राजनीति

  • पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे भारतीयों को पाकिस्तानी सेना के अधिकारी ने किया गला काटने का इशारा

    लंदन। पहलगाम हमले की पूरी दुनिया में निंदा हो रही है, लेकिन पाकिस्तानियों को इसकी जरा भी परवाह नहीं है। शुक्रवार को लंदन में बड़ी संख्या में भारतीय और भारतीय मूल के लोग इकट्ठा हुए और उन्होंने पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी ने भारतीयों की तरफ आपत्तिजनक इशारा किया। दरअसल पाकिस्तानी अधिकारी ने भारतीयों की तरफ गला काटने का इशारा किया। पाकिस्तानी अधिकारी का वीडियो कैमरे में कैद हो गया और अब यह सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 
    पहलगाम हमले के विरोध में 500 से ज्यादा ब्रिटिश हिंदुओं ने शुक्रवार को लंदन में पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हाथों में बैनर और प्लेकार्ड पकड़े हुए थे और प्रदर्शनकारी नारेबाजी कर रहे थे और पहलगाम पीड़ितों के लिए न्याय की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने आतंकवाद के खिलाफ नारे लगाए और पाकिस्तान पर आतंकवाद का समर्थन करने का आरोप लगाया। इस दौरान लंदन में पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात पाकिस्तानी सेना के कर्नल तैमूर राहत ने उच्चायोग की बालकनी से भारतीय प्रदर्शनकारियों को सार्वजनिक तौर पर गला काटने का इशारा किया। कर्नल राहत पाकिस्तानी उच्चायोग में सेना और वायु सलाहकार के रूप में काम कर रहा है। 
    साभार अमर उजाला

  • केंद्र ने वक्फ एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर किया हलफनामा

    नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर किया है। यह हलफनामा वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 की वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज करने के लिए है। सरकार का कहना है कि कोर्ट कानून की समीक्षा कर सकता है, लेकिन सिर्फ कुछ खास आधारों पर। जैसे कि कानून बनाने की शक्ति किसके पास है और क्या यह मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है। सरकार ने यह भी कहा कि याचिकाएं गलत धारणा पर आधारित हैं कि संशोधन धार्मिक स्वतंत्रता के मौलिक अधिकारों को छीन लेते हैं। सरकार ने कोर्ट से कहा कि वह इस मामले पर अंतिम फैसला दे और किसी भी तरह की रोक न लगाए।
    केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि वक्फ अधिनियम में संशोधन एक संसदीय पैनल द्वारा गहन अध्ययन के बाद लाए गए थे। सरकार ने कहा कि वक्फ संपत्तियों का दुरुपयोग करके निजी और सरकारी संपत्तियों पर अतिक्रमण किया गया है। सरकार के अनुसार, मुगल काल से पहले, आजादी से पहले और आजादी के बाद कुल 18,29,163.896 एकड़ वक्फ संपत्ति बनाई गई थी।
    सरकार ने हलफनामे में कहा कि चौंकाने वाली बात यह है कि 2013 के बाद वक्फ भूमि में 20,92,072.536 एकड़ की वृद्धि हुई है। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को यह भी बताया कि विधायिका द्वारा बनाए गए कानून को बदलना सही नहीं है।
    हलफनामे में कहा गया है कि संसद ने यह सुनिश्चित करने के लिए अपने अधिकार क्षेत्र में काम किया कि वक्फ जैसे धार्मिक न्यासों का प्रबंधन सही तरीके से हो। सरकार ने कहा कि बिना सोचे-समझे रोक लगाना सही नहीं है, क्योंकि कानून की वैधता पर संदेह नहीं किया जा सकता।
    सरकार ने आगे कहा कि वक्फ कानून की वैधता को चुनौती देने वाले याचिकाकर्ताओं के प्रयास न्यायिक समीक्षा के मूल सिद्धांतों के खिलाफ हैं। सरकार ने कहा कि कोर्ट को सिर्फ कानून बनाने की शक्ति और मौलिक अधिकारों के उल्लंघन के आधार पर ही किसी कानून की समीक्षा करनी चाहिए। सरकार ने यह भी कहा कि याचिकाएं इस गलत धारणा पर आधारित हैं कि संशोधन धार्मिक स्वतंत्रता के मौलिक अधिकारों को छीन लेते हैं।
    साभार नवभारत टाइम्स 

  • ब्रिटिश सांसद ने कहा- भारत आतंकवाद के खिलाफ जो भी कदम उठाए, हम उसके साथ

    लंदन। ब्रिटेन के एक वरिष्ठ सांसद ने भारत को आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने के लिए अपना पूरा समर्थन देने का वादा किया है। सांसद ने कहा कि भारत जो भी कदम उठाए, हम उसके साथ हैं। उन्होंने कहा कि भारत अगर पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई करता है तो भी पूरा समर्थन रहेगा।
    जम्मू-कश्मीर के पाहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए ब्रिटेन स्थित भारतीय उच्चायोग में एक श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इस दौरान ब्रिटेन के कई सांसद और बड़ी हस्तियां भी शामिल हुईं। सभा में बोलते हुए ब्रिटिश सांसद बॉब ब्लैकमैन ने भारत के समर्थन में एक सशक्त और भावनात्मक बयान दिया। उन्होंने कहा कि जो भी कदम भारत सरकार इस हमले के बाद उठाना उचित समझे – चाहे वह सैन्य कार्रवाई ही क्यों न हो – उन्हें उसका पूरा समर्थन है।
    ब्लैकमैन ने कहा, "हम यहां दुख साझा करने आए हैं। जब आतंकी हमला करता है, तो वह पूरी मानवता के दिलों पर हमला करता है। यह हमला धार्मिक आधार पर नफरत को दर्शाता है, और इसे कतई सहन नहीं किया जा सकता।" उन्होंने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे को ब्रिटिश संसद (हाउस ऑफ कॉमन्स) में उठाया और सरकार से आग्रह किया कि वह भारत के प्रति अपना समर्थन स्पष्ट रूप से जताए।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भारत का सख्त रवैया जारी, अब पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक को बुलाया

    पाकिस्तान के खिलाफ भारत का सख्त रवैया जारी है। खबर है कि नई दिल्ली ने पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक को तलब किया है। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। खास बात है कि एक दिन पहले ही भारत ने सिंधु जल समझौता तोड़ने का भी ऐलान किया था। मंगलवार को जम्मू और कश्मीर में हुए हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी।
    समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि भारत ने पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक साद अहमद वराइच को तलब किया है। साथ ही सैन्य राजनयिकों के लिए औपचारिक पर्सोना नॉन ग्रेटा नोट सौंपा है। इसका मतलब ऐसे व्यक्ति से होता है, जो स्वीकार्य नहीं है या अवांछित है। खास बात है कि भारत सरकार का यह कदम ऐसे समय पर आया है, जब दो दिन पहले पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हुई और बुधवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सुरक्षा समिति की बैठक हुई है।
    सीसीएस की बैठक के बाद देर शाम विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि एक मई तक राजनयिक संबंधों में और कटौती के माध्यम से पाकिस्तानी और भारतीय उच्चायोगों में तैनात लोगों की कुल संख्या घटाकर 55 से 30 कर दी जाएगी।
    मिस्री ने बताया कि पाकिस्तानी नागरिकों को दक्षेस वीजा छूट योजना (एसवीईएस) के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और एसवीईएस वीजा के तहत भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय है।
    उन्होंने कहा कि भारत भी इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा, नौसेना, वायु सलाहकारों को वापस बुलाएगा। मिस्री ने कहा, 'संबंधित उच्चायोगों में ये पद निरस्त माने जाएंगे। दोनों उच्चायोगों से सेवा सलाहकारों के पांच सहायक कर्मचारियों को भी वापस बुलाया जाएगा।'
    मिस्री ने कहा कि 1960 की सिंधु जल संधि तत्काल प्रभाव से स्थगित रहेगी, जब तक कि पाकिस्तान सीमापार आतंकवाद को अपना समर्थन विश्वसनीय रूप से बंद नहीं कर देता।
    अटारी में एकीकृत सीमा चौकी को बंद करने के बारे में मिस्री ने कहा कि जो लोग वैध प्रमाण-पत्र के साथ सीमा पार गए हैं, वे एक मई से पहले उस मार्ग से लौट सकते हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पहलगाम में 26 की हत्या, विरोध में जम्मू बंद, आज दिल्ली में सीसीएस की बैठक

    श्रीनगर/नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर कम से कम 26 लोगों को मार डाला। सेना की वर्दी में आए दहशतगर्दों ने पहलगाम की बायसरन घाटी में पर्यटकों से पहले उनका धर्म पूछा, परिचय पत्र देखे और फिर हिंदू हो कहकर गोली मार दी। 26 मृतकों में ज्यादातर पर्यटक हैं, जबकि दो विदेशी व दो स्थानीय नागरिक शामिल हैं। हमले में करीब 20 लोग घायल हुए हैं। हालांकि सरकार ने अभी सिर्फ 16 मौतों की पुष्टि की है। वहीं, सुरक्षा एजंेिसयों ने देर रात कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। हमले के विरोध में आज जम्मू बंद है। आज दिल्ली में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक होने जा रही है। इसकी अध्यक्षता पीएम मोदी करेंगे। 
    तीन जुलाई से शुरू होने जा रही श्रीअमरनाथ यात्रा से पहले इस कायराना हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े गुट द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है। फरवरी, 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर में यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है। उस हमले में  सीआरपीएफ के 47 जवान मारे गए थे। 
    हमले के बाद सऊदी अरब की यात्रा बीच में छोड़कर लौट रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वारदात की कड़ी निंदा की व गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात कर जरूरी कदम उठाने और कश्मीर पहुंचने के निर्देश दिए। शाह ने तत्काल अपने निवास पर वरिष्ठ अफसरों के साथ बैठक की और फिर श्रीनगर पहुंच गए। 
    प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया, बायसरन घाटी में  आतंकी दोपहर करीब तीन बजे घास के मैदान में घुस आए व खाने-पीने की दुकानों के आसपास घूम रहे, टट्टू की सवारी कर रहे पर्यटकों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी। 
    साभार अमर उजाला 

  • ट्रंप, पुतिन, मेलोनी और नेतन्याहू सहित तमाम वैश्विक नेताओं ने की पहलगाम आतंकी हमले की निंदा....

    नई दिल्ली. जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को बड़ा आतंकी हमला हुआ. इस हमले में 26 नागरिकों की मौत हुई है जिनमें अधिकतर पर्यटक थे जो छुट्टियां बिताने यहां आए थे. आतंकियों ने चुन-चुनकर लोगों को निशाना बनाया. इस हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से लेकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने इस संकट की घड़ी में भारत के साथ खड़े होने की बात कही है.
    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहलगाम आतंकी हमले पर कहा कि कश्मीर से आ रही खबर सुनकर व्यथित हैं. आतंक के खिलाफ अमेरिका, भारत के साथ खड़ा है. हम इस हमले में जान गंवा चुके लोगों के लिए शांति की प्रार्थना करते हैं और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करते हैं. इस घड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों के साथ हमारा पूरा सहयोग और गहरी संवेदना है. 
    रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहलगाम हमले पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम अपने संदेश में इस हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि अपराध को किसी भी तरह न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता. दोषियों को सजा मिलेगी. 
    पुतिन ने  किसी भी प्रारूप में आतंकवाद से लड़ने के लिए भारत के साथ खड़े होने और सहयोग करने की प्रतिबद्धता भी जताई. उन्होंने कहा कि इस हमले में घायल हुए लोगों के साथ पूरी संवेदना है और उनके जल्द ठीक होने की कामना करते हैं.
    इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने भी पहलगाम हमले पर कहा कि भारत में हुए आतंकी हमले से व्यथित हूं जिसमें कई लोगों की जान गई. इटली की संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ है. हम भारत और भारत के लोगों के साथ खड़े हैं.
    साभार आज तक

क्राइम

  • ओवर ब्रिज के लिए खोदे गए गड्ढों में फंसे वाहन

    दमोह। दमोह शहर के तीन गुल्ली चौराहे पर बन रहे ओवरब्रिज के काम बंद होने के बाद यहां बने गड्ढों में बुधवार सुबह से रात तक करीब आधा दर्जन वाहन फंस गए। इन वाहनों को बड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया। इसके बाद यातायात पुलिस ने रात में यहां बैरिकेडिंग करवाई और संकेतक लगाकर वाहन चालकों को दूर से ही सावधान करने का प्रयास किया।
    जानकारी के लिए बता दें कि तीन गुल्ली से मलैया मिल फाटक तक ओवरब्रिज का निर्माण कार्य शुरू हो गया था, लेकिन हाई कोर्ट से स्टे मिलने के बाद पिछले दो महीने से यह काम बंद है। पिछले कई दिनों तक ठेकेदार की सामग्री यहां पड़ी रही, लेकिन स्टे नहीं हटने की वजह से ठेकेदार अपनी सामग्री लेकर वहां से चला गया। इसके बावजूद, ओवरब्रिज के लिए खोदे गए बड़े-बड़े गड्ढे अभी भी तीन गुल्ली पर मौजूद हैं, जिससे राहगीरों और वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
    बुधवार की सुबह एक रोड रोलर इस गड्ढे में फंस गया। इसके बाद वाहनों के फंसने का सिलसिला शुरू हो गया। एक वाहन के निकलते ही दूसरा वाहन गड्ढे में फंस जाता था। देर रात यहां एक यात्री बस फंस गई, जिसे निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसके बाद यातायात प्रभारी दलबीर सिंह मार्को पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने जहां-जहां गड्ढे थे, वहां बैरिकेडिंग कराई और संकेतक लगाए, ताकि वाहन चालकों को कुछ दूरी से होकर निकलने की सूचना दी जा सके।
    साभार अमर उजाला
     

  • इंदौर एयरपोर्ट पर तीन तस्करों को पकड़ा, सोने को काले मोती, बेल्ट, कैप्सूल में बदल दिया

    इंदौर। इंदौर एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। गुरुवार रात इंदौर एयरपोर्ट पर तीन तस्करों को पकड़ा गया जिनके पास से 1.7 किग्रा वजन का 92 लाख रुपए का सोना मिला है। इन्होंने सोने को काले मोती, बेल्ट, कैप्सूल में बदल दिया था। इंदौर में सोने की तस्करी का यह पहला मामला है जिसमें सोने को इस तरह अन्य चीजों में बदला गया है। तीनों आरोपी दिल्ली, जयपुर और नागौर के रहने वाले हैं। 
    आरोपियों के पास से मिली एक भी चीज सुनहरे रंग की नहीं थी। उन्होंने सोने की नई चीजें बनाई और सबका रंग बदल दिया। यह पहचानना भी मुश्किल था कि यह चीजें सोने की हैं। इनके पास से दो चेन, एक काले मोतियों के आकार का कड़ा, एक बेल्ट का बक्कल, दो कड़े, दो कैप्सूल और एक अंगूठी जब्त की गई। 
    पकड़े गए आरोपियों में से एक ने मलद्वार से सोने के कैप्सूल को शरीर के अंदर छुपा लिया था। एक व्यक्ति के पास से सोने का एक काले मोती वाला कड़ा और चांदी की पॉलिश चढ़ी एक मोटी सोने की अंगूठी पकड़ी। एक के पास से सोने के बेल्ट का बक्कल, एक कड़ा और एक चेन पकड़ी गई है। इन्होंने सभी सोने की चीजों पर चांदी या रोडियम की पॉलिश कर दी थी। 
    पकड़ाए गए तीनों आरोपी वाहक के रूप में काम करते हैं। इनके पीछे कई अन्य लोग हैं जो इनसे सोना बुलाते हैं और फिर बाजार में इसे बेचते हैं। अब कस्टम्स विभाग इन तीनों से पूछताछ कर मुख्य आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास कर रहा है। 
    साभार अमर उजाला

  • टक्कर के बाद झगड़ा, मारपीट

    इंदौर। तेज गति से जा रहे आटो रिक्शा ने दूसरे आटो रिक्शा को टक्कर मार दी। इसे लेकर विवाद में एक पक्ष ने दूसरे के साथ मारपीट कर दी।
    खजराना पुलिस ने बताया कि हादसा और मारपीट की घटना सुहाना जायका होटल के सामने हुई। अल्फेज पिता आबिद अली निवासी न्यू हीना कालोनी की रिपोर्ट पर पुलिस ने ई रिक्शा क्रमांक एमपी 09 जेडटी 4501 के चालक और उसके साथी पर केस दर्ज किया है। फरियादी ने पुलिस को बताया कि वह अपने दोस्त की रिक्शा से शादी पार्टी के आर्डर से वापस आ रहा था। तभी रास्ते में उसके दोस्त का आटो रिक्शा दूसरे आटो रिक्शा से टकरा गया। इस बात को लेकर आरोपी आटो रिक्शा चालक ने उसके साथी को गाली गलौज की और मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी।
    यहां पर भी वाहन चालकों में विवाद
    चंदननगर इलाके में धार रोड पर डी मार्ट के पास भी वाहन चालकों में विवाद हो गया। पुलिस ने बताया कि साजिद पिता मोहम्मद शकुर निवासी लोहा गेट 12 वीं गली की रिपोर्ट पर आरोपी सौरभ उर्फ कान्हा निवासी पंचमूर्ति नगर और विकास चौधरी पर केस दर्ज किया गया। साजिद ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने मुझे गाड़ी सही से चलाने की बात पर विवाद किया और गालियां दी। गालियां देने से मना किया तो आरोपियों ने हाथ थप्पड से मारपीट की और गाड़ी के कांच खोलकर चेहरे और सिर में मार दिया। जान से मारने की धमकी भी दी।

  • देवी मंदिर में एक परिवार हुआ हादसे का शिकार, झूले पर करंट आने से 14 साल की बच्ची की गई जान, कई बचे

    इंदौर। नवरात्रि में दर्शन के लिए बिजासन मंदिर गया एक परिवार हादसे का शिकार हो गया। यहां पर लगे मेले में झूले पर करंट आने से 14 साल की एक बच्ची ने दम तोड़ दिया। 8 साल के बेटे को पिता ने बचा लिया। झूले पर कई अन्य लोगों को भी करंट लगा। 
    एरोड्रम पुलिस ने बताया कि घटना रविवार रात करीब 12 बजे की है। यहां 14 साल की कनक रनवासी अपने 8 साल के भाई नयन के साथ झूला झूल रही थी। यह परिवार हातोद का रहने वाला है। झूला रुकते ही कनक नीचे उतरी तो प्लेटफार्म पर उसे करंट का झटका लगा। वह मदद के लिए चिल्लाई तो भाई ने बहन तो पकड़ लिया। भाई भी करंट की चपेट में आ गया। पिता ने जैसे ही बेटे को पकड़ा तो उन्हें भी करंट लगा। इस पर उन्होंने तुरंत बेटे को अपनी तरफ खींच लिया। तब तक कनक बेहोश हो गई थी। लोगों ने बताया कि कनक ने चप्पल नहीं पहनी थी। माता पिता ने बेहोश कनक को उठाने की कोशिश की लेकिन वह जवाब नहीं दे पा रही थी। इस पर माता पिता उसे पास के अस्पताल ले गए जहां से उसे एमवाय ले जाने की सलाह दी गई। देर रात करीब एक बजे के बच्ची को यहां मृत घोषित कर दिया गया। 
    मेले में मौजूद लोगों ने बताया कि बच्ची को करंट लगने के दौरान आसपास के कई लोगों को करंट लगा। नवरात्र के शुरूआत से ही यहां पर भारी भीड़ थी और प्रशासन ने यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए थे। इसके बावजूद यहां पर हादसा हो गया। कनक 10वी कक्षा की पढ़ाई कर रही थी। वहीं बेटा नयन भी तीसरी क्लास का स्टूडेंट है। परिवार ने बताया कि भीड़ होने के चलते उन्हें पुलिस की मदद भी समय पर नहीं मिल पाई। 
    साभार अमर उजाला

  • ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत पर त्वरित कार्यवाही कर, क्राइम ब्रांच इंदौर द्वारा कराये आवेदक के 34 लाख 79 हजार 720 रूपये रिफंड

    • आवेदक द्वारा फेसबुक पर फर्जी ऐड देखकर हुआ था, ठग से संपर्क।
    • ठग द्वारा आवेदक को माल की डिलेवरी देने के लिए एडवांस पेमेंट के रूप में रुपए प्राप्त कर किया था ऑनलाइन फ्रॉड ।
    • इंदौर क्राईम ब्रांच के द्वारा वर्ष 2023 में कुल 02 करोड़ 44 लाख 32 हजार 820  रुपए, आवेदकों के कराए गए है सकुशल वापस ।
    • क्राईम ब्रांच इंदौर द्वारा संचालित Cyber Helpline No. 704912-4445  पर प्राप्त शिकायतों में लगातार त्वरित कार्यवाही कर कराए जा रहे रिफंड 

    इंदौर। क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस के द्वारा संचालित सायबर हेल्पलाइन पोर्टल पर सोशल मीडिया एवं ऑनलाइन फ्रॉड संबंधित शिकायते प्राप्त होती है, जिस पर क्राईम ब्रांच इंदौर पुलिस के द्वारा लगातार आवेदकों के साथ हुए फ्रॉड की राशि रिफंड कराई जा रही है। इसी अनुक्रम में आवेदक सागर के द्वारा cyber helpline पर ऑनलाइन फ्रॉड संबंधित शिकायत की गई थी जिसमे क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा आवेदक से फ्राड की संपूर्ण जानकारी लेकर जांच की जिसमे ज्ञात हुआ कि आवेदक सागर निवासी महू जिनका एल्यूमीनियम स्क्रैप का कार्य है के द्वारा facebook सोशल मीडिया पर सस्ते में एल्यूमीनियम स्क्रैप माल का ऐड देखा और ऐड में दिखाए गए नंबर पर संपर्क करते ठग व्यक्ति से संपर्क हुआ, ठग द्वारा जूठे विश्वास में लेकर आवेदक से एडवांस पेमेंट करने का बोला गया, आवेदक को ट्रांसपोर्ट में स्क्रैप मैटेरियल लोड करने का वीडियो भेजा जिसपर आवेदक के द्वारा विश्वास करते हुए अपने HDFC bank से ठग व्यक्ति के खाते में 34,79,820 रू ऑनलाइन ट्रांसफर किए, ठग द्वारा आवेदक से प्राप्त रुपए को अन्य बैंक खातों में ट्रांसफर करते हुए ठगी को अंजाम दिया गया।
     जिस पर क्राइम ब्रांच टीम द्वारा संबंधित बैंक से संपर्क कर आवेदक के 34,79,820/– रुपए सकुशल वापस कराए गए।

    क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस के द्वारा वर्ष 2023(जनवरी से अगस्त तक) में ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायतों में 02 करोड़ 44 लाख 32 हजार 782  रुपए आवेदकों के सकुशल रिफंड कराए गए है।
     आमजन को सूचित किया जाता है की सोशल मीडिया (facebook, Instagram, Twitter, YouTube आदि) पर दिखाए गए किसी भी आकर्षक ऐड पर जल्दबाजी में भरोसा न करे, विश्वसनीयता की पूर्णरूप से जांच किए बिना कभी भी अपनी निजी एवं बैंकिंग संबंधित जानकारी किसी को न देवें अन्यथा आप ऑनलाइन ठगी का शिकार हो सकते हो। और इस तरह के फ्रॉड होने पर अपने नजीदीकी थाने एवं क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस द्वारा संचालित सायबर हेल्पलाइन न. 7049124445 पर सूचित करें।

  • अमेरिकी संसद में बांग्लादेश नरसंहार को लेकर पाकिस्तान के...

    अमेरिकी संसद में बांग्लादेश नरसंहार को लेकर पाकिस्तान के...अमेरिकी संसद में बांग्लादेश नरसंहार को लेकर पाकिस्तान के...

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  • पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे भारतीयों को पाकिस्तानी सेना के अधिकारी ने किया गला काटने का इशारा

    लंदन। पहलगाम हमले की पूरी दुनिया में निंदा हो रही है, लेकिन पाकिस्तानियों को इसकी जरा भी परवाह नहीं है। शुक्रवार को लंदन में बड़ी संख्या में भारतीय और भारतीय मूल के लोग इकट्ठा हुए और उन्होंने पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी ने भारतीयों की तरफ आपत्तिजनक इशारा किया। दरअसल पाकिस्तानी अधिकारी ने भारतीयों की तरफ गला काटने का इशारा किया। पाकिस्तानी अधिकारी का वीडियो कैमरे में कैद हो गया और अब यह सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 
    पहलगाम हमले के विरोध में 500 से ज्यादा ब्रिटिश हिंदुओं ने शुक्रवार को लंदन में पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हाथों में बैनर और प्लेकार्ड पकड़े हुए थे और प्रदर्शनकारी नारेबाजी कर रहे थे और पहलगाम पीड़ितों के लिए न्याय की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने आतंकवाद के खिलाफ नारे लगाए और पाकिस्तान पर आतंकवाद का समर्थन करने का आरोप लगाया। इस दौरान लंदन में पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात पाकिस्तानी सेना के कर्नल तैमूर राहत ने उच्चायोग की बालकनी से भारतीय प्रदर्शनकारियों को सार्वजनिक तौर पर गला काटने का इशारा किया। कर्नल राहत पाकिस्तानी उच्चायोग में सेना और वायु सलाहकार के रूप में काम कर रहा है। 
    साभार अमर उजाला

  • केंद्र ने वक्फ एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर किया हलफनामा

    नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर किया है। यह हलफनामा वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 की वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज करने के लिए है। सरकार का कहना है कि कोर्ट कानून की समीक्षा कर सकता है, लेकिन सिर्फ कुछ खास आधारों पर। जैसे कि कानून बनाने की शक्ति किसके पास है और क्या यह मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है। सरकार ने यह भी कहा कि याचिकाएं गलत धारणा पर आधारित हैं कि संशोधन धार्मिक स्वतंत्रता के मौलिक अधिकारों को छीन लेते हैं। सरकार ने कोर्ट से कहा कि वह इस मामले पर अंतिम फैसला दे और किसी भी तरह की रोक न लगाए।
    केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि वक्फ अधिनियम में संशोधन एक संसदीय पैनल द्वारा गहन अध्ययन के बाद लाए गए थे। सरकार ने कहा कि वक्फ संपत्तियों का दुरुपयोग करके निजी और सरकारी संपत्तियों पर अतिक्रमण किया गया है। सरकार के अनुसार, मुगल काल से पहले, आजादी से पहले और आजादी के बाद कुल 18,29,163.896 एकड़ वक्फ संपत्ति बनाई गई थी।
    सरकार ने हलफनामे में कहा कि चौंकाने वाली बात यह है कि 2013 के बाद वक्फ भूमि में 20,92,072.536 एकड़ की वृद्धि हुई है। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को यह भी बताया कि विधायिका द्वारा बनाए गए कानून को बदलना सही नहीं है।
    हलफनामे में कहा गया है कि संसद ने यह सुनिश्चित करने के लिए अपने अधिकार क्षेत्र में काम किया कि वक्फ जैसे धार्मिक न्यासों का प्रबंधन सही तरीके से हो। सरकार ने कहा कि बिना सोचे-समझे रोक लगाना सही नहीं है, क्योंकि कानून की वैधता पर संदेह नहीं किया जा सकता।
    सरकार ने आगे कहा कि वक्फ कानून की वैधता को चुनौती देने वाले याचिकाकर्ताओं के प्रयास न्यायिक समीक्षा के मूल सिद्धांतों के खिलाफ हैं। सरकार ने कहा कि कोर्ट को सिर्फ कानून बनाने की शक्ति और मौलिक अधिकारों के उल्लंघन के आधार पर ही किसी कानून की समीक्षा करनी चाहिए। सरकार ने यह भी कहा कि याचिकाएं इस गलत धारणा पर आधारित हैं कि संशोधन धार्मिक स्वतंत्रता के मौलिक अधिकारों को छीन लेते हैं।
    साभार नवभारत टाइम्स 

  • ब्रिटिश सांसद ने कहा- भारत आतंकवाद के खिलाफ जो भी कदम उठाए, हम उसके साथ

    लंदन। ब्रिटेन के एक वरिष्ठ सांसद ने भारत को आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने के लिए अपना पूरा समर्थन देने का वादा किया है। सांसद ने कहा कि भारत जो भी कदम उठाए, हम उसके साथ हैं। उन्होंने कहा कि भारत अगर पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई करता है तो भी पूरा समर्थन रहेगा।
    जम्मू-कश्मीर के पाहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए ब्रिटेन स्थित भारतीय उच्चायोग में एक श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इस दौरान ब्रिटेन के कई सांसद और बड़ी हस्तियां भी शामिल हुईं। सभा में बोलते हुए ब्रिटिश सांसद बॉब ब्लैकमैन ने भारत के समर्थन में एक सशक्त और भावनात्मक बयान दिया। उन्होंने कहा कि जो भी कदम भारत सरकार इस हमले के बाद उठाना उचित समझे – चाहे वह सैन्य कार्रवाई ही क्यों न हो – उन्हें उसका पूरा समर्थन है।
    ब्लैकमैन ने कहा, "हम यहां दुख साझा करने आए हैं। जब आतंकी हमला करता है, तो वह पूरी मानवता के दिलों पर हमला करता है। यह हमला धार्मिक आधार पर नफरत को दर्शाता है, और इसे कतई सहन नहीं किया जा सकता।" उन्होंने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे को ब्रिटिश संसद (हाउस ऑफ कॉमन्स) में उठाया और सरकार से आग्रह किया कि वह भारत के प्रति अपना समर्थन स्पष्ट रूप से जताए।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भारत का सख्त रवैया जारी, अब पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक को बुलाया

    पाकिस्तान के खिलाफ भारत का सख्त रवैया जारी है। खबर है कि नई दिल्ली ने पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक को तलब किया है। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। खास बात है कि एक दिन पहले ही भारत ने सिंधु जल समझौता तोड़ने का भी ऐलान किया था। मंगलवार को जम्मू और कश्मीर में हुए हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी।
    समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि भारत ने पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक साद अहमद वराइच को तलब किया है। साथ ही सैन्य राजनयिकों के लिए औपचारिक पर्सोना नॉन ग्रेटा नोट सौंपा है। इसका मतलब ऐसे व्यक्ति से होता है, जो स्वीकार्य नहीं है या अवांछित है। खास बात है कि भारत सरकार का यह कदम ऐसे समय पर आया है, जब दो दिन पहले पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हुई और बुधवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सुरक्षा समिति की बैठक हुई है।
    सीसीएस की बैठक के बाद देर शाम विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि एक मई तक राजनयिक संबंधों में और कटौती के माध्यम से पाकिस्तानी और भारतीय उच्चायोगों में तैनात लोगों की कुल संख्या घटाकर 55 से 30 कर दी जाएगी।
    मिस्री ने बताया कि पाकिस्तानी नागरिकों को दक्षेस वीजा छूट योजना (एसवीईएस) के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और एसवीईएस वीजा के तहत भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय है।
    उन्होंने कहा कि भारत भी इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा, नौसेना, वायु सलाहकारों को वापस बुलाएगा। मिस्री ने कहा, 'संबंधित उच्चायोगों में ये पद निरस्त माने जाएंगे। दोनों उच्चायोगों से सेवा सलाहकारों के पांच सहायक कर्मचारियों को भी वापस बुलाया जाएगा।'
    मिस्री ने कहा कि 1960 की सिंधु जल संधि तत्काल प्रभाव से स्थगित रहेगी, जब तक कि पाकिस्तान सीमापार आतंकवाद को अपना समर्थन विश्वसनीय रूप से बंद नहीं कर देता।
    अटारी में एकीकृत सीमा चौकी को बंद करने के बारे में मिस्री ने कहा कि जो लोग वैध प्रमाण-पत्र के साथ सीमा पार गए हैं, वे एक मई से पहले उस मार्ग से लौट सकते हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पहलगाम में 26 की हत्या, विरोध में जम्मू बंद, आज दिल्ली में सीसीएस की बैठक

    श्रीनगर/नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर कम से कम 26 लोगों को मार डाला। सेना की वर्दी में आए दहशतगर्दों ने पहलगाम की बायसरन घाटी में पर्यटकों से पहले उनका धर्म पूछा, परिचय पत्र देखे और फिर हिंदू हो कहकर गोली मार दी। 26 मृतकों में ज्यादातर पर्यटक हैं, जबकि दो विदेशी व दो स्थानीय नागरिक शामिल हैं। हमले में करीब 20 लोग घायल हुए हैं। हालांकि सरकार ने अभी सिर्फ 16 मौतों की पुष्टि की है। वहीं, सुरक्षा एजंेिसयों ने देर रात कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। हमले के विरोध में आज जम्मू बंद है। आज दिल्ली में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक होने जा रही है। इसकी अध्यक्षता पीएम मोदी करेंगे। 
    तीन जुलाई से शुरू होने जा रही श्रीअमरनाथ यात्रा से पहले इस कायराना हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े गुट द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है। फरवरी, 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर में यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है। उस हमले में  सीआरपीएफ के 47 जवान मारे गए थे। 
    हमले के बाद सऊदी अरब की यात्रा बीच में छोड़कर लौट रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वारदात की कड़ी निंदा की व गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात कर जरूरी कदम उठाने और कश्मीर पहुंचने के निर्देश दिए। शाह ने तत्काल अपने निवास पर वरिष्ठ अफसरों के साथ बैठक की और फिर श्रीनगर पहुंच गए। 
    प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया, बायसरन घाटी में  आतंकी दोपहर करीब तीन बजे घास के मैदान में घुस आए व खाने-पीने की दुकानों के आसपास घूम रहे, टट्टू की सवारी कर रहे पर्यटकों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी। 
    साभार अमर उजाला 

  • ट्रंप, पुतिन, मेलोनी और नेतन्याहू सहित तमाम वैश्विक नेताओं ने की पहलगाम आतंकी हमले की निंदा....

    नई दिल्ली. जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को बड़ा आतंकी हमला हुआ. इस हमले में 26 नागरिकों की मौत हुई है जिनमें अधिकतर पर्यटक थे जो छुट्टियां बिताने यहां आए थे. आतंकियों ने चुन-चुनकर लोगों को निशाना बनाया. इस हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से लेकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने इस संकट की घड़ी में भारत के साथ खड़े होने की बात कही है.
    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहलगाम आतंकी हमले पर कहा कि कश्मीर से आ रही खबर सुनकर व्यथित हैं. आतंक के खिलाफ अमेरिका, भारत के साथ खड़ा है. हम इस हमले में जान गंवा चुके लोगों के लिए शांति की प्रार्थना करते हैं और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करते हैं. इस घड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों के साथ हमारा पूरा सहयोग और गहरी संवेदना है. 
    रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहलगाम हमले पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम अपने संदेश में इस हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि अपराध को किसी भी तरह न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता. दोषियों को सजा मिलेगी. 
    पुतिन ने  किसी भी प्रारूप में आतंकवाद से लड़ने के लिए भारत के साथ खड़े होने और सहयोग करने की प्रतिबद्धता भी जताई. उन्होंने कहा कि इस हमले में घायल हुए लोगों के साथ पूरी संवेदना है और उनके जल्द ठीक होने की कामना करते हैं.
    इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने भी पहलगाम हमले पर कहा कि भारत में हुए आतंकी हमले से व्यथित हूं जिसमें कई लोगों की जान गई. इटली की संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ है. हम भारत और भारत के लोगों के साथ खड़े हैं.
    साभार आज तक

एंटरटेनमेंट

  • पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे भारतीयों को पाकिस्तानी सेना के अधिकारी ने किया गला काटने का इशारा

    लंदन। पहलगाम हमले की पूरी दुनिया में निंदा हो रही है, लेकिन पाकिस्तानियों को इसकी जरा भी परवाह नहीं है। शुक्रवार को लंदन में बड़ी संख्या में भारतीय और भारतीय मूल के लोग इकट्ठा हुए और उन्होंने पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी ने भारतीयों की तरफ आपत्तिजनक इशारा किया। दरअसल पाकिस्तानी अधिकारी ने भारतीयों की तरफ गला काटने का इशारा किया। पाकिस्तानी अधिकारी का वीडियो कैमरे में कैद हो गया और अब यह सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 
    पहलगाम हमले के विरोध में 500 से ज्यादा ब्रिटिश हिंदुओं ने शुक्रवार को लंदन में पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हाथों में बैनर और प्लेकार्ड पकड़े हुए थे और प्रदर्शनकारी नारेबाजी कर रहे थे और पहलगाम पीड़ितों के लिए न्याय की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने आतंकवाद के खिलाफ नारे लगाए और पाकिस्तान पर आतंकवाद का समर्थन करने का आरोप लगाया। इस दौरान लंदन में पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात पाकिस्तानी सेना के कर्नल तैमूर राहत ने उच्चायोग की बालकनी से भारतीय प्रदर्शनकारियों को सार्वजनिक तौर पर गला काटने का इशारा किया। कर्नल राहत पाकिस्तानी उच्चायोग में सेना और वायु सलाहकार के रूप में काम कर रहा है। 
    साभार अमर उजाला

  • केंद्र ने वक्फ एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर किया हलफनामा

    नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर किया है। यह हलफनामा वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 की वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज करने के लिए है। सरकार का कहना है कि कोर्ट कानून की समीक्षा कर सकता है, लेकिन सिर्फ कुछ खास आधारों पर। जैसे कि कानून बनाने की शक्ति किसके पास है और क्या यह मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है। सरकार ने यह भी कहा कि याचिकाएं गलत धारणा पर आधारित हैं कि संशोधन धार्मिक स्वतंत्रता के मौलिक अधिकारों को छीन लेते हैं। सरकार ने कोर्ट से कहा कि वह इस मामले पर अंतिम फैसला दे और किसी भी तरह की रोक न लगाए।
    केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि वक्फ अधिनियम में संशोधन एक संसदीय पैनल द्वारा गहन अध्ययन के बाद लाए गए थे। सरकार ने कहा कि वक्फ संपत्तियों का दुरुपयोग करके निजी और सरकारी संपत्तियों पर अतिक्रमण किया गया है। सरकार के अनुसार, मुगल काल से पहले, आजादी से पहले और आजादी के बाद कुल 18,29,163.896 एकड़ वक्फ संपत्ति बनाई गई थी।
    सरकार ने हलफनामे में कहा कि चौंकाने वाली बात यह है कि 2013 के बाद वक्फ भूमि में 20,92,072.536 एकड़ की वृद्धि हुई है। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को यह भी बताया कि विधायिका द्वारा बनाए गए कानून को बदलना सही नहीं है।
    हलफनामे में कहा गया है कि संसद ने यह सुनिश्चित करने के लिए अपने अधिकार क्षेत्र में काम किया कि वक्फ जैसे धार्मिक न्यासों का प्रबंधन सही तरीके से हो। सरकार ने कहा कि बिना सोचे-समझे रोक लगाना सही नहीं है, क्योंकि कानून की वैधता पर संदेह नहीं किया जा सकता।
    सरकार ने आगे कहा कि वक्फ कानून की वैधता को चुनौती देने वाले याचिकाकर्ताओं के प्रयास न्यायिक समीक्षा के मूल सिद्धांतों के खिलाफ हैं। सरकार ने कहा कि कोर्ट को सिर्फ कानून बनाने की शक्ति और मौलिक अधिकारों के उल्लंघन के आधार पर ही किसी कानून की समीक्षा करनी चाहिए। सरकार ने यह भी कहा कि याचिकाएं इस गलत धारणा पर आधारित हैं कि संशोधन धार्मिक स्वतंत्रता के मौलिक अधिकारों को छीन लेते हैं।
    साभार नवभारत टाइम्स 

  • ब्रिटिश सांसद ने कहा- भारत आतंकवाद के खिलाफ जो भी कदम उठाए, हम उसके साथ

    लंदन। ब्रिटेन के एक वरिष्ठ सांसद ने भारत को आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने के लिए अपना पूरा समर्थन देने का वादा किया है। सांसद ने कहा कि भारत जो भी कदम उठाए, हम उसके साथ हैं। उन्होंने कहा कि भारत अगर पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई करता है तो भी पूरा समर्थन रहेगा।
    जम्मू-कश्मीर के पाहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए ब्रिटेन स्थित भारतीय उच्चायोग में एक श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इस दौरान ब्रिटेन के कई सांसद और बड़ी हस्तियां भी शामिल हुईं। सभा में बोलते हुए ब्रिटिश सांसद बॉब ब्लैकमैन ने भारत के समर्थन में एक सशक्त और भावनात्मक बयान दिया। उन्होंने कहा कि जो भी कदम भारत सरकार इस हमले के बाद उठाना उचित समझे – चाहे वह सैन्य कार्रवाई ही क्यों न हो – उन्हें उसका पूरा समर्थन है।
    ब्लैकमैन ने कहा, "हम यहां दुख साझा करने आए हैं। जब आतंकी हमला करता है, तो वह पूरी मानवता के दिलों पर हमला करता है। यह हमला धार्मिक आधार पर नफरत को दर्शाता है, और इसे कतई सहन नहीं किया जा सकता।" उन्होंने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे को ब्रिटिश संसद (हाउस ऑफ कॉमन्स) में उठाया और सरकार से आग्रह किया कि वह भारत के प्रति अपना समर्थन स्पष्ट रूप से जताए।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • भारत का सख्त रवैया जारी, अब पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक को बुलाया

    पाकिस्तान के खिलाफ भारत का सख्त रवैया जारी है। खबर है कि नई दिल्ली ने पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक को तलब किया है। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। खास बात है कि एक दिन पहले ही भारत ने सिंधु जल समझौता तोड़ने का भी ऐलान किया था। मंगलवार को जम्मू और कश्मीर में हुए हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी।
    समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि भारत ने पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक साद अहमद वराइच को तलब किया है। साथ ही सैन्य राजनयिकों के लिए औपचारिक पर्सोना नॉन ग्रेटा नोट सौंपा है। इसका मतलब ऐसे व्यक्ति से होता है, जो स्वीकार्य नहीं है या अवांछित है। खास बात है कि भारत सरकार का यह कदम ऐसे समय पर आया है, जब दो दिन पहले पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हुई और बुधवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सुरक्षा समिति की बैठक हुई है।
    सीसीएस की बैठक के बाद देर शाम विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि एक मई तक राजनयिक संबंधों में और कटौती के माध्यम से पाकिस्तानी और भारतीय उच्चायोगों में तैनात लोगों की कुल संख्या घटाकर 55 से 30 कर दी जाएगी।
    मिस्री ने बताया कि पाकिस्तानी नागरिकों को दक्षेस वीजा छूट योजना (एसवीईएस) के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और एसवीईएस वीजा के तहत भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय है।
    उन्होंने कहा कि भारत भी इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा, नौसेना, वायु सलाहकारों को वापस बुलाएगा। मिस्री ने कहा, 'संबंधित उच्चायोगों में ये पद निरस्त माने जाएंगे। दोनों उच्चायोगों से सेवा सलाहकारों के पांच सहायक कर्मचारियों को भी वापस बुलाया जाएगा।'
    मिस्री ने कहा कि 1960 की सिंधु जल संधि तत्काल प्रभाव से स्थगित रहेगी, जब तक कि पाकिस्तान सीमापार आतंकवाद को अपना समर्थन विश्वसनीय रूप से बंद नहीं कर देता।
    अटारी में एकीकृत सीमा चौकी को बंद करने के बारे में मिस्री ने कहा कि जो लोग वैध प्रमाण-पत्र के साथ सीमा पार गए हैं, वे एक मई से पहले उस मार्ग से लौट सकते हैं।
    साभार लाइव हिन्दुस्तान

  • पहलगाम में 26 की हत्या, विरोध में जम्मू बंद, आज दिल्ली में सीसीएस की बैठक

    श्रीनगर/नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर कम से कम 26 लोगों को मार डाला। सेना की वर्दी में आए दहशतगर्दों ने पहलगाम की बायसरन घाटी में पर्यटकों से पहले उनका धर्म पूछा, परिचय पत्र देखे और फिर हिंदू हो कहकर गोली मार दी। 26 मृतकों में ज्यादातर पर्यटक हैं, जबकि दो विदेशी व दो स्थानीय नागरिक शामिल हैं। हमले में करीब 20 लोग घायल हुए हैं। हालांकि सरकार ने अभी सिर्फ 16 मौतों की पुष्टि की है। वहीं, सुरक्षा एजंेिसयों ने देर रात कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। हमले के विरोध में आज जम्मू बंद है। आज दिल्ली में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक होने जा रही है। इसकी अध्यक्षता पीएम मोदी करेंगे। 
    तीन जुलाई से शुरू होने जा रही श्रीअमरनाथ यात्रा से पहले इस कायराना हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े गुट द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है। फरवरी, 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर में यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है। उस हमले में  सीआरपीएफ के 47 जवान मारे गए थे। 
    हमले के बाद सऊदी अरब की यात्रा बीच में छोड़कर लौट रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वारदात की कड़ी निंदा की व गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात कर जरूरी कदम उठाने और कश्मीर पहुंचने के निर्देश दिए। शाह ने तत्काल अपने निवास पर वरिष्ठ अफसरों के साथ बैठक की और फिर श्रीनगर पहुंच गए। 
    प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया, बायसरन घाटी में  आतंकी दोपहर करीब तीन बजे घास के मैदान में घुस आए व खाने-पीने की दुकानों के आसपास घूम रहे, टट्टू की सवारी कर रहे पर्यटकों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी। 
    साभार अमर उजाला 

  • ट्रंप, पुतिन, मेलोनी और नेतन्याहू सहित तमाम वैश्विक नेताओं ने की पहलगाम आतंकी हमले की निंदा....

    नई दिल्ली. जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को बड़ा आतंकी हमला हुआ. इस हमले में 26 नागरिकों की मौत हुई है जिनमें अधिकतर पर्यटक थे जो छुट्टियां बिताने यहां आए थे. आतंकियों ने चुन-चुनकर लोगों को निशाना बनाया. इस हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से लेकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने इस संकट की घड़ी में भारत के साथ खड़े होने की बात कही है.
    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहलगाम आतंकी हमले पर कहा कि कश्मीर से आ रही खबर सुनकर व्यथित हैं. आतंक के खिलाफ अमेरिका, भारत के साथ खड़ा है. हम इस हमले में जान गंवा चुके लोगों के लिए शांति की प्रार्थना करते हैं और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करते हैं. इस घड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों के साथ हमारा पूरा सहयोग और गहरी संवेदना है. 
    रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहलगाम हमले पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम अपने संदेश में इस हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि अपराध को किसी भी तरह न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता. दोषियों को सजा मिलेगी. 
    पुतिन ने  किसी भी प्रारूप में आतंकवाद से लड़ने के लिए भारत के साथ खड़े होने और सहयोग करने की प्रतिबद्धता भी जताई. उन्होंने कहा कि इस हमले में घायल हुए लोगों के साथ पूरी संवेदना है और उनके जल्द ठीक होने की कामना करते हैं.
    इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने भी पहलगाम हमले पर कहा कि भारत में हुए आतंकी हमले से व्यथित हूं जिसमें कई लोगों की जान गई. इटली की संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ है. हम भारत और भारत के लोगों के साथ खड़े हैं.
    साभार आज तक

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धर्म

टेक्नोलॉजी

  • Google से प्राप्त कस्टमर केयर/हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने के पहले ध्यान रखें ?

    Google से सर्च नंबर से वर्ष 2025 में 112 शिकायतों में 51 लाख 17 हजार रुपए की ऑनलाइन ठगी हुई थी।
    शिकायतों से संबंधित ठगो के बैंक अकाउंट फ्रिज कराने सहित 30% से अधिक फ्रॉड राशि आवेदकों को कराई गई रिफंड।
    ठग द्वारा आवेदकों से उनकी समस्या के हिसाब से झूठ बोलकर  किया था ऑनलाइन फ्रॉड ।
    ठग ने आवेदक को अलग–अलग झूठ बोलकर पेमेंट प्रोसेस करवाते हुए रुपए प्राप्त कर, की थी ठगी।
    NCRP पोर्टल एवं Cyber Helpline. 704912–4445 पर पर प्राप्त शिकायत पर तुरंत कार्यवाही कर रिफंड कराये रुपए।
    इंदौर - क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस के द्वारा संचालित सायबर हेल्पलाइन पोर्टल पर सोशल मीडिया एवं ऑनलाइन फ्रॉड संबंधित शिकायते प्राप्त होती है, जिसपर क्राईम ब्रांच इंदौर पुलिस के द्वारा लगातार आवेदकों के साथ हुए फ्रेड की राशि रिफंड कराई जा रही है, इसी अनुक्रम में कई आवेदकों के द्वारा ऑनलाइन फ्रॉड संबंधित शिकायत की गई थी जिसमे से कुछ  आवेदक से फ्राड की संपूर्ण जानकारी लेकर जांच की जिसमे ज्ञात हुआ कि (1). आवेदक विजय(परिवर्तित नाम) के द्वारा Google पर सर्च कर हल्दीराम की फ्रेंचाइजी लेने के लिए संपर्क करते, अज्ञात ठग से संपर्क हुआ, ठग द्वारा फ्रेंचाइजी का एडवांस पेमेंट के रूप में आवेदक को झूठ बोलकर झांसे में लेते हुए 2 लाख 36 हजार रुपए प्राप्त कर ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दिया। 
    (2). आवेदक मोहन (परिवर्तित नाम) के द्वारा SBI बैंक का क्रेडिट कार्ड बंद कराने की हेतु Google पर सर्च करते ठग से संपर्क हुआ ठग द्वारा क्रेडिट कार्ड बंद करने के नाम से आवेदक कोन झांसे में लेते हुए Apk. सॉफ्टवेयर फाईल डाउनलोड करवाकर आवेदक का मोबाईल रिमोटली एक्सेस करते हुए आवेदक के 94,000 हजार रुपए ऑनलाइन ठगी की गई।
    (3). आवेदिका मेघा (परिवर्तित नाम) के द्वारा meshoo ऐप से शॉपिंग की गई थी जिसमें आवेदिका को प्रोडक्ट रिटर्न करने के लिए Google पर meshoo कंपनी का कस्टमर केयर नंबर सर्च करते ठग से संपर्क हुआ ठग द्वारा आवेदक को झांसे में लेते हुए, UPI पेमेंट प्रोसेस करवाते हुए पेमेंट भेजने के नाम से, ठग द्वारा आवेदक के 34,000 हजार रुपए ऑनलाइन प्राप्त कर ठगी की गई।
     (4). आवेदक राजेश (परिवर्तित नाम) के द्वारा अयोध्या में बिरला धर्मशाला की वेबसाइट से रूम बुक करने के लिए Google पर होटल का नंबर सर्च करते ठग से संपर्क हुआ ठग द्वारा आवेदक को झांसे में लेते हुए, एडवांस पेमेंट के रूप में 34,200 हजार रुपए ऑनलाइन प्राप्त किए परन्तु जब आवेदक अयोध्या पहुंचा ओर होटल में सम्पर्क किया तो उसे ज्ञात हुआ कि मेरी होटल बुकिंग नहीं हुई है किसी अज्ञात ठग द्वारा ठगी की गई।
     (5). आवेदक राकेश (परिवर्तित नाम) के द्वारा यूको बैंक का google से लोन डिपार्टमेंट का सर्विस नंबर प्राप्त करते ठग से सम्पर्क हुआ ठग द्वारा आवेदक से लोन हेतु प्रोसेसिंग फीस के रूप में 52,036 रुपए ऑनलाइन प्राप्त कर ऑनलाइन ठगी की गई।

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  • इस साल दीपावली पर सूर्य ग्रहण का छाया

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  • दिल्ली: CISF कॉन्सटेबल ने वेलकम मेट्रो स्टेशन के वॉशरूम में खुद को मारी गोली, मौत

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