, वार्ड 180 से मंजू निर्मल, वार्ड 177 से ममता पवन शामिल हैं। 
    आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा, 'एकीकृत पेंशन योजना नई पेंशन योजना से भी ज्यादा खराब है। यह देश के कर्मचारियों के साथ एक बहुत बड़ा धोखा है। इस पेंशन योजना से देश के अर्ध सैनिक बलों को निकालकर बाहर कर दिया गया है। वो इस दायरे में नहीं आएंगे क्योंकि उनकी सर्विस 25 साल की होती ही नहीं है।'
    उन्होंने आगे कहा कि हर महीने 10 प्रतिशत पेंशन के नाम पर कटेगा और उसके बाद पूरा पैसा सरकार अपने पास रख लेगी। अंतिम के 12 महीनों का औसत निकालकर 6 महीने की तनख्वाह दे दी जाएगी। कुल मिलाकर यह NPS से भी ज्यादा बेकार योजना है। देश के कर्मचारियों के साथ मोदी सरकार ने बहुत बड़ा धोखा किया है।
    साभार अमर उजाला

  • बदलापुर कांड के विरोध में धरने पर बैठे शरद पवार, कहा- महाराष्ट्र में अब ऐसा कोई दिन नहीं बीतता जब महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की खबरें न सुनने को मिलें

    नई दिल्ली. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने बदलापुर में हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल होकर लोगों को शपथ दिलाई और एक जनसभा को संबोधित किया. शरद पवार ने कहा, "हम यहां एक दुखद और चिंताजनक घटना के खिलाफ एकत्र हुए हैं. महाराष्ट्र में अब ऐसा कोई दिन नहीं बीतता जब महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की खबरें न सुनने को मिलें. यह वही राज्य है, जहां छत्रपति शिवाजी महाराज ने महिलाओं के सम्मान की रक्षा की थी. जब महाराज के सामने ऐसा कोई मामला आया, तो उन्होंने तुरंत कठोर कदम उठाते हुए आरोपी के हाथ कटवा दिए थे."
    उन्होंने आगे कहा, "सरकार को इस घटना को गंभीरता से लेना चाहिए. यह कहना कि विपक्ष राजनीति कर रहा है, जब वह एक घटना के खिलाफ आवाज उठाता है या प्रदर्शन करता है, यह दिखाता है कि सरकार कितनी असंवेदनशील है."
    बदलापुर घटना के विरोध में आयोजित प्रदर्शन के दौरान एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "बाबासाहेब आंबेडकर ने सभी को अधिकार दिए हैं, लेकिन राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. कुछ घटनाएं तो बार-बार दोहराई जा रही हैं। कुछ मामलों में पुलिस की लापरवाही सामने आई है, और लोगों में अब पुलिस का डर नहीं रहा है। पुणे में भी ड्रग्स और कोयता गैंग जैसी कई घटनाएं हुई हैं, जिन्हें देखते हुए मैं ऐसी घटनाओं की कड़ी निंदा करती हूं."
    साभार आज तक

  • उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और शरद पवार से कहा- मुख्यमंत्री पर कर ले फैसला, भले ही नहीं करे घोषणा

    मुंबई। महाराष्ट्र में इसी साल अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। महा विकास अघाड़ी में शामिल घटक दल एक-दूसरे पर दबाव बना रहे हैं। उद्धव बालासाहेब ठाकरे सेना गुट का नेतृत्व कर रहे उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरदचंद्र पवार से कहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले सहयोगियों के बीच मुख्यमंत्री का चेहरा तय हो जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा है कि आप चाहो तो सार्वजनिक रूप से उस नाम की घोषणा नहीं भी कर सकते हो।
    उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और एनसीपी नेतृत्व को इस बारे में बता दिया है। ठाकरे दोनों दलों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि वे या तो मुख्यमंत्री पद के लिए किसी उम्मीदवार का चयन करें या फिर उनके नाम को स्वीकार कर लें। उद्धव लगातार उनके साथ बैठकों में इस मुद्दे को उठाते हैं और सार्वजनिक रूप से भी इसे दोहराते हैं।
    उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ पिछली बैठक में कहा था, "मैं नहीं चाहता कि भाजपा के साथ हमारा अनुभव दोहराया जाए। हम 25-30 साल से साथ थे और हम इस बात पर सहमत थे कि सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली पार्टी का मुख्यमंत्री बनेगा। इस तर्क से अगर आप ज्यादा सीटें जीतते हैं तो आप मुख्यमंत्री बन जाएंगे। इसलिए मैं आपको संख्या बल में नीचे गिरा दूंगा। ऐसे में गठबंधन का उद्देश्य क्या है?"
    इससे पहले कांग्रेस के एक नेता ने कहा था कि महा विकास आघाडी (एमवीए) के घटक दलों के बीच आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे का मुख्य मापदंड जीतने की क्षमता होगी और इस पर सौहार्दपूर्ण ढंग से जल्द से जल्द काम किया जाएगा। कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष नसीम खान ने पीटीआई को बताया था कि एमवीए पहले से ही चुनाव एवं प्रचार मोड में है और यह 16 अगस्त को अपने पदाधिकारियों की एक संयुक्त बैठक भी कर चुका है।
    उन्होंने कहा, ‘‘जीत की संभावना सहयोगी दलों के बीच सीट बंटवारे का आधार होगी और इस पर जल्द से जल्द सौहार्दपूर्ण तरीके से काम किया जाएगा।’’ खान ने एमवीए की जीत का भरोसा जताते हुए कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव के नतीजे विधानसभा चुनावों में निश्चित रूप से दोहराए जाएंगे।’’ उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ ‘महायुति’ (जिसमें शिवसेना, भाजपा और राकांपा शामिल हैं) के झूठे वादे और फर्जी बातें सबसे सामने आ गई हैं।
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  • बदलापुर यौन उत्पीड़न केस : आरोपी की मां बोली- मेरे बेने ने कुछ गलत किया है तो उसे मौत की सजा दे दो

    बदलापुर यौन उत्पीड़न केस ने पूरे महाराष्ट्र को आक्रोशित कर दिया था। इस मामले में आरोपी की मां ने गुरुवार को कहा, "अगर मेरे बेटे ने कुछ गलत किया है, तो अदालत को उसे मौत की सजा देनी चाहिए।" उन्होंने कहा कि यह संभव नहीं है कि उनके बेटे ने बच्चों के साथ मारपीट की हो। आपको बता दें कि आरोपी ने पिछले दो सालों में तीन बार शादी की है और उसकी तीसरी पत्नी अब पांच महीने की गर्भवती है।
    आरोपी की मां स्कूल के दूसरे सेक्शन में सफाईकर्मी का काम करती है। हाल ही में उसका छोटा बेटा जो स्कूल में काम करता था वह दूसरे सेक्शन में चपरासी बन गया। इसके बाद उसने संदिग्ध को स्कूल में सफाईकर्मी का काम दिलवा दिया। आरोपी बदलापुर के खरवई गांव में अपनी मां, पिता, छोटे भाई और पत्नी के साथ रहता है।
    भीड़ द्वारा अपने घर में तोड़फोड़ किए जाने के बाद परिवार अपनी जान को लेकर डरा हुआ है। पुलिस ने वहां सुरक्षा बढ़ा दी है। स्कूल में सफाईकर्मी का काम करने से पहले आरोपी अपनी मां के साथ हाउसिंग सोसाइटी में सफाईकर्मी का काम करता था।
    सूत्रों ने बताया कि आरोपी की पहली दो पत्नियां शादी के तुरंत बाद उसे छोड़कर चली गईं। मामले के लिए गठित एसआईटी ने आठ टीमें गठित की हैं। एसआईटी ने गुरुवार को स्कूल का दौरा किया और स्कूल द्वारा निलंबित की गई दो महिला परिचारिकाओं का बयान दर्ज किया।
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  • विदेश मंत्रालय का दो टूक जवाब, बांग्लादेश में बाढ़ भारत के कारण नहीं

    नई दिल्ली। बांग्लादेश के सीमावर्ती जिलों में बाढ़ की नौबत आ गई है। पड़ोसी देश ने भारत पर इसका ठीकरा फोड़ा था। हालांकि, भारत ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, ''हमने बांग्लादेश में इस बात पर चिंता व्यक्त की है कि बांग्लादेश की पूर्वी सीमा पर स्थित जिलों में बाढ़ की मौजूदा स्थिति त्रिपुरा में गुमटी नदी के ऊपर डंबूर बांध के खुलने के कारण हुई है। यह तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है।''
    विदेश मंत्रालय ने कहा, ''हम यह बताना चाहेंगे कि भारत और बांग्लादेश से होकर बहने वाली गुमटी नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों में इस साल की सबसे भारी बारिश हुई है। बांग्लादेश में बाढ़ मुख्य रूप से बांध के नीचे की ओर इन बड़े जलग्रहण क्षेत्रों के पानी के कारण है। डंबूर बांध सीमा से काफी दूर स्थित है। यह बांग्लादेश से 120 किलोमीटर ऊपर की ओर स्थित है।''
    पूरे त्रिपुरा और बांग्लादेश के आसपास के जिलों में 21 अगस्त से भारी बारिश जारी है। भारी बाढ़ की स्थिति में स्वचालित रूप से पानी छोड़ा जाता है। अमरपुर स्टेशन द्विपक्षीय प्रोटोकॉल का हिस्सा है, जिसके तहत भारत बांग्लादेश को वास्तविक समय में बाढ़ के आंकड़े भेज रहा है।
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  • आरजी कर कॉलेज मामले की रिपोर्ट सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में की पेश

    नई दिल्ली। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हुई हत्या के मामले में स्टेटस रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश कर दी है। सुप्रीम कोर्ट ने बीती 20 अगस्त को स्वतः संज्ञान लेकर आरजी कर कॉलेज की घटना पर सुनवाई की थी। इसी सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सीबीआई और बंगाल सरकार से घटना की जांच पर स्टेटस रिपोर्ट अदालत में जमा करन का निर्देश दिया था। अब खबर आई है कि सीबीआई ने स्टेटस रिपोर्ट जमा कर दी है और सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा। 
    मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले में सुप्रीम कोर्ट में बंगाल सरकार का पक्ष रखने वाली कानूनी टीम में 21 वकील शामिल हैं। वहीं केंद्र सरकार की कानूनी टीम में 5 वकील शामिल हैं। मंगलवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना पर गंभीर चिंता जताई थी और साथ ही डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए नेशनल टास्क फोर्स गठित करने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने बंगाल सरकार और पुलिस को लेकर भी गंभीर सवाल उठाए। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में अपराध स्थल को सुरक्षित न रख पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने बंगाल पुलिस को फटकार भी लगाई थी। 
    सुप्रीम कोर्ट ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए और पूछा कि कई घंटे बीत जाने के बाद भी प्रिंसिपल ने एफआईआर दर्ज क्यों नहीं कराई। साथ ही मृतका के शव को देखने के लिए उसके परिजनों को कई घंटे इंतजार कराए जाने पर भी सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जाहिर की। आरजी कल मेडिकल कॉलेज में बीते दिनों एक महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। इसे लेकर देशभर के डॉक्टर और मेडिकल छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और रेजीडेंट डॉक्टर्स के संगठन फोरडा भी इस घटना के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • ट्रैक्टर-ट्रालियों के बिना दिल्ली जाने से किसानों का इनकार

    पटियाला (पंजाब)। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले पंजाब व हरियाणा के आला पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की बुधवार को पटियाला के पुलिस लाइन में किसान जत्थेबंदियों के साथ शंभू बॉर्डर को लेकर बैठक हुई। करीब एक घंटा चली बैठक में दोनों पक्षों के बीच कोई सहमति नहीं बन सकी। किसानों ने बिना ट्रैक्टर-ट्रालियों के दिल्ली जाने से साफ इन्कार कर दिया। 
    बैठक में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों को हो रही असुविधा का हवाला देते हुए किसान जत्थेबंदियों को शंभू बॉर्डर खोलने के लिए कहा। जवाब में किसान नेताओं ने कहा कि रास्ता किसानों ने नहीं, बल्कि हरियाणा सरकार ने बंद किया है। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने मोटर व्हीकल एक्ट का हवाला देते हुए कहा कि अगर किसान मांगों को लेकर केंद्र से बात करना चाहते हैं, तो फिर वह ट्रैक्टर-ट्रालियों के बिना जाएं। इस पर किसानों ने कहा कि ट्रैक्टर-ट्रालिया उनके लिए दूसरा घर हैं। हर मौसम में ट्रैक्टर-ट्रालियां किसानों का बचाव करती हैं। इसलिए ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ ही किसानों को आगे बढ़ने की अनुमति दी जाए। 
    साभार अमर उजाला

  • बदलापुर रेप कांड को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी, पुलिस ने अब तक 40 से अधिक लोगों को किया गिरफ्तार, 300 FIR

    मुंबई। बदलापुर में दो नाबालिग लड़कियों के कथित यौन उत्पीड़न को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन जारी है। इस घटना के बाद पुलिस ने अब तक 40 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है और 300 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। गिरफ्तार किए गए लोगों को आज अदालत में पेश किया जाएगा। महाराष्ट्र पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर भी सुरक्षा बढ़ा दी है। मंगलवार को यहां उग्र आंदोलन देखने के मिला था। इसके अलावा, बदलापुर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया गया है।
    रेलवे पुलिस के जीआरपी के डीसीपी मनोज पाटिल ने बताया कि स्थिति अब सामान्य है। उन्होंने कहा, "स्थिति अब सामान्य है। रेलवे की आवाजाही भी सामान्य है। कोई धारा नहीं लगाई गई है। अफवाह न फैले, इसके लिए कुछ दिनों तक इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी।"
    मंगलवार को बदलापुर रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों द्वारा रेलवे ट्रैक जाम करने के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। प्रदर्शनकारियों द्वारा ट्रैक जाम करने के कारण 12 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों का मार्ग बदला गया और 30 लोकल ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया। हालांकि, पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के बाद देर रात 10 घंटे तक रेल सेवा बाधित रहने के बाद फिर से शुरू हो गई।
    मीडिया से बात करते हुए सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) आयुक्त रवींद्र शिसवे ने कहा, "ट्रैक को साफ कर दिया गया है और परिचालन शुरू करने के लिए रिपोर्ट रेलवे परिचालन को भेजी जाएगी।"
    महाराष्ट्र के बदलापुर में एक स्कूल में चौथी कक्षा की दो लड़कियों के साथ कथित यौन उत्पीड़न के मामले ने लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। 17 अगस्त को पुलिस ने लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में एक अटेंडेंट को गिरफ्तार किया। इससे पहले मंगलवार को पुलिस ने गुस्साए लोगों पर आंसू गैस के गोले भी छोड़े, जिन्होंने स्कूल पर पथराव शुरू कर दिया, जहां यह अपराध हुआ था।
    महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को राज्य के बदलापुर जिले के एक स्कूल में दो नाबालिगों के साथ कथित यौन उत्पीड़न की निंदा की और कहा कि मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। फडणवीस ने ठाणे पुलिस आयुक्त को बदलापुर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, सहायक उपनिरीक्षक और हेड कांस्टेबल को तुरंत निलंबित करने का भी आदेश दिया। आरोप है कि इन्होंने बदलापुर की घटना के शुरुआती चरण में कार्रवाई में देरी की।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • लगातार दूसरे साल शीर्ष सेंट्रल बैंकर चुने गए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास, पीएम मोदी ने की सराहना

    नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास को अमेरिका स्थित ग्लोबल फाइनेंस पत्रिका की ओर से लगातार दूसरे वर्ष वैश्विक स्तर पर शीर्ष केंद्रीय बैंकर (सेंट्रल बैंकर) का दर्जा दिया गया। आरबीआई ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि लगातार दूसरे वर्ष, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास को ग्लोबल फाइनेंस सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड्स 2024 में 'ए+' रेटिंग दी गई है।" 
    शक्तिकांत दास को तीन केंद्रीय बैंक गवर्नरों की सूची में शीर्ष पर रखा गया है, जिन्हें ए+ रेटिंग दी गई है। ग्लोबल फाइनेंस पत्रिका के एक बयान के अनुसार, मुद्रास्फीति नियंत्रण, आर्थिक विकास लक्ष्यों, मुद्रा स्थिरता और ब्याज दर प्रबंधन में सफलता के लिए ए से एफ तक के पैमाने पर ग्रेड दिए जाते हैं।
    ग्रेड 'ए' उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है, जबकि 'एफ' पूरी तरह से विफलता के लिए दिया जाता है। डेनमार्क के क्रिश्चियन केटल थॉमसन, भारत के शक्तिकांत दास और स्विट्जरलैंड के थॉमस जॉर्डन को केंद्रीय बैंकरों की 'ए+' श्रेणी में स्थान दिया गया है।

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास को केंद्रीय बैंकरों की वैश्विक रैंकिंग में शीर्ष रेटिंग हासिल करने पर बधाई दी। पीएम ने आरबीआई गवर्नर के नेतृत्व को मान्यता मिलने पर उनकी सराहना की।  उन्होंने एक्स पर कहा, "आरबीआई गवर्नर श्री शक्तिकांत दास को इस उपलब्धि के लिए बधाई, और वह भी दूसरी बार। यह आरबीआई में उनके नेतृत्व और आर्थिक विकास और स्थिरता सुनिश्चित करने की दिशा में उनके काम को मिली मान्यता है।"

    साभार अमर उजाला

  • 23 अगस्त को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जाएंगे अमेरिका, रक्षा सहयोग की मजबूती को लेकर करेंगे चर्चा

    नई दिल्ली। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 23 अगस्त को अमेरिका जाएंगे। वह अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड आस्टिन के निमंत्रण पर 26 अगस्त तक वहां रहेंगे। इस दौरान वह अमेरिकी रक्षा सचिव के साथ बैठक करेंगे। इसमें रक्षा सहयोग की मजबूती को लेकर चर्चा होगी। इसके अलावा रक्षा मंत्री अमेरिकी राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के सहायक जेक सुलविन से मुलाकात करेंगे। 
    पीएम मोदी की न्यूयॉर्क यात्रा से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का अमेरिका दौरा काफी अहम माना जा रहा है। इससे अमेरिका-भारत संबंधों को नई गति मिलेगी। साथ ही रक्षा क्षेत्र में कई सहयोगों में मजबूत आएगी। इसके अलावा अमेरिका दौरे से दोनों देशों के बीच वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के व्यापक होने की उम्मीद है। रक्षा मंत्री अमेरिका की रक्षा उद्योग के साथ गोलमेज बैठक भी करेंगे। इसमें रक्षा उद्योग के साथ चल रहे कामों और भविष्य के रक्षा समझौतों पर चर्चा की जाएगी। यात्रा के दौरान वह भारतीय समुदाय से भी बातचीत करेंगे। 
    साभार अमर उजाला

  • सिद्धारमैया के मुकदमे को लेकर अब टीएमसी ने भी मांगा इस्तीफा

    बेंगुलरु। ज़मीन से जुड़े मामले में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ जब से मुकदमा चलाने की मंजूरी दी है, बीजेपी नैतिकता के आधार पर उनके इस्तीफे की मांग कर रही है। वहीं अब टीएमसी ने भी सिद्धारमैया के मामले को लेकर केंद्र पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कोलकाता के अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी को लेकर ममता सरकार पर निशाना साधा था। राहुल गांधी ने अस्पताल में हुई तोड़फोड़ को आरोपी को बचाने की कोशिश बताया था। वहीं इंडिया गठबंधन के अन्य दलों ने ममता बनर्जी के समर्थन में आवाज उठाई है।
    पश्चिम बंगाल में कांग्रेस भी सड़कों पर उतर आई है और विरोध प्रदर्शन कर रही है। सिद्धारमैया पर केस चलाने की मंजूरी के आर्टिकल सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा, तो राहुल गांधी जी , क्या आप अपने मुख्यमंत्री से इस्तीफा देने को कहेंगे? यह भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप है। पश्चिम बंगाल की घटना को लेकर सही जानकारी लिए बिना ही आपने सोशल मीडिया पर टिप्पणी कर दी। ममता बनर्जी द्वारा उठाए गए कदमों कीआपने जानकारी भी नहीं ली। तो क्या अब आप अपने सीएम पर कार्रवाई करेंगे?
    गुरुवार को ही राहुल गांधी ने कहा था, मैं पीड़िता के परिवार के साथ खड़ा हूं। उन्हें हर कीमत पर न्याय मिलना चाहिए और दोषी को ऐसी सजा मिलनी चाहिए जो समाज में मिसाल बन जाए। वहीं पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने की जगह आरोपी को ब चाने की कोशिश स्थानीय प्रशासन और अस्पताल पर बड़े सवाल खड़े करती है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आरजी कर मेडिकल कॉलेज के आस-पास किसी भी तरह के धरना-प्रदर्शन पर प्रतिबंध

    कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के आसपास किसी भी तरह के धरना-प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह प्रतिबंध अगले सात दिनों तक जारी रहेगा। कोलकाता प्रशासन ने कानून व्यवस्था को लेकर मिली गंभीर रिपोर्ट के बाद यह कदम उठाया है। आदेश के मुताबिक आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के आसपास विरोध प्रदर्शन, रैली, धरना आदि देने की इजाजत नहीं होगी। कोलकाता के एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट और पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल के आदेश के मुताबिक यहां पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू कर दी गई है। गौरतलब है कि 31 वर्षीय डॉक्टर के रेप और हत्या के बाद यहां पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। बीते दिनों प्रदर्शनकारियों ने इस अस्पताल को भी निशाना बनाया था।
    आदेश में कहा गया है कि विश्वसनीय सूत्रों से कुछ जानकारियां सामने आई हैं। इसके मुताबिक आरजी कर अस्पताल के पास लोगों के एक वर्ग या संगठन द्वारा हिंसक प्रदर्शनों, रैलियों, बैठकों के पर्याप्त कारण हैं इससे शांति भंग होती है। इसके अलावा सार्वजनिक जीवन, सेफ्टी और इंसानी जीवन को खतरा है। इसके चलते यहां पर किसी भी तरह के प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी गई है। बता दें कि पश्चिम बंगाल के लगभग सभी अस्पतालों के चिकित्सक स्थानीय आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार और हत्या की घटना के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों में शनिवार को शामिल हुए, जिससे पूरे राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित रहीं।
    घटना के विरोध में कई जूनियर डॉक्टर ने आठ दिन पहले हड़ताल शुरू की थी और आईएमए के आह्वान पर 24 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल में वरिष्ठ चिकित्सक भी शामिल हो गए। इससे सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों के बाह्य रोगी विभागों (ओपीडी) में सेवाएं प्रभावित हुईं। इस बीच, सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य डॉ. संदीप घोष से दूसरे दौर की पूछताछ की। पूछताछ शुक्रवार शाम को शुरू हुई थी और आधी रात के बाद तक जारी रही थी। परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सक का शव नौ अगस्त को आरजी कर अस्पताल के सेमिनार कक्ष में मिला था। पुलिस ने इस सिलसिले में अगले दिन एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। एजेंसी अस्पताल के पूर्व प्राचार्य को पूछताछ के लिए शुक्रवार को अपने साथ ले गई थी और उनसे देर रात एक बजकर 40 मिनट तक पूछताछ की गई थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • चंपाई सोरेन 6 विधायकों के साथ दिल्ली आ रहे हैं , भाजपा के बड़े नेताओं से हो सकती है मुलाकात

    झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की बगावत की खबरों ने जोर पकड़ लिया है। इस बीच वह कोलकाता से दिल्ली आ रहे हैं। यहां उनकी मुलाकात भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं से हो सकती है। इस बात की संभावना है कि वह जल्दी ही झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
    सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, चंपाई सोरेन कोलकाता से दिल्ली अकेले नहीं आ रहे हैं। उनके साथ जेएमएम के 6 विधायक भी है। यह भी कहा जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान के लगातार संपर्क में वह बने हुए हैं। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि उनके साथ दशरथ गगराई, रामदास सोरेन, चमरा लिंडा, लोबिन हेमब्रोम और समीर मोहंती भी हैं।
    अगर चंपाई सोरेन छह विधायकों के साथ पाला बदलते हैं तो झारखंड में इस साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह हेमंत सोरेन के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है।
    आपको बता दें कि जब झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गिरफ्तार होने से पहले इस्तीफा दिया था तो चंपाई सोरेन को सीएम बनाया था। जमानत पर जेल से रिहा हेने के बाद वह फिर से सीएम की गद्दी संभाल ली है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कोलकाता मामले को लेकर दुनियाभर में उठी आवाज, न्यूयॉर्क के टाइम्स स्कवायर और जर्मनी, पौलेंड और कनाडा में भी हुआ प्रदर्शन

    कोलकाता। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बीते दिनों एक महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना से पूरे देश में गुस्सा है। इसे लेकर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। खासकर डॉक्टर्स और मेडिकल क्षेत्र से जुड़े लोग लगातार कोलकाता मामले में न्याय की मांग उठा रहे हैं। अब यह विरोध प्रदर्शन वैश्विक स्तर पर पहुंच गया है। दुनियाभर में फैले भारतीय मूल के लोग इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठा रहे हैं और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग कर रहे हैं। 
    कोलकाता की घटना के विरोध में 14 अगस्त की रात को न्यूयॉर्क के टाइम्स स्कवायर पर एक धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इस दौरान करीब 40 लोग इकट्ठा हुए और बंगाल में प्रदर्शन कर रहे छात्रों और डॉक्टर्स के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया। अमेरिका के लॉस एंजेल्स में लेक हॉलीवुड पार्क में भी प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए और कोलकाता की घटना को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान करीब 250 भारतीय मूल के लोग इकट्ठा हुए और उन्होंने अपने हाथों में प्लेकार्ड और बैनर पकड़े हुए थे। 
    इसी तरह ह्यूस्टन में रहने वाले भारतीय समुदाय ने भी आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना को लेकर अपना विरोध जताया। प्रदर्शनकारियों ने एक महिला डॉक्टर की मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी पर दुष्कर्म और हत्या को सिस्टम की असफलता करार दिया और सख्त कार्रवाई की मांग की। शिकागो में बंगाली समुदाय के लोगों ने गुरुवार को एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। साथ ही अटलांटा में भी कोलकाता की घटना को लेकर लोगों ने प्रदर्शन किया। 
    जर्मनी के कोलोग्ने में भी भारतीय मूल के लोग इकट्ठा हुए और डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या की घटना पर नाराजगी जाहिर की। ब्रिटेन के लीड्स में भी बीती 14 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना को लेकर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने कहा कि वह घटना को लेकर दुखी और गुस्से में हैं। लोगों ने इस दौरान अपनी बांह पर विरोध स्वरूप काली पट्टी बांध रखी थी और पीड़िता की याद में एक मिनट का मौन धारण किया। लीड्स के साथ ही मैनचेस्टर में भी लोगों ने कैंडल मार्च निकाला। साथ ही लंदन के ट्रिनिटी चर्च, एडिनबर्ग की प्रिंसेस स्ट्रीट, पौलेंड के कराकोव, कनाडा के ऑस्टिन में भी लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। 
    साभार अमर उजाला

  • मध्यप्रदेश : डाकुओं की सूचना देने वाले मुखबिरों को सरकारी नौकरी देने का नियम किया खत्म

    भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने डाकुओं की सूचना देने वाले मुखबिरों को सरकारी नौकरी देने के नियम को खत्म कर दिया है। यह नियम 1981 में अर्जुन सिंह की सरकार में लाया गया था, लेकिन अब डॉ मोहन यादव की सरकार ने इसे खत्म करने का फैसला किया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किया है और प्रदेश के सभी विभागों के अधिकारियों और कमिश्नर को निर्देश दिए हैं।
    अमर उजाला

  • मदरसों को लेकर मप्र सरकार का बड़ा फैसला... गैर मुस्लिमों को धार्मिक शिक्षा दी तो मान्यता होगी रद्द

    भोपाल। मध्य प्रदेश में मदरसों को लेकर राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए मदरसों में पढ़ रहे छात्रों के भौतिक सत्यापन का आदेश जारी किया है. इस दौरान यदि वहां फर्जी तरीके से गैर-मुस्लिम या मुस्लिम बच्चों के नाम पाए जाते हैं या बच्चों को उनके अभिभावकों की अनुमति के बिना धार्मिक शिक्षा दी जा रही होगी तो ऐसे मदरसों की मान्यता रद्द कर दी जाएगी.
    शुक्रवार को स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए कहा कि प्रदेश के मदरसों में शासकीय अनुदान प्राप्त किए जाने के उद्देश्य से अनेक गैर मुस्लिम बच्चों के नाम फर्जी रूप से छात्र/छात्राओं के रूप में दर्ज हैं. इसका शीघ्र सत्यापन कराए जाने की आवश्यकता है.
    सरकार ने अपने आदेश में कहा है:
    (1) ऐसे मदरसे जो मध्य प्रदेश मदरसा बोर्ड से मान्यता प्राप्त है का भौतिक सत्यापन कराया जाए कि ऐसे मदरसों में शासन से अनुदान प्राप्त करने के लिए फर्जी रूप से गैर-मुस्लिम अथवा मुस्लिम बच्चों के नाम दर्ज तो नहीं है, यदि ऐसे मदरसों में फर्जी रूप से बच्चों के नाम दर्ज पाये जाते है तो अनुदान बंद करने, मान्यता समाप्त करने एवं उपयुक्त दाण्डिक प्रावधानों के तहत कार्यवाही सुनिश्चित की जाए.
    (2) भारतीय संविधान के अनुच्छेद - 28 (3) के अनुसार "राज्य से मान्यता प्राप्त या राज्य निधि से सहायता प्राप्त करने वाली किसी शैक्षिणिक संस्था में उपस्थित होने वाले किसी व्यक्ति को ऐसी संस्था में दी जाने वाली किसी धार्मिक शिक्षा में भाग लेने के लिए या ऐसी संस्था में या उससे संलग्न स्थान में की जाने वाली धार्मिक उपासना में उपस्थित होने के लिए तब तक बाध्य नही किया जायेगा जब तक कि उस व्यक्ति ने या यदि ऐसा व्यक्ति अवयस्क है तो उसके सरंक्षक ने इसके लिए अपनी सहमति नही दे दी है.
    (3) उक्त संवैधानिक प्रावधान के अनुसार यदि शासन द्वारा मान्यता प्राप्त या राज्य निधि से सहायता प्राप्त मदरसों में अध्ययनरत बच्चों को उनकी (यदि वह अव्यस्क है तो उनके अभिभावकों) की स्पष्ट सहमति के बिना उनके धर्म की शिक्षा के विपरित दीनी तालीम दी जा रही है या किसी प्रकार की धार्मिक शिक्षा ग्रहण करने अथवा उपासना में उपस्थित होने को बाध्य किया जा रहा है, तो ऐसे मदरसों के सभी शासकीय अनुदान बंद किया जाए. इसके अलावा उनकी मान्यता समाप्त करने की विधिवत कार्यवाही एवं अन्य उपयुक्त वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए.
    स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने कहा कि मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों के भौतिक सत्यापन की रिपोर्ट जल्द देने को निर्देश दिए है. गैर-मुस्लिमों के साथ-साथ अगर मुस्लिम बच्चों के भी नाम फर्जी तरीके से दर्ज हैं या किसी भी धर्म के बच्चे को बिना अभिभावकों की अनुमति के दीनी तालीम दी जा रही होगी तो कड़ी कार्रवाई करेंगे. 
    साभार आज तक

  • MUDA मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ चलेगा मुकदमा, गवर्नर ने दी मंजूरी

    बेंगलुरु। कर्नाटक से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जो आने वाले समय में राज्य की राजनीति में भूचाल ला सकती है। वहां के राज्यपाल ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ उनके परिवार से जुड़े MUDA मामले में मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है। राज्यपाल थावरचंद गहलोत को दो कार्यकर्ताओं की शिकायतें मिली हैं, जिनमें से एक आरटीआई कार्यकर्ता टीजे अब्राहम भी हैं। दूसरी शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा द्वारा हाल ही में की गई थी।
    शिकायत में कहा गया है कि सीएम सिद्धारमैया द्वारा कानून का पालन करने के बार-बार दावों के बावजूद सिद्धारमैया की पत्नी को MUDA द्वारा 14 साइटें आवंटित करने में स्पष्ट उल्लंघन हुआ है।
    इससे पहले कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने भी मुख्यमंत्री को कारण बताओ नोटिस जारी करके पूछा है कि उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति क्यों न दी जाए। जवाब में, कर्नाटक कैबिनेट ने "दृढ़ता से सिफारिश" की कि राज्यपाल मुख्यमंत्री को जारी नोटिस वापस लें।
    कर्नाटक में भूमि आवंटन घोटाला सुर्खियों में रहा है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री की पत्नी 2021 में भाजपा के कार्यकाल के दौरान MUDA की लाभार्थी थीं। उस समय मैसूर के प्रमुख स्थानों में 38,284 वर्ग फुट भूमि उन्हें उनकी 3.16 एकड़ जमीन के कथित अवैध अधिग्रहण के मुआवजे के रूप में आवंटित की गई थी। मैसूर के केसारे गांव में उनकी 3.16 एकड़ जमीन उनके भाई मल्लिकार्जुन ने उन्हें उपहार में दी थी। 
    मुआवजे के तौर पर दक्षिण मैसूर में एक प्रमुख इलाके में उन्हें जमीन दी गई। आरोप है कि केसर गांव की जमीन की तुलना में इसकी कीमत काफी अधिक है। इसके कारण मुआवजे की निष्पक्षता पर सवाल उठाए गए हैं।
    सिद्धारमैया ने इस भूमि आवंटन का बचाव करते हुए कहा था कि यह पिछली भाजपा सरकार के दौरान किया गया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में आज होगा तारीखों का ऐलान

    नई दिल्ली. भारत निर्वाचन आयोग आज दोपहर तीन बजे एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहा है जिसमें जम्मू-कश्मीर के चुनावी कार्यक्रम का ऐलान होगा. इसके अलावा आज हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भी तारीखों का ऐलान होगा. 370 हटने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होंगे. हाल ही में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जम्मू कश्मीर और हरियाणा के अधिकारियों के साथ इस संबंध में मीटिंग भी की थी.
    हरियाणा की बात करें यहां विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं. वर्तमान में तीन सीटें खाली हैं. बीजेपी के 41 विधायक हैं. कांग्रेस के 29, जेजेपी के 10 और INLD और HLP के एक-एक विधायक हैं. सदन में पांच निर्दलीय विधायक हैं. 
    2019 में धारा 370 खत्म कर दिये जाने के बाद जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित क्षेत्र बना दिया गया था. तभी से वहां के राजनीतिक दल लगातार राज्य का दर्जा वापस दिये जाने की मांग कर रहे थे. सरकार की तरफ से बार बार यही कहा जा रहा था कि पहले चुनाव होंगे और उसके बाद ही राज्य का दर्जा वापस मिलेगा.
    चुनाव आयोग के सूत्रों की मानें तो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में तीन से चार चरणों में मतदान कराया जा सकता है. सितंबर में मतदान की प्रक्रिया पूरी करा इसी महीने के अंत तक चुनाव नतीजों का ऐलान किया जा सकता है. चुनाव आयोग के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव संपन्न कराने की राह में सबसे बड़ी चुनौती सुरक्षा व्यवस्था है. हाल के दिनों में अचानक बढ़ी आतंकी घटनाओं ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. इसका असर चुनावी कार्यक्रम पर भी दिख सकता है.
    साभार आज तक

  • केंद्र सरकार ने जारी किए दिशा निर्देश, 'डॉक्टर पर हिंसा हुई तो 6 घंटे के अंदर FIR होगी...'

    नई दिल्ली. कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या किए जाने से डॉक्टर्स में नाराजगी है. इस बीच, केंद्र सरकार ने डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर सख्ती दिखाई है और स्वास्थ्य संस्थानों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अगर डॉक्टर्स पर हमला या हिंसा होती है तो 6 घंटे के अंदर संस्थानों को संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवानी होगी. 
    स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, डॉक्टर्स पर हमले के मामलों में सख्त एक्शन लिया जाएगा और 6 घंटे के अंदर एफआईआर दर्ज की जाएगी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों को मेमो भेज दिया है. इसमें कहा गया है कि किसी भी डॉक्टर पर हिंसा की स्थिति में घटना के 6 घंटे के भीतर एफआईआर दर्ज करवाई जाए. इसकी जिम्मेदारी संस्था के प्रमुख की होगी.
    कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त की रात 31 साल की ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव बरामद किया गया था. शरीर पर चोट के निशान थे और खून बह रहा था. जांच में पता चला कि डॉक्टर से रेप किया गया, उसके बाद हत्या कर दी गई. पुलिस ने आरोपी संजय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. घटना के बाद डॉक्टर्स ने सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए और हड़ताल शुरू कर दी. हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी. डॉक्टर्स का कहना है कि हमारी सुरक्षा को प्राथमिकता में रखा जाए और केंद्रीय प्रोटेक्शन एक्ट को लागू किया जाए. इस सिलसिले में डॉक्टर्स के संगठन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी. 
    साभार आज तक

  • पीएम मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करते हुए विकसित भारत का खाका पेश किया

    पीएम नरेंद्र मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करते हुए विकसित भारत का खाका पेश किया। इस दौरान उन्होंने उपलब्धियां गिनाईं तो चुनौतियों पर भी बात की। पड़ोस के देश बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर पीएम नरेंद्र मोदी ने खुलकर बात की तो वहीं यूनिफॉर्म सिविल कोड की भी वकालत की। उन्होंने इसे नई शब्दावली के साथ पेश करते हुए कहा कि देश को अब सेकुलर सिविल कोड की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से कम्युनिल सिविल कोड रही, अब देश को सेकुलर सिविल कोड मिलना चाहिए। आइए जानते हैं, क्या रहीं पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें...
    1. पीएम मोदी ने लगातार 11वीं बार लालकिले से तिरंगा फहराते हुए कहा कि माताओं और बहनों के खिलाफ जो अत्याचार हो रहे हैं, उसके खिलाफ देश में आक्रोश है। इसे सभी राज्यों को गंभीरता से लेना होगा। ऐसे मामलों में जल्दी से जांच हो और राक्षसी कृत्य करने वालों को कड़ी सजा हो। महिलाओं पर जब बलात्कार और अत्याचार की खबरें आती हैं तो वह छाई रहती है। लेकिन जब दोषियों को सजा होती है तो वह खबर कोने में पड़ी रहती है। ऐसी खबरों को प्रमुखता देनी चाहिए ताकि अपराधियों में डर पैदा हो। उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा सीधे तौर पर कोलकाता के रेप और मर्डर कांड की ओर था, जिसके खिलाफ देश भर में लोग आंदोलन कर रहे हैं।
    2. बांग्लादेश में जो कुछ हुआ है, उसे देखते हुए चिंता करना वाजिब है। मैं आशा करता हूं कि वहां हालात जल्दी सामान्य होंगे। खासतौर पर 140 करोड़ भारतीयों की चिंता है कि वहां के हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो। भारत हमेशा चाहता है कि पड़ोसी देश शांति से रहें और विकास की ओर बढ़ें। हम बांग्लादेश के विकास के लिए चिंतित हैं और कुछ भी सकारात्मक हो, इसके लिए हम साथ हैं।
    3. क्या कोई कुछ सोच सकता है कि देश में संविधान का शासन है। इसके बाद भी कुछ ऐसे लोग निकल रहे हैं, जो भ्रष्टाचार का महिमामंडन कर रहे हैं। ऐसे लोग स्वस्थ समाज के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन गया है और यह चिंता का विषय है। यदि किसी भ्रष्टाचारी का महिमामंडन होगा तो जो आज ऐसा नहीं करता है, वह भी ऐसे रास्ते पर जाने की सोचेगा।
    4. हमें नकारात्मक लोगों से बचना होगा। कुछ लोग देश का विकास नहीं चाहते। विकृति तो विनाश और सर्वनाश का कारण बनती है। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे लोग हैं, जो हर बात में नकारात्मकता ही देखते हैं। हमें विकसित भारत की ओर बढ़ते हुए ऐसे लोगों को नजरअंदाज करना होगा।
    5. पीएम मोदी ने भाजपा के कोर एजेंडे में रहे यूनिफॉर्म सिविल कोड की भी वकालत की। उन्होंने इसे सेकुलर कोड कहते हुए कहा कि देश को इसकी जरूरत है। एक देश एक कानून हमारी आवश्यकता है। पीएम मोदी ने कहा कि बहुत दिनों तक सांप्रदायिक कोड रहा। अब सेकुलर कोड लाना चाहिए।
    6. कभी आतंकवादी मारकर चले जाते थे। अब देश की सेना एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक करती है। इससे देश के युवा गर्व से भर जाते हैं। सरकारी मशीनरी जब देश के सपने पूरे करने में जुट जाती है और नागरिक भी जनांदोलन के तौर पर जुड़ जाते हैं तो लक्ष्य हासिल होकर रहते हैं।
    7. ऐसा माहौल बन गया था कि जो है, उसमें गुजारा कर लो। कहते थे कि अब कुछ होने वाला नहीं है। हमने उस माहौल को बदला है। कई लोग कहते थे कि भविष्य के लिए क्यों कुछ करें, हम आज का देखें। लेकिन देश का नागरिक ऐसा नहीं चाहता। वह सुधारों का इंतजार करता रहा। हमें जिम्मेदारी मिली तो फिर हमने सुधारों को जमीन पर उतारा। मैं देशवासियों को यकीन दिलाना चाहता हूं कि हम सुधारों के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।
    8. पीएम मोदी ने कहा कि हमें 2047 तक देश को विकसित भारत बनाना है। इसके लिए जनभागीदारी की जरूरत है। पीएम मोदी ने कहा कि हमने जिस तरह से माहौल बदला है और 25 करोड़ लोग गरीबी से ऊपर उठे हैं, उससे आकांक्षाएं बढ़ी हैं।
    9. प्रधानमंत्री ने राजनीति में जातिवाद और परिवारवाद की मुक्ति का भी खाका पेश किया। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि कम से कम एक लाख युवा राजनीति में आएं, जिनके परिवार से अब तक कोई पॉलिटिक्स में न रहा हो। ये लोग विधायक, सांसद, प्रधान, मेयर आदि बनें। ऐसे लोग आएंगे तो नए विचार सामने आएंगे और परिवारवाद का खात्मा होगा।
    10. पीएम मोदी ने कहा कि देश हर तीन महीने में चुनाव से तंग आ चुका है। अब बारी आ चुकी है कि एक देश एक चुनाव की ओर बढ़ा जाए।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सुखोई पर 21 हजार करोड़ खर्च करेगी सरकार

    नई दिल्ली। रक्षा क्षेत्र में भारत की ताकत फिर बढ़ने वाली है। खबर है कि रक्षा मंत्रालय सुखोई विमानों के बेड़े के लिए करीब 21 हजार करोड़ रुपये की डील साइन करने की तैयारी कर रहा है। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। इसके अलावा लड़ाकू विमानों को अपग्रेड किए जाने की भी योजना है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के साथ तनाव लगातार बना हुआ है।
    इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार लड़ाकू विमान Su 30 MKI के बेड़े के लिए जेट इंजन खरीदने के लिए अनुमानित 21 हजार करोड़ रुपये की डील साइन करने वाली है। खास बात है कि इनका निर्माण हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) में होगा। ये मौजूदा इंजनों की जगह लेने वाले हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 230 इंजनों का ऑर्डर आने वाले दिनों में दिया जा सकता है।
    अखबार से बातचीत में मामले के जानकारों ने बताया कि इनकी डिलीवरी अगले कुछ सालों में होगी। उन्होंने जानकारी दी है कि करीब 950 AL 31 FP इंजनों की जरूरत है, क्योंकि ये ट्विन इंजन Su 30 MKI विमान के पूरे बेड़े की ताकत बढ़ाते हैं। नए इंजन के अलावा लड़ाकू विमान में कुछ अपग्रेड भी होने वाले हैं, जिनमें नए एवियोनिक्स, रडार और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट्स शामिल हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बांग्लादेश में बेवजह हिंसा का शिकार हो रहे हिंदू, आरएसएस प्रमुख भागवत बोले- रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी

    मुंबई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लोगों को कथित तौर पर निशाना बनाए जाने को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि वहां रहने वाले हिंदुओं को बेवजह निशाना बनाया जा रहा है। यह सुनिश्चित करना हमारे देश की जिम्मेदारी है कि उन्हें किसी तरह के अन्याय और अत्याचार का सामना न करना पड़े। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आरएसएस मुख्यालय में ध्वजारोहण के बाद यह बात कही। 
    उन्होंने कहा, "आने वाली पीढ़ी का कर्तव्य है कि वह स्वतंत्रता के 'स्व'की रक्षा करे। दुनिया में हमेशा ऐसे लोग होते हैं जो दूसरे देशों पर प्रभुत्व जताना चाहते हैं। हमें चौकस और सावधान रहना पड़ता है और उनसे अपनी रक्षा करनी होती है। स्थिति हर समय एक जैसी नहीं रहती है। कभी-कभी यह अच्छी होती है, जबकि कभी यह उतनी अच्छी नहीं होती है।" उन्होंने कहा कि यह उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। 
    भागवत ने कहा, "अब हम स्थिति देख सकते हैं। पड़ोसी देश में काफी हिंसा हो रही है। वहां रहने वाले हिंदुओं को बेवजह हिंसा का सामना करना पड़ रहा है।" उन्होंने कहा कि भारत में दूसरों की मदद करने की परंपरा रही है। हमने पिछले कुछ वर्षों में देखा है कि भारत ने कभी किसी पर हमला नहीं किया। बल्कि मुसीबत में फंसे लोगों की मदद की, भले ही वे हमारे साथ कैसा व्यवहार करें। इस स्थिति में हमें यह देखना होगा कि हमारा देश सुरक्षित रहे। साथ ही अन्य देशों की मदद भी करे।
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ध्वजारोहण कर कहा- वीर स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्रभक्तों को याद करने का यह पावन अवसर

    भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव स्वतंत्रता दिवस के मुख्य कार्यक्र के तहत लाल परेड ग्राउंड में ध्वजारोहण कर राष्ट्रध्वज को सलामी दी। इस अवसर पर उन्होंने परेड का निरीक्षण किया, जिसमें 17 टुकड़ियां शामिल थीं। मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में  कहा कि 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, मैं देश के सभी नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई देता हूँ। यह दिन उन वीर स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्रभक्तों को याद करने का एक पावन अवसर है, जिन्होंने भारत माता को स्वतंत्र कराने के लिए अपनी जान कुर्बान की। हमारी सरकार नागरिकों के विकास और सामाजिक सद्भाव में भागीदार बनने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा लक्ष्य है कि गरीबों के कल्याण की योजनाएं अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचें और प्रशासन जनोन्मुखी हो। हमारी सरकार इस दिशा में काम करने के लिए कटिबद्ध है।
    भोपाल में आयोजित मुख्य परेड का नेतृत्व भारतीय पुलिस सेवा के सहायक पुलिस आयुक्त मयूर खंडेलवाल ने किया। इस परेड में पुलिस बैंड सहित 17 टुकड़ियां शामिल हुई, जिनमें प्रदेश पुलिस बल, विशेष सशस्त्र बल (उत्तरी जोन), महिला विशेष सशस्त्र बल, जिला बल एवं रेल की संयुक्त टुकड़ी, हॉक फोर्स, एसटीएफ, जिला पुलिस बल, जेल विभाग, शासकीय रेल पुलिस, नगर सेना (होमगार्ड), एनसीसी (सीनियर विंग गर्ल्स), एनसीसी (सीनियर डिवीजन), गाइड गर्ल्स, स्काउट्स बॉयज, शौर्य दल, लाड़ली बहना और अश्वरोही दल शामिल रहे। 
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में ग्रामीण क्षेत्रों में प्रदेश में लगभग 7 लाख मकानों का निर्माण कर लिया गया है। प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह और निकाह सहायता योजना में वर्ष 2023-24 में 62 हजार 583 कन्याओं के विवाह के लिए सहायता राशि दी है। समाज के वरिष्ठजन, दिव्यांगजन, निराश्रितों और कल्याणी बहनों को प्रत्येक माह 600 रुपये दिए जा रहे हैं। श्रम कल्याण मंडल की विभिन्न योजनाओं में 7 लाख श्रमिकों को 43 करोड़ रुपये की सहायता दी गई है। श्रमिक के परिवारों के लिए शैक्षणिक छात्रवृत्ति योजना, शिक्षा प्रोत्साहन पुरस्कार, विवाह सहायता, कल्याणी सहायता, श्रमिक साहित्य पुरस्कार और उत्तम श्रमिक पुरस्कार योजना लागू की गई है। 
    साभार अमर उजाला

     

  • स्वतंत्रता दिवस से पहले दिल्ली में हाई अलर्ट

    नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली में हाई अलर्ट जारी किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिला है कि जम्मू में सक्रिय आतंकी दिल्ली या उसके आसपास के इलाकों में आत्मघाती हमला करने की फिराक में हैं। दिल्ली के अलावा पंजाब में भी सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है। उग्रवादियों के बीच हुई बातचीत के आधार पर खुफिया एजेंसियों ने इनपुट जताया है। एजेंसियों का कहना है कि जरूरी नहीं कि यह हमला स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ही हो। ऐसा इसलिए क्योंकि उस दिन भारी सुरक्षा दस्ता हर जगह तैनात रहता है, लेकिन एक या दो दिन बाद आतंकी हरकत कर सकते हैं।
    टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ में देखे गए दो संदिग्धों के दिल्ली की ओर मूवमेंट करने की आशंका है। इन लोगों के पास हथियार भी मौजूद हैं। आशंका है कि ये लोग पठानकोट की तरफ गए हैं और वहां से दिल्ली की ओर भी निकल सकते हैं। यही नहीं सुरक्षा बलों और एजेंसियों को आशंका है कि ये आतंकी अमरनाथ यात्रा को भी निशाने पर ले सकते हैं। इसके अलावा दिल्ली में अहम प्रतिष्ठित संस्थानों को भी टारगेट किया जा सकता है। बीते कई सालों से आतंकियों पर लगाम कसने में सुरक्षा बलों और एजेंसियों को सफलता मिली है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

    नई दिल्ली.दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कथित शराब घोटाले में फिलहाल राहत नहीं मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को अभी अंतरिम जमानत देने से इनकार कर दिया है. अदालत में केजरीवाल के पक्ष में सिसोदिया वाली दलील दी गई थी, जो नहीं चल पाई.
    केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट से कहा कि उनके पक्ष में 3 बार जमानत के आदेश दिए जा चुके हैं. इसमें सेक्शन 45 का मामला भी शामिल है. पीएमएलए ने मई में अंतरिम आदेश जारी कर दिया था. इसके बाद पीएमएलए में जून में नियमित जमानत दी गई थी, लेकिन हाई कोर्ट ने उस पर रोक लगा दी.
    बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट ने 21 मई, 2024 को सिसोदिया को जमानत देने से इनकार किया था. इसके बाद सिसोदिया सुप्रीम कोर्ट गए. सिसोदिया ने अपनी याचिका में कहा था कि 2023 अक्टूबर से उनके खिलाफ मुकदमे में कोई प्रोग्रेस नहीं हुई है. दिल्ली हाईकोर्ट से पहले, मनीष सिसोदिया को राउज एवेन्यू कोर्ट ने, 30 अप्रैल को जमानत नहीं दी थी. ट्रायल कोर्ट, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में सिसोदिया की जमानत याचिका इससे पहले भी कई बार खारिज हो चुकी थी. मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने सिसोदिया की याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा था कि जमानत के मामले में हाईकोर्ट और ट्रायल कोर्ट सेफ गेम खेल रहे हैं. सजा के तौर पर जमानत से इनकार नहीं किया जा सकता.
    साभार आज तक

  • पतंजलि 'भ्रामक विज्ञापन' मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बंद किया मानहानि का केस

    नई दिल्ली. पतंजलि 'भ्रामक विज्ञापन केस' में बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. सर्वोच्च अदालत ने इस मामले में मानहानि का केस बंद कर दिया है. दरअसल, पतंजलि के उत्पादों के बारे में भ्रामक विज्ञापन दिए जाने के इस केस में माफीनामा पहले ही दाखिल किया गया था, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है. सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस हिमा कोहली और संदीप मेहता की बेंच ने यह फैसला सुनाया है.
    बता दें कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने पतंजलि पर कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर गलत कैंपेन चलाने का आरोप लगाया था. इस पर अदालत ने चेतावनी दी थी कि पतंजलि आयुर्वेद की तरफ से झूठे और भ्रामक विज्ञापन तुरंत बंद होने चाहिए. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से दायर याचिका में कहा गया था कि पतंजलि के भ्रामक विज्ञापन से एलोपैथी दवाइयों की उपेक्षा हो रही है.
    साभार आज तक

  • आप पार्टी में मंत्री रह चुके संदीप कुमार को भाजपा ने पार्टी से निकाला


    नई दिल्ली। दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार में मंत्री रह चुके संदीप कुमार को भारतीय जनता पार्टी ने भी बाहर का रास्ता दिखा दिया है। खबर है कि पार्टी में शामिल होने के कुछ ही घंटों बाद भाजपा ने कुमार को हरियाणा इकाई से निष्कासित कर दिया है। कुमार का नाम पहले भी सीडी विवाद में सामने आ चुका है, जिसमें वह एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखे गए थे।
    इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, कुमार को हरियाणा भाजपा से महज 6 घंटे में ही बाहर कर दिया गया। कहा जा रहा है कि विवादित अतीत के बारे में जानकारी लगने के बाद यह फैसला लिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा नेताओं का कहना है कि कुमार ने जानबूझकर आप नेता और मंत्री के कार्यकाल के दौरान किए कामों को छिपाया था।
    शनिवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की मौजूदगी में कुमार ने शाम करीब 5 बजे भाजपा की सदस्यता ली थी। इसके बाद रात करीब 11 बजे पार्टी ने कुमार को बाहर करने की घोषणा कर दी थी। हरियाणा भाजपा प्रभारी सुरेंद्र पूनिया ने लिखा, 'अपने अतीत की कुछ बातों को छिपाने के चलते संदीप कुमार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया जा रहा है।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ जारी हिंसा पर अब अमेरिका भी सख्त

    बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ जारी हिंसा पर अमेरिका का फिर से बयान आया है और उसने कहा कि हम पूरी निगरानी रखेंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति कार्यालय ‘वाइट हाउस’ ने कहा कि हम बांग्लादेश के हालात पर निगरानी जारी रखेंगे। उसने इस बात पर भी बल दिया कि राष्ट्रपति जो बाइडन मानवाधिकार के मुद्दों पर ‘स्पष्ट और बेबाक तरीके से बोलते रहेंगे।’ ‘वाइट हाउस’ की प्रेस सचिव कैरिन ज्यां-पियरे ने हिंदू-अमेरिकी समूहों और भारतीय-अमेरिकी सांसदों की उस अपील के संबंध में भी जवाब दिया, जिसमें उन्होंने हिंदुओं की सुरक्षा का सवाल उठाया था।
    इन लोगों ने मांग की थी कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के जीवन और संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अमेरिकी सरकार को दखल देना चाहिए। ज्यां-पियरे ने सोमवार को कहा, ‘हम निश्चित रूप से हालात पर निगरानी जारी रखेंगे। मेरे पास इसके अलावा और कुछ कहने को नहीं है। लेकिन, जब भी मानवाधिकार से जुड़े मुद्दों की बात आती है तो राष्ट्रपति (जो बाइडन) सार्वजनिक रूप से और निजी तौर पर स्पष्ट तथा बेबाक तरीके से बोलते रहे हैं और ऐसे ही बोलते रहेंगे।’
    बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के कथित मानवाधिकार हनन की घटनाओं के खिलाफ पिछले कुछ दिन से अमेरिका के विभिन्न शहरों में सैकड़ों हिंदू-अमेरिकी नागरिकों की ओर से शांतिपूर्ण विरोध मार्च निकाले जा रहे हैं। रविवार को अटलांटा में एक मार्च को संबोधित करते हुए, सांसद शॉन स्टिल ने अमेरिकी विदेश विभाग से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और हितों को सुनिश्चित करने की अपील की थी। कई अन्य सांसदों ने भी ऐसे ही विचार व्यक्त करते हुए इस मांग को दोहराया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • चुनाव आयोग ने नोडल अधिकारियों की नियुक्ति करने के दिए आदेश, दिल्ली में विधानसभा चुनाव पहले होने के आसार


    नई दिल्ली। राजधानी में विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। दरअसल मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने विधानसभा चुनाव के लिए एमसीडी को नोडल अधिकारियों की नियुक्ति करने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा एमसीडी को अपने कर्मचारियों को चुनाव संबंधी ट्रेनिंग देने का भी निर्देश दिया है। 
    उधर, एमसीडी ने मुख्य निर्वाचन कार्यालय के आदेश के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। इस कवायद के पीछे माना जा रहा है कि दिल्ली में भी इस वर्ष के अंत में चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ चुनाव कराए जा सकते हैं। दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल अगले की शुरूआत में खत्म होगा।
    दिल्ली विधानसभा चुनाव कराने में एमसीडी की हर मामले में महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। इस कारण मुख्य निर्वाचन कार्यालय दिल्ली ने एमसीडी को विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया है। 
    एमसीडी के अनुसार, मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने उसको चुनाव संबंधी विभिन्न कार्यों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने और कर्मचारियों को चुनाव कार्य के संबंध ट्रेनिंग देने का भी फरमान दिया है। इस कड़ी में उसने कार्य करना शुरू कर दिया है। उसने नोडल अधिकारी नियुक्त करने के साथ-साथ कर्मचारियों को ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी है।
    उधर, मुख्य निर्वाचन कार्यालय के आदेश को लेकर एमसीडी में विधानसभा चुनाव के समय को लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया है। दरअसल दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल अगले वर्ष फरवरी में खत्म होगा। इस कारण चुनाव होने में अभी छह माह बचे हैं। अभी तक किसी भी चुनाव की तैयारी छह-सात माह पहले नहीं हुई है। 
    इस तरह माना जा रहा है कि दिल्ली विधानसभा के चुनाव पहले हो सकते हैं। इस साल के अंत में महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड व जम्मू-कश्मीर विधानसभा के चुनाव होने हैं। लिहाजा दिल्ली में भी विधानसभा के चुनाव इन राज्यों के साथ हो सकते हैं। अगले वर्ष फरवरी माह में दिल्ली विधानसभा के अलावा अन्य किसी राज्य के विधानसभा चुनाव होने तय नहीं है।
    साभार अमर उजाला

  • बांग्लादेश में हिंदू समुदाय ने सुरक्षा और न्याय की मांग करते हुए किया अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन

    ढाका। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने शनिवार को अल्पसंख्यक समुदायों खासकर हिंदुओं पर हो रहे हमलों की निंदा करते हुए उन्हें घृणित बताया। उन्होंने पूछा कि क्या वे इस देश के लोग नहीं हैं? आप देश को बचाने में सक्षम हैं, क्या आप कुछ परिवारों को नहीं बचा सकते हैं? वहीं, जबकि हिंदू समुदाय ने सुरक्षा और न्याय की मांग करते हुए अपना अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन बांग्लादेश की सड़कों पर किया।
    प्रोफेसर यूनुस ने बेगम रोकेया विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “आपको कहना चाहिए कि कोई भी उन्हें नुकसान नहीं पहुंचा सकता है। वे मेरे भाई हैं। हमने साथ मिलकर लड़ाई लड़ी है और हम साथ रहेंगे।” उन्होंने छात्रों से सभी हिंदू, ईसाई और बौद्ध परिवारों को नुकसान से बचाने का आग्रह किया।
    आपको बता दें कि ढाका, चटगांव, बारीसाल, तंगेल और कुरीग्राम जैसे प्रमुख शहरों में हजारों प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन किया और कहा कि हिंदुओं को बांग्लादेश में रहने का अधिकार है। शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार को हटाने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में घरों, दुकानों और मंदिरों पर हमलों के विरोध में उन्होंने शनिवार को लगातार दूसरे दिन ढाका में शाहबाग चौराहे को अवरुद्ध कर दिया।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भारत के पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता नटवर सिंह का निधन,  PM मोदी-जयशंकर समेत कई नेताओं ने जताया दुःख

    नई दिल्ली। भारत के पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे नटवर सिंह अब नहीं रहे। उनका शनिवार रात लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वे 93 साल के थे। उनके निधन की खबर से सियासी गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई है। पक्ष और विपक्ष से जुड़े तमाम नेता दुख व्यक्त कर रहे हैं। इसी क्रम में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके योगदान को याद किया और संवेदना जताई। 
    पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पूर्व विदेश मंत्री के साथ एक तस्वीर भी साझा की। उन्होंने लिखा, 'नटवर सिंह के निधन से दुखी हूं। उन्होंने कूटनीति और विदेश नीति की दुनिया में समृद्ध योगदान दिया। वह अपनी बुद्धिमत्ता के साथ-साथ बेहतरीन लेखन के लिए भी जाने जाते थे। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं।'
    विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, 'प्रतिष्ठित राजनयिक और पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के निधन से गहरा दुख हुआ। उनके कई योगदानों में जुलाई 2005 के भारत-अमेरिका परमाणु समझौते में महत्वपूर्ण भूमिका शामिल है। उनके द्वारा लिखी गई किताबें, विशेष रूप से चीन पर उन्होंने जो लिखा, उसने हमारी कूटनीति में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान की। उनके परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं।' 
    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री के. नटवर सिंह के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। अपने लंबे करियर में, उन्होंने एक प्रतिष्ठित राजनयिक से लेकर एक उत्कृष्ट सांसद तक कई उपलब्धियां हासिल कीं। पद्म भूषण से सम्मानित सिंह लिखने के लिए जाने जाते थे। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।
    वरिष्ठ राजनेता रणदीप सुरजेवाला ने एक्स पर एक पोस्ट में सिंह को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, 'पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के निधन का समाचार दुखद है। ईश्वर उनके परिजनों को यह क्षति सहने की शक्ति दे और दिवंगत आत्मा को सदगति प्रदान करें।'
    उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, 'के. नटवर सिंह के निधन से बहुत दुख हुआ। उन्होंने विदेश मंत्री सहित विभिन्न पदों पर रहते हुए देश की सेवा की। वह एक विपुल लेखक और प्रतिष्ठित इतिहासकार थे, उन्होंने हमेशा जीने और योगदान देने का उत्साह दिखाया। हमारे साहित्य जगत और सार्वजनिक जीवन में नटवर सिंह जी के अद्वितीय योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।'
    साभार अमर उजाला

  • सेबी प्रमुख ने कहा- हमारा वित्तीय लेनदेन खुली किताब की तरह, हिंडनबर्ग के आरोपों को बताया बेबुनियाद

    नई दिल्ली। हिंडनबर्ग रिसर्च की हालिया रिपोर्ट में भारतीय शेयर बाजार नियामक सेबी की प्रमुख माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। हालांकि, दंपती ने रिपोर्ट को बेबुनियाद बताया है। दरअसल, शनिवार देर रात आई रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि कथित अदाणी धन हेराफेरी घोटाले में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट ऑफशोर फंड में दंपती की हिस्सेदारी थी।
    10 अगस्त को जारी नवीनतम हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि सेबी की वर्तमान प्रमुख माधबी बुच और उनके पति के पास अदाणी धन हेराफेरी घोटाले में इस्तेमाल किए गए दोनों अस्पष्ट ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी थी। हिंडनबर्ग ने अपनी नई रिपोर्ट में कहा है कि 18 महीने पहले अदाणी समूह पर अपनी रिपोर्ट जारी की थी, लेकिन सेबी ने समूह पर कार्रवाई नहीं की।
    माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ 10 अगस्त 2024 की हिंडनबर्ग रिपोर्ट में कई आरोप लगाए गए हैं। इन आरोपों के संदर्भ में हम यह बताना चाहेंगे कि हम रिपोर्ट में लगाए गए निराधार आरोपों और आक्षेपों का दृढ़ता से खंडन करते हैं। इनमें कोई भी सच्चाई नहीं है।
    दंपती ने कहा, 'हमारा जीवन और वित्तीय लेनदेन एक खुली किताब की तरह है। पिछले कुछ वर्षों में आवश्यक सभी खुलासे पहले ही सेबी को सौंप दिए गए हैं, हमें किसी भी वित्तीय दस्तावेजों का खुलासा करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है।'
    माधबी और धवल ने कहा कि जांच के दौरान सेबी को वे दस्तावेज भी दिए गए हैं जो उस अवधि से संबंधित हैं, जब हम सेबी से नहीं जुड़े थे। इसके अलावा, पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए हम उचित समय पर एक विस्तृत बयान भी जारी करेंगे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिंडनबर्ग रिसर्च, जिसके खिलाफ सेबी ने कार्रवाई की है और कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है, उसने चरित्र हनन का प्रयास करने का विकल्प चुना है।
    नई रिपोर्ट जारी करने के बाद हिंडनबर्ग ने कहा था, अदाणी समूह पर हमारी मूल रिपोर्ट को लगभग 18 महीने बीत चुके हैं। इस बात के पर्याप्त सबूत पेश किए जा चुके हैं कि भारतीय कारोबारी समूह (अदाणी) कॉर्पोरेट इतिहास का सबसे बड़ा घोटाले में संलिप्त रहा है। हालांकि, ठोस सबूतों और 40 से अधिक स्वतंत्र मीडिया जांच के बावजूद सेबी ने अदाणी समूह के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं की। कार्रवाई के बजाय जून, 2024 में सेबी ने हमें एक स्पष्ट 'कारण बताओ' नोटिस भेजा।
    मॉरीशस में अदाणी ग्रुप के काले धन नेटवर्क की पूरी जानकारी देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। गुप्त दस्तावेज के हवाले से हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा था कि अदाणी घोटाले में इस्तेमाल की गई अपतटीय (ऑफशोर) संस्थाओं में सेबी चेयरपर्सन और उनके पति की हिस्सेदारी थी। इन संस्थाओं का संचालन कथित तौर पर अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी के बड़े भाई विनोद अदाणी करते हैं।
    साभार अमर उजाला

  • मप्र में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल : 47 आईएएस-आईपीएस के तबादले, नौ जिलों के कलेक्टर भी बदले

    भोपाल। मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने आधी रात को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया। सरकार ने 26 आईएएस और 21 आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए।  इसमें 9 जिलों के कलेक्टर और 7 जिलों के पुलिस अधीक्षक (एसपी) बदले गए हैं। शहडोल, मंडला, बालाघाट, राजगढ़, विदिशा, डिंडौरी, अनूपपुर और नीमच जिले के कलेक्टर बदले गए हैं। अंशुल गुप्ता जनसंपर्क विभाग के संचालक बनाए गए हैं और रोशन कुमार को विदिशा जिले का कलेक्टर बनाया गया है। हर्ष सिंह को डिंडोरी, हर्षल पंचोली को अनूपपुर, हिमांशु चंद्रा को नीमच, मृणाल मीना को बालाघाट, गिरीश कुमार को राजगढ़, केदार सिंह को शहडोल और सोमेश मिश्रा को मंडला का कलेक्टर बनाया गया है। 
    उमाकांत राव को श्रम विभाग का पीएस बनाया 
    प्रमुख सचिव श्रम विभाग तथा सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण सचिन सिन्हा को राजस्व मंडल मध्य प्रदेश ग्वालियर में प्रशासनकीय सदस्य बनाया गया है। चंबल संभाग के आयुक्त संजीव कुमार झा को राजस्व मंडल ग्वालियर में सदस्य बनाया गया है। सदस्य राजस्व मण्डल ग्वालियर उमाकांत उमराव को श्रम विभाग में प्रमुख सचिव, भारतीय चिकित्सा पद्यति एवं होम्योपैथी मध्य प्रदेश की आयुक्त सोनाली वायंगणकर को सामान्य न्याय एवं दिव्यागंजन सशक्तिकरण विभाग का प्रमुख सचिव और पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन एप्को के कार्यपालन संचालक संजीव सिंह को भोपाल संभाग का आयुक्त बनाया गया है। 
    स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त बने तरुण राठी 
    तकनीकी शिक्षा आयुक्त मदन विभीषण नागरगोजे को राजस्व मंडल्म ध्य प्रदेश ग्वालियर में सदस्य बनाया गया है। गृह विभाग के अपर सचिव अजय गुप्ता को किसान कल्याण तथा कृषि विकसा का संचालक बनाया गया है। मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्वी सुन्द्रियाल को वित्त विभाग में संचालक बजट नियुक्त किया गया है। मध्य प्रदेश में अपर सचिव तरुण राठी को स्वास्थ्य  विभाग का आयुक्त, कलेक्टर नीमच दिनेश जैन को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने अपर सचिव, मध्य प्रदेश शासन में उप सचिव दीपक आर्य को मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण का मुख्य कार्यपालन अधिकारी, शहडोल कलेक्टर तरुण भटनागर को पशुपालन एवं डेयरी विभाग में उप सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के उप सचिव केदार सिंह को शहडोल कलेक्टर और राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोमेश मिश्रा को मंडला कलेक्टर बनाया गया है। 
    रोशन कुमार सिंह विदिशा कलेक्टर 
    बालाघाट कलेक्टर रहे गिरीश कुमार मिश्रा को राजगढ़ कलेक्टर, डिण्डौरी कलेक्टर विकास मिश्रा को योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग में उपसचिव बनाया गया है। अनूपपुर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ को राज्य इलेक्ट्रानिक्स विकास निगम का प्रबंध संचालक, मंडला कलेक्टर सलोनी सिडाना को भारतीय चिकित्सा पद्यति एवं होम्योपैथी का आयुक्त सह संचालक, विदिशा कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य को गृह विभाग में उप सचिव, जनसंपर्क संचालक रोशन कुमार सिंह को विदिशा कलेक्टर, जिला पंचायत उज्जैन के मुख्य कार्यालन अधिकारी मृणाल मीना को बालाघाट कलेक्टर बनाया गया है। इसके अलावा नगर पालिका निगम ग्वालियर के आयुक्त हर्ष सिंह को डिंण्डौरी कलेक्टर, अपर कलेक्टर भोपाल हर्षल पंचौली को अनूपपुर कलेक्टर, अपर कलेक्टर हिंमाशु चंद्रा को नीमच कलेक्टर, मुख्यमंत्री के उप सचिव एवं राज्य इलेक्ट्रानिक्स विकास निगम के प्रबंध संचालक अंशुल गुप्ता को जनसंपर्क संचालक बनाया गया है। इसके अलावा अपर कलेक्टर अनूपपुर अमन वैषण को ग्वालियर नगर पालिका निगम में आयुक्त बनाया गया है। 
    यह आईपीएस हुए इधर से उधर 
    पुलिस मुख्यालय में उप पुलिस महानिरीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा को खरगौन रेंज में उप पुलिस महानिदेशक, पुलिस अधीक्षक मुरैना रशैलेंद्र सिंहचौहान को सेनानी, 13, वाहिनीविसबल, ग्वालियर पदस्थ किया गया है। वहीं, सेनानी, 13वीं वाहिनी विसबल ग्वालियर रघुवंश कुमार सिंह को सेनानी, 5वीं वाहिनी विसबल मुरैना पदस्थ किया गया है। वहीं, 10वीं सागर रसना ठाकुर को मऊगंज का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। वहीं, सहायक पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय भोपाल नागेंद्र सिंह को बालाघाट का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। 
    मंदसौर पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया को सहायक पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय भोपाल, पुलिस अधीक्ष बालाघाट समीर सौरभ को मुरैना पुलिस अधीक्षक, पुलिस उपायुक्त नगरीय पुलिस जिला इंदौर हंसराज सिंह को पुलिस उपायुक्त जोन-3 नगरीय पुलिस जिला इंदौर, अनूपपुर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार को भोपाल नगरीय पुलिस उपायुक्त जोन-4, पांढुर्ना पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार त्रिपाठी को इंदौर नगरीय पुलिस उपायुक्त अपराध, मऊंगज पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन को श्योपुर जिले का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। 
    इसके अलावा भोपाल नगरीय पुलिस उपायुक्त जोन-4 सुंदर सिंह कनेश को पांढुर्ना पुलिस अधीक्षक, इंदौर नगरीय पुलिस उपायुक्त पंकज कुमार पांडे को रायसेन जिले का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। वहीं, धार जिले के मनावर एसडीओपी अंकित सोनी को इंदौर जिले में असूचना एवं सुरक्षा पुलिस उपायुक्त,  हॉकफोर्स बालाघाट सेनानी मोती उर्र रहमान को अनूपपुर जिले का पुलिस अधीक्षक और श्योपुर जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद को मंदसौर जिले का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। 
    साभार अमर उजाला 

  • SC-ST आरक्षण में नहीं होगा क्रीमी लेयर, केंद्र सरकार ने साफ किया रुख

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में संविधान में दिए गए एससी और एसटी के लिए आरक्षण के उप-वर्गीकरण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर विस्तृत चर्चा हुई. बैठक में स्पष्ट किया कि डॉ. बीआर अंबेडकर द्वारा तैयार संविधान में अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षण प्रणाली में “क्रीमी लेयर” का प्रावधान नहीं है. ऐसे में अंबेडकर के संविधान के मुताबिक ही आरक्षण का प्रावधान होना चाहिए.
    दरअसल कैबिनेट में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर चर्चा हुआ हुई. कैबिनेट का मत था कि एनडीए सरकार अंबेडकर के बनाए संबिधान को लेकर प्रतिबद्ध है और एससी एसटी में कोई क्रीमीलेयर का प्रावधान नहीं है. मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एससी-एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से शुरू हुई हालिया बहस के बारे में बात की.
    वैष्णव ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण के संबंध में निर्णय सुनाया था और एससी-एसटी आरक्षण के संबंध में सुझाव दिया था. मंत्रिमंडल में इस पर विस्तृत चर्चा हुई. एनडीए सरकार बीआर अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान के प्रति कटिबद्ध है. बीआर अंबेडकर के संविधान के अनुसार एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर का कोई प्रावधान नहीं है.'
    उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षण संवैधानिक दिशानिर्देशों के अनुरूप लागू किया जाना चाहिए. यह पूछे जाने पर कि क्या यह मुद्दा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री या प्रधानमंत्री द्वारा उठाया गया था, वैष्णव ने कहा कि यह मंत्रिमंडल का सुविचारित विचार है.
    साभार आज तक

  • भारत के साथ रिश्ते सुधारने में लगा मालदीव

    विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि मालदीव के साथ भारत की साझेदारी एक-दूसरे के कल्याण और हितों के लिए मिलकर काम करने की गहरी इच्छा पर आधारित है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि माले के साथ संबंध भारत की ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति की आधारशिलाओं में से एक है।
    जयशंकर मालदीव के साथ द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने के लिए मालदीव के ही बुलावे शुक्रवार शाम को तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर यहां पहुंचे। मालदीव में पिछले साल चीन समर्थक राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के पदभार संभालने के बाद भारत की ओर से यह पहली उच्चस्तरीय यात्रा है।
    उनकी मालदीव यात्रा जून में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति मुइज्जू की भारत यात्रा के कुछ हफ्तों बाद हो रही है।
    मालदीव के अपने समकक्ष मूसा जमीर के साथ वार्ता के बाद जयशंकर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मालदीव के साथ भारत की साझेदारी एक-दूसरे के कल्याण और हितों के लिए मिलकर काम करने की हमारी गहरी इच्छा पर आधारित है। यह एक ऐसी साझेदारी है जिसने हमें चुनौतियों का हमेशा तेजी से और प्रभावी ढंग से जवाब देने में सक्षम बनाया है जैसा कि अतीत में भी देखा गया है।’
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मनीष सिसोदिया को बड़ी राहत, सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

    नई दिल्ली. दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को बड़ी राहत मिली है. कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है. मनीष सिसोदिया 17 महीने से तिहाड़ जेल में बंद थे.
    कथित शराब घोटाले में ट्रायल शुरू होने में हुई देरी को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई और ईडी दोनों मामलों में जमानत दे दी है.
    सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच ने सिसोदिया की जमानत याचिका पर 6 अगस्त को फैसला सुरक्षित रख लिया था. शुक्रवार को इस पर फैसला देते हुए जस्टिस गवई ने कहा कि 17 महीने की लंबी कैद और मुकदमा शुरू न होने के कारण उन्हें सुनवाई के अधिकार से वंचित किया गया है.
    इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने ये भी कहा कि 400 से ज्यादा गवाहों को देखते हुए जल्द ही इसका ट्रायल पूरा होने की संभावना भी नहीं दिखती. 
    मनीष सिसोदिया को जमानत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वो समाज के सम्मानित व्यक्ति हैं और उनके भागने की आशंका भी नहीं है. साथ ही ये भी कहा कि इस मामले में ज्यादातर सबूत भी जुटाए जा चुके हैं, इसलिए उनके साथ छेड़छाड़ करने की कोई संभावना नहीं है. हालांकि, गवाहों को प्रभावित करने या डराने के मामले में उनपर शर्तें लगाई जा सकती हैं. 
    सुप्रीम कोर्ट ने मनीष सिसोदिया को 10 लाख के मुचलके पर जमानत दी है. साथ ही दो बड़ी शर्तें भी लगाई हैं. पहली शर्त ये है कि उन्हें अपना पासपोर्ट जमा करना होगा. और दूसरी शर्त ये कि उन्हें हर सोमवार को थाने में जाकर हाजिरी लगानी होगी.
    साभार आज तक

  • बीएसएफ ने कहा - बांग्लादेश की जेलों से फरार कैदी हथियारों के साथ घुस सकते हैं भारत में

    नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने के बाद बांग्लादेश की जेलों से 1,200 से अधिक कैदी फरार हो गए हैं। इन फरार कैदियों में कई आतंकवादी भी शामिल हैं। सीमा से सटे भारत के लिए यह एक नई मुसीबत है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने कहा है कि यह कैदी हथियारों के साथ भारत में घुसने की कोशिश कर सकते हैं। जानकारी के मुताबिक बीएसएफ ने देश की सुरक्षा एजेंसियों को इस बारे में सूचित किया है। वहीं बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के कई अधिकारियों को देश में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किया गया है।
    वरिष्ठ बीएसएफ अधिकारियों ने बताया है कि बढ़ते हुए सुरक्षा जोखिमों को देखते हुए दोनों देशों के सीमा बल विभिन्न स्तरों पर बातचीत कर रहे हैं जिससे घुसपैठियों को भारत में घुसने से रोकने के लिए रियल टाइम जानकारी साझा की जा सके। नाम न बताने की शर्त पर बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "दोनों बलों के कमांडेंट, नोडल अधिकारी, फ्रंटियर आईजी और अन्य स्तर पर सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा है।" 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भोपाल में आरएसएस के प्रांतीय कार्यालय से सुरक्षा हटाई

    भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय कार्यालय से सुरक्षा हटा दी है। यह आरएसएस के समिधा कार्यालय ई-2 में स्थित है, जहां क्षेत्रीय पदाधिकारी रहते हैं। पिछले 15 साल से यहां सुरक्षा तैनात थी।
    मध्य प्रदेश एसएएफ की ओर से पांच सशस्त्र जवानों की तैनाती थी, जिन्हें अब वापस बुला लिया गया है। पुलिस का तर्क है कि सुरक्षा समीक्षा के आधार पर हटाई गई है। वहीं, यह भी बताया जा रहा है कि संघ की सहमति से यह फैसला लिया गया है। कार्यालय के सामने अस्थाई टेंट लगा था, जिसे भी हटा दिया गया है। संघ के पदाधिकारियों ने इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
    साभार अमर उजाला

  • मध्य प्रदेश में ठेका श्रमिकों मिलेगी ग्रेच्युटी और वीकली ऑफ की सुविधा

    भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी विभागों और उपक्रमों में काम कर रहे 3.25 लाख ठेका और आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है। श्रम विभाग ने एक नई गाइडलाइन जारी की है, जिसके अनुसार अब इन कर्मचारियों को बीमा, ग्रेच्युटी, बोनस, ओवरटाइम, भविष्य निधि (पीएफ), और साप्ताहिक अवकाश जैसी सुविधाएं दी जाएंगी।अब इन आउटसोर्स कर्मचारियों को कोर्ट में याचिका दायर करने का भी अधिकार मिलेगा, यदि कोई कंपनी इन निर्देशों का पालन नहीं करती है। गाइडलाइन में यह भी सुनिश्चित किया गया है कि सभी आउटसोर्स एजेंसियां जो इन विभागों में काम कर रही हैं, उन्हें जल्द से जल्द लाइसेंस प्राप्त करना होगा।
    प्रदेश सरकार लगातार आउटसोर्स कर्मचारियों के हित में निर्णय ले रही है। इस नए निर्देश से ठेका और आउटसोर्स कर्मियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता और सुरक्षा का भरोसा मिलेगा।
    साभार अमर उजाला

  • हिंसाग्रस्त बांग्लादेश में फंसे भारतीय दूतावास के 190 कर्मचारी वापस लौटे

    बांग्लादेश में सियासी उठापटक के बाद अंतरिम सरकार के गठन की तैयारी शुरू हो गई है. नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए चुना गया है. देश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन की अध्यक्षता में बंगा भवन (राष्ट्रपति भवन) में एक मीटिंग के दौरान यह फैसला लिया गया है.
    प्रदर्शनकारी छात्रों ने मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है. मीटिंग में आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व करने वाले छात्र नेताओं के साथ-साथ तीनों सेनाओं के प्रमुख भी शामिल हुए. बता दें कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना अभी हिंडन एयरबेस पर बने सेफ हाउस में ही हैं.
    हिंसाग्रस्त बांग्लादेश में फंसे भारतीय उच्चायोग के कर्मचारियों को एअर इंडिया के विशेष विमान से भारत लाया गया है. भारतीय उच्चायोग के 190 कर्मचारी बांग्लादेश से भारत लौटे हैं. लगभग 30 कर्मचारी अभी भी ढाका में ही हैं. 
    साभार आज तक

  • कांग्रेस नेता बोले- मोदी के आवास में भी घुस जाएगी जनता

    इंदौर। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि श्रीलंका और बांग्लादेश जैसा हाल अब भारत में भी होने वाला है। वर्मा ने यहां तक कहा कि जिस तरह शेख हसीना के घर में जनता घुस गई उसी तरह अब मोदी के आवास में भी घुसने वाली है। वर्मा का यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
    जिस वक्त सज्जन सिंह वर्मा ने यह विवादित टिप्पणी की मंच पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी समेत कई नेता मौजूद थे। इंदौर नगर निगम में भ्रष्टाचार के आरोप और  टैक्स वृद्धि के विरोध को लेकर कांग्रेस ने बड़े प्रदर्शन का आयोजन किया था। इसी दौरान भाषण देते हुए सज्जन सिंह वर्मा भारत की तुलना श्रीलंका और बांग्लादेश से कर गए।
    वर्मा ने कहा, 'मैं तो सिर्फ इतनी बात कहना चाहता हूं दो दिन से आप टीवी पर देख रहे हो बांग्लादेश की जनता शेख हसीना की गलत नीतियों की वजह से प्रधानमंत्री आवास में घुस गई, राष्ट्रपति भवन में घुस गई। याद रखना मोदी जी एक दिन यह जनता जो सड़क पर हिलोरे ले रही है एक दिन तुम्हारे गलत नीतियों की वजह से तुम्हारे प्रधानमंत्री निवास में घुस जाएगी, कब्जा कर लेगी।' वर्मा ने कहा कि पहले श्रीलंका में जनता प्रधानमंत्री के घर में घुसी फिर बांग्लादेश में हुआ, अब भारत का नंबर है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मानवाधिकार संगठन ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने के खिलाफ उठाई आवाज

    ढाका। बांग्लादेश में हिंसा का दौर अभी भी जारी है। शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर डटे हुए हैं। हालात इतने बदतर हो गए है कि देश में अल्पसंख्यकों के घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया जा रहा है। इसी को लेकर ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल बांग्लादेश ने अधिकारियों से हिंसा प्रभावित देश में अल्पसंख्यकों और सरकारी संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया है। उसने अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को छात्र आंदोलन की मूल भावना के खिलाफ करार दिया है।
    यहां हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 440 हो गई है। वहीं, राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने मंगलवार को संसद भंग कर दी और 84 वर्षीय नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को आगामी अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया। वहीं, ढाका में समुदाय के दो नेताओं के अनुसार, कई हिंदू मंदिरों, घरों और व्यवसायों में तोड़फोड़ की गई है और हसीना की अवामी लीग पार्टी से जुड़े कम से कम दो हिंदू नेता हिंसा में मारे गए हैं। 
    डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, लोकप्रिय लोक बैंड जोलर गान के फ्रंटमैन राहुल आनंद के आवास पर सोमवार को बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ और तोड़फोड़ की गई, जिसके बाद गायक और उनके परिवार को एक गुप्त स्थान पर शरण लेनी पड़ी। मीडिया रिपोर्ट में जोलर गान से जुड़े लोगों में से एक सैफुल इस्लाम जरनल के हवाले से बताया गया कि राहुल और उनका परिवार पूरी तरह से हिल गया है। उन्होंने एक गुप्त जगह पर शरण ली है। हम अभी तक उनसे संपर्क नहीं कर सके हैं।'
    साभार अमर उजाला

  • बांग्लादेश में दिखी अराजकता ! 'राजमहलों' में कब्जा और लूटपाट...

    नई दिल्ली. सोमवार को बांग्लादेश में लाखों प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा मांगते हुए सड़कों पर उतरे. दोपहर होते-होते शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर भाग गईं. उनके इस्तीफे की खबर आर्मी चीफ वकार-उज-जमान ने दी, जिन्होंने बताया कि अब देश में अंतरिम सरकार बनेगी. इसी बीच बांग्लादेश की राजधानी ढाका से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आईं जो अफगानिस्तान और श्रीलंका के संकट की याद दिलाती हैं, जब इन देशों में भी इसी तरह की अराजकता देखी गई थी. 1971 में जब बांग्लादेश को पाकिस्तान से आजादी मिली थी, तब शेख मुजीबुर रहमान ने इस आंदोलन की अगुवाई की थी. 5 अगस्त को प्रदर्शनकारियों ने उनकी बेटी शेख हसीना के खिलाफ सड़कों पर उतरकर मुजीब की प्रतिमा को तोड़ दिया. यह तस्वीर अब बांग्लादेश के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गई है.
    साभार आज तक

  • बांग्लादेश की कमान नोबेल विजेता मोहम्मद युनूस संभालेंगे

    बांग्लादेश में हिंसा का दौर जारी है। शेख हसीना पीएम पद से इस्तीफा देकर भारत भाग आई हैं और यहां से ब्रिटेन या फिर फिनलैंड जाकर शरण लेने की कोशिश में हैं। फिलहाल बांग्लादेश की कमान सेना के हाथों में है और अंतरिम सरकार के गठन के प्रयास जारी हैं। इस बीच आंदोलनकारी छात्र संगठन ने ऐलान किया है कि अंतरिम सरकार के मुखिया नोबेल विजेता अर्थशास्त्री मोहम्मद युनूस होंगे। इसके अलावा विपक्षी नेता बेगम खालिदा जिया को भी जेल से रिहा करने के आदेश राष्ट्रपति की ओर से जारी किए गए हैं।
    स्टूडेंट मूवमेंट के नेता रहे नाहिद इस्लाम, आसिफ महमूद, अबू बकर मजूमदार ने डॉ. युनूस के नाम का ऐलान किया। तीनों ने एक वीडियो संदेश आज सुबह ही जारी किया और कहा कि डॉ. युनूस अंतरिम सरकार की कमान संभालेंगे। इस बीच युनूस का भी बयान सामने आया है, जिन्होंने देश छोड़कर भागीं शेख हसीना पर तीखा हमला बोला है। युनूस ने कहा कि आज देश आजाद हुआ है। शेख हसीना के रहने तक यहां गुलामों जैसी जिंदगी लोग बिता रहे थे। उन्होंने कहा कि शेख हसीना का व्यवहार एक तानाशाह जैसा था। वह पूरे देश को कंट्रोल करना चाहती थीं। आज देश के लोग खुद को आजाद महसूस कर रहे हैं।
    डॉ. युनूस के खिलाफ अवामी लीग सरकार के दौर में कुल 190 मुकदमे दर्ज हुए थे। डॉ. युनूस ने कहा कि शेख हसीना ने अपने पिता शेख मुजीबर रहमान की विरासत को तबाह कर दिया। उन्होंने बांग्लादेश में चल रहे उपद्रव को भी जायज ठहराया। उन्होंने कहा कि आज आंदोलनकारी अपना गुस्सा उतार रहे हैं। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि यही छात्र और युवा देश को सही दिशा में ले जाएंगे, जो आज उपद्रव कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शेख हसीना ने ऐसी स्थिति कर दी थी कि उन्हें राजनीतिक तौर पर जवाब देना मुश्किल हो गया था। वह चुनावों में धांधली करा लेती थीं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बांग्लादेश हिंसा पर भारत में हुई बैठक में जयशंकर ने बताए जलते मुल्क के हाल

    भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बांग्लादेश के ताजा हालात की जानकारी सारी पार्टियों को दी। उन्होंने जानकारी दी है कि सभी दलों से खासा समर्थन मिला है। इस्तीफा देने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत पहुंचीं थीं, जहां उनकी मुलाकात भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से हुई थी। अब कहा जा रहा है कि वह भारत से भी रवाना हो चुकी हैं। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
    विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा, 'आज (मंगलवार को) को सर्वदलीय बैठक के दौरान मैंनेबांग्लादेश में जारी सभी घटनाक्रमों की जानकारी दी। मैं सभी से मिले समर्थन और समझ की सराहना करता हूं।' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को इस मुद्दे पर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक की अध्यक्षता की थी।
    सरकारी नौकरियों में कोटा के चलते बांग्लादेश में सरकार का काफी विरोध हो रहा था, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए थे। आंकड़े बता रहे हैं कि इन प्रदर्शनों के दौरान 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इतना ही नहीं इस्तीफे की खबरों के बाद प्रदर्शनकारी हसीना के आवास पर भी पहुंच गए थे। उपद्रवियों की कई तस्वीरें भी सामने आईं थीं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • एससी/एसटी आरक्षण पर फैसले से उबाल; 21 अगस्त को भारत बंद

    नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले सप्ताह एससी और एसटी आरक्षण में उप-कोटा तय करने को मंजूरी दी थी। अदालत ने कहा था कि यदि राज्य सरकारों को लगता है कि एससी और एसटी वर्ग की कोई जाति ज्यादा पिछड़ी है तो फिर उसके लिए सब-कोटा तय किया जा सकता है। यही नहीं 7 जजों की संवैधानिक बेंच ने 4-3 के बहुमत से कहा था कि एससी और एसटी में क्रीमी लेयर की भी पहचान होनी चाहिए। इस वर्ग में क्रीमी लेयर के तहत आने वाले लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए। इसकी बजाय उसी समाज के गरीबों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। शीर्ष अदालत के इस फैसले का एक वर्ग ने स्वागत किया है तो वहीं दलित समाज के बड़े हिस्से में उबाल है।
    ट्विटर पर पिछले दो दिनों से लगातार इसके विरोध में ट्रेंड चल रहा है। यही नहीं 21 अगस्त को भारत बंद का आह्वान भी कई दलित संगठनों की ओर से किया गया है। खासतौर पर बसपा प्रमुख मायावती ने भी इसका विरोध किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह-तरह आरक्षण को ही खत्म करने की साजिश हो रही है। सब-कोटा पर मायावती ने कहा कि इससे सरकारें अपने मन से किसी भी जाति को कोटा दे सकेंगी और अपने राजनीतिक हितों को साधा जा सकेगा। ऐसा फैसला ठीक नहीं है। यही नहीं उन्होंने क्रीमीलेयर पर भी सुप्रीम कोर्ट की राय का विरोध किया।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आम आदमी पार्टी को सुप्रीम कोर्ट से बहुत बड़ा झटका, एलजी के फैसले को बताया सही

    नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में 10 एल्डरमैन को सरकार की सहमति लिए बिना नियुक्त किए जाने के एलजी वीके सक्सेना के फैसले को सर्वोच्च अदालत ने सही करार दिया है। देश की सबसे बड़ी अदालत ने इसमें कानून का उल्लंघन नहीं पाया। उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली सरकार की यह दलील खारिज कर दी कि एलजी ‘एल्डरमैन’ नामित करने के लिए मंत्री परिषद की सलाह मानने को बाध्य हैं।
    जस्टिस पीएस नरसिम्हा ने सोमवार को यह फैसला सुनाया। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुआई वाली बेंच ने इस मामले की सुनवाई की थी। बेंच में जस्टिस जेबी पारदीवाला भी शामिल थे। फैसले सुनाते हुए जस्टिस नरसिम्हा ने कहा कि एल्डरमैन की नियुक्ति एलजी का वैधानिक कर्तव्य है और इसे पूरा करने में वह राज्य कैबिनेट की सलाह लेने को बाध्य नहीं हैं। 
    सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर करीब 15 महीने तक फैसला सुरक्षित रखा। पिछले साल 17 मई को शीर्ष अदालत ने कहा था कि उपराज्यपाल को एमसीडी में 'एल्डरमैन' नामित करने का अधिकार देने का मतलब होगा कि वह निर्वाचित नगर निकाय को अस्थिर कर सकते हैं। एमसीडी में 250 निर्वाचित और 10 नामित सदस्य हैं।
    दिसंबर 2022 में 'आप' ने नगर निगम चुनाव में 134 वार्ड में जीत के साथ एमसीडी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 15 साल के शासन को समाप्त कर दिया था। भाजपा ने 104 सीट जीती थीं, जबकि कांग्रेस 9 सीट के साथ तीसरे स्थान पर रही थी।  
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 9/11 के मास्टरमाइंड की सजा-ए-मौत तय, अमेरिका ने रद्द किया याचिका समझौता

    वॉशिंगटन। अमेरिका ने 11 सितंबर 2001 के आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड खालिद शेख मोहम्मद और उसके साथियों, वालिद बिन अताश और मुस्तफा अल-हौसावी पर कोई रहम नहीं दिखाने का फैसला किया है। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने आरोपी मास्टरमाइंड के साथ समझौते को रद्द करते हुए इन सबकी मौत की सजा बहाल कर दी। ऐसा उस समझौते की घोषणा के ठीक दो दिन बाद हुआ, जिसमें मौत की सजा को करीब-करीब खत्म कर दिया गया था। हालांकि इससे हमले में मारे गए लोगों के परिजनों का गुस्सा भड़क उठा था।
    खालिद 2003 में पाकिस्तान में पकड़ा गया था और उसे तथा उसके साथ मिल कर साजिश रचने के आरोप का सामना करने वालों को अमेरिकी जांच एजेंसी सीआईए की एक गोपनीय जेल में रख कर उनसे पूछताछ की गयी थी। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले में उस समय तक न्यूयार्क शहर की पहचान बन चुकी दो जुड़वां गगनचुंबी इमारतें (टि्वन टावर) ध्वस्त हो गयी थीं और करीब तीन हजार लोग मारे गए थे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • इस्राइल-ईरान तनाव ने बढ़ाई चिंता, अमेरिका ने पश्चिम एशिया भेजे युद्धपोत और लड़ाकू विमान

    वॉशिंगटन। पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने भी क्षेत्र में अपनी सैन्य तैनाती बढ़ाने का फैसला किया है। अमेरिका ने पश्चिम एशिया में और युद्धक जहाज और लड़ाकू विमान तैनात करने का फैसला किया है। अमेरिका का यह फैसला ऐसे वक्त आया है, जब ईरान ने इस्राइल पर हमले की धमकी दी है और दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। वहीं हिजबुल्ला भी अपने कमांडर की मौत के बाद से इस्राइल पर हमले की फिराक में है। 
    अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन की उप-सचिव सबरीना सिंह ने एक बयान में कहा कि 'रक्षा विभाग लगातार ऐसे कदम उठाता रहेगा, जिससे ईरान और ईरान के सहयोगियों द्वारा क्षेत्रीय तनाव बढ़ाने की संभावना को कम किया जा सके।' उन्होंने कहा कि '7 अक्तूबर के हमास के हमले के बाद से रक्षा सचिव ने बार-बार कहा है कि अमेरिका पश्चिम एशिया में अपने हितों की सुरक्षा करेगा और साथ ही इस्राइल की सुरक्षा का अपना पक्का वादा भी निभाएगा।'
    पेंटागन ने पश्चिम एशिया में मौजूद अपने युद्धपोत यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट की जगह लेने के लिए अपने युद्धपोत यूएसएस अब्राहम लिंकन को भेजा है। यह युद्धपोत के साथ ही लड़ाकू विमानों से युक्त स्ट्राइक ग्रुप भी पश्चिम एशिया भेजा गया है। साथ ही अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने बैलिस्टिक मिसाइल से लैस क्रूजर और विध्वंसक जहाज भी यूरोपीय कमांड के अंतर्गत पश्चिम एशिया भेजने का आदेश दिया है। साथ ही लड़ाकू विमानों की एक स्कवॉड्रन भी भेजी जा रही है। 
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण घोषणा की

    भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र किसानों और उद्योगपतियों दोनों के लिए लाभकारी होगा और प्रदेश के सभी जिलों में उद्यमिता और औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा। मुख्यमंत्री ने उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण विभाग के बजट में वृद्धि करने और बाजार की मांग के अनुसार गतिविधियों को संचालित करने के लिए हॉर्टिकल्चर प्रमोशन एजेंसी स्थापित करने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रदेश में संतरा, केला, पान, लहसुन आदि की राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान स्थापित करने के लिए विशेष प्रयास करने को कहा। सीएम ने कहा कि संभाग स्तर पर हाईटेक नर्सरियां स्थापित की जाएं, प्रदेश में मसालों की पृथक मंडी स्थापित हो। 
    मुख्यमंत्री ने प्रदेश में जारी पौधरोपण अभियान में फलदार पौधे लगाने को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए और फल, सब्जियों, औषधीय पौधों आदि के आर्गेनिक प्रोडक्शन, उनके डीहाइड्रेशन प्लांट व गामा रेडिएशन जैसी गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी मेहनत और निवेश का पूरा लाभ मिलना चाहिए और उन्हें किसी भी स्थिति में नुकसान नहीं उठाना पड़े। उन्होंने जिला स्तर पर कार्यशाला आयोजित करने और बेहतर कार्य करने वालों को शासकीय कार्यक्रमों में सम्मानित करने के निर्देश दिए। बैठक में उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में केन्द्र पोषित योजनाओं, राज्य पोषित योजनाओं, एकीकृत बागवानी विकास मिशन, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, पर ड्रॉप मोर क्रॉप माइक्रो इरीगेशन योजना, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना पर प्रदेश में जारी गतिविधियों पर प्रस्तुतिकरण दिया गया।
    साभार अमर उजाला

     

  • 5000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त कर्ज लेगी मध्य प्रदेश सरकार

    भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार आगामी लोकसभा चुनाव के बाद 5000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त कर्ज लेने की योजना बना रही है, जिसे दो चरणों में लिया जाएगा। वर्तमान में सरकार के ऊपर 3.75 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। लोकसभा चुनाव के बाद अब प्रदेश सरकार 5000 करोड़ रुपये का कर्ज और लेगी। यह दो किस्तों में लिया जाएगा। पहला कर्ज ढाई हजार करोड़ रुपये का 11 साल के लिए लिया जाएगा। जबकि, ढाई हजार करोड़ रुपये का ही दूसरा कर्ज 21 साल के लिए लिया जाएगा। बता दें कि प्रदेश सरकार के ऊपर 31 मार्च 2024 की स्थिति में 3 लाख 75 हजार करोड़ रुपये से अधिक का ऋण पहले से ही है। राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन अधिनियम के प्रावधान के अनुसार, सरकार राज्य सकल घरेलू उत्पाद का तीन प्रतिशत तक ऋण ले सकती है।
    बता दें मध्य प्रदेश सरकार पर 31 मार्च 2024 तक 3 लाख 75 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है। सरकार नियमों के अनुसार कर्ज लेने जा रही है। सरकार राज्य सकल घरेलू उत्पाद का तीन प्रतिशत तक कर्ज ले सकती है। वर्ष 2024-25 में, सरकार 65 हजार करोड़ रुपये तक कर्ज ले सकती है। पिछले वर्ष 2023-24 में मध्य प्रदेश सरकार ने 55 हजार 708 रुपए का कर्ज लिया था। 
    साभार अमर उजाला

  • संजय राउत ने लगाया बड़ा आरोप- राहुल गांधी पर हो सकता है हमला

    मुंबई. राहुल गांधी ने संसद में 29 जुलाई को महाभारत में चक्रव्यूह का जिक्र करते हुए भाषण दिया था। इसके बाद आज राहुल गांधी ने एक पोस्ट किया है जो खूब चर्चा में है। उन्होंने दावा किया कि ईडी के एक अंदरूनी सूत्र ने उन्हें बताया कि उन पर छापा मारा जा सकता है। राहुल गांधी ने दावा किया कि दोनों में से एक मेरे चक्रव्यूह भाषण से सहमत नहीं था। इसके बाद संजय राउत ने इसे लेकर बड़ा आरोप लगाया है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि कुछ भी हो सकता है, राहुल गांधी पर हमला भी हो सकता है। उनके खिलाफ विदेशी धरती पर भी साजिश हो रही है।
    राहुल गांधी ने कहा था 'बहुत लोगों को चक्रव्यूह के संदर्भ में मेरा भाषण पसंद नहीं आया। ईडी के एक सूत्र ने मुझे बताया कि अब आप पर छापा पड़ने वाला है। इस संबंध में योजना तैयार की जा रही है। मैं तैयार हूं, ईडी का इंतजार कर रहा हूं। चाय और बिस्किट मेरी तरफ से।' ऐसा ही एक सांकेतिक पोस्ट राहुल गांधी ने किया है. इसके बाद संजय राउत केंद्री सरकार पर हमला किया है। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मशाल के निशान ने महाराष्ट्र में बीजेपी की सीट में आग लगा दी है। उन्होंने कहा, 'बालासाहेब ठाकरे की शिव सेना उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में अच्छा प्रदर्शन कर रही है। हम मशाल चुनाव चिन्ह पर ही चुनाव लड़ने जा रहे हैं। यह मशाल का निशान ही था जिसने भाजपा की महाराष्ट्र सीट में आग लगा दी। हमारा प्रतीक मशाल, बिगुल और कांग्रेस का हाथ है। हम साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि धनुष और तीर अब चोरों के पास है। लोकसभा में धनुष और बाण के दम पर उन्होंने कुछ चोरियां कर लीं लेकिन अब विधानसभा में नहीं सफल हो पाएंगे। 
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  • बारिश में नए संसद भवन में छत से टपकने लगा पानी, अखिलेश यादव और कांग्रेस ने कसा तंज

    नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार शाम भारी बारिश के कारण अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला। शहर के बड़े हिस्से जलमग्न हो गए। यहां तक कि नए संसद भवन परिसर में भी पानी जमा हो गया। बारिश इतनी हुई कि छत से पानी टपकने लगा। विपक्षी दलों ने इसके लिए सरकार पर निशाना साधा है। विपक्षी दल पुरानी संसद से इसकी तुलना कर रहे हैं।
    सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्विटर पर एक वीडियो जारी करते हुए लिखा, 'इस नई संसद से अच्छी तो वो पुरानी संसद थी, जहां पुराने सांसद भी आकर मिल सकते थे। क्यों न फिर से पुरानी संसद चलें, कम-से-कम तब तक के लिए, जब तक अरबों रुपयों से बनी संसद में पानी टपकने का कार्यक्रम चल रहा है। जनता पूछ रही है कि भाजपा सरकार में बनी हर नई छत से पानी टपकना, उनकी सोच-समझकर बनायी गयी डिज़ाइन का हिस्सा होता है या फिर...।'
    वहीं, कांग्रेस सांसद मणिक्कम टैगोर ने भी ट्वीट कर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा, ''बाहर पेपर लीक, अंदर पानी का रिसाव। राष्ट्रपति द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली संसद लॉबी में हाल ही में पानी का रिसाव, नए भवन में मौसम संबंधी समस्याओं को उजागर करता है। निर्माण पूरा होने के सिर्फ एक साल बाद ही ऐसी स्थिति हो गई है। इस मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया गया।''
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  • हमास का टॉप कमांडर इस्माइल को इजरायल ने मार गिराया

    गाजा। हमास के सुप्रीम कमांडर कहे जाने वाले इस्माइल हानिये को इजरायल ने ईरान के अंदर घुसकर मार गिराया है। इस्माइल की मंगलवार को उस वक्त हत्या कर दी गई, जब वह ईरान के नए राष्ट्रपति की शपथ से लौटा था। उसे इजरायली एजेंट्स ने घर में घुसकर मारा। उसके कुछ सुरक्षाकर्मी भी इस घटना में घायल हुए हैं। इस्माइल को मार कर इजरायल ने बीते 10 महीनों से जारी जंग में बड़ी सफलता हासिल की है। खासतौर पर ईरान को भी उसने संकेत दिया है कि वह अपने दुश्मनों को कहीं भी मार सकता है। हमास को ईरान का समर्थन माना जाता है। 
    इस्माइल हानिये की बात करें तो उसे 2018 में अमेरिका ने आतंकवादी घोषित किया था। इस्माइल हानिये का जन्म मिस्र के कब्जे वाले गाजा के एक रिफ्यूजी कैंप में हुआ था। उसने गाजा की ही इस्लामिक यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की थी, यहीं पर वह हमास से जुड़ा था। उसने 1987 में अरबी साहित्य में बैचलर डिग्री ली और फिर पूरी तरह हमास के लिए ही काम करने लगा। 1997 में उसे हमास ने लीडर बनाया था। इस्माइल हानिये के नेतृत्व में हमास ने 2006 में चुनाव जीता था और फिर इस्माइल पीएम बन था। हालांकि राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने 14 जून, 2007 को उसे हटा दिया था। लेकिन राष्ट्रपति अब्बास के आदेश को खारिज करते हुए वह लगातार गाजा की सरकार चला रहा था।
    उसे गाजा की सरकार ही कहा जाता था। वह 2006 से 2017 तक गाजा में सुप्रीम नेता रहा था और फिर याहया शिनवार को कमान मिली थी। हालांकि इस्माइल की ताकत कम नहीं हुई थी क्योंकि उसे हमास के राजनीतिक ब्यूरो का चेयरमैन बना दिया गया था, जो हमास में सबसे पावरफुल संस्था है। इजरायल की इस्माइल से पुरानी दुश्मनी रही है क्योंकि वह काफी खूंखार नेता था। इजरायल ने 1989 में उसे तीन साल के लिए बंधक भी बना लिया था। इसके बाद 1992 में उसे इजरायल और लेबनान के बीच नो-मैन्स लैंड पर छोड़ा गया था। एक साल बाद वह गाजा लौटा था। बीते कई सालों से वह कतर में रह रहा था।
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  • जीवन बीमा प्रीमियम से जीएसटी हटाएं,  गडकरी की वित्त मंत्री से अपील

    नई दिल्ली। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर लाइफ इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस के बीमा प्रीमियम पर 18 फीसद माल एवं सेवा कर (GST) वापस लेने की मांग की है। पत्र का हवाला देते हुए रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नितिन गडकरी ने कहा कि जीएसटी जीवन की अनिश्चितताओं पर टैक्स लगाने के बराबर है। इससे इस सेक्टर का ग्रोथ रुक जाएगा।
    हिन्दुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक नितिन गडकरी ने सीतारमण को लिखे अपने लेटर में कहा है, "आपसे अनुरोध है कि लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर जीएसटी वापस लेने के सुझाव पर प्राथमिकता के आधार पर विचार करें, क्योंकि यह सीनियर सिटिजन के लिए बोझिल हो जाता है।" उन्होंने कहा, "इसी तरह, हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर 18 प्रतिशत जीएसटी इस सेगमेंट के विकास के लिए एक बाधा साबित हो रहा है जो सामाजिक रूप से आवश्यक है।"
    उन्होंने कहा, "जीवन बीमा प्रीमियम पर जीएसटी लगाना जीवन की अनिश्चितताओं पर टैक्स लगाने के समान है। यूनियन का मानना है कि जो व्यक्ति परिवार को कुछ सुरक्षा देने के लिए जीवन की अनिश्चितताओं के जोखिम को कवर करता है, उसे इस जोखिम के खिलाफ कवर खरीदने के प्रीमियम पर टैक्स नहीं लगाया जाना चाहिए।"
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  • इजरायली एयरफोर्स की बेरूत पर बमबारी में हिजबुल्लाह का शीर्ष सैन्य कमांडर फउद शुकर भी मारा गया

    नई दिल्ली. इजरायली एयरफोर्स ने मंगलवार को लेबनान की राजधानी बेरूत पर बमबारी की, जिसमें हिजबुल्लाह का शीर्ष सैन्य कमांडर फउद शुकर मारा गया. शुकर को हज मोहसिन के नाम से भी जाना जाता था. इजरायल ने अपने कब्जे वाले गोलान हाइट्स पर रॉकेट हमले के लिए फउद शुकर को ही जिम्मेदार ठीराया था. इजरायली सेना ने एक बयान में कहा, 'हमारे लड़ाकू विमानों ने बेरूत में आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह के सबसे वरिष्ठ सैन्य कमांडर और इसकी रणनीतिक इकाई के प्रमुख फउद शुकर को मार गिराया.' बता दें कि हिज्बुल्लाह लेबनान और मध्य पूर्व के व्यापक हिस्से में सबसे प्रभावशाली शिया सैन्य समूहों में से एक है.
    इजरायली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने एक बयान में कहा, 'हिजबुल्लाह कमांडर फउद शुकर मजदल शम्स नरसंहार के लिए जिम्मेदार था.' बता दें कि 27 जुलाई की शाम को उत्तरी इजरायल के एक फुटबॉल मैदान को हिजबुल्लाह ने ईरानी फलक-1 रॉकेट से निशाना बनाया था. इस रॉकेट हमले में मैदान में खुल रहे 12 बच्चों की मौत हो गई थी. इस हमले के बाद ही इजरायल ने बदला लेने की कसम खाई थी और हिजबुल्लाह को अंजाम भुगतने की धमकी दी थी. फउद शुकर हिज्बुल्लाह के सेक्रेटरी जनरल हसन नसरल्लाह का राइट हैंड हाथ था. वह हमलों और ऑपरेशन की योजना बनाने और निर्देशित करने में नसरल्लाह का सलाहकार था. 
    साभार आज तक

  • ADR ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर किया दावा - 538 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में डाले गए मतों और गिने गए मतों की संख्या में अंतर

    नई दिल्ली. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर दावा किया है कि 538 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में डाले गए मतों और गिने गए मतों की संख्या में अंतर है. एडीआर के विश्लेषण के अनुसार, हाल के लोकसभा चुनावों में 362 संसदीय क्षेत्रों में पड़े कुल वोटों से 5,54,598 वोट कम गिने गए. वहीं 176 संसदीय निर्वाचन क्षेत्र ऐसे हैं, जहां पड़े कुल वोटों से 35,093 वोट अधिक गिने गए. इस मामले पर चुनाव आयोग की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
    एडीआर के संस्थापक जगदीप छोकर ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, 'फाइनल पोलिंग डेटा रिलीज करने में अत्यधिक देरी, अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों और मतदान केंद्रों पर हुई वोटिंग के आंकड़े उपलब्ध नहीं होना और क्या चुनाव परिणाम अंतिम मिलान किए गए डेटा के आधार पर घोषित किए गए थे, इसकी अस्पष्टता चुनाव परिणामों की प्रमाणिकता के बारे में चिंता और संदेह पैदा करते हैं.' हालांकि, एडीआर ने यह नहीं बताया कि वोटों के इस अंतर से कितनी सीटों पर अलग नतीजे आए.
    एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनाव आयोग अब तक इस बारे में कोई उचित स्पष्टीकरण देने में विफल रहा है कि उसने वोटों की गिनती पर अंतिम और प्रामाणिक डेटा जारी करने से पहले चुनाव परिणाम घोषित क्यों किए. ईवीएम में पड़े वोटों, उनकी गिनती में अंतर, चुनाव संपन्न होने के कुछ दिन बाद अंतिम मतदान प्रतिशत में वृद्धि, बूथ वाइज डाले गए वोटों की संख्या का खुलासा न करना, डाले गए वोटों के आंकड़े जारी करने में अनुचित देरी और अपनी वेबसाइट से कुछ डेटा को हटाने पर भी चुनाव आयोग की ओर से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है.
    एडीआर के फाउंडर जगदीप छोकर ने कहा, 'लोकसभा चुनाव 2019 के चुनावों में देखे गए कई उल्लंघनों, अवैधताओं और अनियमितताओं की गंभीर घटनाओं को निर्वाचन आयोग लोकसभा चुनाव 2024 में दोहराये जाने से रोकने के लिए उचित कदम उठाने में विफल रहा है. इससे मतदाताओं के मन में संदेह पैदा हो गया है. इन आशंकाओं को गंभीरता से लिया जाना चाहिए और इनके समाधान के प्रयास होने चाहिए.'
    एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि आम चुनाव 2024 के नतीजों की घोषणा करते समय डाले गए और गिने गए वोटों में अमरेली, अटिंगल, लक्षद्वीप और दादरा नगर हवेली और दमन दीव को छोड़कर 538 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में महत्वपूर्ण विसंगतियां दिखाई दीं. सूरत संसदीय सीट पर कोई मुकाबला नहीं था, क्योंकि यहां से बीजेपी प्रत्याशी की निर्विरोध जीत हुई थी. इस तरह 538 संसदीय सीटों पर डाले गए और गिने गए मतों में 589691 का अंतर है. 
    साभार आज तक

  • CBI ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दायर की चार्जशीट

    नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने ऐक्शन तेज कर दिया है। कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक के खिलाफ सीबीआई ने सोमवार को राउज ऐवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी है। स्पेश जज कावेरी बावेजा की अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया गया है। इससे पहले ईडी ने करीब 200 पेज का आरोप पत्र मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के खिलाफ दाखिल किया था।
    केजरीवाल को पिछले महीने 26 जून को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। उन्हें इसी मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। आम आदमी पार्टी के प्रमुख को ईडी केस में सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल चुकी है। ईडी भी उनके खिलाफ चार्जशीट दायर कर चुकी है, जिसमें केंद्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें शराब घोटाले का मुख्य साजिशकर्ता बताया है।
    इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि केजरीवाल को कथित शराब घोटाले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक बताया गया है जिसमें आरोप है कि आम आदमी पार्टी को 100 करोड़ रुपए की रिश्वत मिली। पिछले महीने केजरीवाल की रिमांड की मांग करते हुए सीबीआई ने अदालत में कहा, 'अरविंद केजरीवाल आपराधिक साजिश के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक हैं। यह पता चला है कि केजरीवाल के करीबी विजय नायर (आप के पूर्व मीडिया प्रभारी) शराब कारोबारियों से संपर्क कर रहे थे और प्रस्तावित शराब नीति में फायदा पहुंचाए जाने के बदले रिश्वत की मांग कर रहे थे।' सीबीआई ने सबसे पहले अप्रैल 2023 में केजरीवाल से पूछताछ की थी। 
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  • ममता बनर्जी नीति आयोग की बैठक के बारे में बोल रही हैं झूठ, अब कांग्रेस नेता ने भी उठाए सवाल

    नई दिल्ली। नीति आयोग की बैठक के दौरान ममता बनर्जी ने माइक बंद करने का आरोप लगाया। उनके इस बयान पर पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने भी प्रतिक्रिया दी हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री झूठ बोल रही हैं। उन्होंने कहा, "नीति आयोग की बैठक के बारे में ममता बनर्जी जो कुछ कह रही हैं, मुझे लगता है कि वह झूठ बोल रही हैं। यह बहुत आश्चर्यजनक है कि किसी राज्य के मुख्यमंत्री को बोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ममता बनर्जी जानती थीं कि वहां क्या होने वाला है। उनके पास स्क्रिप्ट थी।"
    इस मामले पर उनके विचार उनकी पार्टी कांग्रेस से अलग थे, जिसने कहा कि ममता बनर्जी के साथ जो व्यवहार किया गया वह अस्वीकार्य है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में टीएमसी के यूसुफ पठान से हारने वाले अधीर रंजन चौधरी ममता बनर्जी के सबसे मुखर आलोचकों में से एक हैं। चुनाव से पहले उन्होंने ममता पर कई तीखे हमले किए। बाद में तृणमूल कांग्रेस ने आम चुनाव अकेले लड़ने के अपने फैसले के लिए अधीर रंजन चौधरी को दोषी ठहराया। 
    शनिवार को अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल में अराजक स्थिति है। राज्य में कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए उनसे हस्तक्षेप करने की मांग की थी। चौधरी ने दो पन्नों के पत्र में लिखा, "मैं पश्चिम बंगाल में सार्वजनिक जीवन में शिष्टाचार और कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए आपके हस्तक्षेप की मांग करता हूं। व्यक्तिगत स्तर पर मेरे लिए राज्य में अराजक स्थिति को देखना न केवल परेशान करने वाला है, बल्कि बहुत पीड़ादायक भी है। सत्ताधारी दल का रवैया काफी क्रूर है।" 
    उन्होंने कहा, "राज्य में सिर्फ सत्तारूढ़ दल से जुड़े लोग ही नहीं और बल्कि विपक्षी दलों की तरफ झुकाव रखने वालों का भी यही हाल है। यहां लोग सत्तारूढ़ दल की दबंगई की रणनीति के कारण अपनी नौकरी या आजीविका खो चुके हैं।" 
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  • महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन के लिए सीट शेयरिंग बन रहा सिरदर्द

    मुंबई। महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन के लिए एक अनार सौ बीमार जैसे हालात बन गए हैं। आलम यह है कि यहां पर सीट शेयरिंग सिरदर्द बनती जा रही है। एक तरफ भाजपा के सहयोगी दल हिस्सेदारी की उम्मीद में दिल्ली का चक्कर काट रहे हैं। वहीं, भाजपा नेता यह कहकर साथियों को हताश करने में जुटे हैं कि उनकी पार्टी सभी 288 सीटों पर चुनाव लड़े तो बेहतर होगा। गौरतलब है कि हालिया लोकसभा चुनाव में महायुति गठबंधन का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। महाराष्ट्र की कुल 48 लोकसभा सीटों में से उसके हिस्से मात्र 17 सीटें आई हैं। वहीं, विपक्षी महाविकास अघाड़ी ने 30 सीटों पर जीत हासिल की है। लोकसभा चुनाव में महायुति के पिछड़ने की कई वजहें थीं और इनमें से एक बड़ी वजह सीट शेयरिंग भी रही। ऐसे में भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव में फूंक-फूंककर कदम रखने की तैयारी में है। पिछले कुछ अरसे से महाराष्ट्र में वैसे भी सियासी सुगबुगाहटें काफी तेज हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा एक बार फिर सहयोगियों के लिए पीछे हटती है या नहीं।
    महाराष्ट्र में भाजपा ने पहले ही सहयोगियों के लिए काफी समझौते किए हैं। जब महायुति गठबंधन की सरकार बनी तो भाजपा ने सीएम पद एकनाथ शिंदे को दे दिया। लेकिन अब सीट शेयरिंग में पेंच फंस रहा है। एनडीटीवी के मुताबिक भाजपा कुल 150 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कर रही है। वहीं, सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना 100 सीटों से कम पर राजी होने के लिए तैयार नहीं है। दूसरी तरफ डिप्टी सीएम अजित पवार की पार्टी कम कम से 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बनाए हुए है। अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर कौन समझौता करेगा? जानकारी के मुताबिक अजीत पवार ने साथी डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ गुरुवार को केंद्रीय मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग पर भी बात हुई। 

  • भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रभात झा दिल्ली के अस्पताल में निधन, पार्टी में शोक की लहर

    भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता प्रभात झा का दिल्ली में निधन हो गया। उन्होंने शुक्रवार सुबह को दिल्ली के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। उन्हें करीब 26 दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 
    जानकारी के अनुसार दिमागी बुखार के बाद उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी। जिसके बाद उन्हें भोपाल के बंसल अस्पताल में भर्ती किया गया था। दो दिन बाद प्रभात झा को एयरलिफ्ट कर दिल्ली के मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। जहां उनका इलाज चल रहा था। शुक्रवार सुबह झा लंबे संघर्ष के बाद अनंत यात्रा पर निकल गए। उनका अंतिम संस्कार बिहार में उनके पैतृक गांव में किया जाएगा। झा मध्य प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष, राज्यसभा सदस्य और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव भी रह चुके हैं। उन्होंने पत्रकारिता से अपने करियर की शुरुआत की थी। 
    प्रभात झा का दिमागी बुखार के चलते न्यूरोलॉजिकल परेशानियां आ रही थी। जिसके चलते उनको कुछ दिन पहले भोपाल के बंसल अस्पताल में भर्ती किया गया था। जिसके बाद उनका हालचाल जानने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के वरिष्ठ नेता और मंत्री पहुंचे थे। जिसके बाद उनको एयरलिफ्ट कर दिल्ली शिफ्ट किया गया था। जहां उनको रूटिन इलाज चल रहा था।
    प्रभात झा मूल रूप से बिहार के दरभंगा के हरिहरपुर गांव रहने वाले थे। उनका जन्म 4 जून 1957 को बिहार में हुआ था। वह बिहार से मध्य प्रदेश के ग्वालियर आ गए थे। यहां पर उनकी प्रारंभिक शिक्षा हुई। उन्होंने ग्वालियर के पीजीवी कॉलेज से बीएससी, माध्व कॉलेज से राजनीति शास्त्र में एमए और एमएलबी कॉलेज से एलएलबी की। प्रभात झा के परिवार में पत्नी रंजना झा और दो बेटे है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत पत्रकारिता से की। फिर वह राजनीति में आए और भाजपा के सदस्य बन गए। पूर्व राज्यसभा सांसद भी रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कारगिल युद्ध स्मारक पहुंचे पीएम मोदी ने द्रास में शहीदों को दी श्रद्धांजलि, कहा- देश पराक्रमी महानायकों का सदा-सर्वदा ऋणी है'

    श्रीनगर. देश 25वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है. इस मौके पर कारगिल युद्ध स्मारक पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्रास में शहीदों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने 1999 में भारत-पाकिस्तान की जंग में अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर जवानों को याद किया. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कारगिल में हमने सिर्फ युद्ध नहीं जीता था बल्कि सत्य, संयम और सामर्थ का अद्भुत परिचय दिया था. उन्होंने कहा कि भारत शांति के लिए प्रयास कर रहा था लेकिन पाकिस्तान ने अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया था. पाकिस्तान ने अतीत में जितने भी दुष्प्रयास किए, उसे मुंह की खानी पड़ी लेकिन पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है.
    अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, 'आज लद्दाख की ये महान धरती कारगिल विजय के 25 वर्ष पूरे होने की साक्षी बन रही है. कारगिल विजय दिवस हमें बताता है कि राष्ट्र के लिए दिए गए बलिदान अमर होते हैं. दिन, महीने, वर्ष, सदियां गुजरती हैं, मौसम भी बदलते हैं लेकिन राष्ट्र की रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगाने वालों के नाम अमिट रहते हैं. ये देश हमारी सेना के पराक्रमी महानायकों का सदा-सर्वदा ऋणी है, उनके प्रति कृतज्ञ है.'
    'शहीदों को नमन करता हूं'
    उन्होंने कहा, 'मेरा सौभाग्य है कि कारगिल युद्ध के समय मैं सामान्य देशवासी के रूप में अपने सैनिकों के बीच था. आज जब मैं फिर कारगिल की धरती पर हूं तो स्वाभाविक है कि वो स्मृतियां मेरे मन में ताजा हो गई हैं. मुझे याद है कि किस तरह हमारी सेनाओं ने इतनी ऊंचाई पर, इतने कठिन युद्ध ऑपरेशन को अंजाम दिया था. देश को विजय दिलाने वाले ऐसे सभी शूरवीरों को आदरपूर्वक प्रणाम करता हूं. मैं उन शहीदों को नमन करता हूं जिन्होंने कारगिल में मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया.'
    पीएम ने कहा, 'कारगिल में हमने केवल युद्ध नहीं जीता था. हमने सत्य, संयम और सामर्थ का अद्भुत परिचय दिया था. आप जानते हैं, भारत उस समय शांति के लिए प्रयास कर रहा था, बदले में पाकिस्तान ने फिर एक बार अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया. लेकिन सत्य के सामने असत्य और आतंक की हार हुई. पाकिस्तान ने अतीत में जितने भी दुष्प्रयास किए उसे मुंह की खानी पड़ी लेकिन पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है. वो आतंकवाद के सहारे, प्रॉक्सी वॉर के सहारे अपने आप को प्रासंगिक बनाए रखने का प्रयास कर रहा है लेकिन आज जब मैं उस जगह से बोल रहा हूं जहां से आतंक के आकाओं को मेरी आवाज सीधे सुनाई पड़ रही है, मैं आतंकवाद के इन सरपरस्तों से कहना चाहता हूं कि उनके नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे.' 
    साभार आज तक

  • सुप्रीम कोर्ट ने बिल लटकाने पर केरल और पश्चिम बंगाल के राज्यपालों से मांगा जवाब

    नई दिल्ली। लंबित विधेयकों के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने केरल और पश्चिम बंगाल के राज्यपालों को नोटिस जारी किया है। दोनों राज्यों की सरकारों ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि राज्यपालों की मंजूरी ना मिलने की वजह से 8 से ज्यादा विधेयक पिछले एक साल से लटके हैं। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने गृह मंत्रालय के साथ ही दोनों राज्यपालों को नोटिस जारी किया है। 
    राज्यों ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि राज्यपाल बिलों को मंजूरी ना देने की कोई वजह भी नहीं बता रहे हैं। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच मामले की सुनवाई कर रही थी। केरल सरकार की तरफ से कोर्ट में वरिष्ठ वकील केके वेणुगोपाल पेश हुए थे। पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से सीनियर वकील अभिषेक मनु सिंघवी और जयदीप गुप्ता ने तर्क रखे। उन्होंने कहा कि जब भी सुप्रीम कोर्ट में ममले को लिस्ट किया गया राज्यपाल ने विधेयकों को राष्ट्रपति के पास भेज दिया। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह राहुल भैय्या से महू कांग्रेस नेताओं की सौजन्य भेंट

    जिला कांग्रेस प्रवक्ता जुगनू जादवसिंह धनावत ने बताया भोपाल में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह राहुल भैय्या से महू कांग्रेस नेताओं ने सौजन्य भेंट कर आत्मीय स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से सिमरोल ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अशोक सैनी, जिला कांग्रेस प्रवक्ता जुगनू जादवसिंह धनावत, शैलेश पटेल ने सिमरोल ब्लॉक आदिवासी बाहुल्य में कार्यकर्ता सम्मेलन कराने के लिए अजय सिंह से समय मांगा।

  • राहुल गांधी ने किसान नेताओं को संसद में बुलाया मिलने, एंट्री नहीं मिली तो भड़के

    नई दिल्ली। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कई किसान नेताओं को मिलने के लिए संसद में बुला लिया। बुधवार को संसद भवन पहुंचे इन किसान नेताओं को एंट्री नहीं मिली तो राहुल गांधी भड़क गए। उनहोंने कहा कि हमने इन लोगों को मुलाकात के लिए बुलाया था। लेकिन ये लोग संसद में उन्हें आने नहीं दे रहे हैं। ऐसा शायद इसलिए हो रहा है क्योंकि वे किसान हैं और उन्हें सरकार अंदर नहीं देखना चाहती। वहीं राहुल गांधी के ऐतराज के बाद उन्हें एंट्री मिल गई। अब किसान नेताओं से राहुल गांधी संसद भवन के अपने उस दफ्तर में मिल सकेंगे, जो उन्हें नेता विपक्ष के तौर पर मिला है। 
    किसान नेताओं को एंट्री न मिलने के आरोपों पर मीडिया ने पूछा तो राहुल गांधी ने कहा कि यह बात तो आपको नरेंद्र मोदी ही बता पाएंगे। राहुल गांधी ने अपने ही अंदाज में कहा कि इन लोगों को शायद इसलिए अंदर नहीं आने दे रहे हैं क्योंकि ये किसान हैं। वहीं अखिलेश यादव ने बजट में किसानों का ध्यान न रखने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हम तो किसानों के लिए बजट मांग रहे थे, लेकिन ये उन लोगों के लिए पैकेज ला रहे हैं, जो सरकार चला रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि आखिर यूपी को कुछ क्यों नहीं मिला। यदि आप बिहार के लिए पैकेज दे रहे हैं और बाढ़ से राहत दिलाना चाहते हैं तो पहले नेपाल से बात करनी होगी और यूपी में बाढ़ कम करनी होगी। उत्तर प्रदेश में बाढ़ आनी बंद हो जाए तो फिर बिहार में भी नहीं आएगी। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बजट को विपक्ष ने बताया भेदभावपूर्ण, संसद भवन परिसर में किया विरोध प्रदर्शन

    नई दिल्ली। बजट को विपक्ष ने भेदभावपूर्ण बताया है और बुधवार को संसद भवन परिसर में बजट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत इंडी ब्लॉक के सांसदों ने केंद्रीय बजट में विपक्ष शासित राज्यों के साथ कथित भेदभाव को लेकर बुधवार को संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।
    सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, 'समर्थन मूल्य किसान को ना देकर गठबंधन के साथियों को दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश को बड़े सपने दिखाए थे, क्या मिला उत्तर प्रदेश को? डबल इंजन की सरकार है तो डबल लाभ मिलना चाहिए था, दिल्ली का लाभ लखनऊ का लाभ लेकिन लगता है कि दिल्ली अब लखनऊ की ओर नहीं देख रही है या लखनऊ वालों ने दिल्ली वालों को नाराज कर दिया और इसका परिणाम बजट में दिखाई दे रहा है। विकास बिहार जा रहा है तो उत्तर प्रदेश को क्यों छोड़ रहे हैं? बाढ़ अगर बिहार की रोकनी है तो नेपाल और उत्तर प्रदेश की बाढ़ रोके बिना आप बिहार की बाढ़ कैसे रोकेंगे? आप पहले उत्तर प्रदेश और नेपाल की बाढ़ रोके तो बिहार की बाढ़ अपने आप रुक जाएगी।'
    कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, 'यह अन्याय है। हम इसका विरोध करेंगे।' कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, 'यह अन्याय है। हम इसका विरोध करेंगे।' वहीं कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, 'यह बजट भारत सरकार के बजट जैसा नहीं लगता। इस बजट में संघीय ढांचे को तोड़ा गया है। विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्य बजट से गायब हैं। यह सरकारी बजट नहीं बल्कि 'सरकार बचाओ बजट' है। यह सिर्फ सबको खुश करने के लिए है।'
    बजट के मुद्दे पर विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से वॉकआउट किया। वहीं लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान केंद्रीय बजट के खिलाफ विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी की।
    साभार अमर उजाला

  • मोदी के बजट में बिहार को 58900 करोड़ का ऐलान, तीन एक्सप्रेसवे, एक पावर प्लांट

    पटना.  केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट में बिहार को विभिन्न योजनाओं के तहत 58900 करोड़ रुपये देने का प्रावधान किया गया है। इनमें से 26 हजार करोड़ रुपये का फंड बिहार के अंदर सड़कों का जाल बिछाने के लिए खर्च किया जाएगा। राज्य में तीन एक्सप्रेसवे भी बनाए जाएंगे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में मंगलवार को इसकी घोषणा की। इसके अलावा बाढ़ नियंत्रण के लिए 11500 करोड़ रुपये और पावर प्लांट के लिए 21400 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा वित्त मंत्री ने बिहार में कई एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेज, स्टेडियम, औद्योगिक हब, महाबोधि कॉरिडोर, नालंदा और राजगीर में पर्यटन सुविधा के विकास की घोषणाएं भी कीं। इन पर खर्च होने वाली राशि ऊपर दिए गए फंड में शामिल नहीं है।
    निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में ऐलान किया कि पटना से पूर्णिया, बक्सर से भागलपुर और बोधगया से राजगीर, वैशाली होते हुए दरभंगा तक तीन एक्सप्रेसवे बनाए जाएंगे। बक्सर में गंगा नदी पर दो लेन का एक पुल बनाया जाएगा। बिहार में बाढ़ की समस्या से भारत सरकार नेपाल से बात भी करेगी और उसका समाधान निकालेगी। गया के विष्णुपद मंदिर और बोधगया के महाबोधि मंदिर में काशी विश्वनाथ की तर्ज पर कॉरिडोर बनाकर धार्मिक पर्यटन विकसित किया जाएगा। नालंदा और राजगीर को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए केंद्र सरकार सहायता देगी। उन्होंने कहा कि अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर पर केंद्र सरकार बिहार के गया में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगी। इससे पूर्वी क्षेत्र में विकास को गति मिलेगी। 
    वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार बिहार में कई एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेज और स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थापना करेगी। हालांकि, नए एयरपोर्ट और मेडिकल कॉलेज कहां-कहां बनाए जाएंगे, इसका जिक्र नहीं किया गया। पीरपैंती में 2400 मेगावाट का पावर प्लांट स्थापित किया जाएगा, जिसके लिए 21400 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। बिहार को कैपिटल इन्वेस्टमेंट के जरिए अतिरिक्त धन दिया जाएगा। मल्टी इन्वेस्टमेंट बैंक के जरिए बिहार को सहायता दिलाने में तेजी लाई जाएगी। बजट भाषण अभी चल रहा है, ऐसे में बिहार के लिए और भी घोषणाएं हो सकती हैं।
    वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में बिहार को क्या-क्या मिला, यहां डालें एक नजर-
    - बिहार में सड़क परियोजनाओं के लिए केंद्रीय बजट में 26 हजार करोड़ का प्रावधान
    - पटना से पूर्णिया और बक्सर से भागलपुर के बीच एक्सप्रेसवे बनाए जाएंगे
    - बोधगया से दरभंगा वाया राजगीर, वैशाली एक्सप्रेसवे का निर्माण होगा
    - बक्सर में गंगा नदी पर दो लेन का पुल निर्माण
    - गया में इंडस्ट्रियल हब विकसित होगा
    - बिहार में बाढ़ की समस्या से नेपाल से बात करेगी भारत सरकार
    - बाढ़ नियंत्रण के लिए केंद्रीय बजट में 11500 करोड़ का फंड
    - बोधगया में महाबोधि कॉरिडोर विकसित होगा
    - नालंदा, राजगीर में पर्यटन सुविधाओं का विकास होगा
    - बिहार में कई एयरपोर्ट्स बनेंगे, मेडिकल कॉलेज और स्टेडियम भी स्थापित होंगे
    - भागलपुर के पीरपैंती में 2400 मेगावाट का पावर प्लांट बनेगा
    -  ऊर्जा क्षेत्र विकसित करने के लिए बिहार को 21400 करोड़ की सौगात
    -  बिहार को इनवेस्टमेंट बैंक के लिए अतिरिक्त फंड दिलाया जाएगा
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मिडिल क्लास के घर के सपने को पूरा करने के लिए वित्त मंत्री का बड़ा ऐलान

    वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट में मिडिल क्लास के घर के सपने को पूरा करने के लिए बड़ा ऐलान किया है। वित्त मंत्री ने बताया कि पीएम आवास योजना-शहरी 2.0 के तहत एक करोड़ परिवारों को 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश से आवास मुहैया कराए जाएंगे।
    वित्त मंत्री के मुताबिक सस्ती दरों पर ऋण की सुविधा के लिए ब्याज सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। इस खबर के बीच हाउसिंग सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के शेयर रॉकेट की तरह बढ़ने लगे। इसके तहत मनराज हाउसिंग फाइनेंस, सहारा हाउसिंगफिना कॉर्पोरेशन और स्टार हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में 4-5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। वहीं, जीआईसी हाउसिंग फाइनेंस, होम फर्स्ट फाइनेंस कंपनी इंडिया, रिलायंस होम फाइनेंस, रेप्को होम फाइनेंस और एएवीएएस फाइनेंसर्स के शेयरों में 1-2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान 

  • वित्त मंत्री के बजट भाषण की बड़ी बातें

    नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमणन ने सुबह 11 बजे बजट भाषण पढ़ना शुरू कर किया। उन्होंने जनता का आभार जताते हुए कहा कि पीएम मोदी पर भरोसा जताते हुए उन्हें तीसरे कार्यकाल के लिए चुना गया है। हम इसके लिए हम आभारी हैं। हम हमारी नीतियों पर भरोसा जताने के लिए जनता का आभार व्यक्त करते हैं। आइए जानते हैं वित्त मंत्री के बजट भाषण की खास बातें।
    1.  वित्त मंत्री ने बजट में सरकार की नौ प्राथमिकताएं गिनाईं, ये हैं
    खेती में उत्पादकता 
    रोजगार और क्षमता विकास
    समग्र मानव संसाधन विकास और सामाजिक न्याय 
    विनिर्माण और सेवाएं 
    शहरी विकास
    ऊर्जा सुरक्षा
    अधोसरंचना
    नवाचार, शोध और विकास
    अगली पीढ़ी के सुधार
    2. देश की आर्थिक प्रगति सही रास्ते परः वित्त मंत्री
    भारत की आर्थिक प्रगति सही रास्ते पर है। भारत की महंगाई कम और स्थिर है। भारत में महंगाई दर 4% के लक्ष्य की ओर। भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया के मुकाबले बहुत अच्छी हालत में। सरकार का फोकस गरीब, महिलाओं, किसानों और युवाओं पर है। सरकार का फोकस रोजगार पैदा करने के मौकों पर है। रोजगार के मौकों के लिए पांच योजनाओं का एलान किया गया है। अंतरिम बजट में हमने विकसित भारत के रोडमैप का वादा किया था। रोजगार के लिए सरकार ने 2 लाख करोड़ के पैकेज का एलान किया।
    3. खेती-किसानी के लिए वित्त मंत्री ने किए बड़े एलान
    खेती की उत्पादकता बढ़ाने के उपाय किए जाएंगे। ज्यादा पैदावार वाली फसल किस्मों का इस्तेमाल होगा। रिसर्च को बढ़ावा दिया जाएगा। प्राकृतिक खेती पर सरकार का जोर रहेगा। फसलों के उत्पादन, भंडारण और विपणन की व्यवस्था की जाएगी। शिक्षा और स्किलिंग के लिए 1.48 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। सब्जी उत्पादन और आपूर्ति शृंखला के लिए कलस्टर बनाए जाएंगे। झींगा उत्पादन और रिसर्च पर काम होगा। दालों और तिलहन के लिए मिशन मोड पर काम होगा। 400 जिलों में फसलों का सर्वे किया जाएगा। 32 फसलों की 109 नई किस्में आएंगी। बुनियादी ढांचे और विनिर्माण क्षेत्र पर बजट में फोकस रहेगा।
    4.  पहली बार नौकरी पाने वालों को बजट में तोहफा
    वित्त मंत्री ने एलान किया कि रोजगार देने पर सरकार इसेंटिव देगी। सरकार नियोक्ताओं को हर साल 3000 रुपये देगी। रोजगार देने पर सरकार इसेंटिव की तीन स्कीम लाएगी। पीएम योजना के तहत तीन चरणों में इसेंटिव दी जाएगी।  वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, "मुझे 2 लाख करोड़ रुपये के केंद्रीय परिव्यय के साथ 5 वर्षों में 4.1 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार, कौशल और अन्य अवसरों की सुविधा के लिए 5 योजनाओं और पहलों के प्रधानमंत्री पैकेज की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। इस वर्ष हमने शिक्षा, रोजगार और कौशल के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। सरकार की नौ प्राथमिकताओं में से एक है रोजगार और कौशल विकास। इसके तहत पहली बार नौकरी करने वालों को बड़ी मदद मिलने जा रही है। फॉर्मल सेक्टर में पहली बार नौकरी की शुरुआत करने वालों को एक महीने का वेतन दिया जाएगा। यह वेतन डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए तीन किस्तों में जारी होगा। इसकी अधिकतम राशि 15 हजार रुपये होगी। ईपीएफओ में पंजीकृत लोगों को यह मदद मिलेगी। योग्यता सीमा एक लाख रुपये प्रति माह होगी। इससे 2.10 करोड़ युवाओं को फायदा होगा। सरकार रोजगार में प्रवेश करने वाले 30 लाख युवाओं को भी फायदा देने जा रही है। यह फायदा भविष्य निधि यानी पीएफ में एक महीने के योगदान के रूप में होगा।
    5. बिहार को बजट में क्या मिला?
    बिहार की सड़क-संपर्क परियोजनाओं के लिए 26 हजार करोड़ रुपये देने का एलान। इससे पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे, बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे का विकास होगा। बोधगया, राजगीर, वैशाली और दरभंगा सड़क संपर्क परियोजनाओं का भी विकास होगा। बक्सर में गंगा नदी पर दो लेना वाला एक अतिरिक्त पुल बनाने में भी मदद होगी। बिहार में 21 हजार 400 करोड़ रुपये की लागत से विद्युत परियोजनाएं शुरू की जाएंगी। इसमें पिरपैंती में 2400 मेगावॉट के एक नए संयंत्र की स्थापना भी शामिल है। बिहार में नए एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेजों और खेलकूद की अवसंरचना का भी निर्माण होगा। पूंजीगत निवेशों में सहायता के लिए अतिरिक्त आवंटन उपलब्ध कराया जाएगा। बिहार सरकार के बहुपक्षीय विकास बैंकों से बाह्य सहायता के अनुरोध पर तेजी से कार्यवाही होगी।
    6. आंध्र प्रदेश को बजट में क्या मिला?
    सरकार का आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए समन्वित प्रयास। बहुपक्षीय विकास एजेंसियों के माध्यम से आंध्र प्रदेश को वित्तीय सहायता की सुविधा प्रदान करेंगे। चालू वित्त वर्ष में 15 हजार करोड़ और आगामी वर्षों में अतिरिक्त धनराशि की व्यवस्था की जाएगी। पोलावरम सिंचाई परियोजना को जल्दी पूरा कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध। इससे हमारे देश को खाद्य सुरक्षा में भी सहायता मिलेगी।  विशाखापत्तनम-चेन्नई औद्योगिक गलियारे में कोप्पार्थी क्षेत्र में बुनियादी ढांचे पर जोर। आर्थिक विकास के लिए पूंजीगत निवेश के लिए एक वर्ष तक अतिरिक्त आवंटन। अधिनियम में रायलसीमा, प्रकाशम और उत्तर तटी आंध्र प्रदेश के पिछड़े क्षेत्रों के लिए अनुदान।
    7. मुद्रा लोन की सीमा 10 लाख करोड़ से बढ़ाकर 20 लाख करोड़ की गई
    वित्त मंत्री ने एमएसएमई के लिए क्रेडिट गारंटी स्कीम का एलान किया।  गारंटी स्कीम से 100 करोड़ तक के लोन मिलेंगे। पीएसयू और बैंकों को आंतरिक स्तर पर आकलन के बाद एमएसएमई को लोन देने का निर्देश दिया। मुद्रा लोन की सीमा 10 लाख करोड़ से बढ़ाकर 20 लाख करोड़ की गई। एमएसएमई की मदद के लिए SIDBI शाखाएं बढ़ाएगी।
    8. एक करोड़ युवाओं को टॉप-500 कंपनियों में 12 महीने इंटर्नशिप और हर महीने भत्ता 
    वित्त मंत्री निर्मण सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा कि सरकार एक करोड़ युवाओं को अगले पांच साल में टॉप-500 कंपनियों में इंटर्नशिप का मौका देगी। यह इंटर्नशिप 12 महीने की होगी। इसमें युवाओं को कारोबार के वास्तविक माहौल को जानने और अलग-अलग पेशे की चुनौतियों से रूबरू होने का मौका मिलेगा। इसके तहत युवाओं को हर महीने पांच हजार रुपये का भत्ता भी दिया जाएगा। यही नहीं, उन्हें एकमुश्त मदद के रूप में छह हजार रुपये दिए जाएंगे। कंपनियों को अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत प्रशिक्षण का खर्च और इंटर्नशिप की 10 फीसदी लागत को वहन करना होगा।
    9. आद्योगिक श्रमिकों को मिलेगा यह लाभ
    सरकार पीपीपी मोड में औद्योगिक श्रमिकों के लिए किराये के आवास की सुविधा प्रदान करेगी।
    10. पीएम अर्बन हाउसिंग प्लान के लिए 10 लाख करोड़, मुफ्त बिजली
    पीएम अर्बन हाउसिंग प्लान के लिए वित्त मंत्री ने 10 लाख करोड़ रुपये का एलान किया है। वित्त मंत्री ने कहा कि रेंटल हाउसिंग को बढ़ावा देने ,रेगुलेशन के लिए नियम बनाएंगे। स्टाम्प ड्यूटी कम करने वाले राज्यों को बढ़ावा दिया जाएगा। एनर्जी ट्रांजिशन के लिए नई नीति लाई जाएगी। एक करोड़ घरों के लिए पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना का ऐलान किया गया है। महिलाओं के नाम रजिस्ट्री पर स्टाम्प ड्यूटी में राहत का प्रस्ताव किया गया है। निजी क्षेत्र के साथ मिलकर छोटे न्यूक्लियर पावर प्लांट बनाए जाएंगे।
    बजट के अन्य बड़े एलान
    विष्णुपद मंदिर, गया और महाबोधी मंदिर बोधगया दोनों जगहों पर गलियारे बनाने का एलान किया गया है। काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए बने गलियारे के तहत इन दोनों मंदिरों के गलियारों का विकास होगा। राजगीर भी बौद्ध और जैन श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण है। राजगीर के तीर्थ क्षेत्रों का भी विकास होगा। नालंदा को भी पर्यटन केंद्र के रूप में मजबूत करने के लिए वहां विकास जाएगा।
    नेशनल रिसर्च फंड की शुरुआत की जाएगी
    बिहार और असम में बाढ़ की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार मदद देगी 
    बुनियादी ढांचे पर GDP के 3.4% के बराबर निवेश किया जाएगा
    साभार अमर उजाला

  • मोदी सरकार 3.0 के पहले बजट को कांग्रेस ने दिखावे वाला करार दिया

    नई दिल्ली नरेंद्र मोदी सरकार 3.0 के पहले बजट को कांग्रेस ने दिखावे वाला करार दिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि इस बजट में सरकार ने मान लिया है कि बेरोजगारी राष्ट्रीय संकट है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट भाषण दिखावे पर ज्यादा केंद्रित रहा है। केंद्र सरकार ने 10 साल के इनकार के बाद स्वीकार किया है कि बेरोजगारी राष्ट्रीय संकट है, जिस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि सरकार ने जिस इंटर्नशिप योजना की घोषणा की है। वह इस लोकसभा चुनाव के कांग्रेस के घोषणापत्र में किए गए प्रशिक्षुता के अधिकार के वादे पर आधारित है।
    इसके तहत उसने डिप्लोमा एवं डिग्रीधारक बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण के साथ एक साल तक हर महीने 8500 रुपये देने का वादा किया था। कांग्रेस ने इस कार्यक्रम को ‘पहली नौकरी पक्की’ नाम भी दिया था।सरकार ने मंगलवार को कहा कि वह रोजगार से जुड़ी तीन योजनाएं शुरू करेगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में 2024-25 के लिए केंद्रीय बजट पेश करते हुए कहा कि सरकार नौकरी बाजार में प्रवेश करने वाले 30 लाख युवाओं को एक महीने का पीएफ (भविष्य निधि) योगदान देकर प्रोत्साहन देगी।
    उन्होंने कहा कि ‘प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना’ के तहत 5,000 रुपये का मासिक भत्ता मिलेगा।रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘वित्त मंत्री ने कांग्रेस के न्याय पत्र-2024 से सीख ली है, जिसमें इसका ‘इंटर्नशिप’ कार्यक्रम स्पष्ट रूप से कांग्रेस के प्रस्तावित प्रशिक्षुता कार्यक्रम पर आधारित है, जिसे ‘पहली नौकरी पक्की’ कहा गया था। हालाकि, अपनी चिरपरिचित शैली में योजना को सभी डिप्लोमा धारकों और स्नातकों के लिए गारंटी के बजाय मनमाने लक्ष्य (एक करोड़ इंटर्नशिप) के साथ, सुर्खियां बटोरने के लिए डिज़ाइन किया गया है।’
    उन्होंने दावा किया, ‘10 साल के इनकार के बाद ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार अंततः चुपचाप स्वीकार करने के लिए आगे आई है कि बड़े पैमाने पर बेरोजगारी एक राष्ट्रीय संकट है जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।’ रमेश ने कहा कि अब तक बहुत देर हो चुकी है और लगता है कि बजट भाषण कदम उठाने की तुलना में दिखावे पर अधिक केंद्रित है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बजट सत्र से पहले PM मोदी ने दी विपक्ष को नसीहत, कहा- जनवरी 2029 के बाद राजनीति करना

    नई दिल्ली। यह सत्र देशवासियों के सपनों की नींव रखने वाला है। देश बहुत बारीकी से हम सभी के काम को देख रहा है। यह गर्व का विषय है कि करीब 60 साल के बाद कोई सरकार तीसरी बार वापस आई। तीसरी पारी का पहला बजट रखने का सौभाग्य प्राप्त हो, यह गर्व का विषय है। देशवासी इसे गरिमा के तौर पर देख रहे हैं। मैं देशवासियों को जो गारंटी दे रहा हूं, उनको जमीन पर उतारने वाला यह बजट होगा। यह अमृतकाल का महत्वपूर्ण बजट है। हमें 5 साल का जो अवसर मिला है, उसकी दिशा यह बजट तय करेगा। यह बजट 2047 में विकसित भारत के सपने को पूरा करने की मजबूत नींव रखेगा। 
    हर देशवासी के लिए गर्व की बात है कि उभरती अर्थव्यवस्थाओं में भारत सबसे तेजी से बढ़ रहा है। 8 प्रतिशत की ग्रोथ के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। भारत में पॉजिटिव आउटलुक, इन्वेस्टमेंट और परफॉर्मेंस का माहौल है। हम बीते तीन सालों से लगातार 8 फीसदी की ग्रोथ कर रहे हैं। देशवासियों ने अपना फैसला ले लिया है। अब सभी चुने हुए सांसदों की जिम्मेदारी है कि अब दल के लिए नहीं बल्कि अगले 5 सालों में देश के लिए लड़ना है। मैं सभी राजनीतिक दलो से भी कहूंगा कि हम आने वाले साढ़े 4 साल के लिए देश को समर्पित हो जाएं। 
    आप जनवरी 2029 में मैदान में जाएं। आपको 6 महीने जो भी खेल खेलने हैं, खेल लीजिए। लेकिन तब तक सिर्फ देश के गरीब, किसान, युवा और महिलाओं के सामर्थ्य के लिए जुट जाएं। 2047 के सपनों को पूरा करने के लिए हम ताकत लगा रहे हैं। मुझे आज बड़े दुख के साथ कहना है कि 2014 में कुछ सांसद 5 साल के लिए आए। कुछ लोगों को 10 साल काम का मौका मिला। लेकिन तमाम सांसद ऐसे रहे, जिन्हें सदन में अपनी बात कहने का मौका नहीं मिला। ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ नकारात्मक लोगों ने अपनी विफलताओं को ढांकने के लिए सदन का दुरुपयोग किया। मैं अपील करूंगा कि नए सदस्यों को मौका मिले। उन्हें बोलने दिया जाए और ज्यादा से ज्यादा लोग आगे आ सकें।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 58 साल बाद आरएसएस के आयोजनों में जा सकेंगे केंद्रीय कर्मचारी, हटा बैन

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की गतिविधियों में सरकारी कर्मचारियों के भाग लेने पर लगा प्रतिबंध हटा लिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने भी आदेश का स्क्रीनशॉट साझा किया और कहा कि 58 साल पहले जारी एक असंवैधानिक निर्देश को नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने वापस ले लिया है।
    कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने भी कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय द्वारा 9 जुलाई को जारी एक कार्यालय ज्ञापन साझा किया, जो आरएसएस की गतिविधियों में सरकारी कर्मचारियों की भागीदारी से संबंधित है। उक्त आदेश में कहा गया है, ‘उपर्युक्त निर्देशों की समीक्षा की गई है और यह निर्णय लिया गया है कि 30 नवंबर 1966, 25 जुलाई 1970 और 28 अक्टूबर 1980 के संबंधित कार्यालय ज्ञापनों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का उल्लेख हटा दिया जाए।’
    आदेश की तस्वीर के साथ एक पोस्ट में रमेश ने कहा, ‘फरवरी 1948 में गांधीजी की हत्या के बाद सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद अच्छे आचरण के आश्वासन पर प्रतिबंध को हटाया गया। इसके बाद भी आरएसएस ने नागपुर में कभी तिरंगा नहीं फहराया।’ उन्होंने पोस्ट में कहा, ‘1966 में आरएसएस की गतिविधियों में भाग लेने वाले सरकारी कर्मचारियों पर प्रतिबंध लगाया गया था और यह सही निर्णय भी था। यह 1966 में प्रतिबंध लगाने के लिए जारी किया गया आधिकारिक आदेश है।’
    रमेश ने कहा, ‘4 जून 2024 के बाद स्वयंभू नॉन बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री और आरएसएस के बीच संबंधों में कड़वाहट आई है। नौ जुलाई 2024 को 58 साल का प्रतिबंध हटा दिया गया जो अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान भी लागू था।’ रमेश ने कहा, ‘मेरा मानना है कि नौकरशाही अब निक्कर में भी आ सकती है।’
    कांग्रेस नेता ने यह बात आरएसएस की खाकी निक्कर वाली पोशाक की ओर इशारा करते हुए कही, जिसे 2016 में भूरे रंग की पतलून से बदल दिया गया। नौ जुलाई के आदेश को टैग करते हुए भाजपा नेता अमित मालवीय ने कहा, ‘58 साल पहले 1966 में जारी असंवैधानिक आदेश, जिसमें सरकारी कर्मचारियों के आरएसएस की गतिविधियों में भाग लेने पर प्रतिबंध लगाया गया था, मोदी सरकार द्वारा वापस ले लिया गया है।’ भाजपा नेता ने कहा कि मूल आदेश को पहले ही पारित नहीं किया जाना चाहिए था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भाजपा नेता को गोली मारने वाला रिटायर्ड फौजी देवास से पकड़ाया

    उज्जैन। उज्जैन जिले में हामूखेड़ी में भाजपा नेता और बिल्डर प्रकाश यादव को गोली मारने वाले रिटायर्ड फौजी सुरेंद्र भदौरिया को पुलिस ने देवास से गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद वह अपने किसी परिचित के घर जाकर छिप गया था। एक अन्य आरोपी अब भी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस ने उसके ठिकानों पर दबिश दे रही है। 
    गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात हामूखेड़ी में पड़ोसियों के बीच बच्चों को लेकर हुए विवाद में बात इतनी आगे बढ़ी थी कि साधारण मारपीट के बाद गोलीकांड हो गया। रिटायर्ड फोजी सुरेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया ने बिल्डर एवं भाजपा के नेता प्रकाश यादव पर गोली चला दी थी। इसके पहले दोनों परिवारों के बीच विवाद में मारपीट भी हुई थी, जिसमें भदौरिया की मां को भी गंभीर चोंट लगने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
    मामले में पुलिस ने 7 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। जिसमें से पांच आरोपी शुक्रवार की सुबह तक पकड़ा गए थे, जबकि मुख्य आरोपी सुरेंद्र व एक अन्य फरार हो गए थे। मुखबीर की सूचना पर पुलिस ने सुरेंद्र को देवास से लोकेशन मिलने पर घेराबंदी कर पकड़ लिया, जबकि एक अन्य साथी अब भी फरार बताया जा रहा है। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी करने के बाद गोली कांड में उपयोग की गई रिवॉल्वर भी बरामद कर जब्त कर ली है। पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों के खिलाफ धारा 109, 190, 191 और 132 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।
    साभार अमर उजाला, 

  • अवैध खनन के मामले में ईडी ने हरियाणा के कांग्रेस MLA सुरेंद्र पंवार को किया गिरफ्तार

    नई दिल्ली. अवैध खनन के मामले में ईडी की टीम ने बड़ा एक्शन लेते हुए हरियाणा के सोनीपत के कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार को गिरफ्तार कर लिया है. पंवार पर युमुनानगर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध खनन करवाने का आरोप है. ईडी सुरेंद्र पंवार को रिमांड के लिए अंबाला के स्पेशल कोर्ट में ले जा रही है.
    मामला यमुनानगर क्षेत्र में सिंडिकेट द्वारा लगभग 400-500 करोड़ रुपये के अवैध खनन से संबंधित है. हरियाणा पुलिस द्वारा अवैध खनन के संबंध में पवार और अन्य के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की थी जिसके बाद पिछले साल साल ईडी ने जांच अपने हाथ में ली थी. 
    इस साल जनवरी में ईडी द्वारा आईएनएलडी से पूर्व एमएलए दिलबाग सिंह, सुरेंद्र पंवार और अन्य सहयोगियों के यहां 20 जगहों पर छापे मारे गए थे. ईडी इस मामले में पहले दिलबाग सिंह और कुलविंदर सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है.
    साभार आज तक

  • बांग्लादेश में नौकरियों में आरक्षण के मुद्दे पर हिंसक प्रदर्शन जारी, 18 और प्रदर्शनकारियों की मौत

    ढाका। बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण के मुद्दे पर हिंसक प्रदर्शन जारी है। बृहस्पतिवार को पुलिस और छात्रों के बीच हुई झड़प में 18 लोग मारे गए। हालात काबू करने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े, जिससे सैकड़ों प्रदर्शनकारी जख्मी हुए हैं। प्रदर्शन पर काबू पाने के लिए ढाका में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
    इस सप्ताह इन प्रदर्शनों में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री शेख हसीना के चौथी बार फिर से निर्वाचित होने के बाद से ही अलग-अलग मुद्दों पर बांग्लादेश में प्रदर्शन चल रहे हैं। मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की तरफ से किए जा रहे इन प्रदर्शनों को बेरोजगार युवाओं का समर्थन मिल रहा है। बांग्लादेश की आबादी में पांचवां हिस्सा बेरोजगार या शिक्षा से वंचित है। इस मामले में 7 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के उस फैसले के खिलाफ सरकार की अपील पर सुनवाई होनी है, जिसमें कोटा बहाल करने का आदेश दिया गया था। हसीना ने छात्रों से फैसले तक धैर्य रखने को कहा है। एमनेस्टी इंटरनेशनल जैसे अधिकार समूहों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने बांग्लादेश से शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को हिंसा से बचाने का आग्रह किया है। बांग्लादेश सरकार ने 1971 में पाकिस्तान से आजादी की लड़ाई में लड़ने वाले लोगों के परिवारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 फीसदी का आरक्षण देने का फैसला किया। प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि इस आरक्षण की व्यवस्था को खत्म किया जाए।

    साभार अमर उजाला

  • हूथी उग्रवादियों ने इजरायल की राजधानी में घुसकर किया आतंकी हमला, एक व्यक्ति की मौत

    तेल अवीव। ईरान समर्थक हूथी उग्रवादियों ने इजरायल की राजधानी तेल अवीव के अंदर हमला किया है। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि 10 घायल हैं। अपनी कड़ी सुरक्षा के लिए जाना जाने वाले इजरायल में इस तरह का हमला उसके लिए बड़ी चुनौती है। यह हमला ड्रोन के जरिए किया गया है। इस हमले की जिम्मेदारी हूथी उग्रवादियों के संगठन अंसार अल्लाह ने ली है। शुक्रवार सुबह ही तेल अवीव में बड़ा धमाका सुना गया। एंबुलेंस सर्विस ने एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि की है। उसका शव एक इमारत के पास पाया गया, जहां पर धमाका हुआ था। 
    टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक 8 लोगों को अस्पताल में एडमिट कराया गया है। यह हमला जिस जगह हुआ है, वहां से अमेरिकी दूतावास थोड़ी ही दूरी पर है। इन सभी लोगों को चोटें आई हैं और धमाके से निकले बारूद से घायल हुए। इसके अलावा 4 अन्य लोगों को भी चक्कर आने और बेचैनी की शिकायत है। इन लोगों का भी इलाज चल रहा है। इजरायली सेना ने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि ड्रोन के इस्तेमाल से यह हमला किया गया है। इजरायली सेना का कहना है कि गहन जांच चल रही है। 
    इस बात की भी जांच की जा रही है कि आखिर इजरायली एयरस्पेस में ड्रोन घुस आया और सायरन क्यों नहीं बजे। इजरायली मीडिया का कहना है कि अब एयरफोर्स की ओर से फाइटर जेट्स के जरिए आसमान पर नजर रखी जाएगी। ईरान समर्थक हूथी उग्रवादी संगठन के प्रवक्ता ने हमले की जिम्मेदारी ली है। यही नहीं उसने कहा कि हम फिलिस्तीन के साथ खड़े हैं और इजरायल पर ऐसे हमले जारी रहेंगे। आतंकी संगठन के प्रवक्ता ने कहा कि तेल अवीव हमारे निशाने पर रहेगा। उसका जितना भी इलाका हमारे हथियारों की जद में रहेगा, उसे हम छोड़ेंगे नहीं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सीएम योगी का फैसला, कावड़ रूट की हर दुकान पर लिखना होगा नाम

    लखनऊ. 22 जुलाई से सावन का पावन महीना शुरू हो रहा है. सावन के पहले दिन से कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी. कावंड यात्री हरिद्वार के लिए निकल पड़ेंगे, लेकिन यात्रा से पहले यूपी पुलिस के एक आदेश से विवाद गरमा गया है. योगी सरकार ने कांवड़ रूट के दुकानों-ठेले वालों के लिए एक आदेश जारी किया है. आदेश में कहा गया है कि सभी दुकानों, ठेलों पर अपना नाम लिखें जिससे कांवड़ यात्री जान सके कि वो किस दुकान से सामान खरीद रहे हैं.
    तमाम विवादों के बीच सीएम योगी ने कांवड़ यात्रियों के लिए कदम उठाए हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा है कि पूरे उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्गों पर खाने पीने की दुकानों पर ' नेमप्लेट' लगानी होगी और दुकानों पर संचालक मालिक का नाम और पहचान होगा लिखना. सीएमओ के मुताबिक, कांवड़ यात्रियों की आस्था की शुचिता बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है और हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचनेवालों पर भी कार्रवाई होगी.
    वहीं यूपी सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने इस फैसले का बचाव करते हुए कहा, 'हरिद्वार गोमुख से देशभर का कांवड़िया जल लेकर अपने गंतव्य की तरफ जाता है और विशेष रूप से उन्हें मुजफ्फरनगर में आना पड़ता है. देखने में आया है कि कुछ लोग अपने दुकानों, ढाबों, रेस्टोरेंट के नाम हिंदू धर्म के नाम पर लिखते हैं जबकि चलाने वाले उनके मुस्लिम लोग होते हैं. वह मुस्लिम है हमें कोई आपत्ति नहीं है दिक्कत यहां आती है जब वह अपनी दुकान पर नॉनवेज बेचते हैं. हिंदू धर्म के वैष्णो ढाबा भंडार, शाकुंभरी देवी भोजनालय, शुद्ध भोजनालय ऐसा लिख करके वह नॉनवेज बेचते हैं. उसमें बड़ी आपत्ति होती है. मेरी जिला प्रशासन से डिमांड थी कि ऐसे ढाबो पर उन लोगों के नाम अंकित किए जाएं. इसमें आपत्ति क्या है ? कई वीडियो वायरल हुई है कि लोग रोटी के ऊपर थूक रहे हैं और रेस्टोरेंट में थूक भी रहे हैं.'
    साभार आज तक

  • बीजेपी में मचे घमासान के बीच सपा प्रमुख का केशव प्रसाद मौर्य को ऑफर, 100 लाओ, सरकार बनाओ

    लखनऊ। यूपी में लोकसभा चुनाव हार के बाद बीजेपी में मचे घमासान के बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने  डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को लेकर लगातार तंज कस रहे हैं। अखिलेश यादव ने बिना नाम लिए इशारों में अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर कहा कि मॉनसून ऑफर है 100 लाओ, सरकार बनाओ। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार सुबह अपने ऑफिशियल हैंडल पर एक पोस्ट कर लिखा कि मॉनसून ऑफर 100 लाओ सरकार बनाओ। इस पोस्ट को केशव प्रसाद मौर्य से जोड़कर देखा जा रहा है।
    इससे पहले अखिलेश यादव ने बुधवार को पोस्ट कर कहा था कि यूपी की बीजेपी में कुर्सी की लड़ाई चल रही है। उत्तर प्रदेश में शासन प्रशासन ठंडे बस्ते में चला गया है। उन्होंने कहा कि तोड़फोड़ की राजनीति का काम जो भाजपा दूसरे दलों में करती थी। वही काम वह अपने दल के अंदर कर रही है इसलिए बीजेपी अंदरूनी झगड़ों के दलदल में धसती जा रही है। यूपी की जनता के बारे में बीजेपी में कोई सोचने वाला नहीं है। इसके बाद देर रात को रात को अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि लौट के बुद्धू घर वापस आए। हालांकि अखिलेश यादव के वार पर केशव प्रसाद मौर्य ने भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव बीजेपी कि देश और प्रदेश दोनों जगह मजबूत संगठन और सरकार है। सपा का पीडीए धोखा है। यूपी में सपा के गुंडाराज की वापसी संभव है। बीजेपी 2027 विधानसभा चुनाव में 2017 दोहराएगी। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग पर फंसेगा पेच? उद्धव की पार्टी ने 125 तो कांग्रेस 150 सीटों पर लड़ने को तैयार

    मुंबई. महाराष्ट्र में अब विधानसभा चुनाव की बारी है. महा विकास अघाड़ी में सीट शेयरिंग पर मंथन शुरू हो गया है. हालांकि, समझौते के मूड में कोई नहीं दिख रहा है. सूत्र बताते हैं कि लोकसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के बाद शिवसेना (यूबीटी) विधानसभा चुनाव में करीब 115-125 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है. कांग्रेस पहले साफ कर चुकी है कि वो 150 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. राज्य में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं.
    सूत्रों ने बताया कि शिवसेना (यूबीटी) इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने के लिए तैयार है. हालांकि, उद्धव सेना ने साफ कर दिया कि वो करीब 115 से 125 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने का टारगेट कर रही है. यह बात ऐसे समय में सामने आई है, जब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को संजय राउत, अनिल देसाई, सुभाष देसाई, सुनील प्रभु और राजन विचारे समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की और विधानसभा चुनाव लड़ने की रणनीति तैयार करने के लिए चर्चा की. सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान उद्धव ठाकरे ने सभी 125 विधानसभा सीटों की समीक्षा की. बैठक में उन्होंने कहा कि वे इन सभी सीटों को टारगेट करने के लिए एक 'थिंक टैंक' के साथ एक वॉर रूम तैयार करने की भी योजना बना रहे हैं.
    दरअसल, शिवसेना (यूबीटी) पिछले वोट मार्जिन के आधार पर इन 125 सीटों की मांग करेगी. इसके अलावा, पार्टी इन सीटों को पिछले विधानसभा चुनावों में मिले वोटों के आधार पर A, B और C लेवल में वर्गीकृत किया जाएगा.
    साभार आजतक 

  • सुप्रीम कोर्ट ने तांती-तंतवा जाति को एससी में शामिल करने के फैसले को किया निरस्त, नीतीश को झटका

    पटना। सुप्रीम कोर्ट ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य सरकार को तगड़ा झटका देते हुए नौ साल पहले तांती-तंतवा जाति को अनुसूचित जाति (एससी) में शामिल करने के फैसले को निरस्त कर दिया है। उच्चतम न्यायालय ने कहा कि एससी लिस्ट में किसी जाति का नाम जोड़ने या हटाने का अधिकार राज्य के पास नहीं है और यह काम सिर्फ संसद कर सकती है। कोर्ट ने नीतीश सरकार के फैसले को संविधान से शरारत बताते हुए अवैध करार दिया और कहा कि एससी लिस्ट में दूसरी जाति को जोड़ने से अनूसूचित जाति के लोगों की हकमारी होती है। कोर्ट ने साफ कहा कि संविधान के आर्टिकल 341 के तहत राज्य को अनुसूचित जाति की सूची में छेड़छाड़ करने का अधिकार नहीं है।
    सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद तांती-तंतवा जाति वापस अति पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) में शामिल होगी। फैसले से एससी में शामिल जातियों के लिए दाखिला, रोजगार और प्रोमोशन में कुछ अवसर बढ़ जाएंगे। कोर्ट ने राज्य सरकार के 1 जुलाई 2015 के संकल्प को रद्द करते हुए आदेश दिया है कि इन नौ सालों में तांती-तंतवा जाति के जिन लोगों को भी एससी कोटे के आरक्षण का लाभ मिला है उन्हें ईबीसी कोटा में समायोजित किया जाए और इससे खाली होने वाली सीटों और पदों को एससी जाति के लोगों से भरा जाए। डॉ भीमराव आंबेडकर विचार मंच और आशीष रजक की याचिका पर जस्टिस विक्रम नाथ और प्रशांत कुमार मिश्रा की बेंच ने यह फैसला सुनाया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता की हत्या, जीतन सहनी का घर में ही क्षत-विक्षत अवस्था में मिला शव

    पटना, (एजेंसी) बिहार सरकार में पूर्व मंत्री रहे मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी का बेरहमी से कत्ल हो गया है। दरभंगा में उनकी हत्या की गई है। अब तक इस हत्या की वजह पता नहीं चली है, लेकिन पुलिस सूत्रों का कहना है कि निजी रंजिश के चलते शायद इस कांड को अंजाम दिया गया है। मुकेश सहनी बिहार में मल्लाहों के बड़े नेता कहे जाते हैं। वह विकासशील इंसान पार्टी यानी VIP के मुखिया भी हैं। जीतन सहनी का शव घर में ही क्षत-विक्षत अवस्था में पाया गया। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में मुकेश सहनी आरजेडी के साथ थे और महागठबंधन का हिस्सा थे।
    पिछड़ा समुदाय से आने वाले मुकेश सहनी के पिता की हत्या बिहार में एक बड़ा मुद्दा बन सकती है। राज्य में कानून व्यवस्था पर यह कांड बड़े सवाल खड़े करता है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जीतन सहनी का शव घर में ही क्षत-विक्षत अवस्था में मिला है। इस हत्याकांड पर आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है। ऐसा लग रहा है कि बिहार में अब कोई सुरक्षित नहीं है। यहां लगातार हत्याओं का दौर जारी है। जब मुकेश सहनी के पिता का इस तरह कत्ल हो सकता है तो फिर कौन सुरक्षित है।  मिली जानकारी के मुताबिक मुकेश सहनी फिलहाल मुंबई में थे। खबर मिलते ही वह दरभंगा लौट रहे हैं। एसएसपी जगन्नाथ रेड्डी ने जीतन सहनी के कत्ल की पुष्टि की है।
     मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। आशंका है कि जीतन सहनी की हत्या के विरोध में प्रदर्शन हो सकता है और कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है। 'सन ऑफ मल्लाह' कहे जाने वाले मुकेश सहनी की पार्टी लोकसभा चुनाव में तीन सीटों पर मुकाबले में उतरी थी। हालांकि किसी भी सीट पर उसे जीत नहीं मिली थी। तेजस्वी यादव के साथ नवरात्रि के मौके पर मछली खाने वाला वीडियो बनाने पर मुकेश सहनी घिर गए थे।

    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • तमिलनाडु में 'नाम तमिलर पार्टी' के नेता की हत्या

    चेन्नई। तमिलनाडु में बीएसपी चीफ की हत्या के बाद अब एक और नेता की सरेराह हत्या कर दी गई है। मदुरै में 'नाम तमिलर पार्टी' के उत्तरी जिले के डिप्टी सेक्रेटरी बालासुब्रमण्यम की मंगलवार की सुबह हत्या कर दी गई। जानकारी के मुताबिक मॉर्निंग वॉक पर निकले थे और इसी दौरान कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और हत्या कर दी। 
    पुलिस के मुताबिक हत्या के पीछे की वजह का अभी पता नहीं चल पाया है। जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हत्या चोक्किकुलम में वल्लभी रोड पर हुई जो कि तल्लाकुलम पुलिस स्टेशन के अंतरगत आता है। जानकारी के मुताबिक बालासुब्रमण्यम को चार लोगों ने रोका था और उनपर हमला करने के बाद वे फरार हो गए। इसके बाद तुरंत उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां मृत घोषित कर दिया गया।
    बता दें कि 5 जुलाई को राज्य में बीएसपी चीफ आर्मस्ट्रॉन्ग की उनके घर पर ही हत्या कर दी गई थी। वह अपने घर में ही कुछ पार्टी के कार्यकर्ताओं से बात कर रहे थे तभी छह लोग बाइक पर सवार होकर आए और चाकू-तलवार से हमला कर दिया। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद हत्या के मुख्य आरोपी की भी पुलिस एनकाउंटर मेंम मौत हो गई। आरोपी का नाम तिरुवेंगदम बताया गया था। वहीं इस मामले में कुल 11 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • राज्यसभा में घटी भाजपा की ताकत, लेकिन 11 राज्यसभा सीटों में से 8 पर एनडीए जीत सकती है

    नई दिल्ली। राज्यसभा से 4 मनोनीत सदस्य शनिवार को रिटायर हो गए। ये सभी सदस्य भाजपा के कोटे से थे और इनके सदन से विदा होने के साथ ही उसकी संख्या 86 ही रह गई है। एनडीए को मिलाकर देखें तो यह संख्या 101 है। हालांकि भाजपा को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में उसकी संख्या में इजाफा होगा। फिलहाल राज्यसभा में 19 सीटें खाली हैं और मौजूदा सदस्यों की संख्या 226 है। 19 सीटों में से 4 सीटें जम्मू-कश्मीर की हैं, जहां विधानसभा चुनाव होने के बाद ही राज्यसभा के इलेक्शन होंगे। इसके अलावा 4 सीटें नामित सदस्यों की खाली हैं। वहीं 11  राज्यसभा सीटों पर चुनाव होना है, जो महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना, हरियाणा, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा और असम जैसे राज्यों की हैं। 
    मौजूदा समीकरणों के अनुसार इन 11 सीटों में से 8 पर एनडीए आसानी से जीत हासिल कर सकता है। इस तरह कुल संख्या 86 तक पहुंच जाएगी। इन 11 में से 10 राज्यसभा सीटें पिछले महीने ही खाली हुई हैं क्योंकि कई सदस्यों ने लोकसभा का चुनाव लड़ा था और जीतने के बाद उच्च सदन से इस्तीफा दे दिया था। इनमें पीयूष गोयल और भूपेंद्र यादव जैसे नेता भी शामिल हैं। इसके अलावा एक सीट बीआरएस के राज्यसभा सांसद रहे के. केशव राव के इस्तीफे से खाली हुई है। वह अब कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। इस तरह आने वाले महीनों में एनडीए को 8 सीटों पर जीत मिलने के आसार हैं। 
    वहीं तीन सीटें विपक्षी INDIA गठबंधन को मिल सकती हैं। कांग्रेस को उम्मीद है कि उसकी संख्या भी तेलंगाना में जीत के चलते 27 तक पहुंच जाएगी। यह आंकड़ा विपक्ष के नेता का पद पाने के लिए जरूरी 25 से 2 सीट अधिक होगा। गौरतलब है कि एनडीए के पास भले ही अपने दम पर बहुमत नहीं है, लेकिन राज्यसभा में वाईएसआर कांग्रेस, बीजेडी, एआईएडीएमके जैसे दलों के समर्थन से वह जरूरी बिल पारित कराती रही है। शनिवार को मनोनीत सांसद राकेश सिन्हा, राम शकल, सोनल मानसिंह और महेश जेठमलानी का कार्यकाल समाप्त हो गया। इन लोगों ने संसद सदस्य बनने के बाद भाजपा की सदस्यता ले ली थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर रैली में चली गोलियां..., शूटर ढेर, 1 शख्स की मौत

    नई दिल्ली. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की रैली में गोलियां चली हैं. ट्रम्प घायल हो गए हैं. उनके दाहिने कान को छूकर गोली निकल गई. उनके दाहिने कान से खून निकलने लगा और उनके चेहरे पर भी खून के निशान देखे गए. वह पेन्सिलवेनिया में रैली कर रहे थे, जब एक के बाद एक कई गोलियां चलीं. वीडियो में ट्रम्प के कान पर खून दिखाई दे रहा है.
    सामने आई रैली की वीडियो में देखा जा सकता है कि डोनाल्ड ट्रम्प गोलियां चलने के बाद वहीं पोडियम पर झुक जाते हैं. इसके बाद सीक्रेट सर्विस एजेंट (उनके सिक्योरिटी गार्ड) उन्हें घेर लेते हैं. इस दौरान ट्रम्प को देखा जा सकता है कि वह भीड़ की तरफ अपना हाथ उठाकर उन्हें संबोधित कर रहे हैं.
    सीक्रेट सर्विस ने एक बयान में कहा कि ट्रम्प सुरक्षित हैं और उनकी सुरक्षा के लिए उपाय लागू किए गए हैं. ट्रम्प के मंच से उतरने के तुरंत बाद पुलिस ने रैली ग्राउंड को खाली करा दिया. सीक्रेट सर्विस इस गोलीबारी की हत्या की कोशिश के रूप में जांच कर रही है. इस बीच एफबीआई की टीम भी मौके पर पहुंच गई है. एजेंसी ने बताया कि मामले की जांच में टीम सीक्रेट सर्विस के साथ मिलकर काम करेगी.
    यह रैली पेन्सिलवेनिया के ग्रेटर पिट्सबर्ग क्षेत्र के बटलर काउंटी में आयोजित की जा रही थी. बटलर काउंटी के जिला अटॉर्नी रिचर्ड गोल्डिंगर ने कहा कि संदिग्ध बंदूकधारी को मार गिराया गया है और रैली में शामिल कम से कम एक शख्स की भी मौत हुई है. एक अन्य के बारे में बताया जा रहा है कि गंभीर हालत में है. हालांकि, शूटर की पहचान खबर लिखे जाने तक नहीं हो पाई है.
    साभार आज तक 

  • ट्रंप पर हमले के बाद पीएम मोदी ने जताई चिंता, बोले- राजनीति में इसकी कोई जगह नहीं

    नई दिल्ली। अमेरिका में चल रहे राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के ऊपर जानलेवा हमला हुआ है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्रंप पर हुए इस हमले को लेकर चिंता जताई है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पीएम मोदी ने लिखा कि अपने दोस्त  पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप पर हुए हमले को लेकर चिंता में हूं। इस हमले की निंदा करता हूं। राजनीति और लोकतंत्र में इस तरह की हिंसा की कोई जगह नहीं है। उनके जल्दी ठीक होने की कामना करता हूं। हमारी प्रार्थनाएं उनके परिवार और अमेरिकी लोगों के साथ हैं।
    अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के ऊपर एक रैली के दौरान जानलेवा हमला हुआ, जिसमें दूर एक बिल्डिंग पर बैठे शख्स ने राइफल के जरिए ट्रंप के ऊपर गोली चलाई। गोली सीधे जाकर ट्रंप के कान को छूती हुई निकली, जिसके बाद रैली में अफरा तफरी मच गई। ट्रंप ने मंच पर झुककर अपने आप को बचाया तब तक उनके सुरक्षाकर्मी उनकी सुरक्षा के लिए उनके पास आ गए। ट्रंप को ले जाते समय उनके कान के पास से खून निकलता हुआ साफ दिखाई दे रहा था लेकिन ट्रंप के उत्साह में इससे कोई फर्क पड़ता दिखाई नहीं दिया, उन्होंने हाथ हवा में लहराते हुए अपने आप को मजबूत दिखाया।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • जम्मू-कश्मीर उपराज्यपाल को दी दिल्ली के LG जैसी शक्तियां

    नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने जम्मू- कश्मीर को भी दिल्ली जैसे संवैधानिक अधिकार देने की तैयारी कर ली है. जम्मू कश्मीर के एलजी को भी अब दिल्ली के एलजी की तरह की प्रशासनिक शक्तियां दी जाएंगी. यहां भी सरकार बिना एलजी के अनुमति के ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं कर सकेगी. गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा 55 के तहत संशोधित नियमों को अधिसूचित किया है. जिसमें एलजी को अधिक शक्ति देने वाली नई धाराएं शामिल की गई हैं.
    हालांकि जब से जम्मू कश्मीर का पुनर्गठन हुआ है तब से वहां चुनाव नहीं हुए हैं.. लेकिन जब भी चुनाव होंगे और सरकार का गठन होगा तो चुनी हुई सरकार से ज्यादा शक्तियां उपराज्यपाल के पास रहेंगी. ये शक्तियां ठीक वैसी ही हैं जैसे दिल्ली के एलजी के पास हैं.
    जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा 55 के तहत संशोधित नियमों में जो बिंदु जोड़ा गया है वो इस प्रकार है:-
    42ए- कोई भी प्रस्ताव जिसके लिए अधिनियम के तहत ‘पुलिस’, ‘सार्वजनिक व्यवस्था’, ‘अखिल भारतीय सेवा’ और ‘भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो’ (ACB) के संबंध में वित्त विभाग की पूर्व सहमति जरूरी है, तब तक स्वीकृत या अस्वीकार नहीं किया जाएगा जब तक कि इसे मुख्य सचिव के माध्यम से उपराज्यपाल के समक्ष नहीं रखा जाता है.
    42बी- अभियोजन स्वीकृति देने या अस्वीकार करने या अपील दायर करने के संबंध में कोई भी प्रस्ताव विधि विभाग द्वारा मुख्य सचिव के माध्यम से उपराज्यपाल के समक्ष रखा जाएगा.
    केंद्र के इस फैसले पर जम्मू-कश्मीर के नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा, 'एक और संकेत है कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव नजदीक हैं. यही कारण है कि जम्मू-कश्मीर के लिए पूर्ण, अविभाजित राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए समयसीमा निर्धारित करने की दृढ़ प्रतिबद्धता इन चुनावों के लिए एक शर्त है. जम्मू-कश्मीर के लोग शक्तिहीन, रबर स्टैम्प सीएम से बेहतर के हकदार हैं, जिन्हें अपने चपरासी की नियुक्ति के लिए एलजी से भीख मांगनी पड़ेगी.'
    साभार आज तक

  • बाइडेन ने कहा- मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि मैं पूरी तरह से ठीक हूं, समर्थकों को नहीं भरोसा

    वाशिंगटन। हाल ही में अमेरिका में एक कट्टर दक्षिणपंथी चुनावी घोषणा पत्र जारी किया गया है, जिसका नाम प्रोजेक्ट 2025 रखा गया है। हालांकि डोनाल्ड ट्रंप ने उससे किसी भी प्रकार का संबंध होने से इंकार किया है। लेकिन राजनैतिक हलकों में खबर है कि यह डोनाल्ड ट्रंप के ही सपोर्ट से बना है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इसी सिलसिले में मिशीगन में एक सभा में भाषण देने के लिए आए हुए थे। बाइडेन ने कहा कि हमारा काम अभी बाकी है, मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि मैं पूरी तरह से ठीक हूं। इसके साथ ही बाइडेन चुनावी कैंपेन में वापस लौट आए हैं। उनकी फिटनेस पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं लेकिन बाइडेन यह साफ कर चुके हैं कि वह पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
    अमेरिकी राष्ट्रपति भले ही लोगों के बीच में जा कर अपने ठीक होने की बात कह रहे हों, लेकिन उनकी अपनी पार्टी के लोगों को उनकी इस बात पर भरोसा नहीं है। बाइडेन के खिलाफ उठने वाली आवाजें लगातार तेज होती जा रही हैं। करीब 19 कांग्रेस के सदस्य खुलेतौर पर बाइडेन की उम्मीदवारी का विरोध कर रहे हैं। 27 जून को ट्रंप के खिलाफ डिबेट हारने के बाद से बाइडेन की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं।
    बाइडेन लगातार लोगों को खुले तौर पर किसी और नाम से संबोधित कर देते हैं, जिससे उनकी मानसिक स्थिति पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। उन्होंने हाल ही में हुई नाटो समिट के दौरान जेलेंस्की को राष्ट्रपति पुतिन कहकर संबोधित कर दिया, जबकि अपनी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को उपराष्ट्रपति ट्रंप कहकर संबोधित कर दिया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • ED केस में अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत

    नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले मामले में सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई है. लेकिन ईडी की ओर से उनकी गिरफ्तारी के मामले को सुप्रीम कोर्ट की बड़ी बेंच को सौंप दिया गया है. 
    सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका के मामले को बड़ी बेंच के पास भेजा है. अब सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई करेगी. इस मामले में चीफ जस्टिस तीन जज नियुक्त करेंगे. बड़ी बेंच के पास मामले की सुनवाई तक केजरीवाल को अंतरिम जमानत दी गई है.
    लेकिन केजरीवाल फिलहाल जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे. वह फिलहाल सीबीआई की कस्टडी में हैं लेकिन उन्हें जमानत ईडी केस में मिली है. ऐसे में अभी वह जेल में ही रहेंगे.
    केजरीवाल के वकील विवेक जैन ने बताया कि सीबीआई मामले में 18 जुलाई को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई है. इस मामले में फैसला आने के बाद ही पता चल सकेगा कि क्या केजरीवाल बाहर आएंगे या नहीं? हालांकि, केजरीवाल के जेल से बाहर आने की संभावनाएं प्रबल हैं.
    केजरीवाल को अंतरिम जमानत देते हुए कोर्ट ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री 90 दिनों तक जेल में रहे हैं.
    साभार आज तक

  • हाई स्कूल और हायर सेकंडरी कक्षाओं में कृषि विषयों का अध्ययन शुरू हो : सीएम डॉ. यादव

    भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि हाई स्कूल और हायर सेकंडरी कक्षाओं में कृषि, बागवानी, मत्स्य पालन, पशुपालन आदि विषयों की पढ़ाई आरंभ की जाए। प्रदेश की शालाओं में अध्यनरत विद्यार्थी अधिकांशत: खेती-बाड़ी की पृष्ठभूमि वाले परिवारों से आते हैं। अतः इन विषयों पर पढ़ाई आरंभ करने से विद्यार्थियों का शालाओं से अधिक जुड़ाव होगा और अध्ययन-अध्यापन परिवार के लिए अधिक उपयोगी बन सकेगा। सी.एम. राइज स्कूलों में इन विषयों की पढ़ाई प्राथमिकता से आरंभ की जाए। 
    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इन कक्षाओं में संकाय व्यवस्था के स्थान पर विद्यार्थियों को अपनी रुचि व प्राथमिकता के आधार पर विषय चुनने की व्यवस्था भी की जाए। यह व्यवस्था उच्च शिक्षा में लागू हो चुकी है, स्कूल स्तर पर यह व्यवस्था क्रियान्वित करने के लिए शिक्षाविदों, शिक्षकों, स्वयंसेवी संस्था तथा विषय-विशेषज्ञों की टास्क फोर्स गठित की जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रालय में सी.एम. राइज स्कूलों के संचालन की बैठक में उक्त निर्देश दिए। जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह, स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव वीरा राणा सहित अधिकारी उपस्थित थे।
    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों तथा ग्रामीण अंचल में प्राथमिकता के आधार पर सी.एम. राइज स्कूल आरंभ किए जाएं तथा इन शालाओं में शिक्षकों व स्टाफ के लिए आवास की व्यवस्था आवश्यक रूप से सुनिश्चित की जाए। इस संबंध में भारत सरकार से भी सहायता प्राप्त करने की दिशा में प्रयास करना आवश्यक है। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि शिक्षा को रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से प्रत्येक विकासखंड में एक आई.टी.आई. स्थापित करने की दिशा में प्रयास हों, जिन विकासखंडों में आई.टी.आई. नहीं है, वहां निजी क्षेत्र की पहल से सुविधा उपलब्ध कराने की रणनीति बनाई जाए। आगामी इंडस्ट्रियल समिट में भी इस दिशा में इच्छुक निवेशकों से चर्चा की जाए।    
    मुख्यमंत्री ने कहा कि सी.एम. राइज स्कूलों की परिवहन व्यवस्था में ई-व्हीकल्स का अधिक से अधिक उपयोग किया जाए। नगरीय निकायों में बने सी.एम. राइज स्कूलों के विद्यार्थियों के आवागमन के लिए नगरीय निकाय की नगर वाहन सेवा के अंतर्गत चल रहे वाहनों का भी उपयोग किया जाए। विद्यार्थियों की नियमित उपस्थिति और सुविधाजनक विद्यालय आवागमन के लिए वाहनों के रखरखाव को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नवीन विद्यालयों के भवन निर्माण के लिए भूमि के चिन्हांकन का कार्य परस्पर विभागीय समन्वय से समय-सीमा में पूर्ण किया जाए। प्रकरणों में विलंब होने की स्थिति में उनका निराकरण राज्य स्तर से कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि स्कूलों के आसपास कोई अतिक्रमण न हो। 
    साभार अमर उजाला

  • भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए नहीं जाएगी पाकिस्तान

    नई दिल्ली। फरवरी-मार्च में पाकिस्तान को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी करनी है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है और टीम इंडिया के मैच लाहौर में आयोजित कराने का ड्राफ्ट शेड्यूल आईसीसी को सौंप दिया है। हालांकि, अभी तक भारतीय क्रिकेट टीम के पाकिस्तान जाने पर कोई आधिकारिक बयान किसी ओर से सामने नहीं आया है, लेकिन अब एक रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि भारतीय टीम के चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान जाने की संभावना नहीं के बराबर हैं। यहां तक बीसीसीआई आईसीसी से एक मांग भी करने जा रही है। 
    न्यूज एजेंसी एएनआई को बीसीसीआई के सूत्रों ने बताया है कि भारतीय क्रिकेट टीम के 2025 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान जाने की संभावना नहीं है। बीसीसीआई आईसीसी से दुबई या श्रीलंका में मैच आयोजित करने के लिए कहेगा। इससे स्पष्ट हो गया है कि एशिया कप 2023 की तरह चैंपियंस ट्रॉफी 2025 भी हाइब्रिड मॉडल के तहत पाकिस्तान को आयोजित करनी पड़ सकती है। यहां तक कि बीसीसीआई सचिव जय शाह ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद जो प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, उसमें भी इस बात की पुष्टि नहीं की थी कि भारतीय टीम पाकिस्तान जाएगी। 
    हालांकि, जय शाह ने इस बात की पुष्टि जरूर कर दी है कि भारतीय टीम आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में रोहित शर्मा की कप्तानी में खेलेगी। जय शाह ने ही एशियन क्रिकेट काउंसिल के चेयरमैन और बीसीसीआई के सचिव के तौर पर इस बात की पुष्टि की थी कि एशिया कप 2023 के लिए भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं जाएगी। ऐसे में पीसीबी ने हाइब्रिड मॉडल का सुझाव दिया था, जिसे भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने स्वीकार किया। फाइनल समेत इंडिया और अन्य टीमों के ज्यादातर मैच श्रीलंका में आयोजित हुए थे और कुछ मैच पाकिस्तान में आयोजित कराए गए थे। ऐसा ही कुछ चैंपियंस ट्रॉफी में भी हो सकता है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 15 जुलाई तक जेल में ही रहेंगे केजरीवाल, HC ने ईडी की दलील पर टाली सुनवाई

    नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली हाईकोर्ट से झटका लगा है। कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को दी गई जमानत रद्द करने की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की याचिका पर सुनवाई 15 जुलाई तक के लिए टाल दी है। कोर्ट ने मामले की सुनवाई इसलिए टाल दी क्योंकि एजेंसी ने कहा कि उसे कल देर रात केजरीवाल का जवाब मिला है। केजरीवाल के वकीलों ने इस दलील का विरोध किया और कहा कि कल दोपहर 1 बजे जवाब दिया गया था। ईडी की तरफ से कोर्ट में पेश हुए एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कहा कि केजरीवाल के वकीलों ने उन्हें रात 11 बजे अपने जवाब की कॉपी सौंपी। राजू ने कहा कि वह जवाब पर रिजाइंडर (प्रत्युत्तर) दाखिल करना चाहते हैं।
    वहीं केजरीवाल की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने इस दावे को चुनौती दी और कहा कि उन्होंने कल दोपहर 1 बजे जांच अधिकारी को जवाब की कॉपी सौंप दी थी। सिंघवी ने कहा कि मामले में बहुत ज्यादा अरजेंसी है और वह काउंटर जवाब देने के लिए तैयार हैं और बिना जवाब के ही मामले पर बहस करेंगे। हालांकि, जस्टिस नीना बंसल कृष्णा ने मामले की सुनवाई 15 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी। कोर्ट ने टिप्पणी की कि ईडी केजरीवाल के जवाब पर अपना जवाब (रिजाइंडर) दाखिल करने का हकदार है।
    इससे पहले मंगलवार को केजरीवाल ने दिल्ली हाईकोर्ट में ईडी द्वारा उन्हें दी गई जमानत के खिलाफ दायर याचिका का विरोध करते हुए तर्क दिया कि अभियोजन पक्ष की धारणाओं और कपोल कल्पना के आधार पर जमानत के आदेश को खारिज नहीं किया जा सकता। बता दें कि आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल फिलहाल दिल्ली शराब घोटाले में कथित अनियमितताओं के चलते तिहाड़ जेल में बंद हैं। 20 जून को निचली अदालत ने प्रत्यक्ष साक्ष्य के अभाव का हवाला देते हुए उन्हें जमानत दे दी थी। हालांकि ईडी ने इस आदेश को हाईकोर्ट में चुनैती दी। कोर्ट ने 24 घंटे से भी कम समय बाद, 21 जून को इसपर रोक लगा दी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मुस्लिम महिलाएं भी पति से गुजारे भत्ते के लिए याचिका कर सकती है दायर : सुप्रीम कोर्ट

    नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसला लेते हुए कहा है कि कोई भी मुस्लिम तलाकशुदा महिला पति से गुजारे भत्ते के लिए सीआरपीसी की धारा 125 के तहत याचिका दायर कर सकती हैं. 
    जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह ने फैसला सुनाते हुए कहा कि मुस्लिम महिला भरण-पोषण के लिए कानूनी अधिकार का इस्तेमाल कर सकती हैं. वो इससे संबंधित दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 125 के तहत याचिका दायर कर सकती हैं. 
    सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ये धारा सभी विवाहित महिलाओं पर लागू होती है, फिर चाहे उनका धर्म कुछ भी हो. मुस्लिम महिलाएं भी इस प्रावधान का सहारा ले सकती हैं. कोर्ट ने एक बार फिर कहा है कि मुस्लिम महिला अपने पति के खिलाफ धारा 125 सीआरपीसी के तहत भरण-पोषण के लिए याचिका दायर कर सकती है.
    हालांकि, जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह ने अलग-अलग फैसला सुनाया लेकिन दोनो की राय समान है. कोर्ट का कहना है कि मुस्लिम महिला (तलाक पर अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम 1986 दरअसल सेक्युलर लॉ को दरकिनार नहीं कर सकता.
    साभार आज तक

  • अमेरिका ने कहा- मोदी रुकवा सकते हैं रूस और यूक्रेन की जंग

    वाशिंगटन। पीएम मोदी के रूस दौरे पर अमेरिका टकटकी लगाए बैठा रहा। अमेरिका ने यह तक कह दिया कि अगर कोई देश रूस से मिलता है तो उसे यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना होगा। इन सब के बाद अब अमेरिका का एक और रिएक्शन सामने आया है। वाइट हाउस ने अपने एक बयान में मंगलवार को कहा है कि रूस के साथ भारत के संबंध अच्छी स्थिति में है जिसका भारत को फायदा उठाना चाहिए। अमेरिका ने कहा है कि भारत चाहे तो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन में संघर्ष खत्म करने के लिए कह सकता है। यह बयान तब आया है जब पीएम मोदी ने पुतिन से मुलाकात के दौरान इस बात पर जोर दिया कि यूक्रेन युद्ध का समाधान बातचीत में है, युद्ध के मैदान में नहीं।
    एक प्रेस ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव करिन जीन-पियरे ने भारत को अमेरिका का रणनीतिक साझेदार कहा है जिसके साथ वे स्पष्ट बातचीत करते हैं। पुतिन के साथ पीएम मोदी की बैठक के बारे में पूछे जाने पर जीन-पियरे ने कहा, "भारत एक रणनीतिक साझेदार है जिसके साथ हम पूर्ण और स्पष्ट बातचीत करते हैं, जिसमें रूस के साथ उनके संबंध भी शामिल हैं और हमने इस बारे में पहले भी बात की है। इसलिए हमें लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि भारत सहित सभी देश यूक्रेन के मामले में शांति स्थापित करने की कोशिशों का समर्थन करें।" उन्होंने आगे कहा कि भारत चाहे तो यूक्रेन में युद्ध भी रुकवा सकता है। उन्होंने कहा, "हम यह भी मानते हैं कि रूस के साथ भारत के अच्छे संबंध उसे राष्ट्रपति पुतिन से अनुरोध करने की क्षमता देते हैं कि वे यूक्रेन में बिना कारण शुरू किए गए युद्ध को खत्म करें। इसे खत्म करना राष्ट्रपति पुतिन पर निर्भर है। राष्ट्रपति पुतिन ने युद्ध शुरू किया, और वे युद्ध को समाप्त कर सकते हैं।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बॉम्बार्डियर चैलेंजर 3500 विमान खरीदेगी मध्यप्रदेश सरकार

    भोपाल। मध्य प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार ने कनाडा की कंपनी बॉम्बार्डियर के चैलेंजर 3500 विमान को खरीदने का फैसला किया है। मध्य प्रदेश सरकार के पास 2021 से कोई विमान नहीं था। तब से ही नया विमान खरीदने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी, जो अब पूरी हो चुकी है। दो कंपनियों ने अपने प्रस्ताव दिए थे। इसमें से चैलेंजर 3500 का प्रस्ताव एल-1 कैटेगरी में चुना गया है।   
    मध्य प्रदेश सरकार ने कनाडा की कंपनी बॉम्बार्डियर इंक के चैलेंजर 3500 मॉडल को खरीदने का फैसला किया है। दरअसल, छह मई 2021 को ग्वालियर मैं लैंडिंग के दौरान विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। कंपनी ने उस विमान को 'बियॉन्ड रिपेयर' करार दिया। यानी उसकी मरम्मत नहीं हो सकती थी। उसके बाद से राज्य सरकार के पास कोई विमान नहीं था और नया विमान खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। इस दौरान कनाडा की कंपनी की बोली सबसे कम रही। साथ ही निविदा शर्तों में जो आवश्यकताएं बताई गई हैं, उसे चैलेंजर 3500 पूरी करता है। 
    साभार अमर उजाला

  • रूस के ताबड़तोड़ मिसाइल अटैक से यूक्रेन में 37 की मौत, बच्चों के अस्पताल पर भी हमला

    कीव। रूस ने बीते चार महीन में यूक्रेन पर सबसे बड़ा हमला किया है। रूस के ताबड़तोड़ मिसाइल अटैक से यूक्रेन में 37 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर है। इसमें तीन बच्चे भी शामिल हैं। रूस ने बच्चों के एक अस्पताल पर भी हमला किया है जिसकी इमारत को काफी नुकसान पहुंचा है। अलग-अलग जगहों पर किए गए हमले में कम से कम 170 लोग घायल भी हुए हैं।  यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पोस्ट पर एक बयान में कहा कि रूसी बमबारी ने पांच यूक्रेनी शहरों को विभिन्न प्रकार की 40 से अधिक मिसाइलों से निशाना बनाया, जिससे रिहाइशी इमारतें और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे नष्ट हो गए।
    क्रीर्वी रीह में नगर प्रशासन के प्रमुख ओलेक्सांद्र विल्कुल ने कहा कि यह एक बड़े पैमाने पर किया गया मिसाइल हमला था, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गयी और 47 अन्य लोग घायल हो गए। स्थानीय अधिकारियों ने यूक्रेन के मध्य द्निप्रोपेट्रोव्स्क क्षेत्र में भी विस्फोट की सूचना दी है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 'अगर पार्टी में अंदरूनी लड़ाई नहीं होती तो कांग्रेस अतिरिक्त 50-60 लोकसभा सीटें जीतती' : उदित राज

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस ने अपने पिछले प्रदर्शन में सुधार में किया और 99 सीटें जीतने में सफल रही, लेकिन उसके नेता उदित राज का मानना है कि अगर पार्टी के ही कुछ नेताओं ने भीतरघात नहीं किया होता तो यह आंकड़ा 240 तक पहुंच सकता था. उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, 'कांग्रेस पार्टी में कुछ लोग गलत सूचना फैलाने में शामिल हैं और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. अन्यथा कांग्रेस (लोकसभा चुनाव में) 240 सीटें जीतती.'
    उदित राज ने कहा, 'अगर पार्टी में अंदरूनी लड़ाई नहीं होती तो कांग्रेस अतिरिक्त 50-60 लोकसभा सीटें जीतती. कांग्रेस में कुछ ऐसे तत्व हैं जो अपने निजी फायदे के लिए पार्टी को नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसा 15-20 वर्षों से होता आ रहा है. पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल नेताओं को बख्शा नहीं जाना चाहिए.' बता दें कि उदित राज लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर पश्चिम दिल्ली संसदीय सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार थे. उन्हें बीजेपी के योगेंद्र चंदोलिया ने 3 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया था.
    दिल्ली में उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार उदित राज ने एक दिन पहले अपनी ही पार्टी और इंडिया ब्लॉक में उसकी सहयोगी आम आदमी पार्टी के खिलाफ निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि उनके चुनाव अभियान को आंतरिक रूप से नुकसान पहुंचाया गया. समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान उदित राज ने कहा था, 'बीजेपी के आंतरिक सर्वेक्षण में भी कहा गया कि उत्तर पश्चिम दिल्ली से मैं जीत रहा हूं. मेरी ही पार्टी के लोगों ने मुझे नुकसान पहुंचाया'.
    साभार आज तक

  • PM मोदी के दखल देते ही जंग में तैनात भारतीयों को भेजेंगे व्लादिमीर पुतिन

    नई दिल्ली। रूस ने यूक्रेन के खिलाफ जंग में तैनात भारतीयों को वापस भेजने का फैसला लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सामने यह मुद्दा उठाने के बाद पुतिन ने यह फैसला लिया है। यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध में अब तक कम से कम दो भारतीय मारे गए हैं। वहीं युद्ध क्षेत्र में फंसे दर्जनों लोगों का दावा है कि उन्हें धोखे से सेना में शामिल किया गया और मजबूरी में वह सीमा पर लड़ रहे हैं। एएनआई के हवाले से खबर मिली है कि दो दिवसीय यात्रा पर मास्को आए प्रधानमंत्री मोदी ने कल शाम पुतिन द्वारा आयोजित एक निजी डिनर के दौरान यह मुद्दा उठाया। सूत्रों के मुताबिक बताया कि रूस अपनी सेना में कार्यरत सभी भारतीयों को रिहा करने और उनकी वापसी में मदद करने पर सहमत हो गया है।
    सूत्रों ने बताया है कि प्राइवेट डिनर में पुतिन ने पीएम मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री चुने जाने पर बधाई दी और भारतीय अर्थव्यवस्था के बढ़ते स्तर के बारे में भी बात की। इसी दौरान पीएम ने रूसी सेना में शामिल भारतीयों का मुद्दा उठाया। ऐसा अनुमान है कि करीब दो दर्जन भारतीयों को यूक्रेन के खिलाफ जबरन सेना में भर्ती किया गया है और युद्ध लड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। कुछ ट्रैवल एजेंटों ने उन्हें अच्छे पैसों वाली नौकरी दिलाने के बहाने यूक्रेन भेज दिया था। इस साल की शुरुआत में एक वायरल वीडियो में इससे जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हुआ था। इस वीडियो में पंजाब और हरियाणा के लोगों का एक समूह दिखा था जो सेना की वर्दी पहने हुए थे। वह लोग दावा कर रहे थे कि उन्हें यूक्रेन में युद्ध लड़ने के लिए धोखा दिया गया था और वहां से वापसी के लिए मदद मांग रहे थे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पीएम मोदी आज से तीन दिवसीय दौरे पर रूस और ऑस्ट्रिया होंगेर वाना

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रिया के राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे होने के मौके पर इस मध्य यूरोपीय देश की यात्रा बड़े सम्मान की बात है। दोनों देश सहयोग बढ़ाने के नए रास्ते तलाशने पर चर्चा करेंगे। उन्होंने यह बात ऑस्ट्रियाई चांसलर कार्ल नेहमर की सोशल मीडिया पोस्ट के जवाब में कही। पीएम मोदी सोमवार को तीन दिवसीय दौरे पर रूस और ऑस्ट्रिया रवाना होंगे। इस दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी खासकर रक्षा और ऊर्जा क्षेत्र में व्यापार और बढ़ाने पर बात होगी।
    प्रधानमंत्री ने रविवार को ऑस्ट्रियाई चांसलर नेहमर की सोशल मीडिया पोस्ट के जवाब में उम्मीद जताई कि इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच संबंध प्रगाढ़ होंगे। पीएम ने अपनी पोस्ट में लिखा, मैं दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने और सहयोग के नए रास्ते तलाशने पर चर्चा की उम्मीद करता हूं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र, स्वतंत्रता और कानून के शासन के साझा मूल्य वह आधार हैं जिस पर दोनों देश साथ मिलकर एक निरंतर घनिष्ठ साझीदारी का निर्माण करेंगे।
    साभार अमर उजाला

  • रामनिवास रावत ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली

    भोपाल। कांग्रेस से भाजपा में आए रामनिवास रावत ने सोमवार सुबह कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। इससे डॉ. मोहन यादव सरकार में मुख्यमंत्री समेत 31 मंत्री हो गए हैं। राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने सोमवार सुबह नौ बजे रावत को मंत्री पद की शपथ दिलाई। राजभवन में हुए इस संक्षिप्त कार्यक्रम में मुख्यमंत्री समेत राज्य के कई मंत्री मौजूद रहे। 
    कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष न बनाए जाने से नाराज चल रहे श्योपुर जिले की विजयपुर सीट से विधायक रामनिवास रावत ने लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा में आमद दी थी। इससे ग्वालियर-चंबल अंचल में भाजपा की स्थिति मजबूत हुई है। फिलहाल रावत ने कांग्रेस विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है। मंत्री बनने के बाद उनका इस्तीफा तय है। इस्तीफा देने के बाद रावत को छह महीने के भीतर विधायक बनना होगा वरना उनका मंत्री पद स्वतः ही खत्म हो जाएगा। कैबिनेट विस्तार के बाद मध्य प्रदेश में कुल मंत्रियों की संख्या 31 हो गई है। 
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मंत्रिमंडल में एक नए सदस्य का आगमन हुआ है। कैबिनेट मंत्री के नाते रामनिवास रावत के अनुभव का लाभ मिलेगा। उनके अनुभव का सरकार और क्षेत्र की जनता को लाभ मिलेगा। पिछड़े और विकास की संभावनाओं वाले क्षेत्र से प्रतिनिधित्व मिल रहा है। 
    रावत को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली तो उनकी जुबान फिसल गई। उन्होंने राज्य के मंत्री के बजाय कह दिया कि - "मैं मध्य प्रदेश के राज्यमंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक और शुद्ध अंतःकरण से निर्वहन करूंगा।" इससे गफलत हुई कि वह राज्यमंत्री बनाए गए हैं। हालांकि, बाद में स्पष्ट हुआ कि वे कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। उन्हें दोबारा शपथ लेनी पड़ी। 
    साभार अमर उजाला

  • ईरान की सत्ता में बड़ा उलटफेर, मसूद पेजेशकियान जीते, होंगे 9वें राष्ट्रपति

    तेहरान। ईरान में राष्ट्रपति पद के चुनाव के बाद सत्ता में बड़ा उलटफेर हो गया है। पिछले सप्ताह हुए मतदान में शीर्ष स्थान पर रहे दो उम्मीदवारों के बीच सीधे मुकाबले में सुधारवादी नेता मसूद पेजेशकियान ने कट्टपंथी सईद जलीली को हराकर जीत हासिल कर ली। ईरान में पिछले महीने एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मृत्यु हो जाने के बाद, शुक्रवार को पेजेशकियान और जलीली के बीच सीधे मुकाबले के तहत मतदान हुआ था। पेजेशकियन एक करोड़ 63 लाख मतों के साथ विजयी घोषित किए गए जबकि जलीली को एक करोड़ 35 लाख वोट मिले।
    इससे पहले 28 जून को मतदान के शुरुआती दौर में किसी भी उम्मीदवार को 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट नहीं मिले थे जिसके कारण शीर्ष दो उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला हुआ। पेजेशकियन की बढ़त मजबूत होने के साथ ही उनके समर्थकों ने तेहरान और अन्य शहरों में सड़कों पर उतरकर जश्न मनाना शुरू कर दिया था।
    ये चुनाव ऐसे समय में हुए हैं, जब इजराइल-हमास के बीच जारी युद्ध को लेकर पश्चिम एशिया में व्यापक स्तर पर तनाव है और ईरान पिछले कई वर्षों से आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। मसूद पेजेशकियन का झुकाव पूर्व राष्ट्रपति हसन रूहानी की ओर है, जिनके शासन के तहत तेहरान ने विश्व शक्तियों के साथ 2015 का ऐतिहासिक परमाणु समझौता किया था। हालांकि, यह परमाणु समझौता रद्द हो गया था और कट्टरपंथी नेता दोबारा सत्ता पर काबिज हो गए थे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांवड़ यात्रा से पहले बोले यूपी के मंत्री कपिल देव,  'दुकानों का नाम हिन्दू देवी-देवता पर न रखें मुस्लिम दुकानदार'

    मुजफ्फरनगर. सावन के महीने में होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. इस यात्रा को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन लगातार तैयारियों में जुटे हुए हैं. कांवड़ यात्रा से पहले उत्तर प्रदेश के मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने मुजफ्फरनगर में कांवड़ शिविर संचालकों के साथ बैठक की.  इस बैठक के बाद कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि कांवड़ मेले में जो मुस्लिम लोग हिंदू देवी देवताओं के नाम पर अपनी दुकान चलाते हैं वो ऐसा ना करें.
    कपिल देव अग्रवाल ने कहा, 'कांवड़ मेले में मुस्लिम लोग हिंदू देवी देवताओं के नाम पर अपनी दुकान चलाते हैं. वह अपनी दुकान चलाएं हमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन वह हिंदू देवी देवताओं के नाम पर दुकान का नाम ना रखें क्योंकि बाहर से आने वाले कावड़िये वहां पर बैठकर चाय पानी पीते हैं और जब उन्हें पता चलता है तो उसमें विवाद का कारण बनता है. इसलिए इस मामले में पारदर्शिता होनी जरूरी है. जिससे बाद में कोई विवाद का कारण ना बन सके.'
    साभार आज तक

  • हाथरस कांड के बाद पहली बार मीडिया के सामने बोले 'साकार हरि' सूरजपाल- हमें विश्वास है जो भी उपद्रवकारी हैं वो बख्शे नहीं जाएंगे

    नई दिल्ली. हाथरस में 121 लोगों की मौत के बाद से फरार चल रहे सूरज पाल उर्फ भोले बाबा उर्फ नारायण साकार विश्व हरि ने पहली बार मीडिया के सामने आकर बयान दिया है. उसने कहा है कि हम दो जुलाई की घटना के बाद बहुत व्यथित हैं. बाबा ने कहा,  'प्रभु हमें दुख की घड़ी से उबरने की शक्ति दें. सभी शासन प्रशासन पर भरोसा बनाए रखें. हमें विश्वास है जो भी उपद्रवकारी हैं वो बख्शे नहीं जाएंगे. '
    सूरज पाल अपने बयान में आगे कहता है, 'हमने अपने वकील डॉक्टर एपी सिंह के माध्यम से कमेटी के महापुरुषों से यह प्रार्थना की है कि दिवंगत आत्माओं के परिजनों एवं  ईलाजरत घायलों के साथ जीवन पर्यन्त तन, मन और धन से खड़ा रहने का आग्रह किया है. जिसको सभी ने माना भी है और सभी इस जिम्मेदारी को निभा भी रहे हैं.सभी महामन का सहारा ना छोड़ें. वर्तमान समय में वहीं माध्यम हैं. सभी को सदमति और सदबुद्धि प्राप्त होने की इच्छा रखते हैं. नारायण साकार हरि की संपूर्ण ब्राह्मंड में सदा-सदा के लिए जय-जयकार.'
    हाथरस में बीते मंगलवार को हुए भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी. पुलिस प्रवचनकर्ता बाबा सूरजपाल के सेवादारों और सत्संग के आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच-पड़ताल कर रही है. 6 लोग पहले ही पकड़े जा चुके हैं, अभी तक मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर जो फरार था, उसे शुक्रवार शाम को गिरफ्तार किया गया है.
    साभार आज तक

  • राष्ट्रपति पद की दावेदार बन सकती हैं कमला हैरिस

    वॉशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव नजदीक आ रहे हैं और डेमोक्रेट पार्टी एक अलग समस्या से जूझ रही है। दरअसल जो बाइडन की राष्ट्रपति पद की दावेदारी पर सवाल खड़े हो रहे हैं और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डेमोक्रेट पार्टी अब उम्मीदवारी के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की तरफ देख रही है। डेमोक्रेट पार्टी के कई नेता, दानदाता और पार्टी कार्यकर्ता मानते हैं कि जो बाइडन, ट्रंप के सामने कमजोर रह सकते हैं, यही वजह है कि अब जो बाइडन की जगह कमला हैरिस को उम्मीदवार बनाने पर विचार किया जा रहा है। 
    बीते दिनों अटलांटा में हुई राष्ट्रपति पद की पहली बहस में जो बाइडन, डोनाल्ड ट्रंप के सामने कमजोर साबित हुए थे। बहस के दौरान कई बार बाइडन की जुबान लड़खड़ाई और जिस तरह से उन्होंने जवाब दिए, उसके बाद से उनकी बढ़ती उम्र की चर्चा फिर से तेज हो गई थी। हालांकि बाइडन अपनी उम्मीदवारी छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो डेमोक्रेट पार्टी के भीतर एक वर्ग कमला हैरिस को जो बाइडन के संभावित विकल्प के रूप में देख रहा है। कमला हैरिस और उनकी प्रचार टीम अभी सार्वजनिक रूप से बाइडन का ही समर्थन कर रही है, लेकिन हाल के दिनों में उनके प्रचार अभियान में जो सूक्ष्म बदलाव आए हैं, उससे भी अटकलों को बल मिला है।
    साभार अमर उजाला

  • MP के सिहोरा भाजपा विधायक विधायक ने लोन लेकर खरीदी 50 लाख की जमीन, फिर अस्पताल के लिए कर दी दान

    सिहोरा, जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानने के बाद लोगों की अपने विधायकों व सांसदों से उम्मीदें काफी बढ़ जाएंगी। दरअसल यहां के एक विधायक से जब इलाके के गरीबों की दुख-तकलीफें नहीं देखी गईं तो उन्होंने खुद लोन लेकर जमीन खरीदी और फिर अस्पताल बनाने के लिए उसे दान भी दे दिया। खास बात यह है कि यह जमीन लाख-दो लाख रुपए की नहीं बल्कि पूरे 50 लाख रूपए की है, और विधायक इस रकम को अपने वेतन से चुकाने की बात कह रहे हैं। 
    इस कारनामे को करने वाले विधायक का नाम संतोष बरकड़े है,जो कि यहां कि सिहोरा विधानसभा सीट से भाजपा विधायक हैं। इस मामले में जानकारी देते हुए बरकड़े ने बताया कि कुण्डम इलाका मुख्यतः आदिवासी इलाका है, जिसकी आबादी करीब 60 हजार है। इनमें भी ज्यादातर लोग गरीब हैं, ऐसे में यहां स्वास्थ्य केंद्र नहीं होने से इन लोगों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। किसी भी तरह की बीमारी होने पर जबलपुर भागना पड़ता था, ऐसे में समय पर इलाज नहीं मिलने के चलते कई बार तो लोगों की जान भी खतरे में पड़ जाती थी। खासकर गर्भवती महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी होती थी। 
    आगे उन्होंने बताया, 'जब मैं विधायक बना तो मुझे पता चला कि इलाके में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने के लिए राशि स्वीकृत हो चुकी है, लेकिन इलाके में ज्यादातर जमीन निजी होने के चलते अस्पताल बनाने के लिए सरकारी जमीन नहीं मिल पा रही है, ऐसे में मुझे इस राशि के लैप्स होने का डर सताया। यदि एक बार पैसा वापस लौट जाता तो दोबारा स्वीकृत कराने में बहुत सी मुश्किलें आती। जिसके चलते मैंने अपने करीबियों से सलाह लेकर इस समस्या के समाधान के बारे में सोचा और आखिरकार एक एकड़ जमीन खरीदकर अस्पताल के लिए दे दी।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्यप्रदेश पुलिस 24 बम-शूट खरीदेगा, 10 किलोग्राम आरडीएक्स डिफ्यूज करने में होगा सक्षम

    भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस अपने सुरक्षा दस्ते को और मजबूत करने जा रही है। वर्ष 2028 में सिंहस्थ में होने वाले कुंभ की तैयारी शुरू हो चुकी है। उज्जैन की सड़कों को चौड़ी करने और संवारने के लिए प्रदेश सरकार ने इस वर्ष के बजट में 500 करोड़ का प्रावधान किया है। वहीं सुरक्षा चाकचौबंद रखने के लिए दो दर्जन बम-शूट पुलिस मुख्यालय खरीद रहा है। एक बम-शूट की वर्तमान कीमत करीब 18 लाख बताई जा रही है।
    खरीदी का आर्डर देने से पहले शुक्रवार को भोपाल स्थित मध्यप्रदेश पुलिस मुख्यालय में इंटेलीजेंस यूनिट ने बम शूट को पहनाकर बम डिस्पोजल दस्ते से ट्रायल किया है। आने वाले महीनों में सभी दो दर्जन बम-शूट पुलिस मुख्यालय को डिलीवर कर दिए जाएंगे। पुलिस मुख्यालय की इंटेलीजेंस यूनिट वर्ष 2016 में उज्जैन में हुए सिंहस्थ के लिए 17 बम शूट खरीदे थे। उनके अलावा दो दर्जन फिर से खरीदे जा रहे हैं। पुलिस मुख्यालय ने बूम-शूट बनाने वाली कंपनियों से ट्रायल करने के बाद खरीदी को अंतिम रूप देने जा रहा है। जिस कंपनी से पुलिस मुख्यालय खरीदी करने जा रहा है, वह सेनाओं और अर्धसैनिक बलों के बम डिस्पोजल दस्ते को बम-शूट की सप्लाई कर चुकी है।
    पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, देश के प्रधानमंत्री और अति वीवीआईपी की सुरक्षा में तैनात एनएसजी कमांडो यही बम-शूट पहनते हैं, जिसकी खरीदी पुलिस मुख्यालय करने जा रहा है। करीब 50 किलोग्राम वजनी बम-शूट में जहरीली गैस रोकने से लेकर हर उच्च तकनीक से लैस है। बम-शूट में हेलमेट के ऊपर पंखा, कैमरा, ऑक्सीजन, पाईप लगी है। यह बम-शूट पुलिस के वॉकी-टॉकी से भी कनेक्ट रहेगा, जिससे बिना हाथ का इस्तेमाल किए बम-शूट पहनने वाले सुरक्षा दस्ते पुलिस अधिकारियों से संपर्क में रहें।
    पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस मुख्यालय जिस बम-शूट की खरीदी करने जा रहा है, वह लगभग 5 से 10 किलोग्राम आरडीएम्स को डिफ्यूट करने की दृष्टि से बनाया गया है। इस बम-शूट को पहनकर सुरक्षा बल पांच से दस किलोग्राम आरडीएक्स को डिफ्यूज कर सकते हैं।
    साभार अमर उजाला

  • हाथरस की भगदड़ में जान गंवाने वाले पीड़ितों के घर पहुंचे राहुल गांधी, बोले- दिल खोलकर मुआवजा दे सरकार

    अलीगढ़। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी शुक्रवार को हाथरस की भगदड़ में जान गंवाने वाले पीड़ितों के घर पहुंचे। यहां उन्होंने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। दिल्ली से सड़क मार्ग द्वारा राहुल गांधी सुबह-सुबह अलीगढ़ के पिलखना पहुंचे। यहां वह हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों से मिले। इसके बाद वह हाथरस में नवीपुर खुर्द, विभव नगर स्थित ग्रीन पार्क पहुंचेंगे, जहां वह आशा देवी, मुन्नी देवी आ ओमवती के परिवार वालों से मिले।
    दुर्घटना के शोक संतप्त परिवारों से मिलने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, 'यह दुखद हादसा है। बहुत परिवारों को नुकसान हुआ है। काफी लोगों की मृत्यु हुई है। प्रशासन की कमी तो है और भी गलतियां हुई हैं। पीड़ित परिवारों को सही मुआवजा मिलना चाहिए। मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से विनती करता हूं कि दिल खोलकर मुआवजा दें। मुआवजा जल्दी से जल्दी देना चाहिए। परिवारवालों से मेरी बातचीत हुई है।
    साभार अमर उजाला

  • कीर स्टार्मर संभालेंगे यूके की कमान

    लंदन। लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ने शुक्रवार सुबह यूनाइटेड किंगडम के आम चुनाव में पार्टी की जीत के बाद एक जोरदार भाषण दिया। उन्होंने एलान किया की देश को 14 वर्षों के बाद अपना भविष्य वापस मिल गया है।
    इससे पहले, सुबह-सुबह स्टार्मर ने अपनी पारंपरिक होलबोर्न सीट से और सेंट पैनक्रास सीट से जीत हासिल की। वहीं कंजर्वेटिव पार्टी में न्याय मंत्री रहे एलेक्स चाक को हार का सामना करना पड़ा है। इसी जीत के साथ स्टार्मर प्रधानमंत्री की कुर्सी यानी भारतीय मूल के ऋषि सुनक की जगह लेने को तैयार हैं। 
    होलबोर्न और सेंट पैनक्रास से सुबह-सुबह 18,884 वोटों के साथ स्टार्मर ने जीत हासिल की है। उन्होंने जीतने के बाद निर्वाचन क्षेत्र के हर व्यक्ति की सेवा करने का संकल्प लिया है। 
    एग्जिट पोल्स में लेबर पार्टी को ऐतिहासिक जीत मिलने का अनुमान जताया गया था। वहीं, सुनक के नेतृत्व वाली कंजरवेटिव पार्टी को करारी हार मिलने का अनुमान जताया गया था। बता दें कि एग्जिट पोल्स में लेबर पार्टी को 410, कंजर्वेटिव पार्टी को 131, लिबरल डेमोक्रेट्स को 61, रिफॉर्म यूके पार्टी को 13, सिन-फिन पार्टी को 10 और अन्य को 25 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।
    वहीं, एग्जिट पोल्स के बाद लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ने कहा कि 'लोकतंत्र का दिल मतदाताओं में धड़कता है। ब्रिटेन के लोग दिखावे की राजनीति को खत्म कर परिवर्तन के लिए तैयार हैं।'
    लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारर ने शुक्रवार को मतदाताओं का शुक्रिया अदा किया और कहा कि देश के लोग बदलाव के लिए और प्रदर्शन की राजनीति को खत्म करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि होलबोर्न और सेंट पैनक्रास से फिर चुना जाना सौभाग्य की बात है। आपने हमारे लिए वोट किया। अब हमारा काम करने का समय है। 
    उन्होंने कहा, 'मैं आपके लिए बोलूंगा, आपकी पीठ थपथपाऊंगा, हर एक दिन लड़ूंगा। लोग बदलाव के लिए और प्रदर्शन की राजनीति को समाप्त करने के लिए तैयार हैं।'
    साभार अमर उजाला

  • केजरीवाल ने राहत की मांग करते हुए कहा- मैं आतंकवादी नहीं हू, CBI से मांगा गया जवाब

    नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत याचिका पर हाई कोर्ट ने सीबीआई को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा है। कथित शराब घोटाले से जुड़े केस में गिरफ्तार किए गए केजरीवाल की याचिका पर अब 17 जुलाई को सुनवाई होगी। गुरुवार को केजरीवाल की याचिका पर संक्षिप्त सुनवाई हुई। इस दौरान केजरीवाल ने अपने लिए राहत की मांग करते हुए यह भी कहा कि वह कोई आतंकवादी नहीं हैं।
    अरविंद केजरीवाल ने सीबीआई गिरफ्तारी और रिमांड को भी इसी अदालत में चुनौती दी है। कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार किए गए आम आदमी पार्टी के प्रमुख को ईडी केस में निचली अदालत से जमानत मिल गई थी, लेकिन हाई कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी। इसके बाद उन्हें सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया था। केजरीवाल ने बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
    जस्टिस नीना बंसल कृष्णा की बेंच के सामने केजरीवाल की ओर से वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी और विक्रम चौधरी ने दलीलें रखीं। सिंघवी ने कहा, 'मुझे ईडी केस में ट्रायल कोर्ट से बेल मिल गई और इसके बाद ही मुझे गिरफ्तार कर लिया गया। मैं कोई घोषित अपराधी या आतंकवादी नहीं। मैं कुछ अंतरिम राहत मांग रहा हूं।' सीबीआई के वकील एडवोकेट डीपी सिंह ने जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा, 'उन्होंने गिरफ्तारी को चुनौती दी है यह पहले से पेंडिंग है। जमानत के लिए पहली अदालत ट्रायल कोर्ट होनी चाहिए।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • ओलंपिक खेलने जा रहे खिलाड़ियों से PM मोदी ने की बात

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई महीने के अंतिम सप्ताह में आरंभ हो पेरिस ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ी के उत्कृष्ट प्रदर्शन की उम्मीद जताते हुए भारतीय दल को शुभकामनाएं दीं और देशवासियों से खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने का आग्रह किया.
    वहीं पीएम मोदी के एक्स अकाउंट से एक वीड‍ियो भी शेयर किया गया. पीएम मोदी ने इस दौरान सभी ख‍िलाड़‍ियों से उनके अनुभव जाने. इस दौरान कई ख‍िलाड़ी ऑनलाइन भी जुड़े, इनमें नीरज चोपड़ा के अलावा पीवी स‍िंंधु, न‍िकहत जरीन जैसी धाकड़ प्लेयर्स भी रहीं. वहीं मनु भाकर से भी पीएम मोदी ने उनकी तैयार‍ियों का अनुभव जाना.
    पीएम मोदी ने इस दौरान नीरज चोपड़ा से एक खास चीज की मांग की. पीएम मोदी ने कहा, 'तेरा चूरमा अभी तक आया नहीं. इस पर नीरज ने कहा, 'चूरमा लेकर आएंगे. पिछली बार चीनी वाला चूरमा था हरियाणा वाला... देसी घी और गुड़ का. इस पर मोदी ने कहा, मुझे तेरी मां के हाथ का चूरमा खाना है.'
    उन्होंने कहा, ‘इसके बाद से ही हमारे खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक की तैयारियों में जी-जान से जुटे हुए हैं. सभी खिलाड़ियों को मिला दें तो इन सबने करीब 900 अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में हिस्सा लिया है. ये काफी बड़ी संख्या है.’
    पीएम मोदी ने ख‍िलाड़‍ियों से मुलाकात का वीडियो शेयर किया. पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा- पेरिस ओलंपिक के लिए रवाना होने वाले हमारे दल से बातचीत की. मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे एथलीट अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे और भारत को गौरवान्वित करेंगे. उनकी जर्नी और सफलता 140 करोड़ भारतीयों को उम्मीद देती है. 
    पीएम ने मोदी ने कहा, ‘अगले महीने इस समय तक पेरिस ओलंपिक शुरू हो चुके होंगे. मुझे विश्वास है कि आप सब भी ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने का इंतजार कर रहे होंगे. मैं भारतीय दल को ओलंपिक खेलों की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं.’ टोक्यो ओलंपिक की यादें ताजा करते हुए उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने हर भारतीय का दिल जीत लिया था.
    साभार आज तक

  • नगरीय प्रशासन मंत्री विजयवर्गीय ने कहा-   प्रदेश में ग्रीन बेल्ट और सरकारी जमीनों पर बनी अवैध कॉलोनियां वैध नहीं होंगी

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन की कार्रवाई शुरू होते ही एक बार फिर सदन में नर्सिंग घोटाले के मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने सरकार को घेरा। विपक्ष ने नर्सिंग घोटाले पर विशेषाधिकार नियम के तहत चर्चा की मांग की। इधर, सहकारिता और खेल व युवा मामलों के मंत्री विश्वास सारंग में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कई नर्सिंग कॉलेज को परमिशन कांग्रेस के शासनकाल में दी गई। सदन में भाजपा विधायक हरदीप सिंह डंग के अवैध कॉलोनियों को लेकर किए सवाल पर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने साफ कहा कि प्रदेश में ग्रीन बेल्ट और सरकारी जमीनों पर बनी अवैध कॉलोनियां वैध नहीं होंगी। 
    विजयवर्गीय ने डंग के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अवैध कॉलोनियों की समस्या के पीछे काम चल रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देश हैं, हम कार्रवाई कर रहे हैं। अवैध कॉलोनी प्रदेश में नहीं बने, इस पर हम कड़े नियम बना रहे हैं। आगामी सदन में विधेयक प्रस्तुत करेंगे। विजयवर्गीय ने कहा कि ग्रीन बेल्ट, सरकारी जमीन पर बनी अवैध कॉलोनी वैध नहीं होंगी। इनसे हटकर जो दूसरी कॉलोनियां हैं, वहां अधोसंरचना संबंधी काम होंगे। कांग्रेस विधायक दिनेश जैन बोले- अवैध कॉलोनियां धड़ल्ले से कट रही हैं। मेरी विधानसभा में अभी भी 20 से 25 कॉलोनियां काटी जा रही हैं।
    साभार अमर उजाला

  • किरोड़ीलाल मीणा ने राजस्थान के मंत्री पद से दिया इस्तीफा

    जयपुर. राजस्थान सरकार में कृषि और ग्रामीण मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. किरोड़ीलाल मीणा ने करीब 10 दिन पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इस्तीफा सौंपा है अब उसका सार्वजनिक रूप से ऐलान किया है.
    दरअसल कांग्रेसी नेता लगातार उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. क्योंकि चुनाव के समय किरोड़ीलाल मीणा ने कहा था कि अगर पूर्वी राजस्थान की 7 सीटों में से बीजेपी (BJP) एक भी हारती है तो वह इस्तीफा दे देंगे. दौसा सीट पर भी बीजेपी हार गई थी. इन सात सीटों में से बीजेपी 4 सीटें हार गई जिनमें दौसा, करौली-धौलपुर, टोंक-सवाई माधोपुर और भरतपुर सीट शामिल है.
    साभार आज तक

  • बिहार में 16 दिन में 10 पुल धड़ाम

    पटना। बिहार में बुधवार को कम से कम तीन और पुल ढह गए। अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 15 दिनों में बारिश से प्रभावित राज्य में पुल ढहने की ये नौवीं घटना है।अधिकारियों ने बताया कि सारण और सिवान जिलों में ढहे तीन ढांचों में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि ये पुल 30 से 80 साल पहले बनाए गए थे। वहीं 16 वें दिन गुरुवार 04 जुलाई को सारण के बनियापुर प्रखंड क्षेत्र के सरेया पंचायत में बना एक पुल टूट गया। इस तरह से 16 दिन में कुल 10 पुल ढह चुके हैं। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने हालांकि, आरोप लगाया कि एक ही दिन में चार पुल ढह गए और मुख्यमंत्री व उनके उपमुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं।
    मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सड़क निर्माण विभाग (आरसीडी) व ग्रामीण कार्य विभाग (आरडब्ल्यूडी) को राज्य के सभी पुराने पुलों का तुरंत सर्वेक्षण करने और उन पुलों की पहचान करने का निर्देश दिया, जिनकी तत्काल मरम्मत की आवश्यकता है। डब्ल्यूआरडी के अतिरिक्त मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने एक बयान में बताया, ‘बुधवार को सिवान और सारण में ढहे पुलों/पथों के कुछ हिस्से बहुत पुराने थे। ऐसा लगता है कि इन संरचनाओं का निर्माण आवश्यक मापदंडों का पालन करते हुए नहीं किया गया। ऐसा प्रतीत होता है कि नींव पर्याप्त गहरी नहीं थी, जिस कारण बाढ़ के दौरान ये संरचनाएं क्षतिग्रस्त हो गईं।’
    साभार नवभारत टाइम्स 

  • न्यूयॉर्क में ‘भारत दिवस’ के मौके पर अमेरिका में भी देखने को मिलेगी राम मंदिर की झलक

    न्यूयार्क। राम मंदिर की झलक अमेरिका में भी देखने को मिलेगी।  न्यूयॉर्क में ‘भारत दिवस’ के मौके पर 18 अगस्त को होने वाली परेड में राम मंदिर की प्रतिकृति प्रदर्शित की जाएगी। इस आयोजन में न्यूयॉर्क और उसके आसपास से हजारों भारतीय अमेरिकी शामिल होंगे। विश्व हिन्दू परिषद अमेरिका (विहिप) के महासचिव अमिताभ मित्तल के अनुसाऱ मंदिर की प्रतिकृति 18 फुट लंबी, नौ फुट चौड़ी और आठ फुट ऊंची होगी। यह पहली बार होगा जब राम मंदिर की प्रतिकृति अमेरिका में प्रदर्शित की जाएगी।
    न्यूयॉर्क में हर वर्ष ‘भारत दिवस’ पर होने वाली यह परेड भारत के बाहर स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर सबसे बड़ा आयोजन है। यह परेड हर साल मिडटाउन न्यूयॉर्क में ‘ईस्ट 38 स्ट्रीट’ से ‘ईस्ट 27 स्ट्रीट’ तक निकाली जाती है जिसे 1,50,000 से अधिक लोग देखने आते हैं।
    ‘फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशन’ (एफआईए) द्वारा आयोजित की जाने वाली इस परेड में विभिन्न भारतीय अमेरिकी समुदायों और उनकी संस्कृति की विविधता का प्रतिनिधित्व करने वाली ढेर सारी झांकियां न्यूयॉर्क की सड़कों पर देखने को मिलेंगी।
    विहिप-अमेरिका ने हाल में राम मंदिर रथ यात्रा का आयोजन किया था जिसने 60 दिन में 48 राज्यों के 851 मंदिरों को कवर किया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अहमदाबाद में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस दफ्तर में घुसकर राहुल के पोस्टर पर पोती कालिख

    अहमदाबाद. संसद में 'हिंदू' पर दिए राहुल गांधी के बयान का कई जगह विरोध हो रहा है. इस बीच गुजरात के अहमदाबाद में भी ऐसा ही एक विरोध देखने को मिला है, जहां कांग्रेस कार्यालय में घुसे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के पोस्टर पर कालिख पोत दी.
    राहुल के पोस्टर पर कालिख पोतने के लिए बजरंग दल के कार्यकर्ता सुबह 4 बजे गुजरात के अहमदाबाद में स्थित कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने राहुल गांधी की तस्वीर वाले कई पोस्टर्स पर कालिख पोती.
    घटना का वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में दिखाई दे रहा है कि बजरंग दल के कई कार्यकर्ता सुबह-सुबह अंधेरे में ही कांग्रेस कार्यालय में प्रवेश कर रहे हैं. कांग्रेस दफ्तर में दाखिल होने वाले कार्यकर्ताओं के हाथ में कई पोस्टर और ब्लैक स्प्रे पेंट भी है. 
    वीडियो में नजर आ रहे बजरंग दल के कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय का गेट फांदकर सीधे कार्यालय के अंदर दाखिल हो जाते हैं. इसके बाद सभी कार्यालय में लगे राहुल गांधी के पोस्टर के चेहरे पर कालिख पोतने लगते हैं. इस दौरान कुछ कार्यकर्ता कार्यालय के सामने सड़क पर लगे पोस्टर पर भी कालिख पोत देते हैं. 
    साभार आज तक

  • आज से तीन नए आपराधिक कानून हो गए लागू

    नई दिल्ली। आज से यानी 1 जुलाई से तीन नए आपराधिक कानून लागू हो गए हैं। अब आईपीसी की जगह भारतीय न्याय संहिता (BNS), सीआरपीसी की जगह भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) इंडियन एविडेंस ऐक्ट की जगह भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) लागू हो गया है। पिछले साल ही संसद में इन तीनों कानून बन गए थे। अब नए कानूनों के लागू होने के साथ ही औपनिवेशिक काल के कानूनों का अंत हो गया है। 
    जोड़ी गई आतंकवाद की धारा
    कई ऐसे अपराध थे जिन्हें आईपीसी में पारिभाषित नहीं किया गया था। इसमें यह नहीं बताया गया था कि कौन से अपराध आतंकवाद की श्रेणी में आएंगे। नए कानून में भारत की एकता, अखंडता, संप्रभुता, सुरक्षा और आर्थिक सुरक्षा को खतरा पैदा करने को आतंकवाद की श्रेणी में रखा गया है। भारतीय न्याय संहिता की धारा 113 में इसका वर्णन किया गया है। इसमें भारतीय मुद्रा की तस्करी भी शामिल होगी। आतंकवादी गतिविधियों के लिए उम्रकैद या फिर मौत की सजा भी हो सकती है। 
    कानून के मुताबिक आतंकी साजिश रचने के लिए पांच साल से लेकर उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान है। इसके अलावा आतंकी संगठन से जुड़ने पर उम्रकैद और जुर्माने का प्रावधान है। आतंकियों को छिपाने पर तीन साल से लेकर उम्रकैद की सजा हो सकती है। इसके अलावा जुर्माना भी लगाया जा सकता है। 
    खत्म हो गया राजद्रोह का अपराध
    भारतीय न्याय संहिता में राजद्रोह को समाप्त कर दिया गया है। वहीं भारत की एकता और अखंडता को खतरा पहुंचाने वाले कृत्यों को देशद्रोह में शामिल किया गया है। इसके लिए बीएनएस की धारा 152 लगाई जाएगी। वहीं आईपीसी में मॉब लिंचिंग का भी जिक्र नहीं था। अब इस अपराध के लिए उम्रकैद से लेकर मौत तक की सजा हो सकती है। इसे बीएनएस की धारा 103 (2) में शामिल किया गया है। 
    आइए जानते हैं कि बीएनएस में आईपीसी की कौन सी धाराएं बदल गई हैं। 
    हत्या के लिए आईपीसी में धारा 302 थी जो कि बीएनएस में धारा 101 हो गई है। हत्या का प्रयास का मुकदमा जो धारा 307 के तहत दर्ज होता था, अब धारा 109 के तहत दर्ज होगा। गैर इरादतन हत्या के लिसए धारा 105 लागू होगी जो कि आईपीसी में धारा 304 थी। दहेज हत्या से जुड़ी धारा 80 होगी जो कि आईपीसी में धारा 304बी थी। चोरी के लिए अब धारा 303 में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। आईपीसी के तहत धारा 379 में चोरी का मुकदमा दर्ज होता था। 
    अब नहीं होगी धारा 420
    इसी तरह रेप की धारा 376 से बदलकर अब  64 हो गई है। छेड़छाड़ का मुकदमा धारा 74 के तहत दर्ज होगा। धोखाधड़ी का केस धारा 420 की जगह अब 318 के तहत दर्ज होगा। लापरवाही से मौत का मामला धारा 106 के अंतरगत आएगा जो कि पहले 304ए में आता था। आपराधिक षड्यंत्र के लिए धारा 120बी की जगह धारा 61 लागू होगी। मानहानि के लिए धारा 499, 500 की जगह अब 356 लागू होगी। लूट और डकैती के लिए क्रमशः धारा 309 और धारा 310 होगी। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्यप्रदेश और राजस्थान में ऐतिहासिक समझौता, 72 हजार करोड़ रुपये की पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना पर मुहर

    भोपाल। मध्य प्रदेश और राजस्थान सरकारों ने रविवार को एक ऐतिहासिक समझौते पर दस्तखत किए। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और मध्य प्रदेश के उनके समकक्ष मोहन यादव की मौजूदगी में भोपाल में 72 हजार करोड़ रुपये की पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना के लिए समझौते पर मुहर लगी। इस लिंक परियोजना का मकसद पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों, मध्य प्रदेश के मालवा और चंबल क्षेत्रों में पानी उपलब्ध कराना है। 
    परियोजना से दोनों राज्यों में 2.8 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस परियोजना से चंबल बेसिन के जल संसाधनों का किफायती उपयोग में मदद मिलेगी। एमओयू पर हस्ताक्षर करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश और राजस्थान के लिए इन नदियों के पानी का उपयोग करने का एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। इस समझौते से एमपी के मुरैना, ग्वालियर, श्योपुर और राजगढ़ समेत 13 जिलों में पेयजल और सिंचाई सुविधाओं का विस्तार हो सकेगा। 
    सीएम मोहन यादव ने कहा कि यह 72 हजार करोड़ रुपये की परियोजना है। आज मध्य प्रदेश के लिए ऐतिहासिक दिन है। राज्यों के हित होते हैं, लेकिन देश हित से बड़ा कोई हित नहीं हो सकता है। प्रधानमंत्री मोदी की मूल भावना यही है कि राज्य अपनी समस्याओं का हल निकालें। खासतौर पर जल के बंटवारे के मामलों को सुलझाएं। यह समझौता पीएम मोदी की भावना के अनुरूप हुआ है। दोनों राज्यों के बीच पर्यटन के क्षेत्र में भी विकास की बड़ी संभावनाएं हैं। चंबल, श्योपुर और रणथंभोर में पर्यटन की संभावना अधिक है।
    सीएम मोहन यादव ने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने से दोनों ही राज्यों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। खनिज सम्पदा के लिए भी हम एक-दूसरे के साथ खड़े रहेंगे। आयुष्मान भारत योजना में भी एक दूसरे का सहयोग करेंगे। वन्य जीवों की सुरक्षा दोनों राज्य मिलकर करेंगे। वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि हमारी साझा नीति दोनों प्रदेशों को आगे बढ़ाने की है। इस परियोजना के पूरा होने से दोनों प्रदेशों की उन्नति होगी। राज्य और केंद्र मिलकर इस परियोजना को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। 
    राजस्थान और मध्य प्रदेश के बीच हुए समझौतों में पर्यटन क्षेत्रों का संयुक्त विकास, श्री कृष्ण पाथेय कृष्ण गमन पथ निर्माण, खाटू-श्याम जी, नाथद्वारा, उज्जैन, ओंकारेश्वर के मध्य वन्दे भारत ट्रेन/ इलेक्ट्रिक बस का संचालन शामिल हैं। कूनो से लगे राजस्थान के वन क्षेत्रों को मिलाकर एक संयुक्त बड़ा राष्ट्रीय पार्क बनाया जाए। बजरी का प्रयोग बंद कर स्टोन डस्ट और एम सैंड के उपयोग को बढ़ावा देने पर भी दोनों राज्य सहमत हुए हैं।
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  • आज से विधानसभा में मानसून सत्र की शुरुआत

    भोपाल। मध्य प्रदेश में आज से विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है, जिसमें तीन जुलाई को वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा मोहन सरकार के कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश करेंगे। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों ने इस बार सदन के लिए कई खास तैयारियां की हैं। कांग्रेस ने जहां कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की योजना बनाई है तो बीजेपी ने भी विपक्ष के आरोपों का जवाब देने के लिए रणनीति तैयार की है। सत्र की शुरुआत होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने विधानसभा पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया। इस बार पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ के विधायकों ने चार हजार से भी ज्यादा सवाल लगाए हैं। 
    बता दें कि बजट 3 जुलाई को पेश किया जाएगा। विधानसभा के पहले दिन दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। उधर विधानसभा का सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं। कांग्रेस नर्सिंग घोटाले, कानून व्यवस्था, बीजेपी के चुनावी वादों, गेहूं धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने जैसे मुद्दों को लेकर सत्ता पक्ष को घेरेगी। उधर सत्ता पक्ष के आरोपों का मजबूती से जवाब देने के लिए बीजेपी ने विधायक दल की बैठक बुलाई है। विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी सदन में मौजूद रहेंगे।
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  • मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने पीएम मोदी और 8 राज्य के मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, कहा- खत्म की जाए NEET की परीक्षा

    चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शुक्रवार को एक बार फिर केंद्र सरकार से राज्य को मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (NEET UG) से छूट देने और राष्ट्रीय स्तर पर इस परीक्षा को समाप्त करने  की मांग की है। तमिलनाडु को नीट से छूट देने के संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संबोधित एक पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए चयन प्रक्रिया केवल 12वीं कक्षा के अंकों के आधार पर होनी चाहिए न कि इसके लिए अलग से प्रवेश परीक्षा कराई जानी चाहिए क्योंकि इससे छात्रों पर अधिक तनाव पड़ता है।
    स्टालिन ने अपने पत्र में कहा, 'हमने तमिलनाडु में नीट परीक्षा न कराने और 12वीं कक्षा के अंकों के आधार पर मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश प्रदान करने के लिए अपनी विधानसभा में सर्वसम्मति से एक विधेयक पारित किया था। इसे राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा गया है, लेकिन अभी तक मंजूरी नहीं दी गई है।' उन्होंने कहा कि तमिलनाडु विधानसभा ने उपरोक्त बताई गई मांग के संबंध में आज विधानसभा में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है, जिसमें केंद्र सरकार से आग्रह किया गया कि वह तमिलनाडु को नीट से छूट देने के लिए विधेयक पर अपनी सहमति जताए और राष्ट्रीय स्तर पर इस चयन प्रक्रिया को खत्म करने के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम में संशोधन करे।
    इस बीच, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, केरल, पंजाब, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को लिखे अलग-अलग पत्रों में स्टालिन ने उनसे अनुरोध किया कि वे अपनी-अपनी विधानसभाओं में नीट परीक्षा को समाप्त करने के लिए इसी तरह का प्रस्ताव पारित करने पर विचार करें। उन्होंने लोकसभा के विपक्ष के नेता राहुल गांधी को भी पत्र लिखकर तमिलनाडु को नीट परीक्षा से छूट देने की मांग पर उनका समर्थन मांगा है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पश्चिम बंगाल में बीजेपी की महिला नेता को नग्न कर पीटा

    कोलकाता। पश्चिम बंगाल के कूच बिहार में एक 32 साल की महिला को निर्वस्त्र करके पिटाई करने के मामले में सियासी बवाल शुरू हो गया है। बीजेपी का दावा है कि पीड़िता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चे की उपाध्यक्ष है। बीजेपी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखकर कहा है कि राज्य में अपनी टीम भेजकर घटना की जांच करवाई जाए। वहीं टीएमसी ने बीजेपी पर संकीर्ण राजनीति करने का आरोप लगाया है। पुलिस का कहना है कि गलत जानकारी देकर मामले को सांप्रदायिक बनाने की कोशिश की जा रही है। जबकि यह एक पारिवारिक विवाद था। 
    पीड़िता के पिता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि लंबे समय से चले आ रहे पारिवारिक विवाद की वजह से पड़ोसियों ने उनकी बेटी पर हमला किया। पड़ोसी से लंबे समय से विवाद चल रहा था। पीड़िता के पिता ने शिकायत में कहा, उन लोगों ने मेरी बेटी को गाली देना शुरू किया। इसके बाद बाल पकड़कर घसीटा और निर्वस्त्र करके पिटाई की। इसके बाद उसे धमकी देकर सड़क पर छोड़ दिया। उन्होंने अपनी शिकायत में किसी राजनीतिक दल का नाम नहीं लिया है। हालांकि बाद में उन्होंने रिपोर्टर्स से कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता होने की वजह से उनकी बेटी पर हमला किया गया। 
    वहीं कूच बिहार के एमजेएन अस्पताल में पीड़िता ने बताया, टीएमसी की महिलाओं ने उन्हें नग्न कर दिया और पानी में डुबाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि अगर टीएमसी में नहीं शामिल हुई तो और ज्यादा प्रताड़ित किया जाएगा। जब मैं बेहोश हो गई तो मुझे छोड़ दिया गया। वे लोग 4 जून से ही मुझे टारगेट कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि तीन महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पीड़िता के जीजा को भी फोटोग्राफ लेने और अफवाह फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। 
    पुलिस ने कहा, गलत तरीके से प्रचारित किया जा रहा है कि महिला को निर्वस्त्र करके पीटा गया और इसके पीछे राजनीतिक मंसा थी। घटना का सांप्रदायिक और राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने कहा कि किसी विवाद की वजह से पहले भी पीड़िता और गांव के महिलाओं के बीच झगड़ा हुआ था। हाथापाई की वजह से पीड़िता के कपड़े फट गए थे। 
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  • आज अमरवाड़ा में सिंगोड़ी और हर्रई में जनसभा को संबोधित करेंगे सीएम मोहन यादव

    छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज छिंदवाड़ा के दौरे पर रहेंगे। वे जिले की अमरवाड़ा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर चुनाव प्रचार करेंगे। सीएम यादव विधानसभा क्षेत्र के सिंगोड़ी और हर्रई में जनसभा को संबोधित कर भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह के लिए वोट मांगेंगे।  
    भाजपा जिलाध्यक्ष शेषराव यादव ने बताया मुख्यमंत्री मोहन यादव दोपहर 12 बजे सिंगोड़ी पहुंचेंगे और जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा के उपरांत वे समाज के प्रबुद्धजनों से मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव दोपहर 2 बजे हर्रई पहुंचेंगे और जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा के उपरांत मुख्यमंत्री डॉ यादव समाज के प्रबुद्धजनों से भेंट करेंगे। प्रबुद्धजनों से भेंट कर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भोपाल के लिए रवाना होंगे।
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  • इजरायल अब लेबनान पर भी हमले को तैयार, सीमा पर सेना बढ़ी

    नई दिल्ली। इजरायल की ओर से गाजा पट्टी पर बीते 9 महीनों से लगातार हमले जारी हैं। खान यूनिस, राफा समेत कई शहर इजरायली हमलों से तबाह हो चुके हैं और करीब 10 लाख लोगों को पलायन करना पड़ा है। इसके बाद अब वह एक और मोर्चा खोलने की तैयारी में है। इजरायल ने लेबनान की सीमा पर अपने सैनिकों को तैनात कर दिया है और किसी भी समय हमले के लिए तैयार रहने को कहा है। गाजा पट्टी में हमास की ओर से जारी हमलों के बीच इजरायल पर हिजबुल्लाह ने भी आतंकी हमले किए थे। यह आतंकी संगठन लेबनान में सक्रिय है और उसे ईरान का समर्थन हासिल है। ऐसे में इजरायल ने अब लेबनान को ही निशाना बनाने का फैसला लिया है।
    इजरायल के इस ऐलान के साथ ही दुनिया भर के नेता सतर्क हो गए हैं। कई नेताओं ने बेंजामिन नेतन्याहू को चेताया है कि वह इससे बचें क्योंकि युद्ध बड़ा रूप ले सकता है। नेतन्याहू ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें वह इजरायली सुरक्षा बलों से कह रहे हैं कि हम जीत के लिए तैयार और प्रतिबद्ध हैं। हम इससे कम किसी चीज पर नहीं रुकेंगे। इजरायल के वरिष्ठ अधिकारियों ने लेबनान सीमा का दौरा किया है। लेबनान और इजरायल के बीच यह तनाव ऐसे वक्त में हुआ है, जब डिफेंस मिनिस्टर याओव गैलेंट 4 दिनों के वॉशिंगटन दौरे से निकले हैं। 
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  • नीट पेपर लीक मसले पर लोकसभा में हंगामा

    नई दिल्ली । संसद के दोनों सदनों में आज से राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होगी। लोकसभा में चर्चा की शुरूआत अनुराग ठाकुर और राज्यसभामें चर्चा की शुरूआत सुधांशु त्रिवेदी करेंगें। लोकसभा में अनुराग ठाकुर प्रस्ताव रखेंगे और बांसुरी स्वराज उसका समर्थन करेंगी। वहीं, राज्य सभा में सुधांशु त्रिवेदी चर्चा की शुरुआत करेंगे और कविता पाटीदार उसका समर्थन करेंगी। 
    राज्यसभा की कार्यवाही भी दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
    लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित हो गई है। दरअसल, जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, राहुल गांधी ने नीट मामले पर चर्चा की मांग की। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान आप इन मुद्दों को उठा सकते हैं। हालांकि, विपक्ष इस मांग पर अड़ा रहा कि सदन में पहले नीट पर चर्चा होनी चाहिए। मामला शांत न होता देख सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
    संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है।
    लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि कल सभी विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक हुई और उसमें सर्वसम्मति बनी कि आज हम NEET के मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं। यहां सदन में NEET पर चर्चा होनी चाहिए। मैं प्रधानमंत्री जी से अनुरोध करता हूं कि ये युवाओं का मुद्दा है और इस पर सही तरीके से चर्चा होनी चाहिए और ये सम्मानजनक चर्चा होनी चाहिए। हम इसे सम्मानपूर्वक करेंगे। आपको भी चर्चा में शामिल होना चाहिए, आपको भी भाग लेना चाहिए क्योंकि ये युवाओं का मामला है। संसद से ये संदेश जाना चाहिए कि भारत सरकार और विपक्ष मिलकर छात्रों की बात कर रहे हैं।
    लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सदन में नीट पर चर्चा होनी चाहिए। छात्र हमारे देश का भविष्य हैं। उनके मुद्दे पर गंभीरता से चर्चा होनी चाहिए। हम शांति से इस पर बहस करने को तैयार हैं। 

    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का ऐलान, मध्यप्रदेश में पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा आपातकाल

    भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा है कि कांग्रेस द्वारा थोपी गई इमरजेंसी को राज्य के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। कहा कि देश में 1975-77 के आपातकाल के दौरान की गई ज्यादतियों और दमन का विरोध करने वालों की जोशीली लड़ाई की व्याख्या करने वाला एक अध्याय मध्य प्रदेश के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री यादव ने आपातकाल के खिलाफ संघर्ष में भाग लेने वाले लोगों को लोकतंत्र सेनानी बताते हुए उनके लिए कई अन्य सुविधाओं की भी घोषणा की।
    मुख्यमंत्री मोहन यादव भोपाल में अपने आवास पर आपातकाल के खिलाफ लड़ने वालों की एक सभा को संबोधित कर रहे थे। यादव ने कहा कि उन 21 महीने की लंबी अवधि में नागरिक स्वतंत्रता का निलंबन, असहमति का दमन और लोकतांत्रिक सिद्धांतों का क्षरण किया गया था। कहा कि इन लोकतंत्र सेनानियों को टैरिफ में 50 प्रतिशत की छूट पर तीन दिनों तक सरकारी सर्किट और विश्राम गृहों में रहने की सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्हें हाईवे पर टोल चुकाने में भी छूट मिलेगी।
    लोकतंत्र सेनानियों को उनके आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड के माध्यम से इलाज पर होने वाले खर्च के भुगतान में कोई देरी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि संबंधित कलेक्टर तीन महीने के भीतर उन्हें भुगतान सुनिश्चित करेंगे। गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के मामले में इलाज के लिए बड़े अस्पतालों या अन्य महानगरों तक यात्रा करने के लिए उन्हें एयर एंबुलेंस उपलब्ध कराई जाएगी। यादव ने कहा कि राज्य में शुरू की गई एयर टैक्सी सेवा के तहत आपातकाल विरोधी कार्यकर्ताओं को किराये में 25 फीसदी की छूट दी जाएगी।
    लोकतंत्र सेनानियों के राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, अंतिम संस्कार के समय उनके परिवारों को दी जाने वाली राशि अब 8,000 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों के परिवार के सदस्यों को उद्योग या अन्य व्यावसायिक उद्यम स्थापित करने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करके रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। बता दें कि 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाया था। उस दौरान विपक्षी नेताओं, असंतुष्टों को जेल में डाल दिया गया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • SP-RJD ने की सेंगोल हटाने की मांग

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव  के बाद संसद का पहला सत्र चल रहा है. नवनिर्वाचित लोकसभा सदस्यों के शपथग्रहण और स्पीकर चुनाव के बाद आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित कर रही हैं. इन सब के बीच संसद में स्थापित किए गए सेंगोल पर सियासत गर्म हो चुकी है. विपक्षी दलों ने संसद भवन में स्पीकर के आसन के पास स्थापित सेंगोल को हटाने की मांग शुरू कर दी है. समजवादी पार्टी (SP) ने सेंगोल को राजशाही का प्रतीक बताते हुए उसे हटाकर उसकी जगह संविधान स्थापित करने की मांग की है.
    समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद आरके चौधरी ने कहा है कि संविधान महत्वपूर्ण है, लोकतंत्र का प्रतीक है. अपने पिछले कार्यकाल में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार ने संसद में 'सेंगोल' स्थापित किया. 'सेंगोल' का अर्थ है 'राज-दंड', इसका अर्थ 'राजा का डंडा' भी होता है. रियासती व्यवस्था को खत्म करके देश आजाद हुआ. देश 'राजा के डंडे' से चलेगा या संविधान से? मैं मांग करता हूं कि संविधान को बचाने के लिए संसद से सेंगोल को हटाया जाए.
    आरके चौधरी के बयान पर समाजवादी पार्टी के मुखिया और सांसद अखिलेश का भी बयान आया है. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हमारे सांसद शायद ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जब इसे (सेंगोल) स्थापित किया गया था, तो प्रधानमंत्री ने इसके सामने सिर झुकाया था. शायद शपथ लेते वक्त वह इसे भूल गए, हो सकता है कि मेरी पार्टी ने उन्हें यह याद दिलाने के लिए ऐसा कहा हो. जब प्रधानमंत्री इसके सामने सिर झुकाना भूल गए, तो शायद वह भी कुछ और चाहते थे.
    सपा नेता के बयान पर शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा कि संविधान अहम है, हम इंडिया ब्लॉक में इस पर चर्चा करेंगे.
    साभार आज तक

  • राष्ट्रपति बोलीं- मुझे पूरा विश्वास है कि आप राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ अपना दायित्व निभाएंगे

    नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली नवनिर्वाचित सरकार की प्राथमिकताओं को सामने रखा। 18वीं लोकसभा के गठन के बाद संसद की संयुक्त बैठक में मुर्मू का यह पहला संबोधन है। नई लोकसभा का पहला सत्र गत सोमवार को शुरू हुआ था। इसके अलावा राज्यसभा का 264वां सत्र 27 जून से शुरू होगा।
    अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि मैं 18वीं लोक सभा के सभी नव निर्वाचित सदस्यों को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देती हूं। आप सभी यहां देश के मतदाताओं का विश्वास जीतकर आए हैं। देशसेवा और जनसेवा का ये सौभाग्य बहुत कम लोगों को मिलता है। मुझे पूरा विश्वास है कि आप राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ अपना दायित्व निभाएंगे।  140 करोड़ देशवासियों की आकांक्षाओं की पूर्ति का माध्यम बनेंगे।
    उन्होंने कहा कि ये दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था। करीब 64 करोड़ मतदाताओं ने उत्साह और उमंग के साथ अपना कर्तव्य निभाया है। इस बार भी महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर मतदान में हिस्सा लिया है। इस चुनाव की बहुत सुखद तस्वीर जम्मू-कश्मीर से भी सामने आई है। कश्मीर घाटी में वोटिंग के अनेक दशकों के रिकॉर्ड टूटे हैं।
    उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव की चर्चा आज पूरी दुनिया में है। दुनिया देख रही हैं कि भारत के लोगों ने लगातार तीसरी बार स्थिर और स्पष्ट बहुमत की सरकार बनाई है। छह दशक बाद ऐसा हुआ है। ऐसे समय में जब भारत के लोगों की आकांक्षाएं सर्वोच्च स्तर पर हैं, लोगों ने मेरी सरकार पर लगातार तीसरी बार भरोसा जताया है।
    उन्होंने कहा कि मेरी सरकार का मत है कि दुनियाभर से निवेशकों को आकर्षित करने के लिए राज्यों में स्वस्थ स्पर्धा हो। यही कंपटीटिव को-ऑपरेटिव फेडरलिज्म की सच्ची स्पिरिट है। राज्य के विकास से देश का विकास, इसी भावना के साथ हम आगे बढ़ते रहेंगे।
    उन्होंने कहा कि सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन के संकल्प ने आज भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना दिया है। 10 साल में भारत 11वें नंबर की अर्थव्यवस्था से ऊपर उठकर पांचवें नंबर पर पहुंचा है। साल 2021 से लेकर साल 2024 के बीच भारत ने औसतन 8 प्रतिशत की रफ्तार से विकास किया है।
    उन्होंने कहा कि मेरी सरकार अर्थव्यवस्था के तीनों स्तंभों विनिर्माण, सेवाएं और कृषि को बराबर महत्व दे रही है। पीएलआई योजना और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस से बड़े पैमाने पर निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। पारंपरिक सेक्टर्स के साथ-साथ सनराइज सेक्टर्स को भी मिशन मोड पर बढ़ावा दिया जा रहा है।
    राष्ट्रपति ने कहा कि किसान अपने छोटे खर्चे पूरे कर सकें, इसके लिए पीएम किसान सम्मान निधि के तहत उन्हें 3 लाख 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा राशि दी जा चुकी है। मेरी सरकार के नए कार्यकाल के शुरूआती दिनों में ही किसानों को 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि ट्रांसफर की जा चुकी है। सरकार ने खरीफ फसलों के लिए MSP में भी रिकॉर्ड वृद्धि की है।
    उन्होंने कहा कि आजकल ऑर्गेनिक उत्पादों को लेकर दुनिया में डिमांड तेजी से बढ़ रही है। भारत के किसानों के पास इस डिमांड को पूरा करने की भरपूर क्षमता है। इसलिए सरकार प्राकृतिक खेती और इससे जुड़े उत्पादों की सप्लाई चेन को सशक्त कर रही है। ऐसे प्रयासों से किसानों का खेती पर होने वाला खर्च भी कम होगा और उनकी आय भी और बढ़ेगी।
    राष्ट्रपति ने कहा कि आज का भारत, दुनिया की चुनौतियां बढ़ाने के लिए नहीं बल्कि दुनिया को समाधान देने के लिए जाना जाता है। विश्व-बंधु के तौर पर भारत ने अनेक वैश्विक समस्याओं के समाधान को लेकर पहल की है। जलवायु परिवर्तन से लेकर खाद्य सुरक्षा तक, पोषण से लेकर सस्टेनबल एग्रीकल्चर तक हम अनेक समाधान दे रहे हैं।
    उन्होंने कहा कि आने वाला समय हरित युग का है। मेरी सरकार इसके लिए भी हर जरूरी कदम उठा रही है। हम हरित उद्योगों पर निवेश बढ़ा रहे हैं, जिससे हरित जॉब भी बढ़े हैं। हरित ऊर्जा हो या फिर ग्रीन मोबिलिटी, हर मोर्चे पर हम बड़े लक्ष्यों के साथ काम कर रहे हैं।
    राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा डोमेस्टिक एविएशन मार्केट है। अप्रैल 2014 में भारत में सिर्फ 209 एयरलाइन रूट्स थे। अप्रैल 2024 में इनकी संख्या बढ़कर 605 हो गई है। हवाई यात्रा में हो रहे इस विस्तार का सीधा लाभ टीयर-2, टीयर-3 शहरों को हो रहा है।
    उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ने 10 वर्षों में पीएम ग्रामीण सड़क योजना के तहत गांवों में 3 लाख 80 हजार किलोमीटर से ज्यादा सड़कें बनाई हैं। आज भारत में नेशनल हाईवेज और एक्सप्रेसवेज का जाल बिछ रहा है। नेशनल हाईवे बनाने की गति में भी दोगुने से अधिक की वृद्धि हुई है।
    राष्ट्रपति ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट में हर तरह की कनेक्टिविटी को बढ़ाया जा रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, रोजगार, हर क्षेत्र में विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जा रहा है। असम में 27 हजार करोड़ रुपए की लागत से सेमीकंडक्टर प्लांट बनाया जा रहा है। यानि नॉर्थ ईस्ट, मेड इन इंडिया चिप्स का भी सेंटर होने वाला है।
    साभार अमर उजाला

  • ओम बिरला चुने गए लोकसभा के अध्यक्ष

    नई दिल्ली। भाजपा सांसद और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार ओम बिरला लोकसभा के अध्यक्ष चुने गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा। केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत कई दिग्गजों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। विपक्ष की ओर से के. सुरेश के नाम का प्रस्ताव रखा गया।
    इसके बाद प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने सदन की कार्यवाही आगे बढ़ाते हुए प्रस्ताव का सभी के सामने रखा। ध्वनिमत के आधार पर उन्होंने ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान खास बात यह भी रही कि आम बिरला को आसन तक ले जाने के लिए पीएम मोदी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू के साथ नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी साथ आए। राहुल को बीती रात ही कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष घोषित किया है।
    साभार अमर उजाला

  • ओम बिरला फिर से होंगे लोकसभा स्पीकर

    नई दिल्ली। ओम बिरला एक बार फिर से लोकसभा स्पीकर के होंगे। नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान लोकसभा स्पीकर रहे ओम बिरला आज फिर से नामांकन दाखिल करेंगे। उन्हें सर्वसम्मति से लोकसभा स्पीकर के लिए चुना जाना है। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, टीएमसी और डीएमके समेत सभी विपक्षी दलों ने उनके नाम पर सहमति जताई है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि सत्ता पक्ष ने भी डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को देने पर सहमति जता दी है। इससे पहले विपक्ष ने कहा था कि यदि डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को नहीं मिला तो हम स्पीकर के लिए अपना कैंडिडेट उतारेंगे। 
    अब तक मिली जानकारी के अनुसार ओम बिरला सुबह 11:30 बजे एनडीए कैंडिडेट के तौर पर नामांकन दाखिल करेंगे। उनके साथ भाजपा, जेडीयू और टीडीपी के कई सीनियर नेता नामांकन में जा सकते हैं। इस बीच राहुल गांधी ने मांग उठाई है कि हम पूरा समर्थन देंगे, यदि विपक्ष को डिप्टी स्पीकर का पद मिलता है। राहुल गांधी ने कहा कि राजनाथ सिंह का कल शाम को मल्लिकार्जुन खरगे के पास फोन आया था। इस पर हमारी ओर से यह प्रस्ताव रखा गया था। इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि हम आपको कॉल रिटर्न करेंगे, लेकिन अब तक उनकी ओर से कुछ कहा नहीं गया है।
    हालांकि सरकारी सूत्रों का कहना है कि ओम बिरला के नाम पर पूरी सहमति बन गई है। अब जल्दी ही विपक्षी दलों से इसे लेकर संपर्क साधा जाएगा। राहुल गांधी के अलावा अखिलेश यादव ने भी मांग की है कि डिप्टी स्पीकर विपक्ष का होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा हुआ तो किसी विवाद की जरूरत ही नहीं है। बता दें कि ओम बिरला ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई सीनियर मंत्री मौजूद थे। अब कुछ ही देर में ओम बिरला नामांकन दाखिल करने जाएंगे। लोकसभा स्पीकर के लिए चुनाव की तारीख 26 जून तय की गई थी, लेकिन आम सहमति बनने के चलते वह नामांकन दाखिल करते ही स्पीकर चुन लिए जाएंगे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • जान पर खतरा देख आतिशी का अनशन खत्म करने का किया फैसला

    नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की जल मंत्री आतिशी का अनशन खत्म करा दिया है। आप नेता संजय सिंह ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि आतिशी की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने साफ कहा है कि अगर उन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया तो उनकी जान पर खतरा हो सकता है। ऐसे में उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया और सभी नेताओं ने विचार विमर्श कर उनके अनशन को भी खत्म करने का फैसला किया। 
    आतिशी दिल्ली के जल संकट को लेकर 5 दिनों से अनशन पर बैठी थीं। इस दौरान लगातार उनके शुगर लेवल और बीपी की जांच की जा रही थी। बताया जा रहा है कि सोमवार रात उनका शुगर लेवल गिरकर 36 तक पहुंच गया जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। संजय सिंह ने बताया कि डॉक्टर लगातार आतिशी का चेकअप कर रहे थे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मप्र विधानसभा में बजट सत्र के लिए विधायकों ने ऑफलाइन से ज्यादा ऑनलाइन सवाल पूछे

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के लिए विधायकों ने ऑफलाइन से ज्यादा ऑनलाइन सवाल पूछे हैं। अभी तक यह संख्या करीब 50-50 प्रतिशत रहती थी। इस बार विधायकों ने सोमवार अंतिम तारीख तक 4187 सवाल पूछे हैं। इसमें से 2386 ऑनलाइन माध्यम से आए हैं। वहीं, 1901 ऑफलाइन सवाल पूछे गए हैं। विधानसभा सचिवालय कार्यवाही को ज्यादा से ज्यादा ऑनलाइन करने पर जोर दे रहा है। ताकि कागज का कम से कम उपयोग हो। इसके लिए विधायकों को शून्यकाल की सूचनाएं भेजने, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव और सूचनाएं ऑनलाइन भेजने की शुरुआत कर चुका है। इसके बावजूद विधायक अधिकतर ऑफलाइन ही काम करते थे। अभी तक ऑफलाइन और ऑनलाइन प्रश्न पूछने का रेशो 50-50 प्रतिशत रहता था। बता दें मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 1 जुलाई से 19 जुलाई तक चलेगा। इस सत्र में 14 बैठकें होंगी। इस सत्र में मोहन सरकार अपना पहला पूर्ण बजट पेश करेगी। इसमें आधा दर्जन से ज्यादा विधेयक को भी मंजूरी के लिए रखा जाएगा। विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने कहा कि इस बार ऑनलाइन सवाल पूछने की संख्या बढ़ी है। इसमें विधायक रुचि दिखा रहे हैं। शून्यकाल की सूचनाएं भेजने, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव और सूचनाएं ऑनलाइन भेजने की भी व्यवस्था की गई है।
    मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में मुख्यमंत्री की तरफ से सात राज्यमंत्री प्रश्नों के जवाब देंगे। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को सूचित किया है। इसमें राज्यमंत्री कृष्णा गौर को सामान्य प्रशासन विभाग, मंत्री धर्मेंद्र लोधी को नर्मदा घाटी विकास और जनसंपर्क, मंत्री गौतम टेटवाल को विधि-विधायी कार्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल को गृह एवं जेल विभाग के उत्तर देने की जिम्मेदारी दी गई। वहीं, मंत्री प्रतिभा बागरी को प्रवासी भारतीय और विमानन, मंत्री दिलीप अहिरवार को खनिज साधन, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन, मंत्री राधा सिंह को लोकसेवा प्रबंधन और आनंद विभाग की जिम्मेदारी दी गई।
    विधानसभा के मानसून सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं। कांग्रेस सत्र में नर्सिंग घोटाले पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है। विधायकों ने सरकार की योजनाओं में गड़बड़ी, नर्सिंग घोटाले, भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था को लेकर सवाल किए हैं। इन पर ही विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है।
    साभार अमर उजाला

  • जीत के बाद पहली बार गुना पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, जनता का किया आभार व्यक्त

    गुना। जानकारी के मुताबिक ज्योतिरादित्य सिंधिया सोमवार की शाम को दिल्ली से हवाई यात्रा करते हुए भोपाल पहुंचे और भोपाल से कार के माध्यम से वे गुना आए। जहां उन्होंने सर्वप्रथम भाजपा जिला उपाध्यक्ष धीरेंद्र सिंह की माता के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं उनके आने की खबर सुनकर शहर की सड़कों पर इंतजार कर रही उनके क्षेत्र की जनता का उन्होंने हाथ जोड़कर आभार व्यक्त किया और खुली जीप में रोड शो किया।
    गौरतलब है कि गुना शिवपुरी सीट से सांसद ज्योतिरादित्य सिंध्या जीत के पश्चात पहली मर्तबा गुना पहुंचे, जहां उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता आभार व्यक्त करते हुए रोड शो किया। जिसमें उनके साथ भाजपा जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र सिकरवार वा गुना विधायक पन्नालाल शाक्य भी उपस्थित रहे।
    साभार अमर उजाला

  • 18वीं लोकसभा के पहले सत्र से पहले पीएम मोदी ने किया संबोधित, कहा- जनता ने हमारी नीयत और नीति पर मुहर लगाई

    नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होने कहा कि जनता ने हमारी नीयत और नीति पर मुहर लगाई है। हम सभी को साथ लेना चाहते हैं।
    पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा', 'आज 18वीं लोकसभा शुरू हो रही है। दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव बहुत ही भव्य और शानदार तरीके से हुआ। यह चुनाव इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि आजादी के बाद दूसरी बार जनता देश की जनता ने लगातार तीसरी बार एक सरकार को सेवा करने का मौका दिया है।"
    पीएम मोदी ने कहा, ''संसदीय लोकतंत्र में यह एक गौरवशाली दिन है। आजादी के बाद पहली बार हमारे अपने नए संसद भवन में शपथ ग्रहण समारोह हो रहा है। ये पुराने संसद भवन में होता था। इस महत्वपूर्ण दिन पर, मैं सभी नवनिर्वाचित सांसदों का हार्दिक स्वागत करता हूं, उन्हें बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।''
    अठारहवीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। आज सत्र के दौरान नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। इसके बाद, 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा और 27 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं सात बार के सांसद भर्तृहरि महताब को संसद के निचले सदन का अस्थाई अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) नियुक्त किए जाने के कारण सत्र के दौरान लोकसभा में शोरगुल होने के आसार हैं। इसके अलावा एग्जिट पोले और NEET और UGC-NET परीक्षा को लेकर भी हंगामा संभव है। 
    भर्तृहरि महताब को अस्थाई अध्यक्ष बनाए जाने की विपक्ष ने कड़ी आलोचना की है और आरोप लगाया है कि सरकार ने इस पद के लिए कांग्रेस सांसद के. सुरेश के दावे की अनदेखी की। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा है कि महताब लगातार सात बार के लोकसभा सदस्य हैं, जिससे वह इस पद के लिए उपयुक्त हैं। उन्होंने कहा कि सुरेश 1998 और 2004 में चुनाव हार गए थे, जिस कारण उनका मौजूदा कार्यकाल निचले सदन में लगातार चौथा कार्यकाल है। इससे पहले, वह 1989, 1991, 1996 और 1999 में लोकसभा के लिए चुने गए थे। 
    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को राष्ट्रपति भवन में महताब को लोकसभा के अस्थाई अध्यक्ष के रूप में शपथ दिलाएंगी। इसके बाद महताब संसद भवन पहुंचेंगे और सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू करेंगे। कार्यवाही की शुरुआत में, कुछ क्षणों के लिए मौन रखा जाएगा। इसके बाद लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह निचले सदन के लिए निर्वाचित सदस्यों की सूची सदन के पटल पर रखेंगे। इसके बाद, महताब के अनुरोध पर लोकसभा के नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदन की सदस्यता की शपथ लेंगे।
    पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ''कल 25 जून है। 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर लगे उस धब्बे के 50 साल पूरे हो जाएंगे। भारत की नई पीढ़ी यह कभी नहीं भूलेगी कि भारत के संविधान को, संविधान के हर हिस्से को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था। लोकतंत्र के टुकड़े-टुकड़े कर दिये गये, देश को जेलखाने में बदल दिया गया, लोकतंत्र को पूरी तरह कुचल दिया गया। अपने संविधान की रक्षा करते हुए, भारत के लोकतंत्र की, लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए, देशवासी संकल्प लेंगे कि कोई भी ऐसा करने की हिम्मत नहीं करेगा। हम भारत में फिर से वही काम करेंगे जो 50 साल पहले किया गया था। हम एक जीवंत लोकतंत्र का संकल्प लेंगे। हम भारत के संविधान के निर्देशों के अनुसार सामान्य लोगों के सपनों को पूरा करने का संकल्प लेंगे।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अगले महीने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण करेगी वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट पेश

    नई दिल्ली। देश में लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद नई सरकार बन चुकी है। मोदी 3.0 सरकार बनने के बाद अब सबकी निगाहें बजट पर हैं। अगले महीने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट पेश करने वाली हैं। लोगों को हर बार की तरह इस बार भी बजट से काफी उम्मीदें हैं। इस बार नए टैक्स नियमों के लिए सरकार मानक कटौती की सीमा बढ़ाने पर विचार कर रही है, जिसमें छूट वाली पुरानी व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। एनडीए सरकार अपने तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करने की तैयारी कर रही है। ऐसे में पूंजीगत लाभ तंत्र में बड़े बदलाव करने की संभावना नहीं है। यह एक ऐसा मुद्दा है जिस पर आयकर विभाग समीक्षा की मांग कर रहा है। विभिन्न एसेट वर्गों में होल्डिंग अवधि को एक समान करने के सुझाव दिए गए हैं, लेकिन सरकार कम से कम फिलहाल इस प्रणाली में बदलाव करने के लिए इच्छुक नहीं है।
    बजट की रूपरेखा पर चर्चा अभी शुरू हुई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सार्वजनिक परामर्श कर रही हैं, लेकिन अधिकांश कवायद फिलहाल वित्त मंत्रालय तक ही सीमित है। कई मुद्दों पर आंतरिक मूल्यांकन किया जा रहा है, जिनमें से कुछ पर सरकार के अन्य विभागों के साथ चर्चा की जाएगी, उसके बाद वित्त मंत्रालय पीएमओ से मिलने वाले फीडबैक के आधार पर अंतिम निर्णय लेगा।
    साभार नवभारत टाइम्स 

  • यौन उत्पीड़न के आरोप में प्रज्वल के भाई सूरज रेवन्ना भी गिरफ्तार

    बेंगलुरु। कर्नाटक के चर्चित सेक्स स्कैंडल में कर्नाटक पुलिस ने एक और गिरफ्तारी की है। यौन उत्पीड़न के एक मामले में जनता दल (सेक्युलर) के एमएलसी सूरज रेवन्ना को गिरफ्तार किया है। इससे पहले पुलिस ने उनके भाई और यौन अपराध के आरोपी पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को गिरफ्तार किया था। आपको बता दें कि प्रज्वल के भाई पर एक शख्स ने अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का आरोप लगाया है।
    हासन जिले के होलेनरसिपुरा पुलिस थाने में जेडीएस के एक कार्यकर्ता द्वारा सूरज रेवन्ना के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था।कार्यकर्ता ने आरोप लगाया कि सूरज ने 16 जून को उसके फार्महाउस पर उसका यौन उत्पीड़न किया।
    शिकायतकर्ता ने बताया कि सूरज रेवन्ना ने उसे अपने फार्महाउस पर बुलाया था और उसने जबरदस्ती उसे चूमा और उसके होंठ और गाल काटे। शिकायत मिलने के बाद हसन पुलिस ने अप्राकृतिक यौन कृत्य से संबंधित भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 377 के तहत मामला दर्ज किया।
    पुलिस ने मामले में शिकायत मिलने के बाद सूरज के खिलाफ केस दर्ज कर लिया और अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।  हालांकि सूरज की तरफ से उसके दोस्त ने आरोप लगाया है कि शिकायतकर्ता ने 5 करोड़ रुपए न देने पर इस तरह से ब्लैकमेल कर रहा है।
    शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि सूरज ने उसके साथ यौन उत्पीड़न किया। इसके बाद उसने उससे कहा कि वह जिले में राजनीतिक रूप से आगे बढ़ने में उसकी मदद करेगा। उसने शिकायत में कहा कि उसने बाद में सूरज को घटना के बारे में मैसेज किया था और सूरज ने जवाब देते हुए कहा कि, "चिंता मत करो, सब ठीक हो जाएगा।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • शरद पवार ने उद्धव सेना और कांग्रेस को दिया बड़ा संकेत, राकांपा इस बार समझौता नहीं करेगी

    पुणे. महाराष्ट्र में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले शरद पवार ने एमवीए में सीट शेयरिंग को लेकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी इस बार समझौता नहीं करेगी. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-एसपी के एक नेता ने अपने सुप्रीमो शरद पवार के हवाले से कहा- राकांपा (एसपी) लोकसभा चुनावों के दौरान अपने महा विकास अघाड़ी (MVA) सहयोगियों की तुलना में कम सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमत हुई, लेकिन विधानसभा चुनाव में स्थिति अलग होगी.
    शरद पवार ने शुक्रवार को पुणे में दो बैठकें कीं. पहली बैठक पुणे शहर और जिले के पार्टी पदाधिकारियों के साथ, और दूसरी अपने विधायकों और नव-निर्वाचित सांसदों के साथ. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पहली बैठक में शामिल हुए पुणे शहर NCP (शरद पवार) प्रमुख प्रशांत जगताप ने कहा- शरद पवार ने बैठक के दौरान हमें बताया कि पार्टी ने लोकसभा चुनाव में कम सीटों पर इसलिए चुनाव लड़ा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के साथ गठबंधन बरकरार रहे.
    जगताप ने कहा, 'उन्होंने (शरद पवार) संकेत दिया कि विधानसभा चुनाव में तस्वीर अलग होगी'. राकांपा (एसपी) प्रमुख ने पुणे, बारामती, मावल और शिरूर लोकसभा के अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों की स्थिति की भी समीक्षा की. दूसरी बैठक में शामिल हुए एक पार्टी नेता ने कहा कि शरद पवार ने सांसदों और विधायकों से विधानसभा चुनाव के लिए तैयार रहने का आह्वान किया. इस बीच, एनसीपी (एसपी) के महाराष्ट्र प्रमुख जयंत पाटिल ने मीडिया कर्मियों से कहा कि पार्टी ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वह एमवीए में सीट-शेयरिंग के तहत कितनी सीटें मांगेगी.
    साभार आज तक

  • नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस पार्टी उमंग सिंघार से खास मुलाकात

    मध्य प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तहत, कांग्रेस पार्टी के नेता प्रतिपक्ष, उमंग सिंघार जी से विशेष मुलाकात हुई। इस मुलाकात में राज्य की वर्तमान राजनीतिक स्थिति, आगामी चुनावी रणनीतियाँ और जनता से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की गई।
    उमंग सिंघार जी ने इस अवसर पर कहा, "हमारा प्राथमिक उद्देश्य राज्य की जनता को न्याय, विकास और सुरक्षा प्रदान करना है। हम उनके मुद्दों को सुलझाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे और उन्हें एक बेहतर भविष्य देने के लिए कृतसंकल्प हैं।"
    कांग्रेस पार्टी ने आगामी चुनावों के लिए अपनी तैयारियों को लेकर भी अपने विचार साझा किए और जनता को भरोसा दिलाया कि वे राज्य में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
    इस महत्वपूर्ण बैठक में कई वरिष्ठ नेताओं ने भी हिस्सा लिया और पार्टी के कार्यक्रमों और नीतियों पर विचार-विमर्श किया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार जी ने सभी नेताओं को एकजुट होकर काम करने और राज्य के विकास में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की।
    समाचार संपादक:
    गोपाल गावंडे
    रणजीत टाइम्स

  • प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी जी से वर्तमान लोकसभा चुनावों पर खास मुलाकात

    मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी जी से हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों के संबंध में विशेष मुलाकात की गई। इस बैठक में चुनाव परिणाम, पार्टी की प्रदर्शन और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
    जीतू पटवारी जी ने इस मौके पर कहा, "हाल के लोकसभा चुनावों ने हमें कई महत्वपूर्ण सबक सिखाए हैं। हम राज्य की जनता के विश्वास को जीतने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे। हमारी प्राथमिकता राज्य की जनता को न्याय, विकास और सुरक्षा प्रदान करना है।"
    उन्होंने चुनाव परिणामों का विश्लेषण करते हुए कहा कि पार्टी ने कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया है और कुछ स्थानों पर सुधार की आवश्यकता है। "हम चुनावों के दौरान जनता के सामने आए मुद्दों का समाधान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और अगली बार बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे," उन्होंने कहा।
    बैठक में आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति पर भी चर्चा की गई। जीतू पटवारी जी ने सभी नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर काम करें और राज्य के विकास में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि पार्टी की जीत के लिए सामूहिक प्रयास और जनता के विश्वास की जरूरत है।
    समाचार संपादक:
    गोपाल गावंडे
    रणजीत टाइम्स

  • श्रीनगर में पीएम मोदी ने किया योग, बोले-  'विश्व योग को वैश्विक भलाई के एक शक्तिशाली एजेंट के रूप में देख रहा '


    जम्मू कश्मीर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया योग की शक्ति को मानती है। विश्व योग को वैश्विक भलाई के लिए एक शक्तिशाली एजेंट के रूप में देखता है। यह लोगों को अतीत के बोझ को ढोए बिना वर्तमान में जीने में मदद करता है। श्रीनगर के एसकेआईसीसी में 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने यह बातें कहीं।
    प्रधानमंत्री ने कहा कि योग ने लोगों को यह एहसास दिलाया है कि उनका कल्याण उनके आसपास की दुनिया के कल्याण से जुड़ा हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा, 'विश्व योग को वैश्विक भलाई के एक शक्तिशाली एजेंट के रूप में देख रहा है। योग हमें अतीत के बोझ को ढोए बिना वर्तमान क्षण में जीने में मदद करता है।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'जब हम अंदर से शांत होते हैं, तो हम दुनिया पर सकारात्मक प्रभाव भी डाल सकते हैं...योग समाज में सकारात्मक बदलाव के नए तरीके बना रहा है।'
    प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया भर में योग करने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है और यह दिनचर्या उनके दैनिक जीवन का हिस्सा बनती जा रही है। पीएम ने कहा, 'योग करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मैं जहां भी जाता हूं, शायद ही कोई (अंतरराष्ट्रीय) नेता हो जो मुझसे योग के लाभों के बारे में बात न करता हो।'
    पीएम मोदी ने तुर्कमेनिस्तान, सऊदी अरब, मंगोलिया और जर्मनी का उदाहरण देते हुए कहा, "कई देशों में योग लोगों के दैनिक जीवन का हिस्सा बनता जा रहा है। ध्यान का यह प्राचीन रूप वहां तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
    साभार अमर उजाल 

  • जल संकट को लेकर आतिशी आज जंगपुरा के भोगल में अनशन करेंगी

    नई दिल्ली. दिल्ली में जल संकट बरकरार है. कई इलाकों के लोग बूंद-बूंद पानी को मोहताज हैं. इसी को लेकर दिल्ली की जल मंत्री आतिशी आज जंगपुरा के भोगल में अपना सत्याग्रह शुरू करेंगी. वह सत्याग्रह शुरू करने से पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ सुबह 11 बजे राजघाट जाएंगी, जहां महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी.
    जानकारी के अनुसार, हरियाणा से पानी कम मिलने के मुद्दे को लेकर आप नेता और दिल्ली की जल मंत्री आतिशी आज से अनिश्चितकालीन अनशन सत्याग्रह शुरू करेंगी. वह अनशन शुरू करने से पहले सुनीता केजरीवाल के साथ राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी. इसके बाद सुनीता केजरीवाल अन्य AAP नेताओं के साथ अनशन स्थल पर जाएंगी. साथ ही बताया जा रहा है कि सुनीता केजरीवाल सुबह 11 बजे आतिशी के साथ राजघाट जाएंगी और शाम को चार बजे तिहाड़ जेल जाएंगी, क्योंकि गुरुवार को अदालत से जमानत मिलने के बाद आज केजरीवाल की तिहाड़ से रिहाई हो सकती है.
    साभार आज तक

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया योगाभ्यास, “श्रीअन्न संवर्धन अभियान” का शुभारंभ

    भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल में योग दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री में आवास में योगाभ्यास किया। इस अवसर पर “श्रीअन्न संवर्धन अभियान” का शुभारंभ किया। 
    दसवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पूरे देश में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर भोपाल में भी राज्यस्तरीय योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने योगाभ्यास किया। पहले यह कार्यक्रम लाल परेड ग्राउंड में रखा गया था, लेकिन बारिश के चलते स्थान में परिवर्तन किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी। साथ ही कहा कि 10 साल पहले भारत ने संयुक्त राष्ट्र में योग से निरोग का प्रस्ताव रखा था, जो पारित हुआ। आज दुनिया योग के कार्यक्रम कर रही है। 
    मुख्यमंत्री ने कहा कि योग को हमने पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया है। योग के शिक्षकों को बराबर का दर्जा देने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि योग से हम शारीरिक, मानसिक शांति पाते है। योग की कल्पना की गई कि हम अपने जीवन के 100 साल पूरा करे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार 11 नए आयुर्वेदिक कॉलेज  खोल रही है। इससे आयुर्वेद के क्षेत्र में प्रदेश की भूमिका बड़े स्तर पर सामने आएगी। मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय योगाभ्यास कार्यक्रम में श्रीअन्न संवर्धन अभियान का शुभारंभ भी किया। 
    इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ सांसद आलोक शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय राजेश राजौरा, डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। 
    साभार अमर उजाला

  • तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में जहरीली शराब पीने से 30 की मौत, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मौतों पर दुख जताया

    नई दिल्ली. तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से 30 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कल्लाकुरिचि के जिला कलेक्टर एमएस प्रशांत ने इसकी पुष्टि की है. मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. कल्लाकुरिची के जिला कलेक्टर एमएस प्रशांत ने जिले के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज करा रहे लोगों से मुलाकात की.
    इस मामले में 49 वर्षीय (अवैध शराब विक्रेता) के. कन्नुकुट्टी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके पास से जब्त की गयी करीब 200 लीटर अवैध शराब की जांच में सामने आया कि उसमें घातक ‘मेथनॉल’ मौजूद था.
    मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मौतों पर दुख जताया और कहा कि इसे रोकने में विफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
    स्टालिन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'कल्लाकुरिची में मिलावटी शराब पीने वाले लोगों की मौत की खबर सुनकर मैं स्तब्ध और दुखी हूं. इस मामले में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसे रोकने में विफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है.'
    उन्होंने कहा, 'अगर जनता ऐसे अपराधों में शामिल लोगों के बारे में जानकारी देती है तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी. समाज को बर्बाद करने वाले ऐसे अपराधों को सख्ती से दबाया जाएगा.' तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने मौतों पर शोक व्यक्त किया और पीड़ितों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. 
    राज्यपाल की ओर से तमिलनाडु राजभवन ने एक पोस्ट शेयर कर कहा, 'मुझे यह जानकर बहुत दुख हुआ कि जहरीली शराब पीने से कल्लाकुरिची में कई लोगों की जान चली गई. कई अन्य गंभीर हालत में हैं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना और अस्पतालों में भर्ती लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है.' 
    राज्यपाल ने राज्य के विभिन्न हिस्सों से जहरीली शराब के सेवन से मौतों की लगातार रिपोर्ट पर चिंता जताई.
    पोस्ट में आगे कहा गया, 'समय-समय पर हमारे राज्य के विभिन्न हिस्सों से जहरीली शराब के सेवन से मौतों की खबरें सामने आती हैं. वे अवैध शराब के उत्पादन और खपत को रोकने में निरंतर कमियों को दर्शाते हैं. यह गंभीर चिंता का विषय है.'
    साभार आज तक

  • पटना हाईकोर्ट ने जाति आधारित आरक्षण बढ़ाकर 65 प्रतिशत करने वाले कानून को किया रद्द

    पटना। पटना हाईकोर्ट ने बिहार में सरकारी नौकरी और उच्च शैक्षणिक संस्थानों के दाखिले में जाति आधारित आरक्षण बढ़ाकर 65 प्रतिशत करने वाले कानून को रद्द कर दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन सरकार ने जाति आधारित सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर ओबीसी, ईबीसी, दलित और आदिवासियों का आरक्षण बढ़ाकर 65 परसेंट कर दिया था। आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों (सवर्ण) को मिलने वाले 10 प्रतिशत आरक्षण को मिलाकर बिहार में नौकरी और दाखिले का कोटा बढ़कर 75 प्रतिशत पर पहुंच गया था। यूथ फॉर इक्वैलिटी नाम के संगठन ने पटना हाईकोर्ट में इसे चुनौती दी थी। उसी अपील पर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की बेंच ने आरक्षण बढ़ाने वाले इस कानून को रद्द कर दिया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सांसद की बेटी की कार से कुचलकर शराबी की मौत, गिरफ्तारी के तुरंत बाद मिली जमानत

    चेन्नई. आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की पार्टी YSR कांग्रेस के सांसद की बेटी की कार से कुचलकर एक शराबी की मौत हो गई. वारदात के बाद सांसद की बेटी मौके से फरार हो गई थी, जिसे बाद में ट्रेस करके पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, थोड़ी ही देर में उसे पुलिस स्टेशन से ही जमानत मिल गई. पुलिस के मुताबिक आरोपी YSR कांग्रेस से सांसद बीडा मस्तान राव की बेटी माधुरी है. माधुरी की कार ने बेसेंट नगर इलाके में सड़क किनारे नशे की हालत में बड़े शख्स को कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई.
    साभार आज तक

  • एक दर्जन उम्मीदवारों ने EVM-VVPAT जांच की मांग की, भाजपा उम्मीदवार भी शामिल

    नई दिल्ली। हालिया लोकसभा चुनावों में हार का सामना करने वाले करीब एक दर्जन उम्मीदवारों ने चुनाव आयोग को आवेदन देकर EVM-VVPAT जांच की मांग की है। इसमें भाजपा उम्मीदवार से लेकर अन्य दलों के भी कैंडिडेट शामिल हैं। अपने आवेदनों में इन उम्मीदवारों ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (EVM-VVPAT) यूनिट के मेमोरी वेरिफिकेशन की मांग की है।
    ET की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसे कुल 10 उम्मीदवारों के आवेदन चुनाव आयोग को मिले हैं, जिन्होंने ईवीएम-वीवीपैट के सत्यापन की जांच की मांग की है। इनमें से अधिकांश उम्मीदवारों ने एक से तीन ईवीएम यूनिट के सत्यापन की मांग की है। हालांकि कुछ उम्मीदवारों ने इससे ज्यादा यूनिट की जांच की भी मांग की है। इन उम्मीदवारों को प्रत्येक ईवीएम यूनिट के लिए 40,000 रुपये और उस पर 18 फीसदी जीएसटी चुकाना पड़ा है।
    जिन लोगों ने ऐसे आवेदन दिए हैं, उनमें महाराष्ट्र के अहमदनगर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार सुजय राधाकृष्ण विखेपाटिल भी शामिल हैं। इन्होंने विधानसभा क्षेत्रवार ईवीएम यूनिट की जांच की मांग की है। शरद पवार की एनसीपी के नीलेश ज्ञानदेव लंके ने उन्हें 28929 मतों से हराया है। इनके अलावा ओडिशा में झारसुगुड़ा से बीजू जनता दल की उम्मीदवार दीपाली दास ने भी ऐसी ही मांग की है। वह भाजपा के टंकधर त्रिपाठी से लोकसभा चुनाव 1265 वोटों से हार गई थीं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस ने G7 में PM मोदी की पोप फ्रांसिस से मुलाकात पर उड़ाया मजाक, विवाद बढ़ने पर मांगी माफी

    नई दिल्ली. इटली के अपुलिया में हाल ही में G7 समिट में पीएम मोदी की उपस्थिति चर्चा में रही. इस दौरान इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी से लेकर कई वैश्विक नेताओं से उनकी मुलाकात पर दुनियाभर की नजरें रही. लेकिन पोप फ्रांसिस से उनकी मुलाकात को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने आ गए हैं. G7 में पोप फ्रांसिस से पीएम मोदी की मुलाकात की तस्वीर वायरल होने के बाद कांग्रेस की केरल इकाई ने तंज कसते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट की थी. इस पोस्ट में कहा गया कि आखिरकार, पोप को God से मिलने का मौका मिल गया! दरअसल प्रधानमंत्री मोदी के पिछले बयान के संदर्भ में ये पोस्ट की गई थी, जिसमें पीएम मोदी ने कहा था कि उन्हें भगवान ने किसी विशेष उद्देश्य के साथ धरती पर भेजा है.
    हालांकि, इस पोस्ट पर विवाद के बाद कांग्रेस ने इसे सोशल मीडिया से हटा लिया. लेकिन बीजेपी ने कांग्रेस को घेरते हुए इसकी कड़ी निंदा की और पार्टी पर पीएम मोदी और पोप फ्रांसिस दोनों का अपमान करने का आरोप लगाया. 
    केरल बीजेपी के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने ट्वीट कर कहा कि ऐसा लगता है कि केरल कांग्रेस का एक्स सोशल मीडिया हैंडल कट्टरपंथियों या अर्बन नक्सल द्वारा चलाया जा रहा है. इस पोस्ट से लगातार नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक और अपमानजनक कंटेंट पोस्ट किए जा रहे हैं. अब, ये लोग पोप फ्रांसिस और ईसाई समुदाय तक का मजाक बनाने की हद तक गिर गए हैं. 
    उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल से इस पर जवाब मांगा. केरल बीजेपी महासचिव जॉर्ज कुरियन ने कहा कि ये पोस्ट आपत्तिजनक है और इससे धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं, विशेष रूप से केरल के लोगों की. 
    बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि हिदुओं का मखौल उड़ाने और उनके धर्म का अपमान करने के बाद कांग्रेस का इस्लामिक-मार्क्सवादी धड़ा अब ईसाइयों का अपमान कर रहा है. वो भी तब, जब कांग्रेस की सबसे लंबी समय तक अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी खुद एक कैथोलिक हैं. उन्हें ईसाइयों से माफी मांगनी चाहिए.
    बीजेपी के इन आरोपों पर कांग्रेस ने पोप फ्रांसिस के बयान का हवाला देते हुए कहा कि भगवान के बारे में मजाक करना अधर्म नहीं है. 
    कांग्रेस ने के सुरेंद्रन और जॉर्ज कुरियन को टैग करते हुए पोस्ट में कहा कि बैटर लक नेक्सट टाइम...
    केरल प्रदेश कांग्रेस समिति के उपाध्यक्ष वीटी बलराम ने पार्टी की इस पोस्ट का बचाव करते हुए कहा कि यह एक व्यंग्य की तरह था, जिसका उद्देश्य पीएम मोदी के जनसंपर्क प्रयासों के खोखलेपन को उजागर करना था. मोदी जी ने खुद कहा है कि वह सामान्य शख्स नहीं है बल्कि उन्हें भगवान ने भेजा है. ये ट्वीट ही पूरी तरह से व्यंग्यात्मक है. 
    हालांकि, पोस्ट पर मचे घमासान के बाद कांग्रेस की केरल इकाई ने इसे डिलीट कर दिया और ईसाइयों को भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक तौर पर ठेस पहुंचाने के लिए माफी मांगी.
    साभार आजल तक

  • कोलकाता में बीजेपी दफ्तर में बम जैसी चीज मिलने के बाद मचा हड़कंप

    कोलकाता में BJP दफ्तर के बाहर मिला बम? मचा हड़कंप, जांच में क्या पता चला
    पश्चिम बंगाल। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में कल रात बीजेपी दफ्तर में बम जैसी चीज मिलने के बाद हड़कंप मच गया। हालांकि बम निरोधक दस्ते ने जांच के बाद यह जानकारी दी कि वह संदिग्ध चीज बम नहीं थी। बम मिलने की सूचना के बाद कोलकाता पुलिस के बम निरोधक दस्ते की टीम और डॉग स्क्वायड यहां पहुंचे थे। पुलिस के मुताबिक एक साजिश के तहत बम जैसी चीज को रस्सी में लपेटकर सड़क के बीच रख दिया गया था और इसे बम बताया गया था। पुलिस घटना के बाद छानबीन कर रही है। स्थानीय पुलिस सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रही है। 
    पुलिस का कहना है कि इस अफवाह के पीछे की वजह पश्चिम बंगाल में चुनावों के दौरान हुए हिंसा की जांच के लिए बनाई गई टीम को डराना था। गौरतलब हो कि लोकसभा चुनावों में पश्चिम हुई हिंसक घटनाओं की जांच के लिए बीजेपी ने चार सदस्यों की एक समिति का गठन किया है। समिति में पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, त्रिपुरा के पूर्व सीएम बिप्लब कुमार देब, बृजलाल और कविता पाटीदार शामिल हैं। 
    रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए रविशंकर प्रसाद ने चुनाव पूरे देश में हुए, लेकिन हिंसा की खबरें सिर्फ पश्चिम बंगाल से ही आई। उन्होंने कहा, पूरे देश में चुनाव होते हैं, लेकिन चुनाव के बाद सिर्फ बंगाल में ही हिंसा क्यों होती है? यहां ग्राम पंचायत चुनाव और विधानसभा चुनाव के दौरान भी हिंसा हुई थी। आज फिर हिंसा की खबरें आई है। उन्होंने आगे कहा, क्या वजह है कि हमारे कार्यकर्ता डरे हुए हैं, लोग डरे हुए हैं, यह बहुत गंभीर मुद्दा है। अगर ममता बनर्जी लोकतंत्र में यकीन रखती हैं, तो उन्हें जवाब देना होगा।
    साभार लाइव हिंदुस्तान

  • जी-7 शिखर सम्मेलन : मेलोनी ने ली सेल्फी, मंच पर ग्रुप फोटो के दौरान मिली महत्वपूर्ण जगह

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इटली गए थे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत हुआ। दुनिया के शीर्ष नेताओं के बीच उनकी दीवानगी भी देखने को मिली। आपको बता दें कि लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा थी। पीएम मोदी ने इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सहित दुनिया के कई नेताओं के साथ बातचीत की।
    इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने उनके साथ सेल्फी भी ली। इसके अलावा ग्रुप फोटो के दौरान उन्हें मच पर बीच की महत्वपूर्ण जगह दी गई।
    पीएम मोदी ने शनिवार की सुबह एक्स पर लिखा, “अपुलिया में जी7 शिखर सम्मेलन में बहुत ही उपयोगी रहा। विश्व नेताओं से बातचीत की और विभिन्न विषयों पर चर्चा की। साथ मिलकर, हमारा लक्ष्य ऐसे प्रभावशाली समाधान तैयार करना है जिससे वैश्विक समुदाय को लाभ हो और भावी पीढ़ियों के लिए एक बेहतर दुनिया का निर्माण हो। मैं इटली के लोगों और सरकार को उनके गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए धन्यवाद देता हूं।”
    प्रधानमंत्री मोदी ने जो बाइडेन के साथ भी अलग से बातचीत की। मोदी-बाइडेन की यह बातचीत वाशिंगटन द्वारा सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में भारतीय लिंक के आरोपों के करीब सात महीने बाद हुई है। बाइडेन के साथ अपनी बैठक के बाद पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा कि भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका वैश्विक भलाई को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।
    अपनी यात्रा के पहले दिन प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की, इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी और जापानी प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा से भी मुलाकात की।
    जी-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रित किया जाना इस बात का संकेत है कि तेजी से बढ़ते चीन का मुकाबला करने की पश्चिम की योजनाओं में भारत को प्रमुखता से जगह दी जा रही है। भारत के अलावा 11 विकासशील देशों के नेताओं को भी आमंत्रित किया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 21 जून को डल झील किनारे योग दिवस मनाएंगे पीएम मोदी

    नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में बीते करीब एक सप्ताह से आतंकवादी हमलों की संख्या बढ़ गई। वैष्णो देवी के पास तीर्थयात्रियों से भरी बस पर हमला हुआ तो उसके बाद तीन और अटैक हुए थे। इन आतंकी हमलों के बाद हालात की समीक्षा को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने हाईलेवल मीटिंग भी की थी। इस बीच खबर है कि 21 जून यानी योग दिवस के मौके पर वह श्रीनगर में डल झील के किनारे आयोजन में शामिल होंगे। पीएम के तौर पर अपना तीसरा कार्यकाल शुरू होने के बाद नरेंद्र मोदी का यह पहला कश्मीर दौरा होगा। अब तक पीएम मोदी की विजिट की आधिकारिक सूचना नहीं है।
    सूत्रों का कहना है कि डल झील के किनारे आयोजन की तैयारियां होने लगी हैं। अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था से लेकर आयोजन के इंतजाम तक में जुटे हुए हैं। डल झील के पास ही बने इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में पीएम मोदी आयोजन के मुख्य अतिथि होंगे। एक अधिकारी ने बताया, 'पीएम नरेंद्र मोदी 20 जून की शाम को ही श्रीनगर पहुंच जाएंगे। इसके बाद वह 21 तारीख को सुबह योग दिवस के कार्यक्रम में शामिल होंगे। हमें उम्मीद है कि इसमें सैकड़ों लोग शामिल होंगे। पीएम मोदी की मौजूदगी के चलते यह हाईप्रोफाइल इवेंट है, जिसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।'
    इसी सप्ताह एसपीजी की टीम श्रीनगर पहुंचेगी और इलाके की सुरक्षा व्यवस्था चेक की जाएगी। एलजी मनोज सिन्हा ने प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था चौक-चौबंद रखने का आदेश दिया है। इस आयोजन में जम्मू-कश्मीर से जुड़े कुछ बड़े खिलाड़ी और एथलीट भी शामिल हो सकते हैं। इस आयोजन के लिहाज से भाजपा भी तैयारियों में जुटी है। भाजपा के एक नेता ने कहा कि हमारे लिए यह गर्व की बात है कि पीएम मोदी कश्मीर में योग दिवस में शामिल होंगे। बता दें कि इस साल मार्च में भी पीएम मोदी श्रीनगर गए थे, जब उन्होंने बख्शी स्टेडियम में एक रैली को संबोधित किया था। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भाजपा नेता पेमा खांडू ने ली अरुणाचल प्रदेश के CM के रूप में शपथ

    ईटानगर। भाजपा नेता पेमा खांडू ने एक बार फिर अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। वहीं, चाउना मीन ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में गृहमंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा भी शामिल हुए। एक दिन पहले ही खांडू को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था। 
    केंद्रीय प्रर्यवेक्षक भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद और तरुण चुघ बुधवार को ईटानगर पहुंचे थे। इस दौरान, उन्होंने भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाई और विधायक दल का नेता चुना। शाम को खांडू चुघ और कई विधायकों के साथ राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) केटी परनायक से मुलाकात करने राजभवन पहुंचे। उन्होंने इस दौरान सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल ने खांडू और उनके मंत्रियों को शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित किया। चुघ ने राजभवन में मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बियुराम वाघ ने मुख्यमंत्री के रूप में खांडू के नाम का प्रस्ताव रखा था। पार्टी के सभी 46 विधायकों ने इसका समर्थन किया। 
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा की सराहना करते हुए, खांडू ने भाजपा में विश्वास जताने और उसे लगातार तीसरी बार सत्ता में लाने के लिए राज्य के लोगों को धन्यवाद दिया।
    साभार अमर उजाला

  • सुप्रीम कोर्ट ने टैंकर माफिया और पानी की बर्बादी पर केजरीवाल सरकार को लगा दी फटकार

    नई दिल्ली। दिल्ली में जल संकट को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची अरविंद केजरीवाल सरकार को बुधवार को अदालत के कड़े सवालों का सामना करना पड़ा। पानी की बर्बादी और टैंकर माफिया को लेकर फटकार लगाते हुए कोर्ट ने पूछा कि आखिर सरकार ने इन्हें रोकने के लिए क्या ऐक्शन लिया है। सर्वोच्च अदालत ने कहा कि टैंकर माफिया पर यदि सरकार ऐक्शन नहीं ले रही है तो दिल्ली पुलिस को इसके लिए आदेश दिया जाएगा। पानी की बर्बादी रोकने के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए, यह बताते हुए एक हलफनामा दाखिल करने को कहा गया है।
    भीषण गर्मी के बीच राजधानी दिल्ली में लाखों लोग जल संकट का सामना कर रहे हैं। पड़ोसी राज्यों से अधिक पानी दिलाने की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। हिमाचल और हरियाणा को दिल्ली के लिए अतिरिक्त पानी भेजने का आदेश दे चुकी अदालत ने बुधवार को दिल्ली सरकार से पानी की बर्बादी और टैंकर माफिया को लेकर सवाल पूछे। अदालत ने कहा, 'लोग परेशान हैं। हम भी न्यूज चैनल्स पर तस्वीरें देख रहे हैं।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बीड से जीते शरद गुट के सांसद ने किया अजित पवार को फोन

    मुंबई. लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी भूचाल देखने को मिल रहा है. यहां सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी एमवीए के नेताओं के बीच वार-पलटवार का दौर चल रहा है. एनसीपी के दोनों धड़ों की ओर से तो कई विधायकों और सांसदों को लेकर दावेदारी की जा रही है. अब एनसीपी प्रमुख अजित पवार के करीबी सहयोगी और एमएलसी अमोल मिटकारी के एक ट्वीट से चर्चाओं का दौर गरमा गया है. अमोल ने दावा किया है कि हाल ही में बीड से लोकसभा चुनाव जीतने वाले एनसीपी (शरद पवार) नेता बजरंग सोनावणे ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को फोन किया और उनसे संपर्क करने की कोशिश की है. 
    अमोल मिटकारी का कहना था कि बजरंग सोनवणे ने दो बार अजित पवार से संपर्क करने की कोशिश की है. मिटकारी के दावा किए जाने के बाद शरद पवार गुट के बारे में चर्चा तेज हो गई है. लोकसभा चुनाव में शरद पवार गुट के 8 सांसद चुने गए हैं. शरद की पार्टी ने 10 सीटों पर चुनाव लड़ा था. वहीं, अजित पवार गुट ने सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल की है.
    सोनावणे को बीड में उनके समर्थक प्यार से बजरंग बप्पा कहकर बुलाते हैं. दरअसल, बीड में दादा को बप्पा कहा जाता है. एनसीपी प्रमुख अजित पवार भी अपने समर्थकों के बीच दादा के नाम से चर्चित हैं.
    साभार आज तक

  • मोदी सरकार के गठन के बाद पहले संसद सत्र की तारीख तय, नए सदस्यों का होगा शपथ ग्रहण

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार के गठन के बाद संसद के पहले सत्र की भी तारीख आ गई है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने जानकारी दी है कि 24 जून से 3 जुलाई तक लोकसभा का पहला सत्र होगा। जबकि, 27 जून से 3 जुलाई तक राज्यसभा का पहला सत्र बुलाया जाएगा। इस दौरान नए सदस्यों का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा।
    केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने बुधवार को कहा, '18वीं लोकसभा का पहला सत्र नए चुने गए सदस्यों की शपथ ग्रहण, स्पीकर के चुनाव, राष्ट्रपति के भाषण और आगे की चर्चा के लिए 24-4-2024 से लेकर 3-7-2024 तक बुलाया गया है। राज्यसभा के 264वें सत्र को 27-6-2024 से बुलाया जाएगा और इसका समापन 3-7-2024 को होगा।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • शपथ लेते ही इन 5 कामों पर मोदी सरकार का फोकस!

    नई दिल्ली. भारत में Modi 3.0 की शुरुआत हो चुकी है. रविवार को राष्ट्रपति भवन में हुए शपथ ग्रहण कार्यक्रम के बाद सोमवार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने PMO में पहुंचकर काम शुरू कर दिया है और शुरुआत से ही PM Modi एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. इस बार भारतीय जनता पार्टी (BJP) को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है और देश में गठबंधन की सरकार है. लेकिन प्रधानमंत्री इस बार भी शुरुआत से ही एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. पहले ही दिन उन्होंने किसानों को सौगात दी है. आइए ऐसे पांच कामों के बारे में बात करते हैं, जिनपर सरकार का फोकस सबसे पहले हो सकता है. 
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीसरे कार्यकाल में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने और साल 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के विजन पर भी आगे बढ़ता रहेगा और इसका जिक्र लोकसभा चुनाव में जीत के बाद प्रधानमंत्री के पहले संबोधन में भी शामिल था.  
    देश में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शपथ ग्रहण के बाद सोमवार को जैसे ही पीएमओ में एंट्री ली, तो सबसे पहले किसानों के हित में बड़ा फैसला ले लिया. शपथ ग्रहण के महज 16 घंटे बाद उन्होंने किसान सम्मान निधि (Kisan Samman Nidhi) की 17वीं किस्त जारी करने के लिए फाइल पर साइन किए. इसके जरिए किसानों के लिए 20,000 करोड़ रुपये की राशि जारी की जाएगी. प्रधानमंत्री के इस फैसले से देश के 9.3 करोड़ किसानों को फायदा होगा. PM Modi कहा है कि NDA सरकार किसान कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है. 
    PM Modi द्वारा सबसे पहले किए जाने वाले कामों की लिस्ट में अगला काम प्रधानमंत्री आवास योजना PMAY से जुड़ा है और ऐसा माना जा रहा है कि सोमवार शाम को होने वाली मोदी 3.0 कैबिनेट की पहली बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 2 करोड़ अतिरिक्त घरों को मंजूरी दी जा सकती है. इसके अलावा इस सरकारी स्कीम के तहत लाभार्थियों को मिलने वाली सहायता में करीब 50 फीसदी का इजाफा भी देखने को मिल सकता है.
    बिजनेस टुडे पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार अपनी नई पारी में शुरुआती दौर में GST को लेकर कुछ फैसले ले सकता है और संभावना जताई जा रही है कि इसमें सरकार की ओर से बदलाव किया जा सकता है. इसमें रेट कम करने और इसी प्रक्रिया को आसान बनाने जैसे बदलाव शामिल हैं. गौरतलब है कि साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी ने पहली बार देश की सत्ता संभाली थी, तो उसके बाद इनडायरेक्ट टैक्स को लेकर बड़ा रिफॉर्म करते हुए 1 जुलाई 2017 को गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) को लागू किया था. जीएसटी सेवाओं और वस्तुओं पर लगता है. इसे कई कैटेगरी में बांटा गया है और इसमें 5%, 12%, 18%, और 28% का टैक्स स्लैब बनाया. 
    GST के साथ ही सरकार की लिस्ट में चौथा अहम काम बेरोजगारी के बढ़ते आंकड़ों पर लगाम लगाने के प्रयास के तहत कुछ बड़े फैसले हो सकते हैं. CMIE के ताजा आंकड़ों को देखें तो भारत में बेरोजगारी दर में इजाफा देखने को मिल रहा है. मार्च 2024 में 7.4 फीसदी की तुलना में ये बढ़कर अप्रैल 2024 में 8.1 फीसदी पर पहुंच गई है. सीएमआईई के मुताबिक, खास बात ये है कि अर्बन इंडिया ही नहीं, बल्कि ग्रामीण भारत में भी बेरोजगारी दर में बढ़ोतरी देखने को मिली है. ग्रामीण बेरोजगारी दर मार्च में 7.1 थी, जो कि अप्रैल में 7.8 फीसदी हो गई है. 
    अब जबकि देश में गठबंधन की सरकार बनी है, तो फिर मोदी कैबिनेट का चुनावी राज्यों पर विशेष फोकस देखने को मिल सकता है और ऐसे में इन राज्यों के लिए कुछ लोकलुभावन और बड़े ऐलान किए जा सकते हैं. दरअसल, साल 2025 तक देश के चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, इनमें हरियाणा (Haryana),महाराष्ट्र, दिल्ली (Delhi), झारखंड (Jharkhand) और बिहार (Bihar) शामिल हैं. ऐसे में इन राज्यों पर केंद्र की गठबंधन सरकार का ध्यान रहेगा. वहीं उत्तर प्रदेश में लगे झटके की भरपाई के लिए राज्य के निवासियों के लिए योजनाएं और ऐलान देखने को मिल सकते हैं. इसका असर Modi 3.0 के शपथ ग्रहण से पहले ही दिखाई भी देने लगा है. 
    साभार आज तक

  • एनसीपी के 25 साल पूरे होने पर अजित पवार ने की चाचा शरद पवार की तारीफ, कहा- विचारधारा नहीं बदली

    मुंबई। लोकसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं और नई सरकार का गठन भी हो चुका है। महाराष्ट्र में अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार से बीते साल ही बगावत कर ली थी और अपनी नई पार्टी बनाकर चुनाव में उतरे थे। उनके दल को महाराष्ट्र में एक सीट पर ही जीत मिली थी। इसके अलावा बारामती लोकसभा सीट पर अजित पवार की पत्नी सुनेत्र को सुप्रिया सुले के मुकाबले हार का सामना करना पड़ा। इन नतीजों को अजित पवार के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है, जो भाजपा और एकनाथ शिंदे गुट के साथ गठबंधन सरकार में डिप्टी सीएम हैं।
    इस बीच नतीजों के बाद अजित पवार के बोल बदलते दिख रहे हैं। उन्होंने सोमवार को एनसीपी के 25 साल पूरे होने के मौके पर शरद पवार की तारीफ की। अजित पवार ने कहा, 'शरद पवार ने सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर अलग होकर नई पार्टी का गठन किया था। वह तब से ही पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं और हमारे संगठन को दिशा दे रहे हैं।' जून 2023 में शरद पवार से अलग होने के बाद से ऐसा पहली बार है, जब अजित पवार ने उनकी तारीफ की है। अजित पवार की ओर से ऐसे वक्त में तारीफ किया जाना कयासों को जन्म दे रहा है, जब उनके गुट को महज एक लोकसभा सीट मिली। वहीं शरद पवार खेमे ने 10 पर जीत हासिल की है। 
    इस मौके पर अजित पवार ने एनडीए के साथ अपने रिश्तों और मोदी सरकार में मंत्री पद न लेने पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा, 'हमारा कहना था कि प्रफुल्ल पटेल पहले भी कैबिनेट मिनिस्टर रहे हैं। ऐसे में वह राज्य मंत्री क्यों बनेंगे। हमने इस बार में भाजपा की लीडरशिप को बता दिया है। हम कुछ समय इंतजार करेंगे और एनडीए में ही बने रहेंगे। इसके अलावा 15 अगस्त से पहले तक ही हमारी राज्यसभा में एक बजाय तीन सीटें हो जाएंगी।' वहीं भाजपा सूत्रों का कहना है कि अजित पवार को नेतृत्व ने कह दिया था कि 7 सीटें जीतने वाले एकनाथ शिंदे गुट को एक राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार का ही पद मिला है। इसलिए एक सीट वाले आपके दल के लिए यह ऑफर ठीक है।
    अजित पवार ने यह भी साफ किया कि भले ही वह भाजपा और एकनाथ शिंदे सेना के साथ हैं, लेकिन हमारी विचारधारा में कोई बदलाव नहीं आया है। हमारी विचारधारा वही है। वही राह है, जो महात्मा फुले, भीमराव आंबेडकर और शाहू जी महाराज ने दिखाई थी। एनडीए की ओर से संविधान बदले जाने के सवाल पर अजित पवार ने कहा कि विपक्ष ने गलत नैरेटिव फैलाया था, जिसमें वह सफल रहा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • यूपी को 25,069.88 करोड़, बिहार के लिए 14,056.12 करोड़... जाने वित्त मंत्रालय ने किस राज्य को कितना पैसा मिला

    नई दिल्ली. केंद्र में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व सरकार बनी है और सोमवार को कैबिनेट गठन हुआ और सभी को उनके मंत्रिमंडल बांट दिए गए. फाइनेंस मिनिस्ट्री की जिम्मेदारी एक बार फिर निर्मला सीतारमण को दी गई है. विभागों के बंटवारे के तुरंत बाद वित्त मंत्रालय ने बड़ा फैसला लेते हुए राज्यों को 1,39,750 करोड़ रुपये का टैक्स डिवोल्यूशन जारी करने को हरी झंडी दिखाई. इसके तहत सबसे ज्यादा पैसा उत्तर प्रदेश को दिया गया है. 
    पीटीआई के मुताबिक, जहां केंद्र सरकार की तरफ से किए गए इस आवंटन में सबसे ऊपर योगी आदित्यनाथ की सरकार वाले उत्तर प्रदेश को किया गया है, केंद्र की ओर से यूपी को 25,069.88 करोड़ रुपये दिए हैं. तो वहीं गठबंधन के मजबूत सहयोगी नीतीश कुमार के नेतृत्व वाला बिहार दूसरे नंबर पर है. वित्त मंत्रालय ने बिहार के लिए 14,056.12 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं. इस लिस्ट में सबसे ज्यादा पैसा पाने वाला तीसरा राज्य मध्यप्रदेश है और इसके लिए 10,970.44 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं. 
    गौरतलब है कि अंतरिम बजट 2024-25 में राज्यों को कर हस्तांतरण के लिए 12,19,783 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. राज्यों को टैक्स डिवोल्यूशन जारी करते हुए वित्त मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि जून 2024 के लिए डिवोल्यूशन राशि की नियमित रिलीज के अलावा एक अतिरिक्त इंस्टॉलमेंट जारी होगी. इसे राज्य सरकारें विकास और पूंजीगत खर्च में तेजी लाने के लिए इस्तेमाल कर सकेंगी. इस हिसाब से देखें तो अतिरिक्त इंस्टॉलमेंट के साथ सोमवार 10 जून को राज्यों को हस्तांतरित कुल राशि (वित्त वर्ष 2024-25 के लिए) 2,79,500 करोड़ रुपये है.
    साभार आज तक

  • शिवराज को कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण मंत्रालय, जाने मप्र के मंत्रियों को कौनसे मिले मंत्रालय

    भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सहयोगियों को शपथ के अगले ही दिन मंत्रालय सौंप दिए। मध्य प्रदेश से पांच सांसद मोदी कैबिनेट में शामिल हुए हैं। इनमें तीन कैबिनेट मंत्री हैं और दो राज्य मंत्री हैं। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण मंत्रालय जैसा बड़े मंत्रालय दिए गए है। वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया को दूरसंचार और पूर्वोत्तर राज्यों की जिम्मेदारी मिली है। दोनों मंत्रियों के पोर्टफोलियों देश के लिए काफी अहम हैं। मोदी सरकार में तीसरी बार मंत्री बने डॉ. वीरेंद्र खटीक को पुराना ही सामाजिक न्याय और आधिकारिकता मंत्रालय मिला है। इसके अलावा दो राज्यमंत्री दुर्गादास उईके को आदिवासी मामले और सावित्री ठाकुर को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है।  
    शिवराज के नेतृत्व में एमपी को सात कृषि कर्मण अवॉर्ड मिले
    कृषि मंत्रालय और ग्रामीण विकास मोदी सरकार के एजेंडे में प्राथमिकता पर हैं। पीएम मोदी ने कार्य संभालने के बाद ही सबसे पहले किसान सम्मान निधि की राशि किसानों के खाते में जारी की। शिवराज के नेतृत्व में ही एमपी कृषि के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बना। प्रदेश को सात बार कृषि कर्मण अवॉर्ड मिले हैं। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय पहले भी मध्य प्रदेश के पास ही था। अब शिवराज सिंह चौहान के सामने किसानों को साधने की चुनौती होगी। एमपी में सीएम रहते हुए इन्होंने कृषि के क्षेत्र में कई अच्छे काम किए हैं। इसका नतीजा यह रहा कि एमपी गेहूं उत्पादन के मामले में पंजाब को भी पछाड़ कर पहले नंबर पर आया। प्रदेश की सिंचाई क्षमता 45 लाख हेक्टेयर हो गई। कृषि के क्षेत्र में इनके किए कामों की तारीफ पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही कर चुके हैं। वहीं, ग्रामीण विकास मंत्रालय भी काफी अहम है। इसके जरिए भारत सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में आवास विहीन लोगों को घर देती है। प्रधानमंत्री ने पहली कैबिनेट में ही 3 करोड़ नए घरों को बनाने की मंजूरी दी है। शिवराज ने भी मंत्रालय मिलते ही अधिकारियों के साथ बैठक कर इसे आगे बढ़ाने का फैसला लिया है। 
    सिंधिया को भी दो मंत्रालय की जिम्मेदारी 
    वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी केंद्र में दो अहम मंत्रालय मिले हैं। इसमें पहला दूरसंचार और दूसरा पूर्वोत्तर राज्यों का विकास मंत्रालय शामिल है। पिछली सरकार में सिंधिया के पास एविएशन मंत्रालय था। दूरसंचार आज के समय देश के लिए काफी अहम मंत्रालय माना जाता है। साइबर सिक्योरिटी से लेकर नए प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में काम करता है। सिंधिया के सामने 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी की जिम्मेदारी होगी। वहीं, सिंधिया को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवाओं, एलन मस्क के नेतृत्व वाले स्टारलिंक के लिए सुरक्षा मंजूरी जैसे मुद्दों को भी प्राथमिकता देनी होगी।
    डॉ. खटीक को पिछला मंत्रालय ही फिर
    सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय पिछली मोदी सरकार में मध्य प्रदेश के पास ही रहा है। डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक को फिर से इसी विभाग की जिम्मेदारी मिली है। यह विभाग सामाजिक न्याय के क्षेत्र में काम करता है। इसका प्रमुख कार्य एससी/एसटी वर्ग की योजनाओं को संचालित करना है। यह विभाग उनके विकास और वेलफेयर के लिए काम करता है। 
    उईके देखेंगे आदिवासी मामले
    मोदी सरकार में प्रदेश से दो राज्यमंत्री डीडी उईके और सावित्री ठाकुर को बनाया गया है। उईके को आदिवासी मामले की जिम्मेदारी दी गई। प्रदेश की आबादी की करीब 21 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या अनुसूचित जनजाति वर्ग से आती है। इसलिए उईके को यह मंत्रालय सौंपा गया है। 
    सावित्री ठाकुर करेंगी महिला व बाल विकास
    वहीं, सावित्री ठाकुर को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का राज्यमंत्री बनाया है। प्रदेश में चलने वाली कई महिलाओं के कल्याण की योजनाओं का लाभ अब केंद्र स्तर पर मिल सकेगा।
    साभार अमर उजाला

  • मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार बनी एनडीए सरकार, बढ़ा अन्य दलों का रसूख

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार बनी केंद्र की एनडीए सरकार अपनी पिछली दो सरकारों के मुकाबले कई मायनों में काफी अलग है। चाहे वह सरकार के आकार का मामला हो या फिर भाजपा और सहयोगी दलों की संख्या की बात या फिर राज्यों के प्रतिनिधित्व का मुद्दा। हर मामले में इस सरकार में काफी विविधता है। हर वर्ग और क्षेत्र तक पहुंच की व्यापकता इसमें ज्यादा दिखाई दे रही है।
    पिछले दो मौकों- 2014 और 2019 पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार बनी तो उनमें भाजपा को स्पष्ट बहुमत था। ऐसे में एनडीए के घटक दलों को बहुत ज्यादा महत्व नहीं मिल पाया था। एनडीए के घटक दलों की संख्या भी कम थी और उनका रसूख भी बहुत कम था। कई बार तो मंत्री पदों और मंत्रालयों को लेकर बात इतनी बिगड़ी के सहयोगी दल सरकार में शामिल भी नहीं हुए। 
    साथ ही भाजपा ने भी इसकी कोई बड़ी चिंता नहीं की, लेकिन इस बार हालात बदले हुए थे। भाजपा का अपना बहुमत नहीं था और उसकी सरकार बनाने की निर्भरता सहयोगी दलों पर टिकी हुई थी। ऐसे में सहयोगी दलों को न केवल खासा महत्व मिला, बल्कि उनका प्रतिनिधित्व भी सरकार में काफी ज्यादा बढ़ा। एक-एक सीट वाले सहयोगी दल भी कैबिनेट मंत्रालय हासिल करने में सफल रहे।
    सरकार के आकार की बात करें तो 2014 में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बनी पहली एनडीए सरकार में 46 मंत्री ही शामिल किए गए थे। इसमें 24 कैबिनेट 10 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 12 राज्यमंत्री शामिल थे। 2019 में जब भाजपा ने 300 का आंकड़ा अपने दम पर पार किया तो सरकार का आकार भी बढ़ा। इसमें 25 कैबिनेट 9 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 24 राज्यमंत्री शामिल किए गए थे। लेकिन इन दोनों ही मौके पर गठबंधन के सहयोगी दलों की भूमिका काफी सीमित थी। राज्यों के प्रतिनिधित्व को देखा जाए तो इस बार सबसे ज्यादा 24 राज्यों का प्रतिनिधित्व है।
    एक और महत्वपूर्ण बात है कि तीनों ही मौकों पर पार्टी ने अपने तत्कालीन अध्यक्षों को सरकार में शामिल किया है। 2014 में तत्कालीन अध्यक्ष राजनाथ सिंह को केंद्र सरकार में शामिल किया गया था, जबकि 2019 में तब के अध्यक्ष अमित शाह को सरकार में लिया गया था। इस बार जे.पी. नड्डा को केंद्र सरकार में शामिल किया गया है। नड्डा 2014 की सरकार में भी मंत्री थे। लेकिन 2019 में अमित शाह के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद उनको पार्टी का नया अध्यक्ष बनाया गया था।
    नई सरकार में हालांकि महिला मंत्रियों की संख्या कम है और वह दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सकी, लेकिन अनुभव व वरिष्ठता काफी ज्यादा है। पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकार में शामिल करने से सरकार को काफी लाभ हो सकता है। इसके अलावा भाजपा और सहयोगी दलों के नए और युवा चेहरों को भी काफी महत्व दिया गया है, जिससे कि सरकार की गति काफी तेज हो सकती है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्य प्रदेश में पांच मंत्रियों में तीन नए चेहरे

    भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा के लोकसभा चुनाव में क्लीन स्वीप कर 29 सीटें जीती हैं। इसके बाद प्रदेश में केंद्र सरकार में मंत्री पद का कोटा बरकरार है। रविवार को नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मोदी कैबिनेट 3.0 में प्रदेश के पांच सांसदों ने मंत्रियों की शपथ ली। इसके जरिए मोदी कैबिनेट में प्रदेश का जातिगत और क्षेत्रीय समीकरण साधा है। कैबिनेट में शिवराज सिंह चौहान समेत तीन नए चेहरों को शामिल किया गया है। मोदी सरकार 3.0 में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, टीकमगढ़ से आठ बार के सांसद वीरेंद्र खटीक, धार से सांसद सावित्री ठाकुर और बैतूल-हरदा लोकसभा क्षेत्र से दुर्गादास उइके को मंत्री बनाया गया है। शिवराज और सिंधिया ओबीसी वर्ग से, सावित्री ठाकुर और दुर्गादास उइके अनुसूचित जनजाति और वीरेंद्र खटीक अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं। 
    मोदी सरकार की दूसरी कैबिनेट में प्रदेश से पांच मंत्री थे। इसमें ज्योतिरादित्य और वीरेंद्र खटीक को दोबारा मौका मिला है। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का पत्ता कट गया है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव में पांच सांसदों को चुनाव लड़ाया था। इसमें तीन केंद्रीय मंत्री रहे फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रहलाद पटेल और नरेंद्र सिंह तोमर भी शामिल थे। फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला जिले की निवास से विधानसभा चुनाव हार गए थे। इसके बाद से ही उनके सियासी भविष्य पर सवाल उठ रहे थे। वहीं, प्रहलाद पटेल और नरेंद्र सिंह तोमर को प्रदेश सरकार में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। 
    शिवराज सिंह - विदिशा सीट से सांसद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान केंद्र सरकार में पहली बार मंत्री बने हैं। उन्होंने विदिशा सीट 8.21 लाख वोट से विदिशा से जीत दर्ज की है। देश में तीसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। प्रदेश में ओबीसी वर्ग को बड़ा चेहरा हैं। मध्य प्रदेश से चार बार मुख्यमंत्री रहे। पूर्व मुख्यमंत्री छठी बार विदिशा से लोकसभा का चुनाव जीते हैं। वे 6 बार विधायक रहे हैं। प्रदेश में भाजपा को सभी 29 सीट पर जीत मिली हैं। इसका एक कारण शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री रहते शुरू हुई लाडली बहना को भी बताया जा रहा है। शिवराज की मामा की छवि उनको जनता से जोड़ती है। 
    ज्योतिरादित्य सिंधिया - गुना-शिवपुरी सीट से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछली सरकार में केंद्रीय नागरिक एवं उड्डयन और इस्पात मंत्री रहे। पांच बार के सांसद हैं। 2019 में कांग्रेस से चुनाव लड़े और भाजपा के केपी यादव से हार गए। 2020 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन की और राज्यसभा सदस्य बने। सिंधिया पीएम और शाह की पसंद हैं। सिंधिया को भाजपा लगातार आगे बढ़ा रही है। युवा चेहरे के रूप में भाजपा आगे बढ़ा रही है। प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों में भी लोकप्रिय हैं।
    वीरेंद्र कुमार खटीक- टीकमगढ़ सीट से सांसद वीरेंद्र कुमार खटीक पिछली सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री रहे हैं। आठवीं बार के सांसद हैं। पहली बार 1996 में सांसद बने। मोदी की पहली सरकार में भी मंत्री रहे। प्रदेश में सबसे वरिष्ठ सांसद के साथ अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं। बुंदेलखंड में अनुसूचित जाति वर्ग का बड़ा वोट बैंक है। खटीक को मंत्री बनाकर भाजपा ने क्षेत्रीय और जातिगत दोनों समीकरण साधने का प्रयास किया है। 
    दुर्गादास उईके - बैतूल-हरदा लोकसभा सीट से सांसद दुर्गादास उईके मोदी सरकार में पहली बार मंत्री बने हैं। वे राजनीति में 2019 में आए और सांसद बने। वह शिक्षक की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए। संघ के करीबी और आदिवासी वर्ग से आते हैं। आदिवासी क्षेत्र बैतूल को लंबे समय से राज्य और केंद्र सरकार में कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिला था। उईके को मंत्री बना कर भाजपा ने आदिवासी वोट बैंक के साथ ही मध्य भारत और मालवा को भी साधने का प्रयास किया है। 
    सावित्री ठाकुर - धार से सांसद सावित्री ठाकुर मोदी सरकार में पहली बार मंत्री बनी हैं। वे मोदी सरकार में 2014 से 2019 तक सांसद थीं। भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 6 महिला सांसदों को चुनाव में उतारा था, इसी कोटे से सावित्री ठाकुर को टिकट मिला था। सावित्री ठाकुर आदिवासी वर्ग से आती हैं और आरएसएस की करीबी होने का फायदा मिला। वहीं, ठाकुर को मंत्री बनाकर मालवा क्षेत्र के साथ ही आदिवासी वर्ग को साधने की कोशिश की है। 
    साभार अमर उजाला

  • आज शाम नरेंद्र मोदी तीसरी बार लेंगे प्रधानमंत्री पद की शपथ, कैबिनेट के संभावित मंत्रियों के पास आने लगे फोन

    नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी रविवार शाम को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस बार वे सबसे बड़ी मंत्रिपरिषद के साथ शपथ ले सकते हैं। इसमें लगभग 60 मंत्रियों के शामिल होने की संभावना है, सबसे ज्यादा जगह बिहार को मिल सकती है। नई मंत्रिपरिषद में किन नामों को जगह मिलेगी, इसका इंतजार है। नरेंद्र मोदी रविवार शाम 7:15 बजे लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस बार भाजपा के पास अपना बहुमत नहीं है और वह गठबंधन के बहुमत के साथ सरकार बना रही है, इसलिए इस बार सरकार में सहयोगी दलों की संख्या तो ज्यादा होगी ही, मंत्रिपरिषद का आकार भी पिछली दोनों बार की तुलना में ज्यादा बड़ा होगा।
    मोदी के शपथग्रहण समारोह में सात राष्ट्राध्यक्षों श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीक, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ, नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ एवं भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे को विशिष्ट अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है।
    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, एस जयशंकर, अर्जुन राम मेघवाल को भी फोन गया है। इनके अलावा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कैबिनेट में जगह मिलेगी। उन्हें भी फोन आ चुका है।
    नई सरकार के शपथग्रहण के लिए हलचल तेज है। राष्ट्रपति भवन से ज्योतिरादित्य सिंधिया, एनसीपी के प्रफुल्ल पटेला, जेडीयू नेता रामनाथ ठाकुर को फोन कॉल आया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • लोकसभा चुनाव में किस पार्टी को मिली कितनी सीटें, देखें पूरी लिस्ट


    नई दिल्ली. चुनाव आयोग ने देश की सभी 543 लोकसभा सीटों के परिणाम घोषित कर दिए हैं, जिसमें भाजपा ने सर्वाधिक 240 सीटें हासिल की है जबकि कांग्रेस ने 99 सीटें जीती हैं. भाजपा के सूरत उम्मीदवार मुकेश दलाल के निर्विरोध चुने जाने के बाद 542 सीटों के लिए मतों की गिनती की गई थी.
    चुनाव आयोग की वेबसाइट पर नवीनतम अपडेट के अनुसार, लोकसभा चुनावों में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पार्टियों द्वारा जीती गई सीटों की संख्या इस प्रकार है:
    बीजेपी - 240
    कांग्रेस - 99
    समाजवादी पार्टी - 37
    तृणमूल कांग्रेस - 29
    डीएमके - 22
    टीडीपी - 16
    जेडी(यू) - 12
    शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) - 9
    एनसीपी (शरद पवार)-8
    शिवसेना - 7
    लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) - 5
    वाईएसआरसीपी - 4
    आरजेडी - 4
    सीपीआई(एम) - 4
    इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग - 3
    आप - 3
    झारखंड मुक्ति मोर्चा - 3
    जनसेना पार्टी - 2
    सीपीआई(एमएल)(एल) - 2
    जेडी(एस) - 2
    विदुथलाई चिरुथैगल काची (VCK) - 2
    सीपीआई - 2
    आरएलडी - 2
    नेशनल कॉन्फ्रेंस - 2
    यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी, लिबरल - 1
    असम गण परिषद - 1
    हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) - 1
    केरल कांग्रेस - 1
    क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी - 1
    एनसीपी - 1
    वॉयस ऑफ द पीपल पार्टी - 1
    जोराम पीपुल्स मूवमेंट - 1
    शिरोमणि अकाली दल - 1
    राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी - 1
    भारत आदिवासी पार्टी - 1
    सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा - 1
    मरूमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम - 1
    आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) - 1
    अपना दल (सोनीलाल) - 1
    आजसू पार्टी - 1
    एआईएमआईएम - 1
    निर्दलीय - 7
    तो बता दें कि बीजेपी के अगुवाई वाले गठबंधन NDA यानी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में कुल 41 दल शामिल हैं. वहीं विपक्ष के INDIA ब्लॉक में 37 पार्टियां हैं. इनमें नेशनल पार्टियों सहित राज्यों के स्थानीय दल शामिल हैं. इस लोकसभा चुनाव में सभी छोटे-बड़े दलों ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा है. हालांकि जेजेपी, अकाली दल जैसी कई पार्टियां ऐसी भी हैं, जो किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं है. 
    साभार आज तक

  • इंदौर से शंकर लालवानी 11.72 लाख वोंटों के अंतर से जीत के साथ टॉप पर, सबसे बड़े अंतर से जीतने वाले उम्मीदवार की सूची

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव में भाजपा के चार उम्मीदवारों समेत कम से कम पांच उम्मीदवारों ने सबसे अधिक अंतर से जीत का पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इंदौर से भाजपा के मौजूदा सांसद शंकर लालवानी 11.72 लाख वोटों के अंतर से जीत के साथ इस सूची में टॉप पर बने हुए हैं.
    कांग्रेस के रकीबुल हुसैन ने असम के धुबरी से 10.12 लाख वोटों के अंतर से जीत दर्ज करके दूसरा सबसे बड़ा जीत का रिकॉर्ड बनाया है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा से 8.21 लाख वोटों से जीत दर्ज की - जो तीसरा सबसे बड़ा अंतर है. इसके बाद भाजपा के सीआर पाटिल हैं, जिन्होंने गुजरात के नवसारी से 7.73 लाख वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है.
    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गांधीनगर से 7.44 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज की. सबसे अधिक जीत के अंतर का पिछला रिकॉर्ड भाजपा की ही प्रीतम मुंडे के नाम था, जिन्होंने अक्टूबर 2014 में महाराष्ट्र के बीड से 6.96 लाख से अधिक वोटों से उपचुनाव जीता था.
    नवसारी से तीन बार सांसद रहे पाटिल ने 2019 में 6.89 लाख वोटों से जीत हासिल करके दूसरे सबसे बड़े अंतर का रिकॉर्ड बनाया था और इस बार उन्होंने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है. केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश के गुना से 5.40 लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की. ​​5 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीतने वाले अन्य उम्मीदवारों में भाजपा के गुजरात के उम्मीदवार राजपालसिंह जादव पंचमहल (5.09 लाख) और हेमंग जोशी वडोदरा (5.82 लाख), इसके भोपाल के उम्मीदवार आलोक शर्मा (5.01 लाख) और मंदसौर (5 लाख से अधिक) से सुधीर गुप्ता शामिल हैं.
    भाजपा के महेश शर्मा ने उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर से 5.59 लाख वोटों से जीत हासिल की, जबकि छत्तीसगढ़ के रायपुर से भगवा पार्टी के उम्मीदवार बृजमोहन अग्रवाल ने 5.75 लाख के अंतर से जीत हासिल की. ​​प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी से 1.52 लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की.
    भाजपा के त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने त्रिपुरा पश्चिम से 6 लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की, जबकि भगवा पार्टी के कृति देव देबबर्मन ने त्रिपुरा पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से 4.86 लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के रायबरेली से सोनिया गांधी की 2019 की जीत के अंतर को पीछे छोड़ते हुए 3.90 लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की है. राहुल ​​गांधी ने केरल के वायनाड से भी 3.64 लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की. 
    साभार आज तक

  • दिल्ली में आप की बड़ी हार, लेकिन लोकसभा चुनाव में बढ़ गया पार्टी का समर्थन

    नई दिल्ली। दिल्ली में एक बार फिर भाजपा ने अपनी 'सूपड़ा साफ' अभियान को जारी रखते हुए सभी सात सीटों पर कब्जा कर लिया। एक दशक से दिल्ली में प्रचंड बहुमत की सरकार चला रही आम आदमी पार्टी इस बार भी अपना खाता खोलने में नाकाम रही। धुर विरोधी कांग्रेस से गठबंधन करके भी उसे सफलता नहीं मिली। एक तरफ पार्टी कथित शराब घोटाले में घिरी है तो दूसरी तरफ उसे हार का भी सामना करना पड़ा है। हालांकि, निराशा के बादलों के बीच पार्टी और इसके मुखिया अरविंद केजरीवाल के लिए एक खुशखबरी भी है।
    कथित शराब घोटाले में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरिवंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और फिर 21 दिनों की जमानत के बाद हुए चुनाव में पार्टी खाता तो नहीं खोल पाई, लेकिन लोकसभा चुनाव में अपना समर्थन बढ़ाने में कामयाब रही है। पार्टी के वोटशेयर में 6 पर्सेंट का बड़ा इजाफा देखने को मिला है। अंतरिम जमानत के दौरान दिल्ली में अपने आक्रामक प्रचार अभियान से केजरीवाल 'आप' को दूसरे स्थान पर लाने में कामयाब रहे। 10 साल बाद पार्टी को भाजपा से कम पर कांग्रेस से ज्यादा वोट मिले हैं। 
    मंगलवार को नतीजों की घोषणा के बाद चुनाव आयोग के मुताबिक, वोटशेयर का जो डेटा जारी किया गया, उसमें आप के लिए सबसे ज्यादा खुशखबरी है तो भाजपा के लिए थोड़ी निराशा। वहीं, कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। भाजपा को 54.35 फीसदी वोट हासिल हुए हैं, जबकि 2019 में पार्टी को 56.9 फीसदी वोट मिले थे। 
    आम आदमी पार्टी को इस बार 24.17 फीसदी वोटर्स ने पसंद किया, जबकि 2019 में पार्टी 18.1 फीसदी वोटशेयर पर सिमट गई थी। 2014 में 32.90 फीसदी वोट पाने वाली 'आप' के लिए यह बड़ा झटका था। हालांकि, तमाम मुश्किलों के बावजूद पार्टी इस बार ना सिर्फ अपना वोट शेयर बढ़ाने में कामयाब रही, बल्कि दूसरा स्थान भी हासिल किया। इस बीच कांग्रेस के लिए निराशा की खबर है। पार्टी ने अकेले दम पर जहां 2019 में 22.5 फीसदी वोट शेयर किए थे तो आम आदमी पार्टी से गठबंधन के बाद उसे घाटा ही सहना पड़ा है। इस बार कांग्रेस को 18.91 फीसदी ही वोट मिले। पार्टी फिसलकर तीसरे स्थान पर पहुंच गई है।  
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आज एनडीए की बैठक में शामिल होंगे नीतीश कुमार, पीएम मोदी ने फोन पर की बात

    पटना। दिल्ली में आज एनडीए की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार शामिल होंगे। कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनसे बात की थी। वहीं केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें फोन करके बैठक की जानकारी दी थी। इस बैठक में लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी भी बैठक में शामिल होंगे। बैठक आज शाम 4.30 बजे होगी।
    इसके पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिनभर अपने आवास में ही रहे। उन्होंने इस दौरान उन्होंने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी व सांसद संजय झा के साथ चुनाव परिणाम को लेकर विचार-विमर्श किया। चर्चा यह भी हुई कि आठ-नौ सीटों पर कैसे हार मिली। मुख्यमंत्री ने फोन पर कुछ सहयोगियों के साथ बातचीत की। मुख्यमंत्री सोमवार को ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करके पटना वापस लौटे हैं। पटना लौटने के पहले उन्होंने शाम में फोन पर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बात भी की थी।
    आपको बता दें बिहार में एनडीए को 30 और इंडिया गठबंधन को 9 सीटें मिलीं, जबकि बाकी एक सीट पूर्णिया में निर्दलीय पप्पू यादव ने परचम लहराया। एनडीए में जदयू को 12, भाजपा को 12, लोजपा (आर) को 5 और हम को एक सीट हासिल हुई। वहीं, इंडिया में राजद को 4, कांग्रेस को 3, भाकपा माले को दो सीटें हासिल हुई हैं।
    इस बार एनडीए को 9 सीटों का नुकसान हुआ है। पिछले चुनाव में 39 सीटें उसके खाते में आई थीं। जदयू को चार और भाजपा को पांच सीटों का झटका लगा है। जदयू को किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया और जहानाबाद में हार का सामना करना पड़ा। जबकि, भाजपा को पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, औरंगाबाद एवं सासाराम (सु.) में शिकस्त मिली। लोजपा (आर) ने अपनी सभी पांच सीटें जीत लीं।
    इधर, इंडिया को आठ सीटों का फायदा हुआ है। इनमें राजद को चार, कांग्रेस को दो और भाकपा माले को दो सीटों का लाभ शामिल हैं। पिछली बार कांग्रेस को एक मात्र किशनगंज सीट मिली थी। वहीं, राजद व भाकपा माले के खाते में एक भी सीट नहीं थी। चुनाव जीतने वाले प्रमुख लोगों में गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, चिराग पासवान, ललन सिंह, मीसा भारती, राधामोहन सिंह, तारिक अनवर शामिल हैं। वहीं, हारने वालों में आर के सिंह, उपेंद्र कुशवाहा, रोहिणी आचार्य, रामकृपाल यादव, पवन सिंह भी शामिल हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्यप्रदेश में भाजपा का क्लीन स्वीप, हार से कांग्रेस के बुजुर्ग नेताओं के भविष्य पर छाए संकट के बादल

    भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की जीत हुई है। इस बार कांग्रेस छिंदवाड़ा सीट भी नहीं बचा पाई है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपने ही घर में बड़ी मार्जिन से चुनाव हार गए। कांग्रेस की इस तरह की हार से बुजुर्ग नेताओं के भविष्य क्या होगा, इस सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं कांग्रेस का युवाओं को प्रदेश की जिम्मेदारी देने का प्रयोग भी इस चुनाव में काम नहीं आया। 
    दरअसल कांग्रेस ने हाल ही में पीसीसी चीफ की कमान जीतू पटवारी को दी थी। वहीं विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद आदिवासी युवा नेता उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था। इसके बाद से यह माना जा रहा था कि कांग्रेस के इस परिवर्तन से नई पीढ़ी उनके साथ जुड़ेगी और उन्हें लोकसभा चुनाव में 10 से 15 सीटें मिल सकती हैं। लेकिन इसके उलट कांग्रेस मध्य प्रदेश में खाता भी नहीं खोल पाई। अब जीतू पटवारी और उमंग सिंघार के भविष्य पर भी सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। देखना होगा कि क्या कांग्रेस आलाकमान इन नेताओं को आगे भी काम करने का मौका देगी या एक बार फिर से बदलाव किया जाएगा। हालांकि जीतू पटवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मध्य प्रदेश में मिली हार की जिम्मेदारी ले ली है। और किसी भी परिवर्तन के लिए तैयार रहने की बात कही है।
    दरअसल कमलनाथ लगातार 45 सालों से छिंदवाड़ा में जीतते आए हैं। 2019 में उनके पुत्र नकुलनाथ ने छिंदवाड़ा से विजय हासिल की थी। लेकिन इस बार वे बंटी साहू से बड़े अंतर से चुनाव हार गए। इसका सीधा असर कमलनाथ की राजनीतिक करियर पर पड़ेगा। खास बात यह है कि कमलनाथ के साथ-साथ उनके पुत्र नकुलनाथ के भविष्य पर भी संकट के बदल छाने लगे हैं। क्योंकि कमलनाथ ने अपने पुत्र को छिंदवाड़ा से जीत दिलाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। कांग्रेस के बड़े नेता होने के बावजूद वे एक सीट पर सिमटकर रह गए थे। अब ऐसे में नकुलनाथ को दोबारा छिंदवाड़ा से टिकट दिलवा पाना उनके लिए टेढ़ी खीर होगी।
    मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सिंह को राजगढ़ से चुनावी रण में उतारा गया था। ऐसा माना जा रहा था कि दिग्विजय सिंह राजगढ़ से कांग्रेस को विजय दिलाएंगे। लेकिन दिग्विजय सिंह को अपने घर में ही बड़ी हार मिली है। अब इसके बाद से दिग्विजय सिंह के करियर पर भी सवालिया निशान खड़ा हो रहा है। जानकारी के लिए बता दें भले ही दिग्विजय सिंह मध्य प्रदेश में  चुनाव नहीं लड़ते थे, लेकिन हर चुनाव में उनकी अहम भूमिका रहती थी। चाहे वह टिकट वितरण में हो या प्रत्याशियों का प्रचार प्रचार करना हो। कार्यकर्ताओं के बीच उनकी अच्छी पकड़ है। लेकिन अब वह इस चुनाव को आखिरी बता रहे थे उनका साफ कहना था कि इसके बाद में वे चुनाव नहीं लड़ेंगे लेकिन उनको जाते-जाते भी हर का सामना करना पड़ा है।
    कांग्रेस के सभी बड़े नेता लगातार दावा कर रहे थे कि मध्य प्रदेश में उन्हें 10 से 15 सीटों पर विजय मिलेगी। लेकिन वह इस बार मध्य प्रदेश में खाता तक नहीं खोल पाए। जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 28 सीट पर जीत दर्ज की थी। छिंदवाड़ा सीट जीतकर कांग्रेस ने भाजपा को क्लीन स्वीप से रोका था। इस बार ऐसा नहीं हो पाया। एग्जिट पोल में भी भाजपा के इस बार क्लीन स्वीप का अनुमान लगाया गया था।
    लोकसभा चुनाव से पहले कमलनाथ अपने पुत्र नकुलनाथ के साथ बीजेपी में शामिल होने की पूरी तैयारी कर ली थी। लेकिन अचानक उनके मन में परिवर्तन आया और वे अपने निर्णय को बदल दिया और कांग्रेस में ही रहकर छिंदवाड़ा से एक बार फिर चुनाव लड़ा। अब अगर कमलनाथ अपने बेटे नकुलनाथ का भविष्य संवारने के लिए बीजेपी में जाने का रुख करते हैं, तो ऐसे में भाजपा उन्हें स्वीकार नहीं करेगी। क्योंकि भाजपा उन्हें छिंदवाड़ा से ही चुनाव लड़ने के लिए अपने पार्टी में शामिल कर रही थी। अब बीजेपी को छिंदवाड़ा में विजय हासिल हो गई है, इसलिए अब उन्हें कमलनाथ की जरूरत नहीं पड़ेगी।
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पीएम मोदी को भेंट करेंगे 29 कमल के फूलों की माला

    भोपाल। मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर भाजपा को जीत मिली है। इस बार पूर्व सीएम कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा को भी भाजपा की रणनीति ने ढहा दिया है। प्रदेश में भाजपा के क्लीन स्वीप का श्रेय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को जाता है। डॉ. यादव अपनी पहली परीक्षा में कामयाब हुए हैं। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में 2014 में भाजपा को 29 में से 27 और 2019 में 29 में से 28 सीटों पर जीत मिली थी। भाजपा आम चुनाव में पहली बार छिंदवाड़ा सीट जीती है। भाजपा ने कांग्रेस का सभी सीटों को जीतने का रिकॉर्ड तोड़ा है। छत्तीसगढ़ के अलग होने से पहले 1984 में कांग्रेस ने 40 की 40 सीटों पर जीत दर्ज की थी। 
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के शपथ लेने के तीन महीने बाद ही लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। सीएम ने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद लगातार रैली और सभाएं की। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में 142 से अधिक आम सभाएं और 55 रोड शो किए। साथ ही देश के 12 राज्यों में 72 लोकसभा सीटों पर प्रचार किया। वहीं, वीडी शर्मा ने भी लगातार कार्यक्रम किए। 
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भाजपा कार्यालय में आयोजित विजय उत्सव कार्यक्रम में कहा कि प्रदेश की 29 की 29 सीटों पर जीत दर्ज की है। अब कुछ बचा ही नहीं। इसके साथ ही इंदौर और विदिशा में जीत के रिकॉर्ड बनाएं है। आठ सीटें चार लाख से अधिक मतों से जीती है। इस बार छप्पड़ फांड जीत दर्ज की है। छिंदवाड़ा में एक लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज की। कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को भोपाल के बाद अब राजगढ़ में घर छोड़कर आए है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में इतिहास बना है। वह तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे है। 
    पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह भाजपा की महाविजय है। अब हम विकसित भारत के निर्माण के लिए अपने आप को समर्पित कर दें। पूर्व सीएम ने कहा कि 2014 में 27, 2019 में 28 और अब 29 सीटों में से 29 सीटें। पिछली बार एक कसर रह गई थी। उन्होंने कहा कि लगातार तीसरी बार सरकार बनना चमत्कार है। हम 300 पार तो हो ही रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिजल्ट के बाद जनता की कसौटी पर खड़े उतरने का संकल्प लेने का समय है। शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को 29 सीटों की जीत की बधाई दी।
    मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ जनसभा और दो रोड शो किए। वहीं, केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने चार जनसभाएं, एक रोड शो, एक क्लस्टर और 1 प्रबुद्धजन सम्मेलन को संबोधित किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 7 जनसभाएं, 1 शक्ति केंद्र सम्मेलन, 1 प्रबुद्धजन सम्मेलन और 2 क्लस्टर बैठक को संबोधित किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 6 जनसभा 1 सामाजिक बैठक को संबोधित किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने 29 लोकसभा क्षेत्रों की 171 विधानसभाओं एवं 192 अन्य कार्यक्रमों में सहभागिता की।
    साभार अमर उजाला

  • छिंदवाड़ा सीट हमारे लिए चैलेंज थी : नगरीय प्रशासन मंत्री विजयवर्गीय

    इंदौर। मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटों पर मिली जीत ने बता दिया कि प्रदेशवासी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेम करतेे है और उन्हें केंद्र सरकार पर पूरा भरोसा है।
    केंद्रीय मंत्री अमित शाह की रणनीति और मुख्यमंत्री अमित शाह की मेहनत के कारण हमने प्रदेश में क्लीन स्वीप किया है। छिंदवाड़ा का सीट को लेकर उन्होंने कहा कि इस सीट की जिम्मेदारी मुझे दी गई थी। छिंदवाड़ा सीट हमारे लिए चुनौती थी, लेकिन हमारी मेहनत रंग लाई।
    आम चुनाव में पहली बार यह सीट भाजपा जीती है। एडीए गठबंधन को 400 सीट नहीं मिलने के सवाल पर विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस ने इस बारे में दुष्प्रचार किया। वह जनता के बीच यह बात फैला रही थी कि यदि 400 सीटें मिल गई तो भाजपा सरकार संविधान बदल देगी। हम सही तरीके से अपनी बात नहीं रख पाए।
    लालवानी बोले- कांग्रेस के दुष्प्रचार के कारण नोटा को ज्यादा वोट
    दूसरी बार इंदौर लोकसभा सीट से चुनाव जीते शंकर लालवानी ने कहा कि उनकी जीत भाजपा कार्यकर्ता की मेहनत और केंद्र सरकार के प्रति वोटरों के विश्वास के कारण हासिल हुई है। नोटा का इंदौर में रिकार्ड बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव में दुष्प्रचार किया। इस कारण नोटा को ज्यादा वोट मिले।
    आने वाले पांच सालों की प्राथमिकता से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि रेल, सड़क व अन्य इंट्रास्ट्रक्चर से जुड़े कामों को जमीन पर लाया जाएगा। आने वाले पांच सालों में इंदौर का तेजी से विकास होगा।
    साभार अमर उजाला

  • ताजा रुझानों में इंडिया गठबंधन की लंबी छलांग

    नई दिल्ली। सात चरणों में हुए लोकसभा चुनावों में मतों की गिनती जारी गई है। ताजा रुझानों के मुताबिक केंद्र की सत्ताधारी भाजपा की अगुवाई वाला गठबंधन एनडीए INDIA अलायंस से बहुत आगे चल रहा है। हालांकि, कांग्रेस की अगुवाई वाले इंडिया अलायंस ने तेजी से कवर किया है और अपना प्रदर्शन बेहतर किया है।मतगणना के शुरुआती रुझानों में सुबह 10.15 बजे तक NDA 304 सीटों पर आगे चल रहा है तो इंडिया गठबंधन 217 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। अन्य 22 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
    ताजा रुझानों के मुताबिक एनडीए में भाजपा 248, टीडीपी 14, जेडीयू 15 शिवसेना 5 पर आगे चल रही है, जबकि इंडिया गठबंधन में कांग्रेस 94, डीएमके 20, समाजवादी पार्टी 33, तृणमूल कांग्रेस-27  सीपीआईएम-9 पर आगे चल रही है।
    चुनाव आचार नियमावली के अनुसार मतगणना में पहले डाक मतपत्र (पोस्टल बैलट) की गिनती की जाएगी और आधे घंटे बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में दर्ज मतों की गिनती शुरू होगी।
    बता दें कि भारी सुरक्षा के बीच मतों की गिनती हो रही है। देशभर के सभी मतगणना केंद्रों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। मतगणना केंद्र परिसर के बाहर स्थानीय पुलिस मौजूद है। मतगणना स्थल पर एसआरपीएफ और मतगणना केंद्र के साथ-साथ स्ट्रांग रूम के दरवाजे के बाहर सीएपीएफ की कड़ी तैनाती है।
    ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों और अधिकृत राजनीतिक प्रतिनिधियों के अलावा किसी भी व्यक्ति को परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गयी। राज्य के सभी मतगणना केंद्र कंप्यूटर, इंटरनेट, टेलीफोन (लैंडलाइन) और फैक्स जैसी आधुनिक संचार सुविधाओं से सुसज्जित हैं।
    लोकसभा की 543 सीट हैं लेकिन गुजरात के सूरत में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुकेश दलाल के निर्विरोध निर्वाचित होने के कारण 542 सीट के लिए ही वोटों की गिनती की जा रही है। लोकसभा चुनाव के साथ-साथ आंध्र प्रदेश और ओडिशा में विधानसभा चुनाव के लिए भी मतगणना शुरू हो गई। अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभाओं के लिए भी चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ ही हुए थे और इनके परिणाम दो जून को घोषित किए जा चुके हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कंगना रनौत पहले ही चुनाव में सुपरहिट

    मंडी। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत की राजनीति में डेब्यू हिट होगी या फ्लॉप, यह आज तय होने जा रहा है। वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। हम आपको इस सीट पर मतगणना की हर जानकारी सबसे पहले देंगे। देश भर में 'छोटी काशी' के नाम से मशहूर हिमाचल प्रदेश के ‘मंडी’ सीट पर देशभर की निगाहें टिकी हैं। कंगना का मुकाबला कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह से हैं जो पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बेटे हैं। पहले कंगना रनौत की उम्मीदवारी और फिर उनको लेकर 'मंडी' पर की गई विवादित टिप्पणी के बाद यह सीट पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई। 
    कंगना रनौत और विक्रमादित्य सिंह के बीच मुकाबला बेहद दिलचस्प रहा। चुनाव प्रचार के दौरान दोनों के बीच खूब टीका-टिप्पणी हुई। दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ तीखे शब्दों का इस्तेमाल किया। कंगना रनौत ने कांग्रेस उम्मीदवार और सुक्खू सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह को 'शहजादा' कहकर हमले किए तो जवाब में उन्हें 'मोहतरमा' कहकर जवाब दिया गया।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पक्ष और विपक्ष में कांटे की टक्कर के बीच बाजार औंधे मुंह गिरा

    नई दिल्ली। आज लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आने हैं। ऐसे में आज इस बात का पटाक्षेप हो जाएगा कि चुनाव परिणाम बाजार पर क्या असर डालेंगे। फिलहाल पक्ष और विपक्ष में कांटे की टक्कर के बीच बाजार औंधे मुंह गिर गए हैं।
    शेयर बाजार में चुनाव परिणामों के दिन की अब तक की सबसे बड़ी गिरावट आई है। एनडीए और इंडी गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर के बीच सेंसेक्स पहली बार चुनाव परिणाम के दिन 5000 अंकों से अधिक फिसल गया। शेयर बाजार में चुनावी नजीजों के बीच हाहाकार दिख रहा है। दोपहर 12 बजकर 16 मिनट पर सेंसेक्स 5188.93 (6.79%) अंकों की गिरावट के साथ 71,279.85 के स्तर पर पहुंच गया। दूसरी ओर निफ्टी 1,627.10 (6.99%) अंक फिसल कर 21,636.80 पर कारोबार करता दिखा। बीएसई पर सभी सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 36.3 लाख करोड़ रुपये घटकर 425.9 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पूर्व अब तक बाजार में लोकसभा चुनाव परिणाम के दिन इतनी बड़ी गिरावट नहीं आई थी। 
    साभार अमर उजाला

  • इंदौर नोटा में भी नंबर वन, भाजपा प्रत्याशी लालवानी ने भी अपना पिछला रिकॉर्ड तोड़ा

    इंदौर। लोकसभा चुनाव परिणाम में इंदौर ने नया रिकॉर्ड बना लिया है। स्वच्छता में नंबर वन शहर ने लोकसभा चुनाव के परिणाम में एक लाख से अधिक वोट नोटा को दिए हैं। वहीं भाजपा के प्रत्याशी शंकर लालवानी ने भी अपना पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 
    इंदौर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी ने जीत की लीड का अपना ही पिछला रिकार्ड तोड़ दिया है। लालवानी ने पिछले चुनाव में 5 लाख 47 हजार वोटों के मार्जिन से चुनाव जीता था, जो इंदौर लोकसभा चुनाव की सबसे बड़ी जीत थी। इस बार लालवानी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी संजय सोलंकी से 5 लाख 79 हजार 137 वोटों की लीड सातवें राउंड में बना ली है। इस बार नोटा ने 10 हजार से ज्यादा वोट पहले राउंड में ही हासिल कर लिए थे।
    सफाई के बाद इंदौर ने नोटा का भी रिकार्ड बना लिया है। इंदौर में एक लाख 25 हजार से अधिक वोट मिल गए हैं। नोटा का सबसे अधिक वोट का रिकार्ड बिहार की गोपालगंज सीट का है। यहां पर नोटा को 51 हजार 660 वोट मिले थे। दूसरे क्रम पर पश्चिम चंपारण में 45,609 वोट नोटा को मिले थे, लेकिन दोनों सीटों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए इंदौर लोक सभा सीट पर नोटा को एक लाख 25 हजार से अधिक वोट मिल गए हैं। इंदौर में पिछले चुनाव में नोटा को पांच हजार वोट मिले थे। 
    साभार अमर उजाला

  • मध्य प्रदेश में भाजपा क्लीन स्वीप की ओर, जानिए जीत के पीछे के पांच कारण

    भोपाल। मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों को लेकर तमाम एग्जिट पोल्स ने जो दावा किया थो, वो सटीक निकले हैं। भाजपा ने क्लीन स्वीप कर अपना मिशन पूरा कर लिया है। चौंकाने वाली बात ये रही कि कांग्रेस का गढ़ कही जाने वाली छिंदवाड़ा सीट पर भी भाजपा ने बढ़त बना रखी है।  
    मध्य प्रदेश में 2014 में मोदी लहर में कांग्रेस के बड़े-बड़े गढ़ ढह गए थे। सिर्फ गुना और छिंदवाड़ा में ही कांग्रेस को जीत मिली थी। 2019 में तो माहौल ही बदल गया। गुना में ज्योतिरादित्य सिंधिया को हार मिली। कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा को नकुल नाथ महज 25 हजार वोट से जीत सके थे। 2023 के विधानसभा चुनावों के नतीजों के आधार पर कांग्रेस को उम्मीद थी कि वह कम से कम 5 सीटों पर चुनौती देने की स्थिति में है। हालांकि, भाजपा के केंद्रीय और राज्य के नेतृत्व ने संकल्प लिया और सभी सीटों को जीतने के लिए पूरी ताकत लगा दी। इसका असर दिख भी रहा है।
    पांच बड़े कारण
    मोदी मेजिकः मध्य प्रदेश में भाजपा ने सतना में गणेश सिंह और मंडला में फग्गनसिंह कुलस्ते को उम्मीदवार बनाया, जिन्होंने विधानसभा चुनावों में हार का सामना किया था। दोनों भी अपनी सीट जीत रहे हैं। यह बताता है कि मतदाताओं ने मोदी के चेहरे पर वोट किया है। मोदी की लहर अब भी प्रदेश में कायम है। भाजपा के तमाम नेता भी दावा करत रहे कि मोदी के मन में MP है तो MP के मन में भी मोदी है। मोदी के चेहरे पर मतदाताओं का भरोसा कायम है।  
    राम मंदिर मुद्दा कायमः मध्य प्रदेश में राम मंदिर का मुद्दा कायम रहा। सर्वे एजेंसियों ने जब वोटरों से बात की तो उन्होंने कहा कि जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे। 22 जनवरी को जब अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हुई तो पूरे मध्य प्रदेश में माहौल राममय था। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा के कैम्पेन में यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया कि कांग्रेस ने राम मंदिर का न्योता ठुकराया है। इसी वजह से बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता भाजपा में भी शामिल हुए थे।  
    उम्मीदवारों का चयन: भाजपा ने विधानसभा चुनावों से सबक लेते हुए इस बार भी उम्मीदवारों की घोषणा चुनावों की तारीख आने से पहले ही कर दी थी। इसका भी फायदा पार्टी को मिला। कांग्रेस ने विधायकों और विधानसभा चुनाव हारे नेताओं को उम्मीदवार बनाया। इतना ही नहीं, सपा के लिए खजुराहो सीट छोड़ना और इंदौर में अक्षय बम को उम्मीदवार बनाना भी पार्टी के खिलाफ गया। इससे भी मतदाताओं में यह माहौल बना कि कांग्रेस मुकाबला ही नहीं करना चाहती।  
    बड़े नेताओं की घेराबंदीः विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के अभियान का नेतृत्व कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जैसे वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं ने किया। लोकसभा चुनाव में पार्टी ने छिंदवाड़ा में नकुल नाथ और राजगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को प्रत्याशी बनाया। इससे कमलनाथ छिंदवाड़ा में और दिग्विजय राजगढ़ में बंधकर रह गए। वह अन्य सीटों पर चुनाव प्रचार नहीं कर सके। ऐसे में कम अनुभवी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और उमंग सिंघार जैसे नेताओं पर प्रचार अभियान की जिम्मेदारी आ गई। चुनाव अभियान के दौरान दोनों की खटपट की खबरें भी आईं। इसे दूर करने के लिए जीतू पटवारी ने खुद उमंग सिंघार का वीडियो इंटरव्यू लेकर सोशल मीडिया पर पब्लिश किया। हालांकि, तब तक डैमेज हो चुका था। 
    कांग्रेस में मची भगदड़ः भाजपा के आंकड़ों पर यकीन करें तो कांग्रेस के तीन लाख से अधिक कार्यकर्ता पार्टी में शामिल हुए हैं। नरोत्तम मिश्रा के नेतृत्व में भाजपा की न्यू जॉइनिंग टोली ने सक्रियता के साथ कांग्रेस नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाई। छिंदवाड़ा में कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ के करीबी दीपक सक्सेना से लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी तक भाजपा में आए। कांग्रेस के पूर्व विधायक और विधानसभा चुनावों में भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़े नेता भी भाजपा में आए। इससे माहौल बना कि कांग्रेस तो मुकाबले में है ही नहीं।
    साभार अमर उजाला

  • आंध्र प्रदेश में टीडीपी-बीजेपी गठबंधन का क्लीन स्वीप

    नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश में टीडीपी-बीजेपी गठबंधन शानदार प्रदर्शन करता दिख रहा है। लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव में भी एनडीए ने भारी बढ़त बना ली है। अब तक के जो रुझान सामने आ रहे हैं उसके मुताबिक टीडीपी-बीजेपी गठबंधन 131 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं जगनमोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वीएसआरसीपी सिर्फ 8 सीटों पर आगे हैं। आंध्र प्रदेश में विधानसभा की कुल 175 सीटें हैं। किसी भी दल को बहुमत के लिए सिर्फ 88 सीटों की जरूर होती है। अब तक सिर्फ 139 सीटों की गिनती हुई है।
    वहीं, लोकसभा चुनाव की गिनती पर ध्यान दें तो सभी 25 सीटों के रुझान सामने आ चुके हैं। इनमें से टीडीपी 15 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, बीजेपी के खाते में सिर्फ 5 सीटें जाती दिख रही हैं। बीजेपी भी तीन पर आगे चल रही है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अमेठी में कांग्रेस के सिपाही से हार गईं स्मृति ईरानी

    अमेठी।  लोकसभा चुनाव के नतीजों ने चौंका दिया है। एनडीए के लिए 400 पार का नारा देने वाली बीजेपी बहुमत के आंकड़े को भी पार नहीं कर सकी है। हालांकि, एनडीए जरूर 290 के पार पहुंचता दिख रहा है। बीजेपी को सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश में लगा है, जहां पर पार्टी सपा से भी पिछड़ गई। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी अमेठी में हार गईं। अमेठी लोकसभा सीट पर स्मृति ईरानी को एक लाख से ज्यादा वोटों से हार का सामना करना पड़ा है। 
    राहुल गांधी पिछले लोकसभा चुनाव में अमेठी में हार गए थे, जिसके बाद कांग्रेस ने इस बार रणनीति में बदलाव करते हुए आखिरी समय में पत्ते खोले थे। शुरुआत में कयास लग रहे थे कि राहुल गांधी सिर्फ केरल की वायनाड सीट से ही चुनाव लड़ेंगे, लेकिन आखिरी वक्त में उनके अमेठी और बहन प्रियंका गांधी के रायबरेली से मैदान में उतरने की अटकलें तेज हो गईं। हालांकि, नामांकन के आखिरी दिन कांग्रेस ने राहुल को रायबरेली और अमेठी से सोनिया गांधी का कामकाज देखने वाले किशोरी लाल शर्मा को टिकट दे दिया। कांग्रेस सूत्रों ने इसे एक रणनीति करार दिया था और आज यही प्लानिंग सफल हो गई।
    जब अमेठी और रायबरेली के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों का ऐलान किया गया, तो रायबरेली में तो कार्यकर्ता खुश थे, क्योंकि सोनिया गांधी के बाद उन्हें राहुल गांधी के तौर पर उम्मीदवार मिला था, लेकिन अमेठी में कांग्रेस वर्कर्स में अचानक मायूसी छा गई थी। केएल शर्मा के उम्मीदवार बनने की वजह से बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भी मान लिया कि अब शायद ही स्मृति ईरानी के खिलाफ जीत हो सके, लेकिन समय बीतने के साथ-साथ माहौल बदला और खुद प्रियंका गांधी ने मोर्चा संभाले रखा। कई दिनों तक अमेठी के गांव-गांव जाकर सभाएं कीं और आखिरकार केएल शर्मा को जीत तक पहुंचा दिया। किशोरी लाल शर्मा को अमेठी से टिकट देने के पीछे कांग्रेस की रणनीति मानी जा रही थी। प्लानिंग यह थी कि यदि अमेठी में केएल शर्मा की जीत होती है तो यह बड़ी खबर होगी। लोगों के बीच चर्चाएं होंगी कि केंद्रीय मंत्री को कांग्रेस के एक आम कार्यकर्ता ने हरा दिया। वहीं, यदि केएल शर्मा स्मृति से हार भी जाते तो भी स्मृति ईरानी के लिए कोई बड़ी उपलब्धि नहीं होगी, क्योंकि पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने राहुल गांधी जैसे दिग्गज नेता को हराया था। अब जब अमेठी के नतीजे आ गए हैं और केएल शर्मा की जीत हो गई है तो कांग्रेस की यही रणनीति काम करती दिख रही।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • इन राज्यों में BJP ने किया क्लीन स्वीप, सभी सीटें जीतीं

    नई दिल्ली। भारत की 543 सीटों वाली संसद में बहुमत के लिए 272 का आंकड़ा छूना जरूरी है। हालांकि, अब तक भारतीय जनता पार्टी समेत कोई भी दल इससे काफी पीछे नजर आ रहा है। हालांकि, भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए ने आंकड़ा पार भी कर लिया है। ऐसे भी कई राज्य हैं, जहां एनडीएन क्लीन स्वीप कर विपक्ष के खिलाफ एकतरफा जीत हासिल करने की तैयारी में है।
    एनडीए मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटों पर जीत हासिल करती नजर आ रही है। भाजपा अरुणाचल प्रदेश की 2, त्रिपुरा की 2, हिमाचल प्रदेश की 4, उत्तराखंड की 5 और राजधानी दिल्ली की 7 सीटों पर आगे चल रही है। इन सभी को मिलाकर भाजपा 5 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 49 सीटों पर एकतरफा जीत दर्ज करने की तैयारी में है।
    ओडिशा से भी मिल सकती है खुशखबरी
    लोकसभा के साथ-साथ ओडिशा विधानसभा की 147 सीटों पर भी मतगणना जारी है। संभावनाएं हैं कि भाजपा पहली बार राज्य में बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। ईसीआई के आंकड़ों के अनुसार, भाजपा 75 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, सत्तारूढ़ बीजू जनता दल 54 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है। कांग्रेस को अब तक 16 सीटों पर बढ़त हासिल है।
    UP ने बिगाड़ा खेल, बंगाल में भी झटका
    2019 लोकसभा चुनाव में 62 सीटों पर जीत हासिल करने वाली भाजपा 40 का आंकड़ा भी नहीं छू पा रही है। वहीं, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस मिलकर 44 सीटों पर आगे चल रहे हैं। हालांकि, राज्य में एनडीए गठबंधन में राष्ट्रीय लोकदल भी शामिल है, लेकिन वह भी 2 सीटों पर ही बढ़त बनाए हुए है। सीटों की संख्या के लिहाज से 80 सीटों वाला उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा राज्य है।
    इसके अलावा भाजपा को पश्चिम बंगाल से भी खासी उम्मीदें थीं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी राज्य में सीटें बढ़ने की संभावनाएं जता रहे थे। भारत निर्वाचन आयोग के ताजा आंकड़े बता रहे हैं कि पार्टी अब तक महज 9 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है और तृणमूल कांग्रेस 32 सीटों पर आगे है। बीते लोकसभा चुनाव में यहां भाजपा ने 17 सीटें अपने नाम की थीं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • एग्जिट पोल में दिग्गजों को भी झटके का अनुमान

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों से पहले एग्जिट पोल्स की काफी चर्चा हो रही है। सभी एग्जिट पोल्स में एनडीए को एकतरफा जीत का अनुमान जाहिर किया गया है। ज्यादातर सर्वे में कहा गया है कि भाजपा को लगभग 300 सीटें मिल सकती हैं। यही नहीं इनमें से कुछ एग्जिट पोल्स में देश की कई हॉट सीट्स के नतीजे को लेकर भी भविष्यवाणी की गई है। अमेठी, रायबरेली, कन्नौज समेत देश की ऐसी तमाम सीटें हैं, जिन पर लोगों की नजरें टिकी हुई हैं। सर्वे एजेंसी स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स ने देश की सभी सीटों का अनुमान जाहिर किया है। इनमें से कुछ हॉट सीटों का यहां हम जिक्र कर रहे हैं।
    सर्वे के अनुसार अमेठी सीट से केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी को करारा झटका लग सकता है। इस सर्वे में अनुमान जताया गया है कि वह कांग्रेस कैंडिडेट किशोरी लाल शर्मा के मुकाबले हार सकती हैं। इसके अलावा राहुल गांधी रायबरेली में गांधी परिवार के गढ़ से विजयी हो सकते हैं। इससे पहले 2019 में वह अमेठी से हार गए थे, जिसके बाद उन्होंने अबकी बार रायबरेली से ही चुनाव लड़ा था। इन दो सीटों के अलावा कन्नौज से भी भाजपा को झटका लग सकता है। यहां उसके कैंडिडेट सुब्रत पाठक के मुकाबले अखिलेश यादव के जीतने का अनुमान है।
    यूपी के पूर्वांचल की आजमगढ़ लोकसभा सीट पर धर्मेंद्र यादव और भाजपा के दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ के बीच मुकाबला था। अनुमान है कि यहां भी INDIA अलायंस बाजी मार सकता है। अब राजस्थान की अलवर सीट की बात करें, जहां से केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं तो यहां वह जीत सकते हैं। इसके अलावा मनोहर लाल खट्टर करनाल लोकसभा सीट से विजयी हो सकते हैं। उन्होंने हाल ही में राज्य के सीएम पद से इस्तीफा दिया था और चुनाव में उतरे हैं। एग्जिट पोल में अनुमान जताया गया है कि खट्टर जीत सकते हैं। 
    दिल्ली में कन्हैया कुमार और मनोत तिवारी की फाइट से नॉर्थ ईस्ट दिल्ली सीट चर्चा में हैं। स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स के एग्जिट पोल में यहां से मनोज तिवारी जीत की ओर हैं। मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट कांग्रेस बुरे वक्त में भी जीतती रही है। लेकिन एग्जिट पोल के अनुसार यहां इस बार कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ हार सकते हैं और भाजपा को जीत मिल सकती है। 
    इसके अलावा एग्जिट पोल में कुछ और चौंकाने वाली भविष्यवाणियां की गई हैं। सर्वे के अनुसार मंडी लोकसभा सीट से कंगना रनौत जीत सकती हैं। वहीं बारामती लोकसभा सीट से शरद पवार का जलवा समाप्त हो सकता है और उनकी बेटी सुप्रिया सुले को हराकर अजित पवार की पत्नी जीत सकती हैं। इसके अलावा तिरुअनंतपुरम से कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर भी हार सकते हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • हिमालय में लंबे प्रवास से लौटीं उमा भारती ने कहा- भाजपा 450 से अधिक सीटों पर दर्ज करेगी जीत

    भोपाल। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने लोकसभा चुनाव के परिणाम पर बड़ा दावा किया है। उमा भारती का अनुमान है कि भाजपा एग्जिट पोल की भविष्यवाणी से कहीं अधिक सीटें जीतने जा रही है। हिमालय में लंबे प्रवास से लौटीं उमा भारती ने कहा है कि भाजपा 450 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेगी। गौरतलब है कि इस बार भाजपा ने '400 पार' का नारा दिया है। उन्होंने पीएम मोदी की भी जमकर तारीफ की और उन्हें मसीहाई करिश्मे वाला प्रधानमंत्री बताया। 
    उमा भारती ने काउंटिंग से एक दिन पहले सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट के जरिए भाजपा की प्रचंड जीत का भरोसा जताया। उमा भारती का कहना है कि हिमालय पर देशभर से आने वाले लोगों की मुलाकात के बाद उन्हें यह अनुमान हुआ है। उन्होंने लिखा, 'परसों एग्जिट पोल आया, उनके जो भी अनुमान हैं किंतु मेरा अनुमान साढ़े चार सौ से कम नहीं हो सकता। मैं अभी लगभग ढाई महीने हिमालय के प्रवास पर रही हूं। वहां विभिन्न राज्यों के तीर्थ यात्री और साधु संत मिले, वह मोदी जी के अलावा दूसरा नाम लेते ही नहीं थे।'
    पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पीएम मोदी की भी जमकर तारीफ की और कन्याकुमारी में उनके तप को लेकर कहा कि इसे कोई अलौकिक व्यक्ति ही कर सकता है। उमा ने कहा कि मोदी जी ने कन्याकुमारी में जिस तरह से तप किया, यह एक अलौकिक व्यक्ति ही कर सकता है। आजादी के बाद भगवान की दया से भारत को एक मसीहाई करिश्मे वाला प्रधानमंत्री मिल ही गया। उन्होंने आगे कहा, 'जिस तरह से मोदी जी ने बनारस में भावुकता के साथ गंगा जी की तुलना अपनी मां से की उससे मुझे भरोसा हो गया कि अविरल-निर्मल गंगा का मेरा सपना साकार रूप धारण करेगा।'
    पूर्व सीएम ने कहा, 'नदी जोड़ो योजना का मॉडल लिंक केन-बेतवा का मेरा सपना भी साकार होगा, इसीलिए मैं अपने प्रधानमंत्री जी पर विश्वास एवं अपने सपने साकार होने की उम्मीद से आनंदित एवं निश्चिंत हूं।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सरकार बनते ही पीएम मोदी की पहले 100 दिन के काम पर बड़ी बैठक

    नई दिल्ली। सातवें और अंतिम चरण के मतदान खत्म होने के बाद एजेंसियों ने एग्जिट पोल जारी कर दिए हैं। एग्जिट पोल के मुताबिक एनडीए की सरकार लगातार तीसरी बार बड़े बहुमत के साथ बन रही है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 45 घंटे की साधना के बाद कन्याकुमारी से राजधानी लौट आए हैं। जानकारी के मुताबिक वापस आते ही प्रधानमंत्री पीएमओ के अधिकारियों के साथ बड़ी बैठक करने जा रहे हैं। चुनाव प्रचार में व्यस्त होने से पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियो को होमवर्क दे दिया था। उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार 3.0 के पहले 100 दिनों के फैसलों का काम पूरा कर लिया जाए। 
    प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियों को बता दिया था कि पहले 100 दिनों ही कई बड़े फैसले लिए जाएंगे। इसके लिए 2029 का इंतजार नहीं करना है। ऐसे में माना जा रहा है कि अधिकारियों ने पहले 100 दिन के मोदी सरकार के फैसलों का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। माना जा रहा है कि अगस्त 2024 तक सरकार बड़े फैसले लेगी। सरकार बनने के बाद जुलाई में यूनियन  बजट पेश किया जाएगा। हालांकि अभी चुनाव का परिणाम आना बाकी है। चुनाव की वजह से इस बार फरवरी में अंतरिम बजट पेश किया गया था। 
    नई सरकार बनने के बाद सबसे पहले प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्कार और एनएसए अजित डोभाल की नियुक्ति हो सकती है। एक महीने के अंदर ही नए आर्मी चीफ और इंटेलिजेंस ब्यूरो के डायरेक्टरों की भी नियुक्ति कीजा सकती है। प्रधानमंत्री मोदी के विकसित और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के तहत मिलिट्री इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्स पर मोदी सरकार का फोकस रहेगा। पीएमओ अधिकारियों ने शपथ के बाद के 100 दिन का अजेंडा तैयार कर लिया है। इसके अलावा बीजेपी ने जो मैनिफेस्टो में वादे किए थे उनपर भी काम शुरू हो जाएगा। 13 जून को प्रधानमंत्री मोदी जी-7 की बैठक में भी शामिल हो सकते हैं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • BJP कार्यकर्ता हफीजुल शेख की गोली मारकर हत्या

    कोलकाता. पश्चिम बंगाल के नादिया में एक बीजेपी कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. मारे गए कार्यकर्ता की पहचान हफीजुल शेख के रूप में हुई है जो हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए थे. पुलिस सूत्रों ने बताया कि शनिवार शाम हफीजुल शेख की चाय की दुकान पर गोली मारकर हत्या कर दी गई.
    उसके सिर पर गोली मारी गई. पीड़ित भाजपा कार्यकर्ता के परिवार ने दावा किया कि वह हाल ही में भाजपा में शामिल हुआ था, इसलिए उसकी हत्या की गई है. पुलिस ने बताया कि आरोपी और पीड़ित दोनों का आपराधिक रिकॉर्ड है. मुख्य आरोपी की पहचान हो गई है, लेकिन उसे अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है.
    साभार आज तक

     

  • राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पार्टी उम्मीदवारों के साथ करेंगे अहम बैठक

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की मतगणना समाप्त होने के बाद अब सभी की निगाहें नतीजों पर टिकी हैं। एग्जिट पोल्स के नतीजों में भाजपा को प्रचंड बहुमत दिया गया। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पार्टी उम्मीदवारों के साथ अहम बैठक करेंगे। यह बैठक चुनाव नतीजों को लेकर वर्चुअल तरीके से होगी। बैठक सुबह 11 बजे होनी है। इस बैठक के बाद राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे दोपहर में पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ ही रणनीतिक बैठक करेंगे। 
    राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे के साथ पार्टी के शीर्ष नेताओं की बैठक में जो नेता शामिल होंगे, उनमें कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया, राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट और अन्य नेताओं का नाम है। इस बैठक में 4 जून को मतगणना वाले दिन की रणनीतिक तैयारियों पर चर्चा की जाएगी। इससे पहले शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के निवास पर विपक्षी गठबंधन की भी बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, सीपीआईएम, डीएमके, जेएमएम, आप, राजद, शिवसेना यूबीटी, एनसीपी एसपी पार्टियों के नेता शामिल हुए। बैठक के बाद विपक्षी गठबंधन के नेताओं ने 295 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करने का दावा किया। हालांकि एग्जिट पोल्स के नतीजों में विपक्षी गठबंधन को 150 के करीब सीटें ही दी गई हैं। 
    साभार अमर उजाला 

  • पश्चिम बंगाल में वोटिंग के दौरान गुस्साई भीड़ ने तालाब में फेंकी EVM

    कोलकाता. लोकसभा चुनाव के सातवें चरण की वोटिंग जारी है. इस बीच पश्चिम बंगाल से हंगामे की खबर आ रही है. जानकारी के मुताबिक दक्षिण 24 परगना में गुस्साई भीड़ ने ईवीएम और वीवीपैट मशीन को पानी में फेंक दिया है. आखिरी चरण में पश्चिम बंगाल की 9 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं.
    सातवें चरण की वोटिंग शुरू होने के कुछ देर बाद खबर आई कि पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना के कुलताई में बूथ संख्या 40, 41 पर भीड़ ने कथित तौर पर ईवीएम और वीवीपैट मशीन को पानी में फेंक दिया है. स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक मतदाताओं को कथित तौर पर टीएमसी समर्थकों ने धमकाया जिससे भीड़ उत्तेजित हो गई और ईवीएम को तालाब में फेंक दिया. 
    वोटिंग के मामले में इस बार पश्चिम बंगाल ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है. हालांकि पहले चरण से पश्चिम बंगाल से हिंसा की खबरें आ रही हैं. पहले ही चरण की वोटिंग वाले दिन तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया था कि अलीपुरद्वार तुफानगंज-2 ब्लॉक में बरोकोडाली-I ग्राम पंचायत के हरिरहाट क्षेत्र में टीएमसी के अस्थायी पार्टी कार्यालय को बीजेपी समर्थकों ने आग के हवाले कर दिया. 
    लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में शनिवार को सात राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश की 57 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाराणसी सीट भी शामिल है. जिन सीटों पर आज वोटिंग हो रही है, उसमें पंजाब और यूपी की 13-13 सीटें, पश्चिम बंगाल की 9 सीटें, बिहार की 8 सीटें, ओडिशा की 6 सीटें, हिमाचल प्रदेश की 4 सीटें, झारखंड की 3 सीट और एक चंडीगढ़ सीट शामिल है.
    इस चरण में कई बड़े दिग्गजों की किस्मत दांव पर है. इस फेज में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर हमीरपुर से, ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर से, लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती पाटलिपुत्र और एक्ट्रेस कंगना रनौत मंडी सीट से मैदान में हैं. 
    साभार आज तक

  • सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने नहीं स्वीकारी केजरीवाल की याचिका, 2 जून को करना होगा सरेंड

    नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिलती दिखाई दे रही है. उन्हें अब 2 जून को कोर्ट के सामने सरेंडर करना होगा. बता दें कि सीएम केजरीवाल ने अपनी अंतरिम जमानत 7 दिन के लिए आगे बढ़ाने की अपील की थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने उनकी यह याचिका स्वीकार ही नहीं की.
    सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत की अवधि 7 दिन बढ़ाने की याचिका को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है. रजिस्ट्री का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने सीएम को ट्रायल कोर्ट में जमानत याचिका दायर करने की छूट दी है. इसका मतलब साफ है कि केजरीवाल को 2 जून तक सरेंडर करना ही होगा.
    साभार आज तक

  • फिर आध्यात्मिक यात्रा पर जाएंगे पीएम मोदी!

    नई दिल्ली। 2024 के लोकसभा चुनाव में आखिरी फेज का प्रचार खत्म होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. वे तमिलनाडु के कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. पीएम 30 मई को कन्याकुमारी पहुंचेंगे और 1 जून तक वहीं रहेंगे. कन्याकुमारी में महासागर के बीच उभरी इस विशाल चट्टान पर आसीन होकर ध्यान लगाएंगे. वो भी उसी शिला पर जहां स्वामी विवेकानंद ने ध्यान लगाया था. ऐसा नहीं है कि पीएम मोदी चुनाव अभियान के बाद पहली बार ध्यान लगाने के लिए जा रहे हैं. 2014 में वो शिवाजी के प्रतापगढ़ और 2019 में उत्तराखंड में स्थित केदारनाथ गुफा पहुंचे थे. पीएम मोदी देश में अब तक जहां-जहां दौरे पर पहुंचे, वहां पर्यटन को जबरदस्त रफ्तार मिली है. पर्यटकों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है. 
    लोकसभा चुनाव में सातवें फेज में 1 जून को वोटिंग होनी है. चुनाव प्रचार 30 मई की शाम 5 बजे खत्म हो रहा है. पीएम मोदी पंजाब के होशियारपुर में अपनी आखिरी रैली करेंगे और उसके बाद वो वहीं से तमिलनाडु के कन्याकुमारी के लिए रवाना हो जाएंगे. पीएम वहां समुद्र तट से 500 मीटर भीतर स्थित विवेकानंद रॉक  मेमोरियल पहुंचेंगे और 31 मई से एक जून की शाम तक (24 घंटे) ध्यान मंडपम में ध्यान लगाएंगे. स्थानीय प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है.
    साभार आज तक

  • पूर्व पाक मंत्री ने जीत की कामना करते हुए राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल को दी शुभकामनाएं

    इस्लामाबाद। पाकिस्तान के एक और नेता ने भारत में चल रहे लोकसभा चुनाव को लेकर बयान दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हार की कामना की है। साथ ही पूर्व पाकिस्तानी मंत्री ने राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी की जीत की कामना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी है। पाकिस्तानी के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी के मन में इस बात की आशंका है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार भारत में सरकार बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हर कोई चाहता है कि नरेंद्र मोदी यह चुनाव हार जाएं। 
    आपको बता दें कि फवाद चौधरी ने 2019 के पुलवामा आतंकी हमले में पाकिस्तान का हाथ होने की बात खुले तौर पर स्वीकार की थी। न्यूज एजेंसी आईएएनएस को दिए एक इंटरव्यू में फवाद चौधरी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन की जीत की कामना की है। फवाद चौधरी ने कहा, "चाहे वह कश्मीर के मुसलमान हों या भारत के बाकी हिस्सों के, वे एक खास विचारधारा का सामना कर रहे हैं। वे अत्याचारों का सामना कर रहे हैं। भारत में रहने वाले अल्पसंख्यक कठिन परिस्थितियों को झेल रहे हैं। ऐसे में यह बहुत महत्वपूर्ण है कि नरेंद्र मोदी चुनाव हार जाएं। हर पाकिस्तानी चाहता है कि वह चुनाव हार जाएं।" 
    पाकिस्तान के पूर्व मंत्री ने कहा, "भारत और पाकिस्तान के रिश्ते तभी सुधरेंगे जब पाकिस्तान और भारत दोनों में चरमपंथ कम होगा। पाकिस्तान में भारत के प्रति कोई नफरत नहीं है, लेकिन भारत में भाजपा-आरएसएस गठबंधन पाकिस्तान के प्रति नफरत फैला रहा है। वे मुसलमानों के प्रति नफरत फैला रहे हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि इस विचारधारा के 'कर्ता-धर्ता' को हराया जाए। मुझे लगता है कि भारतीय मतदाता मूर्ख नहीं हैं।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अक्षय बम को मिली अग्रिम जमानत

    इंदौर। भाजपा नेता अक्षय कांति बम को बुधवार को हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई है। अक्षय कांग्रेस से भाजपा में आए हैं। वे कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी थे और चुनाव से ठीक पहले उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली। इस वजह से इंदौर में कांग्रेस चुनाव ही नहीं लड़ पाई थी।
    17 साल पुराने जमीन विवाद के केस में ट्रायल कोर्ट ने उनके खिलाफ 24 अप्रैल को धारा 307 बढ़ाने के आदेश दिए थे। सुनवाई से गैरहाजिर रहने पर गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया। उनके वकील योगेश गुप्ता ने बताया कि इस मामले में अक्षय बम ने दो अलग-अलग अदालतों में याचिकाएं दायर कर रखी हैं। हाई कोर्ट से इस केस में अग्रिम जमानत मांगी थी जबकि ट्रायल कोर्ट से धारा 307 लगाने पर पुनर्विचार याचिका दायर की है। हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई है, जबकि पुनर्विचार याचिका पर 5 जुलाई को सुनवाई होगी।
    साभार अमर उजाला

  • चुनाव बाद सीएम पद से हटाने के दावों पर बोले योगी आदित्यनाथ, 'ये विपक्ष का प्रोपेगेंडा'

    लखनऊ. भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 में से 80 सीटें जीतने का दावा कर रही है. वहीं विपक्ष का कहना है कि चुनाव के बाद पार्टी योगी आदित्यनाथ को सीएम पद से हटा देगी. आजतक की मैनेजिंग एडिटर श्वेता सिंह से खास बातचीत में सीएम योगी ने कहा कि मैं एक योगी हूं. सत्ता नहीं बल्कि पार्टी के मूल्यों और सिद्धांतों के लिए कार्य करना मेरी प्राथमिकता है.
    400 पार नारे के सवाल पर सीएम योगी ने कहा, 'विश्वास नहीं बल्कि यह होना है. यह देश का मंत्र बन चुका है. उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम पूरे देश में हर तबके के द्वारा, हर समुदाय के द्वारा इस नारे को अपने जीवन का हिस्सा बनाकर मोदी जी की लोकप्रियता, 10 वर्षों में उनके द्वारा किए गए कार्य, इन सबको ध्यान में रखकर, विरासत भी विकास भी, सुरक्षा भी सम्मान भी, स्थानीय स्तर पर विकास भी और गरीब कल्याण भी, इन सबको ध्यान में रखते हुए जनता जनार्दन इस नारे को हकीकत में बदल रही है.'
    उन्होंने कहा कि 4 जून को जब परिणाम आएंगे तो फिर एक बार मोदी सरकार और 400 का इस लक्ष्य को हम एनडीए के साथ हासिल करेंगे. विपक्ष की ओर से चुनाव के बाद योगी आदित्यनाथ को सीएम पद से हटाए जाने के दावों के सवाल पर उन्होंने कहा, 'विपक्ष के पास अब कोई मुद्दा नहीं है. वह आपस में बांटने की राजनीति कर रहा है. वैसे भी उन्होंने हमेशा विभाजन किया है. पहले कांग्रेस ने देश को बांटा, फिर इन्होंने क्षेत्र के आधार पर, भाषा के आधार पर बांटा और इस चुनाव में जाति के आधार पर बांटकर इन्होंने अनेक प्रकार के प्रोपेगेंडा किए.'
    साभार आज तक 

     

  • अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी और अति पिछड़ा वर्ग को अंधेरे में रखकर लूटा गया : पीएम मोदी

    नई दिल्ली. देश में हो रहे लोकसभा चुनाव आखिरी चरण में पहुंच गया है. चुनाव के इस आखिरी चरण के तहत एक जून को वोटिंग होनी है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरक्षण से लेकर विपक्ष के हमले सहित कई ज्वलंत मुद्दों पर बात की है. 
    पीएम मोदी ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि वह आरक्षण को लेकर लोगों को सचेत कर रहे हैं. यह पूछने पर कि इस चुनाव में आरक्षण इतना बड़ा मुद्दा कैसे बन गया? इस पर पीएम मोदी ने कहा कि मैं आरक्षण को लेकर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी और अति पिछड़ा वर्ग के भाई-बहनों को सचेत कर रहा हूं क्योंकि इनको अंधेरे में रखकर ये लोग लूट चला रहे हैं.
    प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे लगा कि इस समय जो संकट है, मुझे उससे देशवासियों को जागरूक करना चाहिए. इसलिए मैं आग्रहपूर्वक जनता-जनार्दन को समझा रहा हूं. दरअसल दो चीजें हो रही हैं. एक- भारत के संविधान की मूलभावना का हनन हो रहा है. संविधान की मर्यादाओं को तार-तार कर दिया जा रहा है और वो भी अपनी वोटबैंक की राजनीति के लिए.
    उन्होंने कहा कि मुझे याद है मैंने हाउस में कभी कांग्रेस के नेताओं को सुना था. वो कहते थे कि आप पीएसयू का निजीकरण कर रहे हैं. आप आरक्षण मिटा देना चाहते हैं. अब इसमें किसी तरह की वास्तविकता नहीं थी, वे सिर्फ गपबाजी कर रहे थे. लेकिन मेरे सामने आया कि जो लोग अपने-आप को दलितों और आदिवासियों के इतने बड़े हितैषी कहते हैं. वे हकीकत में उनके घोर दुश्मन हैं. इन्होंने रातोरात शैक्षणिक संस्थानों को माइनॉरिटी संस्थान बना दिया. अब माइनॉरिटी संस्थान बना दिया तो उन्होंने आरक्षण खत्म कर दिया. उन्होंने यूनिवर्सिटी तक को माइनॉरिटी स्टेटस दे दिया.
    पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली के जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी को उन्होंने माइनॉरिटी का दर्जा दे दिया तो उसमें सारे आरक्षण खत्म हो गए. दाखिले में भी और नौकरियों में भी आरक्षण खत्म हो गया. अब इसमें चीजें उभरकर आई कि करीब-करीब ऐसे दस हजार संस्थान हैं, जहां एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण के अधिकार को पिछले दरवाजे से छीन लिया गया. संविधान की पीठ में छूरा घोंपा गया है. बाबा भीमसाहेब आंबेडकर ने जिस सपने की व्यवस्था की थी, उसको इन्होंने वोटबैंक की राजनीति के लिए गिरवी रख दिया. ये चिंताजनक है और जब ये चीजें मेरे सामने आई तो मुझे लगा कि मेरा दायित्व बनता है कि मैं देश को अवगत कराऊं. 
    साभार आज तक 

  • पंजाब में बीजेपी का विरोध तेज, किसानों की अपील- किसी भी पार्टी को वोट दे दें लेकिन बीजेपी को ना दें

    चंडीगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 मई को पंजाब में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। उन्होंने गुरदासपुर और जालंधर में रैलियों को संबोधित किया। वहीं तमाम पाबंदियों के बाद भी किसानों ने मोदी सरकार का विरोध किया। पुतले फूंके गए और नारेबाजी की गई। पंजाब में मोदी सरकार के लिए किसानों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसान अब भी जमे हुए हैं। यहां किसानों ने अस्थायी गांव ही बसा लिया है। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ी, किसानों के टेंट में कूलर भी नजर आने लगे। लेकिन इस भयंकर गर्मी में भी वे टस से मस नहीं हुए। बता दें कि फरवरी में किसान दिल्ली की ओर कूच कर रहे थे लेकिन उन्हें शंभू बॉर्डर पर ही रोक दिया गया था। 
    1 जून को होने वाले चुनाव के आखिरी चरण में पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होनी है। उससे पहले किसानों ने बीजेपी का विरोध तेज कर दिया है। किसानों ने अपील की है लोग किसी भी पार्टी को वोट दे दें लेकिन बीजेपी को ना दें। भारतीय किसान यूनियन (बहरामके) के अध्यक्ष बलवंत सिंह ने कहा कि किसान मोर्चा अपील करता है कि बीजेपी का कोई प्रत्याशी अगर आपके गांव में प्रचार करने पहुंचे तो उसका विरोध करिए और बाहर का रास्ता दिखा दीजिए। 
    बीजेपी के विरोध के बाद भी किसानों ने यह नहीं बताया है कि वे आखिर किस पार्टी का समर्थन करना चाहते हैं। उनका कहना है कि किसी पार्टी ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। कभी कांग्रेस को वोट दिया गया तो कभी अकालियों को। सिंह ने कहा, किसी पार्टी के पास किसानों के लिए कोई अजेंडा नहीं है। भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) की सुखविंदर कौर ने कहा, हमारी मांग है कि हरियाणा पुलिस  ने झूठे मामलों में जिन युवाओं को गिरफ्तार किया है, उन्हें तत्काल रिहा किया जाए। हमारे पास भी सरकार से सवाल पूछने का अधिकार है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कंगना रनौत के समर्थन में मंडी पहुंचे मोदी, बोले- पागलपन के अलग ही स्तर पर पहुंच गई है कांग्रेस

    नई दिल्ली। प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया। कंगना रनौत के समर्थन में मंडी पहुंचे मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पागलपन के अलग ही स्तर पर पहुंच गई है। कांग्रेस सत्ता में आने पर भारत के परमाणु हथियारों को खत्म करने, जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को बहाल करने और नागरिकता संशोधन अधिनियम को रद्द करने का इरादा रखती है। चुनावी रैली में उन्होंने उन लोगों पर भी हमला बोला, जिन्होंने प्रचार के दौरान भाजपा उम्मीदवार और अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था।
    हिमाचल के मंडी में जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि आपने दशकों तक कांग्रेस का शासन देखा है। कांग्रेस को एक ऐसा भारत पसंद है जो गरीब हो, नागरिक समस्याओं से घिरा हुआ हो। इसलिए, यह देश में पुरानी स्थिति को वापस लाना चाहते हैं। यह देश की प्रगति में रिवर्स गियर लगाना चाहती है, इसलिए कांग्रेस कह रही है कि अगर वह सत्ता में आती है तो वह अनुच्छेद 370 को वापस लाएगी और सीएए को रद्द कर देगी। यह पागलपन के स्तर पर पहुंच गया है जहां यह कहा जा रहा है कि यह भारत के परमाणु हथियारों को समाप्त कर देगा। वे अपने चुनाव अभियान में ये घोषणाएं कर रहे हैं।
    साभार नवभारत टाइम्स

  • छठे चरण के मतदान से पहले टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या, एक गंभीर, 5 बीजेपी कार्यकर्ता गिरफ्तार

    कोलकाता. पश्चिम बंगाल में मतदान से पहले एक बार फिर हुई दो अलग-अलग घटनाओं ने सुरक्षा-व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है. कारण, छठे चरण के मतदान से कुछ घंटे पहले पूर्वी मिदनापुर में एक टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई तो वहीं एक टीएमसी कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गया. पहली घटना पूर्वी मिदनापुर के महिषादल की है, जहां शुक्रवार रात चुनावी रंजिश में एस.के मोइबुल नाम के एक टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई. मृतक टीएमवाईसी के उपाध्यक्ष थे. टीएमसी ने आरोप लगाया है कि जब मोइबुल कल रात घर लौट रहे थे तो बीजेपी के कुछ लोगों ने उनकी हत्या कर दी. इस संबंध महिषादल थाना पुलिस ने 5 बीजेपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है.
    साभार आज तक

  • मतदान का डेटा जारी करने को लेकर चुनाव आयोग को सुप्रीम कोर्ट से राहत

    नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों के डेटा प्रकाशित करने में हुई देरी को लेकर दायर याचिका पर भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) को राहत दी है। कोर्ट ने एक एनजीओ की याचिका पर निर्वाचन आयोग को लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान प्रतिशत के आंकड़े उसकी वेबसाइट पर अपलोड करने के संबंध में कोई निर्देश देने से इनकार कर दिया है।
    लोकसभा चुनाव मतदान के 48 घंटे के भीतर प्रत्येक मतदान केंद्र पर डाले गए मतों के आंकड़े वेबसाइट पर डालने की मांग वाली एक याचिका पर बुधवार को सुनवाई थी। अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। चुनाव आयोग ने अपने हलफनामे में कोर्ट से कहा कि इस प्रकार से आंकड़े पूरी तरह से सार्वजनिक करने से चुनावी प्रक्रिया को नुक्सान होगा।
    एनजीओ एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स द्वारा दायर एक आवेदन पर 24 मई को शीर्ष अदालत में सुनवाई से पहले चुनाव आयोग ने एक हलफनामा दायर कर यह दावा किया। हलफनामे में कहा गया है कि फॉर्म 17 सी के पूर्ण खुलासे से शरारत हो सकती है। इससे पूरे चुनावी प्रक्रिया को नुकसान होगा।
    चुनाव आयोग ने कहा कि वेबसाइट पर फॉर्म 17सी (प्रत्येक मतदान केंद्र पर डाले गए वोटों के आंकड़े) डालना उचित नहीं होगा। चुनाव आयोग ने यह भी दावा किया कि पहले दो चरणों में अंतिम मतदान आंकड़े में 5 से 6 फीसदी की वृद्धि के संबंध में लगाए गए आरोप भ्रामक और निराधार थे।
    आयोग ने यह भी कहा कि चुनाव के अंतिम दो चरणों में प्रक्रिया बदलना चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप होगा और यह संविधान के अनुच्छेद 329 (बी) (चुनाव याचिका को छोड़कर संसद या विधानसभा के किसी भी चुनाव पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए) के तहत होगा।
    उच्चतम न्यायालय से चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि उम्मीदवार या उसके एजेंट के अलावा किसी अन्य व्यक्ति को फॉर्म 17सी प्रदान करने का कोई कानूनी आदेश नहीं है। याचिका में कहा गया है कि याचिकाकर्ता चुनाव अवधि के बीच में एक आवेदन दायर करके एक अधिकार बनाने की कोशिश कर रहा है, जबकि कानून में ऐसा कुछ भी नहीं है। याचिका में यह भी तर्क दिया कि मतदान केंद्र के पास फॉर्म 17सी अपलोड करने के लिए कोई साधन नहीं है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • छठवें चरण के पहले पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प, महिला भाजपा कार्यकर्ता की मौत, 7 घायल

    कोलकाता. लोकसभा चुनाव के छठवें चरण के पहले पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई है, जिसमें बीजेपी की एक महिला कार्यकर्ता की मौत हो गई है. इस झड़प में बीजेपी के 7 कार्यकर्ता घायल भी हुए हैं.
    घटना 22 मई की देर रात नंदीग्राम के सोनचूरा की बताई जा रही है. यहां बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. तणमूल कार्यकर्ताओं पर आरोप है कि उन्होंने धारदार हथियार से बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला किया. झड़प में मृतक महिला बीजेपी कार्यकर्ता का नाम रथीबाला आड़ी बताया जा रहा है. यह पहली बार नहीं है, जब पश्चिम बंगाल के किसी इलाके में बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प देखने को मिली है. इसके पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के वर्कर्स के बीच हिंसा सामने आई है.
    हाल ही में 20 मई को बंगाल के बैरकपुर में बीजेपी उम्मीदवार अर्जुन सिंह और टीएमसी कार्यकर्ता के बीच झड़प हुई थी. पुलिसवालों की मौजूदगी के बीच ये कहासुनी हुई थी. उसके बाद से इलाके में तनाव फैल गया था. इसका फुटेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. तस्वीरों में दिख रहा था कि कई वोटर अर्जुन सिंह से बहस कर रहे हैं. दरअसल, बीजेपी कैंडिडेट ने आरोप लगाया था कि टीएमसी के पार्थ भौमिक ने पैसे बांटे हैं. 
    साभार आज तक 

     

  • छठे चरण के लिए आज थम जाएगा चुनाव प्रचार, मोदी और राहुल की रैलियां

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव में अब महज 2 चरणों के मतदान होना बाकी है. इस कड़ी में छठे चरण का चुनाव 25 मई और सातवें चरण के लिए मतदान 1 जून को होना है. इसके बाद 4 जून को सभी चरणों के नतीजे घोषित किए जाएंगे. आखिरी दो चरण बचे होने के कारण सियासी दलों ने अपना चुनाव प्रचार तेज कर दिया है. हालांकि, आज छठे चरण के लिए चुनाव प्रचार खत्म हो जाएगा.
    बता दें कि छठे चरण में 8 राज्यों की 58 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इस चरण में दिल्ली की 7, उत्तर प्रदेश की 14, बिहार की 8, पश्चिम बंगाल की 8, हरियाणा की 10, झारखंड की चार, ओडिशा की 6 और जम्मू-कश्मीर की एक सीट पर चुनाव है.
    कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज दिल्ली में रैली करेंगे. वह उत्तर पूर्वी दिल्ली के ग्रीनफील्ड पब्लिक स्कूल के पास डीडीए ग्राउंड, दिलशाद गार्डन में रैली करेंगे. वहीं, इसके बाद वह उत्तर पश्चिमी दिल्ली के पंछी टेंट हाउस में महिला विचार विमर्श, पेट्रोल पंप के पास, औद्योगिक क्षेत्र में भी रैली को संबोधित करेंगे.
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पंजाब और हरियाणा में जनसभा को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी पहले दोपहर 2 बजे हरियाणा के भिवानी-महेंद्रगढ़ में रैली करेंगे. इसके बाद शाम 4.30 बजे पंजाब के पटियाला में जनसभा को संबोधित करेंगे.
    साभार आज तक 

  • अक्षय कांति बम पर कांग्रेस ने रखा 5000 रुपए का इनाम, निगरानी उड़नदस्ता भी लगाया

    इंदौर. इंदौर लोकसभा चुनाव के मैदान से कदम पीछे खींचने वाले और आईपीसी की धारा 307 में आरोपी अक्षय कांति बम को कांग्रेस घेरने में जुट गई है. बागी होकर बीजेपी में शामिल हो चुके नेता बम के खिलाफ कांग्रेस ने शहर में जगह-जगह पोस्टर-बैनर चिपका दिए हैं. यह पोस्टर्स हत्या के आरोप में फरार चल रहे बम को गिरफ्तार करवाने के लिए लगवाए गए हैं.  
    इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने बताया, कांग्रेस पार्टी के भगोड़ा लोकसभा चुनाव उम्मीदवार और आईपीसी की धारा 307 के आरोपी अक्षय कांति बम को गिरफ्तार करवाने के लिए पार्टी लगी हुई है. पुलिस का सहयोग करने के लिए रात्रि 11 बजे निगरानी उड़नदस्ता लगाया गया है. पोस्टर और बैनरों मे लिखवाया है कि फरार आरोपी अक्षय बम की सूचना 94250-60420 नंबर पर देने वाले आम नागरिक या कांग्रेस के कार्यकर्ता को 5100 रुपए का नगद इनाम दिया जाएगा और प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया जाएगा.
    फरार आरोपी अक्षय कांति बम के पोस्टर सैकड़ों की संख्या मे ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा सहित रेलवे स्टेशन, सरवटे बस स्टेड, रीगल चौराहा, पलासिया चौराहा, तिलक नगर, एसओजी लाईन, यशवंत रोड, जयराम कॉलोनी सहित कई स्थानों पर चिपकाए गए हैं.  
    यादव ने कहा है कि सेंशन कोर्ट से अक्षय कांति बम की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज हो चुकी है. निचली अदालत की तरफ से अक्षय कांति बम और अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास की धारा 307 बढ़ाए जाने के बाद गिरफ्तारी वारंट जारी किया जा चुका है तो आरोपी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा है? कोर्ट के आदेश का पालन क्यों नहीं किया जा रहा है? कांग्रेस ने मांग की है कि आरोपी अक्षय बम को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए. हमारा निगरानी उड़नदस्ता भी लगातार पुलिस के सहयोग के लिए उसे जगह-जगह तलाश रहा है और इसलिए इनाम भी अब घोषित किया गया है, क्योंकि आम जनता से इसकी जानकारी मिल सके और हम इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दे सकें. 
    साभार आज तक

  • पांचवें चरण के मतदान के बाद बिहार के सारण में हिंसा, गोलीबारी में एक की मौत, दो घायल, इंटरनेट बंद

    बिहार के सारण में चुनाव बाद हिंसा, गोलीबारी में एक की मौत, दो घायल, 48 घंटे के लिए इंटरनेट बंद
    पटना. बिहार की सारण लोकसभा सीट पर सोमवार को हुए पांचवें चरण के मतदान के बाद हिंसा की खबर है. इस सीट से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की ओर से रोहिणी आचार्य उम्मीदवार हैं. वह सोमवार शाम को मतदान खत्म होने के बाद छपरा शहर के जिस बूथ पर पहुंची थी, वहां जमकर हंगामा हुआ.
    इस मामले में विवाद बढ़ने पर सारण में मंगलवार को दो पक्षों के बीच गोलीबारी हुई, जिसमें तीन लोगों को गोली लगी. इस घटना में एक शख्स की मौत हो गई जबकि दो लोग बुरी तरह से घायल हैं. इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है जबकि दो दिनों के लिए सारण में इंटरनेट पर बैन लगा दिया गया है. 
    घटना के बाद छपरा के भिखारी ठाकुर चौक के पास बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है. मौके पर एसपी और डीएम भी मौजूद हैं. बता दें कि सोमवार शाम को आरजेडी उम्मीदवार रोहिणी आचार्य इसी इलाके के बूथ संख्या 118 पर पहुंची थी. 
    इस घटना के एक चश्मदीद स्थानीय नागरिक ने बताया कि दोनों तरफ से बहुत लोग थे. बहुत भीड़ थी. दोनों तरफ से लोग लाठी-डंडा लेकर आए थे. गोलियां भी चली. तीन लोगों को गोली लगी है.
    स्थानीय लोगों का आरोप है कि रोहिणी आचार्य ने बूथ पर पहुंचकर मतदाताओं के साथ गलत बर्ताव किया था, उनके साथ समर्थक भी थे. रोहिणी आचार्य को आक्रोशित भीड़ को देखते हुए वहां से निकलना पड़ा था लेकिन मंलवार सुबह नए सिरे से विवाद बढ़ा तो गोलीबारी हुई.
    इस घटना पर सारण एसपी गौरव मंगला ने कहा कि कल आरजेडी और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हुआ था. उसी प्रतिक्रिया में आज कुछ लोगों ने गोलीबारी की. तीन लोगो को गोली लगी है, जिसमें एक की मौत हो गई है. दो लोग अस्पताल में भर्ती हैं. जिन लोगों ने ये घटना भड़काई थी. उनके ऊपर कार्रवाई की गई है. कुछ समय के लिए इंटरनेट को बैन किया जाएगा.
    साभार आज तक 

  • केजरीवाल की भविष्यवाणी, इंडिया गठबंधन को 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी

    नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश के गृहमंत्री और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ पर मंगलवार को जोरदार पलटवार किया। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने आरोप लगाया कि अमित शाह ने आम आदमी पार्टी के समर्थकों को पाकिस्तानी बताया। केजरीवाल ने एक बार फिर दावा किया कि योगी आदित्यनाथ को पीएम मोदी और अमित शाह मुख्यमंत्री पद से हटाने वाले हैं। 'आप' के मुखिया और इंडिया गठबंधन के अहम साझेदार ने यह भी दावा किया कि विपक्षी दलों को 300 से अधिक सीटों पर जीत मिलने जा रही है। 
    अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि 4 जून को इंडिया गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने दावा किया कि विपक्षी गठबंधन को 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। केजरीवाल ने कहा, 'पांचवें चरण का चुनाव संपन्न हो गया है। जैसे जैसे चुनाव होते जा रहे हैं वैसे वैसे साफ होता जा रहा है कि चार जून को मोदी सरकार जा रही है और इंडिया गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। कई लोगों ने सर्वे किए हैं और जो नतीजे आ रहे हैं उससे साफ है कि चार जून को इंडिया गठबंधन को अपने दम पर 300 से ज्यादा सीटें मिल रही हैं। इंडिया गठबंधन देश को साफ-सुधरी और स्थिर सरकार देने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।'
    अरविंद केजरीवाल ने कहा- कल अमित शाह जी दिल्ली आए थे। उनकी सभा में 500 से भी कम लोग थे। वह जनता को गाली देने लगे। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के समर्थक पाकिस्तानी हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या दिल्ली के लोग पाकिस्तानी है। क्या पंजाब के लोग पाकिस्तानी हैं, क्या गुजरात और गोवा के लोग पाकिस्तानी हैं? पंचायत के चुनाव में उत्तर प्रदेश, असम और कई राज्यों में हमारे पंच सरपंच चुने गए, क्या सभी पाकिस्तानी हैं। आपको पीएम मोदी ने अपना वारिस चुना है तो आपको इतना अहंकार हो गया कि आप लोगों को गालिया देने लगे। आप प्रधानमंत्री नहीं बन रहे हैं क्योंकि चार जून को इंडिया गठबंधन की सरकार बन रही है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अमित शाह ने केजरीवाल पर किया अटैक, कहा- 'अगर सीएम आवास में महिला सांसद की पिटाई हो..., वह मुख्यमंत्री महिला सुरक्षा नहीं कर सकता'

    रांची। राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच 'जुबानी जंग' खत्म होने का नाम नहीं ले रही। मालीवाल ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार के मंत्री उनके बारे में झूठ फैला रहे हैं। उन्होंने मंत्रियों को अदालत में ले जाने की धमकी भी दे डाली है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर मालीवाल के साथ बदसलूकी मामले पर अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बयान आया है। शाह ने कहा कि 'महिला सुरक्षा पर मैं कोई बात नहीं करना चाहता, वरना केजरीवाल जी रूठ जाएंगे।'
    भाजपा के दिग्गज नेता अमित शाह ने केजरीवाल पर अटैक करते हुए कहा, 'भाइयों-बहनों... मुझे बताओ, मुख्यमंत्री आवास में किसी महिला राज्यसभा सांसद की पिटाई हो, तो वह (सीएम केजरीवाल) दिल्ली की महिलाओं को सुरक्षित रख सकते हैं क्या?' शाह ने स्पीच का यह हिस्सा अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया है। उन्होंने कैप्शन में लिखा, 'जिस मुख्यमंत्री के आवास पर एक महिला सांसद की पिटाई हुई हो, वह मुख्यमंत्री महिला सुरक्षा नहीं कर सकता।' 
    स्वाति मालीवाल ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में 'आप' नेताओं के आरोपों का खंडन किया कि उन्होंने भाजपा के इशारे पर सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव कुमार के खिलाफ मारपीट की शिकायत इसलिए दर्ज कराई है क्योंकि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया था। स्वाति ने लिखा, 'कल से दिल्ली के मंत्री झूठ फैला रहे हैं कि मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार की प्राथमिकी हुई है, इसलिए भाजपा के इशारे पर मैंने ये सब किया। ये प्राथमिकी आठ साल पहले 2016 में हो चुकी थी जिसके बाद मुझे मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल दोनों ने दो बार और महिला आयोग की अध्यक्ष नियुक्त किया। मामला पूरी तरह फर्जी है जिस पर 1.5 साल से माननीय उच्च न्यायालय ने रोक लगा रखी है और माना है कि पैसे का कोई लेनदेन नहीं हुआ है।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पीएम मोदी बोले- चार जून की हार को देख इंडी गठबंधन की बैखलाहट बढती जा रही

    पटना। पीएम मोदी मंगलवार देर शाम पटना पहुंचे थे। पीएम दिवंगत सुशील मोदी के परिजनों से मिले। इसके बाद पहली बार भाजपा कार्यालय पहुंचे। यहां पर उन्होंने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इसके बाद रात में राजभवन में विश्राम किया। 
    पीएम मोदी ने कहा कि चार जून की हार को देख इंडी गठबंधन की बैखलाहट बढती जा रही है। अब यह लोग मोदी की योजना पर सवाल उठा रहे हैं। मैंने तय किया है कि गरीब के घर का चूल्हा बुझने नहीं दूंगा। रात को जब बच्चे भूखे पेट सोते हैं तो उस मां पर क्या बीतती है, इसका मुझे पता है। इसलिए मोदी गरीब को मुफ्त राशन देता है और देता ही रहेगा। यह कहते हैं मोदी गरीबों को पक्के घर और मुफ्त इलाज की सुविधा क्यों दे रहा है। 
    पीएम मोदी ने कहा कि चांदी का चम्मच लेकर पैदा होते हैं, उन्हें पता नहीं होता मेहनत क्या होती है। तेजस्वी पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैंने सुना है कि यहां कोई घूम-घूमकर कह रहा है कि चार जून के बाद मोदी को बेड रेस्ट होगा। मैं तो परमात्मा से यही कामना करता हूं कि मोदी तो क्या देश के किसी भी नागरिक के जीवन में बेड रेस्ट की नौबत नहीं आनी चाहिए। वह उमंग में जीवन जीएं। लेकिन, जंगलराज के वारिस से उम्मीद ही क्या की जा सकती है। उधर, यूपी का शहजादा कहता है कि मोदी की आखिरी जीवन बनारस में। इन लोगों के पास मोदी को गाली देने के अलावा कोई मुद्दा नहीं है। कोई कह रहा मोदी की कब्र खोदेंगे। कोई कहता है मोदी को गाड़ देंगे। कोई मोदी के आंसू देखना चाहता है। इंडी वालों आपकी इच्छा से अब देश नहीं चलता।  इंडी वालों की आंखों में भले ही मोदी खटकता हो लेकिन देश की आंखों में मोदी है। हर दिल में मोदी है।  
    पीएम मोदी ने कहा कि मुझे केंद्र में मजबूत सरकार चाहिए। यह सरकार आपके बच्चों के भविष्य के लिए चाहिए। आपकी सपनों को पूरा करने के लिए मजबूत सरकार चाहिए। इसलिए मैं आज पूज्य बापू की जन्मभूमि गुजरात से पूज्य बापू की कर्मभूमि में आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं। मैं जहां भी जा रहा हूं एक ही स्वर सुनाई दे रहा है, फिर एक बार मोदी सरकार। अपकी बार चार सौ पार।
    पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और राजद के लोगों ने बड़े-बड़े महल बना लिए। स्विस बैंक में खाते खुलवा लिए। आप लोगों के पास पेट भरने के लिए अन्न नहीं थे। लेकिन, इन लोगों की अलमारियां नोटों से भरी रहती है। आपके बच्चों के पास पढ़ने के लिए स्कूल नहीं था। इनके बच्चे विदेशों में जाकर पढ़ते रहे। गरीब परेशानी और मुश्किल में था। लेकिन, इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता था। गरीब की पूछ तब शुरू हुई जब गरीब का यह बेटा प्रधानसेवक के रूप में आपकी सेवा में खपने लगा। पिछले 10 साल में मोदी का बहुत समय पिछली सरकार के गड्ढे भरने में लगा है। पिछले 10 साल में जो काम हुए, वो अब अगले पांच में होगा। यह मोदी की गारंटी है। 
    साभार अमर उजाला

  • 13 मई को मतदान के बाद इंदौर के भाजपा नेता दूसरे प्रदेशों में कर रहे चुनाव प्रचार

    इंदौर। मध्य प्रदेश में 13 मई को मतदान हो चुका है और अब इंदौर के भाजपा के बड़े नेता दूसरे राज्यों के चुनाव प्रचार अभियानों में हिस्सा ले रहे है। कैलाश विजयवर्गीय, जीतू जिराती, शंकर लालवानी दूसरे प्रदेशों में प्रचार करने गए है।
    प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव रह चुके है। उन्हें भाजपा ने पंजाब राज्य का जिम्मा दे रखा है। पंजाब में भाजपा की कांग्रेस और आप पार्टी से कड़ी टक्कर है।
    विजयवर्गीय पहले हरियाणा के प्रभारी रह चुके है। उनके नेतृत्व में हरियाणा में भाजपा की सरकार बन चुकी थी, इसलिए उन्हें पंजाब भेजा गया है। वे फिलहाल वहीं पर है। उन्होंनेे चंडीगढ़,पंचकुला और अमृतसर लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार किया। पंजाब में 25 मई को मतदान होना है। विजयवर्गीय दिल्ली की चांदनीचौक सीट के भाजपा उम्मीदवार के लिए भी चुनाव प्रचार करने गए थे।
    सोमवार को महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ। शुरुआत में मतदान की गति धीमी थी। दोपहर में कैलाश विजयवर्गीय ने एक्स और फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर की। जिसकी बड़ी चर्चा रही।
    बंगाल और महाराष्ट्र के वोटिंग प्रतिशत की तुलना करते हुए उन्होंने लिखा था कि रोहिंग्या घुसपैठ वाले प्रदेश में 50 प्रतिशत मतदान और हिन्दू साम्राज्य की स्थापना करने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रदेश में 25 प्रतिशत मतदान...!, हालांकि महाराष्ट्र में मतदान समाप्ति तक 50 प्रतिशत मतदान हुआ।
    साभार अमर उजाला

  • चुनाव परिणाम अद्यतन: भाजपा और कांग्रेस गठबंधन के संभावित परिणाम

    रंजीत टाइम्स विशेष रिपोर्ट

     


    लेखक: गोपाल गावंडे,

    मुख्य संपादक, रंजीत टाइम्स


    तारीख: 4 जून 2024
    जैसे ही चुनाव परिणामों की घोषणा के दिन नजदीक आ रही है, पूरे देश की नजरें इस पर टिकी हुई हैं कि अगली सरकार कौन बनाएगा। विभिन्न पूर्वानुमान और सर्वेक्षणों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है।


    भाजपा के संभावित परिणाम:
    अधिकांश सर्वेक्षणों के अनुसार, भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) इस बार भी भारी बहुमत से जीतने की ओर अग्रसर है। इंडिया टुडे और अन्य सर्वेक्षणों के अनुसार, NDA को 393 सीटें तक मिल सकती हैं, जोकि पिछले चुनावों के मुकाबले एक बड़ी बढ़त है [[❞]]


    कांग्रेस गठबंधन (इंडिया) के संभावित परिणाम:
    कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन को इस चुनाव में 166 सीटें मिलने की संभावना है, जिसमें से कांग्रेस को अकेले 71 सीटें मिल सकती हैं। यह संख्या पिछले चुनावों के मुकाबले एक बढ़ोतरी को दर्शाती है। दक्षिण भारत में कांग्रेस गठबंधन को अधिक समर्थन मिलने की उम्मीद है, जबकि उत्तर भारत में भाजपा का दबदबा बना रह सकता है [[❞]]


    प्रमुख राज्य और सीटों का बंटवारा:
    1. *उत्तर प्रदेश:* भाजपा को 72 सीटें और कांग्रेस गठबंधन को 8 सीटें मिलने की संभावना है।
    2. *महाराष्ट्र:* भाजपा को 22 और कांग्रेस गठबंधन को 26 सीटें मिल सकती हैं।
    3. *पश्चिम बंगाल:* तृणमूल कांग्रेस को 22 सीटें और भाजपा को 19 सीटें मिल सकती हैं।
    4. *बिहार:* भाजपा को 8 और कांग्रेस गठबंधन को 32 सीटें मिल सकती हैं [[❞]]

    निष्कर्ष:
    चुनाव परिणामों की आधिकारिक घोषणा के बाद ही स्पष्ट होगा कि कौन सी पार्टी सत्ता में आएगी। लेकिन प्रारंभिक सर्वेक्षणों के अनुसार, भाजपा के नेतृत्व वाला NDA बहुमत हासिल कर सकता है, जबकि कांग्रेस गठबंधन को भी कुछ महत्वपूर्ण सीटें मिल सकती हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि वास्तविक परिणाम क्या होते हैं और किस प्रकार का राजनीतिक परिदृश्य उभरता है।
    रंजीत टाइम्स की इस विशेष रिपोर्ट के साथ हम आपको चुनाव परिणामों के ताजा अपडेट और विश्लेषण प्रदान करते रहेंगे। बने रहिए हमारे साथ!

  • हेलिकॉप्टर हादसे में ईरान के राष्ट्रपति की मौत, विदेश मंत्री की भी नहीं रहे

    नई दिल्ली. ईरान के हेलिकॉप्टर हादसे में दुखद खबर आई है. इस घटना में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत की खबर आ रही है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने एक ईरानी अधिकारी के हवाले से कहा कि रेस्क्यू टीमों ने दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर के मलबे का पता लगा लिया है और इस बात की उम्मीद बहुत कम है कि ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और उनके विदेश मंत्री बर्फीले मौसम के बीच पहाड़ी इलाके में हुए इस हेलिकॉप्टर दुर्घटना में ​जीवित बचे हों. ईरान के प्रेस टीवी ने एक्स पोस्ट में लिखा, 'बचाव दल ने राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर की पहचान कर ली है. किसी भी जीवित व्यक्ति का कोई सुराग नहीं मिला है.'
    बता दें कि राष्ट्रपति के काफिले में तीन हेलिकॉप्टर शामिल थे, जिनमें से दो तो सुरक्षित लौट आए, लेकिन वह हेलिकॉप्टर वापस नहीं लौटा जिसमें इब्राहिम रईसी के साथ ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मालेक रहमती और धार्मिक नेता मोहम्मद अली आले-हाशेम भी सवार थे. अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया, 'दुर्घटना में राष्ट्रपति रईसी का हेलिकॉप्टर पूरी तरह से जल गया...दुर्भाग्य से इसमें सवार सभी लोगों के मारे जाने की आशंका है.'
    पूर्वी अजरबैजान प्रांत के पहाड़ी इलाके में क्रैश हुए हेलिकॉप्टर के मलबे तक पहुंचने के लिए बचाव दल रात भर बर्फीले तूफान के बीच संघर्ष करते रहे. तब सोमवार तड़के रेस्क्यू टीम घटनास्थल तक पहुंच सकी. खराब मौसम की वजह से रेस्क्यू टीम को घटनास्थल तक पहुंचने में करीब 17 घंटे लग गए. 
    साभार आज तक

  • बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम अनार भारत में लापता!

    पटना। बांग्लादेश के एक सांसद अनवारुल अजीम अनार भारत आने के दौरान लापता हो गए हैं। उनकी आखिरी लोकेशन बिहार के मुजफ्फरपुर में मिली है। जिसके बाद से सांसद का परिवार टेंशन में हैं। और उनकी बेटी ने ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की जासूस शाखा (डीबी) से मदद की गुहार लगाई है। बांग्लादेश के जेनैदाह-4 निर्वाचन क्षेत्र से अनवारुल अजीम अनार तीसरी बार सांसद चुने गए है।
    अपने पिता अनवारुल अजीम के लापता होने की खबर उनकी बेटी मुमतरीन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी। और ढाका पुलिस से मदद मांगी है। बताया जा रहा है कि इलाज के लिए भारत जाने के दौरान सांसद अनवारुल अजीम लापता हो गए। इस मामले पर उनकी बेटी ने डीबी प्रमुख और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त हारुन-या-रशीद से मुलाकात की। डीबी पुलिस ने अपने बयान में कहा कि वे सांसद अजीम को खोजने के लिए भारतीय पुलिस के साथ काम कर रहे हैं।
    डीबी चीफ हारून ने बताया कि उनके भारतीय मोबाइल फोन नंबर का अंतिम लोकेशन बिहार के मुजफ्फरपुर में मिली है। सांसद अनवारुल अजीम 12 मई को दर्शना-गेडे सीमा के जरिए भारत में दाखिल हुए थे। वहां गोपाल नाम के व्यक्ति के घर रुके। अगले दिन, वो नाश्ता करने के बाद घर से निकल गए। उन्हें शाम को घर लौटना था, लेकिन वो लौटे नहीं। यही नहीं 16 मई की सुबह, सांसद के दो मोबाइल फोन नंबरों से डीबी प्रमुख और जेनाइदाह जिला अवामी लीग के महासचिव सईदुल करीम मिंटू के फोन पर एक फोन कॉल किया गया था। लेकिन उनमें से कोई भी कॉल रिसीव नहीं कर पाया।
    डीबी प्रमुख ने यह भी कहा कि उन्होंने अजीम के लापता होने पर भारतीय विशेष कार्य बल से संपर्क किया है। वे इस मुद्दे पर मिलकर काम कर रहे हैं। सुनने की समस्या के इलाज के लिए अनवारुल अजीम भारत गए थे। आमतौर पर उनका एक कान बंद रहता है। वो अक्सर इलाज के लिए भारत आते रहते हैं। वहीं सांसद की बेटी का कहना है कि हम पिछले तीन दिनों से अपने पिता से फोन पर संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। कभी-कभी फोन चालू होता है और कभी-कभी बंद रहता है। और अब जल्द मैं भारत जाने की योजना बना रही हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • उद्धव-आदित्य और राज ठाकरे ने मुंबई में किया मतदान, हेमा मालिनी, ईशा देओल और धर्मेन्द्र ने भी डाला वोट

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के तहत आज (20 मई) को 8 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेश की 49 लोकसभा सीटों पर 8 करोड़ 95 लाख से ज्यादा मतदाता 94732 मतदान केंद्रों पर वोट डालकर अपना प्रतिनिधि चुनेंगे. ओडिशा विधानसभा की बची 35 सीटों पर भी आज ही मतदान है.
    पांचवें चरण की 49 लोकसभा सीटों पर कुल 695 प्रत्याशी मैदान में हैं. आज महाराष्ट्र की 13, उत्तर प्रदेश की 14, पश्चिम बंगाल की सात, बिहार की पांच, झारखंड की तीन, ओडिशा की पांच और जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख की एक-एक सीट पर मतदान होगा. पांचवें चरण में सबसे कम सीटों (49) पर मतदान होने जा रहा है.
    चुनाव आयोग के मुताबिक आज बिहार, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में वोट डाले जाएंगे. पांचवें चरण में 9 लाख 47 हजार कर्मचारी चुनाव प्रक्रिया का संचालन करेंगे. सामान्य तौर पर सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा. पांचवें चरण में कुल 8 करोड़ 95 लाख से ज्यादाम मतदाता हैं. इसमें 5409 वोटर थर्ड जेंडर हैं. इनमें से 100 साल या इससे ज्यादा आयु के 24,792 मतदाता हैं, जबकि 85 साल या इससे ज्यादा आयु के 7 लाख 81 हजार मतदाता हैं. सात लाख तीन हजार मतदाता दिव्यांग वोटर हैं.
    फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी ने बेटी ईशा देओल के साथ मुंबई में वोटिंग की. हेमा मालिनी उत्तर प्रदेश की मथुरा लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार हैं.
    दिग्गज फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र ने सोमवार को मुंबई में वोट किया. इस दौरान 88 साल के धर्मेंद्र खासा उत्साह में नजर आए.
    महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बेटे आदित्य ठाकरे के साथ डाला वोट। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) चीफ राज ठाकरे ने भी वोट डाला.
     

  • पीएम मोदी ने चुनावी रैली को किया संबोधित, कांग्रेस पर बोला हमला, 'कोविड के बाद सोनिया एक बार भी रायबरेली नहीं गईं... '

    जमशेदपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के छठे और सातवें चरण में होने वाले मतदान को लेकर प्रचार तेज कर दिया है. पीएम मोदी ने रविवार को झारखंड के जमशेदपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कोविड के बाद सोनिया गांधी एक भी बार रायबरेली नहीं गईं... वो (कांग्रेस परिवार) लोकसभा सीट को अपनी फैमिली प्रॉपर्टी मानते हैं.
    प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी के वायनाड और रायबरेली से चुनाव लड़ने पर निशाना साधते हुए कहा कि सोनिया ने कोविड के बाद एक बार भी अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा नहीं किया और अब वह कांग्रेस के लिए सीट मांग रही हैं. वे संसद सीट को अपनी पारिवारिक संपत्ति मानती हैं. आज देश को पता है कि संविधान को खतरा इंडिया ब्लॉक से है. वे मुसलमानों से एससी, एसटी, ओबीसी आरक्षण छीनना चाहते हैं. मैं उन्हें चुनौती दे रहा हूं कि वे लिखित में दें कि वे संविधान नहीं बदलेंगे, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
    कांग्रेस के शहजादे वायनाड से भागकर चुनाव लड़ने रायबरेली गए हैं. वे सबको कहते घूम रहे हैं कि ये मेरी मम्मी की सीट है. कोई 8 साल का बच्चा स्कूल में पढ़ने जाता है, तब भी वो ये नहीं कहता है कि ये मेरे पापा का स्कूल है, भले ही उसके पापा वहां पढ़े हों. उनकी माता जी भी वहां गई और कह रही थीं कि मैं अपने बेटा आपको सौंप रही हूं, रायबरेली में उनके 50-50 सालों से परिवार की सेवा करने वाला एक भी कार्यकर्ता नहीं मिला और रायबरेली वाले पूछते हैं, बेटे को रायबरेली देने आई हो.
    साभार आज तक

  • केजरीवाल ने भाजपा पर निशाना साधा, कहा- इन लोगों ने ऑपरेशन झाड़ू किया शुरू

    नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से मारपीट के मामले में अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव कुमार की गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आम आदमी पार्टी के दफ्तर में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। दफ्तर में आप विधायक और पार्षद भी मौजूद रहे। 
    इस दौरान केजरीवाल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इन लोगों ने ऑपरेशन झाड़ू शुरू किया है। ये आम आदमी पार्टी को कुचलने की कोशिश में हैं। हमारे नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। आने वाले दिनों में आप का बैंक अकाउंट सीज किया जाएगा। इसके बाद हमारी पार्टी का ऑफिस खाली किया जाएगा।
    केजीवाल ने कहा कि पिछले 2 साल से इन्होंने(भाजपा) हमारे नेताओं को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया। इन्होंने मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार कर लिया, कल मेरे PA तक को गिरफ्तार कर लिया। मैं प्रधानमंत्री को कहना चाहता हूं कि आप एक-एक करके गिरफ्तार कर रहे हैं, आज हम सब साथ ही आ रहे हैं आप गिरफ्तार कर लो, हम डरने वाले नहीं है।
    केजरीवाल ने कहा कि यह पार्टी एक विचार है। नेताओं को गिरफ्तार किया जा सकता है, लेकिन विचार को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री एक नेता को गिरफ्तार करोगे, ऐसे में 100 नेता पैदा होंगे। केजरीवाल पर आरोप लगाते हैं वह भ्रष्टाचारी है, लेकिन जानता पूछ रही है शराब घोटाले का पैसा कहां है। लेकिन यहां कोई एक पैसा नहीं मिला। फर्जी केसों को बना रहे हैं। भाजपा ने कहा था कि केजरीवाल खलिस्तान बनाकर वहां का पीएम बनना चाहता है। यह किसी भी हद तक जा सकते हैं। आप लोग स्तर्क रहना।
    अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'उन्हें(भाजपा) लगता है कि वे इस तरह से आम आदमी पार्टी को खत्म कर देंगे, पार्टी का विनाश कर देंगे। मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि ये आम आदमी पार्टी चंद लोगों की पार्टी नहीं है। ये 'AAP' 140 करोड़ लोगों के सपनों की पार्टी है। जिस तरह के काम हमने दिल्ली और पंजाब में किए हैं, 75 सालों में इस देश के लोगों ने कभी नहीं देखे। दिल्ली और पंजाब में हमने सरकारी स्कूल ठीक करने शुरू कर दिए, गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलने लगी। ये पीएम मोदी नहीं कर पा रहे तो उन्होंने तय किया कि इन्हें रोको और गिरफ्तार कर लो। अब हम महिलाओं को हजार-हजार रुपये देने जा रहे हैं। आप एक विचार है। इसके नेताओं को तो गिरफ्तार कर लोगे, इसके विचार को कैसे गिरफ्तार करोगे?'
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस से आए नेताओं को हर बैठक और गतिविधि से जोडे़गी भाजपा

    भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले और चुनाव के दौरान कांग्रेस को पीठ दिखाने वाले दगाबाज नेताओं को अब भाजपा अपनापन देने पर विचार कर रही है। पार्टी की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए अब इन्हें हर बैठक और गतिविधि से जोड़ा जाएगा। इनमें से कुछ नेताओं को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी भी दी जा सकती है। चुनावी नतीजे आने के बाद इस प्रक्रिया पर काम शुरू किया जाएगा। लेकिन प्रदेश की इस सियासी गतिविधि पर पूरी तरह केंद्रीय नेतृत्व का फैसला ही काम करेगा।
    लोकसभा चुनाव के दौरान तेजी से चले घटनाक्रम में बड़ी तादाद में कांग्रेस की टूट के हालात बने थे। भाजपा और कांग्रेस इस पलायन को लेकर अलग अलग आंकड़े पेश करते रहे हैं। लेकिन पलायन के बाद नई पार्टी और नए लोगों के साथ जा बैठे पुराने पूर्व कांग्रेसियों को अब अपने वजूद पर संकट नजर आने लगा है। भाजपा नेतृत्व ने नई आमद की इसी बेचैनी को भांपते हुए नई रणनीति बनाई है। इसके तहत अब कांग्रेस से आए नेताओं को भाजपा की मुख्यधारा से जोड़ने की तैयारी की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने जिला और मंडल अध्यक्षों को इस बारे में निर्देश दे दिए हैं। इन्हें कहा गया है कि नई आमद को हर बैठक और पार्टी गतिविधियों के बारे में जानकारी देने के लिए कहा गया है। 
    कांग्रेस से पलायन करके भाजपा में आए कई नेता अपनी पूर्व पार्टी में कद, पद, ओहदा और सम्मान रखते थे। भाजपा ने इन लोगों को उनका खोया सम्मान लौटाने की भी रणनीति बनाई है। तय किया गया है कि ऐसे सभी नेताओं को उनके सामर्थ्य और कार्यशक्ति के लिहाज से भूमिका दी जाएगी। सूत्र बताते हैं कि इस पूरे मामले में केंद्रीय नेतृत्व की सलाह पर ही काम किया जाएगा।
    साभार अमर उजाला

  • आतिशी ने लगाए स्वाति पर गंभीर आरोप, बोली- पिछले कुछ महीनों से भाजपा के सम्पर्क में है

    नई दिल्ली. स्वाति मालीवाल केस को लेकर एक तरफ पुलिस की जांच चल रही है तो दूसरी तरफ सियासत भी जोरों पर है. आम आदमी पार्टी ने इसके पीछे बीजेपी की साजिश का आरोप लगाया है तो बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की कोई साख नहीं है. जे पी नड्डा ने कहा है कि केजरीवाल का असली चेहरा सामने आ चुका है. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि ये लोगों को अपने घर बुलाते हैं और उनसे मारपीट करते हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी से स्वाति मालीवाल की कोई बात नहीं हुई है. 
    दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने एक बार फिर स्वाति मालीवाल को निशाना बनाया है. आतिशी ने कहा कि स्वाति मालीवाल केस में भी बीजेपी पुराने फार्मूले का इस्तेमाल कर रही है. आतिशी का कहना है कि स्वाति मालीवाल के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो ने एक केस दर्ज किया है. इसी केस को हथियार बनाकर स्वाति मालीवाल का इस्तेमाल किया जा रहा है. आतिशी ने मांग की है कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए कि स्वाति मालीवाल के साथ किस-किसकी बात हुई.
    स्वाति पर गंभीर आरोप लगाते हुए आतिशी ने कहा, "स्वाति मालीवाल पर एंटी करप्शन ब्यूरो का एक भर्ती घोटाले का मामला चल रहा है. अब ये मामला खत्म होने के करीब आ रहा है. इसलिए ऐसा लगता है कि भाजपा का ये जो फॉर्मूला है कि अलग-अलग नेताओं पर केस करना, उसी फॉर्मूले को स्वाति मालीवाल पर इस्तेमाल किया गया होगा. हमें विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि पिछले कुछ महीनों से वे(स्वाति मालीवाल) लगातार भाजपा के नेताओं के संपर्क में हैं तो दिल्ली पुलिस इस बात की जांच करे कि ये कैसा षडयंत्र है. इस पर पूरी जांच होनी चाहिए कि स्वाति मालीवाल किस तरह से भाजपा के संपर्क में थीं."
    आप के आरोपों पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पलटवार किया है. नड्डा ने कहा, 'आम आदमी पार्टी झूठ की बुनियाद पर बनी पार्टी है और इसकी विश्वसनीयता शून्य नहीं, माइनस में है. आज देश की जनता और दिल्ली की जनता के सामने अरविंद केजरीवाल बेनकाब हो गए हैं .हर तरह से बेनकाब हो गए हैं . अगर ये साजिश बीजेपी ने रची थी तो आप माइक क्यों घुमा रहे थे (लखनऊ में पीसी के दौरान) ) यहां से वहां? आप चुप क्यों हैं? आपको क्या रोक रहा है?'
    उन्होंने कहा, 'आम आदमी पार्टी की संस्कृति से पता चलता है कि वे लोगों को अपने घरों में बुलाते हैं और उनकी पिटाई करते हैं. हमने उनसे (स्वाति मालीवाल) कभी बात नहीं की, न ही हमारी पार्टी के किसी भी व्यक्ति ने उनसे बात की. हम इस तरह काम नहीं करते. हम बहुत सीधे हैं. अब उनकी चोरी पकड़ी गई है और उनकी कोई विश्वसनीयता नहीं है... वे किसी भी स्तर, किसी भी आरोप तक गिर सकते हैं..'
    वहीं कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'मामला है. इतनी जल्दी dismiss नहीं कर सकते मामले को. पुलिस जल्दी जांच करे इसपर और जो भी पक्ष गुनहगार हो उसपर कार्रवाई करे.'
    साभार आज तक 

  • किर्गिस्तान में स्थानीय और विदेशी छात्रों के बीच हिंसक झड़प, 3 पाकिस्तानी छात्रों की मौत, एस जयशंकर का भी आया बयान

    बिश्केक. किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में स्थानीय और विदेशी छात्रों के बीच हिंसक झड़प की खबरें सामने आई हैं. पाकिस्तानी मीडिया में चल रहीं रिपोर्ट्स के मुताबिक इस घटना में तीन पाकिस्तानी छात्रों की मौत हो गई. पाकिस्तानी छात्रों का कहना है कि उन्हें अपने देश के दूतावास से कोई मदद नहीं मिली. किर्गिस्तानी मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक 13 मई को किर्गिज छात्रों और मिस्र के मेडिकल छात्रों के बीच लड़ाई का एक वीडियो इंटरनेट पर शेयर होने के बाद इस मामले ने और तूल पकड़ लिया और स्थानीय छात्रों ने विदेशी स्टूडेंट्स को निशाना बनाना शुरू कर दिया.
    भारतीय दूतावास ने भी अपने छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी की है. किर्गिस्तान स्थित भारतीय दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'हम अपने छात्रों के संपर्क में हैं. स्थिति फिलहाल शांत है, लेकिन छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे अपने घरों के अंदर ही रहें और कोई भी समस्या होने पर दूतावास से संपर्क करें. हमारा 24×7 संपर्क नंबर 0555710041 है.' विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर लिखा, 'बिश्केक में भारतीय छात्रों की स्थिति की निगरानी कर रहा हूं, बताया जा रहा है कि अब शांति है. छात्रों को दूतावास के साथ नियमित संपर्क में रहने की सलाह है.'
    किर्गिज मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिश्केक में मेडिकल शिक्षण संस्थानों के कुछ छात्रावासों, पाकिस्तान सहित अन्य देशों के छात्रों के निजी आवासों पर हमला किया गया है. बता दें कि छात्रावासों में भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के स्टूडेंट्स रहते हैं. किर्गिज छात्रों द्वारा पाकिस्तान की कुछ फीमेल स्टूडेंट्स को परेशान करने का मामला भी सामने आया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक्स पर एक पोस्ट में अपने देश के छात्रों पर हमले की पुष्टि की है.
    उन्होंने लिखा, 'किर्गिस्तान के बिश्केक में पाकिस्तानी छात्रों को साथ हुई घटना को लेकर चिंतित हूं. मैंने पाकिस्तानी राजदूत को आवश्यक मदद और सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है. मेरा कार्यालय भी दूतावास के संपर्क में है और स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है.' किर्गिस्तान में पाकिस्तान के राजदूत हसन जैगम ने शनिवार सुबह एक्स पर लिखा, 'बिश्केक में छात्रावासों पर भीड़ द्वारा हिंसा को देखते हुए, हम सभी पाकिस्तानी छात्रों को स्थिति सामान्य होने तक घरों के अंदर ही रहने की सलाह देते हैं.' 
    साभार आज तक

  • पीएम मोदी ने कहा- रमजान के दौरान गाजा पर रुकवाई थी बमबारी

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने रमजान के पवित्र महीने के दौरान गाजा में बमबारी रोकने के लिए बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार से आग्रह करने के लिए इजरायल में अपना एक दूत भेजा था। इसके अलावा उन्होंने इजरायल-फिलिस्तीन और रूस-यूक्रेन सहित चल रहे वैश्विक संघर्षों पर अपनी सरकार के रुख के बारे में भी बताया है। पीएम ने खुलासा किया कि कैसे उन्होंने रमजान के दौरान इजरायल को गाजा में बमबारी रोकने के लिए प्रयास किया था।
    इंडिया टुडे ग्रुप को दिए एक इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने कहा, "रमजान का महीना था। मैंने अपने विशेष दूत को इजरायल भेजा और उनसे प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को यह बताने और समझाने के लिए कहा कि कम से कम रमजान के दौरान गाजा में बमबारी न करें। इज़रायल ने हर संभव प्रयास किया इसका पालन किया जाए, लेकिन अंत में दो-तीन दिनों तक लड़ाई हुई।"
    प्रधानमंत्री ने अपने खिलाफ सांप्रदायिक राजनीति के विपक्ष के आरोप का जिक्र करते हुए कहा, "आप मुझे मुसलमानों के मुद्दे पर घेरते रहते हैं, लेकिन मैंने इसे प्रचारित नहीं किया।" 
    पीएम मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कुछ अन्य देशों ने भी बमबारी रोकने के लिए इजरायल से बात करने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा, "उन्हें परिणाम भी मिल गए होंगे। मैंने भी कोशिश की थी।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • स्वाति मालीवाल की शिकायत पर विभव के खिलाफ एक्शन में पुलिस

    नई दिल्ली: राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ सीएम आवास पर हुई मारपीट मामले में हंगामा बढ़ता जा रहा है। इस मामले में उन्होंने शिकायत भी दर्ज कराई है। आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार पर मारपीट और अभद्रता करने के आरोप लगाए हैं। मालीवाल की शिकायत पर दिल्ली पुलिस हरकत में आ गई है। जांच के लिए 10 टीमें बनाई गई हैं जो विभव के आवास समेत अलग-अलग ठिकानों की जांच में लगी हैं। हालांकि, एफआईआर के बाद से केजरीवाल के पीएम विभव का कुछ पता नहीं चला है। घर पर पुलिस टीम पहुंची तो विभव कुमार की पत्नी मिली। उधर राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी विभव कुमार को तलब किया है। इन सबके बीच स्वाति मालीवाल ने पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि मेरे साथ जो हुआ, वह बहुत बुरा था। घटना पर मैंने पुलिस को अपना स्टेटमेंट दे दिया है। आशा है कि उचित कार्रवाई होगी।
    स्वाति मालीवाल की ओर से पुलिस शिकायत में उन्होंने पूरा मामले का जिक्र किया है। जानकारी के मुताबिक, घटना 13 मई को हुई जब सीएम अरविंद केजरीवाल से मिलने स्वाति मालीवाल पहुंची थीं। आरोप है कि सीएम आवास पर विभव कुमार ने मारपीट और बदसलूकी की थी, जिसके बाद स्वाति ने सीएम आवास से ही पीसीआर कॉल कर पुलिस को इस मामले की जानकारी दी थी। बाद में वह पुलिस थाने भी पहुंची थीं, लेकिन वह बिना शिकायत दिए ही वहां से निकल गईं। उस समय उन्होंने पुलिस अफसरों से कहा था कि वह बाद में आकर लिखित में शिकायत देंगी। अब उन्होंने शिकायत दर्ज कराई है। आईपीसी की धारा 323, धारा 354, धारा 506 और धारा 509 के तहत दर्ज की गई है।
    इसी बीच स्वाति मालीवाल ने गुरुवार को मारपीट-अभद्रता मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट, स्पेशल सेल समेत दिल्ली पुलिस के दो आईपीएस और दो इंस्पेक्टर दोपहर को सांसद के आवास पर पहुंचे। इनमें स्पेशल सेल के अडिशनल सीपी पीएस कुशवाहा के अलावा नॉर्थ जिले की अडिशनल डीसीपी अंजीथा चेपयाला मौजूद थीं। करीब साढ़े चार घंटे तक पुलिस की टीम स्वाति के घर मौजूद रही। राज्यसभा सांसद ने इस दौरान कहा कि मेरे साथ जो हुआ, वह बहुत बुरा था। घटना पर मैंने पुलिस को अपना स्टेटमेंट दे दिया है। आशा है कि उचित कार्रवाई होगी। वहीं शिकायत के बाद पुलिस की 10 टीमें जांच में जुटी हैं। सीएम केजरीवाल के पीएम विभव कुमार की तलाश की जा रही।
    साभार नवभारत टाइम्स

  • विभव कुमार के साथ लखनऊ में केजरीवाल, भाजपा ने बोला हमला

    लखनऊ। तिहाड़ जेल में 51 दिन बिताने के बाद बाहर आए दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहली बार आज लखनऊ में इंडिया गठबंधन की तरफ से प्रेस कॉन्‍फ्रेंस करेंगे। उनके साथ सपा मुखिया अखिलेश यादव भी मौजूद रहेंगे। केजरीवाल बुधवार की रात लखनऊ पहुंच चुके हैं। इस बीच, उनके एयरपोर्ट पर पहुंचने का वीडियो और फोटो शेयर कर बीजेपी नेताओं ने केजरीवाल पर हमला बोला है। दरअसल, केजरीवाल के साथ उनके पीएम विभव कुमार भी दिख रहे हैं। विभव कुमार के ऊपर आरोप है कि उन्‍होंने आम आदमी पार्टी की सांसद स्‍वाति मालीवाल के साथ सीएम आवास में मारपीट की है। दिल्‍ली बीजेपी के अध्‍यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, कपिल मिश्रा और तेजिंदर बग्‍गा ने केजरीवाल और संजय सिंह पर आरोप लगाए हैं।
    दिल्‍ली बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लखनऊ एयरपोर्ट का फोटो शेयर किया है। इसमें उन्‍होंने लिखा है- 'लखनऊ एयरपोर्ट की कल रात की ये फोटो। काली शर्ट में विभव हैं जिसने स्वाति मालीवाल को मारा। साथ में संजय सिंह जिन्होंने बताया कि बिभव ने बहुत गलत किया, केजरीवाल नाराज हैं। तीसरे खुद केजरीवाल जिन पर स्वाति को पिटवाने का आरोप।'
    साभार नवभारत टाइम्स 

  • आप विधायक के घर पहुंची नोएडा पुलिस, गिरफ्तारी के डर से बेटे के साथ फरार हुए अमानतुल्लाह खान

    नई दिल्ली. पेट्रोल पंप कर्मी के साथ मारपीट के मामले में नोएडा पुलिस ने आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान और उनके आरोपी बेटे अनस की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं. गुरुवार को नोएडा पुलिस अमानतुल्लाह खान और उनके बेटे की तलाश में विधायक के घर पहुंची लेकिन वो घर पर नहीं मिले. कहा जा रहा है कि विधायक और उनका बेटा गिरफ्तारी की डर से फरार हो गए हैं.
    पूरे केस की जांच में नोएडा पुलिस की तीन टीम लगी हैं और अमानतुल्लाह खान और उसके बेटे के खिलाफ कोर्ट ने NBW भी जारी किया हुआ है. फिलहाल अमानतुल्लाह खान और उनके बेटे ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया है. नोएडा पुलिस लगातार कई दिनों से अमानतुल्लाह खान के घर के चक्कर लगा रही है.
    साभार आज तक

  • चाबहार पर अमेरिकी रुख को देखते हुए भारत अब चल रहा संभलकर

    नई दिल्ली. भारत और ईरान के बीच चाबहार पोर्ट को लेकर डील हो गई है। इसके तहत पोर्ट का मैनेजमेंट अगले 10 साल तक संभालेगा। वहीं इस डील के बाद अमेरिका ने चेतावनी दी है कि ईरान के साथ कारोबार करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि प्रतिबंध भी लग सकते हैं। इसके साथ ही अमेरिका ने संकेत दिया है कि 2018 में उसने भारत को ईरान से डील पर जो छूटें दी थीं, उन्हें वापस लिया जा सकता है। इसके तहत अमेरिका ने भारत को छूट दी थी कि वह चाबहार पोर्ट को तैयार कर सकता है और अफगानिस्तान तक रेलवे लाइन भी बना सकता है। 
    सूत्रों के अनुसार अमेरिकी रुख को देखते हुए भारत अब संभलकर चल रहा है। भारत की कोशिश है कि चाबहार पोर्ट के प्रोजेक्ट में ईरान की ऐसी कोई कंपनी शामिल न हो, जिस पर अमेरिकी पाबंदियां लगी हों। दरअसल ईरान के साथ चाबहार पोर्ट पर हुए 10 साल के करार में इतना वक्त लगने के पीछे यही वजह थी। इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक भारत नहीं चाहता कि ऐसे किसी नियम का उल्लंघन हो, जिससे अमेरिकी पाबंदियां लग जाएं। अमेरिका ने जब भारत को इस डील पर राहत दी थी, तब वहां डोनाल्ड ट्रंप की सरकार थी। 
    तब अमेरिकी रुख को लेकर माना गया था कि उसने चाबहार पोर्ट में भारत की अहम भूमिका को समझा है। खासतौर पर अफगानिस्तान में अमेरिका और भारत के हितों को देखते हुए यह फैसला लिया गया था। अब अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिक वापस लौट गए हैं और क्षेत्र की स्थितियां बदल चुकी हैं। ऐसी स्थिति में भारत भी चाहता है कि चाबहार की डील भी जारी रहे और अमेरिकी प्रतिबंधों का भी उल्लंघन न हो। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने 2018 में एक बयान जारी किया था कि हमने लंबे विचार-विमर्श के बाद चाबहार पोर्ट को अपवाद मानते हुए कुछ छूट देने का फैसला लिया है। लेकिन अब अमेरिका के बदले रुख ने भारत को भी अलर्ट मोड में ला दिया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • '2019 में इंडिया ने किया था सीक्रेट ऑपरेशन', भारत ने खारिज किया मालदीव के रक्षा मंत्री के दावे को

    माले. भारत ने मंगलवार को मालदीव के रक्षा मंत्री घासन मौमून के उस दावे को खारिज कर दिया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मालदीव में तैनात भारतीय सैन्य हेलिकॉप्टर पायलटों ने 2019 में एक अनधिकृत ऑपरेशन को अंजाम दिया था. मालदीव में भारत के उच्चायोग ने एक बयान में कहा कि भारतीय विमानन कंपनियों ने हमेशा स्थानीय नियमों और प्रक्रियाओं के दायरे में रहकर ही काम किया है. माले में 11 मई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मालदीव के रक्षा मंत्री घासन मौमून ने कहा था कि 2019 में भारतीय सैन्य कर्मियों ने थिमाराफुशी में एक सीक्रेट हेलिकॉप्टर को उतारा था. 
    मौमून ने कहा था कि उन्होंने नेशनल सिक्योरिटी सर्विस मामले की संसदीय समिति की रिपोर्ट देखी है, जिसमें य​ह बात सामने आई है. मालदीव में इंडियन हाई कमीशन ने एक बयान जारी करके घासन मौमून के दावों का खंडन किया और कहा कि भारतीय सैन्य कर्मियों ने मालदीव नेशनल डिफेन्स फोर्स (MNDF) के साथ तालमेल में सभी ऑपरेशन चलाए थे. भारतीय उच्चायोग ने कहा कि 9 अक्टूबर, 2019 को चालक दल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए थिमाराफुशी में एक हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी, लेकिन इसके लिए स्थानीय एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से मंजूरी ली गई थी.
    साभार आज तक 

  • भारत-ईरान की चाबहार डील पर जयशंकर ने संभाला मोर्चा

    कोलकाता. भारत और ईरान के बीच हुई चाबहार डील से नाराज अमेरिका को समझाने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अब मोर्चा संभाल लिया है. अमेरिका ने मंगलवार को इस मामले में ईरान पर प्रतिबंधों का हवाला देते हुए भारत के खिलाफ भी ऐसे ही कदम की चेतावनी दी थी. हालांकि अब विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि वह अमेरिका को समझाने को कोशिश करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने यूएस की कही पुरानी बात याद दिलाई है, जिसमें उसने चाबहार पोर्ट की तारीफ की थी. अमेरिका ने कहा था कि इस प्रोजेक्ट से पूरे इलाके को फायदा होगा.
    भारतीय विदेश मंत्री बुधवार को कोलकाता में अपनी किताब ‘व्हाई भारत मैटर्स’ के बांग्ला संस्करण के लॉन्च के बाद एक बातचीत में बोल रहे थे. इस दौरान पत्रकारों ने चाबहार पोर्ट को लेकर अमेरिका के बयान पर सवाल किया. इस पर जयशंकर ने कहा, ‘मैंने कुछ टिप्पणियां देखी हैं, लेकिन मुझे लगता है कि यह लोगों से बात करने, समझाने और मनाने का मुद्दा है, कि यह असल में सभी लोगों के फायदे के लिए है. मुझे नहीं लगता कि लोगों को इसके बारे में छोटा नजरिया रखना चाहिए.’
    साभार न्यूज 18

  • पीएम मोदी के भाषण बिल्कुल सही, कांग्रेस हिन्दू विरोधी, चुनाव आयोग से बोली भाजपा

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों को नफरती बताने वाली कांग्रेस और वाम दलों की शिकायतों को भाजपा ने सिरे से खारिज कर दिया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनाव आयोग को दिए अपने जवाब में न सिर्फ पीएम मोदी के सभी भाषणों का बचाव किया बल्कि, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर कार्रवाई का आग्रह भी किया। नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने मुस्लिम लीग की सोच वाला घोषणपत्र जारी करके देश को बांटने का प्रयास किया। राम मंदिर उद्घाटन में न आकर पार्टी ने पाप किया है। नड्डा ने कांग्रेस पर हिन्दू विरोधी होने का आरोप लगाया और मांग की चुनाव आयोग को उन पर ऐक्शन लेना चाहिए।
    चुनाव आयोग के समक्ष सोमवार को भेजे अपने जवाब में  भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पीएम मोदी के भाषणों को उचित करार दिया। दावा किया कि पीएम मोदी ने जो भी कहा वो सही था। प्रधानमंत्री के भाषण का जिक्र करते हुए दावा किया कि कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लिम लीग की मुहर है। कांग्रेस ने मुस्लिम लीग की तरह देश को बांटने की कोशिश की है। नड्डा ने कहा कि जिस तरह मुस्लिम लीग ने भारत के विभाजन के बीज बोए, उसी तरह कांग्रेस आर्थिक और भाषाई मतभेदों का हवाला देते हुए देश के उत्तरी और दक्षिणी हिस्से को विभाजित करने का प्रयास कर रही है। 
    नड्डा ने यह भी कहा कि राम मंदिर के उद्घाटन समारोह से दूर रहकर पार्टी ने पाप किया है। इंडियन एक्सप्रेस में छपि रिपोर्ट के मुताबिक, नड्डा ने चुनाव आयोग से यह भी कहा कि वोट बैंक की राजनीति को बढ़ावा देने वाली और देश के प्रधानमंत्री का विरोध करने वाली कांग्रेस ने देश के मूलभूत धर्म और इसकी प्राचीन संस्कृति का विरोध करना शुरू कर दिया है। इसमें कांग्रेस के साथ उसके सहयोगी भी शामिल हो गए हैं।
    नड्डा ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री मोदी के सभी भाषण तथ्यों पर आधारित थे और लोकतंत्र में मतदाताओं का यह अधिकार है कि वे न केवल विपक्ष का पक्ष सुनें बल्कि उनके उद्देश्यों को भी समझें।
    बता दें कि नड्डा का चुनाव आयोग को भेजा यह जवाब उस नोटिस के उत्तर में आया है। जिसमें कांग्रेस और वाम दलों की शिकायत के बाद आयोग ने पार्टी को नोटिस जारी किया था। विपक्षी दलों ने अपनी शिकायतों में भाजपा के स्टार प्रचारक और पीएम मोदी पर आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन का आरोप लगाया था।  कांग्रेस की ओर से की गई ये शिकायतें मुख्य रूप से 21 अप्रैल को राजस्थान के बांसवाड़ा की थी। जिसमें चुनावी रैली के दौरान पीएम मोदी ने राम मंदिर उद्घाटन में कांग्रेस के आने पर निशाना साधा था। पीएम मोदी ने रैली में कांग्रेस के घोषणा पत्र की तुलना मुस्लिम लीग से की थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पीएम मोदी ने कहा-  मां के निधन के बाद गंगा ही मेरी मां, मुझे गोद लिया है...

    वाराणसी। पीएम नरेंद्र मोदी आज वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं। इससे पहले वह बेहद भावुक नजर आए और कहा कि मां के निधन के बाद अब मां गंगा ही मेरी मां है। पीएम मोदी ने कहा कि मां गंगा ने मुझे गोद ले लिया है। उन्होंने कहा कि मेरा वाराणसी से ऐसा नाता है कि मैं बनारसिया हो गया हूं। इस दौरान उन्होंने मां हीराबेन को याद करते हुए कहा कि मेरी मां ऐसी थीं कि वह हमेशा जीवन में शुद्धता को महत्व देती थीं। उन्होंने कहा कि जब मां का 100वां जन्मदिन था तो मैं उनका आशीर्वाद लेने पहुंचा था। इस दौरान मां ने मुझे मंत्र दिया था- काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से। ऐसी बात कोई कवि भी नहीं कह सकता, जैसे मां ने कहा था।
    टीवी चैनल आज तक से बात करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव पर भी विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि यूपी की जनता हमें खूब आशीर्वाद दे रही है और इस बार भी देगी। उन्होंने कहा कि यूपी में इस बार एक भी सीट कांग्रेस को नहीं मिलेगी। रायबरेली से राहुल गांधी की संभावनाओं को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि इस परिवार को मीडिया ने ही खड़ा कर रखा है। बीते 70 सालों से इन लोगों को मीडिया ने महत्व दे रखा है, लेकिन जनता इनका सच जान चुकी है। पीएम मोदी ने कहा कि यूपी की जनता अब परिवारवाद पर भरोसा नहीं करती।
    यूपी में सपा के साथ कांग्रेस के लड़ने पर पीएम मोदी ने कहा कि ये लोग तो पहले भी आए थे। पर इनका क्या हुआ था। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनके शासन में राज्य में बड़े सुधार हुए हैं। मेरे लिए गर्व की बात है कि मेरे पास सैकड़ों ऐसे होनहार लोग हैं। पीएम मोदी ने कहा कि अब तो जनता ही यह मानती है कि मोदी को मजबूत करो ताकि वह दुनिया में देश का नाम रोशन करे। इस दौरान जब उनसे कहा गया कि आप धूप में खड़े हैं, दिक्कत हो रही होगी। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि मुझे धूप परेशान नहीं करती। मैंने अपनी जिंदगी सुविधा के बिना ही जी है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • अमेरिकी सांसद ने ने इजरायल को बम दिए जाने की वकालत की

    वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन रफा में कार्रवाई को लेकर इजरायल की हथियार सप्लाई रोकने की बात कर रहे हैं। इसी बीच अब एक अमेरिकी सीनेटर ने इजरायल को बम दिए जाने की वकालत की है। उन्होंने इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष की तुलना दूसरे विश्व युद्ध से की है। उन्होंने कहा कि इजरायल युद्ध हार नहीं सकता। 7 अक्टूबर को फिलिस्तीनी समूह हमास ने इजरायल पर हमला किया था। इसके बाद से ही दोनों पक्षों में खूनी संघर्ष जारी है।
    एक इंटरव्यू के दौरान रिपब्लिकन सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने कहा, 'जब हम पर्ल हार्बर के बाद एक राष्ट्र के तौर पर तबाही का सामना कर रहे थे, जर्मनी और जापान से लड़ रहे थे, तब हमने हिरोशिमा और नगासाकी पर बम गिराकर युद्ध को खत्म करने का फैसला किया था...। वह सही फैसला था।' उन्होंने कहा, 'इजरायल को भी बम दो, जिसकी उन्हें जरूरत है। वे हार नहीं सकते।'
    उन्होंने कहा कि एक यहूदी राष्ट्र के तौर पर इजरायल को अस्तित्व बचाने के लिए जो भी कुछ करना पड़े, उसे करना चाहिए। उन्होंने कहा, 'हिरोशिमा और नगासाकी पर बम गिराकर खतरे को खत्म करना अमेरिका के लिए कैसे सही था? अगर हम करें, तो यह सही कैसे है? मुझे लगा वह सही होगा।' उन्होंने कहा, 'ऐसे में इजरायल आपको यहूदी राष्ट्र के तौर पर जीवित रहने के लिए जो भी कुछ करना पड़े, करें।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का निधन, राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार

    पटना।  बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का निधन हो गया. बिहार के वरिष्ठ बीजेपी नेताओं में सुशील मोदी एक थे. वह 72 वर्ष के थे और कैंसर से पीड़ित थे. बिहार के मौजूदा डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने X पर पोस्ट करके उनके निधन की जानकारी दी, साथ ही दुख भी जताया. उन्होंने लिखा कि 'बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री व पूर्व राज्यसभा सांसद श्री सुशील कुमार मोदी जी के निधन पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि. यह बिहार भाजपा के लिए अपूरणीय क्षति है.'
    सीएम नीतीश कुमार के अस्वस्थ होने की खबर आने से पहले मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक चिट्ठी जारी की गई। इसमें लिखा गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्व उपमुख्यमंत्री और पूर्व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी के निधन पर मर्माहत हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्व. सुशील कुमार मोदी का पार्थिव शरीर दिल्ली से पटना विशेष विमान से लाया जायेगा। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ संपन्न होगा।
    पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम नीतीश कुमार, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव समेत देश के सभी वरीय नेताओं ने शोक जताया।
    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री व सांसद  सुशील कुमार मोदी के अचानक निधन से अत्यंत दुःख हुआ। इस समय हम सब की भावना उनके परिवार तथा असंख्य मित्र-प्रशंसकों के साथ है। संघ के निष्ठावान स्वयंसेवक एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री रहे सुशील जी सारे देश विशेषतः बिहार की चिंता करते थे। उनके निधन से एक जागृत सामाजिक कार्यकर्ता व कुशल राजनीतिक नेता को हमने खोया है। वे सार्वजनिक जीवन में सैद्धांतिक निष्ठा व पारदर्शिता के आदर्श उदाहरण थे। उनके परिवार को अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उन्हें दुःख सहन करने की शक्ति दे तथा दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करे।
    साभार अमर उजाला

  • कश्मीर के पुलवामा में मतदान केंद्रों के बाहर कतार में खड़े मतदाता

    कश्मीर के पुलवामा में वोटिंग के लिए लंबी-लंबी कतारें, श्रीनगर लोकसभा सीट के लिए डाला जा रहा वोट
    श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र में मतदान चल रहा है, जहां 24 उम्मीदवार मैदान में हैं. एजेंसी के मुताबिक वोटिंग सुबह 7 बजे शुरू हुई. अधिकारियों ने बताया कि निर्वाचन क्षेत्र के कुछ इलाकों में लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए मतदान केंद्रों के बाहर कतार में खड़े देखे गए. सात चरण के लोकसभा चुनाव के चौथे दौर में श्रीनगर सीट पर वोटिंग हो रही है. 
    पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को रद्द करने के बाद कश्मीर में यह पहला बड़ा चुनाव है. अनुच्छेद 370 को साल 2019 में रद्द कर दिया गया, जिससे राज्य को जम्मू और कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया.
    निर्वाचन क्षेत्र में 17.48 लाख मतदाता हैं, जिनमें श्रीनगर, गांदरबल और पुलवामा जिले और बडगाम और शोपियां जिले के कुछ हिस्से शामिल हैं. अधिकारियों ने पांच जिलों में 2,135 मतदान केंद्र बनाए हैं.
    चेहरे पर मुस्कान लिए बुजुर्ग दंपत्ति वोट करने के बाद मतदान केंद्र से बाहर आए.  केंद्र शासित प्रदेश के कश्मीर डिवीजन के प्रवासी मतदाताओं के लिए विशेष मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें जम्मू में 21, दिल्ली में 4 और उधमपुर जिले में एक मतदान केंद्र शामिल है. बता दें कि वोटिंग शाम 6 बजे खत्म होगी.
    INDIA ब्लॉक के सहयोगी दल नेशनल कॉन्फ्रेंस ने प्रभावशाली शिया नेता और पूर्व मंत्री आगा रूहुल्लाह मेहदी को इस लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है, जबकि पीडीपी ने अपने युवा अध्यक्ष वहीद पारा को अपना उम्मीदवार बनाया है.
    'अपनी पार्टी' ने मोहम्मद अशरफ मीर को और डीपीएपी ने अमीर अहमद भट को मैदान में उतारा है. दो महिलाओं सहित 20 अन्य लोग भी चुनावी मैदान में हैं.
    इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के बडगाम में जीएमएस हांजी गुंड मतदान केंद्र और बूथ संख्या 60 पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू हुआ. इस सीट से नेशनल कॉन्फ्रेंस के आगा सैयद रूहुल्लाह मेहदी, पीडीपी के वहीद उर रहमान पारा और अपनी पार्टी के मोहम्मद अशरफ मीर लोकसभा चुनाव 2024 लड़ रहे हैं.
    साभार आज तक 

  • आंध्र प्रदेश में वोट के बदले नोट नहीं मिलने पर कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन

    विजयवाड़ा। आंध्र प्रदेश में लोकसभा की 25 और विधानसभा की 175 सीटों के लिए मंगलवार को मतदान होना है। खबर है कि राज्य में कई स्थानों पर इससे पहले ही विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं, जिसकी वजह वोट के बदले नोट नहीं मिलना बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि जनता वादा की गई रकम नहीं मिलने के कारण नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।
    टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में यह मुद्दा नया नहीं है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि अलग-अलग विधानसभा और लोकसभा क्षेत्रों में वोट के बदले नोट की रकम 1 हजार रुपये से लेकर 6 हजार रुपये तक है। राज्य में शनिवार को ही प्रचार खत्म हो चुका है, लेकिन रुपये बांटने का दौर कुछ स्थानों पर जारी रहा।
    रिपोर्ट के अनुसार, पलनाडु के सत्तनपल्ली में 18वें वार्ड में मतदाताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। उनका दावा था कि वोट के बदले नोट देने की बात कही गई थी, लेकिन अब तक रुपये नहीं मिले हैं। पीठापुरम में भी एक प्रत्याशी के कार्यालय के बाहर मतदातों ने जमकर नारेबाजी की। खबर है कि पार्टी समर्थकों ने कथित तौर पर हर वोट के लिए 5 हजार रुपये का वादा किया था, लेकिन कुछ महिलाओं को रुपये नहीं मिले।
    कहा जा रहा है कि ओंगोल में भी कथित तौर पर एक वोट के लिए 5 हजार रुपये बांटे गए। यहां रुपये मिलने से छूट गए लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। रिपोर्ट के अनुसार, पूर्वी गोदावरी जिले के कोंडेवरम गांव में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किए। अखबार से बातचीत में एक शख्स ने बताया है कि विजयवाड़ा के विधायक उम्मीदवार ने करीबी सहयोगी को कॉर्पोरेटर के दफ्तर भेजा है, जहां वोट के बदले 1 हजार रुपये दिए जा रहे हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • ईरान बोला- अस्तित्व पर खतरा हुआ तो परमाणु हमले से नहीं चूकेगा

    नई दिल्ली।  रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास के बीच महायुद्ध में हम दुनिया को जलते हुए देख रहे हैं। लाखों लोगों के कत्लेआम और अमूल्य संपदा के खास होने के बावजूद तीसरे महायुद्ध का खतरा बढ़ गया है। मुस्लिम देश ईरान ने धमकी दी है कि अगर उसे अपने अस्तित्व पर खतरा महसूस हुआ तो वह परमाणु हमले से नहीं चूकेगा। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के सलाहकार ने कहा है कि इजरायल अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अगर उसे इजरायल से खतरा महसूस हुआ तो वह परमाणु युद्ध नीति को लेकर खाई अपनी कसम भूल जाएगा।
    पिछले कुछ महीनों से इजरायली हुकूमत हमास आतंकियों को जड़ से खत्म करने के चक्कर में पूरी दुनिया से पंगा लेने पर लगी है। पहले उसने गाजा शहर में कत्लेआम मचाया और अब हमास को खत्म करने के लिए राफा में नरसंहार के लिए कदम बढ़ा दिए हैं। हमास को चोट पहुंचाने के लिए इजरायल उसके कथित दोस्तों को भी निशाना बना रही है। ईरान के कमांडरों को हवाई हमले में मौत के घाट उतारकर इजरायल इस मुस्लिम देश से पंगा ले चुका है। जवाब में ईरान ने भी काउंटर अटैक कर दुश्मनी को और हवा दे दी। ईरान के सर्वोच्च  नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के सलाहकार ने कहा है कि इजरायल से तेज होती दुश्मनी ने उसे अपनी परमाणु नीति को बदलने पर मजबूर कर दिया है। ईरान ने जोर देकर कहा है कि अगर इजरायल उसके लिए खतरा महसूस हुआ तो वह परमाणु हमले से भी पीछे नहीं हटेगा।
    ईरान का इजरायल को परमाणु हमले की धमकी देना मामूली बात नहीं है, खासकर तब जब दुनिया पहले ही दो महायुद्ध को अपनी आंखों के सामने देख रही है। फरवरी 2022 से रूस और यूक्रेन के बीच कत्लेआम जारी है। उधर, इजरायल हमास के नामो-निशान को मिटा देने की कसम खा चुका है। पहले गाजा को श्मशान बनाया और अब राफा शहर में नरसंहार का खतरा मंडरा रहा है। इजरायली सेना राफा पर कभी भी हमला कर सकती है। अनुमान है कि राफा में कम से कम 16 लाख फिलिस्तीनी रह रहे हैं, इनमें लाखों गाजा से भागे वे लोग हैं, जिन्होंने इजरायली रक्षा बलों के हमलों में अपना सबकुछ गंवा दिया है। 
    खामेनेई के सलाहकार कमल खर्राज़ी ने बड़ा बयान देकर तीसरे महायुद्ध की संभावना को बढ़ा दिया है। खर्राजी ने ईरान के परमाणु सिद्धांत में बदलाव का संकेत दिया है। कहा कि ईरान ऐसा नहीं करना चाहता लेकिन, अगर उसे अपने अस्तित्व पर खतरा महसूस हुआ तो वह परमाणु हमले से भी नहीं चूकेगा। खर्राजी ने कहा, "परमाणु बम बनाने का हमारा कोई निर्णय नहीं है, लेकिन अगर ईरान को इजरायल से खतरा महसूस होता है तो हमारे पास इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं होगा।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • केजरीवाल भाजपा को दे रहे राहुल गांधी के अनुमान से ज्यादा सीटें

    नई दिल्ली। 4 जून को 400 पार। लगातार तीसरी बार देश की सत्ता पर काबिज होने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस नारे का खूब इस्तेमाल कर रही है। उसकी पूरी कोशिश यह नैरेटिव सेट करने की है कि एनडीए को 400 से ज्यादा सीटें मिलेंगी या कम। वहीं, विपक्षी दलों का दावा है कि नरेंद्र मोदी इस बार अपने टारगेट और पीएम की कुर्सी से दूर रह जाएंगे। दो दर्जन से अधिक विपक्षी दलों वाले गठबंधन को कितनी सीटें मिलेंगी इसकी भविष्यवाणी भले ही नहीं की जा रहीं, लेकिन राहुल गांधी से अरविंद केजरीवाल तक ने भाजपा को लेकर अपना अनुमान जाहिर किया है। 
    कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और विपक्षी गठबंधन में पीएम पद के सबसे प्रबल दावेदार राहुल गांधी की भविष्यवाणी है कि भाजपा 150 या इससे कम सीटें ही जीत पाएगी। राहुल गांधी ने पिछले दिनों एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पहले उन्हें लग रहा था कि भाजपा 180 तक जा सकती है, लेकिन अब लग रहा है कि 150 तक ही जीत सकती है। झारखंड की एक चुनावी रैली में भी उन्होंने कहा कि भाजपा 150 सीटें नहीं जीत पाएगी। हालांकि, इंडिया गठबंधन को कितनी सीटें मिल पाएंगी इस पर वह कोई निश्चित आंकड़ा तो नहीं देते लेकिन यह विश्वास जताते हैं कि कांग्रेस की अगुआई में सरकार बनने जा रही है।
    कथित शराब घोटाले में गिरफ्तारी के बाद 50 दिन तिहाड़ जेल में बिताकर लौटे अरविंद केजरीवाल ने भी भाजपा को लेकर भविष्यवाणी कर दी है। शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई बड़े दावे करते हुए केजरीवाल ने भाजपा के सत्ता से दूर होने का दावा किया। उन्होंने चुनावी विशेषज्ञों से बातचीत का हवाला देते हुए कहा, 'मेरा अपना आकलन है कि 4 जून के बाद मोदी सरकार नहीं बन रही है। हरियाणा में इनकी सीटें कम हो रही है, राजस्थान, कर्नाटक, दिल्ली, बिहार, महाराष्ट्र, बंगाल, झारखंड में सीटें कम हो रही हैं। बढ़ कहां रही है। बढ़ एक भी जगह नहीं रही। मेरा अपना मानना है और सट्टा बाजार में भी चल रहा है कि इनकी 220 से 230 सीटें से ज्यादा नहीं आ रही हैं। मोदी सरकार नहीं बन रही है, इंडिया गठबंधन की सरकार बन रही है।'
    एक तरफ राहुल गांधी भाजपा को अधिकतम 150 सीटें दे रहे हैं तो केजरीवाल के मुताबिक भगवा दल 230 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है। इस लिहाज से देखें तो केजरीवाल ने राहुल गांधी के मुकाबले अधिक उदारता बरती है। 150 से 400 तक के दावों के बीच अब यह देखना दिलचस्प होगा कि 4 जून को किसी बात सच होती है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बिजली और आटे के बढ़ते दामों के बाद पीओके में प्रदर्शनकारियों का पथराव,  पुलिस ने काबू पाने के लिए छोड़े आंसू गैस के गोले, एक पुलिसकर्मी की मौत

    इस्लामाबाद. पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) की राजधानी मुजफ्फराबाद में पुलिस कार्रवाई के विरोध में बुलाई हड़ताल के दौरान व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे, जिससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. इस दौरान सुरक्षाबलों  और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी देखने को मिली. वहीं, पथराव के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े. 
    डॉन अखबार की खबर के अनुसार, जम्मू-कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी (जेकेजेएएसी) के आह्वान पर शुक्रवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद में शटर डाउन और चक्का जाम हड़ताल बुलाई थी. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया है, प्रदर्शनकारियों के पथराव से घर और मस्जिद में रहने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े.
    पीओके के समहनी, सेहंसा, मीरपुर, रावलकोट, खुइरत्ता, तत्तापानी, हट्टियन बाला में विरोध प्रदर्शन हुए. जेकेजेएसी ने मुजफ्फराबाद और मीरपुर डिवीजनों के विभिन्न हिस्सों में रात भर की छापेमारी में अपने कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद शुक्रवार को हड़ताल का आह्वान किया था.
    साभार आज तक 

  • सीएम मोहन यादव ने केजरीवाल पर साधा निशाना, कहा- वेंटीलेटर पर हैं अरविंद केजरीवाल

    भोपाल। अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आए दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की बयानबाजी को लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उन पर निशाना साधा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि केजरीवाल को तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और दिल्ली की जनता से माफी मांगना चाहिए।
    सीएम मोहन यादव ने कहा, जब हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट और जिला कोर्ट सब जगह से जिस ढंग से वह बेल करने के लिए लालायित थे और हर कोर्ट ने, हर बार हर तारीख पर जो उनके बारे में टिप्पणियां की हैं, मुझे लगता है कि कोई भी थोड़ा समझदार व्यक्ति होगा तो वह तुरंत इस्तीफा देगा। उन्होंने कहा कि सीएम को किसी फाइल पर साइन करने का अधिकार नहीं है। यह उसी प्रकार से है, जैसे किसी व्यक्ति के शरीर में प्राण नहीं हो और वह व्यक्ति काम करें। मुझे लगता है केजरीवाल वेंटिलेटर पर हैं।
    पूरे देश से माफी मांगे केजरीवाल  
    डॉ. यादव ने कहा कि जिस आधार पर उन्हें जेल से बेल मिली है, उसकी शर्तों में कोर्ट ने उनसे कहा है किसी प्रकरण या पॉलिसी में बोलना नहीं है। अपने बारे में कोई चर्चा नहीं करना है और वहीं बाहर आकर कह रहे हैं कि मैं तानाशाह से लड़ रहा हूं, तो जनता सब जानती है। जनता कभी माफ नहीं करेगी। निष्कलंक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जिस प्रकार से देश आगे बढ़ रहा है, स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।
    वर्तमान समय की जो स्थितियां हैं, इसे देखकर लगता है कि केजरीवाल को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। बड़ी बात यह है कि एक राजनेता को इस तरह का व्यवहार नहीं करना चाहिए। देश के इतिहास में केजरीवाल की यह घटना गलत उदाहरण पेश करेगी। इसके लिए अरविंद केजरीवाल को पूरे देश से माफी मांगना चाहिए।
    डॉ. यादव ने कहा कि एक मुख्यमंत्री जिस प्रकार की जिद्द कर रहे हैं, यह देश का दुर्भाग्य है। उन्होंने लिकर पॉलिसी में पैसा खाया है, इस आरोप में वे जेल में रहे हैं। यह हमारे देश का चरित्र नहीं है। यह जो कुछ भी हुआ है, उनकी पार्टी को जितने वोट मिले थे, उन सारे मतदाताओं का अपमान है।
    एक के बाद एक केजरीवाल जैसे व्यक्ति सामने आ रहे हैं, जिन्हें ऐसा माना जाता था कि वह इन सब बातों को समझते हुए व्यवहार करेंगे। लेकिन पता नहीं ऐसी क्या स्थिति बनती है कि व्यक्ति ऐसे निर्णय लेने को तैयार हो जाता है। एक प्रकार से यह खराब समय शुरू होने की निशानी है।
    साभार अमर उजाला

  • प्रज्वल रेवन्ना पर आरोप लगाने वाले भाजपा नेता भी गिरफ्तार

    बेंगलुरु. प्रज्वल रेवन्ना सेक्स स्कैंडल मामले में भाजपा नेता जी देवराजे गौड़ा को भी हिरासत में ले लिया गया है। भाजपा के नेता और पेशे से वकील जी. देवराजे गौड़ा को हासन से जनता दल सेक्युलर के सांसद प्रज्वल रेवन्ना से कथित तौर पर जुड़े एक अश्लील वीडियो के मामले में शुक्रवार रात गिरफ्तार किया गया।
    पुलिस के अनुसार, पेन ड्राइव के जरिए वीडियो लीक करने के आरोप में देवराजे गौड़ा को हिरियुर पुलिस ने चित्रदुर्ग जिले के गुलिहाल टोल नाका पर गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि गौड़ा को हासन पुलिस से मिली गुप्त सूचना पर गिरफ्तार किया गया।
     कर्नाटक में 26 अप्रैल को मतदान से पहले प्रज्वल से कथित तौर पर जुड़े कई अश्लील वीडियो सामने आए थे। देवराजे गौड़ा पर इन वीडियो को लीक करने का आरोप है, जिसे वह सिरे से खारिज कर चुके हैं। वहीं एक महिला ने देवराजे गौड़ा के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला भी दर्ज करवाया था। आरोप है कि उन्होंने महिला की संपत्ति बिकवाने के नाम पर छेड़छाड़ की थी। 
    साल 2023 में गौड़ा ने प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना के खिलाफ होलेनारसीपुर से विधानसभा का चुनाव लड़ा था। वहीं गौड़ा का कहना है कि प्रज्वल के वीडियो उन्होंने नहीं बल्कि कांग्रेस ने लीक किए हैं। गौड़ा ने कहा कि उन्होंने पहले भी भाजपा नेतृत्व को सावधान किया था कि प्रज्वल को हासन लोकसभा सीट से टिकट ना दिया जाए। हालांकि जेडीएस और भाजपा में गठबंधन के बाद प्रज्वल को ही चुनाव में उतार दिया गया। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 5 भारतीय नाविकों को ईरान ने किया रिहा

    नई दिल्ली। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की विदेश नीति फिर एकबार रंग लाई है। ईरान में भारतीय दूतावास ने कहा है कि तेहरान द्वारा जब्त किए गए इजरायली जहाज पर सवार पांच भारतीय नाविकों को गुरुवार को रिहा कर दिया गया है। वे अब ईरान से बाहर निकल गए हैं। भारतीय दूतावास ने उनकी रिहाई के लिए ईरानी अधिकारियों को धन्यवाद दिया है। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा, "एमएससी एरीज़ पर सवार पांच भारतीय नाविकों को आज शाम रिहा कर दिया गया और वे ईरान से चले गए। हम बंदर अब्बास में दूतावास और भारतीय वाणिज्य दूतावास के साथ घनिष्ठ समन्वय के लिए ईरानी अधिकारियों की सराहना करते हैं।"
    इजरायल से जुड़े मालवाहक जहाज को 13 अप्रैल को ईरान ने जब्त कर लिया था, जिसमें 17 भारतीय नागरिक सवार थे। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स नेवी ने होर्मुज जलडमरूमध्य के पास कंटेनर जहाज को जब्त कर लिया। एमएससी एरीज़ को आखिरी बार 12 अप्रैल को दुबई के तट से दूर होर्मुज जलडमरूमध्य की ओर जाते हुए देखा गया था। 

    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मणिशंकर अय्यर ने कहा-  भारत को पाकिस्तान की इज्जत करनी चाहिए, उनके पास परमाणु बम हैं...

    नई दिल्ली. विरासत टैक्स और भारतीयों को लेकर रंगभेदी टिप्पणी करने वाले इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सैम पित्रोदा के बाद अब कांग्रेस के एक और नेता का बयान सामने आया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान को लेकर एक विवादित बयान दिया है.
    मणिशंकर अय्यर ने कहा कि भारत को पाकिस्तान की इज्जत करनी चाहिए क्योंकि पड़ोसी मुल्क के पास परमाणु बम हैं.  अगर हम उन्हें इज्जत नहीं देंगे तो वे भारत पर परमाणु हमला करने की सोच सकते हैं.
    अय्यर ने कहा कि भारत को ये नहीं भूलना चाहिए कि पाकिस्तान के पास भी परमाणु हैं. मुझे ये समझ नहीं आता कि मौजूदा सरकार ये क्यों कहती है कि हम पाकिस्तान से बात नहीं करेंगे क्योंकि वहां आतंकवाद है. ये समझना जरूरी है कि आतंकवाद को खत्म करने के लिए चर्चा बहुत जरूरी है. वरना, पाकिस्तान सोचेगा कि भारत अहंकार के साथ हमें दुनिया में छोटा दिखा रहा है. ऐसे में पाकिस्तान में कोई भी पागल इन बम का इस्तेमाल कर सकता है.
    अय्यर ने कहा कि बीजेपी कहती है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकती. लेकिन बातचीत से ही आतंकवाद खत्म होगा. 
    कांग्रेस नेता का कहना है कि हमें ये सोचना होगा कि हमारी समस्याओं का हल कैसे निकलेगा. मेरा कहना है कि बजाए घृणा दिखाकर या बंदूक दिखाकर आप स्थितियों में सुधार नहीं कर सकते. हमें ये समझना होगा कि पाकिस्तान भी एक संप्रभु राष्ट्र है, उनकी भी इज्जत है. हमें उनकी इज्जत को कायम रखते हुए कड़ी से कड़ी बात करनी चाहिए. अब क्या हो रहा है? हम बातचीत नहीं कर रहे हैं, इससे तनाव बढ़ता जा रहा है. 
    साभार आज तक

  • रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए रूस ने कहा- भारत के लोकसभा चुनावों में दखल देने की कोशिश कर रहा अमेरिका

    मॉस्को। अमेरिका के एक आयोग ने हाल ही में रिपोर्ट जारी की है, जिसमें भारत में धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर चिंता जताई गई है। इस पर भारत ने तो ऐतराज जताया ही है और अब उसके खास दोस्त रूस ने भी अमेरिका को सुनाया है। रूस ने इस रिपोर्ट को भारत में दखलअंदाजी करने का एक उपकरण करार दिया  है। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने मारिया जाखारोवा ने कहा कि यह रिपोर्ट ऐसे वक्त में आई है, जब भारत में आम चुनाव हो रहे हैं। इसके जरिए अमेरिका ने भारत में अस्थिरता फैलाने की कोशिश की है। इस रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए रूस ने कहा कि अमेरिका को ऐसा कोई हक नहीं है। वह भारतीयों की मानसिकता और वहां के इतिहास की समझ नहीं रखता।
    रूसी विदेश मंत्रालय ने साफ कहा कि अमेरिकी रिपोर्ट में गैरवाजिब सवाल उठाए गए हैं। वह भी तब जब भारत में आम चुनाव हो रहे हैं। जाखारोवा ने कहा कि ऐसी रिपोर्ट तो भारत का एक देश के तौर पर अपमान है। विदेश मंत्री के हवाले से रशिया टुडे टीवी चैनल ने कहा, 'इसकी वजह है कि भारत की आंतरिक राजनीति में दखल दिया जाए और वहां अस्थिरता पैदा की जाए। इससे आम चुनाव में समस्या हो।' उन्होंने कहा कि अमेरिका को भारत के आंतरिक मामलों से एकदम दूर रहना चाहिए। बता दें कि अमेरिकी आयोग की सालाना रिपोर्ट में भारत में धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर चिंता जताई गई है। हर साल ही ऐसी रिपोर्ट आती है, जिस पर भारत कई बार उसे आईना भी दिखा चुका है।
    यही नहीं इस आयोग ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय को सिफारिश की है कि भारत को चिंता वाले देशों की श्रेणी में डाल दिया जाए। रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि भारत की सत्ताधारी पार्टी भाजपा भेदभावपूर्ण नीतियां लागू कर रही है। रिपोर्ट में CAA, गोहत्या कानून, विदेशी चंदा अधिनियम और आतंकवाद से निपटने के लिए बने UAPA पर सवाल उठाए गए हैं। अमेरिकी आयोग का कहना है कि इन कानूनों के चलते अल्पसंख्यकों को टारगेट किया जा रहा है। उनका उत्पीड़न हो रहा है। इसके अलावा बेवजह लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है और उनकी मॉनिटरिंग हो रही है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 13 मई को मालवा-निमाड़ की आठ सीटों पर मतदान

    भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटों में से 21 सीटों पर तीन चरणों में मतदान हो चुका है। पहले और दूसरे चरण में कम मतदान के बाद तीसरे चरण में मतदान प्रतिशत बढ़ा है। चौथे चरण में 13 मई को मालवा-निमाड़ की आठ सीटों पर मतदान होगा। इनमें इंदौर, देवास, उज्जैन, धार, रतलाम, खरगोन, मंदसौर, खंडवा सीटें शामिल हैं। ये सभी सीटें इस समय भाजपा के पास हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ ही उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और प्रदेश के दिग्गज भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय का इन सीटों पर अच्छा प्रभाव है। इन सीटों पर भाजपा को मोहन-कैलाश की जोड़ी से करिश्मे की तो कांग्रेस को जीतू-उमंग से उम्मीदें हैं। 
    मालवा-निमाड़ की आठ सीटों में इंदौर की सीट भी शामिल है, जहां पर कांग्रेस नोटा का बटन दबाने का अभियान चला रही है। कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया। उनकी नाम वापसी के लिए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और विधायक रमेश मेंदौला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। इसकी पूरी स्क्रिप्ट कैलाश विजयवर्गीय ने ही लिखी थी। 
    पार्टी ने कैलाश विजयवर्गीय को कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा को जिताने की जिम्मेदारी भी दी थी। उन्होंने चुनाव के दौरान छिंदवाड़ा में ही डेरा डाल दिया था। कमलनाथ चुनाव नहीं लड़ रहे थे, इसके बावजूद वे अन्य सीटों पर कांग्रेस के प्रचार के लिए अपने गढ़ से बाहर नहीं निकल सके। इंदौर समेत अंचल के कई बड़े कांग्रेस नेताओं को भाजपा में शामिल कराने में कैलाश विजयवर्गीय की बड़ी भूमिका रही है। इंदौर से पूर्व विधायक संजय शुक्ला और विशाल पटेल जैसे कई बड़े कांग्रेसी नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ली है। इसके पीछे विजयवर्गीय की रणनीति को ही माना जाता है। 
    प्रदेश में चौथे और अंतिम चरण में आठ सीटों पर मतदान होगा। इसमें खरगोन, धार और रतलाम सीटें भी शामिल है। इन लोकसभा सीटों में आठ-आठ विधानसभा सीटें हैं। खरगोन और धार में आठ-आठ विधानसभा सीटों में से पांच-पांच सीटें कांग्रेस के पास है। झाबुआ-रतलाम सीट पर आठ में से तीन कांग्रेस और एक सीट भारतीय आदिवासी पार्टी ने जीती है। यहां बराबर-बराबर मुकाबला है। ऐसा बताया जा रहा है कि इन सीटों पर भाजपा और कांग्रेस में कांटे का मुकाबला है। इन सीटों को जीतना पार्टी के लिए चुनौती रहेगी।
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उज्जैन से आते हैं। उन्होंने भी तीसरे चरण की सीटों को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। उनके मालवा-निमाड़ की सीटों पर लगातार दौरे हो रहे हैं। वह साथ ही कार्यकर्ताओं की बैठक में भी भाग ले रहे हैं। उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा मंदसौर से आते हैं, लेकिन मालवा-निमाड़ की सीटों को जिताने की जिम्मेदारी उनकी है। 
    इंदौर में अक्षय कांति बम के नाम वापस लेने के बाद कांग्रेस मुकाबले से बाहर हो गई है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने अपने गृह क्षेत्र में कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ ही आम जनता से नोटा का बटन दबाने की अपील की है। वहीं, धार सीट में आने वाली गंधवानी विधानसभा सीट से उमंग सिंघार विधायक हैं। वह नेता प्रतिपक्ष भी हैं। वह धार सीट पर पूरा जोर लगा रहे हैं। इन दोनों नेताओं की दोनों ही सीट पर परीक्षा है।
    साभार अमर उजाला

  • चौथे चरण के लिए दिग्विजय सिंह मालवा-निमाड़ में सक्रिय

    भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव में तीन चरणों में 21 सीटों पर मतदान होने के बाद दिग्विजय सिंह चौथे चरण की सीटों पर एक्टिव हो गए है। अपने संसदीय क्षेत्र राजगढ़ में मंगलवार को मतदान से निवृत्त होने के बाद दिग्विजय सिंह गुरुवार को शिवगढ़ सैलाना और रतलाम में कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और उनको सक्रिय करेंगे। राजगढ़ से चुनाव लड़ने के चलते दिग्विजय सिंह अपने गढ़ में ही कैद हो गए थे। वे पहले, दूसरे और तीसरे चरणें के चुनाव में राजगढ़ के अलावा दूसरे सीटों पर कांग्रेस के प्रचार के लिए नहीं जा पाए थे। अब दिग्विजय सिंह गुरुवार से चौथे चरण की सीटों पर कांग्रेस का प्रचार तेज करेंगे। वहीं, छिंदवाड़ा में पहले चरण में चुनाव होने के बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ दूसरी सीटों पर सक्रिय नहीं दिख रहे हैं। हालांकि, उन्होंने होशंगाबाद और बैतूल सीटों पर दो-दो सभाओं को संबोधित किया, लेकिन उसके बाद वे पार्टी के प्रचार में एक्टिव नहीं दिखाई दे रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस ने अचानक अडानी-अंबानी का नाम लेना बंद क्यों कर दिया?  पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना

    करीमनगर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के करीमनगर में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने सवाल पूछा कि कांग्रेस ने अचानक अडानी-अंबानी का नाम लेना बंद क्यों कर दिया?
    पीएम मोदी ने कहा,'आपने देखा होगा कि कांग्रेस के शहजादे पिछले पांच साल से सुबह उठते ही माला जपना शुरू करते थे. जबसे उनका राफेल वाला मामला ग्राउंडेड हो गया, तबसे उन्होंने एक नई माला जपनी शुरू कर दी. पांच साल से एक ही माला जपते थे. पांच उद्योगपति, पांच उद्योगपति. फिर धीरे-धीरे कहने लगे. अंबानी-अडानी. लेकिन जबसे चुनाव घोषित हुआ है. इन्होंने अंबानी-अडानी को गाली देना बंद कर दिया.
    प्रधानमंत्री ने कांग्रेस से सवाल किया कि शहजादे घोषित करें. इस चुनाव में अंबानी-अडानी से कितना माल उठाया है. उन्होंने पूछा,'काले धन के कितने बोरे भरकर रुपये मारे हैं. क्या टेंपो भरकर नोट कांग्रेस के लिए पहुंचे हैं. क्या सौदा हुआ है. आपने रातोंरात अंबानी-अडानी को गाली देना बंद कर दिया. जरूर दाल में कुछ काला है. पांच साल तक गाली दी और रातोंरात बंद हो गई. मतलब कोई ना कोई चोरी का माल टैंपो भर भरकर आपने पाया है. ये जवाब देना पड़ेगा देश को.'
    प्रधानमंत्री ने कहा,'तेलंगाना के गठन के समय यहां के लोगों ने बीआरएस पर भरोसा किया. बीआरएस ने लोगों के सपने तोड़ दिए. कांग्रेस का भी यही इतिहास है. आजादी के बाद कांग्रेस ने भी यही किया. देश डूबे तो डूबे, लेकिन इनके परिवार को कोई फर्क नहीं पड़ता. फैमिली फर्स्ट की नीति की वजह से कांग्रेस ने पीवी नरसिम्हा राव का अपमान किया. उनके निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर को कांग्रेस कार्यालय में एंट्री नहीं दी. यह बीजेपी सरकार ने जिसने पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किया.'
    तेलंगाना के करीम नगर में पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए एनडीए सरकार की योजनाओं की तारीफ भी की. उन्होंने कहा,'पिछले 10 सालों में एनडीए ने हर सेक्टर को आगे बढ़ाने का काम किया है. हम फार्मिंग सेक्टर को मॉर्डनाइज कर रहे हैं. नेचुरल फार्मिंग, नैनो इंडिया और ड्रोन को प्रमोट कर रहे हैं.' 
    साभार आज तक 

     

  • हरियाणा में भाजपा सरकार के आगे खतरा! फ्लोर टेस्ट की मांग

    चंडीगढ़। हरियाणा में भाजपा की नायब सिंह सैनी सरकार से तीन निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया है। इन विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन दे दिया है। विधायक सोमबीर सांगवान, रणधीर गोलेन और धर्मपाल गोंदर ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान कर दिया। इस दौरान कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान भी मौजूद थे। इन लोगों के समर्थन वापस लेने के बाद से ही विपक्ष उत्साहित है और फ्लोर टेस्ट की मांग कर रहा है। इसकी वजह यह है कि 90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में भाजपा के पास 40 ही विधायक हैं। 
    नायब सिंह सैनी सरकार को दो निर्दलीय विधायकों नयनपाल रावत और राकेश दौलताबाद का समर्थन हासिल है। इसके अलावा गोपाल कांडा भी भाजपा के साथ हैं। राज्य के दो विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। इससे सदन की संख्या 88 ही है और बहुमत साबित करने के लिए 45 के समर्थन की जरूरत है। भाजपा के पास 2 विधायक कम हैं। यही वजह है कि कांग्रेस और हाल ही में भाजपा से अलग होने वाले जननायक जनता पार्टी के दुष्यंत चौटाला भी विश्वास मत प्रस्ताव की मांग कर रहे हैं। हालांकि विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता का कहना है कि नायब सिंह सैनी सरकार ने हाल ही में फ्लोर टेस्ट पास किया है। इसलिए अब 6 महीने से पहले दोबारा नहीं कराया जा सकता।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अर्थशास्त्री गौतम सेन ने कहा- विरासत टैक्स लगाया तो ठहर जाएगी अर्थव्यवस्था, अमेरिका में ऐसा कुछ भी नहीं

    नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सैम पित्रोदा ने पिछले दिनों अमेरिका का हवाला देते हुए विरासत टैक्स की बात कही थी। इसके अलावा संसाधनों के पुनर्वितरण की भी बात कही थी। इसे लेकर पीएम नरेंद्र मोदी समेत पूरी भाजपा ही चुनावी माहौल में हमलावर है। इस बीच अर्थशास्त्री गौतम सेन का कहना है कि राहुल गांधी का संसाधनों के पुनर्वितरण का फॉर्मूला भारत में काम नहीं करेगा। उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, 'यह भारत में काम नहीं करेगा। यहां बड़ी दौलत वाले बहुत कम लोग हैं। इसके बाद जो हैं भी, उन लोगों ने अपनी पूंजी को कारोबार में लगा रखा है। यदि उस पूंजी को सरकार अधिग्रहित करे या फिर 55 फीसदी तक का विरासत टैक्स वसूला जाए तो धंधा ही रुक जाएगा।'
    गौतम सेन ने आगे कहा, 'ऐसी स्थिति में कारोबार ही ठहर जाएगा। आपको उनकी संपत्ति के लिए कारोबार ही खत्म कराना होगा।' उन्होंने कहा कि मेरा पॉइंट है कि देश की 0.5 फीसदी आबादी से टैक्स वसूलने के लिए आप बड़े पैमाने पर कारोबारों को नुकसान पहुंचाएंगे और इससे उन गरीब लोगों को ही नुकसान होगा, जो उस पर निर्भर हैं। सेन ने कहा कि बीते 10 सालों में ग्रोथ हुई है और हमने संसाधनों का बेहतर बंटवारा किया है। उनका इशारा लोगों के गरीबी से ऊपर उठने पर था। 
    दरअसल अमेरिका में एक कार्यक्रम में सैम पित्रोदा ने कहा था कि यहां विरासत टैक्स लगता है। ऐसी चीज भारत में नहीं है, जिस पर चर्चा हो सकती है। इसे लेकर गौतम सेन ने कहा, 'अमेरिका में कोई विरासत टैक्स नहीं है। वहां एस्टेट ड्यूटी लगती है और गिफ्ट टैक्स है। अमेरिका में 2022 तक मरने वाले लोगों में से महज 0.22 फीसदी के परिजनों ने यह अदा किया था। पूरे अमेरिका में सिर्फ 4000 लोगों पर एस्टेट ड्यूटी लगती है। इसकी वजह यह है कि छूट की लिमिट इतनी ज्यादा है कि कम ही लोग इसके दायरे में आते हैं।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्यप्रदेश में तीसरे चरण में 66.05 प्रतिशत मतदान

    भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मंगलवार को भोपाल, विदिशा, राजगढ़, सागर, बैतूल, गुना, ग्वालियर, मुरैना और भिंड में रात 10 बजे जारी अपडेट के अनुसार  66.05 प्रतिशत मतदान हुआ। चुनाव आयोग के अनुसार यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। इन सीटों पर 2019 में 66.63 प्रतिशत मतदान हुआ था। उससे यह 0.58 फीसदी कम है। मंगलवार को सबसे ज्यादा मतदान राजगढ़ सीट पर 75.39 प्रतिशत हुआ है। जबकि सबसे कम भिंड सीट पर 54.87 प्रतिशत मतदान हुआ है। प्रदेश में तीसरे चरण में मतदान प्रतिशत पहले दो चरणों के मुकाबले बढ़ने का कारण कैंडिडेंट, कार्यकर्ता और कार्यक्रम तीन 'क' फैक्टर बताए जा रहे हैं। इस बार इन नौ सीटों में से चार विदिशा, गुना, ग्वालियर और भिंड में 2019 के मुकाबले 0.45 से 8.3 फीसदी तक मतदान बढ़ा है। हालांकि, भोपाल में 12.1 फीसदी की गिरावट आई है, जो चौंकाने वाली है।
    प्रदेश की तीसरे चरण की नौ सीटों पर मतदान में विदिशा सीट पर पिछली बार की तुलना में 8.35 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इस बार 74.05% मतदान हुआ। जबकि 2019 में 65.70 फीसदी मतदान हुआ था। हालांकि, 9 सीटों में सबसे ज्यादा मतदान राजगढ़ में 75.39 प्रतिशत हुआ है, लेकिन वह भी 2019 के 79.46 से करीब चार प्रतिशत कम है। वहीं, तीसरे नंबर पर बैतूल में 72.65% मतदान हुआ, यह पिछली बार के 78.15 की तुलना में करीब 5.5 प्रतिशत कम है। गुना में 71.95 प्रतिशत मतदान हुआ है, जो पिछली बार के 70.32 प्रतिशत की तुलना के करीब 1.63 फीसदी ज्यादा है। सागर में 65.19% मतदान हुआ है, यहां पिछली बार 65.51% मतदान हुआ था, इसमें मामूली कमी आई है। भोपाल में इस बार 62.29 प्रतिशत मतदान हुआ है, जबकि 2019 में यहां 74.39 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस तरह यहां 12 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं, ग्वालियर में भी 61.68% मतदान हुआ, जो कि पिछली बार के 59.78 प्रतिशत से 1.9 फीसदी ज्यादा है। मुरैना में 58.22 प्रतिशत मतदान हुआ, जो कि पिछली बार के 61.89 प्रतिशत से करीब 3.67 प्रतिशत कम है। वहीं, भिंड में पिछली बार की तरह ही सबसे कम मतदान 54.87 प्रतिशत हुआ है, जबकि पिछली बार यहां पर 54.42 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार .45 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 
    साभार अमर उजाला

  • PM मोदी अहमदाबाद के निशान हायर सेकेंडरी स्कूल में किया मतदान, भीड़ में बच्चे को दुलारा

    अहमदाबाद।  लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की 93 सीटों पर आज मतदान हो रहा है। इसमें गुजरात की 25, उत्तर प्रदेश की 10, महाराष्ट्र की 11, कर्नाटक की 14 सीटें शामिल हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मतदाताओं से रिकॉर्ड संख्या में मतदान करने की अपील की। उन्होंने अहमदाबाद के निशान हायर सेकेंडरी स्कूल में मतदान किया। तीसरे चरण मे अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद मतदान केंद्र से बाहर आकर पीएम मोदी ने बच्चों के साथ मस्ती भी की। उन्होंने बच्चे को अपनी गोद में लेकर दुलारा। मतदान केंद्र से बाहर आकर पीएम मोदी ने मीडिया से भी बात की।
    मीडिया से बात करने के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी प्रधानमंत्री मोदी के साथ वहां मौजूद थे। इस दौरान पीएम मोदी ने सभी से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की अपील की है। पीएम मोदी ने कहा, "ये जो लोग दिन-रात दौड़ कर रहे हैं, अपने स्वास्थ्य की भी चिंता कीजिए। मीडिया की प्रतियोगिता भी इतनी है कि आपको समय से आगे दौड़ना पड़ता है। मैं तो यही प्रार्थना करुंगा अपने पुराने साथियों से की अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखिए और पानी ज्यादा पीजिए। इससे स्वास्थ्य बेहतर रहेगा और एनर्जी भी बनी रहती है।"
    पीएम मोदी ने लोगों से अपने मताधिकार का प्रयोग करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, "आज तीसरे चरण का मतदान है। मैं देशवासियों को विशेष रूप से आग्रह करुंगा कि लोकतंत्र में मतदान एक सामान्य दान नहीं है। हमारे देश में दान का एक महात्मय है। उसी भाव से देशवासी ज्यादा से ज्यादा मतदान करें। आज तीसरे चरण का मतदान है। अभी तीन सप्ताह और मतदान चलेगा। मतदान के चार दौर आगे भी हैं। मेरा गुजरात में मतदान के नाते यही एक रेगुलर जगह है जहां से मैं मतदान करता हूं। अमित भाई यहां भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।" 
    साभार अमर उजाला

  • दिल्ली के उम्मीदवारों में मनोज तिवारी सबसे अमीर, कन्हैया कुमार के पास 10 लाख की संपत्ति

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के तहत 25 मई को राजधानी दिल्ली में मतदान होना है. इस बीच चुनावी हलफनामे से पता चला है कि बीजेपी के टिकट पर तीसरी बार उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे मनोज तिवारी सबसे अमीर प्रत्याशी हैं. उनके पास 28.05 करोड़ रुपये की संपत्ति है.
    मनोज तिवारी के चुनावी हलफनामे के मुताबिक, उनकी आय 4.25 लाख रुपये है. उन्होंने अपनी आय का स्रोत सांसदी के अलावा गाने और एक्टिंग को बताया है. 
    2022-2023 के आयकर रिटर्न के मुताबिक, मनोज तिवारी के बाद दक्षिण दिल्ली से बीजेपी उम्मीदवार रामवीर सिंह बिधूड़ी (71) दूसरे सबसे अमीर प्रत्याशी हैं. इनकी कुल संपत्ति 21.08 करोड़ रुपये हैं. बिधूड़ी ने चुनावी हलफनामे में अपनी कुल आय 14.93 लाख रुपये बताई है.
    दिल्ली के चुनावी रण में उतरे तीसरे सबसे अमीर उम्मीदवार पश्चिमी दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महाबल मिश्रा (69) हैं. उन्होंने चुनावी हलफनामे में अपनी संपत्ति 19.93 करोड़ रुपये बताई है. 
    पूर्व विदेश मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज (40) बीजेपी के टिकट पर नई दिल्ली लोकसभा सीट से प्रत्याशी हैं. चुनावी हलफनामे के मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति 19 करोड़ रुपये है. इस तरह से वह दिल्ली के सबसे अमीर प्रत्याशियों की लिस्ट में चौथे स्थान पर हैं.
    बांसुरी स्वराज के हलफनामे के मुताबिक, उनके पास मर्सिडीज बेन्ज सहित दो लग्जरी गाड़ियां हैं. उनके पास दिल्ली के दो पॉश इलाकों में तीन फ्लैट हैं. स्वराज ने अपने हलफनामे में बताया कि उनकी आय 68.28 लाख रुपये है. वह पेशे से वकील भी हैं, जिन्होंने 2007 में लंदन से लॉ की डिग्री ली है. 
    इसके बाद आम आदमी पार्टी छोड़कर बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम चुके नेता राजकुमार आनंद पांचवें सबसे अमीर उम्मीदवार हैं उनकी कुल संपत्ति 17.87 करोड़ रुपये है. नई दिल्ली लोकसभा सीट से उम्मीदवार राजकुमार आनंद के हलफनामे के मुताबिक, उनके पास 51 लाख रुपये के वाहन हैं. 
    कितनी हैं कन्हैया कुमार की संपत्ति?
    उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से मनोज तिवारी के खिलाफ चुनावी मैदान में कांग्रेस के कन्हैया कुमार हैं, जिनकी कुल संपत्ति 10.65 लाख रुपये है. उन्होंने 2019 में जेएनयू से पीएचडी की डिग्री ली है. 
    पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार कमलजीत सहरावत ने चुनावी हलफनामे में अपनी चल संपत्ति 1.30 करोड़ रुपये और अचल संपत्ति 27.60 लाख रुपये बताई है. 
    बीजेपी के टिकट पर चांदनी चौक से उम्मीदवार प्रवीण खंडेलवाल (64) की कुल संपत्ति 6.62 करोड़ रुपये है. 2022-2023 के आयकर रिटर्न के मुताबिक, उन्होंने अपनी आय 4.56 लाख रुपये बताई है.
    कांग्रेस के टिकट पर दिल्ली की उत्तर पश्चिम सीट से उम्मीदवार उदित राज (66) की आय लगभग एक करोड़ रुपये बताई है. उनके पास 5.54 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है. 

    साभार आज तक

  • सिरपोई डैम की मांग को लेकर रोझानी के ग्रामीणों ने लिया चुनाव बहिष्कार का निर्णय

    आगर-मालवा। आगर-मालवा में सिंचाई के पानी के लिए परेशान हो रहे बड़ोद विकास खंड के ग्राम रोझानी के ग्रामीणों द्वारा डैम की मांग को लेकर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में रविवार रात को ग्रामीणों की एक बैठक आयोजित हुई और बैठक में ग्रामीणों ने गांव की समस्या को शासन-प्रशासन तक पहुंचाने के लिहाज से लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं करने का निर्णय लिया।
    बड़ोद क्षेत्र के ग्राम रोझानी, मल्लुपुरा, देवली, सिरपोई, रोझाना और फतेहगढ़ सहित आसपास के लगभग 15 गांव में सिंचाई के लिए नदी तालाब की कोई व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण अन्नदाता किसानों को कई वर्षों से पानी के लिए समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सिरपोई डैम नहीं बनने के कारण ग्राम रोझानी के ग्रामीणों द्वारा सामूहिक रूप से लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।
    गांव की महिलाओं का कहना है कि पहले हमारी मांगें पूरी होंगी, उसके बाद ही हम चुनाव में वोट डालने जाएंगे। हमारे गांव में पीने और सिंचाई के लिए पानी की बहुत ज्यादा कमी है। यहां नदी तथा तालाब की भी कोई व्यवस्था नहीं है। हमारे कुएं और बोरवेल भी जल्द सुख जाते हैं तथा गांव का जल स्तर भी बहुत नीचे है। समीप के गांव सीरपोई डैम की स्वीकृति लंबे समय से अटकी हुई है। हर बार चुनाव आते हैं और नेता बड़ी-बड़ी बातें और वादे करके चले जाते हैं। जमीनी स्तर पर कोई भी काम नहीं हो रहा है, न ही कोई वादे जनप्रतिनिधि पूरे कर रहे हैं। शासन-प्रशासन डैम की स्वीकृति के लिए लंबे समय से आनाकानी कर रहा है। जिले में कई डैम को स्वीकृति मिल चुकी है। वहीं, सिरपाई डैम कई वर्षों से फाइलों में अटका हुआ है। शीघ्र ही सिरपोई डैम को स्वीकृति मिले।
    साभार अमर उजाला

  • देशभर के कुलपतियों ने राहुल गांधी के बयान पर जताई आपत्ति, खुला खत लिख दिया जवाब

    नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देश के विश्वविद्यालयों में नियुक्ति को लेकर आरोप लगाया था कि आरएसएस के लोगों को ही भरा जा रहा है। खासतौर पर कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर राहुल गांधी ने कहा था कि इसके लिए योग्यता नहीं बल्कि आरएसएस से जुड़ाव के आधार पर फैसला हो रहा है। अब इस मामले पर देश के 181 शिक्षाविदों और कुलपतियों ने खुला खत लिखकर राहुल गांधी को जवाब दिया है। कुलपतियों की ओर से लिखे पत्र में कहा गया है, 'हमें राहुल गांधी के ट्वीट्स और बयानों से यह पता चला है कि वह अफवाह फैला रहे हैं कि देश के विश्वविद्यालयों में मेरिट के आधार पर नहीं बल्कि आरएसएस से रिश्तों पर भर्ती हो रही है।'
    कुलपतियों ने राहुल गांधी के इस बयान पर आपत्ति जताते हुए लिखा, 'कुलपतियों की एक बेहद सख्त, पारदर्शी प्रक्रिया के तहत नियुक्ति की जाती है। इसके लिए यह देखा जाता है कि संबंधित व्यक्ति की अकादमिक योग्यता क्या है। प्रशासनिक कुशलता कितनी और यूनिवर्सिटी को आगे बढ़ाने के लिए क्या विजन रखता है। हम लोगों का एक पेशेवर अनुभव होता है और अकादमिक योग्यता भी मायने रखती है। चयन प्रक्रिया में इसका ध्यान रखा जाता है।' पत्र में कहा गया कि हम उन सभी लोगों से कहते हैं कि ऐसी काल्पनिक बातें न करें। बिना किसी तथ्य के ही भ्रम न फैलाएं। 
    शिक्षाविदों ने कहा कि ऐसी अफवाहों को फैलाने से शिक्षा का माहौल खराब होता है। कुलपतियों ने लिखा, 'हम मेरिटोक्रेसी में यकीन रखते हैं। उच्च शिक्षा के लिए यही जरूरी है।' बीते कुछ सालों में भारतीय यूनिवर्सिटीज की रैंकिंग में सुधार का हवाला देते हुए कुलपतियों ने लिखा कि बीते कुछ सालों में अद्भुत बदलाव आया है। अब हमारी यूनिवर्सिटीज की ग्लोबल रैंकिंग अच्छी हुई है। शिक्षाविदों का कहना है कि राहुल गांधी ने इस तरह का बयान देकर उच्च शिक्षण संस्थानों को बदनाम किया है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि उसका राजनीतिक फायदा उठा सकें।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती का पुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने से इनकार

    पुरी. ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती ने चुनाव प्रचार के लिए पार्टी से पर्याप्त फंड नहीं मिलने का हवाला देते हुए अपना टिकट लौटा दिया है. उन्होंने कहा, 'मैंने चुनाव लड़ने के लिए पब्लिक फंडिंग का सहारा लिया... अपने कैम्पेन में कम से कम खर्च करने का प्रयास किया, इसके बावजूद मैं आर्थिक रूप से संघर्ष करती रही और एक प्रभावशाली चुनाव प्रचार अभियान को कायम नहीं रख सकी.'
    सुचारिता मोहंती ने कहा, 'मुझे पार्टी से फंड देने से इनकार कर दिया गया. विधानसभा क्षेत्रों में कमजोर उम्मीदवारों को टिकट दिया गया. भाजपा और बीजद पैसे के पहाड़ पर बैठे हैं. यह मेरे लिए मुश्किल था. हर जगह धन का अश्लील प्रदर्शन हो रहा है. मैं उस तरह प्रतिस्पर्धा नहीं करना चाहती. मैं एक पीपल-ओरिएंटेड कैम्पेन चाहती थी लेकिन धन की कमी के कारण यह भी संभव नहीं था. कांग्रेस भी इसके लिए जिम्मेदार नहीं है. भाजपा सरकार ने पार्टी को पंगु बना दिया है. खर्चों पर काफी तरह का प्रतिबंध है. मुझे पुरी में जनता का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा था. वे बदलाव चाहते हैं.'
    साभार आज तक 

  • इमरती देवी पर दिए गए अभद्र बयान के बाद PCC चीफ पटवारी पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार

    भोपाल। लोकसभा चुनाव के बीच इमरती देवी पर दिए गए अभद्र बयान के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। एक तरफ महिला विरोधी बयानबाजी को लेकर भाजपा नेता पटवारी और कांग्रेस पर हमलावर हैं। वहीं, दूसरे तरफ पटवारी पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। ग्वालियर एडिशनल एसपी निरंजन शर्मा ने कहा कि मामले की विवेचना की जा रही है। अगर, मामला सही पाया जाता है तो जीतू पटवारी की गिरफ्तारी भी की जाएगी।
    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का 16 सेकेंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें मीडिया द्वारा पूर्व मंत्री इमरती देवी को लेकर पूछे गए सवाल पर जीतू पटवारी हंसते हुए विवादित बात कह रहे थे। 
    कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के बयान पर केंद्रीय मंत्री और गुना से भाजपा उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष द्वारा घटिया बयान दिया गया है। यह महिलाओं के प्रति कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और कांग्रेस पार्टी की मानसिकता को दिखाता है। प्रदेश की महिलाएं आने वाले दिनों में कांग्रेस को इसका जवाब देंगी।
    कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पटवारी के बयान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी उन हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि भाजपा महिलाओं का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी। पटवारी ने भाजपा नेत्री इमरती देवी के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी की गई है, जिसका हम विरोध करेंगे। जीतू पटवारी जहां जाएंगे वहां भाजपा और महिला मोर्चा की कार्यकर्ता उन्हें काले झंडे दिखाएंगी। 
    विवाद बढ़ने और वीडियो वायरल होने के बाद जीतू पटवारी ने अपने  बयान पर माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था- गुरुवार को मैं ग्वालियर में था। वहां एक ऑडियो को लेकर पत्रकारों ने सवाल किया, मेरी भावना केवल सवाल को टालने की थी। उस संदर्भ में मैंने जो वक्तव्य दिया उसको तोड़-मरोड़कर गलत प्रस्तुत कर दिया गया। इमरती देवी मेरी बड़ी बहन हैं, और बड़ी बहन मां जैसी होती है। मेरे बयान से किसी की भी भावना को ठेस पहुंची हो तो मैं माफी चाहता हूं।
    साभार अमर उजाला

  • अशोक नगर में बोले यूपी के सीएम योगी - कांग्रेस का विरासत टैक्स औरंगजेब का जजिया कर

    भोपाल। मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान सात मई को होना है। प्रचार के आखिरी दिनों में भाजपा जोर-शोर से जुटी हुई है। आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अशोकनगर जिले के दौरे पर हैं। वे गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट के भाजपा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में सभा  को संबोधित किया।  
    सभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि जब मैं अशोक नगर के इस मंच से बोल रहा हूं मुझे ठीक सामने रामलला का मंच भी दिखाई दे रहा है। राम लला का यह मंच हम सबको प्रभु श्रीराम की लीलाओं से तो जोड़ता ही है, लेकिन हम सबको संत तुलसीदास जी के साथ भी जोड़ता है। जिन्होंने मुगलों के शासनकाल में देश की आजादी के लिए रामलीलाओं की परंपराओं को आगे बढ़ाया था। सीएम योदी ने कहा कि उस समय कुछ लोगों ने तुलसीदास जी से कहा था कि आप भी अकबर से मिल लो, वे आपको अपने नवरत्नों में शामिल करेंगे। तब तुलसीदास जी ने कहा था में अकबर को नहीं जानता, मैं किसी राजा को नहीं जानता, मेरा तो एक ही राजा है और वो हैं राम। उस दौर में तुलसीदास जी ने राजा रामचंद्र की जय... का नारा दिया था। 
    सीएम योगी ने कहा कि 500 साल के इंतजार के बाद अयोध्या में रामलला मंदिर में विराजमान हुए हैं। राम जन्मभूमि आंदोलन के इतिहास का संघर्ष बहुत पुराना है। राम लला के मंदिर को बनाने के लिए राजमाता पूरे समय अयोध्या आंदोलन से जुड़ी रहीं। देश, समाज और जनता के लिए राजमाता के मन में बहुत वात्सल्य था। वो सचमुच राजमाता थीं।
    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के बाद से देश में 2014 तक सिर्फ 74 एयरपोट थे, लेकिन पांच साल के अंदर यह आंकड़ा 150 पहुंच गया है। सिंधिया जी ने पीएम मोदी के सपने को साकार कर दिया है कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई यात्रा करेगा। हमारा सारथी तो ऐसा ही होना चाहिए जो देश को विकास की ओर ले जाए।       
    योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चारो ओर एक ही स्वर है कि फिर एक बार मोदी सरकार। लोगों से पूछा जाता है कि मोदी सरकार क्यों चाहिए? तो लोग कहते हैं कि विकास के साथ-साथ सब कुछ होगा लेकिन 'जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे'... यह संकल्प जो देश में दिख रहा है वो अभूतपूर्व है। 
    साभार अमर उजाला

     

  • रायबरेली के लिए माने राहुल गांधी, आज भरेंगे नामांकन

    लखनऊ। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी से तौबा कर लिया है। अब वह रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे, जबकि अमेठी से सोनिया गांधी के प्रतिनिधि किशोरी लाल शर्मा मैदान में उतरेंगे। अमेठी और रायबरेली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार को लेकर लंबे समय से चल रहा असमंजस शुक्रवार सुबह खत्म हुआ। पार्टी के महासचिव के सी वेणुगोपाल ने दोनों सीट पर उम्मीदवार घोषित कर दिया है। इसमें अमेठी से किशोरी लाल शर्मा और रायबरेली से राहुल गांधी चुनाव लड़ेंगे। राहुल गांधी के लिए पार्टी ने अमेठी से ज्यादा रायबरेली को सुरक्षित माना है। क्योंकि यह सीट अभी तक कांग्रेस के पास ही है। 
    अमेठी और रायबरेली सीट पर नामांकन की आखिरी तारीख आज है। रायबरेली से राहुल गांधी और अमेठी से केएल शर्मा आज ही नामांकन करेंगे। कांग्रेस ने अमेठी और रायबरेली के प्रत्याशियों के बारे में समाजवादी पार्टी को सूचित कर दिया है। कांग्रेस ने अमेठी और रायबरेली में सपा के स्थानीय पदाधिकारियों को नामांकन में शामिल होने का न्यौता दिया है।
    कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को यूपी से चुनाव लड़ने के लिए पार्टी नेताओं को लंबे समय तक मान मन्नौवल करना पड़ा। सूत्रों का कहना है कि वह उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे। यही वजह है कि इन दोनों सीटों पर पार्टी के नेता भी कुछ भी कहने से बचते रहे। कल देर रात कोई बैठक में राहुल गांधी ने अमेठी से चुनाव लड़ने से साफ इनकार कर दिया। ऐसे में उन्हें विरासत का हवाला देकर रायबरेली के लिए मनाया गया। पार्टी नेताओं का मानना है कि विपरीत परिस्थितियों में भी रायबरेली की जनता ने कांग्रेस का हाथ नहीं छोड़ा था। अभी भी वहां पार्टी को लेकर उत्साह है। यह कांग्रेस के लिए प्रदेश की सबसे सुरक्षित सीट है। इस वजह से इस सीट को नही छोड़ा जा सकता है। इस पर राहुल ने हामी भरी।
    साभार अमर उजाला

  • अमेठी-रायबरेली से चुनाव न लड़ने पर प्रियंका गांधी की आई पहली प्रतिक्रिया

    नई दिल्ली. सबसे बड़ा चुनावी सस्पेंस कांग्रेस पार्टी ने खत्म कर दिया है. गांधी परिवार के पुराने गढ़ रहे अमेठी और रायबरेली से उम्मीदवारों की लिस्ट आ गई है. अमेठी से के.एल. शर्मा चुनाव लड़ेंगे तो रायबरेली से राहुल गांधी. पहले प्रियंका गांधी के भी इन दोनों सीटों में से किसी एक से चुनाव लड़ने की चर्चा थी, लेकिन लिस्ट से सबकुछ क्लियर हो गया. वे चुनाव क्यों नहीं लड़ीं इस सवाल पर प्रियंका गांधी की पहली प्रतिक्रिया आ गई है.
    अमेठी पहुंची प्रियंका गांधी ने फुर्सतगंज एयरपोर्ट पर सवाल के जवाब में कहा- 'किसी को संचालन भी तो करना है...'. प्रियंका गांधी ने अमेठी से के.एल. शर्मा को सही च्वाइस बताया और कहा कि वे लंबे समय से अमेठी का कामकाज संभालते रहे हैं. उन्हें यहां के हर इलाके और हर गली की पूरी जानकारी है.
    राहुल गांधी और के.एल. शर्मा के नामांकन के लिए पहुंचीं प्रियंका गांधी पहले अमेठी पहुंचीं. प्रियंका ने लोगों से कहा कि के.एल. शर्मा लंबे समय से यहां काम करते रहे हैं. उन्हें मौका दीजिए. गौरतलब है कि नामांकन के आखिरी दिन इन दोनों सीटों पर कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है. आज ही 3 बजे तक नामांकन का समय है.
    प्रियंका गांधी ने किशोरी लाल शर्मा के अमेठी से चुनाव लड़ने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा,'किशोरी लाल शर्माजी से हमारे परिवार का वर्षों का नाता है. अमेठी, रायबरेली के लोगों की सेवा में वे हमेशा मन-प्राण से लगे रहे. उनका जनसेवा का जज्बा अपने आप में एक मिसाल है.'
    प्रियंका गांधी ने आगे कहा,'आज खुशी की बात है कि किशोरी लाल जी को कांग्रेस पार्टी ने अमेठी से उम्मीदवार बनाया है. किशोरी लाल जी की निष्ठा और कर्तव्य के प्रति उनका समर्पण अवश्य ही उन्हें इस चुनाव ने सफलता दिलाएगा.' 
    साभार आज तक

  • विदिशा में मामा और दादा के बीच जंग, कांग्रेस ने शिवराज सिंह के सामने पूर्व सांसद प्रताप भानू शर्मा पर खेला दांव

    विदिशा। मध्यप्रदेश की सबसे प्रतिष्ठित सीटों में से एक, भारतीय जनता पार्टी के गढ़ के नाम से प्रचलित विदिशा यूं तो इस बार पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम भाजपा प्रत्याशी घोषित होने के बाद से ही सबकी नजरों में थी, लेकिन कांग्रेस ने यहां से एक बार फिर पूर्व सांसद प्रताप भानु शर्मा पर दांव खेल कर इसे और चर्चाओं का केंद्र बना दिया।
    चार बार इस संसदीय क्षेत्र से सांसद रह चुके चौहान जहां पूरे राज्य में 'मामा' के नाम से पहचाने जाते हैं, वहीं शर्मा ने सांसद रहते हुए पूरे संसदीय क्षेत्र में 'दादा' के नाम से पहचान बनाई है। ऐसे में अब ये चुनाव मामा और दादा के बीच की जंग का सामना कर रहा है। ये संसदीय क्षेत्र इसके पहले भी अपने दिग्गज प्रत्याशियों के चलते देश भर में सुर्खियां बटोर चुका है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस संसदीय क्षेत्र का संसद में प्रतिनिधत्वि कर चुके हैं। 
    लगभग तीन दशक से भी ज्यादा समय से भाजपा का अभेद किला बने हुए इस क्षेत्र में पिछले चुनाव में पार्टी प्रत्याशी रमाकांत भार्गव ने लगभग पांच लाख से भी अधिक मतों से कांग्रेस प्रत्याशी शैलेद्र पटेल को पराजित किया था। ऐसे में अब सबकी निगाहें इस बार यहां से जीतने वाले प्रत्याशी और उनकी जीत के अंतर पर टिकी हुई हैं। 
    विदिशा लोकसभा में आठ विधानसभाएं हैं, जिनमें भोजपुर, सांची, सिलवानी, विदिशा, बासौदा, बुधनी, इछावर और खातेगांव शामिल हैं। इनमें से सिलवानी को छोड़कर अन्य सभी पर वर्तमान में भाजपा का कब्जा है। विदिशा लोकसभा सीट में रायसेन, विदिशा, सीहोर और देवास जिले के हिस्सों को शामिल किया गया है। 
    ये क्षेत्र सांची के स्तूपों के चलते देश-दुनिया में विख्यात है। वहीं भोजपुर का विशाल शिव मंदिर अपने ऐतिहासिक महत्व के चलते देश के चुनिंदा शिव मंदिरों में शामिल है। समूचे लोकसभा क्षेत्र में भाजपा की ओर से प्रचार का मैदान चौहान ने स्वयं संभाला हुआ है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान चौहान की राज्य भर में लोकप्रियता के बाद अब वे लगातार स्थान-स्थान पर न केवल अपने ही संसदीय क्षेत्र में महिलाओं के बीच चुनाव प्रचार करते देखे जा रहे हैं, बल्कि कई बार दूसरे संसदीय क्षेत्रों में भी उन्हें दूसरे प्रत्याशियों के लिए वोट की अपील करते हुए भी देखा जा रहा है। 
    वहीं, कांग्रेस की ओर से शर्मा स्वयं चुनाव की कमान संभाले हुए हैं। दोनों ही दलों की ओर से इस संसदीय क्षेत्र में अब तक किसी राष्ट्रीय स्तर के नेता की कोई चुनावी सभा नहीं हुई है। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने होशंगाबाद संसदीय क्षेत्र के पिपरिया में की अपनी चुनावी सभा के दौरान मंच पर उपस्थित चौहान को विदिशा संसदीय क्षेत्र से भारी मतों से जिताने की मतदाताओं से अपील की थी। 
    अपेक्षाकृत ग्रामीण मानी जाने वाली इस लोकसभा सीट पर कुल 19 लाख 19 हजार 785 मतदाता हैं, जिनमें से 9 लाख 96 हजार 48 पुरुष और 9 लाख 23 हजार 689 महिलाएं हैं। अन्य मतदाताओं की संख्या 48 है। यहां सात मई को मतदान होना है। यहां से कुल 13 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कट सकता है बृजभूषण सिंह का टिकट, कैसरगंज से बेटे की उम्मीदवारी पर बन सकती बात

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव में तीसरे चरण का प्रचार आखिरी दौर में है. इस बीच, यूपी की चर्चित कैसरगंज लोकसभा सीट पर बीजेपी के टिकट को लेकर बड़ी खबर है. यहां बाहुबली सांसद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट कट सकता है. उनकी जगह छोटे बेटे करन भूषण सिंह की उम्मीदवारी पर सहमति बन सकती है. बड़े बेटे प्रतीक पहले ही बीजेपी से विधायक हैं. 
    सूत्रों का कहना है कि बीजेपी आलाकमान की बृजभूषण शरण सिंह से कैसरगंज लोकसभा के उम्मीदवार को लेकर फोन पर बात हुई है बृजभूषण के छोटे बेटे को कैसरगंज से पार्टी लोकसभा का टिकट दे सकती है. बृजभूषण शरण सिंह कैसरगंज से मौजूदा सांसद हैं, लेकिन महिला पहलवानों से यौन शोषण के आरोपों की वजह से उनके टिकट को लेकर लंबे समय से सस्पेंस बना हुआ है.
    इससे पहले टिकट काटे जाने की अटकलों पर बृजभूषण ने पार्टी हाईकमान से कहा था कि मेरी गलती क्या है. इससे पहले टिकट में देरी पर बृजभूषण ने कहा था, पार्टी नेतृत्व को पता है कि इस सीट पर बीजेपी मजबूत है. टिकट के लिए एक दावेदार मैं भी हूं. लेकिन अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान को लेना है. पार्टी तय करेगी कि उम्मीदवार कौन होगा.
    हालांकि, बाद में पार्टी हाईकमान और बृजभूषण के बीच दिल्ली में भी बातचीत हुई और अब बेटे के टिकट को लेकर फॉर्मूले पर सहमति बन गई है. बृजभूषण का कैसरगंज के अलावा आसपास की तीन-चार सीटों पर खासा प्रभाव है.
    साभार आज तक

  • राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने की संभावना

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए दो चरणों की वोटिंग संपन्न हो चुकी है। पांचवें चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 3 मई हो। हालांकि, अभी तक कांग्रेस पार्टी ने अमेठी और रायबरेली के लिए अपने कैंडिडेट के नाम की घोषणा नहीं की है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, आज इन दोनों सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी। कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने इसके लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अधिकृत किया है। आपको बता दें कि दोनों ही सीटों पर 20 मई को मतदान होना है।
    सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक, गांधी परिवार से कोई एक ही व्यक्ति चुनाव लड़ेगा। रायबरेली सीट छोड़ चुकी सोनिया गंधी राज्यसभा के रास्ते संसद तक पहुंची हैं। उनकी सीट को लेकर प्रियंका गांधी के नाम की खूब चर्चा हो रही है। हालांकि, उन्होंने खुद इससे इनकार कर दिया है। प्रियंका ने कहा है कि वह लोकसभा चुनाव में कांग्रेस कैंडिडेट के लिए सिर्फ प्रचार करना चाहती हैं। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी भी रायबरेली सीट से चुनाव लड़ने की इच्छुक हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ वंशवाद की राजनीति का मुद्दा उठाने के मद्देनजर राहुल गांधी इस विचार के पक्ष में नहीं हैं। राहुल भी नहीं चाहते हैं कि गांधी परिवार के तीनों सदस्य सांसद बनें।
    अमेठी और रायबरेली गांधी-नेहरू परिवार के पारंपरिक क्षेत्र माने जाते हैं क्योंकि इस परिवार के सदस्यों ने कई दशकों तक इन सीट का प्रतिनिधित्व किया है। सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने की संभावना है, लेकिन इस संबंध में गांधी परिवार द्वारा अंतिम फैसला लिया जाना अभी बाकी है। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों सीटों पर उम्मीदवार के नामों पर चर्चा के लिए बुधवार को एक बैठक हुई थी लेकिन कोई फैसला नहीं हुआ।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कोविशील्ड विवाद के बाद हटाई गई वैक्सीन सर्टिफिकेट से प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर? स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया

    नई दिल्ली। भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 वैक्सीन के सर्टिफिकेट में बड़ा बदलाव किया है। सरकार ने कोविन सर्टिफिकेट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर हटा दी है। इससे पहले उनकी तस्वीर को प्रमुखता से जगह दी गई थी और लिखा गया था- 'साथ मिलकर, भारत कोरोना को हरा देगा।' एक तरह से सरकार ने टीकाकरण के श्रेय पीएम मोदी को दिया था। कुछ लोगों का दावा है कि वैक्सीन बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा यूके की अदालत में इसके साइड इफेक्ट्स की बात कबूल करने के बाद यह कदम उठाया गया है।
    कोविशील्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स के तौर पर थ्रोम्बोसिस के साथ थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) की चर्चा के बाद लोग कोविन ऐप पर अपने टीकाकरण का स्टेटस चेक कर रहे हैं। इस दौरान उन्हें वहां पीएम मोदी की तस्वीर देखने को नहीं मिली। अंग्रेजी अखबार 'द हिंदू' ने अपनी एक रिपोर्ट में यह बात कही है। 
    माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स पर लोग इसको लेकर तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं। एक्स संदीप मनुधाने ने कहा, "मोदी जी अब कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट पर नजर नहीं आएंगे। बस जांचने के लिए डाउनलोड किया है। उनकी तस्वीर चली गई है।" इरफ़ान अली ने खुद को कांग्रेस का पदाधिकारी बताते हुए लिखा, “हां, मैंने अभी चेक किया और पीएम मोदी की तस्वीर गायब हो गई है। उनकी तस्वीर के बजाय केवल क्यूआर कोड है।”
    इस मामले पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का बयान सामने आया है। विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को 'दिप्रिंट' को बताया कि मौजूदा लोकसभा चुनावों को लेकर जारी आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर वैक्सीन सर्टिफिकेट से हटा दिया गया है। गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी की तस्वीर कोविड टीकाकरण सर्टिफिकेट से हटाई गई हो।
    इससे पहले साल 2022 में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान भी उनकी तस्वीर हटा दी गई थी। चुनाव आयोग के आदेश पर यह कदम उठाया गया था।
    वैक्सीन सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की तस्वीर छापने को लेकर 2021 में विवाद छिड़ गया था। यह मामला केरल हाईकोर्ट तक पहुंचा था। इसके विरोध में कहा गया था कि अन्य देशों में पीएम की तस्वीर नहीं छपी है। इसके जवाब में न्यायमूर्ति पीवी कुन्हिकृष्णन ने कहा था, "उन्हें अपने प्रधानमंत्रियों पर गर्व नहीं हो सकता है, हमें अपने प्रधानमंत्री पर गर्व है।"
    कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया है। कांग्रेस ने मांग की है कि जिन लोगों की कोरोना वायरस के खिलाफ कोविशील्ड वैक्सीन लेने के बाद दिल का दौरा पड़ा या किसी दूसरे कारण से मौत हो गई, उनके परिजनों को इसकी जांच करानी चाहिए। उन्हें मुआवजा दिया जाए।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • प्रियंका गांधी नहीं लड़ेंगी लोकसभा चुनाव! केवल चुनाव प्रचार करेंगी

    नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश की दो हाई प्रोफाइल सीटों रायबरेली और अमेठी पर सस्पेंस बरकरार है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी. वह केवल चुनाव प्रचार करेंगी. 
    वहीं, राहुल गांधी के अमेठी या रायबरेली से चुनाव लड़ने पर कल तक फैसला आ सकता है. इससे पहले खबर थी कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अमेठी और रायबरेली सीटों से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. कहा जा रहा था कि इन सीटों पर उम्मीदवारी के ऐलान से पहले प्रियंका और राहुल अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन कर सकते हैं. इससे पहले कहा जा रहा था कि अमेठी और रायबरेली जाने से पहले राहुल और प्रियंका अयोध्या जा सकते हैं, जहां वे रामलला के दर्शन करेंगे.
    साभार आज तक

  • संविधान और आरक्षण को लेकर झूठ फैला रही, पीएम मोदी ने कांग्रेस पर लगाया आरोप

    सोलापुर। पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह संविधान और आरक्षण को लेकर झूठ फैला रही है। उन्होंने महाराष्ट्र के सोलापुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि ओबीसी प्रतिनिधित्व के नाम पर ये लोग झूठ फैला रहे हैं। इनकी सच्चाई सामने आ गई है तो बौखला गए हैं। आपने देखा होगा कि ये लोग सिर्फ मोदी को गाली दे रहे हैं, इनके पास चुनाव में कोई मुद्दा ही नहीं बचा है। कांग्रेस ने दशकों तक एससी, एसटी और ओबीसी से जिस तरह विश्वासघात किया है, उसके चलते ये लोग उससे नाराज हैं।
    उन्होंने कहा कि अब ये लोग झूठ फैला रहे हैं कि संविधान बदल देंगे और आरक्षण खत्म कर देंगे। मैं पहले ही कह चुका हूं कि खुद बाबासाहेब आंबेडकर चाहें तो संविधान को बदल नहीं सकते। सैकड़ों सालों तक जिनके साथ अन्याय हुआ, हमारे पूर्वजों ने पाप किए होंगे। मेरे लिए यह प्रायश्चित का अवसर है। इसलिए आरक्षण को जितनी ताकत मैं दे सकता हूं, उसके लिए प्रतिबद्ध हूं। मैं आज ज्यादा से ज्यादा सीटें इसलिए मांग रहा हूं कि एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण में खेल न हो सके। पीएम मोदी ने कहा कि इन लोगों ने आरक्षण का बड़ा हिस्सा माइनॉरिटी को देने का खेल खेला है। इसलिए आपसे मैं आशीर्वाद मांगने आया हूं कि मोदी की मजबूत करो।
    महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के 60 सालों के राज में सबसे ज्यादा एससी, एसटी और ओबीसी के परिवारों की ही सबसे ज्यादा हालत खराब रही। गांवों के बाहर झुग्गियों में रहने वाले लोग आखिर कौन हैं? हमारे दलित समुदाय के लोग ही हैं। आज उन लोगों को पहले लाभ मिल रहा है, जो दशकों से पिछड़े हुए थे। हम मानते हैं कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार उन लोगों का है, जो आखिरी पंक्ति में हैं। महात्मा गांधी भी ऐसा ही कहते थे। पीएम मोदी ने कहा कि मुफ्त राशन, बिजली, गैस सिलेंडर और आवास जैसी जरूरतें इन्हीं वर्गों की सबसे ज्यादा थीं। 
    इसलिए हम उन योजनाओं को लाए और बिना किसी भेदभाव के लागू किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि इन स्कीमों से जोड़ने के लिए हमारी समाज घर-घर पहुंची है। प्रधानमंत्री ने इस दौरान कमजोर आर्थिक वर्ग को मिलने वाले EWS आरक्षण का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमने एससी, एसटी और ओबीसी के लोगों का हक मारे बिना ही सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण दिया। इसके खिलाफ कहीं कोई हिंसा नहीं हुई बल्कि दलित नेताओं ने भी स्वागत किया।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पन्नू की हत्या की साजिश पर अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट से भड़क गया भारत, दिया करारा जवाब

    नई दिल्ली। अमेरिका में रह रहे खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में भारतीय अधिकारियों का हाथ था। इसके अलावा कनाडा में खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या भारतीय एजेंट्स ने की थी। अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में ये दावे किए गए हैं। इस पर भारत सरकार ने प्रतिक्रिया दी है और इसे आधारहीन एवं गलत करार दिया है। भारत का कहना है कि ऐसे गंभीर मामले में यह बेहद हल्की और आधारहीन रिपोर्ट पब्लिश हुई है। वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सीआरपीएफ के एक पूर्व अधिकारी के जरिए इस पूरी साजिश को अंजाम दिया गया था। 
    इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल का बयान आया है। उनका कहना है कि इस रिपोर्ट में गैर-वाजिब बातें की गई हैं और उसका कोई आधार नहीं है। उन्होंने कहा कि अमेरिका की ओर से पहले ही इस बारे में बात की गई थी और हमने उस पर एक जांच कमेटी गठित की है। हमने अमेरिका के उन इनपुट्स को भी लिया है, जिसमें उसने कुछ आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा, 'भारत सरकार की ओर से गठित हाई लेवल कमेटी जांच कर रही है। उसने अमेरिका की ओर से दिए सारे इनपुट्स को संज्ञान में लिया है और उनकी सत्यता की जांच हो रही है। ऐसे में इस बीच बेवजह के कयास लगाने और गैरजिम्मेदारीपूर्ण बयान देना ठीक नहीं होगा।'
    अमेरिका की मैनहट्टन कोर्ट में गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के आरोपों को लेकर एक मुकदमा भी चल रहा है। इसके तहत भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर आरोप लगाए गए हैं कि उसके आदेश पर ही हत्या की साजिश रची गई थी। फिलहाल निखिल गुप्ता चेक रिपब्लिक की जेल में है। वहां के कानून मंत्री अमेरिका की ओर से दाखिल की गई प्रत्यर्पण की अर्जी की जांच कर रहे हैं। यदि अर्जी मंजूर होती है तो फिर निखिल गुप्ता को अमेरिका को सौंपा जा सकता है। वहीं भारत सरकार कई बार दोहरा चुकी है कि पन्नू की हत्या की साजिश में भारतीय एजेंट्स का हाथ होने की बातें गलत हैं। यदि ऐसा कुछ है तो ठोस सबूत दिखाए जाएं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अरविंदर सिंह लवली अयोग्य लोगों को कर रहे थे प्रमोट, उदित राज, दीपक बाबरिया का आरोप

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले दिल्ली कांग्रेस दो फाड़ हो गई है. रविवार को पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है. राजकुमार चौहान के बाद अब अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. दिल्ली में AAP के साथ गठबंधन और टिकट बंटवारे का कलह फिलहाल थमता नहीं दिख रहा है. लवली ने AAP के साथ कांग्रेस के गठबंधन और पार्टी उम्मीदवारों कन्हैया कुमार और उदित राज के बयानों की भी आलोचना की है. AICC दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं. इधर, उदित राज और दीपक बाबरिया के बयान भी आ गए हैं. उन्होंने खुलकर लवली को टारगेट पर लिया है.
    अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे गए अपने पत्र में यह भी कहा, वो खुद को अपाहिज महसूस कर रहे थे क्योंकि दिल्ली के वरिष्ठ नेताओं द्वारा लिए गए सभी सर्वसम्मत निर्णयों को दीपक बाबरिया द्वारा 'एकतरफा वीटो' कर दिया गया था. लवली ने कहा, दिल्ली कांग्रेस यूनिट AAP के साथ गठबंधन के खिलाफ थी, लेकिन पार्टी आलाकमान इसके साथ आगे बढ़ गया. फिलहाल, लवली के इस्तीफे से पार्टी का गुटीय झगड़ा सामने आ गया है.
    रविवार को लवली ने उन तमाम दावों को भी खारिज किया है, जिसमें कहा जा रहा था कि टिकट नहीं मिलने के कारण पद छोड़ दिया. लवली ने साफ किया कि वो किसी अन्य राजनीतिक दल में शामिल नहीं हो रहे हैं. लवली ने कहा, कुछ लोग गलत सूचना फैला रहे हैं कि मैं टिकट (वितरण) से नाराज हूं. ऐसा नहीं है. आप सभी जानते हैं कि मैंने तीन दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उम्मीदवारों का परिचय दिया था. उन्होंने कहा, मैंने केवल दिल्ली कांग्रेस प्रमुख के पद से इस्तीफा दिया है और मैं किसी भी राजनीतिक दल में शामिल नहीं हो रहा हूं.
    दिल्ली में नेताओं के एक वर्ग द्वारा दीपक बाबरिया को हटाने की मांग उठाई जा रही है. इस बीच, उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लवली का इस्तीफा ऐसे समय आया जब देश में आम चुनाव चल रहे हैं. हालांकि इसका कांग्रेस पर कोई असर नहीं पड़ेगा. बाबरिया ने कहा, वो (लवली) सभी कमेटियों और पैनलों का हिस्सा थे. उन्हें उसी समय अपनी आपत्तियां उठानी चाहिए थी. जो कोई भी किसी पार्टी या पद से खुद को दूर करता है, वो इसके कारण ढूंढता है. पार्टी ने उन पर विश्वास दिखाया और उन्हें इतना बड़ा पद दिया, लेकिन उन्होंने जो किया वो दुखद है. उनके इस्तीफे से पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा. मुझे विश्वास है कि हम चुनाव में दिल्ली की तीनों लोकसभा सीटें जीतेंगे. बाबरिया का कहना था कि पार्टी में गैर योग्य लोगों का प्रमोट किया जा रहा था, जिससे आम कार्यकर्ताओं का मनोबल गिर रहा था. इसके लिए लवली को रोका गया था. जल्द नया अध्यक्ष खोज लिया जाएगा.
    साभार आज तक

  • कनाडाई PM जस्टिन ट्रूडो के भाषण में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे

    टोरंटो। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो का खालिस्तान प्रेम फिर सामने आया है। टोरंटो शहर में मनाए गए खालसा डे पर जब वो भाषण देने मंच पर पहुंचे तो उनके स्वागत में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे। उन्होंने अपनी स्पीच में किसी भी कीमत पर सिख समुदाय की रक्षा करने की कसम खाई। उन्होंने कहा कि वे सिख समुदाय के "अधिकारों और स्वतंत्रता" की हमेशा रक्षा करेंगे।
    खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से भारत और कनाडा के रिश्तों में पिछले कई महीनों से तल्खी देखने को मिली है। कनाडा भारतीय अधिकारियों पर निज्जर हत्याकांड में शामिल होने के संगीन आरोप लगाता रहा है। उधर, भारत ने इन आरोपों के जवाब में उससे कई बार सबूत मांगे, जो कनाडाई सरकार आज तक पेश नहीं कर पाई। कई मोर्चों को खालिस्तान को अपना समर्थन दे चुके कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो ने रविवार दोपहर खालसा दिवस परेड को संबोधित किया। उनकी सभा में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए।
    जस्टिन ट्रूडो की यह टिप्पणी टोरंटो शहर में खालसा दिवस परेड के दौरान आई। वे अपनी सरकार के 4 कैबिनेट मंत्रियों और लिबरल पार्टी के चार सांसदों के साथ कार्यक्रम में पहुंचे थे। जैसे ही ट्रूडो मंच पर पहुंचे, कुछ लोगों ने सभा में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। उन्होंने सभा में ज्यादा लंबा भाषण नहीं दिया। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा, "कनाडा में तकरीबन सिख समुदाय के 8 लाख लोग रहते हैं। हम कसम खाता हूं कि हम आपके अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए हमेशा मौजूद रहेंगे और हमेशा नफरत और भेदभाव से आपके समुदाय की रक्षा करेंगे।"
    जस्टिन ट्रूडो जितने समय सभा को संबोधित कर रहे थे, दर्शकदीर्घा में मौजूद लोगों द्वारा लगातार खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे थे। उन्होंने अपनी स्पीच में कहा, “आपके पास बिना किसी से डरे और स्वतंत्र रूप से अपने धर्म की रक्षा करने और उसका पालन करने का अधिकार है। इसके लिए हम हमेशा आपके साथ खड़े रहेंगे और आपकी रक्षा करेंगे। हम आपके साथ हैं।''
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस को झटका : इंदौर कांग्रेस प्रत्याक्षी अक्षय बम ने नामांकन वापस लिया

    इंदौर। इंदौर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याक्षी अक्षय बम ने नाम वापस ले लिया हैै। वे सोमवार को भाजपा विधायक रमेश मेंदोला के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। अब इंदौर में भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी के सामने कोई बडी चुनौती नहीं है। अक्षय ने विधानसभा चुनाव में चार नंबर सीट से टिकट मांगा था, लेकिन तब उन्हें टिकट नहीं दिया गया था। इस बार लोकसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस ने टिकट दिया था।


    कांग्रेस प्रत्याशी बम के नामांकन वापस लेने पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने एक्स कर लिखा कि इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा में स्वागत है।
    साभार अमर उजाला

  • शादी का कार्ड लेकर आए भाई की सड़क हादसे में मौत, दुल्हन बहन समेत पूरा परिवार सदमे में

    छिंदवाड़ा। सिवनी से एक युवक छोटी बहन की शादी का कार्ड बांटने छिंदवाड़ा आया था। गुरुवार रात अमरवाड़ा रोड पर राजाखोह के समीप एक तेज रफ्तार वाहन ने बाइक सवार युवक को रौंद दिया। हादसे में युवक की मौके पर मौत हो गई। बड़े भाई की मौत से दुल्हन बनने की तैयारी कर रही बहन समेत पूरा परिवार सदमे में है। शादी की खुशियां मातम में बदल गई। 
    धरमटेकड़ी चौकी प्रभारी महेंद्र शाक्य ने बताया कि सिवनी छपारा के ग्राम चिखली गोरखपुर निवासी 38 वर्षीय प्रमोद पिता शंकर बरकड़े की बहन की शादी थी। गुरुवार को प्रमोद बहन की शादी का कार्ड देने बहनोई के घर आ रहा था। राजाखोह के समीप किसी अज्ञात वाहन ने बाइक सवार प्रमोद को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार प्रमोद की मौके पर मौत हो गई थी।
    प्रमोद की छोटी बहन की शादी आगामी 9 मई को होने वाली थी। बरकड़े परिवार बेटी शादी की तैयारियों में जुटा हुआ था। गुरुवार को कार्ड बांटने निकले भाई प्रमोद की मौत के बाद शादी की खुशियां मातम में बदल गई।
    साभार अमर उजाला

  • पन्ना प्रमुखों को 100% वोटिंग कराने पर गोपाल भार्गव का बड़ा ऑफर

    भोपाल। मध्य प्रदेश में दूसरे चरण में कम मतदान से चुनाव आयोग से लेकर राजनीतिक दलों की चिंता बढ़ा दी है। इस बीच भाजपा के पूर्व मंत्री और विधायक गोपाल भार्गव ने पन्ना प्रमुखों को 100 प्रतिशत वोटिंग कराने पर बड़ा ऑफर दिया है। 
    मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 6 सीटों पर शुक्रवार को मतदान पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में कम होने के आंकड़े सामने आ रहे है। वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए अलग-अलग ऑफिर दिए जा रहे हैं। इस बीच भाजपा के पूर्व मंत्री और विधायक गोपाल भार्गव ने एलान किया है कि उनके क्षेत्र के पन्ना प्रभारी अपने पन्ने के 100 प्रतिशत मतदान करा लेंगे, उनको पुरस्कार स्वरूप मोटरसाइकिल इनाम में देंगे। इसका वीडियो भार्गव ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है।
    बता दें प्रदेश की पहले चरण की 6 सीटों पर 67.75 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो पिछले चुनाव की तुलना में करीब साढ़े सात प्रतिशत कम है। दूसरे चरण में शाम 6 बजे तक के मतदान के आंकड़े 58.35 प्रतिशत रहे हैं। जो बीते लोकसभा चुनाव से करीब 9 फीसदी कम है। ऐसे में भाजपा नेताओं की टेंशन बढ गई हैं।
    साभार अमर उजाला

  • दूसरे चरण में भी हुआ कम मतदान,  कमजोर मतदान को सत्ता विरोधी लहर मानकर कांग्रेस की बांछें खिली

    भोपाल। मप्र में दूसरे चरण में भी कम मतदान हुआ है। शुक्रवार शाम 6 बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक 6 सीटों पर 58.35 प्रतिशत मतदान हुआ। बीते लोकसभा चुनाव में इन सीटों पर हुए मतदान को देखें तो करीब नौ प्रतिशत वोटिंग कम हुई है। 2019 में इन छह सीटों पर औसतन 67.77 प्रतिशत मतदान हुआ था। कम मतदान के बावजूद भाजपा का मानना है कि अंदरूनी लहर चल रही है और उसे अपनी जीत का पूरा भरोसा है। वहीं, कमजोर मतदान को सत्ता विरोधी लहर मानकर कांग्रेस की बांछें खिली हुई हैं। मतदान कम होने को वह अपनी व इंडी गठबंधन के हित में मान रही है। 
    मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर चार चरणों में चुनाव हो रहा है। दूसरे चरण के तहत 6 सीटों  सतना, रीवा, खजुराहो, टीकमगढ़, दमोह और होशंगाबाद सीट सुबह 7 बजे मतदान शुरू हुआ। चुनाव आयोग की तरफ से 9 बजे जारी आंकड़े के अनुसार 13.82 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। इसके बाद 11 बजे तक 28 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग कर लिया था। दोपहर 1 बजे तक यह मतदान का प्रतिशत 39.96 प्रतिशत पहुंच गया। सुबह मतदान केंद्रों पर वोटर्स की लंबी-लंबी कतारें नजर आई, लेकिन जैसे जैसे दिन चढ़ता गया और गर्मी बढ़ी तो पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की संख्या में कमी देखने को मिली। दोपहर 3 बजे तक 46.68 प्रतिशत, शाम 6 बजे तक 58.35 प्रतिशत मतदान हो गया था। हालांकि अंतिम आंकड़े कुछ बढ़ सकते हैं। 
    लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण में शुक्रवार को 58.35 फीसदी मतदान हुआ, जबकि 2019 में 67.64 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस तरह इसमें 9.29 फीसदी की गिरावट आई। पहले चरण में 67.75 फीसदी वोटिंग हुई थी, जो कि 2019 के 75.24 फीसदी के मुकाबले 7.47 कम थी।
    प्रदेश में सबसे ज्यादा गेहूं और देश में सबसे ज्यादा सोयाबीन का उत्पादन करने वाले होशंगाबाद सीट पर सबसे ज्यादा 67.86% मतदान हुआ है। चुनाव में किसानों का मुद्दा नहीं होने के बावजूद अच्छा मतदान किया है। यहां पर भाजपा ने किसान नेता दर्शन सिंह को चुनाव में उतारा है। वहीं, कांग्रेस की तरफ से संजय शर्मा प्रत्याशी है। इस सीट पर 2019 में 74.17% मतदान हुआ था। इस बार 6.31 प्रतिशत मतदान कम हुआ है।  
    6 सीटों में सबसे कम मतदान रीवा में  48.67% मतदान हुआ है। यहां पर भाजपा ने सांसद जनार्दन मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है। उनके खिलाफ जनता में नाराजगी बताई जा रही थी। वहीं, कांग्रेस ने भी कोई दमदार प्रत्याशी नहीं दिया। यहां पर कांग्रेस की तरफ से नीलम अभय मिश्रा प्रत्याशी है। 2019 में 60.33% मतदान हुआ था। इस बार 11.66 प्रतिशत मतदान कम हुआ है। 
    सतना में भाजपा ने सांसद गणेश सिंह और कांग्रेस ने विधायक सिद्धार्थ कुशवाह को प्रत्याशी बनाया। कुशवाह विधानसभा चुनाव में गणेश सिंह को चुनाव हरा चुके है। बसपा से पूर्व विधायक नारायण त्रिपाठी मैदान में हैं। यहां पर कुशवाह और गणेश सिंह को लेकर जनता में नाराजगी थी। यहां त्रिकोणीय मुकाबला है। इस बार 61.77% मतदान हुआ। यहां 2019 में 70.71% मतदान हुआ था। इस बार 8.94 प्रतिशत मतदान कम हुआ है। 
    खजुराहो सीट पर एकतरफा मुकाबला माना जा रहा था। यहां से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा चुनाव लड़ रहे। यह सीट कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ दी थी। सपा प्रत्याशी मीरा यादव का पर्चा रद्द हो गया। इसके बाद इंडिया गठबंधन ने आरबी प्रजापति को समर्थन दिया, लेकिन उनको बहुत मजबूत चेहरा नहीं माना जा रहा। इस बार 56.44% मतदान हुआ। 2019 में 68.28% मतदान हुआ था। इस बार 11.84 प्रतिशत मतदान कम हुआ है। 
    टीकमगढ़ अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट पर भाजपा ने केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटिक चुनाव लड़ रहे है। यहां पर कांग्रेस ने पंकज अहिरवार को मौका दिया। वीरेंद्र के खिलाफ जनता में नाराजगी है। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी का नया चेहरा होने से पहचान की कमी रही। इस बार  59.79% मतदान हुआ।  2019 में इस सीट पर 66.57% मतदान हुआ था। इस बार 6.78 प्रतिशत मतदान कम हुआ है। 
    दमोह सीट पर भाजपा के राहुल लोधी और कांग्रेस तरबर सिंह लोधी चुनाव लड़ रहे। दोनों पूर्व विधायक है। इस सीट पर लोधी वोटर्स निर्णायक होता है। चुनाव में लोधी वोटरों में असमंजस और चुनाव में जनता की रूचि भी कम देखी गई। 2019 में इस सीट पर 65.82% मतदान हुआ था। इस बार 9.64 प्रतिशत मतदान कम हुआ है।
    साभार अमर उजाला

  • दूसरे चरण के मतदान में भी सपा ने लगाई शिकायतों की झड़ी

    लखनऊ। देश के 12 राज्‍यों के साथ यूपी की आठ सीटों पर दूसरे चरण का मतदान सुबह सात बजे से जारी है। इस दौरान समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर पुलिस- प्रशासन पर आरोपों की झड़ी लगा दी है। सपा का कहना है कि कहीं ईवीएम खराब हो रही है तो कहीं पुलिस मतदाताओं को धमका रही है। उत्‍तर प्रदेश में दूसरे चरण में 17704 पोलिंग बूथ और 7797 केन्द्र हैं। इनमें 3472 संवेदनशील बूथ हैं।
    समाजवादी पार्टी  ने दूसरे चरण के मतदान के दौरान किसी भी तरह की समस्या, अनियमितता आने पर अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए खास नंबर भी जारी किए हैं। श्किायतों का सिलसिला वोटिंग शुरू होने के बाद से ही जारी है। सपा ने अपने अधिकारिक एक्‍स अकाउंट पर गौतमबुद्ध नगर लोकसभा के ग्रेटर नोएडा में बूथ संख्या 1 और 7 पर ईवीएम मशीन की खराब से अपनी शिकायतों की शुरुआत की। पार्टी ने चुनाव आयोग से इसका संज्ञान लेने की मांग की। इसके बाद आरोप लगाया गया कि अमरोहा लोकसभा के चांदनगर में बूथ संख्या 219 पर 25 मिनट की देरी से मतदान शुरू हुआ है। सपा के मुताबिक बागपत लोकसभा के खेकड़ा में जैन इंटर कॉलेज, बूथ संख्या 222 और छपरौली विधानसभा में असारा गांव में बूथ संख्या 119 पर मतदान शुरू होने के कुछ समय बाद ही ईवीएम मशीन खराब हो गई। 
    इसके अलावा गौतमबुद्ध नगर लोकसभा के खुर्जा में बूथ संख्या 185, मेरठ लोकसभा के मेरठ कैंट में बूथ संख्या 47 पर ईवीएम खराब होने और मेरठ लोकसभा के मेरठ कैंट में बूथ संख्या 47 पर वीवीपैट के काम नहीं करने का आरोप लगाया गया। समाजवादी पार्टी ने एक पोस्‍ट में आरोप लगाया कि अमरोहा लोकसभा के नौगावां सादत में बूथ संख्या 15 पर पुलिस उसके कार्यकर्ताओं को धमका रही है। एक अन्‍य पोस्‍ट में कहा गया कि गाजियाबाद लोकसभा के मुरादनगर में बूथ संख्या 6 पर वोटिंग रूम में बिजली की व्यवस्था नही है। इससे मतदाताओं को परेशानी हो रही है। इसके साथ सपा ने आरोप लगाया कि बागपत लोकसभा के सिवालखास में बूथ संख्या 328, जो कि मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है, इस पर मतदाताओं को बीएलओ द्वारा पर्चियां नहीं दी गईं। इस वजह से मतदान में असुविधा हो रही है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • PM मोदी से लेकर राहुल तक ने मतदाताओं से कहा- बढ़-चढ़कर मतदान करें

    नई दिल्ली। दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक महोत्सव की शुरुआत हो गई है। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के बाद आज दूसरे चरण के लिए मतदान हाे रहा है। पहले दौर के चुनाव में जहां 21 राज्यों की कुल 102 सीटों पर वोटिंग हुई थी। वहीं, अब दूसरे चरण में 13 राज्य की 88 सीटों पर मतदान हो रहा है। इस चरण में मतदाता चुनाव मैदान में उतरे 1202 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह से लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तक ने सभी लोगों से अनुरोध किया है कि वह बढ़-चढ़कर वोट करें। 
    आपका वोट आपकी आवाज: पीएम मोदी- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'लोकसभा चुनाव में आज दूसरे चरण की सभी सीटों के मतदाताओं से मेरा विनम्र अनुरोध है कि वे रिकॉर्ड संख्या में मतदान करें। जितना अधिक मतदान होगा, उतना ही मजबूत हमारा लोकतंत्र होगा। अपने युवा वोटर्स के साथ ही देश की नारीशक्ति से मेरा यह विशेष आग्रह है कि वोट डालने के लिए वे बढ़-चढ़कर आगे आएं। आपका वोट आपकी आवाज है!'
    आपका हर वोट भारत की नींव को और मजबूत करने का काम करेगा: अमित शाह- केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा, 'मेरे प्यारे देशवासियों, आज लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान है। आज अपने मत का उपयोग कर रहे सभी मतदाताओं से मेरा अनुरोध है कि सशक्त, सुरक्षित और समृद्ध देशनिर्माण हेतु लोकतंत्र के इस महोत्सव में पूरे उत्साह से भाग लेकर रिकॉर्ड संख्या में मतदान करें। ऐसी सरकार चुनें, जो देश का विकास, सीमा की सुरक्षा, विरासतों का पुनर्निर्माण और राष्ट्रहित में मजबूत फैसला लेने का माद्दा रखती हो। आपका हर वोट विकसित भारत की नींव को और मजबूत करने का काम करेगा। स्वयं वोट देने के साथ अपने मित्रों व परिजनों को भी मतदान हेतु प्रोत्साहित करें।'
    लोकतंत्र की रक्षा के लिए वोट करें: राहुल गांधी- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, 'मेरे प्यारे देशवासियों! देश की तकदीर का फैसला करने जा रहे इस ऐतिहासिक चुनाव का आज दूसरा चरण है। आपका वोट तय करेगा कि अगली सरकार ‘चंद अरबपतियों’ की होगी या ‘140 करोड़ हिंदुस्तानियों’ की। इसलिए हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह आज घर से बाहर निकले और ‘संविधान का सिपाही’ बन कर लोकतंत्र की रक्षा के लिए वोट करे।'
    यह कोई साधारण चुनाव नहीं: खरगे- लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण की शुरुआत होने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि 'हम, भारत के लोग'- भारत के संविधान की यह आत्मा वोट के लिए बटन दबाने से पहले आपके दिल और दिमाग में गूंज उठनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि यह मत भूलिए कि यह कोई साधारण चुनाव नहीं है। यह लोकतंत्र को तानाशाही के चंगुल से बचाने का चुनाव है। खरगे ने आगे कहा, 'मेरे सभी प्यारे देशवासियों, 13 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 89 निर्वाचन क्षेत्रों के लोग ध्यान भटकाने की किसी भी रणनीति और झूठ के बहकावे में न आएं। हमेशा अपने वोट की गिनती करें। क्योंकि यह 140 करोड़ भारतीयों के जीवन को बदल सकता है।'
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस की बुद्धि पर मंथरा बैठ गई, कुंडली में राहु-केतु विराजित : पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

    विदिशा। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को विदिशा संसदीय क्षेत्र की गंजबासौदा विधानसभा के ग्राम मानोरा से जन-आशीर्वाद यात्रा का शुभारंभ किया। जगदीश स्वामी मंदिर में दर्शन-पूजन कर देश व प्रदेशवासियों के मंगल और कल्याण की कामना की। पूर्व सीएम ने बासौदा विधानसभा के कई गांवों में पहुंचकर जनसंपर्क और नुक्कड़ सभाएं कर आमजन से संवाद किया। साथ ही गंजबासौदा में रोड-शो किया। इस दौरान कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।
    शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम राजनीति में केवल दो ही उद्देश्यों से हैं। पहला देश की सेवा और दूसरा जनता की सेवा। मैं आपकी जिंदगी बेहतर बनाने में अपनी अंतिम सांस तक लगा दूंगा, किसी पद की ख्वाहिश नहीं है। जनता की सेवा कर, ये जिंदगी सफल और सार्थक हो जाए। मेरे लिए जनता की सेवा ही भगवान की पूजा है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी की अमर्यादित भाषा पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी जी का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है, ये भारत के संस्कार नहीं हैं। दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता, जिनको दुनिया के दर्जनों देशों ने अपने सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया है। आज केवल भारत ही नहीं दुनिया की आस हैं नरेन्द्र मोदी जी। उनके बारे में अपशब्दों का प्रयोग करना यही दर्शाता है कि कांग्रेस बौखलाई है, उसका अस्तित्व समाप्त होने वाला है। हार का डर ऐसा है कि वो सीट छोड़कर भाग रहे हैं। उस बौखलाहट में उन्होंने दिमागी संतुलन खो दिया है। राहुल गांधी जी का मानसिक उपचार कराने की आवश्यकता है, उनका इलाज होना चाहिए। 
    पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, राहुल के राजनैतिक गुरु कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा कह रहे हैं कि अमेरिका में एक कानून बना है, जिसके तहत आपके मरने के बाद आपकी अर्जित की हुई सम्पत्ति का 55 प्रतिशत हिस्सा सरकार के खाते में चला जाएगा। चौहान ने कहा कि ये भारत है, यहां तो मां-बाप पेट काट-काट कर बेटे-बेटियों के लिए थोड़ा बहुत बचा पाते हैं और कांग्रेस कह रही है कि हम मर गए तो 55 प्रतिशत सरकार के खाते में जाएंगे और तुम्हारे बच्चों को 45 प्रतिशत ही मिलेगा। ये पता नहीं कहां की सोच है। कांग्रेस की बुद्धि पर मंथरा बैठ गई है, उलटे-सीधे फैसले कर रहे हैं। राहु-केतु दोनों ही कांग्रेस की कुंडली में बैठ गए हैं। 
    पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस में बचा क्या है। उनकी सबसे बड़ी नेता मैडम सोनिया हार के डर से चुनाव नहीं लड़ रही हैं, उन्होंने राज्यसभा में बैकडोर से एंट्री ले ली है। राहुल गांधी अमेठी छोड़कर वायनाड चले गए हैं। रणछोड़दास बन गए हैं। उन्होंने कहा कि, भगवान श्रीराम की जन्मभूमि आयोध्या में राममंदिर का निर्माण हुआ और रामलला विराजमान हुए। बहनें दीप जला रही थीं, नौजवान भगवा पताकाएं लहरा रहे थे। पूरा देश खुशियां मना रहा था। यहां तक की आयोध्या का अंसारी परिवार जिसने सुप्रीम कोर्ट में बाबरी मस्जिद का केस लड़ा, उन्होंने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया और राममंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा में भाग लिया। वहीं निमंत्रण सोनिया गांधी, राहुल गांधी और खरगे जी सहित कांग्रेस को भी मिला था, लेकिन उन्होंने लिखित में कहा हम नहीं जाएंगे। मुहूर्त खराब है। पूर्व सीएम ने कहा कि मुहूर्त और समय तो कांग्रेस का ही खराब है।  
    साभार अमर उजाला

  • शरद पवार ने अपने घोषणा पत्र में नौकरी से लेकर महिला आरक्षण तक का किया एलान

    मुंबई। लोकसभा चुनाव के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- शरद चंद्र पवार (एनसीपी-एससीपी ) ने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। घोषणापत्र में महिला सुरक्षा के लिए काम करने का वादा किया गया है। साथ में घोषणापत्र में एलपीजी सिलेंडर की कीमत कम करने का भी वादा किया गया है। बता दें, पार्टी ने अपने घोषणापत्र का नाम शपथ पत्र रखा है। इस बीच, शरद पवार ने अमित शाह के किसानों की आत्महत्या को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार किया। 
    घोषणापत्र को जारी करते हुए एनसीपी-एससीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा, 'हम आज अपना घोषणापत्र जारी कर रहे हैं। घोषणापत्र में जो मुद्दे शामिल हैं, हमारे नेता इन मुद्दों को संसद में उठाएंगे। हमारा घोषणापत्र 'शपथ पत्र' है। महंगाई बढ़ रही है, किसान परेशान हैं और बेरोजगारी चरम पर है।'
    उन्होंने आगे कहा कि पिछले 10 सालों में एजेंसियों का दुरुपयोग और निजीकरण जैसे मुद्दे बढ़े हैं। इन सभी मुद्दों पर हम अपना रुख पहले ही जाहिर कर चुके हैं। हम एलपीजी गैस की कीमत, पेट्रोल और डीजल की कीमत कम करेंगे। अगर हम सत्ता में आए तो सरकारी नौकरियों में खाली जगहों को भरेंगे। हम महिला आरक्षण पर भी काम करेंगे। महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कानून लाया जाएगा।'
    दरअसल, अमित शाह के कहा था कि शरद पवार के कृषि मंत्री रहते हुए कई किसानों ने खुद की जान दे दी थी, जिसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। इस पर शरद पवार ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में किसानों की आत्महत्याएं बढ़ी हैं। अमित शाह को पहले बताना चाहिए कि उन्होंने पिछले कुछ सालों में आत्महत्या रोकने के लिए क्या किया है।
    वहीं, पीएम मोदी के बयान पर शरद पवार ने कहा, 'लोग उम्मीद करते हैं कि देश का प्रधानमंत्री जाति, धर्म, भाषा आदि से परे सभी के लिए हो। एक भाषण में उन्होंने देश में अल्पसंख्यकों को लेकर अलग रुख अपनाने की कोशिश की। चुनाव प्रचार के दौरान हम उनके पक्ष को लोगों के बीच ले जाएंगे और लोगों को यह समझाने की कोशिश करेंगे कि उनके विचार से देश की एकता को ठेस पहुंच सकती है और इसकी निंदा की जानी चाहिए।'
    साभार अमर उजाला

  • मुरैना में बोले पीएम मोदी- नामदार सदियों से कामदार को गालियां देते आए हैं, आप परेशान न हो

    भोपाल। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से एक दिन पहले पीएम मोदी मध्य प्रदेश के दौरे पर आए। उन्होंने मुरैना सीट से भाजपा प्रत्याशी शिव मंगल सिंह के समर्थन में सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस और राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर कर्नाटक में चोरी छिपे ओवीसी वर्ग का आरक्षण छीनने का आरोप लगाया। वहीं, राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि नामदार कामदार को सदियों से गाली-गलौज करते आए हैं। पांच-पचास गालियां पड़ जाएंगी तो पड़ जाएंगी।  
     पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस एक बार फिर कुर्सी के लिए छटपटा रही है। ये लोग फिर से धार्मिक तुष्टीकरण को मोहरा बना रहे हैं। उन्होंने कहा- कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने मुस्लिम समाज के लोगों को OBC घोषित कर दिया है।  
    तब राजीव गांधी ने कानून बदल दिया 
    पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस सरकार में आई तो देश में इनहेरिटेंस टैक्स लगाएगी। आज देश के सामने पहली बार में एक दिलचस्प तथ्य रख रहा हूं। देश की प्रधानमंत्री बहन इंदिराजी नहीं रहीं तो उनकी प्रॉपर्टी उनकी संतानों को मिलनी थी। लेकिन, पहले देश में कानून था कि बच्चों को प्रॉपर्टी मिलने से पहले सरकार उसमें से एक हिस्सा ले लेती थी। तब  प्रॉपर्टी को बचाने के लिए उस समय के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इनहेरिटेंस कानून को समाप्त किया। वहां मामला निपट गया तो फिर सत्ता पाने के लिए ये लोग वही कानून और ज्यादा कड़ाई से वापस लाना चाहते हैं।
    कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी
    पीएम मोदी ने कहा- देश कह रहा है, कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी। आपके हितों की रक्षा के लिए ये मोदी इनके सामने दीवार बनकर खड़ा है। ये गाली-गलौज इसलिए हो रहा है क्योंकि, मोदी 56 इंच का सीना तानकर खड़ा हो गया है। इनके मंसूबे सफल नहीं होंगे, यह मोदी की गारंटी है। सभा के अंत में पीएम मोदी ने लोगों से मुरैना से भाजपा प्रत्याशी शिव मंगल सिंह को जिताने की अपील की।
    गालियां पड़ जाएंगी तो पड़ जाएंगी 
    पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के शहजादे को मोदी के लिए भला-बुरा कहने में मजा आ रहा है। उनकी भाषा को लेकर लोग सोशल मीडिया और टीवी पर चिंता जताते हैं, कहते हैं पीएम के लिए ऐसी भाषा पीएम बोलना ठीक नहीं है। मेरी आप सब से विनती है, दुखी मत होइए, वे नामदार हैं और हम कामदार हैं। नामदार कामदार के साथ सदियों से ऐसे ही गाली-गलौज करते आए हैं। मैं गरीबी से निकला हूं, पांच-पचास गालियां पड़ जाएंगी तो पड़ जाएंगी।
    कांग्रेस आपकी संपत्ति का एक्स-रे कराएगी
    कांग्रेस के शहजादे पूरे देश में बढ़-चढ़कर कह रहे हैं कि आपकी संपत्ति का एक्स-रे होगा। अलमारी में क्या है, माता-बहनों ने डिब्बे में कुछ बचा रखा है, यह सब एक्स-रे करके खोजा जाएगा। स्त्रीधन और मंगलसूत्र पवित्र होता है, उसे कोई नहीं छूता है। लेकिन, कांग्रेस उसे जब्त कर बांटने की घोषणा कर रही है, ताकि उनका वोट बैंक मजबूत हो सके। कांग्रेस यह एक्स-रे करके आपको लूटने की योजना बना रहे हैं।
    ओबीसी समाज ने कांग्रेस के सपनों को मिट्टी में मिलाया 
    पीएम मोदी ने कहा- 2014 में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में लिखा कि धर्म के आधार पर आरक्षण देने के लिए कानून बनाना पड़े, तो कानून भी बनाएंगे। लेकिन, 2014 में दलित, OBC और आदिवासी समाज जाग गया और उसके बाद सभी समाजों ने एक होकर कांग्रेस के सपनों को मिट्टी में मिला दिया, उनको सत्ता से बाहर कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ओबीसी जातियों से उनका आरक्षण का हिस्सा छीनकर अपने चहेते वोट बैंक को मजबूत करने के लिए उनके चरणों में देने का मन बनाकर बैठी है। क्या आप ऐसा पाप होने देंगे? उनको डर लगे आप ऐसा करिए।
    हमने कभी भेदभाव नहीं किया
    भाजपा सबका साथ, सबका विकास के मंत्र पर चलने वाली पार्टी है। भाजपा सरकार ने कोरोना काल में जरूरतमंदों को राशन देते समय कोई भेदभाव नहीं किया। 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देती रही। चार करोड़ गरीबों को पक्के मकान दिए। ये घर हर धर्म के लोगों को मिले हैं। क्या आपने कहीं भेदभाव की शिकायत सुनी? हमनें 11 करोड़ घरों तक पीने के कनेक्शन पहुंचाए, कहीं कोई जातिवाद नहीं होने दिया। क्योंकि, हमारा मंत्र सबका साथ और सबका विकास है।
    ओबीसी आरक्षण खत्म करने का मुद्दा उठाया
    पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस एक बार फिर कुर्सी के लिए छटपटा रही है। कुर्सी पाने के लिए भांति-भांति के खेल, खेल रही है। ये लोग फिर से धार्मिक तुष्टीकरण को मोहरा बना रहे हैं। उन्होंने कहा- कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है। इन्होंने कर्नाटक में जितने भी मुस्लिम समाज के लोग हैं, उन सभी को OBC घोषित कर दिया है। यानी, वहां कांग्रेस ने शिक्षा और  सरकारी नौकरी में पहले जिन OBC लोगों को आरक्षण मिलता था, उस OBC समाज में इतने सारे नए लोग डाल दिए कि उन्हें जो आरक्षण मिलता था, वो उनसे चोरी छिपे छीन लिया।
    कांग्रेस ने बाबा साहेब की पीठ में छुरा घोंपा
    कांग्रेस ने बाबा साहेब अंबेडकर की पीठ में छुरा घोंप दिया। जब संविधान बना तब देश के गणमान्य लोगों ने चर्चा की। बाबा साहेब ने इन चर्चाओं पर संविधान लिखा। उन्होंने लिखा किसी भी सूरत में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता, इसलिए कांग्रेस ने धोखेबाजी की। पिछले दरवाजे से धोखा दिया। कांग्रेस दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का हक छीनने का षड्यंत्र लंबे समय से कर रही है। 19 दिसंबर 2011 को तब की कांग्रेस की केंद्र सरकार धर्म के नाम पर आरक्षण देने का एक नोट कैबिनेट में लेकर आई थी। इस कैबिनेट नोट में कहा गया था कि OBC समाज को जो 27% आरक्षण मिलता है, उसका एक हिस्सा काटकर, मजहब के नाम पर दिया जाएगा। सिर्फ 2 दिन बाद 22 दिसंबर 2011 को इसका आदेश भी निकाल दिया गया। बाद में आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने कांग्रेस सरकार के इस आदेश को रद्द कर दिया। ये सुप्रीम कोर्ट गए, लेकिन राहत नहीं मिली।
    साभार अमर उजाला

  • सीएम की सुरक्षा के साथ खिलवाड़, पुलिस की मौजूदगी में नो एंट्री में घुसी बरातियों की बस

    खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले से गुजर रही एक बरात के साथ कुछ ऐसी घटना हो गई, जो शायद दूल्हा-दुल्हन सहित बस में सवार सभी बरातियों को जीवन भर याद रहेगी। दुल्हन लेकर लौट रही बरात की एक बस अनजाने में शहर के नो एंट्री क्षेत्र में जा घुसी। मुसीबत यह कि उस क्षेत्र में ठीक उसी समय सीएम के ट्रांजिट विजिट के चलते पुलिस बल की ड्यूटी भी लगी हुई थी। इस दौरान ट्रैफिक थाना प्रभारी की नजर बस पर पड़ गई, जिसे तुरंत थाने भिजवाया गया। बड़ी देर तक चालान कटवाने की राशि को लेकर बराती और ट्रैफिक पुलिस के बीच कहा-सुनी चलती रही। हालांकि, आखिर में चालान कटवाकर बस को जाने दिया गया। इतनी देर दूल्हा-दुल्हन सहित बराती भरी दुपहरी में थाने में परेशान होते दिखे।
    खंडवा के बॉम्बे बाजार मुख्य मार्ग से बरातियों की बस को निकलना भारी पड़ गया। नो एंट्री वाले इस क्षेत्र से निकल रही छिंदवाड़ा की नीलकमल कंपनी की बरातियों से भरी इस बस को ट्रैफिक पुलिस के थाना प्रभारी ने पकड़कर थाने में खड़े करवा दिया। पुलिस बस का 5000 रुपये का चालान काटने पर तुले थे। वहीं ड्राइवर पैसे न होने का बहाना बनाते हुए टालमटोल कर रहा था। इस सबके बीच दूल्हे योगेश और दुल्हन शिवानी सहित बस में बैठे पूरे बरातियों की जान हलक में आ रुकी थी। वे भरी दुपहरी में थाने में पुलिसकर्मियों को किसी तरह मनाकर अपनी जान छुड़ाने में लगे थे। छिंदवाड़ा जा रहे बरातियों का कहना था कि दुल्हन लेकर जाते समय उनकी बस पहले खराब हो गई। इसके बाद गलती से ड्राइवर ने गाड़ी नो एंट्री मार्ग पर डाल दी थी। इस कारण उन्हें चार घंटे तक परेशान होना पड़ा।
    कुछ घंटे चले इस नाटकीय घटनाक्रम के बाद पुलिस ने ड्राइवर का 1000 रुपये का चालान काटकर बस को छोड़ दिया। बड़ा सवाल यह है कि गलती से एक अनजान बस इस तरह से सीएम की सुरक्षा के चलते लगाए गए पुलिस बल की मौजूदगी के बावजूद नो एंट्री वाले क्षेत्र में बेरोकटोक घुसी कैसे? इसे सीएम की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ माना जा रहा है। रातभर से थककर सफर कर रहे बरातियों जिनमें महिला और बच्चे भी शामिल थे, उनमें से किसी को करीब 42 डिग्री के इतने तापमान के चलते थाने में कुछ हो जाता तो इसका जवाबदार कौन होता? 
    ट्रैफिक टीआई बोले, बस को भिजवाया था थाने
    इस मामले में यातायात थाना प्रभारी सौरभ सिंह कुशवाह ने बताया कि आज मुख्यमंत्री जी की ट्रांजिट विजिट थी खंडवा में। उस रूट पर हमारा बल लगा था। हमारी व्यवस्था थी कि उस रूट पर कोई भी वाहन नहीं रहे। इस टाइम में एक बड़ी बस 24 घंटे नो एंट्री जोन वाले बॉम्बे बाजार में घुस गई। उसे मैंने ही रुकवाया और थाने भिजवाया। उनका परमिट वगैरह चेक कर, नो एंट्री के चालान का ड्राइवर को बताया गया। ड्राइवर चालान नहीं कटवा रहा था। इस वजह से देर हुई।  
    साभार अमर उजाला

  • CM यादव ने हनुमान से की पीएम मोदी की तुलना

    खरगोन। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हनुमान भक्त बताते हुए बात-बात पर मोदीजी को कोसने वाले इंडी गठबंधन के नेताओं को परिवारवादी बताया है। अपनी जनसभा के दौरान मध्य प्रदेश के खरगोन में सीएम यादव ने इंडी गठबंधन को रोज एक ही व्यक्ति दिखता है, और कोई नहीं मिलता है। वे नरेंद्र मोदी को पानी पी-पीकर रोज गाली देते हैं। सोनिया गांधी इसलिए गाली देती हैं कि राहुल को पीएम नहीं बनने दे रहे हैं। उन्हें अपने राहुल व प्रियंका के अलावा कुछ दिखता नहीं। लालू यादव इसलिए गाली देते हैं कि उनके तेजस्वी को नहीं बनने दे रहे हैं। ममता इसलिए बोलती हैं कि भतीजे को आगे नहीं आने दे रहे हैं। इनका पूरा खानदान अपने खानदानों को आगे बढ़ाने निकला है, जबकि नरेंद्र मोदी कहते हैं देश के 142 करोड़, मेरे खानदान के लोग है, मेरे परिवार के लोग है।
    खरगोन के जवाहर मार्ग पर भाजपा प्रत्याशी की नामांकन रैली को संबोधित करते हुए सीएम यादव ने कहा कि हम सबने हाल ही में हनुमान जयंती मनाई। हम अपने हनुमानजी को याद करें व रामराज्य को याद करें। रामराज्य से अगर हनुमानजी को हटा दो तो ऐसा लगता है रामराज्य अधूरा रह जाएगा। जब से रामजी व हनुमानजी का मिलन हुआ, भगवान राम का भी जीवन बदल गया। हनुमानजी ने जो आदर्श दुनिया के सामने पेश किया वह हमें आज भी प्रेरणा देता है। हनुमानजी के बिना माता सीता का पता कैसे लगता? भगवान राम के लिए, सीता माता के लिए अगर हनुमानजी नहीं होते तो समुद्र कौन लांघता? हनुमानजी समुद्र लांघकर माता सीता का पता लगाकर आए और घमंडी रावण की लंका को जलाकर आए। हमें इस बात का गर्व है। आज भी जैसे रावण को घमंड था वैसे ही आज घमंडिया गठबंधन है।
    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वर्तमान में हनुमानजी का भक्त लोकसभा में सरकार बनाने के लिए आपका आशीर्वाद लेने आया है। उनका अपना कोई परिवार नहीं है। हनुमान जी का भी कोई परिवार नहीं था। मोदीजी जनता राज, रामराज्य बनाने के लिए लगातार सेवा कर रहे हैं। मोदीजी का सरकार में आना रामराज्य की स्थापना का उदाहरण था। राम दरबार में सबको पुरस्कार मिला। माता सीता ने हनुमानजी को मोतियों की माला दी। हनुमानजी प्रत्येक मोती में रामजी को ढूंढ रहे थे। जब मोतियों में रामजी नहीं मिले तो उन्हें पूरी माला बेकार लगी। ऐसे ही भौतिक संसार में यशस्वी प्रधानमंत्री मोदीजी ने सेवा का संकल्प लिया है। एक बाल बराबर दाग भी उनके जीवन में नहीं है। अपने जीवन काल में एक-दो नहीं तीन बार मुख्यमंत्री बने। सारी पेंशन, वेतन का पैसा अपने मां के, कर्मचारियों के बहन-बेटियों के लिए छोड़ आए। एक भी पैसा लेकर अपने साथ नहीं आए। जिसका पूरे भारत में एक मकान नहीं लेकिन चार करोड़ परिवार जिनका कोई आश्रय नहीं है, अपने मकान नहीं है, उन्हें पक्के मकान देकर खुश होते हैं।
    मुख्यमंत्री ने कहा हम अपने झंडे के साथ कीचड़ में कमल खिलाने निकले हैं, लेकिन क्या मालूम उन्हें भगवा कलर से क्या आपत्ति है। इनकी क्या दुश्मनी है? हमने किसी रंग से नफरत नहीं की, लेकिन उनके मन csx तो पता नहीं, क्या चश्में से जुड़ा है। दूरदर्शन वालों ने अपने प्रतीक चिह्न में भगवा क्या ले लिया, हाय भगवा, हाय भगवा, हाय भगवा की छाती पीट रहे हैं। उनकी छाती पर सांप लौट रहा है। हमारे तो हर देवस्थान पर भगवा झंडा लगता है। संन्यास धारण करने वाले भगवा वस्त्र पहनते हैं। चुनाव वाले दिन 13 मई को आपको अपनी अंगुली का प्रयोग करना है। कांग्रेस के सारे आतंक का अंत करना है। एक-एक गाली याद रखना। 
    साभार अमर उजाला

  • सैम पित्रोदा के 'विरासत टैक्स' वाले बयान पर कांग्रेस खलकर पित्रोदा के बचाव में उतरी, कहा- लोकतंत्र में सबको राय रखने का हक

    नई दिल्ली. इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा का विरासत टैक्स को लेकर दिए गए बयान ने एक नई बहस छेड़ दी है. उन्होंने कहा था कि अमेरिका में विरासत टैक्स लगता है जो काफी दिलचस्प कानून है. भारत में ऐसा कोई कानून नहीं है. लेकिन मुझे लगता है कि इस पर चर्चा होनी चाहिए. इस बयान के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है. लेकिन कांग्रेस खुलकर पित्रोदा के बचाव में उतर आई है. 
    सैम पित्रोदा के बयान पर बीजेपी के हंगामे पर कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमारे देश में संविधान है. हमारी ऐसी कोई मंशा नहीं है. बीजेपी सिर्फ वोट के लिए ऐसा कर रही है. 
    सैम पित्रोदा के विरासत टैक्स पर दिए गए बयान के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने स्पष्टीकरण दिया है. जयराम रमेश ने कहा कि सैम पित्रोदा दुनियाभर में कई लोगों के मेंटर, दोस्त और गाइड रहे हैं. इनमें मैं भी शामिल हूं. उन्होंने देश के विकास में कई अहम योगदान दिए हैं. वह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं. वह खुलकर मुद्दों पर अपनी राय रखते हैं.
    साभार आज तक 

  • महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी को मिली बड़ी राहत, कॉपरेटिव बैंक केस में क्लीन चिट

    मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा को बड़ी राहत मिली है। आर्थिक अपराध शाखा यानी EOW की तरफ से उन्हें 25 हजार करोड़ के महाराष्ट्र स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक घोटाले में क्लीन चिट मिल गई है। इसके अलावा भतीजे रोहित पवार से जुड़ी कंपनियों को भी क्लीन चिट दी गई है। हालांकि, प्रवर्तन निदेशालय या ED की तरफ से दाखिल चार्जशीट में बताया गया था कि गुरु कमोडिटी और जरांदेश्वर शुगर मिल्स ने लीज को वास्तविक दिखाने के लिए कागजों पर लेनदेन किया था।
    EOW की तरफ से दाखिल क्लोजर रिपोर्ट में कहा गया है कि जरांदेश्वर को-ऑप शुगर मिल को गुरु कमोडिटी से जारांदेश्वर शुगर मिल्स प्राइवेट लिमिटेड को रेंट पर लेने में कोई भी अवैध गतिविधि शामिल नहीं है। EOW की तरफ से रोहित पवार से जुड़ी कंपनियों को भी क्लीन चिट मिली है, जहां कहा गया था कि जब बारामती एग्रो ने कन्नड़ शुगर मिल खरीदी, तब उसकी आर्थिक स्थिति अच्छी थी। साथ ही यहां फंड का कोई डायवर्जन नहीं हुआ है। इस दौरान पूर्व मंत्रि प्राजक्त तानपुरे को भी क्लीन चिट मिली है।
    MSCB के पास 31 कॉ-ऑपरेटिव बैंक हैं, जिनमें अधिकांश के नाम जिलों पर रखे गए हैं और इनके प्रमुख राजनेता हैं। साल 2002 से 2017 के बीच MSCB ने को-ऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रियों को लोन दिए थे और बाद में उनकी जमीनों के साथ इनकी सस्ते दामों में नीलामी कर दी गई थी। ये नीलामियां डिफॉल्ट लोन की वसूली के तौर पर दिखाने के लिए अधिकांश बैंक के प्रमुखों के रिश्तेदारों की गई थीं।
    खास बात है कि इस मामले की जांच कर रही EOW ने साल 2020 में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी थी, लेकिन बाद में अजित पवार और भतीजे रोहित पवार की जांच के लिए कोर्ट पहुंची और फाइल दोबारा खोलने की मांग की। जनवरी में EOW ने दूसरी रिपोर्ट दाखिल की थी और केस को बंद करने की मांग की। विंग का कहना था कि अजित समेत किसी के खिलाफ कोई सबूत नहीं हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सूरत लोकसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार के निर्विरोध जीतने के बाद कांग्रेस ने EC से फिर चुनाव प्रक्रिया शुरू कराने की रखी मांग

    नई दिल्ली. सूरत लोकसभा सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार मुकेश दलाल की निर्विरोध जीत विवादों में है. कांग्रेस के उम्मीदवार का नामांकन रद्द होने के बाद बाकी बचे 8 उम्मीदवारों के अपनी उम्मीदवारी वापिस लेने के बाद मुकेश दलाल निर्विरोध चुन लिए गए थे. अब इस मामले में कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत की है. 
    कांग्रेस का आरोप है कि अनुचित प्रभाव के जरिए मुकेश दलाल को विजेता घोषित किया गया. कांग्रेस की मांग है कि इस सीट पर नए सिरे से चुनाव कराए जाएं. पार्टी ने दावा किया है कि दरअसल बीजेपी कारोबारी समुदाय से डर गई थी, जिस वजह से उसने सूरत लोकसभा सीट पर मैच फिक्सिंग की कोशिश की.
    कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों से मुलाकात की और मांग की कि सूरत में चुनाव प्रक्रिया दोबारा कराई जाए.  कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने चुनाव आयुक्तों से मिलने के बाद कहा कि हमने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि सूरत सीट पर चुनाव को स्थगित किया जाए और जल्द से जल्द दोबारा चुनाव कराए जाएं ताकि एक स्पष्ट संदेश जा सके कि आप इस तरह से गलत प्रभाव डालकर लाभ नहीं उठा सकते.  उन्होंने आरोप लगाया कि ये ऐसा मामला नहीं है, जहां मामले पर चुनावी याचिका से फैसला होगा. 
    साभार आज तक

     

  • मणिपुर के 11 निर्वाचन केंद्रों में आज फिर मतदान

    इंफाल। मणिपुर में जारी हिंसा के बीच भी लोकसभा चुनाव कराए जा रहे हैं। 19 अप्रैल को पहले चरण के मतदान के दौरान धांधली के आरोपों के कारण 11 मतदान केंद्रों पर दोबारा वोटिंग कराने का फैसला लिया गया। इनर मणिपुर के 11 निर्वाचन केंद्रों में आज फिर से मतदान हो रहा है। सोशल मीडिया पर दोबारा मतदान को लेकर एक वीडियो भी जारी किया गया है, जिसमें पूर्वी इंफाल में मोइरंगकम्पु साजेब के एक मतदान केंद्र का नजारा दिखाया गया है। यहां लोग दोबारा मतदान करने के लिए एकत्रित हुए हैं।
    पूर्वी इंफाल के खुरई क्षेत्र में भी दोबारा मतदान कराया जा रहा है। इस दौरान मतदान केंद्र के बाहर कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। यहां भी मतदान के लिए लोग एक बार फिर से एकत्रित हुए हैं।
    बता दें कि कांग्रेस ने मणिपुर की दो लोकसभा सीट के लिए शुक्रवार को हुए मतदान के दौरान चुनाव में धांधली और बूथ पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए 47 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराए जाने की मांग की थी। हालांकि, आपत्तियों पर विचार के बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने केवल 11 केंद्रों पर दोबारा मतदान कराने की घोषणा की।
    निर्वाचन आयोग के अधिकारी के मुताबिक जिन मतदान केंद्रों पर दोबारा मतदान कराया जाएगा, उनमें खुरई निर्वाचन क्षेत्र के मोइरंगकम्पु साजेब और थोंगम लीकाई, क्षेत्रीगाओ के चार और इंफाल पूर्वी जिले के थोंगजू में एक तथा उरीपोक में तीन एवं इंफाल पश्चिम जिले के कोंथौजम में एक मतदान केंद्र शामिल है।
    जातीय संघर्ष से प्रभावित मणिपुर से गोलीबारी, धमकी देने, कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम में तोड़-फोड़ करने और मतदान केंद्र पर कब्जा करने के आरोप सामने आए थे। मणिपुर की दो लोकसभा सीट आंतरिक मणिपुर और बाहरी मणिपुर के लिए शुक्रवार को पहले चरण में मतदान हुआ और 72 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
    धांधली के आरोप लगाने वाली कांग्रेस पार्टी के मणिपुर इकाई के अध्यक्ष के. मेघचंद्र ने कहा कि पार्टी ने मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पास शिकायत दर्ज कराई। ‘इनर मणिपुर’ निर्वाचन क्षेत्र के 36 तथा ‘आउटर मणिपुर’ निर्वाचन क्षेत्र के 11 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराए जाने की मांग की थी।
    साभार अमर उजाला

  • ईडी केजरीवाल पर ला रही  चार्जशीट

    नई दिल्ली। कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी (आप) के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से जल्द चार्जशीट दायर की जा सकती है। ईडी 15 मई से पहले सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर कर सकती है, जिसमें आम आदमी पार्टी को भी आरोपी बनाया जा सकता है। इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। ईडी यदि आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाती है तो यह पहली बार होगा जब किसी राजनीतिक दल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट में मुकदमा चलाया जाएगा। इससे आप के लिए बड़े संकट की शुरुआत हो सकती है। 
    रिपोर्ट में बताया गया है कि चार्जशीट को ड्राफ्ट किए जाने का काम फाइनल होने वाला है। यह भी बताया गया है कि पुराने चार्जशीट्स में आरोपी लगाए गए लोगों के अलावा इस बार 4-5 और नए नाम हो सकते हैं। अरविंद केजरीवाल और के कविता के अलावा सप्लीमेंट्री चार्जशीट में गोवा के राजनीतिक कार्यकर्ता चनप्रीत सिंह का भी नाम हो सकता है। सिंह को 15 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि वह गोवा विधानसभा चुनाव में उन्होंने 'आप' की फंडिंग का प्रबंधन किया था। ईडी का दावा है कि घोटाले की रकम का इस्तेमाल गोवा में चुनाव प्रचार के लिए किया गया। 
    अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि हवाला लेनदेन में शामिल कुछ और लोगों नाम भी चार्जशीट में सामने आ सकते हैं। ईडी अधिकारियों ने कहा कि राजनीतिक दल को आरोपी बनाना अभूतपूर्व है, लेकिन उन्होंने इसके लिए कानूनी सलाह ली है। दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने भी संकेत दिए थे कि आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाया जा सकता है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कन्हैया कुमार को लेकर दिल्ली यूनिट में खींचतान बढ़ी, मीटिंग में हुई तीखी बहस

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2024 के लिए दिल्ली की 7 सीटों पर 25 मई को वोट डाले जाएंगे. चुनाव में अब कुछ दिनों का वक्त बचा है, लेकिन कांग्रेस में नेताओं का आपसी झगड़ा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. कांग्रेस आलाकमान ने उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से कन्हैया कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है. इसे लेकर पार्टी की दिल्ली यूनिट में खींचतान बढ़ गई है. बीजेपी ने उत्तर पूर्वी दिल्ली से मनोज तिवारी को एक बार फिर मौका दिया है. 
    दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की तरफ से कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी को लेकर उत्तर पूर्वी जिले के पूर्व विधायकों और पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें दिल्ली कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया भी शामिल थे. लेकिन यह बैठक बेनतीजा निकली. सूत्रों की मानें तो बैठक के दौरान दिल्ली कांग्रेस के कुछ नेताओं और कन्हैया कुमार के बीच तीखी बहस हुई. बात इतनी बिगड़ गई कि एक नेता ने कन्हैया कुमार को अपशब्द तक कह डाले. हालांकि, बैठक में दिल्ली कांग्रेस के नेताओं और कन्हैया कुमार के बीच बहस वाली बात को प्रभारी दीपक बाबरिया ने खारिज किया.
    लेकिन सूत्रों की मानें तो पहले AAP के साथ गठबंधन और अब कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी को लेकर, दिल्ली कांग्रेस में सबकुछ सामान्य नहीं चल रहा. दरअसल, नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली सीट से कांग्रेस आलाकमान ने जबसे कन्हैया कुमार को टिकट दिया है, तब से कांग्रेस के स्थानीय नेता उनकी उम्मीदवारी को लेकर तरह-तरह की बयानबाजी करने से पीछे नहीं रह रहे. बगावत की स्थिति को संभालने के लिए दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जिलाध्यक्षों और पूर्व विधायकों की बैठक बुलाई थी.
    दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित भी बैठक में पहुंचे थे. वह मंच पर न जाकर पूर्व विधायकों और पदाधिकारियों के बीच बैठ गए. अरविंदर सिंह लवली ने संदीप दीक्षित को मंच पर बैठने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने मना कर दिया. तब कन्हैया कुमार ने उनसे मंच पर आने के लिए कहा, जिस पर संदीप दीक्षित भड़क गए. सूत्रों के मुताबिक उन्होंने बैठक के दौरान कहा कि कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी से कांग्रेस को नॉर्थ-ईस्ट सीट के अलावा दिल्ली की अन्य सीटों पर भी भारी नुकसान होने वाला है.
    साभार आज तक 

  • अमेरिका ने दिया पाक को झटका, कंपोनेंट्स की सप्लाई करने वाली 4 कंपनियों पर बैन

    इस्लामाबाद। अमेरिका ने पाकिस्तान को एक बार फिर बड़ा झटका दिया है। यूएस ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम के लिए मिसाइल से जुड़ी चीजों की सप्लाई के लिए 3 चीनी कंपनियों और बेलारूस स्थित एक फर्म पर प्रतिबंध लगा दिया है। अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई। जिन पर ये पाबंदियां लगी हैं उनमें तीन चीनी कंपनियां (शीआन लॉन्गडे टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड, तियानजिन क्रिएटिव सोर्स इंटरनेशनल ट्रेड कंपनी लिमिटेड और ग्रैनपेक्ट कंपनी लिमिटेड) शामिल हैं। साथ ही बेलारूस स्थित मिन्स्क व्हील ट्रैक्टर प्लांट पर भी ऐक्शन लिया गया है। 
    बयान के मुताबिक, राज्य विभाग कार्यकारी आदेश 13382 की धारा 1 (A) (ii) के अनुसार 4 फर्म्स पर कार्रवाई हुई है। इस धारा के तहत सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रसारकों और उनके वितरण के साधनों पर ऐक्शन लिया जाता है। इन कंपनियों ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम के लिए मिसाइल-वाली वस्तुओं की आपूर्ति की है। इसमें इसकी लंबी दूरी की मिसाइल कार्यक्रम भी शामिल है। अगर बेलारूस के मिन्स्क व्हील ट्रैक्टर प्लांट की बात करें तो उसने पाकिस्तान के लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए स्पेशल व्हीकल चेसिस की सप्लाई के लिए काम किया। ऐसी चेसिस का इस्तेमाल बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए लॉन्च सपोर्ट के तौर पर किया जाता है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस के पूर्व विधायक शुक्ला समेत कई कांग्रेस नेताओं ने भाजपा का दामन थामा

    भोपाल। लोकसभा चुनाव के बीच मध्य प्रदेश में कांग्रेस को झटके पर झटके लग रहे हैं। एक के बाद एक कांग्रेस नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं। अब 19 अप्रैल को मतदान के बाद शनिवार को एक बार फिर पूर्व विधायक समेत कई कांग्रेस नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया।  
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद , न्यू ज्वॉइनिंग टोली के प्रदेश संयोजक डॉ. नरोत्तम मिश्रा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, मंत्री  गोविंद सिंह राजपूत और प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी के समक्ष भाजपा कार्यालय में कांग्रेस के शिवपुरी के पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला, मध्य प्रदेश कांग्रेस सिंधी कल्याण समिति के पूर्व प्रदेश महामंत्री  महेश गुरबाणी, प्रदेश कांग्रेस पूर्व महासचिव कमल सिंह रघुवंशी, जिला महामंत्री कांग्रेस शिवपुरी  आलोक शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष सोशल मीडिया संगठन (टीम कमलनाथ)  गौरव शर्मा, पूर्व महासचिव प्रदेश कांग्रेस अमित दांतरे, पूर्व सोसायटी अध्यक्ष जुझारपुर अमर सिंह यादव, सेवादल कांग्रेस उपाध्यक्ष होशंगाबाद राहुल सिंह समेत कांग्रेस पार्षद, सरपंच-उपसरपंच और 100 से अधिक पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी को पार्टी का अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया।
    साभार अमर उजाला

     

  • प्रदेश में छह सीटों पर 67.08 % वोटिंग, 2019 की तुलना में आठ फीसदी कम

    भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में शुक्रवार को छह सीटों पर 67.08 % मतदान दर्ज किया गया। 2019 की तुलना में यह फीका माना जा सकता है, क्योंकि यह पिछली बार से 8 फीसदी कम है। 2019 में इन छहों सीटों पर औसत 75.24 फीसदी मतदान हुआ था। छिंदवाड़ा में इस बार सबसे ज्यादा 79.18 प्रतिशत, लेकिन पिछली बार से 3.21 फीसदी कम मतदान हुआ है। शुक्रवार सुबह 13588 मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे वोटिंग शुरू हुई, जो शाम 6 बजे तक चली। हालांकि, बालाघाट की लांजी, परतवाड़ा और बैहर विधानसभा सीट पर दो घंटे पहले 4 बजे मतदान प्रकिया समाप्त हो गई।  हालांकि, पिछली बार करीब 10 प्रतिशत वोट प्रतिशत बढ़ा था। इस बार वोट प्रतिशत में बहुत बड़ी कमी आई है। इसके कई कारण हो सकते हैं। प्रदेश के कई शहरों में तापमान में 40 डिग्री तक पहुंच गया है। गर्मी भी एक कारण है। दूसरा पिछली बार पुलवामा अटैक समेत राष्ट्रवाद का मुद्दा बहुत हावी था। इस बार मतदाता में सत्तारूढ़ पार्टी की वापसी को लेकर भरोसा ज्यादा है। ऐसे में जानकारों का कहना है कि मतदाता वोट करने ही नहीं निकला। सत्तारूढ़ और विपक्ष दोनों ही पार्टी की तरफ से ऐसे मुद्दों का अभाव था, जो मतदाताओं को अपील नहीं कर पाए। भाजपा की मोदी की गारंटी और राम मंदिर का मुद्दा भी जोर नहीं पकड़ पाया। इसे भी वोट प्रतिशत घटने का कारण बताया जा रहा है। 
    भाजपा ने 400 सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा। इसके लिए भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को प्रत्येक बूथ पर 370 वोट बढ़ाने का लक्ष्य दिया गया था। हालांकि, कम मतदान प्रतिशत ने भाजपा के बूथ मैनजमेंट की पोल खोल दी है। इससे साफ है कि भाजपा का बूथ मैनेजमेंट भी फेल हो गया है। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा चुनाव के जैसी मतदाताओं को घर से बाहर निकालने की सक्रियता नहीं दिखाई। 
    इस बार लोकसभा चुनाव में शुरू से ही जनता में उत्सुकता नहीं दिखाई दे रही थी। जानकारों का कहना है कि इसका कारण लोकसभा के चुना में क्षेत्र का बड़ा होना भी एक कारण है। दूसरा इस बार भाजपा मोदी के नाम पर चुनाव नहीं लड़ रही है। ऐसे में प्रत्याशी का चेहरा ज्यादा प्रभावित नहीं करता। दूसरा कांग्रेस इंडी गठबंधन के साथ चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस के नेता पहले ही कह चुके है, उनके पास चुनाव लड़ने के लिए पैसा नहीं है। वहीं, प्रदेश में पार्टी में लगातार भगदड़ मची हुई है। ऐसे में नेताओं का मनोबल टूटा हुआ है। 
    लोकसभा चुनाव की 6 सीटों पर विधानसभा की 47 सीटें आती है। इनमें छिंदवाड़ा की अमरवाड़ा सीट पर 81.37 प्रतिशत मतदान हुआ है। बता दें अमरवाड़ा छिंदवाड़ा की अनुसूचित जनजाति आरक्षित सीट है। इस सीट से विधायक कमलेश शाह को भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव से पहले कांग्रेस से तोड़ लिया था। जानकारों का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में ज्यादा मतदान हुआ है। इसका फायदा छिंदवाड़ा में कांग्रेस को मिल सकता है। आदिवासी वोटर कांग्रेस के साथ जाता है।
    साभार अमर उजाला

  • वोटिंग ने पकड़ी रफ्तार, 4 घंटे में बंगाल में 33 तो यूपी की 8 सीटों पर 25 % मतदान

    आज लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का चुनाव है. इस फेज में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. पहले चरण में 1600 से ज्यादा उम्मीदवार मैदान पर हैं. इस चरण में नौ केंद्रीय मंत्री, दो पूर्व मुख्यमंत्री और एक पूर्व राज्यपाल की किस्मत भी दांव पर है. वोटिंग सुबह 7 बजे से शुरू हो जाएगी और शाम 6 बजे तक जारी रहेगी. आज अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की 92 विधानसभा सीटों पर भी वोटिंग होगी.
    चुनाव आयोग के मुताबिक, पहले चरण में 16.63 करोड़ से ज्यादा वोटर्स हैं. इनमें 8.4 करोड़ पुरुष और 8.23 करोड़ महिला वोटर्स हैं. इनमें से 35.67 लाख वोटर्स ऐसे हैं, जो पहली बार वोट डालेंगे. जबकि, 20 से 29 साल की उम्र के मतदाताओं की संख्या 3.51 करोड़ है. इनके लिए 1.87 लाख पोलिंग बूथ बनाए गए हैं.
    21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर सुबह सात बजे से मतदान जारी है. इसी बीच चार घंटे के अंदर का मतदान प्रतिशत सामने आया है. इन चार घंटों के अंदर सबसे ज्यादा 33.56% वोटिंग पश्चिम बंगाल में हुई है. 
    अरुणाचल प्रदेश में सुबह 7 बजे से 10 बजे तक लोकसभा चुनाव में 15% और विधानसभा चुनाव में 20% मतदान हुआ है. अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव की 50 सीटों और लोकसभा की 2 सीटों के लिए मतदान जारी है. सीएम पेमा खांडू और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू अपने-अपने गांवों में वोट डाल चुके हैं. वहीं, असम के तलहटी शहर होलोंगी और गोहपुर में खराब मौसम के बावजूद सैकड़ों नागरिक कतार में खड़े होकर मतदान कर रहे हैं.
    साभार आज तक

  • क्या अरविंद केजरीवाल को मिल सकती है मेडिकल ग्राउंड पर जमानत

    नई दिल्ली. अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की डायट को लेकर आप और ईडी भिड़े हुए हैं. ईडी का आरोप है कि केजरीवाल डायबिटिक होने के बाद भी रोज मीठा खा रहे हैं ताकि उन्हें मेडिकल बेल मिल जाए. वहीं आप का आरोप है कि प्रवर्तन निदेशालय जानबूझकर ऐसी बातें कर रहा है ताकि मुख्यमंत्री को घर से खाना मिलना बंद हो जाए, और फिर जेल के खाने में कोई गड़बड़ी कर उन्हें नुकसान पहुंचाया जा सके. फिलहाल स्पेशल जज ने तिहाड़ जेल को केजरीवाल के डायट चार्ट पर पूरी रिपोर्ट देने को कहा है.
    आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने आरोप लगाते हुए कहा कि तिहाड़ में केजरीवाल को मारने की साजिश रचते हुए उनका घर का खाना बंद करवाने की साजिश हो रही है. ईडी के आरोप पर आतिशी ने कहा कि सीएम को डॉक्टर का बताया हुआ लो-कैलोरी स्वीटनर दिया जा रहा है. साथ ही उन्होंने केवल नवरात्रि के प्रसाद के तौर पर आलू-पूड़ी खाई थी. ये सारी चीजें खुद उनके डॉक्टर ने कही हैं.
    वहीं ईडी का सीधा आरोप है कि घर से केजरीवाल के लिए साजिश के तहत ऐसा खाना भेजा रहा है जो उनका शुगर लेवल अस्थिर कर दे. इसके बाद वे मेडिकल ग्राउंड पर जमानत मांगने लगेंगे. 
    साभार आज तक 

  • छिंदवाड़ा में विक्रम अहाके बोले-भाजपा में घुटन महसूस हो रही थी, नकुलनाथ को विजयी बनाएं

    भोपाल। मध्य प्रदेश में पहले चरण की छह सीटों पर मतदान जारी है। इसमें छिंदवाड़ा हॉट सीट पर बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। कुछ दिन पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले छिंदवाड़ा महापौर विक्रम अहाके ने यू-टर्न लेकर कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ को वोट कर जिताने की अपील की है। अहाके ने मतदान के दिन शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो जारी किया।
    इसमें अहाके ने कहा कि मैं किसी डर और दबाव के एक महत्वपूर्ण बात रखने जा रहा है। भाजपा का नाम लिए बिना अहाके ने कहा कि कुछ दिन पूर्व मैंने किसी राजनीतिक दल को ज्वाइंन किया था। उस दिन से ही मेरे अंदर एक घुटन महसूस कर रहा था। मुझे लग रहा था कि विक्रम तुम गलत कर रहे हो। तुम उस इंसान के साथ गलत कर रहे हो, जिस इंसान ने छिंदवाड़ा का विकास किया है। लोगों की दुख: दर्द में मदद की है। जो छिंदवाड़ा में शिक्षा, इलाज या विकास की बात हो हमेशा मदद करते आए है। 
    अहाके ने कहा कि राजनीति करने के अवसर बहुत आएंगे। भविष्य में मेरे साथ क्या होगा मुझे उसका अंदाजा नहीं है। लेकिन आज मैं अपने नेता कमलनाथ और नकुलनाथ के साथ खड़ा नहीं हुआ तो अपने आप को माफ नहीं कर पाऊंगा। उन्होंने मुझे भी आगे बढ़ाया है। अहाके ने छिंदवाड़ा की जनता से अपील करते हुए कहा कि नकुलनाथ जी को कांग्रेस की बटन दबाकर विजयी बनायें। बता दें विक्रम अहाके ने भोपाल में कुछ दिन पहले ही भाजपा की सदस्यता ली थी। उनको मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भाजपा की सदस्यता दिलाई थी।
    साभार अमर उजाला

  • पहले चरण के मतदान के बीच प्रदेश दौरे पर पीएम मोदी की दमोह में सभा

    दमोह। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्य प्रदेश के दौरे पर रहेंगे। वे दमोह लोकसभा सीट से  भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह के समर्थन में सभा को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी 1:45 बजे दमोह पहुंचेंगे और इमलाई गांव में सभा करेंगे। करीब एक घंटे रुकने के बाद वे जबलपुर रवाना होंगे। 
    दरसअल, चार महीने बाद प्रधानमंत्री मोदी का यह दूसरा दमोह दौरा है। इसके पहले विधानसभा चुनाव के बीच वे 7 नवंबर को इसी इमलाई मैदान पर आए थे और 8 विधानसभा सीट के प्रत्याशियों के समर्थन में सभा की थी। आज प्रदेश की छह सीटों पर मतदान के बीच पीएम मोदी दूसरी बार दमोह आ रहे हैं। उनके दौरे को लेकर प्रशासन ने सारी तैयारियां पूरी कर लीं हैं। ग्राउंड पर तीन हेलीपैड बनाए गए हैं। गुरुवार शाम एसपीजी के अधिकारियों ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण भी किया था। जिला प्रशासन ने कार्यक्रम स्थल के आसपास वाहनों की आवाजाही कम करने के लिए रूट डायवर्ट किया है। कार्यक्रम स्थल पर तीन पंडाल लगाए गए हैं। जिनमें एक मुख्य पंडाल है और दो पंडाल उसके करीब  लगे हैं।
    बता दें भाजपा की ओर से राहुल सिंह और कांग्रेस की ओर से तरवर सिंह लोधी चुनाव लड़ रहे हैं जो अच्छे दोस्त भी रहे हैं। लेकिन, सियासी मैदान में दोनों एक दूसरे के विरोध में चुनाव लड़ रहे हैं। अभी कांग्रेस के किसी भी बड़े नेता की सभा दमोह में आयोजित नहीं हुई है। हालांकि, नामांकन के दिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी दमोह आए थे। 
    पीएम मोदी आज दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां से दोपहर 1:45 बजे हेलिकॉप्टर से दमोह आएंगे और सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद दोपहर 2:45 बजे यहां से जबलपुर रवाना होंगे। जहां से विशेष विमान में दिल्ली रवाना होंगे। इसके लिए जबलपुर एयरपोर्ट के लिए 3 घंटे का नो फ्लाई जोन घोषित किया गया है।
    इमलाई में प्रस्तावित सभा स्थल की तरफ हटा, बटियागढ़, नरसिंहगढ़, पावरग्रिड बायपास से भारी वाहनों का आना सुबह 9.30 बजे से शाम 5 बजेतक प्रतिबंधित रहेगा।
    हटा रोड से आने वाले वाहनों के लिए- मुक्तिधाम बस स्टैंड (चार पहिया एवं बस), राय पेट्रोल पंप के पीछे व गैरिज के सामने (चार पहिया) पार्किंग होगी।
    बटियागढ़ तरफ से आने वाले वाहनों के लिए- हरि ओम कुंज के सामने , गगन अग्रवाल सीमेंट दुकान के सामने, संस्कार धर्मकांटा के सामने (चार पहिया) और फैक्ट्री बाउंड्री के बाजू से (बस पार्किंग) पार्किंग होगी।
    सागर रोड से आने वाले वाहनों के लिए पावर हाउस पानी टंकी के सामने (बस पार्किंग), अंसारी दाल मिल के सामने (बस पार्किंग), रेलवे फाटक (डायमंड) के बाजू में (चार पहिया), जीपी राय खेत के बाजू में, लल्लू पटेल के घर के पीछे (चार पहिया) पार्किंग व्यवस्था की गई है।
    छतरपुर से सागर जाने एवं आने वाले दो पहिया चार पहिया वाहन मुक्तिधाम, पलंदी चौक, राय तिराहा, स्टेशन चैक, तीन गुल्ली, सरदार पटेल ब्रिज, पावरग्रिड तिराहा मार्ग का उपयोग करेंगे। यह अस्थाई व्यवस्था बनाई गई है।
    साभार अमर उजाला

  • युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राजकुमार यादव भाजपा में शामिल

    सीहोर। पूरे देश की तरह सीहोर जिले में भी कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता कांग्रेस को अलविदा कह कर भाजपा का दामन थाम रहे हैं। जिले में कई बड़े चेहरों के बाद अब भाजपा नेतृत्व से प्रभावित होकर सीहोर जिला युवा कांग्रेस सीहोर के निर्वाचित जिला अध्यक्ष राजकुमार यादव (राजू) के नेतृत्व में करीब 500 कार्यकर्ताओं ने भाजपा का दामन थामा। 
    सभी कार्यकर्ताओं का मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने जिला अध्यक्ष रवि मालवीय की उपस्थिति में भाजपा का अंग वस्त्र पहना कर भाजपा में स्वागत किया। भाजपा जिला मीडिया प्रभारी सुशील संचेती ने बताया कि राजकुमार यादव के साथ भाजपा का दामन थामने वालों में प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव संजय पटेल गोरखपुर, समाजसेवी विशाल खंडेलवाल, ब्लॉक युवा कांग्रेस अध्यक्ष भैरूंदा अभिषेक पटेल, जिला उपाध्यक्ष मुकेश मालवीय लाड़कुई, रामेश्वर पटेल, ओम दरबार भादाकुई, ब्लाॉक उपाध्यक्ष रितेश यादव राला, श्यामलाल मीणा गुलरपुरा, निर्मल पटेल राला, आलोक यादव राला, जिला महासचिव सत्यनारायण यादव, जिला सचिव कपिल शर्मा, जिला महासचिव आशीष पटेल सहित सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
    साभार अमर उजाला

  • मध्यप्रदेश में पहले चरण में छह सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान,  सीधी और मंडला में भाजपा को चुनौती,  छिंदवाड़ा में कांटे की टक्कर

    भोपाल। मध्य प्रदेश में पहले चरण में छह सीटों पर 19 अप्रैल शुक्रवार को मतदान होगा। इसमें छिंदवाड़ा के साथ ही बालाघाट, जबलपुर, सीधी, मंडला और शहडोल सीट शामिल हैं। इन सीटों पर बुधवार शाम को चुनाव प्रचार थम जाएगा। इससे पहले भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने मतदाताओं को साधने पूरा जोर लगा दिया। भाजपा मोदी के चेहरे के साथ ही राममंदिर, हिंदुत्व और केंद्र की तमाम हितग्राही योजनाओं को लेकर मैदान में है। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी अपनी छवि के साथ ही आदिवासी वोटरों के भरोसे है। इसमें सबसे रोचक मुकाबला छिंदवाड़ा सीट पर है।
    छिंदवाड़ा : आदिवासियों के हाथ चाबी
    छिंदवाड़ा में मुकाबला बराबर का है। यहां पर आदिवासी वोटर हार जीत तय करेंगे। संसदीय सीट पर 37 प्रतिशत आबादी आदिवासी वर्ग की है। यही वजह है कि भाजपा ने अमरवाड़ा से विधायक कमलेश शाह को भाजपा में शामिल कराया। वहीं, सबसे बड़ा मुद्दा क्षेत्र की जनता का नकुलनाथ को पसंद नहीं करना है। हालांकि, लोग कमलनाथ को अभी भी मानते हैं कि उन्होंने जिले में विकास कार्य कराए हैं। यही वजह है कि अब कमलनाथ ने चुनाव में मोर्चा संभाल लिया है। वहीं, भाजपा मोदी को आगे रख कर चुनाव लड़ रही है। 
    बालाघाट: मुंजारे से कांग्रेस मुश्किल में
    बालाघाट संसदीय सीट पर भाजपा आगे दिखाई दे रही हैं। यहां पर भाजपा ने सांसद ढाल सिंह बिसेन का टिकट काट कर भारती पारधी को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने सामान्य वर्ग से आने वाले सम्राट सरस्वार पर दांव लगाया है। यहां पर सामान्य वर्ग का वोट प्रतिशत बहुत कम है। हालांकि, लड़ाई पवार वर्सेस लोधी की है। बालाघाट से विधायक अनुभा मुंजारे लोधी समाज से आती हैं। ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी को लोधी वोट मिल जाने थे, लेकिन अनुभा मुंजारे के पति पूर्व सांसद कंकर मुंजारे बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इसका कांग्रेस को नुकसान हो रहा है। 
    मंडला : बंट रहे आदिवासी वोट
    मंडला में भी भाजपा कांग्रेस से आगे दिखाई दे रही है। हालांकि, भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के सामने चुनौती है। दरअसल उनका जनता में विरोध है। कुलस्ते निवास सीट से विधानसभा चुनाव भी हार गए थे। हालांकि, भाजपा मुफ्त राशन, पीएम आवास, लाडली बहना योजना और मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस ने विधायक ओमकार सिंह मरकाम को टिकट दिया है। कांग्रेस को आदिवासी वोटों पर भरोसा है। इस सीट पर आठ में पांच विधासभा सीटें कांग्रेस के पास है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी चुनाव लड़ रही है। ऐसे में आदिवासी वोट बंटने से कांग्रेस को नुकसान होता दिख रहा है। 
    जबलपुर: कांग्रेस 1991 के बाद से नहीं जीती
    जबलपुर में भाजपा कांग्रेस के सामने बहुत मजबूत दिखाई दे रही है। इसका बड़ा कारण महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, पूर्व विधायक नीलेश अवस्थी और एकता ठाकुर का भाजपा में शामिल होना भी है। इससे कांग्रेस को बहुत नुकसान हुआ है। यहां पर कांग्रेस ने आखिरी बार 1991 में जीत दर्ज की थी। इसके बाद से यहां पर भाजपा ही चुनाव जीतते आ रही है। यहां से भाजपा ने आशीष दुबे को और कांग्रेस ने दिनेश यादव को प्रत्याशी बनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जबलपुर में रोड शो कर प्रदेश में चुनाव प्रचार का आगाज किया था। भाजपा हिंदूत्व और राम मंदिर को आगे रखकर चुनाव लड़ रही है। 
    शहडोल : मोदी फैक्टर व विकास आगे
    शहडोल में भाजपा आगे दिखाई दे रही है। यहां की आठ विधानसभा सीट में से सिर्फ एक सीट पुष्पराजगढ़ सीट कांग्रेस के पास है। इस सीट से विधायक फूंदेलाल मार्को को ही कांग्रेस ने टिकट दिया है। वहीं, भाजपा ने सांसद हिमाद्री सिंह को प्रत्याशी बनाया है। केंद्र सरकार की योजनाओं का फायदा आदिवासियों को मिल रहा है। वहीं, मोदी फैक्टर चल रहा है। इस क्षेत्र में भाजपा को विकास का भी फायदा मिलता दिख रहा है। 
    सीधी: मुकाबला सीधा नहीं, फंस हुआ
    सीधी सीट पर मुकाबला फंस गया है। यहां पर निर्दलीय प्रत्याशी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रत्याशी भाजपा को नुकसान पहुंचा रहे है। इस लोकसभा सीट की आठ में से सिर्फ एक सीट चुरहट की कांग्रेस के पास है। भाजपा ने सामान्य वर्ग से आने वाले डॉ. राजेंद्र मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने अन्य पिछड़ा वर्ग से आने वाले पूर्व विधायक कमलेश्वर पटेल पर दांव लगाया है। भाजपा से बागी पूर्व सांसद अजय प्रताप सिंह गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा नेता की फिसली जुबान, कांग्रेस की महिला नेता पर बोला हमला, नींद नहीं आ रही तो एक्स्ट्रा पैग लगा लेना

    बेंगलुरु। लोकसभा चुनाव 2024 शुरू होने में गिनती के दिन बचे हैं। चुनाव प्रचार में लगे दिग्गज नेता जनता से लोकलुभावन वादों के साथ अपने प्रतिद्वंद्वी पर हमले करने से नहीं चूक रहे लेकिन, इस कार्य में कई बार उनकी जुबान भी फिसल जा रही है। कर्नाटक में भी यही देखने मिला। यहां भाजपा नेता संजय पाटिल ने कांग्रेस नेता और राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर को शराब पीने की सलाह दे डाली। उन्होंने कथित तौर पर कहा कि रात में अच्छी नींद के लिए "एक एक्स्ट्रा पैग" जरूर लगाएं। उनके बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। जवाब में कांग्रेस पार्टी ने भाजपा की कौरवों और रावण से तुलना कर डाली।
    मामला यूं है कि कर्नाटक की महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर पर कटाक्ष करते हुए पूर्व भाजपा विधायक संजय पाटिल ने कहा कि कर्नाटक में भाजपा के उदय से हेब्बालकर को बहुत चिंता हो रही होगी, शायद उन्हें रात में नींद भी नहीं आती होगी। इसलिए मेरी सलाह है कि वह "रात में अच्छी नींद पाने के लिए नींद की गोली या एक एक्स्ट्रा पैग" लें।
    पाटिल ने शनिवार को बेलगावी में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, "मैंने कर्नाटक में आठ अलग-अलग क्षेत्रों में प्रभारी के रूप में काम किया है। बेलगावी में, बड़ी संख्या में महिलाएं भाजपा के समर्थन में सामने आ रही हैं। यही कारण है कि मैं चाहता हूं कि मेरी बड़ी बहन (लक्ष्मी हेब्बालकर) नींद की गोली ले लें। या अच्छी रात की नींद पाने के लिए एक अतिरिक्त पेग लें।"
    कर्नाटक कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि संजय पाटिल ने लक्ष्मी हेब्बालकर पर अपनी टिप्पणी के माध्यम से पूरे महिला समुदाय को "निशाना बनाया और अपमानित" किया है।  कर्नाटक कांग्रेस की तरफ से बयान दिया गया, "जो कोई भी महिलाओं को नीची दृष्टि से देखता है, इसका मतलब है कि उनका पतन शुरू हो गया है। भाजपा और जेडीएस पार्टियों का पतन शुरू हो गया है, इसलिए उनका महिला विरोधी रवैया बढ़ रहा है। कौरवों और रावण की तरह, भाजपा और जेडीएस का भी निश्चित रूप से विनाश होगा।" 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • RJD के 'परिवर्तन पत्र' में 1 करोड़ नौकरियां और 2024 के लिए 24 वचन

    पटना. देश में हो रहे लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से 6 दिन पहले लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है जिसे 'परिवर्तन पत्र' का नाम दिया गया है. इसे पूर्व डिप्टी सीएम और लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने लॉन्च किया. 
    इस परिवर्तन पत्र में सबसे बड़ा दावा सरकारी नौकरियों को लेकर किया गया है. तेजस्वी यादव ने ऐलान किया है कि अगर देश में इंडी एलायंस की सरकार बनेगी तो एक करोड़ लोगों को नौकरी दी जाएगी.
    इसको लेकर तेजस्वी यादव ने कहा, 'अगर हमारा गठबंधन सत्ता में आया तो हम देश भर में एक करोड़ युवाओं को सरकारी नौकरी देंगे, आज बेरोजगारी हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है और बीजेपी के लोगों ने इस बारे में बात नहीं करते हैं, उन्होंने 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था लेकिन हम जो कहते हैं वह करते हैं और 1 करोड़ नौकरियां देंगे.'
    इतना ही नहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि हम पुरानी पेंशन योजना वापस लाएंगे और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाएंगे. उन्होंने बिहार को स्पेशल पैकेज दिलाने का भी परिवर्तन पत्र में वादा किया है.
    प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा पत्र को जारी करते हुए आरजेडी की तरफ से कहा गया, हमने आज परिवर्तन पत्र जारी किया है, हम 2024 के चुनावों के लिए 24 वचन लेकर आए हैं. बिहार के विकास के लिए आज हम जो भी वादा करेंगे उसे पूरा करेंगे.
    आगे कहा गया, जब भी हम कुछ कहते हैं, तो उसका मतलब होता है, हम उस पर अमल करते हैं. हमने 2020 के चुनावों के दौरान उठाए गए अपने मुद्दों को उन 17 महीनों में आगे बढ़ाया, जिनकी हमें अनुमति दी गई थी. हमने 5 लाख सरकारी नौकरियां दीं. कोई अन्य राज्य ऐसी सुविधाओं की योजना नहीं बना सकता.
    पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता  मनोज झा ने कहा कि हमने जाति आधारित सर्वेक्षण किया और आरक्षण का पुनर्गठन किया, हमने ऐसे बदलाव का वादा किया था. हमने आईटी पॉलिसी तैयार की. हमने खिलाड़ियों और एथलीटों के लिए नौकरियां सुनिश्चित कीं. हम 2024 के लिए 24 वचन लेकर आए हैं.
    साभार आज तक 

  • ईरान कभी भी कर सकता है इजरायल पर हमला

    तेहरान।। इस महीने की शुरुआत में दमिश्क में ईरान के दूतावास पर इजरायल ने हमला कर दिया था। इस हमले में दो ईरानी जनरलों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद ईरान गुस्से में है। उसने जवाबी हमले की धमकी दी है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट में भी इस बात का दावा किया गया है कि अगले दो दिन में ईरान इजरायल पर हमला कर सकता है। रिपोर्ट में अमेरिका के खुफिया विभाग के हवाले से ये जानकारी दी गई है। भारत, फ्रांस और रूस सहित देशों ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। 
    इस रिपोर्ट की माने तो हमले अगले 24 से 48 घंटे के भीतर हो सकते हैं। ईरान से जुड़े सूत्रों ने बताया कि हमले की योजना पर चर्चा की जा रही है, हालांकि कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। सीरिया के दमिश्क में ईरानी दूतावास पर हुए इजरायली हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। ईरान ने इजरायल पर हमले की चेतावनी दी है। अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के हवाले ये कहा गया कि इजरायल की सीमाओं के भीतर ये हमला हो सकता है।
    ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई के पास इजरायल हमले से जुड़ी योजना पहुंच चुकी है। हालांकि इस पर उन्होंने कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है। बताया जा रहा है कि उन्हें चिंता है कि हमलों का उल्टा असर हो सकता है। इससे ईरान के रणनीतिक बुनियादी ढ़ांचों पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की जा सकती है। वह हमला किए जाने की स्थिति में राजनीतिक जोखिमों का आकलन कर रहे हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भारतीय पर्यटकों की नारजगी से घबराया मालदीव, भारत में करवाएगा रोड शो

    नई दिल्ली. भारत के साथ रिश्तों को तनावपूर्ण बनाकर मालदीव ने अपने पैरों पर ही कुल्हाड़ी मार ली है. मालदीव में भारतीय सैलानियों की संख्या में आश्चर्यजनक रूप से कमी आ गई है. इसका असर मालदीव की इकोनॉमी पर पड़ रहा है. अब मालदीव की एक बड़ी टूरिज्म संस्था ने भारतीय पर्यटकों को रिझाने के लिए भारत के बड़े शहरों में रोड शो करने का फैसला किया है. ताकि मालदीव को लेकर भारतीय पर्यटकों के बीच धारणा बदली जा सके और उन्हें एक बार फिर से मालदीव भ्रमण के लिए प्रेरित किया जा सके.
    बता दें कि चारों ओर समुद्र से घिरे मालदीव की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार पर्यटन ही है. यहां बड़ी संख्या में भारतीय छुट्टियां मनाने के लिए जाते हैं. लेकिन इस स्थिति में बदलाव तब आया जब राष्ट्रपति मुइज्जू ने अपने चुनावी अभियान में 'इंडिया आउट' का नारा दिया. इसके बाद दोनों देशों के रिश्ते बिगड़ते चले गए. मालदीव ने अपने यहां से भारतीय सैनिकों को भी बाहर निकालने का आदेश जारी कर दिया. ये सैनिक वहां असैन्य कामों में लगए हुए थे.
    इसके कुछ हफ्तों बाद पीएम मोदी ने भारत के लक्षद्वीप से अपनी तस्वीर जारी की. इसके बाद सोशल मीडिया पर लक्षद्वीप और मालदीव की तुलना की जाने लगी. इसके बाद मालदीव के कई मंत्रियों सहित कुछ अधिकारियों ने भारत के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी. 
    इसके बाद मालदीव जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में काफी कमी आई. अब मालदीव इस नुकसान की भरपाई करने के लिए कदम उठा रहा है और भारत से रिश्ते ठीक करने में जुटा है. 
    8 अप्रैल को माले में भारतीय उच्चायुक्त के साथ चर्चा के बाद मालदीव एसोसिएशन ऑफ ट्रैवल एजेंट्स एंड टूर ऑपरेटर्स (MATATO) ने भारत के कई शहरों में रोड शो आयोजित करने सहित यात्रा और पर्यटन सहयोग बढ़ाने की योजना बनाई है.
    साभार आज तक

  • पीएम मोदी ने कहा- ईडी के सिर्फ 3% मामले राजनेताओं के खिलाफ, भ्रष्टाचार का असर पड़ता है पूरे देश के लोगों पर

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार का असर पूरे देश के लोगों पर पड़ता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार को खत्म करना ही उनकी प्राथमिकता है। विरोधियों पर ईडी की कार्रवाई के आरोपों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ईडी, के सिर्फ तीन फीसदी मामले राजनीति से जुड़े लोगों के खिलाफ चल रहे हैं। एक ताजा इंटरव्यू में पीएम मोदी ने विश्वास जाहिर करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगी। अपनी सरकार की पिछले 10 वर्षों की उपलब्धियों में प्रधानमंत्री ने विकास, सामाजिक जनकल्याण और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में किए गए कामों को गिनाया। साथ ही जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और राम मंदिर के निर्माण की उपलब्धियों का भी जिक्र किया। 
    प्रधानमंत्री ने कहा कि 'पिछले 10 वर्षों में उनकी सरकार की प्राथमिकता भ्रष्टाचार को खत्म करना रहा है।' उन्होंने कहा कि 'भ्रष्ट लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर हो, यह देश के लोगों को प्रभावित करता है। ऐसे में जो लोग देश के लोगों की भलाई के लिए खर्च होने वाले पैसे को चुराते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।' प्रधानमंत्री ने कहा कि 'भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई नहीं रुकेगी।' 
    प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान ऐसे समय सामने आया है, जब झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल में बंद हैं। विपक्षी पार्टियां सरकार पर विरोधियों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों को इस्तेमाल करने का आरोप लगा रही हैं। इस पर प्रधानमंत्री ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ईडी के सिर्फ तीन प्रतिशत मामले ही राजनीति से जुड़े हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, 'जिन राज्यों में भाजपा सत्ता में हैं, वहां भी कार्रवाई हो रही है। जो आरोप लग रहे हैं, वो सिर्फ वो लोग लगा रहे हैं, जिन्हें अपने खिलाफ जांच का डर है।' प्रधानमंत्री ने कहा कि 'साल 2014 में हमारी सरकार बनते ही, हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी थी। हमने केंद्रीय भर्ती में ग्रुप सी और ग्रुप डी के साक्षात्कार खत्म किए। हमने देश में क्लीयरेंस के लिए सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया। हमने सरकारी सेवाओं को जहां तक हो सके पारदर्शी बनाने की कोशिश की है।'
    प्रधानमंत्री मोदी ने डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (डीबीटी) यानी कि लोगों के बैंक खातों में सीधे पैसे भेजने के फायदे गिनाते हुए कहा कि 'सरकार को डीबीटी के जरिए 10 करोड़ से ज्यादा फर्जी लाभार्थियों को हटाने में मदद मिली है। सरकार ने इससे 2.75 लाख करोड़ रुपये बचाए हैं, जो गलत हाथों में जा रहे थे।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा 'साल 2014 से पहले ईडी ने पांच हजार करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। वहीं बीते 10 वर्षों में ईडी द्वारा जब्त की गई रकम बढ़कर एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई है। 2014 से पहले ईडी ने 34 लाख रुपये नकद जब्त किए थे, जबकि हमारी सरकार में 2200 करोड़ से ज्यादा की नकदी जब्त की गई है। कल्पना कीजिए, अगर यह पैसा गरीब लोगों के कल्याण के लिए खर्च किया जाता तो इससे कितने लोगों को फायदा होता। युवाओं के लिए कितने अवसर बन सकते थे। कितने नई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट शुरू हो सकते थे।'
    साभार अमर उजाला

  • अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने भारत की जमकर तारीफ की, बोले-  भविष्य देखना है तो भारत आओ

    नई दिल्ली। हाल के दिनों में भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों में कड़वाहट तब देखने को मिली, जब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के फ्रीज खातों को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने सवाल उठाया। अमेरिका ने कहा कि वह भारत में लोकसभा चुनाव 2024 से ऐन पहले विपक्ष के नेताओं और पार्टियों पर हो रहे ऐक्शन के बाद लगातार नजर बनाए हुए है। इस दखलअंदाजी के जवाब में भारत ने अमेरिका को दूर रहने की सलाह दी थी। अब अमेरिका के भारत को लेकर तेवर ढीले पड़ने लगे हैं। अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने भारत की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि अगर कोई दुनिया का भविष्य देखना चाहता है तो उसे यहां आना चाहिए। 
    भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने भारत की विकास यात्रा की सराहना करते हुए कहा है कि अगर कोई "भविष्य देखना" चाहता है, तो उसे यहां आना चाहिए। एक कार्यक्रम में बोलते हुए, उन्होंने कहा, "यदि आप भविष्य देखना चाहते हैं, तो भारत आएं। यदि आप भविष्य को महसूस करना चाहते हैं, तो भारत आएं। यदि आप भविष्य पर काम करना चाहते हैं, तो भारत आएं। मुझे ऐसा करने का बड़ा सौभाग्य मिला है।" 
    दूसरी तरफ अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भी भारत के साथ देश के संबंधों की सराहना करते हुए कहा कि साझेदारी "नई ऊंचाइयों पर चली गई है"। सुलिवन ने अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, ‘‘ब्रिक्स में शामिल देश भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी प्रौद्योगिकी, सुरक्षा और कई अन्य क्षेत्रों में सहयोग के कारण नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई है।’’
    बता दें कि ब्रिक्स दुनिया की तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है। ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात इसके सदस्य हैं।
    सुलिवन से जब पूछा गया कि ईरान, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात और इथियोपिया के ब्रिक्स में शामिल होने और सऊदी अरब के इसका हिस्सा बनने पर विचार करने के मद्देनजर क्या दुनिया में अमेरिकी नेतृत्व की स्थिति कमजोर हो रही है। इसके जवाब में सुलिवन ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अगर आप दुनिया के प्रमुख क्षेत्रों में अमेरिका की भूमिका और उसके संबंधों को देखें, तो हम अपनी स्थिति को देखकर अच्छा महसूस करते हैं।’’
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पीएम मोदी ने जमुई में जनसभा को किया संबोधित, कहा- इंडी गठबंधन, कांग्रेस और राजद पर जमकर बोला हमला

    पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमुई में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान इंडी गठबंधन, कांग्रेस और राजद पर जमकर हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि इंडी गठबंधन के पास न विजन है, न विश्वसनीयता है। दिल्ली में जो लोग एक साथ खड़े होते हैं, अलग-अलग राज्यों वही एक-दूसरे को गाली देते हैं। बिहार में तो आपस में ही सिर फुटव्वल मची है। यह मजबूरी में साथ आए लोग हैं और इनकी मजबूरी का एक ही नाम है- सत्ता का स्वार्थ। इसलिए इनलोगों को सत्ता से दूर रखना जरूरी है। कांग्रेस और राजद को एक भी वोट पाने का हक नहीं है। 
    इंडी गठबंधन इस चुनाव के मैदान में नजर नहीं आ रहे हैं। मैंने जरा पूछताछ कि तो पता चला कि इंडी गठबंधन के वरीष्ठ नेता के गृह में पिछले 15 दिनों से तूफान चल रहा है। वो नेता हठ पकड़ कर बैठे हैं कि जब तक इंडी गठबंधन उन्हें प्रधानमंत्री का उम्मीवार घोषित नहीं करेगा तब तक वह चुनाव प्रचार में नहीं जाएंगे। अब यह हाल है उनका। वह लोग बता नहीं पा रहे हैं कि उनका नेता कौन है? वो लोग अंदर ही अंदर लड़ रहे हैं। इंडी गठबंधन वाले कहते हैं अभी नहीं चुनाव के बाद प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित करेंगे। और, वो नेता कहते हैं कि जब तक मुझे प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित नहीं करोगे तब तक मैं रैली में नहीं जाऊंगा। पीएम इस बयान के बाद सियासत तेज हो गई है। 
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस नेता का आरोप, बीफ खाती हैं कंगना रनौत, बीजेपी ने किा पलटवार

    नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने इस बार बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को भी चुनावी मैदान में उतारा है। उन्हें हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से पार्टी का प्रत्याशी चुना गया है। जब से कंगना चुनाव में उतरी हैं, उनसे जुड़े अपडेट्स सोशल मीडिया पर जबरदस्त सुर्खियां बटोर रहे हैं। पहले कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत का कंगना पर आपत्तिजनक बयान सामने आया। फिर कुछ दिन बाद कंगना ने राहुल गांधी पर निशाना साधा। अब दिग्गज कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया है कि कंगना रनौत बीफ खाती हैं, फिर भी बीजेपी ने उन्हें टिकट दे दिया। इन आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार किया है।
    महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया है कि हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से बीजेपी की लोकसभा उम्मीदवार और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने पिछले दिनों कहा था कि वह बीफ खाती हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेसी नेता ने कहा कि बीजेपी ने रनौत को टिकट दिया, जिन्होंने एक्स पर लिखा था कि उन्हें बीफ पसंद है और वह गोमांस खाती हैं।
    कांग्रेस नेता के आरोपों पर बीजेपी प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने वडेट्टीवार की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि यह कांग्रेस की "गंदी संस्कृति" को दर्शाता है। पीटीआई ने उनके हवाले से कहा, "यह कांग्रेस की गंदी संस्कृति को दर्शाता है। वह मुद्दों पर हमसे नहीं लड़ सकती। यह पार्टी की पराजयवादी मानसिकता को दर्शाता है।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भारत ने मालदीव को भेजीं आवश्यक आपूर्ति, मंत्री ने जताया आभार

    नई दिल्ली। केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बार फिर नेबरहुड फर्स्ट और सागर की अपनी नीतियों के प्रति नई दिल्ली की प्रतिबद्धता दोहराई है। दरअसल, भारत और मालदीव के बीच रिश्तों में जमी बर्फ अभी पिघली नहीं हैं। इसके बावजूद भारत ने द्वीप राष्ट्र को जरूरी चीजों का निर्यात करने का फैसला बरकरार रखा है। इस पर मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने भारत का आभार जताया, जिस पर जयशंकर ने नई दिल्ली की नीतियों की प्रतिबद्धता दोहराई।
    मूसा जमीर ने ट्वीट किया, 'मैं मालदीव को वर्ष 2024 और 2025 के दौरान भारत से आवश्यक वस्तुओं का आयात करने में सक्षम करने के लिए कोटा के नवीनीकरण के लिए विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर और भारत सरकार को धन्यवाद देता हूं। भारत का यह कदम दीर्घकालिक मित्रता को दर्शाता है। यह मजबूत द्विपक्षीय रिश्ते की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।' मालदीव के विदेश मंत्री के धन्यवाद का जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा, 'यू आर वेलकम जमीर। भारत अपनी नेबरहुड फर्स्ट और सागर नीतियों के प्रति दृढ़ता से प्रतिबद्ध है।'
    साभार अमर उजाला 

  • भगत सिंह और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बीच केजरीवाल की तस्वीर लगाए जाने पर भगत सिंह के पोते नाराज

    नई दिल्ली। भगत सिंह के पोते युद्धविंदर सिंह ने शहीद-ए-आजम के साथ अरविंद केजरीवाल की तुलना पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह देखकर उन्हें और भगत सिंह के प्रेमियों को बहुत बुरा लगा है। युद्धविंदर सिंह ने आम आदमी पार्टी से भविष्य में ऐसा नहीं करने की अपील की है। उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी करके अपनी प्रतिक्रिया दी है। अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भगत सिंह और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बीच आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल की तस्वीर नजर आई थी।
    दो महापुरुषों के बीच शराब घोटाले के केस में जेल गए केजरीवाल की तस्वीर दिखने पर विवाद खड़ा हो गया। भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। भाजपा ने इसे भगत सिंह और अंबेडकर का अपमान बताया। वहीं, आम आदमी पार्टी ने यह कहकर अपना बचाव किया कि केजरीवाल भगत सिंह की तरह ही तानाशाही के खिलाफ लड़ रहे हैं और इसलिए जेल गए हैं। अब भगत सिंह के पोते ने भी इस तुलना पर नाराजगी जाहिर की है।
    युद्धविंदर सिंह ने एक वीडियो संदेश में कहा, 'यह देखकर बहुत बुरा लगा। आम आदमी पार्टी को इस तरह नहीं करना चाहिए। किसी भी राजनेता को भगत सिंह और अंबेडकर जी के साथ अपनी तुलना नहीं करनी चाहिए। अपनी व्यक्तिगत राजनीति अपनी तरह करें, लेकिन इन महान लोगों से तुलना नहीं करनी चाहिए। हम इनके दिखाए रास्तों पर चलने का प्रयास कर सकते हैं। मुझे पूरे भारतवर्ष से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। भगत सिंह और बाबा साहेब के प्रेमियों को बहुत बुरा लगा है कि उनके साथ अरविंद केजरीवाल जी की तुलना की गई है। भविष्य में आम आदमी पार्टी इससे बचे।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बैतूल में नामांकन दाखिल करने के लिए सिक्के लेकर पहुंचा प्रत्याशी, गिनते-गिनते थक गए कर्मचारी

    बैतूल. चुनाव के दौरान अजब-गजब नजारे देखने को मिलते हैं. ऐसा ही एक नजारा मध्य प्रदेश के बैतूल में देखने को मिला, जहां एक प्रत्याशी नामांकन दाखिल करने के लिए जमानत राशि के रूप में सिक्के लेकर पहुंच गया. 12 हजार 500 की जमानत राशि जमा करने के लिए प्रत्याशी 9200 के सिक्के पॉलीथिन में लेकर पहुंचा था. बाकी 3300 नोट के रूप में जमा किए. सिक्के देखकर निर्वाचन के कर्मचारी भी हैरान हो गए.
    दरअसल, बारस्कर सुभाष कोरकू बैतूल संसदीय सीट से किसान स्वतंत्र पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने गुरुवार को नामांकन जमा करने की आखिरी तारीख में अपना नामांकन जमा किया. जब सुभाष निर्वाचन कार्यालय में नामांकन दाखिल करने पहुंचे तो उन्हें देखकर सब हैरान रह गए, क्योंकि सुभाष जमानत राशि जमा करने के लिए सिक्के लेकर गए थे. 
    सुभाष का कहना है कि वे मजदूरी का काम करते हैं और घर में थोड़ी-सी खेती है. गरीब परिस्थिति के हैं, लेकिन आदिवासी क्षेत्र की समस्याओं को देखकर चुनाव लड़ रहे हैं. सुभाष का मानना है कि सिस्टम को सुधारने के लिए सिस्टम में जाना पड़ेगा और चुनाव जीतकर ही सिस्टम में पहुंच सकते हैं. पर समस्या यह है कि सुभाष के पास नामांकन जमा करने के लिए जमानत राशि भी नहीं थी. उन्होंने लोगों से सहयोग लेकर जमानत राशि का इंतजाम किया. 
    साभार आज तक

  • केजरीवाल पर दूसरे देशों की टिप्पणी से भड़के जयशंकर, कहा मर्यादा बनाए रखो

    नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर दूसरे देशों की टिप्पणियों को लेकर विदेश मंत्री जयशंकर ने सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भारत के आंतरिक विषयों में बेवजह की टीका-टिप्पणी से बचना चाहिए। दूसरे देशों को अपनी मर्यादा बनाए रखनी चाहिए। इस तरह के किसी भी हस्तक्षेप पर सख्त जवाब मिलेगा। हाल ही के दिनों में दिल्ली शराब घोटाला मामले में केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर अमेरिका, जर्मनी और संयुक्त राष्ट्र के राजनयिकों ने बयान जारी करते हुए भारत पर नजर बनाए रखने की बात कही थी। 
    भारत के आंतरिक मुद्दों पर अंतरराष्ट्रीय समुदायों की ओर से की जा रही टिप्पणियों के खिलाफ भारत ने कड़ा विरोध जताया है। जयशंकर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘किसी ने संयुक्त राष्ट्र के एक व्यक्ति से (केजरीवाल की गिरफ्तारी के बारे में) पूछा, और उन्होंने कुछ जवाब दिया। लेकिन अन्य मामलों में, मैं बहुत स्पष्ट रूप से कहूंगा कि ये पुरानी आदतें हैं, बुरी आदतें हैं।’’जयशंकर ने राष्ट्रों की संप्रभुता का सम्मान करने और एक-दूसरे के घरेलू मामलों में दखल देने से दूर रहने के महत्व पर जोर दिया।
    उन्होंने कहा, ‘‘देशों के बीच एक खास मर्यादा है। हम संप्रभु देश हैं, हमें एक दूसरे के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, हमें एक दूसरे की राजनीति के बारे में टीका-टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।’’ विदेश मंत्री ने कहा कि कुछ शिष्टाचार और परंपराएं होती हैं, जिनका अंतरराष्ट्रीय संबंधों में पालन किया जाना चाहिए। अगर कोई देश भारत की राजनीति पर टिप्पणी करता है तो उन्हें हमसे बहुत कड़ा जवाब मिलेगा और यह हुआ भी है। जयशंकर ने आगे कहा, ‘‘हम विश्व के सभी देशों से आग्रह करते हैं कि दुनिया के बारे में आपके अपने विचार हैं, लेकिन किसी भी देश को खासकर दूसरे देश की राजनीति पर टिप्पणी करने का किसी को अधिकार नहीं है।’’
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • गिरफ्तारी के बाद से 4.5 KG घटा केजरीवाल का वजन

    नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी के मुताबिक तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का वजन तेजी से गिर रहा है. AAP का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद से केजरीवाल का वजन 4.5 KG कम हो गया है और इसे लेकर डॉक्टर्स ने चिंता जताई है. वहीं तिहाड़ जेल प्रशासन ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल जब यहां लाए गए थे तब उनका वजन लगभग 55 किलो था और अब भी उनका वजन 55 किलो है. तिहाड़ प्रशासन के मुताबिक जेल में दिल्ली के मुख्यमंत्री की सेहत ठीक है, उनका शुगर लेवल नॉर्मल है. उन्होंने आज  सुबह भी अपने बैरक में योगा किया, ध्यान लगाया और वॉक भी किया. और जेल के डॉक्टरों ने उनकी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में फिलहाल कोई चिंता नहीं जताई है.
    साभार आज तक 

  • कमलनाथ के करीबी महापौर विक्रम अहाके भी भाजपा में शामिल

    भोपाल। लोकसभा चुनावों में वोटिंग से पहले कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। कांग्रेस और कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा के महापौर विक्रम अहाके भी भाजपा में शामिल हो गए हैं। इससे पहले अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह ने भाजपा का दामन थामा था। इस पर कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ ने उन्हें गद्दार करार दिया। इसे आदिवासी नेता का अपमान बताया गया और इससे आहत होकर ही विक्रम अहाके ने कथित तौर पर भाजपा की सदस्यता ली है। 
    मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सोमवार को छिंदवाड़ा महापौर विक्रम अहाके को भाजपा की सदस्यता दिलाई। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि छिंदवाड़ा में नकुलनाथ के अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह को लेकर दिए बयान से अहाके आहत हैं। शाह आदिवासी वर्ग के बड़े नेता हैं। विक्रम अहाके भी आदिवासी हैं। विक्रम के साथ छिंदवाड़ा नगर निगम में जल विभाग सभापति प्रमोद शर्मा, अनुसूचित जाति विभाग जिला अध्यक्ष सिद्धांत थनेसर, पूर्व एनएसयूआई जिला अध्यक्ष आशीष साहू, पूर्व एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष धीरज राऊत, पूर्व एनएसयूआई जिला कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य उपाध्याय, पूर्व एनएसयूआई विधानसभा अध्यक्ष सुमित दुबे भी भाजपा में शामिल हुए। 
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि छिंदवाड़ा में कमलनाथ जी ने बहुत गड़बड़ की है। नकुलनाथ जी ने आदिवासी अंचल का अपमान किया था। उन्होंने विधायक कमलेश शाह को बेइमान और गद्दार कहकर आदिवासी वर्ग का अपमान किया। इसी बात से आहत होकर विक्रम अहाके ने कहा कि मुझे उस पार्टी में नहीं रहना, जहां आदिवासी वर्ग का अपमान होता है। उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली है। हम छिंदवाड़ा के विकास में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे। इस अवसर र विक्रम अहाके ने कहा कि देश और प्रदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। छिंदवाड़ा में इस बार कमल का फूल ही खिलेगा। 
    साभार अमर उजाला 

  • कल हिमाद्री सिंह के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मांगेंगे वोट

    शहडोल। लोकसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय नेता मैदान में उतर रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दो अप्रैल को शहडोल दौरे पर रहेंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष मंगलवार को दोपहर दो बजे शहडोल पहुंचेंगे। एक घंटा 40 मिनट शहडोल में रहेंगे। भाजपा कार्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक के साथ शहर के हृदय स्थल गांधी चौक में जनसभा को संबोधित करेंगे।
    नड्डा 3:40 बजे शहडोल से जबलपुर के लिए हेलीकॉप्टर से रवाना हो जाएंगे। भाजपा ने इस कार्यक्रम को लेकर खास तैयारियां शुरू कर दी हैं। शहडोल संसदीय क्षेत्र की बीजेपी प्रत्याशी के हिमाद्री सिंह के समर्थन में न्यू गांधी चौक में विशाल आम जन सभा को संबोधित करेंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद जेपी नड्डा का शहडोल में यह पहला दौरा है। इसे भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय पदाधिकारी जोर-शोर से तैयारी में जुटे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • PM मोदी ने कच्चाथीवू मुद्दे पर कांग्रेस के साथ अब DMK को भी लपेटा

    नई दिल्ली। कांग्रेस की इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार ने 1974 में श्रीलंका से एक समझौता किया था। इसके तहत कच्चाथीवू द्वीप पर भारत ने अपना दावा छोड़ दिया था और उसे श्रीलंका का हिस्सा मान लिया था। इस मामले पर रविवार को जब एक रिपोर्ट छपी तो पीएम नरेंद्र मोदी ने उस मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस पर हमला बोल दिया। यही नहीं उन्होंने कहा कि यह आंख खोलने वाली जानकारी है। कैसे कांग्रेस ने देश के एक हिस्से कच्चाथीवू को श्रीलंका को दे दिया। इस बात से हर भारतीय के मन में गुस्सा है और यह यकीन और बढ़ गया है कि कांग्रेस पर भरोसा नहीं कर सकते। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस 75 सालों से देश की अखंडता और एकता से खिलवाड़ करती आ रही है। 
    यही नहीं सोमवार को एक बार फिर पीएम मोदी ने यह मसला उठाया और कांग्रेस के अलावा तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके को भी घेरा है। पीएम मोदी ने कहा, 'विवाद उठाना अलग बात है, लेकिन तमिलनाडु के हितों की रक्षा के लिए डीएमके ने कभी कुछ नहीं किया। कच्चाथीवू द्वीप पर सामने आई नई जानकारी ने तमिलनाडु को लेकर डीएमके के दोहरे रवैये को उजागर किया है। कांग्रेस और डीएमके परिवार की यूनिट हैं। ये लोग सिर्फ अपने बेटों और बेटियों की ही परवाह करते हैं। इसके अलावा उन्हें किसी की परवाह नहीं है। कच्चाथीवू द्वीप को लेकर उनके रवैये ने हमारे गरीब मछुआरे भाई-बहनों का नुकसान किया है।'
    दरअसल रिपोर्ट में यह खुलासा भी किया गया है कि इंदिरा गांधी सरकार ने कच्चाथीवू द्वीप को श्रीलंका के हाथों में देने से पहले करुणानिधि की भी सहमति ली थी। यही वजह है कि पीएम मोदी ने कांग्रेस के बाद अब डीएमके पर भी निशाना साधा है। हालांकि डीएमके के ही एक तत्कालीन सांसद इरा सेझियान ने इस पर सवाल उठाया था। 
    उन्होंने कहा था, 'यह समझौता हमारे देश के हितों के खिलाफ जाता है। यह तो पूरी तरह से ऐसा फैसला है, जिसके तहत हम अपने ही एक हिस्से को दूसरे को ट्रांसफर कर रहे हैं। यह फैसला अपवित्र और अपमानजनक है। हम साफ करना चाहते हैं कि विदेश मंत्री के बयान से हमारा कोई संबंध नहीं है, जिसके तहत वह कच्चाथीवू द्वीप को श्रीलंका को सौंपने की बात कर रहे हैं।' बता दें कि तमिलनाडु में भी भाजपा इस बार लोकसभा चुनाव से पहले काफी सक्रिय है। ऐसे में इस मुद्दे ने भाजपा को नया मसला दे दिया है। यही वजह है कि पीएम मोदी ने कांग्रेस के अलावा डीएमके को भी निशाने पर लिया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अमेरिका में पीएम मोदी के समर्थन में सिखों की कार रैली में गूंजा 'अबकी बार 400 पार'

    नई दिल्ली। भारत में बढ़ रहे चुनावी तापमान का असर सात समंदर पार भी नजर आ रहा है। खबर है कि अमेरिका में सिख समुदाय ने भारतीय जनता पार्टी के समर्थन में एक रैली का आयोजन किया था। आयोजन में शामिल गाड़ियां भी भाजपा के '400 पार' के नारे का समर्थन करती हुईं नजर आ रही हैं। भारत निर्वाचन आयोग यानी ECI की तरफ से चुनाव कार्यक्रम का ऐलान कर दिया गया है। 4 जून को नतीजे घोषित होंगे।
    समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, मैरीलेंड में अमेरिकी सिखों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में एक कार रैली का आयोजन किया था। 31 मार्च को हुए  इस आयोजन में लोगों ने कारों में भाजपा का झंडा और अमेरिका का राष्ट्रीय ध्वज लगाया था। साथ ही 'अबकी बार 400 पार' और 'तीसरी बार मोदी सरकार' जैसे नारे लिखे हुए थे। 
    2014 और 2019 में स्पष्ट बहुमत से जीत के बाद भाजपा की अगुवाई वाली NDA यानी नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस 2024 में 400 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। वहीं, भाजपा 370 से ज्यादा सीटें जीतने की कोशिश में लगी हुई है। 2014 में भाजपा ने लोकसभा की 543 सीटों में से 282 सीटें अपने नाम की थीं। वहीं, 2019 में पार्टी को 303 सीटें मिली थीं।
    नागपुर स्थित अपने आवास पर 'पीटीआई-भाषा' के साथ साक्षात्कार में गडकरी ने कहा कि उनके मन में इस बात को लेकर 'कोई संदेह नहीं' है कि भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) 400 सीट के आंकड़े को पार करेगा। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में सरकार द्वारा किए गए ठोस कार्यों के कारण मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 12 दिन में ही कांग्रेस से मोहभंग, पप्पू यादव ने 4 अप्रैल को नामांकन का किया ऐलान

    पूर्णिया. बिहार का पूर्णिया इस समय हॉट लोकसभा सीट बना हुआ है. पूर्णिया सीट आरजेडी के खाते में जाने के बाद जिले के बाहुबली नेता पप्पू यादव का सिर्फ 12 दिनों में ही कांग्रेस से मोहभंग हो गया और वो अब आर-पार के मूड में आ गए हैं. 
    पप्पू यादव ने 20 मार्च को अपनी पार्टी का विलय करते हुए कांग्रेस ज्वाइन कर लिया था. अब कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के बाद भी उन्होंने पूर्णिया से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) द्वारा बीमा भारती को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद पप्पू यादव ने भी 4 अप्रैल को नामांकन करने करने का फैसला कर लिया है. पप्पू यादव ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी है. पप्पू यादव ने अपने पोस्ट में लिखा है,  'देश भर में फैले पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र के साथी मेरे जन नामांकन में शामिल होना चाहते हैं, उनकी सुविधा के लिए पूर्णिया की महान जनता द्वारा प्रस्तावित नामांकन तिथि 2 अप्रैल की जगह 4 अप्रैल हो गया है. आप सब इसमें शामिल हो, आशीष दें. बता दें कि पूर्णिया में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को वोटिंग होगी जिसके लिए 4 अप्रैल नामांकन की आखिरी तारीख है.
    इसके अलावा लालू यादव ने बीमा भारती को पूर्णिया सीट से उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर भी लालू यादव से पुनर्विचार करने का आग्रह किया है. पप्पू यादव ने इसको लेकर अपने पोस्ट में लिखा,  बिहार में INDIA गठबंधन  के बड़े भाई राज़द के प्रमुख आदरणीय लालू जी से पुनः आग्रह है कि वह गठबंधन हित में पूर्णिया सीट पर पुनर्विचार करें, कांग्रेस के लिए छोड़ दें!
    बता दें कि रविवार को पूर्णिया में जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक में भी पप्पू यादव नहीं पहुंचे थे जबकि वहां बीमा भारती का भव्य स्वागत किया गया था. कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने कहा था कि वो गठबंधन धर्म के तहत बीमा भारती को पूरा समर्थन देंगे और उन्हें जिताने के लिए मेहनत करेंगे.
    साभार आज तक 

  • पीएम मोदी ने कच्चातिवू द्वीप श्रीलंका को सौंपने के फैसले को लेकर कांग्रेस पर साधा निशाना

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कच्चातिवू द्वीप श्रीलंका को सौंपने के फैसले को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और पार्टी पर देश की अखंडता और हितों को 'कमजोर' करने का आरोप लगाया. पीएम मोदी की यह प्रतिक्रिया सूचना के अधिकार (RTI) रिपोर्ट के बाद आई है, जिसमें खुलासा हुआ है कि कैसे तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने 1974 में कच्चातिवु द्वीप श्रीलंका को सौंप दिया था. 
    आरटीआई रिपोर्ट को 'आंखें खोलने वाली और चौंकाने वाली' बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस कदम से लोग 'नाराज' हैं और 'कांग्रेस पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता.'
    पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि आंखें खोलने वाली और चौंका देने वाली! नए तथ्यों से पता चलता है कि कैसे कांग्रेस ने बेरहमी से कच्चाथीवू को श्रीलंका को दे दिया. इससे हर भारतीय नाराज है और लोगों के मन में यह बात आई है कि हम कभी भी कांग्रेस पर भरोसा नहीं कर सकते! भारत की एकता, अखंडता और हितों को कमजोर करना कांग्रेस का काम करने का तरीका रहा है.
    कच्चाथीवू द्वीप वह स्थान है, जहां तमिलनाडु के रामेश्वरम जैसे जिलों के मछुआरे जाते हैं क्योंकि भारतीय जल में मछलियां खत्म हो गई हैं. मछुआरे द्वीप तक पहुंचने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (IMBL) पार करते हैं लेकिन श्रीलंकाई नौसेना द्वारा हिरासत में ले लिए जाते हैं.
    बता दें कि यह रिपोर्ट तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई द्वारा 1974 में पाक जलडमरूमध्य के क्षेत्र को पड़ोसी देश श्रीलंका को सौंपने के तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार के फैसले पर मिले एक आरटीआई जवाब पर आधारित है. रिपोर्ट में इस मुद्दे पर प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की टिप्पणियों का भी हवाला दिया गया है. 
    साभार आज तक 

  • दिल्ली में 'INDIA' गठबंधन की आज रैली, सीएम का संदेश पढ़ेंगी अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली में 'INDIA' गठबंधन की आज रैली हो रही है। केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल रामलीला मैदान में रैली में शामिल होंगी। रैली में सीएम केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल सीएम केजरीवाल का संदेश पढ़ेंगी। आप पार्टी ने दावा किया है कि ईडी कस्टडी से अरविंद केजरीवाल ने देश के लिए संदेश दिया है। जिसको उनकी पत्नी पूरे देश के सामने पढ़ेंगी।
    आप मंत्री आतिशी ने कहा, 'सुबह के 10 बजे हैं और लोग पहले से ही बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए हैं। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में देशभर से लोग आ गए हैं। दिल्ली की जनता जानती है कि अरविंद केजरीवाल ने उनकी जिंदगी बदल दी है। वे गिरफ्तार हैं, फिर भी उन्हें दिल्ली की चिंता है और उनके लिए संदेश भेज रहे हैं।'
    आप मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, ''हम दिल्ली की सड़कों पर निकले और हमने देखा कि लोगों में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ गुस्सा है। लोगों को ये पसंद नहीं आया कि एक सीएम को जेल हो। दिल्ली के रामलीला मैदान में आज अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ महारैली का आयोजन किया जा रहा है। INDIA गठबंधन की सभी पार्टियां और उनके नेता इसमें हिस्सा लेंगे। देश में एक बड़ा संदेश जाएगा और यह भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।'
    आप नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। जो भी भाजपा सरकार के खिलाफ बोलता है या देश में विकल्प की बात करता है, उसे किसी भी फर्जी मामले में गिरफ्तार कर लिया जा रहा है। पूरा देश इसके खिलाफ इकट्ठा हुआ है। हम सब यह बताने के लिए इकट्ठा हुए हैं कि देश संविधान के हिसाब से चलेगा, न कि 'वसूली गैंग' के हिसाब से।
    साभार अमर उजाला

  • उत्तरप्रदेश में पल्लवी पटेल ने असदुद्दीन ओवैसी के साथ किया गठबंधन

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के लिए अब एक नई मुश्किल खड़ी हो सकती है. पल्लवी पटेल ने सपा के वोट बैंक में सेंध लगाने की मानो पूरी तैयारी कर ली है. उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी के साथ गठबंधन किया है. इससे साफ है कि पल्लवी पटेल ने अखिलेश यादव के 'पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक' अभियान का जवाब 'पिछड़ा, दलित और मुस्लिम' को एक मंच पर लाकर देंगी.
    पल्लवी पटेल की पार्टी अपना दल (कमेरावादी) और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया है. पल्लवी पटेल और ओवैसी के बीच इसको लेकर मीटिंग भी हुई है. दोनों नेताओं की तस्वीर भी सामने आई. पल्लवी पटेल के साथ उनके पति पंकज निरंजन भी मौजूद रहे.
    2024 का लोकसभा चुनाव पल्लवी पटेल समाजवादी पार्टी के साथ ही मिलकर लड़ना चाहती थीं. वह फूलपुर, मिर्जापुर और कौशांबी जैसी सीटों की उम्मीद कर रही थीं, लेकिन माना जाता है कि अखिलेश यादव ने मिर्जापुर सीट पर उम्मीदवार उतारकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया था. फरवरी महीने में ही दोनों दलों के बीच मतभेद देखे गए थे, जब पल्लवी पटेल ने राज्यसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान से यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि अखिलेश यादव ने अपने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूले को नजरअंदाज किया है.
    साभार आज तक 

  • कांग्रेस दावेदारी वाली सीटों पर उद्धव गुट ने घोषित किया उम्मीदवार

    मुंबई. महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) ने बुधवार को 16 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिया. घोषित सीटों में कई सीटें ऐसी हैं जिन पर कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारना चाहती थी, लेकिन इन पर उद्धव की शिवसेना ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. जिनमें सांगली और मुंबई दक्षिण मध्य लोकसभा सीट है. उद्धव ठाकरे UBT ने मुंबई दक्षिण मध्य लोकसभा सीट से अनिल देसाई के नाम की घोषणा की है. कांग्रेस इस सीट से वर्षा गायकवाड़ को चाहती थी. संजय राउत ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है.
    पार्टी ने बुलढाणा से नरेंद्र खेडेकर, यवतमाळ-वाशिम से संजय देशमुख, मावळ से संजोग वाघेरे पाटील, सांगली से चंद्रहार पाटील, हिंगोली से नागेश पाटील आष्टीकर, संभाजीनगर से चंद्रकांत खैरे, धारशीव से ओमराजे निंबाळकर, शिर्डी से भाऊसाहेब वाघचौरे, नाशिक से राजाभाऊ वाजे, रायगड से अनंत गीते, सिंधुदुर्ग रत्नागिरी से विनायक राऊत, ठाणे से राजन विचारे, मुंबई ईशान्य से संजय दिना पाटील, मुंबई दक्षिण से अरविंद सावंत, मुंबई वायव्य से अमोल कीर्तिकर और परभणी सीट से संजय जाधव को टिकट दिया है.
    बता दें कि बहुजन अघाड़ी प्रमुख प्रकाश आंबेडकर पहले से ही नाराज चल रहे हैं. हाल ही में उन्होंने कहा कि उद्धव शिवसेना के साथ गठबंधन अब अस्तित्व में नहीं है. MVA कल सीटों की घोषणा करती उससे पहले ही आज उद्धव गुट ने कर दिया.
    साभार आज तक 

  • सीएम मोहन यादव बोले, दिग्विजय सिंह बिजली-सड़क के दुश्मन, केवल सांसद बनने का है शौक

    गुना। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन सिंह यादव ने मंगलवार को राजगढ़ लोकसभा और गुना जिले बीनागंज कस्बे में नारी शक्ति सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने भाजपा की बड़ी जीत के दावे भी किए। 
    बता दें कि राजगढ़ में आयोजित गुना में नारी शक्ति सम्मेलन में शामिल हुए थे। नारी शक्ति सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम ने भारतीय जनता पार्टी और इससे मिलते-जुलते नामों से बनी पार्टियों के बीच अंतर बताया। मध्यप्रदेश के सीएम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश की जड़ों से जुड़ी पार्टी है। हम नारियों का सम्मान करते हैं। 
    कार्यक्रम के बाद डॉ. मोहन सिंह यादव ने राजगढ़ संसदीय क्षेत्र में दिग्विजय सिंह जैसे कद्दावर नेता के सामने भाजपा की स्थिति को लेकर दावा किया कि सिर्फ राजगढ़ क्षेत्र में ही नहीं बल्कि पूरे देश में मोदी लहर चल रही है। भाजपा राजगढ़ जरूर जीतेगी। उन्होंने चम्बल-पार्वती सिंध परियोजना को इलाके की महत्वाकांक्षी योजना बताते हुए दावा किया कि इससे किसानों को लाभ मिला है। मुख्यमंत्री ने परियोजना को पूरे जिले में प्रसारित करने का दावा किया। 
    मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि भाजपा के रोडमल नागर जबरदस्त प्रत्याशी हैं और दिग्विजय सिंह जबरदस्ती के प्रत्याशी हैं. भगवान राम के खिलाफ बोलते हुए दिग्विजय सिंह की जुबान क्यों नहीं सूख गई ..इनके खून में क्या है! दिग्विजय सिंह को पानी-बिजली-सड़क का दुश्मन बताते हुए कहा कि उन्हें केवल सांसद बनने का शौक है. लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में भोपाल से 4 लाख से अधिक वोट से चुनाव हारे थे। 
    साभार अमर उजाला

  • सांसद रंजनबेन भट्ट ने वडोदरा से किया चुनाव लड़ने से इनकार

    वडोदरा। गुजरात के वडोदरा में बीजेपी में सबकुछ ठीक नजर  नहीं आ रहा। यहां से बीजेपी की मौजूदा सांसद रंजनबेन भट्ट ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। लोकसभा चुनावों के लिए इस सीट से तीसरी बार रंजनबेन भट्ट को टिकट दिया गया था लेकिन अब उन्होंने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है। रंजनबेन भट्ट पिछले 2 बार से यहां से सांसद हैं।  
    दरअसल हाल ही में यहां से बीजेपी विधायक केतन इनामदार ने इस्तीफा देने के बाद वापस ले लिया था। इसके बाद से ही रंजनबेन के खिलाफ पोस्टर वॉर सामने आया था। साल 2014 में पीएम मोदी ने इस सीट से बंपर जीत हासिल की थी। इसके बाद उपचुनाव हुए तो रंजनबेन को मौका दिया गया और उन्होंने भी इस सीट से जीत हासिल की। इसके बाद 2019 में भी रंजनबेन को टिकट दिया गया और उन्होंने रिकॉर्ड अंतर से जीत हासिल की। इस बार बीजेपी ने लगातार तीसरी बार रंजनबेन को वडोदरा से टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा था। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अरविंद केजरीवाल की दिल्ली हाई कोर्ट में नई याचिका में मांग,  ईडी को 'कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं' करने का निर्देश दिया जाए

    नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली हाई कोर्ट में नई याचिका दायर की है. केजरीवाल के द्वारा दायर की गई ताजी याचिका में हाई कोर्ट से मांग की गई है कि ईडी को 'कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं' करने का निर्देश दिया जाए. सीएम केजरीवाल ने उच्च न्यायलय से कहा कि ईडी को अदालत के समक्ष यह आश्वासन देना चाहिए कि अगर मैं समन का पालन करता हूं, तो मेरे खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी. 
    मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने 9वीं बार समन भेजते हुए 21 मार्च यानी आज बुलाया था. पूछताछ से पहले उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया और कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं किए जाने की मांग की है. इससे पहले भेजे गए समन पर पेश नहीं होने के मामले में उन्हें शनिवार को ही दिल्ली की एक अदालत से जमानत मिली है.
    दिल्ली एक्साइज पॉलिसी मामले में गिरफ्तारी की आशंका के चलते केजरीवाल ने दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. उन्होंने कहा कि वो ईडी के सामने पेश होने के लिए तैयार हैं, अगर ईडी यह आश्वासन दे कि वे उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा. 
    अरविंद केजरीवाल पर बीजेपी नेता हरीश खुराना ने कहा कि दिल्ली के सीएम फिर से ईडी के समन से बच रहे हैं. (अरविंद केजरीवाल) आप सरकार से क्यों भाग रहे हैं, यह तो आप ही जानते हैं. आप कानून का अपमान कर रहे हैं. आप नहीं कानून ऊपर है. कृपया कानून और व्यवस्था का सम्मान करें. जिस तरह से आप भाग रहे हैं, उससे साफ पता चलता है कि आप कुछ छिपा रहे हैं.
    मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को केंद्रीय एजेंसी ने पहला समन 2 नवंबर 2023 को भेजा था लेकिन वह पेश नहीं हुए. इसके बाद एजेंसी ने उन्हें 21 नवंबर, 3 जनवरी, 18 जनवरी, 2 फरवरी, 19 फरवरी, 26 फरवरी, 4 मार्च और 17 मार्च को समन भेजा था. सीएम केजरीवाल किसी भी समन पर पेश नहीं हुए और केंद्र सरकार पर एजेंसी के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया. आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री का दावा है कि केंद्रीय एजेंसी ईडी उन्हें गिरफ्तार करना चाहती है.
    साभार आज तक 

  • कल लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान : चुनाव आयोग

    नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने बताया है कि कल लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया जाएगा। चुनाव आयोग ने बताया कि आम चुनाव के साथ ही कुछ राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान शनिवार दोपहर करीब 3 बजे किया जाएगा। चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस की आयोग के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी। इससे पहले चुनाव आयोग की आज बैठक हुई, जिसमें चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की गई। 
    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार से गांधीनगर लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। भाजपा ने गांधीनगर लोकसभा सीट पर अमित शाह को फिर से उम्मीदवार बनाया है। प्रचार अभियान की शुरुआत करने से पहले अमित शाह ने आज सुबह अहमदाबाद के हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना की। इस दौरान उनके साथ गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे। इसके बाद अमित शाह ने सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि वे हर मतदाता के पास जाएं और ये सुनिश्चित करें कि वे भाजपा को वोट देने के लिए बूथ जरूर आएं। अमित शाह ने 2019 में गांधीनगर लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की थी। 2019 में अमित शाह ने कांग्रेस उम्मीदवार सीजे चावड़ा को 5 लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। 
    ओडिशा में सत्ताधारी बीजू जनता दल ने चुनाव तैयारियों की समीक्षा की। बीजद के उपाध्यक्ष देबी प्रसाद मिश्रा ने ओडिशा सीएम और बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक के साथ आज बैठक की। बैठक में चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की गई। देबी प्रसाद मिश्रा ने कहा कि सीएम पटनायक ने बैठक के दौरान पार्टी पर्यवेक्षकों को कुछ सुझाव दिए हैं। 
    आम चुनाव की तारीखों का एलान होते ही देश में चुनावी आचार संहिता लागू हो जाएगी। बुधवार को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जम्मू कश्मीर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। राजनीतिक दलों ने जम्मू कश्मीर में लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव कराने की मांग की।
    साभार अमर उजाला

  • केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने सीएम से अनुरोध कर गुना में खुलवाया कृषि महाविद्यालय

    गुना। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुना लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी बनते ही अपनी ताकत दिखाना शुरू कर दिया है। कुछ समय से गुना में कृषि महाविद्यालय की मांग चल रही थी, इसके लिए सिंधिया ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर अनुरोध किया था। मुख्यमंत्री ने फरवरी में स्वीकृति दी थी और 14 मार्च को इसका शुभारंभ कर जनता को समर्पित कर दिया गया।
    केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया चार बार गुना से सांसद रह चुके हैं और 2024 लोकसभा चुनाव में गुना क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी हैं। उन्होंने इस क्षेत्र के विकास के लिए लगातार काम किया है। बीते कुछ दिनों में 7 मुख्य ट्रेनों का स्टॉपेज भी क्षेत्र के रेलवे स्टेशन पर करवाया है। 15 मार्च को वह शिवपुरी में रेलवे ओवर ब्रिज का शिलान्यास भी करेंगे, जिससे जनता को बहुत लाभ पहुंचेगा।
    साभार अमर उजाला

  • अमित शाह की दो-टूक... CAA कभी वापस नहीं होगा, मुस्लिमों के खिलाफ नहीं...

    नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 (CAA) पर विपक्षी दलों के इसके मुसलमानों के खिलाफ बताने पर पलटवार किया है। शाह ने कहा कि ये कानून वैसे लोगों के लिए है जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में अल्पसंख्यक थे और उनपर अत्याचार हुआ है। उनका धर्म परिवर्तन कराया जाता है। उनकी महिलाओं का अपमान किया जाता है। गृह मंत्री ने कहा कि खुद कांग्रेस ने नेताओं ने आजादी के वक्त सैकड़ों भाषणों में कहते थे कि अभी मार-काट चल रही है, अभी जो जहां है वहां रह जाइए बाद में जब कभी भारत में आएंगे आपका स्वागत होगा। शाह ने कहा कि लेकिन बाद में तुष्टीकरण की राजनीति शुरू हो गई।
    शाह ने कहा कि क्या शरणार्थियों को नागरिकता मिलनी चाहिए या नहीं? उन्होंने कहा कि आप इस कानून को अलग तरीके से नहीं देख सकते हैं। 15 अगस्त 1947 को देश का बंटवारा हो गया। देश तीन हिस्सों में बंट गया। लेकिन भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने हमेशा विभाजन का विरोध किया। इस देश का विभाजन धर्म के आधार पर होना ही नहीं चाहिए था। जब धर्म के आधार पर आप विभाजन करते हो और वहां जो अल्पसंख्यक हैं, उनलोगों पर ढेर सारे अत्याचार होते हैं, उनका धर्म परिवर्तन कराया जाता है, उनकी महिलाओं को अपमानित किया जाता है। वो मां, बहन, बेटी के लिए शरण में भारत में आते हैं तो क्या उनको नागरिकता का अधिकार है या नहीं?
    शाह ने ANI के साथ इंटरव्यू में कहा कि कांग्रेस के नेताओं के सैकड़ों भाषण के बाद भी कभी इन तीन देशों में रह रहे अल्पसंख्यकों को नागरिकता नहीं दी गई। क्योंकि बाद में चुनावी राजनीति चालू हो गई। वोट बैंक की राजनीति चालू हो गई। तुष्टीकरण के कारण कांग्रेस पार्टी ने वो वादा कभी पूरा नहीं किया जो आज पीएम नरेंद्र मोदी पूरा कर रहे हैं।
    साभार नवभारत टाइम्स

     

  • BJP की नई लिस्ट से गुजरात के चार सांसदों समेत एक केंद्रीय मंत्री का भी पत्ता साफ

    अहमदाबाद। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बुधवार को लोकसभा चुनावों के लिए 72 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की है। इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के गृह राज्य गुजरात में भी भूचाल आ गया है। पार्टी ने एक केंद्रीय मंत्री समेत कुल पांच मौजूदा सांसदों का टिकट काट दिया है। पार्टी ने राज्य के लिए कल सात उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की, जिसमें रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश समेत पांच मौजूदा सांसदों को हटाकर उनकी जगह नए चेहरों को प्रत्याशी बनाया गया है। 
    इससे पहले भाजपा ने दो मार्च को गुजरात की 15 लोकसभा सीटों समेत 195 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए थे। अब नई दिल्ली में 72 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी होने के बाद गुजरात की शेष चार सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा होनी बाकी रह गई है। 2019 के चुनावों में भाजपा ने राज्य की सभी सीटों पर जीत हासिल की थी। गुजरात में लोकसभा की 26 सीटें हैं। 
    नई लिस्ट में पार्टी ने मोदी सरकार में रेल राज्यमंत्री और तीन बार की सांसद जरदोश का पत्ता साफ करते हुए उनकी जगह सूरत लोकसभा सीट से मुकेश दलाल को उम्मीदवार बनाया है। 63 वर्षीय दलाल भाजपा शासित सूरत नगर निगम की स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष थे और फिलहाल पार्टी की सूरत शहर इकाई के महासचिव हैं।
    रेल राज्यमंत्री के अलावा जिन चार अन्य मौजूदा सांसदों का टिकट काटा गया है, उनमें साबरकांठा के दीपसिंह राठौड़, वलसाड के केसी पटेल, भावनगर की भारतीबेन शियाल और छोटा उदयपुर की गीताबेन राठवा शामिल हैं। जिन दो मौजूदा सांसदों को पार्टी ने फिर से उम्मीदवार बनाया है, उनमें वडोदरा की रंजनबेन भट्ट और अहमदाबाद-पूर्व के हसमुख पटेल शामिल हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 'एक देश, एक चुनाव'....  कमेटी ने द्रौपदी मुर्मू को सौंपी रिपोर्ट

    नई दिल्ली। 'वन नेशन, वन इलेक्शन' को लेकर गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दी है। देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस कमेटी का नेतृत्व कर रहे हैं। इसमें देश के गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हैं। 18626 पृष्ठों वाली इस रिपोर्ट को तैयार करने में करीब सात महीना का समय लगा है।
    सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद कमेटी ने पाया कि भारत की आजादी के पहले दो दशकों के बाद एक साथ चुनाव नहीं होने के कारण अर्थव्यवस्था, राजनीति और समाज पर हानिकारक प्रभाव पड़ा है। प्रारंभ में हर दस साल में दो चुनाव होते थे। अब हर साल कई चुनाव होने लगे हैं। इससे सरकार, व्यवसायों, श्रमिकों, न्यायालयों, राजनीतिक दलों, चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों और बड़े पैमाने पर नागरिकों पर भारी बोझ पड़ता है। इसलिए, समिति सिफारिश करती है कि सरकार को एक साथ चुनावों के चक्र को बहाल करने के लिए कानूनी रूप से तंत्र विकसित करना चाहिए।
    समिति की सिफारिशों के मुताबिक, पहले चरण में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराए जाएंगे। दूसरे चरण में नगर पालिकाओं और पंचायतों के चुनाव को भी इन दोनों चुनावों के साथ कराया जाए।
    कमेटी ने इस बात की भी सिफारिश की है कि लोकसभा, विधानसभा, नगर पालिकाओं और पंचायतों के चुनावों के लिए एक जैसी मतदाता सूची और पहचान पत्र की व्यवस्था की जानी चाहिए। इसके लिए अनुच्छेद 325 को संशोधित किया जा सकता है। भारत निर्वाचन आयोग राज्य निर्वाचन आयोग के परामर्श से मतदाता सूची और फोटो पहचान पत्र बनाएगा। इसके तहत तैयार की गई मतदाता सूची और निर्वाचक का फोटो पहचान पत्र अनुच्छेद 325 के तहत चुनाव आयोग या राज्य चुनाव आयोग द्वारा पहले से तैयार किए गए किसी भी मतदाता सूची और फोटो पहचान पत्र का स्थान लेगा। 
    कमेटी ने 'एक देश, एक चुनाव' की पैरवी करते हुए केशवानंद भारती बनाम केरल सरकार केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र किया है। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था, “समाज को बंधन में बांधे रहना संभव नहीं है। समाज बढ़ता है। उसकी आवश्यकताएं बदलती हैं। उन आवश्यकताओं के अनुरूप संविधान और कानूनों को बदलना पड़ सकता है। कोई भी एक पीढ़ी आने वाली पीढ़ी को बांध नहीं सकती है। इसलिए बुद्धिमानी से तैयार किया गया प्रत्येक संविधान अपने स्वयं के संशोधन का प्रावधान करता है।''


    कमेटी ने कहा कि विचार-विमर्श के बाद हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि हमारी सिफारिशों से पारदर्शिता, समावेशिता, सहजता और मतदाताओं का विश्वास काफी बढ़ जाएगा। एक साथ चुनाव कराने के लिए जबरदस्त समर्थन मिलने की उम्मीद है। विकास प्रक्रिया और सामाजिक एकजुटता को भी बल मिलेगा। लोकतांत्रिक व्यवस्था की नींव को गहराई मिलेगी। भारत की आकांक्षाएं भी साकार होंगी।

    केंद्र सरकार द्वारा गठित इस कमेटी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद, 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह और पूर्व लोकसभा महासचिव सुभाष कश्यप भी शामिल हैं।
    भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने एक साथ चुनाव कराने के लिए अपना समर्थन दिया है। वहीं, कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों- DMK, NCP और TMC ने इसका विरोध किया है। BJD और AIADMK इसके समर्थन में हैं।  रिपोर्ट में निर्वाचन आयोग, विधि आयोग और कानूनी विशेषज्ञों की राय भी शामिल है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एक साथ चुनाव कराना जनहित में होगा। इससे आर्थिक विकास तेज होगा और महंगाई नियंत्रित होगी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • PM मोदी 10 नई वंदे भारत ट्रेनों को आज दिखाएंगे हरी झंडी

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात दौरे पर हैं. पहले पीएम मोदी अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचेंगे. यहां से वे अहमदाबाद में साबरमती डीकेबिन स्थित DFC के ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर का दौरा करेंगे. पीएम मोदी 85 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की करीब 6 हजार रेलवे परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. प्रधानमंत्री 10 नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे. इसमें पश्चिम रेलवे की अहमदाबाद-मुंबई सेंट्रल वंदे भारत एक्सएप्रेस ट्रेन शामिल. प्रधानमंत्री चार वंदे भारत ट्रेनों के विस्तार को भी हरी झंडी दिखाएंगे, जिसमें से अहमदाबाद-जामनगर वंदे भारत एक्सरप्रेस को ओखा तक विस्तारित हरी झंडी दिखाएंगे.
    रेलवे के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद पीएम मोदी साबरमती स्थित महात्मा गांधी आश्रम में आयोजित 'आश्रम भूमि वंदना' कार्यक्रम में शामिल होंगे. यहां महात्मा गांधी साबरमती आश्रम पुनर्निर्माण प्रोजेक्ट के तहत 'आश्रम भूमि वंदना' कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 1200 करोड़ रुपए की लागत से आश्रम का पुनर्विकास, विश्व स्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा.
    साभार आज तक

     

  • हरियाणा में बदलेगा मुख्यमंत्री, खट्टर आज दे सकते हैं इस्तीफा

    चंडीगढ़। हरियाणा में 9 साल से ज्यादा वक्त से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर आज इस्तीफा दे सकते हैं। उनकी जगह पर नायब सिंह सैनी को सीएम बनाया जा सकता है, जो हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। इसके अलावा वह कुरुक्षेत्र से लोकसभा के सांसद भी हैं। उनके अलावा एक और पंजाबी नेता संजय भाटिया के नाम की भी चर्चा है। सूत्रों के हवाले से जानकारी है कि मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद नया सीएम बनेगा और फिर पूरी कैबिनेट ही नई होगी। यही नहीं मनोहर लाल खट्टर को लोकसभा चुनाव में करनाल सीट से मैदान में उतारा जा सकता है। 
    मनोहर लाल खट्टर ने आज ही भाजपा और सरकार का समर्थन करने वाले निर्दलीय विधायकों की मीटिंग बुलाई है। खबरों के अनुसार इस बैठक में मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे और उसके बाद निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने की रणनीति पर विचार हो सकता है। फिलहाल हरियाणा में भाजपा और जननायक जनता पार्टी के बीच रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे हैं, जो पिछले 4 साल से गठबंधन सरकार चला रहे हैं। यही नहीं एक समानांतर मीटिंग दुष्यंत चौटाला ने भी बुला ली है। उन्होंने दिल्ली में सुबह 11 बजे ही अपने विधायकों को बुलाया है। माना जा रहा है कि दुष्यंत चौटाला भी मीटिंग के बाद कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
    सूत्रों का कहना है कि दुष्यंत की पार्टी JJP चाहती थी कि उसे भिवानी महेंद्रगढ़ और हिसार सीटें चुनाव में दे दी जाएं। भाजपा से इस पर सहमति नहीं बनी। गौरतलब है कि मनोहर लाल खट्टर का इस्तीफा ऐसे वक्त में होने जा रहा है, जब सोमवार को ही पीएम नरेंद्र मोदी ने उनकी तारीफ की थी। इसके अलावा उनके साथ अपने दशकों पुराने रिश्तों का भी जिक्र किया था। पीएम मोदी ने कहा कि हम दोनों का साथ तबका है, जब दरी का जमाना था। हम लोग एक ही मोटरसाइकिल से घूमा करते थे। पीएम मोदी ने कहा कि मनोहर लाल खट्टर बाइक चलाते थे और मैं पीछे बैठा करता था। कई बार हम कठिन रास्तों से होते हुए रोहतक से गुरुग्राम तक बाइक से जाते थे। अब तो रास्ते अच्छे बन गए हैं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस के इन दिग्गज नेताओं की चुनाव से बेरुखी का नतीजों पर भी दिखेगा असर

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की पहली लिस्ट आ चुकी है। इसमें राहुल गांधी के वायनाड सीट और शशि थरूर के तिरुअनंतपुरम से लड़ने का ऐलान हुआ है। अब तक राहुल गांधी के अमेठी से लड़ने पर तस्वीर साफ नहीं है। यही नहीं उनके अलावा कई ऐसे नेता हैं, जिनके नामों का अब तक ऐलान नहीं हुआ है। यही नहीं चर्चा है कि कमलनाथ, अशोक गहलोत जैसे कई बड़े नेता चुनाव में उतरना ही नहीं चाहते। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार राजस्थान में सचिन पायलट और अशोक गहलोत में से कोई भी लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेगा। वहीं अशोक गहलोत के बेटे वैभव जालोर सीट से मैदान में उतर सकते हैं। हालांकि परिवार की सीट जोधपुर रही है। 
    इसके अलावा मध्य प्रदेश में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी उतरने के लिए तैयार नहीं हैं। उनकी जगह पर बेटे नकुल नाथ छिंदवाड़ा से लड़ेंगे। वहीं जानकारों का कहना है कि कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की चुनाव से बेरुखी का नतीजों पर भी असर दिखेगा। असल में यदि ये नेता चुनाव में उतरते तो एक माहौल बनता। खासतौर पर कठिन सीटों पर बड़े नेताओं के चुनाव लड़ने से पार्टी को माहौल बनाने में मदद मिलती। लेकिन नेताओं के डिफेंसिव रुख अपनाने से पार्टी की चिंता बढ़ गई है। 
    इस बीच सोमवार को कांग्रेस की चुनाव समिति की मीटिंग हुई। इसम मीटिंग में असम, गुजरात, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश की सीटों पर बात हुई है। राजस्थान, एमपी, गुजरात के अलावा उत्तराखंड में भी सीनियर नेता चुनाव में उतरने के इच्छुक नहीं हैं। हरीश रावत को पार्टी ने हरिद्वार से ऑफर दिया है, जबकि नेता विपक्ष यशपाल आर्य को कुमाऊं की दो सीटें ऑफर की गई हैं। लेकिन दोनों ही नेता चुनाव लड़ने का इरादा नहीं रखते। हरीश रावत तो चाहते हैं कि उनकी जगह पर बेटे को टिकट दे दिया जाए। इसकी वजह यह है कि वह अब राजनीति से संन्यास के मूड में हैं और अपने बदले में बेटे को सेट कराना चाहते है। टिहरी सीट से सीनियर नेता और विधायक प्रीतम सिंह को ऑफर मिला था, लेकिन उन्होंने भी इनकार कर दिया। 
    वरिष्ठ नेताओं के इस रुख से कांग्रेस में अंदरुनी कलह की भी स्थिति है। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष करण माहरा ने पार्टी हाईकमान से कहा है कि सीनियर नेताओं को जिम्मेदारी लेते हुए चुनाव में उतरना चाहिए। कठिन समय में ऐसा करने से एक अच्छा संदेश जाएगा। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि खुद अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी लोकसभा सीट नहीं लड़ना चाहते। 
    उनके नाम पर कलबुर्गा सीट को लेकर आम सहमति है, लेकिन वह यह सीट अपने दामाद को देना चाहते हैं। उनकी इच्छा है कि दामाद राधाकृष्णन डोड्डामणि को टिकट मिल जाए। हालांकि इस तरह वह कांग्रेस अधिवेशन में पारित प्रस्ताव का ही उल्लंघन करेंगे, जिसमें संकल्प लिया गया था कि किसी परिवार के एक ही मेंबर को लोकसभा या विधानसभा का टिकट मिलेगा। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • CAA के लागू होते ही देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन,  पिछली बार गई थी 100 से अधिक लोगों की जान

    नई दिल्ली। भारत में सीएए यानी नागरिकता (संशोधन) अधिनियम-2019 लागू हो चुका है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सोमवार को सीएए को लागू करने की घोषणा की। विवादास्पद कानून को पारित किए जाने के चार साल बाद केंद्र के इस कदम के कारण पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर, 2014 से पहले भारत आने वाले गैर-मुस्लिम प्रवासियों को नागरिकता प्रदान करने का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि कानून के लागू होते ही देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो रहे हैं। बता दें कि इसके पहले सीएए विरोधी प्रदर्शनों या पुलिस कार्रवाई के दौरान 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। 
    असम में विपक्षी दलों ने सोमवार को सीएए लागू करने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार की आलोचना की। वहीं, राज्यभर में सीएए के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों के एक समूह और प्रभावशाली ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (एएएसयू) सहित लगभग 30 छात्र संगठनों और स्वदेशी निकायों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज करने का फैसला किया है। वहीं, 16 दल वाले संयुक्त विपक्षी मंच, असम (यूओएफए) ने मंगलवार को राज्यव्यापी हड़ताल की घोषणा भी की है।
    ज्ञात हो कि असम में दिसंबर 2019 में विवादास्पद कानून के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन देखा गया था। इसके बाद पुलिस कार्रवाई में 5 लोगों की मौत हो गई थी। कई स्वदेशी समूहों में यह डर है कि सीएए लागू होने के बाद, इससे राज्य में अवैध अप्रवासियों की आमद बढ़ जाएगी, खासकर बांग्लादेश से आने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी।
    एएएसयू के मुख्य सलाहकार समुज्जल भट्टाचार्य ने हमारे सहयोगी हिन्दुस्तान टाइम्स (एचटी) को बताया, "हम किसी भी तरह से सीएए को स्वीकार नहीं करेंगे और असम के लोगों के लिए हानिकारक इस कानून के खिलाफ शांतिपूर्ण, अहिंसक और लोकतांत्रिक विरोध जारी रहेगा और आने वाले दिनों में यह विरोध और तेज होगा।" उन्होंने कहा कि एएएसयू और 30 अन्य समूह सोमवार शाम को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में सीएए की प्रतियां जलाएंगे, जिसके बाद नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (एनईएसओ) के बैनर तले मंगलवार को पूर्वोत्तर के सभी राज्यों की राजधानी में इसी तरह का विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
    उन्होंने कहा, “मंगलवार शाम को पूरे असम में मशाल रैली निकाली जाएगी और आने वाले दिनों में अन्य विभिन्न तरीकों से विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। हमने सीएए के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने के लिए पहले ही आवेदन कर दिया है।" असम में 16 विपक्षी दलों के मंच, कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त विपक्षी मंच (यूओएफ) और प्रभावशाली ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (एएएसयू) सहित लगभग 30 संगठनों ने लोकसभा चुनावों से पहले सीएए के खिलाफ राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • जातीय जनगणना ने बढ़ाई कांग्रेस की मुश्किलें

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में दक्षिण का किला अहम भूमिका निभाएगा। भाजपा को सबसे ज्यादा उम्मीद जहां कर्नाटक से है, वहीं कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन की संभावना भी इसी राज्य पर टिकी हुई है। विधानसभा चुनाव में जीत के बाद पार्टी को लोकसभा में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
    कर्नाटक में लोकसभा की 28 सीटें हैं। वर्ष 2019 में भाजपा ने 25 सीट पर जीत दर्ज की थी, जबकि कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिली थी। एक साल पहले विधानसभा में शानदार जीत के बाद कांग्रेस कम से कम 15 सीट जीतने की तैयारी कर रही है। इस लक्ष्य को हासिल करना आसान नहीं है, क्योंकि विधानसभा से लोकसभा चुनाव के बीच सियासी समीकरण बदल गए हैं। 
    चुनावी हार-जीत में लिंगायत और वोक्कालिगा समुदाय अहम भूमिका निभाता है। लिंगायत 18 और वोक्कालिगा 14 फीसदी है पर, यह दोनों समुदाय आधी-आधी सीट पर असर रखते हैं। विधानसभा में वोक्कालिगा समुदाय ने कांग्रेस का ने समर्थन किया था। क्योंकि, उप- मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार भी इसी समुदाय से हैं, पर उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने से यह तबका नाराज है।
    विधानसभा में पेश जातीय गणना ने भी इन समुदायों में नाराजगी बढ़ा दी है। रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं हुई है, पर रिपोर्ट पर लिंगायत और वोक्कालिगा समुदाय ने कड़ा विरोध जताया है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि डीके शिवकुमार भी पहले इस रिपोर्ट का विरोध कर चुके हैं। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान 2015 में सर्वे शुरू किया था। पर सत्ता बदलने के बाद रिपोर्ट विधानसभा में पेश नहीं हो पाई थी।
    प्रदेश कांग्रेस नेता मानते हैं कि विधानसभा से लोकसभा के बीच स्थितियां बदली हैं। कानून व्यवस्था और बजट के कुछ प्रावधानों ने भाजपा को कांग्रेस पर निशाना साधने का मौका दिया है। लिंगायत वोक्कालिगा समुदाय की नाराजगी से भी पार्टी की राजनीतिक चुनौती बढ़ी है। इसके साथ भाजपा- जेडीएस के गठबंधन से भी दोनों पार्टियों को फायदा मिल सकता है।
    रणनीतिकार मानते हैं कि कांग्रेस को सरकार में होने का फायदा मिल सकता है। वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव के वक्त पार्टी की सरकार थी और सिद्धरमैया मुख्यमंत्री थे। उस वक्त मोदी लहर के बावजूद कांग्रेस नौ सीट जीतने में सफल रही थी। जबकि भाजपा को 17 सीट मिली थी। ऐसे में पार्टी को उम्मीद है कि राज्य में सरकार होने का सियासी लाभ मिल सकता है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • श्री शैलेन्द्र बरुवा जी ने रणजीत टाइम्स एवं राजनीति 24 न्यूज चैनल के कार्यालय में श्री गोपोल गावंडे जी से सौजन्य भेंट की

    श्री शैलेन्द्र बरुवा जी, जो कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व संघाठन मंत्री और मध्य प्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम के पूर्व कैबिनेट मंत्री हैं, ने आज रणजीत टाइम्स एवम् राजनीति 24 न्यूज चैनल के कार्यालय में सौजन्य भेंट दी। इस अवसर पर, प्रधान संपादक श्री गोपाल गावंडे जी ने उनका स्वागत किया और अपने कार्य की रूपरेखा बताई। 


    श्री बरुवा ने इस अवसर पर रणजीत टाइम्स और राजनीति 24 चैनल सहित उनके सभी परिवार को बधाई दी और सभी दर्शकों को शुभकामनाएं व्यक्त की। यह घटना न केवल राजनीतिक और मीडिया संबंधों में एक महत्वपूर्ण कदम है बल्कि यह उन दोनों क्षेत्रों में संवाद और सहयोग की भावना को भी प्रदर्शित करता है। श्री बरुवा का यह दौरा और उनके विचार मीडिया और राजनीति के बीच एक स्वस्थ संबंध की दिशा में एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा सकता है।

  • महाराष्ट्र में सीट बंटवारे पर बढ़ी टेंशन, भाजपा एकनाथ शिंदे को याद दिला रही है अहसान

    मुंबई। महाराष्ट्र में लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर एनडीए में अब तक फैसला नहीं हो सका है। एक तरफ भाजपा चाहती है कि उसके उम्मीदवार राज्य की कम से कम 35 सीटों पर लड़ें। वहीं एकनाथ शिंदे एवं अजित पवार गुट को 13 से 16 सीटें दी जाएं। होम मिनिस्टर अमित शाह खुद मंगलवार को मुंबई गए थे। उन्होंने यह प्रस्ताव महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और अजित पवार गुट की एनसीपी के आगे रखा था। लेकिन दोनों दलों ने इस प्रस्ताव को अब तक स्वीकार नहीं किया है। इस बीच खबर है कि भाजपा ने 35 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को लगभग तय कर लिया है।
    भाजपा ने एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार गुट की एनसीपी से कहा है कि 'कमल' के सिंबल पर ही जीत की अधिक संभावनाएं हैं। इसलिए भाजपा को लोकसभा चुनाव में ज्यादा सीटें लड़ने दें और उसकी भरपाई विधानसभा चुनाव में कर लीजिए। इस पर भी अब तक सहमति नहीं बन सकी है। ऐसे में अब भाजपा एकनाथ शिंदे को वह अहसान याद दिलाने लगी है, जिसके तहत कम सीटों के बाद भी एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र के सीएम का पद दिया गया। सूत्रों के अनुसार भाजपा नेतृत्व ने एकनाथ शिंदे को यह बात याद दिलाई है।
    यही नहीं खुद डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी अब यही बात दोहरा रहे हैं। उन्होंने गुरुवार को भी कहा, 'हमारे पास 115 विधायकों का समर्थन था। लेकिन हमने एकनाथ शिंदे को सीएम बनाया और उनका समर्थन कर रहे हैं।' भाजपा नेताओं का कहना है कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा सीटें छोड़ना कोई बड़ा समझौता नहीं है। भाजपा नेताओं का कहना है कि यदि एकनाथ शिंदे और अजित पवार कम लोकसभा सीटों पर राजी हो जाते हैं तो फिर विधानसभा में उन्हें अधिक सीटें दी जाएंगी। भाजपा का कहना है कि हमारे पास सांसदों की संख्या भी अधिक है। अजित पवार गुट के पास तो एक ही सांसद है।
    ऐसे में उन्हें अधिक सीटें देना समझदारी नहीं होगा। बता दें कि मीटिंग में एकनाथ शिंदे ने अमित शाह से 13 सीटों की मांग की थी। इस पर अमित शाह ने उन्हें 9 सीटों का ऑफर दिया है। इसके अलावा अजित पवार गुट की ओर से 8 सीटों की मांग पर 4 का ऑफर मिला है। इन 4 सीटों में से एक बारामती की सीट भी होगी, जो शरद पवार का गढ़ रही है। भाजपा का कहना है कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा सीटें जीतना मकसद है। यह तभी संभव होगा, जब कमल के सिंबल पर चुनाव लड़ा जाए। माना जा रहा है कि एकनाथ शिंदे के एकाध समर्थक को भी भाजपा अपने ही सिंबल पर उतार सकती है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मानहानि केस निरस्त, कांग्रेस नेता अजय सिंह ने BJP के तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष पर किया था 10 करोड़ का दावा

    जबलपुर।  जिला न्यायाधीश डॉ. धर्मेंद्र टाडा की अदालत ने कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल द्वारा दायर मानहानि का मुकदमा प्रमाणित न पाकर निरस्त कर दिया। अजय सिंह ने इस मुकदमे के जरिए भारतीय जनता पार्टी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा, नंद कुमार सिंह चौहान (दिवंगत), कुंवर सिंह और शरदेंदु तिवारी पर 10 करोड़ का दावा किया था। जिस समय यह मुकदमा दायर किया गया था, अजय सिंह चुरहट विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक के अलावा नेता प्रतिपक्ष भी थे। वहीं, प्रभात झा राज्यसभा सदस्य और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे। 
    अजय सिंह का आरोप था कि भाजपा प्रदेशा अध्यक्ष झा सहित अन्य ने 17 फरवरी 2012 को समाचार प्रकाशित कराया था। जिसमें ग्राम चुरहट में कोल आदिवासियों की भूमि पर कब्जा करने की अनुचित बात शामिल थी। यह भी लिखा था कि ग्राम साढ़ा तहसील चुरहट में अजय सिंह राहुल ने अपने भाई अभिमन्यु सिंह को शासकीय भूमि का पट्टा अपने प्रभाव के दुरुपयोग के जरिए गलत तरीके से दिलाया। आदिवासियों को दिए गए पट्टे की भूमि पर अजय सिंह राहुल के परिवार का कब्जा है। पहाड़ी पर 100 एकड़ भूमि है, जिस पर महुए के पेड़ लगे हैं, वन उपज का आधा हिस्सा सिंह परिवार लेता है। परिवार के एक करीबी मित्र भोपाल में रहते हैं, उनके नाम से चुरहट में जमीन है, जो कि बेनामी संपत्ति है। इसी तरह आदिवासियों को महज सौ-सौ वर्गफीट के प्लाट देकर भूमि से विस्थापित करने आदि के आरोप लगाए गए थे। 
    इससे अजय सिंह राहुल व्यथित हुए और मानमहानि का मुकदमा दायर कर दिया। अदालत ने सुनवाई पूरी करते हुए पाया कि मानहानि के मामले में समाचार प्रकाशित करने वाले पक्षकार हैं, इसके बावजूद उनसे कोई क्षतिपूर्ति नहीं चाही गई। इस तरह आवश्यक पक्षकारों का असंयोजन दोष विद्यमान हो, यह प्रमाणित नहीं है। कुल मिलाकर मानहानि का आरोप साबित नहीं पाया गया। इसलिए मुकदमा निरस्त किया जाता है।
    साभार अमर उजाला

  • लोकसभा क्षेत्रों में प्रचार के रथ रवाना, CM बोले-अबकी बार 400 पार

    भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और संगठन महामंत्री हितानंद ने बुधवार को भाजपा कार्यालय से लोकसभा चुनाव के लिए डिजिटल रथों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में तीसरी बार फिर सरकार बने और भारत दुनिया का 1 नंबर देश बने, इसी भाव के साथ फिर एक बार मोदी सरकार और अब की बार 400 पार के नारे के साथ प्रत्येक लोकसभा क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार के लिए दो-दो एलईडी रथों को रवाना किया गया है।  “एमपी के मन में मोदी और मोदी के मन में एमपी“ ने पिछले विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता ने प्रचंड बहुमत से हमारी सरकार बनाई। जनता के आशीर्वाद से लोकसभा चुनाव में सभी 29 सीटों को जीतकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के हाथों को मजबूत करेंगे। 

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास और “वसुधैव कुटुंबकम” जो हमारी पार्टी का उद्देश्य रहा है, उसी भावना के साथ पूरे प्रदेश के सभी लोकसभा क्षेत्रों में जनता के साथ जुड़कर एलईडी रथों के माध्यम से सुझाव लिए जाएंगे। विकास और सुशासन की दृष्टि से भविष्य में हमारे संकल्प-पत्र के लिए सुझाव लेंगे। रथों के लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान नुक्कड़ संभाएं आयोजित की जाएगी। 
    सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाएंगे
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में पिछले 10 सालों में देश की दशा और दिशा पूरी तरह से बदल गई है। विपक्ष ने कई हथकंडे और षडयंत्र किए, लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश रोज बदलता रहा। चाहे आर्थिक व्यवस्था हो, विकास के पैमाने हो या मानवीय संवेदना की बात हो या फिर कोविड का कठिन काल रहा हो। हर चुनौतियों में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने नेतृत्व को सफल सिद्ध किया है। इस अवसर पर कार्यक्रम में पार्टी के प्रदेश महामंत्री व विधायक भगवानदास सबनानी, लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति के प्रदेश संयोजक हेमंत खण्डेलवाल, महापौर मालती राय, विधायक रामेश्वर शर्मा, प्रदेश मंत्री राहुल कोठारी, पूर्व सांसद आलोक संजर समेत अन्य नेता उपस्थित थे। 
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने किए मां पीतांबरा देवी के दर्शन, वन खंडेश्वर महादेव मंदिर में की पूजा-अर्चना

    दतिया। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सदस्य और भारतीय जनता पार्टी के सांसद गौतम गंभीर मध्य प्रदेश के दतिया स्थित विश्व प्रसिद्ध देवी तांत्रिक शक्तिपीठ पहुंचे। गौतम गंभीर ने देवी मां पीतांबरा के दरबार में हाजिरी लगाई और अति प्राचीन वन खंडेश्वर महादेव का भी पूजन किया। इसके गंभीर ने देवी मां धूमावती के मंदिर में पहुंचकर परिक्रमा की। 
    पूजा-अर्चना के गौतम गंभीर मीडिया से बचते नजर आए। गंभीर का तांत्रिक शक्तिपीठ मंदिर में आकर पूजा अर्चना करना कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि, मां पीतांबरा राज सत्ता की देवी मानी जाती हैं।
    बता दें कि हाल ही में पूर्व भारतीय क्रिकेटर और भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने राजनीति से दूरी बनाने के संकेत दे दिए हैं। शनिवार को गंभीर ने अपने एक्स अकाउंट पर ट्वीट कर कहा कि मैंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुझे राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करने का अनुरोध किया है, जिससे मैं क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित कर सकूं। गौतम गंभीर ने लिखा था कि 'मुझे लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को ईमानदारी से धन्यवाद देता हूं। जय हिन्द!'  
    साभार अमर उजाला

  • टिकट पर भाजपा के 100 सांसदों की बढ़ी चिंता

    नई दिल्ली। भाजपा ने यूपी, राजस्थान, गुजरात और दिल्ली समेत कई राज्यों के कुल 195 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। दिल्ली में 4 सांसदों को फिर से मौका नहीं मिला है और यूपी में अभी 29 सीटें रोक कर रखी गई हैं। इसी तरह गुजरात में भी 11, असम में दो और झारखंड में तीन सीटों पर फैसला अभी नहीं हुआ है। मध्य प्रदेश में भी 17, राजस्थान में 10 और यूपी में 29 और बंगाल में 22 सीटों पर अभी ऐलान नहीं हुआ है। अब तक जिन सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान नहीं हुआ है, उनमें 100 से ज्यादा सांसद भी शामिल हैं। ऐसे में इन लोगों की टेंशन बढ़ी हुई है। 
    यहां तक की गाजियाबाद के सांसद वीके सिंह, सुल्तानपुर की मेनका गांधी और पीलीभीत के वरुण गांधी तक का भविष्य अभी अधर में लटका है। वीके सिंह के नाम पर कोई विवाद नहीं जुड़ा है, लेकिन उम्र 70 से ज्यादा हो गई है। ऐसे में उनके नाम के ऐलान होने से कयास तेज हो गए हैं कि शायद उन्हें दोबारा मौका नहीं मिलेगा। वह भी तब जब पड़ोस की ही नोएडा लोकसभा सीट पर महेश शर्मा को एक बार फिर से मौका मिल चुका है। ऐसे में गाजियाबाद पर फैसला न होने से वीके सिंह की चिंताएं बढ़ गई हैं। 
    महिला पहलवानों के उत्पीड़न के आरोप झेल रहे कैसरगंज से सांसद बृज भूषण शरण सिंह को लेकर भी अभी कोई फैसला नहीं आया है। भाजपा ने जिस तरह से एक लंबी लिस्ट जारी की है, उसमें ज्यादातर सांसदों को रिपीट किया गया है। ऐसे में जिन लोगों की सीट को होल्ड पर रखा गया है, उससे साफ है कि भाजपा नेतृत्व उन्हें लेकर मंथन कर रहा है। चर्चा यह भी है कि बृजभूषण की जगह उनके बेटे प्रतीक भूषण को मौका मिल सकता है। इस तरह भाजपा एक विवादित चेहरे से अलग हो जाएगी और बृजभूषण के जनाधार को भी बनाए रखने में मदद मिलेगी। 
    बरेली के सांसद संतोष गंगवार और बदायूं से संघमित्रा मौर्य को लेकर भी अभी संशय बना हुआ है। बता दें कि यूपी में भाजपा ने गठबंधन की सीट संख्या तय कर ली हैं, लेकिन उन्हें कौन सी सीटें मिलेंगी, इसका ऐलान नहीं हुआ है। ऐसे में बागपत से सत्यपाल सिंह जैसे सांसदों की भी चिंता बनी हुई है। वहीं राजभर को घोसी सीट मिल सकती है। इसी तरह गुजरात और राजस्थान में भी भाजपा के सिटिंग सांसद टेंशन में हैं, जिनकी सीटों पर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी को लेकर आज दिल्ली में देंगे अंतिम रूप

    भोपाल। प्रदेश भाजपा कार्यालय में मंगलवार सुबह से ही बैठक का दौर चला। इसमें सुबह विधायकों और सांसदों की वीसी के माध्यम से बैठक हुई। इसके बाद प्रदेश पदाधिकारियों की भी बैठक हुई। शाम को भाजपा कोर ग्रुप की बैठक और देर रात चुनाव समिति की बैठक हुई। इसमें 23 सीटों के संभावित दावेदारों के नामों के पैनल पर चर्चा हुई है। इन सीटों पर सोमवार और मंगलवार को दो-दो नेताओं के ग्रुप बनाकर 23 लोकसभा सीटों पर रायशुमारी कराई। छह सीटों पर पहले ही रायशुमारी हो चुकी है। इसके आधार पर बैठक में चर्चा कर प्रत्याशियों का पैनल तैयार किया गया है। अब बुधवार को पैनल के आधार पर प्रदेश के नेता केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। इसमें नामों को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके बाद गुरुवार को भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में प्रत्याशियों के नाम पर मुहर लग सकती है। बता दें, भाजपा आधे से ज्यादा सीटों पर चेहरे बदल सकती है। इस बार नए चेहरे के साथ युवाओं को ज्यादा मौका मिलने की बात कहीं जा रही है। 
    केंद्रीय नेतृत्व लेगा नामों पर निर्णय 
    भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण बैठक हुई। लोकसभा चुनाव के एजेंडे पर कोर ग्रुप ने माइक्रो मैनेजमेंट पर चर्चा की है। साथ ही बैठक में लोकसभा चुनाव को लेकर अच्छा प्रत्याशी देने को लेकर मंथन हुआ। इसमें सभी कार्यकर्ताओं के नाम पर चर्चा हुई है। इन नामों पर केंद्रीय नेतृत्व जल्द निर्णय लेगा। 
    चुनाव समिति में ये नेता रहे मौजूद 
    भाजपा प्रदेश कार्यालय में चुनाव समिति की बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, लोकसभा चुनाव के प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह, सह प्रभारी सतीश उपाध्याय, उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, वरिष्ठ नेता डॉ. नरोत्तम मिश्रा समेत अन्य नेता मौजूद थे। 
    भोपाल की रायशुमारी में वीडी का नाम 
    प्रदेश भाजपा कार्यालय में मंगलवार सुबह भोपाल लोकसभा सीट को लेकर रायशुमारी हुई। इसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और खजुराहो से सांसद वीडी शर्मा का नाम भी भोपाल से आया है। इसके अलावा मौजूदा सांसद प्रज्ञा ठाकुर, नरोत्तम मिश्रा, आलोक शर्मा, सुमित पचौरी, आलोक संजर के नाम भी रायशुमारी में आए। इनके नाम का पैनल बनाया गया।
    साभार न्यूज अमर उजाला, 

  • लोकसभा चुनाव में भाजपा आधे नए चेहरों को मैदान में उतारेगी

    भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। इसलिए पार्टी शोर से ज्यादा जनसंपर्क पर फोकस कर रही है। भाजपा केंद्र सरकार की योजनाओं के हितग्राहियों को साधने पूरा फोकस लगा रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनाव में पार्टी आधे नए चेहरों को मैदान में उतारेगी। भाजपा को लोकसभा चुनाव फेवरेबल दिख रहा है, इसलिए नई लीडरशिप तैयार करने के लिए वह नए चेहरे को मौका दे सकती है। इसके लिए एक-एक सीट पर प्रत्याशी के चयन के लिए जातिगत समीकरण बैठाया जा सकता है। 
    भाजपा ने 2019 में प्रदेश में लोकसभा की  28 सीटों पर जीत दर्ज की थी। छिंदवाड़ा की एक सीट पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया था। यहां से कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ सांसद हैं। इस सीट को जीतने के लिए भी भाजपा हर संभव कोशिश में जुटी हुई है। भाजपा ने 2024 के लिए 29 में से 29 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। इसलिए भाजपा करीब आधे सांसदों के टिकट काट सकती है। दरअसल, भाजपा की रणनीति नए और युवा चेहरों को मैदान में उतारने की है। जानकारी के अनुसार भाजपा ने सभी सीटों पर अपनी रायशुमारी कर ली है। 
    भाजपा ने विधानसभा चुनाव में दिग्गजों को चुनाव मैदान में उतारकर चौंकाया था। इसमें तीन केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़ाया गया था। हालांकि, मंडला से सांसद और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और सतना से सांसद गणेश सिंह चुनाव हार गए थे। वहीं, दमोह, मुरैना, सीधी, जबलपुर और होशंगाबाद सांसद चुनाव जीत गए। जानकारों का कहना है कि पांच सीटों पर नए चेहरों को ही पार्टी का चुनाव लड़ाएंगे। वहीं, दोनों हारे सांसदों को लेकर भी केंद्रीय नेतृत्व अंतिम फैसला लेगा। 
    पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए विधानसभा चुनाव में हारे मंत्री और विधायकों के नाम पर भी चर्चा कर रही है। इसमें पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम मुरैना और ग्वालियर, यशपाल सिंह सिसोदिया मंदसौर, इमरतीदेवी भिंड, रामपाल सिंह विदिशा से टिकट के लिए प्रयसास कर रहे हैं। बता दें पिछली बार उज्जैन से सांसद अनिल फिरोजिया 2018 में तराना से विधानसभा का चुनाव हार गए थे। इसके बाद उनको पार्टी ने लोकसभा चुनाव में उतार दिया और उन्होंने बड़ी जीत दर्ज की। यही, वजह है कि कई पूर्व मंत्री और विधायक चुनाव हारने के बाद अब लोकसभा चुनाव लड़ने की अपनी संभावनाएं तलाश रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • जो पदाधिकारी कांग्रेस में काम करना नहीं चाहते वे खुद बाहर हो जाए - कांग्रेस जिलाध्यक्ष

    इंदौर। मध्य प्रदेश से गुजरने वाली राहुल गांधी की न्याय यात्रा के संबंध में सोमवार को कांग्रेस की बैठक गांधी भवन में आयोजित की गई। जिसमें यात्रा की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई। बैठक मेें जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव ने कहा कि न्याय यात्रा में ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों कार्यकर्ता शामिल होंगे। सभी को भागीदार करना है। हम पंचायत स्तर तक कमेटियों को गठन करने जा रहे है। जो पदाधिकारी कांग्रेस में काम करना नहीं चाहते,वे खुद बाहर हो जाए अन्यथा हमें बाहर करना पड़ेगा।
    बैठक में शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा ने कहा कि न्याय यात्रा 5 मार्च को उज्जैन में प्रवेश करेगी। इंदौर के कार्यकर्ता उज्जैन में ही यात्रा में शामिल होंगे वहां एक सम्मेलन भी होगा। गाड़ी और भोजन की व्यवस्था कार्यकर्तागणों को व्यवस्था शहर कांग्रेस द्वारा उपलब्ध करा दी जाएगी।
    बैठक में इंदौर के सहप्रभारी कुलदीप इंदौरा ने कहा राहुल गांधी न्याय यात्रा भाजपा के कुप्रचार गलत नीतियों के खिलाफ निकाल रहे है। यात्रा को जनसमर्थन भी मिल रहा है। कार्यकर्ता भी हजारों की तादाद में पहुंचकर यात्रा को सफल बनाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता केंद्र सरकार के अन्याय का डटकर मुकाबला करेगी और चुनाव में कांग्रेस जनता का विश्वास फिर प्राप्त करेगी।
    बैठक में प्रमोद टंडन,पिंटू जोशी,राजेश चौकसे,देवेंद्र सिंह यादव,चिंटू चौकसे,अनिल यादव,अरविंद बागड़ी,सोहराब पटेल,प्रेम खड़ायता,जय हार्डिया,गिरधर नागर सहित अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे। बैठक का संचालन महेन्द्र सिंह रघुवंशी ने किया आभार पार्षद सोनिला मिमरोट ने माना।
    साभार अमर उजाला

  • नर्मदापुरम में बोले CM- शहर से डेढ़ किमी दूर रहेंगी शराब दुकानें, रोकेंगे नर्मदा में गंदा पानी मिलने से

    नर्मदापुरम। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शुक्रवार को मां नर्मदा जयंती के अवसर पर नर्मदापुरम भी पहुंचे। वहां उन्होंने नर्मदा का पूजन किया। सीएम ने कहा कि मां नर्मदा में नालों से मिलने वाले गंदा पानी रोकने के लिए हमारी सरकार संकल्पबद्ध है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा में नालों के मिलने वाले गंदे पानी को रोकने के निर्माण कार्यों के लिए 15 करोड़ की राशि देने की घोषणा की।
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नर्मदापुरम जिले में सेठानी घाट पर आयोजित 'मां नर्मदा जयंती महोत्सव' और नर्मदापुरम गौरव दिवस में सहभगिता कर 191.34 करोड़ रुपये के 32 विकास कार्यों का  लोकार्पण व भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विधि-विधान से मां नर्मदा की आरती की। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नर्मदापुरम को पवित्र नगरी बनाया जाएगा। इसके लिए खुले में मांस की बिक्री पर रोक लगाई जाएगी और नगर से डेढ़ किलोमीटर दूर शराब की दुकानें रहेंगी। लाउड स्पीकर के प्रयोग पर भी नियंत्रण किया जाएगा। 
    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नर्मदापुरम में आयुष महाविद्यालय खोला जाएगा। जिससे यहां के विद्यार्थी आयुर्वेद शिक्षा प्राप्त कर चिकित्सक प्रदेश और देश का नाम रोशन करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मां नर्मदा की बात निराली है। मां नर्मदा के किनारे आकर बैठने से ही पूरा जीवन धन्य हो जाता है। मां नर्मदा की पहचान सब नदियों से अलग है। 
    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारे देश में प्रत्येक दिन उत्सव के रूप में मनाया जाता है। भारत मां और हमारी सनातन संस्कृति को भगवान का आशीर्वाद मिला है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मां नर्मदा जयंती की बधाई दी और जीवनदायिनी मैया नर्मदा के आशीर्वाद से प्रदेश में समृद्धि, दिव्य जल से जीवन धन्य रहने और सबके जीवन में खुशहाली की प्रार्थना की। विधायक डॉ. सीताशरण शर्मा और नगरपालिका अध्यक्ष नीतू महेंद्र यादव ने भी समारोह को संबोधित किया। कार्यक्रम में नर्मदापुरम गौरव दिवस पर लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का शॉल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। 
    साभार अमर उजाला

  • केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप,  माकन बोले- कांग्रेस और यूथ कांग्रेस के अकाउंट फ्रीज किए, न सैलरी का पैसा, न बिल का भुगतान

    नई दिल्ली. कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. पार्टी का कहना है कि कांग्रेस और यूथ कांग्रेस के अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं. अजय माकन ने प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि अकाउंट फ्रीज होने के कारण ना तो सैलरी देने का पैसा है और ना ही बिल के भुगतान हो पा रहे हैं.
    अजय माकन ने कहा,'कांग्रेस पार्टी के अकाउंट्स फ्रिज हो गए हैं. हमारे देश पर तालाबंदी हो गई. हमारे देश में डेमोक्रेसी फ्रिज हो गई है. हफ्ते रह गए हैं चुनाव की तारीखों के ऐलान के लिए इस बीच यह कदम उठाकर सरकार क्या साबित करना चाहती है. देश की प्रमुख पार्टी के अकाउंट्स फ्रीज कर दिए गये हैं. इनकम टैक्स विभाग ने 210 करोड़ रुपए की रिकवरी मांगी है.
    कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि 2018-19 के इनकम टैक्स फाइलिंग को आधार बनाकर करोड़ों रुपए मांगे जा रहे हैं. ये बड़े शर्म की बात है, लोकतंत्र की हत्या है. लोक सभा चुनाव से पहले हमारे अकाउंट फ्रिज कर दिए गए हैं. कांग्रेस पार्टी मेंबरशिप ड्राइव के जरिए यूथ कांग्रेस से पैसा इकट्ठा करती है और वो भी फ्रीज कर दिए गए हैं. 
    माकन ने कहा कि पार्टी को रिटर्न फाइल करने में देर हो गई थी. लेकिन 45 दिन का टाइम दिया गया था. इसका मतलब यह नहीं है कि खाता ही फ्रीज कर दिया जाए. उन्होंने आगे कहा कि सब कुछ प्रभावित हो गया है उनके पास बिजली का बिल भरने, सैलरी देने के लिए पैसे नहीं हैं. बैंक में पैसे जमा नहीं कर पा रहे हैं. बैंक से पैसा भी नहीं निकाल पा रहे हैं.
    बता दें कि एक दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर बड़ा फैसला सुनाया था. सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बॉन्ड की वैधता को असंवैधानिक बताते हुए उसे रद्द कर दिया था. सर्वोच्च अदालत ने यह भी कहा था कि इससे सूचना के अधिकार का उल्लंघन होता है. इसलिए इलेक्टोरल बॉन्ड को वैध नहीं माना जा सकता. इतना ही नहीं कोर्ट ने अब इलेक्टोरल बॉन्ड की खरीद पर रोक लगाते हुए एसबीआई से कहा था कि वह चुनाव आयोग को बॉन्ड का पूरा ब्योरा मुहैया कराए. कोर्ट ने चुनाव आयोग को भी आदेश दिए थे कि वह ब्योरे को सार्वजनिक करे. 
    साभार आज तक 

  • नवाज से आगे निकले शहबाज शरीफ, बनने जा रहे दोबारा पाक पीएम

    नई दिल्ली। पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ एक बार फिर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने की राह पर हैं। उनकी पार्टी ने अन्य दलों के साथ चुनाव बाद गठबंधन बनाते हुए नेशनल असेंबली में बहुमत का आंकड़ा जुटा लिया है। नवाज शरीफ के चौथी बार प्रधानमंत्री बनने की अटकलों के बीच अचानक शहबाज फ्रंट सीट पर आ गए हैं। इससे पार्टी के अंदर भी खलबली मची हुई है। हालांकि, नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने इससे इनकार किया है। 
    सूत्रों के मुताबिक, शक्तिशाली सेना के समर्थन से प्रधानमंत्री का प्रतिष्ठित पद हासिल करने की दौड़ में शहबाज शरीफ अपने 74 वर्षीय भाई नवाज शरीफ से आगे निकल गए हैं। इससे अब माना जा रहा है कि पूर्व पीएम नवाज शरीफ का सियासी करियर आखिरी पड़ाव पर पहुंच गया है। पाकिस्तानी मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, प्रशासन और सरकार से जुड़े शक्तिशाली लोग नवाज की तुलना में शहबाज के साथ काम करने में अधिक सहज हैं। उधर, मरियम ने कहा है कि नवाज शरीफ चौथी बार प्रधानमंत्री बनना चाहते थे, लेकिन खंडित जनादेश के बाद वह शीर्ष पद की रेस से हट गए हैं।
    अगर सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो तख्तापलट की आशंका वाले पाकिस्तान में अगले महीने की शुरुआत में छह-दलीय गठबंधन की सरकार बनने की संभावना है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N), पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) समेत तीनों दलों में से किसी को भी 8 फरवरी को हुए आम चुनावों में नेशनल असेंबली में बहुमत हासिल नहीं हो सका था। इसलिए कोई भी दल अकेले सरकार बनाने में सक्षम नहीं है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कमलनाथ हो सकते हैं राज्यसभा उम्मीदवार?

    भोपाल। मध्यप्रदेश में राज्यसभा चुनाव से पहले सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। अब चर्चा इस बात की है कि कमलनाथ राज्यसभा जा सकते हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि उन्होंने 9 फरवरी को सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान राज्यसभा जाने की इच्छा जताई है। हालांकि, कमलनाथ समर्थक इससे इनकार करते हैं। उनका कहना है कि सोनिया से मिलकर कमलनाथ ने एक बार फिर नकुलनाथ को लोकसभा का टिकट दिए जाने की चर्चा की है।
    कमलनाथ के बीजेपी में भी जाने की चर्चा है। हालांकि, वे खुद इसे अफवाह बता चुके हैं। इधर, बीजेपी राज्यसभा की पांचों सीट हासिल करने की जुगत में है। बताया जा रहा है कि पार्टी नेता कांग्रेस विधायकों के संपर्क में हैं। वहीं, एक्सपर्ट का कहना है कि कमलनाथ के राज्यसभा और बीजेपी में जाने की संभावना ज्यादा नहीं है। मगर, इतना जरूर है कि यदि कोई दूसरा उम्मीदवार होगा तो उसे क्रॉस वोटिंग का खतरा रहेगा, क्योंकि 20 विधायक कमलनाथ के हैं।

  • कांग्रेस के विदिशा जिलाध्यक्ष, टीकमगढ़ के पूर्व विधायक भाजपा में हुए शामिल

    भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस को फिर बड़ा झटका लगा है। पार्टी के विदिशा जिला अध्यक्ष राकेश कटारे, टीकमगढ़ के पूर्व विधायक दिनेश अहिरवार, छतरपुर के पूर्व मंडी उपाध्यक्ष कैलाश द्विवेदी समेत कई नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ली है। यह बात अलग है कि राकेश कटारे के भाजपा में शामिल होने से चंद मिनट पहले कांग्रेस ने उन्हें पद से हटा दिया। 
    भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इन नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाई। इस दौरान न्यू जॉइनिंग कमेटी के संयोजक डॉ. नरोत्तम मिश्रा, संगठन महामंत्री हितानंद, पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह और रघुनंदन शर्मा समेत अन्य भाजपा नेता मौजूद थे। भाजपा में शामिल होने वालों में छतरपुर के कैलाश द्विवेदी शामिल हैं, जो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी के बहनोई हैं। इसके अलावा गौरिहार जनपद अध्यक्ष श्रीमती तुलसी अनुरागी, आशीष द्विवेदी, अनिल दीक्षित भी भाजपा में शामिल हुए हैं। 
    इस अवसर पर वीडी शर्मा ने कहा कि जो लोग कुछ करना चाहते हैं, उनका भाजपा में स्वागत है। मैं कुछ दिन पहले राघौगढ़ गया था। वहां लोगों ने कहा कि जिस परिवार को हमने हमेशा वोट दिया, उस परिवार ने राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा का बहिष्कार किया। हिंदुत्व के मूल्यों की अवहेलना की। दिग्विजय सिंह आज भी बोले कि यह पॉलिटिकल स्टंट है। क्या रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पॉलिटिकल स्टंट है? वहां के लोगों ने कहा कि वे दिग्विजय सिंह से पूछना चाहते हैं कि यह दोहरा चरित्र क्यों है? जब करोड़ों-करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र भगवान श्री राम है, तो आप उनकी अवहेलना क्यों करते हो? कांग्रेस ने देश के करोड़ों लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया है। कांग्रेस देश के अंदर अपना अस्तित्व खो रही है।  
    विदिशा के पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश कटारे ने कहा कि हमने मोदी जी की रीति-नीति से प्रभावित होकर भाजपा की सदस्यता ली है। मैं निश्चित तौर से गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि जिस पार्टी ने 500 साल से टेंट में रह रहे रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा कराई, उसमें मुझे शामिल किया गया है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने राम मंदिर के निमंत्रण को अस्वीकार किया था। तभी से हम कांग्रेस पार्टी में घुटन महसूस कर रहे थे। मैं उस परिवार से हूं, जिसने 70-80 साल से पहले विदिशा में रामलला का दरबार बनाया है। मेरे जितने व्यवसाय हैं, वह सभी भगवान श्री राम के नाम से हैं। मेरा निवास श्रीराम कुटी हो या श्रीराम निवास हो, हम राम में अगाध आस्था रखते हैं। मेरे पिताजी का तो नाम रामसेवक कटारे हैं। वहीं, अहिरवार ने कहा कि मोदीजी ने दस साल में वह करके दिखाया है, जो अब तक किसी ने नहीं किया था। मैंने उनकी रीति-नीति से प्रभावित होकर भाजपा की सदस्यता ली है। 
    राकेश कटारे भाजपा में शामिल हो रहे थे, उससे पहले ही कांग्रेस ने आदेश जारी कर उन्हें पार्टी से निकाल दिया। संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष राजीव सिंह के हस्ताक्षर से जारी पत्र में कहा गया है कि राकेश कटारे प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों के पालन में निष्क्रिय रहे। इस वजह से उन्हें जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद से तत्काल मुक्त किया जाता है। 
    साभार अमर उजाला

  • मोहन सरकार का अंतरिम बजट पेश, किसानों कर्मचारियों व महिलाओं के लिए खोला खजाना

    भोपाल। अगले कुछ माहों में होने वाले लोकसभा चुनाव के चलते डॉ. मोहन यादव सरकार चार माह के लिए लेखानुदान लेकर आई है। इसे समाज के सभी वर्गों के कल्याण और विकास कार्यों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। सोमवार को वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने विधानसभा में 1 लाख 45 हजार करोड़ रुपये का अंतरिम बजट पेश किया। इसमें सरकार ने विभिन्न विभागों को जुलाई 2024 तक खर्च की राशि आवंटित की है। लेखानुदान में न तो किसी नए कर का और न ही किसी नवीन योजना अथवा व्यय को शामिल किया गया है। इसमें कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए चार प्रतिशत डीए और महंगाई राहत का प्रावधान किया गया है। बजट पीएम नरेंद्र मोदी की गारंटी को पूरा करने की दृष्टि से बनाया गया है। इसमें एक अप्रैल से 31 जुलाई तक के खर्च और योजनाओं के लिए राशि का आवंटन किया गया है। इससे पहले वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी को पूरा करने पर काम कर रही है। लेखानुदान की राशि को जुलाई में पेश होने वाले पूर्ण बजट में शामिल किया जाएगा। बजट पर चर्चा के लिए मंगलवार को चार घंटे का समय तय किया गया है। 
    जुलाई में आएगा करीब साढ़े तीन लाख करोड़ का बजट 
    द्वितीय अनुपूरक अनुमान में सम्मिलित नवीन योजनाओं के लिए प्रावधान है। लेखानुदान की अवधि समाप्त होने के पूर्व अनुदान की पुनरीक्षित मांगें सदन के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी। लेखानुदान चार माह (एक अप्रैल से 31 जुलाई, 2024) के लिए है। वित्तीय वर्ष के लिए बजट में सम्मिलित राशि 3,48,986.57 करोड़ है। 
    प्राप्ति 2.52 लाख करोड़, खर्च 2,51 लाख करोड़
    वर्ष 2024-25 के बजट अनुमान में कुल राजस्व प्राप्तियां राशि रुपये 2,52,268.03 करोड़ है। इसमें राज्य कर से राजस्व प्राप्तियां रुपये 96,553.30 करोड़ है। गैर कर राजस्व प्राप्तियां रुपये 18,077.33 करोड़ है। बजट अनुमान में राजस्व व्यय रुपये 2,51,825.13 करोड़ है। वर्ष 2023-24 में पुनरीक्षित अनुमान में राजस्व व्यय रुपये 2,31,112.34 करोड़ है।  
    पांच पर्यटन केंद्रों पर हेलीकॉप्टर चलाने की तैयारी 
    बजट में कृषि विभाग के लिए किसानों को ब्याज रहित ऋण देने समेत अन्य योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचाने के लिए कृषि विभाग के लिए 9588 करोड़ का प्रावधान किया गया है। किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए दुग्ध उत्पादन पर प्रतिलीटर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। कृषक मित्र योजना में किसानों को विद्युत पंप के लिए अनुदान दिया जाएगा महिला बाल विकास को लाडली बहना योजना समेत अन्य योजना के लिए 9360 करोड़ का प्रावधान किया गया है। अंतरिम बजट में सरकार ने पांच पर्यटन केंद्रों तक हेलीकॉप्टर चलाने और एयर एंबुलेंस की तैयारी भी की है। बजट में लोकनिर्माण विभाग के लिए 4098 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। ताकि औद्योगिक कॉरिडोर निर्माण और एकसप्रेस वे को गति दी जा सके। 
    सभी जिलों में प्रधानमंत्री एक्सीलेंस स्कूल की स्थापना
    अंतरिम बजट में मोहन सरकार ने सभी जिलों में प्रधानमंत्री एक्सीलेंस स्कूल की स्थापना, 23 जिलों में प्रधानमंत्री जनमन योजना को जमीन पर उतारने के लिए अनुसूचित जनजाति विभाग के लिए 7500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। अंतरिम बजट में शहरी और ग्रामीण विकास को समान प्राथमिकता में रखा गया है। शहरी विकास के लिए 6143 और गांव के विकास के लिए 6314 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
    बजट में विभाग के अनुसार राशि  
    कृषि विभाग- 9588 करोड़। 
    महिला बाल विकास - 9360 करोड़। 
    नगरीय विकास विभाग- 6143 करोड़
    जलसंसाधन विभाग- 3073 करोड़। 
    लोक निर्माण विभाग- 4097 करोड़
    पीएचई- 4083 करोड़
    उच्च शिक्षा विभाग- 1520 करोड़
    तकनीकी शिक्षा विभाग-1074 करोड़
    औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग-960 करोड़
    सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग-374 करोड़ 
    आदिवासी जनजातीय विभाग-5027 करोड़  
    अनुसूचित जाति विभाग-870 करोड़  
    ओबीसी एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग- 574 करोड़ 
    सामाजिक न्याय विभाग- 1840 करोड़ 
    स्कूल शिक्षा विभाग- 11674 करोड़ 
    स्वास्थ्य विभाग- 5417 करोड़ 
    पंचायत विभाग -  4228 करोड़
    जनसंपर्क विभाग- 289 करोड़
    चिकित्सा शिक्षा -1228 करोड़
    सहकारिता विभाग- 443 करोड़
    ऊर्जा विभाग- 4059 करोड़
    गृह विभाग- 4274 करोड़
    श्रम विभाग-391 करोड़
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस के बडे़ नेताओं का लोकसभा लड़ने से इनकार

    दिल्ली में आज होगी स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग, बायोडाटा लेकर पहुंचे पटवारी, सिंघार
    भोपाल। विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के सामने लोकसभा चुनाव बड़ी चुनौती है। पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते। दोनों सीनियर लीडर्स के बाद कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। अब कांग्रेस के सामने लोकसभा चुनाव के लिए दमदार चेहरों का चयन करना बड़ी चुनौती बन रहा है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सारे बायोडाटा लेकर दिल्ली पहुंचे हैं।
    आज होगी स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग
    दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में आज 11 बजे से कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी। इस बैठक में मप्र की 29 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा होगी। मप्र की 29 सीटों के लिए नियुक्त समन्वयकों के सामने जिन नेताओं ने लोकसभा चुनाव के लिए दावेदारी की है। और विधानसभा स्तरीय बैठकों में जिन नेताओं के नाम सामने आए हैं उन नामों पर आज दिल्ली में चर्चा होगी। गुरुवार को भी एमपी की सीटों के नामों का पैनल नहीं बन सका, अब दिल्ली में ही कुछ निर्णय हो सकता है।
    ये नेता नहीं लड़ना चाहते लोकसभा का चुनाव
    कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, विवेक तन्खा, सज्जन सिंह वर्मा, बाला बच्चन, संजय शुक्ला, विशाल पटेल, दीपक जोशी, तरुण भनोत, नारायण सिंह पट्‌टा, संजय शर्मा, अरुण यादव, विशाल पटेल, सहित कई अन्य ऐसे नेता जिनको लोकसभा का चेहरा माना जा रहा है। कई ऐसे सीनियर लीडर लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं।
    इन सीटों पर ये नाम प्रमुखता से आए सामने
    मुरैना - डॉ. गोविंद सिंह, नीटू सिकरवार, अतुल चौहान
    भिंड- देवाशीष जरारिया, फूल सिंह बरैया
    ग्वालियर- अशोक सिंह, रामसेवक गुर्जर, प्रवीण पाठक
    गुना- वीरेंद्र रघुवंशी, राव यादवेंद्र यादव, केपी सिंह कक्का जू
    सागर - प्रभु सिंह ठाकुर, अरुणोदय चौबे, आनंद अहिरवार
    टीकमगढ़ - किरण अहिरवार, पंकज अहिरवार, अरविंद खटीक, संजय कसगर
    दमोह- रामसिया भारती, हर्ष यादव, जया ठाकुर, तरवर लोधी
    खजुराहो - आलोक चतुर्वेदी, लखन लाल पटेल, कविता राजे
    सतना - नीलांशु चतुर्वेदी, दिलीप मिश्रा
    रीवा - अजय मिश्रा , राजेंद्र मिश्रा, सुखेंद्र सिंह बन्ना
    सीधी - सोनम सिंह, ज्ञानेंद्र द्विवेदी
    शहडोल- फुंदे लाल मार्को, यशोदा सिंह पटले, तिलक राज सिंह
    जबलपुर - तरुण भनोट, अंजू बघेल, दिनेश यादव
    मंडला- अशोक मर्सकोले, ओमकार मरकाम, नारायण सिंह पट्टा
    बालाघाट - हिना कावरे, सम्राट सरसवार
    छिंदवाड़ा- नकुल नाथ
    होशंगाबाद- गिरजा शंकर शर्मा, रामेश्वर नीखरा
    विदिशा - प्रताप भानु शर्मा, अनुमा आचार्य, शशांक भार्गव, आनंद जाट
    भोपाल - जीपी माली, श्याम श्रीवास्तव, संगीता शर्मा, अवनीश भार्गव, ऋचा गोस्वामी, गोविंद गोयल
    राजगढ़ प्रियव्रत सिंह, रामचंद्र दांगी, लक्ष्मण सिंह
    देवास विपिन वानखेड़े, कमल चौहान
    उज्जैन महेश परमार, रामलाल मालवीय
    मंदसौर नवकृष्ण पाटिल, नंदकिशोर पटेल, विपिन जैन
    रतलाम कांतिलाल भूरिया, हर्षविजय गहलोत, जेवियर मेड़ा
    धार सुरेंद्र सिंह हनी बघेल, महेंद्र कन्नौज, राधेश्याम मुवेल
    इंदौर जीतू पटवारी, सत्यनारायण पटेल
    खरगोन ग्यारसी लाल रावत, पोर लाल खरते
    खंडवा राजनारायण सिंह पुरनी, अरुण यादव, सुरेंद्र सिंह शेरा, पूनम पटेल, अवधेश सिसोदिया
    बैतूल रामू टेकाम, धरमू सिंह सिरसाम

  • 11 फरवरी को झाबुआ से चुनावी आगाज करेंगे पीएम मोदी

    झाबुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 फरवरी को मध्यप्रदेश के झाबुआ से लोकसभा चुनाव का आगाज करेंगे। पीएम मोदी के इस दौरे में परिवर्तन होने की बात सामने आ रही थी, लेकिन प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने इसे भ्रामक और तथ्यहीन बताया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी तय कार्यक्रम के अनुसार 11 फरवरी को झाबुआ आएंगे। 
    जानकारी के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी झाबुआ से लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे। वे यहां पर एक रैली को संबोधित कर मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल क्षेत्र से आगामी चुनाव का प्रचार अभियान शुरू करेंगे। पीएम मोदी की रैली को सफल बनाने के लिए भाजपा नेता और कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे हुए हैं। पार्टी आदिवासी समुदायों के प्रमुख व्यक्तियों और संतों को आमंत्रित कर रही है। झाबुआ आने पर तीर-धनुष और ढोल जैसे पारंपरिक आदिवासी प्रतीकों से पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत किया जाएगा। 
    इससे पहले पांच फरवरी को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा ने रैली स्थल का निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें समुदाय के जाने-माने लोगों के साथ-साथ प्रमुख संतों को आमंत्रित करके इस रैली में आदिवासी लोगों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करनी है। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को कॉल सेंटर और सोशल मीडिया के जरिए रैली के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए भी कहा था।  
    साभार अमर उजाला

  • हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुई दुर्घटना के संबंध में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ली आपात बैठक

    इंदौर। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुई दुर्घटना के संबंध में मंत्रालय में आपात बैठक ली,  अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि घायलों को तत्काल उपचार उपलब्ध कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हरदा के आसपास के क्षेत्र से एंबुलेंस हरदा पहुंचाई जा रही हैं इसके साथ ही हेलीकॉप्टरों की व्यवस्था  के लिए सेना से संपर्क किया गया है।भोपाल, इंदौर में मेडिकल कॉलेज और aiims भोपाल में  बर्न यूनिट को तैयारी रखने के निर्देश दे दिए गए हैं। होशंगाबाद में भी अस्पतालों में घायलों के उपचार के लिए व्यवस्था की गई है 


     बैठक में बताया गया कि हरदा में होशंगाबाद सहित आसपास के क्षेत्र से 14 डॉक्टर तत्काल रवाना किए गए हैं। हरदा में 20 एम्बुलेंस मौजूद हैं,  तथा 50 और पहुंच रही है। भोपाल इंदौर बैतूल, होशंगाबाद भेरूंदा, रेहटी सहित अन्य नगरीय निकायों तथा संस्थाओं से फायर ब्रिगेड हरदा भेजे जा रहे हैं।
     

     मुख्यमंत्री डॉक्टर यादव ने कैबिनेट मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह, ACS श्री अजीत केसरी, डीजी होमगार्ड  को तत्काल हेलीकॉप्टर से हरदा जाने के निर्देश दिए हैं। NDRF, SDRF की टीमों  को भेजा जा रहा है।

    बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा, पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर सक्सेना, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान,  प्रमुख सचिव गृह श्री संजय दुबे, प्रमुख सचिन नगरी प्रशासन एवं विकास श्री नीरज मंडलोई, प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन श्री मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री राघवेंद्र सिंह तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

  • जनता के बीच सुशासन की छाप छोड़ें : सीएम डॉ. मोहन यादव की मंत्रियों को सीख

    भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार के मंत्रियों की दो दिनी लीडरशिप समिट का रविवार को समापन हुआ। अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान में दो दिवसीय लीडरशिप समिट के समापन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में सुशासन की दिशा में सभी विभागों को मिलकर कार्य करना चाहिए। सुशासन की दिशा में प्रदेश अपनी नई पहचान बनाए इसके लिए कार्ययोजना बनाकर उपलब्धि प्राप्त करें।
    मीडिया से बातचीत में सीएम ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार मंत्रियों का प्रशिक्षण रखा गया। बदलते दौर में नई तकनीक साथ जनता के बीच गवर्नेंस के अलग छाप दिखाई दी। कार्यशाला में पर्सनालिटी डेवलपमेंट के अलग-अलग सत्र रखे गए। उन्होंने कहा कि यह सुशासन की दिशा में किया गया एक प्रयास है।  
    मुख्यमंत्री ने सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय के मूल दर्शन की जानकारी इस आयोजन में अच्छी तरह से प्रस्तुत की गई। उनके सिद्धांतों पर चलकर हम प्रदेश को विकास के पथ पर आगे ले जाने के लिए भरपूर प्रयास करेंगे। सीएम ने कहा कि योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के लिए परस्पर सामंजस्य के साथ समन्वय की भूमिका होना जरूरी है। जनआंदोलन के माध्यम से योजनाओं और कार्यक्रमों का बेहतर क्रियान्वयन होता है। हम सुशासन के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। कार्यों में सफलता प्राप्त करने के लिए लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ते रहना चाहिए। लीडरशिप समिट में विशेषज्ञ वक्ताओं द्वारा सफलता हासिल करने की विभिन्न विषयों से अवगत कराया गया।  
    अपने व्यवहार में शासन की मर्यादा का ध्यान रखना जरूरी
    मुख्यमंत्री ने मंत्रिपरिषद के सदस्यों से कहा कि हमें अपने व्यवहार में शासन की मर्यादा का ध्यान रखना जरूरी है। समिट के माध्यम से जो व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त हुआ, उसे अपने जीवन में उतारने का भरपूर प्रयास करें। समिट के सभी सत्रों में विशेषज्ञ वक्ताओं ने अच्छे और प्रभावी ढंग से अपने विचार रखे। यह विचार भविष्य में जीवनोपयोगी सिद्ध होंगे।
    विभागों में प्रबोधन और नवाचार के कार्यक्रम क्रियान्वित किए जाएं
    मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने जीवन में बदलाव लाएं, अपने विभाग में प्रबोधन और नवाचार के कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर उसे क्रियान्वित करें। लोगों के व्यक्तिगत जीवन में बदलाव लाने के लिए नवाचार करते रहने से सफलता निश्चित रूप से प्राप्त होती है। इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर विभिन्न विभागों में लगातार कराया जाता रहेगा।
    आयोजन दूसरे दिन के प्रथम सत्र में शामिल हुए विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर का स्वागत मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने औषधि पौधा भेंट कर किया।
    साभार अमर उजाला

  • प्रधानमंत्री का संसद में हंगामा करने वाले विपक्षी दलों पर निशाना, कहा- कुछ लोग आदतन हुड़दंग करते है

    नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष को आड़े हाथों लिया। उन्होंने संसद में हंगामा करने वाले विपक्षी दलों पर निशाना साधा और कहा कि कुछ लोग आदतन हुड़दंग करते हैं। ऐसे बर्ताव से लोकतंत्र का चीरहरण होता है। उन्होंने सांसदों से चुनाव से पहले आहूत संसद सत्र में सार्थक चर्चा की अपील करते हुए कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी के बजट भाषण में सरकार की मजबूत आर्थिक नीतियों की तस्वीर पेश करेंगी। उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण से सरकार का मार्गदर्शन होने का भी जिक्र किया।
    संसद के बजट सत्र की शुरुआत से पहले पीएम मोदी का नया अवतार दिखा। संसद सत्र में मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत 'राम-राम' के साथ की। उन्होंने कहा, वर्ष 2024 का राम-राम। साथियों इस नए संसद भवन में जो पहला सत्र हुआ था, उसके आखिर में एक बहुत ही गरिमापूर्ण फैसला लिया था। और वह फैसला था नारीशक्ति वंदन अधिनियम और उसके बाद 26 जनवरी को भी हमने देखा कि किस प्रकार से देश ने कर्तव्यपथ पर नारी शक्ति के सामर्थ्य को, नारी शक्ति के शौर्य को, नारी शक्ति के संकल्प की शक्ति को अनुभव किया गया।
    साभार अमर उजाला

  • दिग्विजय सिंह बोले- भाजपा ने लोकसभा चुनाव में फायदा लेने के लिए निर्माणाधीन मंदिर में कर दी प्राण प्रतिष्ठा

    रतलाम। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव में फायदा लेने के लिए भाजपा ने निर्माणाधीन मंदिर में ही प्राण प्रतिष्ठा कर दी। ये धर्म शास्त्रों के विरुद्ध है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश में लोकसभा चुनाव में 10 से 15 सीटें जीत सकती है, अगर मशीन न हो तो, आप समझ सकते हैं। दरअसल दिग्विजय सिंह रतलाम के डेलनपुर में एक विवाह समारोह में शामिल होने आए थे। 
    दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा पूरे देश के सरकार गिराने और सरकार बनाने का काम कर रही है। खेला केवल बिहार में ही नहीं पूरे देश में हो रहा है। आपने देखा होगा कि अजित पवार जी के खिलाफ तीन दिन पहले कह रहे थे कि सात हजार करोड़ घोटाले वाले को जेल भेजेंगे और महाराष्ट्र में तीन दिन बाद मुख्यमंत्री बना दिया गया।
    पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसी प्रकार आसाम के मुख्यमंत्री जिनके बारे में पूरी भारतीय जनता पार्टी ने सबसे भ्रस्ट मुख्यमंत्री उपाधि दी थी। वही आज भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री बने हुए हैं। अभी आपने वीडियो देखे होंगे। आज से दो साल पहले नीतीश जी कह रहे थे कि मैं अपने जीवन के आखिरी सांस तक कभी बीजेपी से समझौता नहीं करूंगा। वहीं अमित शाह जी कह रहे हैं कि बता दीजिए नीतीश कुमार और लल्लन जी को कि आपके लिए भाजपा के दरवाजे सदैव के लिए बंद कर दिए गए हैं। 
    अवसरवादिता जो हे उसमें भारतीय जनता पार्टी माहिर है। नीतीश भारतीय जनता पार्टी के साथ चले गए ठीक है, लेकिन वे कब तक रहेंगे, ये न तो नीतीश कुमार को मालूम है न मोदी जी को और न ही अमित शाह जी को मालूम है।
    कांग्रेस नेता पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा भगवान राम को अपमानित कर रही है। धर्म का उपयोग राजनीति में करना भी अपराध है। सभी धर्म एक ही रास्ता बताते हैं वो रास्ता है इंसानियत का, भलमनसाहत का। हमारे धर्म के नारे भी वही है प्राणियों में सद्भावना हो। क्या भाजपा आरएसएस और विहिप जिस रास्ते पर जा रही है क्या यह सद्भावना का रास्ता है? राम मंदिर कभी इन का विषय नहीं रहा। राम मंदिर का विवाद तो 1850 से चल रहा है। 
    साभार अमर उजाला

  • 'हृदय परिवर्तन' के लिए कांग्रेस ने नीतीश कुमार की गिरगिट से की तुलना, ऐन वक्त पर हमें झटका दिया

    नई दिल्ली। नीतीश कुमार के पाला बदलकर भाजपा के संग आने से कांग्रेस बेहद नाराज है। यही नहीं नीतीश कुमार के इस 'हृदय परिवर्तन' के लिए कांग्रेस ने उनकी तुलना गिरगिट तक से कर दी है। कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने नीतीश कुमार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनकी हरकतों से गिरगिट भी शरमा जाएगा। उन्होंने कहा, 'नीतीश कुमार ने 23 अक्टूबर को पटना में मीटिंग बुलाई थी। इसमें 18 पार्टियां मौजूद थीं। इसके बाद बेंगलुरु और मुंबई में भी मीटिंग हुई। नीतीश कुमार ने कोई संकेत नहीं दिया कि ऐसा कुछ कर सकते हैं। बिहार में मौसम वैज्ञानिक होते हैं और वहां आया कुमार, गया कुमार भी होते हैं। जयराम रमेश ने कहा कि ये तो गिरगिट को भी कड़ी टक्कर देते हैं।'
    राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में साथ चल रहे जयराम रमेश ने कहा, 'सही समय पर बिहार की जनता नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री को जवाब जरूर देगी। दिल्ली में बैठकर ये लोग मुहूर्त देते हैं। 14 तारीख को जब हमने मणिपुर से यात्रा शुरू की तो मिलिंद देवड़ा को ले गए और अब जब हमारी यात्रा बिहार पहुंचने वाली है तो नीतीश कुमार को ही निकाल लिया। यह अफसोस की बात है कि ऐन वक्त में उन्होंने हमारा साथ छोड़ा।' उन्होंने नीतीश कुमार के एग्जिट की पूरी पटकथा दिल्ली से लिखे जाने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि दिल्ली से नरेंद्र मोदी सरकार ने ही तय किया था कि नीतीश कुमार को यात्रा से ठीक पहले मिला लिया जाए। 
    जयराम रमेश के अलावा राशिद अल्वी ने भी नीतीश कुमार पर सवाल उठाए हैं। राशिद अल्वी ने कहा कि नीतीश कु्मार ने राजनीति की नई परिभाषा बताई है। बिहार में जो कुछ हो रहा है, उसके लिए मैं किसी को दोष नहीं देना चाहता। लेकिन इतना है कि अब देश के लोगों को नेताओं और दलों पर कोई भरोसा नहीं रहेगा। जो कुछ बिहार में हो रहा है, उससे देश के लोग राजनीति में भरोसा करना छोड़ देंगे। दरअसल आज INDIA अलायंस जिस स्वरूप में है, उसे नीतीश कुमार ने ही धार दी थी। वही उसके शिल्पकार थे औऱ लगातार कांग्रेस के साथ अन्य दलों को जोड़ने के लिए मेहनत कर रहे थे। ऐसे में उनका ही पाला बदल लेना INDIA अलायंस के लिए बड़ा झटका है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अमित शाह और नीतिश कुमार पर तंज कसते हुए बोले दिग्विजय सिंह- इनकी कथनी और करनी में अंतर

    इंदौर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और गृह मंत्री अमित शाह को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आड़े हाथों लिया। वे रविवार को इंदौर आए थे। उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं की कथनी और करनी में अंतर होता है। वे बोले हमें कभी उम्मीद नहीं थी कि नीतिश कुमार ऐसा कदम उठाएंगे। वे पहले ही कह चुके थे कि किसी हालत में मरते दम तक भाजपा के साथ नहीं जाएंगे। वे संयोजक बनना चाहते थे तो बना देते, इसमें किसी को कोई दिक्कत नहीं थी। उन्हीं के द्वारा विपक्षी गठबंधन का प्रयास किया गया था। सभी ने मिलकर उन्हें संयोजक बनने का आफर भी दिया था जिसे उन्होंने ही मना कर दिया। फिर इस तरह का कदम उठाने का क्या मतलब है। वे खुद डेढ़ वर्ष से भाजपा का सामूहिक विरोध करने की पहल कर रहे थे। यह कैसा नेता जो कहे कुछ और करे कुछ। 
    अमित शाह भी बोले थे नीतीश को नहीं लेंगे
    दिग्विजय सिंह ने कहा कि अमित शाह ने कहा था कि नीतीश आना भी चाहेंगे तो नहीं लेंगे, मगर वे उनके साथ हो लिए। दिग्विजय ने कहा कि इन नेताओं की कथनी और करनी में अंतर है। 
    मैं लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा
    वहीं दिग्विजय ने राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में कार्यकर्ताओं से कहा कि मेरे लोकसभा चुनाव लड़ने का प्रश्न ही नहीं उठता क्योंकि मैं राज्यसभा सदस्य हूं और अभी मेरा सवा दो साल का कार्यकाल बचा है। दिग्विजय सिंह इन दिनों राजगढ़ जिले की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में जाकर पार्टीजन से चर्चा कर रहे हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा लोकसभा चुनाव में विधानसभा से एक प्रतिशत वोट अधिक जीतने पर कर रही फोकस

    इंदौर। भाजपा को मप्र विधानसभा चुनाव में 2018 की तुलना में 9 प्रतिशत वोट अधिक हासिल हुए। अब लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा 10 प्रतिशत अधिक वोट हासिल करने पर ध्यान दे रही है। इसी के तहत रणनीति भी बनाई जा रही है। 
    मानिकबाग रोड स्थित गुरु अमरदास हॉल में हुई भाजपा महानगर की बैठक में संभाग प्रभारी राघवेंद्र गौतम ने कहा कि हम पिछले एक वर्ष से बूथ विस्तार का कार्य कर रहे हैं जिसके फलस्वरूप 2018 के चुनाव की अपेक्षा 2023 विधानसभा चुनाव में हमने 9% ज्यादा वोट हासिल किए हैं अब हमें 10% से ओर अधिक वोट प्राप्त करना है। यह वोट मध्यप्रदेश के कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम से प्राप्त हुए हैं। 
    लोकसभा चुनाव सामने है और पार्टी के प्रत्येक पदाधिकारी को एक बूथ पर अवश्य जाना है। जो विपक्षी ईवीएम का रोना रोते हैं उन्हें यह पता नहीं है कि भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता कितना मेहनती है। गौतम ने आगे कहा कि मुझे आशा है कि पूरे देश में जिस तरह इंदौर सफाई में नंबर वन है वैसे ही सर्वाधिक मतों से लोकसभा में जीतने वाली लोकसभा सीट भी इंदौर ही होगी।
    गांव चलो अभियान के नगर संयोजक वीरेंद्र व्यास ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से करने कार्य योजनाओं एवं रूपरेखा की जानकारी देते हुए बताया कि अभियान तीन चरणों में होना है। प्रथम चरण के अंतर्गत 20 जनवरी से 3 फरवरी तक सारी तैयारियां पूर्ण करना हैं, उसके पश्चात दूसरे चरण में 4 फरवरी से 11 फरवरी के बीच कार्यकर्ताओं को प्रवास करना है जिसके अंतर्गत इंदौर नगर में 9 से 11 तारीख तक कार्यकर्ता प्रवास करेंगे और तीसरा चरण 14 फरवरी को होगा जिसमें अभियान की समीक्षा बैठक होगी। 
    बैठक में यह रहे मौजूद
    इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट, नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, संभाग प्रभारी राघवेंद्र गौतम, सांसद शंकर लालवानी, वरिष्ठ भाजपा नेता कृष्णमुरारी मोघे, बाबू सिंह रघुवंशी, गोपीकृष्ण नेमा, प्रदेश उपाध्यक्ष जीतू जिराती, विधायक रमेश मेंदोला, राकेश गोलू शुक्ला, मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़, महेंद्र हार्डिया, युवा आयोग अध्यक्ष निशांत खरे, मध्यप्रदेश सफाई कर्मचारी आयोग अध्यक्ष प्रताप करोसिया, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी दीपक जैन टीनू, प्रवक्ता गोविंद मालू, नगर महामंत्री सुधीर कोल्हे, सविता अखंड, संदीप दुबे अभियान के नगर संयोजक वीरेंद्र व्यास, सहसंयोजक विजय बिंजवा, संजय कटारिया मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
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  • सीएम पद से नीतीश कुमार ने दिया इस्तीफा, शाम तक ले सकते हैं शपथ

    पटना। बिहार में कई दिनों से चल रहे राजनीतिक उथल पुथल का अंतिम दौर शुरू हो गया है। लगता है कि पूरे प्रकरण का आज शाम तक पटाक्षेप हो जाएगा। इस बीच खबर मिल रही है कि  नीतीश ने अपने इस्तीफा का फैसला कर लिया  है। मुख्यमंत्री नीतीश इस्तीफा देने के लिए राजभवन पहुंचे और राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को अपना त्यागपत्र सौंप दिया। राज्यपाल के निर्देश पर  फिलहा कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार काम कर रहे हैं।
    इस बीच खबर मिल रही है कि राजभवन के लिए रवाना होने से पहले नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया। पीएम मोदी ने उन्हें अग्रिम बधाई दी। उससे पहले ही ,सीएम आवास और राजभवन के पास हलचल बढ़ गई थी। पीएम से बधाई और आश्वासन मिलने के बाद नीतीश कुमार अपने विश्वास पात्रों के् साथ राजभवन के लिए रवाना हो गए।
    इससे पहले सीएम आवास पर जदयू के नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक हुई। विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को सभी फैसला लेने के लिए पार्टी की ओर से अधिकृत कर दिया गया है। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री पहले गवर्नर हाउस जाकर अपने पद से इस्तीफा देंगे और उसके बाद बीजेपी का समर्थन पत्र लेकर नई सरकार बनाने का दावा करेंगे। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है। सीएम आवास की सुरक्षा बढा दी गई है। राजभवन के पास भी सरगर्मी बढ़ गई है। सीएम आवास पर सड़क पर बैरिकेडिंग कर दी गयी है। वहां से भीड़ को हटाने का काम शुरू हो गया है। 
    जानकारी के मुताबिक पहले नीतीश कुमार अपना इस्तीफा राजभवन जाकर राज्यपाल को सौंपेंगे। उसके साथ ही बीजेपी के नेता एनडीए का समर्थन पत्र नीतीश कुमार को सौंप देगी। शाम तक नीतीश कुमार नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
    इस बीच खबर मिल रही है तो दोपहर तक बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के पटना पहुंचने की संभावना है। बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि अगली सरकार का शपथ ग्रहण समारोह आज ही होगा। जेपी नड्डा शपथ ग्रहण समारोह में शामिल भी हो सकते हैं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • असम सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कहा- 'राहुल गांधी के हमशक्ल का नाम-पता सब बताऊंगा'

    गुवाहाटी। असम सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि वह जल्द ही राहुल गांधी के हमशक्ल का नाम-पता बताएंगे। हिमंत बिस्व सरमा ने बीते दिनों आरोप लगाया था कि असम में राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी के हमशक्ल का इस्तेमाल किया गया। अब जब उनसे उनके दावे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा है कि वह जल्द ही हमशक्ल के नाम-पते की जानकारी साझा करेंगे।
    हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि 'मैं ऐसे ही बातें नहीं बोलता हूं। हमशक्ल का नाम और कैसे ये सब किया गया, इसकी पूरी जानकारी दूंगा। बस कुछ दिन का इंतजार करिए।' शनिवार को असम सीएम सोनितपुर जिले में थे, वहीं पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने ये बात कही। सरमा ने कहा 'मैं रविवार को डिब्रूगढ़ में रहूंगा और अगले दिन गुवाहाटी जाऊंगा। एक बार जब मैं गुवाहाटी पहुंच जाऊंगा तो मैं हमशक्ल का नाम और पते की जानकारी दूंगा।'
    राहुल गांधी द्वारा हिमंता बिस्व सरमा को सबसे ज्यादा भ्रष्ट सीएम बताया गया और उन्होंने दावा किया कि असम में कांग्रेस की सरकार सत्ता में आएगी। अब हिमंता बिस्व सरमा ने कहा कि 'उन्हें हराने के लिए सभी गांधी- सोनिया, प्रियंका और राहुल को आना होगा। प्रियंका गांधी के बेटे को भी आने दीजिए। वह (कांग्रेस) पहले ही आत्मसमर्पण कर चुके हैं।' असम सीएम ने दावा किया कि 'लोकसभा चुनाव में भाजपा राज्य में साढ़े 11 सीटें जीतेगा और हम कोशिश कर रहे हैं कि इसे 12 में कैसे बदला जाए। हम कांग्रेस को लेकर बिल्कुल चिंतित नहीं हैं।' राज्य में 14 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से अभी नौ सीटों पर भाजपा का कब्जा है।
    राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने बीते गुरुवार को असम का चरण पूरा किया था। इसके बाद असम सीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा कहा जा रहा है कि असम में न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी की जगह उनके हमशक्ल का इस्तेमाल किया गया। बस से लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन करने के लिए राहुल गांधी के हमशक्ल का इस्तेमाल किया गया। सरमा ने ये भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी की यात्रा के दौरान असम के लोगों को भड़काने की कोशिश की गई। 
    साभार अमर उजाला

  • भाषण के दौरान भावुक हो गए पीएम मोदी, कहा- काश मैं ऐसे घर में रह पाता

    सोलापुर। महाराष्ट्र के सोलापुर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच पर भाषण के दौरान भावुक हो गए। शुक्रवार को उन्होंने राज्य के लाभार्थियों से बात की। इस दौरान बचपन का जिक्र आते ही उन्होंने कुछ पलों के लिए बीच में ही भाषण रोक दिया। पीएम आवास योजना को लेकर उन्होंने कहा कि काश उन्हें भी बचपन में ऐसे घर में रहने का मौका मिला होता।
    पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे खुशी है कि सोलापुर के हजारों गरीबों के लिए, हजारों मजदूर साथियों के लिए हमने जो संकल्प लिया था, वो आज पूरा हो रहा है। आज पीएम आवास योजना के तहत देश की सबसे बड़ी सोसायटी का लोकार्पण हुआ है। और मैं जाकर देखकर आया कि काश मुझे भी बचपन में ऐसे घर में रहने का मौका मिला होता।'
    इतना कहकर पीएम मोदी ने अचानक कुछ देर के लिए भाषण रोक दिया। इसके बाद उन्हें भावुक होकर कहा, 'ये चीजें देखता हूं तो मन को इतना संतोष होता है, ये हजारों परिवारों के सपने जब साकार होते हैं, तो उनके आशीर्वाद मेरी सबसे बड़ी पूंजी होते हैं। जब मैं इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास करने आया था, तब मैंने आपको गारंटी दी थी कि आपके घरों की चाबी देने भी मैं खुद आऊंगा।'
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  • मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मोदी के मास्टर प्लान को बिहार में करेंगे साकार

    भोपाल। मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप कार्ड चला है। इस कार्ड के जरिए उनकी रणनीति बिहार और उत्तर प्रदेश के यादव वोटरों को साधना है। बिहार की सत्ता पर काबिज राजद का कोर वोटर यादव हैं, भाजपा इस समुदाय के वोटर को अपनी तरफ खिंचने का प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उम्मीदों पर खरे उतरने के लिए अब सीएम डॉ. मोहन यादव भी जुट गए हैं। वे 18 जनवरी को बिहार जा रहे हैं। वहां कृष्ण भक्तों के साथ सभा करेंगे। 
    लालू प्रसाद यादव को बिहार में यादवों का सबसे बड़ा नेता माना जाता रहा है। इसी विरासत को अब तेजस्वी यादव संभाल रहे हैं। बिहार की सत्ता पर लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद नीतिशकुमार की जदयू के साथ गठबंधन में काबिज है। बिहार में यादव आबादी 14 प्रतिशत से अधिक है। वहां की राजनीति में भी यादव ही ताकतवर हैं। यादव वोटर लालू यादव की राजद के साथ जुड़ा है। अभी तक उसके इस वोट बैंक में ज्यादा बिखराव नहीं होता है। अब भारतीय जनता पार्टी इसमें सेंधमारी की कोशिश कर रही है। इसलिए एमपी में डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने बिहार के यादवों को बड़ा संदेश दिया है। 
    बिहार में पिछले साल ही जातिगत जनगणना के आंकड़े आए हैं। इसमें यादवों की जनसंख्या 14 प्रतिशत और अन्य पिछड़ा वर्ग की आबादी 36 प्रतिशत के करीब है। मध्य प्रदेश में 50 प्रतिशत से अधिक ओबीसी वोटर हैं। बिहार में ओबीसी समाज के लोगों को हक देने की बात की है। यहां मध्य प्रदेश में भाजपा ने ओबीसी वर्ग और यादव समाज से सीएम बना दिया है। इससे यह संदेश देने की कोशिश की है कि बिहार में सिर्फ बात हो रही है और एमपी में भाजपा ने करके दिखा दिया। 
    वरिष्ठ पत्रकार एनके सिंह का कहना है कि डॉ. मोहन यादव को आगे कर भाजपा बिहार और उत्तर प्रदेश में यादव वोटरों को साधने की कोशिश कर रही है। बिहार में यादव समुदाय राजनीतिक रूप से मजबूत है। भाजपा मोहन यादव को यादवों को नेता को प्रोजेक्ट करने की कोशिश कर रही है। इसमें डॉ. यादव भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उनके सीएम बनने के बाद उन्होंने मुख्य पदों पर यादव अधिकारियों को बैठाया है। इससे यह संदेश देना का प्रयास है कि यदि बिहार में भी भाजपा की सरकार बनती है तो यादव समुदाय को अच्छा मौका मिलेगा।
    साभार अमर उजाला

  • इंदौर में जन आभार यात्रा में सीएम का स्वागत देख थम गई निगाहें, विदेशों जैसी आतिशबाजी और फूलों की बारिश

    इंदौर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के लिए बुधवार को इंदौर रोड शो में आयोजित किया गया। जन आभार यात्रा के नाम से किए गए इस रोड शो में मुख्यमंत्री ने बड़ा गणपति से राजवाड़ा तक डेढ़ किमी की दूरी तय की। करीब साढ़े पांच बजे बड़ा गणपति से रोड शो शुरू हुआ। इसमें आतिशबाजी देख लोगों को विदेशों की याद आ गई। फोटोग्राफर जयेश मालवीय ने रोड शो की खास तस्वीरों को कैमरे में कैद किया...
    रथ पर उनके साथ सबसे आगे प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और मंत्री तुलसी सिलावट मौजूद रहे। इनके अलावा महापौर पुष्यमित्र भार्गव और सांसद शंकर लालवानी के साथ विधायक रमेश मेंदोला, उषा ठाकुर, मालिनी गौड़, महेंद्र हार्डिया, मनोज पटेल और अन्य भाजपा नेता मौजूद रहे। रात 8 बजे मुख्यमंत्री ने राजवाड़ा स्थित माता अहिल्या की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर रोड शो का समापन किया। 
    रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अब शहर, प्रदेश और देश में तीनों जगह भाजपा की सरकार है। हम सब मिलकर इंदौर को विश्व का सबसे बेहतर शहर बनाएंगे। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीबों और मजदूरों की दिक्कतों को दूर करने के अभियान में जुटे हैं। डॉ. यादव का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं भी समय से पहले रोड शो के मार्ग पर पहुंच गई। कुछ महिलाओं ने राम मंदिर के बड़े स्टिकर हाथ में ले रखे थे। वह इस रोड शो के बहाने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से जुड़े कार्यक्रम के लिए भी आभार जता रहीं थी।  
    रोड शो के दौरान ब्राह्मण, राजपूत, यादव, पिछड़ा वर्ग समेत अनेकों समाजों ने अपने मंच लगाए। इसी तरह कई व्यापारिक संगठन और शहर की प्रमुख संस्थाओं ने भी अपने मंच तैयार किए।
    मुख्यमंत्री मोहन यादव के रोड शो के लिए बड़ा गणपति से राजवाड़ा तक हर 10 फीट की दूरी पर एक स्वागत मंच लगा। शहर के सभी विधायकों, पार्षदों के साथ-साथ सांसद शंकर ललवानी और महापौर पुष्यमित्र भार्गव के समर्थकों ने अपने-अपने अलग स्वागत मंच लगाए।
    डॉ. यादव का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं भी समय से पहले रोड शो के मार्ग पर पहुंच गई। कुछ महिलाओं ने राम मंदिर के बड़े स्टिकर हाथ में ले रखे थे। वह इस रोड शो के बहाने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से जुड़े कार्यक्रम के लिए भी आभार जता रहीं थी।  
    डॉ. मोहन यादव का रोड शो इंदौर की तीन विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरा। बड़ा गणपति से शो शुरू हुआ जो इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक एक में आता है। यहां से मंत्री कैलाश विजयवर्गीय विधायक हैं। इसके बाद रोड शो इंदौर-4 से गुजरा जहां से पूर्व महापौर मालिनी गौड़ विधायक हैं। इसके बाद रोड शो राजवाड़ा पर खत्म हुआ, जो विधानसभा क्षेत्र क्रमांक तीन का हिस्सा है। यहां से राकेश गोलू शुक्ला विधायक हैं।  
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री मोहन यादव का आज इंदौर में रोड शो, ऐसी रहेगी ट्राफिक व्यवस्था

    इंदौर। आज मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का इंदौर में रोड शो हैं। कार्यक्रम के दौरान वे एयरपोर्ट से बड़ा गणपति से राजवाड़ा पहुचेंगे। यातायात व्यवस्था हेतु डायवर्सन स्थल पर पर्याप्त बल लगाया गया है जो कि वाहनों को परिवर्तित मार्ग से संचालित करवाएंगे। अतः वाहन चालक VIP रूट एयरपोर्ट से बड़ा गणपति और राजवाड़ा तक आने से बचें। Indore Traffic Plan Today के तहत व्यवस्था निम्नलिखित होगी जो कि कार्यक्रम समाप्ति तक लागू रहेगी -
    ● बड़ा गणपति से राजवाड़ा VIP रोड शो मार्ग आवागमन के लिए पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा वाहन चालक इस मार्ग पर आने से बचें। 
    ● जो वाहन खंडवा रोड, भंवरकुआ से एयरपोर्ट आवागमन करना चाहते है वह चन्दननगर, नावदापन्थ, दिलीप नगर कट होते हुए जा सकते हैं। 
    ● उज्जैन रोड एवं विजयनगर की और से एयरपोर्ट के आवागमन हेतु सुपर कॉरिडोर रोड का उपयोग करें।
    ● टाटा स्टील से बड़ा बागड़दा, सुपरकोरिडोर होते हुए एयरपोर्ट आवागमन कर सकते हैं।
    ● उज्जैन से आने वाली समस्त बसें बाणगंगा ब्रिज टर्निंग से रेलवे क्रॉसिग लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन के सामने से एम.आर. -04 होते हुए जीएसआईटीएस से सरवटे बस स्टैंड आ सकेंगी।
    ● उज्जैन जाने वाली समस्त बसें जीएसआईटीएस से बल्लभ नगर, एम.आर. -04 होते हुए लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन के सामने से होते हुए रेलवे क्रॉसिग बाणगंगा ब्रिज टर्निंग से उज्जैन जा सकेंगी ।
    ● सिटी बसों के लिए प्रतिबंधित मार्ग
    1. गांधी चौक से राजवाड़ा तक का मार्ग।
    2. पटेल प्रतिमा से राजवाड़ा तक का मार्ग।
    3.  एयरपोर्ट से कालानी नगर, बड़ागणपति, राजमोहल्ला की ओर जाने वाला मार्ग।
    5.  बड़ागणपति से नगरनिगम, गांधीचौक की ओर जाने वाला मार्ग।
    6.  कलेक्ट्रेट कार्यालय से राजवाड़ा की ओर जाने वाला मार्ग।
    ●  रोड शो में सम्मिलित होने वाले लोगो के बस / कार हेतु पार्किंग दलाल बाग, मल्हार आश्रम, वैष्णव स्कूल राजमोहल्ला, चिमनबाग मैदान, लाल बाग पैलेस पार्किंग,  दशहरा मैदान पार्किंग रहेगी।
    रूट / पार्किंग प्लान:-
    1. धार रोड एवं राऊ की तरफ से चंदन नगर होकर आने वाली बसे कारें आदि वैष्णव स्कूल, राजमोहल्ला में बसें खड़ी कर उतारेंगे जो लोग अंतिम चौराहा एवं मालगंज, लोहारपट्टी होकर कार्यक्रम हेतु जा सकेंगे।
    2. महू , राऊ, पीथमपुर, खण्डवा से आने वाली बसें कार महूनाका से कलेक्ट्रेट मोती तबेला होकर हरसिद्दी पर आकर लोगों को उतारेंगे एवं दशहरा मैदान तथा लालबाग पैलेस मैंदान में वाहन पार्क करेंगे । यात्री मच्छी बाजार, यशवंत चौराहा होकर कार्यक्रम में जा सकेंगे ।
    3. गांधीनगर, हातोद, देपालपुर की तरफ से आने वाली बसें, कारें सुपर कोरिडोर चौराहा से बाएं मुड़कर एवं बांगड़दा चौराहा से दाहिने मुड़कर लक्ष्मी बाई मंडी के सामने से टाटा स्टील चौराहा से दाहिने मुड़कर दलाल बाग मैंदान में पार्क करेंगे। यात्री दलाल बाग से महावीर बाग, पीलियाखाल पुल, बड़ा गणपति होकर कार्यक्रम में जा सकेंगे।
    4. उज्जैन रोड से आने वाली बसें कारें लवकुश चौराहा, टीसीएस चौराहा, बांगड़दा चौराहा से बाये मुड़कर दलाल बाग में वाहनों को पार्क करेंगे एवं यात्री महावीर बाग, पीलियाखाल पुल, बड़ा गणपति होकर कार्यक्रम में जा सकेंगे।
    5. खंडवा रोड से आने वाली बसें आईटीपार्क, चौइथराम चौराहा से माणिकबाग कलेक्ट्रेट, मोतीतबेला होकर हरसिद्दी पर आकर लोगों को उतारेंगे एवं दशहरा मैदान तथा लालबाग पैलेस मैदान में वाहन पार्क करेंगे। यात्री मच्छी बाजार, यशवंत चौराहा होकर कार्यक्रम में जा सकेंगे।
    6. बाणगंगा की तरफ से आने वाली बस / कार मरीमाता चौराहा क्रॉस करके सदर बाजार थाने के सामने वाले मैदान में पार्क करेंगे लोग इमली बाजार चौराहा होकर कार्यक्रम में जा सकेंगे।
    7. शहर से आने वाली कारें डीआरपी लाइन चौराहा, शिवालय मार्ग, भागीरथपुरा तिराहा से पोलोग्राउंड से बाएं मुड़कर मल्हार आश्रम में वाहन पार्क करेंगे और रामबाग चौराहा, इमली बाजार चौराहा होकर कार्यक्रम में जा सकेंगे।
    8. बाणगंगा की तरफ से आने वाली कारें मरीमाता चौराहा से बाएं मुड़कर पोलो ग्राउण्ड चौराहा से दाहिने मुड़कर मल्हार आश्रम में वाहन पार्क करेंगे और दर्शक रामबाग चौराहा, इमली बाजार चौराहा से बाएं मुड़कर कार्यक्रम में जा सकेंगे।
    9. लसूड़िया, बापट चौराहा, परदेशी पुरा, नंदानगर, एलआईजी की तरफ से आने वाली बसें कारें परदेशी पुरा चौराहा से भण्डारी ब्रिज या राजकुमार ब्रिज से डीआरपी लाइन से चिमनबाग मैदान में पार्क करेंगे। यात्री नगर निगम चौराहा, रामबाग चौराहा, इमली बाजार चौराहा से बाएं मुड़कर कार्यक्रम में जा सकेंगे। 
    साभार अमर उजाला

  • चंडीगढ़ में कांग्रेस उम्मीदवार वापस लेंगे नामांकन? कांग्रेस और आम आदमी पार्टी गठबंधन पर लग सकती है मुहर

    चंडीगढ़. चंडीगढ़ में मेयर चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है. यहां आम चुनाव से पहले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी गठबंधन मेयर चुनाव में उतरने जा रहा है. दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत अंतिम दौर में पहुंच गई है. गठबंधन पर कभी भी दोनों पार्टियों के हाईकमान की मुहर लग सकती है. ऐसे में कांग्रेस उम्मीदवार अपना नामांकन पत्र वापस ले सकते हैं. चंडीगढ़ में संख्या का गुणा-भाग कुछ ऐसा है कि बिना कांग्रेस की मदद के आम आदमी पार्टी को मेयर की कुर्सी नहीं मिल सकती है. 
    फिलहाल, गठबंधन से पहले कांग्रेस ने अपने सभी पार्षदों की बाड़ेबंदी कर दी है. कांग्रेस ने अपने सभी पार्षदों को चंडीगढ़ से बाहर एक गुप्त जगह पर रखा है.
    सूत्रों का कहना है कि INDIA अलायंस के तहत कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने एकजुट होकर चंडीगढ़ मेयर चुनाव में उतरने की तैयारी कर ली है. आज कांग्रेस के मेयर पद के उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकते हैं. अंतिम दौर की बातचीत चल रही है. कुल 35 सदस्यों वाले चंडीगढ़ नगर निगम में 18 जनवरी को मेयर के चुनाव होने वाले हैं.
    साभार आज तक

  • युवा चेहरे मिलिंद देवड़ा ने भी सोशल मीडिया पर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

    मुंबई। लगातार हार से कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं का विश्वास डगमगाया हुआ है। यही वजह है कि हाल के सालों में पार्टी के कई बड़े नामों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। अब इस कड़ी में नया नाम पार्टी के युवा चेहरे मिलिंद देवड़ा का भी जुड़ गया है। मिलिंद देवड़ा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का एलान किया। मिलिंद देवड़ा की गिनती कांग्रेस के युवा चेहरों में होती थी, लेकिन अब उनके जाने से महाराष्ट्र में पार्टी को झटका लगेगा।
    मिलिंद देवड़ा कांग्रेस छोड़कर एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल होंगे। दरअसल मिलिंद देवड़ा जिस दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं, उस सीट के गठबंधन के तहत शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के पास जाने की चर्चाएं हैं। दक्षिण मुंबई सीट पर पिछली दो बार से (2014 और 2019) शिवसेना के अरविंद सावंत चुनाव जीतते आ रहे हैं। ऐसे में चर्चाएं हैं कि शिवसेना इस बार भी दक्षिण मुंबई सीट पर अपनी दावेदारी कर रही है। चूंकि कांग्रेस का महाराष्ट्र में शिवसेना (उद्धव) और एनसीपी के साथ गठबंधन है। ऐसे में गठबंधन के तहत मिलिंद देवड़ा को दक्षिण मुंबई सीट छोड़नी पड़ सकती थी। ऐसे में माना जा रहा है कि अब मिलिंद देवड़ा एकनाथ  शिंदे की शिवसेना में शामिल होकर दक्षिण मुंबई सीट से फिर चुनाव मैदान में उतर सकते हैं।
    मिलिंद देवड़ा और उनके परिवार का भारतीय राष्ट्रीय  कांग्रेस से लंबा रिश्ता रहा है। मिलिंद के पिता मुरली देवड़ा कांग्रेस के बड़े नेताओं में शुमार किए जाते थे और वह यूपीए सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री और कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्री रहे। मुरली देवड़ा तीन बार दक्षिण मुंबई सीट से लोकसभा सांसद रहे। बीते पांच दशकों से देवड़ा परिवार कांग्रेस से जुड़ा रहा है। मिलिंद देवड़ा ने भी जब कांग्रेस छोड़ने का एलान किया तो उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि वह कांग्रेस पार्टी के साथ अपने 55 सालों के रिश्ते का भी अंत कर रहे हैं। मुरली देवड़ा को पूर्व पीएम राजीव गांधी का करीबी माना जाता था और साल 1999 में महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार को सत्ता में लाने में उनकी अहम भूमिका थी। मिलिंद देवड़ा का कांग्रेस से इस्तीफे एक युग का अंत माना जा रहा है। 
    मिलिंद देवड़ा का जन्म  4 दिसंबर 1976 को मुंबई में हुआ। मिलिंद के पिता मुरली देवड़ा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा हैं। पिता की राह पर चलते हुए मिलिंद भी राजनीति में आए और कांग्रेस पार्टी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। मिलिंद देवड़ा ने अमेरिका की बोस्टन यूनिवर्सिटी से प्रबंधन में स्नातक किया है। राजनीति में आने से पहले मिलिंद देवड़ा ने अमेरिका और भारत में कॉरपोरेट सेक्टर में विभिन्न पदों पर काम किया। साल 2008 में उन्होंने फिल्म निर्माता मनमोहन शेट्टी की बेटी पूजा शेट्टी से शादी की थी। मिलिंद देवड़ा की पत्नी पूजा शेट्टी एक फिल्म निर्माण कंपनी में मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर हैं। मिलिंद देवड़ा ने साल 2004 में दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे और उनका नाम देश के सबसे युवा सांसदों में भी शुमार है। इसके बाद वह 2009 के लोकसभा चुनाव में भी दक्षिण मुंबई सीट से जीत दर्ज करने में सफल रहे। हालांकि 2014 और 2019 के आम चुनाव में मिलिंद देवड़ा को हार का सामना करना पड़ा।
    साभार अमर उजाला 

  • सीट शेयरिंग को लेकर वामदल ने कर दी बड़ी मांग, कहा- जदयू का 17 पर हक नहीं

    पटना। बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में शीट शेयरिंग को लेकर सियासित जारी है। सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड अब भी अपनी 17 सीटों की मांग पर अड़ी हुई है। वहीं अब इस मामले में वाम दल की ओर भी प्रतिक्रिया आई है। वाम दल ने जदयू की 17 सीटों की मांग पर ऐतराज जताया है। उनका कहना है कि बिहार में 17 लोकसभा सीट पर जदयू का कोई हक नहीं बनता है। वहीं डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सीट शेयरिंग के सवाल पर कहा कि गठबंधन के बड़े नेता इसपर तय करेंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मीडिया को जानकारी देकर सीट का बंटवारा नहीं होता है। 
    वामदल के विधायक रामबली सिंह यादव ने इस मामले में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जदयू का 17 लोकसभा सीट पर कोई हक नहीं बनता है। हमलोगों की स्थिति काराकाट, आरा, पाटलिपुत्र और जहानाबाद में काफी मजबूत है। हमलोगों की मांग हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव में हमें यह सीटें चाहिए। बता दें कि जहानाबाद और काराकाट सीट पर जदयू का कब्जा है। काराकाट सीट पर जदयू के महाबली सिंह सांसद हैं। वहीं जहानाबाद सीट पर जदयू के चंदेश्वर चंद्रवंशी सांसद हैं। वामदल के इस मांग के बाद महागठबंधन के अंदर सियासी घमासान मच गया। 
    इधर, वामदल के मांग पर जदयू के वरीय नेता भीष्म सहनी ने कहा कि हमलोग किसी भी हालत में अपनी सीट नहीं छोड़ेंगे। वामदल राजद से शीट शेयरिंग के मामले पर बात करें। हमलोगों 17 सीटों की मांग कर रहे हैं। यह वाजिब मांग है। इन सीटों पर जदयू ने लोकसभा 2019 का चुनाव जीता था। इसलिए इन सीट पर हमारा हक है। इसमें कहीं कोई संशय नहीं है कि हमलोग इस बार भी इन सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। भीष्म सहनी ने कहा कि 20 जनवरी को सभी सीट का फॉर्मूला सामने आएगा। इससे पहले जदयू के विधायक और बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने सोशल मीडिया पर कहा था कि इंडिया गठबंधन में जदयू के 17 सीटों के दावों का आधार भी है। पिछले लोकसभा चुनाव में जदयू पार्टी ने 16 सीटों पर जीत हासिल की थी, कुल मिलाकर 17 सीटों पर हमलोग लड़े थे।
    साभार अमर उजाला

  • प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सुबह-सुबह किया मतदान, बोलीं- बांग्लादेश भाग्यशाली है कि भारत उसका दोस्त है

    ढाका। बांग्लादेश में हिंसा के बीच वोटिंग हो रही है। सुबह आठ बजे मतदान शुरू हुआ। उपद्रवियों के द्वारा अब तक करीब 17 पोलिंग बूथ को आग के हवाले कर दिया गया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना आज सुबह-सुबह मतदान किया।
    इसके बाद उन्होंने भारत की जमकर तारीफ की। हसीने ने कहा, 'हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हमारे पास भारत जैसा भरोसेमंद दोस्त है। मुक्ति संग्राम के दारौन उन्होंने हमारा समर्थन किया। 1975 के बाद जब हमने अपना परिवार खो दिया तो भारत ने हमें आश्रय दिया। भारत के लोगों को हमारी शुभकामनाएं।'
    बांग्लादेश के निर्वाचन आयोग के अनुसार, 42,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर रविवार को होने वाले मतदान में कुल 11.96 करोड़ पंजीकृत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। चुनाव में 27 राजनीतिक दलों के 1,500 से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं और उनके अलावा 436 निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं। भारत के तीन पर्यवेक्षकों समेत 100 से अधिक विदेशी पर्यवेक्षक 12वें आम चुनाव की निगरानी रखेंगे। यह चुनाव कड़ी सुरक्षा के बीच कराया जा रहा है। निर्वाचन आयोग ने कहा कि नतीजे आठ जनवरी की सुबह से आने की उम्मीद है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मुख्यमंत्री मोहन यादव ने फुटपाथ पर सोए लोगों को किए कंबल वितरण

    उज्जैन। मीडिया से चर्चा में सीएम डॉ. यादव ने कहा सुबह मैं दिल्ली में था। राजनाथ सिंह जी के साथ हम हरिद्वार गए। वहां से देहरादून गए और इंदौर होते हुए मैं उज्जैन आया हूं। मुझे इस बात का संतोष है कि हमने वहां साधु-संतों को 2028 के कुंभ के लिए आमंत्रण दिया है और कहा है कि आप उज्जैन आइए, हम अच्छे से सिंहस्थ का आयोजन करेंगे।
    उन्होंन कहा कि मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि विकास के कामों को लेकर हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं। नई सरकार के गठन के साथ हम शिवराज सिंह चौहान के कामों को आगे बढ़ाते चल रहे हैं। रात के समय ठंड का माहौल है और ऐसे में यदि गरीब भाई-बहन फुटपाथ पर सोए हुए हैं तो उनकी मदद कर रहे हैं। कोशिश करेंगे कि सभी रैन बसेरों में सोए।
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव मंच पर तलवार लहराते नजर आए, लगे 'जय जय श्रीराम के नारे', वीडियो वायरल

    जबलपुर. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का एक नया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मुख्यमंत्री को एक सम्मान समारोह के दौरान मंच पर तलवार लहराते हुए देखा जा सकता है.  जबलपुर शहर का यह वीडियो बताया जा रहा है. बुधवार को एक सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री को तलवार भेंट की गई थी. उत्तर मध्य क्षेत्र के विधायक अभिलाष पांडे ने मंच पर सीएम को तलवार दी थी.  मुख्यमंत्री ने म्यान से तलवार निकाली और मुस्कुराते हुए लहराने लगे. यह देख मौके पर मौजूद भीड़ ने 'जय जय श्री राम' के नारे लगाने शुरू कर दिए. जबलपुर में वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के पहले सीएम को तलवार भेंट की गई थी. 
    यह पहला मौका नहीं है जब डॉ मोहन यादव को इस तरह तलवार लहराते हुए देखा गया हो. मुख्यमंत्री बनने से पहले भी वह अखाड़ों में पहलवानी करते और तलवार चलाते देखे जा चुके हैं.  इससे पहले मोहन सिंह यादव का एक वीडियो जमकर वायरल हुआ. इस वीडियो में महाकल की नगरी के रहने वाले इस राजनेता को दोनों हाथ से तलवारबाजी करते हुए देखा जा सकता है. 
    साभार आज तक 

  • भाजपा ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को भव्य और ऐतिहासिक बनाने की तैयारी शुरू की, पीएम मोदी ने संभाली कमान

    नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को भव्य और ऐतिहासिक बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद आगे आकर इसका नेतृत्व कर रहे हैं। अन्य भगवा संगठन उनके प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं। मंदिर निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा समारोह का जिक्र प्रधानमंत्री के हाल के लगभग हर भाषणों में होता है। वह लगातार लोगों को यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि इस ऐतिहासिक अवसर को लेकर कितने उत्साहित हैं।
    पीएम मोदी ने अयोध्या में विभिन्न परियोजनाओं का अनावरण करते हुए राम भक्तों से 22 जनवरी को दिवाली मनाने और अपने घरों में दीपक जलाने का आह्वान किया था। बुधवार को उन्होंने बॉलीवुड गायिका स्वाति मिश्रा द्वारा गाया गया भगवान राम को समर्पित एक गीत शेयर किया। इसके बाद स्वाति मिश्रा का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया। गायक ने इसके लिए पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया। आपको बता दें कि पिछले कुछ हफ्तों में कई गायकों और संगीतकारों ने भगवान राम को गीत समर्पित किए हैं। 
    भाजपा के रणनीतिकार भी लोगों को यह बताने पर काम कर रहे हैं कि दशकों की कठोर लड़ाई कैसे सफल हुई और राम लला की मूर्ति की स्थापना बस कुछ ही दिन दूर है। भाजपा सूत्रों ने कहा कि लोगों की अयोध्या यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए 25 जनवरी से देशव्यापी अभियान चलाया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि 60 दिनों की ड्राइव होगी, जिसके लिए अयोध्या के लिए 35 ट्रेनें संचालित होंगी। भाजपा कार्यकर्ता उन्हें साजो-सामान सहायता प्रदान करेंगे। सूत्रों ने कहा कि यात्रा का खर्च व्यक्तियों द्वारा वहन किया जाएगा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पीएम मोदी ने अयोध्या धाम स्टेशन का उद्घाटन किया, फिर अमृत भारत और वंदे भारत को दिखाई हरी झंडी

    अयोध्या। भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामनगरी को आज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे समेत 16 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात देंगे। अयोध्या में पीएम मोदी ने 15 किमी लंबा रोड करने के बाद अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया। इसके बाद पीएम मोदी ने अमृत भारत और वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई। 
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुनर्विकसित अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया। उनके साथ केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनि वैष्णव और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। पीएमओ के अनुसार, 240 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित, तीन मंजिला आधुनिक रेलवे स्टेशन भवन लिफ्ट, एस्केलेटर, फूड प्लाजा, पूजा की जरूरतों के लिए दुकानें, क्लॉक रूम, चाइल्ड केयर रूम, वेटिंग हॉल जैसी सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। स्टेशन भवन 'सभी के लिए सुलभ' और 'आईजीबीसी प्रमाणित ग्रीन स्टेशन भवन' होगा।
    अमर उजाला 

  • इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग से पहले टकराव और विवाद, बंगाल में अकेले लड़ेंगी ममता

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी गठबंधन इंडिया अलायंस में सीट बंटवारे का फॉर्मूला कैसा रहेगा? इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में तो चर्चाएं चल ही रही हैं, लेकिन गठबंधन के सहयोगी दलों में भी अभी से टकराव और विवाद की खबरें आने लगी हैं. महाराष्ट्र में खुलकर यह लड़ाई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिखने लगी है. शिवसेना (उद्धव गुट) और कांग्रेस नेता आपस में भिड़ गए हैं. पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री और टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने साफ कर दिया है कि वो अपने राज्य में अकेले लड़ाई लड़ेंगी. यानी कांग्रेस और लेफ्ट को सीट शेयरिंग के लिए तैयार नहीं हैं. इसी तरह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का यूपी में दबदबा देखने को मिल रहा है. अखिलेश लगातार इसके संकेत भी दे रहे हैं.
    बता दें कि इंडिया गठबंधन की बैठक में सीटों को लेकर सहमति बनाने के लिए 31 दिसंबर की डेडलाइन तय की गई लेकिन यह कैसे होगा? यह स्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है. पंजाब, दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और यूपी तक में सीट शेयरिंग पर पेंच फंसा है और अलायंस में शामिल पार्टियों के स्थानीय नेताओं में टकराव देखने को मिल रहा है. हालांकि, दिल्ली की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि पहले राज्य स्तर पर सीटों का मसला सुलझाने की कोशिश होगी. वहां बात नहीं बन पाई तब इसे दिल्ली में सुलझाया जाएगा. दिल्ली और पंजाब जैसे राज्यों में जहां दिक्कत है, वहां समस्या कैसे सुलझाना है, ये बाद में तय किया जाएगा. अब डेडलाइन में सिर्फ एक दिन ही बाकी है.
    'महाराष्ट्र: कोई भी हिस्सा छोड़ने को तैयार नहीं'
    सबसे पहले बात महाराष्ट्र की करते हैं. यहां इस बात को लेकर चर्चा है कि महाविकास अघाड़ी में शामिल दल कांग्रेस, उद्धव गुट और एनसीपी में सीटों का बंटवारा कैसे होगा. राज्य में कुल 48 लोकसभा सीटें हैं. उद्धव ठाकरे गुट की तरफ से 23 सीटों की मांग की जा रही है. इसकी सूची तैयार कर ली है. हालांकि, अलायंस में शामिल कांग्रेस इसके लिए तैयार नहीं है. अलायंस में प्रकाश अंबेडकर की पार्टी भी आएगी. हर कोई अपना हिस्सा चाहता है. कोई भी हिस्सा छोड़ने को तैयार नहीं है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सीट शेयरिंग को लेकर उद्धव गुट के राज्यसभा सांसद संजय राउत और कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा के बीच टकराव देखा गया है.
    संजय राउत ने कहा, 'कांग्रेस जीरो से शुरुआत करेगी'
    शिवसेना उद्धव गुट से राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने सीधे तौर पर 23 सीटों पर दावा किया और कहा, पश्चिम मुंबई सीट को लेकर अभी तक शिवसेना और कांग्रेस के बीच चर्चा नहीं हुई है, इसलिए भले ही अभी कुछ लोग इस पर चर्चा कर रहे हैं, हम इस पर वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करेंगे और फैसला लेंगे. राउत ने कहा, ठाकरे की शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. राउत ने यह भी साफ किया कि जिन सीटों पर शिवसेना ने चुनाव लड़ा है, उन पर दावेदारी कायम रहेगी. राउत ने कहा, कांग्रेस को हमें यह नहीं बताना चाहिए कि शिवसेना अलग हुई है या नहीं. भले ही विधायक और सांसद पार्टी छोड़ रहे हैं, लेकिन जनता ही उन्हें चुनती है. 23 सीटों पर शिवसेना ने स्थायी रूप से चुनाव लड़ा है और उनमें से 18 पर शिवसेना के उम्मीदवार हैं. अब भले ही कुछ सांसदों ने शिवसेना छोड़ दी है, लेकिन उन्होंने मजबूती से कहा कि शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
    'दिल्ली में चर्चा चल रही है'
    संजय राउत ने कांग्रेस की आलोचना की और कहा, आपने कौन सी सीटें जीती हैं. महाराष्ट्र में कांग्रेस जीरो से शुरुआत करेगी. वो महाविकास अघाड़ी में हमारे महत्वपूर्ण साथी हैं. हमने वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की है. हम दिल्ली में नेताओं से चर्चा के बाद इस बात पर जोर दे रहे हैं. अभी भी कुछ नेता हमारी आलोचना कर रहे हैं लेकिन हम उन्हें नजरअंदाज करते हैं. राउत ने संजय निरूपम को सलाह दी कि जब तक कांग्रेस आधिकारिक तौर पर स्थिति स्पष्ट नहीं करती, तब तक इस मामले पर चर्चा करने का कोई मतलब नहीं है.
    साभार आज तक 

  • मध्यप्रदेश में आज हो सकता है मंत्रियों को विभाग का बंटवारा

    भोपाल। मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव सरकार के मंत्रियों को शुक्रवार को विभाग का बंटवारा हो सकता है। मुख्यमंत्री गुरुवार को दिल्ली पहुंचे। दिल्ली दौरे पर सीएम केंद्रीय नेताओं के साथ मुलाकात कर मंत्रियों के विभाग बंटवारे को लेकर अंतिम चर्चा कर सकते हैं। सीएम शुक्रवार दोपहर में दिल्ली से भोपाल लौटेंगे।
    दिल्ली दौरे पर जाने से पहले सीएम ने संगठन महामंत्री हितानंद से उनके निवास पर चर्चा की। इसके बाद सीएम दिल्ली रवाना हो गए। सीएम शुक्रवार को दोपहर में दिल्ली से भोपाल लौटेंगे। सीएम के दिल्ली दौरे को लेकर अटकलें लगाई जा रही है कि वह दिल्ली में केंद्रीय नेताओं से मुलाकात कर सकते है और विभाग के बंटवारें को लेकर चर्चा कर सकते हैं। 
    इसके बाद प्रदेश के मंत्रियों को विभाग का बंटवारा कर दिया जाएगा। बता दें डॉ. मोहन यादव कैबिनेट का 12 दिन चले विचार मंथन के बाद 25 दिसंबर को विस्तार हो गया, लेकिन तीन दिन बाद भी मंत्री खाली हाथ हैं। उन्हें विभागों का आवंटन नहीं हो सका है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मंत्रियों के नाम के साथ ही विभागों का आवंटन भी दिल्ली से होना है। इसको लेकर सीएम ने सूची बनाकर आलाकमान को भेज दी है। अब इस पर केंद्रीय नेताओं की तरफ से अंतिम मुहर लगना है। प्रदेश में मुख्यमंत्री के अलावा दो डिप्टी सीएम और 28 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली है।
    प्रदेश में 11 दिसंबर को मुख्यमंत्री और दो डिप्टी सीएम का चयन किया गया। इसके बाद 13 दिसंबर को सीएम और दोनों डिप्टी सीएम ने शपथ ली। इसके 12 दिन बाद 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ, लेकिन अब तक मंत्रियों को विभाग का बंटवारा नहीं हुआ है। 
    साभार अमर उजाला

  • मध्यप्रदेश में हुक्का बार चलाने पर 3 साल तक की सजा, देना होगा एक लाख जुर्माना भी

    भोपाल। मध्य प्रदेश में होटल, रेस्टारेंट संचालकों पर सख्त कार्रवाई होगी, जो हुक्का बार का संचालन करते पाए। इसको लेकर प्रदेश सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसमें हुक्का बार चलाने पर 3 साल तक की सजा का प्रावधान और सजा के साथ एक लाख तक का जुर्माना भी देना होगा। नए साल के जश्न से पहले जारी नोटिफिकेशन में सब इंपेस्टर या उससे उच्च पद पर पदस्थ अधिकारी को कार्रवाई करने का अधिकार होगा। राज्य सरकार ने सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पादन मध्य प्रदेश संशोधन अधिनियम 2023 लागू किया गया है। इस संशोधित अधिनियम के अनुसार आवासीय होटल, रेस्टोरेंट, भोजनालय,लोक मनोरंजन के ऐसे संस्थान जहां राज्य सरकार शासन द्वारा अधिसूचित किया जाएगा वहां हुक्का बार संचालित नहीं किया जाएंगे।
    साभार अमर उजाला

  • मोहन कैबिनेट में नही मिली शिवराज के 10 मंत्रियों को जगह, भाजपा नेता ने बताई वजह

    भोपाल। सोमवार को मध्य प्रदेश में नई बनी भाजपा सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार हुआ। एमपी के पहले कैबिनेट विस्तार में कुल 28 मंत्रियों ने शपथ ली है। इस कैबिनेट में पू्र्व की शिवराज सरकार के 6 मंत्रियों ने भी शपथ ली है। हालांकि, शिवराज सरकार के ज्यादातर मंत्रियों को मोहन यादव कैबिनेट में जगह नहीं मिली है। इसको लेकर कहा जा रहा है कि मोहन कैबिनेट में शिवराज सिंह का दबदबा घट गया है। अब भाजपा के एक नेता ने शिवराज सरकार के मंत्रियों को मोहन यादव कैबिनेट में जगह ना मिलने की वजह भी बताई है। आइये जानते हैं, पिछली सरकार में मंत्री रहे विधायकों को कैबिनेट में जगह क्यों नहीं दी गई...
    भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने 'हिंदुस्तान टाइम्स' से बातचीत करते हुए कहा कि पिछली सरकार के जिन मंत्रियों को कैबिनेट में जगह नहीं मिली है, उनमें से ज्यादातर मंत्रियों की परफॉर्मेंस अच्छी नहीं थी। भाजपा नेता ने कहा कि परफॉर्मेंस के साथ-साथ कुछ नेताओं का विवादों से नाता होने के चलते भी उन्हें मोहन कैबिनेट में जगह नहीं मिली। शिवराज सरकार में मंत्री रहे दस विधायकों को मोहन कैबिनेट में जगह नहीं दी गई है।
    मध्य प्रदेश विधानसभा में कई बार के विधायक रहे गोपाल भार्गव ने खुद ही कहा था कि वो कैबिनेट का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं। उन्होंने कैबिनेट में शामिल होने को लेकर अनिच्छा जाहिर कर दी थी। इन नेताओं के अलावा शिवराज सरकार में शहरी विकास मंत्री रहे  भूपेंद्र सिंह को भी मोहन यादव कैबिनेट में जगह नहीं मिली। भूपेंद्र सिंह को लेकर भाजपा नेता ने कहा कि पार्टी के दूसरे नेताओं से लगातार लड़ाई के चलते पूर्व शहरी विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह को मोहन कैबिनेट में जगह नहीं मिली है।
    बता दें कि सोमवार को 28 मंत्रियों ने मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री के रूप में शपथ ली। इस दौरान मंत्रिपद की शपथ लेने वाले विधायकों में 12 मंत्री ओबीसी वर्ग से हैं। इसके अलावा एससी/ एसटी और सामान्य वर्ग के विधायकों को भी मंत्रिपद दिया गया है। शपथ लेने वाले 28 मंत्रियों में 18 ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली, 6 मंत्रियों ने राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पद की शपथ ली, वहीं 4 मंत्रियों ने राज्यमंत्री की शपथ ली है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आज हो सकती है मंत्रियों के साथ विभागों के बंटवारे पर चर्चा, बैठक आज

    भोपाल। मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की फुल कैबिनेट बैठक मंगलवार को मंत्रालय में होने वाली है। इसमें  मंत्रियों के साथ विभागों के बंटवारे पर चर्चा करेंगे। सरकार की प्राथमिकताओं के बारे में भी बातचीत होगी। बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने 6 महीने के लिए कामकाज की गाइडलाइन तय की है, इस बारे में भी मंत्रियों को जानकारी दी जाएगी।
    यह डॉ. मोहन यादव कैबिनेट की दूसरी बैठक है। 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री ने दोनों डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल के साथ पहली कैबिनेट मीटिंग की थी। मुख्यमंत्री आज शाम को ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा भी करने वाले हैं।
    सीएम डॉ. मोहन यादव ने कैबिनेट का विस्तार सोमवार को किया है। अब कुल मंत्रियों की संख्या बढक़र 31 हो गई है। सोमवार को 28 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। दो उप मुख्यमंत्रियों ने 13 दिसंबर को यादव के सीएम पद की शपथ लेने के साथ शपथ ग्रहण कर ली थी।
    अब जबकि पूरी कैबिनेट गठित हो गई है तो  विभागों के बंटवारे का काम भी पूरा करने में जुटे हैं। यह तय है कि सामान्य प्रशासन विभाग अपने पास रखेंगे और बाकी विभागों को उप मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों के बीच बांटेंगे।
    विकसित भारत संकल्प यात्रा पर रहेगा जोर
    विकसित भारत संकल्प यात्रा प्रदेशभर में शुरू हो चुकी है। अब मंत्रियों की जिम्मेदारी तय होगी कि वे जिलों में विकसित भारत संकल्प यात्रा को सफल बनाने के लिए काम करें। इसके लिए लोगों से संवाद और उनको केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए कहा जाएगा, ताकि चुनाव के पहले सभी लोकसभा क्षेत्रों में 100प्रतिशत हितग्राहियों को लाभ मिल सके।
    मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के सभी संभागों में अपर मुख्य सचिव और अफसरों की ड्यूटी सामान्य प्रशासन और गृह विभाग द्वारा लगाई गई है। इनकी जिम्मेदारी होगी कि वे संभागों में दो महीने में एक बैठक करें और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिलों और संभागों का अपडेट लेते रहें। वे मुख्यमंत्री की संभागीय बैठकों में मौजूद रहें।

  • स्वामी प्रसाद ने फिर दिया विवादित बयान... हिंदू धर्म को बताया धोखा

    नई दिल्ली. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में पार्टी नेताओं को विवादित बयान देने से बचने की नसीहत दी थी, इसके बावजूद स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर विवादित बयान दिया. स्वामी प्रसाद दिल्ली में जंतर-मंतर पर एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे, यहां उन्होंने हिंदू धर्म को एक धोखा बता दिया, जिसके बाद विवाद तेज हो गया. 
    स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, "हिंदू धर्म एक धोखा है. वैसे भी सुप्रीम कोर्ट ने 1995 में अपने आदेश में कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं है, ये लोगों के जीवन जीने की एक शैली है." 
    सपा नेता ने आगे कहा, "राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने दो बार बार कहा कि हिंदू कोई धर्म नहीं है, यह जीवन जीने का एक तरीका है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा कि हिंदू कोई धर्म नहीं है. जब ये लोग ऐसे बयान देते हैं तो भावनाएं आहत नहीं होतीं लेकिन अगर यही बात स्वामी प्रसाद मौर्य कह देते हैं तो हिंदू धर्म, धर्म नहीं है बल्कि एक धोखा है, जिसे हम हिंदू धर्म कहते हैं वो कुछ लोगों के लिए धंधा है तो लोगों की भावनाएं आहत हो जाती हैं."
    साभार आज तक

  • मध्यप्रदेश में आज मंत्रिमंडल विस्तार, साढ़े तीन बजे होगा शपथ ग्रहण समारोह

    नई दिल्ली। मध्य प्रदेश सरकार के नए मंत्रिमंडल का विस्तार सोमवार को किया जाएगा। यह जानकारी खुद सीएम मोहन यादव ने रविवार को दी। रविवार शाम को नई दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने के बाद सीएम मोहन यादव ने संवाददाताओं से कहा- नई कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह सोमवार को दोपहर 3:30 बजे होगा। पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में हम 'डबल इंजन' सरकार के हिस्से के रूप में मध्य प्रदेश के विकास की शपथ लेंगे। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि सोमवार को कितने मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी।
    गौरतलब है कि मोहन यादव ने दो दिनों तक दिल्ली में ही डेरा डाले रखा था। इस दौरान उन्होंने बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। माना जा रहा है कि इसी दौरान पार्टी आलाकमान की ओर से कैबिनेट के चेहरों पर भी मुहर लगी। सूत्रों की मानें कैबिनेट में नए और पुराने चेहरों के बीच तालमेल नजर आएगा। शपथग्रहण की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 230 विधायकों वाले मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री समेत मंत्रिपरिषद की अधिकतम संख्या 35 हो सकती है।  
    कैबिनेट अनुभवी और नए नेताओं से सजी होगी। माना जा रहा है कि शुरुआत में कैबिनेट में कम से कम 20 से 25 मंत्री शामिल किए जा सकते हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं बताया गया है। फिलहाल कैबिनेट में (मुख्यमंत्री मोहन यादव और दो डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा) तीन सदस्य ही हैं। सीएम मोहन यादव ने 13 दिसंबर को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
    बता दें कि मुख्यमंत्री और उनके दोनों डिप्टी ने 22 दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी में पीएम मोदी से मुलाकात की थी। इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर चर्चा भी हुई थी। एक दिन पहले ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश प्रभारी हितानंद ने भी दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात की थी। सीएम मोहन यादव ने रविवार शाम को नई दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। 
    साभार लाइव हिंदुस्तान

  • डबल इंजन की सरकार एमपी में विकास को तेजी देगी, बोले- पीएम मोदी

    इंदौर। कपड़ा मिलों के दौर में इंदौर की तुलना इंग्लैंड की मैनचेस्टर सिटी से होती थी। धीरे धीरे सरकारों और नेताओं की गलती से इंदौर का वह गौरव खो गया। अब भाजपा सरकार में वह गौरव फिर लौट रहा है। इंदौर ने स्वच्छता में पूरी दुनिया में नाम कमाया और अब उद्योग, सौर ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में मिसाल कायम करने की बारी है। यह बातें इंदौर के कनकेश्वरी देवी मैदान में हुकुमचंद मिल के मजदूरों को राहत राशि देने के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कही। कार्यक्रम में वे ऑनलाइन जुड़े।
    पीएम मोदी ने कहा कई लोगों की तपस्या से मिल मजदूरों को यह राशि मिली है। आज मध्यप्रदेश में नई सरकार आने के बाद मेरा पहला कार्यक्रम है। डबल इंजन की सरकार एमपी में विकास को तेजी देगी। एमपी की नई टीम भविष्य में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल करेगी। 224 करोड़ की राशि आज जो जारी हुई ये मिल मजदूरों के परिवार को मजबूती देगी। मेरे लिए चार जातियां सबसे महत्वपूर्ण हैं। युवा, गरीब, बहनें, किसान। इंदौर की तुलना पहले मैनचेस्टर से होती थी। हम उसी गौरव को वापस लौटाएंगे। इंदौर में हजारों करोड़ रुपए के निवेश से रोजगार को गति मिलेगी। 
    इससे पहले कार्यक्रम में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा इंदौर अब खेलों पर फोकस करेगा और स्पोर्ट्स का नया केंद्र बनेगा। राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा मैं भूल जाता हूं कि मैं इंदौर का विधायक हूं। याद नहीं रहता एक नंबर का विधायक हूं। कैलाश ने कहा विधायक मधु वर्मा ने बड़ा शिकार किया। उनका आशय चुनाव में जीतू पटवारी की हार से था जिन्हें मधु वर्मा ने हराया है। कैलाश बोले मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सबसे पहले हुकुमचंद मिल मजदूरों की बकाया राशि स्वीकृत की। वे खुद मजदूर के बेटे हैं इसलिए उन्होंने मजदूरों का दर्द पहचाना। 32 साल मजदूरों ने संघर्ष किया। अब इंदौर अगले पांच साल में नया इंदौर बनेगा।
    साभार अमर उजाला

  • डॉ. मोहन यादव कैबिनेट : 18 कैबिनेट मंत्रियों, छह राज्यमंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) और चार राज्यमंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली

    भोपाल।  मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव कैबिनेट ने आकार ले लिया है। सोमवार को 18 कैबिनेट मंत्रियों, छह राज्यमंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) और चार राज्यमंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इसे मिलाकर अब डॉ. मोहन यादव की कैबिनेट में उन्हें मिलाकर 31 सदस्य हो गए हैं। दो उप-मुख्यमंत्रियों- जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला ने मुख्यमंत्री के साथ शपथ ली थी। टीम मोहन यादव में अब भी चार पद रिक्त हैं, जो लोकसभा चुनावों के बाद भरे जा सकते हैं। 
    मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव की कैबिनेट में शपथ लेने वालों में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक- तुलसी सिलावट, ऐदल सिंह कंसाना, गोविंद सिंह राजपूत और प्रद्युमन सिंह तोमर ने भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। खास बात यह है कि शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट के सदस्य रहे छह मंत्रियों में से तीन मंत्री तो सिंधिया समर्थक ही हैं। उनके अलावा शिवराज सिंह चौहान की टीम के सदस्य रहे विजय शाह, विश्वास सारंग, इंदरसिंह परमार को ही डॉ. यादव कैबिनेट में मौका मिला है। शेष सभी नए चेहरे हैं। 
    सीएम, डिप्टी सीएम को मिलाकर मालवा-निमाड़ से 10 मंत्री
    31 सदस्यीय मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा समेत मालवा-निमाड़ से 10 मंत्री हो गए हैं। विंध्य से डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला समेत तीन मंत्री हैं। उसके बाद मध्य भारत से छह, महाकौशल से पांच, ग्वालियर-चंबल से चार और बुदेलखंड से तीन मंत्री बनाए गए हैं। जातिवार देखें तो मोहन सरकार में अब 4 एससी, 5 एसटी, 11 ओबीसी और 11 सामान्य वर्ग से मंत्री बनाए गए हैं।
    प्रतिमा बागरी सबसे युवा, वर्मा सबसे बुजुर्ग
    डॉ. मोहन यादव के 31 सदस्यीय मंत्रिमंडल में सदस्यों की औसत उम्र 58 वर्ष है। इसमें 60 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले 14 मंत्री हैं। सबसे बुजुर्ग करण सिंह वर्मा 68 वर्ष के हैं। इसी तरह सबसे युवा मंत्री प्रतिमा बागरी हैं, जिनकी उम्र 35 साल है। 
    प्रदेश में पहली बार बन रहे मंत्री
    आज शपथ लेने वालों  में दस मंत्री पहले भी मंत्रालय में जिम्मेदारी उठा चुके हैं। 13 विधायक ऐसे हैं जिन्हें पहली बार मंत्री बनने का मौका मिला है।
    नरेंद्र शिवाजी पटेल
    संपतिया उईके
    निर्मला भूरिया
    नागर सिंह चौहान
    चैतन्य कश्यप
    धर्मेंद्र लोधी
    दिलीप जायसवाल
    गौतम टेटवाल
    लखन पटेल
    नारायण पवार
    राधा सिंह
    प्रतिमा बागरी
    कृष्णा गौर
    शिवराज सरकार के छह मंत्री
    तुलसी सिलावट
    गोविंद सिंह राजपूत
    प्रदुम्न सिंह तोमर
    विश्वास सारंग
    इंदर सिंह परमार
    विजय शाह
    जो नेता पहले भी मंत्री रह चुके हैं
    तुलसी सिलावट
    गोविंद सिंह राजपूत
    एदल सिंह कंसाना
    प्रदुम्न सिंह तोमर
    नारायण सिंह कुशवाह
    विजय शाह
    करण सिंह वर्मा
    विश्वास सारंग
    इंदर सिंह परमार
    कैलाश विजयवर्गीय
    रीति पाठक को जगह नहीं
    मध्यप्रदेश में भाजपा ने जिन सात सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा था। उनमें प्रहलाद पटेल, उदय राव सिंह, राकेश सिंह, रीति पाठक, नरेंद्र सिंह तोमर जीते थे। माना जा रहा था कि इन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। रीति पाठक को मंत्री नहीं बनाया गया है। यानी सांसद से विधायक बने पांच नेताओं में से तीन को आज शपथ दिलाई गई तो नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा अध्यक्ष बनाए गए हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • जहां-जहां पड़े भगवान कृष्ण के पांव, उन स्थानों को तीर्थस्थल के रूप में किया जाएगा विकसित : मुख्यमंत्री मोहन यादव

    भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने निर्णय लिया है कि जहां-जहां भगवान कृष्ण के पांव पड़े हैं या जहां-जहां उन्होंने लीलाएं की हैं, उन स्थानों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। मध्य प्रदेश का उज्जैन जहां उन्होंने 64 कलाएं और 14 विधाएं सीखी हैं, धार के पास अमझेरा जहां जानापाव में परशुराम को सुदर्शन चक्र दिया, उन सभी जगहों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह भाजपा सरकार का निर्णय है।
    मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की है कि मध्यप्रदेश में भगवान कृष्ण ने जहां भी लीलाएं की हैं, जहां उन्होंने शिक्षा ग्रहण की है, उन सभी जगहों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। बता दें कि भगवान ने उज्जैन में शिक्षा ग्रहण की थी और 18 दिनों में 18 पुराण, 4 दिन में 4 वेद, 6 दिन में 6 शास्त्र, 16 दिन में 16 कलाएं, 20 दिनों में गीता का ज्ञान प्राप्त किया था। यहीं पर उन्होंने मंगलनाथ रोड स्थित ऋषि सांदीपनि आश्रम, महर्षि सांदीपनि की तपस्थली में भाई  बलराम और सुदामा के साथ शिक्षा ग्रहण की थी। यह वही स्थान है जहां भगवान ने गुरु दक्षिणा में गुरु पुत्र लौटाया था। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा इन सभी जगहों को तीर्थस्थल के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है।
    उज्जैन के मंगलनाथ रोड स्थित महर्षि सांदीपनि आश्रम शिप्रा नदी के गंगा घाट पर स्थित है। इस स्थान पर गोमती कुंड भी बना हुआ है। यहां पर गुरु संदीपनी के साथ ही कृष्ण, बलराम और सुदामा की मूर्तियां स्थापित हैं। यह आश्रम महर्षि सांदीपनि की तपस्थली है। यहां महर्षि ने घोर तपस्या की थी। इसी स्थान पर महर्षि सांदीपनि ने वेद-पुराण शास्त्र आदि की शिक्षा के लिए आश्रम का निर्माण करवाया था। दुनियाभर से संदीपनी आश्रम में श्रद्धालु आते हैं और श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली के रूप में इसका दर्शन करते हैं। ऐसी मान्यता है कि यहीं पर 5,236 साल पहले भगवान श्रीकृष्ण का विद्यारंभ संस्कार हुआ था। 
    पुजारी रूपम व्यास  बताते हैं कि महर्षि सांदीपनि भगवान श्रीकृष्ण के गुरु थे। मथुरा में कंस वध के बाद भगवान श्रीकृष्ण को वासुदेव और देवकी ने शिक्षा ग्रहण करने के लिए अवंतिका नगरी उज्जैन में गुरु सांदीपनि के पास भेजा। भगवान कृष्ण और बलराम इनसे शिक्षा प्राप्त करने मथुरा से उज्जयिनी आए थे। महर्षि सांदीपनि ने ही भगवान श्रीकृष्ण को 64 कलाओं की शिक्षा दी थी। श्रीकृष्ण ने भाई बलराम के साथ 64 दिन शिक्षा ली थी। इस दौरान उन्होंने 14 विद्याएं और 64 कलाएं सीखी थीं।  इस स्थान पर श्रीकृष्ण को गुरु सांदीपनि ने स्लेट पर तीन मंत्र लिखवाए थे। यहां यह परंपरा आज भी चल रही है।
    उज्जैन की अवंतिका नगरी भगवान कृष्ण की शिक्षा स्थली ही नहीं ससुराल भी है। भगवान श्री कृष्ण ने यहाँ के राजा जयसेन की पुत्री मित्रवृन्दा से विवाह भी किया है। यहां भगवान कृष्ण का अनूठा मंदिर है, जहां श्री कृष्ण मित्रवृन्दा के साथ विराजमान है और जमाई के रूप में पूजे जाते हैं। कृष्ण वृंदा धाम मंदिर के पुजारी गिरीश गुरु बालक महाराज जानकारी देते हुए कहते हैं कि मित्रवृन्दा 5वीं पटरानी हैं, जिससे स्वयंवर में भगवान ने विवाह किया था। जन्माष्टमी के अवसर पर यहां भक्तों का ताँता लगा रहता है। बाद में श्रीकृष्ण यहां के जमाई बन गए। उज्जैन के राजा जयसिंह की पुत्री राजकुमारी मित्रवृंदा का स्वयंवर में श्रीकृष्ण से विवाह हुआ। वे भगवान श्रीकृष्ण की 5वीं पटरानी बनीं थीं। जन्माष्टमी के मौके पर इस मंदिर में विशेष पूजा पाठ की जा रही है। इस अनूठे मंदिर की स्थापना संत गुरु बालक ने की है।
    साभार लाइव हिंदुस्तान

  • राहुल ने नीतीश को किया फोन, खड़गे का नाम आगे किए जाने पर कांग्रेस का रुख स्पष्ट किया

    पटना। इंडिया गठबंधन की 19 दिसंबर को दिल्ली में हुई चौथी बैठक के बाद राहुल गांधी ने पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की है. जेडीयू सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी और नीतीश कुमार ने फोन पर हुई बातचीत में आगामी लोकसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा की और इंडिया ब्लॉक को मजबूत करने के संबंध में विचार-विमर्श किया. 
    जेडीयू सूत्रों के मुताबिक राहुल ने नीतीश से बातचीत के दौरान ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल की तरफ से विपक्ष के पीएम पद के उम्मीदवार के रूप में मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम आगे किए जाने पर कांग्रेस का रुख स्पष्ट किया. इंडिया ब्लॉक बैठक में टीएमसी सुप्रीमो ने अचानक से खड़गे के नाम का प्रस्ताव रख दिया था. आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया था.
    साभार आज तक

  • कैलाश विजयवर्गीय ने की मोहन यादव की जमकर तारीफ

    इंदौर। मध्य प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने गुरुवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव की खूब तारीफ की। उन्होंने मोहन यादव से अपनी तुलना करते हुए यह भी बताया कि वह उनसे डिग्री के मामले में पिछड़ गए। हंसते हुए मंच से विजयवर्गीय ने अपनी और मोहन यादव की  डिग्रियां भी गिनाईं। उन्होंने कहा कि मोहन यादव बहुत वर्सेटाइल नेता हैं।
    दरअसल इंदौर में सीएम मोहन यादव के दौरे को लेकर बीजेपी की संभागीय बैठक थी। इसमें वरिष्ठ नेता सुमित्रा महाजन समेत कई नेता मौजूद थे। इसमें विजयवर्गीय ने कहा कि उनमें और मोहन यादव में कई समानताए हैं। उन्होंने कहा, 'वर्सेटाइल पर्सनेल्टी है हमारे मुख्यमंत्री जी की, यादव, कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष, मैं भी अखाड़े में गया, वे भी अखाड़े में गए। एक तो यादव, कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष एक चीज में पिछड़ गया, मैं बीएएसी, एलएलबी हूं। उन्होंने बीएससी किया, एमए किया, एलएलबी किया, एमबीए किया और पीएचडी किया।'
    कैलाश विजयवर्गीय ने मजाकिया अंदाज में कहा कि कहा कि वह विधायक हैं, संगठन में महामंत्री हैं, लेकिन लोग उन्हें हल्के में ले रहे हैं। सगंठन में मजबूत पकड़ रखने वाले कैलाश विजयवर्गीय को पार्टी ने इस बार इंदौर-1 सीट से विधानसभा चुनाव लड़ाया। कैलाश विजयवर्गीय को मोहन यादव सरकार में मंत्री बनाए जाने की संभावनाएं हैं। इससे पहले इनका नाम संभावित मुख्यमंत्री दावेदारों में भी गिना जा रहा था। हालांकि, बाजी मोहन यादव के हाथ लगी, जो शिवराज सिंह चौहान सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री थे। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • केजरीवाल ने ईडी के समन का दिया जवाब, ईमानदारी वाली दलील, ये राजनीति से प्रेरित और गैर जरूरी

    नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय को समन पर अपना जवाब भेज दिया है। ईडी ने केजरीवाल को दिल्ली के कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में 21 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था। समन पर पेशी की बजाय पंजाब में विपश्यना के लिए जा चुके केजरीवाल ने समन को राजनीति से प्रेरित और गैर जरूरी करार दिया है। उन्होंने यह भी कहा है कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। 
    केजरीवाल ने कहा कि वह हर कानूनी समन मानने को तैयार हैं, लेकिन ईडी का यह समन भी पिछले समन की तरह गैर कानूनी है। उन्होंने इसे राजनीति से प्रेरित बताते हुए वापस लेने की मांग की। दूसरी बार ईडी के समन को दरकिनार करने वाले केजरीवाल ने कहा, 'मैंने अपना जीवन ईमानदारी और पारदर्शिता से जिया। मेरे पास छिपाने को कुछ नहीं है।' इससे पहले केजरीवाल को 2 नवंबर को केंद्रीय जांच एजेंसी ने तलब किया था। तब उन्होंने चुनावी व्यस्तता का हवाला दिया था। 
    केजरीवाल को ईडी ने ऐसे समय पर पूछताछ के लिए बुलाया है जब आम आदमी पार्टी को भी आरोपी बनाए जाने की तैयारी चल रही है। कथित शराब घोटाले से जुड़े इसी मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया फरवरी से ही जेल में बंद हैं। अक्टूबर के पहले सप्ताह में आम आदमी पार्टी के एक और वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। आप नेता विजय नायर को भी गिरफ्तार किया गया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • जनसंपर्क आयुक्त के पद से मनीष सिंह को हटाया


    भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अधिकारियों की जमावट नए सिरे से शुरू कर दी है। इसी कड़ी में जनसंपर्क आयुक्त और मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के एमडी मनीष सिंह को हटा दिया है। उनको मध्य प्रदेश शासन अपर सचिव बनाया गया है। वहीं, जनसंपर्क आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार जनसंपर्क सचिव विवेक पोरवाल और एमडी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन का अतिरिक्त प्रभार नगरीय प्रशासन एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मण्डलोई को सौंपा गया है। इस संबंध में देररात सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी किए। 
    इससे पहले मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी को भी हटाया गया था। उनको प्रमुख सचिव मध्य प्रदेश शासन बनाया गया। उनकी जगह राघवेंद्र सिंह को मुख्यमंत्री का प्रमुख सचिव बनाया गया है। जल्द ही कुछ और वरिष्ठ अधिकारियों के विभाग बदले जाने की भी संभावना है। 
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री ने भाजपा विधायकों और संगठन के पदाधिकारियों को दिया रात्रिभोज, तोमर, पटेल, शिवराज, कैलाश रहे मौजूद

    भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने विंध्य कोठी पर भाजपा विधायकों और संगठन के पदाधिकारियों को रात्रि भोज दिया। इसमें भाजपा विधायक समेत संगठन के पदाधिकारी शामिल हुए। इसमें कई राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई। डिनर में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद, डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव समेत भाजपा विधायक शामिल हुए। डिनर में शामिल होने पहुंचे उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि विधायकों के साथ भोजन सामान्य है। उन्होंने कहा कि राजनीति की बात भी होगी। लोकसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा होगी। मंत्रिमंडल को दिल्ली में आलाकमान से पूछिए। 
    वहीं, पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक भूपेंद्र सिंह ने इंडी गठबंधन में प्रधानमंत्री का फेस मल्लिकार्जुन खरगे को बनाने की घोषणा पर कहा कि कोई भी चेहरा रख लें। मोदी जी ही लोकप्रिय है। उनको कोई टक्कर नहीं दे सकता। भाजपा लोकसभा चुनाव के लिए तैयार है।
    साभार अमर उजाला

     

  • भाजपा आंबेडकर के बाद गोडसे की तस्वीर लगाएगी - नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार

    उज्जैन। मध्य प्रदेश विधानसभा में सदन के अंदर पंडित नेहरू की तस्वीर हटाए जाने से उपजा विवाद अब गोडसे की तस्वीर तक आ गया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का कहना है कि नेहरू जी की फोटो हटाना महत्वपूर्ण नहीं है। महत्वपूर्ण है कि उनके विचार खत्म करने का प्रयास करना। आगे देखिए भाजपा आंबेडकर जी की फोटो हटाकर गोडसे के फोटो लगाएगी। 
    वहीं, कांग्रेस से जयवर्धन सिंह ने कहा कि सदन से जवाहरलाल नेहरू की फ़ोटो हटाना अफ़सोसजनक है। दो देश एक साथ आजाद हुए थे, भारत और पाकिस्तान। पाकिस्तान की क्या हालत हो गई है, सबको पता है। भारत में लोकतंत्र की नींव मजबूत जवाहरलाल नेहरू के कारण हुई है। भाजपा या जिस किसी ने नेहरू की फोटो हटाई है, गलत है। मैं प्रोटेम स्पीकर से ऐसी हल्की राजनीति को लेकर चर्चा करूंगा। 
    इसी मुद्दे पर सत्ता पक्ष के बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने पटलवार करते हुए कहा कि बाबा आंबेडकर का चित्र भारत के संविधान का चित्र है। मैं पूछना चाहता हूं संविधान निर्माता बाबा आंबेडकर हैं कि नहीं। बाबा आंबेडकर के प्रति कांग्रेस की आस्था और विश्वास है कि नहीं। करोड़ों लोगों के आस्था के केंद्र हैं संविधान निर्माता आंबेडकर। उनकी फोटो विधानसभा में होना चाहिए या नहीं। कांग्रेस क्या बाबा आंबेडकर में गोडसे देखती है। गांधीजी और बाबा आंबेडकर के प्रति हमारी आस्था है और रहेगी। 
    साभार अमर उजाला

  • पीएम मोदी ने किया 7 मंजिला स्वर्वेद मंदिर का उद्घाटन

    वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हैं। सोमवार को वह सात मंजिला स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन भी करने जा रहे हैं। ऐतिहासिक रूप से भी यह मंदिर खास होने वाला है, क्योंकि इसका नाता सीधे सद्गुरु सदाफल देवजी महाराज से भी जुड़ता है। इसके अलावा पीएम मोदी 19 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के विकास कार्यों का भी ऐलान करने वाले हैं।
    सात मंजिलों वाला यह भव्य मंदिर उत्तर प्रदेश के वाराणसी से 12 किमी दूर उमराहा में स्थित है। यह 125 पंखुड़ियों वाले कमल के गुंबद से सजा हुआ है। यहां 20 हजार लोगों के एक साथ बैठने की व्यवस्था है। मंदिर 3 लाख स्क्वॉयर फीट से ज्यादा क्षेत्र में फैला हुआ है और यहां मकराना मार्बल पर स्वर्वेद के 3137 छंद भी उकेरे हुए हैं।
    महामंदिर की आधारशिला सद्गुरु आचार्य स्वतंत्र देव और संत परिवार विज्ञान देव ने साल 2004 में रखी थी। तब से ही इसका निर्माण जारी है। खास बात है कि निर्माण में 15 इंजीनियरों के साथ-साथ 600 कर्मी भी लगे थे। मंदिर में 101 फव्वारे हैं। मंदिर की दीवारों पर गुलाबी पत्थर लगा हुआ है और आसपास बड़ा बगीचा है, जहां जड़ी बूटियां लगा हुई हैं।
    दरअसल, स्वर्वेद के लेखक सदाफल देवजी महाराज ही हैं। उन्होंने विहंगम योग की स्थापना की थी। महाराज का जन्म 19वीं सदी में हुआ था। वह आध्यात्मिक गुरु और विद्वान थे। मंदिर से जुड़े एक अधिकारी बताते हैं कि महामंदिर में सद्गुरु सदाफल देवजी की मूर्ति भी है। मंदिर वेबसाइट के अनुसार, महामंदिर दुनिया का सबसे बड़ा ध्यान का केंद्र या मेडिटेशन सेंटर बनेगा, जहां एकबार में 20 हजार लोग एक साथ बैठ सकेंगे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • प्रदेश में मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद प्रशासनिक फेरबदल की संभावना, सीएम के पीएस बने राघवेंद्र सिंह

    भोपाल। प्रदेश के बड़े पदों पर बैठे अधिकारियों की नई पोस्टिंग की फाइल तैयार की जा रही है। हालांकि, नए सिरे से अधिकारियों की जमावट मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद ही होने की संभावना है। इस बीच  मध्य प्रदेश शासन सामान्य प्रशासन विभाग ने शुक्रवार देररात प्रशासनिक फेरबदल किया है। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी की जगह खनिज साधन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का प्रमुख सचिव बनाया गया है। इस संबंध में मुख्य सचिव वीरा राणा ने आदेश जारी किए।
    मुख्य सचिव, डीजीपी की भी तलाश जारी 
    मध्य प्रदेश की मुख्य सचिव वीरा राणा अतिरिक्त प्रभार में है। वे मार्च 2024 में सेवानिवृत्त होने वाली हैं। इसके अलावा डीजीपी सुधीर सक्सेना भी अगले साल सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इन दोनों अधिकारियों की जगह नए अधिकारियों की तलाश शुरू हो गई है। मुख्य सचिव के लिए केंद्र में सेवा दे रहे आईएएस अधिकारी अनुराग जैन का नाम सबसे आगे चल रहा है। इसके अलावा मुख्यमंत्री सचिवालय में भी कई अधिकारी बदले जाएंगे। सूत्रों का कहना है कि विधानसभा सत्र के बाद कुछ अधिकारियों को नई जिम्मेदारी देने के आदेश जारी किए जा सकते हैं।  
    जनवरी के अंत में होंगे मैदानी अमले के ट्रांसफर
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अभी अपनी कैबिनेट के साथ ही विकसित भारत संकल्प यात्रा को सफल बनाने पर फोकस कर रहे हैं। इस यात्रा को सफल बनाने की जिम्मेदारी मैदानी अधिकारियों पर है। यह यात्रा 26 जनवरी को समाप्त हो रही है। ऐसे में अभी जिलों के अधिकारियों को हटाने का यात्रा पर प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में अटकलें है कि यात्रा के बाद बड़े स्तर पर मैदानी अधिकारियों के तबादले होंगे।
    साभार अमर उजाला

  • मप्र कांग्रेस में बड़ा फेरबदल, कमलनाथ की जगह जीतू पटवारी बने प्रदेश अध्यक्ष, सिंघार नेता-प्रतिपक्ष

    पूर्व मंत्री और राहुल गांधी के नजदीकी माने जाने वाले जीतू पटवारी को मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया है। वे कमलनाथ की जगह लेंगे। वहीं सदन में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका अब आदिवासी नेता और विधायक उमंग सिंघार संभालेंगे।  बता दें कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की करारी हार के बाद से ही प्रदेश अध्यक्ष के बदलाव की बात कही जा रही थी। अब कांग्रेस में बड़ा फेरबदल हुआ है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे कमलनाथ की जगह अब कमान जीतू पटवारी को सौंपी गई है। वहीं उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है। उनका नाम काफी समय से चर्चा में था। उन्हें जिम्मेदारी देकर कांग्रेस ने आदिवासियों को भी साधा है। वहीं हेमंत कटारे को उप नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है। 

  • विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद नेता हो रहे विरोधी तो पार्टी कर रही निष्कासित

    रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी को विधानसभा के चुनाव में करारी हार मिली है इस हार के साथ ही प्रदेश में कांग्रेस नेताओं के शुर बदलने शुरू हो गए हैं। ऐसे नेता जिनका विधानसभा चुनाव 2023 में टिकट कटा या फिर वो नेता जो चुनाव हार गए वो अब पार्टी के बड़े नेताओं को घेरने लगे है। वही व्यक्तिगत आरोपों के बाद अब पार्टी ने ऐसे नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाना भी शुरू कर दिया है। 
    छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी के भीतर कुछ ठीक नहीं चल रहा है। ऐसा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि पार्टी ने पिछले 15 दिनों के भीतर तीन पूर्व विधायकों को नोटिस, दो विधायक को निष्कासित, और एक कांग्रेस के दिग्गज ने इस बीच इस्तीफा दे दिया है। यह सब शुरू हुआ है छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सत्ता बदलने के बाद से। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सत्ता बदली तो सबसे पहले रामानुजगंज पूर्व विधायक ने बृहस्पत सिंह ने छत्तीसगढ़ की प्रभारी शैलजा और पूर्व उपमुख्यमंत्री सिंहदेव पर हार का ठीकरा फोड़ते हुए व्यक्तिगत आरोप लगया। वही दूसरी तरफ पूर्व विधायक विनय जयसवाल ने प्रदेश सह प्रभारी चंदन यादव पर 7 लाख रुपए लेने का गंभीर आरोप लगया है‌। इसके बाद पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने पूर्व सीएम बघेल पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस के पांच साल शासन पर सवाल खड़े करते हुए हार का ठीकरा फोड़ा तो दूसरी तरफ रायपुर दक्षिण से प्रत्याशी महंत राम सुंदरदास ने हार के बाद जिम्मेदारी लेते हुए खुद‌को पार्टी से किनारे कर लिया। पार्टी में यह सब महज 10 दिनों के भीतर हुआ, जिसमें कांग्रेस ने दो पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह और विनय जयसवाल को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भारतीय अब बिना वीजा ईरान की यात्रा कर सकेंगे

    नई दिल्ली। ईरान ने गुरुवार को कहा कि वह भारत और सऊदी अरब सहित 33 देशों के लिए वीजा की आवश्यकताओं को हटा रहा है। इसका मतलब यह हुआ कि अब ईरान की यात्रा के लिए भारतीय नागरिकों को वीजा की आवश्यक्ता नहीं होगी। समाचार एजेंसी आईएसएनए के अनुसार, ईरानी पर्यटन मंत्रालय का मानना था कि एक खुली द्वार नीति दुनिया के विभिन्न देशों के साथ जुड़ने के ईरान के दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित करेगी। आईएसएनए ने यह भी कहा है कि इस फैसले के साथ ऐसे देशों की संख्या बढ़कर 45 हो जाएगी, जिनके नागरिक बिना वीजा प्राप्त किए ईरान की यात्रा कर सकते हैं।
    समाचार एजेंसी के अनुसार, लेबनान, ट्यूनीशिया, भारत, सऊदी अरब और कई मध्य एशियाई, अफ्रीकी और मुस्लिम देशों सहित कुल 33 देशों के लिए ईरान की वीजा आवश्यकता को हटा दिया गया है। सूची में केवल एक पश्चिमी-सहयोगी यूरोपीय राष्ट्र क्रोएशिया शामिल है, जो यूरोपीय संघ और नाटो का एक छोटा सदस्य है।
    ईरान का यह निर्णय दो तेल उत्पादक खाड़ी देशों के बीच वर्षों के तनाव के बीच हुआ है। इसे ईरान और सऊदी अरब के बीच संबंधों में नरमी लाने की दिशा में एक और कदम के तौर पर भी देखा जा रहा है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्य प्रदेश के मोहन यादव मंत्रिमंडल के गठन का निर्णय दिल्ली में होगा

    भोपाल। मध्य प्रदेश के मोहन यादव मंत्रिमंडल के गठन का निर्णय दिल्ली में होगा। प्रदेश के नेता दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से चर्चा करने जाएंगे। इसमें अभी समय लग सकता है। हालांकि 18 दिसंबर से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र से पहले एक छोटे मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी है। इस बीच, चर्चा है कि डॉ. यादव की कैबिनेट में सबसे ज्यादा नए और काम करने वाले युवा चेहरों को मौका दिया जाएगा। साथ ही उन पुराने मंत्रियों को भी मौका मिल सकता है, जिन्होंने पूर्ववर्ती शिवराज मंत्रिमंडल में बेहतर कामकाज किया है। हालांकि, इनकी संख्या कम ही रहेगी। कैबिनेट का स्वरूप क्या रहेगा और कौन-कौन सदस्य शामिल होंगे इसको लेकर मंथन शुरू हो गया है। हालांकि, नाम पर अंतिम मोहर दिल्ली में आलाकमान लगाएगा।
    भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने संघ से जुड़े डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर सबको चौंका दिया है। इसी की झलक कैबिनेट में दिखने की बात कही जा रही है। चर्चा है कि संघ की तर्ज पर काम करने वाले और कार्यकर्ता के रूप में बेहतर काम करते आए नए चेहरे को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है, ताकि प्रदेश में एक नई लीडरशिप तैयार की जाए। लोकसभा चुनाव को देखते हुए मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व देने की भी चर्चा है। 
    कैबिनेट में युवा चेहरों के साथ ही कुछ पुराने चेहरों को मौका देने की बात कही जा रही है। दरअसल, दो डिप्टी सीएम चयन जातिगत समीकरण के साथ ही उनके पिछले कार्यकाल के परफार्मेंस को ध्यान में रखते हुए ही किया गया। इसी तर्ज पर पिछले सरकार के मंत्रियों को भी मौका मिलेगा। इसमें जातिगत समीकरण के साथ ही क्षेत्रीय समीकरण को साधा जाएगा। गुरुवार को कई पूर्व मंत्री और विधायकों ने सीएम से मंत्रालय में मुलाकात की। 
    डॉ. मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद सवाल यह है कि चुनाव जीतने वाले दिग्गज नेताओं का क्या होगा? पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की विधानसभा अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी तय हो गई है। हालांकि, कैलाश विजयवर्गीय और प्रहलाद पटेल को लेकर अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं है। इनके अलावा सांसद से विधायक बने राकेश सिंह, रीति पाठक और राव उदयप्रताप सिंह को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं। इन सब पर केंद्रीय नेतृत्व ही निर्णय लेगा कि ये वापस केंद्र में जाएंगे या फिर मध्य प्रदेश में मोहन यादव कैबिनेट में शामिल होंगे। वहीं, चर्चा है कि पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को आलाकमान केंद्र में कोई बड़ी भूमिका दे सकता है। शिवराज की प्रदेश की महिलाओं में लोकप्रियता को देखते हुए शीर्ष नेतृत्व कोई जोखिम नहीं लेना चाहेगा।
    साभार अमर उजाला

  • संसद की सुरक्षा में चूक मामले पर विपक्ष लगातार हमलावर, टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन सस्पेंड

    नई दिल्ली. संसद में सुरक्षा चूक को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है. विपक्ष के सांसद दोनों सदनों में हंगामा कर रहे हैं, जिसको देखते हुए दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 2 तक स्थगित कर दी गई है. वहीं राज्यसभा में हंगामा कर रहे टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को सदन से सस्पेंड कर दिया गया है. 
    राज्यसभा ने 'अपमानजनक व्यवहार' के लिए टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को शीतकालीन सत्र के बचे हुए भाग के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव पारित किया है.  
    राज्यसभा के सभापति के अनुसार, डेरेक ओ ब्रायन ने सदन के वेल में प्रवेश किया, नारे लगाए और सदन की कार्यवाही बाधित की. इसलिए उन्हें सत्र के बचे हुए दिनों के लिए निलंबित किया जाता है.  
    इससे पहले लोकसभा में भी विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया और नारेबाजी भी की. इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों से सदन में अराजकता न फैलाने की अपील की. उन्होंने कहा कि कल की जो घटना है, वो लोकसभा सचिवालय की जिम्मेदारी है. लोकसभा अध्यक्ष के नाते मेरी जिम्मेदारी है. मैं आपके साथ बैठकर चर्चा करूंगा. कल भी चर्चा की थी. फिर चर्चा करेंगे. इससे सरकार का कोई लेना देना नहीं है. ओम बिरला ने कहा, सचिवालय के काम में हस्तक्षेप नहीं करती सरकार, ना हम करने देंगे. 
    साभार आज तक 

  • भुजबल ने किया दावा, बोले- 'उन्हें गोली मारी जा सकती है', दो महीने से मिल रही धमकियां

    मुंबई। महाराष्ट्र के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने दावा किया है कि उनकी हत्या की जा सकती है। पुलिस की खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए छगन भुजबल ने बुधवार को राज्य विधानसभा में दावा किया कि 'उन्हें गोली मारी जा सकती है और पिछले दो महीने से उन्हें धमकियां मिल रही हैं।' गौरतलब है कि बीते दिनों छगन भुजबल की गाड़ी तक लोग पहुंच गए थे और आरोपियों ने छगन भुजबल को मराठा आरक्षण के खिलाफ ना बोलने को कहा था। 
    विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान अपने संबोधन में छगन भुजबल ने कहा कि उनकी छवि मराठा आरक्षण विरोधी की बनाई जा रही है जबकि वह मराठा आरक्षण के विरोधी नहीं हैं। बता दें कि छगन भुजबल मराठा आरक्षण को ओबीसी कोटे में शामिल करने का विरोध कर रहे हैं। भुजबल ने कहा कि सभी पार्टियों की तरह वह भी यही रुख अपना रहे हैं कि मराठा समुदाय को ओबीसी कोटे में आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए। उन्हें रोजाना फोन पर गालियां और धमकियां मिल रही हैं। बता दें कि मराठा आरक्षण की मांग करने वाले मनोज जारांगे ने भुजबल पर मराठों और ओबीसी वर्ग के बीच तनाव फैलाने का आरोप लगाया था। जारांगे ने कहा था कि भुजबल राज्य का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। 
    साभार अमर उजाला

     

  • नए सीएम ने पहले ही निर्णय में दिया संवेदनशीलता का परिचय : उमा भारती

    भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती ने प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के पहले निर्णय पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। पूर्व मुख्यमंत्री का मानना है कि नए सीएम ने पहले ही निर्णय में अपनी संवेदनशीलता का परिचय दिया है। उन्होंने ट्वीट किया कि 
    मध्य प्रदेश की नव निर्वाचित सरकार के मुखिया डॉक्टर मोहन यादव जी  की कैबिनेट ने कल जो दो महत्वपूर्ण निर्णय किये- खुले में मांस एवं अंडे की बिक्री पर सख्ती तथा धार्मिक स्थानों पर जोर से बजते हुए लाउडस्पीकर पर रोक, दोनों समस्याएं सामान्य जनजीवन के लिए बहुत बड़ी परेशानी थीं, उन पर नियंत्रित प्रतिबंध लगाकर नई सरकार ने अपनी मानवीय संवेदनशीलता का परिचय दिया है, नये मुख्यमंत्री जी एवं उनकी कैबिनेट का अभिनंदन।
    पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती अपनी बीमारी के चलते बुधवार को मोती लाल नेहरू स्टेडियम में हुए सीएम के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हो पाई थीं। उन्होंने ट्वीट कर बताया था कि नए मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण आया है। आप सबको विदित ही है कि मुझे पीठ में स्लिप डिस्क होने के कारण उठने बैठने की अत्यधिक सावधानी रखने का चिकित्सकों का निर्देश है। इसलिए मैं इस समारोह में अनुपस्थित रहने के लिए मजबूर हूं लेकिन नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों को शुभकामनाएं।
    साभार अमर उजाला

  • गणतंत्र दिवस पर नहीं आ रहे जो बाइडेन? पीएम मोदी ने दिया था न्योता

    नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस समारोह 2024 में बतौर मुख्य अतिथि किस देश के राष्ट्राध्यक्ष शामिल होंगे, इसको लेकर अभी भी स्थिति साफ नहीं हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को न्योता दिया था। अब खबर आ रही है कि बाइडेन इस समारोह में शामिल नहीं हो रहे हैं। साथ ही सवाल भी उठ रहा है कि क्या बाइडेन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कारण नई दिल्ली में आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह में नहीं शामिल हो रहे हैं?
    एक रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रम्प 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक मजबूत दावेदार के रूप में उभरे हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स और इप्सोस ने अपनी रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है।
    रिपोर्ट के मुताबिक, आगामी राष्ट्रपति चुनाव में दोनों के बीच कड़ा मुकाबला होगा। जो बाइडेन को व्हाइट हाउस से हाथ धोना पड़ सकता है। सर्वे में ट्रम्प को आमने-सामने की लड़ाई में मामूली 2 अंकों की बढ़त के साथ दिखाया गया। ट्रम्प जहां 38%  मतों के साथ आगे चल रहे हैं। वहीं, बाइडेन को 36% लोगों ने पसंद किया है। सर्वे में शामिल 26% लोग किसी तीसरे उम्मीदवार को मत देने के पक्ष में हैं।
    पिछले कुछ महीनों में कई वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों ने भारत यात्रा की की है। उनमें अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन भी शामिल थे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पीएम मोदी की उपस्थिति में मोहन यादव ने ली मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ

    जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली
    भोपाल। मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आज पद और गोपनीयता की शपथ ली। समारोह भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में हुआ। जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल ने डिप्टी ष्टरू के रूप में शपथ ग्रहण की। राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने सभी को शपथ दिलाई। फिलहाल, कोई और विधायक ने मंत्री पद की शपथ नहीं ली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, क्चछ्वक्क के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत 11 स्टेट के मुख्यमंत्री इस समारोह में शामिल हुए।
    शपथ लेने से पहले मोहन यादव ने कहा, सभी को साथ लेकर चलूंगा और सुशासन सुनिश्चित करूंगा। शपथ ग्रहण समारोह में 11 राज्यों के मुख्यमंत्री भी आ रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान ने कहा, मुझे विश्वास है कि नए मुख्यमंत्री राज्य में समृद्धि, विकास और जन कल्याण को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। मित्रो, अब विदा। जस की तस धर दीनी चदरिया...। . मोहन यादव आज भोपाल के खटलापुरा स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे। शपथ ग्रहण से पहले उन्होंने हनुमान जी का पूजन किया।
    मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद डॉ. मोहन यादव के मंत्रिमंडल के चेहरे तलाशने की भी तैयारी है। बड़े नेताओं से प्रारंभिक चर्चा करने के बाद यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद दिल्ली जाएंगे। गुजरात फॉर्मूला चलता है तो कैबिनेट नए चेहरों के साथ बनेगी। जो लंबे समय से मंत्री रहे, ऐसे कई बड़े नाम बाहर होंगे। उन्हें सिर्फ जातिगत गणित (सोशल इंजीनियरिंग) ही बचा पाएगा। यानी ष्टरू चेहरे की तरह अब मंत्रिमंडल भी चौंकाएगा। पार्टी सूत्रों का कहना है कि डिप्टी स्भ्ढम् और स्पीकर की नियुक्ति के बाद हाईकमान बचे हुए बड़े नेताओं कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, गोपाल भार्गव, जयंत मलैया, विजय शाह, भूपेंद्र सिंह, बिसाहूलाल सिंह जैसे कुछ नेताओं की भूमिका जल्द स्पष्ट करेगा। इसके बाद ही मंत्रिमंडल के नाम फाइनल होंगे। संघ के नामों को प्राथमिकता में रखा जा सकता है। इसके साथ जातिगत समीकरण और महिलाओं को भी प्राथमिकता दी जा सकती है। बताया गया है कि रीजन व संभागों में भी संतुलन बैठाया जाएगा।
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  • संसद भवन की सुरक्षा में बड़ी चूक, दर्शक दीर्घा से लोकसभा की कार्यवाही में कूदे दो लोग, मचा हड़कंप

    नई दिल्ली। संसद भवन पर हमले की बरसी के दिन आज लोकसभा की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई है। दर्शक दीर्घा से दो शख्स लोकसभा की कार्यवाही में घुस गए और बेंच पर जा खड़े हुए। इन लोगों ने गैस भी छोड़ी, जिससे परिसर में धुंआ-धुंआ हो गया। इन दोनों को ही कुछ सांसदों ने पकड़ा और फिर सुरक्षा बलों के हवाले कर दिया गया। एक शख्स तो बेंच पर जा चढ़ा और नारेबाजी करने लगा। इस घटना से हड़कंप मच गया और सांसद बाहर निकलने लगे। कार्यवाही को भी तुरंत ही स्थगित कर दिया गया। सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि यह अनुभव काफी डरावना था। वहीं कार्ति चिदंबरम ने कहा कि यह भारी चूक है। बसपा के निलंबित सांसद दानिश अली का कहना है कि दोनों लोगों को पकड़ लिया गया है।
    यह घटना बेहद गंभीर है क्योंकि संसद पर आतंकी हमले की आज 22वीं बरसी थी और उसी दिन इस तरह की सुरक्षा चूक हैरान करने वाली है। खबर है कि दर्शक दीर्घा से लोकसभा की कार्यवाही में कूदने वाले एक शख्स का नाम सागर है। वह एक सांसद के लेटर पर गेस्ट के तौर पर पास लेकर दर्शक दीर्घा में आए थे। लोकसभा की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित किया गया है। यह घटना शून्य काल के दौरान हुई। एक सांसद ने बताया कि शून्य काल की कार्यवाही के दौरान एक लड़का दर्शक दीर्घा से कूदा और फिर एक और अन्य शख्स कूद आया। ये लोग 'तानाशाही नहीं चलेगी' के नारे भी लगा रहे थे। 
    यही नहीं संसद के बाहर भी दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। परिसर के बाहर एक महिला और पुरुष ने तानाशाही बंद करने के नारे लगाते हुए प्रदर्शन किया। दोनों को पुलिस ने मौके से पकड़ा और उन्हें वहां से ले गई। दोनों पटाखे लेकर पहुंचे थे और उन्हें जलाते हुए नारेबाजी करने लगे। फिलहाल पुलिस दोनों को संसद मार्ग थाने में ले गई है और उनसे पूछताछ की जा रही है। नारेबाजी की यह घटना संसद पर हमले की बरसी के दिन हुई है। इसके चलते संसद के पास प्रदर्शन से सुरक्षाकर्मियों में हड़कंप मच गया और तुरंत उन्हें पकड़ा गया।
    इस बारे में राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि एक शख्स जब गैलरी से कूदा तो लगा कि वह गिर गया। वहीं इसके बाद जब एक और शख्स कूदा तो पता चला कि ऐसा जानबूझकर किया गया है। एक शख्स ने गैस छोड़ी, जबकि दूसरा बेंच को ठोक रहा था। राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि यह जानकारी नहीं है कि ये लोग नारेबाजी कर रहे थे या नहीं। उन्होंने कहा कि यह साफ नहीं है कि इन लोगों का क्या इरादा था, लेकिन कुछ तो सोचकर ही आए थे। इन लोगों को सुरक्षाकर्मियों ने तत्परता से पकड़ लिया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • राजस्थान में भजन लाल शर्मा होंगे मुख्यमंत्री, प्रेमचंद बैरवा और दीया कुमारी डिप्टी सीएम

    जयपुर। राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के नाम का एलान कर दिया गया है। भजन लाल शर्मा के हाथों में अब राज्य की सत्ता की कमान होगी। भाजपा विधायक दल की बैठक में भजन लाल शर्मा के नाम पर सर्वसम्मति से मुहर लगाई गई। वे सांगानेर विधानसभा सीट से विधायक हैं। इनके नाम का प्रस्ताव पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने रखा। इसके साथ ही पार्टी ने तय किया है कि राजस्थान में दो डिप्टी सीएम भी होंगे। इसके लिए प्रेम चंद बैरवा और दीया कुमारी के नाम पर मुहर लगी है। स्पीकर के लिए वासुदेव देवनानी का नाम फाइनल किया गया है।
    इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। वसुंधरा ने चुनावी नजीतों के बाद पार्टी के कई विधायकों को डिनर पार्टी दी थी, जिसे दबाव की राजनीति के तौर पर देखा गया था। हालांकि, नड्डा से मुलाकात के बाद वसुंधरा के सुर बदले-बदले नजर आए थ और उन्होंने खुद को पार्टी का अनुशासित कार्यकर्ता बताया था। 
    इसके बाद पार्टी ने राज्य के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी थी। उन्हें राज्य में मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी सस्पेंस पर विराम लगाने और विधायक दल का नेता चुनने के लिए सभी की सहमति बनाने का जिम्मा सौंपा गया था। इसके बाद मंगलवार को हुई विधायक दल की बैठक में भजन लाल शर्मा को चुना गया।
    इससे पहले राजस्थान के राजसमंद की सांसद दीया कुमारी, जयपुर के सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा और अलवर के सांसद बाबा बालक नाथ ने विधानसभा चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से अटकलें लगाई जाने लगी थीं कि पार्टी वसुंधरा के अलावा किसी दूसरे चेहरे पर दांव खेल सकती है।
    भाजपा ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के विधानसभा चुनावों में कुल 21 सांसदों को उम्मीदवार बनाया था। इनमें से 12 ने जीत दर्ज की है। भाजपा ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में सात-सात, छत्तीसगढ़ में चार और तेलंगाना में तीन सांसदों को विधानसभा चुनाव के मैदान में उतारा था।
    साभार अमर उजाला

  • पत्रकारों से चर्चा में बोले कार्यवाहक मुख्यमंत्री, 'अपने लिए मांगने से बेहतर मैं मरना समझूंगा', शिवराज ने जताया सबका आभार

    भोपाल। कार्यवाहक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपने लिए मांगने से बेहतर मैं मरना समझूंगा। उन्होंने मंगलवार को अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि मैं यहां से विदाई ले रहा हूं, लेकिन मुझे इस बात का संतोष है कि भाजपा की सरकार भारी बहुमत से बनी है। मेरा मन आनंद से भरा हुआ है।
    उन्होंने कहा कि मुझे बीमारू मध्यप्रदेश मिला था। मैंने अपनी क्षमता और अपना सामर्थ झोंककर मध्यप्रदेश और उसकी जनता के लिए काम किया। मैंने पूरी ईमानदारी से काम किया। गड्डे वाली सड़कों से चमचमाती सड़कें और अंधेरे से उजाला लाया। कृषि क्षेत्र में भी शानदार काम किया। प्रदेश की जीडीपी बढ़ी। मेट्रो ट्रेन तक का सफर हमने तय किया। मेडिकल, उद्योग, टूरिज्म, धर्म, शिक्षा जैसे क्षेत्रो में हुए काम मन को सन्तोष देते हैं। बता दें, मोहन यादव के भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद शिवराज सिंह चौहान से सीएम पद से सोमवार को इस्तीफा दे दिया है। अब मोहन यादव मध्यप्रदेश के अगले सीएम होंगे।
    शिवराज सिंह चौहान ने अपनी उपलब्धियां बताते हुए कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि महिला सशक्तिकरण मेरे लिए वोट प्राप्ति का जरिया नहीं है। मैं जब सीएम नहीं था, तब बेटियों की शादी करवाता था। हमने महिलाओं के लिए विशेष योजना बनाकर बहन बेटियों के जीवन में खुशियां लाए। दूसरा खेती के क्षेत्र में भी चमत्कार हुआ। किसान के लिए हम काफी काम कर पाए। गरीबों के लिए भी हमने कई योजनाएं बनाई। कोविड में पैदल चलने वाले मजदूरों के लिए किया गया काम भी मुझे संतुष्टि देता है। पार्टी ने एक अच्छा नेतृत्व दिया है। अब हम ये सब उनको सौंपकर आगे बढ़ेंगे। मैं अंत में इतना ही कहूंगा कि सीएम रहते हुए जनता से मेरे सीएम वाले नहीं, बल्कि परिवार वाले रिश्ते रहे। बहन से भाई का, बच्चों से मामा का। जब तक सांस है मैं इस रिश्ते को बनाए रखूंगा। मैं सदा जनता की सेवा में जुटा रहूंगा।
    शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय नेतृत्व का आभार जताते हुए कहा कि मैं पीएम का आभार जताता हूं, मैं प्रदेश के नेतृत्व का भी आभारी हूं। जनता का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे अपने बीच का और अपना माना। मैं अपने प्रशासनिक मित्रों को भी धन्यवाद देता हूं। जिन्होंने मेरे मन की योजनाओ को साकार किया। मैं अपने मंत्री मंडल का भी धन्यवाद देता हूं। मैं सभी को बारंबार धन्यवाद देता हूं। मेरे मन में कोई दुर्भावना नहीं रही, लेकिन मेरे किसी फैसले से अगर किसी को दुख पहुंचा हो तो मैं माफी चाहता हूं।
    फ्यूचर प्लानिंग को लेकर उन्होंने कहा कि बहन भाई का रिश्ता सदैव रहेगा। लाड़ली बहना योजना को हमारी सरकार इसे आगे बढ़ाएगी। काम कभी समाप्त नहीं होता। विकास की यात्रा अनंत है, आगे मोहन के नेतृत्व में ये सफर चलेगा। मेरी अब एक कार्यकर्ता की भूमिका रहेगी। भाजपा एक मिशन है। यहां सब के लिए कुछ न कुछ काम है। पार्टी जो काम देगी मैं करूंगा। सीएम के नाते सरकार लाने की मेरी जिमेदारी ज्यादा थी। इसलिए मैंने प्राण प्रण से काम किया। मेरे बारे में फैसला मैं नहीं मेरी पार्टी करेगी। जनता के प्रति मेरा कमिटमेंट मुझे थकने नहीं देता। लंबे समय तक सीएम रहने के रिकॉर्ड पर उन्होंने कहा कि रिकॉर्ड बनते ही टूटने के लिए हैं।
    उन्होंने बताया कि मैंने नए सीएम से एक मांग की है कि मुझे एक पेड़ लगाने दें। इसके लिए सरकारी जमीन मुझे मिलती रहे। चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये काल्पनिक सवाल है। मैं कहां रहूंगा यह सोचना एक घटिया सोच है। भाजपा ने मुझे सब कुछ दिया, 18 साल सीएम बनाया। अब मेरा वक्त आया है कि मैं पार्टी को कुछ दूं।
    साभार अमर उजाला

  • मोहन यादव को मुख्यमंत्री बना भाजपा ने चला दांव, जिसकी काट सपा, आरजेडी और कांग्रेस के लिए मुश्किल

    नई दिल्ली। भाजपा ने सोमवार को मध्य प्रदेश में नया मुख्यमंत्री दे दिया और मोहन यादव को सूबे की कमान सौंपने का ऐलान हुआ। यह पूरा घटनाक्रम मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में चला, लेकिन असर यूपी, बिहार, हरियाणा और राजस्थान तक दिख रहा है। मोहन यादव को सीएम बनाकर भाजपा ने एक ऐसा दांव चल दिया है, जिसकी काट करना सपा, आरजेडी और कांग्रेस जैसे दलों के लिए मुश्किल होगा। भाजपा पहले भी उमा भारती, कल्याण सिंह, शिवराज सिंह चौहान जैसे ओबीसी मुख्यमंत्री दिए हैं, लेकिन अब तक उसकी सियासी कोशिश गैर-यादव ओबीसी को एकजुट करने तक रही है। इस बार भाजपा ने एक कदम और आगे बढ़ा दिया है।
    यूपी में करीब 10 फीसदी और बिहार में 14 पर्सेंट यादव बिरादरी को भी भाजपा लुभाने की कोशिश में है। इसी के तहत उसने मोहन यादव को मध्य प्रदेश का सीएम बनाया है। हरियाणा और राजस्थान में भी यादव समाज की अच्छी संख्या है। इस तरह भोपाल में हुए फैसले का असर कम से कम 4 राज्यों में 2024 में देखा जा सकता है। भाजपा अब इस कदम के बाद यह संदेश देने का प्रयास करेगी कि उसने ओबीसी के नेताओं को आगे बढ़ाया है और वह यादवों को भी महत्व देती रही है। ऐसा कहने के लिए उसके पास पर्याप्त आधार भी मौजूद हैं।
    दरअसल भाजपा ने मध्य प्रदेश में मोहन यादव को सीएम का पद दिया है तो केंद्र सरकार में उसने 4 मंत्री भी बनाए हैं। राजस्थान से आने वाले भूपेंद्र यादव, हरियाणा के राव इंद्रजीत सिंह, बिहार के नित्यानंद राय और झारखंड की अन्नपूर्णा देवी यादव ही हैं। इसके अलावा संसदीय बोर्ड में सुधा यादव और पिछड़ा वर्ग आयोग के चेयरमैन हंसराज अहीर भी इसी समाज से आते हैं और महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। भूपेंद्र यादव को केंद्रीय चुनाव समिति में भी जगह दी गई है। इस तरह भाजपा ने हरियाणा से महाराष्ट्र तक यादव समाज के लोगों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की है और दूसरी बार मध्य प्रदेश में यादव सीएम बनाया है। इससे पहले बाबूलाल गौर को भी भाजपा ने एमपी का सीएम बनाया था।
    वह मूल रूप से यूपी के रहने वाले थे और मध्य प्रदेश में सीएम की कुर्सी तक पहुंचे। यादवों की मुख्य तौर पर यूपी और बिहार में आबादी है, लेकिन हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और झारखंड में भी अच्छी खासी संख्या है। खासतौर पर यूपी और बिहार में यादवों के वोट सपा और आरजेडी को ही ज्यादा मिलते रहे हैं, लेकिन अब इनके वोटबैंक में भी भाजपा सेंध की कोशिश में है। यदि वह सफल हुई तो भाजपा एक और कदम आगे बढ़ा देगी। अब तक उसे लोधी, मौर्य, कुर्मी, शाक्य, कुम्हार, लुहार, नाई समेत तमाम ओबीसी जातियों के वोट मिलते रहे हैं। अब यादवों के वोट का एक हिस्सा भी यदि भाजपा को मिला तो उसके लिए बड़ी सफलता होगी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • विश्व हिन्दू परिषद अध्यक्ष ने कहा- अब पीओके को आजाद कराने का समय...

    नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है कि अनुच्छेद 370 अब इतिहास की बात हो गई है और अब पीओके को आजाद कराने का समय आ गया है। आलोक कुमार ने कहा कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट का अनुच्छेद 370 पर दिया गया फैसला, भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि है। 
    विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और वरिष्ठ वकील आलोक कुमार ने अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया और कहा कि अब अनुच्छेद 370 इतिहास की बात हो गई है। उन्होंने कहा कि 'अब जम्मू कश्मीर का एक और अधूरा एजेंडा है, वो है पीओके को पाकिस्तान के चंगुल से आजाद कराना। हमें विश्वास है कि एक मजबूत भारत और समर्पित सरकार जल्द ही पीओके को भी आजाद कराएगी।'
    साभार अमर उजाला

  • सरकार का लक्ष्य 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं और उनसे होने वाली मौतों की संख्या को आधा करना है, बोले केंद्रीय मंत्री गडकरी

    नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि सरकार का लक्ष्य 2024 में इसे प्राप्त करने के अपने पहले लक्ष्य को संशोधित करते हुए 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं और उनके परिणामस्वरूप होने वाली मौतों की संख्या को आधा करना है। उन्होंने कहा कि सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद उन्हें दुर्घटनाओं को कम करने में उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं मिले हैं।
    इससे पहले सितंबर 2022 में, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने सभी राज्य परिवहन मंत्रियों और अधिकारियों से 2024 तक सड़क दुर्घटनाओं और उनके परिणामस्वरूप होने वाली मौतों को 50 प्रतिशत तक कम करने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया था।
    सेवलाइफ फाउंडेशन द्वारा तैयार भारत में सड़क सुरक्षा अच्छी प्रथाएं' शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी करते हुए, गडकरी ने कहा, नवीनतम लक्ष्य हमने रखा है कि 2030 के पहले हम 50 प्रतिशत दुर्घटनाएं और मौतों को कम करेंगे। 2030 तक देश में सड़क दुर्घटनाओं और उनके कारण होने वाली मौतों की संख्या को आधा करने के लिए हम काम करेंगे।
    सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में भारत में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या 12 प्रतिशत बढ़कर 4.6 लाख से अधिक हो गई, जिसके परिणामस्वरूप हर घंटे 19 लोगों की मौत हो गई। रिपोर्ट से पता चला था कि देश में हर घंटे 53 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। 2022 के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) द्वारा कुल 4,61,312 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें 1,68,491 लोगों की जान चली गई और 4,43,366 लोग घायल हो गए।
    साभार अमर उजाला

  • मोहन यादव से कमलनाथ ने की सौजन्य भेंट, दी शुभकामनाएं

    भोपाल। मध्यप्रदेश के सीएम पद पर उज्जैन दक्षिण क्षेत्र से विधायक मोहन यादव के नाम पर मुहर लगाकर बीजेपी ने तय कर दिया कि यह नई बीजेपी है। यहां फैसले बिल्कुल अनएक्सपेक्टेड होते हैं और केंद्रीय नेतृत्व किसी भी तरह के प्रेशर में काम नहीं करता।
    बता दें कि बीजेपी पर्यवेक्षकों ने विधायकों से गहन विचार-विमर्श के बाद मुख्यमंत्री का फैसला किया। शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे मोहन यादव राज्य में शिवराज सिंह चौहान की जगह लेंगे। मध्यप्रदेश की राजनीति में सीएम पद के लिए यादव छुपा रुस्तम साबित हुए हैं। हालांकि पिछली बार जब शिवराज सिंह चौहान को सीएम बनाने की तैयारी हो रही थी, उस समय भी मोहन यादव के नाम पर विचार हुआ था, पर इस बार उनके नाम की चर्चा कहीं से भी नहीं हो रही थी।
    कहा जा रहा कि आरएसएस उनके नाम को लेकर काफी गंभीर था। हालांकि, मोहन यादव को बड़बोलेपन के लिए कई बार बहुत आलोचना झेलनी पड़ी है और भी कई मामलों को लेकर उनका नाम विवादों में रहा है।
    कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने की भाजपा विधायक दल के नेता मोहन यादव से मुलाकात की है। वीआईपी गेस्ट हाउस में मंगलवार सुबह मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ डॉ मोहन यादव से सौजन्य भेंट करने पहुंचे थे। वहीं, कमलनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विधायक दल का नेता निर्वाचित होने पर मोहन यादव को शुभकामनाएं। मैं आशा करता हूं कि वह मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में विधिपूर्वक और राग-द्वेष से रहित होकर शासन करेंगे। 
    साभार अमर उजाला

  • राज्यों के चुनाव में झटके बाद नरम पड़ी कांग्रेस, जेडीयू, सपा और तृणमूल कांग्रेस से की बात

    नई दिल्ली। तीन हिंदी भाषी राज्यों के चुनाव में झटके के बाद कांग्रेस अब मिशन 2024 के लिए नरम पड़ती दिख रही है। इसका असर INDIA गठबंधन की रणनीति पर भी है। अब कांग्रेस का रुख थोड़ा लचीला दिख रहा है और उसने खुद ही पहल करते हुए जेडीयू, सपा और तृणमूल कांग्रेस से बात की है। इसके बाद पार्टी ने 19 दिसंबर को INDIA गठबंधन की मीटिंग का भी ऐलान कर दिया है। इसके अलावा कांग्रेस ने संकेत दिए हैं कि वह महाराष्ट्र, यूपी, बिहार और बंगाल जैसे राज्यों में क्षेत्रीय दलों के लिए कुछ सीटों का त्याग भी करने का तैयार है।
    इन सभी राज्यों में कांग्रेस यदि गठबंधन में आती है तो वह जूनियर पार्टनर के ही रोल में रहेगी। ऐसे में वह इन राज्यों में त्याग के लिए तैयार है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि 19 दिसंबर को होने वाली मीटिंग में अब सीट शेयरिंग पर बात होगी और कॉमन एजेंडा तैयार किया जाएगा। इसके अलावा संयुक्त रैलियों पर भी प्लान बनेगा। फिलहाल कांग्रेस ने जेडीयू, सपा और टीएमसी से बातचीत शुरू की है। माना जा रहा है कि कांग्रेस के तेवर अब थोड़े नरम हो सकते हैं। इसकी वजह यह है कि हिंदी भाषी राज्यों में उसकी करारी हार हुई है।
    कांग्रेस ने इन राज्यों में चुनाव से पहले सीट शेयरिंग की चर्चा को टाल दिया था। तब माना जा रहा था कि इसके पीछे कांग्रेस की रणनीति है और वह इन राज्यों में जीत के बाद अपनी बारगेनिंग पावर बढ़ाना चाहती है। हालांकि उसकी रणनीति पर पानी फिर गया, जब राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सरकार चली गई और मध्य प्रदेश में उसकी वापसी की उम्मीदें धरी रह गईं। इन नतीजों के दिन ही कांग्रेस ने अगली मीटिंग का ऐलान कर दिया था, लेकिन नीतीश कुमार, अखिलेश यादव और ममता बनर्जी ने पहुंचने से इनकार किया था। इसके बाद नई तारीख 19 दिसंबर की तय की गई।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक मोहन यादव होंगे मध्य प्रदश के अगले मुख्यमंत्री

    भोपाल। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर जारी सस्पेंस आखिरकार खत्म हो गया। राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर मोहन यादव के नाम पर मुहर लग गई है। भाजपा की विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से इनके नाम को मुहर लगी। इससे पहले भाजपा आलाकमान ने मनोहर लाल खट्टर, डॉ. के लक्ष्मण और आशा लकड़ा को पर्यवेक्षक बनाकर सीएम चुनने की जिम्मेदारी सौंपी थी। पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में सोमवार को हुई विधायक दल की बैठक में मोहन यादव के नाम को फाइनल किया गया।
    मोहन यादव उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक हैं। सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश में दो उपमुख्यमंत्री भी होंगे। इनके लिए जो दो नाम सामने आ रहे हैं, वे हैं- जगदीश देवड़ा और राजेश शुक्ला। जगदीश देवड़ा मल्हारगढ़ और राजेंद्र शुक्ला रीवा से विधायक हैं। इसके अलावा स्पीकर पद के लिए नरेंद्र सिंह तोमर के नाम का एलान किया गया है। 
    मोहन यादव के बारे में जानिए
    मोहन यादव ने माधव विज्ञान महाविद्यालय से पढ़ाई की है। वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री का जिम्मा संभाल चुके हैं।
    मोहन 1982 में छात्र संघ के सह-सचिव भी चुने गए थे।
    वे भाजपा की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य और सिंहस्थ मध्य प्रदेश की केंद्रीय समिति के सदस्य, मध्य प्रदेश विकास प्राधिकरण के प्रमुख, पश्चिम रेलवे बोर्ड में सलाहकार समिति के सदस्य भी रह चुके हैं।
    2013, 2018 के बाद अब वे 2023 में भी उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं।
    भाजपा को मिला प्रचंड बहुमत
    मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवंबर को वोट डाले गए थे। इसके नतीजे 30 नवंबर को जारी हुए थे। नतीजों में भाजपा को प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल हुई थी। आंकड़ों पर नजर डालें तो भाजपा के हिस्से में 163 सीटें आईं, जबकि कांग्रेस को 66 सीटों से ही संतोष करना पड़ा।
    क्या बोले मोहन यादव?
    मध्य प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि मैं केंद्रीय नेतृत्व, प्रदेश नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं कि मेरे जैसे छोटे से कार्यकर्ता को यह जो जवाबदारी दी है। आपके प्यार और सहयोग से मैं अपनी जिम्मेदारियां पूरी करने का प्रयास करूंगा।
    साभार अमर उजाला

  • मप्र के नए मुख्यमंत्री बनने पर माननीय मोहन यादव को रंजीत टाईम्स और जनाधार इलेक्शन मैनेजमेंट की ओर से बहुत-बहुत बधाई

    मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हो गया है। मोहन यादव को मध्य प्रदेश का नया मुख्यमंत्री चुना गया है। जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला उपमुख्यमंत्री होंगे। नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा स्पीकर बनाया जाएगा। पर्यवेक्षक बनाकर भेजे गए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ओबीसी मोर्चा के प्रमुख के. लक्ष्मण और सचिव आशा लाकड़ा की मौजूदगी विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से यह फैसला हुआ। शिवराज सिंह चौहान ने मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव रखा।


    58 साल के मोहन यादव उज्जैन दक्षिण सीट से तीसरी बार के विधायक हैं। वह 2020 में शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री बनाए गए थे। मोहन यादव संघ के बेहद करीबी हैं। वह संघ में कई पदों पर लंबे समय तक काम कर चुके हैं तो विद्यार्थी परिषद में भी अपनी सेवा दे चुके हैं। मोहन यादव ओबीसी वर्ग से आते हैं।
    मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बनने पर माननीय मोहन यादव को रंजीत टाईम्स और जनाधार इलेक्शन मैनेजमेंट की ओर से बहुत-बहुत बधाई।

  • भोपाल में 11 दिसंबर को भाजपा विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर होगा विचार

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी में मुख्यमंत्री पद के लिए मंथन चल रहा है, लेकिन अब जल्द ही मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस खत्म हो जाएगा। क्योंकि, विधायक दल की बैठक की तारीख और समय तय हो चुका है। मध्य प्रदेश में सोमवार यानी 11 दिसंबर को विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। सभी विधायकों को इस बारे में आधिकारिक रूप से सूचित किया गया है। विधायक दल की बैठक की अध्यता केंद्रीय नेतृत्व द्वारा चुने गए पर्यवेक्षकों के द्वारा किया जाएगा। जिसमें मुख्यमंत्री के चेहरा कौन होगा इस पर विचार किया जाएगा।
    बता दें कि, मध्य प्रदेश में केंद्रीय नेतृत्व ने 8 दिसंबर को पर्यवेक्षकों के नाम का ऐलान कर दिया है। मध्य प्रदेश में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लक्ष्मण और पार्टी की राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
    साभार अमर उजाला

  • विधानसभा चुनाव जीतने वाले सभी भाजपा सांसदों को 30 दिन में सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस

    नई दिल्ली. राजस्थान और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में इलेक्शन जीतकर विधानसभा पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के सभी सांसदों ने सांसदी के पद से इस्तीफा दे दिया है. अब सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि लोकसभा आवास  समिति  ने विधानसभा चुनाव जीतने वाले सभी बीजेपी सांसदों को 30 दिन में सरकारी आवास ख़ाली करने का नोटिस दिया है.
    आठ सांसद सामान्य पूल का हिस्सा हैं. तीन सांसद मंत्री हैं, इसलिए उन्हें शहरी विकास मंत्रालय से आवंटन मिलता है. सूत्रों का कहना है कि नियम सिर्फ विपक्षी सांसदों के लिए ही नहीं, जैसा कि आरोप लगाया जा रहा है, सभी के लिए समान हैं. जिन लोकसभा  सांसदों को 30 दिन में घर ख़ाली करने का नोटिस दिया हैं उनमे राकेश सिंह, अरुण साव, गोमती साय, रिति पाठक, बाबा बालकनाथ, राज्यवर्धन सिंह राठौड़,दीया कुमारी और उदय प्रताप सिंह जैसे नाम भी शामिल हैं.
    आपको बता दें कि बीजेपी ने तीन राज्यों- छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान 21 सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा था जिसमें से 12 सांसद विधायकी का चुनाव जीतने में सफल रहे थे. चुनाव जीतने वाले इन सांसदों में राजस्थान से राज्यवर्धन सिंह राठौड़,दीया कुमारी और किरोड़ी लाल मीणा, बाबा बालकनाथ, छत्तीसगढ़ से अरुण साव, रेणुका सिंह और गोमती साई और मध्य प्रदेश से नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, उदय प्रताप और रीति पाठक शामिल हैं.
    साभार आज तक 

  • खालिस्तानी आतंकी की हत्या की साजिश पर अमेरिका का बड़ा बयान, भारत हमारा रणनीतिक साझेदार है, लेकिन हम चाहते हैं कि इस साजिश के जिम्मेदारों को जवाबदेह ठहराया जाए...

    वॉशिंगटन। अमेरिका में कथित तौर पर खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का मामला गंभीर होता जा रहा है। दरअसल अमेरिका के व्हाइट हाउस ने अपने एक बयान में कहा है कि भारत हमारा रणनीतिक साझेदार है, लेकिन हम चाहते हैं कि इस साजिश के जिम्मेदारों को जवाबदेह ठहराया जाए। बता दें कि एक भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर अमेरिका में रहने वाले खालिस्तानी आतंकी की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा है। इस मामले में अमेरिका का कहना है कि भारतीय अधिकारी की भी कथित तौर पर संलिप्तता है। 
    व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि 'भारत हमारा एक रणनीतिक साझेदार देश है और हम अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत कर रहे हैं। वह प्रशांत महासागर में क्वाड का भी सदस्य है और हम कई अहम मुद्दों पर साथ मिलकर काम कर रहे हैं। लेकिन साथ ही हम इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहे हैं।' दरअसल जॉन किर्बी से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूछा गया कि 'क्या इस मुद्दे से भारत और अमेरिका के रिश्तों पर कोई असर होगा?' इसके जवाब में किर्बी ने कहा कि 'हम चाहते हैं कि इसकी जांच की जाए और जो भी इसके लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाए।'
    जॉन किर्बी ने कहा कि 'अभी इसकी जांच चल रही है और हमें इस बात की खुशी है कि हमारे भारतीय सहयोगी इसे गंभीरता से ले रहे हैं। हालांकि हम इसकी ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते क्योंकि अभी इसकी जांच चल रही है।' बता दें कि अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी एफबीआई कथित तौर पर खालिस्तानी कट्टरपंथी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश की जांच कर रही है। वहीं एफबीआई के निदेशक क्रिस्टोफर रे भी अगले सप्ताह भारत का दौरा करेंगे। रे भारत दौरे पर दिल्ली में सीबीआई और एनआईए के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। 
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा ने चुनावी राज्यों के लिए तय किए पर्यवेक्षक, मध्यप्रदेश में रविवार को विधायक चुनेंगे मुख्य्मंत्री

    भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने चुनावी राज्यों के लिए पर्यवेक्षक तय कर दिए हैं। मध्यप्रदेश के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लक्ष्मण, राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा के नाम तय किए गए है। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े राजस्थान जाएंगे और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनोवाल और राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम छत्तीसगढ़। उनकी मौजूदगी में विधायक दल का नेता चुना जाएगा।
    तीन दिसंबर को चार राज्यों के चुनावों के नतीजे घोषित हुए हैं। मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने बहुमत हासिल किया है। मध्यप्रदेश में भाजपा विधायक दल की बैठक 10 दिसंबर को बुलाई गई। यहां पर दिल्ली से आने वाले पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में बैठक होगी, जिसमें मुख्यमंत्री के नाम पर सस्पेंस खत्म हो जाएगा। इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश विजयवर्गी ने भी रविवार तक मुख्यमंत्री के नाम से सस्पेंस खत्म होने के संकेत दिए थे।
    मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ ही कैलाश विजयवर्गीय को भी मुख्यमंत्री पद का प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। मध्यप्रदेश की 230 सदस्यों वाली विधानसभा में भाजपा ने 163 सीटें जीती हैं, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 66 सीटें मिली हैं। एक सीट भारत आदिवासी पार्टी ने जीती है। पार्टी ने तोमर और पटेल समेत सात सांसदों को चुनावों में उतारा था। केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला के निवास सीट पर विधानसभा चुनाव हारे हैं। इसके साथ ही गणेश सिंह को भी सतना में कांग्रेस प्रत्याशी के सामने हार का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा सीधी की सांसद रीति पाठक (सीधी), जबलपुर के सांसद राकेश सिंह (जबलपुर पश्चिम), होशंगाबाद के सांसद राव उदय प्रताप सिंह (गाडरवारा) में जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि जो सांसद विधानसभा चुनाव जीते हैं, उन्हें पार्टी सांसदी छोड़ने को कह सकती है। ऐसे में उन्हें भी मुख्यमंत्री पद का दावेदार समझा जा रहा है।
    मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है। हालांकि, वह कुछ समय पहले यह बयान दे चुके हैं कि वह न तो कभी मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे और न ही आज हैं। पार्टी का जो भी आदेश होगा, वह उन्हें स्वीकार है। इसके बाद उन्होंने यह भी कहा कि वह दिल्ली नहीं बल्कि छिंदवाड़ा जाएंगे। 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने छिंदवाड़ा छोड़कर सभी 28 सीटों पर जीत हासिल की थी।
    शिवराज का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मजबूत करने के लिए वे छिंदवाड़ा जाएंगे। शिवराज के अलावा पार्टी का कद्दावर ओबीसी चेहरा और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल भी रेस में हैं। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के लंबे प्रशासनिक अनुभव को देखते हुए उन्हें जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। केंद्रीय संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे विजयवर्गीय को भी पार्टी ने विधानसभा चुनाव लड़ाया है। राजनीतिक हलकों में ज्योतिरादित्य सिंधिया और कुछ अन्य नामों को भी मुख्यमंत्री की दौड़ में उम्मीदवार माना जा रहा है। 
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ से मांगा इस्तीफा!, नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करने के कांग्रेस हाईकमान ने दिए निर्देश

    नई दिल्ली। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद दिल्ली पहुंचे कमलनाथ ने मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मुलाकात की है। सूत्रों ने बताया कि मंगलवार शाम साढ़े सात बजे दिल्ली में खरगे के आवास पर हुई बैठक में कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल भी शामिल हुए। इस दौरान पार्टी हाईकमान ने कमलनाथ को मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने और नया प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त करने का निर्देश दिया। सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कभी भी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकते हैं। 
    मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को कुल 230 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ था और रविवार को तीन अन्य राज्यों छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना के साथ नतीजे घोषित किए गए। कांग्रेस की हार के बाद रविवार को मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा था कि हम मध्यप्रदेश के मतदाताओं के जनादेश को स्वीकार करते हैं। हम विपक्ष की भूमिका निभाएंगे। साथ ही कमलनाथ ने भाजपा को बड़ी जीत के लिए बधाई दी और उम्मीद जताई कि भाजपा राज्य की जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करेगी।
    एमपी विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा ने 163 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत हासिल किया, जबकि कांग्रेस 66 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, जबकि भाजपा 109 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही थी। इसके बाद कमलनाथ ने राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। लेकिन पार्टी के भीतर बगावत के कारण 15 महीने में ही उनकी सरकार गिर गई थी।
    बता दें, कमलनाथ ने मंगलवार को दिन में भोपाल स्थित मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों और पदाधिकारियों के साथ चुनाव नतीजों पर समीक्षा बैठक की। उन्होंने एक पोस्ट में कहा, प्रत्याशियों और विधायकों ने जो प्राथमिक रिपोर्ट दी है, उस पर गंभीरता से चिंतन करने की आवश्यकता है और शीघ्र ही सभी प्रत्याशी विस्तृत रिपोर्ट मुझे देंगे। हम इस हार से सबक ले रहे हैं, कमियों को दूर कर रहे हैं और लोकसभा चुनाव की तैयारी में आज से ही जुट रहे हैं। कोई भी पराजय हौसले को नहीं हरा सकती।
    साभार अमर उजाला

  • मप्र में करारी हार के बाद दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर ईवीएम पर ठीकरा फोड़ा

    भोपाल। मध्य प्रदेश में करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ठीकरा एक बार फिर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर फोड़ दिया है। दिग्विजय ने कहा है कि पोस्टल बैलेट की गिनती में उनकी पार्टी 199 सीटों पर बढ़त में थी, लेकिन ईवीएम वोटों की गिनती में पिछड़ गई। दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा है कि चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता है। उन्होंने चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट से भारतीय लोकतंत्र को बचाने की अपील की है। रविवार को घोषित हुए चुनाव नतीजों में कांग्रेस पार्टी को मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हार का सामना करना पड़ा, जबकि तेलंगाना में उसकी जीत हुई है।
    चुनाव में कांग्रेस की हार की समीक्षा से पहले दिग्विजय सिंह ने ईवीएम पर सारा दोष मढ़ दिया है। सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक उन्होंने एक के बाद एक कई पोस्ट के जरिए सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म 'एक्स' पर दावा किया कि ईवीएम की वजह से ही उनकी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। दिग्विजय सिंह ने कहा, 'चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता है। मैं 2003 से ही ईवीएम से वोटिंग का विरोध करता रहा हूं। क्या हम इस बात की इजाजत दे सकते हैं कि भारतीय लोकतंत्र को पेशेवर हैकर्स नियंत्रित करें! यह मूल सवाल है जिसका जवाब सभी राजनीतिक दलों को देना चाहिए। माननीय चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट, क्या आप कृपया हमारे लोकतंत्र की रक्षा कर सकते हैं?' दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट के साथ एक पुराने न्यूज आर्टिकल को भी शेयर किया है जिसमें कहा गया है कि भाजपा ने हार के लिए ईवीएम को जिम्मेदार बताया।
    दिग्विजय सिंह ने वोटों की गिनती के कुछ पेपर साझा करते हुए कहा कि पोस्टल बैलेट की गिनती में उनकी पार्टी को 230 में 199 सीटों पर बढ़त हासिल हुई। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, 'पोस्टल बैलेज के जरिए कांग्रेस को वोट देनेवाले और हम पर भरोसा जतानेवाले सभी मतदाताओं का धन्यवाद! तस्वीरों के आंकड़ों में एक प्रमाण है जो यह बताता है कि पोस्टल बैलेट के जरिए हमें यानी कांग्रेस को 199 सीटों पर बढ़त है। जबकि इनमें से अधिकांश सीटों पर ईवीएम काउंटिंग में हमें मतदाताओं का पूर्ण विश्वास न मिल सका। यह भी कहा जा सकता है कि जब तंत्र जीतता है तो जनता (यानी लोक) हार जाती है। हमें गर्व है कि हमारे जमीनी कार्यकर्ताओं ने जी जान से कांग्रेस के लिए काम किया और लोकतंत्र के प्रति अपने विश्वास को पुख्ता किया।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्यप्रदेश में सीएम पद को लेकर दिल्ली पहुंचे दिग्गज, जीते सांसद देंगे इस्तीफा

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने तीन केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों को चुनाव मैदान में उतारा था। इसमें से दो मंत्री समेत पांच सांसद चुनाव जीते हैं। वहीं, एक केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और सतना से सांसद गणेश सिंह चुनाव हार गए हैं। अब जीते सांसदों को 14 दिनों में संसद की सदस्यता को लेकर निर्णय लेना होगा। ऐसा नहीं करने पर तय दिनों बाद उनकी लोकसभा की सदस्यता स्वत: ही समाप्त हो जाएगी। हालांकि, लोकसभा के चुनाव में पांच माह का ही समय बाकी है। ऐसे में वे सभी जीते सांसद अपना इस्तीफा देंगे, जिनको प्रदेश सरकार में कोई बड़ा पद मिलने की संभावना है। जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम को दिल्ली में भाजपा संसदीय दल की बैठक हो सकती है। इसमें मध्य प्रदेश समेत भाजपा द्वारा जीते गए तीनों राज्यों के मुख्यमंत्री और दिग्गजों को लेकर निर्णय हो सकता है। 
    उधर, संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया। इसमें शामिल होने के लिए सांसद दिल्ली पहुंचे। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल व ज्योतिरादित्य सिंधिया रविवार रात को ही दिल्ली रवाना हो गए थे। प्रह्लाद पटेल ने सोमवार को मध्य प्रदेश में जीत के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
    वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी सोमवार को दिल्ली पहुंचे। इसके बाद प्रदेश की सियासी हलचल बढ़ गई। दरअसल, इससे पहले विजयवर्गीय यह बयान दे चुके हैं कि प्रदेश का मुख्यमंत्री का नाम दिल्ली से ही तय होगा। वहीं, इंदौर में उनको सीएम बनाने को लेकर लॉबिंग भी शुरू हो गई है। उनके समर्थित विधायक रमेश मेंदोला ने उनको मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर दी है। हालांकि, पार्टी के नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री के नाम का फैसला विधायक दल की बैठक में होगा।  
    वहीं, भोपाल में भी सोमवार को पार्टी मुख्यालय से लेकर सीएम हाउस तक हलचल रही। मुख्यमंत्री निवास पर भी सीएम शिवराज से मिलने नए विधायक पहुंचते रहे। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने प्रदेश मुख्यालय में कई नेताओं से मुलाकात की और फोन पर भी जीते हुए विधायकों से चर्चा की।
    साभार अमर उजाला

  • तीन राज्यों में शानदार जीत, भाजपा अब केंद्र सरकार में फेरबदल की तैयारी में

    नई दिल्ली। हिंदी पट्टी के तीन राज्यों में शानदार जीत दर्ज कर सत्ता हासिल करने वाली भाजपा अब केंद्र सरकार में भी फेरबदल की तैयारी में है। पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्री परिषद में जल्दी ही कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं। चर्चा है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से आने वाले कुछ सांसदों को मौका मिल सकता है। पार्टी को लगता है कि इससे 2024 के लिए स्थानीय स्तर पर समीकरण मजबूत करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा राज्यों में विधायक चुने गए कुछ सांसदों से इस्तीफा भी लिया जा सकता है और उन्हें संबंधित प्रदेशों में कुछ अहम जिम्मेदारियां मिल सकती हैं। 
    केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रल्हाद पटेल ने मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में भी जीत हासिल की है। इसके अलावा रेणुका सिंह भी छत्तीसगढ़ से जीती हैं। अब इन मंत्रियों के भविष्य को लेकर भी चर्चाएं तेज हैं। इनके अलावा सांसदों की बात करें तो राकेश सिंह, रीती पाठक, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, दीया कुमारी, अरुण साव भी सांसद चुने गए हैं। इनमें से कुछ लोगों को केंद्र सरकार में हिस्सेदारी मिल सकती है। इनमें जिन लोगों के नाम खासतौर पर चर्चा में हैं, उनमें होशंगाबाद के सांसद उदय प्रताप सिंह, राजस्थान के किरोड़ी लाल मीणा और अलवर के सांसद बाबा बालकनाथ शामिल हैं।
    विधायक चुने गए मंत्रियों और सांसदों को अगले 14 दिनों अंदर विधानसभा या फिर संसद से इस्तीफा देना होगा। भाजपा के एक सीनियर नेता ने कहा कि ज्यादातर नेताओं को इसलिए विधानसभा चुनाव में उतारा गया था कि वे राज्यों में पार्टी को मजबूत करें। ऐसे में ज्यादा संभावना यही है कि सांसदों से कहा जाए कि वे लोकसभा छोड़ दें और राज्य में ही सक्रिय हों। इसके अलावा विधायक चुने गए तीन केंद्रीय मंत्रियों पर भी हाईकमान फैसला लेगा। वहीं फग्गन सिंह कुलस्ते और सांसद गणेश सिंह तो विधायक भी नहीं बन पाए।
    ऐसे में इन्हें आगे क्या जिम्मेदारी मिलेगी और क्या छिनेगा, इसकी भी चर्चाएं शुरू हो गई हैं। बीते कई महीनों से केंद्रीय कैबिनेट में बदलाव की चर्चाएं हैं। माना जा रहा है कि इन तीन राज्यों के नतीजों के बाद अब कभी भी बदलाव हो सकता है। हालांकि पूरी संभावना यही है कि जो सांसद इस्तीफा देंगे, उनकी सीटों पर उपचुनाव नहीं होगा। इसकी वजह यह है कि 6 महीने के भीतर उपचुनाव कराना होता है और 2024 के चुनाव में उससे कम का ही वक्त बचा है। ऐसे में संभावना है कि चुनाव ही न कराया जाए।  
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • तीन राज्यों में कांग्रेस की हार पर INDIA गठबंधन ने दी नसीहत, अकेले चुनाव नहीं जीत सकते

    नई दिल्ली। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के हाथ लगी करारी हार ने INDIA गठबंधन की एकता की कलई को खोल दिया है। एमपी में जहां कांग्रेस अपनी बड़ी जीत को लेकर तमाम दावे कर रही थी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ तक में अपनी सरकार बचाने में कामयाब नहीं हुई। कांग्रेस की इस हार पर अब INDIA गठबंधन ने उसे नसीहत दी है। सपा ने इसे घमंड की हार कहा तो जेडीयू बोली कि ये इंडिया गठबंधन  नहीं अकेले कांग्रेस की हार है। ये अकेले चुनाव नहीं जीत सकते। 
    एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने बंपर जीत के साथ हिन्दी बेल्ट में अपनी पकड़ और मजबूत कर ली है। 2024 से पहले बीजेपी की ये जीत लोकसभा चुनाव में उसकी हैट्रिक के लिए उम्मीद बनकर सामने आई है। रविवार देर शाम तीनों राज्यों में जीत के बाद पीएम मोदी ने इसे 2024 लोकसभा चुनाव का संकेत बताया तो इंडिया गठबंधन पर निशाना साधने से भी नहीं चूके। 
    पीएम मोदी और राहुल क्या बोले
    पीएम मोदी ने कहा, "मेरी कांग्रेस और उसके साथियों को सलाह है कि ऐसी राजनीति न करें जो देश विरोधी हो और उससे देश कमजोर हो।" उधर, राहुल गांधी ने हिन्दी बेल्ट के तीनों राज्यों में करारी हार को स्वीकार करते हुए अपनी लड़ाई जारी रखने की बात कही है। उन्होंने ट्वीट में कहा कि हम जनादेश को विनम्रता से स्वीकार करते हैं। बीजेपी के साथ हमारी विचारधारा की लड़ाई जारी रहेगी। 
    तेलंगाना में जीत राहत लाई 
    हालांकि कांग्रेस के लिए राहत की बात यह है कि तेलंगाना में उसकी पहली बार सरकार बनाने जा रही है। यहां कांग्रेस ने 69 सीटों के साथ बहुमत का आंकड़ा आसानी से पार कर लिया। जीत का सेहरा तेलंगाना कांग्रेस चीफ रेवंत रेड्डी के सिर बंधा है। पूरी संभावना है कि वह प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे। उधर, बीआरएस 40 का आंकड़ा तक पार नहीं कर सकी। बीजेपी के खाते में 8 सीटें आई हैं।
    INDIA गठबंधन में किसने क्या कहा
    तीन राज्यों में कांग्रेस की करारी हार पर INDIA गठबंधन का गुस्सा फूटा है। अखिलेश यादव की पार्टी सपा ने इसे कांग्रेस के घमंड की हार कहा। यहां यह भी गौर करने वाली बात है कि एमपी विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश और कमलनाथ में सीट बंटवारे को लेकर गहमा-गहमी सामने आई थी।
    उधर, नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने कांग्रेस की हार पर नमक छिड़का है। कहा कि ये गठबंधन नहीं सिर्फ कांग्रेस की हार है। इस हार से यह भी साफ हो गया है कि कांग्रेस चुनाव अकेले नहीं जीत सकती।
    एमपी-राजस्थान और छत्तीसगढ़ में रिजल्ट कैसा रहा
    मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी 164 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। कांग्रेस के खाते में 65 सीटें आई। अन्य के पास एक सीट आई है। यहां बीजेपी की 2003 से सरकार है। हालांकि 2018 में दो साल के लिए कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी थी जो 2020 में गिर गई। 
    उधर, राजस्थान में शुरुआती मुकाबला कांटे का लग रहा था लेकिन, जल्द ही बीजेपी ने बढ़त हासिल की और फिर कांग्रेस को आगे बढ़ने का मौका नहीं दिया। बीजेपी ने यहां 115 सीटें जीतकर बहुमत हासिल कर लिया है। कांग्रेस को 69 सीट मिली हैं। वहीं, अन्य के खाते में 15 सीटें आई हैं। 
    छत्तीसगढ़ चुनाव बड़ा रोचक रहा। कई एग्जिट पोल्स में यहां कांग्रेस की जीत के दावे किए जा रहे थे लेकिन, बीजेपी ने सभी भविष्यवाणियों को धताते हुए यहां भी जीत दर्ज की है। बीजेपी के खाते में कुल 90 में से 54 सीटें आई हैं। जबकि कांग्रेस 35 से आगे नहीं बढ़ पाई। अन्य के पास एक सीट आई।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार, जाने सबसे बड़ी जीत और सबसे छोटी जीत

    भोपाल। मध्यप्रदेश में भाजपा ने स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बना ली है। भाजपा को 163 सीटें मिली हैं तो कांग्रेस को 66 सीटों पर संतोष करना पड़ा है। हम आपको बता रहे हैं कि प्रदेश की पांच सबसे बड़ी और सबसे छोटी जीत किसके हिस्से आई हैं। 
    सबसे बड़ी जीत- प्रदेश में सबसे बड़ी जीत रमेश मेंदोला की रही। मेंदोला इंदौर की विधानसभा नंबर 2 से मैदान में थे। उन्होंने कांग्रेस के चिंटू चौकसे को एक लाख सात हजार सैंतालीस मतों से हराया है। दूसरी सबसे बड़ी जीत भाजपा की कृष्णा गौर की रही। कृष्णा भोपाल की गोविंदपुरा से मैदान में थीं, उन्होंने कांग्रेस के रवींद्र साहू को एक लाख छह हजार छ सौ अड़सठ मतों से हराया। तीसरी बड़ी जीत सीएम शिवराज सिंह चौहान की रही। शिवराज ने सीहोर जिले की बुधनी से चुनाव लड़ा और कांग्रेस के विक्रम मस्ताल को एक लाख चार हजार नौ सौ चौहत्तर वोटों से हराया। चौथी बड़ी जीत भी भाजप की ही रही। भोपाल की हुजूर विधानसभा से मैदान में रहे रामेश्वर शर्मा 97910 मतों से जीते हैं। उन्होंने कांग्रेस के नरेश ज्ञानचंदानी को हराया है। पांचवी बड़ी जीत नौंवी बार विधायक बने गोपाल भार्गव की रही। उन्होंने सागर जिले की रहली से चुनाव लड़ा और कांग्रेस की ज्योति पटेल को 72800 वोटों से हराया। 
    सबसे छोटी जीत- जहां कुछ प्रत्याशी लाखों वोटों से जीते तो कुछ ऐसे रहे जो चंद वोटों से जीते या यूं कहें नजदीकी मुकाबले में विधायक चुने गए। प्रदेश की सबसे छोटी जीत भाजपा के शाजापुर प्रत्याशी अरुण भीमावत की रही। उन्होंने कांग्रेस के हुकुमसिंह कराड़ा को 28 वोटों से हराया। दूसरी नजदीकी जीत भी भाजपा की रही। वारासिवनी से भाजपा के प्रदीप जायसवाल ने कांग्रेस के विवेक पटेल को 46 मतों से हराया है। उन्होंने रीकाउंटिंग में जीत हासिल की है। प्रदेश की तीसरी सबसे कम अंतर वाली जीत कांग्रेस के दिनेश जैन बॉस की रही। 
    उन्होंने महिदपुर से चुनाव लड़ा और भाजपा के बहादुर सिंह चौहान को 290 मतों से हराया। चौथी सबसे छोटी जीत धरमपुरी के कालूसिंह ठाकुर की रही। उन्होंने कांग्रेस के पांचीलाल मेड़ा को 356 वोटों से हराया। पांचवीं सबसे कम अंतर वाली जीत बैहर के संजय उइके की रही। संजय ने भाजपा के भगत सिंह नेताम को 551 वोटों से हराया। 
    साभार अमर उजाला

  • प्रदेश में नरोत्तम मिश्रा सहित 12 मंत्री हारे, 20 जीते

    भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना करीब-करीब पूरी हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत 32 मंत्री मैदान में उतरे थे। जिनमें 12 की हार हुई, वहीं 20 ने जीत दर्ज की है।  हालांकि, दतिया में प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा हार गए हैं। 
    इन मंत्रियों ने नहीं लड़ा चुनाव
    बता दें कि शिवपुरी से खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया चुनाव नहीं लड़ रही। वहीं, भिंड जिले के मेहंगाव से विधायक और नगरीय विकास एवं आवास के राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया का टिकट काट दिया गया है।
    2018 में नतीजे क्या रहे थे?
    मध्यप्रदेश में पिछला विधानसभा चुनाव कई मायनों में बेहद रोमांचक रहा था। 230 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को बहुमत से दो कम 114 सीटें मिलीं थीं। वहीं, भाजपा 109 सीटों पर आ गई। हालांकि, यह भी दिलचस्प था कि भाजपा को 41% वोट मिले, जबकि कांग्रेस को 40.9% वोट मिला था। बसपा को दो जबकि अन्य को पांच सीटें मिलीं। नतीजों के बाद कांग्रेस ने बसपा, सपा और अन्य के साथ मिलकर सरकार बनाई। इस तरह से राज्य में 15 साल बाद कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार बनी और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे। हालांकि लगभग 15 महीने बाद ही ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके खेमे के मंत्रियों ने बगावत कर दी, इससे कांग्रेस की सरकार गिर गई। सिंधिया ने समर्थकों के साथ भाजपा जॉइन कर ली थी। भाजपा फिर सत्ता में लौट आई थी।
    प्रदेश के मंत्रियों की स्थिति
    सीट क्र हॉट सीट भाजपा सरकार के मंत्री कांग्रेस प्रत्याशी परिणाम/रुझान
    156 बुधनी शिवराज सिंह चौहान (मुख्यमंत्री)  विक्रम मस्ताल  शिवराज जीते
    22 दतिया नरोत्तम मिश्रा (गृह, संसदीय कार्य, विधि एवं विधायी कार्य मंत्री) राजेंद्र भारती मिश्रा हारे
    39 रहली गोपाल भार्गव (लोक निर्माण विभाग मंत्री) ज्योति पटेल भार्गव जीते
    211 सांवेर तुलसी सिलावट (जल संसाधन, मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास मंत्री) रीना बौरासी सिलावट जीते
    176 हरसूद विजय शाह (वन मंत्री) सुखराम सालवे विजय शाह जीते
    225 मल्हारगढ़ जगदीश देवड़ा (वित्त मंत्री) परशुराम सिसौदिया जगदीश देवड़ा जीते
    87 अनुपूपर बिसाहूलाल (खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण)  रमेश सिंह बिसाहूलाल जीते
    36 खुरई भूपेंद्र सिंह (नगरीय प्रशासन विभाग)  रक्षा राजपूत भूपेंद्र सिंह जीते
    90 मानपुर मीना सिंह (आदिम जाति कल्याण)  तिलकराज सिंह मीना सिंह जीती
    135 हरदा कमल पटेल (कृषि मंत्री)  रामकिशोर डोगने कमल पटेल हारे
    37 सुरखी गोविंद सिंह राजपूत (राजस्व, परिवहन मंत्री) नीरज शर्मा गोविंद सिंह राजपूत जीते
    60 पन्ना बृजेंद्र प्रताप सिंह (खनिज संसाधन विभाग  मंत्री) भरत मिलन पांडेय बृजेंद्र प्रताप सिंह जीते
    151 नरेला विश्वास सारंग (चिकित्सा शिक्षा मंत्री)  मनोज शुक्ला विश्वास सारंग जीते
    142 सांची प्रभुराम चौधरी (लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री) जीसी गौतम प्रभुराम चौधरी जीते
    28 बमोरी महेंद्र सिंह सिसोदिया (पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री) ऋषि अग्रवाल महेंद्र सिंह सिसोदिया हारे
    15 ग्वालियर सीट प्रद्मुम सिंह तोमर (ऊर्जा मंत्री)  सुनील शर्मा तोमर जीते
    190 बड़वानी प्रेम सिंह पटेल (पशुपालन, समाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन) राजन मंडलौई प्रेम सिंह पटेल हारे
    230 जावद ओम प्रकाश सखलेचा (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, विज्ञान और प्रौद्योगिकी) समंदर पटेल ओम प्रकाश सखलेचा आगे
    209 महू ऊषा ठाकुर (पर्यटन, संस्कृति अध्यात्म) रामकिशोर शुक्ला ठाकुर जीतीं
    9 अटेर अरविंद सिंह भदौरिया (सहकारिता, लोक सेवा प्रबंधन) हेमंत कटारे भदौरिया हारे
    217 उज्जैन दक्षिण मोहन यादव (उच्च शिक्षा मंत्री)  चेतन यादव मोहन यादव जीते
    226 सुवासरा हरदीप सिंह डंग (नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा, पर्यावरण) राकेश पाटीदार हरदीप सिंह डंग जीते
    202 बदनावर राजवर्धन सिंह (औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन) भंवर सिंह शेखावत राजवर्धन हारे
    74 रीवा राजेंद्र शुक्ल (जनसंपर्क मंत्री)  राजेंद्र शर्मा राजेंद्र शुक्ल जीते
    111 बालाघाट गौरीशंकर बिसेन  अनुभा मुंजारे गौरीशंकर बिसेन हारे
    14 ग्वालियर ग्रामीण भारत सिंह कुशवाह (राज्य मंत्री-उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण -स्वतंत्र प्रभार) साहब सिंह गुर्जर कुशवाह हारे
    168 शुजालपुर इंदर सिंह परमार  (राज्य मंत्री-स्कूल शिक्षा मंत्री -स्वतंत्र प्रभार) रामसिंह सिकरवार इंदर सिंह परमार जीते
    66 अमरपाटन रामखेलावन  (राज्य मंत्री-पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री) राजेंद्र कुमार सिंह रामखेलावन हारे
    110 परसवाड़ा राम किशोर कांवरे  (राज्य मंत्री-आयुष -स्वतंत्र प्रभार) मधु भगत राम किशोर कांवरे हारे
    34 मुंगावली बृजेंद्र सिंह यादव  (राज्य मंत्री-लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी) यादवेंद्र यादव बृजेंद्र सिंह यादव जीते
    24 पोहरी सुरेश धाकड़  (राज्य मंत्री-लोक निर्माण विभाग) कैलाश कुशवाह सुरेश धाकड़ हारे
    47 खरगापुर राहुल लोधी (राज्य मंत्री) चंदा सिंह गौर राहुल लोधी हारे

  • मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में स्पष्ट बहुमत के बाद अब सीएम पद के दावेदारों पर फोकस

    नई दिल्ली। मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिल गया है। मध्य प्रदेश में भाजपा प्रचंड बहुमत पाकर 163 सीटें जीतने में सफल रही। वहीं राजस्थान में भाजपा को 115 सीटों पर जीत मिली। छत्तीसगढ़ में भाजपा 54 सीटें जीतकर सत्ता कब्जाने में सफल रही है। मिजोरम में मतगणना जारी है। 
    मध्य प्रदेश में भाजपा की प्रचंड जीत में शिवराज सरकार की लाडली बहना योजना की खूब चर्चा हो रही है। कई नेताओं का कहना है कि यह योजना भाजपा सरकार के लिए गेमचेंजर साबित हुई। इनके अलावा पीएम मोदी के चेहरे, संगठन की शक्ति के दम पर भाजपा ने लगातार पांचवी बार कांग्रेस को पटखनी दी। 
    चुनाव नतीजों के बाद अब सभी की निगाहें सीएम पद के संभावित दावेदारों पर टिक गई हैं। राजस्थान की बात करें तो यहां कई नामों की चर्चा है। इनमें पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और महंत बालक नाथ के नामों की चर्चा है। इनके अलावा राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सीपी जोशी भी इस दौड़ में शामिल हैं। 

  • कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा बयान, बोले- मप्र में पीएम मोदी  और शाह की वजह से मिली जीत

    इंदौर। मप्र विधानसभा चुनाव में लाड़ली बहना योजना को जीत का श्रेय देने की खबरों के बीच कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा है कि मप्र में भाजपा को जीत पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की वजह से मिली है। विजयवर्गीय ने कहा कि मप्र के साथ छग और राजस्थान में भी भाजपा को जीत मिली जबकि वहां पर लाड़ली बहना योजना नहीं थी। यहां तक कि विजयवर्गीय ने इस प्रश्न को पूछने पर यह भी कह दिया कि आप लोग दरबारी जैसे प्रश्न पूछते हो। अब राजनीतिक गलियारों में विजयवर्गीय के इस बयान के कई अर्थ निकाले जा रहे हैं। गौरतलब है कि दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात के बाद भी कैलाश विजयवर्गीय ने यह कहा था कि मप्र में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा यह दिल्ली के नेता तय करेंगे।  
    मप्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा को मिले प्रचंड बहुमत को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जिस दिन इंदौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रोड शो हुआ था उसी दिन मैंने कह दिया था कि हम इंदौर की सभी नौ और प्रदेश में 160 से ज्यादा सीटें जीतेंगे। मैंने कहा था कि हम मालवा में सबसे ज्यादा वोटों से जीतेंगे, वह रिकॉर्ड तोड़ा। छत्तीसगढ़ में हमारी ग्रेट विक्ट्री है जिसकी हमें खुद कल्पना नहीं थी। राजस्थान में भी अच्छी जीत हासिल की है। इस तरह तीन राज्यों से सरकार बनाना साफ दिखाई देता है कि हम अगला लोकसभा चुनाव 400 से ज्यादा सीटों से जीतेंगे।
    कैलाश विजयवर्गीय ने यह भी कहा कि मुझे इंदौर के लोगों ने भरपूर प्यार दिया। मेरे बारे में कहा जा रहा था कि मैं बाहरी हूं लेकिन मुझे विधानसभा एक के लोगों ने दिल खोलकर वोट दिए। इंदौर और मालवा निमाड़ के परिणाम ने यह साबित कर दिया है कि पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा संगठन की नीतियों लोगों का लगातार विश्वास जीत रही हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • मध्यप्रदेश - रुझानों में 150 के पार हुई भाजपा,. कांग्रेस पीछड़ी

    भोपाल।  मध्य प्रदेश में विधानसभा का नतीजा घोषित हो रहा है। मध्य प्रदेश की सभी 230 सीटों पर वोटों की गिनती चल रही है। सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती चल रही है। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती की जा रही है और इसके बाद ईवीएम खुलेंगे। शुरुआती रुझानों में भाजपा ने कांग्रेस के मुकाबले अच्छी बढ़त बना ली है। मध्य प्रदेश में दो दशक से सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का राज कायम रहेगा या फिर राज्य की कमान कांग्रेस के हाथ जाएगी यह दोपहर तक तय हो जाएगा।
    9:50- मध्य प्रदेश में 230 सीटों के रुझान आ गए हैं। भाजपा 150 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस 78 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
    9-29: चुनाव आयोग ने 15 सीट के रुझान बताए हैं। भाजपा 13 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस महज 2 सीटों पर बढ़त हासिल कर सकी है।
    9:18- मध्य प्रदेश में 225 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं। भाजपा 135 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस 89 सीटों पर बढ़त बना चुकी है।
    9:11- चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश में अभी तक एक ही सीट का रुझान बताया है। पहला रुझान भाजपा के पक्ष में गया।
    9:05- मध्य प्रदेश में 210 सीटों के रुझान सामने आ चुके हैं। मध्य प्रदेश में रुझानों में भाजपा को बहुमत, कांग्रेस भी शतक की ओर बढ़ी। भाजपा 117 सीटों और कांग्रेस 93 सीटों पर आगे चल रही है।
    8:55- मध्य प्रदेश में 176 सीटों के रुझान सामने आ चुके हैं। भाजपा 101 सीटों पर आगे निकल चुकी है और कांग्रेस 75 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
    8:50- मध्य प्रदेश में 150 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं। भाजपा 83 सीटों पर बढ़त बना चुकी है। कांग्रेस 67 सीटों पर आगे चल रही है। 
    8:41- मध्य प्रदेश में 135 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं। भाजपा 77 सीटों पर बढ़त बना चुकी है तो कांग्रेस 58 सीटों पर आगे चल रही है।
    8:33- मध्य प्रदेश में 115 सीटों के रुझान आ गए हैं। भाजपा 66 और कांग्रेस 49 सीटों पर आगे चल रही है।
    8:27- मध्य प्रदेश में 106 सीटों के रुझान सामने आए हैं। पोस्टल बैलेट की गिनती में भाजपा 63 और कांग्रेस 43 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, ईवीएम खुलने के बाद आंकड़े पलट भी सकते हैं।
    8:23- मध्य प्रदेश में 102 सीटों से रुझान मिल चुके हैं। भाजपा 65 और कांग्रेस 37 सीटों पर आगे चल रही है।
    8:15- भाजपा 26 और कांग्रेस 19 सीटों पर आगे चल रही है।
    8:10- पोस्टल बैलेट की गिनती में भाजपा आगे चल रही है। 20 सीटों पर भाजपा और 15 सीटों पर कांग्रेस आगे चल रही है।
    8:30- मध्य  प्रदेश में वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। सभी 230 सीटों पर वोटों की गिनती सुबह 8 बजे शुरू हो गई।
    7:30- मध्य प्रदेश में काउंटिंग शुरू होने से पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता और मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार बनने जा रही है। नरोत्तम ने कहा कि भाजपा 125-150 सीटों पर जीत हासिल करेगी।
    7:05- भाजपा नेता अरविंद सिंह भदौरिया ने कहा कि कांग्रेस के दावे खोखले हैं। उन्होंने कहा कि जनता के आशीर्वाद से भाजपा शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में एक बार फिर सरकार बनाने जा रही है
    6:50 काउंटिंग शुरू होने से पहले कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने जीत का भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस 135 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगी।
    6:40- वोटों की गिनती की तैयारी सभी मतगणना केंद्रों पर अंतिम चरण में है। सुरक्षा के भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
    एग्जिट पोल्स का मिलाजुला अनुमान
    30 नवंबर को मध्य प्रदेश को लेकर कई एग्जिट पोल सामने आए। कुछ में भाजपा की सरकार बनने की भविष्यवाणी की गई तो कुछ में कांग्रेस सरकार बनने की बात कही गई। एबीपी न्यूज सी वोटर के एग्जिट पोल में कांग्रेस को 113-137 सीटें और भाजपा को 88-112 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया। इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया ने भाजपा को 140-162 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की थी। कुछ सर्वे में दोनों दलों के बीच कांटे की टक्कर बताई गई थी।
    17 नवंबर को डाले गए थे वोट
    मध्य प्रदेश में सभी 230 सीटों पर 17 नवंबर को वोट डाले गए थे। इस बार राज्य की जनता ने बढ़चढ़कर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मध्य प्रदेश में 76 फीसदी से अधिक मतदान हुआ। वोटिंग के दौरान कुछ सीटों पर छिटपुट हिंसा भी हुई थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 4 राज्यों के ताजा रुझानों में आगे भाजपा, क्या कांग्रेस को लगेगा झटका?

    नई दिल्ली।  चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में वोटों की गिनती जारी है। ताजा रुझानों में तीन राज्यों में बीजेपी और सिर्फ एक में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है। कांग्रेस को जहां राजस्थान में अपनी सरकार जाती नजर आ रही है, वहीं दक्षिण से उसके लिए गुड न्यूज देखने को मिल रही है। 9.30 बजे तक के ताजा रुझानों में दक्षिणी राज्य तेलंगाना की कुल 119 सीटों में कांग्रेस 71 पर आगे चल रही है, जबकि सत्तारूढ़ केसीआर की पार्टी भारत राष्ट्र समिति सिर्फ 36 सीटों पर आगे चल रही है।
    मध्य प्रदेश की कुल 230 सीटों में से 195 पर मिले ताजा रुझानों के मुताबिक बीजेपी 138 पर जबकि कांग्रेस 89 पर आगे चल रही है। राजस्थान में बीजेपी ने सत्ताधारी कांग्रेस को ताजा रुझानों में पछाड़ दिया है। 199 सीटों पर हुए चुनावों में फिलहाल  बीजेपी ताजा रुझानों में 107 पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस 80 सीटों पर आगे चल रही है। छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी कांग्रेस भी हार की ओर बढ़ती दिख रही है। वहां की कुल 90 सीटों में से 48 पर बीजेपी आगे चल रही है, जबकि 40 पर कांग्रेस आगे चल रही है। बता दें कि ये रुझान अभी शुरुआती हैं और इसमें उलटफेर हो सकते हैं।
    आपको बता दें कि मध्य प्रदेश की 230 सीट, छत्तीसगढ़ की 90 सीट, तेलंगाना की 119 सीट और राजस्थान की 199 सीट के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई है।  राजस्थान में एक विधानसभा सीट पर उम्मीदवार की मृत्यु होने के कारण चुनाव टाल दिया गया था। 
     भाजपा गुजरात की जीत की लय को मध्य प्रदेश में दोहराने की कोशिश कर रही है। गुजरात में भाजपा 1998 से शासन कर रही है। मध्य प्रदेश में चार बार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान फिर से अपनी सरकार बनाने की उम्मीद कर रहे हैं। भाजपा राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी जीत हासिल करने की उम्मीद कर रही है और वह लोकसभा चुनाव से पहले हिंदी भाषी राज्यों में अपनी पकड़ फिर से हासिल करना चाहती है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • तीनों राज्यों में कांग्रेस से काफी आगे भाजपा

    नई दिल्ली। तीन राज्यों के रुझान लगभग-लगभग वैसी ही तस्वीर पेश कर रहे हैं, जिसका अनुमान एग्जिट पोल्स और राजनीतिक विश्लेषकों ने लगाया था। सिर्फ छत्तीसगढ़ में ही अनुमान पलटते हुए दिखाई दे रहे हैं। सबसे पहले बात मध्य प्रदेश की। सुबह आठ बजे जब मतगणना की शुरुआत हुई तो भाजपा के मुकाबले कांग्रेस एक सीट से आगे थी, लेकिन सुबह साढ़े नौ बजे तक यहां तस्वीर पलट गई और भाजपा बहुमत के आंकड़े को पार कर गई। राजस्थान में भी ऐसा ही था। कांग्रेस ने शुरुआत तो बढ़त के साथ की, लेकिन मतगणना शुरू होने के 15 मिनट बाद ही वह भाजपा से पिछड़ गई। डेढ़ घंटे बाद कांग्रेस के मुकाबले भाजपा तकरीबन 20 सीटों से आगे हो गई। 
    छत्तीसगढ़ में शुरुआती 90 मिनट के रुझानों में कांग्रेस भाजपा से आगे रही, लेकिन 91वें मिनट से मामला बराबरी पर आ गया और अब पार्टी कहीं आगे दिख रही है। उधर, तेलंगाना में बीआरएस शुरुआत से ही पीछे रही और कांग्रेस मजबूती के साथ बहुमत के आंकड़ों से आगे निकल गई। जब शुरुआती ढाई घंटे के रुझानों में तस्वीर काफी साफ हो चुकी है तो सवाल उठ रहा है कि अब राज्यों में क्या समीकरण बन रहे हैं और आगे क्या होने जा रहा है?
    सबसे पहले उन तीन राज्यों के बारे में जानिए जहां भाजपा ने मुख्यमंत्री पद का कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया और कांग्रेस की तरफ से चेहरे स्पष्ट थे...
    1. मध्य प्रदेश में अब क्या होगा?
    अब तक के रुझानों में भाजपा और कांग्रेस में करीब 75 से ज्यादा सीटों का फर्क है। 230 सीटों वाले राज्य में भाजपा बहुमत के आंकड़े से काफी आगे निकल चुकी है। पिछली बार यहां भाजपा 109 पर थम गई थी और कांग्रेस 114 के साथ चुनाव जीत गई थी। हालांकि, वह सत्ता बरकरार नहीं रख पाई। अब बड़ा सवाल यह है कि मध्य प्रदेश में सत्ता की कमान किसके हाथ में होगी? 
    यहां कई बड़े नेता मैदान में थे। कांग्रेस की 15 महीने की सरकार गिराकर फिर मुख्यमंत्री बने शिवराज सिंह चौहान के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद सिंह पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते के साथ-साथ गृह मंत्री नरोत्तम मिश्र और कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने भी इस बार चुनाव लड़ा। यहां अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या शिवराज की ही दोबारा ताजपोशी होगी। अगर हां, तो क्या भाजपा असंतोष को रोकने और लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन को दोहराने के लिए क्या दो डिप्टी सीएम का फॉर्मूला अपनाएगी। अगर दो डिप्टी सीएम बनाए जाते हैं तो इस दौड़ में कैलाश विजयवर्गीय और प्रहलाद सिंह पटेल सबसे आगे नजर आते हैं। एग्जिट पोल आने के बाद विजयवर्गीय की अमित शाह से मुलाकात हो चुकी है। वहीं, रुझानों के बीच मुख्यमंत्री शिवराज से मिलने ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचे। उधर, कांग्रेस के खेमे में यह सवाल उठेगा कि हार का ठीकरा किसके सिर फोड़ा जाए। यहां कांग्रेस के सबसे बड़े नेता कमलनाथ ही हैं और आलाकमान का पूरा समर्थन उन्हें हासिल था। 
    2. राजस्थान में अब क्या होगा?
    200 सीटों वाले राजस्थान में हर बार सत्ता बदल जाने का रिवाज बरकरार है। पिछली बार कांग्रेस को 100 सीटें मिली थीं और भाजपा 73 सीटों पर थी। कई सारी योजनाओं और गारंटियों के बाद भी अशोक गहलोत अपना जादू कायम नहीं रख सके। यहां अब बड़ा सवाल ही है कि भाजपा की सरकार बनने पर मुख्यमंत्री कौन बनने जा रहा है? वसुंधरा राजे दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। इस बार भी उन्होंने चुनाव लड़ा, लेकिन राज्य में समीकरण बदल चुके थे। भाजपा के पास यहां ऐसे नेताओं की फेहरिस्त हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री बनाने पर विचार किया जा सकता है। इनमें प्रमुख नाम हैं- राजेंद्र राठौड़, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, दीया कुमारी और सतीश पूनिया। ये सभी तो चुनावी मैदान में थे। हालांकि, चुनावी पोस्टरों में पीएम मोदी के अलावा सिर्फ वसुंधरा और राजेंद्र राठौड़ की ही तस्वीरें दिखाई दीं। जब चुनावों की घोषणा हुई तो चर्चा केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के नाम की भी रही। हालांकि, एग्जिट पोल आने के बाद से सबसे ज्यादा सक्रिय वसुंधरा राजे ही हैं। 
    3. छत्तीसगढ़ में क्या फंसेगा पेंच?
    90 सीटों वाले छत्तीसगढ़ में फिलहाल ऐसा ही नजर आ रहा है। रुझानों में पहले कांग्रेस भाजपा से आगे रही, लेकिन यहां अब 2013 जैसी तस्वीर बनती दिख रही है, जब आखिर तक भाजपा-कांग्रेस के बीच दो-चार सीटों का ही फासला रहा, लेकिन भाजपा सरकार बनाने में कामयाब रही थी। फिलहाल अगले कुछ घंटों में यहां स्थिति साफ होने की उम्मीद कम दिख रही है। अगर मामला यहां ऐसा ही बना रहता है तो रिजॉर्ट पॉलिटिक्स जैसी बाड़ेबंदी देखने को मिल सकती है। रुझानों की मौजूदा स्थिति बता रही है कि कांग्रेस को यहां नुकसान हुआ है। भूपेश बघेल 2018 में जीती 68 सीटों जैसी बढ़त बरकरार नहीं रख पाए। वहीं पिछले चुनाव में 15 सीटों पर सिमट चुकी भाजपा को बढ़त हासिल हुई है। यहां भाजपा की तरफ से पुराना चेहरा रमन सिंह का ही है। हालांकि, उन्हें पार्टी ने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर प्रोजेक्ट नहीं किया था। वहीं अगर कांग्रेस सरकार बनाने की स्थिति में आती है तो भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव में से कौन बाजी मारेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।
    4. तेलंगाना में क्या हुआ?
    यहां 119 सीटें हैं। पिछली बार बीआरएस को 88 सीटें और कांग्रेस को 19 सीटें मिली थीं। इस बार बाजी पलट गई है। जितनी सीटों पर बीआरएस को नुकसान हुआ है, उतनी ही सीटों पर कांग्रेस मजबूत हुई है। यहां छह साल पहले तेदेपा से आए ए. रेवंत रेड्डी ने कांग्रेस की किस्मत पलट दी है। रेड्डी की अध्यक्षता में पार्टी न सिर्फ जीत रही है, बल्कि खुद रेड्डी मुख्यमंत्री केसीआर के खिलाफ जीत दर्ज करते दिखाई दे रहे हैं। केसीआर रेवंत रेड्डी के खिलाफ कामारेड्डी सीट पर पीछे चल रहे हैं। इसके अलावा वे अपनी परपंरागत सीट गजवेल से भी पीछे हैं। यहां कांग्रेस ने अपने कर्नाटक के सभी बड़े चेहरों को प्रचार में लगाया था। पार्टी को इसका फायदा होता दिख रहा है। कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार एग्जिट पोल आने के बाद से लगातार सक्रिय हैं और अन्य दलों के भी संपर्क में हैं। रेवंत रेड्डी के अलावा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी और पार्टी के दलित चेहरा मल्ली भट्टी विक्रमार्का और कुमाटी वेंकट रेड्डी भी सीएम पद की दौड़ में हैं।
    साभार अमर उजाला

  • इंदौर में कार्यकर्ताओं ने निकाली रैली, सभी 9 सीट पर भाजपा चल रही आगे

    इंदौर। इंदौर विधानसभा की सभी सीटों के रुझान सामने आ रहे हैं। भाजपा के कैलाश विजयवर्गीय आगे चल रहे हैं तो वहीं, कांग्रेस के जीतू पटवारी काफी पीछे हैं।
    शुरुआती परिणामों के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है  नेहरू स्टेडियम के आसपास बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता आ चुकी हैं। ढोल नगाड़े बज रहे हैं, पटाखे फोड़े जा रहे हैं और रैलियां निकाली जा रही हैं। स्टेडियम के आसपास बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं। इंदौर जिले की सभी 9 सीटों पर भाजपा लगातार आगे चल रही है।
    इंदौर की सभी 9 विधानसभा सीट पर भाजपा आगे है। भाजपा में कैलाश विजयवर्गीय, रमेश मेंदोला, गोलू शुक्ला, मालिनी गौड़, महेंद्र हार्डिया, मनोज पटेल, तुलसी सिलावट, मधु वर्मा, ऊषा ठाकुर सभी आगे चल रहे हैं। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने रैलियां निकलना शुरू कर दी हैं। भाजपा के कार्यकर्ता अलग-अलग गुटों में सभी जगह नारेबाजी करते हुए देखे जा सकते हैं। भाजपा कार्यालय के बाहर पटाखे फटना शुरू हो गए हैं।
    सुबह नेताओं ने मंदिरों में दर्शन किए फिर मतगणना स्थल पर पहुंचे। खजराना गणेश मंदिर में पिंटू जोशी और संजय शुक्ला एक साथ दर्शन करने के लिए पहुंचे। शुरुआती परिणामों में कैलाश विजयवर्गीय आगे चल रहे हैं और जीतू पटवारी पीछे चल रहे हैं। 
    सर्द हवाओं और कोहरे के बीच रातभर यहां पर पुलिस और नेताओं के समर्थकों की तैनाती रही। ईवीएम की सुरक्षा और सुबह मतगणना के लिए सभी तैयारियां करते रहे। 
    इंदौर जिले में मतगणना के लिए नेहरू स्टेडियम में अल सुबह से ही अधिकारी और कर्मचारी मौके पर तैनात हैं।  indore election live result देखने के लिए नेताओं के समर्थकों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। इंदौर में 9 सीटों के लिए मतगणना होना है। chunav में मिले वोटों की counting पर सभी की नजर है। हर राउंड के बाद वोटों की संख्या घोषित की जाएगी। 9.30 से 10 बजे के बीच पहला राउंड पूरा होने की उम्मीद है। 
    साभार अमर उजाला

  • रुझानों में मध्यप्रदेश कांग्रेस को तगड़ा झटका लगते आ रहा नजर... हार के पांच बड़े कारण

    भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। अब तक के रुझानों के अनुसार, सत्तारूढ़ भाजपा जीत की ओर बढ़ती मालूम पड़ रही है। मध्य प्रदेश की 230 सीटों में से 162 सीटों पर भाजपा आगे है, जबकि कांग्रेस 65 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। अब तक के रुझानों में कांग्रेस की हार और भाजपा की प्रचंड जीत के संकेत हैं। सत्ता विरोधी लहर के बावजूद भाजपा एकबार फिर सरकार बनाने की ओर है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की हार के पीछे पांच कौन से कारण रहे। उन वजहों पर एक नजर...
    1- गुटबाजी ने डुबोई लुटिया 
    इस बार मध्य प्रदेश में कांग्रेसी खेमे में तगड़ी गुटबाजी देखने को मिली। बागी कांग्रेस नेतृत्व को सीधी चुनौतियां देते नजर आए। कई सीटों पर कांग्रेस अपने बागियों के खिलाफ ही जूझती नजर आई। भाजपा नेताओं ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच अंदरूनी खींचतान के आरोप लगाते नजर आए। यही नहीं गंभीर मसलों पर कमलनाथ और दिग्विजय के बयानों में भी अंतर नजर आया। वहीं कांग्रेस नेता खुद को एकजुट साबित करने के बाजाए ज्योतिरादित्य सिंधिया को ही कोसते नजर आए। 
    2- वादों पर नहीं जगा भरोसा 
    कांग्रेस ने घोषणा-पत्र में 1,200 से अधिक वादे किए थे। फिर भी वह लोगों का यकीन हासिल करने में विफल रही। पूर्व की कमलनाथ सरकार के कामकाज को लोगों ने देखा था। भाजपा के नेता कमलनाथ पर वादों से मुकरने का आरोप लगाते रहे। भाजपा नेताओं का कहना था कि कमलनाथ की सरकार ने कर्ज माफी के नाम पर लोगों को छलने का काम किया था। वहीं कांग्रेस के नेता अपने वादों पर लोगों का भरोसा जीतने में सफल नहीं हो सके। वे लोगों को यकीन नहीं दिला पाए कि जो वादे उन्होंने किए हैं, वे जरूर पूरे होंगे। 
    3- नेतृत्व में नहीं जगा यकीन
    कांग्रेस की प्रदेश यूनिट ओर से सूबे में कमलनाथ को चेहरा बताया गया। वहीं केंद्रीय नेता के तौर पर राहुल गांधी के चेहरे को दिखाने की कोशिश की गई। दूसरी ओर भाजपा ने अपना सीएम चेहरा नहीं घोषित किया था। भाजपा ने पूरा चुनाव मोदी के चेहरे पर लड़ा। मोदी के व्यक्तित्व ने लोगों को प्रभावित किया। मोदी के मुकाबले राहुल की छवि कारगर नहीं साबित हो पाई। शिवराज के पीछे भाजपा की पूरी फौज नजर आई। केंद्र पीछे खड़ा नजर आया तो दूसरी ओर कमलनाथ अपने बलबूते जूझते नजर आए।     
    4- कांग्रेस का कमजोर अभियान
    सूबे में कांग्रेस का अभियान फीका नजर आया। चुनावी विश्लेषकों का कहना है कि जमीन पर कांग्रेस का अभियान लोगों को प्रभावित नहीं कर पाया। कांग्रेस सोशल मीडिया पर फोकस करती नजर आई। जमीनी स्तर पर कांग्रेस मतदाताओं से संपर्क करने में सफल नहीं हो पाई। पार्टी को सीधे मतदाताओं तक पहुंचना था लेकिन वह उम्मीदवारों पर निर्भर रही। केंद्रीय नेतृत्व ने भी पूरे अभियान को कमलनाथ के भरोसे ही छोड़े रखा। दूसरी ओर भाजपा का कैडर चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले जमीन पर काम कर रहा था।  
    5- ले डूबे बयानबाजी
    सूबे में कांग्रेस नेताओं की बायानों ने भी लोगों पर गलत प्रभाव डाला। मध्य प्रदेश में कमलनाथ समेत कांग्रेस के दिग्गज नेता खुलेआम मंचों से अधिकारियों को चेतावनियां देते नजर आए। यही नहीं कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं ने भी बेतुके बयान दिए जिनका चुनावों से कोई लेना देना ही नहीं था। इन बयानों का कोई तुक नहीं था। राहुल गांधी का पनौती वाला बयान खूब वायरल हुआ। दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान- मोदी झूठों के सरदार भी चर्चा में रहा। वहीं इन बयानों का जिक्र कर भाजपा नेता लोगों की सहानुभूति हासिल करने और कांग्रेस नेताओं को अहंकारी करार देने में जुटे रहे। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भाजपा बढ़ी जीत की ओर, सीएम शिवराज-नरेंद्र तोमर जीते, गृहमंत्री मिश्रा हारे

    मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के परिणाम के लिए  मतगणना जारी है। प्रदेश की पहली विधानसभा कालापीपल का नतीजा सामने आ गया है। कालापीपल में भाजपा ने जीत दर्ज की है। कांग्रेस के कुणाल चौधरी हार गए हैं।
    सीहोर जिले की बुधनी सीट से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जीत गए हैं। उन्होंने कांग्रेस के विक्रम मस्ताल को हराया है। शिवराज सिंह चौहान 77286 वोट से जीते हैं। मंत्री गोपाल भार्गव 72041 वोट से जीते। इंदौर की दो नंबर विधानसभा से रमेश मैंदोला एक लाख पांच हजार से जीत चुके हैं। दतिया से गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा  6179 मतों से हार गए हैं। 
    ग्वालियर अंचल की हाई प्रोफाइल सीट दिमनी से भाजपा प्रत्याशी सांसद नरेंद्र सिंह तोमर 24429 वोटो से जीत गए हैं। उनके नजदीकी प्रतिद्वंद्वी बसपा प्रत्याशी बलवीर दंडोतिया रहे। 19 राउंड पूरे होने के बाद 24429 वोटों से वे चुनाव जीते हैं। 
    कांग्रेस का अभेद किला ड़हा
    भितरवार विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी मोहन सिंह राठौड़ जीते। 22695 वोटो से जीत हुई है। सिंधिया समर्थक हैं मोहन सिंह राठौड़। 

    साभार अमर उजाला

  • पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने स्वीकारी हार, बोले- हम हमारे जीते और हारे दोनों प्रत्याशियों के करेंगे चर्चा

    भोपाल। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हम जनता का निर्णय स्वीकार करते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और मध्य प्रदेश के चुनाव प्रभारी रणदीप सुरजेवाला भी इस मौके पर उनके साथ मौजूद रहे। कमलनाथ ने आगे कहा कि विरोधी दल के नाते हमारी जो जिम्मेदारी है। उस पर हम डटे रहेंगे। हम भारतीय जनता पार्टी को बधाई देते हैं। हमें उम्मीद है कि भाजपा जनता के विश्वास को जिम्मेदारी से निभाएगी। कोई विश्वासघात नहीं करेगी। पीसीसी चीफ ने कहा कि हम हमारी हार पर चिंतन करेंगे कि आखिर हमसे कहां चूक हो गई और हम जनता का विश्वास क्यों नहीं जीत पाए। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम हमारे जीते और हारे दोनों प्रत्याशियों के साथ बैठक कर चर्चा करेंगे। 
    इधर कमलनाथ के प्रदेश अध्यक्ष बने रहने पर फिलहाल संशय बना हुआ है। इसका निर्णय आगे होगा कि वे अध्यक्ष पद पर कायम रहेंगे या इस पद से इस्तीफा देंगे। अभी उन्होंने विपक्ष में रहकर जनता की लड़ाई लड़ना तय किया है। 
    प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और रणदीप सुरजेवाला तीनों ही सुबह से कांग्रेस कार्यालय में बने वॉर रूम में मोर्चा संभाले हुए थे। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के इस वॉर रूम से ही 230 विधानसभा सीटों पर चल रही काउंटिंग पर अपनी नजर बनाए हुए थे। राज्यसभा सांसद विवेक तंखा भी अपनी लीगल टीम के साथ यहां मौजूद थे। भाजपा शुरुआत से ही कांग्रेस से आगे चल रही थी। कांग्रेस को एक समय तक वापसी की उम्मीद थी, लेकिन करीब चार बजे कांग्रेस को अपनी हार स्पष्ट नजर आ गई। इसके बाद कमलनाथ ने पांच बजे प्रेसवार्ता कर हार स्वीकार ली।
    साभार अमर उजाला

  • राजस्थान में सट्टा बाजार बता रहा भाजपा को पूर्ण बहुमत, कांग्रेस को 70 सीट दे रहा

    जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए वोटों की गिनती में अब बस एक दिन शेष रह गया है और दोनों ही दल अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। हालांकि, दावे और एग्जिट पोल अनुमान भले ही कुछ भी हों, लेकिन राज्य के सबसे बड़े फलोदी सट्टा बाजार के रुझानों से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को पूर्ण बहुमत मिलने का संकेत मिल रहा है।
    सटोरिये भाजपा की जीत को लेकर ज्यादा आश्वस्त दिख रहे हैं और भगवा पार्टी को 115 से ऊपर और कांग्रेस को अधिकतम 70 सीटें दे रहे हैं। सट्टेबाजों ने कि सट्टा रुझान भले ही जमीन पर स्थिति को प्रतिबिंबित नहीं कर सकता है, लेकिन फिलहाल बीजेपी पसंदीदा है।
    द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, एक सट्टेबाज ने बताया, ''भाजपा के 117 सीटें जीतने के अनुमान पर सट्टा लगाने वालों को एक रुपये से लेकर 25 पैसे तक का भाव ऑफर किया जा रहा है। इसी तरह, कांग्रेस के 70 से ज्यादा सीटें नहीं जीतने पर दांव लगाने वालों के लिए 1 रुपये 25 पैसे से लेकर एक रुपये तक का ऑफर दिया जा रहा है।''
    सट्टा बाजार के मुताबिक, कई कैबिनेट मंत्रियों समेत दोनों पार्टियों के कई प्रमुख नेताओं की किस्मत इस बार खतरे में है। सट्टेबाजों ने कुछ मंत्रियों की हार की भविष्यवाणी की है। अनुमान के मुताबिक, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अपनी-अपनी सीटें जीत रहे हैं।
    बागियों के खिलाफ चुनाव लड़ने के कारण दोनों पार्टियों के कई प्रमुख नेताओं की किस्मत फंसी हुई है। इनमें प्रमुख हैं भाजपा के बालकनाथ (तिजारा) और नरपत सिंह राजवी (चित्तौड़गढ़) और कांग्रेस के बी.डी. कल्ला (बीकानेर पश्चिम) और हरीश चौधरी (बायतु)।
    शियो (बाड़मेर) में बीजेपी के बागी रवींद्र सिंह भाटी और बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी की बागी प्रियंका चौधरी की स्थिति मजबूत बताई जा रही है। बाड़मेर जिले में कांग्रेस के मानवेंद्र सिंह (सिवाना) और सोनाराम चौधरी (गुड़ामालानी) संघर्ष करते बताए जा रहे हैं।
    इसी तरह जैसलमेर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के रूपाराम और बीजेपी के छोटू सिंह के बीच कांटे की टक्कर है। अनुमान लगाया जा रहा है कि पोखरण विधानसभा सीट से बीजेपी के प्रताप पुरी जीत रहे हैं और कैबिनेट मंत्री शालेह मोहम्मद हार रहे हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सुबह आठ बजे से शुरू होगी मतगणना, पहले 15 हजार डाक मतपत्रों की होगी गिनती

    इंदौर। इंदौर की 9 विधानसभा सीटों पर मतगणना की तैयारी जिला निर्वाचन कार्यालय ने पूरी कर ली है। स्थानीय नेहरू स्टेडियम में मतगणना का काम सुबह आठ बजे से शुरू होगा। पहले 15 हजार डाक मत पत्रों की गिनती की जाएगी। शुरूआती रुझान सुबह 11 बजे से आना शुरू हो जाएंगे।
    डाकमत पत्रों 2 दिसंबर की शाम को स्ट्रांग रुम में रखा जाएगा। उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में ट्रैजरी से मतगणना स्थल तक डाक मत पत्रों को भेजा जाएगा। सबसे पहले उनकी गिनती की जाएगी। इंदौर में चार हजार से ज्यादा वृद्धों व दिव्यांगजनों ने डाक मत पत्रों का उपयोग किया है। उनकी गिनती के बाद 9 विधानसभा क्षेत्रों के स्ट्रांग रुम खोले जाएंगे और ईवीएम में दर्ज वोटों को गिना जाएगा।
    सबसे पहले तीन नंबर विधानसभा का परिणाम
    इंदौर की तीन नंबर विधानसभा सीट में 193 बूथ है। क्षेत्र में 1.33 लाख लोगों ने वोट डाले है। वोटों की गिनती 16 राउंड में होगी और दोपहर दो बजे तक परिणाम आ जाएगा। इंदौर की सबसे चर्चित सीट एक नंबर विधानसभा में 16 टेबलें लगाई गई है। एक राउंड में 16 ईवीएम की गिनती होगी। कुल 20 राउंड में 2.62 वोटों की गिनती होगी। पांच नंबर विधानसभा में सबसे ज्यादा 2.79 वोटों की गिनती होगी। इस विधानसभा सीट का परिणाम सबसे अंत में आएगा।
    सीसीटीवी कैमरे से होगी निगरानी
    कलेक्टर इलैया राजा ने बताया कि स्टेडियम के 9 कक्षों में वोटों की गिनती होगी। हर कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। कक्षों में मोबाइल प्रतिबंधित है। कोई भी वीडियोग्राफी कक्षों में नहीं की जा सकेगी।
    साभार अमर उजाला

  • जनवरी तक अयोध्या एयरपोर्ट पूरी तरह बनकर हो जाएगा तैयार : केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया

    ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अयोध्या के एयरपोर्ट का निरीक्षण हम लोग कर रहे हैं। योगी जी और हम दोनों साथ में निरीक्षण करेंगे और हमारा टारगेट है कि इस महीने में अयोध्या का एयरपोर्ट पूर्ण रूप से तैयार हो जाए। उसी के बाद ग्वालियर प्रस्थान करके ग्वालियर एयरपोर्ट का भी निरीक्षण करेंगे। उन्होंने कहा कि अगले डेढ़ माह में देश में करीब 8 एयरपोर्ट हम तैयार कर रहे हैं, जिसमें ग्वालियर, जबलपुर, अयोध्या, पुणे, कोल्हापुर और तिरुचिपल्ली है। इसके साथ ही आठ हवाई अड्डे और टर्मिनल्स हमारे तैयार हो जाएंगे और उन्हें स्वयं प्रधानमंत्री जी देश को समर्पित करेंगे।
    वहीं ग्वालियर में 2 दिन से लगातार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के प्रवास को लेकर उन्होंने कहा बहुत ही ऊर्जा देने वाला प्रवास था। कल पूरे दिन सह परिवार ग्वालियर में उपस्थित थे और हम लोगों की चर्चा भी हुई। मां पीतांबरा का दर्शन भी उन्होंने किया, साथ ही धूमावती मैया का भी दर्शन किया और आज दिल्ली के लिए प्रस्थान कर रहे हैं। हमें पूर्ण विश्वास है कि कल की काउंटिंग में भगवान का आशीर्वाद मिलेगा। साथ ही प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा, गृहमंत्री जी का निर्देशन और अध्यक्ष जी का साथ के साथ ही मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत में सरकार बनने जा रही है। 
    साभार अमर उजाला

  • चुनाव परिणाम से पहले देशभर के मंदिरों में दर्शन करने पहुंचे नेता

    इंदौर। मप्र विधानसभा चुनाव के परिणाम तीन दिसंबर को आने वाले हैं। इससे पहले उम्मीदवार देशभर के मंदिरों में दर्शन करने के लिए जा रहे हैं। उज्जैन महाकाल से लेकर स्वर्ण मंदिर और खाटू श्याम तक सभी जगह नेताओं ने दर्शन किए हैं। 
    मां बगलामुखी के दर्शन के लिए रीना बौरासी सेतिया अपने पति के साथ पहुंची। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि सांवेर की खुशहाली और न्याय के लिए मां बगलामुखी के दर्शन किए। मुझे विश्वास है कि मेरा सांवेर मेरा परिवार अब विकास और न्याय की दिशा में चल पड़ा है और यहां के हर रहवासी का कल्याण अब सुनिश्चित हो चुका है। 


    संजय शुक्ला ने उज्जैन स्थित बाबा काल भैरव नाथ के दर्शन किए। इससे पहले उन्होंने महाकाल और स्वर्ण मंदिर में भी दर्शन किए। 
    भगवान कृष्ण की प्रेरणा से पांडवों ने महाभारत के युद्ध में विजय प्राप्ति के लिए मां बगुलामुखी की साधना की थी। रमेश मेंदोला ने सिद्ध पीठ में मां के दर्शन और सोशल मीडिया पर लिखा कि उन्होंने यहां सनातन धर्म के शत्रुओं को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की।
    पिंटू जोशी ने महाकाल, चिंतामण गणेश और बटुक भैरव जी के मंदिरों में दर्शन किए। वे अपने दोस्तों के साथ यहां पर दर्शन करने के लिए पहुंचे। इससे पहले वे दर्शन के लिए खाटू श्याम भी गए।  
    गोलू शुक्ला ने मां हरसिद्धि (उज्जैन) का सपरिवार पूजन अर्चन किया। वे अपनी पत्नी के साथ मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंचे। 
    साभार अमर उजाला

  • मोदी की लोकप्रियता आज भी कायम, एग्जिट पोल से मिल रहे संकेत, महिला वोटर की महत्वपूर्ण भूमिका

    नई दिल्ली। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के संपन्न होते ही एग्जिट पोल करने वाली तमाम एजेंसियों ने अपना अनुमान बता दिया है। मध्य प्रदेश में भाजपा वापसी करती दिख रही है। वहीं, राजस्थान में कांग्रेस-बीजेपी के बीच टक्कर है। छत्तीगढ़ और तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनने की संभावना है। एग्जिट पोल किस हद तक सही साबित होते हैं यह तो 3 दिसंबर को परिणाम ही बताएंगे, लेकिन इसने लोकसभा चुनाव के लिए कई संदेश दिए हैं। 
    कुछ एग्जिट पोल में राजस्थान में भाजपा की वापसी और  मध्य प्रदेश राजस्थान में भाजपा की जीत की संभावना है। अगर एमपी में फिर शिवराज सिंह चौहान की सरकार बनती है तो इसका मतलब साफ होगा कि वहां सत्ता विरोधी लहर नहीं दिख रही है। इससे भी अधिक महत्वपूर्ण बात यह साबित होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता आज भी कायम है। क्योंकि इस चुनाव में बीजेपी पीएम मोदी के चेहरे के दम पर चुनावी अखाड़े में कूदी थी।
    इन राज्यों में विधानसभा चुनाव के राहुल गांधी ने राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना का वादा किया था। उन्होंने बीजेपी के हिंदुत्व के एजेंडे की काट के लिए बड़े ही जोशीले अंदाज में यह मुद्दा उठाया था। एग्जिट पोल का अनुमान अगर नतीजे में साबित होता है तो इसका यही मतलब है कि जमीन पर इसका सीमित प्रभाव पड़ा है। उदाहरण के लिए मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से लगभग एक-तिहाई सीटें ओबीसी बहुल हैं। यदि दोनों हिंदी भाषी राज्यों में बीजेपी की वापसी होती है तो विपक्ष को भाजपा के खिलाफ 2024 के लिए नया हथियार तैयार करना पड़ेगा। हालांकि, इसके लिए काफी कम समय बाकी रह गया है।
    तेलंगाना को लेकर अधिकांश एग्जिट पोल में कांग्रेस की वापसी दिख रही है। अगर परिणाम भी यही आते हैं तो कांग्रेस के लिए यह किसी पुनरुद्धार से कम नहीं होगा। क्योंकि दक्षिण को कांग्रेस का गढ़ माना जाता था। कांग्रेस के कमजोर होते ही इन राज्यों में क्षेत्रियों दलों ने पैठ बना ली। आपको बता दें कि कर्नाटक की तरह तेलंगाना में भी कांग्रेस को मजबूत स्थानीय नेतृत्व से फायदा मिलता दिख रहा। इसे कई नेताओं के दलबदल से बहुत फायदा हुआ।
    इन चुनावों ने एक बार फिर महिला वोटर की महत्वपूर्ण भूमिका साबित होती दिख रही है। मध्य प्रदेश में 18.3 लाख महिला मतदाताओं ने मतदान किया, जो पिछली बार से 2% अधिक है। महिला लाभार्थियों ने स्पष्ट रूप से भाजपा की वापसी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। शिवराज सिंह चौहान की 'लाडली बहना' योजना का काफी महत्वपर्ण योगदान साबित हो सकता है, जिसके जरिए सीधे उनके बैंक अकाउंट में पैसा डाला जाता है।
    हालांकि, यह याद रखना भी महत्वपूर्ण है कि दिसंबर 2018 में बीजेपी इन सभी 4 प्रमुख राज्यों में विधानसभा चुनाव की लड़ाई हार गई थी। लेकिन इसके कुछ ही महीने बाद ही 2019 का लोकसभा चुनाव भारी अंतर से जीती। बीजेपी ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जीत हासिल की थी और तेलंगाना में भी बढ़त बना ली थी। इस चुनाव में अगर भाजपा एमरी और राजस्थान में सरकार बनाने में सफल रहती है तो 2024 की लड़ाई भगवा पार्टी के लिए और आसान साबित हो सकती है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • 10 एजेंसियों के एग्जिट पोल : चार में भाजपा, तीन में कांग्रेस को मिली बढ़त, वहीं तीन एग्जिट पोल में कड़ा मुकाबला

    भोपाल। मध्यप्रदेश का चुनावी परिणाम जानने के लिए 10 एजेंसियों ने सर्वे कर एग्जिट पोल सामने रखे। इनमें चार में भाजपा की सरकार बनती हुई दिखाई दे रही है, जबकि कांग्रेस को तीन सर्वे में बढ़त मिली। वहीं, तीन एग्जिट पोल में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला सामने आया है।   
    आज तक एक्सिस माय इंडिया ने भाजपा को 140-162, कांग्रेस को 68-90 और अन्य को तीन सीटें दी हैं। एबीपी सी वोटर ने भाजपा को 88-112, कांग्रेस को 113-137 और अन्य को 2-8 सीट दी हैं। न्यूज 24 टुडेज चाणक्या ने भाजपा को 151, कांग्रेस को 74 और अन्य को 2-8 सीटें दी हैं।  रिपब्लिक मैट्रिज ने 118-130 सीटों पर भाजपा,  97-107 पर कांग्रेस और दो सीटों पर अन्य की जीत का अनुमान लगाया है। जन की बात ने अपने सर्वे में भाजपा को 100-123, कांग्रेस को 102-125 और पांच सीटें अन्य को दी हैं। नीचे दिए गए ग्राफिक से समझिए किसे, कितनी सीटें मिलीं....। 
    टाइम्स नाउ-ईटीजी ने मध्यप्रदेश को छह चुनावी क्षेत्रों को बांटकर सर्वे किया है। इसमें बुंदेलखंड, ग्वालियर-चंबल, महाकौशल, मालवा-निमाड़, विध्य और मध्य भारत शामिल हैं। बुंदेलखंड की 26 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला दिख रहा है। टाइम्स नाउ-ईटीजी ने यहां भाजपा को 12 से 14, कांग्रेस को 11 से 13 और अन्य को एक सीट मिलने का अनुमान जताया है।  
    ग्वालियर-चंबल में कांग्रेस बढ़त बनाती हुई दिख रही है। टाइम्स नाउ-ईटीजी ने यहां की 34 सीटों में से भाजपा को 13 से 15, कांग्रेस को 18 से 20 और अन्य को एक सीट दी है।
    महाकौशल की 38 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस में काटें की टक्कर दिख रही है। टाइम्स नाउ-ईटीजी ने अपने सर्वे में भाजपा को यहां 17 से 19, कांग्रेस को 19 से 22 और अन्य को एक सीट दी है।
    मालवा-निमाड़ की 66 सीटों पर भी कांग्रेस और भाजपा में कड़ा मुकाबला दिख रहा है। टाइम्स नाउ-ईटीजी ने यहां भाजपा को 31-33 और कांग्रेस को 32-33 सीटें दी हैं। अन्य का इस क्षेत्र में खाता भी नहीं खुल रहा है। 
    टाइम्स नाउ-ईटीजी के सर्वे में चुनावी क्षेत्र विंध्य की 30 सीटों पर भी कांग्रेस और भाजपा के बीच मुकाबला दिखाई दे रहा है। भाजपा यहां 14 से 16, कांग्रेस 13-15 सीटें जीतती दिखाई दे रही है। वहीं, सर्वे में अन्य को एक से दो सीटें दी गईं हैं।
    मध्य भारत की 36 सीटों में से टाइम्स नाउ-ईटीजी ने भाजपा को 18-20 और कांग्रेस को 16-18 सीटें दी हैं। अन्य यहां खाते खोलते हुए नहीं दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, मध्यप्रदेश की सत्ता किसके हाथ में होगी ये तीन दिसंबर को चुनाव परिणाम सामने आने के बाद ही पता चलेगा।
    साभार अमर उजाला

     

  • इंदौर में सुबह 10 बजे तक छाया रहा कोहरा, अभी दो दिन ऐसा ही रहेगा मौसम

    इंदौर। रविवार को हुई जोरदार बारिश के बाद आज यानी बुधवार सुबह मौसम ने फिर करवट ली। सुबह से ही इंदौर शहर और आसपास घना कोहरा छाया हुआ है। दो सौ मीटर दूर तक देखना मुश्किल हो रहा है। वहीं शहर के बाहर वाले रास्तों पर सौ मीटर दूर का दिखना मुश्किल हो रहा है। इससे वाहन चालकों को हेड लाइट आॅन करके गाड़ियां चलाना पड़ी। सुबह 10 बजे तक भी घना कोहरा बना है।
    दूसरी ओर मौसम विभाग का दावा है कि आज भी बारिश के आसार हैं। इस दौरान तेज हवाएं भी चलेंगी और तापमान में गिरावट आएगी। इससे एक बार फिर ठिठुरन बढ़ेगी जो दो दिन तक रह सकता है। मौसम केंद्र ने इस मामले में अलर्ट जारी किया है।
    इधर, नर्सरी से पांचवीं तक के स्कूलों का समय बदल दिया गया है। आज से कोई भी निजी या सरकारी स्कूल सुबह नौ बजे के पहले नहीं लगाया जा सकेगा। बाकी की कक्षाएं पहले की तरह लगती रहेंगी।
    रविवार को इंदौर में 2 इंच से ज्यादा बारिश हुई थी, जिसने नवंबर में पिछले दस साल की बारिश का रिकॉर्ड तोड़ा। सोमवार को भी लगभग दिनभर बारिश होती रही। हालांकि इस दौरान 2 मिमी बारिश ही दर्ज की गई। मंगलवार को सुबह से बादल छाने के साथ बीच में धूप भी निकली और बारिश नहीं हुई। इस दौरान दिन का तापमान 24 डिग्री सेल्सियस (-5) रहा। दिनभर 11 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ठंडी हवा चली।
    मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह के मुताबिक वेस्टर्न डिस्टरबेंस 75 डिग्री लेटिट्यूड के सहारे अभी भी ट्रफ के रूप में सक्रिय है। इसके साथ ही इन्डुज साइक्लोनिक प्रेशर जो गुजरात के ऊपर था, वह फतेहपुर की दिशा में मूव कर चुका है। दूसरी ओर पश्चिम मप्र से लगने वाले दक्षिणी-पूर्वी राजस्थान में अभी भी साइक्लोनिक प्रेशर सक्रिय है। साथ में एक लो प्रेशर एरिया अंडमान सागर के आसपास भी सक्रिय हो चुका है। कुल मिलाकर सिस्टम कमजोर जरूर हुआ है, लेकिन बारिश की गतिविधियां बनी रहेंगी। डॉ. सिंह के मुताबिक 29 नवम्बर की रात से नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय होने का अनुमान है। इससे इंदौर-उज्जैन संभाग में एक बार फिर बारिश शुरू होगी।

  • वोट डालने के बाद बोले अशोक गहलोत, जनता हमारी सरकार को दोबारा चुनेगी

    राजस्थान में विधानसभा की 199 सीटों के लिए वोटिंग जारी है. यहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है. वोटिंग से पहले सीएम गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार ने जनता को जो गारंटियां दी है और जो विकास किया है पिछले 5 सालों में, जनता उसको देखते हुए हमारी सरकार को दोबारा चुनेगी.
    राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए आज प्रदेश की कुल 200 में से 199 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। राजनीतिक गलियारों में राज्य के इस चुनाव को राज और रिवाज बदलने की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है। श्रीगंगानगर जिले की करणपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी एवं विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण करणपुर सीट पर चुनाव स्थगित हो गया है। 199 सीटों पर हो रहे चुनाव में करीब डेढ़ सौ सीटों पर सत्तारूढ़ कांग्रेस एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच सीधा मुकाबला होने के आसार हैं। राज्य में 200 में से 199 सीट पर मतदान हो रहा है, जहां 5.25 करोड़ से अधिक मतदाता वोट डाल सकेंगे। इस चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर की सरदारपुरा सीट पर, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे झालावाड़ जिले की झालरापाटन, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी राजसमंद की नाथद्वारा, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट टोंक, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ चुरू जिले की तारानगर, उपनेता प्रतिपक्ष डॉ. सतीश पूनियां जयपुर की आमेर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सीकर जिले की लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर फिर से अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि 199 सीट पर 1862 उम्मीदवार मैदान में हैं, जहां मतदाताओं की संख्या 5,25,38,105 है। राज्य में 36101 स्थानों पर कुल 51507 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। 26,393 मतदान केन्द्रों से लाइव वेबकास्टिंग होगी।
    राजस्थान में आज चल रहे मतदान पर टोंक से कांग्रेस उम्मीदवार सचिन पायलट ने कहा, 'राज्य में जोरदार वोटिंग चल रही है। पिछले 10 साल से केंद्र में बीजेपी की सरकार है। लोग बेरोजगारी और महंगाई देख रहे हैं। लोग बदलाव चाहते हैं। कांग्रेस को इसका फायदा मिलेगा।'
    मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को लेकर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा, 'हमने स्वास्थ्य के अधिकार पर एक कानून पारित किया है। हमने 50 लाख रुपये का बीमा किया है। सभी को सुरक्षा है। यह पहले ही लागू किया जा चुका है।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • तेलंगाना में वोटिंग से पहले कार से पांच करोड़ बरामद, तीन लोग हिरासत में, अब तक 5 राज्यों में 1760 करोड़ जब्त

    हैदराबाद. तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए 30 नवंबर को मतदान होना है. इसी बीच चुनाव प्रचार के दौरान गुरुवार को पुलिस ने रंगारेड्डी के गच्चीबाउली से एक कार से पांच करोड़ रुपये कैश बरामद किया है. जब कार चालकों से इस कैश के बारे में पूछा गया, तो वे इस कैश का कोई हिसाब नहीं दे पाए. पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में ले लिया है. 
    पुलिस के मुताबिक, वाहन चेकिंग के दौरान एक कार में दो सूटकेस मिले. इन्हें जब खोलकर देखा गया, तो पुलिस के होश उड़ गए. पुलिस ने कैश को जब्त कर तीनों लोगों को हिरासत में ले लिया. कैश को आयकर विभाग को सौंप दिया गया.
    इससे पहले चुनाव आयोग ने बताया था कि 5 राज्यों में चुनाव के ऐलान के बाद से अब तक करीब 1760 करोड़ रुपये का बेहिसाब कैश जब्त किया गया है. यह 2018 में इन 5 राज्यों से मिले कैश का 7 गुना ज्यादा है. चुनाव आयोग राज्य और केंद्र की एजेंसियों के साथ मिलकर इस तरह की कार्रवाई को अंजाम देता है. चुनाव आयोग के मुताबिक, चुनाव ऐलान के बाद एमपी, मिजोरम, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और राजस्थान से 1760 करोड़ रुपये से ज्यादा की जब्ती की गई है. जबकि 2018 में इन्हीं राज्यों से 239.15 करोड़ रुपये की जब्ती हुई थी. 
    साभार आज तक 

  • मध्यप्रदेश में अब कचरा वाहनों को ई-व्हीकल में बदलेंगे, होगी हर माह नौ करोड़ की बचत

    भोपाल। मध्य प्रदेश के 413 नगरीय निकायों में अभी डीजल और सीएनजी से चलने वाले वाहनों से घर घर से कचरा एकत्रित किया जा रहा है। अब इन वाहनों को ई-व्हीकल में बदला जाएगा। इसको लेकर नगरीय संचालनालय ने प्रस्ताव तैयार किया है। इसे अब विभाग को भेजा जा रहा है। इसके तहत अब नगरीय निकायों में कचरा एकत्रित करने के लिए ई-व्हीकल ही खरीदे जाएंगे। ये ना सिर्फ वायु प्रदूषण को कम करेंगे, बल्कि ईधन के ऊपर होने वाले अत्यधिक खर्च को भी कम करेंगे। इस पहल से पर्यावरणीय लाभ यह होगा कि ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन में कमी लाने में भी मदद मिलेगी। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले वर्षों में सभी वाहनों को ई-व्हीकल में बदलने का काम किया जाएगा। 
    नगरीय निकाय विभाग केंद्र सरकार की मदद से ई-व्हीकल को लेकर पायलट प्रोजेक्ट चलाएगा। इसके लिए शुरुआत में 250 ई-व्हीकल खरीदे जाएंगे। इन वाहनों को किसी शहर को चिन्हित कर पायलट प्रोजेक्ट के तहत वहां संचालित किया जाएगा। इसके लिए उन शहरों में चार्जिंग स्टेशन समेत अन्य सुविधाएं भी स्थापित की जाएंगी। 
    प्रदेश के 413 नगरीय निकायों में कचरा एकत्रित करने के लिए 6 हजार से ज्यादा वाहनों का उपयोग किया जाता है। प्रत्येक वाहन के ईंधन पर अभी पूरे प्रदेश में 30 लाख रुपये का खर्च आता है। यह राशि एक माह में करीब 9 करोड़ रुपये होती है। ई-व्हीकल के उपयोग से ईंधन पर खर्च होने वाली बड़ी राशि की बचत होगी। 
    विभाग नगरीय निकायों में पुराने और कंडम वाहनों को रेट्रोफिटिंग के जरिए ई-व्हीकल में बदलने पर भी विचार कर रहा है। अभी कई नगरीय निकायों में छोटे वाहन खराब पड़े हैं। इन वाहनों को ई-व्हीकल में बदला जाएगा। जिनका इस्तेमाल घर घर कचरा संग्रहण किया जाएगा।
    साभार अमर उजाला

  • मप्र में मतगणना के दिन कानून व्यवस्था बनाए रखने को सुरक्षा बलों की 80 कंपनियां भेजेंगे

    भोपाल। विधानसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए आयोग हर उपाय कर रहा है। स्ट्रांग रूम की तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बाद अब मतगणना के दिन के लिए आयोग ने कानून व्यवस्था बनाए रखने जिलों में अतिरिक्त कंपनियां और सुरक्षा जवान भेजे जाएंगे। मतगणना के दिन 80 एसएएफ की कंपनियां अलग-अलग जिलों में भेजी जाएंगी। इसके अलावा रिजर्व फोर्स को भी तैनात किया जाएगा। मतगणना के दिन शहरों में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को बनाए रखने के लिए ये जवान तैनात होंगे। मतगणना के दिन किसी प्रकार की घटना-दुर्घटना को ध्यान में रखते हुए फोर्स को जिलों में भेजा जाएगा। 
    तीन दिसंबर को मतगणना के दिन बिना आईडी के किसी व्यक्ति को प्रवेश की पात्रता नहीं होगी। अधिकृत व्यक्ति ही काउंटिंग स्थल के आसपास आ जा सकेंगे। मतगणना स्थल के आसपास किसी भी प्रकार की भीड़ को एकत्रित होने की इजाजत नहीं होगी। सुरक्षाकर्मियों को मतगणना स्थल के आसपास असामाजिक तत्वों पर नजर रखने को कहा गया है। इसके अलावा शहर के प्रमुख बाजारों में भी कानून व्यवस्था को बनाए रखने भीड़ भाड़ वाली जगह पर जवान तैनात किए जाएंगे, ताकि किसी प्रकार की घटना या दुर्घटना को रोका जा सके। 
    आयोग ने प्रदेश के मुख्यालय स्तर पर रखी ईवीएम की सुरक्षा के लिए पहली लेयर में सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स की 30 कंपनियां तैनात की हैं, जिनके द्वारा 24 घंटे पहरा दिया जा रहा है। प्रदेश के बालाघाट, डिंडौरी, मंडला, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर जिलों में एक-एक कंपनी तैनात है। इसके अलावा भिंंड और मुरैना में भी एक-एक कंपनी को तैनात किया गया है। बाकी जिलों में आधी आधी कंपनी यानी 40-40 जवान तैनात किए गए हैं। इसके बाद दूसरी लेयर में प्रदेश की फोर्स तैनात है। साथ ही सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी की जा रही है।
    साभार अमर उजाला

  • चुनाव नहीं लड़ रहे 30 बेटिकट विधायकों को मकान खाली करने का नोटिस

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान पूरा हो चुका है। अब तीन दिसंबर को मतगणना होनी है। जिसमें 16वीं विधानसभा के सदस्यों के नाम सामने आ जाएंगे। नई विधानसभा सदस्यों को आवास उपलब्ध कराने के लिए विधानसभा सचिवालय ने भी अपनी तैयारी तेज कर दी है। इसके लिए सचिवालय ने उन विधानसभा सदस्यों को नोटिस जारी कर दिया है, जो चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। ऐसे भाजपा और कांग्रेस के 30 वर्तमान विधायकों को नोटिस देकर आवास खाली करने को कहा गया है। हालांकि वर्तमान विधायक नई विधानसभा के गठन तक आवास में रह सकते हैं। 
    विधानसभा सचिवालय ने राज्य सरकार को भी पत्र लिखा है। इसमें नए विधायकों के चुन कर आने पर उनके लिए गेस्ट हाउस और रेस्ट खाली रखने को कहा गया है। इस संबंध में राज्य सरकार की तरफ से भी विभिन्न विभागों को लिखा गया है। 
    साभार अमर उजाला

  • फेसबुक और इंस्टाग्राम पर खर्च करने में कांग्रेस सबसे आगे, नेताओं ने पिछले 1 माह में 4 करोड़ रुपये किए खर्च

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के खर्चे को लेकर चुनाव आयोग जानकारी एकत्रित कर रहा है। इस बीच, सोशल मीडिया के फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पिछले एक माह के खर्च राशि का आंकड़ा सामने आया है। प्रदेश के नेताओं ने दोनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी पोस्ट को बूस्ट करने 17 अक्तूबर से 15 नवंबर के बीच 4 करोड़ 14 लाख 92 हजार 508 रुपये खर्च किए हैं। इसमें सबसे ज्यादा 62 लाख 62 हजार 897 रुपये की राशि मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने पेज को बूस्ट करने पर खर्च की है। इसके बाद 50 लाख 72 हजार 350 रुपये की राशि 'एमपी के मन में मोदी' पेज को बूस्ट करने में खर्च की गई। मध्य प्रदेश भाजपा ने अपने पेज को बूस्ट करने 35 लाख 4 हजार 367 रुपये खर्च किए हैं। शुरुआत में भाजपा सोशल मीडिया पर पैसा खर्च करने में आगे थी, लेकिन बाद में भाजपा को कांग्रेस ने पीछे छोड़ दिया। 
    वहीं, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कमलनाथ के खिलाफ बनाए 'करप्शनाथ पेज' को बूस्ट करने के लिए 18 लाख 80 हजार 339 रुपए खर्च किए गए है। वहीं, आकाश विजयवर्गीय टीम नाम के पेज को बूस्ट करने के लिए 16 लाख 66 हजार रुपये, कैलाश विजयवर्गीय मित्र मंडल गांधी नगर इंदौर पेज पर 10 लाख 92 हजार रुपये, जबलपुर उत्तर से विधायक और कांग्रेस प्रत्याशी विनय सक्सेना पेज पर 6 लाख 47 हजार खर्च किए गए। वहीं, निलय डागा ने 3.26 लाख और वी सपोर्ट शिवराज सिंह चौहान पर 3.08 लाख रुपए खर्च किए गए। जबलपुर कैंट से कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक चौकसे ने 2.60 लाख रुपये खर्च किए। शुरुआती दौर में सोशल मीडिया कैंपेन में आगे चल रहे रतलाम से भाजपा प्रत्याशी चैतन्य कश्यप ने 2.38 लाख खर्च किए।
    विदिशा से कांग्रेस प्रत्याशी शशांक भार्गव ने 1.70 लाख, भाजपा प्रत्याशी राकेश सिंह ने 1.26 लाख, तराना से कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार ने 1.14 लाख, पाटन से भाजपा प्रत्याशी अजय विश्नोई ने 1.10 लाख रुपये खर्च किए। कमलनाथ ने 1.19 लाख, छिंदवाड़ा से भाजपा प्रत्याशी विवेक साहू ने 1 लाख, घट्टिया से कांग्रेस प्रत्याशी सतीश मालवीय 96 हजार, सतना से भाजपा प्रत्याशी और सांसद गणेश सिंह ने 93 हजार रुपये खर्च किए।
    भाजपा और कांग्रेस के अलावा शिवराज और मोदी के नाम पर भी कई पेज बनाए गए हैं। इसमें गोलू शुक्ला ने मोदी फॉर पीएम ऑर्गेनाइजेशन के लिए दो लाख रुपये खर्च किए हैं। वहीं, कांग्रेस मुक्त मध्य प्रदेश पेज पर 1.29 लाख, मध्य प्रदेश मांगे फिर से मोदी पेज पर 1.20 लाख और भाजपा संग मध्य प्रदेश पेज पर 1.18 लाख, मप्र चले मोदी के संग पेज 1.16 लाख, मप्र सीएम रिपोर्ट कार्ड पेज पर 1.54 लाख, मोदीमय मध्य प्रदेश पेज पर 1.55 लाख, भव्य मध्य प्रदेश पेज पर 1.40 लाख, मजबूत बनता मध्य प्रदेश पेज पर 1.39, मेरा मध्य प्रदेश पेज पर 96 हजार, घोटालापति पर 90 हजार, हिंदू विरोधी कांग्रेस पेज पर 90 हजार, शिवराज की लाडली बहना पर 84 हजार, मामा की लाडली पर 82 हजार खर्च किए। शिवराज के दीवाने पेज पर 83 हजार, महाकोशल चले मोदी के साथ पेज पर 82 हजार तो कांग्रेस ने खरगे फैन पेज पर 11 लाख, कमल नहीं कमलनाथ पेज पर 1.30 लाख रुपये, भ्रष्टासुर शिवराज पेज पर 90 हजार, शिवराज के पाप पेज पर 86 हजार रुपये खर्च किए गए।
    साभार अमर उजाला

  • PM मोदी के आह्वान पर आज जी-20 नेताओं का वर्चुअल शिखर सम्मेलन, जस्टिन ट्रूडो होंगे शामिल

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर आज जी-20 नेताओं का वर्चुअल शिखर सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है। इस बैठक में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तो शामिल होंगे। इसके अलावा इसमें कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भी शामिल होने की संभावना है। हालांकि इस बैठक से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग नहीं शामिल हो रहे हैं।
    इस बैठक में ट्रूडो के शामिल होने की पुष्टि कनाडाई प्रधानमंत्री के कार्यालय ने भी की है। एक वरिष्ठ भारतीय अधिकारी ने भी इसकी पुष्टि की है। आपको बता दें कि दो महीने से अधिक समय में यह पहली बार होगा जब कनाडा का कोई कैबिनेट मंत्री और प्रधानमंत्री भारतीय या भारत के नेतृत्व वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
    यह वर्चुअल बैठक 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में नेताओं के व्यक्तिगत शिखर सम्मेलन के बाद होगी। इसमें दिल्ली घोषणा पर विचार-विमर्श होने की उम्मीद है। 
    नई दिल्ली में पीएम मोदी और जस्टिन ट्रूडो के बीच द्विपक्षीय बैठक में कनाडा और भारत के बीच तनाव स्पष्ट हो गई थी। कनाडाई पीएमओ के बयान के अनुसार, ट्रूडो ने उस समय कानून के शासन, लोकतांत्रिक सिद्धांतों और राष्ट्रीय संप्रभुता का सम्मान करने के महत्व को उठाया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

    पीएम मोदी ने सीएम धामी से फोन पर ली बचाव कार्यों की जानकारी, रातभर ड्रिलिंग का चला काम
    उत्तरकाशी। दिवाली के दिन उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे में फंसे  41 श्रमिकों को अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका है। रेस्क्यू का आज 11वां दिन है। बीआरओ कार्यकर्ता सरोज मांझी ने बताया कि कुल 37 श्रमिक सड़क निर्माण के लिए पहाड़ी पर जा रहे हैं। जहां तक लक्ष्य था वहां तक सड़क निर्माण का कार्य पूरा कर लिया गया है और मशीनें भी पहुंच गई हैं। 
    पीएम मोदी ने आज सुबह सीएम धामी को फोन कर सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों के लिए भोजन, दवाइयां, अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति एवं उन्हें सकुशल बाहर निकालने हेतु चल रहे बचाव कार्यों की जानकारी ली।
    सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए मंगलवार रात भर ड्रिलिंग का काम चला। ऑगर मशीन से 800 एमएम के छह पाइप डाले जा चुके हैं। 36 मीटर तक ड्रिलिंग की जा चुकी है। सातवें पाइप की वेल्डिंग का काम चल रहा है। ड्रिलिंग सकारात्मक दिशा में बढ़ रही है। अब सुरंग में करीब 20 से 22 मीटर की दूरी रह गई है। मजदूर करीब 56 मीटर अंदर हैं। ऐसे में रेस्क्यू आपरेशन के लिए आज का दिन अहम है।
    साभार अमर उजाला

  • दिग्गी बोले- भाजपा ने मोदी जी को “पनौती” क्यों मान लिया? वे तो उनकी नजर में “विश्वगुरु” हैं...

    भोपाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राजस्थान में चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पनौती कह दिया। इस पर भाजपा नेता भड़क गए हैं। भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी की भाषा को अशोभनीय बताया। साथ ही माफी की मांग की ही है। अब इस पर पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह का बयान सामने आया है।
    दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा कि “पनौती” का क्या अर्थ है? मैंने पता लगाया। यह एक नकारात्मक शब्द है। जब कोई काम होते-होते रह जाए तो उस इंसान को 'पनौती' कह दिया जाता है। पनौती शब्द का इस्तेमाल उस व्यक्ति के लिए किया जाता है जो अपने आसपास के लोगों के लिए दुर्भाग्य या बुरी खबर लाता है, इसीलिए इसे नकारात्मक शब्द कहते हैं। विश्व कप प्रारंभ होते ही सोशल मीडिया पर यह शब्द ट्रेंड करने लगा। यह किसके लिए कहा गया? स्टेडियम में हजारों लोग थे। भाजपा ने मोदी जी को “पनौती” क्यों मान लिया? वे तो उनकी उनकी नजर में “विश्वगुरु” हैं।
    “पनौती” का क्या अर्थ है? मैंने पता लगाया। यह एक नकारात्मक शब्द है। जब कोई काम होते-होते रह जाए तो उस इंसान को 'पनौती' कह दिया जाता है। पनौती शब्द का इस्तेमाल उस व्यक्ति के लिए किया जाता है जो अपने आस-पास के लोगों के लिए दुर्भाग्य या बुरी खबर लाता है, इसीलिए इसे नकारात्मक शब्द…
    क्या है मामला
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्रिकेट विश्व कप का फाइनल मैच देखने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में मौजूद थे। फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भारत हार गया। इसे मुद्दा बनाकर राहुल गांधी ने चुनावी भाषण में कहा कि लड़के अच्छा भला खेल रहे थे। पनौती पहुंच गए तो वह हार गए। एक अन्य सभा में तो उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सीधे-सीधे पनौती कह दिया। इस बयान के बाद से भाजपा नेता राहुल गांधी पर हमलावर हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • आदिवासी सीटों पर घटे मतदान ने भाजपा और कांग्रेस को चिंता में डाला

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में आदिवासी वोट बैंक को साधने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही जोर लगाया है। 2018 में आदिवासी वोट बैंक छिटकने से भाजपा के हाथ से सत्ता चली गई थी। उस समय सभी 47 आदिवासियों के लिए आरक्षित सीटों पर मतदान प्रतिशत बढ़ा था। जिससे कांग्रेस 30 और भाजपा ने 16 सीटें जीती थी। एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी को विजय मिली थी। इस बार आरक्षित सीटों में सिर्फ 32 सीटों पर मतदान प्रतिशत बढ़ा है, जबकि 15 सीटों पर घट गया है। वहीं, 24 सीटों पर ही 80 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ है।  इस स्थिति को देखते हुए दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों ने मंथन शुरू कर दिया है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही मतदान प्रतिशत घटने से चिंतित हैं।  प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार प्रभु पटैरिया का कहना है कि पिछली बार कांग्रेस का कर्जमाफी मुद्दा प्रभावी था। जिससे आदिवासी वर्ग भी घर से निकलकर वोट डालने प्रेरित हुआ। इस बार दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों भाजपा और कांग्रेस के वादे बैलेंस हो गए। आदिवासी इलाकों में गोंडवाड़ा गणतंत्र पार्टी भी सक्रिय है। ऐसे में कम मतदान प्रतिशत से सत्ताधारी दल को फायदा मिल सकता है। 
    आदिवासी जिले - शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, कटनी, जबलपुर, डिंडौरी, मंडला, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, बैतूल, हरदा, देवास, खंडवा, बुराहनपुर, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, झाबुआ और रतलाम है।  
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  • भिंड जिले के अटेर विधानसभा क्षेत्र के एक बूथ पर दोबारा होगा मतदान, चुनाव आयोग ने 21 नवंबर को पुनर्मतदान का दिया आदेश

    भोपाल।  मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को सभी 230 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ। लेकिन अब एक पोलिंग बूथ पर दोबारा मतदान होने जा रहा है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने मध्य प्रदेश के भिंड जिले के अटेर विधानसभा क्षेत्र के एक बूथ पर 21 नवंबर को पुनर्मतदान का आदेश दिया है।
    विज्ञप्ति के मुताबिक, अटेर विधानसभा क्षेत्र के किशुपुरा में मतदान केंद्र संख्या 71 के तहत बूथ संख्या 3 पर 21 नवंबर को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे के बीच मतदान होगा। वोटरों के बीच वाली उंगली पर अमिट स्याही लगाई जाएगी। पुनर्मतदान का आदेश जिला निर्वाचन अधिकारी को जारी कर दिया गया है।
    जिले के एक अधिकारी ने बताया कि गोपनीयता भंग होने के कारण पुनर्मतदान का आदेश दिया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि कुछ लोगों ने किशुपुरा में संबंधित बूथ पर 17 नवंबर को मतदान का वीडियो शूट किया था।
    अटेर से मौजूदा विधायक और बीजेपी नेता अरविंद सिंह भदौरिया का मुकाबला कांग्रेस के पूर्व विधायक हेमंत कटारे से है। चुनाव आयोग के अनुसार, मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को एक ही चरण में मतदान हुआ, जिसमें 77.15 प्रतिशत मतदान हुआ। वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। 
    जिलाधिकारी और निर्वाचन अधिकारी संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि गोपनीयता भंग करने के लिए मतदानकर्मियों के दल के चार सदस्यों को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पुनर्मतदान के दौरान मतदाताओं को मतदान केंद्र के अंदर मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी और आदर्श आचार संहिता से जुड़े अन्य सभी नियमों का पालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुनर्मतदान के दौरान मतदान प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मालवा निमाड़ की चार सीटों पर सबसे कम वोटिंग ने चौंकाया, मानी जाती है भाजपा-कांग्रेस का गढ़

    इंदौर। मालवा निमाड़ में भाजपा और कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली कुछ सीटों पर भी बंपर वोटिंग ने उम्मीदवारों को चौकाया है। अब वे इस गुणा भाग में जुटे है कि बढ़ा हुआ वोटिंग प्रतिशत किसके पक्ष में रहेगा और कौन सी लहर ने काम किया, लेकिन मालवा निमाड़ की चार सीटों पर जिलों में सबसे कम वोटिंग हुई है। इन चारों सीटों पर दोनो दलों ने अपने विधायकों को दोबारा चुनाव लड़ाया है।
    इंदौर की दो नंबर विधानसभा में जिले में सबसे कम वोटिंग से भी चुनावी विशेषज्ञ अश्चर्य में है। यहां से तीन बार लगातार चुनाव जीते विधायक रमेश मेंदोला प्रदेश में सबसे ज्यादा वोटों का रिकार्ड भी बना चुके है, लेकिन इस बार इतना 67प्रतिशत ही मतदान रहा।
    इसके अलावा धार जिले की गंधवानी सीट पर भी धार जिले में सबसे कम मतदान 73 प्रतिशत रहा। इस सीट से लगातार कांग्रेस विधायक उमंग सिंगार चुनाव जीतते रहे है। इस जिले की दूसरी सीटों पर 75 से लेकर 83 प्रतिशत तक मतदान हुआ है।
    रतलाम सिटी में भी जिले में सबसे कम वोटिंग हुई है। यहां 73 प्रतिशत मत पड़े, जबकि जिले के दूसरे विधानासभा क्षेत्रों में 80 प्रतिशत से ज्यादा वोट डाले गए। मालवा निमाड़ के सबसे धनवान विधायक चैतन्य कश्यप रतलाम सीट से दूसरी बार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े है। इसके अलावा देवास विधानसभा में भी जिले में सबसे कम 74 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस सीट पर गायत्री राजे पंवार को तीसरी बार भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है। जिले के दूसरे विधानसभा क्षेत्रों में 80 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग हुई है।
    धार जिले में सबसे ज्यादा मतदान वाली सीट बदनावर रही। इस सीट पर दोनो प्रत्याशी पिछली बार भी मैदान में थे, लेकिन इस बार दोनो ने अपने अपने दल बदल कर चुनाव लड़ा। धार सीट पर 78 प्रतिशत मतदान रहा। निमाड़ की खरगोन सीट पर सबसे ज्यादा 88 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस सीट पर कांग्रेस से रवि जोशी और भाजपा से बालकृष्ण पाटीदार चुनाव मैदान में है। खरगोन में दो साल पहले दंगे भी हो चुके है। हरसूद सीट भाजपा का गढ़ मानी जाती है। यहां 79 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस सीट से लगातार विजय शाह चुनाव जीतते आ रहे है।
    साभार अमर उजाला

  • मध्य प्रदेश में वोटिंग के बीच कई सीटों पर माहौल बिगाड़ने की साजिश, दिमनी में बवाल; जमकर पथराव

    दिमनी। मध्य प्रदेश में वोटिंग के बीच कई सीटों पर माहौल बिगाड़ने की साजिश की जा रही है। इंदौर में रात को हुए बवाल के बाद मुरैना में भी हिंसा हो गई है। मुरैना के दिमनी विधानसभा क्षेत्र में एक बूथ के पास दो गुटों में पथराव हुआ। गोलीबारी की भी सूचना है। हालांकि, पुलिस ने फायरिंग की पुष्टि नहीं की है। हिंसा के दौरान एक व्यक्ति घायल हुआ है।
    मध्य प्रदेश में कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 200 सीटों पर मतदान चल रहा है। दिमनी विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र 148 पर पर सुबह दो पक्षों में टकराव हो गया। मुंह पर कपड़ा लपेटे कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। दोनों तरफ से फायरिंग की भी बात कही जा रही है। हिंसा के बाद वहां भगदड़ जैसे हालात बन गए। सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत ऐक्शन लेते हुए उपद्रवियों को खदेड़ दिया। बूथ पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। 
    पथराव में एक मतदाता के घायल होने की जानकारी है। घायल को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। सुरक्षाबलों ने जल्द ही हालात को काबू में किया और सुरक्षा के बीच वोटिंग प्रक्रिया चल रही है। मतदाताओं की सुरक्षा के लिए अत्यधिक पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। दिमनी विधानसभा क्षेत्र पर सबकी नजरें टिकी हैं। इसी सीट से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी चुनाव लड़ रहे हैं।
    डीएसपी विजय सिंह भदौरिया ने कहा कि यह संवेदनशील बूथ है। यहां बीएसएफ भी तैनात है। आज सुबह यहां दो पक्षों में विवाद और पथराव की सूचना मिली थी। तत्काल पुलिस ने पहुंचकर उपद्रवियों को खदेड़ा अब शांतिपूर्व मतदान चल रहा है। डीएसपी ने कहा कि कुछ गांव वालों का कहना है कि गोलीबारी हुई है, लेकिन अभी इसकी पु्ष्टि नहीं हुई है।
    इंदौर में भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भिड़ंत
    इससे पहले इंदौर के राऊ विधानसभा क्षेत्र में देर रात भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच टकराव हो गया। भंवरकुआं थाने के बाहर जुटकर हंगामा कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। भाजपा उम्मीदवार मधु वर्मा का आरोप है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता राऊ विधानसभा क्षेत्र में चुनावी काम कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को धमका रहे थे जिससे विवाद हुआ। उधर, शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा ने आरोप लगाया कि राऊ विधानसभा क्षेत्र में मतदान से पहले भाजपा कार्यकर्ता लोगों को शराब, कम्बल और पाजेब बांट रहे थे। उन्होंने दावा किया कि ये चीजें बांटे का विरोध करने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक कांग्रेस नेता पर हमला कर उसे घायल कर दिया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विवाद के मामले में उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
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  • प्रचार का शोर थमा, कल सुबह 7 बजे से मप्र में मतदान

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को प्रचार का शोर थम गया। अब शुक्रवार को सभी 230 विधानसभा सीटों पर एक चरण में मतदान होगा। चुनाव आयोग ने 64523 मतदान केंद्रों पर मतदान की तैयारी पूरी कर ली है। यहां पर जीपीएस से लैस वाहनों से पोलिंग पार्टियों और ईवीएम को भेजा जाएगा। इन वाहनों की भोपाल के सेंटर से निगरानी रखी जाएगी। वाहनों का रूट तय है। इस रूट से भटकने या कोई गड़बड़ी होने पर तुरंत सेंट पर मैसेज पहुंचेगा। वाहनों की निगरानी जिला, स्टेट से लेकर सेंटर तक से की जाएगी। आयोग ने पूरी प्रक्रिया की पारदर्शीता और निगरानी के लिए पीठासीन, सेक्टर और रिटर्निंग अधिकारियों को एप डाउनलोड कराया है। इस एप में मतदान दल के सामग्री लेने से पोलिंग बूथ पर पहुंचने और मतदान प्रक्रिया पूरी कराने के बाद उसको जमा करने तक की एक-एक जानकारी एप में भरनी होगी। वहीं, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया संवेदनशील पोलिंग बूथ पर सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम किए गए है। प्रदेश में करीब 17 हजार संवेदनशील पोलिंग बूथ है। चुनाव आयोग आधे पोलिंग बूथ की वेबकास्टिंग के जरिए निगरानी करेगा। 
    मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने चुनाव संबंधी किसी भी शिकायत या समस्या के निराकरण के लिए संभागवार टीम गठित कर दी है। इसमें संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पदाधिकारी मनोज खत्री को नर्मदापुरम एवं जबलपुर संभाग, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राकेश सिंह को इंदौर एवं उज्जैन संभाग, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बंसत कुर्रे को ग्वालियर, भोपाल एवं चंबल संभाग, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रूचिका चौहान को सागर, शहडोल एवं रीवा संभाग की जिम्मेदारी दी गई है। इन अधिकारियों के अधीनस्त भी अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए गए है। निर्वाचन के दौरान आने वाली किसी भी प्रकार की समस्या या शिकायत के लिए दो दिन संपर्क किया जा सकता है। 
    साभार अमर उजाला

  • आज अंतिम दिन,  चुनाव प्रचार में प्रियंका, खरगे, योगी समेत अन्य नेता झोंकेंगे पूरी ताकत

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदाताओं को वादों, दावों, जनसभाओं और आरोप-प्रत्यारोप से रिझाने का बुधवार को अंतिम दिन है। बुधवार शाम छह बजे चुनाव प्रचार थम जाएगा। भाजपा और कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, प्रियंका गांधी, योगी आदित्यनाथ, देवेंद्र फडणवीस समेत अन्य नेता पूरी ताकत झोंकेंगे। इसके बाद दो दिन प्रदेश के नेता बूथ स्तर पर मतदाताओं को साधने पर जोर लगाएंगे। प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान है। 
    भारतीय जनता पार्टी की तरफ से वरिष्ठ नेता 15 नवंबर को प्रदेश के विभिन्न जिलों के प्रवास पर रहेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नर्मदापुरम, बैतूल, देवास, सीहोर, रायसेन, विदिशा, भोपाल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पन्ना, अशोकनगर, भोपाल व छिंदवाड़ा, केंद्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर मुरैना, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा सतना, जबलपुर, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल एवं केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते दमोह व रायसेन, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जबलपुर व बालाघाट, महाराष्ट्र्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस छिंदवाड़ा, रामलाल रौतेल एवं उत्तराखंड शासन के मंत्री सतपाल जी महाराज बालाघाट, बैतूल व धार की विभिन्न विधानसभाओं में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव प्रचार करेंगे। 
    वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, बैतूल जिले के आमला, भोपाल के बैरसिया और दक्षिण पश्चिम विधानसभा सीट पर जनसभा को संबोधित करेंगे। राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी दतिया, सीधी और पूर्व सीएम एवं पीसीसी चीफ कमलनाथ कटनी जिले की विजयराघवगढ़, सिवनी जिले के केवलारी, बालाघाट जिले के लालबर्रा, वारासिवनी, छिंदवाड़ा जिले के जमई में जनसभा को संबोधित करेंगे। 
    प्रदेश में 17 नवंबर को सुबह 7 से शाम 6 बजे तक मतदान प्रक्रिया चलेगी। इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। मतदान शुरू होने के डेढ़ घंटे पहले सुबह 5:30 बजे से मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। यह प्रक्रिया अभ्यर्थी या उसके अधिकृत एजेंट की उपस्थिति में होगी। यदि कोई अभ्यर्थी या उसका एजेंट 5:30 बजे मतदान केंद्र पर उपस्थित नहीं होता है, तो 15 मिनट तक उसका इंतजार किया जाएगा। इसके बाद मतदान दलों और अन्य सदस्यों की उपस्थिति में मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। न्यूनतम 50 वोट से मॉकपोल किए जाने का प्रावधान है। इसमें नोटा भी शामिल होगा। मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ करने से पूर्व बैलेट यूनिट एवं वीवीपीएटी को वीवीपीएटी कंपार्टमेंट में रखा जाएगा। कंट्रोल यूनिट को पीठासीन अधिकारी की टेबल या मतदान अधिकारी के टेबल पर रखना होगा।
    प्रदेश के बालाघाट, मंडला और डिंडोरी जिलों के कुछ विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक ही मतदान प्रक्रिया चलेगी। इसमें बालाघाट जिले के तीन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 108-बैहर (अ.ज.जा.), 109-लांजी और 110 -परसवाड़ा के सभी मतदान केंद्र, मंडला जिले के 105-बिछिया विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के-47 मतदान केंद्रों पर, 107-मंडला विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 8 मतदान केंद्रों तथा डिंडौरी जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-104 डिंडौरी के 40 मतदान केंद्रों पर सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा।
    साभार अमर उजाला

     

  • अब लखपति बहना योजना शुरू करेंगे शिवराज, भाईदूज पर किया ऐलान

    भोपाल। मध्यप्रदेश में लाड़ली बहना के बाद अब शिवराज सरकार प्रदेश की महिलाओं को लखपति बनाने के लिए योजना लेकर आई है। महिलाओं की आमदनी 10 हजार रुपये महीना हो, इसके लिए स्व: सहायता समूहों के माध्यम से कार्य किया जाएगा। सीएम ने भाईदूज के मौके पर ये घोषणा की है।
    भाईदूज के पावन पर्व पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं अपनी हर बहन को लखपति बनाऊंगा। इसके लिए हम लखपति बहना योजना शुरू कर रहे हैं। इसमें घर का काम-काज करते हुए हर बहन हर महीने कम से कम 10 हजार रुपये कमाएगी, जिससे साल में उसकी आमदनी एक लाख के ऊपर होगी। सीएम ने कहा कि अभी 15 लाख बहनें लखपति हैं। लेकिन स्वः सहायता समूह के माध्यम से अब इसे एक अभियान के रूप में चलाएंगे। एक आंदोलन बनाएंगे। उन्होंने कहा कि बहनों का आशीर्वाद मुझे ऊर्जा देता है।
    मुख्यमंत्री निवास पर बुधवार को भाई दूज का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को तिलक लगाने पहुंचीं थीं। सीएम ने इन सभी से तिलक लगवाकर भाई दूज का त्यौहार मनाया। इस मौके पर संगीत और नृत्य का भी आयोजन किया गया। महिलाओं ने सीएम के माथे पर तिलक कर उन्हें आशीर्वाद दिया।
    भाजपा विधानसभा चुनाव में महिला वोटरों को लेकर आत्मविश्वास में नजर आ रही है। लाड़ली बहना योजना पहले से प्रदेश में लागू है, जिसके तहत करीब सवा करोड़ महिलाओं को 1,250 सौ रुपये बैंक खाते में डाले जा रहे हैं। इसके अलावा लाड़ली लक्ष्मी योजना सहित कई अन्य योजनाएं भी महिलाओं के लिए लागू की गई हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ ने भगवान बिरसा मुंडा को बताया भारतवर्ष का महानायक, आज है जयंती

    भोपाल। भगवान बिरसा मुंडा को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भारतवर्ष का महानायक बताया है। मुंडा की जयंती पर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने बुधवार सुबह सोशल मीडिया पर पोस्ट कर उन्हें याद किया। उन्होंने लिखा कि आज भगवान बिरसा मुंडा की जयंती है। आजादी की लड़ाई में उन्होंने जिस अदम्य वीरता का परिचय दिया और आदिवासी समुदाय को लेकर अंग्रेजों से जिस तरह मुकाबला किया, उस पर हर भारतीय को गर्व है। वे न सिर्फ आदिवासी समुदाय बल्कि संपूर्ण भारतवर्ष के महानायक हैं। भगवान बिरसा मुंडा को शत-शत नमन।
    बता दें कि जहां भाजपा मध्यप्रदेश सहित पूरे देश में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाती है। वहीं, कांग्रेस नौ अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस पर गौरव दिवस मनाती है। गौरव दिवस को लेकर कांग्रेस और भाजपा में बड़ा विवाद है। दोनों ही पार्टियां आदिवासियों को साधने के लिए नए-नए दांव चलती रहती हैं।
    भगवान बिरसा मुंडा एक स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक थे। उन्होंने दूरदराज के इलाकों में रहने वाले आदिवासी समाज के बीच जागरूकता लाने का काम किया था। जनजातीय गौरव दिवस भारत के आदिवासी समुदायों के योगदान का सम्मान करने का दिन है। हर साल 15 नवंबर को छोटा नागपुर के आदिवासी नायक बिरसा मुंडा की जयंती मनाई जाती है। यह दिन पीढ़ियों को सांस्कृतिक और राष्ट्रीय गौरव को संरक्षित करने के लिए प्रेरित करने के लिए भी है।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस ने किसानों को कर्ज माफ करने, युवा वर्ग को भत्ता देने की घोषणा की थी, लेकिन किया कुछ नहीं : विजयवर्गीय

    इंदौर। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व भाजपा उम्मीदवार कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जिन लोगों ने देश का पैसा खाया है, उन्हें हमेशा ईडी, सीबीआई से डरना पड़ेगा। भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए पिछली सरकार ने समझौते किए होंगे। मोदी सरकार किसी को नहीं छोड़ेगी।
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में कह चुके है कि भ्रष्टाचार कर देश को नुकसान पहुंचाने वाले को वे नहीं छोड़ेंगे। विजयवर्गीय दीपावली पर परदेशीपुरा स्थित वृद्धाआश्रम में त्योहार मनाने आए थे। कांग्रेस का द्वारा भाजपा के वचन पत्र को उनकी नकल बताए जाने पर विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस ने किसानों को कर्ज माफ करने, युवा वर्ग को भत्ता देने की घोषणा की थी, लेकिन किया कुछ नहीं।
    कांग्रेस का घोषणा पत्र डस्टबीन में डालने लायक है और हमारा घोषरा पत्र कम्यूटर में सेव करने लायक है, ताकि प्रदेशवासी देख सके कि भाजपा किस तरह एक एक घोषणा को जमीन पर लाती है।
    विजयवर्गीय ने कह दूसरे प्रदेशों में कांग्रेस की सरकारों से जुड़े सवाल पर कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार महिला अपराध में नंबर वन पर है।कांग्रेस शासित कोई भी प्रदेश विकास के मामले में मध्य प्रदेश की बराबरी नहीं कर सकता है। 20 सालों में हमारी सरकार ने प्रदेश को बीमारू राज्य से विकसित राज्य की श्रेणी में खड़ा किया है। भाजपा सरकार ने हर वर्ग को खुश रखने की कोशिश की है। कार्यक्रम में विजयवर्गीय ने युवतियों के साथ अंताक्षरी खेली। महापौर परिषद सदस्य राजेंद्र राठौर ने स्वागत भाषण दिया।
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  • गोंगपा के संभागीय महासचिव ने दिया पार्टी से इस्तीफा

    शहडोल। शहडोल जिले में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को बड़ा झटका लगा है। गोंगपा के संभागीय महासचिव अशोक उपाध्याय ने पार्टी के कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी से अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ मिलकर इस्तीफा देते हुए कांग्रेस पार्टी की जैतपुर प्रत्याशी उमा धुर्वे का समर्थन किया है। जिससे जैतपुर विधानसभा में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी व भाजपा को इसका सीधा नुकसान पहुंचेगा, इसके साथ ही कांग्रेस को यहां से बढ़त मिल सकती है।  बता दें कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संभागीय महासचिव अशोक उपाध्याय ने कहा कि अब पार्टी पहले जैसे नहीं रह गई है। पार्टी में कार्यकर्ता की कोई सुनवाई नहीं होती। पूरी पार्टी में केवल छल कपट से इस समय चल रहा है।
    साभार अमर उजाला

  • चोरल  के ग्रामीण क्षेत्र में भारी जन समर्थन के साथ दरबार कर रहे हैं जनसंपर्क

    आदिवासियों में प्यार एवं सहानुभूति की लहर देखी गई

    महू, महू विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय प्रत्याशी अंतर सिंह दरबार मैंडल सैंडल गाजिंदा  चौरल क्षेत्र में भारी जन समर्थन के साथ कर रहे हैं जनसंपर्क अनेक परिवारों द्वारा दरबार को तिलक लगाकर आरती की गई एवं फूल माला पहनाई गई जगह-जगह फूलों की वर्षा एवं बैठकों का दौर ग्रामीणों में जहां दरबार को टिकट नहीं मिलने की कसक है वही दरबार को जिताने की उमंग एवं उत्साह भी देखी जा रही है बढ़ चढ़कर  ढोल ढमाको के साथ युवा वर्ग भी बड़ी संख्या में आज जनसंपर्क में देखा गया ग्रामीणों में विशेष कर आदिवासियों में प्यार के साथ-साथ सहानुभूति भी नजर आ रही है अब देखना यह है कि दरबार कांग्रेस और भाजपा को पटकने में सफल होते हैं या नहीं क्षेत्र के बड़ी संख्या में ग्रामवासी जनसंपर्क में देखे गए।

     

  • कांग्रेस कमेटी मध्य प्रदेश ने किया अपने ही कार्यकर्ताओं को 6 वर्ष के लिए निष्कासित

    कांग्रेस कमेटी मध्य प्रदेश ने किया अपने ही कार्यकर्ताओं को 6 वर्ष के लिए निष्कासित, जिन्होंने विपरीत परिस्थिति में पार्टी का साथ दिया, उनको पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। मुख्य रूप से अशोक सैनी एवं अन्य 15 पदाधिकारी कार्यकर्ताओं को पार्टी से किया बेदखल, क्योंकि अशोक सैनी जी ने किया अंतर सिंह दरबार पूर्व कांग्रेस विधायक, प्रत्याशी जो अभी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है उनका समर्थन। अब अशोक सैनी जी द्वारा अंतर सिंह दरबार के पक्ष में जन समर्थन किया जा रहा है हासिल। गांव-गांव जाकर महू विधानसभा से जोरदार स्वागत और अपने क्षेत्र में जन समर्थन में घर-घर पहुंचे लिया जन आशीर्वाद।हालांकि मुकाबला टक्कर का है। बीजेपी से उषा ठाकुर और कांग्रेस से टिकट दिया है राम किशोर शुक्ला को और अंतर सिंह दरबार निर्दलीय मैदान में हैं। देखते हैं चुनाव का ऊंट किस करवट बैठता है।

  • पिछोर में कुछ नहीं किया, शिवपुरी में बदलाव की बात कर रहे, कांग्रेस प्रत्याशी पर शिवराज ने साधा निशाना

    शिवपुरी। शिवपुरी जिले में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार तेज हो गया है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिवपुरी, कोलारस और करैरा विधानसभा में पहुंचकर आमसभाएं की और भाजपा के लिए वोट मांगे। इस दौरान शिवपुरी में एक आमसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि केंद्र और राज्य की डबल इंजन की सरकार ने वह सब काम किए हैं जो कभी नहीं हुए। आज डबल इंजन की सरकार के कारण मध्यप्रदेश प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। महिला सशक्तिकरण से लेकर छात्र-छात्राओं तक के लिए योजनाएं बनाई गई हैं, जिसका लाभ उन्हें मिल रहा है। शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी केपी सिंह पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आमसभा के दौरान कहा कि जो पिछोर में रहते हुए कुछ नहीं कर सके अब वह शिवपुरी में बदलाव की बात कह रहे हैं। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि भाजपा के प्रत्याशी देवेंद्र जैन को जिताएं। भाजपा सरकार विकास के वादे पर आगे बढ़ती है भाजपा ने जो कहा है वह किया है। डबल इंजन की सरकार ने प्रदेश में विकास के नए रास्ते खोले हैं।
    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। शिवपुरी में एक आमसभा के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि महिलाओं का अपमान करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक मिनट भी अपनी कुर्सी पर रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने विधानसभा में अपमानजनक टिप्पणी की। सभा के दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि इस बेशर्मी पर नीतीश कुमार के साथ कांग्रेस खड़ी है। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से पूछना चाहते हैं कि नीतीश कुमार की इस टिप्पणी पर आप क्या-क्या कहना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अभी तक इसकी आलोचना तक नहीं की है।
    शिवपुरी में आमसभा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भूल से भी प्रदेश में कांग्रेस आ गई तो लाडली बहना योजना बंद कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मामा है तो लाडली बहना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सत्ता के आने के रास्ते पर ताला लगा दो। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की जब 15 महीने की सरकार प्रदेश में आई तो उन्होंने संबल योजना बंद कर दी। प्रदेश को बदहाल कर दिया। तीर्थ यात्रा योजना बंद कर दी, बच्चों को दिए जाने वाले लैपटॉप की राशि भी बंद कर दी।
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ बोले- शिवराज सरकार ने पेंशन को रोककर "बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवा बहनों के जीवन पर लगा दिया ताला"

    भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन का मुद्दा उठाया है। उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए ये दावा किया है कि शिवराज सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन का भुगतान रोक रखा है। दीपावली के इस पावन पर्व के अवसर पर गरीब महिलाओं पर आर्थिक संकट है। कमलनाथ ने X पर लिखा कि प्रदेश की शिवराज सरकार ने 50 लाख से अधिक असहाय बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवा बहनों को हर महीने मिलने वाली सामाजिक सुरक्षा पेंशन के भुगतान को महीनों से रोक रखा है। बुजुर्ग, दिव्यांग और विधवा बहनें रोज–रोज बैंकों के चक्कर काट कर परेशान हो रहीं हैं। 
    पीसीसी चीफ ने आगे लिखा कि शिवराज सरकार ने पेंशन को रोककर "बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवा बहनों के जीवन पर ताला" लगा दिया है, उनके जीवन पर संकट खड़ा कर दिया है। दीपावली का त्यौहार सामने है और विज्ञापन बाज निर्लज सरकार आम जनता को झूठ परोसने में लगी है। सरकार को तत्काल इनकी पेंशन का भुगतान करना चाहिए। नाथ ने आश्वासन देते हुए लिखा कि मैं सभी पेंशनर्स को विश्वास दिलाता हूं कि कांग्रेस सरकार बनने पर आपको दोगुनी पेंशन की जाएगी, आपको पेंशन 1200 रुपए महीना मिलेगी और आपका जीवन सुरक्षित और खुशहाल होगा।
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ बोले- अधिकार सम्पन्न पंचायतों से अधिकार सम्पन्न आमजन होगा और खुशहाल मध्यप्रदेश बनेगा

    भोपाल। पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि कांग्रेस ने सत्ता का विकेन्द्रीकरण कर लोकतंत्र में वास्तविक अधिकार ग्राम पंचायतों को सुनिश्चित कराए, क्योंकि ग्रामों की खुशहाली से ही प्रदेश में खुशहाली आती है और इस लक्ष्य को सशक्त रूप से साकार करने के लिए मैं वचनबद्ध हूं। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर 
    1.मध्यप्रदेश पंचायत राज और ग्राम स्वराज अधिनियम को मूल भावना के अनुरूप अक्षरशः लागू करेगी।
    2.ग्राम पंचायत सचिवों एवं रोजगार सहायकों की मांग पर न्याय करेंगे तथा ग्राम रोजगार सहायक को सहायक पंचायत सचिव का दर्जा देंगे। इनको नियमित वेतनमान से जोड़ेंगे एवं अनुकम्पा नियुक्ति का लाभ देंगे।
    3.जनता की सरकार - जनता ही सरकार के सिद्धांत पर चलकर ग्राम सभाओं एवं ग्राम पंचायतों को पुनः अधिकार सम्पन्न बनायेंगे।
    4.सरपंचों के सम्मान को सुनिश्चित करेंगे एवं उनकी गरिमा को कम करने वाले नियमों को बदलेंगे।
    5.सरपंच निर्वाचित जनप्रतिनिधि होते हैं अतएव उनके विरूद्ध की गई शिकायतों के निराकरण की नई व्यवस्था करेंगे।
    6.ग्राम पंचायतों में एक सचिव और एक सहायक सचिव की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।
    7.जिला पंचायतों एवं जनपद पंचायतों में नगरीय निकायों की तरह एल्डरमेन नियुक्त करेंगे।
    8. 15 वें वित्त आयोग की राशि नवीन जनसंख्या अनुसार ग्राम पंचायतों को मिले, इस हेतु प्रस्ताव करेंगे।
    9.वित्त आयोग की राशि में  जिला एवं जनपद सदस्यों को विकास कार्य के लिए अलग से मिले, इस हेतु प्रस्ताव करेंगे।
    10.पंचायत स्तरीय पदों के लिए पृथक से स्थानांतरण नीति बनायेंगे। जिला / जनपद पंचायत को अधिकार देंगे।
    अधिकार सम्पन्न पंचायतों से अधिकार सम्पन्न आमजन होगा और खुशहाल मध्यप्रदेश बनेगा।
    अमर उजाला

  • कांग्रेस के अध्यक्ष रिमोट से चल रहे हैं, कांग्रेस का मतलब ही है बरबादी की गारंटी: मोदी

    दमोह। नोटबंदी को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग नोट के गद्दों पर सोते थे उनकी नींद उड़ गई थी। मुझे भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए कांग्रेस मुझे सौ-सौ गालियां देते हैं। जो मुझे गालियां देते हैं, ये सारे लोग किसी न किसी घोटाले में फंसे हुए हैं। लेकिन ये लोग चाहे कितनी भी गालियां दे भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई नहीं रुकेगी।
    इसी साल मध्यप्रदेश के लोगों को केंद्र सरकार ने हजारों करोड़ रुपये लोगों को भेजे हैं, क्योंकि यहां कोई पंजा सरकार में नहीं है। अगर कांग्रेस यहां गलती से भी आ गई तो यहां 85 फीसदी कमीशन तय है। कांग्रेस फिर से एमपी को बीमारू राज्य बना देगी। युवाओं को कांग्रेस से सावधान रहना है। भाजपा का लक्ष्य गरीब का विकास है। कांग्रेस को लोगों ने 60 साल मौका दिया, लेकिन कांग्रेस ने बुंदेलखंड को सिर्फ सूखा दिया। कांग्रेस को जहां मौका मिला वहां उसने किया क्या है। छत्तीसगढ़ में सट्टा और राजस्थान में लाल डायरी है। कांग्रेस का मतलब ही है बरबादी की गारंटी। ये लोग झूठ का पिटारा लेकर घूम रहे हैं। ये कहते हैं किसानों का कर्ज माफ करने का लेकिन किसान वर्षों तक किसानों को ठगती रही है। पीएम मोदी ने कहा कि ये चुनाव सिर्फ विधायक चुनने के लिए नहीं है, ये मध्यप्रदेश के विकास के लिए है। हमें एमपी को देश के टॉप 5 औद्योगिक राज्यों में पहुंचाना है। 
    पीएम मोदी आज दमोह जिले के दौरे पर हैं। उन्होंने दमोह के इमलाई गांव में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस कभी गरीबी खत्म नहीं कर पाई। क्योंकि कांग्रेस के नेताओं की नियत ठीक नहीं थी। अमीर और अमीर होते गए, गरीब और गरीब होते गए। आज भाजपा के सेवाकाल में गरीबी से बाहर निकल रहा है। पूरी दुनिया भारत के विकास की चर्चा कर रही है। पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब मेरा तीसरा सेवाकाल शुरू होगा तो मैं भारत की अर्थव्यवस्था को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाकर रख दूंगा। हमारी गारंटी देश का खजाना खाली करने की नहीं होती।
    पीएम मोदी ने कहा कि आज का समय कांग्रेस से सबसे ज्यादा सावधान रहने का है। कांग्रेस वो पार्टी है, जो गरीबी के हक का पैसा छीन लेती है। कांग्रेस वो पार्टी है जो हजारों करोड़ रुपये के घोटाले करती है। कांग्रेस वो पार्टी है जो एक समाज को दूसरे से लड़ाकर कुर्सी कब्जा करने का खेल करती है। कांग्रेस के लिए देश और राज्य का विकास जरूरी नहीं हैं। उसके लिए सिर्फ अपना स्वार्थ जरूरी है। उस समय देश के पीएम रिमोट से चलते थे, अब कांग्रेस के अध्यक्ष रिमोट से चल रहे हैं। वो कुछ कर नहीं पाते। नाम मात्र का कर दिया है उनको। कभी-कभी अध्यक्ष खुद के मूड में आ जाते हैं। कल उन्होंने पांडवों को याद किया था। जब रिमोट चलता है तब वो सनातन को गाली देते हैं। जब रिमोट बंद हो जाता है, तब पांडवों को याद करते हैं। मुझे गर्व है हम पांडवों की राह पर चल रहे हैं।  
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ ने भाजपा पर निशाना साधा, बोले- चुनावी मौसम में बढ़ जाती है बीजेपी की झूठ बोलने की शक्ति

    भोपाल। किसान कर्ज माफी के मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी का एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप जारी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहना है कि चुनावी मौसम में भारतीय जनता पार्टी की झूठ बोलने की शक्ति कई गुना बढ़ जाती है। नाथ ने आगे लिखा कि भाजपा के नेता पूरी बेशर्मी से सार्वजनिक मंचों से कह रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया। लेकिन आप देखिए विधानसभा में कांग्रेस विधायक बाला बच्चन के सवाल के जवाब में शिवराज सिंह चौहान के कृषि मंत्री कमल पटेल ने खुद स्वीकार किया है कि कांग्रेस सरकार ने करीब 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया। इस जवाब से यह भी स्पष्ट हो जाता है कि एक तरफ जहां कांग्रेस ने 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया वहीं भाजपा ने सत्ता में आते ही किसानों की कर्ज माफी बंद कर दी।
    पीसीसी चीफ ने सोशल मीडिया पर लिखा कि भाजपा और शिवराज सिंह चौहान किसानों के दुश्मन हैं। यह खुद तो किसानों की भलाई का कोई काम कर नहीं सकते और अगर कांग्रेस किसानों को कोई फायदा पहुंचाती है तो उसे बर्बाद करने में पूरी ताकत लगा देते हैं। जनता को अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी किसानों से जो वादे करती है, उन्हें हर कीमत पर पूरा करती है और भारतीय जनता पार्टी आज चुनाव के समय जो वादे कर रही है, उन्हें कभी नहीं निभाएगी। कांग्रेस किसानों की पार्टी है और भाजपा सौदेबाजों की पार्टी है। 17 नवंबर को मध्य प्रदेश की जनता धोखेबाज भाजपा को सबक सिखाएगी।
    साभार अमर उजाला

  • 9 नवंबर को पीएम मोदी के सतना दौरे को लेकर तैयारियां तेज

    सतना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 नवंबर को सतना आएंगे। वे यहां हवाई पट्टी के पास स्थित मैदान में दोपहर साढ़े 11 बजे से भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री दिल्ली से विशेष विमान से खजुराहो आएंगे और फिर वहां से हेलिकॉप्टर से सतना पहुंचेंगे। पीएम मोदी का 15 दिन में सतना जिले का यह दूसरा दौरा होगा।
    इससे पहले 27 अक्टूबर को पीएम गैर राजनीतिक दौरे पर चित्रकूट आए थे। तब उन्होंने सद्गुरू सेवा संघ के कार्यक्रम में हिस्सा लेकर अरविंद भाई मफतलाल को श्रद्धांजलि अर्पित की थी और जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज से मुलाकात कर उनकी 3 पुस्तकों का विमोचन किया था। अब इस बार पीएम का सतना दौरा राजनीतिक और चुनावी है। माना जा रहा है कि पीएम की चुनावी सभा न केवल सतना विधानसभा सीट समेत जिले की सभी सातों सीटों बल्कि आसपास के जिलों की सीटों पर भी भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने में बड़ी भूमिका निभाएगी।
    पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को 7 नवंबर को सतना आना था, लेकिन अब पीएम मोदी का सतना आगमन होना है। हालांकि पीएम मोदी का भी सतना दौरा पहले 7 नवंबर को ही तय था, लेकिन बाद में इसमे संशोधन कर दिया गया।
    विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी समेत देश की सियासत के कई दिग्गजों के सतना आने के मद्देनजर यहां तमाम इंतजाम दुरुस्त किए जा रहे हैं। रीवा संभाग के कमिश्नर-आईजी और सतना के कलेक्टर-एसपी खुद व्यवस्थाओं पर नजर बनाए हुए हैं। सतना एयर स्ट्रिप में सुरक्षा के लिहाज से अधिकारियों ने निरीक्षण किया। उधर, पीएम की सभा के लिए भाजपा नेताओं ने सभा स्थल पर रविवार को भूमिपूजन भी किया।
    साभार अमर उजाला 

  • लोगों को बताओ राम मंदिर के लिए सरकार ने कैसे लड़ाई लड़ी : गुजरात सरकार के मंत्री जगदीश विश्वकर्मा

    उज्जैन। अयोध्या के राम मंदिर से भाजपा मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा में चुनावी जीत का परचम लहराने की तैयारी कर रही है। इस बार खास बात यह है कि यह चुनाव गुजरात फार्मूले पर किया जा रहा है। उज्जैन के भारत माता मंदिर में गुजरात से आए जिला विधानसभा चुनाव प्रभारी और गुजरात की भूपेंद्र पटेल सरकार में मंत्री जगदीश विश्वकर्मा की उपस्थिति में संघ के आनुषांगिक संगठनों और भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं की बैठक कार्यशाला के रूप में हुई। संघ के विभाग कार्यवाहक पारस गहलोत ने इसका नेतृत्व करते हुए बताया कि कैसे अयोध्या के राम मंदिर सहित अन्य मुद्दों को लेकर लोगों के बीच पहुंचना है।
    मंत्री विश्वकर्मा सहित गुजरात के अन्य नेताओं ने भी उज्जैन में डेरा डाल दिया है, जो चुनाव की सभी गतिविधियों पर नजऱ रखे हुए हैं। 2024 लोकसभा चुनाव के लिहाज से 2023 विधानसभा चुनाव को सेमीफइनल के रूप में देखा जा रहा है। यही कारण है कि संघ इसे लेकर अघोषित रूप से सक्रिय हो गया है। गुजरात के मंत्री विश्वकर्मा की उपस्थिति में संघ ने स्वयंसेवकों और भाजपा नेताओं को निर्देश दिए हैं कि वे 10 से 15 लोगों की छोटी टोली बनाएं और लोगों के बीच पहुंचकर उनका मानस वोटिंग के लिए तैयार करेगी। यह टोली लोगों के बीच जाएगी और बातो बातो मे बताएगी कि मोदी सरकार ने किस तरह राम मंदिर के लिए लड़ाई लड़ी और अब रामलला मंदिर में विराजने जा रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • महू में उषा की राह नहीं आसान, रामकिशोर शुक्ला बना रहे नई पहचान

    इंदौर। महू का राजनीतिक मिजाज कभी एक जैसा नहीं रहा। मतदाता ने किसी एक दल की छाप इस सीट पर मतदाता ने नहीं रहने दी। कभी भाजपा को गले लगाया तो कभी कभी कांग्रेस का साथ निभाया। इस बार क्या होगा? यह सवाल पूछा जाने पर महू वासी मुस्करा देते है। कोई कांटे की टक्कर बताता है  तो कोई बदलाव की बात करता है। इस बार न तो उषा ठाकुर की राह यहां आसान लग रही है और कांग्रेस उम्मीदवार रामकिशोर शुक्ला 12 साल भाजपा में रहकर कांग्रेस में लौटे है। जनता के सामने कांग्रेस के हिसाब से उन्हें नई पहचान बनाना पड़ रही है।  
    कार्यकर्ता की टीम भी उन्हें नए सिरे से बनाना पड़ी। कांग्रेस से बगावत कर मैदान में उतरे अंतर सिंह दरबार किसके वोट ज्यादा काटेंगे। यह इस चुनाव में मायने रखेगा । वे खुद राजपुत है, इसलिए उषा ठाकुर के वोट भी काटेंगे और पूर्व विधायक होने के कारण वे कांग्रेस के परंपरागत वोटबैंक को भी नुकसान पहुंचाएंगे। 
    विधायक उषा ठाकुर के प्रति नाराजगी के स्वर महू नगर में मुखर है मतदाताअेां का कहना है कि वे चुनाव जीतने के बाद ज्यादा नजर नहीं आई। कुछ क्षेत्रों में उषा के खिलाफ एंटी इकमेंसी फेक्टर साफ तौर पर देखा जा रहा है।
    आम मतदाता उनकी सक्रियता पर सीधे तौर पर सवाल उठाते नजर आते है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों को ठाकुर ने साध रखा है। विधायक निधि भी ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में खर्च हुई। मानपुर, सिमरोल, सोनवाय वाले बेल्ट को भाजपा अपनी ताकत मानकर चल रही है। आरएसएस की पैठ भी महू के कुछ हिस्सों में अच्छी है। इसका फायदा भी भाजपा को हर चुनाव में मिलता है। 
    वर्ष 1998 और वर्ष 2004 के चुनाव जीतकर कांग्रेस विधायक अंतर सिंह दरबार ने महू को कांग्रेस का गढ़ बना दिया था, लेकिन फिर भाजपा ने महू से कैलाश विजयवर्गीय को उम्मीदवार बनाया और वे चुनाव जीत गए। वर्ष 2013 का चुनाव भी विजयवर्गीय ने दरबार को हरा कर जीता। पिछले चुनाव में 18 दिन पहले उषा ठाकुर को भाजपा ने चुनाव लड़ने महू भेजा। तब समीकरण कांग्रेस के पक्ष में नजर आ रहे थे, लेकिन परिणाम चौकानें वाले रहे। 
    उषा ने चुनाव जीत लिया। इस हार से दरबार और कमजोर हो गए। कांग्रेस ने इस बार उन पर फिर से  दांव लगाने के बजाए भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए रामकिशोर शुक्ला को टिकट दिया है। इसमे कोई शक नहीं कि दरबार की अपनी एक फैन फालोइंग है, लेकिन बतौर निर्दलीय वे कितने मजबूत साबित होंगे और ठाकुर व शुक्ला को कितनी टक्कर दे पाएंगे, यह परिणाम के बाद ही पता चलेगा,लेकिन दरबार के कारण महू में मुकाबला त्रिकोणीय के साथ रोचक हो गया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि महूू में जनता की पसंद कौन बनता है।
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा-कांग्रेस एनिमेटेड वीडियो बनाकर एक दूसरे पर साध रही निशाना, जय पर वीरू से निशाना

    भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्म के किरदार भी देखने को मिल रहे हैं। भारतीय सिनेमा की सुप्रसिद्ध फिल्म शोले के जय वीरू बसंती से लेकर बच्चों के सुपरहीरो सुपरमैन के एनीमेटेड वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं। इनमें बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के नेता दिखाई देते हैं। एनिमेटेड वीडियो बनाकर राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर निशाना साध रही हैं। हालांकि कोई भी सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले इन वीडियो की जिम्मेदारी नहीं ले रहा है। लेकिन फ्लोट होते इन वीडियो ने प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव के रोमांच को जरूर बढ़ा दिया है। आम मतदाता बड़े शौक से न सिर्फ इन वीडियो का लुत्फ़ उठा रहा है बल्कि इन्हें तेजी से फॉरवर्ड भी कर रहा है।
    सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में शोले फिल्म के सीन को कुछ इस तरह से दिखाया गया है जिसमें बसंती यानी जनता भगवान के सामने नतमस्तक है। वहीं वीरू यानी कमलनाथ भगवान के पीछे छिपकर जनता को वचन दे रहे हैं। तभी जय यानी शिवराज की एंट्री होती है जो बसंती को वीरू की सच्चाई बताता है। शोले फिल्म के एक सीन पर आधारित ये वीडियो खासा चर्चाओं में है। इसे अब तक अच्छी खासी संख्या में देखा जा चुका है। इसके पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का मारियो अवतार भी वायरल हो चुका है। 
    कांग्रेस ने कमलनाथ को सुपरमैन बनाकर प्रस्तुत किया है। कांग्रेस का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब देखा जा रहा है इसमें कमलनाथ हॉलीवुड फिल्म सुपरमैन के किरदार में है। इसके साथ ही कमलनाथ का एक एनिमेटेड वीडियो और सामने आया है। इसमें वे खेल मैदान में अमित शाह, शिवराज सिंह और नरोत्तम मिश्रा को रेस में पछाड़ते दिखाई दे रहे हैं। 
    विधानसभा चुनाव में इस बार नई तकनीक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल भी खूब किया जा रहा है। इस नई तकनीक के माध्यम से कांग्रेस और भाजपा दोनों के ही फेंक वीडियो सामने आ रहे हैं। इसमें एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप किया जा रहा है। एक दूसरे की योजनाओं को लेकर झूठा प्रचार किया जा रहा है। इन वीडियो की कोई अधिकारिक पुष्टि भी नहीं की जा रही है।
    साभार अमर उजाला

  • गांवों में नहीं बिजली, दो दिन में समस्या का समाधान नहीं तो ग्रामीण करेंगे मतदान का बहिष्कार

    शाजापुर। बार-बार तार टूटने, गंभीर हादसे की संभावना और बिजली के अभाव में सिंचाई के अभाव को लेकर बुधवार को करीब आधा दर्जन गांवों के किसान और ग्रामीणों ने कार्यपालन यंत्री कार्यालय पहुंचकर जमकर हंगामा किया और चेतावनी दी कि यदि दो दिन में समस्या का समाधान नहीं किया गया तो हम मतदान का भी बहिष्कार करेंगे और यहां आंदोलन भी। 
    दरअसल गोपीपुर लोहरवास, चौंसला, छतगांव सहित करीब आधा दर्जन से अधिक गांवों में इन दिनों बिजली की समस्या बनी हुई हैं। इन दिनों रबी फसल की सिंचाई की जा रही है, लेकिन किसानों को केवल 10 में से एक या डेढ़ घंटे ही लाइट मिल पा रही है। कई दिनों से हम लोग शिकायत कर रहे हैं, लेकिन अधिकारी केवल आश्वासन देकर मामले को टाले जा रहे हैं। किसानों ने यह भी बताया कि छतगांव में तार टूटकर गिर रहे हैं और वहां बार-बार फाल्ट हो रहा है। हमने इसकी भी शिकायत की लेकिन इनके पास बदलने के लिए तार भी मौजूद नहीं है। जबकि मेट्रो ट्रेन के लिए अरबों के तार खरीदे जा रहे हैं, लेकिन हम लोगों के लिए इनके पास तार उपलब्ध नहीं है। वहीं जो तार टूटकर गिर रहे हैं उन्हें भी सुधारने का इनके पास समय नहीं है और इन लोगों को किसी बड़े हादसे का इंतजार है। इसके बाद किसानों और ग्रामीणों ने एक ज्ञापन भी सौंपा जिसमें समस्या समाधान की मांग की गई। साथ ही चेतावनी भी दी कि यदि दो दिन मे समस्या का समाधान नहीं किया गया तो आने वाले मतदान का तो हम बहिष्कार करेंगे ही। साथ ही यहां आकर भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
    साभार अमर उजाला

  • कलेक्टर बैठाने से जिला नहीं बन जाता - नकुलनाथ ने किया भाजपा प्रत्याशी के बयान पर पलटवार

    छिंदवाड़ा। एक दिन पहले भाजपा प्रत्याशी प्रकाश उईके के द्वारा पांढुर्णा में पूर्व सीएम कमलनाथ और नकुलनाथ की बैंड बजाने का जो बयान दिया था, उसको लेकर सांसद नकुलनाथ ने पांढुर्णा के तिगांव में आयोजित जनसभा में बुधवार को पलटवार किया। नकुल ने कहा कि चुनाव में जनता भाजपा केंडिडेट की बैंड बजाएगी और उन्हें पांढुर्णा से हमेशा के लिए विदा कर देगी।
    नकुलनाथ ने पांढुर्णा को जिला बनाने को लेकर एक बयान दिया, उनका कहना था कि पांढुर्णा को जिला बनाने का मैं स्वागत करता हूं, लेकिन आचार संहिता के एक दिन पहले मुख्यमंत्री ने पांढुर्णा को जिला बनाने की घोषणा की और कलेक्टर एसपी को नियुक्त कर दिया, इससे जिला नहीं बन जाता है, पांढुर्णा में हम सरकार आने पर फंड दिलाएंगे।
    दरअसल एक दिन पहले भाजपा केंडिडेट का बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ पर तीखा हमला करते हुए पांढुर्णा को जिला बनाने से रोकने का आरोप लगाते हुए बैंड बजाने की बात कही थी इसी को लेकर आज नकुलनाथ ने उन पर हमला बोला है। फिलहाल पांढुर्णा को जिला बनाने को लेकर दोनों के बीच जुबानी हमले तेज हो गए है।
    साभार अमर उजाला

  • कूटरचित वीडियो जारी मुख्यमंत्री चौहान की छवि खराब करने की चुनाव आयोग में शिकायत

    भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि खराब करने के लिए एक कूटरचित वीडियो सोशल मीडिया (एक्स) पर @ShadowSakshi पर अपलोड करने की शिकायत भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ के सदस्य और अधिवक्ता नवीन आहूजा ने भोपाल पुलिस आयुक्त को की है।
    आहूजा ने लिखित शिकायत में बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो डाला गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि को धूमिल करने और भाजपा की जनहितैषी सरकार को बदनाम करने के लिए ये वीडियो अपलोड किया गया है। कूटरचित वीडियो में झूठे और असत्य तथ्यों को दिखाया गया है, जिससे मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बदनाम करने और छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है।
    आहूजा ने कहा कि ये एक गंभीर अपराध है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के अकाउंट धारक के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 120बी, 34 एवं आईटी एक्ट की धारा 66, 67 के तहत प्रकरण किए जाने की मांग की है।
    साभार अमर उजाला

  • सीएम शिवराज के पास नहीं है कार, पत्नी के पास है 34 लाख के जेवर

    भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास कोई चार पहिया वाहन नहीं हैं। जबकि उनकी पत्नी साधना सिंह एक एंबेसडर कार की मालिक हैं। जिसकी कीमत 1 लाख 53 हजार रुपए है। इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री ने अपने शपथ पत्र में दी है। उन्होंने सोमवार को बुधनी से नामांकन पत्र दाखिल किया। इसमें संलग्न एफिडेफिट में उन्होंने अपनी और पत्नी साधना सिंह के नाम दर्ज संपत्ति का ब्यौरा भी दिया है। इसके साथ मुख्यमंत्री ने अपने कर्ज की जानकारी भी शपथ पत्र में दी है। उन पर 2 लाख 14 हजार रुपए का कर्ज है। जबकि पत्नी साधना सिंह पर 66 लाख 58 रुपए का लोन है। 
    सीएम के शपथ पत्र में दी गई जानकारी के अनुसार उनके पास नगद 1.10 लाख है। स्टेट बैंक की विदिशा शाखा में 54,63,757 रुपये, भोपाल वल्लभ भवन शाखा में 33,35,674 रुपये और विदिशा के जिला सहकारी बैंक में 4,79,673 रुपये हैं। यूलिप में लगभग 30 हजार रुपये हैं। 7.45 लाख रुपये आयकर रिफंड है। इस तरह उनकी कुल संपत्ति 1.11 करोड़ रुपये है। वहीं उनकी पत्नी साधना सिंह चौहान के पास नगद 1.15 लाख, विदिशा स्टेट बैंक में 15,84,525 रुपये, पंजाब नेशनल बैंक भोपाल में 4.40 लाख रुपये, आईसीआईसीआई बैंक में 50 लाख रुपये की एफडी, बचत खाते में 1.55 लाख रुपये, वार्षिक बीमा प्रीमियम 18 हजार रुपये हैं। उनकी कुल समाप्ति 1.09 करोड़ रुपये है।
    मुख्यमंत्री के पास 6 लाख रुपये के जेवर हैं। जबकि उनकी पत्नी साधना सिंह के पास 34 लाख रुपए की ज्वेलरी है। सीएम एक पास एक रिवॉल्वर भी है जिसकी कीमत 5,500 रुपये है। इसके साथ ही 3.50 लाख रुपये की कीमत का अन्य घरेलू सामान है। साधना सिंह के नाम पर 41,100 रुपये का एक प्लॉट है।
    सीएम के पास अचल सम्पत्ति के नाम पर जैत बुधनी, ग्राम बैस विदिशा, ढोलखेड़ी विदिशा और ग्राम जैत में जमीनें हैं। इनकी कीमत- 17 लाख, 54 लाख, 87 लाख और1.35 लाख। 35 लाख रुपये मूल्य है। इसके साथ ही 16.25 लाख रुपये के दो अऩ्य आवासीय भवन भी हैं। सीएम की अचल संपत्ति की कुल कीमत 2.10 करोड़ रुपए है। पत्नी साधना के पास 2.95 करोड़ रुपये और 35 लाख रुपये मूल्य की जमीनें हैं। ग्राम बैस विदिशा,  अरेरा कॉलोनी में फ्लैट, अरेरा कॉलोनी में ही दो मंजिला आवासीय भवन है। 35 लाख रुपये का अरेरा कॉलोनी में फ्लैट है। 46 लाख रुपये का दो मंजिला आवास है। 21 लाख रुपये मूल्य का एक-तिहाई हिस्सा है। इस हिसाब से साधना सिंह के पास कुल प्रॉपर्टी 4.32 करोड़ रुपए है।
    साभार अमर उजाला

  • नामांकन का आज आखिरी दिन, मुख्यमंत्री चौहान देवी दर्शन के बाद भरेंगे पर्चा

    भोपाल। विधानसभा चुनाव में नामांकन दाखिल करने के लिए आज 30 अक्तूबर को आखरी दिन है। दोपहर तीन बजे तक ही नामांकन पत्र जमा किए जा सकें। इसके बाद कल 31 अक्तूबर को अब तक प्राप्त नामांकनों की स्क्रूटनी की जाएगी। 2 नवंबर तक नाम वापस लिये जा सकेंगे। ऐसे में सोमवार को बड़ी संख्या में नामांकन भरने लिए उम्मीदवारों के निर्वाचन कार्यालय पहुंचने का अनुमान है।
    जानकारी के अनुसार अब तक 1466 नामांकन पत्र भरे गए हैं। निर्धारित समय में चार शासकीय अवकाश होने के चलते इस बार अभ्यार्थियों को पर्चा भरने के लिए छह दिन का ही समय मिल पाया है। गौरतलब है कि प्रदेश में 17 नवंबर को एक ही चरण में मतदान की प्रक्रिया संपन्न होगी। मतगणना 3 दिसंबर को होगी।
    मुख्यमंत्री शिवराज चौहान भी आज अपना नामांकन पत्र जमा करेंगे। वे परिवार समेत पर्चा भरने जायेंगे। इसके पहले वे दोपहर एक बजे सलकनपुर पहुंचकर माता के दर्शन करेंगे। इसके बाद दोपहर दो बजे बुधनी पहुंचकर नामांकन दाखिल करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधनी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने उनके सामने टीवी कलाकार विक्रम मस्ताल को उतारा है।
    साभार अमर उजाला

  • जूते, चप्पल, मोजे, बिस्किट, फूलगोभी से मतदाताओं को रिझाएंगे निर्दलीय, निर्वाचन आयोग ने तय किए 204 चुनाव चिंह्न

    भोपाल। विधानसभा चुनाव के लिए निर्दलीय प्रत्याशी भी आज नामांकन प्रक्रिया खत्म होने के बाद घर-घर जाएंगे और जूते, चप्पल, मोजे, बिस्किट, फूलगोभी जैसे चुनाव चिन्ह्न से मतदाताओं को रिझाएंगे। निर्वाचन आयोग ने निर्दलियों के लिए 204 चुनाव चिंह्न तय किए हैं। बता दें, देश के सात राजनीतिक और 24 राज्यों में राज्य स्तरीय पार्टियों को 59 चुनाव चिंह्न आरक्षित किए हैं, लेकिन गैर मान्यता प्राप्त 2044 दलों और निर्दलीयों के लिए चुनाव आयोग मुक्त चुनाव चिंह्न जारी करेगा।
    जूते, चप्पल, जुराबे, मोजे, बिस्कुट, फूलगोभी, शिमला मिर्च, हरी मिर्च, पेट्रोल पंप, गले की टाई समेत कुल 204 चिंह्न चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों को बांटने के लिए छांट लिए हैं। आयोग की ओर से जारी 198 प्रतीक गैर मान्यता प्राप्त छोटे दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों को चुनाव चिंह्न के तौर पर बांटे जाएंगे।
    मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होना है। ऐसे में राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और पंजीकृत पार्टियों के प्रत्याशी अपने दल के चिंह्न पर चुनाव मैदान में उतर रहे हैं। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनाव आयोग निर्दलीय प्रत्याशियों को चुनाव चिंह्न आवंटित करेगा। प्रत्याशी भी चुनाव चिंह्न को लेकर बेहद संजीदा नजर आ रहे हैं। वहीं, निर्वाचन आयोग का स्पष्ट नियम है कि प्रत्याशी चुनाव चिंह्न के लिए कोई तीन विकल्प दे सकेगा, लेकिन किसी चिंह्न पर एक से ज्यादा दावे की स्थिति में अंतिम फैसला रिटर्निंग ऑफिसर का होगा। 
    निर्वाचन आयोग  ने अब तक 42 पार्टियों को सभी 230 विधानसभा में एक जैसे चुनाव चिंह्न आवंटित कर दिए हैं। राष्ट्रीय सर्वजन विकास पार्टी को पेट्रोल पंप, जन कल्याण पार्टी को अंगूर, राष्ट्रीय जन क्रांति पार्टी को लिफाफा, भारतीय बहुजन क्रांति दल को टेलीविजन, जन अधिकार पार्टी को डोली, भारतीय अवाम ताकत को ब्रश, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को आरी, भारत रक्षक पार्टी को बल्लेबाज, नागरिक अधिकार शक्ति सेवा पार्टी को मेज, भारतीय जनसंपर्क पार्टी को फूलगोभी, जनतावादी कांग्रेस पार्टी को फोन चार्जर, अखिल भारतीय हिंद क्रांति पार्टी को बोतल और संपूर्ण समाज पार्टी को अंगूठा चुनाव चिन्ह्न आवंटित किए गए हैं। 
    मान्यता प्राप्त छह राजनीतिक दलों के लिए पहले से चुनाव चिन्ह आरक्षित हैं। भाजपा के लिए कमल, कांग्रेस के पास हाथ, बसपा का हाथी, आम आदमी पार्टी की झाड़ू, कम्युनिस्ट पार्टी एम को हथौड़ा, हंसिया, सितारा और नेशनल पीपुल्स पार्टी के लिए चुनाव चिंह्न किताब आरक्षित हैं। ऐसे ही 24 राज्यों में राज्य स्तरीय पार्टियों को 59 चुनाव चिंह्न आरक्षित किए गए हैं। इसके अलावा 204 चुनाव चिंह्न होंगे जिनके जरिये प्रत्याशी चुनावी मैदान में खड़े हो सकेंगे। बाकी रजिस्टर्ड बिना मान्यता 2044 दलों और निर्दलियों के लिए मुक्त चुनाव चिंह्न जारी होंगे।
    साभार अमर उजाला

     

  • सपा ने शिवराज के खिलाफ मिर्ची बाबा को बनाया प्रत्याशी, 35 प्रत्याशियों की पांचवी सूची जारी की,

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने पांचवी सूची जारी की है। इसमें 35 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की है। इसमें पांच प्रत्याशियों के नाम में संशोधन किया है। वहीं, सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा सीट से वैराग्यानंद महाराज मिर्ची बाबा को प्रत्याशी को बनाया है। 
    इसके अलावा सिंगरौली की देवसर सीट से सुषमा प्रजापति, सिहौर जिले की आष्ठा सीट से अम्बाराम मालवीय, सतना सीट से हाजी मोइन खान, सतना जिले की अमरपाटन सीट से बालकृष्ण यादव, पन्ना जिले की पवई सीट से रजनी यादव, रैगांव सीट से इंदल प्रसाद प्रजापति, अनूपपुर जिले की कोतमा सीट से सेवानिवृत्त आईएएस विनोद बघेल, ग्वालियर की भितरवार सीट से संत राजेश गिरी महाराज, जबलपुर कैंड से देवेंद्र यादव, जबलपुर उत्तर मध्य से रंजना कुर्मी, आगर मालवा सीट से कैलाश मालवीय, मुरैना की अंबाह से अनीता सिंह चौधरी, मुरैना से राकेश कुशवाह, कटनी की बहोरीबंद से शंकर महतो लोधी, दमोह सीट से द्रपाल सिंह लोधी, भिंड की मेंहगांव सीट से बृजमोहन शर्मा, छतरपुर की बड़ामलहारा सीट से मोतीलाल यादव, शहडोल की जयसिंह नगर सीट से कौशलेस कुमार बैगा, जैतपुर सीट से विशेसर सिंह पाव, शिवुपरी की पिछौर सीट से राजीव यादव, विदिशा की शमशाबाद से शिशुपाल यादव, छतरपुर की महाराजपुर  सीट से अजय दौतल तिवारी, कटनी की विजय राघवगढ़ सीट से राममिलन विश्वकर्मा, भिंड सीट से रविसेन जैन, अटेर से पूर्व विधायक मुन्ना सिंह भदौरिया, जबलपुर की बरगी सीट से आशीष मिश्रा, टीकमगढ़ सीट से संजय यादव, सागर की बीना सीट से दीपक अहिरवार, भोपाल की नरेला सीट से शमशुल हसन, दतिया की सेवढ़ा सीट से देवेंद्र सिंह चौहान, ग्वालियर ग्रामीण से राजेश यादव, विदिशा की सिरोंज सीट से असलम गौरी, बैतूल की मुलताई सीट से कृपाल सिंह सिसोदिया और रतमला की सैलाना सीट पर भूरी सिंघाड़ को प्रत्याशी बनाया है। 
    छतपपुर की बिजावर सीट र मनोज यादव के स्थान पर रेखा यादव, निवाड़ी की पृथ्वीपुर सीट पर शिवांगी यादव के स्थान पर मिनी यादव, पन्ना की गिन्नौर सीट पर जितेंद्र कुमार दहायत के स्थान पर अमिता बागरी, रीवा के देवतालाब में रामरूज्ञ सोंधिया के सथान पर सीमा जयवीर सिंह सेंगर और भिंड के गोहद में मोहन लाल माहौर के स्थान पर जितेंद्र खटीक उर्फ बंटी को प्रत्याशी बनाया है। 
    साभार अमर उजाला

  • बीडी शर्मा ने कांग्रेस पर बोला जमकर हमला, कहा- पहले चुनावी रामभक्त बने और अब यह बाबर भक्त बनकर सामने आए

    भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने आज कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने शनिवार को प्रदेश मीडिया सेंटर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि सोनिया भक्त पहले चुनावी रामभक्त बने और अब यह बाबर भक्त बनकर सामने आए हैं। इनकी बाबर भक्ति साफ दिखाई दे रही है। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष कहते हैं बाबरी मस्जिद की शहीदी हुई है। ये सोनिया भक्त पहले चुनावी रामभक्त बनते हैं और अब इनकी बाबर भक्ति सामने आई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मूल चरित्र विधानसभा चुनाव में उजागर हुआ है। ये राममंदिर के खिलाफ, हिंदुत्व के खिलाफ और सनातन के खिलाफ हैं। 
    शर्मा ने कहा कि राममंदिर के होर्डिंग लगने पर कांग्रेस को आपत्ति हो रही है। वो चुनाव आयोग में जाकर इन्हें हटाने की मांग कर रही है। यह कांग्रेस का मूल चरित्र है कि कांग्रेस ने किस प्रकार से राम मंदिर पर आक्रमण करने का काम किया है। होर्डिंग लगने पर आपको क्या तकलीफ है। मैं कहता हूं आप भी लगाइए। इनके नेता है कहते राम मंदिर सबका है तो हां राम मंदिर सबका है। तो राम मंदिर के होर्डिंग लगने पर श्रीमान बंटाधार और करप्शन नाथ आपको तकलीफ क्यों है। आपको दर्द क्यों है, पीड़ा क्यों है। क्योंकि कांग्रेस को पीड़ा है राम मंदिर निर्माण से। कांग्रेस का चरित्र मुंह में राम बगल में बका है। इन्हें तो बाबर ही दिखाई देता है। शर्मा ने कहा कि मैं प्रियंका गांधी से पूछना चाहता हूं कि आखिर कांग्रेस को राम मंदिर को होर्डिंग लगाए जाने पर दर्द क्यों है। 
    इतना ही नहीं वीडी शर्मा ने बताया कि रविवार 29 अक्टूबर को प्रदेश के सभी बूथों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुना जाएगा। 63523 बूथों पर 41 लाख से अधिक कार्यकर्ता प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम को चुनेंगे। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ और विशिष्ट जन भी मौजूद रहेंगे। इसके साथ भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता प्रधानमंत्री के पत्र को घर घर तक पहुंचाने का काम करेगा।
    साभार अमर उजाला

  • मध्यप्रदेश में सपा-आप के बाद जदयू ने भी नजरअंदाज करने का लगाया आरोप, तोड़ लिया कांग्रेस से नाता

    नई दिल्ली। भाजपा से मुकाबले के लिए बना विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बिखर गया है। कांग्रेस के सहयोगी दलों को नजरंदाज किए जाने के चलते सपा के बाद जदयू ने भी अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। गठबंधन का हिस्सा आम आदमी पार्टी भी अपने प्रत्याशियों को उतार चुकी है।
    विपक्ष के 26 दलों का जब गठबंधन हुआ तब कहा गया वे सारे देश में भाजपा के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे, लेकिन गठबंधन के सबसे बड़े दल कांग्रेस ने साफ कहा है कि इंडिया का गठन 2024 लोकसभा चुनावों के लिए हुआ न कि विधानसभा चुनाव के लिए। कांग्रेस ने इसी रणनीति के तहत पांच राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना में अपने किसी सहयोगी दल को तवज्जो नहीं दी। मिजोरम को छोड़कर राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में कांग्रेस की भाजपा से सीधी लड़ाई है। वहीं, तेलंगाना में उसका मुकाबला के. चंद्रशेखर राव की भारत राष्ट्र समिति से है।
    कांग्रेस पांच राज्यों में किसी भी में सहयोगियों को सीटें देकर खुद को कमजोर नहीं करना चाहती है। यही वजह है कि वह आम आदमी पार्टी, सपा, जदयू या वामदल सहित अन्य दलों के लिए सीट छोड़ने को तैयार नहीं हुई। कांग्रेस की रणनीति है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में वह मजबूत बनकर उभरेगी तो वह लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे में सहयोगी दलों के दबाव में आने की बजाए उन्हें दबाव में लेकर ज्यादा सीटें हासिल कर सकेगी।
    230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी अब तक 45, सपा 42 और जदयू पांच उम्मीदवारों का एलान कर चुके हैं। सपा करीब 50 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। वहीं, जदयू ने अभी पहली ही सूची जारी की है। वह कुछ और सीटों पर उम्मीदवार उतार सकती है।
    सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश में गठबंधन नहीं होने पर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि यदि उन्हें पता होता गठबंधन विधानसभा स्तर पर नहीं है तो वह कांग्रेस से कभी बात ही नहीं करते। उन्होंने यहां तक कहा कि यूपी में कांग्रेस के साथ वैसा ही सलूक किया जा सकता है जैसा मध्य प्रदेश में उनके साथ किया गया। पिछले चुनाव में सपा ने एक सीट पर जीत हासिल की थी और पांच पर दूसरे नंबर पर थी। इसी आधार पर छह सीटों की मांग की थी।
    साभार अमर उजाला

  • मोदी 30 अक्टूबर को महाकाल की नगरी से कर सकते हैं चुनावी सभा का शंखनाद

    उज्जैन। मध्य प्रदेश में आगामी 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव को लेकर मतदान होने वाले हैं। इस चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 30 अक्टूबर को कार्तिक मेला प्रांगण या नानाखेड़ा स्टेडियम पर चुनावी सभा ले सकते हैं, जिसको लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। मध्य प्रदेश में आचार संहिता लागू होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह पहली चुनावी सभा है, जो कि अच्छी और भव्य रूप से हो इसे ध्यान में रखकर तैयारियां की जा रही है। 
    मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है प्रत्याशियों ने जहां अपने नामांकन भरना शुरू कर दिए हैं, वहीं चुनाव अभियान की शुरुआत भी जल्द होने वाली है। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन से चुनावी सभा की शुरुआत कर सकते हैं जो कि प्रदेश की सबसे पहली और बड़ी सभा होगी। इस बात के संकेत सोमवार को उज्जैन आए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने दिए थे। उन्होंने भाजपा नेताओं से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 अक्तूबर को मिजोरम की यात्रा के बाद दोपहर बाद सीधे उज्जैन आएंगे और उनकी यहां चुनावी सभा रखी गई है। आप सभी मिलकर तैयारी करें।
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी अभियान की शुरुआत यहीं से करने जा रहे हैं। इसलिए सभा अच्छी और बड़ी होना चाहिए। नगर अध्यक्ष विवेक जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा के लिए भाजपा के दोनों प्रत्याशी डॉ. मोहन यादव एवं अनिल जैन कालूहेड़ा के साथ सभी भाजपा नेता सभा स्थल के संभावित स्थल का दौरा करेंगे। सम्भवतः प्रधानमंत्री की सभा नानाखेड़ा स्टेडियम या कार्तिक मेला प्रांगण में जहां पिछले वर्ष नवंबर में सभा हुई थी। इन दोनों स्थल में से कोई एक स्थल तय किया जाएगा। इसका निर्णय मंगलवार दोपहर बाद स्थल निरीक्षण करने के बाद किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन में बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेकर प्रदेश के चुनावी अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं। जिसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह भी है कि मालवा में यदि भाजपा जीती तो सरकार बनती है और सबसे पहले ध्यान भाजपा के बड़े नेताओं का मालवा की सीटों पर ही है इसीलिए यहीं से प्रदेश के चुनाव अभियान का प्रारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • चंदला विधायक राजेश प्रजापति के निकले आंसू, टिकट कटने पर पार्टी पर लगाए गंभीर आरोप

    छतरपुर। भारतीय जनता पार्टी के द्वारा चंदला विधानसभा सीट के विधायक राजेश प्रजापति का टिकिट काटकर छतरपुर के भाजपा नेता दिलीप अहिरवार को प्रत्याशी बना दिया गया है। टिकिट कटने के बाद सोमवार को भाजपा विधायक राजेश प्रजापति का दर्द छलक पड़ा। दरअसल राजेश चंदला क्षेत्र के प्रसिद्ध आल्हमदेवी मंदिर में अपने समर्थकों के साथ दर्शन करने गए थे। जब यहां पत्रकारों ने उनसे सवाल किए तो वे छलक पड़े।
    राजेश प्रजापति ने मीडिया के सामने आरोप लगाए हैं कि वे 2018 में अकेले प्रत्याशी थे जिसने जिले में भाजपा की नाक बचाई थी। वे अकेले ही जिले में कांग्रेसियों से जूझते रहे तब किसी संगठन ने उनकी मदद नहीं की। लोगों की सेवा के लिए रात-दिन काम करते रहे, तब कोई उनकी मदद के लिए नहीं आया। लेकिन चुनाव के समय अचानक संगठन में बैठे कुछ लोगों ने उनके साथ धोखा कर दिया। राजेश ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके क्षेत्र का टिकिट करोड़ों रुपए में बेचा गया है। राजेश ने कहा कि तीन दिन पहले मप्र के प्रभारी भूपेन्द्र यादव ने उन्हें टिकिट का आश्वासन देकर भोपाल से क्षेत्र में भेज दिया था लेकिन फिर कुछ लोगों ने उनका टिकिट कटवा दिया।
    यहां राजेश प्रजापति का इशारा भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा की तरफ था क्योंकि उनकी मौजूदगी में ही उनके समर्थकों ने वीडी शर्मा मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। सोशल मीडिया पर राजेश प्रजापति का वह वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है जिसमें वे अपनी पीड़ा को बताते हुए रो पड़े।
    साभार अमर उजाला

  • 12डी ज्यादा से ज्यादा संख्या में स्वीकार किए जाएं, भाजपा ने चुनाव आयोग पहुंच रखी मांग

    भोपाल। होम वोटिंग की सुविधा के माध्यम से अधिक से अधिक मतदान करवाया जाए। इसके लिए अनिवार्य फॉर्म 12डी ज्यादा से ज्यादा संख्या में स्वीकार किए जाएं। ये मांग आज मध्यप्रदेश भाजपा ने चुनाव आयोग से की। भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को अरेरा हिल्स स्थित मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय पहुंचा। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन से मुलाकात कर होम वोटिंग के संबंध में चर्चा की। इसमें बीजेपी की ओर से केंद्रीय मंत्री और बीजेपी मध्यप्रदेश सह चुनाव प्रभारी अश्विनी वैष्णव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल सहित अन्य नेता मोजूद रहे। जानकारी के अनुसार प्रदेश में 11 लाख से अधिक दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाता हैं। 
    चुनाव आयोग ने इस बार नई पहल करते हुए 80 साल से अधिक बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं को घर से ही मतदान करने की सुविधा दी। वोट डालने उन्हें किसी मतदान केंद्र पर नहीं जाना पड़ेगा। बल्कि आयोग की एक टीम उनके घर पर पहुंचकर उनका मतदान करवाएगी। इसकी पूरी वीडियो ग्राफी भी की जाएगी। ऐसे मतदाताओं को इसके लिए फॉर्म 12D अनिवार्य रूप से भरना होगा, जिसे वे अपने बीएलओ से प्राप्त कर सकते हैं। 
    मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मुलाकात के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि मप्र में निर्वाचन आयोग ने 80 साल से अधिक के और दिव्यांग मतदाताओं को घर से ही मतदान कराने का फैसला लिया है। एमपी इनकी संख्या 11 लाख से अधिक है। हमने यहां आकर इस सुविधा के लिए आयोग का धन्यवाद किया है। वहीं  बीजेपी में टिकट वितरण के बाद बढ़ते विरोध पर उन्होंने कहा कि टिकट वितरण के बाद विरोध के छोटे मोटे स्वर उठते रहते हैं। इस पर ज्यादा चिंता करने की बात नहीं है।
    साभार अमर  उजाला

     

  • सिंधिया समर्थक उपचुनाव लड़ने वाले आठ मंत्रियों समेत 13 को फिर बनाया उम्मीदवार, 6 के कटे टिकट

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने पांचवीं सूची के साथ ही अब तक 228 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। दो सीट गुना और विदिशा को होल्ड किया है। 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक विधायकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। जिसके बाद कमलनाथ सरकार गिर गई थी। वहीं, शिवराज के नेतृत्व में भाजपा ने दोबारा सरकार बनाई थी। भाजपा में शामिल होने वाले 19 विधायकों ने इस्तीफा देकर 2020 में उपचुनाव लड़ा था। इसमें से आठ मंत्रियों समेत 13 को भाजपा ने फिर मौका दिया है। हालांकि मंत्री ओपीएस भदौरिया समेत 6 के टिकट काट दिए हैं।
    इनके कटे टिकट
    गिर्राज दंडोतिया- दिमनी से गिर्राज दंडोतिया का टिकट काट कर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को प्रत्याशी बनाया है। उपचुनाव में दंडोतिया 26 हजार 467 वोट से चुनाव हारे थे। कांग्रेस ने यहां पर वर्तमान विधायक रवींद्र सिंह तोमर को प्रत्याशी बनाया है।
    मुन्ना लाल गोयल- वहीं, ग्वालियर पूर्व से मुन्ना लाल गोयल का टिकट कट गया है। यहां पर भाजपा ने सिंधिया की मामी पूर्व मंत्री माया सिंह को टिकट दिया है। 2018 में इस सीट पर मुन्ना लाल गोयल ने भाजपा प्रत्याशी सतीश सिकरवार को हराया था। वहीं, उप चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर सतीश सिकरवार ने गोयल को 8555 वोट से हरा दिया था।
    जसमंत जाटव- शिवपुरी जिले की करैरा विधानसभा सीट पर जसमंत जाटव छितरी का टिकट कट गया है। वे उप चुनाव प्रागीलाल जाटव से 30 हजार वोट से हार गए थे। यहां पर भाजपा ने 2008 में विधायक रहे रमेश खटीक को अपना प्रत्याशी बनाया है। जसमंत जाटव के टिकट कटने का कारण उनका स्थानीय कार्यकर्ताओं से तालमेल नहीं बना पाना भी एक कारण बताया जा रहा है।
    रणवीर सिंह जाटव- भिंड जिले की गोहद सीट पर सिंधिया समर्थक रणवीर सिंह जाटव का टिकट कट गया है। यहां पर भाजपा ने पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य को टिकट दिया है। रणवीर जाटव 2009 के उपचुनाव और 2018 का चुनाव जीते थे। 2020 के उपचुनाव में रणवीर कांग्रेस के मेवाराम जाटव से 11 हजार 899 वोट से हार गए थे।
    रक्षा संतराम सरोनिया- भांडेर से विधायक रक्षा संतराम सरोनिया का भी टिकट काट दिया है। यहां पर भाजपा ने घनश्याम पिरोनिया को टिकट दिया है। उपचुनाव में रक्षा संतराम सरोनिया ने कांग्रेस के फूल सिंह बरैया को 161 वोटों से हराया था। कांग्रेस ने फूल सिंह बरैया को दोबारा अपना प्रत्याशी बनाया है।
    भाजपा ने मेहंगाव से मंत्री ओपीएस भदौरिया का टिकट काट दिया है। मंत्री की सर्वे में रिपोर्ट ठीक नहीं आई थी। वहीं, जिले में जातिगत समीकरण से भी उनको टिकट मिलने की संभावना कम ही बताई जा रही थी। यहां पर भाजपा ने पूर्व विधायक राकेश शुक्ला को प्रत्याशी बनाया है। 2020 के उपचुनाव में भाजपा ने ओपीएस भदोरिया ने कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत सत्यदेव कटारे को 12 हजार वोटों से हराया था।
    भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक आठ मंत्री समेत 11 को टिकट दिए हैं। ग्वालियर से मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर, पोहरी से मंत्री सुरेश धाकड़, बमोरी से महेंद्र सिंह सिसोदिया, मुंगावली से बृजेंद्र सिंह यादव, सुरखी से गोविंद सिंह राजपूत, सांची से प्रभुराम चौधरी, बदनावर से राजवर्धन सिंह दत्तीगांव और सांवेर से तुलसीराम सिलावट को प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा डबरा सीट पर पूर्व मंत्री इमरती देवी, अशोकनगर सीट पर वर्तमान विधायक जजपाल सिंह जज्जी, हाटपिपल्या सीट पर वर्तमान विधायक मनोज चौधरी, सुमावली सीट पर एदल सिंह कंसाना और अंबाह सीट पर कमलेश जाटव को प्रत्याशी बनाया है।
    साभार अमर उजाला

  • आज से भरे जाएंगे नामांकन, 2 नवंबर तक ही होगी नाम वापसी

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधनसभा चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक दावेदारों को जिस पल का इंतजार था वो पल आ गया है। विधानसभा चुनाव 2023 के लिए आज से नामांकन भरने का श्री गणेश हो गया है। अधिसूचना जारी होने के साथ ही शनिवार 21 अक्टूबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नामांकन पत्र 30 अक्टूबर 2023 तक भरे जाएंगे। 
    प्राप्त नामांकन फॉर्म्स की समीक्षा 31 अक्टूबर को होगी। दो नवंबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। नामांकन भरने के इच्छुक दावेदार जिला निर्वाचन कार्यालय या निर्धारित स्थान से फार्म प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही यहीं पर ही फॉर्म जमा करने होंगे। 
    इस बार प्रत्याशी को फॉर्म भरने के लिए सिर्फ छह दिन का ही समय मिलेगा, क्योंकि 22 अक्टूबर को रविवार है। 24 अक्तूबर को दशहरा। 28 अक्तूबर को शनिवार और 29 को रविवार है। इन चार दिनों में शासकीय अवकाश रहेगा। इस दिन नामांकन पत्र नहीं लिए जा सकेंगे। ऐसे में नॉमिनेशन को लेकर बहुत कम समय मिलेगा।
    मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर तारीखों का एलान हो चुका है। एमपी में 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि तीन दिसंबर को वोट की गिनती के साथ ही परिणाम आ जाएंगे। चुनाव आयोग ने पूरी तैयारी कर ली है।
    साभार अमर उजाला

  • छिंदवाड़ा में वर्तमान विधायकों को 6 सीटों पर कमलनाथ ने फिर उम्मीदवार बनाया

    छिंदवाड़ा। कांग्रेस ने गुरुवार देर रात विधायक प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी कर दी है, जिसमें छिंदवाड़ा से एक बार फिर से सभी वर्तमान विधायकों को उम्मीदवार बनाया है। गौर करने वाली बात यह है कि भाजपा ने जहां परासिया, पांढुर्ना, अमरवाड़ा में इस बार नए चेहरे को मौका दिया है तो वहीं कांग्रेस ने किसी भी पुराने विधायक की टिकट नहीं काटते हुए एक बड़ा फैसला किया है। इससे माना जा रहा है कि पूर्व सीएम कमलनाथ ने सभी विधायकों को दोबारा विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका देकर एक बड़ा दांव खेला है।  हालांकि इन सबके बीच पिछले दिनों अमरवाड़ा, परासिया और जुन्नारदेव में वर्तमान विधायकों के खिलाफ कुछ नेताओं ने खिलाफत भी की थी बावजूद इन सारी चीजों को दरकिनार करते हुए दोबारा कमलनाथ ने सभी विधायकों को टिकट दिया है। 
    बता दें, पिछले दिनों सांसद नकुलनाथ ने छिड़वाड़ा के जिन तीन विधायक के नामों की मंच पर घोषणा की थी, उन तीनों नामों पर भी आलाकमान ने मोहर लगा दी है, समझा जा सकता है कि यहां पर नकुलनाथ के द्वारा घोषित किये गए नामों पर मुहर लगाई गई है।
    साभार अमर उजाला

  • जीतू जिराती ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को लिखा पत्र, कहा- कहा-मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता

    इंदौर। भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष जीतू जिराती ने मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में खुद को टिकट की दौड़ से बाहर कर लिया है। उन्होंने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को पत्र लिखकर कहा है कि उन्हें उज्जैन संभाग की जिम्मेदारी दी गई । वे वहां संगठन का काम करना चाहते है, इसलिए वे खुद किसी सीट से चुनाव नहीं लड़ना चाहते है।
    जीतू जिराती फिलहाल प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष है और राऊ से  विधायक भी रह चुके  है। खाती समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले जिराती का नाम राऊ और कालापीपल सीट के लिए चल रहा था।
    राऊ से भाजपा ने मधु वर्मा को उम्मीदवार बनाया है,जबकि चर्चा थी कि कालापीपल में खाती समाज का वोटबैंक है, वहां से जिराती को लड़ाया जा सकता है,लेकिन जिराती के पत्र से साफ हो गया कि वे दूसरी सीट से भी टिकट की दौड़ से बाहर है। पहली सूची जारी होने के बाद खाती समाज के प्रतिनिधि भाजपा नेताअेां से भी मिले थे और समाज के किसी व्यक्ति को टिकट देने की मांग की थी।
    जीतू जिराती की कैलाश विजयवर्गीय खेमे से ज्यादा नजदीकी है। परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई राऊ सीट से पहली बार जिराती को टिकट दिलाने में विजयवर्गीय ने महत्पूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने पहला चुनाव जीतू पटवारी को हराकर जीता था। वर्ष 2013 में भाजपा ने उन्हें फिर टिकट दिया, लेकिन पटवारी ने दूसरी बार उन्हें हरा दिया था।
    साभार अमर उजाला

  • अवैध शराब, मादक पदार्थ, नगदी ले जाने वालों पर 32 चेकिंग पाइंट से रखी जा रही पैनी नजर

    उज्जैन। विधानसभा चुनाव को देखते हुए पुलिस सतर्क है। आगर रोड, इंदौर रोड, मक्सी, देवास, बड़नगर, उन्हेल मार्ग के अलावा जिले की सीमा जहां-जहां अन्य जिलों से लगती है वहां पुलिस ने चेकिंग पाइंट बनाए हैं। ऐसे 32 स्थानों को चिन्हित किया गया है जहां से अन्य जिलों से उज्जैन जिले में प्रवेश करते हैं। पुलिस ने 32 चेकिंग पाइंट बनाए हैं, जहां दिन-रात पुलिस बल तैनात किया गया है। सभी लोगों को जांच के बाद ही जिले में प्रवेश दिया जा रहा है। पुलिस बल अवैध शराब, मादक पदार्थ, अवैध रूप से नकद ले जाने वाले लोगों पर नजर रख रही है। इसके अलावा चुनाव के दौरान मतदाताओं को प्रलोभन देने वालों पर भी कार्रवाई की जा रही है। 
    विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही पुलिस ने पूरे जिले की सीमा सील कर दी है। जिलेभर के 32 नाकों पर दिन-रात आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है। चुनाव के दौरान लोगों को प्रलोभन देने के लिए रुपये, शराब व अन्य वस्तु बांटने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। वहीं, ऐसे 35 लोगों को चिन्हित कर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी कर दी गई है जिन्होंने पूर्व चुनावों में गड़बड़ी की थी। इसके साथ ही 203 संवेदनशील बूथों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था भी की जा रही है। बताया जा रहा है कि जिले में 1824 पोलिंग बूथ हैं। जिनमें से 203 संवदेनशील बूथ तथा 5 अति संवेदनशील बूथों पर विशेष बल तैनात कर व्यवस्था की जाएगी। जिससे की कोई भी इन बूथों पर किसी प्रकार की गड़बड़ी ना कर सकें। 
    पुलिस ने 25 एसएसटी तथा 24 फ्लाइंग स्क्वाड बनाई है। एसएसटी की टीम 25 चौराहों व संवेदनशील क्षेत्रों में 24 घंटे तैनात रहकर नजर रख रही है। इसके अलावा फ्लाइंग स्क्वाड सूचना मिलने पर संबंधित क्षेत्र में जाकर कार्रवाई कर रही है। इन टीमों में 24 घंटे एक अधिकारी व चार कर्मचारी 8-8 घंटे की शिफ्ट में मौजूद हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस की दूसरी सूची आज हो सकती है जारी, 86 सीटों पर नाम हुए फाइनल!

    भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की दूसरी सूची गुरुवार को आ सकती है। बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की बैठक हुई। कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि, बची हुई सभी 86 सीटों पर नाम फाइनल कर लिए गए हैं, लेकिन दूसरी सूची में 50 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा हो सकती है। अन्य 36 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कुछ दिन बाद होगी।
    करीब पांच घंटे तक चली चुनाव समिति की इस बैठक में कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ, राज्य प्रभारी रणदीप सुरजेवाला सहित कई बड़े नेता मौजूद थे, जिनके बीच प्रत्याशियों के नामों को लेकर मंथन हुआ।
    इस बैठक में बची 86 सीटों पर वन टू वन मार्किंग की गई है। एक-एक सीट पर उम्मीदवारों को चुनते वक्त कांग्रेस के सर्वे, कमलनाथ का निजी सर्वे और केंद्रीय चुनाव समिति द्वारा कराए गए सर्वेक्षणों की रिपोर्ट को ध्यान में रखा गया है और जीतने वाले उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर लिए गए हैं।
    सूत्रों ने बताया कि, पार्टी ने दूसरी लिस्ट में सर्वे के आधार पर नए चेहरों पर दांव लगाया है। जिन विधायकों को चुनाव लड़ाया जाना है, उन्हें संगठन की ओर से संकेत भी दे दिए गए हैं। वहीं, जिन स्थानों पर दो या उससे अधिक दावेदार हैं, वहां जातिगत समीकरणों को देखते हुए उम्मीदवार तय किए गए है।
    कांग्रेस ने 15 अक्तूबर को प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी, जिसमें 144 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए थे। वहीं 86 सीटों पर प्रत्याशियों का चयन बाकी है। इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने 21 विधायकों के साथ ही लगातार हारने वाली 40 सीटों पर के नामों पर मंथन किया था। इन्हीं नामों को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति के सामने रखा गया। दूसरी लिस्ट में उन सीटों पर खासा फोकस किया गया है, जिस पर कांग्रेस को लंबे समय से हार का सामना करना पड़ रहा है।

  • गाजा के अस्पताल पर हमले के बाद तनाव बढ़ा,  बाइडन के साथ अरब नेताओं का शिखर सम्मेलन रद्द

    यरूशलम। इस्राइल-हमास युद्ध के बीच गाजा के एक अस्पताल पर हुए हमले के बाद मध्य-पूर्व में तनाव और बढ़ सकता है। इस हमले के कारण 'इस्राइल को अपनी रक्षा के अधिकार' के लिए समर्थन जुटाने के अमेरिका के राजनयिक प्रयासों को पटरी से उतार दिया है। जॉर्डन के अम्मान में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ अरब नेताओं के शिखर सम्मेलन को रद्द कर दिया गया है। बाइडन इस्राइल के प्रति समर्थन और एकजुटता जताने के लिए आज तेल अवीव पहुंच रहे हैं।
    गाजा के अल-अहली अरब अस्पताल पर हुए घातक हमले के बाद सैकड़ों लोगों के मारे जाने की आशंका है। हमास और इस्राइल ने इस हमले के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है। सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, मिस्र, जॉर्डन और तुर्की ने भी इस्राइल पर गाजा शहर में अल-अहली अरब अस्पताल पर बमबारी करने का आरोप लगाया है। हालांकि, इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले के लिए हमास के बर्बर आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया।
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा आज जारी कर सकती है पांचवीं सूची, 94 प्रत्याशियों के नाम हो रहा मंथन

    भोपाल। नवरात्र के पहले दिन कांग्रेस ने एकमुश्त 144 प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया। वहीं, भाजपा ने अब तक अपनी चार सूची जारी की है, जिसमें 136 प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा है। अब भाजपा की पांचवीं सूची मंगलवार को आ सकती है। दरअसल, दिल्ली में मंगलवार को मध्य प्रदेश भाजपा की बड़ी बैठक बुलाई गई है। इसमें प्रदेश भाजपा के बड़े नेता शामिल हो सकते हैं। ऐसे में चर्चा है बैठक के बाद बाकी प्रत्याशियों के नाम पर मुहर लग सकती है। इसमें 70 नाम हो सकते हैं। पिछले कुछ दिन से भाजपा के बड़े दिग्गज नेता 94 प्रत्याशियों के नाम पर लगातार मंथन कर रहे थे। अब चुनाव में एक महीने से भी कम का समय बचा है। 21 अक्तूबर को नामांकन की अधिसूचना जारी हो जाएगी। 
    भाजपा ने इस बार अपने तीन केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों को विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत 25 मंत्रियों को टिकट दिया है। अभी आठ मंत्रियों के टिकट होल्ड हैं। एक मंत्री यशोधरा राजे ने स्वास्थ्य के चलते चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। भाजपा ने अभी तक 57 विधायकों को टिकट दिया है। वहीं, तीन विधायकों के टिकट काट दिए हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस प्रत्याशी का विरोध करने वालों का मुंह काला करो  : वरिष्ठ कांग्रेस नेता कैलाश सोनी

    उज्जैन। मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस पार्टी 144 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। प्रत्याशियों के नाम की घोषणा होने के बाद ही कई स्थानों पर इनका विरोध भी शुरू हो गया है। कहीं इन प्रत्याशियों के पुतले जलाए जा रहे हैं तो कहीं उनकी टिकट बदलने की मांग भी की जा रही है लेकिन इन सबके बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता कैलाश सोनी का कहना है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सोच समझकर टिकट वितरण किया है जो भी कांग्रेस प्रत्याशी का विरोध करें या भीतरघात करें उसे घर से निकालकर मुंह काला करें। 
    उज्जैन उत्तर से माया त्रिवेदी को कांग्रेस पार्टी द्वारा उम्मीदवार बनाए जाने पर एक कार्यक्रम कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित किया गया था जिसमें माया त्रिवेदी के स्वागत सम्मान के साथ वैसे तो कहीं वरिष्ठ नेताओं ने अपने विचार व्यक्त किए, लेकिन इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता कैलाश सोनी ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने माया त्रिवेदी को टिकट दिया है। मैं भी दक्षिण से टिकट का दावेदार हूं परन्तु मुझे टिकट नहीं मिला तो मैं जिसे पार्टी टिकट देगी उसके साथ काम करूंगा। आप सभी किसी के बहकावे न आएं। जो कांग्रेस नेता कांग्रेस प्रत्याशी का विरोध करे या भीतरघात करे उसे घर से निकालकर मुंह काला करें। ताकि उसे सबक मिले कि कांग्रेस के साथ भीतरघात नहीं करना है। आपने कहा कि अब हम कांग्रेस का नुकसान सहन नहीं करेंगे। इस दौरान बड़ी संख्या में वरिष्ठ व युवा नेता कार्यक्रम में मौजूद थे।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस ने वचन पत्र में  युवाओं, किसानों, महिलाओं को साधा, छह महीने में भरेंगे चार लाख सरकारी पद, ग्रेजुएट को मिलेंगे तीन हजार

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने मंगलवार को अपना वचन पत्र जारी कर दिया है। कांग्रेस के वचन पत्र में युवाओं, किसानों महिलाओं को साधने का प्रयास किया गया है। कांग्रेस ने प्रदेश में खाली पड़े चार लाख शासकीय पदों को 6 महीने में भरने का वचन अपने पत्र में शामिल किया है। इसके साथ ही सरकार बनने पर युवाओं के लिए ही स्वाभिमान योजना शुरू करने की बात भी वचन पत्र में जोड़ी है। इस योजना के तहत प्रदेश के ग्रेजुएट युवाओं को 3 हजार रुपए प्रति महीना दिया जाएगा। वहीं डिप्लोमा होल्डर को 1500 रुपये, जबकि दो लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से 8 से 10 हजार रुपये महीना दिया जाएगा।  इसके लिए युवा स्वाभिमान योजना कार्ड जारी किया जाएगा।
    प्रदेश के मतदाताओं को साधने के लिए कांग्रेस अपने वचन पत्र में एक और महत्वपूर्ण योजना लेकर आ रही है, जिसके तहत प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति का 25 लाख रुपए तक का यूनिवर्सल बीमा किया जाएगा। जिससे प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को बेहतर इलाज मिल सके। वृद्धावस्था पेंशन को बढ़ाने का वचन भी कांग्रेस आज देने जा रही है। इसे 15 सौ रुपए तक किया जायेगा।
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा प्रत्याशी डॉ. मोहन यादव वोट के लिए बांट रहे घड़ी और राशन सामग्री, चुनाव आयोग से शिकायत

    उज्जैन। उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में अभी कांग्रेस पार्टी ने अभी अपना प्रत्याशी भी घोषित नहीं किया है और मतदाताओं को लुभाने के लिए उज्जैन दक्षिण से भाजपा के उम्मीदवार मंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा घड़ी एवं खाद्य सामग्री वितरित की जा रही है। यह सामग्री डॉ. मोहन यादव के समर्थक व पार्षद क्षेत्र की जनता तक पहुंचा रहे हैं। कांग्रेस नेता अजीत सिंह ने ये आरोप लगाते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या बताया और कहा कि इस प्रकार के कृत्य से खुले रूप से आचार संहिता के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। बावजूद इसके चुनाव आयोग मौन है। मामले में चुनाव आयोग को शिकायत कर मामले में संज्ञान लेकर कार्रवाई की मांग की गई है।
    जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि भाजपा की बौखलाहट सामने आने लगी है। 10 साल तक जनता को खूब लूटा, अब 100-200 रुपये की घड़ी पर खुद का फोटो लगाकर इसे बांटा जा रहा है और आमजन को प्रलोभन दिया जा रहा है। दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में डॉ. मोहन यादव के प्रति नाराजगी इस कदर बड़ गई है कि उन्हें अपनी हार नजर आने लगी है, यही कारण है कि जिन क्षेत्रों की उन्हें कभी याद नहीं आई आज वहां पार्षद, अपने कार्यकर्ताओं से राशन पहुंचा रहे हैं। कांग्रेस नेता अजीत सिंह ने मामले में चुनाव आयोग में शिकायत की तथा कहा कि जनता की गाढ़ी कमाई पर डाका डालने वाले अब 1000-500 रुपये खर्च कर मतदाताओं को लुभाने का काम कर रहे हैं। खुद की फोटो लगाकर जिस घड़ी को जनता को मोहन यादव के समर्थक बांट रहे हैं यही घड़ी उनकी हार का समय बताएगी।
    अजीत सिंह ने बताया कि वार्ड 45 एवं 53 में घरों पर जाकर राशन सामग्री बांटी गई है। रहवासियों ने बताया कि भाजपा की पार्षद निर्मला करण परमार के माध्यम से खाने पीने की सामग्री के साथ अन्य उपहार घरों तक पहुंचाए गए हैं। जिसके फोटो और सीसीटीवी फुटेज भी आपने चुनाव आयोग को अपनी शिकायत के साथ भेजे हैं। फोटो और सीसीटीवी फुटेज में साफ तौर पर डॉ. मोहन यादव के समर्थक मतदाताओं को पर्चे बांटकर राशन और घड़ी देते हुए दिखाई दे रहे हैं, साथ ही शाम को कार्यक्रम में आने की बात भी कह रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • रणनीति फेल : मप्र में सपा-कांग्रेस साथ नहीं लड़ेगी चुनाव!

    लखनऊ। इंडिया गठबंधन में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस भले गलबहियां करते नजर आ रही हैं, लेकिन विधानसभा चुनाव में आमने-सामने हैं। मध्य प्रदेश में अब तक जारी उम्मीदवारों की सूची में पांच सीटों पर दोनों पाार्टियां एक-दूसरे के खिलाफ संघर्ष करती नजर आएंगी। ये सीटें दलित, अल्पसंख्यक और यादव बहुल मानी जाती हैं।
    इंडिया गठबंधन में शामिल होने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि वह सीट बांटने वाले होंगे। इसी रणनीति के तहत उन्होंने मध्य प्रदेश में उम्मीदवार उतारने की घोषणा की। इसे उनकी दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा गया। 
    उम्मीद थी कि लोकसभा चुनाव के समीकरण को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस मध्य प्रदेश में कुछ सीटें सपा को दे देगी, लेकिन अभी तक स्थितियां एकदम विपरीत हैं। कांग्रेस ने रविवार सुबह नौ बजे प्रदेश की 230 में 144 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की। करीब 10 घंटे बाद शाम पांच बजे सपा ने भी नौ उम्मीदवारों की घोषणा की। 
    इसमें पांच सीटें ऐसी हैं, जहां कांग्रेस और सपा दोनों के उम्मीदवार आमने-सामने हैं। सपा की ओर से घोषित चार अन्य सीटों पर अभी कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इन सीटों पर कांग्रेस के दो से तीन उम्मीदवारों के बीच जोर आजमाइश चल रही है। 
    अगली सूची में इन पर उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए जाएंगे। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि इंडिया गठबंधन को लेकर भले बातचीत चल रही है, लेकिन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सपा को सीटें देने के मूड में नहीं है।
    मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए सपा ने नौ प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। इनमें तीन यादव समेत पांच ओबीसी, तीन दलित और एक ब्राह्मण प्रत्याशी हैं। हालांकि, यह सपा-कांग्रेस गठबंधन के तहत उतारे गए आधिकारिक प्रत्याशी नहीं हैं। इसलिए वहां गठबंधन की संभावनाओं में दरार पैदा होती हुई दिख रही है।
    सपा की ओर से जारी सूची के अनुसार, निवाड़ी से पूर्व विधायक मीरा दीपक यादव, राजनगर से बृजगोपाल पटेल उर्फ बबलू पटेल, भांडेर आरक्षित से सेवानिवृत्त जिला जज डीआर राहुल (अहिरवार), धौहानी आरक्षित सीट से विश्वनाथ सिंह मरकाम, चितरंगी आरक्षित सीट से श्रवण कुमार सिंह गोंड से मैदान में होंगे।
    इनके अलावा, सिरमौर से लक्ष्मण तिवारी, बिजावर से डॉ. मनोज यादव, कटंगी से महेश सहारे और सीधी से रामप्रताप सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया गया है। प्रत्याशी घोषित होने से पहले अखिलेश यादव ने प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर मध्य प्रदेश के पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस ने जारी की 30 उम्मीदवारों की सूची, पाटन से चुनाव लड़ेंगे सीएम  बघेल

    रायपुर। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में आगामी चुनाव के लिए 30 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। सीएम भूपेश बघेल पाटन से, डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव अंबिकापुर से चुनाव लड़ेंगे। सीएम बघेल ने पहले ही कहा था कि नवरात्रि के पहले दिन रविवार को पार्टी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करेगी।
    पार्टी ने कोरबा से जय सिंह अग्रवाल, कवर्धा से मोहम्मद अकबर, खैरागढ़ से यशोदा वर्मा, कांकेर से शंकर ध्रुव, नारायणपुर सीट से चंदन कश्यप, दंतेवाड़ा से के छविंद्र महेंद्र कर्मा और बस्तर से लखेश्वर बघेल को उम्मीदवार बनाया है। 
    कांग्रेस की पहली सूची में बघेल कैबिनेट के सभी मंत्रियों को टिकट मिला है। एक की सीट बदली गई है। विधासभा अध्यक्ष चरण दास महंत फिर से सक्ती से मैदान में हैं। भूपेश बघेल सरकार में मंत्रीगुरु रुद्र कुमार की सीट बदल दी गई है। उन्हें इस बार अहिवारा की जगह नवागढ़ सीट से मैदान में उतारा गया है।  
    इससे पहले बसपा ने आठ अगस्त को नौ प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की थी। इसके बाद भाजपा ने 17 अगस्त को 21 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की थी। फिर नौ अक्टूबर को 64 प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी की थी। छत्तीसगढ़ आम आदमी पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची नौ सितंबर और दूसरी दो अक्टूबर को जारी की थी। पहली सूची में जहां 10 प्रत्याशियों को टिकट दिया था। वहीं, दूसरी सूची में 12 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने 13 अक्टूबर को तीसरी सूची जारी की थी। इसमें 11 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा था। इस तरह से आम आदमी पार्टी अब तक कुल 33 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतार चुकी है।
    बता दें कि छत्तीसगढ़ की कुल 90 विधानसभा सीट के लिए दो चरणों में चुनाव होगा। पहले चरण का मतदान सात नवंबर को होगा और 17 नवंबर को दूसरे चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। वहीं, तीन दिसंबर को नतीजे आएंगे। 
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस ने बुधनी विधानसभा सीट से विक्रम मस्ताल को बनाया उम्मीदवार, शिवराज सिंह के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव

    भोपाल। मध्य प्रदेश चुनावों को लेकर कांग्रेस ने भी अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में कांग्रेस ने 144 कैंडिडेट के नाम का ऐलान किया है। इसमें कई बड़े नाम भी शामिल हैं। कांग्रेस ने बुधनी विधानसभा सीट पर मध्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ रामायण के हनुमान को कैंडिडेट बनाया है। इस लिस्ट में कमलनाथ समेत एमपी कांग्रेस के लगभग सभी बड़े नेताओं का नाम शामिल है।
    कांग्रेस ने सुबह-सुबह अपने 144 कैंडिडेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में कांग्रेस ने बुधनी विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के खिलाफ रामायण के हनुमान को उतारा है। इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम मास्ताल को बनाया गया है। विक्रम मास्ताल ने 2008 में आई रामायण में हनुमान का किरदार निभाया था। विक्रम मास्ताल एक अभिनेता हैं जो फिल्मों में काम कर रहे हैं। अब कांग्रेस ने मध्य प्रदेश भाजपा के सबसे बड़े नेता के सामने 'हनुमान' यानी कि विक्रम मास्ताल को उतार दिया है।
    2008 में आई रामायण में भगवान हनुमान का किरदार निभाने वाले विक्रम मास्ताल तीन महीने पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए थे। विक्रम मास्ताल बुधनी के ही रहने वाले हैं। कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ के सामने कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद से ही बुधनी में सक्रिय हो गए थे। कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद विक्रम मास्ताल ने कहा था कि हनुमान का असली काम सेवा करना है। कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद उन्होंने कमलनाथ और कांग्रेस की जमकर तारीफ की थी। बता दें कि विक्रम मास्ताल ने रामायण के अलावा टीवी सीरियल रजिय सुल्तान और हाल ही में आई  वेब सिरीज आश्रम 3 में भी नजर आए थे।
    कांग्रेस की 144 कैंडिडेट लिस्ट में बुधनी विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री के खिलाफ अभिनेता विक्रम मास्ताल के अलावा छिंदवाड़ा से कमलनाथ को टिकट दिया गया है। इसी तरह इंदौर-1 से कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ कांग्रेस ने संजय शुक्ला को कैंडिडेट बनाया है। राऊ से जीतू पटवारी और मध्य भोपाल से आरिफ मसूद को टिकट दिया गया है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को राघोगढ़ विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है।
    बता दें कि बीते सोमवार को चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश समेत पांच राज्यों के चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया था। इन चुनावों की तारीखों का ऐलान करते हुए चुनाव आयोग ने बताया था कि 17 नवंबर को एमपी में मतदान करवाया जाएगा।
    इससे पहले मध्य प्रदेश के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने कैंडिडेट्स की चार लिस्ट जारी कर दी है। भाजपा की इस लिस्ट में 136 कैंडिडेट्स के नाम का ऐलान किया गया है। लिस्ट में भाजपा ने कई दिग्गजों को भी मैदान में उतारा है। इसमें 3 केंद्रीय मंत्रियों सहित सात सांसद भाजपा से मैदान में हैं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी, 69 विधायकों को दोबारा टिकट मिला, छिदवाड़ा से कमलनाथ मैदान में

    भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस की बहुप्रतिक्षित प्रत्याशियों की सूची रविवार सुबह नवरात्र के पहले दिन जारी हो गई। 144 उम्मीदवारों वाली सूची में 69 विधायकों को दोबारा टिकट दिया गया है। इसके अलावा दूसरी सीटों पर पूर्व प्रत्याशी और नए चेहरे उतारे गए है। पीसीसी चीफ और पूर्व सीएम कमलनाथ को छिंदवाड़ा से उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री और विधायक कांतिलाल भूरिया का टिकट काट दिया गया है। उनकी जगह झाबुआ से उनके बेटे विक्रांत भूरिया को टिकट दिया गया है। वहीं, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को राघोगढ़ और भाई लक्ष्मण सिंह को चाचौड़ा से प्रत्याशी बनाया गया है। 
    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने बुदनी से रामायण सीरियल में हनुमान का रोल करने वाले विक्रम मस्तान को टिकट दिया है। भोपाल की सात में तीन सीट नरेला में मनोज शुक्ला, मध्य से विधयाक आरिफ मसूद और बैरासिया से पूर्व प्रत्याशी जयश्री हरीकिशन को टिकट दिया गया है। यहां पर विधायक पीसी शर्मा की दक्षिण पश्चिम समेत चार सीट गोविंदपुरा, उत्तर और हुजूर पर प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं किया गया है। 
    कांग्रेस ने बैतूल की पांच सीटों में से चार सीट पर प्रत्याशी घोषित किए है, लेकिन भाजपा के कब्जे वाली आमला सीट पर अभी नाम का एलान नहीं किया है। वहीं, इंदौर-1 में कैलाश विजयवर्गीय के सामने कांग्रेस ने संजय शुक्ला को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, पिछोर से 1993 से लगातार जीतते आ रहे केपी सिंह की पिछोर सीट बदलकर उनको शिवपुरी से प्रत्याशी बनाया है। वहीं, पिछोर से शैलेंद्र सिंह को टिकट दिया है।  
    नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव सीट पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और वर्तमान विधायक एनपी प्रजापति की टिकट काट दी है। यहां से शिखर चौधरी को टिकट दिया गया है। घोड़ाडोंगरी से ब्रह्म भलावी  की जगह राहुल उइके को टिकट दिया गया है। वहीं, गुनौर से शिवदयाल बागरी का भी टिकट काट दिया है। 
    कांग्रेस ने 144 प्रत्याशियों में 39 अन्य पिछड़ा वर्ग से प्रत्याशी बनाए है। सामान्य वर्ग से 47, अल्पसंख्यक वर्ग से 6, अनुसूचित जाति से 22 और अनुसूचित जनजाति वर्ग के 30 उम्मीदवार है। वहीं, उम्र के अनुसार 50 साल से कम उम्र के 65 उम्मीदवार उतारे है। इसमें 19 महिलाओं को टिकट दिया गया है। 
    श्योपुर से बाबू जंडेल, संबलगढ़ से बैजनाथ कुशवाह, लहार से डॉ. गोविंद सिंह, ग्वालियर ईस्ट से सतीश सिकरवार, ग्वालियर साउथ से प्रवीण पाठक, भीतरवार से लाखन सिंह यादव, डबरा एससी से सुरेज राजे, करेरा से प्रागीलाल जाटव, शिवपुरी से केपी सिंह, चाचौड़ा से लक्ष्मण सिंह, राघोगढ़ से जयवर्धन सिंह, चंदेरी से गोपाल सिंह चौहान, देवरी से हर्ष यादव, बंडा से तरवर सिंह लोधी, महाराजपुर से नीरज विनोद दीक्षित,राजनगर से विक्रम सिंह, छतरपुर से आलोक चतुर्वेदी, दमोह से अजय टंडन को टिकट दिया गया है। 
    वहीं, चित्रकुट से निलांशु चतुर्वेदी, रैंगाव से कल्पना वर्मा, सतना से डब्बू सिद्धार्थ शुक्ला, सिहावल से कमलेश्वर पटेल, कोतमा से सुनील सराफ, पुष्पराजगढ़ से फुंदेलाल सिंह मार्को, बरगी से संजय यादव,  जबलपुर पूर्व से लखन घाघोरिया, जबलपुर नार्थ से विनय सक्सेना, जबलपुर पश्चिम से तरुण भनोट, शाहपुरा से भूपेंद्र मरावी, डिंडौरी से ओमकार सिंह मरकाम, बिछया से नारायण सिंह पट्टा, निवास से डॉ. अशोक मसकोले, बैहर से संजय उईके, लांजी से हीना कावरे, कंटनी से तमलाल सहारे, बरघाट में अर्जुन सिंह काकोड़िया, लखनादौन से योगेद्र सिंह बाबा, तेंदुखेड़ा से संजय शर्मा छिंदवाड़ा से कमलनाथ को प्रत्याशी बनाया गया है। 
    मुलताई से सुखदेव पांसे, बैतूल से निलय विनोद डागा, भैंसदेही से धरमु सिंह सिरसाम, उदयपुरा से देवेंद्र सिंह पटेल, विदिशा से शंशाक भार्गव, मध्य से आरिफ मसूद, राजगढ़ से बापू सिंह तंवर, खिलचीपुर प्रियव्रत सिंह, आगर से विपिन वानखेड़े, शाजापुर से हुकूम सिंह कराड़ा, कालापीपल कुणाल चौधरी, सोनकच्छ सज्जन सिंह वर्मा, महेश्वर विजयलक्ष्मी साधौ, कसरावद से सचिन यादव, खरगोन से रवि जोशी, राजपुर से बाला बच्चन, पेटलावद से वाल सिंह मेढ़ा, सरदारपुर से प्रताप ग्रेवाल, गंदवानी से उमंग सिंघार, कुक्षी सुरेंद्र सिंह बघेल हनी, धरमपुरी पांचीलाल मेढ़ा, देपालपुर विशाल पटेल, इंदौर-1 संजय शुक्ला, राऊ जीतू पटवारी, तराना महेश परमार, खाचरोद दिलीप सिंह गुर्जर, घटिया  रामलाल मालवीय, सैलाना हर्ष विजय गहलोत, अलोट मनोज चावला, सेवड़ा से घनश्याम सिंह को प्रत्याशी बनाया है। 
    साभार अमर उजाला

  • जो भाजपा में नहीं, उनके विरोध की चिंता नहीं पालता :भाजपा प्रत्याशी मनोज पटेल

    इंदौर। देपालपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने फिर मनोज पटेल को उम्मीदवार बनाया है। वे पिछला चुनाव इस विधानसभा क्षेत्र से 9 हजार 44 वोटों से हारे थे। इस सीट से भाजपा के दूसरे नेता भी टिकट मांग रहे थे और विरोध भी जता रहे है लेकिन पार्टी ने मनोज पर फिर भरोसा जताया है।
    मनोज पटेल ने अमर उजाला से विशेष चर्चा की और बेबाकी से जवाब दिए। विरोध के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग भाजपा कार्यालय जाकर मेरा विरोध कर रहे है। मेरा कोई विरोध नहीं है और जो लोग हमारी पार्टी के है और वे विरोध करे तो मैं उनकी चिंता भी नहीं पालता। इसके पीछे कांग्रेस का षडयंत्र है।
    कांग्रेस विधायक विशाल पटेल के दोबारा चुनाव लड़ने की संभावना पर उन्होंने कहा कि इस बार वे मेरे लिए चुनौती साबित नहीं होंगे। पिछले पांच सालों में देपालपुर में काम नहीं हुए,इसलिए जनता में आक्रोश है। डेढ़ साल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तब विशाल पटेल प्रभावी नेता के रुप में उभरे थे, लेकिन तब भी उन्होंने देपालपुर की चिंता नहीं की। तब सोयाबीन की फसल खराब हुई थी, लेकिन किसानों को वे न मुअावजा दिला पाए और न बीमे की राशि। किसानों में भी कांग्रेस विधायक को लेकर आक्रोश है।
    मनोज पटेल ने कहा कि देपालपुर में हमने हमेशा विकास की राजनीति की है। जनता के बीच हम विकास के मुद्दे के साथ चुनाव लड़ेंगे। जो विकास करता है जनता उसे पसंद करती है। गुलावट को हम प्रदेश के अच्छे पर्यटन स्थलों के रुप में विकसित कर रहे है। क्षेत्र में लंबित विकास के प्रोजेक्टों के काम भी कराएंगे।
    देपालपुर विधानसभा क्षेत्र में सुपर काॅरिडोर का हिस्सा भी आता है। वहां बड़े शैक्षणिक व आईटी संस्थान है। वहां नया इंदौर बस रहा है। उसका भी व्यवस्थित विकास किया जा रहा है। गांधी नगर सोसायटी की रजिस्ट्री के मामले में भी जल्दी निर्णय होगा।
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा पर हमला बोलते हुए कांग्रेस विधायक हुकुम सिंह भूल गए शब्दों की मर्यादा

    शाजापुर। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख है जैसे-जैसे नजदीक आ रही है वैसे-वैसे राजनीतिक दलों ने अपनी बैठकों का दौरा तेज कर दिया है। वहीं, बैठकों से नेताओं के बिगड़े बोल और विवादित बयान भी सामने आ रहे हैं कुछ इसी तरह का एक वीडियो शाजापुर विधायक हुकुम सिंह कराड़ा का भी वायरल हो रहा है। इसमें वह जाति सूचक विवादित शब्द का प्रयोग कर रहे हैं।
    बताया जा रहा है कि यह वीडियो मक्सी का है, जहां हुकुम सिंह कराड़ा कार्यकर्ताओं की बैठक ले रहे थे। उसी दौरान भाजपा पर हमला बोलते हुए वे शब्दों की मर्यादा भूल बैठे और जाति सूचक टिप्पणी कर विवादों में घिर गए। हालंकि बाद में उन्होंने अपने शब्दों को संभालने की कोशिश जरूर की लेकिन तब तक उक्त विवादित शब्द रिकॉर्ड हो चुके थे। वीडियो सामने आने के बाद संबंधित समाज से जुड़े उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखने को मिल रही है। 
    बता दें कि हुकुम सिंह कराड़ा इस क्षेत्र से पांच बार के विधायक हैं। इस बार भी कांग्रेस की ओर से सत प्रतिशत उनके नाम पर ही मोहर लगने की उम्मीद है लेकिन चुनावी माहौल के बीच कराड़ा का ये विवादित वीडियो पार्टी के लिए कितना नफा और नुकसान करेगा ये तो वक्त बताएगा। मगर राजनीति के गलियारों में कांग्रेस विधायक का ये वीडियो जमकर वायरल हो रहा है।
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ ने साधा निशाना, बोले- भाजपा नेताओं के चेहरे  भावहीन

    भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों का ही एक दूसरे पर हमला जारी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधा है। उन्होंने बीजेपी नेताओं के चेहरों को भावहीन बताया है। उन्होंने सोशल सोशल नेटवर्किंग साइट x पर पोस्ट किया कि पराजय पराया बना देती है’, अब ये बात भाजपा पर पूरी तरह लागू हो रही है। भाजपा के चुनावी मंच ‘मनमुटाव के मंच’ बनकर रह गये हैं। भाजपा नेताओं की खोखली बातें शब्दों की बुनी हुई बड़ी चादर हैं जिसे वो अपनी अंदरूनी टकराव के ऊपर डालकर, आपसी दरार को ढकने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उनके भावहीन चेहरे सारी हक़ीक़त बयान कर दे रहे हैं। 
    नाथ ने ट्वीट किया कि भाजपा के बुझे हुए मंत्री-सांसद, थके-हारे विधायक, विलुप्त से हो चुके पदाधिकारी व सदस्य नाउम्मीदगी के एक ऐसे दौर से गुज़र रहे हैं, जहाँ अब उन्हें आशा की कोई भी किरण नज़र नहीं आ रही है। भाजपाइयों के बीच सिर्फ़ उनका स्वार्थ ही सक्रिय दिख रहा है, बाक़ी नीति से लेकर रणनीति तक सब कुछ निष्क्रिय है। भाजपाई एक मंच पर होकर भी एक नहीं हैं। ‘प्रपंच के मंच’ सजाकर भाजपा यही नहीं आगामी सभी चुनाव भी हारेगी।
    साभार अमर उजाला

  • बीमारी का बहाना बनाकर अब नहीं बच सकते चुनावी ड्यूटी से, डॉक्टर करेंगे जांच

    भोपाल। अगर आप शासकीय कर्मचारी हैं और आपकी ड्यूटी चुनाव में लगाई गई है लेकिन आप बीमारी का बहाना बनाकर इससे बचने का प्रयास कर रहे हैं तो सतर्क हो जाइए क्योंकि चुनाव आयोग ऐसे अधिकारी कर्मचारी की बीमारी की जांच डॉक्टर से करवाएगा। रिपोर्ट्स सही पाए जाने पर ही बीमार कर्मचारी अधिकारी को चुनाव में ड्यूटी करने से मुक्ति मिलेगी। दरअसल, मध्यप्रदेश में इन दिनों विधानसभा चुनाव का मौसम है। ऐसे में प्रदेश के अलग अलग विभाग के कर्मचारी अधिकारियों को चुनाव ड्यूटी में तैनात किया जा रहा है। ऐसे में ड्यूटी कैंसिल करवाने के लिए सैकड़ों आवेदन  जिला निर्वाचन ऑफिस में पहुंच रहे हैं। 
    चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए कई अधिकारी कर्मचारी नए नए कारण बताते हैं। इनमें से एक आम कारण है बीमारी। आमतौर पर आयोग इसे स्वीकार कर ड्यूटी कैंसिल भी कर देता है लेकिन इस बार आयोग ने इस पर सख्ती दिखाई है। आयोग बीमारी का कारण बताकर ड्यूटी से नाम कटवाने वाले अधिकारी कर्मचारियों की जांच रिपोर्ट्स को किसी डॉक्टर से रिव्यू करवाने के मूड में है। ताकि हकीकत का पता लगाया जा सके। इसके बाद डॉक्टर की रिव्यू पॉइंट्स पर ही छुट्टी दी जायेगी। 
    चुनावी ड्यूटी कैंसिल करवाने के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय भोपाल में ही अब तक 200 से अधिक आवेदन खा चुके हैं। इनमें से अधिकांश आवेदन में बीमारी का कारण बताता ड्यूटी रद्द करने की गुहार लगाई गई है। ऐसे ही और भी अनेक आवेदन हैं। 
    एक कर्मचारी ने हॉट की प्रॉब्लम बता कर ड्यूटी कैंसिल किए जाने की गुहार लगाई है उसका कहना है कि उसे सीने में दर्द बना रहता है। वहीं एक अधिकारी ने ये कहते हुए चुनाव ड्यूटी करने में असमर्थता जताई है कि उन्हें हाई ब्लड प्रेशर है। उन्हे चलने फिरने में दिक्कत है। कभी भी बीपी बढ़ जाता है। ऐसे में चुनाव के दौरान उनकी तबियत बिगड़ सकती है।
    साभार अमर उजाला

  • राजनीति में उम्र से कोई फर्क नहीं पड़ता : भाजपा उम्मीदवार मधु वर्मा

    इंदौर। दस साल से कांग्रेस के कब्जे इंदौर की राऊ विधानसभा सीट पर भाजपा ने फिर इंदौर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष रहे मधु वर्मा को उम्मीदवार बनाया है। वे पिछला चुनाव कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी से छह हजार वोटों के अंतर से हारे थे। वर्मा 68 साल वर्ष के है और कांग्रेस नेता उनकी उम्र पर भी सवाल उठा रहे है।
    इस मुद्दे पर वर्मा ने कहा कि राजनीति में उम्र से कोई फर्क नहीं पड़ता। राऊ की जनता ने जिस कांग्रेस विधायक को जीता का भोपाल भेजा, उससे ज्यादा मैं सक्रिय हुं। पता नहीं क्यो मेरी उम्र पर सवाल उठाए जा रहे है। मैं जवानों से ज्यादा सक्रिय हुं।
    भाजपा में दूसरे दावेदारों को टिकट मांगने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सभी दावेदारों ने पहले तय कर रखा था कि पार्टी जिसे टिकट देगी, उसके लिए सभी एकजुट होकर मेहनत करेंगे। पूर्व विधायक जीतू जिराती सहित अन्य दावेदार चुनाव का काम करने में कोई कसर बाकी नहीं रख रहे है। दस साल से क्षेत्र में कांग्रेस का विधायक है और सब चाहते है कि इस बार राऊ सीट पर भाजपा का कब्जा हो।
    उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कांग्रेस की तरफ से कोई चुनौती नहीं है, क्योकि मैं चुनाव हारने के बाद से लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहा। कोरोना काल में भी हमने मतदाता की मदद की। राऊ क्षेत्र में इंदौर विकास प्राधिकरण से जुड़ी स्कीमों के सवाल पर कहा कि ब्रजविहार कालोनी व अन्य काॅलोनियों को वैध कराने के लिए आईडीए से कहा था। उन्होंने काॅलोनियों को स्कीम से मुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी। उसके बाद काॅलोनी वैध हो जाएगी।
    मालवा निमाड़ में भाजपा की स्थिति को लेकर मधु वर्मा ने कहा कि प्रदेश की जनता के लिए जो योजनाएं बनी है, वे जनता को पसंद आ रही है। सड़क, पानी और बिजली के मुद्दे पर सरकार ने काफी काम किए है। उसका फायदा भाजपा को मिलेगा और मालवा निमाड़ क्या पूरे प्रदेश में भाजपा मजबूती है। इस बार 200 से ज्यादा सीटें भाजपा जीतेगी।
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा प्रत्याशी डॉ. मोहन यादव ने स्नान कर की शिप्रा की सफाई, कांग्रेस बता रही नेताजी की नौटंकी

    उज्जैन। उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रत्याशी बनाए गए डॉ. मोहन यादव का एक वीडियो इन दिनों जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वे पहले मां शिप्रा मे स्नान और उसके बाद घाट पर फैली गंदगी की सफाई करते नजर आ रहे हैं। इस दौरान उनके साथ कुछ कार्यकर्ता भी हाथ बंटाते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वायरल वीडियो को लेकर वैसे तो डॉ. मोहन यादव की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन कांग्रेस जरूर इन सबको नेताजी की नौटंकी बता रही है। 
    सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा डॉ. मोहन यादव का यह वीडियो नृसिंह घाट का बताया जा रहा है, जिसमें डॉ. मोहन यादव पहले शिप्रा में डुबकी लगाकर स्नान करते हैं। उसके बाद यहां फैली गंदगी को साफ कर रहे हैं। उनके इस वायरल वीडियो को लेकर कांग्रेस नेता चेतन यादव का कहना है कि यह सब कुछ बस नेताजी की नौटंकी है। शासन प्रशासन और खुद मंत्री होने के बावजूद भी आपने शिप्रा शुद्धिकरण की और कोई ध्यान नहीं दिया और अब चुनाव आते ही डॉ. मोहन यादव फिर इस प्रकार की नौटंकी कर रहे हैं जो कि गलत है। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार लोगों द्वारा इस प्रकार की नौटंकी करना बहुत दुखद है। हमारा लोकतंत्र व संविधान बेहतर तरीके से कार्य करने के लिए है अभिनय करने के लिए नहीं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी को ड्रामा करना सिखा दिया है।
    वहीं, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अजीत सिंह ठाकुर ने बताया कि 20 साल से मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार है। वर्तमान में केंद्र में भाजपा प्रदेश में भाजपा नगर में भाजपा लेकिन इसके बावजूद भी मां शिप्रा की दुर्दशा आज किसी से छिपी नहीं है। अब तक करोड़ों रुपए डायवर्सन के नाम पर प्रदेश सरकार डकार चुकी है, लेकिन फिर भी मां शिप्रा की हालत यह है कि यहां का पानी आचमन करने के योग्य भी नहीं है। वर्षों से शिप्रा शुद्धिकरण के नाम पर नौटंकी हो रही है लेकिन हुआ कुछ नहीं। डॉ. मोहन यादव पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि वह सिर्फ धर्म की आड़ में लोगों को बरगला रहे हैं और वोट के लिए मां शिप्रा का उपयोग कर रहे हैं। वह तो खुद ही वर्ष में एक बार शिप्रा की परिक्रमा करने का दिखावा करते हैं तो क्या उन्हें मां शिप्रा की यह दुर्दशा कभी दिखाई नहीं देती। मंत्री रहते हुए उन्हें मां शिप्रा को शुद्ध करने का काम करना था लेकिन आचार संहिता लगने के पहले तक तो उन्होंने मां शिप्रा को शुद्ध करने के लिए कोई कार्य नहीं किया और अब शिप्रा में स्नान करने के बाद यहां की सफाई करने की नौटंकी कर रहे हैं इनकी नियति और नियत साफ नहीं है यह सिर्फ ढोंग कर रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • विधानसभा दावेदारी में अब अशोक सैनी का नाम भी उछला

    महू। आगामी विधानसभा चुनाव 17 नवंबर को होना है किंतु अब तक भाजपा-कांग्रेस दोनों ही प्रमुख पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। वहीं कांग्रेस की बात की जाए तो श्राद्ध पक्ष खत्म होने के बाद नवरात्रि में कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा होना तय हैं। जिनमे अब तक प्रमुख रूप से हाल ही में भाजपा से कांग्रेस में आए कद्दावर नेता रामकिशोर शुक्ला को प्रबल दावेदार बताया जा रहा है तो वही पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार का टिकट कटना इस मर्तबा निश्चित माना जा रहा है। इधर शुक्ला - दरबार के अलावा कांग्रेस में दर्जनभर नेताओं के नाम दावेदारों के रूप में चल ही रहे थे कि अब विधानसभा के चोरल ग्राम पंचायत से अशोक सैनी का नाम भी उछलकर सामने आया है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि अंतरसिंह दरबार के खास समर्थक अशोक सैनी का बायोडाटा दिल्ली कार्यालय में मंगवाया गया है।
    गौरतलब है कि महू विधानसभा में कांग्रेस भी दमदार उम्मीदवार लाना चाहती है। इसलिए अब यहां से नए जातिवाद समीकरण को देखते हुए ओबीसी के उम्मीदवार को उतारने का मन बनाया जा रहा है, जानकारी के अनुसार 2 दिन पहले कांग्रेस के दिल्ली दरबार में महू की सीट को लेकर मुद्दा उठा था जिसमें पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार के बाद अब उनके खास समर्थक अशोक सैनी का नाम भी आगे आया हैं। सैनी के पिता भगवान दास सैनी आदिवासी नेता माने जाते हैं। वैसे देखा जाए तो चोरल सहित आसपास की 46 ग्राम पंचायत मे सैनी परिवार का दखल रहा है ।

  • कटनी महापौर प्रत्याशी रही विनय ज्योति दीक्षित ने दर्जनों समर्थकों के साथ भाजपा से दिया इस्तीफा

    कटनी। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कई राजनीतिक दलों के लोग टिकट न मिलने से नाराजगी व्यक्त करते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही कुछ कटनी जिले में देखने मिला जहां, विधायक संदीप जायसवाल को टिकट मिलने से नाराज होकर महापौर प्रत्याशी रही विनय ज्योति दीक्षित ने अपने दर्जनों समर्थकों के साथ भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। 
    बता दे, विनय ज्योति दीक्षित तीन बार की पार्षद और एक बार के महापौर प्रत्याशी रह चुकी हैं, जो वर्तमान में महिला मोर्चा जिला मंत्री के पद पर पदस्थ रही है। वहीं, विधायक की दौड़ में उनका भी नाम शामिल होने की चर्चा चल रही थी। बावजूद उन्हें पार्टी से किनारा क्यों करना पड़ा इसका जवाब देते हुए ज्योति दीक्षित ने बताया कि महापौर चुनाव के दौरान विधायक द्वारा भितरघात किया था, इसके बाद भी पार्टी ने उन्हें टिकट देकर अपनी मानसिकता दर्शा दी है। देखा जाए तो आगामी विधानसभा चुनाव में ज्योति दीक्षित और उनके समर्थक कहीं न कहीं भाजपा के वोट बैंक को डैमेज करेंगे हालांकि अभी तक ज्योति दीक्षित और उनके पति विनय दीक्षित ने किसी अन्य पार्टी से चुनाव लड़ने में अपनी सहमति नहीं जताई है, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी के लिए उन्होंने जनता से आदेश मांगा है।
    पूरे मामले पर प्रेस वार्ता आयोजित करते हुए विनय दीक्षित ने कहा कि यदि पार्टी विधायक संदीप जायसवाल की जगह किसी और को टिकट देती है तो वह पुनः पार्टी से जुड़कर उनकी सेवा करेंगे, नहीं तो इसका असर तीन दिसंबर को देखने मिलेगा। फिलहाल महापौर प्रत्याशी रहीं विनय ज्योति दीक्षित अपने पति और फ्रेंड्स क्लब के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के बाद भाजपा से इस्तीफा देने की बात कही है।
    साभार अमर उजाला

  • बिना टिकट मिले रमेश मेंदोला और आकाश विजयवर्गीय ने प्रचार अभियान किया शुरू

    इंदौर। विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही नेताओं ने अपने अपने क्षेत्रों से दावेदारी करना शुरू कर दी है। कुछ नेताओं के टिकट पार्टी से तय हो चुके हैं और कुछ इंतजार में हैं। इन सबके बीच कुछ नेता टिकट मिले बिना ही क्षेत्र में प्रचार अभियान शुरू कर चुके हैं। इस लिस्ट में विधायक रमेश मेंदोला और विधायक आकाश विजयवर्गीय भी हैं जिन्होंने अपने क्षेत्र में प्रचार अभियान शुरू कर दिया है। विधानसभा दो में कई बड़े आयोजनों के पोस्टर होर्डिंग लग चुके हैं और दोनों ही विधायकों ने स्थानीय कार्यक्रमों में प्रचार भी शुरू कर दिया है। 
    विधानसभा दो में धार्मिक आयोजनों पर अधिक फोकस किया जा रहा है। क्षेत्र में इसी सप्ताह दो बड़े आयोजन हैं। निरंजनपुर में खाटू श्याम मंदिर के पास में कथा है, नंदा नगर बृजमोहन महाराज द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। धार्मिक आयोजनों के साथ ही स्वास्थ्य के आयोजन भी करवाए जा रहे हैं। रविवार को ही स्वास्थ्य शिविर लगाया गया जिसमें जरूरतमंद लोगों को मशीनें, दवाएं आदि दी गई। 
    रमेश मेंदोला की टीम ने हर वार्ड में उनके लिए दौरे शुरू करवा दिए हैं। रहवासी संघों के साथ ही व्यापारियों, क्षेत्रीय लोगों के साथ बैठकों का दौर चल रहा है। रमेश मेंदोला लगभग हर दिन किसी न किसी वार्ड में कार्य़क्रम के लिए जा रहे हैं। भले ही उनका टिकट तय नहीं हुआ हो लेकिन वे लोगों से प्रचार के लिए सतत मिल रहे हैं। 
    विधानसभा क्षेत्र क्रमांक दो के कार्यक्रमों में विधायक आकाश विजयवर्गीय भी विधायक रमेश मेंदोला के साथ कार्यक्रमों में नजर आ रहे हैं। आकाश फिलहाल क्षेत्र क्रमांक तीन से विधायक हैं लेकिन उनके पिता कैलाश विजयवर्गीय को क्षेत्र क्रमांक एक से टिकट मिलने के बाद यह माना जा रहा है कि अब उन्हें फिर से टिकट मिलने की संभावना कम हो चुकी है। विधानसभा दो में होने वाले हर कार्यक्रम में वह पूरा समय दे रहे हैं। कई जगह उनके नाम के होर्डिंग पोस्टर भी लगे हुए हैं। 
    विधानसभा तीन में आकाश विजयवर्गीय ने सक्रियता कम कर दी है। वह तीन में विधायक हैं और चुनाव नजदीक हैं लेकिन तीन में आयोजन लगभग बंद हैं। आकाश अपने क्षेत्र को छोड़ विधानसभा दो में पूरे समय सक्रिय हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • पांच राज्यों में चुनाव तारीखों का एलान, मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को चुनाव, 3 दिसंबर को होगी मतगणना

    नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने आज यानी सोमवार दोपहर 12 बजे एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान पांच राज्यों में होने वाले चुनावों का एलान कर दिया गया। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनावों की तारीखों के बारे में विस्तार से बताया। सभी राज्यों के चुनाव परिणाम तीन दिसंबर को आएंगे।

    सभी 5 राज्यों के चुनाव नतीजे एक साथ ही 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। वहीं मध्य प्रदेश के पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में 7 और 17 नवंबर को चुनाव होना है। राजस्थान में 23 नवंबर को चुनाव होगा। सबसे अंत में 30 नवंबर को तेलंगाना में चुनाव होना है। इलेक्शन के कैलेंडर की शुरुआत मिजोरम से होगी, जहां 7 नवंबर को मतदान होना है। इसी दिन छत्तीसगढ़ में चुनाव के पहले चरण की वोटिंग होगी।

    कब कहां वोटिंग? 
    मिजोरम- 7 नवंबर
    छत्तीसगढ़- पहला चरण 7 नवंबर और दूसरा चरण 17 नवंबर को 
    मध्यप्रदेश- 17 नवंबर 
    राजस्थान- 23 नवंबर 
    तेलंगाना- 30 नवंबर
    नतीजे- तीन दिसंबर
    कुल 16.14 करोड़ मतदाता इन चुनावों में अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे
    मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि कुल 16.14 करोड़ मतदाता इन चुनावों में अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। इनमें 8.2 करोड़ पुरुष मतदाता, 7.8 करोड़ महिला मतदाता होंगे। इस बार 60.2 लाख नए मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। खास बात यह भी है कि 60.2 लाख नए मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। इनकी उम्र 18 से 19 साल के बीच है। 15.39 लाख वोटर ऐसे हैं, जो 18 साल पूरे करने जा रहे हैं और जिनकी एडवांस एप्लीकेशन प्राप्त हो चुकी हैं।
    साभार अमर उजाला 

  • मध्य प्रदेश में कल हो सकता है चुनाव की तारीखों का एलान

    भोपाल। चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश समेत सभी पांचों राज्यों की चुनावी तैयारियों की समीक्षा कर ली है। गुरुवार को आयोग ने सभी राज्यों के निर्वाचन अधिकारियों से वीसी के माध्यम से तैयारियों को लेकर चर्चा भी की। चुनाव आयोग सोमवार को चुनाव की तारीखों का एलान कर सकता है। इसके बाद ही पूरे प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। इस बार भी पिछले वर्ष की तरह एक चरण में ही मतदान होगा। जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश में नवंबर के तीसरे या चौथे सप्ताह में मतदान हो सकता है। बता दें प्रदेश सरकार का कार्यकाल 6 जनवरी 2024 को खत्म हो रहा है। 
    2018 में मध्य प्रदेश में 6 अक्टूबर को चुनाव की तारीखों का एलान हुआ था। वहीं, 28 नवंबर को एक चरण में चुनाव हुए थे। वहीं, 2013 में चार अक्टूबर, 2008 में 14 अक्टूबर और 2003 में 12 अक्टूबर को चुनाव की तारीखों का एलान हुआ था।
    प्रदेश में चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। इसके बाद सार्वजनिक लोकार्पण और शिलान्यास प्रतिबंध हो जाएंगे। किसी भी नए काम या योजना को स्वीकृति नहीं दी जा सकेंगी। सरकार अपनी उपलब्धी के होर्डिंग्स नहीं लगा सकेंगी। सरकार अपनी उपब्धियों के विज्ञापन मीडिया में नहीं दे सकेंगी। 
    साभार अमर उजाला

  • शिवराज पीएम पर दबाव बनाने जनता से पूछ रहे मैं चुनाव लड़ू या नहीं लड़ू : कमलनाथ

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले नेताओं की बयानबाजी से सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी में पीसीसी चीफ और पूर्व सीएम कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर बड़ा हमला बोला है। पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मध्य प्रदेश भाजपा में हताशा चरम पर है। पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम लेना बंद कर दिया और उन्हें मुख्यमंत्री की दौड़ से बाहर कर दिया। इसके जवाब में प्रधानमंत्री पर दबाव बनाने के लिए पहले तो मुख्यमंत्री ने जनता के बीच यह पूछना शुरू किया कि मैं चुनाव लड़ूं या नहीं लड़ूं और अब सीधे पूछ रहे हैं कि मोदी जी को प्रधानमंत्री होना चाहिए या नहीं। नाथ ने कहा कि पीएम और सीएम की जंग में, भाजपा में जंग होना तय है। जिन्हें टिकट मिला, वह लड़ने को तैयार नहीं है और जो टिकट की रेस से बाहर हैं, वह सबसे लड़ते फिर रहे हैं। 
    बता दें सीएम शिवराज जनता से पूछ रहे है कि मैं चुनाव लड़ू या नहीं लड़ू। तीन अक्टूबर को सीएम ने बुदनी में पूछा कि मैं चुनाव लड़ूं या नहीं? यहां से लड़ू या नहीं? चार अक्टूबर को उन्होंने बुरहानपुर में कहा कि मैं देखने में दुबला पतता हूं, पर लड़ने में तेज हूं। इससे पहले सीहोर में कहा था कि मैं चला जाऊंगा तो बहुत याद आऊंगा। शुक्रवार को डिंडौरी में जनता से पूछा कि सरकार कैसी चल रही है, सीएम बनूं या नहीं? उन्होंने मीडिया के इन बयानों को देने को लेकर सवाल किया तो बोले कि इसे समझने के लिए गहरी दृष्टि चाहिए।

    साभार अमर उजाला

  • प्रदेश में कांग्रेस की लहर, सरकार बनना तय : युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत

    इंदौर। प्रदेश की 36 आदिवासी सीटों पर आदिवासी स्वाभिमान यात्रा निकालने वाले प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया का मानना है कि प्रदेश में इस बार कांग्रेस की लहर है और जनता का आक्रोश भाजपा सरकार के प्रति नजर आ रहा है। इस बार कांग्रेस की सरकार बनना तय है। जनता ने समझ लिया है जिन्होंने बाबा महाकाल को नहीं छोड़ा, महाकाल लोक बनाने में 50 प्रतिशत कमिशन लिया। वे जनता को लूटने में कमी नहीं रखेंगे।
    आदिवासी समाज के मुद्दे पर विक्रांत बोले कि प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार की घटनाएं लगातार हो रही है। सीधी का पेशाब कांड हो या नीमच में आदिवासी को गाड़ी से बांधने का मामला। इस तरह की कई घटनाएं प्रदेश में रुकने का नाम नहीं ले रही है इनमें भाजपा के लोगों के नाम आ रहे है।
    घोटाले के मुद्दे पर विक्रांत बोले कि प्रदेश में पटवारी घोटाले हुआ। अयोग्य लोगों से पैसे लिए गए। भाजपा नेतागणों के काॅलेज में परीक्षा में धांधली कर अच्छे नंबरों से उन्हें पास कराया गया। जिन लोगों को नहीं पता कि मध्य प्रदेश की राजधानी क्या है, वे लोग टाॅप टेन में आ गए। प्रदेश में योग्य लोगों का शोषण हो रहा है। यह माहौल देखकर जनता मन बना चुकी है कि वह इस बार कांग्रेस का साथ देगी।
    मालवा निमाड़ में कांग्रेस की स्थिति को लेकर कहा कि पिछले चुनाव में मालवा-निमाड़ में कांग्रेस की सीटें ज्यादा थी। प्रदेश मे मैने आदिवासी स्वाभिमान यात्रा 36 आदिवासी सीटों पर निकली गई। इनमें ज्यादातर मालवा निमाड़ की सीटें थी। वहां कांग्रेस की प्रति जनता का समर्थन देखकर लग रहा है कि प्रदेश में कांग्रेस की लहर है।
    बूथ स्तर तक संगठन की तैयारी है। यूथ कांग्रेस ने हर बूथ पर पांच कार्यकर्ता तैयार किए है। युवा वर्ग का सरकार के प्रति आक्रोश है। खुद के चुनाव लड़ने पर विक्रांत बोले कि पार्टी चुनाव में जो जिम्मेदारी देगी, उसका आदेश माना जाएगा। हमारी तरफ से पूरी तैयारी है।
    साभार अमर उजाला

  • कनाडा में मंदिरों पर हमला करने वाला गिरफ्तार, भारत ने बनाया था दबाव

    ओटावा। कनाडा की पुलिस ने बीते गर्मी के महीने के बाद से मंदिरों को अपवित्र करने की घटना में कार्रवाई करते हुए पहली गिरफ्तारी की है। आपको बता दें कि मंदिरों की दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में स्प्रे पेंटिंग और भारत विरोधी नारे लिखे गए थे। भारत ने कार्रवाई का दबाव बनाया था। 
    हिंदुस्तान टाइम्स के एक सवाल का जवाब देते हुए रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस की सरे टुकड़ी के एक प्रवक्ता ने कहा कि 12 अगस्त और 14 अगस्त की घटनाओं के संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, पुलिस ने हिरासत में लिए गए व्यक्ति की पहचान नहीं की है।
    12 अगस्त को सरे में लक्ष्मी नारायण मंदिर को अपवित्र कर दिया गया था। मंदिर के मुख्य द्वार और दरवाजों पर पोस्टर चिपका दिए गए। सामने के गेट पर लगे पोस्टर में ओटावा में भारत के उच्चायुक्त के साथ-साथ टोरंटो और वैंकूवर में भारत के राजदूतों के नाम और तस्वीरों के नीचे वांटेड शब्द लिखा था। वहीं, दूसरी घटना में, कनाडा से 18 जून को खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में 'भारत की भूमिका' की जांच करने का आह्वान किया।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • शिवराज सिंह का बड़ा दाव... सरकारी नौकरियों में महिलाओं को अब 35% आरक्षण

    भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा दांव चल दिया है। मध्य प्रदेश में सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए आरक्षण में वृद्धि कर दी गई है। यहां महिलाओं को अब 35 फीसदी आरक्षण मिलेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह फैसला ऐसे समय पर लिया है जब हाल ही में केंद्र सरकार ने लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देने को लेकर कानून बनाया है।
    शिवराज सिंह चौहान ने महिला दिवस पर इसको लेकर ऐलान किया था कि महिलाओं के आरक्षण में वृद्धि की जाएगी। सामान्य प्रशासन विभाग ने इसको लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। राज्य में अब तक महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण प्राप्त था, इसमें अब वृद्धि कर दी गई है। वन विभाग को छोड़कर राज्य सरकार के अधीन जितनी भी नौकरियां हैं उनमें सीधी भर्ती के पदों पर 35 फीसदी आरक्षण महिलाओं के लिए होगा।
    मध्य प्रदेश में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है। करीब दो दशक से सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी को एंटी इनकंबेसी फैक्टर की चिंता सता रही है। ऐसे में एक तरफ जहां टिकट बंटवारे में बड़े फैसले करते हुए दिग्गजों को उतारा गया है तो दूसरी तरफ चुनाव तारीखों के ऐलान से पहले शिवराज सिंह चौहान हर दिन कोई बड़ी घोषणा कर रहे हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • सीएम कल करेंगे महाकाल लोक के दूसरे चरण के साथ तैयार हाईटेक अन्नक्षेत्र का लोकार्पण

    उज्जैन। देशभर में उज्जैन का महाकाल लोक चर्चित हो गया है, जिसके चलते लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां आने लगे हैं। बाबा महाकाल के दर्शन के भी तमाम रिकॉर्ड टूट रहे हैं। वहीं अब श्रद्धालुओं को आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही है। कल 5 अक्टूबर को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान महाकाल लोक के दूसरे चरण का लोकार्पण करेंगे, जिसमें विशाल पार्किंग, यूनिटी मॉल और भक्त निवास के भूमिपूजन के साथ-साथ देश के सबसे हाईटेक तैयार अन्न क्षेत्र का लोकार्पण भी करेंगे। 25 करोड़ की लागत से महाकाल लोक परिसर के पास निर्मित इस अन्नक्षेत्र में एक दिन में एक लाख श्रद्धालुओं को भोजन करवाने की क्षमता है।
    देश के बड़े गुरुद्वारों से लेकर तिरुपति बालाजी, शिर्डी व अन्य धार्मिक स्थलों पर अन्न क्षेत्र चल रहे हैं। उनकी जानकारी लेकर उज्जैन में सबसे बड़ा और अत्याधुनिक अन्नक्षेत्र त्रिवेणी संग्रहालय के सामने मौजूद वाहन पार्किंग के पास तैयार किया गया है। उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और महाकाल मंदिर प्रशासक तथा उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ संदीप सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि 5 अक्टूबर से ही इस अन्न क्षेत्र की शुरुआत हो रही है। इंदौर के अग्रवाल परिवार ने बड़ी दान राशि इस अन्न क्षेत्र के लिए दी है। वहीं एक अन्य दानदाता, जिन्होंने अपना नाम गुप्त ही रखा। उन्होंने लगभग 7 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के हाईटेक किचन एक्यूपमेंट दिए हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस भी उतारेगी दिग्गजों को, कमलनाथ, भूरिया और पचौरी संभालेंगे मैदान

    भोपाल। भाजपा की तीन सूची में 79 नाम आने के बाद कांग्रेस भी अपने प्रत्याशियों की सूची जारी करने की तैयारी में जुट गई है। इसको लेकर दिल्ली में मंगलवार को कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई। इसमें प्रत्याशियों को लेकर चर्चा की गई। इसके अनुसार अब कांग्रेस भी अपने दिग्गजों को मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। इसमें पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ेंगे।
    कई मंचों पर चुनाव लड़ने को लेकर पूछे सवाल पर कमलनाथ अब तक गोलमोल जवाब देते है। यही वजह है कि उनके चुनाव लड़ने को लेकर असमंजस वाली स्थिति रही। अब पार्टी सूत्रों का कहना है कि भाजपा के पहलवानों को टक्कर देने के लिए कमलनाथ भी चुनाव मैदान में दिखेंगे। 
    वहीं, चुनाव लड़ने से कतरा रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी भी चुनाव लड़ेंगे। पचौरी दो बार भोजपुर से विधानसभा का चुनाव हार चुके हैं। अब पार्टी फिर से उनको उतारने पर विचार कर रही है। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया भी झाबुआ से चुनाव मैदान में उतरेंगे। झाबुआ और रतलाम के सांसद रहे कांतिलाल भूरिया अपने बेटे विक्रांत भूरिया के लिए खुद चुनाव लड़ने से मना करते आ रहे थे। 
    राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विवेक तन्खा ने भी विधानसभा का चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। दो बार जबलपुर से लोकसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा चुके तन्खा को दोनों बार हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, कांग्रेस के अंदर ही उनको नरसिंहपुर से भाजपा के प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल के सामने मैदान में उतारने को लेकर चर्चा है। 
    पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह भी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने 2003 के बाद से कोई विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा है। उन्होंने 2019 में भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन वे हार गए। दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह राघौगढ़ और छोटे भाई लक्ष्मण सिंह चाचौड़ा से विधायक हैं। दिग्विजय सिंह की प्रदेश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में अच्छी पकड़ है। वे हारी सीटों को जिताने के लिए पिछले कई दिनों से दौरे कर रहे हैं। जानकार उनके चुनाव नहीं लड़ने के पीछे एक यह वजह भी बता रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस को वोट देने का मतलब है पाकिस्तान को समर्थन करना - विजयवर्गीय

    इंदौर। इंदौर में विधानसभा एक से भाजपा प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर वर्ग विशेष के तुष्टिकरण का आरोप लगाया है। कैलाश विजयवर्गीय ने एक सभा में कहा कि कांग्रेस को वोट देने का मतलब है पाकिस्तान का समर्थन करना। क्योंकि ये लोग सिर्फ वोट की राजनीति करते हैं। तुष्टीकरण के लिए विशेष वर्ग के लोगों को समर्थन करते हैं। हमारे साथ खड़े होकर रामनाम बोलने का नाटक करते हैं। हम राम नाम बोलकर पैदा हुए राम नाम बोलकर ही मरेंगे। हम नौटंकी वाले लोग नहीं हैं कि कभी जनेऊ पहन लिया तो कभी टोपी पहन ली। हम राम के पट्ठे हैं। दुपट्टा डाल के चलते हैं, कोई डुप्लिकेट रोल नहीं है अपना। 
    कैलाश विजयवर्गीय ने कहा पहले की पीढ़ियों ने तो बहुत खराब समय देखा। मंदिरों को टूटते हुए देखा। सोमनाथ का मंदिर टूट गया, राम मंदिर टूट गया, कृष्ण मंदिर टूट गया। मुगलों का शासन हुआ करता था। हम भाग्यशाली हैं कि पीएम मोदी के शासन में मंदिर बनते हुए देख रहे हैं। महाकाल लोक बन रहा है। सब दूर मंदिर का निर्माण हो रहा है। भारत की अस्मिता को आगे बढ़ाने का काम पीएम मोदी के नेतृत्व में हो रहा है। इसलिए हम सब कार्यकर्ता को घर घर जाकर यह बातें बताना हैं। 
    विजयवर्गीय ने कहा सोनिया गांधी ने तो कोर्ट में एफिडेविट दिया था कि राम नाम का तो कोई व्यक्ति नहीं था यह तो काल्पनिक है। रामचरितमानस उपन्यास है। अभी घमंडियों का एक गठबंधन बन चुका है। उनके एक पार्टनर जो तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री हैं, उनके बेटे स्टालिन ने सनातन धर्म को समाप्त कर देना चाहिए कहा है। हमने सोचा था कांग्रेस इसका विरोध करेगी लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के बेटे ने उनका समर्थन कर दिया। बिहार के शिक्षा मंत्री ने उनका समर्थन कर दिया। इस प्रकार रामचरितमानस का कांग्रेस ने हमेशा अपमान किया है। इसलिए हमें सोचना है कांग्रेस क्या कर रही है। क्या इस देश से सनातन धर्म को कोई समाप्त कर सकता है? बताओ, किसकी मां ने दूध पिलाया है जो यह कर सकता है। हमारी माताओं ने हरतालिका तीज का त्योहार मनाया। राजबाड़े पर हमारी माताएं भूखी प्यासी अपने पति की दीर्घायु के लिए उपवास रखती हैं। यह सनातन परंपरा है। क्या कोई इस परंपरा को समाप्त कर सकता है। कांग्रेस सनातन को समाप्त करने की बात करती है और मुझे मालूम है यहां के कांग्रेस के उम्मीदवार नाटक करते हैं। साड़ी बाटते हैं, कथा करवाते हैं। यह सब नाटक है वास्तविकता कुछ और है। 
    साभार अमर उजाला

  • भारत ने कनाडा के दर्जनों राजनयिकों को दिया तुरंत देश छोड़ने का आदेश: रिपोर्ट

    नई दिल्ली। भारत और कनाडा के बीच खालिस्तान को लेकर छिड़ा विवाद और तेज हो गया है। भारत सरकार ने कनाडा के दर्जनों राजनयिकों को देश से बाहर निकलने का आदेश जारी किया है। यह अब तक का सबसे बड़ा ऐक्शन है। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। अखबार के मुताबिक भारत सरकार ने कनाडा से कहा कि उसके राजनयिक भारत छोड़ दें। पूरे मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि मोदी सरकार ने कहा है कि कनाडा के 40 डिप्लोमैट्स 10 अक्टूबर तक भारत छोड़ दें। 
    भारत सरकार ने इस बात के पहले ही संकेत दे दिए थे, जब विदेश मंत्रालय ने कहा था कि कनाडा के ज्यादा राजनयिक यहां तैनात हैं। ऐसे में उनकी संख्या कम किए जाने की जरूरत है। अभी कनाडा की ओर से इस पर कोई रिएक्शन नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है कि कनाडा से भी भारतीय डिप्लोमैट्स की संख्या में कमी आ सकती है। भारत की ओर से कनाडा के खिलाफ यह चौथा ऐक्शन है। भारत ने सबसे पहले कनाडा के एक खुफिया अधिकारी को देश छोड़ने का आदेश दिया था। फिर वीजा सेवाओं को बंद कर दिया गया है और कनाडा के नागरिकों की भारत में एंट्री पर रोक लगा दी गई। यही नहीं भारत सरकार ने कनाडा की यात्रा करने वाले भारतीयों के लिए एडवाइजरी भी जारी की थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • एमपी में कांग्रेस सरकार बनने पर जातिगत जनगणना कराएंगे : कमलनाथ

    भोपाल। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि राहुल गांधी ने समाज के वंचित तबके का जो मुद्दा उठाया है, वह सामाजिक न्याय की कसौटी है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनते ही जातिगत जनगणना कराई जाएगी और समाज के हर वर्ग को शासन और प्रशासन दोनों में न्यायोचित हिस्सेदारी दी जाएगी। पूर्व सीएम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सदैव से सामाजिक न्याय के साथ खड़ी रही है। मध्य प्रदेश में ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला भी कांग्रेस की सरकार ने किया था, जिसे भाजपा ने षड्यंत्रपूर्वक खत्म कर दिया। उन्होंने आगे लिखा कांग्रेस आएगी। सामाजिक न्याय लाएगी। 
    बता दें कमलनाथ ने राहुल गांधी की सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को टैग कर अपनी बात कही। जिसमें राहुल गांधी ने लिखा कि बिहार की जातिगत जनगणना से पहला चला है कि वहां ओबीसी, एससी और एसटी 84 प्रतिशत है। केंद्र सरकार के 90 सचिवों में सिर्फ तीन ओबीसी हैं, जो भारत का मात्र पांच प्रतिशत बजट संभालते हैं। इससे पहले राहुल गांधी ने अपने मध्य प्रदेश दौरे पर केंद्री की मोदी सरकार को ओबीसी विरोधी बताया था। 
    प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही अपने आप को ओबीसी का हितैषी बता रही है। इसका कारण प्रदेश की 80 से अधिक सीटों पर ओबीसी वर्ग का प्रभाव होना है। भाजपा दावा करती है कि उसने प्रदेश को तीन-तीन ओबीसी मुख्यमंत्री उमा, बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान दिए। कांग्रेस सिर्फ उलझाने का काम करती है। वहीं, कांग्रेस दावा कर रही है कि उसने ओबीसी को 14 से 27 प्रतिशत आरक्षण दिया। हालांकि अभी यह कोर्ट में लंबित है।
    साभार अमर उजाला

  • टिकट कटने से नाराज भाजपा नेता प्रत्याशियों का कर रहे खुलकर विरोध

    छिंदवाड़ा। परासिया अमरवाड़ा और जुन्नारदेव में टिकट वितरण से नाराज नेताओं ने बगावत कर दी है। इन तीनों विधानसभा क्षेत्र में खुद को टिकट का दावेदार मानने वाले नेता भाजपा संगठन से नाराज तो हैं, वहीं खुलेआम प्रत्याशियों का विरोध करते नजर आ रहे हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इन्हें मनाने की जवाबदारी बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सी टी रवि को दी गई थी, लेकिन वे भी इन नाराज नेताओं को नहीं मना पाए। 
    बता दें परासिया में ज्योति डेहरिया को टिकट दी गई है, जिसको लेकर बावरिया गुट नाराज है। पूर्व एमएलए रहे बावरिया को मनाने के लिए रविवार को बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी परासिया में उनके घर गए थे लेकिन आधे घंटे हुई गुप्त चर्चा के बाद भी बावरिया सुशील मोदी से नहीं मान पाए। वहीं सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सी टी रवि बावरिया के पास पहुंचे, लेकिन उन्हें भी बैरंग लौटना पड़ा। 
    जुन्नारदेव में भी कुछ ऐसे ही हालत देखने को मिल रहे हैं। यहां नथन शाह की टिकट के खिलाफ आशीष ठाकुर लाम बंद हो गए हैं तथा उनके समर्थक एक नई नीति बनाने की तैयारी में हैं। इन्हें भी मानने का प्रयास किया गया, लेकिन सुशील मोदी के मनाने पर वह तैयार नहीं हुए। अमरवाड़ा में पहले ही उत्तम ठाकुर के समर्थक मोनिका बट्टी का विरोध कर चुके हैं, समझा जा सकता है कि तीनों जगह एक से हालत है।
    साभार अमर उजाला

     

  • आप ने इंदौर के तीन विधानसभा क्षेत्रों में खड़े किए दावेदार, कड़ी टक्कर की तैयारी

    इंदौर। आम आदमी पार्टी ने इंदौर के तीन विधानसभा क्षेत्रों में दावेदार खड़े कर दिए हैं। विधानसभा एक, चार और महू से आप ने नामों की घोषणा कर दी है। एक से अनुराग यादव चार से डॉक्टर पीयूष जोशी और महू से सुनील चौधरी दावेदारी कर रहे हैं। 
    डॉक्टर पीयूष जोशी आप के प्रदेश प्रवक्ता हैं। वे कहते हैं कि मैं आज मप्र की व्यवस्थाओं की सर्जरी करने की बेहद आवश्यकता है। वे स्वास्थ्य, शिक्षा और व्यापार की नीतियों को बेहतर करने के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने बेहतर सरकारी स्कूल, मोहल्ला क्लिनिक और लोकल बिजनेस ऑथोरिटी की मांग की है। उनका मानना है कि इन तीनों मुद्दों पर काम करके ही प्रदेश को बेहतर दिशा में आगे ले जाया जा सकता है। 
    अनुराग यादव आम आदमी पार्टी के आंदोलनों में कई बार जेल जा चुके हैं। उन्होंने बीकाम किया है और 2015 से पार्टी से जुड़ गए थे। उन्हें पार्षद चुनाव के समय आलीराजपुर का प्रभार दिया गया था। अनुराग का कंस्ट्रक्शन का काम है। वे एक नंबर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं जहां पर भाजपा से कैलाश विजयवर्गीय और कांग्रेस से संजय शुक्ला की दावेदारी है। इसे इंदौर में सबसे रोमांचक मुकाबले वाली सीट माना जा रहा है। 
    सुनील चौधरी महू से आप के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। वे राजनीति को समाजसेवा का क्षेत्र मानते हैं। उन्होंने एलएलबी किया है और कई सामाजिक संगठनों से जुड़े हुए हैं। सुनील युवाओं के बीच भी खासे लोकप्रिय हैं और कई खेल संगठनों से भी जुड़े हैं। रक्तदान, पौधरोपण, शिक्षण सामग्री में मदद जैसे काम वे अपने समूहों के साथ लंबे समय से कर रहे हैं। 
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  • लांबाखेड़ा में कांग्रेस की लोकतंत्र बचाओ पैदल यात्रा को पुलिस ने रोका, दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए

    भोपाल। आदिवासी समाज के लोगों की लोकतंत्र बचाओ पैदल यात्रा को सोमवार को पुलिस ने भोपाल के करोंद के पास लांबाखेड़ा में रोक दिया। यात्रा में शामिल लोगों ने पुलिस पर यात्रा को आगे बढ़ने से रोकने का षड्यंत्र करने का आरोप लगाया। हालांकि पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के मौके पर पहुंचने पर पुलिस ने यात्रा को आगे बढ़ने दिया। यात्रा में दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए। इससे पहले लांबाखेड़ा में ही यात्रा को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि आज दो अक्टूबर को महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती है। पूरे विश्व में दो अक्टूबर को अंहिसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। 
    दिग्विजय सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी ने पूरे जीवन पर अहिंसा के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उनका दोष केवल यह था कि वह सभी साथ लेकर चलते थे। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई। अनुसूचित जाति और जनजाति सभी को सम्मान की नजर से देखते थे। सबसे पहले छूआछूट का यदि किसी ने आंदोलन किया तो महात्मा गांधी ने किया। आज उनका जन्म है। अंहिसा का दिवस है। यह यात्रा में किसी ने झगड़ा नहीं किया। शांति मार्च किया। दो अक्टूबर को यहां आने का मकसद यह है कि हम अंहिसा के पूजारी है। हम अनुसूचित जाति और जनताति के अधिकारों के लिए शांति पूर्वक बिना किसी लड़ाई के हमारी गरीब, दलित, एससी, एसटी जिनकी जमीन छिन ली गई। जिनको दंबंगों के पैरों के तले दबाया जा रहा है। दंबंगों द्वारा आदिवासियों के ऊपर पेशाब किया जा रहा है। अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों के शरीर पर मल लेपा जा रहा है। और यह भारतीय जनता पार्टी की सरकार और यह मामा जो कहता है कि मैं तुम्हारा हूं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि तुम किसके हो हमें मालूम है। तुम सिर्फ नगद के हो। भ्रष्टाचार के हो। तुम किसी के सगे नहीं हो। मैं आरोप लगा रहा हूं। हिम्मत होती तो मेरे ऊपर मानहानि का दावा करता मामा। मेरे पास गवाह है कि इनके भ्रष्टाचार के है। 
    यह लोग देश के लोकतंत्र को खरीद और बेच रहे 
    पूर्व सीएम ने कहा कि यात्रा में शामिल लोगों को कहा कि यहां से शांतिपूर्वक अंबेडकर मैदान तक चलेगा। मैं आपके साथ चलूगा। आज में बिना पूजा और अनाज खां के नहीं आया हूं। उन्होंने राजा साबह जिंदाबाद के नारे लगाने वालों को टाकते हुए कहा कि कोई राजा साहब जिंदाबाद नहीं बोलेगा। नारे आदिवासी, जनजाति, पिछड़ा वर्ग के पक्ष में, अंहिसा के पक्ष में, लाल बहादुर के पक्ष में, भीमराव अंबेडकर के पक्ष में होंगे। क्योंकि इन्होंने हमें आजादी दिलाई और लोकतंत्र दिया। उन्होंने भाजपा का नाम लिए बिना कहा कि यह लोग इस देश के लोकतंत्र को खरीद और बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को गिराने में करोड़ों रुपए किसका पैसा लगा था। क्या गरीब का पैसा लगा था। क्या विधायकों को चेक से पेमेंट किया था। नोट की गड्डियों से पेमेंट किया गया था। 
    लोकतंत्र बचाव यात्रा में शामिल वकील सुनील कुमार आदिवासी ने बताया कि पुलिस अनुमति नहीं होने समेत अलग-अलग बहाने कर यात्रा को रोक रही थी। इस बीच पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पहुंचे। जिसके बाद पुलिस ने यात्रा को आगे बढ़ने दिया। दिग्विजय सिंह ने कहा कि गांधी जयंती पर अहिंसावादी लोगों को रोकने की कोशिश की जा रही है। 
    साभार अमर उजाला

  • ओपिनियन पोल :  मध्य प्रदेश में कांग्रेस के लिए बड़ी खुशखबरी, भाजपा को कितनी सीटें?

    भोपाल। जल्द इस मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में सभी पार्टियां जनता को लुभाने में जुटी हैं। अभी हाल ही में बीजेपी अपने 79 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। हालांकि अभी तक कांग्रेस में उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है। ऐसे में प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी इसका फैसला जनता को करना है। विधानसभा चुनाव को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं।  इसी बीच टाइम्स नाउ नवभारत ने ओपिनियन पोल जारी किए हैं।
    नए सर्वे रिपोर्ट रिपोर्ट के मुताबिक, अगर आज मध्य प्रदेश में विधानसभा के चुनाव हुए तो बीजेपी को 102 से 110 सीटें मिल सकती हैं। जबकि कांग्रेस को 118 से 128 सीटें मिलने के आसार हैं। वहीं, अन्य दलों को 02 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं, अगर सर्वे में वोट शेयर की बात करें तो बीजेपी को 2023 के चुनाव में 42.8 फीसदी वोट मिल सकता है। जबकि, कांग्रेस को 43. 8 फीसदी वोट मिल रहा है। जबकि अन्य के खाते में 13.40 वोट फीसदी जा सकता है।
    बता दें कि बीजेपी ने अबतक मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीट में से 78 सीट पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। बीजेपी ने मध्य प्रदेश में 9 सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा।  कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रह्लाद सिंह पटेल, गणेश सिंह, राकेश सिंह, रीति पाठक और सांसद उदयप्रताप सिंह शामिल हैं। बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भी चुनावी मैदान में उतारा.कैलाश विजयवर्गीय इंदौर-1 से चुनाव लड़ेंगे। 
    साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो उसमें बीजेपी को 56 सीटों का नुकसान के साथ कुल 109 सीटें मिली थी। जबकि कांग्रेस को कुल 114 सीटें हासिल हुई थी। जबकि बीएसपी को दो सीटें मिली थी। इस साल कांग्रेस करीब 15 सालों के बाद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और करीब डेढ़ साल सत्ता में रही। हालांकि इसके बाद हुए उलटफेर के चलते बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई थी जिसमें कांग्रेस से बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बड़ा रोल निभाया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने गाया गाना...तो नाचने लगे कांग्रेसी कार्यकर्ता

    इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर में एक दिलचस्प नजारा लोगों को देखने के लिए मिला जहां बीजेपी नेता के गाने की धुन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर डांस किया. दरअसल गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान जब बीजेपी के कद्दावर नेता और इंदौर- विधानसभा सीट से प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय का काफिला गुजर रहा था तो वहीं रास्ते में कांग्रेस की एक सभा चल रही थी.
    विजयवर्गीय इस दौरान 'ये देश हैं वीर जवानों का' गीत गा रहे थे. उनका ये गीत सुनकर कांग्रेस के कार्यक्रम में मौजूद कार्यकर्ता भी खुद को थिरकने से नहीं रोक पाए. अब कैलाश विजयवर्गीय का ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
    एक तरफ कैलाश विजयवर्गीय अपनी सुर में गा रहे थे वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस कार्यकर्ता उनके गानों पर ताल दे रहे थे. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अपने गीत पर थिरकते हुए देखकर कैलाश विजयवर्गीय का जोश और बढ़ गया और वो गीत को आगे बढ़ाते रहे.
    साभार आज तक 

  • एक अक्तूबर को भोपाल आएंगे गृहमंत्री अमित शाह, प्रत्याशियों का फीडबैक लेंगे

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे मध्य प्रदेश में लगातार बन रहे हैं, वहीं अमित शाह भी एमपी में अपनी पकड़ बढ़ाते जा रहे हैं। प्रदेश में भाजपा को जीत दिलाने के लिए शाह ने खुद कमान संभाल रखी है। अब एक बार फिर भोपाल आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि अगले महीने अक्तूबर में 1 तारीख को शाह भोपाल आएंगे। उनके इस भोपाल दौरे की खबर पाकर प्रदेश संगठन व्यवस्थाओं में जुट गया है। शाह भोपाल में कई संगठनात्मक बैठको में भाई लेंगे। चर्चा ये भी है कि शाह भाजपा प्रत्याशियों की सूची जारी होने पर विधानसभाओ से आया फीडबैक भी लेंगे। 
    जानकारी के अनुसार गृहमंत्री अमित शाह सुबह 11:30 बजे भोपाल पहुँचेंगे। वे भोपाल में क़रीब तीन घंटे रुकेंगे। इस दौरान वे पार्टी कार्यालय में ही अलग अलग बैठके लेंगे। इनमें शाह के साथ ही पार्टी के अन्य वरिष्ठ भी शामिल होंगे। आचार संहिता लगने के पहले हो रहे शाह के इस दौरे को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 
    इससे पहले शाह अपने फार्मूले के तहत प्रदेश में यूपी गुजरात बिहार महाराष्ट्र जैसे राज्यों से नेताओं को इंपोर्ट कर चुनाव में तैनात कर चुके हैं। इन प्रवासी नेताओं ने मध्य प्रदेश में मोर्चा संभाल भी लिया है। बुधवार को भी इन नेताओं ने बैठक कर प्रदेश में चुनाव की रणनीति बनाई। इनको अलग अलग विधानसभाओ का अलग प्रभार दिए गया है। 
    इधर, भाजपा एमपी में अब तक प्रत्याशियों की तीन सूचियां जारी कर चुकी है, जिसमें 79 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जा चुके हैं। पहली दो सूची में भाजपा ने 39-39 नाम जारी किए थे। तीसरी सूची में सिर्फ एक नाम घोषित किया था। इतना ही नहीं भाजपा ने अपनी पहली सूची अगस्त महीने में ही घोषित कर दी थी। अब 151 सीटें शेष रह गई हैं जहां भाजपा को प्रत्याशी का नाम सामने लाना है।
    साभार अमर उजाला

  • श्रीलंका ने कनाडा पर उठाए सवाल, कहा- आतंकी पालता है कनाडा, हमारे साथ भी ऐसा ही किया

    न्यूयॉर्क। खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की मौत में भारत का हाथ होने की आशंका जता रहे कनाडा पर अब श्रीलंका सरकार ने भी सवाल उठाए हैं। श्रीलंका का कहना है कि कनाडा में कुछ आतंकवादियों को 'सुरक्षित ठिकाना' मिल गया है। साथ ही उन्होंने निराधार आरोप लगाने पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर भी सवालिया निशान लगाए हैं।
    न्यूयॉर्क पहुंचे श्रीलंका के विदेश मंत्री ने भारत और कनाडा के बीच जारी तनाव पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'कुछ आतंकवादियों को कनाडा में सुरक्षित ठिकाना मिल गया है। कनाडाई प्रधानमंत्री के पास बिना किसी सबूत के कुछ अपमानजनक आरोप लगाने का यही तरीका है। यही बात उन्होंने श्रीलंका के लिए भी की, यह कहना कि श्रीलंका में नरसंहार हुआ था, एक भयानक, सरासर झूठ था। सभी जानते हैं कि हमारे देश में कोई नरसंहार नहीं हुआ।'
    उन्होंने कहा, 'मैंने कल देखा कि दूसरे विश्व युद्ध के दौरान नाजियों से जुड़े किसी व्यक्ति का स्वागत करने वे गए थे। ऐसे में यह सब संदिग्ध है और हम पहले इसका सामना कर चुके हैं...।'
    जून में आतंकी निज्जर की कनाडा के सरी शहर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बीते सप्ताह ट्रूडो ने कनाडा की संसद में यह मुद्दा उठाया और खालिस्तानी की मौत के तार भारत से जोड़ दिए। उन्होंने कहा कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स का हाथ हो सकता है। उन्होंने यह भी दावा कर दिया कि एजेंसियों के पास इसे लेकर 'विश्वसनीय सबूत' हैं।
    ट्रूडो ने जानकारी दी थी कि कनाडा में एजेंसियां भारत की संभावित भूमिका की जांच कर रही हैं। साथ ही उन्होंने भारत से जांच में सहयोग की भी मांग कर दी थी।
    इधर, भारत ने ट्रूडो के तमाम आरोपों से इनकार कर दिया था और कनाडा पर चरमपंथियों को पनाह देने के आरोप लगाए थे। कनाडा में भारतीय राजनयिक को निष्कासित किए जाने के बाद भारत ने भी जवाबी कार्रवाई की और वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। बाद में भारत ने कनाडा में वीजा सेवाओं पर भी रोक लगा दी थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस विधायक बीआर पाटिल के बयान पर बवाल, भाजपा की आलोचना करते हुए कहा- ये लोग राम मंदिर पर बम गिराएंगे और मुस्लिमों को बता सकते हैं दोषी

    बेंगलुरु। कर्नाटक में कांग्रेस के विधायक बीआर पाटिल के एक बयान से बवाल हो गया है। उन्होंने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि ये लोग राम मंदिर पर बम फेंक सकते हैं और उसका दोषी मुस्लिम समाज के लोगों को बता सकते हैं। इसके जरिए इनकी कोशिश होगी कि हिंदू वोटों को एकजुट करके लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर ली जाए। कांग्रेस विधायक के इस बयान वाले वीडियो को कर्नाटक भाजपा ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर शेयर किया है। भाजपा ने इस मामले में कांग्रेस हाईकमान से माफी की मांग की है। 
    यही नहीं पार्टी ने कहा कि कांग्रेस राम मंदिर को नुकसान पहुंचाकर हिंदू और मुसलमानों को लड़ाना चाहती है। फिर उसका दोष सरकार पर मढ़ने की तैयारी है। भाजपा की ओर से शेयर वीडियो में कांग्रेस विधायक को कन्नड़ में बोलते सुना जा सकता है। वह कहते हैं, 'अगले लोकसभा चुनाव में मोदी की जीत के लिए भाजपा राम मंदिर पर बम गिरवा सकती है। फिर इसका दोष मुसलमानों पर लगाकर हिंदुओं को एकजुट करने की कोशिश करेगी।' यह स्पष्ट नहीं है कि बीआर पाटिल का यह बयान कब का है। लेकिन भाजपा जरूर इस पर हमलावर हो गई है और इसे हिंदू आस्था का अपमान बताया है। 
    भाजपा ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'हिंदुओं की आस्था पर अकसर सवाल उठाने वाले कांग्रेस के नेताओं की बुरी नजर अब राम मंदिर पर भी है। ये लोग राम मंदिर को नुकसान पहुंचाकर हिंदू और मुसलमानों में लड़ाई कराना चाहते हैं और उसका दोष सरकार पर मढ़ने की तैयारी है। यही वजह है कि पार्टी का एक मंत्री इस तरह की बात कर रहा है।' बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिहाज से कर्नाटक भी अहम राज्य हैं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • चीनी नौसेना के जहाज को श्रीलंका ने रुकने की नहीं दी इजाजत

    कोलंबो। श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार ने चीन के जहाज को श्रीलंका में रुकने की इजाजत नहीं दी है। अली साबरी ने कहा कि भारत की चिंताएं श्रीलंका के लिए अहम हैं। बता दें कि चीनी नौसेना के जहाज शिन यान 6 को अक्तूबर में पूर्वी श्रीलंका के बंदरगाह पर करीब तीन महीने तक रुकना था। इस पर भारत ने जासूसी होने की आशंका जताते हुए इस पर आपत्ति जताई। जिसके बाद अब श्रीलंका के विदेश मंत्री का बयान सामने आया है।
    श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने कहा कि 'जहां तक मुझे जानकारी है, हमने चीनी जहाज को अक्तूबर में श्रीलंका आने की इजाजत नहीं दी है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने इसे लेकर चिंता जाहिर की थी, जो कि सही हैं और हमारे लिए भी बहुत अहम हैं। हमने हमेशा कहा है कि हम अपने क्षेत्र को सुरक्षित रखना चाहते हैं।' श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमासिंघे ने भी कहा कि विदेशी जहाजों के श्रीलंका आने और यहां के क्षेत्र में कोई गतिविधि करने को लेकर एक एसओपी बनाई गई है।
    साभार अमर उजाला

  • मेरे कारण बेटे का राजनीतिक अहित न हो, लेकिन पार्टी का आदेश सर्वोपरि : कैलाश विजयवर्गीय

    इंदौर। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भाजपा ने एक नंबर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है, लेकिन वे अपने बेटे आकाश विजयवर्गीय के राजनीतिक भविष्य को लेकर भी चिंतित है। उन्होंने कहा कि मैं अपने टिकट की घोषणा से आश्चर्यचकित हुं।
    आकाश ने शहर में मेहनत करके अपनी एक जगह बनाई है। मुझे भी लग रहा था कि पार्टी मुझे और आकाश को एक साथ टिकट नहीं देगी। दो-तीन दिन से मेरे मन में विचार चल रहा था कि मैं चुनाव क्यों लडू। एक पिता की हैसियत से यह सोच रहा था कि मेरे कारण बेटे का राजनीतिक अहित न हो, लेकिन पार्टी का आदेश सर्वोपरि है। विजयवर्गीय ने बेटे को लेकर यह भी कहा कि राजनीति में जो सही दिशा में चलना सीख लेता है तो फिर भाजपा संगठन कभी भी उसे दौड़ा देता है।
    कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार संजय शुक्ला को लेकर विजयवर्गीय ने कहा कि शुक्ला परिवार से मेरे आत्मीय रिश्ते है । चुनाव अपनी जगह है। वे रिश्ते हमेशा बरकरार रहेंगे । चुनाव के दौरान उन रिश्तों की मर्यादा का ध्यान भी रखा जाएगा। एक नंबर विधानसभा में कई अवैध बस्तियां है, वहां विकास की संभावना है। पूरे विधानसभा क्षेत्र का मास्टर प्लान हम बनाएंगे।
    दूसरी सूची में केंद्रीय मंत्री और सांसदों को उम्मीदवार बनाए जाने पर विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस ने यह नरेटिव सेट करने की कोशिश की थी कि कांग्रेस फिर सत्ता में आ रही है, लेकिन दूसरी सूची में शामिल उम्मीदवारों के नामों से कार्यकर्ता जोश में है। दूसरी सूची केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने बड़े नेतागणों को फिर से प्रदेश के चुनाव में लड़ने का मौका दिया। विजयवर्गीय ने कहा कि एक नंबर विधानसभा क्षेत्र के अलावा मैं प्रदेश की अन्य सीटों पर भी ध्यान दूंगा।
    साभार अमर उजाला

  • नाम बड़े और दर्शन छोटे, कमलनाथ ने भाजपा की दूसरी लिस्ट पर कसा तंज

    भोपाल। मध्य प्रदेश में नवंबर में विधानसभा चुनाव है। अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में चुनाव की आचार संहिता लग सकती है। इससे पहले भाजपा ने अपने 78 प्रत्याशियों की दो सूची जारी कर दी है। दूसरी सूची में 6 सांसदों को प्रत्याशी बनाया गया है। इसको लेकर मंगलवार को पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भाजपा पर तंज किया। उन्होंने कहा कि दूसरी लिस्ट पर एक ही बात फिट है- नाम बड़े और दर्शन छोटे। भाजपा ने मप्र में अपने सांसदों को विधानसभा की टिकट देकर साबित कर दिया है कि भाजपा न तो 2023 के विधानसभा चुनाव में जीत रही है, न 2024 के लोकसभा चुनाव में। इसका सीधा अर्थ ये हुआ कि वो ये मान चुकी है कि एक पार्टी के रूप में तो वो इतना बदनाम हो चुकी है कि चुनाव नहीं जीत रही है, तो फिर क्यों न तथाकथित बड़े नामों पर ही दांव लगाकर देखा जाए।
    नाथ ने कहा कि अपने को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहनेवाली भाजपा को जब आज ये दिन देखने पड़ रहे हैं कि उसको लड़वाने के लिए उम्मीदवार ही नहीं मिल रहे हैं, तो फिर वोट देने वाले कहाँ से मिलेंगे। भाजपा आत्मविश्वास की कमी के संकटकाल से जूझ रही है। अबकी बार भाजपा अपने सबसे बड़े गढ़ में, सबसे बड़ी हार देखेगी। कांग्रेस भाजपा से दोगुनी सीट जीतने जा रही है। भाजपा की डबल इंजन की सरकार डबल हार की ओर बढ़ रही है।
    कांग्रेस की बयानबाजी पर भाजपा ने भी पलटवार किया है। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि भाजपा की दूसरी सूची आने के बाद कांग्रेसियों पर फिट बैठते मुहावारे। हाथ-पांव फूल जाना, मुंह चुराना, चेहरे पर हवाइयां उड़ना, मुंह पीला पड़ना। उन्होंने इस ट्वीट को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, कमलनाथ को भी टैग किया। 
    साभार अमर उजाला

     

  • धीरज से लें काम, आप सीएम चेहरा नहीं, कमलनाथ ने शिवराज पर कसा तंज

    भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज भोपाल दौरे को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसा है। पीसीसी चीफ ने सीएम शिवराज को सलाह देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री आ रहे हैं ऐसे में वे आज जरा धीरज से कम लें। नाथ ने ट्वीट किया कि शिवराज जी, आज आप जरा धीरज से काम लीजिएगा। प्रधानमंत्री जब भी मध्य प्रदेश आते हैं तो आप उन्हें अपने किसी न किसी झूठ में शामिल करा लेते हैं। आपकी झूठ मशीन की डबल स्पीड से मध्य प्रदेश की जनता के साथ प्रधानमंत्री भी त्रस्त हैं, इसीलिए उन्होंने पूरे चुनाव अभियान से आपको बाहर कर दिया है। आप देश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बन गए हैं जो मुख्यमंत्री तो हैं, लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं है। नाथ ने आगे लिखा कि रीवा में आपने उनके सामने बोल दिया कि किसानों की आमदनी दुगनी से अधिक हो गई है, जबकि उनके नीति आयोग की रिपोर्ट में मध्य प्रदेश के किसानों की आमदनी घटी थी।भोपाल में आपने उन्हें गलत परचा पकड़ा दिया और वह मध्य प्रदेश में पेट्रोल की कीमत ₹100 लीटर से कम बता गए। इस तरह उन्हें दूसरे झूठ में शामिल कर लिया।
    प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि गैस सिलेंडर की कीमतों पर भी आपका झूठ प्रधानमंत्री से टकरा रहा है। आप देते किसी को नहीं, लेकिन कहते हैं कि गैस सिलेंडर 450 रुपए का देंगे, वहीं प्रधानमंत्री कहते हैं कि सिलेंडर ₹900 का देंगे। प्रधानमंत्री की सागर जिले की यात्रा में आपने उनसे कहला दिया कि कांग्रेस सरकार ने बुंदेलखंड पर ध्यान नहीं दिया जबकि यूपीए सरकार ने 7200 करोड रुपए का विशेष बुंदेलखंड पैकेज बुंदेलखंड क्षेत्र को दिया था। यद्यपि झूठ के प्रति आपकी निष्ठा और समर्पण जग जाहिर है, फिर भी आशा है कि मध्य प्रदेश की जनता को आज कोई नया झूठ देखने को नहीं मिलेगा।
    साभार अमर उजाला

  • PM मोदी बोले- पांच साल में देश में साढ़े 13 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले

    भाजपा ने गरीबों, महिलाओं, एससी-एसटी ओबीसी को विकास का सबसे बड़ा लाभार्थी बनाया है। वंचितों को वरीयता की गारंटी मोदी ने दी है, उसे हमने एक के बाद एक कदम उठाकर पूरा किया है। हमने गरीब का जीवन बेहतर करने के प्रमाणित प्रयास किए। समाज में जो अभाव था उसे दूर किया। कांग्रेस ने 50 साल पहले गरीबी हटाओं का नारा दिया था। क्या कांग्रेस ने अपना वादा पूरा किया। पीएम ने कहा कि एक और आंकड़ा बताता हूं। साढ़े 13 करोड़ ये एमपी की कुल आबादी से भी ज्यादा है। पांच साल में देश में साढ़े 13 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। ये मोदी की गारंटी का नतीजा है और जब मोदी गारंटी देता है, जब भाजपा गारंटी देती है तो वो जमीन पर उतरती है। घर-घर पहुंचती है। मोदी यानी हर गारंटी पूरी होने की गारंटी। 
    मैं मध्यप्रदेश की बहनों को याद दिलाने आया हूं कि मोदी ने आपको जो गारंटी दी थी, वो पूरी हो गई है। राज्यसभा में 33 फीसदी सीटें आरक्षित करने का कानून पास हुआ। 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' देश ने नया इतिहास रच दिया है। माताएं बहनें दशकों  से इंतजार कर रही थीं, ये कहा जाने लगा कि नहीं हो पाएगी। मोदी है तो हर गारंटी पूरी होने की गारंटी है।
    कांग्रेस जंग लगा हुआ लोहा है, जो बारिश में रखा-रखा खत्म हो जाता है। भाजपा आज वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेने ला रही है। स्टेशनों का कायाकल्प कर रही है। भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन की प्रशंसा हर कोई कर रहा है। ये भी कांग्रेस को नहीं पच रहा है। भाजपा सरकार ने नया संसद बनाया, आने वाली सदियों तक देश की सेवा करे। भारत का अपना संसद भवन बना, पूरा देश इसकी प्रशंसा कर रहा है। लेकिन कांग्रेस ने पहले दिन से विरोध करना शुरू कर दिया। भारत कोई भी उपलब्धि हासिल करे कांग्रेस को पसंद नहीं आता। कांग्रेस न खुद बदलना चाहती है, न देश को बदलने देना चाहती है। कांग्रेस देश को 20वीं शताब्दी में ले जाना चाहती है। हमारे फर्स्ट टाइम वोटर को एक बात बताना चाहता हूं। आपके माता पिता को आभाव में रखने के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। आज दुनिया भारत को लेकर जो कुछ कह रही है, ये सारे गौरवपूर्ण काम पहले भी हो सकते थे। कांग्रेस ने प्रजातंत्र को परिवार तंत्र बना दिया। ये सिर्फ एक परिवार का गौरव बढ़ाने में लगी रही। इन्होंने ऐसी व्यवस्था बनाई कि गरीब को हमेशा हाथ फैलाना पड़े, हर चीज के लिए निर्भर रहना पड़े। गरीब को तरसाकर कांग्रेस को ये कहने का मौका मिलता था कि हमने गरीब को कुछ दिया है। कांग्रेस ने देश को रोटी, कपड़ा, मकान में ही उलझाए रखा। आपने कांग्रेस के शासन में जो झेला वो न झेलना पड़े इसके लिए भाजपा की डबल इंजन की सरकार काम कर रही है।
    एमपी में भाजपा सरकार को 30 साल पूरे हो गए हैं। जो युवा पहली बार वोट डालेंगे उन्होंने सिर्फ भाजपा सरकार को ही देखा है वे युवा सौभाग्य शाली है कि उन्होंने कांग्रेस का बुरा शासन नहीं देखा। कांग्रेस के शासन की पहचान थी। कुनीति, कुशासन और करोड़ों का करप्शन। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां के युवाओं ने अंधेरे में जीने को मजबूर गांव और शहर नहीं देखे। अपने हर कार्यकाल में भाजपा ने एमपी को नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास किया है। .यहां के युवाओं ने भाजपा का सुशासन ही देखा है। गेंहू उत्पादक राज्यों में एमपी को अग्रणी राज्य के रूप में देखा है।
    जब इन्हें राजस्थान में मौका मिला तो कांग्रेस सिर्फ बर्बादी लाई। महाराष्ट्र में गठबंधन में शामिल होकर लूट का अपना काम बना लिया। एमपी के लिए आने वाले कुछ साल बहुत अहम हैं। ये समय भारत और एमपी को विकसित मध्यप्रदेश बनाने का है। इतने महत्वपूर्ण समय में अगर कांग्रेस जैसी परिवारवाद वाली पार्टी, हजारों-करोड़ों के भ्रष्टाचार करने वाली पार्टी को जरा भी मौका मिल गया तो एमपी को नुकसान होगा। जहां-जहां कांग्रेस गई है उस राज्य को बर्बाद कर दिया है। कांग्रेस एमपी को एक बार फिर बीमारू बना देगी।
    साभार अमर उजाला

  • फसल बर्बाद होने के बाद किसानों को 40,000 रु हेक्टर मुआवजा क्यों नहीं दिया ः कमलनाथ ने शिवराज से पूछा

    इंदौर। पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ शनिवार 23 सितंबर 2023 को इंदौर में हैं। इस दौरान वे विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। इंदौर आने से पहले उन्होंने ट्वीट कर प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने लिखा कि मालवा निमाड़ सहित मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में पहले अल्पवृष्टि और फिर अतिवृष्टि से सोयाबीन की फसल पूर्णतः बर्बाद हो चुकी है। आपदा की मार से किसान की आर्थिक स्थिति पर भारी चोट पड़ी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जब आप विपक्ष में थे तो किसान को नुकसानी का 40,000 रुपए प्रति हेक्टर मुआवजा देने की मांग करते थे। आज आपको किसानों को ये मुआवजा देने से कौन रोक रहा है? आपने किसान कर्जमाफी की योजना बंद करके अन्नदाताओं के पेट पर लात मारी है। आपकी घोषणाएं झूठी और फरेबी हैं। आपकी इन झूठी घोषणाओं से ऊबकर प्रदेश का अन्नदाता किसान पूछ रहा है कि इन झूठी घोषणाओं को कैसे बोएं और कहां उगाएं?
    अपने इंदौर कार्यक्रम के दौरान 23 सितंबर को प्रातः 10:30 बजे कमलनाथ इंदौर एयरपोर्ट आने के बाद वे 10:50 बजे मांग मातंग समाज के महाधिवेशन में शामिल होंगे। यह अधिवेशन गांधी हॉल में रखा गया है। गांधी हॉल के कार्यक्रम के बाद वे 11:30 बजे बेरोजगार युवा सम्मेलन में भाग लेने राजीव गांधी चौराहे स्थित शुभ कारज गार्डन पहुंचेंगे। यहां वे प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी पर युवाओं से संवाद करेंगे। इस कार्यक्रम के बाद दोपहर 01:30 से शाम 5:00 बजे तक उनका रिजर्व समय रहेगा। 
    इसके बाद शाम 5:00 बजे से 5:30 बजे तक कमलनाथ खिलाड़ियों से भेंट करेंगे। इन खिलाड़ियों में गजेंद्र वर्मा एवं अन्य ख्याति प्राप्त खिलाड़ी शामिल हैं। इसके बाद वे शाम 5:40 बजे खजराना गणेश मंदिर पहुंचकर भगवान गणेश के दर्शन व पूजन करेंगे। इसके पश्चात शाम 6:15 बजे वे कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन पहुंचकर शाम 07:15 तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भेंट करेंगे। 
    इसके पश्चात कमलनाथ  शाम 7:30 बजे गांधीनगर में आयोजित कवि सम्मेलन में पहुंचेंगे। यहां से रात 8:25 बजे पुनः इंदौर एयरपोर्ट पहुंच कर वे भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगे।
    साभार अमर उजाला

  • जिन लोगों की महत्वकांक्षा और अपेक्षा विचारधारा से बढ़कर हो जाती है, फिर वे पार्टी छोड़ देते है : विजयवर्गीय

    इंदौर। चुनावी साल में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में कई नेता जा रहे है। इनमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरदित्य सिंधिया के समर्थक ज्यादा है। उनके पार्टी छोड़ कर जाने के सवाल पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि- हम उन्हें होलसेल में लाए थे, कांग्रेस अब उन्हें रिटेल में ले जा रही है। उन नेताओं के जाने से हमारी पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। भाजपा एक विचारधारा वाली पार्टी है। जिन लोगों की महत्वकांक्षा और अपेक्षा विचारधारा से बढ़कर हो जाती है, फिर वे पार्टी छोड़ देते है।
    शनिवार को विजयवर्गीय पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे चुनाव नहीं लड़ना है। इस निर्णय में अपनी पार्टी से अवगत करा चुका हुं, लेकिन मैं पार्टी का सिपाही हूं। यदि पार्टी ने मुझे चुनाव लड़ने को कहा तो मैं फिर पीछे भी नहीं हटूंगा। कमल नाथ द्वारा मीडिया को लेकर की गई टिप्पणी को उन्होंने कहा कि कमल नाथ ने आपातकाल और 84 के दंगों वाली मानसिकता का प्रदर्शन किया है।
    मालवा निमाड़ की 66 सीटों से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि वे ज्यादातर विधानसभा क्षेत्रों में गए है। वहां भाजपा की स्थिति मजबूत है। जन आशीर्वाद यात्रा में भी जनता का समर्थन मिला है। कहीं भी पार्टी में असंतोष नहीं दिखाई दिया, बल्कि कांग्रेस में उनकी जन आक्रोश यात्रा में पार्टी के खिलाफ ही कार्यकर्ता का आक्रोश नजर आ रहा है।
    कांग्रेस से न जनता खुश है न कार्यकर्ता। वहां सिर्फ खेमेबाजी है। टिकट भी खेमे के हिसाब से ही बांटे जाते है। कांग्रेस मध्य प्रदेश में अपना जनाधार खो चुकी है। राहुल गांधी से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि राहुल ट्रक ड्रायवर, मैकेनिक बन सकते है, लेकिन कभी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते है।
    साभार अमर उजाला

  • कनाडा ने खुद ही किया खुलासा : भारतीय राजनयिकों की सर्विलांसिंग करा रहा था

    नई दिल्ली। खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर आरोप लगाने वाले कनाडा का कहना है कि उसने भारतीय डिप्लोमैट्स की सर्विलांसिंग की थी। उसका कहना है कि कनाडा में भारतीय राजनयिकों की सर्विलांसिंग के बाद यह जानकारी सामने आई कि वे निज्जर की हत्या में शामिल थे। यही नहीं कनाडा के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी एपी से कहा कि एक मित्र देश से भी उन्हें इंटेलिजेंस मिला था, जिसके बाद ये आरोप लगाए गए। बता दें कि कनाडा 'फाइव आइज' नाम के संगठन में शामिल है। इसमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और ब्रिटेन भी शामिल हैं। ये पांचों देश आपस में खुफिया जानकारी भी साझा करते हैं। 
    अधिकारी ने यह नहीं बताया कि कनाडा को किस सहयोगी देश से इंटेलिजेंस मिली थी और उसमें क्या बात थी। बता दें कि भारत ने निज्जर की हत्या में शामिल होने के आरोपों से साफ इंकार किया है। इसके अलावा कनाडा की ओर से लगाए आरोपों पर सबूत की भी मांग की है, जिन्हें अब तक देने में जस्टिन ट्रूडो सरकार असफल रही है। हालांकि जस्टिन ट्रूडो ने एक बार फिर से अपनी जिद को दोहराते हुए कहा है कि भारत की इस मामले में संलिप्तता थी। उन्होंने गुरुवार को फिर से कहा कि यह मानने के पर्याप्त कारण मौजूद हैं कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स का हाथ था और ये लोग राजनयिकों के संपर्क में थे। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सनातन मामले में अनोखा विरोध : रतलाम में सड़क पर चिपकाए उदयनिधि के पोस्टर, वाहन और जूते-चप्पल लेकर निकल रहे रहे भक्त

    रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम में जगह-जगह गणेश पंडाल सज रहे हैं। भगवान गणेश की मूर्ति पंडाल लगाकर बिठाई गई हैं। वहीं रतलाम के मित्र निवास कॉलोनी रोड पर गणेश पंडाल के सामने तमिलनाडु के सीएम और उनके पुत्र दोनों के पोस्टर नीचे रोड पर चिपका दिए गए हैं। कई फोटो रोड पर बड़े-बड़े चिपके हुए दिखाई दिए जिस पर से लोग वाहन लेकर और जूते चप्पल लेकर निकल रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सीएम के पुत्र को मालूम होना चाहिए कि उनकी औकात क्या है। यहां दर्शन करने आने वाले लोगों और जनता के जूते चप्पल में दिखेंगे यह लोग। 
    दरसअल, स्थानीय निवासी मनीष पांचाल ने बताया कि सीएम के पुत्र ने सनातन धर्म की जो तुलना बीमारियों से की थी उससे हम बहुत आहत हैं।  इसलिए हमने उनकी फोटो जमीन पर लगाई है ताकि मालूम पड़े कि लोग उससे गुजरे हैं जूते चप्पल लेकर। इससे उन्हे अपनी औकात मालूम होगी। उदयनिधि के पोस्टर्स में लिखा है- तू क्या मिटाएगा, तेरे बाप में भी दम नहीं है जो मिटा पाऐगा। पंडाल में आने वाले लोग पोस्टर के ऊपर जूते-चप्पल लेकर चल रहे हैं। वहीं इसके ऊपर से वाहन भी गुजर रहे हैं।
    इससे पहले इंदौर में मंदिर की सीढ़ियों पर उदयनिधि की फोटो लगाई गई थी, जिसपर भक्त पैर रखकर आते-जाते दिख रहे थे। इसे हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने लगाया था। उका कहना था कि जो भी भक्त मंदिर में दर्शन करने के लिए आ रहे हैं, वह इसपर पैर साफ कर रहे हैं। उसके बाद मंदिर में प्रवेश कर रहे हैं। मंच के जिला संयोजक कन्नू मिश्रा ने कहा था कि उदयनिधि ने हमारी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। इसलिए हमने सीएम के बेटे की तस्वीरों को मंदिर की सीढ़ियों पर लगाया है। हम उनका विरोध कर रहे हैं जो आगे भी जारी रहेगा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 108 फीट ऊंची आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने किया अनावरण

    खंडवा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को खंडवा के ओंकारेश्वर में 108 फीट ऊंची आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया। प्रतिमा के अनावरण से पहले उन्होंने पत्नी के साथ पूरे विधि-विधान से साधु संतों के साथ पूजा-अर्चना की। सीएम के साथ स्वामी अवधेशानंद गिरि भी मौजूद रहे। आयोजकों ने परंपरागत तरीके से सीएम और स्वामी अवधेशानंद का स्वागत किया। जिसमें केरल के कलाकारों ने नृत्य किया। विद्वान पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार किया। कार्यक्रम स्थल पर लगभग पांच हजार संत, महंत और प्रतिनिधि मौजूद थे। 
    प्रतिमा के अनावरण पर साधु संतों ने जताई खुशी। उन्होंने कहा कि इससे सनातन धर्म को नई दिशा मिलेगी। बता दें कि आठवीं शताब्दी के दार्शनिक और हिंदू धर्म में प्रतिष्ठित शंकराचार्य की 108 फुट ऊंची अष्टधातु से बनी प्रतिमा का नाम एकात्मता प्रतिमा रखा गया है। यह विशाल प्रतिमा नर्मदा नदी के किनारे सुरम्य मांधाता पहाड़ी के ऊपर स्थित है। शंकराचार्य को सनातन धर्म को आगे बढ़ाने वाला संत माना जाता है। पहले इस प्रतिमा का अनावरण 18 सितंबर को होना था लेकिन भारी बारिश की वजह से कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा।
    एक अधिकारी ने बताया कि आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास और मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (एमपीएसटीडीसी) के मार्गदर्शन में प्रतिमा को तैयार किया गया है। एकात्मता की प्रतिमा आदि शंकराचार्य की विरासत और उनकी गहन शिक्षाओं को प्रदर्शित करती है। उन्होंने कहा, 'यह सांस्कृतिक परियोजना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बहुप्रतीक्षित दृष्टिकोण- 'वसुधैव कुटुंबकम' (दुनिया एक परिवार है) को पूरा करेगी। इस 108 फुट ऊंची प्रतिमा के साथ, मध्य प्रदेश सभी धर्मों के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करेगा।
    बीजेपी सरकार ने पहले 2,141.85 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी थी, जिसके तहत ओंकारेश्वर में एक संग्रहालय (अद्वैत लोक) के साथ आदि शंकराचार्य की मूर्ति बनाई जानी थी। सीएम गुरुवार को शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इसके बाद वे अद्वैत लोक का शिलान्यास और भूमिपूजन भी करेंगे। यह संग्रहालय पुराने मंदिरों की स्थापत्य शैली की तर्ज पर बनाया जाएगा। इसमें थ्री डी होलोग्राम प्रोजेक्शन गैलरी के साथ प्रशिक्षण केंद्र होगा। जो शंकराचार्य के सिद्धांत को समझाने और साझा करने के केंद्र के तौर पर काम करेगा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मुख्यमंत्री ने किया कृषक मित्र योजना का शुभारंभ, कहा- हमारी सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं

    भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब अच्छे और धर्मात्मा लोग सरकार चलाते हैं तो परमात्मा भी पूरा सहयोग करता है। उन्होंने बुधवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे हॉल में कृषक मित्र योजना का शुभारंभ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि वे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अधिकारियों को धमकाते हैं, पूछते हैं कि पैसा कहां से आ रहा है। उनकी नजर में मामा मामा नहीं औरंगजेब हो गया है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि आप पैसे के लिए रोते थे, पर हमारी सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं है। जब अच्छे लोग और धर्मात्मा लोग सरकार चलाते हैं तो परमात्मा भी पूरी मदद करते हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जल्द ही किसानों का एक बड़ा कार्यक्रम आचार संहिता से पहले आयोजित किया जायेगा। कार्यक्रम में कृषि मंत्री कमल पटेल, बिजली मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और किसान बड़ी संख्या में मौजूद थे। सीएम ने आगे कहा कि किसानों को 6000 रुपये प्रधानमंत्री दे रहे हैं, तो 6000 रुपये सीएम देंगे। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान हमारे अन्नदाता ही नहीं, प्राण दाता भी हैं। आपकी अथक मेहनत से एमपी को कृषि के क्षेत्र में कई पुरस्कार मिले हैं।
    हम ने एमपी में अन्न के भंडार भर दिये हैं। हमने आपका साथ देने में कभी कमी नहीं छोड़ी। हमने जीरो प्रतिशत ब्याज पर किसानों को कर्जा दिया। प्रदेश में वर्षा नहीं हो रही थी, मैं महाकाल बाबा के शरण में पहुंच गया। सिंचाई की व्यवस्था 47 लाख हेक्टेयर में की गई है। सभी नदी, तालाब और डैम भर गए हैं। किसान सम्मान योजना की राशि बढ़ाई है।ये सिलसिला रुकेगा नहीं आगे बढ़ेगा। किसानों के हितों को पूरा करना हमारी प्रथमिकता है। 
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर भाजपा को अत्याचार पार्टी बताया

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले आरोप प्रत्यारोप तेज होते जा रहे है। अनूपपुर जिले में एक आदिवासी व्यक्ति के शव के पास भाजपा नेता के दूसरे आदिवासी व्यक्ति को चप्पल से पीटने पर कांग्रेस हमलावर है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर भाजपा को अत्याचार पार्टी बताया। साथ ही कहा कि बिना मुख्यमंत्री का नाम लिए कहा कि अत्याचार रोक नहीं सकते तो इस्तीफा दे दीजिए। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने बुधवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि शिवराज सिंह चौहान आप यह वीभत्स वीडियो देखकर अनदेखा नहीं कर सकते। अनूपपुर जिले में एक आदिवासी व्यक्ति के शव के बगल में भारतीय जनता पार्टी का नेता दूसरे आदिवासी व्यक्ति को चप्पल से पीट रहा है। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी, आदिवासी अत्याचार पार्टी बनती जा रही है।
    आखिर आप चाहते क्या हैं? जब आप आदिवासियों पर अत्याचार रोक नहीं सकते तो कम से कम मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दीजिए। पांव धोने के पाखंड से आपकी क्रूर सत्ता का प्रायश्चित नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि आपने मध्य प्रदेश को न सिर्फ आदिवासी अत्याचार में नंबर वन बना दिया है, बल्कि अत्याचारों की निर्दयता में भी मध्य प्रदेश को नंबर वन बना दिया है। जिसे देखकर हमारा सिर शर्म से झुक जाता है।
    कमलनाथ बोले क्या आपने भाजपा के कार्यकर्ताओं को आदिवासियों पर अत्याचार करने का लाइसेंस दे दिया है? कभी नेमावर में एक आदिवासी बेटी और परिवार के पांच सदस्यों को जिंदा गाड़ दिया जाता है। कभी नीमच में आदिवासी युवक को वाहन से बांधकर घसीटा जाता है कि उसकी मृत्यु हो जाए। कभी सीधी में आदिवासी युवक के ऊपर पेशाब की जाती है। और हर बार आदिवासी पर अत्याचार करने वाला व्यक्ति या तो भाजपा का नेता होता है या उससे जुड़ा हुआ कोई व्यक्ति। शिवराज जी अब आप विदा हो जाइए ताकि मध्य प्रदेश को इस क्रूरता से मुक्ति मिले। 
    साभार अमर उजाला

  • मैं कांग्रेस के सर्वे में टॉप पर, दूसरी पार्टी से चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं : पूर्व विधायक अश्वीन जोशी

    इंदौर। इंदौर के तीन नंबर विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीन मर्तबा कांग्रेस पार्टी से विधायक रह चुके अश्विन जोशी को आप पार्टी ने संपर्क किया और टिकट देने की पेशकश की, लेकिन जोशी ने कहा कि दूसरी पार्टी से चुनाव लड़ने का मेरा कोई इरादा नहीं है।
    पूर्व विधायक जोशी ने कहा कि कांग्रेस के सर्वे में तीन नंबर विधानसभा से मैं टाॅप पर हुं, पिछला चुनाव सिर्फ छह हजार वोटों से हारा, इसलिए कांग्रेस के टिकट के मापदंडों को पूरा कर रहा है। अभी टिकट भी तय नहीं हुए, इसलिए दूसरी पार्टी से चुनाव लड़ने का सवाल ही नहीं उठता। जोशी ने कहा कि उनके घर आप पार्टी के नेता आए थे, उन्होंने प्रस्ताव रखा, लेकिन मैने कोई विचार नहीं किया।
    पूर्व विधायक अश्विन जोशी के चचेरे भाई और कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे महेश जोशी के बेटे पिंटू जोशी इस बार तीन नंबर विधानसभा क्षेत्र से टिकट की दावेदारी कर रहे है। वे सालभर से क्षेत्र में सक्रिय भी है। महेश जोशी पिछले पिछले विधानसभा चुनाव में ही पिंटू का टिकट मांग रहे थे,लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की समझाईश के बाद वे भतीजे अश्विन जोशी को टिकट देने के लिए राजी हो गए थे।
    साभार अमर उजाला

  • मध्य प्रदेश में सरकारी स्कूलों के छात्रों को मेडिकल दाखिले में मिलेगा आरक्षण

    भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकारी स्कूल के छात्रों को बड़ी सौगात दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नीट के जरिए मेडिकल कॉलेजों में दाखिला होने के कारण सरकारी स्कूलों के बच्चे डॉक्टर नहीं बन पा रहे हैं। इस पर गौर करते हुए देश में पहली बार मध्य प्रदेश की सरकार ने फैसला किया है कि इस साल से सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को मेडिकल स्नातक पाठ्यक्रमों (एमबीबीएस, बीडीएस आदि) में दाखिले के लिए पांच फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। सीएम के ऐलान से साफ है कि सूबे में मेडिकल की पांच फीसदी सीटों पर केवल सरकारी स्कूल के बच्चों को ही दाखिला मिलेगा। 
    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मेडिकल स्नातक पाठ्यक्रमों (एमबीबीएस, बीडीएस आदि) में सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को पांच फीसदी आरक्षण की पहलकदमी की हिमायत करते हुए कहा कि गरीब पृष्ठभूमि के बच्चों को भी आगे बढ़ने का मौका मिलना चाहिए। इस पहल से सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले गरीब बच्चों को प्रोत्साहन मिलेगा। सनद रहे मध्य प्रदेश देश का वह पहला सूबा है जहां एमबीबीएस की पढ़ाई हिन्दी में शुरू किए जाने की पहल की गई है।
    शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार बच्चों को पढ़ाई के लिए साइकिल, स्कूटी, लैपटाप देने के साथ ही उन्हें उच्च शिक्षा हासिल करने में भी मदद कर रही है। मध्य प्रदेश सरकार 8 लाख रुपये तक की आमदनी वाले गरीब परिवारों के मेधावी छात्रों की मेडिकल, इंजीनियर जैसे पाठ्यक्रमों की फीस भी भर रही है। अब प्रदेश में मेडिकल पाठ्यक्रमों में एडमिशन के लिए शासकीय शालाओं के होनहार बच्चों को मेडिकल 5 प्रतिशत आरक्षण की पहल भी कर रही है। उनकी सरकार में जनकल्याण और विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है। 
    साभार  लाइव हिंदुस्तान

  • नई संसद में आज से बैठेंगे सांसद, 1280 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था

    नई दिल्ली। आज से संसद के नए भवन में काम-काज शुरू हो जाएगा. दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर लोकसभा की कार्यवाही शुरू होगी, तो वहीं 2 बजकर 15 मिनट पर राज्यसभा में कार्यवाही होगी. नए संसद भवन की शुरुआत की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इसमें कुल 1280 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की गई है. क्या आप जानते हैं कि इस अत्याधुनिक और पहले से विशाल एरिया में फैले नए संसद भवन की इमारत को तैयार करने में कितना खर्चा आया है? 
    सबसे पहले बात कर लेते हैं नए संसद भवन की इमारत के बारे में, तो बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इसी साल मई महीने में इस नए संसद भवन का उद्घाटन किया था. विशाल भवन में लोकसभा कक्ष में 888 सदस्य और राज्यसभा कक्ष में 300 सदस्य आराम से बैठ सकते हैं. अगर दोनों सदनों की संयुक्त बैठक होने की स्थिति में लोकसभा कक्ष में कुल 1280 सदस्य बैठ सकते हैं. 
    PM Modi ने बीते 10 दिसंबर, 2020 को नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी और तीन साल से कम समय में यह बनकर तैयार खड़ा है. 64,500 वर्ग मीटर में फैली ये चार मंजिला इमारत त्रिकोणीय आकार की है. एरिया के हिसाब से देखें तो ये पुराने संसद भवन से करीब 17,000 वर्ग मीटर बड़ा है. इसके अलावा इसे अत्याधुनिक तकनीक से तैयार किया गया और इस पर भूकंप का असर नहीं होगा. इसकी आधारशिला रखी गई थी, तो इसे बनाने का प्रोजेक्ट Tata Projects को दिया गया था और इसके निर्माण में आने वाली अनुमानित लागत 971 करोड़ रुपये तय की गई थी.
    चार मंजिला इस नए संसद भवन में सुरक्षा के लिहाज से कई इंतजाम किए गए हैं. इसमें छह प्रवेश द्वार हैं, जिनमें से तीन अश्व, गज और गरुड़ गेट औपचारिक द्वार हैं. इन गेटों का इस्तेमाल उपराष्ट्रपति, स्पीकर और प्रधानमंत्री करेंगे. वहीं तीन अन्य द्वार मकर गेट, शार्दूल गेट और हंस गेट का इस्तेमाल सांसदों और पब्लिक के लिए किया जाएगा. इस हाईटेक संसद में अधिकारियों और कर्मचारियों के ऑफिसों को भी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस बनाया गया है. इसमें कैफे, डाइनिंग एरिया, कमेटी मीटिंग के अलग-अलग कमरों में हाईटेक डिवाइसेज लगाए गए हैं. कॉमन रूम्स, महिलाओं के लिए लाउंज और VIP लाउंज की भी व्यवस्था है.

    साभार आज तक 

  • आमजन ने भेजे 1300 से अधिक सुझाव, कांग्रेस की वचन पत्र समिति से रखीं ऐसी-ऐसी डिमांड

    भोपाल। विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस अपने वचन पत्र में क्या कुछ आकर्षक योजनाएं रखें इसके लिए आमजन भी बढ़-चढ़कर कांग्रेस को अपने सुझाव भेज रहे हैं। जानकारी के अनुसार कांग्रेस के पास अब तक 1300 से अधिक सुझाव वचन पत्र में शामिल करने के लिए आ चुके हैं। इनमें से करीब 600 सुझाव केवल कमलनाथ जी को ही भेजे गए हैं। इसके साथ ही लोगों ने वचन पत्र के लिए बनाई गई समिति को और उनके सदस्यों को भी अलग अलग माध्यमों से सुझाव दिए हैं। पार्टी के पास एक सुझाव ऐसा आया है जिसमें एक किसान ने मजदूरी का भुगतान मनरेगा के माध्यम से करवाए जाने की बात कही है। शिवपुरी के इस किसान का मानना है कि किसानों की माली हालत ठीक नहीं है। मजदूर समय पर मिलते नहीं हैं। ऐसे में मनरेगा जैसी योजना के जरिए न सिर्फ किसान को मजदूर उपलब्ध करवाए जाएं बल्कि उनका भुगतान भी मनरेगा योजना में सरकार ही करे। इसके साथ ही एक सुझाव शराबबंदी के लिए आया है। यह सुझाब एक महिला ने भेजा है। उसका मानना है कि कांग्रेस को अपने वचन पत्र में शराबबंदी का वचन शामिल करना चाहिए। इससे महिलाओं का समर्थन बड़ी संख्या में कांग्रेस को मिल सकता है। इसके साथ वचन पत्र के शामिल करने के लिए युवा, रोजगार, पर्यटन को बढ़ावा देने, उद्योग से जुड़े कई सुझाव भी कांग्रेस की वचन पत्र समिति के पास पहुंच रहे हैं। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस अपना वचन पत्र तैयार कर रही है। इसके लिए पार्टी ने न सिर्फ एक समिति बनाई है। 
    इधर, कांग्रेस की और से मध्यप्रदेश में पार्टी की सरकार बनने पर महिलाओं को डेढ़ हजार रुपये महीना देने, पांच सौ रुपये में रसोई गैस सिलेंडर, सौ यूनिट बिजली निश्शुल्क और दो सौ यूनिट आधी दर पर देने, पुरानी पेंशन योजना के साथ किसानों की कर्ज माफी जैसी  अब तक 11 घोषणाएं की जा चुकी हैं। 
    दूसरी ओर अब ये बताया जा रहा है कि कांग्रेस की ओर से फिलहाल कोई नई घोषणा अभी नहीं की जायेगी। क्योंकि कांग्रेस के घोषणा करते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उसका तोड़ निकाल लेते हैं। जिससे घोषणा का महत्व कम हो सकता है। इसलिए अब कांग्रेस अपने पत्ते खोलने के मूड में नहीं है। सीधे वचन पत्र को ही जनता के सामने लाया जाएगा।
    साभार अमर उजाला

  • मध्य प्रदेश चुनाव में कांटे की लड़ाई के संकेत,  INDIA अलायंस के 3 दलों में गठबंधन के लिए बातचीत शुरू

    भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में कांटे की लड़ाई के संकेत हैं। INDIA अलायंस के तीन प्रमुख घटकों ने मध्य प्रदेश विधानसभा में चुनावी गठबंधन के लिए बातचीत शुरू कर दी है। यदि सीटों के बंटवारे पर समझौता हो जाता है तो मध्य प्रदेश ऐसा राज्य होगा जिसके विधानसभा चुनावों में INDIA अलायंस पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ता नजर आएगा। इन दलों के नेताओं ने बताया कि INDIA अलायंस के तीन प्रमुख घटकों ने मध्य प्रदेश विधानसभा में चुनावी गठबंधन के लिए बातचीत शुरू कर दी है। 
    सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश में कांग्रेस गठबंधन के लिए समाजवादी पार्टी और वाम दलों से बातचीत कर रही है। हालांकि, आम आदमी पार्टी इस पहलकदमी से दूर नजर आ रही है। इंडिया ब्लॉक की घटक, आम आदमी पार्टी राज्य विधानसभा की सभी 230 सीटों पर अपने बलबूते चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक है। घटनाक्रम से वाकिफ एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा- हां, समाजवादी पार्टी और वाम दलों के साथ सीट बंटवारे को लेकर बातचीत शुरू हो गई है। 
    इसकी पुष्टि सपा और वाम दल के नेताओं ने कर दी है। सीपीआई (एम) के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने कहा- मैंने हाल ही में राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने वाले INDIA गठबंधन की संभावना के संबंध में वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से बात की थी। फिलहाल हमें किसी भी नतीजे पर पहुंचने में कुछ समय लगेगा। वहीं समाजवादी पार्टी के एक नेता ने अपना नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि स्थानीय सपा नेताओं और कांग्रेस के बीच कुछ अनौपचारिक बातचीत हुई है। कमल नाथ जी गठबंधन के साथ आगे बढ़ने के इच्छुक हैं, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 73 साल के हुए PM मोदी, देश भर से मिल रही बधाइयां

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज 73 जन्मदिन है.पीएम के जन्मदिन के अवसर पर बीजेपी देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है. प्रधानमंत्री के जन्मदिन के अवसर पर देश और दुनिया के तमाम नेता उन्हें बधाई दे रहे हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं. मेरी शुभेच्छा है कि अपनी दूरगामी दृष्टि तथा सुदृढ़ नेतृत्व से आप ‘अमृत काल’ में भारत के समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त करें. मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि आप सदा स्वस्थ और सानंद रहें तथा देशवासियों को अपने अप्रतिम नेतृत्व से लाभान्वित करते रहें.'
    गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, 'नए भारत के शिल्पकार मोदी जी ने हमारे देश की प्राचीन विरासत के आधार पर एक भव्य और आत्मनिर्भर भारत की मजबूत नींव रखने का काम किया है. चाहे संगठन हो या सरकार, मोदी जी से हम सभी को सदैव “राष्ट्रहित सर्वोपरि” की प्रेरणा मिलती है. ऐसे अद्वितीय नेता के मार्गदर्शन में देशसेवा का अवसर मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात है.'
    बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा, 'विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय जननेता आदरणीय पीएम मोदी जी को जन्मदिवस की सादर शुभकामनाएं देता हूं. भारतीय संस्कृति की वैश्विक प्रतिष्ठा, जनता-जनार्दन के बहुआयामी विकास व राष्ट्र के सार्वभौमिक उत्कर्ष को आपने साकार स्वरूप प्रदान किए हैं. 'अंत्योदय' का हमारा ध्येय आज देश के प्रत्येक गांव में व समाज के हर वर्ग तक पहुंचकर 'विकसित भारत' के संकल्प सिद्धि का मंत्र बन गया है. ईश्वर से प्रार्थना करता हूं की भारतीय जनता पार्टी के हम सभी कोटिशः कार्यकर्ताओं को सदैव आपका नेतृत्व प्राप्त होता रहे.'
    अपने जन्मदिन पर, मोदी नई दिल्ली के द्वारका में 'यशोभूमि' के नाम से मशहूर इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (IICC) के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। इसके अतिरिक्त, वह द्वारका सेक्टर 21 को द्वारका सेक्टर-25 में नवनिर्मित मेट्रो स्टेशन से जोड़ने वाली दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन के विस्तार को राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
    आज विश्वकर्मा जयंती भी है. ऐसे में आज सरकार विश्वकर्मा योजना की शुरुआत करने जा रही है जिसका ऐलान 2023-24 के केंद्रीय बजट में गया था। सरकार इस योजना में 13,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी जिसमें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय नोडल मंत्रालय के रूप में कार्यरत है.
    स्वाथ्य मंत्रालय पीएम मोदी के जन्मदिन पर आयुष्मान भव: कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है. इसके अलावा, भाजपा एक 'सेवा पखवाड़ा' कार्यक्रम शुरू करेगी जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंचना और देश भर में विभिन्न कल्याणकारी गतिविधियों का आयोजन करना शामिल है. कई जगह पार्टी कार्यकर्ताओं ने रक्तदान शिविरों का भी आयोजन किया है.


    साभार आज तक 
  • कमलनाथ बोले- भोपाल में होने वाली INDIA गठबंधन की रैली रद्द

    भोपाल। राजधानी भोपाल में होने वाली  इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A ) गठबंधन की पहली रैली रद्द हो गई है। शनिवार को पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि भोपाल में होने वाली रैली कैंसिल हो गई है।
    भोपाल में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने मीडिया के इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस गठबंधन की रैली को लेकर पूछे सवाल पर कहा कि रैली नहीं होने वाली है, रैली कैंसिल हो गई है। बता दें इससे पहले मध्यप्रदेश चुनाव प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया के सवाल पर कहा कि हमारी बात चल रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ बैठक है, उसके बाद रैली तय होगी। अभी रैली को लेकर कोई फाइनल नहीं है। 
    इंडिया गठबंधन की कॉर्डिनेशन की दिल्ली  में हुई बैठक में भोपाल में पहली रैली करना तय किया गया था। इसकी जानकारी कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल की तरफ से दी गई थी। यह  रैली अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में होने की बात कही जा रही थी। हालांकि, अब रैली कैंसिल हो गई है। जानकारों का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने केंद्रीय नेतृत्व के सामने रैली की तैयारी को लेकर समर्थता जताई थी, जिसके बाद रैली कैंसिल कर दी गई। 
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री शिवराज बोले- जनता के आक्रोश के चलते रद्द करनी पड़ी रैली

    भोपाल। जनता में आक्रोश है, सनातन का अपमान किया है। डेंगू मलेरिया बोला गया है। सनातन का अपमान एमपी की जनता सहन नहीं करेगी। ये समझ लें कि हमारी आस्था पर चोट की है। यह हमला किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा। कई आए कई चले गए सनातन हमेशा रहेगा। यह बात शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रवींद्र भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में कही।
    उन्होंने भोपाल में INDIA गठबंधन की होने वाली पहली रैली के कैंसिल होने पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जनता का आक्रोश है, इसलिए इन्होंने अपनी रैली केंसिल कर दी है। जनता इन्हें छोड़ेगी नहीं। सीएम ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि इनकी लीडरशिप में दम नहीं है। भाजपा में जहां भी चुनाव होते हैं, सभी काम में लग जाते हैं। लेकिन कांग्रेस में लट्ठम लट्ठ मचा हुआ है। आपस में लड़ रहे हैं, किसका फोटो लगे किसका नहीं। वहीं, हमारे केंद्रीय गृहमंत्री आ रहे हैं, राष्ट्रीय अध्यक्ष आ रहे हैं, भाजपा में सभी एकजुट हैं। 
    मुख्यमंत्री यहां कार्यक्रम में मध्यप्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित करने पहुंचे थे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत नवनियुक्त 925 चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इसके साथ ही ऊर्जा विभाग के इंजीनियर्स, कृषि विभाग के सहायक संचालक, किसान कल्याण और कृषि विकास अधिकारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, पशुपालन और डेयरी विभाग के सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारियों को भी नियुक्ति पत्र सौंपे।
    साभार अमर उजाला

  • प्रदेश की लाड़ली बहनों को महीने में एक बार ही मिलेगा 450 रुपये में गैस सिलेंडर

    भोपाल। प्रदेश की लाड़ली बहनों को गैस सिलेंडर महीने में सिर्फ एक ही बार मिलेगा। इसके साथ सावन के महीने में 4 जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक गैस सिलेंडर रिफिल कराने वाली लाड़ली बहनों को भी अनुदान राशि का अंतरण उनके बैंक खातों में किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज (शुक्रवार) खुद वीडियो के माध्यम से अपनी लाड़ली बहनों को गैस सिलेंडर संबंधी नियम बताए। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहनों को गैस सिलेंडर 450 रुपए में मिलेगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए लाड़ली बहनों को पंजीयन कराना होगा। पंजीयन मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना पोर्टल पर होगा। 
    मुख्यमंत्री ने बताया कि योजना के तहत ऐसी बहनों का पंजीयन किया जाएगा जो पूर्व से गैस कनेक्शन धारी हों और यह बहनें उज्जवला योजना की लाभार्थी भी हो सकती हैं। पंजीयन के लिए केवल दो जानकारी या दस्तावेज (अ) एलपीजी कनेक्शन आईडी (ब) समग्र आईडी की आवश्यकता होगी। घरेलू गैस संबंधी पंजीयन उन सभी केंद्रों पर किया जाएगा जहां मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का पंजीयन होता है। शासन भी सभी आइल कम्पनी से बहनों के गैस कनेक्शन संबंधी जानकारी प्राप्त कर रहा है तथा उसे पोर्टल पर 25 सितम्बर को प्रदर्शित किया जाएगा। इससे बहनों को अपनी जानकारी देखने में सुविधा होगी। बहनों की समस्याओं के निराकरण के लिए शिकायत निवारण एप्लीकेशन भी तैयार की जा रही है।
    मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पात्रता धारी लाड़ली बहनों को गैस रिफिल आइल कम्पनी की विक्रय दर पर ही खरीदना होगा। लाड़ली बहनो को यह गैस रिफिल 450 रुपये में पड़े इसके लिए अंतर की राशि में से केंद्र सरकार के अनुदान को कम करते हुए शेष राशि, अनुदान के रूप में उनके बैक खाते में रिफंड की जाएगी। गैस सिलेंडर पर यह अनुदान, लाड़ली बहनों को हर महीने एक गैस रिफिल पर मिलेगा। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की लाभार्थी लाड़ली बहनों के खाते में अनुदान राशि आइल कम्पनी द्वारा डाली जाएगी और यह अनुदान राशि राज्य सरकार द्वारा आइल कम्पनी को दी जाएगी।
    मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ऐसी लाड़ली बहनें जो उज्जवला योजना की लाभार्थी नहीं हैं उनके बैक खाते में अनुदान राशि सीधे राज्य सरकार डालेगी। सावन के माह में अर्थात 4 जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक गैस सिलेंडर रिफिल कराने वाली लाड़ली बहनों को भी अनुदान राशि का अंतरण उनके बैंक खातों में इसी प्रक्रिया से होगा। यदि भविष्य में कभी गैस रिफिल करने की दरें बदलती हैं तो उसके अंतर की राशि की पूर्ति राज्य सरकार करेगी।
    साभार अमर उजाला

  • विधान सभा चुनाव आते ही पीसीसी कर रही संपर्क साधने की कोशिश : भूले बिसरे वरिष्ठ नेताओं से पूछा जा रहा हाल-चाल

    भोपाल। विधानसभा चुनाव आते ही पीसीसी को अब अपने ऐसे वरिष्ठ नेताओं की याद आई है जिन्हे लगभग भुला दिया गया था। पीसीसी की ओर से अब ऐसे भूले बिसरे नेताओं को याद किया जा रहा है। उन्हें फोन कर उनसे संपर्क साधने की कोशिश की जा रही है। उनका हाल चाल पूछा जा रहा है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने ऐसे तमाम नेताओं की सूची तैयार की है। इन्हें बारी बारी कर फोन कॉल किया जा रहा है। इनकी खैरियत ली जा रही है। साथ ही यह जानने की कोशिश की जा रही है कि कहीं कोई वरिष्ठ नेता नाराज तो नहीं है। इसके लिए पीसीसी में बाकायदा एक अलग टीम बनाई गई है, जो ऐसे बुजुर्ग, वरिष्ठ और प्रभावी रहे नेताओं को फोन लगाकर संपर्क कर रही है। 
    पार्टी की ओर से पुराने और खाटी कांग्रेसियों को फोन करके उनका भरोसा जीतने का कम इन दिनों जोरों पर है। सूत्रों की माने तो पीसीसी कि ओर से ऐसे नेताओं की तलाश भी की जा रही है, जिन्हें विधानसभा चुनाव में कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंप कर एक बार फिर मुख्य भूमिका में लाया जा सके। ऐसे नेताओं को सेक्टर के हिसाब जिम्मेदारी दी जा रही है। इतना ही नहीं पार्टी इनके काम काज का पूरा खर्च भी उठाएगी। 
    विधानसभा चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस इस बार अपना हर फार्मूला अपनाना चाहती है। इनमें से ही एक फार्मूला है पुराने नेताओं को एकजुट करके उन्हें एक बार फिर मुख्य धारा में लाना। पार्टी का मानना है कि ऐसे प्रभावित नेताओं का लाभ उनके उनके क्षेत्र में ही लेकर जीत को आसान बनाया जा सकता है।
    साभार अमर उजाला

  • रांची NIA ने रतलाम एटीएस के साथ आतंकी संगठन ISIS से जुड़े संदिग्ध युवक को पकड़ा

    रतलाम। रांची एनआईए ने रतलाम एटीएस के साथ मिलकर आतंकी संगठन ISIS से जुड़े एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। एनआईए ने आलोट के खजूरी देवड़ा गांव से 21 वर्षीष युवक राहुल सेन को गिरफ्तार किया है। रांची में NIA ने हाल ही में फहजान अंसारी नाम के एक युवक को गिरफ्तार किया है, जिसके ISIS से सीधे संबंध हैं। फहजान की निशानदेही पर ही NIA रांची ने रतलाम में दबिश देकर राहुल को पकड़ा है। एनआईए ने रतलाम पुलिस, एटीएस के साथ मिलकर इस युवक को गिरफ्तार किया है।
    आलोट से पकड़ाए राहुल के फहजान से सीधे संबंध हैं। दोनों इंस्टाग्राम के माध्यम से जुड़े हुए हैं। NIA ने राहुल के पास से ISIS का झंडा, चाकू और एक सिम भी बरामद की है। राहुल सोशल मीडिया पर उमर नाम से अकाउंट बनाकर अपनी गतिविधियां संचालित कर रहा था। राहुल के  इंस्टाग्राम, टेलीग्राम और यूट्यूब पर भी चैनल मिले हैं। पुलिस राहुल के लोकल कनेक्शन तलाश रही है। साथ ही आतंकी संगठन से कब जुड़ा और उसके मंसूबे क्या थे इसकी जांच में रतलाम पुलिस जुटी है। 
    राहुल खजूरी देवड़ा गांव में मजदूरी का काम करता है। उसने इंस्टाग्राम पर एक से ज्यादा आईडी बना रखी हैं। वह राहुल सनातनी व उमर के नाम से भी इंस्टाग्राम आईडी चलाता है। इस पर वह हथियारों के साथ फोटो पोस्ट करता था। राहुल के पिता आलोट में सैलून चलाते हैं।
    रांची एनआईए ने राहुल सेन को आलोट स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर पांच दिन के ट्रांजिट रिमांड पर लिया है। रिमांड अवधि में एनआईए पता लगाने का प्रयास करेगी कि राहुल और किस संगठन से जुड़ा है और क्या गतिविधियां संचालित की जा रहीं थीं।
    साभार अमर उजाला

  • चुनाव से पहले पीएम मोदी का मध्यप्रदेश को बड़ा तोहफा,  पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स से एक लाख से ज्यादा रोजगार

    भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश को एक बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं। पीएम गुरुवार को मध्य प्रदेश के साथ ही छत्तीसगढ़ को भी सौगात देंगे। पीएम मोदी एमपी के बीना में भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल ) रिफाइनरी की आधारशिला रखेंगे। प्रोजेक्ट में प्रदेशभर में 10 नए इंडस्ट्रियल प्रॉजेक्ट शामिल हैं। 49 हजार करोड़ के निवेश से बनने जा रहे पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स से एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
    बीपीसीएल ने कहा है कि इस प्रॉजेक्ट से क्षेत्र में स्किल डिवेलपमेंट को बढ़ावा मिलेगा। कंस्ट्रक्शन फेज के दौरान ही करीब 15 हजार लोगों को रोजगार मिल जाएगा। इसके तैयार हो जाने के बाद प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के एक लाख से ज्यादा अवसर पैदा होंगे। परियोजना लगभग 1200 केटीपीए (किलो-टन प्रति वर्ष) एथिलीन और प्रोपलीन का उत्पादन करेगी, जो कपड़ा, पैकेजिंग, फार्मा जैसे विभन्नि क्षेत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण घटक है। इससे देश की आयात पर निर्भरता कम होगी।
    इस समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नर्मदापुरम जिले में 10 अन्य परियोजनाओं, इंदौर जिले में दो आईटी पार्क, रतलाम जिले में एक औद्योगिक पार्क और राज्य भर में छह नए औद्योगिक क्षेत्रों की भी आधारशिला रखेंगे। ये नए औद्योगिक क्षेत्र शाजापुर, गुना, मऊगंज, आगरमालवा, नर्मदापुरम और मक्सी में स्थापित किए जाएंगे।प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बताया कि पीएम मोदी बीना में लगभग दो लाख करोड़ रुपए के निवेश की सौगात दे रहे हैं। इससे क्षेत्र का विकास बढ़ेगा और लाखों लोगों के लिए प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से रोजगार के अवसर सृजित होंगे। 
    मध्य प्रदेश के बाद पीएम मोदी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जाएंगे जहां वह 6,350 करोड़ रुपए के रेलवे प्रॉजेक्ट्स की शुरुआत करेंगे। 9 जिलों में स्वास्थ्य केंद्रों की आधारशिला रखेंगे। इसके अलावा एक लाख 'सिकल सेल काउंसलिंग कार्ड्स' का वितरण भी करेंगे। 
    credit - लाइव हिन्दुस्तान

  • फिर बादलों के आगोश में इंदौर, तीन दिन रहेगा तेज बारिश का दौर

    इंदौर। उमस और गर्मी से भरे तीन दिन के बाद फिर इंदौर बादलों के आगोश में है। गुरुवार को रिमझिम बारिश का दौर शुरू हुआ। अगले तीन दिन तक मध्यम से तेज बारिश का दौर रहेगा। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र से आ रही नमी के कारण इंदौर और आसपास के क्षेत्रों में मौसम ने करवट ली है। दिन का तापमान भी 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से पांच डिग्री कम था।
    अगस्त की तुलना मे सितंबर माह बारिश ज्यादा हो रही है। अगस्त में सिर्फ तीन इंच बारिश हुई थी, जबकि सितंबर के पहले सप्ताह के तीन दिन में ही तीन इंच बारिश हो चुकी थी। अब अगले तीन दिन फिर तेज बारिश मालवा और निमाड़ वाले हिस्से में होगी।
    फसलों को फायदा  अगस्त में बारिश कम हुई थी। बारिश की लंबी खेंच के कारण फसलें खराब हो रही रही थी, लेकिन अब हो रही बारिश ने उन्हें जीवनदान दे दिया। सितंबर के पहले सप्ताह के बाद फिर फसलों को पानी मिलेगा।
    अब तक 28 इंच बारिश इंदौर में हर साल 40 इंच से ज्याादा बारिश होती है।  अब तक मानसून के सीजन में 29 इंच बारिश हो चुकी है। अगस्त माह तक 24.7 इंच बारिश हुई थी। अगस्त में सिर्फ तीन इंच बारिश हुई थी। सितंबर में हो रही बारिश फसलों और भूजल स्तर बढ़ाने के लिए भी फायदेमंद साबित हो रही है।
    Credit - अमर उजाला

  • सागर में पानी, बिजली के लिए आदिवासियों का चक्काजाम

    सुनवाई नहीं होने पर कलेक्टर कार्यालय के सामने सड़क पर बैठे
    सागर। सागर में पानी, बिजली, सड़क की मांग को लेकर आदिवासियों ने चक्काजाम कर दिया। वे कलेक्टर कार्यालय के सामने मुख्य सड़क पर बैठ गए। चक्काजाम से सिविल लाइन से बस स्टैंड की ओर जाने वाले मार्ग पर यातायात बाधित हुआ। सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाइश दी। करीब एक घंटे की समझाइश के बाद वे माने, तब जाकर चक्काजाम खत्म हुआ और यातायात बहाल हो सका। दरअसल, जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन के नेतृत्व में मंगलवार को देवरी के रमखिरिया, झमारा और केसली क्षेत्र के जमुनिया चिखली, अर्जुंदा, बंडा के ग्राम पंचायत पड़वार के लोग अपनी मांगों को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। उन्होंने अपने गांवों में बिजली, पानी, सड़क की सुविधा कराए जाने की मांग करते हुए आवेदन सौंपा। ग्रामीणों ने कहा कि गांव में बिजली, सड़क और पानी की व्यवस्था नहीं है। लोग परेशान हो रहे हैं। बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे। शासन, प्रशासन से कई बार शिकायत की। सुविधाएं उपलब्ध कराने मांग की। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
    इसी को लेकर गांवों से आए महिला, पुरुषों ने कलेक्टर कार्यालय के गेट नंबर-2 के सामने सड़क पर बैठकर चक्काजाम कर दिया। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर बुलाने और मांगे तत्काल पूरी कराने की बात कही।

  • पीएम मोदी ने सेट कर दिया लोकसभा चुनाव का एजेंडा!

    नई दिल्ली। पिछले दिनों जब तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने सनातन धर्म के मुद्दे पर विवादित टिप्पणी की थी, तभी अंदाजा हो गया था कि यह मुद्दा अब जल्दी थमने वाला नहीं है। पहले बीजेपी के नेताओं, मंत्रियों ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला, अब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुद्दे को को उठाते हुए विपक्ष को घेरना शुरू कर दिया है। एमपी चुनाव से पहले राज्य को 50,800 करोड़ की सौगात देने के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने इंडिया गठबंधन को घमंडिया करार दिया और कहा कि वे सनातन संस्कारों और परंपरा को समाप्त करने का संकल्प लेकर आए हैं। पीएम मोदी के इस भाषण के बाद साफ हो गया कि भले ही सनातन पर टिप्पणी डीएमके नेता ने की हो, लेकिन कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन में शामिल अन्य दल भी इससे अछूते नहीं रहने वाले। एमपी में सनातन विवाद को उठाकर पीएम ने साफ कर दिया है कि अभी यह एक तरह का ट्रेलर है और पूरी पिक्चर बाकी है। यानी कि बीजेपी आने वाले राज्यों के विधानसभा चुनाव से लेकर अगले साल लोकसभा चुनाव तक, इस मुद्दे को गर्म ही रखने वाली है।
    'इंडिया' गठबंधन को घमंडिया करार देते हुए सनातन मुद्दे पर विपक्ष को घेरकर पीएम मोदी ने 2024 के लोकसभा चुनाव का एजेंडा सेट कर दिया है। बीजेपी आने वाले दिनों में इस पर और करारे वार करने वाली है। पिछले दिनों राजस्थान चुनाव के लिए राज्य में गए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इंडिया गठबंधन को सनातन मुद्दे पर घेरा था। शाह ने डूंगरपुर की रैली में कहा था कि दो दिन से आप देश की संस्कृति और सनातन धर्म का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ''वे कहते हैं कि यदि मोदी जीतेंगे तो सनातन राज आएगा। सनातन लोगों के दिल पर राज कर रहा है। पीएम मोदी ने कहा है कि भारत संविधान से चलेगा।'' बीजेपी नेता चुनावी रैलियों और कार्यक्रमों में सनातन मुद्दे को लगातार उठा रहे हैं। इसके जरिए बीजेपी हिंदुत्व के मुद्दे पर आगे बढ़ते हुए दिख रही है। जहां एक ओर पीएम मोदी समेत पूरी बीजेपी सनातन पर कांग्रेस और उसके सहयोगियों को घेर रही है तो अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का मुद्दा भी उसे लोकसभा चुनाव में फायदा पहुंचा सकता है। 90 के दशक से ही बीजेपी राम मंदिर और हिंदुत्व मुद्दे को आगे लेकर चली, जिसका सबसे बड़ा फायदा साल 2014 में मिला और सरकार बनाई। अब राम मंदिर के साथ-साथ बीजेपी के पास सनातन धर्म का मुद्दा आ गया है, तो उसे वह हर हाल में भुनाना चाहेगी।
    तमिलनाडु के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया, कोरोना आदि से कर दी थी और कहा था कि जैसे इसका विरोध नहीं करते और खत्म किया जाता है, उसी तरह सनातन को भी खत्म करना है। उदय के इस बयान से तमिलनाडु में भले ही डीएमके को ज्यादा नुकसान न हो, लेकिन इंडिया में उसके सहयोगी और खासकर कांग्रेस व हिंदी पट्टी वाले दलों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है। यूपी-बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड आदि तमाम राज्यों में कांग्रेस और वहां के विपक्षी स्थानीय दलों को उदय की यह टिप्पणी बैकफुट पर डाल सकती है। यही वजह है कि आम आदमी पार्टी, कांग्रेस समेत कई दलों ने सनातन वाले बयान से किनारा भी कर लिया, लेकिन चूंकि डीएमके इंडिया गठबंधन में है और तमिलनाडु में कांग्रेस और डीएमके की सरकार चल रही है तो बीजेपी इस मुद्दे के जरिए इंडिया अलायंस पर हमला बोलती रहेगी। इससे यूपी में समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, उत्तराखंड में कांग्रेस, बिहार में आरजेडी, जेडीयू, मध्य प्रदेश में कांग्रेस, दिल्ली में आम आदमी पार्टी आदि को लोकसभा चुनाव में सीटों के लिहाज से बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है।
    Credit - लाइव हिन्दुस्तान

  • दिल्ली: CISF कॉन्सटेबल ने वेलकम मेट्रो स्टेशन के वॉशरूम में खुद को मारी गोली, मौत

    दिल्ली: CISF कॉन्सटेबल ने वेलकम मेट्रो स्टेशन के वॉशरूम में खुद को मारी गोली, मौत

  • दिल्ली: शकूर बस्ती में रेलवे ने 70 झुग्गियों पर चलाया बुलडोजर, लोगों ने कहा नहीं दिया था नोटिस

  • Gurugram: ऑटो पार्ट बनाने वाली कंपनी में लगी भीषण आग, फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर मौजूद

एंटरटेनमेंट

  • अमेरिका से आकाश और समंदर का 'गार्जियन' खरीदेगा भारत

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय अमेरिका के दौरे पर हैं. उन्होंने QUAD समिट में शिरकत की. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ एक अहम द्विपक्षीय भी की. इस बैठक में दोनों नेताओं ने वैश्विक और रणनीतिक गठबंधन को और मजबूत करने पर बात की. भारत ने अमेरिका से आकाश और समुद्र की सुरक्षा के लिए एमक्यू-9बी गार्जियन ड्रोन खरीदा है, जो कि मेगा डील में शामिल है.
    खासतौर पर रक्षा सहयोग पर केंद्रित इस बैठक में दोनों नेताओं ने कई अहम समझौतों पर चर्चा की, जो भारत-अमेरिका की शांति और सुरक्षा को मजबूत करेंगे. 7 पॉइंट में जानें मीटिंग में किन मुद्दों पर हुई बातचीत?
    1. MQ-9B ड्रोन की खरीदारी: पीएम मोदी के साथ बैठक में राष्ट्रपति बाइडेन भारत द्वारा द्वारा 31 MQ-9B ड्रोन की खरीदारी के लिए सराहना की. इन एडवांस्ड ड्रोन्स से भारत की इंटेलिजेंस, सर्विलांस, और रिकोनाइसेंस (ISR) क्षमताओं में वृद्धि होगी. इनमें 16 ड्रोन्स स्काई गार्डियन (हवाई सुरक्षा के लिए) और सी गार्डियन (समुद्री सुरक्षा के लिए) हैं. इस कदम से भारत के सुरक्षा बलों को धरती, समुद्र और वायु क्षेत्र में मजबूत करने में मदद मिलेगी.
    2. सेमीकंडक्टर प्लांट: प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ने कोलकाता में एक नए सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट स्थापित करने पर चर्चा की, जिसका दोनों देशों के बीच नेशनल सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए एडवांस्ड सेंसिंग, कम्युनिकेशन और नेक्स्ट जेनरेशन के टेलीकम्युनिकेशन और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने पर फोकस है. पीएम मोदी ने कहा कि इस कदम से भारत को सेमी, थर्डटेक और यूएस स्पेस फोर्स के बीच रणनीतिक टेक साझेदारी से सक्षम किया जाएगा.
    3. एडवांस्ड मिलिट्री सिस्टम का को-प्रोडक्शन: दोनों नेताओं ने इंडिया-अमेरिका डिफेंस इंडस्ट्रियल कोऑपरेशन रोडमैप को सराहा. इस रोडमैप के तहत जेट इंजन, गोला-बारूद और ग्राउंड मोबिलिटी सिस्टम जैसे भारी एक्वीपमेंट्स और हथियारों का निर्माण किया जाता है. इस अहम सहयोग में लिक्विड रोबोटिक्स और भारत के सागर डिफेंस इंजीनियरिंग, मेरिटाइम सुरक्षा को बढ़ाने के लिए मानवरहित सतही वाहनों के प्रोडक्शन पर भी जोर दिया जाएगा.
    4. MRO इकोसिस्टम: भारत में रक्षा संबंधी उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए पीएम मोदी ने MRO सेक्टर यानी कि मेंटेंनेंस, रिपेयर और ओवरहॉलिंग क्षेत्र में जीएसटी की दरों को 5 फीसदी कर दिया है. इससे इस क्षेत्र में अमेरिकी कंपनियों के आने की उम्मीद है. अमेरिकी कंपनियों ने भारत में MRO सेक्टर में बदलाव का वादा किया है. अमेरिकी कंपनियां मानव रहित यान की मरम्मत की सुविधा भारत में विकसित करने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश करना चाहती है.
    5. C-130J सुपर हरक्यूलिस एग्रीमेंट: लॉकहीड मार्टिन और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स ने भारत में C-130J सुपर हरक्यूलिस विमान के लिए MRO सुविधा स्थापित करने के लिए एक ऐतिहासिक समझौता हुआ है. यह न सिर्फ भारतीय फ्लीट के लिए सपोर्टिव होगा, बल्कि इससे एयरक्राफ्ट के ग्लोबल ऑपरेटर्स की जरूरतों को भी पूरा करेगा. मसलन, इससे आत्मनिर्भरता आएगी.
    6. INDUS-X के इनोवेशन एंड कोलेबोरेशन: 2023 में शुरू की गई इंडिया-यूएस डिफेंस एक्सलरेशन इकोसिस्टम (INDUS-X) ने सरकारों, व्यवसायों और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग को बढ़ावा दिया है, और दोनों नेताओं ने बैठक में इसे और बढ़ाने का वादा किया है. हाल ही में सिलिकन वैली में आयोजित INDUS-X समिट से भारत के iDEX (Innovations for Defence Excellence) और यूएस डिफेंस इनोवेशन यूनिट (DIU) में सहयोग को बढ़ावा मिला है.  इस क्षेत्र में दोनों देशों के बीच पार्टनरशिप एक ट्रिलियन डॉलर का है, और भारतीय कंपनियां अंडर सी कम्युनिकेशन और मेरिटाइम आईएसआर टेक्नोलॉजी पर काम कर रही हैं.
    7. द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास और लायजन ऑफिसर्स: प्रधानमंत्री मोदी और जो बाइडेन जॉइंट मिलिट्री एक्सरसाइज की जरूरतों को समझते हैं. भारत द्वारा अब तक आयोजित किए गए सबसे बड़े द्विपक्षीय, ट्राई-सर्विस एक्सरसाइज TIGER TRIUMPH 2024 से इस दिशा में सहयोग को और गहरा करने की जरूरत महसूस हुई. इनके अलावा दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका के बीच लायजन ऑफिर्स तैनात करने के फैसले का भी स्वागत किया, जिससे रियल-टाइम कोलेबोरेशन, खासतौर से यूएस स्पेशल कोऑपरेशन कमांड (SOCOM) को बढ़ाया जाएगा.
    8. साइबर स्पेस डिफेंस कोऑपरेशन: दोनों नेताओं ने एडवांस डिफेंस क्षेत्र सहति साइबर एंड स्पेस क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की. नवंबर 2024 में आयोजित होने वाले साइबर एंगेजमेंट में थ्रेट इन्फोर्मेशन शेयरिंग, साइबर सिक्योरिटी ट्रेनिंग और क्रिकिटकल इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोटेक्शन पर फोकस रहेगा. इनके अलावा मई 2024 में आयोजित किए गए यूएस-इंडिया एडवांस्ड डोमेंस डिफेंस डील में डिफेंस क्षेत्र में कई बड़े एक्सरसाइज पर फोकस था, जिससे स्पेस सिक्योरिटी क्षेत्र को बढ़ावा मिला है. 
    साभार आज तक

  • श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनाव में लेफ्टिस्ट दिसानायके होंगे नए प्रेसिडेंट

    कोलंबो. श्रीलंका के आम चुनावों में निवर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को वामपंथी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके हाथों बड़े उलटफेर का सामना करना पड़ा है. दिसानायके ने धमाकेदार जीत दर्ज की है और वह श्रीलंका के अगले राष्ट्रपति होंगे. श्रीलंका में देश के 10वें राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए 21 सितंबर को मतदान हुआ था और वोटों की गिनती कल शाम 5 बजे के बाद शुरू हुई. 1 करोड़ 70 लाख मतदाताओं में से करीब 75 फीसदी ने राष्ट्रपति चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया. नवंबर 2019 में हुए पिछले राष्ट्रपति चुनाव में हुए 83 प्रतिशत मतदान रिकॉर्ड किया गया था.
    श्रीलंका के चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक वामपंथी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके 52% वोट के साथ राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज करने के करीब हैं. निवर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे 16 फीसदी वोटों के साथ तीसरे स्थान पर चल रहे हैं. साजिश प्रेमदासा 22 फीसदी वोट के साथ दूसरे स्थान पर हैं. प्रेमदासा एक बार फिर मुख्य विपक्षी नेता की भूमिका में दिखेंगे. बता दें कि 2022 के आर्थिक संकट के बाद श्रीलंका में यह पहला चुनाव है.
    दिसानायके ने नेशनल पीपुल्स पावर (NPP) गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, जिसमें उनकी मार्क्सवादी-झुकाव वाली जनता विमुक्ति पेरेमुना (JVP) पार्टी भी शामिल है. बता दें कि 2022 के आर्थिक संकट के बाद श्रीलंका में गोटबाया सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर जन विद्रोह हुआ था. प्रदर्शनकारी कोलंबो में राष्ट्रपति भवन में घुस गए थे, जिसके बाद गोटबाया राजपक्षे को देश छोड़कर भागना पड़ा था. इस मुश्किल घड़ी में रानिल विक्रमसिंघे ने देश की बागडोर संभाली थी.
    साभार आज तक

     

  • अमेरिका ने भारतीय संस्कृति से जुड़ी 297 नायाब चीजें लौटाई, PM मोदी ने जताया आभार

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे पर एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। अमेरिका में भारतीय संस्कृति से जुड़ी 297 ऐसी नायाब वस्तुएं लौटा दी हैं जो कि तस्करी के जरिए देश से बाहर चली गई थीं। कीमती और प्राचीन वस्तुओं की चोरी और तस्करी लंबे समय से गंभीर समस्या रही है। 2014 के बाद से भारत को विदेश से लगभग 640 धरोहर वापस मिल चुकी हैं।
    प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर राष्ट्रपति बाइडेन का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि अवैध तस्करी के खिलाफ लड़ाई और सांस्कृतिक संबंध और मजबूत हो रहे हैं। 297 नायाब कलाकृतियों को लौटाने के लिए हम राष्ट्रपति जो बाइडेन और अमेरिका सरकार के आभारी हैं।
    इससे पहले भी पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के समय कई प्रचीन वस्तुएं सौंपी गई थीं। 2021 में जब पीएम मोदी अमेरिका गए थे तो उन्हें 157 चीजें मिली थीं। इसमें 12वीं शताब्दी की नटराज की मूर्ति भी शामिल थी। 2023 में पीएम मोदी के दौरे के बाद अमेरिका ने 105 वस्तुएं भारत को लौटाई थीं। इस तरह अकेले अमेरिका से ही अब तक 578 प्राचीन और बेशकमीती वस्तुएं भारत को वापस मिल चुकी हैं।
    अमेरिका के अलावा यूके से 16 और ऑस्ट्रेलिया से 14 कलाकृतियां वापस प्राप्त की गई हैं। वहीं 2004 से 2013 तक केवल एक ही कलाकृति भारत को विदेश से मिल पाई थी। जुलाई 2024 में 46वीं वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी से इतर नई दिल्ली में अमेरिका और भारत के बीच कल्चरल प्रॉपर्टी अग्रीमेंट पर साइन किए गए थे। इस समझौते के मुताबिक सांस्कृतिक वस्तुओं की अवैध तस्करी पर विराम लगाने के प्रयास किए जाएंगे।
    पिछले 10 साल से भारत ने अपने प्राचीन 'खजाने' को वापस पाने के लिए सार्थक प्रयास किए हैं और उसका प्रभाव दिखाई भी दे रहा है। सूत्रों का कहना है कि वैश्विक नेताओं के साथ प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तिगत संबंधों की वजह से भारत की धरोहर को वापस लाने में मदद मिली है। तस्करी के जरिए विदेश पहुंच गईं कलाकृतियां और मूर्तियां भारत की पुरातन संस्कृति से जुड़ी हुई हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • धारावी में मस्जिद का अवैध हिस्सा ढहाने पहुंची बीएमसी की टीम,  भारी पुलिसबल तैनात

    मुंबई। मुंबई के सबसे बड़े स्लिम इलाके धारावी में मस्जिद के एक अवैध हिस्से कि ढहाने बीएमसी टीम पहुंची है। सुरक्षा के लिहाज से बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई है। टीम पहुंचने के बाद इस इलाके में माहौल तनावपूर्ण हो गया है। मुस्लिम समुदाय बीएमसी के ऐक्शन का विरोध कर रहे हैं और नारेबाजी कर रहे हैं। मस्जिद के अवैध हिस्से को तोड़ने का नोटिस पहले ही भेज दिया गया था। जानकारी के मुताबिक किसी संगठन या मस्जिद की तरफ से नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया गया था।
    रिपोर्ट्स के मुताबिक बीएमसी की टीम पहुंचने के बाद ही बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होने लगे। इसके बाद नारेबाजी शुरू हो गई और कुछ लोग सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद बीएमसी की टीम ने कुछ लोगों को पुलिस स्टेशन बातचीत के लिए बुलाया। कुच लोग बात करने के लिए थाने पहुंचे हैं।
    धारावी के 90 फीट रोड पर यह 25 साल पुरानी मस्जिद मौजूद है। मुस्लिम समुदाय का कहना है कि यह मस्जिद काफी पुरानी है। इसके अलावा यहां सड़कों पर नमाज पढ़ने पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद प्रार्थना स्थल की जरूरत है। इस मस्जिद से किसी का कोई निजी फायदा नहीं होता है। मस्जिद का नाम महबूब-ए-सुबानिया मस्जिद है।
    धारावी में बढ़ते बवाल को देखकर कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की। मिलिंद देवड़ा भी उनके साथ मौजूद थे। दोनों ने इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने कहा कि बीएमसी का कार्रवाई रोकने का आदेश दिया जाए।
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  • पश्चिम बंगाल सरकार ने झारखंड सीमा सील करने का आदेश वापस लिया

    रांची। पश्चिम बंगाल सरकार ने झारखंड सीमा सील करने का आदेश शुक्रवार देर शाम करीब 24 घंटे बाद वापस ले लिया। इसके बाद मैथन समेत जमशेदपुर, दुमका, जामताड़ा, पाकुड़ और बोकारो से लगी सीमाएं खोल दी गईं और वाहनों का परिचालन शुरू हो गया है। हालांकि बहरागोड़ा और पटमदा बॉर्डर और दुमका के दुमका-सिउड़ी मुख्य पथ के महेशखला बॉर्डर और शिकारीपाड़ा-रामपुरहाट बॉर्डर से अभी वाहनों को छोड़ने की सूचना नहीं मिली है। इससे पहले सीमा सील रहने के कारण झारखंड से गुजरने वाले हजारों वाहन बॉर्डर पर फंसे रहे।
    मैथन, पंचेत और तेनुघाट डैमों से पानी छोड़ने से नाराज बंगाल ने शुक्रवार शाम से झारखंड के सभी प्रवेश द्वारों को सील कर दिया था। खबर लिखे जाने तक मैथन टोल प्लाजा से निरसा तक लंबा जाम लगा हुआ था। जाम को देख भारी वाहनों को तोपचांची और धनबाद में ही रोका जा रहा था। बहरागोड़ा में जाम से सड़क के दोनों किनारे 10 हजार से ऊपर वाहन फंसे हुए थे। यहां रात 11.45 बजे जाम खुला। पटमदा सीमा पर भी वाहनों की 16 किमी लंबी कतार लगी थी। सीमा खोलने से पहले शुक्रवार दोपहर बाद मैथन में लोगों ने बंगाल से झारखंड आने वाले वाहनों को भी रोक दिया था। इससे स्थिति और बिगड़ रही थी।
    वाहनों में लदे फल और सब्जी बेकार होने लगे थे। बिहार, यूपी , एमपी, पंजाब, गुजरात, दिल्ली, झारखंड के अलावा अन्य राज्यों का वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी। अभी जो वाहन जाम में फंसे हैं उनमें ज्यादातर में खाद्य सामग्री है। फल, सब्जियां सड़ रही हैं। कुछ वाहनों में भेड़ और बकरियां भी लदी हैं, उनकी हालत ज्यादा खराब है। कुछ ट्रकों में मैदा, आटा, चीनी, कोयला और शाल पत्ता आदि लदा है। वाहन चालकों को भोजन-पानी की परेशानी हो रही है।
    प. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है कि उनकी सरकार दामोदर वैली कॉर्पोरेशन (डीवीसी) के साथ सभी समझौतों को रद्द कर देगी, क्योंकि झारखंड के एकतरफा पानी छोड़ने के कारण दक्षिण बंगाल के जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। पत्र में तबाही से निपटने के लिए केंद्रीय निधि जारी करने का अनुरोध किया है।बहरागोड़ा के समीपबंगाल की सीमा चिचड़ा के सील होने एनएच-49 पर 20 किमी लंबा जाम 11.45 बजे रात खुला।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नौवीं बार अमेरिका दौरे पर जा रहे

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर अमेरिका दौरे के लिए रवाना होने वाले हैं. बतौर पीएम वह अब तक 8 बार अमेरिका का दौरा कर चुके हैं और अब नौवीं यात्रा करने वाले हैं. विदेश मंत्रालय (एमईए) ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 से 23 सितंबर तक अमेरिका के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी क्वाड नेताओं के चौथे शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जो 21 सितंबर को डेलावेयर के विलमिंगटन में आयोजित होगा. यह सम्मेलन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की मेजबानी में होगा.
    पीएम मोदी के इस दौरे के बीच भारतीय प्रधानमंत्रियों के इतिहास पर नजर डालते हैं तो मिलता है कि पहले पीएम रहे जवाहर लाल नेहरू अपने कार्यकाल के दौरान 4 बार अमेरिका की यात्रा पर गए थे. मोदी और उनके पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह सहित अब तक कुल 9 भारतीय प्रधानमंत्रियों ने आधिकारिक रूप से अमेरिका का दौरा किया है. पीएम रहे मनमोहन सिंह ने 8 बार अमेरिका की यात्रा की, जबकि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 4 बार अमेरिका का दौरा किया. वहीं, अटल बिहारी वाजपेयी भी 4 बार अमेरिका का दौरा कर चुके हैं. इसके अलावा पीएम रही इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने (3 बार), पी.वी. नरसिम्हा राव (2 बार), और मोरारजी देसाई व आई.के. गुजराल 1-1 बार अमेरिका के दौरे पर जा चुके हैं.
    साभार आज तक 

  • कांग्रेस में फिर खटपट की अटकलें, कुमारी शैलजा ने प्रचार अभियान से बनाई दूरी

    हरियाणा विधानसभा के चुनावी मैदान से बाहर कांग्रेस दिग्गज कुमारी शैलजा प्रचार अभियान से भी गायब चल रही हैं। खबरें हैं कि हरियाणा कांग्रेस के नेता सिरसा सांसद की लंबे वक्त से गैरमौजूदगी पर चिंता जाहिर कर रहे हैं। हालांकि, पार्टी ने इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। साथ ही शैलजा का भी इसे लेकर बयान सामने नहीं आया है। राज्य में 5 अक्टूबर को मतदान होना है।
    ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस नेता प्रचार अभियान से शैलजा की दूरी पर चिंता जाहिर कर रहे हैं। हालांकि, अब तक इसकी वजह साफ नहीं है। एक ओर जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और रोहतक सांसद दीपेंद्र हुड्डा प्रचार में जुटे हुए हैं। वहीं, शैलजा जमीन से गायब हैं। कहा जा रहा है कि इसके चलते उन उम्मीदवारों के प्रचार पर भी असर पड़ रहा है, जिन्हें वह टिकट दिलाने में सफल हुई हैं। साथ ही माना जा रहा है कि इससे राज्यभर में पार्टी के प्रचार पर असर पड़ सकता है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पाकिस्तानी रक्षा मंत्री बोले- 370 की बहाली पर पाकिस्तान कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ

    नई दिल्ली. कश्मीर में चुनाव के बीच पाकिस्तान द्वारा कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस का समर्थन करने से सियासत गरमा गई है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि 370 की बहाली पर पाकिस्तान कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ है. जियो टीवी को दिए एक इंटरव्यू में ख्वाजा आसिफ ने कहा कि हम अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस गठबंधन के रुख से सहमत हैं.
    पाकिस्तानी के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर ने अपने कार्यक्रम 'कैपिटल टॉक' में ख्वाजा आसिफ से सवाल पूछा कि शेख अब्दुल्ला और नेहरू ने 370 और 35A तय किया था. अब ये दोनों पार्टियां नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस इलेक्शन में कह रही हैं कि अगर हम जीत गए तो 35 ए और 370 की सस्पेंशन को खत्म कर देंगे. आपको लगता है ये संभव है?
    इस पर पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा, 'मेरा खयाल है कि ये संभव है. कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस दोनों की ही महत्वपूर्ण मौजूदगी है. इस इश्यू पर मुझे लगता है कि वादी यानि कश्मीर घाटी की जनता बहुत मोटिवेट हुई है, वादी के बाहर भी. बहुत चांस है कि वह सत्ता में आएं. उन्होंने  स्टेटस रिस्टोर होना चाहिए, इसे इलेक्शन का मुद्दा बनाया हुआ है. अगर  स्टेटस रिस्टोर हुआ तो, मैं समझता हूं कि कश्मीरी लोगों को जो जख्म मिला है उसमें कुछ मरहम लगेगा.'
    साभार आज तक

  • यूक्रेन ने इतना भयावह हमला किया कि रूस में आ गया भूकंप, 6 किमी तक फैल गई आग

    यूक्रेन ने रूस के अंदर इतना भयावह हमला किया है कि भूकंप आ गया। करीब 6 किलोमीटर तक आग फैल गई। आस-पास के लोगों को इलाके से भागना पड़ा। यूक्रेन ने ड्रोन अटैक में रूस के बड़े हथियार डिपो को नष्ट कर दिया है। डिपो में आग से इतनी तबाही मच गई, कई बैलिस्टिक मिसाइलें, हथियार और गोला-बारूद नष्ट हो गए। धमाके इतने जोरदार थे कि नासा के उपग्रहों ने रूस के उस एरिया में भूकंप की सूचना दे दी। इलाके में रूसी लोगों को भूकंप के झटके महसूस हुए।
    यूक्रेन ने एक बार फिर रूस को निशाना बनाया है। यूक्रेनी हमलों के वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आए हैं। यूक्रेन ने बुधवार को पश्चिमी रूस में टोरोपेट्स शहर में रूस के हथियार डिपो पर ड्रोन से हमला किया। हमला इतना भयावह था कि आग की लपटें 6 किलोमीटर तक फैल गई। यूक्रेन ने इस हमले से एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह रूस में घुसकर उसकी धरती को भी दहला सकता है। कुछ महीने पहले यूक्रेन ने रूस के कुर्स्क शहर में कई किलोमीटर तक कब्जा कर लिया था। कुर्स्क शहर में भी यूक्रेनी लड़ाकों के आगे रूसी सेना संघर्ष करती नजर आई।
    शस्त्रागार को निशाना बनाकर किए गए यूक्रेनी ड्रोन हमले के कारण इलाके में 6 किलोमीटर तक आग फैल गई। जिसके कारण पश्चिमी रूस में आंशिक रूप से लोगों को खाली कराना पड़ा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के उपग्रहों ने भी यूक्रेनी हमलों के बाद रूस के उस इलाके में भूकंप की रिपोर्ट दी। शुरुआती घंटों में एरिया पर लगभग 14 वर्ग किलोमीटर (5 वर्ग मील) के क्षेत्र में भूकंप महसूस हुआ। भूकंप निगरानी स्टेशनों ने भी रिपोर्ट किया कि क्षेत्र में एक छोटा भूकंप महसूस किया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • राज ठाकरे ने सरकार पर कसा तंज, कहा-  पहले निकाय के ही चुनाव करा लें

    मुंबई। एक देश एक चुनाव वाली रामनाथ कोविंद समिति की रिपोर्ट को मोदी सरकार की कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट ने समिति की सिफारिशों पर मुहर लगाई। अब इसे विधेयक के तौर पर शीत सत्र में लोकसभा और राज्यसभा में पेश करने की तैयारी है। इसके अलावा समाज के अलग-अलग वर्गों से भी इस मसले पर राय ली जाएगी। इस बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता राज ठाकरे ने सरकार पर तंज कसा है। राज ठाकरे ने कहा है कि यदि केंद्र सरकार 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' कराने को लेकर इतनी चिंतित है तो उसे पहले महाराष्ट्र में नगर निकायों के चुनाव कराने चाहिए।
    महाराष्ट्र में बीएमसी सहित कई नगर निकायों के चुनाव लंबित पड़े हैं। राज ठाकरे ने बुधवार को सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'अगर चुनावों को इतना महत्व दिया ही जा रहा है तो पहले नगर निकाय के चुनाव कराएं।' उन्होंने कहा कि कई नगर निकाय ऐसे हैं जो लगभग चार साल से प्रशासकों के अधीन संचालित हो रहे हैं। मनसे प्रमुख ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एक उच्च स्तरीय समिति द्वारा एक साथ चुनाव कराने की सिफारिश को मंजूरी तो दे दी है, लेकिन उसे राज्यों के विचारों पर भी गौर करना चाहिए।
    उन्होंने यह भी सवाल किया कि यदि कोई राज्य सरकार गिर जाए या विधानसभा भंग हो जाए या देश में मध्यावधि लोकसभा चुनाव हो जाएं तो इस स्थिति में क्या किया जाएगा। बता दें कि एक देश एक चुनाव के लिए संविधान में 18 संशोधनों की बात की जा रही है। खासतौर पर निकाय चुनाव भी साथ में कराने के लिए देश के आधे राज्यों की विधानसभाओं से मंजूरी लेनी होगी। वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने कैबिनेट के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यह देश में ऐतिहासिक चुनाव सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आतिशी 21 सितंबर को दिल्ली की मुख्यमंत्री पद की लेंगी शपथ

    नई दिल्ली। आतिशी 21 सितंबर को दिल्ली की मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। उनके साथ अन्य मंत्री भी शपथ लेंगे। अरविंद केजरीवाल ने बीते मंगलवार की शाम को एलजी को अपना इस्तीफा सौंपा था और आतिशी ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था। 
    आम आदमी पार्टी ने एक बयान में कहा कि आतिशी 21 सितंबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी, उनके साथ अन्य मंत्री भी शपथ लेंगे। बता दें कि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सरकार के गठन के प्रस्ताव के साथ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजा था।
    इससे पहले मंगलवार अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने से पहले अपने उत्तराधिकारी के तौर पर आतिशी को चुना। मंगलवार शाम राजनिवास पहुंचे केजरीवाल ने केजरीवाल ने एलजी का सौंपा। साथ में आतिशी ने नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। उपराज्यपाल ने दोनों प्रस्तावों को बुधवार मंजूरी के लिए राष्ट्रपति को भेज दिया। इसमें 21 सितंबर को आतिशी को शपथ दिलाने का प्रस्ताव भी एलजी ने राष्ट्रपति को दी। यह फाइल केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी भेजी गई।
    राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने के बाद आतिशी शनिवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगी। राज निवास सूत्रों के अनुसार, एलजी ने स्वेच्छा से शपथ दिलाने की तारीख तय की है। इसके लिए अरविंद केजरीवाल व आतिशी ने उनको कोई सुझाव नहीं दिया था।
    तकनीकी रूप से मुख्यमंत्री के इस्तीफा देने पर पूरा मंत्रिमंडल भंग माना जाता है। इस वजह से आतिशी के साथ ही उनका पूरा मंत्रिमंडल शपथ लेगा। इस मंत्रिमंडल में कुछ नये विधायक जुड़ेंगे तो कुछ पुरानी मंत्रियों को शामिल किया जाएगा। मंत्रियों के नाम और उनके विभाग तय करने का अधिकार मुख्यमंत्री का ही होगा। सूत्र बताते हैं कि केजरीवाल कैबिनेट के मंत्री आतिशी की कैबिनेट में शामिल होंगे। वहीं, न्यूनतम दो नए चेहरे भी कैबिनेट में दिखेंगे। आतिशी के साथ उनके कैबिनेट सहयोगी भी शपथ ले सकते हैं। इसके बाद 26 और 27 सितंबर को दिल्ली विधानसभा का सत्र बुलाया जा सकता है। जहां विश्वास मत भी पेश किया जा सकता है। साथ ही विधायी प्रक्रिया पूरी की जाएगी और दिल्ली से जुड़े मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।
    साभार अमर उजाला

  • नितिन गडकरी ने ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के रखरखाव पर जताई नाराजगी, बोले- रोड बहुत बना लिए, अब खराब काम करने वालों को हटाना है

    नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के रखरखाव पर नाराजगी जाहिर करते हुए मंच से अफसरों को फटकार लगाई है। उन्होंने कहा कि उन्होंने रोड बहुत बना लिए हैं अब खराब काम करने वाले लोगों को सिस्टम से बाहर करना है। नितिन गडकरी ने मंगलवार को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के दुहाई इंटरचेंज पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि अच्छा काम करने वालों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
    पेरिफेरल रोड पर मैं बहुत दिनों के बाद आया हूं। हमारे रोड का काम बहुत हुआ है, अब मेरी इच्छा है कि मेरे हाथ से बहुत लोग रिटायर हों, काम ना कर पाएं। कुछ कॉन्ट्रैक्टर ब्लैकलिस्टेड हों, कुछ की बैंक गारंटी जब्त हो। आज देखा मैंने रोड, बहुत गंदा मैंटेनेंस था। हम आपको छोड़ेंगे नहीं। जो गंदा काम करेंगे उनकी बैंक गारंटी जब्त करने के बाद हम उनको ब्लैक लिस्ट कर देंगे। उनको टेंडर भरने नहीं देंगे।'
    गडकरी ने कहा कि हम कुछ अवॉर्ड शुरू करेंगे, जिन्होंने प्लांटेशन अच्छा किया है, उस एजेंसी को हर साल पुरस्कार देंगे। जो अच्छा काम करेगा उसको पुरस्कार मिलेगा और जो गंदा काम करेगा उसे सिस्टम से बाहर करेंगे। उसे टिकने नहीं देंगे। हमने अभी सभी टॉयलेट की भी जांच करने को भी कहा है। जो अच्छा काम नहीं करेगा, भले ही विदेशी कंपनी हो उसे ब्लैकलिस्ट करेंगे। जो अच्छा काम करेंगे उन्हें पुरस्कार देंगे, माला पहनाएंगे और सर्टिफिकेट देंगे।
    केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह और उनके राज्यमंत्री अब सड़कों की जांच के लिए निकलेंगे और खराब काम करने वालों को बाहर किया जाएगा। मंत्री ने कहा,'रोड का रिकॉर्ड बहुत हो गया। अब हम विश्व का सबसे बड़ा रोड नेटवर्क बन गए। अब हमें लोगों को रिटायर करना, सस्पेंड करना, ब्लैकलिस्ट करना, टर्मिनेट करने का रिकॉर्ड बनाना है। मेरी बात को गंभीरता से लो। मैंने अपने राज्यमंत्री को कहा है कि हर रोड पर घूमो, मैं भी घूमूंगा। जो अच्छा काम करेगा उसे सम्मान मिलेगा और जो बुरा काम करेगा उसे सिस्टम से बाहर निकाला जाएगा।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पहली बार तेज प्रताप भी तलब, कोर्ट ने कहा- उनकी संलिप्तता से इनकार नहीं कर सकते

    नई दिल्ली। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके दोनों बेटों तेज प्रताप और तेजस्वी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। तीनों को कोर्ट ने नौकरी के बदले जमीन से जुड़े घोटाले मामले में तलब किया है। घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अन्य आरोपियों को भी तलब किया गया है। कोर्ट ने सभी को सात अक्तूबर को पेश होने के लिए कहा है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छह अगस्त को 11 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था, जिनमें से चार की पहले ही मौत हो चुकी है। 
    दरअसल, दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने लालू, तेजस्वी और अन्य आरोपियों को समन जारी किया है। कोर्ट ने अखिलेश्वर सिंह और उनकी पत्नी किरण देवी को भी समन भेजा है। कोर्ट ने कहा कि तेज प्रताप यादव की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है। वह एके इंफोसिस लिमिटेड के निदेशक भी थे। उन्हें भी जमन जारी किया गया है।
    आरोप है कि रेलवे मंत्री रहते हुए लालू यादव इस घोटाले में शामिल थे। यह घोटाला 2004 से 2009 के बीच किया गया था, जहां कई लोगों को रेलवे के विभिन्न जोनों में ग्रुप-डी के पदों पर नौकरियां दी गई थीं। बदले में इन लोगों ने अपनी जमीन तत्कालीन रेलवे मंत्री लालू यादव के परिवार के सदस्यों और एक संबंधित कंपनी एके इंफोसिस्टम के नाम कर दी थी। घोटाले का आरोप यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहे पवन बंसल के भांजे विजय सिंगला पर भी लगा है। मामले में भी सीबीआई ने विजय सिंगला समेत 10 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इस मामले में विजय सिंगला पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप है।
    साभार अमर उजाला

  • पेजर अटैक में ईरान के राजदूत की गई एक आंख, लेबनानी सांसद के बेटे की मौत

    नई दिल्ली. लेबनान और सीरिया में पेजर एक बड़ी तबाही लेकर आया. बीप, बीप और बीप की आवाज और फिर जोरदार आवाज के साथ विस्फोट में किसी को हाथ गंवाने पड़े तो किसी को पैर. इस पेजर ब्लास्ट में लेबनान में ईरान के राजदूत को अपनी एक आंख गंवानी पड़ी जबकि लेबनान के एक सांसद के बेटे की मौत हो गई.
    न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पेजर धमाके में लेबनान में ईरान के राजदूत मोजतबा अमानी की एक आंख नष्ट हो गई जबकि दूसरी आंख बुरी तरह से जख्मी है. 
    ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के सदस्यों ने बताया कि इस धमाके में अमानी की आंखों को नुकसान पहुंचा है. उन्हें इलाज के लिए तेहरान के अस्पताल ले जाया गया है. 
    इस घटना के वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि अमानी लेबनान की सड़कों पर हैं. उनकी शर्ट पूरी तरह से खून में सनी हुई है और उनकी आंखें क्षतिग्रस्त नजर आ रही हैं. 
    वहीं, पेजर अटैक में लेबनान के एक सांसद के बेटे की भी मौत हो गई है. हिजबुल्लाह के एक अधिकारी ने रॉयटर्स से बताया कि हिजबुल्लाह के दो वरिष्ठ अधिकारियों के बेटे भी इस हमले में घायल हुए हैं. लेकिन वे खतरे से बाहर हैं.
    साभार आज तक

  • AAP सांसद संजय सिंह बोले- "अरविंद केजरीवाल एक हफ्ते में घर खाली कर देंगे"

    नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह ने अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने कहा, "अरविंद केजरीवाल एक हफ्ते में घर खाली कर देंगे. मुख्यमंत्री के तौर पर बहुत सारी सुविधाएं मिलती हैं, इस्तीफे के बाद अरविंद केजरीवाल ने सुविधाएं छोड़ने की बात कही है." उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे से दिल्ली की जनता गुस्से में है, लोग सवाल कर रहे हैं कि उन्हें इस्तीफा देने की क्या जरूरत थी.
    संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी 2 साल से अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने की कोशिश कर रही है. बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल को भ्रष्टाचारी कहा और उनकी ईमानदारी पर सवाल उठाए. कोई मोटी चमड़ी वाला नेता होता, तो कुर्सी से चिपका होता. उन्होंने आगे कहा कि जिस मामले में जमानत मिलना नामुमकिन होता है, उसमें अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी है.
    संजय सिंह ने कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे, तो भारतीय जनता पार्टी फ्री बिजली-पानी की सुविधा बंद कर देगी.
    साभार आज तक

  • कल उज्जैन पहुंचेगी राष्ट्रपति मुर्मू, महाकाल के दर्शन करेंगी

    उज्जैन। आखिर वह क्षण आने ही वाला है जिसके लिए प्रशासनिक अमला पिछले एक सप्ताह से तैयारी में जुटा हुआ है। इस कार्यक्रम के तहत रंगाई-पुताई और अन्य व्यवस्थाएं नगर में की जा रही हैं, ताकि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के उज्जैन आगमन के दौरान कोई कमी न रहे। प्रशासनिक कार्यक्रम के अनुसार, राष्ट्रपति पहले सफाई मित्र सम्मेलन में शामिल होंगी, फिर सिक्स लेन का भूमि पूजन करेंगी और उसके बाद बाबा महाकाल के दर्शन के लिए मंदिर रवाना होंगी।
    राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू कल गुरुवार (19 सितंबर) को इंदौर देवी अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट से प्रात: 9:50 बजे डीआरपी लाइन हेलीपेड उज्जैन पहुंचेंगी। इसके बाद राष्ट्रपति प्रात: 10:10 बजे ग्राम डेंडिया के होटल रूद्राक्ष परिसर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगी। यहां वे सफाई मित्र सम्मेलन और उज्जैन-इंदौर सिक्सलेन रोड के भूमिपूजन कार्यक्रम में भाग लेंगी। कार्यक्रम में स्वागत भाषण मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव देंगे। राष्ट्रपति इस अवसर पर स्वच्छता मित्रों को प्रमाण-पत्र वितरित करेंगी। इसके बाद राष्ट्रपति उज्जैन-इंदौर सिक्सलेन रोड का भूमिपूजन करेंगी। प्रात: 10:55 बजे मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल का उद्बोधन होगा। 
    राष्ट्रपति पूर्वाह्न 11:30 बजे ग्राम डेंडिया रूद्राक्ष होटल परिसर से श्री महाकालेश्वर मंदिर जाएंगी। वहां वे दर्शन और पूजा-अर्चना करेंगी। श्री महाकालेश्वर मंदिर के नंदी हॉल में उन्हें मंदिर प्रबंध समिति की ओर से स्मृति चिन्ह एवं प्रसाद भेंट कर सम्मानित किया जाएगा। इसके बाद महाकालेश्वर मंदिर परिसर में शिखर दर्शन और ओंकारेश्वर मंदिर में फोटो सेशन होगा। राष्ट्रपति दोपहर 12:10 से 12:20 बजे तक महाकाल लोक के मूर्तिकारों से संवाद करेंगी और दोपहर 12:20 से 12:30 बजे तक स्वच्छता ही सेवा के तहत श्री महाकालेश्वर मंदिर में स्वच्छता अभियान कार्यक्रम में शामिल होंगी। इस दौरान वे महाकाल महालोक का भ्रमण भी करेंगी। राष्ट्रपति दोपहर 12:30 बजे श्री महाकालेश्वर मंदिर से डीआरपी लाइन हेलीपेड पर दोपहर 12:40 बजे पहुंचेंगी और फिर 12:50 बजे उज्जैन से इंदौर देवी अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान करेंगी।
    साभार अमर उजाला

     

  • आतिशी बनेंगी दिल्ली की नई सीएम,  विधायकों ने प्रस्ताव पर खड़े होकर लगा दी अपनी मुहर

    नई दिल्ली। आतिशी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। अरविंद केजरीवाल के आवास पर विधायक दल की बैठक में खुद आम आदमी पार्टी के प्रमुख ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा जिस पर विधायकों ने खड़े होकर अपनी मुहर लगा दी। केजरीवाल के जेल जान के बाद सरकार की सबसे ताकतवर मंत्री के रूप में उभरीं आतिशी कालकाजी से पहली बार की विधायक हैं।
    दिल्ली की शिक्षा नीति बनाने में भी उनकी अहम भूमिका रही है। आतिशी को केजरीवाल और सिसोदिया दोनों का विश्वासपात्र माना जाता है। करीब 18 विभागों को संभाल रहीं आतिशी के पास अब प्रशासन का अच्छा अनुभव है। वह पार्टी के पक्ष को मजबूती से मीडिया के सामने रखती रही हैं। आतिशी को सीएम बनाकर केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव से पहले आधी आबादी को भी साधने की कोशिश की है। 
    कथित शराब घोटाले में कई महीनों तक जेल में रहने के बाद बाहर निकले केजरीवाल ने रविवार को इस्तीफे की घोषणा की थी। वह मंगलवार शाम एलजी वीके सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप देंगे। केजरीवाल ने कहा है कि वह तब तक दोबारा सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे जब तक चुनाव जीतकर जनता से ईमानदारी का सर्टिफिकेट हासिल नहीं कर लेते हैं।
    2020 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में 62 सीटें जीतकर लगातार तीसरी बार सरकार बनाई थी। केजरीवाल ने लगातार तीसरी बार राजधानी में मुख्यमंत्री का पद संभाला था। लेकिन 2021-22 में बनी शराब नीति को लेकर पार्टी मुश्किलों में घिर गई। पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, राज्यसभा सांसद संजय सिंह और खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल जाना पड़ा।
    केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी उनके खिलाफ आक्रामक थी और इस्तीफे का दबाव बनाती रही। केजरीवाल इस बात पर अड़े रहे कि वह जेल से ही सरकार चलाएंगे। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उन्होंने अचानक पद छोड़ने का ऐलान करके सबको चौंका दिया। 
    नए मुख्यमंत्री के ऐलान से पहले आम आदमी पार्टी ने साफ कर दिया है कि यह पद विधानसभा चुनाव तक के लिए दिया जा रहा है। अगले लोकसभा चुनाव में जीत मिली तो दोबारा केजरीवाल ही मुख्यमंत्री बनेंगे।  
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अमित शाह बोले- जल्द होगी जनगणना

    भारत में जल्द ही जनगणना होने जा रही है। मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी इसके संकेत दे दिए हैं। हालांकि, उन्होंने इस संबंध में तारीख को लेकर स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा है। साथ ही उन्होंने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर भी चर्चा की। हाल ही में खबरें आई थीं कि देश में सेंसस की तैयारियां चल रही हैं। साल 2011 के बाद से देश में जनगणना नहीं हुई है।
    जातिगत जनगणना को लेकर पूछे गए सवाल पर शाह ने कहा कि जब भी हम जनगणना का ऐलान करेंगे, तब सभी जानकारियां सार्वजनिक कर दी जाएंगी। दरअसल, इससे पहले साल 2021 में जनगणना होना था, लेकिन कोरोनावायरस महामारी के चलते प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी थी। जनगणना का पहला चरण 1 अप्रैल 2020 को शुरू किया जना था, लेकिन इसे टालना पड़ा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • खालिस्तानियों ने किया न्यूयॉर्क के स्वामी नारायण हिंदू मंदिर पर हमला!

    नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी इसी सप्ताह अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले हैं। इससे पहले न्यूयॉर्क के स्वामी नारायण मंदिर में तोड़फोड़ हुई है और वहां दीवारों पर भारत विरोधी नारे तक लिखे गए। पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे से ठीक पहले इस तरह की हरकत करने को एक संदेश के तौर पर देखा जा रहा है। ऐसे में एजेंसियों को संदेह है कि मंदिर में तोड़फोड़ के पीछे खालिस्तानी तत्वों का हाथ हो सकता है। न्यूयॉर्क स्थित भारतीय कौंसुलेट ने इस हमले पर चिंता जताई है। यह हमला भी उस न्यूयॉर्क शहर में ही हुआ है, जहां पीएम नरेंद्र मोदी का एक कार्यक्रम होने वाला है। यह इवेंट लॉन्ग आइलैंड में होना है।
    खासतौर पर मंदिर में हमला और भारत विरोधी नारे लिखना खालिस्तानी तत्वों की एक आदत रही है। सूत्रों का कहना है कि कई जगहों पर लॉन्ग आइलैंड इलाके में भी भारत विरोधी पोस्टर लगे देखे गए हैं। वहां रह रहे भारतीय मूल के लोगों ने भी इसकी पुष्टि की है। यह हमला 15 सितंबर की रात को न्यूयॉर्क के मेलविले स्थित स्वामी नारायण मंदिर में हुआ है। यह स्थान पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम वाली जगह से 26 किलोमीटर की दूरी पर है। प्रधानमंत्री 22 सितंबर को यहां भारतीय समुदाय को संबोधित करने वाले हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • जाति जनगणना कराएगी मोदी सरकार! आरएसएस की सहमति


    नई दिल्ली. बिहार देश का ऐसा पहला राज्य था, जहां जातिगत जनगणना कराई गई और फिर उसके आधार पर ही आरक्षण की सीमा को भी बढ़ा दिया गया। यह काम नीतीश कुमार की सरकार ने कराया था और अब वह भाजपा के साथ गठबंधन में हैं। केंद्र सरकार भी उनके सहयोग से चल रही है और राज्य में भी भाजपा और जेडीयू साथ हैं। कई बार जेडीयू की ओर से जातिगत जनगणना की मांग की जाती रही है। इसके अलावा चिराग पासवान ने भी पिछले दिनों ही डिमांड की थी। कांग्रेस, सपा, आरजेडी समेत देश के तमाम बड़े राजनीतिक दल यह मांग लगातार उठा रहे हैं।
    अब खबर है कि मोदी सरकार भी इस विकल्प पर विचार कर रही है। सरकारी सूत्रों का कहना है कि जनगणना के लिए काम शुरू हो चुका है और जल्दी ही इसकी प्रक्रिया का आधिकारिक ऐलान होगा। अभी सरकार इस बात को लेकर भी मानसिक रूप से तैयार है कि यदि जरूरी होगा तो जाति का कॉलम भी जनगणना के फॉर्म में दर्ज किया जाएगा। इस संबंध में भी जल्दी ही फैसला भी हो सकता है। कहा जा रहा है कि भाजपा नेतृत्व और मोदी सरकार का बदला हुआ रुख आरएसएस के स्टैंड के चलते भी है।
    हाल ही में आरएसएस की केरल में हुई बैठक के बाद संगठन ने जाति जनगणना के सवाल पर सकारात्मक जवाब दिया था। आरएसएस का कहना था कि हम जाति जनगणना के खिलाफ नहीं है। यदि सामाजिक योजनाएं बनाने में इससे कुछ फायदा मिलता हो तो यह होना चाहिए। लेकिन इसके जरिए सामाजिक विद्वेष पैदा करने या अपने राजनीतिक हितों को साधने की कोशिश नहीं होनी चाहिए।
    माना जा रहा है कि इस तरह संघ के रवैये को देखने के बाद अब सरकार भी जाति जनगणना के पक्ष में जा सकती है। बता दें कि जनगणना 2021 में ही शुरू हो जानी चाहिए थी, लेकिन कोरोना के चलते इसे टालना पड़ा था। अब संसद में महिलाओं को मिले 33 फीसदी आरक्षण को लागू करने के लिए भी जनगणना के आंकड़े जरूरी हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • केजरीवाल-सिसोदिया की मुलाकात में तय होगा दिल्ली का अगला CM चेहरा

    नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया सोमवार को अरविंद केजरीवाल के साथ मुलाकात करने जा रहे हैं। केजरीवाल की ओर से सीएम पद छोड़ने की घोषणा के एक दिन बाद यह मुलाकात होने जा रही है। केजरीवाल ने कहा है कि वह तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे जब तक जनता 'ईमानदारी का सर्टिफिकेट' नहीं देती।
    आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संजोयक ने यह भी साफ कर दिया कि उनकी तरह अगली चुनावी जीत तक मनीष सिसोदिया भी पद ग्रहण नहीं करेंगे। एक पार्टी पदाधिकारी ने सोमवार को कहा, 'सिसोदिया और केजरीवाल की आज मुलाकात होगी। केजरीवाल के फैसले के बाद दोनों नेताओं की पहली मुलाकात है। बैठक में अगले मुख्यमंत्री को लेकर चर्चा हो सकती है।' दोनों नेताओं की मुलाकात सिविल लाइंस एरिया में सीएम के आधिकारिक आवास में होगी।
    कथित शराब घोटाले में गिरफ्तारी के बाद महीनों तक जेल में रहकर जमानत पर निकले केजरीवाल ने कहा कि वह विधायकों के साथ बैठक करेंगे। उन्होंने कहा कि 2-3 दिन में विधायक दल की बैठक होगी और आम आदमी पार्टी से नए सीएम का चुनाव किया जाएगा। केजरीवाल की घोषणा के बाद इस बात की चर्चा छिड़ गई है कि दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन होगा। केजरीवाल सरकार की मंत्री आतिशी और गोपाल राय का नाम रेस में सबसे आगे बताया जा रहा है। चर्चा इस बात की भी है कि केजरीवाल की पत्नी सुनीता को भी यह जिम्मेदारी दी जा सकती है। मंत्री कैलाश गहलोत के नाम पर भी विचार किया जा सकता है, जो अभी तक विवादों से दूर रहे हैं। जाट नेता के सिर ताज सजाकर पार्टी हरियाणा में फायदे की कोशिश भी कर सकती है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • चौथै वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में चौथे वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन और एक्सपो (री-इनवेस्ट) का उद्घाटन किया। इस दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी भी मौजूद रहे।
    चौथै वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन में शामिल होने के लिए कई अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी गुजरात के गांधीनगर पहुंचे हैं। कार्यक्रम में शामिल होने गुजरात पहुंचे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने भी मुलाकात की।
    गांधीनगर में मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने कहा, "पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही है। पीएम मोदी के गुजरात मॉडल ने विभिन्न क्षेत्रों, खासकर ऊर्जा क्षेत्र में विकास सुनिश्चित किया है... इसके तहत गुजरात में कार्बन उत्सर्जन को कम करने के प्रयास में सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जल विद्युत ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है..." 
    दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के 'मैं 2 दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं' वाले बयान पर उन्होंने कहा, "यह एक ड्रामा है और अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट की ओर से उन पर लगाए गए प्रतिबंधों से अवगत हैं। वह जनता के बीच जाना चाहते हैं लेकिन वह एक हारी हुई लड़ाई की ओर बढ़ रहे हैं। जनता सब जानती है।"
    साभार अमर उजाला

  • चुनाव आयोग से हुई धांधली, पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान के हक में सुनाया फैसला

     इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने शहबाज शरीफ सरकार और चुनाव आयोग की 'धांधली' के खिलाफ बड़ा फैसला सुनाया। उच्चतम न्यायालय ने 8 फरवरी को हुए चुनाव के बाद आयोग के कार्यों पर अंसतोष जताया और सुरक्षित सीट के संबंध में इमरान खान की पार्टी के हक में फैसले को लागू करने का आदेश दिया। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग के प्रति नाराजगी जताई और कहा कि आयोग के इस कदम की कड़ी से कड़ी निंदा की जानी चाहिए। अगर पाकिस्तान सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का अक्षरश: पालन किया जाता है तो इमरान की पार्टी पीटीआई पाकिस्तान नेशनल असेंबली में सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है। सुरक्षित सीटों के जुड़ने से पीटीआई की ताकत और बढ़ जाएगी।
    शनिवार को पाकिस्तान की शीर्ष अदालत का यह आदेश प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए करारा झटका साबित हुआ। इससे तहरीक-ए-इंसाफ(पीटीआई) संसद के दोनों सदनों में सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी। सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने 15 जुलाई को पीटीआई को सुरक्षित सीट आवंटित करने के फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में समीक्षा याचिका दायर की थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • वंदे भारत ट्रेन पर पथराव, तोड़ डाले तीन कोच के शीशे, 5 गिरफ्तार

    महासमुंद. छत्तीसगढ़ के महासमुंद में वंदे भारत ट्रेन पर पथराव की खबर सामने आई है. यहां बागबाहरा रेलवे स्टेशन पर वंदेभारत ट्रेन पर पथराव किया गया जिसमें ट्रेन के तीन कोच C2-10 , C4-1,C9-78 के शीशे तोड़ डाले. सूचना मिलने पर रेलवे पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.  
    पांचों आरोपी बागबाहरा के रहने वाले है. आर पी एफ पुलिस रेलवे एक्ट 1989 के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को आज ही रेलवे कोर्ट में पेश करेगी.
    PF के अधिकारी परवीन सिंह ने बताया, 'कल वंदे भारत ट्रेन जो 16 तारीख से चलने वाली है, उसका ट्रायल रन था. वह महासमुंद से सुबह 7.10 पर निकली. 9 बजे के करीब बागबाहरा के पास में कुछ असमाजिक तत्वों ने चलती गाड़ी पर पथराव कर दिया. ट्रेन में हमारी सपोर्टिंग पार्टी हथियार के साथ थी. उन्होंने सूचना दी. सूचना के बाद तुरंत एक टीम गई और उसने जांच की और पांच आरोपी पकड़े गए. पांच आरोपियों के नाम शिव कुमार बघेल, देवेंद्र कुमार, जीतू पांडे, सोनवानी और अर्जुन यादव. ये पांचों बागबाहरा के हैं. ये असमाजिक तत्व हैं.' 
    साभार आज तक

  • बांग्लादेशी आतंकी ने वीडियो जारी कर ममता बनर्जी से की अपील, बंगाल को मोदी से आजाद करवाइए

    बांग्लादेश में शेख हसीना के हटने और अंतरिम सरकार बनने के बाद कट्टरपंथियों को छूट मिल गई है। ऐसे में आतंकी भारत के खिलाफ जहर उगलने लगे हैं। अल कायदा से जुड़े अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (ABT) चीफ ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें वह भारत को धमकी देते हुआ नजर आता है। आतंकी जशीमुद्दीन रहमानी को अंतरिम सरकार बनने के बाद जेल से रिहा किया गया है। अबद वह कश्मीर को 'आजाद' करवाने के लिए पाकिस्तान और अफगानिस्तान से मदद मांगता नजर आ रहा है। यहां तक कि उसने ममता बनर्जी का नाम लेकर बंगाल को भी आजाद करवाने का शिगूफा छोड़ा है।
    रहमानी का यह वीडियो अस्पताल के किसी वॉर्ड में शूट किया गया है। न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक उसने शेख हसीना की मदद करने के लिए भारत को धमकी दी है। वहीं रहमानी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कहा है, 'मोदी के शासन से बंगाल को मुक्त करवाइए और आजाद घोषित कर दीजिए।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • शराब घोटाले में शर्तों पर मिली केजरीवाल को जमानत

    नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. कथित शराब घोटाले में केजरीवाल को सीबीआई के केस में भी सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है. उन्हें ईडी के मामले में पहले ही जमानत मिल गई थी. अब सुप्रीम कोर्ट से उन्हें सीबीआई के मामले में भी जमानत मिल गई है. इससे अब उनके जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है.
    हालांकि, जमानत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कुछ शर्तें भी लगाई हैं. जमानत के लिए उनपर वहीं शर्तें लागू होंगी, जो ईडी के मामले में जमानत देते हुए लगाई गई थीं. जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल किसी भी फाइल पर दस्तखत नहीं कर पाएंगे. इसके साथ ही उनके दफ्तर जाने पर भी पाबंदी रहेगी. इतना ही नहीं, इस मामले में वो कोई बयान या टिप्पणी भी नहीं कर सकेंगे.
    जमानत के लिए क्या शर्तें होंगी
    - अरविंद केजरीवाल न तो मुख्यमंत्री कार्यालय और न ही सचिवालय जा सकेंगे.
    - किसी भी सरकारी फाइल पर तब तक दस्तखत नहीं करेंगे जब तक ऐसा करना जरूरी न हो.
    - अपने ट्रायल को लेकर कोई सार्वजनिक बयान या टिप्पणी नहीं करेंगे.
    - किसी भी गवाह से किसी तरह की बातचीत नहीं करेंगे.
    - इस केस से जुड़ी किसी भी आधिकारिक फाइल तक पहुंच नहीं रखेंगे.
    - जरूरत पड़ने पर ट्रायल कोर्ट में पेश होंगे और जांच में सहयोग करेंगे.
    कथित शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था. लोकसभा चुनाव के कारण 10 मई को उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी थी. इसके बाद 2 जून को केजरीवाल ने सरेंडर कर दिया था. इस मामले में ईडी और सीबीआई दोनों ही जांच कर रही हैं. ईडी के मामले में सुप्रीम कोर्ट से केजरीवाल को 12 जुलाई को जमानत मिल गई थी. अब उन्हें सीबीआई के मामले में भी जमानत मिल गई है. 
    सुप्रीम कोर्ट अभी तिहाड़ जेल में हैं. सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उन्हें जेल से बाहर आने के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा. 
    दरअसल, सुप्रीम कोर्ट का लिखित ऑर्डर दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में भेजा जाएगा. यहां बेल बॉन्ड भरना होगा. इसके बाद राउज एवेन्यू कोर्ट रिलीज ऑर्डर तैयार करके तिहाड़ प्रशासन को भेजेगी. रिलीज ऑर्डर मिलने के बाद ही केजरीवाल जेल से बाहर आ सकेंगे.
    साभार आज तक

  • पंजाब में खालिस्तानी ठिकानों पर NIA की कार्रवाई

    चंडीगढ़। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शुक्रवार को पंजाब में खालिस्तानी नेटवर्क पर अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। आतंकवादी नेटवर्क की चल रही जांच के तहत की गई छापेमारी में मोंगा, अमृतसर, गुरदासपुर, जालंधर और अन्य इलाकों में 14 ठिकानों में तलाशी की जा रही है। लंदन में पिछले साल भारतीय उच्चायोग पर हुए हमले में मामले में NIA ने बड़ा एक्शन लिया है। लंदन हमले की एनआईए की जांच में महत्वपूर्ण घटनाक्रम सामने आए हैं। इससे पहले 5 सितंबर को एजेंसी ने अफगान मूल के यूके नागरिक इंद्रपाल सिंह गाबा के खिलाफ चार्जशीट फाइल की थी। गाबा पर पिछले साल 22 मार्च को भारतीय उच्चायोग के बाहर भारत विरोधी प्रदर्शन में भाग लेने का आरोप है।
    गौरतलब है कि इंद्रपाल सिंह गाबा, जिसे 25 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था, को पहले दिसंबर 2023 में लंदन से पाकिस्तान के रास्ते आने पर इमिग्रेशन अधिकारियों ने हिरासत में लिया था। चार्जशीट में आरोप लगाया गया है कि गाबा ने विरोध प्रदर्शन में भाग लेकर अलगाववादी एजेंडे में हिस्सा लिया था। इसका उद्देश्य अमृतपाल सिंह और उनके संगठन वारिस पंजाब दे पर चल रही कार्रवाई को प्रभावित करना था।
    कथित तौर पर भारतीय उच्चायोग पर यह हमला खालिस्तानी मकसद को आगे बढ़ाने की एक बड़ी रणनीति का हिस्सा था। एनआईए की जांच से पता चला है कि अमृतपाल सिंह के खिलाफ पंजाब पुलिस की कार्रवाई के जवाब में लंदन हमला किया गया था, जिसका उद्देश्य भारत से पंजाब के अलगाव को बढ़ावा देकर खालिस्तानी एजेंडे को आगे बढ़ाना था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कर्नाटक के मांड्या में गणेश विसर्जन के दौरान सांप्रदायिक हिंसा, पथराव के बाद आगजनी

    मांड्या. कर्नाटक के मांड्या में गणेश विसर्जन के दौरान सांप्रदायिक हिंसा हुई है. हालात इतने खराब हो गए कि उपद्रवियों ने पथराव के बाद कई दुकानों और कपड़ों के साथ-साथ बाइक के शोरूम को आग के हवाले कर दिया. इतना ही नहीं बेकाबू भीड़ ने सड़क पर खड़ी बाइकों को भी फूंक दिया. हालात को संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
    दरअसल, बदरिकोप्पलु गांव के युवक गणेश विसर्जन के लिए जुलूस निकाल रहे थे. जुलूस नागमंगला की मुख्य सड़क पर एक मस्जिद के पास से गुजरा. बताया जा रहा है कि इस दौरान जुलूस पर पथराव हुआ. हालात बिगड़ गए और दोनों समुदायों के बीच झड़पें होने लगीं. पुलिस ने जब लाठीचार्ज किया तो गुस्साए हिंदू समुदाय के लोगों ने थाने के सामने प्रदर्शन किया और जिम्मेदारों की गिरफ्तारी की मांग की. घटना के विरोध में विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल ने आज नागमंगला में बंद का आह्वान किया है.
    इस मामले में पुलिस ने 52 लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस की कार्रवाई के बाद पकड़े गए लोगों के परिजन थाने के सामने इकट्ठा हो गए और अपने लोगों को छोड़ने की मांग करने लगे. उन्होंने कहा,'हमारे लोगों ने कुछ भी गलत नहीं किया, उन्हें बिना किसी कारण के गिरफ्तार किया गया है.' इस दौरान महिलाओं ने पुलिस के सामने आंसू भी बहाए, जिसके बाद पुलिस ने महिलाओं को कानूनी सलाह दी. पुलिस ने कहा कि सभी को पूछताछ के लिए लाया गया है, जो भी निर्दोष होगा, उसे छोड़ दिया जाएगा.
    साभार आज तक

  • गणेश पूजा में पीएम मोदी को बुलाने पर सीजेआई की निष्पक्षता पर सवाल उठा रही उद्धव सेना

    शिवसेना (UBT) अब भारत के मुख्य न्याधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ की निष्पक्षता पर सवाल उठा रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने तो सीजेआई को शिवसेना से जुड़े मामले से अलग होने की नसीहत तक दे दी है। राउत ने सवाल ऐसे समय पर उठाए हैं, जब एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीजेआई के आवास पर पहुंचे थे और गणेश पूजा में शामिल हुए थे। इसके अलावा कई वकीलों ने भी इस मीटिंग पर सवाल उठाए। जबकि, भारतीय जनता पार्टी ने इसे सिर्फ पूजा में शामिल होना करार दिया है।
    पीएम मोदी ने इससे जुड़ी तस्वीर भी सोशल मीडिया पर शेयर की है। उन्होंने लिखा, 'सीजेआई न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ जी के आवास पर गणेश पूजा में शामिल हुआ। भगवान श्री गणेश हम सभी को सुख, समृद्धि और अद्भुत स्वास्थ्य प्रदान करें।'
    राउत ने पीएम मोदी के सीजेआई के घर जाने पर सवाल उठाए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, उन्होंने कहा, 'देखिए, यह गणपति जी का त्योहार है। प्रधानमंत्री अब तक कितने लोगों के घर गए हैं? मुझे जानकारी नहीं है। दिल्ली में कई स्थानों पर गणेश त्योहार मनाया जाता है, लेकिन प्रधानमंत्री मुख्य न्यायाधीश के घर पर गए और प्रधानमंत्री और मुख्य न्यायाधीश ने साथ मिलकर आरती की।'
    उन्होंने कहा, 'भगवान के बारे में हमें इतना पता है कि अगर संविधान के रक्षक इस तरह से राजनेताओं से मिलेंगे, तो लोगों को शक होगा।' उन्होंने कहा कि एक केस में पार्टी प्रधानमंत्री को मुख्य न्यायाधीश के साथ ऐसे करीबी होकर बात नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'बीते 3 सालों से एक के बाद एक तारीखें दी जा रही हैं। एक अवैध सरकार चल रही है।' उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना को तोड़े जाने पर सवाल उठाए हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मणिपुर में एक बार फिर से माहौल तनावपूर्ण हुआ, कर्फ्यू, इंटरनेट बैन और 2000 जवान फिर पहुंचे

    नई दिल्ली। मणिपुर में एक बार फिर से माहौल तनावपूर्ण हो गया है। बीते कुछ दिनों में हुई झड़पों के चलते हालात ऐसे हैं कि तीन जिलों में कर्फ्यू लगाना पड़ा है और इंटरनेट भी सस्पेंड किया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि लोगों के बीच अफवाह फैलने से रोका जा सके। अभी 5 दिनों के लिए इंटरनेट पर रोक रहेगी। वहीं कांग्रेस का कहना है कि इस मामले में होम मिनिस्टर अमित शाह को दखल देना चाहिए। बीते साल से ही राज्य में कुकी और मैतेई समुदाय के लोगों के बीच झड़पों का दौर जारी है। ऐसी हिंसा फैली है कि कई जिलों में एक-दूसरे के समुदाय के लोगों पर लगातार हमले हो रहे हैं।
    इनर मणिपुर से कांग्रेस के सांसद ए. बिमोल अकोइजाम ने अमित शाह को पत्र भी लिखा है और मांग की है कि हिंसा की हालिया घटनाओं की जांच की जाए। उन्होंने कहा कि इस उपद्रव में ड्रग्स माफिया और बाहरी तत्वों का भी योगदान है। इसके अलावा उन्होंने इसके पीछे विदेशी साजिश को भी वजह बताया है। फिलहाल नए सिरे से फैली हिंसा ने मणिपुर में एक बार फिर से उबाल पैदा कर दिया है। आइए जानते हैं, इसके चलते राज्य में कैसे हैं हालात...
    मणिपुर के उच्च शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी और निजी कॉलेजों को 11 और 12 सितंबर को बंद ही रखने का आदेश दिया है। राज्य भर में चल रहे प्रदर्शनों के कारण यह फैसला लिया गया है।
    हालात यह हैं कि मणिपुर में कई जगहों पर उपद्रवियों ने ड्रोन और रॉकेट तक से हमले किए हैं। इस बीच राज्य पुलिस ने ऐटी ड्रोन सिस्टम्स की तैनाती है। इसके अलावा बड़े पैमाने पर इनकी खरीद भी की जा रही है क्योंकि सरकार के पास यह पर्याप्त मात्रा में नहीं हैं।
    बीते सप्ताह मणिपुर के जिरीबाम जिले में एक बार फिर से हिंसा भड़क गई थी। इसके चलते 6 लोगों की मौत हो गई थी। अब तक मिली जानकारी के अनुसार संदिग्ध कुकी उपद्रवियों ने मैतेई समुदाय बहुल गांव नुंगचप्पी में हमला बोला था। यह गांव इंफाल से 229 किलोमीटर दूर है। इसके बाद यह हिंसा भड़की थी।
    जिरीबाम वह जिला है, जहां से शांति की उम्मीद जगी थी। यहीं पर मैतेई और कुकी समुदाय के नेताओं को बिठाया गया था। इनके साथ सुरक्षा बलों के कमांडर भी मौजूद थे। इस बैठक में दोनों समुदायों के लोगों ने शांति की ओर बढ़ने पर सहमति जताई थी, लेकिन विवाद थमा नहीं है।
    शुक्रवार की शाम को तो हालात ऐसे थे कि उपद्रवियों की भीड़ ने मणिपुर राइफल्स के कैंप में हमला बोलकर हथियार लूटने की कोशिश की थी। अंत में सुरक्षा बलों ने जब हवाई फायर किए और आंसू गैस के गोले दागे तब जाकर उपद्रवियों को कंट्रोल किया जा सका।
    थाउबल जिले में सोमवार को उपद्रवियों ने पुलिस वालों से हथियार भी छीन लिए। इसके अलावा पुलिस वालों पर ही फायरिंग भी की।
    मणिपुर के हालात इतने बिगड़ गए हैं कि मेघायल के सीएम कोनराड संगमा ने भी चिंता जताई है। उनका कहना है कि भारत सरकार को दखल देना चाहिए ताकि दूसरे राज्यों तक असर न पहुंचे।
    इस बीच केंद्र सरकार ने सीआरपीएफ की दो बटालियनों को मणिपुर भेजा है। इन बटालियनं में कुल 2000 जवान होंगे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • राहुल गांधी की भारत विरोधी इल्हान उमर से मुलाकात पर विवाद...

    नई दिल्ली. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अमेरिका के तीन दिनों के दौरे पर हैं. इस दौरान राहुल गांधी ने अमेरिकी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. इस मुलाकात की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिन पर विवाद हो गया है. इन तस्वीरों में राहुल गांधी के साथ भारत विरोधी इल्हान उमर नजर आ रही हैं. अब बीजेपी ने इसे लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधा है.
    बीजेपी की राष्ट्रीय प्रवक्ता संजू वर्मा का कहना है कि राहुल गांधी सत्ता में आने के लिए उतावले हैं. इसी उतावलेपन की वजह से ही कोई कट्टरपंथी इस्लामिक इल्हान उमर से मुलाकात कर सकता है. 
    बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने कहा कि लाल घेरे में यह महिला अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता इल्हान उमर है, जो खालिस्तान और कश्मीर को अलग देश बनाने का लगातार समर्थन करती हैं. अभी अमेरिका में राहुल गांधी जी इसी एजेंडे के लिए समर्थन जुटा रहे हैं.
    बीजेपी प्रवक्ता अमित मालवीय ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अमेरिका में इल्हान उमर से मुलाकात की है. इल्हान भारत विरोधी, कट्टरपंथी इस्लामिक और आजाद कश्मीर की पैरोकार है. यहां तक कि इस मुलाकात को लेकर पाकिस्तान के नेता भी चौकन्ना होंगे. कांग्रेस अब खुलकर भारत के खिलाफ काम कर रही है.
    यह मुलाकात वॉशिंगटन डीसी में रेबर्न हाउस ऑफिस बिल्डिंग में हुई. इस बैठक की मेजबानी कांग्रेसमैन ब्रेडली जेम्स शर्मन ने की. इस प्रतिनिधिमंडल में इल्हान उमर के अलावा सीनेटर जोनाथन जैकसन, सीनेटर रो खन्ना, सीनेटर राजा कृष्णमूर्ति, सीनेटर बारबरा ली, सीनेटर, श्री थानेदार, जीसस जी. गार्सिया, सीनेटर हैंक जॉनसन और जैन स्काकोवस्की शामिल हैं.
    कौन हैं इल्हान उमर?
    इल्हान उमर अमेरिकी सांसद हैं. वह 2019 से अमेरिकी कांग्रेस की डेमोक्रेट सदस्य हैं. वे पहली अफ्रीकी शरणार्थी हैं जो चुनाव जीतकर अमेरिकी संसद पहुंचीं. वे संसदीय सीट पर चुनाव जीतने वालीं पहली अश्वेत महिला भी हैं. वे अमेरिकी संसद पहुंचने वाली पहली दो मुस्लिम-अमेरिकी महिलाओं में भी शामिल हैं. वह अमेरिका में अपने इजरायल विरोधी रुख की वजह से जानी जाती हैं.
    साभार आज तक 

  • इंडिया एक्सपो मार्ट में पीएम मोदी ने सेमीकॉन इंडिया 2024 का किया उद्घाटन

    ग्रेटर नोएडा। इंडिया एक्सपो सेंटर एवं मार्ट में तीन दिवसीय सेमीकॉन इंडिया-2024 का शुभारंभ बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इसमें 26 देशों के 836 प्रदर्शक और 50 हजार से अधिक विजिटर भाग ले रहे हैं। आयोजन का मकसद यूपी को सेमी कंडक्टर के निर्माण का हब बनाना है।
    इंडिया एक्सपो मार्ट में पीएम मोदी ने सेमिकॉन इंडिया 2024 का उद्घाटन किया। केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव ने पीएम मोदी को मेक इन इंडिया का चिन्ह भेंट किया।
    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया-2024 आयोजन भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। सैंमसंग ने अपनी यूनिट की स्थापना के लिए निवेश नोएडा में ही किया है। यूपी पहले से ही वैश्विक सेमीकंडक्टर डिजाइन के रूप में स्थापित हो रहा है। छह प्रमुख कंपनियां प्रदेश में स्थापित हैं। स्थानीय प्रतिभा को लाभ उठाने में सहयोग प्रदान कर रही हैं।
    केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, 'सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र में सभी हितधारकों की उत्साही भागीदारी हमारे प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण की सफलता और जिस व्यवस्थित तरीके से उन्होंने इस नीति को संचालित किया है, उसका एक मजबूत संकेतक है। प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण प्रौद्योगिकी तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाना है। अब तक की गई सभी पहल, चाहे वह डिजिटल इंडिया मिशन हो, टेलीकॉम मिशन हो, हर चीज ने तकनीक को आम नागरिकों के हाथों में पहुंचा दिया है। हमारे देश में सेमीकंडक्टर उद्योग की वृद्धि इस दृष्टिकोण को और गहरा करेगी'
    केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सेमीकॉन इंडिया-2024 के शुभारंभ कार्यक्रम में कहा कि सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में भारतीय प्रतिभाओं को विकसित करने के लिए अगले 10 साल में 85 हजार इंजीनियर और तकनीशियनों को तैयार करने का लक्ष्य है। इसके लिए 130 विश्वविद्यालयों को जोड़ा गया है। सेमीकंडक्टर क्षेत्र  की जरूरत को ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रमों को डिजाइन किया गया है।
    साभार अमर उजाला

  • हरियाणा कांग्रेस में विनेश फोगाट को टिकट देने से नाराजगी

    हरियाणा। जुलाना सीट से पहलवान विनेश फोगाट को टिकट मिलने के बाद हरियाणा कांग्रेस में नाराजगी नजर आ रही है। खबर है कि टिकट के कई उम्मीदवारों ने फोगाट को लेकर आयोजित कार्यक्रम से दूरी बना ली। साथ ही टिकट वितरण को लेकर AICC यानी ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के दफ्तर के बाहर भी प्रदर्शन किया गया। हाल ही में फोगाट कांग्रेस में शामिल हुईं हैं। उनके साथ पहलवान बजरंग पूनिया ने भी पार्टी का दामन थामा था।
    फोगाट के सम्मान में बख्ता खेड़ा गांव में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जुलाना सीट से टिकट के कई दावेदार नेता कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। इन नेताओं में परमिंदर सिंह धुल, धर्मेंद्र धुल और रोहित दलाल समेत कई नाम शामिल हैं। कथित तौर पर ये नेता फोगाट को जुलाना सीट से उतारे जाने से नाराज हैं।
    अखबार ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि स्थानीय नेताओं को लग रहा है कि उनके काम को नजरअंदाज किया गया और बाहर को लाया गया। हालांकि, इस दौरान टिकट के कुछ दावेदार रहने नेता कार्यक्रम का हिस्सा बने थे। कहा जा रहा है कि फोगाट के कार्यक्रम में बेहद कम लोग शामिल हुए थे। कांग्रेस का टिकट मिलने के बाद वह पहली बार ससुराल पहुंचीं थीं। उन्होंने पौली गांव से रोड शो किया, जो रोहतक-दिल्ली हाईवे पर आता है।
    हाईवे जुलाना से बख्ता खेड़ा गांव से गुजरता है। यहां फोगाट ने अंतरराष्ट्री स्तर के पहलवान सोमवीर राठी से शादी की है। फोगाट ने टिकट मिलने पर कांग्रेस और खासतौर से प्रियंका गांधी का आभार जताया। उन्होंने कहा, 'जब मैं कुश्ती छोड़ने के बारे में सोच रही थी, तब प्रियंका जी ने मुझे उम्मीद नहीं छोड़ने के लिए कहा। उनकी बातों ने मुझे प्रेरणा दी। मैं जीतूं या हार जाऊं, लेकिन हमेशा आपकी सेवा करूंगी। मेरा सपना गांव में रहने का है।'
    हरियाणा में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने AICC मुख्यालय के बाहर रविवार को विरोध प्रदर्शन किया और पार्टी में ‘बाहरी लोगों’ के बजाय स्थानीय नेताओं को वरीयता दिए जाने की मांग की। कार्यकर्ताओं ने नेताओं के रिश्तेदारों को टिकट दिए जाने पर नाराजगी जताने के लिए प्रदर्शन किया। अधिकतर प्रदर्शनकारी हरियाणा के बवानी खेड़ा से थे और उन्होंने ‘बाहरी प्रत्याशी बर्दाश्त नहीं करेंगे’ की तख्तियां थाम रखी थीं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • हरियाणा में AAP ने 9 कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी की

    नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने अब 9 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी सूची भी जारी कर दी है। इससे पहले सोमवार को उसने 20 कैंडिडेट्स का ऐलान किया था और बताया था कि उसका कांग्रेस का साथ गठबंधन नहीं हो सका है। ऐसे में वह सभी सीटों पर अपने कैंडिडेट्स उतारने पर विचार कर रही है। राज्य की सभी 90 सीटों पर नामांकन की आखिरी तारीख 12 सितंबर है।
    अपनी दूसरी सूची में आम आदमी पार्टी ने उन सीटों पर कैंडिडेट्स का ऐलान कर दिया है, जहां कांग्रेस परंपरागत रूप से मजबूत रही है और भाजपा से उसका सीधा मुकाबला है। ऐसी सीटों में आदमपुर, फरीदाबाद, इंदरी और रतिया शामिल हैं। आम आदमी पार्टी ने बरवाला सीट से छतरपाल सिंह का नाम घोषित किया है, जो भाजपा छोड़कर आए हैं। वह मंत्री रहे हैं और ताऊ देवीलाल जैसे दिग्गज नेता को हरा चुके हैं।
    आम आदमी पार्टी के इस फैसले से कांग्रेस की टेंशन बढ़ रही है क्योंकि भाजपा के खिलाफ पड़ने वाले वोट का डर उसे सताने लगा है। राहुल गांधी ने इसी मकसद से हरियाणा की कांग्रेस यूनिट को सुझाव दिया था कि आम आदमी पार्टी को साथ लेने की कोशिश की जाए। उनका कहना था कि इससे भाजपा के खिलाफ पड़ने वाले वोटों का बंटवारा रोका जा सकेगा। इसके बाद दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर मंथन शुरू हुआ, लेकिन आम आदमी पार्टी ने 20 सीटों की बड़ी मांग रख दी। फिर वह कांग्रेस के रुख को देखते हुए 10 सीटों पर गई थी और खबर है कि 6 या 7 सीटों पर भी वह राजी थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • रीवा एयरपोर्ट को यात्री और मालवाहक फ्लाइट्स के संचालन की मिली अनुमति

    भोपाल। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा रीवा एयरपोर्ट को लाइसेंस दे दिया गया है। इससे रीवा एयरपोर्ट को यात्री और मालवाहक फ्लाट्स के  संचालन की अनुमति मिल गई है। इसे लेकर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने खुशी जाहिर की।  उन्होंने कहा कि यह विंध्य क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है। अब
    उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि रीवा एयरपोर्ट से विंध्य क्षेत्र की कनेक्टिविटी में सुधार करेगा, साथ ही यह मध्यप्रदेश के आर्थिक विस्तार और विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। अब रीवा एयरपोर्ट से जल्द ही हवाई सेवाओं की शुरुआत होगी, जिससे स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों को बड़ी सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि रीवा एयरपोर्ट का संचालन क्षेत्र के विकास की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा। इससे विंध्य क्षेत्र की आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रगति को भी एक नई दिशा मिलेगी। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का आभार व्यक्त किया है।
    साभार अमर उजाला

  • बृजभूषण शरण सिंह के आरोपों को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी और रेसलर विनेश फोगाट बोली- फिर गलत साबित होंगे

    बीजेपी नेता और भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के आरोपों को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी और रेसलर विनेश फोगाट ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि एक बार फिर बृजभूषण गलत साबित होंगे। फोगाट ने कहा कि अब तक बृजभूषण ने जो कुछ भी कहा है, सब गलत साबित हुआ है। एक बार फिर ऐसा ही होने वाला है।
    बृजभूषण शरण सिंह ने दावा किया था कि विनेश फोगाट ने साबित कर दिया है कि उनपर यौन शोषण के आरोप और फिर प्रदर्शन कांग्रेस पार्टी ने प्लान किया था। उन्होंने कहा कि फोगाट ने ओलंपिक के नियमों का उल्लंघन किया था। दो अलग-अलग भार वर्ग से एक ही दिन ट्राइ करना उनके अयोग्य ठहराए जाने की वजह बन गई। फाइनल बाउट से पहले ही भगवान ने फैसला सुना दिया।
    सिंह ने कहा, जब जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन शुरू हुआ तभी मैंने कहा था कि यह आंदोलन नहीं है बल्कि इसके पीछे कांग्रेस का हाथ है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा, दीपेंद्र हुड्डा, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी इसके पीछे थे। ऐसे में साबित हो जाता है कि मेरे खिलाफ साजिश में दीपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस शामिल थी। उन्होंने कहा कि जिस दिन की घटना का आरोप लगाया गया है उस दिन मैं दिल्ली में मौजूद ही नहीं था। राजनीति के लिए बेटियों को बदनाम किया गया। वहीं ये महिला खिलाड़ी सम्मान के लिए नहीं बल्कि राजनीति के लिए लड़ रही थीं।
    फोगाट ने एनडीटीवी से कहा, दो बीजेपी नेताओं ने जंतर मंतर पर बैठने की इजाजत ली थी। उन्हें देखना चाहिए थे। उन्हें सारे जवाब मिल जाते। जहां तक ओलंपिक की बात है, वह क्या कहते हैं इससे कोई मतलब नहीं है। उन्होंने जो पहले कहा उसके बारे में सोचिए। अगर किसी महिला ने उनपर आरोप लगाया तो वह फांसी लगा लेंगे। उन्होंने कहा कि बेईमानी करके मुझे आगे बढ़ाया गया। मैंने उन्हें हर मोड़ पर गलत साबित किया है और आगे भी ऐसा ही होगा।
    बता दें कि पूर्व सांसद की टिप्पणी के बाद बीजेपी ने भी कहा है कि वह अपने बयानों से विवाद पैदा ना करें। बृजभूषण शरण सिंह पर कई खिलाड़ियों ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इसके बाद विनेश फोगाट, साक्षी मलिका और बजरंग पुनिया ने जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया। बृजभूषण शरण सिंह केसरगंज से सांसद थे। हालांकि उस बार बीजेपी ने उनके बेटे को टिकट दिया था। विनेश फोगाट को कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा में जुलाना सीट से टिकट दिया है। वहीं बजरंग पुनिया को पार्टी में ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • यादवेंद्र सिंह गौर बने करनी सेना भारत के नए जिला अध्यक्ष

    इंदौर में यादवेंद्र सिंह गौर करनी सेना भारत के नए जिला अध्यक्ष बनाए गए हैं। उन्होंने लवकुश चौराहे पर स्थित प्रवाह रियलटीज में अपने साथियों के साथ पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर करनी सेना भारत के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह गौतम ने सभी को नियुक्ति पत्र जारी किए और समाज हित में कार्य करने की शपथ दिलाई। इस अवसर पर जीतेंद्र सिंह पवार, सिद्धार्थ सिंह सिसोदिया, सुशील सिंह चौहान, शिशुपाल सिंह गौर, गौरव सिंह चौहान, मनोज अविराज सिंह चौहान, देवेंद्र सिंह ठाकुर चौहान, प्रकाश सिंह पवार, रविंद बुंदेला, सतेंद्र सिंह बुंदेला सहित सैकड़ों पदाधिकारी उपस्थित थे।

  • नीतीश कुमार बोले- हमने दो बार आरजेडी के साथ जागर कर दी गलती, अब नहीं जाएंगे

    पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि हमने दो बार आरजेडी के साथ जाकर गलती की थी। अब ऐसी गलती दोबारा नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि हम अब कभी आरजेडी के साथ नहीं जा सकते। नीतीश कुमार का यह बयान अहम है क्योंकि पिछले दिनों उनकी आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात हुई थी। इसके बाद से ही कयास लग रहे थे कि बिहार की राजनीति में फिर से खेला हो सकता है। यह मुलाकात अचानक ही हुई थी और दोनों के बीच करीब आधे घंटे बात हुई थी। अब नीतीश कुमार ने इन कयासों को दूर करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि एनडीए के साथ उनका स्वाभाविक गठबंधन है और अब यह हमेशा के लिए बना रहेगा।
    आज ही भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा पटना पहुंचे हैं और नीतीश कुमार से उनकी मुलाकात हुई है। नड्डा दो दिनों के बिहार दौरे पर हैं और शनिवार को वह दरभंगा में एक आयोजन में शामिल होने वाले हैं। जेपी नड्डा के सीधे पटना पहुंचने को लेकर भी इन कयासों को ही वजह बताया गया था क्योंकि पहले उनका कार्यक्रम दरभंगा जाने का ही था। इसलिए जेपी नड्डा जब सीधे पटना के लिए रवाना हुए तो कयास लग रहे थे कि क्या इसका नीतीश कुमार और तेजस्वी की मुलाकात से कनेक्शन है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मोहन भागवत बोले- कौन अच्छा काम कर रहा है या नहीं कर रहा, यह तय करना लोगों का काम


    पुणे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने गुरुवार को कहा कि कौन अच्छा काम कर रहा है या नहीं कर रहा, यह तय करना लोगों का काम है। उन्होंने कहा कि किसी को भी खुद को भगवान नहीं मानना चाहिए। यह फैसला तो लोगों को करने देना चाहिए कि वे किसी को क्या मानते हैं। वह मणिपुर में बच्चों की शिक्षा के लिए काम करने वाले शंकर दिनकर काणे के जन्मशताब्दी वर्ष में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने यह बात कही। काणे को मणिपुर के विद्यार्थियों के लिए महाराष्ट्र में पढ़ने और ठहरने की व्यवस्था करने के लिए जाना जाता है। वह अपनी मृत्यु तक गरीब परिवारों से आने वालों बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था में जुटे रहे।
    मोहन भागवत ने भैयाजी काणे को याद करते हुए कहा, ‘हमें अपनी जिंदगी में जितना संभव हो, अच्छे काम करने चाहिए। हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि हम चमकेंगे या फिर असफल रहेंगे। अपने काम से कोई भी स्मरणीय व्यक्तित्व बन सकता है। लेकिन हम उस स्तर तक पहुंचे हैं या नहीं। यह फैसला लोगों को करने देना चाहिए। खुद उसका आकलन नहीं करना चाहिए। हमें यह दावा नहीं करना चाहिए कि हम भगवान बन चुके हैं। भैयाजी काणे ने हमारे सामने यही आदर्श प्रस्तुत किए थे।’
    आरएसएस प्रमुख ने इस दौरान मणिपुर के हालात पर भी बात की और कहा कि स्थितियां ठीक नहीं हैं। मोहन भागवत ने कहा, ‘वहां सुरक्षा की गारंटी नहीं है। स्थानीय लोगों को अपनी सुरक्षा की चिंता है। वहां जो लोग कारोबार या सामाजिक कार्य के लिए गए हैं, उनके लिए स्थिति और चुनौतीपूर्ण है। लेकिन ऐसे हालातों में भी आरएसएस के कार्यकर्ता वहां मजबूती के साथ डटे हुए हैं। संघ के कार्यकर्ता वहां बिना किसी पक्षपात के लिए सभी के हित में कार्य कर रहे हैं।’ बता दें कि मणिपुर में कूकी और मैतेई समुदाय के लोगों के बीच बीते करीब एक साल से भीषण हिंसा का दौर जारी है और हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। इस हिंसा में सैकड़ों लोग मारे गए हैं और बड़ी संख्या में लोगों को अपने घरों से पलायन करना पड़ा है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सिंगापुर पहुंचने पर पीएम मोदी का हुआ भव्य स्वागत, दोनों देशों के बीच हुए कई समझौते

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिंगापुर के दो दिन के दौरे पर हैं. बुधवार को सिंगापुर पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत हुआ था. इस यात्रा के दूसरे दिन पीएम मोदी का सिंगापुर की संसद में भी भव्य स्वागत किया गया.
    पीएम मोदी ने सिंगापुर दौरे के दूसरे दिन गुरुवार को सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेन्स वॉन्ग के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की. इस दौरान पीएम मोदी के साथ विदेश मंत्री जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे.
    इसके बाद पीएम मोदी सिंगापुर की संसद पहुंचे, जहां दोनों नेताओं ने एक दूसरे देश के मंत्रियों और प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मुलाकात की. इस दौरान पीएम मोदी और सिंगापुर के उनके समकक्ष लॉरेंस वॉन्ग की मौजूदगी में दोनों देशों के बीच कई समझौते हुए, जिसमें सेमीकंडक्टर को लेकर भी अहम समझौता शामिल है.
    भारत और सिंगापुर के बीच गुरुवार को पीएम मोदी और उनके समकक्ष लॉरेंस वॉन्ग की मौजूदगी में कई क्षेत्र में समझौते हुए, जिनमें डिजिटल टेक्नोलॉजी, हेल्थ एंड मेडिसीन, एजुकेशनल कॉरपोरेशन एंड स्किल डेवलपमेंट शामिल हैं. भारत-सिंगापुर सेमीकंडक्टर ईकोसिस्टम पार्टनरशिप  को लेकर भी एमओयू पर साइन हुए हैं. दोनों देश सेमीकंडक्टर कलस्टर डेवलपमेंट और सेमीकंडक्टर डिजाइनिंग और मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस करेंगे. 
    साभार आज तक

     

  • हरियाणा में क्यों 38 सीटों पर फैसले में फंस गई कांग्रेस

    नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 67 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है, लेकिन अब तक कांग्रेस की सूची नहीं आई है। कांग्रेस में लगातार दो दिन सोमवार और मंगलवार को चुनाव समिति की मीटिंग थी। खबर है कि इस मीटिंग में करीब 66 सीटों पर चर्चा हुई, जिनमें से 52 पर सहमति बन गई है। वहीं 38 सीटों को लेकर अब तक फैसला नहीं हो सका है। इसकी वजह यह है कि इन सीटों पर जातीय और सामाजिक समीकरण साधने की चुनौती है। इसके अलावा अलग-अलग गुट दावेदारी कर रहे हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि चुनाव समिति की दो मीटिंग्स में 52 उम्मीदवारों के नाम तय हो गए हैं। इनमें से 28 तो मौजूदा विधायक ही हैं।
    पार्टी सूत्रों का कहना है कि अब जल्दी ही कांग्रेस की लिस्ट आ जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि भूपिंदर सिंह हुड्डा की सलाह पर कांग्रेस लगातार उम्मीदवारों के ऐलान में देरी कर रही थी क्योंकि वह चाहते थे कि पहले भाजपा नामों का ऐलान करे। ऐसे में कम से कम उन सीटों पर कांग्रेस की लिस्ट आ सकती है, जहां से भाजपा ने कैंडिडेट तय कर दिए हैं। कांग्रेस में कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और भूपिंदर सिंह हुड्डा के अलग-अलग खेमे हैं। कई सीटों पर तीनों की ओर से दावेदारी की जा रही है। इसके चलते नामों का ऐलान अटक गया है।
    खुद कुमारी सैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला ही मैदान में उतरने को तैयार हैं। ऐसे में कांग्रेस को इस भी फैसला लेना है, जबकि भूपिंदर हुड्डा इन नेताओं को टिकट देने के खिलाफ हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वह कुमारी सैलजा को अपने लिए प्रतिद्वंद्वी मानते हैं। एक अहम बात यह भी है कि ज्यादातर उन्हीं सीटों को लेकर फैसला नहीं हो पाया है, जहां बीते विधानसभा चुनाव में भाजपा हार गई थी। अब तक टिकट बंटवारे में हुड्डा की ही चली है, लेकिन हाईकमान यह भी नहीं चाहता कि सैलजा और सुरजेवाला को एकदम किनारे ही लगा दिया जाए।
    ऐसा इसलिए क्योंकि पार्टी फूट का संकेत नहीं देना चाहती। इसलिए सबकी सहमति से ही बचे नामों पर फैसला लेने की कोशिश हो रही है। अब कहा जा रहा है कि बाकी बची 38 सीटों के लिए एक कमेटी ही गठित की गई है। यह कमेटी देखेगी कि कौन से कैंडिडेट्स जीत सकते हैं। उन्हें ही टिकट दिया जाएगा। इस समिति में दीपक बाबरिया, मधुसूदन मिस्त्री, अजय माकन, टीएस सिंह देव और कुछ अन्य नेताओं को शामिल किया गया है। टिकट बंटवारे को लेकर एक पेच आम आदमी पार्टी से गठबंधन का भी है। पार्टी को लगता है कि पहले AAP से सीटें तय हो जाएं, उसके बाद ही कैंडिडेट घोषित हों।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • ब्रुनेई के सुल्तान से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा- 'एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हैं..',

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रुनेई के दौरे के दूसरे दिन बुधवार को सुल्तान हसनल बोल्कैया से उनके महल में मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा कि हम एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करेत हैं. 
    इस मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा कि ब्रुनेई के सुल्तान के भावपूर्ण शब्द गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए मैं आपका और पूरे शाही परिवार का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. सबसे पहले आपको और ब्रुनेई के लोगों को आजादी की 40वीं वर्षगांठ पर 140 करोड़ भारतीयों की तरफ से हार्दिक बधाई देता हूं. हमारे सदियों पुराने सांस्कृतिक संबंध रहे हैं. दोनों देशों के संबंध दिनोदिन प्रगाढ़ होते जा रहे हैं. 2018 में हमारे गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में आपकी भारत यात्रा की स्मृतियों को आज भी भारत के लोग बहुत गौरव के साथ याद करते हैं.
    उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि मुझे अपने तीसरे कार्यकाल में ही ब्रुनेई की यात्रा करने का सौभाग्य मिला. ये सुखद संयोग है कि इस वक्त दोनों देश अपनी द्विपक्षीय साझेदारी की 40वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. भारत और ब्रुनेई दोनों देशों के संबंध प्रगाढ़ हो रहे हैं. भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिकी और इंडो पैसिफिक रीजन में ब्रुनेई का महत्वपूर्ण साझेदार होना हमारे लिए उज्जवल भविष्य की गारंटी है.
    पीएम मोदी ने ब्रुनेई के सुल्तान से उनके आलीशान महल में मुलाकात की. यह महल दुनिया का सबसे बड़ा महल है, जो दो मिलियन वर्ग फीट में फैला हुआ है और इसमें 1,700 कमरे और 22 कैरेट सोने का गुंबद है. ब्रुनेई, बोर्नियो द्वीप पर स्थित है, जो सिक्किम और त्रिपुरा जैसे भारतीय राज्यों से छोटा है, लेकिन इसके सुल्तान की अथाह संपत्ति और लग्जरी लाइफ स्टाइल ने बार-बार दुनिया भर की नजरें अपनी तरफ खींची है. 
    साभार आज तक

  • पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने राहुल गांधी से की मुलाकात

    नई दिल्ली. हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सभी राजनीतिक दल चुनावी तैयारियों में लगे हुए हैं. पिछले कुछ दिनों की अटकलों के बाद अब विनेश फोगाट और राहुल गांधी की मुलाकात की खबर आई है. भारतीय पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात की है. दोनों पहलवानों और राहुल गांधी के मुलाकात की तस्वीर सामने आई है, जिसके बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि विनेश फोगाट कांग्रेस के टिकट पर हरियाणा विधानसभा चुनाव में एंट्री ले सकती हैं.
    पिछले काफी दिनों से अटकलें थीं कि विनेश फोगाट, कांग्रेस पार्टी में शामिल हो सकती हैं. अब मुलाकात की तस्वीर सामने आने के बाद इस बात की संभावना बढ़ती दिख रही है.
    साभार आज तक

  • किम जोंग उन ने बाढ़ को रोकने में विफल होने के कारण 30 सरकारी अधिकारियों को फांसी पर लटकाया

    उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन का तानाशाही चेहरा फिर उजागर हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, देश में बाढ़ को रोकने में विफल होने के कारण 30 सरकारी अधिकारियों को फांसी पर लटका दिया। कुछ और अधिकारियों को मौत की सजा देने का आदेश दिया गया है। आपको बता दें कि बाढ़ में उत्तर कोरिया में अब तक 1000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। चागांग प्रांत में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण सबसे अधिक मौतें हुई हैं।
    चोसुन टीवी ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि उत्तर कोरिया की सरकार ने उन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की कसम खाई है, जिनके ऊपर आरोप हैं कि वे मृतकों की संख्या को रोकने में असफल रहे हैं। चोसुन टीवी ने एक उत्तर कोरियाई अधिकारी का हवाला देते हुए बताया कि जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा का सामना करना पड़ेगा। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि पिछले महीने के अंत में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के 20 से 30 अधिकारियों को एक साथ मार दिया गया था।
    उत्तर कोरियाई केंद्रीय समाचार एजेंसी (केसीएनए) ने बताया कि किम जोंग उन ने जुलाई में चीन की सीमा के पास चागांग प्रांत में आई विनाशकारी बाढ़ के बाद अधिकारियों को कड़ी सजा देने का आदेश दिया था। केसीएनए के अनुसार, सिनुइजू में आयोजित एक आपातकालीन पोलितब्यूरो बैठक में किम जोंग उन ने अपने अधिकारियों से उन लोगों को सख्ती से दंडित करने के लिए कहा था, जिन्होंने आपदा प्रबंधन के लिए अपनी जिम्मेदारियों की उपेक्षा की।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सीएम यादव के पिता की अंतिम यात्रा में सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष के नेता भी हुए शामिल, दी श्रद्धांजलि

    उज्जैन। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के पिता पूनमचंद यादव का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम यात्रा में सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष के नेता भी शामिल होने के लिए उज्जैन पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के पिता पूनमचंद यादव की अंतिम यात्रा उनके गीता कॉलोनी स्थित निवास अब्दालपुरा से शुरू हुई। अंतिम यात्रा के दौरान मोहन यादव पिता को निहारते रहे, इस दौरान उनकी आंखें भी नम नजर आईं। सीएम के पिता पूनमचंद यादव की अंतिम यात्रा गीता कॉलोनी, सकड़िया सुल्तान मंदिर, खजूर वाली मस्जिद, बुधवारिया, निकास चौराहा, तेलीवाड़ा, कंठाल, सतीगेट, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, ढाबा रोड़, बड़ापुल, कार्तिक मेला ग्राउंड, भूखी माता पहुंचेगी जहां उनका संस्कार किया जाएगा।


    कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत आज सुबह उज्जैन पहुंचे और स्व. पूनमचंद यादव को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी श्रद्धांजलि दी।
    केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी उज्जैन पहुंचकर सीएम यादव के पिता पूनमचंद यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की और यादव परिवार को ढांढस बंधाया। शिवराज सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के पिताजी पूनमचंद यादव जी ने 100 साल का जीवन जिया। 100 साल उम्र में सभी देवता हो जाते हैं, उनका देवलोक गमन हुआ है। केंद्रीय मंत्री शिवराज के अलावा उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, कैलाश विजयवर्गीय और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर समेत कई अन्य नेता भी अंतिम यात्रा में पहुंचे हैं। 

    सीएम यादव के पिता पूनमचंद के निधन की जानकारी सामने आते ही पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई। पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने उनके निधन पर दुख जताया। प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने लिखा- मोहन यादव जी के पूज्य पिता जी के निधन का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। बाबा महाकाल दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे और शोकाकुल परिवार को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति दे। 

    साभार अमर उजाला

  • पीएम मोदी का ब्रुनेई और सिंगापुर दौरे पर हुए रवाना

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को ब्रुनेई दौरे के लिए रवाना हो गए हैं. उनका यह दौरा एक दिन का होगा. इसके बाद वह बुधवार को सिंगापुर के दो दिवसीय दौरे के लिए रवाना होंगे. पीएम मोदी का ब्रुनेई और सिंगापुर का ये तीन दिवसीय दौरा काफी अहम माना जा रहा है.
    पीएम मोदी तीन दिनों के इस दौरे की शुरुआत ब्रुनेई से कर रहे हैं. वह सुल्तान हसनल बोल्कैया के निमंत्रण पर ब्रुनेई पहुंच रहे हैं. वह भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे, जो ब्रुनेई का दौरा करेंगे. इस साल दोनों देशों के राजनयिक संबंधों के 40 साल भी पूरे हो रहे हैं. 
    प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बताया कि अगले दो दिन ब्रुनेई और सिंगापुर के दौरे पर रहूंगा. इन देशों में कई कार्यक्रमों में शामिल होने के दौरान ध्यान इन देशों के साथ भारत के संबंधों को और गहरा करने पर होगा. भारत और ब्रुनेई के बीच राजनयिक संबंधों के 40 साल पूरे हो रहे हैं. मैं सुल्तान हाजी हसनल से मिलने को लेकर आशान्वित हूं सिंगापुर में मैं राष्ट्रपति थर्मन शणमुगरत्नम, प्रधानमंत्री लॉरेन्स वॉन्ग, वरिष्ठ मत्री ली सेन लुंग और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों से मिलूंगा. हम कई प्रमुख क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने को लेकर उत्सुक हूं. 
    पीएम मोदी के इस दौरे में व्यापारिक संबंधों को बढ़ाने के साथ-साथ अंतरिक्ष और रक्षा सेक्टर में सहयोग को भी बढ़ाएंगे. ब्रुनेई के साथ भारत पहले ही अंतरिक्ष सेक्टर में कई अहम समझौते कर चुका है. इसके साथ ही इस दौरे से दोनों देशों के बीच कच्चे तेल और हाइड्रोकार्बन के क्षेत्र में भी संबंध मजबूत होंगे. इस दौरे पर सेमीकंडक्टर और हाइड्रोकार्बन आयात पर फोकस होने की उम्मीद है. इस क्षेत्र में कुछ समझौते भी हो सकते हैं.
    साभार आज तक

  • पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह ने किया दावा, टिकट नहीं दिया गया, तो वह कांग्रेस का दामन थाम लेंगे

    हरियाणा विधानसभा चुनाव में दिग्गज नेता भारतीय जनता पार्टी की टेंशन बढ़ाते नजर आ रहे हैं। हाल ही में पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह ने दावा कर दिया है कि अगर उन्हें टिकट नहीं दिया गया, तो वह कांग्रेस का दामन थाम लेंगे। वह राज्य की हाईप्रोफाइल सीट बादशाहपुर से टिकट की मांग कर रहे हैं। खास बात है कि इस सीट पर वरिष्ठ नेता सुधा यादव से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के पूर्व OSD समेत कई बड़े नेता दावेदारी कर रहे हैं।
    मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिंह ने साफ कर दिया है कि वह इस बार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा, 'साल 2019 में मुझे टिकट नहीं मिला था। इस बार मैं निर्दलीय उम्मीदवार बनकर चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैदान में सिर्फ दो ही पार्टियां हैं। तो अगर भाजपा मुझे टिकट नहीं देती है, तो मैं कांग्रेस में शामिल हो जाऊंगा।' सिंह का दावा है कि बादशाहपुर विधानसभा सीट से वह ही जीतने वाले उम्मीदवार हैं।
    खबरें हैं कि पूर्व सांसद सुधा यादव विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जता रहीं हैं। वह बादशाहपुर सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं। ऐसे में नरबीर सिंह को टिकट मिलने की संभावनाएं कम नजर आ रही हैं। हालांकि, अब तक पार्टी ने टिकट का ऐलान नहीं किया है। इसके अलावा गुरुग्राम सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंदरजीत सिंह भी बादशाहपुर और अहिरवाल के टिकट वितरण में सक्रिय नजर आ रहे हैं।
    साल 2019 में हार का सामना करने वाले मनीष यादव भी टिकट की तलाश में हैं। वहीं खट्टर के पूर्व OSD जवाहर यादव भी यहां एक्टिव हैं। इनके अलावा भाजपा के जिलाध्यक्ष कमल यादव भी दावेदारी पेश कर रहे हैं। हालांकि, जवाहर यादव साफ कर चुके हैं कि वह पार्टी की विचारधारा के साथ काम करते रहेंगे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • हिमाचल में 2 लाख कर्मचारियों और 1.5 लाख पेंशनर्स के खाते में 1 तारीख को न सैलरी आई, न ही पेंशन

    नई दिल्ली. हिमाचल प्रदेश के इतिहास में पहली बार, राज्य के 2 लाख कर्मचारियों और 1.5 लाख पेंशनर्स को 1 तारीख को सैलरी और पेंशन नहीं मिल पाई. राज्य में मौजूदा आर्थिक संकट के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है, जिससे कर्मचारियों और पेंशनर्स के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है.
    हिमाचल प्रदेश पर वर्तमान में लगभग 94 हजार करोड़ रुपये का भारी कर्ज है. इस वित्तीय बोझ ने राज्य की वित्तीय स्थिति को अत्यधिक कमजोर कर दिया है, जिसके कारण राज्य सरकार को पुराने कर्ज चुकाने के लिए नए कर्ज लेने पड़ रहे हैं. कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए राज्य सरकार पर लगभग 10 हजार करोड़ रुपये की देनदारियां बकाया हैं. इस राशि का भुगतान न कर पाने की स्थिति में सरकार को भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को आज भी सैलरी-पेंशन न मिलने के आसार दिख रहे हैं.
    बता दें कि, 2022 के चुनाव में सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस ने कई बड़े वादे किए थे. सरकार में आने के बाद इन वादों पर बेतहाशा खर्च किया जा रहा है. हिमाचल सरकार के बजट का 40 फीसदी तो सैलरी और पेंशन देने में ही चला जाता है. लगभग 20 फीसदी कर्ज और ब्याज चुकाने में खर्च हो जाता है.
    हिमाचल प्रदेश की खराब आर्थिक स्थिति को देखते हुए सरकार ने बीते दिनों बड़ा फैसला लिया था. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को एलान किया था कि मुख्यमंत्री, मंत्री, मुख्य संसदीय सचिव, बोर्ड निगमों के चेयरमैन दो महीने तक वेतन-भत्ता नहीं लेंगे. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों से भी वेतन-भत्ता दो महीने के लिए छोड़ने की मांग रखी थी.
    साभार आज तक

  • महिला की शिकायत पर स्क्रैप व्यापारी सहित पांच लोगों के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज

    इंदौर। इंदौर की कनाड़िया पुलिस ने एक महिला की शिकायत पर स्क्रैप व्यापारी सहित पांच लोगों के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज किया है। पीड़िता ने बताया कि वह 11 जून 2024 को कनाड़िया में किराए से फ्लैट देखने जा रही थी, तभी आरोपियों ने उसे जबरन कार में बैठाया और अरविंदो अस्पताल के गोदाम में ले जाकर उसके साथ रेप किया।
    पीड़िता के अनुसार, वह कनाड़िया में किराए से फ्लैट देखने जा रही थी, तभी एक थार गाड़ी से सामने से आई स्कूटी के यहां रोक दी। इस कार से इरफान अली उतरा और उसे जबरदस्ती कार में बैठाने लगा। उसने कहा कि तुझे सलीम भाईजान से 10 से 12 लाख रुपए दिलवा देता हूं। पीड़िता ने विरोध किया तो कार की पीछे की सीट पर सलीम तेली निकला और कहा कि सड़क पर ही इसे कपड़े उतार दो।
    इसके बाद सलीम बारिक नाम का लड़का उतरा और पीड़िता को खींचकर जबरदस्ती गाड़ी में बैठा दिया। उसी समय सफेद रंग की दूसरी कार से शहजाद उतरा और अपशब्द कहे। आरोपियों ने पीड़िता को कार में बैठाकर अपहरण किया और अरविंदो अस्पताल के यहां गोदाम में ले गए। यहां कमरे में टीवी चालू कर सभी शराब पीने लगे। इसके बाद सलीम ने बेल्ट निकाला और मुजरा करने को कहा। करीब आधे घंटे बाद सभी ने अननैचुरल सेक्स को लेकर दबाव बनाने लगे। पीड़िता ने मना किया तो नजर पठान ने बेल्ट से बुरी तरह से मारा। फिर सभी एक के बाद एक बेल्ट से मारने लगे। सभी ने नशा किया और पीड़िता के साथ रेप किया।
    पीड़िता ने एफआईआर में लिखवाया कि वह चिल्लाई तो टीवी पर चल रही अश्लील फिल्म की आवाज तेज कर दी। सलीम तेली ने अननैचुरल सेक्स के लिए मजबूर किया। पीड़िता के साथ शैतानों जैसी हरकत की। कुछ देर बाद नजर पठान ने उसे एक्टिवा पर बैठाकर एमआर10 ब्रिज के यहां छोड़कर भाग गया। पीड़िता ने बताया कि वह इनके खिलाफ शिकायत करने थाने पहुंची, लेकिन कनाड़िया पुलिस ने भी उसकी सुनवाई नहीं की। आरोपियों को पता चला तो उन्होंने उसे काफी डराया। सोमवार रात कनाड़िया पुलिस ने पांचों आरोपियों पर केस दर्ज किया है।
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बीना शहर का करेंगे दौरा

    सागर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कल बुधवार 4 सितंबर को सागर जिले के बीना शहर के दौरे पर आने वाले हैं। सीएम के आगमन की तैयारियों को अंतिम रूप देकर सुरक्षा-व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया गया है। इसे लेकर बीते सोमवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने सभास्थल का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
    आठ साल के लंबे अंतराल के बाद मुख्यमंत्री बिना किसी चुनावी सभा के बीना आ रहे हैं। बीना क्षेत्र की आम जनता में इस दौरे को लेकर उत्साह है और उन्हें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री इस बार बीना को जिला बनाने की घोषणा कर सकते हैं। स्थानीय नेताओं ने भी जनता को इस संबंध में आश्वासन दिया है।
    बीना और खुरई सागर जिले के दो महत्वपूर्ण शहर हैं। दोनों जगह की जनता अपने-अपने शहर को जिला बनाने की मांग कर रही है। बीते एक महीने से बीना में जिला बनाओ की मांग जोर पकड़ रही है, जबकि खुरई के लोग भी लंबे समय से यही मांग कर रहे हैं। बीना और खुरई के बीच की दूरी मात्र 20 किलोमीटर है, दोनों शहरों के लोग अपनी-अपनी दावेदारी को लेकर विभिन्न तर्क दे रहे हैं। बताया जाता है कि खुरई के लोग 1964 से जिला बनने की मांग कर रहे हैं, जबकि बीना के लोग 1985 से यह मांग कर रहे हैं। बीना को जिला बनाए जाने की संभावनाओं के बीच खुरई में लोग आक्रोशित हो गए थे और उन्होंने 3 सितंबर को नगर बंद का आह्वान किया था, जिसे बाद में राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण टाल दिया गया।
    सागर जिले के इन दोनों शहरों को जिला बनाने की मांग वर्तमान सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रही है। पूर्व की सरकारों और नेताओं ने दोनों शहरों को जिला बनाने के आश्वासन दिए थे और अब यह मुद्दा वर्तमान मुख्यमंत्री के सामने है।
    कुछ जानकारों का मानना है कि बीना और खुरई शहरों को मिलाकर एक संयुक्त जिला बनाया जा सकता है, जिससे दोनों विधानसभा क्षेत्रों की जनता को संतुष्ट किया जा सके। दोनों शहरों के बीच की दूरी केवल 20 किलोमीटर है, लेकिन तेजी से हो रही बसाहट के कारण यह दूरी और भी कम हो गई है। अब यह देखना होगा कि सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है। क्या वह जिले की घोषणा करेगी या यह मामला फिर से ठंडे बस्ते में चला जाएगा।
    साभार अमर उजाला

  • रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में देश-विदेश में स्थापित बुंदेलखंड के उद्योगपतियों को भी किया जाएगा आमंत्रित

    सागर। 27 सितंबर को सागर में होने वाले रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में देश-विदेश में स्थापित बुंदेलखंड के उद्योग घरानों के व्यक्तियों को आमंत्रित किया जाएगा। अतिथि देवो भवः के तहत बुंदेलखंडी परंपरा के साथ देश-विदेश से आने वाले उद्योगपतियों का स्वागत किया जाएगा। कलेक्ट्रेट में हुई समीक्षा बैठक में समस्त राजस्व अधिकारियों को कलेक्टर संदीप जीआर ने भूमि संबंधी सभी अनुमतियां 7 दिवस में पूरी करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में पुलिस अधीक्षक विकास शाहवाल, अपर कलेक्टर रूपेश उपाध्याय, कार्यकारी संचालक एमपीआईडीसी विशाल सिंह चौहान, एसके जैन, एसएस संधू, पीके उपाध्याय, वैभव उपाध्याय सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
    कलेक्टर संदीप जीआर ने समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि समस्त एसडीएम भूमि संबंधी सभी अनुमतियां 7 दिवस में पूरी करें, जिससे उद्योगपतियों द्वारा 27 सितंबर को अपने उद्योग लगाने के लिए जो जमीन चिन्हित की जाएगी, उसकी अनुमति तत्काल प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि सागर के डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में अध्ययन कर चुके छात्र-छात्राएं (एल्युमिनी) जो देश-विदेश में अपनी योग्यता के आधार पर उद्योगों का संचालन कर रहे हैं, उन्हें विश्वविद्यालय के माध्यम से आमंत्रित किया जाए। इसी प्रकार संपूर्ण बुंदेलखंड के व्यक्ति जो देश-विदेश में अपना उद्योग चला रहे हैं, उन्हें भी 27 सितंबर के कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया जाए। उन्होंने कहा कि इससे न केवल हमारे बुंदेलखंड के उद्योग जगत के व्यक्तियों से साक्षात्कार होगा, बल्कि उन्हें अपना उद्योग सागर में स्थापित करने के लिए नया मौका भी मिलेगा।
    साभार अमर उजाला

     

  • जन्मदिन पर उज्जैन महाकालेश्वर पहुंचे प्रभारी मंत्री टेटवाल, भस्म आरती में शामिल हुए

    उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज सुबह 4 बजे बाबा महाकाल की भस्म आरती की गई। इस भस्म आरती में कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री और उज्जैन के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल परिवार समेत शामिल  हुए। उन्होंने बाबा महाकाल की भस्म आरती देखने के साथ ही उनके निराकार से साकार स्वरूप के दर्शन किए।
    श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि कौशल विकास एवं रोजगार राज्यमंत्री गौतम टेटवाल अपने जन्मदिन पर बाबा महाकाल के दर्शन करने परिवार के साथ आए थे।  उन्होंने नंदी हॉल में बैठकर बाबा महाकाल की भस्म आरती देखी और चांदी द्वार से बाबा महाकाल के दर्शन भी किए। दर्शन के बाद, प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल ने मीडिया से कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें अवंतिका धाम में सेवा का अवसर मिला है। बाबा महाकाल की कृपा मुझ पर और परिवार पर बनी रहे ऐसी मंगल कामना मैंने बाबा महाकाल से की है। 
    मंत्री ने इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि सीएम मोहन यादव के कुशल नेतृत्व में हम काम कर रहे हैं। मैं उज्जैन के विकास के लिए कार्यकर्ता रहूं ऐसी मेरी कामना है।
    साभार अमर उजाला

  • छत्तीसगढ़ से दिल दहला देने वाली खबर... कांग्रेस नेता ने पूरे परिवार के कर ली खुदकुशी

    जांजगीर। छत्तीसगढ़ से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक कांग्रेस नेता ने अपने परिवार के साथ खुदकुशी कर ली है। घटना जांजगीर-चांपा जिले की है। यहां कांग्रे नेता ने पत्नी और दो बेटों के साथ जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इसमें बड़े बेटे की तुरंत मौत हो गई जबकि कांग्रेस नेता, उनकी पत्नी और छोटे बेटे की हालत गंभीर बताई जा रही थी। उन्हें गंभीर हालत में बिलासपुर के सिम्स अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां तीनों ने रविवार सुबह दम तोड़ दिया।
    चारों की पहचान 66 साल के कांग्रेस नेता पंचराम यादव, 55 साल की उनकी पत्नी दिनेश नंदनी यादव, 28 साल के बेटे नीरज यादव और 25 साल के सूरज यादव के तौर पर हुई है। इन सभी ने 30 अगस्त को एक साथ जहर खा लिया था। बताया जा रहा है कि पूरा परिवार कर्ज से परेशान था और इसी के चलते उन्होंने यह कदम उठाया। इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है।
    किसी को पता न चले इसलिए उन्होंने सामने दरवाजे पर ताला लगा दिया था और पीछे के दरवाजे से वापस जाकर वहां का दरवाजा भी अंदर से बंद कर दिया था। इस खुलासा तब हुआ जब पड़ोस में रहने वाली एक लड़की उसके घर गई। दो-तीन बार आवाज लगाने के बाद भी दरवाजा नहीं खोला तो उसे कुछ अनहोनी की आशंका हुई और आसपास के लोगों को इसकी सूचना दी। जब पड़ोसी और उसके स्वजन घर अंदर गए तो सभी गंभीर अवस्था में पड़े हुए थे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बांग्लादेश में हिंदू शिक्षकों से जबरन लिया जा रहा इस्तीफा

    ढाका। शेख हसीना सरकारी की बर्खास्तगी के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ताजा मामला वहां बच्चों को पढ़ाने वाले हिंदू शिक्षकों से जुड़ा है। उन्हें अपनी सरकारी नौकरी से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उनसे जबरन इस्तीफा लिया जा रहा है। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पड़ोसी देश में अब तक कम से कम 50 हिंदू शिक्षकों को अपनी नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया गया है।
    बांग्लादेशी दैनिक प्रोथोम अलो के अनुसार, बरिशाल के बेकरगंज सरकारी कॉलेज की प्रिंसिपल शुक्ला रानी हलदर को भी अपना इस्तीफा देना पड़ गया है। 29 अगस्त को छात्रों और बाहरी लोगों की भीड़ ने उनके कार्यालय पर धावा बोल दिया और उनसे इस्तीफा देने की मांग की। कई घंटों तक डराने-धमकाने के बाद परेशान हलदर ने एक सादा कागज पर सिर्फ "मैं इस्तीफा देती हूं" लिखकर सरकारी नौकरी छोड़ दी।
    इससे पहले 18 अगस्त को अजीमपुर गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल और कॉलेज की करीब 50 छात्राओं ने प्रिंसिपल गीतांजलि बरुआ को घेर लिया और उनसे सहायक प्रधानाध्यापक गौतम चंद्र पॉल और शारीरिक शिक्षा शिक्षिका शहनाजा अख्तर से इस्तीफा मांगा। बरुआ ने डेली स्टार को बताया, "18 अगस्त से पहले उन्होंने कभी मेरा इस्तीफा नहीं मांगा। उस सुबह उन्होंने मेरे कार्यालय में धावा बोला और मुझे अपमानित किया।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से केसी त्यागी ने दिया इस्तीफा

    पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से राष्ट्रीय महासचिव किशन चंद त्यागी (केसी त्यागी) ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने 'अमर उजाला' से बातचीत में इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि 1984 से इस तरह की भूमिका में रहा। वह कर्पूरी ठाकुर, बीजू पटनायक आदि का जमाना था। तब इस भूमिका को निभा रहा हूं। अब हर समय बात करने की उम्र नहीं रही, इसलिए राष्ट्रीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी छोड़ दी है।
    जनता दल यूनाईटेड के महासचिव आफाक अहमद खान ने चिट्ठी जारी कर यह जानकारी दी। कहा कि केसी त्यागी ने प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया गया है। उन्होंने पद छोड़ने का कारण निजी बताया है। उनकी जगह राजीव रंजन प्रसाद को जदयू का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है।
    साभार अमर उजाला

  • रुबीना फ्रांसिस ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में जीता कांस्य पदक, मुख्यमंत्री ने दी बधाई

    भोपाल। पेरिस पैरालंपिक के तीसरे दिन शनिवार को भारत ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज की। महिला निशानेबाज रुबीना फ्रांसिस ने विमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1) इवेंट में कांस्य पदक जीता। रुबीना ने फाइनल मुकाबले में 211.1 अंक हासिल किए, जिससे भारत को इस पेरिस पैरालंपिक खेलों में कुल पांचवां मेडल मिला।
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रुबीना फ्रांसिस की इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने एक्स पर लिखा, “पेरिस पैरालंपिक 2024 में महिला 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1) स्पर्धा में भारतीय निशानेबाज और जबलपुर की बेटी रुबीना फ्रांसिस को कांस्य पदक जीतने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। आपकी यह जीत देश और प्रदेश के युवाओं, विशेषकर बेटियों के लिए संघर्ष से सफलता का प्रेरणास्त्रोत बनेगी। बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि आपकी इस जीत का क्रम लगातार जारी रहे और आप इसी तरह देश और मध्यप्रदेश को गर्वित करती रहें।
    साभार अमर उजाला

  • पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा दो हेलीकॉप्टरों के साथ अक्टूबर में फिर से शुरू होगी

    भोपाल। मध्य प्रदेश में धार्मिक स्थलों की यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए शुरू की गई पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा अक्टूबर में दो हेलीकॉप्टरों के साथ फिर से शुरू होगी। यह सेवा पहली बार 16 जून को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा उज्जैन से शुरू की गई थी, लेकिन इसके बाद किसी अन्य यात्री ने इसका लाभ नहीं उठाया। अम उजाला ने 24 अगस्त के अंक में सपना धराशाई...दूसरी उड़ान नहीं भर सकी पीएमश्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा, सीएम ने किया था शुभारंभ शीर्षक से खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। इसके पहले विमानन विभाग के अधिकारी हेली सेवा को लेकर गोलमोल जवाब दे रहे थे। अब अधिकारियों का कहना है कि बरसात के चलते हेलीकॉप्टर की सेवा को रोका गया है। दो हेलीकॉप्टरों से बरसात के बाद सेवा को दोबारा शुरू किया जाएगा। 
    पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा की पहली उड़ान उज्जैन से ओंकारेश्वर के लिए संचालित की गई थी, जिसमें एक परिवार ने यात्रा की। इसके बाद, सेवा की दूसरी उड़ान संभव नहीं हो पाई। इसका मुख्य कारण यात्रियों की कमी को बताया गया। अब नई योजना के अनुसार, दो हेलीकॉप्टरों के साथ धार्मिक हेली सेवा को फिर से शुरू किया जाएगा। इस सेवा में न केवल उज्जैन से ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर जैसे प्रमुख ज्योतिर्लिंगों को जोड़ने की योजना है, बल्कि इसके विस्तार के तहत प्रदेश के अन्य धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों जैसे मैहर, दतिया, और ओरछा को भी शामिल किया जाएगा। योजना में हेलीकॉप्टरों की संख्या बढाई जाएगी,जिससे अधिक से अधिक यात्री इस सेवा का लाभ उठा सकें।
    साभार अमर उजाला

  • PM मोदी की सुप्रीम कोर्ट के जजों से अपील, महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर फैसलों में आए तेजी

    कोलकाता रेप कांड की सीबीआई जांच के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए देश को उनके खिलाफ अपराध के मामलों में तेजी से फैसले की जरूरत है। इस दौरान देश के मुख्य न्यायधीश डीवीआई चंद्रचूड़ सहित सुप्रीम कोर्ट के कई बड़े जज मौजूद थे। आपको बता दें कि इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया था और पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर कई सवाल खड़े किए थे।
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, बच्चों की सुरक्षा, समाज की गंभीर चिंता है। देश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई कठोर कानून बने हैं, लेकिन हमें इसे और सक्रिय करने की जरूरत है। महिला अत्याचार से जुड़े मामलों में जितनी तेजी से फैसले आएंगे, आधी आबादी को सुरक्षा का उतना ही बड़ा भरोसा मिलेगा।"
    आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में टिकट और सिक्के का अनावरण किया। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए ये बातें कही हैं।
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,"न्याय में देरी को खत्म करने के लिए बीते एक दशक में कई स्तर पर काम हुए हैं। पिछले 10 वर्षों में देश ने न्यायिक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए लगभग 8 हजार करोड़ रुपए खर्च किए हैं। पिछले 25 साल में जितनी राशि न्यायिक बुनियादी ढांचा पर खर्च की गई, उसका 75 प्रतिशत पिछले 10 वर्षों में ही हुआ है।"
    पीएम मोदी ने कहा, "हमारे लोकतंत्र में न्यायपालिका संविधान की संरक्षक मानी गई है ये अपने आप में एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। हम संतोष के साथ कह सकते हैं कि हमारी सुप्रीम कोर्ट, हमारी न्यायपालिका ने इस जिम्मेदारी का बखूबी निर्वाहन प्रयास किया है। आजादी के बाद न्यायपालिका ने न्याय की भावना की रक्षा की, जब-जब देश की सुरक्षा का प्रश्न आया तब न्यायपालिका ने राष्ट्र हित सर्वोपरि रखकर भारत की एकता की रक्षा की।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • चंपई सोरेन के बाद लोबिन हेम्ब्रम ने भी भाजपा का हाथ थामा

    रांची। विपक्ष को एक और बड़ा झटका लगा है। चंपई सोरेन के बाद अब लोबिन हेम्ब्रम ने भाजपा का हाथ थाम लिया है। बता दें, हाल ही में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने विधायक लोबिन हेम्ब्रम को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया था। 
    प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की मौजूदगी में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) से निष्कासित नेता हेम्ब्रम भाजपा में शामिल हो गए।
    गौरतलब है, 30 अगस्त को चंपई सोरेन ने झामुमो से इस्तीफा देने के बाद आधिकारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। सोरेन बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ यहां आयोजित एक समारोह में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। केंद्रीय मंत्री सिंह ने 'टाइगर जिंदा है' कहते हुए पार्टी में उनका स्वागत किया था। इस मौके पर वरिष्ठ आदिवासी नेता (67) भावुक नजर आए। दरअसल, सोरेन झारखंड में 'कोल्हान टाइगर' के नाम से भी मशहूर हैं।
    साभार अमर उजाला

  • शंभू बॉर्डर पहुंची विनेश फोगाट, बोलीं - बड़ा दिल दिखाए सरकार

    नई दिल्ली. शंभू बॉर्डर पर लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन को शनिवार को 200 दिन पूरे हो गए हैं. इस मौके पर किसानों ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन की योजना बनाई है. इसी बीच शनिवार को ओलंपियन रेसलर, महिला पहलवान विनेश फोगाट शंभू बॉर्डर पहुंची. यहां किसानों ने उनका माला पहनाकर स्वागत और सम्मान किया. जानकारी के अनुसार, इस विशेष कार्यक्रम में विनेश फोगाट को उनके समर्थन के लिए किसान आंदोलन के नेताओं द्वारा सम्मानित किया गया है.
    विनेश फोगाट ने किसानों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हुए कहा, "किसान अपने अधिकारों के लिए लंबे समय से यहां बैठे हैं, लेकिन उनकी ऊर्जा अभी भी कम नहीं हुई है. मैं खुद को भाग्यशाली मानती हूं कि मैं एक किसान परिवार में पैदा हुई. आपकी बेटी आपके साथ है. हमें अपने अधिकारों के लिए खड़ा होना होगा, क्योंकि कोई और हमारे लिए नहीं आएगा. मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि आपकी मांगे पूरी हों, और जब तक आप अपने अधिकार नहीं ले लेते, तब तक वापस न लौटें." उन्होंने कहा कि 'हम जब अपनी मांगों के लिए अपनी आवाज उठाते हैं तो यह हर बार राजनीतिक नहीं होता. आपको हमारी बात सुननी चाहिए.'
    उन्होंने आगे कहा, "यह हमेशा जाति या कुछ और के बारे में नहीं होता. मैं प्रार्थना करती हूं कि आपको आपके अधिकार मिलें, और हमारी बेटियां आपके साथ हैं."
    साभार आज तक 

  • सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा-  मैं 100 बार शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पैर छूने और माफी मांगने के लिए तैयार

    नई दिल्ली। महाराष्ट्र और देश भर के लिए बड़े नायक माने जाने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के आंधी में ढहने का मुद्दा राज्य सरकार के लिए भारी पड़ रहा है। इस मसले पर पूरी सरकार ही बैकफुट पर आ गई है और किसी तरह इससे बचने की कोशिश में है। चुनावी सीजन से पहले शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने से विपक्ष को बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल गया है। यही वजह है कि एक तरफ सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैं 100 बार शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पैर छूने और माफी मांगने के लिए तैयार हूं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज पूजनीय हैं और उन्हें राजनीति से दूर रखना चाहिए।
    सिंधुदुर्ग में लगी इस मूर्ति के गिरने पर अजित पवार ने भी दुख जताया है। उन्होंने कहा कि मैं महाराष्ट्र की 13 करोड़ जनता से इस पर माफी मांगता हूं। वह लगातार कह रहे हैं कि मैं 13 करोड़ लोगों से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। महाराज शिवाजी की प्रतिमा गिरना हमारे लिए एक सदमे जैसा है। अजित पवार ने कहा, 'इस मामले में दोषी पाए गए ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। राज्य के डिप्टी सीएम के तौर पर मैं माफी मांगता हूं। मेरा वादा है कि भविष्य में अब राज्य में ऐसी कोई घटना नहीं होने दी जाएगी।'
    एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाराज शिवाजी महाराष्ट्र के संरक्षक देवता हैं। मैं उनके 100 बार पैर छूकर माफी मांगने के लिए तैयार हूं। वहीं भाजपा नेता और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी इसे लेकर दुख जताया है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि महाराज की प्रतिमा का निर्माण भारतीय नौसेना की देखरेख में हुआ था। इसमें राज्य सरकार का कोई रोल नहीं था। फडणवीस का कहना था कि राज्य सरकार इससे भी बड़ी शिवाजी की प्रतिमा लगवाएगी और उनके सम्मान को बरकरार रखा जाएगा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान 

     

  • शैलजा को कांग्रेस से झटका, किसी भी सांसद को चुनाव लड़ने की नदीं ही जाएगी अनुमति

    हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने का सपना देख रहे कांग्रेस सांसदों को झटका लगा है। पार्टी ने साफ कर दिया है कि किसी भी सांसद को चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस ऐलान के साथ ही कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। दरअसल, दोनों ही सांसदों ने विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। इधर, भारतीय जनता पार्टी ने गुटबाजी को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। साथ ही शैलजा को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने की चुनौती दी है।
    खास बात है कि यह ऐलान ऐसे समय पर आया है, जब अटकलें थीं कि हरियाणा कांग्रेस में वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और शैलजा को लेकर गुटबाजी जारी है। दोनों ही नेता अलग-अलग कार्यक्रम और घोषणाएं करते भी देखे गए थे।
    कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया ने बुधवार को कहा कि पार्टी के किसी भी सांसद को विधानसभा चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। बाबरिया से सवाल किया गया कि कुछ सांसद भी चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘किसी को इजाजत नहीं दी जाएगी।’
    उन्होंने बताया कि प्रदेश की 90 विधानसभा सीट के लिए 2500 से अधिक आवेदन आए हैं जिनमें से कई लोगों के साक्षात्कार भी किए गए हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि जिन विधायकों के खिलाफ जमीन पर माहौल होगा, उनके टिकट काटे जा सकते हैं। हरियाणा में सभी 90 विधानसभा सीट के लिए एक अक्टूबर को मतदान होगा। मतगणना चार अक्टूबर को होगी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • हिट एंड रन के बढ़ते मामलों पर नितिन गडकरी ने कहा- बच्चों को गाड़ी चलाने की इजाजत देने वाले अभिभावकों को शर्मिंदा करने की जरूरत

    नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हिट एंड रन के बढ़ते मामलों पर बात करते हुए कहा है कि ऐसे अभिभावकों के नाम को सामने लाने और उन्हें शर्मिंदा करने की जरूरत है जो ऐसे बच्चों को गाड़ी चलाने की इजाजत दे देते हैं। उन्होंने कहा, "ट्रैफिक नियमों को तोड़ने के लिए जुर्माने में भारी बढ़ोतरी के बावजूद लोग नियम तोड़ रहे हैं। लोग नियमों को अनदेखी करते हैं और उन्हें नियम तोड़ने का कोई डर नहीं है।"
    फिक्की रोड सेफ्टी अवार्ड्स एंड कॉन्क्लेव 2024 के छठे संस्करण में बोलते हुए गडकरी ने आगे कहा कि उन्होंने इंजीनियरों से कहा है कि नेशनल हाईवे के बीच या डिवाइडर के नए डिजाइन तैयार करे जिस पर से कोई पर न कर सके। उन्होंने कहा है कि ऐसे लोगों को रोकने का यही एकमात्र उपाय है। नितिन गडकरी ने डिवाइडर पार करने वालों पर तंज कसते हुए कहा कि देश में कुछ लोग खुद को खास समझते हैं और सड़क पार करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
    नितिन गडकरी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने शहरी क्षेत्रों से गुजरने वाले हाइवे पर रैंप के प्रावधान के साथ और अधिक फुटओवर ब्रिज बनाने का भी फैसला किया है ताकि दोपहिया वाहन उनका प्रयोग कर सकें।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बंगाल बंद के दौरान हिंसा, भाजपा नेता पर ताबड़तोड़ फायरिंग

    कोलकाता। भाजपा के बंगाल बंद के दौरान हिंसा की घटना सामने आई है। एक भाजपा नेता ने दावा किया है कि उनकी कार पर सामने से टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने फायरिंग की है। इस गोलीबारी में दो लोग जख्मी हुए हैं। यह घटना उत्तर 24 परगना के भाटपारा इलाके की है। एक पार्टी लीडर ने कहा कि हत्या के प्रयास में यह फायरिंग की गई और कुल 7 गोलियां चलाई गई थीं। भाजपा नेता प्रियांगु पांडे ने कहा कि सत्ताधारी दल से जुड़े लोगों ने यह हमला किया है। उनकी कार के शीशे में दिख रहे गोलियों के निशान वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
    इस मामले की जानकारी देते हुए बंगाल भाजपा के नेता अर्जुन सिंह ने कहा कि यह टीएमसी के लोगों ने किया है। उन्होंने कहा कि प्रियांगु पांडे हमारी पार्टी के नेता हैं। वह आ रहे थे तो उनकी गाड़ी पर बम चलाया गया। गाड़ी न रुकने पर फिर गोलियां चलाई गईं। एक गोली ड्राइवर के सिर के पास लगी है। इसके अलावा एक अन्य व्यक्ति रवि सिंह को मारा गया। प्रियांगु पांडे की हत्या करने की साजिश थी और भगवान के आशीर्वाद से वह किसी तरह से बच गया। उन पर गोली चलाने वाले लोग जुआ खेलने का रैकेट चलाते हैं और यह सब एसीपी की निगरानी में हुआ।
    उन्होंने कहा कि एसीपी ने मंगलवार को ही कह दिया था कि भाटपारा में भाजपा का कोई आदमी बंगाल बंद के वक्त दिखना नहीं चाहिए। अर्जुन सिंह ने कहा कि जिन दो लोगों पर हमला हुआ है, उनमें से एक की हालत गंभीर है। भाजपा लीडर ने कहा कि टीएमसी के पास अब कुछ बचा नहीं है। इनके पास दो ही चीजें हैं- पुलिस और गुंडा। इनके खिलाफ प्रदर्शन करके भी कुछ होने वाला नहीं है। हमें प्रतिक्रिया के बारे में सोचना होगा। अर्जुन सिंह ने इस घटना के विरोध को लेकर कहा कि पहले तो जान ही बचा ली जाए। उसके बाद कुछ किया जाएगा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आईबी के अलर्ट के बाद RSS प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा बढ़ाई

    नई दिल्ली. RSS प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है. मोहन भागवत को पहले से ही Z plus श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है. जानकारी के अनुसार,  मोहन भागवत की सुरक्षा को अब जेड प्लस से बढ़ाकर एडवांस सिक्योरिटी लाइजन (ASL) कर दिया गया है. बता दें कि मोहन भागवत की सुरक्षा CISF जवानों के द्वारा की जाती है.
    रिपोर्ट के अनुसार, मोहन भागवत की सुरक्षा आईबी के थ्रेट अलर्ट के बाद बढ़ाई गई है. अब  नई सिक्योरिटी के बाद CISF की टीम उस स्थान पर पहले से ही मौजूद रहेगी जहां मोहन भागवत को जाना होगा. मौजूदा समय में उनकी सुरक्षा में 58 कमांडो क्लॉक वाइज तैनात रहते हैं.
    बता दें कि जिस शख्स को ASL स्तर की सुरक्षा मिलती है उसकी सुरक्षा से संबंधित जानकारी जिला प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य और अन्य विभागों जैसी स्थानीय एजेंसियों की भागीदारी को अनिवार्य करता है. जानकारी के अनुसार, इसमें बहुस्तरीय सुरक्षा घेरा होता है. साथ ही चॉपर यात्रा की अनुमति केवल विशेष रूप से डिजाइन किए गए हेलीकॉप्टरों में ही दी जाती है. जिसके लिए अलग तरह का प्रोटोकॉल होता है.
    साभार आज तक

  • ऑस्ट्रेलिया ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या सीमित करने का किया फैसला

    मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया ने 2025 सत्र के लिए अपने यहां आने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या के सीमित करने का फैसला किया है। इसकी वजह से बढ़ते प्रवासन को बताया जा रहा है। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के पिछले कई वर्षों में बाहर से आने वालों की तादाद रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ी है। इससे यहां घरों के किराये आसमान छू रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के शिक्षा मंत्री जेसन क्लेयर ने बताया कि हम छात्रों जिन पाठ्यक्रमों के लिए छात्रों की संख्या को सीमित करने जा रहे हैं, उसमें उच्च शिक्षा के साथ-साथ व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम भी शामिल हैं। इस कदम से विदेश में उच्च शिक्षा के लिए जाने की उम्मीद रखने वाले भारतीय छात्रों पर भी काफी असर पड़ेगा। इसका सबसे ज्यादा असर पंजाब के छात्रों पर पड़ सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों में ज्यादातर पंजाब के हैं।
    ऑस्ट्रेलिया के माइग्रेशन एजेंट्स रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी के सदस्य सुनील जग्गी ने बताया कि जून 2022 में ऑस्ट्रेलिया में दूसरे देशों से आने वाले छात्रों की संख्या 5.10 लाख तय की गई थी। 2023 में यह संख्या घटाकर 3.75 लाख कर दी गई। अब उन्होंने इसे और कम करने का फैसला किया है। यह फैसला सभी अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर लागू होगा। इसका असर सिर्फ भारतीय छात्रों पर नहीं, बल्कि यहां आने वाले सभी छात्रों पर पड़ेगा। विश्वविद्यालय देशों और राज्यों के हिसाब से कोटा वितरित करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि फरवरी में प्रवेश लेने की तैयारी कर रहे छात्रों पर इस फैसले का असर होगा। पंजाब के छात्र सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। 
    साभार अमर उजाला

  • कोलकाता कांड के विरोध में आज मार्च

    कोलकाता। कोलकाता में आज शहर में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा की आशंका को देखते हुए विरोध मार्च नबन्नो अभिजन के लिए भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। नबन्नो पश्चिम बंगाल सरकार का सचिवालय है जहां से राज्य सरकार काम करती है। इसमें मुख्यमंत्री और अन्य शीर्ष मंत्रियों और अधिकारियों के कार्यालय हैं। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 31 वर्षीय डॉक्टर के साथ 9 अगस्त को बलात्कार और हत्या के लिए न्याय की मांग करने के लिए एक अपंजीकृत संगठन ने छात्र संगठन होने का दावा करते हुए राज्य सचिवालय तक विरोध मार्च की घोषणा की है।
    वहीं पुलिस का कहना है कि उन्हें इस विरोध मार्च में साजिश की बू आ रही है। पुलिस ने कहा है कि नागरिकों के गुस्से का दुरुपयोग करके पश्चिम बंगाल में अराजकता फैलाने की साजिश की जा रही है। कोलकाता पुलिस का दावा है कि उनके पास सूचना है कि "नबन्ना अभिजन" का आयोजन करने वाले व्यक्तियों में से एक ने एक प्रमुख शख्स ने फाइव स्टार होटल में एक राजनीतिक पार्टी के नेता से मुलाकात की है। पुलिस का यह भी दावा है कि उनके पास खुफिया जानकारी है कि इस मार्च में पुलिस को बल प्रयोग करने के लिए उकसा कर बड़े पैमाने पर अराजकता पैदा करने की साजिश की जा रही है।
    NDTV ने एक शीर्ष अधिकारी के हवाले से बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 6,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा और बैरिकेडिंग के लिए 19 जगहों की पहचान की गई है। लगभग 26 पुलिस उपायुक्त अलग अलग इलाके में तैनात किए जाएंगे। हेस्टिंग्स, फर्लांग गेट, स्ट्रैंड रोड और हावड़ा जैसे जगहों पर भारी मात्रा में तैनाती की जायेगी और सुबह 8 बजे बैरिकेडिंग शुरू हो जाएगी। इस बीच तृणमूल कांग्रेस ने "नबन्ना अभिजन" के आयोजन को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। बीजेपी ने दावा किया है कि दबाव में आकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस का सहारा लिया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अब जापान के हवाई क्षेत्र में विमान लेकर घुसा चीन, बढ़ सकता है तनाव

    अब चीन जापान के हवाई क्षेत्र में दखल दे रहा है। सोमवार को ही जापान ने इसकी जानकारी दी है और कहा है कि चीन ने हमारे हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है। खास बात है कि यह पहली बार है जब कोई चीनी विमान ने ऐसा काम किया हो। इसे लेकर जापान सरकार ने चीन के कार्यकारी राजदूत को तलब किया और विरोध दर्ज कराया है।
    जापान मंत्रालय का कहना है कि सोमवार सुबह 11 बजकर 29 मिनट पर Y-9 निगरानी विमान ने ईस्ट चाइना सी में नागासाकी प्रांत में दांजो द्वीपों के पास हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। जापान का कहना है कि चीन का विमान क्षेत्र में करीब 2 मिनटों तक रहा, जिसके चलते 'आपातकालीन' स्थिति में जापान को भी लड़ाकू विमान तैनात करने पड़ गए थे।
    समाचार एजेंसी एएनआई ने जापान की मीडिया के हवाले से लिखा है कि इस घटनाक्रम से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है। जापान के विदेश मंत्रालय ने बताया है कि उपविदेश मंत्री मासाताका ओकानो ने चीन के कार्यकारी राजदूत को तलब किया और 'बेहद गंभीर विरोध' दर्ज कराया है। साथ ही इसे रोकने के लिए उपाय करने के लिए कहा है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस-एनसी की सरकार बनी तो जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान में मिला देंगे : जीतन राम मांझी

    गया। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल काॅन्फ्रेंस की सरकार बनी तो वह लोग राज्य पाकिस्तान से मिला देगें। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह लोग सत्ता के लिए आतंकी हिजबुल से भी हाथ मिला सकते हैं। बता दें कि उक्त बयान से पहले केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया पर भी कहा था कि कश्मीर में चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान और हिजबुल के साथ भी गठबंधन कर सकती है। 
    सोमवार रात गया जिले के महकार गांव में स्थित अपने पैतृक आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यह एनडीए का अभिमत है कि कांग्रेस वाले लोग अब्दुल्ला से हाथ मिला रहे हैं। अब्दुल्ला की क्या रीति और नीति रही है? यह कांग्रेस से छिपा हुआ है? लेकिन, अब तो स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में फिर 370 लागू करना चाहता है। यह सभी लोग एससी-एसटी के विरोधी हैं। अब्दुल्ला से हाथ मिलाने का मतलब साफ है कि कांग्रेस उसी एजेंडे पर काम कर रही है। जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में अगर जीत गए तो पाकिस्तान से मिला देगें।
    साभार अमर उजाला

  • ग्वालियर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में सीएम डॉ. यादव करेंगे वन टू वन चर्चा

    भोपाल। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में गुरुवार को एक रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन होने जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में आयोजित इस कॉन्क्लेव में देश-विदेश के प्रमुख उद्योगपति शामिल होंगे।  प्रदेश में अगले साल होने वाली जीआईएस के पहले रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। कॉन्क्लेव काआयोजन ग्वालियर के राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में होगा। इसमें  मुख्यमंत्री डॉ. यादव, केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, राज्य सरकार के मंत्री और देश-विदेश के प्रतिष्ठित उद्योगपति एवं निवेशक शामिल होंगे।
    ग्वालियर में हो रहे इस कॉन्क्लेव का मुख्य उद्देश्य यहां के सांस्कृतिक और औद्योगिक धरोहर के साथ निवेश के नए अवसरों को उजागर करना है। इस आयोजन के माध्यम से देश-विदेश के उद्योगपति इस क्षेत्र में निवेश के लिए प्रोत्साहित होंगे, जिससे न केवल प्रदेश के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यहां के युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे। इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 40 से ज्यादा सेक्टर की प्रदर्शन आयोजित की जाएगी। इसमें उद्योगपतियों से वन टू वन चर्चा भी आयोजित होगी। जानकारी के अनुसार इस कॉन्क्लेव में 7 देशों के ट्रेड कमिश्नरों ने अपनी उपस्थिति की सहमति दी है।  इसमें सात देशों के निवेशक शामिल होंगे। जिसमें नीदरलैंड, जाम्बिया, कनाडा, कोस्टारिका, ताइवान, टोंगो और घाना शामिल है।  इसके अलावा, अडानी समूह के करन अडानी और एक्सेंचर जैसी विश्वविख्यात कंपनियों के सीईओ सहित कई प्रमुख उद्योगपति और निवेशक भी इस कार्यक्रम में भाग लेने आ रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने जारी की 44 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट

    जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में पहले चरण के लिए 15. दूसरे चरण के लिए 10 तो तीसरे चरण में होने वाली वोटिंग के लिए 19 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है. बता दें कि जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव होने हैं.
    इस लिस्ट की खास बात ये है कि इसमें पूर्व डिप्टी सीएम और जम्मू-कश्मीर विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. निर्मल सिंह को टिकट नहीं मिला है. निर्मल सिंह ने 2014 में बिलावर विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी. वहीं, कविंद्र गुप्ता को भी टिकट नहीं मिला है. हालांकि, अटकलें हैं कि कविंद्र गुप्ता के नाम का ऐलान अगली लिस्ट में किया जा सकता है. 
    बीजेपी ने कश्मीर घाटी की दो सीटों से कश्मीरी पंडित को अपना उम्मीदवार बनाया है. शंगस-अनंतनाग पूर्व से वीर सराफ और हब्बाकदल से अशोक भट्ट को उम्मीदवार बनाया गया है. 
    बता दें कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर रविवार को नई दिल्ली में बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई थी. इस मीटिंग में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे. इस मीटिंग में चुनावी रणनीति, मुद्दों, उम्मीदवारों के नाम और राज्य में पीएम मोदी की संभावित रैलियों पर चर्चा हुई थी. इस मीटिंग के बाद अटकलें लगाई जा रही थीं कि बीजेपी सोमवार सुबह तक उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर देगी.
    सूत्रों के मुताबिक, इस मीटिंग में तय हुआ कि पीएम मोदी की कश्मीर में एक से दो रैली होगी जबकि जम्मू में पीएम मोदी 8 से 10 रैलियां करेंगें.बता दें कि राज्य की 90 विधानसभा सीटों पर मतदान के लिए चुनाव आयोग ने चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया है. जम्मू कश्मीर में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान होगा. सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव 3 चरणों में कराए जाएंगे. विधानसभा चुनाव के नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे. पहले फेज में 24 सीटों पर, दूसरे फेज में 26 सीटों पर और तीसरे फेज में 40 सीटों पर मतदान होना है.
    साभार आज तक

  • मायावती ने एससी-एसटी आरक्षण को लेकर कांग्रेस पर बोला हमला, भाजपा की तारीफ

    लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने एक बार फिर एससी-एसटी आरक्षण को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है। मायावती ने गेस्ट हाउस कांड का जिक्र कर सपा और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। बसपा सुप्रीमो ने कांग्रेस की चुप्पी पर सवाल उठाए। मायावती ने आरोप लगाया कि केंद्र में सरकार होते हुए भी कांग्रेस ने अपना दायित्व नहीं निभाया था। इस दौरान मायवती ने भाजपा की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि भाजपा ने उन्हें बचाया था। 
    मायावती ने सोमवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट की। इसमें लिखा सपा जिसने 2 जून 1995 में बीएसपी द्वारा समर्थन वापिसी पर मुझ पर जानलेवा हमला कराया था तो इस पर कांग्रेस कभी क्यों नहीं बोलती है? जबकि उस दौरान केन्द्र में रही कांग्रेसी सरकार ने भी समय से अपना दायित्व नहीं निभाया था।
    तभी फिर मान्य. कांशीराम जी को अपनी बीमारी की गम्भीर हालत में भी हॉस्पिटल छोड़कर रात को इनके मा. गृह मंत्री को भी हड़काना पड़ा था तथा विपक्ष ने भी संसद को घेरा, तब जाकर यह कांग्रेसी सरकार हरकत में आई थी। क्योंकि उस समय केन्द्र की कांग्रेसी सरकार की भी नीयत खराब हो चुकी थी, जो कुछ भी अनहोनी के बाद यहां यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाकर, पर्दे के पीछे से अपनी सरकार चलाना चाहती थी, जिनका यह षड़यंत्र बीएसपी ने फेल कर दिया था।
    साभार अमर उजाला 

  • इजरायल की सेना ने लेबनान में दर्जनों 'आतंकवादी ठिकानों' पर 100 लड़ाकू विमानों से किया हमला

    नई दिल्ली. रविवार को इजरायल की सेना ने लेबनान में दर्जनों 'आतंकवादी ठिकानों' पर करीब 100 लड़ाकू विमानों से हमला किया, जबकि ईरान समर्थित ग्रुप हिजबुल्लाह एक बड़े हमले की तैयारी कर रहा था. इसके बाद जवाब में, हिजबुल्लाह ने लेबनान से इजरायली क्षेत्र की ओर 320 से अधिक कत्युशा रॉकेट दागे. मिसाइलों और विस्फोटकों से लदे ड्रोनों की बौछार की जिम्मेदारी लेते हुए, हिजबुल्लाह ने कहा कि उसने अपने सैन्य कमांडर फुआद शुक्र की हत्या के जवाब में हमला शुरू किया है.
    रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, लेबनान स्थित ग्रुप ने कहा कि उसने एक चिन्हित 'विशेष सैन्य टार्गेट के साथ-साथ इजरायल के आयरन डोम प्लेटफॉर्म और अन्य साइटों पर हमला किया." इसने यह भी दावा किया कि इसके हमलों का 'पहला फेज' पूरी तरह से सफल रहा.
    इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने अगले 48 घंटों के लिए इमरजेंसी का ऐलान किया, जबकि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उत्तर में बढ़ती स्थिति को संबोधित करने के लिए एक हाई लेवल मीटिंग की अध्यक्षता की.
    Times of Israel की रिपोर्ट के मुताबिक, नेतन्याहू ने मीटिंग के दौरान कहा, "हम अपने देश की रक्षा करने, उत्तर के निवासियों को सुरक्षित उनके घरों में वापस लाने   के लिए हर कोशिश करेंगे. जो कोई भी हमें नुकसान पहुंचाता है, हम उसे नुकसान पहुंचाएंगे."
    साभार आज तक 

  • महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले अपराधियों के लिए और मजबूत और सख्त बना रहे कानून  : पीएम मोदी

    मुंबई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महाराष्ट्र के जलगांव में आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन में शिरकत की और जनसभा को संबोधित किया. कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या की घटना से उपजे आक्रोश के बीच पीएम मोदी ने कहा कि हम महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले अपराधियों के लिए कानून को मजबूत और सख्त बना रहे हैं.
    प्रधानमंत्री ने कहा कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए. जो लोग अपराधियों को बचाते हैं, उन्हें भी बख्शा नहीं जाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, पुलिस विभाग जो भी इसमें शामिल हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार आती-जाती रहती है, हमें अपनी महिलाओं की सुरक्षा करनी है. जो लोग महिलाओं के खिलाफ अपराध करते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.'
    महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को लेकर पीएम मोदी ने कहा, 'आज मैं एक बार फिर देश के हर राजनीतिक दल से कहूंगा और राज्य सरकार से कहूंगा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य पाप है. दोषी कोई भी हो, वो बचना नहीं चाहिए. उसको किसी भी रूप में मदद करने वाले बचने नहीं चाहिए. अस्पताल हो, स्कूल हो, दफ्तर हो या फिर पुलिस व्यवस्था... जिस भी स्तर पर लापरवाही होती है सबका हिसाब होना चाहिए.'
    PM ने आगे कहा, 'महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले अपराधियों के लिए हम कानून को मजबूत और सख्त बना रहे हैं. पहले शिकायतें आती थीं कि एफआईआर दर्ज नहीं होती थी, हम बीएनएस लाए और इसमें कई संशोधन किए. अगर महिला थाने नहीं जाना चाहती तो वह ई-एफआईआर दर्ज करा सकती है.ई-एफआईआर में कोई बदलाव या छेड़छाड़ नहीं कर सकता. शादी के बाद महिलाओं के खिलाफ अपराध की शिकायतें आती थीं, हमने बीएनएस में संशोधन किए हैं. महिलाओं के खिलाफ अपराध के लिए केंद्र सरकार राज्य सरकार के साथ है.'
    पीएम मोदी ने कहा कि भारत की मातृशक्ति ने हमेशा समाज और राष्ट्र के भविष्य को बनाने में बहुत बड़ा योगदान दिया है और आज जब हमारा देश विकसित बनने के लिए मेहनत कर रहा है, तो फिर से हमारी मातृशक्ति आगे आ रही है. पीएम ने कहा, 'मैं आज चुनौती देता हूं- पहले की सरकारों के सात दशक एक तरफ रख लीजिए और दूसरे तराजू में मोदी सरकार के 10 साल रख लीजिए... जितना काम मोदी सरकार ने देश के बहन-बेटियों के लिया किया है, वो आजादी के बाद किसी सरकार ने नहीं किया है.'
    साभार आज तक

  • विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के पांच पार्षद भाजपा में हुए शामिल

    नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। आप के पांच पार्षद भाजपा में शामिल हो गए हैं। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और बीजेपी नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी की मौजूदगी में आप पार्षद भाजपा में शामिल हुए।
    रविवार को आम आदमी पार्टी (आप) के पांच पार्षदों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। भाजपा में शामिल होने वाले पार्षदों में वार्ड 178 से सुगंधा बिधूड़ी, वार्ड 28 से राम चन्द्र, वार्ड 30 से पवन सहरावत, वार्ड 180 से मंजू निर्मल, वार्ड 177 से ममता पवन शामिल हैं। 
    आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा, 'एकीकृत पेंशन योजना नई पेंशन योजना से भी ज्यादा खराब है। यह देश के कर्मचारियों के साथ एक बहुत बड़ा धोखा है। इस पेंशन योजना से देश के अर्ध सैनिक बलों को निकालकर बाहर कर दिया गया है। वो इस दायरे में नहीं आएंगे क्योंकि उनकी सर्विस 25 साल की होती ही नहीं है।'
    उन्होंने आगे कहा कि हर महीने 10 प्रतिशत पेंशन के नाम पर कटेगा और उसके बाद पूरा पैसा सरकार अपने पास रख लेगी। अंतिम के 12 महीनों का औसत निकालकर 6 महीने की तनख्वाह दे दी जाएगी। कुल मिलाकर यह NPS से भी ज्यादा बेकार योजना है। देश के कर्मचारियों के साथ मोदी सरकार ने बहुत बड़ा धोखा किया है।
    साभार अमर उजाला

  • बदलापुर कांड के विरोध में धरने पर बैठे शरद पवार, कहा- महाराष्ट्र में अब ऐसा कोई दिन नहीं बीतता जब महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की खबरें न सुनने को मिलें

    नई दिल्ली. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने बदलापुर में हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल होकर लोगों को शपथ दिलाई और एक जनसभा को संबोधित किया. शरद पवार ने कहा, "हम यहां एक दुखद और चिंताजनक घटना के खिलाफ एकत्र हुए हैं. महाराष्ट्र में अब ऐसा कोई दिन नहीं बीतता जब महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की खबरें न सुनने को मिलें. यह वही राज्य है, जहां छत्रपति शिवाजी महाराज ने महिलाओं के सम्मान की रक्षा की थी. जब महाराज के सामने ऐसा कोई मामला आया, तो उन्होंने तुरंत कठोर कदम उठाते हुए आरोपी के हाथ कटवा दिए थे."
    उन्होंने आगे कहा, "सरकार को इस घटना को गंभीरता से लेना चाहिए. यह कहना कि विपक्ष राजनीति कर रहा है, जब वह एक घटना के खिलाफ आवाज उठाता है या प्रदर्शन करता है, यह दिखाता है कि सरकार कितनी असंवेदनशील है."
    बदलापुर घटना के विरोध में आयोजित प्रदर्शन के दौरान एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "बाबासाहेब आंबेडकर ने सभी को अधिकार दिए हैं, लेकिन राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. कुछ घटनाएं तो बार-बार दोहराई जा रही हैं। कुछ मामलों में पुलिस की लापरवाही सामने आई है, और लोगों में अब पुलिस का डर नहीं रहा है। पुणे में भी ड्रग्स और कोयता गैंग जैसी कई घटनाएं हुई हैं, जिन्हें देखते हुए मैं ऐसी घटनाओं की कड़ी निंदा करती हूं."
    साभार आज तक

  • उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और शरद पवार से कहा- मुख्यमंत्री पर कर ले फैसला, भले ही नहीं करे घोषणा

    मुंबई। महाराष्ट्र में इसी साल अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। महा विकास अघाड़ी में शामिल घटक दल एक-दूसरे पर दबाव बना रहे हैं। उद्धव बालासाहेब ठाकरे सेना गुट का नेतृत्व कर रहे उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरदचंद्र पवार से कहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले सहयोगियों के बीच मुख्यमंत्री का चेहरा तय हो जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा है कि आप चाहो तो सार्वजनिक रूप से उस नाम की घोषणा नहीं भी कर सकते हो।
    उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और एनसीपी नेतृत्व को इस बारे में बता दिया है। ठाकरे दोनों दलों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि वे या तो मुख्यमंत्री पद के लिए किसी उम्मीदवार का चयन करें या फिर उनके नाम को स्वीकार कर लें। उद्धव लगातार उनके साथ बैठकों में इस मुद्दे को उठाते हैं और सार्वजनिक रूप से भी इसे दोहराते हैं।
    उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ पिछली बैठक में कहा था, "मैं नहीं चाहता कि भाजपा के साथ हमारा अनुभव दोहराया जाए। हम 25-30 साल से साथ थे और हम इस बात पर सहमत थे कि सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली पार्टी का मुख्यमंत्री बनेगा। इस तर्क से अगर आप ज्यादा सीटें जीतते हैं तो आप मुख्यमंत्री बन जाएंगे। इसलिए मैं आपको संख्या बल में नीचे गिरा दूंगा। ऐसे में गठबंधन का उद्देश्य क्या है?"
    इससे पहले कांग्रेस के एक नेता ने कहा था कि महा विकास आघाडी (एमवीए) के घटक दलों के बीच आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे का मुख्य मापदंड जीतने की क्षमता होगी और इस पर सौहार्दपूर्ण ढंग से जल्द से जल्द काम किया जाएगा। कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष नसीम खान ने पीटीआई को बताया था कि एमवीए पहले से ही चुनाव एवं प्रचार मोड में है और यह 16 अगस्त को अपने पदाधिकारियों की एक संयुक्त बैठक भी कर चुका है।
    उन्होंने कहा, ‘‘जीत की संभावना सहयोगी दलों के बीच सीट बंटवारे का आधार होगी और इस पर जल्द से जल्द सौहार्दपूर्ण तरीके से काम किया जाएगा।’’ खान ने एमवीए की जीत का भरोसा जताते हुए कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव के नतीजे विधानसभा चुनावों में निश्चित रूप से दोहराए जाएंगे।’’ उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ ‘महायुति’ (जिसमें शिवसेना, भाजपा और राकांपा शामिल हैं) के झूठे वादे और फर्जी बातें सबसे सामने आ गई हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बदलापुर यौन उत्पीड़न केस : आरोपी की मां बोली- मेरे बेने ने कुछ गलत किया है तो उसे मौत की सजा दे दो

    बदलापुर यौन उत्पीड़न केस ने पूरे महाराष्ट्र को आक्रोशित कर दिया था। इस मामले में आरोपी की मां ने गुरुवार को कहा, "अगर मेरे बेटे ने कुछ गलत किया है, तो अदालत को उसे मौत की सजा देनी चाहिए।" उन्होंने कहा कि यह संभव नहीं है कि उनके बेटे ने बच्चों के साथ मारपीट की हो। आपको बता दें कि आरोपी ने पिछले दो सालों में तीन बार शादी की है और उसकी तीसरी पत्नी अब पांच महीने की गर्भवती है।
    आरोपी की मां स्कूल के दूसरे सेक्शन में सफाईकर्मी का काम करती है। हाल ही में उसका छोटा बेटा जो स्कूल में काम करता था वह दूसरे सेक्शन में चपरासी बन गया। इसके बाद उसने संदिग्ध को स्कूल में सफाईकर्मी का काम दिलवा दिया। आरोपी बदलापुर के खरवई गांव में अपनी मां, पिता, छोटे भाई और पत्नी के साथ रहता है।
    भीड़ द्वारा अपने घर में तोड़फोड़ किए जाने के बाद परिवार अपनी जान को लेकर डरा हुआ है। पुलिस ने वहां सुरक्षा बढ़ा दी है। स्कूल में सफाईकर्मी का काम करने से पहले आरोपी अपनी मां के साथ हाउसिंग सोसाइटी में सफाईकर्मी का काम करता था।
    सूत्रों ने बताया कि आरोपी की पहली दो पत्नियां शादी के तुरंत बाद उसे छोड़कर चली गईं। मामले के लिए गठित एसआईटी ने आठ टीमें गठित की हैं। एसआईटी ने गुरुवार को स्कूल का दौरा किया और स्कूल द्वारा निलंबित की गई दो महिला परिचारिकाओं का बयान दर्ज किया।
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  • विदेश मंत्रालय का दो टूक जवाब, बांग्लादेश में बाढ़ भारत के कारण नहीं

    नई दिल्ली। बांग्लादेश के सीमावर्ती जिलों में बाढ़ की नौबत आ गई है। पड़ोसी देश ने भारत पर इसका ठीकरा फोड़ा था। हालांकि, भारत ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, ''हमने बांग्लादेश में इस बात पर चिंता व्यक्त की है कि बांग्लादेश की पूर्वी सीमा पर स्थित जिलों में बाढ़ की मौजूदा स्थिति त्रिपुरा में गुमटी नदी के ऊपर डंबूर बांध के खुलने के कारण हुई है। यह तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है।''
    विदेश मंत्रालय ने कहा, ''हम यह बताना चाहेंगे कि भारत और बांग्लादेश से होकर बहने वाली गुमटी नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों में इस साल की सबसे भारी बारिश हुई है। बांग्लादेश में बाढ़ मुख्य रूप से बांध के नीचे की ओर इन बड़े जलग्रहण क्षेत्रों के पानी के कारण है। डंबूर बांध सीमा से काफी दूर स्थित है। यह बांग्लादेश से 120 किलोमीटर ऊपर की ओर स्थित है।''
    पूरे त्रिपुरा और बांग्लादेश के आसपास के जिलों में 21 अगस्त से भारी बारिश जारी है। भारी बाढ़ की स्थिति में स्वचालित रूप से पानी छोड़ा जाता है। अमरपुर स्टेशन द्विपक्षीय प्रोटोकॉल का हिस्सा है, जिसके तहत भारत बांग्लादेश को वास्तविक समय में बाढ़ के आंकड़े भेज रहा है।
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  • आरजी कर कॉलेज मामले की रिपोर्ट सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में की पेश

    नई दिल्ली। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हुई हत्या के मामले में स्टेटस रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश कर दी है। सुप्रीम कोर्ट ने बीती 20 अगस्त को स्वतः संज्ञान लेकर आरजी कर कॉलेज की घटना पर सुनवाई की थी। इसी सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सीबीआई और बंगाल सरकार से घटना की जांच पर स्टेटस रिपोर्ट अदालत में जमा करन का निर्देश दिया था। अब खबर आई है कि सीबीआई ने स्टेटस रिपोर्ट जमा कर दी है और सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा। 
    मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले में सुप्रीम कोर्ट में बंगाल सरकार का पक्ष रखने वाली कानूनी टीम में 21 वकील शामिल हैं। वहीं केंद्र सरकार की कानूनी टीम में 5 वकील शामिल हैं। मंगलवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना पर गंभीर चिंता जताई थी और साथ ही डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए नेशनल टास्क फोर्स गठित करने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने बंगाल सरकार और पुलिस को लेकर भी गंभीर सवाल उठाए। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में अपराध स्थल को सुरक्षित न रख पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने बंगाल पुलिस को फटकार भी लगाई थी। 
    सुप्रीम कोर्ट ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए और पूछा कि कई घंटे बीत जाने के बाद भी प्रिंसिपल ने एफआईआर दर्ज क्यों नहीं कराई। साथ ही मृतका के शव को देखने के लिए उसके परिजनों को कई घंटे इंतजार कराए जाने पर भी सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जाहिर की। आरजी कल मेडिकल कॉलेज में बीते दिनों एक महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। इसे लेकर देशभर के डॉक्टर और मेडिकल छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और रेजीडेंट डॉक्टर्स के संगठन फोरडा भी इस घटना के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • ट्रैक्टर-ट्रालियों के बिना दिल्ली जाने से किसानों का इनकार

    पटियाला (पंजाब)। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले पंजाब व हरियाणा के आला पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की बुधवार को पटियाला के पुलिस लाइन में किसान जत्थेबंदियों के साथ शंभू बॉर्डर को लेकर बैठक हुई। करीब एक घंटा चली बैठक में दोनों पक्षों के बीच कोई सहमति नहीं बन सकी। किसानों ने बिना ट्रैक्टर-ट्रालियों के दिल्ली जाने से साफ इन्कार कर दिया। 
    बैठक में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों को हो रही असुविधा का हवाला देते हुए किसान जत्थेबंदियों को शंभू बॉर्डर खोलने के लिए कहा। जवाब में किसान नेताओं ने कहा कि रास्ता किसानों ने नहीं, बल्कि हरियाणा सरकार ने बंद किया है। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने मोटर व्हीकल एक्ट का हवाला देते हुए कहा कि अगर किसान मांगों को लेकर केंद्र से बात करना चाहते हैं, तो फिर वह ट्रैक्टर-ट्रालियों के बिना जाएं। इस पर किसानों ने कहा कि ट्रैक्टर-ट्रालिया उनके लिए दूसरा घर हैं। हर मौसम में ट्रैक्टर-ट्रालियां किसानों का बचाव करती हैं। इसलिए ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ ही किसानों को आगे बढ़ने की अनुमति दी जाए। 
    साभार अमर उजाला

  • बदलापुर रेप कांड को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी, पुलिस ने अब तक 40 से अधिक लोगों को किया गिरफ्तार, 300 FIR

    मुंबई। बदलापुर में दो नाबालिग लड़कियों के कथित यौन उत्पीड़न को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन जारी है। इस घटना के बाद पुलिस ने अब तक 40 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है और 300 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। गिरफ्तार किए गए लोगों को आज अदालत में पेश किया जाएगा। महाराष्ट्र पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर भी सुरक्षा बढ़ा दी है। मंगलवार को यहां उग्र आंदोलन देखने के मिला था। इसके अलावा, बदलापुर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया गया है।
    रेलवे पुलिस के जीआरपी के डीसीपी मनोज पाटिल ने बताया कि स्थिति अब सामान्य है। उन्होंने कहा, "स्थिति अब सामान्य है। रेलवे की आवाजाही भी सामान्य है। कोई धारा नहीं लगाई गई है। अफवाह न फैले, इसके लिए कुछ दिनों तक इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी।"
    मंगलवार को बदलापुर रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों द्वारा रेलवे ट्रैक जाम करने के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। प्रदर्शनकारियों द्वारा ट्रैक जाम करने के कारण 12 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों का मार्ग बदला गया और 30 लोकल ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया। हालांकि, पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के बाद देर रात 10 घंटे तक रेल सेवा बाधित रहने के बाद फिर से शुरू हो गई।
    मीडिया से बात करते हुए सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) आयुक्त रवींद्र शिसवे ने कहा, "ट्रैक को साफ कर दिया गया है और परिचालन शुरू करने के लिए रिपोर्ट रेलवे परिचालन को भेजी जाएगी।"
    महाराष्ट्र के बदलापुर में एक स्कूल में चौथी कक्षा की दो लड़कियों के साथ कथित यौन उत्पीड़न के मामले ने लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। 17 अगस्त को पुलिस ने लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में एक अटेंडेंट को गिरफ्तार किया। इससे पहले मंगलवार को पुलिस ने गुस्साए लोगों पर आंसू गैस के गोले भी छोड़े, जिन्होंने स्कूल पर पथराव शुरू कर दिया, जहां यह अपराध हुआ था।
    महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को राज्य के बदलापुर जिले के एक स्कूल में दो नाबालिगों के साथ कथित यौन उत्पीड़न की निंदा की और कहा कि मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। फडणवीस ने ठाणे पुलिस आयुक्त को बदलापुर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, सहायक उपनिरीक्षक और हेड कांस्टेबल को तुरंत निलंबित करने का भी आदेश दिया। आरोप है कि इन्होंने बदलापुर की घटना के शुरुआती चरण में कार्रवाई में देरी की।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • लगातार दूसरे साल शीर्ष सेंट्रल बैंकर चुने गए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास, पीएम मोदी ने की सराहना

    नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास को अमेरिका स्थित ग्लोबल फाइनेंस पत्रिका की ओर से लगातार दूसरे वर्ष वैश्विक स्तर पर शीर्ष केंद्रीय बैंकर (सेंट्रल बैंकर) का दर्जा दिया गया। आरबीआई ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि लगातार दूसरे वर्ष, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास को ग्लोबल फाइनेंस सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड्स 2024 में 'ए+' रेटिंग दी गई है।" 
    शक्तिकांत दास को तीन केंद्रीय बैंक गवर्नरों की सूची में शीर्ष पर रखा गया है, जिन्हें ए+ रेटिंग दी गई है। ग्लोबल फाइनेंस पत्रिका के एक बयान के अनुसार, मुद्रास्फीति नियंत्रण, आर्थिक विकास लक्ष्यों, मुद्रा स्थिरता और ब्याज दर प्रबंधन में सफलता के लिए ए से एफ तक के पैमाने पर ग्रेड दिए जाते हैं।
    ग्रेड 'ए' उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है, जबकि 'एफ' पूरी तरह से विफलता के लिए दिया जाता है। डेनमार्क के क्रिश्चियन केटल थॉमसन, भारत के शक्तिकांत दास और स्विट्जरलैंड के थॉमस जॉर्डन को केंद्रीय बैंकरों की 'ए+' श्रेणी में स्थान दिया गया है।

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास को केंद्रीय बैंकरों की वैश्विक रैंकिंग में शीर्ष रेटिंग हासिल करने पर बधाई दी। पीएम ने आरबीआई गवर्नर के नेतृत्व को मान्यता मिलने पर उनकी सराहना की।  उन्होंने एक्स पर कहा, "आरबीआई गवर्नर श्री शक्तिकांत दास को इस उपलब्धि के लिए बधाई, और वह भी दूसरी बार। यह आरबीआई में उनके नेतृत्व और आर्थिक विकास और स्थिरता सुनिश्चित करने की दिशा में उनके काम को मिली मान्यता है।"

    साभार अमर उजाला

  • 23 अगस्त को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जाएंगे अमेरिका, रक्षा सहयोग की मजबूती को लेकर करेंगे चर्चा

    नई दिल्ली। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 23 अगस्त को अमेरिका जाएंगे। वह अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड आस्टिन के निमंत्रण पर 26 अगस्त तक वहां रहेंगे। इस दौरान वह अमेरिकी रक्षा सचिव के साथ बैठक करेंगे। इसमें रक्षा सहयोग की मजबूती को लेकर चर्चा होगी। इसके अलावा रक्षा मंत्री अमेरिकी राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के सहायक जेक सुलविन से मुलाकात करेंगे। 
    पीएम मोदी की न्यूयॉर्क यात्रा से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का अमेरिका दौरा काफी अहम माना जा रहा है। इससे अमेरिका-भारत संबंधों को नई गति मिलेगी। साथ ही रक्षा क्षेत्र में कई सहयोगों में मजबूत आएगी। इसके अलावा अमेरिका दौरे से दोनों देशों के बीच वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के व्यापक होने की उम्मीद है। रक्षा मंत्री अमेरिका की रक्षा उद्योग के साथ गोलमेज बैठक भी करेंगे। इसमें रक्षा उद्योग के साथ चल रहे कामों और भविष्य के रक्षा समझौतों पर चर्चा की जाएगी। यात्रा के दौरान वह भारतीय समुदाय से भी बातचीत करेंगे। 
    साभार अमर उजाला

  • सिद्धारमैया के मुकदमे को लेकर अब टीएमसी ने भी मांगा इस्तीफा

    बेंगुलरु। ज़मीन से जुड़े मामले में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ जब से मुकदमा चलाने की मंजूरी दी है, बीजेपी नैतिकता के आधार पर उनके इस्तीफे की मांग कर रही है। वहीं अब टीएमसी ने भी सिद्धारमैया के मामले को लेकर केंद्र पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कोलकाता के अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी को लेकर ममता सरकार पर निशाना साधा था। राहुल गांधी ने अस्पताल में हुई तोड़फोड़ को आरोपी को बचाने की कोशिश बताया था। वहीं इंडिया गठबंधन के अन्य दलों ने ममता बनर्जी के समर्थन में आवाज उठाई है।
    पश्चिम बंगाल में कांग्रेस भी सड़कों पर उतर आई है और विरोध प्रदर्शन कर रही है। सिद्धारमैया पर केस चलाने की मंजूरी के आर्टिकल सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा, तो राहुल गांधी जी , क्या आप अपने मुख्यमंत्री से इस्तीफा देने को कहेंगे? यह भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप है। पश्चिम बंगाल की घटना को लेकर सही जानकारी लिए बिना ही आपने सोशल मीडिया पर टिप्पणी कर दी। ममता बनर्जी द्वारा उठाए गए कदमों कीआपने जानकारी भी नहीं ली। तो क्या अब आप अपने सीएम पर कार्रवाई करेंगे?
    गुरुवार को ही राहुल गांधी ने कहा था, मैं पीड़िता के परिवार के साथ खड़ा हूं। उन्हें हर कीमत पर न्याय मिलना चाहिए और दोषी को ऐसी सजा मिलनी चाहिए जो समाज में मिसाल बन जाए। वहीं पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने की जगह आरोपी को ब चाने की कोशिश स्थानीय प्रशासन और अस्पताल पर बड़े सवाल खड़े करती है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आरजी कर मेडिकल कॉलेज के आस-पास किसी भी तरह के धरना-प्रदर्शन पर प्रतिबंध

    कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के आसपास किसी भी तरह के धरना-प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह प्रतिबंध अगले सात दिनों तक जारी रहेगा। कोलकाता प्रशासन ने कानून व्यवस्था को लेकर मिली गंभीर रिपोर्ट के बाद यह कदम उठाया है। आदेश के मुताबिक आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के आसपास विरोध प्रदर्शन, रैली, धरना आदि देने की इजाजत नहीं होगी। कोलकाता के एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट और पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल के आदेश के मुताबिक यहां पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू कर दी गई है। गौरतलब है कि 31 वर्षीय डॉक्टर के रेप और हत्या के बाद यहां पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। बीते दिनों प्रदर्शनकारियों ने इस अस्पताल को भी निशाना बनाया था।
    आदेश में कहा गया है कि विश्वसनीय सूत्रों से कुछ जानकारियां सामने आई हैं। इसके मुताबिक आरजी कर अस्पताल के पास लोगों के एक वर्ग या संगठन द्वारा हिंसक प्रदर्शनों, रैलियों, बैठकों के पर्याप्त कारण हैं इससे शांति भंग होती है। इसके अलावा सार्वजनिक जीवन, सेफ्टी और इंसानी जीवन को खतरा है। इसके चलते यहां पर किसी भी तरह के प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी गई है। बता दें कि पश्चिम बंगाल के लगभग सभी अस्पतालों के चिकित्सक स्थानीय आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार और हत्या की घटना के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों में शनिवार को शामिल हुए, जिससे पूरे राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित रहीं।
    घटना के विरोध में कई जूनियर डॉक्टर ने आठ दिन पहले हड़ताल शुरू की थी और आईएमए के आह्वान पर 24 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल में वरिष्ठ चिकित्सक भी शामिल हो गए। इससे सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों के बाह्य रोगी विभागों (ओपीडी) में सेवाएं प्रभावित हुईं। इस बीच, सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य डॉ. संदीप घोष से दूसरे दौर की पूछताछ की। पूछताछ शुक्रवार शाम को शुरू हुई थी और आधी रात के बाद तक जारी रही थी। परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सक का शव नौ अगस्त को आरजी कर अस्पताल के सेमिनार कक्ष में मिला था। पुलिस ने इस सिलसिले में अगले दिन एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। एजेंसी अस्पताल के पूर्व प्राचार्य को पूछताछ के लिए शुक्रवार को अपने साथ ले गई थी और उनसे देर रात एक बजकर 40 मिनट तक पूछताछ की गई थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • चंपाई सोरेन 6 विधायकों के साथ दिल्ली आ रहे हैं , भाजपा के बड़े नेताओं से हो सकती है मुलाकात

    झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की बगावत की खबरों ने जोर पकड़ लिया है। इस बीच वह कोलकाता से दिल्ली आ रहे हैं। यहां उनकी मुलाकात भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं से हो सकती है। इस बात की संभावना है कि वह जल्दी ही झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
    सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, चंपाई सोरेन कोलकाता से दिल्ली अकेले नहीं आ रहे हैं। उनके साथ जेएमएम के 6 विधायक भी है। यह भी कहा जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान के लगातार संपर्क में वह बने हुए हैं। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि उनके साथ दशरथ गगराई, रामदास सोरेन, चमरा लिंडा, लोबिन हेमब्रोम और समीर मोहंती भी हैं।
    अगर चंपाई सोरेन छह विधायकों के साथ पाला बदलते हैं तो झारखंड में इस साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह हेमंत सोरेन के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है।
    आपको बता दें कि जब झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गिरफ्तार होने से पहले इस्तीफा दिया था तो चंपाई सोरेन को सीएम बनाया था। जमानत पर जेल से रिहा हेने के बाद वह फिर से सीएम की गद्दी संभाल ली है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कोलकाता मामले को लेकर दुनियाभर में उठी आवाज, न्यूयॉर्क के टाइम्स स्कवायर और जर्मनी, पौलेंड और कनाडा में भी हुआ प्रदर्शन

    कोलकाता। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बीते दिनों एक महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना से पूरे देश में गुस्सा है। इसे लेकर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। खासकर डॉक्टर्स और मेडिकल क्षेत्र से जुड़े लोग लगातार कोलकाता मामले में न्याय की मांग उठा रहे हैं। अब यह विरोध प्रदर्शन वैश्विक स्तर पर पहुंच गया है। दुनियाभर में फैले भारतीय मूल के लोग इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठा रहे हैं और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग कर रहे हैं। 
    कोलकाता की घटना के विरोध में 14 अगस्त की रात को न्यूयॉर्क के टाइम्स स्कवायर पर एक धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इस दौरान करीब 40 लोग इकट्ठा हुए और बंगाल में प्रदर्शन कर रहे छात्रों और डॉक्टर्स के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया। अमेरिका के लॉस एंजेल्स में लेक हॉलीवुड पार्क में भी प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए और कोलकाता की घटना को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान करीब 250 भारतीय मूल के लोग इकट्ठा हुए और उन्होंने अपने हाथों में प्लेकार्ड और बैनर पकड़े हुए थे। 
    इसी तरह ह्यूस्टन में रहने वाले भारतीय समुदाय ने भी आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना को लेकर अपना विरोध जताया। प्रदर्शनकारियों ने एक महिला डॉक्टर की मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी पर दुष्कर्म और हत्या को सिस्टम की असफलता करार दिया और सख्त कार्रवाई की मांग की। शिकागो में बंगाली समुदाय के लोगों ने गुरुवार को एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। साथ ही अटलांटा में भी कोलकाता की घटना को लेकर लोगों ने प्रदर्शन किया। 
    जर्मनी के कोलोग्ने में भी भारतीय मूल के लोग इकट्ठा हुए और डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या की घटना पर नाराजगी जाहिर की। ब्रिटेन के लीड्स में भी बीती 14 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना को लेकर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने कहा कि वह घटना को लेकर दुखी और गुस्से में हैं। लोगों ने इस दौरान अपनी बांह पर विरोध स्वरूप काली पट्टी बांध रखी थी और पीड़िता की याद में एक मिनट का मौन धारण किया। लीड्स के साथ ही मैनचेस्टर में भी लोगों ने कैंडल मार्च निकाला। साथ ही लंदन के ट्रिनिटी चर्च, एडिनबर्ग की प्रिंसेस स्ट्रीट, पौलेंड के कराकोव, कनाडा के ऑस्टिन में भी लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। 
    साभार अमर उजाला

  • मध्यप्रदेश : डाकुओं की सूचना देने वाले मुखबिरों को सरकारी नौकरी देने का नियम किया खत्म

    भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने डाकुओं की सूचना देने वाले मुखबिरों को सरकारी नौकरी देने के नियम को खत्म कर दिया है। यह नियम 1981 में अर्जुन सिंह की सरकार में लाया गया था, लेकिन अब डॉ मोहन यादव की सरकार ने इसे खत्म करने का फैसला किया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किया है और प्रदेश के सभी विभागों के अधिकारियों और कमिश्नर को निर्देश दिए हैं।
    अमर उजाला

  • मदरसों को लेकर मप्र सरकार का बड़ा फैसला... गैर मुस्लिमों को धार्मिक शिक्षा दी तो मान्यता होगी रद्द

    भोपाल। मध्य प्रदेश में मदरसों को लेकर राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए मदरसों में पढ़ रहे छात्रों के भौतिक सत्यापन का आदेश जारी किया है. इस दौरान यदि वहां फर्जी तरीके से गैर-मुस्लिम या मुस्लिम बच्चों के नाम पाए जाते हैं या बच्चों को उनके अभिभावकों की अनुमति के बिना धार्मिक शिक्षा दी जा रही होगी तो ऐसे मदरसों की मान्यता रद्द कर दी जाएगी.
    शुक्रवार को स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए कहा कि प्रदेश के मदरसों में शासकीय अनुदान प्राप्त किए जाने के उद्देश्य से अनेक गैर मुस्लिम बच्चों के नाम फर्जी रूप से छात्र/छात्राओं के रूप में दर्ज हैं. इसका शीघ्र सत्यापन कराए जाने की आवश्यकता है.
    सरकार ने अपने आदेश में कहा है:
    (1) ऐसे मदरसे जो मध्य प्रदेश मदरसा बोर्ड से मान्यता प्राप्त है का भौतिक सत्यापन कराया जाए कि ऐसे मदरसों में शासन से अनुदान प्राप्त करने के लिए फर्जी रूप से गैर-मुस्लिम अथवा मुस्लिम बच्चों के नाम दर्ज तो नहीं है, यदि ऐसे मदरसों में फर्जी रूप से बच्चों के नाम दर्ज पाये जाते है तो अनुदान बंद करने, मान्यता समाप्त करने एवं उपयुक्त दाण्डिक प्रावधानों के तहत कार्यवाही सुनिश्चित की जाए.
    (2) भारतीय संविधान के अनुच्छेद - 28 (3) के अनुसार "राज्य से मान्यता प्राप्त या राज्य निधि से सहायता प्राप्त करने वाली किसी शैक्षिणिक संस्था में उपस्थित होने वाले किसी व्यक्ति को ऐसी संस्था में दी जाने वाली किसी धार्मिक शिक्षा में भाग लेने के लिए या ऐसी संस्था में या उससे संलग्न स्थान में की जाने वाली धार्मिक उपासना में उपस्थित होने के लिए तब तक बाध्य नही किया जायेगा जब तक कि उस व्यक्ति ने या यदि ऐसा व्यक्ति अवयस्क है तो उसके सरंक्षक ने इसके लिए अपनी सहमति नही दे दी है.
    (3) उक्त संवैधानिक प्रावधान के अनुसार यदि शासन द्वारा मान्यता प्राप्त या राज्य निधि से सहायता प्राप्त मदरसों में अध्ययनरत बच्चों को उनकी (यदि वह अव्यस्क है तो उनके अभिभावकों) की स्पष्ट सहमति के बिना उनके धर्म की शिक्षा के विपरित दीनी तालीम दी जा रही है या किसी प्रकार की धार्मिक शिक्षा ग्रहण करने अथवा उपासना में उपस्थित होने को बाध्य किया जा रहा है, तो ऐसे मदरसों के सभी शासकीय अनुदान बंद किया जाए. इसके अलावा उनकी मान्यता समाप्त करने की विधिवत कार्यवाही एवं अन्य उपयुक्त वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए.
    स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने कहा कि मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों के भौतिक सत्यापन की रिपोर्ट जल्द देने को निर्देश दिए है. गैर-मुस्लिमों के साथ-साथ अगर मुस्लिम बच्चों के भी नाम फर्जी तरीके से दर्ज हैं या किसी भी धर्म के बच्चे को बिना अभिभावकों की अनुमति के दीनी तालीम दी जा रही होगी तो कड़ी कार्रवाई करेंगे. 
    साभार आज तक

  • MUDA मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ चलेगा मुकदमा, गवर्नर ने दी मंजूरी

    बेंगलुरु। कर्नाटक से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जो आने वाले समय में राज्य की राजनीति में भूचाल ला सकती है। वहां के राज्यपाल ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ उनके परिवार से जुड़े MUDA मामले में मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है। राज्यपाल थावरचंद गहलोत को दो कार्यकर्ताओं की शिकायतें मिली हैं, जिनमें से एक आरटीआई कार्यकर्ता टीजे अब्राहम भी हैं। दूसरी शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा द्वारा हाल ही में की गई थी।
    शिकायत में कहा गया है कि सीएम सिद्धारमैया द्वारा कानून का पालन करने के बार-बार दावों के बावजूद सिद्धारमैया की पत्नी को MUDA द्वारा 14 साइटें आवंटित करने में स्पष्ट उल्लंघन हुआ है।
    इससे पहले कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने भी मुख्यमंत्री को कारण बताओ नोटिस जारी करके पूछा है कि उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति क्यों न दी जाए। जवाब में, कर्नाटक कैबिनेट ने "दृढ़ता से सिफारिश" की कि राज्यपाल मुख्यमंत्री को जारी नोटिस वापस लें।
    कर्नाटक में भूमि आवंटन घोटाला सुर्खियों में रहा है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री की पत्नी 2021 में भाजपा के कार्यकाल के दौरान MUDA की लाभार्थी थीं। उस समय मैसूर के प्रमुख स्थानों में 38,284 वर्ग फुट भूमि उन्हें उनकी 3.16 एकड़ जमीन के कथित अवैध अधिग्रहण के मुआवजे के रूप में आवंटित की गई थी। मैसूर के केसारे गांव में उनकी 3.16 एकड़ जमीन उनके भाई मल्लिकार्जुन ने उन्हें उपहार में दी थी। 
    मुआवजे के तौर पर दक्षिण मैसूर में एक प्रमुख इलाके में उन्हें जमीन दी गई। आरोप है कि केसर गांव की जमीन की तुलना में इसकी कीमत काफी अधिक है। इसके कारण मुआवजे की निष्पक्षता पर सवाल उठाए गए हैं।
    सिद्धारमैया ने इस भूमि आवंटन का बचाव करते हुए कहा था कि यह पिछली भाजपा सरकार के दौरान किया गया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में आज होगा तारीखों का ऐलान

    नई दिल्ली. भारत निर्वाचन आयोग आज दोपहर तीन बजे एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहा है जिसमें जम्मू-कश्मीर के चुनावी कार्यक्रम का ऐलान होगा. इसके अलावा आज हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भी तारीखों का ऐलान होगा. 370 हटने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होंगे. हाल ही में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जम्मू कश्मीर और हरियाणा के अधिकारियों के साथ इस संबंध में मीटिंग भी की थी.
    हरियाणा की बात करें यहां विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं. वर्तमान में तीन सीटें खाली हैं. बीजेपी के 41 विधायक हैं. कांग्रेस के 29, जेजेपी के 10 और INLD और HLP के एक-एक विधायक हैं. सदन में पांच निर्दलीय विधायक हैं. 
    2019 में धारा 370 खत्म कर दिये जाने के बाद जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित क्षेत्र बना दिया गया था. तभी से वहां के राजनीतिक दल लगातार राज्य का दर्जा वापस दिये जाने की मांग कर रहे थे. सरकार की तरफ से बार बार यही कहा जा रहा था कि पहले चुनाव होंगे और उसके बाद ही राज्य का दर्जा वापस मिलेगा.
    चुनाव आयोग के सूत्रों की मानें तो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में तीन से चार चरणों में मतदान कराया जा सकता है. सितंबर में मतदान की प्रक्रिया पूरी करा इसी महीने के अंत तक चुनाव नतीजों का ऐलान किया जा सकता है. चुनाव आयोग के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव संपन्न कराने की राह में सबसे बड़ी चुनौती सुरक्षा व्यवस्था है. हाल के दिनों में अचानक बढ़ी आतंकी घटनाओं ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. इसका असर चुनावी कार्यक्रम पर भी दिख सकता है.
    साभार आज तक

  • केंद्र सरकार ने जारी किए दिशा निर्देश, 'डॉक्टर पर हिंसा हुई तो 6 घंटे के अंदर FIR होगी...'

    नई दिल्ली. कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या किए जाने से डॉक्टर्स में नाराजगी है. इस बीच, केंद्र सरकार ने डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर सख्ती दिखाई है और स्वास्थ्य संस्थानों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अगर डॉक्टर्स पर हमला या हिंसा होती है तो 6 घंटे के अंदर संस्थानों को संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवानी होगी. 
    स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, डॉक्टर्स पर हमले के मामलों में सख्त एक्शन लिया जाएगा और 6 घंटे के अंदर एफआईआर दर्ज की जाएगी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों को मेमो भेज दिया है. इसमें कहा गया है कि किसी भी डॉक्टर पर हिंसा की स्थिति में घटना के 6 घंटे के भीतर एफआईआर दर्ज करवाई जाए. इसकी जिम्मेदारी संस्था के प्रमुख की होगी.
    कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त की रात 31 साल की ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव बरामद किया गया था. शरीर पर चोट के निशान थे और खून बह रहा था. जांच में पता चला कि डॉक्टर से रेप किया गया, उसके बाद हत्या कर दी गई. पुलिस ने आरोपी संजय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. घटना के बाद डॉक्टर्स ने सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए और हड़ताल शुरू कर दी. हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी. डॉक्टर्स का कहना है कि हमारी सुरक्षा को प्राथमिकता में रखा जाए और केंद्रीय प्रोटेक्शन एक्ट को लागू किया जाए. इस सिलसिले में डॉक्टर्स के संगठन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी. 
    साभार आज तक

  • पीएम मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करते हुए विकसित भारत का खाका पेश किया

    पीएम नरेंद्र मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करते हुए विकसित भारत का खाका पेश किया। इस दौरान उन्होंने उपलब्धियां गिनाईं तो चुनौतियों पर भी बात की। पड़ोस के देश बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर पीएम नरेंद्र मोदी ने खुलकर बात की तो वहीं यूनिफॉर्म सिविल कोड की भी वकालत की। उन्होंने इसे नई शब्दावली के साथ पेश करते हुए कहा कि देश को अब सेकुलर सिविल कोड की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से कम्युनिल सिविल कोड रही, अब देश को सेकुलर सिविल कोड मिलना चाहिए। आइए जानते हैं, क्या रहीं पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें...
    1. पीएम मोदी ने लगातार 11वीं बार लालकिले से तिरंगा फहराते हुए कहा कि माताओं और बहनों के खिलाफ जो अत्याचार हो रहे हैं, उसके खिलाफ देश में आक्रोश है। इसे सभी राज्यों को गंभीरता से लेना होगा। ऐसे मामलों में जल्दी से जांच हो और राक्षसी कृत्य करने वालों को कड़ी सजा हो। महिलाओं पर जब बलात्कार और अत्याचार की खबरें आती हैं तो वह छाई रहती है। लेकिन जब दोषियों को सजा होती है तो वह खबर कोने में पड़ी रहती है। ऐसी खबरों को प्रमुखता देनी चाहिए ताकि अपराधियों में डर पैदा हो। उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा सीधे तौर पर कोलकाता के रेप और मर्डर कांड की ओर था, जिसके खिलाफ देश भर में लोग आंदोलन कर रहे हैं।
    2. बांग्लादेश में जो कुछ हुआ है, उसे देखते हुए चिंता करना वाजिब है। मैं आशा करता हूं कि वहां हालात जल्दी सामान्य होंगे। खासतौर पर 140 करोड़ भारतीयों की चिंता है कि वहां के हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो। भारत हमेशा चाहता है कि पड़ोसी देश शांति से रहें और विकास की ओर बढ़ें। हम बांग्लादेश के विकास के लिए चिंतित हैं और कुछ भी सकारात्मक हो, इसके लिए हम साथ हैं।
    3. क्या कोई कुछ सोच सकता है कि देश में संविधान का शासन है। इसके बाद भी कुछ ऐसे लोग निकल रहे हैं, जो भ्रष्टाचार का महिमामंडन कर रहे हैं। ऐसे लोग स्वस्थ समाज के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन गया है और यह चिंता का विषय है। यदि किसी भ्रष्टाचारी का महिमामंडन होगा तो जो आज ऐसा नहीं करता है, वह भी ऐसे रास्ते पर जाने की सोचेगा।
    4. हमें नकारात्मक लोगों से बचना होगा। कुछ लोग देश का विकास नहीं चाहते। विकृति तो विनाश और सर्वनाश का कारण बनती है। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे लोग हैं, जो हर बात में नकारात्मकता ही देखते हैं। हमें विकसित भारत की ओर बढ़ते हुए ऐसे लोगों को नजरअंदाज करना होगा।
    5. पीएम मोदी ने भाजपा के कोर एजेंडे में रहे यूनिफॉर्म सिविल कोड की भी वकालत की। उन्होंने इसे सेकुलर कोड कहते हुए कहा कि देश को इसकी जरूरत है। एक देश एक कानून हमारी आवश्यकता है। पीएम मोदी ने कहा कि बहुत दिनों तक सांप्रदायिक कोड रहा। अब सेकुलर कोड लाना चाहिए।
    6. कभी आतंकवादी मारकर चले जाते थे। अब देश की सेना एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक करती है। इससे देश के युवा गर्व से भर जाते हैं। सरकारी मशीनरी जब देश के सपने पूरे करने में जुट जाती है और नागरिक भी जनांदोलन के तौर पर जुड़ जाते हैं तो लक्ष्य हासिल होकर रहते हैं।
    7. ऐसा माहौल बन गया था कि जो है, उसमें गुजारा कर लो। कहते थे कि अब कुछ होने वाला नहीं है। हमने उस माहौल को बदला है। कई लोग कहते थे कि भविष्य के लिए क्यों कुछ करें, हम आज का देखें। लेकिन देश का नागरिक ऐसा नहीं चाहता। वह सुधारों का इंतजार करता रहा। हमें जिम्मेदारी मिली तो फिर हमने सुधारों को जमीन पर उतारा। मैं देशवासियों को यकीन दिलाना चाहता हूं कि हम सुधारों के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।
    8. पीएम मोदी ने कहा कि हमें 2047 तक देश को विकसित भारत बनाना है। इसके लिए जनभागीदारी की जरूरत है। पीएम मोदी ने कहा कि हमने जिस तरह से माहौल बदला है और 25 करोड़ लोग गरीबी से ऊपर उठे हैं, उससे आकांक्षाएं बढ़ी हैं।
    9. प्रधानमंत्री ने राजनीति में जातिवाद और परिवारवाद की मुक्ति का भी खाका पेश किया। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि कम से कम एक लाख युवा राजनीति में आएं, जिनके परिवार से अब तक कोई पॉलिटिक्स में न रहा हो। ये लोग विधायक, सांसद, प्रधान, मेयर आदि बनें। ऐसे लोग आएंगे तो नए विचार सामने आएंगे और परिवारवाद का खात्मा होगा।
    10. पीएम मोदी ने कहा कि देश हर तीन महीने में चुनाव से तंग आ चुका है। अब बारी आ चुकी है कि एक देश एक चुनाव की ओर बढ़ा जाए।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सुखोई पर 21 हजार करोड़ खर्च करेगी सरकार

    नई दिल्ली। रक्षा क्षेत्र में भारत की ताकत फिर बढ़ने वाली है। खबर है कि रक्षा मंत्रालय सुखोई विमानों के बेड़े के लिए करीब 21 हजार करोड़ रुपये की डील साइन करने की तैयारी कर रहा है। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। इसके अलावा लड़ाकू विमानों को अपग्रेड किए जाने की भी योजना है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के साथ तनाव लगातार बना हुआ है।
    इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार लड़ाकू विमान Su 30 MKI के बेड़े के लिए जेट इंजन खरीदने के लिए अनुमानित 21 हजार करोड़ रुपये की डील साइन करने वाली है। खास बात है कि इनका निर्माण हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) में होगा। ये मौजूदा इंजनों की जगह लेने वाले हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 230 इंजनों का ऑर्डर आने वाले दिनों में दिया जा सकता है।
    अखबार से बातचीत में मामले के जानकारों ने बताया कि इनकी डिलीवरी अगले कुछ सालों में होगी। उन्होंने जानकारी दी है कि करीब 950 AL 31 FP इंजनों की जरूरत है, क्योंकि ये ट्विन इंजन Su 30 MKI विमान के पूरे बेड़े की ताकत बढ़ाते हैं। नए इंजन के अलावा लड़ाकू विमान में कुछ अपग्रेड भी होने वाले हैं, जिनमें नए एवियोनिक्स, रडार और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट्स शामिल हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बांग्लादेश में बेवजह हिंसा का शिकार हो रहे हिंदू, आरएसएस प्रमुख भागवत बोले- रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी

    मुंबई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लोगों को कथित तौर पर निशाना बनाए जाने को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि वहां रहने वाले हिंदुओं को बेवजह निशाना बनाया जा रहा है। यह सुनिश्चित करना हमारे देश की जिम्मेदारी है कि उन्हें किसी तरह के अन्याय और अत्याचार का सामना न करना पड़े। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आरएसएस मुख्यालय में ध्वजारोहण के बाद यह बात कही। 
    उन्होंने कहा, "आने वाली पीढ़ी का कर्तव्य है कि वह स्वतंत्रता के 'स्व'की रक्षा करे। दुनिया में हमेशा ऐसे लोग होते हैं जो दूसरे देशों पर प्रभुत्व जताना चाहते हैं। हमें चौकस और सावधान रहना पड़ता है और उनसे अपनी रक्षा करनी होती है। स्थिति हर समय एक जैसी नहीं रहती है। कभी-कभी यह अच्छी होती है, जबकि कभी यह उतनी अच्छी नहीं होती है।" उन्होंने कहा कि यह उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। 
    भागवत ने कहा, "अब हम स्थिति देख सकते हैं। पड़ोसी देश में काफी हिंसा हो रही है। वहां रहने वाले हिंदुओं को बेवजह हिंसा का सामना करना पड़ रहा है।" उन्होंने कहा कि भारत में दूसरों की मदद करने की परंपरा रही है। हमने पिछले कुछ वर्षों में देखा है कि भारत ने कभी किसी पर हमला नहीं किया। बल्कि मुसीबत में फंसे लोगों की मदद की, भले ही वे हमारे साथ कैसा व्यवहार करें। इस स्थिति में हमें यह देखना होगा कि हमारा देश सुरक्षित रहे। साथ ही अन्य देशों की मदद भी करे।
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ध्वजारोहण कर कहा- वीर स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्रभक्तों को याद करने का यह पावन अवसर

    भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव स्वतंत्रता दिवस के मुख्य कार्यक्र के तहत लाल परेड ग्राउंड में ध्वजारोहण कर राष्ट्रध्वज को सलामी दी। इस अवसर पर उन्होंने परेड का निरीक्षण किया, जिसमें 17 टुकड़ियां शामिल थीं। मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में  कहा कि 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, मैं देश के सभी नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई देता हूँ। यह दिन उन वीर स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्रभक्तों को याद करने का एक पावन अवसर है, जिन्होंने भारत माता को स्वतंत्र कराने के लिए अपनी जान कुर्बान की। हमारी सरकार नागरिकों के विकास और सामाजिक सद्भाव में भागीदार बनने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा लक्ष्य है कि गरीबों के कल्याण की योजनाएं अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचें और प्रशासन जनोन्मुखी हो। हमारी सरकार इस दिशा में काम करने के लिए कटिबद्ध है।
    भोपाल में आयोजित मुख्य परेड का नेतृत्व भारतीय पुलिस सेवा के सहायक पुलिस आयुक्त मयूर खंडेलवाल ने किया। इस परेड में पुलिस बैंड सहित 17 टुकड़ियां शामिल हुई, जिनमें प्रदेश पुलिस बल, विशेष सशस्त्र बल (उत्तरी जोन), महिला विशेष सशस्त्र बल, जिला बल एवं रेल की संयुक्त टुकड़ी, हॉक फोर्स, एसटीएफ, जिला पुलिस बल, जेल विभाग, शासकीय रेल पुलिस, नगर सेना (होमगार्ड), एनसीसी (सीनियर विंग गर्ल्स), एनसीसी (सीनियर डिवीजन), गाइड गर्ल्स, स्काउट्स बॉयज, शौर्य दल, लाड़ली बहना और अश्वरोही दल शामिल रहे। 
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में ग्रामीण क्षेत्रों में प्रदेश में लगभग 7 लाख मकानों का निर्माण कर लिया गया है। प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह और निकाह सहायता योजना में वर्ष 2023-24 में 62 हजार 583 कन्याओं के विवाह के लिए सहायता राशि दी है। समाज के वरिष्ठजन, दिव्यांगजन, निराश्रितों और कल्याणी बहनों को प्रत्येक माह 600 रुपये दिए जा रहे हैं। श्रम कल्याण मंडल की विभिन्न योजनाओं में 7 लाख श्रमिकों को 43 करोड़ रुपये की सहायता दी गई है। श्रमिक के परिवारों के लिए शैक्षणिक छात्रवृत्ति योजना, शिक्षा प्रोत्साहन पुरस्कार, विवाह सहायता, कल्याणी सहायता, श्रमिक साहित्य पुरस्कार और उत्तम श्रमिक पुरस्कार योजना लागू की गई है। 
    साभार अमर उजाला

     

  • स्वतंत्रता दिवस से पहले दिल्ली में हाई अलर्ट

    नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली में हाई अलर्ट जारी किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिला है कि जम्मू में सक्रिय आतंकी दिल्ली या उसके आसपास के इलाकों में आत्मघाती हमला करने की फिराक में हैं। दिल्ली के अलावा पंजाब में भी सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है। उग्रवादियों के बीच हुई बातचीत के आधार पर खुफिया एजेंसियों ने इनपुट जताया है। एजेंसियों का कहना है कि जरूरी नहीं कि यह हमला स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ही हो। ऐसा इसलिए क्योंकि उस दिन भारी सुरक्षा दस्ता हर जगह तैनात रहता है, लेकिन एक या दो दिन बाद आतंकी हरकत कर सकते हैं।
    टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ में देखे गए दो संदिग्धों के दिल्ली की ओर मूवमेंट करने की आशंका है। इन लोगों के पास हथियार भी मौजूद हैं। आशंका है कि ये लोग पठानकोट की तरफ गए हैं और वहां से दिल्ली की ओर भी निकल सकते हैं। यही नहीं सुरक्षा बलों और एजेंसियों को आशंका है कि ये आतंकी अमरनाथ यात्रा को भी निशाने पर ले सकते हैं। इसके अलावा दिल्ली में अहम प्रतिष्ठित संस्थानों को भी टारगेट किया जा सकता है। बीते कई सालों से आतंकियों पर लगाम कसने में सुरक्षा बलों और एजेंसियों को सफलता मिली है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

    नई दिल्ली.दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कथित शराब घोटाले में फिलहाल राहत नहीं मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को अभी अंतरिम जमानत देने से इनकार कर दिया है. अदालत में केजरीवाल के पक्ष में सिसोदिया वाली दलील दी गई थी, जो नहीं चल पाई.
    केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट से कहा कि उनके पक्ष में 3 बार जमानत के आदेश दिए जा चुके हैं. इसमें सेक्शन 45 का मामला भी शामिल है. पीएमएलए ने मई में अंतरिम आदेश जारी कर दिया था. इसके बाद पीएमएलए में जून में नियमित जमानत दी गई थी, लेकिन हाई कोर्ट ने उस पर रोक लगा दी.
    बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट ने 21 मई, 2024 को सिसोदिया को जमानत देने से इनकार किया था. इसके बाद सिसोदिया सुप्रीम कोर्ट गए. सिसोदिया ने अपनी याचिका में कहा था कि 2023 अक्टूबर से उनके खिलाफ मुकदमे में कोई प्रोग्रेस नहीं हुई है. दिल्ली हाईकोर्ट से पहले, मनीष सिसोदिया को राउज एवेन्यू कोर्ट ने, 30 अप्रैल को जमानत नहीं दी थी. ट्रायल कोर्ट, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में सिसोदिया की जमानत याचिका इससे पहले भी कई बार खारिज हो चुकी थी. मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने सिसोदिया की याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा था कि जमानत के मामले में हाईकोर्ट और ट्रायल कोर्ट सेफ गेम खेल रहे हैं. सजा के तौर पर जमानत से इनकार नहीं किया जा सकता.
    साभार आज तक

  • पतंजलि 'भ्रामक विज्ञापन' मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बंद किया मानहानि का केस

    नई दिल्ली. पतंजलि 'भ्रामक विज्ञापन केस' में बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. सर्वोच्च अदालत ने इस मामले में मानहानि का केस बंद कर दिया है. दरअसल, पतंजलि के उत्पादों के बारे में भ्रामक विज्ञापन दिए जाने के इस केस में माफीनामा पहले ही दाखिल किया गया था, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है. सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस हिमा कोहली और संदीप मेहता की बेंच ने यह फैसला सुनाया है.
    बता दें कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने पतंजलि पर कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर गलत कैंपेन चलाने का आरोप लगाया था. इस पर अदालत ने चेतावनी दी थी कि पतंजलि आयुर्वेद की तरफ से झूठे और भ्रामक विज्ञापन तुरंत बंद होने चाहिए. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से दायर याचिका में कहा गया था कि पतंजलि के भ्रामक विज्ञापन से एलोपैथी दवाइयों की उपेक्षा हो रही है.
    साभार आज तक

  • आप पार्टी में मंत्री रह चुके संदीप कुमार को भाजपा ने पार्टी से निकाला


    नई दिल्ली। दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार में मंत्री रह चुके संदीप कुमार को भारतीय जनता पार्टी ने भी बाहर का रास्ता दिखा दिया है। खबर है कि पार्टी में शामिल होने के कुछ ही घंटों बाद भाजपा ने कुमार को हरियाणा इकाई से निष्कासित कर दिया है। कुमार का नाम पहले भी सीडी विवाद में सामने आ चुका है, जिसमें वह एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखे गए थे।
    इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, कुमार को हरियाणा भाजपा से महज 6 घंटे में ही बाहर कर दिया गया। कहा जा रहा है कि विवादित अतीत के बारे में जानकारी लगने के बाद यह फैसला लिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा नेताओं का कहना है कि कुमार ने जानबूझकर आप नेता और मंत्री के कार्यकाल के दौरान किए कामों को छिपाया था।
    शनिवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की मौजूदगी में कुमार ने शाम करीब 5 बजे भाजपा की सदस्यता ली थी। इसके बाद रात करीब 11 बजे पार्टी ने कुमार को बाहर करने की घोषणा कर दी थी। हरियाणा भाजपा प्रभारी सुरेंद्र पूनिया ने लिखा, 'अपने अतीत की कुछ बातों को छिपाने के चलते संदीप कुमार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया जा रहा है।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ जारी हिंसा पर अब अमेरिका भी सख्त

    बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ जारी हिंसा पर अमेरिका का फिर से बयान आया है और उसने कहा कि हम पूरी निगरानी रखेंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति कार्यालय ‘वाइट हाउस’ ने कहा कि हम बांग्लादेश के हालात पर निगरानी जारी रखेंगे। उसने इस बात पर भी बल दिया कि राष्ट्रपति जो बाइडन मानवाधिकार के मुद्दों पर ‘स्पष्ट और बेबाक तरीके से बोलते रहेंगे।’ ‘वाइट हाउस’ की प्रेस सचिव कैरिन ज्यां-पियरे ने हिंदू-अमेरिकी समूहों और भारतीय-अमेरिकी सांसदों की उस अपील के संबंध में भी जवाब दिया, जिसमें उन्होंने हिंदुओं की सुरक्षा का सवाल उठाया था।
    इन लोगों ने मांग की थी कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के जीवन और संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अमेरिकी सरकार को दखल देना चाहिए। ज्यां-पियरे ने सोमवार को कहा, ‘हम निश्चित रूप से हालात पर निगरानी जारी रखेंगे। मेरे पास इसके अलावा और कुछ कहने को नहीं है। लेकिन, जब भी मानवाधिकार से जुड़े मुद्दों की बात आती है तो राष्ट्रपति (जो बाइडन) सार्वजनिक रूप से और निजी तौर पर स्पष्ट तथा बेबाक तरीके से बोलते रहे हैं और ऐसे ही बोलते रहेंगे।’
    बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के कथित मानवाधिकार हनन की घटनाओं के खिलाफ पिछले कुछ दिन से अमेरिका के विभिन्न शहरों में सैकड़ों हिंदू-अमेरिकी नागरिकों की ओर से शांतिपूर्ण विरोध मार्च निकाले जा रहे हैं। रविवार को अटलांटा में एक मार्च को संबोधित करते हुए, सांसद शॉन स्टिल ने अमेरिकी विदेश विभाग से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और हितों को सुनिश्चित करने की अपील की थी। कई अन्य सांसदों ने भी ऐसे ही विचार व्यक्त करते हुए इस मांग को दोहराया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • चुनाव आयोग ने नोडल अधिकारियों की नियुक्ति करने के दिए आदेश, दिल्ली में विधानसभा चुनाव पहले होने के आसार


    नई दिल्ली। राजधानी में विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। दरअसल मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने विधानसभा चुनाव के लिए एमसीडी को नोडल अधिकारियों की नियुक्ति करने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा एमसीडी को अपने कर्मचारियों को चुनाव संबंधी ट्रेनिंग देने का भी निर्देश दिया है। 
    उधर, एमसीडी ने मुख्य निर्वाचन कार्यालय के आदेश के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। इस कवायद के पीछे माना जा रहा है कि दिल्ली में भी इस वर्ष के अंत में चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ चुनाव कराए जा सकते हैं। दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल अगले की शुरूआत में खत्म होगा।
    दिल्ली विधानसभा चुनाव कराने में एमसीडी की हर मामले में महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। इस कारण मुख्य निर्वाचन कार्यालय दिल्ली ने एमसीडी को विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया है। 
    एमसीडी के अनुसार, मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने उसको चुनाव संबंधी विभिन्न कार्यों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने और कर्मचारियों को चुनाव कार्य के संबंध ट्रेनिंग देने का भी फरमान दिया है। इस कड़ी में उसने कार्य करना शुरू कर दिया है। उसने नोडल अधिकारी नियुक्त करने के साथ-साथ कर्मचारियों को ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी है।
    उधर, मुख्य निर्वाचन कार्यालय के आदेश को लेकर एमसीडी में विधानसभा चुनाव के समय को लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया है। दरअसल दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल अगले वर्ष फरवरी में खत्म होगा। इस कारण चुनाव होने में अभी छह माह बचे हैं। अभी तक किसी भी चुनाव की तैयारी छह-सात माह पहले नहीं हुई है। 
    इस तरह माना जा रहा है कि दिल्ली विधानसभा के चुनाव पहले हो सकते हैं। इस साल के अंत में महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड व जम्मू-कश्मीर विधानसभा के चुनाव होने हैं। लिहाजा दिल्ली में भी विधानसभा के चुनाव इन राज्यों के साथ हो सकते हैं। अगले वर्ष फरवरी माह में दिल्ली विधानसभा के अलावा अन्य किसी राज्य के विधानसभा चुनाव होने तय नहीं है।
    साभार अमर उजाला

  • बांग्लादेश में हिंदू समुदाय ने सुरक्षा और न्याय की मांग करते हुए किया अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन

    ढाका। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने शनिवार को अल्पसंख्यक समुदायों खासकर हिंदुओं पर हो रहे हमलों की निंदा करते हुए उन्हें घृणित बताया। उन्होंने पूछा कि क्या वे इस देश के लोग नहीं हैं? आप देश को बचाने में सक्षम हैं, क्या आप कुछ परिवारों को नहीं बचा सकते हैं? वहीं, जबकि हिंदू समुदाय ने सुरक्षा और न्याय की मांग करते हुए अपना अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन बांग्लादेश की सड़कों पर किया।
    प्रोफेसर यूनुस ने बेगम रोकेया विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “आपको कहना चाहिए कि कोई भी उन्हें नुकसान नहीं पहुंचा सकता है। वे मेरे भाई हैं। हमने साथ मिलकर लड़ाई लड़ी है और हम साथ रहेंगे।” उन्होंने छात्रों से सभी हिंदू, ईसाई और बौद्ध परिवारों को नुकसान से बचाने का आग्रह किया।
    आपको बता दें कि ढाका, चटगांव, बारीसाल, तंगेल और कुरीग्राम जैसे प्रमुख शहरों में हजारों प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन किया और कहा कि हिंदुओं को बांग्लादेश में रहने का अधिकार है। शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार को हटाने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में घरों, दुकानों और मंदिरों पर हमलों के विरोध में उन्होंने शनिवार को लगातार दूसरे दिन ढाका में शाहबाग चौराहे को अवरुद्ध कर दिया।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भारत के पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता नटवर सिंह का निधन,  PM मोदी-जयशंकर समेत कई नेताओं ने जताया दुःख

    नई दिल्ली। भारत के पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे नटवर सिंह अब नहीं रहे। उनका शनिवार रात लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वे 93 साल के थे। उनके निधन की खबर से सियासी गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई है। पक्ष और विपक्ष से जुड़े तमाम नेता दुख व्यक्त कर रहे हैं। इसी क्रम में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके योगदान को याद किया और संवेदना जताई। 
    पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पूर्व विदेश मंत्री के साथ एक तस्वीर भी साझा की। उन्होंने लिखा, 'नटवर सिंह के निधन से दुखी हूं। उन्होंने कूटनीति और विदेश नीति की दुनिया में समृद्ध योगदान दिया। वह अपनी बुद्धिमत्ता के साथ-साथ बेहतरीन लेखन के लिए भी जाने जाते थे। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं।'
    विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, 'प्रतिष्ठित राजनयिक और पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के निधन से गहरा दुख हुआ। उनके कई योगदानों में जुलाई 2005 के भारत-अमेरिका परमाणु समझौते में महत्वपूर्ण भूमिका शामिल है। उनके द्वारा लिखी गई किताबें, विशेष रूप से चीन पर उन्होंने जो लिखा, उसने हमारी कूटनीति में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान की। उनके परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं।' 
    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री के. नटवर सिंह के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। अपने लंबे करियर में, उन्होंने एक प्रतिष्ठित राजनयिक से लेकर एक उत्कृष्ट सांसद तक कई उपलब्धियां हासिल कीं। पद्म भूषण से सम्मानित सिंह लिखने के लिए जाने जाते थे। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।
    वरिष्ठ राजनेता रणदीप सुरजेवाला ने एक्स पर एक पोस्ट में सिंह को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, 'पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के निधन का समाचार दुखद है। ईश्वर उनके परिजनों को यह क्षति सहने की शक्ति दे और दिवंगत आत्मा को सदगति प्रदान करें।'
    उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, 'के. नटवर सिंह के निधन से बहुत दुख हुआ। उन्होंने विदेश मंत्री सहित विभिन्न पदों पर रहते हुए देश की सेवा की। वह एक विपुल लेखक और प्रतिष्ठित इतिहासकार थे, उन्होंने हमेशा जीने और योगदान देने का उत्साह दिखाया। हमारे साहित्य जगत और सार्वजनिक जीवन में नटवर सिंह जी के अद्वितीय योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।'
    साभार अमर उजाला

  • सेबी प्रमुख ने कहा- हमारा वित्तीय लेनदेन खुली किताब की तरह, हिंडनबर्ग के आरोपों को बताया बेबुनियाद

    नई दिल्ली। हिंडनबर्ग रिसर्च की हालिया रिपोर्ट में भारतीय शेयर बाजार नियामक सेबी की प्रमुख माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। हालांकि, दंपती ने रिपोर्ट को बेबुनियाद बताया है। दरअसल, शनिवार देर रात आई रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि कथित अदाणी धन हेराफेरी घोटाले में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट ऑफशोर फंड में दंपती की हिस्सेदारी थी।
    10 अगस्त को जारी नवीनतम हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि सेबी की वर्तमान प्रमुख माधबी बुच और उनके पति के पास अदाणी धन हेराफेरी घोटाले में इस्तेमाल किए गए दोनों अस्पष्ट ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी थी। हिंडनबर्ग ने अपनी नई रिपोर्ट में कहा है कि 18 महीने पहले अदाणी समूह पर अपनी रिपोर्ट जारी की थी, लेकिन सेबी ने समूह पर कार्रवाई नहीं की।
    माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ 10 अगस्त 2024 की हिंडनबर्ग रिपोर्ट में कई आरोप लगाए गए हैं। इन आरोपों के संदर्भ में हम यह बताना चाहेंगे कि हम रिपोर्ट में लगाए गए निराधार आरोपों और आक्षेपों का दृढ़ता से खंडन करते हैं। इनमें कोई भी सच्चाई नहीं है।
    दंपती ने कहा, 'हमारा जीवन और वित्तीय लेनदेन एक खुली किताब की तरह है। पिछले कुछ वर्षों में आवश्यक सभी खुलासे पहले ही सेबी को सौंप दिए गए हैं, हमें किसी भी वित्तीय दस्तावेजों का खुलासा करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है।'
    माधबी और धवल ने कहा कि जांच के दौरान सेबी को वे दस्तावेज भी दिए गए हैं जो उस अवधि से संबंधित हैं, जब हम सेबी से नहीं जुड़े थे। इसके अलावा, पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए हम उचित समय पर एक विस्तृत बयान भी जारी करेंगे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिंडनबर्ग रिसर्च, जिसके खिलाफ सेबी ने कार्रवाई की है और कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है, उसने चरित्र हनन का प्रयास करने का विकल्प चुना है।
    नई रिपोर्ट जारी करने के बाद हिंडनबर्ग ने कहा था, अदाणी समूह पर हमारी मूल रिपोर्ट को लगभग 18 महीने बीत चुके हैं। इस बात के पर्याप्त सबूत पेश किए जा चुके हैं कि भारतीय कारोबारी समूह (अदाणी) कॉर्पोरेट इतिहास का सबसे बड़ा घोटाले में संलिप्त रहा है। हालांकि, ठोस सबूतों और 40 से अधिक स्वतंत्र मीडिया जांच के बावजूद सेबी ने अदाणी समूह के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं की। कार्रवाई के बजाय जून, 2024 में सेबी ने हमें एक स्पष्ट 'कारण बताओ' नोटिस भेजा।
    मॉरीशस में अदाणी ग्रुप के काले धन नेटवर्क की पूरी जानकारी देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। गुप्त दस्तावेज के हवाले से हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा था कि अदाणी घोटाले में इस्तेमाल की गई अपतटीय (ऑफशोर) संस्थाओं में सेबी चेयरपर्सन और उनके पति की हिस्सेदारी थी। इन संस्थाओं का संचालन कथित तौर पर अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी के बड़े भाई विनोद अदाणी करते हैं।
    साभार अमर उजाला

  • मप्र में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल : 47 आईएएस-आईपीएस के तबादले, नौ जिलों के कलेक्टर भी बदले

    भोपाल। मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने आधी रात को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया। सरकार ने 26 आईएएस और 21 आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए।  इसमें 9 जिलों के कलेक्टर और 7 जिलों के पुलिस अधीक्षक (एसपी) बदले गए हैं। शहडोल, मंडला, बालाघाट, राजगढ़, विदिशा, डिंडौरी, अनूपपुर और नीमच जिले के कलेक्टर बदले गए हैं। अंशुल गुप्ता जनसंपर्क विभाग के संचालक बनाए गए हैं और रोशन कुमार को विदिशा जिले का कलेक्टर बनाया गया है। हर्ष सिंह को डिंडोरी, हर्षल पंचोली को अनूपपुर, हिमांशु चंद्रा को नीमच, मृणाल मीना को बालाघाट, गिरीश कुमार को राजगढ़, केदार सिंह को शहडोल और सोमेश मिश्रा को मंडला का कलेक्टर बनाया गया है। 
    उमाकांत राव को श्रम विभाग का पीएस बनाया 
    प्रमुख सचिव श्रम विभाग तथा सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण सचिन सिन्हा को राजस्व मंडल मध्य प्रदेश ग्वालियर में प्रशासनकीय सदस्य बनाया गया है। चंबल संभाग के आयुक्त संजीव कुमार झा को राजस्व मंडल ग्वालियर में सदस्य बनाया गया है। सदस्य राजस्व मण्डल ग्वालियर उमाकांत उमराव को श्रम विभाग में प्रमुख सचिव, भारतीय चिकित्सा पद्यति एवं होम्योपैथी मध्य प्रदेश की आयुक्त सोनाली वायंगणकर को सामान्य न्याय एवं दिव्यागंजन सशक्तिकरण विभाग का प्रमुख सचिव और पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन एप्को के कार्यपालन संचालक संजीव सिंह को भोपाल संभाग का आयुक्त बनाया गया है। 
    स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त बने तरुण राठी 
    तकनीकी शिक्षा आयुक्त मदन विभीषण नागरगोजे को राजस्व मंडल्म ध्य प्रदेश ग्वालियर में सदस्य बनाया गया है। गृह विभाग के अपर सचिव अजय गुप्ता को किसान कल्याण तथा कृषि विकसा का संचालक बनाया गया है। मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्वी सुन्द्रियाल को वित्त विभाग में संचालक बजट नियुक्त किया गया है। मध्य प्रदेश में अपर सचिव तरुण राठी को स्वास्थ्य  विभाग का आयुक्त, कलेक्टर नीमच दिनेश जैन को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने अपर सचिव, मध्य प्रदेश शासन में उप सचिव दीपक आर्य को मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण का मुख्य कार्यपालन अधिकारी, शहडोल कलेक्टर तरुण भटनागर को पशुपालन एवं डेयरी विभाग में उप सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के उप सचिव केदार सिंह को शहडोल कलेक्टर और राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोमेश मिश्रा को मंडला कलेक्टर बनाया गया है। 
    रोशन कुमार सिंह विदिशा कलेक्टर 
    बालाघाट कलेक्टर रहे गिरीश कुमार मिश्रा को राजगढ़ कलेक्टर, डिण्डौरी कलेक्टर विकास मिश्रा को योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग में उपसचिव बनाया गया है। अनूपपुर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ को राज्य इलेक्ट्रानिक्स विकास निगम का प्रबंध संचालक, मंडला कलेक्टर सलोनी सिडाना को भारतीय चिकित्सा पद्यति एवं होम्योपैथी का आयुक्त सह संचालक, विदिशा कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य को गृह विभाग में उप सचिव, जनसंपर्क संचालक रोशन कुमार सिंह को विदिशा कलेक्टर, जिला पंचायत उज्जैन के मुख्य कार्यालन अधिकारी मृणाल मीना को बालाघाट कलेक्टर बनाया गया है। इसके अलावा नगर पालिका निगम ग्वालियर के आयुक्त हर्ष सिंह को डिंण्डौरी कलेक्टर, अपर कलेक्टर भोपाल हर्षल पंचौली को अनूपपुर कलेक्टर, अपर कलेक्टर हिंमाशु चंद्रा को नीमच कलेक्टर, मुख्यमंत्री के उप सचिव एवं राज्य इलेक्ट्रानिक्स विकास निगम के प्रबंध संचालक अंशुल गुप्ता को जनसंपर्क संचालक बनाया गया है। इसके अलावा अपर कलेक्टर अनूपपुर अमन वैषण को ग्वालियर नगर पालिका निगम में आयुक्त बनाया गया है। 
    यह आईपीएस हुए इधर से उधर 
    पुलिस मुख्यालय में उप पुलिस महानिरीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा को खरगौन रेंज में उप पुलिस महानिदेशक, पुलिस अधीक्षक मुरैना रशैलेंद्र सिंहचौहान को सेनानी, 13, वाहिनीविसबल, ग्वालियर पदस्थ किया गया है। वहीं, सेनानी, 13वीं वाहिनी विसबल ग्वालियर रघुवंश कुमार सिंह को सेनानी, 5वीं वाहिनी विसबल मुरैना पदस्थ किया गया है। वहीं, 10वीं सागर रसना ठाकुर को मऊगंज का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। वहीं, सहायक पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय भोपाल नागेंद्र सिंह को बालाघाट का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। 
    मंदसौर पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया को सहायक पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय भोपाल, पुलिस अधीक्ष बालाघाट समीर सौरभ को मुरैना पुलिस अधीक्षक, पुलिस उपायुक्त नगरीय पुलिस जिला इंदौर हंसराज सिंह को पुलिस उपायुक्त जोन-3 नगरीय पुलिस जिला इंदौर, अनूपपुर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार को भोपाल नगरीय पुलिस उपायुक्त जोन-4, पांढुर्ना पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार त्रिपाठी को इंदौर नगरीय पुलिस उपायुक्त अपराध, मऊंगज पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन को श्योपुर जिले का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। 
    इसके अलावा भोपाल नगरीय पुलिस उपायुक्त जोन-4 सुंदर सिंह कनेश को पांढुर्ना पुलिस अधीक्षक, इंदौर नगरीय पुलिस उपायुक्त पंकज कुमार पांडे को रायसेन जिले का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। वहीं, धार जिले के मनावर एसडीओपी अंकित सोनी को इंदौर जिले में असूचना एवं सुरक्षा पुलिस उपायुक्त,  हॉकफोर्स बालाघाट सेनानी मोती उर्र रहमान को अनूपपुर जिले का पुलिस अधीक्षक और श्योपुर जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद को मंदसौर जिले का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। 
    साभार अमर उजाला 

  • SC-ST आरक्षण में नहीं होगा क्रीमी लेयर, केंद्र सरकार ने साफ किया रुख

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में संविधान में दिए गए एससी और एसटी के लिए आरक्षण के उप-वर्गीकरण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर विस्तृत चर्चा हुई. बैठक में स्पष्ट किया कि डॉ. बीआर अंबेडकर द्वारा तैयार संविधान में अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षण प्रणाली में “क्रीमी लेयर” का प्रावधान नहीं है. ऐसे में अंबेडकर के संविधान के मुताबिक ही आरक्षण का प्रावधान होना चाहिए.
    दरअसल कैबिनेट में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर चर्चा हुआ हुई. कैबिनेट का मत था कि एनडीए सरकार अंबेडकर के बनाए संबिधान को लेकर प्रतिबद्ध है और एससी एसटी में कोई क्रीमीलेयर का प्रावधान नहीं है. मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एससी-एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से शुरू हुई हालिया बहस के बारे में बात की.
    वैष्णव ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण के संबंध में निर्णय सुनाया था और एससी-एसटी आरक्षण के संबंध में सुझाव दिया था. मंत्रिमंडल में इस पर विस्तृत चर्चा हुई. एनडीए सरकार बीआर अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान के प्रति कटिबद्ध है. बीआर अंबेडकर के संविधान के अनुसार एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर का कोई प्रावधान नहीं है.'
    उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षण संवैधानिक दिशानिर्देशों के अनुरूप लागू किया जाना चाहिए. यह पूछे जाने पर कि क्या यह मुद्दा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री या प्रधानमंत्री द्वारा उठाया गया था, वैष्णव ने कहा कि यह मंत्रिमंडल का सुविचारित विचार है.
    साभार आज तक

  • भारत के साथ रिश्ते सुधारने में लगा मालदीव

    विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि मालदीव के साथ भारत की साझेदारी एक-दूसरे के कल्याण और हितों के लिए मिलकर काम करने की गहरी इच्छा पर आधारित है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि माले के साथ संबंध भारत की ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति की आधारशिलाओं में से एक है।
    जयशंकर मालदीव के साथ द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने के लिए मालदीव के ही बुलावे शुक्रवार शाम को तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर यहां पहुंचे। मालदीव में पिछले साल चीन समर्थक राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के पदभार संभालने के बाद भारत की ओर से यह पहली उच्चस्तरीय यात्रा है।
    उनकी मालदीव यात्रा जून में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति मुइज्जू की भारत यात्रा के कुछ हफ्तों बाद हो रही है।
    मालदीव के अपने समकक्ष मूसा जमीर के साथ वार्ता के बाद जयशंकर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मालदीव के साथ भारत की साझेदारी एक-दूसरे के कल्याण और हितों के लिए मिलकर काम करने की हमारी गहरी इच्छा पर आधारित है। यह एक ऐसी साझेदारी है जिसने हमें चुनौतियों का हमेशा तेजी से और प्रभावी ढंग से जवाब देने में सक्षम बनाया है जैसा कि अतीत में भी देखा गया है।’
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मनीष सिसोदिया को बड़ी राहत, सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

    नई दिल्ली. दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को बड़ी राहत मिली है. कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है. मनीष सिसोदिया 17 महीने से तिहाड़ जेल में बंद थे.
    कथित शराब घोटाले में ट्रायल शुरू होने में हुई देरी को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई और ईडी दोनों मामलों में जमानत दे दी है.
    सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच ने सिसोदिया की जमानत याचिका पर 6 अगस्त को फैसला सुरक्षित रख लिया था. शुक्रवार को इस पर फैसला देते हुए जस्टिस गवई ने कहा कि 17 महीने की लंबी कैद और मुकदमा शुरू न होने के कारण उन्हें सुनवाई के अधिकार से वंचित किया गया है.
    इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने ये भी कहा कि 400 से ज्यादा गवाहों को देखते हुए जल्द ही इसका ट्रायल पूरा होने की संभावना भी नहीं दिखती. 
    मनीष सिसोदिया को जमानत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वो समाज के सम्मानित व्यक्ति हैं और उनके भागने की आशंका भी नहीं है. साथ ही ये भी कहा कि इस मामले में ज्यादातर सबूत भी जुटाए जा चुके हैं, इसलिए उनके साथ छेड़छाड़ करने की कोई संभावना नहीं है. हालांकि, गवाहों को प्रभावित करने या डराने के मामले में उनपर शर्तें लगाई जा सकती हैं. 
    सुप्रीम कोर्ट ने मनीष सिसोदिया को 10 लाख के मुचलके पर जमानत दी है. साथ ही दो बड़ी शर्तें भी लगाई हैं. पहली शर्त ये है कि उन्हें अपना पासपोर्ट जमा करना होगा. और दूसरी शर्त ये कि उन्हें हर सोमवार को थाने में जाकर हाजिरी लगानी होगी.
    साभार आज तक

  • बीएसएफ ने कहा - बांग्लादेश की जेलों से फरार कैदी हथियारों के साथ घुस सकते हैं भारत में

    नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने के बाद बांग्लादेश की जेलों से 1,200 से अधिक कैदी फरार हो गए हैं। इन फरार कैदियों में कई आतंकवादी भी शामिल हैं। सीमा से सटे भारत के लिए यह एक नई मुसीबत है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने कहा है कि यह कैदी हथियारों के साथ भारत में घुसने की कोशिश कर सकते हैं। जानकारी के मुताबिक बीएसएफ ने देश की सुरक्षा एजेंसियों को इस बारे में सूचित किया है। वहीं बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के कई अधिकारियों को देश में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किया गया है।
    वरिष्ठ बीएसएफ अधिकारियों ने बताया है कि बढ़ते हुए सुरक्षा जोखिमों को देखते हुए दोनों देशों के सीमा बल विभिन्न स्तरों पर बातचीत कर रहे हैं जिससे घुसपैठियों को भारत में घुसने से रोकने के लिए रियल टाइम जानकारी साझा की जा सके। नाम न बताने की शर्त पर बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "दोनों बलों के कमांडेंट, नोडल अधिकारी, फ्रंटियर आईजी और अन्य स्तर पर सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा है।" 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भोपाल में आरएसएस के प्रांतीय कार्यालय से सुरक्षा हटाई

    भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय कार्यालय से सुरक्षा हटा दी है। यह आरएसएस के समिधा कार्यालय ई-2 में स्थित है, जहां क्षेत्रीय पदाधिकारी रहते हैं। पिछले 15 साल से यहां सुरक्षा तैनात थी।
    मध्य प्रदेश एसएएफ की ओर से पांच सशस्त्र जवानों की तैनाती थी, जिन्हें अब वापस बुला लिया गया है। पुलिस का तर्क है कि सुरक्षा समीक्षा के आधार पर हटाई गई है। वहीं, यह भी बताया जा रहा है कि संघ की सहमति से यह फैसला लिया गया है। कार्यालय के सामने अस्थाई टेंट लगा था, जिसे भी हटा दिया गया है। संघ के पदाधिकारियों ने इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
    साभार अमर उजाला

  • मध्य प्रदेश में ठेका श्रमिकों मिलेगी ग्रेच्युटी और वीकली ऑफ की सुविधा

    भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी विभागों और उपक्रमों में काम कर रहे 3.25 लाख ठेका और आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है। श्रम विभाग ने एक नई गाइडलाइन जारी की है, जिसके अनुसार अब इन कर्मचारियों को बीमा, ग्रेच्युटी, बोनस, ओवरटाइम, भविष्य निधि (पीएफ), और साप्ताहिक अवकाश जैसी सुविधाएं दी जाएंगी।अब इन आउटसोर्स कर्मचारियों को कोर्ट में याचिका दायर करने का भी अधिकार मिलेगा, यदि कोई कंपनी इन निर्देशों का पालन नहीं करती है। गाइडलाइन में यह भी सुनिश्चित किया गया है कि सभी आउटसोर्स एजेंसियां जो इन विभागों में काम कर रही हैं, उन्हें जल्द से जल्द लाइसेंस प्राप्त करना होगा।
    प्रदेश सरकार लगातार आउटसोर्स कर्मचारियों के हित में निर्णय ले रही है। इस नए निर्देश से ठेका और आउटसोर्स कर्मियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता और सुरक्षा का भरोसा मिलेगा।
    साभार अमर उजाला

  • हिंसाग्रस्त बांग्लादेश में फंसे भारतीय दूतावास के 190 कर्मचारी वापस लौटे

    बांग्लादेश में सियासी उठापटक के बाद अंतरिम सरकार के गठन की तैयारी शुरू हो गई है. नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए चुना गया है. देश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन की अध्यक्षता में बंगा भवन (राष्ट्रपति भवन) में एक मीटिंग के दौरान यह फैसला लिया गया है.
    प्रदर्शनकारी छात्रों ने मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है. मीटिंग में आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व करने वाले छात्र नेताओं के साथ-साथ तीनों सेनाओं के प्रमुख भी शामिल हुए. बता दें कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना अभी हिंडन एयरबेस पर बने सेफ हाउस में ही हैं.
    हिंसाग्रस्त बांग्लादेश में फंसे भारतीय उच्चायोग के कर्मचारियों को एअर इंडिया के विशेष विमान से भारत लाया गया है. भारतीय उच्चायोग के 190 कर्मचारी बांग्लादेश से भारत लौटे हैं. लगभग 30 कर्मचारी अभी भी ढाका में ही हैं. 
    साभार आज तक

  • कांग्रेस नेता बोले- मोदी के आवास में भी घुस जाएगी जनता

    इंदौर। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि श्रीलंका और बांग्लादेश जैसा हाल अब भारत में भी होने वाला है। वर्मा ने यहां तक कहा कि जिस तरह शेख हसीना के घर में जनता घुस गई उसी तरह अब मोदी के आवास में भी घुसने वाली है। वर्मा का यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
    जिस वक्त सज्जन सिंह वर्मा ने यह विवादित टिप्पणी की मंच पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी समेत कई नेता मौजूद थे। इंदौर नगर निगम में भ्रष्टाचार के आरोप और  टैक्स वृद्धि के विरोध को लेकर कांग्रेस ने बड़े प्रदर्शन का आयोजन किया था। इसी दौरान भाषण देते हुए सज्जन सिंह वर्मा भारत की तुलना श्रीलंका और बांग्लादेश से कर गए।
    वर्मा ने कहा, 'मैं तो सिर्फ इतनी बात कहना चाहता हूं दो दिन से आप टीवी पर देख रहे हो बांग्लादेश की जनता शेख हसीना की गलत नीतियों की वजह से प्रधानमंत्री आवास में घुस गई, राष्ट्रपति भवन में घुस गई। याद रखना मोदी जी एक दिन यह जनता जो सड़क पर हिलोरे ले रही है एक दिन तुम्हारे गलत नीतियों की वजह से तुम्हारे प्रधानमंत्री निवास में घुस जाएगी, कब्जा कर लेगी।' वर्मा ने कहा कि पहले श्रीलंका में जनता प्रधानमंत्री के घर में घुसी फिर बांग्लादेश में हुआ, अब भारत का नंबर है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मानवाधिकार संगठन ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने के खिलाफ उठाई आवाज

    ढाका। बांग्लादेश में हिंसा का दौर अभी भी जारी है। शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर डटे हुए हैं। हालात इतने बदतर हो गए है कि देश में अल्पसंख्यकों के घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया जा रहा है। इसी को लेकर ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल बांग्लादेश ने अधिकारियों से हिंसा प्रभावित देश में अल्पसंख्यकों और सरकारी संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया है। उसने अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को छात्र आंदोलन की मूल भावना के खिलाफ करार दिया है।
    यहां हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 440 हो गई है। वहीं, राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने मंगलवार को संसद भंग कर दी और 84 वर्षीय नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को आगामी अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया। वहीं, ढाका में समुदाय के दो नेताओं के अनुसार, कई हिंदू मंदिरों, घरों और व्यवसायों में तोड़फोड़ की गई है और हसीना की अवामी लीग पार्टी से जुड़े कम से कम दो हिंदू नेता हिंसा में मारे गए हैं। 
    डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, लोकप्रिय लोक बैंड जोलर गान के फ्रंटमैन राहुल आनंद के आवास पर सोमवार को बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ और तोड़फोड़ की गई, जिसके बाद गायक और उनके परिवार को एक गुप्त स्थान पर शरण लेनी पड़ी। मीडिया रिपोर्ट में जोलर गान से जुड़े लोगों में से एक सैफुल इस्लाम जरनल के हवाले से बताया गया कि राहुल और उनका परिवार पूरी तरह से हिल गया है। उन्होंने एक गुप्त जगह पर शरण ली है। हम अभी तक उनसे संपर्क नहीं कर सके हैं।'
    साभार अमर उजाला

  • बांग्लादेश में दिखी अराजकता ! 'राजमहलों' में कब्जा और लूटपाट...

    नई दिल्ली. सोमवार को बांग्लादेश में लाखों प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा मांगते हुए सड़कों पर उतरे. दोपहर होते-होते शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर भाग गईं. उनके इस्तीफे की खबर आर्मी चीफ वकार-उज-जमान ने दी, जिन्होंने बताया कि अब देश में अंतरिम सरकार बनेगी. इसी बीच बांग्लादेश की राजधानी ढाका से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आईं जो अफगानिस्तान और श्रीलंका के संकट की याद दिलाती हैं, जब इन देशों में भी इसी तरह की अराजकता देखी गई थी. 1971 में जब बांग्लादेश को पाकिस्तान से आजादी मिली थी, तब शेख मुजीबुर रहमान ने इस आंदोलन की अगुवाई की थी. 5 अगस्त को प्रदर्शनकारियों ने उनकी बेटी शेख हसीना के खिलाफ सड़कों पर उतरकर मुजीब की प्रतिमा को तोड़ दिया. यह तस्वीर अब बांग्लादेश के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गई है.
    साभार आज तक

  • बांग्लादेश की कमान नोबेल विजेता मोहम्मद युनूस संभालेंगे

    बांग्लादेश में हिंसा का दौर जारी है। शेख हसीना पीएम पद से इस्तीफा देकर भारत भाग आई हैं और यहां से ब्रिटेन या फिर फिनलैंड जाकर शरण लेने की कोशिश में हैं। फिलहाल बांग्लादेश की कमान सेना के हाथों में है और अंतरिम सरकार के गठन के प्रयास जारी हैं। इस बीच आंदोलनकारी छात्र संगठन ने ऐलान किया है कि अंतरिम सरकार के मुखिया नोबेल विजेता अर्थशास्त्री मोहम्मद युनूस होंगे। इसके अलावा विपक्षी नेता बेगम खालिदा जिया को भी जेल से रिहा करने के आदेश राष्ट्रपति की ओर से जारी किए गए हैं।
    स्टूडेंट मूवमेंट के नेता रहे नाहिद इस्लाम, आसिफ महमूद, अबू बकर मजूमदार ने डॉ. युनूस के नाम का ऐलान किया। तीनों ने एक वीडियो संदेश आज सुबह ही जारी किया और कहा कि डॉ. युनूस अंतरिम सरकार की कमान संभालेंगे। इस बीच युनूस का भी बयान सामने आया है, जिन्होंने देश छोड़कर भागीं शेख हसीना पर तीखा हमला बोला है। युनूस ने कहा कि आज देश आजाद हुआ है। शेख हसीना के रहने तक यहां गुलामों जैसी जिंदगी लोग बिता रहे थे। उन्होंने कहा कि शेख हसीना का व्यवहार एक तानाशाह जैसा था। वह पूरे देश को कंट्रोल करना चाहती थीं। आज देश के लोग खुद को आजाद महसूस कर रहे हैं।
    डॉ. युनूस के खिलाफ अवामी लीग सरकार के दौर में कुल 190 मुकदमे दर्ज हुए थे। डॉ. युनूस ने कहा कि शेख हसीना ने अपने पिता शेख मुजीबर रहमान की विरासत को तबाह कर दिया। उन्होंने बांग्लादेश में चल रहे उपद्रव को भी जायज ठहराया। उन्होंने कहा कि आज आंदोलनकारी अपना गुस्सा उतार रहे हैं। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि यही छात्र और युवा देश को सही दिशा में ले जाएंगे, जो आज उपद्रव कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शेख हसीना ने ऐसी स्थिति कर दी थी कि उन्हें राजनीतिक तौर पर जवाब देना मुश्किल हो गया था। वह चुनावों में धांधली करा लेती थीं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बांग्लादेश हिंसा पर भारत में हुई बैठक में जयशंकर ने बताए जलते मुल्क के हाल

    भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बांग्लादेश के ताजा हालात की जानकारी सारी पार्टियों को दी। उन्होंने जानकारी दी है कि सभी दलों से खासा समर्थन मिला है। इस्तीफा देने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत पहुंचीं थीं, जहां उनकी मुलाकात भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से हुई थी। अब कहा जा रहा है कि वह भारत से भी रवाना हो चुकी हैं। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
    विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा, 'आज (मंगलवार को) को सर्वदलीय बैठक के दौरान मैंनेबांग्लादेश में जारी सभी घटनाक्रमों की जानकारी दी। मैं सभी से मिले समर्थन और समझ की सराहना करता हूं।' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को इस मुद्दे पर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक की अध्यक्षता की थी।
    सरकारी नौकरियों में कोटा के चलते बांग्लादेश में सरकार का काफी विरोध हो रहा था, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए थे। आंकड़े बता रहे हैं कि इन प्रदर्शनों के दौरान 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इतना ही नहीं इस्तीफे की खबरों के बाद प्रदर्शनकारी हसीना के आवास पर भी पहुंच गए थे। उपद्रवियों की कई तस्वीरें भी सामने आईं थीं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • एससी/एसटी आरक्षण पर फैसले से उबाल; 21 अगस्त को भारत बंद

    नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले सप्ताह एससी और एसटी आरक्षण में उप-कोटा तय करने को मंजूरी दी थी। अदालत ने कहा था कि यदि राज्य सरकारों को लगता है कि एससी और एसटी वर्ग की कोई जाति ज्यादा पिछड़ी है तो फिर उसके लिए सब-कोटा तय किया जा सकता है। यही नहीं 7 जजों की संवैधानिक बेंच ने 4-3 के बहुमत से कहा था कि एससी और एसटी में क्रीमी लेयर की भी पहचान होनी चाहिए। इस वर्ग में क्रीमी लेयर के तहत आने वाले लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए। इसकी बजाय उसी समाज के गरीबों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। शीर्ष अदालत के इस फैसले का एक वर्ग ने स्वागत किया है तो वहीं दलित समाज के बड़े हिस्से में उबाल है।
    ट्विटर पर पिछले दो दिनों से लगातार इसके विरोध में ट्रेंड चल रहा है। यही नहीं 21 अगस्त को भारत बंद का आह्वान भी कई दलित संगठनों की ओर से किया गया है। खासतौर पर बसपा प्रमुख मायावती ने भी इसका विरोध किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह-तरह आरक्षण को ही खत्म करने की साजिश हो रही है। सब-कोटा पर मायावती ने कहा कि इससे सरकारें अपने मन से किसी भी जाति को कोटा दे सकेंगी और अपने राजनीतिक हितों को साधा जा सकेगा। ऐसा फैसला ठीक नहीं है। यही नहीं उन्होंने क्रीमीलेयर पर भी सुप्रीम कोर्ट की राय का विरोध किया।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आम आदमी पार्टी को सुप्रीम कोर्ट से बहुत बड़ा झटका, एलजी के फैसले को बताया सही

    नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में 10 एल्डरमैन को सरकार की सहमति लिए बिना नियुक्त किए जाने के एलजी वीके सक्सेना के फैसले को सर्वोच्च अदालत ने सही करार दिया है। देश की सबसे बड़ी अदालत ने इसमें कानून का उल्लंघन नहीं पाया। उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली सरकार की यह दलील खारिज कर दी कि एलजी ‘एल्डरमैन’ नामित करने के लिए मंत्री परिषद की सलाह मानने को बाध्य हैं।
    जस्टिस पीएस नरसिम्हा ने सोमवार को यह फैसला सुनाया। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुआई वाली बेंच ने इस मामले की सुनवाई की थी। बेंच में जस्टिस जेबी पारदीवाला भी शामिल थे। फैसले सुनाते हुए जस्टिस नरसिम्हा ने कहा कि एल्डरमैन की नियुक्ति एलजी का वैधानिक कर्तव्य है और इसे पूरा करने में वह राज्य कैबिनेट की सलाह लेने को बाध्य नहीं हैं। 
    सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर करीब 15 महीने तक फैसला सुरक्षित रखा। पिछले साल 17 मई को शीर्ष अदालत ने कहा था कि उपराज्यपाल को एमसीडी में 'एल्डरमैन' नामित करने का अधिकार देने का मतलब होगा कि वह निर्वाचित नगर निकाय को अस्थिर कर सकते हैं। एमसीडी में 250 निर्वाचित और 10 नामित सदस्य हैं।
    दिसंबर 2022 में 'आप' ने नगर निगम चुनाव में 134 वार्ड में जीत के साथ एमसीडी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 15 साल के शासन को समाप्त कर दिया था। भाजपा ने 104 सीट जीती थीं, जबकि कांग्रेस 9 सीट के साथ तीसरे स्थान पर रही थी।  
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 9/11 के मास्टरमाइंड की सजा-ए-मौत तय, अमेरिका ने रद्द किया याचिका समझौता

    वॉशिंगटन। अमेरिका ने 11 सितंबर 2001 के आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड खालिद शेख मोहम्मद और उसके साथियों, वालिद बिन अताश और मुस्तफा अल-हौसावी पर कोई रहम नहीं दिखाने का फैसला किया है। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने आरोपी मास्टरमाइंड के साथ समझौते को रद्द करते हुए इन सबकी मौत की सजा बहाल कर दी। ऐसा उस समझौते की घोषणा के ठीक दो दिन बाद हुआ, जिसमें मौत की सजा को करीब-करीब खत्म कर दिया गया था। हालांकि इससे हमले में मारे गए लोगों के परिजनों का गुस्सा भड़क उठा था।
    खालिद 2003 में पाकिस्तान में पकड़ा गया था और उसे तथा उसके साथ मिल कर साजिश रचने के आरोप का सामना करने वालों को अमेरिकी जांच एजेंसी सीआईए की एक गोपनीय जेल में रख कर उनसे पूछताछ की गयी थी। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले में उस समय तक न्यूयार्क शहर की पहचान बन चुकी दो जुड़वां गगनचुंबी इमारतें (टि्वन टावर) ध्वस्त हो गयी थीं और करीब तीन हजार लोग मारे गए थे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • इस्राइल-ईरान तनाव ने बढ़ाई चिंता, अमेरिका ने पश्चिम एशिया भेजे युद्धपोत और लड़ाकू विमान

    वॉशिंगटन। पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने भी क्षेत्र में अपनी सैन्य तैनाती बढ़ाने का फैसला किया है। अमेरिका ने पश्चिम एशिया में और युद्धक जहाज और लड़ाकू विमान तैनात करने का फैसला किया है। अमेरिका का यह फैसला ऐसे वक्त आया है, जब ईरान ने इस्राइल पर हमले की धमकी दी है और दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। वहीं हिजबुल्ला भी अपने कमांडर की मौत के बाद से इस्राइल पर हमले की फिराक में है। 
    अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन की उप-सचिव सबरीना सिंह ने एक बयान में कहा कि 'रक्षा विभाग लगातार ऐसे कदम उठाता रहेगा, जिससे ईरान और ईरान के सहयोगियों द्वारा क्षेत्रीय तनाव बढ़ाने की संभावना को कम किया जा सके।' उन्होंने कहा कि '7 अक्तूबर के हमास के हमले के बाद से रक्षा सचिव ने बार-बार कहा है कि अमेरिका पश्चिम एशिया में अपने हितों की सुरक्षा करेगा और साथ ही इस्राइल की सुरक्षा का अपना पक्का वादा भी निभाएगा।'
    पेंटागन ने पश्चिम एशिया में मौजूद अपने युद्धपोत यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट की जगह लेने के लिए अपने युद्धपोत यूएसएस अब्राहम लिंकन को भेजा है। यह युद्धपोत के साथ ही लड़ाकू विमानों से युक्त स्ट्राइक ग्रुप भी पश्चिम एशिया भेजा गया है। साथ ही अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने बैलिस्टिक मिसाइल से लैस क्रूजर और विध्वंसक जहाज भी यूरोपीय कमांड के अंतर्गत पश्चिम एशिया भेजने का आदेश दिया है। साथ ही लड़ाकू विमानों की एक स्कवॉड्रन भी भेजी जा रही है। 
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण घोषणा की

    भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र किसानों और उद्योगपतियों दोनों के लिए लाभकारी होगा और प्रदेश के सभी जिलों में उद्यमिता और औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा। मुख्यमंत्री ने उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण विभाग के बजट में वृद्धि करने और बाजार की मांग के अनुसार गतिविधियों को संचालित करने के लिए हॉर्टिकल्चर प्रमोशन एजेंसी स्थापित करने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रदेश में संतरा, केला, पान, लहसुन आदि की राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान स्थापित करने के लिए विशेष प्रयास करने को कहा। सीएम ने कहा कि संभाग स्तर पर हाईटेक नर्सरियां स्थापित की जाएं, प्रदेश में मसालों की पृथक मंडी स्थापित हो। 
    मुख्यमंत्री ने प्रदेश में जारी पौधरोपण अभियान में फलदार पौधे लगाने को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए और फल, सब्जियों, औषधीय पौधों आदि के आर्गेनिक प्रोडक्शन, उनके डीहाइड्रेशन प्लांट व गामा रेडिएशन जैसी गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी मेहनत और निवेश का पूरा लाभ मिलना चाहिए और उन्हें किसी भी स्थिति में नुकसान नहीं उठाना पड़े। उन्होंने जिला स्तर पर कार्यशाला आयोजित करने और बेहतर कार्य करने वालों को शासकीय कार्यक्रमों में सम्मानित करने के निर्देश दिए। बैठक में उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में केन्द्र पोषित योजनाओं, राज्य पोषित योजनाओं, एकीकृत बागवानी विकास मिशन, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, पर ड्रॉप मोर क्रॉप माइक्रो इरीगेशन योजना, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना पर प्रदेश में जारी गतिविधियों पर प्रस्तुतिकरण दिया गया।
    साभार अमर उजाला

     

  • 5000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त कर्ज लेगी मध्य प्रदेश सरकार

    भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार आगामी लोकसभा चुनाव के बाद 5000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त कर्ज लेने की योजना बना रही है, जिसे दो चरणों में लिया जाएगा। वर्तमान में सरकार के ऊपर 3.75 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। लोकसभा चुनाव के बाद अब प्रदेश सरकार 5000 करोड़ रुपये का कर्ज और लेगी। यह दो किस्तों में लिया जाएगा। पहला कर्ज ढाई हजार करोड़ रुपये का 11 साल के लिए लिया जाएगा। जबकि, ढाई हजार करोड़ रुपये का ही दूसरा कर्ज 21 साल के लिए लिया जाएगा। बता दें कि प्रदेश सरकार के ऊपर 31 मार्च 2024 की स्थिति में 3 लाख 75 हजार करोड़ रुपये से अधिक का ऋण पहले से ही है। राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन अधिनियम के प्रावधान के अनुसार, सरकार राज्य सकल घरेलू उत्पाद का तीन प्रतिशत तक ऋण ले सकती है।
    बता दें मध्य प्रदेश सरकार पर 31 मार्च 2024 तक 3 लाख 75 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है। सरकार नियमों के अनुसार कर्ज लेने जा रही है। सरकार राज्य सकल घरेलू उत्पाद का तीन प्रतिशत तक कर्ज ले सकती है। वर्ष 2024-25 में, सरकार 65 हजार करोड़ रुपये तक कर्ज ले सकती है। पिछले वर्ष 2023-24 में मध्य प्रदेश सरकार ने 55 हजार 708 रुपए का कर्ज लिया था। 
    साभार अमर उजाला

  • संजय राउत ने लगाया बड़ा आरोप- राहुल गांधी पर हो सकता है हमला

    मुंबई. राहुल गांधी ने संसद में 29 जुलाई को महाभारत में चक्रव्यूह का जिक्र करते हुए भाषण दिया था। इसके बाद आज राहुल गांधी ने एक पोस्ट किया है जो खूब चर्चा में है। उन्होंने दावा किया कि ईडी के एक अंदरूनी सूत्र ने उन्हें बताया कि उन पर छापा मारा जा सकता है। राहुल गांधी ने दावा किया कि दोनों में से एक मेरे चक्रव्यूह भाषण से सहमत नहीं था। इसके बाद संजय राउत ने इसे लेकर बड़ा आरोप लगाया है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि कुछ भी हो सकता है, राहुल गांधी पर हमला भी हो सकता है। उनके खिलाफ विदेशी धरती पर भी साजिश हो रही है।
    राहुल गांधी ने कहा था 'बहुत लोगों को चक्रव्यूह के संदर्भ में मेरा भाषण पसंद नहीं आया। ईडी के एक सूत्र ने मुझे बताया कि अब आप पर छापा पड़ने वाला है। इस संबंध में योजना तैयार की जा रही है। मैं तैयार हूं, ईडी का इंतजार कर रहा हूं। चाय और बिस्किट मेरी तरफ से।' ऐसा ही एक सांकेतिक पोस्ट राहुल गांधी ने किया है. इसके बाद संजय राउत केंद्री सरकार पर हमला किया है। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मशाल के निशान ने महाराष्ट्र में बीजेपी की सीट में आग लगा दी है। उन्होंने कहा, 'बालासाहेब ठाकरे की शिव सेना उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में अच्छा प्रदर्शन कर रही है। हम मशाल चुनाव चिन्ह पर ही चुनाव लड़ने जा रहे हैं। यह मशाल का निशान ही था जिसने भाजपा की महाराष्ट्र सीट में आग लगा दी। हमारा प्रतीक मशाल, बिगुल और कांग्रेस का हाथ है। हम साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि धनुष और तीर अब चोरों के पास है। लोकसभा में धनुष और बाण के दम पर उन्होंने कुछ चोरियां कर लीं लेकिन अब विधानसभा में नहीं सफल हो पाएंगे। 
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  • बारिश में नए संसद भवन में छत से टपकने लगा पानी, अखिलेश यादव और कांग्रेस ने कसा तंज

    नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार शाम भारी बारिश के कारण अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला। शहर के बड़े हिस्से जलमग्न हो गए। यहां तक कि नए संसद भवन परिसर में भी पानी जमा हो गया। बारिश इतनी हुई कि छत से पानी टपकने लगा। विपक्षी दलों ने इसके लिए सरकार पर निशाना साधा है। विपक्षी दल पुरानी संसद से इसकी तुलना कर रहे हैं।
    सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्विटर पर एक वीडियो जारी करते हुए लिखा, 'इस नई संसद से अच्छी तो वो पुरानी संसद थी, जहां पुराने सांसद भी आकर मिल सकते थे। क्यों न फिर से पुरानी संसद चलें, कम-से-कम तब तक के लिए, जब तक अरबों रुपयों से बनी संसद में पानी टपकने का कार्यक्रम चल रहा है। जनता पूछ रही है कि भाजपा सरकार में बनी हर नई छत से पानी टपकना, उनकी सोच-समझकर बनायी गयी डिज़ाइन का हिस्सा होता है या फिर...।'
    वहीं, कांग्रेस सांसद मणिक्कम टैगोर ने भी ट्वीट कर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा, ''बाहर पेपर लीक, अंदर पानी का रिसाव। राष्ट्रपति द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली संसद लॉबी में हाल ही में पानी का रिसाव, नए भवन में मौसम संबंधी समस्याओं को उजागर करता है। निर्माण पूरा होने के सिर्फ एक साल बाद ही ऐसी स्थिति हो गई है। इस मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया गया।''
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  • हमास का टॉप कमांडर इस्माइल को इजरायल ने मार गिराया

    गाजा। हमास के सुप्रीम कमांडर कहे जाने वाले इस्माइल हानिये को इजरायल ने ईरान के अंदर घुसकर मार गिराया है। इस्माइल की मंगलवार को उस वक्त हत्या कर दी गई, जब वह ईरान के नए राष्ट्रपति की शपथ से लौटा था। उसे इजरायली एजेंट्स ने घर में घुसकर मारा। उसके कुछ सुरक्षाकर्मी भी इस घटना में घायल हुए हैं। इस्माइल को मार कर इजरायल ने बीते 10 महीनों से जारी जंग में बड़ी सफलता हासिल की है। खासतौर पर ईरान को भी उसने संकेत दिया है कि वह अपने दुश्मनों को कहीं भी मार सकता है। हमास को ईरान का समर्थन माना जाता है। 
    इस्माइल हानिये की बात करें तो उसे 2018 में अमेरिका ने आतंकवादी घोषित किया था। इस्माइल हानिये का जन्म मिस्र के कब्जे वाले गाजा के एक रिफ्यूजी कैंप में हुआ था। उसने गाजा की ही इस्लामिक यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की थी, यहीं पर वह हमास से जुड़ा था। उसने 1987 में अरबी साहित्य में बैचलर डिग्री ली और फिर पूरी तरह हमास के लिए ही काम करने लगा। 1997 में उसे हमास ने लीडर बनाया था। इस्माइल हानिये के नेतृत्व में हमास ने 2006 में चुनाव जीता था और फिर इस्माइल पीएम बन था। हालांकि राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने 14 जून, 2007 को उसे हटा दिया था। लेकिन राष्ट्रपति अब्बास के आदेश को खारिज करते हुए वह लगातार गाजा की सरकार चला रहा था।
    उसे गाजा की सरकार ही कहा जाता था। वह 2006 से 2017 तक गाजा में सुप्रीम नेता रहा था और फिर याहया शिनवार को कमान मिली थी। हालांकि इस्माइल की ताकत कम नहीं हुई थी क्योंकि उसे हमास के राजनीतिक ब्यूरो का चेयरमैन बना दिया गया था, जो हमास में सबसे पावरफुल संस्था है। इजरायल की इस्माइल से पुरानी दुश्मनी रही है क्योंकि वह काफी खूंखार नेता था। इजरायल ने 1989 में उसे तीन साल के लिए बंधक भी बना लिया था। इसके बाद 1992 में उसे इजरायल और लेबनान के बीच नो-मैन्स लैंड पर छोड़ा गया था। एक साल बाद वह गाजा लौटा था। बीते कई सालों से वह कतर में रह रहा था।
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  • जीवन बीमा प्रीमियम से जीएसटी हटाएं,  गडकरी की वित्त मंत्री से अपील

    नई दिल्ली। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर लाइफ इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस के बीमा प्रीमियम पर 18 फीसद माल एवं सेवा कर (GST) वापस लेने की मांग की है। पत्र का हवाला देते हुए रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नितिन गडकरी ने कहा कि जीएसटी जीवन की अनिश्चितताओं पर टैक्स लगाने के बराबर है। इससे इस सेक्टर का ग्रोथ रुक जाएगा।
    हिन्दुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक नितिन गडकरी ने सीतारमण को लिखे अपने लेटर में कहा है, "आपसे अनुरोध है कि लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर जीएसटी वापस लेने के सुझाव पर प्राथमिकता के आधार पर विचार करें, क्योंकि यह सीनियर सिटिजन के लिए बोझिल हो जाता है।" उन्होंने कहा, "इसी तरह, हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर 18 प्रतिशत जीएसटी इस सेगमेंट के विकास के लिए एक बाधा साबित हो रहा है जो सामाजिक रूप से आवश्यक है।"
    उन्होंने कहा, "जीवन बीमा प्रीमियम पर जीएसटी लगाना जीवन की अनिश्चितताओं पर टैक्स लगाने के समान है। यूनियन का मानना है कि जो व्यक्ति परिवार को कुछ सुरक्षा देने के लिए जीवन की अनिश्चितताओं के जोखिम को कवर करता है, उसे इस जोखिम के खिलाफ कवर खरीदने के प्रीमियम पर टैक्स नहीं लगाया जाना चाहिए।"
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  • इजरायली एयरफोर्स की बेरूत पर बमबारी में हिजबुल्लाह का शीर्ष सैन्य कमांडर फउद शुकर भी मारा गया

    नई दिल्ली. इजरायली एयरफोर्स ने मंगलवार को लेबनान की राजधानी बेरूत पर बमबारी की, जिसमें हिजबुल्लाह का शीर्ष सैन्य कमांडर फउद शुकर मारा गया. शुकर को हज मोहसिन के नाम से भी जाना जाता था. इजरायल ने अपने कब्जे वाले गोलान हाइट्स पर रॉकेट हमले के लिए फउद शुकर को ही जिम्मेदार ठीराया था. इजरायली सेना ने एक बयान में कहा, 'हमारे लड़ाकू विमानों ने बेरूत में आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह के सबसे वरिष्ठ सैन्य कमांडर और इसकी रणनीतिक इकाई के प्रमुख फउद शुकर को मार गिराया.' बता दें कि हिज्बुल्लाह लेबनान और मध्य पूर्व के व्यापक हिस्से में सबसे प्रभावशाली शिया सैन्य समूहों में से एक है.
    इजरायली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने एक बयान में कहा, 'हिजबुल्लाह कमांडर फउद शुकर मजदल शम्स नरसंहार के लिए जिम्मेदार था.' बता दें कि 27 जुलाई की शाम को उत्तरी इजरायल के एक फुटबॉल मैदान को हिजबुल्लाह ने ईरानी फलक-1 रॉकेट से निशाना बनाया था. इस रॉकेट हमले में मैदान में खुल रहे 12 बच्चों की मौत हो गई थी. इस हमले के बाद ही इजरायल ने बदला लेने की कसम खाई थी और हिजबुल्लाह को अंजाम भुगतने की धमकी दी थी. फउद शुकर हिज्बुल्लाह के सेक्रेटरी जनरल हसन नसरल्लाह का राइट हैंड हाथ था. वह हमलों और ऑपरेशन की योजना बनाने और निर्देशित करने में नसरल्लाह का सलाहकार था. 
    साभार आज तक

  • ADR ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर किया दावा - 538 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में डाले गए मतों और गिने गए मतों की संख्या में अंतर

    नई दिल्ली. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर दावा किया है कि 538 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में डाले गए मतों और गिने गए मतों की संख्या में अंतर है. एडीआर के विश्लेषण के अनुसार, हाल के लोकसभा चुनावों में 362 संसदीय क्षेत्रों में पड़े कुल वोटों से 5,54,598 वोट कम गिने गए. वहीं 176 संसदीय निर्वाचन क्षेत्र ऐसे हैं, जहां पड़े कुल वोटों से 35,093 वोट अधिक गिने गए. इस मामले पर चुनाव आयोग की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
    एडीआर के संस्थापक जगदीप छोकर ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, 'फाइनल पोलिंग डेटा रिलीज करने में अत्यधिक देरी, अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों और मतदान केंद्रों पर हुई वोटिंग के आंकड़े उपलब्ध नहीं होना और क्या चुनाव परिणाम अंतिम मिलान किए गए डेटा के आधार पर घोषित किए गए थे, इसकी अस्पष्टता चुनाव परिणामों की प्रमाणिकता के बारे में चिंता और संदेह पैदा करते हैं.' हालांकि, एडीआर ने यह नहीं बताया कि वोटों के इस अंतर से कितनी सीटों पर अलग नतीजे आए.
    एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनाव आयोग अब तक इस बारे में कोई उचित स्पष्टीकरण देने में विफल रहा है कि उसने वोटों की गिनती पर अंतिम और प्रामाणिक डेटा जारी करने से पहले चुनाव परिणाम घोषित क्यों किए. ईवीएम में पड़े वोटों, उनकी गिनती में अंतर, चुनाव संपन्न होने के कुछ दिन बाद अंतिम मतदान प्रतिशत में वृद्धि, बूथ वाइज डाले गए वोटों की संख्या का खुलासा न करना, डाले गए वोटों के आंकड़े जारी करने में अनुचित देरी और अपनी वेबसाइट से कुछ डेटा को हटाने पर भी चुनाव आयोग की ओर से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है.
    एडीआर के फाउंडर जगदीप छोकर ने कहा, 'लोकसभा चुनाव 2019 के चुनावों में देखे गए कई उल्लंघनों, अवैधताओं और अनियमितताओं की गंभीर घटनाओं को निर्वाचन आयोग लोकसभा चुनाव 2024 में दोहराये जाने से रोकने के लिए उचित कदम उठाने में विफल रहा है. इससे मतदाताओं के मन में संदेह पैदा हो गया है. इन आशंकाओं को गंभीरता से लिया जाना चाहिए और इनके समाधान के प्रयास होने चाहिए.'
    एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि आम चुनाव 2024 के नतीजों की घोषणा करते समय डाले गए और गिने गए वोटों में अमरेली, अटिंगल, लक्षद्वीप और दादरा नगर हवेली और दमन दीव को छोड़कर 538 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में महत्वपूर्ण विसंगतियां दिखाई दीं. सूरत संसदीय सीट पर कोई मुकाबला नहीं था, क्योंकि यहां से बीजेपी प्रत्याशी की निर्विरोध जीत हुई थी. इस तरह 538 संसदीय सीटों पर डाले गए और गिने गए मतों में 589691 का अंतर है. 
    साभार आज तक

  • CBI ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दायर की चार्जशीट

    नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने ऐक्शन तेज कर दिया है। कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक के खिलाफ सीबीआई ने सोमवार को राउज ऐवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी है। स्पेश जज कावेरी बावेजा की अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया गया है। इससे पहले ईडी ने करीब 200 पेज का आरोप पत्र मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के खिलाफ दाखिल किया था।
    केजरीवाल को पिछले महीने 26 जून को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। उन्हें इसी मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। आम आदमी पार्टी के प्रमुख को ईडी केस में सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल चुकी है। ईडी भी उनके खिलाफ चार्जशीट दायर कर चुकी है, जिसमें केंद्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें शराब घोटाले का मुख्य साजिशकर्ता बताया है।
    इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि केजरीवाल को कथित शराब घोटाले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक बताया गया है जिसमें आरोप है कि आम आदमी पार्टी को 100 करोड़ रुपए की रिश्वत मिली। पिछले महीने केजरीवाल की रिमांड की मांग करते हुए सीबीआई ने अदालत में कहा, 'अरविंद केजरीवाल आपराधिक साजिश के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक हैं। यह पता चला है कि केजरीवाल के करीबी विजय नायर (आप के पूर्व मीडिया प्रभारी) शराब कारोबारियों से संपर्क कर रहे थे और प्रस्तावित शराब नीति में फायदा पहुंचाए जाने के बदले रिश्वत की मांग कर रहे थे।' सीबीआई ने सबसे पहले अप्रैल 2023 में केजरीवाल से पूछताछ की थी। 
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  • ममता बनर्जी नीति आयोग की बैठक के बारे में बोल रही हैं झूठ, अब कांग्रेस नेता ने भी उठाए सवाल

    नई दिल्ली। नीति आयोग की बैठक के दौरान ममता बनर्जी ने माइक बंद करने का आरोप लगाया। उनके इस बयान पर पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने भी प्रतिक्रिया दी हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री झूठ बोल रही हैं। उन्होंने कहा, "नीति आयोग की बैठक के बारे में ममता बनर्जी जो कुछ कह रही हैं, मुझे लगता है कि वह झूठ बोल रही हैं। यह बहुत आश्चर्यजनक है कि किसी राज्य के मुख्यमंत्री को बोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ममता बनर्जी जानती थीं कि वहां क्या होने वाला है। उनके पास स्क्रिप्ट थी।"
    इस मामले पर उनके विचार उनकी पार्टी कांग्रेस से अलग थे, जिसने कहा कि ममता बनर्जी के साथ जो व्यवहार किया गया वह अस्वीकार्य है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में टीएमसी के यूसुफ पठान से हारने वाले अधीर रंजन चौधरी ममता बनर्जी के सबसे मुखर आलोचकों में से एक हैं। चुनाव से पहले उन्होंने ममता पर कई तीखे हमले किए। बाद में तृणमूल कांग्रेस ने आम चुनाव अकेले लड़ने के अपने फैसले के लिए अधीर रंजन चौधरी को दोषी ठहराया। 
    शनिवार को अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल में अराजक स्थिति है। राज्य में कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए उनसे हस्तक्षेप करने की मांग की थी। चौधरी ने दो पन्नों के पत्र में लिखा, "मैं पश्चिम बंगाल में सार्वजनिक जीवन में शिष्टाचार और कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए आपके हस्तक्षेप की मांग करता हूं। व्यक्तिगत स्तर पर मेरे लिए राज्य में अराजक स्थिति को देखना न केवल परेशान करने वाला है, बल्कि बहुत पीड़ादायक भी है। सत्ताधारी दल का रवैया काफी क्रूर है।" 
    उन्होंने कहा, "राज्य में सिर्फ सत्तारूढ़ दल से जुड़े लोग ही नहीं और बल्कि विपक्षी दलों की तरफ झुकाव रखने वालों का भी यही हाल है। यहां लोग सत्तारूढ़ दल की दबंगई की रणनीति के कारण अपनी नौकरी या आजीविका खो चुके हैं।" 
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  • महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन के लिए सीट शेयरिंग बन रहा सिरदर्द

    मुंबई। महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन के लिए एक अनार सौ बीमार जैसे हालात बन गए हैं। आलम यह है कि यहां पर सीट शेयरिंग सिरदर्द बनती जा रही है। एक तरफ भाजपा के सहयोगी दल हिस्सेदारी की उम्मीद में दिल्ली का चक्कर काट रहे हैं। वहीं, भाजपा नेता यह कहकर साथियों को हताश करने में जुटे हैं कि उनकी पार्टी सभी 288 सीटों पर चुनाव लड़े तो बेहतर होगा। गौरतलब है कि हालिया लोकसभा चुनाव में महायुति गठबंधन का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। महाराष्ट्र की कुल 48 लोकसभा सीटों में से उसके हिस्से मात्र 17 सीटें आई हैं। वहीं, विपक्षी महाविकास अघाड़ी ने 30 सीटों पर जीत हासिल की है। लोकसभा चुनाव में महायुति के पिछड़ने की कई वजहें थीं और इनमें से एक बड़ी वजह सीट शेयरिंग भी रही। ऐसे में भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव में फूंक-फूंककर कदम रखने की तैयारी में है। पिछले कुछ अरसे से महाराष्ट्र में वैसे भी सियासी सुगबुगाहटें काफी तेज हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा एक बार फिर सहयोगियों के लिए पीछे हटती है या नहीं।
    महाराष्ट्र में भाजपा ने पहले ही सहयोगियों के लिए काफी समझौते किए हैं। जब महायुति गठबंधन की सरकार बनी तो भाजपा ने सीएम पद एकनाथ शिंदे को दे दिया। लेकिन अब सीट शेयरिंग में पेंच फंस रहा है। एनडीटीवी के मुताबिक भाजपा कुल 150 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कर रही है। वहीं, सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना 100 सीटों से कम पर राजी होने के लिए तैयार नहीं है। दूसरी तरफ डिप्टी सीएम अजित पवार की पार्टी कम कम से 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बनाए हुए है। अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर कौन समझौता करेगा? जानकारी के मुताबिक अजीत पवार ने साथी डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ गुरुवार को केंद्रीय मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग पर भी बात हुई। 

  • भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रभात झा दिल्ली के अस्पताल में निधन, पार्टी में शोक की लहर

    भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता प्रभात झा का दिल्ली में निधन हो गया। उन्होंने शुक्रवार सुबह को दिल्ली के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। उन्हें करीब 26 दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 
    जानकारी के अनुसार दिमागी बुखार के बाद उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी। जिसके बाद उन्हें भोपाल के बंसल अस्पताल में भर्ती किया गया था। दो दिन बाद प्रभात झा को एयरलिफ्ट कर दिल्ली के मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। जहां उनका इलाज चल रहा था। शुक्रवार सुबह झा लंबे संघर्ष के बाद अनंत यात्रा पर निकल गए। उनका अंतिम संस्कार बिहार में उनके पैतृक गांव में किया जाएगा। झा मध्य प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष, राज्यसभा सदस्य और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव भी रह चुके हैं। उन्होंने पत्रकारिता से अपने करियर की शुरुआत की थी। 
    प्रभात झा का दिमागी बुखार के चलते न्यूरोलॉजिकल परेशानियां आ रही थी। जिसके चलते उनको कुछ दिन पहले भोपाल के बंसल अस्पताल में भर्ती किया गया था। जिसके बाद उनका हालचाल जानने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के वरिष्ठ नेता और मंत्री पहुंचे थे। जिसके बाद उनको एयरलिफ्ट कर दिल्ली शिफ्ट किया गया था। जहां उनको रूटिन इलाज चल रहा था।
    प्रभात झा मूल रूप से बिहार के दरभंगा के हरिहरपुर गांव रहने वाले थे। उनका जन्म 4 जून 1957 को बिहार में हुआ था। वह बिहार से मध्य प्रदेश के ग्वालियर आ गए थे। यहां पर उनकी प्रारंभिक शिक्षा हुई। उन्होंने ग्वालियर के पीजीवी कॉलेज से बीएससी, माध्व कॉलेज से राजनीति शास्त्र में एमए और एमएलबी कॉलेज से एलएलबी की। प्रभात झा के परिवार में पत्नी रंजना झा और दो बेटे है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत पत्रकारिता से की। फिर वह राजनीति में आए और भाजपा के सदस्य बन गए। पूर्व राज्यसभा सांसद भी रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कारगिल युद्ध स्मारक पहुंचे पीएम मोदी ने द्रास में शहीदों को दी श्रद्धांजलि, कहा- देश पराक्रमी महानायकों का सदा-सर्वदा ऋणी है'

    श्रीनगर. देश 25वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है. इस मौके पर कारगिल युद्ध स्मारक पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्रास में शहीदों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने 1999 में भारत-पाकिस्तान की जंग में अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर जवानों को याद किया. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कारगिल में हमने सिर्फ युद्ध नहीं जीता था बल्कि सत्य, संयम और सामर्थ का अद्भुत परिचय दिया था. उन्होंने कहा कि भारत शांति के लिए प्रयास कर रहा था लेकिन पाकिस्तान ने अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया था. पाकिस्तान ने अतीत में जितने भी दुष्प्रयास किए, उसे मुंह की खानी पड़ी लेकिन पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है.
    अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, 'आज लद्दाख की ये महान धरती कारगिल विजय के 25 वर्ष पूरे होने की साक्षी बन रही है. कारगिल विजय दिवस हमें बताता है कि राष्ट्र के लिए दिए गए बलिदान अमर होते हैं. दिन, महीने, वर्ष, सदियां गुजरती हैं, मौसम भी बदलते हैं लेकिन राष्ट्र की रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगाने वालों के नाम अमिट रहते हैं. ये देश हमारी सेना के पराक्रमी महानायकों का सदा-सर्वदा ऋणी है, उनके प्रति कृतज्ञ है.'
    'शहीदों को नमन करता हूं'
    उन्होंने कहा, 'मेरा सौभाग्य है कि कारगिल युद्ध के समय मैं सामान्य देशवासी के रूप में अपने सैनिकों के बीच था. आज जब मैं फिर कारगिल की धरती पर हूं तो स्वाभाविक है कि वो स्मृतियां मेरे मन में ताजा हो गई हैं. मुझे याद है कि किस तरह हमारी सेनाओं ने इतनी ऊंचाई पर, इतने कठिन युद्ध ऑपरेशन को अंजाम दिया था. देश को विजय दिलाने वाले ऐसे सभी शूरवीरों को आदरपूर्वक प्रणाम करता हूं. मैं उन शहीदों को नमन करता हूं जिन्होंने कारगिल में मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया.'
    पीएम ने कहा, 'कारगिल में हमने केवल युद्ध नहीं जीता था. हमने सत्य, संयम और सामर्थ का अद्भुत परिचय दिया था. आप जानते हैं, भारत उस समय शांति के लिए प्रयास कर रहा था, बदले में पाकिस्तान ने फिर एक बार अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया. लेकिन सत्य के सामने असत्य और आतंक की हार हुई. पाकिस्तान ने अतीत में जितने भी दुष्प्रयास किए उसे मुंह की खानी पड़ी लेकिन पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है. वो आतंकवाद के सहारे, प्रॉक्सी वॉर के सहारे अपने आप को प्रासंगिक बनाए रखने का प्रयास कर रहा है लेकिन आज जब मैं उस जगह से बोल रहा हूं जहां से आतंक के आकाओं को मेरी आवाज सीधे सुनाई पड़ रही है, मैं आतंकवाद के इन सरपरस्तों से कहना चाहता हूं कि उनके नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे.' 
    साभार आज तक

  • सुप्रीम कोर्ट ने बिल लटकाने पर केरल और पश्चिम बंगाल के राज्यपालों से मांगा जवाब

    नई दिल्ली। लंबित विधेयकों के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने केरल और पश्चिम बंगाल के राज्यपालों को नोटिस जारी किया है। दोनों राज्यों की सरकारों ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि राज्यपालों की मंजूरी ना मिलने की वजह से 8 से ज्यादा विधेयक पिछले एक साल से लटके हैं। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने गृह मंत्रालय के साथ ही दोनों राज्यपालों को नोटिस जारी किया है। 
    राज्यों ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि राज्यपाल बिलों को मंजूरी ना देने की कोई वजह भी नहीं बता रहे हैं। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच मामले की सुनवाई कर रही थी। केरल सरकार की तरफ से कोर्ट में वरिष्ठ वकील केके वेणुगोपाल पेश हुए थे। पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से सीनियर वकील अभिषेक मनु सिंघवी और जयदीप गुप्ता ने तर्क रखे। उन्होंने कहा कि जब भी सुप्रीम कोर्ट में ममले को लिस्ट किया गया राज्यपाल ने विधेयकों को राष्ट्रपति के पास भेज दिया। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह राहुल भैय्या से महू कांग्रेस नेताओं की सौजन्य भेंट

    जिला कांग्रेस प्रवक्ता जुगनू जादवसिंह धनावत ने बताया भोपाल में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह राहुल भैय्या से महू कांग्रेस नेताओं ने सौजन्य भेंट कर आत्मीय स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से सिमरोल ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अशोक सैनी, जिला कांग्रेस प्रवक्ता जुगनू जादवसिंह धनावत, शैलेश पटेल ने सिमरोल ब्लॉक आदिवासी बाहुल्य में कार्यकर्ता सम्मेलन कराने के लिए अजय सिंह से समय मांगा।

  • राहुल गांधी ने किसान नेताओं को संसद में बुलाया मिलने, एंट्री नहीं मिली तो भड़के

    नई दिल्ली। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कई किसान नेताओं को मिलने के लिए संसद में बुला लिया। बुधवार को संसद भवन पहुंचे इन किसान नेताओं को एंट्री नहीं मिली तो राहुल गांधी भड़क गए। उनहोंने कहा कि हमने इन लोगों को मुलाकात के लिए बुलाया था। लेकिन ये लोग संसद में उन्हें आने नहीं दे रहे हैं। ऐसा शायद इसलिए हो रहा है क्योंकि वे किसान हैं और उन्हें सरकार अंदर नहीं देखना चाहती। वहीं राहुल गांधी के ऐतराज के बाद उन्हें एंट्री मिल गई। अब किसान नेताओं से राहुल गांधी संसद भवन के अपने उस दफ्तर में मिल सकेंगे, जो उन्हें नेता विपक्ष के तौर पर मिला है। 
    किसान नेताओं को एंट्री न मिलने के आरोपों पर मीडिया ने पूछा तो राहुल गांधी ने कहा कि यह बात तो आपको नरेंद्र मोदी ही बता पाएंगे। राहुल गांधी ने अपने ही अंदाज में कहा कि इन लोगों को शायद इसलिए अंदर नहीं आने दे रहे हैं क्योंकि ये किसान हैं। वहीं अखिलेश यादव ने बजट में किसानों का ध्यान न रखने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हम तो किसानों के लिए बजट मांग रहे थे, लेकिन ये उन लोगों के लिए पैकेज ला रहे हैं, जो सरकार चला रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि आखिर यूपी को कुछ क्यों नहीं मिला। यदि आप बिहार के लिए पैकेज दे रहे हैं और बाढ़ से राहत दिलाना चाहते हैं तो पहले नेपाल से बात करनी होगी और यूपी में बाढ़ कम करनी होगी। उत्तर प्रदेश में बाढ़ आनी बंद हो जाए तो फिर बिहार में भी नहीं आएगी। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बजट को विपक्ष ने बताया भेदभावपूर्ण, संसद भवन परिसर में किया विरोध प्रदर्शन

    नई दिल्ली। बजट को विपक्ष ने भेदभावपूर्ण बताया है और बुधवार को संसद भवन परिसर में बजट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत इंडी ब्लॉक के सांसदों ने केंद्रीय बजट में विपक्ष शासित राज्यों के साथ कथित भेदभाव को लेकर बुधवार को संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।
    सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, 'समर्थन मूल्य किसान को ना देकर गठबंधन के साथियों को दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश को बड़े सपने दिखाए थे, क्या मिला उत्तर प्रदेश को? डबल इंजन की सरकार है तो डबल लाभ मिलना चाहिए था, दिल्ली का लाभ लखनऊ का लाभ लेकिन लगता है कि दिल्ली अब लखनऊ की ओर नहीं देख रही है या लखनऊ वालों ने दिल्ली वालों को नाराज कर दिया और इसका परिणाम बजट में दिखाई दे रहा है। विकास बिहार जा रहा है तो उत्तर प्रदेश को क्यों छोड़ रहे हैं? बाढ़ अगर बिहार की रोकनी है तो नेपाल और उत्तर प्रदेश की बाढ़ रोके बिना आप बिहार की बाढ़ कैसे रोकेंगे? आप पहले उत्तर प्रदेश और नेपाल की बाढ़ रोके तो बिहार की बाढ़ अपने आप रुक जाएगी।'
    कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, 'यह अन्याय है। हम इसका विरोध करेंगे।' कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, 'यह अन्याय है। हम इसका विरोध करेंगे।' वहीं कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, 'यह बजट भारत सरकार के बजट जैसा नहीं लगता। इस बजट में संघीय ढांचे को तोड़ा गया है। विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्य बजट से गायब हैं। यह सरकारी बजट नहीं बल्कि 'सरकार बचाओ बजट' है। यह सिर्फ सबको खुश करने के लिए है।'
    बजट के मुद्दे पर विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से वॉकआउट किया। वहीं लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान केंद्रीय बजट के खिलाफ विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी की।
    साभार अमर उजाला

  • मोदी के बजट में बिहार को 58900 करोड़ का ऐलान, तीन एक्सप्रेसवे, एक पावर प्लांट

    पटना.  केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट में बिहार को विभिन्न योजनाओं के तहत 58900 करोड़ रुपये देने का प्रावधान किया गया है। इनमें से 26 हजार करोड़ रुपये का फंड बिहार के अंदर सड़कों का जाल बिछाने के लिए खर्च किया जाएगा। राज्य में तीन एक्सप्रेसवे भी बनाए जाएंगे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में मंगलवार को इसकी घोषणा की। इसके अलावा बाढ़ नियंत्रण के लिए 11500 करोड़ रुपये और पावर प्लांट के लिए 21400 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा वित्त मंत्री ने बिहार में कई एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेज, स्टेडियम, औद्योगिक हब, महाबोधि कॉरिडोर, नालंदा और राजगीर में पर्यटन सुविधा के विकास की घोषणाएं भी कीं। इन पर खर्च होने वाली राशि ऊपर दिए गए फंड में शामिल नहीं है।
    निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में ऐलान किया कि पटना से पूर्णिया, बक्सर से भागलपुर और बोधगया से राजगीर, वैशाली होते हुए दरभंगा तक तीन एक्सप्रेसवे बनाए जाएंगे। बक्सर में गंगा नदी पर दो लेन का एक पुल बनाया जाएगा। बिहार में बाढ़ की समस्या से भारत सरकार नेपाल से बात भी करेगी और उसका समाधान निकालेगी। गया के विष्णुपद मंदिर और बोधगया के महाबोधि मंदिर में काशी विश्वनाथ की तर्ज पर कॉरिडोर बनाकर धार्मिक पर्यटन विकसित किया जाएगा। नालंदा और राजगीर को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए केंद्र सरकार सहायता देगी। उन्होंने कहा कि अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर पर केंद्र सरकार बिहार के गया में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगी। इससे पूर्वी क्षेत्र में विकास को गति मिलेगी। 
    वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार बिहार में कई एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेज और स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थापना करेगी। हालांकि, नए एयरपोर्ट और मेडिकल कॉलेज कहां-कहां बनाए जाएंगे, इसका जिक्र नहीं किया गया। पीरपैंती में 2400 मेगावाट का पावर प्लांट स्थापित किया जाएगा, जिसके लिए 21400 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। बिहार को कैपिटल इन्वेस्टमेंट के जरिए अतिरिक्त धन दिया जाएगा। मल्टी इन्वेस्टमेंट बैंक के जरिए बिहार को सहायता दिलाने में तेजी लाई जाएगी। बजट भाषण अभी चल रहा है, ऐसे में बिहार के लिए और भी घोषणाएं हो सकती हैं।
    वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में बिहार को क्या-क्या मिला, यहां डालें एक नजर-
    - बिहार में सड़क परियोजनाओं के लिए केंद्रीय बजट में 26 हजार करोड़ का प्रावधान
    - पटना से पूर्णिया और बक्सर से भागलपुर के बीच एक्सप्रेसवे बनाए जाएंगे
    - बोधगया से दरभंगा वाया राजगीर, वैशाली एक्सप्रेसवे का निर्माण होगा
    - बक्सर में गंगा नदी पर दो लेन का पुल निर्माण
    - गया में इंडस्ट्रियल हब विकसित होगा
    - बिहार में बाढ़ की समस्या से नेपाल से बात करेगी भारत सरकार
    - बाढ़ नियंत्रण के लिए केंद्रीय बजट में 11500 करोड़ का फंड
    - बोधगया में महाबोधि कॉरिडोर विकसित होगा
    - नालंदा, राजगीर में पर्यटन सुविधाओं का विकास होगा
    - बिहार में कई एयरपोर्ट्स बनेंगे, मेडिकल कॉलेज और स्टेडियम भी स्थापित होंगे
    - भागलपुर के पीरपैंती में 2400 मेगावाट का पावर प्लांट बनेगा
    -  ऊर्जा क्षेत्र विकसित करने के लिए बिहार को 21400 करोड़ की सौगात
    -  बिहार को इनवेस्टमेंट बैंक के लिए अतिरिक्त फंड दिलाया जाएगा
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मिडिल क्लास के घर के सपने को पूरा करने के लिए वित्त मंत्री का बड़ा ऐलान

    वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट में मिडिल क्लास के घर के सपने को पूरा करने के लिए बड़ा ऐलान किया है। वित्त मंत्री ने बताया कि पीएम आवास योजना-शहरी 2.0 के तहत एक करोड़ परिवारों को 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश से आवास मुहैया कराए जाएंगे।
    वित्त मंत्री के मुताबिक सस्ती दरों पर ऋण की सुविधा के लिए ब्याज सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। इस खबर के बीच हाउसिंग सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के शेयर रॉकेट की तरह बढ़ने लगे। इसके तहत मनराज हाउसिंग फाइनेंस, सहारा हाउसिंगफिना कॉर्पोरेशन और स्टार हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में 4-5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। वहीं, जीआईसी हाउसिंग फाइनेंस, होम फर्स्ट फाइनेंस कंपनी इंडिया, रिलायंस होम फाइनेंस, रेप्को होम फाइनेंस और एएवीएएस फाइनेंसर्स के शेयरों में 1-2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान 

  • वित्त मंत्री के बजट भाषण की बड़ी बातें

    नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमणन ने सुबह 11 बजे बजट भाषण पढ़ना शुरू कर किया। उन्होंने जनता का आभार जताते हुए कहा कि पीएम मोदी पर भरोसा जताते हुए उन्हें तीसरे कार्यकाल के लिए चुना गया है। हम इसके लिए हम आभारी हैं। हम हमारी नीतियों पर भरोसा जताने के लिए जनता का आभार व्यक्त करते हैं। आइए जानते हैं वित्त मंत्री के बजट भाषण की खास बातें।
    1.  वित्त मंत्री ने बजट में सरकार की नौ प्राथमिकताएं गिनाईं, ये हैं
    खेती में उत्पादकता 
    रोजगार और क्षमता विकास
    समग्र मानव संसाधन विकास और सामाजिक न्याय 
    विनिर्माण और सेवाएं 
    शहरी विकास
    ऊर्जा सुरक्षा
    अधोसरंचना
    नवाचार, शोध और विकास
    अगली पीढ़ी के सुधार
    2. देश की आर्थिक प्रगति सही रास्ते परः वित्त मंत्री
    भारत की आर्थिक प्रगति सही रास्ते पर है। भारत की महंगाई कम और स्थिर है। भारत में महंगाई दर 4% के लक्ष्य की ओर। भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया के मुकाबले बहुत अच्छी हालत में। सरकार का फोकस गरीब, महिलाओं, किसानों और युवाओं पर है। सरकार का फोकस रोजगार पैदा करने के मौकों पर है। रोजगार के मौकों के लिए पांच योजनाओं का एलान किया गया है। अंतरिम बजट में हमने विकसित भारत के रोडमैप का वादा किया था। रोजगार के लिए सरकार ने 2 लाख करोड़ के पैकेज का एलान किया।
    3. खेती-किसानी के लिए वित्त मंत्री ने किए बड़े एलान
    खेती की उत्पादकता बढ़ाने के उपाय किए जाएंगे। ज्यादा पैदावार वाली फसल किस्मों का इस्तेमाल होगा। रिसर्च को बढ़ावा दिया जाएगा। प्राकृतिक खेती पर सरकार का जोर रहेगा। फसलों के उत्पादन, भंडारण और विपणन की व्यवस्था की जाएगी। शिक्षा और स्किलिंग के लिए 1.48 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। सब्जी उत्पादन और आपूर्ति शृंखला के लिए कलस्टर बनाए जाएंगे। झींगा उत्पादन और रिसर्च पर काम होगा। दालों और तिलहन के लिए मिशन मोड पर काम होगा। 400 जिलों में फसलों का सर्वे किया जाएगा। 32 फसलों की 109 नई किस्में आएंगी। बुनियादी ढांचे और विनिर्माण क्षेत्र पर बजट में फोकस रहेगा।
    4.  पहली बार नौकरी पाने वालों को बजट में तोहफा
    वित्त मंत्री ने एलान किया कि रोजगार देने पर सरकार इसेंटिव देगी। सरकार नियोक्ताओं को हर साल 3000 रुपये देगी। रोजगार देने पर सरकार इसेंटिव की तीन स्कीम लाएगी। पीएम योजना के तहत तीन चरणों में इसेंटिव दी जाएगी।  वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, "मुझे 2 लाख करोड़ रुपये के केंद्रीय परिव्यय के साथ 5 वर्षों में 4.1 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार, कौशल और अन्य अवसरों की सुविधा के लिए 5 योजनाओं और पहलों के प्रधानमंत्री पैकेज की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। इस वर्ष हमने शिक्षा, रोजगार और कौशल के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। सरकार की नौ प्राथमिकताओं में से एक है रोजगार और कौशल विकास। इसके तहत पहली बार नौकरी करने वालों को बड़ी मदद मिलने जा रही है। फॉर्मल सेक्टर में पहली बार नौकरी की शुरुआत करने वालों को एक महीने का वेतन दिया जाएगा। यह वेतन डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए तीन किस्तों में जारी होगा। इसकी अधिकतम राशि 15 हजार रुपये होगी। ईपीएफओ में पंजीकृत लोगों को यह मदद मिलेगी। योग्यता सीमा एक लाख रुपये प्रति माह होगी। इससे 2.10 करोड़ युवाओं को फायदा होगा। सरकार रोजगार में प्रवेश करने वाले 30 लाख युवाओं को भी फायदा देने जा रही है। यह फायदा भविष्य निधि यानी पीएफ में एक महीने के योगदान के रूप में होगा।
    5. बिहार को बजट में क्या मिला?
    बिहार की सड़क-संपर्क परियोजनाओं के लिए 26 हजार करोड़ रुपये देने का एलान। इससे पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे, बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे का विकास होगा। बोधगया, राजगीर, वैशाली और दरभंगा सड़क संपर्क परियोजनाओं का भी विकास होगा। बक्सर में गंगा नदी पर दो लेना वाला एक अतिरिक्त पुल बनाने में भी मदद होगी। बिहार में 21 हजार 400 करोड़ रुपये की लागत से विद्युत परियोजनाएं शुरू की जाएंगी। इसमें पिरपैंती में 2400 मेगावॉट के एक नए संयंत्र की स्थापना भी शामिल है। बिहार में नए एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेजों और खेलकूद की अवसंरचना का भी निर्माण होगा। पूंजीगत निवेशों में सहायता के लिए अतिरिक्त आवंटन उपलब्ध कराया जाएगा। बिहार सरकार के बहुपक्षीय विकास बैंकों से बाह्य सहायता के अनुरोध पर तेजी से कार्यवाही होगी।
    6. आंध्र प्रदेश को बजट में क्या मिला?
    सरकार का आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए समन्वित प्रयास। बहुपक्षीय विकास एजेंसियों के माध्यम से आंध्र प्रदेश को वित्तीय सहायता की सुविधा प्रदान करेंगे। चालू वित्त वर्ष में 15 हजार करोड़ और आगामी वर्षों में अतिरिक्त धनराशि की व्यवस्था की जाएगी। पोलावरम सिंचाई परियोजना को जल्दी पूरा कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध। इससे हमारे देश को खाद्य सुरक्षा में भी सहायता मिलेगी।  विशाखापत्तनम-चेन्नई औद्योगिक गलियारे में कोप्पार्थी क्षेत्र में बुनियादी ढांचे पर जोर। आर्थिक विकास के लिए पूंजीगत निवेश के लिए एक वर्ष तक अतिरिक्त आवंटन। अधिनियम में रायलसीमा, प्रकाशम और उत्तर तटी आंध्र प्रदेश के पिछड़े क्षेत्रों के लिए अनुदान।
    7. मुद्रा लोन की सीमा 10 लाख करोड़ से बढ़ाकर 20 लाख करोड़ की गई
    वित्त मंत्री ने एमएसएमई के लिए क्रेडिट गारंटी स्कीम का एलान किया।  गारंटी स्कीम से 100 करोड़ तक के लोन मिलेंगे। पीएसयू और बैंकों को आंतरिक स्तर पर आकलन के बाद एमएसएमई को लोन देने का निर्देश दिया। मुद्रा लोन की सीमा 10 लाख करोड़ से बढ़ाकर 20 लाख करोड़ की गई। एमएसएमई की मदद के लिए SIDBI शाखाएं बढ़ाएगी।
    8. एक करोड़ युवाओं को टॉप-500 कंपनियों में 12 महीने इंटर्नशिप और हर महीने भत्ता 
    वित्त मंत्री निर्मण सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा कि सरकार एक करोड़ युवाओं को अगले पांच साल में टॉप-500 कंपनियों में इंटर्नशिप का मौका देगी। यह इंटर्नशिप 12 महीने की होगी। इसमें युवाओं को कारोबार के वास्तविक माहौल को जानने और अलग-अलग पेशे की चुनौतियों से रूबरू होने का मौका मिलेगा। इसके तहत युवाओं को हर महीने पांच हजार रुपये का भत्ता भी दिया जाएगा। यही नहीं, उन्हें एकमुश्त मदद के रूप में छह हजार रुपये दिए जाएंगे। कंपनियों को अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत प्रशिक्षण का खर्च और इंटर्नशिप की 10 फीसदी लागत को वहन करना होगा।
    9. आद्योगिक श्रमिकों को मिलेगा यह लाभ
    सरकार पीपीपी मोड में औद्योगिक श्रमिकों के लिए किराये के आवास की सुविधा प्रदान करेगी।
    10. पीएम अर्बन हाउसिंग प्लान के लिए 10 लाख करोड़, मुफ्त बिजली
    पीएम अर्बन हाउसिंग प्लान के लिए वित्त मंत्री ने 10 लाख करोड़ रुपये का एलान किया है। वित्त मंत्री ने कहा कि रेंटल हाउसिंग को बढ़ावा देने ,रेगुलेशन के लिए नियम बनाएंगे। स्टाम्प ड्यूटी कम करने वाले राज्यों को बढ़ावा दिया जाएगा। एनर्जी ट्रांजिशन के लिए नई नीति लाई जाएगी। एक करोड़ घरों के लिए पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना का ऐलान किया गया है। महिलाओं के नाम रजिस्ट्री पर स्टाम्प ड्यूटी में राहत का प्रस्ताव किया गया है। निजी क्षेत्र के साथ मिलकर छोटे न्यूक्लियर पावर प्लांट बनाए जाएंगे।
    बजट के अन्य बड़े एलान
    विष्णुपद मंदिर, गया और महाबोधी मंदिर बोधगया दोनों जगहों पर गलियारे बनाने का एलान किया गया है। काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए बने गलियारे के तहत इन दोनों मंदिरों के गलियारों का विकास होगा। राजगीर भी बौद्ध और जैन श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण है। राजगीर के तीर्थ क्षेत्रों का भी विकास होगा। नालंदा को भी पर्यटन केंद्र के रूप में मजबूत करने के लिए वहां विकास जाएगा।
    नेशनल रिसर्च फंड की शुरुआत की जाएगी
    बिहार और असम में बाढ़ की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार मदद देगी 
    बुनियादी ढांचे पर GDP के 3.4% के बराबर निवेश किया जाएगा
    साभार अमर उजाला

  • मोदी सरकार 3.0 के पहले बजट को कांग्रेस ने दिखावे वाला करार दिया

    नई दिल्ली नरेंद्र मोदी सरकार 3.0 के पहले बजट को कांग्रेस ने दिखावे वाला करार दिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि इस बजट में सरकार ने मान लिया है कि बेरोजगारी राष्ट्रीय संकट है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट भाषण दिखावे पर ज्यादा केंद्रित रहा है। केंद्र सरकार ने 10 साल के इनकार के बाद स्वीकार किया है कि बेरोजगारी राष्ट्रीय संकट है, जिस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि सरकार ने जिस इंटर्नशिप योजना की घोषणा की है। वह इस लोकसभा चुनाव के कांग्रेस के घोषणापत्र में किए गए प्रशिक्षुता के अधिकार के वादे पर आधारित है।
    इसके तहत उसने डिप्लोमा एवं डिग्रीधारक बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण के साथ एक साल तक हर महीने 8500 रुपये देने का वादा किया था। कांग्रेस ने इस कार्यक्रम को ‘पहली नौकरी पक्की’ नाम भी दिया था।सरकार ने मंगलवार को कहा कि वह रोजगार से जुड़ी तीन योजनाएं शुरू करेगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में 2024-25 के लिए केंद्रीय बजट पेश करते हुए कहा कि सरकार नौकरी बाजार में प्रवेश करने वाले 30 लाख युवाओं को एक महीने का पीएफ (भविष्य निधि) योगदान देकर प्रोत्साहन देगी।
    उन्होंने कहा कि ‘प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना’ के तहत 5,000 रुपये का मासिक भत्ता मिलेगा।रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘वित्त मंत्री ने कांग्रेस के न्याय पत्र-2024 से सीख ली है, जिसमें इसका ‘इंटर्नशिप’ कार्यक्रम स्पष्ट रूप से कांग्रेस के प्रस्तावित प्रशिक्षुता कार्यक्रम पर आधारित है, जिसे ‘पहली नौकरी पक्की’ कहा गया था। हालाकि, अपनी चिरपरिचित शैली में योजना को सभी डिप्लोमा धारकों और स्नातकों के लिए गारंटी के बजाय मनमाने लक्ष्य (एक करोड़ इंटर्नशिप) के साथ, सुर्खियां बटोरने के लिए डिज़ाइन किया गया है।’
    उन्होंने दावा किया, ‘10 साल के इनकार के बाद ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार अंततः चुपचाप स्वीकार करने के लिए आगे आई है कि बड़े पैमाने पर बेरोजगारी एक राष्ट्रीय संकट है जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।’ रमेश ने कहा कि अब तक बहुत देर हो चुकी है और लगता है कि बजट भाषण कदम उठाने की तुलना में दिखावे पर अधिक केंद्रित है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बजट सत्र से पहले PM मोदी ने दी विपक्ष को नसीहत, कहा- जनवरी 2029 के बाद राजनीति करना

    नई दिल्ली। यह सत्र देशवासियों के सपनों की नींव रखने वाला है। देश बहुत बारीकी से हम सभी के काम को देख रहा है। यह गर्व का विषय है कि करीब 60 साल के बाद कोई सरकार तीसरी बार वापस आई। तीसरी पारी का पहला बजट रखने का सौभाग्य प्राप्त हो, यह गर्व का विषय है। देशवासी इसे गरिमा के तौर पर देख रहे हैं। मैं देशवासियों को जो गारंटी दे रहा हूं, उनको जमीन पर उतारने वाला यह बजट होगा। यह अमृतकाल का महत्वपूर्ण बजट है। हमें 5 साल का जो अवसर मिला है, उसकी दिशा यह बजट तय करेगा। यह बजट 2047 में विकसित भारत के सपने को पूरा करने की मजबूत नींव रखेगा। 
    हर देशवासी के लिए गर्व की बात है कि उभरती अर्थव्यवस्थाओं में भारत सबसे तेजी से बढ़ रहा है। 8 प्रतिशत की ग्रोथ के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। भारत में पॉजिटिव आउटलुक, इन्वेस्टमेंट और परफॉर्मेंस का माहौल है। हम बीते तीन सालों से लगातार 8 फीसदी की ग्रोथ कर रहे हैं। देशवासियों ने अपना फैसला ले लिया है। अब सभी चुने हुए सांसदों की जिम्मेदारी है कि अब दल के लिए नहीं बल्कि अगले 5 सालों में देश के लिए लड़ना है। मैं सभी राजनीतिक दलो से भी कहूंगा कि हम आने वाले साढ़े 4 साल के लिए देश को समर्पित हो जाएं। 
    आप जनवरी 2029 में मैदान में जाएं। आपको 6 महीने जो भी खेल खेलने हैं, खेल लीजिए। लेकिन तब तक सिर्फ देश के गरीब, किसान, युवा और महिलाओं के सामर्थ्य के लिए जुट जाएं। 2047 के सपनों को पूरा करने के लिए हम ताकत लगा रहे हैं। मुझे आज बड़े दुख के साथ कहना है कि 2014 में कुछ सांसद 5 साल के लिए आए। कुछ लोगों को 10 साल काम का मौका मिला। लेकिन तमाम सांसद ऐसे रहे, जिन्हें सदन में अपनी बात कहने का मौका नहीं मिला। ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ नकारात्मक लोगों ने अपनी विफलताओं को ढांकने के लिए सदन का दुरुपयोग किया। मैं अपील करूंगा कि नए सदस्यों को मौका मिले। उन्हें बोलने दिया जाए और ज्यादा से ज्यादा लोग आगे आ सकें।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 58 साल बाद आरएसएस के आयोजनों में जा सकेंगे केंद्रीय कर्मचारी, हटा बैन

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की गतिविधियों में सरकारी कर्मचारियों के भाग लेने पर लगा प्रतिबंध हटा लिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने भी आदेश का स्क्रीनशॉट साझा किया और कहा कि 58 साल पहले जारी एक असंवैधानिक निर्देश को नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने वापस ले लिया है।
    कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने भी कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय द्वारा 9 जुलाई को जारी एक कार्यालय ज्ञापन साझा किया, जो आरएसएस की गतिविधियों में सरकारी कर्मचारियों की भागीदारी से संबंधित है। उक्त आदेश में कहा गया है, ‘उपर्युक्त निर्देशों की समीक्षा की गई है और यह निर्णय लिया गया है कि 30 नवंबर 1966, 25 जुलाई 1970 और 28 अक्टूबर 1980 के संबंधित कार्यालय ज्ञापनों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का उल्लेख हटा दिया जाए।’
    आदेश की तस्वीर के साथ एक पोस्ट में रमेश ने कहा, ‘फरवरी 1948 में गांधीजी की हत्या के बाद सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद अच्छे आचरण के आश्वासन पर प्रतिबंध को हटाया गया। इसके बाद भी आरएसएस ने नागपुर में कभी तिरंगा नहीं फहराया।’ उन्होंने पोस्ट में कहा, ‘1966 में आरएसएस की गतिविधियों में भाग लेने वाले सरकारी कर्मचारियों पर प्रतिबंध लगाया गया था और यह सही निर्णय भी था। यह 1966 में प्रतिबंध लगाने के लिए जारी किया गया आधिकारिक आदेश है।’
    रमेश ने कहा, ‘4 जून 2024 के बाद स्वयंभू नॉन बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री और आरएसएस के बीच संबंधों में कड़वाहट आई है। नौ जुलाई 2024 को 58 साल का प्रतिबंध हटा दिया गया जो अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान भी लागू था।’ रमेश ने कहा, ‘मेरा मानना है कि नौकरशाही अब निक्कर में भी आ सकती है।’
    कांग्रेस नेता ने यह बात आरएसएस की खाकी निक्कर वाली पोशाक की ओर इशारा करते हुए कही, जिसे 2016 में भूरे रंग की पतलून से बदल दिया गया। नौ जुलाई के आदेश को टैग करते हुए भाजपा नेता अमित मालवीय ने कहा, ‘58 साल पहले 1966 में जारी असंवैधानिक आदेश, जिसमें सरकारी कर्मचारियों के आरएसएस की गतिविधियों में भाग लेने पर प्रतिबंध लगाया गया था, मोदी सरकार द्वारा वापस ले लिया गया है।’ भाजपा नेता ने कहा कि मूल आदेश को पहले ही पारित नहीं किया जाना चाहिए था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भाजपा नेता को गोली मारने वाला रिटायर्ड फौजी देवास से पकड़ाया

    उज्जैन। उज्जैन जिले में हामूखेड़ी में भाजपा नेता और बिल्डर प्रकाश यादव को गोली मारने वाले रिटायर्ड फौजी सुरेंद्र भदौरिया को पुलिस ने देवास से गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद वह अपने किसी परिचित के घर जाकर छिप गया था। एक अन्य आरोपी अब भी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस ने उसके ठिकानों पर दबिश दे रही है। 
    गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात हामूखेड़ी में पड़ोसियों के बीच बच्चों को लेकर हुए विवाद में बात इतनी आगे बढ़ी थी कि साधारण मारपीट के बाद गोलीकांड हो गया। रिटायर्ड फोजी सुरेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया ने बिल्डर एवं भाजपा के नेता प्रकाश यादव पर गोली चला दी थी। इसके पहले दोनों परिवारों के बीच विवाद में मारपीट भी हुई थी, जिसमें भदौरिया की मां को भी गंभीर चोंट लगने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
    मामले में पुलिस ने 7 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। जिसमें से पांच आरोपी शुक्रवार की सुबह तक पकड़ा गए थे, जबकि मुख्य आरोपी सुरेंद्र व एक अन्य फरार हो गए थे। मुखबीर की सूचना पर पुलिस ने सुरेंद्र को देवास से लोकेशन मिलने पर घेराबंदी कर पकड़ लिया, जबकि एक अन्य साथी अब भी फरार बताया जा रहा है। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी करने के बाद गोली कांड में उपयोग की गई रिवॉल्वर भी बरामद कर जब्त कर ली है। पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों के खिलाफ धारा 109, 190, 191 और 132 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।
    साभार अमर उजाला, 

  • अवैध खनन के मामले में ईडी ने हरियाणा के कांग्रेस MLA सुरेंद्र पंवार को किया गिरफ्तार

    नई दिल्ली. अवैध खनन के मामले में ईडी की टीम ने बड़ा एक्शन लेते हुए हरियाणा के सोनीपत के कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार को गिरफ्तार कर लिया है. पंवार पर युमुनानगर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध खनन करवाने का आरोप है. ईडी सुरेंद्र पंवार को रिमांड के लिए अंबाला के स्पेशल कोर्ट में ले जा रही है.
    मामला यमुनानगर क्षेत्र में सिंडिकेट द्वारा लगभग 400-500 करोड़ रुपये के अवैध खनन से संबंधित है. हरियाणा पुलिस द्वारा अवैध खनन के संबंध में पवार और अन्य के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की थी जिसके बाद पिछले साल साल ईडी ने जांच अपने हाथ में ली थी. 
    इस साल जनवरी में ईडी द्वारा आईएनएलडी से पूर्व एमएलए दिलबाग सिंह, सुरेंद्र पंवार और अन्य सहयोगियों के यहां 20 जगहों पर छापे मारे गए थे. ईडी इस मामले में पहले दिलबाग सिंह और कुलविंदर सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है.
    साभार आज तक

  • बांग्लादेश में नौकरियों में आरक्षण के मुद्दे पर हिंसक प्रदर्शन जारी, 18 और प्रदर्शनकारियों की मौत

    ढाका। बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण के मुद्दे पर हिंसक प्रदर्शन जारी है। बृहस्पतिवार को पुलिस और छात्रों के बीच हुई झड़प में 18 लोग मारे गए। हालात काबू करने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े, जिससे सैकड़ों प्रदर्शनकारी जख्मी हुए हैं। प्रदर्शन पर काबू पाने के लिए ढाका में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
    इस सप्ताह इन प्रदर्शनों में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री शेख हसीना के चौथी बार फिर से निर्वाचित होने के बाद से ही अलग-अलग मुद्दों पर बांग्लादेश में प्रदर्शन चल रहे हैं। मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की तरफ से किए जा रहे इन प्रदर्शनों को बेरोजगार युवाओं का समर्थन मिल रहा है। बांग्लादेश की आबादी में पांचवां हिस्सा बेरोजगार या शिक्षा से वंचित है। इस मामले में 7 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के उस फैसले के खिलाफ सरकार की अपील पर सुनवाई होनी है, जिसमें कोटा बहाल करने का आदेश दिया गया था। हसीना ने छात्रों से फैसले तक धैर्य रखने को कहा है। एमनेस्टी इंटरनेशनल जैसे अधिकार समूहों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने बांग्लादेश से शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को हिंसा से बचाने का आग्रह किया है। बांग्लादेश सरकार ने 1971 में पाकिस्तान से आजादी की लड़ाई में लड़ने वाले लोगों के परिवारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 फीसदी का आरक्षण देने का फैसला किया। प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि इस आरक्षण की व्यवस्था को खत्म किया जाए।

    साभार अमर उजाला

  • हूथी उग्रवादियों ने इजरायल की राजधानी में घुसकर किया आतंकी हमला, एक व्यक्ति की मौत

    तेल अवीव। ईरान समर्थक हूथी उग्रवादियों ने इजरायल की राजधानी तेल अवीव के अंदर हमला किया है। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि 10 घायल हैं। अपनी कड़ी सुरक्षा के लिए जाना जाने वाले इजरायल में इस तरह का हमला उसके लिए बड़ी चुनौती है। यह हमला ड्रोन के जरिए किया गया है। इस हमले की जिम्मेदारी हूथी उग्रवादियों के संगठन अंसार अल्लाह ने ली है। शुक्रवार सुबह ही तेल अवीव में बड़ा धमाका सुना गया। एंबुलेंस सर्विस ने एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि की है। उसका शव एक इमारत के पास पाया गया, जहां पर धमाका हुआ था। 
    टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक 8 लोगों को अस्पताल में एडमिट कराया गया है। यह हमला जिस जगह हुआ है, वहां से अमेरिकी दूतावास थोड़ी ही दूरी पर है। इन सभी लोगों को चोटें आई हैं और धमाके से निकले बारूद से घायल हुए। इसके अलावा 4 अन्य लोगों को भी चक्कर आने और बेचैनी की शिकायत है। इन लोगों का भी इलाज चल रहा है। इजरायली सेना ने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि ड्रोन के इस्तेमाल से यह हमला किया गया है। इजरायली सेना का कहना है कि गहन जांच चल रही है। 
    इस बात की भी जांच की जा रही है कि आखिर इजरायली एयरस्पेस में ड्रोन घुस आया और सायरन क्यों नहीं बजे। इजरायली मीडिया का कहना है कि अब एयरफोर्स की ओर से फाइटर जेट्स के जरिए आसमान पर नजर रखी जाएगी। ईरान समर्थक हूथी उग्रवादी संगठन के प्रवक्ता ने हमले की जिम्मेदारी ली है। यही नहीं उसने कहा कि हम फिलिस्तीन के साथ खड़े हैं और इजरायल पर ऐसे हमले जारी रहेंगे। आतंकी संगठन के प्रवक्ता ने कहा कि तेल अवीव हमारे निशाने पर रहेगा। उसका जितना भी इलाका हमारे हथियारों की जद में रहेगा, उसे हम छोड़ेंगे नहीं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सीएम योगी का फैसला, कावड़ रूट की हर दुकान पर लिखना होगा नाम

    लखनऊ. 22 जुलाई से सावन का पावन महीना शुरू हो रहा है. सावन के पहले दिन से कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी. कावंड यात्री हरिद्वार के लिए निकल पड़ेंगे, लेकिन यात्रा से पहले यूपी पुलिस के एक आदेश से विवाद गरमा गया है. योगी सरकार ने कांवड़ रूट के दुकानों-ठेले वालों के लिए एक आदेश जारी किया है. आदेश में कहा गया है कि सभी दुकानों, ठेलों पर अपना नाम लिखें जिससे कांवड़ यात्री जान सके कि वो किस दुकान से सामान खरीद रहे हैं.
    तमाम विवादों के बीच सीएम योगी ने कांवड़ यात्रियों के लिए कदम उठाए हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा है कि पूरे उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्गों पर खाने पीने की दुकानों पर ' नेमप्लेट' लगानी होगी और दुकानों पर संचालक मालिक का नाम और पहचान होगा लिखना. सीएमओ के मुताबिक, कांवड़ यात्रियों की आस्था की शुचिता बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है और हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचनेवालों पर भी कार्रवाई होगी.
    वहीं यूपी सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने इस फैसले का बचाव करते हुए कहा, 'हरिद्वार गोमुख से देशभर का कांवड़िया जल लेकर अपने गंतव्य की तरफ जाता है और विशेष रूप से उन्हें मुजफ्फरनगर में आना पड़ता है. देखने में आया है कि कुछ लोग अपने दुकानों, ढाबों, रेस्टोरेंट के नाम हिंदू धर्म के नाम पर लिखते हैं जबकि चलाने वाले उनके मुस्लिम लोग होते हैं. वह मुस्लिम है हमें कोई आपत्ति नहीं है दिक्कत यहां आती है जब वह अपनी दुकान पर नॉनवेज बेचते हैं. हिंदू धर्म के वैष्णो ढाबा भंडार, शाकुंभरी देवी भोजनालय, शुद्ध भोजनालय ऐसा लिख करके वह नॉनवेज बेचते हैं. उसमें बड़ी आपत्ति होती है. मेरी जिला प्रशासन से डिमांड थी कि ऐसे ढाबो पर उन लोगों के नाम अंकित किए जाएं. इसमें आपत्ति क्या है ? कई वीडियो वायरल हुई है कि लोग रोटी के ऊपर थूक रहे हैं और रेस्टोरेंट में थूक भी रहे हैं.'
    साभार आज तक

  • बीजेपी में मचे घमासान के बीच सपा प्रमुख का केशव प्रसाद मौर्य को ऑफर, 100 लाओ, सरकार बनाओ

    लखनऊ। यूपी में लोकसभा चुनाव हार के बाद बीजेपी में मचे घमासान के बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने  डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को लेकर लगातार तंज कस रहे हैं। अखिलेश यादव ने बिना नाम लिए इशारों में अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर कहा कि मॉनसून ऑफर है 100 लाओ, सरकार बनाओ। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार सुबह अपने ऑफिशियल हैंडल पर एक पोस्ट कर लिखा कि मॉनसून ऑफर 100 लाओ सरकार बनाओ। इस पोस्ट को केशव प्रसाद मौर्य से जोड़कर देखा जा रहा है।
    इससे पहले अखिलेश यादव ने बुधवार को पोस्ट कर कहा था कि यूपी की बीजेपी में कुर्सी की लड़ाई चल रही है। उत्तर प्रदेश में शासन प्रशासन ठंडे बस्ते में चला गया है। उन्होंने कहा कि तोड़फोड़ की राजनीति का काम जो भाजपा दूसरे दलों में करती थी। वही काम वह अपने दल के अंदर कर रही है इसलिए बीजेपी अंदरूनी झगड़ों के दलदल में धसती जा रही है। यूपी की जनता के बारे में बीजेपी में कोई सोचने वाला नहीं है। इसके बाद देर रात को रात को अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि लौट के बुद्धू घर वापस आए। हालांकि अखिलेश यादव के वार पर केशव प्रसाद मौर्य ने भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव बीजेपी कि देश और प्रदेश दोनों जगह मजबूत संगठन और सरकार है। सपा का पीडीए धोखा है। यूपी में सपा के गुंडाराज की वापसी संभव है। बीजेपी 2027 विधानसभा चुनाव में 2017 दोहराएगी। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग पर फंसेगा पेच? उद्धव की पार्टी ने 125 तो कांग्रेस 150 सीटों पर लड़ने को तैयार

    मुंबई. महाराष्ट्र में अब विधानसभा चुनाव की बारी है. महा विकास अघाड़ी में सीट शेयरिंग पर मंथन शुरू हो गया है. हालांकि, समझौते के मूड में कोई नहीं दिख रहा है. सूत्र बताते हैं कि लोकसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के बाद शिवसेना (यूबीटी) विधानसभा चुनाव में करीब 115-125 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है. कांग्रेस पहले साफ कर चुकी है कि वो 150 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. राज्य में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं.
    सूत्रों ने बताया कि शिवसेना (यूबीटी) इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने के लिए तैयार है. हालांकि, उद्धव सेना ने साफ कर दिया कि वो करीब 115 से 125 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने का टारगेट कर रही है. यह बात ऐसे समय में सामने आई है, जब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को संजय राउत, अनिल देसाई, सुभाष देसाई, सुनील प्रभु और राजन विचारे समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की और विधानसभा चुनाव लड़ने की रणनीति तैयार करने के लिए चर्चा की. सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान उद्धव ठाकरे ने सभी 125 विधानसभा सीटों की समीक्षा की. बैठक में उन्होंने कहा कि वे इन सभी सीटों को टारगेट करने के लिए एक 'थिंक टैंक' के साथ एक वॉर रूम तैयार करने की भी योजना बना रहे हैं.
    दरअसल, शिवसेना (यूबीटी) पिछले वोट मार्जिन के आधार पर इन 125 सीटों की मांग करेगी. इसके अलावा, पार्टी इन सीटों को पिछले विधानसभा चुनावों में मिले वोटों के आधार पर A, B और C लेवल में वर्गीकृत किया जाएगा.
    साभार आजतक 

  • सुप्रीम कोर्ट ने तांती-तंतवा जाति को एससी में शामिल करने के फैसले को किया निरस्त, नीतीश को झटका

    पटना। सुप्रीम कोर्ट ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य सरकार को तगड़ा झटका देते हुए नौ साल पहले तांती-तंतवा जाति को अनुसूचित जाति (एससी) में शामिल करने के फैसले को निरस्त कर दिया है। उच्चतम न्यायालय ने कहा कि एससी लिस्ट में किसी जाति का नाम जोड़ने या हटाने का अधिकार राज्य के पास नहीं है और यह काम सिर्फ संसद कर सकती है। कोर्ट ने नीतीश सरकार के फैसले को संविधान से शरारत बताते हुए अवैध करार दिया और कहा कि एससी लिस्ट में दूसरी जाति को जोड़ने से अनूसूचित जाति के लोगों की हकमारी होती है। कोर्ट ने साफ कहा कि संविधान के आर्टिकल 341 के तहत राज्य को अनुसूचित जाति की सूची में छेड़छाड़ करने का अधिकार नहीं है।
    सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद तांती-तंतवा जाति वापस अति पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) में शामिल होगी। फैसले से एससी में शामिल जातियों के लिए दाखिला, रोजगार और प्रोमोशन में कुछ अवसर बढ़ जाएंगे। कोर्ट ने राज्य सरकार के 1 जुलाई 2015 के संकल्प को रद्द करते हुए आदेश दिया है कि इन नौ सालों में तांती-तंतवा जाति के जिन लोगों को भी एससी कोटे के आरक्षण का लाभ मिला है उन्हें ईबीसी कोटा में समायोजित किया जाए और इससे खाली होने वाली सीटों और पदों को एससी जाति के लोगों से भरा जाए। डॉ भीमराव आंबेडकर विचार मंच और आशीष रजक की याचिका पर जस्टिस विक्रम नाथ और प्रशांत कुमार मिश्रा की बेंच ने यह फैसला सुनाया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता की हत्या, जीतन सहनी का घर में ही क्षत-विक्षत अवस्था में मिला शव

    पटना, (एजेंसी) बिहार सरकार में पूर्व मंत्री रहे मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी का बेरहमी से कत्ल हो गया है। दरभंगा में उनकी हत्या की गई है। अब तक इस हत्या की वजह पता नहीं चली है, लेकिन पुलिस सूत्रों का कहना है कि निजी रंजिश के चलते शायद इस कांड को अंजाम दिया गया है। मुकेश सहनी बिहार में मल्लाहों के बड़े नेता कहे जाते हैं। वह विकासशील इंसान पार्टी यानी VIP के मुखिया भी हैं। जीतन सहनी का शव घर में ही क्षत-विक्षत अवस्था में पाया गया। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में मुकेश सहनी आरजेडी के साथ थे और महागठबंधन का हिस्सा थे।
    पिछड़ा समुदाय से आने वाले मुकेश सहनी के पिता की हत्या बिहार में एक बड़ा मुद्दा बन सकती है। राज्य में कानून व्यवस्था पर यह कांड बड़े सवाल खड़े करता है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जीतन सहनी का शव घर में ही क्षत-विक्षत अवस्था में मिला है। इस हत्याकांड पर आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है। ऐसा लग रहा है कि बिहार में अब कोई सुरक्षित नहीं है। यहां लगातार हत्याओं का दौर जारी है। जब मुकेश सहनी के पिता का इस तरह कत्ल हो सकता है तो फिर कौन सुरक्षित है।  मिली जानकारी के मुताबिक मुकेश सहनी फिलहाल मुंबई में थे। खबर मिलते ही वह दरभंगा लौट रहे हैं। एसएसपी जगन्नाथ रेड्डी ने जीतन सहनी के कत्ल की पुष्टि की है।
     मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। आशंका है कि जीतन सहनी की हत्या के विरोध में प्रदर्शन हो सकता है और कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है। 'सन ऑफ मल्लाह' कहे जाने वाले मुकेश सहनी की पार्टी लोकसभा चुनाव में तीन सीटों पर मुकाबले में उतरी थी। हालांकि किसी भी सीट पर उसे जीत नहीं मिली थी। तेजस्वी यादव के साथ नवरात्रि के मौके पर मछली खाने वाला वीडियो बनाने पर मुकेश सहनी घिर गए थे।

    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • तमिलनाडु में 'नाम तमिलर पार्टी' के नेता की हत्या

    चेन्नई। तमिलनाडु में बीएसपी चीफ की हत्या के बाद अब एक और नेता की सरेराह हत्या कर दी गई है। मदुरै में 'नाम तमिलर पार्टी' के उत्तरी जिले के डिप्टी सेक्रेटरी बालासुब्रमण्यम की मंगलवार की सुबह हत्या कर दी गई। जानकारी के मुताबिक मॉर्निंग वॉक पर निकले थे और इसी दौरान कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और हत्या कर दी। 
    पुलिस के मुताबिक हत्या के पीछे की वजह का अभी पता नहीं चल पाया है। जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हत्या चोक्किकुलम में वल्लभी रोड पर हुई जो कि तल्लाकुलम पुलिस स्टेशन के अंतरगत आता है। जानकारी के मुताबिक बालासुब्रमण्यम को चार लोगों ने रोका था और उनपर हमला करने के बाद वे फरार हो गए। इसके बाद तुरंत उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां मृत घोषित कर दिया गया।
    बता दें कि 5 जुलाई को राज्य में बीएसपी चीफ आर्मस्ट्रॉन्ग की उनके घर पर ही हत्या कर दी गई थी। वह अपने घर में ही कुछ पार्टी के कार्यकर्ताओं से बात कर रहे थे तभी छह लोग बाइक पर सवार होकर आए और चाकू-तलवार से हमला कर दिया। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद हत्या के मुख्य आरोपी की भी पुलिस एनकाउंटर मेंम मौत हो गई। आरोपी का नाम तिरुवेंगदम बताया गया था। वहीं इस मामले में कुल 11 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • राज्यसभा में घटी भाजपा की ताकत, लेकिन 11 राज्यसभा सीटों में से 8 पर एनडीए जीत सकती है

    नई दिल्ली। राज्यसभा से 4 मनोनीत सदस्य शनिवार को रिटायर हो गए। ये सभी सदस्य भाजपा के कोटे से थे और इनके सदन से विदा होने के साथ ही उसकी संख्या 86 ही रह गई है। एनडीए को मिलाकर देखें तो यह संख्या 101 है। हालांकि भाजपा को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में उसकी संख्या में इजाफा होगा। फिलहाल राज्यसभा में 19 सीटें खाली हैं और मौजूदा सदस्यों की संख्या 226 है। 19 सीटों में से 4 सीटें जम्मू-कश्मीर की हैं, जहां विधानसभा चुनाव होने के बाद ही राज्यसभा के इलेक्शन होंगे। इसके अलावा 4 सीटें नामित सदस्यों की खाली हैं। वहीं 11  राज्यसभा सीटों पर चुनाव होना है, जो महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना, हरियाणा, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा और असम जैसे राज्यों की हैं। 
    मौजूदा समीकरणों के अनुसार इन 11 सीटों में से 8 पर एनडीए आसानी से जीत हासिल कर सकता है। इस तरह कुल संख्या 86 तक पहुंच जाएगी। इन 11 में से 10 राज्यसभा सीटें पिछले महीने ही खाली हुई हैं क्योंकि कई सदस्यों ने लोकसभा का चुनाव लड़ा था और जीतने के बाद उच्च सदन से इस्तीफा दे दिया था। इनमें पीयूष गोयल और भूपेंद्र यादव जैसे नेता भी शामिल हैं। इसके अलावा एक सीट बीआरएस के राज्यसभा सांसद रहे के. केशव राव के इस्तीफे से खाली हुई है। वह अब कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। इस तरह आने वाले महीनों में एनडीए को 8 सीटों पर जीत मिलने के आसार हैं। 
    वहीं तीन सीटें विपक्षी INDIA गठबंधन को मिल सकती हैं। कांग्रेस को उम्मीद है कि उसकी संख्या भी तेलंगाना में जीत के चलते 27 तक पहुंच जाएगी। यह आंकड़ा विपक्ष के नेता का पद पाने के लिए जरूरी 25 से 2 सीट अधिक होगा। गौरतलब है कि एनडीए के पास भले ही अपने दम पर बहुमत नहीं है, लेकिन राज्यसभा में वाईएसआर कांग्रेस, बीजेडी, एआईएडीएमके जैसे दलों के समर्थन से वह जरूरी बिल पारित कराती रही है। शनिवार को मनोनीत सांसद राकेश सिन्हा, राम शकल, सोनल मानसिंह और महेश जेठमलानी का कार्यकाल समाप्त हो गया। इन लोगों ने संसद सदस्य बनने के बाद भाजपा की सदस्यता ले ली थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर रैली में चली गोलियां..., शूटर ढेर, 1 शख्स की मौत

    नई दिल्ली. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की रैली में गोलियां चली हैं. ट्रम्प घायल हो गए हैं. उनके दाहिने कान को छूकर गोली निकल गई. उनके दाहिने कान से खून निकलने लगा और उनके चेहरे पर भी खून के निशान देखे गए. वह पेन्सिलवेनिया में रैली कर रहे थे, जब एक के बाद एक कई गोलियां चलीं. वीडियो में ट्रम्प के कान पर खून दिखाई दे रहा है.
    सामने आई रैली की वीडियो में देखा जा सकता है कि डोनाल्ड ट्रम्प गोलियां चलने के बाद वहीं पोडियम पर झुक जाते हैं. इसके बाद सीक्रेट सर्विस एजेंट (उनके सिक्योरिटी गार्ड) उन्हें घेर लेते हैं. इस दौरान ट्रम्प को देखा जा सकता है कि वह भीड़ की तरफ अपना हाथ उठाकर उन्हें संबोधित कर रहे हैं.
    सीक्रेट सर्विस ने एक बयान में कहा कि ट्रम्प सुरक्षित हैं और उनकी सुरक्षा के लिए उपाय लागू किए गए हैं. ट्रम्प के मंच से उतरने के तुरंत बाद पुलिस ने रैली ग्राउंड को खाली करा दिया. सीक्रेट सर्विस इस गोलीबारी की हत्या की कोशिश के रूप में जांच कर रही है. इस बीच एफबीआई की टीम भी मौके पर पहुंच गई है. एजेंसी ने बताया कि मामले की जांच में टीम सीक्रेट सर्विस के साथ मिलकर काम करेगी.
    यह रैली पेन्सिलवेनिया के ग्रेटर पिट्सबर्ग क्षेत्र के बटलर काउंटी में आयोजित की जा रही थी. बटलर काउंटी के जिला अटॉर्नी रिचर्ड गोल्डिंगर ने कहा कि संदिग्ध बंदूकधारी को मार गिराया गया है और रैली में शामिल कम से कम एक शख्स की भी मौत हुई है. एक अन्य के बारे में बताया जा रहा है कि गंभीर हालत में है. हालांकि, शूटर की पहचान खबर लिखे जाने तक नहीं हो पाई है.
    साभार आज तक 

  • ट्रंप पर हमले के बाद पीएम मोदी ने जताई चिंता, बोले- राजनीति में इसकी कोई जगह नहीं

    नई दिल्ली। अमेरिका में चल रहे राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के ऊपर जानलेवा हमला हुआ है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्रंप पर हुए इस हमले को लेकर चिंता जताई है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पीएम मोदी ने लिखा कि अपने दोस्त  पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप पर हुए हमले को लेकर चिंता में हूं। इस हमले की निंदा करता हूं। राजनीति और लोकतंत्र में इस तरह की हिंसा की कोई जगह नहीं है। उनके जल्दी ठीक होने की कामना करता हूं। हमारी प्रार्थनाएं उनके परिवार और अमेरिकी लोगों के साथ हैं।
    अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के ऊपर एक रैली के दौरान जानलेवा हमला हुआ, जिसमें दूर एक बिल्डिंग पर बैठे शख्स ने राइफल के जरिए ट्रंप के ऊपर गोली चलाई। गोली सीधे जाकर ट्रंप के कान को छूती हुई निकली, जिसके बाद रैली में अफरा तफरी मच गई। ट्रंप ने मंच पर झुककर अपने आप को बचाया तब तक उनके सुरक्षाकर्मी उनकी सुरक्षा के लिए उनके पास आ गए। ट्रंप को ले जाते समय उनके कान के पास से खून निकलता हुआ साफ दिखाई दे रहा था लेकिन ट्रंप के उत्साह में इससे कोई फर्क पड़ता दिखाई नहीं दिया, उन्होंने हाथ हवा में लहराते हुए अपने आप को मजबूत दिखाया।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • जम्मू-कश्मीर उपराज्यपाल को दी दिल्ली के LG जैसी शक्तियां

    नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने जम्मू- कश्मीर को भी दिल्ली जैसे संवैधानिक अधिकार देने की तैयारी कर ली है. जम्मू कश्मीर के एलजी को भी अब दिल्ली के एलजी की तरह की प्रशासनिक शक्तियां दी जाएंगी. यहां भी सरकार बिना एलजी के अनुमति के ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं कर सकेगी. गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा 55 के तहत संशोधित नियमों को अधिसूचित किया है. जिसमें एलजी को अधिक शक्ति देने वाली नई धाराएं शामिल की गई हैं.
    हालांकि जब से जम्मू कश्मीर का पुनर्गठन हुआ है तब से वहां चुनाव नहीं हुए हैं.. लेकिन जब भी चुनाव होंगे और सरकार का गठन होगा तो चुनी हुई सरकार से ज्यादा शक्तियां उपराज्यपाल के पास रहेंगी. ये शक्तियां ठीक वैसी ही हैं जैसे दिल्ली के एलजी के पास हैं.
    जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा 55 के तहत संशोधित नियमों में जो बिंदु जोड़ा गया है वो इस प्रकार है:-
    42ए- कोई भी प्रस्ताव जिसके लिए अधिनियम के तहत ‘पुलिस’, ‘सार्वजनिक व्यवस्था’, ‘अखिल भारतीय सेवा’ और ‘भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो’ (ACB) के संबंध में वित्त विभाग की पूर्व सहमति जरूरी है, तब तक स्वीकृत या अस्वीकार नहीं किया जाएगा जब तक कि इसे मुख्य सचिव के माध्यम से उपराज्यपाल के समक्ष नहीं रखा जाता है.
    42बी- अभियोजन स्वीकृति देने या अस्वीकार करने या अपील दायर करने के संबंध में कोई भी प्रस्ताव विधि विभाग द्वारा मुख्य सचिव के माध्यम से उपराज्यपाल के समक्ष रखा जाएगा.
    केंद्र के इस फैसले पर जम्मू-कश्मीर के नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा, 'एक और संकेत है कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव नजदीक हैं. यही कारण है कि जम्मू-कश्मीर के लिए पूर्ण, अविभाजित राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए समयसीमा निर्धारित करने की दृढ़ प्रतिबद्धता इन चुनावों के लिए एक शर्त है. जम्मू-कश्मीर के लोग शक्तिहीन, रबर स्टैम्प सीएम से बेहतर के हकदार हैं, जिन्हें अपने चपरासी की नियुक्ति के लिए एलजी से भीख मांगनी पड़ेगी.'
    साभार आज तक

  • बाइडेन ने कहा- मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि मैं पूरी तरह से ठीक हूं, समर्थकों को नहीं भरोसा

    वाशिंगटन। हाल ही में अमेरिका में एक कट्टर दक्षिणपंथी चुनावी घोषणा पत्र जारी किया गया है, जिसका नाम प्रोजेक्ट 2025 रखा गया है। हालांकि डोनाल्ड ट्रंप ने उससे किसी भी प्रकार का संबंध होने से इंकार किया है। लेकिन राजनैतिक हलकों में खबर है कि यह डोनाल्ड ट्रंप के ही सपोर्ट से बना है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इसी सिलसिले में मिशीगन में एक सभा में भाषण देने के लिए आए हुए थे। बाइडेन ने कहा कि हमारा काम अभी बाकी है, मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि मैं पूरी तरह से ठीक हूं। इसके साथ ही बाइडेन चुनावी कैंपेन में वापस लौट आए हैं। उनकी फिटनेस पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं लेकिन बाइडेन यह साफ कर चुके हैं कि वह पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
    अमेरिकी राष्ट्रपति भले ही लोगों के बीच में जा कर अपने ठीक होने की बात कह रहे हों, लेकिन उनकी अपनी पार्टी के लोगों को उनकी इस बात पर भरोसा नहीं है। बाइडेन के खिलाफ उठने वाली आवाजें लगातार तेज होती जा रही हैं। करीब 19 कांग्रेस के सदस्य खुलेतौर पर बाइडेन की उम्मीदवारी का विरोध कर रहे हैं। 27 जून को ट्रंप के खिलाफ डिबेट हारने के बाद से बाइडेन की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं।
    बाइडेन लगातार लोगों को खुले तौर पर किसी और नाम से संबोधित कर देते हैं, जिससे उनकी मानसिक स्थिति पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। उन्होंने हाल ही में हुई नाटो समिट के दौरान जेलेंस्की को राष्ट्रपति पुतिन कहकर संबोधित कर दिया, जबकि अपनी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को उपराष्ट्रपति ट्रंप कहकर संबोधित कर दिया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • ED केस में अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत

    नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले मामले में सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई है. लेकिन ईडी की ओर से उनकी गिरफ्तारी के मामले को सुप्रीम कोर्ट की बड़ी बेंच को सौंप दिया गया है. 
    सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका के मामले को बड़ी बेंच के पास भेजा है. अब सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई करेगी. इस मामले में चीफ जस्टिस तीन जज नियुक्त करेंगे. बड़ी बेंच के पास मामले की सुनवाई तक केजरीवाल को अंतरिम जमानत दी गई है.
    लेकिन केजरीवाल फिलहाल जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे. वह फिलहाल सीबीआई की कस्टडी में हैं लेकिन उन्हें जमानत ईडी केस में मिली है. ऐसे में अभी वह जेल में ही रहेंगे.
    केजरीवाल के वकील विवेक जैन ने बताया कि सीबीआई मामले में 18 जुलाई को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई है. इस मामले में फैसला आने के बाद ही पता चल सकेगा कि क्या केजरीवाल बाहर आएंगे या नहीं? हालांकि, केजरीवाल के जेल से बाहर आने की संभावनाएं प्रबल हैं.
    केजरीवाल को अंतरिम जमानत देते हुए कोर्ट ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री 90 दिनों तक जेल में रहे हैं.
    साभार आज तक

  • हाई स्कूल और हायर सेकंडरी कक्षाओं में कृषि विषयों का अध्ययन शुरू हो : सीएम डॉ. यादव

    भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि हाई स्कूल और हायर सेकंडरी कक्षाओं में कृषि, बागवानी, मत्स्य पालन, पशुपालन आदि विषयों की पढ़ाई आरंभ की जाए। प्रदेश की शालाओं में अध्यनरत विद्यार्थी अधिकांशत: खेती-बाड़ी की पृष्ठभूमि वाले परिवारों से आते हैं। अतः इन विषयों पर पढ़ाई आरंभ करने से विद्यार्थियों का शालाओं से अधिक जुड़ाव होगा और अध्ययन-अध्यापन परिवार के लिए अधिक उपयोगी बन सकेगा। सी.एम. राइज स्कूलों में इन विषयों की पढ़ाई प्राथमिकता से आरंभ की जाए। 
    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इन कक्षाओं में संकाय व्यवस्था के स्थान पर विद्यार्थियों को अपनी रुचि व प्राथमिकता के आधार पर विषय चुनने की व्यवस्था भी की जाए। यह व्यवस्था उच्च शिक्षा में लागू हो चुकी है, स्कूल स्तर पर यह व्यवस्था क्रियान्वित करने के लिए शिक्षाविदों, शिक्षकों, स्वयंसेवी संस्था तथा विषय-विशेषज्ञों की टास्क फोर्स गठित की जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रालय में सी.एम. राइज स्कूलों के संचालन की बैठक में उक्त निर्देश दिए। जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह, स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव वीरा राणा सहित अधिकारी उपस्थित थे।
    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों तथा ग्रामीण अंचल में प्राथमिकता के आधार पर सी.एम. राइज स्कूल आरंभ किए जाएं तथा इन शालाओं में शिक्षकों व स्टाफ के लिए आवास की व्यवस्था आवश्यक रूप से सुनिश्चित की जाए। इस संबंध में भारत सरकार से भी सहायता प्राप्त करने की दिशा में प्रयास करना आवश्यक है। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि शिक्षा को रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से प्रत्येक विकासखंड में एक आई.टी.आई. स्थापित करने की दिशा में प्रयास हों, जिन विकासखंडों में आई.टी.आई. नहीं है, वहां निजी क्षेत्र की पहल से सुविधा उपलब्ध कराने की रणनीति बनाई जाए। आगामी इंडस्ट्रियल समिट में भी इस दिशा में इच्छुक निवेशकों से चर्चा की जाए।    
    मुख्यमंत्री ने कहा कि सी.एम. राइज स्कूलों की परिवहन व्यवस्था में ई-व्हीकल्स का अधिक से अधिक उपयोग किया जाए। नगरीय निकायों में बने सी.एम. राइज स्कूलों के विद्यार्थियों के आवागमन के लिए नगरीय निकाय की नगर वाहन सेवा के अंतर्गत चल रहे वाहनों का भी उपयोग किया जाए। विद्यार्थियों की नियमित उपस्थिति और सुविधाजनक विद्यालय आवागमन के लिए वाहनों के रखरखाव को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नवीन विद्यालयों के भवन निर्माण के लिए भूमि के चिन्हांकन का कार्य परस्पर विभागीय समन्वय से समय-सीमा में पूर्ण किया जाए। प्रकरणों में विलंब होने की स्थिति में उनका निराकरण राज्य स्तर से कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि स्कूलों के आसपास कोई अतिक्रमण न हो। 
    साभार अमर उजाला

  • भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए नहीं जाएगी पाकिस्तान

    नई दिल्ली। फरवरी-मार्च में पाकिस्तान को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी करनी है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है और टीम इंडिया के मैच लाहौर में आयोजित कराने का ड्राफ्ट शेड्यूल आईसीसी को सौंप दिया है। हालांकि, अभी तक भारतीय क्रिकेट टीम के पाकिस्तान जाने पर कोई आधिकारिक बयान किसी ओर से सामने नहीं आया है, लेकिन अब एक रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि भारतीय टीम के चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान जाने की संभावना नहीं के बराबर हैं। यहां तक बीसीसीआई आईसीसी से एक मांग भी करने जा रही है। 
    न्यूज एजेंसी एएनआई को बीसीसीआई के सूत्रों ने बताया है कि भारतीय क्रिकेट टीम के 2025 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान जाने की संभावना नहीं है। बीसीसीआई आईसीसी से दुबई या श्रीलंका में मैच आयोजित करने के लिए कहेगा। इससे स्पष्ट हो गया है कि एशिया कप 2023 की तरह चैंपियंस ट्रॉफी 2025 भी हाइब्रिड मॉडल के तहत पाकिस्तान को आयोजित करनी पड़ सकती है। यहां तक कि बीसीसीआई सचिव जय शाह ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद जो प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, उसमें भी इस बात की पुष्टि नहीं की थी कि भारतीय टीम पाकिस्तान जाएगी। 
    हालांकि, जय शाह ने इस बात की पुष्टि जरूर कर दी है कि भारतीय टीम आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में रोहित शर्मा की कप्तानी में खेलेगी। जय शाह ने ही एशियन क्रिकेट काउंसिल के चेयरमैन और बीसीसीआई के सचिव के तौर पर इस बात की पुष्टि की थी कि एशिया कप 2023 के लिए भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं जाएगी। ऐसे में पीसीबी ने हाइब्रिड मॉडल का सुझाव दिया था, जिसे भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने स्वीकार किया। फाइनल समेत इंडिया और अन्य टीमों के ज्यादातर मैच श्रीलंका में आयोजित हुए थे और कुछ मैच पाकिस्तान में आयोजित कराए गए थे। ऐसा ही कुछ चैंपियंस ट्रॉफी में भी हो सकता है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 15 जुलाई तक जेल में ही रहेंगे केजरीवाल, HC ने ईडी की दलील पर टाली सुनवाई

    नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली हाईकोर्ट से झटका लगा है। कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को दी गई जमानत रद्द करने की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की याचिका पर सुनवाई 15 जुलाई तक के लिए टाल दी है। कोर्ट ने मामले की सुनवाई इसलिए टाल दी क्योंकि एजेंसी ने कहा कि उसे कल देर रात केजरीवाल का जवाब मिला है। केजरीवाल के वकीलों ने इस दलील का विरोध किया और कहा कि कल दोपहर 1 बजे जवाब दिया गया था। ईडी की तरफ से कोर्ट में पेश हुए एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कहा कि केजरीवाल के वकीलों ने उन्हें रात 11 बजे अपने जवाब की कॉपी सौंपी। राजू ने कहा कि वह जवाब पर रिजाइंडर (प्रत्युत्तर) दाखिल करना चाहते हैं।
    वहीं केजरीवाल की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने इस दावे को चुनौती दी और कहा कि उन्होंने कल दोपहर 1 बजे जांच अधिकारी को जवाब की कॉपी सौंप दी थी। सिंघवी ने कहा कि मामले में बहुत ज्यादा अरजेंसी है और वह काउंटर जवाब देने के लिए तैयार हैं और बिना जवाब के ही मामले पर बहस करेंगे। हालांकि, जस्टिस नीना बंसल कृष्णा ने मामले की सुनवाई 15 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी। कोर्ट ने टिप्पणी की कि ईडी केजरीवाल के जवाब पर अपना जवाब (रिजाइंडर) दाखिल करने का हकदार है।
    इससे पहले मंगलवार को केजरीवाल ने दिल्ली हाईकोर्ट में ईडी द्वारा उन्हें दी गई जमानत के खिलाफ दायर याचिका का विरोध करते हुए तर्क दिया कि अभियोजन पक्ष की धारणाओं और कपोल कल्पना के आधार पर जमानत के आदेश को खारिज नहीं किया जा सकता। बता दें कि आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल फिलहाल दिल्ली शराब घोटाले में कथित अनियमितताओं के चलते तिहाड़ जेल में बंद हैं। 20 जून को निचली अदालत ने प्रत्यक्ष साक्ष्य के अभाव का हवाला देते हुए उन्हें जमानत दे दी थी। हालांकि ईडी ने इस आदेश को हाईकोर्ट में चुनैती दी। कोर्ट ने 24 घंटे से भी कम समय बाद, 21 जून को इसपर रोक लगा दी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मुस्लिम महिलाएं भी पति से गुजारे भत्ते के लिए याचिका कर सकती है दायर : सुप्रीम कोर्ट

    नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसला लेते हुए कहा है कि कोई भी मुस्लिम तलाकशुदा महिला पति से गुजारे भत्ते के लिए सीआरपीसी की धारा 125 के तहत याचिका दायर कर सकती हैं. 
    जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह ने फैसला सुनाते हुए कहा कि मुस्लिम महिला भरण-पोषण के लिए कानूनी अधिकार का इस्तेमाल कर सकती हैं. वो इससे संबंधित दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 125 के तहत याचिका दायर कर सकती हैं. 
    सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ये धारा सभी विवाहित महिलाओं पर लागू होती है, फिर चाहे उनका धर्म कुछ भी हो. मुस्लिम महिलाएं भी इस प्रावधान का सहारा ले सकती हैं. कोर्ट ने एक बार फिर कहा है कि मुस्लिम महिला अपने पति के खिलाफ धारा 125 सीआरपीसी के तहत भरण-पोषण के लिए याचिका दायर कर सकती है.
    हालांकि, जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह ने अलग-अलग फैसला सुनाया लेकिन दोनो की राय समान है. कोर्ट का कहना है कि मुस्लिम महिला (तलाक पर अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम 1986 दरअसल सेक्युलर लॉ को दरकिनार नहीं कर सकता.
    साभार आज तक

  • अमेरिका ने कहा- मोदी रुकवा सकते हैं रूस और यूक्रेन की जंग

    वाशिंगटन। पीएम मोदी के रूस दौरे पर अमेरिका टकटकी लगाए बैठा रहा। अमेरिका ने यह तक कह दिया कि अगर कोई देश रूस से मिलता है तो उसे यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना होगा। इन सब के बाद अब अमेरिका का एक और रिएक्शन सामने आया है। वाइट हाउस ने अपने एक बयान में मंगलवार को कहा है कि रूस के साथ भारत के संबंध अच्छी स्थिति में है जिसका भारत को फायदा उठाना चाहिए। अमेरिका ने कहा है कि भारत चाहे तो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन में संघर्ष खत्म करने के लिए कह सकता है। यह बयान तब आया है जब पीएम मोदी ने पुतिन से मुलाकात के दौरान इस बात पर जोर दिया कि यूक्रेन युद्ध का समाधान बातचीत में है, युद्ध के मैदान में नहीं।
    एक प्रेस ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव करिन जीन-पियरे ने भारत को अमेरिका का रणनीतिक साझेदार कहा है जिसके साथ वे स्पष्ट बातचीत करते हैं। पुतिन के साथ पीएम मोदी की बैठक के बारे में पूछे जाने पर जीन-पियरे ने कहा, "भारत एक रणनीतिक साझेदार है जिसके साथ हम पूर्ण और स्पष्ट बातचीत करते हैं, जिसमें रूस के साथ उनके संबंध भी शामिल हैं और हमने इस बारे में पहले भी बात की है। इसलिए हमें लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि भारत सहित सभी देश यूक्रेन के मामले में शांति स्थापित करने की कोशिशों का समर्थन करें।" उन्होंने आगे कहा कि भारत चाहे तो यूक्रेन में युद्ध भी रुकवा सकता है। उन्होंने कहा, "हम यह भी मानते हैं कि रूस के साथ भारत के अच्छे संबंध उसे राष्ट्रपति पुतिन से अनुरोध करने की क्षमता देते हैं कि वे यूक्रेन में बिना कारण शुरू किए गए युद्ध को खत्म करें। इसे खत्म करना राष्ट्रपति पुतिन पर निर्भर है। राष्ट्रपति पुतिन ने युद्ध शुरू किया, और वे युद्ध को समाप्त कर सकते हैं।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बॉम्बार्डियर चैलेंजर 3500 विमान खरीदेगी मध्यप्रदेश सरकार

    भोपाल। मध्य प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार ने कनाडा की कंपनी बॉम्बार्डियर के चैलेंजर 3500 विमान को खरीदने का फैसला किया है। मध्य प्रदेश सरकार के पास 2021 से कोई विमान नहीं था। तब से ही नया विमान खरीदने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी, जो अब पूरी हो चुकी है। दो कंपनियों ने अपने प्रस्ताव दिए थे। इसमें से चैलेंजर 3500 का प्रस्ताव एल-1 कैटेगरी में चुना गया है।   
    मध्य प्रदेश सरकार ने कनाडा की कंपनी बॉम्बार्डियर इंक के चैलेंजर 3500 मॉडल को खरीदने का फैसला किया है। दरअसल, छह मई 2021 को ग्वालियर मैं लैंडिंग के दौरान विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। कंपनी ने उस विमान को 'बियॉन्ड रिपेयर' करार दिया। यानी उसकी मरम्मत नहीं हो सकती थी। उसके बाद से राज्य सरकार के पास कोई विमान नहीं था और नया विमान खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। इस दौरान कनाडा की कंपनी की बोली सबसे कम रही। साथ ही निविदा शर्तों में जो आवश्यकताएं बताई गई हैं, उसे चैलेंजर 3500 पूरी करता है। 
    साभार अमर उजाला

  • रूस के ताबड़तोड़ मिसाइल अटैक से यूक्रेन में 37 की मौत, बच्चों के अस्पताल पर भी हमला

    कीव। रूस ने बीते चार महीन में यूक्रेन पर सबसे बड़ा हमला किया है। रूस के ताबड़तोड़ मिसाइल अटैक से यूक्रेन में 37 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर है। इसमें तीन बच्चे भी शामिल हैं। रूस ने बच्चों के एक अस्पताल पर भी हमला किया है जिसकी इमारत को काफी नुकसान पहुंचा है। अलग-अलग जगहों पर किए गए हमले में कम से कम 170 लोग घायल भी हुए हैं।  यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पोस्ट पर एक बयान में कहा कि रूसी बमबारी ने पांच यूक्रेनी शहरों को विभिन्न प्रकार की 40 से अधिक मिसाइलों से निशाना बनाया, जिससे रिहाइशी इमारतें और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे नष्ट हो गए।
    क्रीर्वी रीह में नगर प्रशासन के प्रमुख ओलेक्सांद्र विल्कुल ने कहा कि यह एक बड़े पैमाने पर किया गया मिसाइल हमला था, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गयी और 47 अन्य लोग घायल हो गए। स्थानीय अधिकारियों ने यूक्रेन के मध्य द्निप्रोपेट्रोव्स्क क्षेत्र में भी विस्फोट की सूचना दी है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 'अगर पार्टी में अंदरूनी लड़ाई नहीं होती तो कांग्रेस अतिरिक्त 50-60 लोकसभा सीटें जीतती' : उदित राज

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस ने अपने पिछले प्रदर्शन में सुधार में किया और 99 सीटें जीतने में सफल रही, लेकिन उसके नेता उदित राज का मानना है कि अगर पार्टी के ही कुछ नेताओं ने भीतरघात नहीं किया होता तो यह आंकड़ा 240 तक पहुंच सकता था. उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, 'कांग्रेस पार्टी में कुछ लोग गलत सूचना फैलाने में शामिल हैं और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. अन्यथा कांग्रेस (लोकसभा चुनाव में) 240 सीटें जीतती.'
    उदित राज ने कहा, 'अगर पार्टी में अंदरूनी लड़ाई नहीं होती तो कांग्रेस अतिरिक्त 50-60 लोकसभा सीटें जीतती. कांग्रेस में कुछ ऐसे तत्व हैं जो अपने निजी फायदे के लिए पार्टी को नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसा 15-20 वर्षों से होता आ रहा है. पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल नेताओं को बख्शा नहीं जाना चाहिए.' बता दें कि उदित राज लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर पश्चिम दिल्ली संसदीय सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार थे. उन्हें बीजेपी के योगेंद्र चंदोलिया ने 3 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया था.
    दिल्ली में उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार उदित राज ने एक दिन पहले अपनी ही पार्टी और इंडिया ब्लॉक में उसकी सहयोगी आम आदमी पार्टी के खिलाफ निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि उनके चुनाव अभियान को आंतरिक रूप से नुकसान पहुंचाया गया. समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान उदित राज ने कहा था, 'बीजेपी के आंतरिक सर्वेक्षण में भी कहा गया कि उत्तर पश्चिम दिल्ली से मैं जीत रहा हूं. मेरी ही पार्टी के लोगों ने मुझे नुकसान पहुंचाया'.
    साभार आज तक

  • PM मोदी के दखल देते ही जंग में तैनात भारतीयों को भेजेंगे व्लादिमीर पुतिन

    नई दिल्ली। रूस ने यूक्रेन के खिलाफ जंग में तैनात भारतीयों को वापस भेजने का फैसला लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सामने यह मुद्दा उठाने के बाद पुतिन ने यह फैसला लिया है। यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध में अब तक कम से कम दो भारतीय मारे गए हैं। वहीं युद्ध क्षेत्र में फंसे दर्जनों लोगों का दावा है कि उन्हें धोखे से सेना में शामिल किया गया और मजबूरी में वह सीमा पर लड़ रहे हैं। एएनआई के हवाले से खबर मिली है कि दो दिवसीय यात्रा पर मास्को आए प्रधानमंत्री मोदी ने कल शाम पुतिन द्वारा आयोजित एक निजी डिनर के दौरान यह मुद्दा उठाया। सूत्रों के मुताबिक बताया कि रूस अपनी सेना में कार्यरत सभी भारतीयों को रिहा करने और उनकी वापसी में मदद करने पर सहमत हो गया है।
    सूत्रों ने बताया है कि प्राइवेट डिनर में पुतिन ने पीएम मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री चुने जाने पर बधाई दी और भारतीय अर्थव्यवस्था के बढ़ते स्तर के बारे में भी बात की। इसी दौरान पीएम ने रूसी सेना में शामिल भारतीयों का मुद्दा उठाया। ऐसा अनुमान है कि करीब दो दर्जन भारतीयों को यूक्रेन के खिलाफ जबरन सेना में भर्ती किया गया है और युद्ध लड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। कुछ ट्रैवल एजेंटों ने उन्हें अच्छे पैसों वाली नौकरी दिलाने के बहाने यूक्रेन भेज दिया था। इस साल की शुरुआत में एक वायरल वीडियो में इससे जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हुआ था। इस वीडियो में पंजाब और हरियाणा के लोगों का एक समूह दिखा था जो सेना की वर्दी पहने हुए थे। वह लोग दावा कर रहे थे कि उन्हें यूक्रेन में युद्ध लड़ने के लिए धोखा दिया गया था और वहां से वापसी के लिए मदद मांग रहे थे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पीएम मोदी आज से तीन दिवसीय दौरे पर रूस और ऑस्ट्रिया होंगेर वाना

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रिया के राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे होने के मौके पर इस मध्य यूरोपीय देश की यात्रा बड़े सम्मान की बात है। दोनों देश सहयोग बढ़ाने के नए रास्ते तलाशने पर चर्चा करेंगे। उन्होंने यह बात ऑस्ट्रियाई चांसलर कार्ल नेहमर की सोशल मीडिया पोस्ट के जवाब में कही। पीएम मोदी सोमवार को तीन दिवसीय दौरे पर रूस और ऑस्ट्रिया रवाना होंगे। इस दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी खासकर रक्षा और ऊर्जा क्षेत्र में व्यापार और बढ़ाने पर बात होगी।
    प्रधानमंत्री ने रविवार को ऑस्ट्रियाई चांसलर नेहमर की सोशल मीडिया पोस्ट के जवाब में उम्मीद जताई कि इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच संबंध प्रगाढ़ होंगे। पीएम ने अपनी पोस्ट में लिखा, मैं दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने और सहयोग के नए रास्ते तलाशने पर चर्चा की उम्मीद करता हूं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र, स्वतंत्रता और कानून के शासन के साझा मूल्य वह आधार हैं जिस पर दोनों देश साथ मिलकर एक निरंतर घनिष्ठ साझीदारी का निर्माण करेंगे।
    साभार अमर उजाला

  • रामनिवास रावत ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली

    भोपाल। कांग्रेस से भाजपा में आए रामनिवास रावत ने सोमवार सुबह कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। इससे डॉ. मोहन यादव सरकार में मुख्यमंत्री समेत 31 मंत्री हो गए हैं। राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने सोमवार सुबह नौ बजे रावत को मंत्री पद की शपथ दिलाई। राजभवन में हुए इस संक्षिप्त कार्यक्रम में मुख्यमंत्री समेत राज्य के कई मंत्री मौजूद रहे। 
    कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष न बनाए जाने से नाराज चल रहे श्योपुर जिले की विजयपुर सीट से विधायक रामनिवास रावत ने लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा में आमद दी थी। इससे ग्वालियर-चंबल अंचल में भाजपा की स्थिति मजबूत हुई है। फिलहाल रावत ने कांग्रेस विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है। मंत्री बनने के बाद उनका इस्तीफा तय है। इस्तीफा देने के बाद रावत को छह महीने के भीतर विधायक बनना होगा वरना उनका मंत्री पद स्वतः ही खत्म हो जाएगा। कैबिनेट विस्तार के बाद मध्य प्रदेश में कुल मंत्रियों की संख्या 31 हो गई है। 
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मंत्रिमंडल में एक नए सदस्य का आगमन हुआ है। कैबिनेट मंत्री के नाते रामनिवास रावत के अनुभव का लाभ मिलेगा। उनके अनुभव का सरकार और क्षेत्र की जनता को लाभ मिलेगा। पिछड़े और विकास की संभावनाओं वाले क्षेत्र से प्रतिनिधित्व मिल रहा है। 
    रावत को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली तो उनकी जुबान फिसल गई। उन्होंने राज्य के मंत्री के बजाय कह दिया कि - "मैं मध्य प्रदेश के राज्यमंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक और शुद्ध अंतःकरण से निर्वहन करूंगा।" इससे गफलत हुई कि वह राज्यमंत्री बनाए गए हैं। हालांकि, बाद में स्पष्ट हुआ कि वे कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। उन्हें दोबारा शपथ लेनी पड़ी। 
    साभार अमर उजाला

  • ईरान की सत्ता में बड़ा उलटफेर, मसूद पेजेशकियान जीते, होंगे 9वें राष्ट्रपति

    तेहरान। ईरान में राष्ट्रपति पद के चुनाव के बाद सत्ता में बड़ा उलटफेर हो गया है। पिछले सप्ताह हुए मतदान में शीर्ष स्थान पर रहे दो उम्मीदवारों के बीच सीधे मुकाबले में सुधारवादी नेता मसूद पेजेशकियान ने कट्टपंथी सईद जलीली को हराकर जीत हासिल कर ली। ईरान में पिछले महीने एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मृत्यु हो जाने के बाद, शुक्रवार को पेजेशकियान और जलीली के बीच सीधे मुकाबले के तहत मतदान हुआ था। पेजेशकियन एक करोड़ 63 लाख मतों के साथ विजयी घोषित किए गए जबकि जलीली को एक करोड़ 35 लाख वोट मिले।
    इससे पहले 28 जून को मतदान के शुरुआती दौर में किसी भी उम्मीदवार को 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट नहीं मिले थे जिसके कारण शीर्ष दो उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला हुआ। पेजेशकियन की बढ़त मजबूत होने के साथ ही उनके समर्थकों ने तेहरान और अन्य शहरों में सड़कों पर उतरकर जश्न मनाना शुरू कर दिया था।
    ये चुनाव ऐसे समय में हुए हैं, जब इजराइल-हमास के बीच जारी युद्ध को लेकर पश्चिम एशिया में व्यापक स्तर पर तनाव है और ईरान पिछले कई वर्षों से आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। मसूद पेजेशकियन का झुकाव पूर्व राष्ट्रपति हसन रूहानी की ओर है, जिनके शासन के तहत तेहरान ने विश्व शक्तियों के साथ 2015 का ऐतिहासिक परमाणु समझौता किया था। हालांकि, यह परमाणु समझौता रद्द हो गया था और कट्टरपंथी नेता दोबारा सत्ता पर काबिज हो गए थे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांवड़ यात्रा से पहले बोले यूपी के मंत्री कपिल देव,  'दुकानों का नाम हिन्दू देवी-देवता पर न रखें मुस्लिम दुकानदार'

    मुजफ्फरनगर. सावन के महीने में होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. इस यात्रा को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन लगातार तैयारियों में जुटे हुए हैं. कांवड़ यात्रा से पहले उत्तर प्रदेश के मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने मुजफ्फरनगर में कांवड़ शिविर संचालकों के साथ बैठक की.  इस बैठक के बाद कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि कांवड़ मेले में जो मुस्लिम लोग हिंदू देवी देवताओं के नाम पर अपनी दुकान चलाते हैं वो ऐसा ना करें.
    कपिल देव अग्रवाल ने कहा, 'कांवड़ मेले में मुस्लिम लोग हिंदू देवी देवताओं के नाम पर अपनी दुकान चलाते हैं. वह अपनी दुकान चलाएं हमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन वह हिंदू देवी देवताओं के नाम पर दुकान का नाम ना रखें क्योंकि बाहर से आने वाले कावड़िये वहां पर बैठकर चाय पानी पीते हैं और जब उन्हें पता चलता है तो उसमें विवाद का कारण बनता है. इसलिए इस मामले में पारदर्शिता होनी जरूरी है. जिससे बाद में कोई विवाद का कारण ना बन सके.'
    साभार आज तक

  • हाथरस कांड के बाद पहली बार मीडिया के सामने बोले 'साकार हरि' सूरजपाल- हमें विश्वास है जो भी उपद्रवकारी हैं वो बख्शे नहीं जाएंगे

    नई दिल्ली. हाथरस में 121 लोगों की मौत के बाद से फरार चल रहे सूरज पाल उर्फ भोले बाबा उर्फ नारायण साकार विश्व हरि ने पहली बार मीडिया के सामने आकर बयान दिया है. उसने कहा है कि हम दो जुलाई की घटना के बाद बहुत व्यथित हैं. बाबा ने कहा,  'प्रभु हमें दुख की घड़ी से उबरने की शक्ति दें. सभी शासन प्रशासन पर भरोसा बनाए रखें. हमें विश्वास है जो भी उपद्रवकारी हैं वो बख्शे नहीं जाएंगे. '
    सूरज पाल अपने बयान में आगे कहता है, 'हमने अपने वकील डॉक्टर एपी सिंह के माध्यम से कमेटी के महापुरुषों से यह प्रार्थना की है कि दिवंगत आत्माओं के परिजनों एवं  ईलाजरत घायलों के साथ जीवन पर्यन्त तन, मन और धन से खड़ा रहने का आग्रह किया है. जिसको सभी ने माना भी है और सभी इस जिम्मेदारी को निभा भी रहे हैं.सभी महामन का सहारा ना छोड़ें. वर्तमान समय में वहीं माध्यम हैं. सभी को सदमति और सदबुद्धि प्राप्त होने की इच्छा रखते हैं. नारायण साकार हरि की संपूर्ण ब्राह्मंड में सदा-सदा के लिए जय-जयकार.'
    हाथरस में बीते मंगलवार को हुए भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी. पुलिस प्रवचनकर्ता बाबा सूरजपाल के सेवादारों और सत्संग के आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच-पड़ताल कर रही है. 6 लोग पहले ही पकड़े जा चुके हैं, अभी तक मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर जो फरार था, उसे शुक्रवार शाम को गिरफ्तार किया गया है.
    साभार आज तक

  • राष्ट्रपति पद की दावेदार बन सकती हैं कमला हैरिस

    वॉशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव नजदीक आ रहे हैं और डेमोक्रेट पार्टी एक अलग समस्या से जूझ रही है। दरअसल जो बाइडन की राष्ट्रपति पद की दावेदारी पर सवाल खड़े हो रहे हैं और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डेमोक्रेट पार्टी अब उम्मीदवारी के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की तरफ देख रही है। डेमोक्रेट पार्टी के कई नेता, दानदाता और पार्टी कार्यकर्ता मानते हैं कि जो बाइडन, ट्रंप के सामने कमजोर रह सकते हैं, यही वजह है कि अब जो बाइडन की जगह कमला हैरिस को उम्मीदवार बनाने पर विचार किया जा रहा है। 
    बीते दिनों अटलांटा में हुई राष्ट्रपति पद की पहली बहस में जो बाइडन, डोनाल्ड ट्रंप के सामने कमजोर साबित हुए थे। बहस के दौरान कई बार बाइडन की जुबान लड़खड़ाई और जिस तरह से उन्होंने जवाब दिए, उसके बाद से उनकी बढ़ती उम्र की चर्चा फिर से तेज हो गई थी। हालांकि बाइडन अपनी उम्मीदवारी छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो डेमोक्रेट पार्टी के भीतर एक वर्ग कमला हैरिस को जो बाइडन के संभावित विकल्प के रूप में देख रहा है। कमला हैरिस और उनकी प्रचार टीम अभी सार्वजनिक रूप से बाइडन का ही समर्थन कर रही है, लेकिन हाल के दिनों में उनके प्रचार अभियान में जो सूक्ष्म बदलाव आए हैं, उससे भी अटकलों को बल मिला है।
    साभार अमर उजाला

  • MP के सिहोरा भाजपा विधायक विधायक ने लोन लेकर खरीदी 50 लाख की जमीन, फिर अस्पताल के लिए कर दी दान

    सिहोरा, जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानने के बाद लोगों की अपने विधायकों व सांसदों से उम्मीदें काफी बढ़ जाएंगी। दरअसल यहां के एक विधायक से जब इलाके के गरीबों की दुख-तकलीफें नहीं देखी गईं तो उन्होंने खुद लोन लेकर जमीन खरीदी और फिर अस्पताल बनाने के लिए उसे दान भी दे दिया। खास बात यह है कि यह जमीन लाख-दो लाख रुपए की नहीं बल्कि पूरे 50 लाख रूपए की है, और विधायक इस रकम को अपने वेतन से चुकाने की बात कह रहे हैं। 
    इस कारनामे को करने वाले विधायक का नाम संतोष बरकड़े है,जो कि यहां कि सिहोरा विधानसभा सीट से भाजपा विधायक हैं। इस मामले में जानकारी देते हुए बरकड़े ने बताया कि कुण्डम इलाका मुख्यतः आदिवासी इलाका है, जिसकी आबादी करीब 60 हजार है। इनमें भी ज्यादातर लोग गरीब हैं, ऐसे में यहां स्वास्थ्य केंद्र नहीं होने से इन लोगों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। किसी भी तरह की बीमारी होने पर जबलपुर भागना पड़ता था, ऐसे में समय पर इलाज नहीं मिलने के चलते कई बार तो लोगों की जान भी खतरे में पड़ जाती थी। खासकर गर्भवती महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी होती थी। 
    आगे उन्होंने बताया, 'जब मैं विधायक बना तो मुझे पता चला कि इलाके में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने के लिए राशि स्वीकृत हो चुकी है, लेकिन इलाके में ज्यादातर जमीन निजी होने के चलते अस्पताल बनाने के लिए सरकारी जमीन नहीं मिल पा रही है, ऐसे में मुझे इस राशि के लैप्स होने का डर सताया। यदि एक बार पैसा वापस लौट जाता तो दोबारा स्वीकृत कराने में बहुत सी मुश्किलें आती। जिसके चलते मैंने अपने करीबियों से सलाह लेकर इस समस्या के समाधान के बारे में सोचा और आखिरकार एक एकड़ जमीन खरीदकर अस्पताल के लिए दे दी।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्यप्रदेश पुलिस 24 बम-शूट खरीदेगा, 10 किलोग्राम आरडीएक्स डिफ्यूज करने में होगा सक्षम

    भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस अपने सुरक्षा दस्ते को और मजबूत करने जा रही है। वर्ष 2028 में सिंहस्थ में होने वाले कुंभ की तैयारी शुरू हो चुकी है। उज्जैन की सड़कों को चौड़ी करने और संवारने के लिए प्रदेश सरकार ने इस वर्ष के बजट में 500 करोड़ का प्रावधान किया है। वहीं सुरक्षा चाकचौबंद रखने के लिए दो दर्जन बम-शूट पुलिस मुख्यालय खरीद रहा है। एक बम-शूट की वर्तमान कीमत करीब 18 लाख बताई जा रही है।
    खरीदी का आर्डर देने से पहले शुक्रवार को भोपाल स्थित मध्यप्रदेश पुलिस मुख्यालय में इंटेलीजेंस यूनिट ने बम शूट को पहनाकर बम डिस्पोजल दस्ते से ट्रायल किया है। आने वाले महीनों में सभी दो दर्जन बम-शूट पुलिस मुख्यालय को डिलीवर कर दिए जाएंगे। पुलिस मुख्यालय की इंटेलीजेंस यूनिट वर्ष 2016 में उज्जैन में हुए सिंहस्थ के लिए 17 बम शूट खरीदे थे। उनके अलावा दो दर्जन फिर से खरीदे जा रहे हैं। पुलिस मुख्यालय ने बूम-शूट बनाने वाली कंपनियों से ट्रायल करने के बाद खरीदी को अंतिम रूप देने जा रहा है। जिस कंपनी से पुलिस मुख्यालय खरीदी करने जा रहा है, वह सेनाओं और अर्धसैनिक बलों के बम डिस्पोजल दस्ते को बम-शूट की सप्लाई कर चुकी है।
    पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, देश के प्रधानमंत्री और अति वीवीआईपी की सुरक्षा में तैनात एनएसजी कमांडो यही बम-शूट पहनते हैं, जिसकी खरीदी पुलिस मुख्यालय करने जा रहा है। करीब 50 किलोग्राम वजनी बम-शूट में जहरीली गैस रोकने से लेकर हर उच्च तकनीक से लैस है। बम-शूट में हेलमेट के ऊपर पंखा, कैमरा, ऑक्सीजन, पाईप लगी है। यह बम-शूट पुलिस के वॉकी-टॉकी से भी कनेक्ट रहेगा, जिससे बिना हाथ का इस्तेमाल किए बम-शूट पहनने वाले सुरक्षा दस्ते पुलिस अधिकारियों से संपर्क में रहें।
    पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस मुख्यालय जिस बम-शूट की खरीदी करने जा रहा है, वह लगभग 5 से 10 किलोग्राम आरडीएम्स को डिफ्यूट करने की दृष्टि से बनाया गया है। इस बम-शूट को पहनकर सुरक्षा बल पांच से दस किलोग्राम आरडीएक्स को डिफ्यूज कर सकते हैं।
    साभार अमर उजाला

  • हाथरस की भगदड़ में जान गंवाने वाले पीड़ितों के घर पहुंचे राहुल गांधी, बोले- दिल खोलकर मुआवजा दे सरकार

    अलीगढ़। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी शुक्रवार को हाथरस की भगदड़ में जान गंवाने वाले पीड़ितों के घर पहुंचे। यहां उन्होंने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। दिल्ली से सड़क मार्ग द्वारा राहुल गांधी सुबह-सुबह अलीगढ़ के पिलखना पहुंचे। यहां वह हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों से मिले। इसके बाद वह हाथरस में नवीपुर खुर्द, विभव नगर स्थित ग्रीन पार्क पहुंचेंगे, जहां वह आशा देवी, मुन्नी देवी आ ओमवती के परिवार वालों से मिले।
    दुर्घटना के शोक संतप्त परिवारों से मिलने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, 'यह दुखद हादसा है। बहुत परिवारों को नुकसान हुआ है। काफी लोगों की मृत्यु हुई है। प्रशासन की कमी तो है और भी गलतियां हुई हैं। पीड़ित परिवारों को सही मुआवजा मिलना चाहिए। मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से विनती करता हूं कि दिल खोलकर मुआवजा दें। मुआवजा जल्दी से जल्दी देना चाहिए। परिवारवालों से मेरी बातचीत हुई है।
    साभार अमर उजाला

  • कीर स्टार्मर संभालेंगे यूके की कमान

    लंदन। लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ने शुक्रवार सुबह यूनाइटेड किंगडम के आम चुनाव में पार्टी की जीत के बाद एक जोरदार भाषण दिया। उन्होंने एलान किया की देश को 14 वर्षों के बाद अपना भविष्य वापस मिल गया है।
    इससे पहले, सुबह-सुबह स्टार्मर ने अपनी पारंपरिक होलबोर्न सीट से और सेंट पैनक्रास सीट से जीत हासिल की। वहीं कंजर्वेटिव पार्टी में न्याय मंत्री रहे एलेक्स चाक को हार का सामना करना पड़ा है। इसी जीत के साथ स्टार्मर प्रधानमंत्री की कुर्सी यानी भारतीय मूल के ऋषि सुनक की जगह लेने को तैयार हैं। 
    होलबोर्न और सेंट पैनक्रास से सुबह-सुबह 18,884 वोटों के साथ स्टार्मर ने जीत हासिल की है। उन्होंने जीतने के बाद निर्वाचन क्षेत्र के हर व्यक्ति की सेवा करने का संकल्प लिया है। 
    एग्जिट पोल्स में लेबर पार्टी को ऐतिहासिक जीत मिलने का अनुमान जताया गया था। वहीं, सुनक के नेतृत्व वाली कंजरवेटिव पार्टी को करारी हार मिलने का अनुमान जताया गया था। बता दें कि एग्जिट पोल्स में लेबर पार्टी को 410, कंजर्वेटिव पार्टी को 131, लिबरल डेमोक्रेट्स को 61, रिफॉर्म यूके पार्टी को 13, सिन-फिन पार्टी को 10 और अन्य को 25 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।
    वहीं, एग्जिट पोल्स के बाद लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ने कहा कि 'लोकतंत्र का दिल मतदाताओं में धड़कता है। ब्रिटेन के लोग दिखावे की राजनीति को खत्म कर परिवर्तन के लिए तैयार हैं।'
    लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारर ने शुक्रवार को मतदाताओं का शुक्रिया अदा किया और कहा कि देश के लोग बदलाव के लिए और प्रदर्शन की राजनीति को खत्म करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि होलबोर्न और सेंट पैनक्रास से फिर चुना जाना सौभाग्य की बात है। आपने हमारे लिए वोट किया। अब हमारा काम करने का समय है। 
    उन्होंने कहा, 'मैं आपके लिए बोलूंगा, आपकी पीठ थपथपाऊंगा, हर एक दिन लड़ूंगा। लोग बदलाव के लिए और प्रदर्शन की राजनीति को समाप्त करने के लिए तैयार हैं।'
    साभार अमर उजाला

  • केजरीवाल ने राहत की मांग करते हुए कहा- मैं आतंकवादी नहीं हू, CBI से मांगा गया जवाब

    नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत याचिका पर हाई कोर्ट ने सीबीआई को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा है। कथित शराब घोटाले से जुड़े केस में गिरफ्तार किए गए केजरीवाल की याचिका पर अब 17 जुलाई को सुनवाई होगी। गुरुवार को केजरीवाल की याचिका पर संक्षिप्त सुनवाई हुई। इस दौरान केजरीवाल ने अपने लिए राहत की मांग करते हुए यह भी कहा कि वह कोई आतंकवादी नहीं हैं।
    अरविंद केजरीवाल ने सीबीआई गिरफ्तारी और रिमांड को भी इसी अदालत में चुनौती दी है। कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार किए गए आम आदमी पार्टी के प्रमुख को ईडी केस में निचली अदालत से जमानत मिल गई थी, लेकिन हाई कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी। इसके बाद उन्हें सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया था। केजरीवाल ने बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
    जस्टिस नीना बंसल कृष्णा की बेंच के सामने केजरीवाल की ओर से वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी और विक्रम चौधरी ने दलीलें रखीं। सिंघवी ने कहा, 'मुझे ईडी केस में ट्रायल कोर्ट से बेल मिल गई और इसके बाद ही मुझे गिरफ्तार कर लिया गया। मैं कोई घोषित अपराधी या आतंकवादी नहीं। मैं कुछ अंतरिम राहत मांग रहा हूं।' सीबीआई के वकील एडवोकेट डीपी सिंह ने जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा, 'उन्होंने गिरफ्तारी को चुनौती दी है यह पहले से पेंडिंग है। जमानत के लिए पहली अदालत ट्रायल कोर्ट होनी चाहिए।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • ओलंपिक खेलने जा रहे खिलाड़ियों से PM मोदी ने की बात

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई महीने के अंतिम सप्ताह में आरंभ हो पेरिस ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ी के उत्कृष्ट प्रदर्शन की उम्मीद जताते हुए भारतीय दल को शुभकामनाएं दीं और देशवासियों से खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने का आग्रह किया.
    वहीं पीएम मोदी के एक्स अकाउंट से एक वीड‍ियो भी शेयर किया गया. पीएम मोदी ने इस दौरान सभी ख‍िलाड़‍ियों से उनके अनुभव जाने. इस दौरान कई ख‍िलाड़ी ऑनलाइन भी जुड़े, इनमें नीरज चोपड़ा के अलावा पीवी स‍िंंधु, न‍िकहत जरीन जैसी धाकड़ प्लेयर्स भी रहीं. वहीं मनु भाकर से भी पीएम मोदी ने उनकी तैयार‍ियों का अनुभव जाना.
    पीएम मोदी ने इस दौरान नीरज चोपड़ा से एक खास चीज की मांग की. पीएम मोदी ने कहा, 'तेरा चूरमा अभी तक आया नहीं. इस पर नीरज ने कहा, 'चूरमा लेकर आएंगे. पिछली बार चीनी वाला चूरमा था हरियाणा वाला... देसी घी और गुड़ का. इस पर मोदी ने कहा, मुझे तेरी मां के हाथ का चूरमा खाना है.'
    उन्होंने कहा, ‘इसके बाद से ही हमारे खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक की तैयारियों में जी-जान से जुटे हुए हैं. सभी खिलाड़ियों को मिला दें तो इन सबने करीब 900 अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में हिस्सा लिया है. ये काफी बड़ी संख्या है.’
    पीएम मोदी ने ख‍िलाड़‍ियों से मुलाकात का वीडियो शेयर किया. पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा- पेरिस ओलंपिक के लिए रवाना होने वाले हमारे दल से बातचीत की. मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे एथलीट अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे और भारत को गौरवान्वित करेंगे. उनकी जर्नी और सफलता 140 करोड़ भारतीयों को उम्मीद देती है. 
    पीएम ने मोदी ने कहा, ‘अगले महीने इस समय तक पेरिस ओलंपिक शुरू हो चुके होंगे. मुझे विश्वास है कि आप सब भी ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने का इंतजार कर रहे होंगे. मैं भारतीय दल को ओलंपिक खेलों की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं.’ टोक्यो ओलंपिक की यादें ताजा करते हुए उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने हर भारतीय का दिल जीत लिया था.
    साभार आज तक

  • नगरीय प्रशासन मंत्री विजयवर्गीय ने कहा-   प्रदेश में ग्रीन बेल्ट और सरकारी जमीनों पर बनी अवैध कॉलोनियां वैध नहीं होंगी

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन की कार्रवाई शुरू होते ही एक बार फिर सदन में नर्सिंग घोटाले के मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने सरकार को घेरा। विपक्ष ने नर्सिंग घोटाले पर विशेषाधिकार नियम के तहत चर्चा की मांग की। इधर, सहकारिता और खेल व युवा मामलों के मंत्री विश्वास सारंग में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कई नर्सिंग कॉलेज को परमिशन कांग्रेस के शासनकाल में दी गई। सदन में भाजपा विधायक हरदीप सिंह डंग के अवैध कॉलोनियों को लेकर किए सवाल पर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने साफ कहा कि प्रदेश में ग्रीन बेल्ट और सरकारी जमीनों पर बनी अवैध कॉलोनियां वैध नहीं होंगी। 
    विजयवर्गीय ने डंग के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अवैध कॉलोनियों की समस्या के पीछे काम चल रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देश हैं, हम कार्रवाई कर रहे हैं। अवैध कॉलोनी प्रदेश में नहीं बने, इस पर हम कड़े नियम बना रहे हैं। आगामी सदन में विधेयक प्रस्तुत करेंगे। विजयवर्गीय ने कहा कि ग्रीन बेल्ट, सरकारी जमीन पर बनी अवैध कॉलोनी वैध नहीं होंगी। इनसे हटकर जो दूसरी कॉलोनियां हैं, वहां अधोसंरचना संबंधी काम होंगे। कांग्रेस विधायक दिनेश जैन बोले- अवैध कॉलोनियां धड़ल्ले से कट रही हैं। मेरी विधानसभा में अभी भी 20 से 25 कॉलोनियां काटी जा रही हैं।
    साभार अमर उजाला

  • किरोड़ीलाल मीणा ने राजस्थान के मंत्री पद से दिया इस्तीफा

    जयपुर. राजस्थान सरकार में कृषि और ग्रामीण मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. किरोड़ीलाल मीणा ने करीब 10 दिन पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इस्तीफा सौंपा है अब उसका सार्वजनिक रूप से ऐलान किया है.
    दरअसल कांग्रेसी नेता लगातार उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. क्योंकि चुनाव के समय किरोड़ीलाल मीणा ने कहा था कि अगर पूर्वी राजस्थान की 7 सीटों में से बीजेपी (BJP) एक भी हारती है तो वह इस्तीफा दे देंगे. दौसा सीट पर भी बीजेपी हार गई थी. इन सात सीटों में से बीजेपी 4 सीटें हार गई जिनमें दौसा, करौली-धौलपुर, टोंक-सवाई माधोपुर और भरतपुर सीट शामिल है.
    साभार आज तक

  • बिहार में 16 दिन में 10 पुल धड़ाम

    पटना। बिहार में बुधवार को कम से कम तीन और पुल ढह गए। अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 15 दिनों में बारिश से प्रभावित राज्य में पुल ढहने की ये नौवीं घटना है।अधिकारियों ने बताया कि सारण और सिवान जिलों में ढहे तीन ढांचों में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि ये पुल 30 से 80 साल पहले बनाए गए थे। वहीं 16 वें दिन गुरुवार 04 जुलाई को सारण के बनियापुर प्रखंड क्षेत्र के सरेया पंचायत में बना एक पुल टूट गया। इस तरह से 16 दिन में कुल 10 पुल ढह चुके हैं। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने हालांकि, आरोप लगाया कि एक ही दिन में चार पुल ढह गए और मुख्यमंत्री व उनके उपमुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं।
    मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सड़क निर्माण विभाग (आरसीडी) व ग्रामीण कार्य विभाग (आरडब्ल्यूडी) को राज्य के सभी पुराने पुलों का तुरंत सर्वेक्षण करने और उन पुलों की पहचान करने का निर्देश दिया, जिनकी तत्काल मरम्मत की आवश्यकता है। डब्ल्यूआरडी के अतिरिक्त मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने एक बयान में बताया, ‘बुधवार को सिवान और सारण में ढहे पुलों/पथों के कुछ हिस्से बहुत पुराने थे। ऐसा लगता है कि इन संरचनाओं का निर्माण आवश्यक मापदंडों का पालन करते हुए नहीं किया गया। ऐसा प्रतीत होता है कि नींव पर्याप्त गहरी नहीं थी, जिस कारण बाढ़ के दौरान ये संरचनाएं क्षतिग्रस्त हो गईं।’
    साभार नवभारत टाइम्स 

  • न्यूयॉर्क में ‘भारत दिवस’ के मौके पर अमेरिका में भी देखने को मिलेगी राम मंदिर की झलक

    न्यूयार्क। राम मंदिर की झलक अमेरिका में भी देखने को मिलेगी।  न्यूयॉर्क में ‘भारत दिवस’ के मौके पर 18 अगस्त को होने वाली परेड में राम मंदिर की प्रतिकृति प्रदर्शित की जाएगी। इस आयोजन में न्यूयॉर्क और उसके आसपास से हजारों भारतीय अमेरिकी शामिल होंगे। विश्व हिन्दू परिषद अमेरिका (विहिप) के महासचिव अमिताभ मित्तल के अनुसाऱ मंदिर की प्रतिकृति 18 फुट लंबी, नौ फुट चौड़ी और आठ फुट ऊंची होगी। यह पहली बार होगा जब राम मंदिर की प्रतिकृति अमेरिका में प्रदर्शित की जाएगी।
    न्यूयॉर्क में हर वर्ष ‘भारत दिवस’ पर होने वाली यह परेड भारत के बाहर स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर सबसे बड़ा आयोजन है। यह परेड हर साल मिडटाउन न्यूयॉर्क में ‘ईस्ट 38 स्ट्रीट’ से ‘ईस्ट 27 स्ट्रीट’ तक निकाली जाती है जिसे 1,50,000 से अधिक लोग देखने आते हैं।
    ‘फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशन’ (एफआईए) द्वारा आयोजित की जाने वाली इस परेड में विभिन्न भारतीय अमेरिकी समुदायों और उनकी संस्कृति की विविधता का प्रतिनिधित्व करने वाली ढेर सारी झांकियां न्यूयॉर्क की सड़कों पर देखने को मिलेंगी।
    विहिप-अमेरिका ने हाल में राम मंदिर रथ यात्रा का आयोजन किया था जिसने 60 दिन में 48 राज्यों के 851 मंदिरों को कवर किया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अहमदाबाद में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस दफ्तर में घुसकर राहुल के पोस्टर पर पोती कालिख

    अहमदाबाद. संसद में 'हिंदू' पर दिए राहुल गांधी के बयान का कई जगह विरोध हो रहा है. इस बीच गुजरात के अहमदाबाद में भी ऐसा ही एक विरोध देखने को मिला है, जहां कांग्रेस कार्यालय में घुसे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के पोस्टर पर कालिख पोत दी.
    राहुल के पोस्टर पर कालिख पोतने के लिए बजरंग दल के कार्यकर्ता सुबह 4 बजे गुजरात के अहमदाबाद में स्थित कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने राहुल गांधी की तस्वीर वाले कई पोस्टर्स पर कालिख पोती.
    घटना का वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में दिखाई दे रहा है कि बजरंग दल के कई कार्यकर्ता सुबह-सुबह अंधेरे में ही कांग्रेस कार्यालय में प्रवेश कर रहे हैं. कांग्रेस दफ्तर में दाखिल होने वाले कार्यकर्ताओं के हाथ में कई पोस्टर और ब्लैक स्प्रे पेंट भी है. 
    वीडियो में नजर आ रहे बजरंग दल के कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय का गेट फांदकर सीधे कार्यालय के अंदर दाखिल हो जाते हैं. इसके बाद सभी कार्यालय में लगे राहुल गांधी के पोस्टर के चेहरे पर कालिख पोतने लगते हैं. इस दौरान कुछ कार्यकर्ता कार्यालय के सामने सड़क पर लगे पोस्टर पर भी कालिख पोत देते हैं. 
    साभार आज तक

  • आज से तीन नए आपराधिक कानून हो गए लागू

    नई दिल्ली। आज से यानी 1 जुलाई से तीन नए आपराधिक कानून लागू हो गए हैं। अब आईपीसी की जगह भारतीय न्याय संहिता (BNS), सीआरपीसी की जगह भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) इंडियन एविडेंस ऐक्ट की जगह भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) लागू हो गया है। पिछले साल ही संसद में इन तीनों कानून बन गए थे। अब नए कानूनों के लागू होने के साथ ही औपनिवेशिक काल के कानूनों का अंत हो गया है। 
    जोड़ी गई आतंकवाद की धारा
    कई ऐसे अपराध थे जिन्हें आईपीसी में पारिभाषित नहीं किया गया था। इसमें यह नहीं बताया गया था कि कौन से अपराध आतंकवाद की श्रेणी में आएंगे। नए कानून में भारत की एकता, अखंडता, संप्रभुता, सुरक्षा और आर्थिक सुरक्षा को खतरा पैदा करने को आतंकवाद की श्रेणी में रखा गया है। भारतीय न्याय संहिता की धारा 113 में इसका वर्णन किया गया है। इसमें भारतीय मुद्रा की तस्करी भी शामिल होगी। आतंकवादी गतिविधियों के लिए उम्रकैद या फिर मौत की सजा भी हो सकती है। 
    कानून के मुताबिक आतंकी साजिश रचने के लिए पांच साल से लेकर उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान है। इसके अलावा आतंकी संगठन से जुड़ने पर उम्रकैद और जुर्माने का प्रावधान है। आतंकियों को छिपाने पर तीन साल से लेकर उम्रकैद की सजा हो सकती है। इसके अलावा जुर्माना भी लगाया जा सकता है। 
    खत्म हो गया राजद्रोह का अपराध
    भारतीय न्याय संहिता में राजद्रोह को समाप्त कर दिया गया है। वहीं भारत की एकता और अखंडता को खतरा पहुंचाने वाले कृत्यों को देशद्रोह में शामिल किया गया है। इसके लिए बीएनएस की धारा 152 लगाई जाएगी। वहीं आईपीसी में मॉब लिंचिंग का भी जिक्र नहीं था। अब इस अपराध के लिए उम्रकैद से लेकर मौत तक की सजा हो सकती है। इसे बीएनएस की धारा 103 (2) में शामिल किया गया है। 
    आइए जानते हैं कि बीएनएस में आईपीसी की कौन सी धाराएं बदल गई हैं। 
    हत्या के लिए आईपीसी में धारा 302 थी जो कि बीएनएस में धारा 101 हो गई है। हत्या का प्रयास का मुकदमा जो धारा 307 के तहत दर्ज होता था, अब धारा 109 के तहत दर्ज होगा। गैर इरादतन हत्या के लिसए धारा 105 लागू होगी जो कि आईपीसी में धारा 304 थी। दहेज हत्या से जुड़ी धारा 80 होगी जो कि आईपीसी में धारा 304बी थी। चोरी के लिए अब धारा 303 में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। आईपीसी के तहत धारा 379 में चोरी का मुकदमा दर्ज होता था। 
    अब नहीं होगी धारा 420
    इसी तरह रेप की धारा 376 से बदलकर अब  64 हो गई है। छेड़छाड़ का मुकदमा धारा 74 के तहत दर्ज होगा। धोखाधड़ी का केस धारा 420 की जगह अब 318 के तहत दर्ज होगा। लापरवाही से मौत का मामला धारा 106 के अंतरगत आएगा जो कि पहले 304ए में आता था। आपराधिक षड्यंत्र के लिए धारा 120बी की जगह धारा 61 लागू होगी। मानहानि के लिए धारा 499, 500 की जगह अब 356 लागू होगी। लूट और डकैती के लिए क्रमशः धारा 309 और धारा 310 होगी। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्यप्रदेश और राजस्थान में ऐतिहासिक समझौता, 72 हजार करोड़ रुपये की पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना पर मुहर

    भोपाल। मध्य प्रदेश और राजस्थान सरकारों ने रविवार को एक ऐतिहासिक समझौते पर दस्तखत किए। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और मध्य प्रदेश के उनके समकक्ष मोहन यादव की मौजूदगी में भोपाल में 72 हजार करोड़ रुपये की पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना के लिए समझौते पर मुहर लगी। इस लिंक परियोजना का मकसद पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों, मध्य प्रदेश के मालवा और चंबल क्षेत्रों में पानी उपलब्ध कराना है। 
    परियोजना से दोनों राज्यों में 2.8 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस परियोजना से चंबल बेसिन के जल संसाधनों का किफायती उपयोग में मदद मिलेगी। एमओयू पर हस्ताक्षर करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश और राजस्थान के लिए इन नदियों के पानी का उपयोग करने का एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। इस समझौते से एमपी के मुरैना, ग्वालियर, श्योपुर और राजगढ़ समेत 13 जिलों में पेयजल और सिंचाई सुविधाओं का विस्तार हो सकेगा। 
    सीएम मोहन यादव ने कहा कि यह 72 हजार करोड़ रुपये की परियोजना है। आज मध्य प्रदेश के लिए ऐतिहासिक दिन है। राज्यों के हित होते हैं, लेकिन देश हित से बड़ा कोई हित नहीं हो सकता है। प्रधानमंत्री मोदी की मूल भावना यही है कि राज्य अपनी समस्याओं का हल निकालें। खासतौर पर जल के बंटवारे के मामलों को सुलझाएं। यह समझौता पीएम मोदी की भावना के अनुरूप हुआ है। दोनों राज्यों के बीच पर्यटन के क्षेत्र में भी विकास की बड़ी संभावनाएं हैं। चंबल, श्योपुर और रणथंभोर में पर्यटन की संभावना अधिक है।
    सीएम मोहन यादव ने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने से दोनों ही राज्यों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। खनिज सम्पदा के लिए भी हम एक-दूसरे के साथ खड़े रहेंगे। आयुष्मान भारत योजना में भी एक दूसरे का सहयोग करेंगे। वन्य जीवों की सुरक्षा दोनों राज्य मिलकर करेंगे। वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि हमारी साझा नीति दोनों प्रदेशों को आगे बढ़ाने की है। इस परियोजना के पूरा होने से दोनों प्रदेशों की उन्नति होगी। राज्य और केंद्र मिलकर इस परियोजना को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। 
    राजस्थान और मध्य प्रदेश के बीच हुए समझौतों में पर्यटन क्षेत्रों का संयुक्त विकास, श्री कृष्ण पाथेय कृष्ण गमन पथ निर्माण, खाटू-श्याम जी, नाथद्वारा, उज्जैन, ओंकारेश्वर के मध्य वन्दे भारत ट्रेन/ इलेक्ट्रिक बस का संचालन शामिल हैं। कूनो से लगे राजस्थान के वन क्षेत्रों को मिलाकर एक संयुक्त बड़ा राष्ट्रीय पार्क बनाया जाए। बजरी का प्रयोग बंद कर स्टोन डस्ट और एम सैंड के उपयोग को बढ़ावा देने पर भी दोनों राज्य सहमत हुए हैं।
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  • आज से विधानसभा में मानसून सत्र की शुरुआत

    भोपाल। मध्य प्रदेश में आज से विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है, जिसमें तीन जुलाई को वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा मोहन सरकार के कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश करेंगे। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों ने इस बार सदन के लिए कई खास तैयारियां की हैं। कांग्रेस ने जहां कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की योजना बनाई है तो बीजेपी ने भी विपक्ष के आरोपों का जवाब देने के लिए रणनीति तैयार की है। सत्र की शुरुआत होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने विधानसभा पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया। इस बार पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ के विधायकों ने चार हजार से भी ज्यादा सवाल लगाए हैं। 
    बता दें कि बजट 3 जुलाई को पेश किया जाएगा। विधानसभा के पहले दिन दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। उधर विधानसभा का सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं। कांग्रेस नर्सिंग घोटाले, कानून व्यवस्था, बीजेपी के चुनावी वादों, गेहूं धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने जैसे मुद्दों को लेकर सत्ता पक्ष को घेरेगी। उधर सत्ता पक्ष के आरोपों का मजबूती से जवाब देने के लिए बीजेपी ने विधायक दल की बैठक बुलाई है। विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी सदन में मौजूद रहेंगे।
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  • मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने पीएम मोदी और 8 राज्य के मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, कहा- खत्म की जाए NEET की परीक्षा

    चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शुक्रवार को एक बार फिर केंद्र सरकार से राज्य को मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (NEET UG) से छूट देने और राष्ट्रीय स्तर पर इस परीक्षा को समाप्त करने  की मांग की है। तमिलनाडु को नीट से छूट देने के संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संबोधित एक पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए चयन प्रक्रिया केवल 12वीं कक्षा के अंकों के आधार पर होनी चाहिए न कि इसके लिए अलग से प्रवेश परीक्षा कराई जानी चाहिए क्योंकि इससे छात्रों पर अधिक तनाव पड़ता है।
    स्टालिन ने अपने पत्र में कहा, 'हमने तमिलनाडु में नीट परीक्षा न कराने और 12वीं कक्षा के अंकों के आधार पर मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश प्रदान करने के लिए अपनी विधानसभा में सर्वसम्मति से एक विधेयक पारित किया था। इसे राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा गया है, लेकिन अभी तक मंजूरी नहीं दी गई है।' उन्होंने कहा कि तमिलनाडु विधानसभा ने उपरोक्त बताई गई मांग के संबंध में आज विधानसभा में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है, जिसमें केंद्र सरकार से आग्रह किया गया कि वह तमिलनाडु को नीट से छूट देने के लिए विधेयक पर अपनी सहमति जताए और राष्ट्रीय स्तर पर इस चयन प्रक्रिया को खत्म करने के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम में संशोधन करे।
    इस बीच, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, केरल, पंजाब, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को लिखे अलग-अलग पत्रों में स्टालिन ने उनसे अनुरोध किया कि वे अपनी-अपनी विधानसभाओं में नीट परीक्षा को समाप्त करने के लिए इसी तरह का प्रस्ताव पारित करने पर विचार करें। उन्होंने लोकसभा के विपक्ष के नेता राहुल गांधी को भी पत्र लिखकर तमिलनाडु को नीट परीक्षा से छूट देने की मांग पर उनका समर्थन मांगा है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पश्चिम बंगाल में बीजेपी की महिला नेता को नग्न कर पीटा

    कोलकाता। पश्चिम बंगाल के कूच बिहार में एक 32 साल की महिला को निर्वस्त्र करके पिटाई करने के मामले में सियासी बवाल शुरू हो गया है। बीजेपी का दावा है कि पीड़िता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चे की उपाध्यक्ष है। बीजेपी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखकर कहा है कि राज्य में अपनी टीम भेजकर घटना की जांच करवाई जाए। वहीं टीएमसी ने बीजेपी पर संकीर्ण राजनीति करने का आरोप लगाया है। पुलिस का कहना है कि गलत जानकारी देकर मामले को सांप्रदायिक बनाने की कोशिश की जा रही है। जबकि यह एक पारिवारिक विवाद था। 
    पीड़िता के पिता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि लंबे समय से चले आ रहे पारिवारिक विवाद की वजह से पड़ोसियों ने उनकी बेटी पर हमला किया। पड़ोसी से लंबे समय से विवाद चल रहा था। पीड़िता के पिता ने शिकायत में कहा, उन लोगों ने मेरी बेटी को गाली देना शुरू किया। इसके बाद बाल पकड़कर घसीटा और निर्वस्त्र करके पिटाई की। इसके बाद उसे धमकी देकर सड़क पर छोड़ दिया। उन्होंने अपनी शिकायत में किसी राजनीतिक दल का नाम नहीं लिया है। हालांकि बाद में उन्होंने रिपोर्टर्स से कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता होने की वजह से उनकी बेटी पर हमला किया गया। 
    वहीं कूच बिहार के एमजेएन अस्पताल में पीड़िता ने बताया, टीएमसी की महिलाओं ने उन्हें नग्न कर दिया और पानी में डुबाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि अगर टीएमसी में नहीं शामिल हुई तो और ज्यादा प्रताड़ित किया जाएगा। जब मैं बेहोश हो गई तो मुझे छोड़ दिया गया। वे लोग 4 जून से ही मुझे टारगेट कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि तीन महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पीड़िता के जीजा को भी फोटोग्राफ लेने और अफवाह फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। 
    पुलिस ने कहा, गलत तरीके से प्रचारित किया जा रहा है कि महिला को निर्वस्त्र करके पीटा गया और इसके पीछे राजनीतिक मंसा थी। घटना का सांप्रदायिक और राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने कहा कि किसी विवाद की वजह से पहले भी पीड़िता और गांव के महिलाओं के बीच झगड़ा हुआ था। हाथापाई की वजह से पीड़िता के कपड़े फट गए थे। 
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  • आज अमरवाड़ा में सिंगोड़ी और हर्रई में जनसभा को संबोधित करेंगे सीएम मोहन यादव

    छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज छिंदवाड़ा के दौरे पर रहेंगे। वे जिले की अमरवाड़ा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर चुनाव प्रचार करेंगे। सीएम यादव विधानसभा क्षेत्र के सिंगोड़ी और हर्रई में जनसभा को संबोधित कर भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह के लिए वोट मांगेंगे।  
    भाजपा जिलाध्यक्ष शेषराव यादव ने बताया मुख्यमंत्री मोहन यादव दोपहर 12 बजे सिंगोड़ी पहुंचेंगे और जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा के उपरांत वे समाज के प्रबुद्धजनों से मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव दोपहर 2 बजे हर्रई पहुंचेंगे और जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा के उपरांत मुख्यमंत्री डॉ यादव समाज के प्रबुद्धजनों से भेंट करेंगे। प्रबुद्धजनों से भेंट कर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भोपाल के लिए रवाना होंगे।
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  • इजरायल अब लेबनान पर भी हमले को तैयार, सीमा पर सेना बढ़ी

    नई दिल्ली। इजरायल की ओर से गाजा पट्टी पर बीते 9 महीनों से लगातार हमले जारी हैं। खान यूनिस, राफा समेत कई शहर इजरायली हमलों से तबाह हो चुके हैं और करीब 10 लाख लोगों को पलायन करना पड़ा है। इसके बाद अब वह एक और मोर्चा खोलने की तैयारी में है। इजरायल ने लेबनान की सीमा पर अपने सैनिकों को तैनात कर दिया है और किसी भी समय हमले के लिए तैयार रहने को कहा है। गाजा पट्टी में हमास की ओर से जारी हमलों के बीच इजरायल पर हिजबुल्लाह ने भी आतंकी हमले किए थे। यह आतंकी संगठन लेबनान में सक्रिय है और उसे ईरान का समर्थन हासिल है। ऐसे में इजरायल ने अब लेबनान को ही निशाना बनाने का फैसला लिया है।
    इजरायल के इस ऐलान के साथ ही दुनिया भर के नेता सतर्क हो गए हैं। कई नेताओं ने बेंजामिन नेतन्याहू को चेताया है कि वह इससे बचें क्योंकि युद्ध बड़ा रूप ले सकता है। नेतन्याहू ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें वह इजरायली सुरक्षा बलों से कह रहे हैं कि हम जीत के लिए तैयार और प्रतिबद्ध हैं। हम इससे कम किसी चीज पर नहीं रुकेंगे। इजरायल के वरिष्ठ अधिकारियों ने लेबनान सीमा का दौरा किया है। लेबनान और इजरायल के बीच यह तनाव ऐसे वक्त में हुआ है, जब डिफेंस मिनिस्टर याओव गैलेंट 4 दिनों के वॉशिंगटन दौरे से निकले हैं। 
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  • नीट पेपर लीक मसले पर लोकसभा में हंगामा

    नई दिल्ली । संसद के दोनों सदनों में आज से राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होगी। लोकसभा में चर्चा की शुरूआत अनुराग ठाकुर और राज्यसभामें चर्चा की शुरूआत सुधांशु त्रिवेदी करेंगें। लोकसभा में अनुराग ठाकुर प्रस्ताव रखेंगे और बांसुरी स्वराज उसका समर्थन करेंगी। वहीं, राज्य सभा में सुधांशु त्रिवेदी चर्चा की शुरुआत करेंगे और कविता पाटीदार उसका समर्थन करेंगी। 
    राज्यसभा की कार्यवाही भी दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
    लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित हो गई है। दरअसल, जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, राहुल गांधी ने नीट मामले पर चर्चा की मांग की। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान आप इन मुद्दों को उठा सकते हैं। हालांकि, विपक्ष इस मांग पर अड़ा रहा कि सदन में पहले नीट पर चर्चा होनी चाहिए। मामला शांत न होता देख सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
    संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है।
    लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि कल सभी विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक हुई और उसमें सर्वसम्मति बनी कि आज हम NEET के मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं। यहां सदन में NEET पर चर्चा होनी चाहिए। मैं प्रधानमंत्री जी से अनुरोध करता हूं कि ये युवाओं का मुद्दा है और इस पर सही तरीके से चर्चा होनी चाहिए और ये सम्मानजनक चर्चा होनी चाहिए। हम इसे सम्मानपूर्वक करेंगे। आपको भी चर्चा में शामिल होना चाहिए, आपको भी भाग लेना चाहिए क्योंकि ये युवाओं का मामला है। संसद से ये संदेश जाना चाहिए कि भारत सरकार और विपक्ष मिलकर छात्रों की बात कर रहे हैं।
    लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सदन में नीट पर चर्चा होनी चाहिए। छात्र हमारे देश का भविष्य हैं। उनके मुद्दे पर गंभीरता से चर्चा होनी चाहिए। हम शांति से इस पर बहस करने को तैयार हैं। 

    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का ऐलान, मध्यप्रदेश में पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा आपातकाल

    भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा है कि कांग्रेस द्वारा थोपी गई इमरजेंसी को राज्य के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। कहा कि देश में 1975-77 के आपातकाल के दौरान की गई ज्यादतियों और दमन का विरोध करने वालों की जोशीली लड़ाई की व्याख्या करने वाला एक अध्याय मध्य प्रदेश के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री यादव ने आपातकाल के खिलाफ संघर्ष में भाग लेने वाले लोगों को लोकतंत्र सेनानी बताते हुए उनके लिए कई अन्य सुविधाओं की भी घोषणा की।
    मुख्यमंत्री मोहन यादव भोपाल में अपने आवास पर आपातकाल के खिलाफ लड़ने वालों की एक सभा को संबोधित कर रहे थे। यादव ने कहा कि उन 21 महीने की लंबी अवधि में नागरिक स्वतंत्रता का निलंबन, असहमति का दमन और लोकतांत्रिक सिद्धांतों का क्षरण किया गया था। कहा कि इन लोकतंत्र सेनानियों को टैरिफ में 50 प्रतिशत की छूट पर तीन दिनों तक सरकारी सर्किट और विश्राम गृहों में रहने की सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्हें हाईवे पर टोल चुकाने में भी छूट मिलेगी।
    लोकतंत्र सेनानियों को उनके आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड के माध्यम से इलाज पर होने वाले खर्च के भुगतान में कोई देरी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि संबंधित कलेक्टर तीन महीने के भीतर उन्हें भुगतान सुनिश्चित करेंगे। गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के मामले में इलाज के लिए बड़े अस्पतालों या अन्य महानगरों तक यात्रा करने के लिए उन्हें एयर एंबुलेंस उपलब्ध कराई जाएगी। यादव ने कहा कि राज्य में शुरू की गई एयर टैक्सी सेवा के तहत आपातकाल विरोधी कार्यकर्ताओं को किराये में 25 फीसदी की छूट दी जाएगी।
    लोकतंत्र सेनानियों के राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, अंतिम संस्कार के समय उनके परिवारों को दी जाने वाली राशि अब 8,000 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों के परिवार के सदस्यों को उद्योग या अन्य व्यावसायिक उद्यम स्थापित करने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करके रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। बता दें कि 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाया था। उस दौरान विपक्षी नेताओं, असंतुष्टों को जेल में डाल दिया गया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • SP-RJD ने की सेंगोल हटाने की मांग

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव  के बाद संसद का पहला सत्र चल रहा है. नवनिर्वाचित लोकसभा सदस्यों के शपथग्रहण और स्पीकर चुनाव के बाद आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित कर रही हैं. इन सब के बीच संसद में स्थापित किए गए सेंगोल पर सियासत गर्म हो चुकी है. विपक्षी दलों ने संसद भवन में स्पीकर के आसन के पास स्थापित सेंगोल को हटाने की मांग शुरू कर दी है. समजवादी पार्टी (SP) ने सेंगोल को राजशाही का प्रतीक बताते हुए उसे हटाकर उसकी जगह संविधान स्थापित करने की मांग की है.
    समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद आरके चौधरी ने कहा है कि संविधान महत्वपूर्ण है, लोकतंत्र का प्रतीक है. अपने पिछले कार्यकाल में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार ने संसद में 'सेंगोल' स्थापित किया. 'सेंगोल' का अर्थ है 'राज-दंड', इसका अर्थ 'राजा का डंडा' भी होता है. रियासती व्यवस्था को खत्म करके देश आजाद हुआ. देश 'राजा के डंडे' से चलेगा या संविधान से? मैं मांग करता हूं कि संविधान को बचाने के लिए संसद से सेंगोल को हटाया जाए.
    आरके चौधरी के बयान पर समाजवादी पार्टी के मुखिया और सांसद अखिलेश का भी बयान आया है. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हमारे सांसद शायद ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जब इसे (सेंगोल) स्थापित किया गया था, तो प्रधानमंत्री ने इसके सामने सिर झुकाया था. शायद शपथ लेते वक्त वह इसे भूल गए, हो सकता है कि मेरी पार्टी ने उन्हें यह याद दिलाने के लिए ऐसा कहा हो. जब प्रधानमंत्री इसके सामने सिर झुकाना भूल गए, तो शायद वह भी कुछ और चाहते थे.
    सपा नेता के बयान पर शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा कि संविधान अहम है, हम इंडिया ब्लॉक में इस पर चर्चा करेंगे.
    साभार आज तक

  • राष्ट्रपति बोलीं- मुझे पूरा विश्वास है कि आप राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ अपना दायित्व निभाएंगे

    नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली नवनिर्वाचित सरकार की प्राथमिकताओं को सामने रखा। 18वीं लोकसभा के गठन के बाद संसद की संयुक्त बैठक में मुर्मू का यह पहला संबोधन है। नई लोकसभा का पहला सत्र गत सोमवार को शुरू हुआ था। इसके अलावा राज्यसभा का 264वां सत्र 27 जून से शुरू होगा।
    अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि मैं 18वीं लोक सभा के सभी नव निर्वाचित सदस्यों को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देती हूं। आप सभी यहां देश के मतदाताओं का विश्वास जीतकर आए हैं। देशसेवा और जनसेवा का ये सौभाग्य बहुत कम लोगों को मिलता है। मुझे पूरा विश्वास है कि आप राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ अपना दायित्व निभाएंगे।  140 करोड़ देशवासियों की आकांक्षाओं की पूर्ति का माध्यम बनेंगे।
    उन्होंने कहा कि ये दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था। करीब 64 करोड़ मतदाताओं ने उत्साह और उमंग के साथ अपना कर्तव्य निभाया है। इस बार भी महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर मतदान में हिस्सा लिया है। इस चुनाव की बहुत सुखद तस्वीर जम्मू-कश्मीर से भी सामने आई है। कश्मीर घाटी में वोटिंग के अनेक दशकों के रिकॉर्ड टूटे हैं।
    उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव की चर्चा आज पूरी दुनिया में है। दुनिया देख रही हैं कि भारत के लोगों ने लगातार तीसरी बार स्थिर और स्पष्ट बहुमत की सरकार बनाई है। छह दशक बाद ऐसा हुआ है। ऐसे समय में जब भारत के लोगों की आकांक्षाएं सर्वोच्च स्तर पर हैं, लोगों ने मेरी सरकार पर लगातार तीसरी बार भरोसा जताया है।
    उन्होंने कहा कि मेरी सरकार का मत है कि दुनियाभर से निवेशकों को आकर्षित करने के लिए राज्यों में स्वस्थ स्पर्धा हो। यही कंपटीटिव को-ऑपरेटिव फेडरलिज्म की सच्ची स्पिरिट है। राज्य के विकास से देश का विकास, इसी भावना के साथ हम आगे बढ़ते रहेंगे।
    उन्होंने कहा कि सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन के संकल्प ने आज भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना दिया है। 10 साल में भारत 11वें नंबर की अर्थव्यवस्था से ऊपर उठकर पांचवें नंबर पर पहुंचा है। साल 2021 से लेकर साल 2024 के बीच भारत ने औसतन 8 प्रतिशत की रफ्तार से विकास किया है।
    उन्होंने कहा कि मेरी सरकार अर्थव्यवस्था के तीनों स्तंभों विनिर्माण, सेवाएं और कृषि को बराबर महत्व दे रही है। पीएलआई योजना और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस से बड़े पैमाने पर निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। पारंपरिक सेक्टर्स के साथ-साथ सनराइज सेक्टर्स को भी मिशन मोड पर बढ़ावा दिया जा रहा है।
    राष्ट्रपति ने कहा कि किसान अपने छोटे खर्चे पूरे कर सकें, इसके लिए पीएम किसान सम्मान निधि के तहत उन्हें 3 लाख 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा राशि दी जा चुकी है। मेरी सरकार के नए कार्यकाल के शुरूआती दिनों में ही किसानों को 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि ट्रांसफर की जा चुकी है। सरकार ने खरीफ फसलों के लिए MSP में भी रिकॉर्ड वृद्धि की है।
    उन्होंने कहा कि आजकल ऑर्गेनिक उत्पादों को लेकर दुनिया में डिमांड तेजी से बढ़ रही है। भारत के किसानों के पास इस डिमांड को पूरा करने की भरपूर क्षमता है। इसलिए सरकार प्राकृतिक खेती और इससे जुड़े उत्पादों की सप्लाई चेन को सशक्त कर रही है। ऐसे प्रयासों से किसानों का खेती पर होने वाला खर्च भी कम होगा और उनकी आय भी और बढ़ेगी।
    राष्ट्रपति ने कहा कि आज का भारत, दुनिया की चुनौतियां बढ़ाने के लिए नहीं बल्कि दुनिया को समाधान देने के लिए जाना जाता है। विश्व-बंधु के तौर पर भारत ने अनेक वैश्विक समस्याओं के समाधान को लेकर पहल की है। जलवायु परिवर्तन से लेकर खाद्य सुरक्षा तक, पोषण से लेकर सस्टेनबल एग्रीकल्चर तक हम अनेक समाधान दे रहे हैं।
    उन्होंने कहा कि आने वाला समय हरित युग का है। मेरी सरकार इसके लिए भी हर जरूरी कदम उठा रही है। हम हरित उद्योगों पर निवेश बढ़ा रहे हैं, जिससे हरित जॉब भी बढ़े हैं। हरित ऊर्जा हो या फिर ग्रीन मोबिलिटी, हर मोर्चे पर हम बड़े लक्ष्यों के साथ काम कर रहे हैं।
    राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा डोमेस्टिक एविएशन मार्केट है। अप्रैल 2014 में भारत में सिर्फ 209 एयरलाइन रूट्स थे। अप्रैल 2024 में इनकी संख्या बढ़कर 605 हो गई है। हवाई यात्रा में हो रहे इस विस्तार का सीधा लाभ टीयर-2, टीयर-3 शहरों को हो रहा है।
    उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ने 10 वर्षों में पीएम ग्रामीण सड़क योजना के तहत गांवों में 3 लाख 80 हजार किलोमीटर से ज्यादा सड़कें बनाई हैं। आज भारत में नेशनल हाईवेज और एक्सप्रेसवेज का जाल बिछ रहा है। नेशनल हाईवे बनाने की गति में भी दोगुने से अधिक की वृद्धि हुई है।
    राष्ट्रपति ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट में हर तरह की कनेक्टिविटी को बढ़ाया जा रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, रोजगार, हर क्षेत्र में विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जा रहा है। असम में 27 हजार करोड़ रुपए की लागत से सेमीकंडक्टर प्लांट बनाया जा रहा है। यानि नॉर्थ ईस्ट, मेड इन इंडिया चिप्स का भी सेंटर होने वाला है।
    साभार अमर उजाला

  • ओम बिरला चुने गए लोकसभा के अध्यक्ष

    नई दिल्ली। भाजपा सांसद और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार ओम बिरला लोकसभा के अध्यक्ष चुने गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा। केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत कई दिग्गजों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। विपक्ष की ओर से के. सुरेश के नाम का प्रस्ताव रखा गया।
    इसके बाद प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने सदन की कार्यवाही आगे बढ़ाते हुए प्रस्ताव का सभी के सामने रखा। ध्वनिमत के आधार पर उन्होंने ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान खास बात यह भी रही कि आम बिरला को आसन तक ले जाने के लिए पीएम मोदी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू के साथ नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी साथ आए। राहुल को बीती रात ही कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष घोषित किया है।
    साभार अमर उजाला

  • ओम बिरला फिर से होंगे लोकसभा स्पीकर

    नई दिल्ली। ओम बिरला एक बार फिर से लोकसभा स्पीकर के होंगे। नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान लोकसभा स्पीकर रहे ओम बिरला आज फिर से नामांकन दाखिल करेंगे। उन्हें सर्वसम्मति से लोकसभा स्पीकर के लिए चुना जाना है। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, टीएमसी और डीएमके समेत सभी विपक्षी दलों ने उनके नाम पर सहमति जताई है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि सत्ता पक्ष ने भी डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को देने पर सहमति जता दी है। इससे पहले विपक्ष ने कहा था कि यदि डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को नहीं मिला तो हम स्पीकर के लिए अपना कैंडिडेट उतारेंगे। 
    अब तक मिली जानकारी के अनुसार ओम बिरला सुबह 11:30 बजे एनडीए कैंडिडेट के तौर पर नामांकन दाखिल करेंगे। उनके साथ भाजपा, जेडीयू और टीडीपी के कई सीनियर नेता नामांकन में जा सकते हैं। इस बीच राहुल गांधी ने मांग उठाई है कि हम पूरा समर्थन देंगे, यदि विपक्ष को डिप्टी स्पीकर का पद मिलता है। राहुल गांधी ने कहा कि राजनाथ सिंह का कल शाम को मल्लिकार्जुन खरगे के पास फोन आया था। इस पर हमारी ओर से यह प्रस्ताव रखा गया था। इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि हम आपको कॉल रिटर्न करेंगे, लेकिन अब तक उनकी ओर से कुछ कहा नहीं गया है।
    हालांकि सरकारी सूत्रों का कहना है कि ओम बिरला के नाम पर पूरी सहमति बन गई है। अब जल्दी ही विपक्षी दलों से इसे लेकर संपर्क साधा जाएगा। राहुल गांधी के अलावा अखिलेश यादव ने भी मांग की है कि डिप्टी स्पीकर विपक्ष का होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा हुआ तो किसी विवाद की जरूरत ही नहीं है। बता दें कि ओम बिरला ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई सीनियर मंत्री मौजूद थे। अब कुछ ही देर में ओम बिरला नामांकन दाखिल करने जाएंगे। लोकसभा स्पीकर के लिए चुनाव की तारीख 26 जून तय की गई थी, लेकिन आम सहमति बनने के चलते वह नामांकन दाखिल करते ही स्पीकर चुन लिए जाएंगे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • जान पर खतरा देख आतिशी का अनशन खत्म करने का किया फैसला

    नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की जल मंत्री आतिशी का अनशन खत्म करा दिया है। आप नेता संजय सिंह ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि आतिशी की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने साफ कहा है कि अगर उन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया तो उनकी जान पर खतरा हो सकता है। ऐसे में उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया और सभी नेताओं ने विचार विमर्श कर उनके अनशन को भी खत्म करने का फैसला किया। 
    आतिशी दिल्ली के जल संकट को लेकर 5 दिनों से अनशन पर बैठी थीं। इस दौरान लगातार उनके शुगर लेवल और बीपी की जांच की जा रही थी। बताया जा रहा है कि सोमवार रात उनका शुगर लेवल गिरकर 36 तक पहुंच गया जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। संजय सिंह ने बताया कि डॉक्टर लगातार आतिशी का चेकअप कर रहे थे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मप्र विधानसभा में बजट सत्र के लिए विधायकों ने ऑफलाइन से ज्यादा ऑनलाइन सवाल पूछे

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के लिए विधायकों ने ऑफलाइन से ज्यादा ऑनलाइन सवाल पूछे हैं। अभी तक यह संख्या करीब 50-50 प्रतिशत रहती थी। इस बार विधायकों ने सोमवार अंतिम तारीख तक 4187 सवाल पूछे हैं। इसमें से 2386 ऑनलाइन माध्यम से आए हैं। वहीं, 1901 ऑफलाइन सवाल पूछे गए हैं। विधानसभा सचिवालय कार्यवाही को ज्यादा से ज्यादा ऑनलाइन करने पर जोर दे रहा है। ताकि कागज का कम से कम उपयोग हो। इसके लिए विधायकों को शून्यकाल की सूचनाएं भेजने, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव और सूचनाएं ऑनलाइन भेजने की शुरुआत कर चुका है। इसके बावजूद विधायक अधिकतर ऑफलाइन ही काम करते थे। अभी तक ऑफलाइन और ऑनलाइन प्रश्न पूछने का रेशो 50-50 प्रतिशत रहता था। बता दें मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 1 जुलाई से 19 जुलाई तक चलेगा। इस सत्र में 14 बैठकें होंगी। इस सत्र में मोहन सरकार अपना पहला पूर्ण बजट पेश करेगी। इसमें आधा दर्जन से ज्यादा विधेयक को भी मंजूरी के लिए रखा जाएगा। विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने कहा कि इस बार ऑनलाइन सवाल पूछने की संख्या बढ़ी है। इसमें विधायक रुचि दिखा रहे हैं। शून्यकाल की सूचनाएं भेजने, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव और सूचनाएं ऑनलाइन भेजने की भी व्यवस्था की गई है।
    मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में मुख्यमंत्री की तरफ से सात राज्यमंत्री प्रश्नों के जवाब देंगे। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को सूचित किया है। इसमें राज्यमंत्री कृष्णा गौर को सामान्य प्रशासन विभाग, मंत्री धर्मेंद्र लोधी को नर्मदा घाटी विकास और जनसंपर्क, मंत्री गौतम टेटवाल को विधि-विधायी कार्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल को गृह एवं जेल विभाग के उत्तर देने की जिम्मेदारी दी गई। वहीं, मंत्री प्रतिभा बागरी को प्रवासी भारतीय और विमानन, मंत्री दिलीप अहिरवार को खनिज साधन, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन, मंत्री राधा सिंह को लोकसेवा प्रबंधन और आनंद विभाग की जिम्मेदारी दी गई।
    विधानसभा के मानसून सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं। कांग्रेस सत्र में नर्सिंग घोटाले पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है। विधायकों ने सरकार की योजनाओं में गड़बड़ी, नर्सिंग घोटाले, भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था को लेकर सवाल किए हैं। इन पर ही विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है।
    साभार अमर उजाला

  • जीत के बाद पहली बार गुना पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, जनता का किया आभार व्यक्त

    गुना। जानकारी के मुताबिक ज्योतिरादित्य सिंधिया सोमवार की शाम को दिल्ली से हवाई यात्रा करते हुए भोपाल पहुंचे और भोपाल से कार के माध्यम से वे गुना आए। जहां उन्होंने सर्वप्रथम भाजपा जिला उपाध्यक्ष धीरेंद्र सिंह की माता के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं उनके आने की खबर सुनकर शहर की सड़कों पर इंतजार कर रही उनके क्षेत्र की जनता का उन्होंने हाथ जोड़कर आभार व्यक्त किया और खुली जीप में रोड शो किया।
    गौरतलब है कि गुना शिवपुरी सीट से सांसद ज्योतिरादित्य सिंध्या जीत के पश्चात पहली मर्तबा गुना पहुंचे, जहां उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता आभार व्यक्त करते हुए रोड शो किया। जिसमें उनके साथ भाजपा जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र सिकरवार वा गुना विधायक पन्नालाल शाक्य भी उपस्थित रहे।
    साभार अमर उजाला

  • 18वीं लोकसभा के पहले सत्र से पहले पीएम मोदी ने किया संबोधित, कहा- जनता ने हमारी नीयत और नीति पर मुहर लगाई

    नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होने कहा कि जनता ने हमारी नीयत और नीति पर मुहर लगाई है। हम सभी को साथ लेना चाहते हैं।
    पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा', 'आज 18वीं लोकसभा शुरू हो रही है। दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव बहुत ही भव्य और शानदार तरीके से हुआ। यह चुनाव इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि आजादी के बाद दूसरी बार जनता देश की जनता ने लगातार तीसरी बार एक सरकार को सेवा करने का मौका दिया है।"
    पीएम मोदी ने कहा, ''संसदीय लोकतंत्र में यह एक गौरवशाली दिन है। आजादी के बाद पहली बार हमारे अपने नए संसद भवन में शपथ ग्रहण समारोह हो रहा है। ये पुराने संसद भवन में होता था। इस महत्वपूर्ण दिन पर, मैं सभी नवनिर्वाचित सांसदों का हार्दिक स्वागत करता हूं, उन्हें बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।''
    अठारहवीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। आज सत्र के दौरान नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। इसके बाद, 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा और 27 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं सात बार के सांसद भर्तृहरि महताब को संसद के निचले सदन का अस्थाई अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) नियुक्त किए जाने के कारण सत्र के दौरान लोकसभा में शोरगुल होने के आसार हैं। इसके अलावा एग्जिट पोले और NEET और UGC-NET परीक्षा को लेकर भी हंगामा संभव है। 
    भर्तृहरि महताब को अस्थाई अध्यक्ष बनाए जाने की विपक्ष ने कड़ी आलोचना की है और आरोप लगाया है कि सरकार ने इस पद के लिए कांग्रेस सांसद के. सुरेश के दावे की अनदेखी की। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा है कि महताब लगातार सात बार के लोकसभा सदस्य हैं, जिससे वह इस पद के लिए उपयुक्त हैं। उन्होंने कहा कि सुरेश 1998 और 2004 में चुनाव हार गए थे, जिस कारण उनका मौजूदा कार्यकाल निचले सदन में लगातार चौथा कार्यकाल है। इससे पहले, वह 1989, 1991, 1996 और 1999 में लोकसभा के लिए चुने गए थे। 
    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को राष्ट्रपति भवन में महताब को लोकसभा के अस्थाई अध्यक्ष के रूप में शपथ दिलाएंगी। इसके बाद महताब संसद भवन पहुंचेंगे और सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू करेंगे। कार्यवाही की शुरुआत में, कुछ क्षणों के लिए मौन रखा जाएगा। इसके बाद लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह निचले सदन के लिए निर्वाचित सदस्यों की सूची सदन के पटल पर रखेंगे। इसके बाद, महताब के अनुरोध पर लोकसभा के नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदन की सदस्यता की शपथ लेंगे।
    पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ''कल 25 जून है। 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर लगे उस धब्बे के 50 साल पूरे हो जाएंगे। भारत की नई पीढ़ी यह कभी नहीं भूलेगी कि भारत के संविधान को, संविधान के हर हिस्से को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था। लोकतंत्र के टुकड़े-टुकड़े कर दिये गये, देश को जेलखाने में बदल दिया गया, लोकतंत्र को पूरी तरह कुचल दिया गया। अपने संविधान की रक्षा करते हुए, भारत के लोकतंत्र की, लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए, देशवासी संकल्प लेंगे कि कोई भी ऐसा करने की हिम्मत नहीं करेगा। हम भारत में फिर से वही काम करेंगे जो 50 साल पहले किया गया था। हम एक जीवंत लोकतंत्र का संकल्प लेंगे। हम भारत के संविधान के निर्देशों के अनुसार सामान्य लोगों के सपनों को पूरा करने का संकल्प लेंगे।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अगले महीने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण करेगी वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट पेश

    नई दिल्ली। देश में लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद नई सरकार बन चुकी है। मोदी 3.0 सरकार बनने के बाद अब सबकी निगाहें बजट पर हैं। अगले महीने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट पेश करने वाली हैं। लोगों को हर बार की तरह इस बार भी बजट से काफी उम्मीदें हैं। इस बार नए टैक्स नियमों के लिए सरकार मानक कटौती की सीमा बढ़ाने पर विचार कर रही है, जिसमें छूट वाली पुरानी व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। एनडीए सरकार अपने तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करने की तैयारी कर रही है। ऐसे में पूंजीगत लाभ तंत्र में बड़े बदलाव करने की संभावना नहीं है। यह एक ऐसा मुद्दा है जिस पर आयकर विभाग समीक्षा की मांग कर रहा है। विभिन्न एसेट वर्गों में होल्डिंग अवधि को एक समान करने के सुझाव दिए गए हैं, लेकिन सरकार कम से कम फिलहाल इस प्रणाली में बदलाव करने के लिए इच्छुक नहीं है।
    बजट की रूपरेखा पर चर्चा अभी शुरू हुई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सार्वजनिक परामर्श कर रही हैं, लेकिन अधिकांश कवायद फिलहाल वित्त मंत्रालय तक ही सीमित है। कई मुद्दों पर आंतरिक मूल्यांकन किया जा रहा है, जिनमें से कुछ पर सरकार के अन्य विभागों के साथ चर्चा की जाएगी, उसके बाद वित्त मंत्रालय पीएमओ से मिलने वाले फीडबैक के आधार पर अंतिम निर्णय लेगा।
    साभार नवभारत टाइम्स 

  • यौन उत्पीड़न के आरोप में प्रज्वल के भाई सूरज रेवन्ना भी गिरफ्तार

    बेंगलुरु। कर्नाटक के चर्चित सेक्स स्कैंडल में कर्नाटक पुलिस ने एक और गिरफ्तारी की है। यौन उत्पीड़न के एक मामले में जनता दल (सेक्युलर) के एमएलसी सूरज रेवन्ना को गिरफ्तार किया है। इससे पहले पुलिस ने उनके भाई और यौन अपराध के आरोपी पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को गिरफ्तार किया था। आपको बता दें कि प्रज्वल के भाई पर एक शख्स ने अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का आरोप लगाया है।
    हासन जिले के होलेनरसिपुरा पुलिस थाने में जेडीएस के एक कार्यकर्ता द्वारा सूरज रेवन्ना के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था।कार्यकर्ता ने आरोप लगाया कि सूरज ने 16 जून को उसके फार्महाउस पर उसका यौन उत्पीड़न किया।
    शिकायतकर्ता ने बताया कि सूरज रेवन्ना ने उसे अपने फार्महाउस पर बुलाया था और उसने जबरदस्ती उसे चूमा और उसके होंठ और गाल काटे। शिकायत मिलने के बाद हसन पुलिस ने अप्राकृतिक यौन कृत्य से संबंधित भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 377 के तहत मामला दर्ज किया।
    पुलिस ने मामले में शिकायत मिलने के बाद सूरज के खिलाफ केस दर्ज कर लिया और अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।  हालांकि सूरज की तरफ से उसके दोस्त ने आरोप लगाया है कि शिकायतकर्ता ने 5 करोड़ रुपए न देने पर इस तरह से ब्लैकमेल कर रहा है।
    शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि सूरज ने उसके साथ यौन उत्पीड़न किया। इसके बाद उसने उससे कहा कि वह जिले में राजनीतिक रूप से आगे बढ़ने में उसकी मदद करेगा। उसने शिकायत में कहा कि उसने बाद में सूरज को घटना के बारे में मैसेज किया था और सूरज ने जवाब देते हुए कहा कि, "चिंता मत करो, सब ठीक हो जाएगा।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • शरद पवार ने उद्धव सेना और कांग्रेस को दिया बड़ा संकेत, राकांपा इस बार समझौता नहीं करेगी

    पुणे. महाराष्ट्र में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले शरद पवार ने एमवीए में सीट शेयरिंग को लेकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी इस बार समझौता नहीं करेगी. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-एसपी के एक नेता ने अपने सुप्रीमो शरद पवार के हवाले से कहा- राकांपा (एसपी) लोकसभा चुनावों के दौरान अपने महा विकास अघाड़ी (MVA) सहयोगियों की तुलना में कम सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमत हुई, लेकिन विधानसभा चुनाव में स्थिति अलग होगी.
    शरद पवार ने शुक्रवार को पुणे में दो बैठकें कीं. पहली बैठक पुणे शहर और जिले के पार्टी पदाधिकारियों के साथ, और दूसरी अपने विधायकों और नव-निर्वाचित सांसदों के साथ. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पहली बैठक में शामिल हुए पुणे शहर NCP (शरद पवार) प्रमुख प्रशांत जगताप ने कहा- शरद पवार ने बैठक के दौरान हमें बताया कि पार्टी ने लोकसभा चुनाव में कम सीटों पर इसलिए चुनाव लड़ा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के साथ गठबंधन बरकरार रहे.
    जगताप ने कहा, 'उन्होंने (शरद पवार) संकेत दिया कि विधानसभा चुनाव में तस्वीर अलग होगी'. राकांपा (एसपी) प्रमुख ने पुणे, बारामती, मावल और शिरूर लोकसभा के अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों की स्थिति की भी समीक्षा की. दूसरी बैठक में शामिल हुए एक पार्टी नेता ने कहा कि शरद पवार ने सांसदों और विधायकों से विधानसभा चुनाव के लिए तैयार रहने का आह्वान किया. इस बीच, एनसीपी (एसपी) के महाराष्ट्र प्रमुख जयंत पाटिल ने मीडिया कर्मियों से कहा कि पार्टी ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वह एमवीए में सीट-शेयरिंग के तहत कितनी सीटें मांगेगी.
    साभार आज तक

  • नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस पार्टी उमंग सिंघार से खास मुलाकात

    मध्य प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तहत, कांग्रेस पार्टी के नेता प्रतिपक्ष, उमंग सिंघार जी से विशेष मुलाकात हुई। इस मुलाकात में राज्य की वर्तमान राजनीतिक स्थिति, आगामी चुनावी रणनीतियाँ और जनता से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की गई।
    उमंग सिंघार जी ने इस अवसर पर कहा, "हमारा प्राथमिक उद्देश्य राज्य की जनता को न्याय, विकास और सुरक्षा प्रदान करना है। हम उनके मुद्दों को सुलझाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे और उन्हें एक बेहतर भविष्य देने के लिए कृतसंकल्प हैं।"
    कांग्रेस पार्टी ने आगामी चुनावों के लिए अपनी तैयारियों को लेकर भी अपने विचार साझा किए और जनता को भरोसा दिलाया कि वे राज्य में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
    इस महत्वपूर्ण बैठक में कई वरिष्ठ नेताओं ने भी हिस्सा लिया और पार्टी के कार्यक्रमों और नीतियों पर विचार-विमर्श किया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार जी ने सभी नेताओं को एकजुट होकर काम करने और राज्य के विकास में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की।
    समाचार संपादक:
    गोपाल गावंडे
    रणजीत टाइम्स

  • प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी जी से वर्तमान लोकसभा चुनावों पर खास मुलाकात

    मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी जी से हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों के संबंध में विशेष मुलाकात की गई। इस बैठक में चुनाव परिणाम, पार्टी की प्रदर्शन और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
    जीतू पटवारी जी ने इस मौके पर कहा, "हाल के लोकसभा चुनावों ने हमें कई महत्वपूर्ण सबक सिखाए हैं। हम राज्य की जनता के विश्वास को जीतने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे। हमारी प्राथमिकता राज्य की जनता को न्याय, विकास और सुरक्षा प्रदान करना है।"
    उन्होंने चुनाव परिणामों का विश्लेषण करते हुए कहा कि पार्टी ने कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया है और कुछ स्थानों पर सुधार की आवश्यकता है। "हम चुनावों के दौरान जनता के सामने आए मुद्दों का समाधान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और अगली बार बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे," उन्होंने कहा।
    बैठक में आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति पर भी चर्चा की गई। जीतू पटवारी जी ने सभी नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर काम करें और राज्य के विकास में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि पार्टी की जीत के लिए सामूहिक प्रयास और जनता के विश्वास की जरूरत है।
    समाचार संपादक:
    गोपाल गावंडे
    रणजीत टाइम्स

  • श्रीनगर में पीएम मोदी ने किया योग, बोले-  'विश्व योग को वैश्विक भलाई के एक शक्तिशाली एजेंट के रूप में देख रहा '


    जम्मू कश्मीर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया योग की शक्ति को मानती है। विश्व योग को वैश्विक भलाई के लिए एक शक्तिशाली एजेंट के रूप में देखता है। यह लोगों को अतीत के बोझ को ढोए बिना वर्तमान में जीने में मदद करता है। श्रीनगर के एसकेआईसीसी में 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने यह बातें कहीं।
    प्रधानमंत्री ने कहा कि योग ने लोगों को यह एहसास दिलाया है कि उनका कल्याण उनके आसपास की दुनिया के कल्याण से जुड़ा हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा, 'विश्व योग को वैश्विक भलाई के एक शक्तिशाली एजेंट के रूप में देख रहा है। योग हमें अतीत के बोझ को ढोए बिना वर्तमान क्षण में जीने में मदद करता है।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'जब हम अंदर से शांत होते हैं, तो हम दुनिया पर सकारात्मक प्रभाव भी डाल सकते हैं...योग समाज में सकारात्मक बदलाव के नए तरीके बना रहा है।'
    प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया भर में योग करने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है और यह दिनचर्या उनके दैनिक जीवन का हिस्सा बनती जा रही है। पीएम ने कहा, 'योग करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मैं जहां भी जाता हूं, शायद ही कोई (अंतरराष्ट्रीय) नेता हो जो मुझसे योग के लाभों के बारे में बात न करता हो।'
    पीएम मोदी ने तुर्कमेनिस्तान, सऊदी अरब, मंगोलिया और जर्मनी का उदाहरण देते हुए कहा, "कई देशों में योग लोगों के दैनिक जीवन का हिस्सा बनता जा रहा है। ध्यान का यह प्राचीन रूप वहां तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
    साभार अमर उजाल 

  • जल संकट को लेकर आतिशी आज जंगपुरा के भोगल में अनशन करेंगी

    नई दिल्ली. दिल्ली में जल संकट बरकरार है. कई इलाकों के लोग बूंद-बूंद पानी को मोहताज हैं. इसी को लेकर दिल्ली की जल मंत्री आतिशी आज जंगपुरा के भोगल में अपना सत्याग्रह शुरू करेंगी. वह सत्याग्रह शुरू करने से पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ सुबह 11 बजे राजघाट जाएंगी, जहां महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी.
    जानकारी के अनुसार, हरियाणा से पानी कम मिलने के मुद्दे को लेकर आप नेता और दिल्ली की जल मंत्री आतिशी आज से अनिश्चितकालीन अनशन सत्याग्रह शुरू करेंगी. वह अनशन शुरू करने से पहले सुनीता केजरीवाल के साथ राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी. इसके बाद सुनीता केजरीवाल अन्य AAP नेताओं के साथ अनशन स्थल पर जाएंगी. साथ ही बताया जा रहा है कि सुनीता केजरीवाल सुबह 11 बजे आतिशी के साथ राजघाट जाएंगी और शाम को चार बजे तिहाड़ जेल जाएंगी, क्योंकि गुरुवार को अदालत से जमानत मिलने के बाद आज केजरीवाल की तिहाड़ से रिहाई हो सकती है.
    साभार आज तक

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया योगाभ्यास, “श्रीअन्न संवर्धन अभियान” का शुभारंभ

    भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल में योग दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री में आवास में योगाभ्यास किया। इस अवसर पर “श्रीअन्न संवर्धन अभियान” का शुभारंभ किया। 
    दसवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पूरे देश में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर भोपाल में भी राज्यस्तरीय योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने योगाभ्यास किया। पहले यह कार्यक्रम लाल परेड ग्राउंड में रखा गया था, लेकिन बारिश के चलते स्थान में परिवर्तन किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी। साथ ही कहा कि 10 साल पहले भारत ने संयुक्त राष्ट्र में योग से निरोग का प्रस्ताव रखा था, जो पारित हुआ। आज दुनिया योग के कार्यक्रम कर रही है। 
    मुख्यमंत्री ने कहा कि योग को हमने पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया है। योग के शिक्षकों को बराबर का दर्जा देने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि योग से हम शारीरिक, मानसिक शांति पाते है। योग की कल्पना की गई कि हम अपने जीवन के 100 साल पूरा करे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार 11 नए आयुर्वेदिक कॉलेज  खोल रही है। इससे आयुर्वेद के क्षेत्र में प्रदेश की भूमिका बड़े स्तर पर सामने आएगी। मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय योगाभ्यास कार्यक्रम में श्रीअन्न संवर्धन अभियान का शुभारंभ भी किया। 
    इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ सांसद आलोक शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय राजेश राजौरा, डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। 
    साभार अमर उजाला

  • तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में जहरीली शराब पीने से 30 की मौत, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मौतों पर दुख जताया

    नई दिल्ली. तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से 30 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कल्लाकुरिचि के जिला कलेक्टर एमएस प्रशांत ने इसकी पुष्टि की है. मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. कल्लाकुरिची के जिला कलेक्टर एमएस प्रशांत ने जिले के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज करा रहे लोगों से मुलाकात की.
    इस मामले में 49 वर्षीय (अवैध शराब विक्रेता) के. कन्नुकुट्टी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके पास से जब्त की गयी करीब 200 लीटर अवैध शराब की जांच में सामने आया कि उसमें घातक ‘मेथनॉल’ मौजूद था.
    मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मौतों पर दुख जताया और कहा कि इसे रोकने में विफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
    स्टालिन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'कल्लाकुरिची में मिलावटी शराब पीने वाले लोगों की मौत की खबर सुनकर मैं स्तब्ध और दुखी हूं. इस मामले में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसे रोकने में विफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है.'
    उन्होंने कहा, 'अगर जनता ऐसे अपराधों में शामिल लोगों के बारे में जानकारी देती है तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी. समाज को बर्बाद करने वाले ऐसे अपराधों को सख्ती से दबाया जाएगा.' तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने मौतों पर शोक व्यक्त किया और पीड़ितों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. 
    राज्यपाल की ओर से तमिलनाडु राजभवन ने एक पोस्ट शेयर कर कहा, 'मुझे यह जानकर बहुत दुख हुआ कि जहरीली शराब पीने से कल्लाकुरिची में कई लोगों की जान चली गई. कई अन्य गंभीर हालत में हैं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना और अस्पतालों में भर्ती लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है.' 
    राज्यपाल ने राज्य के विभिन्न हिस्सों से जहरीली शराब के सेवन से मौतों की लगातार रिपोर्ट पर चिंता जताई.
    पोस्ट में आगे कहा गया, 'समय-समय पर हमारे राज्य के विभिन्न हिस्सों से जहरीली शराब के सेवन से मौतों की खबरें सामने आती हैं. वे अवैध शराब के उत्पादन और खपत को रोकने में निरंतर कमियों को दर्शाते हैं. यह गंभीर चिंता का विषय है.'
    साभार आज तक

  • पटना हाईकोर्ट ने जाति आधारित आरक्षण बढ़ाकर 65 प्रतिशत करने वाले कानून को किया रद्द

    पटना। पटना हाईकोर्ट ने बिहार में सरकारी नौकरी और उच्च शैक्षणिक संस्थानों के दाखिले में जाति आधारित आरक्षण बढ़ाकर 65 प्रतिशत करने वाले कानून को रद्द कर दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन सरकार ने जाति आधारित सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर ओबीसी, ईबीसी, दलित और आदिवासियों का आरक्षण बढ़ाकर 65 परसेंट कर दिया था। आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों (सवर्ण) को मिलने वाले 10 प्रतिशत आरक्षण को मिलाकर बिहार में नौकरी और दाखिले का कोटा बढ़कर 75 प्रतिशत पर पहुंच गया था। यूथ फॉर इक्वैलिटी नाम के संगठन ने पटना हाईकोर्ट में इसे चुनौती दी थी। उसी अपील पर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की बेंच ने आरक्षण बढ़ाने वाले इस कानून को रद्द कर दिया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सांसद की बेटी की कार से कुचलकर शराबी की मौत, गिरफ्तारी के तुरंत बाद मिली जमानत

    चेन्नई. आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की पार्टी YSR कांग्रेस के सांसद की बेटी की कार से कुचलकर एक शराबी की मौत हो गई. वारदात के बाद सांसद की बेटी मौके से फरार हो गई थी, जिसे बाद में ट्रेस करके पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, थोड़ी ही देर में उसे पुलिस स्टेशन से ही जमानत मिल गई. पुलिस के मुताबिक आरोपी YSR कांग्रेस से सांसद बीडा मस्तान राव की बेटी माधुरी है. माधुरी की कार ने बेसेंट नगर इलाके में सड़क किनारे नशे की हालत में बड़े शख्स को कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई.
    साभार आज तक

  • एक दर्जन उम्मीदवारों ने EVM-VVPAT जांच की मांग की, भाजपा उम्मीदवार भी शामिल

    नई दिल्ली। हालिया लोकसभा चुनावों में हार का सामना करने वाले करीब एक दर्जन उम्मीदवारों ने चुनाव आयोग को आवेदन देकर EVM-VVPAT जांच की मांग की है। इसमें भाजपा उम्मीदवार से लेकर अन्य दलों के भी कैंडिडेट शामिल हैं। अपने आवेदनों में इन उम्मीदवारों ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (EVM-VVPAT) यूनिट के मेमोरी वेरिफिकेशन की मांग की है।
    ET की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसे कुल 10 उम्मीदवारों के आवेदन चुनाव आयोग को मिले हैं, जिन्होंने ईवीएम-वीवीपैट के सत्यापन की जांच की मांग की है। इनमें से अधिकांश उम्मीदवारों ने एक से तीन ईवीएम यूनिट के सत्यापन की मांग की है। हालांकि कुछ उम्मीदवारों ने इससे ज्यादा यूनिट की जांच की भी मांग की है। इन उम्मीदवारों को प्रत्येक ईवीएम यूनिट के लिए 40,000 रुपये और उस पर 18 फीसदी जीएसटी चुकाना पड़ा है।
    जिन लोगों ने ऐसे आवेदन दिए हैं, उनमें महाराष्ट्र के अहमदनगर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार सुजय राधाकृष्ण विखेपाटिल भी शामिल हैं। इन्होंने विधानसभा क्षेत्रवार ईवीएम यूनिट की जांच की मांग की है। शरद पवार की एनसीपी के नीलेश ज्ञानदेव लंके ने उन्हें 28929 मतों से हराया है। इनके अलावा ओडिशा में झारसुगुड़ा से बीजू जनता दल की उम्मीदवार दीपाली दास ने भी ऐसी ही मांग की है। वह भाजपा के टंकधर त्रिपाठी से लोकसभा चुनाव 1265 वोटों से हार गई थीं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस ने G7 में PM मोदी की पोप फ्रांसिस से मुलाकात पर उड़ाया मजाक, विवाद बढ़ने पर मांगी माफी

    नई दिल्ली. इटली के अपुलिया में हाल ही में G7 समिट में पीएम मोदी की उपस्थिति चर्चा में रही. इस दौरान इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी से लेकर कई वैश्विक नेताओं से उनकी मुलाकात पर दुनियाभर की नजरें रही. लेकिन पोप फ्रांसिस से उनकी मुलाकात को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने आ गए हैं. G7 में पोप फ्रांसिस से पीएम मोदी की मुलाकात की तस्वीर वायरल होने के बाद कांग्रेस की केरल इकाई ने तंज कसते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट की थी. इस पोस्ट में कहा गया कि आखिरकार, पोप को God से मिलने का मौका मिल गया! दरअसल प्रधानमंत्री मोदी के पिछले बयान के संदर्भ में ये पोस्ट की गई थी, जिसमें पीएम मोदी ने कहा था कि उन्हें भगवान ने किसी विशेष उद्देश्य के साथ धरती पर भेजा है.
    हालांकि, इस पोस्ट पर विवाद के बाद कांग्रेस ने इसे सोशल मीडिया से हटा लिया. लेकिन बीजेपी ने कांग्रेस को घेरते हुए इसकी कड़ी निंदा की और पार्टी पर पीएम मोदी और पोप फ्रांसिस दोनों का अपमान करने का आरोप लगाया. 
    केरल बीजेपी के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने ट्वीट कर कहा कि ऐसा लगता है कि केरल कांग्रेस का एक्स सोशल मीडिया हैंडल कट्टरपंथियों या अर्बन नक्सल द्वारा चलाया जा रहा है. इस पोस्ट से लगातार नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक और अपमानजनक कंटेंट पोस्ट किए जा रहे हैं. अब, ये लोग पोप फ्रांसिस और ईसाई समुदाय तक का मजाक बनाने की हद तक गिर गए हैं. 
    उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल से इस पर जवाब मांगा. केरल बीजेपी महासचिव जॉर्ज कुरियन ने कहा कि ये पोस्ट आपत्तिजनक है और इससे धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं, विशेष रूप से केरल के लोगों की. 
    बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि हिदुओं का मखौल उड़ाने और उनके धर्म का अपमान करने के बाद कांग्रेस का इस्लामिक-मार्क्सवादी धड़ा अब ईसाइयों का अपमान कर रहा है. वो भी तब, जब कांग्रेस की सबसे लंबी समय तक अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी खुद एक कैथोलिक हैं. उन्हें ईसाइयों से माफी मांगनी चाहिए.
    बीजेपी के इन आरोपों पर कांग्रेस ने पोप फ्रांसिस के बयान का हवाला देते हुए कहा कि भगवान के बारे में मजाक करना अधर्म नहीं है. 
    कांग्रेस ने के सुरेंद्रन और जॉर्ज कुरियन को टैग करते हुए पोस्ट में कहा कि बैटर लक नेक्सट टाइम...
    केरल प्रदेश कांग्रेस समिति के उपाध्यक्ष वीटी बलराम ने पार्टी की इस पोस्ट का बचाव करते हुए कहा कि यह एक व्यंग्य की तरह था, जिसका उद्देश्य पीएम मोदी के जनसंपर्क प्रयासों के खोखलेपन को उजागर करना था. मोदी जी ने खुद कहा है कि वह सामान्य शख्स नहीं है बल्कि उन्हें भगवान ने भेजा है. ये ट्वीट ही पूरी तरह से व्यंग्यात्मक है. 
    हालांकि, पोस्ट पर मचे घमासान के बाद कांग्रेस की केरल इकाई ने इसे डिलीट कर दिया और ईसाइयों को भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक तौर पर ठेस पहुंचाने के लिए माफी मांगी.
    साभार आजल तक

  • कोलकाता में बीजेपी दफ्तर में बम जैसी चीज मिलने के बाद मचा हड़कंप

    कोलकाता में BJP दफ्तर के बाहर मिला बम? मचा हड़कंप, जांच में क्या पता चला
    पश्चिम बंगाल। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में कल रात बीजेपी दफ्तर में बम जैसी चीज मिलने के बाद हड़कंप मच गया। हालांकि बम निरोधक दस्ते ने जांच के बाद यह जानकारी दी कि वह संदिग्ध चीज बम नहीं थी। बम मिलने की सूचना के बाद कोलकाता पुलिस के बम निरोधक दस्ते की टीम और डॉग स्क्वायड यहां पहुंचे थे। पुलिस के मुताबिक एक साजिश के तहत बम जैसी चीज को रस्सी में लपेटकर सड़क के बीच रख दिया गया था और इसे बम बताया गया था। पुलिस घटना के बाद छानबीन कर रही है। स्थानीय पुलिस सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रही है। 
    पुलिस का कहना है कि इस अफवाह के पीछे की वजह पश्चिम बंगाल में चुनावों के दौरान हुए हिंसा की जांच के लिए बनाई गई टीम को डराना था। गौरतलब हो कि लोकसभा चुनावों में पश्चिम हुई हिंसक घटनाओं की जांच के लिए बीजेपी ने चार सदस्यों की एक समिति का गठन किया है। समिति में पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, त्रिपुरा के पूर्व सीएम बिप्लब कुमार देब, बृजलाल और कविता पाटीदार शामिल हैं। 
    रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए रविशंकर प्रसाद ने चुनाव पूरे देश में हुए, लेकिन हिंसा की खबरें सिर्फ पश्चिम बंगाल से ही आई। उन्होंने कहा, पूरे देश में चुनाव होते हैं, लेकिन चुनाव के बाद सिर्फ बंगाल में ही हिंसा क्यों होती है? यहां ग्राम पंचायत चुनाव और विधानसभा चुनाव के दौरान भी हिंसा हुई थी। आज फिर हिंसा की खबरें आई है। उन्होंने आगे कहा, क्या वजह है कि हमारे कार्यकर्ता डरे हुए हैं, लोग डरे हुए हैं, यह बहुत गंभीर मुद्दा है। अगर ममता बनर्जी लोकतंत्र में यकीन रखती हैं, तो उन्हें जवाब देना होगा।
    साभार लाइव हिंदुस्तान

  • जी-7 शिखर सम्मेलन : मेलोनी ने ली सेल्फी, मंच पर ग्रुप फोटो के दौरान मिली महत्वपूर्ण जगह

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इटली गए थे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत हुआ। दुनिया के शीर्ष नेताओं के बीच उनकी दीवानगी भी देखने को मिली। आपको बता दें कि लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा थी। पीएम मोदी ने इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सहित दुनिया के कई नेताओं के साथ बातचीत की।
    इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने उनके साथ सेल्फी भी ली। इसके अलावा ग्रुप फोटो के दौरान उन्हें मच पर बीच की महत्वपूर्ण जगह दी गई।
    पीएम मोदी ने शनिवार की सुबह एक्स पर लिखा, “अपुलिया में जी7 शिखर सम्मेलन में बहुत ही उपयोगी रहा। विश्व नेताओं से बातचीत की और विभिन्न विषयों पर चर्चा की। साथ मिलकर, हमारा लक्ष्य ऐसे प्रभावशाली समाधान तैयार करना है जिससे वैश्विक समुदाय को लाभ हो और भावी पीढ़ियों के लिए एक बेहतर दुनिया का निर्माण हो। मैं इटली के लोगों और सरकार को उनके गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए धन्यवाद देता हूं।”
    प्रधानमंत्री मोदी ने जो बाइडेन के साथ भी अलग से बातचीत की। मोदी-बाइडेन की यह बातचीत वाशिंगटन द्वारा सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में भारतीय लिंक के आरोपों के करीब सात महीने बाद हुई है। बाइडेन के साथ अपनी बैठक के बाद पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा कि भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका वैश्विक भलाई को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।
    अपनी यात्रा के पहले दिन प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की, इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी और जापानी प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा से भी मुलाकात की।
    जी-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रित किया जाना इस बात का संकेत है कि तेजी से बढ़ते चीन का मुकाबला करने की पश्चिम की योजनाओं में भारत को प्रमुखता से जगह दी जा रही है। भारत के अलावा 11 विकासशील देशों के नेताओं को भी आमंत्रित किया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 21 जून को डल झील किनारे योग दिवस मनाएंगे पीएम मोदी

    नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में बीते करीब एक सप्ताह से आतंकवादी हमलों की संख्या बढ़ गई। वैष्णो देवी के पास तीर्थयात्रियों से भरी बस पर हमला हुआ तो उसके बाद तीन और अटैक हुए थे। इन आतंकी हमलों के बाद हालात की समीक्षा को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने हाईलेवल मीटिंग भी की थी। इस बीच खबर है कि 21 जून यानी योग दिवस के मौके पर वह श्रीनगर में डल झील के किनारे आयोजन में शामिल होंगे। पीएम के तौर पर अपना तीसरा कार्यकाल शुरू होने के बाद नरेंद्र मोदी का यह पहला कश्मीर दौरा होगा। अब तक पीएम मोदी की विजिट की आधिकारिक सूचना नहीं है।
    सूत्रों का कहना है कि डल झील के किनारे आयोजन की तैयारियां होने लगी हैं। अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था से लेकर आयोजन के इंतजाम तक में जुटे हुए हैं। डल झील के पास ही बने इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में पीएम मोदी आयोजन के मुख्य अतिथि होंगे। एक अधिकारी ने बताया, 'पीएम नरेंद्र मोदी 20 जून की शाम को ही श्रीनगर पहुंच जाएंगे। इसके बाद वह 21 तारीख को सुबह योग दिवस के कार्यक्रम में शामिल होंगे। हमें उम्मीद है कि इसमें सैकड़ों लोग शामिल होंगे। पीएम मोदी की मौजूदगी के चलते यह हाईप्रोफाइल इवेंट है, जिसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।'
    इसी सप्ताह एसपीजी की टीम श्रीनगर पहुंचेगी और इलाके की सुरक्षा व्यवस्था चेक की जाएगी। एलजी मनोज सिन्हा ने प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था चौक-चौबंद रखने का आदेश दिया है। इस आयोजन में जम्मू-कश्मीर से जुड़े कुछ बड़े खिलाड़ी और एथलीट भी शामिल हो सकते हैं। इस आयोजन के लिहाज से भाजपा भी तैयारियों में जुटी है। भाजपा के एक नेता ने कहा कि हमारे लिए यह गर्व की बात है कि पीएम मोदी कश्मीर में योग दिवस में शामिल होंगे। बता दें कि इस साल मार्च में भी पीएम मोदी श्रीनगर गए थे, जब उन्होंने बख्शी स्टेडियम में एक रैली को संबोधित किया था। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भाजपा नेता पेमा खांडू ने ली अरुणाचल प्रदेश के CM के रूप में शपथ

    ईटानगर। भाजपा नेता पेमा खांडू ने एक बार फिर अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। वहीं, चाउना मीन ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में गृहमंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा भी शामिल हुए। एक दिन पहले ही खांडू को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था। 
    केंद्रीय प्रर्यवेक्षक भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद और तरुण चुघ बुधवार को ईटानगर पहुंचे थे। इस दौरान, उन्होंने भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाई और विधायक दल का नेता चुना। शाम को खांडू चुघ और कई विधायकों के साथ राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) केटी परनायक से मुलाकात करने राजभवन पहुंचे। उन्होंने इस दौरान सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल ने खांडू और उनके मंत्रियों को शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित किया। चुघ ने राजभवन में मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बियुराम वाघ ने मुख्यमंत्री के रूप में खांडू के नाम का प्रस्ताव रखा था। पार्टी के सभी 46 विधायकों ने इसका समर्थन किया। 
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा की सराहना करते हुए, खांडू ने भाजपा में विश्वास जताने और उसे लगातार तीसरी बार सत्ता में लाने के लिए राज्य के लोगों को धन्यवाद दिया।
    साभार अमर उजाला

  • सुप्रीम कोर्ट ने टैंकर माफिया और पानी की बर्बादी पर केजरीवाल सरकार को लगा दी फटकार

    नई दिल्ली। दिल्ली में जल संकट को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची अरविंद केजरीवाल सरकार को बुधवार को अदालत के कड़े सवालों का सामना करना पड़ा। पानी की बर्बादी और टैंकर माफिया को लेकर फटकार लगाते हुए कोर्ट ने पूछा कि आखिर सरकार ने इन्हें रोकने के लिए क्या ऐक्शन लिया है। सर्वोच्च अदालत ने कहा कि टैंकर माफिया पर यदि सरकार ऐक्शन नहीं ले रही है तो दिल्ली पुलिस को इसके लिए आदेश दिया जाएगा। पानी की बर्बादी रोकने के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए, यह बताते हुए एक हलफनामा दाखिल करने को कहा गया है।
    भीषण गर्मी के बीच राजधानी दिल्ली में लाखों लोग जल संकट का सामना कर रहे हैं। पड़ोसी राज्यों से अधिक पानी दिलाने की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। हिमाचल और हरियाणा को दिल्ली के लिए अतिरिक्त पानी भेजने का आदेश दे चुकी अदालत ने बुधवार को दिल्ली सरकार से पानी की बर्बादी और टैंकर माफिया को लेकर सवाल पूछे। अदालत ने कहा, 'लोग परेशान हैं। हम भी न्यूज चैनल्स पर तस्वीरें देख रहे हैं।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बीड से जीते शरद गुट के सांसद ने किया अजित पवार को फोन

    मुंबई. लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी भूचाल देखने को मिल रहा है. यहां सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी एमवीए के नेताओं के बीच वार-पलटवार का दौर चल रहा है. एनसीपी के दोनों धड़ों की ओर से तो कई विधायकों और सांसदों को लेकर दावेदारी की जा रही है. अब एनसीपी प्रमुख अजित पवार के करीबी सहयोगी और एमएलसी अमोल मिटकारी के एक ट्वीट से चर्चाओं का दौर गरमा गया है. अमोल ने दावा किया है कि हाल ही में बीड से लोकसभा चुनाव जीतने वाले एनसीपी (शरद पवार) नेता बजरंग सोनावणे ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को फोन किया और उनसे संपर्क करने की कोशिश की है. 
    अमोल मिटकारी का कहना था कि बजरंग सोनवणे ने दो बार अजित पवार से संपर्क करने की कोशिश की है. मिटकारी के दावा किए जाने के बाद शरद पवार गुट के बारे में चर्चा तेज हो गई है. लोकसभा चुनाव में शरद पवार गुट के 8 सांसद चुने गए हैं. शरद की पार्टी ने 10 सीटों पर चुनाव लड़ा था. वहीं, अजित पवार गुट ने सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल की है.
    सोनावणे को बीड में उनके समर्थक प्यार से बजरंग बप्पा कहकर बुलाते हैं. दरअसल, बीड में दादा को बप्पा कहा जाता है. एनसीपी प्रमुख अजित पवार भी अपने समर्थकों के बीच दादा के नाम से चर्चित हैं.
    साभार आज तक

  • मोदी सरकार के गठन के बाद पहले संसद सत्र की तारीख तय, नए सदस्यों का होगा शपथ ग्रहण

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार के गठन के बाद संसद के पहले सत्र की भी तारीख आ गई है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने जानकारी दी है कि 24 जून से 3 जुलाई तक लोकसभा का पहला सत्र होगा। जबकि, 27 जून से 3 जुलाई तक राज्यसभा का पहला सत्र बुलाया जाएगा। इस दौरान नए सदस्यों का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा।
    केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने बुधवार को कहा, '18वीं लोकसभा का पहला सत्र नए चुने गए सदस्यों की शपथ ग्रहण, स्पीकर के चुनाव, राष्ट्रपति के भाषण और आगे की चर्चा के लिए 24-4-2024 से लेकर 3-7-2024 तक बुलाया गया है। राज्यसभा के 264वें सत्र को 27-6-2024 से बुलाया जाएगा और इसका समापन 3-7-2024 को होगा।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • शपथ लेते ही इन 5 कामों पर मोदी सरकार का फोकस!

    नई दिल्ली. भारत में Modi 3.0 की शुरुआत हो चुकी है. रविवार को राष्ट्रपति भवन में हुए शपथ ग्रहण कार्यक्रम के बाद सोमवार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने PMO में पहुंचकर काम शुरू कर दिया है और शुरुआत से ही PM Modi एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. इस बार भारतीय जनता पार्टी (BJP) को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है और देश में गठबंधन की सरकार है. लेकिन प्रधानमंत्री इस बार भी शुरुआत से ही एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. पहले ही दिन उन्होंने किसानों को सौगात दी है. आइए ऐसे पांच कामों के बारे में बात करते हैं, जिनपर सरकार का फोकस सबसे पहले हो सकता है. 
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीसरे कार्यकाल में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने और साल 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के विजन पर भी आगे बढ़ता रहेगा और इसका जिक्र लोकसभा चुनाव में जीत के बाद प्रधानमंत्री के पहले संबोधन में भी शामिल था.  
    देश में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शपथ ग्रहण के बाद सोमवार को जैसे ही पीएमओ में एंट्री ली, तो सबसे पहले किसानों के हित में बड़ा फैसला ले लिया. शपथ ग्रहण के महज 16 घंटे बाद उन्होंने किसान सम्मान निधि (Kisan Samman Nidhi) की 17वीं किस्त जारी करने के लिए फाइल पर साइन किए. इसके जरिए किसानों के लिए 20,000 करोड़ रुपये की राशि जारी की जाएगी. प्रधानमंत्री के इस फैसले से देश के 9.3 करोड़ किसानों को फायदा होगा. PM Modi कहा है कि NDA सरकार किसान कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है. 
    PM Modi द्वारा सबसे पहले किए जाने वाले कामों की लिस्ट में अगला काम प्रधानमंत्री आवास योजना PMAY से जुड़ा है और ऐसा माना जा रहा है कि सोमवार शाम को होने वाली मोदी 3.0 कैबिनेट की पहली बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 2 करोड़ अतिरिक्त घरों को मंजूरी दी जा सकती है. इसके अलावा इस सरकारी स्कीम के तहत लाभार्थियों को मिलने वाली सहायता में करीब 50 फीसदी का इजाफा भी देखने को मिल सकता है.
    बिजनेस टुडे पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार अपनी नई पारी में शुरुआती दौर में GST को लेकर कुछ फैसले ले सकता है और संभावना जताई जा रही है कि इसमें सरकार की ओर से बदलाव किया जा सकता है. इसमें रेट कम करने और इसी प्रक्रिया को आसान बनाने जैसे बदलाव शामिल हैं. गौरतलब है कि साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी ने पहली बार देश की सत्ता संभाली थी, तो उसके बाद इनडायरेक्ट टैक्स को लेकर बड़ा रिफॉर्म करते हुए 1 जुलाई 2017 को गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) को लागू किया था. जीएसटी सेवाओं और वस्तुओं पर लगता है. इसे कई कैटेगरी में बांटा गया है और इसमें 5%, 12%, 18%, और 28% का टैक्स स्लैब बनाया. 
    GST के साथ ही सरकार की लिस्ट में चौथा अहम काम बेरोजगारी के बढ़ते आंकड़ों पर लगाम लगाने के प्रयास के तहत कुछ बड़े फैसले हो सकते हैं. CMIE के ताजा आंकड़ों को देखें तो भारत में बेरोजगारी दर में इजाफा देखने को मिल रहा है. मार्च 2024 में 7.4 फीसदी की तुलना में ये बढ़कर अप्रैल 2024 में 8.1 फीसदी पर पहुंच गई है. सीएमआईई के मुताबिक, खास बात ये है कि अर्बन इंडिया ही नहीं, बल्कि ग्रामीण भारत में भी बेरोजगारी दर में बढ़ोतरी देखने को मिली है. ग्रामीण बेरोजगारी दर मार्च में 7.1 थी, जो कि अप्रैल में 7.8 फीसदी हो गई है. 
    अब जबकि देश में गठबंधन की सरकार बनी है, तो फिर मोदी कैबिनेट का चुनावी राज्यों पर विशेष फोकस देखने को मिल सकता है और ऐसे में इन राज्यों के लिए कुछ लोकलुभावन और बड़े ऐलान किए जा सकते हैं. दरअसल, साल 2025 तक देश के चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, इनमें हरियाणा (Haryana),महाराष्ट्र, दिल्ली (Delhi), झारखंड (Jharkhand) और बिहार (Bihar) शामिल हैं. ऐसे में इन राज्यों पर केंद्र की गठबंधन सरकार का ध्यान रहेगा. वहीं उत्तर प्रदेश में लगे झटके की भरपाई के लिए राज्य के निवासियों के लिए योजनाएं और ऐलान देखने को मिल सकते हैं. इसका असर Modi 3.0 के शपथ ग्रहण से पहले ही दिखाई भी देने लगा है. 
    साभार आज तक

  • एनसीपी के 25 साल पूरे होने पर अजित पवार ने की चाचा शरद पवार की तारीफ, कहा- विचारधारा नहीं बदली

    मुंबई। लोकसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं और नई सरकार का गठन भी हो चुका है। महाराष्ट्र में अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार से बीते साल ही बगावत कर ली थी और अपनी नई पार्टी बनाकर चुनाव में उतरे थे। उनके दल को महाराष्ट्र में एक सीट पर ही जीत मिली थी। इसके अलावा बारामती लोकसभा सीट पर अजित पवार की पत्नी सुनेत्र को सुप्रिया सुले के मुकाबले हार का सामना करना पड़ा। इन नतीजों को अजित पवार के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है, जो भाजपा और एकनाथ शिंदे गुट के साथ गठबंधन सरकार में डिप्टी सीएम हैं।
    इस बीच नतीजों के बाद अजित पवार के बोल बदलते दिख रहे हैं। उन्होंने सोमवार को एनसीपी के 25 साल पूरे होने के मौके पर शरद पवार की तारीफ की। अजित पवार ने कहा, 'शरद पवार ने सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर अलग होकर नई पार्टी का गठन किया था। वह तब से ही पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं और हमारे संगठन को दिशा दे रहे हैं।' जून 2023 में शरद पवार से अलग होने के बाद से ऐसा पहली बार है, जब अजित पवार ने उनकी तारीफ की है। अजित पवार की ओर से ऐसे वक्त में तारीफ किया जाना कयासों को जन्म दे रहा है, जब उनके गुट को महज एक लोकसभा सीट मिली। वहीं शरद पवार खेमे ने 10 पर जीत हासिल की है। 
    इस मौके पर अजित पवार ने एनडीए के साथ अपने रिश्तों और मोदी सरकार में मंत्री पद न लेने पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा, 'हमारा कहना था कि प्रफुल्ल पटेल पहले भी कैबिनेट मिनिस्टर रहे हैं। ऐसे में वह राज्य मंत्री क्यों बनेंगे। हमने इस बार में भाजपा की लीडरशिप को बता दिया है। हम कुछ समय इंतजार करेंगे और एनडीए में ही बने रहेंगे। इसके अलावा 15 अगस्त से पहले तक ही हमारी राज्यसभा में एक बजाय तीन सीटें हो जाएंगी।' वहीं भाजपा सूत्रों का कहना है कि अजित पवार को नेतृत्व ने कह दिया था कि 7 सीटें जीतने वाले एकनाथ शिंदे गुट को एक राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार का ही पद मिला है। इसलिए एक सीट वाले आपके दल के लिए यह ऑफर ठीक है।
    अजित पवार ने यह भी साफ किया कि भले ही वह भाजपा और एकनाथ शिंदे सेना के साथ हैं, लेकिन हमारी विचारधारा में कोई बदलाव नहीं आया है। हमारी विचारधारा वही है। वही राह है, जो महात्मा फुले, भीमराव आंबेडकर और शाहू जी महाराज ने दिखाई थी। एनडीए की ओर से संविधान बदले जाने के सवाल पर अजित पवार ने कहा कि विपक्ष ने गलत नैरेटिव फैलाया था, जिसमें वह सफल रहा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • यूपी को 25,069.88 करोड़, बिहार के लिए 14,056.12 करोड़... जाने वित्त मंत्रालय ने किस राज्य को कितना पैसा मिला

    नई दिल्ली. केंद्र में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व सरकार बनी है और सोमवार को कैबिनेट गठन हुआ और सभी को उनके मंत्रिमंडल बांट दिए गए. फाइनेंस मिनिस्ट्री की जिम्मेदारी एक बार फिर निर्मला सीतारमण को दी गई है. विभागों के बंटवारे के तुरंत बाद वित्त मंत्रालय ने बड़ा फैसला लेते हुए राज्यों को 1,39,750 करोड़ रुपये का टैक्स डिवोल्यूशन जारी करने को हरी झंडी दिखाई. इसके तहत सबसे ज्यादा पैसा उत्तर प्रदेश को दिया गया है. 
    पीटीआई के मुताबिक, जहां केंद्र सरकार की तरफ से किए गए इस आवंटन में सबसे ऊपर योगी आदित्यनाथ की सरकार वाले उत्तर प्रदेश को किया गया है, केंद्र की ओर से यूपी को 25,069.88 करोड़ रुपये दिए हैं. तो वहीं गठबंधन के मजबूत सहयोगी नीतीश कुमार के नेतृत्व वाला बिहार दूसरे नंबर पर है. वित्त मंत्रालय ने बिहार के लिए 14,056.12 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं. इस लिस्ट में सबसे ज्यादा पैसा पाने वाला तीसरा राज्य मध्यप्रदेश है और इसके लिए 10,970.44 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं. 
    गौरतलब है कि अंतरिम बजट 2024-25 में राज्यों को कर हस्तांतरण के लिए 12,19,783 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. राज्यों को टैक्स डिवोल्यूशन जारी करते हुए वित्त मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि जून 2024 के लिए डिवोल्यूशन राशि की नियमित रिलीज के अलावा एक अतिरिक्त इंस्टॉलमेंट जारी होगी. इसे राज्य सरकारें विकास और पूंजीगत खर्च में तेजी लाने के लिए इस्तेमाल कर सकेंगी. इस हिसाब से देखें तो अतिरिक्त इंस्टॉलमेंट के साथ सोमवार 10 जून को राज्यों को हस्तांतरित कुल राशि (वित्त वर्ष 2024-25 के लिए) 2,79,500 करोड़ रुपये है.
    साभार आज तक

  • शिवराज को कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण मंत्रालय, जाने मप्र के मंत्रियों को कौनसे मिले मंत्रालय

    भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सहयोगियों को शपथ के अगले ही दिन मंत्रालय सौंप दिए। मध्य प्रदेश से पांच सांसद मोदी कैबिनेट में शामिल हुए हैं। इनमें तीन कैबिनेट मंत्री हैं और दो राज्य मंत्री हैं। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण मंत्रालय जैसा बड़े मंत्रालय दिए गए है। वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया को दूरसंचार और पूर्वोत्तर राज्यों की जिम्मेदारी मिली है। दोनों मंत्रियों के पोर्टफोलियों देश के लिए काफी अहम हैं। मोदी सरकार में तीसरी बार मंत्री बने डॉ. वीरेंद्र खटीक को पुराना ही सामाजिक न्याय और आधिकारिकता मंत्रालय मिला है। इसके अलावा दो राज्यमंत्री दुर्गादास उईके को आदिवासी मामले और सावित्री ठाकुर को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है।  
    शिवराज के नेतृत्व में एमपी को सात कृषि कर्मण अवॉर्ड मिले
    कृषि मंत्रालय और ग्रामीण विकास मोदी सरकार के एजेंडे में प्राथमिकता पर हैं। पीएम मोदी ने कार्य संभालने के बाद ही सबसे पहले किसान सम्मान निधि की राशि किसानों के खाते में जारी की। शिवराज के नेतृत्व में ही एमपी कृषि के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बना। प्रदेश को सात बार कृषि कर्मण अवॉर्ड मिले हैं। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय पहले भी मध्य प्रदेश के पास ही था। अब शिवराज सिंह चौहान के सामने किसानों को साधने की चुनौती होगी। एमपी में सीएम रहते हुए इन्होंने कृषि के क्षेत्र में कई अच्छे काम किए हैं। इसका नतीजा यह रहा कि एमपी गेहूं उत्पादन के मामले में पंजाब को भी पछाड़ कर पहले नंबर पर आया। प्रदेश की सिंचाई क्षमता 45 लाख हेक्टेयर हो गई। कृषि के क्षेत्र में इनके किए कामों की तारीफ पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही कर चुके हैं। वहीं, ग्रामीण विकास मंत्रालय भी काफी अहम है। इसके जरिए भारत सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में आवास विहीन लोगों को घर देती है। प्रधानमंत्री ने पहली कैबिनेट में ही 3 करोड़ नए घरों को बनाने की मंजूरी दी है। शिवराज ने भी मंत्रालय मिलते ही अधिकारियों के साथ बैठक कर इसे आगे बढ़ाने का फैसला लिया है। 
    सिंधिया को भी दो मंत्रालय की जिम्मेदारी 
    वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी केंद्र में दो अहम मंत्रालय मिले हैं। इसमें पहला दूरसंचार और दूसरा पूर्वोत्तर राज्यों का विकास मंत्रालय शामिल है। पिछली सरकार में सिंधिया के पास एविएशन मंत्रालय था। दूरसंचार आज के समय देश के लिए काफी अहम मंत्रालय माना जाता है। साइबर सिक्योरिटी से लेकर नए प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में काम करता है। सिंधिया के सामने 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी की जिम्मेदारी होगी। वहीं, सिंधिया को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवाओं, एलन मस्क के नेतृत्व वाले स्टारलिंक के लिए सुरक्षा मंजूरी जैसे मुद्दों को भी प्राथमिकता देनी होगी।
    डॉ. खटीक को पिछला मंत्रालय ही फिर
    सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय पिछली मोदी सरकार में मध्य प्रदेश के पास ही रहा है। डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक को फिर से इसी विभाग की जिम्मेदारी मिली है। यह विभाग सामाजिक न्याय के क्षेत्र में काम करता है। इसका प्रमुख कार्य एससी/एसटी वर्ग की योजनाओं को संचालित करना है। यह विभाग उनके विकास और वेलफेयर के लिए काम करता है। 
    उईके देखेंगे आदिवासी मामले
    मोदी सरकार में प्रदेश से दो राज्यमंत्री डीडी उईके और सावित्री ठाकुर को बनाया गया है। उईके को आदिवासी मामले की जिम्मेदारी दी गई। प्रदेश की आबादी की करीब 21 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या अनुसूचित जनजाति वर्ग से आती है। इसलिए उईके को यह मंत्रालय सौंपा गया है। 
    सावित्री ठाकुर करेंगी महिला व बाल विकास
    वहीं, सावित्री ठाकुर को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का राज्यमंत्री बनाया है। प्रदेश में चलने वाली कई महिलाओं के कल्याण की योजनाओं का लाभ अब केंद्र स्तर पर मिल सकेगा।
    साभार अमर उजाला

  • मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार बनी एनडीए सरकार, बढ़ा अन्य दलों का रसूख

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार बनी केंद्र की एनडीए सरकार अपनी पिछली दो सरकारों के मुकाबले कई मायनों में काफी अलग है। चाहे वह सरकार के आकार का मामला हो या फिर भाजपा और सहयोगी दलों की संख्या की बात या फिर राज्यों के प्रतिनिधित्व का मुद्दा। हर मामले में इस सरकार में काफी विविधता है। हर वर्ग और क्षेत्र तक पहुंच की व्यापकता इसमें ज्यादा दिखाई दे रही है।
    पिछले दो मौकों- 2014 और 2019 पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार बनी तो उनमें भाजपा को स्पष्ट बहुमत था। ऐसे में एनडीए के घटक दलों को बहुत ज्यादा महत्व नहीं मिल पाया था। एनडीए के घटक दलों की संख्या भी कम थी और उनका रसूख भी बहुत कम था। कई बार तो मंत्री पदों और मंत्रालयों को लेकर बात इतनी बिगड़ी के सहयोगी दल सरकार में शामिल भी नहीं हुए। 
    साथ ही भाजपा ने भी इसकी कोई बड़ी चिंता नहीं की, लेकिन इस बार हालात बदले हुए थे। भाजपा का अपना बहुमत नहीं था और उसकी सरकार बनाने की निर्भरता सहयोगी दलों पर टिकी हुई थी। ऐसे में सहयोगी दलों को न केवल खासा महत्व मिला, बल्कि उनका प्रतिनिधित्व भी सरकार में काफी ज्यादा बढ़ा। एक-एक सीट वाले सहयोगी दल भी कैबिनेट मंत्रालय हासिल करने में सफल रहे।
    सरकार के आकार की बात करें तो 2014 में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बनी पहली एनडीए सरकार में 46 मंत्री ही शामिल किए गए थे। इसमें 24 कैबिनेट 10 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 12 राज्यमंत्री शामिल थे। 2019 में जब भाजपा ने 300 का आंकड़ा अपने दम पर पार किया तो सरकार का आकार भी बढ़ा। इसमें 25 कैबिनेट 9 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 24 राज्यमंत्री शामिल किए गए थे। लेकिन इन दोनों ही मौके पर गठबंधन के सहयोगी दलों की भूमिका काफी सीमित थी। राज्यों के प्रतिनिधित्व को देखा जाए तो इस बार सबसे ज्यादा 24 राज्यों का प्रतिनिधित्व है।
    एक और महत्वपूर्ण बात है कि तीनों ही मौकों पर पार्टी ने अपने तत्कालीन अध्यक्षों को सरकार में शामिल किया है। 2014 में तत्कालीन अध्यक्ष राजनाथ सिंह को केंद्र सरकार में शामिल किया गया था, जबकि 2019 में तब के अध्यक्ष अमित शाह को सरकार में लिया गया था। इस बार जे.पी. नड्डा को केंद्र सरकार में शामिल किया गया है। नड्डा 2014 की सरकार में भी मंत्री थे। लेकिन 2019 में अमित शाह के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद उनको पार्टी का नया अध्यक्ष बनाया गया था।
    नई सरकार में हालांकि महिला मंत्रियों की संख्या कम है और वह दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सकी, लेकिन अनुभव व वरिष्ठता काफी ज्यादा है। पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकार में शामिल करने से सरकार को काफी लाभ हो सकता है। इसके अलावा भाजपा और सहयोगी दलों के नए और युवा चेहरों को भी काफी महत्व दिया गया है, जिससे कि सरकार की गति काफी तेज हो सकती है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्य प्रदेश में पांच मंत्रियों में तीन नए चेहरे

    भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा के लोकसभा चुनाव में क्लीन स्वीप कर 29 सीटें जीती हैं। इसके बाद प्रदेश में केंद्र सरकार में मंत्री पद का कोटा बरकरार है। रविवार को नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मोदी कैबिनेट 3.0 में प्रदेश के पांच सांसदों ने मंत्रियों की शपथ ली। इसके जरिए मोदी कैबिनेट में प्रदेश का जातिगत और क्षेत्रीय समीकरण साधा है। कैबिनेट में शिवराज सिंह चौहान समेत तीन नए चेहरों को शामिल किया गया है। मोदी सरकार 3.0 में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, टीकमगढ़ से आठ बार के सांसद वीरेंद्र खटीक, धार से सांसद सावित्री ठाकुर और बैतूल-हरदा लोकसभा क्षेत्र से दुर्गादास उइके को मंत्री बनाया गया है। शिवराज और सिंधिया ओबीसी वर्ग से, सावित्री ठाकुर और दुर्गादास उइके अनुसूचित जनजाति और वीरेंद्र खटीक अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं। 
    मोदी सरकार की दूसरी कैबिनेट में प्रदेश से पांच मंत्री थे। इसमें ज्योतिरादित्य और वीरेंद्र खटीक को दोबारा मौका मिला है। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का पत्ता कट गया है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव में पांच सांसदों को चुनाव लड़ाया था। इसमें तीन केंद्रीय मंत्री रहे फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रहलाद पटेल और नरेंद्र सिंह तोमर भी शामिल थे। फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला जिले की निवास से विधानसभा चुनाव हार गए थे। इसके बाद से ही उनके सियासी भविष्य पर सवाल उठ रहे थे। वहीं, प्रहलाद पटेल और नरेंद्र सिंह तोमर को प्रदेश सरकार में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। 
    शिवराज सिंह - विदिशा सीट से सांसद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान केंद्र सरकार में पहली बार मंत्री बने हैं। उन्होंने विदिशा सीट 8.21 लाख वोट से विदिशा से जीत दर्ज की है। देश में तीसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। प्रदेश में ओबीसी वर्ग को बड़ा चेहरा हैं। मध्य प्रदेश से चार बार मुख्यमंत्री रहे। पूर्व मुख्यमंत्री छठी बार विदिशा से लोकसभा का चुनाव जीते हैं। वे 6 बार विधायक रहे हैं। प्रदेश में भाजपा को सभी 29 सीट पर जीत मिली हैं। इसका एक कारण शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री रहते शुरू हुई लाडली बहना को भी बताया जा रहा है। शिवराज की मामा की छवि उनको जनता से जोड़ती है। 
    ज्योतिरादित्य सिंधिया - गुना-शिवपुरी सीट से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछली सरकार में केंद्रीय नागरिक एवं उड्डयन और इस्पात मंत्री रहे। पांच बार के सांसद हैं। 2019 में कांग्रेस से चुनाव लड़े और भाजपा के केपी यादव से हार गए। 2020 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन की और राज्यसभा सदस्य बने। सिंधिया पीएम और शाह की पसंद हैं। सिंधिया को भाजपा लगातार आगे बढ़ा रही है। युवा चेहरे के रूप में भाजपा आगे बढ़ा रही है। प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों में भी लोकप्रिय हैं।
    वीरेंद्र कुमार खटीक- टीकमगढ़ सीट से सांसद वीरेंद्र कुमार खटीक पिछली सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री रहे हैं। आठवीं बार के सांसद हैं। पहली बार 1996 में सांसद बने। मोदी की पहली सरकार में भी मंत्री रहे। प्रदेश में सबसे वरिष्ठ सांसद के साथ अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं। बुंदेलखंड में अनुसूचित जाति वर्ग का बड़ा वोट बैंक है। खटीक को मंत्री बनाकर भाजपा ने क्षेत्रीय और जातिगत दोनों समीकरण साधने का प्रयास किया है। 
    दुर्गादास उईके - बैतूल-हरदा लोकसभा सीट से सांसद दुर्गादास उईके मोदी सरकार में पहली बार मंत्री बने हैं। वे राजनीति में 2019 में आए और सांसद बने। वह शिक्षक की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए। संघ के करीबी और आदिवासी वर्ग से आते हैं। आदिवासी क्षेत्र बैतूल को लंबे समय से राज्य और केंद्र सरकार में कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिला था। उईके को मंत्री बना कर भाजपा ने आदिवासी वोट बैंक के साथ ही मध्य भारत और मालवा को भी साधने का प्रयास किया है। 
    सावित्री ठाकुर - धार से सांसद सावित्री ठाकुर मोदी सरकार में पहली बार मंत्री बनी हैं। वे मोदी सरकार में 2014 से 2019 तक सांसद थीं। भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 6 महिला सांसदों को चुनाव में उतारा था, इसी कोटे से सावित्री ठाकुर को टिकट मिला था। सावित्री ठाकुर आदिवासी वर्ग से आती हैं और आरएसएस की करीबी होने का फायदा मिला। वहीं, ठाकुर को मंत्री बनाकर मालवा क्षेत्र के साथ ही आदिवासी वर्ग को साधने की कोशिश की है। 
    साभार अमर उजाला

  • आज शाम नरेंद्र मोदी तीसरी बार लेंगे प्रधानमंत्री पद की शपथ, कैबिनेट के संभावित मंत्रियों के पास आने लगे फोन

    नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी रविवार शाम को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस बार वे सबसे बड़ी मंत्रिपरिषद के साथ शपथ ले सकते हैं। इसमें लगभग 60 मंत्रियों के शामिल होने की संभावना है, सबसे ज्यादा जगह बिहार को मिल सकती है। नई मंत्रिपरिषद में किन नामों को जगह मिलेगी, इसका इंतजार है। नरेंद्र मोदी रविवार शाम 7:15 बजे लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस बार भाजपा के पास अपना बहुमत नहीं है और वह गठबंधन के बहुमत के साथ सरकार बना रही है, इसलिए इस बार सरकार में सहयोगी दलों की संख्या तो ज्यादा होगी ही, मंत्रिपरिषद का आकार भी पिछली दोनों बार की तुलना में ज्यादा बड़ा होगा।
    मोदी के शपथग्रहण समारोह में सात राष्ट्राध्यक्षों श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीक, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ, नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ एवं भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे को विशिष्ट अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है।
    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, एस जयशंकर, अर्जुन राम मेघवाल को भी फोन गया है। इनके अलावा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कैबिनेट में जगह मिलेगी। उन्हें भी फोन आ चुका है।
    नई सरकार के शपथग्रहण के लिए हलचल तेज है। राष्ट्रपति भवन से ज्योतिरादित्य सिंधिया, एनसीपी के प्रफुल्ल पटेला, जेडीयू नेता रामनाथ ठाकुर को फोन कॉल आया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • लोकसभा चुनाव में किस पार्टी को मिली कितनी सीटें, देखें पूरी लिस्ट


    नई दिल्ली. चुनाव आयोग ने देश की सभी 543 लोकसभा सीटों के परिणाम घोषित कर दिए हैं, जिसमें भाजपा ने सर्वाधिक 240 सीटें हासिल की है जबकि कांग्रेस ने 99 सीटें जीती हैं. भाजपा के सूरत उम्मीदवार मुकेश दलाल के निर्विरोध चुने जाने के बाद 542 सीटों के लिए मतों की गिनती की गई थी.
    चुनाव आयोग की वेबसाइट पर नवीनतम अपडेट के अनुसार, लोकसभा चुनावों में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पार्टियों द्वारा जीती गई सीटों की संख्या इस प्रकार है:
    बीजेपी - 240
    कांग्रेस - 99
    समाजवादी पार्टी - 37
    तृणमूल कांग्रेस - 29
    डीएमके - 22
    टीडीपी - 16
    जेडी(यू) - 12
    शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) - 9
    एनसीपी (शरद पवार)-8
    शिवसेना - 7
    लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) - 5
    वाईएसआरसीपी - 4
    आरजेडी - 4
    सीपीआई(एम) - 4
    इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग - 3
    आप - 3
    झारखंड मुक्ति मोर्चा - 3
    जनसेना पार्टी - 2
    सीपीआई(एमएल)(एल) - 2
    जेडी(एस) - 2
    विदुथलाई चिरुथैगल काची (VCK) - 2
    सीपीआई - 2
    आरएलडी - 2
    नेशनल कॉन्फ्रेंस - 2
    यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी, लिबरल - 1
    असम गण परिषद - 1
    हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) - 1
    केरल कांग्रेस - 1
    क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी - 1
    एनसीपी - 1
    वॉयस ऑफ द पीपल पार्टी - 1
    जोराम पीपुल्स मूवमेंट - 1
    शिरोमणि अकाली दल - 1
    राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी - 1
    भारत आदिवासी पार्टी - 1
    सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा - 1
    मरूमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम - 1
    आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) - 1
    अपना दल (सोनीलाल) - 1
    आजसू पार्टी - 1
    एआईएमआईएम - 1
    निर्दलीय - 7
    तो बता दें कि बीजेपी के अगुवाई वाले गठबंधन NDA यानी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में कुल 41 दल शामिल हैं. वहीं विपक्ष के INDIA ब्लॉक में 37 पार्टियां हैं. इनमें नेशनल पार्टियों सहित राज्यों के स्थानीय दल शामिल हैं. इस लोकसभा चुनाव में सभी छोटे-बड़े दलों ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा है. हालांकि जेजेपी, अकाली दल जैसी कई पार्टियां ऐसी भी हैं, जो किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं है. 
    साभार आज तक

  • इंदौर से शंकर लालवानी 11.72 लाख वोंटों के अंतर से जीत के साथ टॉप पर, सबसे बड़े अंतर से जीतने वाले उम्मीदवार की सूची

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव में भाजपा के चार उम्मीदवारों समेत कम से कम पांच उम्मीदवारों ने सबसे अधिक अंतर से जीत का पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इंदौर से भाजपा के मौजूदा सांसद शंकर लालवानी 11.72 लाख वोटों के अंतर से जीत के साथ इस सूची में टॉप पर बने हुए हैं.
    कांग्रेस के रकीबुल हुसैन ने असम के धुबरी से 10.12 लाख वोटों के अंतर से जीत दर्ज करके दूसरा सबसे बड़ा जीत का रिकॉर्ड बनाया है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा से 8.21 लाख वोटों से जीत दर्ज की - जो तीसरा सबसे बड़ा अंतर है. इसके बाद भाजपा के सीआर पाटिल हैं, जिन्होंने गुजरात के नवसारी से 7.73 लाख वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है.
    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गांधीनगर से 7.44 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज की. सबसे अधिक जीत के अंतर का पिछला रिकॉर्ड भाजपा की ही प्रीतम मुंडे के नाम था, जिन्होंने अक्टूबर 2014 में महाराष्ट्र के बीड से 6.96 लाख से अधिक वोटों से उपचुनाव जीता था.
    नवसारी से तीन बार सांसद रहे पाटिल ने 2019 में 6.89 लाख वोटों से जीत हासिल करके दूसरे सबसे बड़े अंतर का रिकॉर्ड बनाया था और इस बार उन्होंने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है. केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश के गुना से 5.40 लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की. ​​5 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीतने वाले अन्य उम्मीदवारों में भाजपा के गुजरात के उम्मीदवार राजपालसिंह जादव पंचमहल (5.09 लाख) और हेमंग जोशी वडोदरा (5.82 लाख), इसके भोपाल के उम्मीदवार आलोक शर्मा (5.01 लाख) और मंदसौर (5 लाख से अधिक) से सुधीर गुप्ता शामिल हैं.
    भाजपा के महेश शर्मा ने उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर से 5.59 लाख वोटों से जीत हासिल की, जबकि छत्तीसगढ़ के रायपुर से भगवा पार्टी के उम्मीदवार बृजमोहन अग्रवाल ने 5.75 लाख के अंतर से जीत हासिल की. ​​प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी से 1.52 लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की.
    भाजपा के त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने त्रिपुरा पश्चिम से 6 लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की, जबकि भगवा पार्टी के कृति देव देबबर्मन ने त्रिपुरा पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से 4.86 लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के रायबरेली से सोनिया गांधी की 2019 की जीत के अंतर को पीछे छोड़ते हुए 3.90 लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की है. राहुल ​​गांधी ने केरल के वायनाड से भी 3.64 लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की. 
    साभार आज तक

  • दिल्ली में आप की बड़ी हार, लेकिन लोकसभा चुनाव में बढ़ गया पार्टी का समर्थन

    नई दिल्ली। दिल्ली में एक बार फिर भाजपा ने अपनी 'सूपड़ा साफ' अभियान को जारी रखते हुए सभी सात सीटों पर कब्जा कर लिया। एक दशक से दिल्ली में प्रचंड बहुमत की सरकार चला रही आम आदमी पार्टी इस बार भी अपना खाता खोलने में नाकाम रही। धुर विरोधी कांग्रेस से गठबंधन करके भी उसे सफलता नहीं मिली। एक तरफ पार्टी कथित शराब घोटाले में घिरी है तो दूसरी तरफ उसे हार का भी सामना करना पड़ा है। हालांकि, निराशा के बादलों के बीच पार्टी और इसके मुखिया अरविंद केजरीवाल के लिए एक खुशखबरी भी है।
    कथित शराब घोटाले में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरिवंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और फिर 21 दिनों की जमानत के बाद हुए चुनाव में पार्टी खाता तो नहीं खोल पाई, लेकिन लोकसभा चुनाव में अपना समर्थन बढ़ाने में कामयाब रही है। पार्टी के वोटशेयर में 6 पर्सेंट का बड़ा इजाफा देखने को मिला है। अंतरिम जमानत के दौरान दिल्ली में अपने आक्रामक प्रचार अभियान से केजरीवाल 'आप' को दूसरे स्थान पर लाने में कामयाब रहे। 10 साल बाद पार्टी को भाजपा से कम पर कांग्रेस से ज्यादा वोट मिले हैं। 
    मंगलवार को नतीजों की घोषणा के बाद चुनाव आयोग के मुताबिक, वोटशेयर का जो डेटा जारी किया गया, उसमें आप के लिए सबसे ज्यादा खुशखबरी है तो भाजपा के लिए थोड़ी निराशा। वहीं, कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। भाजपा को 54.35 फीसदी वोट हासिल हुए हैं, जबकि 2019 में पार्टी को 56.9 फीसदी वोट मिले थे। 
    आम आदमी पार्टी को इस बार 24.17 फीसदी वोटर्स ने पसंद किया, जबकि 2019 में पार्टी 18.1 फीसदी वोटशेयर पर सिमट गई थी। 2014 में 32.90 फीसदी वोट पाने वाली 'आप' के लिए यह बड़ा झटका था। हालांकि, तमाम मुश्किलों के बावजूद पार्टी इस बार ना सिर्फ अपना वोट शेयर बढ़ाने में कामयाब रही, बल्कि दूसरा स्थान भी हासिल किया। इस बीच कांग्रेस के लिए निराशा की खबर है। पार्टी ने अकेले दम पर जहां 2019 में 22.5 फीसदी वोट शेयर किए थे तो आम आदमी पार्टी से गठबंधन के बाद उसे घाटा ही सहना पड़ा है। इस बार कांग्रेस को 18.91 फीसदी ही वोट मिले। पार्टी फिसलकर तीसरे स्थान पर पहुंच गई है।  
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आज एनडीए की बैठक में शामिल होंगे नीतीश कुमार, पीएम मोदी ने फोन पर की बात

    पटना। दिल्ली में आज एनडीए की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार शामिल होंगे। कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनसे बात की थी। वहीं केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें फोन करके बैठक की जानकारी दी थी। इस बैठक में लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी भी बैठक में शामिल होंगे। बैठक आज शाम 4.30 बजे होगी।
    इसके पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिनभर अपने आवास में ही रहे। उन्होंने इस दौरान उन्होंने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी व सांसद संजय झा के साथ चुनाव परिणाम को लेकर विचार-विमर्श किया। चर्चा यह भी हुई कि आठ-नौ सीटों पर कैसे हार मिली। मुख्यमंत्री ने फोन पर कुछ सहयोगियों के साथ बातचीत की। मुख्यमंत्री सोमवार को ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करके पटना वापस लौटे हैं। पटना लौटने के पहले उन्होंने शाम में फोन पर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बात भी की थी।
    आपको बता दें बिहार में एनडीए को 30 और इंडिया गठबंधन को 9 सीटें मिलीं, जबकि बाकी एक सीट पूर्णिया में निर्दलीय पप्पू यादव ने परचम लहराया। एनडीए में जदयू को 12, भाजपा को 12, लोजपा (आर) को 5 और हम को एक सीट हासिल हुई। वहीं, इंडिया में राजद को 4, कांग्रेस को 3, भाकपा माले को दो सीटें हासिल हुई हैं।
    इस बार एनडीए को 9 सीटों का नुकसान हुआ है। पिछले चुनाव में 39 सीटें उसके खाते में आई थीं। जदयू को चार और भाजपा को पांच सीटों का झटका लगा है। जदयू को किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया और जहानाबाद में हार का सामना करना पड़ा। जबकि, भाजपा को पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, औरंगाबाद एवं सासाराम (सु.) में शिकस्त मिली। लोजपा (आर) ने अपनी सभी पांच सीटें जीत लीं।
    इधर, इंडिया को आठ सीटों का फायदा हुआ है। इनमें राजद को चार, कांग्रेस को दो और भाकपा माले को दो सीटों का लाभ शामिल हैं। पिछली बार कांग्रेस को एक मात्र किशनगंज सीट मिली थी। वहीं, राजद व भाकपा माले के खाते में एक भी सीट नहीं थी। चुनाव जीतने वाले प्रमुख लोगों में गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, चिराग पासवान, ललन सिंह, मीसा भारती, राधामोहन सिंह, तारिक अनवर शामिल हैं। वहीं, हारने वालों में आर के सिंह, उपेंद्र कुशवाहा, रोहिणी आचार्य, रामकृपाल यादव, पवन सिंह भी शामिल हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्यप्रदेश में भाजपा का क्लीन स्वीप, हार से कांग्रेस के बुजुर्ग नेताओं के भविष्य पर छाए संकट के बादल

    भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की जीत हुई है। इस बार कांग्रेस छिंदवाड़ा सीट भी नहीं बचा पाई है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपने ही घर में बड़ी मार्जिन से चुनाव हार गए। कांग्रेस की इस तरह की हार से बुजुर्ग नेताओं के भविष्य क्या होगा, इस सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं कांग्रेस का युवाओं को प्रदेश की जिम्मेदारी देने का प्रयोग भी इस चुनाव में काम नहीं आया। 
    दरअसल कांग्रेस ने हाल ही में पीसीसी चीफ की कमान जीतू पटवारी को दी थी। वहीं विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद आदिवासी युवा नेता उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था। इसके बाद से यह माना जा रहा था कि कांग्रेस के इस परिवर्तन से नई पीढ़ी उनके साथ जुड़ेगी और उन्हें लोकसभा चुनाव में 10 से 15 सीटें मिल सकती हैं। लेकिन इसके उलट कांग्रेस मध्य प्रदेश में खाता भी नहीं खोल पाई। अब जीतू पटवारी और उमंग सिंघार के भविष्य पर भी सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। देखना होगा कि क्या कांग्रेस आलाकमान इन नेताओं को आगे भी काम करने का मौका देगी या एक बार फिर से बदलाव किया जाएगा। हालांकि जीतू पटवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मध्य प्रदेश में मिली हार की जिम्मेदारी ले ली है। और किसी भी परिवर्तन के लिए तैयार रहने की बात कही है।
    दरअसल कमलनाथ लगातार 45 सालों से छिंदवाड़ा में जीतते आए हैं। 2019 में उनके पुत्र नकुलनाथ ने छिंदवाड़ा से विजय हासिल की थी। लेकिन इस बार वे बंटी साहू से बड़े अंतर से चुनाव हार गए। इसका सीधा असर कमलनाथ की राजनीतिक करियर पर पड़ेगा। खास बात यह है कि कमलनाथ के साथ-साथ उनके पुत्र नकुलनाथ के भविष्य पर भी संकट के बदल छाने लगे हैं। क्योंकि कमलनाथ ने अपने पुत्र को छिंदवाड़ा से जीत दिलाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। कांग्रेस के बड़े नेता होने के बावजूद वे एक सीट पर सिमटकर रह गए थे। अब ऐसे में नकुलनाथ को दोबारा छिंदवाड़ा से टिकट दिलवा पाना उनके लिए टेढ़ी खीर होगी।
    मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सिंह को राजगढ़ से चुनावी रण में उतारा गया था। ऐसा माना जा रहा था कि दिग्विजय सिंह राजगढ़ से कांग्रेस को विजय दिलाएंगे। लेकिन दिग्विजय सिंह को अपने घर में ही बड़ी हार मिली है। अब इसके बाद से दिग्विजय सिंह के करियर पर भी सवालिया निशान खड़ा हो रहा है। जानकारी के लिए बता दें भले ही दिग्विजय सिंह मध्य प्रदेश में  चुनाव नहीं लड़ते थे, लेकिन हर चुनाव में उनकी अहम भूमिका रहती थी। चाहे वह टिकट वितरण में हो या प्रत्याशियों का प्रचार प्रचार करना हो। कार्यकर्ताओं के बीच उनकी अच्छी पकड़ है। लेकिन अब वह इस चुनाव को आखिरी बता रहे थे उनका साफ कहना था कि इसके बाद में वे चुनाव नहीं लड़ेंगे लेकिन उनको जाते-जाते भी हर का सामना करना पड़ा है।
    कांग्रेस के सभी बड़े नेता लगातार दावा कर रहे थे कि मध्य प्रदेश में उन्हें 10 से 15 सीटों पर विजय मिलेगी। लेकिन वह इस बार मध्य प्रदेश में खाता तक नहीं खोल पाए। जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 28 सीट पर जीत दर्ज की थी। छिंदवाड़ा सीट जीतकर कांग्रेस ने भाजपा को क्लीन स्वीप से रोका था। इस बार ऐसा नहीं हो पाया। एग्जिट पोल में भी भाजपा के इस बार क्लीन स्वीप का अनुमान लगाया गया था।
    लोकसभा चुनाव से पहले कमलनाथ अपने पुत्र नकुलनाथ के साथ बीजेपी में शामिल होने की पूरी तैयारी कर ली थी। लेकिन अचानक उनके मन में परिवर्तन आया और वे अपने निर्णय को बदल दिया और कांग्रेस में ही रहकर छिंदवाड़ा से एक बार फिर चुनाव लड़ा। अब अगर कमलनाथ अपने बेटे नकुलनाथ का भविष्य संवारने के लिए बीजेपी में जाने का रुख करते हैं, तो ऐसे में भाजपा उन्हें स्वीकार नहीं करेगी। क्योंकि भाजपा उन्हें छिंदवाड़ा से ही चुनाव लड़ने के लिए अपने पार्टी में शामिल कर रही थी। अब बीजेपी को छिंदवाड़ा में विजय हासिल हो गई है, इसलिए अब उन्हें कमलनाथ की जरूरत नहीं पड़ेगी।
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पीएम मोदी को भेंट करेंगे 29 कमल के फूलों की माला

    भोपाल। मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर भाजपा को जीत मिली है। इस बार पूर्व सीएम कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा को भी भाजपा की रणनीति ने ढहा दिया है। प्रदेश में भाजपा के क्लीन स्वीप का श्रेय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को जाता है। डॉ. यादव अपनी पहली परीक्षा में कामयाब हुए हैं। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में 2014 में भाजपा को 29 में से 27 और 2019 में 29 में से 28 सीटों पर जीत मिली थी। भाजपा आम चुनाव में पहली बार छिंदवाड़ा सीट जीती है। भाजपा ने कांग्रेस का सभी सीटों को जीतने का रिकॉर्ड तोड़ा है। छत्तीसगढ़ के अलग होने से पहले 1984 में कांग्रेस ने 40 की 40 सीटों पर जीत दर्ज की थी। 
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के शपथ लेने के तीन महीने बाद ही लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। सीएम ने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद लगातार रैली और सभाएं की। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में 142 से अधिक आम सभाएं और 55 रोड शो किए। साथ ही देश के 12 राज्यों में 72 लोकसभा सीटों पर प्रचार किया। वहीं, वीडी शर्मा ने भी लगातार कार्यक्रम किए। 
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भाजपा कार्यालय में आयोजित विजय उत्सव कार्यक्रम में कहा कि प्रदेश की 29 की 29 सीटों पर जीत दर्ज की है। अब कुछ बचा ही नहीं। इसके साथ ही इंदौर और विदिशा में जीत के रिकॉर्ड बनाएं है। आठ सीटें चार लाख से अधिक मतों से जीती है। इस बार छप्पड़ फांड जीत दर्ज की है। छिंदवाड़ा में एक लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज की। कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को भोपाल के बाद अब राजगढ़ में घर छोड़कर आए है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में इतिहास बना है। वह तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे है। 
    पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह भाजपा की महाविजय है। अब हम विकसित भारत के निर्माण के लिए अपने आप को समर्पित कर दें। पूर्व सीएम ने कहा कि 2014 में 27, 2019 में 28 और अब 29 सीटों में से 29 सीटें। पिछली बार एक कसर रह गई थी। उन्होंने कहा कि लगातार तीसरी बार सरकार बनना चमत्कार है। हम 300 पार तो हो ही रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिजल्ट के बाद जनता की कसौटी पर खड़े उतरने का संकल्प लेने का समय है। शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को 29 सीटों की जीत की बधाई दी।
    मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ जनसभा और दो रोड शो किए। वहीं, केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने चार जनसभाएं, एक रोड शो, एक क्लस्टर और 1 प्रबुद्धजन सम्मेलन को संबोधित किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 7 जनसभाएं, 1 शक्ति केंद्र सम्मेलन, 1 प्रबुद्धजन सम्मेलन और 2 क्लस्टर बैठक को संबोधित किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 6 जनसभा 1 सामाजिक बैठक को संबोधित किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने 29 लोकसभा क्षेत्रों की 171 विधानसभाओं एवं 192 अन्य कार्यक्रमों में सहभागिता की।
    साभार अमर उजाला

  • छिंदवाड़ा सीट हमारे लिए चैलेंज थी : नगरीय प्रशासन मंत्री विजयवर्गीय

    इंदौर। मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटों पर मिली जीत ने बता दिया कि प्रदेशवासी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेम करतेे है और उन्हें केंद्र सरकार पर पूरा भरोसा है।
    केंद्रीय मंत्री अमित शाह की रणनीति और मुख्यमंत्री अमित शाह की मेहनत के कारण हमने प्रदेश में क्लीन स्वीप किया है। छिंदवाड़ा का सीट को लेकर उन्होंने कहा कि इस सीट की जिम्मेदारी मुझे दी गई थी। छिंदवाड़ा सीट हमारे लिए चुनौती थी, लेकिन हमारी मेहनत रंग लाई।
    आम चुनाव में पहली बार यह सीट भाजपा जीती है। एडीए गठबंधन को 400 सीट नहीं मिलने के सवाल पर विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस ने इस बारे में दुष्प्रचार किया। वह जनता के बीच यह बात फैला रही थी कि यदि 400 सीटें मिल गई तो भाजपा सरकार संविधान बदल देगी। हम सही तरीके से अपनी बात नहीं रख पाए।
    लालवानी बोले- कांग्रेस के दुष्प्रचार के कारण नोटा को ज्यादा वोट
    दूसरी बार इंदौर लोकसभा सीट से चुनाव जीते शंकर लालवानी ने कहा कि उनकी जीत भाजपा कार्यकर्ता की मेहनत और केंद्र सरकार के प्रति वोटरों के विश्वास के कारण हासिल हुई है। नोटा का इंदौर में रिकार्ड बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव में दुष्प्रचार किया। इस कारण नोटा को ज्यादा वोट मिले।
    आने वाले पांच सालों की प्राथमिकता से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि रेल, सड़क व अन्य इंट्रास्ट्रक्चर से जुड़े कामों को जमीन पर लाया जाएगा। आने वाले पांच सालों में इंदौर का तेजी से विकास होगा।
    साभार अमर उजाला

  • ताजा रुझानों में इंडिया गठबंधन की लंबी छलांग

    नई दिल्ली। सात चरणों में हुए लोकसभा चुनावों में मतों की गिनती जारी गई है। ताजा रुझानों के मुताबिक केंद्र की सत्ताधारी भाजपा की अगुवाई वाला गठबंधन एनडीए INDIA अलायंस से बहुत आगे चल रहा है। हालांकि, कांग्रेस की अगुवाई वाले इंडिया अलायंस ने तेजी से कवर किया है और अपना प्रदर्शन बेहतर किया है।मतगणना के शुरुआती रुझानों में सुबह 10.15 बजे तक NDA 304 सीटों पर आगे चल रहा है तो इंडिया गठबंधन 217 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। अन्य 22 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
    ताजा रुझानों के मुताबिक एनडीए में भाजपा 248, टीडीपी 14, जेडीयू 15 शिवसेना 5 पर आगे चल रही है, जबकि इंडिया गठबंधन में कांग्रेस 94, डीएमके 20, समाजवादी पार्टी 33, तृणमूल कांग्रेस-27  सीपीआईएम-9 पर आगे चल रही है।
    चुनाव आचार नियमावली के अनुसार मतगणना में पहले डाक मतपत्र (पोस्टल बैलट) की गिनती की जाएगी और आधे घंटे बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में दर्ज मतों की गिनती शुरू होगी।
    बता दें कि भारी सुरक्षा के बीच मतों की गिनती हो रही है। देशभर के सभी मतगणना केंद्रों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। मतगणना केंद्र परिसर के बाहर स्थानीय पुलिस मौजूद है। मतगणना स्थल पर एसआरपीएफ और मतगणना केंद्र के साथ-साथ स्ट्रांग रूम के दरवाजे के बाहर सीएपीएफ की कड़ी तैनाती है।
    ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों और अधिकृत राजनीतिक प्रतिनिधियों के अलावा किसी भी व्यक्ति को परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गयी। राज्य के सभी मतगणना केंद्र कंप्यूटर, इंटरनेट, टेलीफोन (लैंडलाइन) और फैक्स जैसी आधुनिक संचार सुविधाओं से सुसज्जित हैं।
    लोकसभा की 543 सीट हैं लेकिन गुजरात के सूरत में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुकेश दलाल के निर्विरोध निर्वाचित होने के कारण 542 सीट के लिए ही वोटों की गिनती की जा रही है। लोकसभा चुनाव के साथ-साथ आंध्र प्रदेश और ओडिशा में विधानसभा चुनाव के लिए भी मतगणना शुरू हो गई। अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभाओं के लिए भी चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ ही हुए थे और इनके परिणाम दो जून को घोषित किए जा चुके हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कंगना रनौत पहले ही चुनाव में सुपरहिट

    मंडी। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत की राजनीति में डेब्यू हिट होगी या फ्लॉप, यह आज तय होने जा रहा है। वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। हम आपको इस सीट पर मतगणना की हर जानकारी सबसे पहले देंगे। देश भर में 'छोटी काशी' के नाम से मशहूर हिमाचल प्रदेश के ‘मंडी’ सीट पर देशभर की निगाहें टिकी हैं। कंगना का मुकाबला कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह से हैं जो पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बेटे हैं। पहले कंगना रनौत की उम्मीदवारी और फिर उनको लेकर 'मंडी' पर की गई विवादित टिप्पणी के बाद यह सीट पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई। 
    कंगना रनौत और विक्रमादित्य सिंह के बीच मुकाबला बेहद दिलचस्प रहा। चुनाव प्रचार के दौरान दोनों के बीच खूब टीका-टिप्पणी हुई। दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ तीखे शब्दों का इस्तेमाल किया। कंगना रनौत ने कांग्रेस उम्मीदवार और सुक्खू सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह को 'शहजादा' कहकर हमले किए तो जवाब में उन्हें 'मोहतरमा' कहकर जवाब दिया गया।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पक्ष और विपक्ष में कांटे की टक्कर के बीच बाजार औंधे मुंह गिरा

    नई दिल्ली। आज लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आने हैं। ऐसे में आज इस बात का पटाक्षेप हो जाएगा कि चुनाव परिणाम बाजार पर क्या असर डालेंगे। फिलहाल पक्ष और विपक्ष में कांटे की टक्कर के बीच बाजार औंधे मुंह गिर गए हैं।
    शेयर बाजार में चुनाव परिणामों के दिन की अब तक की सबसे बड़ी गिरावट आई है। एनडीए और इंडी गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर के बीच सेंसेक्स पहली बार चुनाव परिणाम के दिन 5000 अंकों से अधिक फिसल गया। शेयर बाजार में चुनावी नजीजों के बीच हाहाकार दिख रहा है। दोपहर 12 बजकर 16 मिनट पर सेंसेक्स 5188.93 (6.79%) अंकों की गिरावट के साथ 71,279.85 के स्तर पर पहुंच गया। दूसरी ओर निफ्टी 1,627.10 (6.99%) अंक फिसल कर 21,636.80 पर कारोबार करता दिखा। बीएसई पर सभी सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 36.3 लाख करोड़ रुपये घटकर 425.9 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पूर्व अब तक बाजार में लोकसभा चुनाव परिणाम के दिन इतनी बड़ी गिरावट नहीं आई थी। 
    साभार अमर उजाला

  • इंदौर नोटा में भी नंबर वन, भाजपा प्रत्याशी लालवानी ने भी अपना पिछला रिकॉर्ड तोड़ा

    इंदौर। लोकसभा चुनाव परिणाम में इंदौर ने नया रिकॉर्ड बना लिया है। स्वच्छता में नंबर वन शहर ने लोकसभा चुनाव के परिणाम में एक लाख से अधिक वोट नोटा को दिए हैं। वहीं भाजपा के प्रत्याशी शंकर लालवानी ने भी अपना पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 
    इंदौर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी ने जीत की लीड का अपना ही पिछला रिकार्ड तोड़ दिया है। लालवानी ने पिछले चुनाव में 5 लाख 47 हजार वोटों के मार्जिन से चुनाव जीता था, जो इंदौर लोकसभा चुनाव की सबसे बड़ी जीत थी। इस बार लालवानी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी संजय सोलंकी से 5 लाख 79 हजार 137 वोटों की लीड सातवें राउंड में बना ली है। इस बार नोटा ने 10 हजार से ज्यादा वोट पहले राउंड में ही हासिल कर लिए थे।
    सफाई के बाद इंदौर ने नोटा का भी रिकार्ड बना लिया है। इंदौर में एक लाख 25 हजार से अधिक वोट मिल गए हैं। नोटा का सबसे अधिक वोट का रिकार्ड बिहार की गोपालगंज सीट का है। यहां पर नोटा को 51 हजार 660 वोट मिले थे। दूसरे क्रम पर पश्चिम चंपारण में 45,609 वोट नोटा को मिले थे, लेकिन दोनों सीटों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए इंदौर लोक सभा सीट पर नोटा को एक लाख 25 हजार से अधिक वोट मिल गए हैं। इंदौर में पिछले चुनाव में नोटा को पांच हजार वोट मिले थे। 
    साभार अमर उजाला

  • मध्य प्रदेश में भाजपा क्लीन स्वीप की ओर, जानिए जीत के पीछे के पांच कारण

    भोपाल। मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों को लेकर तमाम एग्जिट पोल्स ने जो दावा किया थो, वो सटीक निकले हैं। भाजपा ने क्लीन स्वीप कर अपना मिशन पूरा कर लिया है। चौंकाने वाली बात ये रही कि कांग्रेस का गढ़ कही जाने वाली छिंदवाड़ा सीट पर भी भाजपा ने बढ़त बना रखी है।  
    मध्य प्रदेश में 2014 में मोदी लहर में कांग्रेस के बड़े-बड़े गढ़ ढह गए थे। सिर्फ गुना और छिंदवाड़ा में ही कांग्रेस को जीत मिली थी। 2019 में तो माहौल ही बदल गया। गुना में ज्योतिरादित्य सिंधिया को हार मिली। कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा को नकुल नाथ महज 25 हजार वोट से जीत सके थे। 2023 के विधानसभा चुनावों के नतीजों के आधार पर कांग्रेस को उम्मीद थी कि वह कम से कम 5 सीटों पर चुनौती देने की स्थिति में है। हालांकि, भाजपा के केंद्रीय और राज्य के नेतृत्व ने संकल्प लिया और सभी सीटों को जीतने के लिए पूरी ताकत लगा दी। इसका असर दिख भी रहा है।
    पांच बड़े कारण
    मोदी मेजिकः मध्य प्रदेश में भाजपा ने सतना में गणेश सिंह और मंडला में फग्गनसिंह कुलस्ते को उम्मीदवार बनाया, जिन्होंने विधानसभा चुनावों में हार का सामना किया था। दोनों भी अपनी सीट जीत रहे हैं। यह बताता है कि मतदाताओं ने मोदी के चेहरे पर वोट किया है। मोदी की लहर अब भी प्रदेश में कायम है। भाजपा के तमाम नेता भी दावा करत रहे कि मोदी के मन में MP है तो MP के मन में भी मोदी है। मोदी के चेहरे पर मतदाताओं का भरोसा कायम है।  
    राम मंदिर मुद्दा कायमः मध्य प्रदेश में राम मंदिर का मुद्दा कायम रहा। सर्वे एजेंसियों ने जब वोटरों से बात की तो उन्होंने कहा कि जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे। 22 जनवरी को जब अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हुई तो पूरे मध्य प्रदेश में माहौल राममय था। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा के कैम्पेन में यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया कि कांग्रेस ने राम मंदिर का न्योता ठुकराया है। इसी वजह से बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता भाजपा में भी शामिल हुए थे।  
    उम्मीदवारों का चयन: भाजपा ने विधानसभा चुनावों से सबक लेते हुए इस बार भी उम्मीदवारों की घोषणा चुनावों की तारीख आने से पहले ही कर दी थी। इसका भी फायदा पार्टी को मिला। कांग्रेस ने विधायकों और विधानसभा चुनाव हारे नेताओं को उम्मीदवार बनाया। इतना ही नहीं, सपा के लिए खजुराहो सीट छोड़ना और इंदौर में अक्षय बम को उम्मीदवार बनाना भी पार्टी के खिलाफ गया। इससे भी मतदाताओं में यह माहौल बना कि कांग्रेस मुकाबला ही नहीं करना चाहती।  
    बड़े नेताओं की घेराबंदीः विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के अभियान का नेतृत्व कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जैसे वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं ने किया। लोकसभा चुनाव में पार्टी ने छिंदवाड़ा में नकुल नाथ और राजगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को प्रत्याशी बनाया। इससे कमलनाथ छिंदवाड़ा में और दिग्विजय राजगढ़ में बंधकर रह गए। वह अन्य सीटों पर चुनाव प्रचार नहीं कर सके। ऐसे में कम अनुभवी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और उमंग सिंघार जैसे नेताओं पर प्रचार अभियान की जिम्मेदारी आ गई। चुनाव अभियान के दौरान दोनों की खटपट की खबरें भी आईं। इसे दूर करने के लिए जीतू पटवारी ने खुद उमंग सिंघार का वीडियो इंटरव्यू लेकर सोशल मीडिया पर पब्लिश किया। हालांकि, तब तक डैमेज हो चुका था। 
    कांग्रेस में मची भगदड़ः भाजपा के आंकड़ों पर यकीन करें तो कांग्रेस के तीन लाख से अधिक कार्यकर्ता पार्टी में शामिल हुए हैं। नरोत्तम मिश्रा के नेतृत्व में भाजपा की न्यू जॉइनिंग टोली ने सक्रियता के साथ कांग्रेस नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाई। छिंदवाड़ा में कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ के करीबी दीपक सक्सेना से लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी तक भाजपा में आए। कांग्रेस के पूर्व विधायक और विधानसभा चुनावों में भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़े नेता भी भाजपा में आए। इससे माहौल बना कि कांग्रेस तो मुकाबले में है ही नहीं।
    साभार अमर उजाला

  • आंध्र प्रदेश में टीडीपी-बीजेपी गठबंधन का क्लीन स्वीप

    नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश में टीडीपी-बीजेपी गठबंधन शानदार प्रदर्शन करता दिख रहा है। लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव में भी एनडीए ने भारी बढ़त बना ली है। अब तक के जो रुझान सामने आ रहे हैं उसके मुताबिक टीडीपी-बीजेपी गठबंधन 131 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं जगनमोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वीएसआरसीपी सिर्फ 8 सीटों पर आगे हैं। आंध्र प्रदेश में विधानसभा की कुल 175 सीटें हैं। किसी भी दल को बहुमत के लिए सिर्फ 88 सीटों की जरूर होती है। अब तक सिर्फ 139 सीटों की गिनती हुई है।
    वहीं, लोकसभा चुनाव की गिनती पर ध्यान दें तो सभी 25 सीटों के रुझान सामने आ चुके हैं। इनमें से टीडीपी 15 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, बीजेपी के खाते में सिर्फ 5 सीटें जाती दिख रही हैं। बीजेपी भी तीन पर आगे चल रही है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अमेठी में कांग्रेस के सिपाही से हार गईं स्मृति ईरानी

    अमेठी।  लोकसभा चुनाव के नतीजों ने चौंका दिया है। एनडीए के लिए 400 पार का नारा देने वाली बीजेपी बहुमत के आंकड़े को भी पार नहीं कर सकी है। हालांकि, एनडीए जरूर 290 के पार पहुंचता दिख रहा है। बीजेपी को सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश में लगा है, जहां पर पार्टी सपा से भी पिछड़ गई। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी अमेठी में हार गईं। अमेठी लोकसभा सीट पर स्मृति ईरानी को एक लाख से ज्यादा वोटों से हार का सामना करना पड़ा है। 
    राहुल गांधी पिछले लोकसभा चुनाव में अमेठी में हार गए थे, जिसके बाद कांग्रेस ने इस बार रणनीति में बदलाव करते हुए आखिरी समय में पत्ते खोले थे। शुरुआत में कयास लग रहे थे कि राहुल गांधी सिर्फ केरल की वायनाड सीट से ही चुनाव लड़ेंगे, लेकिन आखिरी वक्त में उनके अमेठी और बहन प्रियंका गांधी के रायबरेली से मैदान में उतरने की अटकलें तेज हो गईं। हालांकि, नामांकन के आखिरी दिन कांग्रेस ने राहुल को रायबरेली और अमेठी से सोनिया गांधी का कामकाज देखने वाले किशोरी लाल शर्मा को टिकट दे दिया। कांग्रेस सूत्रों ने इसे एक रणनीति करार दिया था और आज यही प्लानिंग सफल हो गई।
    जब अमेठी और रायबरेली के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों का ऐलान किया गया, तो रायबरेली में तो कार्यकर्ता खुश थे, क्योंकि सोनिया गांधी के बाद उन्हें राहुल गांधी के तौर पर उम्मीदवार मिला था, लेकिन अमेठी में कांग्रेस वर्कर्स में अचानक मायूसी छा गई थी। केएल शर्मा के उम्मीदवार बनने की वजह से बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भी मान लिया कि अब शायद ही स्मृति ईरानी के खिलाफ जीत हो सके, लेकिन समय बीतने के साथ-साथ माहौल बदला और खुद प्रियंका गांधी ने मोर्चा संभाले रखा। कई दिनों तक अमेठी के गांव-गांव जाकर सभाएं कीं और आखिरकार केएल शर्मा को जीत तक पहुंचा दिया। किशोरी लाल शर्मा को अमेठी से टिकट देने के पीछे कांग्रेस की रणनीति मानी जा रही थी। प्लानिंग यह थी कि यदि अमेठी में केएल शर्मा की जीत होती है तो यह बड़ी खबर होगी। लोगों के बीच चर्चाएं होंगी कि केंद्रीय मंत्री को कांग्रेस के एक आम कार्यकर्ता ने हरा दिया। वहीं, यदि केएल शर्मा स्मृति से हार भी जाते तो भी स्मृति ईरानी के लिए कोई बड़ी उपलब्धि नहीं होगी, क्योंकि पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने राहुल गांधी जैसे दिग्गज नेता को हराया था। अब जब अमेठी के नतीजे आ गए हैं और केएल शर्मा की जीत हो गई है तो कांग्रेस की यही रणनीति काम करती दिख रही।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • इन राज्यों में BJP ने किया क्लीन स्वीप, सभी सीटें जीतीं

    नई दिल्ली। भारत की 543 सीटों वाली संसद में बहुमत के लिए 272 का आंकड़ा छूना जरूरी है। हालांकि, अब तक भारतीय जनता पार्टी समेत कोई भी दल इससे काफी पीछे नजर आ रहा है। हालांकि, भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए ने आंकड़ा पार भी कर लिया है। ऐसे भी कई राज्य हैं, जहां एनडीएन क्लीन स्वीप कर विपक्ष के खिलाफ एकतरफा जीत हासिल करने की तैयारी में है।
    एनडीए मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटों पर जीत हासिल करती नजर आ रही है। भाजपा अरुणाचल प्रदेश की 2, त्रिपुरा की 2, हिमाचल प्रदेश की 4, उत्तराखंड की 5 और राजधानी दिल्ली की 7 सीटों पर आगे चल रही है। इन सभी को मिलाकर भाजपा 5 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 49 सीटों पर एकतरफा जीत दर्ज करने की तैयारी में है।
    ओडिशा से भी मिल सकती है खुशखबरी
    लोकसभा के साथ-साथ ओडिशा विधानसभा की 147 सीटों पर भी मतगणना जारी है। संभावनाएं हैं कि भाजपा पहली बार राज्य में बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। ईसीआई के आंकड़ों के अनुसार, भाजपा 75 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, सत्तारूढ़ बीजू जनता दल 54 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है। कांग्रेस को अब तक 16 सीटों पर बढ़त हासिल है।
    UP ने बिगाड़ा खेल, बंगाल में भी झटका
    2019 लोकसभा चुनाव में 62 सीटों पर जीत हासिल करने वाली भाजपा 40 का आंकड़ा भी नहीं छू पा रही है। वहीं, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस मिलकर 44 सीटों पर आगे चल रहे हैं। हालांकि, राज्य में एनडीए गठबंधन में राष्ट्रीय लोकदल भी शामिल है, लेकिन वह भी 2 सीटों पर ही बढ़त बनाए हुए है। सीटों की संख्या के लिहाज से 80 सीटों वाला उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा राज्य है।
    इसके अलावा भाजपा को पश्चिम बंगाल से भी खासी उम्मीदें थीं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी राज्य में सीटें बढ़ने की संभावनाएं जता रहे थे। भारत निर्वाचन आयोग के ताजा आंकड़े बता रहे हैं कि पार्टी अब तक महज 9 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है और तृणमूल कांग्रेस 32 सीटों पर आगे है। बीते लोकसभा चुनाव में यहां भाजपा ने 17 सीटें अपने नाम की थीं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • एग्जिट पोल में दिग्गजों को भी झटके का अनुमान

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों से पहले एग्जिट पोल्स की काफी चर्चा हो रही है। सभी एग्जिट पोल्स में एनडीए को एकतरफा जीत का अनुमान जाहिर किया गया है। ज्यादातर सर्वे में कहा गया है कि भाजपा को लगभग 300 सीटें मिल सकती हैं। यही नहीं इनमें से कुछ एग्जिट पोल्स में देश की कई हॉट सीट्स के नतीजे को लेकर भी भविष्यवाणी की गई है। अमेठी, रायबरेली, कन्नौज समेत देश की ऐसी तमाम सीटें हैं, जिन पर लोगों की नजरें टिकी हुई हैं। सर्वे एजेंसी स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स ने देश की सभी सीटों का अनुमान जाहिर किया है। इनमें से कुछ हॉट सीटों का यहां हम जिक्र कर रहे हैं।
    सर्वे के अनुसार अमेठी सीट से केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी को करारा झटका लग सकता है। इस सर्वे में अनुमान जताया गया है कि वह कांग्रेस कैंडिडेट किशोरी लाल शर्मा के मुकाबले हार सकती हैं। इसके अलावा राहुल गांधी रायबरेली में गांधी परिवार के गढ़ से विजयी हो सकते हैं। इससे पहले 2019 में वह अमेठी से हार गए थे, जिसके बाद उन्होंने अबकी बार रायबरेली से ही चुनाव लड़ा था। इन दो सीटों के अलावा कन्नौज से भी भाजपा को झटका लग सकता है। यहां उसके कैंडिडेट सुब्रत पाठक के मुकाबले अखिलेश यादव के जीतने का अनुमान है।
    यूपी के पूर्वांचल की आजमगढ़ लोकसभा सीट पर धर्मेंद्र यादव और भाजपा के दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ के बीच मुकाबला था। अनुमान है कि यहां भी INDIA अलायंस बाजी मार सकता है। अब राजस्थान की अलवर सीट की बात करें, जहां से केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं तो यहां वह जीत सकते हैं। इसके अलावा मनोहर लाल खट्टर करनाल लोकसभा सीट से विजयी हो सकते हैं। उन्होंने हाल ही में राज्य के सीएम पद से इस्तीफा दिया था और चुनाव में उतरे हैं। एग्जिट पोल में अनुमान जताया गया है कि खट्टर जीत सकते हैं। 
    दिल्ली में कन्हैया कुमार और मनोत तिवारी की फाइट से नॉर्थ ईस्ट दिल्ली सीट चर्चा में हैं। स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स के एग्जिट पोल में यहां से मनोज तिवारी जीत की ओर हैं। मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट कांग्रेस बुरे वक्त में भी जीतती रही है। लेकिन एग्जिट पोल के अनुसार यहां इस बार कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ हार सकते हैं और भाजपा को जीत मिल सकती है। 
    इसके अलावा एग्जिट पोल में कुछ और चौंकाने वाली भविष्यवाणियां की गई हैं। सर्वे के अनुसार मंडी लोकसभा सीट से कंगना रनौत जीत सकती हैं। वहीं बारामती लोकसभा सीट से शरद पवार का जलवा समाप्त हो सकता है और उनकी बेटी सुप्रिया सुले को हराकर अजित पवार की पत्नी जीत सकती हैं। इसके अलावा तिरुअनंतपुरम से कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर भी हार सकते हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • हिमालय में लंबे प्रवास से लौटीं उमा भारती ने कहा- भाजपा 450 से अधिक सीटों पर दर्ज करेगी जीत

    भोपाल। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने लोकसभा चुनाव के परिणाम पर बड़ा दावा किया है। उमा भारती का अनुमान है कि भाजपा एग्जिट पोल की भविष्यवाणी से कहीं अधिक सीटें जीतने जा रही है। हिमालय में लंबे प्रवास से लौटीं उमा भारती ने कहा है कि भाजपा 450 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेगी। गौरतलब है कि इस बार भाजपा ने '400 पार' का नारा दिया है। उन्होंने पीएम मोदी की भी जमकर तारीफ की और उन्हें मसीहाई करिश्मे वाला प्रधानमंत्री बताया। 
    उमा भारती ने काउंटिंग से एक दिन पहले सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट के जरिए भाजपा की प्रचंड जीत का भरोसा जताया। उमा भारती का कहना है कि हिमालय पर देशभर से आने वाले लोगों की मुलाकात के बाद उन्हें यह अनुमान हुआ है। उन्होंने लिखा, 'परसों एग्जिट पोल आया, उनके जो भी अनुमान हैं किंतु मेरा अनुमान साढ़े चार सौ से कम नहीं हो सकता। मैं अभी लगभग ढाई महीने हिमालय के प्रवास पर रही हूं। वहां विभिन्न राज्यों के तीर्थ यात्री और साधु संत मिले, वह मोदी जी के अलावा दूसरा नाम लेते ही नहीं थे।'
    पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पीएम मोदी की भी जमकर तारीफ की और कन्याकुमारी में उनके तप को लेकर कहा कि इसे कोई अलौकिक व्यक्ति ही कर सकता है। उमा ने कहा कि मोदी जी ने कन्याकुमारी में जिस तरह से तप किया, यह एक अलौकिक व्यक्ति ही कर सकता है। आजादी के बाद भगवान की दया से भारत को एक मसीहाई करिश्मे वाला प्रधानमंत्री मिल ही गया। उन्होंने आगे कहा, 'जिस तरह से मोदी जी ने बनारस में भावुकता के साथ गंगा जी की तुलना अपनी मां से की उससे मुझे भरोसा हो गया कि अविरल-निर्मल गंगा का मेरा सपना साकार रूप धारण करेगा।'
    पूर्व सीएम ने कहा, 'नदी जोड़ो योजना का मॉडल लिंक केन-बेतवा का मेरा सपना भी साकार होगा, इसीलिए मैं अपने प्रधानमंत्री जी पर विश्वास एवं अपने सपने साकार होने की उम्मीद से आनंदित एवं निश्चिंत हूं।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सरकार बनते ही पीएम मोदी की पहले 100 दिन के काम पर बड़ी बैठक

    नई दिल्ली। सातवें और अंतिम चरण के मतदान खत्म होने के बाद एजेंसियों ने एग्जिट पोल जारी कर दिए हैं। एग्जिट पोल के मुताबिक एनडीए की सरकार लगातार तीसरी बार बड़े बहुमत के साथ बन रही है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 45 घंटे की साधना के बाद कन्याकुमारी से राजधानी लौट आए हैं। जानकारी के मुताबिक वापस आते ही प्रधानमंत्री पीएमओ के अधिकारियों के साथ बड़ी बैठक करने जा रहे हैं। चुनाव प्रचार में व्यस्त होने से पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियो को होमवर्क दे दिया था। उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार 3.0 के पहले 100 दिनों के फैसलों का काम पूरा कर लिया जाए। 
    प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियों को बता दिया था कि पहले 100 दिनों ही कई बड़े फैसले लिए जाएंगे। इसके लिए 2029 का इंतजार नहीं करना है। ऐसे में माना जा रहा है कि अधिकारियों ने पहले 100 दिन के मोदी सरकार के फैसलों का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। माना जा रहा है कि अगस्त 2024 तक सरकार बड़े फैसले लेगी। सरकार बनने के बाद जुलाई में यूनियन  बजट पेश किया जाएगा। हालांकि अभी चुनाव का परिणाम आना बाकी है। चुनाव की वजह से इस बार फरवरी में अंतरिम बजट पेश किया गया था। 
    नई सरकार बनने के बाद सबसे पहले प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्कार और एनएसए अजित डोभाल की नियुक्ति हो सकती है। एक महीने के अंदर ही नए आर्मी चीफ और इंटेलिजेंस ब्यूरो के डायरेक्टरों की भी नियुक्ति कीजा सकती है। प्रधानमंत्री मोदी के विकसित और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के तहत मिलिट्री इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्स पर मोदी सरकार का फोकस रहेगा। पीएमओ अधिकारियों ने शपथ के बाद के 100 दिन का अजेंडा तैयार कर लिया है। इसके अलावा बीजेपी ने जो मैनिफेस्टो में वादे किए थे उनपर भी काम शुरू हो जाएगा। 13 जून को प्रधानमंत्री मोदी जी-7 की बैठक में भी शामिल हो सकते हैं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • BJP कार्यकर्ता हफीजुल शेख की गोली मारकर हत्या

    कोलकाता. पश्चिम बंगाल के नादिया में एक बीजेपी कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. मारे गए कार्यकर्ता की पहचान हफीजुल शेख के रूप में हुई है जो हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए थे. पुलिस सूत्रों ने बताया कि शनिवार शाम हफीजुल शेख की चाय की दुकान पर गोली मारकर हत्या कर दी गई.
    उसके सिर पर गोली मारी गई. पीड़ित भाजपा कार्यकर्ता के परिवार ने दावा किया कि वह हाल ही में भाजपा में शामिल हुआ था, इसलिए उसकी हत्या की गई है. पुलिस ने बताया कि आरोपी और पीड़ित दोनों का आपराधिक रिकॉर्ड है. मुख्य आरोपी की पहचान हो गई है, लेकिन उसे अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है.
    साभार आज तक

     

  • राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पार्टी उम्मीदवारों के साथ करेंगे अहम बैठक

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की मतगणना समाप्त होने के बाद अब सभी की निगाहें नतीजों पर टिकी हैं। एग्जिट पोल्स के नतीजों में भाजपा को प्रचंड बहुमत दिया गया। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पार्टी उम्मीदवारों के साथ अहम बैठक करेंगे। यह बैठक चुनाव नतीजों को लेकर वर्चुअल तरीके से होगी। बैठक सुबह 11 बजे होनी है। इस बैठक के बाद राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे दोपहर में पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ ही रणनीतिक बैठक करेंगे। 
    राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे के साथ पार्टी के शीर्ष नेताओं की बैठक में जो नेता शामिल होंगे, उनमें कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया, राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट और अन्य नेताओं का नाम है। इस बैठक में 4 जून को मतगणना वाले दिन की रणनीतिक तैयारियों पर चर्चा की जाएगी। इससे पहले शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के निवास पर विपक्षी गठबंधन की भी बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, सीपीआईएम, डीएमके, जेएमएम, आप, राजद, शिवसेना यूबीटी, एनसीपी एसपी पार्टियों के नेता शामिल हुए। बैठक के बाद विपक्षी गठबंधन के नेताओं ने 295 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करने का दावा किया। हालांकि एग्जिट पोल्स के नतीजों में विपक्षी गठबंधन को 150 के करीब सीटें ही दी गई हैं। 
    साभार अमर उजाला 

  • पश्चिम बंगाल में वोटिंग के दौरान गुस्साई भीड़ ने तालाब में फेंकी EVM

    कोलकाता. लोकसभा चुनाव के सातवें चरण की वोटिंग जारी है. इस बीच पश्चिम बंगाल से हंगामे की खबर आ रही है. जानकारी के मुताबिक दक्षिण 24 परगना में गुस्साई भीड़ ने ईवीएम और वीवीपैट मशीन को पानी में फेंक दिया है. आखिरी चरण में पश्चिम बंगाल की 9 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं.
    सातवें चरण की वोटिंग शुरू होने के कुछ देर बाद खबर आई कि पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना के कुलताई में बूथ संख्या 40, 41 पर भीड़ ने कथित तौर पर ईवीएम और वीवीपैट मशीन को पानी में फेंक दिया है. स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक मतदाताओं को कथित तौर पर टीएमसी समर्थकों ने धमकाया जिससे भीड़ उत्तेजित हो गई और ईवीएम को तालाब में फेंक दिया. 
    वोटिंग के मामले में इस बार पश्चिम बंगाल ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है. हालांकि पहले चरण से पश्चिम बंगाल से हिंसा की खबरें आ रही हैं. पहले ही चरण की वोटिंग वाले दिन तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया था कि अलीपुरद्वार तुफानगंज-2 ब्लॉक में बरोकोडाली-I ग्राम पंचायत के हरिरहाट क्षेत्र में टीएमसी के अस्थायी पार्टी कार्यालय को बीजेपी समर्थकों ने आग के हवाले कर दिया. 
    लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में शनिवार को सात राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश की 57 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाराणसी सीट भी शामिल है. जिन सीटों पर आज वोटिंग हो रही है, उसमें पंजाब और यूपी की 13-13 सीटें, पश्चिम बंगाल की 9 सीटें, बिहार की 8 सीटें, ओडिशा की 6 सीटें, हिमाचल प्रदेश की 4 सीटें, झारखंड की 3 सीट और एक चंडीगढ़ सीट शामिल है.
    इस चरण में कई बड़े दिग्गजों की किस्मत दांव पर है. इस फेज में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर हमीरपुर से, ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर से, लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती पाटलिपुत्र और एक्ट्रेस कंगना रनौत मंडी सीट से मैदान में हैं. 
    साभार आज तक

  • सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने नहीं स्वीकारी केजरीवाल की याचिका, 2 जून को करना होगा सरेंड

    नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिलती दिखाई दे रही है. उन्हें अब 2 जून को कोर्ट के सामने सरेंडर करना होगा. बता दें कि सीएम केजरीवाल ने अपनी अंतरिम जमानत 7 दिन के लिए आगे बढ़ाने की अपील की थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने उनकी यह याचिका स्वीकार ही नहीं की.
    सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत की अवधि 7 दिन बढ़ाने की याचिका को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है. रजिस्ट्री का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने सीएम को ट्रायल कोर्ट में जमानत याचिका दायर करने की छूट दी है. इसका मतलब साफ है कि केजरीवाल को 2 जून तक सरेंडर करना ही होगा.
    साभार आज तक

  • फिर आध्यात्मिक यात्रा पर जाएंगे पीएम मोदी!

    नई दिल्ली। 2024 के लोकसभा चुनाव में आखिरी फेज का प्रचार खत्म होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. वे तमिलनाडु के कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. पीएम 30 मई को कन्याकुमारी पहुंचेंगे और 1 जून तक वहीं रहेंगे. कन्याकुमारी में महासागर के बीच उभरी इस विशाल चट्टान पर आसीन होकर ध्यान लगाएंगे. वो भी उसी शिला पर जहां स्वामी विवेकानंद ने ध्यान लगाया था. ऐसा नहीं है कि पीएम मोदी चुनाव अभियान के बाद पहली बार ध्यान लगाने के लिए जा रहे हैं. 2014 में वो शिवाजी के प्रतापगढ़ और 2019 में उत्तराखंड में स्थित केदारनाथ गुफा पहुंचे थे. पीएम मोदी देश में अब तक जहां-जहां दौरे पर पहुंचे, वहां पर्यटन को जबरदस्त रफ्तार मिली है. पर्यटकों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है. 
    लोकसभा चुनाव में सातवें फेज में 1 जून को वोटिंग होनी है. चुनाव प्रचार 30 मई की शाम 5 बजे खत्म हो रहा है. पीएम मोदी पंजाब के होशियारपुर में अपनी आखिरी रैली करेंगे और उसके बाद वो वहीं से तमिलनाडु के कन्याकुमारी के लिए रवाना हो जाएंगे. पीएम वहां समुद्र तट से 500 मीटर भीतर स्थित विवेकानंद रॉक  मेमोरियल पहुंचेंगे और 31 मई से एक जून की शाम तक (24 घंटे) ध्यान मंडपम में ध्यान लगाएंगे. स्थानीय प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है.
    साभार आज तक

  • पूर्व पाक मंत्री ने जीत की कामना करते हुए राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल को दी शुभकामनाएं

    इस्लामाबाद। पाकिस्तान के एक और नेता ने भारत में चल रहे लोकसभा चुनाव को लेकर बयान दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हार की कामना की है। साथ ही पूर्व पाकिस्तानी मंत्री ने राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी की जीत की कामना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी है। पाकिस्तानी के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी के मन में इस बात की आशंका है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार भारत में सरकार बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हर कोई चाहता है कि नरेंद्र मोदी यह चुनाव हार जाएं। 
    आपको बता दें कि फवाद चौधरी ने 2019 के पुलवामा आतंकी हमले में पाकिस्तान का हाथ होने की बात खुले तौर पर स्वीकार की थी। न्यूज एजेंसी आईएएनएस को दिए एक इंटरव्यू में फवाद चौधरी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन की जीत की कामना की है। फवाद चौधरी ने कहा, "चाहे वह कश्मीर के मुसलमान हों या भारत के बाकी हिस्सों के, वे एक खास विचारधारा का सामना कर रहे हैं। वे अत्याचारों का सामना कर रहे हैं। भारत में रहने वाले अल्पसंख्यक कठिन परिस्थितियों को झेल रहे हैं। ऐसे में यह बहुत महत्वपूर्ण है कि नरेंद्र मोदी चुनाव हार जाएं। हर पाकिस्तानी चाहता है कि वह चुनाव हार जाएं।" 
    पाकिस्तान के पूर्व मंत्री ने कहा, "भारत और पाकिस्तान के रिश्ते तभी सुधरेंगे जब पाकिस्तान और भारत दोनों में चरमपंथ कम होगा। पाकिस्तान में भारत के प्रति कोई नफरत नहीं है, लेकिन भारत में भाजपा-आरएसएस गठबंधन पाकिस्तान के प्रति नफरत फैला रहा है। वे मुसलमानों के प्रति नफरत फैला रहे हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि इस विचारधारा के 'कर्ता-धर्ता' को हराया जाए। मुझे लगता है कि भारतीय मतदाता मूर्ख नहीं हैं।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अक्षय बम को मिली अग्रिम जमानत

    इंदौर। भाजपा नेता अक्षय कांति बम को बुधवार को हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई है। अक्षय कांग्रेस से भाजपा में आए हैं। वे कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी थे और चुनाव से ठीक पहले उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली। इस वजह से इंदौर में कांग्रेस चुनाव ही नहीं लड़ पाई थी।
    17 साल पुराने जमीन विवाद के केस में ट्रायल कोर्ट ने उनके खिलाफ 24 अप्रैल को धारा 307 बढ़ाने के आदेश दिए थे। सुनवाई से गैरहाजिर रहने पर गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया। उनके वकील योगेश गुप्ता ने बताया कि इस मामले में अक्षय बम ने दो अलग-अलग अदालतों में याचिकाएं दायर कर रखी हैं। हाई कोर्ट से इस केस में अग्रिम जमानत मांगी थी जबकि ट्रायल कोर्ट से धारा 307 लगाने पर पुनर्विचार याचिका दायर की है। हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई है, जबकि पुनर्विचार याचिका पर 5 जुलाई को सुनवाई होगी।
    साभार अमर उजाला

  • चुनाव बाद सीएम पद से हटाने के दावों पर बोले योगी आदित्यनाथ, 'ये विपक्ष का प्रोपेगेंडा'

    लखनऊ. भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 में से 80 सीटें जीतने का दावा कर रही है. वहीं विपक्ष का कहना है कि चुनाव के बाद पार्टी योगी आदित्यनाथ को सीएम पद से हटा देगी. आजतक की मैनेजिंग एडिटर श्वेता सिंह से खास बातचीत में सीएम योगी ने कहा कि मैं एक योगी हूं. सत्ता नहीं बल्कि पार्टी के मूल्यों और सिद्धांतों के लिए कार्य करना मेरी प्राथमिकता है.
    400 पार नारे के सवाल पर सीएम योगी ने कहा, 'विश्वास नहीं बल्कि यह होना है. यह देश का मंत्र बन चुका है. उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम पूरे देश में हर तबके के द्वारा, हर समुदाय के द्वारा इस नारे को अपने जीवन का हिस्सा बनाकर मोदी जी की लोकप्रियता, 10 वर्षों में उनके द्वारा किए गए कार्य, इन सबको ध्यान में रखकर, विरासत भी विकास भी, सुरक्षा भी सम्मान भी, स्थानीय स्तर पर विकास भी और गरीब कल्याण भी, इन सबको ध्यान में रखते हुए जनता जनार्दन इस नारे को हकीकत में बदल रही है.'
    उन्होंने कहा कि 4 जून को जब परिणाम आएंगे तो फिर एक बार मोदी सरकार और 400 का इस लक्ष्य को हम एनडीए के साथ हासिल करेंगे. विपक्ष की ओर से चुनाव के बाद योगी आदित्यनाथ को सीएम पद से हटाए जाने के दावों के सवाल पर उन्होंने कहा, 'विपक्ष के पास अब कोई मुद्दा नहीं है. वह आपस में बांटने की राजनीति कर रहा है. वैसे भी उन्होंने हमेशा विभाजन किया है. पहले कांग्रेस ने देश को बांटा, फिर इन्होंने क्षेत्र के आधार पर, भाषा के आधार पर बांटा और इस चुनाव में जाति के आधार पर बांटकर इन्होंने अनेक प्रकार के प्रोपेगेंडा किए.'
    साभार आज तक 

     

  • अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी और अति पिछड़ा वर्ग को अंधेरे में रखकर लूटा गया : पीएम मोदी

    नई दिल्ली. देश में हो रहे लोकसभा चुनाव आखिरी चरण में पहुंच गया है. चुनाव के इस आखिरी चरण के तहत एक जून को वोटिंग होनी है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरक्षण से लेकर विपक्ष के हमले सहित कई ज्वलंत मुद्दों पर बात की है. 
    पीएम मोदी ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि वह आरक्षण को लेकर लोगों को सचेत कर रहे हैं. यह पूछने पर कि इस चुनाव में आरक्षण इतना बड़ा मुद्दा कैसे बन गया? इस पर पीएम मोदी ने कहा कि मैं आरक्षण को लेकर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी और अति पिछड़ा वर्ग के भाई-बहनों को सचेत कर रहा हूं क्योंकि इनको अंधेरे में रखकर ये लोग लूट चला रहे हैं.
    प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे लगा कि इस समय जो संकट है, मुझे उससे देशवासियों को जागरूक करना चाहिए. इसलिए मैं आग्रहपूर्वक जनता-जनार्दन को समझा रहा हूं. दरअसल दो चीजें हो रही हैं. एक- भारत के संविधान की मूलभावना का हनन हो रहा है. संविधान की मर्यादाओं को तार-तार कर दिया जा रहा है और वो भी अपनी वोटबैंक की राजनीति के लिए.
    उन्होंने कहा कि मुझे याद है मैंने हाउस में कभी कांग्रेस के नेताओं को सुना था. वो कहते थे कि आप पीएसयू का निजीकरण कर रहे हैं. आप आरक्षण मिटा देना चाहते हैं. अब इसमें किसी तरह की वास्तविकता नहीं थी, वे सिर्फ गपबाजी कर रहे थे. लेकिन मेरे सामने आया कि जो लोग अपने-आप को दलितों और आदिवासियों के इतने बड़े हितैषी कहते हैं. वे हकीकत में उनके घोर दुश्मन हैं. इन्होंने रातोरात शैक्षणिक संस्थानों को माइनॉरिटी संस्थान बना दिया. अब माइनॉरिटी संस्थान बना दिया तो उन्होंने आरक्षण खत्म कर दिया. उन्होंने यूनिवर्सिटी तक को माइनॉरिटी स्टेटस दे दिया.
    पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली के जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी को उन्होंने माइनॉरिटी का दर्जा दे दिया तो उसमें सारे आरक्षण खत्म हो गए. दाखिले में भी और नौकरियों में भी आरक्षण खत्म हो गया. अब इसमें चीजें उभरकर आई कि करीब-करीब ऐसे दस हजार संस्थान हैं, जहां एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण के अधिकार को पिछले दरवाजे से छीन लिया गया. संविधान की पीठ में छूरा घोंपा गया है. बाबा भीमसाहेब आंबेडकर ने जिस सपने की व्यवस्था की थी, उसको इन्होंने वोटबैंक की राजनीति के लिए गिरवी रख दिया. ये चिंताजनक है और जब ये चीजें मेरे सामने आई तो मुझे लगा कि मेरा दायित्व बनता है कि मैं देश को अवगत कराऊं. 
    साभार आज तक 

  • पंजाब में बीजेपी का विरोध तेज, किसानों की अपील- किसी भी पार्टी को वोट दे दें लेकिन बीजेपी को ना दें

    चंडीगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 मई को पंजाब में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। उन्होंने गुरदासपुर और जालंधर में रैलियों को संबोधित किया। वहीं तमाम पाबंदियों के बाद भी किसानों ने मोदी सरकार का विरोध किया। पुतले फूंके गए और नारेबाजी की गई। पंजाब में मोदी सरकार के लिए किसानों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसान अब भी जमे हुए हैं। यहां किसानों ने अस्थायी गांव ही बसा लिया है। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ी, किसानों के टेंट में कूलर भी नजर आने लगे। लेकिन इस भयंकर गर्मी में भी वे टस से मस नहीं हुए। बता दें कि फरवरी में किसान दिल्ली की ओर कूच कर रहे थे लेकिन उन्हें शंभू बॉर्डर पर ही रोक दिया गया था। 
    1 जून को होने वाले चुनाव के आखिरी चरण में पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होनी है। उससे पहले किसानों ने बीजेपी का विरोध तेज कर दिया है। किसानों ने अपील की है लोग किसी भी पार्टी को वोट दे दें लेकिन बीजेपी को ना दें। भारतीय किसान यूनियन (बहरामके) के अध्यक्ष बलवंत सिंह ने कहा कि किसान मोर्चा अपील करता है कि बीजेपी का कोई प्रत्याशी अगर आपके गांव में प्रचार करने पहुंचे तो उसका विरोध करिए और बाहर का रास्ता दिखा दीजिए। 
    बीजेपी के विरोध के बाद भी किसानों ने यह नहीं बताया है कि वे आखिर किस पार्टी का समर्थन करना चाहते हैं। उनका कहना है कि किसी पार्टी ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। कभी कांग्रेस को वोट दिया गया तो कभी अकालियों को। सिंह ने कहा, किसी पार्टी के पास किसानों के लिए कोई अजेंडा नहीं है। भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) की सुखविंदर कौर ने कहा, हमारी मांग है कि हरियाणा पुलिस  ने झूठे मामलों में जिन युवाओं को गिरफ्तार किया है, उन्हें तत्काल रिहा किया जाए। हमारे पास भी सरकार से सवाल पूछने का अधिकार है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कंगना रनौत के समर्थन में मंडी पहुंचे मोदी, बोले- पागलपन के अलग ही स्तर पर पहुंच गई है कांग्रेस

    नई दिल्ली। प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया। कंगना रनौत के समर्थन में मंडी पहुंचे मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पागलपन के अलग ही स्तर पर पहुंच गई है। कांग्रेस सत्ता में आने पर भारत के परमाणु हथियारों को खत्म करने, जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को बहाल करने और नागरिकता संशोधन अधिनियम को रद्द करने का इरादा रखती है। चुनावी रैली में उन्होंने उन लोगों पर भी हमला बोला, जिन्होंने प्रचार के दौरान भाजपा उम्मीदवार और अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था।
    हिमाचल के मंडी में जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि आपने दशकों तक कांग्रेस का शासन देखा है। कांग्रेस को एक ऐसा भारत पसंद है जो गरीब हो, नागरिक समस्याओं से घिरा हुआ हो। इसलिए, यह देश में पुरानी स्थिति को वापस लाना चाहते हैं। यह देश की प्रगति में रिवर्स गियर लगाना चाहती है, इसलिए कांग्रेस कह रही है कि अगर वह सत्ता में आती है तो वह अनुच्छेद 370 को वापस लाएगी और सीएए को रद्द कर देगी। यह पागलपन के स्तर पर पहुंच गया है जहां यह कहा जा रहा है कि यह भारत के परमाणु हथियारों को समाप्त कर देगा। वे अपने चुनाव अभियान में ये घोषणाएं कर रहे हैं।
    साभार नवभारत टाइम्स

  • छठे चरण के मतदान से पहले टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या, एक गंभीर, 5 बीजेपी कार्यकर्ता गिरफ्तार

    कोलकाता. पश्चिम बंगाल में मतदान से पहले एक बार फिर हुई दो अलग-अलग घटनाओं ने सुरक्षा-व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है. कारण, छठे चरण के मतदान से कुछ घंटे पहले पूर्वी मिदनापुर में एक टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई तो वहीं एक टीएमसी कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गया. पहली घटना पूर्वी मिदनापुर के महिषादल की है, जहां शुक्रवार रात चुनावी रंजिश में एस.के मोइबुल नाम के एक टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई. मृतक टीएमवाईसी के उपाध्यक्ष थे. टीएमसी ने आरोप लगाया है कि जब मोइबुल कल रात घर लौट रहे थे तो बीजेपी के कुछ लोगों ने उनकी हत्या कर दी. इस संबंध महिषादल थाना पुलिस ने 5 बीजेपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है.
    साभार आज तक

  • मतदान का डेटा जारी करने को लेकर चुनाव आयोग को सुप्रीम कोर्ट से राहत

    नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों के डेटा प्रकाशित करने में हुई देरी को लेकर दायर याचिका पर भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) को राहत दी है। कोर्ट ने एक एनजीओ की याचिका पर निर्वाचन आयोग को लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान प्रतिशत के आंकड़े उसकी वेबसाइट पर अपलोड करने के संबंध में कोई निर्देश देने से इनकार कर दिया है।
    लोकसभा चुनाव मतदान के 48 घंटे के भीतर प्रत्येक मतदान केंद्र पर डाले गए मतों के आंकड़े वेबसाइट पर डालने की मांग वाली एक याचिका पर बुधवार को सुनवाई थी। अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। चुनाव आयोग ने अपने हलफनामे में कोर्ट से कहा कि इस प्रकार से आंकड़े पूरी तरह से सार्वजनिक करने से चुनावी प्रक्रिया को नुक्सान होगा।
    एनजीओ एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स द्वारा दायर एक आवेदन पर 24 मई को शीर्ष अदालत में सुनवाई से पहले चुनाव आयोग ने एक हलफनामा दायर कर यह दावा किया। हलफनामे में कहा गया है कि फॉर्म 17 सी के पूर्ण खुलासे से शरारत हो सकती है। इससे पूरे चुनावी प्रक्रिया को नुकसान होगा।
    चुनाव आयोग ने कहा कि वेबसाइट पर फॉर्म 17सी (प्रत्येक मतदान केंद्र पर डाले गए वोटों के आंकड़े) डालना उचित नहीं होगा। चुनाव आयोग ने यह भी दावा किया कि पहले दो चरणों में अंतिम मतदान आंकड़े में 5 से 6 फीसदी की वृद्धि के संबंध में लगाए गए आरोप भ्रामक और निराधार थे।
    आयोग ने यह भी कहा कि चुनाव के अंतिम दो चरणों में प्रक्रिया बदलना चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप होगा और यह संविधान के अनुच्छेद 329 (बी) (चुनाव याचिका को छोड़कर संसद या विधानसभा के किसी भी चुनाव पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए) के तहत होगा।
    उच्चतम न्यायालय से चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि उम्मीदवार या उसके एजेंट के अलावा किसी अन्य व्यक्ति को फॉर्म 17सी प्रदान करने का कोई कानूनी आदेश नहीं है। याचिका में कहा गया है कि याचिकाकर्ता चुनाव अवधि के बीच में एक आवेदन दायर करके एक अधिकार बनाने की कोशिश कर रहा है, जबकि कानून में ऐसा कुछ भी नहीं है। याचिका में यह भी तर्क दिया कि मतदान केंद्र के पास फॉर्म 17सी अपलोड करने के लिए कोई साधन नहीं है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • छठवें चरण के पहले पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प, महिला भाजपा कार्यकर्ता की मौत, 7 घायल

    कोलकाता. लोकसभा चुनाव के छठवें चरण के पहले पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई है, जिसमें बीजेपी की एक महिला कार्यकर्ता की मौत हो गई है. इस झड़प में बीजेपी के 7 कार्यकर्ता घायल भी हुए हैं.
    घटना 22 मई की देर रात नंदीग्राम के सोनचूरा की बताई जा रही है. यहां बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. तणमूल कार्यकर्ताओं पर आरोप है कि उन्होंने धारदार हथियार से बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला किया. झड़प में मृतक महिला बीजेपी कार्यकर्ता का नाम रथीबाला आड़ी बताया जा रहा है. यह पहली बार नहीं है, जब पश्चिम बंगाल के किसी इलाके में बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प देखने को मिली है. इसके पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के वर्कर्स के बीच हिंसा सामने आई है.
    हाल ही में 20 मई को बंगाल के बैरकपुर में बीजेपी उम्मीदवार अर्जुन सिंह और टीएमसी कार्यकर्ता के बीच झड़प हुई थी. पुलिसवालों की मौजूदगी के बीच ये कहासुनी हुई थी. उसके बाद से इलाके में तनाव फैल गया था. इसका फुटेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. तस्वीरों में दिख रहा था कि कई वोटर अर्जुन सिंह से बहस कर रहे हैं. दरअसल, बीजेपी कैंडिडेट ने आरोप लगाया था कि टीएमसी के पार्थ भौमिक ने पैसे बांटे हैं. 
    साभार आज तक 

     

  • छठे चरण के लिए आज थम जाएगा चुनाव प्रचार, मोदी और राहुल की रैलियां

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव में अब महज 2 चरणों के मतदान होना बाकी है. इस कड़ी में छठे चरण का चुनाव 25 मई और सातवें चरण के लिए मतदान 1 जून को होना है. इसके बाद 4 जून को सभी चरणों के नतीजे घोषित किए जाएंगे. आखिरी दो चरण बचे होने के कारण सियासी दलों ने अपना चुनाव प्रचार तेज कर दिया है. हालांकि, आज छठे चरण के लिए चुनाव प्रचार खत्म हो जाएगा.
    बता दें कि छठे चरण में 8 राज्यों की 58 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इस चरण में दिल्ली की 7, उत्तर प्रदेश की 14, बिहार की 8, पश्चिम बंगाल की 8, हरियाणा की 10, झारखंड की चार, ओडिशा की 6 और जम्मू-कश्मीर की एक सीट पर चुनाव है.
    कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज दिल्ली में रैली करेंगे. वह उत्तर पूर्वी दिल्ली के ग्रीनफील्ड पब्लिक स्कूल के पास डीडीए ग्राउंड, दिलशाद गार्डन में रैली करेंगे. वहीं, इसके बाद वह उत्तर पश्चिमी दिल्ली के पंछी टेंट हाउस में महिला विचार विमर्श, पेट्रोल पंप के पास, औद्योगिक क्षेत्र में भी रैली को संबोधित करेंगे.
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पंजाब और हरियाणा में जनसभा को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी पहले दोपहर 2 बजे हरियाणा के भिवानी-महेंद्रगढ़ में रैली करेंगे. इसके बाद शाम 4.30 बजे पंजाब के पटियाला में जनसभा को संबोधित करेंगे.
    साभार आज तक 

  • अक्षय कांति बम पर कांग्रेस ने रखा 5000 रुपए का इनाम, निगरानी उड़नदस्ता भी लगाया

    इंदौर. इंदौर लोकसभा चुनाव के मैदान से कदम पीछे खींचने वाले और आईपीसी की धारा 307 में आरोपी अक्षय कांति बम को कांग्रेस घेरने में जुट गई है. बागी होकर बीजेपी में शामिल हो चुके नेता बम के खिलाफ कांग्रेस ने शहर में जगह-जगह पोस्टर-बैनर चिपका दिए हैं. यह पोस्टर्स हत्या के आरोप में फरार चल रहे बम को गिरफ्तार करवाने के लिए लगवाए गए हैं.  
    इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने बताया, कांग्रेस पार्टी के भगोड़ा लोकसभा चुनाव उम्मीदवार और आईपीसी की धारा 307 के आरोपी अक्षय कांति बम को गिरफ्तार करवाने के लिए पार्टी लगी हुई है. पुलिस का सहयोग करने के लिए रात्रि 11 बजे निगरानी उड़नदस्ता लगाया गया है. पोस्टर और बैनरों मे लिखवाया है कि फरार आरोपी अक्षय बम की सूचना 94250-60420 नंबर पर देने वाले आम नागरिक या कांग्रेस के कार्यकर्ता को 5100 रुपए का नगद इनाम दिया जाएगा और प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया जाएगा.
    फरार आरोपी अक्षय कांति बम के पोस्टर सैकड़ों की संख्या मे ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा सहित रेलवे स्टेशन, सरवटे बस स्टेड, रीगल चौराहा, पलासिया चौराहा, तिलक नगर, एसओजी लाईन, यशवंत रोड, जयराम कॉलोनी सहित कई स्थानों पर चिपकाए गए हैं.  
    यादव ने कहा है कि सेंशन कोर्ट से अक्षय कांति बम की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज हो चुकी है. निचली अदालत की तरफ से अक्षय कांति बम और अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास की धारा 307 बढ़ाए जाने के बाद गिरफ्तारी वारंट जारी किया जा चुका है तो आरोपी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा है? कोर्ट के आदेश का पालन क्यों नहीं किया जा रहा है? कांग्रेस ने मांग की है कि आरोपी अक्षय बम को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए. हमारा निगरानी उड़नदस्ता भी लगातार पुलिस के सहयोग के लिए उसे जगह-जगह तलाश रहा है और इसलिए इनाम भी अब घोषित किया गया है, क्योंकि आम जनता से इसकी जानकारी मिल सके और हम इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दे सकें. 
    साभार आज तक

  • पांचवें चरण के मतदान के बाद बिहार के सारण में हिंसा, गोलीबारी में एक की मौत, दो घायल, इंटरनेट बंद

    बिहार के सारण में चुनाव बाद हिंसा, गोलीबारी में एक की मौत, दो घायल, 48 घंटे के लिए इंटरनेट बंद
    पटना. बिहार की सारण लोकसभा सीट पर सोमवार को हुए पांचवें चरण के मतदान के बाद हिंसा की खबर है. इस सीट से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की ओर से रोहिणी आचार्य उम्मीदवार हैं. वह सोमवार शाम को मतदान खत्म होने के बाद छपरा शहर के जिस बूथ पर पहुंची थी, वहां जमकर हंगामा हुआ.
    इस मामले में विवाद बढ़ने पर सारण में मंगलवार को दो पक्षों के बीच गोलीबारी हुई, जिसमें तीन लोगों को गोली लगी. इस घटना में एक शख्स की मौत हो गई जबकि दो लोग बुरी तरह से घायल हैं. इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है जबकि दो दिनों के लिए सारण में इंटरनेट पर बैन लगा दिया गया है. 
    घटना के बाद छपरा के भिखारी ठाकुर चौक के पास बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है. मौके पर एसपी और डीएम भी मौजूद हैं. बता दें कि सोमवार शाम को आरजेडी उम्मीदवार रोहिणी आचार्य इसी इलाके के बूथ संख्या 118 पर पहुंची थी. 
    इस घटना के एक चश्मदीद स्थानीय नागरिक ने बताया कि दोनों तरफ से बहुत लोग थे. बहुत भीड़ थी. दोनों तरफ से लोग लाठी-डंडा लेकर आए थे. गोलियां भी चली. तीन लोगों को गोली लगी है.
    स्थानीय लोगों का आरोप है कि रोहिणी आचार्य ने बूथ पर पहुंचकर मतदाताओं के साथ गलत बर्ताव किया था, उनके साथ समर्थक भी थे. रोहिणी आचार्य को आक्रोशित भीड़ को देखते हुए वहां से निकलना पड़ा था लेकिन मंलवार सुबह नए सिरे से विवाद बढ़ा तो गोलीबारी हुई.
    इस घटना पर सारण एसपी गौरव मंगला ने कहा कि कल आरजेडी और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हुआ था. उसी प्रतिक्रिया में आज कुछ लोगों ने गोलीबारी की. तीन लोगो को गोली लगी है, जिसमें एक की मौत हो गई है. दो लोग अस्पताल में भर्ती हैं. जिन लोगों ने ये घटना भड़काई थी. उनके ऊपर कार्रवाई की गई है. कुछ समय के लिए इंटरनेट को बैन किया जाएगा.
    साभार आज तक 

  • केजरीवाल की भविष्यवाणी, इंडिया गठबंधन को 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी

    नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश के गृहमंत्री और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ पर मंगलवार को जोरदार पलटवार किया। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने आरोप लगाया कि अमित शाह ने आम आदमी पार्टी के समर्थकों को पाकिस्तानी बताया। केजरीवाल ने एक बार फिर दावा किया कि योगी आदित्यनाथ को पीएम मोदी और अमित शाह मुख्यमंत्री पद से हटाने वाले हैं। 'आप' के मुखिया और इंडिया गठबंधन के अहम साझेदार ने यह भी दावा किया कि विपक्षी दलों को 300 से अधिक सीटों पर जीत मिलने जा रही है। 
    अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि 4 जून को इंडिया गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने दावा किया कि विपक्षी गठबंधन को 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। केजरीवाल ने कहा, 'पांचवें चरण का चुनाव संपन्न हो गया है। जैसे जैसे चुनाव होते जा रहे हैं वैसे वैसे साफ होता जा रहा है कि चार जून को मोदी सरकार जा रही है और इंडिया गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। कई लोगों ने सर्वे किए हैं और जो नतीजे आ रहे हैं उससे साफ है कि चार जून को इंडिया गठबंधन को अपने दम पर 300 से ज्यादा सीटें मिल रही हैं। इंडिया गठबंधन देश को साफ-सुधरी और स्थिर सरकार देने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।'
    अरविंद केजरीवाल ने कहा- कल अमित शाह जी दिल्ली आए थे। उनकी सभा में 500 से भी कम लोग थे। वह जनता को गाली देने लगे। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के समर्थक पाकिस्तानी हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या दिल्ली के लोग पाकिस्तानी है। क्या पंजाब के लोग पाकिस्तानी हैं, क्या गुजरात और गोवा के लोग पाकिस्तानी हैं? पंचायत के चुनाव में उत्तर प्रदेश, असम और कई राज्यों में हमारे पंच सरपंच चुने गए, क्या सभी पाकिस्तानी हैं। आपको पीएम मोदी ने अपना वारिस चुना है तो आपको इतना अहंकार हो गया कि आप लोगों को गालिया देने लगे। आप प्रधानमंत्री नहीं बन रहे हैं क्योंकि चार जून को इंडिया गठबंधन की सरकार बन रही है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अमित शाह ने केजरीवाल पर किया अटैक, कहा- 'अगर सीएम आवास में महिला सांसद की पिटाई हो..., वह मुख्यमंत्री महिला सुरक्षा नहीं कर सकता'

    रांची। राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच 'जुबानी जंग' खत्म होने का नाम नहीं ले रही। मालीवाल ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार के मंत्री उनके बारे में झूठ फैला रहे हैं। उन्होंने मंत्रियों को अदालत में ले जाने की धमकी भी दे डाली है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर मालीवाल के साथ बदसलूकी मामले पर अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बयान आया है। शाह ने कहा कि 'महिला सुरक्षा पर मैं कोई बात नहीं करना चाहता, वरना केजरीवाल जी रूठ जाएंगे।'
    भाजपा के दिग्गज नेता अमित शाह ने केजरीवाल पर अटैक करते हुए कहा, 'भाइयों-बहनों... मुझे बताओ, मुख्यमंत्री आवास में किसी महिला राज्यसभा सांसद की पिटाई हो, तो वह (सीएम केजरीवाल) दिल्ली की महिलाओं को सुरक्षित रख सकते हैं क्या?' शाह ने स्पीच का यह हिस्सा अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया है। उन्होंने कैप्शन में लिखा, 'जिस मुख्यमंत्री के आवास पर एक महिला सांसद की पिटाई हुई हो, वह मुख्यमंत्री महिला सुरक्षा नहीं कर सकता।' 
    स्वाति मालीवाल ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में 'आप' नेताओं के आरोपों का खंडन किया कि उन्होंने भाजपा के इशारे पर सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव कुमार के खिलाफ मारपीट की शिकायत इसलिए दर्ज कराई है क्योंकि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया था। स्वाति ने लिखा, 'कल से दिल्ली के मंत्री झूठ फैला रहे हैं कि मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार की प्राथमिकी हुई है, इसलिए भाजपा के इशारे पर मैंने ये सब किया। ये प्राथमिकी आठ साल पहले 2016 में हो चुकी थी जिसके बाद मुझे मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल दोनों ने दो बार और महिला आयोग की अध्यक्ष नियुक्त किया। मामला पूरी तरह फर्जी है जिस पर 1.5 साल से माननीय उच्च न्यायालय ने रोक लगा रखी है और माना है कि पैसे का कोई लेनदेन नहीं हुआ है।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पीएम मोदी बोले- चार जून की हार को देख इंडी गठबंधन की बैखलाहट बढती जा रही

    पटना। पीएम मोदी मंगलवार देर शाम पटना पहुंचे थे। पीएम दिवंगत सुशील मोदी के परिजनों से मिले। इसके बाद पहली बार भाजपा कार्यालय पहुंचे। यहां पर उन्होंने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इसके बाद रात में राजभवन में विश्राम किया। 
    पीएम मोदी ने कहा कि चार जून की हार को देख इंडी गठबंधन की बैखलाहट बढती जा रही है। अब यह लोग मोदी की योजना पर सवाल उठा रहे हैं। मैंने तय किया है कि गरीब के घर का चूल्हा बुझने नहीं दूंगा। रात को जब बच्चे भूखे पेट सोते हैं तो उस मां पर क्या बीतती है, इसका मुझे पता है। इसलिए मोदी गरीब को मुफ्त राशन देता है और देता ही रहेगा। यह कहते हैं मोदी गरीबों को पक्के घर और मुफ्त इलाज की सुविधा क्यों दे रहा है। 
    पीएम मोदी ने कहा कि चांदी का चम्मच लेकर पैदा होते हैं, उन्हें पता नहीं होता मेहनत क्या होती है। तेजस्वी पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैंने सुना है कि यहां कोई घूम-घूमकर कह रहा है कि चार जून के बाद मोदी को बेड रेस्ट होगा। मैं तो परमात्मा से यही कामना करता हूं कि मोदी तो क्या देश के किसी भी नागरिक के जीवन में बेड रेस्ट की नौबत नहीं आनी चाहिए। वह उमंग में जीवन जीएं। लेकिन, जंगलराज के वारिस से उम्मीद ही क्या की जा सकती है। उधर, यूपी का शहजादा कहता है कि मोदी की आखिरी जीवन बनारस में। इन लोगों के पास मोदी को गाली देने के अलावा कोई मुद्दा नहीं है। कोई कह रहा मोदी की कब्र खोदेंगे। कोई कहता है मोदी को गाड़ देंगे। कोई मोदी के आंसू देखना चाहता है। इंडी वालों आपकी इच्छा से अब देश नहीं चलता।  इंडी वालों की आंखों में भले ही मोदी खटकता हो लेकिन देश की आंखों में मोदी है। हर दिल में मोदी है।  
    पीएम मोदी ने कहा कि मुझे केंद्र में मजबूत सरकार चाहिए। यह सरकार आपके बच्चों के भविष्य के लिए चाहिए। आपकी सपनों को पूरा करने के लिए मजबूत सरकार चाहिए। इसलिए मैं आज पूज्य बापू की जन्मभूमि गुजरात से पूज्य बापू की कर्मभूमि में आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं। मैं जहां भी जा रहा हूं एक ही स्वर सुनाई दे रहा है, फिर एक बार मोदी सरकार। अपकी बार चार सौ पार।
    पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और राजद के लोगों ने बड़े-बड़े महल बना लिए। स्विस बैंक में खाते खुलवा लिए। आप लोगों के पास पेट भरने के लिए अन्न नहीं थे। लेकिन, इन लोगों की अलमारियां नोटों से भरी रहती है। आपके बच्चों के पास पढ़ने के लिए स्कूल नहीं था। इनके बच्चे विदेशों में जाकर पढ़ते रहे। गरीब परेशानी और मुश्किल में था। लेकिन, इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता था। गरीब की पूछ तब शुरू हुई जब गरीब का यह बेटा प्रधानसेवक के रूप में आपकी सेवा में खपने लगा। पिछले 10 साल में मोदी का बहुत समय पिछली सरकार के गड्ढे भरने में लगा है। पिछले 10 साल में जो काम हुए, वो अब अगले पांच में होगा। यह मोदी की गारंटी है। 
    साभार अमर उजाला

  • 13 मई को मतदान के बाद इंदौर के भाजपा नेता दूसरे प्रदेशों में कर रहे चुनाव प्रचार

    इंदौर। मध्य प्रदेश में 13 मई को मतदान हो चुका है और अब इंदौर के भाजपा के बड़े नेता दूसरे राज्यों के चुनाव प्रचार अभियानों में हिस्सा ले रहे है। कैलाश विजयवर्गीय, जीतू जिराती, शंकर लालवानी दूसरे प्रदेशों में प्रचार करने गए है।
    प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव रह चुके है। उन्हें भाजपा ने पंजाब राज्य का जिम्मा दे रखा है। पंजाब में भाजपा की कांग्रेस और आप पार्टी से कड़ी टक्कर है।
    विजयवर्गीय पहले हरियाणा के प्रभारी रह चुके है। उनके नेतृत्व में हरियाणा में भाजपा की सरकार बन चुकी थी, इसलिए उन्हें पंजाब भेजा गया है। वे फिलहाल वहीं पर है। उन्होंनेे चंडीगढ़,पंचकुला और अमृतसर लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार किया। पंजाब में 25 मई को मतदान होना है। विजयवर्गीय दिल्ली की चांदनीचौक सीट के भाजपा उम्मीदवार के लिए भी चुनाव प्रचार करने गए थे।
    सोमवार को महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ। शुरुआत में मतदान की गति धीमी थी। दोपहर में कैलाश विजयवर्गीय ने एक्स और फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर की। जिसकी बड़ी चर्चा रही।
    बंगाल और महाराष्ट्र के वोटिंग प्रतिशत की तुलना करते हुए उन्होंने लिखा था कि रोहिंग्या घुसपैठ वाले प्रदेश में 50 प्रतिशत मतदान और हिन्दू साम्राज्य की स्थापना करने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रदेश में 25 प्रतिशत मतदान...!, हालांकि महाराष्ट्र में मतदान समाप्ति तक 50 प्रतिशत मतदान हुआ।
    साभार अमर उजाला

  • चुनाव परिणाम अद्यतन: भाजपा और कांग्रेस गठबंधन के संभावित परिणाम

    रंजीत टाइम्स विशेष रिपोर्ट

     


    लेखक: गोपाल गावंडे,

    मुख्य संपादक, रंजीत टाइम्स


    तारीख: 4 जून 2024
    जैसे ही चुनाव परिणामों की घोषणा के दिन नजदीक आ रही है, पूरे देश की नजरें इस पर टिकी हुई हैं कि अगली सरकार कौन बनाएगा। विभिन्न पूर्वानुमान और सर्वेक्षणों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है।


    भाजपा के संभावित परिणाम:
    अधिकांश सर्वेक्षणों के अनुसार, भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) इस बार भी भारी बहुमत से जीतने की ओर अग्रसर है। इंडिया टुडे और अन्य सर्वेक्षणों के अनुसार, NDA को 393 सीटें तक मिल सकती हैं, जोकि पिछले चुनावों के मुकाबले एक बड़ी बढ़त है [[❞]]


    कांग्रेस गठबंधन (इंडिया) के संभावित परिणाम:
    कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन को इस चुनाव में 166 सीटें मिलने की संभावना है, जिसमें से कांग्रेस को अकेले 71 सीटें मिल सकती हैं। यह संख्या पिछले चुनावों के मुकाबले एक बढ़ोतरी को दर्शाती है। दक्षिण भारत में कांग्रेस गठबंधन को अधिक समर्थन मिलने की उम्मीद है, जबकि उत्तर भारत में भाजपा का दबदबा बना रह सकता है [[❞]]


    प्रमुख राज्य और सीटों का बंटवारा:
    1. *उत्तर प्रदेश:* भाजपा को 72 सीटें और कांग्रेस गठबंधन को 8 सीटें मिलने की संभावना है।
    2. *महाराष्ट्र:* भाजपा को 22 और कांग्रेस गठबंधन को 26 सीटें मिल सकती हैं।
    3. *पश्चिम बंगाल:* तृणमूल कांग्रेस को 22 सीटें और भाजपा को 19 सीटें मिल सकती हैं।
    4. *बिहार:* भाजपा को 8 और कांग्रेस गठबंधन को 32 सीटें मिल सकती हैं [[❞]]

    निष्कर्ष:
    चुनाव परिणामों की आधिकारिक घोषणा के बाद ही स्पष्ट होगा कि कौन सी पार्टी सत्ता में आएगी। लेकिन प्रारंभिक सर्वेक्षणों के अनुसार, भाजपा के नेतृत्व वाला NDA बहुमत हासिल कर सकता है, जबकि कांग्रेस गठबंधन को भी कुछ महत्वपूर्ण सीटें मिल सकती हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि वास्तविक परिणाम क्या होते हैं और किस प्रकार का राजनीतिक परिदृश्य उभरता है।
    रंजीत टाइम्स की इस विशेष रिपोर्ट के साथ हम आपको चुनाव परिणामों के ताजा अपडेट और विश्लेषण प्रदान करते रहेंगे। बने रहिए हमारे साथ!

  • हेलिकॉप्टर हादसे में ईरान के राष्ट्रपति की मौत, विदेश मंत्री की भी नहीं रहे

    नई दिल्ली. ईरान के हेलिकॉप्टर हादसे में दुखद खबर आई है. इस घटना में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत की खबर आ रही है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने एक ईरानी अधिकारी के हवाले से कहा कि रेस्क्यू टीमों ने दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर के मलबे का पता लगा लिया है और इस बात की उम्मीद बहुत कम है कि ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और उनके विदेश मंत्री बर्फीले मौसम के बीच पहाड़ी इलाके में हुए इस हेलिकॉप्टर दुर्घटना में ​जीवित बचे हों. ईरान के प्रेस टीवी ने एक्स पोस्ट में लिखा, 'बचाव दल ने राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर की पहचान कर ली है. किसी भी जीवित व्यक्ति का कोई सुराग नहीं मिला है.'
    बता दें कि राष्ट्रपति के काफिले में तीन हेलिकॉप्टर शामिल थे, जिनमें से दो तो सुरक्षित लौट आए, लेकिन वह हेलिकॉप्टर वापस नहीं लौटा जिसमें इब्राहिम रईसी के साथ ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मालेक रहमती और धार्मिक नेता मोहम्मद अली आले-हाशेम भी सवार थे. अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया, 'दुर्घटना में राष्ट्रपति रईसी का हेलिकॉप्टर पूरी तरह से जल गया...दुर्भाग्य से इसमें सवार सभी लोगों के मारे जाने की आशंका है.'
    पूर्वी अजरबैजान प्रांत के पहाड़ी इलाके में क्रैश हुए हेलिकॉप्टर के मलबे तक पहुंचने के लिए बचाव दल रात भर बर्फीले तूफान के बीच संघर्ष करते रहे. तब सोमवार तड़के रेस्क्यू टीम घटनास्थल तक पहुंच सकी. खराब मौसम की वजह से रेस्क्यू टीम को घटनास्थल तक पहुंचने में करीब 17 घंटे लग गए. 
    साभार आज तक

  • बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम अनार भारत में लापता!

    पटना। बांग्लादेश के एक सांसद अनवारुल अजीम अनार भारत आने के दौरान लापता हो गए हैं। उनकी आखिरी लोकेशन बिहार के मुजफ्फरपुर में मिली है। जिसके बाद से सांसद का परिवार टेंशन में हैं। और उनकी बेटी ने ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की जासूस शाखा (डीबी) से मदद की गुहार लगाई है। बांग्लादेश के जेनैदाह-4 निर्वाचन क्षेत्र से अनवारुल अजीम अनार तीसरी बार सांसद चुने गए है।
    अपने पिता अनवारुल अजीम के लापता होने की खबर उनकी बेटी मुमतरीन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी। और ढाका पुलिस से मदद मांगी है। बताया जा रहा है कि इलाज के लिए भारत जाने के दौरान सांसद अनवारुल अजीम लापता हो गए। इस मामले पर उनकी बेटी ने डीबी प्रमुख और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त हारुन-या-रशीद से मुलाकात की। डीबी पुलिस ने अपने बयान में कहा कि वे सांसद अजीम को खोजने के लिए भारतीय पुलिस के साथ काम कर रहे हैं।
    डीबी चीफ हारून ने बताया कि उनके भारतीय मोबाइल फोन नंबर का अंतिम लोकेशन बिहार के मुजफ्फरपुर में मिली है। सांसद अनवारुल अजीम 12 मई को दर्शना-गेडे सीमा के जरिए भारत में दाखिल हुए थे। वहां गोपाल नाम के व्यक्ति के घर रुके। अगले दिन, वो नाश्ता करने के बाद घर से निकल गए। उन्हें शाम को घर लौटना था, लेकिन वो लौटे नहीं। यही नहीं 16 मई की सुबह, सांसद के दो मोबाइल फोन नंबरों से डीबी प्रमुख और जेनाइदाह जिला अवामी लीग के महासचिव सईदुल करीम मिंटू के फोन पर एक फोन कॉल किया गया था। लेकिन उनमें से कोई भी कॉल रिसीव नहीं कर पाया।
    डीबी प्रमुख ने यह भी कहा कि उन्होंने अजीम के लापता होने पर भारतीय विशेष कार्य बल से संपर्क किया है। वे इस मुद्दे पर मिलकर काम कर रहे हैं। सुनने की समस्या के इलाज के लिए अनवारुल अजीम भारत गए थे। आमतौर पर उनका एक कान बंद रहता है। वो अक्सर इलाज के लिए भारत आते रहते हैं। वहीं सांसद की बेटी का कहना है कि हम पिछले तीन दिनों से अपने पिता से फोन पर संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। कभी-कभी फोन चालू होता है और कभी-कभी बंद रहता है। और अब जल्द मैं भारत जाने की योजना बना रही हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • उद्धव-आदित्य और राज ठाकरे ने मुंबई में किया मतदान, हेमा मालिनी, ईशा देओल और धर्मेन्द्र ने भी डाला वोट

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के तहत आज (20 मई) को 8 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेश की 49 लोकसभा सीटों पर 8 करोड़ 95 लाख से ज्यादा मतदाता 94732 मतदान केंद्रों पर वोट डालकर अपना प्रतिनिधि चुनेंगे. ओडिशा विधानसभा की बची 35 सीटों पर भी आज ही मतदान है.
    पांचवें चरण की 49 लोकसभा सीटों पर कुल 695 प्रत्याशी मैदान में हैं. आज महाराष्ट्र की 13, उत्तर प्रदेश की 14, पश्चिम बंगाल की सात, बिहार की पांच, झारखंड की तीन, ओडिशा की पांच और जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख की एक-एक सीट पर मतदान होगा. पांचवें चरण में सबसे कम सीटों (49) पर मतदान होने जा रहा है.
    चुनाव आयोग के मुताबिक आज बिहार, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में वोट डाले जाएंगे. पांचवें चरण में 9 लाख 47 हजार कर्मचारी चुनाव प्रक्रिया का संचालन करेंगे. सामान्य तौर पर सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा. पांचवें चरण में कुल 8 करोड़ 95 लाख से ज्यादाम मतदाता हैं. इसमें 5409 वोटर थर्ड जेंडर हैं. इनमें से 100 साल या इससे ज्यादा आयु के 24,792 मतदाता हैं, जबकि 85 साल या इससे ज्यादा आयु के 7 लाख 81 हजार मतदाता हैं. सात लाख तीन हजार मतदाता दिव्यांग वोटर हैं.
    फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी ने बेटी ईशा देओल के साथ मुंबई में वोटिंग की. हेमा मालिनी उत्तर प्रदेश की मथुरा लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार हैं.
    दिग्गज फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र ने सोमवार को मुंबई में वोट किया. इस दौरान 88 साल के धर्मेंद्र खासा उत्साह में नजर आए.
    महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बेटे आदित्य ठाकरे के साथ डाला वोट। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) चीफ राज ठाकरे ने भी वोट डाला.
     

  • पीएम मोदी ने चुनावी रैली को किया संबोधित, कांग्रेस पर बोला हमला, 'कोविड के बाद सोनिया एक बार भी रायबरेली नहीं गईं... '

    जमशेदपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के छठे और सातवें चरण में होने वाले मतदान को लेकर प्रचार तेज कर दिया है. पीएम मोदी ने रविवार को झारखंड के जमशेदपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कोविड के बाद सोनिया गांधी एक भी बार रायबरेली नहीं गईं... वो (कांग्रेस परिवार) लोकसभा सीट को अपनी फैमिली प्रॉपर्टी मानते हैं.
    प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी के वायनाड और रायबरेली से चुनाव लड़ने पर निशाना साधते हुए कहा कि सोनिया ने कोविड के बाद एक बार भी अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा नहीं किया और अब वह कांग्रेस के लिए सीट मांग रही हैं. वे संसद सीट को अपनी पारिवारिक संपत्ति मानती हैं. आज देश को पता है कि संविधान को खतरा इंडिया ब्लॉक से है. वे मुसलमानों से एससी, एसटी, ओबीसी आरक्षण छीनना चाहते हैं. मैं उन्हें चुनौती दे रहा हूं कि वे लिखित में दें कि वे संविधान नहीं बदलेंगे, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
    कांग्रेस के शहजादे वायनाड से भागकर चुनाव लड़ने रायबरेली गए हैं. वे सबको कहते घूम रहे हैं कि ये मेरी मम्मी की सीट है. कोई 8 साल का बच्चा स्कूल में पढ़ने जाता है, तब भी वो ये नहीं कहता है कि ये मेरे पापा का स्कूल है, भले ही उसके पापा वहां पढ़े हों. उनकी माता जी भी वहां गई और कह रही थीं कि मैं अपने बेटा आपको सौंप रही हूं, रायबरेली में उनके 50-50 सालों से परिवार की सेवा करने वाला एक भी कार्यकर्ता नहीं मिला और रायबरेली वाले पूछते हैं, बेटे को रायबरेली देने आई हो.
    साभार आज तक

  • केजरीवाल ने भाजपा पर निशाना साधा, कहा- इन लोगों ने ऑपरेशन झाड़ू किया शुरू

    नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से मारपीट के मामले में अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव कुमार की गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आम आदमी पार्टी के दफ्तर में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। दफ्तर में आप विधायक और पार्षद भी मौजूद रहे। 
    इस दौरान केजरीवाल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इन लोगों ने ऑपरेशन झाड़ू शुरू किया है। ये आम आदमी पार्टी को कुचलने की कोशिश में हैं। हमारे नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। आने वाले दिनों में आप का बैंक अकाउंट सीज किया जाएगा। इसके बाद हमारी पार्टी का ऑफिस खाली किया जाएगा।
    केजीवाल ने कहा कि पिछले 2 साल से इन्होंने(भाजपा) हमारे नेताओं को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया। इन्होंने मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार कर लिया, कल मेरे PA तक को गिरफ्तार कर लिया। मैं प्रधानमंत्री को कहना चाहता हूं कि आप एक-एक करके गिरफ्तार कर रहे हैं, आज हम सब साथ ही आ रहे हैं आप गिरफ्तार कर लो, हम डरने वाले नहीं है।
    केजरीवाल ने कहा कि यह पार्टी एक विचार है। नेताओं को गिरफ्तार किया जा सकता है, लेकिन विचार को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री एक नेता को गिरफ्तार करोगे, ऐसे में 100 नेता पैदा होंगे। केजरीवाल पर आरोप लगाते हैं वह भ्रष्टाचारी है, लेकिन जानता पूछ रही है शराब घोटाले का पैसा कहां है। लेकिन यहां कोई एक पैसा नहीं मिला। फर्जी केसों को बना रहे हैं। भाजपा ने कहा था कि केजरीवाल खलिस्तान बनाकर वहां का पीएम बनना चाहता है। यह किसी भी हद तक जा सकते हैं। आप लोग स्तर्क रहना।
    अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'उन्हें(भाजपा) लगता है कि वे इस तरह से आम आदमी पार्टी को खत्म कर देंगे, पार्टी का विनाश कर देंगे। मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि ये आम आदमी पार्टी चंद लोगों की पार्टी नहीं है। ये 'AAP' 140 करोड़ लोगों के सपनों की पार्टी है। जिस तरह के काम हमने दिल्ली और पंजाब में किए हैं, 75 सालों में इस देश के लोगों ने कभी नहीं देखे। दिल्ली और पंजाब में हमने सरकारी स्कूल ठीक करने शुरू कर दिए, गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलने लगी। ये पीएम मोदी नहीं कर पा रहे तो उन्होंने तय किया कि इन्हें रोको और गिरफ्तार कर लो। अब हम महिलाओं को हजार-हजार रुपये देने जा रहे हैं। आप एक विचार है। इसके नेताओं को तो गिरफ्तार कर लोगे, इसके विचार को कैसे गिरफ्तार करोगे?'
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस से आए नेताओं को हर बैठक और गतिविधि से जोडे़गी भाजपा

    भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले और चुनाव के दौरान कांग्रेस को पीठ दिखाने वाले दगाबाज नेताओं को अब भाजपा अपनापन देने पर विचार कर रही है। पार्टी की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए अब इन्हें हर बैठक और गतिविधि से जोड़ा जाएगा। इनमें से कुछ नेताओं को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी भी दी जा सकती है। चुनावी नतीजे आने के बाद इस प्रक्रिया पर काम शुरू किया जाएगा। लेकिन प्रदेश की इस सियासी गतिविधि पर पूरी तरह केंद्रीय नेतृत्व का फैसला ही काम करेगा।
    लोकसभा चुनाव के दौरान तेजी से चले घटनाक्रम में बड़ी तादाद में कांग्रेस की टूट के हालात बने थे। भाजपा और कांग्रेस इस पलायन को लेकर अलग अलग आंकड़े पेश करते रहे हैं। लेकिन पलायन के बाद नई पार्टी और नए लोगों के साथ जा बैठे पुराने पूर्व कांग्रेसियों को अब अपने वजूद पर संकट नजर आने लगा है। भाजपा नेतृत्व ने नई आमद की इसी बेचैनी को भांपते हुए नई रणनीति बनाई है। इसके तहत अब कांग्रेस से आए नेताओं को भाजपा की मुख्यधारा से जोड़ने की तैयारी की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने जिला और मंडल अध्यक्षों को इस बारे में निर्देश दे दिए हैं। इन्हें कहा गया है कि नई आमद को हर बैठक और पार्टी गतिविधियों के बारे में जानकारी देने के लिए कहा गया है। 
    कांग्रेस से पलायन करके भाजपा में आए कई नेता अपनी पूर्व पार्टी में कद, पद, ओहदा और सम्मान रखते थे। भाजपा ने इन लोगों को उनका खोया सम्मान लौटाने की भी रणनीति बनाई है। तय किया गया है कि ऐसे सभी नेताओं को उनके सामर्थ्य और कार्यशक्ति के लिहाज से भूमिका दी जाएगी। सूत्र बताते हैं कि इस पूरे मामले में केंद्रीय नेतृत्व की सलाह पर ही काम किया जाएगा।
    साभार अमर उजाला

  • आतिशी ने लगाए स्वाति पर गंभीर आरोप, बोली- पिछले कुछ महीनों से भाजपा के सम्पर्क में है

    नई दिल्ली. स्वाति मालीवाल केस को लेकर एक तरफ पुलिस की जांच चल रही है तो दूसरी तरफ सियासत भी जोरों पर है. आम आदमी पार्टी ने इसके पीछे बीजेपी की साजिश का आरोप लगाया है तो बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की कोई साख नहीं है. जे पी नड्डा ने कहा है कि केजरीवाल का असली चेहरा सामने आ चुका है. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि ये लोगों को अपने घर बुलाते हैं और उनसे मारपीट करते हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी से स्वाति मालीवाल की कोई बात नहीं हुई है. 
    दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने एक बार फिर स्वाति मालीवाल को निशाना बनाया है. आतिशी ने कहा कि स्वाति मालीवाल केस में भी बीजेपी पुराने फार्मूले का इस्तेमाल कर रही है. आतिशी का कहना है कि स्वाति मालीवाल के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो ने एक केस दर्ज किया है. इसी केस को हथियार बनाकर स्वाति मालीवाल का इस्तेमाल किया जा रहा है. आतिशी ने मांग की है कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए कि स्वाति मालीवाल के साथ किस-किसकी बात हुई.
    स्वाति पर गंभीर आरोप लगाते हुए आतिशी ने कहा, "स्वाति मालीवाल पर एंटी करप्शन ब्यूरो का एक भर्ती घोटाले का मामला चल रहा है. अब ये मामला खत्म होने के करीब आ रहा है. इसलिए ऐसा लगता है कि भाजपा का ये जो फॉर्मूला है कि अलग-अलग नेताओं पर केस करना, उसी फॉर्मूले को स्वाति मालीवाल पर इस्तेमाल किया गया होगा. हमें विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि पिछले कुछ महीनों से वे(स्वाति मालीवाल) लगातार भाजपा के नेताओं के संपर्क में हैं तो दिल्ली पुलिस इस बात की जांच करे कि ये कैसा षडयंत्र है. इस पर पूरी जांच होनी चाहिए कि स्वाति मालीवाल किस तरह से भाजपा के संपर्क में थीं."
    आप के आरोपों पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पलटवार किया है. नड्डा ने कहा, 'आम आदमी पार्टी झूठ की बुनियाद पर बनी पार्टी है और इसकी विश्वसनीयता शून्य नहीं, माइनस में है. आज देश की जनता और दिल्ली की जनता के सामने अरविंद केजरीवाल बेनकाब हो गए हैं .हर तरह से बेनकाब हो गए हैं . अगर ये साजिश बीजेपी ने रची थी तो आप माइक क्यों घुमा रहे थे (लखनऊ में पीसी के दौरान) ) यहां से वहां? आप चुप क्यों हैं? आपको क्या रोक रहा है?'
    उन्होंने कहा, 'आम आदमी पार्टी की संस्कृति से पता चलता है कि वे लोगों को अपने घरों में बुलाते हैं और उनकी पिटाई करते हैं. हमने उनसे (स्वाति मालीवाल) कभी बात नहीं की, न ही हमारी पार्टी के किसी भी व्यक्ति ने उनसे बात की. हम इस तरह काम नहीं करते. हम बहुत सीधे हैं. अब उनकी चोरी पकड़ी गई है और उनकी कोई विश्वसनीयता नहीं है... वे किसी भी स्तर, किसी भी आरोप तक गिर सकते हैं..'
    वहीं कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'मामला है. इतनी जल्दी dismiss नहीं कर सकते मामले को. पुलिस जल्दी जांच करे इसपर और जो भी पक्ष गुनहगार हो उसपर कार्रवाई करे.'
    साभार आज तक 

  • किर्गिस्तान में स्थानीय और विदेशी छात्रों के बीच हिंसक झड़प, 3 पाकिस्तानी छात्रों की मौत, एस जयशंकर का भी आया बयान

    बिश्केक. किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में स्थानीय और विदेशी छात्रों के बीच हिंसक झड़प की खबरें सामने आई हैं. पाकिस्तानी मीडिया में चल रहीं रिपोर्ट्स के मुताबिक इस घटना में तीन पाकिस्तानी छात्रों की मौत हो गई. पाकिस्तानी छात्रों का कहना है कि उन्हें अपने देश के दूतावास से कोई मदद नहीं मिली. किर्गिस्तानी मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक 13 मई को किर्गिज छात्रों और मिस्र के मेडिकल छात्रों के बीच लड़ाई का एक वीडियो इंटरनेट पर शेयर होने के बाद इस मामले ने और तूल पकड़ लिया और स्थानीय छात्रों ने विदेशी स्टूडेंट्स को निशाना बनाना शुरू कर दिया.
    भारतीय दूतावास ने भी अपने छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी की है. किर्गिस्तान स्थित भारतीय दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'हम अपने छात्रों के संपर्क में हैं. स्थिति फिलहाल शांत है, लेकिन छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे अपने घरों के अंदर ही रहें और कोई भी समस्या होने पर दूतावास से संपर्क करें. हमारा 24×7 संपर्क नंबर 0555710041 है.' विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर लिखा, 'बिश्केक में भारतीय छात्रों की स्थिति की निगरानी कर रहा हूं, बताया जा रहा है कि अब शांति है. छात्रों को दूतावास के साथ नियमित संपर्क में रहने की सलाह है.'
    किर्गिज मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिश्केक में मेडिकल शिक्षण संस्थानों के कुछ छात्रावासों, पाकिस्तान सहित अन्य देशों के छात्रों के निजी आवासों पर हमला किया गया है. बता दें कि छात्रावासों में भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के स्टूडेंट्स रहते हैं. किर्गिज छात्रों द्वारा पाकिस्तान की कुछ फीमेल स्टूडेंट्स को परेशान करने का मामला भी सामने आया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक्स पर एक पोस्ट में अपने देश के छात्रों पर हमले की पुष्टि की है.
    उन्होंने लिखा, 'किर्गिस्तान के बिश्केक में पाकिस्तानी छात्रों को साथ हुई घटना को लेकर चिंतित हूं. मैंने पाकिस्तानी राजदूत को आवश्यक मदद और सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है. मेरा कार्यालय भी दूतावास के संपर्क में है और स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है.' किर्गिस्तान में पाकिस्तान के राजदूत हसन जैगम ने शनिवार सुबह एक्स पर लिखा, 'बिश्केक में छात्रावासों पर भीड़ द्वारा हिंसा को देखते हुए, हम सभी पाकिस्तानी छात्रों को स्थिति सामान्य होने तक घरों के अंदर ही रहने की सलाह देते हैं.' 
    साभार आज तक

  • पीएम मोदी ने कहा- रमजान के दौरान गाजा पर रुकवाई थी बमबारी

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने रमजान के पवित्र महीने के दौरान गाजा में बमबारी रोकने के लिए बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार से आग्रह करने के लिए इजरायल में अपना एक दूत भेजा था। इसके अलावा उन्होंने इजरायल-फिलिस्तीन और रूस-यूक्रेन सहित चल रहे वैश्विक संघर्षों पर अपनी सरकार के रुख के बारे में भी बताया है। पीएम ने खुलासा किया कि कैसे उन्होंने रमजान के दौरान इजरायल को गाजा में बमबारी रोकने के लिए प्रयास किया था।
    इंडिया टुडे ग्रुप को दिए एक इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने कहा, "रमजान का महीना था। मैंने अपने विशेष दूत को इजरायल भेजा और उनसे प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को यह बताने और समझाने के लिए कहा कि कम से कम रमजान के दौरान गाजा में बमबारी न करें। इज़रायल ने हर संभव प्रयास किया इसका पालन किया जाए, लेकिन अंत में दो-तीन दिनों तक लड़ाई हुई।"
    प्रधानमंत्री ने अपने खिलाफ सांप्रदायिक राजनीति के विपक्ष के आरोप का जिक्र करते हुए कहा, "आप मुझे मुसलमानों के मुद्दे पर घेरते रहते हैं, लेकिन मैंने इसे प्रचारित नहीं किया।" 
    पीएम मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कुछ अन्य देशों ने भी बमबारी रोकने के लिए इजरायल से बात करने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा, "उन्हें परिणाम भी मिल गए होंगे। मैंने भी कोशिश की थी।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • स्वाति मालीवाल की शिकायत पर विभव के खिलाफ एक्शन में पुलिस

    नई दिल्ली: राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ सीएम आवास पर हुई मारपीट मामले में हंगामा बढ़ता जा रहा है। इस मामले में उन्होंने शिकायत भी दर्ज कराई है। आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार पर मारपीट और अभद्रता करने के आरोप लगाए हैं। मालीवाल की शिकायत पर दिल्ली पुलिस हरकत में आ गई है। जांच के लिए 10 टीमें बनाई गई हैं जो विभव के आवास समेत अलग-अलग ठिकानों की जांच में लगी हैं। हालांकि, एफआईआर के बाद से केजरीवाल के पीएम विभव का कुछ पता नहीं चला है। घर पर पुलिस टीम पहुंची तो विभव कुमार की पत्नी मिली। उधर राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी विभव कुमार को तलब किया है। इन सबके बीच स्वाति मालीवाल ने पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि मेरे साथ जो हुआ, वह बहुत बुरा था। घटना पर मैंने पुलिस को अपना स्टेटमेंट दे दिया है। आशा है कि उचित कार्रवाई होगी।
    स्वाति मालीवाल की ओर से पुलिस शिकायत में उन्होंने पूरा मामले का जिक्र किया है। जानकारी के मुताबिक, घटना 13 मई को हुई जब सीएम अरविंद केजरीवाल से मिलने स्वाति मालीवाल पहुंची थीं। आरोप है कि सीएम आवास पर विभव कुमार ने मारपीट और बदसलूकी की थी, जिसके बाद स्वाति ने सीएम आवास से ही पीसीआर कॉल कर पुलिस को इस मामले की जानकारी दी थी। बाद में वह पुलिस थाने भी पहुंची थीं, लेकिन वह बिना शिकायत दिए ही वहां से निकल गईं। उस समय उन्होंने पुलिस अफसरों से कहा था कि वह बाद में आकर लिखित में शिकायत देंगी। अब उन्होंने शिकायत दर्ज कराई है। आईपीसी की धारा 323, धारा 354, धारा 506 और धारा 509 के तहत दर्ज की गई है।
    इसी बीच स्वाति मालीवाल ने गुरुवार को मारपीट-अभद्रता मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट, स्पेशल सेल समेत दिल्ली पुलिस के दो आईपीएस और दो इंस्पेक्टर दोपहर को सांसद के आवास पर पहुंचे। इनमें स्पेशल सेल के अडिशनल सीपी पीएस कुशवाहा के अलावा नॉर्थ जिले की अडिशनल डीसीपी अंजीथा चेपयाला मौजूद थीं। करीब साढ़े चार घंटे तक पुलिस की टीम स्वाति के घर मौजूद रही। राज्यसभा सांसद ने इस दौरान कहा कि मेरे साथ जो हुआ, वह बहुत बुरा था। घटना पर मैंने पुलिस को अपना स्टेटमेंट दे दिया है। आशा है कि उचित कार्रवाई होगी। वहीं शिकायत के बाद पुलिस की 10 टीमें जांच में जुटी हैं। सीएम केजरीवाल के पीएम विभव कुमार की तलाश की जा रही।
    साभार नवभारत टाइम्स

  • विभव कुमार के साथ लखनऊ में केजरीवाल, भाजपा ने बोला हमला

    लखनऊ। तिहाड़ जेल में 51 दिन बिताने के बाद बाहर आए दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहली बार आज लखनऊ में इंडिया गठबंधन की तरफ से प्रेस कॉन्‍फ्रेंस करेंगे। उनके साथ सपा मुखिया अखिलेश यादव भी मौजूद रहेंगे। केजरीवाल बुधवार की रात लखनऊ पहुंच चुके हैं। इस बीच, उनके एयरपोर्ट पर पहुंचने का वीडियो और फोटो शेयर कर बीजेपी नेताओं ने केजरीवाल पर हमला बोला है। दरअसल, केजरीवाल के साथ उनके पीएम विभव कुमार भी दिख रहे हैं। विभव कुमार के ऊपर आरोप है कि उन्‍होंने आम आदमी पार्टी की सांसद स्‍वाति मालीवाल के साथ सीएम आवास में मारपीट की है। दिल्‍ली बीजेपी के अध्‍यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, कपिल मिश्रा और तेजिंदर बग्‍गा ने केजरीवाल और संजय सिंह पर आरोप लगाए हैं।
    दिल्‍ली बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लखनऊ एयरपोर्ट का फोटो शेयर किया है। इसमें उन्‍होंने लिखा है- 'लखनऊ एयरपोर्ट की कल रात की ये फोटो। काली शर्ट में विभव हैं जिसने स्वाति मालीवाल को मारा। साथ में संजय सिंह जिन्होंने बताया कि बिभव ने बहुत गलत किया, केजरीवाल नाराज हैं। तीसरे खुद केजरीवाल जिन पर स्वाति को पिटवाने का आरोप।'
    साभार नवभारत टाइम्स 

  • आप विधायक के घर पहुंची नोएडा पुलिस, गिरफ्तारी के डर से बेटे के साथ फरार हुए अमानतुल्लाह खान

    नई दिल्ली. पेट्रोल पंप कर्मी के साथ मारपीट के मामले में नोएडा पुलिस ने आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान और उनके आरोपी बेटे अनस की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं. गुरुवार को नोएडा पुलिस अमानतुल्लाह खान और उनके बेटे की तलाश में विधायक के घर पहुंची लेकिन वो घर पर नहीं मिले. कहा जा रहा है कि विधायक और उनका बेटा गिरफ्तारी की डर से फरार हो गए हैं.
    पूरे केस की जांच में नोएडा पुलिस की तीन टीम लगी हैं और अमानतुल्लाह खान और उसके बेटे के खिलाफ कोर्ट ने NBW भी जारी किया हुआ है. फिलहाल अमानतुल्लाह खान और उनके बेटे ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया है. नोएडा पुलिस लगातार कई दिनों से अमानतुल्लाह खान के घर के चक्कर लगा रही है.
    साभार आज तक

  • चाबहार पर अमेरिकी रुख को देखते हुए भारत अब चल रहा संभलकर

    नई दिल्ली. भारत और ईरान के बीच चाबहार पोर्ट को लेकर डील हो गई है। इसके तहत पोर्ट का मैनेजमेंट अगले 10 साल तक संभालेगा। वहीं इस डील के बाद अमेरिका ने चेतावनी दी है कि ईरान के साथ कारोबार करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि प्रतिबंध भी लग सकते हैं। इसके साथ ही अमेरिका ने संकेत दिया है कि 2018 में उसने भारत को ईरान से डील पर जो छूटें दी थीं, उन्हें वापस लिया जा सकता है। इसके तहत अमेरिका ने भारत को छूट दी थी कि वह चाबहार पोर्ट को तैयार कर सकता है और अफगानिस्तान तक रेलवे लाइन भी बना सकता है। 
    सूत्रों के अनुसार अमेरिकी रुख को देखते हुए भारत अब संभलकर चल रहा है। भारत की कोशिश है कि चाबहार पोर्ट के प्रोजेक्ट में ईरान की ऐसी कोई कंपनी शामिल न हो, जिस पर अमेरिकी पाबंदियां लगी हों। दरअसल ईरान के साथ चाबहार पोर्ट पर हुए 10 साल के करार में इतना वक्त लगने के पीछे यही वजह थी। इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक भारत नहीं चाहता कि ऐसे किसी नियम का उल्लंघन हो, जिससे अमेरिकी पाबंदियां लग जाएं। अमेरिका ने जब भारत को इस डील पर राहत दी थी, तब वहां डोनाल्ड ट्रंप की सरकार थी। 
    तब अमेरिकी रुख को लेकर माना गया था कि उसने चाबहार पोर्ट में भारत की अहम भूमिका को समझा है। खासतौर पर अफगानिस्तान में अमेरिका और भारत के हितों को देखते हुए यह फैसला लिया गया था। अब अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिक वापस लौट गए हैं और क्षेत्र की स्थितियां बदल चुकी हैं। ऐसी स्थिति में भारत भी चाहता है कि चाबहार की डील भी जारी रहे और अमेरिकी प्रतिबंधों का भी उल्लंघन न हो। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने 2018 में एक बयान जारी किया था कि हमने लंबे विचार-विमर्श के बाद चाबहार पोर्ट को अपवाद मानते हुए कुछ छूट देने का फैसला लिया है। लेकिन अब अमेरिका के बदले रुख ने भारत को भी अलर्ट मोड में ला दिया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • '2019 में इंडिया ने किया था सीक्रेट ऑपरेशन', भारत ने खारिज किया मालदीव के रक्षा मंत्री के दावे को

    माले. भारत ने मंगलवार को मालदीव के रक्षा मंत्री घासन मौमून के उस दावे को खारिज कर दिया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मालदीव में तैनात भारतीय सैन्य हेलिकॉप्टर पायलटों ने 2019 में एक अनधिकृत ऑपरेशन को अंजाम दिया था. मालदीव में भारत के उच्चायोग ने एक बयान में कहा कि भारतीय विमानन कंपनियों ने हमेशा स्थानीय नियमों और प्रक्रियाओं के दायरे में रहकर ही काम किया है. माले में 11 मई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मालदीव के रक्षा मंत्री घासन मौमून ने कहा था कि 2019 में भारतीय सैन्य कर्मियों ने थिमाराफुशी में एक सीक्रेट हेलिकॉप्टर को उतारा था. 
    मौमून ने कहा था कि उन्होंने नेशनल सिक्योरिटी सर्विस मामले की संसदीय समिति की रिपोर्ट देखी है, जिसमें य​ह बात सामने आई है. मालदीव में इंडियन हाई कमीशन ने एक बयान जारी करके घासन मौमून के दावों का खंडन किया और कहा कि भारतीय सैन्य कर्मियों ने मालदीव नेशनल डिफेन्स फोर्स (MNDF) के साथ तालमेल में सभी ऑपरेशन चलाए थे. भारतीय उच्चायोग ने कहा कि 9 अक्टूबर, 2019 को चालक दल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए थिमाराफुशी में एक हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी, लेकिन इसके लिए स्थानीय एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से मंजूरी ली गई थी.
    साभार आज तक 

  • भारत-ईरान की चाबहार डील पर जयशंकर ने संभाला मोर्चा

    कोलकाता. भारत और ईरान के बीच हुई चाबहार डील से नाराज अमेरिका को समझाने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अब मोर्चा संभाल लिया है. अमेरिका ने मंगलवार को इस मामले में ईरान पर प्रतिबंधों का हवाला देते हुए भारत के खिलाफ भी ऐसे ही कदम की चेतावनी दी थी. हालांकि अब विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि वह अमेरिका को समझाने को कोशिश करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने यूएस की कही पुरानी बात याद दिलाई है, जिसमें उसने चाबहार पोर्ट की तारीफ की थी. अमेरिका ने कहा था कि इस प्रोजेक्ट से पूरे इलाके को फायदा होगा.
    भारतीय विदेश मंत्री बुधवार को कोलकाता में अपनी किताब ‘व्हाई भारत मैटर्स’ के बांग्ला संस्करण के लॉन्च के बाद एक बातचीत में बोल रहे थे. इस दौरान पत्रकारों ने चाबहार पोर्ट को लेकर अमेरिका के बयान पर सवाल किया. इस पर जयशंकर ने कहा, ‘मैंने कुछ टिप्पणियां देखी हैं, लेकिन मुझे लगता है कि यह लोगों से बात करने, समझाने और मनाने का मुद्दा है, कि यह असल में सभी लोगों के फायदे के लिए है. मुझे नहीं लगता कि लोगों को इसके बारे में छोटा नजरिया रखना चाहिए.’
    साभार न्यूज 18

  • पीएम मोदी के भाषण बिल्कुल सही, कांग्रेस हिन्दू विरोधी, चुनाव आयोग से बोली भाजपा

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों को नफरती बताने वाली कांग्रेस और वाम दलों की शिकायतों को भाजपा ने सिरे से खारिज कर दिया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनाव आयोग को दिए अपने जवाब में न सिर्फ पीएम मोदी के सभी भाषणों का बचाव किया बल्कि, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर कार्रवाई का आग्रह भी किया। नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने मुस्लिम लीग की सोच वाला घोषणपत्र जारी करके देश को बांटने का प्रयास किया। राम मंदिर उद्घाटन में न आकर पार्टी ने पाप किया है। नड्डा ने कांग्रेस पर हिन्दू विरोधी होने का आरोप लगाया और मांग की चुनाव आयोग को उन पर ऐक्शन लेना चाहिए।
    चुनाव आयोग के समक्ष सोमवार को भेजे अपने जवाब में  भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पीएम मोदी के भाषणों को उचित करार दिया। दावा किया कि पीएम मोदी ने जो भी कहा वो सही था। प्रधानमंत्री के भाषण का जिक्र करते हुए दावा किया कि कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लिम लीग की मुहर है। कांग्रेस ने मुस्लिम लीग की तरह देश को बांटने की कोशिश की है। नड्डा ने कहा कि जिस तरह मुस्लिम लीग ने भारत के विभाजन के बीज बोए, उसी तरह कांग्रेस आर्थिक और भाषाई मतभेदों का हवाला देते हुए देश के उत्तरी और दक्षिणी हिस्से को विभाजित करने का प्रयास कर रही है। 
    नड्डा ने यह भी कहा कि राम मंदिर के उद्घाटन समारोह से दूर रहकर पार्टी ने पाप किया है। इंडियन एक्सप्रेस में छपि रिपोर्ट के मुताबिक, नड्डा ने चुनाव आयोग से यह भी कहा कि वोट बैंक की राजनीति को बढ़ावा देने वाली और देश के प्रधानमंत्री का विरोध करने वाली कांग्रेस ने देश के मूलभूत धर्म और इसकी प्राचीन संस्कृति का विरोध करना शुरू कर दिया है। इसमें कांग्रेस के साथ उसके सहयोगी भी शामिल हो गए हैं।
    नड्डा ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री मोदी के सभी भाषण तथ्यों पर आधारित थे और लोकतंत्र में मतदाताओं का यह अधिकार है कि वे न केवल विपक्ष का पक्ष सुनें बल्कि उनके उद्देश्यों को भी समझें।
    बता दें कि नड्डा का चुनाव आयोग को भेजा यह जवाब उस नोटिस के उत्तर में आया है। जिसमें कांग्रेस और वाम दलों की शिकायत के बाद आयोग ने पार्टी को नोटिस जारी किया था। विपक्षी दलों ने अपनी शिकायतों में भाजपा के स्टार प्रचारक और पीएम मोदी पर आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन का आरोप लगाया था।  कांग्रेस की ओर से की गई ये शिकायतें मुख्य रूप से 21 अप्रैल को राजस्थान के बांसवाड़ा की थी। जिसमें चुनावी रैली के दौरान पीएम मोदी ने राम मंदिर उद्घाटन में कांग्रेस के आने पर निशाना साधा था। पीएम मोदी ने रैली में कांग्रेस के घोषणा पत्र की तुलना मुस्लिम लीग से की थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पीएम मोदी ने कहा-  मां के निधन के बाद गंगा ही मेरी मां, मुझे गोद लिया है...

    वाराणसी। पीएम नरेंद्र मोदी आज वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं। इससे पहले वह बेहद भावुक नजर आए और कहा कि मां के निधन के बाद अब मां गंगा ही मेरी मां है। पीएम मोदी ने कहा कि मां गंगा ने मुझे गोद ले लिया है। उन्होंने कहा कि मेरा वाराणसी से ऐसा नाता है कि मैं बनारसिया हो गया हूं। इस दौरान उन्होंने मां हीराबेन को याद करते हुए कहा कि मेरी मां ऐसी थीं कि वह हमेशा जीवन में शुद्धता को महत्व देती थीं। उन्होंने कहा कि जब मां का 100वां जन्मदिन था तो मैं उनका आशीर्वाद लेने पहुंचा था। इस दौरान मां ने मुझे मंत्र दिया था- काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से। ऐसी बात कोई कवि भी नहीं कह सकता, जैसे मां ने कहा था।
    टीवी चैनल आज तक से बात करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव पर भी विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि यूपी की जनता हमें खूब आशीर्वाद दे रही है और इस बार भी देगी। उन्होंने कहा कि यूपी में इस बार एक भी सीट कांग्रेस को नहीं मिलेगी। रायबरेली से राहुल गांधी की संभावनाओं को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि इस परिवार को मीडिया ने ही खड़ा कर रखा है। बीते 70 सालों से इन लोगों को मीडिया ने महत्व दे रखा है, लेकिन जनता इनका सच जान चुकी है। पीएम मोदी ने कहा कि यूपी की जनता अब परिवारवाद पर भरोसा नहीं करती।
    यूपी में सपा के साथ कांग्रेस के लड़ने पर पीएम मोदी ने कहा कि ये लोग तो पहले भी आए थे। पर इनका क्या हुआ था। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनके शासन में राज्य में बड़े सुधार हुए हैं। मेरे लिए गर्व की बात है कि मेरे पास सैकड़ों ऐसे होनहार लोग हैं। पीएम मोदी ने कहा कि अब तो जनता ही यह मानती है कि मोदी को मजबूत करो ताकि वह दुनिया में देश का नाम रोशन करे। इस दौरान जब उनसे कहा गया कि आप धूप में खड़े हैं, दिक्कत हो रही होगी। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि मुझे धूप परेशान नहीं करती। मैंने अपनी जिंदगी सुविधा के बिना ही जी है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • अमेरिकी सांसद ने ने इजरायल को बम दिए जाने की वकालत की

    वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन रफा में कार्रवाई को लेकर इजरायल की हथियार सप्लाई रोकने की बात कर रहे हैं। इसी बीच अब एक अमेरिकी सीनेटर ने इजरायल को बम दिए जाने की वकालत की है। उन्होंने इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष की तुलना दूसरे विश्व युद्ध से की है। उन्होंने कहा कि इजरायल युद्ध हार नहीं सकता। 7 अक्टूबर को फिलिस्तीनी समूह हमास ने इजरायल पर हमला किया था। इसके बाद से ही दोनों पक्षों में खूनी संघर्ष जारी है।
    एक इंटरव्यू के दौरान रिपब्लिकन सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने कहा, 'जब हम पर्ल हार्बर के बाद एक राष्ट्र के तौर पर तबाही का सामना कर रहे थे, जर्मनी और जापान से लड़ रहे थे, तब हमने हिरोशिमा और नगासाकी पर बम गिराकर युद्ध को खत्म करने का फैसला किया था...। वह सही फैसला था।' उन्होंने कहा, 'इजरायल को भी बम दो, जिसकी उन्हें जरूरत है। वे हार नहीं सकते।'
    उन्होंने कहा कि एक यहूदी राष्ट्र के तौर पर इजरायल को अस्तित्व बचाने के लिए जो भी कुछ करना पड़े, उसे करना चाहिए। उन्होंने कहा, 'हिरोशिमा और नगासाकी पर बम गिराकर खतरे को खत्म करना अमेरिका के लिए कैसे सही था? अगर हम करें, तो यह सही कैसे है? मुझे लगा वह सही होगा।' उन्होंने कहा, 'ऐसे में इजरायल आपको यहूदी राष्ट्र के तौर पर जीवित रहने के लिए जो भी कुछ करना पड़े, करें।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का निधन, राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार

    पटना।  बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का निधन हो गया. बिहार के वरिष्ठ बीजेपी नेताओं में सुशील मोदी एक थे. वह 72 वर्ष के थे और कैंसर से पीड़ित थे. बिहार के मौजूदा डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने X पर पोस्ट करके उनके निधन की जानकारी दी, साथ ही दुख भी जताया. उन्होंने लिखा कि 'बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री व पूर्व राज्यसभा सांसद श्री सुशील कुमार मोदी जी के निधन पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि. यह बिहार भाजपा के लिए अपूरणीय क्षति है.'
    सीएम नीतीश कुमार के अस्वस्थ होने की खबर आने से पहले मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक चिट्ठी जारी की गई। इसमें लिखा गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्व उपमुख्यमंत्री और पूर्व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी के निधन पर मर्माहत हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्व. सुशील कुमार मोदी का पार्थिव शरीर दिल्ली से पटना विशेष विमान से लाया जायेगा। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ संपन्न होगा।
    पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम नीतीश कुमार, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव समेत देश के सभी वरीय नेताओं ने शोक जताया।
    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री व सांसद  सुशील कुमार मोदी के अचानक निधन से अत्यंत दुःख हुआ। इस समय हम सब की भावना उनके परिवार तथा असंख्य मित्र-प्रशंसकों के साथ है। संघ के निष्ठावान स्वयंसेवक एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री रहे सुशील जी सारे देश विशेषतः बिहार की चिंता करते थे। उनके निधन से एक जागृत सामाजिक कार्यकर्ता व कुशल राजनीतिक नेता को हमने खोया है। वे सार्वजनिक जीवन में सैद्धांतिक निष्ठा व पारदर्शिता के आदर्श उदाहरण थे। उनके परिवार को अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उन्हें दुःख सहन करने की शक्ति दे तथा दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करे।
    साभार अमर उजाला

  • कश्मीर के पुलवामा में मतदान केंद्रों के बाहर कतार में खड़े मतदाता

    कश्मीर के पुलवामा में वोटिंग के लिए लंबी-लंबी कतारें, श्रीनगर लोकसभा सीट के लिए डाला जा रहा वोट
    श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र में मतदान चल रहा है, जहां 24 उम्मीदवार मैदान में हैं. एजेंसी के मुताबिक वोटिंग सुबह 7 बजे शुरू हुई. अधिकारियों ने बताया कि निर्वाचन क्षेत्र के कुछ इलाकों में लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए मतदान केंद्रों के बाहर कतार में खड़े देखे गए. सात चरण के लोकसभा चुनाव के चौथे दौर में श्रीनगर सीट पर वोटिंग हो रही है. 
    पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को रद्द करने के बाद कश्मीर में यह पहला बड़ा चुनाव है. अनुच्छेद 370 को साल 2019 में रद्द कर दिया गया, जिससे राज्य को जम्मू और कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया.
    निर्वाचन क्षेत्र में 17.48 लाख मतदाता हैं, जिनमें श्रीनगर, गांदरबल और पुलवामा जिले और बडगाम और शोपियां जिले के कुछ हिस्से शामिल हैं. अधिकारियों ने पांच जिलों में 2,135 मतदान केंद्र बनाए हैं.
    चेहरे पर मुस्कान लिए बुजुर्ग दंपत्ति वोट करने के बाद मतदान केंद्र से बाहर आए.  केंद्र शासित प्रदेश के कश्मीर डिवीजन के प्रवासी मतदाताओं के लिए विशेष मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें जम्मू में 21, दिल्ली में 4 और उधमपुर जिले में एक मतदान केंद्र शामिल है. बता दें कि वोटिंग शाम 6 बजे खत्म होगी.
    INDIA ब्लॉक के सहयोगी दल नेशनल कॉन्फ्रेंस ने प्रभावशाली शिया नेता और पूर्व मंत्री आगा रूहुल्लाह मेहदी को इस लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है, जबकि पीडीपी ने अपने युवा अध्यक्ष वहीद पारा को अपना उम्मीदवार बनाया है.
    'अपनी पार्टी' ने मोहम्मद अशरफ मीर को और डीपीएपी ने अमीर अहमद भट को मैदान में उतारा है. दो महिलाओं सहित 20 अन्य लोग भी चुनावी मैदान में हैं.
    इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के बडगाम में जीएमएस हांजी गुंड मतदान केंद्र और बूथ संख्या 60 पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू हुआ. इस सीट से नेशनल कॉन्फ्रेंस के आगा सैयद रूहुल्लाह मेहदी, पीडीपी के वहीद उर रहमान पारा और अपनी पार्टी के मोहम्मद अशरफ मीर लोकसभा चुनाव 2024 लड़ रहे हैं.
    साभार आज तक 

  • आंध्र प्रदेश में वोट के बदले नोट नहीं मिलने पर कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन

    विजयवाड़ा। आंध्र प्रदेश में लोकसभा की 25 और विधानसभा की 175 सीटों के लिए मंगलवार को मतदान होना है। खबर है कि राज्य में कई स्थानों पर इससे पहले ही विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं, जिसकी वजह वोट के बदले नोट नहीं मिलना बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि जनता वादा की गई रकम नहीं मिलने के कारण नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।
    टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में यह मुद्दा नया नहीं है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि अलग-अलग विधानसभा और लोकसभा क्षेत्रों में वोट के बदले नोट की रकम 1 हजार रुपये से लेकर 6 हजार रुपये तक है। राज्य में शनिवार को ही प्रचार खत्म हो चुका है, लेकिन रुपये बांटने का दौर कुछ स्थानों पर जारी रहा।
    रिपोर्ट के अनुसार, पलनाडु के सत्तनपल्ली में 18वें वार्ड में मतदाताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। उनका दावा था कि वोट के बदले नोट देने की बात कही गई थी, लेकिन अब तक रुपये नहीं मिले हैं। पीठापुरम में भी एक प्रत्याशी के कार्यालय के बाहर मतदातों ने जमकर नारेबाजी की। खबर है कि पार्टी समर्थकों ने कथित तौर पर हर वोट के लिए 5 हजार रुपये का वादा किया था, लेकिन कुछ महिलाओं को रुपये नहीं मिले।
    कहा जा रहा है कि ओंगोल में भी कथित तौर पर एक वोट के लिए 5 हजार रुपये बांटे गए। यहां रुपये मिलने से छूट गए लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। रिपोर्ट के अनुसार, पूर्वी गोदावरी जिले के कोंडेवरम गांव में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किए। अखबार से बातचीत में एक शख्स ने बताया है कि विजयवाड़ा के विधायक उम्मीदवार ने करीबी सहयोगी को कॉर्पोरेटर के दफ्तर भेजा है, जहां वोट के बदले 1 हजार रुपये दिए जा रहे हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • ईरान बोला- अस्तित्व पर खतरा हुआ तो परमाणु हमले से नहीं चूकेगा

    नई दिल्ली।  रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास के बीच महायुद्ध में हम दुनिया को जलते हुए देख रहे हैं। लाखों लोगों के कत्लेआम और अमूल्य संपदा के खास होने के बावजूद तीसरे महायुद्ध का खतरा बढ़ गया है। मुस्लिम देश ईरान ने धमकी दी है कि अगर उसे अपने अस्तित्व पर खतरा महसूस हुआ तो वह परमाणु हमले से नहीं चूकेगा। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के सलाहकार ने कहा है कि इजरायल अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अगर उसे इजरायल से खतरा महसूस हुआ तो वह परमाणु युद्ध नीति को लेकर खाई अपनी कसम भूल जाएगा।
    पिछले कुछ महीनों से इजरायली हुकूमत हमास आतंकियों को जड़ से खत्म करने के चक्कर में पूरी दुनिया से पंगा लेने पर लगी है। पहले उसने गाजा शहर में कत्लेआम मचाया और अब हमास को खत्म करने के लिए राफा में नरसंहार के लिए कदम बढ़ा दिए हैं। हमास को चोट पहुंचाने के लिए इजरायल उसके कथित दोस्तों को भी निशाना बना रही है। ईरान के कमांडरों को हवाई हमले में मौत के घाट उतारकर इजरायल इस मुस्लिम देश से पंगा ले चुका है। जवाब में ईरान ने भी काउंटर अटैक कर दुश्मनी को और हवा दे दी। ईरान के सर्वोच्च  नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के सलाहकार ने कहा है कि इजरायल से तेज होती दुश्मनी ने उसे अपनी परमाणु नीति को बदलने पर मजबूर कर दिया है। ईरान ने जोर देकर कहा है कि अगर इजरायल उसके लिए खतरा महसूस हुआ तो वह परमाणु हमले से भी पीछे नहीं हटेगा।
    ईरान का इजरायल को परमाणु हमले की धमकी देना मामूली बात नहीं है, खासकर तब जब दुनिया पहले ही दो महायुद्ध को अपनी आंखों के सामने देख रही है। फरवरी 2022 से रूस और यूक्रेन के बीच कत्लेआम जारी है। उधर, इजरायल हमास के नामो-निशान को मिटा देने की कसम खा चुका है। पहले गाजा को श्मशान बनाया और अब राफा शहर में नरसंहार का खतरा मंडरा रहा है। इजरायली सेना राफा पर कभी भी हमला कर सकती है। अनुमान है कि राफा में कम से कम 16 लाख फिलिस्तीनी रह रहे हैं, इनमें लाखों गाजा से भागे वे लोग हैं, जिन्होंने इजरायली रक्षा बलों के हमलों में अपना सबकुछ गंवा दिया है। 
    खामेनेई के सलाहकार कमल खर्राज़ी ने बड़ा बयान देकर तीसरे महायुद्ध की संभावना को बढ़ा दिया है। खर्राजी ने ईरान के परमाणु सिद्धांत में बदलाव का संकेत दिया है। कहा कि ईरान ऐसा नहीं करना चाहता लेकिन, अगर उसे अपने अस्तित्व पर खतरा महसूस हुआ तो वह परमाणु हमले से भी नहीं चूकेगा। खर्राजी ने कहा, "परमाणु बम बनाने का हमारा कोई निर्णय नहीं है, लेकिन अगर ईरान को इजरायल से खतरा महसूस होता है तो हमारे पास इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं होगा।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • केजरीवाल भाजपा को दे रहे राहुल गांधी के अनुमान से ज्यादा सीटें

    नई दिल्ली। 4 जून को 400 पार। लगातार तीसरी बार देश की सत्ता पर काबिज होने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस नारे का खूब इस्तेमाल कर रही है। उसकी पूरी कोशिश यह नैरेटिव सेट करने की है कि एनडीए को 400 से ज्यादा सीटें मिलेंगी या कम। वहीं, विपक्षी दलों का दावा है कि नरेंद्र मोदी इस बार अपने टारगेट और पीएम की कुर्सी से दूर रह जाएंगे। दो दर्जन से अधिक विपक्षी दलों वाले गठबंधन को कितनी सीटें मिलेंगी इसकी भविष्यवाणी भले ही नहीं की जा रहीं, लेकिन राहुल गांधी से अरविंद केजरीवाल तक ने भाजपा को लेकर अपना अनुमान जाहिर किया है। 
    कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और विपक्षी गठबंधन में पीएम पद के सबसे प्रबल दावेदार राहुल गांधी की भविष्यवाणी है कि भाजपा 150 या इससे कम सीटें ही जीत पाएगी। राहुल गांधी ने पिछले दिनों एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पहले उन्हें लग रहा था कि भाजपा 180 तक जा सकती है, लेकिन अब लग रहा है कि 150 तक ही जीत सकती है। झारखंड की एक चुनावी रैली में भी उन्होंने कहा कि भाजपा 150 सीटें नहीं जीत पाएगी। हालांकि, इंडिया गठबंधन को कितनी सीटें मिल पाएंगी इस पर वह कोई निश्चित आंकड़ा तो नहीं देते लेकिन यह विश्वास जताते हैं कि कांग्रेस की अगुआई में सरकार बनने जा रही है।
    कथित शराब घोटाले में गिरफ्तारी के बाद 50 दिन तिहाड़ जेल में बिताकर लौटे अरविंद केजरीवाल ने भी भाजपा को लेकर भविष्यवाणी कर दी है। शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई बड़े दावे करते हुए केजरीवाल ने भाजपा के सत्ता से दूर होने का दावा किया। उन्होंने चुनावी विशेषज्ञों से बातचीत का हवाला देते हुए कहा, 'मेरा अपना आकलन है कि 4 जून के बाद मोदी सरकार नहीं बन रही है। हरियाणा में इनकी सीटें कम हो रही है, राजस्थान, कर्नाटक, दिल्ली, बिहार, महाराष्ट्र, बंगाल, झारखंड में सीटें कम हो रही हैं। बढ़ कहां रही है। बढ़ एक भी जगह नहीं रही। मेरा अपना मानना है और सट्टा बाजार में भी चल रहा है कि इनकी 220 से 230 सीटें से ज्यादा नहीं आ रही हैं। मोदी सरकार नहीं बन रही है, इंडिया गठबंधन की सरकार बन रही है।'
    एक तरफ राहुल गांधी भाजपा को अधिकतम 150 सीटें दे रहे हैं तो केजरीवाल के मुताबिक भगवा दल 230 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है। इस लिहाज से देखें तो केजरीवाल ने राहुल गांधी के मुकाबले अधिक उदारता बरती है। 150 से 400 तक के दावों के बीच अब यह देखना दिलचस्प होगा कि 4 जून को किसी बात सच होती है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बिजली और आटे के बढ़ते दामों के बाद पीओके में प्रदर्शनकारियों का पथराव,  पुलिस ने काबू पाने के लिए छोड़े आंसू गैस के गोले, एक पुलिसकर्मी की मौत

    इस्लामाबाद. पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) की राजधानी मुजफ्फराबाद में पुलिस कार्रवाई के विरोध में बुलाई हड़ताल के दौरान व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे, जिससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. इस दौरान सुरक्षाबलों  और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी देखने को मिली. वहीं, पथराव के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े. 
    डॉन अखबार की खबर के अनुसार, जम्मू-कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी (जेकेजेएएसी) के आह्वान पर शुक्रवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद में शटर डाउन और चक्का जाम हड़ताल बुलाई थी. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया है, प्रदर्शनकारियों के पथराव से घर और मस्जिद में रहने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े.
    पीओके के समहनी, सेहंसा, मीरपुर, रावलकोट, खुइरत्ता, तत्तापानी, हट्टियन बाला में विरोध प्रदर्शन हुए. जेकेजेएसी ने मुजफ्फराबाद और मीरपुर डिवीजनों के विभिन्न हिस्सों में रात भर की छापेमारी में अपने कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद शुक्रवार को हड़ताल का आह्वान किया था.
    साभार आज तक 

  • सीएम मोहन यादव ने केजरीवाल पर साधा निशाना, कहा- वेंटीलेटर पर हैं अरविंद केजरीवाल

    भोपाल। अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आए दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की बयानबाजी को लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उन पर निशाना साधा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि केजरीवाल को तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और दिल्ली की जनता से माफी मांगना चाहिए।
    सीएम मोहन यादव ने कहा, जब हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट और जिला कोर्ट सब जगह से जिस ढंग से वह बेल करने के लिए लालायित थे और हर कोर्ट ने, हर बार हर तारीख पर जो उनके बारे में टिप्पणियां की हैं, मुझे लगता है कि कोई भी थोड़ा समझदार व्यक्ति होगा तो वह तुरंत इस्तीफा देगा। उन्होंने कहा कि सीएम को किसी फाइल पर साइन करने का अधिकार नहीं है। यह उसी प्रकार से है, जैसे किसी व्यक्ति के शरीर में प्राण नहीं हो और वह व्यक्ति काम करें। मुझे लगता है केजरीवाल वेंटिलेटर पर हैं।
    पूरे देश से माफी मांगे केजरीवाल  
    डॉ. यादव ने कहा कि जिस आधार पर उन्हें जेल से बेल मिली है, उसकी शर्तों में कोर्ट ने उनसे कहा है किसी प्रकरण या पॉलिसी में बोलना नहीं है। अपने बारे में कोई चर्चा नहीं करना है और वहीं बाहर आकर कह रहे हैं कि मैं तानाशाह से लड़ रहा हूं, तो जनता सब जानती है। जनता कभी माफ नहीं करेगी। निष्कलंक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जिस प्रकार से देश आगे बढ़ रहा है, स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।
    वर्तमान समय की जो स्थितियां हैं, इसे देखकर लगता है कि केजरीवाल को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। बड़ी बात यह है कि एक राजनेता को इस तरह का व्यवहार नहीं करना चाहिए। देश के इतिहास में केजरीवाल की यह घटना गलत उदाहरण पेश करेगी। इसके लिए अरविंद केजरीवाल को पूरे देश से माफी मांगना चाहिए।
    डॉ. यादव ने कहा कि एक मुख्यमंत्री जिस प्रकार की जिद्द कर रहे हैं, यह देश का दुर्भाग्य है। उन्होंने लिकर पॉलिसी में पैसा खाया है, इस आरोप में वे जेल में रहे हैं। यह हमारे देश का चरित्र नहीं है। यह जो कुछ भी हुआ है, उनकी पार्टी को जितने वोट मिले थे, उन सारे मतदाताओं का अपमान है।
    एक के बाद एक केजरीवाल जैसे व्यक्ति सामने आ रहे हैं, जिन्हें ऐसा माना जाता था कि वह इन सब बातों को समझते हुए व्यवहार करेंगे। लेकिन पता नहीं ऐसी क्या स्थिति बनती है कि व्यक्ति ऐसे निर्णय लेने को तैयार हो जाता है। एक प्रकार से यह खराब समय शुरू होने की निशानी है।
    साभार अमर उजाला

  • प्रज्वल रेवन्ना पर आरोप लगाने वाले भाजपा नेता भी गिरफ्तार

    बेंगलुरु. प्रज्वल रेवन्ना सेक्स स्कैंडल मामले में भाजपा नेता जी देवराजे गौड़ा को भी हिरासत में ले लिया गया है। भाजपा के नेता और पेशे से वकील जी. देवराजे गौड़ा को हासन से जनता दल सेक्युलर के सांसद प्रज्वल रेवन्ना से कथित तौर पर जुड़े एक अश्लील वीडियो के मामले में शुक्रवार रात गिरफ्तार किया गया।
    पुलिस के अनुसार, पेन ड्राइव के जरिए वीडियो लीक करने के आरोप में देवराजे गौड़ा को हिरियुर पुलिस ने चित्रदुर्ग जिले के गुलिहाल टोल नाका पर गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि गौड़ा को हासन पुलिस से मिली गुप्त सूचना पर गिरफ्तार किया गया।
     कर्नाटक में 26 अप्रैल को मतदान से पहले प्रज्वल से कथित तौर पर जुड़े कई अश्लील वीडियो सामने आए थे। देवराजे गौड़ा पर इन वीडियो को लीक करने का आरोप है, जिसे वह सिरे से खारिज कर चुके हैं। वहीं एक महिला ने देवराजे गौड़ा के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला भी दर्ज करवाया था। आरोप है कि उन्होंने महिला की संपत्ति बिकवाने के नाम पर छेड़छाड़ की थी। 
    साल 2023 में गौड़ा ने प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना के खिलाफ होलेनारसीपुर से विधानसभा का चुनाव लड़ा था। वहीं गौड़ा का कहना है कि प्रज्वल के वीडियो उन्होंने नहीं बल्कि कांग्रेस ने लीक किए हैं। गौड़ा ने कहा कि उन्होंने पहले भी भाजपा नेतृत्व को सावधान किया था कि प्रज्वल को हासन लोकसभा सीट से टिकट ना दिया जाए। हालांकि जेडीएस और भाजपा में गठबंधन के बाद प्रज्वल को ही चुनाव में उतार दिया गया। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 5 भारतीय नाविकों को ईरान ने किया रिहा

    नई दिल्ली। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की विदेश नीति फिर एकबार रंग लाई है। ईरान में भारतीय दूतावास ने कहा है कि तेहरान द्वारा जब्त किए गए इजरायली जहाज पर सवार पांच भारतीय नाविकों को गुरुवार को रिहा कर दिया गया है। वे अब ईरान से बाहर निकल गए हैं। भारतीय दूतावास ने उनकी रिहाई के लिए ईरानी अधिकारियों को धन्यवाद दिया है। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा, "एमएससी एरीज़ पर सवार पांच भारतीय नाविकों को आज शाम रिहा कर दिया गया और वे ईरान से चले गए। हम बंदर अब्बास में दूतावास और भारतीय वाणिज्य दूतावास के साथ घनिष्ठ समन्वय के लिए ईरानी अधिकारियों की सराहना करते हैं।"
    इजरायल से जुड़े मालवाहक जहाज को 13 अप्रैल को ईरान ने जब्त कर लिया था, जिसमें 17 भारतीय नागरिक सवार थे। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स नेवी ने होर्मुज जलडमरूमध्य के पास कंटेनर जहाज को जब्त कर लिया। एमएससी एरीज़ को आखिरी बार 12 अप्रैल को दुबई के तट से दूर होर्मुज जलडमरूमध्य की ओर जाते हुए देखा गया था। 

    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मणिशंकर अय्यर ने कहा-  भारत को पाकिस्तान की इज्जत करनी चाहिए, उनके पास परमाणु बम हैं...

    नई दिल्ली. विरासत टैक्स और भारतीयों को लेकर रंगभेदी टिप्पणी करने वाले इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सैम पित्रोदा के बाद अब कांग्रेस के एक और नेता का बयान सामने आया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान को लेकर एक विवादित बयान दिया है.
    मणिशंकर अय्यर ने कहा कि भारत को पाकिस्तान की इज्जत करनी चाहिए क्योंकि पड़ोसी मुल्क के पास परमाणु बम हैं.  अगर हम उन्हें इज्जत नहीं देंगे तो वे भारत पर परमाणु हमला करने की सोच सकते हैं.
    अय्यर ने कहा कि भारत को ये नहीं भूलना चाहिए कि पाकिस्तान के पास भी परमाणु हैं. मुझे ये समझ नहीं आता कि मौजूदा सरकार ये क्यों कहती है कि हम पाकिस्तान से बात नहीं करेंगे क्योंकि वहां आतंकवाद है. ये समझना जरूरी है कि आतंकवाद को खत्म करने के लिए चर्चा बहुत जरूरी है. वरना, पाकिस्तान सोचेगा कि भारत अहंकार के साथ हमें दुनिया में छोटा दिखा रहा है. ऐसे में पाकिस्तान में कोई भी पागल इन बम का इस्तेमाल कर सकता है.
    अय्यर ने कहा कि बीजेपी कहती है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकती. लेकिन बातचीत से ही आतंकवाद खत्म होगा. 
    कांग्रेस नेता का कहना है कि हमें ये सोचना होगा कि हमारी समस्याओं का हल कैसे निकलेगा. मेरा कहना है कि बजाए घृणा दिखाकर या बंदूक दिखाकर आप स्थितियों में सुधार नहीं कर सकते. हमें ये समझना होगा कि पाकिस्तान भी एक संप्रभु राष्ट्र है, उनकी भी इज्जत है. हमें उनकी इज्जत को कायम रखते हुए कड़ी से कड़ी बात करनी चाहिए. अब क्या हो रहा है? हम बातचीत नहीं कर रहे हैं, इससे तनाव बढ़ता जा रहा है. 
    साभार आज तक

  • रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए रूस ने कहा- भारत के लोकसभा चुनावों में दखल देने की कोशिश कर रहा अमेरिका

    मॉस्को। अमेरिका के एक आयोग ने हाल ही में रिपोर्ट जारी की है, जिसमें भारत में धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर चिंता जताई गई है। इस पर भारत ने तो ऐतराज जताया ही है और अब उसके खास दोस्त रूस ने भी अमेरिका को सुनाया है। रूस ने इस रिपोर्ट को भारत में दखलअंदाजी करने का एक उपकरण करार दिया  है। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने मारिया जाखारोवा ने कहा कि यह रिपोर्ट ऐसे वक्त में आई है, जब भारत में आम चुनाव हो रहे हैं। इसके जरिए अमेरिका ने भारत में अस्थिरता फैलाने की कोशिश की है। इस रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए रूस ने कहा कि अमेरिका को ऐसा कोई हक नहीं है। वह भारतीयों की मानसिकता और वहां के इतिहास की समझ नहीं रखता।
    रूसी विदेश मंत्रालय ने साफ कहा कि अमेरिकी रिपोर्ट में गैरवाजिब सवाल उठाए गए हैं। वह भी तब जब भारत में आम चुनाव हो रहे हैं। जाखारोवा ने कहा कि ऐसी रिपोर्ट तो भारत का एक देश के तौर पर अपमान है। विदेश मंत्री के हवाले से रशिया टुडे टीवी चैनल ने कहा, 'इसकी वजह है कि भारत की आंतरिक राजनीति में दखल दिया जाए और वहां अस्थिरता पैदा की जाए। इससे आम चुनाव में समस्या हो।' उन्होंने कहा कि अमेरिका को भारत के आंतरिक मामलों से एकदम दूर रहना चाहिए। बता दें कि अमेरिकी आयोग की सालाना रिपोर्ट में भारत में धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर चिंता जताई गई है। हर साल ही ऐसी रिपोर्ट आती है, जिस पर भारत कई बार उसे आईना भी दिखा चुका है।
    यही नहीं इस आयोग ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय को सिफारिश की है कि भारत को चिंता वाले देशों की श्रेणी में डाल दिया जाए। रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि भारत की सत्ताधारी पार्टी भाजपा भेदभावपूर्ण नीतियां लागू कर रही है। रिपोर्ट में CAA, गोहत्या कानून, विदेशी चंदा अधिनियम और आतंकवाद से निपटने के लिए बने UAPA पर सवाल उठाए गए हैं। अमेरिकी आयोग का कहना है कि इन कानूनों के चलते अल्पसंख्यकों को टारगेट किया जा रहा है। उनका उत्पीड़न हो रहा है। इसके अलावा बेवजह लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है और उनकी मॉनिटरिंग हो रही है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 13 मई को मालवा-निमाड़ की आठ सीटों पर मतदान

    भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटों में से 21 सीटों पर तीन चरणों में मतदान हो चुका है। पहले और दूसरे चरण में कम मतदान के बाद तीसरे चरण में मतदान प्रतिशत बढ़ा है। चौथे चरण में 13 मई को मालवा-निमाड़ की आठ सीटों पर मतदान होगा। इनमें इंदौर, देवास, उज्जैन, धार, रतलाम, खरगोन, मंदसौर, खंडवा सीटें शामिल हैं। ये सभी सीटें इस समय भाजपा के पास हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ ही उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और प्रदेश के दिग्गज भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय का इन सीटों पर अच्छा प्रभाव है। इन सीटों पर भाजपा को मोहन-कैलाश की जोड़ी से करिश्मे की तो कांग्रेस को जीतू-उमंग से उम्मीदें हैं। 
    मालवा-निमाड़ की आठ सीटों में इंदौर की सीट भी शामिल है, जहां पर कांग्रेस नोटा का बटन दबाने का अभियान चला रही है। कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया। उनकी नाम वापसी के लिए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और विधायक रमेश मेंदौला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। इसकी पूरी स्क्रिप्ट कैलाश विजयवर्गीय ने ही लिखी थी। 
    पार्टी ने कैलाश विजयवर्गीय को कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा को जिताने की जिम्मेदारी भी दी थी। उन्होंने चुनाव के दौरान छिंदवाड़ा में ही डेरा डाल दिया था। कमलनाथ चुनाव नहीं लड़ रहे थे, इसके बावजूद वे अन्य सीटों पर कांग्रेस के प्रचार के लिए अपने गढ़ से बाहर नहीं निकल सके। इंदौर समेत अंचल के कई बड़े कांग्रेस नेताओं को भाजपा में शामिल कराने में कैलाश विजयवर्गीय की बड़ी भूमिका रही है। इंदौर से पूर्व विधायक संजय शुक्ला और विशाल पटेल जैसे कई बड़े कांग्रेसी नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ली है। इसके पीछे विजयवर्गीय की रणनीति को ही माना जाता है। 
    प्रदेश में चौथे और अंतिम चरण में आठ सीटों पर मतदान होगा। इसमें खरगोन, धार और रतलाम सीटें भी शामिल है। इन लोकसभा सीटों में आठ-आठ विधानसभा सीटें हैं। खरगोन और धार में आठ-आठ विधानसभा सीटों में से पांच-पांच सीटें कांग्रेस के पास है। झाबुआ-रतलाम सीट पर आठ में से तीन कांग्रेस और एक सीट भारतीय आदिवासी पार्टी ने जीती है। यहां बराबर-बराबर मुकाबला है। ऐसा बताया जा रहा है कि इन सीटों पर भाजपा और कांग्रेस में कांटे का मुकाबला है। इन सीटों को जीतना पार्टी के लिए चुनौती रहेगी।
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उज्जैन से आते हैं। उन्होंने भी तीसरे चरण की सीटों को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। उनके मालवा-निमाड़ की सीटों पर लगातार दौरे हो रहे हैं। वह साथ ही कार्यकर्ताओं की बैठक में भी भाग ले रहे हैं। उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा मंदसौर से आते हैं, लेकिन मालवा-निमाड़ की सीटों को जिताने की जिम्मेदारी उनकी है। 
    इंदौर में अक्षय कांति बम के नाम वापस लेने के बाद कांग्रेस मुकाबले से बाहर हो गई है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने अपने गृह क्षेत्र में कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ ही आम जनता से नोटा का बटन दबाने की अपील की है। वहीं, धार सीट में आने वाली गंधवानी विधानसभा सीट से उमंग सिंघार विधायक हैं। वह नेता प्रतिपक्ष भी हैं। वह धार सीट पर पूरा जोर लगा रहे हैं। इन दोनों नेताओं की दोनों ही सीट पर परीक्षा है।
    साभार अमर उजाला

  • चौथे चरण के लिए दिग्विजय सिंह मालवा-निमाड़ में सक्रिय

    भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव में तीन चरणों में 21 सीटों पर मतदान होने के बाद दिग्विजय सिंह चौथे चरण की सीटों पर एक्टिव हो गए है। अपने संसदीय क्षेत्र राजगढ़ में मंगलवार को मतदान से निवृत्त होने के बाद दिग्विजय सिंह गुरुवार को शिवगढ़ सैलाना और रतलाम में कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और उनको सक्रिय करेंगे। राजगढ़ से चुनाव लड़ने के चलते दिग्विजय सिंह अपने गढ़ में ही कैद हो गए थे। वे पहले, दूसरे और तीसरे चरणें के चुनाव में राजगढ़ के अलावा दूसरे सीटों पर कांग्रेस के प्रचार के लिए नहीं जा पाए थे। अब दिग्विजय सिंह गुरुवार से चौथे चरण की सीटों पर कांग्रेस का प्रचार तेज करेंगे। वहीं, छिंदवाड़ा में पहले चरण में चुनाव होने के बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ दूसरी सीटों पर सक्रिय नहीं दिख रहे हैं। हालांकि, उन्होंने होशंगाबाद और बैतूल सीटों पर दो-दो सभाओं को संबोधित किया, लेकिन उसके बाद वे पार्टी के प्रचार में एक्टिव नहीं दिखाई दे रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस ने अचानक अडानी-अंबानी का नाम लेना बंद क्यों कर दिया?  पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना

    करीमनगर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के करीमनगर में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने सवाल पूछा कि कांग्रेस ने अचानक अडानी-अंबानी का नाम लेना बंद क्यों कर दिया?
    पीएम मोदी ने कहा,'आपने देखा होगा कि कांग्रेस के शहजादे पिछले पांच साल से सुबह उठते ही माला जपना शुरू करते थे. जबसे उनका राफेल वाला मामला ग्राउंडेड हो गया, तबसे उन्होंने एक नई माला जपनी शुरू कर दी. पांच साल से एक ही माला जपते थे. पांच उद्योगपति, पांच उद्योगपति. फिर धीरे-धीरे कहने लगे. अंबानी-अडानी. लेकिन जबसे चुनाव घोषित हुआ है. इन्होंने अंबानी-अडानी को गाली देना बंद कर दिया.
    प्रधानमंत्री ने कांग्रेस से सवाल किया कि शहजादे घोषित करें. इस चुनाव में अंबानी-अडानी से कितना माल उठाया है. उन्होंने पूछा,'काले धन के कितने बोरे भरकर रुपये मारे हैं. क्या टेंपो भरकर नोट कांग्रेस के लिए पहुंचे हैं. क्या सौदा हुआ है. आपने रातोंरात अंबानी-अडानी को गाली देना बंद कर दिया. जरूर दाल में कुछ काला है. पांच साल तक गाली दी और रातोंरात बंद हो गई. मतलब कोई ना कोई चोरी का माल टैंपो भर भरकर आपने पाया है. ये जवाब देना पड़ेगा देश को.'
    प्रधानमंत्री ने कहा,'तेलंगाना के गठन के समय यहां के लोगों ने बीआरएस पर भरोसा किया. बीआरएस ने लोगों के सपने तोड़ दिए. कांग्रेस का भी यही इतिहास है. आजादी के बाद कांग्रेस ने भी यही किया. देश डूबे तो डूबे, लेकिन इनके परिवार को कोई फर्क नहीं पड़ता. फैमिली फर्स्ट की नीति की वजह से कांग्रेस ने पीवी नरसिम्हा राव का अपमान किया. उनके निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर को कांग्रेस कार्यालय में एंट्री नहीं दी. यह बीजेपी सरकार ने जिसने पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किया.'
    तेलंगाना के करीम नगर में पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए एनडीए सरकार की योजनाओं की तारीफ भी की. उन्होंने कहा,'पिछले 10 सालों में एनडीए ने हर सेक्टर को आगे बढ़ाने का काम किया है. हम फार्मिंग सेक्टर को मॉर्डनाइज कर रहे हैं. नेचुरल फार्मिंग, नैनो इंडिया और ड्रोन को प्रमोट कर रहे हैं.' 
    साभार आज तक 

     

  • हरियाणा में भाजपा सरकार के आगे खतरा! फ्लोर टेस्ट की मांग

    चंडीगढ़। हरियाणा में भाजपा की नायब सिंह सैनी सरकार से तीन निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया है। इन विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन दे दिया है। विधायक सोमबीर सांगवान, रणधीर गोलेन और धर्मपाल गोंदर ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान कर दिया। इस दौरान कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान भी मौजूद थे। इन लोगों के समर्थन वापस लेने के बाद से ही विपक्ष उत्साहित है और फ्लोर टेस्ट की मांग कर रहा है। इसकी वजह यह है कि 90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में भाजपा के पास 40 ही विधायक हैं। 
    नायब सिंह सैनी सरकार को दो निर्दलीय विधायकों नयनपाल रावत और राकेश दौलताबाद का समर्थन हासिल है। इसके अलावा गोपाल कांडा भी भाजपा के साथ हैं। राज्य के दो विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। इससे सदन की संख्या 88 ही है और बहुमत साबित करने के लिए 45 के समर्थन की जरूरत है। भाजपा के पास 2 विधायक कम हैं। यही वजह है कि कांग्रेस और हाल ही में भाजपा से अलग होने वाले जननायक जनता पार्टी के दुष्यंत चौटाला भी विश्वास मत प्रस्ताव की मांग कर रहे हैं। हालांकि विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता का कहना है कि नायब सिंह सैनी सरकार ने हाल ही में फ्लोर टेस्ट पास किया है। इसलिए अब 6 महीने से पहले दोबारा नहीं कराया जा सकता।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अर्थशास्त्री गौतम सेन ने कहा- विरासत टैक्स लगाया तो ठहर जाएगी अर्थव्यवस्था, अमेरिका में ऐसा कुछ भी नहीं

    नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सैम पित्रोदा ने पिछले दिनों अमेरिका का हवाला देते हुए विरासत टैक्स की बात कही थी। इसके अलावा संसाधनों के पुनर्वितरण की भी बात कही थी। इसे लेकर पीएम नरेंद्र मोदी समेत पूरी भाजपा ही चुनावी माहौल में हमलावर है। इस बीच अर्थशास्त्री गौतम सेन का कहना है कि राहुल गांधी का संसाधनों के पुनर्वितरण का फॉर्मूला भारत में काम नहीं करेगा। उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, 'यह भारत में काम नहीं करेगा। यहां बड़ी दौलत वाले बहुत कम लोग हैं। इसके बाद जो हैं भी, उन लोगों ने अपनी पूंजी को कारोबार में लगा रखा है। यदि उस पूंजी को सरकार अधिग्रहित करे या फिर 55 फीसदी तक का विरासत टैक्स वसूला जाए तो धंधा ही रुक जाएगा।'
    गौतम सेन ने आगे कहा, 'ऐसी स्थिति में कारोबार ही ठहर जाएगा। आपको उनकी संपत्ति के लिए कारोबार ही खत्म कराना होगा।' उन्होंने कहा कि मेरा पॉइंट है कि देश की 0.5 फीसदी आबादी से टैक्स वसूलने के लिए आप बड़े पैमाने पर कारोबारों को नुकसान पहुंचाएंगे और इससे उन गरीब लोगों को ही नुकसान होगा, जो उस पर निर्भर हैं। सेन ने कहा कि बीते 10 सालों में ग्रोथ हुई है और हमने संसाधनों का बेहतर बंटवारा किया है। उनका इशारा लोगों के गरीबी से ऊपर उठने पर था। 
    दरअसल अमेरिका में एक कार्यक्रम में सैम पित्रोदा ने कहा था कि यहां विरासत टैक्स लगता है। ऐसी चीज भारत में नहीं है, जिस पर चर्चा हो सकती है। इसे लेकर गौतम सेन ने कहा, 'अमेरिका में कोई विरासत टैक्स नहीं है। वहां एस्टेट ड्यूटी लगती है और गिफ्ट टैक्स है। अमेरिका में 2022 तक मरने वाले लोगों में से महज 0.22 फीसदी के परिजनों ने यह अदा किया था। पूरे अमेरिका में सिर्फ 4000 लोगों पर एस्टेट ड्यूटी लगती है। इसकी वजह यह है कि छूट की लिमिट इतनी ज्यादा है कि कम ही लोग इसके दायरे में आते हैं।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्यप्रदेश में तीसरे चरण में 66.05 प्रतिशत मतदान

    भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मंगलवार को भोपाल, विदिशा, राजगढ़, सागर, बैतूल, गुना, ग्वालियर, मुरैना और भिंड में रात 10 बजे जारी अपडेट के अनुसार  66.05 प्रतिशत मतदान हुआ। चुनाव आयोग के अनुसार यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। इन सीटों पर 2019 में 66.63 प्रतिशत मतदान हुआ था। उससे यह 0.58 फीसदी कम है। मंगलवार को सबसे ज्यादा मतदान राजगढ़ सीट पर 75.39 प्रतिशत हुआ है। जबकि सबसे कम भिंड सीट पर 54.87 प्रतिशत मतदान हुआ है। प्रदेश में तीसरे चरण में मतदान प्रतिशत पहले दो चरणों के मुकाबले बढ़ने का कारण कैंडिडेंट, कार्यकर्ता और कार्यक्रम तीन 'क' फैक्टर बताए जा रहे हैं। इस बार इन नौ सीटों में से चार विदिशा, गुना, ग्वालियर और भिंड में 2019 के मुकाबले 0.45 से 8.3 फीसदी तक मतदान बढ़ा है। हालांकि, भोपाल में 12.1 फीसदी की गिरावट आई है, जो चौंकाने वाली है।
    प्रदेश की तीसरे चरण की नौ सीटों पर मतदान में विदिशा सीट पर पिछली बार की तुलना में 8.35 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इस बार 74.05% मतदान हुआ। जबकि 2019 में 65.70 फीसदी मतदान हुआ था। हालांकि, 9 सीटों में सबसे ज्यादा मतदान राजगढ़ में 75.39 प्रतिशत हुआ है, लेकिन वह भी 2019 के 79.46 से करीब चार प्रतिशत कम है। वहीं, तीसरे नंबर पर बैतूल में 72.65% मतदान हुआ, यह पिछली बार के 78.15 की तुलना में करीब 5.5 प्रतिशत कम है। गुना में 71.95 प्रतिशत मतदान हुआ है, जो पिछली बार के 70.32 प्रतिशत की तुलना के करीब 1.63 फीसदी ज्यादा है। सागर में 65.19% मतदान हुआ है, यहां पिछली बार 65.51% मतदान हुआ था, इसमें मामूली कमी आई है। भोपाल में इस बार 62.29 प्रतिशत मतदान हुआ है, जबकि 2019 में यहां 74.39 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस तरह यहां 12 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं, ग्वालियर में भी 61.68% मतदान हुआ, जो कि पिछली बार के 59.78 प्रतिशत से 1.9 फीसदी ज्यादा है। मुरैना में 58.22 प्रतिशत मतदान हुआ, जो कि पिछली बार के 61.89 प्रतिशत से करीब 3.67 प्रतिशत कम है। वहीं, भिंड में पिछली बार की तरह ही सबसे कम मतदान 54.87 प्रतिशत हुआ है, जबकि पिछली बार यहां पर 54.42 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार .45 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 
    साभार अमर उजाला

  • PM मोदी अहमदाबाद के निशान हायर सेकेंडरी स्कूल में किया मतदान, भीड़ में बच्चे को दुलारा

    अहमदाबाद।  लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की 93 सीटों पर आज मतदान हो रहा है। इसमें गुजरात की 25, उत्तर प्रदेश की 10, महाराष्ट्र की 11, कर्नाटक की 14 सीटें शामिल हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मतदाताओं से रिकॉर्ड संख्या में मतदान करने की अपील की। उन्होंने अहमदाबाद के निशान हायर सेकेंडरी स्कूल में मतदान किया। तीसरे चरण मे अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद मतदान केंद्र से बाहर आकर पीएम मोदी ने बच्चों के साथ मस्ती भी की। उन्होंने बच्चे को अपनी गोद में लेकर दुलारा। मतदान केंद्र से बाहर आकर पीएम मोदी ने मीडिया से भी बात की।
    मीडिया से बात करने के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी प्रधानमंत्री मोदी के साथ वहां मौजूद थे। इस दौरान पीएम मोदी ने सभी से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की अपील की है। पीएम मोदी ने कहा, "ये जो लोग दिन-रात दौड़ कर रहे हैं, अपने स्वास्थ्य की भी चिंता कीजिए। मीडिया की प्रतियोगिता भी इतनी है कि आपको समय से आगे दौड़ना पड़ता है। मैं तो यही प्रार्थना करुंगा अपने पुराने साथियों से की अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखिए और पानी ज्यादा पीजिए। इससे स्वास्थ्य बेहतर रहेगा और एनर्जी भी बनी रहती है।"
    पीएम मोदी ने लोगों से अपने मताधिकार का प्रयोग करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, "आज तीसरे चरण का मतदान है। मैं देशवासियों को विशेष रूप से आग्रह करुंगा कि लोकतंत्र में मतदान एक सामान्य दान नहीं है। हमारे देश में दान का एक महात्मय है। उसी भाव से देशवासी ज्यादा से ज्यादा मतदान करें। आज तीसरे चरण का मतदान है। अभी तीन सप्ताह और मतदान चलेगा। मतदान के चार दौर आगे भी हैं। मेरा गुजरात में मतदान के नाते यही एक रेगुलर जगह है जहां से मैं मतदान करता हूं। अमित भाई यहां भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।" 
    साभार अमर उजाला

  • दिल्ली के उम्मीदवारों में मनोज तिवारी सबसे अमीर, कन्हैया कुमार के पास 10 लाख की संपत्ति

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के तहत 25 मई को राजधानी दिल्ली में मतदान होना है. इस बीच चुनावी हलफनामे से पता चला है कि बीजेपी के टिकट पर तीसरी बार उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे मनोज तिवारी सबसे अमीर प्रत्याशी हैं. उनके पास 28.05 करोड़ रुपये की संपत्ति है.
    मनोज तिवारी के चुनावी हलफनामे के मुताबिक, उनकी आय 4.25 लाख रुपये है. उन्होंने अपनी आय का स्रोत सांसदी के अलावा गाने और एक्टिंग को बताया है. 
    2022-2023 के आयकर रिटर्न के मुताबिक, मनोज तिवारी के बाद दक्षिण दिल्ली से बीजेपी उम्मीदवार रामवीर सिंह बिधूड़ी (71) दूसरे सबसे अमीर प्रत्याशी हैं. इनकी कुल संपत्ति 21.08 करोड़ रुपये हैं. बिधूड़ी ने चुनावी हलफनामे में अपनी कुल आय 14.93 लाख रुपये बताई है.
    दिल्ली के चुनावी रण में उतरे तीसरे सबसे अमीर उम्मीदवार पश्चिमी दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महाबल मिश्रा (69) हैं. उन्होंने चुनावी हलफनामे में अपनी संपत्ति 19.93 करोड़ रुपये बताई है. 
    पूर्व विदेश मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज (40) बीजेपी के टिकट पर नई दिल्ली लोकसभा सीट से प्रत्याशी हैं. चुनावी हलफनामे के मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति 19 करोड़ रुपये है. इस तरह से वह दिल्ली के सबसे अमीर प्रत्याशियों की लिस्ट में चौथे स्थान पर हैं.
    बांसुरी स्वराज के हलफनामे के मुताबिक, उनके पास मर्सिडीज बेन्ज सहित दो लग्जरी गाड़ियां हैं. उनके पास दिल्ली के दो पॉश इलाकों में तीन फ्लैट हैं. स्वराज ने अपने हलफनामे में बताया कि उनकी आय 68.28 लाख रुपये है. वह पेशे से वकील भी हैं, जिन्होंने 2007 में लंदन से लॉ की डिग्री ली है. 
    इसके बाद आम आदमी पार्टी छोड़कर बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम चुके नेता राजकुमार आनंद पांचवें सबसे अमीर उम्मीदवार हैं उनकी कुल संपत्ति 17.87 करोड़ रुपये है. नई दिल्ली लोकसभा सीट से उम्मीदवार राजकुमार आनंद के हलफनामे के मुताबिक, उनके पास 51 लाख रुपये के वाहन हैं. 
    कितनी हैं कन्हैया कुमार की संपत्ति?
    उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से मनोज तिवारी के खिलाफ चुनावी मैदान में कांग्रेस के कन्हैया कुमार हैं, जिनकी कुल संपत्ति 10.65 लाख रुपये है. उन्होंने 2019 में जेएनयू से पीएचडी की डिग्री ली है. 
    पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार कमलजीत सहरावत ने चुनावी हलफनामे में अपनी चल संपत्ति 1.30 करोड़ रुपये और अचल संपत्ति 27.60 लाख रुपये बताई है. 
    बीजेपी के टिकट पर चांदनी चौक से उम्मीदवार प्रवीण खंडेलवाल (64) की कुल संपत्ति 6.62 करोड़ रुपये है. 2022-2023 के आयकर रिटर्न के मुताबिक, उन्होंने अपनी आय 4.56 लाख रुपये बताई है.
    कांग्रेस के टिकट पर दिल्ली की उत्तर पश्चिम सीट से उम्मीदवार उदित राज (66) की आय लगभग एक करोड़ रुपये बताई है. उनके पास 5.54 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है. 

    साभार आज तक

  • सिरपोई डैम की मांग को लेकर रोझानी के ग्रामीणों ने लिया चुनाव बहिष्कार का निर्णय

    आगर-मालवा। आगर-मालवा में सिंचाई के पानी के लिए परेशान हो रहे बड़ोद विकास खंड के ग्राम रोझानी के ग्रामीणों द्वारा डैम की मांग को लेकर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में रविवार रात को ग्रामीणों की एक बैठक आयोजित हुई और बैठक में ग्रामीणों ने गांव की समस्या को शासन-प्रशासन तक पहुंचाने के लिहाज से लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं करने का निर्णय लिया।
    बड़ोद क्षेत्र के ग्राम रोझानी, मल्लुपुरा, देवली, सिरपोई, रोझाना और फतेहगढ़ सहित आसपास के लगभग 15 गांव में सिंचाई के लिए नदी तालाब की कोई व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण अन्नदाता किसानों को कई वर्षों से पानी के लिए समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सिरपोई डैम नहीं बनने के कारण ग्राम रोझानी के ग्रामीणों द्वारा सामूहिक रूप से लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।
    गांव की महिलाओं का कहना है कि पहले हमारी मांगें पूरी होंगी, उसके बाद ही हम चुनाव में वोट डालने जाएंगे। हमारे गांव में पीने और सिंचाई के लिए पानी की बहुत ज्यादा कमी है। यहां नदी तथा तालाब की भी कोई व्यवस्था नहीं है। हमारे कुएं और बोरवेल भी जल्द सुख जाते हैं तथा गांव का जल स्तर भी बहुत नीचे है। समीप के गांव सीरपोई डैम की स्वीकृति लंबे समय से अटकी हुई है। हर बार चुनाव आते हैं और नेता बड़ी-बड़ी बातें और वादे करके चले जाते हैं। जमीनी स्तर पर कोई भी काम नहीं हो रहा है, न ही कोई वादे जनप्रतिनिधि पूरे कर रहे हैं। शासन-प्रशासन डैम की स्वीकृति के लिए लंबे समय से आनाकानी कर रहा है। जिले में कई डैम को स्वीकृति मिल चुकी है। वहीं, सिरपाई डैम कई वर्षों से फाइलों में अटका हुआ है। शीघ्र ही सिरपोई डैम को स्वीकृति मिले।
    साभार अमर उजाला

  • देशभर के कुलपतियों ने राहुल गांधी के बयान पर जताई आपत्ति, खुला खत लिख दिया जवाब

    नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देश के विश्वविद्यालयों में नियुक्ति को लेकर आरोप लगाया था कि आरएसएस के लोगों को ही भरा जा रहा है। खासतौर पर कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर राहुल गांधी ने कहा था कि इसके लिए योग्यता नहीं बल्कि आरएसएस से जुड़ाव के आधार पर फैसला हो रहा है। अब इस मामले पर देश के 181 शिक्षाविदों और कुलपतियों ने खुला खत लिखकर राहुल गांधी को जवाब दिया है। कुलपतियों की ओर से लिखे पत्र में कहा गया है, 'हमें राहुल गांधी के ट्वीट्स और बयानों से यह पता चला है कि वह अफवाह फैला रहे हैं कि देश के विश्वविद्यालयों में मेरिट के आधार पर नहीं बल्कि आरएसएस से रिश्तों पर भर्ती हो रही है।'
    कुलपतियों ने राहुल गांधी के इस बयान पर आपत्ति जताते हुए लिखा, 'कुलपतियों की एक बेहद सख्त, पारदर्शी प्रक्रिया के तहत नियुक्ति की जाती है। इसके लिए यह देखा जाता है कि संबंधित व्यक्ति की अकादमिक योग्यता क्या है। प्रशासनिक कुशलता कितनी और यूनिवर्सिटी को आगे बढ़ाने के लिए क्या विजन रखता है। हम लोगों का एक पेशेवर अनुभव होता है और अकादमिक योग्यता भी मायने रखती है। चयन प्रक्रिया में इसका ध्यान रखा जाता है।' पत्र में कहा गया कि हम उन सभी लोगों से कहते हैं कि ऐसी काल्पनिक बातें न करें। बिना किसी तथ्य के ही भ्रम न फैलाएं। 
    शिक्षाविदों ने कहा कि ऐसी अफवाहों को फैलाने से शिक्षा का माहौल खराब होता है। कुलपतियों ने लिखा, 'हम मेरिटोक्रेसी में यकीन रखते हैं। उच्च शिक्षा के लिए यही जरूरी है।' बीते कुछ सालों में भारतीय यूनिवर्सिटीज की रैंकिंग में सुधार का हवाला देते हुए कुलपतियों ने लिखा कि बीते कुछ सालों में अद्भुत बदलाव आया है। अब हमारी यूनिवर्सिटीज की ग्लोबल रैंकिंग अच्छी हुई है। शिक्षाविदों का कहना है कि राहुल गांधी ने इस तरह का बयान देकर उच्च शिक्षण संस्थानों को बदनाम किया है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि उसका राजनीतिक फायदा उठा सकें।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती का पुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने से इनकार

    पुरी. ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती ने चुनाव प्रचार के लिए पार्टी से पर्याप्त फंड नहीं मिलने का हवाला देते हुए अपना टिकट लौटा दिया है. उन्होंने कहा, 'मैंने चुनाव लड़ने के लिए पब्लिक फंडिंग का सहारा लिया... अपने कैम्पेन में कम से कम खर्च करने का प्रयास किया, इसके बावजूद मैं आर्थिक रूप से संघर्ष करती रही और एक प्रभावशाली चुनाव प्रचार अभियान को कायम नहीं रख सकी.'
    सुचारिता मोहंती ने कहा, 'मुझे पार्टी से फंड देने से इनकार कर दिया गया. विधानसभा क्षेत्रों में कमजोर उम्मीदवारों को टिकट दिया गया. भाजपा और बीजद पैसे के पहाड़ पर बैठे हैं. यह मेरे लिए मुश्किल था. हर जगह धन का अश्लील प्रदर्शन हो रहा है. मैं उस तरह प्रतिस्पर्धा नहीं करना चाहती. मैं एक पीपल-ओरिएंटेड कैम्पेन चाहती थी लेकिन धन की कमी के कारण यह भी संभव नहीं था. कांग्रेस भी इसके लिए जिम्मेदार नहीं है. भाजपा सरकार ने पार्टी को पंगु बना दिया है. खर्चों पर काफी तरह का प्रतिबंध है. मुझे पुरी में जनता का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा था. वे बदलाव चाहते हैं.'
    साभार आज तक 

  • इमरती देवी पर दिए गए अभद्र बयान के बाद PCC चीफ पटवारी पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार

    भोपाल। लोकसभा चुनाव के बीच इमरती देवी पर दिए गए अभद्र बयान के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। एक तरफ महिला विरोधी बयानबाजी को लेकर भाजपा नेता पटवारी और कांग्रेस पर हमलावर हैं। वहीं, दूसरे तरफ पटवारी पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। ग्वालियर एडिशनल एसपी निरंजन शर्मा ने कहा कि मामले की विवेचना की जा रही है। अगर, मामला सही पाया जाता है तो जीतू पटवारी की गिरफ्तारी भी की जाएगी।
    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का 16 सेकेंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें मीडिया द्वारा पूर्व मंत्री इमरती देवी को लेकर पूछे गए सवाल पर जीतू पटवारी हंसते हुए विवादित बात कह रहे थे। 
    कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के बयान पर केंद्रीय मंत्री और गुना से भाजपा उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष द्वारा घटिया बयान दिया गया है। यह महिलाओं के प्रति कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और कांग्रेस पार्टी की मानसिकता को दिखाता है। प्रदेश की महिलाएं आने वाले दिनों में कांग्रेस को इसका जवाब देंगी।
    कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पटवारी के बयान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी उन हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि भाजपा महिलाओं का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी। पटवारी ने भाजपा नेत्री इमरती देवी के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी की गई है, जिसका हम विरोध करेंगे। जीतू पटवारी जहां जाएंगे वहां भाजपा और महिला मोर्चा की कार्यकर्ता उन्हें काले झंडे दिखाएंगी। 
    विवाद बढ़ने और वीडियो वायरल होने के बाद जीतू पटवारी ने अपने  बयान पर माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था- गुरुवार को मैं ग्वालियर में था। वहां एक ऑडियो को लेकर पत्रकारों ने सवाल किया, मेरी भावना केवल सवाल को टालने की थी। उस संदर्भ में मैंने जो वक्तव्य दिया उसको तोड़-मरोड़कर गलत प्रस्तुत कर दिया गया। इमरती देवी मेरी बड़ी बहन हैं, और बड़ी बहन मां जैसी होती है। मेरे बयान से किसी की भी भावना को ठेस पहुंची हो तो मैं माफी चाहता हूं।
    साभार अमर उजाला

  • अशोक नगर में बोले यूपी के सीएम योगी - कांग्रेस का विरासत टैक्स औरंगजेब का जजिया कर

    भोपाल। मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान सात मई को होना है। प्रचार के आखिरी दिनों में भाजपा जोर-शोर से जुटी हुई है। आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अशोकनगर जिले के दौरे पर हैं। वे गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट के भाजपा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में सभा  को संबोधित किया।  
    सभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि जब मैं अशोक नगर के इस मंच से बोल रहा हूं मुझे ठीक सामने रामलला का मंच भी दिखाई दे रहा है। राम लला का यह मंच हम सबको प्रभु श्रीराम की लीलाओं से तो जोड़ता ही है, लेकिन हम सबको संत तुलसीदास जी के साथ भी जोड़ता है। जिन्होंने मुगलों के शासनकाल में देश की आजादी के लिए रामलीलाओं की परंपराओं को आगे बढ़ाया था। सीएम योदी ने कहा कि उस समय कुछ लोगों ने तुलसीदास जी से कहा था कि आप भी अकबर से मिल लो, वे आपको अपने नवरत्नों में शामिल करेंगे। तब तुलसीदास जी ने कहा था में अकबर को नहीं जानता, मैं किसी राजा को नहीं जानता, मेरा तो एक ही राजा है और वो हैं राम। उस दौर में तुलसीदास जी ने राजा रामचंद्र की जय... का नारा दिया था। 
    सीएम योगी ने कहा कि 500 साल के इंतजार के बाद अयोध्या में रामलला मंदिर में विराजमान हुए हैं। राम जन्मभूमि आंदोलन के इतिहास का संघर्ष बहुत पुराना है। राम लला के मंदिर को बनाने के लिए राजमाता पूरे समय अयोध्या आंदोलन से जुड़ी रहीं। देश, समाज और जनता के लिए राजमाता के मन में बहुत वात्सल्य था। वो सचमुच राजमाता थीं।
    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के बाद से देश में 2014 तक सिर्फ 74 एयरपोट थे, लेकिन पांच साल के अंदर यह आंकड़ा 150 पहुंच गया है। सिंधिया जी ने पीएम मोदी के सपने को साकार कर दिया है कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई यात्रा करेगा। हमारा सारथी तो ऐसा ही होना चाहिए जो देश को विकास की ओर ले जाए।       
    योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चारो ओर एक ही स्वर है कि फिर एक बार मोदी सरकार। लोगों से पूछा जाता है कि मोदी सरकार क्यों चाहिए? तो लोग कहते हैं कि विकास के साथ-साथ सब कुछ होगा लेकिन 'जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे'... यह संकल्प जो देश में दिख रहा है वो अभूतपूर्व है। 
    साभार अमर उजाला

     

  • रायबरेली के लिए माने राहुल गांधी, आज भरेंगे नामांकन

    लखनऊ। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी से तौबा कर लिया है। अब वह रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे, जबकि अमेठी से सोनिया गांधी के प्रतिनिधि किशोरी लाल शर्मा मैदान में उतरेंगे। अमेठी और रायबरेली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार को लेकर लंबे समय से चल रहा असमंजस शुक्रवार सुबह खत्म हुआ। पार्टी के महासचिव के सी वेणुगोपाल ने दोनों सीट पर उम्मीदवार घोषित कर दिया है। इसमें अमेठी से किशोरी लाल शर्मा और रायबरेली से राहुल गांधी चुनाव लड़ेंगे। राहुल गांधी के लिए पार्टी ने अमेठी से ज्यादा रायबरेली को सुरक्षित माना है। क्योंकि यह सीट अभी तक कांग्रेस के पास ही है। 
    अमेठी और रायबरेली सीट पर नामांकन की आखिरी तारीख आज है। रायबरेली से राहुल गांधी और अमेठी से केएल शर्मा आज ही नामांकन करेंगे। कांग्रेस ने अमेठी और रायबरेली के प्रत्याशियों के बारे में समाजवादी पार्टी को सूचित कर दिया है। कांग्रेस ने अमेठी और रायबरेली में सपा के स्थानीय पदाधिकारियों को नामांकन में शामिल होने का न्यौता दिया है।
    कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को यूपी से चुनाव लड़ने के लिए पार्टी नेताओं को लंबे समय तक मान मन्नौवल करना पड़ा। सूत्रों का कहना है कि वह उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे। यही वजह है कि इन दोनों सीटों पर पार्टी के नेता भी कुछ भी कहने से बचते रहे। कल देर रात कोई बैठक में राहुल गांधी ने अमेठी से चुनाव लड़ने से साफ इनकार कर दिया। ऐसे में उन्हें विरासत का हवाला देकर रायबरेली के लिए मनाया गया। पार्टी नेताओं का मानना है कि विपरीत परिस्थितियों में भी रायबरेली की जनता ने कांग्रेस का हाथ नहीं छोड़ा था। अभी भी वहां पार्टी को लेकर उत्साह है। यह कांग्रेस के लिए प्रदेश की सबसे सुरक्षित सीट है। इस वजह से इस सीट को नही छोड़ा जा सकता है। इस पर राहुल ने हामी भरी।
    साभार अमर उजाला

  • अमेठी-रायबरेली से चुनाव न लड़ने पर प्रियंका गांधी की आई पहली प्रतिक्रिया

    नई दिल्ली. सबसे बड़ा चुनावी सस्पेंस कांग्रेस पार्टी ने खत्म कर दिया है. गांधी परिवार के पुराने गढ़ रहे अमेठी और रायबरेली से उम्मीदवारों की लिस्ट आ गई है. अमेठी से के.एल. शर्मा चुनाव लड़ेंगे तो रायबरेली से राहुल गांधी. पहले प्रियंका गांधी के भी इन दोनों सीटों में से किसी एक से चुनाव लड़ने की चर्चा थी, लेकिन लिस्ट से सबकुछ क्लियर हो गया. वे चुनाव क्यों नहीं लड़ीं इस सवाल पर प्रियंका गांधी की पहली प्रतिक्रिया आ गई है.
    अमेठी पहुंची प्रियंका गांधी ने फुर्सतगंज एयरपोर्ट पर सवाल के जवाब में कहा- 'किसी को संचालन भी तो करना है...'. प्रियंका गांधी ने अमेठी से के.एल. शर्मा को सही च्वाइस बताया और कहा कि वे लंबे समय से अमेठी का कामकाज संभालते रहे हैं. उन्हें यहां के हर इलाके और हर गली की पूरी जानकारी है.
    राहुल गांधी और के.एल. शर्मा के नामांकन के लिए पहुंचीं प्रियंका गांधी पहले अमेठी पहुंचीं. प्रियंका ने लोगों से कहा कि के.एल. शर्मा लंबे समय से यहां काम करते रहे हैं. उन्हें मौका दीजिए. गौरतलब है कि नामांकन के आखिरी दिन इन दोनों सीटों पर कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है. आज ही 3 बजे तक नामांकन का समय है.
    प्रियंका गांधी ने किशोरी लाल शर्मा के अमेठी से चुनाव लड़ने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा,'किशोरी लाल शर्माजी से हमारे परिवार का वर्षों का नाता है. अमेठी, रायबरेली के लोगों की सेवा में वे हमेशा मन-प्राण से लगे रहे. उनका जनसेवा का जज्बा अपने आप में एक मिसाल है.'
    प्रियंका गांधी ने आगे कहा,'आज खुशी की बात है कि किशोरी लाल जी को कांग्रेस पार्टी ने अमेठी से उम्मीदवार बनाया है. किशोरी लाल जी की निष्ठा और कर्तव्य के प्रति उनका समर्पण अवश्य ही उन्हें इस चुनाव ने सफलता दिलाएगा.' 
    साभार आज तक

  • विदिशा में मामा और दादा के बीच जंग, कांग्रेस ने शिवराज सिंह के सामने पूर्व सांसद प्रताप भानू शर्मा पर खेला दांव

    विदिशा। मध्यप्रदेश की सबसे प्रतिष्ठित सीटों में से एक, भारतीय जनता पार्टी के गढ़ के नाम से प्रचलित विदिशा यूं तो इस बार पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम भाजपा प्रत्याशी घोषित होने के बाद से ही सबकी नजरों में थी, लेकिन कांग्रेस ने यहां से एक बार फिर पूर्व सांसद प्रताप भानु शर्मा पर दांव खेल कर इसे और चर्चाओं का केंद्र बना दिया।
    चार बार इस संसदीय क्षेत्र से सांसद रह चुके चौहान जहां पूरे राज्य में 'मामा' के नाम से पहचाने जाते हैं, वहीं शर्मा ने सांसद रहते हुए पूरे संसदीय क्षेत्र में 'दादा' के नाम से पहचान बनाई है। ऐसे में अब ये चुनाव मामा और दादा के बीच की जंग का सामना कर रहा है। ये संसदीय क्षेत्र इसके पहले भी अपने दिग्गज प्रत्याशियों के चलते देश भर में सुर्खियां बटोर चुका है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस संसदीय क्षेत्र का संसद में प्रतिनिधत्वि कर चुके हैं। 
    लगभग तीन दशक से भी ज्यादा समय से भाजपा का अभेद किला बने हुए इस क्षेत्र में पिछले चुनाव में पार्टी प्रत्याशी रमाकांत भार्गव ने लगभग पांच लाख से भी अधिक मतों से कांग्रेस प्रत्याशी शैलेद्र पटेल को पराजित किया था। ऐसे में अब सबकी निगाहें इस बार यहां से जीतने वाले प्रत्याशी और उनकी जीत के अंतर पर टिकी हुई हैं। 
    विदिशा लोकसभा में आठ विधानसभाएं हैं, जिनमें भोजपुर, सांची, सिलवानी, विदिशा, बासौदा, बुधनी, इछावर और खातेगांव शामिल हैं। इनमें से सिलवानी को छोड़कर अन्य सभी पर वर्तमान में भाजपा का कब्जा है। विदिशा लोकसभा सीट में रायसेन, विदिशा, सीहोर और देवास जिले के हिस्सों को शामिल किया गया है। 
    ये क्षेत्र सांची के स्तूपों के चलते देश-दुनिया में विख्यात है। वहीं भोजपुर का विशाल शिव मंदिर अपने ऐतिहासिक महत्व के चलते देश के चुनिंदा शिव मंदिरों में शामिल है। समूचे लोकसभा क्षेत्र में भाजपा की ओर से प्रचार का मैदान चौहान ने स्वयं संभाला हुआ है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान चौहान की राज्य भर में लोकप्रियता के बाद अब वे लगातार स्थान-स्थान पर न केवल अपने ही संसदीय क्षेत्र में महिलाओं के बीच चुनाव प्रचार करते देखे जा रहे हैं, बल्कि कई बार दूसरे संसदीय क्षेत्रों में भी उन्हें दूसरे प्रत्याशियों के लिए वोट की अपील करते हुए भी देखा जा रहा है। 
    वहीं, कांग्रेस की ओर से शर्मा स्वयं चुनाव की कमान संभाले हुए हैं। दोनों ही दलों की ओर से इस संसदीय क्षेत्र में अब तक किसी राष्ट्रीय स्तर के नेता की कोई चुनावी सभा नहीं हुई है। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने होशंगाबाद संसदीय क्षेत्र के पिपरिया में की अपनी चुनावी सभा के दौरान मंच पर उपस्थित चौहान को विदिशा संसदीय क्षेत्र से भारी मतों से जिताने की मतदाताओं से अपील की थी। 
    अपेक्षाकृत ग्रामीण मानी जाने वाली इस लोकसभा सीट पर कुल 19 लाख 19 हजार 785 मतदाता हैं, जिनमें से 9 लाख 96 हजार 48 पुरुष और 9 लाख 23 हजार 689 महिलाएं हैं। अन्य मतदाताओं की संख्या 48 है। यहां सात मई को मतदान होना है। यहां से कुल 13 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कट सकता है बृजभूषण सिंह का टिकट, कैसरगंज से बेटे की उम्मीदवारी पर बन सकती बात

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव में तीसरे चरण का प्रचार आखिरी दौर में है. इस बीच, यूपी की चर्चित कैसरगंज लोकसभा सीट पर बीजेपी के टिकट को लेकर बड़ी खबर है. यहां बाहुबली सांसद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट कट सकता है. उनकी जगह छोटे बेटे करन भूषण सिंह की उम्मीदवारी पर सहमति बन सकती है. बड़े बेटे प्रतीक पहले ही बीजेपी से विधायक हैं. 
    सूत्रों का कहना है कि बीजेपी आलाकमान की बृजभूषण शरण सिंह से कैसरगंज लोकसभा के उम्मीदवार को लेकर फोन पर बात हुई है बृजभूषण के छोटे बेटे को कैसरगंज से पार्टी लोकसभा का टिकट दे सकती है. बृजभूषण शरण सिंह कैसरगंज से मौजूदा सांसद हैं, लेकिन महिला पहलवानों से यौन शोषण के आरोपों की वजह से उनके टिकट को लेकर लंबे समय से सस्पेंस बना हुआ है.
    इससे पहले टिकट काटे जाने की अटकलों पर बृजभूषण ने पार्टी हाईकमान से कहा था कि मेरी गलती क्या है. इससे पहले टिकट में देरी पर बृजभूषण ने कहा था, पार्टी नेतृत्व को पता है कि इस सीट पर बीजेपी मजबूत है. टिकट के लिए एक दावेदार मैं भी हूं. लेकिन अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान को लेना है. पार्टी तय करेगी कि उम्मीदवार कौन होगा.
    हालांकि, बाद में पार्टी हाईकमान और बृजभूषण के बीच दिल्ली में भी बातचीत हुई और अब बेटे के टिकट को लेकर फॉर्मूले पर सहमति बन गई है. बृजभूषण का कैसरगंज के अलावा आसपास की तीन-चार सीटों पर खासा प्रभाव है.
    साभार आज तक

  • राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने की संभावना

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए दो चरणों की वोटिंग संपन्न हो चुकी है। पांचवें चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 3 मई हो। हालांकि, अभी तक कांग्रेस पार्टी ने अमेठी और रायबरेली के लिए अपने कैंडिडेट के नाम की घोषणा नहीं की है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, आज इन दोनों सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी। कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने इसके लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अधिकृत किया है। आपको बता दें कि दोनों ही सीटों पर 20 मई को मतदान होना है।
    सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक, गांधी परिवार से कोई एक ही व्यक्ति चुनाव लड़ेगा। रायबरेली सीट छोड़ चुकी सोनिया गंधी राज्यसभा के रास्ते संसद तक पहुंची हैं। उनकी सीट को लेकर प्रियंका गांधी के नाम की खूब चर्चा हो रही है। हालांकि, उन्होंने खुद इससे इनकार कर दिया है। प्रियंका ने कहा है कि वह लोकसभा चुनाव में कांग्रेस कैंडिडेट के लिए सिर्फ प्रचार करना चाहती हैं। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी भी रायबरेली सीट से चुनाव लड़ने की इच्छुक हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ वंशवाद की राजनीति का मुद्दा उठाने के मद्देनजर राहुल गांधी इस विचार के पक्ष में नहीं हैं। राहुल भी नहीं चाहते हैं कि गांधी परिवार के तीनों सदस्य सांसद बनें।
    अमेठी और रायबरेली गांधी-नेहरू परिवार के पारंपरिक क्षेत्र माने जाते हैं क्योंकि इस परिवार के सदस्यों ने कई दशकों तक इन सीट का प्रतिनिधित्व किया है। सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने की संभावना है, लेकिन इस संबंध में गांधी परिवार द्वारा अंतिम फैसला लिया जाना अभी बाकी है। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों सीटों पर उम्मीदवार के नामों पर चर्चा के लिए बुधवार को एक बैठक हुई थी लेकिन कोई फैसला नहीं हुआ।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कोविशील्ड विवाद के बाद हटाई गई वैक्सीन सर्टिफिकेट से प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर? स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया

    नई दिल्ली। भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 वैक्सीन के सर्टिफिकेट में बड़ा बदलाव किया है। सरकार ने कोविन सर्टिफिकेट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर हटा दी है। इससे पहले उनकी तस्वीर को प्रमुखता से जगह दी गई थी और लिखा गया था- 'साथ मिलकर, भारत कोरोना को हरा देगा।' एक तरह से सरकार ने टीकाकरण के श्रेय पीएम मोदी को दिया था। कुछ लोगों का दावा है कि वैक्सीन बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा यूके की अदालत में इसके साइड इफेक्ट्स की बात कबूल करने के बाद यह कदम उठाया गया है।
    कोविशील्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स के तौर पर थ्रोम्बोसिस के साथ थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) की चर्चा के बाद लोग कोविन ऐप पर अपने टीकाकरण का स्टेटस चेक कर रहे हैं। इस दौरान उन्हें वहां पीएम मोदी की तस्वीर देखने को नहीं मिली। अंग्रेजी अखबार 'द हिंदू' ने अपनी एक रिपोर्ट में यह बात कही है। 
    माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स पर लोग इसको लेकर तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं। एक्स संदीप मनुधाने ने कहा, "मोदी जी अब कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट पर नजर नहीं आएंगे। बस जांचने के लिए डाउनलोड किया है। उनकी तस्वीर चली गई है।" इरफ़ान अली ने खुद को कांग्रेस का पदाधिकारी बताते हुए लिखा, “हां, मैंने अभी चेक किया और पीएम मोदी की तस्वीर गायब हो गई है। उनकी तस्वीर के बजाय केवल क्यूआर कोड है।”
    इस मामले पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का बयान सामने आया है। विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को 'दिप्रिंट' को बताया कि मौजूदा लोकसभा चुनावों को लेकर जारी आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर वैक्सीन सर्टिफिकेट से हटा दिया गया है। गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी की तस्वीर कोविड टीकाकरण सर्टिफिकेट से हटाई गई हो।
    इससे पहले साल 2022 में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान भी उनकी तस्वीर हटा दी गई थी। चुनाव आयोग के आदेश पर यह कदम उठाया गया था।
    वैक्सीन सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की तस्वीर छापने को लेकर 2021 में विवाद छिड़ गया था। यह मामला केरल हाईकोर्ट तक पहुंचा था। इसके विरोध में कहा गया था कि अन्य देशों में पीएम की तस्वीर नहीं छपी है। इसके जवाब में न्यायमूर्ति पीवी कुन्हिकृष्णन ने कहा था, "उन्हें अपने प्रधानमंत्रियों पर गर्व नहीं हो सकता है, हमें अपने प्रधानमंत्री पर गर्व है।"
    कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया है। कांग्रेस ने मांग की है कि जिन लोगों की कोरोना वायरस के खिलाफ कोविशील्ड वैक्सीन लेने के बाद दिल का दौरा पड़ा या किसी दूसरे कारण से मौत हो गई, उनके परिजनों को इसकी जांच करानी चाहिए। उन्हें मुआवजा दिया जाए।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • प्रियंका गांधी नहीं लड़ेंगी लोकसभा चुनाव! केवल चुनाव प्रचार करेंगी

    नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश की दो हाई प्रोफाइल सीटों रायबरेली और अमेठी पर सस्पेंस बरकरार है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी. वह केवल चुनाव प्रचार करेंगी. 
    वहीं, राहुल गांधी के अमेठी या रायबरेली से चुनाव लड़ने पर कल तक फैसला आ सकता है. इससे पहले खबर थी कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अमेठी और रायबरेली सीटों से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. कहा जा रहा था कि इन सीटों पर उम्मीदवारी के ऐलान से पहले प्रियंका और राहुल अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन कर सकते हैं. इससे पहले कहा जा रहा था कि अमेठी और रायबरेली जाने से पहले राहुल और प्रियंका अयोध्या जा सकते हैं, जहां वे रामलला के दर्शन करेंगे.
    साभार आज तक

  • संविधान और आरक्षण को लेकर झूठ फैला रही, पीएम मोदी ने कांग्रेस पर लगाया आरोप

    सोलापुर। पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह संविधान और आरक्षण को लेकर झूठ फैला रही है। उन्होंने महाराष्ट्र के सोलापुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि ओबीसी प्रतिनिधित्व के नाम पर ये लोग झूठ फैला रहे हैं। इनकी सच्चाई सामने आ गई है तो बौखला गए हैं। आपने देखा होगा कि ये लोग सिर्फ मोदी को गाली दे रहे हैं, इनके पास चुनाव में कोई मुद्दा ही नहीं बचा है। कांग्रेस ने दशकों तक एससी, एसटी और ओबीसी से जिस तरह विश्वासघात किया है, उसके चलते ये लोग उससे नाराज हैं।
    उन्होंने कहा कि अब ये लोग झूठ फैला रहे हैं कि संविधान बदल देंगे और आरक्षण खत्म कर देंगे। मैं पहले ही कह चुका हूं कि खुद बाबासाहेब आंबेडकर चाहें तो संविधान को बदल नहीं सकते। सैकड़ों सालों तक जिनके साथ अन्याय हुआ, हमारे पूर्वजों ने पाप किए होंगे। मेरे लिए यह प्रायश्चित का अवसर है। इसलिए आरक्षण को जितनी ताकत मैं दे सकता हूं, उसके लिए प्रतिबद्ध हूं। मैं आज ज्यादा से ज्यादा सीटें इसलिए मांग रहा हूं कि एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण में खेल न हो सके। पीएम मोदी ने कहा कि इन लोगों ने आरक्षण का बड़ा हिस्सा माइनॉरिटी को देने का खेल खेला है। इसलिए आपसे मैं आशीर्वाद मांगने आया हूं कि मोदी की मजबूत करो।
    महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के 60 सालों के राज में सबसे ज्यादा एससी, एसटी और ओबीसी के परिवारों की ही सबसे ज्यादा हालत खराब रही। गांवों के बाहर झुग्गियों में रहने वाले लोग आखिर कौन हैं? हमारे दलित समुदाय के लोग ही हैं। आज उन लोगों को पहले लाभ मिल रहा है, जो दशकों से पिछड़े हुए थे। हम मानते हैं कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार उन लोगों का है, जो आखिरी पंक्ति में हैं। महात्मा गांधी भी ऐसा ही कहते थे। पीएम मोदी ने कहा कि मुफ्त राशन, बिजली, गैस सिलेंडर और आवास जैसी जरूरतें इन्हीं वर्गों की सबसे ज्यादा थीं। 
    इसलिए हम उन योजनाओं को लाए और बिना किसी भेदभाव के लागू किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि इन स्कीमों से जोड़ने के लिए हमारी समाज घर-घर पहुंची है। प्रधानमंत्री ने इस दौरान कमजोर आर्थिक वर्ग को मिलने वाले EWS आरक्षण का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमने एससी, एसटी और ओबीसी के लोगों का हक मारे बिना ही सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण दिया। इसके खिलाफ कहीं कोई हिंसा नहीं हुई बल्कि दलित नेताओं ने भी स्वागत किया।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पन्नू की हत्या की साजिश पर अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट से भड़क गया भारत, दिया करारा जवाब

    नई दिल्ली। अमेरिका में रह रहे खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में भारतीय अधिकारियों का हाथ था। इसके अलावा कनाडा में खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या भारतीय एजेंट्स ने की थी। अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में ये दावे किए गए हैं। इस पर भारत सरकार ने प्रतिक्रिया दी है और इसे आधारहीन एवं गलत करार दिया है। भारत का कहना है कि ऐसे गंभीर मामले में यह बेहद हल्की और आधारहीन रिपोर्ट पब्लिश हुई है। वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सीआरपीएफ के एक पूर्व अधिकारी के जरिए इस पूरी साजिश को अंजाम दिया गया था। 
    इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल का बयान आया है। उनका कहना है कि इस रिपोर्ट में गैर-वाजिब बातें की गई हैं और उसका कोई आधार नहीं है। उन्होंने कहा कि अमेरिका की ओर से पहले ही इस बारे में बात की गई थी और हमने उस पर एक जांच कमेटी गठित की है। हमने अमेरिका के उन इनपुट्स को भी लिया है, जिसमें उसने कुछ आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा, 'भारत सरकार की ओर से गठित हाई लेवल कमेटी जांच कर रही है। उसने अमेरिका की ओर से दिए सारे इनपुट्स को संज्ञान में लिया है और उनकी सत्यता की जांच हो रही है। ऐसे में इस बीच बेवजह के कयास लगाने और गैरजिम्मेदारीपूर्ण बयान देना ठीक नहीं होगा।'
    अमेरिका की मैनहट्टन कोर्ट में गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के आरोपों को लेकर एक मुकदमा भी चल रहा है। इसके तहत भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर आरोप लगाए गए हैं कि उसके आदेश पर ही हत्या की साजिश रची गई थी। फिलहाल निखिल गुप्ता चेक रिपब्लिक की जेल में है। वहां के कानून मंत्री अमेरिका की ओर से दाखिल की गई प्रत्यर्पण की अर्जी की जांच कर रहे हैं। यदि अर्जी मंजूर होती है तो फिर निखिल गुप्ता को अमेरिका को सौंपा जा सकता है। वहीं भारत सरकार कई बार दोहरा चुकी है कि पन्नू की हत्या की साजिश में भारतीय एजेंट्स का हाथ होने की बातें गलत हैं। यदि ऐसा कुछ है तो ठोस सबूत दिखाए जाएं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अरविंदर सिंह लवली अयोग्य लोगों को कर रहे थे प्रमोट, उदित राज, दीपक बाबरिया का आरोप

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले दिल्ली कांग्रेस दो फाड़ हो गई है. रविवार को पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है. राजकुमार चौहान के बाद अब अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. दिल्ली में AAP के साथ गठबंधन और टिकट बंटवारे का कलह फिलहाल थमता नहीं दिख रहा है. लवली ने AAP के साथ कांग्रेस के गठबंधन और पार्टी उम्मीदवारों कन्हैया कुमार और उदित राज के बयानों की भी आलोचना की है. AICC दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं. इधर, उदित राज और दीपक बाबरिया के बयान भी आ गए हैं. उन्होंने खुलकर लवली को टारगेट पर लिया है.
    अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे गए अपने पत्र में यह भी कहा, वो खुद को अपाहिज महसूस कर रहे थे क्योंकि दिल्ली के वरिष्ठ नेताओं द्वारा लिए गए सभी सर्वसम्मत निर्णयों को दीपक बाबरिया द्वारा 'एकतरफा वीटो' कर दिया गया था. लवली ने कहा, दिल्ली कांग्रेस यूनिट AAP के साथ गठबंधन के खिलाफ थी, लेकिन पार्टी आलाकमान इसके साथ आगे बढ़ गया. फिलहाल, लवली के इस्तीफे से पार्टी का गुटीय झगड़ा सामने आ गया है.
    रविवार को लवली ने उन तमाम दावों को भी खारिज किया है, जिसमें कहा जा रहा था कि टिकट नहीं मिलने के कारण पद छोड़ दिया. लवली ने साफ किया कि वो किसी अन्य राजनीतिक दल में शामिल नहीं हो रहे हैं. लवली ने कहा, कुछ लोग गलत सूचना फैला रहे हैं कि मैं टिकट (वितरण) से नाराज हूं. ऐसा नहीं है. आप सभी जानते हैं कि मैंने तीन दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उम्मीदवारों का परिचय दिया था. उन्होंने कहा, मैंने केवल दिल्ली कांग्रेस प्रमुख के पद से इस्तीफा दिया है और मैं किसी भी राजनीतिक दल में शामिल नहीं हो रहा हूं.
    दिल्ली में नेताओं के एक वर्ग द्वारा दीपक बाबरिया को हटाने की मांग उठाई जा रही है. इस बीच, उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लवली का इस्तीफा ऐसे समय आया जब देश में आम चुनाव चल रहे हैं. हालांकि इसका कांग्रेस पर कोई असर नहीं पड़ेगा. बाबरिया ने कहा, वो (लवली) सभी कमेटियों और पैनलों का हिस्सा थे. उन्हें उसी समय अपनी आपत्तियां उठानी चाहिए थी. जो कोई भी किसी पार्टी या पद से खुद को दूर करता है, वो इसके कारण ढूंढता है. पार्टी ने उन पर विश्वास दिखाया और उन्हें इतना बड़ा पद दिया, लेकिन उन्होंने जो किया वो दुखद है. उनके इस्तीफे से पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा. मुझे विश्वास है कि हम चुनाव में दिल्ली की तीनों लोकसभा सीटें जीतेंगे. बाबरिया का कहना था कि पार्टी में गैर योग्य लोगों का प्रमोट किया जा रहा था, जिससे आम कार्यकर्ताओं का मनोबल गिर रहा था. इसके लिए लवली को रोका गया था. जल्द नया अध्यक्ष खोज लिया जाएगा.
    साभार आज तक

  • कनाडाई PM जस्टिन ट्रूडो के भाषण में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे

    टोरंटो। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो का खालिस्तान प्रेम फिर सामने आया है। टोरंटो शहर में मनाए गए खालसा डे पर जब वो भाषण देने मंच पर पहुंचे तो उनके स्वागत में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे। उन्होंने अपनी स्पीच में किसी भी कीमत पर सिख समुदाय की रक्षा करने की कसम खाई। उन्होंने कहा कि वे सिख समुदाय के "अधिकारों और स्वतंत्रता" की हमेशा रक्षा करेंगे।
    खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से भारत और कनाडा के रिश्तों में पिछले कई महीनों से तल्खी देखने को मिली है। कनाडा भारतीय अधिकारियों पर निज्जर हत्याकांड में शामिल होने के संगीन आरोप लगाता रहा है। उधर, भारत ने इन आरोपों के जवाब में उससे कई बार सबूत मांगे, जो कनाडाई सरकार आज तक पेश नहीं कर पाई। कई मोर्चों को खालिस्तान को अपना समर्थन दे चुके कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो ने रविवार दोपहर खालसा दिवस परेड को संबोधित किया। उनकी सभा में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए।
    जस्टिन ट्रूडो की यह टिप्पणी टोरंटो शहर में खालसा दिवस परेड के दौरान आई। वे अपनी सरकार के 4 कैबिनेट मंत्रियों और लिबरल पार्टी के चार सांसदों के साथ कार्यक्रम में पहुंचे थे। जैसे ही ट्रूडो मंच पर पहुंचे, कुछ लोगों ने सभा में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। उन्होंने सभा में ज्यादा लंबा भाषण नहीं दिया। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा, "कनाडा में तकरीबन सिख समुदाय के 8 लाख लोग रहते हैं। हम कसम खाता हूं कि हम आपके अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए हमेशा मौजूद रहेंगे और हमेशा नफरत और भेदभाव से आपके समुदाय की रक्षा करेंगे।"
    जस्टिन ट्रूडो जितने समय सभा को संबोधित कर रहे थे, दर्शकदीर्घा में मौजूद लोगों द्वारा लगातार खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे थे। उन्होंने अपनी स्पीच में कहा, “आपके पास बिना किसी से डरे और स्वतंत्र रूप से अपने धर्म की रक्षा करने और उसका पालन करने का अधिकार है। इसके लिए हम हमेशा आपके साथ खड़े रहेंगे और आपकी रक्षा करेंगे। हम आपके साथ हैं।''
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस को झटका : इंदौर कांग्रेस प्रत्याक्षी अक्षय बम ने नामांकन वापस लिया

    इंदौर। इंदौर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याक्षी अक्षय बम ने नाम वापस ले लिया हैै। वे सोमवार को भाजपा विधायक रमेश मेंदोला के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। अब इंदौर में भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी के सामने कोई बडी चुनौती नहीं है। अक्षय ने विधानसभा चुनाव में चार नंबर सीट से टिकट मांगा था, लेकिन तब उन्हें टिकट नहीं दिया गया था। इस बार लोकसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस ने टिकट दिया था।


    कांग्रेस प्रत्याशी बम के नामांकन वापस लेने पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने एक्स कर लिखा कि इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा में स्वागत है।
    साभार अमर उजाला

  • शादी का कार्ड लेकर आए भाई की सड़क हादसे में मौत, दुल्हन बहन समेत पूरा परिवार सदमे में

    छिंदवाड़ा। सिवनी से एक युवक छोटी बहन की शादी का कार्ड बांटने छिंदवाड़ा आया था। गुरुवार रात अमरवाड़ा रोड पर राजाखोह के समीप एक तेज रफ्तार वाहन ने बाइक सवार युवक को रौंद दिया। हादसे में युवक की मौके पर मौत हो गई। बड़े भाई की मौत से दुल्हन बनने की तैयारी कर रही बहन समेत पूरा परिवार सदमे में है। शादी की खुशियां मातम में बदल गई। 
    धरमटेकड़ी चौकी प्रभारी महेंद्र शाक्य ने बताया कि सिवनी छपारा के ग्राम चिखली गोरखपुर निवासी 38 वर्षीय प्रमोद पिता शंकर बरकड़े की बहन की शादी थी। गुरुवार को प्रमोद बहन की शादी का कार्ड देने बहनोई के घर आ रहा था। राजाखोह के समीप किसी अज्ञात वाहन ने बाइक सवार प्रमोद को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार प्रमोद की मौके पर मौत हो गई थी।
    प्रमोद की छोटी बहन की शादी आगामी 9 मई को होने वाली थी। बरकड़े परिवार बेटी शादी की तैयारियों में जुटा हुआ था। गुरुवार को कार्ड बांटने निकले भाई प्रमोद की मौत के बाद शादी की खुशियां मातम में बदल गई।
    साभार अमर उजाला

  • पन्ना प्रमुखों को 100% वोटिंग कराने पर गोपाल भार्गव का बड़ा ऑफर

    भोपाल। मध्य प्रदेश में दूसरे चरण में कम मतदान से चुनाव आयोग से लेकर राजनीतिक दलों की चिंता बढ़ा दी है। इस बीच भाजपा के पूर्व मंत्री और विधायक गोपाल भार्गव ने पन्ना प्रमुखों को 100 प्रतिशत वोटिंग कराने पर बड़ा ऑफर दिया है। 
    मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 6 सीटों पर शुक्रवार को मतदान पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में कम होने के आंकड़े सामने आ रहे है। वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए अलग-अलग ऑफिर दिए जा रहे हैं। इस बीच भाजपा के पूर्व मंत्री और विधायक गोपाल भार्गव ने एलान किया है कि उनके क्षेत्र के पन्ना प्रभारी अपने पन्ने के 100 प्रतिशत मतदान करा लेंगे, उनको पुरस्कार स्वरूप मोटरसाइकिल इनाम में देंगे। इसका वीडियो भार्गव ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है।
    बता दें प्रदेश की पहले चरण की 6 सीटों पर 67.75 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो पिछले चुनाव की तुलना में करीब साढ़े सात प्रतिशत कम है। दूसरे चरण में शाम 6 बजे तक के मतदान के आंकड़े 58.35 प्रतिशत रहे हैं। जो बीते लोकसभा चुनाव से करीब 9 फीसदी कम है। ऐसे में भाजपा नेताओं की टेंशन बढ गई हैं।
    साभार अमर उजाला

  • दूसरे चरण में भी हुआ कम मतदान,  कमजोर मतदान को सत्ता विरोधी लहर मानकर कांग्रेस की बांछें खिली

    भोपाल। मप्र में दूसरे चरण में भी कम मतदान हुआ है। शुक्रवार शाम 6 बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक 6 सीटों पर 58.35 प्रतिशत मतदान हुआ। बीते लोकसभा चुनाव में इन सीटों पर हुए मतदान को देखें तो करीब नौ प्रतिशत वोटिंग कम हुई है। 2019 में इन छह सीटों पर औसतन 67.77 प्रतिशत मतदान हुआ था। कम मतदान के बावजूद भाजपा का मानना है कि अंदरूनी लहर चल रही है और उसे अपनी जीत का पूरा भरोसा है। वहीं, कमजोर मतदान को सत्ता विरोधी लहर मानकर कांग्रेस की बांछें खिली हुई हैं। मतदान कम होने को वह अपनी व इंडी गठबंधन के हित में मान रही है। 
    मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर चार चरणों में चुनाव हो रहा है। दूसरे चरण के तहत 6 सीटों  सतना, रीवा, खजुराहो, टीकमगढ़, दमोह और होशंगाबाद सीट सुबह 7 बजे मतदान शुरू हुआ। चुनाव आयोग की तरफ से 9 बजे जारी आंकड़े के अनुसार 13.82 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। इसके बाद 11 बजे तक 28 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग कर लिया था। दोपहर 1 बजे तक यह मतदान का प्रतिशत 39.96 प्रतिशत पहुंच गया। सुबह मतदान केंद्रों पर वोटर्स की लंबी-लंबी कतारें नजर आई, लेकिन जैसे जैसे दिन चढ़ता गया और गर्मी बढ़ी तो पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की संख्या में कमी देखने को मिली। दोपहर 3 बजे तक 46.68 प्रतिशत, शाम 6 बजे तक 58.35 प्रतिशत मतदान हो गया था। हालांकि अंतिम आंकड़े कुछ बढ़ सकते हैं। 
    लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण में शुक्रवार को 58.35 फीसदी मतदान हुआ, जबकि 2019 में 67.64 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस तरह इसमें 9.29 फीसदी की गिरावट आई। पहले चरण में 67.75 फीसदी वोटिंग हुई थी, जो कि 2019 के 75.24 फीसदी के मुकाबले 7.47 कम थी।
    प्रदेश में सबसे ज्यादा गेहूं और देश में सबसे ज्यादा सोयाबीन का उत्पादन करने वाले होशंगाबाद सीट पर सबसे ज्यादा 67.86% मतदान हुआ है। चुनाव में किसानों का मुद्दा नहीं होने के बावजूद अच्छा मतदान किया है। यहां पर भाजपा ने किसान नेता दर्शन सिंह को चुनाव में उतारा है। वहीं, कांग्रेस की तरफ से संजय शर्मा प्रत्याशी है। इस सीट पर 2019 में 74.17% मतदान हुआ था। इस बार 6.31 प्रतिशत मतदान कम हुआ है।  
    6 सीटों में सबसे कम मतदान रीवा में  48.67% मतदान हुआ है। यहां पर भाजपा ने सांसद जनार्दन मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है। उनके खिलाफ जनता में नाराजगी बताई जा रही थी। वहीं, कांग्रेस ने भी कोई दमदार प्रत्याशी नहीं दिया। यहां पर कांग्रेस की तरफ से नीलम अभय मिश्रा प्रत्याशी है। 2019 में 60.33% मतदान हुआ था। इस बार 11.66 प्रतिशत मतदान कम हुआ है। 
    सतना में भाजपा ने सांसद गणेश सिंह और कांग्रेस ने विधायक सिद्धार्थ कुशवाह को प्रत्याशी बनाया। कुशवाह विधानसभा चुनाव में गणेश सिंह को चुनाव हरा चुके है। बसपा से पूर्व विधायक नारायण त्रिपाठी मैदान में हैं। यहां पर कुशवाह और गणेश सिंह को लेकर जनता में नाराजगी थी। यहां त्रिकोणीय मुकाबला है। इस बार 61.77% मतदान हुआ। यहां 2019 में 70.71% मतदान हुआ था। इस बार 8.94 प्रतिशत मतदान कम हुआ है। 
    खजुराहो सीट पर एकतरफा मुकाबला माना जा रहा था। यहां से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा चुनाव लड़ रहे। यह सीट कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ दी थी। सपा प्रत्याशी मीरा यादव का पर्चा रद्द हो गया। इसके बाद इंडिया गठबंधन ने आरबी प्रजापति को समर्थन दिया, लेकिन उनको बहुत मजबूत चेहरा नहीं माना जा रहा। इस बार 56.44% मतदान हुआ। 2019 में 68.28% मतदान हुआ था। इस बार 11.84 प्रतिशत मतदान कम हुआ है। 
    टीकमगढ़ अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट पर भाजपा ने केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटिक चुनाव लड़ रहे है। यहां पर कांग्रेस ने पंकज अहिरवार को मौका दिया। वीरेंद्र के खिलाफ जनता में नाराजगी है। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी का नया चेहरा होने से पहचान की कमी रही। इस बार  59.79% मतदान हुआ।  2019 में इस सीट पर 66.57% मतदान हुआ था। इस बार 6.78 प्रतिशत मतदान कम हुआ है। 
    दमोह सीट पर भाजपा के राहुल लोधी और कांग्रेस तरबर सिंह लोधी चुनाव लड़ रहे। दोनों पूर्व विधायक है। इस सीट पर लोधी वोटर्स निर्णायक होता है। चुनाव में लोधी वोटरों में असमंजस और चुनाव में जनता की रूचि भी कम देखी गई। 2019 में इस सीट पर 65.82% मतदान हुआ था। इस बार 9.64 प्रतिशत मतदान कम हुआ है।
    साभार अमर उजाला

  • दूसरे चरण के मतदान में भी सपा ने लगाई शिकायतों की झड़ी

    लखनऊ। देश के 12 राज्‍यों के साथ यूपी की आठ सीटों पर दूसरे चरण का मतदान सुबह सात बजे से जारी है। इस दौरान समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर पुलिस- प्रशासन पर आरोपों की झड़ी लगा दी है। सपा का कहना है कि कहीं ईवीएम खराब हो रही है तो कहीं पुलिस मतदाताओं को धमका रही है। उत्‍तर प्रदेश में दूसरे चरण में 17704 पोलिंग बूथ और 7797 केन्द्र हैं। इनमें 3472 संवेदनशील बूथ हैं।
    समाजवादी पार्टी  ने दूसरे चरण के मतदान के दौरान किसी भी तरह की समस्या, अनियमितता आने पर अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए खास नंबर भी जारी किए हैं। श्किायतों का सिलसिला वोटिंग शुरू होने के बाद से ही जारी है। सपा ने अपने अधिकारिक एक्‍स अकाउंट पर गौतमबुद्ध नगर लोकसभा के ग्रेटर नोएडा में बूथ संख्या 1 और 7 पर ईवीएम मशीन की खराब से अपनी शिकायतों की शुरुआत की। पार्टी ने चुनाव आयोग से इसका संज्ञान लेने की मांग की। इसके बाद आरोप लगाया गया कि अमरोहा लोकसभा के चांदनगर में बूथ संख्या 219 पर 25 मिनट की देरी से मतदान शुरू हुआ है। सपा के मुताबिक बागपत लोकसभा के खेकड़ा में जैन इंटर कॉलेज, बूथ संख्या 222 और छपरौली विधानसभा में असारा गांव में बूथ संख्या 119 पर मतदान शुरू होने के कुछ समय बाद ही ईवीएम मशीन खराब हो गई। 
    इसके अलावा गौतमबुद्ध नगर लोकसभा के खुर्जा में बूथ संख्या 185, मेरठ लोकसभा के मेरठ कैंट में बूथ संख्या 47 पर ईवीएम खराब होने और मेरठ लोकसभा के मेरठ कैंट में बूथ संख्या 47 पर वीवीपैट के काम नहीं करने का आरोप लगाया गया। समाजवादी पार्टी ने एक पोस्‍ट में आरोप लगाया कि अमरोहा लोकसभा के नौगावां सादत में बूथ संख्या 15 पर पुलिस उसके कार्यकर्ताओं को धमका रही है। एक अन्‍य पोस्‍ट में कहा गया कि गाजियाबाद लोकसभा के मुरादनगर में बूथ संख्या 6 पर वोटिंग रूम में बिजली की व्यवस्था नही है। इससे मतदाताओं को परेशानी हो रही है। इसके साथ सपा ने आरोप लगाया कि बागपत लोकसभा के सिवालखास में बूथ संख्या 328, जो कि मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है, इस पर मतदाताओं को बीएलओ द्वारा पर्चियां नहीं दी गईं। इस वजह से मतदान में असुविधा हो रही है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • PM मोदी से लेकर राहुल तक ने मतदाताओं से कहा- बढ़-चढ़कर मतदान करें

    नई दिल्ली। दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक महोत्सव की शुरुआत हो गई है। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के बाद आज दूसरे चरण के लिए मतदान हाे रहा है। पहले दौर के चुनाव में जहां 21 राज्यों की कुल 102 सीटों पर वोटिंग हुई थी। वहीं, अब दूसरे चरण में 13 राज्य की 88 सीटों पर मतदान हो रहा है। इस चरण में मतदाता चुनाव मैदान में उतरे 1202 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह से लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तक ने सभी लोगों से अनुरोध किया है कि वह बढ़-चढ़कर वोट करें। 
    आपका वोट आपकी आवाज: पीएम मोदी- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'लोकसभा चुनाव में आज दूसरे चरण की सभी सीटों के मतदाताओं से मेरा विनम्र अनुरोध है कि वे रिकॉर्ड संख्या में मतदान करें। जितना अधिक मतदान होगा, उतना ही मजबूत हमारा लोकतंत्र होगा। अपने युवा वोटर्स के साथ ही देश की नारीशक्ति से मेरा यह विशेष आग्रह है कि वोट डालने के लिए वे बढ़-चढ़कर आगे आएं। आपका वोट आपकी आवाज है!'
    आपका हर वोट भारत की नींव को और मजबूत करने का काम करेगा: अमित शाह- केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा, 'मेरे प्यारे देशवासियों, आज लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान है। आज अपने मत का उपयोग कर रहे सभी मतदाताओं से मेरा अनुरोध है कि सशक्त, सुरक्षित और समृद्ध देशनिर्माण हेतु लोकतंत्र के इस महोत्सव में पूरे उत्साह से भाग लेकर रिकॉर्ड संख्या में मतदान करें। ऐसी सरकार चुनें, जो देश का विकास, सीमा की सुरक्षा, विरासतों का पुनर्निर्माण और राष्ट्रहित में मजबूत फैसला लेने का माद्दा रखती हो। आपका हर वोट विकसित भारत की नींव को और मजबूत करने का काम करेगा। स्वयं वोट देने के साथ अपने मित्रों व परिजनों को भी मतदान हेतु प्रोत्साहित करें।'
    लोकतंत्र की रक्षा के लिए वोट करें: राहुल गांधी- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, 'मेरे प्यारे देशवासियों! देश की तकदीर का फैसला करने जा रहे इस ऐतिहासिक चुनाव का आज दूसरा चरण है। आपका वोट तय करेगा कि अगली सरकार ‘चंद अरबपतियों’ की होगी या ‘140 करोड़ हिंदुस्तानियों’ की। इसलिए हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह आज घर से बाहर निकले और ‘संविधान का सिपाही’ बन कर लोकतंत्र की रक्षा के लिए वोट करे।'
    यह कोई साधारण चुनाव नहीं: खरगे- लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण की शुरुआत होने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि 'हम, भारत के लोग'- भारत के संविधान की यह आत्मा वोट के लिए बटन दबाने से पहले आपके दिल और दिमाग में गूंज उठनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि यह मत भूलिए कि यह कोई साधारण चुनाव नहीं है। यह लोकतंत्र को तानाशाही के चंगुल से बचाने का चुनाव है। खरगे ने आगे कहा, 'मेरे सभी प्यारे देशवासियों, 13 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 89 निर्वाचन क्षेत्रों के लोग ध्यान भटकाने की किसी भी रणनीति और झूठ के बहकावे में न आएं। हमेशा अपने वोट की गिनती करें। क्योंकि यह 140 करोड़ भारतीयों के जीवन को बदल सकता है।'
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस की बुद्धि पर मंथरा बैठ गई, कुंडली में राहु-केतु विराजित : पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

    विदिशा। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को विदिशा संसदीय क्षेत्र की गंजबासौदा विधानसभा के ग्राम मानोरा से जन-आशीर्वाद यात्रा का शुभारंभ किया। जगदीश स्वामी मंदिर में दर्शन-पूजन कर देश व प्रदेशवासियों के मंगल और कल्याण की कामना की। पूर्व सीएम ने बासौदा विधानसभा के कई गांवों में पहुंचकर जनसंपर्क और नुक्कड़ सभाएं कर आमजन से संवाद किया। साथ ही गंजबासौदा में रोड-शो किया। इस दौरान कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।
    शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम राजनीति में केवल दो ही उद्देश्यों से हैं। पहला देश की सेवा और दूसरा जनता की सेवा। मैं आपकी जिंदगी बेहतर बनाने में अपनी अंतिम सांस तक लगा दूंगा, किसी पद की ख्वाहिश नहीं है। जनता की सेवा कर, ये जिंदगी सफल और सार्थक हो जाए। मेरे लिए जनता की सेवा ही भगवान की पूजा है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी की अमर्यादित भाषा पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी जी का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है, ये भारत के संस्कार नहीं हैं। दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता, जिनको दुनिया के दर्जनों देशों ने अपने सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया है। आज केवल भारत ही नहीं दुनिया की आस हैं नरेन्द्र मोदी जी। उनके बारे में अपशब्दों का प्रयोग करना यही दर्शाता है कि कांग्रेस बौखलाई है, उसका अस्तित्व समाप्त होने वाला है। हार का डर ऐसा है कि वो सीट छोड़कर भाग रहे हैं। उस बौखलाहट में उन्होंने दिमागी संतुलन खो दिया है। राहुल गांधी जी का मानसिक उपचार कराने की आवश्यकता है, उनका इलाज होना चाहिए। 
    पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, राहुल के राजनैतिक गुरु कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा कह रहे हैं कि अमेरिका में एक कानून बना है, जिसके तहत आपके मरने के बाद आपकी अर्जित की हुई सम्पत्ति का 55 प्रतिशत हिस्सा सरकार के खाते में चला जाएगा। चौहान ने कहा कि ये भारत है, यहां तो मां-बाप पेट काट-काट कर बेटे-बेटियों के लिए थोड़ा बहुत बचा पाते हैं और कांग्रेस कह रही है कि हम मर गए तो 55 प्रतिशत सरकार के खाते में जाएंगे और तुम्हारे बच्चों को 45 प्रतिशत ही मिलेगा। ये पता नहीं कहां की सोच है। कांग्रेस की बुद्धि पर मंथरा बैठ गई है, उलटे-सीधे फैसले कर रहे हैं। राहु-केतु दोनों ही कांग्रेस की कुंडली में बैठ गए हैं। 
    पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस में बचा क्या है। उनकी सबसे बड़ी नेता मैडम सोनिया हार के डर से चुनाव नहीं लड़ रही हैं, उन्होंने राज्यसभा में बैकडोर से एंट्री ले ली है। राहुल गांधी अमेठी छोड़कर वायनाड चले गए हैं। रणछोड़दास बन गए हैं। उन्होंने कहा कि, भगवान श्रीराम की जन्मभूमि आयोध्या में राममंदिर का निर्माण हुआ और रामलला विराजमान हुए। बहनें दीप जला रही थीं, नौजवान भगवा पताकाएं लहरा रहे थे। पूरा देश खुशियां मना रहा था। यहां तक की आयोध्या का अंसारी परिवार जिसने सुप्रीम कोर्ट में बाबरी मस्जिद का केस लड़ा, उन्होंने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया और राममंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा में भाग लिया। वहीं निमंत्रण सोनिया गांधी, राहुल गांधी और खरगे जी सहित कांग्रेस को भी मिला था, लेकिन उन्होंने लिखित में कहा हम नहीं जाएंगे। मुहूर्त खराब है। पूर्व सीएम ने कहा कि मुहूर्त और समय तो कांग्रेस का ही खराब है।  
    साभार अमर उजाला

  • शरद पवार ने अपने घोषणा पत्र में नौकरी से लेकर महिला आरक्षण तक का किया एलान

    मुंबई। लोकसभा चुनाव के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- शरद चंद्र पवार (एनसीपी-एससीपी ) ने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। घोषणापत्र में महिला सुरक्षा के लिए काम करने का वादा किया गया है। साथ में घोषणापत्र में एलपीजी सिलेंडर की कीमत कम करने का भी वादा किया गया है। बता दें, पार्टी ने अपने घोषणापत्र का नाम शपथ पत्र रखा है। इस बीच, शरद पवार ने अमित शाह के किसानों की आत्महत्या को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार किया। 
    घोषणापत्र को जारी करते हुए एनसीपी-एससीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा, 'हम आज अपना घोषणापत्र जारी कर रहे हैं। घोषणापत्र में जो मुद्दे शामिल हैं, हमारे नेता इन मुद्दों को संसद में उठाएंगे। हमारा घोषणापत्र 'शपथ पत्र' है। महंगाई बढ़ रही है, किसान परेशान हैं और बेरोजगारी चरम पर है।'
    उन्होंने आगे कहा कि पिछले 10 सालों में एजेंसियों का दुरुपयोग और निजीकरण जैसे मुद्दे बढ़े हैं। इन सभी मुद्दों पर हम अपना रुख पहले ही जाहिर कर चुके हैं। हम एलपीजी गैस की कीमत, पेट्रोल और डीजल की कीमत कम करेंगे। अगर हम सत्ता में आए तो सरकारी नौकरियों में खाली जगहों को भरेंगे। हम महिला आरक्षण पर भी काम करेंगे। महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कानून लाया जाएगा।'
    दरअसल, अमित शाह के कहा था कि शरद पवार के कृषि मंत्री रहते हुए कई किसानों ने खुद की जान दे दी थी, जिसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। इस पर शरद पवार ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में किसानों की आत्महत्याएं बढ़ी हैं। अमित शाह को पहले बताना चाहिए कि उन्होंने पिछले कुछ सालों में आत्महत्या रोकने के लिए क्या किया है।
    वहीं, पीएम मोदी के बयान पर शरद पवार ने कहा, 'लोग उम्मीद करते हैं कि देश का प्रधानमंत्री जाति, धर्म, भाषा आदि से परे सभी के लिए हो। एक भाषण में उन्होंने देश में अल्पसंख्यकों को लेकर अलग रुख अपनाने की कोशिश की। चुनाव प्रचार के दौरान हम उनके पक्ष को लोगों के बीच ले जाएंगे और लोगों को यह समझाने की कोशिश करेंगे कि उनके विचार से देश की एकता को ठेस पहुंच सकती है और इसकी निंदा की जानी चाहिए।'
    साभार अमर उजाला

  • मुरैना में बोले पीएम मोदी- नामदार सदियों से कामदार को गालियां देते आए हैं, आप परेशान न हो

    भोपाल। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से एक दिन पहले पीएम मोदी मध्य प्रदेश के दौरे पर आए। उन्होंने मुरैना सीट से भाजपा प्रत्याशी शिव मंगल सिंह के समर्थन में सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस और राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर कर्नाटक में चोरी छिपे ओवीसी वर्ग का आरक्षण छीनने का आरोप लगाया। वहीं, राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि नामदार कामदार को सदियों से गाली-गलौज करते आए हैं। पांच-पचास गालियां पड़ जाएंगी तो पड़ जाएंगी।  
     पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस एक बार फिर कुर्सी के लिए छटपटा रही है। ये लोग फिर से धार्मिक तुष्टीकरण को मोहरा बना रहे हैं। उन्होंने कहा- कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने मुस्लिम समाज के लोगों को OBC घोषित कर दिया है।  
    तब राजीव गांधी ने कानून बदल दिया 
    पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस सरकार में आई तो देश में इनहेरिटेंस टैक्स लगाएगी। आज देश के सामने पहली बार में एक दिलचस्प तथ्य रख रहा हूं। देश की प्रधानमंत्री बहन इंदिराजी नहीं रहीं तो उनकी प्रॉपर्टी उनकी संतानों को मिलनी थी। लेकिन, पहले देश में कानून था कि बच्चों को प्रॉपर्टी मिलने से पहले सरकार उसमें से एक हिस्सा ले लेती थी। तब  प्रॉपर्टी को बचाने के लिए उस समय के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इनहेरिटेंस कानून को समाप्त किया। वहां मामला निपट गया तो फिर सत्ता पाने के लिए ये लोग वही कानून और ज्यादा कड़ाई से वापस लाना चाहते हैं।
    कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी
    पीएम मोदी ने कहा- देश कह रहा है, कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी। आपके हितों की रक्षा के लिए ये मोदी इनके सामने दीवार बनकर खड़ा है। ये गाली-गलौज इसलिए हो रहा है क्योंकि, मोदी 56 इंच का सीना तानकर खड़ा हो गया है। इनके मंसूबे सफल नहीं होंगे, यह मोदी की गारंटी है। सभा के अंत में पीएम मोदी ने लोगों से मुरैना से भाजपा प्रत्याशी शिव मंगल सिंह को जिताने की अपील की।
    गालियां पड़ जाएंगी तो पड़ जाएंगी 
    पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के शहजादे को मोदी के लिए भला-बुरा कहने में मजा आ रहा है। उनकी भाषा को लेकर लोग सोशल मीडिया और टीवी पर चिंता जताते हैं, कहते हैं पीएम के लिए ऐसी भाषा पीएम बोलना ठीक नहीं है। मेरी आप सब से विनती है, दुखी मत होइए, वे नामदार हैं और हम कामदार हैं। नामदार कामदार के साथ सदियों से ऐसे ही गाली-गलौज करते आए हैं। मैं गरीबी से निकला हूं, पांच-पचास गालियां पड़ जाएंगी तो पड़ जाएंगी।
    कांग्रेस आपकी संपत्ति का एक्स-रे कराएगी
    कांग्रेस के शहजादे पूरे देश में बढ़-चढ़कर कह रहे हैं कि आपकी संपत्ति का एक्स-रे होगा। अलमारी में क्या है, माता-बहनों ने डिब्बे में कुछ बचा रखा है, यह सब एक्स-रे करके खोजा जाएगा। स्त्रीधन और मंगलसूत्र पवित्र होता है, उसे कोई नहीं छूता है। लेकिन, कांग्रेस उसे जब्त कर बांटने की घोषणा कर रही है, ताकि उनका वोट बैंक मजबूत हो सके। कांग्रेस यह एक्स-रे करके आपको लूटने की योजना बना रहे हैं।
    ओबीसी समाज ने कांग्रेस के सपनों को मिट्टी में मिलाया 
    पीएम मोदी ने कहा- 2014 में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में लिखा कि धर्म के आधार पर आरक्षण देने के लिए कानून बनाना पड़े, तो कानून भी बनाएंगे। लेकिन, 2014 में दलित, OBC और आदिवासी समाज जाग गया और उसके बाद सभी समाजों ने एक होकर कांग्रेस के सपनों को मिट्टी में मिला दिया, उनको सत्ता से बाहर कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ओबीसी जातियों से उनका आरक्षण का हिस्सा छीनकर अपने चहेते वोट बैंक को मजबूत करने के लिए उनके चरणों में देने का मन बनाकर बैठी है। क्या आप ऐसा पाप होने देंगे? उनको डर लगे आप ऐसा करिए।
    हमने कभी भेदभाव नहीं किया
    भाजपा सबका साथ, सबका विकास के मंत्र पर चलने वाली पार्टी है। भाजपा सरकार ने कोरोना काल में जरूरतमंदों को राशन देते समय कोई भेदभाव नहीं किया। 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देती रही। चार करोड़ गरीबों को पक्के मकान दिए। ये घर हर धर्म के लोगों को मिले हैं। क्या आपने कहीं भेदभाव की शिकायत सुनी? हमनें 11 करोड़ घरों तक पीने के कनेक्शन पहुंचाए, कहीं कोई जातिवाद नहीं होने दिया। क्योंकि, हमारा मंत्र सबका साथ और सबका विकास है।
    ओबीसी आरक्षण खत्म करने का मुद्दा उठाया
    पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस एक बार फिर कुर्सी के लिए छटपटा रही है। कुर्सी पाने के लिए भांति-भांति के खेल, खेल रही है। ये लोग फिर से धार्मिक तुष्टीकरण को मोहरा बना रहे हैं। उन्होंने कहा- कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है। इन्होंने कर्नाटक में जितने भी मुस्लिम समाज के लोग हैं, उन सभी को OBC घोषित कर दिया है। यानी, वहां कांग्रेस ने शिक्षा और  सरकारी नौकरी में पहले जिन OBC लोगों को आरक्षण मिलता था, उस OBC समाज में इतने सारे नए लोग डाल दिए कि उन्हें जो आरक्षण मिलता था, वो उनसे चोरी छिपे छीन लिया।
    कांग्रेस ने बाबा साहेब की पीठ में छुरा घोंपा
    कांग्रेस ने बाबा साहेब अंबेडकर की पीठ में छुरा घोंप दिया। जब संविधान बना तब देश के गणमान्य लोगों ने चर्चा की। बाबा साहेब ने इन चर्चाओं पर संविधान लिखा। उन्होंने लिखा किसी भी सूरत में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता, इसलिए कांग्रेस ने धोखेबाजी की। पिछले दरवाजे से धोखा दिया। कांग्रेस दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का हक छीनने का षड्यंत्र लंबे समय से कर रही है। 19 दिसंबर 2011 को तब की कांग्रेस की केंद्र सरकार धर्म के नाम पर आरक्षण देने का एक नोट कैबिनेट में लेकर आई थी। इस कैबिनेट नोट में कहा गया था कि OBC समाज को जो 27% आरक्षण मिलता है, उसका एक हिस्सा काटकर, मजहब के नाम पर दिया जाएगा। सिर्फ 2 दिन बाद 22 दिसंबर 2011 को इसका आदेश भी निकाल दिया गया। बाद में आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने कांग्रेस सरकार के इस आदेश को रद्द कर दिया। ये सुप्रीम कोर्ट गए, लेकिन राहत नहीं मिली।
    साभार अमर उजाला

  • सीएम की सुरक्षा के साथ खिलवाड़, पुलिस की मौजूदगी में नो एंट्री में घुसी बरातियों की बस

    खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले से गुजर रही एक बरात के साथ कुछ ऐसी घटना हो गई, जो शायद दूल्हा-दुल्हन सहित बस में सवार सभी बरातियों को जीवन भर याद रहेगी। दुल्हन लेकर लौट रही बरात की एक बस अनजाने में शहर के नो एंट्री क्षेत्र में जा घुसी। मुसीबत यह कि उस क्षेत्र में ठीक उसी समय सीएम के ट्रांजिट विजिट के चलते पुलिस बल की ड्यूटी भी लगी हुई थी। इस दौरान ट्रैफिक थाना प्रभारी की नजर बस पर पड़ गई, जिसे तुरंत थाने भिजवाया गया। बड़ी देर तक चालान कटवाने की राशि को लेकर बराती और ट्रैफिक पुलिस के बीच कहा-सुनी चलती रही। हालांकि, आखिर में चालान कटवाकर बस को जाने दिया गया। इतनी देर दूल्हा-दुल्हन सहित बराती भरी दुपहरी में थाने में परेशान होते दिखे।
    खंडवा के बॉम्बे बाजार मुख्य मार्ग से बरातियों की बस को निकलना भारी पड़ गया। नो एंट्री वाले इस क्षेत्र से निकल रही छिंदवाड़ा की नीलकमल कंपनी की बरातियों से भरी इस बस को ट्रैफिक पुलिस के थाना प्रभारी ने पकड़कर थाने में खड़े करवा दिया। पुलिस बस का 5000 रुपये का चालान काटने पर तुले थे। वहीं ड्राइवर पैसे न होने का बहाना बनाते हुए टालमटोल कर रहा था। इस सबके बीच दूल्हे योगेश और दुल्हन शिवानी सहित बस में बैठे पूरे बरातियों की जान हलक में आ रुकी थी। वे भरी दुपहरी में थाने में पुलिसकर्मियों को किसी तरह मनाकर अपनी जान छुड़ाने में लगे थे। छिंदवाड़ा जा रहे बरातियों का कहना था कि दुल्हन लेकर जाते समय उनकी बस पहले खराब हो गई। इसके बाद गलती से ड्राइवर ने गाड़ी नो एंट्री मार्ग पर डाल दी थी। इस कारण उन्हें चार घंटे तक परेशान होना पड़ा।
    कुछ घंटे चले इस नाटकीय घटनाक्रम के बाद पुलिस ने ड्राइवर का 1000 रुपये का चालान काटकर बस को छोड़ दिया। बड़ा सवाल यह है कि गलती से एक अनजान बस इस तरह से सीएम की सुरक्षा के चलते लगाए गए पुलिस बल की मौजूदगी के बावजूद नो एंट्री वाले क्षेत्र में बेरोकटोक घुसी कैसे? इसे सीएम की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ माना जा रहा है। रातभर से थककर सफर कर रहे बरातियों जिनमें महिला और बच्चे भी शामिल थे, उनमें से किसी को करीब 42 डिग्री के इतने तापमान के चलते थाने में कुछ हो जाता तो इसका जवाबदार कौन होता? 
    ट्रैफिक टीआई बोले, बस को भिजवाया था थाने
    इस मामले में यातायात थाना प्रभारी सौरभ सिंह कुशवाह ने बताया कि आज मुख्यमंत्री जी की ट्रांजिट विजिट थी खंडवा में। उस रूट पर हमारा बल लगा था। हमारी व्यवस्था थी कि उस रूट पर कोई भी वाहन नहीं रहे। इस टाइम में एक बड़ी बस 24 घंटे नो एंट्री जोन वाले बॉम्बे बाजार में घुस गई। उसे मैंने ही रुकवाया और थाने भिजवाया। उनका परमिट वगैरह चेक कर, नो एंट्री के चालान का ड्राइवर को बताया गया। ड्राइवर चालान नहीं कटवा रहा था। इस वजह से देर हुई।  
    साभार अमर उजाला

  • CM यादव ने हनुमान से की पीएम मोदी की तुलना

    खरगोन। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हनुमान भक्त बताते हुए बात-बात पर मोदीजी को कोसने वाले इंडी गठबंधन के नेताओं को परिवारवादी बताया है। अपनी जनसभा के दौरान मध्य प्रदेश के खरगोन में सीएम यादव ने इंडी गठबंधन को रोज एक ही व्यक्ति दिखता है, और कोई नहीं मिलता है। वे नरेंद्र मोदी को पानी पी-पीकर रोज गाली देते हैं। सोनिया गांधी इसलिए गाली देती हैं कि राहुल को पीएम नहीं बनने दे रहे हैं। उन्हें अपने राहुल व प्रियंका के अलावा कुछ दिखता नहीं। लालू यादव इसलिए गाली देते हैं कि उनके तेजस्वी को नहीं बनने दे रहे हैं। ममता इसलिए बोलती हैं कि भतीजे को आगे नहीं आने दे रहे हैं। इनका पूरा खानदान अपने खानदानों को आगे बढ़ाने निकला है, जबकि नरेंद्र मोदी कहते हैं देश के 142 करोड़, मेरे खानदान के लोग है, मेरे परिवार के लोग है।
    खरगोन के जवाहर मार्ग पर भाजपा प्रत्याशी की नामांकन रैली को संबोधित करते हुए सीएम यादव ने कहा कि हम सबने हाल ही में हनुमान जयंती मनाई। हम अपने हनुमानजी को याद करें व रामराज्य को याद करें। रामराज्य से अगर हनुमानजी को हटा दो तो ऐसा लगता है रामराज्य अधूरा रह जाएगा। जब से रामजी व हनुमानजी का मिलन हुआ, भगवान राम का भी जीवन बदल गया। हनुमानजी ने जो आदर्श दुनिया के सामने पेश किया वह हमें आज भी प्रेरणा देता है। हनुमानजी के बिना माता सीता का पता कैसे लगता? भगवान राम के लिए, सीता माता के लिए अगर हनुमानजी नहीं होते तो समुद्र कौन लांघता? हनुमानजी समुद्र लांघकर माता सीता का पता लगाकर आए और घमंडी रावण की लंका को जलाकर आए। हमें इस बात का गर्व है। आज भी जैसे रावण को घमंड था वैसे ही आज घमंडिया गठबंधन है।
    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वर्तमान में हनुमानजी का भक्त लोकसभा में सरकार बनाने के लिए आपका आशीर्वाद लेने आया है। उनका अपना कोई परिवार नहीं है। हनुमान जी का भी कोई परिवार नहीं था। मोदीजी जनता राज, रामराज्य बनाने के लिए लगातार सेवा कर रहे हैं। मोदीजी का सरकार में आना रामराज्य की स्थापना का उदाहरण था। राम दरबार में सबको पुरस्कार मिला। माता सीता ने हनुमानजी को मोतियों की माला दी। हनुमानजी प्रत्येक मोती में रामजी को ढूंढ रहे थे। जब मोतियों में रामजी नहीं मिले तो उन्हें पूरी माला बेकार लगी। ऐसे ही भौतिक संसार में यशस्वी प्रधानमंत्री मोदीजी ने सेवा का संकल्प लिया है। एक बाल बराबर दाग भी उनके जीवन में नहीं है। अपने जीवन काल में एक-दो नहीं तीन बार मुख्यमंत्री बने। सारी पेंशन, वेतन का पैसा अपने मां के, कर्मचारियों के बहन-बेटियों के लिए छोड़ आए। एक भी पैसा लेकर अपने साथ नहीं आए। जिसका पूरे भारत में एक मकान नहीं लेकिन चार करोड़ परिवार जिनका कोई आश्रय नहीं है, अपने मकान नहीं है, उन्हें पक्के मकान देकर खुश होते हैं।
    मुख्यमंत्री ने कहा हम अपने झंडे के साथ कीचड़ में कमल खिलाने निकले हैं, लेकिन क्या मालूम उन्हें भगवा कलर से क्या आपत्ति है। इनकी क्या दुश्मनी है? हमने किसी रंग से नफरत नहीं की, लेकिन उनके मन csx तो पता नहीं, क्या चश्में से जुड़ा है। दूरदर्शन वालों ने अपने प्रतीक चिह्न में भगवा क्या ले लिया, हाय भगवा, हाय भगवा, हाय भगवा की छाती पीट रहे हैं। उनकी छाती पर सांप लौट रहा है। हमारे तो हर देवस्थान पर भगवा झंडा लगता है। संन्यास धारण करने वाले भगवा वस्त्र पहनते हैं। चुनाव वाले दिन 13 मई को आपको अपनी अंगुली का प्रयोग करना है। कांग्रेस के सारे आतंक का अंत करना है। एक-एक गाली याद रखना। 
    साभार अमर उजाला

  • सैम पित्रोदा के 'विरासत टैक्स' वाले बयान पर कांग्रेस खलकर पित्रोदा के बचाव में उतरी, कहा- लोकतंत्र में सबको राय रखने का हक

    नई दिल्ली. इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा का विरासत टैक्स को लेकर दिए गए बयान ने एक नई बहस छेड़ दी है. उन्होंने कहा था कि अमेरिका में विरासत टैक्स लगता है जो काफी दिलचस्प कानून है. भारत में ऐसा कोई कानून नहीं है. लेकिन मुझे लगता है कि इस पर चर्चा होनी चाहिए. इस बयान के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है. लेकिन कांग्रेस खुलकर पित्रोदा के बचाव में उतर आई है. 
    सैम पित्रोदा के बयान पर बीजेपी के हंगामे पर कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमारे देश में संविधान है. हमारी ऐसी कोई मंशा नहीं है. बीजेपी सिर्फ वोट के लिए ऐसा कर रही है. 
    सैम पित्रोदा के विरासत टैक्स पर दिए गए बयान के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने स्पष्टीकरण दिया है. जयराम रमेश ने कहा कि सैम पित्रोदा दुनियाभर में कई लोगों के मेंटर, दोस्त और गाइड रहे हैं. इनमें मैं भी शामिल हूं. उन्होंने देश के विकास में कई अहम योगदान दिए हैं. वह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं. वह खुलकर मुद्दों पर अपनी राय रखते हैं.
    साभार आज तक 

  • महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी को मिली बड़ी राहत, कॉपरेटिव बैंक केस में क्लीन चिट

    मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा को बड़ी राहत मिली है। आर्थिक अपराध शाखा यानी EOW की तरफ से उन्हें 25 हजार करोड़ के महाराष्ट्र स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक घोटाले में क्लीन चिट मिल गई है। इसके अलावा भतीजे रोहित पवार से जुड़ी कंपनियों को भी क्लीन चिट दी गई है। हालांकि, प्रवर्तन निदेशालय या ED की तरफ से दाखिल चार्जशीट में बताया गया था कि गुरु कमोडिटी और जरांदेश्वर शुगर मिल्स ने लीज को वास्तविक दिखाने के लिए कागजों पर लेनदेन किया था।
    EOW की तरफ से दाखिल क्लोजर रिपोर्ट में कहा गया है कि जरांदेश्वर को-ऑप शुगर मिल को गुरु कमोडिटी से जारांदेश्वर शुगर मिल्स प्राइवेट लिमिटेड को रेंट पर लेने में कोई भी अवैध गतिविधि शामिल नहीं है। EOW की तरफ से रोहित पवार से जुड़ी कंपनियों को भी क्लीन चिट मिली है, जहां कहा गया था कि जब बारामती एग्रो ने कन्नड़ शुगर मिल खरीदी, तब उसकी आर्थिक स्थिति अच्छी थी। साथ ही यहां फंड का कोई डायवर्जन नहीं हुआ है। इस दौरान पूर्व मंत्रि प्राजक्त तानपुरे को भी क्लीन चिट मिली है।
    MSCB के पास 31 कॉ-ऑपरेटिव बैंक हैं, जिनमें अधिकांश के नाम जिलों पर रखे गए हैं और इनके प्रमुख राजनेता हैं। साल 2002 से 2017 के बीच MSCB ने को-ऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रियों को लोन दिए थे और बाद में उनकी जमीनों के साथ इनकी सस्ते दामों में नीलामी कर दी गई थी। ये नीलामियां डिफॉल्ट लोन की वसूली के तौर पर दिखाने के लिए अधिकांश बैंक के प्रमुखों के रिश्तेदारों की गई थीं।
    खास बात है कि इस मामले की जांच कर रही EOW ने साल 2020 में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी थी, लेकिन बाद में अजित पवार और भतीजे रोहित पवार की जांच के लिए कोर्ट पहुंची और फाइल दोबारा खोलने की मांग की। जनवरी में EOW ने दूसरी रिपोर्ट दाखिल की थी और केस को बंद करने की मांग की। विंग का कहना था कि अजित समेत किसी के खिलाफ कोई सबूत नहीं हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सूरत लोकसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार के निर्विरोध जीतने के बाद कांग्रेस ने EC से फिर चुनाव प्रक्रिया शुरू कराने की रखी मांग

    नई दिल्ली. सूरत लोकसभा सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार मुकेश दलाल की निर्विरोध जीत विवादों में है. कांग्रेस के उम्मीदवार का नामांकन रद्द होने के बाद बाकी बचे 8 उम्मीदवारों के अपनी उम्मीदवारी वापिस लेने के बाद मुकेश दलाल निर्विरोध चुन लिए गए थे. अब इस मामले में कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत की है. 
    कांग्रेस का आरोप है कि अनुचित प्रभाव के जरिए मुकेश दलाल को विजेता घोषित किया गया. कांग्रेस की मांग है कि इस सीट पर नए सिरे से चुनाव कराए जाएं. पार्टी ने दावा किया है कि दरअसल बीजेपी कारोबारी समुदाय से डर गई थी, जिस वजह से उसने सूरत लोकसभा सीट पर मैच फिक्सिंग की कोशिश की.
    कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों से मुलाकात की और मांग की कि सूरत में चुनाव प्रक्रिया दोबारा कराई जाए.  कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने चुनाव आयुक्तों से मिलने के बाद कहा कि हमने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि सूरत सीट पर चुनाव को स्थगित किया जाए और जल्द से जल्द दोबारा चुनाव कराए जाएं ताकि एक स्पष्ट संदेश जा सके कि आप इस तरह से गलत प्रभाव डालकर लाभ नहीं उठा सकते.  उन्होंने आरोप लगाया कि ये ऐसा मामला नहीं है, जहां मामले पर चुनावी याचिका से फैसला होगा. 
    साभार आज तक

     

  • मणिपुर के 11 निर्वाचन केंद्रों में आज फिर मतदान

    इंफाल। मणिपुर में जारी हिंसा के बीच भी लोकसभा चुनाव कराए जा रहे हैं। 19 अप्रैल को पहले चरण के मतदान के दौरान धांधली के आरोपों के कारण 11 मतदान केंद्रों पर दोबारा वोटिंग कराने का फैसला लिया गया। इनर मणिपुर के 11 निर्वाचन केंद्रों में आज फिर से मतदान हो रहा है। सोशल मीडिया पर दोबारा मतदान को लेकर एक वीडियो भी जारी किया गया है, जिसमें पूर्वी इंफाल में मोइरंगकम्पु साजेब के एक मतदान केंद्र का नजारा दिखाया गया है। यहां लोग दोबारा मतदान करने के लिए एकत्रित हुए हैं।
    पूर्वी इंफाल के खुरई क्षेत्र में भी दोबारा मतदान कराया जा रहा है। इस दौरान मतदान केंद्र के बाहर कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। यहां भी मतदान के लिए लोग एक बार फिर से एकत्रित हुए हैं।
    बता दें कि कांग्रेस ने मणिपुर की दो लोकसभा सीट के लिए शुक्रवार को हुए मतदान के दौरान चुनाव में धांधली और बूथ पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए 47 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराए जाने की मांग की थी। हालांकि, आपत्तियों पर विचार के बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने केवल 11 केंद्रों पर दोबारा मतदान कराने की घोषणा की।
    निर्वाचन आयोग के अधिकारी के मुताबिक जिन मतदान केंद्रों पर दोबारा मतदान कराया जाएगा, उनमें खुरई निर्वाचन क्षेत्र के मोइरंगकम्पु साजेब और थोंगम लीकाई, क्षेत्रीगाओ के चार और इंफाल पूर्वी जिले के थोंगजू में एक तथा उरीपोक में तीन एवं इंफाल पश्चिम जिले के कोंथौजम में एक मतदान केंद्र शामिल है।
    जातीय संघर्ष से प्रभावित मणिपुर से गोलीबारी, धमकी देने, कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम में तोड़-फोड़ करने और मतदान केंद्र पर कब्जा करने के आरोप सामने आए थे। मणिपुर की दो लोकसभा सीट आंतरिक मणिपुर और बाहरी मणिपुर के लिए शुक्रवार को पहले चरण में मतदान हुआ और 72 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
    धांधली के आरोप लगाने वाली कांग्रेस पार्टी के मणिपुर इकाई के अध्यक्ष के. मेघचंद्र ने कहा कि पार्टी ने मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पास शिकायत दर्ज कराई। ‘इनर मणिपुर’ निर्वाचन क्षेत्र के 36 तथा ‘आउटर मणिपुर’ निर्वाचन क्षेत्र के 11 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराए जाने की मांग की थी।
    साभार अमर उजाला

  • ईडी केजरीवाल पर ला रही  चार्जशीट

    नई दिल्ली। कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी (आप) के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से जल्द चार्जशीट दायर की जा सकती है। ईडी 15 मई से पहले सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर कर सकती है, जिसमें आम आदमी पार्टी को भी आरोपी बनाया जा सकता है। इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। ईडी यदि आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाती है तो यह पहली बार होगा जब किसी राजनीतिक दल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट में मुकदमा चलाया जाएगा। इससे आप के लिए बड़े संकट की शुरुआत हो सकती है। 
    रिपोर्ट में बताया गया है कि चार्जशीट को ड्राफ्ट किए जाने का काम फाइनल होने वाला है। यह भी बताया गया है कि पुराने चार्जशीट्स में आरोपी लगाए गए लोगों के अलावा इस बार 4-5 और नए नाम हो सकते हैं। अरविंद केजरीवाल और के कविता के अलावा सप्लीमेंट्री चार्जशीट में गोवा के राजनीतिक कार्यकर्ता चनप्रीत सिंह का भी नाम हो सकता है। सिंह को 15 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि वह गोवा विधानसभा चुनाव में उन्होंने 'आप' की फंडिंग का प्रबंधन किया था। ईडी का दावा है कि घोटाले की रकम का इस्तेमाल गोवा में चुनाव प्रचार के लिए किया गया। 
    अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि हवाला लेनदेन में शामिल कुछ और लोगों नाम भी चार्जशीट में सामने आ सकते हैं। ईडी अधिकारियों ने कहा कि राजनीतिक दल को आरोपी बनाना अभूतपूर्व है, लेकिन उन्होंने इसके लिए कानूनी सलाह ली है। दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने भी संकेत दिए थे कि आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाया जा सकता है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कन्हैया कुमार को लेकर दिल्ली यूनिट में खींचतान बढ़ी, मीटिंग में हुई तीखी बहस

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2024 के लिए दिल्ली की 7 सीटों पर 25 मई को वोट डाले जाएंगे. चुनाव में अब कुछ दिनों का वक्त बचा है, लेकिन कांग्रेस में नेताओं का आपसी झगड़ा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. कांग्रेस आलाकमान ने उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से कन्हैया कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है. इसे लेकर पार्टी की दिल्ली यूनिट में खींचतान बढ़ गई है. बीजेपी ने उत्तर पूर्वी दिल्ली से मनोज तिवारी को एक बार फिर मौका दिया है. 
    दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की तरफ से कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी को लेकर उत्तर पूर्वी जिले के पूर्व विधायकों और पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें दिल्ली कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया भी शामिल थे. लेकिन यह बैठक बेनतीजा निकली. सूत्रों की मानें तो बैठक के दौरान दिल्ली कांग्रेस के कुछ नेताओं और कन्हैया कुमार के बीच तीखी बहस हुई. बात इतनी बिगड़ गई कि एक नेता ने कन्हैया कुमार को अपशब्द तक कह डाले. हालांकि, बैठक में दिल्ली कांग्रेस के नेताओं और कन्हैया कुमार के बीच बहस वाली बात को प्रभारी दीपक बाबरिया ने खारिज किया.
    लेकिन सूत्रों की मानें तो पहले AAP के साथ गठबंधन और अब कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी को लेकर, दिल्ली कांग्रेस में सबकुछ सामान्य नहीं चल रहा. दरअसल, नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली सीट से कांग्रेस आलाकमान ने जबसे कन्हैया कुमार को टिकट दिया है, तब से कांग्रेस के स्थानीय नेता उनकी उम्मीदवारी को लेकर तरह-तरह की बयानबाजी करने से पीछे नहीं रह रहे. बगावत की स्थिति को संभालने के लिए दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जिलाध्यक्षों और पूर्व विधायकों की बैठक बुलाई थी.
    दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित भी बैठक में पहुंचे थे. वह मंच पर न जाकर पूर्व विधायकों और पदाधिकारियों के बीच बैठ गए. अरविंदर सिंह लवली ने संदीप दीक्षित को मंच पर बैठने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने मना कर दिया. तब कन्हैया कुमार ने उनसे मंच पर आने के लिए कहा, जिस पर संदीप दीक्षित भड़क गए. सूत्रों के मुताबिक उन्होंने बैठक के दौरान कहा कि कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी से कांग्रेस को नॉर्थ-ईस्ट सीट के अलावा दिल्ली की अन्य सीटों पर भी भारी नुकसान होने वाला है.
    साभार आज तक 

  • अमेरिका ने दिया पाक को झटका, कंपोनेंट्स की सप्लाई करने वाली 4 कंपनियों पर बैन

    इस्लामाबाद। अमेरिका ने पाकिस्तान को एक बार फिर बड़ा झटका दिया है। यूएस ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम के लिए मिसाइल से जुड़ी चीजों की सप्लाई के लिए 3 चीनी कंपनियों और बेलारूस स्थित एक फर्म पर प्रतिबंध लगा दिया है। अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई। जिन पर ये पाबंदियां लगी हैं उनमें तीन चीनी कंपनियां (शीआन लॉन्गडे टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड, तियानजिन क्रिएटिव सोर्स इंटरनेशनल ट्रेड कंपनी लिमिटेड और ग्रैनपेक्ट कंपनी लिमिटेड) शामिल हैं। साथ ही बेलारूस स्थित मिन्स्क व्हील ट्रैक्टर प्लांट पर भी ऐक्शन लिया गया है। 
    बयान के मुताबिक, राज्य विभाग कार्यकारी आदेश 13382 की धारा 1 (A) (ii) के अनुसार 4 फर्म्स पर कार्रवाई हुई है। इस धारा के तहत सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रसारकों और उनके वितरण के साधनों पर ऐक्शन लिया जाता है। इन कंपनियों ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम के लिए मिसाइल-वाली वस्तुओं की आपूर्ति की है। इसमें इसकी लंबी दूरी की मिसाइल कार्यक्रम भी शामिल है। अगर बेलारूस के मिन्स्क व्हील ट्रैक्टर प्लांट की बात करें तो उसने पाकिस्तान के लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए स्पेशल व्हीकल चेसिस की सप्लाई के लिए काम किया। ऐसी चेसिस का इस्तेमाल बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए लॉन्च सपोर्ट के तौर पर किया जाता है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस के पूर्व विधायक शुक्ला समेत कई कांग्रेस नेताओं ने भाजपा का दामन थामा

    भोपाल। लोकसभा चुनाव के बीच मध्य प्रदेश में कांग्रेस को झटके पर झटके लग रहे हैं। एक के बाद एक कांग्रेस नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं। अब 19 अप्रैल को मतदान के बाद शनिवार को एक बार फिर पूर्व विधायक समेत कई कांग्रेस नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया।  
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद , न्यू ज्वॉइनिंग टोली के प्रदेश संयोजक डॉ. नरोत्तम मिश्रा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, मंत्री  गोविंद सिंह राजपूत और प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी के समक्ष भाजपा कार्यालय में कांग्रेस के शिवपुरी के पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला, मध्य प्रदेश कांग्रेस सिंधी कल्याण समिति के पूर्व प्रदेश महामंत्री  महेश गुरबाणी, प्रदेश कांग्रेस पूर्व महासचिव कमल सिंह रघुवंशी, जिला महामंत्री कांग्रेस शिवपुरी  आलोक शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष सोशल मीडिया संगठन (टीम कमलनाथ)  गौरव शर्मा, पूर्व महासचिव प्रदेश कांग्रेस अमित दांतरे, पूर्व सोसायटी अध्यक्ष जुझारपुर अमर सिंह यादव, सेवादल कांग्रेस उपाध्यक्ष होशंगाबाद राहुल सिंह समेत कांग्रेस पार्षद, सरपंच-उपसरपंच और 100 से अधिक पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी को पार्टी का अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया।
    साभार अमर उजाला

     

  • प्रदेश में छह सीटों पर 67.08 % वोटिंग, 2019 की तुलना में आठ फीसदी कम

    भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में शुक्रवार को छह सीटों पर 67.08 % मतदान दर्ज किया गया। 2019 की तुलना में यह फीका माना जा सकता है, क्योंकि यह पिछली बार से 8 फीसदी कम है। 2019 में इन छहों सीटों पर औसत 75.24 फीसदी मतदान हुआ था। छिंदवाड़ा में इस बार सबसे ज्यादा 79.18 प्रतिशत, लेकिन पिछली बार से 3.21 फीसदी कम मतदान हुआ है। शुक्रवार सुबह 13588 मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे वोटिंग शुरू हुई, जो शाम 6 बजे तक चली। हालांकि, बालाघाट की लांजी, परतवाड़ा और बैहर विधानसभा सीट पर दो घंटे पहले 4 बजे मतदान प्रकिया समाप्त हो गई।  हालांकि, पिछली बार करीब 10 प्रतिशत वोट प्रतिशत बढ़ा था। इस बार वोट प्रतिशत में बहुत बड़ी कमी आई है। इसके कई कारण हो सकते हैं। प्रदेश के कई शहरों में तापमान में 40 डिग्री तक पहुंच गया है। गर्मी भी एक कारण है। दूसरा पिछली बार पुलवामा अटैक समेत राष्ट्रवाद का मुद्दा बहुत हावी था। इस बार मतदाता में सत्तारूढ़ पार्टी की वापसी को लेकर भरोसा ज्यादा है। ऐसे में जानकारों का कहना है कि मतदाता वोट करने ही नहीं निकला। सत्तारूढ़ और विपक्ष दोनों ही पार्टी की तरफ से ऐसे मुद्दों का अभाव था, जो मतदाताओं को अपील नहीं कर पाए। भाजपा की मोदी की गारंटी और राम मंदिर का मुद्दा भी जोर नहीं पकड़ पाया। इसे भी वोट प्रतिशत घटने का कारण बताया जा रहा है। 
    भाजपा ने 400 सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा। इसके लिए भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को प्रत्येक बूथ पर 370 वोट बढ़ाने का लक्ष्य दिया गया था। हालांकि, कम मतदान प्रतिशत ने भाजपा के बूथ मैनजमेंट की पोल खोल दी है। इससे साफ है कि भाजपा का बूथ मैनेजमेंट भी फेल हो गया है। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा चुनाव के जैसी मतदाताओं को घर से बाहर निकालने की सक्रियता नहीं दिखाई। 
    इस बार लोकसभा चुनाव में शुरू से ही जनता में उत्सुकता नहीं दिखाई दे रही थी। जानकारों का कहना है कि इसका कारण लोकसभा के चुना में क्षेत्र का बड़ा होना भी एक कारण है। दूसरा इस बार भाजपा मोदी के नाम पर चुनाव नहीं लड़ रही है। ऐसे में प्रत्याशी का चेहरा ज्यादा प्रभावित नहीं करता। दूसरा कांग्रेस इंडी गठबंधन के साथ चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस के नेता पहले ही कह चुके है, उनके पास चुनाव लड़ने के लिए पैसा नहीं है। वहीं, प्रदेश में पार्टी में लगातार भगदड़ मची हुई है। ऐसे में नेताओं का मनोबल टूटा हुआ है। 
    लोकसभा चुनाव की 6 सीटों पर विधानसभा की 47 सीटें आती है। इनमें छिंदवाड़ा की अमरवाड़ा सीट पर 81.37 प्रतिशत मतदान हुआ है। बता दें अमरवाड़ा छिंदवाड़ा की अनुसूचित जनजाति आरक्षित सीट है। इस सीट से विधायक कमलेश शाह को भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव से पहले कांग्रेस से तोड़ लिया था। जानकारों का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में ज्यादा मतदान हुआ है। इसका फायदा छिंदवाड़ा में कांग्रेस को मिल सकता है। आदिवासी वोटर कांग्रेस के साथ जाता है।
    साभार अमर उजाला

  • वोटिंग ने पकड़ी रफ्तार, 4 घंटे में बंगाल में 33 तो यूपी की 8 सीटों पर 25 % मतदान

    आज लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का चुनाव है. इस फेज में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. पहले चरण में 1600 से ज्यादा उम्मीदवार मैदान पर हैं. इस चरण में नौ केंद्रीय मंत्री, दो पूर्व मुख्यमंत्री और एक पूर्व राज्यपाल की किस्मत भी दांव पर है. वोटिंग सुबह 7 बजे से शुरू हो जाएगी और शाम 6 बजे तक जारी रहेगी. आज अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की 92 विधानसभा सीटों पर भी वोटिंग होगी.
    चुनाव आयोग के मुताबिक, पहले चरण में 16.63 करोड़ से ज्यादा वोटर्स हैं. इनमें 8.4 करोड़ पुरुष और 8.23 करोड़ महिला वोटर्स हैं. इनमें से 35.67 लाख वोटर्स ऐसे हैं, जो पहली बार वोट डालेंगे. जबकि, 20 से 29 साल की उम्र के मतदाताओं की संख्या 3.51 करोड़ है. इनके लिए 1.87 लाख पोलिंग बूथ बनाए गए हैं.
    21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर सुबह सात बजे से मतदान जारी है. इसी बीच चार घंटे के अंदर का मतदान प्रतिशत सामने आया है. इन चार घंटों के अंदर सबसे ज्यादा 33.56% वोटिंग पश्चिम बंगाल में हुई है. 
    अरुणाचल प्रदेश में सुबह 7 बजे से 10 बजे तक लोकसभा चुनाव में 15% और विधानसभा चुनाव में 20% मतदान हुआ है. अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव की 50 सीटों और लोकसभा की 2 सीटों के लिए मतदान जारी है. सीएम पेमा खांडू और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू अपने-अपने गांवों में वोट डाल चुके हैं. वहीं, असम के तलहटी शहर होलोंगी और गोहपुर में खराब मौसम के बावजूद सैकड़ों नागरिक कतार में खड़े होकर मतदान कर रहे हैं.
    साभार आज तक

  • क्या अरविंद केजरीवाल को मिल सकती है मेडिकल ग्राउंड पर जमानत

    नई दिल्ली. अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की डायट को लेकर आप और ईडी भिड़े हुए हैं. ईडी का आरोप है कि केजरीवाल डायबिटिक होने के बाद भी रोज मीठा खा रहे हैं ताकि उन्हें मेडिकल बेल मिल जाए. वहीं आप का आरोप है कि प्रवर्तन निदेशालय जानबूझकर ऐसी बातें कर रहा है ताकि मुख्यमंत्री को घर से खाना मिलना बंद हो जाए, और फिर जेल के खाने में कोई गड़बड़ी कर उन्हें नुकसान पहुंचाया जा सके. फिलहाल स्पेशल जज ने तिहाड़ जेल को केजरीवाल के डायट चार्ट पर पूरी रिपोर्ट देने को कहा है.
    आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने आरोप लगाते हुए कहा कि तिहाड़ में केजरीवाल को मारने की साजिश रचते हुए उनका घर का खाना बंद करवाने की साजिश हो रही है. ईडी के आरोप पर आतिशी ने कहा कि सीएम को डॉक्टर का बताया हुआ लो-कैलोरी स्वीटनर दिया जा रहा है. साथ ही उन्होंने केवल नवरात्रि के प्रसाद के तौर पर आलू-पूड़ी खाई थी. ये सारी चीजें खुद उनके डॉक्टर ने कही हैं.
    वहीं ईडी का सीधा आरोप है कि घर से केजरीवाल के लिए साजिश के तहत ऐसा खाना भेजा रहा है जो उनका शुगर लेवल अस्थिर कर दे. इसके बाद वे मेडिकल ग्राउंड पर जमानत मांगने लगेंगे. 
    साभार आज तक 

  • छिंदवाड़ा में विक्रम अहाके बोले-भाजपा में घुटन महसूस हो रही थी, नकुलनाथ को विजयी बनाएं

    भोपाल। मध्य प्रदेश में पहले चरण की छह सीटों पर मतदान जारी है। इसमें छिंदवाड़ा हॉट सीट पर बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। कुछ दिन पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले छिंदवाड़ा महापौर विक्रम अहाके ने यू-टर्न लेकर कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ को वोट कर जिताने की अपील की है। अहाके ने मतदान के दिन शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो जारी किया।
    इसमें अहाके ने कहा कि मैं किसी डर और दबाव के एक महत्वपूर्ण बात रखने जा रहा है। भाजपा का नाम लिए बिना अहाके ने कहा कि कुछ दिन पूर्व मैंने किसी राजनीतिक दल को ज्वाइंन किया था। उस दिन से ही मेरे अंदर एक घुटन महसूस कर रहा था। मुझे लग रहा था कि विक्रम तुम गलत कर रहे हो। तुम उस इंसान के साथ गलत कर रहे हो, जिस इंसान ने छिंदवाड़ा का विकास किया है। लोगों की दुख: दर्द में मदद की है। जो छिंदवाड़ा में शिक्षा, इलाज या विकास की बात हो हमेशा मदद करते आए है। 
    अहाके ने कहा कि राजनीति करने के अवसर बहुत आएंगे। भविष्य में मेरे साथ क्या होगा मुझे उसका अंदाजा नहीं है। लेकिन आज मैं अपने नेता कमलनाथ और नकुलनाथ के साथ खड़ा नहीं हुआ तो अपने आप को माफ नहीं कर पाऊंगा। उन्होंने मुझे भी आगे बढ़ाया है। अहाके ने छिंदवाड़ा की जनता से अपील करते हुए कहा कि नकुलनाथ जी को कांग्रेस की बटन दबाकर विजयी बनायें। बता दें विक्रम अहाके ने भोपाल में कुछ दिन पहले ही भाजपा की सदस्यता ली थी। उनको मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भाजपा की सदस्यता दिलाई थी।
    साभार अमर उजाला

  • पहले चरण के मतदान के बीच प्रदेश दौरे पर पीएम मोदी की दमोह में सभा

    दमोह। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्य प्रदेश के दौरे पर रहेंगे। वे दमोह लोकसभा सीट से  भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह के समर्थन में सभा को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी 1:45 बजे दमोह पहुंचेंगे और इमलाई गांव में सभा करेंगे। करीब एक घंटे रुकने के बाद वे जबलपुर रवाना होंगे। 
    दरसअल, चार महीने बाद प्रधानमंत्री मोदी का यह दूसरा दमोह दौरा है। इसके पहले विधानसभा चुनाव के बीच वे 7 नवंबर को इसी इमलाई मैदान पर आए थे और 8 विधानसभा सीट के प्रत्याशियों के समर्थन में सभा की थी। आज प्रदेश की छह सीटों पर मतदान के बीच पीएम मोदी दूसरी बार दमोह आ रहे हैं। उनके दौरे को लेकर प्रशासन ने सारी तैयारियां पूरी कर लीं हैं। ग्राउंड पर तीन हेलीपैड बनाए गए हैं। गुरुवार शाम एसपीजी के अधिकारियों ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण भी किया था। जिला प्रशासन ने कार्यक्रम स्थल के आसपास वाहनों की आवाजाही कम करने के लिए रूट डायवर्ट किया है। कार्यक्रम स्थल पर तीन पंडाल लगाए गए हैं। जिनमें एक मुख्य पंडाल है और दो पंडाल उसके करीब  लगे हैं।
    बता दें भाजपा की ओर से राहुल सिंह और कांग्रेस की ओर से तरवर सिंह लोधी चुनाव लड़ रहे हैं जो अच्छे दोस्त भी रहे हैं। लेकिन, सियासी मैदान में दोनों एक दूसरे के विरोध में चुनाव लड़ रहे हैं। अभी कांग्रेस के किसी भी बड़े नेता की सभा दमोह में आयोजित नहीं हुई है। हालांकि, नामांकन के दिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी दमोह आए थे। 
    पीएम मोदी आज दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां से दोपहर 1:45 बजे हेलिकॉप्टर से दमोह आएंगे और सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद दोपहर 2:45 बजे यहां से जबलपुर रवाना होंगे। जहां से विशेष विमान में दिल्ली रवाना होंगे। इसके लिए जबलपुर एयरपोर्ट के लिए 3 घंटे का नो फ्लाई जोन घोषित किया गया है।
    इमलाई में प्रस्तावित सभा स्थल की तरफ हटा, बटियागढ़, नरसिंहगढ़, पावरग्रिड बायपास से भारी वाहनों का आना सुबह 9.30 बजे से शाम 5 बजेतक प्रतिबंधित रहेगा।
    हटा रोड से आने वाले वाहनों के लिए- मुक्तिधाम बस स्टैंड (चार पहिया एवं बस), राय पेट्रोल पंप के पीछे व गैरिज के सामने (चार पहिया) पार्किंग होगी।
    बटियागढ़ तरफ से आने वाले वाहनों के लिए- हरि ओम कुंज के सामने , गगन अग्रवाल सीमेंट दुकान के सामने, संस्कार धर्मकांटा के सामने (चार पहिया) और फैक्ट्री बाउंड्री के बाजू से (बस पार्किंग) पार्किंग होगी।
    सागर रोड से आने वाले वाहनों के लिए पावर हाउस पानी टंकी के सामने (बस पार्किंग), अंसारी दाल मिल के सामने (बस पार्किंग), रेलवे फाटक (डायमंड) के बाजू में (चार पहिया), जीपी राय खेत के बाजू में, लल्लू पटेल के घर के पीछे (चार पहिया) पार्किंग व्यवस्था की गई है।
    छतरपुर से सागर जाने एवं आने वाले दो पहिया चार पहिया वाहन मुक्तिधाम, पलंदी चौक, राय तिराहा, स्टेशन चैक, तीन गुल्ली, सरदार पटेल ब्रिज, पावरग्रिड तिराहा मार्ग का उपयोग करेंगे। यह अस्थाई व्यवस्था बनाई गई है।
    साभार अमर उजाला

  • युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राजकुमार यादव भाजपा में शामिल

    सीहोर। पूरे देश की तरह सीहोर जिले में भी कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता कांग्रेस को अलविदा कह कर भाजपा का दामन थाम रहे हैं। जिले में कई बड़े चेहरों के बाद अब भाजपा नेतृत्व से प्रभावित होकर सीहोर जिला युवा कांग्रेस सीहोर के निर्वाचित जिला अध्यक्ष राजकुमार यादव (राजू) के नेतृत्व में करीब 500 कार्यकर्ताओं ने भाजपा का दामन थामा। 
    सभी कार्यकर्ताओं का मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने जिला अध्यक्ष रवि मालवीय की उपस्थिति में भाजपा का अंग वस्त्र पहना कर भाजपा में स्वागत किया। भाजपा जिला मीडिया प्रभारी सुशील संचेती ने बताया कि राजकुमार यादव के साथ भाजपा का दामन थामने वालों में प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव संजय पटेल गोरखपुर, समाजसेवी विशाल खंडेलवाल, ब्लॉक युवा कांग्रेस अध्यक्ष भैरूंदा अभिषेक पटेल, जिला उपाध्यक्ष मुकेश मालवीय लाड़कुई, रामेश्वर पटेल, ओम दरबार भादाकुई, ब्लाॉक उपाध्यक्ष रितेश यादव राला, श्यामलाल मीणा गुलरपुरा, निर्मल पटेल राला, आलोक यादव राला, जिला महासचिव सत्यनारायण यादव, जिला सचिव कपिल शर्मा, जिला महासचिव आशीष पटेल सहित सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
    साभार अमर उजाला

  • मध्यप्रदेश में पहले चरण में छह सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान,  सीधी और मंडला में भाजपा को चुनौती,  छिंदवाड़ा में कांटे की टक्कर

    भोपाल। मध्य प्रदेश में पहले चरण में छह सीटों पर 19 अप्रैल शुक्रवार को मतदान होगा। इसमें छिंदवाड़ा के साथ ही बालाघाट, जबलपुर, सीधी, मंडला और शहडोल सीट शामिल हैं। इन सीटों पर बुधवार शाम को चुनाव प्रचार थम जाएगा। इससे पहले भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने मतदाताओं को साधने पूरा जोर लगा दिया। भाजपा मोदी के चेहरे के साथ ही राममंदिर, हिंदुत्व और केंद्र की तमाम हितग्राही योजनाओं को लेकर मैदान में है। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी अपनी छवि के साथ ही आदिवासी वोटरों के भरोसे है। इसमें सबसे रोचक मुकाबला छिंदवाड़ा सीट पर है।
    छिंदवाड़ा : आदिवासियों के हाथ चाबी
    छिंदवाड़ा में मुकाबला बराबर का है। यहां पर आदिवासी वोटर हार जीत तय करेंगे। संसदीय सीट पर 37 प्रतिशत आबादी आदिवासी वर्ग की है। यही वजह है कि भाजपा ने अमरवाड़ा से विधायक कमलेश शाह को भाजपा में शामिल कराया। वहीं, सबसे बड़ा मुद्दा क्षेत्र की जनता का नकुलनाथ को पसंद नहीं करना है। हालांकि, लोग कमलनाथ को अभी भी मानते हैं कि उन्होंने जिले में विकास कार्य कराए हैं। यही वजह है कि अब कमलनाथ ने चुनाव में मोर्चा संभाल लिया है। वहीं, भाजपा मोदी को आगे रख कर चुनाव लड़ रही है। 
    बालाघाट: मुंजारे से कांग्रेस मुश्किल में
    बालाघाट संसदीय सीट पर भाजपा आगे दिखाई दे रही हैं। यहां पर भाजपा ने सांसद ढाल सिंह बिसेन का टिकट काट कर भारती पारधी को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने सामान्य वर्ग से आने वाले सम्राट सरस्वार पर दांव लगाया है। यहां पर सामान्य वर्ग का वोट प्रतिशत बहुत कम है। हालांकि, लड़ाई पवार वर्सेस लोधी की है। बालाघाट से विधायक अनुभा मुंजारे लोधी समाज से आती हैं। ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी को लोधी वोट मिल जाने थे, लेकिन अनुभा मुंजारे के पति पूर्व सांसद कंकर मुंजारे बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इसका कांग्रेस को नुकसान हो रहा है। 
    मंडला : बंट रहे आदिवासी वोट
    मंडला में भी भाजपा कांग्रेस से आगे दिखाई दे रही है। हालांकि, भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के सामने चुनौती है। दरअसल उनका जनता में विरोध है। कुलस्ते निवास सीट से विधानसभा चुनाव भी हार गए थे। हालांकि, भाजपा मुफ्त राशन, पीएम आवास, लाडली बहना योजना और मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस ने विधायक ओमकार सिंह मरकाम को टिकट दिया है। कांग्रेस को आदिवासी वोटों पर भरोसा है। इस सीट पर आठ में पांच विधासभा सीटें कांग्रेस के पास है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी चुनाव लड़ रही है। ऐसे में आदिवासी वोट बंटने से कांग्रेस को नुकसान होता दिख रहा है। 
    जबलपुर: कांग्रेस 1991 के बाद से नहीं जीती
    जबलपुर में भाजपा कांग्रेस के सामने बहुत मजबूत दिखाई दे रही है। इसका बड़ा कारण महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, पूर्व विधायक नीलेश अवस्थी और एकता ठाकुर का भाजपा में शामिल होना भी है। इससे कांग्रेस को बहुत नुकसान हुआ है। यहां पर कांग्रेस ने आखिरी बार 1991 में जीत दर्ज की थी। इसके बाद से यहां पर भाजपा ही चुनाव जीतते आ रही है। यहां से भाजपा ने आशीष दुबे को और कांग्रेस ने दिनेश यादव को प्रत्याशी बनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जबलपुर में रोड शो कर प्रदेश में चुनाव प्रचार का आगाज किया था। भाजपा हिंदूत्व और राम मंदिर को आगे रखकर चुनाव लड़ रही है। 
    शहडोल : मोदी फैक्टर व विकास आगे
    शहडोल में भाजपा आगे दिखाई दे रही है। यहां की आठ विधानसभा सीट में से सिर्फ एक सीट पुष्पराजगढ़ सीट कांग्रेस के पास है। इस सीट से विधायक फूंदेलाल मार्को को ही कांग्रेस ने टिकट दिया है। वहीं, भाजपा ने सांसद हिमाद्री सिंह को प्रत्याशी बनाया है। केंद्र सरकार की योजनाओं का फायदा आदिवासियों को मिल रहा है। वहीं, मोदी फैक्टर चल रहा है। इस क्षेत्र में भाजपा को विकास का भी फायदा मिलता दिख रहा है। 
    सीधी: मुकाबला सीधा नहीं, फंस हुआ
    सीधी सीट पर मुकाबला फंस गया है। यहां पर निर्दलीय प्रत्याशी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रत्याशी भाजपा को नुकसान पहुंचा रहे है। इस लोकसभा सीट की आठ में से सिर्फ एक सीट चुरहट की कांग्रेस के पास है। भाजपा ने सामान्य वर्ग से आने वाले डॉ. राजेंद्र मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने अन्य पिछड़ा वर्ग से आने वाले पूर्व विधायक कमलेश्वर पटेल पर दांव लगाया है। भाजपा से बागी पूर्व सांसद अजय प्रताप सिंह गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा नेता की फिसली जुबान, कांग्रेस की महिला नेता पर बोला हमला, नींद नहीं आ रही तो एक्स्ट्रा पैग लगा लेना

    बेंगलुरु। लोकसभा चुनाव 2024 शुरू होने में गिनती के दिन बचे हैं। चुनाव प्रचार में लगे दिग्गज नेता जनता से लोकलुभावन वादों के साथ अपने प्रतिद्वंद्वी पर हमले करने से नहीं चूक रहे लेकिन, इस कार्य में कई बार उनकी जुबान भी फिसल जा रही है। कर्नाटक में भी यही देखने मिला। यहां भाजपा नेता संजय पाटिल ने कांग्रेस नेता और राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर को शराब पीने की सलाह दे डाली। उन्होंने कथित तौर पर कहा कि रात में अच्छी नींद के लिए "एक एक्स्ट्रा पैग" जरूर लगाएं। उनके बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। जवाब में कांग्रेस पार्टी ने भाजपा की कौरवों और रावण से तुलना कर डाली।
    मामला यूं है कि कर्नाटक की महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर पर कटाक्ष करते हुए पूर्व भाजपा विधायक संजय पाटिल ने कहा कि कर्नाटक में भाजपा के उदय से हेब्बालकर को बहुत चिंता हो रही होगी, शायद उन्हें रात में नींद भी नहीं आती होगी। इसलिए मेरी सलाह है कि वह "रात में अच्छी नींद पाने के लिए नींद की गोली या एक एक्स्ट्रा पैग" लें।
    पाटिल ने शनिवार को बेलगावी में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, "मैंने कर्नाटक में आठ अलग-अलग क्षेत्रों में प्रभारी के रूप में काम किया है। बेलगावी में, बड़ी संख्या में महिलाएं भाजपा के समर्थन में सामने आ रही हैं। यही कारण है कि मैं चाहता हूं कि मेरी बड़ी बहन (लक्ष्मी हेब्बालकर) नींद की गोली ले लें। या अच्छी रात की नींद पाने के लिए एक अतिरिक्त पेग लें।"
    कर्नाटक कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि संजय पाटिल ने लक्ष्मी हेब्बालकर पर अपनी टिप्पणी के माध्यम से पूरे महिला समुदाय को "निशाना बनाया और अपमानित" किया है।  कर्नाटक कांग्रेस की तरफ से बयान दिया गया, "जो कोई भी महिलाओं को नीची दृष्टि से देखता है, इसका मतलब है कि उनका पतन शुरू हो गया है। भाजपा और जेडीएस पार्टियों का पतन शुरू हो गया है, इसलिए उनका महिला विरोधी रवैया बढ़ रहा है। कौरवों और रावण की तरह, भाजपा और जेडीएस का भी निश्चित रूप से विनाश होगा।" 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • RJD के 'परिवर्तन पत्र' में 1 करोड़ नौकरियां और 2024 के लिए 24 वचन

    पटना. देश में हो रहे लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से 6 दिन पहले लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है जिसे 'परिवर्तन पत्र' का नाम दिया गया है. इसे पूर्व डिप्टी सीएम और लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने लॉन्च किया. 
    इस परिवर्तन पत्र में सबसे बड़ा दावा सरकारी नौकरियों को लेकर किया गया है. तेजस्वी यादव ने ऐलान किया है कि अगर देश में इंडी एलायंस की सरकार बनेगी तो एक करोड़ लोगों को नौकरी दी जाएगी.
    इसको लेकर तेजस्वी यादव ने कहा, 'अगर हमारा गठबंधन सत्ता में आया तो हम देश भर में एक करोड़ युवाओं को सरकारी नौकरी देंगे, आज बेरोजगारी हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है और बीजेपी के लोगों ने इस बारे में बात नहीं करते हैं, उन्होंने 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था लेकिन हम जो कहते हैं वह करते हैं और 1 करोड़ नौकरियां देंगे.'
    इतना ही नहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि हम पुरानी पेंशन योजना वापस लाएंगे और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाएंगे. उन्होंने बिहार को स्पेशल पैकेज दिलाने का भी परिवर्तन पत्र में वादा किया है.
    प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा पत्र को जारी करते हुए आरजेडी की तरफ से कहा गया, हमने आज परिवर्तन पत्र जारी किया है, हम 2024 के चुनावों के लिए 24 वचन लेकर आए हैं. बिहार के विकास के लिए आज हम जो भी वादा करेंगे उसे पूरा करेंगे.
    आगे कहा गया, जब भी हम कुछ कहते हैं, तो उसका मतलब होता है, हम उस पर अमल करते हैं. हमने 2020 के चुनावों के दौरान उठाए गए अपने मुद्दों को उन 17 महीनों में आगे बढ़ाया, जिनकी हमें अनुमति दी गई थी. हमने 5 लाख सरकारी नौकरियां दीं. कोई अन्य राज्य ऐसी सुविधाओं की योजना नहीं बना सकता.
    पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता  मनोज झा ने कहा कि हमने जाति आधारित सर्वेक्षण किया और आरक्षण का पुनर्गठन किया, हमने ऐसे बदलाव का वादा किया था. हमने आईटी पॉलिसी तैयार की. हमने खिलाड़ियों और एथलीटों के लिए नौकरियां सुनिश्चित कीं. हम 2024 के लिए 24 वचन लेकर आए हैं.
    साभार आज तक 

  • ईरान कभी भी कर सकता है इजरायल पर हमला

    तेहरान।। इस महीने की शुरुआत में दमिश्क में ईरान के दूतावास पर इजरायल ने हमला कर दिया था। इस हमले में दो ईरानी जनरलों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद ईरान गुस्से में है। उसने जवाबी हमले की धमकी दी है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट में भी इस बात का दावा किया गया है कि अगले दो दिन में ईरान इजरायल पर हमला कर सकता है। रिपोर्ट में अमेरिका के खुफिया विभाग के हवाले से ये जानकारी दी गई है। भारत, फ्रांस और रूस सहित देशों ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। 
    इस रिपोर्ट की माने तो हमले अगले 24 से 48 घंटे के भीतर हो सकते हैं। ईरान से जुड़े सूत्रों ने बताया कि हमले की योजना पर चर्चा की जा रही है, हालांकि कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। सीरिया के दमिश्क में ईरानी दूतावास पर हुए इजरायली हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। ईरान ने इजरायल पर हमले की चेतावनी दी है। अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के हवाले ये कहा गया कि इजरायल की सीमाओं के भीतर ये हमला हो सकता है।
    ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई के पास इजरायल हमले से जुड़ी योजना पहुंच चुकी है। हालांकि इस पर उन्होंने कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है। बताया जा रहा है कि उन्हें चिंता है कि हमलों का उल्टा असर हो सकता है। इससे ईरान के रणनीतिक बुनियादी ढ़ांचों पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की जा सकती है। वह हमला किए जाने की स्थिति में राजनीतिक जोखिमों का आकलन कर रहे हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भारतीय पर्यटकों की नारजगी से घबराया मालदीव, भारत में करवाएगा रोड शो

    नई दिल्ली. भारत के साथ रिश्तों को तनावपूर्ण बनाकर मालदीव ने अपने पैरों पर ही कुल्हाड़ी मार ली है. मालदीव में भारतीय सैलानियों की संख्या में आश्चर्यजनक रूप से कमी आ गई है. इसका असर मालदीव की इकोनॉमी पर पड़ रहा है. अब मालदीव की एक बड़ी टूरिज्म संस्था ने भारतीय पर्यटकों को रिझाने के लिए भारत के बड़े शहरों में रोड शो करने का फैसला किया है. ताकि मालदीव को लेकर भारतीय पर्यटकों के बीच धारणा बदली जा सके और उन्हें एक बार फिर से मालदीव भ्रमण के लिए प्रेरित किया जा सके.
    बता दें कि चारों ओर समुद्र से घिरे मालदीव की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार पर्यटन ही है. यहां बड़ी संख्या में भारतीय छुट्टियां मनाने के लिए जाते हैं. लेकिन इस स्थिति में बदलाव तब आया जब राष्ट्रपति मुइज्जू ने अपने चुनावी अभियान में 'इंडिया आउट' का नारा दिया. इसके बाद दोनों देशों के रिश्ते बिगड़ते चले गए. मालदीव ने अपने यहां से भारतीय सैनिकों को भी बाहर निकालने का आदेश जारी कर दिया. ये सैनिक वहां असैन्य कामों में लगए हुए थे.
    इसके कुछ हफ्तों बाद पीएम मोदी ने भारत के लक्षद्वीप से अपनी तस्वीर जारी की. इसके बाद सोशल मीडिया पर लक्षद्वीप और मालदीव की तुलना की जाने लगी. इसके बाद मालदीव के कई मंत्रियों सहित कुछ अधिकारियों ने भारत के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी. 
    इसके बाद मालदीव जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में काफी कमी आई. अब मालदीव इस नुकसान की भरपाई करने के लिए कदम उठा रहा है और भारत से रिश्ते ठीक करने में जुटा है. 
    8 अप्रैल को माले में भारतीय उच्चायुक्त के साथ चर्चा के बाद मालदीव एसोसिएशन ऑफ ट्रैवल एजेंट्स एंड टूर ऑपरेटर्स (MATATO) ने भारत के कई शहरों में रोड शो आयोजित करने सहित यात्रा और पर्यटन सहयोग बढ़ाने की योजना बनाई है.
    साभार आज तक

  • पीएम मोदी ने कहा- ईडी के सिर्फ 3% मामले राजनेताओं के खिलाफ, भ्रष्टाचार का असर पड़ता है पूरे देश के लोगों पर

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार का असर पूरे देश के लोगों पर पड़ता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार को खत्म करना ही उनकी प्राथमिकता है। विरोधियों पर ईडी की कार्रवाई के आरोपों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ईडी, के सिर्फ तीन फीसदी मामले राजनीति से जुड़े लोगों के खिलाफ चल रहे हैं। एक ताजा इंटरव्यू में पीएम मोदी ने विश्वास जाहिर करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगी। अपनी सरकार की पिछले 10 वर्षों की उपलब्धियों में प्रधानमंत्री ने विकास, सामाजिक जनकल्याण और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में किए गए कामों को गिनाया। साथ ही जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और राम मंदिर के निर्माण की उपलब्धियों का भी जिक्र किया। 
    प्रधानमंत्री ने कहा कि 'पिछले 10 वर्षों में उनकी सरकार की प्राथमिकता भ्रष्टाचार को खत्म करना रहा है।' उन्होंने कहा कि 'भ्रष्ट लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर हो, यह देश के लोगों को प्रभावित करता है। ऐसे में जो लोग देश के लोगों की भलाई के लिए खर्च होने वाले पैसे को चुराते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।' प्रधानमंत्री ने कहा कि 'भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई नहीं रुकेगी।' 
    प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान ऐसे समय सामने आया है, जब झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल में बंद हैं। विपक्षी पार्टियां सरकार पर विरोधियों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों को इस्तेमाल करने का आरोप लगा रही हैं। इस पर प्रधानमंत्री ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ईडी के सिर्फ तीन प्रतिशत मामले ही राजनीति से जुड़े हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, 'जिन राज्यों में भाजपा सत्ता में हैं, वहां भी कार्रवाई हो रही है। जो आरोप लग रहे हैं, वो सिर्फ वो लोग लगा रहे हैं, जिन्हें अपने खिलाफ जांच का डर है।' प्रधानमंत्री ने कहा कि 'साल 2014 में हमारी सरकार बनते ही, हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी थी। हमने केंद्रीय भर्ती में ग्रुप सी और ग्रुप डी के साक्षात्कार खत्म किए। हमने देश में क्लीयरेंस के लिए सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया। हमने सरकारी सेवाओं को जहां तक हो सके पारदर्शी बनाने की कोशिश की है।'
    प्रधानमंत्री मोदी ने डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (डीबीटी) यानी कि लोगों के बैंक खातों में सीधे पैसे भेजने के फायदे गिनाते हुए कहा कि 'सरकार को डीबीटी के जरिए 10 करोड़ से ज्यादा फर्जी लाभार्थियों को हटाने में मदद मिली है। सरकार ने इससे 2.75 लाख करोड़ रुपये बचाए हैं, जो गलत हाथों में जा रहे थे।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा 'साल 2014 से पहले ईडी ने पांच हजार करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। वहीं बीते 10 वर्षों में ईडी द्वारा जब्त की गई रकम बढ़कर एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई है। 2014 से पहले ईडी ने 34 लाख रुपये नकद जब्त किए थे, जबकि हमारी सरकार में 2200 करोड़ से ज्यादा की नकदी जब्त की गई है। कल्पना कीजिए, अगर यह पैसा गरीब लोगों के कल्याण के लिए खर्च किया जाता तो इससे कितने लोगों को फायदा होता। युवाओं के लिए कितने अवसर बन सकते थे। कितने नई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट शुरू हो सकते थे।'
    साभार अमर उजाला

  • अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने भारत की जमकर तारीफ की, बोले-  भविष्य देखना है तो भारत आओ

    नई दिल्ली। हाल के दिनों में भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों में कड़वाहट तब देखने को मिली, जब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के फ्रीज खातों को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने सवाल उठाया। अमेरिका ने कहा कि वह भारत में लोकसभा चुनाव 2024 से ऐन पहले विपक्ष के नेताओं और पार्टियों पर हो रहे ऐक्शन के बाद लगातार नजर बनाए हुए है। इस दखलअंदाजी के जवाब में भारत ने अमेरिका को दूर रहने की सलाह दी थी। अब अमेरिका के भारत को लेकर तेवर ढीले पड़ने लगे हैं। अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने भारत की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि अगर कोई दुनिया का भविष्य देखना चाहता है तो उसे यहां आना चाहिए। 
    भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने भारत की विकास यात्रा की सराहना करते हुए कहा है कि अगर कोई "भविष्य देखना" चाहता है, तो उसे यहां आना चाहिए। एक कार्यक्रम में बोलते हुए, उन्होंने कहा, "यदि आप भविष्य देखना चाहते हैं, तो भारत आएं। यदि आप भविष्य को महसूस करना चाहते हैं, तो भारत आएं। यदि आप भविष्य पर काम करना चाहते हैं, तो भारत आएं। मुझे ऐसा करने का बड़ा सौभाग्य मिला है।" 
    दूसरी तरफ अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भी भारत के साथ देश के संबंधों की सराहना करते हुए कहा कि साझेदारी "नई ऊंचाइयों पर चली गई है"। सुलिवन ने अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, ‘‘ब्रिक्स में शामिल देश भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी प्रौद्योगिकी, सुरक्षा और कई अन्य क्षेत्रों में सहयोग के कारण नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई है।’’
    बता दें कि ब्रिक्स दुनिया की तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है। ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात इसके सदस्य हैं।
    सुलिवन से जब पूछा गया कि ईरान, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात और इथियोपिया के ब्रिक्स में शामिल होने और सऊदी अरब के इसका हिस्सा बनने पर विचार करने के मद्देनजर क्या दुनिया में अमेरिकी नेतृत्व की स्थिति कमजोर हो रही है। इसके जवाब में सुलिवन ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अगर आप दुनिया के प्रमुख क्षेत्रों में अमेरिका की भूमिका और उसके संबंधों को देखें, तो हम अपनी स्थिति को देखकर अच्छा महसूस करते हैं।’’
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पीएम मोदी ने जमुई में जनसभा को किया संबोधित, कहा- इंडी गठबंधन, कांग्रेस और राजद पर जमकर बोला हमला

    पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमुई में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान इंडी गठबंधन, कांग्रेस और राजद पर जमकर हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि इंडी गठबंधन के पास न विजन है, न विश्वसनीयता है। दिल्ली में जो लोग एक साथ खड़े होते हैं, अलग-अलग राज्यों वही एक-दूसरे को गाली देते हैं। बिहार में तो आपस में ही सिर फुटव्वल मची है। यह मजबूरी में साथ आए लोग हैं और इनकी मजबूरी का एक ही नाम है- सत्ता का स्वार्थ। इसलिए इनलोगों को सत्ता से दूर रखना जरूरी है। कांग्रेस और राजद को एक भी वोट पाने का हक नहीं है। 
    इंडी गठबंधन इस चुनाव के मैदान में नजर नहीं आ रहे हैं। मैंने जरा पूछताछ कि तो पता चला कि इंडी गठबंधन के वरीष्ठ नेता के गृह में पिछले 15 दिनों से तूफान चल रहा है। वो नेता हठ पकड़ कर बैठे हैं कि जब तक इंडी गठबंधन उन्हें प्रधानमंत्री का उम्मीवार घोषित नहीं करेगा तब तक वह चुनाव प्रचार में नहीं जाएंगे। अब यह हाल है उनका। वह लोग बता नहीं पा रहे हैं कि उनका नेता कौन है? वो लोग अंदर ही अंदर लड़ रहे हैं। इंडी गठबंधन वाले कहते हैं अभी नहीं चुनाव के बाद प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित करेंगे। और, वो नेता कहते हैं कि जब तक मुझे प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित नहीं करोगे तब तक मैं रैली में नहीं जाऊंगा। पीएम इस बयान के बाद सियासत तेज हो गई है। 
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस नेता का आरोप, बीफ खाती हैं कंगना रनौत, बीजेपी ने किा पलटवार

    नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने इस बार बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को भी चुनावी मैदान में उतारा है। उन्हें हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से पार्टी का प्रत्याशी चुना गया है। जब से कंगना चुनाव में उतरी हैं, उनसे जुड़े अपडेट्स सोशल मीडिया पर जबरदस्त सुर्खियां बटोर रहे हैं। पहले कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत का कंगना पर आपत्तिजनक बयान सामने आया। फिर कुछ दिन बाद कंगना ने राहुल गांधी पर निशाना साधा। अब दिग्गज कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया है कि कंगना रनौत बीफ खाती हैं, फिर भी बीजेपी ने उन्हें टिकट दे दिया। इन आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार किया है।
    महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया है कि हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से बीजेपी की लोकसभा उम्मीदवार और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने पिछले दिनों कहा था कि वह बीफ खाती हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेसी नेता ने कहा कि बीजेपी ने रनौत को टिकट दिया, जिन्होंने एक्स पर लिखा था कि उन्हें बीफ पसंद है और वह गोमांस खाती हैं।
    कांग्रेस नेता के आरोपों पर बीजेपी प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने वडेट्टीवार की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि यह कांग्रेस की "गंदी संस्कृति" को दर्शाता है। पीटीआई ने उनके हवाले से कहा, "यह कांग्रेस की गंदी संस्कृति को दर्शाता है। वह मुद्दों पर हमसे नहीं लड़ सकती। यह पार्टी की पराजयवादी मानसिकता को दर्शाता है।"
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भारत ने मालदीव को भेजीं आवश्यक आपूर्ति, मंत्री ने जताया आभार

    नई दिल्ली। केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बार फिर नेबरहुड फर्स्ट और सागर की अपनी नीतियों के प्रति नई दिल्ली की प्रतिबद्धता दोहराई है। दरअसल, भारत और मालदीव के बीच रिश्तों में जमी बर्फ अभी पिघली नहीं हैं। इसके बावजूद भारत ने द्वीप राष्ट्र को जरूरी चीजों का निर्यात करने का फैसला बरकरार रखा है। इस पर मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने भारत का आभार जताया, जिस पर जयशंकर ने नई दिल्ली की नीतियों की प्रतिबद्धता दोहराई।
    मूसा जमीर ने ट्वीट किया, 'मैं मालदीव को वर्ष 2024 और 2025 के दौरान भारत से आवश्यक वस्तुओं का आयात करने में सक्षम करने के लिए कोटा के नवीनीकरण के लिए विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर और भारत सरकार को धन्यवाद देता हूं। भारत का यह कदम दीर्घकालिक मित्रता को दर्शाता है। यह मजबूत द्विपक्षीय रिश्ते की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।' मालदीव के विदेश मंत्री के धन्यवाद का जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा, 'यू आर वेलकम जमीर। भारत अपनी नेबरहुड फर्स्ट और सागर नीतियों के प्रति दृढ़ता से प्रतिबद्ध है।'
    साभार अमर उजाला 

  • भगत सिंह और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बीच केजरीवाल की तस्वीर लगाए जाने पर भगत सिंह के पोते नाराज

    नई दिल्ली। भगत सिंह के पोते युद्धविंदर सिंह ने शहीद-ए-आजम के साथ अरविंद केजरीवाल की तुलना पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह देखकर उन्हें और भगत सिंह के प्रेमियों को बहुत बुरा लगा है। युद्धविंदर सिंह ने आम आदमी पार्टी से भविष्य में ऐसा नहीं करने की अपील की है। उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी करके अपनी प्रतिक्रिया दी है। अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भगत सिंह और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बीच आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल की तस्वीर नजर आई थी।
    दो महापुरुषों के बीच शराब घोटाले के केस में जेल गए केजरीवाल की तस्वीर दिखने पर विवाद खड़ा हो गया। भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। भाजपा ने इसे भगत सिंह और अंबेडकर का अपमान बताया। वहीं, आम आदमी पार्टी ने यह कहकर अपना बचाव किया कि केजरीवाल भगत सिंह की तरह ही तानाशाही के खिलाफ लड़ रहे हैं और इसलिए जेल गए हैं। अब भगत सिंह के पोते ने भी इस तुलना पर नाराजगी जाहिर की है।
    युद्धविंदर सिंह ने एक वीडियो संदेश में कहा, 'यह देखकर बहुत बुरा लगा। आम आदमी पार्टी को इस तरह नहीं करना चाहिए। किसी भी राजनेता को भगत सिंह और अंबेडकर जी के साथ अपनी तुलना नहीं करनी चाहिए। अपनी व्यक्तिगत राजनीति अपनी तरह करें, लेकिन इन महान लोगों से तुलना नहीं करनी चाहिए। हम इनके दिखाए रास्तों पर चलने का प्रयास कर सकते हैं। मुझे पूरे भारतवर्ष से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। भगत सिंह और बाबा साहेब के प्रेमियों को बहुत बुरा लगा है कि उनके साथ अरविंद केजरीवाल जी की तुलना की गई है। भविष्य में आम आदमी पार्टी इससे बचे।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • बैतूल में नामांकन दाखिल करने के लिए सिक्के लेकर पहुंचा प्रत्याशी, गिनते-गिनते थक गए कर्मचारी

    बैतूल. चुनाव के दौरान अजब-गजब नजारे देखने को मिलते हैं. ऐसा ही एक नजारा मध्य प्रदेश के बैतूल में देखने को मिला, जहां एक प्रत्याशी नामांकन दाखिल करने के लिए जमानत राशि के रूप में सिक्के लेकर पहुंच गया. 12 हजार 500 की जमानत राशि जमा करने के लिए प्रत्याशी 9200 के सिक्के पॉलीथिन में लेकर पहुंचा था. बाकी 3300 नोट के रूप में जमा किए. सिक्के देखकर निर्वाचन के कर्मचारी भी हैरान हो गए.
    दरअसल, बारस्कर सुभाष कोरकू बैतूल संसदीय सीट से किसान स्वतंत्र पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने गुरुवार को नामांकन जमा करने की आखिरी तारीख में अपना नामांकन जमा किया. जब सुभाष निर्वाचन कार्यालय में नामांकन दाखिल करने पहुंचे तो उन्हें देखकर सब हैरान रह गए, क्योंकि सुभाष जमानत राशि जमा करने के लिए सिक्के लेकर गए थे. 
    सुभाष का कहना है कि वे मजदूरी का काम करते हैं और घर में थोड़ी-सी खेती है. गरीब परिस्थिति के हैं, लेकिन आदिवासी क्षेत्र की समस्याओं को देखकर चुनाव लड़ रहे हैं. सुभाष का मानना है कि सिस्टम को सुधारने के लिए सिस्टम में जाना पड़ेगा और चुनाव जीतकर ही सिस्टम में पहुंच सकते हैं. पर समस्या यह है कि सुभाष के पास नामांकन जमा करने के लिए जमानत राशि भी नहीं थी. उन्होंने लोगों से सहयोग लेकर जमानत राशि का इंतजाम किया. 
    साभार आज तक

  • केजरीवाल पर दूसरे देशों की टिप्पणी से भड़के जयशंकर, कहा मर्यादा बनाए रखो

    नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर दूसरे देशों की टिप्पणियों को लेकर विदेश मंत्री जयशंकर ने सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भारत के आंतरिक विषयों में बेवजह की टीका-टिप्पणी से बचना चाहिए। दूसरे देशों को अपनी मर्यादा बनाए रखनी चाहिए। इस तरह के किसी भी हस्तक्षेप पर सख्त जवाब मिलेगा। हाल ही के दिनों में दिल्ली शराब घोटाला मामले में केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर अमेरिका, जर्मनी और संयुक्त राष्ट्र के राजनयिकों ने बयान जारी करते हुए भारत पर नजर बनाए रखने की बात कही थी। 
    भारत के आंतरिक मुद्दों पर अंतरराष्ट्रीय समुदायों की ओर से की जा रही टिप्पणियों के खिलाफ भारत ने कड़ा विरोध जताया है। जयशंकर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘किसी ने संयुक्त राष्ट्र के एक व्यक्ति से (केजरीवाल की गिरफ्तारी के बारे में) पूछा, और उन्होंने कुछ जवाब दिया। लेकिन अन्य मामलों में, मैं बहुत स्पष्ट रूप से कहूंगा कि ये पुरानी आदतें हैं, बुरी आदतें हैं।’’जयशंकर ने राष्ट्रों की संप्रभुता का सम्मान करने और एक-दूसरे के घरेलू मामलों में दखल देने से दूर रहने के महत्व पर जोर दिया।
    उन्होंने कहा, ‘‘देशों के बीच एक खास मर्यादा है। हम संप्रभु देश हैं, हमें एक दूसरे के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, हमें एक दूसरे की राजनीति के बारे में टीका-टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।’’ विदेश मंत्री ने कहा कि कुछ शिष्टाचार और परंपराएं होती हैं, जिनका अंतरराष्ट्रीय संबंधों में पालन किया जाना चाहिए। अगर कोई देश भारत की राजनीति पर टिप्पणी करता है तो उन्हें हमसे बहुत कड़ा जवाब मिलेगा और यह हुआ भी है। जयशंकर ने आगे कहा, ‘‘हम विश्व के सभी देशों से आग्रह करते हैं कि दुनिया के बारे में आपके अपने विचार हैं, लेकिन किसी भी देश को खासकर दूसरे देश की राजनीति पर टिप्पणी करने का किसी को अधिकार नहीं है।’’
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • गिरफ्तारी के बाद से 4.5 KG घटा केजरीवाल का वजन

    नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी के मुताबिक तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का वजन तेजी से गिर रहा है. AAP का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद से केजरीवाल का वजन 4.5 KG कम हो गया है और इसे लेकर डॉक्टर्स ने चिंता जताई है. वहीं तिहाड़ जेल प्रशासन ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल जब यहां लाए गए थे तब उनका वजन लगभग 55 किलो था और अब भी उनका वजन 55 किलो है. तिहाड़ प्रशासन के मुताबिक जेल में दिल्ली के मुख्यमंत्री की सेहत ठीक है, उनका शुगर लेवल नॉर्मल है. उन्होंने आज  सुबह भी अपने बैरक में योगा किया, ध्यान लगाया और वॉक भी किया. और जेल के डॉक्टरों ने उनकी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में फिलहाल कोई चिंता नहीं जताई है.
    साभार आज तक 

  • कमलनाथ के करीबी महापौर विक्रम अहाके भी भाजपा में शामिल

    भोपाल। लोकसभा चुनावों में वोटिंग से पहले कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। कांग्रेस और कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा के महापौर विक्रम अहाके भी भाजपा में शामिल हो गए हैं। इससे पहले अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह ने भाजपा का दामन थामा था। इस पर कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ ने उन्हें गद्दार करार दिया। इसे आदिवासी नेता का अपमान बताया गया और इससे आहत होकर ही विक्रम अहाके ने कथित तौर पर भाजपा की सदस्यता ली है। 
    मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सोमवार को छिंदवाड़ा महापौर विक्रम अहाके को भाजपा की सदस्यता दिलाई। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि छिंदवाड़ा में नकुलनाथ के अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह को लेकर दिए बयान से अहाके आहत हैं। शाह आदिवासी वर्ग के बड़े नेता हैं। विक्रम अहाके भी आदिवासी हैं। विक्रम के साथ छिंदवाड़ा नगर निगम में जल विभाग सभापति प्रमोद शर्मा, अनुसूचित जाति विभाग जिला अध्यक्ष सिद्धांत थनेसर, पूर्व एनएसयूआई जिला अध्यक्ष आशीष साहू, पूर्व एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष धीरज राऊत, पूर्व एनएसयूआई जिला कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य उपाध्याय, पूर्व एनएसयूआई विधानसभा अध्यक्ष सुमित दुबे भी भाजपा में शामिल हुए। 
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि छिंदवाड़ा में कमलनाथ जी ने बहुत गड़बड़ की है। नकुलनाथ जी ने आदिवासी अंचल का अपमान किया था। उन्होंने विधायक कमलेश शाह को बेइमान और गद्दार कहकर आदिवासी वर्ग का अपमान किया। इसी बात से आहत होकर विक्रम अहाके ने कहा कि मुझे उस पार्टी में नहीं रहना, जहां आदिवासी वर्ग का अपमान होता है। उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली है। हम छिंदवाड़ा के विकास में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे। इस अवसर र विक्रम अहाके ने कहा कि देश और प्रदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। छिंदवाड़ा में इस बार कमल का फूल ही खिलेगा। 
    साभार अमर उजाला 

  • कल हिमाद्री सिंह के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मांगेंगे वोट

    शहडोल। लोकसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय नेता मैदान में उतर रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दो अप्रैल को शहडोल दौरे पर रहेंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष मंगलवार को दोपहर दो बजे शहडोल पहुंचेंगे। एक घंटा 40 मिनट शहडोल में रहेंगे। भाजपा कार्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक के साथ शहर के हृदय स्थल गांधी चौक में जनसभा को संबोधित करेंगे।
    नड्डा 3:40 बजे शहडोल से जबलपुर के लिए हेलीकॉप्टर से रवाना हो जाएंगे। भाजपा ने इस कार्यक्रम को लेकर खास तैयारियां शुरू कर दी हैं। शहडोल संसदीय क्षेत्र की बीजेपी प्रत्याशी के हिमाद्री सिंह के समर्थन में न्यू गांधी चौक में विशाल आम जन सभा को संबोधित करेंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद जेपी नड्डा का शहडोल में यह पहला दौरा है। इसे भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय पदाधिकारी जोर-शोर से तैयारी में जुटे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • PM मोदी ने कच्चाथीवू मुद्दे पर कांग्रेस के साथ अब DMK को भी लपेटा

    नई दिल्ली। कांग्रेस की इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार ने 1974 में श्रीलंका से एक समझौता किया था। इसके तहत कच्चाथीवू द्वीप पर भारत ने अपना दावा छोड़ दिया था और उसे श्रीलंका का हिस्सा मान लिया था। इस मामले पर रविवार को जब एक रिपोर्ट छपी तो पीएम नरेंद्र मोदी ने उस मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस पर हमला बोल दिया। यही नहीं उन्होंने कहा कि यह आंख खोलने वाली जानकारी है। कैसे कांग्रेस ने देश के एक हिस्से कच्चाथीवू को श्रीलंका को दे दिया। इस बात से हर भारतीय के मन में गुस्सा है और यह यकीन और बढ़ गया है कि कांग्रेस पर भरोसा नहीं कर सकते। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस 75 सालों से देश की अखंडता और एकता से खिलवाड़ करती आ रही है। 
    यही नहीं सोमवार को एक बार फिर पीएम मोदी ने यह मसला उठाया और कांग्रेस के अलावा तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके को भी घेरा है। पीएम मोदी ने कहा, 'विवाद उठाना अलग बात है, लेकिन तमिलनाडु के हितों की रक्षा के लिए डीएमके ने कभी कुछ नहीं किया। कच्चाथीवू द्वीप पर सामने आई नई जानकारी ने तमिलनाडु को लेकर डीएमके के दोहरे रवैये को उजागर किया है। कांग्रेस और डीएमके परिवार की यूनिट हैं। ये लोग सिर्फ अपने बेटों और बेटियों की ही परवाह करते हैं। इसके अलावा उन्हें किसी की परवाह नहीं है। कच्चाथीवू द्वीप को लेकर उनके रवैये ने हमारे गरीब मछुआरे भाई-बहनों का नुकसान किया है।'
    दरअसल रिपोर्ट में यह खुलासा भी किया गया है कि इंदिरा गांधी सरकार ने कच्चाथीवू द्वीप को श्रीलंका के हाथों में देने से पहले करुणानिधि की भी सहमति ली थी। यही वजह है कि पीएम मोदी ने कांग्रेस के बाद अब डीएमके पर भी निशाना साधा है। हालांकि डीएमके के ही एक तत्कालीन सांसद इरा सेझियान ने इस पर सवाल उठाया था। 
    उन्होंने कहा था, 'यह समझौता हमारे देश के हितों के खिलाफ जाता है। यह तो पूरी तरह से ऐसा फैसला है, जिसके तहत हम अपने ही एक हिस्से को दूसरे को ट्रांसफर कर रहे हैं। यह फैसला अपवित्र और अपमानजनक है। हम साफ करना चाहते हैं कि विदेश मंत्री के बयान से हमारा कोई संबंध नहीं है, जिसके तहत वह कच्चाथीवू द्वीप को श्रीलंका को सौंपने की बात कर रहे हैं।' बता दें कि तमिलनाडु में भी भाजपा इस बार लोकसभा चुनाव से पहले काफी सक्रिय है। ऐसे में इस मुद्दे ने भाजपा को नया मसला दे दिया है। यही वजह है कि पीएम मोदी ने कांग्रेस के अलावा डीएमके को भी निशाने पर लिया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अमेरिका में पीएम मोदी के समर्थन में सिखों की कार रैली में गूंजा 'अबकी बार 400 पार'

    नई दिल्ली। भारत में बढ़ रहे चुनावी तापमान का असर सात समंदर पार भी नजर आ रहा है। खबर है कि अमेरिका में सिख समुदाय ने भारतीय जनता पार्टी के समर्थन में एक रैली का आयोजन किया था। आयोजन में शामिल गाड़ियां भी भाजपा के '400 पार' के नारे का समर्थन करती हुईं नजर आ रही हैं। भारत निर्वाचन आयोग यानी ECI की तरफ से चुनाव कार्यक्रम का ऐलान कर दिया गया है। 4 जून को नतीजे घोषित होंगे।
    समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, मैरीलेंड में अमेरिकी सिखों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में एक कार रैली का आयोजन किया था। 31 मार्च को हुए  इस आयोजन में लोगों ने कारों में भाजपा का झंडा और अमेरिका का राष्ट्रीय ध्वज लगाया था। साथ ही 'अबकी बार 400 पार' और 'तीसरी बार मोदी सरकार' जैसे नारे लिखे हुए थे। 
    2014 और 2019 में स्पष्ट बहुमत से जीत के बाद भाजपा की अगुवाई वाली NDA यानी नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस 2024 में 400 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। वहीं, भाजपा 370 से ज्यादा सीटें जीतने की कोशिश में लगी हुई है। 2014 में भाजपा ने लोकसभा की 543 सीटों में से 282 सीटें अपने नाम की थीं। वहीं, 2019 में पार्टी को 303 सीटें मिली थीं।
    नागपुर स्थित अपने आवास पर 'पीटीआई-भाषा' के साथ साक्षात्कार में गडकरी ने कहा कि उनके मन में इस बात को लेकर 'कोई संदेह नहीं' है कि भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) 400 सीट के आंकड़े को पार करेगा। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में सरकार द्वारा किए गए ठोस कार्यों के कारण मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 12 दिन में ही कांग्रेस से मोहभंग, पप्पू यादव ने 4 अप्रैल को नामांकन का किया ऐलान

    पूर्णिया. बिहार का पूर्णिया इस समय हॉट लोकसभा सीट बना हुआ है. पूर्णिया सीट आरजेडी के खाते में जाने के बाद जिले के बाहुबली नेता पप्पू यादव का सिर्फ 12 दिनों में ही कांग्रेस से मोहभंग हो गया और वो अब आर-पार के मूड में आ गए हैं. 
    पप्पू यादव ने 20 मार्च को अपनी पार्टी का विलय करते हुए कांग्रेस ज्वाइन कर लिया था. अब कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के बाद भी उन्होंने पूर्णिया से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) द्वारा बीमा भारती को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद पप्पू यादव ने भी 4 अप्रैल को नामांकन करने करने का फैसला कर लिया है. पप्पू यादव ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी है. पप्पू यादव ने अपने पोस्ट में लिखा है,  'देश भर में फैले पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र के साथी मेरे जन नामांकन में शामिल होना चाहते हैं, उनकी सुविधा के लिए पूर्णिया की महान जनता द्वारा प्रस्तावित नामांकन तिथि 2 अप्रैल की जगह 4 अप्रैल हो गया है. आप सब इसमें शामिल हो, आशीष दें. बता दें कि पूर्णिया में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को वोटिंग होगी जिसके लिए 4 अप्रैल नामांकन की आखिरी तारीख है.
    इसके अलावा लालू यादव ने बीमा भारती को पूर्णिया सीट से उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर भी लालू यादव से पुनर्विचार करने का आग्रह किया है. पप्पू यादव ने इसको लेकर अपने पोस्ट में लिखा,  बिहार में INDIA गठबंधन  के बड़े भाई राज़द के प्रमुख आदरणीय लालू जी से पुनः आग्रह है कि वह गठबंधन हित में पूर्णिया सीट पर पुनर्विचार करें, कांग्रेस के लिए छोड़ दें!
    बता दें कि रविवार को पूर्णिया में जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक में भी पप्पू यादव नहीं पहुंचे थे जबकि वहां बीमा भारती का भव्य स्वागत किया गया था. कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने कहा था कि वो गठबंधन धर्म के तहत बीमा भारती को पूरा समर्थन देंगे और उन्हें जिताने के लिए मेहनत करेंगे.
    साभार आज तक 

  • पीएम मोदी ने कच्चातिवू द्वीप श्रीलंका को सौंपने के फैसले को लेकर कांग्रेस पर साधा निशाना

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कच्चातिवू द्वीप श्रीलंका को सौंपने के फैसले को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और पार्टी पर देश की अखंडता और हितों को 'कमजोर' करने का आरोप लगाया. पीएम मोदी की यह प्रतिक्रिया सूचना के अधिकार (RTI) रिपोर्ट के बाद आई है, जिसमें खुलासा हुआ है कि कैसे तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने 1974 में कच्चातिवु द्वीप श्रीलंका को सौंप दिया था. 
    आरटीआई रिपोर्ट को 'आंखें खोलने वाली और चौंकाने वाली' बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस कदम से लोग 'नाराज' हैं और 'कांग्रेस पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता.'
    पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि आंखें खोलने वाली और चौंका देने वाली! नए तथ्यों से पता चलता है कि कैसे कांग्रेस ने बेरहमी से कच्चाथीवू को श्रीलंका को दे दिया. इससे हर भारतीय नाराज है और लोगों के मन में यह बात आई है कि हम कभी भी कांग्रेस पर भरोसा नहीं कर सकते! भारत की एकता, अखंडता और हितों को कमजोर करना कांग्रेस का काम करने का तरीका रहा है.
    कच्चाथीवू द्वीप वह स्थान है, जहां तमिलनाडु के रामेश्वरम जैसे जिलों के मछुआरे जाते हैं क्योंकि भारतीय जल में मछलियां खत्म हो गई हैं. मछुआरे द्वीप तक पहुंचने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (IMBL) पार करते हैं लेकिन श्रीलंकाई नौसेना द्वारा हिरासत में ले लिए जाते हैं.
    बता दें कि यह रिपोर्ट तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई द्वारा 1974 में पाक जलडमरूमध्य के क्षेत्र को पड़ोसी देश श्रीलंका को सौंपने के तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार के फैसले पर मिले एक आरटीआई जवाब पर आधारित है. रिपोर्ट में इस मुद्दे पर प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की टिप्पणियों का भी हवाला दिया गया है. 
    साभार आज तक 

  • दिल्ली में 'INDIA' गठबंधन की आज रैली, सीएम का संदेश पढ़ेंगी अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली में 'INDIA' गठबंधन की आज रैली हो रही है। केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल रामलीला मैदान में रैली में शामिल होंगी। रैली में सीएम केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल सीएम केजरीवाल का संदेश पढ़ेंगी। आप पार्टी ने दावा किया है कि ईडी कस्टडी से अरविंद केजरीवाल ने देश के लिए संदेश दिया है। जिसको उनकी पत्नी पूरे देश के सामने पढ़ेंगी।
    आप मंत्री आतिशी ने कहा, 'सुबह के 10 बजे हैं और लोग पहले से ही बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए हैं। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में देशभर से लोग आ गए हैं। दिल्ली की जनता जानती है कि अरविंद केजरीवाल ने उनकी जिंदगी बदल दी है। वे गिरफ्तार हैं, फिर भी उन्हें दिल्ली की चिंता है और उनके लिए संदेश भेज रहे हैं।'
    आप मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, ''हम दिल्ली की सड़कों पर निकले और हमने देखा कि लोगों में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ गुस्सा है। लोगों को ये पसंद नहीं आया कि एक सीएम को जेल हो। दिल्ली के रामलीला मैदान में आज अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ महारैली का आयोजन किया जा रहा है। INDIA गठबंधन की सभी पार्टियां और उनके नेता इसमें हिस्सा लेंगे। देश में एक बड़ा संदेश जाएगा और यह भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।'
    आप नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। जो भी भाजपा सरकार के खिलाफ बोलता है या देश में विकल्प की बात करता है, उसे किसी भी फर्जी मामले में गिरफ्तार कर लिया जा रहा है। पूरा देश इसके खिलाफ इकट्ठा हुआ है। हम सब यह बताने के लिए इकट्ठा हुए हैं कि देश संविधान के हिसाब से चलेगा, न कि 'वसूली गैंग' के हिसाब से।
    साभार अमर उजाला

  • उत्तरप्रदेश में पल्लवी पटेल ने असदुद्दीन ओवैसी के साथ किया गठबंधन

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के लिए अब एक नई मुश्किल खड़ी हो सकती है. पल्लवी पटेल ने सपा के वोट बैंक में सेंध लगाने की मानो पूरी तैयारी कर ली है. उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी के साथ गठबंधन किया है. इससे साफ है कि पल्लवी पटेल ने अखिलेश यादव के 'पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक' अभियान का जवाब 'पिछड़ा, दलित और मुस्लिम' को एक मंच पर लाकर देंगी.
    पल्लवी पटेल की पार्टी अपना दल (कमेरावादी) और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया है. पल्लवी पटेल और ओवैसी के बीच इसको लेकर मीटिंग भी हुई है. दोनों नेताओं की तस्वीर भी सामने आई. पल्लवी पटेल के साथ उनके पति पंकज निरंजन भी मौजूद रहे.
    2024 का लोकसभा चुनाव पल्लवी पटेल समाजवादी पार्टी के साथ ही मिलकर लड़ना चाहती थीं. वह फूलपुर, मिर्जापुर और कौशांबी जैसी सीटों की उम्मीद कर रही थीं, लेकिन माना जाता है कि अखिलेश यादव ने मिर्जापुर सीट पर उम्मीदवार उतारकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया था. फरवरी महीने में ही दोनों दलों के बीच मतभेद देखे गए थे, जब पल्लवी पटेल ने राज्यसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान से यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि अखिलेश यादव ने अपने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूले को नजरअंदाज किया है.
    साभार आज तक 

  • कांग्रेस दावेदारी वाली सीटों पर उद्धव गुट ने घोषित किया उम्मीदवार

    मुंबई. महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) ने बुधवार को 16 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिया. घोषित सीटों में कई सीटें ऐसी हैं जिन पर कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारना चाहती थी, लेकिन इन पर उद्धव की शिवसेना ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. जिनमें सांगली और मुंबई दक्षिण मध्य लोकसभा सीट है. उद्धव ठाकरे UBT ने मुंबई दक्षिण मध्य लोकसभा सीट से अनिल देसाई के नाम की घोषणा की है. कांग्रेस इस सीट से वर्षा गायकवाड़ को चाहती थी. संजय राउत ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है.
    पार्टी ने बुलढाणा से नरेंद्र खेडेकर, यवतमाळ-वाशिम से संजय देशमुख, मावळ से संजोग वाघेरे पाटील, सांगली से चंद्रहार पाटील, हिंगोली से नागेश पाटील आष्टीकर, संभाजीनगर से चंद्रकांत खैरे, धारशीव से ओमराजे निंबाळकर, शिर्डी से भाऊसाहेब वाघचौरे, नाशिक से राजाभाऊ वाजे, रायगड से अनंत गीते, सिंधुदुर्ग रत्नागिरी से विनायक राऊत, ठाणे से राजन विचारे, मुंबई ईशान्य से संजय दिना पाटील, मुंबई दक्षिण से अरविंद सावंत, मुंबई वायव्य से अमोल कीर्तिकर और परभणी सीट से संजय जाधव को टिकट दिया है.
    बता दें कि बहुजन अघाड़ी प्रमुख प्रकाश आंबेडकर पहले से ही नाराज चल रहे हैं. हाल ही में उन्होंने कहा कि उद्धव शिवसेना के साथ गठबंधन अब अस्तित्व में नहीं है. MVA कल सीटों की घोषणा करती उससे पहले ही आज उद्धव गुट ने कर दिया.
    साभार आज तक 

  • सीएम मोहन यादव बोले, दिग्विजय सिंह बिजली-सड़क के दुश्मन, केवल सांसद बनने का है शौक

    गुना। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन सिंह यादव ने मंगलवार को राजगढ़ लोकसभा और गुना जिले बीनागंज कस्बे में नारी शक्ति सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने भाजपा की बड़ी जीत के दावे भी किए। 
    बता दें कि राजगढ़ में आयोजित गुना में नारी शक्ति सम्मेलन में शामिल हुए थे। नारी शक्ति सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम ने भारतीय जनता पार्टी और इससे मिलते-जुलते नामों से बनी पार्टियों के बीच अंतर बताया। मध्यप्रदेश के सीएम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश की जड़ों से जुड़ी पार्टी है। हम नारियों का सम्मान करते हैं। 
    कार्यक्रम के बाद डॉ. मोहन सिंह यादव ने राजगढ़ संसदीय क्षेत्र में दिग्विजय सिंह जैसे कद्दावर नेता के सामने भाजपा की स्थिति को लेकर दावा किया कि सिर्फ राजगढ़ क्षेत्र में ही नहीं बल्कि पूरे देश में मोदी लहर चल रही है। भाजपा राजगढ़ जरूर जीतेगी। उन्होंने चम्बल-पार्वती सिंध परियोजना को इलाके की महत्वाकांक्षी योजना बताते हुए दावा किया कि इससे किसानों को लाभ मिला है। मुख्यमंत्री ने परियोजना को पूरे जिले में प्रसारित करने का दावा किया। 
    मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि भाजपा के रोडमल नागर जबरदस्त प्रत्याशी हैं और दिग्विजय सिंह जबरदस्ती के प्रत्याशी हैं. भगवान राम के खिलाफ बोलते हुए दिग्विजय सिंह की जुबान क्यों नहीं सूख गई ..इनके खून में क्या है! दिग्विजय सिंह को पानी-बिजली-सड़क का दुश्मन बताते हुए कहा कि उन्हें केवल सांसद बनने का शौक है. लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में भोपाल से 4 लाख से अधिक वोट से चुनाव हारे थे। 
    साभार अमर उजाला

  • सांसद रंजनबेन भट्ट ने वडोदरा से किया चुनाव लड़ने से इनकार

    वडोदरा। गुजरात के वडोदरा में बीजेपी में सबकुछ ठीक नजर  नहीं आ रहा। यहां से बीजेपी की मौजूदा सांसद रंजनबेन भट्ट ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। लोकसभा चुनावों के लिए इस सीट से तीसरी बार रंजनबेन भट्ट को टिकट दिया गया था लेकिन अब उन्होंने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है। रंजनबेन भट्ट पिछले 2 बार से यहां से सांसद हैं।  
    दरअसल हाल ही में यहां से बीजेपी विधायक केतन इनामदार ने इस्तीफा देने के बाद वापस ले लिया था। इसके बाद से ही रंजनबेन के खिलाफ पोस्टर वॉर सामने आया था। साल 2014 में पीएम मोदी ने इस सीट से बंपर जीत हासिल की थी। इसके बाद उपचुनाव हुए तो रंजनबेन को मौका दिया गया और उन्होंने भी इस सीट से जीत हासिल की। इसके बाद 2019 में भी रंजनबेन को टिकट दिया गया और उन्होंने रिकॉर्ड अंतर से जीत हासिल की। इस बार बीजेपी ने लगातार तीसरी बार रंजनबेन को वडोदरा से टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा था। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अरविंद केजरीवाल की दिल्ली हाई कोर्ट में नई याचिका में मांग,  ईडी को 'कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं' करने का निर्देश दिया जाए

    नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली हाई कोर्ट में नई याचिका दायर की है. केजरीवाल के द्वारा दायर की गई ताजी याचिका में हाई कोर्ट से मांग की गई है कि ईडी को 'कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं' करने का निर्देश दिया जाए. सीएम केजरीवाल ने उच्च न्यायलय से कहा कि ईडी को अदालत के समक्ष यह आश्वासन देना चाहिए कि अगर मैं समन का पालन करता हूं, तो मेरे खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी. 
    मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने 9वीं बार समन भेजते हुए 21 मार्च यानी आज बुलाया था. पूछताछ से पहले उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया और कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं किए जाने की मांग की है. इससे पहले भेजे गए समन पर पेश नहीं होने के मामले में उन्हें शनिवार को ही दिल्ली की एक अदालत से जमानत मिली है.
    दिल्ली एक्साइज पॉलिसी मामले में गिरफ्तारी की आशंका के चलते केजरीवाल ने दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. उन्होंने कहा कि वो ईडी के सामने पेश होने के लिए तैयार हैं, अगर ईडी यह आश्वासन दे कि वे उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा. 
    अरविंद केजरीवाल पर बीजेपी नेता हरीश खुराना ने कहा कि दिल्ली के सीएम फिर से ईडी के समन से बच रहे हैं. (अरविंद केजरीवाल) आप सरकार से क्यों भाग रहे हैं, यह तो आप ही जानते हैं. आप कानून का अपमान कर रहे हैं. आप नहीं कानून ऊपर है. कृपया कानून और व्यवस्था का सम्मान करें. जिस तरह से आप भाग रहे हैं, उससे साफ पता चलता है कि आप कुछ छिपा रहे हैं.
    मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को केंद्रीय एजेंसी ने पहला समन 2 नवंबर 2023 को भेजा था लेकिन वह पेश नहीं हुए. इसके बाद एजेंसी ने उन्हें 21 नवंबर, 3 जनवरी, 18 जनवरी, 2 फरवरी, 19 फरवरी, 26 फरवरी, 4 मार्च और 17 मार्च को समन भेजा था. सीएम केजरीवाल किसी भी समन पर पेश नहीं हुए और केंद्र सरकार पर एजेंसी के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया. आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री का दावा है कि केंद्रीय एजेंसी ईडी उन्हें गिरफ्तार करना चाहती है.
    साभार आज तक 

  • कल लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान : चुनाव आयोग

    नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने बताया है कि कल लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया जाएगा। चुनाव आयोग ने बताया कि आम चुनाव के साथ ही कुछ राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान शनिवार दोपहर करीब 3 बजे किया जाएगा। चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस की आयोग के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी। इससे पहले चुनाव आयोग की आज बैठक हुई, जिसमें चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की गई। 
    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार से गांधीनगर लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। भाजपा ने गांधीनगर लोकसभा सीट पर अमित शाह को फिर से उम्मीदवार बनाया है। प्रचार अभियान की शुरुआत करने से पहले अमित शाह ने आज सुबह अहमदाबाद के हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना की। इस दौरान उनके साथ गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे। इसके बाद अमित शाह ने सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि वे हर मतदाता के पास जाएं और ये सुनिश्चित करें कि वे भाजपा को वोट देने के लिए बूथ जरूर आएं। अमित शाह ने 2019 में गांधीनगर लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की थी। 2019 में अमित शाह ने कांग्रेस उम्मीदवार सीजे चावड़ा को 5 लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। 
    ओडिशा में सत्ताधारी बीजू जनता दल ने चुनाव तैयारियों की समीक्षा की। बीजद के उपाध्यक्ष देबी प्रसाद मिश्रा ने ओडिशा सीएम और बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक के साथ आज बैठक की। बैठक में चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की गई। देबी प्रसाद मिश्रा ने कहा कि सीएम पटनायक ने बैठक के दौरान पार्टी पर्यवेक्षकों को कुछ सुझाव दिए हैं। 
    आम चुनाव की तारीखों का एलान होते ही देश में चुनावी आचार संहिता लागू हो जाएगी। बुधवार को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जम्मू कश्मीर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। राजनीतिक दलों ने जम्मू कश्मीर में लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव कराने की मांग की।
    साभार अमर उजाला

  • केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने सीएम से अनुरोध कर गुना में खुलवाया कृषि महाविद्यालय

    गुना। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुना लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी बनते ही अपनी ताकत दिखाना शुरू कर दिया है। कुछ समय से गुना में कृषि महाविद्यालय की मांग चल रही थी, इसके लिए सिंधिया ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर अनुरोध किया था। मुख्यमंत्री ने फरवरी में स्वीकृति दी थी और 14 मार्च को इसका शुभारंभ कर जनता को समर्पित कर दिया गया।
    केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया चार बार गुना से सांसद रह चुके हैं और 2024 लोकसभा चुनाव में गुना क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी हैं। उन्होंने इस क्षेत्र के विकास के लिए लगातार काम किया है। बीते कुछ दिनों में 7 मुख्य ट्रेनों का स्टॉपेज भी क्षेत्र के रेलवे स्टेशन पर करवाया है। 15 मार्च को वह शिवपुरी में रेलवे ओवर ब्रिज का शिलान्यास भी करेंगे, जिससे जनता को बहुत लाभ पहुंचेगा।
    साभार अमर उजाला

  • अमित शाह की दो-टूक... CAA कभी वापस नहीं होगा, मुस्लिमों के खिलाफ नहीं...

    नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 (CAA) पर विपक्षी दलों के इसके मुसलमानों के खिलाफ बताने पर पलटवार किया है। शाह ने कहा कि ये कानून वैसे लोगों के लिए है जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में अल्पसंख्यक थे और उनपर अत्याचार हुआ है। उनका धर्म परिवर्तन कराया जाता है। उनकी महिलाओं का अपमान किया जाता है। गृह मंत्री ने कहा कि खुद कांग्रेस ने नेताओं ने आजादी के वक्त सैकड़ों भाषणों में कहते थे कि अभी मार-काट चल रही है, अभी जो जहां है वहां रह जाइए बाद में जब कभी भारत में आएंगे आपका स्वागत होगा। शाह ने कहा कि लेकिन बाद में तुष्टीकरण की राजनीति शुरू हो गई।
    शाह ने कहा कि क्या शरणार्थियों को नागरिकता मिलनी चाहिए या नहीं? उन्होंने कहा कि आप इस कानून को अलग तरीके से नहीं देख सकते हैं। 15 अगस्त 1947 को देश का बंटवारा हो गया। देश तीन हिस्सों में बंट गया। लेकिन भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने हमेशा विभाजन का विरोध किया। इस देश का विभाजन धर्म के आधार पर होना ही नहीं चाहिए था। जब धर्म के आधार पर आप विभाजन करते हो और वहां जो अल्पसंख्यक हैं, उनलोगों पर ढेर सारे अत्याचार होते हैं, उनका धर्म परिवर्तन कराया जाता है, उनकी महिलाओं को अपमानित किया जाता है। वो मां, बहन, बेटी के लिए शरण में भारत में आते हैं तो क्या उनको नागरिकता का अधिकार है या नहीं?
    शाह ने ANI के साथ इंटरव्यू में कहा कि कांग्रेस के नेताओं के सैकड़ों भाषण के बाद भी कभी इन तीन देशों में रह रहे अल्पसंख्यकों को नागरिकता नहीं दी गई। क्योंकि बाद में चुनावी राजनीति चालू हो गई। वोट बैंक की राजनीति चालू हो गई। तुष्टीकरण के कारण कांग्रेस पार्टी ने वो वादा कभी पूरा नहीं किया जो आज पीएम नरेंद्र मोदी पूरा कर रहे हैं।
    साभार नवभारत टाइम्स

     

  • BJP की नई लिस्ट से गुजरात के चार सांसदों समेत एक केंद्रीय मंत्री का भी पत्ता साफ

    अहमदाबाद। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बुधवार को लोकसभा चुनावों के लिए 72 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की है। इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के गृह राज्य गुजरात में भी भूचाल आ गया है। पार्टी ने एक केंद्रीय मंत्री समेत कुल पांच मौजूदा सांसदों का टिकट काट दिया है। पार्टी ने राज्य के लिए कल सात उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की, जिसमें रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश समेत पांच मौजूदा सांसदों को हटाकर उनकी जगह नए चेहरों को प्रत्याशी बनाया गया है। 
    इससे पहले भाजपा ने दो मार्च को गुजरात की 15 लोकसभा सीटों समेत 195 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए थे। अब नई दिल्ली में 72 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी होने के बाद गुजरात की शेष चार सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा होनी बाकी रह गई है। 2019 के चुनावों में भाजपा ने राज्य की सभी सीटों पर जीत हासिल की थी। गुजरात में लोकसभा की 26 सीटें हैं। 
    नई लिस्ट में पार्टी ने मोदी सरकार में रेल राज्यमंत्री और तीन बार की सांसद जरदोश का पत्ता साफ करते हुए उनकी जगह सूरत लोकसभा सीट से मुकेश दलाल को उम्मीदवार बनाया है। 63 वर्षीय दलाल भाजपा शासित सूरत नगर निगम की स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष थे और फिलहाल पार्टी की सूरत शहर इकाई के महासचिव हैं।
    रेल राज्यमंत्री के अलावा जिन चार अन्य मौजूदा सांसदों का टिकट काटा गया है, उनमें साबरकांठा के दीपसिंह राठौड़, वलसाड के केसी पटेल, भावनगर की भारतीबेन शियाल और छोटा उदयपुर की गीताबेन राठवा शामिल हैं। जिन दो मौजूदा सांसदों को पार्टी ने फिर से उम्मीदवार बनाया है, उनमें वडोदरा की रंजनबेन भट्ट और अहमदाबाद-पूर्व के हसमुख पटेल शामिल हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 'एक देश, एक चुनाव'....  कमेटी ने द्रौपदी मुर्मू को सौंपी रिपोर्ट

    नई दिल्ली। 'वन नेशन, वन इलेक्शन' को लेकर गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दी है। देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस कमेटी का नेतृत्व कर रहे हैं। इसमें देश के गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हैं। 18626 पृष्ठों वाली इस रिपोर्ट को तैयार करने में करीब सात महीना का समय लगा है।
    सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद कमेटी ने पाया कि भारत की आजादी के पहले दो दशकों के बाद एक साथ चुनाव नहीं होने के कारण अर्थव्यवस्था, राजनीति और समाज पर हानिकारक प्रभाव पड़ा है। प्रारंभ में हर दस साल में दो चुनाव होते थे। अब हर साल कई चुनाव होने लगे हैं। इससे सरकार, व्यवसायों, श्रमिकों, न्यायालयों, राजनीतिक दलों, चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों और बड़े पैमाने पर नागरिकों पर भारी बोझ पड़ता है। इसलिए, समिति सिफारिश करती है कि सरकार को एक साथ चुनावों के चक्र को बहाल करने के लिए कानूनी रूप से तंत्र विकसित करना चाहिए।
    समिति की सिफारिशों के मुताबिक, पहले चरण में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराए जाएंगे। दूसरे चरण में नगर पालिकाओं और पंचायतों के चुनाव को भी इन दोनों चुनावों के साथ कराया जाए।
    कमेटी ने इस बात की भी सिफारिश की है कि लोकसभा, विधानसभा, नगर पालिकाओं और पंचायतों के चुनावों के लिए एक जैसी मतदाता सूची और पहचान पत्र की व्यवस्था की जानी चाहिए। इसके लिए अनुच्छेद 325 को संशोधित किया जा सकता है। भारत निर्वाचन आयोग राज्य निर्वाचन आयोग के परामर्श से मतदाता सूची और फोटो पहचान पत्र बनाएगा। इसके तहत तैयार की गई मतदाता सूची और निर्वाचक का फोटो पहचान पत्र अनुच्छेद 325 के तहत चुनाव आयोग या राज्य चुनाव आयोग द्वारा पहले से तैयार किए गए किसी भी मतदाता सूची और फोटो पहचान पत्र का स्थान लेगा। 
    कमेटी ने 'एक देश, एक चुनाव' की पैरवी करते हुए केशवानंद भारती बनाम केरल सरकार केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र किया है। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था, “समाज को बंधन में बांधे रहना संभव नहीं है। समाज बढ़ता है। उसकी आवश्यकताएं बदलती हैं। उन आवश्यकताओं के अनुरूप संविधान और कानूनों को बदलना पड़ सकता है। कोई भी एक पीढ़ी आने वाली पीढ़ी को बांध नहीं सकती है। इसलिए बुद्धिमानी से तैयार किया गया प्रत्येक संविधान अपने स्वयं के संशोधन का प्रावधान करता है।''


    कमेटी ने कहा कि विचार-विमर्श के बाद हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि हमारी सिफारिशों से पारदर्शिता, समावेशिता, सहजता और मतदाताओं का विश्वास काफी बढ़ जाएगा। एक साथ चुनाव कराने के लिए जबरदस्त समर्थन मिलने की उम्मीद है। विकास प्रक्रिया और सामाजिक एकजुटता को भी बल मिलेगा। लोकतांत्रिक व्यवस्था की नींव को गहराई मिलेगी। भारत की आकांक्षाएं भी साकार होंगी।

    केंद्र सरकार द्वारा गठित इस कमेटी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद, 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह और पूर्व लोकसभा महासचिव सुभाष कश्यप भी शामिल हैं।
    भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने एक साथ चुनाव कराने के लिए अपना समर्थन दिया है। वहीं, कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों- DMK, NCP और TMC ने इसका विरोध किया है। BJD और AIADMK इसके समर्थन में हैं।  रिपोर्ट में निर्वाचन आयोग, विधि आयोग और कानूनी विशेषज्ञों की राय भी शामिल है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एक साथ चुनाव कराना जनहित में होगा। इससे आर्थिक विकास तेज होगा और महंगाई नियंत्रित होगी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • PM मोदी 10 नई वंदे भारत ट्रेनों को आज दिखाएंगे हरी झंडी

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात दौरे पर हैं. पहले पीएम मोदी अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचेंगे. यहां से वे अहमदाबाद में साबरमती डीकेबिन स्थित DFC के ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर का दौरा करेंगे. पीएम मोदी 85 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की करीब 6 हजार रेलवे परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. प्रधानमंत्री 10 नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे. इसमें पश्चिम रेलवे की अहमदाबाद-मुंबई सेंट्रल वंदे भारत एक्सएप्रेस ट्रेन शामिल. प्रधानमंत्री चार वंदे भारत ट्रेनों के विस्तार को भी हरी झंडी दिखाएंगे, जिसमें से अहमदाबाद-जामनगर वंदे भारत एक्सरप्रेस को ओखा तक विस्तारित हरी झंडी दिखाएंगे.
    रेलवे के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद पीएम मोदी साबरमती स्थित महात्मा गांधी आश्रम में आयोजित 'आश्रम भूमि वंदना' कार्यक्रम में शामिल होंगे. यहां महात्मा गांधी साबरमती आश्रम पुनर्निर्माण प्रोजेक्ट के तहत 'आश्रम भूमि वंदना' कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 1200 करोड़ रुपए की लागत से आश्रम का पुनर्विकास, विश्व स्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा.
    साभार आज तक

     

  • हरियाणा में बदलेगा मुख्यमंत्री, खट्टर आज दे सकते हैं इस्तीफा

    चंडीगढ़। हरियाणा में 9 साल से ज्यादा वक्त से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर आज इस्तीफा दे सकते हैं। उनकी जगह पर नायब सिंह सैनी को सीएम बनाया जा सकता है, जो हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। इसके अलावा वह कुरुक्षेत्र से लोकसभा के सांसद भी हैं। उनके अलावा एक और पंजाबी नेता संजय भाटिया के नाम की भी चर्चा है। सूत्रों के हवाले से जानकारी है कि मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद नया सीएम बनेगा और फिर पूरी कैबिनेट ही नई होगी। यही नहीं मनोहर लाल खट्टर को लोकसभा चुनाव में करनाल सीट से मैदान में उतारा जा सकता है। 
    मनोहर लाल खट्टर ने आज ही भाजपा और सरकार का समर्थन करने वाले निर्दलीय विधायकों की मीटिंग बुलाई है। खबरों के अनुसार इस बैठक में मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे और उसके बाद निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने की रणनीति पर विचार हो सकता है। फिलहाल हरियाणा में भाजपा और जननायक जनता पार्टी के बीच रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे हैं, जो पिछले 4 साल से गठबंधन सरकार चला रहे हैं। यही नहीं एक समानांतर मीटिंग दुष्यंत चौटाला ने भी बुला ली है। उन्होंने दिल्ली में सुबह 11 बजे ही अपने विधायकों को बुलाया है। माना जा रहा है कि दुष्यंत चौटाला भी मीटिंग के बाद कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
    सूत्रों का कहना है कि दुष्यंत की पार्टी JJP चाहती थी कि उसे भिवानी महेंद्रगढ़ और हिसार सीटें चुनाव में दे दी जाएं। भाजपा से इस पर सहमति नहीं बनी। गौरतलब है कि मनोहर लाल खट्टर का इस्तीफा ऐसे वक्त में होने जा रहा है, जब सोमवार को ही पीएम नरेंद्र मोदी ने उनकी तारीफ की थी। इसके अलावा उनके साथ अपने दशकों पुराने रिश्तों का भी जिक्र किया था। पीएम मोदी ने कहा कि हम दोनों का साथ तबका है, जब दरी का जमाना था। हम लोग एक ही मोटरसाइकिल से घूमा करते थे। पीएम मोदी ने कहा कि मनोहर लाल खट्टर बाइक चलाते थे और मैं पीछे बैठा करता था। कई बार हम कठिन रास्तों से होते हुए रोहतक से गुरुग्राम तक बाइक से जाते थे। अब तो रास्ते अच्छे बन गए हैं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस के इन दिग्गज नेताओं की चुनाव से बेरुखी का नतीजों पर भी दिखेगा असर

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की पहली लिस्ट आ चुकी है। इसमें राहुल गांधी के वायनाड सीट और शशि थरूर के तिरुअनंतपुरम से लड़ने का ऐलान हुआ है। अब तक राहुल गांधी के अमेठी से लड़ने पर तस्वीर साफ नहीं है। यही नहीं उनके अलावा कई ऐसे नेता हैं, जिनके नामों का अब तक ऐलान नहीं हुआ है। यही नहीं चर्चा है कि कमलनाथ, अशोक गहलोत जैसे कई बड़े नेता चुनाव में उतरना ही नहीं चाहते। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार राजस्थान में सचिन पायलट और अशोक गहलोत में से कोई भी लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेगा। वहीं अशोक गहलोत के बेटे वैभव जालोर सीट से मैदान में उतर सकते हैं। हालांकि परिवार की सीट जोधपुर रही है। 
    इसके अलावा मध्य प्रदेश में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी उतरने के लिए तैयार नहीं हैं। उनकी जगह पर बेटे नकुल नाथ छिंदवाड़ा से लड़ेंगे। वहीं जानकारों का कहना है कि कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की चुनाव से बेरुखी का नतीजों पर भी असर दिखेगा। असल में यदि ये नेता चुनाव में उतरते तो एक माहौल बनता। खासतौर पर कठिन सीटों पर बड़े नेताओं के चुनाव लड़ने से पार्टी को माहौल बनाने में मदद मिलती। लेकिन नेताओं के डिफेंसिव रुख अपनाने से पार्टी की चिंता बढ़ गई है। 
    इस बीच सोमवार को कांग्रेस की चुनाव समिति की मीटिंग हुई। इसम मीटिंग में असम, गुजरात, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश की सीटों पर बात हुई है। राजस्थान, एमपी, गुजरात के अलावा उत्तराखंड में भी सीनियर नेता चुनाव में उतरने के इच्छुक नहीं हैं। हरीश रावत को पार्टी ने हरिद्वार से ऑफर दिया है, जबकि नेता विपक्ष यशपाल आर्य को कुमाऊं की दो सीटें ऑफर की गई हैं। लेकिन दोनों ही नेता चुनाव लड़ने का इरादा नहीं रखते। हरीश रावत तो चाहते हैं कि उनकी जगह पर बेटे को टिकट दे दिया जाए। इसकी वजह यह है कि वह अब राजनीति से संन्यास के मूड में हैं और अपने बदले में बेटे को सेट कराना चाहते है। टिहरी सीट से सीनियर नेता और विधायक प्रीतम सिंह को ऑफर मिला था, लेकिन उन्होंने भी इनकार कर दिया। 
    वरिष्ठ नेताओं के इस रुख से कांग्रेस में अंदरुनी कलह की भी स्थिति है। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष करण माहरा ने पार्टी हाईकमान से कहा है कि सीनियर नेताओं को जिम्मेदारी लेते हुए चुनाव में उतरना चाहिए। कठिन समय में ऐसा करने से एक अच्छा संदेश जाएगा। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि खुद अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी लोकसभा सीट नहीं लड़ना चाहते। 
    उनके नाम पर कलबुर्गा सीट को लेकर आम सहमति है, लेकिन वह यह सीट अपने दामाद को देना चाहते हैं। उनकी इच्छा है कि दामाद राधाकृष्णन डोड्डामणि को टिकट मिल जाए। हालांकि इस तरह वह कांग्रेस अधिवेशन में पारित प्रस्ताव का ही उल्लंघन करेंगे, जिसमें संकल्प लिया गया था कि किसी परिवार के एक ही मेंबर को लोकसभा या विधानसभा का टिकट मिलेगा। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • CAA के लागू होते ही देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन,  पिछली बार गई थी 100 से अधिक लोगों की जान

    नई दिल्ली। भारत में सीएए यानी नागरिकता (संशोधन) अधिनियम-2019 लागू हो चुका है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सोमवार को सीएए को लागू करने की घोषणा की। विवादास्पद कानून को पारित किए जाने के चार साल बाद केंद्र के इस कदम के कारण पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर, 2014 से पहले भारत आने वाले गैर-मुस्लिम प्रवासियों को नागरिकता प्रदान करने का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि कानून के लागू होते ही देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो रहे हैं। बता दें कि इसके पहले सीएए विरोधी प्रदर्शनों या पुलिस कार्रवाई के दौरान 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। 
    असम में विपक्षी दलों ने सोमवार को सीएए लागू करने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार की आलोचना की। वहीं, राज्यभर में सीएए के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों के एक समूह और प्रभावशाली ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (एएएसयू) सहित लगभग 30 छात्र संगठनों और स्वदेशी निकायों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज करने का फैसला किया है। वहीं, 16 दल वाले संयुक्त विपक्षी मंच, असम (यूओएफए) ने मंगलवार को राज्यव्यापी हड़ताल की घोषणा भी की है।
    ज्ञात हो कि असम में दिसंबर 2019 में विवादास्पद कानून के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन देखा गया था। इसके बाद पुलिस कार्रवाई में 5 लोगों की मौत हो गई थी। कई स्वदेशी समूहों में यह डर है कि सीएए लागू होने के बाद, इससे राज्य में अवैध अप्रवासियों की आमद बढ़ जाएगी, खासकर बांग्लादेश से आने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी।
    एएएसयू के मुख्य सलाहकार समुज्जल भट्टाचार्य ने हमारे सहयोगी हिन्दुस्तान टाइम्स (एचटी) को बताया, "हम किसी भी तरह से सीएए को स्वीकार नहीं करेंगे और असम के लोगों के लिए हानिकारक इस कानून के खिलाफ शांतिपूर्ण, अहिंसक और लोकतांत्रिक विरोध जारी रहेगा और आने वाले दिनों में यह विरोध और तेज होगा।" उन्होंने कहा कि एएएसयू और 30 अन्य समूह सोमवार शाम को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में सीएए की प्रतियां जलाएंगे, जिसके बाद नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (एनईएसओ) के बैनर तले मंगलवार को पूर्वोत्तर के सभी राज्यों की राजधानी में इसी तरह का विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
    उन्होंने कहा, “मंगलवार शाम को पूरे असम में मशाल रैली निकाली जाएगी और आने वाले दिनों में अन्य विभिन्न तरीकों से विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। हमने सीएए के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने के लिए पहले ही आवेदन कर दिया है।" असम में 16 विपक्षी दलों के मंच, कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त विपक्षी मंच (यूओएफ) और प्रभावशाली ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (एएएसयू) सहित लगभग 30 संगठनों ने लोकसभा चुनावों से पहले सीएए के खिलाफ राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • जातीय जनगणना ने बढ़ाई कांग्रेस की मुश्किलें

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में दक्षिण का किला अहम भूमिका निभाएगा। भाजपा को सबसे ज्यादा उम्मीद जहां कर्नाटक से है, वहीं कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन की संभावना भी इसी राज्य पर टिकी हुई है। विधानसभा चुनाव में जीत के बाद पार्टी को लोकसभा में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
    कर्नाटक में लोकसभा की 28 सीटें हैं। वर्ष 2019 में भाजपा ने 25 सीट पर जीत दर्ज की थी, जबकि कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिली थी। एक साल पहले विधानसभा में शानदार जीत के बाद कांग्रेस कम से कम 15 सीट जीतने की तैयारी कर रही है। इस लक्ष्य को हासिल करना आसान नहीं है, क्योंकि विधानसभा से लोकसभा चुनाव के बीच सियासी समीकरण बदल गए हैं। 
    चुनावी हार-जीत में लिंगायत और वोक्कालिगा समुदाय अहम भूमिका निभाता है। लिंगायत 18 और वोक्कालिगा 14 फीसदी है पर, यह दोनों समुदाय आधी-आधी सीट पर असर रखते हैं। विधानसभा में वोक्कालिगा समुदाय ने कांग्रेस का ने समर्थन किया था। क्योंकि, उप- मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार भी इसी समुदाय से हैं, पर उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने से यह तबका नाराज है।
    विधानसभा में पेश जातीय गणना ने भी इन समुदायों में नाराजगी बढ़ा दी है। रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं हुई है, पर रिपोर्ट पर लिंगायत और वोक्कालिगा समुदाय ने कड़ा विरोध जताया है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि डीके शिवकुमार भी पहले इस रिपोर्ट का विरोध कर चुके हैं। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान 2015 में सर्वे शुरू किया था। पर सत्ता बदलने के बाद रिपोर्ट विधानसभा में पेश नहीं हो पाई थी।
    प्रदेश कांग्रेस नेता मानते हैं कि विधानसभा से लोकसभा के बीच स्थितियां बदली हैं। कानून व्यवस्था और बजट के कुछ प्रावधानों ने भाजपा को कांग्रेस पर निशाना साधने का मौका दिया है। लिंगायत वोक्कालिगा समुदाय की नाराजगी से भी पार्टी की राजनीतिक चुनौती बढ़ी है। इसके साथ भाजपा- जेडीएस के गठबंधन से भी दोनों पार्टियों को फायदा मिल सकता है।
    रणनीतिकार मानते हैं कि कांग्रेस को सरकार में होने का फायदा मिल सकता है। वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव के वक्त पार्टी की सरकार थी और सिद्धरमैया मुख्यमंत्री थे। उस वक्त मोदी लहर के बावजूद कांग्रेस नौ सीट जीतने में सफल रही थी। जबकि भाजपा को 17 सीट मिली थी। ऐसे में पार्टी को उम्मीद है कि राज्य में सरकार होने का सियासी लाभ मिल सकता है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • श्री शैलेन्द्र बरुवा जी ने रणजीत टाइम्स एवं राजनीति 24 न्यूज चैनल के कार्यालय में श्री गोपोल गावंडे जी से सौजन्य भेंट की

    श्री शैलेन्द्र बरुवा जी, जो कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व संघाठन मंत्री और मध्य प्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम के पूर्व कैबिनेट मंत्री हैं, ने आज रणजीत टाइम्स एवम् राजनीति 24 न्यूज चैनल के कार्यालय में सौजन्य भेंट दी। इस अवसर पर, प्रधान संपादक श्री गोपाल गावंडे जी ने उनका स्वागत किया और अपने कार्य की रूपरेखा बताई। 


    श्री बरुवा ने इस अवसर पर रणजीत टाइम्स और राजनीति 24 चैनल सहित उनके सभी परिवार को बधाई दी और सभी दर्शकों को शुभकामनाएं व्यक्त की। यह घटना न केवल राजनीतिक और मीडिया संबंधों में एक महत्वपूर्ण कदम है बल्कि यह उन दोनों क्षेत्रों में संवाद और सहयोग की भावना को भी प्रदर्शित करता है। श्री बरुवा का यह दौरा और उनके विचार मीडिया और राजनीति के बीच एक स्वस्थ संबंध की दिशा में एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा सकता है।

  • महाराष्ट्र में सीट बंटवारे पर बढ़ी टेंशन, भाजपा एकनाथ शिंदे को याद दिला रही है अहसान

    मुंबई। महाराष्ट्र में लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर एनडीए में अब तक फैसला नहीं हो सका है। एक तरफ भाजपा चाहती है कि उसके उम्मीदवार राज्य की कम से कम 35 सीटों पर लड़ें। वहीं एकनाथ शिंदे एवं अजित पवार गुट को 13 से 16 सीटें दी जाएं। होम मिनिस्टर अमित शाह खुद मंगलवार को मुंबई गए थे। उन्होंने यह प्रस्ताव महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और अजित पवार गुट की एनसीपी के आगे रखा था। लेकिन दोनों दलों ने इस प्रस्ताव को अब तक स्वीकार नहीं किया है। इस बीच खबर है कि भाजपा ने 35 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को लगभग तय कर लिया है।
    भाजपा ने एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार गुट की एनसीपी से कहा है कि 'कमल' के सिंबल पर ही जीत की अधिक संभावनाएं हैं। इसलिए भाजपा को लोकसभा चुनाव में ज्यादा सीटें लड़ने दें और उसकी भरपाई विधानसभा चुनाव में कर लीजिए। इस पर भी अब तक सहमति नहीं बन सकी है। ऐसे में अब भाजपा एकनाथ शिंदे को वह अहसान याद दिलाने लगी है, जिसके तहत कम सीटों के बाद भी एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र के सीएम का पद दिया गया। सूत्रों के अनुसार भाजपा नेतृत्व ने एकनाथ शिंदे को यह बात याद दिलाई है।
    यही नहीं खुद डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी अब यही बात दोहरा रहे हैं। उन्होंने गुरुवार को भी कहा, 'हमारे पास 115 विधायकों का समर्थन था। लेकिन हमने एकनाथ शिंदे को सीएम बनाया और उनका समर्थन कर रहे हैं।' भाजपा नेताओं का कहना है कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा सीटें छोड़ना कोई बड़ा समझौता नहीं है। भाजपा नेताओं का कहना है कि यदि एकनाथ शिंदे और अजित पवार कम लोकसभा सीटों पर राजी हो जाते हैं तो फिर विधानसभा में उन्हें अधिक सीटें दी जाएंगी। भाजपा का कहना है कि हमारे पास सांसदों की संख्या भी अधिक है। अजित पवार गुट के पास तो एक ही सांसद है।
    ऐसे में उन्हें अधिक सीटें देना समझदारी नहीं होगा। बता दें कि मीटिंग में एकनाथ शिंदे ने अमित शाह से 13 सीटों की मांग की थी। इस पर अमित शाह ने उन्हें 9 सीटों का ऑफर दिया है। इसके अलावा अजित पवार गुट की ओर से 8 सीटों की मांग पर 4 का ऑफर मिला है। इन 4 सीटों में से एक बारामती की सीट भी होगी, जो शरद पवार का गढ़ रही है। भाजपा का कहना है कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा सीटें जीतना मकसद है। यह तभी संभव होगा, जब कमल के सिंबल पर चुनाव लड़ा जाए। माना जा रहा है कि एकनाथ शिंदे के एकाध समर्थक को भी भाजपा अपने ही सिंबल पर उतार सकती है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मानहानि केस निरस्त, कांग्रेस नेता अजय सिंह ने BJP के तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष पर किया था 10 करोड़ का दावा

    जबलपुर।  जिला न्यायाधीश डॉ. धर्मेंद्र टाडा की अदालत ने कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल द्वारा दायर मानहानि का मुकदमा प्रमाणित न पाकर निरस्त कर दिया। अजय सिंह ने इस मुकदमे के जरिए भारतीय जनता पार्टी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा, नंद कुमार सिंह चौहान (दिवंगत), कुंवर सिंह और शरदेंदु तिवारी पर 10 करोड़ का दावा किया था। जिस समय यह मुकदमा दायर किया गया था, अजय सिंह चुरहट विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक के अलावा नेता प्रतिपक्ष भी थे। वहीं, प्रभात झा राज्यसभा सदस्य और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे। 
    अजय सिंह का आरोप था कि भाजपा प्रदेशा अध्यक्ष झा सहित अन्य ने 17 फरवरी 2012 को समाचार प्रकाशित कराया था। जिसमें ग्राम चुरहट में कोल आदिवासियों की भूमि पर कब्जा करने की अनुचित बात शामिल थी। यह भी लिखा था कि ग्राम साढ़ा तहसील चुरहट में अजय सिंह राहुल ने अपने भाई अभिमन्यु सिंह को शासकीय भूमि का पट्टा अपने प्रभाव के दुरुपयोग के जरिए गलत तरीके से दिलाया। आदिवासियों को दिए गए पट्टे की भूमि पर अजय सिंह राहुल के परिवार का कब्जा है। पहाड़ी पर 100 एकड़ भूमि है, जिस पर महुए के पेड़ लगे हैं, वन उपज का आधा हिस्सा सिंह परिवार लेता है। परिवार के एक करीबी मित्र भोपाल में रहते हैं, उनके नाम से चुरहट में जमीन है, जो कि बेनामी संपत्ति है। इसी तरह आदिवासियों को महज सौ-सौ वर्गफीट के प्लाट देकर भूमि से विस्थापित करने आदि के आरोप लगाए गए थे। 
    इससे अजय सिंह राहुल व्यथित हुए और मानमहानि का मुकदमा दायर कर दिया। अदालत ने सुनवाई पूरी करते हुए पाया कि मानहानि के मामले में समाचार प्रकाशित करने वाले पक्षकार हैं, इसके बावजूद उनसे कोई क्षतिपूर्ति नहीं चाही गई। इस तरह आवश्यक पक्षकारों का असंयोजन दोष विद्यमान हो, यह प्रमाणित नहीं है। कुल मिलाकर मानहानि का आरोप साबित नहीं पाया गया। इसलिए मुकदमा निरस्त किया जाता है।
    साभार अमर उजाला

  • लोकसभा क्षेत्रों में प्रचार के रथ रवाना, CM बोले-अबकी बार 400 पार

    भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और संगठन महामंत्री हितानंद ने बुधवार को भाजपा कार्यालय से लोकसभा चुनाव के लिए डिजिटल रथों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में तीसरी बार फिर सरकार बने और भारत दुनिया का 1 नंबर देश बने, इसी भाव के साथ फिर एक बार मोदी सरकार और अब की बार 400 पार के नारे के साथ प्रत्येक लोकसभा क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार के लिए दो-दो एलईडी रथों को रवाना किया गया है।  “एमपी के मन में मोदी और मोदी के मन में एमपी“ ने पिछले विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता ने प्रचंड बहुमत से हमारी सरकार बनाई। जनता के आशीर्वाद से लोकसभा चुनाव में सभी 29 सीटों को जीतकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के हाथों को मजबूत करेंगे। 

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास और “वसुधैव कुटुंबकम” जो हमारी पार्टी का उद्देश्य रहा है, उसी भावना के साथ पूरे प्रदेश के सभी लोकसभा क्षेत्रों में जनता के साथ जुड़कर एलईडी रथों के माध्यम से सुझाव लिए जाएंगे। विकास और सुशासन की दृष्टि से भविष्य में हमारे संकल्प-पत्र के लिए सुझाव लेंगे। रथों के लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान नुक्कड़ संभाएं आयोजित की जाएगी। 
    सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाएंगे
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में पिछले 10 सालों में देश की दशा और दिशा पूरी तरह से बदल गई है। विपक्ष ने कई हथकंडे और षडयंत्र किए, लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश रोज बदलता रहा। चाहे आर्थिक व्यवस्था हो, विकास के पैमाने हो या मानवीय संवेदना की बात हो या फिर कोविड का कठिन काल रहा हो। हर चुनौतियों में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने नेतृत्व को सफल सिद्ध किया है। इस अवसर पर कार्यक्रम में पार्टी के प्रदेश महामंत्री व विधायक भगवानदास सबनानी, लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति के प्रदेश संयोजक हेमंत खण्डेलवाल, महापौर मालती राय, विधायक रामेश्वर शर्मा, प्रदेश मंत्री राहुल कोठारी, पूर्व सांसद आलोक संजर समेत अन्य नेता उपस्थित थे। 
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने किए मां पीतांबरा देवी के दर्शन, वन खंडेश्वर महादेव मंदिर में की पूजा-अर्चना

    दतिया। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सदस्य और भारतीय जनता पार्टी के सांसद गौतम गंभीर मध्य प्रदेश के दतिया स्थित विश्व प्रसिद्ध देवी तांत्रिक शक्तिपीठ पहुंचे। गौतम गंभीर ने देवी मां पीतांबरा के दरबार में हाजिरी लगाई और अति प्राचीन वन खंडेश्वर महादेव का भी पूजन किया। इसके गंभीर ने देवी मां धूमावती के मंदिर में पहुंचकर परिक्रमा की। 
    पूजा-अर्चना के गौतम गंभीर मीडिया से बचते नजर आए। गंभीर का तांत्रिक शक्तिपीठ मंदिर में आकर पूजा अर्चना करना कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि, मां पीतांबरा राज सत्ता की देवी मानी जाती हैं।
    बता दें कि हाल ही में पूर्व भारतीय क्रिकेटर और भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने राजनीति से दूरी बनाने के संकेत दे दिए हैं। शनिवार को गंभीर ने अपने एक्स अकाउंट पर ट्वीट कर कहा कि मैंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुझे राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करने का अनुरोध किया है, जिससे मैं क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित कर सकूं। गौतम गंभीर ने लिखा था कि 'मुझे लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को ईमानदारी से धन्यवाद देता हूं। जय हिन्द!'  
    साभार अमर उजाला

  • टिकट पर भाजपा के 100 सांसदों की बढ़ी चिंता

    नई दिल्ली। भाजपा ने यूपी, राजस्थान, गुजरात और दिल्ली समेत कई राज्यों के कुल 195 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। दिल्ली में 4 सांसदों को फिर से मौका नहीं मिला है और यूपी में अभी 29 सीटें रोक कर रखी गई हैं। इसी तरह गुजरात में भी 11, असम में दो और झारखंड में तीन सीटों पर फैसला अभी नहीं हुआ है। मध्य प्रदेश में भी 17, राजस्थान में 10 और यूपी में 29 और बंगाल में 22 सीटों पर अभी ऐलान नहीं हुआ है। अब तक जिन सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान नहीं हुआ है, उनमें 100 से ज्यादा सांसद भी शामिल हैं। ऐसे में इन लोगों की टेंशन बढ़ी हुई है। 
    यहां तक की गाजियाबाद के सांसद वीके सिंह, सुल्तानपुर की मेनका गांधी और पीलीभीत के वरुण गांधी तक का भविष्य अभी अधर में लटका है। वीके सिंह के नाम पर कोई विवाद नहीं जुड़ा है, लेकिन उम्र 70 से ज्यादा हो गई है। ऐसे में उनके नाम के ऐलान होने से कयास तेज हो गए हैं कि शायद उन्हें दोबारा मौका नहीं मिलेगा। वह भी तब जब पड़ोस की ही नोएडा लोकसभा सीट पर महेश शर्मा को एक बार फिर से मौका मिल चुका है। ऐसे में गाजियाबाद पर फैसला न होने से वीके सिंह की चिंताएं बढ़ गई हैं। 
    महिला पहलवानों के उत्पीड़न के आरोप झेल रहे कैसरगंज से सांसद बृज भूषण शरण सिंह को लेकर भी अभी कोई फैसला नहीं आया है। भाजपा ने जिस तरह से एक लंबी लिस्ट जारी की है, उसमें ज्यादातर सांसदों को रिपीट किया गया है। ऐसे में जिन लोगों की सीट को होल्ड पर रखा गया है, उससे साफ है कि भाजपा नेतृत्व उन्हें लेकर मंथन कर रहा है। चर्चा यह भी है कि बृजभूषण की जगह उनके बेटे प्रतीक भूषण को मौका मिल सकता है। इस तरह भाजपा एक विवादित चेहरे से अलग हो जाएगी और बृजभूषण के जनाधार को भी बनाए रखने में मदद मिलेगी। 
    बरेली के सांसद संतोष गंगवार और बदायूं से संघमित्रा मौर्य को लेकर भी अभी संशय बना हुआ है। बता दें कि यूपी में भाजपा ने गठबंधन की सीट संख्या तय कर ली हैं, लेकिन उन्हें कौन सी सीटें मिलेंगी, इसका ऐलान नहीं हुआ है। ऐसे में बागपत से सत्यपाल सिंह जैसे सांसदों की भी चिंता बनी हुई है। वहीं राजभर को घोसी सीट मिल सकती है। इसी तरह गुजरात और राजस्थान में भी भाजपा के सिटिंग सांसद टेंशन में हैं, जिनकी सीटों पर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी को लेकर आज दिल्ली में देंगे अंतिम रूप

    भोपाल। प्रदेश भाजपा कार्यालय में मंगलवार सुबह से ही बैठक का दौर चला। इसमें सुबह विधायकों और सांसदों की वीसी के माध्यम से बैठक हुई। इसके बाद प्रदेश पदाधिकारियों की भी बैठक हुई। शाम को भाजपा कोर ग्रुप की बैठक और देर रात चुनाव समिति की बैठक हुई। इसमें 23 सीटों के संभावित दावेदारों के नामों के पैनल पर चर्चा हुई है। इन सीटों पर सोमवार और मंगलवार को दो-दो नेताओं के ग्रुप बनाकर 23 लोकसभा सीटों पर रायशुमारी कराई। छह सीटों पर पहले ही रायशुमारी हो चुकी है। इसके आधार पर बैठक में चर्चा कर प्रत्याशियों का पैनल तैयार किया गया है। अब बुधवार को पैनल के आधार पर प्रदेश के नेता केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। इसमें नामों को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके बाद गुरुवार को भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में प्रत्याशियों के नाम पर मुहर लग सकती है। बता दें, भाजपा आधे से ज्यादा सीटों पर चेहरे बदल सकती है। इस बार नए चेहरे के साथ युवाओं को ज्यादा मौका मिलने की बात कहीं जा रही है। 
    केंद्रीय नेतृत्व लेगा नामों पर निर्णय 
    भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण बैठक हुई। लोकसभा चुनाव के एजेंडे पर कोर ग्रुप ने माइक्रो मैनेजमेंट पर चर्चा की है। साथ ही बैठक में लोकसभा चुनाव को लेकर अच्छा प्रत्याशी देने को लेकर मंथन हुआ। इसमें सभी कार्यकर्ताओं के नाम पर चर्चा हुई है। इन नामों पर केंद्रीय नेतृत्व जल्द निर्णय लेगा। 
    चुनाव समिति में ये नेता रहे मौजूद 
    भाजपा प्रदेश कार्यालय में चुनाव समिति की बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, लोकसभा चुनाव के प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह, सह प्रभारी सतीश उपाध्याय, उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, वरिष्ठ नेता डॉ. नरोत्तम मिश्रा समेत अन्य नेता मौजूद थे। 
    भोपाल की रायशुमारी में वीडी का नाम 
    प्रदेश भाजपा कार्यालय में मंगलवार सुबह भोपाल लोकसभा सीट को लेकर रायशुमारी हुई। इसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और खजुराहो से सांसद वीडी शर्मा का नाम भी भोपाल से आया है। इसके अलावा मौजूदा सांसद प्रज्ञा ठाकुर, नरोत्तम मिश्रा, आलोक शर्मा, सुमित पचौरी, आलोक संजर के नाम भी रायशुमारी में आए। इनके नाम का पैनल बनाया गया।
    साभार न्यूज अमर उजाला, 

  • लोकसभा चुनाव में भाजपा आधे नए चेहरों को मैदान में उतारेगी

    भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। इसलिए पार्टी शोर से ज्यादा जनसंपर्क पर फोकस कर रही है। भाजपा केंद्र सरकार की योजनाओं के हितग्राहियों को साधने पूरा फोकस लगा रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनाव में पार्टी आधे नए चेहरों को मैदान में उतारेगी। भाजपा को लोकसभा चुनाव फेवरेबल दिख रहा है, इसलिए नई लीडरशिप तैयार करने के लिए वह नए चेहरे को मौका दे सकती है। इसके लिए एक-एक सीट पर प्रत्याशी के चयन के लिए जातिगत समीकरण बैठाया जा सकता है। 
    भाजपा ने 2019 में प्रदेश में लोकसभा की  28 सीटों पर जीत दर्ज की थी। छिंदवाड़ा की एक सीट पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया था। यहां से कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ सांसद हैं। इस सीट को जीतने के लिए भी भाजपा हर संभव कोशिश में जुटी हुई है। भाजपा ने 2024 के लिए 29 में से 29 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। इसलिए भाजपा करीब आधे सांसदों के टिकट काट सकती है। दरअसल, भाजपा की रणनीति नए और युवा चेहरों को मैदान में उतारने की है। जानकारी के अनुसार भाजपा ने सभी सीटों पर अपनी रायशुमारी कर ली है। 
    भाजपा ने विधानसभा चुनाव में दिग्गजों को चुनाव मैदान में उतारकर चौंकाया था। इसमें तीन केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़ाया गया था। हालांकि, मंडला से सांसद और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और सतना से सांसद गणेश सिंह चुनाव हार गए थे। वहीं, दमोह, मुरैना, सीधी, जबलपुर और होशंगाबाद सांसद चुनाव जीत गए। जानकारों का कहना है कि पांच सीटों पर नए चेहरों को ही पार्टी का चुनाव लड़ाएंगे। वहीं, दोनों हारे सांसदों को लेकर भी केंद्रीय नेतृत्व अंतिम फैसला लेगा। 
    पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए विधानसभा चुनाव में हारे मंत्री और विधायकों के नाम पर भी चर्चा कर रही है। इसमें पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम मुरैना और ग्वालियर, यशपाल सिंह सिसोदिया मंदसौर, इमरतीदेवी भिंड, रामपाल सिंह विदिशा से टिकट के लिए प्रयसास कर रहे हैं। बता दें पिछली बार उज्जैन से सांसद अनिल फिरोजिया 2018 में तराना से विधानसभा का चुनाव हार गए थे। इसके बाद उनको पार्टी ने लोकसभा चुनाव में उतार दिया और उन्होंने बड़ी जीत दर्ज की। यही, वजह है कि कई पूर्व मंत्री और विधायक चुनाव हारने के बाद अब लोकसभा चुनाव लड़ने की अपनी संभावनाएं तलाश रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • जो पदाधिकारी कांग्रेस में काम करना नहीं चाहते वे खुद बाहर हो जाए - कांग्रेस जिलाध्यक्ष

    इंदौर। मध्य प्रदेश से गुजरने वाली राहुल गांधी की न्याय यात्रा के संबंध में सोमवार को कांग्रेस की बैठक गांधी भवन में आयोजित की गई। जिसमें यात्रा की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई। बैठक मेें जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव ने कहा कि न्याय यात्रा में ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों कार्यकर्ता शामिल होंगे। सभी को भागीदार करना है। हम पंचायत स्तर तक कमेटियों को गठन करने जा रहे है। जो पदाधिकारी कांग्रेस में काम करना नहीं चाहते,वे खुद बाहर हो जाए अन्यथा हमें बाहर करना पड़ेगा।
    बैठक में शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा ने कहा कि न्याय यात्रा 5 मार्च को उज्जैन में प्रवेश करेगी। इंदौर के कार्यकर्ता उज्जैन में ही यात्रा में शामिल होंगे वहां एक सम्मेलन भी होगा। गाड़ी और भोजन की व्यवस्था कार्यकर्तागणों को व्यवस्था शहर कांग्रेस द्वारा उपलब्ध करा दी जाएगी।
    बैठक में इंदौर के सहप्रभारी कुलदीप इंदौरा ने कहा राहुल गांधी न्याय यात्रा भाजपा के कुप्रचार गलत नीतियों के खिलाफ निकाल रहे है। यात्रा को जनसमर्थन भी मिल रहा है। कार्यकर्ता भी हजारों की तादाद में पहुंचकर यात्रा को सफल बनाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता केंद्र सरकार के अन्याय का डटकर मुकाबला करेगी और चुनाव में कांग्रेस जनता का विश्वास फिर प्राप्त करेगी।
    बैठक में प्रमोद टंडन,पिंटू जोशी,राजेश चौकसे,देवेंद्र सिंह यादव,चिंटू चौकसे,अनिल यादव,अरविंद बागड़ी,सोहराब पटेल,प्रेम खड़ायता,जय हार्डिया,गिरधर नागर सहित अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे। बैठक का संचालन महेन्द्र सिंह रघुवंशी ने किया आभार पार्षद सोनिला मिमरोट ने माना।
    साभार अमर उजाला

  • नर्मदापुरम में बोले CM- शहर से डेढ़ किमी दूर रहेंगी शराब दुकानें, रोकेंगे नर्मदा में गंदा पानी मिलने से

    नर्मदापुरम। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शुक्रवार को मां नर्मदा जयंती के अवसर पर नर्मदापुरम भी पहुंचे। वहां उन्होंने नर्मदा का पूजन किया। सीएम ने कहा कि मां नर्मदा में नालों से मिलने वाले गंदा पानी रोकने के लिए हमारी सरकार संकल्पबद्ध है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा में नालों के मिलने वाले गंदे पानी को रोकने के निर्माण कार्यों के लिए 15 करोड़ की राशि देने की घोषणा की।
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नर्मदापुरम जिले में सेठानी घाट पर आयोजित 'मां नर्मदा जयंती महोत्सव' और नर्मदापुरम गौरव दिवस में सहभगिता कर 191.34 करोड़ रुपये के 32 विकास कार्यों का  लोकार्पण व भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विधि-विधान से मां नर्मदा की आरती की। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नर्मदापुरम को पवित्र नगरी बनाया जाएगा। इसके लिए खुले में मांस की बिक्री पर रोक लगाई जाएगी और नगर से डेढ़ किलोमीटर दूर शराब की दुकानें रहेंगी। लाउड स्पीकर के प्रयोग पर भी नियंत्रण किया जाएगा। 
    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नर्मदापुरम में आयुष महाविद्यालय खोला जाएगा। जिससे यहां के विद्यार्थी आयुर्वेद शिक्षा प्राप्त कर चिकित्सक प्रदेश और देश का नाम रोशन करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मां नर्मदा की बात निराली है। मां नर्मदा के किनारे आकर बैठने से ही पूरा जीवन धन्य हो जाता है। मां नर्मदा की पहचान सब नदियों से अलग है। 
    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारे देश में प्रत्येक दिन उत्सव के रूप में मनाया जाता है। भारत मां और हमारी सनातन संस्कृति को भगवान का आशीर्वाद मिला है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मां नर्मदा जयंती की बधाई दी और जीवनदायिनी मैया नर्मदा के आशीर्वाद से प्रदेश में समृद्धि, दिव्य जल से जीवन धन्य रहने और सबके जीवन में खुशहाली की प्रार्थना की। विधायक डॉ. सीताशरण शर्मा और नगरपालिका अध्यक्ष नीतू महेंद्र यादव ने भी समारोह को संबोधित किया। कार्यक्रम में नर्मदापुरम गौरव दिवस पर लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का शॉल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। 
    साभार अमर उजाला

  • केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप,  माकन बोले- कांग्रेस और यूथ कांग्रेस के अकाउंट फ्रीज किए, न सैलरी का पैसा, न बिल का भुगतान

    नई दिल्ली. कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. पार्टी का कहना है कि कांग्रेस और यूथ कांग्रेस के अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं. अजय माकन ने प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि अकाउंट फ्रीज होने के कारण ना तो सैलरी देने का पैसा है और ना ही बिल के भुगतान हो पा रहे हैं.
    अजय माकन ने कहा,'कांग्रेस पार्टी के अकाउंट्स फ्रिज हो गए हैं. हमारे देश पर तालाबंदी हो गई. हमारे देश में डेमोक्रेसी फ्रिज हो गई है. हफ्ते रह गए हैं चुनाव की तारीखों के ऐलान के लिए इस बीच यह कदम उठाकर सरकार क्या साबित करना चाहती है. देश की प्रमुख पार्टी के अकाउंट्स फ्रीज कर दिए गये हैं. इनकम टैक्स विभाग ने 210 करोड़ रुपए की रिकवरी मांगी है.
    कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि 2018-19 के इनकम टैक्स फाइलिंग को आधार बनाकर करोड़ों रुपए मांगे जा रहे हैं. ये बड़े शर्म की बात है, लोकतंत्र की हत्या है. लोक सभा चुनाव से पहले हमारे अकाउंट फ्रिज कर दिए गए हैं. कांग्रेस पार्टी मेंबरशिप ड्राइव के जरिए यूथ कांग्रेस से पैसा इकट्ठा करती है और वो भी फ्रीज कर दिए गए हैं. 
    माकन ने कहा कि पार्टी को रिटर्न फाइल करने में देर हो गई थी. लेकिन 45 दिन का टाइम दिया गया था. इसका मतलब यह नहीं है कि खाता ही फ्रीज कर दिया जाए. उन्होंने आगे कहा कि सब कुछ प्रभावित हो गया है उनके पास बिजली का बिल भरने, सैलरी देने के लिए पैसे नहीं हैं. बैंक में पैसे जमा नहीं कर पा रहे हैं. बैंक से पैसा भी नहीं निकाल पा रहे हैं.
    बता दें कि एक दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर बड़ा फैसला सुनाया था. सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बॉन्ड की वैधता को असंवैधानिक बताते हुए उसे रद्द कर दिया था. सर्वोच्च अदालत ने यह भी कहा था कि इससे सूचना के अधिकार का उल्लंघन होता है. इसलिए इलेक्टोरल बॉन्ड को वैध नहीं माना जा सकता. इतना ही नहीं कोर्ट ने अब इलेक्टोरल बॉन्ड की खरीद पर रोक लगाते हुए एसबीआई से कहा था कि वह चुनाव आयोग को बॉन्ड का पूरा ब्योरा मुहैया कराए. कोर्ट ने चुनाव आयोग को भी आदेश दिए थे कि वह ब्योरे को सार्वजनिक करे. 
    साभार आज तक 

  • नवाज से आगे निकले शहबाज शरीफ, बनने जा रहे दोबारा पाक पीएम

    नई दिल्ली। पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ एक बार फिर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने की राह पर हैं। उनकी पार्टी ने अन्य दलों के साथ चुनाव बाद गठबंधन बनाते हुए नेशनल असेंबली में बहुमत का आंकड़ा जुटा लिया है। नवाज शरीफ के चौथी बार प्रधानमंत्री बनने की अटकलों के बीच अचानक शहबाज फ्रंट सीट पर आ गए हैं। इससे पार्टी के अंदर भी खलबली मची हुई है। हालांकि, नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने इससे इनकार किया है। 
    सूत्रों के मुताबिक, शक्तिशाली सेना के समर्थन से प्रधानमंत्री का प्रतिष्ठित पद हासिल करने की दौड़ में शहबाज शरीफ अपने 74 वर्षीय भाई नवाज शरीफ से आगे निकल गए हैं। इससे अब माना जा रहा है कि पूर्व पीएम नवाज शरीफ का सियासी करियर आखिरी पड़ाव पर पहुंच गया है। पाकिस्तानी मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, प्रशासन और सरकार से जुड़े शक्तिशाली लोग नवाज की तुलना में शहबाज के साथ काम करने में अधिक सहज हैं। उधर, मरियम ने कहा है कि नवाज शरीफ चौथी बार प्रधानमंत्री बनना चाहते थे, लेकिन खंडित जनादेश के बाद वह शीर्ष पद की रेस से हट गए हैं।
    अगर सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो तख्तापलट की आशंका वाले पाकिस्तान में अगले महीने की शुरुआत में छह-दलीय गठबंधन की सरकार बनने की संभावना है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N), पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) समेत तीनों दलों में से किसी को भी 8 फरवरी को हुए आम चुनावों में नेशनल असेंबली में बहुमत हासिल नहीं हो सका था। इसलिए कोई भी दल अकेले सरकार बनाने में सक्षम नहीं है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कमलनाथ हो सकते हैं राज्यसभा उम्मीदवार?

    भोपाल। मध्यप्रदेश में राज्यसभा चुनाव से पहले सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। अब चर्चा इस बात की है कि कमलनाथ राज्यसभा जा सकते हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि उन्होंने 9 फरवरी को सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान राज्यसभा जाने की इच्छा जताई है। हालांकि, कमलनाथ समर्थक इससे इनकार करते हैं। उनका कहना है कि सोनिया से मिलकर कमलनाथ ने एक बार फिर नकुलनाथ को लोकसभा का टिकट दिए जाने की चर्चा की है।
    कमलनाथ के बीजेपी में भी जाने की चर्चा है। हालांकि, वे खुद इसे अफवाह बता चुके हैं। इधर, बीजेपी राज्यसभा की पांचों सीट हासिल करने की जुगत में है। बताया जा रहा है कि पार्टी नेता कांग्रेस विधायकों के संपर्क में हैं। वहीं, एक्सपर्ट का कहना है कि कमलनाथ के राज्यसभा और बीजेपी में जाने की संभावना ज्यादा नहीं है। मगर, इतना जरूर है कि यदि कोई दूसरा उम्मीदवार होगा तो उसे क्रॉस वोटिंग का खतरा रहेगा, क्योंकि 20 विधायक कमलनाथ के हैं।

  • कांग्रेस के विदिशा जिलाध्यक्ष, टीकमगढ़ के पूर्व विधायक भाजपा में हुए शामिल

    भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस को फिर बड़ा झटका लगा है। पार्टी के विदिशा जिला अध्यक्ष राकेश कटारे, टीकमगढ़ के पूर्व विधायक दिनेश अहिरवार, छतरपुर के पूर्व मंडी उपाध्यक्ष कैलाश द्विवेदी समेत कई नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ली है। यह बात अलग है कि राकेश कटारे के भाजपा में शामिल होने से चंद मिनट पहले कांग्रेस ने उन्हें पद से हटा दिया। 
    भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इन नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाई। इस दौरान न्यू जॉइनिंग कमेटी के संयोजक डॉ. नरोत्तम मिश्रा, संगठन महामंत्री हितानंद, पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह और रघुनंदन शर्मा समेत अन्य भाजपा नेता मौजूद थे। भाजपा में शामिल होने वालों में छतरपुर के कैलाश द्विवेदी शामिल हैं, जो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी के बहनोई हैं। इसके अलावा गौरिहार जनपद अध्यक्ष श्रीमती तुलसी अनुरागी, आशीष द्विवेदी, अनिल दीक्षित भी भाजपा में शामिल हुए हैं। 
    इस अवसर पर वीडी शर्मा ने कहा कि जो लोग कुछ करना चाहते हैं, उनका भाजपा में स्वागत है। मैं कुछ दिन पहले राघौगढ़ गया था। वहां लोगों ने कहा कि जिस परिवार को हमने हमेशा वोट दिया, उस परिवार ने राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा का बहिष्कार किया। हिंदुत्व के मूल्यों की अवहेलना की। दिग्विजय सिंह आज भी बोले कि यह पॉलिटिकल स्टंट है। क्या रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पॉलिटिकल स्टंट है? वहां के लोगों ने कहा कि वे दिग्विजय सिंह से पूछना चाहते हैं कि यह दोहरा चरित्र क्यों है? जब करोड़ों-करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र भगवान श्री राम है, तो आप उनकी अवहेलना क्यों करते हो? कांग्रेस ने देश के करोड़ों लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया है। कांग्रेस देश के अंदर अपना अस्तित्व खो रही है।  
    विदिशा के पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश कटारे ने कहा कि हमने मोदी जी की रीति-नीति से प्रभावित होकर भाजपा की सदस्यता ली है। मैं निश्चित तौर से गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि जिस पार्टी ने 500 साल से टेंट में रह रहे रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा कराई, उसमें मुझे शामिल किया गया है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने राम मंदिर के निमंत्रण को अस्वीकार किया था। तभी से हम कांग्रेस पार्टी में घुटन महसूस कर रहे थे। मैं उस परिवार से हूं, जिसने 70-80 साल से पहले विदिशा में रामलला का दरबार बनाया है। मेरे जितने व्यवसाय हैं, वह सभी भगवान श्री राम के नाम से हैं। मेरा निवास श्रीराम कुटी हो या श्रीराम निवास हो, हम राम में अगाध आस्था रखते हैं। मेरे पिताजी का तो नाम रामसेवक कटारे हैं। वहीं, अहिरवार ने कहा कि मोदीजी ने दस साल में वह करके दिखाया है, जो अब तक किसी ने नहीं किया था। मैंने उनकी रीति-नीति से प्रभावित होकर भाजपा की सदस्यता ली है। 
    राकेश कटारे भाजपा में शामिल हो रहे थे, उससे पहले ही कांग्रेस ने आदेश जारी कर उन्हें पार्टी से निकाल दिया। संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष राजीव सिंह के हस्ताक्षर से जारी पत्र में कहा गया है कि राकेश कटारे प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों के पालन में निष्क्रिय रहे। इस वजह से उन्हें जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद से तत्काल मुक्त किया जाता है। 
    साभार अमर उजाला

  • मोहन सरकार का अंतरिम बजट पेश, किसानों कर्मचारियों व महिलाओं के लिए खोला खजाना

    भोपाल। अगले कुछ माहों में होने वाले लोकसभा चुनाव के चलते डॉ. मोहन यादव सरकार चार माह के लिए लेखानुदान लेकर आई है। इसे समाज के सभी वर्गों के कल्याण और विकास कार्यों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। सोमवार को वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने विधानसभा में 1 लाख 45 हजार करोड़ रुपये का अंतरिम बजट पेश किया। इसमें सरकार ने विभिन्न विभागों को जुलाई 2024 तक खर्च की राशि आवंटित की है। लेखानुदान में न तो किसी नए कर का और न ही किसी नवीन योजना अथवा व्यय को शामिल किया गया है। इसमें कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए चार प्रतिशत डीए और महंगाई राहत का प्रावधान किया गया है। बजट पीएम नरेंद्र मोदी की गारंटी को पूरा करने की दृष्टि से बनाया गया है। इसमें एक अप्रैल से 31 जुलाई तक के खर्च और योजनाओं के लिए राशि का आवंटन किया गया है। इससे पहले वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी को पूरा करने पर काम कर रही है। लेखानुदान की राशि को जुलाई में पेश होने वाले पूर्ण बजट में शामिल किया जाएगा। बजट पर चर्चा के लिए मंगलवार को चार घंटे का समय तय किया गया है। 
    जुलाई में आएगा करीब साढ़े तीन लाख करोड़ का बजट 
    द्वितीय अनुपूरक अनुमान में सम्मिलित नवीन योजनाओं के लिए प्रावधान है। लेखानुदान की अवधि समाप्त होने के पूर्व अनुदान की पुनरीक्षित मांगें सदन के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी। लेखानुदान चार माह (एक अप्रैल से 31 जुलाई, 2024) के लिए है। वित्तीय वर्ष के लिए बजट में सम्मिलित राशि 3,48,986.57 करोड़ है। 
    प्राप्ति 2.52 लाख करोड़, खर्च 2,51 लाख करोड़
    वर्ष 2024-25 के बजट अनुमान में कुल राजस्व प्राप्तियां राशि रुपये 2,52,268.03 करोड़ है। इसमें राज्य कर से राजस्व प्राप्तियां रुपये 96,553.30 करोड़ है। गैर कर राजस्व प्राप्तियां रुपये 18,077.33 करोड़ है। बजट अनुमान में राजस्व व्यय रुपये 2,51,825.13 करोड़ है। वर्ष 2023-24 में पुनरीक्षित अनुमान में राजस्व व्यय रुपये 2,31,112.34 करोड़ है।  
    पांच पर्यटन केंद्रों पर हेलीकॉप्टर चलाने की तैयारी 
    बजट में कृषि विभाग के लिए किसानों को ब्याज रहित ऋण देने समेत अन्य योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचाने के लिए कृषि विभाग के लिए 9588 करोड़ का प्रावधान किया गया है। किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए दुग्ध उत्पादन पर प्रतिलीटर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। कृषक मित्र योजना में किसानों को विद्युत पंप के लिए अनुदान दिया जाएगा महिला बाल विकास को लाडली बहना योजना समेत अन्य योजना के लिए 9360 करोड़ का प्रावधान किया गया है। अंतरिम बजट में सरकार ने पांच पर्यटन केंद्रों तक हेलीकॉप्टर चलाने और एयर एंबुलेंस की तैयारी भी की है। बजट में लोकनिर्माण विभाग के लिए 4098 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। ताकि औद्योगिक कॉरिडोर निर्माण और एकसप्रेस वे को गति दी जा सके। 
    सभी जिलों में प्रधानमंत्री एक्सीलेंस स्कूल की स्थापना
    अंतरिम बजट में मोहन सरकार ने सभी जिलों में प्रधानमंत्री एक्सीलेंस स्कूल की स्थापना, 23 जिलों में प्रधानमंत्री जनमन योजना को जमीन पर उतारने के लिए अनुसूचित जनजाति विभाग के लिए 7500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। अंतरिम बजट में शहरी और ग्रामीण विकास को समान प्राथमिकता में रखा गया है। शहरी विकास के लिए 6143 और गांव के विकास के लिए 6314 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
    बजट में विभाग के अनुसार राशि  
    कृषि विभाग- 9588 करोड़। 
    महिला बाल विकास - 9360 करोड़। 
    नगरीय विकास विभाग- 6143 करोड़
    जलसंसाधन विभाग- 3073 करोड़। 
    लोक निर्माण विभाग- 4097 करोड़
    पीएचई- 4083 करोड़
    उच्च शिक्षा विभाग- 1520 करोड़
    तकनीकी शिक्षा विभाग-1074 करोड़
    औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग-960 करोड़
    सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग-374 करोड़ 
    आदिवासी जनजातीय विभाग-5027 करोड़  
    अनुसूचित जाति विभाग-870 करोड़  
    ओबीसी एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग- 574 करोड़ 
    सामाजिक न्याय विभाग- 1840 करोड़ 
    स्कूल शिक्षा विभाग- 11674 करोड़ 
    स्वास्थ्य विभाग- 5417 करोड़ 
    पंचायत विभाग -  4228 करोड़
    जनसंपर्क विभाग- 289 करोड़
    चिकित्सा शिक्षा -1228 करोड़
    सहकारिता विभाग- 443 करोड़
    ऊर्जा विभाग- 4059 करोड़
    गृह विभाग- 4274 करोड़
    श्रम विभाग-391 करोड़
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस के बडे़ नेताओं का लोकसभा लड़ने से इनकार

    दिल्ली में आज होगी स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग, बायोडाटा लेकर पहुंचे पटवारी, सिंघार
    भोपाल। विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के सामने लोकसभा चुनाव बड़ी चुनौती है। पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते। दोनों सीनियर लीडर्स के बाद कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। अब कांग्रेस के सामने लोकसभा चुनाव के लिए दमदार चेहरों का चयन करना बड़ी चुनौती बन रहा है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सारे बायोडाटा लेकर दिल्ली पहुंचे हैं।
    आज होगी स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग
    दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में आज 11 बजे से कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी। इस बैठक में मप्र की 29 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा होगी। मप्र की 29 सीटों के लिए नियुक्त समन्वयकों के सामने जिन नेताओं ने लोकसभा चुनाव के लिए दावेदारी की है। और विधानसभा स्तरीय बैठकों में जिन नेताओं के नाम सामने आए हैं उन नामों पर आज दिल्ली में चर्चा होगी। गुरुवार को भी एमपी की सीटों के नामों का पैनल नहीं बन सका, अब दिल्ली में ही कुछ निर्णय हो सकता है।
    ये नेता नहीं लड़ना चाहते लोकसभा का चुनाव
    कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, विवेक तन्खा, सज्जन सिंह वर्मा, बाला बच्चन, संजय शुक्ला, विशाल पटेल, दीपक जोशी, तरुण भनोत, नारायण सिंह पट्‌टा, संजय शर्मा, अरुण यादव, विशाल पटेल, सहित कई अन्य ऐसे नेता जिनको लोकसभा का चेहरा माना जा रहा है। कई ऐसे सीनियर लीडर लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं।
    इन सीटों पर ये नाम प्रमुखता से आए सामने
    मुरैना - डॉ. गोविंद सिंह, नीटू सिकरवार, अतुल चौहान
    भिंड- देवाशीष जरारिया, फूल सिंह बरैया
    ग्वालियर- अशोक सिंह, रामसेवक गुर्जर, प्रवीण पाठक
    गुना- वीरेंद्र रघुवंशी, राव यादवेंद्र यादव, केपी सिंह कक्का जू
    सागर - प्रभु सिंह ठाकुर, अरुणोदय चौबे, आनंद अहिरवार
    टीकमगढ़ - किरण अहिरवार, पंकज अहिरवार, अरविंद खटीक, संजय कसगर
    दमोह- रामसिया भारती, हर्ष यादव, जया ठाकुर, तरवर लोधी
    खजुराहो - आलोक चतुर्वेदी, लखन लाल पटेल, कविता राजे
    सतना - नीलांशु चतुर्वेदी, दिलीप मिश्रा
    रीवा - अजय मिश्रा , राजेंद्र मिश्रा, सुखेंद्र सिंह बन्ना
    सीधी - सोनम सिंह, ज्ञानेंद्र द्विवेदी
    शहडोल- फुंदे लाल मार्को, यशोदा सिंह पटले, तिलक राज सिंह
    जबलपुर - तरुण भनोट, अंजू बघेल, दिनेश यादव
    मंडला- अशोक मर्सकोले, ओमकार मरकाम, नारायण सिंह पट्टा
    बालाघाट - हिना कावरे, सम्राट सरसवार
    छिंदवाड़ा- नकुल नाथ
    होशंगाबाद- गिरजा शंकर शर्मा, रामेश्वर नीखरा
    विदिशा - प्रताप भानु शर्मा, अनुमा आचार्य, शशांक भार्गव, आनंद जाट
    भोपाल - जीपी माली, श्याम श्रीवास्तव, संगीता शर्मा, अवनीश भार्गव, ऋचा गोस्वामी, गोविंद गोयल
    राजगढ़ प्रियव्रत सिंह, रामचंद्र दांगी, लक्ष्मण सिंह
    देवास विपिन वानखेड़े, कमल चौहान
    उज्जैन महेश परमार, रामलाल मालवीय
    मंदसौर नवकृष्ण पाटिल, नंदकिशोर पटेल, विपिन जैन
    रतलाम कांतिलाल भूरिया, हर्षविजय गहलोत, जेवियर मेड़ा
    धार सुरेंद्र सिंह हनी बघेल, महेंद्र कन्नौज, राधेश्याम मुवेल
    इंदौर जीतू पटवारी, सत्यनारायण पटेल
    खरगोन ग्यारसी लाल रावत, पोर लाल खरते
    खंडवा राजनारायण सिंह पुरनी, अरुण यादव, सुरेंद्र सिंह शेरा, पूनम पटेल, अवधेश सिसोदिया
    बैतूल रामू टेकाम, धरमू सिंह सिरसाम

  • 11 फरवरी को झाबुआ से चुनावी आगाज करेंगे पीएम मोदी

    झाबुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 फरवरी को मध्यप्रदेश के झाबुआ से लोकसभा चुनाव का आगाज करेंगे। पीएम मोदी के इस दौरे में परिवर्तन होने की बात सामने आ रही थी, लेकिन प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने इसे भ्रामक और तथ्यहीन बताया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी तय कार्यक्रम के अनुसार 11 फरवरी को झाबुआ आएंगे। 
    जानकारी के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी झाबुआ से लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे। वे यहां पर एक रैली को संबोधित कर मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल क्षेत्र से आगामी चुनाव का प्रचार अभियान शुरू करेंगे। पीएम मोदी की रैली को सफल बनाने के लिए भाजपा नेता और कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे हुए हैं। पार्टी आदिवासी समुदायों के प्रमुख व्यक्तियों और संतों को आमंत्रित कर रही है। झाबुआ आने पर तीर-धनुष और ढोल जैसे पारंपरिक आदिवासी प्रतीकों से पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत किया जाएगा। 
    इससे पहले पांच फरवरी को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा ने रैली स्थल का निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें समुदाय के जाने-माने लोगों के साथ-साथ प्रमुख संतों को आमंत्रित करके इस रैली में आदिवासी लोगों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करनी है। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को कॉल सेंटर और सोशल मीडिया के जरिए रैली के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए भी कहा था।  
    साभार अमर उजाला

  • हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुई दुर्घटना के संबंध में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ली आपात बैठक

    इंदौर। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुई दुर्घटना के संबंध में मंत्रालय में आपात बैठक ली,  अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि घायलों को तत्काल उपचार उपलब्ध कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हरदा के आसपास के क्षेत्र से एंबुलेंस हरदा पहुंचाई जा रही हैं इसके साथ ही हेलीकॉप्टरों की व्यवस्था  के लिए सेना से संपर्क किया गया है।भोपाल, इंदौर में मेडिकल कॉलेज और aiims भोपाल में  बर्न यूनिट को तैयारी रखने के निर्देश दे दिए गए हैं। होशंगाबाद में भी अस्पतालों में घायलों के उपचार के लिए व्यवस्था की गई है 


     बैठक में बताया गया कि हरदा में होशंगाबाद सहित आसपास के क्षेत्र से 14 डॉक्टर तत्काल रवाना किए गए हैं। हरदा में 20 एम्बुलेंस मौजूद हैं,  तथा 50 और पहुंच रही है। भोपाल इंदौर बैतूल, होशंगाबाद भेरूंदा, रेहटी सहित अन्य नगरीय निकायों तथा संस्थाओं से फायर ब्रिगेड हरदा भेजे जा रहे हैं।
     

     मुख्यमंत्री डॉक्टर यादव ने कैबिनेट मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह, ACS श्री अजीत केसरी, डीजी होमगार्ड  को तत्काल हेलीकॉप्टर से हरदा जाने के निर्देश दिए हैं। NDRF, SDRF की टीमों  को भेजा जा रहा है।

    बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा, पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर सक्सेना, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान,  प्रमुख सचिव गृह श्री संजय दुबे, प्रमुख सचिन नगरी प्रशासन एवं विकास श्री नीरज मंडलोई, प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन श्री मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री राघवेंद्र सिंह तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

  • जनता के बीच सुशासन की छाप छोड़ें : सीएम डॉ. मोहन यादव की मंत्रियों को सीख

    भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार के मंत्रियों की दो दिनी लीडरशिप समिट का रविवार को समापन हुआ। अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान में दो दिवसीय लीडरशिप समिट के समापन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में सुशासन की दिशा में सभी विभागों को मिलकर कार्य करना चाहिए। सुशासन की दिशा में प्रदेश अपनी नई पहचान बनाए इसके लिए कार्ययोजना बनाकर उपलब्धि प्राप्त करें।
    मीडिया से बातचीत में सीएम ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार मंत्रियों का प्रशिक्षण रखा गया। बदलते दौर में नई तकनीक साथ जनता के बीच गवर्नेंस के अलग छाप दिखाई दी। कार्यशाला में पर्सनालिटी डेवलपमेंट के अलग-अलग सत्र रखे गए। उन्होंने कहा कि यह सुशासन की दिशा में किया गया एक प्रयास है।  
    मुख्यमंत्री ने सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय के मूल दर्शन की जानकारी इस आयोजन में अच्छी तरह से प्रस्तुत की गई। उनके सिद्धांतों पर चलकर हम प्रदेश को विकास के पथ पर आगे ले जाने के लिए भरपूर प्रयास करेंगे। सीएम ने कहा कि योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के लिए परस्पर सामंजस्य के साथ समन्वय की भूमिका होना जरूरी है। जनआंदोलन के माध्यम से योजनाओं और कार्यक्रमों का बेहतर क्रियान्वयन होता है। हम सुशासन के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। कार्यों में सफलता प्राप्त करने के लिए लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ते रहना चाहिए। लीडरशिप समिट में विशेषज्ञ वक्ताओं द्वारा सफलता हासिल करने की विभिन्न विषयों से अवगत कराया गया।  
    अपने व्यवहार में शासन की मर्यादा का ध्यान रखना जरूरी
    मुख्यमंत्री ने मंत्रिपरिषद के सदस्यों से कहा कि हमें अपने व्यवहार में शासन की मर्यादा का ध्यान रखना जरूरी है। समिट के माध्यम से जो व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त हुआ, उसे अपने जीवन में उतारने का भरपूर प्रयास करें। समिट के सभी सत्रों में विशेषज्ञ वक्ताओं ने अच्छे और प्रभावी ढंग से अपने विचार रखे। यह विचार भविष्य में जीवनोपयोगी सिद्ध होंगे।
    विभागों में प्रबोधन और नवाचार के कार्यक्रम क्रियान्वित किए जाएं
    मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने जीवन में बदलाव लाएं, अपने विभाग में प्रबोधन और नवाचार के कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर उसे क्रियान्वित करें। लोगों के व्यक्तिगत जीवन में बदलाव लाने के लिए नवाचार करते रहने से सफलता निश्चित रूप से प्राप्त होती है। इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर विभिन्न विभागों में लगातार कराया जाता रहेगा।
    आयोजन दूसरे दिन के प्रथम सत्र में शामिल हुए विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर का स्वागत मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने औषधि पौधा भेंट कर किया।
    साभार अमर उजाला

  • प्रधानमंत्री का संसद में हंगामा करने वाले विपक्षी दलों पर निशाना, कहा- कुछ लोग आदतन हुड़दंग करते है

    नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष को आड़े हाथों लिया। उन्होंने संसद में हंगामा करने वाले विपक्षी दलों पर निशाना साधा और कहा कि कुछ लोग आदतन हुड़दंग करते हैं। ऐसे बर्ताव से लोकतंत्र का चीरहरण होता है। उन्होंने सांसदों से चुनाव से पहले आहूत संसद सत्र में सार्थक चर्चा की अपील करते हुए कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी के बजट भाषण में सरकार की मजबूत आर्थिक नीतियों की तस्वीर पेश करेंगी। उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण से सरकार का मार्गदर्शन होने का भी जिक्र किया।
    संसद के बजट सत्र की शुरुआत से पहले पीएम मोदी का नया अवतार दिखा। संसद सत्र में मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत 'राम-राम' के साथ की। उन्होंने कहा, वर्ष 2024 का राम-राम। साथियों इस नए संसद भवन में जो पहला सत्र हुआ था, उसके आखिर में एक बहुत ही गरिमापूर्ण फैसला लिया था। और वह फैसला था नारीशक्ति वंदन अधिनियम और उसके बाद 26 जनवरी को भी हमने देखा कि किस प्रकार से देश ने कर्तव्यपथ पर नारी शक्ति के सामर्थ्य को, नारी शक्ति के शौर्य को, नारी शक्ति के संकल्प की शक्ति को अनुभव किया गया।
    साभार अमर उजाला

  • दिग्विजय सिंह बोले- भाजपा ने लोकसभा चुनाव में फायदा लेने के लिए निर्माणाधीन मंदिर में कर दी प्राण प्रतिष्ठा

    रतलाम। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव में फायदा लेने के लिए भाजपा ने निर्माणाधीन मंदिर में ही प्राण प्रतिष्ठा कर दी। ये धर्म शास्त्रों के विरुद्ध है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश में लोकसभा चुनाव में 10 से 15 सीटें जीत सकती है, अगर मशीन न हो तो, आप समझ सकते हैं। दरअसल दिग्विजय सिंह रतलाम के डेलनपुर में एक विवाह समारोह में शामिल होने आए थे। 
    दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा पूरे देश के सरकार गिराने और सरकार बनाने का काम कर रही है। खेला केवल बिहार में ही नहीं पूरे देश में हो रहा है। आपने देखा होगा कि अजित पवार जी के खिलाफ तीन दिन पहले कह रहे थे कि सात हजार करोड़ घोटाले वाले को जेल भेजेंगे और महाराष्ट्र में तीन दिन बाद मुख्यमंत्री बना दिया गया।
    पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसी प्रकार आसाम के मुख्यमंत्री जिनके बारे में पूरी भारतीय जनता पार्टी ने सबसे भ्रस्ट मुख्यमंत्री उपाधि दी थी। वही आज भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री बने हुए हैं। अभी आपने वीडियो देखे होंगे। आज से दो साल पहले नीतीश जी कह रहे थे कि मैं अपने जीवन के आखिरी सांस तक कभी बीजेपी से समझौता नहीं करूंगा। वहीं अमित शाह जी कह रहे हैं कि बता दीजिए नीतीश कुमार और लल्लन जी को कि आपके लिए भाजपा के दरवाजे सदैव के लिए बंद कर दिए गए हैं। 
    अवसरवादिता जो हे उसमें भारतीय जनता पार्टी माहिर है। नीतीश भारतीय जनता पार्टी के साथ चले गए ठीक है, लेकिन वे कब तक रहेंगे, ये न तो नीतीश कुमार को मालूम है न मोदी जी को और न ही अमित शाह जी को मालूम है।
    कांग्रेस नेता पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा भगवान राम को अपमानित कर रही है। धर्म का उपयोग राजनीति में करना भी अपराध है। सभी धर्म एक ही रास्ता बताते हैं वो रास्ता है इंसानियत का, भलमनसाहत का। हमारे धर्म के नारे भी वही है प्राणियों में सद्भावना हो। क्या भाजपा आरएसएस और विहिप जिस रास्ते पर जा रही है क्या यह सद्भावना का रास्ता है? राम मंदिर कभी इन का विषय नहीं रहा। राम मंदिर का विवाद तो 1850 से चल रहा है। 
    साभार अमर उजाला

  • 'हृदय परिवर्तन' के लिए कांग्रेस ने नीतीश कुमार की गिरगिट से की तुलना, ऐन वक्त पर हमें झटका दिया

    नई दिल्ली। नीतीश कुमार के पाला बदलकर भाजपा के संग आने से कांग्रेस बेहद नाराज है। यही नहीं नीतीश कुमार के इस 'हृदय परिवर्तन' के लिए कांग्रेस ने उनकी तुलना गिरगिट तक से कर दी है। कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने नीतीश कुमार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनकी हरकतों से गिरगिट भी शरमा जाएगा। उन्होंने कहा, 'नीतीश कुमार ने 23 अक्टूबर को पटना में मीटिंग बुलाई थी। इसमें 18 पार्टियां मौजूद थीं। इसके बाद बेंगलुरु और मुंबई में भी मीटिंग हुई। नीतीश कुमार ने कोई संकेत नहीं दिया कि ऐसा कुछ कर सकते हैं। बिहार में मौसम वैज्ञानिक होते हैं और वहां आया कुमार, गया कुमार भी होते हैं। जयराम रमेश ने कहा कि ये तो गिरगिट को भी कड़ी टक्कर देते हैं।'
    राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में साथ चल रहे जयराम रमेश ने कहा, 'सही समय पर बिहार की जनता नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री को जवाब जरूर देगी। दिल्ली में बैठकर ये लोग मुहूर्त देते हैं। 14 तारीख को जब हमने मणिपुर से यात्रा शुरू की तो मिलिंद देवड़ा को ले गए और अब जब हमारी यात्रा बिहार पहुंचने वाली है तो नीतीश कुमार को ही निकाल लिया। यह अफसोस की बात है कि ऐन वक्त में उन्होंने हमारा साथ छोड़ा।' उन्होंने नीतीश कुमार के एग्जिट की पूरी पटकथा दिल्ली से लिखे जाने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि दिल्ली से नरेंद्र मोदी सरकार ने ही तय किया था कि नीतीश कुमार को यात्रा से ठीक पहले मिला लिया जाए। 
    जयराम रमेश के अलावा राशिद अल्वी ने भी नीतीश कुमार पर सवाल उठाए हैं। राशिद अल्वी ने कहा कि नीतीश कु्मार ने राजनीति की नई परिभाषा बताई है। बिहार में जो कुछ हो रहा है, उसके लिए मैं किसी को दोष नहीं देना चाहता। लेकिन इतना है कि अब देश के लोगों को नेताओं और दलों पर कोई भरोसा नहीं रहेगा। जो कुछ बिहार में हो रहा है, उससे देश के लोग राजनीति में भरोसा करना छोड़ देंगे। दरअसल आज INDIA अलायंस जिस स्वरूप में है, उसे नीतीश कुमार ने ही धार दी थी। वही उसके शिल्पकार थे औऱ लगातार कांग्रेस के साथ अन्य दलों को जोड़ने के लिए मेहनत कर रहे थे। ऐसे में उनका ही पाला बदल लेना INDIA अलायंस के लिए बड़ा झटका है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • अमित शाह और नीतिश कुमार पर तंज कसते हुए बोले दिग्विजय सिंह- इनकी कथनी और करनी में अंतर

    इंदौर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और गृह मंत्री अमित शाह को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आड़े हाथों लिया। वे रविवार को इंदौर आए थे। उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं की कथनी और करनी में अंतर होता है। वे बोले हमें कभी उम्मीद नहीं थी कि नीतिश कुमार ऐसा कदम उठाएंगे। वे पहले ही कह चुके थे कि किसी हालत में मरते दम तक भाजपा के साथ नहीं जाएंगे। वे संयोजक बनना चाहते थे तो बना देते, इसमें किसी को कोई दिक्कत नहीं थी। उन्हीं के द्वारा विपक्षी गठबंधन का प्रयास किया गया था। सभी ने मिलकर उन्हें संयोजक बनने का आफर भी दिया था जिसे उन्होंने ही मना कर दिया। फिर इस तरह का कदम उठाने का क्या मतलब है। वे खुद डेढ़ वर्ष से भाजपा का सामूहिक विरोध करने की पहल कर रहे थे। यह कैसा नेता जो कहे कुछ और करे कुछ। 
    अमित शाह भी बोले थे नीतीश को नहीं लेंगे
    दिग्विजय सिंह ने कहा कि अमित शाह ने कहा था कि नीतीश आना भी चाहेंगे तो नहीं लेंगे, मगर वे उनके साथ हो लिए। दिग्विजय ने कहा कि इन नेताओं की कथनी और करनी में अंतर है। 
    मैं लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा
    वहीं दिग्विजय ने राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में कार्यकर्ताओं से कहा कि मेरे लोकसभा चुनाव लड़ने का प्रश्न ही नहीं उठता क्योंकि मैं राज्यसभा सदस्य हूं और अभी मेरा सवा दो साल का कार्यकाल बचा है। दिग्विजय सिंह इन दिनों राजगढ़ जिले की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में जाकर पार्टीजन से चर्चा कर रहे हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा लोकसभा चुनाव में विधानसभा से एक प्रतिशत वोट अधिक जीतने पर कर रही फोकस

    इंदौर। भाजपा को मप्र विधानसभा चुनाव में 2018 की तुलना में 9 प्रतिशत वोट अधिक हासिल हुए। अब लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा 10 प्रतिशत अधिक वोट हासिल करने पर ध्यान दे रही है। इसी के तहत रणनीति भी बनाई जा रही है। 
    मानिकबाग रोड स्थित गुरु अमरदास हॉल में हुई भाजपा महानगर की बैठक में संभाग प्रभारी राघवेंद्र गौतम ने कहा कि हम पिछले एक वर्ष से बूथ विस्तार का कार्य कर रहे हैं जिसके फलस्वरूप 2018 के चुनाव की अपेक्षा 2023 विधानसभा चुनाव में हमने 9% ज्यादा वोट हासिल किए हैं अब हमें 10% से ओर अधिक वोट प्राप्त करना है। यह वोट मध्यप्रदेश के कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम से प्राप्त हुए हैं। 
    लोकसभा चुनाव सामने है और पार्टी के प्रत्येक पदाधिकारी को एक बूथ पर अवश्य जाना है। जो विपक्षी ईवीएम का रोना रोते हैं उन्हें यह पता नहीं है कि भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता कितना मेहनती है। गौतम ने आगे कहा कि मुझे आशा है कि पूरे देश में जिस तरह इंदौर सफाई में नंबर वन है वैसे ही सर्वाधिक मतों से लोकसभा में जीतने वाली लोकसभा सीट भी इंदौर ही होगी।
    गांव चलो अभियान के नगर संयोजक वीरेंद्र व्यास ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से करने कार्य योजनाओं एवं रूपरेखा की जानकारी देते हुए बताया कि अभियान तीन चरणों में होना है। प्रथम चरण के अंतर्गत 20 जनवरी से 3 फरवरी तक सारी तैयारियां पूर्ण करना हैं, उसके पश्चात दूसरे चरण में 4 फरवरी से 11 फरवरी के बीच कार्यकर्ताओं को प्रवास करना है जिसके अंतर्गत इंदौर नगर में 9 से 11 तारीख तक कार्यकर्ता प्रवास करेंगे और तीसरा चरण 14 फरवरी को होगा जिसमें अभियान की समीक्षा बैठक होगी। 
    बैठक में यह रहे मौजूद
    इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट, नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, संभाग प्रभारी राघवेंद्र गौतम, सांसद शंकर लालवानी, वरिष्ठ भाजपा नेता कृष्णमुरारी मोघे, बाबू सिंह रघुवंशी, गोपीकृष्ण नेमा, प्रदेश उपाध्यक्ष जीतू जिराती, विधायक रमेश मेंदोला, राकेश गोलू शुक्ला, मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़, महेंद्र हार्डिया, युवा आयोग अध्यक्ष निशांत खरे, मध्यप्रदेश सफाई कर्मचारी आयोग अध्यक्ष प्रताप करोसिया, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी दीपक जैन टीनू, प्रवक्ता गोविंद मालू, नगर महामंत्री सुधीर कोल्हे, सविता अखंड, संदीप दुबे अभियान के नगर संयोजक वीरेंद्र व्यास, सहसंयोजक विजय बिंजवा, संजय कटारिया मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
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  • सीएम पद से नीतीश कुमार ने दिया इस्तीफा, शाम तक ले सकते हैं शपथ

    पटना। बिहार में कई दिनों से चल रहे राजनीतिक उथल पुथल का अंतिम दौर शुरू हो गया है। लगता है कि पूरे प्रकरण का आज शाम तक पटाक्षेप हो जाएगा। इस बीच खबर मिल रही है कि  नीतीश ने अपने इस्तीफा का फैसला कर लिया  है। मुख्यमंत्री नीतीश इस्तीफा देने के लिए राजभवन पहुंचे और राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को अपना त्यागपत्र सौंप दिया। राज्यपाल के निर्देश पर  फिलहा कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार काम कर रहे हैं।
    इस बीच खबर मिल रही है कि राजभवन के लिए रवाना होने से पहले नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया। पीएम मोदी ने उन्हें अग्रिम बधाई दी। उससे पहले ही ,सीएम आवास और राजभवन के पास हलचल बढ़ गई थी। पीएम से बधाई और आश्वासन मिलने के बाद नीतीश कुमार अपने विश्वास पात्रों के् साथ राजभवन के लिए रवाना हो गए।
    इससे पहले सीएम आवास पर जदयू के नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक हुई। विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को सभी फैसला लेने के लिए पार्टी की ओर से अधिकृत कर दिया गया है। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री पहले गवर्नर हाउस जाकर अपने पद से इस्तीफा देंगे और उसके बाद बीजेपी का समर्थन पत्र लेकर नई सरकार बनाने का दावा करेंगे। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है। सीएम आवास की सुरक्षा बढा दी गई है। राजभवन के पास भी सरगर्मी बढ़ गई है। सीएम आवास पर सड़क पर बैरिकेडिंग कर दी गयी है। वहां से भीड़ को हटाने का काम शुरू हो गया है। 
    जानकारी के मुताबिक पहले नीतीश कुमार अपना इस्तीफा राजभवन जाकर राज्यपाल को सौंपेंगे। उसके साथ ही बीजेपी के नेता एनडीए का समर्थन पत्र नीतीश कुमार को सौंप देगी। शाम तक नीतीश कुमार नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
    इस बीच खबर मिल रही है तो दोपहर तक बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के पटना पहुंचने की संभावना है। बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि अगली सरकार का शपथ ग्रहण समारोह आज ही होगा। जेपी नड्डा शपथ ग्रहण समारोह में शामिल भी हो सकते हैं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • असम सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कहा- 'राहुल गांधी के हमशक्ल का नाम-पता सब बताऊंगा'

    गुवाहाटी। असम सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि वह जल्द ही राहुल गांधी के हमशक्ल का नाम-पता बताएंगे। हिमंत बिस्व सरमा ने बीते दिनों आरोप लगाया था कि असम में राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी के हमशक्ल का इस्तेमाल किया गया। अब जब उनसे उनके दावे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा है कि वह जल्द ही हमशक्ल के नाम-पते की जानकारी साझा करेंगे।
    हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि 'मैं ऐसे ही बातें नहीं बोलता हूं। हमशक्ल का नाम और कैसे ये सब किया गया, इसकी पूरी जानकारी दूंगा। बस कुछ दिन का इंतजार करिए।' शनिवार को असम सीएम सोनितपुर जिले में थे, वहीं पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने ये बात कही। सरमा ने कहा 'मैं रविवार को डिब्रूगढ़ में रहूंगा और अगले दिन गुवाहाटी जाऊंगा। एक बार जब मैं गुवाहाटी पहुंच जाऊंगा तो मैं हमशक्ल का नाम और पते की जानकारी दूंगा।'
    राहुल गांधी द्वारा हिमंता बिस्व सरमा को सबसे ज्यादा भ्रष्ट सीएम बताया गया और उन्होंने दावा किया कि असम में कांग्रेस की सरकार सत्ता में आएगी। अब हिमंता बिस्व सरमा ने कहा कि 'उन्हें हराने के लिए सभी गांधी- सोनिया, प्रियंका और राहुल को आना होगा। प्रियंका गांधी के बेटे को भी आने दीजिए। वह (कांग्रेस) पहले ही आत्मसमर्पण कर चुके हैं।' असम सीएम ने दावा किया कि 'लोकसभा चुनाव में भाजपा राज्य में साढ़े 11 सीटें जीतेगा और हम कोशिश कर रहे हैं कि इसे 12 में कैसे बदला जाए। हम कांग्रेस को लेकर बिल्कुल चिंतित नहीं हैं।' राज्य में 14 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से अभी नौ सीटों पर भाजपा का कब्जा है।
    राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने बीते गुरुवार को असम का चरण पूरा किया था। इसके बाद असम सीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा कहा जा रहा है कि असम में न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी की जगह उनके हमशक्ल का इस्तेमाल किया गया। बस से लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन करने के लिए राहुल गांधी के हमशक्ल का इस्तेमाल किया गया। सरमा ने ये भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी की यात्रा के दौरान असम के लोगों को भड़काने की कोशिश की गई। 
    साभार अमर उजाला

  • भाषण के दौरान भावुक हो गए पीएम मोदी, कहा- काश मैं ऐसे घर में रह पाता

    सोलापुर। महाराष्ट्र के सोलापुर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच पर भाषण के दौरान भावुक हो गए। शुक्रवार को उन्होंने राज्य के लाभार्थियों से बात की। इस दौरान बचपन का जिक्र आते ही उन्होंने कुछ पलों के लिए बीच में ही भाषण रोक दिया। पीएम आवास योजना को लेकर उन्होंने कहा कि काश उन्हें भी बचपन में ऐसे घर में रहने का मौका मिला होता।
    पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे खुशी है कि सोलापुर के हजारों गरीबों के लिए, हजारों मजदूर साथियों के लिए हमने जो संकल्प लिया था, वो आज पूरा हो रहा है। आज पीएम आवास योजना के तहत देश की सबसे बड़ी सोसायटी का लोकार्पण हुआ है। और मैं जाकर देखकर आया कि काश मुझे भी बचपन में ऐसे घर में रहने का मौका मिला होता।'
    इतना कहकर पीएम मोदी ने अचानक कुछ देर के लिए भाषण रोक दिया। इसके बाद उन्हें भावुक होकर कहा, 'ये चीजें देखता हूं तो मन को इतना संतोष होता है, ये हजारों परिवारों के सपने जब साकार होते हैं, तो उनके आशीर्वाद मेरी सबसे बड़ी पूंजी होते हैं। जब मैं इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास करने आया था, तब मैंने आपको गारंटी दी थी कि आपके घरों की चाबी देने भी मैं खुद आऊंगा।'
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  • मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मोदी के मास्टर प्लान को बिहार में करेंगे साकार

    भोपाल। मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप कार्ड चला है। इस कार्ड के जरिए उनकी रणनीति बिहार और उत्तर प्रदेश के यादव वोटरों को साधना है। बिहार की सत्ता पर काबिज राजद का कोर वोटर यादव हैं, भाजपा इस समुदाय के वोटर को अपनी तरफ खिंचने का प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उम्मीदों पर खरे उतरने के लिए अब सीएम डॉ. मोहन यादव भी जुट गए हैं। वे 18 जनवरी को बिहार जा रहे हैं। वहां कृष्ण भक्तों के साथ सभा करेंगे। 
    लालू प्रसाद यादव को बिहार में यादवों का सबसे बड़ा नेता माना जाता रहा है। इसी विरासत को अब तेजस्वी यादव संभाल रहे हैं। बिहार की सत्ता पर लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद नीतिशकुमार की जदयू के साथ गठबंधन में काबिज है। बिहार में यादव आबादी 14 प्रतिशत से अधिक है। वहां की राजनीति में भी यादव ही ताकतवर हैं। यादव वोटर लालू यादव की राजद के साथ जुड़ा है। अभी तक उसके इस वोट बैंक में ज्यादा बिखराव नहीं होता है। अब भारतीय जनता पार्टी इसमें सेंधमारी की कोशिश कर रही है। इसलिए एमपी में डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने बिहार के यादवों को बड़ा संदेश दिया है। 
    बिहार में पिछले साल ही जातिगत जनगणना के आंकड़े आए हैं। इसमें यादवों की जनसंख्या 14 प्रतिशत और अन्य पिछड़ा वर्ग की आबादी 36 प्रतिशत के करीब है। मध्य प्रदेश में 50 प्रतिशत से अधिक ओबीसी वोटर हैं। बिहार में ओबीसी समाज के लोगों को हक देने की बात की है। यहां मध्य प्रदेश में भाजपा ने ओबीसी वर्ग और यादव समाज से सीएम बना दिया है। इससे यह संदेश देने की कोशिश की है कि बिहार में सिर्फ बात हो रही है और एमपी में भाजपा ने करके दिखा दिया। 
    वरिष्ठ पत्रकार एनके सिंह का कहना है कि डॉ. मोहन यादव को आगे कर भाजपा बिहार और उत्तर प्रदेश में यादव वोटरों को साधने की कोशिश कर रही है। बिहार में यादव समुदाय राजनीतिक रूप से मजबूत है। भाजपा मोहन यादव को यादवों को नेता को प्रोजेक्ट करने की कोशिश कर रही है। इसमें डॉ. यादव भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उनके सीएम बनने के बाद उन्होंने मुख्य पदों पर यादव अधिकारियों को बैठाया है। इससे यह संदेश देना का प्रयास है कि यदि बिहार में भी भाजपा की सरकार बनती है तो यादव समुदाय को अच्छा मौका मिलेगा।
    साभार अमर उजाला

  • इंदौर में जन आभार यात्रा में सीएम का स्वागत देख थम गई निगाहें, विदेशों जैसी आतिशबाजी और फूलों की बारिश

    इंदौर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के लिए बुधवार को इंदौर रोड शो में आयोजित किया गया। जन आभार यात्रा के नाम से किए गए इस रोड शो में मुख्यमंत्री ने बड़ा गणपति से राजवाड़ा तक डेढ़ किमी की दूरी तय की। करीब साढ़े पांच बजे बड़ा गणपति से रोड शो शुरू हुआ। इसमें आतिशबाजी देख लोगों को विदेशों की याद आ गई। फोटोग्राफर जयेश मालवीय ने रोड शो की खास तस्वीरों को कैमरे में कैद किया...
    रथ पर उनके साथ सबसे आगे प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और मंत्री तुलसी सिलावट मौजूद रहे। इनके अलावा महापौर पुष्यमित्र भार्गव और सांसद शंकर लालवानी के साथ विधायक रमेश मेंदोला, उषा ठाकुर, मालिनी गौड़, महेंद्र हार्डिया, मनोज पटेल और अन्य भाजपा नेता मौजूद रहे। रात 8 बजे मुख्यमंत्री ने राजवाड़ा स्थित माता अहिल्या की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर रोड शो का समापन किया। 
    रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अब शहर, प्रदेश और देश में तीनों जगह भाजपा की सरकार है। हम सब मिलकर इंदौर को विश्व का सबसे बेहतर शहर बनाएंगे। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीबों और मजदूरों की दिक्कतों को दूर करने के अभियान में जुटे हैं। डॉ. यादव का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं भी समय से पहले रोड शो के मार्ग पर पहुंच गई। कुछ महिलाओं ने राम मंदिर के बड़े स्टिकर हाथ में ले रखे थे। वह इस रोड शो के बहाने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से जुड़े कार्यक्रम के लिए भी आभार जता रहीं थी।  
    रोड शो के दौरान ब्राह्मण, राजपूत, यादव, पिछड़ा वर्ग समेत अनेकों समाजों ने अपने मंच लगाए। इसी तरह कई व्यापारिक संगठन और शहर की प्रमुख संस्थाओं ने भी अपने मंच तैयार किए।
    मुख्यमंत्री मोहन यादव के रोड शो के लिए बड़ा गणपति से राजवाड़ा तक हर 10 फीट की दूरी पर एक स्वागत मंच लगा। शहर के सभी विधायकों, पार्षदों के साथ-साथ सांसद शंकर ललवानी और महापौर पुष्यमित्र भार्गव के समर्थकों ने अपने-अपने अलग स्वागत मंच लगाए।
    डॉ. यादव का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं भी समय से पहले रोड शो के मार्ग पर पहुंच गई। कुछ महिलाओं ने राम मंदिर के बड़े स्टिकर हाथ में ले रखे थे। वह इस रोड शो के बहाने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से जुड़े कार्यक्रम के लिए भी आभार जता रहीं थी।  
    डॉ. मोहन यादव का रोड शो इंदौर की तीन विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरा। बड़ा गणपति से शो शुरू हुआ जो इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक एक में आता है। यहां से मंत्री कैलाश विजयवर्गीय विधायक हैं। इसके बाद रोड शो इंदौर-4 से गुजरा जहां से पूर्व महापौर मालिनी गौड़ विधायक हैं। इसके बाद रोड शो राजवाड़ा पर खत्म हुआ, जो विधानसभा क्षेत्र क्रमांक तीन का हिस्सा है। यहां से राकेश गोलू शुक्ला विधायक हैं।  
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री मोहन यादव का आज इंदौर में रोड शो, ऐसी रहेगी ट्राफिक व्यवस्था

    इंदौर। आज मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का इंदौर में रोड शो हैं। कार्यक्रम के दौरान वे एयरपोर्ट से बड़ा गणपति से राजवाड़ा पहुचेंगे। यातायात व्यवस्था हेतु डायवर्सन स्थल पर पर्याप्त बल लगाया गया है जो कि वाहनों को परिवर्तित मार्ग से संचालित करवाएंगे। अतः वाहन चालक VIP रूट एयरपोर्ट से बड़ा गणपति और राजवाड़ा तक आने से बचें। Indore Traffic Plan Today के तहत व्यवस्था निम्नलिखित होगी जो कि कार्यक्रम समाप्ति तक लागू रहेगी -
    ● बड़ा गणपति से राजवाड़ा VIP रोड शो मार्ग आवागमन के लिए पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा वाहन चालक इस मार्ग पर आने से बचें। 
    ● जो वाहन खंडवा रोड, भंवरकुआ से एयरपोर्ट आवागमन करना चाहते है वह चन्दननगर, नावदापन्थ, दिलीप नगर कट होते हुए जा सकते हैं। 
    ● उज्जैन रोड एवं विजयनगर की और से एयरपोर्ट के आवागमन हेतु सुपर कॉरिडोर रोड का उपयोग करें।
    ● टाटा स्टील से बड़ा बागड़दा, सुपरकोरिडोर होते हुए एयरपोर्ट आवागमन कर सकते हैं।
    ● उज्जैन से आने वाली समस्त बसें बाणगंगा ब्रिज टर्निंग से रेलवे क्रॉसिग लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन के सामने से एम.आर. -04 होते हुए जीएसआईटीएस से सरवटे बस स्टैंड आ सकेंगी।
    ● उज्जैन जाने वाली समस्त बसें जीएसआईटीएस से बल्लभ नगर, एम.आर. -04 होते हुए लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन के सामने से होते हुए रेलवे क्रॉसिग बाणगंगा ब्रिज टर्निंग से उज्जैन जा सकेंगी ।
    ● सिटी बसों के लिए प्रतिबंधित मार्ग
    1. गांधी चौक से राजवाड़ा तक का मार्ग।
    2. पटेल प्रतिमा से राजवाड़ा तक का मार्ग।
    3.  एयरपोर्ट से कालानी नगर, बड़ागणपति, राजमोहल्ला की ओर जाने वाला मार्ग।
    5.  बड़ागणपति से नगरनिगम, गांधीचौक की ओर जाने वाला मार्ग।
    6.  कलेक्ट्रेट कार्यालय से राजवाड़ा की ओर जाने वाला मार्ग।
    ●  रोड शो में सम्मिलित होने वाले लोगो के बस / कार हेतु पार्किंग दलाल बाग, मल्हार आश्रम, वैष्णव स्कूल राजमोहल्ला, चिमनबाग मैदान, लाल बाग पैलेस पार्किंग,  दशहरा मैदान पार्किंग रहेगी।
    रूट / पार्किंग प्लान:-
    1. धार रोड एवं राऊ की तरफ से चंदन नगर होकर आने वाली बसे कारें आदि वैष्णव स्कूल, राजमोहल्ला में बसें खड़ी कर उतारेंगे जो लोग अंतिम चौराहा एवं मालगंज, लोहारपट्टी होकर कार्यक्रम हेतु जा सकेंगे।
    2. महू , राऊ, पीथमपुर, खण्डवा से आने वाली बसें कार महूनाका से कलेक्ट्रेट मोती तबेला होकर हरसिद्दी पर आकर लोगों को उतारेंगे एवं दशहरा मैदान तथा लालबाग पैलेस मैंदान में वाहन पार्क करेंगे । यात्री मच्छी बाजार, यशवंत चौराहा होकर कार्यक्रम में जा सकेंगे ।
    3. गांधीनगर, हातोद, देपालपुर की तरफ से आने वाली बसें, कारें सुपर कोरिडोर चौराहा से बाएं मुड़कर एवं बांगड़दा चौराहा से दाहिने मुड़कर लक्ष्मी बाई मंडी के सामने से टाटा स्टील चौराहा से दाहिने मुड़कर दलाल बाग मैंदान में पार्क करेंगे। यात्री दलाल बाग से महावीर बाग, पीलियाखाल पुल, बड़ा गणपति होकर कार्यक्रम में जा सकेंगे।
    4. उज्जैन रोड से आने वाली बसें कारें लवकुश चौराहा, टीसीएस चौराहा, बांगड़दा चौराहा से बाये मुड़कर दलाल बाग में वाहनों को पार्क करेंगे एवं यात्री महावीर बाग, पीलियाखाल पुल, बड़ा गणपति होकर कार्यक्रम में जा सकेंगे।
    5. खंडवा रोड से आने वाली बसें आईटीपार्क, चौइथराम चौराहा से माणिकबाग कलेक्ट्रेट, मोतीतबेला होकर हरसिद्दी पर आकर लोगों को उतारेंगे एवं दशहरा मैदान तथा लालबाग पैलेस मैदान में वाहन पार्क करेंगे। यात्री मच्छी बाजार, यशवंत चौराहा होकर कार्यक्रम में जा सकेंगे।
    6. बाणगंगा की तरफ से आने वाली बस / कार मरीमाता चौराहा क्रॉस करके सदर बाजार थाने के सामने वाले मैदान में पार्क करेंगे लोग इमली बाजार चौराहा होकर कार्यक्रम में जा सकेंगे।
    7. शहर से आने वाली कारें डीआरपी लाइन चौराहा, शिवालय मार्ग, भागीरथपुरा तिराहा से पोलोग्राउंड से बाएं मुड़कर मल्हार आश्रम में वाहन पार्क करेंगे और रामबाग चौराहा, इमली बाजार चौराहा होकर कार्यक्रम में जा सकेंगे।
    8. बाणगंगा की तरफ से आने वाली कारें मरीमाता चौराहा से बाएं मुड़कर पोलो ग्राउण्ड चौराहा से दाहिने मुड़कर मल्हार आश्रम में वाहन पार्क करेंगे और दर्शक रामबाग चौराहा, इमली बाजार चौराहा से बाएं मुड़कर कार्यक्रम में जा सकेंगे।
    9. लसूड़िया, बापट चौराहा, परदेशी पुरा, नंदानगर, एलआईजी की तरफ से आने वाली बसें कारें परदेशी पुरा चौराहा से भण्डारी ब्रिज या राजकुमार ब्रिज से डीआरपी लाइन से चिमनबाग मैदान में पार्क करेंगे। यात्री नगर निगम चौराहा, रामबाग चौराहा, इमली बाजार चौराहा से बाएं मुड़कर कार्यक्रम में जा सकेंगे। 
    साभार अमर उजाला

  • चंडीगढ़ में कांग्रेस उम्मीदवार वापस लेंगे नामांकन? कांग्रेस और आम आदमी पार्टी गठबंधन पर लग सकती है मुहर

    चंडीगढ़. चंडीगढ़ में मेयर चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है. यहां आम चुनाव से पहले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी गठबंधन मेयर चुनाव में उतरने जा रहा है. दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत अंतिम दौर में पहुंच गई है. गठबंधन पर कभी भी दोनों पार्टियों के हाईकमान की मुहर लग सकती है. ऐसे में कांग्रेस उम्मीदवार अपना नामांकन पत्र वापस ले सकते हैं. चंडीगढ़ में संख्या का गुणा-भाग कुछ ऐसा है कि बिना कांग्रेस की मदद के आम आदमी पार्टी को मेयर की कुर्सी नहीं मिल सकती है. 
    फिलहाल, गठबंधन से पहले कांग्रेस ने अपने सभी पार्षदों की बाड़ेबंदी कर दी है. कांग्रेस ने अपने सभी पार्षदों को चंडीगढ़ से बाहर एक गुप्त जगह पर रखा है.
    सूत्रों का कहना है कि INDIA अलायंस के तहत कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने एकजुट होकर चंडीगढ़ मेयर चुनाव में उतरने की तैयारी कर ली है. आज कांग्रेस के मेयर पद के उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकते हैं. अंतिम दौर की बातचीत चल रही है. कुल 35 सदस्यों वाले चंडीगढ़ नगर निगम में 18 जनवरी को मेयर के चुनाव होने वाले हैं.
    साभार आज तक

  • युवा चेहरे मिलिंद देवड़ा ने भी सोशल मीडिया पर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

    मुंबई। लगातार हार से कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं का विश्वास डगमगाया हुआ है। यही वजह है कि हाल के सालों में पार्टी के कई बड़े नामों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। अब इस कड़ी में नया नाम पार्टी के युवा चेहरे मिलिंद देवड़ा का भी जुड़ गया है। मिलिंद देवड़ा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का एलान किया। मिलिंद देवड़ा की गिनती कांग्रेस के युवा चेहरों में होती थी, लेकिन अब उनके जाने से महाराष्ट्र में पार्टी को झटका लगेगा।
    मिलिंद देवड़ा कांग्रेस छोड़कर एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल होंगे। दरअसल मिलिंद देवड़ा जिस दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं, उस सीट के गठबंधन के तहत शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के पास जाने की चर्चाएं हैं। दक्षिण मुंबई सीट पर पिछली दो बार से (2014 और 2019) शिवसेना के अरविंद सावंत चुनाव जीतते आ रहे हैं। ऐसे में चर्चाएं हैं कि शिवसेना इस बार भी दक्षिण मुंबई सीट पर अपनी दावेदारी कर रही है। चूंकि कांग्रेस का महाराष्ट्र में शिवसेना (उद्धव) और एनसीपी के साथ गठबंधन है। ऐसे में गठबंधन के तहत मिलिंद देवड़ा को दक्षिण मुंबई सीट छोड़नी पड़ सकती थी। ऐसे में माना जा रहा है कि अब मिलिंद देवड़ा एकनाथ  शिंदे की शिवसेना में शामिल होकर दक्षिण मुंबई सीट से फिर चुनाव मैदान में उतर सकते हैं।
    मिलिंद देवड़ा और उनके परिवार का भारतीय राष्ट्रीय  कांग्रेस से लंबा रिश्ता रहा है। मिलिंद के पिता मुरली देवड़ा कांग्रेस के बड़े नेताओं में शुमार किए जाते थे और वह यूपीए सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री और कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्री रहे। मुरली देवड़ा तीन बार दक्षिण मुंबई सीट से लोकसभा सांसद रहे। बीते पांच दशकों से देवड़ा परिवार कांग्रेस से जुड़ा रहा है। मिलिंद देवड़ा ने भी जब कांग्रेस छोड़ने का एलान किया तो उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि वह कांग्रेस पार्टी के साथ अपने 55 सालों के रिश्ते का भी अंत कर रहे हैं। मुरली देवड़ा को पूर्व पीएम राजीव गांधी का करीबी माना जाता था और साल 1999 में महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार को सत्ता में लाने में उनकी अहम भूमिका थी। मिलिंद देवड़ा का कांग्रेस से इस्तीफे एक युग का अंत माना जा रहा है। 
    मिलिंद देवड़ा का जन्म  4 दिसंबर 1976 को मुंबई में हुआ। मिलिंद के पिता मुरली देवड़ा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा हैं। पिता की राह पर चलते हुए मिलिंद भी राजनीति में आए और कांग्रेस पार्टी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। मिलिंद देवड़ा ने अमेरिका की बोस्टन यूनिवर्सिटी से प्रबंधन में स्नातक किया है। राजनीति में आने से पहले मिलिंद देवड़ा ने अमेरिका और भारत में कॉरपोरेट सेक्टर में विभिन्न पदों पर काम किया। साल 2008 में उन्होंने फिल्म निर्माता मनमोहन शेट्टी की बेटी पूजा शेट्टी से शादी की थी। मिलिंद देवड़ा की पत्नी पूजा शेट्टी एक फिल्म निर्माण कंपनी में मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर हैं। मिलिंद देवड़ा ने साल 2004 में दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे और उनका नाम देश के सबसे युवा सांसदों में भी शुमार है। इसके बाद वह 2009 के लोकसभा चुनाव में भी दक्षिण मुंबई सीट से जीत दर्ज करने में सफल रहे। हालांकि 2014 और 2019 के आम चुनाव में मिलिंद देवड़ा को हार का सामना करना पड़ा।
    साभार अमर उजाला 

  • सीट शेयरिंग को लेकर वामदल ने कर दी बड़ी मांग, कहा- जदयू का 17 पर हक नहीं

    पटना। बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में शीट शेयरिंग को लेकर सियासित जारी है। सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड अब भी अपनी 17 सीटों की मांग पर अड़ी हुई है। वहीं अब इस मामले में वाम दल की ओर भी प्रतिक्रिया आई है। वाम दल ने जदयू की 17 सीटों की मांग पर ऐतराज जताया है। उनका कहना है कि बिहार में 17 लोकसभा सीट पर जदयू का कोई हक नहीं बनता है। वहीं डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सीट शेयरिंग के सवाल पर कहा कि गठबंधन के बड़े नेता इसपर तय करेंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मीडिया को जानकारी देकर सीट का बंटवारा नहीं होता है। 
    वामदल के विधायक रामबली सिंह यादव ने इस मामले में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जदयू का 17 लोकसभा सीट पर कोई हक नहीं बनता है। हमलोगों की स्थिति काराकाट, आरा, पाटलिपुत्र और जहानाबाद में काफी मजबूत है। हमलोगों की मांग हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव में हमें यह सीटें चाहिए। बता दें कि जहानाबाद और काराकाट सीट पर जदयू का कब्जा है। काराकाट सीट पर जदयू के महाबली सिंह सांसद हैं। वहीं जहानाबाद सीट पर जदयू के चंदेश्वर चंद्रवंशी सांसद हैं। वामदल के इस मांग के बाद महागठबंधन के अंदर सियासी घमासान मच गया। 
    इधर, वामदल के मांग पर जदयू के वरीय नेता भीष्म सहनी ने कहा कि हमलोग किसी भी हालत में अपनी सीट नहीं छोड़ेंगे। वामदल राजद से शीट शेयरिंग के मामले पर बात करें। हमलोगों 17 सीटों की मांग कर रहे हैं। यह वाजिब मांग है। इन सीटों पर जदयू ने लोकसभा 2019 का चुनाव जीता था। इसलिए इन सीट पर हमारा हक है। इसमें कहीं कोई संशय नहीं है कि हमलोग इस बार भी इन सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। भीष्म सहनी ने कहा कि 20 जनवरी को सभी सीट का फॉर्मूला सामने आएगा। इससे पहले जदयू के विधायक और बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने सोशल मीडिया पर कहा था कि इंडिया गठबंधन में जदयू के 17 सीटों के दावों का आधार भी है। पिछले लोकसभा चुनाव में जदयू पार्टी ने 16 सीटों पर जीत हासिल की थी, कुल मिलाकर 17 सीटों पर हमलोग लड़े थे।
    साभार अमर उजाला

  • प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सुबह-सुबह किया मतदान, बोलीं- बांग्लादेश भाग्यशाली है कि भारत उसका दोस्त है

    ढाका। बांग्लादेश में हिंसा के बीच वोटिंग हो रही है। सुबह आठ बजे मतदान शुरू हुआ। उपद्रवियों के द्वारा अब तक करीब 17 पोलिंग बूथ को आग के हवाले कर दिया गया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना आज सुबह-सुबह मतदान किया।
    इसके बाद उन्होंने भारत की जमकर तारीफ की। हसीने ने कहा, 'हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हमारे पास भारत जैसा भरोसेमंद दोस्त है। मुक्ति संग्राम के दारौन उन्होंने हमारा समर्थन किया। 1975 के बाद जब हमने अपना परिवार खो दिया तो भारत ने हमें आश्रय दिया। भारत के लोगों को हमारी शुभकामनाएं।'
    बांग्लादेश के निर्वाचन आयोग के अनुसार, 42,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर रविवार को होने वाले मतदान में कुल 11.96 करोड़ पंजीकृत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। चुनाव में 27 राजनीतिक दलों के 1,500 से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं और उनके अलावा 436 निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं। भारत के तीन पर्यवेक्षकों समेत 100 से अधिक विदेशी पर्यवेक्षक 12वें आम चुनाव की निगरानी रखेंगे। यह चुनाव कड़ी सुरक्षा के बीच कराया जा रहा है। निर्वाचन आयोग ने कहा कि नतीजे आठ जनवरी की सुबह से आने की उम्मीद है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मुख्यमंत्री मोहन यादव ने फुटपाथ पर सोए लोगों को किए कंबल वितरण

    उज्जैन। मीडिया से चर्चा में सीएम डॉ. यादव ने कहा सुबह मैं दिल्ली में था। राजनाथ सिंह जी के साथ हम हरिद्वार गए। वहां से देहरादून गए और इंदौर होते हुए मैं उज्जैन आया हूं। मुझे इस बात का संतोष है कि हमने वहां साधु-संतों को 2028 के कुंभ के लिए आमंत्रण दिया है और कहा है कि आप उज्जैन आइए, हम अच्छे से सिंहस्थ का आयोजन करेंगे।
    उन्होंन कहा कि मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि विकास के कामों को लेकर हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं। नई सरकार के गठन के साथ हम शिवराज सिंह चौहान के कामों को आगे बढ़ाते चल रहे हैं। रात के समय ठंड का माहौल है और ऐसे में यदि गरीब भाई-बहन फुटपाथ पर सोए हुए हैं तो उनकी मदद कर रहे हैं। कोशिश करेंगे कि सभी रैन बसेरों में सोए।
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव मंच पर तलवार लहराते नजर आए, लगे 'जय जय श्रीराम के नारे', वीडियो वायरल

    जबलपुर. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का एक नया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मुख्यमंत्री को एक सम्मान समारोह के दौरान मंच पर तलवार लहराते हुए देखा जा सकता है.  जबलपुर शहर का यह वीडियो बताया जा रहा है. बुधवार को एक सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री को तलवार भेंट की गई थी. उत्तर मध्य क्षेत्र के विधायक अभिलाष पांडे ने मंच पर सीएम को तलवार दी थी.  मुख्यमंत्री ने म्यान से तलवार निकाली और मुस्कुराते हुए लहराने लगे. यह देख मौके पर मौजूद भीड़ ने 'जय जय श्री राम' के नारे लगाने शुरू कर दिए. जबलपुर में वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के पहले सीएम को तलवार भेंट की गई थी. 
    यह पहला मौका नहीं है जब डॉ मोहन यादव को इस तरह तलवार लहराते हुए देखा गया हो. मुख्यमंत्री बनने से पहले भी वह अखाड़ों में पहलवानी करते और तलवार चलाते देखे जा चुके हैं.  इससे पहले मोहन सिंह यादव का एक वीडियो जमकर वायरल हुआ. इस वीडियो में महाकल की नगरी के रहने वाले इस राजनेता को दोनों हाथ से तलवारबाजी करते हुए देखा जा सकता है. 
    साभार आज तक 

  • भाजपा ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को भव्य और ऐतिहासिक बनाने की तैयारी शुरू की, पीएम मोदी ने संभाली कमान

    नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को भव्य और ऐतिहासिक बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद आगे आकर इसका नेतृत्व कर रहे हैं। अन्य भगवा संगठन उनके प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं। मंदिर निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा समारोह का जिक्र प्रधानमंत्री के हाल के लगभग हर भाषणों में होता है। वह लगातार लोगों को यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि इस ऐतिहासिक अवसर को लेकर कितने उत्साहित हैं।
    पीएम मोदी ने अयोध्या में विभिन्न परियोजनाओं का अनावरण करते हुए राम भक्तों से 22 जनवरी को दिवाली मनाने और अपने घरों में दीपक जलाने का आह्वान किया था। बुधवार को उन्होंने बॉलीवुड गायिका स्वाति मिश्रा द्वारा गाया गया भगवान राम को समर्पित एक गीत शेयर किया। इसके बाद स्वाति मिश्रा का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया। गायक ने इसके लिए पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया। आपको बता दें कि पिछले कुछ हफ्तों में कई गायकों और संगीतकारों ने भगवान राम को गीत समर्पित किए हैं। 
    भाजपा के रणनीतिकार भी लोगों को यह बताने पर काम कर रहे हैं कि दशकों की कठोर लड़ाई कैसे सफल हुई और राम लला की मूर्ति की स्थापना बस कुछ ही दिन दूर है। भाजपा सूत्रों ने कहा कि लोगों की अयोध्या यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए 25 जनवरी से देशव्यापी अभियान चलाया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि 60 दिनों की ड्राइव होगी, जिसके लिए अयोध्या के लिए 35 ट्रेनें संचालित होंगी। भाजपा कार्यकर्ता उन्हें साजो-सामान सहायता प्रदान करेंगे। सूत्रों ने कहा कि यात्रा का खर्च व्यक्तियों द्वारा वहन किया जाएगा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पीएम मोदी ने अयोध्या धाम स्टेशन का उद्घाटन किया, फिर अमृत भारत और वंदे भारत को दिखाई हरी झंडी

    अयोध्या। भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामनगरी को आज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे समेत 16 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात देंगे। अयोध्या में पीएम मोदी ने 15 किमी लंबा रोड करने के बाद अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया। इसके बाद पीएम मोदी ने अमृत भारत और वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई। 
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुनर्विकसित अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया। उनके साथ केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनि वैष्णव और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। पीएमओ के अनुसार, 240 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित, तीन मंजिला आधुनिक रेलवे स्टेशन भवन लिफ्ट, एस्केलेटर, फूड प्लाजा, पूजा की जरूरतों के लिए दुकानें, क्लॉक रूम, चाइल्ड केयर रूम, वेटिंग हॉल जैसी सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। स्टेशन भवन 'सभी के लिए सुलभ' और 'आईजीबीसी प्रमाणित ग्रीन स्टेशन भवन' होगा।
    अमर उजाला 

  • इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग से पहले टकराव और विवाद, बंगाल में अकेले लड़ेंगी ममता

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी गठबंधन इंडिया अलायंस में सीट बंटवारे का फॉर्मूला कैसा रहेगा? इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में तो चर्चाएं चल ही रही हैं, लेकिन गठबंधन के सहयोगी दलों में भी अभी से टकराव और विवाद की खबरें आने लगी हैं. महाराष्ट्र में खुलकर यह लड़ाई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिखने लगी है. शिवसेना (उद्धव गुट) और कांग्रेस नेता आपस में भिड़ गए हैं. पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री और टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने साफ कर दिया है कि वो अपने राज्य में अकेले लड़ाई लड़ेंगी. यानी कांग्रेस और लेफ्ट को सीट शेयरिंग के लिए तैयार नहीं हैं. इसी तरह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का यूपी में दबदबा देखने को मिल रहा है. अखिलेश लगातार इसके संकेत भी दे रहे हैं.
    बता दें कि इंडिया गठबंधन की बैठक में सीटों को लेकर सहमति बनाने के लिए 31 दिसंबर की डेडलाइन तय की गई लेकिन यह कैसे होगा? यह स्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है. पंजाब, दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और यूपी तक में सीट शेयरिंग पर पेंच फंसा है और अलायंस में शामिल पार्टियों के स्थानीय नेताओं में टकराव देखने को मिल रहा है. हालांकि, दिल्ली की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि पहले राज्य स्तर पर सीटों का मसला सुलझाने की कोशिश होगी. वहां बात नहीं बन पाई तब इसे दिल्ली में सुलझाया जाएगा. दिल्ली और पंजाब जैसे राज्यों में जहां दिक्कत है, वहां समस्या कैसे सुलझाना है, ये बाद में तय किया जाएगा. अब डेडलाइन में सिर्फ एक दिन ही बाकी है.
    'महाराष्ट्र: कोई भी हिस्सा छोड़ने को तैयार नहीं'
    सबसे पहले बात महाराष्ट्र की करते हैं. यहां इस बात को लेकर चर्चा है कि महाविकास अघाड़ी में शामिल दल कांग्रेस, उद्धव गुट और एनसीपी में सीटों का बंटवारा कैसे होगा. राज्य में कुल 48 लोकसभा सीटें हैं. उद्धव ठाकरे गुट की तरफ से 23 सीटों की मांग की जा रही है. इसकी सूची तैयार कर ली है. हालांकि, अलायंस में शामिल कांग्रेस इसके लिए तैयार नहीं है. अलायंस में प्रकाश अंबेडकर की पार्टी भी आएगी. हर कोई अपना हिस्सा चाहता है. कोई भी हिस्सा छोड़ने को तैयार नहीं है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सीट शेयरिंग को लेकर उद्धव गुट के राज्यसभा सांसद संजय राउत और कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा के बीच टकराव देखा गया है.
    संजय राउत ने कहा, 'कांग्रेस जीरो से शुरुआत करेगी'
    शिवसेना उद्धव गुट से राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने सीधे तौर पर 23 सीटों पर दावा किया और कहा, पश्चिम मुंबई सीट को लेकर अभी तक शिवसेना और कांग्रेस के बीच चर्चा नहीं हुई है, इसलिए भले ही अभी कुछ लोग इस पर चर्चा कर रहे हैं, हम इस पर वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करेंगे और फैसला लेंगे. राउत ने कहा, ठाकरे की शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. राउत ने यह भी साफ किया कि जिन सीटों पर शिवसेना ने चुनाव लड़ा है, उन पर दावेदारी कायम रहेगी. राउत ने कहा, कांग्रेस को हमें यह नहीं बताना चाहिए कि शिवसेना अलग हुई है या नहीं. भले ही विधायक और सांसद पार्टी छोड़ रहे हैं, लेकिन जनता ही उन्हें चुनती है. 23 सीटों पर शिवसेना ने स्थायी रूप से चुनाव लड़ा है और उनमें से 18 पर शिवसेना के उम्मीदवार हैं. अब भले ही कुछ सांसदों ने शिवसेना छोड़ दी है, लेकिन उन्होंने मजबूती से कहा कि शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
    'दिल्ली में चर्चा चल रही है'
    संजय राउत ने कांग्रेस की आलोचना की और कहा, आपने कौन सी सीटें जीती हैं. महाराष्ट्र में कांग्रेस जीरो से शुरुआत करेगी. वो महाविकास अघाड़ी में हमारे महत्वपूर्ण साथी हैं. हमने वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की है. हम दिल्ली में नेताओं से चर्चा के बाद इस बात पर जोर दे रहे हैं. अभी भी कुछ नेता हमारी आलोचना कर रहे हैं लेकिन हम उन्हें नजरअंदाज करते हैं. राउत ने संजय निरूपम को सलाह दी कि जब तक कांग्रेस आधिकारिक तौर पर स्थिति स्पष्ट नहीं करती, तब तक इस मामले पर चर्चा करने का कोई मतलब नहीं है.
    साभार आज तक 

  • मध्यप्रदेश में आज हो सकता है मंत्रियों को विभाग का बंटवारा

    भोपाल। मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव सरकार के मंत्रियों को शुक्रवार को विभाग का बंटवारा हो सकता है। मुख्यमंत्री गुरुवार को दिल्ली पहुंचे। दिल्ली दौरे पर सीएम केंद्रीय नेताओं के साथ मुलाकात कर मंत्रियों के विभाग बंटवारे को लेकर अंतिम चर्चा कर सकते हैं। सीएम शुक्रवार दोपहर में दिल्ली से भोपाल लौटेंगे।
    दिल्ली दौरे पर जाने से पहले सीएम ने संगठन महामंत्री हितानंद से उनके निवास पर चर्चा की। इसके बाद सीएम दिल्ली रवाना हो गए। सीएम शुक्रवार को दोपहर में दिल्ली से भोपाल लौटेंगे। सीएम के दिल्ली दौरे को लेकर अटकलें लगाई जा रही है कि वह दिल्ली में केंद्रीय नेताओं से मुलाकात कर सकते है और विभाग के बंटवारें को लेकर चर्चा कर सकते हैं। 
    इसके बाद प्रदेश के मंत्रियों को विभाग का बंटवारा कर दिया जाएगा। बता दें डॉ. मोहन यादव कैबिनेट का 12 दिन चले विचार मंथन के बाद 25 दिसंबर को विस्तार हो गया, लेकिन तीन दिन बाद भी मंत्री खाली हाथ हैं। उन्हें विभागों का आवंटन नहीं हो सका है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मंत्रियों के नाम के साथ ही विभागों का आवंटन भी दिल्ली से होना है। इसको लेकर सीएम ने सूची बनाकर आलाकमान को भेज दी है। अब इस पर केंद्रीय नेताओं की तरफ से अंतिम मुहर लगना है। प्रदेश में मुख्यमंत्री के अलावा दो डिप्टी सीएम और 28 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली है।
    प्रदेश में 11 दिसंबर को मुख्यमंत्री और दो डिप्टी सीएम का चयन किया गया। इसके बाद 13 दिसंबर को सीएम और दोनों डिप्टी सीएम ने शपथ ली। इसके 12 दिन बाद 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ, लेकिन अब तक मंत्रियों को विभाग का बंटवारा नहीं हुआ है। 
    साभार अमर उजाला

  • मध्यप्रदेश में हुक्का बार चलाने पर 3 साल तक की सजा, देना होगा एक लाख जुर्माना भी

    भोपाल। मध्य प्रदेश में होटल, रेस्टारेंट संचालकों पर सख्त कार्रवाई होगी, जो हुक्का बार का संचालन करते पाए। इसको लेकर प्रदेश सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसमें हुक्का बार चलाने पर 3 साल तक की सजा का प्रावधान और सजा के साथ एक लाख तक का जुर्माना भी देना होगा। नए साल के जश्न से पहले जारी नोटिफिकेशन में सब इंपेस्टर या उससे उच्च पद पर पदस्थ अधिकारी को कार्रवाई करने का अधिकार होगा। राज्य सरकार ने सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पादन मध्य प्रदेश संशोधन अधिनियम 2023 लागू किया गया है। इस संशोधित अधिनियम के अनुसार आवासीय होटल, रेस्टोरेंट, भोजनालय,लोक मनोरंजन के ऐसे संस्थान जहां राज्य सरकार शासन द्वारा अधिसूचित किया जाएगा वहां हुक्का बार संचालित नहीं किया जाएंगे।
    साभार अमर उजाला

  • मोहन कैबिनेट में नही मिली शिवराज के 10 मंत्रियों को जगह, भाजपा नेता ने बताई वजह

    भोपाल। सोमवार को मध्य प्रदेश में नई बनी भाजपा सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार हुआ। एमपी के पहले कैबिनेट विस्तार में कुल 28 मंत्रियों ने शपथ ली है। इस कैबिनेट में पू्र्व की शिवराज सरकार के 6 मंत्रियों ने भी शपथ ली है। हालांकि, शिवराज सरकार के ज्यादातर मंत्रियों को मोहन यादव कैबिनेट में जगह नहीं मिली है। इसको लेकर कहा जा रहा है कि मोहन कैबिनेट में शिवराज सिंह का दबदबा घट गया है। अब भाजपा के एक नेता ने शिवराज सरकार के मंत्रियों को मोहन यादव कैबिनेट में जगह ना मिलने की वजह भी बताई है। आइये जानते हैं, पिछली सरकार में मंत्री रहे विधायकों को कैबिनेट में जगह क्यों नहीं दी गई...
    भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने 'हिंदुस्तान टाइम्स' से बातचीत करते हुए कहा कि पिछली सरकार के जिन मंत्रियों को कैबिनेट में जगह नहीं मिली है, उनमें से ज्यादातर मंत्रियों की परफॉर्मेंस अच्छी नहीं थी। भाजपा नेता ने कहा कि परफॉर्मेंस के साथ-साथ कुछ नेताओं का विवादों से नाता होने के चलते भी उन्हें मोहन कैबिनेट में जगह नहीं मिली। शिवराज सरकार में मंत्री रहे दस विधायकों को मोहन कैबिनेट में जगह नहीं दी गई है।
    मध्य प्रदेश विधानसभा में कई बार के विधायक रहे गोपाल भार्गव ने खुद ही कहा था कि वो कैबिनेट का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं। उन्होंने कैबिनेट में शामिल होने को लेकर अनिच्छा जाहिर कर दी थी। इन नेताओं के अलावा शिवराज सरकार में शहरी विकास मंत्री रहे  भूपेंद्र सिंह को भी मोहन यादव कैबिनेट में जगह नहीं मिली। भूपेंद्र सिंह को लेकर भाजपा नेता ने कहा कि पार्टी के दूसरे नेताओं से लगातार लड़ाई के चलते पूर्व शहरी विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह को मोहन कैबिनेट में जगह नहीं मिली है।
    बता दें कि सोमवार को 28 मंत्रियों ने मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री के रूप में शपथ ली। इस दौरान मंत्रिपद की शपथ लेने वाले विधायकों में 12 मंत्री ओबीसी वर्ग से हैं। इसके अलावा एससी/ एसटी और सामान्य वर्ग के विधायकों को भी मंत्रिपद दिया गया है। शपथ लेने वाले 28 मंत्रियों में 18 ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली, 6 मंत्रियों ने राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पद की शपथ ली, वहीं 4 मंत्रियों ने राज्यमंत्री की शपथ ली है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • आज हो सकती है मंत्रियों के साथ विभागों के बंटवारे पर चर्चा, बैठक आज

    भोपाल। मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की फुल कैबिनेट बैठक मंगलवार को मंत्रालय में होने वाली है। इसमें  मंत्रियों के साथ विभागों के बंटवारे पर चर्चा करेंगे। सरकार की प्राथमिकताओं के बारे में भी बातचीत होगी। बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने 6 महीने के लिए कामकाज की गाइडलाइन तय की है, इस बारे में भी मंत्रियों को जानकारी दी जाएगी।
    यह डॉ. मोहन यादव कैबिनेट की दूसरी बैठक है। 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री ने दोनों डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल के साथ पहली कैबिनेट मीटिंग की थी। मुख्यमंत्री आज शाम को ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा भी करने वाले हैं।
    सीएम डॉ. मोहन यादव ने कैबिनेट का विस्तार सोमवार को किया है। अब कुल मंत्रियों की संख्या बढक़र 31 हो गई है। सोमवार को 28 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। दो उप मुख्यमंत्रियों ने 13 दिसंबर को यादव के सीएम पद की शपथ लेने के साथ शपथ ग्रहण कर ली थी।
    अब जबकि पूरी कैबिनेट गठित हो गई है तो  विभागों के बंटवारे का काम भी पूरा करने में जुटे हैं। यह तय है कि सामान्य प्रशासन विभाग अपने पास रखेंगे और बाकी विभागों को उप मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों के बीच बांटेंगे।
    विकसित भारत संकल्प यात्रा पर रहेगा जोर
    विकसित भारत संकल्प यात्रा प्रदेशभर में शुरू हो चुकी है। अब मंत्रियों की जिम्मेदारी तय होगी कि वे जिलों में विकसित भारत संकल्प यात्रा को सफल बनाने के लिए काम करें। इसके लिए लोगों से संवाद और उनको केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए कहा जाएगा, ताकि चुनाव के पहले सभी लोकसभा क्षेत्रों में 100प्रतिशत हितग्राहियों को लाभ मिल सके।
    मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के सभी संभागों में अपर मुख्य सचिव और अफसरों की ड्यूटी सामान्य प्रशासन और गृह विभाग द्वारा लगाई गई है। इनकी जिम्मेदारी होगी कि वे संभागों में दो महीने में एक बैठक करें और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिलों और संभागों का अपडेट लेते रहें। वे मुख्यमंत्री की संभागीय बैठकों में मौजूद रहें।

  • स्वामी प्रसाद ने फिर दिया विवादित बयान... हिंदू धर्म को बताया धोखा

    नई दिल्ली. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में पार्टी नेताओं को विवादित बयान देने से बचने की नसीहत दी थी, इसके बावजूद स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर विवादित बयान दिया. स्वामी प्रसाद दिल्ली में जंतर-मंतर पर एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे, यहां उन्होंने हिंदू धर्म को एक धोखा बता दिया, जिसके बाद विवाद तेज हो गया. 
    स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, "हिंदू धर्म एक धोखा है. वैसे भी सुप्रीम कोर्ट ने 1995 में अपने आदेश में कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं है, ये लोगों के जीवन जीने की एक शैली है." 
    सपा नेता ने आगे कहा, "राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने दो बार बार कहा कि हिंदू कोई धर्म नहीं है, यह जीवन जीने का एक तरीका है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा कि हिंदू कोई धर्म नहीं है. जब ये लोग ऐसे बयान देते हैं तो भावनाएं आहत नहीं होतीं लेकिन अगर यही बात स्वामी प्रसाद मौर्य कह देते हैं तो हिंदू धर्म, धर्म नहीं है बल्कि एक धोखा है, जिसे हम हिंदू धर्म कहते हैं वो कुछ लोगों के लिए धंधा है तो लोगों की भावनाएं आहत हो जाती हैं."
    साभार आज तक

  • मध्यप्रदेश में आज मंत्रिमंडल विस्तार, साढ़े तीन बजे होगा शपथ ग्रहण समारोह

    नई दिल्ली। मध्य प्रदेश सरकार के नए मंत्रिमंडल का विस्तार सोमवार को किया जाएगा। यह जानकारी खुद सीएम मोहन यादव ने रविवार को दी। रविवार शाम को नई दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने के बाद सीएम मोहन यादव ने संवाददाताओं से कहा- नई कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह सोमवार को दोपहर 3:30 बजे होगा। पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में हम 'डबल इंजन' सरकार के हिस्से के रूप में मध्य प्रदेश के विकास की शपथ लेंगे। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि सोमवार को कितने मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी।
    गौरतलब है कि मोहन यादव ने दो दिनों तक दिल्ली में ही डेरा डाले रखा था। इस दौरान उन्होंने बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। माना जा रहा है कि इसी दौरान पार्टी आलाकमान की ओर से कैबिनेट के चेहरों पर भी मुहर लगी। सूत्रों की मानें कैबिनेट में नए और पुराने चेहरों के बीच तालमेल नजर आएगा। शपथग्रहण की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 230 विधायकों वाले मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री समेत मंत्रिपरिषद की अधिकतम संख्या 35 हो सकती है।  
    कैबिनेट अनुभवी और नए नेताओं से सजी होगी। माना जा रहा है कि शुरुआत में कैबिनेट में कम से कम 20 से 25 मंत्री शामिल किए जा सकते हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं बताया गया है। फिलहाल कैबिनेट में (मुख्यमंत्री मोहन यादव और दो डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा) तीन सदस्य ही हैं। सीएम मोहन यादव ने 13 दिसंबर को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
    बता दें कि मुख्यमंत्री और उनके दोनों डिप्टी ने 22 दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी में पीएम मोदी से मुलाकात की थी। इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर चर्चा भी हुई थी। एक दिन पहले ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश प्रभारी हितानंद ने भी दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात की थी। सीएम मोहन यादव ने रविवार शाम को नई दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। 
    साभार लाइव हिंदुस्तान

  • डबल इंजन की सरकार एमपी में विकास को तेजी देगी, बोले- पीएम मोदी

    इंदौर। कपड़ा मिलों के दौर में इंदौर की तुलना इंग्लैंड की मैनचेस्टर सिटी से होती थी। धीरे धीरे सरकारों और नेताओं की गलती से इंदौर का वह गौरव खो गया। अब भाजपा सरकार में वह गौरव फिर लौट रहा है। इंदौर ने स्वच्छता में पूरी दुनिया में नाम कमाया और अब उद्योग, सौर ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में मिसाल कायम करने की बारी है। यह बातें इंदौर के कनकेश्वरी देवी मैदान में हुकुमचंद मिल के मजदूरों को राहत राशि देने के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कही। कार्यक्रम में वे ऑनलाइन जुड़े।
    पीएम मोदी ने कहा कई लोगों की तपस्या से मिल मजदूरों को यह राशि मिली है। आज मध्यप्रदेश में नई सरकार आने के बाद मेरा पहला कार्यक्रम है। डबल इंजन की सरकार एमपी में विकास को तेजी देगी। एमपी की नई टीम भविष्य में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल करेगी। 224 करोड़ की राशि आज जो जारी हुई ये मिल मजदूरों के परिवार को मजबूती देगी। मेरे लिए चार जातियां सबसे महत्वपूर्ण हैं। युवा, गरीब, बहनें, किसान। इंदौर की तुलना पहले मैनचेस्टर से होती थी। हम उसी गौरव को वापस लौटाएंगे। इंदौर में हजारों करोड़ रुपए के निवेश से रोजगार को गति मिलेगी। 
    इससे पहले कार्यक्रम में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा इंदौर अब खेलों पर फोकस करेगा और स्पोर्ट्स का नया केंद्र बनेगा। राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा मैं भूल जाता हूं कि मैं इंदौर का विधायक हूं। याद नहीं रहता एक नंबर का विधायक हूं। कैलाश ने कहा विधायक मधु वर्मा ने बड़ा शिकार किया। उनका आशय चुनाव में जीतू पटवारी की हार से था जिन्हें मधु वर्मा ने हराया है। कैलाश बोले मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सबसे पहले हुकुमचंद मिल मजदूरों की बकाया राशि स्वीकृत की। वे खुद मजदूर के बेटे हैं इसलिए उन्होंने मजदूरों का दर्द पहचाना। 32 साल मजदूरों ने संघर्ष किया। अब इंदौर अगले पांच साल में नया इंदौर बनेगा।
    साभार अमर उजाला

  • डॉ. मोहन यादव कैबिनेट : 18 कैबिनेट मंत्रियों, छह राज्यमंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) और चार राज्यमंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली

    भोपाल।  मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव कैबिनेट ने आकार ले लिया है। सोमवार को 18 कैबिनेट मंत्रियों, छह राज्यमंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) और चार राज्यमंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इसे मिलाकर अब डॉ. मोहन यादव की कैबिनेट में उन्हें मिलाकर 31 सदस्य हो गए हैं। दो उप-मुख्यमंत्रियों- जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला ने मुख्यमंत्री के साथ शपथ ली थी। टीम मोहन यादव में अब भी चार पद रिक्त हैं, जो लोकसभा चुनावों के बाद भरे जा सकते हैं। 
    मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव की कैबिनेट में शपथ लेने वालों में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक- तुलसी सिलावट, ऐदल सिंह कंसाना, गोविंद सिंह राजपूत और प्रद्युमन सिंह तोमर ने भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। खास बात यह है कि शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट के सदस्य रहे छह मंत्रियों में से तीन मंत्री तो सिंधिया समर्थक ही हैं। उनके अलावा शिवराज सिंह चौहान की टीम के सदस्य रहे विजय शाह, विश्वास सारंग, इंदरसिंह परमार को ही डॉ. यादव कैबिनेट में मौका मिला है। शेष सभी नए चेहरे हैं। 
    सीएम, डिप्टी सीएम को मिलाकर मालवा-निमाड़ से 10 मंत्री
    31 सदस्यीय मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा समेत मालवा-निमाड़ से 10 मंत्री हो गए हैं। विंध्य से डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला समेत तीन मंत्री हैं। उसके बाद मध्य भारत से छह, महाकौशल से पांच, ग्वालियर-चंबल से चार और बुदेलखंड से तीन मंत्री बनाए गए हैं। जातिवार देखें तो मोहन सरकार में अब 4 एससी, 5 एसटी, 11 ओबीसी और 11 सामान्य वर्ग से मंत्री बनाए गए हैं।
    प्रतिमा बागरी सबसे युवा, वर्मा सबसे बुजुर्ग
    डॉ. मोहन यादव के 31 सदस्यीय मंत्रिमंडल में सदस्यों की औसत उम्र 58 वर्ष है। इसमें 60 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले 14 मंत्री हैं। सबसे बुजुर्ग करण सिंह वर्मा 68 वर्ष के हैं। इसी तरह सबसे युवा मंत्री प्रतिमा बागरी हैं, जिनकी उम्र 35 साल है। 
    प्रदेश में पहली बार बन रहे मंत्री
    आज शपथ लेने वालों  में दस मंत्री पहले भी मंत्रालय में जिम्मेदारी उठा चुके हैं। 13 विधायक ऐसे हैं जिन्हें पहली बार मंत्री बनने का मौका मिला है।
    नरेंद्र शिवाजी पटेल
    संपतिया उईके
    निर्मला भूरिया
    नागर सिंह चौहान
    चैतन्य कश्यप
    धर्मेंद्र लोधी
    दिलीप जायसवाल
    गौतम टेटवाल
    लखन पटेल
    नारायण पवार
    राधा सिंह
    प्रतिमा बागरी
    कृष्णा गौर
    शिवराज सरकार के छह मंत्री
    तुलसी सिलावट
    गोविंद सिंह राजपूत
    प्रदुम्न सिंह तोमर
    विश्वास सारंग
    इंदर सिंह परमार
    विजय शाह
    जो नेता पहले भी मंत्री रह चुके हैं
    तुलसी सिलावट
    गोविंद सिंह राजपूत
    एदल सिंह कंसाना
    प्रदुम्न सिंह तोमर
    नारायण सिंह कुशवाह
    विजय शाह
    करण सिंह वर्मा
    विश्वास सारंग
    इंदर सिंह परमार
    कैलाश विजयवर्गीय
    रीति पाठक को जगह नहीं
    मध्यप्रदेश में भाजपा ने जिन सात सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा था। उनमें प्रहलाद पटेल, उदय राव सिंह, राकेश सिंह, रीति पाठक, नरेंद्र सिंह तोमर जीते थे। माना जा रहा था कि इन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। रीति पाठक को मंत्री नहीं बनाया गया है। यानी सांसद से विधायक बने पांच नेताओं में से तीन को आज शपथ दिलाई गई तो नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा अध्यक्ष बनाए गए हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • जहां-जहां पड़े भगवान कृष्ण के पांव, उन स्थानों को तीर्थस्थल के रूप में किया जाएगा विकसित : मुख्यमंत्री मोहन यादव

    भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने निर्णय लिया है कि जहां-जहां भगवान कृष्ण के पांव पड़े हैं या जहां-जहां उन्होंने लीलाएं की हैं, उन स्थानों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। मध्य प्रदेश का उज्जैन जहां उन्होंने 64 कलाएं और 14 विधाएं सीखी हैं, धार के पास अमझेरा जहां जानापाव में परशुराम को सुदर्शन चक्र दिया, उन सभी जगहों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह भाजपा सरकार का निर्णय है।
    मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की है कि मध्यप्रदेश में भगवान कृष्ण ने जहां भी लीलाएं की हैं, जहां उन्होंने शिक्षा ग्रहण की है, उन सभी जगहों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। बता दें कि भगवान ने उज्जैन में शिक्षा ग्रहण की थी और 18 दिनों में 18 पुराण, 4 दिन में 4 वेद, 6 दिन में 6 शास्त्र, 16 दिन में 16 कलाएं, 20 दिनों में गीता का ज्ञान प्राप्त किया था। यहीं पर उन्होंने मंगलनाथ रोड स्थित ऋषि सांदीपनि आश्रम, महर्षि सांदीपनि की तपस्थली में भाई  बलराम और सुदामा के साथ शिक्षा ग्रहण की थी। यह वही स्थान है जहां भगवान ने गुरु दक्षिणा में गुरु पुत्र लौटाया था। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा इन सभी जगहों को तीर्थस्थल के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है।
    उज्जैन के मंगलनाथ रोड स्थित महर्षि सांदीपनि आश्रम शिप्रा नदी के गंगा घाट पर स्थित है। इस स्थान पर गोमती कुंड भी बना हुआ है। यहां पर गुरु संदीपनी के साथ ही कृष्ण, बलराम और सुदामा की मूर्तियां स्थापित हैं। यह आश्रम महर्षि सांदीपनि की तपस्थली है। यहां महर्षि ने घोर तपस्या की थी। इसी स्थान पर महर्षि सांदीपनि ने वेद-पुराण शास्त्र आदि की शिक्षा के लिए आश्रम का निर्माण करवाया था। दुनियाभर से संदीपनी आश्रम में श्रद्धालु आते हैं और श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली के रूप में इसका दर्शन करते हैं। ऐसी मान्यता है कि यहीं पर 5,236 साल पहले भगवान श्रीकृष्ण का विद्यारंभ संस्कार हुआ था। 
    पुजारी रूपम व्यास  बताते हैं कि महर्षि सांदीपनि भगवान श्रीकृष्ण के गुरु थे। मथुरा में कंस वध के बाद भगवान श्रीकृष्ण को वासुदेव और देवकी ने शिक्षा ग्रहण करने के लिए अवंतिका नगरी उज्जैन में गुरु सांदीपनि के पास भेजा। भगवान कृष्ण और बलराम इनसे शिक्षा प्राप्त करने मथुरा से उज्जयिनी आए थे। महर्षि सांदीपनि ने ही भगवान श्रीकृष्ण को 64 कलाओं की शिक्षा दी थी। श्रीकृष्ण ने भाई बलराम के साथ 64 दिन शिक्षा ली थी। इस दौरान उन्होंने 14 विद्याएं और 64 कलाएं सीखी थीं।  इस स्थान पर श्रीकृष्ण को गुरु सांदीपनि ने स्लेट पर तीन मंत्र लिखवाए थे। यहां यह परंपरा आज भी चल रही है।
    उज्जैन की अवंतिका नगरी भगवान कृष्ण की शिक्षा स्थली ही नहीं ससुराल भी है। भगवान श्री कृष्ण ने यहाँ के राजा जयसेन की पुत्री मित्रवृन्दा से विवाह भी किया है। यहां भगवान कृष्ण का अनूठा मंदिर है, जहां श्री कृष्ण मित्रवृन्दा के साथ विराजमान है और जमाई के रूप में पूजे जाते हैं। कृष्ण वृंदा धाम मंदिर के पुजारी गिरीश गुरु बालक महाराज जानकारी देते हुए कहते हैं कि मित्रवृन्दा 5वीं पटरानी हैं, जिससे स्वयंवर में भगवान ने विवाह किया था। जन्माष्टमी के अवसर पर यहां भक्तों का ताँता लगा रहता है। बाद में श्रीकृष्ण यहां के जमाई बन गए। उज्जैन के राजा जयसिंह की पुत्री राजकुमारी मित्रवृंदा का स्वयंवर में श्रीकृष्ण से विवाह हुआ। वे भगवान श्रीकृष्ण की 5वीं पटरानी बनीं थीं। जन्माष्टमी के मौके पर इस मंदिर में विशेष पूजा पाठ की जा रही है। इस अनूठे मंदिर की स्थापना संत गुरु बालक ने की है।
    साभार लाइव हिंदुस्तान

  • राहुल ने नीतीश को किया फोन, खड़गे का नाम आगे किए जाने पर कांग्रेस का रुख स्पष्ट किया

    पटना। इंडिया गठबंधन की 19 दिसंबर को दिल्ली में हुई चौथी बैठक के बाद राहुल गांधी ने पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की है. जेडीयू सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी और नीतीश कुमार ने फोन पर हुई बातचीत में आगामी लोकसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा की और इंडिया ब्लॉक को मजबूत करने के संबंध में विचार-विमर्श किया. 
    जेडीयू सूत्रों के मुताबिक राहुल ने नीतीश से बातचीत के दौरान ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल की तरफ से विपक्ष के पीएम पद के उम्मीदवार के रूप में मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम आगे किए जाने पर कांग्रेस का रुख स्पष्ट किया. इंडिया ब्लॉक बैठक में टीएमसी सुप्रीमो ने अचानक से खड़गे के नाम का प्रस्ताव रख दिया था. आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया था.
    साभार आज तक

  • कैलाश विजयवर्गीय ने की मोहन यादव की जमकर तारीफ

    इंदौर। मध्य प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने गुरुवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव की खूब तारीफ की। उन्होंने मोहन यादव से अपनी तुलना करते हुए यह भी बताया कि वह उनसे डिग्री के मामले में पिछड़ गए। हंसते हुए मंच से विजयवर्गीय ने अपनी और मोहन यादव की  डिग्रियां भी गिनाईं। उन्होंने कहा कि मोहन यादव बहुत वर्सेटाइल नेता हैं।
    दरअसल इंदौर में सीएम मोहन यादव के दौरे को लेकर बीजेपी की संभागीय बैठक थी। इसमें वरिष्ठ नेता सुमित्रा महाजन समेत कई नेता मौजूद थे। इसमें विजयवर्गीय ने कहा कि उनमें और मोहन यादव में कई समानताए हैं। उन्होंने कहा, 'वर्सेटाइल पर्सनेल्टी है हमारे मुख्यमंत्री जी की, यादव, कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष, मैं भी अखाड़े में गया, वे भी अखाड़े में गए। एक तो यादव, कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष एक चीज में पिछड़ गया, मैं बीएएसी, एलएलबी हूं। उन्होंने बीएससी किया, एमए किया, एलएलबी किया, एमबीए किया और पीएचडी किया।'
    कैलाश विजयवर्गीय ने मजाकिया अंदाज में कहा कि कहा कि वह विधायक हैं, संगठन में महामंत्री हैं, लेकिन लोग उन्हें हल्के में ले रहे हैं। सगंठन में मजबूत पकड़ रखने वाले कैलाश विजयवर्गीय को पार्टी ने इस बार इंदौर-1 सीट से विधानसभा चुनाव लड़ाया। कैलाश विजयवर्गीय को मोहन यादव सरकार में मंत्री बनाए जाने की संभावनाएं हैं। इससे पहले इनका नाम संभावित मुख्यमंत्री दावेदारों में भी गिना जा रहा था। हालांकि, बाजी मोहन यादव के हाथ लगी, जो शिवराज सिंह चौहान सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री थे। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • केजरीवाल ने ईडी के समन का दिया जवाब, ईमानदारी वाली दलील, ये राजनीति से प्रेरित और गैर जरूरी

    नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय को समन पर अपना जवाब भेज दिया है। ईडी ने केजरीवाल को दिल्ली के कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में 21 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था। समन पर पेशी की बजाय पंजाब में विपश्यना के लिए जा चुके केजरीवाल ने समन को राजनीति से प्रेरित और गैर जरूरी करार दिया है। उन्होंने यह भी कहा है कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। 
    केजरीवाल ने कहा कि वह हर कानूनी समन मानने को तैयार हैं, लेकिन ईडी का यह समन भी पिछले समन की तरह गैर कानूनी है। उन्होंने इसे राजनीति से प्रेरित बताते हुए वापस लेने की मांग की। दूसरी बार ईडी के समन को दरकिनार करने वाले केजरीवाल ने कहा, 'मैंने अपना जीवन ईमानदारी और पारदर्शिता से जिया। मेरे पास छिपाने को कुछ नहीं है।' इससे पहले केजरीवाल को 2 नवंबर को केंद्रीय जांच एजेंसी ने तलब किया था। तब उन्होंने चुनावी व्यस्तता का हवाला दिया था। 
    केजरीवाल को ईडी ने ऐसे समय पर पूछताछ के लिए बुलाया है जब आम आदमी पार्टी को भी आरोपी बनाए जाने की तैयारी चल रही है। कथित शराब घोटाले से जुड़े इसी मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया फरवरी से ही जेल में बंद हैं। अक्टूबर के पहले सप्ताह में आम आदमी पार्टी के एक और वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। आप नेता विजय नायर को भी गिरफ्तार किया गया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • जनसंपर्क आयुक्त के पद से मनीष सिंह को हटाया


    भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अधिकारियों की जमावट नए सिरे से शुरू कर दी है। इसी कड़ी में जनसंपर्क आयुक्त और मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के एमडी मनीष सिंह को हटा दिया है। उनको मध्य प्रदेश शासन अपर सचिव बनाया गया है। वहीं, जनसंपर्क आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार जनसंपर्क सचिव विवेक पोरवाल और एमडी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन का अतिरिक्त प्रभार नगरीय प्रशासन एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मण्डलोई को सौंपा गया है। इस संबंध में देररात सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी किए। 
    इससे पहले मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी को भी हटाया गया था। उनको प्रमुख सचिव मध्य प्रदेश शासन बनाया गया। उनकी जगह राघवेंद्र सिंह को मुख्यमंत्री का प्रमुख सचिव बनाया गया है। जल्द ही कुछ और वरिष्ठ अधिकारियों के विभाग बदले जाने की भी संभावना है। 
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री ने भाजपा विधायकों और संगठन के पदाधिकारियों को दिया रात्रिभोज, तोमर, पटेल, शिवराज, कैलाश रहे मौजूद

    भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने विंध्य कोठी पर भाजपा विधायकों और संगठन के पदाधिकारियों को रात्रि भोज दिया। इसमें भाजपा विधायक समेत संगठन के पदाधिकारी शामिल हुए। इसमें कई राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई। डिनर में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद, डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव समेत भाजपा विधायक शामिल हुए। डिनर में शामिल होने पहुंचे उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि विधायकों के साथ भोजन सामान्य है। उन्होंने कहा कि राजनीति की बात भी होगी। लोकसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा होगी। मंत्रिमंडल को दिल्ली में आलाकमान से पूछिए। 
    वहीं, पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक भूपेंद्र सिंह ने इंडी गठबंधन में प्रधानमंत्री का फेस मल्लिकार्जुन खरगे को बनाने की घोषणा पर कहा कि कोई भी चेहरा रख लें। मोदी जी ही लोकप्रिय है। उनको कोई टक्कर नहीं दे सकता। भाजपा लोकसभा चुनाव के लिए तैयार है।
    साभार अमर उजाला

     

  • भाजपा आंबेडकर के बाद गोडसे की तस्वीर लगाएगी - नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार

    उज्जैन। मध्य प्रदेश विधानसभा में सदन के अंदर पंडित नेहरू की तस्वीर हटाए जाने से उपजा विवाद अब गोडसे की तस्वीर तक आ गया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का कहना है कि नेहरू जी की फोटो हटाना महत्वपूर्ण नहीं है। महत्वपूर्ण है कि उनके विचार खत्म करने का प्रयास करना। आगे देखिए भाजपा आंबेडकर जी की फोटो हटाकर गोडसे के फोटो लगाएगी। 
    वहीं, कांग्रेस से जयवर्धन सिंह ने कहा कि सदन से जवाहरलाल नेहरू की फ़ोटो हटाना अफ़सोसजनक है। दो देश एक साथ आजाद हुए थे, भारत और पाकिस्तान। पाकिस्तान की क्या हालत हो गई है, सबको पता है। भारत में लोकतंत्र की नींव मजबूत जवाहरलाल नेहरू के कारण हुई है। भाजपा या जिस किसी ने नेहरू की फोटो हटाई है, गलत है। मैं प्रोटेम स्पीकर से ऐसी हल्की राजनीति को लेकर चर्चा करूंगा। 
    इसी मुद्दे पर सत्ता पक्ष के बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने पटलवार करते हुए कहा कि बाबा आंबेडकर का चित्र भारत के संविधान का चित्र है। मैं पूछना चाहता हूं संविधान निर्माता बाबा आंबेडकर हैं कि नहीं। बाबा आंबेडकर के प्रति कांग्रेस की आस्था और विश्वास है कि नहीं। करोड़ों लोगों के आस्था के केंद्र हैं संविधान निर्माता आंबेडकर। उनकी फोटो विधानसभा में होना चाहिए या नहीं। कांग्रेस क्या बाबा आंबेडकर में गोडसे देखती है। गांधीजी और बाबा आंबेडकर के प्रति हमारी आस्था है और रहेगी। 
    साभार अमर उजाला

  • पीएम मोदी ने किया 7 मंजिला स्वर्वेद मंदिर का उद्घाटन

    वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हैं। सोमवार को वह सात मंजिला स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन भी करने जा रहे हैं। ऐतिहासिक रूप से भी यह मंदिर खास होने वाला है, क्योंकि इसका नाता सीधे सद्गुरु सदाफल देवजी महाराज से भी जुड़ता है। इसके अलावा पीएम मोदी 19 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के विकास कार्यों का भी ऐलान करने वाले हैं।
    सात मंजिलों वाला यह भव्य मंदिर उत्तर प्रदेश के वाराणसी से 12 किमी दूर उमराहा में स्थित है। यह 125 पंखुड़ियों वाले कमल के गुंबद से सजा हुआ है। यहां 20 हजार लोगों के एक साथ बैठने की व्यवस्था है। मंदिर 3 लाख स्क्वॉयर फीट से ज्यादा क्षेत्र में फैला हुआ है और यहां मकराना मार्बल पर स्वर्वेद के 3137 छंद भी उकेरे हुए हैं।
    महामंदिर की आधारशिला सद्गुरु आचार्य स्वतंत्र देव और संत परिवार विज्ञान देव ने साल 2004 में रखी थी। तब से ही इसका निर्माण जारी है। खास बात है कि निर्माण में 15 इंजीनियरों के साथ-साथ 600 कर्मी भी लगे थे। मंदिर में 101 फव्वारे हैं। मंदिर की दीवारों पर गुलाबी पत्थर लगा हुआ है और आसपास बड़ा बगीचा है, जहां जड़ी बूटियां लगा हुई हैं।
    दरअसल, स्वर्वेद के लेखक सदाफल देवजी महाराज ही हैं। उन्होंने विहंगम योग की स्थापना की थी। महाराज का जन्म 19वीं सदी में हुआ था। वह आध्यात्मिक गुरु और विद्वान थे। मंदिर से जुड़े एक अधिकारी बताते हैं कि महामंदिर में सद्गुरु सदाफल देवजी की मूर्ति भी है। मंदिर वेबसाइट के अनुसार, महामंदिर दुनिया का सबसे बड़ा ध्यान का केंद्र या मेडिटेशन सेंटर बनेगा, जहां एकबार में 20 हजार लोग एक साथ बैठ सकेंगे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • प्रदेश में मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद प्रशासनिक फेरबदल की संभावना, सीएम के पीएस बने राघवेंद्र सिंह

    भोपाल। प्रदेश के बड़े पदों पर बैठे अधिकारियों की नई पोस्टिंग की फाइल तैयार की जा रही है। हालांकि, नए सिरे से अधिकारियों की जमावट मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद ही होने की संभावना है। इस बीच  मध्य प्रदेश शासन सामान्य प्रशासन विभाग ने शुक्रवार देररात प्रशासनिक फेरबदल किया है। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी की जगह खनिज साधन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का प्रमुख सचिव बनाया गया है। इस संबंध में मुख्य सचिव वीरा राणा ने आदेश जारी किए।
    मुख्य सचिव, डीजीपी की भी तलाश जारी 
    मध्य प्रदेश की मुख्य सचिव वीरा राणा अतिरिक्त प्रभार में है। वे मार्च 2024 में सेवानिवृत्त होने वाली हैं। इसके अलावा डीजीपी सुधीर सक्सेना भी अगले साल सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इन दोनों अधिकारियों की जगह नए अधिकारियों की तलाश शुरू हो गई है। मुख्य सचिव के लिए केंद्र में सेवा दे रहे आईएएस अधिकारी अनुराग जैन का नाम सबसे आगे चल रहा है। इसके अलावा मुख्यमंत्री सचिवालय में भी कई अधिकारी बदले जाएंगे। सूत्रों का कहना है कि विधानसभा सत्र के बाद कुछ अधिकारियों को नई जिम्मेदारी देने के आदेश जारी किए जा सकते हैं।  
    जनवरी के अंत में होंगे मैदानी अमले के ट्रांसफर
    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अभी अपनी कैबिनेट के साथ ही विकसित भारत संकल्प यात्रा को सफल बनाने पर फोकस कर रहे हैं। इस यात्रा को सफल बनाने की जिम्मेदारी मैदानी अधिकारियों पर है। यह यात्रा 26 जनवरी को समाप्त हो रही है। ऐसे में अभी जिलों के अधिकारियों को हटाने का यात्रा पर प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में अटकलें है कि यात्रा के बाद बड़े स्तर पर मैदानी अधिकारियों के तबादले होंगे।
    साभार अमर उजाला

  • मप्र कांग्रेस में बड़ा फेरबदल, कमलनाथ की जगह जीतू पटवारी बने प्रदेश अध्यक्ष, सिंघार नेता-प्रतिपक्ष

    पूर्व मंत्री और राहुल गांधी के नजदीकी माने जाने वाले जीतू पटवारी को मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया है। वे कमलनाथ की जगह लेंगे। वहीं सदन में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका अब आदिवासी नेता और विधायक उमंग सिंघार संभालेंगे।  बता दें कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की करारी हार के बाद से ही प्रदेश अध्यक्ष के बदलाव की बात कही जा रही थी। अब कांग्रेस में बड़ा फेरबदल हुआ है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे कमलनाथ की जगह अब कमान जीतू पटवारी को सौंपी गई है। वहीं उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है। उनका नाम काफी समय से चर्चा में था। उन्हें जिम्मेदारी देकर कांग्रेस ने आदिवासियों को भी साधा है। वहीं हेमंत कटारे को उप नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है। 

  • विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद नेता हो रहे विरोधी तो पार्टी कर रही निष्कासित

    रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी को विधानसभा के चुनाव में करारी हार मिली है इस हार के साथ ही प्रदेश में कांग्रेस नेताओं के शुर बदलने शुरू हो गए हैं। ऐसे नेता जिनका विधानसभा चुनाव 2023 में टिकट कटा या फिर वो नेता जो चुनाव हार गए वो अब पार्टी के बड़े नेताओं को घेरने लगे है। वही व्यक्तिगत आरोपों के बाद अब पार्टी ने ऐसे नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाना भी शुरू कर दिया है। 
    छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी के भीतर कुछ ठीक नहीं चल रहा है। ऐसा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि पार्टी ने पिछले 15 दिनों के भीतर तीन पूर्व विधायकों को नोटिस, दो विधायक को निष्कासित, और एक कांग्रेस के दिग्गज ने इस बीच इस्तीफा दे दिया है। यह सब शुरू हुआ है छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सत्ता बदलने के बाद से। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सत्ता बदली तो सबसे पहले रामानुजगंज पूर्व विधायक ने बृहस्पत सिंह ने छत्तीसगढ़ की प्रभारी शैलजा और पूर्व उपमुख्यमंत्री सिंहदेव पर हार का ठीकरा फोड़ते हुए व्यक्तिगत आरोप लगया। वही दूसरी तरफ पूर्व विधायक विनय जयसवाल ने प्रदेश सह प्रभारी चंदन यादव पर 7 लाख रुपए लेने का गंभीर आरोप लगया है‌। इसके बाद पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने पूर्व सीएम बघेल पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस के पांच साल शासन पर सवाल खड़े करते हुए हार का ठीकरा फोड़ा तो दूसरी तरफ रायपुर दक्षिण से प्रत्याशी महंत राम सुंदरदास ने हार के बाद जिम्मेदारी लेते हुए खुद‌को पार्टी से किनारे कर लिया। पार्टी में यह सब महज 10 दिनों के भीतर हुआ, जिसमें कांग्रेस ने दो पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह और विनय जयसवाल को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भारतीय अब बिना वीजा ईरान की यात्रा कर सकेंगे

    नई दिल्ली। ईरान ने गुरुवार को कहा कि वह भारत और सऊदी अरब सहित 33 देशों के लिए वीजा की आवश्यकताओं को हटा रहा है। इसका मतलब यह हुआ कि अब ईरान की यात्रा के लिए भारतीय नागरिकों को वीजा की आवश्यक्ता नहीं होगी। समाचार एजेंसी आईएसएनए के अनुसार, ईरानी पर्यटन मंत्रालय का मानना था कि एक खुली द्वार नीति दुनिया के विभिन्न देशों के साथ जुड़ने के ईरान के दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित करेगी। आईएसएनए ने यह भी कहा है कि इस फैसले के साथ ऐसे देशों की संख्या बढ़कर 45 हो जाएगी, जिनके नागरिक बिना वीजा प्राप्त किए ईरान की यात्रा कर सकते हैं।
    समाचार एजेंसी के अनुसार, लेबनान, ट्यूनीशिया, भारत, सऊदी अरब और कई मध्य एशियाई, अफ्रीकी और मुस्लिम देशों सहित कुल 33 देशों के लिए ईरान की वीजा आवश्यकता को हटा दिया गया है। सूची में केवल एक पश्चिमी-सहयोगी यूरोपीय राष्ट्र क्रोएशिया शामिल है, जो यूरोपीय संघ और नाटो का एक छोटा सदस्य है।
    ईरान का यह निर्णय दो तेल उत्पादक खाड़ी देशों के बीच वर्षों के तनाव के बीच हुआ है। इसे ईरान और सऊदी अरब के बीच संबंधों में नरमी लाने की दिशा में एक और कदम के तौर पर भी देखा जा रहा है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्य प्रदेश के मोहन यादव मंत्रिमंडल के गठन का निर्णय दिल्ली में होगा

    भोपाल। मध्य प्रदेश के मोहन यादव मंत्रिमंडल के गठन का निर्णय दिल्ली में होगा। प्रदेश के नेता दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से चर्चा करने जाएंगे। इसमें अभी समय लग सकता है। हालांकि 18 दिसंबर से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र से पहले एक छोटे मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी है। इस बीच, चर्चा है कि डॉ. यादव की कैबिनेट में सबसे ज्यादा नए और काम करने वाले युवा चेहरों को मौका दिया जाएगा। साथ ही उन पुराने मंत्रियों को भी मौका मिल सकता है, जिन्होंने पूर्ववर्ती शिवराज मंत्रिमंडल में बेहतर कामकाज किया है। हालांकि, इनकी संख्या कम ही रहेगी। कैबिनेट का स्वरूप क्या रहेगा और कौन-कौन सदस्य शामिल होंगे इसको लेकर मंथन शुरू हो गया है। हालांकि, नाम पर अंतिम मोहर दिल्ली में आलाकमान लगाएगा।
    भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने संघ से जुड़े डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर सबको चौंका दिया है। इसी की झलक कैबिनेट में दिखने की बात कही जा रही है। चर्चा है कि संघ की तर्ज पर काम करने वाले और कार्यकर्ता के रूप में बेहतर काम करते आए नए चेहरे को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है, ताकि प्रदेश में एक नई लीडरशिप तैयार की जाए। लोकसभा चुनाव को देखते हुए मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व देने की भी चर्चा है। 
    कैबिनेट में युवा चेहरों के साथ ही कुछ पुराने चेहरों को मौका देने की बात कही जा रही है। दरअसल, दो डिप्टी सीएम चयन जातिगत समीकरण के साथ ही उनके पिछले कार्यकाल के परफार्मेंस को ध्यान में रखते हुए ही किया गया। इसी तर्ज पर पिछले सरकार के मंत्रियों को भी मौका मिलेगा। इसमें जातिगत समीकरण के साथ ही क्षेत्रीय समीकरण को साधा जाएगा। गुरुवार को कई पूर्व मंत्री और विधायकों ने सीएम से मंत्रालय में मुलाकात की। 
    डॉ. मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद सवाल यह है कि चुनाव जीतने वाले दिग्गज नेताओं का क्या होगा? पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की विधानसभा अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी तय हो गई है। हालांकि, कैलाश विजयवर्गीय और प्रहलाद पटेल को लेकर अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं है। इनके अलावा सांसद से विधायक बने राकेश सिंह, रीति पाठक और राव उदयप्रताप सिंह को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं। इन सब पर केंद्रीय नेतृत्व ही निर्णय लेगा कि ये वापस केंद्र में जाएंगे या फिर मध्य प्रदेश में मोहन यादव कैबिनेट में शामिल होंगे। वहीं, चर्चा है कि पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को आलाकमान केंद्र में कोई बड़ी भूमिका दे सकता है। शिवराज की प्रदेश की महिलाओं में लोकप्रियता को देखते हुए शीर्ष नेतृत्व कोई जोखिम नहीं लेना चाहेगा।
    साभार अमर उजाला

  • संसद की सुरक्षा में चूक मामले पर विपक्ष लगातार हमलावर, टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन सस्पेंड

    नई दिल्ली. संसद में सुरक्षा चूक को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है. विपक्ष के सांसद दोनों सदनों में हंगामा कर रहे हैं, जिसको देखते हुए दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 2 तक स्थगित कर दी गई है. वहीं राज्यसभा में हंगामा कर रहे टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को सदन से सस्पेंड कर दिया गया है. 
    राज्यसभा ने 'अपमानजनक व्यवहार' के लिए टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को शीतकालीन सत्र के बचे हुए भाग के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव पारित किया है.  
    राज्यसभा के सभापति के अनुसार, डेरेक ओ ब्रायन ने सदन के वेल में प्रवेश किया, नारे लगाए और सदन की कार्यवाही बाधित की. इसलिए उन्हें सत्र के बचे हुए दिनों के लिए निलंबित किया जाता है.  
    इससे पहले लोकसभा में भी विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया और नारेबाजी भी की. इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों से सदन में अराजकता न फैलाने की अपील की. उन्होंने कहा कि कल की जो घटना है, वो लोकसभा सचिवालय की जिम्मेदारी है. लोकसभा अध्यक्ष के नाते मेरी जिम्मेदारी है. मैं आपके साथ बैठकर चर्चा करूंगा. कल भी चर्चा की थी. फिर चर्चा करेंगे. इससे सरकार का कोई लेना देना नहीं है. ओम बिरला ने कहा, सचिवालय के काम में हस्तक्षेप नहीं करती सरकार, ना हम करने देंगे. 
    साभार आज तक 

  • भुजबल ने किया दावा, बोले- 'उन्हें गोली मारी जा सकती है', दो महीने से मिल रही धमकियां

    मुंबई। महाराष्ट्र के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने दावा किया है कि उनकी हत्या की जा सकती है। पुलिस की खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए छगन भुजबल ने बुधवार को राज्य विधानसभा में दावा किया कि 'उन्हें गोली मारी जा सकती है और पिछले दो महीने से उन्हें धमकियां मिल रही हैं।' गौरतलब है कि बीते दिनों छगन भुजबल की गाड़ी तक लोग पहुंच गए थे और आरोपियों ने छगन भुजबल को मराठा आरक्षण के खिलाफ ना बोलने को कहा था। 
    विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान अपने संबोधन में छगन भुजबल ने कहा कि उनकी छवि मराठा आरक्षण विरोधी की बनाई जा रही है जबकि वह मराठा आरक्षण के विरोधी नहीं हैं। बता दें कि छगन भुजबल मराठा आरक्षण को ओबीसी कोटे में शामिल करने का विरोध कर रहे हैं। भुजबल ने कहा कि सभी पार्टियों की तरह वह भी यही रुख अपना रहे हैं कि मराठा समुदाय को ओबीसी कोटे में आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए। उन्हें रोजाना फोन पर गालियां और धमकियां मिल रही हैं। बता दें कि मराठा आरक्षण की मांग करने वाले मनोज जारांगे ने भुजबल पर मराठों और ओबीसी वर्ग के बीच तनाव फैलाने का आरोप लगाया था। जारांगे ने कहा था कि भुजबल राज्य का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। 
    साभार अमर उजाला

     

  • नए सीएम ने पहले ही निर्णय में दिया संवेदनशीलता का परिचय : उमा भारती

    भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती ने प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के पहले निर्णय पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। पूर्व मुख्यमंत्री का मानना है कि नए सीएम ने पहले ही निर्णय में अपनी संवेदनशीलता का परिचय दिया है। उन्होंने ट्वीट किया कि 
    मध्य प्रदेश की नव निर्वाचित सरकार के मुखिया डॉक्टर मोहन यादव जी  की कैबिनेट ने कल जो दो महत्वपूर्ण निर्णय किये- खुले में मांस एवं अंडे की बिक्री पर सख्ती तथा धार्मिक स्थानों पर जोर से बजते हुए लाउडस्पीकर पर रोक, दोनों समस्याएं सामान्य जनजीवन के लिए बहुत बड़ी परेशानी थीं, उन पर नियंत्रित प्रतिबंध लगाकर नई सरकार ने अपनी मानवीय संवेदनशीलता का परिचय दिया है, नये मुख्यमंत्री जी एवं उनकी कैबिनेट का अभिनंदन।
    पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती अपनी बीमारी के चलते बुधवार को मोती लाल नेहरू स्टेडियम में हुए सीएम के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हो पाई थीं। उन्होंने ट्वीट कर बताया था कि नए मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण आया है। आप सबको विदित ही है कि मुझे पीठ में स्लिप डिस्क होने के कारण उठने बैठने की अत्यधिक सावधानी रखने का चिकित्सकों का निर्देश है। इसलिए मैं इस समारोह में अनुपस्थित रहने के लिए मजबूर हूं लेकिन नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों को शुभकामनाएं।
    साभार अमर उजाला

  • गणतंत्र दिवस पर नहीं आ रहे जो बाइडेन? पीएम मोदी ने दिया था न्योता

    नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस समारोह 2024 में बतौर मुख्य अतिथि किस देश के राष्ट्राध्यक्ष शामिल होंगे, इसको लेकर अभी भी स्थिति साफ नहीं हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को न्योता दिया था। अब खबर आ रही है कि बाइडेन इस समारोह में शामिल नहीं हो रहे हैं। साथ ही सवाल भी उठ रहा है कि क्या बाइडेन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कारण नई दिल्ली में आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह में नहीं शामिल हो रहे हैं?
    एक रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रम्प 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक मजबूत दावेदार के रूप में उभरे हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स और इप्सोस ने अपनी रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है।
    रिपोर्ट के मुताबिक, आगामी राष्ट्रपति चुनाव में दोनों के बीच कड़ा मुकाबला होगा। जो बाइडेन को व्हाइट हाउस से हाथ धोना पड़ सकता है। सर्वे में ट्रम्प को आमने-सामने की लड़ाई में मामूली 2 अंकों की बढ़त के साथ दिखाया गया। ट्रम्प जहां 38%  मतों के साथ आगे चल रहे हैं। वहीं, बाइडेन को 36% लोगों ने पसंद किया है। सर्वे में शामिल 26% लोग किसी तीसरे उम्मीदवार को मत देने के पक्ष में हैं।
    पिछले कुछ महीनों में कई वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों ने भारत यात्रा की की है। उनमें अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन भी शामिल थे।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पीएम मोदी की उपस्थिति में मोहन यादव ने ली मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ

    जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली
    भोपाल। मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आज पद और गोपनीयता की शपथ ली। समारोह भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में हुआ। जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल ने डिप्टी ष्टरू के रूप में शपथ ग्रहण की। राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने सभी को शपथ दिलाई। फिलहाल, कोई और विधायक ने मंत्री पद की शपथ नहीं ली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, क्चछ्वक्क के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत 11 स्टेट के मुख्यमंत्री इस समारोह में शामिल हुए।
    शपथ लेने से पहले मोहन यादव ने कहा, सभी को साथ लेकर चलूंगा और सुशासन सुनिश्चित करूंगा। शपथ ग्रहण समारोह में 11 राज्यों के मुख्यमंत्री भी आ रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान ने कहा, मुझे विश्वास है कि नए मुख्यमंत्री राज्य में समृद्धि, विकास और जन कल्याण को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। मित्रो, अब विदा। जस की तस धर दीनी चदरिया...। . मोहन यादव आज भोपाल के खटलापुरा स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे। शपथ ग्रहण से पहले उन्होंने हनुमान जी का पूजन किया।
    मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद डॉ. मोहन यादव के मंत्रिमंडल के चेहरे तलाशने की भी तैयारी है। बड़े नेताओं से प्रारंभिक चर्चा करने के बाद यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद दिल्ली जाएंगे। गुजरात फॉर्मूला चलता है तो कैबिनेट नए चेहरों के साथ बनेगी। जो लंबे समय से मंत्री रहे, ऐसे कई बड़े नाम बाहर होंगे। उन्हें सिर्फ जातिगत गणित (सोशल इंजीनियरिंग) ही बचा पाएगा। यानी ष्टरू चेहरे की तरह अब मंत्रिमंडल भी चौंकाएगा। पार्टी सूत्रों का कहना है कि डिप्टी स्भ्ढम् और स्पीकर की नियुक्ति के बाद हाईकमान बचे हुए बड़े नेताओं कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, गोपाल भार्गव, जयंत मलैया, विजय शाह, भूपेंद्र सिंह, बिसाहूलाल सिंह जैसे कुछ नेताओं की भूमिका जल्द स्पष्ट करेगा। इसके बाद ही मंत्रिमंडल के नाम फाइनल होंगे। संघ के नामों को प्राथमिकता में रखा जा सकता है। इसके साथ जातिगत समीकरण और महिलाओं को भी प्राथमिकता दी जा सकती है। बताया गया है कि रीजन व संभागों में भी संतुलन बैठाया जाएगा।
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  • संसद भवन की सुरक्षा में बड़ी चूक, दर्शक दीर्घा से लोकसभा की कार्यवाही में कूदे दो लोग, मचा हड़कंप

    नई दिल्ली। संसद भवन पर हमले की बरसी के दिन आज लोकसभा की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई है। दर्शक दीर्घा से दो शख्स लोकसभा की कार्यवाही में घुस गए और बेंच पर जा खड़े हुए। इन लोगों ने गैस भी छोड़ी, जिससे परिसर में धुंआ-धुंआ हो गया। इन दोनों को ही कुछ सांसदों ने पकड़ा और फिर सुरक्षा बलों के हवाले कर दिया गया। एक शख्स तो बेंच पर जा चढ़ा और नारेबाजी करने लगा। इस घटना से हड़कंप मच गया और सांसद बाहर निकलने लगे। कार्यवाही को भी तुरंत ही स्थगित कर दिया गया। सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि यह अनुभव काफी डरावना था। वहीं कार्ति चिदंबरम ने कहा कि यह भारी चूक है। बसपा के निलंबित सांसद दानिश अली का कहना है कि दोनों लोगों को पकड़ लिया गया है।
    यह घटना बेहद गंभीर है क्योंकि संसद पर आतंकी हमले की आज 22वीं बरसी थी और उसी दिन इस तरह की सुरक्षा चूक हैरान करने वाली है। खबर है कि दर्शक दीर्घा से लोकसभा की कार्यवाही में कूदने वाले एक शख्स का नाम सागर है। वह एक सांसद के लेटर पर गेस्ट के तौर पर पास लेकर दर्शक दीर्घा में आए थे। लोकसभा की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित किया गया है। यह घटना शून्य काल के दौरान हुई। एक सांसद ने बताया कि शून्य काल की कार्यवाही के दौरान एक लड़का दर्शक दीर्घा से कूदा और फिर एक और अन्य शख्स कूद आया। ये लोग 'तानाशाही नहीं चलेगी' के नारे भी लगा रहे थे। 
    यही नहीं संसद के बाहर भी दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। परिसर के बाहर एक महिला और पुरुष ने तानाशाही बंद करने के नारे लगाते हुए प्रदर्शन किया। दोनों को पुलिस ने मौके से पकड़ा और उन्हें वहां से ले गई। दोनों पटाखे लेकर पहुंचे थे और उन्हें जलाते हुए नारेबाजी करने लगे। फिलहाल पुलिस दोनों को संसद मार्ग थाने में ले गई है और उनसे पूछताछ की जा रही है। नारेबाजी की यह घटना संसद पर हमले की बरसी के दिन हुई है। इसके चलते संसद के पास प्रदर्शन से सुरक्षाकर्मियों में हड़कंप मच गया और तुरंत उन्हें पकड़ा गया।
    इस बारे में राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि एक शख्स जब गैलरी से कूदा तो लगा कि वह गिर गया। वहीं इसके बाद जब एक और शख्स कूदा तो पता चला कि ऐसा जानबूझकर किया गया है। एक शख्स ने गैस छोड़ी, जबकि दूसरा बेंच को ठोक रहा था। राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि यह जानकारी नहीं है कि ये लोग नारेबाजी कर रहे थे या नहीं। उन्होंने कहा कि यह साफ नहीं है कि इन लोगों का क्या इरादा था, लेकिन कुछ तो सोचकर ही आए थे। इन लोगों को सुरक्षाकर्मियों ने तत्परता से पकड़ लिया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • राजस्थान में भजन लाल शर्मा होंगे मुख्यमंत्री, प्रेमचंद बैरवा और दीया कुमारी डिप्टी सीएम

    जयपुर। राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के नाम का एलान कर दिया गया है। भजन लाल शर्मा के हाथों में अब राज्य की सत्ता की कमान होगी। भाजपा विधायक दल की बैठक में भजन लाल शर्मा के नाम पर सर्वसम्मति से मुहर लगाई गई। वे सांगानेर विधानसभा सीट से विधायक हैं। इनके नाम का प्रस्ताव पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने रखा। इसके साथ ही पार्टी ने तय किया है कि राजस्थान में दो डिप्टी सीएम भी होंगे। इसके लिए प्रेम चंद बैरवा और दीया कुमारी के नाम पर मुहर लगी है। स्पीकर के लिए वासुदेव देवनानी का नाम फाइनल किया गया है।
    इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। वसुंधरा ने चुनावी नजीतों के बाद पार्टी के कई विधायकों को डिनर पार्टी दी थी, जिसे दबाव की राजनीति के तौर पर देखा गया था। हालांकि, नड्डा से मुलाकात के बाद वसुंधरा के सुर बदले-बदले नजर आए थ और उन्होंने खुद को पार्टी का अनुशासित कार्यकर्ता बताया था। 
    इसके बाद पार्टी ने राज्य के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी थी। उन्हें राज्य में मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी सस्पेंस पर विराम लगाने और विधायक दल का नेता चुनने के लिए सभी की सहमति बनाने का जिम्मा सौंपा गया था। इसके बाद मंगलवार को हुई विधायक दल की बैठक में भजन लाल शर्मा को चुना गया।
    इससे पहले राजस्थान के राजसमंद की सांसद दीया कुमारी, जयपुर के सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा और अलवर के सांसद बाबा बालक नाथ ने विधानसभा चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से अटकलें लगाई जाने लगी थीं कि पार्टी वसुंधरा के अलावा किसी दूसरे चेहरे पर दांव खेल सकती है।
    भाजपा ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के विधानसभा चुनावों में कुल 21 सांसदों को उम्मीदवार बनाया था। इनमें से 12 ने जीत दर्ज की है। भाजपा ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में सात-सात, छत्तीसगढ़ में चार और तेलंगाना में तीन सांसदों को विधानसभा चुनाव के मैदान में उतारा था।
    साभार अमर उजाला

  • पत्रकारों से चर्चा में बोले कार्यवाहक मुख्यमंत्री, 'अपने लिए मांगने से बेहतर मैं मरना समझूंगा', शिवराज ने जताया सबका आभार

    भोपाल। कार्यवाहक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपने लिए मांगने से बेहतर मैं मरना समझूंगा। उन्होंने मंगलवार को अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि मैं यहां से विदाई ले रहा हूं, लेकिन मुझे इस बात का संतोष है कि भाजपा की सरकार भारी बहुमत से बनी है। मेरा मन आनंद से भरा हुआ है।
    उन्होंने कहा कि मुझे बीमारू मध्यप्रदेश मिला था। मैंने अपनी क्षमता और अपना सामर्थ झोंककर मध्यप्रदेश और उसकी जनता के लिए काम किया। मैंने पूरी ईमानदारी से काम किया। गड्डे वाली सड़कों से चमचमाती सड़कें और अंधेरे से उजाला लाया। कृषि क्षेत्र में भी शानदार काम किया। प्रदेश की जीडीपी बढ़ी। मेट्रो ट्रेन तक का सफर हमने तय किया। मेडिकल, उद्योग, टूरिज्म, धर्म, शिक्षा जैसे क्षेत्रो में हुए काम मन को सन्तोष देते हैं। बता दें, मोहन यादव के भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद शिवराज सिंह चौहान से सीएम पद से सोमवार को इस्तीफा दे दिया है। अब मोहन यादव मध्यप्रदेश के अगले सीएम होंगे।
    शिवराज सिंह चौहान ने अपनी उपलब्धियां बताते हुए कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि महिला सशक्तिकरण मेरे लिए वोट प्राप्ति का जरिया नहीं है। मैं जब सीएम नहीं था, तब बेटियों की शादी करवाता था। हमने महिलाओं के लिए विशेष योजना बनाकर बहन बेटियों के जीवन में खुशियां लाए। दूसरा खेती के क्षेत्र में भी चमत्कार हुआ। किसान के लिए हम काफी काम कर पाए। गरीबों के लिए भी हमने कई योजनाएं बनाई। कोविड में पैदल चलने वाले मजदूरों के लिए किया गया काम भी मुझे संतुष्टि देता है। पार्टी ने एक अच्छा नेतृत्व दिया है। अब हम ये सब उनको सौंपकर आगे बढ़ेंगे। मैं अंत में इतना ही कहूंगा कि सीएम रहते हुए जनता से मेरे सीएम वाले नहीं, बल्कि परिवार वाले रिश्ते रहे। बहन से भाई का, बच्चों से मामा का। जब तक सांस है मैं इस रिश्ते को बनाए रखूंगा। मैं सदा जनता की सेवा में जुटा रहूंगा।
    शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय नेतृत्व का आभार जताते हुए कहा कि मैं पीएम का आभार जताता हूं, मैं प्रदेश के नेतृत्व का भी आभारी हूं। जनता का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे अपने बीच का और अपना माना। मैं अपने प्रशासनिक मित्रों को भी धन्यवाद देता हूं। जिन्होंने मेरे मन की योजनाओ को साकार किया। मैं अपने मंत्री मंडल का भी धन्यवाद देता हूं। मैं सभी को बारंबार धन्यवाद देता हूं। मेरे मन में कोई दुर्भावना नहीं रही, लेकिन मेरे किसी फैसले से अगर किसी को दुख पहुंचा हो तो मैं माफी चाहता हूं।
    फ्यूचर प्लानिंग को लेकर उन्होंने कहा कि बहन भाई का रिश्ता सदैव रहेगा। लाड़ली बहना योजना को हमारी सरकार इसे आगे बढ़ाएगी। काम कभी समाप्त नहीं होता। विकास की यात्रा अनंत है, आगे मोहन के नेतृत्व में ये सफर चलेगा। मेरी अब एक कार्यकर्ता की भूमिका रहेगी। भाजपा एक मिशन है। यहां सब के लिए कुछ न कुछ काम है। पार्टी जो काम देगी मैं करूंगा। सीएम के नाते सरकार लाने की मेरी जिमेदारी ज्यादा थी। इसलिए मैंने प्राण प्रण से काम किया। मेरे बारे में फैसला मैं नहीं मेरी पार्टी करेगी। जनता के प्रति मेरा कमिटमेंट मुझे थकने नहीं देता। लंबे समय तक सीएम रहने के रिकॉर्ड पर उन्होंने कहा कि रिकॉर्ड बनते ही टूटने के लिए हैं।
    उन्होंने बताया कि मैंने नए सीएम से एक मांग की है कि मुझे एक पेड़ लगाने दें। इसके लिए सरकारी जमीन मुझे मिलती रहे। चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये काल्पनिक सवाल है। मैं कहां रहूंगा यह सोचना एक घटिया सोच है। भाजपा ने मुझे सब कुछ दिया, 18 साल सीएम बनाया। अब मेरा वक्त आया है कि मैं पार्टी को कुछ दूं।
    साभार अमर उजाला

  • मोहन यादव को मुख्यमंत्री बना भाजपा ने चला दांव, जिसकी काट सपा, आरजेडी और कांग्रेस के लिए मुश्किल

    नई दिल्ली। भाजपा ने सोमवार को मध्य प्रदेश में नया मुख्यमंत्री दे दिया और मोहन यादव को सूबे की कमान सौंपने का ऐलान हुआ। यह पूरा घटनाक्रम मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में चला, लेकिन असर यूपी, बिहार, हरियाणा और राजस्थान तक दिख रहा है। मोहन यादव को सीएम बनाकर भाजपा ने एक ऐसा दांव चल दिया है, जिसकी काट करना सपा, आरजेडी और कांग्रेस जैसे दलों के लिए मुश्किल होगा। भाजपा पहले भी उमा भारती, कल्याण सिंह, शिवराज सिंह चौहान जैसे ओबीसी मुख्यमंत्री दिए हैं, लेकिन अब तक उसकी सियासी कोशिश गैर-यादव ओबीसी को एकजुट करने तक रही है। इस बार भाजपा ने एक कदम और आगे बढ़ा दिया है।
    यूपी में करीब 10 फीसदी और बिहार में 14 पर्सेंट यादव बिरादरी को भी भाजपा लुभाने की कोशिश में है। इसी के तहत उसने मोहन यादव को मध्य प्रदेश का सीएम बनाया है। हरियाणा और राजस्थान में भी यादव समाज की अच्छी संख्या है। इस तरह भोपाल में हुए फैसले का असर कम से कम 4 राज्यों में 2024 में देखा जा सकता है। भाजपा अब इस कदम के बाद यह संदेश देने का प्रयास करेगी कि उसने ओबीसी के नेताओं को आगे बढ़ाया है और वह यादवों को भी महत्व देती रही है। ऐसा कहने के लिए उसके पास पर्याप्त आधार भी मौजूद हैं।
    दरअसल भाजपा ने मध्य प्रदेश में मोहन यादव को सीएम का पद दिया है तो केंद्र सरकार में उसने 4 मंत्री भी बनाए हैं। राजस्थान से आने वाले भूपेंद्र यादव, हरियाणा के राव इंद्रजीत सिंह, बिहार के नित्यानंद राय और झारखंड की अन्नपूर्णा देवी यादव ही हैं। इसके अलावा संसदीय बोर्ड में सुधा यादव और पिछड़ा वर्ग आयोग के चेयरमैन हंसराज अहीर भी इसी समाज से आते हैं और महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। भूपेंद्र यादव को केंद्रीय चुनाव समिति में भी जगह दी गई है। इस तरह भाजपा ने हरियाणा से महाराष्ट्र तक यादव समाज के लोगों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की है और दूसरी बार मध्य प्रदेश में यादव सीएम बनाया है। इससे पहले बाबूलाल गौर को भी भाजपा ने एमपी का सीएम बनाया था।
    वह मूल रूप से यूपी के रहने वाले थे और मध्य प्रदेश में सीएम की कुर्सी तक पहुंचे। यादवों की मुख्य तौर पर यूपी और बिहार में आबादी है, लेकिन हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और झारखंड में भी अच्छी खासी संख्या है। खासतौर पर यूपी और बिहार में यादवों के वोट सपा और आरजेडी को ही ज्यादा मिलते रहे हैं, लेकिन अब इनके वोटबैंक में भी भाजपा सेंध की कोशिश में है। यदि वह सफल हुई तो भाजपा एक और कदम आगे बढ़ा देगी। अब तक उसे लोधी, मौर्य, कुर्मी, शाक्य, कुम्हार, लुहार, नाई समेत तमाम ओबीसी जातियों के वोट मिलते रहे हैं। अब यादवों के वोट का एक हिस्सा भी यदि भाजपा को मिला तो उसके लिए बड़ी सफलता होगी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • विश्व हिन्दू परिषद अध्यक्ष ने कहा- अब पीओके को आजाद कराने का समय...

    नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है कि अनुच्छेद 370 अब इतिहास की बात हो गई है और अब पीओके को आजाद कराने का समय आ गया है। आलोक कुमार ने कहा कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट का अनुच्छेद 370 पर दिया गया फैसला, भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि है। 
    विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और वरिष्ठ वकील आलोक कुमार ने अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया और कहा कि अब अनुच्छेद 370 इतिहास की बात हो गई है। उन्होंने कहा कि 'अब जम्मू कश्मीर का एक और अधूरा एजेंडा है, वो है पीओके को पाकिस्तान के चंगुल से आजाद कराना। हमें विश्वास है कि एक मजबूत भारत और समर्पित सरकार जल्द ही पीओके को भी आजाद कराएगी।'
    साभार अमर उजाला

  • सरकार का लक्ष्य 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं और उनसे होने वाली मौतों की संख्या को आधा करना है, बोले केंद्रीय मंत्री गडकरी

    नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि सरकार का लक्ष्य 2024 में इसे प्राप्त करने के अपने पहले लक्ष्य को संशोधित करते हुए 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं और उनके परिणामस्वरूप होने वाली मौतों की संख्या को आधा करना है। उन्होंने कहा कि सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद उन्हें दुर्घटनाओं को कम करने में उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं मिले हैं।
    इससे पहले सितंबर 2022 में, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने सभी राज्य परिवहन मंत्रियों और अधिकारियों से 2024 तक सड़क दुर्घटनाओं और उनके परिणामस्वरूप होने वाली मौतों को 50 प्रतिशत तक कम करने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया था।
    सेवलाइफ फाउंडेशन द्वारा तैयार भारत में सड़क सुरक्षा अच्छी प्रथाएं' शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी करते हुए, गडकरी ने कहा, नवीनतम लक्ष्य हमने रखा है कि 2030 के पहले हम 50 प्रतिशत दुर्घटनाएं और मौतों को कम करेंगे। 2030 तक देश में सड़क दुर्घटनाओं और उनके कारण होने वाली मौतों की संख्या को आधा करने के लिए हम काम करेंगे।
    सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में भारत में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या 12 प्रतिशत बढ़कर 4.6 लाख से अधिक हो गई, जिसके परिणामस्वरूप हर घंटे 19 लोगों की मौत हो गई। रिपोर्ट से पता चला था कि देश में हर घंटे 53 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। 2022 के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) द्वारा कुल 4,61,312 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें 1,68,491 लोगों की जान चली गई और 4,43,366 लोग घायल हो गए।
    साभार अमर उजाला

  • मोहन यादव से कमलनाथ ने की सौजन्य भेंट, दी शुभकामनाएं

    भोपाल। मध्यप्रदेश के सीएम पद पर उज्जैन दक्षिण क्षेत्र से विधायक मोहन यादव के नाम पर मुहर लगाकर बीजेपी ने तय कर दिया कि यह नई बीजेपी है। यहां फैसले बिल्कुल अनएक्सपेक्टेड होते हैं और केंद्रीय नेतृत्व किसी भी तरह के प्रेशर में काम नहीं करता।
    बता दें कि बीजेपी पर्यवेक्षकों ने विधायकों से गहन विचार-विमर्श के बाद मुख्यमंत्री का फैसला किया। शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे मोहन यादव राज्य में शिवराज सिंह चौहान की जगह लेंगे। मध्यप्रदेश की राजनीति में सीएम पद के लिए यादव छुपा रुस्तम साबित हुए हैं। हालांकि पिछली बार जब शिवराज सिंह चौहान को सीएम बनाने की तैयारी हो रही थी, उस समय भी मोहन यादव के नाम पर विचार हुआ था, पर इस बार उनके नाम की चर्चा कहीं से भी नहीं हो रही थी।
    कहा जा रहा कि आरएसएस उनके नाम को लेकर काफी गंभीर था। हालांकि, मोहन यादव को बड़बोलेपन के लिए कई बार बहुत आलोचना झेलनी पड़ी है और भी कई मामलों को लेकर उनका नाम विवादों में रहा है।
    कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने की भाजपा विधायक दल के नेता मोहन यादव से मुलाकात की है। वीआईपी गेस्ट हाउस में मंगलवार सुबह मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ डॉ मोहन यादव से सौजन्य भेंट करने पहुंचे थे। वहीं, कमलनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विधायक दल का नेता निर्वाचित होने पर मोहन यादव को शुभकामनाएं। मैं आशा करता हूं कि वह मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में विधिपूर्वक और राग-द्वेष से रहित होकर शासन करेंगे। 
    साभार अमर उजाला

  • राज्यों के चुनाव में झटके बाद नरम पड़ी कांग्रेस, जेडीयू, सपा और तृणमूल कांग्रेस से की बात

    नई दिल्ली। तीन हिंदी भाषी राज्यों के चुनाव में झटके के बाद कांग्रेस अब मिशन 2024 के लिए नरम पड़ती दिख रही है। इसका असर INDIA गठबंधन की रणनीति पर भी है। अब कांग्रेस का रुख थोड़ा लचीला दिख रहा है और उसने खुद ही पहल करते हुए जेडीयू, सपा और तृणमूल कांग्रेस से बात की है। इसके बाद पार्टी ने 19 दिसंबर को INDIA गठबंधन की मीटिंग का भी ऐलान कर दिया है। इसके अलावा कांग्रेस ने संकेत दिए हैं कि वह महाराष्ट्र, यूपी, बिहार और बंगाल जैसे राज्यों में क्षेत्रीय दलों के लिए कुछ सीटों का त्याग भी करने का तैयार है।
    इन सभी राज्यों में कांग्रेस यदि गठबंधन में आती है तो वह जूनियर पार्टनर के ही रोल में रहेगी। ऐसे में वह इन राज्यों में त्याग के लिए तैयार है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि 19 दिसंबर को होने वाली मीटिंग में अब सीट शेयरिंग पर बात होगी और कॉमन एजेंडा तैयार किया जाएगा। इसके अलावा संयुक्त रैलियों पर भी प्लान बनेगा। फिलहाल कांग्रेस ने जेडीयू, सपा और टीएमसी से बातचीत शुरू की है। माना जा रहा है कि कांग्रेस के तेवर अब थोड़े नरम हो सकते हैं। इसकी वजह यह है कि हिंदी भाषी राज्यों में उसकी करारी हार हुई है।
    कांग्रेस ने इन राज्यों में चुनाव से पहले सीट शेयरिंग की चर्चा को टाल दिया था। तब माना जा रहा था कि इसके पीछे कांग्रेस की रणनीति है और वह इन राज्यों में जीत के बाद अपनी बारगेनिंग पावर बढ़ाना चाहती है। हालांकि उसकी रणनीति पर पानी फिर गया, जब राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सरकार चली गई और मध्य प्रदेश में उसकी वापसी की उम्मीदें धरी रह गईं। इन नतीजों के दिन ही कांग्रेस ने अगली मीटिंग का ऐलान कर दिया था, लेकिन नीतीश कुमार, अखिलेश यादव और ममता बनर्जी ने पहुंचने से इनकार किया था। इसके बाद नई तारीख 19 दिसंबर की तय की गई।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक मोहन यादव होंगे मध्य प्रदश के अगले मुख्यमंत्री

    भोपाल। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर जारी सस्पेंस आखिरकार खत्म हो गया। राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर मोहन यादव के नाम पर मुहर लग गई है। भाजपा की विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से इनके नाम को मुहर लगी। इससे पहले भाजपा आलाकमान ने मनोहर लाल खट्टर, डॉ. के लक्ष्मण और आशा लकड़ा को पर्यवेक्षक बनाकर सीएम चुनने की जिम्मेदारी सौंपी थी। पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में सोमवार को हुई विधायक दल की बैठक में मोहन यादव के नाम को फाइनल किया गया।
    मोहन यादव उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक हैं। सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश में दो उपमुख्यमंत्री भी होंगे। इनके लिए जो दो नाम सामने आ रहे हैं, वे हैं- जगदीश देवड़ा और राजेश शुक्ला। जगदीश देवड़ा मल्हारगढ़ और राजेंद्र शुक्ला रीवा से विधायक हैं। इसके अलावा स्पीकर पद के लिए नरेंद्र सिंह तोमर के नाम का एलान किया गया है। 
    मोहन यादव के बारे में जानिए
    मोहन यादव ने माधव विज्ञान महाविद्यालय से पढ़ाई की है। वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री का जिम्मा संभाल चुके हैं।
    मोहन 1982 में छात्र संघ के सह-सचिव भी चुने गए थे।
    वे भाजपा की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य और सिंहस्थ मध्य प्रदेश की केंद्रीय समिति के सदस्य, मध्य प्रदेश विकास प्राधिकरण के प्रमुख, पश्चिम रेलवे बोर्ड में सलाहकार समिति के सदस्य भी रह चुके हैं।
    2013, 2018 के बाद अब वे 2023 में भी उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं।
    भाजपा को मिला प्रचंड बहुमत
    मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवंबर को वोट डाले गए थे। इसके नतीजे 30 नवंबर को जारी हुए थे। नतीजों में भाजपा को प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल हुई थी। आंकड़ों पर नजर डालें तो भाजपा के हिस्से में 163 सीटें आईं, जबकि कांग्रेस को 66 सीटों से ही संतोष करना पड़ा।
    क्या बोले मोहन यादव?
    मध्य प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि मैं केंद्रीय नेतृत्व, प्रदेश नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं कि मेरे जैसे छोटे से कार्यकर्ता को यह जो जवाबदारी दी है। आपके प्यार और सहयोग से मैं अपनी जिम्मेदारियां पूरी करने का प्रयास करूंगा।
    साभार अमर उजाला

  • मप्र के नए मुख्यमंत्री बनने पर माननीय मोहन यादव को रंजीत टाईम्स और जनाधार इलेक्शन मैनेजमेंट की ओर से बहुत-बहुत बधाई

    मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हो गया है। मोहन यादव को मध्य प्रदेश का नया मुख्यमंत्री चुना गया है। जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला उपमुख्यमंत्री होंगे। नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा स्पीकर बनाया जाएगा। पर्यवेक्षक बनाकर भेजे गए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ओबीसी मोर्चा के प्रमुख के. लक्ष्मण और सचिव आशा लाकड़ा की मौजूदगी विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से यह फैसला हुआ। शिवराज सिंह चौहान ने मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव रखा।


    58 साल के मोहन यादव उज्जैन दक्षिण सीट से तीसरी बार के विधायक हैं। वह 2020 में शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री बनाए गए थे। मोहन यादव संघ के बेहद करीबी हैं। वह संघ में कई पदों पर लंबे समय तक काम कर चुके हैं तो विद्यार्थी परिषद में भी अपनी सेवा दे चुके हैं। मोहन यादव ओबीसी वर्ग से आते हैं।
    मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बनने पर माननीय मोहन यादव को रंजीत टाईम्स और जनाधार इलेक्शन मैनेजमेंट की ओर से बहुत-बहुत बधाई।

  • भोपाल में 11 दिसंबर को भाजपा विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर होगा विचार

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी में मुख्यमंत्री पद के लिए मंथन चल रहा है, लेकिन अब जल्द ही मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस खत्म हो जाएगा। क्योंकि, विधायक दल की बैठक की तारीख और समय तय हो चुका है। मध्य प्रदेश में सोमवार यानी 11 दिसंबर को विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। सभी विधायकों को इस बारे में आधिकारिक रूप से सूचित किया गया है। विधायक दल की बैठक की अध्यता केंद्रीय नेतृत्व द्वारा चुने गए पर्यवेक्षकों के द्वारा किया जाएगा। जिसमें मुख्यमंत्री के चेहरा कौन होगा इस पर विचार किया जाएगा।
    बता दें कि, मध्य प्रदेश में केंद्रीय नेतृत्व ने 8 दिसंबर को पर्यवेक्षकों के नाम का ऐलान कर दिया है। मध्य प्रदेश में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लक्ष्मण और पार्टी की राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
    साभार अमर उजाला

  • विधानसभा चुनाव जीतने वाले सभी भाजपा सांसदों को 30 दिन में सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस

    नई दिल्ली. राजस्थान और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में इलेक्शन जीतकर विधानसभा पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के सभी सांसदों ने सांसदी के पद से इस्तीफा दे दिया है. अब सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि लोकसभा आवास  समिति  ने विधानसभा चुनाव जीतने वाले सभी बीजेपी सांसदों को 30 दिन में सरकारी आवास ख़ाली करने का नोटिस दिया है.
    आठ सांसद सामान्य पूल का हिस्सा हैं. तीन सांसद मंत्री हैं, इसलिए उन्हें शहरी विकास मंत्रालय से आवंटन मिलता है. सूत्रों का कहना है कि नियम सिर्फ विपक्षी सांसदों के लिए ही नहीं, जैसा कि आरोप लगाया जा रहा है, सभी के लिए समान हैं. जिन लोकसभा  सांसदों को 30 दिन में घर ख़ाली करने का नोटिस दिया हैं उनमे राकेश सिंह, अरुण साव, गोमती साय, रिति पाठक, बाबा बालकनाथ, राज्यवर्धन सिंह राठौड़,दीया कुमारी और उदय प्रताप सिंह जैसे नाम भी शामिल हैं.
    आपको बता दें कि बीजेपी ने तीन राज्यों- छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान 21 सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा था जिसमें से 12 सांसद विधायकी का चुनाव जीतने में सफल रहे थे. चुनाव जीतने वाले इन सांसदों में राजस्थान से राज्यवर्धन सिंह राठौड़,दीया कुमारी और किरोड़ी लाल मीणा, बाबा बालकनाथ, छत्तीसगढ़ से अरुण साव, रेणुका सिंह और गोमती साई और मध्य प्रदेश से नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, उदय प्रताप और रीति पाठक शामिल हैं.
    साभार आज तक 

  • खालिस्तानी आतंकी की हत्या की साजिश पर अमेरिका का बड़ा बयान, भारत हमारा रणनीतिक साझेदार है, लेकिन हम चाहते हैं कि इस साजिश के जिम्मेदारों को जवाबदेह ठहराया जाए...

    वॉशिंगटन। अमेरिका में कथित तौर पर खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का मामला गंभीर होता जा रहा है। दरअसल अमेरिका के व्हाइट हाउस ने अपने एक बयान में कहा है कि भारत हमारा रणनीतिक साझेदार है, लेकिन हम चाहते हैं कि इस साजिश के जिम्मेदारों को जवाबदेह ठहराया जाए। बता दें कि एक भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर अमेरिका में रहने वाले खालिस्तानी आतंकी की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा है। इस मामले में अमेरिका का कहना है कि भारतीय अधिकारी की भी कथित तौर पर संलिप्तता है। 
    व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि 'भारत हमारा एक रणनीतिक साझेदार देश है और हम अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत कर रहे हैं। वह प्रशांत महासागर में क्वाड का भी सदस्य है और हम कई अहम मुद्दों पर साथ मिलकर काम कर रहे हैं। लेकिन साथ ही हम इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहे हैं।' दरअसल जॉन किर्बी से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूछा गया कि 'क्या इस मुद्दे से भारत और अमेरिका के रिश्तों पर कोई असर होगा?' इसके जवाब में किर्बी ने कहा कि 'हम चाहते हैं कि इसकी जांच की जाए और जो भी इसके लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाए।'
    जॉन किर्बी ने कहा कि 'अभी इसकी जांच चल रही है और हमें इस बात की खुशी है कि हमारे भारतीय सहयोगी इसे गंभीरता से ले रहे हैं। हालांकि हम इसकी ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते क्योंकि अभी इसकी जांच चल रही है।' बता दें कि अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी एफबीआई कथित तौर पर खालिस्तानी कट्टरपंथी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश की जांच कर रही है। वहीं एफबीआई के निदेशक क्रिस्टोफर रे भी अगले सप्ताह भारत का दौरा करेंगे। रे भारत दौरे पर दिल्ली में सीबीआई और एनआईए के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। 
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा ने चुनावी राज्यों के लिए तय किए पर्यवेक्षक, मध्यप्रदेश में रविवार को विधायक चुनेंगे मुख्य्मंत्री

    भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने चुनावी राज्यों के लिए पर्यवेक्षक तय कर दिए हैं। मध्यप्रदेश के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लक्ष्मण, राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा के नाम तय किए गए है। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े राजस्थान जाएंगे और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनोवाल और राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम छत्तीसगढ़। उनकी मौजूदगी में विधायक दल का नेता चुना जाएगा।
    तीन दिसंबर को चार राज्यों के चुनावों के नतीजे घोषित हुए हैं। मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने बहुमत हासिल किया है। मध्यप्रदेश में भाजपा विधायक दल की बैठक 10 दिसंबर को बुलाई गई। यहां पर दिल्ली से आने वाले पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में बैठक होगी, जिसमें मुख्यमंत्री के नाम पर सस्पेंस खत्म हो जाएगा। इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश विजयवर्गी ने भी रविवार तक मुख्यमंत्री के नाम से सस्पेंस खत्म होने के संकेत दिए थे।
    मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ ही कैलाश विजयवर्गीय को भी मुख्यमंत्री पद का प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। मध्यप्रदेश की 230 सदस्यों वाली विधानसभा में भाजपा ने 163 सीटें जीती हैं, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 66 सीटें मिली हैं। एक सीट भारत आदिवासी पार्टी ने जीती है। पार्टी ने तोमर और पटेल समेत सात सांसदों को चुनावों में उतारा था। केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला के निवास सीट पर विधानसभा चुनाव हारे हैं। इसके साथ ही गणेश सिंह को भी सतना में कांग्रेस प्रत्याशी के सामने हार का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा सीधी की सांसद रीति पाठक (सीधी), जबलपुर के सांसद राकेश सिंह (जबलपुर पश्चिम), होशंगाबाद के सांसद राव उदय प्रताप सिंह (गाडरवारा) में जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि जो सांसद विधानसभा चुनाव जीते हैं, उन्हें पार्टी सांसदी छोड़ने को कह सकती है। ऐसे में उन्हें भी मुख्यमंत्री पद का दावेदार समझा जा रहा है।
    मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है। हालांकि, वह कुछ समय पहले यह बयान दे चुके हैं कि वह न तो कभी मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे और न ही आज हैं। पार्टी का जो भी आदेश होगा, वह उन्हें स्वीकार है। इसके बाद उन्होंने यह भी कहा कि वह दिल्ली नहीं बल्कि छिंदवाड़ा जाएंगे। 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने छिंदवाड़ा छोड़कर सभी 28 सीटों पर जीत हासिल की थी।
    शिवराज का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मजबूत करने के लिए वे छिंदवाड़ा जाएंगे। शिवराज के अलावा पार्टी का कद्दावर ओबीसी चेहरा और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल भी रेस में हैं। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के लंबे प्रशासनिक अनुभव को देखते हुए उन्हें जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। केंद्रीय संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे विजयवर्गीय को भी पार्टी ने विधानसभा चुनाव लड़ाया है। राजनीतिक हलकों में ज्योतिरादित्य सिंधिया और कुछ अन्य नामों को भी मुख्यमंत्री की दौड़ में उम्मीदवार माना जा रहा है। 
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ से मांगा इस्तीफा!, नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करने के कांग्रेस हाईकमान ने दिए निर्देश

    नई दिल्ली। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद दिल्ली पहुंचे कमलनाथ ने मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मुलाकात की है। सूत्रों ने बताया कि मंगलवार शाम साढ़े सात बजे दिल्ली में खरगे के आवास पर हुई बैठक में कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल भी शामिल हुए। इस दौरान पार्टी हाईकमान ने कमलनाथ को मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने और नया प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त करने का निर्देश दिया। सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कभी भी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकते हैं। 
    मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को कुल 230 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ था और रविवार को तीन अन्य राज्यों छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना के साथ नतीजे घोषित किए गए। कांग्रेस की हार के बाद रविवार को मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा था कि हम मध्यप्रदेश के मतदाताओं के जनादेश को स्वीकार करते हैं। हम विपक्ष की भूमिका निभाएंगे। साथ ही कमलनाथ ने भाजपा को बड़ी जीत के लिए बधाई दी और उम्मीद जताई कि भाजपा राज्य की जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करेगी।
    एमपी विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा ने 163 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत हासिल किया, जबकि कांग्रेस 66 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, जबकि भाजपा 109 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही थी। इसके बाद कमलनाथ ने राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। लेकिन पार्टी के भीतर बगावत के कारण 15 महीने में ही उनकी सरकार गिर गई थी।
    बता दें, कमलनाथ ने मंगलवार को दिन में भोपाल स्थित मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों और पदाधिकारियों के साथ चुनाव नतीजों पर समीक्षा बैठक की। उन्होंने एक पोस्ट में कहा, प्रत्याशियों और विधायकों ने जो प्राथमिक रिपोर्ट दी है, उस पर गंभीरता से चिंतन करने की आवश्यकता है और शीघ्र ही सभी प्रत्याशी विस्तृत रिपोर्ट मुझे देंगे। हम इस हार से सबक ले रहे हैं, कमियों को दूर कर रहे हैं और लोकसभा चुनाव की तैयारी में आज से ही जुट रहे हैं। कोई भी पराजय हौसले को नहीं हरा सकती।
    साभार अमर उजाला

  • मप्र में करारी हार के बाद दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर ईवीएम पर ठीकरा फोड़ा

    भोपाल। मध्य प्रदेश में करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ठीकरा एक बार फिर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर फोड़ दिया है। दिग्विजय ने कहा है कि पोस्टल बैलेट की गिनती में उनकी पार्टी 199 सीटों पर बढ़त में थी, लेकिन ईवीएम वोटों की गिनती में पिछड़ गई। दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा है कि चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता है। उन्होंने चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट से भारतीय लोकतंत्र को बचाने की अपील की है। रविवार को घोषित हुए चुनाव नतीजों में कांग्रेस पार्टी को मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हार का सामना करना पड़ा, जबकि तेलंगाना में उसकी जीत हुई है।
    चुनाव में कांग्रेस की हार की समीक्षा से पहले दिग्विजय सिंह ने ईवीएम पर सारा दोष मढ़ दिया है। सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक उन्होंने एक के बाद एक कई पोस्ट के जरिए सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म 'एक्स' पर दावा किया कि ईवीएम की वजह से ही उनकी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। दिग्विजय सिंह ने कहा, 'चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता है। मैं 2003 से ही ईवीएम से वोटिंग का विरोध करता रहा हूं। क्या हम इस बात की इजाजत दे सकते हैं कि भारतीय लोकतंत्र को पेशेवर हैकर्स नियंत्रित करें! यह मूल सवाल है जिसका जवाब सभी राजनीतिक दलों को देना चाहिए। माननीय चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट, क्या आप कृपया हमारे लोकतंत्र की रक्षा कर सकते हैं?' दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट के साथ एक पुराने न्यूज आर्टिकल को भी शेयर किया है जिसमें कहा गया है कि भाजपा ने हार के लिए ईवीएम को जिम्मेदार बताया।
    दिग्विजय सिंह ने वोटों की गिनती के कुछ पेपर साझा करते हुए कहा कि पोस्टल बैलेट की गिनती में उनकी पार्टी को 230 में 199 सीटों पर बढ़त हासिल हुई। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, 'पोस्टल बैलेज के जरिए कांग्रेस को वोट देनेवाले और हम पर भरोसा जतानेवाले सभी मतदाताओं का धन्यवाद! तस्वीरों के आंकड़ों में एक प्रमाण है जो यह बताता है कि पोस्टल बैलेट के जरिए हमें यानी कांग्रेस को 199 सीटों पर बढ़त है। जबकि इनमें से अधिकांश सीटों पर ईवीएम काउंटिंग में हमें मतदाताओं का पूर्ण विश्वास न मिल सका। यह भी कहा जा सकता है कि जब तंत्र जीतता है तो जनता (यानी लोक) हार जाती है। हमें गर्व है कि हमारे जमीनी कार्यकर्ताओं ने जी जान से कांग्रेस के लिए काम किया और लोकतंत्र के प्रति अपने विश्वास को पुख्ता किया।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्यप्रदेश में सीएम पद को लेकर दिल्ली पहुंचे दिग्गज, जीते सांसद देंगे इस्तीफा

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने तीन केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों को चुनाव मैदान में उतारा था। इसमें से दो मंत्री समेत पांच सांसद चुनाव जीते हैं। वहीं, एक केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और सतना से सांसद गणेश सिंह चुनाव हार गए हैं। अब जीते सांसदों को 14 दिनों में संसद की सदस्यता को लेकर निर्णय लेना होगा। ऐसा नहीं करने पर तय दिनों बाद उनकी लोकसभा की सदस्यता स्वत: ही समाप्त हो जाएगी। हालांकि, लोकसभा के चुनाव में पांच माह का ही समय बाकी है। ऐसे में वे सभी जीते सांसद अपना इस्तीफा देंगे, जिनको प्रदेश सरकार में कोई बड़ा पद मिलने की संभावना है। जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम को दिल्ली में भाजपा संसदीय दल की बैठक हो सकती है। इसमें मध्य प्रदेश समेत भाजपा द्वारा जीते गए तीनों राज्यों के मुख्यमंत्री और दिग्गजों को लेकर निर्णय हो सकता है। 
    उधर, संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया। इसमें शामिल होने के लिए सांसद दिल्ली पहुंचे। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल व ज्योतिरादित्य सिंधिया रविवार रात को ही दिल्ली रवाना हो गए थे। प्रह्लाद पटेल ने सोमवार को मध्य प्रदेश में जीत के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
    वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी सोमवार को दिल्ली पहुंचे। इसके बाद प्रदेश की सियासी हलचल बढ़ गई। दरअसल, इससे पहले विजयवर्गीय यह बयान दे चुके हैं कि प्रदेश का मुख्यमंत्री का नाम दिल्ली से ही तय होगा। वहीं, इंदौर में उनको सीएम बनाने को लेकर लॉबिंग भी शुरू हो गई है। उनके समर्थित विधायक रमेश मेंदोला ने उनको मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर दी है। हालांकि, पार्टी के नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री के नाम का फैसला विधायक दल की बैठक में होगा।  
    वहीं, भोपाल में भी सोमवार को पार्टी मुख्यालय से लेकर सीएम हाउस तक हलचल रही। मुख्यमंत्री निवास पर भी सीएम शिवराज से मिलने नए विधायक पहुंचते रहे। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने प्रदेश मुख्यालय में कई नेताओं से मुलाकात की और फोन पर भी जीते हुए विधायकों से चर्चा की।
    साभार अमर उजाला

  • तीन राज्यों में शानदार जीत, भाजपा अब केंद्र सरकार में फेरबदल की तैयारी में

    नई दिल्ली। हिंदी पट्टी के तीन राज्यों में शानदार जीत दर्ज कर सत्ता हासिल करने वाली भाजपा अब केंद्र सरकार में भी फेरबदल की तैयारी में है। पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्री परिषद में जल्दी ही कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं। चर्चा है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से आने वाले कुछ सांसदों को मौका मिल सकता है। पार्टी को लगता है कि इससे 2024 के लिए स्थानीय स्तर पर समीकरण मजबूत करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा राज्यों में विधायक चुने गए कुछ सांसदों से इस्तीफा भी लिया जा सकता है और उन्हें संबंधित प्रदेशों में कुछ अहम जिम्मेदारियां मिल सकती हैं। 
    केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रल्हाद पटेल ने मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में भी जीत हासिल की है। इसके अलावा रेणुका सिंह भी छत्तीसगढ़ से जीती हैं। अब इन मंत्रियों के भविष्य को लेकर भी चर्चाएं तेज हैं। इनके अलावा सांसदों की बात करें तो राकेश सिंह, रीती पाठक, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, दीया कुमारी, अरुण साव भी सांसद चुने गए हैं। इनमें से कुछ लोगों को केंद्र सरकार में हिस्सेदारी मिल सकती है। इनमें जिन लोगों के नाम खासतौर पर चर्चा में हैं, उनमें होशंगाबाद के सांसद उदय प्रताप सिंह, राजस्थान के किरोड़ी लाल मीणा और अलवर के सांसद बाबा बालकनाथ शामिल हैं।
    विधायक चुने गए मंत्रियों और सांसदों को अगले 14 दिनों अंदर विधानसभा या फिर संसद से इस्तीफा देना होगा। भाजपा के एक सीनियर नेता ने कहा कि ज्यादातर नेताओं को इसलिए विधानसभा चुनाव में उतारा गया था कि वे राज्यों में पार्टी को मजबूत करें। ऐसे में ज्यादा संभावना यही है कि सांसदों से कहा जाए कि वे लोकसभा छोड़ दें और राज्य में ही सक्रिय हों। इसके अलावा विधायक चुने गए तीन केंद्रीय मंत्रियों पर भी हाईकमान फैसला लेगा। वहीं फग्गन सिंह कुलस्ते और सांसद गणेश सिंह तो विधायक भी नहीं बन पाए।
    ऐसे में इन्हें आगे क्या जिम्मेदारी मिलेगी और क्या छिनेगा, इसकी भी चर्चाएं शुरू हो गई हैं। बीते कई महीनों से केंद्रीय कैबिनेट में बदलाव की चर्चाएं हैं। माना जा रहा है कि इन तीन राज्यों के नतीजों के बाद अब कभी भी बदलाव हो सकता है। हालांकि पूरी संभावना यही है कि जो सांसद इस्तीफा देंगे, उनकी सीटों पर उपचुनाव नहीं होगा। इसकी वजह यह है कि 6 महीने के भीतर उपचुनाव कराना होता है और 2024 के चुनाव में उससे कम का ही वक्त बचा है। ऐसे में संभावना है कि चुनाव ही न कराया जाए।  
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • तीन राज्यों में कांग्रेस की हार पर INDIA गठबंधन ने दी नसीहत, अकेले चुनाव नहीं जीत सकते

    नई दिल्ली। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के हाथ लगी करारी हार ने INDIA गठबंधन की एकता की कलई को खोल दिया है। एमपी में जहां कांग्रेस अपनी बड़ी जीत को लेकर तमाम दावे कर रही थी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ तक में अपनी सरकार बचाने में कामयाब नहीं हुई। कांग्रेस की इस हार पर अब INDIA गठबंधन ने उसे नसीहत दी है। सपा ने इसे घमंड की हार कहा तो जेडीयू बोली कि ये इंडिया गठबंधन  नहीं अकेले कांग्रेस की हार है। ये अकेले चुनाव नहीं जीत सकते। 
    एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने बंपर जीत के साथ हिन्दी बेल्ट में अपनी पकड़ और मजबूत कर ली है। 2024 से पहले बीजेपी की ये जीत लोकसभा चुनाव में उसकी हैट्रिक के लिए उम्मीद बनकर सामने आई है। रविवार देर शाम तीनों राज्यों में जीत के बाद पीएम मोदी ने इसे 2024 लोकसभा चुनाव का संकेत बताया तो इंडिया गठबंधन पर निशाना साधने से भी नहीं चूके। 
    पीएम मोदी और राहुल क्या बोले
    पीएम मोदी ने कहा, "मेरी कांग्रेस और उसके साथियों को सलाह है कि ऐसी राजनीति न करें जो देश विरोधी हो और उससे देश कमजोर हो।" उधर, राहुल गांधी ने हिन्दी बेल्ट के तीनों राज्यों में करारी हार को स्वीकार करते हुए अपनी लड़ाई जारी रखने की बात कही है। उन्होंने ट्वीट में कहा कि हम जनादेश को विनम्रता से स्वीकार करते हैं। बीजेपी के साथ हमारी विचारधारा की लड़ाई जारी रहेगी। 
    तेलंगाना में जीत राहत लाई 
    हालांकि कांग्रेस के लिए राहत की बात यह है कि तेलंगाना में उसकी पहली बार सरकार बनाने जा रही है। यहां कांग्रेस ने 69 सीटों के साथ बहुमत का आंकड़ा आसानी से पार कर लिया। जीत का सेहरा तेलंगाना कांग्रेस चीफ रेवंत रेड्डी के सिर बंधा है। पूरी संभावना है कि वह प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे। उधर, बीआरएस 40 का आंकड़ा तक पार नहीं कर सकी। बीजेपी के खाते में 8 सीटें आई हैं।
    INDIA गठबंधन में किसने क्या कहा
    तीन राज्यों में कांग्रेस की करारी हार पर INDIA गठबंधन का गुस्सा फूटा है। अखिलेश यादव की पार्टी सपा ने इसे कांग्रेस के घमंड की हार कहा। यहां यह भी गौर करने वाली बात है कि एमपी विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश और कमलनाथ में सीट बंटवारे को लेकर गहमा-गहमी सामने आई थी।
    उधर, नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने कांग्रेस की हार पर नमक छिड़का है। कहा कि ये गठबंधन नहीं सिर्फ कांग्रेस की हार है। इस हार से यह भी साफ हो गया है कि कांग्रेस चुनाव अकेले नहीं जीत सकती।
    एमपी-राजस्थान और छत्तीसगढ़ में रिजल्ट कैसा रहा
    मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी 164 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। कांग्रेस के खाते में 65 सीटें आई। अन्य के पास एक सीट आई है। यहां बीजेपी की 2003 से सरकार है। हालांकि 2018 में दो साल के लिए कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी थी जो 2020 में गिर गई। 
    उधर, राजस्थान में शुरुआती मुकाबला कांटे का लग रहा था लेकिन, जल्द ही बीजेपी ने बढ़त हासिल की और फिर कांग्रेस को आगे बढ़ने का मौका नहीं दिया। बीजेपी ने यहां 115 सीटें जीतकर बहुमत हासिल कर लिया है। कांग्रेस को 69 सीट मिली हैं। वहीं, अन्य के खाते में 15 सीटें आई हैं। 
    छत्तीसगढ़ चुनाव बड़ा रोचक रहा। कई एग्जिट पोल्स में यहां कांग्रेस की जीत के दावे किए जा रहे थे लेकिन, बीजेपी ने सभी भविष्यवाणियों को धताते हुए यहां भी जीत दर्ज की है। बीजेपी के खाते में कुल 90 में से 54 सीटें आई हैं। जबकि कांग्रेस 35 से आगे नहीं बढ़ पाई। अन्य के पास एक सीट आई।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार, जाने सबसे बड़ी जीत और सबसे छोटी जीत

    भोपाल। मध्यप्रदेश में भाजपा ने स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बना ली है। भाजपा को 163 सीटें मिली हैं तो कांग्रेस को 66 सीटों पर संतोष करना पड़ा है। हम आपको बता रहे हैं कि प्रदेश की पांच सबसे बड़ी और सबसे छोटी जीत किसके हिस्से आई हैं। 
    सबसे बड़ी जीत- प्रदेश में सबसे बड़ी जीत रमेश मेंदोला की रही। मेंदोला इंदौर की विधानसभा नंबर 2 से मैदान में थे। उन्होंने कांग्रेस के चिंटू चौकसे को एक लाख सात हजार सैंतालीस मतों से हराया है। दूसरी सबसे बड़ी जीत भाजपा की कृष्णा गौर की रही। कृष्णा भोपाल की गोविंदपुरा से मैदान में थीं, उन्होंने कांग्रेस के रवींद्र साहू को एक लाख छह हजार छ सौ अड़सठ मतों से हराया। तीसरी बड़ी जीत सीएम शिवराज सिंह चौहान की रही। शिवराज ने सीहोर जिले की बुधनी से चुनाव लड़ा और कांग्रेस के विक्रम मस्ताल को एक लाख चार हजार नौ सौ चौहत्तर वोटों से हराया। चौथी बड़ी जीत भी भाजप की ही रही। भोपाल की हुजूर विधानसभा से मैदान में रहे रामेश्वर शर्मा 97910 मतों से जीते हैं। उन्होंने कांग्रेस के नरेश ज्ञानचंदानी को हराया है। पांचवी बड़ी जीत नौंवी बार विधायक बने गोपाल भार्गव की रही। उन्होंने सागर जिले की रहली से चुनाव लड़ा और कांग्रेस की ज्योति पटेल को 72800 वोटों से हराया। 
    सबसे छोटी जीत- जहां कुछ प्रत्याशी लाखों वोटों से जीते तो कुछ ऐसे रहे जो चंद वोटों से जीते या यूं कहें नजदीकी मुकाबले में विधायक चुने गए। प्रदेश की सबसे छोटी जीत भाजपा के शाजापुर प्रत्याशी अरुण भीमावत की रही। उन्होंने कांग्रेस के हुकुमसिंह कराड़ा को 28 वोटों से हराया। दूसरी नजदीकी जीत भी भाजपा की रही। वारासिवनी से भाजपा के प्रदीप जायसवाल ने कांग्रेस के विवेक पटेल को 46 मतों से हराया है। उन्होंने रीकाउंटिंग में जीत हासिल की है। प्रदेश की तीसरी सबसे कम अंतर वाली जीत कांग्रेस के दिनेश जैन बॉस की रही। 
    उन्होंने महिदपुर से चुनाव लड़ा और भाजपा के बहादुर सिंह चौहान को 290 मतों से हराया। चौथी सबसे छोटी जीत धरमपुरी के कालूसिंह ठाकुर की रही। उन्होंने कांग्रेस के पांचीलाल मेड़ा को 356 वोटों से हराया। पांचवीं सबसे कम अंतर वाली जीत बैहर के संजय उइके की रही। संजय ने भाजपा के भगत सिंह नेताम को 551 वोटों से हराया। 
    साभार अमर उजाला

  • प्रदेश में नरोत्तम मिश्रा सहित 12 मंत्री हारे, 20 जीते

    भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना करीब-करीब पूरी हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत 32 मंत्री मैदान में उतरे थे। जिनमें 12 की हार हुई, वहीं 20 ने जीत दर्ज की है।  हालांकि, दतिया में प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा हार गए हैं। 
    इन मंत्रियों ने नहीं लड़ा चुनाव
    बता दें कि शिवपुरी से खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया चुनाव नहीं लड़ रही। वहीं, भिंड जिले के मेहंगाव से विधायक और नगरीय विकास एवं आवास के राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया का टिकट काट दिया गया है।
    2018 में नतीजे क्या रहे थे?
    मध्यप्रदेश में पिछला विधानसभा चुनाव कई मायनों में बेहद रोमांचक रहा था। 230 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को बहुमत से दो कम 114 सीटें मिलीं थीं। वहीं, भाजपा 109 सीटों पर आ गई। हालांकि, यह भी दिलचस्प था कि भाजपा को 41% वोट मिले, जबकि कांग्रेस को 40.9% वोट मिला था। बसपा को दो जबकि अन्य को पांच सीटें मिलीं। नतीजों के बाद कांग्रेस ने बसपा, सपा और अन्य के साथ मिलकर सरकार बनाई। इस तरह से राज्य में 15 साल बाद कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार बनी और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे। हालांकि लगभग 15 महीने बाद ही ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके खेमे के मंत्रियों ने बगावत कर दी, इससे कांग्रेस की सरकार गिर गई। सिंधिया ने समर्थकों के साथ भाजपा जॉइन कर ली थी। भाजपा फिर सत्ता में लौट आई थी।
    प्रदेश के मंत्रियों की स्थिति
    सीट क्र हॉट सीट भाजपा सरकार के मंत्री कांग्रेस प्रत्याशी परिणाम/रुझान
    156 बुधनी शिवराज सिंह चौहान (मुख्यमंत्री)  विक्रम मस्ताल  शिवराज जीते
    22 दतिया नरोत्तम मिश्रा (गृह, संसदीय कार्य, विधि एवं विधायी कार्य मंत्री) राजेंद्र भारती मिश्रा हारे
    39 रहली गोपाल भार्गव (लोक निर्माण विभाग मंत्री) ज्योति पटेल भार्गव जीते
    211 सांवेर तुलसी सिलावट (जल संसाधन, मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास मंत्री) रीना बौरासी सिलावट जीते
    176 हरसूद विजय शाह (वन मंत्री) सुखराम सालवे विजय शाह जीते
    225 मल्हारगढ़ जगदीश देवड़ा (वित्त मंत्री) परशुराम सिसौदिया जगदीश देवड़ा जीते
    87 अनुपूपर बिसाहूलाल (खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण)  रमेश सिंह बिसाहूलाल जीते
    36 खुरई भूपेंद्र सिंह (नगरीय प्रशासन विभाग)  रक्षा राजपूत भूपेंद्र सिंह जीते
    90 मानपुर मीना सिंह (आदिम जाति कल्याण)  तिलकराज सिंह मीना सिंह जीती
    135 हरदा कमल पटेल (कृषि मंत्री)  रामकिशोर डोगने कमल पटेल हारे
    37 सुरखी गोविंद सिंह राजपूत (राजस्व, परिवहन मंत्री) नीरज शर्मा गोविंद सिंह राजपूत जीते
    60 पन्ना बृजेंद्र प्रताप सिंह (खनिज संसाधन विभाग  मंत्री) भरत मिलन पांडेय बृजेंद्र प्रताप सिंह जीते
    151 नरेला विश्वास सारंग (चिकित्सा शिक्षा मंत्री)  मनोज शुक्ला विश्वास सारंग जीते
    142 सांची प्रभुराम चौधरी (लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री) जीसी गौतम प्रभुराम चौधरी जीते
    28 बमोरी महेंद्र सिंह सिसोदिया (पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री) ऋषि अग्रवाल महेंद्र सिंह सिसोदिया हारे
    15 ग्वालियर सीट प्रद्मुम सिंह तोमर (ऊर्जा मंत्री)  सुनील शर्मा तोमर जीते
    190 बड़वानी प्रेम सिंह पटेल (पशुपालन, समाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन) राजन मंडलौई प्रेम सिंह पटेल हारे
    230 जावद ओम प्रकाश सखलेचा (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, विज्ञान और प्रौद्योगिकी) समंदर पटेल ओम प्रकाश सखलेचा आगे
    209 महू ऊषा ठाकुर (पर्यटन, संस्कृति अध्यात्म) रामकिशोर शुक्ला ठाकुर जीतीं
    9 अटेर अरविंद सिंह भदौरिया (सहकारिता, लोक सेवा प्रबंधन) हेमंत कटारे भदौरिया हारे
    217 उज्जैन दक्षिण मोहन यादव (उच्च शिक्षा मंत्री)  चेतन यादव मोहन यादव जीते
    226 सुवासरा हरदीप सिंह डंग (नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा, पर्यावरण) राकेश पाटीदार हरदीप सिंह डंग जीते
    202 बदनावर राजवर्धन सिंह (औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन) भंवर सिंह शेखावत राजवर्धन हारे
    74 रीवा राजेंद्र शुक्ल (जनसंपर्क मंत्री)  राजेंद्र शर्मा राजेंद्र शुक्ल जीते
    111 बालाघाट गौरीशंकर बिसेन  अनुभा मुंजारे गौरीशंकर बिसेन हारे
    14 ग्वालियर ग्रामीण भारत सिंह कुशवाह (राज्य मंत्री-उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण -स्वतंत्र प्रभार) साहब सिंह गुर्जर कुशवाह हारे
    168 शुजालपुर इंदर सिंह परमार  (राज्य मंत्री-स्कूल शिक्षा मंत्री -स्वतंत्र प्रभार) रामसिंह सिकरवार इंदर सिंह परमार जीते
    66 अमरपाटन रामखेलावन  (राज्य मंत्री-पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री) राजेंद्र कुमार सिंह रामखेलावन हारे
    110 परसवाड़ा राम किशोर कांवरे  (राज्य मंत्री-आयुष -स्वतंत्र प्रभार) मधु भगत राम किशोर कांवरे हारे
    34 मुंगावली बृजेंद्र सिंह यादव  (राज्य मंत्री-लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी) यादवेंद्र यादव बृजेंद्र सिंह यादव जीते
    24 पोहरी सुरेश धाकड़  (राज्य मंत्री-लोक निर्माण विभाग) कैलाश कुशवाह सुरेश धाकड़ हारे
    47 खरगापुर राहुल लोधी (राज्य मंत्री) चंदा सिंह गौर राहुल लोधी हारे

  • मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में स्पष्ट बहुमत के बाद अब सीएम पद के दावेदारों पर फोकस

    नई दिल्ली। मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिल गया है। मध्य प्रदेश में भाजपा प्रचंड बहुमत पाकर 163 सीटें जीतने में सफल रही। वहीं राजस्थान में भाजपा को 115 सीटों पर जीत मिली। छत्तीसगढ़ में भाजपा 54 सीटें जीतकर सत्ता कब्जाने में सफल रही है। मिजोरम में मतगणना जारी है। 
    मध्य प्रदेश में भाजपा की प्रचंड जीत में शिवराज सरकार की लाडली बहना योजना की खूब चर्चा हो रही है। कई नेताओं का कहना है कि यह योजना भाजपा सरकार के लिए गेमचेंजर साबित हुई। इनके अलावा पीएम मोदी के चेहरे, संगठन की शक्ति के दम पर भाजपा ने लगातार पांचवी बार कांग्रेस को पटखनी दी। 
    चुनाव नतीजों के बाद अब सभी की निगाहें सीएम पद के संभावित दावेदारों पर टिक गई हैं। राजस्थान की बात करें तो यहां कई नामों की चर्चा है। इनमें पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और महंत बालक नाथ के नामों की चर्चा है। इनके अलावा राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सीपी जोशी भी इस दौड़ में शामिल हैं। 

  • कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा बयान, बोले- मप्र में पीएम मोदी  और शाह की वजह से मिली जीत

    इंदौर। मप्र विधानसभा चुनाव में लाड़ली बहना योजना को जीत का श्रेय देने की खबरों के बीच कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा है कि मप्र में भाजपा को जीत पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की वजह से मिली है। विजयवर्गीय ने कहा कि मप्र के साथ छग और राजस्थान में भी भाजपा को जीत मिली जबकि वहां पर लाड़ली बहना योजना नहीं थी। यहां तक कि विजयवर्गीय ने इस प्रश्न को पूछने पर यह भी कह दिया कि आप लोग दरबारी जैसे प्रश्न पूछते हो। अब राजनीतिक गलियारों में विजयवर्गीय के इस बयान के कई अर्थ निकाले जा रहे हैं। गौरतलब है कि दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात के बाद भी कैलाश विजयवर्गीय ने यह कहा था कि मप्र में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा यह दिल्ली के नेता तय करेंगे।  
    मप्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा को मिले प्रचंड बहुमत को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जिस दिन इंदौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रोड शो हुआ था उसी दिन मैंने कह दिया था कि हम इंदौर की सभी नौ और प्रदेश में 160 से ज्यादा सीटें जीतेंगे। मैंने कहा था कि हम मालवा में सबसे ज्यादा वोटों से जीतेंगे, वह रिकॉर्ड तोड़ा। छत्तीसगढ़ में हमारी ग्रेट विक्ट्री है जिसकी हमें खुद कल्पना नहीं थी। राजस्थान में भी अच्छी जीत हासिल की है। इस तरह तीन राज्यों से सरकार बनाना साफ दिखाई देता है कि हम अगला लोकसभा चुनाव 400 से ज्यादा सीटों से जीतेंगे।
    कैलाश विजयवर्गीय ने यह भी कहा कि मुझे इंदौर के लोगों ने भरपूर प्यार दिया। मेरे बारे में कहा जा रहा था कि मैं बाहरी हूं लेकिन मुझे विधानसभा एक के लोगों ने दिल खोलकर वोट दिए। इंदौर और मालवा निमाड़ के परिणाम ने यह साबित कर दिया है कि पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा संगठन की नीतियों लोगों का लगातार विश्वास जीत रही हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • मध्यप्रदेश - रुझानों में 150 के पार हुई भाजपा,. कांग्रेस पीछड़ी

    भोपाल।  मध्य प्रदेश में विधानसभा का नतीजा घोषित हो रहा है। मध्य प्रदेश की सभी 230 सीटों पर वोटों की गिनती चल रही है। सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती चल रही है। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती की जा रही है और इसके बाद ईवीएम खुलेंगे। शुरुआती रुझानों में भाजपा ने कांग्रेस के मुकाबले अच्छी बढ़त बना ली है। मध्य प्रदेश में दो दशक से सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का राज कायम रहेगा या फिर राज्य की कमान कांग्रेस के हाथ जाएगी यह दोपहर तक तय हो जाएगा।
    9:50- मध्य प्रदेश में 230 सीटों के रुझान आ गए हैं। भाजपा 150 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस 78 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
    9-29: चुनाव आयोग ने 15 सीट के रुझान बताए हैं। भाजपा 13 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस महज 2 सीटों पर बढ़त हासिल कर सकी है।
    9:18- मध्य प्रदेश में 225 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं। भाजपा 135 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस 89 सीटों पर बढ़त बना चुकी है।
    9:11- चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश में अभी तक एक ही सीट का रुझान बताया है। पहला रुझान भाजपा के पक्ष में गया।
    9:05- मध्य प्रदेश में 210 सीटों के रुझान सामने आ चुके हैं। मध्य प्रदेश में रुझानों में भाजपा को बहुमत, कांग्रेस भी शतक की ओर बढ़ी। भाजपा 117 सीटों और कांग्रेस 93 सीटों पर आगे चल रही है।
    8:55- मध्य प्रदेश में 176 सीटों के रुझान सामने आ चुके हैं। भाजपा 101 सीटों पर आगे निकल चुकी है और कांग्रेस 75 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
    8:50- मध्य प्रदेश में 150 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं। भाजपा 83 सीटों पर बढ़त बना चुकी है। कांग्रेस 67 सीटों पर आगे चल रही है। 
    8:41- मध्य प्रदेश में 135 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं। भाजपा 77 सीटों पर बढ़त बना चुकी है तो कांग्रेस 58 सीटों पर आगे चल रही है।
    8:33- मध्य प्रदेश में 115 सीटों के रुझान आ गए हैं। भाजपा 66 और कांग्रेस 49 सीटों पर आगे चल रही है।
    8:27- मध्य प्रदेश में 106 सीटों के रुझान सामने आए हैं। पोस्टल बैलेट की गिनती में भाजपा 63 और कांग्रेस 43 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, ईवीएम खुलने के बाद आंकड़े पलट भी सकते हैं।
    8:23- मध्य प्रदेश में 102 सीटों से रुझान मिल चुके हैं। भाजपा 65 और कांग्रेस 37 सीटों पर आगे चल रही है।
    8:15- भाजपा 26 और कांग्रेस 19 सीटों पर आगे चल रही है।
    8:10- पोस्टल बैलेट की गिनती में भाजपा आगे चल रही है। 20 सीटों पर भाजपा और 15 सीटों पर कांग्रेस आगे चल रही है।
    8:30- मध्य  प्रदेश में वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। सभी 230 सीटों पर वोटों की गिनती सुबह 8 बजे शुरू हो गई।
    7:30- मध्य प्रदेश में काउंटिंग शुरू होने से पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता और मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार बनने जा रही है। नरोत्तम ने कहा कि भाजपा 125-150 सीटों पर जीत हासिल करेगी।
    7:05- भाजपा नेता अरविंद सिंह भदौरिया ने कहा कि कांग्रेस के दावे खोखले हैं। उन्होंने कहा कि जनता के आशीर्वाद से भाजपा शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में एक बार फिर सरकार बनाने जा रही है
    6:50 काउंटिंग शुरू होने से पहले कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने जीत का भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस 135 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगी।
    6:40- वोटों की गिनती की तैयारी सभी मतगणना केंद्रों पर अंतिम चरण में है। सुरक्षा के भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
    एग्जिट पोल्स का मिलाजुला अनुमान
    30 नवंबर को मध्य प्रदेश को लेकर कई एग्जिट पोल सामने आए। कुछ में भाजपा की सरकार बनने की भविष्यवाणी की गई तो कुछ में कांग्रेस सरकार बनने की बात कही गई। एबीपी न्यूज सी वोटर के एग्जिट पोल में कांग्रेस को 113-137 सीटें और भाजपा को 88-112 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया। इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया ने भाजपा को 140-162 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की थी। कुछ सर्वे में दोनों दलों के बीच कांटे की टक्कर बताई गई थी।
    17 नवंबर को डाले गए थे वोट
    मध्य प्रदेश में सभी 230 सीटों पर 17 नवंबर को वोट डाले गए थे। इस बार राज्य की जनता ने बढ़चढ़कर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मध्य प्रदेश में 76 फीसदी से अधिक मतदान हुआ। वोटिंग के दौरान कुछ सीटों पर छिटपुट हिंसा भी हुई थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 4 राज्यों के ताजा रुझानों में आगे भाजपा, क्या कांग्रेस को लगेगा झटका?

    नई दिल्ली।  चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में वोटों की गिनती जारी है। ताजा रुझानों में तीन राज्यों में बीजेपी और सिर्फ एक में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है। कांग्रेस को जहां राजस्थान में अपनी सरकार जाती नजर आ रही है, वहीं दक्षिण से उसके लिए गुड न्यूज देखने को मिल रही है। 9.30 बजे तक के ताजा रुझानों में दक्षिणी राज्य तेलंगाना की कुल 119 सीटों में कांग्रेस 71 पर आगे चल रही है, जबकि सत्तारूढ़ केसीआर की पार्टी भारत राष्ट्र समिति सिर्फ 36 सीटों पर आगे चल रही है।
    मध्य प्रदेश की कुल 230 सीटों में से 195 पर मिले ताजा रुझानों के मुताबिक बीजेपी 138 पर जबकि कांग्रेस 89 पर आगे चल रही है। राजस्थान में बीजेपी ने सत्ताधारी कांग्रेस को ताजा रुझानों में पछाड़ दिया है। 199 सीटों पर हुए चुनावों में फिलहाल  बीजेपी ताजा रुझानों में 107 पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस 80 सीटों पर आगे चल रही है। छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी कांग्रेस भी हार की ओर बढ़ती दिख रही है। वहां की कुल 90 सीटों में से 48 पर बीजेपी आगे चल रही है, जबकि 40 पर कांग्रेस आगे चल रही है। बता दें कि ये रुझान अभी शुरुआती हैं और इसमें उलटफेर हो सकते हैं।
    आपको बता दें कि मध्य प्रदेश की 230 सीट, छत्तीसगढ़ की 90 सीट, तेलंगाना की 119 सीट और राजस्थान की 199 सीट के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई है।  राजस्थान में एक विधानसभा सीट पर उम्मीदवार की मृत्यु होने के कारण चुनाव टाल दिया गया था। 
     भाजपा गुजरात की जीत की लय को मध्य प्रदेश में दोहराने की कोशिश कर रही है। गुजरात में भाजपा 1998 से शासन कर रही है। मध्य प्रदेश में चार बार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान फिर से अपनी सरकार बनाने की उम्मीद कर रहे हैं। भाजपा राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी जीत हासिल करने की उम्मीद कर रही है और वह लोकसभा चुनाव से पहले हिंदी भाषी राज्यों में अपनी पकड़ फिर से हासिल करना चाहती है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • तीनों राज्यों में कांग्रेस से काफी आगे भाजपा

    नई दिल्ली। तीन राज्यों के रुझान लगभग-लगभग वैसी ही तस्वीर पेश कर रहे हैं, जिसका अनुमान एग्जिट पोल्स और राजनीतिक विश्लेषकों ने लगाया था। सिर्फ छत्तीसगढ़ में ही अनुमान पलटते हुए दिखाई दे रहे हैं। सबसे पहले बात मध्य प्रदेश की। सुबह आठ बजे जब मतगणना की शुरुआत हुई तो भाजपा के मुकाबले कांग्रेस एक सीट से आगे थी, लेकिन सुबह साढ़े नौ बजे तक यहां तस्वीर पलट गई और भाजपा बहुमत के आंकड़े को पार कर गई। राजस्थान में भी ऐसा ही था। कांग्रेस ने शुरुआत तो बढ़त के साथ की, लेकिन मतगणना शुरू होने के 15 मिनट बाद ही वह भाजपा से पिछड़ गई। डेढ़ घंटे बाद कांग्रेस के मुकाबले भाजपा तकरीबन 20 सीटों से आगे हो गई। 
    छत्तीसगढ़ में शुरुआती 90 मिनट के रुझानों में कांग्रेस भाजपा से आगे रही, लेकिन 91वें मिनट से मामला बराबरी पर आ गया और अब पार्टी कहीं आगे दिख रही है। उधर, तेलंगाना में बीआरएस शुरुआत से ही पीछे रही और कांग्रेस मजबूती के साथ बहुमत के आंकड़ों से आगे निकल गई। जब शुरुआती ढाई घंटे के रुझानों में तस्वीर काफी साफ हो चुकी है तो सवाल उठ रहा है कि अब राज्यों में क्या समीकरण बन रहे हैं और आगे क्या होने जा रहा है?
    सबसे पहले उन तीन राज्यों के बारे में जानिए जहां भाजपा ने मुख्यमंत्री पद का कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया और कांग्रेस की तरफ से चेहरे स्पष्ट थे...
    1. मध्य प्रदेश में अब क्या होगा?
    अब तक के रुझानों में भाजपा और कांग्रेस में करीब 75 से ज्यादा सीटों का फर्क है। 230 सीटों वाले राज्य में भाजपा बहुमत के आंकड़े से काफी आगे निकल चुकी है। पिछली बार यहां भाजपा 109 पर थम गई थी और कांग्रेस 114 के साथ चुनाव जीत गई थी। हालांकि, वह सत्ता बरकरार नहीं रख पाई। अब बड़ा सवाल यह है कि मध्य प्रदेश में सत्ता की कमान किसके हाथ में होगी? 
    यहां कई बड़े नेता मैदान में थे। कांग्रेस की 15 महीने की सरकार गिराकर फिर मुख्यमंत्री बने शिवराज सिंह चौहान के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद सिंह पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते के साथ-साथ गृह मंत्री नरोत्तम मिश्र और कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने भी इस बार चुनाव लड़ा। यहां अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या शिवराज की ही दोबारा ताजपोशी होगी। अगर हां, तो क्या भाजपा असंतोष को रोकने और लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन को दोहराने के लिए क्या दो डिप्टी सीएम का फॉर्मूला अपनाएगी। अगर दो डिप्टी सीएम बनाए जाते हैं तो इस दौड़ में कैलाश विजयवर्गीय और प्रहलाद सिंह पटेल सबसे आगे नजर आते हैं। एग्जिट पोल आने के बाद विजयवर्गीय की अमित शाह से मुलाकात हो चुकी है। वहीं, रुझानों के बीच मुख्यमंत्री शिवराज से मिलने ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचे। उधर, कांग्रेस के खेमे में यह सवाल उठेगा कि हार का ठीकरा किसके सिर फोड़ा जाए। यहां कांग्रेस के सबसे बड़े नेता कमलनाथ ही हैं और आलाकमान का पूरा समर्थन उन्हें हासिल था। 
    2. राजस्थान में अब क्या होगा?
    200 सीटों वाले राजस्थान में हर बार सत्ता बदल जाने का रिवाज बरकरार है। पिछली बार कांग्रेस को 100 सीटें मिली थीं और भाजपा 73 सीटों पर थी। कई सारी योजनाओं और गारंटियों के बाद भी अशोक गहलोत अपना जादू कायम नहीं रख सके। यहां अब बड़ा सवाल ही है कि भाजपा की सरकार बनने पर मुख्यमंत्री कौन बनने जा रहा है? वसुंधरा राजे दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। इस बार भी उन्होंने चुनाव लड़ा, लेकिन राज्य में समीकरण बदल चुके थे। भाजपा के पास यहां ऐसे नेताओं की फेहरिस्त हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री बनाने पर विचार किया जा सकता है। इनमें प्रमुख नाम हैं- राजेंद्र राठौड़, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, दीया कुमारी और सतीश पूनिया। ये सभी तो चुनावी मैदान में थे। हालांकि, चुनावी पोस्टरों में पीएम मोदी के अलावा सिर्फ वसुंधरा और राजेंद्र राठौड़ की ही तस्वीरें दिखाई दीं। जब चुनावों की घोषणा हुई तो चर्चा केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के नाम की भी रही। हालांकि, एग्जिट पोल आने के बाद से सबसे ज्यादा सक्रिय वसुंधरा राजे ही हैं। 
    3. छत्तीसगढ़ में क्या फंसेगा पेंच?
    90 सीटों वाले छत्तीसगढ़ में फिलहाल ऐसा ही नजर आ रहा है। रुझानों में पहले कांग्रेस भाजपा से आगे रही, लेकिन यहां अब 2013 जैसी तस्वीर बनती दिख रही है, जब आखिर तक भाजपा-कांग्रेस के बीच दो-चार सीटों का ही फासला रहा, लेकिन भाजपा सरकार बनाने में कामयाब रही थी। फिलहाल अगले कुछ घंटों में यहां स्थिति साफ होने की उम्मीद कम दिख रही है। अगर मामला यहां ऐसा ही बना रहता है तो रिजॉर्ट पॉलिटिक्स जैसी बाड़ेबंदी देखने को मिल सकती है। रुझानों की मौजूदा स्थिति बता रही है कि कांग्रेस को यहां नुकसान हुआ है। भूपेश बघेल 2018 में जीती 68 सीटों जैसी बढ़त बरकरार नहीं रख पाए। वहीं पिछले चुनाव में 15 सीटों पर सिमट चुकी भाजपा को बढ़त हासिल हुई है। यहां भाजपा की तरफ से पुराना चेहरा रमन सिंह का ही है। हालांकि, उन्हें पार्टी ने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर प्रोजेक्ट नहीं किया था। वहीं अगर कांग्रेस सरकार बनाने की स्थिति में आती है तो भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव में से कौन बाजी मारेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।
    4. तेलंगाना में क्या हुआ?
    यहां 119 सीटें हैं। पिछली बार बीआरएस को 88 सीटें और कांग्रेस को 19 सीटें मिली थीं। इस बार बाजी पलट गई है। जितनी सीटों पर बीआरएस को नुकसान हुआ है, उतनी ही सीटों पर कांग्रेस मजबूत हुई है। यहां छह साल पहले तेदेपा से आए ए. रेवंत रेड्डी ने कांग्रेस की किस्मत पलट दी है। रेड्डी की अध्यक्षता में पार्टी न सिर्फ जीत रही है, बल्कि खुद रेड्डी मुख्यमंत्री केसीआर के खिलाफ जीत दर्ज करते दिखाई दे रहे हैं। केसीआर रेवंत रेड्डी के खिलाफ कामारेड्डी सीट पर पीछे चल रहे हैं। इसके अलावा वे अपनी परपंरागत सीट गजवेल से भी पीछे हैं। यहां कांग्रेस ने अपने कर्नाटक के सभी बड़े चेहरों को प्रचार में लगाया था। पार्टी को इसका फायदा होता दिख रहा है। कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार एग्जिट पोल आने के बाद से लगातार सक्रिय हैं और अन्य दलों के भी संपर्क में हैं। रेवंत रेड्डी के अलावा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी और पार्टी के दलित चेहरा मल्ली भट्टी विक्रमार्का और कुमाटी वेंकट रेड्डी भी सीएम पद की दौड़ में हैं।
    साभार अमर उजाला

  • इंदौर में कार्यकर्ताओं ने निकाली रैली, सभी 9 सीट पर भाजपा चल रही आगे

    इंदौर। इंदौर विधानसभा की सभी सीटों के रुझान सामने आ रहे हैं। भाजपा के कैलाश विजयवर्गीय आगे चल रहे हैं तो वहीं, कांग्रेस के जीतू पटवारी काफी पीछे हैं।
    शुरुआती परिणामों के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है  नेहरू स्टेडियम के आसपास बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता आ चुकी हैं। ढोल नगाड़े बज रहे हैं, पटाखे फोड़े जा रहे हैं और रैलियां निकाली जा रही हैं। स्टेडियम के आसपास बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं। इंदौर जिले की सभी 9 सीटों पर भाजपा लगातार आगे चल रही है।
    इंदौर की सभी 9 विधानसभा सीट पर भाजपा आगे है। भाजपा में कैलाश विजयवर्गीय, रमेश मेंदोला, गोलू शुक्ला, मालिनी गौड़, महेंद्र हार्डिया, मनोज पटेल, तुलसी सिलावट, मधु वर्मा, ऊषा ठाकुर सभी आगे चल रहे हैं। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने रैलियां निकलना शुरू कर दी हैं। भाजपा के कार्यकर्ता अलग-अलग गुटों में सभी जगह नारेबाजी करते हुए देखे जा सकते हैं। भाजपा कार्यालय के बाहर पटाखे फटना शुरू हो गए हैं।
    सुबह नेताओं ने मंदिरों में दर्शन किए फिर मतगणना स्थल पर पहुंचे। खजराना गणेश मंदिर में पिंटू जोशी और संजय शुक्ला एक साथ दर्शन करने के लिए पहुंचे। शुरुआती परिणामों में कैलाश विजयवर्गीय आगे चल रहे हैं और जीतू पटवारी पीछे चल रहे हैं। 
    सर्द हवाओं और कोहरे के बीच रातभर यहां पर पुलिस और नेताओं के समर्थकों की तैनाती रही। ईवीएम की सुरक्षा और सुबह मतगणना के लिए सभी तैयारियां करते रहे। 
    इंदौर जिले में मतगणना के लिए नेहरू स्टेडियम में अल सुबह से ही अधिकारी और कर्मचारी मौके पर तैनात हैं।  indore election live result देखने के लिए नेताओं के समर्थकों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। इंदौर में 9 सीटों के लिए मतगणना होना है। chunav में मिले वोटों की counting पर सभी की नजर है। हर राउंड के बाद वोटों की संख्या घोषित की जाएगी। 9.30 से 10 बजे के बीच पहला राउंड पूरा होने की उम्मीद है। 
    साभार अमर उजाला

  • रुझानों में मध्यप्रदेश कांग्रेस को तगड़ा झटका लगते आ रहा नजर... हार के पांच बड़े कारण

    भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। अब तक के रुझानों के अनुसार, सत्तारूढ़ भाजपा जीत की ओर बढ़ती मालूम पड़ रही है। मध्य प्रदेश की 230 सीटों में से 162 सीटों पर भाजपा आगे है, जबकि कांग्रेस 65 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। अब तक के रुझानों में कांग्रेस की हार और भाजपा की प्रचंड जीत के संकेत हैं। सत्ता विरोधी लहर के बावजूद भाजपा एकबार फिर सरकार बनाने की ओर है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की हार के पीछे पांच कौन से कारण रहे। उन वजहों पर एक नजर...
    1- गुटबाजी ने डुबोई लुटिया 
    इस बार मध्य प्रदेश में कांग्रेसी खेमे में तगड़ी गुटबाजी देखने को मिली। बागी कांग्रेस नेतृत्व को सीधी चुनौतियां देते नजर आए। कई सीटों पर कांग्रेस अपने बागियों के खिलाफ ही जूझती नजर आई। भाजपा नेताओं ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच अंदरूनी खींचतान के आरोप लगाते नजर आए। यही नहीं गंभीर मसलों पर कमलनाथ और दिग्विजय के बयानों में भी अंतर नजर आया। वहीं कांग्रेस नेता खुद को एकजुट साबित करने के बाजाए ज्योतिरादित्य सिंधिया को ही कोसते नजर आए। 
    2- वादों पर नहीं जगा भरोसा 
    कांग्रेस ने घोषणा-पत्र में 1,200 से अधिक वादे किए थे। फिर भी वह लोगों का यकीन हासिल करने में विफल रही। पूर्व की कमलनाथ सरकार के कामकाज को लोगों ने देखा था। भाजपा के नेता कमलनाथ पर वादों से मुकरने का आरोप लगाते रहे। भाजपा नेताओं का कहना था कि कमलनाथ की सरकार ने कर्ज माफी के नाम पर लोगों को छलने का काम किया था। वहीं कांग्रेस के नेता अपने वादों पर लोगों का भरोसा जीतने में सफल नहीं हो सके। वे लोगों को यकीन नहीं दिला पाए कि जो वादे उन्होंने किए हैं, वे जरूर पूरे होंगे। 
    3- नेतृत्व में नहीं जगा यकीन
    कांग्रेस की प्रदेश यूनिट ओर से सूबे में कमलनाथ को चेहरा बताया गया। वहीं केंद्रीय नेता के तौर पर राहुल गांधी के चेहरे को दिखाने की कोशिश की गई। दूसरी ओर भाजपा ने अपना सीएम चेहरा नहीं घोषित किया था। भाजपा ने पूरा चुनाव मोदी के चेहरे पर लड़ा। मोदी के व्यक्तित्व ने लोगों को प्रभावित किया। मोदी के मुकाबले राहुल की छवि कारगर नहीं साबित हो पाई। शिवराज के पीछे भाजपा की पूरी फौज नजर आई। केंद्र पीछे खड़ा नजर आया तो दूसरी ओर कमलनाथ अपने बलबूते जूझते नजर आए।     
    4- कांग्रेस का कमजोर अभियान
    सूबे में कांग्रेस का अभियान फीका नजर आया। चुनावी विश्लेषकों का कहना है कि जमीन पर कांग्रेस का अभियान लोगों को प्रभावित नहीं कर पाया। कांग्रेस सोशल मीडिया पर फोकस करती नजर आई। जमीनी स्तर पर कांग्रेस मतदाताओं से संपर्क करने में सफल नहीं हो पाई। पार्टी को सीधे मतदाताओं तक पहुंचना था लेकिन वह उम्मीदवारों पर निर्भर रही। केंद्रीय नेतृत्व ने भी पूरे अभियान को कमलनाथ के भरोसे ही छोड़े रखा। दूसरी ओर भाजपा का कैडर चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले जमीन पर काम कर रहा था।  
    5- ले डूबे बयानबाजी
    सूबे में कांग्रेस नेताओं की बायानों ने भी लोगों पर गलत प्रभाव डाला। मध्य प्रदेश में कमलनाथ समेत कांग्रेस के दिग्गज नेता खुलेआम मंचों से अधिकारियों को चेतावनियां देते नजर आए। यही नहीं कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं ने भी बेतुके बयान दिए जिनका चुनावों से कोई लेना देना ही नहीं था। इन बयानों का कोई तुक नहीं था। राहुल गांधी का पनौती वाला बयान खूब वायरल हुआ। दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान- मोदी झूठों के सरदार भी चर्चा में रहा। वहीं इन बयानों का जिक्र कर भाजपा नेता लोगों की सहानुभूति हासिल करने और कांग्रेस नेताओं को अहंकारी करार देने में जुटे रहे। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भाजपा बढ़ी जीत की ओर, सीएम शिवराज-नरेंद्र तोमर जीते, गृहमंत्री मिश्रा हारे

    मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के परिणाम के लिए  मतगणना जारी है। प्रदेश की पहली विधानसभा कालापीपल का नतीजा सामने आ गया है। कालापीपल में भाजपा ने जीत दर्ज की है। कांग्रेस के कुणाल चौधरी हार गए हैं।
    सीहोर जिले की बुधनी सीट से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जीत गए हैं। उन्होंने कांग्रेस के विक्रम मस्ताल को हराया है। शिवराज सिंह चौहान 77286 वोट से जीते हैं। मंत्री गोपाल भार्गव 72041 वोट से जीते। इंदौर की दो नंबर विधानसभा से रमेश मैंदोला एक लाख पांच हजार से जीत चुके हैं। दतिया से गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा  6179 मतों से हार गए हैं। 
    ग्वालियर अंचल की हाई प्रोफाइल सीट दिमनी से भाजपा प्रत्याशी सांसद नरेंद्र सिंह तोमर 24429 वोटो से जीत गए हैं। उनके नजदीकी प्रतिद्वंद्वी बसपा प्रत्याशी बलवीर दंडोतिया रहे। 19 राउंड पूरे होने के बाद 24429 वोटों से वे चुनाव जीते हैं। 
    कांग्रेस का अभेद किला ड़हा
    भितरवार विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी मोहन सिंह राठौड़ जीते। 22695 वोटो से जीत हुई है। सिंधिया समर्थक हैं मोहन सिंह राठौड़। 

    साभार अमर उजाला

  • पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने स्वीकारी हार, बोले- हम हमारे जीते और हारे दोनों प्रत्याशियों के करेंगे चर्चा

    भोपाल। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हम जनता का निर्णय स्वीकार करते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और मध्य प्रदेश के चुनाव प्रभारी रणदीप सुरजेवाला भी इस मौके पर उनके साथ मौजूद रहे। कमलनाथ ने आगे कहा कि विरोधी दल के नाते हमारी जो जिम्मेदारी है। उस पर हम डटे रहेंगे। हम भारतीय जनता पार्टी को बधाई देते हैं। हमें उम्मीद है कि भाजपा जनता के विश्वास को जिम्मेदारी से निभाएगी। कोई विश्वासघात नहीं करेगी। पीसीसी चीफ ने कहा कि हम हमारी हार पर चिंतन करेंगे कि आखिर हमसे कहां चूक हो गई और हम जनता का विश्वास क्यों नहीं जीत पाए। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम हमारे जीते और हारे दोनों प्रत्याशियों के साथ बैठक कर चर्चा करेंगे। 
    इधर कमलनाथ के प्रदेश अध्यक्ष बने रहने पर फिलहाल संशय बना हुआ है। इसका निर्णय आगे होगा कि वे अध्यक्ष पद पर कायम रहेंगे या इस पद से इस्तीफा देंगे। अभी उन्होंने विपक्ष में रहकर जनता की लड़ाई लड़ना तय किया है। 
    प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और रणदीप सुरजेवाला तीनों ही सुबह से कांग्रेस कार्यालय में बने वॉर रूम में मोर्चा संभाले हुए थे। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के इस वॉर रूम से ही 230 विधानसभा सीटों पर चल रही काउंटिंग पर अपनी नजर बनाए हुए थे। राज्यसभा सांसद विवेक तंखा भी अपनी लीगल टीम के साथ यहां मौजूद थे। भाजपा शुरुआत से ही कांग्रेस से आगे चल रही थी। कांग्रेस को एक समय तक वापसी की उम्मीद थी, लेकिन करीब चार बजे कांग्रेस को अपनी हार स्पष्ट नजर आ गई। इसके बाद कमलनाथ ने पांच बजे प्रेसवार्ता कर हार स्वीकार ली।
    साभार अमर उजाला

  • राजस्थान में सट्टा बाजार बता रहा भाजपा को पूर्ण बहुमत, कांग्रेस को 70 सीट दे रहा

    जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए वोटों की गिनती में अब बस एक दिन शेष रह गया है और दोनों ही दल अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। हालांकि, दावे और एग्जिट पोल अनुमान भले ही कुछ भी हों, लेकिन राज्य के सबसे बड़े फलोदी सट्टा बाजार के रुझानों से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को पूर्ण बहुमत मिलने का संकेत मिल रहा है।
    सटोरिये भाजपा की जीत को लेकर ज्यादा आश्वस्त दिख रहे हैं और भगवा पार्टी को 115 से ऊपर और कांग्रेस को अधिकतम 70 सीटें दे रहे हैं। सट्टेबाजों ने कि सट्टा रुझान भले ही जमीन पर स्थिति को प्रतिबिंबित नहीं कर सकता है, लेकिन फिलहाल बीजेपी पसंदीदा है।
    द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, एक सट्टेबाज ने बताया, ''भाजपा के 117 सीटें जीतने के अनुमान पर सट्टा लगाने वालों को एक रुपये से लेकर 25 पैसे तक का भाव ऑफर किया जा रहा है। इसी तरह, कांग्रेस के 70 से ज्यादा सीटें नहीं जीतने पर दांव लगाने वालों के लिए 1 रुपये 25 पैसे से लेकर एक रुपये तक का ऑफर दिया जा रहा है।''
    सट्टा बाजार के मुताबिक, कई कैबिनेट मंत्रियों समेत दोनों पार्टियों के कई प्रमुख नेताओं की किस्मत इस बार खतरे में है। सट्टेबाजों ने कुछ मंत्रियों की हार की भविष्यवाणी की है। अनुमान के मुताबिक, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अपनी-अपनी सीटें जीत रहे हैं।
    बागियों के खिलाफ चुनाव लड़ने के कारण दोनों पार्टियों के कई प्रमुख नेताओं की किस्मत फंसी हुई है। इनमें प्रमुख हैं भाजपा के बालकनाथ (तिजारा) और नरपत सिंह राजवी (चित्तौड़गढ़) और कांग्रेस के बी.डी. कल्ला (बीकानेर पश्चिम) और हरीश चौधरी (बायतु)।
    शियो (बाड़मेर) में बीजेपी के बागी रवींद्र सिंह भाटी और बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी की बागी प्रियंका चौधरी की स्थिति मजबूत बताई जा रही है। बाड़मेर जिले में कांग्रेस के मानवेंद्र सिंह (सिवाना) और सोनाराम चौधरी (गुड़ामालानी) संघर्ष करते बताए जा रहे हैं।
    इसी तरह जैसलमेर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के रूपाराम और बीजेपी के छोटू सिंह के बीच कांटे की टक्कर है। अनुमान लगाया जा रहा है कि पोखरण विधानसभा सीट से बीजेपी के प्रताप पुरी जीत रहे हैं और कैबिनेट मंत्री शालेह मोहम्मद हार रहे हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सुबह आठ बजे से शुरू होगी मतगणना, पहले 15 हजार डाक मतपत्रों की होगी गिनती

    इंदौर। इंदौर की 9 विधानसभा सीटों पर मतगणना की तैयारी जिला निर्वाचन कार्यालय ने पूरी कर ली है। स्थानीय नेहरू स्टेडियम में मतगणना का काम सुबह आठ बजे से शुरू होगा। पहले 15 हजार डाक मत पत्रों की गिनती की जाएगी। शुरूआती रुझान सुबह 11 बजे से आना शुरू हो जाएंगे।
    डाकमत पत्रों 2 दिसंबर की शाम को स्ट्रांग रुम में रखा जाएगा। उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में ट्रैजरी से मतगणना स्थल तक डाक मत पत्रों को भेजा जाएगा। सबसे पहले उनकी गिनती की जाएगी। इंदौर में चार हजार से ज्यादा वृद्धों व दिव्यांगजनों ने डाक मत पत्रों का उपयोग किया है। उनकी गिनती के बाद 9 विधानसभा क्षेत्रों के स्ट्रांग रुम खोले जाएंगे और ईवीएम में दर्ज वोटों को गिना जाएगा।
    सबसे पहले तीन नंबर विधानसभा का परिणाम
    इंदौर की तीन नंबर विधानसभा सीट में 193 बूथ है। क्षेत्र में 1.33 लाख लोगों ने वोट डाले है। वोटों की गिनती 16 राउंड में होगी और दोपहर दो बजे तक परिणाम आ जाएगा। इंदौर की सबसे चर्चित सीट एक नंबर विधानसभा में 16 टेबलें लगाई गई है। एक राउंड में 16 ईवीएम की गिनती होगी। कुल 20 राउंड में 2.62 वोटों की गिनती होगी। पांच नंबर विधानसभा में सबसे ज्यादा 2.79 वोटों की गिनती होगी। इस विधानसभा सीट का परिणाम सबसे अंत में आएगा।
    सीसीटीवी कैमरे से होगी निगरानी
    कलेक्टर इलैया राजा ने बताया कि स्टेडियम के 9 कक्षों में वोटों की गिनती होगी। हर कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। कक्षों में मोबाइल प्रतिबंधित है। कोई भी वीडियोग्राफी कक्षों में नहीं की जा सकेगी।
    साभार अमर उजाला

  • जनवरी तक अयोध्या एयरपोर्ट पूरी तरह बनकर हो जाएगा तैयार : केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया

    ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अयोध्या के एयरपोर्ट का निरीक्षण हम लोग कर रहे हैं। योगी जी और हम दोनों साथ में निरीक्षण करेंगे और हमारा टारगेट है कि इस महीने में अयोध्या का एयरपोर्ट पूर्ण रूप से तैयार हो जाए। उसी के बाद ग्वालियर प्रस्थान करके ग्वालियर एयरपोर्ट का भी निरीक्षण करेंगे। उन्होंने कहा कि अगले डेढ़ माह में देश में करीब 8 एयरपोर्ट हम तैयार कर रहे हैं, जिसमें ग्वालियर, जबलपुर, अयोध्या, पुणे, कोल्हापुर और तिरुचिपल्ली है। इसके साथ ही आठ हवाई अड्डे और टर्मिनल्स हमारे तैयार हो जाएंगे और उन्हें स्वयं प्रधानमंत्री जी देश को समर्पित करेंगे।
    वहीं ग्वालियर में 2 दिन से लगातार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के प्रवास को लेकर उन्होंने कहा बहुत ही ऊर्जा देने वाला प्रवास था। कल पूरे दिन सह परिवार ग्वालियर में उपस्थित थे और हम लोगों की चर्चा भी हुई। मां पीतांबरा का दर्शन भी उन्होंने किया, साथ ही धूमावती मैया का भी दर्शन किया और आज दिल्ली के लिए प्रस्थान कर रहे हैं। हमें पूर्ण विश्वास है कि कल की काउंटिंग में भगवान का आशीर्वाद मिलेगा। साथ ही प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा, गृहमंत्री जी का निर्देशन और अध्यक्ष जी का साथ के साथ ही मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत में सरकार बनने जा रही है। 
    साभार अमर उजाला

  • चुनाव परिणाम से पहले देशभर के मंदिरों में दर्शन करने पहुंचे नेता

    इंदौर। मप्र विधानसभा चुनाव के परिणाम तीन दिसंबर को आने वाले हैं। इससे पहले उम्मीदवार देशभर के मंदिरों में दर्शन करने के लिए जा रहे हैं। उज्जैन महाकाल से लेकर स्वर्ण मंदिर और खाटू श्याम तक सभी जगह नेताओं ने दर्शन किए हैं। 
    मां बगलामुखी के दर्शन के लिए रीना बौरासी सेतिया अपने पति के साथ पहुंची। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि सांवेर की खुशहाली और न्याय के लिए मां बगलामुखी के दर्शन किए। मुझे विश्वास है कि मेरा सांवेर मेरा परिवार अब विकास और न्याय की दिशा में चल पड़ा है और यहां के हर रहवासी का कल्याण अब सुनिश्चित हो चुका है। 


    संजय शुक्ला ने उज्जैन स्थित बाबा काल भैरव नाथ के दर्शन किए। इससे पहले उन्होंने महाकाल और स्वर्ण मंदिर में भी दर्शन किए। 
    भगवान कृष्ण की प्रेरणा से पांडवों ने महाभारत के युद्ध में विजय प्राप्ति के लिए मां बगुलामुखी की साधना की थी। रमेश मेंदोला ने सिद्ध पीठ में मां के दर्शन और सोशल मीडिया पर लिखा कि उन्होंने यहां सनातन धर्म के शत्रुओं को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की।
    पिंटू जोशी ने महाकाल, चिंतामण गणेश और बटुक भैरव जी के मंदिरों में दर्शन किए। वे अपने दोस्तों के साथ यहां पर दर्शन करने के लिए पहुंचे। इससे पहले वे दर्शन के लिए खाटू श्याम भी गए।  
    गोलू शुक्ला ने मां हरसिद्धि (उज्जैन) का सपरिवार पूजन अर्चन किया। वे अपनी पत्नी के साथ मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंचे। 
    साभार अमर उजाला

  • मोदी की लोकप्रियता आज भी कायम, एग्जिट पोल से मिल रहे संकेत, महिला वोटर की महत्वपूर्ण भूमिका

    नई दिल्ली। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के संपन्न होते ही एग्जिट पोल करने वाली तमाम एजेंसियों ने अपना अनुमान बता दिया है। मध्य प्रदेश में भाजपा वापसी करती दिख रही है। वहीं, राजस्थान में कांग्रेस-बीजेपी के बीच टक्कर है। छत्तीगढ़ और तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनने की संभावना है। एग्जिट पोल किस हद तक सही साबित होते हैं यह तो 3 दिसंबर को परिणाम ही बताएंगे, लेकिन इसने लोकसभा चुनाव के लिए कई संदेश दिए हैं। 
    कुछ एग्जिट पोल में राजस्थान में भाजपा की वापसी और  मध्य प्रदेश राजस्थान में भाजपा की जीत की संभावना है। अगर एमपी में फिर शिवराज सिंह चौहान की सरकार बनती है तो इसका मतलब साफ होगा कि वहां सत्ता विरोधी लहर नहीं दिख रही है। इससे भी अधिक महत्वपूर्ण बात यह साबित होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता आज भी कायम है। क्योंकि इस चुनाव में बीजेपी पीएम मोदी के चेहरे के दम पर चुनावी अखाड़े में कूदी थी।
    इन राज्यों में विधानसभा चुनाव के राहुल गांधी ने राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना का वादा किया था। उन्होंने बीजेपी के हिंदुत्व के एजेंडे की काट के लिए बड़े ही जोशीले अंदाज में यह मुद्दा उठाया था। एग्जिट पोल का अनुमान अगर नतीजे में साबित होता है तो इसका यही मतलब है कि जमीन पर इसका सीमित प्रभाव पड़ा है। उदाहरण के लिए मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से लगभग एक-तिहाई सीटें ओबीसी बहुल हैं। यदि दोनों हिंदी भाषी राज्यों में बीजेपी की वापसी होती है तो विपक्ष को भाजपा के खिलाफ 2024 के लिए नया हथियार तैयार करना पड़ेगा। हालांकि, इसके लिए काफी कम समय बाकी रह गया है।
    तेलंगाना को लेकर अधिकांश एग्जिट पोल में कांग्रेस की वापसी दिख रही है। अगर परिणाम भी यही आते हैं तो कांग्रेस के लिए यह किसी पुनरुद्धार से कम नहीं होगा। क्योंकि दक्षिण को कांग्रेस का गढ़ माना जाता था। कांग्रेस के कमजोर होते ही इन राज्यों में क्षेत्रियों दलों ने पैठ बना ली। आपको बता दें कि कर्नाटक की तरह तेलंगाना में भी कांग्रेस को मजबूत स्थानीय नेतृत्व से फायदा मिलता दिख रहा। इसे कई नेताओं के दलबदल से बहुत फायदा हुआ।
    इन चुनावों ने एक बार फिर महिला वोटर की महत्वपूर्ण भूमिका साबित होती दिख रही है। मध्य प्रदेश में 18.3 लाख महिला मतदाताओं ने मतदान किया, जो पिछली बार से 2% अधिक है। महिला लाभार्थियों ने स्पष्ट रूप से भाजपा की वापसी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। शिवराज सिंह चौहान की 'लाडली बहना' योजना का काफी महत्वपर्ण योगदान साबित हो सकता है, जिसके जरिए सीधे उनके बैंक अकाउंट में पैसा डाला जाता है।
    हालांकि, यह याद रखना भी महत्वपूर्ण है कि दिसंबर 2018 में बीजेपी इन सभी 4 प्रमुख राज्यों में विधानसभा चुनाव की लड़ाई हार गई थी। लेकिन इसके कुछ ही महीने बाद ही 2019 का लोकसभा चुनाव भारी अंतर से जीती। बीजेपी ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जीत हासिल की थी और तेलंगाना में भी बढ़त बना ली थी। इस चुनाव में अगर भाजपा एमरी और राजस्थान में सरकार बनाने में सफल रहती है तो 2024 की लड़ाई भगवा पार्टी के लिए और आसान साबित हो सकती है। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • 10 एजेंसियों के एग्जिट पोल : चार में भाजपा, तीन में कांग्रेस को मिली बढ़त, वहीं तीन एग्जिट पोल में कड़ा मुकाबला

    भोपाल। मध्यप्रदेश का चुनावी परिणाम जानने के लिए 10 एजेंसियों ने सर्वे कर एग्जिट पोल सामने रखे। इनमें चार में भाजपा की सरकार बनती हुई दिखाई दे रही है, जबकि कांग्रेस को तीन सर्वे में बढ़त मिली। वहीं, तीन एग्जिट पोल में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला सामने आया है।   
    आज तक एक्सिस माय इंडिया ने भाजपा को 140-162, कांग्रेस को 68-90 और अन्य को तीन सीटें दी हैं। एबीपी सी वोटर ने भाजपा को 88-112, कांग्रेस को 113-137 और अन्य को 2-8 सीट दी हैं। न्यूज 24 टुडेज चाणक्या ने भाजपा को 151, कांग्रेस को 74 और अन्य को 2-8 सीटें दी हैं।  रिपब्लिक मैट्रिज ने 118-130 सीटों पर भाजपा,  97-107 पर कांग्रेस और दो सीटों पर अन्य की जीत का अनुमान लगाया है। जन की बात ने अपने सर्वे में भाजपा को 100-123, कांग्रेस को 102-125 और पांच सीटें अन्य को दी हैं। नीचे दिए गए ग्राफिक से समझिए किसे, कितनी सीटें मिलीं....। 
    टाइम्स नाउ-ईटीजी ने मध्यप्रदेश को छह चुनावी क्षेत्रों को बांटकर सर्वे किया है। इसमें बुंदेलखंड, ग्वालियर-चंबल, महाकौशल, मालवा-निमाड़, विध्य और मध्य भारत शामिल हैं। बुंदेलखंड की 26 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला दिख रहा है। टाइम्स नाउ-ईटीजी ने यहां भाजपा को 12 से 14, कांग्रेस को 11 से 13 और अन्य को एक सीट मिलने का अनुमान जताया है।  
    ग्वालियर-चंबल में कांग्रेस बढ़त बनाती हुई दिख रही है। टाइम्स नाउ-ईटीजी ने यहां की 34 सीटों में से भाजपा को 13 से 15, कांग्रेस को 18 से 20 और अन्य को एक सीट दी है।
    महाकौशल की 38 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस में काटें की टक्कर दिख रही है। टाइम्स नाउ-ईटीजी ने अपने सर्वे में भाजपा को यहां 17 से 19, कांग्रेस को 19 से 22 और अन्य को एक सीट दी है।
    मालवा-निमाड़ की 66 सीटों पर भी कांग्रेस और भाजपा में कड़ा मुकाबला दिख रहा है। टाइम्स नाउ-ईटीजी ने यहां भाजपा को 31-33 और कांग्रेस को 32-33 सीटें दी हैं। अन्य का इस क्षेत्र में खाता भी नहीं खुल रहा है। 
    टाइम्स नाउ-ईटीजी के सर्वे में चुनावी क्षेत्र विंध्य की 30 सीटों पर भी कांग्रेस और भाजपा के बीच मुकाबला दिखाई दे रहा है। भाजपा यहां 14 से 16, कांग्रेस 13-15 सीटें जीतती दिखाई दे रही है। वहीं, सर्वे में अन्य को एक से दो सीटें दी गईं हैं।
    मध्य भारत की 36 सीटों में से टाइम्स नाउ-ईटीजी ने भाजपा को 18-20 और कांग्रेस को 16-18 सीटें दी हैं। अन्य यहां खाते खोलते हुए नहीं दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, मध्यप्रदेश की सत्ता किसके हाथ में होगी ये तीन दिसंबर को चुनाव परिणाम सामने आने के बाद ही पता चलेगा।
    साभार अमर उजाला

     

  • इंदौर में सुबह 10 बजे तक छाया रहा कोहरा, अभी दो दिन ऐसा ही रहेगा मौसम

    इंदौर। रविवार को हुई जोरदार बारिश के बाद आज यानी बुधवार सुबह मौसम ने फिर करवट ली। सुबह से ही इंदौर शहर और आसपास घना कोहरा छाया हुआ है। दो सौ मीटर दूर तक देखना मुश्किल हो रहा है। वहीं शहर के बाहर वाले रास्तों पर सौ मीटर दूर का दिखना मुश्किल हो रहा है। इससे वाहन चालकों को हेड लाइट आॅन करके गाड़ियां चलाना पड़ी। सुबह 10 बजे तक भी घना कोहरा बना है।
    दूसरी ओर मौसम विभाग का दावा है कि आज भी बारिश के आसार हैं। इस दौरान तेज हवाएं भी चलेंगी और तापमान में गिरावट आएगी। इससे एक बार फिर ठिठुरन बढ़ेगी जो दो दिन तक रह सकता है। मौसम केंद्र ने इस मामले में अलर्ट जारी किया है।
    इधर, नर्सरी से पांचवीं तक के स्कूलों का समय बदल दिया गया है। आज से कोई भी निजी या सरकारी स्कूल सुबह नौ बजे के पहले नहीं लगाया जा सकेगा। बाकी की कक्षाएं पहले की तरह लगती रहेंगी।
    रविवार को इंदौर में 2 इंच से ज्यादा बारिश हुई थी, जिसने नवंबर में पिछले दस साल की बारिश का रिकॉर्ड तोड़ा। सोमवार को भी लगभग दिनभर बारिश होती रही। हालांकि इस दौरान 2 मिमी बारिश ही दर्ज की गई। मंगलवार को सुबह से बादल छाने के साथ बीच में धूप भी निकली और बारिश नहीं हुई। इस दौरान दिन का तापमान 24 डिग्री सेल्सियस (-5) रहा। दिनभर 11 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ठंडी हवा चली।
    मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह के मुताबिक वेस्टर्न डिस्टरबेंस 75 डिग्री लेटिट्यूड के सहारे अभी भी ट्रफ के रूप में सक्रिय है। इसके साथ ही इन्डुज साइक्लोनिक प्रेशर जो गुजरात के ऊपर था, वह फतेहपुर की दिशा में मूव कर चुका है। दूसरी ओर पश्चिम मप्र से लगने वाले दक्षिणी-पूर्वी राजस्थान में अभी भी साइक्लोनिक प्रेशर सक्रिय है। साथ में एक लो प्रेशर एरिया अंडमान सागर के आसपास भी सक्रिय हो चुका है। कुल मिलाकर सिस्टम कमजोर जरूर हुआ है, लेकिन बारिश की गतिविधियां बनी रहेंगी। डॉ. सिंह के मुताबिक 29 नवम्बर की रात से नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय होने का अनुमान है। इससे इंदौर-उज्जैन संभाग में एक बार फिर बारिश शुरू होगी।

  • वोट डालने के बाद बोले अशोक गहलोत, जनता हमारी सरकार को दोबारा चुनेगी

    राजस्थान में विधानसभा की 199 सीटों के लिए वोटिंग जारी है. यहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है. वोटिंग से पहले सीएम गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार ने जनता को जो गारंटियां दी है और जो विकास किया है पिछले 5 सालों में, जनता उसको देखते हुए हमारी सरकार को दोबारा चुनेगी.
    राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए आज प्रदेश की कुल 200 में से 199 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। राजनीतिक गलियारों में राज्य के इस चुनाव को राज और रिवाज बदलने की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है। श्रीगंगानगर जिले की करणपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी एवं विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण करणपुर सीट पर चुनाव स्थगित हो गया है। 199 सीटों पर हो रहे चुनाव में करीब डेढ़ सौ सीटों पर सत्तारूढ़ कांग्रेस एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच सीधा मुकाबला होने के आसार हैं। राज्य में 200 में से 199 सीट पर मतदान हो रहा है, जहां 5.25 करोड़ से अधिक मतदाता वोट डाल सकेंगे। इस चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर की सरदारपुरा सीट पर, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे झालावाड़ जिले की झालरापाटन, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी राजसमंद की नाथद्वारा, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट टोंक, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ चुरू जिले की तारानगर, उपनेता प्रतिपक्ष डॉ. सतीश पूनियां जयपुर की आमेर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सीकर जिले की लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर फिर से अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि 199 सीट पर 1862 उम्मीदवार मैदान में हैं, जहां मतदाताओं की संख्या 5,25,38,105 है। राज्य में 36101 स्थानों पर कुल 51507 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। 26,393 मतदान केन्द्रों से लाइव वेबकास्टिंग होगी।
    राजस्थान में आज चल रहे मतदान पर टोंक से कांग्रेस उम्मीदवार सचिन पायलट ने कहा, 'राज्य में जोरदार वोटिंग चल रही है। पिछले 10 साल से केंद्र में बीजेपी की सरकार है। लोग बेरोजगारी और महंगाई देख रहे हैं। लोग बदलाव चाहते हैं। कांग्रेस को इसका फायदा मिलेगा।'
    मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को लेकर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा, 'हमने स्वास्थ्य के अधिकार पर एक कानून पारित किया है। हमने 50 लाख रुपये का बीमा किया है। सभी को सुरक्षा है। यह पहले ही लागू किया जा चुका है।'
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • तेलंगाना में वोटिंग से पहले कार से पांच करोड़ बरामद, तीन लोग हिरासत में, अब तक 5 राज्यों में 1760 करोड़ जब्त

    हैदराबाद. तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए 30 नवंबर को मतदान होना है. इसी बीच चुनाव प्रचार के दौरान गुरुवार को पुलिस ने रंगारेड्डी के गच्चीबाउली से एक कार से पांच करोड़ रुपये कैश बरामद किया है. जब कार चालकों से इस कैश के बारे में पूछा गया, तो वे इस कैश का कोई हिसाब नहीं दे पाए. पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में ले लिया है. 
    पुलिस के मुताबिक, वाहन चेकिंग के दौरान एक कार में दो सूटकेस मिले. इन्हें जब खोलकर देखा गया, तो पुलिस के होश उड़ गए. पुलिस ने कैश को जब्त कर तीनों लोगों को हिरासत में ले लिया. कैश को आयकर विभाग को सौंप दिया गया.
    इससे पहले चुनाव आयोग ने बताया था कि 5 राज्यों में चुनाव के ऐलान के बाद से अब तक करीब 1760 करोड़ रुपये का बेहिसाब कैश जब्त किया गया है. यह 2018 में इन 5 राज्यों से मिले कैश का 7 गुना ज्यादा है. चुनाव आयोग राज्य और केंद्र की एजेंसियों के साथ मिलकर इस तरह की कार्रवाई को अंजाम देता है. चुनाव आयोग के मुताबिक, चुनाव ऐलान के बाद एमपी, मिजोरम, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और राजस्थान से 1760 करोड़ रुपये से ज्यादा की जब्ती की गई है. जबकि 2018 में इन्हीं राज्यों से 239.15 करोड़ रुपये की जब्ती हुई थी. 
    साभार आज तक 

  • मध्यप्रदेश में अब कचरा वाहनों को ई-व्हीकल में बदलेंगे, होगी हर माह नौ करोड़ की बचत

    भोपाल। मध्य प्रदेश के 413 नगरीय निकायों में अभी डीजल और सीएनजी से चलने वाले वाहनों से घर घर से कचरा एकत्रित किया जा रहा है। अब इन वाहनों को ई-व्हीकल में बदला जाएगा। इसको लेकर नगरीय संचालनालय ने प्रस्ताव तैयार किया है। इसे अब विभाग को भेजा जा रहा है। इसके तहत अब नगरीय निकायों में कचरा एकत्रित करने के लिए ई-व्हीकल ही खरीदे जाएंगे। ये ना सिर्फ वायु प्रदूषण को कम करेंगे, बल्कि ईधन के ऊपर होने वाले अत्यधिक खर्च को भी कम करेंगे। इस पहल से पर्यावरणीय लाभ यह होगा कि ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन में कमी लाने में भी मदद मिलेगी। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले वर्षों में सभी वाहनों को ई-व्हीकल में बदलने का काम किया जाएगा। 
    नगरीय निकाय विभाग केंद्र सरकार की मदद से ई-व्हीकल को लेकर पायलट प्रोजेक्ट चलाएगा। इसके लिए शुरुआत में 250 ई-व्हीकल खरीदे जाएंगे। इन वाहनों को किसी शहर को चिन्हित कर पायलट प्रोजेक्ट के तहत वहां संचालित किया जाएगा। इसके लिए उन शहरों में चार्जिंग स्टेशन समेत अन्य सुविधाएं भी स्थापित की जाएंगी। 
    प्रदेश के 413 नगरीय निकायों में कचरा एकत्रित करने के लिए 6 हजार से ज्यादा वाहनों का उपयोग किया जाता है। प्रत्येक वाहन के ईंधन पर अभी पूरे प्रदेश में 30 लाख रुपये का खर्च आता है। यह राशि एक माह में करीब 9 करोड़ रुपये होती है। ई-व्हीकल के उपयोग से ईंधन पर खर्च होने वाली बड़ी राशि की बचत होगी। 
    विभाग नगरीय निकायों में पुराने और कंडम वाहनों को रेट्रोफिटिंग के जरिए ई-व्हीकल में बदलने पर भी विचार कर रहा है। अभी कई नगरीय निकायों में छोटे वाहन खराब पड़े हैं। इन वाहनों को ई-व्हीकल में बदला जाएगा। जिनका इस्तेमाल घर घर कचरा संग्रहण किया जाएगा।
    साभार अमर उजाला

  • मप्र में मतगणना के दिन कानून व्यवस्था बनाए रखने को सुरक्षा बलों की 80 कंपनियां भेजेंगे

    भोपाल। विधानसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए आयोग हर उपाय कर रहा है। स्ट्रांग रूम की तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बाद अब मतगणना के दिन के लिए आयोग ने कानून व्यवस्था बनाए रखने जिलों में अतिरिक्त कंपनियां और सुरक्षा जवान भेजे जाएंगे। मतगणना के दिन 80 एसएएफ की कंपनियां अलग-अलग जिलों में भेजी जाएंगी। इसके अलावा रिजर्व फोर्स को भी तैनात किया जाएगा। मतगणना के दिन शहरों में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को बनाए रखने के लिए ये जवान तैनात होंगे। मतगणना के दिन किसी प्रकार की घटना-दुर्घटना को ध्यान में रखते हुए फोर्स को जिलों में भेजा जाएगा। 
    तीन दिसंबर को मतगणना के दिन बिना आईडी के किसी व्यक्ति को प्रवेश की पात्रता नहीं होगी। अधिकृत व्यक्ति ही काउंटिंग स्थल के आसपास आ जा सकेंगे। मतगणना स्थल के आसपास किसी भी प्रकार की भीड़ को एकत्रित होने की इजाजत नहीं होगी। सुरक्षाकर्मियों को मतगणना स्थल के आसपास असामाजिक तत्वों पर नजर रखने को कहा गया है। इसके अलावा शहर के प्रमुख बाजारों में भी कानून व्यवस्था को बनाए रखने भीड़ भाड़ वाली जगह पर जवान तैनात किए जाएंगे, ताकि किसी प्रकार की घटना या दुर्घटना को रोका जा सके। 
    आयोग ने प्रदेश के मुख्यालय स्तर पर रखी ईवीएम की सुरक्षा के लिए पहली लेयर में सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स की 30 कंपनियां तैनात की हैं, जिनके द्वारा 24 घंटे पहरा दिया जा रहा है। प्रदेश के बालाघाट, डिंडौरी, मंडला, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर जिलों में एक-एक कंपनी तैनात है। इसके अलावा भिंंड और मुरैना में भी एक-एक कंपनी को तैनात किया गया है। बाकी जिलों में आधी आधी कंपनी यानी 40-40 जवान तैनात किए गए हैं। इसके बाद दूसरी लेयर में प्रदेश की फोर्स तैनात है। साथ ही सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी की जा रही है।
    साभार अमर उजाला

  • चुनाव नहीं लड़ रहे 30 बेटिकट विधायकों को मकान खाली करने का नोटिस

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान पूरा हो चुका है। अब तीन दिसंबर को मतगणना होनी है। जिसमें 16वीं विधानसभा के सदस्यों के नाम सामने आ जाएंगे। नई विधानसभा सदस्यों को आवास उपलब्ध कराने के लिए विधानसभा सचिवालय ने भी अपनी तैयारी तेज कर दी है। इसके लिए सचिवालय ने उन विधानसभा सदस्यों को नोटिस जारी कर दिया है, जो चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। ऐसे भाजपा और कांग्रेस के 30 वर्तमान विधायकों को नोटिस देकर आवास खाली करने को कहा गया है। हालांकि वर्तमान विधायक नई विधानसभा के गठन तक आवास में रह सकते हैं। 
    विधानसभा सचिवालय ने राज्य सरकार को भी पत्र लिखा है। इसमें नए विधायकों के चुन कर आने पर उनके लिए गेस्ट हाउस और रेस्ट खाली रखने को कहा गया है। इस संबंध में राज्य सरकार की तरफ से भी विभिन्न विभागों को लिखा गया है। 
    साभार अमर उजाला

  • फेसबुक और इंस्टाग्राम पर खर्च करने में कांग्रेस सबसे आगे, नेताओं ने पिछले 1 माह में 4 करोड़ रुपये किए खर्च

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के खर्चे को लेकर चुनाव आयोग जानकारी एकत्रित कर रहा है। इस बीच, सोशल मीडिया के फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पिछले एक माह के खर्च राशि का आंकड़ा सामने आया है। प्रदेश के नेताओं ने दोनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी पोस्ट को बूस्ट करने 17 अक्तूबर से 15 नवंबर के बीच 4 करोड़ 14 लाख 92 हजार 508 रुपये खर्च किए हैं। इसमें सबसे ज्यादा 62 लाख 62 हजार 897 रुपये की राशि मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने पेज को बूस्ट करने पर खर्च की है। इसके बाद 50 लाख 72 हजार 350 रुपये की राशि 'एमपी के मन में मोदी' पेज को बूस्ट करने में खर्च की गई। मध्य प्रदेश भाजपा ने अपने पेज को बूस्ट करने 35 लाख 4 हजार 367 रुपये खर्च किए हैं। शुरुआत में भाजपा सोशल मीडिया पर पैसा खर्च करने में आगे थी, लेकिन बाद में भाजपा को कांग्रेस ने पीछे छोड़ दिया। 
    वहीं, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कमलनाथ के खिलाफ बनाए 'करप्शनाथ पेज' को बूस्ट करने के लिए 18 लाख 80 हजार 339 रुपए खर्च किए गए है। वहीं, आकाश विजयवर्गीय टीम नाम के पेज को बूस्ट करने के लिए 16 लाख 66 हजार रुपये, कैलाश विजयवर्गीय मित्र मंडल गांधी नगर इंदौर पेज पर 10 लाख 92 हजार रुपये, जबलपुर उत्तर से विधायक और कांग्रेस प्रत्याशी विनय सक्सेना पेज पर 6 लाख 47 हजार खर्च किए गए। वहीं, निलय डागा ने 3.26 लाख और वी सपोर्ट शिवराज सिंह चौहान पर 3.08 लाख रुपए खर्च किए गए। जबलपुर कैंट से कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक चौकसे ने 2.60 लाख रुपये खर्च किए। शुरुआती दौर में सोशल मीडिया कैंपेन में आगे चल रहे रतलाम से भाजपा प्रत्याशी चैतन्य कश्यप ने 2.38 लाख खर्च किए।
    विदिशा से कांग्रेस प्रत्याशी शशांक भार्गव ने 1.70 लाख, भाजपा प्रत्याशी राकेश सिंह ने 1.26 लाख, तराना से कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार ने 1.14 लाख, पाटन से भाजपा प्रत्याशी अजय विश्नोई ने 1.10 लाख रुपये खर्च किए। कमलनाथ ने 1.19 लाख, छिंदवाड़ा से भाजपा प्रत्याशी विवेक साहू ने 1 लाख, घट्टिया से कांग्रेस प्रत्याशी सतीश मालवीय 96 हजार, सतना से भाजपा प्रत्याशी और सांसद गणेश सिंह ने 93 हजार रुपये खर्च किए।
    भाजपा और कांग्रेस के अलावा शिवराज और मोदी के नाम पर भी कई पेज बनाए गए हैं। इसमें गोलू शुक्ला ने मोदी फॉर पीएम ऑर्गेनाइजेशन के लिए दो लाख रुपये खर्च किए हैं। वहीं, कांग्रेस मुक्त मध्य प्रदेश पेज पर 1.29 लाख, मध्य प्रदेश मांगे फिर से मोदी पेज पर 1.20 लाख और भाजपा संग मध्य प्रदेश पेज पर 1.18 लाख, मप्र चले मोदी के संग पेज 1.16 लाख, मप्र सीएम रिपोर्ट कार्ड पेज पर 1.54 लाख, मोदीमय मध्य प्रदेश पेज पर 1.55 लाख, भव्य मध्य प्रदेश पेज पर 1.40 लाख, मजबूत बनता मध्य प्रदेश पेज पर 1.39, मेरा मध्य प्रदेश पेज पर 96 हजार, घोटालापति पर 90 हजार, हिंदू विरोधी कांग्रेस पेज पर 90 हजार, शिवराज की लाडली बहना पर 84 हजार, मामा की लाडली पर 82 हजार खर्च किए। शिवराज के दीवाने पेज पर 83 हजार, महाकोशल चले मोदी के साथ पेज पर 82 हजार तो कांग्रेस ने खरगे फैन पेज पर 11 लाख, कमल नहीं कमलनाथ पेज पर 1.30 लाख रुपये, भ्रष्टासुर शिवराज पेज पर 90 हजार, शिवराज के पाप पेज पर 86 हजार रुपये खर्च किए गए।
    साभार अमर उजाला

  • PM मोदी के आह्वान पर आज जी-20 नेताओं का वर्चुअल शिखर सम्मेलन, जस्टिन ट्रूडो होंगे शामिल

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर आज जी-20 नेताओं का वर्चुअल शिखर सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है। इस बैठक में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तो शामिल होंगे। इसके अलावा इसमें कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भी शामिल होने की संभावना है। हालांकि इस बैठक से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग नहीं शामिल हो रहे हैं।
    इस बैठक में ट्रूडो के शामिल होने की पुष्टि कनाडाई प्रधानमंत्री के कार्यालय ने भी की है। एक वरिष्ठ भारतीय अधिकारी ने भी इसकी पुष्टि की है। आपको बता दें कि दो महीने से अधिक समय में यह पहली बार होगा जब कनाडा का कोई कैबिनेट मंत्री और प्रधानमंत्री भारतीय या भारत के नेतृत्व वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
    यह वर्चुअल बैठक 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में नेताओं के व्यक्तिगत शिखर सम्मेलन के बाद होगी। इसमें दिल्ली घोषणा पर विचार-विमर्श होने की उम्मीद है। 
    नई दिल्ली में पीएम मोदी और जस्टिन ट्रूडो के बीच द्विपक्षीय बैठक में कनाडा और भारत के बीच तनाव स्पष्ट हो गई थी। कनाडाई पीएमओ के बयान के अनुसार, ट्रूडो ने उस समय कानून के शासन, लोकतांत्रिक सिद्धांतों और राष्ट्रीय संप्रभुता का सम्मान करने के महत्व को उठाया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

    पीएम मोदी ने सीएम धामी से फोन पर ली बचाव कार्यों की जानकारी, रातभर ड्रिलिंग का चला काम
    उत्तरकाशी। दिवाली के दिन उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे में फंसे  41 श्रमिकों को अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका है। रेस्क्यू का आज 11वां दिन है। बीआरओ कार्यकर्ता सरोज मांझी ने बताया कि कुल 37 श्रमिक सड़क निर्माण के लिए पहाड़ी पर जा रहे हैं। जहां तक लक्ष्य था वहां तक सड़क निर्माण का कार्य पूरा कर लिया गया है और मशीनें भी पहुंच गई हैं। 
    पीएम मोदी ने आज सुबह सीएम धामी को फोन कर सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों के लिए भोजन, दवाइयां, अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति एवं उन्हें सकुशल बाहर निकालने हेतु चल रहे बचाव कार्यों की जानकारी ली।
    सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए मंगलवार रात भर ड्रिलिंग का काम चला। ऑगर मशीन से 800 एमएम के छह पाइप डाले जा चुके हैं। 36 मीटर तक ड्रिलिंग की जा चुकी है। सातवें पाइप की वेल्डिंग का काम चल रहा है। ड्रिलिंग सकारात्मक दिशा में बढ़ रही है। अब सुरंग में करीब 20 से 22 मीटर की दूरी रह गई है। मजदूर करीब 56 मीटर अंदर हैं। ऐसे में रेस्क्यू आपरेशन के लिए आज का दिन अहम है।
    साभार अमर उजाला

  • दिग्गी बोले- भाजपा ने मोदी जी को “पनौती” क्यों मान लिया? वे तो उनकी नजर में “विश्वगुरु” हैं...

    भोपाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राजस्थान में चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पनौती कह दिया। इस पर भाजपा नेता भड़क गए हैं। भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी की भाषा को अशोभनीय बताया। साथ ही माफी की मांग की ही है। अब इस पर पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह का बयान सामने आया है।
    दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा कि “पनौती” का क्या अर्थ है? मैंने पता लगाया। यह एक नकारात्मक शब्द है। जब कोई काम होते-होते रह जाए तो उस इंसान को 'पनौती' कह दिया जाता है। पनौती शब्द का इस्तेमाल उस व्यक्ति के लिए किया जाता है जो अपने आसपास के लोगों के लिए दुर्भाग्य या बुरी खबर लाता है, इसीलिए इसे नकारात्मक शब्द कहते हैं। विश्व कप प्रारंभ होते ही सोशल मीडिया पर यह शब्द ट्रेंड करने लगा। यह किसके लिए कहा गया? स्टेडियम में हजारों लोग थे। भाजपा ने मोदी जी को “पनौती” क्यों मान लिया? वे तो उनकी उनकी नजर में “विश्वगुरु” हैं।
    “पनौती” का क्या अर्थ है? मैंने पता लगाया। यह एक नकारात्मक शब्द है। जब कोई काम होते-होते रह जाए तो उस इंसान को 'पनौती' कह दिया जाता है। पनौती शब्द का इस्तेमाल उस व्यक्ति के लिए किया जाता है जो अपने आस-पास के लोगों के लिए दुर्भाग्य या बुरी खबर लाता है, इसीलिए इसे नकारात्मक शब्द…
    क्या है मामला
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्रिकेट विश्व कप का फाइनल मैच देखने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में मौजूद थे। फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भारत हार गया। इसे मुद्दा बनाकर राहुल गांधी ने चुनावी भाषण में कहा कि लड़के अच्छा भला खेल रहे थे। पनौती पहुंच गए तो वह हार गए। एक अन्य सभा में तो उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सीधे-सीधे पनौती कह दिया। इस बयान के बाद से भाजपा नेता राहुल गांधी पर हमलावर हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • आदिवासी सीटों पर घटे मतदान ने भाजपा और कांग्रेस को चिंता में डाला

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में आदिवासी वोट बैंक को साधने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही जोर लगाया है। 2018 में आदिवासी वोट बैंक छिटकने से भाजपा के हाथ से सत्ता चली गई थी। उस समय सभी 47 आदिवासियों के लिए आरक्षित सीटों पर मतदान प्रतिशत बढ़ा था। जिससे कांग्रेस 30 और भाजपा ने 16 सीटें जीती थी। एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी को विजय मिली थी। इस बार आरक्षित सीटों में सिर्फ 32 सीटों पर मतदान प्रतिशत बढ़ा है, जबकि 15 सीटों पर घट गया है। वहीं, 24 सीटों पर ही 80 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ है।  इस स्थिति को देखते हुए दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों ने मंथन शुरू कर दिया है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही मतदान प्रतिशत घटने से चिंतित हैं।  प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार प्रभु पटैरिया का कहना है कि पिछली बार कांग्रेस का कर्जमाफी मुद्दा प्रभावी था। जिससे आदिवासी वर्ग भी घर से निकलकर वोट डालने प्रेरित हुआ। इस बार दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों भाजपा और कांग्रेस के वादे बैलेंस हो गए। आदिवासी इलाकों में गोंडवाड़ा गणतंत्र पार्टी भी सक्रिय है। ऐसे में कम मतदान प्रतिशत से सत्ताधारी दल को फायदा मिल सकता है। 
    आदिवासी जिले - शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, कटनी, जबलपुर, डिंडौरी, मंडला, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, बैतूल, हरदा, देवास, खंडवा, बुराहनपुर, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, झाबुआ और रतलाम है।  
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  • भिंड जिले के अटेर विधानसभा क्षेत्र के एक बूथ पर दोबारा होगा मतदान, चुनाव आयोग ने 21 नवंबर को पुनर्मतदान का दिया आदेश

    भोपाल।  मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को सभी 230 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ। लेकिन अब एक पोलिंग बूथ पर दोबारा मतदान होने जा रहा है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने मध्य प्रदेश के भिंड जिले के अटेर विधानसभा क्षेत्र के एक बूथ पर 21 नवंबर को पुनर्मतदान का आदेश दिया है।
    विज्ञप्ति के मुताबिक, अटेर विधानसभा क्षेत्र के किशुपुरा में मतदान केंद्र संख्या 71 के तहत बूथ संख्या 3 पर 21 नवंबर को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे के बीच मतदान होगा। वोटरों के बीच वाली उंगली पर अमिट स्याही लगाई जाएगी। पुनर्मतदान का आदेश जिला निर्वाचन अधिकारी को जारी कर दिया गया है।
    जिले के एक अधिकारी ने बताया कि गोपनीयता भंग होने के कारण पुनर्मतदान का आदेश दिया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि कुछ लोगों ने किशुपुरा में संबंधित बूथ पर 17 नवंबर को मतदान का वीडियो शूट किया था।
    अटेर से मौजूदा विधायक और बीजेपी नेता अरविंद सिंह भदौरिया का मुकाबला कांग्रेस के पूर्व विधायक हेमंत कटारे से है। चुनाव आयोग के अनुसार, मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को एक ही चरण में मतदान हुआ, जिसमें 77.15 प्रतिशत मतदान हुआ। वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। 
    जिलाधिकारी और निर्वाचन अधिकारी संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि गोपनीयता भंग करने के लिए मतदानकर्मियों के दल के चार सदस्यों को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पुनर्मतदान के दौरान मतदाताओं को मतदान केंद्र के अंदर मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी और आदर्श आचार संहिता से जुड़े अन्य सभी नियमों का पालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुनर्मतदान के दौरान मतदान प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मालवा निमाड़ की चार सीटों पर सबसे कम वोटिंग ने चौंकाया, मानी जाती है भाजपा-कांग्रेस का गढ़

    इंदौर। मालवा निमाड़ में भाजपा और कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली कुछ सीटों पर भी बंपर वोटिंग ने उम्मीदवारों को चौकाया है। अब वे इस गुणा भाग में जुटे है कि बढ़ा हुआ वोटिंग प्रतिशत किसके पक्ष में रहेगा और कौन सी लहर ने काम किया, लेकिन मालवा निमाड़ की चार सीटों पर जिलों में सबसे कम वोटिंग हुई है। इन चारों सीटों पर दोनो दलों ने अपने विधायकों को दोबारा चुनाव लड़ाया है।
    इंदौर की दो नंबर विधानसभा में जिले में सबसे कम वोटिंग से भी चुनावी विशेषज्ञ अश्चर्य में है। यहां से तीन बार लगातार चुनाव जीते विधायक रमेश मेंदोला प्रदेश में सबसे ज्यादा वोटों का रिकार्ड भी बना चुके है, लेकिन इस बार इतना 67प्रतिशत ही मतदान रहा।
    इसके अलावा धार जिले की गंधवानी सीट पर भी धार जिले में सबसे कम मतदान 73 प्रतिशत रहा। इस सीट से लगातार कांग्रेस विधायक उमंग सिंगार चुनाव जीतते रहे है। इस जिले की दूसरी सीटों पर 75 से लेकर 83 प्रतिशत तक मतदान हुआ है।
    रतलाम सिटी में भी जिले में सबसे कम वोटिंग हुई है। यहां 73 प्रतिशत मत पड़े, जबकि जिले के दूसरे विधानासभा क्षेत्रों में 80 प्रतिशत से ज्यादा वोट डाले गए। मालवा निमाड़ के सबसे धनवान विधायक चैतन्य कश्यप रतलाम सीट से दूसरी बार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े है। इसके अलावा देवास विधानसभा में भी जिले में सबसे कम 74 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस सीट पर गायत्री राजे पंवार को तीसरी बार भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है। जिले के दूसरे विधानसभा क्षेत्रों में 80 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग हुई है।
    धार जिले में सबसे ज्यादा मतदान वाली सीट बदनावर रही। इस सीट पर दोनो प्रत्याशी पिछली बार भी मैदान में थे, लेकिन इस बार दोनो ने अपने अपने दल बदल कर चुनाव लड़ा। धार सीट पर 78 प्रतिशत मतदान रहा। निमाड़ की खरगोन सीट पर सबसे ज्यादा 88 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस सीट पर कांग्रेस से रवि जोशी और भाजपा से बालकृष्ण पाटीदार चुनाव मैदान में है। खरगोन में दो साल पहले दंगे भी हो चुके है। हरसूद सीट भाजपा का गढ़ मानी जाती है। यहां 79 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस सीट से लगातार विजय शाह चुनाव जीतते आ रहे है।
    साभार अमर उजाला

  • मध्य प्रदेश में वोटिंग के बीच कई सीटों पर माहौल बिगाड़ने की साजिश, दिमनी में बवाल; जमकर पथराव

    दिमनी। मध्य प्रदेश में वोटिंग के बीच कई सीटों पर माहौल बिगाड़ने की साजिश की जा रही है। इंदौर में रात को हुए बवाल के बाद मुरैना में भी हिंसा हो गई है। मुरैना के दिमनी विधानसभा क्षेत्र में एक बूथ के पास दो गुटों में पथराव हुआ। गोलीबारी की भी सूचना है। हालांकि, पुलिस ने फायरिंग की पुष्टि नहीं की है। हिंसा के दौरान एक व्यक्ति घायल हुआ है।
    मध्य प्रदेश में कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 200 सीटों पर मतदान चल रहा है। दिमनी विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र 148 पर पर सुबह दो पक्षों में टकराव हो गया। मुंह पर कपड़ा लपेटे कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। दोनों तरफ से फायरिंग की भी बात कही जा रही है। हिंसा के बाद वहां भगदड़ जैसे हालात बन गए। सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत ऐक्शन लेते हुए उपद्रवियों को खदेड़ दिया। बूथ पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। 
    पथराव में एक मतदाता के घायल होने की जानकारी है। घायल को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। सुरक्षाबलों ने जल्द ही हालात को काबू में किया और सुरक्षा के बीच वोटिंग प्रक्रिया चल रही है। मतदाताओं की सुरक्षा के लिए अत्यधिक पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। दिमनी विधानसभा क्षेत्र पर सबकी नजरें टिकी हैं। इसी सीट से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी चुनाव लड़ रहे हैं।
    डीएसपी विजय सिंह भदौरिया ने कहा कि यह संवेदनशील बूथ है। यहां बीएसएफ भी तैनात है। आज सुबह यहां दो पक्षों में विवाद और पथराव की सूचना मिली थी। तत्काल पुलिस ने पहुंचकर उपद्रवियों को खदेड़ा अब शांतिपूर्व मतदान चल रहा है। डीएसपी ने कहा कि कुछ गांव वालों का कहना है कि गोलीबारी हुई है, लेकिन अभी इसकी पु्ष्टि नहीं हुई है।
    इंदौर में भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भिड़ंत
    इससे पहले इंदौर के राऊ विधानसभा क्षेत्र में देर रात भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच टकराव हो गया। भंवरकुआं थाने के बाहर जुटकर हंगामा कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। भाजपा उम्मीदवार मधु वर्मा का आरोप है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता राऊ विधानसभा क्षेत्र में चुनावी काम कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को धमका रहे थे जिससे विवाद हुआ। उधर, शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा ने आरोप लगाया कि राऊ विधानसभा क्षेत्र में मतदान से पहले भाजपा कार्यकर्ता लोगों को शराब, कम्बल और पाजेब बांट रहे थे। उन्होंने दावा किया कि ये चीजें बांटे का विरोध करने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक कांग्रेस नेता पर हमला कर उसे घायल कर दिया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विवाद के मामले में उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
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  • प्रचार का शोर थमा, कल सुबह 7 बजे से मप्र में मतदान

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को प्रचार का शोर थम गया। अब शुक्रवार को सभी 230 विधानसभा सीटों पर एक चरण में मतदान होगा। चुनाव आयोग ने 64523 मतदान केंद्रों पर मतदान की तैयारी पूरी कर ली है। यहां पर जीपीएस से लैस वाहनों से पोलिंग पार्टियों और ईवीएम को भेजा जाएगा। इन वाहनों की भोपाल के सेंटर से निगरानी रखी जाएगी। वाहनों का रूट तय है। इस रूट से भटकने या कोई गड़बड़ी होने पर तुरंत सेंट पर मैसेज पहुंचेगा। वाहनों की निगरानी जिला, स्टेट से लेकर सेंटर तक से की जाएगी। आयोग ने पूरी प्रक्रिया की पारदर्शीता और निगरानी के लिए पीठासीन, सेक्टर और रिटर्निंग अधिकारियों को एप डाउनलोड कराया है। इस एप में मतदान दल के सामग्री लेने से पोलिंग बूथ पर पहुंचने और मतदान प्रक्रिया पूरी कराने के बाद उसको जमा करने तक की एक-एक जानकारी एप में भरनी होगी। वहीं, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया संवेदनशील पोलिंग बूथ पर सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम किए गए है। प्रदेश में करीब 17 हजार संवेदनशील पोलिंग बूथ है। चुनाव आयोग आधे पोलिंग बूथ की वेबकास्टिंग के जरिए निगरानी करेगा। 
    मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने चुनाव संबंधी किसी भी शिकायत या समस्या के निराकरण के लिए संभागवार टीम गठित कर दी है। इसमें संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पदाधिकारी मनोज खत्री को नर्मदापुरम एवं जबलपुर संभाग, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राकेश सिंह को इंदौर एवं उज्जैन संभाग, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बंसत कुर्रे को ग्वालियर, भोपाल एवं चंबल संभाग, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रूचिका चौहान को सागर, शहडोल एवं रीवा संभाग की जिम्मेदारी दी गई है। इन अधिकारियों के अधीनस्त भी अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए गए है। निर्वाचन के दौरान आने वाली किसी भी प्रकार की समस्या या शिकायत के लिए दो दिन संपर्क किया जा सकता है। 
    साभार अमर उजाला

  • आज अंतिम दिन,  चुनाव प्रचार में प्रियंका, खरगे, योगी समेत अन्य नेता झोंकेंगे पूरी ताकत

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदाताओं को वादों, दावों, जनसभाओं और आरोप-प्रत्यारोप से रिझाने का बुधवार को अंतिम दिन है। बुधवार शाम छह बजे चुनाव प्रचार थम जाएगा। भाजपा और कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, प्रियंका गांधी, योगी आदित्यनाथ, देवेंद्र फडणवीस समेत अन्य नेता पूरी ताकत झोंकेंगे। इसके बाद दो दिन प्रदेश के नेता बूथ स्तर पर मतदाताओं को साधने पर जोर लगाएंगे। प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान है। 
    भारतीय जनता पार्टी की तरफ से वरिष्ठ नेता 15 नवंबर को प्रदेश के विभिन्न जिलों के प्रवास पर रहेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नर्मदापुरम, बैतूल, देवास, सीहोर, रायसेन, विदिशा, भोपाल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पन्ना, अशोकनगर, भोपाल व छिंदवाड़ा, केंद्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर मुरैना, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा सतना, जबलपुर, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल एवं केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते दमोह व रायसेन, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जबलपुर व बालाघाट, महाराष्ट्र्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस छिंदवाड़ा, रामलाल रौतेल एवं उत्तराखंड शासन के मंत्री सतपाल जी महाराज बालाघाट, बैतूल व धार की विभिन्न विधानसभाओं में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव प्रचार करेंगे। 
    वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, बैतूल जिले के आमला, भोपाल के बैरसिया और दक्षिण पश्चिम विधानसभा सीट पर जनसभा को संबोधित करेंगे। राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी दतिया, सीधी और पूर्व सीएम एवं पीसीसी चीफ कमलनाथ कटनी जिले की विजयराघवगढ़, सिवनी जिले के केवलारी, बालाघाट जिले के लालबर्रा, वारासिवनी, छिंदवाड़ा जिले के जमई में जनसभा को संबोधित करेंगे। 
    प्रदेश में 17 नवंबर को सुबह 7 से शाम 6 बजे तक मतदान प्रक्रिया चलेगी। इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। मतदान शुरू होने के डेढ़ घंटे पहले सुबह 5:30 बजे से मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। यह प्रक्रिया अभ्यर्थी या उसके अधिकृत एजेंट की उपस्थिति में होगी। यदि कोई अभ्यर्थी या उसका एजेंट 5:30 बजे मतदान केंद्र पर उपस्थित नहीं होता है, तो 15 मिनट तक उसका इंतजार किया जाएगा। इसके बाद मतदान दलों और अन्य सदस्यों की उपस्थिति में मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। न्यूनतम 50 वोट से मॉकपोल किए जाने का प्रावधान है। इसमें नोटा भी शामिल होगा। मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ करने से पूर्व बैलेट यूनिट एवं वीवीपीएटी को वीवीपीएटी कंपार्टमेंट में रखा जाएगा। कंट्रोल यूनिट को पीठासीन अधिकारी की टेबल या मतदान अधिकारी के टेबल पर रखना होगा।
    प्रदेश के बालाघाट, मंडला और डिंडोरी जिलों के कुछ विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक ही मतदान प्रक्रिया चलेगी। इसमें बालाघाट जिले के तीन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 108-बैहर (अ.ज.जा.), 109-लांजी और 110 -परसवाड़ा के सभी मतदान केंद्र, मंडला जिले के 105-बिछिया विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के-47 मतदान केंद्रों पर, 107-मंडला विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 8 मतदान केंद्रों तथा डिंडौरी जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-104 डिंडौरी के 40 मतदान केंद्रों पर सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा।
    साभार अमर उजाला

     

  • अब लखपति बहना योजना शुरू करेंगे शिवराज, भाईदूज पर किया ऐलान

    भोपाल। मध्यप्रदेश में लाड़ली बहना के बाद अब शिवराज सरकार प्रदेश की महिलाओं को लखपति बनाने के लिए योजना लेकर आई है। महिलाओं की आमदनी 10 हजार रुपये महीना हो, इसके लिए स्व: सहायता समूहों के माध्यम से कार्य किया जाएगा। सीएम ने भाईदूज के मौके पर ये घोषणा की है।
    भाईदूज के पावन पर्व पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं अपनी हर बहन को लखपति बनाऊंगा। इसके लिए हम लखपति बहना योजना शुरू कर रहे हैं। इसमें घर का काम-काज करते हुए हर बहन हर महीने कम से कम 10 हजार रुपये कमाएगी, जिससे साल में उसकी आमदनी एक लाख के ऊपर होगी। सीएम ने कहा कि अभी 15 लाख बहनें लखपति हैं। लेकिन स्वः सहायता समूह के माध्यम से अब इसे एक अभियान के रूप में चलाएंगे। एक आंदोलन बनाएंगे। उन्होंने कहा कि बहनों का आशीर्वाद मुझे ऊर्जा देता है।
    मुख्यमंत्री निवास पर बुधवार को भाई दूज का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को तिलक लगाने पहुंचीं थीं। सीएम ने इन सभी से तिलक लगवाकर भाई दूज का त्यौहार मनाया। इस मौके पर संगीत और नृत्य का भी आयोजन किया गया। महिलाओं ने सीएम के माथे पर तिलक कर उन्हें आशीर्वाद दिया।
    भाजपा विधानसभा चुनाव में महिला वोटरों को लेकर आत्मविश्वास में नजर आ रही है। लाड़ली बहना योजना पहले से प्रदेश में लागू है, जिसके तहत करीब सवा करोड़ महिलाओं को 1,250 सौ रुपये बैंक खाते में डाले जा रहे हैं। इसके अलावा लाड़ली लक्ष्मी योजना सहित कई अन्य योजनाएं भी महिलाओं के लिए लागू की गई हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ ने भगवान बिरसा मुंडा को बताया भारतवर्ष का महानायक, आज है जयंती

    भोपाल। भगवान बिरसा मुंडा को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भारतवर्ष का महानायक बताया है। मुंडा की जयंती पर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने बुधवार सुबह सोशल मीडिया पर पोस्ट कर उन्हें याद किया। उन्होंने लिखा कि आज भगवान बिरसा मुंडा की जयंती है। आजादी की लड़ाई में उन्होंने जिस अदम्य वीरता का परिचय दिया और आदिवासी समुदाय को लेकर अंग्रेजों से जिस तरह मुकाबला किया, उस पर हर भारतीय को गर्व है। वे न सिर्फ आदिवासी समुदाय बल्कि संपूर्ण भारतवर्ष के महानायक हैं। भगवान बिरसा मुंडा को शत-शत नमन।
    बता दें कि जहां भाजपा मध्यप्रदेश सहित पूरे देश में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाती है। वहीं, कांग्रेस नौ अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस पर गौरव दिवस मनाती है। गौरव दिवस को लेकर कांग्रेस और भाजपा में बड़ा विवाद है। दोनों ही पार्टियां आदिवासियों को साधने के लिए नए-नए दांव चलती रहती हैं।
    भगवान बिरसा मुंडा एक स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक थे। उन्होंने दूरदराज के इलाकों में रहने वाले आदिवासी समाज के बीच जागरूकता लाने का काम किया था। जनजातीय गौरव दिवस भारत के आदिवासी समुदायों के योगदान का सम्मान करने का दिन है। हर साल 15 नवंबर को छोटा नागपुर के आदिवासी नायक बिरसा मुंडा की जयंती मनाई जाती है। यह दिन पीढ़ियों को सांस्कृतिक और राष्ट्रीय गौरव को संरक्षित करने के लिए प्रेरित करने के लिए भी है।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस ने किसानों को कर्ज माफ करने, युवा वर्ग को भत्ता देने की घोषणा की थी, लेकिन किया कुछ नहीं : विजयवर्गीय

    इंदौर। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व भाजपा उम्मीदवार कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जिन लोगों ने देश का पैसा खाया है, उन्हें हमेशा ईडी, सीबीआई से डरना पड़ेगा। भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए पिछली सरकार ने समझौते किए होंगे। मोदी सरकार किसी को नहीं छोड़ेगी।
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में कह चुके है कि भ्रष्टाचार कर देश को नुकसान पहुंचाने वाले को वे नहीं छोड़ेंगे। विजयवर्गीय दीपावली पर परदेशीपुरा स्थित वृद्धाआश्रम में त्योहार मनाने आए थे। कांग्रेस का द्वारा भाजपा के वचन पत्र को उनकी नकल बताए जाने पर विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस ने किसानों को कर्ज माफ करने, युवा वर्ग को भत्ता देने की घोषणा की थी, लेकिन किया कुछ नहीं।
    कांग्रेस का घोषणा पत्र डस्टबीन में डालने लायक है और हमारा घोषरा पत्र कम्यूटर में सेव करने लायक है, ताकि प्रदेशवासी देख सके कि भाजपा किस तरह एक एक घोषणा को जमीन पर लाती है।
    विजयवर्गीय ने कह दूसरे प्रदेशों में कांग्रेस की सरकारों से जुड़े सवाल पर कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार महिला अपराध में नंबर वन पर है।कांग्रेस शासित कोई भी प्रदेश विकास के मामले में मध्य प्रदेश की बराबरी नहीं कर सकता है। 20 सालों में हमारी सरकार ने प्रदेश को बीमारू राज्य से विकसित राज्य की श्रेणी में खड़ा किया है। भाजपा सरकार ने हर वर्ग को खुश रखने की कोशिश की है। कार्यक्रम में विजयवर्गीय ने युवतियों के साथ अंताक्षरी खेली। महापौर परिषद सदस्य राजेंद्र राठौर ने स्वागत भाषण दिया।
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  • गोंगपा के संभागीय महासचिव ने दिया पार्टी से इस्तीफा

    शहडोल। शहडोल जिले में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को बड़ा झटका लगा है। गोंगपा के संभागीय महासचिव अशोक उपाध्याय ने पार्टी के कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी से अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ मिलकर इस्तीफा देते हुए कांग्रेस पार्टी की जैतपुर प्रत्याशी उमा धुर्वे का समर्थन किया है। जिससे जैतपुर विधानसभा में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी व भाजपा को इसका सीधा नुकसान पहुंचेगा, इसके साथ ही कांग्रेस को यहां से बढ़त मिल सकती है।  बता दें कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संभागीय महासचिव अशोक उपाध्याय ने कहा कि अब पार्टी पहले जैसे नहीं रह गई है। पार्टी में कार्यकर्ता की कोई सुनवाई नहीं होती। पूरी पार्टी में केवल छल कपट से इस समय चल रहा है।
    साभार अमर उजाला

  • चोरल  के ग्रामीण क्षेत्र में भारी जन समर्थन के साथ दरबार कर रहे हैं जनसंपर्क

    आदिवासियों में प्यार एवं सहानुभूति की लहर देखी गई

    महू, महू विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय प्रत्याशी अंतर सिंह दरबार मैंडल सैंडल गाजिंदा  चौरल क्षेत्र में भारी जन समर्थन के साथ कर रहे हैं जनसंपर्क अनेक परिवारों द्वारा दरबार को तिलक लगाकर आरती की गई एवं फूल माला पहनाई गई जगह-जगह फूलों की वर्षा एवं बैठकों का दौर ग्रामीणों में जहां दरबार को टिकट नहीं मिलने की कसक है वही दरबार को जिताने की उमंग एवं उत्साह भी देखी जा रही है बढ़ चढ़कर  ढोल ढमाको के साथ युवा वर्ग भी बड़ी संख्या में आज जनसंपर्क में देखा गया ग्रामीणों में विशेष कर आदिवासियों में प्यार के साथ-साथ सहानुभूति भी नजर आ रही है अब देखना यह है कि दरबार कांग्रेस और भाजपा को पटकने में सफल होते हैं या नहीं क्षेत्र के बड़ी संख्या में ग्रामवासी जनसंपर्क में देखे गए।

     

  • कांग्रेस कमेटी मध्य प्रदेश ने किया अपने ही कार्यकर्ताओं को 6 वर्ष के लिए निष्कासित

    कांग्रेस कमेटी मध्य प्रदेश ने किया अपने ही कार्यकर्ताओं को 6 वर्ष के लिए निष्कासित, जिन्होंने विपरीत परिस्थिति में पार्टी का साथ दिया, उनको पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। मुख्य रूप से अशोक सैनी एवं अन्य 15 पदाधिकारी कार्यकर्ताओं को पार्टी से किया बेदखल, क्योंकि अशोक सैनी जी ने किया अंतर सिंह दरबार पूर्व कांग्रेस विधायक, प्रत्याशी जो अभी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है उनका समर्थन। अब अशोक सैनी जी द्वारा अंतर सिंह दरबार के पक्ष में जन समर्थन किया जा रहा है हासिल। गांव-गांव जाकर महू विधानसभा से जोरदार स्वागत और अपने क्षेत्र में जन समर्थन में घर-घर पहुंचे लिया जन आशीर्वाद।हालांकि मुकाबला टक्कर का है। बीजेपी से उषा ठाकुर और कांग्रेस से टिकट दिया है राम किशोर शुक्ला को और अंतर सिंह दरबार निर्दलीय मैदान में हैं। देखते हैं चुनाव का ऊंट किस करवट बैठता है।

  • पिछोर में कुछ नहीं किया, शिवपुरी में बदलाव की बात कर रहे, कांग्रेस प्रत्याशी पर शिवराज ने साधा निशाना

    शिवपुरी। शिवपुरी जिले में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार तेज हो गया है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिवपुरी, कोलारस और करैरा विधानसभा में पहुंचकर आमसभाएं की और भाजपा के लिए वोट मांगे। इस दौरान शिवपुरी में एक आमसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि केंद्र और राज्य की डबल इंजन की सरकार ने वह सब काम किए हैं जो कभी नहीं हुए। आज डबल इंजन की सरकार के कारण मध्यप्रदेश प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। महिला सशक्तिकरण से लेकर छात्र-छात्राओं तक के लिए योजनाएं बनाई गई हैं, जिसका लाभ उन्हें मिल रहा है। शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी केपी सिंह पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आमसभा के दौरान कहा कि जो पिछोर में रहते हुए कुछ नहीं कर सके अब वह शिवपुरी में बदलाव की बात कह रहे हैं। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि भाजपा के प्रत्याशी देवेंद्र जैन को जिताएं। भाजपा सरकार विकास के वादे पर आगे बढ़ती है भाजपा ने जो कहा है वह किया है। डबल इंजन की सरकार ने प्रदेश में विकास के नए रास्ते खोले हैं।
    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। शिवपुरी में एक आमसभा के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि महिलाओं का अपमान करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक मिनट भी अपनी कुर्सी पर रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने विधानसभा में अपमानजनक टिप्पणी की। सभा के दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि इस बेशर्मी पर नीतीश कुमार के साथ कांग्रेस खड़ी है। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से पूछना चाहते हैं कि नीतीश कुमार की इस टिप्पणी पर आप क्या-क्या कहना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अभी तक इसकी आलोचना तक नहीं की है।
    शिवपुरी में आमसभा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भूल से भी प्रदेश में कांग्रेस आ गई तो लाडली बहना योजना बंद कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मामा है तो लाडली बहना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सत्ता के आने के रास्ते पर ताला लगा दो। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की जब 15 महीने की सरकार प्रदेश में आई तो उन्होंने संबल योजना बंद कर दी। प्रदेश को बदहाल कर दिया। तीर्थ यात्रा योजना बंद कर दी, बच्चों को दिए जाने वाले लैपटॉप की राशि भी बंद कर दी।
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ बोले- शिवराज सरकार ने पेंशन को रोककर "बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवा बहनों के जीवन पर लगा दिया ताला"

    भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन का मुद्दा उठाया है। उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए ये दावा किया है कि शिवराज सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन का भुगतान रोक रखा है। दीपावली के इस पावन पर्व के अवसर पर गरीब महिलाओं पर आर्थिक संकट है। कमलनाथ ने X पर लिखा कि प्रदेश की शिवराज सरकार ने 50 लाख से अधिक असहाय बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवा बहनों को हर महीने मिलने वाली सामाजिक सुरक्षा पेंशन के भुगतान को महीनों से रोक रखा है। बुजुर्ग, दिव्यांग और विधवा बहनें रोज–रोज बैंकों के चक्कर काट कर परेशान हो रहीं हैं। 
    पीसीसी चीफ ने आगे लिखा कि शिवराज सरकार ने पेंशन को रोककर "बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवा बहनों के जीवन पर ताला" लगा दिया है, उनके जीवन पर संकट खड़ा कर दिया है। दीपावली का त्यौहार सामने है और विज्ञापन बाज निर्लज सरकार आम जनता को झूठ परोसने में लगी है। सरकार को तत्काल इनकी पेंशन का भुगतान करना चाहिए। नाथ ने आश्वासन देते हुए लिखा कि मैं सभी पेंशनर्स को विश्वास दिलाता हूं कि कांग्रेस सरकार बनने पर आपको दोगुनी पेंशन की जाएगी, आपको पेंशन 1200 रुपए महीना मिलेगी और आपका जीवन सुरक्षित और खुशहाल होगा।
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ बोले- अधिकार सम्पन्न पंचायतों से अधिकार सम्पन्न आमजन होगा और खुशहाल मध्यप्रदेश बनेगा

    भोपाल। पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि कांग्रेस ने सत्ता का विकेन्द्रीकरण कर लोकतंत्र में वास्तविक अधिकार ग्राम पंचायतों को सुनिश्चित कराए, क्योंकि ग्रामों की खुशहाली से ही प्रदेश में खुशहाली आती है और इस लक्ष्य को सशक्त रूप से साकार करने के लिए मैं वचनबद्ध हूं। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर 
    1.मध्यप्रदेश पंचायत राज और ग्राम स्वराज अधिनियम को मूल भावना के अनुरूप अक्षरशः लागू करेगी।
    2.ग्राम पंचायत सचिवों एवं रोजगार सहायकों की मांग पर न्याय करेंगे तथा ग्राम रोजगार सहायक को सहायक पंचायत सचिव का दर्जा देंगे। इनको नियमित वेतनमान से जोड़ेंगे एवं अनुकम्पा नियुक्ति का लाभ देंगे।
    3.जनता की सरकार - जनता ही सरकार के सिद्धांत पर चलकर ग्राम सभाओं एवं ग्राम पंचायतों को पुनः अधिकार सम्पन्न बनायेंगे।
    4.सरपंचों के सम्मान को सुनिश्चित करेंगे एवं उनकी गरिमा को कम करने वाले नियमों को बदलेंगे।
    5.सरपंच निर्वाचित जनप्रतिनिधि होते हैं अतएव उनके विरूद्ध की गई शिकायतों के निराकरण की नई व्यवस्था करेंगे।
    6.ग्राम पंचायतों में एक सचिव और एक सहायक सचिव की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।
    7.जिला पंचायतों एवं जनपद पंचायतों में नगरीय निकायों की तरह एल्डरमेन नियुक्त करेंगे।
    8. 15 वें वित्त आयोग की राशि नवीन जनसंख्या अनुसार ग्राम पंचायतों को मिले, इस हेतु प्रस्ताव करेंगे।
    9.वित्त आयोग की राशि में  जिला एवं जनपद सदस्यों को विकास कार्य के लिए अलग से मिले, इस हेतु प्रस्ताव करेंगे।
    10.पंचायत स्तरीय पदों के लिए पृथक से स्थानांतरण नीति बनायेंगे। जिला / जनपद पंचायत को अधिकार देंगे।
    अधिकार सम्पन्न पंचायतों से अधिकार सम्पन्न आमजन होगा और खुशहाल मध्यप्रदेश बनेगा।
    अमर उजाला

  • कांग्रेस के अध्यक्ष रिमोट से चल रहे हैं, कांग्रेस का मतलब ही है बरबादी की गारंटी: मोदी

    दमोह। नोटबंदी को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग नोट के गद्दों पर सोते थे उनकी नींद उड़ गई थी। मुझे भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए कांग्रेस मुझे सौ-सौ गालियां देते हैं। जो मुझे गालियां देते हैं, ये सारे लोग किसी न किसी घोटाले में फंसे हुए हैं। लेकिन ये लोग चाहे कितनी भी गालियां दे भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई नहीं रुकेगी।
    इसी साल मध्यप्रदेश के लोगों को केंद्र सरकार ने हजारों करोड़ रुपये लोगों को भेजे हैं, क्योंकि यहां कोई पंजा सरकार में नहीं है। अगर कांग्रेस यहां गलती से भी आ गई तो यहां 85 फीसदी कमीशन तय है। कांग्रेस फिर से एमपी को बीमारू राज्य बना देगी। युवाओं को कांग्रेस से सावधान रहना है। भाजपा का लक्ष्य गरीब का विकास है। कांग्रेस को लोगों ने 60 साल मौका दिया, लेकिन कांग्रेस ने बुंदेलखंड को सिर्फ सूखा दिया। कांग्रेस को जहां मौका मिला वहां उसने किया क्या है। छत्तीसगढ़ में सट्टा और राजस्थान में लाल डायरी है। कांग्रेस का मतलब ही है बरबादी की गारंटी। ये लोग झूठ का पिटारा लेकर घूम रहे हैं। ये कहते हैं किसानों का कर्ज माफ करने का लेकिन किसान वर्षों तक किसानों को ठगती रही है। पीएम मोदी ने कहा कि ये चुनाव सिर्फ विधायक चुनने के लिए नहीं है, ये मध्यप्रदेश के विकास के लिए है। हमें एमपी को देश के टॉप 5 औद्योगिक राज्यों में पहुंचाना है। 
    पीएम मोदी आज दमोह जिले के दौरे पर हैं। उन्होंने दमोह के इमलाई गांव में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस कभी गरीबी खत्म नहीं कर पाई। क्योंकि कांग्रेस के नेताओं की नियत ठीक नहीं थी। अमीर और अमीर होते गए, गरीब और गरीब होते गए। आज भाजपा के सेवाकाल में गरीबी से बाहर निकल रहा है। पूरी दुनिया भारत के विकास की चर्चा कर रही है। पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब मेरा तीसरा सेवाकाल शुरू होगा तो मैं भारत की अर्थव्यवस्था को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाकर रख दूंगा। हमारी गारंटी देश का खजाना खाली करने की नहीं होती।
    पीएम मोदी ने कहा कि आज का समय कांग्रेस से सबसे ज्यादा सावधान रहने का है। कांग्रेस वो पार्टी है, जो गरीबी के हक का पैसा छीन लेती है। कांग्रेस वो पार्टी है जो हजारों करोड़ रुपये के घोटाले करती है। कांग्रेस वो पार्टी है जो एक समाज को दूसरे से लड़ाकर कुर्सी कब्जा करने का खेल करती है। कांग्रेस के लिए देश और राज्य का विकास जरूरी नहीं हैं। उसके लिए सिर्फ अपना स्वार्थ जरूरी है। उस समय देश के पीएम रिमोट से चलते थे, अब कांग्रेस के अध्यक्ष रिमोट से चल रहे हैं। वो कुछ कर नहीं पाते। नाम मात्र का कर दिया है उनको। कभी-कभी अध्यक्ष खुद के मूड में आ जाते हैं। कल उन्होंने पांडवों को याद किया था। जब रिमोट चलता है तब वो सनातन को गाली देते हैं। जब रिमोट बंद हो जाता है, तब पांडवों को याद करते हैं। मुझे गर्व है हम पांडवों की राह पर चल रहे हैं।  
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ ने भाजपा पर निशाना साधा, बोले- चुनावी मौसम में बढ़ जाती है बीजेपी की झूठ बोलने की शक्ति

    भोपाल। किसान कर्ज माफी के मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी का एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप जारी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहना है कि चुनावी मौसम में भारतीय जनता पार्टी की झूठ बोलने की शक्ति कई गुना बढ़ जाती है। नाथ ने आगे लिखा कि भाजपा के नेता पूरी बेशर्मी से सार्वजनिक मंचों से कह रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया। लेकिन आप देखिए विधानसभा में कांग्रेस विधायक बाला बच्चन के सवाल के जवाब में शिवराज सिंह चौहान के कृषि मंत्री कमल पटेल ने खुद स्वीकार किया है कि कांग्रेस सरकार ने करीब 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया। इस जवाब से यह भी स्पष्ट हो जाता है कि एक तरफ जहां कांग्रेस ने 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया वहीं भाजपा ने सत्ता में आते ही किसानों की कर्ज माफी बंद कर दी।
    पीसीसी चीफ ने सोशल मीडिया पर लिखा कि भाजपा और शिवराज सिंह चौहान किसानों के दुश्मन हैं। यह खुद तो किसानों की भलाई का कोई काम कर नहीं सकते और अगर कांग्रेस किसानों को कोई फायदा पहुंचाती है तो उसे बर्बाद करने में पूरी ताकत लगा देते हैं। जनता को अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी किसानों से जो वादे करती है, उन्हें हर कीमत पर पूरा करती है और भारतीय जनता पार्टी आज चुनाव के समय जो वादे कर रही है, उन्हें कभी नहीं निभाएगी। कांग्रेस किसानों की पार्टी है और भाजपा सौदेबाजों की पार्टी है। 17 नवंबर को मध्य प्रदेश की जनता धोखेबाज भाजपा को सबक सिखाएगी।
    साभार अमर उजाला

  • 9 नवंबर को पीएम मोदी के सतना दौरे को लेकर तैयारियां तेज

    सतना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 नवंबर को सतना आएंगे। वे यहां हवाई पट्टी के पास स्थित मैदान में दोपहर साढ़े 11 बजे से भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री दिल्ली से विशेष विमान से खजुराहो आएंगे और फिर वहां से हेलिकॉप्टर से सतना पहुंचेंगे। पीएम मोदी का 15 दिन में सतना जिले का यह दूसरा दौरा होगा।
    इससे पहले 27 अक्टूबर को पीएम गैर राजनीतिक दौरे पर चित्रकूट आए थे। तब उन्होंने सद्गुरू सेवा संघ के कार्यक्रम में हिस्सा लेकर अरविंद भाई मफतलाल को श्रद्धांजलि अर्पित की थी और जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज से मुलाकात कर उनकी 3 पुस्तकों का विमोचन किया था। अब इस बार पीएम का सतना दौरा राजनीतिक और चुनावी है। माना जा रहा है कि पीएम की चुनावी सभा न केवल सतना विधानसभा सीट समेत जिले की सभी सातों सीटों बल्कि आसपास के जिलों की सीटों पर भी भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने में बड़ी भूमिका निभाएगी।
    पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को 7 नवंबर को सतना आना था, लेकिन अब पीएम मोदी का सतना आगमन होना है। हालांकि पीएम मोदी का भी सतना दौरा पहले 7 नवंबर को ही तय था, लेकिन बाद में इसमे संशोधन कर दिया गया।
    विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी समेत देश की सियासत के कई दिग्गजों के सतना आने के मद्देनजर यहां तमाम इंतजाम दुरुस्त किए जा रहे हैं। रीवा संभाग के कमिश्नर-आईजी और सतना के कलेक्टर-एसपी खुद व्यवस्थाओं पर नजर बनाए हुए हैं। सतना एयर स्ट्रिप में सुरक्षा के लिहाज से अधिकारियों ने निरीक्षण किया। उधर, पीएम की सभा के लिए भाजपा नेताओं ने सभा स्थल पर रविवार को भूमिपूजन भी किया।
    साभार अमर उजाला 

  • लोगों को बताओ राम मंदिर के लिए सरकार ने कैसे लड़ाई लड़ी : गुजरात सरकार के मंत्री जगदीश विश्वकर्मा

    उज्जैन। अयोध्या के राम मंदिर से भाजपा मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा में चुनावी जीत का परचम लहराने की तैयारी कर रही है। इस बार खास बात यह है कि यह चुनाव गुजरात फार्मूले पर किया जा रहा है। उज्जैन के भारत माता मंदिर में गुजरात से आए जिला विधानसभा चुनाव प्रभारी और गुजरात की भूपेंद्र पटेल सरकार में मंत्री जगदीश विश्वकर्मा की उपस्थिति में संघ के आनुषांगिक संगठनों और भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं की बैठक कार्यशाला के रूप में हुई। संघ के विभाग कार्यवाहक पारस गहलोत ने इसका नेतृत्व करते हुए बताया कि कैसे अयोध्या के राम मंदिर सहित अन्य मुद्दों को लेकर लोगों के बीच पहुंचना है।
    मंत्री विश्वकर्मा सहित गुजरात के अन्य नेताओं ने भी उज्जैन में डेरा डाल दिया है, जो चुनाव की सभी गतिविधियों पर नजऱ रखे हुए हैं। 2024 लोकसभा चुनाव के लिहाज से 2023 विधानसभा चुनाव को सेमीफइनल के रूप में देखा जा रहा है। यही कारण है कि संघ इसे लेकर अघोषित रूप से सक्रिय हो गया है। गुजरात के मंत्री विश्वकर्मा की उपस्थिति में संघ ने स्वयंसेवकों और भाजपा नेताओं को निर्देश दिए हैं कि वे 10 से 15 लोगों की छोटी टोली बनाएं और लोगों के बीच पहुंचकर उनका मानस वोटिंग के लिए तैयार करेगी। यह टोली लोगों के बीच जाएगी और बातो बातो मे बताएगी कि मोदी सरकार ने किस तरह राम मंदिर के लिए लड़ाई लड़ी और अब रामलला मंदिर में विराजने जा रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • महू में उषा की राह नहीं आसान, रामकिशोर शुक्ला बना रहे नई पहचान

    इंदौर। महू का राजनीतिक मिजाज कभी एक जैसा नहीं रहा। मतदाता ने किसी एक दल की छाप इस सीट पर मतदाता ने नहीं रहने दी। कभी भाजपा को गले लगाया तो कभी कभी कांग्रेस का साथ निभाया। इस बार क्या होगा? यह सवाल पूछा जाने पर महू वासी मुस्करा देते है। कोई कांटे की टक्कर बताता है  तो कोई बदलाव की बात करता है। इस बार न तो उषा ठाकुर की राह यहां आसान लग रही है और कांग्रेस उम्मीदवार रामकिशोर शुक्ला 12 साल भाजपा में रहकर कांग्रेस में लौटे है। जनता के सामने कांग्रेस के हिसाब से उन्हें नई पहचान बनाना पड़ रही है।  
    कार्यकर्ता की टीम भी उन्हें नए सिरे से बनाना पड़ी। कांग्रेस से बगावत कर मैदान में उतरे अंतर सिंह दरबार किसके वोट ज्यादा काटेंगे। यह इस चुनाव में मायने रखेगा । वे खुद राजपुत है, इसलिए उषा ठाकुर के वोट भी काटेंगे और पूर्व विधायक होने के कारण वे कांग्रेस के परंपरागत वोटबैंक को भी नुकसान पहुंचाएंगे। 
    विधायक उषा ठाकुर के प्रति नाराजगी के स्वर महू नगर में मुखर है मतदाताअेां का कहना है कि वे चुनाव जीतने के बाद ज्यादा नजर नहीं आई। कुछ क्षेत्रों में उषा के खिलाफ एंटी इकमेंसी फेक्टर साफ तौर पर देखा जा रहा है।
    आम मतदाता उनकी सक्रियता पर सीधे तौर पर सवाल उठाते नजर आते है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों को ठाकुर ने साध रखा है। विधायक निधि भी ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में खर्च हुई। मानपुर, सिमरोल, सोनवाय वाले बेल्ट को भाजपा अपनी ताकत मानकर चल रही है। आरएसएस की पैठ भी महू के कुछ हिस्सों में अच्छी है। इसका फायदा भी भाजपा को हर चुनाव में मिलता है। 
    वर्ष 1998 और वर्ष 2004 के चुनाव जीतकर कांग्रेस विधायक अंतर सिंह दरबार ने महू को कांग्रेस का गढ़ बना दिया था, लेकिन फिर भाजपा ने महू से कैलाश विजयवर्गीय को उम्मीदवार बनाया और वे चुनाव जीत गए। वर्ष 2013 का चुनाव भी विजयवर्गीय ने दरबार को हरा कर जीता। पिछले चुनाव में 18 दिन पहले उषा ठाकुर को भाजपा ने चुनाव लड़ने महू भेजा। तब समीकरण कांग्रेस के पक्ष में नजर आ रहे थे, लेकिन परिणाम चौकानें वाले रहे। 
    उषा ने चुनाव जीत लिया। इस हार से दरबार और कमजोर हो गए। कांग्रेस ने इस बार उन पर फिर से  दांव लगाने के बजाए भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए रामकिशोर शुक्ला को टिकट दिया है। इसमे कोई शक नहीं कि दरबार की अपनी एक फैन फालोइंग है, लेकिन बतौर निर्दलीय वे कितने मजबूत साबित होंगे और ठाकुर व शुक्ला को कितनी टक्कर दे पाएंगे, यह परिणाम के बाद ही पता चलेगा,लेकिन दरबार के कारण महू में मुकाबला त्रिकोणीय के साथ रोचक हो गया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि महूू में जनता की पसंद कौन बनता है।
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा-कांग्रेस एनिमेटेड वीडियो बनाकर एक दूसरे पर साध रही निशाना, जय पर वीरू से निशाना

    भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्म के किरदार भी देखने को मिल रहे हैं। भारतीय सिनेमा की सुप्रसिद्ध फिल्म शोले के जय वीरू बसंती से लेकर बच्चों के सुपरहीरो सुपरमैन के एनीमेटेड वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं। इनमें बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के नेता दिखाई देते हैं। एनिमेटेड वीडियो बनाकर राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर निशाना साध रही हैं। हालांकि कोई भी सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले इन वीडियो की जिम्मेदारी नहीं ले रहा है। लेकिन फ्लोट होते इन वीडियो ने प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव के रोमांच को जरूर बढ़ा दिया है। आम मतदाता बड़े शौक से न सिर्फ इन वीडियो का लुत्फ़ उठा रहा है बल्कि इन्हें तेजी से फॉरवर्ड भी कर रहा है।
    सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में शोले फिल्म के सीन को कुछ इस तरह से दिखाया गया है जिसमें बसंती यानी जनता भगवान के सामने नतमस्तक है। वहीं वीरू यानी कमलनाथ भगवान के पीछे छिपकर जनता को वचन दे रहे हैं। तभी जय यानी शिवराज की एंट्री होती है जो बसंती को वीरू की सच्चाई बताता है। शोले फिल्म के एक सीन पर आधारित ये वीडियो खासा चर्चाओं में है। इसे अब तक अच्छी खासी संख्या में देखा जा चुका है। इसके पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का मारियो अवतार भी वायरल हो चुका है। 
    कांग्रेस ने कमलनाथ को सुपरमैन बनाकर प्रस्तुत किया है। कांग्रेस का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब देखा जा रहा है इसमें कमलनाथ हॉलीवुड फिल्म सुपरमैन के किरदार में है। इसके साथ ही कमलनाथ का एक एनिमेटेड वीडियो और सामने आया है। इसमें वे खेल मैदान में अमित शाह, शिवराज सिंह और नरोत्तम मिश्रा को रेस में पछाड़ते दिखाई दे रहे हैं। 
    विधानसभा चुनाव में इस बार नई तकनीक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल भी खूब किया जा रहा है। इस नई तकनीक के माध्यम से कांग्रेस और भाजपा दोनों के ही फेंक वीडियो सामने आ रहे हैं। इसमें एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप किया जा रहा है। एक दूसरे की योजनाओं को लेकर झूठा प्रचार किया जा रहा है। इन वीडियो की कोई अधिकारिक पुष्टि भी नहीं की जा रही है।
    साभार अमर उजाला

  • गांवों में नहीं बिजली, दो दिन में समस्या का समाधान नहीं तो ग्रामीण करेंगे मतदान का बहिष्कार

    शाजापुर। बार-बार तार टूटने, गंभीर हादसे की संभावना और बिजली के अभाव में सिंचाई के अभाव को लेकर बुधवार को करीब आधा दर्जन गांवों के किसान और ग्रामीणों ने कार्यपालन यंत्री कार्यालय पहुंचकर जमकर हंगामा किया और चेतावनी दी कि यदि दो दिन में समस्या का समाधान नहीं किया गया तो हम मतदान का भी बहिष्कार करेंगे और यहां आंदोलन भी। 
    दरअसल गोपीपुर लोहरवास, चौंसला, छतगांव सहित करीब आधा दर्जन से अधिक गांवों में इन दिनों बिजली की समस्या बनी हुई हैं। इन दिनों रबी फसल की सिंचाई की जा रही है, लेकिन किसानों को केवल 10 में से एक या डेढ़ घंटे ही लाइट मिल पा रही है। कई दिनों से हम लोग शिकायत कर रहे हैं, लेकिन अधिकारी केवल आश्वासन देकर मामले को टाले जा रहे हैं। किसानों ने यह भी बताया कि छतगांव में तार टूटकर गिर रहे हैं और वहां बार-बार फाल्ट हो रहा है। हमने इसकी भी शिकायत की लेकिन इनके पास बदलने के लिए तार भी मौजूद नहीं है। जबकि मेट्रो ट्रेन के लिए अरबों के तार खरीदे जा रहे हैं, लेकिन हम लोगों के लिए इनके पास तार उपलब्ध नहीं है। वहीं जो तार टूटकर गिर रहे हैं उन्हें भी सुधारने का इनके पास समय नहीं है और इन लोगों को किसी बड़े हादसे का इंतजार है। इसके बाद किसानों और ग्रामीणों ने एक ज्ञापन भी सौंपा जिसमें समस्या समाधान की मांग की गई। साथ ही चेतावनी भी दी कि यदि दो दिन मे समस्या का समाधान नहीं किया गया तो आने वाले मतदान का तो हम बहिष्कार करेंगे ही। साथ ही यहां आकर भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
    साभार अमर उजाला

  • कलेक्टर बैठाने से जिला नहीं बन जाता - नकुलनाथ ने किया भाजपा प्रत्याशी के बयान पर पलटवार

    छिंदवाड़ा। एक दिन पहले भाजपा प्रत्याशी प्रकाश उईके के द्वारा पांढुर्णा में पूर्व सीएम कमलनाथ और नकुलनाथ की बैंड बजाने का जो बयान दिया था, उसको लेकर सांसद नकुलनाथ ने पांढुर्णा के तिगांव में आयोजित जनसभा में बुधवार को पलटवार किया। नकुल ने कहा कि चुनाव में जनता भाजपा केंडिडेट की बैंड बजाएगी और उन्हें पांढुर्णा से हमेशा के लिए विदा कर देगी।
    नकुलनाथ ने पांढुर्णा को जिला बनाने को लेकर एक बयान दिया, उनका कहना था कि पांढुर्णा को जिला बनाने का मैं स्वागत करता हूं, लेकिन आचार संहिता के एक दिन पहले मुख्यमंत्री ने पांढुर्णा को जिला बनाने की घोषणा की और कलेक्टर एसपी को नियुक्त कर दिया, इससे जिला नहीं बन जाता है, पांढुर्णा में हम सरकार आने पर फंड दिलाएंगे।
    दरअसल एक दिन पहले भाजपा केंडिडेट का बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ पर तीखा हमला करते हुए पांढुर्णा को जिला बनाने से रोकने का आरोप लगाते हुए बैंड बजाने की बात कही थी इसी को लेकर आज नकुलनाथ ने उन पर हमला बोला है। फिलहाल पांढुर्णा को जिला बनाने को लेकर दोनों के बीच जुबानी हमले तेज हो गए है।
    साभार अमर उजाला

  • कूटरचित वीडियो जारी मुख्यमंत्री चौहान की छवि खराब करने की चुनाव आयोग में शिकायत

    भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि खराब करने के लिए एक कूटरचित वीडियो सोशल मीडिया (एक्स) पर @ShadowSakshi पर अपलोड करने की शिकायत भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ के सदस्य और अधिवक्ता नवीन आहूजा ने भोपाल पुलिस आयुक्त को की है।
    आहूजा ने लिखित शिकायत में बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो डाला गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि को धूमिल करने और भाजपा की जनहितैषी सरकार को बदनाम करने के लिए ये वीडियो अपलोड किया गया है। कूटरचित वीडियो में झूठे और असत्य तथ्यों को दिखाया गया है, जिससे मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बदनाम करने और छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है।
    आहूजा ने कहा कि ये एक गंभीर अपराध है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के अकाउंट धारक के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 120बी, 34 एवं आईटी एक्ट की धारा 66, 67 के तहत प्रकरण किए जाने की मांग की है।
    साभार अमर उजाला

  • सीएम शिवराज के पास नहीं है कार, पत्नी के पास है 34 लाख के जेवर

    भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास कोई चार पहिया वाहन नहीं हैं। जबकि उनकी पत्नी साधना सिंह एक एंबेसडर कार की मालिक हैं। जिसकी कीमत 1 लाख 53 हजार रुपए है। इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री ने अपने शपथ पत्र में दी है। उन्होंने सोमवार को बुधनी से नामांकन पत्र दाखिल किया। इसमें संलग्न एफिडेफिट में उन्होंने अपनी और पत्नी साधना सिंह के नाम दर्ज संपत्ति का ब्यौरा भी दिया है। इसके साथ मुख्यमंत्री ने अपने कर्ज की जानकारी भी शपथ पत्र में दी है। उन पर 2 लाख 14 हजार रुपए का कर्ज है। जबकि पत्नी साधना सिंह पर 66 लाख 58 रुपए का लोन है। 
    सीएम के शपथ पत्र में दी गई जानकारी के अनुसार उनके पास नगद 1.10 लाख है। स्टेट बैंक की विदिशा शाखा में 54,63,757 रुपये, भोपाल वल्लभ भवन शाखा में 33,35,674 रुपये और विदिशा के जिला सहकारी बैंक में 4,79,673 रुपये हैं। यूलिप में लगभग 30 हजार रुपये हैं। 7.45 लाख रुपये आयकर रिफंड है। इस तरह उनकी कुल संपत्ति 1.11 करोड़ रुपये है। वहीं उनकी पत्नी साधना सिंह चौहान के पास नगद 1.15 लाख, विदिशा स्टेट बैंक में 15,84,525 रुपये, पंजाब नेशनल बैंक भोपाल में 4.40 लाख रुपये, आईसीआईसीआई बैंक में 50 लाख रुपये की एफडी, बचत खाते में 1.55 लाख रुपये, वार्षिक बीमा प्रीमियम 18 हजार रुपये हैं। उनकी कुल समाप्ति 1.09 करोड़ रुपये है।
    मुख्यमंत्री के पास 6 लाख रुपये के जेवर हैं। जबकि उनकी पत्नी साधना सिंह के पास 34 लाख रुपए की ज्वेलरी है। सीएम एक पास एक रिवॉल्वर भी है जिसकी कीमत 5,500 रुपये है। इसके साथ ही 3.50 लाख रुपये की कीमत का अन्य घरेलू सामान है। साधना सिंह के नाम पर 41,100 रुपये का एक प्लॉट है।
    सीएम के पास अचल सम्पत्ति के नाम पर जैत बुधनी, ग्राम बैस विदिशा, ढोलखेड़ी विदिशा और ग्राम जैत में जमीनें हैं। इनकी कीमत- 17 लाख, 54 लाख, 87 लाख और1.35 लाख। 35 लाख रुपये मूल्य है। इसके साथ ही 16.25 लाख रुपये के दो अऩ्य आवासीय भवन भी हैं। सीएम की अचल संपत्ति की कुल कीमत 2.10 करोड़ रुपए है। पत्नी साधना के पास 2.95 करोड़ रुपये और 35 लाख रुपये मूल्य की जमीनें हैं। ग्राम बैस विदिशा,  अरेरा कॉलोनी में फ्लैट, अरेरा कॉलोनी में ही दो मंजिला आवासीय भवन है। 35 लाख रुपये का अरेरा कॉलोनी में फ्लैट है। 46 लाख रुपये का दो मंजिला आवास है। 21 लाख रुपये मूल्य का एक-तिहाई हिस्सा है। इस हिसाब से साधना सिंह के पास कुल प्रॉपर्टी 4.32 करोड़ रुपए है।
    साभार अमर उजाला

  • नामांकन का आज आखिरी दिन, मुख्यमंत्री चौहान देवी दर्शन के बाद भरेंगे पर्चा

    भोपाल। विधानसभा चुनाव में नामांकन दाखिल करने के लिए आज 30 अक्तूबर को आखरी दिन है। दोपहर तीन बजे तक ही नामांकन पत्र जमा किए जा सकें। इसके बाद कल 31 अक्तूबर को अब तक प्राप्त नामांकनों की स्क्रूटनी की जाएगी। 2 नवंबर तक नाम वापस लिये जा सकेंगे। ऐसे में सोमवार को बड़ी संख्या में नामांकन भरने लिए उम्मीदवारों के निर्वाचन कार्यालय पहुंचने का अनुमान है।
    जानकारी के अनुसार अब तक 1466 नामांकन पत्र भरे गए हैं। निर्धारित समय में चार शासकीय अवकाश होने के चलते इस बार अभ्यार्थियों को पर्चा भरने के लिए छह दिन का ही समय मिल पाया है। गौरतलब है कि प्रदेश में 17 नवंबर को एक ही चरण में मतदान की प्रक्रिया संपन्न होगी। मतगणना 3 दिसंबर को होगी।
    मुख्यमंत्री शिवराज चौहान भी आज अपना नामांकन पत्र जमा करेंगे। वे परिवार समेत पर्चा भरने जायेंगे। इसके पहले वे दोपहर एक बजे सलकनपुर पहुंचकर माता के दर्शन करेंगे। इसके बाद दोपहर दो बजे बुधनी पहुंचकर नामांकन दाखिल करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधनी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने उनके सामने टीवी कलाकार विक्रम मस्ताल को उतारा है।
    साभार अमर उजाला

  • जूते, चप्पल, मोजे, बिस्किट, फूलगोभी से मतदाताओं को रिझाएंगे निर्दलीय, निर्वाचन आयोग ने तय किए 204 चुनाव चिंह्न

    भोपाल। विधानसभा चुनाव के लिए निर्दलीय प्रत्याशी भी आज नामांकन प्रक्रिया खत्म होने के बाद घर-घर जाएंगे और जूते, चप्पल, मोजे, बिस्किट, फूलगोभी जैसे चुनाव चिन्ह्न से मतदाताओं को रिझाएंगे। निर्वाचन आयोग ने निर्दलियों के लिए 204 चुनाव चिंह्न तय किए हैं। बता दें, देश के सात राजनीतिक और 24 राज्यों में राज्य स्तरीय पार्टियों को 59 चुनाव चिंह्न आरक्षित किए हैं, लेकिन गैर मान्यता प्राप्त 2044 दलों और निर्दलीयों के लिए चुनाव आयोग मुक्त चुनाव चिंह्न जारी करेगा।
    जूते, चप्पल, जुराबे, मोजे, बिस्कुट, फूलगोभी, शिमला मिर्च, हरी मिर्च, पेट्रोल पंप, गले की टाई समेत कुल 204 चिंह्न चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों को बांटने के लिए छांट लिए हैं। आयोग की ओर से जारी 198 प्रतीक गैर मान्यता प्राप्त छोटे दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों को चुनाव चिंह्न के तौर पर बांटे जाएंगे।
    मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होना है। ऐसे में राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और पंजीकृत पार्टियों के प्रत्याशी अपने दल के चिंह्न पर चुनाव मैदान में उतर रहे हैं। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनाव आयोग निर्दलीय प्रत्याशियों को चुनाव चिंह्न आवंटित करेगा। प्रत्याशी भी चुनाव चिंह्न को लेकर बेहद संजीदा नजर आ रहे हैं। वहीं, निर्वाचन आयोग का स्पष्ट नियम है कि प्रत्याशी चुनाव चिंह्न के लिए कोई तीन विकल्प दे सकेगा, लेकिन किसी चिंह्न पर एक से ज्यादा दावे की स्थिति में अंतिम फैसला रिटर्निंग ऑफिसर का होगा। 
    निर्वाचन आयोग  ने अब तक 42 पार्टियों को सभी 230 विधानसभा में एक जैसे चुनाव चिंह्न आवंटित कर दिए हैं। राष्ट्रीय सर्वजन विकास पार्टी को पेट्रोल पंप, जन कल्याण पार्टी को अंगूर, राष्ट्रीय जन क्रांति पार्टी को लिफाफा, भारतीय बहुजन क्रांति दल को टेलीविजन, जन अधिकार पार्टी को डोली, भारतीय अवाम ताकत को ब्रश, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को आरी, भारत रक्षक पार्टी को बल्लेबाज, नागरिक अधिकार शक्ति सेवा पार्टी को मेज, भारतीय जनसंपर्क पार्टी को फूलगोभी, जनतावादी कांग्रेस पार्टी को फोन चार्जर, अखिल भारतीय हिंद क्रांति पार्टी को बोतल और संपूर्ण समाज पार्टी को अंगूठा चुनाव चिन्ह्न आवंटित किए गए हैं। 
    मान्यता प्राप्त छह राजनीतिक दलों के लिए पहले से चुनाव चिन्ह आरक्षित हैं। भाजपा के लिए कमल, कांग्रेस के पास हाथ, बसपा का हाथी, आम आदमी पार्टी की झाड़ू, कम्युनिस्ट पार्टी एम को हथौड़ा, हंसिया, सितारा और नेशनल पीपुल्स पार्टी के लिए चुनाव चिंह्न किताब आरक्षित हैं। ऐसे ही 24 राज्यों में राज्य स्तरीय पार्टियों को 59 चुनाव चिंह्न आरक्षित किए गए हैं। इसके अलावा 204 चुनाव चिंह्न होंगे जिनके जरिये प्रत्याशी चुनावी मैदान में खड़े हो सकेंगे। बाकी रजिस्टर्ड बिना मान्यता 2044 दलों और निर्दलियों के लिए मुक्त चुनाव चिंह्न जारी होंगे।
    साभार अमर उजाला

     

  • सपा ने शिवराज के खिलाफ मिर्ची बाबा को बनाया प्रत्याशी, 35 प्रत्याशियों की पांचवी सूची जारी की,

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने पांचवी सूची जारी की है। इसमें 35 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की है। इसमें पांच प्रत्याशियों के नाम में संशोधन किया है। वहीं, सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा सीट से वैराग्यानंद महाराज मिर्ची बाबा को प्रत्याशी को बनाया है। 
    इसके अलावा सिंगरौली की देवसर सीट से सुषमा प्रजापति, सिहौर जिले की आष्ठा सीट से अम्बाराम मालवीय, सतना सीट से हाजी मोइन खान, सतना जिले की अमरपाटन सीट से बालकृष्ण यादव, पन्ना जिले की पवई सीट से रजनी यादव, रैगांव सीट से इंदल प्रसाद प्रजापति, अनूपपुर जिले की कोतमा सीट से सेवानिवृत्त आईएएस विनोद बघेल, ग्वालियर की भितरवार सीट से संत राजेश गिरी महाराज, जबलपुर कैंड से देवेंद्र यादव, जबलपुर उत्तर मध्य से रंजना कुर्मी, आगर मालवा सीट से कैलाश मालवीय, मुरैना की अंबाह से अनीता सिंह चौधरी, मुरैना से राकेश कुशवाह, कटनी की बहोरीबंद से शंकर महतो लोधी, दमोह सीट से द्रपाल सिंह लोधी, भिंड की मेंहगांव सीट से बृजमोहन शर्मा, छतरपुर की बड़ामलहारा सीट से मोतीलाल यादव, शहडोल की जयसिंह नगर सीट से कौशलेस कुमार बैगा, जैतपुर सीट से विशेसर सिंह पाव, शिवुपरी की पिछौर सीट से राजीव यादव, विदिशा की शमशाबाद से शिशुपाल यादव, छतरपुर की महाराजपुर  सीट से अजय दौतल तिवारी, कटनी की विजय राघवगढ़ सीट से राममिलन विश्वकर्मा, भिंड सीट से रविसेन जैन, अटेर से पूर्व विधायक मुन्ना सिंह भदौरिया, जबलपुर की बरगी सीट से आशीष मिश्रा, टीकमगढ़ सीट से संजय यादव, सागर की बीना सीट से दीपक अहिरवार, भोपाल की नरेला सीट से शमशुल हसन, दतिया की सेवढ़ा सीट से देवेंद्र सिंह चौहान, ग्वालियर ग्रामीण से राजेश यादव, विदिशा की सिरोंज सीट से असलम गौरी, बैतूल की मुलताई सीट से कृपाल सिंह सिसोदिया और रतमला की सैलाना सीट पर भूरी सिंघाड़ को प्रत्याशी बनाया है। 
    छतपपुर की बिजावर सीट र मनोज यादव के स्थान पर रेखा यादव, निवाड़ी की पृथ्वीपुर सीट पर शिवांगी यादव के स्थान पर मिनी यादव, पन्ना की गिन्नौर सीट पर जितेंद्र कुमार दहायत के स्थान पर अमिता बागरी, रीवा के देवतालाब में रामरूज्ञ सोंधिया के सथान पर सीमा जयवीर सिंह सेंगर और भिंड के गोहद में मोहन लाल माहौर के स्थान पर जितेंद्र खटीक उर्फ बंटी को प्रत्याशी बनाया है। 
    साभार अमर उजाला

  • बीडी शर्मा ने कांग्रेस पर बोला जमकर हमला, कहा- पहले चुनावी रामभक्त बने और अब यह बाबर भक्त बनकर सामने आए

    भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने आज कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने शनिवार को प्रदेश मीडिया सेंटर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि सोनिया भक्त पहले चुनावी रामभक्त बने और अब यह बाबर भक्त बनकर सामने आए हैं। इनकी बाबर भक्ति साफ दिखाई दे रही है। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष कहते हैं बाबरी मस्जिद की शहीदी हुई है। ये सोनिया भक्त पहले चुनावी रामभक्त बनते हैं और अब इनकी बाबर भक्ति सामने आई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मूल चरित्र विधानसभा चुनाव में उजागर हुआ है। ये राममंदिर के खिलाफ, हिंदुत्व के खिलाफ और सनातन के खिलाफ हैं। 
    शर्मा ने कहा कि राममंदिर के होर्डिंग लगने पर कांग्रेस को आपत्ति हो रही है। वो चुनाव आयोग में जाकर इन्हें हटाने की मांग कर रही है। यह कांग्रेस का मूल चरित्र है कि कांग्रेस ने किस प्रकार से राम मंदिर पर आक्रमण करने का काम किया है। होर्डिंग लगने पर आपको क्या तकलीफ है। मैं कहता हूं आप भी लगाइए। इनके नेता है कहते राम मंदिर सबका है तो हां राम मंदिर सबका है। तो राम मंदिर के होर्डिंग लगने पर श्रीमान बंटाधार और करप्शन नाथ आपको तकलीफ क्यों है। आपको दर्द क्यों है, पीड़ा क्यों है। क्योंकि कांग्रेस को पीड़ा है राम मंदिर निर्माण से। कांग्रेस का चरित्र मुंह में राम बगल में बका है। इन्हें तो बाबर ही दिखाई देता है। शर्मा ने कहा कि मैं प्रियंका गांधी से पूछना चाहता हूं कि आखिर कांग्रेस को राम मंदिर को होर्डिंग लगाए जाने पर दर्द क्यों है। 
    इतना ही नहीं वीडी शर्मा ने बताया कि रविवार 29 अक्टूबर को प्रदेश के सभी बूथों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुना जाएगा। 63523 बूथों पर 41 लाख से अधिक कार्यकर्ता प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम को चुनेंगे। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ और विशिष्ट जन भी मौजूद रहेंगे। इसके साथ भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता प्रधानमंत्री के पत्र को घर घर तक पहुंचाने का काम करेगा।
    साभार अमर उजाला

  • मध्यप्रदेश में सपा-आप के बाद जदयू ने भी नजरअंदाज करने का लगाया आरोप, तोड़ लिया कांग्रेस से नाता

    नई दिल्ली। भाजपा से मुकाबले के लिए बना विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बिखर गया है। कांग्रेस के सहयोगी दलों को नजरंदाज किए जाने के चलते सपा के बाद जदयू ने भी अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। गठबंधन का हिस्सा आम आदमी पार्टी भी अपने प्रत्याशियों को उतार चुकी है।
    विपक्ष के 26 दलों का जब गठबंधन हुआ तब कहा गया वे सारे देश में भाजपा के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे, लेकिन गठबंधन के सबसे बड़े दल कांग्रेस ने साफ कहा है कि इंडिया का गठन 2024 लोकसभा चुनावों के लिए हुआ न कि विधानसभा चुनाव के लिए। कांग्रेस ने इसी रणनीति के तहत पांच राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना में अपने किसी सहयोगी दल को तवज्जो नहीं दी। मिजोरम को छोड़कर राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में कांग्रेस की भाजपा से सीधी लड़ाई है। वहीं, तेलंगाना में उसका मुकाबला के. चंद्रशेखर राव की भारत राष्ट्र समिति से है।
    कांग्रेस पांच राज्यों में किसी भी में सहयोगियों को सीटें देकर खुद को कमजोर नहीं करना चाहती है। यही वजह है कि वह आम आदमी पार्टी, सपा, जदयू या वामदल सहित अन्य दलों के लिए सीट छोड़ने को तैयार नहीं हुई। कांग्रेस की रणनीति है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में वह मजबूत बनकर उभरेगी तो वह लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे में सहयोगी दलों के दबाव में आने की बजाए उन्हें दबाव में लेकर ज्यादा सीटें हासिल कर सकेगी।
    230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी अब तक 45, सपा 42 और जदयू पांच उम्मीदवारों का एलान कर चुके हैं। सपा करीब 50 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। वहीं, जदयू ने अभी पहली ही सूची जारी की है। वह कुछ और सीटों पर उम्मीदवार उतार सकती है।
    सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश में गठबंधन नहीं होने पर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि यदि उन्हें पता होता गठबंधन विधानसभा स्तर पर नहीं है तो वह कांग्रेस से कभी बात ही नहीं करते। उन्होंने यहां तक कहा कि यूपी में कांग्रेस के साथ वैसा ही सलूक किया जा सकता है जैसा मध्य प्रदेश में उनके साथ किया गया। पिछले चुनाव में सपा ने एक सीट पर जीत हासिल की थी और पांच पर दूसरे नंबर पर थी। इसी आधार पर छह सीटों की मांग की थी।
    साभार अमर उजाला

  • मोदी 30 अक्टूबर को महाकाल की नगरी से कर सकते हैं चुनावी सभा का शंखनाद

    उज्जैन। मध्य प्रदेश में आगामी 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव को लेकर मतदान होने वाले हैं। इस चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 30 अक्टूबर को कार्तिक मेला प्रांगण या नानाखेड़ा स्टेडियम पर चुनावी सभा ले सकते हैं, जिसको लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। मध्य प्रदेश में आचार संहिता लागू होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह पहली चुनावी सभा है, जो कि अच्छी और भव्य रूप से हो इसे ध्यान में रखकर तैयारियां की जा रही है। 
    मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है प्रत्याशियों ने जहां अपने नामांकन भरना शुरू कर दिए हैं, वहीं चुनाव अभियान की शुरुआत भी जल्द होने वाली है। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन से चुनावी सभा की शुरुआत कर सकते हैं जो कि प्रदेश की सबसे पहली और बड़ी सभा होगी। इस बात के संकेत सोमवार को उज्जैन आए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने दिए थे। उन्होंने भाजपा नेताओं से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 अक्तूबर को मिजोरम की यात्रा के बाद दोपहर बाद सीधे उज्जैन आएंगे और उनकी यहां चुनावी सभा रखी गई है। आप सभी मिलकर तैयारी करें।
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी अभियान की शुरुआत यहीं से करने जा रहे हैं। इसलिए सभा अच्छी और बड़ी होना चाहिए। नगर अध्यक्ष विवेक जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा के लिए भाजपा के दोनों प्रत्याशी डॉ. मोहन यादव एवं अनिल जैन कालूहेड़ा के साथ सभी भाजपा नेता सभा स्थल के संभावित स्थल का दौरा करेंगे। सम्भवतः प्रधानमंत्री की सभा नानाखेड़ा स्टेडियम या कार्तिक मेला प्रांगण में जहां पिछले वर्ष नवंबर में सभा हुई थी। इन दोनों स्थल में से कोई एक स्थल तय किया जाएगा। इसका निर्णय मंगलवार दोपहर बाद स्थल निरीक्षण करने के बाद किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन में बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेकर प्रदेश के चुनावी अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं। जिसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह भी है कि मालवा में यदि भाजपा जीती तो सरकार बनती है और सबसे पहले ध्यान भाजपा के बड़े नेताओं का मालवा की सीटों पर ही है इसीलिए यहीं से प्रदेश के चुनाव अभियान का प्रारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • चंदला विधायक राजेश प्रजापति के निकले आंसू, टिकट कटने पर पार्टी पर लगाए गंभीर आरोप

    छतरपुर। भारतीय जनता पार्टी के द्वारा चंदला विधानसभा सीट के विधायक राजेश प्रजापति का टिकिट काटकर छतरपुर के भाजपा नेता दिलीप अहिरवार को प्रत्याशी बना दिया गया है। टिकिट कटने के बाद सोमवार को भाजपा विधायक राजेश प्रजापति का दर्द छलक पड़ा। दरअसल राजेश चंदला क्षेत्र के प्रसिद्ध आल्हमदेवी मंदिर में अपने समर्थकों के साथ दर्शन करने गए थे। जब यहां पत्रकारों ने उनसे सवाल किए तो वे छलक पड़े।
    राजेश प्रजापति ने मीडिया के सामने आरोप लगाए हैं कि वे 2018 में अकेले प्रत्याशी थे जिसने जिले में भाजपा की नाक बचाई थी। वे अकेले ही जिले में कांग्रेसियों से जूझते रहे तब किसी संगठन ने उनकी मदद नहीं की। लोगों की सेवा के लिए रात-दिन काम करते रहे, तब कोई उनकी मदद के लिए नहीं आया। लेकिन चुनाव के समय अचानक संगठन में बैठे कुछ लोगों ने उनके साथ धोखा कर दिया। राजेश ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके क्षेत्र का टिकिट करोड़ों रुपए में बेचा गया है। राजेश ने कहा कि तीन दिन पहले मप्र के प्रभारी भूपेन्द्र यादव ने उन्हें टिकिट का आश्वासन देकर भोपाल से क्षेत्र में भेज दिया था लेकिन फिर कुछ लोगों ने उनका टिकिट कटवा दिया।
    यहां राजेश प्रजापति का इशारा भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा की तरफ था क्योंकि उनकी मौजूदगी में ही उनके समर्थकों ने वीडी शर्मा मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। सोशल मीडिया पर राजेश प्रजापति का वह वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है जिसमें वे अपनी पीड़ा को बताते हुए रो पड़े।
    साभार अमर उजाला

  • 12डी ज्यादा से ज्यादा संख्या में स्वीकार किए जाएं, भाजपा ने चुनाव आयोग पहुंच रखी मांग

    भोपाल। होम वोटिंग की सुविधा के माध्यम से अधिक से अधिक मतदान करवाया जाए। इसके लिए अनिवार्य फॉर्म 12डी ज्यादा से ज्यादा संख्या में स्वीकार किए जाएं। ये मांग आज मध्यप्रदेश भाजपा ने चुनाव आयोग से की। भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को अरेरा हिल्स स्थित मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय पहुंचा। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन से मुलाकात कर होम वोटिंग के संबंध में चर्चा की। इसमें बीजेपी की ओर से केंद्रीय मंत्री और बीजेपी मध्यप्रदेश सह चुनाव प्रभारी अश्विनी वैष्णव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल सहित अन्य नेता मोजूद रहे। जानकारी के अनुसार प्रदेश में 11 लाख से अधिक दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाता हैं। 
    चुनाव आयोग ने इस बार नई पहल करते हुए 80 साल से अधिक बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं को घर से ही मतदान करने की सुविधा दी। वोट डालने उन्हें किसी मतदान केंद्र पर नहीं जाना पड़ेगा। बल्कि आयोग की एक टीम उनके घर पर पहुंचकर उनका मतदान करवाएगी। इसकी पूरी वीडियो ग्राफी भी की जाएगी। ऐसे मतदाताओं को इसके लिए फॉर्म 12D अनिवार्य रूप से भरना होगा, जिसे वे अपने बीएलओ से प्राप्त कर सकते हैं। 
    मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मुलाकात के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि मप्र में निर्वाचन आयोग ने 80 साल से अधिक के और दिव्यांग मतदाताओं को घर से ही मतदान कराने का फैसला लिया है। एमपी इनकी संख्या 11 लाख से अधिक है। हमने यहां आकर इस सुविधा के लिए आयोग का धन्यवाद किया है। वहीं  बीजेपी में टिकट वितरण के बाद बढ़ते विरोध पर उन्होंने कहा कि टिकट वितरण के बाद विरोध के छोटे मोटे स्वर उठते रहते हैं। इस पर ज्यादा चिंता करने की बात नहीं है।
    साभार अमर  उजाला

     

  • सिंधिया समर्थक उपचुनाव लड़ने वाले आठ मंत्रियों समेत 13 को फिर बनाया उम्मीदवार, 6 के कटे टिकट

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने पांचवीं सूची के साथ ही अब तक 228 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। दो सीट गुना और विदिशा को होल्ड किया है। 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक विधायकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। जिसके बाद कमलनाथ सरकार गिर गई थी। वहीं, शिवराज के नेतृत्व में भाजपा ने दोबारा सरकार बनाई थी। भाजपा में शामिल होने वाले 19 विधायकों ने इस्तीफा देकर 2020 में उपचुनाव लड़ा था। इसमें से आठ मंत्रियों समेत 13 को भाजपा ने फिर मौका दिया है। हालांकि मंत्री ओपीएस भदौरिया समेत 6 के टिकट काट दिए हैं।
    इनके कटे टिकट
    गिर्राज दंडोतिया- दिमनी से गिर्राज दंडोतिया का टिकट काट कर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को प्रत्याशी बनाया है। उपचुनाव में दंडोतिया 26 हजार 467 वोट से चुनाव हारे थे। कांग्रेस ने यहां पर वर्तमान विधायक रवींद्र सिंह तोमर को प्रत्याशी बनाया है।
    मुन्ना लाल गोयल- वहीं, ग्वालियर पूर्व से मुन्ना लाल गोयल का टिकट कट गया है। यहां पर भाजपा ने सिंधिया की मामी पूर्व मंत्री माया सिंह को टिकट दिया है। 2018 में इस सीट पर मुन्ना लाल गोयल ने भाजपा प्रत्याशी सतीश सिकरवार को हराया था। वहीं, उप चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर सतीश सिकरवार ने गोयल को 8555 वोट से हरा दिया था।
    जसमंत जाटव- शिवपुरी जिले की करैरा विधानसभा सीट पर जसमंत जाटव छितरी का टिकट कट गया है। वे उप चुनाव प्रागीलाल जाटव से 30 हजार वोट से हार गए थे। यहां पर भाजपा ने 2008 में विधायक रहे रमेश खटीक को अपना प्रत्याशी बनाया है। जसमंत जाटव के टिकट कटने का कारण उनका स्थानीय कार्यकर्ताओं से तालमेल नहीं बना पाना भी एक कारण बताया जा रहा है।
    रणवीर सिंह जाटव- भिंड जिले की गोहद सीट पर सिंधिया समर्थक रणवीर सिंह जाटव का टिकट कट गया है। यहां पर भाजपा ने पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य को टिकट दिया है। रणवीर जाटव 2009 के उपचुनाव और 2018 का चुनाव जीते थे। 2020 के उपचुनाव में रणवीर कांग्रेस के मेवाराम जाटव से 11 हजार 899 वोट से हार गए थे।
    रक्षा संतराम सरोनिया- भांडेर से विधायक रक्षा संतराम सरोनिया का भी टिकट काट दिया है। यहां पर भाजपा ने घनश्याम पिरोनिया को टिकट दिया है। उपचुनाव में रक्षा संतराम सरोनिया ने कांग्रेस के फूल सिंह बरैया को 161 वोटों से हराया था। कांग्रेस ने फूल सिंह बरैया को दोबारा अपना प्रत्याशी बनाया है।
    भाजपा ने मेहंगाव से मंत्री ओपीएस भदौरिया का टिकट काट दिया है। मंत्री की सर्वे में रिपोर्ट ठीक नहीं आई थी। वहीं, जिले में जातिगत समीकरण से भी उनको टिकट मिलने की संभावना कम ही बताई जा रही थी। यहां पर भाजपा ने पूर्व विधायक राकेश शुक्ला को प्रत्याशी बनाया है। 2020 के उपचुनाव में भाजपा ने ओपीएस भदोरिया ने कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत सत्यदेव कटारे को 12 हजार वोटों से हराया था।
    भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक आठ मंत्री समेत 11 को टिकट दिए हैं। ग्वालियर से मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर, पोहरी से मंत्री सुरेश धाकड़, बमोरी से महेंद्र सिंह सिसोदिया, मुंगावली से बृजेंद्र सिंह यादव, सुरखी से गोविंद सिंह राजपूत, सांची से प्रभुराम चौधरी, बदनावर से राजवर्धन सिंह दत्तीगांव और सांवेर से तुलसीराम सिलावट को प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा डबरा सीट पर पूर्व मंत्री इमरती देवी, अशोकनगर सीट पर वर्तमान विधायक जजपाल सिंह जज्जी, हाटपिपल्या सीट पर वर्तमान विधायक मनोज चौधरी, सुमावली सीट पर एदल सिंह कंसाना और अंबाह सीट पर कमलेश जाटव को प्रत्याशी बनाया है।
    साभार अमर उजाला

  • आज से भरे जाएंगे नामांकन, 2 नवंबर तक ही होगी नाम वापसी

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधनसभा चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक दावेदारों को जिस पल का इंतजार था वो पल आ गया है। विधानसभा चुनाव 2023 के लिए आज से नामांकन भरने का श्री गणेश हो गया है। अधिसूचना जारी होने के साथ ही शनिवार 21 अक्टूबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नामांकन पत्र 30 अक्टूबर 2023 तक भरे जाएंगे। 
    प्राप्त नामांकन फॉर्म्स की समीक्षा 31 अक्टूबर को होगी। दो नवंबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। नामांकन भरने के इच्छुक दावेदार जिला निर्वाचन कार्यालय या निर्धारित स्थान से फार्म प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही यहीं पर ही फॉर्म जमा करने होंगे। 
    इस बार प्रत्याशी को फॉर्म भरने के लिए सिर्फ छह दिन का ही समय मिलेगा, क्योंकि 22 अक्टूबर को रविवार है। 24 अक्तूबर को दशहरा। 28 अक्तूबर को शनिवार और 29 को रविवार है। इन चार दिनों में शासकीय अवकाश रहेगा। इस दिन नामांकन पत्र नहीं लिए जा सकेंगे। ऐसे में नॉमिनेशन को लेकर बहुत कम समय मिलेगा।
    मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर तारीखों का एलान हो चुका है। एमपी में 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि तीन दिसंबर को वोट की गिनती के साथ ही परिणाम आ जाएंगे। चुनाव आयोग ने पूरी तैयारी कर ली है।
    साभार अमर उजाला

  • छिंदवाड़ा में वर्तमान विधायकों को 6 सीटों पर कमलनाथ ने फिर उम्मीदवार बनाया

    छिंदवाड़ा। कांग्रेस ने गुरुवार देर रात विधायक प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी कर दी है, जिसमें छिंदवाड़ा से एक बार फिर से सभी वर्तमान विधायकों को उम्मीदवार बनाया है। गौर करने वाली बात यह है कि भाजपा ने जहां परासिया, पांढुर्ना, अमरवाड़ा में इस बार नए चेहरे को मौका दिया है तो वहीं कांग्रेस ने किसी भी पुराने विधायक की टिकट नहीं काटते हुए एक बड़ा फैसला किया है। इससे माना जा रहा है कि पूर्व सीएम कमलनाथ ने सभी विधायकों को दोबारा विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका देकर एक बड़ा दांव खेला है।  हालांकि इन सबके बीच पिछले दिनों अमरवाड़ा, परासिया और जुन्नारदेव में वर्तमान विधायकों के खिलाफ कुछ नेताओं ने खिलाफत भी की थी बावजूद इन सारी चीजों को दरकिनार करते हुए दोबारा कमलनाथ ने सभी विधायकों को टिकट दिया है। 
    बता दें, पिछले दिनों सांसद नकुलनाथ ने छिड़वाड़ा के जिन तीन विधायक के नामों की मंच पर घोषणा की थी, उन तीनों नामों पर भी आलाकमान ने मोहर लगा दी है, समझा जा सकता है कि यहां पर नकुलनाथ के द्वारा घोषित किये गए नामों पर मुहर लगाई गई है।
    साभार अमर उजाला

  • जीतू जिराती ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को लिखा पत्र, कहा- कहा-मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता

    इंदौर। भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष जीतू जिराती ने मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में खुद को टिकट की दौड़ से बाहर कर लिया है। उन्होंने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को पत्र लिखकर कहा है कि उन्हें उज्जैन संभाग की जिम्मेदारी दी गई । वे वहां संगठन का काम करना चाहते है, इसलिए वे खुद किसी सीट से चुनाव नहीं लड़ना चाहते है।
    जीतू जिराती फिलहाल प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष है और राऊ से  विधायक भी रह चुके  है। खाती समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले जिराती का नाम राऊ और कालापीपल सीट के लिए चल रहा था।
    राऊ से भाजपा ने मधु वर्मा को उम्मीदवार बनाया है,जबकि चर्चा थी कि कालापीपल में खाती समाज का वोटबैंक है, वहां से जिराती को लड़ाया जा सकता है,लेकिन जिराती के पत्र से साफ हो गया कि वे दूसरी सीट से भी टिकट की दौड़ से बाहर है। पहली सूची जारी होने के बाद खाती समाज के प्रतिनिधि भाजपा नेताअेां से भी मिले थे और समाज के किसी व्यक्ति को टिकट देने की मांग की थी।
    जीतू जिराती की कैलाश विजयवर्गीय खेमे से ज्यादा नजदीकी है। परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई राऊ सीट से पहली बार जिराती को टिकट दिलाने में विजयवर्गीय ने महत्पूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने पहला चुनाव जीतू पटवारी को हराकर जीता था। वर्ष 2013 में भाजपा ने उन्हें फिर टिकट दिया, लेकिन पटवारी ने दूसरी बार उन्हें हरा दिया था।
    साभार अमर उजाला

  • अवैध शराब, मादक पदार्थ, नगदी ले जाने वालों पर 32 चेकिंग पाइंट से रखी जा रही पैनी नजर

    उज्जैन। विधानसभा चुनाव को देखते हुए पुलिस सतर्क है। आगर रोड, इंदौर रोड, मक्सी, देवास, बड़नगर, उन्हेल मार्ग के अलावा जिले की सीमा जहां-जहां अन्य जिलों से लगती है वहां पुलिस ने चेकिंग पाइंट बनाए हैं। ऐसे 32 स्थानों को चिन्हित किया गया है जहां से अन्य जिलों से उज्जैन जिले में प्रवेश करते हैं। पुलिस ने 32 चेकिंग पाइंट बनाए हैं, जहां दिन-रात पुलिस बल तैनात किया गया है। सभी लोगों को जांच के बाद ही जिले में प्रवेश दिया जा रहा है। पुलिस बल अवैध शराब, मादक पदार्थ, अवैध रूप से नकद ले जाने वाले लोगों पर नजर रख रही है। इसके अलावा चुनाव के दौरान मतदाताओं को प्रलोभन देने वालों पर भी कार्रवाई की जा रही है। 
    विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही पुलिस ने पूरे जिले की सीमा सील कर दी है। जिलेभर के 32 नाकों पर दिन-रात आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है। चुनाव के दौरान लोगों को प्रलोभन देने के लिए रुपये, शराब व अन्य वस्तु बांटने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। वहीं, ऐसे 35 लोगों को चिन्हित कर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी कर दी गई है जिन्होंने पूर्व चुनावों में गड़बड़ी की थी। इसके साथ ही 203 संवेदनशील बूथों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था भी की जा रही है। बताया जा रहा है कि जिले में 1824 पोलिंग बूथ हैं। जिनमें से 203 संवदेनशील बूथ तथा 5 अति संवेदनशील बूथों पर विशेष बल तैनात कर व्यवस्था की जाएगी। जिससे की कोई भी इन बूथों पर किसी प्रकार की गड़बड़ी ना कर सकें। 
    पुलिस ने 25 एसएसटी तथा 24 फ्लाइंग स्क्वाड बनाई है। एसएसटी की टीम 25 चौराहों व संवेदनशील क्षेत्रों में 24 घंटे तैनात रहकर नजर रख रही है। इसके अलावा फ्लाइंग स्क्वाड सूचना मिलने पर संबंधित क्षेत्र में जाकर कार्रवाई कर रही है। इन टीमों में 24 घंटे एक अधिकारी व चार कर्मचारी 8-8 घंटे की शिफ्ट में मौजूद हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस की दूसरी सूची आज हो सकती है जारी, 86 सीटों पर नाम हुए फाइनल!

    भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की दूसरी सूची गुरुवार को आ सकती है। बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की बैठक हुई। कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि, बची हुई सभी 86 सीटों पर नाम फाइनल कर लिए गए हैं, लेकिन दूसरी सूची में 50 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा हो सकती है। अन्य 36 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कुछ दिन बाद होगी।
    करीब पांच घंटे तक चली चुनाव समिति की इस बैठक में कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ, राज्य प्रभारी रणदीप सुरजेवाला सहित कई बड़े नेता मौजूद थे, जिनके बीच प्रत्याशियों के नामों को लेकर मंथन हुआ।
    इस बैठक में बची 86 सीटों पर वन टू वन मार्किंग की गई है। एक-एक सीट पर उम्मीदवारों को चुनते वक्त कांग्रेस के सर्वे, कमलनाथ का निजी सर्वे और केंद्रीय चुनाव समिति द्वारा कराए गए सर्वेक्षणों की रिपोर्ट को ध्यान में रखा गया है और जीतने वाले उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर लिए गए हैं।
    सूत्रों ने बताया कि, पार्टी ने दूसरी लिस्ट में सर्वे के आधार पर नए चेहरों पर दांव लगाया है। जिन विधायकों को चुनाव लड़ाया जाना है, उन्हें संगठन की ओर से संकेत भी दे दिए गए हैं। वहीं, जिन स्थानों पर दो या उससे अधिक दावेदार हैं, वहां जातिगत समीकरणों को देखते हुए उम्मीदवार तय किए गए है।
    कांग्रेस ने 15 अक्तूबर को प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी, जिसमें 144 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए थे। वहीं 86 सीटों पर प्रत्याशियों का चयन बाकी है। इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने 21 विधायकों के साथ ही लगातार हारने वाली 40 सीटों पर के नामों पर मंथन किया था। इन्हीं नामों को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति के सामने रखा गया। दूसरी लिस्ट में उन सीटों पर खासा फोकस किया गया है, जिस पर कांग्रेस को लंबे समय से हार का सामना करना पड़ रहा है।

  • गाजा के अस्पताल पर हमले के बाद तनाव बढ़ा,  बाइडन के साथ अरब नेताओं का शिखर सम्मेलन रद्द

    यरूशलम। इस्राइल-हमास युद्ध के बीच गाजा के एक अस्पताल पर हुए हमले के बाद मध्य-पूर्व में तनाव और बढ़ सकता है। इस हमले के कारण 'इस्राइल को अपनी रक्षा के अधिकार' के लिए समर्थन जुटाने के अमेरिका के राजनयिक प्रयासों को पटरी से उतार दिया है। जॉर्डन के अम्मान में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ अरब नेताओं के शिखर सम्मेलन को रद्द कर दिया गया है। बाइडन इस्राइल के प्रति समर्थन और एकजुटता जताने के लिए आज तेल अवीव पहुंच रहे हैं।
    गाजा के अल-अहली अरब अस्पताल पर हुए घातक हमले के बाद सैकड़ों लोगों के मारे जाने की आशंका है। हमास और इस्राइल ने इस हमले के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है। सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, मिस्र, जॉर्डन और तुर्की ने भी इस्राइल पर गाजा शहर में अल-अहली अरब अस्पताल पर बमबारी करने का आरोप लगाया है। हालांकि, इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले के लिए हमास के बर्बर आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया।
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा आज जारी कर सकती है पांचवीं सूची, 94 प्रत्याशियों के नाम हो रहा मंथन

    भोपाल। नवरात्र के पहले दिन कांग्रेस ने एकमुश्त 144 प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया। वहीं, भाजपा ने अब तक अपनी चार सूची जारी की है, जिसमें 136 प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा है। अब भाजपा की पांचवीं सूची मंगलवार को आ सकती है। दरअसल, दिल्ली में मंगलवार को मध्य प्रदेश भाजपा की बड़ी बैठक बुलाई गई है। इसमें प्रदेश भाजपा के बड़े नेता शामिल हो सकते हैं। ऐसे में चर्चा है बैठक के बाद बाकी प्रत्याशियों के नाम पर मुहर लग सकती है। इसमें 70 नाम हो सकते हैं। पिछले कुछ दिन से भाजपा के बड़े दिग्गज नेता 94 प्रत्याशियों के नाम पर लगातार मंथन कर रहे थे। अब चुनाव में एक महीने से भी कम का समय बचा है। 21 अक्तूबर को नामांकन की अधिसूचना जारी हो जाएगी। 
    भाजपा ने इस बार अपने तीन केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों को विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत 25 मंत्रियों को टिकट दिया है। अभी आठ मंत्रियों के टिकट होल्ड हैं। एक मंत्री यशोधरा राजे ने स्वास्थ्य के चलते चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। भाजपा ने अभी तक 57 विधायकों को टिकट दिया है। वहीं, तीन विधायकों के टिकट काट दिए हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस प्रत्याशी का विरोध करने वालों का मुंह काला करो  : वरिष्ठ कांग्रेस नेता कैलाश सोनी

    उज्जैन। मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस पार्टी 144 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। प्रत्याशियों के नाम की घोषणा होने के बाद ही कई स्थानों पर इनका विरोध भी शुरू हो गया है। कहीं इन प्रत्याशियों के पुतले जलाए जा रहे हैं तो कहीं उनकी टिकट बदलने की मांग भी की जा रही है लेकिन इन सबके बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता कैलाश सोनी का कहना है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सोच समझकर टिकट वितरण किया है जो भी कांग्रेस प्रत्याशी का विरोध करें या भीतरघात करें उसे घर से निकालकर मुंह काला करें। 
    उज्जैन उत्तर से माया त्रिवेदी को कांग्रेस पार्टी द्वारा उम्मीदवार बनाए जाने पर एक कार्यक्रम कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित किया गया था जिसमें माया त्रिवेदी के स्वागत सम्मान के साथ वैसे तो कहीं वरिष्ठ नेताओं ने अपने विचार व्यक्त किए, लेकिन इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता कैलाश सोनी ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने माया त्रिवेदी को टिकट दिया है। मैं भी दक्षिण से टिकट का दावेदार हूं परन्तु मुझे टिकट नहीं मिला तो मैं जिसे पार्टी टिकट देगी उसके साथ काम करूंगा। आप सभी किसी के बहकावे न आएं। जो कांग्रेस नेता कांग्रेस प्रत्याशी का विरोध करे या भीतरघात करे उसे घर से निकालकर मुंह काला करें। ताकि उसे सबक मिले कि कांग्रेस के साथ भीतरघात नहीं करना है। आपने कहा कि अब हम कांग्रेस का नुकसान सहन नहीं करेंगे। इस दौरान बड़ी संख्या में वरिष्ठ व युवा नेता कार्यक्रम में मौजूद थे।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस ने वचन पत्र में  युवाओं, किसानों, महिलाओं को साधा, छह महीने में भरेंगे चार लाख सरकारी पद, ग्रेजुएट को मिलेंगे तीन हजार

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने मंगलवार को अपना वचन पत्र जारी कर दिया है। कांग्रेस के वचन पत्र में युवाओं, किसानों महिलाओं को साधने का प्रयास किया गया है। कांग्रेस ने प्रदेश में खाली पड़े चार लाख शासकीय पदों को 6 महीने में भरने का वचन अपने पत्र में शामिल किया है। इसके साथ ही सरकार बनने पर युवाओं के लिए ही स्वाभिमान योजना शुरू करने की बात भी वचन पत्र में जोड़ी है। इस योजना के तहत प्रदेश के ग्रेजुएट युवाओं को 3 हजार रुपए प्रति महीना दिया जाएगा। वहीं डिप्लोमा होल्डर को 1500 रुपये, जबकि दो लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से 8 से 10 हजार रुपये महीना दिया जाएगा।  इसके लिए युवा स्वाभिमान योजना कार्ड जारी किया जाएगा।
    प्रदेश के मतदाताओं को साधने के लिए कांग्रेस अपने वचन पत्र में एक और महत्वपूर्ण योजना लेकर आ रही है, जिसके तहत प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति का 25 लाख रुपए तक का यूनिवर्सल बीमा किया जाएगा। जिससे प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को बेहतर इलाज मिल सके। वृद्धावस्था पेंशन को बढ़ाने का वचन भी कांग्रेस आज देने जा रही है। इसे 15 सौ रुपए तक किया जायेगा।
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा प्रत्याशी डॉ. मोहन यादव वोट के लिए बांट रहे घड़ी और राशन सामग्री, चुनाव आयोग से शिकायत

    उज्जैन। उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में अभी कांग्रेस पार्टी ने अभी अपना प्रत्याशी भी घोषित नहीं किया है और मतदाताओं को लुभाने के लिए उज्जैन दक्षिण से भाजपा के उम्मीदवार मंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा घड़ी एवं खाद्य सामग्री वितरित की जा रही है। यह सामग्री डॉ. मोहन यादव के समर्थक व पार्षद क्षेत्र की जनता तक पहुंचा रहे हैं। कांग्रेस नेता अजीत सिंह ने ये आरोप लगाते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या बताया और कहा कि इस प्रकार के कृत्य से खुले रूप से आचार संहिता के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। बावजूद इसके चुनाव आयोग मौन है। मामले में चुनाव आयोग को शिकायत कर मामले में संज्ञान लेकर कार्रवाई की मांग की गई है।
    जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि भाजपा की बौखलाहट सामने आने लगी है। 10 साल तक जनता को खूब लूटा, अब 100-200 रुपये की घड़ी पर खुद का फोटो लगाकर इसे बांटा जा रहा है और आमजन को प्रलोभन दिया जा रहा है। दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में डॉ. मोहन यादव के प्रति नाराजगी इस कदर बड़ गई है कि उन्हें अपनी हार नजर आने लगी है, यही कारण है कि जिन क्षेत्रों की उन्हें कभी याद नहीं आई आज वहां पार्षद, अपने कार्यकर्ताओं से राशन पहुंचा रहे हैं। कांग्रेस नेता अजीत सिंह ने मामले में चुनाव आयोग में शिकायत की तथा कहा कि जनता की गाढ़ी कमाई पर डाका डालने वाले अब 1000-500 रुपये खर्च कर मतदाताओं को लुभाने का काम कर रहे हैं। खुद की फोटो लगाकर जिस घड़ी को जनता को मोहन यादव के समर्थक बांट रहे हैं यही घड़ी उनकी हार का समय बताएगी।
    अजीत सिंह ने बताया कि वार्ड 45 एवं 53 में घरों पर जाकर राशन सामग्री बांटी गई है। रहवासियों ने बताया कि भाजपा की पार्षद निर्मला करण परमार के माध्यम से खाने पीने की सामग्री के साथ अन्य उपहार घरों तक पहुंचाए गए हैं। जिसके फोटो और सीसीटीवी फुटेज भी आपने चुनाव आयोग को अपनी शिकायत के साथ भेजे हैं। फोटो और सीसीटीवी फुटेज में साफ तौर पर डॉ. मोहन यादव के समर्थक मतदाताओं को पर्चे बांटकर राशन और घड़ी देते हुए दिखाई दे रहे हैं, साथ ही शाम को कार्यक्रम में आने की बात भी कह रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • रणनीति फेल : मप्र में सपा-कांग्रेस साथ नहीं लड़ेगी चुनाव!

    लखनऊ। इंडिया गठबंधन में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस भले गलबहियां करते नजर आ रही हैं, लेकिन विधानसभा चुनाव में आमने-सामने हैं। मध्य प्रदेश में अब तक जारी उम्मीदवारों की सूची में पांच सीटों पर दोनों पाार्टियां एक-दूसरे के खिलाफ संघर्ष करती नजर आएंगी। ये सीटें दलित, अल्पसंख्यक और यादव बहुल मानी जाती हैं।
    इंडिया गठबंधन में शामिल होने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि वह सीट बांटने वाले होंगे। इसी रणनीति के तहत उन्होंने मध्य प्रदेश में उम्मीदवार उतारने की घोषणा की। इसे उनकी दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा गया। 
    उम्मीद थी कि लोकसभा चुनाव के समीकरण को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस मध्य प्रदेश में कुछ सीटें सपा को दे देगी, लेकिन अभी तक स्थितियां एकदम विपरीत हैं। कांग्रेस ने रविवार सुबह नौ बजे प्रदेश की 230 में 144 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की। करीब 10 घंटे बाद शाम पांच बजे सपा ने भी नौ उम्मीदवारों की घोषणा की। 
    इसमें पांच सीटें ऐसी हैं, जहां कांग्रेस और सपा दोनों के उम्मीदवार आमने-सामने हैं। सपा की ओर से घोषित चार अन्य सीटों पर अभी कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इन सीटों पर कांग्रेस के दो से तीन उम्मीदवारों के बीच जोर आजमाइश चल रही है। 
    अगली सूची में इन पर उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए जाएंगे। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि इंडिया गठबंधन को लेकर भले बातचीत चल रही है, लेकिन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सपा को सीटें देने के मूड में नहीं है।
    मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए सपा ने नौ प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। इनमें तीन यादव समेत पांच ओबीसी, तीन दलित और एक ब्राह्मण प्रत्याशी हैं। हालांकि, यह सपा-कांग्रेस गठबंधन के तहत उतारे गए आधिकारिक प्रत्याशी नहीं हैं। इसलिए वहां गठबंधन की संभावनाओं में दरार पैदा होती हुई दिख रही है।
    सपा की ओर से जारी सूची के अनुसार, निवाड़ी से पूर्व विधायक मीरा दीपक यादव, राजनगर से बृजगोपाल पटेल उर्फ बबलू पटेल, भांडेर आरक्षित से सेवानिवृत्त जिला जज डीआर राहुल (अहिरवार), धौहानी आरक्षित सीट से विश्वनाथ सिंह मरकाम, चितरंगी आरक्षित सीट से श्रवण कुमार सिंह गोंड से मैदान में होंगे।
    इनके अलावा, सिरमौर से लक्ष्मण तिवारी, बिजावर से डॉ. मनोज यादव, कटंगी से महेश सहारे और सीधी से रामप्रताप सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया गया है। प्रत्याशी घोषित होने से पहले अखिलेश यादव ने प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर मध्य प्रदेश के पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस ने जारी की 30 उम्मीदवारों की सूची, पाटन से चुनाव लड़ेंगे सीएम  बघेल

    रायपुर। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में आगामी चुनाव के लिए 30 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। सीएम भूपेश बघेल पाटन से, डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव अंबिकापुर से चुनाव लड़ेंगे। सीएम बघेल ने पहले ही कहा था कि नवरात्रि के पहले दिन रविवार को पार्टी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करेगी।
    पार्टी ने कोरबा से जय सिंह अग्रवाल, कवर्धा से मोहम्मद अकबर, खैरागढ़ से यशोदा वर्मा, कांकेर से शंकर ध्रुव, नारायणपुर सीट से चंदन कश्यप, दंतेवाड़ा से के छविंद्र महेंद्र कर्मा और बस्तर से लखेश्वर बघेल को उम्मीदवार बनाया है। 
    कांग्रेस की पहली सूची में बघेल कैबिनेट के सभी मंत्रियों को टिकट मिला है। एक की सीट बदली गई है। विधासभा अध्यक्ष चरण दास महंत फिर से सक्ती से मैदान में हैं। भूपेश बघेल सरकार में मंत्रीगुरु रुद्र कुमार की सीट बदल दी गई है। उन्हें इस बार अहिवारा की जगह नवागढ़ सीट से मैदान में उतारा गया है।  
    इससे पहले बसपा ने आठ अगस्त को नौ प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की थी। इसके बाद भाजपा ने 17 अगस्त को 21 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की थी। फिर नौ अक्टूबर को 64 प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी की थी। छत्तीसगढ़ आम आदमी पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची नौ सितंबर और दूसरी दो अक्टूबर को जारी की थी। पहली सूची में जहां 10 प्रत्याशियों को टिकट दिया था। वहीं, दूसरी सूची में 12 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने 13 अक्टूबर को तीसरी सूची जारी की थी। इसमें 11 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा था। इस तरह से आम आदमी पार्टी अब तक कुल 33 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतार चुकी है।
    बता दें कि छत्तीसगढ़ की कुल 90 विधानसभा सीट के लिए दो चरणों में चुनाव होगा। पहले चरण का मतदान सात नवंबर को होगा और 17 नवंबर को दूसरे चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। वहीं, तीन दिसंबर को नतीजे आएंगे। 
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस ने बुधनी विधानसभा सीट से विक्रम मस्ताल को बनाया उम्मीदवार, शिवराज सिंह के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव

    भोपाल। मध्य प्रदेश चुनावों को लेकर कांग्रेस ने भी अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में कांग्रेस ने 144 कैंडिडेट के नाम का ऐलान किया है। इसमें कई बड़े नाम भी शामिल हैं। कांग्रेस ने बुधनी विधानसभा सीट पर मध्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ रामायण के हनुमान को कैंडिडेट बनाया है। इस लिस्ट में कमलनाथ समेत एमपी कांग्रेस के लगभग सभी बड़े नेताओं का नाम शामिल है।
    कांग्रेस ने सुबह-सुबह अपने 144 कैंडिडेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में कांग्रेस ने बुधनी विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के खिलाफ रामायण के हनुमान को उतारा है। इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम मास्ताल को बनाया गया है। विक्रम मास्ताल ने 2008 में आई रामायण में हनुमान का किरदार निभाया था। विक्रम मास्ताल एक अभिनेता हैं जो फिल्मों में काम कर रहे हैं। अब कांग्रेस ने मध्य प्रदेश भाजपा के सबसे बड़े नेता के सामने 'हनुमान' यानी कि विक्रम मास्ताल को उतार दिया है।
    2008 में आई रामायण में भगवान हनुमान का किरदार निभाने वाले विक्रम मास्ताल तीन महीने पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए थे। विक्रम मास्ताल बुधनी के ही रहने वाले हैं। कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ के सामने कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद से ही बुधनी में सक्रिय हो गए थे। कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद विक्रम मास्ताल ने कहा था कि हनुमान का असली काम सेवा करना है। कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद उन्होंने कमलनाथ और कांग्रेस की जमकर तारीफ की थी। बता दें कि विक्रम मास्ताल ने रामायण के अलावा टीवी सीरियल रजिय सुल्तान और हाल ही में आई  वेब सिरीज आश्रम 3 में भी नजर आए थे।
    कांग्रेस की 144 कैंडिडेट लिस्ट में बुधनी विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री के खिलाफ अभिनेता विक्रम मास्ताल के अलावा छिंदवाड़ा से कमलनाथ को टिकट दिया गया है। इसी तरह इंदौर-1 से कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ कांग्रेस ने संजय शुक्ला को कैंडिडेट बनाया है। राऊ से जीतू पटवारी और मध्य भोपाल से आरिफ मसूद को टिकट दिया गया है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को राघोगढ़ विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है।
    बता दें कि बीते सोमवार को चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश समेत पांच राज्यों के चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया था। इन चुनावों की तारीखों का ऐलान करते हुए चुनाव आयोग ने बताया था कि 17 नवंबर को एमपी में मतदान करवाया जाएगा।
    इससे पहले मध्य प्रदेश के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने कैंडिडेट्स की चार लिस्ट जारी कर दी है। भाजपा की इस लिस्ट में 136 कैंडिडेट्स के नाम का ऐलान किया गया है। लिस्ट में भाजपा ने कई दिग्गजों को भी मैदान में उतारा है। इसमें 3 केंद्रीय मंत्रियों सहित सात सांसद भाजपा से मैदान में हैं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी, 69 विधायकों को दोबारा टिकट मिला, छिदवाड़ा से कमलनाथ मैदान में

    भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस की बहुप्रतिक्षित प्रत्याशियों की सूची रविवार सुबह नवरात्र के पहले दिन जारी हो गई। 144 उम्मीदवारों वाली सूची में 69 विधायकों को दोबारा टिकट दिया गया है। इसके अलावा दूसरी सीटों पर पूर्व प्रत्याशी और नए चेहरे उतारे गए है। पीसीसी चीफ और पूर्व सीएम कमलनाथ को छिंदवाड़ा से उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री और विधायक कांतिलाल भूरिया का टिकट काट दिया गया है। उनकी जगह झाबुआ से उनके बेटे विक्रांत भूरिया को टिकट दिया गया है। वहीं, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को राघोगढ़ और भाई लक्ष्मण सिंह को चाचौड़ा से प्रत्याशी बनाया गया है। 
    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने बुदनी से रामायण सीरियल में हनुमान का रोल करने वाले विक्रम मस्तान को टिकट दिया है। भोपाल की सात में तीन सीट नरेला में मनोज शुक्ला, मध्य से विधयाक आरिफ मसूद और बैरासिया से पूर्व प्रत्याशी जयश्री हरीकिशन को टिकट दिया गया है। यहां पर विधायक पीसी शर्मा की दक्षिण पश्चिम समेत चार सीट गोविंदपुरा, उत्तर और हुजूर पर प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं किया गया है। 
    कांग्रेस ने बैतूल की पांच सीटों में से चार सीट पर प्रत्याशी घोषित किए है, लेकिन भाजपा के कब्जे वाली आमला सीट पर अभी नाम का एलान नहीं किया है। वहीं, इंदौर-1 में कैलाश विजयवर्गीय के सामने कांग्रेस ने संजय शुक्ला को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, पिछोर से 1993 से लगातार जीतते आ रहे केपी सिंह की पिछोर सीट बदलकर उनको शिवपुरी से प्रत्याशी बनाया है। वहीं, पिछोर से शैलेंद्र सिंह को टिकट दिया है।  
    नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव सीट पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और वर्तमान विधायक एनपी प्रजापति की टिकट काट दी है। यहां से शिखर चौधरी को टिकट दिया गया है। घोड़ाडोंगरी से ब्रह्म भलावी  की जगह राहुल उइके को टिकट दिया गया है। वहीं, गुनौर से शिवदयाल बागरी का भी टिकट काट दिया है। 
    कांग्रेस ने 144 प्रत्याशियों में 39 अन्य पिछड़ा वर्ग से प्रत्याशी बनाए है। सामान्य वर्ग से 47, अल्पसंख्यक वर्ग से 6, अनुसूचित जाति से 22 और अनुसूचित जनजाति वर्ग के 30 उम्मीदवार है। वहीं, उम्र के अनुसार 50 साल से कम उम्र के 65 उम्मीदवार उतारे है। इसमें 19 महिलाओं को टिकट दिया गया है। 
    श्योपुर से बाबू जंडेल, संबलगढ़ से बैजनाथ कुशवाह, लहार से डॉ. गोविंद सिंह, ग्वालियर ईस्ट से सतीश सिकरवार, ग्वालियर साउथ से प्रवीण पाठक, भीतरवार से लाखन सिंह यादव, डबरा एससी से सुरेज राजे, करेरा से प्रागीलाल जाटव, शिवपुरी से केपी सिंह, चाचौड़ा से लक्ष्मण सिंह, राघोगढ़ से जयवर्धन सिंह, चंदेरी से गोपाल सिंह चौहान, देवरी से हर्ष यादव, बंडा से तरवर सिंह लोधी, महाराजपुर से नीरज विनोद दीक्षित,राजनगर से विक्रम सिंह, छतरपुर से आलोक चतुर्वेदी, दमोह से अजय टंडन को टिकट दिया गया है। 
    वहीं, चित्रकुट से निलांशु चतुर्वेदी, रैंगाव से कल्पना वर्मा, सतना से डब्बू सिद्धार्थ शुक्ला, सिहावल से कमलेश्वर पटेल, कोतमा से सुनील सराफ, पुष्पराजगढ़ से फुंदेलाल सिंह मार्को, बरगी से संजय यादव,  जबलपुर पूर्व से लखन घाघोरिया, जबलपुर नार्थ से विनय सक्सेना, जबलपुर पश्चिम से तरुण भनोट, शाहपुरा से भूपेंद्र मरावी, डिंडौरी से ओमकार सिंह मरकाम, बिछया से नारायण सिंह पट्टा, निवास से डॉ. अशोक मसकोले, बैहर से संजय उईके, लांजी से हीना कावरे, कंटनी से तमलाल सहारे, बरघाट में अर्जुन सिंह काकोड़िया, लखनादौन से योगेद्र सिंह बाबा, तेंदुखेड़ा से संजय शर्मा छिंदवाड़ा से कमलनाथ को प्रत्याशी बनाया गया है। 
    मुलताई से सुखदेव पांसे, बैतूल से निलय विनोद डागा, भैंसदेही से धरमु सिंह सिरसाम, उदयपुरा से देवेंद्र सिंह पटेल, विदिशा से शंशाक भार्गव, मध्य से आरिफ मसूद, राजगढ़ से बापू सिंह तंवर, खिलचीपुर प्रियव्रत सिंह, आगर से विपिन वानखेड़े, शाजापुर से हुकूम सिंह कराड़ा, कालापीपल कुणाल चौधरी, सोनकच्छ सज्जन सिंह वर्मा, महेश्वर विजयलक्ष्मी साधौ, कसरावद से सचिन यादव, खरगोन से रवि जोशी, राजपुर से बाला बच्चन, पेटलावद से वाल सिंह मेढ़ा, सरदारपुर से प्रताप ग्रेवाल, गंदवानी से उमंग सिंघार, कुक्षी सुरेंद्र सिंह बघेल हनी, धरमपुरी पांचीलाल मेढ़ा, देपालपुर विशाल पटेल, इंदौर-1 संजय शुक्ला, राऊ जीतू पटवारी, तराना महेश परमार, खाचरोद दिलीप सिंह गुर्जर, घटिया  रामलाल मालवीय, सैलाना हर्ष विजय गहलोत, अलोट मनोज चावला, सेवड़ा से घनश्याम सिंह को प्रत्याशी बनाया है। 
    साभार अमर उजाला

  • जो भाजपा में नहीं, उनके विरोध की चिंता नहीं पालता :भाजपा प्रत्याशी मनोज पटेल

    इंदौर। देपालपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने फिर मनोज पटेल को उम्मीदवार बनाया है। वे पिछला चुनाव इस विधानसभा क्षेत्र से 9 हजार 44 वोटों से हारे थे। इस सीट से भाजपा के दूसरे नेता भी टिकट मांग रहे थे और विरोध भी जता रहे है लेकिन पार्टी ने मनोज पर फिर भरोसा जताया है।
    मनोज पटेल ने अमर उजाला से विशेष चर्चा की और बेबाकी से जवाब दिए। विरोध के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग भाजपा कार्यालय जाकर मेरा विरोध कर रहे है। मेरा कोई विरोध नहीं है और जो लोग हमारी पार्टी के है और वे विरोध करे तो मैं उनकी चिंता भी नहीं पालता। इसके पीछे कांग्रेस का षडयंत्र है।
    कांग्रेस विधायक विशाल पटेल के दोबारा चुनाव लड़ने की संभावना पर उन्होंने कहा कि इस बार वे मेरे लिए चुनौती साबित नहीं होंगे। पिछले पांच सालों में देपालपुर में काम नहीं हुए,इसलिए जनता में आक्रोश है। डेढ़ साल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तब विशाल पटेल प्रभावी नेता के रुप में उभरे थे, लेकिन तब भी उन्होंने देपालपुर की चिंता नहीं की। तब सोयाबीन की फसल खराब हुई थी, लेकिन किसानों को वे न मुअावजा दिला पाए और न बीमे की राशि। किसानों में भी कांग्रेस विधायक को लेकर आक्रोश है।
    मनोज पटेल ने कहा कि देपालपुर में हमने हमेशा विकास की राजनीति की है। जनता के बीच हम विकास के मुद्दे के साथ चुनाव लड़ेंगे। जो विकास करता है जनता उसे पसंद करती है। गुलावट को हम प्रदेश के अच्छे पर्यटन स्थलों के रुप में विकसित कर रहे है। क्षेत्र में लंबित विकास के प्रोजेक्टों के काम भी कराएंगे।
    देपालपुर विधानसभा क्षेत्र में सुपर काॅरिडोर का हिस्सा भी आता है। वहां बड़े शैक्षणिक व आईटी संस्थान है। वहां नया इंदौर बस रहा है। उसका भी व्यवस्थित विकास किया जा रहा है। गांधी नगर सोसायटी की रजिस्ट्री के मामले में भी जल्दी निर्णय होगा।
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा पर हमला बोलते हुए कांग्रेस विधायक हुकुम सिंह भूल गए शब्दों की मर्यादा

    शाजापुर। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख है जैसे-जैसे नजदीक आ रही है वैसे-वैसे राजनीतिक दलों ने अपनी बैठकों का दौरा तेज कर दिया है। वहीं, बैठकों से नेताओं के बिगड़े बोल और विवादित बयान भी सामने आ रहे हैं कुछ इसी तरह का एक वीडियो शाजापुर विधायक हुकुम सिंह कराड़ा का भी वायरल हो रहा है। इसमें वह जाति सूचक विवादित शब्द का प्रयोग कर रहे हैं।
    बताया जा रहा है कि यह वीडियो मक्सी का है, जहां हुकुम सिंह कराड़ा कार्यकर्ताओं की बैठक ले रहे थे। उसी दौरान भाजपा पर हमला बोलते हुए वे शब्दों की मर्यादा भूल बैठे और जाति सूचक टिप्पणी कर विवादों में घिर गए। हालंकि बाद में उन्होंने अपने शब्दों को संभालने की कोशिश जरूर की लेकिन तब तक उक्त विवादित शब्द रिकॉर्ड हो चुके थे। वीडियो सामने आने के बाद संबंधित समाज से जुड़े उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखने को मिल रही है। 
    बता दें कि हुकुम सिंह कराड़ा इस क्षेत्र से पांच बार के विधायक हैं। इस बार भी कांग्रेस की ओर से सत प्रतिशत उनके नाम पर ही मोहर लगने की उम्मीद है लेकिन चुनावी माहौल के बीच कराड़ा का ये विवादित वीडियो पार्टी के लिए कितना नफा और नुकसान करेगा ये तो वक्त बताएगा। मगर राजनीति के गलियारों में कांग्रेस विधायक का ये वीडियो जमकर वायरल हो रहा है।
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ ने साधा निशाना, बोले- भाजपा नेताओं के चेहरे  भावहीन

    भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों का ही एक दूसरे पर हमला जारी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधा है। उन्होंने बीजेपी नेताओं के चेहरों को भावहीन बताया है। उन्होंने सोशल सोशल नेटवर्किंग साइट x पर पोस्ट किया कि पराजय पराया बना देती है’, अब ये बात भाजपा पर पूरी तरह लागू हो रही है। भाजपा के चुनावी मंच ‘मनमुटाव के मंच’ बनकर रह गये हैं। भाजपा नेताओं की खोखली बातें शब्दों की बुनी हुई बड़ी चादर हैं जिसे वो अपनी अंदरूनी टकराव के ऊपर डालकर, आपसी दरार को ढकने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उनके भावहीन चेहरे सारी हक़ीक़त बयान कर दे रहे हैं। 
    नाथ ने ट्वीट किया कि भाजपा के बुझे हुए मंत्री-सांसद, थके-हारे विधायक, विलुप्त से हो चुके पदाधिकारी व सदस्य नाउम्मीदगी के एक ऐसे दौर से गुज़र रहे हैं, जहाँ अब उन्हें आशा की कोई भी किरण नज़र नहीं आ रही है। भाजपाइयों के बीच सिर्फ़ उनका स्वार्थ ही सक्रिय दिख रहा है, बाक़ी नीति से लेकर रणनीति तक सब कुछ निष्क्रिय है। भाजपाई एक मंच पर होकर भी एक नहीं हैं। ‘प्रपंच के मंच’ सजाकर भाजपा यही नहीं आगामी सभी चुनाव भी हारेगी।
    साभार अमर उजाला

  • बीमारी का बहाना बनाकर अब नहीं बच सकते चुनावी ड्यूटी से, डॉक्टर करेंगे जांच

    भोपाल। अगर आप शासकीय कर्मचारी हैं और आपकी ड्यूटी चुनाव में लगाई गई है लेकिन आप बीमारी का बहाना बनाकर इससे बचने का प्रयास कर रहे हैं तो सतर्क हो जाइए क्योंकि चुनाव आयोग ऐसे अधिकारी कर्मचारी की बीमारी की जांच डॉक्टर से करवाएगा। रिपोर्ट्स सही पाए जाने पर ही बीमार कर्मचारी अधिकारी को चुनाव में ड्यूटी करने से मुक्ति मिलेगी। दरअसल, मध्यप्रदेश में इन दिनों विधानसभा चुनाव का मौसम है। ऐसे में प्रदेश के अलग अलग विभाग के कर्मचारी अधिकारियों को चुनाव ड्यूटी में तैनात किया जा रहा है। ऐसे में ड्यूटी कैंसिल करवाने के लिए सैकड़ों आवेदन  जिला निर्वाचन ऑफिस में पहुंच रहे हैं। 
    चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए कई अधिकारी कर्मचारी नए नए कारण बताते हैं। इनमें से एक आम कारण है बीमारी। आमतौर पर आयोग इसे स्वीकार कर ड्यूटी कैंसिल भी कर देता है लेकिन इस बार आयोग ने इस पर सख्ती दिखाई है। आयोग बीमारी का कारण बताकर ड्यूटी से नाम कटवाने वाले अधिकारी कर्मचारियों की जांच रिपोर्ट्स को किसी डॉक्टर से रिव्यू करवाने के मूड में है। ताकि हकीकत का पता लगाया जा सके। इसके बाद डॉक्टर की रिव्यू पॉइंट्स पर ही छुट्टी दी जायेगी। 
    चुनावी ड्यूटी कैंसिल करवाने के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय भोपाल में ही अब तक 200 से अधिक आवेदन खा चुके हैं। इनमें से अधिकांश आवेदन में बीमारी का कारण बताता ड्यूटी रद्द करने की गुहार लगाई गई है। ऐसे ही और भी अनेक आवेदन हैं। 
    एक कर्मचारी ने हॉट की प्रॉब्लम बता कर ड्यूटी कैंसिल किए जाने की गुहार लगाई है उसका कहना है कि उसे सीने में दर्द बना रहता है। वहीं एक अधिकारी ने ये कहते हुए चुनाव ड्यूटी करने में असमर्थता जताई है कि उन्हें हाई ब्लड प्रेशर है। उन्हे चलने फिरने में दिक्कत है। कभी भी बीपी बढ़ जाता है। ऐसे में चुनाव के दौरान उनकी तबियत बिगड़ सकती है।
    साभार अमर उजाला

  • राजनीति में उम्र से कोई फर्क नहीं पड़ता : भाजपा उम्मीदवार मधु वर्मा

    इंदौर। दस साल से कांग्रेस के कब्जे इंदौर की राऊ विधानसभा सीट पर भाजपा ने फिर इंदौर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष रहे मधु वर्मा को उम्मीदवार बनाया है। वे पिछला चुनाव कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी से छह हजार वोटों के अंतर से हारे थे। वर्मा 68 साल वर्ष के है और कांग्रेस नेता उनकी उम्र पर भी सवाल उठा रहे है।
    इस मुद्दे पर वर्मा ने कहा कि राजनीति में उम्र से कोई फर्क नहीं पड़ता। राऊ की जनता ने जिस कांग्रेस विधायक को जीता का भोपाल भेजा, उससे ज्यादा मैं सक्रिय हुं। पता नहीं क्यो मेरी उम्र पर सवाल उठाए जा रहे है। मैं जवानों से ज्यादा सक्रिय हुं।
    भाजपा में दूसरे दावेदारों को टिकट मांगने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सभी दावेदारों ने पहले तय कर रखा था कि पार्टी जिसे टिकट देगी, उसके लिए सभी एकजुट होकर मेहनत करेंगे। पूर्व विधायक जीतू जिराती सहित अन्य दावेदार चुनाव का काम करने में कोई कसर बाकी नहीं रख रहे है। दस साल से क्षेत्र में कांग्रेस का विधायक है और सब चाहते है कि इस बार राऊ सीट पर भाजपा का कब्जा हो।
    उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कांग्रेस की तरफ से कोई चुनौती नहीं है, क्योकि मैं चुनाव हारने के बाद से लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहा। कोरोना काल में भी हमने मतदाता की मदद की। राऊ क्षेत्र में इंदौर विकास प्राधिकरण से जुड़ी स्कीमों के सवाल पर कहा कि ब्रजविहार कालोनी व अन्य काॅलोनियों को वैध कराने के लिए आईडीए से कहा था। उन्होंने काॅलोनियों को स्कीम से मुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी। उसके बाद काॅलोनी वैध हो जाएगी।
    मालवा निमाड़ में भाजपा की स्थिति को लेकर मधु वर्मा ने कहा कि प्रदेश की जनता के लिए जो योजनाएं बनी है, वे जनता को पसंद आ रही है। सड़क, पानी और बिजली के मुद्दे पर सरकार ने काफी काम किए है। उसका फायदा भाजपा को मिलेगा और मालवा निमाड़ क्या पूरे प्रदेश में भाजपा मजबूती है। इस बार 200 से ज्यादा सीटें भाजपा जीतेगी।
    साभार अमर उजाला

  • भाजपा प्रत्याशी डॉ. मोहन यादव ने स्नान कर की शिप्रा की सफाई, कांग्रेस बता रही नेताजी की नौटंकी

    उज्जैन। उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रत्याशी बनाए गए डॉ. मोहन यादव का एक वीडियो इन दिनों जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वे पहले मां शिप्रा मे स्नान और उसके बाद घाट पर फैली गंदगी की सफाई करते नजर आ रहे हैं। इस दौरान उनके साथ कुछ कार्यकर्ता भी हाथ बंटाते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वायरल वीडियो को लेकर वैसे तो डॉ. मोहन यादव की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन कांग्रेस जरूर इन सबको नेताजी की नौटंकी बता रही है। 
    सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा डॉ. मोहन यादव का यह वीडियो नृसिंह घाट का बताया जा रहा है, जिसमें डॉ. मोहन यादव पहले शिप्रा में डुबकी लगाकर स्नान करते हैं। उसके बाद यहां फैली गंदगी को साफ कर रहे हैं। उनके इस वायरल वीडियो को लेकर कांग्रेस नेता चेतन यादव का कहना है कि यह सब कुछ बस नेताजी की नौटंकी है। शासन प्रशासन और खुद मंत्री होने के बावजूद भी आपने शिप्रा शुद्धिकरण की और कोई ध्यान नहीं दिया और अब चुनाव आते ही डॉ. मोहन यादव फिर इस प्रकार की नौटंकी कर रहे हैं जो कि गलत है। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार लोगों द्वारा इस प्रकार की नौटंकी करना बहुत दुखद है। हमारा लोकतंत्र व संविधान बेहतर तरीके से कार्य करने के लिए है अभिनय करने के लिए नहीं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी को ड्रामा करना सिखा दिया है।
    वहीं, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अजीत सिंह ठाकुर ने बताया कि 20 साल से मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार है। वर्तमान में केंद्र में भाजपा प्रदेश में भाजपा नगर में भाजपा लेकिन इसके बावजूद भी मां शिप्रा की दुर्दशा आज किसी से छिपी नहीं है। अब तक करोड़ों रुपए डायवर्सन के नाम पर प्रदेश सरकार डकार चुकी है, लेकिन फिर भी मां शिप्रा की हालत यह है कि यहां का पानी आचमन करने के योग्य भी नहीं है। वर्षों से शिप्रा शुद्धिकरण के नाम पर नौटंकी हो रही है लेकिन हुआ कुछ नहीं। डॉ. मोहन यादव पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि वह सिर्फ धर्म की आड़ में लोगों को बरगला रहे हैं और वोट के लिए मां शिप्रा का उपयोग कर रहे हैं। वह तो खुद ही वर्ष में एक बार शिप्रा की परिक्रमा करने का दिखावा करते हैं तो क्या उन्हें मां शिप्रा की यह दुर्दशा कभी दिखाई नहीं देती। मंत्री रहते हुए उन्हें मां शिप्रा को शुद्ध करने का काम करना था लेकिन आचार संहिता लगने के पहले तक तो उन्होंने मां शिप्रा को शुद्ध करने के लिए कोई कार्य नहीं किया और अब शिप्रा में स्नान करने के बाद यहां की सफाई करने की नौटंकी कर रहे हैं इनकी नियति और नियत साफ नहीं है यह सिर्फ ढोंग कर रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • विधानसभा दावेदारी में अब अशोक सैनी का नाम भी उछला

    महू। आगामी विधानसभा चुनाव 17 नवंबर को होना है किंतु अब तक भाजपा-कांग्रेस दोनों ही प्रमुख पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। वहीं कांग्रेस की बात की जाए तो श्राद्ध पक्ष खत्म होने के बाद नवरात्रि में कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा होना तय हैं। जिनमे अब तक प्रमुख रूप से हाल ही में भाजपा से कांग्रेस में आए कद्दावर नेता रामकिशोर शुक्ला को प्रबल दावेदार बताया जा रहा है तो वही पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार का टिकट कटना इस मर्तबा निश्चित माना जा रहा है। इधर शुक्ला - दरबार के अलावा कांग्रेस में दर्जनभर नेताओं के नाम दावेदारों के रूप में चल ही रहे थे कि अब विधानसभा के चोरल ग्राम पंचायत से अशोक सैनी का नाम भी उछलकर सामने आया है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि अंतरसिंह दरबार के खास समर्थक अशोक सैनी का बायोडाटा दिल्ली कार्यालय में मंगवाया गया है।
    गौरतलब है कि महू विधानसभा में कांग्रेस भी दमदार उम्मीदवार लाना चाहती है। इसलिए अब यहां से नए जातिवाद समीकरण को देखते हुए ओबीसी के उम्मीदवार को उतारने का मन बनाया जा रहा है, जानकारी के अनुसार 2 दिन पहले कांग्रेस के दिल्ली दरबार में महू की सीट को लेकर मुद्दा उठा था जिसमें पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार के बाद अब उनके खास समर्थक अशोक सैनी का नाम भी आगे आया हैं। सैनी के पिता भगवान दास सैनी आदिवासी नेता माने जाते हैं। वैसे देखा जाए तो चोरल सहित आसपास की 46 ग्राम पंचायत मे सैनी परिवार का दखल रहा है ।

  • कटनी महापौर प्रत्याशी रही विनय ज्योति दीक्षित ने दर्जनों समर्थकों के साथ भाजपा से दिया इस्तीफा

    कटनी। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कई राजनीतिक दलों के लोग टिकट न मिलने से नाराजगी व्यक्त करते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही कुछ कटनी जिले में देखने मिला जहां, विधायक संदीप जायसवाल को टिकट मिलने से नाराज होकर महापौर प्रत्याशी रही विनय ज्योति दीक्षित ने अपने दर्जनों समर्थकों के साथ भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। 
    बता दे, विनय ज्योति दीक्षित तीन बार की पार्षद और एक बार के महापौर प्रत्याशी रह चुकी हैं, जो वर्तमान में महिला मोर्चा जिला मंत्री के पद पर पदस्थ रही है। वहीं, विधायक की दौड़ में उनका भी नाम शामिल होने की चर्चा चल रही थी। बावजूद उन्हें पार्टी से किनारा क्यों करना पड़ा इसका जवाब देते हुए ज्योति दीक्षित ने बताया कि महापौर चुनाव के दौरान विधायक द्वारा भितरघात किया था, इसके बाद भी पार्टी ने उन्हें टिकट देकर अपनी मानसिकता दर्शा दी है। देखा जाए तो आगामी विधानसभा चुनाव में ज्योति दीक्षित और उनके समर्थक कहीं न कहीं भाजपा के वोट बैंक को डैमेज करेंगे हालांकि अभी तक ज्योति दीक्षित और उनके पति विनय दीक्षित ने किसी अन्य पार्टी से चुनाव लड़ने में अपनी सहमति नहीं जताई है, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी के लिए उन्होंने जनता से आदेश मांगा है।
    पूरे मामले पर प्रेस वार्ता आयोजित करते हुए विनय दीक्षित ने कहा कि यदि पार्टी विधायक संदीप जायसवाल की जगह किसी और को टिकट देती है तो वह पुनः पार्टी से जुड़कर उनकी सेवा करेंगे, नहीं तो इसका असर तीन दिसंबर को देखने मिलेगा। फिलहाल महापौर प्रत्याशी रहीं विनय ज्योति दीक्षित अपने पति और फ्रेंड्स क्लब के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के बाद भाजपा से इस्तीफा देने की बात कही है।
    साभार अमर उजाला

  • बिना टिकट मिले रमेश मेंदोला और आकाश विजयवर्गीय ने प्रचार अभियान किया शुरू

    इंदौर। विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही नेताओं ने अपने अपने क्षेत्रों से दावेदारी करना शुरू कर दी है। कुछ नेताओं के टिकट पार्टी से तय हो चुके हैं और कुछ इंतजार में हैं। इन सबके बीच कुछ नेता टिकट मिले बिना ही क्षेत्र में प्रचार अभियान शुरू कर चुके हैं। इस लिस्ट में विधायक रमेश मेंदोला और विधायक आकाश विजयवर्गीय भी हैं जिन्होंने अपने क्षेत्र में प्रचार अभियान शुरू कर दिया है। विधानसभा दो में कई बड़े आयोजनों के पोस्टर होर्डिंग लग चुके हैं और दोनों ही विधायकों ने स्थानीय कार्यक्रमों में प्रचार भी शुरू कर दिया है। 
    विधानसभा दो में धार्मिक आयोजनों पर अधिक फोकस किया जा रहा है। क्षेत्र में इसी सप्ताह दो बड़े आयोजन हैं। निरंजनपुर में खाटू श्याम मंदिर के पास में कथा है, नंदा नगर बृजमोहन महाराज द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। धार्मिक आयोजनों के साथ ही स्वास्थ्य के आयोजन भी करवाए जा रहे हैं। रविवार को ही स्वास्थ्य शिविर लगाया गया जिसमें जरूरतमंद लोगों को मशीनें, दवाएं आदि दी गई। 
    रमेश मेंदोला की टीम ने हर वार्ड में उनके लिए दौरे शुरू करवा दिए हैं। रहवासी संघों के साथ ही व्यापारियों, क्षेत्रीय लोगों के साथ बैठकों का दौर चल रहा है। रमेश मेंदोला लगभग हर दिन किसी न किसी वार्ड में कार्य़क्रम के लिए जा रहे हैं। भले ही उनका टिकट तय नहीं हुआ हो लेकिन वे लोगों से प्रचार के लिए सतत मिल रहे हैं। 
    विधानसभा क्षेत्र क्रमांक दो के कार्यक्रमों में विधायक आकाश विजयवर्गीय भी विधायक रमेश मेंदोला के साथ कार्यक्रमों में नजर आ रहे हैं। आकाश फिलहाल क्षेत्र क्रमांक तीन से विधायक हैं लेकिन उनके पिता कैलाश विजयवर्गीय को क्षेत्र क्रमांक एक से टिकट मिलने के बाद यह माना जा रहा है कि अब उन्हें फिर से टिकट मिलने की संभावना कम हो चुकी है। विधानसभा दो में होने वाले हर कार्यक्रम में वह पूरा समय दे रहे हैं। कई जगह उनके नाम के होर्डिंग पोस्टर भी लगे हुए हैं। 
    विधानसभा तीन में आकाश विजयवर्गीय ने सक्रियता कम कर दी है। वह तीन में विधायक हैं और चुनाव नजदीक हैं लेकिन तीन में आयोजन लगभग बंद हैं। आकाश अपने क्षेत्र को छोड़ विधानसभा दो में पूरे समय सक्रिय हैं। 
    साभार अमर उजाला

  • पांच राज्यों में चुनाव तारीखों का एलान, मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को चुनाव, 3 दिसंबर को होगी मतगणना

    नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने आज यानी सोमवार दोपहर 12 बजे एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान पांच राज्यों में होने वाले चुनावों का एलान कर दिया गया। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनावों की तारीखों के बारे में विस्तार से बताया। सभी राज्यों के चुनाव परिणाम तीन दिसंबर को आएंगे।

    सभी 5 राज्यों के चुनाव नतीजे एक साथ ही 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। वहीं मध्य प्रदेश के पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में 7 और 17 नवंबर को चुनाव होना है। राजस्थान में 23 नवंबर को चुनाव होगा। सबसे अंत में 30 नवंबर को तेलंगाना में चुनाव होना है। इलेक्शन के कैलेंडर की शुरुआत मिजोरम से होगी, जहां 7 नवंबर को मतदान होना है। इसी दिन छत्तीसगढ़ में चुनाव के पहले चरण की वोटिंग होगी।

    कब कहां वोटिंग? 
    मिजोरम- 7 नवंबर
    छत्तीसगढ़- पहला चरण 7 नवंबर और दूसरा चरण 17 नवंबर को 
    मध्यप्रदेश- 17 नवंबर 
    राजस्थान- 23 नवंबर 
    तेलंगाना- 30 नवंबर
    नतीजे- तीन दिसंबर
    कुल 16.14 करोड़ मतदाता इन चुनावों में अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे
    मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि कुल 16.14 करोड़ मतदाता इन चुनावों में अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। इनमें 8.2 करोड़ पुरुष मतदाता, 7.8 करोड़ महिला मतदाता होंगे। इस बार 60.2 लाख नए मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। खास बात यह भी है कि 60.2 लाख नए मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। इनकी उम्र 18 से 19 साल के बीच है। 15.39 लाख वोटर ऐसे हैं, जो 18 साल पूरे करने जा रहे हैं और जिनकी एडवांस एप्लीकेशन प्राप्त हो चुकी हैं।
    साभार अमर उजाला 

  • मध्य प्रदेश में कल हो सकता है चुनाव की तारीखों का एलान

    भोपाल। चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश समेत सभी पांचों राज्यों की चुनावी तैयारियों की समीक्षा कर ली है। गुरुवार को आयोग ने सभी राज्यों के निर्वाचन अधिकारियों से वीसी के माध्यम से तैयारियों को लेकर चर्चा भी की। चुनाव आयोग सोमवार को चुनाव की तारीखों का एलान कर सकता है। इसके बाद ही पूरे प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। इस बार भी पिछले वर्ष की तरह एक चरण में ही मतदान होगा। जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश में नवंबर के तीसरे या चौथे सप्ताह में मतदान हो सकता है। बता दें प्रदेश सरकार का कार्यकाल 6 जनवरी 2024 को खत्म हो रहा है। 
    2018 में मध्य प्रदेश में 6 अक्टूबर को चुनाव की तारीखों का एलान हुआ था। वहीं, 28 नवंबर को एक चरण में चुनाव हुए थे। वहीं, 2013 में चार अक्टूबर, 2008 में 14 अक्टूबर और 2003 में 12 अक्टूबर को चुनाव की तारीखों का एलान हुआ था।
    प्रदेश में चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। इसके बाद सार्वजनिक लोकार्पण और शिलान्यास प्रतिबंध हो जाएंगे। किसी भी नए काम या योजना को स्वीकृति नहीं दी जा सकेंगी। सरकार अपनी उपलब्धी के होर्डिंग्स नहीं लगा सकेंगी। सरकार अपनी उपब्धियों के विज्ञापन मीडिया में नहीं दे सकेंगी। 
    साभार अमर उजाला

  • शिवराज पीएम पर दबाव बनाने जनता से पूछ रहे मैं चुनाव लड़ू या नहीं लड़ू : कमलनाथ

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले नेताओं की बयानबाजी से सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी में पीसीसी चीफ और पूर्व सीएम कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर बड़ा हमला बोला है। पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मध्य प्रदेश भाजपा में हताशा चरम पर है। पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम लेना बंद कर दिया और उन्हें मुख्यमंत्री की दौड़ से बाहर कर दिया। इसके जवाब में प्रधानमंत्री पर दबाव बनाने के लिए पहले तो मुख्यमंत्री ने जनता के बीच यह पूछना शुरू किया कि मैं चुनाव लड़ूं या नहीं लड़ूं और अब सीधे पूछ रहे हैं कि मोदी जी को प्रधानमंत्री होना चाहिए या नहीं। नाथ ने कहा कि पीएम और सीएम की जंग में, भाजपा में जंग होना तय है। जिन्हें टिकट मिला, वह लड़ने को तैयार नहीं है और जो टिकट की रेस से बाहर हैं, वह सबसे लड़ते फिर रहे हैं। 
    बता दें सीएम शिवराज जनता से पूछ रहे है कि मैं चुनाव लड़ू या नहीं लड़ू। तीन अक्टूबर को सीएम ने बुदनी में पूछा कि मैं चुनाव लड़ूं या नहीं? यहां से लड़ू या नहीं? चार अक्टूबर को उन्होंने बुरहानपुर में कहा कि मैं देखने में दुबला पतता हूं, पर लड़ने में तेज हूं। इससे पहले सीहोर में कहा था कि मैं चला जाऊंगा तो बहुत याद आऊंगा। शुक्रवार को डिंडौरी में जनता से पूछा कि सरकार कैसी चल रही है, सीएम बनूं या नहीं? उन्होंने मीडिया के इन बयानों को देने को लेकर सवाल किया तो बोले कि इसे समझने के लिए गहरी दृष्टि चाहिए।

    साभार अमर उजाला

  • प्रदेश में कांग्रेस की लहर, सरकार बनना तय : युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत

    इंदौर। प्रदेश की 36 आदिवासी सीटों पर आदिवासी स्वाभिमान यात्रा निकालने वाले प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया का मानना है कि प्रदेश में इस बार कांग्रेस की लहर है और जनता का आक्रोश भाजपा सरकार के प्रति नजर आ रहा है। इस बार कांग्रेस की सरकार बनना तय है। जनता ने समझ लिया है जिन्होंने बाबा महाकाल को नहीं छोड़ा, महाकाल लोक बनाने में 50 प्रतिशत कमिशन लिया। वे जनता को लूटने में कमी नहीं रखेंगे।
    आदिवासी समाज के मुद्दे पर विक्रांत बोले कि प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार की घटनाएं लगातार हो रही है। सीधी का पेशाब कांड हो या नीमच में आदिवासी को गाड़ी से बांधने का मामला। इस तरह की कई घटनाएं प्रदेश में रुकने का नाम नहीं ले रही है इनमें भाजपा के लोगों के नाम आ रहे है।
    घोटाले के मुद्दे पर विक्रांत बोले कि प्रदेश में पटवारी घोटाले हुआ। अयोग्य लोगों से पैसे लिए गए। भाजपा नेतागणों के काॅलेज में परीक्षा में धांधली कर अच्छे नंबरों से उन्हें पास कराया गया। जिन लोगों को नहीं पता कि मध्य प्रदेश की राजधानी क्या है, वे लोग टाॅप टेन में आ गए। प्रदेश में योग्य लोगों का शोषण हो रहा है। यह माहौल देखकर जनता मन बना चुकी है कि वह इस बार कांग्रेस का साथ देगी।
    मालवा निमाड़ में कांग्रेस की स्थिति को लेकर कहा कि पिछले चुनाव में मालवा-निमाड़ में कांग्रेस की सीटें ज्यादा थी। प्रदेश मे मैने आदिवासी स्वाभिमान यात्रा 36 आदिवासी सीटों पर निकली गई। इनमें ज्यादातर मालवा निमाड़ की सीटें थी। वहां कांग्रेस की प्रति जनता का समर्थन देखकर लग रहा है कि प्रदेश में कांग्रेस की लहर है।
    बूथ स्तर तक संगठन की तैयारी है। यूथ कांग्रेस ने हर बूथ पर पांच कार्यकर्ता तैयार किए है। युवा वर्ग का सरकार के प्रति आक्रोश है। खुद के चुनाव लड़ने पर विक्रांत बोले कि पार्टी चुनाव में जो जिम्मेदारी देगी, उसका आदेश माना जाएगा। हमारी तरफ से पूरी तैयारी है।
    साभार अमर उजाला

  • कनाडा में मंदिरों पर हमला करने वाला गिरफ्तार, भारत ने बनाया था दबाव

    ओटावा। कनाडा की पुलिस ने बीते गर्मी के महीने के बाद से मंदिरों को अपवित्र करने की घटना में कार्रवाई करते हुए पहली गिरफ्तारी की है। आपको बता दें कि मंदिरों की दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में स्प्रे पेंटिंग और भारत विरोधी नारे लिखे गए थे। भारत ने कार्रवाई का दबाव बनाया था। 
    हिंदुस्तान टाइम्स के एक सवाल का जवाब देते हुए रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस की सरे टुकड़ी के एक प्रवक्ता ने कहा कि 12 अगस्त और 14 अगस्त की घटनाओं के संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, पुलिस ने हिरासत में लिए गए व्यक्ति की पहचान नहीं की है।
    12 अगस्त को सरे में लक्ष्मी नारायण मंदिर को अपवित्र कर दिया गया था। मंदिर के मुख्य द्वार और दरवाजों पर पोस्टर चिपका दिए गए। सामने के गेट पर लगे पोस्टर में ओटावा में भारत के उच्चायुक्त के साथ-साथ टोरंटो और वैंकूवर में भारत के राजदूतों के नाम और तस्वीरों के नीचे वांटेड शब्द लिखा था। वहीं, दूसरी घटना में, कनाडा से 18 जून को खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में 'भारत की भूमिका' की जांच करने का आह्वान किया।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • शिवराज सिंह का बड़ा दाव... सरकारी नौकरियों में महिलाओं को अब 35% आरक्षण

    भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा दांव चल दिया है। मध्य प्रदेश में सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए आरक्षण में वृद्धि कर दी गई है। यहां महिलाओं को अब 35 फीसदी आरक्षण मिलेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह फैसला ऐसे समय पर लिया है जब हाल ही में केंद्र सरकार ने लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देने को लेकर कानून बनाया है।
    शिवराज सिंह चौहान ने महिला दिवस पर इसको लेकर ऐलान किया था कि महिलाओं के आरक्षण में वृद्धि की जाएगी। सामान्य प्रशासन विभाग ने इसको लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। राज्य में अब तक महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण प्राप्त था, इसमें अब वृद्धि कर दी गई है। वन विभाग को छोड़कर राज्य सरकार के अधीन जितनी भी नौकरियां हैं उनमें सीधी भर्ती के पदों पर 35 फीसदी आरक्षण महिलाओं के लिए होगा।
    मध्य प्रदेश में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है। करीब दो दशक से सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी को एंटी इनकंबेसी फैक्टर की चिंता सता रही है। ऐसे में एक तरफ जहां टिकट बंटवारे में बड़े फैसले करते हुए दिग्गजों को उतारा गया है तो दूसरी तरफ चुनाव तारीखों के ऐलान से पहले शिवराज सिंह चौहान हर दिन कोई बड़ी घोषणा कर रहे हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

     

  • सीएम कल करेंगे महाकाल लोक के दूसरे चरण के साथ तैयार हाईटेक अन्नक्षेत्र का लोकार्पण

    उज्जैन। देशभर में उज्जैन का महाकाल लोक चर्चित हो गया है, जिसके चलते लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां आने लगे हैं। बाबा महाकाल के दर्शन के भी तमाम रिकॉर्ड टूट रहे हैं। वहीं अब श्रद्धालुओं को आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही है। कल 5 अक्टूबर को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान महाकाल लोक के दूसरे चरण का लोकार्पण करेंगे, जिसमें विशाल पार्किंग, यूनिटी मॉल और भक्त निवास के भूमिपूजन के साथ-साथ देश के सबसे हाईटेक तैयार अन्न क्षेत्र का लोकार्पण भी करेंगे। 25 करोड़ की लागत से महाकाल लोक परिसर के पास निर्मित इस अन्नक्षेत्र में एक दिन में एक लाख श्रद्धालुओं को भोजन करवाने की क्षमता है।
    देश के बड़े गुरुद्वारों से लेकर तिरुपति बालाजी, शिर्डी व अन्य धार्मिक स्थलों पर अन्न क्षेत्र चल रहे हैं। उनकी जानकारी लेकर उज्जैन में सबसे बड़ा और अत्याधुनिक अन्नक्षेत्र त्रिवेणी संग्रहालय के सामने मौजूद वाहन पार्किंग के पास तैयार किया गया है। उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और महाकाल मंदिर प्रशासक तथा उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ संदीप सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि 5 अक्टूबर से ही इस अन्न क्षेत्र की शुरुआत हो रही है। इंदौर के अग्रवाल परिवार ने बड़ी दान राशि इस अन्न क्षेत्र के लिए दी है। वहीं एक अन्य दानदाता, जिन्होंने अपना नाम गुप्त ही रखा। उन्होंने लगभग 7 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के हाईटेक किचन एक्यूपमेंट दिए हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस भी उतारेगी दिग्गजों को, कमलनाथ, भूरिया और पचौरी संभालेंगे मैदान

    भोपाल। भाजपा की तीन सूची में 79 नाम आने के बाद कांग्रेस भी अपने प्रत्याशियों की सूची जारी करने की तैयारी में जुट गई है। इसको लेकर दिल्ली में मंगलवार को कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई। इसमें प्रत्याशियों को लेकर चर्चा की गई। इसके अनुसार अब कांग्रेस भी अपने दिग्गजों को मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। इसमें पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ेंगे।
    कई मंचों पर चुनाव लड़ने को लेकर पूछे सवाल पर कमलनाथ अब तक गोलमोल जवाब देते है। यही वजह है कि उनके चुनाव लड़ने को लेकर असमंजस वाली स्थिति रही। अब पार्टी सूत्रों का कहना है कि भाजपा के पहलवानों को टक्कर देने के लिए कमलनाथ भी चुनाव मैदान में दिखेंगे। 
    वहीं, चुनाव लड़ने से कतरा रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी भी चुनाव लड़ेंगे। पचौरी दो बार भोजपुर से विधानसभा का चुनाव हार चुके हैं। अब पार्टी फिर से उनको उतारने पर विचार कर रही है। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया भी झाबुआ से चुनाव मैदान में उतरेंगे। झाबुआ और रतलाम के सांसद रहे कांतिलाल भूरिया अपने बेटे विक्रांत भूरिया के लिए खुद चुनाव लड़ने से मना करते आ रहे थे। 
    राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विवेक तन्खा ने भी विधानसभा का चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। दो बार जबलपुर से लोकसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा चुके तन्खा को दोनों बार हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, कांग्रेस के अंदर ही उनको नरसिंहपुर से भाजपा के प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल के सामने मैदान में उतारने को लेकर चर्चा है। 
    पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह भी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने 2003 के बाद से कोई विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा है। उन्होंने 2019 में भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन वे हार गए। दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह राघौगढ़ और छोटे भाई लक्ष्मण सिंह चाचौड़ा से विधायक हैं। दिग्विजय सिंह की प्रदेश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में अच्छी पकड़ है। वे हारी सीटों को जिताने के लिए पिछले कई दिनों से दौरे कर रहे हैं। जानकार उनके चुनाव नहीं लड़ने के पीछे एक यह वजह भी बता रहे हैं।
    साभार अमर उजाला

  • कांग्रेस को वोट देने का मतलब है पाकिस्तान को समर्थन करना - विजयवर्गीय

    इंदौर। इंदौर में विधानसभा एक से भाजपा प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर वर्ग विशेष के तुष्टिकरण का आरोप लगाया है। कैलाश विजयवर्गीय ने एक सभा में कहा कि कांग्रेस को वोट देने का मतलब है पाकिस्तान का समर्थन करना। क्योंकि ये लोग सिर्फ वोट की राजनीति करते हैं। तुष्टीकरण के लिए विशेष वर्ग के लोगों को समर्थन करते हैं। हमारे साथ खड़े होकर रामनाम बोलने का नाटक करते हैं। हम राम नाम बोलकर पैदा हुए राम नाम बोलकर ही मरेंगे। हम नौटंकी वाले लोग नहीं हैं कि कभी जनेऊ पहन लिया तो कभी टोपी पहन ली। हम राम के पट्ठे हैं। दुपट्टा डाल के चलते हैं, कोई डुप्लिकेट रोल नहीं है अपना। 
    कैलाश विजयवर्गीय ने कहा पहले की पीढ़ियों ने तो बहुत खराब समय देखा। मंदिरों को टूटते हुए देखा। सोमनाथ का मंदिर टूट गया, राम मंदिर टूट गया, कृष्ण मंदिर टूट गया। मुगलों का शासन हुआ करता था। हम भाग्यशाली हैं कि पीएम मोदी के शासन में मंदिर बनते हुए देख रहे हैं। महाकाल लोक बन रहा है। सब दूर मंदिर का निर्माण हो रहा है। भारत की अस्मिता को आगे बढ़ाने का काम पीएम मोदी के नेतृत्व में हो रहा है। इसलिए हम सब कार्यकर्ता को घर घर जाकर यह बातें बताना हैं। 
    विजयवर्गीय ने कहा सोनिया गांधी ने तो कोर्ट में एफिडेविट दिया था कि राम नाम का तो कोई व्यक्ति नहीं था यह तो काल्पनिक है। रामचरितमानस उपन्यास है। अभी घमंडियों का एक गठबंधन बन चुका है। उनके एक पार्टनर जो तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री हैं, उनके बेटे स्टालिन ने सनातन धर्म को समाप्त कर देना चाहिए कहा है। हमने सोचा था कांग्रेस इसका विरोध करेगी लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के बेटे ने उनका समर्थन कर दिया। बिहार के शिक्षा मंत्री ने उनका समर्थन कर दिया। इस प्रकार रामचरितमानस का कांग्रेस ने हमेशा अपमान किया है। इसलिए हमें सोचना है कांग्रेस क्या कर रही है। क्या इस देश से सनातन धर्म को कोई समाप्त कर सकता है? बताओ, किसकी मां ने दूध पिलाया है जो यह कर सकता है। हमारी माताओं ने हरतालिका तीज का त्योहार मनाया। राजबाड़े पर हमारी माताएं भूखी प्यासी अपने पति की दीर्घायु के लिए उपवास रखती हैं। यह सनातन परंपरा है। क्या कोई इस परंपरा को समाप्त कर सकता है। कांग्रेस सनातन को समाप्त करने की बात करती है और मुझे मालूम है यहां के कांग्रेस के उम्मीदवार नाटक करते हैं। साड़ी बाटते हैं, कथा करवाते हैं। यह सब नाटक है वास्तविकता कुछ और है। 
    साभार अमर उजाला

  • भारत ने कनाडा के दर्जनों राजनयिकों को दिया तुरंत देश छोड़ने का आदेश: रिपोर्ट

    नई दिल्ली। भारत और कनाडा के बीच खालिस्तान को लेकर छिड़ा विवाद और तेज हो गया है। भारत सरकार ने कनाडा के दर्जनों राजनयिकों को देश से बाहर निकलने का आदेश जारी किया है। यह अब तक का सबसे बड़ा ऐक्शन है। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। अखबार के मुताबिक भारत सरकार ने कनाडा से कहा कि उसके राजनयिक भारत छोड़ दें। पूरे मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि मोदी सरकार ने कहा है कि कनाडा के 40 डिप्लोमैट्स 10 अक्टूबर तक भारत छोड़ दें। 
    भारत सरकार ने इस बात के पहले ही संकेत दे दिए थे, जब विदेश मंत्रालय ने कहा था कि कनाडा के ज्यादा राजनयिक यहां तैनात हैं। ऐसे में उनकी संख्या कम किए जाने की जरूरत है। अभी कनाडा की ओर से इस पर कोई रिएक्शन नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है कि कनाडा से भी भारतीय डिप्लोमैट्स की संख्या में कमी आ सकती है। भारत की ओर से कनाडा के खिलाफ यह चौथा ऐक्शन है। भारत ने सबसे पहले कनाडा के एक खुफिया अधिकारी को देश छोड़ने का आदेश दिया था। फिर वीजा सेवाओं को बंद कर दिया गया है और कनाडा के नागरिकों की भारत में एंट्री पर रोक लगा दी गई। यही नहीं भारत सरकार ने कनाडा की यात्रा करने वाले भारतीयों के लिए एडवाइजरी भी जारी की थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • एमपी में कांग्रेस सरकार बनने पर जातिगत जनगणना कराएंगे : कमलनाथ

    भोपाल। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि राहुल गांधी ने समाज के वंचित तबके का जो मुद्दा उठाया है, वह सामाजिक न्याय की कसौटी है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनते ही जातिगत जनगणना कराई जाएगी और समाज के हर वर्ग को शासन और प्रशासन दोनों में न्यायोचित हिस्सेदारी दी जाएगी। पूर्व सीएम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सदैव से सामाजिक न्याय के साथ खड़ी रही है। मध्य प्रदेश में ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला भी कांग्रेस की सरकार ने किया था, जिसे भाजपा ने षड्यंत्रपूर्वक खत्म कर दिया। उन्होंने आगे लिखा कांग्रेस आएगी। सामाजिक न्याय लाएगी। 
    बता दें कमलनाथ ने राहुल गांधी की सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को टैग कर अपनी बात कही। जिसमें राहुल गांधी ने लिखा कि बिहार की जातिगत जनगणना से पहला चला है कि वहां ओबीसी, एससी और एसटी 84 प्रतिशत है। केंद्र सरकार के 90 सचिवों में सिर्फ तीन ओबीसी हैं, जो भारत का मात्र पांच प्रतिशत बजट संभालते हैं। इससे पहले राहुल गांधी ने अपने मध्य प्रदेश दौरे पर केंद्री की मोदी सरकार को ओबीसी विरोधी बताया था। 
    प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही अपने आप को ओबीसी का हितैषी बता रही है। इसका कारण प्रदेश की 80 से अधिक सीटों पर ओबीसी वर्ग का प्रभाव होना है। भाजपा दावा करती है कि उसने प्रदेश को तीन-तीन ओबीसी मुख्यमंत्री उमा, बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान दिए। कांग्रेस सिर्फ उलझाने का काम करती है। वहीं, कांग्रेस दावा कर रही है कि उसने ओबीसी को 14 से 27 प्रतिशत आरक्षण दिया। हालांकि अभी यह कोर्ट में लंबित है।
    साभार अमर उजाला

  • टिकट कटने से नाराज भाजपा नेता प्रत्याशियों का कर रहे खुलकर विरोध

    छिंदवाड़ा। परासिया अमरवाड़ा और जुन्नारदेव में टिकट वितरण से नाराज नेताओं ने बगावत कर दी है। इन तीनों विधानसभा क्षेत्र में खुद को टिकट का दावेदार मानने वाले नेता भाजपा संगठन से नाराज तो हैं, वहीं खुलेआम प्रत्याशियों का विरोध करते नजर आ रहे हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इन्हें मनाने की जवाबदारी बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सी टी रवि को दी गई थी, लेकिन वे भी इन नाराज नेताओं को नहीं मना पाए। 
    बता दें परासिया में ज्योति डेहरिया को टिकट दी गई है, जिसको लेकर बावरिया गुट नाराज है। पूर्व एमएलए रहे बावरिया को मनाने के लिए रविवार को बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी परासिया में उनके घर गए थे लेकिन आधे घंटे हुई गुप्त चर्चा के बाद भी बावरिया सुशील मोदी से नहीं मान पाए। वहीं सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सी टी रवि बावरिया के पास पहुंचे, लेकिन उन्हें भी बैरंग लौटना पड़ा। 
    जुन्नारदेव में भी कुछ ऐसे ही हालत देखने को मिल रहे हैं। यहां नथन शाह की टिकट के खिलाफ आशीष ठाकुर लाम बंद हो गए हैं तथा उनके समर्थक एक नई नीति बनाने की तैयारी में हैं। इन्हें भी मानने का प्रयास किया गया, लेकिन सुशील मोदी के मनाने पर वह तैयार नहीं हुए। अमरवाड़ा में पहले ही उत्तम ठाकुर के समर्थक मोनिका बट्टी का विरोध कर चुके हैं, समझा जा सकता है कि तीनों जगह एक से हालत है।
    साभार अमर उजाला

     

  • आप ने इंदौर के तीन विधानसभा क्षेत्रों में खड़े किए दावेदार, कड़ी टक्कर की तैयारी

    इंदौर। आम आदमी पार्टी ने इंदौर के तीन विधानसभा क्षेत्रों में दावेदार खड़े कर दिए हैं। विधानसभा एक, चार और महू से आप ने नामों की घोषणा कर दी है। एक से अनुराग यादव चार से डॉक्टर पीयूष जोशी और महू से सुनील चौधरी दावेदारी कर रहे हैं। 
    डॉक्टर पीयूष जोशी आप के प्रदेश प्रवक्ता हैं। वे कहते हैं कि मैं आज मप्र की व्यवस्थाओं की सर्जरी करने की बेहद आवश्यकता है। वे स्वास्थ्य, शिक्षा और व्यापार की नीतियों को बेहतर करने के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने बेहतर सरकारी स्कूल, मोहल्ला क्लिनिक और लोकल बिजनेस ऑथोरिटी की मांग की है। उनका मानना है कि इन तीनों मुद्दों पर काम करके ही प्रदेश को बेहतर दिशा में आगे ले जाया जा सकता है। 
    अनुराग यादव आम आदमी पार्टी के आंदोलनों में कई बार जेल जा चुके हैं। उन्होंने बीकाम किया है और 2015 से पार्टी से जुड़ गए थे। उन्हें पार्षद चुनाव के समय आलीराजपुर का प्रभार दिया गया था। अनुराग का कंस्ट्रक्शन का काम है। वे एक नंबर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं जहां पर भाजपा से कैलाश विजयवर्गीय और कांग्रेस से संजय शुक्ला की दावेदारी है। इसे इंदौर में सबसे रोमांचक मुकाबले वाली सीट माना जा रहा है। 
    सुनील चौधरी महू से आप के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। वे राजनीति को समाजसेवा का क्षेत्र मानते हैं। उन्होंने एलएलबी किया है और कई सामाजिक संगठनों से जुड़े हुए हैं। सुनील युवाओं के बीच भी खासे लोकप्रिय हैं और कई खेल संगठनों से भी जुड़े हैं। रक्तदान, पौधरोपण, शिक्षण सामग्री में मदद जैसे काम वे अपने समूहों के साथ लंबे समय से कर रहे हैं। 
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  • लांबाखेड़ा में कांग्रेस की लोकतंत्र बचाओ पैदल यात्रा को पुलिस ने रोका, दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए

    भोपाल। आदिवासी समाज के लोगों की लोकतंत्र बचाओ पैदल यात्रा को सोमवार को पुलिस ने भोपाल के करोंद के पास लांबाखेड़ा में रोक दिया। यात्रा में शामिल लोगों ने पुलिस पर यात्रा को आगे बढ़ने से रोकने का षड्यंत्र करने का आरोप लगाया। हालांकि पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के मौके पर पहुंचने पर पुलिस ने यात्रा को आगे बढ़ने दिया। यात्रा में दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए। इससे पहले लांबाखेड़ा में ही यात्रा को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि आज दो अक्टूबर को महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती है। पूरे विश्व में दो अक्टूबर को अंहिसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। 
    दिग्विजय सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी ने पूरे जीवन पर अहिंसा के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उनका दोष केवल यह था कि वह सभी साथ लेकर चलते थे। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई। अनुसूचित जाति और जनजाति सभी को सम्मान की नजर से देखते थे। सबसे पहले छूआछूट का यदि किसी ने आंदोलन किया तो महात्मा गांधी ने किया। आज उनका जन्म है। अंहिसा का दिवस है। यह यात्रा में किसी ने झगड़ा नहीं किया। शांति मार्च किया। दो अक्टूबर को यहां आने का मकसद यह है कि हम अंहिसा के पूजारी है। हम अनुसूचित जाति और जनताति के अधिकारों के लिए शांति पूर्वक बिना किसी लड़ाई के हमारी गरीब, दलित, एससी, एसटी जिनकी जमीन छिन ली गई। जिनको दंबंगों के पैरों के तले दबाया जा रहा है। दंबंगों द्वारा आदिवासियों के ऊपर पेशाब किया जा रहा है। अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों के शरीर पर मल लेपा जा रहा है। और यह भारतीय जनता पार्टी की सरकार और यह मामा जो कहता है कि मैं तुम्हारा हूं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि तुम किसके हो हमें मालूम है। तुम सिर्फ नगद के हो। भ्रष्टाचार के हो। तुम किसी के सगे नहीं हो। मैं आरोप लगा रहा हूं। हिम्मत होती तो मेरे ऊपर मानहानि का दावा करता मामा। मेरे पास गवाह है कि इनके भ्रष्टाचार के है। 
    यह लोग देश के लोकतंत्र को खरीद और बेच रहे 
    पूर्व सीएम ने कहा कि यात्रा में शामिल लोगों को कहा कि यहां से शांतिपूर्वक अंबेडकर मैदान तक चलेगा। मैं आपके साथ चलूगा। आज में बिना पूजा और अनाज खां के नहीं आया हूं। उन्होंने राजा साबह जिंदाबाद के नारे लगाने वालों को टाकते हुए कहा कि कोई राजा साहब जिंदाबाद नहीं बोलेगा। नारे आदिवासी, जनजाति, पिछड़ा वर्ग के पक्ष में, अंहिसा के पक्ष में, लाल बहादुर के पक्ष में, भीमराव अंबेडकर के पक्ष में होंगे। क्योंकि इन्होंने हमें आजादी दिलाई और लोकतंत्र दिया। उन्होंने भाजपा का नाम लिए बिना कहा कि यह लोग इस देश के लोकतंत्र को खरीद और बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को गिराने में करोड़ों रुपए किसका पैसा लगा था। क्या गरीब का पैसा लगा था। क्या विधायकों को चेक से पेमेंट किया था। नोट की गड्डियों से पेमेंट किया गया था। 
    लोकतंत्र बचाव यात्रा में शामिल वकील सुनील कुमार आदिवासी ने बताया कि पुलिस अनुमति नहीं होने समेत अलग-अलग बहाने कर यात्रा को रोक रही थी। इस बीच पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पहुंचे। जिसके बाद पुलिस ने यात्रा को आगे बढ़ने दिया। दिग्विजय सिंह ने कहा कि गांधी जयंती पर अहिंसावादी लोगों को रोकने की कोशिश की जा रही है। 
    साभार अमर उजाला

  • ओपिनियन पोल :  मध्य प्रदेश में कांग्रेस के लिए बड़ी खुशखबरी, भाजपा को कितनी सीटें?

    भोपाल। जल्द इस मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में सभी पार्टियां जनता को लुभाने में जुटी हैं। अभी हाल ही में बीजेपी अपने 79 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। हालांकि अभी तक कांग्रेस में उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है। ऐसे में प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी इसका फैसला जनता को करना है। विधानसभा चुनाव को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं।  इसी बीच टाइम्स नाउ नवभारत ने ओपिनियन पोल जारी किए हैं।
    नए सर्वे रिपोर्ट रिपोर्ट के मुताबिक, अगर आज मध्य प्रदेश में विधानसभा के चुनाव हुए तो बीजेपी को 102 से 110 सीटें मिल सकती हैं। जबकि कांग्रेस को 118 से 128 सीटें मिलने के आसार हैं। वहीं, अन्य दलों को 02 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं, अगर सर्वे में वोट शेयर की बात करें तो बीजेपी को 2023 के चुनाव में 42.8 फीसदी वोट मिल सकता है। जबकि, कांग्रेस को 43. 8 फीसदी वोट मिल रहा है। जबकि अन्य के खाते में 13.40 वोट फीसदी जा सकता है।
    बता दें कि बीजेपी ने अबतक मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीट में से 78 सीट पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। बीजेपी ने मध्य प्रदेश में 9 सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा।  कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रह्लाद सिंह पटेल, गणेश सिंह, राकेश सिंह, रीति पाठक और सांसद उदयप्रताप सिंह शामिल हैं। बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भी चुनावी मैदान में उतारा.कैलाश विजयवर्गीय इंदौर-1 से चुनाव लड़ेंगे। 
    साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो उसमें बीजेपी को 56 सीटों का नुकसान के साथ कुल 109 सीटें मिली थी। जबकि कांग्रेस को कुल 114 सीटें हासिल हुई थी। जबकि बीएसपी को दो सीटें मिली थी। इस साल कांग्रेस करीब 15 सालों के बाद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और करीब डेढ़ साल सत्ता में रही। हालांकि इसके बाद हुए उलटफेर के चलते बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई थी जिसमें कांग्रेस से बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बड़ा रोल निभाया था।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने गाया गाना...तो नाचने लगे कांग्रेसी कार्यकर्ता

    इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर में एक दिलचस्प नजारा लोगों को देखने के लिए मिला जहां बीजेपी नेता के गाने की धुन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर डांस किया. दरअसल गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान जब बीजेपी के कद्दावर नेता और इंदौर- विधानसभा सीट से प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय का काफिला गुजर रहा था तो वहीं रास्ते में कांग्रेस की एक सभा चल रही थी.
    विजयवर्गीय इस दौरान 'ये देश हैं वीर जवानों का' गीत गा रहे थे. उनका ये गीत सुनकर कांग्रेस के कार्यक्रम में मौजूद कार्यकर्ता भी खुद को थिरकने से नहीं रोक पाए. अब कैलाश विजयवर्गीय का ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
    एक तरफ कैलाश विजयवर्गीय अपनी सुर में गा रहे थे वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस कार्यकर्ता उनके गानों पर ताल दे रहे थे. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अपने गीत पर थिरकते हुए देखकर कैलाश विजयवर्गीय का जोश और बढ़ गया और वो गीत को आगे बढ़ाते रहे.
    साभार आज तक 

  • एक अक्तूबर को भोपाल आएंगे गृहमंत्री अमित शाह, प्रत्याशियों का फीडबैक लेंगे

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे मध्य प्रदेश में लगातार बन रहे हैं, वहीं अमित शाह भी एमपी में अपनी पकड़ बढ़ाते जा रहे हैं। प्रदेश में भाजपा को जीत दिलाने के लिए शाह ने खुद कमान संभाल रखी है। अब एक बार फिर भोपाल आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि अगले महीने अक्तूबर में 1 तारीख को शाह भोपाल आएंगे। उनके इस भोपाल दौरे की खबर पाकर प्रदेश संगठन व्यवस्थाओं में जुट गया है। शाह भोपाल में कई संगठनात्मक बैठको में भाई लेंगे। चर्चा ये भी है कि शाह भाजपा प्रत्याशियों की सूची जारी होने पर विधानसभाओ से आया फीडबैक भी लेंगे। 
    जानकारी के अनुसार गृहमंत्री अमित शाह सुबह 11:30 बजे भोपाल पहुँचेंगे। वे भोपाल में क़रीब तीन घंटे रुकेंगे। इस दौरान वे पार्टी कार्यालय में ही अलग अलग बैठके लेंगे। इनमें शाह के साथ ही पार्टी के अन्य वरिष्ठ भी शामिल होंगे। आचार संहिता लगने के पहले हो रहे शाह के इस दौरे को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 
    इससे पहले शाह अपने फार्मूले के तहत प्रदेश में यूपी गुजरात बिहार महाराष्ट्र जैसे राज्यों से नेताओं को इंपोर्ट कर चुनाव में तैनात कर चुके हैं। इन प्रवासी नेताओं ने मध्य प्रदेश में मोर्चा संभाल भी लिया है। बुधवार को भी इन नेताओं ने बैठक कर प्रदेश में चुनाव की रणनीति बनाई। इनको अलग अलग विधानसभाओ का अलग प्रभार दिए गया है। 
    इधर, भाजपा एमपी में अब तक प्रत्याशियों की तीन सूचियां जारी कर चुकी है, जिसमें 79 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जा चुके हैं। पहली दो सूची में भाजपा ने 39-39 नाम जारी किए थे। तीसरी सूची में सिर्फ एक नाम घोषित किया था। इतना ही नहीं भाजपा ने अपनी पहली सूची अगस्त महीने में ही घोषित कर दी थी। अब 151 सीटें शेष रह गई हैं जहां भाजपा को प्रत्याशी का नाम सामने लाना है।
    साभार अमर उजाला

  • श्रीलंका ने कनाडा पर उठाए सवाल, कहा- आतंकी पालता है कनाडा, हमारे साथ भी ऐसा ही किया

    न्यूयॉर्क। खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की मौत में भारत का हाथ होने की आशंका जता रहे कनाडा पर अब श्रीलंका सरकार ने भी सवाल उठाए हैं। श्रीलंका का कहना है कि कनाडा में कुछ आतंकवादियों को 'सुरक्षित ठिकाना' मिल गया है। साथ ही उन्होंने निराधार आरोप लगाने पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर भी सवालिया निशान लगाए हैं।
    न्यूयॉर्क पहुंचे श्रीलंका के विदेश मंत्री ने भारत और कनाडा के बीच जारी तनाव पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'कुछ आतंकवादियों को कनाडा में सुरक्षित ठिकाना मिल गया है। कनाडाई प्रधानमंत्री के पास बिना किसी सबूत के कुछ अपमानजनक आरोप लगाने का यही तरीका है। यही बात उन्होंने श्रीलंका के लिए भी की, यह कहना कि श्रीलंका में नरसंहार हुआ था, एक भयानक, सरासर झूठ था। सभी जानते हैं कि हमारे देश में कोई नरसंहार नहीं हुआ।'
    उन्होंने कहा, 'मैंने कल देखा कि दूसरे विश्व युद्ध के दौरान नाजियों से जुड़े किसी व्यक्ति का स्वागत करने वे गए थे। ऐसे में यह सब संदिग्ध है और हम पहले इसका सामना कर चुके हैं...।'
    जून में आतंकी निज्जर की कनाडा के सरी शहर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बीते सप्ताह ट्रूडो ने कनाडा की संसद में यह मुद्दा उठाया और खालिस्तानी की मौत के तार भारत से जोड़ दिए। उन्होंने कहा कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स का हाथ हो सकता है। उन्होंने यह भी दावा कर दिया कि एजेंसियों के पास इसे लेकर 'विश्वसनीय सबूत' हैं।
    ट्रूडो ने जानकारी दी थी कि कनाडा में एजेंसियां भारत की संभावित भूमिका की जांच कर रही हैं। साथ ही उन्होंने भारत से जांच में सहयोग की भी मांग कर दी थी।
    इधर, भारत ने ट्रूडो के तमाम आरोपों से इनकार कर दिया था और कनाडा पर चरमपंथियों को पनाह देने के आरोप लगाए थे। कनाडा में भारतीय राजनयिक को निष्कासित किए जाने के बाद भारत ने भी जवाबी कार्रवाई की और वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। बाद में भारत ने कनाडा में वीजा सेवाओं पर भी रोक लगा दी थी।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • कांग्रेस विधायक बीआर पाटिल के बयान पर बवाल, भाजपा की आलोचना करते हुए कहा- ये लोग राम मंदिर पर बम गिराएंगे और मुस्लिमों को बता सकते हैं दोषी

    बेंगलुरु। कर्नाटक में कांग्रेस के विधायक बीआर पाटिल के एक बयान से बवाल हो गया है। उन्होंने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि ये लोग राम मंदिर पर बम फेंक सकते हैं और उसका दोषी मुस्लिम समाज के लोगों को बता सकते हैं। इसके जरिए इनकी कोशिश होगी कि हिंदू वोटों को एकजुट करके लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर ली जाए। कांग्रेस विधायक के इस बयान वाले वीडियो को कर्नाटक भाजपा ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर शेयर किया है। भाजपा ने इस मामले में कांग्रेस हाईकमान से माफी की मांग की है। 
    यही नहीं पार्टी ने कहा कि कांग्रेस राम मंदिर को नुकसान पहुंचाकर हिंदू और मुसलमानों को लड़ाना चाहती है। फिर उसका दोष सरकार पर मढ़ने की तैयारी है। भाजपा की ओर से शेयर वीडियो में कांग्रेस विधायक को कन्नड़ में बोलते सुना जा सकता है। वह कहते हैं, 'अगले लोकसभा चुनाव में मोदी की जीत के लिए भाजपा राम मंदिर पर बम गिरवा सकती है। फिर इसका दोष मुसलमानों पर लगाकर हिंदुओं को एकजुट करने की कोशिश करेगी।' यह स्पष्ट नहीं है कि बीआर पाटिल का यह बयान कब का है। लेकिन भाजपा जरूर इस पर हमलावर हो गई है और इसे हिंदू आस्था का अपमान बताया है। 
    भाजपा ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'हिंदुओं की आस्था पर अकसर सवाल उठाने वाले कांग्रेस के नेताओं की बुरी नजर अब राम मंदिर पर भी है। ये लोग राम मंदिर को नुकसान पहुंचाकर हिंदू और मुसलमानों में लड़ाई कराना चाहते हैं और उसका दोष सरकार पर मढ़ने की तैयारी है। यही वजह है कि पार्टी का एक मंत्री इस तरह की बात कर रहा है।' बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिहाज से कर्नाटक भी अहम राज्य हैं। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • चीनी नौसेना के जहाज को श्रीलंका ने रुकने की नहीं दी इजाजत

    कोलंबो। श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार ने चीन के जहाज को श्रीलंका में रुकने की इजाजत नहीं दी है। अली साबरी ने कहा कि भारत की चिंताएं श्रीलंका के लिए अहम हैं। बता दें कि चीनी नौसेना के जहाज शिन यान 6 को अक्तूबर में पूर्वी श्रीलंका के बंदरगाह पर करीब तीन महीने तक रुकना था। इस पर भारत ने जासूसी होने की आशंका जताते हुए इस पर आपत्ति जताई। जिसके बाद अब श्रीलंका के विदेश मंत्री का बयान सामने आया है।
    श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने कहा कि 'जहां तक मुझे जानकारी है, हमने चीनी जहाज को अक्तूबर में श्रीलंका आने की इजाजत नहीं दी है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने इसे लेकर चिंता जाहिर की थी, जो कि सही हैं और हमारे लिए भी बहुत अहम हैं। हमने हमेशा कहा है कि हम अपने क्षेत्र को सुरक्षित रखना चाहते हैं।' श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमासिंघे ने भी कहा कि विदेशी जहाजों के श्रीलंका आने और यहां के क्षेत्र में कोई गतिविधि करने को लेकर एक एसओपी बनाई गई है।
    साभार अमर उजाला

  • मेरे कारण बेटे का राजनीतिक अहित न हो, लेकिन पार्टी का आदेश सर्वोपरि : कैलाश विजयवर्गीय

    इंदौर। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भाजपा ने एक नंबर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है, लेकिन वे अपने बेटे आकाश विजयवर्गीय के राजनीतिक भविष्य को लेकर भी चिंतित है। उन्होंने कहा कि मैं अपने टिकट की घोषणा से आश्चर्यचकित हुं।
    आकाश ने शहर में मेहनत करके अपनी एक जगह बनाई है। मुझे भी लग रहा था कि पार्टी मुझे और आकाश को एक साथ टिकट नहीं देगी। दो-तीन दिन से मेरे मन में विचार चल रहा था कि मैं चुनाव क्यों लडू। एक पिता की हैसियत से यह सोच रहा था कि मेरे कारण बेटे का राजनीतिक अहित न हो, लेकिन पार्टी का आदेश सर्वोपरि है। विजयवर्गीय ने बेटे को लेकर यह भी कहा कि राजनीति में जो सही दिशा में चलना सीख लेता है तो फिर भाजपा संगठन कभी भी उसे दौड़ा देता है।
    कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार संजय शुक्ला को लेकर विजयवर्गीय ने कहा कि शुक्ला परिवार से मेरे आत्मीय रिश्ते है । चुनाव अपनी जगह है। वे रिश्ते हमेशा बरकरार रहेंगे । चुनाव के दौरान उन रिश्तों की मर्यादा का ध्यान भी रखा जाएगा। एक नंबर विधानसभा में कई अवैध बस्तियां है, वहां विकास की संभावना है। पूरे विधानसभा क्षेत्र का मास्टर प्लान हम बनाएंगे।
    दूसरी सूची में केंद्रीय मंत्री और सांसदों को उम्मीदवार बनाए जाने पर विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस ने यह नरेटिव सेट करने की कोशिश की थी कि कांग्रेस फिर सत्ता में आ रही है, लेकिन दूसरी सूची में शामिल उम्मीदवारों के नामों से कार्यकर्ता जोश में है। दूसरी सूची केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने बड़े नेतागणों को फिर से प्रदेश के चुनाव में लड़ने का मौका दिया। विजयवर्गीय ने कहा कि एक नंबर विधानसभा क्षेत्र के अलावा मैं प्रदेश की अन्य सीटों पर भी ध्यान दूंगा।
    साभार अमर उजाला

  • नाम बड़े और दर्शन छोटे, कमलनाथ ने भाजपा की दूसरी लिस्ट पर कसा तंज

    भोपाल। मध्य प्रदेश में नवंबर में विधानसभा चुनाव है। अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में चुनाव की आचार संहिता लग सकती है। इससे पहले भाजपा ने अपने 78 प्रत्याशियों की दो सूची जारी कर दी है। दूसरी सूची में 6 सांसदों को प्रत्याशी बनाया गया है। इसको लेकर मंगलवार को पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भाजपा पर तंज किया। उन्होंने कहा कि दूसरी लिस्ट पर एक ही बात फिट है- नाम बड़े और दर्शन छोटे। भाजपा ने मप्र में अपने सांसदों को विधानसभा की टिकट देकर साबित कर दिया है कि भाजपा न तो 2023 के विधानसभा चुनाव में जीत रही है, न 2024 के लोकसभा चुनाव में। इसका सीधा अर्थ ये हुआ कि वो ये मान चुकी है कि एक पार्टी के रूप में तो वो इतना बदनाम हो चुकी है कि चुनाव नहीं जीत रही है, तो फिर क्यों न तथाकथित बड़े नामों पर ही दांव लगाकर देखा जाए।
    नाथ ने कहा कि अपने को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहनेवाली भाजपा को जब आज ये दिन देखने पड़ रहे हैं कि उसको लड़वाने के लिए उम्मीदवार ही नहीं मिल रहे हैं, तो फिर वोट देने वाले कहाँ से मिलेंगे। भाजपा आत्मविश्वास की कमी के संकटकाल से जूझ रही है। अबकी बार भाजपा अपने सबसे बड़े गढ़ में, सबसे बड़ी हार देखेगी। कांग्रेस भाजपा से दोगुनी सीट जीतने जा रही है। भाजपा की डबल इंजन की सरकार डबल हार की ओर बढ़ रही है।
    कांग्रेस की बयानबाजी पर भाजपा ने भी पलटवार किया है। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि भाजपा की दूसरी सूची आने के बाद कांग्रेसियों पर फिट बैठते मुहावारे। हाथ-पांव फूल जाना, मुंह चुराना, चेहरे पर हवाइयां उड़ना, मुंह पीला पड़ना। उन्होंने इस ट्वीट को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, कमलनाथ को भी टैग किया। 
    साभार अमर उजाला

     

  • धीरज से लें काम, आप सीएम चेहरा नहीं, कमलनाथ ने शिवराज पर कसा तंज

    भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज भोपाल दौरे को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसा है। पीसीसी चीफ ने सीएम शिवराज को सलाह देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री आ रहे हैं ऐसे में वे आज जरा धीरज से कम लें। नाथ ने ट्वीट किया कि शिवराज जी, आज आप जरा धीरज से काम लीजिएगा। प्रधानमंत्री जब भी मध्य प्रदेश आते हैं तो आप उन्हें अपने किसी न किसी झूठ में शामिल करा लेते हैं। आपकी झूठ मशीन की डबल स्पीड से मध्य प्रदेश की जनता के साथ प्रधानमंत्री भी त्रस्त हैं, इसीलिए उन्होंने पूरे चुनाव अभियान से आपको बाहर कर दिया है। आप देश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बन गए हैं जो मुख्यमंत्री तो हैं, लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं है। नाथ ने आगे लिखा कि रीवा में आपने उनके सामने बोल दिया कि किसानों की आमदनी दुगनी से अधिक हो गई है, जबकि उनके नीति आयोग की रिपोर्ट में मध्य प्रदेश के किसानों की आमदनी घटी थी।भोपाल में आपने उन्हें गलत परचा पकड़ा दिया और वह मध्य प्रदेश में पेट्रोल की कीमत ₹100 लीटर से कम बता गए। इस तरह उन्हें दूसरे झूठ में शामिल कर लिया।
    प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि गैस सिलेंडर की कीमतों पर भी आपका झूठ प्रधानमंत्री से टकरा रहा है। आप देते किसी को नहीं, लेकिन कहते हैं कि गैस सिलेंडर 450 रुपए का देंगे, वहीं प्रधानमंत्री कहते हैं कि सिलेंडर ₹900 का देंगे। प्रधानमंत्री की सागर जिले की यात्रा में आपने उनसे कहला दिया कि कांग्रेस सरकार ने बुंदेलखंड पर ध्यान नहीं दिया जबकि यूपीए सरकार ने 7200 करोड रुपए का विशेष बुंदेलखंड पैकेज बुंदेलखंड क्षेत्र को दिया था। यद्यपि झूठ के प्रति आपकी निष्ठा और समर्पण जग जाहिर है, फिर भी आशा है कि मध्य प्रदेश की जनता को आज कोई नया झूठ देखने को नहीं मिलेगा।
    साभार अमर उजाला

  • PM मोदी बोले- पांच साल में देश में साढ़े 13 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले

    भाजपा ने गरीबों, महिलाओं, एससी-एसटी ओबीसी को विकास का सबसे बड़ा लाभार्थी बनाया है। वंचितों को वरीयता की गारंटी मोदी ने दी है, उसे हमने एक के बाद एक कदम उठाकर पूरा किया है। हमने गरीब का जीवन बेहतर करने के प्रमाणित प्रयास किए। समाज में जो अभाव था उसे दूर किया। कांग्रेस ने 50 साल पहले गरीबी हटाओं का नारा दिया था। क्या कांग्रेस ने अपना वादा पूरा किया। पीएम ने कहा कि एक और आंकड़ा बताता हूं। साढ़े 13 करोड़ ये एमपी की कुल आबादी से भी ज्यादा है। पांच साल में देश में साढ़े 13 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। ये मोदी की गारंटी का नतीजा है और जब मोदी गारंटी देता है, जब भाजपा गारंटी देती है तो वो जमीन पर उतरती है। घर-घर पहुंचती है। मोदी यानी हर गारंटी पूरी होने की गारंटी। 
    मैं मध्यप्रदेश की बहनों को याद दिलाने आया हूं कि मोदी ने आपको जो गारंटी दी थी, वो पूरी हो गई है। राज्यसभा में 33 फीसदी सीटें आरक्षित करने का कानून पास हुआ। 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' देश ने नया इतिहास रच दिया है। माताएं बहनें दशकों  से इंतजार कर रही थीं, ये कहा जाने लगा कि नहीं हो पाएगी। मोदी है तो हर गारंटी पूरी होने की गारंटी है।
    कांग्रेस जंग लगा हुआ लोहा है, जो बारिश में रखा-रखा खत्म हो जाता है। भाजपा आज वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेने ला रही है। स्टेशनों का कायाकल्प कर रही है। भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन की प्रशंसा हर कोई कर रहा है। ये भी कांग्रेस को नहीं पच रहा है। भाजपा सरकार ने नया संसद बनाया, आने वाली सदियों तक देश की सेवा करे। भारत का अपना संसद भवन बना, पूरा देश इसकी प्रशंसा कर रहा है। लेकिन कांग्रेस ने पहले दिन से विरोध करना शुरू कर दिया। भारत कोई भी उपलब्धि हासिल करे कांग्रेस को पसंद नहीं आता। कांग्रेस न खुद बदलना चाहती है, न देश को बदलने देना चाहती है। कांग्रेस देश को 20वीं शताब्दी में ले जाना चाहती है। हमारे फर्स्ट टाइम वोटर को एक बात बताना चाहता हूं। आपके माता पिता को आभाव में रखने के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। आज दुनिया भारत को लेकर जो कुछ कह रही है, ये सारे गौरवपूर्ण काम पहले भी हो सकते थे। कांग्रेस ने प्रजातंत्र को परिवार तंत्र बना दिया। ये सिर्फ एक परिवार का गौरव बढ़ाने में लगी रही। इन्होंने ऐसी व्यवस्था बनाई कि गरीब को हमेशा हाथ फैलाना पड़े, हर चीज के लिए निर्भर रहना पड़े। गरीब को तरसाकर कांग्रेस को ये कहने का मौका मिलता था कि हमने गरीब को कुछ दिया है। कांग्रेस ने देश को रोटी, कपड़ा, मकान में ही उलझाए रखा। आपने कांग्रेस के शासन में जो झेला वो न झेलना पड़े इसके लिए भाजपा की डबल इंजन की सरकार काम कर रही है।
    एमपी में भाजपा सरकार को 30 साल पूरे हो गए हैं। जो युवा पहली बार वोट डालेंगे उन्होंने सिर्फ भाजपा सरकार को ही देखा है वे युवा सौभाग्य शाली है कि उन्होंने कांग्रेस का बुरा शासन नहीं देखा। कांग्रेस के शासन की पहचान थी। कुनीति, कुशासन और करोड़ों का करप्शन। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां के युवाओं ने अंधेरे में जीने को मजबूर गांव और शहर नहीं देखे। अपने हर कार्यकाल में भाजपा ने एमपी को नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास किया है। .यहां के युवाओं ने भाजपा का सुशासन ही देखा है। गेंहू उत्पादक राज्यों में एमपी को अग्रणी राज्य के रूप में देखा है।
    जब इन्हें राजस्थान में मौका मिला तो कांग्रेस सिर्फ बर्बादी लाई। महाराष्ट्र में गठबंधन में शामिल होकर लूट का अपना काम बना लिया। एमपी के लिए आने वाले कुछ साल बहुत अहम हैं। ये समय भारत और एमपी को विकसित मध्यप्रदेश बनाने का है। इतने महत्वपूर्ण समय में अगर कांग्रेस जैसी परिवारवाद वाली पार्टी, हजारों-करोड़ों के भ्रष्टाचार करने वाली पार्टी को जरा भी मौका मिल गया तो एमपी को नुकसान होगा। जहां-जहां कांग्रेस गई है उस राज्य को बर्बाद कर दिया है। कांग्रेस एमपी को एक बार फिर बीमारू बना देगी।
    साभार अमर उजाला

  • फसल बर्बाद होने के बाद किसानों को 40,000 रु हेक्टर मुआवजा क्यों नहीं दिया ः कमलनाथ ने शिवराज से पूछा

    इंदौर। पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ शनिवार 23 सितंबर 2023 को इंदौर में हैं। इस दौरान वे विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। इंदौर आने से पहले उन्होंने ट्वीट कर प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने लिखा कि मालवा निमाड़ सहित मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में पहले अल्पवृष्टि और फिर अतिवृष्टि से सोयाबीन की फसल पूर्णतः बर्बाद हो चुकी है। आपदा की मार से किसान की आर्थिक स्थिति पर भारी चोट पड़ी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जब आप विपक्ष में थे तो किसान को नुकसानी का 40,000 रुपए प्रति हेक्टर मुआवजा देने की मांग करते थे। आज आपको किसानों को ये मुआवजा देने से कौन रोक रहा है? आपने किसान कर्जमाफी की योजना बंद करके अन्नदाताओं के पेट पर लात मारी है। आपकी घोषणाएं झूठी और फरेबी हैं। आपकी इन झूठी घोषणाओं से ऊबकर प्रदेश का अन्नदाता किसान पूछ रहा है कि इन झूठी घोषणाओं को कैसे बोएं और कहां उगाएं?
    अपने इंदौर कार्यक्रम के दौरान 23 सितंबर को प्रातः 10:30 बजे कमलनाथ इंदौर एयरपोर्ट आने के बाद वे 10:50 बजे मांग मातंग समाज के महाधिवेशन में शामिल होंगे। यह अधिवेशन गांधी हॉल में रखा गया है। गांधी हॉल के कार्यक्रम के बाद वे 11:30 बजे बेरोजगार युवा सम्मेलन में भाग लेने राजीव गांधी चौराहे स्थित शुभ कारज गार्डन पहुंचेंगे। यहां वे प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी पर युवाओं से संवाद करेंगे। इस कार्यक्रम के बाद दोपहर 01:30 से शाम 5:00 बजे तक उनका रिजर्व समय रहेगा। 
    इसके बाद शाम 5:00 बजे से 5:30 बजे तक कमलनाथ खिलाड़ियों से भेंट करेंगे। इन खिलाड़ियों में गजेंद्र वर्मा एवं अन्य ख्याति प्राप्त खिलाड़ी शामिल हैं। इसके बाद वे शाम 5:40 बजे खजराना गणेश मंदिर पहुंचकर भगवान गणेश के दर्शन व पूजन करेंगे। इसके पश्चात शाम 6:15 बजे वे कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन पहुंचकर शाम 07:15 तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भेंट करेंगे। 
    इसके पश्चात कमलनाथ  शाम 7:30 बजे गांधीनगर में आयोजित कवि सम्मेलन में पहुंचेंगे। यहां से रात 8:25 बजे पुनः इंदौर एयरपोर्ट पहुंच कर वे भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगे।
    साभार अमर उजाला

  • जिन लोगों की महत्वकांक्षा और अपेक्षा विचारधारा से बढ़कर हो जाती है, फिर वे पार्टी छोड़ देते है : विजयवर्गीय

    इंदौर। चुनावी साल में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में कई नेता जा रहे है। इनमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरदित्य सिंधिया के समर्थक ज्यादा है। उनके पार्टी छोड़ कर जाने के सवाल पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि- हम उन्हें होलसेल में लाए थे, कांग्रेस अब उन्हें रिटेल में ले जा रही है। उन नेताओं के जाने से हमारी पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। भाजपा एक विचारधारा वाली पार्टी है। जिन लोगों की महत्वकांक्षा और अपेक्षा विचारधारा से बढ़कर हो जाती है, फिर वे पार्टी छोड़ देते है।
    शनिवार को विजयवर्गीय पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे चुनाव नहीं लड़ना है। इस निर्णय में अपनी पार्टी से अवगत करा चुका हुं, लेकिन मैं पार्टी का सिपाही हूं। यदि पार्टी ने मुझे चुनाव लड़ने को कहा तो मैं फिर पीछे भी नहीं हटूंगा। कमल नाथ द्वारा मीडिया को लेकर की गई टिप्पणी को उन्होंने कहा कि कमल नाथ ने आपातकाल और 84 के दंगों वाली मानसिकता का प्रदर्शन किया है।
    मालवा निमाड़ की 66 सीटों से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि वे ज्यादातर विधानसभा क्षेत्रों में गए है। वहां भाजपा की स्थिति मजबूत है। जन आशीर्वाद यात्रा में भी जनता का समर्थन मिला है। कहीं भी पार्टी में असंतोष नहीं दिखाई दिया, बल्कि कांग्रेस में उनकी जन आक्रोश यात्रा में पार्टी के खिलाफ ही कार्यकर्ता का आक्रोश नजर आ रहा है।
    कांग्रेस से न जनता खुश है न कार्यकर्ता। वहां सिर्फ खेमेबाजी है। टिकट भी खेमे के हिसाब से ही बांटे जाते है। कांग्रेस मध्य प्रदेश में अपना जनाधार खो चुकी है। राहुल गांधी से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि राहुल ट्रक ड्रायवर, मैकेनिक बन सकते है, लेकिन कभी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते है।
    साभार अमर उजाला

  • कनाडा ने खुद ही किया खुलासा : भारतीय राजनयिकों की सर्विलांसिंग करा रहा था

    नई दिल्ली। खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर आरोप लगाने वाले कनाडा का कहना है कि उसने भारतीय डिप्लोमैट्स की सर्विलांसिंग की थी। उसका कहना है कि कनाडा में भारतीय राजनयिकों की सर्विलांसिंग के बाद यह जानकारी सामने आई कि वे निज्जर की हत्या में शामिल थे। यही नहीं कनाडा के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी एपी से कहा कि एक मित्र देश से भी उन्हें इंटेलिजेंस मिला था, जिसके बाद ये आरोप लगाए गए। बता दें कि कनाडा 'फाइव आइज' नाम के संगठन में शामिल है। इसमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और ब्रिटेन भी शामिल हैं। ये पांचों देश आपस में खुफिया जानकारी भी साझा करते हैं। 
    अधिकारी ने यह नहीं बताया कि कनाडा को किस सहयोगी देश से इंटेलिजेंस मिली थी और उसमें क्या बात थी। बता दें कि भारत ने निज्जर की हत्या में शामिल होने के आरोपों से साफ इंकार किया है। इसके अलावा कनाडा की ओर से लगाए आरोपों पर सबूत की भी मांग की है, जिन्हें अब तक देने में जस्टिन ट्रूडो सरकार असफल रही है। हालांकि जस्टिन ट्रूडो ने एक बार फिर से अपनी जिद को दोहराते हुए कहा है कि भारत की इस मामले में संलिप्तता थी। उन्होंने गुरुवार को फिर से कहा कि यह मानने के पर्याप्त कारण मौजूद हैं कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स का हाथ था और ये लोग राजनयिकों के संपर्क में थे। 
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • सनातन मामले में अनोखा विरोध : रतलाम में सड़क पर चिपकाए उदयनिधि के पोस्टर, वाहन और जूते-चप्पल लेकर निकल रहे रहे भक्त

    रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम में जगह-जगह गणेश पंडाल सज रहे हैं। भगवान गणेश की मूर्ति पंडाल लगाकर बिठाई गई हैं। वहीं रतलाम के मित्र निवास कॉलोनी रोड पर गणेश पंडाल के सामने तमिलनाडु के सीएम और उनके पुत्र दोनों के पोस्टर नीचे रोड पर चिपका दिए गए हैं। कई फोटो रोड पर बड़े-बड़े चिपके हुए दिखाई दिए जिस पर से लोग वाहन लेकर और जूते चप्पल लेकर निकल रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सीएम के पुत्र को मालूम होना चाहिए कि उनकी औकात क्या है। यहां दर्शन करने आने वाले लोगों और जनता के जूते चप्पल में दिखेंगे यह लोग। 
    दरसअल, स्थानीय निवासी मनीष पांचाल ने बताया कि सीएम के पुत्र ने सनातन धर्म की जो तुलना बीमारियों से की थी उससे हम बहुत आहत हैं।  इसलिए हमने उनकी फोटो जमीन पर लगाई है ताकि मालूम पड़े कि लोग उससे गुजरे हैं जूते चप्पल लेकर। इससे उन्हे अपनी औकात मालूम होगी। उदयनिधि के पोस्टर्स में लिखा है- तू क्या मिटाएगा, तेरे बाप में भी दम नहीं है जो मिटा पाऐगा। पंडाल में आने वाले लोग पोस्टर के ऊपर जूते-चप्पल लेकर चल रहे हैं। वहीं इसके ऊपर से वाहन भी गुजर रहे हैं।
    इससे पहले इंदौर में मंदिर की सीढ़ियों पर उदयनिधि की फोटो लगाई गई थी, जिसपर भक्त पैर रखकर आते-जाते दिख रहे थे। इसे हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने लगाया था। उका कहना था कि जो भी भक्त मंदिर में दर्शन करने के लिए आ रहे हैं, वह इसपर पैर साफ कर रहे हैं। उसके बाद मंदिर में प्रवेश कर रहे हैं। मंच के जिला संयोजक कन्नू मिश्रा ने कहा था कि उदयनिधि ने हमारी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। इसलिए हमने सीएम के बेटे की तस्वीरों को मंदिर की सीढ़ियों पर लगाया है। हम उनका विरोध कर रहे हैं जो आगे भी जारी रहेगा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 108 फीट ऊंची आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने किया अनावरण

    खंडवा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को खंडवा के ओंकारेश्वर में 108 फीट ऊंची आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया। प्रतिमा के अनावरण से पहले उन्होंने पत्नी के साथ पूरे विधि-विधान से साधु संतों के साथ पूजा-अर्चना की। सीएम के साथ स्वामी अवधेशानंद गिरि भी मौजूद रहे। आयोजकों ने परंपरागत तरीके से सीएम और स्वामी अवधेशानंद का स्वागत किया। जिसमें केरल के कलाकारों ने नृत्य किया। विद्वान पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार किया। कार्यक्रम स्थल पर लगभग पांच हजार संत, महंत और प्रतिनिधि मौजूद थे। 
    प्रतिमा के अनावरण पर साधु संतों ने जताई खुशी। उन्होंने कहा कि इससे सनातन धर्म को नई दिशा मिलेगी। बता दें कि आठवीं शताब्दी के दार्शनिक और हिंदू धर्म में प्रतिष्ठित शंकराचार्य की 108 फुट ऊंची अष्टधातु से बनी प्रतिमा का नाम एकात्मता प्रतिमा रखा गया है। यह विशाल प्रतिमा नर्मदा नदी के किनारे सुरम्य मांधाता पहाड़ी के ऊपर स्थित है। शंकराचार्य को सनातन धर्म को आगे बढ़ाने वाला संत माना जाता है। पहले इस प्रतिमा का अनावरण 18 सितंबर को होना था लेकिन भारी बारिश की वजह से कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा।
    एक अधिकारी ने बताया कि आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास और मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (एमपीएसटीडीसी) के मार्गदर्शन में प्रतिमा को तैयार किया गया है। एकात्मता की प्रतिमा आदि शंकराचार्य की विरासत और उनकी गहन शिक्षाओं को प्रदर्शित करती है। उन्होंने कहा, 'यह सांस्कृतिक परियोजना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बहुप्रतीक्षित दृष्टिकोण- 'वसुधैव कुटुंबकम' (दुनिया एक परिवार है) को पूरा करेगी। इस 108 फुट ऊंची प्रतिमा के साथ, मध्य प्रदेश सभी धर्मों के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करेगा।
    बीजेपी सरकार ने पहले 2,141.85 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी थी, जिसके तहत ओंकारेश्वर में एक संग्रहालय (अद्वैत लोक) के साथ आदि शंकराचार्य की मूर्ति बनाई जानी थी। सीएम गुरुवार को शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इसके बाद वे अद्वैत लोक का शिलान्यास और भूमिपूजन भी करेंगे। यह संग्रहालय पुराने मंदिरों की स्थापत्य शैली की तर्ज पर बनाया जाएगा। इसमें थ्री डी होलोग्राम प्रोजेक्शन गैलरी के साथ प्रशिक्षण केंद्र होगा। जो शंकराचार्य के सिद्धांत को समझाने और साझा करने के केंद्र के तौर पर काम करेगा।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • मुख्यमंत्री ने किया कृषक मित्र योजना का शुभारंभ, कहा- हमारी सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं

    भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब अच्छे और धर्मात्मा लोग सरकार चलाते हैं तो परमात्मा भी पूरा सहयोग करता है। उन्होंने बुधवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे हॉल में कृषक मित्र योजना का शुभारंभ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि वे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अधिकारियों को धमकाते हैं, पूछते हैं कि पैसा कहां से आ रहा है। उनकी नजर में मामा मामा नहीं औरंगजेब हो गया है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि आप पैसे के लिए रोते थे, पर हमारी सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं है। जब अच्छे लोग और धर्मात्मा लोग सरकार चलाते हैं तो परमात्मा भी पूरी मदद करते हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जल्द ही किसानों का एक बड़ा कार्यक्रम आचार संहिता से पहले आयोजित किया जायेगा। कार्यक्रम में कृषि मंत्री कमल पटेल, बिजली मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और किसान बड़ी संख्या में मौजूद थे। सीएम ने आगे कहा कि किसानों को 6000 रुपये प्रधानमंत्री दे रहे हैं, तो 6000 रुपये सीएम देंगे। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान हमारे अन्नदाता ही नहीं, प्राण दाता भी हैं। आपकी अथक मेहनत से एमपी को कृषि के क्षेत्र में कई पुरस्कार मिले हैं।
    हम ने एमपी में अन्न के भंडार भर दिये हैं। हमने आपका साथ देने में कभी कमी नहीं छोड़ी। हमने जीरो प्रतिशत ब्याज पर किसानों को कर्जा दिया। प्रदेश में वर्षा नहीं हो रही थी, मैं महाकाल बाबा के शरण में पहुंच गया। सिंचाई की व्यवस्था 47 लाख हेक्टेयर में की गई है। सभी नदी, तालाब और डैम भर गए हैं। किसान सम्मान योजना की राशि बढ़ाई है।ये सिलसिला रुकेगा नहीं आगे बढ़ेगा। किसानों के हितों को पूरा करना हमारी प्रथमिकता है। 
    साभार अमर उजाला

  • कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर भाजपा को अत्याचार पार्टी बताया

    भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले आरोप प्रत्यारोप तेज होते जा रहे है। अनूपपुर जिले में एक आदिवासी व्यक्ति के शव के पास भाजपा नेता के दूसरे आदिवासी व्यक्ति को चप्पल से पीटने पर कांग्रेस हमलावर है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर भाजपा को अत्याचार पार्टी बताया। साथ ही कहा कि बिना मुख्यमंत्री का नाम लिए कहा कि अत्याचार रोक नहीं सकते तो इस्तीफा दे दीजिए। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने बुधवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि शिवराज सिंह चौहान आप यह वीभत्स वीडियो देखकर अनदेखा नहीं कर सकते। अनूपपुर जिले में एक आदिवासी व्यक्ति के शव के बगल में भारतीय जनता पार्टी का नेता दूसरे आदिवासी व्यक्ति को चप्पल से पीट रहा है। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी, आदिवासी अत्याचार पार्टी बनती जा रही है।
    आखिर आप चाहते क्या हैं? जब आप आदिवासियों पर अत्याचार रोक नहीं सकते तो कम से कम मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दीजिए। पांव धोने के पाखंड से आपकी क्रूर सत्ता का प्रायश्चित नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि आपने मध्य प्रदेश को न सिर्फ आदिवासी अत्याचार में नंबर वन बना दिया है, बल्कि अत्याचारों की निर्दयता में भी मध्य प्रदेश को नंबर वन बना दिया है। जिसे देखकर हमारा सिर शर्म से झुक जाता है।
    कमलनाथ बोले क्या आपने भाजपा के कार्यकर्ताओं को आदिवासियों पर अत्याचार करने का लाइसेंस दे दिया है? कभी नेमावर में एक आदिवासी बेटी और परिवार के पांच सदस्यों को जिंदा गाड़ दिया जाता है। कभी नीमच में आदिवासी युवक को वाहन से बांधकर घसीटा जाता है कि उसकी मृत्यु हो जाए। कभी सीधी में आदिवासी युवक के ऊपर पेशाब की जाती है। और हर बार आदिवासी पर अत्याचार करने वाला व्यक्ति या तो भाजपा का नेता होता है या उससे जुड़ा हुआ कोई व्यक्ति। शिवराज जी अब आप विदा हो जाइए ताकि मध्य प्रदेश को इस क्रूरता से मुक्ति मिले। 
    साभार अमर उजाला

  • मैं कांग्रेस के सर्वे में टॉप पर, दूसरी पार्टी से चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं : पूर्व विधायक अश्वीन जोशी

    इंदौर। इंदौर के तीन नंबर विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीन मर्तबा कांग्रेस पार्टी से विधायक रह चुके अश्विन जोशी को आप पार्टी ने संपर्क किया और टिकट देने की पेशकश की, लेकिन जोशी ने कहा कि दूसरी पार्टी से चुनाव लड़ने का मेरा कोई इरादा नहीं है।
    पूर्व विधायक जोशी ने कहा कि कांग्रेस के सर्वे में तीन नंबर विधानसभा से मैं टाॅप पर हुं, पिछला चुनाव सिर्फ छह हजार वोटों से हारा, इसलिए कांग्रेस के टिकट के मापदंडों को पूरा कर रहा है। अभी टिकट भी तय नहीं हुए, इसलिए दूसरी पार्टी से चुनाव लड़ने का सवाल ही नहीं उठता। जोशी ने कहा कि उनके घर आप पार्टी के नेता आए थे, उन्होंने प्रस्ताव रखा, लेकिन मैने कोई विचार नहीं किया।
    पूर्व विधायक अश्विन जोशी के चचेरे भाई और कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे महेश जोशी के बेटे पिंटू जोशी इस बार तीन नंबर विधानसभा क्षेत्र से टिकट की दावेदारी कर रहे है। वे सालभर से क्षेत्र में सक्रिय भी है। महेश जोशी पिछले पिछले विधानसभा चुनाव में ही पिंटू का टिकट मांग रहे थे,लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की समझाईश के बाद वे भतीजे अश्विन जोशी को टिकट देने के लिए राजी हो गए थे।
    साभार अमर उजाला

  • मध्य प्रदेश में सरकारी स्कूलों के छात्रों को मेडिकल दाखिले में मिलेगा आरक्षण

    भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकारी स्कूल के छात्रों को बड़ी सौगात दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नीट के जरिए मेडिकल कॉलेजों में दाखिला होने के कारण सरकारी स्कूलों के बच्चे डॉक्टर नहीं बन पा रहे हैं। इस पर गौर करते हुए देश में पहली बार मध्य प्रदेश की सरकार ने फैसला किया है कि इस साल से सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को मेडिकल स्नातक पाठ्यक्रमों (एमबीबीएस, बीडीएस आदि) में दाखिले के लिए पांच फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। सीएम के ऐलान से साफ है कि सूबे में मेडिकल की पांच फीसदी सीटों पर केवल सरकारी स्कूल के बच्चों को ही दाखिला मिलेगा। 
    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मेडिकल स्नातक पाठ्यक्रमों (एमबीबीएस, बीडीएस आदि) में सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को पांच फीसदी आरक्षण की पहलकदमी की हिमायत करते हुए कहा कि गरीब पृष्ठभूमि के बच्चों को भी आगे बढ़ने का मौका मिलना चाहिए। इस पहल से सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले गरीब बच्चों को प्रोत्साहन मिलेगा। सनद रहे मध्य प्रदेश देश का वह पहला सूबा है जहां एमबीबीएस की पढ़ाई हिन्दी में शुरू किए जाने की पहल की गई है।
    शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार बच्चों को पढ़ाई के लिए साइकिल, स्कूटी, लैपटाप देने के साथ ही उन्हें उच्च शिक्षा हासिल करने में भी मदद कर रही है। मध्य प्रदेश सरकार 8 लाख रुपये तक की आमदनी वाले गरीब परिवारों के मेधावी छात्रों की मेडिकल, इंजीनियर जैसे पाठ्यक्रमों की फीस भी भर रही है। अब प्रदेश में मेडिकल पाठ्यक्रमों में एडमिशन के लिए शासकीय शालाओं के होनहार बच्चों को मेडिकल 5 प्रतिशत आरक्षण की पहल भी कर रही है। उनकी सरकार में जनकल्याण और विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है। 
    साभार  लाइव हिंदुस्तान

  • नई संसद में आज से बैठेंगे सांसद, 1280 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था

    नई दिल्ली। आज से संसद के नए भवन में काम-काज शुरू हो जाएगा. दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर लोकसभा की कार्यवाही शुरू होगी, तो वहीं 2 बजकर 15 मिनट पर राज्यसभा में कार्यवाही होगी. नए संसद भवन की शुरुआत की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इसमें कुल 1280 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की गई है. क्या आप जानते हैं कि इस अत्याधुनिक और पहले से विशाल एरिया में फैले नए संसद भवन की इमारत को तैयार करने में कितना खर्चा आया है? 
    सबसे पहले बात कर लेते हैं नए संसद भवन की इमारत के बारे में, तो बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इसी साल मई महीने में इस नए संसद भवन का उद्घाटन किया था. विशाल भवन में लोकसभा कक्ष में 888 सदस्य और राज्यसभा कक्ष में 300 सदस्य आराम से बैठ सकते हैं. अगर दोनों सदनों की संयुक्त बैठक होने की स्थिति में लोकसभा कक्ष में कुल 1280 सदस्य बैठ सकते हैं. 
    PM Modi ने बीते 10 दिसंबर, 2020 को नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी और तीन साल से कम समय में यह बनकर तैयार खड़ा है. 64,500 वर्ग मीटर में फैली ये चार मंजिला इमारत त्रिकोणीय आकार की है. एरिया के हिसाब से देखें तो ये पुराने संसद भवन से करीब 17,000 वर्ग मीटर बड़ा है. इसके अलावा इसे अत्याधुनिक तकनीक से तैयार किया गया और इस पर भूकंप का असर नहीं होगा. इसकी आधारशिला रखी गई थी, तो इसे बनाने का प्रोजेक्ट Tata Projects को दिया गया था और इसके निर्माण में आने वाली अनुमानित लागत 971 करोड़ रुपये तय की गई थी.
    चार मंजिला इस नए संसद भवन में सुरक्षा के लिहाज से कई इंतजाम किए गए हैं. इसमें छह प्रवेश द्वार हैं, जिनमें से तीन अश्व, गज और गरुड़ गेट औपचारिक द्वार हैं. इन गेटों का इस्तेमाल उपराष्ट्रपति, स्पीकर और प्रधानमंत्री करेंगे. वहीं तीन अन्य द्वार मकर गेट, शार्दूल गेट और हंस गेट का इस्तेमाल सांसदों और पब्लिक के लिए किया जाएगा. इस हाईटेक संसद में अधिकारियों और कर्मचारियों के ऑफिसों को भी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस बनाया गया है. इसमें कैफे, डाइनिंग एरिया, कमेटी मीटिंग के अलग-अलग कमरों में हाईटेक डिवाइसेज लगाए गए हैं. कॉमन रूम्स, महिलाओं के लिए लाउंज और VIP लाउंज की भी व्यवस्था है.

    साभार आज तक 

  • आमजन ने भेजे 1300 से अधिक सुझाव, कांग्रेस की वचन पत्र समिति से रखीं ऐसी-ऐसी डिमांड

    भोपाल। विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस अपने वचन पत्र में क्या कुछ आकर्षक योजनाएं रखें इसके लिए आमजन भी बढ़-चढ़कर कांग्रेस को अपने सुझाव भेज रहे हैं। जानकारी के अनुसार कांग्रेस के पास अब तक 1300 से अधिक सुझाव वचन पत्र में शामिल करने के लिए आ चुके हैं। इनमें से करीब 600 सुझाव केवल कमलनाथ जी को ही भेजे गए हैं। इसके साथ ही लोगों ने वचन पत्र के लिए बनाई गई समिति को और उनके सदस्यों को भी अलग अलग माध्यमों से सुझाव दिए हैं। पार्टी के पास एक सुझाव ऐसा आया है जिसमें एक किसान ने मजदूरी का भुगतान मनरेगा के माध्यम से करवाए जाने की बात कही है। शिवपुरी के इस किसान का मानना है कि किसानों की माली हालत ठीक नहीं है। मजदूर समय पर मिलते नहीं हैं। ऐसे में मनरेगा जैसी योजना के जरिए न सिर्फ किसान को मजदूर उपलब्ध करवाए जाएं बल्कि उनका भुगतान भी मनरेगा योजना में सरकार ही करे। इसके साथ ही एक सुझाव शराबबंदी के लिए आया है। यह सुझाब एक महिला ने भेजा है। उसका मानना है कि कांग्रेस को अपने वचन पत्र में शराबबंदी का वचन शामिल करना चाहिए। इससे महिलाओं का समर्थन बड़ी संख्या में कांग्रेस को मिल सकता है। इसके साथ वचन पत्र के शामिल करने के लिए युवा, रोजगार, पर्यटन को बढ़ावा देने, उद्योग से जुड़े कई सुझाव भी कांग्रेस की वचन पत्र समिति के पास पहुंच रहे हैं। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस अपना वचन पत्र तैयार कर रही है। इसके लिए पार्टी ने न सिर्फ एक समिति बनाई है। 
    इधर, कांग्रेस की और से मध्यप्रदेश में पार्टी की सरकार बनने पर महिलाओं को डेढ़ हजार रुपये महीना देने, पांच सौ रुपये में रसोई गैस सिलेंडर, सौ यूनिट बिजली निश्शुल्क और दो सौ यूनिट आधी दर पर देने, पुरानी पेंशन योजना के साथ किसानों की कर्ज माफी जैसी  अब तक 11 घोषणाएं की जा चुकी हैं। 
    दूसरी ओर अब ये बताया जा रहा है कि कांग्रेस की ओर से फिलहाल कोई नई घोषणा अभी नहीं की जायेगी। क्योंकि कांग्रेस के घोषणा करते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उसका तोड़ निकाल लेते हैं। जिससे घोषणा का महत्व कम हो सकता है। इसलिए अब कांग्रेस अपने पत्ते खोलने के मूड में नहीं है। सीधे वचन पत्र को ही जनता के सामने लाया जाएगा।
    साभार अमर उजाला

  • मध्य प्रदेश चुनाव में कांटे की लड़ाई के संकेत,  INDIA अलायंस के 3 दलों में गठबंधन के लिए बातचीत शुरू

    भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में कांटे की लड़ाई के संकेत हैं। INDIA अलायंस के तीन प्रमुख घटकों ने मध्य प्रदेश विधानसभा में चुनावी गठबंधन के लिए बातचीत शुरू कर दी है। यदि सीटों के बंटवारे पर समझौता हो जाता है तो मध्य प्रदेश ऐसा राज्य होगा जिसके विधानसभा चुनावों में INDIA अलायंस पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ता नजर आएगा। इन दलों के नेताओं ने बताया कि INDIA अलायंस के तीन प्रमुख घटकों ने मध्य प्रदेश विधानसभा में चुनावी गठबंधन के लिए बातचीत शुरू कर दी है। 
    सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश में कांग्रेस गठबंधन के लिए समाजवादी पार्टी और वाम दलों से बातचीत कर रही है। हालांकि, आम आदमी पार्टी इस पहलकदमी से दूर नजर आ रही है। इंडिया ब्लॉक की घटक, आम आदमी पार्टी राज्य विधानसभा की सभी 230 सीटों पर अपने बलबूते चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक है। घटनाक्रम से वाकिफ एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा- हां, समाजवादी पार्टी और वाम दलों के साथ सीट बंटवारे को लेकर बातचीत शुरू हो गई है। 
    इसकी पुष्टि सपा और वाम दल के नेताओं ने कर दी है। सीपीआई (एम) के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने कहा- मैंने हाल ही में राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने वाले INDIA गठबंधन की संभावना के संबंध में वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से बात की थी। फिलहाल हमें किसी भी नतीजे पर पहुंचने में कुछ समय लगेगा। वहीं समाजवादी पार्टी के एक नेता ने अपना नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि स्थानीय सपा नेताओं और कांग्रेस के बीच कुछ अनौपचारिक बातचीत हुई है। कमल नाथ जी गठबंधन के साथ आगे बढ़ने के इच्छुक हैं, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • 73 साल के हुए PM मोदी, देश भर से मिल रही बधाइयां

    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज 73 जन्मदिन है.पीएम के जन्मदिन के अवसर पर बीजेपी देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है. प्रधानमंत्री के जन्मदिन के अवसर पर देश और दुनिया के तमाम नेता उन्हें बधाई दे रहे हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं. मेरी शुभेच्छा है कि अपनी दूरगामी दृष्टि तथा सुदृढ़ नेतृत्व से आप ‘अमृत काल’ में भारत के समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त करें. मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि आप सदा स्वस्थ और सानंद रहें तथा देशवासियों को अपने अप्रतिम नेतृत्व से लाभान्वित करते रहें.'
    गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, 'नए भारत के शिल्पकार मोदी जी ने हमारे देश की प्राचीन विरासत के आधार पर एक भव्य और आत्मनिर्भर भारत की मजबूत नींव रखने का काम किया है. चाहे संगठन हो या सरकार, मोदी जी से हम सभी को सदैव “राष्ट्रहित सर्वोपरि” की प्रेरणा मिलती है. ऐसे अद्वितीय नेता के मार्गदर्शन में देशसेवा का अवसर मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात है.'
    बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा, 'विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय जननेता आदरणीय पीएम मोदी जी को जन्मदिवस की सादर शुभकामनाएं देता हूं. भारतीय संस्कृति की वैश्विक प्रतिष्ठा, जनता-जनार्दन के बहुआयामी विकास व राष्ट्र के सार्वभौमिक उत्कर्ष को आपने साकार स्वरूप प्रदान किए हैं. 'अंत्योदय' का हमारा ध्येय आज देश के प्रत्येक गांव में व समाज के हर वर्ग तक पहुंचकर 'विकसित भारत' के संकल्प सिद्धि का मंत्र बन गया है. ईश्वर से प्रार्थना करता हूं की भारतीय जनता पार्टी के हम सभी कोटिशः कार्यकर्ताओं को सदैव आपका नेतृत्व प्राप्त होता रहे.'
    अपने जन्मदिन पर, मोदी नई दिल्ली के द्वारका में 'यशोभूमि' के नाम से मशहूर इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (IICC) के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। इसके अतिरिक्त, वह द्वारका सेक्टर 21 को द्वारका सेक्टर-25 में नवनिर्मित मेट्रो स्टेशन से जोड़ने वाली दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन के विस्तार को राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
    आज विश्वकर्मा जयंती भी है. ऐसे में आज सरकार विश्वकर्मा योजना की शुरुआत करने जा रही है जिसका ऐलान 2023-24 के केंद्रीय बजट में गया था। सरकार इस योजना में 13,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी जिसमें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय नोडल मंत्रालय के रूप में कार्यरत है.
    स्वाथ्य मंत्रालय पीएम मोदी के जन्मदिन पर आयुष्मान भव: कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है. इसके अलावा, भाजपा एक 'सेवा पखवाड़ा' कार्यक्रम शुरू करेगी जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंचना और देश भर में विभिन्न कल्याणकारी गतिविधियों का आयोजन करना शामिल है. कई जगह पार्टी कार्यकर्ताओं ने रक्तदान शिविरों का भी आयोजन किया है.


    साभार आज तक 
  • कमलनाथ बोले- भोपाल में होने वाली INDIA गठबंधन की रैली रद्द

    भोपाल। राजधानी भोपाल में होने वाली  इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A ) गठबंधन की पहली रैली रद्द हो गई है। शनिवार को पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि भोपाल में होने वाली रैली कैंसिल हो गई है।
    भोपाल में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने मीडिया के इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस गठबंधन की रैली को लेकर पूछे सवाल पर कहा कि रैली नहीं होने वाली है, रैली कैंसिल हो गई है। बता दें इससे पहले मध्यप्रदेश चुनाव प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया के सवाल पर कहा कि हमारी बात चल रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ बैठक है, उसके बाद रैली तय होगी। अभी रैली को लेकर कोई फाइनल नहीं है। 
    इंडिया गठबंधन की कॉर्डिनेशन की दिल्ली  में हुई बैठक में भोपाल में पहली रैली करना तय किया गया था। इसकी जानकारी कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल की तरफ से दी गई थी। यह  रैली अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में होने की बात कही जा रही थी। हालांकि, अब रैली कैंसिल हो गई है। जानकारों का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने केंद्रीय नेतृत्व के सामने रैली की तैयारी को लेकर समर्थता जताई थी, जिसके बाद रैली कैंसिल कर दी गई। 
    साभार अमर उजाला

  • मुख्यमंत्री शिवराज बोले- जनता के आक्रोश के चलते रद्द करनी पड़ी रैली

    भोपाल। जनता में आक्रोश है, सनातन का अपमान किया है। डेंगू मलेरिया बोला गया है। सनातन का अपमान एमपी की जनता सहन नहीं करेगी। ये समझ लें कि हमारी आस्था पर चोट की है। यह हमला किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा। कई आए कई चले गए सनातन हमेशा रहेगा। यह बात शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रवींद्र भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में कही।
    उन्होंने भोपाल में INDIA गठबंधन की होने वाली पहली रैली के कैंसिल होने पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जनता का आक्रोश है, इसलिए इन्होंने अपनी रैली केंसिल कर दी है। जनता इन्हें छोड़ेगी नहीं। सीएम ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि इनकी लीडरशिप में दम नहीं है। भाजपा में जहां भी चुनाव होते हैं, सभी काम में लग जाते हैं। लेकिन कांग्रेस में लट्ठम लट्ठ मचा हुआ है। आपस में लड़ रहे हैं, किसका फोटो लगे किसका नहीं। वहीं, हमारे केंद्रीय गृहमंत्री आ रहे हैं, राष्ट्रीय अध्यक्ष आ रहे हैं, भाजपा में सभी एकजुट हैं। 
    मुख्यमंत्री यहां कार्यक्रम में मध्यप्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित करने पहुंचे थे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत नवनियुक्त 925 चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इसके साथ ही ऊर्जा विभाग के इंजीनियर्स, कृषि विभाग के सहायक संचालक, किसान कल्याण और कृषि विकास अधिकारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, पशुपालन और डेयरी विभाग के सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारियों को भी नियुक्ति पत्र सौंपे।
    साभार अमर उजाला

  • प्रदेश की लाड़ली बहनों को महीने में एक बार ही मिलेगा 450 रुपये में गैस सिलेंडर

    भोपाल। प्रदेश की लाड़ली बहनों को गैस सिलेंडर महीने में सिर्फ एक ही बार मिलेगा। इसके साथ सावन के महीने में 4 जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक गैस सिलेंडर रिफिल कराने वाली लाड़ली बहनों को भी अनुदान राशि का अंतरण उनके बैंक खातों में किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज (शुक्रवार) खुद वीडियो के माध्यम से अपनी लाड़ली बहनों को गैस सिलेंडर संबंधी नियम बताए। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहनों को गैस सिलेंडर 450 रुपए में मिलेगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए लाड़ली बहनों को पंजीयन कराना होगा। पंजीयन मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना पोर्टल पर होगा। 
    मुख्यमंत्री ने बताया कि योजना के तहत ऐसी बहनों का पंजीयन किया जाएगा जो पूर्व से गैस कनेक्शन धारी हों और यह बहनें उज्जवला योजना की लाभार्थी भी हो सकती हैं। पंजीयन के लिए केवल दो जानकारी या दस्तावेज (अ) एलपीजी कनेक्शन आईडी (ब) समग्र आईडी की आवश्यकता होगी। घरेलू गैस संबंधी पंजीयन उन सभी केंद्रों पर किया जाएगा जहां मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का पंजीयन होता है। शासन भी सभी आइल कम्पनी से बहनों के गैस कनेक्शन संबंधी जानकारी प्राप्त कर रहा है तथा उसे पोर्टल पर 25 सितम्बर को प्रदर्शित किया जाएगा। इससे बहनों को अपनी जानकारी देखने में सुविधा होगी। बहनों की समस्याओं के निराकरण के लिए शिकायत निवारण एप्लीकेशन भी तैयार की जा रही है।
    मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पात्रता धारी लाड़ली बहनों को गैस रिफिल आइल कम्पनी की विक्रय दर पर ही खरीदना होगा। लाड़ली बहनो को यह गैस रिफिल 450 रुपये में पड़े इसके लिए अंतर की राशि में से केंद्र सरकार के अनुदान को कम करते हुए शेष राशि, अनुदान के रूप में उनके बैक खाते में रिफंड की जाएगी। गैस सिलेंडर पर यह अनुदान, लाड़ली बहनों को हर महीने एक गैस रिफिल पर मिलेगा। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की लाभार्थी लाड़ली बहनों के खाते में अनुदान राशि आइल कम्पनी द्वारा डाली जाएगी और यह अनुदान राशि राज्य सरकार द्वारा आइल कम्पनी को दी जाएगी।
    मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ऐसी लाड़ली बहनें जो उज्जवला योजना की लाभार्थी नहीं हैं उनके बैक खाते में अनुदान राशि सीधे राज्य सरकार डालेगी। सावन के माह में अर्थात 4 जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक गैस सिलेंडर रिफिल कराने वाली लाड़ली बहनों को भी अनुदान राशि का अंतरण उनके बैंक खातों में इसी प्रक्रिया से होगा। यदि भविष्य में कभी गैस रिफिल करने की दरें बदलती हैं तो उसके अंतर की राशि की पूर्ति राज्य सरकार करेगी।
    साभार अमर उजाला

  • विधान सभा चुनाव आते ही पीसीसी कर रही संपर्क साधने की कोशिश : भूले बिसरे वरिष्ठ नेताओं से पूछा जा रहा हाल-चाल

    भोपाल। विधानसभा चुनाव आते ही पीसीसी को अब अपने ऐसे वरिष्ठ नेताओं की याद आई है जिन्हे लगभग भुला दिया गया था। पीसीसी की ओर से अब ऐसे भूले बिसरे नेताओं को याद किया जा रहा है। उन्हें फोन कर उनसे संपर्क साधने की कोशिश की जा रही है। उनका हाल चाल पूछा जा रहा है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने ऐसे तमाम नेताओं की सूची तैयार की है। इन्हें बारी बारी कर फोन कॉल किया जा रहा है। इनकी खैरियत ली जा रही है। साथ ही यह जानने की कोशिश की जा रही है कि कहीं कोई वरिष्ठ नेता नाराज तो नहीं है। इसके लिए पीसीसी में बाकायदा एक अलग टीम बनाई गई है, जो ऐसे बुजुर्ग, वरिष्ठ और प्रभावी रहे नेताओं को फोन लगाकर संपर्क कर रही है। 
    पार्टी की ओर से पुराने और खाटी कांग्रेसियों को फोन करके उनका भरोसा जीतने का कम इन दिनों जोरों पर है। सूत्रों की माने तो पीसीसी कि ओर से ऐसे नेताओं की तलाश भी की जा रही है, जिन्हें विधानसभा चुनाव में कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंप कर एक बार फिर मुख्य भूमिका में लाया जा सके। ऐसे नेताओं को सेक्टर के हिसाब जिम्मेदारी दी जा रही है। इतना ही नहीं पार्टी इनके काम काज का पूरा खर्च भी उठाएगी। 
    विधानसभा चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस इस बार अपना हर फार्मूला अपनाना चाहती है। इनमें से ही एक फार्मूला है पुराने नेताओं को एकजुट करके उन्हें एक बार फिर मुख्य धारा में लाना। पार्टी का मानना है कि ऐसे प्रभावित नेताओं का लाभ उनके उनके क्षेत्र में ही लेकर जीत को आसान बनाया जा सकता है।
    साभार अमर उजाला

  • रांची NIA ने रतलाम एटीएस के साथ आतंकी संगठन ISIS से जुड़े संदिग्ध युवक को पकड़ा

    रतलाम। रांची एनआईए ने रतलाम एटीएस के साथ मिलकर आतंकी संगठन ISIS से जुड़े एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। एनआईए ने आलोट के खजूरी देवड़ा गांव से 21 वर्षीष युवक राहुल सेन को गिरफ्तार किया है। रांची में NIA ने हाल ही में फहजान अंसारी नाम के एक युवक को गिरफ्तार किया है, जिसके ISIS से सीधे संबंध हैं। फहजान की निशानदेही पर ही NIA रांची ने रतलाम में दबिश देकर राहुल को पकड़ा है। एनआईए ने रतलाम पुलिस, एटीएस के साथ मिलकर इस युवक को गिरफ्तार किया है।
    आलोट से पकड़ाए राहुल के फहजान से सीधे संबंध हैं। दोनों इंस्टाग्राम के माध्यम से जुड़े हुए हैं। NIA ने राहुल के पास से ISIS का झंडा, चाकू और एक सिम भी बरामद की है। राहुल सोशल मीडिया पर उमर नाम से अकाउंट बनाकर अपनी गतिविधियां संचालित कर रहा था। राहुल के  इंस्टाग्राम, टेलीग्राम और यूट्यूब पर भी चैनल मिले हैं। पुलिस राहुल के लोकल कनेक्शन तलाश रही है। साथ ही आतंकी संगठन से कब जुड़ा और उसके मंसूबे क्या थे इसकी जांच में रतलाम पुलिस जुटी है। 
    राहुल खजूरी देवड़ा गांव में मजदूरी का काम करता है। उसने इंस्टाग्राम पर एक से ज्यादा आईडी बना रखी हैं। वह राहुल सनातनी व उमर के नाम से भी इंस्टाग्राम आईडी चलाता है। इस पर वह हथियारों के साथ फोटो पोस्ट करता था। राहुल के पिता आलोट में सैलून चलाते हैं।
    रांची एनआईए ने राहुल सेन को आलोट स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर पांच दिन के ट्रांजिट रिमांड पर लिया है। रिमांड अवधि में एनआईए पता लगाने का प्रयास करेगी कि राहुल और किस संगठन से जुड़ा है और क्या गतिविधियां संचालित की जा रहीं थीं।
    साभार अमर उजाला

  • चुनाव से पहले पीएम मोदी का मध्यप्रदेश को बड़ा तोहफा,  पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स से एक लाख से ज्यादा रोजगार

    भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश को एक बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं। पीएम गुरुवार को मध्य प्रदेश के साथ ही छत्तीसगढ़ को भी सौगात देंगे। पीएम मोदी एमपी के बीना में भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल ) रिफाइनरी की आधारशिला रखेंगे। प्रोजेक्ट में प्रदेशभर में 10 नए इंडस्ट्रियल प्रॉजेक्ट शामिल हैं। 49 हजार करोड़ के निवेश से बनने जा रहे पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स से एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
    बीपीसीएल ने कहा है कि इस प्रॉजेक्ट से क्षेत्र में स्किल डिवेलपमेंट को बढ़ावा मिलेगा। कंस्ट्रक्शन फेज के दौरान ही करीब 15 हजार लोगों को रोजगार मिल जाएगा। इसके तैयार हो जाने के बाद प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के एक लाख से ज्यादा अवसर पैदा होंगे। परियोजना लगभग 1200 केटीपीए (किलो-टन प्रति वर्ष) एथिलीन और प्रोपलीन का उत्पादन करेगी, जो कपड़ा, पैकेजिंग, फार्मा जैसे विभन्नि क्षेत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण घटक है। इससे देश की आयात पर निर्भरता कम होगी।
    इस समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नर्मदापुरम जिले में 10 अन्य परियोजनाओं, इंदौर जिले में दो आईटी पार्क, रतलाम जिले में एक औद्योगिक पार्क और राज्य भर में छह नए औद्योगिक क्षेत्रों की भी आधारशिला रखेंगे। ये नए औद्योगिक क्षेत्र शाजापुर, गुना, मऊगंज, आगरमालवा, नर्मदापुरम और मक्सी में स्थापित किए जाएंगे।प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बताया कि पीएम मोदी बीना में लगभग दो लाख करोड़ रुपए के निवेश की सौगात दे रहे हैं। इससे क्षेत्र का विकास बढ़ेगा और लाखों लोगों के लिए प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से रोजगार के अवसर सृजित होंगे। 
    मध्य प्रदेश के बाद पीएम मोदी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जाएंगे जहां वह 6,350 करोड़ रुपए के रेलवे प्रॉजेक्ट्स की शुरुआत करेंगे। 9 जिलों में स्वास्थ्य केंद्रों की आधारशिला रखेंगे। इसके अलावा एक लाख 'सिकल सेल काउंसलिंग कार्ड्स' का वितरण भी करेंगे। 
    credit - लाइव हिन्दुस्तान

  • फिर बादलों के आगोश में इंदौर, तीन दिन रहेगा तेज बारिश का दौर

    इंदौर। उमस और गर्मी से भरे तीन दिन के बाद फिर इंदौर बादलों के आगोश में है। गुरुवार को रिमझिम बारिश का दौर शुरू हुआ। अगले तीन दिन तक मध्यम से तेज बारिश का दौर रहेगा। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र से आ रही नमी के कारण इंदौर और आसपास के क्षेत्रों में मौसम ने करवट ली है। दिन का तापमान भी 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से पांच डिग्री कम था।
    अगस्त की तुलना मे सितंबर माह बारिश ज्यादा हो रही है। अगस्त में सिर्फ तीन इंच बारिश हुई थी, जबकि सितंबर के पहले सप्ताह के तीन दिन में ही तीन इंच बारिश हो चुकी थी। अब अगले तीन दिन फिर तेज बारिश मालवा और निमाड़ वाले हिस्से में होगी।
    फसलों को फायदा  अगस्त में बारिश कम हुई थी। बारिश की लंबी खेंच के कारण फसलें खराब हो रही रही थी, लेकिन अब हो रही बारिश ने उन्हें जीवनदान दे दिया। सितंबर के पहले सप्ताह के बाद फिर फसलों को पानी मिलेगा।
    अब तक 28 इंच बारिश इंदौर में हर साल 40 इंच से ज्याादा बारिश होती है।  अब तक मानसून के सीजन में 29 इंच बारिश हो चुकी है। अगस्त माह तक 24.7 इंच बारिश हुई थी। अगस्त में सिर्फ तीन इंच बारिश हुई थी। सितंबर में हो रही बारिश फसलों और भूजल स्तर बढ़ाने के लिए भी फायदेमंद साबित हो रही है।
    Credit - अमर उजाला

  • सागर में पानी, बिजली के लिए आदिवासियों का चक्काजाम

    सुनवाई नहीं होने पर कलेक्टर कार्यालय के सामने सड़क पर बैठे
    सागर। सागर में पानी, बिजली, सड़क की मांग को लेकर आदिवासियों ने चक्काजाम कर दिया। वे कलेक्टर कार्यालय के सामने मुख्य सड़क पर बैठ गए। चक्काजाम से सिविल लाइन से बस स्टैंड की ओर जाने वाले मार्ग पर यातायात बाधित हुआ। सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाइश दी। करीब एक घंटे की समझाइश के बाद वे माने, तब जाकर चक्काजाम खत्म हुआ और यातायात बहाल हो सका। दरअसल, जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन के नेतृत्व में मंगलवार को देवरी के रमखिरिया, झमारा और केसली क्षेत्र के जमुनिया चिखली, अर्जुंदा, बंडा के ग्राम पंचायत पड़वार के लोग अपनी मांगों को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। उन्होंने अपने गांवों में बिजली, पानी, सड़क की सुविधा कराए जाने की मांग करते हुए आवेदन सौंपा। ग्रामीणों ने कहा कि गांव में बिजली, सड़क और पानी की व्यवस्था नहीं है। लोग परेशान हो रहे हैं। बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे। शासन, प्रशासन से कई बार शिकायत की। सुविधाएं उपलब्ध कराने मांग की। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
    इसी को लेकर गांवों से आए महिला, पुरुषों ने कलेक्टर कार्यालय के गेट नंबर-2 के सामने सड़क पर बैठकर चक्काजाम कर दिया। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर बुलाने और मांगे तत्काल पूरी कराने की बात कही।

  • पीएम मोदी ने सेट कर दिया लोकसभा चुनाव का एजेंडा!

    नई दिल्ली। पिछले दिनों जब तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने सनातन धर्म के मुद्दे पर विवादित टिप्पणी की थी, तभी अंदाजा हो गया था कि यह मुद्दा अब जल्दी थमने वाला नहीं है। पहले बीजेपी के नेताओं, मंत्रियों ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला, अब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुद्दे को को उठाते हुए विपक्ष को घेरना शुरू कर दिया है। एमपी चुनाव से पहले राज्य को 50,800 करोड़ की सौगात देने के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने इंडिया गठबंधन को घमंडिया करार दिया और कहा कि वे सनातन संस्कारों और परंपरा को समाप्त करने का संकल्प लेकर आए हैं। पीएम मोदी के इस भाषण के बाद साफ हो गया कि भले ही सनातन पर टिप्पणी डीएमके नेता ने की हो, लेकिन कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन में शामिल अन्य दल भी इससे अछूते नहीं रहने वाले। एमपी में सनातन विवाद को उठाकर पीएम ने साफ कर दिया है कि अभी यह एक तरह का ट्रेलर है और पूरी पिक्चर बाकी है। यानी कि बीजेपी आने वाले राज्यों के विधानसभा चुनाव से लेकर अगले साल लोकसभा चुनाव तक, इस मुद्दे को गर्म ही रखने वाली है।
    'इंडिया' गठबंधन को घमंडिया करार देते हुए सनातन मुद्दे पर विपक्ष को घेरकर पीएम मोदी ने 2024 के लोकसभा चुनाव का एजेंडा सेट कर दिया है। बीजेपी आने वाले दिनों में इस पर और करारे वार करने वाली है। पिछले दिनों राजस्थान चुनाव के लिए राज्य में गए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इंडिया गठबंधन को सनातन मुद्दे पर घेरा था। शाह ने डूंगरपुर की रैली में कहा था कि दो दिन से आप देश की संस्कृति और सनातन धर्म का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ''वे कहते हैं कि यदि मोदी जीतेंगे तो सनातन राज आएगा। सनातन लोगों के दिल पर राज कर रहा है। पीएम मोदी ने कहा है कि भारत संविधान से चलेगा।'' बीजेपी नेता चुनावी रैलियों और कार्यक्रमों में सनातन मुद्दे को लगातार उठा रहे हैं। इसके जरिए बीजेपी हिंदुत्व के मुद्दे पर आगे बढ़ते हुए दिख रही है। जहां एक ओर पीएम मोदी समेत पूरी बीजेपी सनातन पर कांग्रेस और उसके सहयोगियों को घेर रही है तो अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का मुद्दा भी उसे लोकसभा चुनाव में फायदा पहुंचा सकता है। 90 के दशक से ही बीजेपी राम मंदिर और हिंदुत्व मुद्दे को आगे लेकर चली, जिसका सबसे बड़ा फायदा साल 2014 में मिला और सरकार बनाई। अब राम मंदिर के साथ-साथ बीजेपी के पास सनातन धर्म का मुद्दा आ गया है, तो उसे वह हर हाल में भुनाना चाहेगी।
    तमिलनाडु के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया, कोरोना आदि से कर दी थी और कहा था कि जैसे इसका विरोध नहीं करते और खत्म किया जाता है, उसी तरह सनातन को भी खत्म करना है। उदय के इस बयान से तमिलनाडु में भले ही डीएमके को ज्यादा नुकसान न हो, लेकिन इंडिया में उसके सहयोगी और खासकर कांग्रेस व हिंदी पट्टी वाले दलों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है। यूपी-बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड आदि तमाम राज्यों में कांग्रेस और वहां के विपक्षी स्थानीय दलों को उदय की यह टिप्पणी बैकफुट पर डाल सकती है। यही वजह है कि आम आदमी पार्टी, कांग्रेस समेत कई दलों ने सनातन वाले बयान से किनारा भी कर लिया, लेकिन चूंकि डीएमके इंडिया गठबंधन में है और तमिलनाडु में कांग्रेस और डीएमके की सरकार चल रही है तो बीजेपी इस मुद्दे के जरिए इंडिया अलायंस पर हमला बोलती रहेगी। इससे यूपी में समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, उत्तराखंड में कांग्रेस, बिहार में आरजेडी, जेडीयू, मध्य प्रदेश में कांग्रेस, दिल्ली में आम आदमी पार्टी आदि को लोकसभा चुनाव में सीटों के लिहाज से बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है।
    Credit - लाइव हिन्दुस्तान

  • दिल्ली: CISF कॉन्सटेबल ने वेलकम मेट्रो स्टेशन के वॉशरूम में खुद को मारी गोली, मौत

    दिल्ली: CISF कॉन्सटेबल ने वेलकम मेट्रो स्टेशन के वॉशरूम में खुद को मारी गोली, मौत

  • दिल्ली: शकूर बस्ती में रेलवे ने 70 झुग्गियों पर चलाया बुलडोजर, लोगों ने कहा नहीं दिया था नोटिस

  • Gurugram: ऑटो पार्ट बनाने वाली कंपनी में लगी भीषण आग, फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर मौजूद

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